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# Q? बुतों को पेश किए हुए खाना के लिए कमज़ोर ज़मीर के भाई या बहन हमें देखकर बुतों को चढ़ाया हुआ खाना खाएं तो क्या होगा?
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A. उनके लिए जो कमज़ोर ज़मीर के भाई या बहन हम उनके लिए बर्बादी की वजह होंगे .
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# Q? अपने भाई या बहन के कमज़ोर दिल के लिए ठोकर की वजह होकर हम किसके ख़िलाफ़ ज़ुर्म करते हैं?
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A. हमारी वजह से भाई या बहन ठोकर खाए तो हम उनके ख़िलाफ़ जुर्म करते हैं और मसीह के ख़िलाफ़ मुजरिम ठहरते है .
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# Q? मुहब्बत के कुछ सिफ़त क्या हैं?
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A. मुहब्बत साबिर है, मुहब्बत मेहरबान है, बड़ी से बड़ी ने'मत की आरज़ू रख्खो हसद नहीं करता, मुहब्बत अपनी बड़ाई नहीं करती, और फूलती नहीं, नाज़ेबा काम नहीं करती, वह भलाई नहीं चाहती, झुंझलाती नहीं, बुरा नहीं मानती, बदकारी में ख़ुश नहीं होती, बल्कि रास्ती से ख़ुश होती है, वह सब बातें बर्दाश्त कर लेती है, सब बातों को ज़ाहिर करता है, सब बातों की उम्मीद रखता है, सब बातों में सब्र रखता है। .
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# Q? मिट जाने वाली और ख़त्म होने वाली बातें क्या हैं?
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A. नबुव्वतें हों तो मौक़ूफ़ हो जाएँगी, ज़बानें हों तो जाती रहेंगी; 'इल्म हो तो मिट जायेंगे।, क्यूँकि हमारा 'इल्म नाक़िस है और हमारी नबुव्वत ना तमाम .
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# Q? गुनाह करनेवालों का मसीह के साथ कैसा रिश्ता है?
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A. जो गुनाह करता रहता है उसने न तो मसीह को देखा और न ही उसे कभी जाना है।
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# Q? ख़ुदा का बेटा क्यों आया था?
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A. ख़ुदा का बेटा आया कि शैतान के कामों को मिटाए ।
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# Q? ख़ुदा के फ़र्ज़न्द और शैतान के फ़र्ज़न्द कैसे ज़ाहिर होते हैं?
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A. ख़ुदा के फ़र्ज़न्द रास्तबाज़ी के कामों से और शैतान के फ़र्ज़न्द गुनाह से ज़ाहिर होते है।
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# Q? ईमानदारों के साथ कैसा सुलूक ख़ुदा के फ़र्ज़न्द होने का सबूत हैं?
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A. ईमानदारों से मुहब्बत रखना ज़ाहिर करता है कि कोई ख़ुदा का फ़र्ज़न्द है।
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# Q? ये बर्गुज़ीदा परदेसी ज़िन्दा पत्थर क्यों थे
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A. वे भी ज़िन्दा पत्थरों की तरह मुक़द्दस घर बन रहे थे जिससे काहिनों का मुक़द्दस फ़िरक़ा बन कर हरगिज़ शर्मिन्दा न हो बल्कि इज़्ज़त पाएं।
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# Q? कलाम को न मानने की वज़ह से राजगीरों ने ठोकर क्यों खाई?
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A. राजगीरों ने ठोकर खाई क्योंकि उन्हे उसी के लिए मुक़र्रर किया गया था।
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# Q? बुरे लोग बातों से डरते और परेशान होते थे उनसे घबराने के बदले इस चुने हुए परदेसियों को क्या करना ज़रूरी था?
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A. उन्हें मसीह को ख़ुदावन्द जानकर अपने दिलो में मुक़द्दस समझना है;।
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# Q? उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर चुने हुए परदेसी हर वक़्त किस तरह का जवाब देने के लिए तैयार रहें?
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A. वे हमेशा हलीमी और ख़ौफ़ के साथ जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहें।
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@ -5,6 +5,7 @@ A. कैदी रूहों ने उस वक़्त हुक्म न
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# Q? पानी के तूफ़ान से कुछ लोगों का बचाया जाना किसका निशान है?
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A. उसी पानी का मुशाबह भी या'नी बपतिस्मा, ईसा' मसीह के जी उठने के वसीले से, अब चुने हुए परदेसियों को ख़ालिस नियत से ख़ुदा के तालिब हो जाने के जरिए' बचाता है।
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# Q? पानी के तूफ़ान से कुछ लोगों का बचाया जाना किसका निशान है?
