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\c 2
\cl अध्याय 2
\p
\v 1-3 अब्राहमको लौड़ा, दाउदको लौड़ा येशू ख्रिष्टको वंशावलीः २ अब्राहम इसाहकको पिता रहए। इसाहक याकूबके पिता रहए, याकूब यहुदा और बिनको ददा भैयनको पिता रहए, ३ यहूदा फारेस और जाहेरको पिता रहए। बिनकि अइया तामार रहए। फारेस हेस्रोनको पिता, हेस्रोन आरामको पिता
\v 1-3 अब्राहमको लौड़ा, दाउदको लौड़ा येशू ख्रिष्टको वंशावलीः २ अब्राहम इसाहकको पिता रहए। इसाहक याकूबके पिता रहए, याकूब यहुदा और बिनको ददा भैयनको पिता रहए, ३ यहूदा फारेस और जाहेरको पिता रहए। बिनकि अइया तामार रहए। फारेस हेस्रोनको पिता, हेस्रोन आरामको पिता
\v 4 हेरोद सबौ मुखिय पुजारी और जनताके शास्त्रिनके जमा करि और “ख्रिष्टको जलम काहं होबैगो? कहेके पुछपाछ करी।
\v 5 बे बासे कहि यहुदियाको बेतलेहेम मै काहेकि अगमवक्तासे ऐसिए लिखि हैः
\v 6 और यहुदाको देशमे, ए बेथलेहम, यहुदाको शासकनके बिचमे कोइसे फिर निच (तुच्छ) नाहए, कहेकि तोसे एक शासक निकरके अबैगो जैन मिर आदमि इस्राएलको रेखदेख करैगो’।“

1596
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\id LUK
\ide UTF-8
\h लुकासे लिखो भओ सुसमाचार
\toc1 लुकासे लिखो भओ सुसमाचार
\toc2 लुकासे लिखो भओ सुसमाचार
\toc3 luk
\mt लुकासे लिखो भओ सुसमाचार
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 हमर बीचमे घटके पुरो भए घटनको विवरण सँग्रह करनको काम बहुत जनी अपने हातमे लै हएँ ।
\v 2 बे जो सुरुसे बचनको प्रत्यक्ष गवाहा और सेवक रहएँ, बे जा बात हमके सुप्दैहए ।
\v 3 माननीय थियोफिलस, मए सुरुसे सावधनीसे सब बातके ढुड़ो हँओ, और तुमके ताहीँ लैनसे लैन मिलाएके घटे भए घटना मोके लिखान अच्छो लागो.
\v 4 ताकी तुमके सिकाओ भाव बिषयको सत्य तुमके पता होबाए।
\p
\v 5 यहूदीयको राजा, हेरोदके पालामे, अबियाको कुलको जकरिया नाउँ भव एक जनी पूजारी रहए । बाकी बैयर हारुन-वंशकी रहए । बाको नाउँ एलीशिबा रहए ।
\v 6 बे दोनो परमेश्वरके अग्गु धर्मी रहाए, और परमप्रभुको सबै आज्ञा और धार्मिक-विधानमे निर्दोष हुइके नेगतरहए ।
\v 7 पर बिनको कोइ सन्तान ना रहए, कहेकी एलिशिबा बाँझी रहए, और बे दोनेनको उमेर ढल् गवरहए ।
\p
\v 8 जब जकरिया परमेश्वरके अग्गु अपन दलके पालामे पूजारीको काम करत् रह।
\v 9 तव बाहँवाको रितिके जैसो चिठ्ठासे पूजारीक सेवाके ताहँ मन्दीर भितर धुप पजारन ताहँ छानत रहए ।, और बा चिट्टा डरत पेती परमप्रभुके मन्दिरभितर घुस्के धूप पजारनको काम जकरियाके पड़ो ।
\v 10 धूप पजारन बेरा आदमीको सबै भीड़ बाहेर प्रार्थना करत रहाए ।
\v 11 ठिक बहे समय परमप्रभुक एक जनी स्वर्गदूत धूप-वेदीके दाहिनाघेन ठणो देखि ।
\v 12 जकरिया बा स्वर्गदुतके देखके घब्रीयए गौ, और डराए गौ ।
\v 13 पर दूत बासे कही, “मतडराए जकरिया, कहेकी तिर प्रार्थनाकी सुनाई हुइगै हए। अब तिर बैयर एलीशिबा तिरतही एक लौड़ा जन्माबैगी, और ताए बाको नाउँ यूहन्ना धारीए।
\v 14 तोके खुशी और आनन्द होबैगो, और बेढब जनी बा के जन्ममे रमांमङ्गे।
\v 15 कहेकी बा परमप्रभुके अग्गु महान होबैगो । बा दाखमध और कुछु फिर मध कबहू नापिबैगो, और अपनी आइयाके गर्भसे बा पवित्र आत्मासे भरोभौ होबैगो ।
\v 16 बा इस्राएलके सन्तानमे बहुतनके बिनके परमप्रभु परमेश्वरघेन घुमाबैगो ।
\v 17 दौवाको मन लौड़ा-लौड़ीयघेन और अनाज्ञाकारीके धर्मीकी बुध्दीघेन लैटान और प्रभुक तही योग्य बनाएके एक जाति तयार करन बाके अग्गु बा एलियाको आत्मा और शक्तिमे जाबैगो ।”
\p
\v 18 तव जकरिया दूतसे कहि, “जा मैए कईसे जानङ्गो्? मैए बूड्ढों हुईगव और मेरी बैएरकी उमेर फिर ढलकगइ हए ।”
\p
\v 19 स्वर्गदूत बासे कही, “मैए गब्रिएल हौँ, मैए परमेश्वरके अग्गु ठड़ोरहत हौं। तोसे बात करन और जा ख़ुशीकी समाचार सुनान मोके पठाईहए।
\v 20 जैन दिन तक जे बात पूरो नहुइहए, तब तक तैए गूँगो होबैगो और मसक न पाएहए, कहेकी ताए मीर वचनउपर विश्वास नकरो, जउन वचन अपने समयमे पूरो होबैगो| ।”
\p
\v 21 आदमी जकरियाके आसियतरहए और मन्दिरमे देर हुईगव तव घब्रीयाएगए ।
\v 22 बा बाहिर निकरके आतै बिनसे मस्कनै नापाई और बा मन्दिरमे दर्शन देखि हए कहिके बे बुझी| बा बिनके इशारा करन लगो, तव बा गूँगो हिइगौ।
\p
\v 23 बाको सेवाको दिन पुरो हुइके पिछु बा अपन घर गईभव।
\p
\v 24 ऐसीए बाकी बैयर एलीशिबा गर्भवती भई, और पाँच महीनातक लुक्के बैइठी और आइसो कही ।,
\v 25 “आदमीक बिचमे मीर कलङक हटानतही अब परमप्रभु मिरउपर आईसी कृपा करिहैए।
\p
\v 26 “छैटौँ महीनामे परमेश्वर गब्रिएल स्वर्गदूतके गालीलको नासरत नाउँको सहेरमे पठाईरहए।
\v 27 बा एक कन्य- लौड़ीयठीन गव बाकी मगनी दाऊदके घरानाको योसेफ कहनबारो एक आदमीसे भव रहए| बा कन्यको नाउँ मरियम रहए।
\v 28 स्वर्गदूत बाकेठिन जाएके कही, “हे कृपा -पात्र तोके अभिवादन! परमप्रभु तीरसँग हए।”
\v 29 पर बा जा बातसे गजम चिनचित हुइगई, और जा कईसो किसमको अभिवादन हए कहिके मनमे सोचन् लागी।
\v 30 स्वर्गदूत बासे कही, “मतडराबए, मरियम, कहेकी ताए परमेश्वरसे कृपा पाओ हए।
\v 31 अब देख तेरो गर्भधारण होबैगो, और एक लौड़ा जन्माबैगो, और ताए बक नाउँ येशू धरैगो।
\v 32 बा माहान होबैगो और परमप्रधानको पुत्र कहेलाबैगो और परमप्रभु परमेश्वर बाको बक् पुर्खा दाउदको सिंहासन देबैगो।
\v 33 बा याकूबके वंशउपर सदासर्वद राज्य करैगो, और बाको राज्यको अन्त कबहुनाए होबैगो।”
\p
\v 34 मरियम स्वर्गदूतसे कही, “जा कईसे होबैगो, कहेकी मए एक कन्या हौ ।”
\v 35 स्वर्गदूत बाके जवाफ दैइके कही, “पवित्र आत्मा तिरमे अबैगो, और सर्वोच्चक शक्तिको छांइ तीरउपर पणौगी । बहेमरे जो जन्मैगो, बा पवित्र, अर्थात् परमेश्वरको पुत्र कहेलाबैगो।
\v 36 देख, तीर नातेदार एलीशिबा फिर बुड़ेवस्थामे लौड़ा गर्भधारण करिहए, और जो बाँझी कहेलात रहए, बा अभए छैटौँ महीनामे हए ।
\v 37 कहेकी परमेश्वरके ताहिँ कछु बात असम्मभ नाहए ।”
\p
\v 38 तव मरियम कही, “देख, मए परमप्रभुकी दासी, मोके तुमर वचनअनुसार होबए । तव स्वर्गदूत बाकेठीनसे बिदा हुइगै ।
\p
\v 39 बे दिनमे मरियम जलदीसे पहाड़घेन यहूदियाक एक गाउँमे गई।
\v 40 और जकरियाको घरमे घुस्के एलीशिबाके अभिवादन करी।
\v 41 जब एलीशिबा मरियमकी अभिवादन सुनी तब बाको गर्भको बालक कुदपड़ो, और एलीशिबा पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण भई।
\v 42 और एलीशिबा जोड़से कही, “बैयर मैइसे ताए धन्यकी हए, और तीर गर्भक फल धन्यको होबै।
\v 43 मीरउपर कैसे अइसो कृपा भव कि मेरी प्रभुकी आइय मीरठीन आइ?
\v 44 कहेकी देख, तीर अभिवादन मीर कानमे पड़तएखिनक् बालक मीर गर्भमे आनन्दसे कुदो।
\v 45 बे धन्यकी हए, जो परमप्रभु बिनसे कहीभई बात पूरो होबैगो कहिके विश्वास करी।”
\p
\v 46 तव मरियम कही, “मीर प्राण परमप्रभुको गुणगान करत हए।
\q
\v 47 और मीर आत्मा मीर मुक्तिदाता परमेश्वरमे रमाहट करतहए।
\q
\v 48 कहेकी बा अपनी दासीकी दिनतामे कृपा-दृष्टि करीरहए। देख अब से सबै पुस्ताके मोके धन्यकी कहमङ्गे।
\q
\v 49 कहेकी बा, जो शक्तिशाली हए, बा मीर तही महान काम करीहए| बाकी नाउँ पवित्र हए।
\q
\v 50 बाको डरमानन् बारेक् उपर बाकी कृपा पुस्तासे पुस्तातक रहबैगो।
\q
\v 51 बा अपनी बाहुलीको सामर्थ्य प्रकट करीहए। बा मनभितरको कल्पनामे घमण्ड करनबारोक् छरपष्ट करहए।
\q
\v 52 बा शक्तिशालीनके बिनकी सिंहसनसे हटाईहए। और दीनन्के उठाइहए।
\q
\v 53 भुखनेके बा अच्छी चीजसे तृप्त करीहए, और धनीके बा रितो हात पठाईहए।
\q
\v 54 बा अपनो कृपा स्मरण करके अपनो सेवक इस्राएलके सहायता दैईहए।
\v 55 और हमर पुर्खाके कहोभवहानी, अब्राहाम और बाकी भावी सन्तानके सदाकालके ताहिँ दया देखाईहए।”
\p
\v 56 मरियम बाकेसँग लगभग: तीन महीना बैठके अपने घर घुमी।
\p
\v 57 अब एलीशिबाको लरकौरी होन बेरा आयो, और बा एक लौड़ा जन्माई।
\v 58 परमप्रभु बाकउपर बाके बाड़ो अनुग्रह दिखाइरहए कहिके सुनी बाकी परोसी और नातेदार बोकसंग रमाई।
\v 59 आठौँ दिनमे बे बालके खतना करन आए। और बाको नाउँ बाको दौवाको नाउँजैसो जकरिया धरन लगेरहए।
\v 60 पर बाकी आईया कही, “नाए, जक नाउँ यूहन्ना होबैगो।”
\v 61 बा बिनसे कही, “तिर नातेदारमे आईसो नाउँ भौ कोई नाहए।”
\v 62 तव बे बाको दौवासे इशारा करके पुछि ताए जाको नाउँ का धरन चाँहतहए?
\v 63 बा एक लिखनबारो मगाई ““जाको नाउँ यूहन्ना हए" कहिके लिखदाई| बे सब छक्क पड़ीगए।
\v 64 तुरन्ताए बाको मुह खुलीगव और बाक् बोली खुलिगई और बा परमेश्वरको प्रशंसा करन लगो।
\v 65 बाक पड़ोसीमे डर छैगौ। यहूदियाको जम्माए पहाड़ी मुलकभर जा घटनाको चर्चा फैलगव।
\v 66 जा बात सुनके सबए जा बालक पछु कइसो होबैगो कहिके अपन मनमे गुनी। कहेकी परमप्रभुको बाहुली बाके उपर रहए।
\v 67 बाको दौवा जकरिया आत्मासे भरके अगमवाणी बोलन लागो,
\v 68 “इस्राएलको परमप्रभु, परमेश्वरको प्रशंसा होबए, कहेकी बा आओ हए, और अपन आदमीके उध्दार दैईह।
\q
\v 69 बा हमर ताहिँ आपन दास दाऊदकी वंशमे एक शक्तिशाली मुत्तिदाता खड़ा करदैईहए।
\q
\v 70 जैसी बा प्राचीन कालसे आपन पवित्र अगमवक्ताके मुहुसे बोलिरहए।
\q
\v 71 कि हमर दुस्मनसे और हमके घृणा करनबारेक सबैक हातसे हम उध्दार पामए।
\q
\v 72 बा हमर पुर्खानके कृपा दिखन ताहिँ, और अपनो पवित्र करार स्मरण करन ताहिँ।
\q
\v 73 जैन शपथ बा हमर पुर्खा अब्राहामसँग खाईरहए।
\q
\v 74 की हम हमर शत्रुके हातसे मुक्त होमए, और बिना डरके
\v 75 हमर सबैए जीवनभर पवित्रता और धार्मिकतामे बाके अग्गु बाको सेवा करनताहि योग्यको बनान कहिके कसम खाइ।
\p
\v 76 हे बालक, ताए सर्वोच्चको अगमवक्ता कहलाबैगो, कहेकी ताए प्रभुके अग्गु अग्गु बाको डगर तयार करत जाबैगो।
\q
\v 77 बाको जातिके पाप-क्षामासे मुक्तिको ज्ञान देन ताहिँ।
\q
\v 78 हमर परमेश्वरको कोमल कृपाके कारणसे, स्वर्गसे सबेरेको जोत हमरउपर पड़ैगो ।
\q
\v 79 और अन्धकार और मृत्युकी छाँईमे बैठनबारेको जोत मिलैगो । और हमर पाँव शान्तिक डगरघेन डूर्यमङ्गे।”
\p
\v 80 तव बालक यूहन्ना बढ़ताए और आत्मामे ताग्तीलो होतएगव, और इस्राएलीठीन खुला रुपमे देखा ना पड़न तक बा उजाड-स्थानमे बैठो।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 बे दिनमे कैसर अगस्टस बिनको सबै साम्राज्य मे जनगणना लेन हुकम जारी करी।
\v 2 कुरेनियस सिरियाको हाकिम होनसमय जा पहिलो पटकको जनगणना रहए।
\v 3 सबए जनी नाउँ दर्ता करन अपनो-अपनो सहेरमे गए।
\v 4 योसेफ फिर गालीलको नासरतसे यहूदियाको बेथलेहम कहनबारो दाऊदको सहरमे गए, कहेकी बे दाऊदके कुटुम्ब और वंशके रहए।
\v 5 नाउँ दर्ता करन बा अपनसँग मगनी भई मरियमके लैके गव र मरियम गर्भवती रहए।
\v 6 बे बाहुनैए रहँए, मरियमके बालक जन्मान बेर भव।
\v 7 बा आपनो जेठो लौड़ा जन्माई और बाके लत्तासे लपेटके डोणमे धरदैई, कहेकी बिनके ताहिँ घरमे ठाउँ नारहए।
\p
\v 8 बाहे इलाकामे गंयारो रहए, बे चउरमे बैठे रातके आपन बगालकी लख्बारी करतरहए।
\v 9 प्रभुक एक जनी स्वर्गदूत बिनकेठीन देखा पड़ो, और प्रभुक तेज बिनके असपस चम्को, तव बे बेढम डराएगए।
\v 10 तव स्वर्गदूत बिनसे कही, “मतडराबओ, कहेकी देखौ, आज मैए तुमे बड़ो आनन्दक सुसमाचार सुनामङ्गो, जो सबए आदमीक ताहिँ होबैगो।
\v 11 आज दाऊदके सहेरमे तुमके ताहिँ एक जनी मुक्तिदाताको जन्म भवहए, जो ख्रीष्ट प्रभु हए।
\v 12 तुमके चिहीना जा होबैगै: तुम एक बालकके लत्तासे लपेटो भौ और डोंणमे लेटोभौ पाबैगे।”
\p
\v 13 तव इकदम बे स्वर्गदूतसँग स्वर्गीके सेनको एक दल देखाने|बे अइसो काहत परमेश्वरको स्तुति करत रहए, ।
\q1
\v 14 “सर्वोच्चमे परमेश्वरकी महिमा, और पृथ्वीमे जैन आदमीसँग बा खुशी हए, बिनके शान्ति।"
\p
\v 15 जब स्वर्गदूत बिनसे बिदा हुइके स्वर्गमे गए, तव गंयारो आपसमे कही, “आओ, हम बेथलेहेमतक जाए, और हुँआ घटोभव जा घटना और परमप्रभु हमके बताईभैइ बात जाएके देखैँ।”
\v 16 बे एकदमसे गए, और मरियम और योसेफ दोनैके, और बालकके डोंणामे सोतभौपाई।
\v 17 जब बे जा देखि, तव जा बालकके बारेमे जे बात बिनसे कहीं रहए बे बिनके बताएदैंइ।
\v 18 गयारोसे बताईभइ बात सुनन् बारे सब अचम्मो मानी।
\v 19 पर मरियम जे सब बात समखत्ए मनमे धरी।
\v 20 जैइसी बिनसे कहीं रहए उइसीए सबए बात सुनी और देखि रहए, परमेश्वरकी महिमा और स्तुति करतए गयारो लैटे।
\p
\v 21 आठौँ दिनमे बालकको खतना होत बाको नाउँ येशू धरी, जौन नाउँ गर्भमे आनसे अग्गु स्वर्गदूत दैइरहए।
\p
\v 22 मोशाक् व्यवस्था जैसो बिनके शुध्द होनको समय पूरो होतए बे बाके परमप्रभुके अग्गु सौपन यरूशलेममे लाइ।
\v 23 जैसो प्ररमप्रभुके व्यवस्थमे लिखोहए, “पहिलो जनमनबारो हरेक जेठो परमप्रभुक् ताहिँ पवित्र कहेलाबैगो।”
\v 24 तव एक जोड़ा ढुकुर (धौंरीया) की कबुतरके दुई बाच्चाकहीके परमप्रभुके व्यवस्थामे कही जैइसो बे बलिदान चढ़ान आए।
\p
\v 25 यरूशलेममे सिमियोन नाउँ भौ एकआदमी रहए । बा इस्राएलको सान्त्वनाके आशा करनबालो धर्मी और भक्तजन रहए। और पवित्र आत्मा बाके उपर रहए।
\v 26 परमप्रभुक ख्रीष्टके नादेखेन तक् बा नामरैगो कहो प्रकाश बा पवित्र आत्मासे पाईरहए।
\v 27 एक दिन बा पवित्र आत्माके प्रेरणामे मन्दिरभितर आव। जब आइया- दौवा बालक येशूके बाके ताहिँ व्यवस्थाक् जैसो विधि करन ताहिँ मन्दिरभितर लांई।
\v 28 तव बा बाके अपन गोदीम् लैइ, और परमेश्वरके धन्यवाद दैइके कही,
\v 29 “अब हे परमप्रभु, अपनो वचनके जैसो तुम अपनो दासके शान्तिसे बिदा देबाओ।
\q1
\v 30 कहेकी मीर आँखी तुम्हरो उध्दार देखिहए|
\v 31 जो तुम सबै आदमीके अग्गु तयार करेहौ।
\q1
\v 32 तुमर जन इस्राएलीक और अन्यजातिके ताहि प्रकाश देन बारि ज्योति हए ।"
\p
\v 33 औ बाके दौवा और आइया बाके बारेमे बोलीभइ बातमे अचम्मो मानी।
\v 34 सिमियोन बिनके आशीर्वाद दैइ, और बाकी अइया मरियमसे कही, “देख, जा बालक इस्राएलमे बेढ़मके पतन और उत्थानके ताहिँ और बहुतनसे विरोधमे बोलन ताहिँ एक चिन्हके ताहिँ नियुक्त करिहए।
\v 35 ताकी बहुत हृदयके विचार प्रकट होमए, ताकी तरवारसे बिनको अपनो हृदय फिर छिदैगो।”
\p
\v 36 आशेरके कुलमे फनुएलकी लौणीय हन्ना नाउँकी एक वृध्दा अगमवादिनी रहए ।, जो कुमारी अवस्थामे विहा करके सातै वर्ष तक् लोगासँग बैठी रहए।
\v 37 औ विधुवा रहिके बाको चौरासी वर्ष पुगोरहए। बा मन्दिर नाछोड़त् रहए, पर उपवास और प्रार्थनाकेसँग रातदिन उपासना करतरहए।
\v 38 बाहे समय बा आएके परमेश्वरके धन्यवाद दैई ।, और यरूशलेमको उध्दारको प्रतीक्षा करन बारे सबैके बालकके विषयमे बताई ।
\p
\v 39 जब बे परमप्रभु व्यवस्थाके जैसो सबै काम करके निभटाई, तव बा गालीलको अपनो सहेर नासरतमे घुमगए।
\v 40 बालक बुध्दिसे भरिपूर्ण हुईके बढ़तए और तागत् वर होथएगव, और परमेश्वरको अनुग्रह बाकेउपर रहए।
\p
\v 41 बाकी अईया-दौवा निस्तार-चाडमे हरेकवर्षमे यरूशलेममे जातरहए।
\v 42 जब येशू बाह्र वर्षको भौ, तव बे तिउहारको रीतिरीबाज जैसे यरूशलेममे गए।
\v 43 तिउहारको दिन निभटतए पीछु बे लौटत बालक येशू यरूशलेम मे रहीगौ जा बात बाके अईया-दौवा पता नापाई।
\v 44 बा यात्रीनके दलमे हए कहिके बे एक दिनकी डगर गए । बाके बे नातेदार और चिनजानके बिचमे ढुणी।
\v 45 पर नापाएके बे बाके ढुणन फिरके यरूशलेममे लौटे।
\v 46 तीन दिनपच्छु बे बाके मन्दिरमे शिक्षकनके बीचमे बैठके बिनकी बात सुनत बिनसे प्रश्‍न करत पाई।
\v 47 सुनन् बारे सबै बाकी समझशक्तिमे और बाके उत्तरमे अचम्मो पणतरहए।
\v 48 बाके देखके बाकी अईया-दौवा चकित भए। और बाकी अईया कही, “लौड़ा, तए हमके जा का करो? देख! तीर दौवा और मए तोके ढुणाके हैरन हुईगाए|”
\v 49 बा बिनसे कही, “तुम मोके कहे ढुणतहौ? का मए अपन पिताके घरमे हौ कहिके तुमके पात ना रहए?”
\v 50 पर बा बिनसे कहीभई बात बे ना सम्झी।
\v 51 तव बा बिनकेसँग नासरतमे गईभौ, और बिनको आज्ञाकारी हुइके बैठो । बाकी अईया जे सब बात अपने मनमे धरलैई ।
\p
\v 52 तव येशू बुध्दिमे, कदममे और परमेश्वर और आदमीके अनुग्रहमे बढ्ताएगव ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 कैसर तिबेरिअसके शासनकालमे पन्धौँ वर्षमे पन्तियस पिलातस यहूदियाक हाकिम रहए । बाहे समय हेरोद गालीलको शासक रहए, और बाको भैईया फिलिप इतुरिया और त्राखोनितिसको शासक रहए, तव लुसानियास अबिलेनेको शासक रहए ।
\v 2 हन्नस और कैयाफाक प्रधान पूजारीगिरीको समयमे परमेश्वरको वचन उजाड-स्थानमे जकरियाक लौड़ा यूहन्नाठीन आओ ।
\v 3 बा पाप-क्षमाके ताहिँ पश्चात्तापको बप्तिस्मा प्रचार करतै यर्दन नदीयके आसपासके सब इलाका हुइके आओ ।
\v 4 यशैया अगमवक्ताको वचनके पुस्तामे अइसो लिखोहए, “उजाड-स्थानमे एक जनीक् चिल्लनबारोको आवाज, परमप्रभुक मार्ग तयार करौ, बाक डगर सुध बनाओ ।
\q1
\v 5 सबै गड्डा भरेजामै, और सब पहाड और सब उची जगह बरोबर बनेजामङ्गे| और टेणेबेणेहे सुध होमङ्गे, और अगठ्यरो डगर बराबर होमङ्गे,
\v 6 और सबए आदमी परमेश्वरको मुक्ति देखङ्गे ।‍"
\p
\v 7 बहेमारे बक़ठीन बप्तिस्मा लेन अनबारे भीडसे बा कही,"ए साँपके बच्चा, आनबारो क्रोधसे भाजन तुमके कउन चुतौनी दै?
\v 8 जकमारे पश्चाताप सुहनबारो फल फलाबौ, और तुम अपनै 'हमरो पिता अब्राहम हए' काहान् पिच्छु मतलागै, कहेकी मै तुमसे कहतहौ, परमेश्वर जे पत्थरसे अब्राहमके ताहिँ सन्तान उत्पन्न करसकत् हए |
\v 9 अभै कुणहारी रूखक् जरमे पणगौ हए, बहेमारे अच्छे फल नादेनबारे सब रुखा उदरे जाङ्गे, और आगीमे फेको जै हए ।‍"
\p
\v 10 आदमी यूहन्नासे पुछी, “तव हम काकरए?”
\p
\v 11 बा बिनसे कही,” जौन ठीन दुई जोण कठीया हए, बा ना होनबारेके एक दैदेबए, और जौनठीन खानबारो हए, बा फिर अइसी करए ।"
\p
\v 12 कर उठानबाले फिर बप्तिस्मा लेनआए, तव बासे पुछी, “गुरुजी हम काकरए?”
\p
\v 13 बा बिनसे कही,"तुमके कहोसे जाधा मतलेबौ ।”
\p
\v 14 सिपैय फिर पुछी,"हम काकरए?” बा बिनसे कही, “कोइक उपर अत्याचार करके, और झूठो दोष लगाएके मतलुटौ । अपन तनखामे सन्तुष्ट रहो ।”
\v 15 तब आदमी प्रतीक्षा करत रहए, और सब अपन मनमे यूहन्नाके बारेमे शायद जाहेत ख्रीष्ट नाहएकी कहिके विचार करत रहाए ।
\v 16 तव यूहन्ना बे सबके जवाफ दैइ, “मै तुमके पानीसे बप्तिस्मा देतहौं, पर एक जनी मोसे शक्तिशाली आएरहोहए, जैनके जुताकी तनी खोलनको लएकको मए नाहौ । बा तुमके पवित्र आत्मा और आगिसे बप्तिस्मा देबैगो ।
\v 17 फटकन बारो सुपो बाके हातमे हए, जौनसे बा अपनो अगन अछेसे सफा करैगो । और गेहूँ अपनो बक्खारीमे जम्मा करैगो, पर भुसा बा ना बुतन् बारी आगिमे जलबैगो ।
\p
\v 18 अइसी और बहुत अर्तिसे शिक्षा दैके यूहन्ना आदमीनके सुसमाचार प्रचार करी ।
\v 19 पर शासक हेरोद अपनी भैयाकी बैइर हेरोदियासके धरनके कारण और बा करोभौ सबै दुष्कर्मके ताहिँ यूहन्ना बिनके ढाँटी रहए ।
\v 20 यूहन्नाके झयालखानमे डारके बा सबसे दुष्कर्मउपर और एक दुष्कर्म बढाइ ।
\v 21 जब सबै आदमी बप्तिस्मा लैई, तव येशू फिर बप्तिस्मा लैके प्रार्थना करत रहए, तव स्वर्ग खुलगौ ।
\v 22 और पवित्र आत्मा शारीरके रुपमे ढुक्कुर जैसो बाके उपर उतरके आओ । तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज आओ, “तए मिर प्यारो पुत्र हए तोसे मए बेढम खुशी हौँ ।”
\v 23 येशू अपनो सेवाको काम शुरू करत बा करीब तीस वर्षक् रहए । आदमी बाके योसेफको लौड़ा हए कहिके कहतरहए । योसेफ एलीक लौड़ा रहए ।
\v 24 एली मत्ततको लौड़ा, मत्तत लेवीको लौड़ा, लेवी मल्कीक लौड़ा, मल्कीक यान्नाको लौड़ा, यान्ना योसेफको लौड़ा,
\v 25 योसेफ मत्ताथियासको लौड़ा, मत्ताथियास आमोसको लौड़ा, आमोस नहूमको लौणा, नहूम इसलीको लौणा, इसली नग्गैको लौणा,
\v 26 नग्गै माथको लौणा, माथ मत्ताथियासको लौणा, मत्ताथियास सेमैनको लौणा, सेमैन योसेखको लौणा, योसेख योदाको लौणा रहए,
\v 27 योदा योआननको लौणा, योआनन रेसाको लौणा, रेसा यरुबाबेलको लौणा, यरूबाबेल शाल्तिएलको लौणा, शालतिएल नेरीको लौणा,
\v 28 मल्कीको लौणा नेरी, अद्दीको लौणा मल्की, अद्दी कोसामको लौणा, कोसाम एलमादमको लौणा, एलमादम एर् को लौणा,
\v 29 एर् यहोशूको लौणा, यहोशू एलीएजरको लौणा, एलीएजर योरीमको लौणा, योरीम मत्तातको लौणा, मत्तात लेवीको लौणा रहए,
\v 30 लेवी शिमियोनको लौणा, शिमियो यहूदाको लौणा, यहूदा योसेफको लौणा, योसेफ योनानको लौणा, योनान एल्याकीमको लौणा,
\v 31 एल्याकीम मलेआको लौणा, मलेआ मिन्नाको लौणा, मिन्ना मत्ताथाको लौणा, मत्ताथा नातानको लौणा, नातान दाऊदको लौणा,
\v 32 दाऊद यिशैको लौणा, यिशै ओबेदको लौणा, ओबेद बोअजको लौणा, बोअज सल्मोनको लौणा, सल्मोन नहशोनको लौणा,
\v 33 नहशोन अम्मीनादाबको लौणा, अम्मीनादाब आरामको लौणा, आराम हेस्रोनको लौणा, हेस्रोन फारेसको लौणा, फारेस यहूदाको लौणा,
\v 34 यहूदा याकूबको लौणा, याकूब इसहाकको लौणा, इसहाक अब्राहामको लौणा, अब्राहाम तेरहको लौणा, तेरह नाहोरको लौणा,
\v 35 नाहोर सरुगको लौणा, सरुग रऊको लौणा, रऊ पेलेगको लौणा, पेलेग एबेरको लौणा, एबेर शेलहको लौणा,
\v 36 शेलह केनानको लौणा, केनान अर्पक्षदको लौणा, अर्पक्षद शेमको लौणा, शेम नोआको लौणा, नोआ लेमेखको लौणा,
\v 37 लेमेख मतूशेलहको लौणा, मतूशेलह हनोकको लौणा, हनोक येरेदको लौणा, येरेद मह्लालेलको लौणा, मह्लालेल केनानको लौणा,
\v 38 केनान एनोशको लौणा, एनोश शेतको लौणा, शेत आदमको लौणा, आदम परमेश्वरको लौणा रहए ।
\c 4
\cl अध्याय 4
\p
\v 1 येशू पवित्र आत्मासे परिपूर्ण हुइके यर्दनसे- लौटो, और आत्मा बाके उजाड-जगहामे लैगौ ।
\v 2 और चालीस दिन तक उजाड-जगहामे दियाबलससे* बा परीक्षित भव। बे दिनमे बा कछु ना खाई रहय, और बा समय के पिछु बा भुकानो रहए ।
\v 3 तव दियाबलस बासे कही, “ताए परमेश्वरको पुत्र हए कहेसे जा पत्थरके आज्ञा कर, और बा रोटी बनए ।"
\p
\v 4 येशू बासे कही, “लिखोहए, आदमी रोटीसे इकल्लो जीवित ना रहत हए ।”
\p
\v 5 बा बाके एक उँचो जगहामे लैजाएके एकै चोटी जगत् के सब राज्यन दिखाई ।
\v 6 दियाबलस बासे कही, “मए जा सबै अधिकार और जा गौरव तोके देमङ्गो । कहेकी जे सब मोके सुम्पि हए, और मै जउनके इच्छा करतहौ, बाहेके देतहौ ।
\v 7 तए मोके दण्डवत करैगो कहेसे, जा सब तिर होबैगो ।"
\p
\v 8 पर येशू बासे कही, “लिखोहाए, तए परमप्रभु अपन परमेश्वरके इकल्लो दण्डवत करीए, और बाकी इकल्लो सेवा कर' ।”
\p
\v 9 ”तव बा बाके यरूशलेममे लैगौ मन्दिरकी चुटियामे धरी, और बा कही, “तए परमेश्वरको पुत्र हए कहेसे बाहुनसे कुद ।
\v 10 कहेकी लिखोहए, 'बा तिर रक्षा करन अपन स्वर्गदूतके आज्ञा करैगो ।'
\v 11 और 'बे तोके हातै-हात रोकङ्गे, नत तिर टाङ्ग पत्थरमे ठुकैगे' ।”
\p
\v 12 येशू बासे कही, “आइसो कहोगओहए, 'तए परमप्रभु अपन परमेश्वरको परीक्षा मतकरीए'|”
\v 13 दियाबलस बाके सबै परीक्षा करकेपिच्छु दुस्रो समय ना आनतक बाके छोडके गव ।
\p
\v 14 येशू पवित्र आत्माकी शक्तिमे गालीलमे लौटो, और बाक विषयकी बात आसपसके सबै जगहामे फैलगव ।
\v 15 बा सभाघरमे शिक्षा देन लगो, और सब बाकी प्रशंसा करत रहए ।
\p
\v 16 एक दिन येशू नासरतमे अओ, जहाँ बा लौटो रहए । बा अपनो आदत जैसे शबाथ-दिनमे सभाघरमे गव और धर्म शास्त्र पढन ठाड़ो ।
\v 17 बाके यशैया अगमवक्ताकी किताब दैइ। बा किताब खोली, और जा बात लिखीभइ खण्ड निकरी।
\q1
\v 18 “परमप्रभुक आत्मा मिरउपर हए, कहेकी गरीबके सुसमाचार सुनानतही बा मोके अभिषेक करिहए । कैदीनके छुटकाराको घोषणा करन, और अन्धारनके दृष्टि देन, अन्यायमे परेभएनके स्वतन्त्र करन ताहिँ,
\v 19 और परमप्रभुक खुशिको वर्ष घोषणा करन ताहिँ बा मोके पठाईहए ।”
\p
\v 20 बा किताब बन्द करी, और एक जनी सेवकके दैके बा बैठो । सभाघरमे भए सबकी नजर बाके उपर पणी ।
\v 21 तव बे बासे कही, “आज धर्मशास्त्रको जा वचन तुमके सुनतएसुनत पूरो हुइगव हए ।”
\p
\v 22 सब बाके सराहना करी, और बाके मुहसे निकरीभैइ कृपापूर्ण वचनमे अचम्मो मानी । और बे कही, “जा योसेफको लौड़ा ना हए का?”
