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# Q? पौलुस को किसने बुलाया और किस काम के लिए बुलाया?
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A. मसीह 'ईसा ने पौलुस को रसूल होने के लिए बुलाया था .
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# Q? पौलुस, कुरिन्थुस शहर की कलीसिया के लिए बाप ख़ुदा और ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह से क्या ख़्वाहिश करता है?
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A. पौलुस ख़्वाहिश करता है कि हमारे बाप ख़ुदा और ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह की तरफ़ से इस कलीसिया को फ़ज़ल और इत्मिनान हासिल होता रहे .
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# Q? ख़ुदा ने कुरिन्थुस की कलीसिया को कैसा दौलतमंद बनाया है?
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A. ख़ुदा ने उन्हें सारे कलाम और सारे ‘इल्म में दौलतमन्द बनाया है .
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# Q? कुरिन्थुस की कलीसिया में किस बात की कमी नहीं थी?
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A. उन्हें किसी भी रूहानी ने'मत की कमी नहीं थी .
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# Q? ख़ुदा कुरिन्थुस की कलीसिया को आख़िर तक मज़बूत क्यूँ करेगा?
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A. वह इसलिए करेगा, कि तुम हमारे ख़ुदावन्द 'ईसा मसीह के दिन में बेगुनाह ठहरो .
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# Q? पौलुस कुरिन्थुस की कलीसिया से क्या इल्तिमास करता है?
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A. पौलुस उनसे इल्तिमास करता है कि सब एक ही बात कहें, और उनमें में तफ़्रक़े न हों, बल्कि एक साथ एक दिल और एक राय हो कर कामिल बने रहें। .
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# Q? खलोए के घरानों ने पौलुस को क्या ख़बर सुनायी थी ?
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A. खलोए के घराने के लोगों ने पौलुस को ख़बर दी थी कि कुरिन्थुस की कलीसिया के लोगों में झगड़े हो रहे हैं। 1:11].
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# Q? फूट से पौलुस का क्या मतलब था?
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A. पौलुस के कहने का मतलब था कि उनमें से कुछ लोग कहते थे कि वह पौलुस के साथ हैं; कुछ कहते थे कि वह अपुल्लोस के साथ हैं, तो कुछ कैफ़ा के साथ, तो कुछ मसीह के साथ हैं। .
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# Q? पौलुस ख़ुदा का शुक्र क्यूँ करता है कि उसने क्रिस्पुस और गयुस को छोड़ और किसी को बपतिस्मा नहीं दिया?
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A.पौलुस ख़ुदा का शुक्र करता है कि ऐसा वक़्त नहीं आया, कि कोई कहे कि उसने पौलुस के नाम से बपतिस्मा लिया है। .
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# Q? पौलुस ख़ुदा का शुक्र क्यूँ करता है कि उसने क्रिस्पुस और गयुस को छोड़ और किसी को बपतिस्मा नहीं दिया?
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A.पौलुस ख़ुदा का शुक्र करता है कि ऐसा वक़्त नहीं आया, कि कोई कहे कि उसने पौलुस के नाम से बपतिस्मा लिया है। .
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# Q? मसीह ने पौलुस को क्या करने भेजा था?
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A. मसीह ने पौलुस को ख़ुशख़बरी सुनाने भेजा था .
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# Q? हलाक होने वालों के लिए क्रूस का सन्देश कैसा है?
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A. सलीब का पैग़ाम हलाक होने वालों के लिए बेवक़ूफ़ी है .
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# Q? नजात पाने वालों के लिए सलीब का पैग़ाम क्या है?
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A. यह नजात पाने वालों के लिए ख़ुदा की क़ुदरत है .
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# Q? ख़ुदा ने दुनियावी ‘इल्म को क्या बना दिया है?
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A. ख़ुदा ने दुनियावी 'इल्म को बेवक़ूफ़ी बना दिया है .
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# Q? जो ‘एलान की बेवक़ूफ़ी के ज़रिए’ ईमान करते हैं उससे ख़ुदा क्यूँ ख़ुश है?
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A. ख़ुदा इससे ख़ुश हुआ क्यूँकि दुनिया ने अपने ‘इल्म की जरिए’ ख़ुदा को नहीं जाना .
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# Q? इन्सानी ‘अमल से ‘अक़्लमंद या ताक़तवर या शरीफ़ों में से कितनों को ख़ुदा ने बुलाया है?