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A. उसी पानी का मुशाबह भी या'नी बपतिस्मा, 'ईसा मसीह के जी उठने के वसीले से, अब चुने हुए परदेसियों को ख़ालिस नियत से ख़ुदा के तालिब हो जाने के जरिए' बचाता है।
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# Q? पानी के तूफ़ान से कुछ लोगों का बचाया जाना किसका निशान है?
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A. उसी पानी का मुशाबह भी या'नी बपतिस्मा, ईसा' मसीह के जी उठने के वसीले से, अब चुने हुए परदेसियों को ख़ालिस नियत से ख़ुदा के तालिब हो जाने के जरिए' बचाता है।
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# Q? पानी के तूफ़ान से कुछ लोगों का बचाया जाना किसका निशान है?
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A. उसी पानी का मुशाबह भी या'नी बपतिस्मा, 'ईसा मसीह के जी उठने के वसीले से, अब चुने हुए परदेसियों को ख़ालिस नियत से ख़ुदा के तालिब हो जाने के जरिए' बचाता है।
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# Q? चुने हुए परदेसियों को ख़ूनी या चोर या बदकार या औरों के काम में दस्तअन्दाज़ की वज़ह से दुःख क्यों न उठाना पड़े?
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A. वह वक़्त आ पहुंचा है कि पहले ख़ुदा के लोगों का इन्साफ़ किया जाए।
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# Q? बेदीन और गुनाहगार को ख़ुदा की ख़ुशख़बरी क्यों क़ुबूल करना है?
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A. रास्तबाज़ आदमी ही मुश्किल से नजात पाएगा
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# Q? चुने हुए परदेसियों को सच्चाई से कमर बस्ता होकर एक दूसरे की सच्चाई से ख़िदमत क्यों करना है?
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A. ख़ुदा मग़रुरों का मुक़ाबला करता है, लेकिन दिनों को फ़ज़ल करता है कि वक़्त पर सरबलन्द करे।
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# Q? चुने हुए परदेसियों को क्या करने का हुक्म दिया गया था?
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A. उन्हें हुक्म दिया था कि फ़िक्र ख़ुदा पर डाल दे, होशियार रहें, जागते रहें, शैतान के सामने मजबूती से खड़े रहे और ईमान में मज़बूत रहना है।
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# Q? चुने हुए परदेसियों को क्या करने का हुक्म दिया गया था?
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A. उन्हें हुक्म दिया था कि फ़िक्र ख़ुदा पर डाल दे, होशियार रहें, जागते रहें, शैतान के सामने मजबूती से खड़े रहे और ईमान में मज़बूत रहना है।
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# Q? चुने हुए परदेसियों ने थोड़ी मुद्दत तक दुःख उठाया जैसा कि उनके भाई उठा रहे थे तो उनका क्या होगा?
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A. ख़ुदा उन्हे कामिल और क़ायम और मज़बूत करेगा ।
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# Q? पौलुस ख़ुशख़बरी के 'एलान में किसको ख़ुश करना चाहता था?
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A. पौलुस अपनी ख़ुशख़बरी के 'एलान के ज़रिए' ख़ुदा को ख़ुश करना चाहता था।
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# Q? पौलुस ने ख़ुशख़बरी के 'एलान में क्या नहीं किया था?
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A. पौलुस ने न तो ख़ुशामद की बातें कीं, और न ही लालच का बहाना किया।
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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# Q? तीमुथियुस ने अच्छी ता'लीमें पाई थीं, तो पौलुस उससे क्या करने के लिए कहता है?
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A. पौलुस तीमुथियुस को नेकी की तरग़ीब देता है, कि वह सब को यही ता'लीम दे .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? क्यूँकि मसीह सबके लिए मरा तो जो ज़िन्दा है उन्हें क्या करना चाहिये?
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A. वह आगे को अपने लिए न जियें बल्कि उसके लिए जो उनके लिए मरा और फिर जी उठा.
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# Q? पौलुस क्यूँ कहता है कि अब हम किसी को भी जिस्म की हैसियत न समझेंगे?
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A. यह इसलिए कि मसीह सबके लिए मरा और हम अब स्वयं के लिए नहीं बल्कि मसीह के लिए ज़िन्दा हैं.
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? पौलुस के पिछले ख़त ने कुरिन्थुस की कलीसिया में कैसा असर डाला?
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A. कुरिन्थुस के ईमानदारों ने पौलुस का ख़त पढ़ा तो वह ग़मगीन हुए और उनका मातम ख़ुदावन्द की मर्ज़ी के मुताबिक़ था.
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# Q? कुरिन्थुस के ईमानदारों में ख़ुदापरस्ती के गम का नतीज़ा क्या हुआ था?
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A. ख़ुदापरस्ती के गम ने उनमें तौबा पैदा किया और उन्होंने अपने आपको साबित करने का मज़बूत इरादा किया.