\p
\v 23 बा बिनसे कही, “निहात्या, तुम मोसे जा काहाबत कहबैगे, ए वैध, अपनएके आच्छो कर। कफर्नहुममे ताए जो जित्तो करो कहीके हम सुनेरहव, बे हियाँ अपने सहेरमे फिर कर'| ।”
\v 24 तव बा कही, “निहात्या मए तुमसे कहतहौ" कोई फिर अगमवक्ताके बिनको अपने जगहमे स्वगत ना होतहए ।
\v 25 पर वास्तवमे मए तुमसे काहातहौ, इस्राएलमे एलियाके समयमे बेढम विधुवा रहए, बाहे समय जब साढ़े तीन वर्ष वृष्टि रुको, यितोतके सबए देशमे बाड़ो अनिकाल पणोंरहए ।
\v 26 पर एलिया सिदोन देशके सारपतमे भैई एक विधुवाठीन इकल्लो पठाओगओ, और कोइकेठीन ना पठाइ।
\v 27 एलिया अगमवक्ताके समयमे इस्राएलमे बेढम कोड़रोग भए रहए, पर सेफिर सिरियाली नामान इकल्लो अच्छो भव, और कोई अच्छो नाभए ।
\v 28 जा बात सुनके सभाघरमे भए सब जनी दिक्कके मरे चूर हुइगए।
\v 29 बे उठे और बाके सहेरसे बाहिर निकरके जौन पहाडमे बिनको सहेर बनोरहए, बाहेकी चुटियामे लैजएके बाके तरे ढकेलन सोँची।
\v 30 पर बा बिनके बीचसे निकरके चलोगव ।
\p
\v 31 बा गालीलको एक सहेर कफर्नहुममे गओ । शबाद-दिनमे बा बिनके सभाघरमे शिक्षा देतरहए ।
\v 32 बे बाकी शिक्षा मे अचम्मो पणे, कहेकी बा अधिकारसे बोलत रहए ।
\v 33 सभाघरमे अशुध्द भूतात्मा लगोभए एक आदमी रहए, और बा बेढम जोणसे किकीयाअनो,
\v 34 “हे येशू नासरी, तिर हमसे का काम? का तए हमके नष्ट करन आओहए? मोके पाता हए । तए परमेश्वरको पवित्र जन हए ।”
\p
\v 35 “तव येशू बाके डँटके कही, “चूप लाग, और बासे निकरकेजा ।”बा आदमीके बिचमे फतफतबाएके बाके कछु हानि नाकरके बा भूतात्मा बासे निकरके गव ।
\p
\v 36 तव बे सब अचम्मो परे, और एकदुसरेसे आइसो कही लागे, “जा कैसो वचन हए? जा त अधिकार और शक्तिसे अशुध्द आत्माके आज्ञा करतए, और बे निकरजात हए ।”
\v 37 बाकी चर्चा असपस मुलुकमे हरेक जगहामे फैलगइ ।
\p
\v 38 सभाघरसे निकरके बा सिमोनके घरमे घुसो।सिमोनकी सासके बहुत बुखार आत रहए, और बे बक ताँही बासे बिन्ती करी ।
\v 39 बाके ठिन ठाणके बा बुखारके डाँटके कही, और बुखार बाके छोणदई, और तुरनताए उठके बा बाक् सेवा करन लागि ।
\p
\v 40 तव दिन डूबन समय बहुत किसिमके रोग लागेभए बेमारी सबएके बे येसूके ठीन लाई । बा बिनके हरेक के उपर अपन हात धरके बीनके अच्छो करी ।
\v 41 बेढम आदमीनसे फिरभुत किकीयअत और अइसो कहत निकरे, “तए परमेश्वरको पुत्र हए ।” पर बा बिनके जोणसे बोलन नादैई, कहेकी बे बाके ख्रीष्ट हए कहिके चिनत रहए ।
\p
\v 42 सबेरे उजियारो भव, बा निकरके एकान्त जगाहामे गव । भीण बाके ढुणत बाकेठीन पुगे और हमके छोड़के मतजवौ, कहीके बाके रोकन कोसीस करी ।
\v 43 पर बा बिनसे कही, “मोके परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार और सहेरमे फिर सुनान्ए पणैगो, कहेके मए जहेके ताहिँ पठाओगओ हौ।"
\v 44 तव बा यहूदियाक सभाघरमे प्रचार करन लगो ।
\c 5
\cl अध्याय 5
\p
\v 1 आदमी परमेश्वरको वचन सुनन् बाके चारैघेन ढकेलीढकेला करत रहए, और बा गनेसरेत तालके किनारे ठणो रहए ।
\v 2 बा तालके किनारेमे दुई नैया देखी । पर मछुहारे त नैयाके बाहिर बैठे अपन जार धोत रहए ।
\v 3 बे दुई मैसे एक नैया त सिमोनकी रहए । बामे चढके बा नैयाके किनारेसे थुरदुर लैजानके कहि । बा नैयामे वैठके भीड़के शिक्षा देन लागो|
\v 4 मसक्के पिछु, बा सिमोनसे कहि, “गहिरो घेन लैजाएके मच्छी फसन तँहीअपनो जार डार ।”
\p
\v 5 पर सिमोन कहि, 'गुरुजी, हम रात भार मेहेनत करके फिर कछु नापए । तहु फीर तुमर कहेसे मए जार डारत हओ।”
\v 6 तव जब अइसो करी, तव एक ढेरी मच्छी फसइँ, और बिनको जार फटन लागो ।
\v 7 बे दुस्री नैयामे भए मछुहारेनके आएके सहेता करन इशारा करी । और आएके बे दोने नैया मच्छीसे भरी, हिनातकि नैया डुबन् लगी ।
\v 8 तव जा देखके येशूक पाउमे घुबटा पड़के सिमोन पत्रुस कहि, “हे प्रभु, मिरठीनसे चलोजा, कहेकी मै पापी आदमी हौ ।”
\v 9 यित्तो माछरी मरके देखके बे और बाके सँग रहन बारे सब अचम्मो मानी ।
\v 10 “ऐसीए करके जब्दियाक लौड़ा याकूब और यूहन्ना फिर अचम्मो पणे। बे सिमोनसे साझेदार रहए । येशू सिमोनसे कहि, “मतडरए, अब अग्गुके ताए आदमीके पकणैगो ।”
\v 11 तव बे आपन नैया कीनारे लाई, बे सब चीज त्यग्के, और बाके पीच्छू लागे ।
\p
\v 12 जब बा कोई एक सहेरमे रहए, तव कोण रोग भरो एक आदमी येशूके देखके बाके पँवमे घुबटा पणके बिन्ती करी, “हे प्रभु, तुम्हरी इच्छा हए कहेसे मोके आच्छो कर सकत हओ ।”
\p
\v 13 बा अपन हात फैलाके और कही “मै इच्छा करतहौ तए अच्छो हुईजा" कहिके बाके छुई, और तुरन्तए बाको कोणरोग बासे हटीगव ।
\v 14 बा बिनके आदेश दैई, “जा कोइके मतबतैए । पर जएके पूजारीठीन अपनेके दिखा, और मोशाके व्यावस्थाहानी आज्ञा करी भइ अपने आपके पुजारीनके दिखा ।आदमीनके तए आच्छो भव प्रमाणके ताहि भेटी चढाइ।”
\v 15 पर बाको चर्चा और जाद्धा जेहेनतेहेंन फैलगओ, और बेढम भरी भीण बाकी बात सुनन् और अपन-अपन रोगसे अच्छो होन जमा होत रहए ।
\v 16 पर येशू त सुनसान जगहामे जाएके प्रार्थना करतरहए ।
\p
\v 17 एक दिन बा शिक्षा देतरहए, गालीलमे और यहूदियामे हरेक गाउँ और यरूशलेमसे आए फरिसी और शास्त्री बाके ठीन बैठेरहए । परमप्रभुकी अच्छो करन बारी शक्ति बाकेसंग रहए ।
\v 18 कुछ आदमी एक पक्षाघाती आदमीके खटियामे लाई, और बे बाके भीतर लान और बाके अगु धरन चाहीँ ।
\v 19 पर भीणके करनसे बाके भितर लैजन कोई डगर नपाएके बे छनीउपर चढ़ी, और बे छनिउत्कारके बाके खाटीयासमेत येशूके अगु धरी ।
\v 20 तव बा बिनको विश्वास देखके कही, “ए आदमी, तिर पाप क्षमा हुईगव ।”
\p
\v 21 तव शास्त्री और फरिसी पुछन लागे, “ईश्वर-निन्दा करन बारो जा कौन हए? पाप त परमेश्वर बाहेक और कौन क्षमा करसकत हाए?”
\p
\v 22 पर येशू बिनकी प्रश्‍न प़ता पएके बिनके जवाफ दैके कहि, “तुम अपन हृदयमे काहे प्रश्‍न करहव?
\v 23 तुमर पाप क्षमा भव' कहीनो कि औ उठके नेग' कहीनो, कौन सहज हए?
\v 24 और आदमीको पुत्र पृथ्वीमे पाप क्षमा करन अधिकार हए कहीके तुम जानजाबओ ।” तव बा पक्षाघातीसे कहि, “मए तोसे कहतहओ, उठ और अपन खाटीया उठाएके घरे जा ।”
\v 25 तव बा तुरनताए बिनके अगु उठो, और जौन खाटीयामे बा पणो रहाए बा उठके परमेश्वरकी महिमा करतै बा अपन घरघेन गओ ।
\p
\v 26 तव सब जनी अचम्मो मानी, और बे परमेश्वरकी महिमा करी, और भयभीत हुइके आइसो कही, “आज हम अचम्मो बात देखे।”
\p
\v 27 तव जे बातपच्छु बा द्वारे गैभओ और लेवी नाउँ भव एक जनी कर उठानबालो कर अड्डामे बैठोभौ देखी और बासे कही मिर पिच्छु लाग ।.
\v 28 तव बा सब चीज छोडके, और उठके बाके पाछु लागो।
\p
\v 29 लेवी अपनो घरमे बाके तही बाणो भोजकी योजना करी । बाहुना कर उठानबारे और बाणो संख्यामे बाकेसँग बैठेरहए ।
\v 30 फरिसी और बिनके शास्त्री बाके चेलनके विरुध्दमे आइसो कहिके गनगनान् लगे, “तुम कर उठानबारे और पापीसँग कहे खानपिन करत हओ?”
\p
\v 31 पर येशू बिनसे कही, “निरोगीनके वैधकी जरुरत् नपणथए, पर रोगीनके इकल्लो ।
\v 32 मै धर्मीनके ताहि नए, तर पापीनके पश्‍चतापके तही बुलान आओं हओ ।”
\p
\v 33 बे बासे कही, “यूहन्नाके चेला बारम्बार उपबास बैठतहए और प्रार्थना करत रहए । फरिसीके चेला उइसी करत हए, पर तुम्हर चेला खात हए और पीत हए ।”
\p
\v 34 येशू बिनसे कही, “का दुल्हासँग रहनतक बरैतीयनके उपवास बैठन लगात हओ?
\v 35 पर आइसो दिन आमङ्गे जब दुल्हा बिनसे अलग होबैगो । तव बे बा दिनमे उपवास बैठङ्गे ।”
\p
\v 36 बा बिनसे एक कहनी फिर कही: “कोई आदमी नयाँ लत्ता पुरानो लत्तामे नथिगरतहए, नत बा नयाँके फरदेहए, और नयाँ थिगरा पुरानोसे मिलत फिर ना हाए ।
\v 37 कोई आदमी नयाँ दाखमध पुरानो छालाकी मशकमे नडरतहए, नत नयाँ दाखमधसे छाला फुटहए, और दाखमध गीरजएहए, और मशक फिर खराब हुईजएहए ।
\v 38 नयाँ दाखमध नयाँ छालाके मशकमे धरन पणतहए ।
\p
\v 39 कोई आदमी पुरानो दाखमध पिके नयाँके चाहा नकरतहए, कहेकी बा कहतहए “पुरानो अच्छो हए ।”
\c 6
\cl अध्याय 6
\p
\v 1 शबाथ दिनमे बा अन्नके खेतघेनसे जातरहए, और बाके चेला बाली तोणके हातमे मिजलके खान लगे ।
\v 2 पर फरिसीमैसे कोई-कोई बिनसे कही, “शबाथ-दिनमे जे करन ठिक ना हए बा तुम कहे करत हओ?”
\p
\v 3 येशू बिनके जवाफ दैके कही, “का तुम जा फिर ना पढे हओ, दाऊद जब बा अपनए और बाके सँग रहन बारे भुखाने रहए, तव का करी?
\v 4 कईसे परमेश्वरके घरमे घुस्के चढाइ भइ रोटी निकरके बे खाई, और बिनके सँग होनबारेनके फिर दैइ, जो पूजाहारी बाहेक औरके खान मनही रहए ।”
\v 5 तव बा बिनसे कही, “आदमीको पुत्र शबाथको प्रभु हए ।”
\p
\v 6 दुसरो शबाथमे सभघरभित्र घुसके बा शिक्षा दैई । बा हुवँ एक जनी आदमी रहए बाको दाहिना हात सुखोरहाए ।
\v 7 बा शबाथमे अच्छो करनो काम करैगो कहिसे बाके दोष लगन नियतसे शास्त्री और फरिसी बाके चुबकेसे सुनत रहए ।
\v 8 पर बा बिनकी नियत पाता पाएगव रहाए, और सुखो हात भव आदमीसे कही, “हीन आ और ठाण ।” तव बा उठो, और ठाड़ो ।
\v 9 तव येशू बिनसे कही, “मए तुमसे पुच्छ्तहव, शबाथमे अच्छो करन या खरब करन, प्राण बचान या नाशा करन का अच्छो हए?”
\v 10 तव बा चारौघेन देखके बा आदमीसे कही, “ताए हात फैला ।” औ बा उइसी करी, और बाको हात सुध हुइगव ।
\v 11 पर बे दिक्कके मरे चूर हुइगए, और येशूके का करए कहिके आपनए सल्हा करन लगे ।
\p
\v 12 बे दिनमे बा पहाडघेन प्रार्थना करन गव, और परमेश्वरके सँग प्रार्थना करके पूरी रात बिताई|
\v 13 सबेरो भव बा अपन चेलानके अपनठीन बुलाएके बिनमैसे बाह्र जनीके छानी, और बा बीनके प्रेरित नाउँ दैइ रहए ।
\v 14 प्रेरितके नाउँ रहएः सिमोन, जैनके बा पत्रुस नाउँ फिर दैई, और बाको भैया अन्द्रियास, याकूब और यूहन्ना, फिलिप और बारथोलोमाइ,
\v 15 मत्ती और थोमा, अल्फयसकी लौण याकूब, और सिमोन, जो उग्रपन्थी कहतरहए,
\v 16 याकूबको लौण यहूदा, और यहूदा इस्करियोत, जो विश्वासघाती भव ।
\p
\v 17 बा बिनके सँग तरे उतरके एक बराबर जग्गामे ठण बाइ । बाके चेलानको एक बणी भीण, और सबै यहूदिया और यरूशलेम, और समुन्द्र तटवर्ती टुरोस और सिदोनको इलाकासे बणी भीण
\v 18 बाकी वचन सुनन् तही और आ-अपन रोगसे अच्छो होन आए रहए । भुत आत्मासे सताए भए फिर अच्छो भए ।
\v 19 सबै भीण बाके छुन ढुणत रहए, कहेकी शक्ति बासे निकरत रहए, और बिनके सबके अच्छो करत रहए ।
\v 20 तव बा अपन चेलनके उपर नजर करके कहि: “धन्य तुम जो दीन होनबारे, कहेकी परमेश्वरको राज्य तुम्हरीए हए ।
\v 21 धन्य तुम, अभेए भुखाँनबारे, कहेकी तुम तृप्त होबैगे । धन्य तुम रोनबरे, कहेकी तुम हाँसैगे ।
\p
\v 22 धन्य तुम, जब आदमी तुमके आदमीको पुत्रके ताही घृणा करङगे, और बहिष्कार करङगे, और खिसबाङ्गे, और दुष्ट कहमँगे तुम्हर नाउँके अपमान करङगे ।
\v 23 “बा दिनमे रमाबओ, और ख़ुशीसे कुदओ, कहेकी स्वर्गमे तुम्हर इनाम बणो हए । कहेकी तुम्हर पुर्खा अगमवक्ताके अइसी करतरहए ।
\p
\v 24 पर धिक्कार, तुमे धनीके! कहेकी तुम अपनो सुख-चैन पाईगए हव ।
\v 25 धिक्कार, तुम अभेए तृप्ता भए! कहेकी तुम भुखाबैगे । धिक्कार, तुमे अभे हाँसन बारे! कहेकी तुम शोक करैगे और रोबैगे ।
\v 26 धिक्कार, तुमे, जब सब आदमी तुम्हरी प्रशंसा करंगे! कहेकी अइसीए बिनके पुर्खा झूठो अगमवक्ताके फिर अइसीए करीरहए ।
\p
\v 27 पर तुम सुनन् बारेसे माए कहाथावो, आपन शत्रुसे प्रेम करोअ, और घृणा करनबारेके भलाइ कराओ ।
\v 28 सरापन बारेके आशीर्वाद देबओ और दुर्व्यवहार करनबारेनके ताही प्रार्थना कराओ ।
\v 29 तुम्हर एक गालौवामे चट्कनबारेके दुसरो फिर दै दोओ, और तुमाहर पिछावुरा लेनबारेके तुम धोती फिर लैजान दाव ।
\v 30 तुमसे मागन बारे सबके देओ, और तुमसे समान लेनबारेनसे फिर मतमागाओ ।
\v 31 जाउन आदमी तुमके जैसो करात चाँहत हओ, तुम फिर बिनसे अइसी कराओं ।
\p
\v 32 तुम से प्रेम करनबालोसे प्रेम करत हओ कहेसे, तुम्हे का फाइदा भाओ? कहेकी पापी फरी आपनके प्रेम करनबालेसे प्रेम करतहए ।
\v 33 तुमर भलाई करनबालेके भलाई करतओ कहेसे, तुमे का फाइदा भओ? कहेकी पापी फिर अइसीए करत हए ।
\v 34 यदि फिर्ता पान आशा करके कोइके ऋण देतओ कहेसे, तुमके का फाइदा भओ? कहेकी फिर उत्कए पन आशा करके पापी पापीके ऋण देतहए ।
\v 35 पर अपने दुश्मनके प्रेम करओ, और बिनके भलाई करओ। फिर पान आसरा ना करके ऋण देओ, और तुमर इनाम बणो हुइहै, और तुम सर्बोच्चके सन्तान हुईहओ, काहेकी बा घमन्डी और स्वार्थी उपर कृपालु हाए ।
\v 36 तुमर पिता जैसो कृपालु हए तुम फिर कृपालु होबओ।
\p
\v 37 दुसरेके न्याय मत करओ और तुमर फिर न्याय नहुइहे । दुसरेके दोषी मतबनओ, और तुम दोषी ना ठहरैगे। क्षमा करओ, और तुमके फिर क्षमा करो जै है ।
\v 38 देबैगो, और तुमके फिर दै जाबैगो। आदमीके बहुत परिमाणमे खाँद-खाँदके डटके हलाएके, उफानत तुमर कुठियामे धारदेहाए । कहेकी जैन नापसे तुम देहओ, बहे नापमे तुम फिर फिर्ता पएहओ।”
\p
\v 39 तव बा बिनसे एक कहानी फिर कही: “का अन्धार अन्धारके डोरियलेहए? का बे दुने गड्डामे नपणंगे?
\v 40 चेला आपन गुरुसेबणकर ना होत हए, पर पुरो सिक्के बा आपने गुरुजैसो होबैगो।
\p
\v 41 अपन भैयाके आँखीमे भव कुरा तुम कहेदेखत हओ, पर आपन आँखीमे भव लठ्ठा पता ना पतहओ?
\v 42 तुम आपन आँखिमे लठ्ठा नदेख्तहव कहेसे, आपनो भैयाके, ए भैया, तिर आँखीमे पणो कुरा मोके निकरन देए, कहिके तुम कैइसे कहे सकत है? ए कपटी, पहिले आपन आँखीसे लठ्ठा निकर, तव तए आपन भैयाक आँखीमे भव कुरा निकरन तही अच्छेसे देखैगे।
\p
\v 43 कोई अच्छो रुखा खराब फरा ना फरातहए, न त खराब रुखा अच्छो फरातहए,"
\v 44 हरेक रुखा बाके फरासे चिनतहए। कहेकी काँटोके झाँगसे कोई गुलर ना बटोरतहए, नत झाडीसे अंगूर बटोरत हए।
\v 45 अच्छो आदमी आपनो हृदयसे अच्छो भण्डारसे अच्छो चिज निकरत हए, और खराब आदमी आपनो हृदयसे खराब भण्डारसे खराबए चिज निकरत हए। कहेकी जौन बातसे हृदय भरोहोत हए, आदमीक मुहसे बही निकरत हए ।
\p
\v 46 मिर कही बात ना करत हओ तव कहे मोके “प्रभु, प्रभु" कहत हओ?
\v 47 जौन मिरठीन आत हए, मिर वचन सुनतहए और बाहे जैसो करत हए, बा कैसो आदमी हए, मै तुमके बतामंगो ।
\v 48 बा आदमी घर बनान् बालो आदमी जैसो हैए, जौन गहिरो खोदके चट्टान उपर जग डारी ।जल प्रलय भओ, तव जब बाहण आओ, और बा घरमे ठुक गओ, तव बा घरके हला ना पाई, काहेकी बा पक्को बनो रहए।
\v 49 पर जौन सुनत हए और फिर बा जैसो ना करत हए, बा एक जनी आइसो आदमी हाए, जौन जमिन उपर बिनाजगको घर बनाई । जब बा घर उपर बाहण आइके ठोकी, तव बा घर तुरन्त गिर गओ, और बा घरको बणो सत्यानाश भाओ ।
\c 7
\cl अध्याय 7
\p
\v 1 अपनी सबै बात आदमीनके सुनाईके बा कफर्नरहुममे घुसो।
\v 2 कोई एक आदमी कप्तानको एक जनी अच्छो कमैया रहए, जौन बीमार हुइके मरन बारो रहए।
\v 3 जब येशूके बारेमे बे सुनी, तव बाको कमैयाँके अच्छो करदेबै कहिके बा यहूदीन के धर्म गुरुसे बिन्ती करन पठाई।
\v 4 बे येशू ठिन आएके आइसे कहिके बा से नम्रहुइके बिन्ती करी,"बे तुमर जा कृपा पानके योग्यके हैए ।
\v 5 काहेकी बे हमर जातिनके प्रेम करत हए, और बेहि हमर सभाघर बनाई रहए।"
\p
\v 6 येशु बिनके संग गओ । कप्तानके घरके जैने बा होतए, कप्तान बिनके सङ्गिनके बाके ठिन एइसो कहेके पठाई,” हे प्रभु दुःख मत उठाबै काहेकि तुमके मिर घरमे घुसबानके योग्यको मै ना हओ ।
\v 7 मै अपनै फिर तुम्हरठीन अनको योग्य ना रहओ । पर वचन कहि देओ, और मेरो चाकर अच्छो हुईजैहै ।
\v 8 कहेकी मै फिर अख्तियारतरे बैठन बारो आदमी हओ, तव मेरे अधीनमे सिपैय है । मै एकके 'जा' कहत हओ, तव बे जात हए, और दुसरे से 'आ' कहतहओ, तव बे आत हए । मै कमैयासे 'जा' कर' कहतहओ, तव बा करत हए।”
\p
\v 9 जा बात येशू सुनके बासे अच्मो मनी, और घुमके आपनपिछु आनबारे भीणसे कही, “मए तुमसे कहतहओ, मै इस्राएलमे फिर यित्तो बाणो विश्वास नदेखो रहओ ।”
\v 10 जब पठाएके आदमी घरे घुमके गैए, बे बा कमैयाके अच्छो भव भेटाईं ।
\p
\v 11 बा के कुछ समय पिछु येशू नाइन नाउँके शहेरमे गओ । और बाके चेला और एक बाणी भीण बाके सँग गई ।
\v 12 जब बा बजरके मोखेके ढिङगै पुगो, एक विधुवको एक लौणको लाह्स लैजात रहए । शहेरकी बहुत बणी भीण बिनके सँग रहए ।
\v 13 जब प्रभु बिनके देखि, बा बहुत दयासे भरगओ तव बिनसे कही, “मतरोबौ।”
\v 14 तव ढिङगै जएके बा खटिया छुई और बोकन बाले चुप्प ठाणगए। बा कही, “ए जबान, मै तोसे कहत हओ, 'उठ'।”
\v 15 तव मरो आदमी उठके बैठ गओ, और मस्कन लगो। येशू बाके आईयके जिम्मा लगाई।
\p
\v 16 “तव सब अच्मो मानी । और परमेश्वरकी महिमा करी, और कही, “एक जनी महान अगमवक्ता हमर बिचमे प्रकट भव हए,” और परमेश्वर अपन प्रजा उपर कृपा करीहए ।”
\v 17 बाके विषयकी जा चर्चा सारे यहूदिया और किनारेकिनारेके सब जिल्लामे फैलगओ ।
\p
\v 18 यूहन्नाके चेला जा सब बातकी समाचार बिनसे कहिदै ।
\v 19 अपने चेलाबहेक दुई जनीके यूहन्ना प्रभुठीन जा पुछन पठाई, “जौन आन बारोहए, का बा तुमही हओ? का हम और कोईके आसरा करैए?”
\p
\v 20 जब बे आदमी येशूठीन आए, तव बे कही, “बप्तिस्मा देनबारो यूहन्ना हमके जा पुछन तुमर ठिन पठाई हए, 'ज़ौनआन बारो हैए, का तैए बहे हैए? की हम दुसरेक आसरा करए?”
\p
\v 21 बहे समयमे येशू बहुत रोग, ब्यथा और भुतआत्मासे छुटाई, और बेढब अन्धानके दृष्टि दई ।
\v 22 तव बा बिनसे कही, “जाओ, और जो तुम देखे और सुने, जएके यूहन्नासे कहेदेओ । औ अन्धारा देखत हए, लङ्गड़ा नेगत हए, कोणहरोगी अच्छो होत हए, बहिरा सुनत हए, मरोभव जिन्दा हुइके उठय हए, गरीबके सुसमाचार सुनाइ हए ।
\v 23 बा धन्यको हए, जो मिरमे बाधाको कारन ना पए है।
\p
\v 24 यूहन्नासे पठाएभए चेला चले जानके पिछु बे यूहन्नाके बारेमे भीणसे कहन लागो, “तुम उजाड- स्थानमे का देखेन गए? का हबासे हलाएरहो निगालीके?
\v 25 तव तुम का देखन निकरे? का अच्छो लत्ता लगवभव आदमीके देखन? देखै चमकन बारो लत्ता पैधन बारो और सुख बिलासमे बैठन बारे त राजदरबारमें होत हए ।
\v 26 तव तुम का देखन निकरे? का अगमवक्ताके? हाँ, मै कहत हंओ, तुम अगमवक्तासे फिर माहान हियँ हए ।
\v 27 जा बहे है, जौनके बारेमे लिखो है, 'देख, मैए मेरो दूतके तुमार अग्गु- अग्गु पठामङ्गो, जौन तुमार ताहि डगर तयार करैगो ।'
\p
\v 28 मै तुमसे कहताहाओ, 'स्त्रीनसे जन्मो भव युहन्नासे महान कोई ना हए, तव बा फिर जो परमेश्वरके राज्यमे छोटो से छोटो हए, बा बिनसे और महान हए'।”
\p
\v 29 ताओ सब आदमी और कर उठानबरे जा सुनके परमेश्वरकी सत्यताके स्वीकार करी, काहेकी बे यूहन्नासे बप्तिस्मा लई रहए।
\v 30 तव फरिसी और ब्यबस्थके पण्डित यूहन्नासे बप्तिस्मा ना लेनके कारन, परमेश्वरको कामके आपने ताहि अस्वीकार करी।
\p
\v 31 येशू कही,"जा पुस्तके आदमीके मै कौनसे तुलाना करौ? बे कौन जैसे है?
\v 32 बेता बजारम बैठन बारो बच्चाकता हैए, जौन एक दुसरेके आइसे कहिके डँतट हैए, 'हम तुमर तही बसुली बजाए और तुम ना नाचे। हम बिलैनाकरे, और तुम ना रोय।“
\v 33 बप्तिस्मा देनबरो यूहन्ना आओ, तव बा ना रोटी ख़त रहए ना दाखमध पित रहए। तुम 'बाके भुत लागो हए, कहत हव।
\v 34 आदमीक लौणा खात और पित, आओ तव तुम कहत हव, “देख, एक घिचुवा और पियक्कड़, कर उठानबरो और पापीनको सँगी ।"
\v 35 बुध्दि ठीक हैए कही बात बुध्दि जैसो नेगन बारो ही प्रमाणित करैगो।"
\p
\v 36 फरिसीमैसे एकजनी बाके खानु खान नृतो दैइ, और बा बे फरिसीके घरमे जाएके खान बैठो ।
\v 37 बा बाजरमे एक पापी स्त्री रहए । येशु फरिसीके घरमे खान बैठोरहए कहिके सुनी, और एक सिङगमरमरकी शीशीमे अत्तर लैके बा हूना आई ।,
\v 38 पिच्छुघेनसे बाके पाउँ ठीन ठाणके, रोत बाकी पाउँ आँसुसे भिजान लागी, और अपन मुणके बारसे पोछत बाके पाउँके चुमी, और बा अत्तर लगान लागी ।
\v 39 बाके निउतो देनबारो फरिसी जा देखके मनैमनमे अइसो कहन लगो, “जा अगमवक्ता हुईतो ता जाके छुन बारी कैन और कैसी स्त्री हए कहिके जा जान जातो, कहेकी जा त पापीन ह।”
\p
\v 40 येशू बा फरिसीसे कही, “ए सिमोन मोके तोसे कुछ कहन हए ।”बा कही, “गुरुजी काहा बौ।
\v 41 येशू बासे कही “कोई सौहुकेरकी दुई कर्जिदार हए, एक जनी पाँच सय रुपैयाँ और दुसरो पचास रुपैयाँ कर्जा लैरहए।
\v 42 पर बिनकेठीन तिरन कुछु नारहए बा बिनके माफी दैइ। बताबओ त, जे दुईमैसे कौन बाके जाधा प्रेम करैगो?”
\p
\v 43 सिमोन कही, “मए कहतहओ, जौन जधा क्षमा पाओ । बा बिनसे कही, “तुम ठीक विचर करेहओ ।"
\v 44 तव बा स्त्रीघेन घुमके बा सिमोनसे कही, “बा स्त्रीके देखत हओ? मै तिर घरभित्र आओ, पर तए मोके पाउँ धोन पानी नादओ, और जा मीर पाउँ आँसुसे भिजाई, और अपन बारसे पोछी ।
\v 45 तए मोके चुम्‍न नकरो, पर जा त, मै हियँ जबसे आओ, मिर पाउ चुम्‍न करन नछोड़ी हए।
\v 46 तए मिर मुणमे तेल ना लगा दाओ, पर जा मिर टाङ्गमे अत्तर घिसी हए ।
\v 47 जहेमरे मै तुमसे काहत हओ, जाके पाप, जो बेढब रहए, क्षमा हुइ गए, कहेकी जा स्त्री जाधा प्रेम दिखाई । पर जौनके थोरी क्षमा करतहए, बा थोरी प्रेम कतहए।”
\v 48 तव बे बा स्त्रीसे कही, “तिर पाप क्षमा हुईगए ह।”
\p
\v 49 खान बैठनबारे अपने अपनेमे काहन लागे, “पाप क्षमा करनबारो जा कौन हए?”
\p
\v 50 बा स्त्रीसे कही, “तिर विश्‍वास तोके बचाई हए, शान्तिसे जा ।”
\c 8
\cl अध्याय 8
\p
\v 1 बासे पिछु बा बाजर- बाजर और गाउँ-गाउँ होत प्रचार करत और परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार सुनात घुमन लागो। बाक़े सँग बाह्रा जनी चेला रह ।
\v 2 कित्तो स्त्री फिर बाके सँगमे रहए, जो दुष्टआत्मा और रोगसे अच्छो भए रहए । जे रहए: मग्दलिनी कहेन बारि मरीयम, जोसे सात भूत निकारी रहए ।
\v 3 हेरोदको कारिन्दा खुजासकी बैयर योअन्ना, और सुसन्ना । जे और बेऔरनके अपन सम्पतिसे बाकी सेवा करत रहैए ।
\p
\v 4 जब बडी भीण जमा भाई और बाजार-बाजार से आदमी बक ठीन आए, बे बिनसे एक कहानी कही ।
\v 5 “एक जनी बिज बोन निकरो, और बोत-बोत कुछ डगर के किनारेमे पणो, और बे आदमीके टङगसे चिबाद गए, और चिरैयाँ आएके खाए दैँ ।
\v 6 और बिज पत्थर बारी जमिनमे पणो, और बे जमो खिंनक सुकगाए, कहेकी बा जमिन बिना आदकी रहए।
\v 7 कोई बिज काँटोके बिचमे पणो, और बिनके सँग काँटो फिर बढ्तए गओ, और बिनके बणन नए दै ।
\v 8 कित्तो अछी जमिनमे पणो, और जमे सय गुणा फल फलाई।” यीतकए कहत बा जोणसे चिल्लाएके कही,” जौनके सुनन् कान हए बा सुनए ।”
\p
\v 9 बिनके चेला जा कहानीको अर्थ काहए बासे पुछी ।
\v 10 तव बा कही, “तुमके त परमेश्वरको राज्यको भेद जानन् ज्ञान दैइहए, पर औरकेसँग मै कहानीमे बतात हओ, की 'तुम देखके फिर नदेखो, और सुनके फिर ना सझौ ।'
\p
\v 11 अब कहानीको अर्थ जा हएकी: बिज परमेश्वरकी वचन हए ।
\v 12 डगरकी किनरे गिरो बिज बेहे हए, जैन सुनत हए, तव बे वचन सुनके विश्‍वास ना करैए और ना बाचए कहिके दियाबलस अयके बिनकी हृदयसे वचन लैचालोजतहए।
\v 13 पत्थरबरी जमिनमे पणनबरी बेहे हए, जैन वचन सुनके ख़ुशीसे ग्रहण करत हए । पर बाको जर ना होनके कारनसे, और बे थोरी समयके तही बे विश्‍वास करतहए, पर परीक्षाके अग्गु बे अलोप हुइजात हए।
\v 14 कांटोके बिचमे पणन बारी बेही हए, जैन सुनतए, पर पीछु जा जीवनकी चिन्ता, धान, सुखचैनमे पणके बणन ना पातए, और बिनको फल पक ना पत हए ।
\v 15 पर अछी जमिनमे पणन बारे बेहि हए, जैन वचन सुनके अच्छो मन और भलो हृदयमे बाके जुगाए रहत हए, और असरा करके फल फलात हए।
\p
\v 16 कोई दिया पजारके बर्तनसे ना तोपत हए, की खटिया तरे ना धरत हए पर भित्र अनबारेके उजयारो होबै कहिके अरोमे धरत हए ।
\v 17 कोई बातके लुकाएके ना धर सकत हए, जो उजागर ना होत है, और कोई बात लुकि ना राहत है, जो ना दीखई देबै औ उज्यारेमे ना आत हए ।
\v 18 जहेमरे हौसीयर होबओ, तुम कैसे सुनत हओ, कहेकी जौनसँग हए, बाके और दैजाबैगो, और जौनसँग नाहए, बाकेसँग जो हए कहिके बा समझत हए, बा फिर बासे छिनो जाबैग ।”
\p
\v 19 बाकि आइया और भैया बके जौणे आए, पर भीडके मारे बक जौणे आए ना पाई ।
\v 20 बासे कोई कही,” तुमार आइया और भैया भेट करन तही बाहिर ठणेहए ।”
\p
\v 21 और बा बिनसे कही, “मिर आइया और मिर भैया बेहि हए, जौन परमेश्वरकी वचन सुनत हए, और बा पालन करत ह।”
\p
\v 22 एक दिन बा अपन चेलासँग नैयाँमे चणेरहए, और बा बिनसे कही, “हम तालके बापार जमए।” और बे नैयाँमे चढ़के गय।
\v 23 नैयाँमे जताएजात बा निधाए गव । तालमे आँधीबियर चलन लगि । नैयाँ पानी से भरन लगी, और बे आफतमे पणीगए।
\p
\v 24 तव बे ढिगई आइके बाके आइसे कहत जगाई,” गुरु, गुरु, हम डूबन लगे ।” बा उठके आँधी और पानीकी लहर के डँटी, और बा रुकगाओ औ सब शान्त हुइगओ ।
\p
\v 25 बा बिनसे कही,” तुमार विश्वास कहागाओ?” बे डराए गए, ताव आचम्मो मानी और एक ठीन कहनलगे,” जा कौन हैए? जौन आँधी और पानीके आज्ञा देत हैए, ताव बे जक आज्ञा मानत हैए?”