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A. ख़ुदा ने बहुत से ऐसे लोगों को नहीं बुलाया जो इस तरह थे|
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# Q? ख़ुदा ने दुनिया के बेवक़ूफ़ों और दनिया के कमज़ोरों को क्यूँ चुना?
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A. ख़ुदा ने ऐसा इसलिये किया कि ‘अक़्लमंदों को शर्मिंदा करे और ताक़तवरों को शर्मिंदा करे .
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# Q? ख़ुदा ने ऐसा क्या किया कि उसके सामने किसी के पास फ़ख़्र करने की वजह न हो?
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A. ख़ुदा ने दुनिया के कमीनों और हक़ीरों को बल्कि बे
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वजूदों को चुन लिया .
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# Q? ख़ुदा ने ऐसा क्या किया कि उसके सामने किसी के पास फ़ख़्र करने की वजह न हो?
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A. ख़ुदा ने दुनिया के कमीनों और हक़ीरों को बल्कि बे
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वजूदों को चुन लिया .
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# Q? ईमानदार मसीह में क्यूँ थे?
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A. वह मसीह में थे क्यूँकि ख़ुदा ने ऐसा किया .
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# Q? मसीह 'ईसा हमारे लिए क्या बन गया?
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A. जो फ़ख़्र करे, वह ख़ुदावन्द में फ़ख़्र करे.“ .
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# Q? अगर हम फ़ख़्र करें, तो किसमें फ़ख़्र करें?
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A. जो फ़ख़्र करे, वह ख़ुदावन्द में फ़ख़्र करे। .
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# Q? ख़ुदा के सच्चाई के राज़ का ‘एलान के लिए पौलुस किस सूरत में कुरिन्थुस आया था?
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A. पौलुस ख़ुदा की सच्चाई के राज़ का ‘एलान के लिए जोश बयानी की तक़रीर और ‘इल्म की अच्छाइयों के साथ नहीं आया था .
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# Q? कुरिन्थुस में पौलुस किस बात का फ़ैसला लिया था?
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A. पौलुस ने ठान लिया था कि मसीह 'ईसा और उसके सलीब को छोड़ किसी बात को न जाने .
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# Q? पौलुस का कलाम और उसका ‘एलान, ‘इल्म से तरग़ीबी देने के बजाय रूह और क़ुदरत से साबित क्यूँ था?
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A. यह इसलिए कि उनका ईमान आदमियों के ‘इल्म पर नहीं बल्कि ख़ुदा के क़ुदरत से साबित हो .
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# Q? पौलुस का कलाम और उसका ‘एलान, ‘इल्म से तरग़ीबी देने के बजाय रूह और क़ुदरत से साबित क्यूँ था?
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A. यह इसलिए कि उनका ईमान आदमियों के ‘इल्म पर नहीं बल्कि ख़ुदा के क़ुदरत से साबित हो .
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# Q? पौलुस और उसके साथियों ने कौन सा हिक्मत बताया था?
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A. उन्होंने ख़ुदा की हिक्मत सच्चाई का राज़ में है | राज़ का ‘इल्म जिसे ख़ुदा ने हमेशा से हमारे जलाल के लिए ठहराया। .
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# Q? अगर पौलुस के वक़्त के हाकिम ख़ुदा की उस हिक्मत को जानते तो वह क्या नहीं करते?
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A. अगर हाकिम उस ‘इल्म को जान पाते तो वह जलाली ख़ुदावन्द को सलीब पर न चढ़ाते। .
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# Q? पौलुस और उसके साथियों ने ख़ुदा की उस हिकमत को कैसे पाया था?
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A. ख़ुदा ने रूह के ज़रिए' उन पर यह ज़ाहिर किया था। .
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# Q? ख़ुदा की गहरी बातें कौन जानता है?
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A. सिर्फ़ ख़ुदा की रूह ही ख़ुदा की गहरी बातें जानती है। .
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# Q? पौलुस और उसके साथियों ने ख़ुदा से रूह क्यूँ पाया था?
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A. उन्होंने रूह वह पाया जो ख़ुदा की ओर से है जिससे कि वह उन बातों को समझें जो ख़ुदा ने हमें दी हैं .