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? पौलुस और उसके साथी लड़ते वक़्त कौन सा हथियार काम में लेते थे?
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A. पौलुस और उसके साथी जिस्म के मुताबिक़ नहीं लड़ते थे.
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# Q? पौलुस ज़रिए' काम में लिए गए हथियार में कैसी क़ुव्वत थी?
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A. पौलुस जिन हथियारों को काम में लेता था उनमें क़िलों को ढा देने का रूहानी क़ुदरत थी। और हर एक उँची चीज़ को जो ख़ुदा की पहचान के बरख़िलाफ़ सर उठाए हुए है ढा देते हैं I
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@ -1,4 +1,5 @@
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मौजूद नहीं
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# Q? पुराने ‘अहद नामे की किताब में बादशाह दाऊद ने ख़ुदा के मुक़द्दस के बारे में क्या नबूव्वत की?
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A. बादशाह दाऊद ने नबूव्वत की कि ख़ुदा अपने मुक़द्दस को हलाक़ नहीं होने देगा .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? पतरस ने उस आदमी को क्या नहीं दिया?
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A. पतरस ने उस आदमी को चाँदी और सोना नहीं दिया .
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# Q? पतरस ने उस आदमी को क्या दिया?
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A. पतरस ने उस आदमी को चलने
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@ -1,4 +1,5 @@
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# Q? ईमानदारों की जरूरतें कैसे पूरी होती थीं?
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A. ईमानदारों की सब चीज़ें मुश्तरका थीं, और जिनके पास ज़मीन जायदाद थी उन्होंने उसे बेचा और क़ीमत को दे दिया ताकि ज़रूरत के मुवाफ़िक़ उसे बाँट दिया जाए। .
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मौजूद नहीं|
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? हननियाह और सफ़ीरा ने क्या गुनाह किया?
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A. हननियाह और सफ़ीरा ने यह कहकर झूठ बोला कि वह अपनी जायदाद को बेचकर पुरी क़ीमत दे रहे थे जबकि उन्होंने उसकी क़ीमत का एक ही हिस्सा दिया। .
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# Q? पतरस ने पूछा हननियाह और सफ़ीरा ने किससे झूठ बोला?
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A. पतरस ने बताया कि हननियाह और सफ़ीरा ने रूह
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@ -1,4 +1,5 @@
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# Q? यरूशलीम में ईमानदारों ने क्या किया?
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A. यरूशलीम में ईमानदार यहूदिया और सामरिया मुल्कों में चारों तरफ़ फैल गये और ख़ुशख़बरी सुनाते हुए फिरे। .
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मौजूद नहीं|
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@ -1,4 +1,5 @@
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मौजूद नहीं|
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# Q? पतरस ने अपने खिलाफ़ बहस का जवाब कैसे दिया?
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A. पतरस ने बहस का जवाब चादर के ख़्वाब और ग़ैर क़ौमों के रूह
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@ -5,4 +5,5 @@ A. बरयिसू एक झूठा यहूदी नबी था औ
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# Q? हाकिम ने बरनबास और साऊल को क्यूँ बुलाया?
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A. हाकिम ने बरनबास और साऊल को इसलिए बुलाया क्यूँकि वह ख़ुदा का कलाम सुनना चाहता था .
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मौजूद नहीं|
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@ -1,4 +1,5 @@
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मौजूद नहीं|
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# Q? या'क़ूब की नबूव्वत के मुताबिक़ ख़ुदा किस चीज़ की मरम्मत करने वाला था और इसमें कौन
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कौन शामिल होने वाले थे?
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@ -1,4 +1,5 @@
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मौजूद नहीं|
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# Q? पलटन के सरदार को चालीस यहूदियों के मन्सूबों के बारे में कैसे 'इल्म हुआ?
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A. पौलुस के भांजे ने उनका मन्सूबा सुना और जाकर पलटन के सरदार को इसके बारे में बताया। .
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@ -1,4 +1,5 @@
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मौजूद नहीं|
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# Q? पौलुस के ज़रिए' किताब
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ए
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? रास्तबाज़ को ख़ुदा के सब हथियार बांधने की ज़रूरत क्यूँ हैं?
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A. एक रास्तबाज़ को ख़ुदा के सब हथियार बांधकर शैतान के इरादों के सामने खड़ा रहना है .
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# Q? ख़ुदा के हथियारों में क्या क्या है?
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A. ख़ुदा के हथियार हैं, सच्चाई का कमरबंद, रास्तबाज़ी का बख़्तर, ख़ुशख़बरी की तैयारी के जूते, ईमान की सिपर, नजात का टोप और रूह की तलवार .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? ख़ुदा के हथियारों में क्या क्या है?