\p
\v 26 बा गेरासेनके देशमे आइगाओ, जौन गालीलके दूसरे पारमे पणत् हए ।
\v 27 जब बा पखासे उतरो ताव बो बजारकी एक जानै आदमीसे भेटी, जौनकेभूत लागोरहए |
\v 28 बा येशूके देखी, और जोणसे बुलाई बाके जौणे घुपटा हुईके बाणो जोणसे कही, “हे सर्वोच्चो परमेश्वरको पुत्र येशू, तीर मोसे का काम? बिन्ती करतहव, मोके मतसताबए ।”
\v 29 कहेकी खरब आत्मा बा आदमीसे निकरके जान तँही आज्ञा दैइरह । बाके बेढब चोटी भूत पक्णी रह। बा पहरामे धरो रहए । बा सँकरसे खुँटामे बाधोराहात रहए, पर बा बे बन्धान तेण देत रहए। तव भूत बाके मरुभूमि घेनसे लैजातरह।
\p
\v 30 येशू बासे पुछी,” तीर नाउँ का हए?” बा कही, “फौज ।” कहेकी गजब भूत बामे फसेपणे हए ।
\v 31 बिनके अतल कुण्डमे मतपठावै कहिके बिनसे बा बिन्ती करी ।
\v 32 ढिगैको डँगामे सोराकी एक बाणी बगाल चुगतरहए। तव बे सोराकी भितर घुसनदे कहिके बे बिन्ती करी, और बा मन्जूर भव ।
\v 33 तव भूत बा आदमीसे निकरके बे सोराकी भितर घुसगए, और बा बगाल खल्लासे समुन्द्रघेन हुरट गए और डुबके मरिगाए।
\p
\v 34 तव जो भव रहए बा देखके सोरा चुगानबारे भज गाए, और जएके बजार और गाउँ होत जा बात बताईदैइ ।
\v 35 तव जो भव रहए बा देखन तही आदमी येशूकी ठीन आए, और जैन आदमीसे भूत निकरोरहए, बाके लत्ता लगाएके सफा मनको हुके येशूक चरणमे बैठोपाईरहाए, और बे अचम्मो मानी और डराय गै ।
\v 36 तव जो घटना घटो भओ रहए, बे आदमी देखी रहए औ कैसे दुष्ट आत्माके काबुसे बा आदमी बचाओ गओ, जा बातके दुसरेनके बताइ ।
\v 37 गेरासेनसकी आसपासके गाउँके आदमी येशूके बिनके गाउँसे चलोजा कहिके बिन्ती करी, कहेकी बे गजब डरायगै रहै।
\v 38 तव जैन आदमीसे भूत निकरो रहए, बा बाकेसँग जन पाँव, कहिके बा बिन्ती करन लगो । तव येशू बाके आइसो कहिके बिदा दैई,
\v 39 “तए अपनो घर चलोजा, और परमेश्वर तिरतही कित्तो बाणो काम करीहए, बा माहान कामके याद कर ।”
\p
\v 40 येशू लैटके आओ भीण बाके स्वागत करी, कहेकी बे सब बाके आसर देखत रहए ।
\v 41 याइरस नाउँको एक जनी सभाघरको शासक आएके येशूक पाउमे पणो, और बाके घरमे अबौ कहिके बीनके बिन्ती करी ।
\v 42 कहेकी बाह्रा वर्षकी पुगी बाकी एक लौणीया रहए, बा मरन लगी रहए । येशू जातपेति आदमी बाके ढक्का मुक्की लगात रहए ।
\v 43 बाह्रा वर्षसे रगतबहनबारी दुखिया एक स्त्री, बा अपन सबए पैसा डाक्टरके दबाइमे खर्चा कर डारी रहए, पर बाके कोइ फीर अच्छो ना करपाइ रहए ।
\v 44 बा पच्छुसे आएके बाको लत्ताको एक कुन्छ छुई, और तुरन्त बाको रगत बहन बन्द हुईगव ।
\v 45 “येशू कहि, “मोके कौन छुओ हए?” जब सब इन्कार करी,”, तव पत्रुस और बिनकेसँग होनबारे कही, “गुरुजी भीण तुमके घेरके धकेलरहेहए।”
\p
\v 46 तव येशू कही, “कोई मोके छुओ हए, कहेकी शाक्ति मोसे निकरके गईहए मै पाता पाओहव।”
\v 47 तव अपना लुकन ना सकन बारि बात पता पाएके बा स्त्री काँप्ताए आई और बाके अगु घुप्टा पण गई, और कैसे बा बाके छुई, बे सब आदमीके अग्गु बताइ।
\v 48 बा बासे कही, “लौणीय, तिर विश्‍वाससे तए अच्छो भव हए, शान्तिसे जाअ।”
\p
\v 49 बा मस्कत रहए, सभाघरके शासकके घरसे एक जनी आदमी आए पुगो और कही, “तुमर लौणीया मर गई । अब गुरुके कष्ट मत देए ।”
\p
\v 50 तव येशू जा बात सुनके याइरससे कही, “मतडरबए, विश्‍वास इकल्लो कर, और बा अच्छी होबैगी।”
\v 51 जब बा घरमे पुगो तव बा पत्रुस, याकूब, यूहन्ना और बाच्चाके दौव और आइयाबाहेक और कोईके बाकेसँग भितर आन ना दाई ।
\v 52 सब जनी रोतरहएँ और बिलखात रहएँ, तव बा कही, “मतरोबओ, बा मरी ना है, पर सोतहए ।”
\v 53 बा मरी गई हैए जनके, फिर बे बाकी खील्ली उडान लगे ।
\v 54 पर बालौणीयाके हातमे पकडके आइसे कहत बुलन लगो,” ललो, उठ।”
\v 55 औ बाकी प्राण घुमके आएगओ, और बा तुरून्त उठी, और बा बके कछु खनके देनके ताही कही ।
\v 56 बाकी आइया और दौव अचामो मनी, पर जो भवरहए बा कोईसे मत कहीएओ कहीके बा आदेश बिनके दाई |
\c 9
\cl अध्याय 9
\p
\v 1 तव बा बाह्रा चेलानके एकसँग बुलाईरहए, और बिनके सबके भूतके निकारन और रोग अच्छो करन बारो शक्ति और अधिकार दैइरहए ।
\v 2 बा बिनके परमेश्वरको राज्यको प्रचार करन और बेमारनके अच्छो करन पठाई ।
\v 3 बा बिनसे कही, “तुम अपन यात्रामे अपनसँग कछु मतलेव- न लट्ठी, न झोला, न रोटी, न पैसा, न दुई जोण लत्तालेओ ।
\v 4 जैन घरमे तुम घुस्तहव हुँअ बैठव, और बा हूँए से ही बिदा होबौ।
\v 5 जहाँ तुमर स्वागत ना होत हए तुम बा शहेरसे निकरत अपननी टङग की धुधर बिनके बिरोधमे गवाहीक तही झरदेओ ।”
\v 6 तव बे बिदा भए, और सुसमाचार प्रचर करत और सबघेन रोगीनके अच्छो करत गाउँ- गाउँ गए ।
\p
\v 7 जे सब घटनाके बारेमे सुनके शासक हेरोद घब्राणीय गव, कहेकी यूहन्ना मरके जिन्दा उठोओं रहए कहिके कोई- कोई कहत रहए ।
\v 8 और कोई कहत रहए, “एलिया दिखानो हए,” तव औ र कहत रहए, “पहिलेक अगमवक्ता मैसे एक जनी उठो हए ।”
\v 9 तव हेरोद कही, “यूहन्नाको मुण मै कटन लगाओ, तव जा कौन हए जौनक बारेमे मै आईसी बात सुनत हओ?” तव बे बा कौन हए, भेट्न इच्छा करी।
\p
\v 10 तव प्रेरित घुम्के बे करी भई सबै बात बाके बताई। बा बिनके सँगए लैके बेथसेदा कहनबारो शहेरसे अलगै गव ।
\v 11 तव जा पता पाइके भीण बाके पच्छु लागी । बा बिनके स्वागत करी, और परमेश्वरके राज्यकेे बारेमे सुनाई, और जौन -जौनके अच्छो होन जरुरी रहए बिनके अच्छो करी ।
\p
\v 12 जब दिन बूणन लागो, और बाह्रा जनि आईके बासे कही, “भिडके बिदा देओ, और बे जाइके आस पासके बस्ती और गाउँ मे बास बैठन और भोजनकी व्यवस्था करैए, काहेकी हियाँ हम सुनसान ठाउँमे हैए ।”
\p
\v 13 तव बा बिनसे कही, “तुमही बिनके खानु देओ ।” तव बे कही,"हमरसंग पाँच रोटी और दुई मछरी इकल्लो कछु ना हए, आदमीको जा इत्तो बणो भिणके जाएके खानु मोल लेन और कछु उपाय ना हए ।
\p
\v 14 बे ज़म्मा: पाँच हजार लोग रहैए । तव बा अपन चेलासे कही, “बिनके पचास पचासकी लाईनमे बैठान लगाओ।”
\v 15 बे फिर आईसी करी, और सबके बैठाई ।
\v 16 तव बा पाँच रोटी और दुई मछरी लैके स्वर्ग घेन देखके आशिर्वाद दै, और तोडके आदमीके बाटओ कहिके चेलानके दै ।
\v 17 और सब खाईके अघाए गए, और चेला उबरो भओ टूक्रा बाह् डाला उठाई।
\p
\v 18 एक चोटी येशू इकल्लो प्रार्थना करत रहए, चेला बाके सँग रहए, और बा बिनसे पूछी, “आदमी मोसे कौन है कहत हए?”
\p
\v 19 बे कही, “कोई बप्तिस्मा देनबालो यूहन्ना कहतहए, कोई यलिया और कोई कहतहए, अग्गुक अगमवक्ता मैसे एक जनी फिर उठो है।”
\p
\v 20 बा बिनसे कही, “तव तुम का कहत हव? मए कौन हव?” तव पत्रुस कही, “परमेश्वरको ख्रीष्ट!”
\p
\v 21 तव बा बिनके आज्ञा दैरहए, और सँगए चितौनी दैरहए, काहेकी बे जा बात कोइके ना बतामए ।
\v 22 तव बा कही, “आदमीको लौणके बेढम दु: ख उठान पणैगो, और बो धर्म-गुरुसे, मुख्य पुजारी और शास्त्रीसे तुच्छ समझो जैहए, बे मारंगे और तिस्रो दिनमे मरोसे जिन्दा हुइके उठैगो।
\p
\v 23 तव बा सबसे कही, “कोई मीरपच्छु आन इच्छा करैगो कहेसे बा अपनएके इन्कार करए, और रोजदिन अपन क्रुस बोकके मिर पच्छु लगाए।
\v 24 कहेकी जैन अपन प्रण बचान इच्छा करत हए, बा बाके गुमाबैगो। तव जौन मिर तही अपन प्रण गुमाबैगो, बा बके बचैहए।
\v 25 कहेकी सारा जगत पाएके अपनैके नाश करौगो औ गुमाबैगो कहेसे, आदमीके का फाइदा होबैगो?
\v 26 पर कोई मोसे और मिर वचनसे शर्माबैगो कहेसे आदमीको लौण फिर अपनो महिमामे, और पिताकी और पवित्र दूतगणकी महिमामे आत बाके सँग शर्माबैगो ।
\v 27 तव निह्त्य मए तुमसे कहतहौ, हिया ठाणनबारे कोई-कोई हए, जो परमेश्वरके राज्य ना देखनसे अग्गु मरनको स्वाद ना पमङ्गे ।
\p
\v 28 जा बातके प्राय: आठ दिनपिच्छु पत्रुस, यूहन्ना और याकूबके अपनेसँग लैके प्रार्थना करन जात बा जा बात कही ।
\v 29 बा प्रार्थना करत रहए बिनको मुहको रूप बदल गौ, और बिनकी झुला सेतो हुइके चम्को उज्यारो भव।
\v 30 तव बासे दुई जनी बातचित करत रहए, बे मोशा और एलिया रहए ।
\v 31 बे महिमित रुपमे दिखने और बे येशूसे उठाएके लैजानके बारेमे बातचित करत रहए । जा बात बिनके यरूशलेममे जाएके पूरो करन रहए ।
\v 32 तव पत्रुस और बकसँग होनबारे निधाए गए रहए । तव बे उठेके पिच्छु बे बाके सँग ठणेभए दुई जनी आदमीके और बक महीमा देखिँ ।
\v 33 तव बे दुई आदमी बाके सँग बिदा हुइके जानलगे पत्रुस येशूसे कही, “गुरुजी हमके हिनाऐ बैठन अच्छो हए । हम तिन रहन बारो बना मै- एक तुम्हर तही, एक मोशाक तही और एक एलियाके तही ।” बे काके बारेमे काहात रहए बिनके पता ना रहए।
\v 34 बा जा बत बेलतए बेलत एक बादर आएके बाके तोपदैई, बा बादर भितर घुसन लगो बे अच्मो मनगाए।
\p
\v 35 “तव बादर से आइसे कहिके एक आवाज निकरो,” “जा मीर पुत्र हए, जौनके मए छनो हओ । जाको वचन सुनौ।””
\v 36 जा शब्द आएके पिच्छु येशू बहुवा इकल्लो रहए। बे चूपचाप रहए, और बे देखिभैई बात बे दिनमे कोइसे फिर ना कहि,
\v 37 दुस्रे दिन जब येशू और बे चेला पहाड़से उतरे, एक बाणी भीण बासे भेटन आयो ।
\v 38 भीणसे एक जनी आदमी चिल्लाएके कही,"गुरुजी मै तुमसे बिन्ती करत हौ, मीर लौण के उपर कृपा-दृष्टी करओ । काहेकी बा मीर इकलो लौण हए ।
\v 39 देखाओ, एक दुष्टआत्मा बाके पक्णत है, और बा अचनक किकियत है, और बा ऐईठतहए और बाके फुपना निकरन लगत है। बाके छ्त्पत्बाएके लद्‍द बद्‍द छोणत हए।
\v 40 बा दुष्टात्माके निकार देओ कहिके मै तुमर चेला से बिन्ति करे, पर बे ना कारपाई ।
\p
\v 41 ”तव येशु जावफ दै,” अविश्वासी और हाठी पुस्ता, मै कब तक तुमर संग रहङ्गो, और तुमके कब तक सह मओ? तुमर लौड़ाके हीना लाओ ।”
\v 42 पर बक आतै आत भुतात्मा बा के जमिनमे गिराए दै और ऐठन लागो । पर येशु बा आदमीके डँटी, और बा बालकाके अच्छो बनाएके बाको दौवाके सौँप दै ।
\v 43 परमेश्वर को महानता देखके बे सब हक्का चक्का पडे । येशुको करो भओ प्रतेक काममे सब आदमी छक्क परके देखि, बा अपन चेलानसे कहि,
\v 44 जा बात तुमर कानको गहिराइ पुगए कहिके आदमी को लउणा पक्राओ पणन लागो है ।”
\v 45 पर बे जा बातके ना समझ पाइ और जा ना समझ पामै कहिके गुप्तमे धारे हैँ । बे जा बारेमे बा से पुछन डरात हए ।
\p
\v 46 बा समय बेमैसे बडो कौन है जा बारेमे अपसमे बादविवाद चलो ।
\v 47 पर येशु बिनको मानके विचार पता पाईके एक बालक के लैके अपन किनारे धरि,
\v 48 और बिनसे कहि, “जौन मिर नाउँमे जा बालक के ग्रहण करैगो, बा मोके ग्रहण करैगो, और जोन मोके ग्रहन करैगो, बा मिर पठान बारोके ग्रहण करैगो । कहेकी तुम सबै मैसे जोन सबसे छोटो है, बाहे बडो होत् है ।”
\p
\v 49 तव यहुन्ना कहि, “गुरुजी, एक आदमी तुमर नाउँमे भुत निकारत हम देखे, और हम बासे मनाही करे । काहेकि बा हमर संग तुमर अनुसरण ना करत हैं ।”
\p
\v 50 तव येशु उनसे कहि,” उनके मनाही मात करौ, कहेकि जौंन तुमर बिरुद्द नाहै, बा तुमर पक्ष मे है ।”
\p
\v 51 बाको स्वर्गारोहणको दिन जौने आइगओ रहए, बा यरुशलेमघेन जान निर्णय करी ।
\v 52 तव बा समाचार लानबारे आदमीके पहिलेसे पठाई हरए | बे गए, और बाक ताहि सबै बात तयार करन सामरीको एक गाउँमे घुसो ।
\v 53 पर यरुशलेमघेन जान बाको दृढ़ विचार पता पाएके बे बाके स्वागत ना करी।
\v 54 तव जा देखके बाक चेला याकूब और यूहन्ना कही, “प्रभुजी, का तुम चाहतहौ कि स्वर्गसे आगी बर्साएके जे भस्म होमाए कहिके हम आज्ञा करौ?”
\v 55 पर घुमके बा बिनके ढँटके कही ।
\v 56 तव बे दुसरो गाउँघेन गए ।
\p
\v 57 बा डगरमे जातपेती, एक जनी आदमी बासे कही, “हे प्रभु, तए जहाँ जए है मै तिर पिच्छु लाङ्गो।”
\p
\v 58 तव येशू बासे कहिँ, “सेराके भार होत हए, और आकाशके चिरैयँनके घुस्ला, पर आदमिक लौणाके ता मुण धरन ठाउँ फिर ना है।”
\v 59 बा दुस्रेसे कहि, “मिर पच्छु लाग ।” पर बा कहिँ, “पहिले मिर दौवाके गाडन जान दे ।”
\p
\v 60 बा बासे कहिँ, “मुर्दनके अपने मुर्दा शरीर गाड्न देओ, तव तुम जएके परमेश्वरके राज्यको सुसमाचार प्रचार कर ।”
\p
\v 61 दुस्रो फिर कहिँ, “प्रभु, मै तुमर पच्छु लाङ्गो, पर पहिले अपन घर बारेन्से बिदा लेनदे ओ।”
\p
\v 62 तव येशू बासे कहिँ, “अपन हात हरमे लगाईके पच्छु देखन बारो कोइ फिर परमेश्वरके राज्यको योग्यको ना होत हए ।”
\c 10
\cl अध्याय 10
\p
\v 1 जाके मारे प्रभु और सत्तरी जनीनके नियुक्त करी, और जाहँ बा अपनएजान चाहत रहए सहर और गाउँमे अपनेसे अग्गु बिनके दुई-दुई जनी करके पठाई ।
\v 2 बा बिनसे कहि, “फसल त प्रसस्त हए, पर खेतहरा थोरी हए । जहेक मारे फसलके प्रभुसे प्रार्थना करओ, और बा अपन फसलमे खेतहराके पठाए देवए ।
\v 3 जाओ, देखओ, मए तुमके गुलहाके बिचमे भेडक बच्चा कता पठात हौ ।
\v 4 ४ न त पैसकी थैली, नत झोली, ना जुता बोकओ, न डगरमे कोइसे अभिवादन करओ ।
\v 5 “जौन घरमे घुसव पहिले कहव, जा घरमे शान्ति होबए!'”
\v 6 अगर हुवा प्रिय आदमी हए तव तुमरी शान्ति बाके सँग रहबैगे, पर यदी ना हए कहेसे बा शान्ति तुमर ठीन घुमके अएहए।
\v 7 “बिनके दओ चिज खाए पिके बा घरमे बै ठओ। काहेकी खेतहर अपनो ज्यालाको योग्य होत हए । एक घरसे दुसरे घरमे मत घुसओ ।"
\v 8 “जब तुम कोइ शहेरमे घुसौ, और बे तुमके स्वागत करए कहेसे हए, तुमर अग्गु धरो भोजन खाओ,"
\v 9 हुवाँ भए रोगीनके अच्छो करौ, और बिनसे काहा बौ, 'परमेश्वरको राज्य तुमर ठीन आएपुगो हए ।'
\v 10 'पर जब तुम कोइ शहेरमे घुसै गे, और बे तुमके स्वागत ना कङ्गे कहेसे, तव निकरके बा शहेरके सडकमे जाओ, और कहओ,
\v 11 “हमर टांगमे चिम्टो तुमर शहेरको भुवा समेत हम तुमर विरुध्दमे झार देतहए । तव फिर जा जानौ, कि परमेश्वरको राज्य ढिङगै आइगौओ है ।"
\v 12 मै तुमसे कहतहौँ, बा दिन बा शहेरसे सदोमको हालत सहरान बारो हुइहए ।
\p
\v 13 “धिक्कार तोके खोराजीन! धिक्कार तोके, बेथसेदा! कहेकी तुमरमे भव समर्थ्यको काम टुरोस और सिदोनमे करोभव देखते तव बे अग्गुसे भाङ्ग्रा लागएके भुवामे बैठके पश्चात्ताप करते ।"
\v 14 पर न्यायके दिनमे तुमसे त टुरोस और सीदोनको हालत सहन बारो हुइहए ।
\v 15 और तै, कफर्नहुम! का तए आकाशमे उचो होबैगो का? तए पातालमे गिरैगो ।
\p
\v 16 जौन तुमर बात सुनहए, बा मेरो बात सुनतहए| जौन तुमके अस्वीकार करहए, बा मोके अस्वीकार करहए, और जौन मोके अस्वीकार करहए, बा मोके पठानबारोके अस्वीकार करहए।
\p
\v 17 बे सत्तरी जनी आनन्दसे घुमके आएके अइसो कही, “प्रभु जी, तुमर नाउँमे भूत फिर हमर बशमे आतहए ।”
\v 18 बा बिनसे कही, “मए शैतानके स्वर्गसे बिजुलीकत गिरत देखो।
\v 19 मै तुमके साँप और बिछी कुचलनके और शत्रुको सबै शक्ति उपर अधिकार दओ हौ, और कोइ बातसे तुमके नुकसान ना हुइहए।
\v 20 तहुफिर दुष्टात्मा तुमरे वंशमे हए करके खुसी मत होबओ, पर तुमर नाँउ स्वर्गमे लिखो हए कहेके खुसी होबओ।"
\p
\v 21 बा बेरा येशू पवित्र आत्मामे उत्साहित भव, और कहि, “हे पिता, स्वर्ग और पृथ्बीको परमप्रभु, मै तुमके धन्यवाद चढात हौ, काहेकी तुम जा बात बुद्धीमान और समझदारसे लुकाएके धरे बालकनके प्रकट करे । काहेकी, पिता तुमके जहे अच्छो लागो।
\v 22 मिर पिता सब चिज मोके सुम्पदै हए। पुत्र का हए कहिके पिता बाहेक कोइ ना जानत हए, पिता कौन हए कहिके पुत्र बाहेक, और पुत्र बाके जौन कहाँ प्रकट करन इच्छा करत हए, बा बाहेक और कोइ ना जानत हए ।”
\p
\v 23 चेला घेन घुमके बा बिनसे चुपकेसे कहिँ, “धन्य हए बे आँखी, जौन तुमरी देखिभै जा बात देखत हौ ।
\v 24 काहेकी मै तुमसे कहत हौ, बहुत अगमवक्ता और राजनके तुम देखत हौ, वे देखन इच्छा करी रहए, पर देख ना पाई और बे सुनन इच्छा करी, पर सुन ना पाई।”
\p
\v 25 ”व्यवस्थाको एक जनी पण्डित बाके परीक्षा करन ठाणो रहए और जा प्रश्‍न करी, “गुरुजी, अनन्त जीवन पान ताँही मोके का करन पणैइगो?”
\p
\v 26 बा बिनसे कहि, व्यवस्थामे का लिखो हए? तुमका पढत हौँ?”
\p
\v 27 बा कहि, “तए परमप्रभु, अपन परमेश्‍वरके अपन सारे हृदयसे, आपने सारे प्राणसे, अपन सारे समझसे और आपने सारे मनसे प्रेम कर, और आपनो पणोसिके अपन कता प्रेम कर।”
\p
\v 28 बा बिनसे कहिँ, “तुम ठिक ज़वाफ दए । अइसए कर, और तुम जिबैगे।"
\p
\v 29 तव बा अपनएके धर्मी दिखानके इच्छा करके येशूसे कहि, “मेरो पणोसी कौन हए तव?”
\p
\v 30 येशू ज़वाफ दैके कहि,” एक जानी आदमी यरुशलेमसे यरीहोघेन जात रहए । बा डाँकुनके फेला पणीगओ। बे बाके नङ्गो करके पिटी, और अधमरो करके छोडदै ।
\v 31 ठीक एक जनी पुजाहरी बहे डगर हुइके जात रहए, और बा अधमरा आदमिके देखके दुसरो घेन घुमके गओ ।
\v 32 उइसी करके एक जनी लेवी फिर बहे ठाउँमे आएके बाके देखी बा फिर दुसरो घेन घुमके गओ।
\v 33 पर एक जनी सामरी बा यात्रमे जात रहए बा आदमिक भव ठाउँमे आए पुगो, और बाके देखके बाको मन दयासे भर गओ ।
\v 34 और बाके ठिन जाएके तेल और दाखमध लगएके बाके घाउमे पट्टि वाँध दै, और अपन गदहा उपर चढाएके बाके एक धर्मेशालामे लाइ, बाके रेखदेख करी।
\v 35 दुस्रे दिन बा चाँदीके दुई सिक्का धर्मशालाके मालिकके दैके कहि, “इनको रेखदेख करीओ और जाधा खर्च लागैइगो मै घुमके आइके तुमके तिर देहौ ।”
\v 36 येशू पुछके कहि, “तुमर विचारमे जे तिन जनी मैसे डाँकुके हातमे पणो आदमिक पणोसी कौन ठहरो?”
\p
\v 37 बा कहि, “बाके उपर दया दिखान बारो आदमी क?” तव येशू बिनसे कहिँ, “जाऔ और तुम फिर आइसीए करओ।”
\p
\v 38 बा जातै जात बा कोइ गाउँमे घुसो, और मार्था नाउँ भैइ एक बैयर बा अपनो घरमे स्वागत करी ।
\v 39 मरियम नाउँ भै बिनकी एक बहिनियाँ रहए। बे येशूके पाउँ ठीन बैठके बाको वचन सुनत रहए ।
\v 40 पर मार्था सेवा- सत्कारको बहुत काममे इरझी राहात रहए बा येशू ठिन आएके कहिँ, “प्रभुजी मिर बहिनियाँ सेवा-सत्कारको काममे मोके इकल्लो करे पणे हए, तुम के पता नए हौ? बासे कहे देओ, और बा मोके साहेता करए।”
\p
\v 41 तव येशू जवाफ दैके बिनसे कहि, “मार्था, मार्था तुम बहुत बातके बारेमे चिन्ता करत हौ, और घबणात हौ।
\v 42 पर आवश्यकता त एक बातकि हए, बहे अच्छी बातके मरियम छाने हए, जो बिनसे ना छिनएगो ।"
\c 11
\cl अध्याय 11
\p
\v 1 बा कोई एक ठाउँमे प्रार्थना करत रहए । बा जब प्रार्थना कर डारी, तव चेलन मैसे एक चेला कहि, “हे प्रभु, युहन्ना अपन चेलनके सिखाओ जैसो प्रार्थना करन हमके फिर सिखा ।“
\p
\v 2 “येशू उनसे कहि, “जब तुम प्रार्थना करत हओ तव अइसे कहीयो' हे पिता, तुमर नाउँ पबित्र होबए ।, तुमर राज्य आबै ।
\v 3 हमर दिन भरको रोटी हमके रोज दिन दिए ।
\v 4 हमर पाप क्षमा करिए, काहेकी हम फिर हमर बिरुद्धमे अपराध करन बालेन के क्षमा करत हए। हमके परिक्षामे पड़न मत दिओ’ ।
\p
\v 5 और बा उनसे कहि, मानौ; तुम मैसे कोइक एक सङ्गि हए बे आधि रातके बाके ठिन जाइके कहत हए। सङ्गि मोके तिन रोटी बैना सापट देओ ।
\v 6 काहेकी मिर एक जनि सङ्गि यात्रासे मिर ठिन आव हए, और बाके खान देन मिर ठिन कछु ना हए ।'
\p
\v 7 बा भितर से जवाफ देत हए, मोके मत झोझियाए । फाटक हब बन्द हुईगओ हए, और मिर लौडा लौडिया मिर सँग सितरीमे हए । मए उठके तोके कछु ना दए पए हौ ।“
\v 8 मए तुमसे कहत हौ, बा उठके उनके बा कछु ना दे हए, तुम बा के सँगी होनके कारणसे फिर लगातार मागएगे बा ऊठके और तुमके जितनो जरुर हए उतनो जरुर रोटी देहए ।
\v 9 मइ तुमसे कहत हौ, मगओ त तुमके मिलैगो । ढुणैगेता तुम पाबैगे, ढकढका बैगेता तुमर ताहि खुलो जाबएगो ।
\v 10 कहेकी सबए जौन मागत हए, तौ बा पात हए । जौन ढुडत हए तौ बाके मिलत हए, और जौन खटखटात हए, बाके ताँहि खुलत हए।
\v 11 तुम मैसे कौन अईसो दउव हुई हए, जौनको लाउडा रोटी मागत पत्थर देहए, कि मछरी मागहए ता मछरीक बदला साँप देहए?
\v 12 औ अण्डा मगहएता बाके बिछी देहए?
\v 13 तुम दुष्ट हुईके अपन लौडा लौडियाके अच्छी चिज देन जनत हौ कहेसे, तुमर स्वर्गीय पिता बासे मागन बालेन के कित्तो जाधा पबित्र आत्मा ना दे बैगो का?
\p
\v 14 बा एक भुत निकारत रहए, जो गुगो रहए, भुतात्मा निकरो तव बा गुगो आदमि मसकन लगो, जा देखकेआदमी अचम्मो मानगए ।
\v 15 पर बे मैसे कोई त, कहो, “भुतको मालिक बालजिबुल से भुतके निकारत हए ।"
\v 16 ६पर कितनो आदमी बाकी परिक्षा करन ताही स्वर्गसे एकम चिन्ह मागी।
\p
\v 17 पर येशू बिनको बिचार पता पाईके बा उनसे कहि, जौन राज्यमे फुट होत हए, बा उजाड होत हए । जौन घरमे फुट होत हए, बा नष्ट हुइ जात हए।
\v 18 शैतान के फिर अपने मे बेमिलाप नाहुई हए कहेसे, उनको राज्य कैसे टिकैगो? काहेकी तुम कहात हौ, कि मए, बालजिबु (भुतनको मालीक) से भुत भजात हौ ।
\v 19 मए बालजिबुल से भुत निकारत हौ कहेसे तुमर लौडा लौडिया कौनसे, बिनके निकरात हए? काहेकी बे तुमर न्याय करङ्गे ।
\v 20 पर यदी मए परमेश्‍वरको नाउँसे भुत निकारत हओ कहेसे परमेश्‍वरको राज्य तुमर ठिन आईगौ हए ।
\p
\v 21 हतियार लैके तयार हुईके बलवान आदमि अपन घरको रक्षा करत हए कहेसे, बक माल समान सुरक्षित रएहए ।
\v 22 अगर बासे फिर बलवान आदमी आईके बाके लणाई करके बाके जितैगो कहेसे, बे धरे भए बक जम्मए हतियार छिनाईके लैजात हए, और बक मालसमान लुटके लैजात हए ।
\v 23 जौन मिर पक्षमे ना हए, बा मिर बिरुद्धमे हए, और जौन मिर सँग ना बटोरैगो, बा बिद्‍गए हए ।
\p
\v 24 जब अशुद्ध आत्मा आदमीसे निकरके जात हए कहेसे बाआराम जगह ढुणत हए, बा कोइ ठाउँ ना पाएके बा काहत हए मए अपन पुराने जगह मे जाहँसे मए आओ हओ बा हुँव लौटके चलोजामङ्गो ।
\v 25 घुमके पिछु बा अपन घर सफा और अच्छो देखत हए ।
\v 26 तव बा अपनेसे फिर जद्धा दुष्ट और सात आत्मा संगमे लात हए, और बा आदमीक पच्छु दशा पहिलेसे हद्धा खराब होत हए ।
\p
\v 27 बा जा बात कहतै कहत, भिड मैसे एक स्त्री चिल्लाईके कहि”धन्य बा बैयर जौन तोके गर्भधारण करी और अपन दुध पिबाई ।"
\v 28 पर बा कहि, “बलकी बे धन्य है, जौन परमेश्वरको बचन सुनत हए, और पालन करत हए ।"
\p
\v 29 भिड जमा होतै जात बा कहि “जा पुस्ता दुष्ट पुस्ता हए ।जा चिन‍्ह ढुणत हए, पर योनाको चिन्ह बाहेक जाके और कोई चिन्ह नामिलैगे ।
\v 30 काहेकी जौन तरिकासे (रितसे) योनानिनबेके आदमिक ताँहि चिन‍्ह भौ रहए। बहे तरिकासे (रितसे) आदमिक पुत्र फिर जा पुस्ताके ताँहि चिन‍्हा हुई हए।
\v 31 ३१ दख्खिन देशकी रानी आदमीके विरुध्दमे दोषी ठहारान तही उठएगी, काहेकी बा पृथ्बिक किनारेसे सोलोमानको बुद्धि सुनन तहि आईरहए । पर देखौ, हिया एक आदमी हए, जो सोलोमानसे महान हए ।
\v 32 निनबेक आदमी न्यायमे जा पुस्ताकसँग ठाडके जाके दोष लगामङ्गे । कहेकी बे योनाको प्रचार मे पश्ताप करत रहए, और देखौ हिया एक आदमी हए, ज बा योनासे फिर महान हए ।
\p
\v 33 “कोई दिया पजारके गुप्त टाउँमे या ब्रतन तरे ना धरगें, पर भितार जानबारे सबैके उजियारो देवए करके आरोमे धरत हए ।
\v 34 तुमर शरिरको दिया तमुर आँखी हए, तुमर आँखी ठिक हए त तुमर सारा शरिर उजियारो हुईहए, पर खराब हए कहेसे, तुमर शरिर फिर अध्यारो हुई हए ।
\v 35 तहि मारे साबधान रहौं, तुमरमे भव उजियारो अँध्यारो ना होबए।
\v 36 अगर तुमर शरिर उजियारोसे पुरा हए कहेसे, औ कोई भाग अध्यारो नाहए कहेसे, बा सब उजारो हुई हए, अइसिए दियाके जैसो तुमर पुरी शरीर उजियारो हुइहए ।
\p
\v 37 जब बा बोल डारि रहए, फरिसी बाके अपनो घरमे खानके ताही बुलाइ । बाके पिछु येशू गओ और आड लैके बैठगओ ।
\v 38 खानु खानसे पहिलेहात ना धोनको बजैसे फरिसी अचम्मो मानगए ।
\v 39 पर प्रभु उनसे कही, तुम फारिसी कटोरा और गिलासके बहेर त माजत हौ, पर भितर त लुट और दुष्टतासे भरे हौ ।
\v 40 हे मुर्ख आदमी तुमके जौन बहेरको भाग बनाई, बेहे फितरको फिर बनाई हए कि ना?