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# Q? जिस्मानी इन्सान ख़ुदा के रूह की बातें क़ुबूल क्यूँ नहीं कर पाता है या समझ क्यूँ नहीं पाता है?
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A. जिस्मानी इसानों ख़ुदा की रूह की बातें क़ुबूल नहीं करता है क्यूँकि वह उसकी नज़र में बेवक़ूफ़ी की बातें हैं और न वह उन्हें जान सकता है क्यूँकि उनकी परख़ रूहानी रिवाज़ से होती है। .
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# Q? पौलुस के मुताबिक़ 'ईसा में ईमान करने वालों में किसका दिल है?
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A. पौलुस कहता है कि उनमें मसीह का दिल है .
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# Q? पौलुस क्यूँ कहता है कि वह कुरिन्थुस के ईमानदारों के साथ रूहानी लोगों की तरह बातें नहीं कर सकता था?
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A. पौलुस उनसे रूहानी लोगों की तरह बातें नहीं कर सकता था क्यूँकि वह जिस्मानी थे, उनमें हसद और झगड़े थे .
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# Q? पौलुस क्यूँ कहता है कि वह कुरिन्थुस के ईमानदारों के साथ रूहानी लोगों की तरह बातें नहीं कर सकता था?
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A. पौलुस उनसे रूहानी लोगों की तरह बातें नहीं कर सकता था क्यूँकि वह जिस्मानी थे, उनमें हसद और झगड़े थे .
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# Q? पौलुस कौन था और अपुल्लोस कौन था?
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A. जिनके ज़रिए’ से कुरिन्थुस की कलीसिया ने मसीह में ईमान किया वह ख़ुदा के साथ में काम करने वाले और ख़ादिम थे। .
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# Q? बढ़ाने वाला कौन है?
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A. ख़ुदा बढ़ाता है .
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# Q? पौलुस कौन था और अपुल्लोस कौन था?
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A. जिनके ज़रिए’ से कुरिन्थुस की कलीसिया ने मसीह में ईमान किया वह ख़ुदा के साथ में काम करने वाले और ख़ादिम थे। .
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# Q? बुनियाद क्या है?
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A. मसीह 'ईसा बुनियाद है .
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# Q? बुनियाद जो मसीह 'ईसा है उस पर ता’मीर करने वाले के कामों का क्या होगा?
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A. उसके काम दिन के रोशनी में और आग से ज़ाहिर होंगे .
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# Q? बुनियाद जो मसीह 'ईसा है उस पर ता’मीर करने वाले के कामों का क्या होगा?
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A. उसके काम दिन के रोशनी में और आग से ज़ाहिर होंगे .
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# Q? इन्सान के काम को आग क्या करेगी?
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A. आग हर एक के कामों की ख़ूबी ज़ाहिर करेगी .
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# Q? अगर किसी इन्सान का कोई काम आग में से बच कर निकले तो क्या होगा?
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A. वह इन्सान अज्र पायेगा .
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# Q? जिस इन्सान के काम आग में जल जायेंगे उसका क्या होगा?
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A. वह इन्सान नुक़सान तो उठाएगा पर वह आप बच जायेगा लेकिन जलते
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जलते .
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# Q? हम, मसीह के ईमानदार क्या है और हम में कौन रहता है?
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A. हम ख़ुदा के मक़दिस हैं, और ख़ुदा की रूह हममें रहता है। .
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# Q? ख़ुदा के मक़दिस को तबाह करने वाले का क्या होगा?
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A. ख़ुदा के मक़दिस को तबाह करने वालों को ख़ुदा तबाह करेगा। .
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# Q? जो इस ज़माने में अपने आपको ‘अक़्लमन्द समझता है उससे पौलुस क्या कहता है?
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A. पौलुस कहता है, इन्सान ".....बेवक़ूफ़ बने तो ‘अक़्लमन्द हो जाये।" .
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# Q? ख़ुदावन्द ‘अक़्लमन्द के दलीलों को क्या समझता है?
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A. ख़ुदावन्द ‘अक़्लमन्द के दलीलों को जानता है कि वह बेकार हैं .
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# Q? पौलुस कुरिन्थुस की कलीसिया से क्यूँ कहता है कि वह फ़ख़्र करना छोड़ दें?
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A. उसने उनसे कहा कि घमण्ड करना छोड़ दें, "क्यूँकि सब कुछ तुम्हारा है" क्यूँकि "तुम मसीह के हो और मसीह ख़ुदा का है"। .