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A. ख़ुदा के हथियार हैं, सच्चाई का कमरबंद, रास्तबाज़ी का बख़्तर, ख़ुशख़बरी की तैयारी के जूते, ईमान की सिपर, नजात का टोप और रूह की तलवार .
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# Q? रूह की तलवार क्या है?
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A. रूह की तलवार ख़ुदा का कलाम है .
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@ -5,6 +5,7 @@
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A. पौलुस हैरान
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ओ
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परेशान था कि ग़ैरक़ौम ईमानदार दुनिया की रूहों की ग़ुलामी की ओर लौट रहे थे .
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# Q? पौलुस गलतिया के लोगों के फिर जाने से डरता क्यूँ था ?
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A. पौलुस को डर इस बात का था कि गलातिया के ईमानदार फिर से ग़ुलाम बन जाएँगे और उसकी मेहनत बेफ़ायदा हो जाएगी .
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@ -5,6 +5,7 @@ A. ईमानदारों और इस्राईलियों दो
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# Q? उस ख़ुशख़बरी से इस्राईलियों को फ़ाइदा क्यूँ नहीं हुआ था?
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A. ख़ुशख़बरी से इस्राईलियों को कुछ फ़ाइदा न हुआ क्यूँकि उन्होने यक़ीन नहीं किया था।
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# Q? ख़ुदा के आराम में दाख़िल होनेवाले कौन हैं?
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A. जो ख़ुशख़बरी सुनकर यक़ीन करते हैं वह ख़ुदा के आराम में दाख़िल होते हैं।
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? ‘मसीह ‘ईसा को किस ने सरदार काहिन बनाया है?
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A. ख़ुदा ने मसीह ‘ईसा को सरदार काहिन बनाया है।
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# Q? मसीह किस तौर पर सरदार काहिन है?
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A. मसीह ‘ईसा मलिक
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? कमज़ोर और बेकार होने की वजह किसका फ़ाइदा हुआ?
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A. इस तरह पहला हुक्म (शरी'अत ) कमज़ोर और बेकार होने की वजह बे फ़ाइदा हो गई।
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# Q? मसीह के रास्तबाज़ों को जो ईमान है उसको ख़ुदा ने कैसे पक्का किया है?
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A. ख़ुदा ने एक बहुत बेतर रास्तबाज़ की साबित किया कि जो रास्तबाज़ों के पास है, ख़ुदा ने क़सम खाई कि ‘ईसा हमेशा
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? ‘ईसा के चार हुक्म कौन से हैं जिनकी वजह से वह रास्तबाज़ों के लिए एक बेहतर काहिन है?
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A. ‘ईसा मुक़द्दस, और बेक़ुसूर, और बेदाग़, और गुनाहगारों से अलग और आसमान से भी ऊँचा किया हुआ है।
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# Q? ‘ईसा को अपने गुनाहों के लिए कौन सी क़ुर्बानी चढ़ानी पड़ी थी?
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A. ‘ईसा ने अपने गुनाहों के लिए क़ुर्बानी नहीं चढ़ाई क्यूँकि वह बे गुनाह था।
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? इब्राहीम को किस बात का यक़ीन था कि अगर वह अपने एकलौते बेटे को क़ुर्बानी चढ़ा दे तो ख़ुदा क्या करने में क़ुदरत रखता है?
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A. इब्राहीम को यक़ीन था कि ख़ुदा इस्हाक़ को मुर्दों में से जिलाएगा।
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# Q? जिस पहाड़ पर ख़ुदा बातें कर रहा था वहाँ इस्राईलियों ने क्या गुज़ारिश की थी?
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A. इस्राईलियों ने गुज़ारिश की थी कि उनसे और बातें न की जाएं।
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? हमें ईमान से क्या मांगना चाहिए?
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A. हमें ईमान से ‘अक़्ल मांगना चाहिए।
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# Q? शक़ करनेवाले ख़ुदा से क्या उम्मीद रखे?
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A. शक़ से मांगने वाले ख़ुदा से हासिल करने की उम्मीद न रखे।
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@ -1,7 +1,8 @@
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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@ -1,7 +1,8 @@
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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# Q? ‘ईसा की किस बात से उस ‘औरत को यक़ीन हो गया कि ‘ईसा एक नबी है?
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A. ‘ईसा ने उससे कहा कि उसने पांच शौहर किए हैं और जिसके साथ वह रहती है, वह भी उसका शौहर नहीं है .
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@ -2,6 +2,7 @@
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फिर", तब क्या हुआ?
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A. वह फ़ौरन तन्दरुस्त हो गया और अपनी चारपाई उठाकर चलने लगा
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# Q? उस बीमार को अपनी चारपाई उठाकर चलते हुए देख यहूदी अगुवे क्यों गुस्सा हुए?