\v 41 पर भितरको दान स्वरुप देबौ, और तुमर ताहि सब चिज शुद्ध हुई जए हए ।
\p
\v 42 पर तुम फरिसिनके धिक्कार! कहेकी तुम पुदिना, आरुद और हरेक जडिबुटीको दशांश देत हौ, पर परमेश्वरको प्रेमको धार्मिक्ताके बेवास्ता करत हौ । पर तुमके परमेश्‍वरको प्रेम और धार्मीक्ता तराहा काम करन रहए । बे काम करन तुम कमजोर मतहेओ ।
\v 43 “तुम फरिसीके धिक्कार! कहेकी तुम सभा घरमे मुख्य मुख्य आसन और बजारमे आभिवादन लेन तुमके अच्छो लगत हए” ।
\v 44 “तुमके धिकार! कहेकी तुम बा मरघटके गड्‍‍डा हानी हौ, जो ना दिखात हए, और चालै ना पाएके आदमिन बिनके उपर नेगत हए”।
\p
\v 45 “ब्यबस्थाको पण्डित मैसे एक आदमी बा से कहि, “गुरु जी जा बात कहेके तुम ता हमर फिर बेज्जत करत हौ ।
\p
\v 46 बा कहि, “तुम ब्यबस्थाके पण्डितनके फिर धिक्कार! बोकन ना सीकन बारो बोझ आदमिक उपर लादत हौ, पर तुम अपनै एक उङगरिसे फिर बा बोझ ना छुईतहौ ।
\v 47 “तुमके धिक्कार! कहेकी तुमर पुर्खनके मारके अगमवक्तानके (मृत्युके गड्डा तुम बनात हौ), पर बिनके मारन बारे बीनके पुर्खा रहए ।
\v 48 आईसी तुम अपन पर्खाको साक्षी हौ, और उनकेसँग सहमत जनाए, कहेकी बे बा समयके अगम बक्तानके मारि रहए और जौनको मृत्युको गड्डाके तुम आज तकके यदगारके ताही बनाए हओ ।
\v 49 जहेमारे परमेश्वरको बुद्धिसे फिर कहत हौ, ‘मए उनके ठिन अगमवक्ताको और प्रेरितके पठामंगो और बे मैसे कोइके मरहए और कोइके सतामंगे।
\v 50 ससारको सुरुसे सब अगमवक्ताको रक्तपातको लेखा जा पुस्ताकेसँग लेमंगे ।“
\v 51 हँ, मए तुमसे कहत हौ, हाबिलकि खुनसे लैके वेदी और मिन्दिरको पबित्रा स्तानको माझमे मरे भए जकरिया तक खुनको लेखा जा पुस्ताकेसँग लेमंगे ।
\v 52 “तुम ब्यबस्थाके पण्डितके धिक्कार! कहेकी तुम ज्ञानको चाभी लेन त लए, पर तुम अपनै फिर भितर घुस ना पाए और घुसन बालेनके फिर रोकत हौ ।
\p
\v 53 जब बा हुवासे निकरो तब शास्त्री और फरिसी बाको घोर बिरोध करत, बहुत बिषयमे बासे पुछन लगो ।
\v 54 और बाको मुहुसे निकरी भई बातमे बाके पकणन दाउमे बैठे ।
\c 12
\cl अध्धाय १२
\p
\v 1 जेहए समयमे जब हजारौकि भिण जम्मा भव, यित्तो तक्की एक दुसरेके चिबदान लागे, बा पहिले अपन चेलानसे कहन लागे, “तुम फरिसीको खमिरसे होशियार बैठौ । बा खमिर बिनको कपट आचरण हए ।
\v 2 तुपो अईसो कोइ बात नाहया, जो प्रकट नाहुईहए, छिपो कोई बात नाहया, जो पता ना लगत हए ।
\v 3 हजेमारे जो तुम अध्यारोमे कहे हौ, बा उजोयारोमे सुन हौवओ । गुप्त कोनोमे कहि बात घरको छानीसे प्रचार होबैगो ।
\p
\v 4 मेरे संगीयो, मए तुमसे कहत हौ, बिनसे मत डरावओ जोन शरिरमे मारत हए, पर बासे पच्छु और कुछ ना कर पएहए ।
\v 5 पर कोनसे डरान पणत हए, मै तुमकए चेताउनी देहौओ । बहेसे डरान पणत हए, जौन शरिरके मारके पिच्छु नरकमे फेकदेनबारो अधिकार हए । मए तुमसे कहत हौ, बिनसे डराबौँ ।
\v 6 का दुई पैसामे पाँच चिरइया ना बिकत है? बे मैसे एक फिर परमेश्वर ना भुलतहए ।
\v 7 पर तुमर त मुणक बारसमेत गिने हए । जहेमारे मत डराबौ, तुम बेढम चिरइयासे जाद्धा मोलके हौ ।
\p
\v 8 मए तुमसे कहत हौ, सबए जो मोके आदमिक सामने स्वीकार कर हए, बाके आदमिक पुत्र फिर परमेश्वरके दुतके अग्गु स्वीकार करैगो ।
\v 9 “पर जौन मोके आदमीक अग्गु आस्वीकार करहए, परमेश्वरके दुतके अग्गु आस्वीकारय होबैगो ।
\v 10 हरेक जौन आदमीक पुत्रके बिरुद्धमे बोलैगो, बके क्षमा होबैगो, पर जौन पबित्र आत्माके बिरुद्धमे निन्दा करैगो, बाके क्षमा ना हुईहए ।
\v 11 जब माए तुमके सभा घर, शासक और अधिकारीक सामने लमङ्गे, तव तुम कैसे और का जवाफ दे हओ, औ का कहान पणैगो बा चिन्ता मत करियो ।
\v 12 काहेकी बहे बेरा तुमके का कहन पणैगो पबित्र आत्मा तुमके सिखाबौगो ।
\p
\v 13 भिणसे एक जनि बासे कहि, “गुरु जी मिर ददासे कहि देओ, और बा अंशबण्डा कर देबए ।”
\p
\v 14 “तव बा बासे कहि”, मित्र कौन मोके तुमर उपर न्याय करन, औ तुमर सम्पत्ति बाँटदेन बरो बनाओ?”
\v 15 “बा बिनसे कहि”, होशियार रहबौ, सब तरह के लालच से बचके काम करौँ, काहेकी आदमिक जिन्दगी बके धन सम्पत्तिके प्रशस्ततामे ना रहात हए।"
\p
\v 16 बा बिनसे एक दृष्टान्त कहि, कोई एक जनि धनी आदमिको जमिनमे बहुत उब्जनी भव ।
\v 17 बा मनएमनमे गुनन्न लगो, मेरो अन्न धरन ताहि बिच्चा मिर ठिन नाहया, अब मए का करौ?
\v 18 तव बा कहिं, 'मए अईसो करङगो अपन बाखारी फोणके और बणी बनामंगो, और मिर सब अनाज और मालसमान बहेमे धरङ्गो ।
\v 19 तव मए अपन प्राणसे कहमङ्गो 'ए प्राण बेढम बर्ष तक् प्रशस्त सम्पत्ति तेरे ताहि जमा करो हौ । सुख-चैनमे बैठो, खा, पी और मजा कर ।'
\p
\v 20 “तव परमेश्वर बासे कहि, ए मुर्ख आज रातके तेरो प्राण तोसे छिन लेहए है, और जो चिज तै अपन ताहि जम्मा करो हए, बा कौन को हुईहए?
\p
\v 21 अपन ताहिं धन-सम्पत्ति जम्मा करनबारो, पर परमेश्वरको दृष्टिमे धनी नाहोनबारो आदमीक अवस्था अईसी हुई हए ।”
\p
\v 22 बा अपन चेलासे कही, “जहेमारे मए तुमसे कहत हौं, अपन प्राणके ताहिं का खामौ और शरीर के ताहिं का पैधओ कहिके चिन्ता मत करओ।
\v 23 कहेकी प्राण भोजन से ओर शरीर लत्तासे बाणो हए ।
\v 24 कौवानके विचार करौं; बे ना बोतहए, ना काटत हए, ना त कुठिया, ना बखारी हए, तव फिर परमेश्वर बिनके खबात हए । तुम चिरैयानसे बहुत मोलके हौं ।
\v 25 तुमर मैसे कोई फिकर करके अपन आयुके एक घडी तक फिर थप सकत हए?
\v 26 जहेमारे तुम यितका छोटो काम करन फिर ना सकतहौ कहेसे, औरबातक चिन्ता काहे करत हौं?
\v 27 लिली फुलाके विचार करौं, कैसे बे बढत हए, न त बे परिश्रम करतहए, ना त मेहनत करतहए, पर मए तुमसे कहत हौं, सोलोमन राजा फिर अपनो सारा गौरवमे जे मैसे एक विभुषित ना रहए
\v 28 पर आज होन बारो और कल आगींमे डारदेनो मेदानक घांसके परमेश्वर अइसी आभुषित करत हए कहेसे, ए अल्पविश्वासि, बा तुमके और कित्तो जाद्दा आभुषित कर हए ।
\v 29 का खैहौं का पिहौं कहिके तुम ढुढत मत बैठो और चिन्तित फिर मतहोबौ ।
\v 30 कहेकी संसारके सब आदमी जाबातके ढुणत रहतहए । तुमर पिता जानत हए कि तुमके जे बातके जरुरत हए ।
\v 31 पर परमेश्वर राज्यको ढुणओ, और जे सब बात फिर तुमके देबैगो ।
\p
\v 32 छोटो बगाल, मतडरबओ । कहेकी तुमके राज्य देनताहिं तुमर पिता खुशि हए ।
\v 33 तुम अपन सम्पत्ति बेचके दान देबौ । अपन ताहिं खराब ना होनबारी थैली बनाओ । स्वर्गमे कबहु नष्ट ना होन धन स्वर्गमे संचय करौ । हुना चुट्टा ना लगतहए और किरा फिर नलागत हए ।
\v 34 कहेकी जहां तुमर धन हए, हुवा तुमरो मन फिर होतहए ।
\p
\v 35 तुम अपन करेहांवा कसओ और तमर दिया पजरी राहाबहए।
\v 36 तुम बे आदमीक जैसे होबओ, जो अपनो मालिक भोजसे घुमके आएके फाटक ढकढकय हए, बे बक ताहिं फाटक जल्दी खोलदे हए ।
\v 37 बे नोकर धन्यके हए, जौन मालिक घर आएके बिनके जगो पात हए । नेहत्तैए मए तुमसे कहातहौं, बे अपन फेटा कसके बिनके खान बैठात हए, और आएके बिनके सेवा करत हए ।
\v 38 अगर बे आधीरातमे बासे और देरमे आएके फिर नोकरके जगो पातहए कहेसे बे धन्यक हए।
\v 39 पर जा जानेकी, कि चुट्टा कौन बेरा आतहए कहिके घरके मालिक जानते त बे जगके बैठते और चुटटानके घर फोरन और घुसन ना देतो ।
\v 40 तुम फिर तयार राहाबौ, कहेकी तुमके ना सोँचो समयमे आदमीको पुत्र आबैगो ।
\p
\v 41 पत्रुस कही,”हे प्रभु का जा काहानी हमर ताहिं इकल्लो बताए हौ, कि और सबके ताहिं?”
\p
\v 42 प्रभु कहि,”बा विश्‍वासयोग्य ‍और बुद्दिमानी भण्डारे कौन हए, जौन बक मालिक अपन परिवारके खास समयमे बिनके भागमे पणो खानु देनताहिं खटाबैगो?
\v 43 बा दास धन्यक हए, जो बाक मालिक आतपेती अइसीए करत पाबैगो ।
\v 44 निहत्तैए मए तुमसे कहात हौं, बे बक अपन सारा सम्पति उपर अधिकार देबैगो ।
\v 45 तव बा दास अपन मनमे, मिर मालिकके आन देर हुईहए कहेसे कमैया और टाहलुनके मारन लागो, और बा खात, पित दाखमधसे मत्तात हए ।
\v 46 बा आशा नाकरो दिन मे बक मालिक घुमकेअबैगो, जैन समय बक पता ना होबैगो ।और बाक दण्ड देबैगो, और बा अविश्वासीनके ताही तयार करोभओ जगहमे बाको नियुक्ति करैगो ।
\v 47 अपने मालिकके इच्छा जानके तयर ना रहनबारो और बिनको इच्छाजैसो ना रहनबारो दास त जाद्दा पिटाई खाए हए ।
\v 48 पर मालिकके इच्छा ना जानके पिटाई खान योग्यके काम करनबारो थोडी पिटाई खाबैगो । प्रत्येक जौनके बेढम दइ हए, बासे मागेगो, और हरेक जौनके बेढम सौपी रहए, बासे जद्दी लेबैगो ।
\p
\v 49 मए पृथ्वी उपर आगी वे्र्षान आओ हओ, और मए जो चाहत रहओ बा हुइगओ हए ।
\v 50 एक बप्तिस्मा हए, जो मोके लेनैपणैगो । बा पुरा ना होन तक मके बेढम कष्ट भोगन पणैगो ।
\v 51 का तुमके सम्झात हओ कि मए पृथ्वीमे शान्ति लान आओ हाओ? ना, मए तुमसे कहत हौं, बरु मए अलग-अलग करन आओ हौं ।
\v 52 कहेकी अब उइसो एक, परिवारमे पांच जनी एक दुसरेमे फुट हुईहए, तिन जनिके विरुद्दमे दुई और दुई जनीके विरुध्दमे तिन ।
\v 53 बिनके बिचमे फुट हुईहए दौवाक विरुध्दमे लौणा और लौणाके विरुध्दमे दौवा, आइया लौणीया विरुध्दमे और लौणीया आइयाक विरुध्दमे सास बहुक विरुध्दमे और बहु सास के विरुध्दमे ।
\p
\v 54 येशू भीणसे फिर कहि, “तुम पछारघेन बादर उठत भओ, देखके जल्दी कहत हौ, “पानी पणैगो, और उइसीए होत हए ।
\v 55 जब दख्खिन को हवा चलत हए तव तुम कहत हौं, धामो होबैगो, और उइसीए होतहए ।
\v 56 ए कपटीओ, तुम आकाश और पृथ्वीक लक्षणके बतान जानत हौं, पर वर्तमान समयके बारेमेअर्थ लगान काहे ना जानत हौं?
\p
\v 57 कौन बात ठीक हए कहिके तुम अपनै कहे निर्णय नकरत हौं?
\v 58 “तुम उजुर करनवालेसंग हाकिम ठीन जानसे पहले, डगरमे बासे मिलाप करौं, न त बा तुमके न्यायधिश ठीन तानके लैजाएहए, और न्यायधिश तुमके अफसरके हातमे सैँप देहए, और अफसर तुमके जेलखानामे डार देहए ।
\v 59 मए तुमसे काहतहौ, तुम एक-एक पैसा ना तिरनतक बाहुनासे ना छुटाबैगो ।”
\c 13
\cl अध्धाय १३
\p
\v 1 बही समय हुवा कित्तो उपस्थित रहए, जौन बे गालीलीके बारेमे बासे कही, जो पिलातस हत्या करके बिनको खुन बलि भव पशुको खुनकेसंग मिलाएदैइ रहए ।
\v 2 तव येशु बिनके जवाफ दाईके कही, “बे अइसो कष्ट भोगी कहेसे, का तुम मानतहौं, जे गालीलीनके और सब गालीलीसे जाध्दा पापी हए?
\v 3 मए तुमसे कहतहौँ, अइसो नाहए, पर तुम पश्चात्ताप ना करहौ कहेसे तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।
\v 4 औ का तुम मान्त हौं, बे अठार जनी, जो सिलोआममे धरहरा गिरके मरे रहए, कि बे सब यरुशलेमवासी मैसे जध्दा अपराधी रहए?
\v 5 उइसो नाहए, पर मए तुमसे कहतहौँ, तुम पश्चात्ताप ना करहौं कहेसे, तुम सब अइसीए नाश होबैगे ।
\p
\v 6 येशू जा काहानी कही; “कोई आदमी अपनो दाखबारींमे एक दाखको लगाई रहए । बा पेणमे फल फरो कि कहिके बा आऔ,
\v 7 तव बा मालिसे कहि, तीन वर्ष हुइगओ, मए जा दाखको फल ठुणत हौ, पर ना पाओ । जाके काटके गिराएदेओ, जा जमिन कहे अगोटे हए?
\p
\v 8 पर माली कही, “हजुर, जाके और एक वर्ष रहन देओ । मए जाके आसपास खोदके मल डारंङ्गो,
\v 9 और तव फल फलहै कहेसे ठिकै हुईहए, ना फलहै कहेसे तुम जाके काटके गिरायदीओ ।"
\p
\v 10 येसू शबाथ-दिन कोई एक सभाघरमे बा शिक्षा देत रहए।
\v 11 हुवा एक बैयर रहए, जोके अठारा बर्षसे बाके कमजोर करन बालो भुत लगो रहए । बा ढुकी हुईगई रहए, और अपन पुरो रुपसे सुध ना हुई पात रहए।
\v 12 येशु बाके देखी, और बुलाएके कहि “ए नारी, तए अपनो कमजोर से मुक्त भव ।"
\v 13 तव बा बक उपर अपनी हात धरी, और बा तुरन्तै सुध हुईगई और परमेश्वरको प्रशंसा करन लागि।
\p
\v 14 सभाघरके शासक गुस्सा भए, कहेकी येशु शबाथ-दिनमे अच्छो करि रहए, और बे आदमीसे कहि, “काम करन छै दिन हए । जहेमारे जा छै दिन भितर आएके अच्छो होबौ, शबाथ- दिनमे ना ।"
\p
\v 15 पर प्रभु जवाफ दई, कपटी तुम! तुमर मैसे कौन शबाथ दिनमे सार और तबेलासे अपन बर्धा कि गधा खोलके पानी पिबान ना लैजात हए?
\v 16 अब्राहम कि जा लौडिया जो अठारा बर्ष तक शैतानके बन्धनमे रहए, शबाथ-दिनमे जा बन्धनसे, बा मुक्त होन नाहया का?”
\v 17 जब बा जा बात कहि, बके बिरोधी सबए सर्म मे पणगए, पर बाको करोभव सब महिमा मए काममे आदमी आनन्दित भए ।
\p
\v 18 तव येशू कहि “परमेश्वरको राज्य का जईसो हए? बाको तुलना मए कैसे करऔ?
\v 19 बा रायाक बिजको एक दाना जईसो हए, जो एक आदमी लईके अपन बारिमे लगाई, और बा बढके एक रुखा हुईगओ और आकाशके चराचुराङ्गी (चिराईया) बाको हाँगामे घुरघुसला बनाई ।"
\p
\v 20 फिर बा कहि “परमेश्वरको राज्यके मए कौनसे तुलना करौ?
\v 21 बा खमिर जैसो हए, जो एक स्त्री पच्चिस किलो चुनमे मिलाई, और पुरो चुन खमिर हुईगओ।"
\p
\v 22 अब शहर-शहर और गाउ-गाउ हुईके यात्रा करतए शिक्षा देत बा यरुशलेम घेन गओ।
\v 23 कोई एक जनि बासे पुछि, “प्रभु का उद्धार पान बारो थोरि ही हए?” पर बा बिनसे कहि
\v 24 पतरो फाटकसे जान प्रयाहस करओ, काहेकी मए तुमसे कहत हौ, गजब जनि घुसन ढुणङ्गे, पर ना जा पए हए ।
\v 25 एक बार घरको मालिक उठके फाटक बन्द करके पिच्छु, तुम बाहिर ठाणके अईसी कहात फाटक ढक ढकाबईगे, प्रभु हमर ताहि फाटक खोलदेओ, ताकि हम भितर अए सकै।, और बा जवाफ दैके तुम कहाबैगो “मए तुमके ना चिनत हौ औ तुम काहासे आए हओ?
\p
\v 26 तव तुम कहाबैगे हम तुमर सामने खाए और पिए, और हमर गल्लीमे तुम शिक्षा दए रहौ ।'
\p
\v 27 बा कही, 'मए तुमसे कहत हौ, तुम कहाँसे आए हौ, मए तुमके ना जानत हौ । दुष्ट काम करनबारे, मोसे दुर होबौ ।'
\v 28 “जब तुम अब्राहम इसहाक, याकुब और सब अगमबक्ताके परमेश्वरको राज्यभितर देखैगे, तव तुम अपनै बाहिर फेके जईहौ, तव तुम बिलाप करै गे और दाँत किटकिटा बैगे ।
\v 29 आदमी अगर पछार सिरे और दखिन्नसे आएके परमेश्वरको राज्यको भोजमेस बैठाङ्गे।
\v 30 देख, पच्छुबारो अग्गु और अग्गु बारो पिछु हुईहए ।
\p
\v 31 तुरन्तय कुछ फरिसी आएके बासे कहि, बहुनासे निकरके चले जाबऔ, कहेकी हेरोद तुमके मारन चहात हए ।
\p
\v 32 बा बिनसे कहि, “जाएके बा सेरा से कहा, देख आज और कल मए भुतके भजामङ्गो और अच्छो करन बारो काम करङ्गो, तव तिस्रो दिन मेरो काम पुरो हुइहए ।
\v 33 तव फिर आज कल और परसौ फिर मए लगातार देन जरुरी हए, काहेकी येरुशलेमसे बाहिर कोई एकअगमबक्ताको मारन उचित ना हए ।
\p
\v 34 यरुशलेम ए यरुशलेम तए अगमबक्ताके मारत हए, और तिर ठिन पठाए भएके उपर पत्थर बर्सात हए! जैसे मुर्गिया अपन बच्चनके पखमा तरे लुकात हए, उइसिए मए कित्तो चोटी तिर बालकके लेन इच्छा करो, पर तए ना मानो ।
\v 35 देख, तेरो घर उजणो हए । मए तोसे कहत हौ, जब तक तए, “धन्य हओ प्रमप्रभुको नाउँमे आनबारो “ना कैहओ, तब तक मोके न देखैगे ।"
\c 14
\cl अध्धाय १४
\p
\v 1 एक शबाथ दिनमे-बा फरिसीके कोई एक जनि शासकको घरसे खान गओ ।फरिसी बाकी चेवामा बैठेरहए ।
\v 2 जलग्रह रोगसे पिडित भव एक जनि आदमी बक सामने रहए ।
\v 3 येशु व्यवस्थापक पण्डितसे और फरिसीसे पुच्छी “शबाथमे अच्छो करन उचित हए कि नाहए?
\v 4 पर बे चुप लागेरहए ।और बा रोगिके शरिरमे हात धरके अच्छो करि और बाके जान दै ।
\v 5 तव बा बिनसे कहि, “तुमर मैसे अपन बर्धा औ गधा सबाथ-दिनमे कुईयामे गिर गओ कहेसे बाके तुम ना निकारए गे?”
\v 6 तव बे जा बातकी जवाफ न दैपाई ।
\p
\v 7 तव भोजमे आए भए पहुना आदरको स्थान छानि देखके बा बिनके एक कहानी कहि ।
\v 8 “बिहाको भोजमे आए भए पहुना आदरको निउतो पाएहौ कहेसे आदरको स्थानमे मत बैठौ! तुमसे जाधा ईज्जत बारो आदमी बा हुवा निउतो पाई हुईहए ।
\v 9 जब बुलाए भए दोनो जनीआमङ्गे बा तुमसे आएके काहाबैगो, जिनके बैठन ठउँ देबौ' और तुम त शर्मके मारे सबसे तरेको स्थानमे बैठन पणैगो ।
\v 10 पर जब तुम निउतो पाएहओ, जाएके तरेके ठाउँमे बैठओ, और मेजमान आएके तुमसे कहबैगो; ए मित्र उपर जाएके बैठौ । बा समय (बेरा) तुमरसंग खानु खान बैठन बारेक सामने तुमर इज्जत होबैगो ।
\v 11 कहेकी हरेक जो अपनएके उचो बनातहए बा निचो होबैगो, और अपनएके निचो बनानबारो उचो बनैगो ।
\p
\v 12 तव बाके निउतो देनबारेसे फिर बा कही; तुम सबेरे या साँझाके भोज लगातपेती, अपन मित्रके, अपन ददाभैयाके औ तुमर कुटुम्बके औ धनी पडोसीके निउतो मतदेबौ नत बे फिर सट्टामे तुमके निउतो दैके तुमर गुन चुकाएदेहए ।
\v 13 पर जब तुम भोज लगातपेती, गरिब, लुला, लङडा, अन्धा के बुलाओ,
\v 14 और तुम अशिष पाबैगे, कहेकी बे तुमर गुण घुमाए ना पामङ्गे । पर मृत्यृसे धर्मीको पुनरुत्थान होत तुम जाको प्रतिफल पाबैगे ।“
\p
\v 15 बाकेसंग खान बैठन बारे मैसे एक जनी जे बात सुनके कही, “बा धन्य हए, जो परमेश्चरको राज्यमे भोज खाबैगो ।"
\p
\v 16 पर बा बासे कही; कोइ एक आदमी सांझक एक बणो भोज तयार करी, और बेढमके निउतो दई ।
\v 17 जब भोज तयर भओ बा अपन नोकरके भोजन खान समयमे निउतो पाए भएके आइसो बुलान पठाई; सब चिझ तयर हए ।'
\p
\v 18 पर बे सब समान रुपमे एकैहानी बहाना बनानलागे । पहिलो बासे कही, मए एक खेत मोल लओ हौ, मोके बा देखन जान पणैगो, मए बिन्ती करत हओ, मोके माफ करौँ ।
\p
\v 19 फिर दुसरो कही, मए पाँच गोई ब्रधा किनो हओ, मए बे देखन जएहौ । मए बिन्ती करत हओ, मोके माफ करौँ’
\v 20 फिर एक और कही, मए बिहा करो हौ, जहेमारे मए नअए पएहौ ।'
\p
\v 21 तव नोकर आएके अपन मालिकके जा बात कहीदैइ तव बा दिक्काएके अपन नोकरसे कही, सहेरके डगरमे और गल्लीमे जल्दी जा और गरीब, लुला, अन्धरा लङडाके हिया भितर लिया‘
\v 22 तव नोकर कही, हजुर तुमर आज्ञा करो भओ जैसो काम भव हए, फिरभि और ठाउ खाली हए।'
\p
\v 23 मालिक नोकरसे कही, मेन डगर और गल्लीमे हुईसे जाएके आदमीके भितर आन कर लगाओ, और मिर घर भरए ।
\v 24 कहेकी मए तुमसे कहत हौ, निउतो पाएभएसे कोई फिर भोजको स्वाद चाखन ना पामङ्गे ।'
\p
\v 25 आदमीको बडो भीण बकसंग जातरहए, और बा घुमके बिनसे कही,
\v 26 अगर कोई मिरठीन आबैगो, और अपन दौवा अईया, बैयर, लौणा लौडिया और ददाभैया, दिदीबहिनीयाके अपन प्राणके समेत तुच्छ नठानैगो कहेसे, बा मेरो चेला न हुईपए हए।
\v 27 जौन आदमी अपन क्रुस बोकके मेरे पिच्छु ना लगत हए कहेसे, बा मेरो चेला न हुईपए हए ।
\v 28 तुम मैसे कौन हए, जौन कोई एक धरहरा बनान इच्छा करतहए कहेसे, बा धरहरा बनाएके खतम करन खर्च अपनठीन हए कि नहए कहिके का बा अग्गुसे हिसाब ना करहए का?
\v 29 नत बा जग बैठाएके पिच्छु निभटाए नापाईहए कहेसे बाके, देखके सबए बासे अइसो कहीके हँशी उणए हए और काहमङ्गे,
\v 30 ’जा आदमी बनान त लागो पर निभटाए ना पाइ।'
\p
\v 31 औ कौन राजा हुइहए जो राजासँग लडई करन जात अपनसँग भव दश हजार बाके विरुद्धमे आनबारो बीस हजार सेनासे लडई करपएहौँ कि नकरपएहौ कहिके पहले बैठके सल्लाह न करहए का?
\v 32 बा नकरपएहए कहेसे, बा दुसरो राजा दुर होत मिलापको शर्त पुछन राजदुत पठाबैगो ।
\v 33 जहेमारे तुमर मैसे अपनसँग भव सब चिझ नछोणैगो कहेसे बा, मेरो चेला ना हईपए हए।
\p
\v 34 नुन अच्छो हए, और नुन खल्लो भव कहेसे, कासे बा नुनाईन हुइहए?
\v 35 बा न त जमिनके ताहि, न खादके ताहि काम लागनबारो हुईहए । आदमी बाके मिलाएदेतहए । जौनके सुनन के कान हए, बे सुनए ।”
\c 15
\cl अध्धाय १५
\p
\v 1 अब सबए कर उठानबारे और पापी बाको वचन सुनन बाकेठीन आतरहए ।
\v 2 “जा आदमी त पापीके ग्रहण करतहए, और बिमके संग खानपिन करत हए“ कहीके फरिसी और शाश्त्री गनगन करन लगे ।
\p
\v 3 तव येशू बिनके जा काहानी कही ।
\v 4 “तुमर मैसे कोइ आदमी हुइहए, जौनको एक सौ भेडा रहए बिन मैसे एक हारत हए, उनानसौके वनमे छोडके हराओ भव भेडाके नपानतक्क बाके ढुणत राहत हए?
\v 5 हराओ भव भेडा पाएके पिच्छु खुशी होत बाके अपनो कधांमे धरत हए ।
\v 6 और घरमे आएके बा अपन मित्र और पडोसीनके बुलातहए, और बिनसे कहत हए, मिरसंग रमाओ कहेकी मए अपनो हरनो भेडा पाओ हओ ।
\v 7 मए तुमसे कहत हौं, अइसी पश्‍चात्ताप न करन बारे उनानसौ धर्मी जन के तही पश्‍चात्ताप करन बारो एक जनी पापीके ताही स्वर्गमे गजब आनन्द हुइ हए ।
\p
\v 8 कौन बैयर हुई हए जौनके ठीन दश चांदीके सिक्का मैसे एक हराए गओ, तव दिया पजरके बा बाके ना पानतक घर बुढारके मेहंनतसे न ढुणहए तव?
\v 9 हराओ भव सिक्का पाएके पिच्छु बा अपन संगी और पडोसीनके बुलाएके कहत हए, मिरसंग रमाओ, कहेकी मए मेरो सिक्का पाएगओ हओ ।
\v 10 मए तुमसे कहत हौ, अइसी पश्‍चात्ताप करन बारे एक जनीके ताहि परमेश्वरके स्वर्गदुतके सामने आनन्द होत हए ।"
\p
\v 11 येशू बिनसे कहि, “कोई आदमिक दुई लौणा रहए ।
\v 12 छोटो त दौवासे कहि, दौवा, मेरो भागमे पणन बारो धन-सम्पत्तिको हिस्सा मोके देएओ ।' तव बा अपन सम्पत्ति बिनके बाटदैई ।
\v 13 बहुत दिन नाहोतय सबए धन-सम्पत्ति बटेरके छोटो लौडा दुर देशंमे चलो गओ, और बा हुना मोजमजा करनमे अपन सम्पत्ति उडाए डारी ।
\v 14 बा सबए रुपियांपैसा खर्च करडारी रहए । बहे समए बा देशमे बडो अनिकाल पडो रहए, और बाके घटीकमी होन लागो ।
\v 15 बा गओ, और बा देशको एक जनी नागरीक ठिन काम मागी । बा अपन खेतमे सोरा चुगान पठाई ।
\v 16 सोरा खान बारो चुगासे बा अपन पेट भरन चाहत रहए, तव कोई बाके कछु न देत रहए ।
\v 17 जब बक होस खुली, तव कहि, मिर दौवाके गजब काम करनबारे लेबर चाकर पेट भरके खाएके, उबार जात हए, पर मए त भुकसे मर रहो हौं!
\v 18 मए उठके अपन दौवाठीन जए हओ, और बासे कएहओ, 'दौवा, मए स्वर्गके विरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हौ ।
\v 19 अब मए तुमर लौडा कहानको योग्य नाहओ । मोके तुम काम करन बारे लेवर चाकर मैसे एक बिनही कता बनाए लेबओ ।'
\v 20 तव बा उठके अपन दौवा ठीन गओ । बा दुर होत बक दौवा बाके देखी, बा दयासे भरगओ, और दौडके गओ बाके गलबइया डारके बाके चुम्बन करी ।
\v 21 लौडा अपन दैँवासे काही, “दौवा मए स्वर्गके बिरुद्धमे और तुमर नजरमे पाप करो हौ । मए फिर तुमर लौडा कहनको योग्या ना हओ ।'
\p
\v 22 पर, “दौवा त अपन कमान बारे लेवरसे कही, जल्दी सबसे अच्छो लत्ता लाएके बाके पहीदाए देव, बाके हातमे औँगुठी और जुत्ता लगाएदे ।'
\v 23 और तजानो भव पशुके मारओ, हम खाएके आन्‍नद बाना मए ।,
\v 24 काहेकी जा मेरो लौडा मरो रहए, फिर जिन्दा भव हए, हरानो रहए, और मए पाए गओ हओ । तौबे आन्‍नद मनान लागे ।'
\p
\v 25 बा समय बाको बडो लौडा खेतमे रहए और बा घर ठीन पुगो तव नाचगानाको आवाज सुनि ।
\v 26 बा चाकर मैसे एक जनिके अपनि ठिन बुलाई; जा का होत हए कहेके पुछी ।
\v 27 बा बासे कहि, तुमर भैया आईगओ हए, और तुमर दौवा पालो भव मोटो पशु मारी हए । काहेकी बा सहीसलामत घुमो हए ।
\p
\v 28 पर बा दिक्काई गओ, और भितर जान नामनी, और बाको दौवा बाहीर जाईके बाके मनान लगो ।
\v 29 पर बा दौवासे कहि, देख ईत्तो साल मए तुमर सेवा करो, और तुमर अज्ञा कभी उल्लंगन ना करो, तहु भिर मए अपन सङ्गि सँग आन्‍नद मनानके तुम मोके एक बकरा फिर कभी ना दए।
\v 30 पर तुमर सम्पत्तिके बेश्यनके सँग उडान बारो तुमर लौडा आतए तुम पालो भव मोटो पशु बाके ताहि मारे ।'
\p
\v 31 तव बा बासे कहि, 'लौडा ताए त मिर सँब हर समय हए और मिर सबए सम्पत्ति तेरि हए ।
\v 32 पर हमके आन्‍नद मनान और खुसी होन ठिक हए, काहेकी जा तेरो भैया मरगओ रहए, फिर जिन्दा भव हए, हरानो रहे, और पाएगए हौ ।"
\c 16
\cl अध्धाय 16
\p
\v 1 येशु अपन चेलासे कहि, “कोइ धनी आदमीक एक जनी व्यवस्थापक रहए । तभैमारे अपन मालिकको धन सम्पत्ति उडाई रहो हए जा आभियोग वक विरुद्धमे लागो रहए ।
\v 2 तव मालिक बाके बुलाइके कहि, तिर विषयमे जा मए का सुन रहो जा का हैं? व्यवस्थापकको कामको हिसाब मोके दे अब अग्गु तए व्यवस्थापक ना रहैगो ।'
\p
\v 3 तव व्यवस्थापक अपन मन मनै कहि, अब मए का करओ काहेकी मिर मालिक मोसे व्यवस्थापक को काम छिनाए रहो हए । जोतन खोदन मिर ताकत ना है, भिख मागन मोके शर्म लागत है ।
\v 4 अब मोके का करन पणैगो मए सोच लौहौं । व्यवस्थापन को कामसे निकारके आदमी मोके अपन घरमे कैसे स्वागत करए कहीके मए अइसो करङ्गो ।'
\v 5 तव बा मालिकको ऋणीनके एक-एक के बुलाई, और सुरु बालोसे कहि, तिर मालिकको ऋण कित्तो है?'