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# Q? पौलुस कुरिन्थुस की कलीसिया से क्यूँ कहता है कि वह फ़ख़्र करना छोड़ दें?
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A. उसने उनसे कहा कि घमण्ड करना छोड़ दें, "क्यूँकि सब कुछ तुम्हारा है" क्यूँकि "तुम मसीह के हो और मसीह ख़ुदा का है"। .
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# Q? पौलुस ने कुरिन्थुस की कलीसिया को उन्हें क्या समझने को कहा?
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A. कुरिन्थुस को उन्हें मसीह के ख़ादिम और ख़ुदा की छिपी सच्चाई के मुख़्तारों की शक्ल में समझना चाहिए|
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# Q? मुख़्तारों के लिए एक ज़रूरत क्या है?
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A. मुख़्तारों को ईमान के लायक़ होना चाहिये .
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# Q? पौलुस किसे अपना मुन्सिफ़ मानता है?
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A. पौलुस कहता है कि ख़ुदावन्द उसका इन्साफ़ करता है .
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# Q? ख़ुदावन्द आयेगा तब क्या करेगा?
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A. वह अँधेरे की बातों को रोशनी में लाकर दिल के मक़सदों को ज़ाहिर करेगा .
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# Q? पौलुस ने अपने लिए और अपुल्लोस के लिए इन उसूलों को क्यूँ बनाया था?
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A. पौलुस ने कुरिन्थुस के ईमानदारों के लिए यह मिसाल दी कि वह उनसे सीखें, कि लिखे हुए से आगे नहीं बढ़ना चाहिये, कि एक के हक़ में और दूसरे के ख़िलाफ़ में फ़ख़्र न करें। .
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# Q? पौलुस ने ऐसी उम्मीद क्यूँ की कि कुरिन्थुस के ईमानदार बादशाही करें?
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A. पौलुस कहता है, "भला होता कि वह बादशाही करते, इसलिए कि हम भी तुम्हारे साथ बादशाही करते।" .
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# Q? पौलुस कौन सी तीन बातों में अपनी और अपने साथियों की फ़र्क कुरिन्थुस की कलीसिया से करता है?
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A. पौलुस कहता है, "हम मसीह के लिए बेवक़ूफ़ हैं, लेकिन तुम मसीह में ‘अक़्लमंद हो, हम कमज़ोर हैं, लेकिन तुम ताक़तवर हो, तुम ‘इज़्ज़त पाते हो लेकिन हम बे’इज़्ज़त होते हैं।" .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? पौलुस ने रसूलों की जिस्मानी हालत का कैसे बयान की?
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A. पौलुस ने कहा कि वह भूखे, प्यासे और नंगे रहे, घूसे खाते रहे और मारे
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मारे फिरते रहे .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस और उसके साथियों का रद्दे’अमल सुलूक में कैसा था?
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A. जब उनकी बे’इज़्ज़ती की गई तो उन्होंने बरकत दी, उन्हें सताया गया तो उन्होंने बर्दाश्त किया, उन्हें बदनाम किया गया तो उन्होंने गुज़ारिश की .
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# Q? पौलुस ने कुरिन्थुस की कलीसिया को ये बातें क्यूँ लिखीं?
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A. उसने उन्हें प्यारे बच्चों की नाईं दुरुस्त करने के लिए यह ख़त लिखा .
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# Q? पौलुस कुरिन्थुस की कलीसिया को कैसी चाल चलने के लिए कहता है?
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A. पौलुस उनसे कहता है कि उसके जैसी चाल चलें .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? पौलुस ने तीमुथियुस को कुरिन्थुस किस बात को उन्हें याद करवाने के लिए भेजा?
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A. पौलुस ने तीमुथियुस को कुरिन्थुस भेजा कि उन्हें मसीह में पौलुस का जो किरदार है उसको याद कराए। .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? कुरिन्थुस की कलीसिया के कुछ ईमानदारों का सुलूक कैसा था?
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A. उनमें से कुछ तो ऐसे घमण्डी हो गए थे कि जैसे पौलुस वहाँ कभी नहीं जाएगा .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? ख़ुदा की बादशाही किसमें है?