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A. यह देख वे गुस्सा हुए क्योंकि वह सबत का दिन था और उसे अपनी चारपाई उठाने की इजाज़त नहीं थी .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? आदमी ‘ईसा के पास कैसे आ सकता है?
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A. आदमी ‘ईसा के पास तब ही आ सकता है जब बाप उसे खींचे .
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# Q? आदमी ‘ईसा के पास कैसे आ सकता है?
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A. आदमी ‘ईसा के पास तब ही आ सकता है जब बाप उसे खींचे .
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@ -3,6 +3,7 @@
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बाप को क्यों बुलवाया?
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A. उन्होंने उसके माँ
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बाप को बुलवाया क्योंकि उन्हें यक़ीन नहीं हो रहा था कि वह आदमी पहले से अंधा था। .
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# Q? उसके माँ
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बाप ने उसके बारे में क्या गवाही दी?
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? ‘ईसा के आने की ख़बर सुनकर ‘ईद में आने वालों की भीड़ ने क्या किया?
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A. उन्होंने खजूर की डालियां लीं और यह पुकारते हुए उससे मिलने निकले, "होशाना! मुबारक हो इस्राईल का बादशाह, जो ख़ुदावन्द के नाम से आता है"। .
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# Q? ‘ईसा के शागिर्दों को जो बात पहले समझ में नहीं आई थी लेकिन ‘ईसा के जलाल ज़ाहिर होने पर उन्हें याद आया कि उसके बारे में ऐसा ही लिखा है और लोगों ने उसके साथ वैसा ही सुलूक किया था। वह बात क्या थी?
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A. शागिर्दों को याद आया कि ‘ईसा के बारे में लिखा है, "हे सिय्योन की बेटी, मत डर, देख, तेरा बादशाह गदहे के बच्चे पर चढ़ा हुआ चला आता है।" .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? ‘ईसा ने शागिर्दों को क्या दिखाया?
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A. उसने उन्हें अपने हाथ और पसलियां दिखाई.
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# Q? कब्र से पत्थर को हटा हुआ देखकर मरियम मगदलीनी ने क्या किया?
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A. वह दौड़कर पतरस और ‘ईसा के प्यारे शागिर्दों के पास गई.
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? 'ईसा ने कहा, उसके शागिर्दों को दुश्मनों के साथ और उनसे अदावत रखने वालों के साथ कैसा सुलूक करना चाहिए?
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A. उन्हें अपने दुश्मनों से मुहब्बत करना है, और जो अदावत रख्खे उनका भला करो .
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# Q? जो शुक्र नहीं करते और जो बुरे हैं, उनके लिए ख़ुदा बाप का सुलूक कैसा है?
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A. वह उन पर रहीम और मेहरबान है .
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@ -1,7 +1,8 @@
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? भीड़ के सामने यहूदाह ने 'ईसा को कैसे पकड़वाया?
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A. उसने 'ईसा को चूम कर पकड़वाया .
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# Q? 'ईसा ने कैसे साबित किया कि वह सिर्फ़ रूह नहीं है?
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A. 'ईसा ने शागिर्दों से कहा कि वह उसे छूकर देखें, उसके हाथ और पांव देखें और उनके सामने मछली खाई .
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# Q? 'ईसा ने कैसे साबित किया कि वह सिर्फ़ रूह नहीं है?
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A. 'ईसा ने शागिर्दों से कहा कि वह उसे छूकर देखें, उसके हाथ और पांव देखें और उनके सामने मछली खाई .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? 'ईसा ने कैसे साबित किया कि वह सिर्फ़ रूह नहीं है?
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A. 'ईसा ने शागिर्दों से कहा कि वह उसे छूकर देखें, उसके हाथ और पांव देखें और उनके सामने मछली खाई .
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# Q? 'ईसा ने कैसे साबित किया कि वह सिर्फ़ रूह नहीं है?
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A. 'ईसा ने शागिर्दों से कहा कि वह उसे छूकर देखें, उसके हाथ और पांव देखें और उनके सामने मछली खाई .
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@ -30,7 +30,7 @@ dublin_core:
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subject: 'Bible translation comprehension questions'
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title: 'translationQuestions'
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type: 'help'
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version: 'X.1'
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version: 'X.2'
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checking:
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checking_entity:
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@ -1,5 +1,6 @@
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# Q? ‘ईसा के कहने के मुताबिक़ आख़िर में किसकी नजात होगी?
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A. ‘ईसा ने कहा कि जो आख़िरी वक़्त तक सब्र करता रहेगा उसी की नजात होगी .
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Q/ ‘ईसा से ‘अदावत करने वाले, शागिर्दों के साथ कैसा सुलूक करेंगे?