\p
\v 6 बा कहि, तिन हजार लिटर तेल । तव व्यवस्थापक बासे कहि, तिर तमसुक ला, और जल्दी बैठके पन्ध्रा सय लिटर लिख ।'
\p
\v 7 फिर दुसरे से कहि, तिर कर्जा कित्तो हए? बा कहि, तिन सय पचास कुन्टल गेहुँ ।' बा जासे कहि, तिर तमसुक ला और तिन सय कुन्टल लिख ।'
\v 8 अब बाको मालिक बा अधर्मी व्यवस्थापकको तारीफ करी काहेकी बा चलाकीसे काम करी रहए । काहेकी जा संसारको आदमी अपनी पुस्ताके और आदमीसंग व्यवहार करत ज्योतिके सन्तानसे और जध्धा चलाक होत हए ।
\v 9 मए तुमसे कहत हौ, अपनो तहि संसारको धनसे मित्र बनाबौ, और जब धन नास हुईहे, तव बे तुमके अनन्त वासस्थानमे स्वागत करए ।
\v 10 जौन थोरी बातमे इमानदार होत है, बा जध्धामे फिर इमानदार होत है, और जो थोरी बातमे बेमान होत है, बा जध्धामे फिर बेमान हित है ।
\v 11 जहेमारे तुम संसारिक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे, तुमके साँचो धनको जिम्मा कौन देहए?
\v 12 अगर तुम दुसरेक धनमे इमानदार ना हुई हओ कहेसे, तुमर अपनो धन तुमके कौन देहए?
\v 13 कोई फिर सेवक दुई मालिकको सेवा ना करपए हए, काहेकी बा एकके घृणा करके दुसरेके प्रेम करत हए, औ एकके प्रती भक्ती दुसरेके तुच्छ मनहए तुम परमेश्वर और धन दोनेको सेवा ना कर सकत हओ ।"
\p
\v 14 धनके लोभी फरिसी जा सब बात सुनके बाको हँशी करी ।
\v 15 तव बा उनसे कहि, आदमीनके अग्गु अपनेके धर्मी ठहरानबारे तुम ही हौ । पर परमेश्वर तुमर हृदय जानत हए, काहेकी आदमीनके विचमे जो उच्च गिनोगओ हए, परमेश्वरके नजरमे बा तुच्छ ठहरैगो ।
\p
\v 16 युहन‍्‍ना आनसे अग्गु अगमवक्ता और व्यवस्था काम करत रहए । बे दिनसे परमेश्वरको राज्यको सुसमाचार प्रचार करी हए, और सब आदमी बा राज्य भितर जवर जस्ती पृर्वक कोसिस करत है ।
\v 17 पर व्यवस्थासे इकल्लो मिटनसे स्वर्ग और पृथ्बी टलन सजिलो हए ।
\p
\v 18 जौन अपनी बैयर छोडके दुसरीसे व्यहा करत है, बा व्यभिचार करत है, और लोगासे छोडी बैयर व्यहा करन बारे फिर व्यभिचार करत है ।
\p
\v 19 एक सेट आदमी रहए, जो वहुमुल्य लत्ता पतरो मलमल पैधंके रोजदिन मनोरन्जनमे रहत रहए ।
\v 20 बाके फाटक ठीन लाजरस नाउँको एक आदमी गरिबके लाइके धरदेत रहए ।
\v 21 बा सेट आदमिको टेबुल मैसे गीरो भव टुक्रा-टुक्री खाइके लाजरस अपन पेट भरन इच्छा करत रहए और कुत्ता फिर आईके बाको घाउ चांटत रहए ।
\v 22 बा गरीब आदमी मरगओ, और स्वर्गदुत बाके लैजाइके अब्रहामके संगमे धरी, बा सेट आदमी फिर मरो और गाणोगौ ।
\v 23 नरकमे कठोर कष्ट भोगत पेती बा अपन नजर उठाइके देखि और दुरसे अब्रहाम और बक छातीमे आड लओ भओ लाजरसके देखि ।
\v 24 और बा जोडसे चिल्लाएके कहि, हे पिता अब्रहाम, मिर उपर दया करके लाजरसके पठाई दे, और बा अपन उंगरीको पोरा पानीमे डुबाईके मिर जिभके जुणो बनाए देबै, काहेकी मए जा ज्वालामे भयक्ङर दुःख पाए रहो हौ ।'
\p
\v 25 पर अब्रहाम कहि, तए याद कर, तय अपन जीवन कालमे अच्छि अच्छी बातके, भोगो करो और जा लाजरस दु; खए दु; ख भोगी, बा अब हिया अराममे है, और तए कष्टमे हए ।
\v 26 जे सब बातसे औ, हिंयासे तिर ठिन, बा पार चाहन वारे ना जा पामए, और हुनासे हिंया हमर ठिन ना आ पामए, कहेके हमर और तुमर विचमे एक गजब गहिरो गड्डा है ।'
\p
\v 27 बा कहि, पिता जहेमारे मए तुमके विन्ती करत हौ, तुम बाके मिर दौवाके घारमे पठाए देओ,
\v 28 काहेकी मिर पांच भइया हए, और बिनके चेतावनी देबओ, नत बे फिर जा डरलगान बारो कष्टमे आन ना पणए ।'
\p
\v 29 पर अब्रहाम कहि, विनके संगमे मोशा और अगमवक्ताको किताब हए बे बा सुनए ।'
\p
\v 30 पर बा कहि, नाए पिता आब्रहाम, मरे मैसे कोई एक आदमी विनके ठिन जैहै कहेसे, बे पश्‍चात्ताप करङ्गे ।'
\p
\v 31 बा बासे कहि, मोशा और अगमवाक्ताको बात बे ना सुनङ्गे कहेसे, मृत्युसे कोई जिन्दा हुइहे काहाबएगो कहेसे, बे विश्‍वास ना करङ्गे ।"
\c 17
\cl अध्धाय 17
\p
\v 1 येशु अपन चेलन से कहि, “पाप करन लगान बारेके परिक्षा निहात्तय आतहए । पर धिक्कार बा आदमीके जौनके द्वाराबे आतहए ।
\v 2 जौन आदमी जे छोटो मैसे एकके पाप करन लगात हए, बाके घँटीमे चकियाको पटा बाधके, बाके समुद्रमे फेक देनो बाके ताहि ठिक हुईहए ।
\v 3 अपन बारेमे होशियार बैठओ । तुमर भईया अपराध करहे तव बाके डँटओ, और बा छमा मागत हए कहेसे, तव तुम बाके क्षमा करिओ
\v 4 अगर तुमर सँगमे दिनमे सात चोटी तुमर बिरुद्धमे अपराध करि, और सातओ चोटी तुमरे ठिन घुमके आएके मए पश्‍चात्ताप करत हौ ।करके कहेहए, तव तुम बाके क्षमा करिओ ।
\p
\v 5 प्रेरित प्रभु से कहि “हमर बिश्वास बढाई देव ।"
\p
\v 6 प्रभु कहि,"तुमरमे रायाको दाना जित्तो फिर विश्‍वास हुईहए तुम तुतको रुखाके, तए उखडके समुद्रमे लग जा 'कएहो हओ, बा मानलेहए ।
\p
\v 7 तुमर मैसे कौनको नोकर खेत जोतके कि भेडा चुगाईके आएहए तव बा नोकरसे तुरन्त आएके खान बैठ कएहए का?
\v 8 का बा बासे अईसे ना कएहए? मिर ताहि खानू तयार कर फेटाकस, और खान पिन ना करन तक मेरो सेवा सत्कार कर । तव फिर तए खान पिन कर ।
\v 9 अपनै अढाए जैसो काम करहे का तव बा नोकरके धन्यवाद देहएका?
\v 10 अईसि तुमके अढोओ काम पुरा करके पिच्छु तुम फिर अईसि कएहौ! हम बिनालायकके दास हौ, हम त अपन कर्तवय ईकल्लो पालन करहए ।"
\p
\v 11 येशु यरुशलेम घेन जात रहए । जा यात्रामे बा समरिया और गालिलको सिमाना हुईके गओ ।
\v 12 बा एक गाँउमे घुसत दश जनी कोढीसँग बाको भेट भओ । दुरसे ठाणके बे
\v 13 जोडसे चिल्लाएके कहि, हे येशु गुरुजी, हमर उपर कृपा करओ ।
\p
\v 14 “बा बिनके देखके कहि“ जाओ जाएके पुजहारी ठिन अपनएके देखाओ । बे जातए जात अच्छे हुईगए ।
\v 15 बिनमैसे एक जनि अपना अच्छे हुईके देखी, और जोडसे परमेश्‍वरको महिमा करत घुमो ।
\v 16 और येशुके धन्यवाद देत येशुके पाउमे घुपटा पडगओ । बा एक सामरी रहए ।
\v 17 येशू कहि, “का अच्छे भए दश जनि नाहए का? और नौ जनि कहाँ गए?
\v 18 का जा बेदेशी बाहेक घुमके आनबारे, परमेश्‍वरको प्रशंसा करन और कोई नाहए?
\v 19 और बा बासे कहि “उठ और अपन डगर लाग । तुमर बिश्‍वास तुमके अच्छो करि हए ।"
\p
\v 20 परमेश्चरको राज्य कब अएहए करके फरिसिको प्रश्‍नको जवाफमे बा बिनसे कहि, परमेश्‍वारको राज्य देखन जैसो ना आबैगो
\v 21 नाता आदमी कएहए, “देखओ हियाँ हए! औ हुवाँ हए! काहेकी देख्ओ, परमेश्वरको राज्य तुमर बिचमे हए ।"
\p
\v 22 बा चेलनसे कहि, “बे दिन आमंगे, जब तुम आदमीको पुत्रके कोई एक दिन देखन इच्छा करैगो, तव तुम ना दिखहओ ।
\v 23 आदमीनके तुम कएहओ, देखओ बा हुवा हए! औ बा हिया हए!' पर तुम मत जैओ, और, बिनके पिछु मत लगिओ ।
\v 24 काहेकी जैसी बिजली चमकत्त हए बादरको एक किनारे दुसरे किनारे तक उजियारो करत हए, आदमीको पुत्र फिरअपनो आन दिनमे उईसी हुईहए ।
\v 25 पर पहिले बा बहुत कष्ट शहन पणैगो । और जा पुस्तासे बहिस्कृत हुईहए ।
\v 26 नोआको दिनमे जैसो भव रहए, आदमीको पुत्रको दिनमे फिर उईसी हुईहए ।
\v 27 नोआ जहाज भीतर ना घुसन तक बे खात पित और विहामे जात रहए औ जलप्रलय आओ और सबैके खतम करदै ।
\v 28 लोतके दिनमे फिर उईसी भव रहए, आदमी खातरहए, पित रहए, किनमोल करत रहए, लगात रहए, तमान बातके बनात रहए ।
\v 29 तव जौन दिन लोत सदोमसे निकरो, आकाशसे आगी और गन्धन बर्सो और सबके खतम करदै ।
\v 30 आदमीको पुत्र प्रकट होन दिनमे अईसी हुईहए ।
\v 31 बा दिन जो घरके उपर हए, बाको मालमत्ता घरभितर हए कहिके बे बिनके लेन तरे ना आमए । उईसी खेतमे होनबारे फिर घुमके ना आमाए ।
\v 32 लोतकी बैयारके याद करओ ।
\v 33 जौन अपन प्राण बचान ढुणैगो, सो बा गुमाबैगो और जौन अपनो प्राण गुमाबैगो, बाके बा बचाबैगो ।
\v 34 मए तुमसे कहत हौ, रातके समयमे दुई जनि एक सँग हुईहए । एक जनि चलो जएहए और दुसरो छुटजए हए ।
\v 35 दुई जनि बैयार एकसँग चकिया पिसत हुईहए । एक चली जएहए, दुसरी छुटजाए हए ।
\v 36 (दुई जनि आदमी खेतमे हुईहए, एक जनि चलो जएहै, दुसरो छुटजए हए ।)
\p
\v 37 और बे बासे पुँछि, “कहाँ प्रभु? “बा बिनसे कहि,” जँहा डोमर होत हए, हुवा गिद्धा फिर ईकट्टा होतहए ।"
\c 18
\cl अध्धाय 18
\p
\v 1 बे रोज प्रार्थना करतए रहामए और निराश ना होमए कहीके जहेमारे बा बिनसे एक काहानी कहि,
\v 2 बा बिनसे कहि, “कोई एक सहरमे परमेश्‍वारको डर ना माननबारो, और आदमीक ख्याल फिर ना करनबारो एक जनि न्यायधिश रहए ।
\v 3 बहे शहरमे एक बिध्वा रहए। बा बिनके ठिन आत रहए, और कहत रहए, 'मेरो वादिके अग्गु मेरो न्याय करदेओ ।'
\p
\v 4 बा कुछ समय तक त ना मानी, और पिच्छुसे बा अपन मनसे कहि मए परमेश्‍वारको डर ना मानत हौ और आदमीको ख्याल फिर ना करत हौ ।
\v 5 पर जा बिध्वा मोके हैरान करडारिहए । जहेमारे, मए जाको न्याय करत हौ, नत जा ईकल्ली आएके मोके दिक्क बनाबैगी ।"
\v 6 प्रभु कहि, “सुन बा अधर्मी न्यायधिश का कहत हए ।
\v 7 का परमेश्‍वर बके जो रात दिन पुकारान बारे अपने चुने भएके न्याय ना करैगो का? का बा बिनके ताहि देर करहै का?
\v 8 मए तुसे कहत हौ, बा जलदिए तुमरो न्याय करहै । तहु फिर आदमिक पुत्र आन पेती का बा पृथ्बिमे बिश्‍वास पएहै का?”
\p
\v 9 अपन उपर भरोसा करन बारे और अपनैके धर्मी बनानबारे औरनके तुच्छ बनानबारे कोई कोईके बा जा काहानी सुनाई रहए ।,
\v 10 “दुई आदमी प्रार्थना करन मन्दिरमे गए एक जनि फरिसी और दुसरो कर उठानबारो।
\v 11 फरिसी ठाणके अइसे प्रार्थना करि, हे परमेश्‍वर मए तुमके धन्यवाद देत हौ, मए और आदमीक जैसे फाटहा, अन्यायी, व्यबिचारी औ जहे कर गठानबारो जैसो फिर नाहओ ।
\v 12 मए हप्तामे दुई चोटी उपवास बैठत हौ । मए पाओ भओ सब चिजकोक दशांश देत हौ ।'
\p
\v 13 कर उठानबारो दुरसे ठाडके स्वार्गघेन आँखी ना उठाएके अईसे कहत अपन छाती पिटी कही, हे परमेश्‍वार मए पापिके उपर दया कर ।'
\v 14 मए तुमसे कहत हौ, जा आदमी ता दुसरेसे धर्मी ठहरके अपन घरघेन गओ। कहेकी जौन अपनेके उचो बनाबैगो, बा छोटो होबैगो, पर जौन अपनैके छोटो बनाबैगो बा उचो होबैगो ।
\p
\v 15 येशु छुईदेए कहिके आदमी बच्चनके बक ठिन लाई । तव चेला जा देखके बिनके डाँटी हप्काई ।
\v 16 येशु बिनके अपन ठिन बुलाइके कहि, “छोटे बालकनके मिर ठिन आनदेओ, बिनके मत रोकओ कहेकी परमेश्‍वारको राज्य उइसिनके ताहि है ।
\v 17 निहात्तय मए तुमसे कहत हौ, जौन एक बालक जैसो परमेश्‍वारके ग्रहण ना करहै, बा कोई रितिसे बा भितर प्रबेश ना करपए है ।"
\p
\v 18 कोई एक जनि शासक येशुसे अइसो कहिके पुछी “हे असल गुरु, अनन्त जिवन पान ताहि मोके का करन पणैगो?”
\p
\v 19 येशु बिनसे कहि, “तए मोसे काहे असल काहत हए, एक परमेश्‍वार छोडके कोइ असल नाहए ।
\p
\v 20 तए आज्ञा त जानतै है - तै व्यबिचार मत कर, हत्या मत कर, ना चुरान, झुटो गवाही मतदिओ, अपन दौवा और अइयाको आदर करियो ।"
\p
\v 21 बा कहि, जे सब त मै मेरी जवानीके समयसे पालन करो हौ।"
\p
\v 22 जा सुनके पिच्छु बासे कहि, तोके और एक बातको कमी हए । तिरसँग जो जित्तो हए बे सब बेचके गरिबके बाटदे, और तोके ताहि स्वार्गमे धन होबैगो, और आ मेरे पिच्छु लाग ।"
\v 23 पर जा बात सुनके, बा शासक बेढम उदाश भओ, काहेकी बा गजब धनी रहए ।
\v 24 तव येशू बाके देःखके बहुत दुखित भओ और कहि, “धन समपत्ती होनबारेक परमेश्वरको राज्य भितर घुसन बेढम अगठो हए!
\v 25 काहेकी धनी आदमीके स्वार्गके राजमे घुसनसे ता ऊटके सुईको भारसे छिरन सजिलो हए!”
\p
\v 26 तव सुनन बारे कहि तव कोनको उद्धार हुईपए हए?
\p
\v 27 बा कहि, आदमिके ताहि असम्बभ हए, बा परमेश्‍वरके ताहि सम्भब हए ।
\p
\v 28 तव पत्रुस कहि “देखव अपन घर छोड़के हम तुमर पच्छु लागे हए ।"
\p
\v 29 तव बा बिनसे कहि, सच्ची मए तुमसे कहत हव, जौन घर औ बैयर औ अईया दौवा लौड़ा लौड़ीयाके परमेश्‍वरके राजके ताहि छोड़थहए ।
\v 30 बा जहए समयमे बेढम जद्धा प्रतिफल पाबैगो और आन बरो युगमे आन्‍न जिवन हांसिल करैगो ।"
\p
\v 31 येशु बाह्रा जनीके अलग लैजाए के कहि, “देखऔ हम येरुसलेम घेन जात है और आदमिको पुत्रके बारेमे आगमबक्ता लिखो भव हरेक बात पुरो होबैगो ।
\v 32 काहेकी बाके अन्यजातिनके हातमे सोंप देहए और बे बाके मजाक उडाए हए और बकसँग गलत व्याबाहर करङ्गे बक उपर थुकङ्गे ।
\v 33 बे बक कोर्रा लगामङ्गे और मारङ्गे, तव तेस्रो दिनमे बा मरके जिन्दा हुईके उठाईगो ।"
\v 34 तव चेला जा बातके एकओ फिर ना सम्झि । बिनके ताहि जा बात लुकाएके धरी रहए, तव जा कहिभइ बात बिनके सम्झमे ना आव ।
\p
\v 35 बा एरिहो के ठिन पुगो बा हुना एक जनि अन्धा आदमी डगरके किनारेमे बैठके भिक मागत रहए ।
\v 36 बा डगरसे एक भिड किनारेसे जात सुनि, “जा का हए?” काहेकी बा पुँछी ।
\p
\v 37 आदमि बासे कहि, “नासरत को येशु इताएसे जाए रहोहए ।"
\p
\v 38 तब बा अईसे कहत चिल्लाई, “हे येशु दाउदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।"
\v 39 अग्गु अग्गु नेगन बारे बासे कहि, चुप लाग कहीके डाँटी” तव बा और जोड़से जिल्लाई, “हे दाउदको लौड़ा मिर उपर दया कर ।"
\p
\v 40 येशु रुक गव और बाके अपन ठिन लान आग्ज्ञा दई बा जौने आएके पिच्छु बा बासे पुच्छी,
\v 41 तए का जहात हए? मए तिर ताहि का करऔ”? बा कहि, प्रभु मए देखलेमओ ।"
\p
\v 42 तव येशु बासे कहि, तए देखन बारो हुईजा तिर बिश्‍वास तोके अच्छो करि हए ।
\v 43 तव तुरन्तए देखन बारो भव और परमेश्‍वरको प्रशंसा करतए बाके पिच्छु लागो । जा देखके सब आदमि परमेश्वरको प्रशंसा करि ।
\c 19
\cl अध्धाय 19
\p
\v 1 येशु येरीहो हुईके हुनासे जात रहए ।
\v 2 हुवाँ जखायस नाउँ भव एक जनि आदमी रहए बा कर उठान बारो मैसे मुख्य आदमि रहए, और धनि रहए ।
\v 3 येशु कौन हए कहिके बा देखन चांहात रहए पर ठुम्को हुईके भिडके कारनसे देखना पाई ।
\v 4 बा बाके देखन अग्गु अग्गु दैडके एक गुलरको रुखामे चढ़ो, काहेकी येशु बहे डगर हुईके जात रहए ।
\v 5 जब येशु बा ठाउँमे आएपुगो, तव बा उपर देखके बासे कहि, “ए जखायास” जल्ली उतरके आ, कहेकी आज मोके तिर घरमे बैठन हए ।
\v 6 बा जल्लिसे उतरके आएगओ । और खुसीसे बाको सत्कार करि ।
\v 7 जब आदमी जा देखी बे सबए अईसो कहत बरबरान लागे, “बा पापीके घरमे पहुना हुईके गव हए ।"
\p
\v 8 जखायास उठके प्रभु से कहि, “देख प्रभु मए अपन समपत्तिको आधो भाग गरिबनके देहवँ, और कोईसे अन्नयाए करके कछु लओ हवँ कहेसे मए बाको चार गुणा फिर्ता करदेहओ” ।
\p
\v 9 तव येशु बासे कहि, “आज जा घरमे मुक्ति आओ हए काहेकी जा फिर आब्रहामको लौड़ हए ।
\v 10 जहए मारे आदमीको लउड़ा हराओ भवके ढुडन और बचान आओ हए ।"
\p
\v 11 बे जा बात सुन्तए बा बिनसे एक कहानी कहन लागो, बे यरुसलेमके जौने रहए, और आदमिके परमेश्वरको राज्य तुरन्त प्रकट होन लागो कहेके समझि रहए ।
\v 12 बा कहि, “एक जनि खानदनी आदमि एक राजके पाईके लौटन के आन कहिके और कोई दुरके देशमे गओ ।
\v 13 बा अपन दश जनि नोकरके बुलाईके बिनके सोनोको सिक्का दईके कहि जब तक मए लौटके ना आए हौ, जाहेसे व्यपार करिओ ।
\p
\v 14 पर प्रजा बिनके अच्छो ना मनत रहए और बे बिनके पिच्छु पिच्छु अईसो कहेके दुतनके कहान पठाई”, बे हमर उपर राज ना करए कहेके हम चाहात हए ।
\v 15 तव राज्य अधिकार पाईके लौटके पिच्छु अपन पैसा दएभए नोकरनके अपन ठिन बुलान हुकम दई, व्यपारसे बे कित्तो नफा करि कहेके बा जानन् जहात रहए ।
\p
\v 16 तव पहिले आन बारो अईसो कहि 'मालिक, तुमर सिक्कासे और दश सिक्का कमाओ हौ ।'
\p
\v 17 बा बासे कहि, 'क्ष्याबास अच्छो नोकर, तए दश शहेरके उपर अधिकार पए हए ।'
\p
\v 18 दुसरो आईके अईसे कहि’, मालिक तुमर सिक्कासे और पाँच सिक्का कमाओ हओ ।'
\p
\v 19 “बा बासे कहि, 'तए फिर पाँच सहेरमे अधिकार करहए ।'
\p
\v 20 एक और आईके आईसे कहि, ‘मालिक, देख, तुमर सिक्का हियाँ हए बा मए रुमालमे बाधके धरेहव ।
\v 21 मए तुमसे डराए गओ, काहेकी तुम कठोर आदमी हौ । जो ना धरे हव, बा लेत हओ । जो ना बोत हओ हुवासे कटनी करत हौ ।'
\p
\v 22 “बा बासे कहि, तिर मुहु की बातसे मए तेरो न्याय करङ्गो ए दुष्ट नोकर जो धरो न हौ बा लेत हौ और जो बोओ नहओ बा कटत हओ, 'मए कठोर आदमी हओ कहेके तय जानत रहए ।
\v 23 तव मिर सिक्का बैंकमे काहेना धरो? मए अईके ब्याज समेत बा पातो ।'
\v 24 “तव ढिगई ठणन बारेनसे बा कहि, हुवासे बा सिक्का लैके दश सिक्का होन बारेके दईदेबओ ।'
\p
\v 25 बा बिनसे कहि, ‘हजुर, बाके सँग त दश सिक्का हईएहए ।'
\p
\v 26 मए तुमसे कहत हव, जौन सँग हए बाके और जद्धा देहए पर जौन सँग ना हए बाके सँग भओ फिर बासे छिनो जाएहए ।
\v 27 पर मए बिनके उपर राज करन ना चाहान बारेन के मिरबे सत्रुनके हिया लाबौ और बिनके मिर अग्गु मारओ’ ।"
\p
\v 28 येशु जा बात कहेके येरुसलेम घेन गव ।
\v 29 जब बा बेथाफागे और बेथानिया के जौने जैतुन कहान बारो डगामे पुगो रहए, बा अपन चेलामैसे दुई जनिके अईसो कहेके पठाई,
\v 30 अग्गुके गाउँमे जाबओ और भीतर जातए जात तुम गधाको एक बच्छरा बधो पाबैगे, जौनके उपर हभैतक कोई आदमी ना चढ़ी हए । बाके खोलके हिना लाबौ ।
\v 31 कोई काहाबए जाके काहे खोलत हओ? 'कहेके तुमसे पुच्छए तव कहियो प्रभुके जाकी जरुरत हए।"
\v 32 बे पठाए भए गए, और बा बिनसे जैसे कहि उईसियाए पाई ।
\p
\v 33 बे बच्छराके खोलन लागे तव बच्छरक मालिक बिनसे पुच्छि”, तुम जा बच्छराके काहे खोलत हओ?”
\p
\v 34 बे कहि, “प्रभुके जाकी जरुरत हए ।"
\v 35 चेला बाके येशु ठिन लाई, और अपन लत्ता बच्छरा उपर धरके येशुके बक उपर बैठारी ।
\v 36 बा जात पेती, अपन लत्ता डगरमे बिछाई ।
\p
\v 37 बा जैतुन ड़ँगामे अईपुगो चेलाकी सबए भिड बाके देखके सबए शक्ति शाली कामके ताहि खुसी होत, परमेश्वरको प्रशंसा करत बडे जोरसे चिल्लान लागे ।
\v 38 “परम प्रभुके नाउँमे आनबारो राजा धन्यको हए! स्वार्गमे शान्ति प्रमधाममे महिमा ।"
\p
\v 39 औ भिडके कोई कोई फरिसि बासे कहि,” हे गुरु तुमर, चेलनके डाँटव।"
\p
\v 40 पर बा कहि, “मइए तुमसे कहत हवँ जे चुप लग हएँ तव पत्थर फिर चिल्लाए उठङ्गे ।"
\p
\v 41 जब येशु जउने आए पुगो और शहेरके देखी बा बाके ताहि रोई,
\v 42 शान्ति कौन बातसे लातहए कहेके तए आज फिर जानो होतो! पर अभए जा बात तिर नजरसे लुको हए ।
\v 43 काहेकी तिर उपर अईसे दिन अमङ्गे, जब तेरो सत्रु तेरो आस पाश जमा हुईके बाधँके घेरा लगामङ्गे, और सबए घेनसे पकडके तोके बँधङ्गे ।
\v 44 बे तोके और तिर भितर बैठन बारे तिर सन्तानके जमिनमे उठाईके पटङ्गे और एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर फिर न हुईहए, काहेकी तेरो अपनो उपर भव परमेश्वरको कृपा दृष्टिके तय चीन न पाओ ।
\p
\v 45 तव बा मन्दिर भितर कुचो और किनबेच करन बारेनके निकारी,
\v 46 और बिनसे कहि, “धर्मशास्त्रमे लिखो हए, 'मेरो घर प्रर्थाना को घर हुईहए,' पर तुम ता जाके डाकुको अड्डा बनाए हव ।"
\p
\v 47 बा हरेक दिन मन्दिर मे शिक्षा देत रहए । पर मुख्य पुजारी शास्त्री और जन्तानके प्रमुख आदमी बाके मारन ढुडि ।
\v 48 बे बाके मारन ताहि कोई उपय न पाई काहेकी सबए आदमी बाके बचनमे ध्यान दैके सुनत रहए ।
\c 20
\cl अध्धाय 20
\p
\v 1 येशू मन्दिरमे आदमीनके शिक्षा देत रहए। और बिनके सु-समाचार प्रचार करत रहए। धर्म गुरुके संग मुखिया पुजारि और सास्त्रि बाके ठिन आए।
\v 2 बासे पुछिं हमके बता कैन अधीकारसे तुम जा काम करत हौ, और तुमके अधीकार देन बारो कौन हए?”
\p
\v 3 बा बिनके जबाफ दै, मए फिर तुमसे एक बात पुछत हौ, मोके उत्तर देओ।
\v 4 युहन्नासे दौवभौ बप्तीस्मा स्वर्गसे रहए कि आदमी से?”
\p
\v 5 बे आपसमे बाहस करन लागे, “यदि स्वर्गसे काहमङ्गे कहेसे, तव बे कएहए, काहे बिस्वास नाकरत हौ?'
\p
\v 6 आदमीनसे काहामङ्गे तव, सब आदमी हमके पत्थर मरहए, काहेकी युहन्ना अगमवक्ता हए, कहीके विश्‍वास करत हए ।"
\v 7 जहे मारे बे जवाफ दै, “हम ना जानत हए कंहासे आओ हए ।"
\p
\v 8 तव येशु बिनसे कही,” महु फिर तुमके कौन अधीकारसे जा काम करत हौ, कहिके ना बताएहौ।"
\p
\v 9 बा आदमीनसे जा काहानी कही,” एक आदमी दाखबारी लगाई और अदीया दैके, बहुत दिनके ताही परदेश गओ।
\v 10 फरा पकन समयमे बा अपन हिस्साको फरा लेन अपनो एक नोकरके दाखबारिको मालिक अपनो अधीया बारो ठीन पठाइ, तव अधिया बारो बाके पिटके खालि हात पठाए दै।
\v 11 बा फिरके दुसरे नोकर के पठाइ, तव बे बाके फिर पिटी बेजत करके खाली पठाई दै।
\v 12 बा तिसरेके फिर पठाई बे बाके फिर घाएल बनाएके निकार दै।
\v 13 और दाखबारीको मालीख क, अब मए का करओ? मए अपन प्यारो लौणाके पठए हओ। शायद बाके बे आदर करङ्गे की।'
\p
\v 14 तव अधीय बारे बाके देख्के आपस मे बात करी, 'जा त हकबारो हए, हम जाके मारडारए और सम्पतीको हक हमर हुइहए ।'
\v 15 और बे बाके दाखबारीके बाहिर लैजाएके मारी ।अब दाखबारीको मालीक बिनके का करहै?
\v 16 बा आएके अधिया बारेनके मरहए, और दाखबारी औरेनके देहए ।“आदमी जा सुनके कही, अइसे कबहु ना होबए।“
\p
\v 17 तब बा बिनके देखके कहि, “जा धर्म शास्त्राको कहिनको अर्थ का हए” जौन पत्थरके भवन बनान बारे खारिच करिरह, बहे त कोनेको मुण पत्थर बनो।
\p
\v 18 बा पत्थर उपर गिरन बारे हरेक चकनाचुर हुइजए है, तव जौन उपर बा गिरएगो बा बाके भुवा बनएदेहए।"
\p
\v 19 तव शास्त्री और मुखिया पुजहारी बहे बेरा बाके पकणन ढुणी । बिनके पता रहए, कि जा काहानी बिनके बिरुध्दमे कहि रहए, तव बे आदमिसे डरात रहए।
\v 20 बे मौका देखन लागे, और धर्मि हुइके चुपरन बारे जासुसके बे बिनके ठीन पठाई । येशुके कहि बातके गलत सावित बानाएके, बाहए बातमे बाके फसाएके अधिकारीनके और हाकिमके हातमे बाके सौपङ्गे करके बे दाओ देखत रहए ।
\v 21 बे बासे पुछी” गुरुजी हम जानत हए तुम ठीक बोलत हौ और ठीक सिखात हौ, कोइको पक्षपात नकरत हौ, पर सत्यके सँग परमेश्वरको डगर सिखात हौ ।
\v 22 हमे कैसरके कर तिरन ठीक हए कि ना?”
\p
\v 23 येशू बिनको कपट समझके कहि,
\v 24 मोके एक सिक्का दिखाबओ, जामे कोनको चित्र और कौनको नाउँ लिखो हए? “बे कहि, कैसरको।"
\p
\v 25 बा बिनसे कहि,”जहए मारे जो कैसरको हए बा कैसारके देबओ और जो परमेश्वरको हए बा परमेश्वरके देओ।"
\v 26 आदमीके अग्गुबे बाके बातमे फसाए ना पाई, और बाके बातमे बे अचम्मो मानके छक्क पणके कछु ना कहेपाइ।
\p
\v 27 तव पिच्छू बाके ठिन कोइ सदुकी आए । मरके पुनरुत्थान ना होत हए, कहिके बिनको बिचार रहए। बे बासे पुछी,
\v 28 ”गुरुजी मोसा हमके लिखिरहए, कि कोई आदमीको विवाहित ददा बिना सन्तान मरतहए कहेसे, भईया बाके बैयरसे बिहा करके ददाको सन्तान खणा करन पणत रहए ।
\v 29 सात भईया रहए जेठोसे एक बैयर लाई और बिना सन्तान मारगौ
\v 30 और मझलोसे,
\v 31 और सझलोसे बहए बिहा करी और उइसे करके बे सातओ जनि बिना सन्तान मरिगए
\v 32 पिच्छु बा बैयर फिर मर्गइ,
\v 33 जहए मारे मरके पुनुरुत्थान हुइहए, बा बैयर बिन मैसे कौन कि बैयर हुइहए? काहेकि बा सातौ जनिकी बैयर भइरहए ।"
\p
\v 34 येशु बिनसे कहि जा युगमे, आदमी बिहा करतहए, और बिहा कर देत हए ।
\v 35 पर बा युग तक पुगन योग्य ठहेरन बारे और मरके जिन्दा हुइके उठन योग्य होन बारे ना विहा करत हए, ना विहा कर देत हए।
\v 36 बे फिर मरत ना हए कहेकी बे स्वर्गदुतके सामान होत हए, और पुनरुत्थानके सन्तान होनके कारन बे परमेश्‍वरके सन्तान हए ।
\v 37 पर मरन बारे जिन्दा हुइके उठङ्गे कहि बात मोसा फिर झुणाके विवरनमे परमप्रभुसके अब्राहमको परमेश्‍वर, इसाहकको परमेश्‍वर और याकुबको परमेश्‍वर कहेके दिखाइ दइ।
\v 38 बा मरन बारेन को परमेश्‍वर नाहए, पर जीन्‍दनको परमेश्वर हए, काहेकी सब बाके ताही जित हए ।"
\p
\v 39 और शास्त्रि मैसे कोइ कोइ कही गुरुजी तुम ठिकए कहे।"
\v 40 तब पिच्छु कोइ बासे प्रश्‍न पुछनको हिम्मत ना करी।
\p
\v 41 येशू बिनसे कही,”ख्रीष्ट दाउदको पुत्र हए कहेके बे कैसे काहत हए?