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A. ख़ुदा की बादशाही क़ुदरत में है .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? पौलुस को कुरिन्थुस की कलीसिया की क्या ख़बर मिली थी?
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A. पौलुस को ख़बर मिली थी, कि वहां एक ज़िनाकार था, एक आदमी ने अपने बाप की बीवी को रखा था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? बाप की बीवी के साथ गुनाह करने वाले के लिए पौलुस ने क्या कहा?
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A. उसने अपने बाप की बीवी के साथ गुनाह किया उसे कलीसिया से निकाल दिया जाए। .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? बाप की बीवी के साथ गुनाह करने वाले उस इन्सान को कैसे और क्यूँ निकाला जाए?
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A. जब कुरिन्थुस की कलीसिया ख़ुदावन्द 'ईसा के नाम में इकठ्ठा हो तब वह उस गुनाह करने वाले आदमी को जिस्म की तबाही के लिए शैतान के हवाले कर दें, जिससे कि ख़ुदावन्द के दिन के लिए उसकी रूह बच जाए .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? बाप की बीवी के साथ गुनाह करने वाले उस इन्सान को कैसे और क्यूँ निकाला जाए?
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A. जब कुरिन्थुस की कलीसिया ख़ुदावन्द 'ईसा के नाम में इकठ्ठा हो तब वह उस गुनाह करने वाले आदमी को जिस्म की तबाही के लिए शैतान के हवाले कर दें, जिससे कि ख़ुदावन्द के दिन के लिए उसकी रूह बच जाए .
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@ -0,0 +1,8 @@
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# Q? चाल
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चलन और बुराई की तश्बीह पौलुस किससे करता है?
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A. पौलुस उनकी तश्बीह ख़मीर से करता है .
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# Q? पौलुस इख़लास और सच्चाई की मिसाल किससे देता है?
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A. पौलुस बेख़मीरी रोटी को इख़लास और सच्चाई की मिसाल की तरह काम में लेता है .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? पौलुस ने कुरिन्थुस की कलीसिया को लिखा कि वह किसके साथ सोहबत नहीं रखें?
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A. पौलुस ने उन्हें लिखा कि हरामकारों से सोहबत न रखना। .
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@ -0,0 +1,7 @@
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# Q? क्या पौलुस के कहने का मतलब यह था कि वह दुनिया में ज़िनाकारों से सोहबत न रखें?
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A. पौलुस का मक़सद दुनियावी लोगों से नहीं था क्यूँकि ऐसे में तो उन्हें दुनिया से बाहर चले जाना होगा
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# Q? पौलुस के कहने का मतलब क्या था कि कुरिन्थुस के ईमानदार किसकी सोहबत न करें?
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A. उसके कहने का मतलब था कि जो मसीह में भाई या बहन कहलाता है, लेकिन ज़िनाकारी, लालची या बुतपरस्त या गाली देनेवाला या शराबी या धोखेबाज़ हो उसकी सोहबत न करें .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस के कहने का मतलब क्या था कि कुरिन्थुस के ईमानदार किसकी सोहबत न करें?
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A. उसके कहने का मतलब था कि जो मसीह में भाई या बहन कहलाता है, लेकिन ज़िनाकारी, लालची या बुतपरस्त या गाली देनेवाला या शराबी या धोखेबाज़ हो उसकी सोहबत न करें .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? ईमानदारों से इन्साफ़ करने की उम्मीद क्यूँ की जाती है?
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A. उनसे उम्मीद की जाती है कि वह कलीसिया के लोगों का इन्साफ़ करें .
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# Q? कलीसिया से बाहर वालों का इन्साफ़ कौन करता है?
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A. बाहर वालों का इन्साफ़ ख़ुदा करता है .
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# Q? पौलुस के मुवाफ़िक़ कुरिन्थ के ईमानदारों को किसका इन्साफ़ करने के लायक़ होना चाहिए ?
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A. पौलुस कहता है कि उन्हें आपसी झगड़े बाहर नहीं ले जाने चाहिए आप ही इन्साफ़ करें .
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# Q? मुक़द्दस लोग किसका इन्साफ़ करेंगे?
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A. मुक़द्दस लोग दुनिया का और फ़रिश्तों का इन्साफ़ करेंगे .
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# Q? मुक़द्दस लोग किसका इन्साफ़ करेंगे?
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A. मुक़द्दस लोग दुनिया का और फ़रिश्तों का इन्साफ़ करेंगे .