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A. ‘ईसा के शागिर्दों से लोग अदावत करेंगे क्यूँकि उन्होंने ‘ईसा से भी ‘अदावत की थी .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? नीनवह के लोग और दक्खिन की मलिका ‘ईसा की नसल को मुजरिम क्यों ठहरायेंगे?
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A. नीनवह के लोग और दक्खिन की मलिका ‘ईसा की नसल को मुजरिम ठहरायेंगे क्यूँकि उन्होंने यूनाह और सुलैमान से ख़ुदा का कलाम क़ुबूल किया था लेकिन ‘ईसा की नसल ने यूनाह और सुलैमान से बड़े के कलामों को क़ुबूल नहीं किया। .
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||||
# Q? ‘ईसा ने किसको सुलैमान से बड़ा कहा है?
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A. ‘ईसा ने कहा कि वह सुलैमान से भी बड़ा है .
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@ -2,6 +2,7 @@
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A. ‘ईसा बार
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बार ‘आलिमों और फ़रीसियों को रियाकार कहता था .
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# Q? उन्होंने पुदीने सौंफ और ज़ीरे का दसवां हिस्सा बो दिया लेकिन ‘आलिम और फ़रीसी किस बात को भूल गए?
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A. ‘आलिमों और फ़रीसियों ने शरी’अत की ज़्यादा भारी बातों को करने में छोड़ दीं थी, इन्साफ़, रहम और ईमान .
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@ -2,9 +2,11 @@
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||||
A. ‘ईसा बार
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||||
बार ‘आलिमों और फ़रीसियों को रियाकार कहता था .
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# Q? ‘आलिम और फ़रीसी क्या करने को भूल गए थे?
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A. ‘आलिम और फ़रीसी कटोरे को अन्दर से साफ़ करने में भूल गए थे कि बाहरी भाग भी साफ़ ही रहता .
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# Q? ‘आलिम और फ़रीसी अन्दर किस बात से भरे हुए थे?
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A. ‘आलिम और फ़रीसी अन्दर लूट,ना'परहेज़गारी, रियाकारी और बेदीनी से भरे थे .
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@ -2,6 +2,7 @@
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||||
A. ‘ईसा बार
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||||
बार ‘आलिमों और फ़रीसियों को रियाकार कहता था .
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||||
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||||
# Q? ‘आलिमों और फ़रीसियों ने ख़ुदा के नबियों के साथ क्या किया था?
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||||
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||||
A. ‘आलिमों और फ़रीसियों के बुज़ुर्गों ने ख़ुदा के नबियों को मारा था। .
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@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? मुक़द्दस मुक़ाम में ला’नती चीज़ देख ‘ईसा के ख़बरदार करने के मुताबिक़ रास्तबाज़ों को क्या करना होगा\ ?
|
||||
|
||||
A. ‘ईसा ने कहा कि रास्तबाज़ पहाड़ों में भाग जायेंगे .
|
||||
|
||||
# Q? मुक़द्दस मुक़ाम में ला’नती चीज़ देख ‘ईसा के ख़बरदार करने के मुताबिक़ रास्तबाज़ों को क्या करना होगा\ ?
|
||||
|
||||
A. ‘ईसा ने कहा कि रास्तबाज़ पहाड़ों में भाग जायेंगे .
|
||||
|
|
|
@ -5,6 +5,7 @@ A. ‘ईसा ने दु’आ की कि हो सके तो यह
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|||
# Q? ‘ईसा ने अपनी नहीं किस बात को पूरा होने की दु’आ की थी?
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||||
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||||
A. ‘ईसा ने दु’आ में कहा कि उसकी नहीं ख़ुदा बाप की मर्ज़ी पूरी हो।
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|
||||
# Q? ‘ईसा कितनी बार शागिर्दों को छोड़कर दु’आ करने गया था?
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||||
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||||
A. ‘ईसा ने तीन बार शागिर्दों को छोड़ दु’आ करने गया .
|
||||
|
|
|
@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? ‘ईसा ने इन हादसों के ज़रिए' किसका पूरा होना बताया था?
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||||
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||||
A. ‘ईसा ने कहा कि इन हादसों के ज़रिए' मुक़द्दस कलाम पूरा हो रहा है .
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||||
|
||||
# Q? उस वक़्त ‘ईसा के शागिर्दों ने क्या किया?
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||||
A. ‘ईसा के सब शागिर्द उसे छोड़कर भाग गए .
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||||
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@ -1,6 +1,7 @@
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|||
# Q? पतरस को ‘ईसा का साथी कहा गया तो उसने तीन बार क्या जवाब दिया?
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||||
A. पतरस ने कहा कि वह ‘ईसा को नहीं जानता है .
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||||
# Q? पतरस के ज़रिए' तीसरी बार ‘ईसा का इन्कार करने पर क्या हुआ?
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||||
A. जैसे ही पतरस तीसरी बार ‘ईसा का इन्कार किया उसी वक़्त मुर्ग़े ने बांग दी .
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@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? सलीबी मौत के बा’द ‘ईसा की लाश का क्या हुआ?