\v 42 काहेकी भजनके पुस्तकमे दाउद अपनए कहीहए,” परमप्रभु मिर प्रभुसे कही,”तुम मिर दहिना हात घेन बैठओ।
\q
\v 43 जब तक तुमर शत्रुनके तुमर पवदान ना बना मङ्गो।'
\p
\v 44 अइसिए दाउद ख्रीष्टसे प्रभु कहत हए, फिर कैसे बा दाउद को पुत्र भओ?”
\p
\v 45 और सब आदमी सुनत करत बा अपन चेलनसे कही,
\v 46 लम्बो कुर्ता पैधके इतए उतए नेगत, और बजारमे अभिबादन ढुणत, और सभाघरमे प्रमुख आसन और भोजमे आदरको स्थान रुचान बारे शास्त्रीनसे होसियार रहबओ।
\v 47 बे बिधवनको घर हणपत हए, और लम्बो देखावटी प्रार्थना करत हए ।जो जध्धा दण्ड पामङ्गे।
\c 21
\cl अध्धाय 21
\p
\v 1 बा धनीके देखि अपन-अपन भेटी दान पात्रमे धरत देखि।
\v 2 बा गरीब बिधवाके हुँवा दुई पैसा चढात फिर देखि।
\v 3 तब बा कही निहात्य मए तुमसे काहत हौ, जा गरीब विधवा औरनसे सबसे जाधा चढाइ है।
\v 4 काहेकी जे सब अपने प्रस्सता से भेटी चढाई हए, पर जा गरीबी मैसे अपन सबै जिविका दै।"
\p
\v 5 अब कोइ-कोइ सुतरे -सुतरे पत्थर और दानमे प्राप्त भए समान सुसज्जित भए मन्दीरके बारेमे बात करन लागे, येशु कहान लागो।
\v 6 तुम जो देखे हौ, अइसो समय आबैगो जब एक पत्थर उपर दुसरो पत्थर ना राहाबैगो, बे सबए भसम हुइजएहए ।"
\p
\v 7 बे बासे पुछी, गुरुजी जे सब कब हुई हए? और जे सब बात होत तव का चिन्ह हुइहए?
\p
\v 8 बा कहि, होसीयार रहो, तुमके कोइना बहकाबे ना । मिर नाउँमे तमान आदमी मए बहए हौ, और समय ढिगई आएगओ हए, कहिके काए हए । उनके पिछु तुम मत लागौ ।
\v 9 तुम जब लणाई और खैलाबैला कि बात सुनएगे तओ तुम मत डराबौ, काहेकि पहिले जे घटना होनए पणैगो, पर अन्त्य तुरुन्तए ना होबएगो ।"
\p
\v 10 तव बा बिनसे कहि, “राष्ट के बिरुध्दमे और राज्य राज्यके बिरुध्द मे उठँङ्गे ।
\v 11 भैयङ्कर हालाचाला आमङ्गे तमान जघामे भुक्मरी और हैजा आमङ्गे, भैयङ्कर लडाई होमङ्गे, औ बादरमे बणे बणे चिनह होमङ्गे ।
\v 12 पर जे सब बात होनसे अग्गु आदमी तुमके पकण्ङ्गे, और सतामङ्गे और तुमके सभा घरमे सौप देहए, और झेलमे डार देहए। तुमके मिर नाँउ के कारन राजा और हाकिमके अग्गु पुगएहै ।
\v 13 पर तुमर ताहि जा एक गवाही देनको अवसर हुइहए ।
\v 14 जहय मारे अपन बचावके ताहि का कहाङ्गो सो अग्गुसे मत सोचओ कहिके अपने मनमे पक्का करौ ।
\v 15 काहेकि मैतुमके अइसो मसकनके ताही बचन और बुद्धी देहओ ।कि तुमर बिरोधि उत्तर ना दै पैहए, और खन्डन फिर ना कर पैहए ।
\v 16 पर तुमर अइया- दउवा और दादा भैया, नातेदार और सँगी फिर तुमके पकणाए देहए, और तुम मैसे कोइ-कोइके बे मारङ्गे ।
\v 17 मिर नाउँके ताही तुमके सब आदमी घृणा करङ्गे।
\v 18 पर तुमर शरीरके एक बार फिर नष्ट ना हुइहए।
\v 19 तुमर धैरिय द्वाराके अपनो प्राण पाबैगे औ बचाबएगे।
\p
\v 20 पर जाब तुम येरुसलेमके, सेनानसे घिरो देखैगे, तव बाको बिनास जैने आइगैहए कहिके जानै ।
\v 21 तब यहुदियमे होनबारे पाहाण घेन भाजै । शहेर भितर होनबारे बाहिर भाजै, और बाहिर गाउँमे होनबारे शहेर भितर ना घुसए ।
\v 22 काहेकि लिखो भौबात सब पुरो होन हए, बे बदला लेनके दिन हुइहए ।
\v 23 बे दिन मे गर्बबति और दुध खबान बारी बैएरऐ! काहेकि बा देशके उपर बणे- सङ्कट आबएगो, और बे आदमीके उपर क्रोध आए पणएगो ।
\v 24 बे तरवारसे मारेजामङ्गे, और सब देशमे बे कैदी बनाएके लैजामङ्गे और गैर यहुदीयनको समय पुरो ना होन तक बे यरुसलेमके कैदी बनायके धरङ्गे ।
\p
\v 25 दिन, जोनि और तारामे चिहना दिखाइ देमङ्गे, और समुन्द्रको गरजन और छालसे ‘पृथ्वीके राष्ट शंकष्टमे पणके व्याकुल होमङगे
\v 26 संसारमे होनबारो घटनाको अशंकासे आदमी बेहोस होमङ्गे काहेकी बादरको शक्ती डगमगाबैगो ।
\v 27 तव आदमीक लैणके शक्ती और मह महीमासंग बादरमे आत बे देखङ्गे।
\v 28 जब जे बात होमङ्गी, तव उठव और अपन मुणीयाके उपर उठएके देखओ, काहेकी तुमर उद्धार जौने हए।"
\p
\v 29 येशू उनसे एक काहानीमए कही हुलर रुखा और सबै रुखाके देखओ,
\v 30 बिनको पतझर देखके तुम अपनै पता पएहओ, कि, ग्रिष्म ऋरु ढिङ्गै हए।
\v 31 जहेमारे तुम फिर जब जा बात होत देखैगे, तव परमेश्वरको राज्य ढिगैहए कहिके पतापाबैगे।
\v 32 निहात्या मै तुमसे काहत हओ, जे सब घटना पुरो ना होनतक जा पुस्ता ना बितैगो ।
\v 33 आकास और पृथ्वी बित जैहए, पर मिर बचन ना बितैगो ।
\p
\v 34 पर तुम अपने बारे मे होशियार राहबओ । नित भोक बिलास सराबी पन और जिबानको चिन्तासे तुमर मन भरए, और तुमर उपर बा दिन इकबरीए फाँसि हानि आए जएहए।
\v 35 काहेकि अइसिए त सारे पृथ्वीभरमे बैठन बारे सबैके उपर फाँसी हानि आए पणैंगो ।
\v 36 पर आनबारो जा सब बासे उम्कन, और आदमीके पुत्रके अग्गु ठाणंन सामर्थ होन ताहि, सब समय प्राथना करत राहओ।"
\p
\v 37 येशु दिनमे मन्दीर मे शिक्षा देत रहए, और रातके जैतुन काहन बारो डंगा मे रात गुजारत रहए ।
\v 38 बक बचन सुनन् ताहि सबै आदमी सबेरे से मन्दीर मे आत रहए ।
\c 22
\cl अध्धाय 22
\p
\v 1 अखमिरि रोटिको त्यूहार ढिगै आएगओ रहए । जासे निस्तार त्यूहार काहत हए ।
\v 2 मुख पुजारि और शास्त्री बाके कइसे मारै कहिके सल्लाहा करत रहए, पर बेआदमीनसे डरात रहए ।
\p
\v 3 बाह्र जनी मैसे यहुदा इस्करियोत के भितर शैतान घुसगओ ।
\v 4 येशूके बिनके हात मे कैसे पकणबामए कहिके मुख पुजारि और कप्तानके ठिन जाएके बा सल्लाहा करी ।
\v 5 बे खुशी भैय, और बाके रुपैया देन कबुल करी ।
\v 6 बा सहमत हुइगओ, और भिण ना भओ बेरामे बाके पकणन मौका ढुणन लागो ।
\p
\v 7 अखमिरी रोटीको त्युहारको दीन रहए जौनदीनसे निस्तारको थुमा (बकरा) बलीदान चणांन पणंत रहए ।
\v 8 बा पत्रुस और युहन्नाके अइसे कहिके पठाइ,” जाएके हमर ताहि निस्तार त्युहारको भोज (खानु) तयार करौ,
\v 9 बे बासे कही,” हम जा भोज (खानु) कहाँ तयार करएँ?
\p
\v 10 बा उनसे कहि, “सुनओ, जब तुम शहेर मे घुसओ, पानीको घल्ल बोकन बलो एक जनी आदमीसे मिलैगो । बा जौन घरमे घुसैगो हुँव तक बाके पिच्छु लगियो।
\v 11 तब तुम बा घरको आदमीसे कहियो, गुरु तुमसे पुछत है, मै अपन चेलन सँग निस्तार त्युहारको भोज खान बारो कोठा काहँ पर हए?'
\v 12 बा तुमके उपर तल्लामे सजोसजाओ भओ बणो कोठा दिखाबैगो, और हुँवए तयार करीओ ।
\v 13 अइसिए बे गैए और बा कहो हानिपाइगए, और बे निस्तार त्युहार भोजको खानु तयारि करी ।
\p
\v 14 और जब समय आओ, बा प्रेरितनके सँग भोजन करन बैठो।
\v 15 बा उनसे कहि, “मै दुःख भोगनसे अग्गु जा निस्तार त्युहारको भोजन तुमर सँग खान बणो इच्छा करो रहओ ।
\v 16 काहेकि मै तुमसे काहत हौ, परमेश्वरके राज्यमे जा पुरो ना होन तक मै जा भोज फिर ना खामङ्गो ।"
\v 17 तव येशू कटोरा लैइ, और जब बा धन्या बाद चढाएके बा कही,”जा लेबओ, और तुम आपस मे बँटओ ।
\v 18 काहेकि मै तुमसे काहत हौ, परमेश्वरको राज नाआन तक अब मै अङ्गुरको रस ना पिमङ्गो।"
\v 19 और बा रोटी लै, और धन्या बाद चढएके बाके तोडी और उनके अइसो कहिके दै, तुमर ताहि दौ भव जा मिर शरीर है ।मिर यादमै जा करीओ।
\v 20 अइसी कहिके खाएके बा कटोरा लईऔर कही,” जा कटोरा तुमर ताहि बाहो भव मिर खुनमे भओ नयाँ करार हए ।
\v 21 पर ध्यान देबओ । मोके धोका देन बारो जहे टेबुलमे हए ।
\v 22 काहेकि आदमीको लौणात कहो भओ समयमे जान पणत हए । पर बा आदमीके धिक्कार हए जौनसे बाके विश्‍वासघात होबएगो ।"
\p
\v 23 और बिन मैसे कौन अइसे करैगो बे अपनए प्रश्‍न करन लागे ।
\p
\v 24 अब बे मैसे सबसे बणों कौन हए कहिके बिनके बिचमे बाद बिवाद होन लागो ।
\p
\v 25 बा बिनसे कहि, अन्या जातिक राजा उनके उपर प्रभुत्व करत हए, और बिनके उपर अधिकार चलानबारेनसे आदरको अगुवा कहत हए ।
\v 26 पर तुम मे अइसो ना होबौ । तुम मैसे जैन बणो है, बा सबसे छोटो बनए और सबसे जरुरि बात काहए कहेसे बा सेबा करन जैसो होबए ।
\v 27 काहेकि बणो कैन है? खानु खान बैठन बारो कि सेवा करन बारो? का खनु खान बैठन बारो नाहए? पर मै त तुमर बिचमे एक जनी सेवा करन बारो जैसो हव ।
\p
\v 28 पर मिर परिक्षामे मोके साथ देन बारे तुमहीं हौ ।
\v 29 जैसे मिर पिता मोके एक राज्या दै हए, मए फिर तुमके दे हौ ।
\v 30 ताकि मिर राज्यामे तुम मिर टेबुलमे खाबैगे और पिबैगे, और इस्स्रयलके बाह्रए कुल मए न्याय करके सिंहासनमे बैठैगे ।
\p
\v 31 सिमोन, हे सिमोन देख शैतान तुमके गेहुं हानि निखारन बारो अनुमती मागी हए ताकि बा तुमके अपने हातमे करसकए ।
\v 32 पर मै तिर विषवास ना डगमगाए कहिके तिर ताहि प्रार्थना करो, और तुम फिर घुमके तिर भैयान के स्थिर करीए ।
\p
\v 33 तव पत्रुस बा से कहि, “हे प्रभु मै तिर सँग झेल खानामे और मृत्यु तक जान तयार हौ ।"
\p
\v 34 तव बा कहि, “पत्रुस, मै तोसे कहत हौ, तए मोके ना चिनत है, कहिके तिन चोटि अस्विकार ना करन तक, आज मुर्गा ना बासैगो ।"
\p
\v 35 येशु बिनसे कहि, जब मै तुमके थैलि और झोलि और जुता बिना पठाओ रहओ, का तुमके कोइ चिजको कमी भओ? बे कहि ना भओ ।
\p
\v 36 बा हकि, पर अब जौनके थैलि हौ, बा बाके बोकए, उइसी झोला फिर बोकए । और जौनक सँग तरवार ना हौ, और बा अपनो लत्ता कपडा बेचके तरवार लेबए ।
\v 37 काहेकि मै तुमसे काहत हौ, बा अपराधी सँग गिनैगो, कहिके मिर बारेमे जो अगमवाणी लिखि हए बा पुरो होनए हए । हाँ मिर बारेमे लिखो बात पुरा हुइ रहो हौ।
\p
\v 38 तब चेला कहीँ, हे प्रभु देख, हियं दुई तरवार हौ। “और बा कहि, इतका होएसे पुग जएहै ।"
\p
\v 39 बाहेर निकरके रोज दि हानि डंगामे गओ।और बके चेला फिर पच्छु-पच्छु लागे ।
\v 40 बा ठाँउमे पुगके बा उनसे कहि, “तुम प्रार्थना करे राहबओ, और परिक्षामे मत पणौ ।"
\v 41 बा बिनसे प्रायःतिस मिटर दुर जाएके घुटो टेकके प्रार्थना करि ।
\v 42 “हे पिता, तिर इच्छा हए कहेसे, जा कटोरा मिर ठिनसे हटाए दे । पर मेरि इच्छा नाए, पर तिर इच्छा पुरि होबए ।"
\v 43 तव स्वर्गसे एक दुत बाके बल देन बाके ठिन दिखाइ पणो ।
\v 44 गजब सँकष्टमे पणके आग्रह पुर्वक बा प्रार्थना करन लागो, और बक पसिना खुनको बुदा बुदा हानी जमिनमे गिरत रहै।
\v 45 जब बा प्रार्थनासे उठके चेला ठिन आतपेति, बा बिनके शोकके कारण निधानो देखि ।
\v 46 और बा उनसे पुछी, तुम काहे निधाए रहेहौ? उठौ और परिक्षामे ना पणन ताहि प्रार्थाना करौ ।"
\p
\v 47 देखओ बा मसकतय मसकत एक भिण हुंवा आएगइ । बाह्र चेला मैसे एक जनी यहुदा कहिन बारो अग्गु अग्गु आओ । बा येशूके चुमन, बाके ठिन आओ ।
\v 48 पर येशु बासे कहि, यहुदा का तय आदमीक पुत्रके चुम्बनसे विशवा घात करन चाहत है?”
\p
\v 49 तव बक झौने झौनेमे भए जो होत रहए, ब देखि, बे कहि, “प्रभु का हम तरवरा चलामै?”
\v 50 बे मैसे एक आदमि प्रधान पुजारिक नोकरके मारी, और बक दहिना कान काटदै ।
\p
\v 51 पर येशु कहि, “हुइगओ, “अब अइसो मत करओ ।" और बक आदमिक कान छुइके, बा बाके अच्छो कर दै।
\v 52 और बाके बिरुद्धमे आए भए मुख पुजारि, मन्दीरके कप्तान और धर्म गुरुसे बा कहि,” का तुम डँकुके विरुद्धमे आए हानि तरवार और लठ्ठी लैके आए हौ?
\v 53 मै रोज दिन मन्दीरमे तुमर सँग रहौ, तुम मिर बिरुद्धमे हात ना उठाए । पर अब तुमर समत है, और अन्धकारको शक्ति जहे है ।"
\p
\v 54 बे येशुके पकणके लैगै, और बाके प्रधान पुजारिके घरमे लाई । पर पत्रुस दुरसे बाके पिछु पिछु लागो ।
\v 55 हंवा आगनके बिचमे आगि पजारके आदमी जमा हुइके बैठे रहै ।पत्रुस फिर उनके बिचमे बैठो ।
\v 56 एक नेकर्नि आगिके उजियारेमे बाके बैठो देखके अच्छेसे देखी, और कहि, “जा आदमि फिर बिनके सँग रहै ।"
\p
\v 57 पर पत्रुस अएसो कहिके इन्कार करी, ए नारि, मै बाके ना चिनत हौ ।"
\p
\v 58 थोरि देर पिच्छु दुसरो बाके देख्के कहि, तए फिर बेहि मैसे कोइ एक हौ । तव पत्रुस जवफ दै,”ए आदमी, मै ना हौ ।"
\p
\v 59 लगभग घण्टा पिच्छु और एक जनी जोर दैके अइसो कहि, “निहात्य जा आदमी बहेके सँग रहै, काहेकि जा फिर गालीलीए है ।"
\p
\v 60 पर पत्रुस कहि, ए आदमी, तुम का काहतमै हौ, मै ना जानत हौ ।" बा मस्कतै मस्कत मुर्गा बास्दै ।
\p
\v 61 और प्रभु घुमके पत्रुसके देखी । आज “मुर्गा बासनसे अग्गु तए मोके तीन चोटी इन्कार करहए । कहीके प्रभुको कहो भौ बचन याद भौ ।"
\v 62 और बा बाहीर निकरके धर धरउटी रोन लागो ।
\p
\v 63 तव येशुके पक्रके आदमी बाके खिसबांइ और पिटिं ।
\v 64 बाकी आंखीमे पट्टीसे लपेटके बासे पुछी, तोके मारन बारो कौन हए? “ले अगमवाणी कहा!
\v 65 बे बा के बिरुद्धमे घृनापूर्ण बात कही और बाके उपर ईश्‍वार -निन्‍दाको आरोप लगाइ ।
\p
\v 66 उज्यारो होतए जमा भए, जनतनके धर्म गुरु, मुखीय पुजारी और शास्त्री दोने बाके अपन महासभामे लै गै।
\v 67 और कही,” तए ख्रीष्ट है कहेसे हमके बता ।" बा उनसे कही, मै बतै हौ कहेसे फिर तुम ना पतियए हौ ।
\v 68 मै प्रश्‍न करङ्गो कहेसे, फिर तुम जवाफ ना देहौ ।
\v 69 पर आदमीको पुत्र परमेश्वरको शक्तीको दहिना घेन बैठैगो ।
\p
\v 70 तव बे सब कही, तव का तै परमेश्वरको पुत्र हौ?”बा बिनके उत्तर दै, तुमही काहत हौ ।"
\v 71 बे कही,” हमके अब और का शाक्षीको आबश्यक्ता है का? कहेकी हम बहेके मुहसे सुन लै ।"
\c 23
\cl अध्धाय 23
\p
\v 1 बे सबए दलके उठे, और बाके पिलातस ठिन लैगए ।
\v 2 बे बाके उपर अइसो कहिके दोष लगान लागे, जा आदमी हमर देशके बहकात हम पाइगए । जा कैसरके कर तिरनसे रोकत है, अपनेके मै ख्रिष्ट, एक राजा हौ कहिके काहत है ।"
\p
\v 3 पिलातस बासे पुछी, का तै यहुदिक राजा है? “येशु “जबाफ दैके कहि, तुमही अइसो काहत हौ ।
\p
\v 4 तव पिलातस मुख्य पुजारि और भिडसे कहि, मै जा आदमीमे कुछु दोष ना पाओ ।
\p
\v 5 तव बे बणे जोर दैके कही, जा सारा यहुदिया और गालीलीसे जा ठाउँ तक शिक्षा देत आदमीके भडकात है ।"
\p
\v 6 तव पिलातस जा सुनके, जा आदमी गालीलीको है कि, कहिके पुछी ।
\v 7 तव बा हेरोदको इलाकाको आदमी है, कहिके पता पएके पिलातस येशूके हेरोद ठिन पठाइदै ।
\v 8 जब येशुके देखके हेरोद बेढम खुशी भौ । काहेकि बा बाके बारेमे सुनी रहए, बेढम दिनसे बाके देखन इच्छा करत रहए, और बा कुछ अछम्मो काम करो भौ देखन आशा करत रह ।
\v 9 हेरोद येशूसे बेढम प्रश्‍न पुछी, और येशू बाके कुछू जवाफ ना दै ।
\v 10 मुख पुजारी और शास्त्री ठाणके येशूके जोणतोणसे दोष लगान लागे ।
\v 11 हेरोद अपन सिपैया सँग मिलके बासे घृणापुर्ण व्यवहार करी, और बाको गिल्ला करी। पिच्छु बाके अच्छो कपडा पहिदायके पिलातसठीन घुमाएके पठाए दै।
\v 12 बहे दिन पिलातस और हेरोध दोनो आपसमे मित्र भए।काहेकि अग्गु बिनके बिचमे दुश्मनि रहै।
\p
\v 13 तव पिलातस मुख पुजारि शासक, और जनताके जमा करी।
\v 14 बा बिनसे कहि, तुम आदमीके भणकान मारे जाके मिर अग्गु लाए। तुमारी अग्गु मय शोद पुछ करो, तुम इनके उपर लगाय भौ दोष मय ना पाओ।
\v 15 १५ हेरोद फिर दोष ना पाई, कहिके बे जाके हमर ठिन घुमाइ दै। अब देखौ जा मृत्यु दण्ड पानको योग्या कुछु काम ना करी है।
\v 16 जहेमारे मै जाके सजाए करके छोड देहौ।
\v 17 त्युहारको उपलक्षमे बिनके ताही पिलातस एक जनी कैदीके छोडदेनपडत रहै।
\p
\v 18 बे सब एकसँग अइसो कहिके चिल्लाई “जाके हमरीबिचसे हटाए देओ, और हमर ताही बारब्बाके छोड देबौ ।"
\v 19 बारब्बा शहेरमे भव विद्रोह और हत्याको काण्डमे झेलमे थुनो भओ एक आदमी रहए ।
\v 20 येशुके छोणन इच्छा करके पिलातस फिर उनके सम्झाइ ।
\p
\v 21 पर बे अइसो काहत चिल्लाइ बाके क्रुसमे टाँग देओ और बाके क्रुसमे टँगदेओ ।"
\v 22 तव बा तिस्रो चोटी बिनसे कही, “काहे, जा आदमी का खराब करी हए? मै त जाके मृत्यु दण्ड देन कोइ बजैए ना पाओ, जहेमारे मै जाके सजाय करके छोड देहौ ।"
\v 23 तव बे बणो जोरसे चोल्लाई बाके क्रुसमे टँगन पणैगो, कहिके माग करन लागे ।बिनको चित्कार सफल भौ।
\v 24 तव पिलातस बिनको मंग पुरा करदेन फैसला करी ।
\v 25 पिलातस बारब्बाके छोडदई, जो विद्रोह और हत्या काण्डमे झेलमे पणो रहै बहेके छोड देओ कहिके बे माग करी रहै, पर येशुके त बे बिनके इच्छामे सौप दै।
\p
\v 26 बे बाके बाहुनासे लैजात पेती, गाँउसे आनबारो शिमोन नाउँको कुरेनि निबासीके पकणी, और क्रुस बोकके बाके पिच्छु पिच्छु जान लगाई।
\v 27 आदमीको बणो भिण बाके पिच्छु लागो, बा मे बैयर फिर रहै जो, बिलखात रहए और रोत रहै ।
\v 28 तव बिनके घेन घुमके येशु कही, यरुसलेमके लौणीय, मिर ताहीं मत रोबओ, पर तुम अपन ताही और अपन लौणा-लौणीयाके ताही रोबओ ।
\v 29 काहेकि बे दिन आन बारे है, जब आदमी काहामङ्गे धन्या बाँझी और गर्भधारन ना करन बारी कोख और दुध ना खबान बारी बैयर ।
\v 30 तव बे पाहडसे काहामङ्गी हमर उपर गिर और डँगासे काहामङ्गी हमके तोप ।'
\v 31 काहेकी बे ता, रुखा हरो होत जा काम करत है, तव सुक्खा होत का करङ्गे?”
\p
\v 32 अब बे दुई अपराधीनके फिर बाके सँग मृत्यु दण्ड देन ताही लैगए रहए ।
\v 33 जब बे खप्पेर कहिन बारो ठउँमे आए, तव हुँव बे बाके क्रुसमे टाँगी, और बे अपराधी मैसे एक आदमीके दहीना घेन और दुसरेके दिब्रा घेन क्रुसमे टाँगी ।
\v 34 तव येशु कही, “हे पिता, यिनके क्षमा करीए, काहेकि जे का करत है सो ना जानत है ।" तव बे बाको कपणाको चिट्टा डारी ।
\v 35 आदमी ठाणके देखत रहै, शासक बासे ठट्टा करत कहि, “जा परमेश्‍वरको ख्रिष्ट हए कहिसे जा औरनके बचाई औ अब अपनेके बचाबै ।"
\p
\v 36 सिपाहि फिर आएके बाके सीर्का देत अइसो कहिके अपमान करिइँ,
\v 37 तए यहुदिक राजा है कहेसेत अपने आपके बचा ।
\v 38 जा यहुदिनको राजा है “करके दोष-पत्र बाके फिर उपर रहए ।
\p
\v 39 क्रुसमे टँगो अपराधि मैसे एक जनी अपराधि बाके अपमान करत कही, “का तुम ख्रीष्ट ना हौ, तुम अपनेके और हमके बचाओ ।"
\p
\v 40 तव बा के ढाँटके दुसरो कहि, “तय फिर दण्डमे पणो है, तहु फिर परमेश्‍वरको डर ना मानत है?
\v 41 हमर दण्ड त न्यायसे है, काहेकि हम त अपनो कामको ठिक फल भोग रहे है, पर जा आदमी ता कोइ गलत काम ना करि हए ।"
\v 42 तव बा हकि, हे येशु तुम अपने राज्यमे आबौ तव मेके सम्झीयौ ।
\p
\v 43 बा बासे कहि सच्ची मै तुम से काहत हौ, आजै तुम मिर सँग स्वर्ग लोकमे हुइ हओ ।
\p
\v 44 लगभग दुपाहरको बाह्र बजे रहै, और तीन बजे तक सारे देशमे अन्धकारसे ढाग गओ ।
\v 45 दिनको तेज कम हुइगौ, और मन्दीरको पर्दा बिचसे फटके दुई भाग हुइगौ ।
\v 46 येशू बणो जोरसे चिल्लाइके कहि, “हे पिता मै मेरो आत्मा तुमारे हातमे सौपत हओ । यितकै कहिके बा अपने प्रान त्याग दै ।"
\p
\v 47 जा सब देख के कप्तान अइसो काहत परमेश्‍वरको महिमा करी, निहत्य जा धर्मी आदमी रहए ।"
\v 48 जा ठाउँमे आएभए सबए भिड हुआपर भओ घटना देख्के बे अपनी छाती पिटतए घुमगए ।
\v 49 तव बक चिनाजान और गालीलसे बाके पिच्छु आनबारे बैयरए दुरसे ठाणंके जा घटना देखी रहै ।
\p
\v 50 योसेफ नाउँ भव एक जनी अच्छो आदमी रहए ।बा माहा सभामको सदस्य फिर रहए ।
\v 51 बा बिनके सल्लाह और कर्यमे सहमति ना दै रहए । बा यहुदीनको अरिमाथीया शहरको आदमी रहए । बा परमेश्वरको राज्यको डगर देखत रहए ।
\v 52 जे आदमी पिलातस ठिन जाएके येशुको लास मागी ।
\v 53 बा को लास तरे उतारके मलमलको कपडामे लपेटके, और चट्टानमे ढोडर बनाएके एक चौरामे धरी, जहँ कबहु कोइके ना धरि रहै ।
\v 54 बा तयारीको दिन रहै, और शबाथ-दिन शुरु होन लागो रहए ।
\v 55 गालीलसे बाके सँगमे आन बारि स्त्री पिच्छु पिच्छु गई, और बा मृत्युके गड्डामे येशूकोशरीरके कैसे धरिरहए, बाके देखिं ।
\v 56 तव घुमके बे सुगन्धीत मलहिन और अत्तर तयार करके, तव व्यवस्थाके कहो जैसो शबाथमे बे विश्राम करी ।
\c 24
\cl अध्धाय 24
\p
\v 1 हप्ताक पहिलो दिन सबेरे बे बैयर तयर करके सुगन्धीत मसला मरघटैयामे लैके आई ।
\v 2 बे पत्थर गड्डासे हटो पाई ।
\v 3 तव बे भितर घुस्के प्रभु येशुक शरीर ना पाई ।
\v 4 जब बे जाके बारेमे अलमल्लमे पणीगए रहै, अचानकसे चमकन बारो लत्ता पैधे दुई लोग बिनके ठिन ठाणगए ।
\v 5 बे डराए गइ और जमिन घेन मुण झुकाई, तव बे दुई लोग कही,” तुम जिन्दाके मरेनके बिचमे काहे ढुणत हओ?”
\v 6 बा हियँ नाहए, पर जिन्दा हुइके उठिगओ है! गालीलमे होत बा तुमसे का कही रहए, बा याद करओ ।
\v 7 कि आदमिक पुत्रके पापीआदमीके हातमे सौंपङ्गे और क्रुसमे टँगङ्गे, और तीस्रो दिनमे जिन्दा हुईके उठन जरुरि हए ।"
\v 8 तब बे बैयर बाको बचन सम्झीं ।
\v 9 और मरघटैयासे घुम्के बे जा सब बात एघार चेलनके और सबैके बताई दै ।
\v 10 बे बैयर, मरियम मग्दलिनी, योअन्ना और यकुब कि अईया मरियम रहैं । बिनके सँग और बैयर फिर जा बात प्रेरितके बताई ।
\v 11 तव बे जा बातके बेकार हए कहिके ठानी और बे विश्‍वास ना करी ।
\v 12 तव पत्रुस उठके मरघटैयामे दौणके गओ, और निहारके देखि, सुती लत्ताक पट्टी इकल्लो देखी । तब पत्रुस बा घटना देखके अचम्मो मानके बा गइभव ।
\p
\v 13 बहे दिन बाके चेला मैसे दुई जनी यरुशलेमसे प्रायः साठी किलोमिटर दुरको इम्माउस नाउँको एक गाउँ घेन गए रहए ।
\v 14 घटे भए सब घटनक बारेम बे अपसमे बातचित करत रहै ।
\v 15 बे अपसमे बातचित करत और बहस करत बेरा येशु अपनए बिनके ठिन आएके बिनके सँग गओ ।
\v 16 पर बिनकि आँखी बाके ना चिनन् बारी बनाए दै रहै ।
\v 17 येशू बिनसे कही,” तुम नेगत आपसमे का बहस करत रहओ? बे उदास हुईके ठौण रुकिगए ।
\p
\v 18 बे दुई मैसे क्लोपास बाके जवाफ दै,” जे दिनमे यरुशलेममे भइ बातके पता ना पान बारे आदमी का तुम इकल्ले हओ?”
\p
\v 19 बा बिनसे पुछी, का बात, बे जवाफ दैः येशु नासरिक बारेम बा एक अगम वक्ता रहए, और परमेश्‍वार और सब आदमीके सामने काम और बचन मे शक्तीशाली रहै ।
\v 20 तव मुखीया पुजारि और हमर शासक बाके मृत्यु दण्डके ताही सौँपी, और बाके क्रुसमे टाँगी ।
\v 21 इस्राएलको उद्धार करन बारो बहे हए, कहिके हम आसा करे रहै । जा सब बात छोडके जा घटना घटके आज तिस्रो दिन है ।
\v 22 जाः बाहेक हम मैसे कोईकोई बैयर अचम्मो बताइ है । बे आज सबेरे चिहानमे गई रहै ।
\v 23 और येशुक शरीर ना पाई, बे आएके हमके सुनाई, हम स्वर्गदुत देखे, बा येशु जिन्दा हुइगव है कहि ।
\v 24 हम मैसे कोई-कोई मरघटैयामे गौ, और बे बैयर जो कही रहै, उइसी पाई, तव बाके ना देखी ।"
\p
\v 25 येशू बिनसे कही,” अबुझ आदमी तुमर ह्रदय यित्तो सुस्त काहे भव हए, का अगमवक्ता कही बातमे विश्‍वास ना करत हौ?
\v 26 का ख्रिष्टके जा कष्ट भोगनो और अपनी महिमामे प्रवेश करन जरुरी ना हए का?”
\v 27 तव मेशा और सब अगमवक्तासे सुरु करके बा धर्म शास्त्रमे अपने बारेमे लिखी बातको अर्थ बिनके खोल दै ।
\p
\v 28 बे जौन गाउँमे जात रहै, बाके ठीन पुगे। बा और दुर जानके चाहत रहए, जैसो करी ।
\v 29 तव बे बाके अइसो करके कर लगाई,” हमर सँग बैठओ, काहेकी साँझा होन लागो, और दिन बहुत ढल गओहै ।" और बा बिनके सँग बैठनके घर भितर घुसो ।
\v 30 जब येशु बिनके सँग खान बैठो बा रोटी लैके आशिर्वाद दै, और तोडके बिनके देन लागो ।
\v 31 तव बिनकि आँखी खुली, और बे बाके चिनी । और बा बिनके नजरसे अलोप हुइ गओ ।
\v 32 बे आपसमे कही, बा हमर सँग डगरमे बात चित करत, और हमके धर्म शास्त्रको अर्थ, खोल देन पेती का हमर हृदय भिरत प्रज्वलित ना भव रहए का?”
\v 33 बहे बेरा बे उठके और यरुशलेम घुमे । और एघार चेला और बिनके सँग जम्मा भएनके भेटी,
\v 34 और बिनसे अइसो कहि,” प्रभु सँच मे जिवित हुइके उठिगओ और सिमोन ठिन दिखानो रहए ।
\v 35 तुमर डगरमे भई बात और रोटि तोडत पेती कैसे प्रकट भओ, सो बताए दै ।
\p
\v 36 बे जा बात काहत पेती येशु बिनके बिचमे प्रकट भव रहए, और बे डरके मारे घबणाए गए । और बिनसे कहि तुमके शान्ती होबए ।"
\v 37 बे झस्के, और डरके मारे घब णाए गए, और हम त प्रेत देखे रहए कहिके सम्झी ।
\v 38 तव बा बिनसे कहि, “तुम काहे बिचलित होत हौ, और तुमर ह्रदयमे काहे प्रश्‍न उठात हओ?