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# Q? पौलुस के मुवाफ़िक़ कुरिन्थ के ईमानदारों को किसका इन्साफ़ करने के लायक़ होना चाहिए ?
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A. पौलुस कहता है कि उन्हें आपसी झगड़े बाहर नहीं ले जाने चाहिए आप ही इन्साफ़ करें .
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# Q? कुरिन्थुस के ईमानदार आपसी झगड़ों को कैसे निपटाते है?
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A. ईमानदार ईमानदार के ख़िलाफ़ ‘अदालत में जाता है, वहां एक बेईमान मुन्सिफ़ है .
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# Q? कुरिन्थुस के ईमानदारों में झगड़े किस बात का इशारा देते हैं?
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A. यह उनकी हार का इशारा है .
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# Q? ख़ुदा की बादशाही के वारिस कौन नहीं होंगे?
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A. नारास्त; ज़िनाकार, बुतपरस्त, बदकार, इन्सानों से सोहबत रखनेवाला, फ़ाहसा, चोर, लालची, शराबी, गाली देने वाले, धोखेबाज़ ख़ुदा की बादशाही के वारिस नहीं होंगे .
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# Q? ख़ुदा की बादशाही के वारिस कौन नहीं होंगे?
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A. नारास्त; ज़िनाकार, बुतपरस्त, बदकार, इन्सानों से सोहबत रखनेवाला, फ़ाहसा, चोर, लालची, शराबी, गाली देने वाले, धोखेबाज़ ख़ुदा की बादशाही के वारिस नहीं होंगे .
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# Q? कुरिन्थुस के ईमानदारों में जो पहले नारास्त थे उनके साथ क्या हुआ?
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A. वह 'ईसा मसीह के नाम से और हमारे ख़ुदा की रूह से धोए गए और पाक हुए और रास्तबाज़ ठहरे .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस ने कौन सी बाते बतायीं कि वह उसपर ग़ालिब आने की इजाज़त नहीं देता?
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A. पौलुस कहता है कि वह खाने और ज़िना के ज़रिए’ ग़ुलाम नहीं होगा .
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# Q? पौलुस ने कौन सी बाते बतायीं कि वह उसपर ग़ालिब आने की इजाज़त नहीं देता?
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A. पौलुस कहता है कि वह खाने और ज़िना के ज़रिए’ ग़ुलाम नहीं होगा .
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@ -0,0 +1,7 @@
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# Q? ईमानदारों की जिस्म किसके आ’ज़ा हैं?
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A. ईमानदारों के जिस्म मसीह के आ’ज़ा हैं .
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# Q? क्या ईमानदार आप ही कसबियों से सोहबत करे ?
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A. नहीं, गरगिज़ नहीं .
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# Q? जब अपने आप कसबी से ता’अल्लुक़ बनाने पर क्या होता है?
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A. वह उसके साथ एक जिस्म हो जाता है .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? ख़ुदावन्द के साथ ता’अल्लुक बनाने पर क्या होता है?
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A. वह उसके साथ एक रूह हो जाता है .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? ज़िना करने वाला किसके ख़िलाफ़ गुनाह करता है?
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A. ज़िनाकार अपनी ही जिस्म के ख़िलाफ़ गुनाह है .
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@ -0,0 +1,5 @@
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# Q? ईमानदारों को अपने जिस्म से ख़ुदा का जलाल क्यूँ ज़ाहिर करना?
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A. अपनी जिस्म के ज़रिए’ ख़ुदा के जलाल ज़ाहिर करो, क्यूँकि वह रूह
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उल
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क़ुद्दूस का मक़दिस है और हम क़ीमत देकर ख़रीद लिए गए हैं .
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@ -0,0 +1,5 @@
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# Q? ईमानदारों को अपने जिस्म से ख़ुदा का जलाल क्यूँ ज़ाहिर करना?
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A. अपनी जिस्म के ज़रिए’ ख़ुदा के जलाल ज़ाहिर करो, क्यूँकि वह रूह
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उल
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क़ुद्दूस का मक़दिस है और हम क़ीमत देकर ख़रीद लिए गए हैं .
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# Q? हर एक आदमी की अपनी बीवी और हर एक 'औरत का अपना शौहर होना क्यूँ ज़रूरी है?