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||||
A. ‘ईसा के एक दौलतमन्द शागिर्द, यूसुफ़ ने पीलातुस से ‘ईसा की लाश मांगी और उसे चादर में लपेट कर एक नई क़ब्र में रख दिया .
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||||
|
||||
# Q? ‘ईसा की क़ब्र के मुँह पर क्या रखा गया था?
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||||
A. जिस क़ब्र में ‘ईसा को रखा गया था उस पर एक बड़ा पत्थर रखा गया। .
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@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? ‘ईसा ने उनसे सबत के बारे क्या सवाल किया था?
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|
||||
A. ‘ईसा ने उनसे पूछा कि सबत के दिन नेकी करना जायज़ है या बुरा करना .
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||||
# Q? सुनने वालों ने ‘ईसा के सवाल पर क्या रद्द
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||||
ए
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@ -1,6 +1,7 @@
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|||
# Q? बदरूहें निकल जाने के बा’द उस आदमी की हालत कैसी थी?
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||||
A. वह आदमी कपड़ा पहने ‘ईसा के पास होश में बैठा था .
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||||
# Q? वहाँ के लोगों ने इस माजरा पर कैसा रद्द
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ए
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||||
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@ -3,11 +3,13 @@
|
|||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
|
||||
# Q? लौटने पर ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को कैसा पाया?
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||||
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
|
||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
|
||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
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||||
# Q? लौटने पर ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को कैसा पाया?
|
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
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|
@ -3,11 +3,13 @@
|
|||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
|
||||
# Q? ‘ईसा दु’आ करके तीसरी बार लौटा तो क्या देखा?
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||||
|
||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
|
||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
|
||||
# Q? ‘ईसा दु’आ करके तीसरी बार लौटा तो क्या देखा?
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||||
A. ‘ईसा ने तीनों शागिर्दों को सोते पाया .
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||||
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|
@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? पौलुस शरी'अत मानने वाले यहूदियों को क्या ख़बरदार करता है जब वहऔरों को शरी'अत की ता'लीम देते हैं?
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||||
A. पौलुस उन्हें ख़ुशख़बरी देता है कि जब वहकिसी को शरी'अत सिखाते हैं तो वहअपने आप को भी सिखाएं .
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# Q? पौलुस कौन
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कौन से गुनाहों का ख़ुलासा करता है जिनका छोड़ना यहूदी उस्ताद को जरूरी है?
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@ -1,6 +1,7 @@
|
|||
# Q? पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़े से काम करते देखता है वह क्या है?
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||||
A. पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़ा देखता है, वह 'उम्दा काम तो करना चाहता है लेकिन उसके जिस्म में सिर्फ़ बुराई बस्ती है .
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||||
# Q? पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़े से काम करते देखता है वह क्या है?
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||||
A. पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़ा देखता है, वह उम्दा काम तो करना चाहता है लेकिन उसके जिस्म में सिर्फ़ बुराई बस्ती है .
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||||
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@ -1,9 +1,11 @@
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|||
# Q? पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़े से काम करते देखता है वह क्या है?
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A. पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़ा देखता है, वह 'उम्दा काम तो करना चाहता है लेकिन उसके जिस्म में सिर्फ़ बुराई बस्ती है .
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||||
# Q? पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़े से काम करते देखता है वह क्या है?
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||||
A. पौलुस अपने जिस्म में एक तरीक़ा देखता है, वह उम्दा काम तो करना चाहता है लेकिन उसके जिस्म में सिर्फ़ बुराई बस्ती है .
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||||
# Q? पौलुस अपनी रूह में और अपने जिस्म के 'आज़ा में कौन सा तरीक़ा मूतअस्सिर देखता है?
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||||
A. पौलुस को यह इल्म होता है कि उसका ज़मीर ख़ुदा की शरी'अत से ख़ुश है लेकिन उसके जिस्म के 'आज़ा गुनाह के ग़ुलाम बने हुए है .
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||||
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@ -1,4 +1,5 @@
|
|||
A. जिस्म ख़ुदा का दुश्मन है इसलिए वह शरी'अत के मातहत नहीं हो सकता है .
|
||||
A. जिस्म ख़ुदा का दुश्मन है इसलिए वह शरी'अत के मातहत नहीं हो सकता है। .
|
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||||
A. जिस्म ख़ुदा का दुश्मन है इसलिए वह शरी'अत के मातहत नहीं हो सकता है .
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A. जिस्म ख़ुदा का दुश्मन है इसलिए वह शरी'अत के मातहत नहीं हो सकता है। .