\v 39 मिर हत और मिर पाओं देखै, महि हौ, मोके छुएके देखै । काहेकि प्रेतनको मासु और हड्डी ना होत हए, तव तुम देखत हौ, मिर त हए ।"
\v 40 अइसी कहिके पिच्छु बा बिनके अपन हात और पाओ दिखाई ।
\v 41 तव खुशिसे पत्यान नासकन जैसो बे अचम्मो पणत बा बिनसे कहि, का तुमर ठिन हियाँ कुछ खान बारो चिज हए ।
\v 42 बे बाके पकाओ भव एक मछरी दै ।
\v 43 तव बा बाके लैके बिनके अग्गु खाई ।
\p
\v 44 बा बिनसे कहि,”तुमर सँग होत पेति मै तुमसे बोलो रहओ, कि मोसाको व्यावस्ता, अगमवक्ता और भजनके पुस्तकमे मिर विषयमे लिखो सब बात पुरा होन पणैगो ।"
\v 45 तव धर्मशास्त्र समझन ताहि बिनको दिमाँकके खोल दै ।
\v 46 बा बिनसे कहि, अइसो लिखो हए की ख्रिष्ट दुःख भोगैगो और तिस्रो दिनमे मृत्युसे जिन्दा होन पणैगो ।
\v 47 तव यरुशलेमसे सुरु करके सब जातिनके बाको नाउँमे पश्‍चाताप और पाप क्षमाको प्रचार होन पणैगो।
\v 48 तुम जा बातके साक्षी हौ ।
\v 49 देखओ, मै मिर पिताको प्रतिज्ञा तुमर ठिन पठात हौ, पर उपरसे शक्ती ना पान तक तुम हियाँ शहरमे बैठीओ ।"
\p
\v 50 तव पिच्छु बा बिनके बेथनियँ तक लैगओ, और अपन हात उठएके बिनके आर्शिवाद दै ।
\v 51 बा बिनके आर्शिवाद देतए देत, बा बिनसे छुटिगओ और स्वर्गमे चले गओ ।
\v 52 बे बाको उपासना करी, और बणो आन्‍नद साथ यरुशलेम लौटआए ।
\v 53 और बे परमेश्वरको प्रशँसा करत मन्दिरमे रोज रहन लागे ।

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\id JHN
\ide UTF-8
\h यूहन्‍नासे लिखो भौ सुसमाचार
\toc1 यूहन्‍नासे लिखो भौ सुसमाचार
\toc2 यूहन्‍नासे लिखो भौ सुसमाचार
\toc3 jhn
\mt यूहन्‍नासे लिखो भौ सुसमाचार
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 सुरुमे बचन रहए, बचन परमेश्‍वरसँग रहए, और बचनए परमेश्‍वर रहए |
\v 2 बा सुरुवएसे परमेश्‍वरसंग रहए |
\v 3 सब चिज बहेसे बनो, और बनो कोई चिज फिर बा बिना ना बनो ।
\v 4 बामे जीवन रहए, और बो जीवन आदमीक ताँही ज्योति रहए |
\v 5 ज्‍योति अँधीयारोमे चमकत हए, और अँधीयारो बाके ना जित पाई ।
\p
\v 6 परमेश्‍वरसे पठाओ एक आदमी रहए, जौनको नाउँ यूहन्‍ना रहए |
\v 7 बासे सब विश्‍वास करएँ करके बा ज्योतिकी गवाही देनके ताँही साँची बनके अओ |
\v 8 यूहन्‍ना अपनाए ज्योति ना रहए, पर बा ज्योति के गवाही देन अओ।
\v 9 बा सबए आदमीनके ज्योति देनबारो और संसारमे आनबारो सच्चो ज्योति रहए ।
\p
\v 10 बा संसारमे रहए, और संसार बहेसे बनो, तहुँ संसार बाके ना पहिचान पाईं ।
\v 11 बा अपन आदमी ठिन अओ, तहुँ अपने आदमी बाके ग्रहण ना करीं ।
\v 12 तव जित्‍नो बाके ग्रहण करीं और बाको नाउँमे विश्‍वास करीं, बा उनके परमेश्‍वरको सन्तान होनके अधिकार दै ।
\v 13 बे ना रगतसे, ना शरीरकी इच्छासे, और ना आदमीके इच्छासे, पर बे परमेश्‍वरसे जन्मे रहएँ ।
\p
\v 14 और वचन देहेधारी भव, और हमर बिचमे बास करी । हम पितासे आओ भव एकए पुत्र जैसो और अनुग्रह और सत्यसे पुरो महिमा देखे ।
\p
\v 15 यूहन्‍ना बाके बारेमे गवाही देत जोडसे कहि, “मोसे पिच्छु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकी बा मोसे अग्गुको हए जौनके बारेमे मए कहो, बा बहे मनै हए।”
\v 16 काहेकी बाको पूर्णतासे हम सब अनुग्रह उपर अनुग्रह पाए हएँ ।
\v 17 काहेकी व्यवस्था परमेश्‍वर मोशासे दई, अनुग्रह और सत्यता येशू ख्रिष्टसे आओ ।
\v 18 कोई फिर परमेश्‍वरके कबहु ना देखि हएँ । पिताको छातीमे अडास लागन बारो एकए परमेश्‍वर बाके चिनाई हए ।
\p
\v 19 “यहूदी यरुशलेमसे पुजारी और लेवीके “तुम कौन हौ?” करके पुछ्न पठाईं, तव यूहन्‍नाकी गवाही जा हए ।"
\v 20 “बा खुलके कही, और इन्कार ना करी, और “उत्तर दै “मए ख्रीष्ट न हौं ।"
\v 21 “तव बे उनसे कही, “तव तुम कौन हऔ? का तुम एलिया हौ?” बा कही,"मए न हौं ।” बे कहि का तुम अगमवक्ता हौ?” बा कही, मए न हौं ।”
\v 22 तव बे बिनके कही तुम कौन हऔ ताकि हमके पठान बारेके हम जबाफ दए पामए । तुम अपने वारेमे का कहत हौ?”
\v 23 “बा कहि “मए उजाड-स्थानमे चिल्लान बारो एक आबाज हौ । “परमप्रभुके ताहीं डगर सुध करओ' जैसो यशैया अगमवक्ता कहि ।"
\p
\v 24 उनके पठाए भए फरिसीनसे रहएँ ।
\v 25 “बे बासे पुँछी “और कहिं “तुम ना ख्रीष्ट, ना एलिया, ना अगमवक्ता हौ फिर तव, काहे बप्तिस्मा देतहौ?”
\v 26 “और यूहन्‍ना उनके यईसी जबाफ दै, “मए पानीसे बप्तिस्मा देतहौं। तव तुमर बीचमे न‍ चिनो कोई ठाडो हए, ।
\v 27 मोसे पिच्छु आनबारो बहे हए । बाके जुताको तनी खोलन लायकको मए न हौं ।”
\p
\v 28 यर्दन नदीया पार बेथानियामे जा बात भव रहए, जहाँ यूहन्‍ना बप्तिस्मा देत रहए ।
\p
\v 29 दुसरे दिन यहून्‍ना येशूके अपन घैन आत देखि और कहि, “देखओ, संसारको पाप उठान बारो परमेश्‍वरको थुमा!
\v 30 मोसे पिछु आन बारो मोसे बडो हए, काहेकि बा मोसे अग्गुसे हए कहिके मए कहो बहे हए।'
\v 31 मए अपनए बाके न चिनो, तव बा इस्राएलमे प्रघट होबए कहिके मए पानीसे बप्तिस्मा देत आओ ।”
\p
\v 32 यूहन्‍ना अइसे गवाही दै, “मए पवित्र आत्मा स्वर्गसे कबुतरके रुपमे उतरतै आत और बाके उपर बैठत देखो ।
\v 33 मए बाके ना चिनो रहौं, पर पानीसे बप्तिस्मा देनके पठान बारो मोके कहि, तुम जौनके उपर पवित्र आत्मा उतरत आए और बाके उपर बैठत देखए हए, पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा देन बारो बहे हए ।”
\v 34 मए देखो भव, और बहे परमेश्‍वरको पुत्र हए कहिके गवाही दओ हओं।"
\p
\v 35 फिर दुसरे दिन यूहन्‍ना आपनो दुई जनी चेलाके संग ठाडो रहए ।
\v 36 बे येशूके बहे डगर हुईके जात देखीं और यूहन्‍ना कहि, “देखौ, परमेश्‍वरको मेम्‍ना!”
\v 37 यूहन्‍ना अइसो कहात जे दुई चेला सुनी और बे येशूके पिच्छु लगगए ।
\v 38 तव येशू बे बाके पिच्छु आत देखी, और बिनसे कही, “तुम का ढुड्त हऔ?” बे बासे कहीं, “रब्बी {जौनको अर्थ हए गुरुजी} तुम कहाँ रहत हऔ?”
\v 39 बा उनसे कहि, “आओ, और तुम देखैगे ।” तव बे आए, और बाको बैठन बारो ठाऊँ देखिं । बे बहे दिन बाके संग बैठे, काहेकी लगभग चार बजिगव रहए ।
\p
\v 40 यूहन्‍नाको कहो सुननबारे और येशूक पच्छु लागनबारे बे दुई जनी मैसे एक जनी सिमोन पत्रुसको भईया अन्द्रीयास रहए ।
\v 41 अन्द्रीयास अपन भईया सिमोनके पाईके कहि “हम मसिहके (जौनको अर्थ हए, ख्रीष्ट) के पाएगयँ हएँ ।”
\v 42 बा अपन भईयाके येशू ठिन लाई । और येशू बाके देखि और कहि, “तए यूहन्‍नाके लौंड़ा सिमोन हए, । तए केफास (जौनको अर्थ हए, पत्रुस) कहोजाइगो ।”
\p
\v 43 दुस्रो दिन येशू गालीलमे जान बा जगहके छोड्न चाँहत रहए । और फिलिपके पाएके येशू बासे कही, 'मिर पिच्छु लाग ।”
\v 44 अन्द्रियास और पत्रुस कता फिलिप फिर बेथसेदा सहेरके रहएँ, ।
\v 45 फिलिप नथानेलके पाएके कहि, “जौनके बारेमे मोशा व्यवस्थामे और अगमवक्ता फिर लिखिरहँए, योसेफको पुत्र नासरतको येशूके हम पाएगएँ हए ।”
\v 46 नथानेल उनसे कहि, “का नासरतसे कछु अच्छी बात अए सकत हए?” फिलिप बासे कही,”आएके देखओ ।”
\v 47 येशू नथानेलके अपने घेन आत देखि और बा उनके बारेमे कहि, “एक जनी पक्को इस्राएलीके देखओ, जोमे कोई झुठ ना हए।”
\v 48 नथानेल पुँछी, “तुम मोके कैसे चिनलए?” येशू बाके जवाफ दैके कही, “फिलिप तोके बुलानसे अग्गु, गुलरको रुखा तरे मए तोके देखो रहौं ।”
\v 49 नथानेल बासे कही, “रब्बी, तुम परमेश्‍वरके पुत्र हौ, तुम इस्राएलके राजा हऔ ।”
\v 50 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए तोके गुलरके रुखा तरे देखनके कारनसे का तुम मोके विश्‍वास करत हऔ? तुम जासे फिर बडो बडो काम देखैगे ।”
\v 51 येशू कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहात हऔँ, तुम स्वर्ग खुलो और परमेश्‍वरके स्‍वर्गदुत आदमीको पुत्रके उपर चढत और उतरत देखैगे ।”
\c 2
\cl अध्‍याय २
\p
\v 1 तिसरे दिन गालीलके काना नगरमे एक विहा रहए । येशूकी अइया हुवाँ रहए ।
\v 2 येशू और बाके चेलनके फिर विहाको निउतो दै रहयँ ।
\v 3 दाखमध खतम हुइगओ तव, येशूकी अइया बासे कही, “बिनके संग दाखमध ना हए ।”
\v 4 येशू उनसे कही, “हे नारी, मोके का करन पडैगो बा मत कहाए । मिर बेरा ह्बाए ना आओ हए ।”
\v 5 बाकि अइया चाकरन से कहि, “ऊनको कहो जैसो तुम करओ ।”
\v 6 अब यहूदीनको शुद्धकरन होन बारो चालचलनके ताहिं हुवाँ लगभग: सौ लिटर अपानबारे छ्य मौना रहँए ।
\v 7 “येशू उनसे कहि, ““मौनाके पानीसे भरओ ।” बे मौनाके मोहोणो तक पानी भरीं ।"
\v 8 तव बा नोकरन से कही, “थोडी अखनाएके विहाको मुखियाके ठिन लइजाबओ ।” बे अइसिए करीं ।
\v 9 विहाको मुखिया दाखमधसे बनो बा पानी चाखी, पर जा कहाँ से आओ हए सो बाके पता ना रहए, (पर पानी भरन बारो चाकरन के पता रहए)। तव विहाको मुखिया दुलहाके बुलाएके कही,
\v 10 और बासे कही “सब आदमी अग्गु अच्छो दाखमध देतहँए और आदमी बहुत पिलेतहएँ पिच्छु कमसल दाखमध बांट्त हएँ, पर तय ता अच्छो दाखमध ह्बाए तक धरे हए ।”
\v 11 येशूक चिनह मैसे जा पहिलो चिन्ह येशू गालीलके कानामे करी रहए। अइसे बा अपन महिमा प्रगट करी, और बक चेला बाके उपर विश्‍वास करीं ।
\p
\v 12 पिच्छु येशू अपन अइया, बाकी भैयन और चेलन संग कफर्नहुममे गओ, और कुछ दिन हुवाँ बैठो।
\p
\v 13 यहूदीनको निस्तार-चाड जौने रहए, और येशू यारुशलेममे गओ ।
\v 14 बा मन्दिरमे बर्धा, भेडा और कबुतर बेचन बारे पाईगओ और रुपैया साटन बारे फिर बहे ठाउँमे बैठे रहएँ ।
\v 15 जहेमारे बा रस्सीकी एक पैना बनाएके भेडा और बर्धा सहित बे सबके, मन्दिरसे बाहिर निकारके रप्टाई दैं, और बा पैसा साटन बारेन कि टेबुल पलट दै ।
\v 16 कबुतर बेचन बारेनसे बा कही, “हियाँसे जे सब चिज लैजाओ । मिर पिताके घरके बजार मत बनाऔ ।
\v 17 बाके चेलनके धर्मशास्त्रमे लिखी बात याद आई, “तुमर घरकी जोस मोके जलात हए।”
\p
\v 18 यहूदीनकी अधीकारी बासे कहीं,” तुम जो काम करत् हौ, तव तुम हमके का चिनह दिखएहौ?
\v 19 येशू जबाफ दै, “जा मन्दिरके उजाड देओ, । और मए तीन दिनमे जाके ठडबाय देहौं ।”
\v 20 तव यहूदी अधिकारी कहान लागे, “जा मन्दिर बनान् के छयालीस वरष लागो हए, और तुम जाके तीन दिनमे खडा करदे हऔ का?”
\v 21 पर बा अपन शरीरकी मन्दिरके वारेमे बतात रहए ।
\v 22 जब बा मरके जिन्दा भव, तव कि बा कही जा बात बाकी चेलनके याद भव और बे धर्मशास्त्र और येशूकी कहि भई बातके उपर विश्‍वास करीं ।
\p
\v 23 बा निस्तार- चाडकी बेरा यरुशलेममे रहए, बाके करेभए काम देखके बहुत जनी बाको नाउँमे विश्‍वास करीं ।
\v 24 पर येशू बिनको भरोसा ना करी, काहेकी बा बिनके सबके चिनत रहए ।
\v 25 काहेकी आदमीके बारे मे बाके कोईकि गवाहीकी जरुरत ना रहए । काहेकि आदमीकि हृदयमे का होथए, बा जान्त रहए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 अब हुँवा निकोदेमस नाउँको एक आदमी रहए बा यहुदी महासभाको एक अगुवा रहए ।
\v 2 जा आदमी रातके येशू ठिन आओ, और बासे कही, “गुरुजी, हम जान्त हँएं तुम परमेश्‍वर आए भए एक शिक्षक हौ, काहेकि परमेश्‍वर संगमे ना हुइहए तव तुमर करेभए जे चिन्ह कोई ना कर पएँ हँएं ।”
\v 3 येशू बाके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ नयाँ हुइके ना जन्मैगो तव बा परमेश्‍वरको राज ना देख पएहएँ ।”
\v 4 निकोदेमस बासे कही, “आदमी बुढो हुइ जएहए तव कैसे जलम हए? का बा अपन अइयाके गरभ मे दुसरे दाँव घुसके जलम ले हए का?”
\v 5 येशू जवाफ दै,” नेहत्य मए तुमसे कहात हौं, कोइ पानी और आत्मासे ना जलमेहए तव परमेश्‍वरके राजमे ना घुस पएहए ।
\v 6 शरीरसे जन्मो शरीर हए, और पवित्र आत्मासे जन्मो आत्मा हए ।
\v 7 मए तुमके तुम फिर जलमन पडैगो कहात हौँ अचम्मो मत मानौ।
\v 8 हावा जितए चहात हए उतै बहत हए । तुम हावाकि अवाज त सुनत हौ, पर बा कहाँसे आत हए और कितए जात हए, सो ना जानत हौ । पवित्र आत्मासे जलमो सब उईसियए हुई हँए ।”
\v 9 निकोदेमस जवाफ दै, और बासे कही, “जा बात कैसे हुइ पएहए?”
\v 10 येशू बाके जबाफ दैके कही, “का तय इस्राएलको गुरु हए तहुँ फिर जे बात ना समझत हय?
\v 11 नेहत्य, मए तोसे कहात हौं, हम जो जानत हँए बहे कहात हँए, और हम जो देखे हँए, बहेकी गवाही देत हँए, पर तुम हमर गवाही स्वीकार ना करत हौ ।
\v 12 मए तुमसे पृथ्वीको बात कहो, तहुँ फिर तुम विश्‍वास ना करे, तव तुमके स्वर्गकि बात बतए हौँ तव कैसे विश्‍वास कर हौ?
\v 13 स्वर्गसे उतरके आन वालो आदमीको पुत्र बाहेक कोई फिर स्वर्गमे ना गव हए।
\v 14 जैसी मोशा उजाड ठाउँमे साँपके उठाई, उईसी आदमीको पुत्र उपर उठओ जयहए,
\v 15 और जौन बाके उपर विश्‍वास करहँए, सब अनन्त जीवन पाएँ हँए ।
\p
\v 16 “काहेकी परमेश्‍वर संसारसे अईसो प्रेम करी, कि बा अपन एकलौटा पुत्र दै, ताकि बाके उपर विश्‍वास करनवारे कोइ फिर नाश ना होबए, पर बा अनन्त जीवन पाबए ।
\v 17 काहेकी परमेश्‍वर संसारके दण्‍ड देन नाए, पर संसारके बचान ताँही आपनो पुत्र दै ।
\v 18 जौन बाके उपर विश्‍वास करहए, बा दोषी ना ठहरैगो, पर बामे विश्‍वास ना करन बारो अगुसे दोषी ठहिरगौ हए, काहेकि बा परमेश्‍वरको एकलौटा पुत्रके नाउँमे विश्‍वास ना करी हए ।
\v 19 फैसलाको कारन जहे हए: ज्योति संसारमे आओ हए, और आदमी ज्योतिसे जद्धा अन्धियारोके मन पडाइँ, काहेकी बिनकी काम खराब रहए ।
\v 20 काहेकी खराब काम करन बारो सब ज्योतिके नफरत करत हँएं । और ज्योतिमे ना आत हय, ताकि बाके काम प्रकट ना होबए ।
\v 21 सत्यसे जिन बारो आदमी ज्योतिमे आतहए, और परमेश्‍वरमे करी भई बाको काम प्रकट होबए ।
\p
\v 22 तओ पिछु येशू और बाके चेला यहूदीयामे गए, और हुवाँ बा बिनके संग कुछ दिन बैठी, और बप्तिस्मा दै ।
\p
\v 23 यूहन्‍ना फिर सालीमके जौने एनोनमे बप्तिस्मा देत रहए, काहेकी हुवाँ बहुत पानी रहए । हुवाँ आदमी बाके ठिन आत रहँएं और बे बप्तिस्मा लेत रहँएं ।
\v 24 काहेकि यूहन्‍ना बा बेरा जेलमे ना पडो रहए ।
\v 25 हुँवा यूहन्‍नाके कुछ चेला और एक जनी यहूदीबिच सुध्दीकरणके वारेमे बिबाद हुइगओ ।
\v 26 यूहन्‍नाके ठिन आएके बे बासे कहीँ, “गुरुजी, यर्दन नदीयाकि बा पार जो तुमरसंग रहए, जौनके वारेमे तुम गवाही दए रहौ, देखओ, बा बप्तिस्मा दएरहो हए, और सब बाके ठिन जाएरहे हँए ।”
\v 27 यूहन्‍ना जबाफ दै, “आदमीके स्वर्गसे ना देन तक बा कोई चिज कर ना पएहए ।
\v 28 मए ख्रीष्ट न हौं, पर मए बासे अग्गु पठाओ भव हौं' करके मिर गवाही तुम अपनए देत हौ ।
\v 29 दुलहीन त दुलहाकि हए, । दुलहाके ठिन जो ठाणो होत हए, और बाको अवाज सुनन बारो सँगी दुलहाको आवाज सुनके गजब खुशी होत हए । तव मिर आनन्द अब पुरा होबैगो ।
\v 30 बा बढैगो, और मोके घटन पड्हए ।
\p
\v 31 “उपरसे आन बारो सबसे उँचो हए । पृथ्वीसे होन बारो पृथ्वीको हए, और पृथ्वीकी बात बोल्त हए । स्वर्गसे आन बारो बा सबसे उँचो हए ।"
\v 32 बा जो देखत और सुनत हए, बाकी गवाही बा देत हए, पर बाकी गवाही कोई ग्रहण ना करत् हँए ।
\v 33 जौन बाकि गवाही ग्रहण करी हए, परमेश्‍वर सत्य हए कहिके प्रमाण देत हए ।
\v 34 काहेकी जौनके परमेश्‍वर पठात् हए, बा परमेश्‍वरको वाणी बोल्त हए, काहेकी परमेश्‍वर बिना नाप पवित्र आत्मा दै हए ।
\v 35 पिता पुत्रके प्रेम करत हए, और सब चिज बाके हातमे दै हए ।
\v 36 जौन पुत्रके उपर विश्‍वास करहए, बाके संग अनन्त जीवन हए । जौन पुत्रको आज्ञापालन ना करहए, बा जीवन ना देखैगो, और परमेश्‍वरको क्रोध बाके उपर पड्हए ।
\c 4
\cl अध्‍याय ४
\p
\v 1 यूहन्‍नासे येशू बहुत चेला बनात हए और बप्तिस्मा फिर देन डटो हए कहिके फरिसी लोग सुनी हँए कहिके पता पाई ।
\v 2 { वास्तबमे येशू अपनाए बप्तिस्मा न देत रहए, पर बाके चेला फिर बप्तिस्मा देत रहएँ }
\v 3 बा यहूदिया छोड्के फिर गालीलमे लौट गओ।
\v 4 पर बाके सामरिया हुइके जानके जरुरी रहए ।
\v 5 और बा याकूब अपन लौड़ा योसेफके दइ भई जमिनको कछु हिस्सा जौने भौ सामरियाको सुखार कहाँन बारो सहेरमे आए पुगो ।
\v 6 हुवाँ याकूबकी कुइयाँ रहए । येशू अपनी यात्रासे थक्गौ और कुइयाँ ठिन वैठो रहए । और दुपाहर भव रहए ।
\v 7 एक सामरी बैयर पानी भरन हुवाँ आई । और येशू बासे कही, “मोके पानी पिन दे ।”
\v 8 बाके चेला सहेरमे खान बारी चिज किनन गए रहँए ।
\v 9 जाकेपिच्छु सामरी बैयर बासे कही, “तुम यहूदी हुइके फिर मए एक सामरी बैयरकि हातसे कैसे पिन बारो चिज मागत हऔ?” {यहूदी सामरी संग कुछु सम्बन्ध ना करत हएँ ।}
\v 10 येशू बासे कही, “तय परमेश्‍वर को वरदान चिन्तो और तोसे पानी मागन बारो आदमीके चिन्तो तओ तए बासे माँगतो, और बा तोके जिन्दा पानी दित्तो ।”
\v 11 बैयर बासे कही, “महाराज, तुमर संग निकारन बारो भाँडा न हय और कुइयाँ फिर गहिरी हए । तव तुम कहाँसे बा जिन्दा पानी लए हऔ?
\v 12 का तुम हमर पुर्खा याकूबसे बडे हऔ? बा हमरे तांहि जा कुइयाँ बनाए दै, और बा अपना फिर पानी पिई और बाकी सन्तान और उनके गोइडंगर जहे कुइयाँके पानी पिई ।”
\v 13 येशू बाके जवाफ दै, और कही, “जा पानी पिन बारेनके फिर्के प्यास लगहए,
\v 14 पर जौन-जौन मिर दओ पानी पिहए बा कबही प्यासो ना हुइहए । जौन पानी मए बाके दए हऔ, बा बाँकी अनन्त जीवनके ताँहीं निकरन बारो पानीको मूल बनजए हए!”
\v 15 “बैयर बासे कही, “हजुर, मोके बहे पानी देबओ, और मए प्यासो नाहोमौ, और हियाँ पानी भरनके आन ना पडए ।“
\p
\v 16 येशू बासे कही, “जा तए अपन लोगाके बोलएके लिआ ।”
\v 17 बैयर बासे कही, “मिर लोगाए ना हए ।” येशू बासे कही, तिर लोगा ना हए करके तए ठिकए काहत हए,
\v 18 काहेकि तिर पाँच जनै लोगा हुइडारी हँएं, और जौन हबए तिर संग हए, बा तिर लोगा ना हए । जा तए ठीकए बताओ हए ।”
\p
\v 19 बैयर बासे कही, “हजुर, तुम अगमवक्ता हौ कहिके मए देखत हऔ ।
\v 20 हमर पुर्खा जा डँगामे आराधना करत रहए, पर आदमीकी आराधना करन वालो ठाउँ यरुशलेम हए कहीके तुम काहत हऔ ।”
\v 21 येशू बासे कही, “ए बैयर, मोके बिश्‍वास कर, बा बेरा आएरहो हए, तुम पिताके ना जा डँगामे ना यरुशलेममे आराधना करहौ ।
\v 22 तुम जो ना जान्त हौ सो आराधना कर्त हौ । हम जो जानत हँएं बहेको आराधना कर्त हँएं, काहेकी उद्धार त यहूदीनसे आत हए ।
\v 23 अव बेरा आए रहो हए, और बा बेरा हबै हए, जव सँच्चो आराधक पिताके आत्मा और सत्यतासे आराधना करहैँ । काहेकी अईसी आराधना करन बारो आराधकके पिता ढुँडत हए ।
\v 24 परमेश्‍वर आत्मा हए और बक आराधना करन बारो आदमी बाकी आत्मा और सत्यतामे आराधना करन पडत हए ।”
\v 25 बैयर बासे कही, “मए जानत हौँ, कि मसीह अबैगो {जोसे ख्रीष्ट कहात हए}, और जब बा अबैगो, तव बा हमके सब बात बताए देहए ।”
\v 26 येशू बासे कही, “तुमसे मस्कन बारो, मए बहे हऔ ।”
\p
\v 27 “उतिए खिन बाके चेला आएगए, और बा एक बैयरसे बात करत देखके, बे छक्क पडीँ “और तुम का चाहत हऔ?” अथवा “तुम बा बैयरसे काहे बातचित करत हौ? कहिके कोई ना कहीँ ।
\p
\v 28 तव बा बैयर अपन घल्ला छोडके सहर घेन गई, और आदमीनसे कही,
\v 29 “आओ मिर करे भए सबए काम मोके बताए देन बारो आदमीक देखओ, । कहु बा ख्रीष्ट ता ना हाए?”
\v 30 तव बे सहरसे बाके ठिन आए ।
\p
\v 31 बहे बेरा चेला बासे अईसे बिन्ती करत रहए “रब्बी, खाए लेओ् ।
\v 32 पर बा उन्से कही, “मिर झौन खानबारो चिज हए, जो तुम ना जानत हओ ।”
\v 33 तभै चेला एक आपसमे कहिं, “का कोई बाके ताहिं खानु नालाई हय, लायी है र?”
\v 34 येशू बिनसे कही, “जो मोके पठाइ हए, बहएको ईच्छा और बहएको काम पुरा कर्नोही मिर खानु हए ।
\v 35 अभए फिर चार महिना हए और बाकेबाद कटनी करनकी समय अए हए कहिके का तुम ना काहत हओ? मए तुनसे काहि रहो हओ, खेतके देखओ, काहेकि कटनीके ताही बे अगुए पकगय हय।
\v 36 जौन कटनी कर्थए बहय मजदुरि पाथए, और अनन्त जीवनके ताहिं फल बटुल्थए, ताकी बोन बारे और कटनी करन बारे एक संग रमए सकए।
\v 37 काहेकी 'एक जनै बोबैगो, और दुसरो कट्नी करैगो,' कहिके वचन जहेमे सच्चो हए ।
\v 38 मए तुमके हुँवाँ कटनी करन पठाओ, जहाँ तुम मेहेनत ना करेहओ । औरे आदमी मेहेनत करिहए, और बिनको मेहेनत को फल तुम पाए हौ ।"
\p
\v 39 'मए जो करो बा मोके सबए बात कहिदै हए" कहिके बा बैयर् कि गवाही के कारन बा नगर मैके सामरी मैसे गजब बाके उपर विश्‍वास करीं ।
\v 40 जहेमारे जब् सामरी बाके ठिंन आए, तव बे बाके बिन्हिक संग बैठन बिन्ती करीं, और बा दुई दिन हुवाँ बैठो ।
\v 41 और बाकी वचन के कारन और गजब बाके उपर विश्‍वास करीं ।
\v 42 बे बा बैयर से कहीं, “अब तुमर कहि बात से हम विश्‍वास नाए करे, पर हम अपनए सुननके कारनसे नेहत्य बा संसारको मुक्तिदाता हए कहिके हम जाने हैं ।
\p
\v 43 दुई दिन पिछु हुवाँसे निकरके बा गालीलमे गओ ।
\v 44 काहेकी { येशू अपनए गवाही दइ, कि अपने ठाऊमे कोई अगमवक्ताके आदर ना होत हए ।}
\v 45 जब बा गालीलमे आओ, तव बा यरुशलेममे तेवहारको बेरा जो करी रहए, बे सब काम देखके गालिली बाके स्वागत करी, काहेकी बेहुं हुवाँ तेवहारमे आए रहएँ ।
\v 46 तव पिछु बा फिर गालीलके काना नगरमे आओ, जहाँ बा पानीके दाखमध बनाई रहए । कफर्नहुममे एक जनै बडो अधिकारी रहए, बक लौड़ा बिमार रहए ।
\v 47 येशू यहूदियासे गालीलमे आओ हए करके सुनके बा बाके ठिन गव, और मिर लौड़ाके आएके अच्छो करदे कहिके बिन्ती करी, काहेकी बाको लौड़ा मरनए लागो रहए ।
\v 48 तव येशू उन्से कही, “तुम चिन्ह और अचम्मोक काम नदेखे तक कोई रितिसे विश्‍वास नाकरैगे ।”
\v 49 बा बडो अधिकारी बासे कही, “हजुर, मिर लौड़ा मरनसे अग्गुयए आए देव ।”
\v 50 येशू बासे कही, “जाओ, तुमर लौड़ा बचजाए हए ।” येशू बासे कही वचनमे बा आदमी विश्‍वास करि, और अपन डगर गओ ।
\v 51 और बा जातए पेति बाको लौड़ा बचिगओ कहत बाके बतातए नोकर बासे भेट् करीं ।
\v 52 कित्तो खिनसे बक अच्छो लागन लागो कहिके जब बा बिनसे पुछी तव बे कहिं, “कल दूपाहरसे एक बजे घेन जाडो बाके छोड दै ।”
\v 53 येशू बासे “तुमर लौड़ा अच्छो हुइ जए हए” कही रहए बहय घडीसे अच्छो भव करके दौवा पता पाई । और बा औ बक सारा परिवार विश्‍वास करीं ।"
\p
\v 54 येशू यहूदियासे गालीलमे आएके बासे करो जा दुस्रो चिन्ह रहए ।
\c 5
\cl अध्‍याय ५
\p
\v 1 तव पिछु यहूदीनकी तेवहार रहए, और येशू यरुशलेम मे गओ रहए,
\v 2 यरुशलेममे भेडा-फाटक जौने एक ताल रहए छानी सहिंतको पाँच बडेरी हए । जौनसे हिब्रू भाषामे बेथस्दा कहात् हँए ।
\v 3 बा हुवाँ अनेक रोगी, और अन्धरा, लंगडा, पक्षाघाती हुवाँ पडे रहए । [बे पानी कित्तो बेरा छलके हए करके आसरा देखत रहएँ ।
\v 4 काहेकी परमप्रभुक एक दुत समय समयमे जल कुण्डमे उतरके पानी हलाए देत रहए, और पानी छलको खिनक जो पहिले पानी भितर घुसत रहए, तव जैसो रोग होबए फिर, बा अच्छो हुइ जात रहए ।]
\v 5 हुवाँ अठतीस वर्षसे बिमारी भाव एक आदमी रहए ।
\v 6 जब येशू बाके हुवाँ लेटो देखि और लम्बो समयसे बा जा दसामे हए करके जानके येशू बासे कही, “का तए अच्छो होन चाहँत हए?”
\v 7 बा बिमारी आद्‍मी बासे कही, हजुर, जौन बेरा पानी छलकत हए मोके जल कुण्डमे डारन बारो मिर कोइ ना हए, मए जातए जात मोसे अग्गु दुस्रो आदमी पानीमे घुसिजात हए ।
\v 8 येशू बासे कही, “ठाड, और अपन बिछ्ना उठा, और नेग ।”
\v 9 तुरन्तए बा आदमी अच्छो हुइ गओ, और अपनी बिछ्ना बोकके बा नेगन लागो । बा दिन शबाथ –दिन रहए ।
\v 10 तव अच्छो भव आदमीसे यहूदी कहीं, “जा ता शबाथ - दिन हए, तोए बिछ्ना बोकन ठिक ना हए ।”
\v 11 बा उनसे जबाफ दैके कही, “जौन मोके अच्छो करी बहे मोसे कही, 'अपन बिछ्ना बोकके नेग ।”
\v 12 बे बासे पुछीँ, “तोसे बिछ्ना बोकके नेगन कहाँन बारो आदमी कौन हए?”