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A. हरामकारी के आजमाइश से हर मर्द अपनी बीवी और हर औरत अपना शौहर रख्खे .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? शौहर या बीवी को क्या अपनी जिस्म पर इख़्तियार है?
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A. नहीं, शौहर को अपनी बीवी के जिस्म पर इख़्तियार है, और बीवी को अपने शौहर की जिस्म पर इख़्तियार है। .
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@ -0,0 +1,5 @@
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# Q? शौहर
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बीवी के लिए एक दूसरे को जिस्मानी ता’अल्लुक़ात से महरूम करना कब ठीक है?
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A. ठीक तो यह है कि शौहर
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बीवी आपसी रज़ामन्दी से मुक़र्रर वक़्त निकाल कर सिर्फ़ दु’आ के लिए एक दूसरे से अलग हों .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? बेवाओं और कुवांरों के लिए पौलुस क्या ठीक बताता है?
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A. पौलुस कहता है कि कुवांरा रहना ठीक है .
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@ -0,0 +1,5 @@
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# Q? कुवांरों और बेवाओं को किन हालात में शादी कर लेना चाहिए?
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A. अगर वह अपने में सब्र न रख पायें और गलबा
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ए
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नफ़्स हो तो शादी करना ही ठीक है .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? ख़ुदावन्द शादी
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शुदा को क्या हुक्म देता है?
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A. बीवी शौहर से अलग न हो, अगर बीवी अलग हो तो या तो वह फिर शादी न करे और अगर करना चाहे तो अपने ही शौहर से मेल कर ले। शौहर भी अपनी बीवी को तलाक न दे .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? ख़ुदावन्द शादी
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शुदा को क्या हुक्म देता है?
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A. बीवी शौहर से अलग न हो, अगर बीवी अलग हो तो या तो वह फिर शादी न करे और अगर करना चाहे तो अपने ही शौहर से मेल कर ले। शौहर भी अपनी बीवी को तलाक न दे .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? ईमानदार शौहर या बीवी अपने रफ़ीक़ ए हयात को क्या तलाक दे?
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A. अगर बेईमान शौहर या बीवी अपने रफ़ीक़ ए हयात के साथ रहने से राज़ी है तो ईमानदार रफ़ीक़ ए हयात बेईमान को तलाक न दे [7:12 13].
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@ -0,0 +1,7 @@
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# Q? अगर बेईमान रफ़ीक़
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ए
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हयात अलग होना चाहे तो क्या करें?
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A. ईमानदार बेईमान रफ़ीक़
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ए
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हयात को जाने दे .
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@ -0,0 +1,4 @@
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# Q? पौलुस हर एक कलीसिया के लिए कौन सा क़ानून मुक़र्रर किया था?
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A. कानून यह हैः हर एक, ज़िन्दगी ख़ुदा की हुई ज़िन्दगी जीए, जैसी ख़ुदा की बुलाहट है .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस ख़तना वालों और नामख़्तूनों को क्या सलाह देता है?
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A. जो ख़तना किया हुआ बुलाया गया है वह नामख़्तून न बने और जो नामख़्तून बुलाया गया है वह ख़तना न कराए .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस ग़ुलामों के लिए क्या कहता है?
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A. अगर ख़ुदा ने किसी ग़ुलाम को बुलाया है, तो वह फ़िक्र न करे, लेकिन अगर वह आज़ाद हो सके तो ऐसा ही करे, क्यूँकि ग़ुलाम ख़ुदा के लिए आज़ाद है, उन्हें इन्सान का ग़ुलाम नहीं होना है। .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस ग़ुलामों के लिए क्या कहता है?
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A. अगर ख़ुदा ने किसी ग़ुलाम को बुलाया है, तो वह फ़िक्र न करे, लेकिन अगर वह आज़ाद हो सके तो ऐसा ही करे, क्यूँकि ग़ुलाम ख़ुदा के लिए आज़ाद है, उन्हें इन्सान का ग़ुलाम नहीं होना है। .
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@ -0,0 +1,3 @@
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# Q? पौलुस क्यूँ सोचता था कि जिस मर्द ने शादी नहीं किया है, वह उसके जैसा कुवाँरा रहे?
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A. पौलुस के अपने ख़याल में आनेवाली मुसीबतों की वजह इन्सान के लिए कुवाँरा रहना ही अच्छा है .
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