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@ -1,7 +1,8 @@
|
|||
# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
|
||||
|
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A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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||||
# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
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|
||||
A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
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A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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@ -1,7 +1,8 @@
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# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
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A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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||||
# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
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||||
A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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||||
# Q? खूदा के बेटे ज़िन्दगी के लिए कैसे चलाए जाते हैं?
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||||
A. ख़ुदा के बेटे ख़ुदा की रूह के ज़रिए' चलाए जाते हैं .
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||||
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@ -1,6 +1,7 @@
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|||
# Q? ख़ुदा के फ़र्ज़न्द होने की वजह से ईमानदारो को और क्या फ़ायदा हैं?
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A. ख़ुदा के फ़र्ज़न्द होने की वजह से ईमानदार ख़ुदा के वारिस बल्कि मसीह के हम मीरास है .
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# Q? रास्तबाज़ों के लिए मौजूदा दुःख उठाना ज़रूरी क्यूँ है?
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A. मौजूदा दुःख को सहना जरूरी है जिससे कि ईमानदार ख़ुदा के फ़र्ज़न्दों के ज़ाहिर होने पर मसीह के साथ जलाल पाएँ .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? पौलुस के दिल में गम और बड़ा दुःख क्यूँ है?
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A. पौलुस को जिस्म के ऐतबार से अपने भाइयों, इस्राईलियों के लिए ग़म और दुःख में है .
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# Q? इस्राईलियों की तारीख़ में उनके पास क्या है?
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A. लेपालक का हक़ और जलाल, और वाचाएं, शरी’अत, और 'इबादत और वा’दा इस्राईलियों ही के हैं .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? रास्तबाज़ी की शरी'अत को मानने पर भी इस्राईलियों को रास्तबाज़ी हासिल क्यूँ नहीं हुई?
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A. इस्राईली रास्तबाज़ी हासिल नहीं कर पाए क्यूँकि उन्होंने ईमान से नहीं आ’माल से रास्तबाज़ी की तलाश की .
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# Q? इस्राईलियों ने किससे ठोकर खाई थी?
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A. इस्राईलियों ने ठोकर खाने के पत्थर और ठोकर खाने की चट्टान से ठोकर खाई थी .
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@ -1,6 +1,7 @@
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|||
# Q? क्या इस्राईल ने ख़ुशख़बरी सुना और जाना था?
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A. हां, इस्राईल ने ख़ुशख़बरी सुना था और जानते थे .
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# Q? ख़ुदा ने इस्राईल को ग़ुस्सा दिलाने के लिए अपने किस काम की चर्चा की थी?
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A. ख़ुदा ने कहा कि वह उन लोगों पर ज़ाहिर होकर इस्राईल को ग़ुस्सा दिलाएगा जो उसे पूछते भी नहीं थे .
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@ -1,6 +1,7 @@
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# Q? खाना के बारे में तक़रार करने वालो ईमानदारों का सुलूक एक दूसरे के साथ कैसा होना चाहिए?
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A. खाना के बारे में तक़रार करने वाले ईमानदार एक दूसरे का फ़ैसला न करें .
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# Q? जो सब कुछ खाता है और जो सिर्फ़ सब्जी खाता है उसे किसने क़ुबूल किया है?
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A. ख़ुदा ने सब कुछ खाने वाले को और सिर्फ़ सब्जी खाने वाले दोनों को क़ुबूल किया है .
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@ -1,5 +1,7 @@
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# Q? बुज़ुर्ग में कैसी ख़ासियत होनी चाहिए?
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A. उसे सब्रदार होना है, वह शराबी न हो,मार पीट करने वाला न हो, दौलत का लालची न हो, मेहमान नवाज़ी करनेवाला हो, ख़्वाहिशों पर ग़ालिब और पाक हो। .
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Q. ? ईमान की ता'लीमों के लिए बुज़ुर्गों का क्या रवैया होना चाहिए?
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# Q. ? ईमान की ता'लीमों के लिए बुज़ुर्गों का क्या रवैया होना चाहिए?
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A. उन्हें मज़बूती से पकड़ना चाहिए, और दूसरों का हौसला करने और उन्हें दबाने के लिए उनका इस्ते'माल करने में मज़बूत होना चाहिए|
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@ -5,6 +5,7 @@ A. वह लोगों को धोखा दे रहे थे और ख़
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# Q? झूठे उस्तादों का हौसला क्या था?
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A. उनका मुंह बन्द करना ज़रूरी है और उन्हे कड़ी हिदायत दी जाए। .
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# Q? झूठे उस्तादों के साथ बुजुर्गों को क्या करना चाहिए?
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A. उनका मुंह बन्द करना ज़रूरी है और उन्हे कड़ी हिदायत दी जाए। .
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