\v 13 तव अच्छो भव आदमी बा कौन हए करके चिन ना पाई रहए, काहेकी बा ठाउँमे भिड रहए बहे मारे येशू हुवाँसे गओ रहए ।
\p
\v 14 तव पिछु येशू बाके मन्दिरमे भेटके कही, “देख, तए अच्छो भव हए । अब पाप मत करीए, और तिर उपर और जद्धा खराबी ना आबए ।”
\v 15 बाके अच्छो करन बारो त येशू हए कहिके बा आदमी जाएके यहूदीन के बताए दै ।”
\v 16 तहिमारे यहूदी येशूके खेदो करन लागे, काहेकी बा काम शबाथ दिनमे करी रहए ।
\v 17 तव येशू बिनसे कही, “मिर दौवा हबए तक काम करी रहो हए, और मए फिर काम करी रहो हौ ।”
\v 18 जहेमारे यहूदी येशूके मारन और जद्धा बिचार करन लागे, काहेकी बा शबाथ-दिन भङग् करी इकल्लो नाए, तव अपनाएके परमेश्‍वरके बराबर बनाइँ और बा परमेश्‍वरके पिता कही रहए ।
\p
\v 19 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौं, पुत्र अपनाए कछु करनाए पए हए, पर पिताके जो करत् देखेहए बहे करेहए, काहेकी पिता जो करेहए, पुत्र बहे करेहए ।
\v 20 काहेकी पिता पुत्रके प्रेम करत् हए, और बा अपनो करी रहो सब काम पिताके दिखात हए। जिनसे बड़ो काम बा पुत्र दिखए हए, और तुम अचम्मो मनेहौ ।
\v 21 काहेकी जैसे पिता मरेनके उठाबैगो और बिनके जीवन देबैगो, उइसी पुत्र फिर जौनक इच्छा करत हए, बाके जीवन देतहए ।
\v 22 काहेकी पिता कोइके फिर न्याय नए करत हए, बल्कि सब न्याय करन काम पुत्र के दै हए,
\v 23 ताकि सब पुत्रके आदर करो, जैसे बे पुत्रके आदर करङ्गे । जौन पुत्रके आदर ना करहए ताओ बाके पठान बालो पिताके फिर आदर ना करैगो ।
\v 24 “नेहत्य, मए तुमसे कहत हौ, जौन मिर बचन सुने हए और मोके पठान बारेके उपर विश्‍वस करेहए, बाके संग अनन्त जीवन हए। बा न्यायमे ना पडैगो, और मृत्यु से बा जीवनमे प्रवेश करए हए ।"
\p
\v 25 “नेहत्य, मए तुमसे कहत हौँ, बा बेरा आईगव हए, और बा बेरा हबै हए, जब मरे भए परमेश्‍वरको पुत्रको अबाज सुनेहए, और सुनन बारे बचङ्गे ।"
\v 26 काहेकी जैसी पिता अपनए जीवन हए उईसी, बा पुत्रक फिर अपनाएमे जीवनको स्रोत होनके अधिकार दैहए ।
\v 27 और बाके न्यायको फैसला करनके अधिकार दैहए, कहेकी बा आदमीक पुत्र हए ।
\v 28 जा बातमे अचम्मो मत मानओ, कहेकी बेरा आईगव हए, तव गड्डामे होन बारे सब बाको आबाज सुनङ्गे,
\v 29 और बे गड्डामैसे बाहेर निकर अए हँए असल काम करन बारे जीवनके तही जिन्दा हुइहँए, और कुकरम करन बारे दण्डके तही जिन्दा हुइहँए ।
\v 30 “मए अपनाए कछु ना करपैहौ। जैसी मए सुनत हौ, उइसी न्याय मए करङ्गो, और मिर न्याय ठीक ठहीरैगो, कहेकी मए अपन इच्छा नाए ढुड्त हौ, पर मोके पठान बारेकि इच्छा ढुड्त हौ ।"
\p
\v 31 “पर मए अपन बारेमे गवाही देहौ तव मिर गवाही सत्य ना हुइहए ।"
\v 32 मिर बारेमे गवाही देन बारो दुसरो हँए और मए जान्तहौ, कि मेरे बारेमे बा जो गवाही देतहँए, बा गवाही सत्य ठहीरैगो।
\v 33 “तुम यूहन्ना ठिन पुछ्न पठाओ, और बा सत्य कि गवाही दैहए् ।"
\v 34 मए ग्रहण करो गवाही आदमीक ना हए, पर तुमर उध्दार होबए करके मए जा बात कहोहौ ।
\v 35 यूहन्‍ना पजरत और चमक्त दियाँ रहए, और तुम बक उजियारेमे थोडीदेर आनन्द मननके राजी भए ।
\v 36 “पर मिर संग जो गवाही हए, बासे फिर बडि हए । कहेकी जौन काम पुरा करन पिता मोके दैहए, बा काम मए करिरहो हौ, और बे मिर बारेमे गवाही देहँए कहेकी पिता मोके पठाई हए ।"
\v 37 मोके पठान बारो पिता अपनाए मिर बारेमे गवाही दैहए । बा आबाज तुम कबहु नाए सुनेहौ, और बाको रुप कबहु नाए देखेहौ ।
\v 38 बाको बचन तुमरमे ना रहत हए, काहेकी जौनके बा पठाई हए, तुम बाके उपर विश्‍वास ना करत हौ ।
\v 39 तुम धर्मशास्त्रमे ढुड्तहौ, कहेकी बामे अनन्त जीवन मिलत हए करके तुम कहतहौ । मिर बारेमे गवाही देन बारो बहे धर्मशास्त्र हए,
\v 40 तहुंफिर तुम जीवन पानके तही मिर ठिन आनके इन्कार करत हौ ।
\p
\v 41 “मए आदमीसे महिमा ग्रहण नाए करङ्गो,"
\v 42 पर परमेश्‍वरको प्रेम तुमरमे ना हए करके मए जानत हौ ।
\v 43 मए अपने पिताके नाउँमे आओ हौ, पर तुम मोके ग्रहण ना करत हौ । और दुस्रो कोई अपन नाउँमे आईगओ बाके तुम ग्रहण करलेहौ ।
\v 44 तुम कैसे विश्‍वस करपैहौ, जब तुम आपसमे एक दुसरे से सम्मान ढुड्त हौ, और बा सम्मान कि खोजी ना करतहौ, जो एकए परमेश्‍वरसे आतहए ।
\p
\v 45 “जा मत समझिओ कि मए पिताके अग्गु तुमके दोष लगएहौ । तुमके दोष लगान बारो त मोसा हए, जौनमे तुम अपन आशा धरेहौ ।"
\v 46 कहेकी तुम मोशाके विश्‍वास करते, तव मोहूके तुम विश्‍वास करते, काहेकी बा मिर बारेमे लिखिरहए ।
\v 47 पर तुम बाकी लिखि बातमे विश्‍वास ना करे तव, मिर बातमे कैसे विश्‍वास करेहौ?”
\c 6
\cl अध्‍याय ६
\p
\v 1 जे बातके पिछु येशू गालील, औ तिबेरियास समुन्द्रके बा पार गओ ।
\v 2 और एक बहुत भारी भिड बाके पिछु लाग गई, काहेकी बा रोगीनके उपर करो चिन्ह बे देखत रहए ।
\v 3 येशू डाँगामे गओ, और अपन चेलनके संग बैठो ।
\v 4 यहूदीन को अथबा निस्तार तेउहर ढिंगै रहए ।
\v 5 तव येशू अपन चारै घेन देखि एक बडो भिड अपने घेन आत देखके फिलिपसे कही, “यिनके खबानके ताहिँ हम कहाँ से रोटी किनए?”
\v 6 बा उनके जाँच करन ताहिँ कहीरहए, कहेकी बा जो करन लागो रहए, सो बाके पता रहए ।
\v 7 फिलिप बाके जवाफ दै, “प्रत्येक थोडी थोडी पैहए ताहुफिर दुई सौ चाँदीके डलरको रोटीसे ना पुगए हए ।'
\v 8 बक चेला मैसे एक जनै सिमोन पत्रुसको भैयाँ अन्द्रियास कही,
\v 9 हियाँ एक लौड़ा हए, बक संग जौकी पाँच रोटी और दुई मछ्री हँए । पर उतकसे इतोन के का पुगेहए?”
\v 10 येशू कही, “आदमीके बैठन लगओ ।” हुवाँ बहुत घाँस भव बाँगर रहए । तव फिर पाँच हजार लोग हुँवा बैठे
\v 11 तव येशू रोटी लै, और परमेश्‍वरके धन्यबाद चढएके पिछु बैठन बारेके बाँट्दै । और फिर मछ्री बे इच्छा भरके खाइँ ।
\v 12 जब आदमी पेटभरके खाइँ, बा अपन चेलन से कही, “उब्रेभए खुद्रा बटोरओ, और कोई खराब नाए होबए ।”
\v 13 उब्रेभए जौके पाँच रोटीके खुद्रा बे बटोरके बाहृ डलैया भरिगए ।
\p
\v 14 बहेमारे बाको करो चिन्ह देखके बे आदमी कहन लागे, “संसारमे आनबारो अगमवक्ता नेहत्य जहे हए ।”
\v 15 बे आएके बाके जबरजस्तीसे लैजएके राजा बनान ढुड रहेहए करके पता पाएके येशू फिर इकल्लो डँगामे गओ ।
\p
\v 16 संझा हुइगव तव बाके चेला समुन्द्र घेन गए ।
\v 17 और नैयाँमे चढके बे समुन्द्र पार कफर्नहुम घेन गए । तव बा बेरा अँध्यारो हुइगव रहए, और येशू हबए तक बिनके ठिन नाए अओ रहए ।
\v 18 और बहुत भारी आँधी चलत रहए, समुन्द्र लडुरा लेत रहए ।
\v 19 पाँच- छ किलोमिटर नैयाँ अग्गु चलाएके लैगए रहए, पिछु बे येशूके समुन्द्र उपर नेगत नैयाँ घेन आत देखि, और बे डरएगए ।
\v 20 फिर बा उन्से कही, “मए हौ, मत डराबओ ।”
\v 21 बे बाके खुशीसे नैयाँमे बैठई, और बे जात रहए बा ठाँउमे नैयाँ तुरन्त पुग्गए ।
\p
\v 22 समुन्द्र पार रहे भिड बे कल हुवाँ एकए नैयाँ देखि । बिनके पता रहए, कि येशू अपन चेलन संग नैयाँमे नाए चडो हए, और बक चेला इकल्ले गए रहए ।
\v 23 तव तिबेरियाससे और नैयाँ बिनके ठिन आए, जहाँ प्रभु धन्यबाद चढाएके उनके रोटी खबाई रहए ।
\v 24 येशू और बाके चेला हुवाँ नाए हए करके पता पाएके बे आदमी येशूके ढुडत नैयाँमे चढके कफर्नहुममे गए ।
\p
\v 25 बे बाके समुन्द्रके बा पार पाएके बासे पुछी, “रब्बी, [गुरु तुम हियाँ कब अए?”]
\v 26 येशू उनके जबाफ दैके कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम चिन्ह देखके नाए, पर तुम पेटभरके रोटी खाएके मारे मोके तुम ढुड्त हौ ।
\v 27 नष्ट होन बारो भोजनके तही परिश्रम मत करौ, बल्कि अनन्त जीवन तक रहन बारो भोजनके तही परिश्रम करौ, जो आदमीक लौड़ा तुमके दएहए। कहेकी परमेश्‍वर पिता बाके उपर अपनो छाप लगाई हँए ।”
\p
\v 28 बे बासे कही, “परमेश्‍वर के चहान बारो काम करन हमके का करन पडैगो?”
\v 29 येशू बिनसे कही, “परमेश्‍वरको काम जहे हँए जौनके बा पठाई हए बाके उपर बिश्‍वास करओ ।”
\v 30 जहेमारे बे बासे कही, “तुम का चिन्ह देखए हौ, सो हम देखए, और तुमए बिश्‍वास करए? तुम का कर्त हौ?
\v 31 हम पिता-पर्खा उजाड-स्थानमे मन्‍न खाइँ, जैसी लिखो हए, 'बा बिनके खानके ताहिँ स्वर्गसे रोटी दै ।”
\p
\v 32 येशू उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, तुमके स्वर्गसे रोटी देन बारो मोशा ना हए, बल्कि स्वर्गसे तुमके खास रोटी देन बारो मिर पिता हँए ।
\v 33 काहेकी परमेश्‍वरको रोटी बहे हँए, जो स्वर्गसे उतरके अतहए, और संसारके जीवन देतहए ।”
\p
\v 34 बे बासे कही, “प्रभु जा रोटी हमके सब दिन दिए ।”
\v 35 येशू बिनसे कही, “जीवनको रोटी मए हौ, मेरे जौणे आन बारे नाए भुखए हए, और मिर उपर बिश्‍वास करन बारे कबहु प्यासे नाए हुँइहँए ।
\v 36 मए तुमसे कहो हौ, तुम मोके देखे हौ, और फिर बिश्‍वास नाए करत हौ ।
\v 37 पिता मोके दएभए सब मेरे ठिन अए हँए, और मेरे ठिन आन बारेके कोई रितिसे मए नाए छुडेहौ ।
\v 38 अपन इच्छा पुरो करन मए स्वर्गसे उतरके ना अओ, बल्कि मोके पठान बारेको इच्छा पुरो करनके अओ हौ ।
\v 39 और मोके पठान बारेको इच्छा जहे हए, कि बा मोके बा मोके जो दै हए, बा मैसे कोईके फिर मए ना खोमाओ, बल्कि बिनके अन्तके दिनमे जिन्दा करौ ।
\v 40 काहेकी मिर पिताको इच्छा जहे हए, कि पुत्रके देखनबारे और बाक उपर बिश्‍वास करनबारे, सबए अनन्त जीवन पामए और मए अन्तके दिनमे जिन्दा करङ्गो।”
\p
\v 41 यहूदी बाके बिरुदमे बर बारान लागे, कहेकी बा कही रहए, “स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी मही हौ ।”
\v 42 बे कही, “का जा योसेफको लौड़ा, येशू ना हँए? जाके अइया और दौवाके का हम ना चिनत् हँए? हभए जा कैसे कहत हए मए स्वर्गसे उतरके आन बारी रोटी हौँ कहत हए?”
\v 43 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “तुम आपसमे मत बर बाराओ ।
\v 44 मोके पठान बारो पिता ना खिचन तक कोई मिर ठिन आए ना पैहए है, और मए बाके अन्तके दिनमे जिन्दा करेहौ ।
\v 45 और बे सब जनै परमेश्‍वरसे सिखे गए हए,' कहीके अगमवक्ताको किताबमे लिखो हए । प्रत्येक जौन पितासे सुनिहए और सिखे बे मेरे ठिन आमङ्गे ।
\v 46 पिताके कोई आदमी ना देखिहँए, केवल बा इकल्लो देखिहए जो परमेश्‍वरसे अओ हए, बा पिताके देखिहए ।
\v 47 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, जौन बिश्‍वास करेहए बाके संग अनन्त जीवन हए ।
\v 48 मए जीवनकी रोटी हौ ।
\v 49 तुमर पिता पुर्खा उजाड स्थानमे मन्‍न खाई ताहु फिर बे मरके गए ।
\v 50 स्वर्गसे उतरन बारो रोटी जहे हए, जौन जा खाए हए बा ना मरैगो ।
\v 51 स्वर्गसे उतरन बारी जिन्दा रोटी मही हौ । कोई फिर जा रोटी खए हए, बा सदिमान जिहए । और जौन रोटी मए संसारके जीवनके ताहिँ दओ हौ, बा त मिर देहे हए ।”
\p
\v 52 तव यहूदी आपसमे बहस करन लागे, “जा आदमी कैसे हमके अपनी देहे खान देहए?”
\v 53 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, तुम आदमीके पुत्रको देहे ना खान तक, और बाको खुन ना पिन तक, तुमरमे जीवन ना हुइहए ।
\v 54 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारे संग अनन्त जीवन हए, और अन्तके दिनमे मए बाके जिन्दा करेहौ ।
\v 55 कहेकी मिर देहे नेहत्य खानबारी हए, और मिर खुन नेहत्य पिन बारो हए ।
\v 56 मिर देहे खान बारो और मिर खुन पिन बारो त मिर मे रहमङ्गे, और मए बिनमे रहमङ्गो ।
\v 57 जैसे जिवन देन बारो पितामोके पठाइ औेर उइसी मए पिताके कारनसे जित हओ, अइसिए मोके खान बारो फिर मिर कारन से जिबैगो ।
\v 58 स्वर्गसे आन बारी जा रोटी अइसी ना हए, जो पिता पुर्खा खाइँ ताहु फिर मरगए । जा रोटी खान बारो सदिमान जिहए ।”
\v 59 बा जा बात कफर्नहुमके सभाघरमे शिक्षा देतपेती कही रहए ।
\p
\v 60 जा सुनके बाके चेला मैसे बहुत कही, जा वचन कठोर हए, कौन जा ग्रहण कर पैहए हए?”
\v 61 तव बाके चेला जाके वारेमे बरबारात् हए करके जानके येशू बिनसे कही, “का जा बात तुमरे ताहिँ ठोकरके कारण हुइरहो हए?”
\v 62 तुम आदमीके पुत्रके जहाँ बा अग्गु रहए हुवाँ चढत देखे रहओ का?
\v 63 जीवन देन बारो आत्मा हए, शरीरसे कोई फाइदा ना हए । जौन बचन मए तुमसे बोलोहौ बा आत्मा और जीवन हए ।
\v 64 पर तुमर बीचमे कित्तो हँए, जौन बिश्‍वास ना करत हए ।” कहेकी कौन कौन बिश्‍वास ना करत हँए, और बाके धोखा देन बारो कौन हुइहँए कहिके येशूके सुरुसे पता रहए ।
\p
\v 65 और बा कही, “जहेमारे मए तुमसे कहो रहौ, 'अगर पितासे ना द्ओ हए तव कोई आदमी मिर ठिन ना आए पाएहए ।”
\p
\v 66 तव पिछु बक चेला मैसे बहुत जनि पिछु हटे, और बाके संग नेगन छोडी ।
\v 67 येशू बाहृ जनि से कही, “का तुम फिर मोके छोडन चँहत हओ?”
\v 68 सिमोन पत्रुस जबाफ दैके कही, “हे प्रभु, हम कैन ठिन जाए? तुमर संग त अनन्त जीवनको बचन हए् ।
\v 69 और हम बिश्‍वास करे हँए, और जाने हँए, तुम परमेश्‍वरके पवित्र जन हौ ।”
\v 70 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “का मए अपनए तुमके बाहृओ जनिके ना छानो? और तुमर मैसे एक जनि त धोखे बाज हए ।
\v 71 जा बा सिमोन इस्करियोतको लौड़ा यहूदाके वारेमे कही रहए, कहेकी बा बाहृा मैसे एक जनि रहए ताहु फिर बा बाके धोखा देन तही तयार रहए ।”
\c 7
\cl अध्‍याय ७
\p
\v 1 तव पिछु येशू गालीलमे घुमफिर करी, तव बा यहूदियामे जानके ना चाहि, कहेकी यहूदियाके बाके मारनके दाउमे रहए ।
\v 2 और यहूदियनको छाप्रोबासको तिउहार जौने आए गओ रहए ।
\v 3 बहेमारे येशूके भैया बासे कही, “जा ठाउँ छोडके यहूदियामे जा, और तुमर करे भए काम तुमरे चेला फिर देखँए ।
\v 4 “जौन आदमी अपन नाउँ कमान चहतहए तव बा चुप्पयसे कोइ काम ना करत हए । तुम जा काम करत हौ तव अपनए के संसारमे प्रघट करओ ।"
\v 5 कहेकी बाके भैया फिर बक उपर बिश्‍वास ना करत रहए ।
\v 6 येशू बिनसे कही, “मिर समय ना अओ हए, पर तुमर ताहिँ तव सब समय अच्छो हए ।
\v 7 संसार तुमके अच्छो मानत हए, पर मोके तव अच्छो ना मानए हए, कहेकी संसारके बारेमे और बक काम खराब हए् कहिके मए गवाही देतहौ ।
\v 8 तुम जा तिउहरमे जाओ । मए जा तिउहरमे ना जौ हओ, कहेकी मिर समय हबए ना अओ हए ।”
\v 9 बिनके अइसी कहिके बा गालीलमे रहो ।
\p
\v 10 तव बाके भैया तिउहरमे गए, बाके पिछु बा फिर खुल्लम खुल्ला नाए, पर चुप्पेसे गओ ।
\v 11 “तिउहरमे यहूदी बाके ढुड्न रहए, “और पुछी बा कहाँ हए?”
\v 12 “भिडके बीचमे बाके बारेमे चर्चा होन लागो । कुइ कहात् रहए, “बा अच्छो हए ।” और कहत रहए, “ना हए, जा आदमीके बाहकत् हए ।”
\v 13 पर यहूदीनके डरके मरे बाके बारेमे कोई खुल्लम खुल्ला बोलत ना रहए ।
\p
\v 14 तिउहरके बीचमे येशू मन्दिर भितर घुसगओ और शिक्षा देन लागो ।
\v 15 यहूदी अचम्मो मानत अइसे कही, “जा त कबही इत्तो ना सीखो हए, जा आदमी कैसे इत्तो विध्या हासिल करी?”
\v 16 तव येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मेरो शिक्षा मिर ना, बल्कि बाको हए, जौन मोके पठाई हए ।
\v 17 अगर कोई आदमी परमेश्‍वरको इच्छा पालन करन चाहत हए तव, मिर शिक्षा परमेश्‍वरसे अओ हए कि मिर अपनए घेनसे हए सो बा जानैगो
\v 18 जौन अपनाएसे बोल्त हए, बा अपनो सम्मान ढुडत हए, बल्कि जौन अपने पठान बारेके सम्मान ढुड्त हए, बा सत्य हए, और बामे कपट ना हए ।
\v 19 का मोशा तुमके व्यवस्था ना दै? पर तुम कोई बा व्यवस्था पालन ना करे । तुम काहे मोके मारन ढुड्त हौ?”
\p
\v 20 भिड बा से कही, तुमके भुत लागो हए । कौन तुमए मारन ढुड्त हए?”
\v 21 येशू जबाफ दैके बिनसे कही, “एक काम मए करो, और तुम सबए अचम्मो मानत हौ ।
\v 22 मोशा तुमके खतनाको रिति दैहए् { होन त बा मोशाको तरपसे त नाए, बल्कि पिता पुर्खासे हए }, और फिर शबाथ दिनमे तुम आदमीके खतना करत हौ ।
\v 23 मोशाको व्यवस्था भङग् ना होबाए कहिके बल्कि कोइ आदमी शबाथ दिनमे खतना करेहए तव, मए एक आदमीक शबाथ-दिनमे पुरो अच्छो करदौ, कहिके का तुम मोसे दिक्कात् हौ?”
\v 24 मुहू देखके ना, बल्कि ठिक किसिमसे इन्साफ करओ ।
\p
\v 25 यरुसलेमके कुइ कुइ आदमी कही, “का जा बहेत ना हए्, जौनके तुम मारन ढुडत रहौ?
\v 26 देखौ तव जा त खुल्लम खुल्ला बोल रहोहए, पर बे बासे कुछ्ना कहत हँए! का जा नेहत्व ख्रीष्ट हए करके धर्मगुरु पता ना पाई?
\v 27 पर हम जनत हँए, जा आदमी कहाँ से अओ हए । पर जब ख्रीष्ट आबएगो बा काहँ से आबएगो कोइ फिर नाजानङ्गे ।”
\p
\v 28 जब येशू मन्दिरमे सिकात रहे तव, बा जोड्से चिल्लएके कही, “तुम मोके चिनत हओ, और मए कहाँ से अओ हौ, बा फिर तुम जानतहौ मए अपनी इच्छासे ना अओ हौ, बल्कि जौन मोके पठाइ हए बा सत्य हए । तुम बाके ना चिनत हौ,
\v 29 बल्कि मए बाके चिनत हओ, काहेकी मए बासे अओ हौ, और बा मोके पठाई हए ।"
\p
\v 30 बहेमारे बे बाके पकडन ढुड्त रहए, पर कोई बाके उपर हात ना डारी, काहेकी बाको बेरा ना अओ रहए ।
\v 31 पर भिडके बहुत आदमी बाके उपर बिश्‍वास करी । बे कही, “जब ख्रीष्ट अए हए, तव का जे करे भए चिन्ह से, बड़ो चिन्ह बा कर पाएहए?”
\v 32 भिड बाके बारेमे चर्चा करत फरिसी सुनी । तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी बाके पकडन् मन्दिरके पहरेदारके पठाइँ ।
\p
\v 33 येशू उन्से कही, “हबाए कुछ समय तक मए तुमर संग हौ, तव पिछु मए मोके पठान बारे ठिन जामंगो ।
\v 34 तुम मोके ढुडेहओ, तव ना पैहौ, और जहाँ मए हुइँहौ, हुवाँ तुम ना अए पैएहौ ।”
\v 35 तव यहूदी आपसमे कही, “जा कहाँ जानके तयारी हँए, और हम जाके ना पैहँए?” का जा ग्रीकनके बीचमे बिगदे बैठे यहूदीके ठिन जाएके ग्रीकनके शिक्षा देन चाहत् हए?
\v 36 बिनको कहो जा वचन का हए? 'तुम मोके ढुणेहओ, तव ना पैहौ, और जहाँ मए हुइँहौ, तुम अए ना पैहौ?”
\p
\v 37 अब तिउहरके पच्छुको दिन औ तिउहरको खास दिनमे, ठड्के येशू जोडसे चिल्लएके अइसे कही, “अगर कोई प्यासो हए तव बा मिर ठिन अबाए और पिबैए।
\v 38 जौन मिर उपर बिश्‍वास करतहए, तव धर्मशास्त्र कहो जैसो 'बाके हृदय भितरसे जिन्दा पानीकी नदिया बहाबैगी ।”
\v 39 तव जा बात बा पवित्र आत्माके बारेमे कही रहए, जौन पवित्र आत्मा बाके उपर बिश्‍वास करन बारेनके पान रहए । काहेकी पवित्र आत्मा अभए तक ना मिलो रहए, काहेकी येशूको महिमा अभए तक ना भओ रहए ।
\p
\v 40 जा बात सुनन बारे कोई कोई आदमी कहन लागे, “जता नेहत्य अगमवक्ता हए ।”
\v 41 और कहन लागे, “जा ख्रीष्ट हए ।” पर कोई कोई कहन लागे, “का ख्रीष्ट गालीलसे अओ हए?
\v 42 का धर्मशास्त्र ना कही हए कि ख्रीष्ट दाऊदके वंशसे और दाऊदके गाउँ बेथलेहेमसे आबैगो?”
\v 43 जा बजैसे आदमीके बीचमे फुट हुइगओ ।
\v 44 बा मैसे कित्तो बाके पकडन् ढुड्त रहए, पर बाक उपर कोई फिर हात ना लगाई ।
\p
\v 45 “तव मन्दिरके पहरेदार और मुखिया पुजाहारी फरिसीके ठिन आए । बे उन्से कही “तुम बाके काहे ना लाए?”
\v 46 पहरेदार जबाफ दैं, “जा आदमी जैसो ता कोई आदमी कबहु ना बोलिहए!”
\v 47 फरिसी बिनसे कहन लागे, “का तुम फिर बहेकगए?
\v 48 का धर्मगुरु औ फरिसी मैसे कोई बाके उपर बिश्‍वास करी हँए?
\v 49 पर जा भिड, जौन व्यवस्था ना जानत, बा श्रापित हए ।”
\p
\v 50 बिन मैसे एक जनी निकोदेमस, जो पहिले एक दाओँ येशू ठिन अओ रहए, बा कही,
\v 51 “का हमर व्यवस्था पहिले आदमीक बात ना सुनाके, और बा का करी हए, सो ना जानके बाके न्याय करत हओ का?”
\v 52 बे उनके जबाफ दै, “का तुम फिर गालीलके हौ? धर्मशास्त्रमे ढुडके देखौ, तव तुम जानइगे, कि गालीलसे कोइअगमवक्ता ना अए हए ।”
\p
\v 53 (नोट: उत्कृष्‍ट प्राचीन प्रतिलिपीहरूले यूहन्‍ना ७: ५३-८: ११लाई हटाएका छन् ।) तव सब आदमी अपन अपन घर गए ।
\c 8
\cl अध्‍याय ८
\p
\v 1 येशू जैतुनके डाँगामे गओ ।
\v 2 बा सबेरे फिर मन्दिरमे गओ, और सब आदमी बाके ठिन आए, और बा बैठो, और बिनके शिक्षा देन लागो ।
\v 3 शास्त्री और फरिसी व्याभिचारमे पकडओ पडी एक बैयरके लाईं, और बाके बीचमे ठढबाँई ।
\v 4 बे येशूसे कही, “गुरुजी, जा बैयर व्यभिचार के काममे पक्राउ पडी हए ।
\v 5 व्यवस्थामे मोसा अईसी आदमीनके पत्थरसे मरन हमके आज्ञा दै हँए् । तुम जाके बारेमे का कहत हौ?”
\v 6 पर बे बाकी जाँच करनके ताही, बाके उपर दोष लागामए कहिके बे अईसे कही रहए । येशू लोहोकके उङ्गरीसे जमीनमे लिखी ।
\v 7 पर बे बासे पुछ्त रहए, तव बा ठहरके बिनसे कहन लागो, “तुमर मैसे जौन पाप ना करी हए, बहे जा बैयरके पहिले पत्थरसे मारए ।”
\v 8 और फिर लोहोकके बा उङ्गरीसे जमीनमे लिखि ।
\v 9 तव बे जा सुनी, तव बड़ेसे लैके छोटे तक एकएक करके गैभए, और येशू बा बैयर संग इकल्लो रहीगओ, और बा बैयर बाके अग्गु ठाढीरही ।
\v 10 येशू बा बैयरके देखके कही, “ए बैयर, बे कहाँ गए?” का कोई तोके दण्ड ना दैं?
\v 11 बा कही, “प्रभु कोई ना दओ ।” येशू कही, “मए फिर तोके दण्ड ना देहौ, जा और फिर पाप मत करीए ।”
\p
\v 12 येशू फिर उन्से कही, मए संसारको उजियारो हओ । मेरे पिछु लागन बारे अन्धकारमे ना नेगङ्गे, बल्कि बे जीवनको ज्योती पमङ्गे ।”
\v 13 तव फरिसी बासे कही, “तुम अपने बारेमे गवाही दए रहए हओ । तुमरी गवाही सत्य ना ठहरएगी ।”
\v 14 येशू जबाफ दैके कही, “मए अपने बारेमे गवाही देतहौ, तहु फिर मिर गवाही सत्य हए, मए जन्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और मए कहाँ जए रहो हौ । पर तुम नजन्तहौ, मए कहाँ से अओ हौ, और कहाँ जए रहो हौ,
\v 15 तुम आदमीक देखके न्याय करत हौ । मए कोईको न्याय ना करत हौ ।
\v 16 मए न्याय करे हौ तहु फिर मिर न्याय सत्य ठहीरएगो । कहेकी न्याय करन बारो मए इकल्लो ना हओ, बल्कि मए हौ, और मोके पठान बारो पिता हए ।
\v 17 तुमरे व्यवस्थामे फिर दुई आदमीको गवाही सत्य ठहीरत हए करके लिखो हए ।
\v 18 अपन बारेमे मए अपनाए गवाही देतहौ, और मोके पठान बारो पिता मेरे बारेमे गवाही देत हए ।”
\p
\v 19 बे बासे कही, “तुमर पिता कहाँ हए?” येशू जबाफ दै, “तुम ना त मोके चिनत् हौ ना मिर पिताके । तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते ।”
\v 20 जा बात बा मन्दिरमे शिक्षा देत पेती भेटी चढान बारो बक्‍सा ठीन कहीरहए । और कोई बाके ना पकडीं, कहेकी बाको बेरा ना अओ रहए ।
\p
\v 21 बा फिर उन्से कही, “मए चलो जए हौ, और तुम मोके ढुणैगे, और तुम अपन पापमे मरैगे । जहाँ मए जएहौ, तुम अए ना पैहौ ।”
\v 22 यहूदी कहीं, “जा ता आत्मा हत्या करहए कि का?” कहेकी जहाँ मए जएहौ, तुम अए ना पएहौ' कहीके कहत् हए ।
\v 23 और येशू उन्से कही, “तुम तरेके हौ । मए उपरको हौ । तुम जा संसारके हौ । मए जा संसारको ना हओ ।
\v 24 मए तुमसे कहो, 'तुम अपन पापमे मरैगे,' कहेकी मए बहेहौ करके तुम बिश्‍वास ना करन तक अपने पापमे मरैगे ।”
\p
\v 25 बे बासे पुछी, “तुम कौन हौ तव?” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ, जो मए तुमके सुरुसे लैके कहत अओ हौ ।
\v 26 मए तुमरे बारेमे कहन और न्याय करन बहुत हए । बल्कि मोके पठन बारो सत्य हए, और बासे मए जो सुनो बहे बात मए संसारके बतात् हौ ।”
\p
\v 27 पिताके बारेमे कहिँ हए कहिके बे ना सम्‍खीं ।
\v 28 येशू कही, “जब तुम आदमीक पुत्रके उपर उठए हओ, मए बहे हौ कहिके तुम पता पैहौ, और मए अपने अधिकारमे कुछ ना करत हौ, पर पितासे सिखी बात मस्कत् हौ कहिके जानैगे ।
\v 29 मोके पठान बारो मिर संग हए । बा मोके इकल्लो ना छोडि हए, कहेकी मए सब दिन बाके खुशी करन बारो काम करत हौ ।”
\v 30 येशू जा बात कहत् समय बहुत जनी बाके उपर बिश्‍वास करीँ ।
\p
\v 31 येशू अपन उपर बिश्‍वास करन बारे यहूदीनसे कही, “तुम मिर वचनमे राहबैगे कहीसे तव तुम निहत्य मिर चेला हौ ।
\v 32 तव तुम सत्य काहए कहेसे जानैगे, और सत्य तुमके स्वतन्त्र करैंगो।”
\v 33 बे बासे कही, “हम अब्राहमके सन्तान हँए, और हबाए तक कोईके बन्धनमे ना पडे हए । 'तुम स्वतन्त्र हुईहौ कहिके कैसे कहत हौ?”
\v 34 येशू बिनसे कही, “निहत्य, मए तुमसे कहत हौ पाप करन बारे सब पापके कमैयां हए ।
\v 35 कमैयां सब दिन घरमे ना रहात हए, पर पुत्र सब दिन घरमे रहत हए ।
\v 36 जहेमारे पुत्र तुमके स्वतन्त्र कर हए कहेसे तव तुम निहत्य स्वतन्‍त्र हुइहौ ।
\v 37 मए जानत हौ, तुम अब्राहामके सन्तान हौ । पर तुम मोके मारन ढुणत हौ, कहेकी मिर वचन तुमरे ठिन ठाउ ना पात हए ।
\v 38 जो जो माए मिर पितासे करत देखो हौ, बहे मए कहत हौ । तुम फिर जो अपन पितासे सुनेहौ, बहे करत् हौ ।”
\p
\v 39 बे बासे कहिँ, “हमर पिता त अब्राहाम हए ।” येशू बिनसे कही, “तुम अब्राहामके सन्तान हौ त, अब्राहाम जो काम करी हए, बहे करते ।
\v 40 मए परमेश्‍वरसे सुनो भओ सत्य तुमसे कहो हौ, पर हबाए तुम मोके मारन ढुड्त हौ । अब्राहाम त अईसो काम ना करी ।
\v 41 तुमर पिता जो काम करी तुम फिर बहे काम करत् हौ ।” बे बासे कहिँ, “हम व्यभिचारसे जन्मे ना हए । हमर पिता एकए हए, बा परमेश्‍वर हए ।
\v 42 ”येशू बिनसे कही, “परमेश्‍वर तुमर पिता होतो तव तुम मोके प्रेम करते, कहेकी मए परमेश्‍वरसे निक्रो हौ । मए अपन इच्छासे ना अओ हौ । बल्कि बा मोके पठाई हए ।
\v 43 तुम मिर बचन काहे ना समझत हओ? कहेकी तुम मिर वचन सुनिए ना पातहौ ।
\v 44 तुम अपन पिता दियाबलसके हौ, और तुम अपन पिताक इच्छा पुरा करन् तुमरी इच्छा हए । बा त सुरुसे ही हत्यारो हए, और सत्यसे बाके कोई वास्ता ना हए । कहेकी बामे कोई सत्यता ना हए । जब बा झुट बोल्तहए, बा अपनी स्वभावके जैसो बोलत् हए, काहेकी बा झुठो हए और झुटको पिता हए ।
\v 45 मए सत्य बोल्तहौ, पर तुम मोके बिश्‍वास ना करत् हओ ।
\v 46 तुम मैसे कौन मोके पापको दोष लगात हए? बल्कि मए सत्य बोल्तहौ तव, कहे तुम मिर उपर बिश्‍वास करत् ना हओ?
\v 47 जौन परमेश्‍वरको हए, बा परमेश्‍वरको बाणी सुनत् हए । तुम परमेश्‍वरके नाहऔ, जहेमारे तुम ना सुनत् हओ ।”
\p
\v 48 यहूदी बासे कहिँ, “का हमर जा कहाई ठिक ना हए, का तुम सामरी हौ और तुमके भुत लागो हए का?”
\v 49 येशू जबाफ दै, “मोके भुत लागो ना हए, बल्कि मए अपन पिताके आदर करत् हौ, पर तुम मोके अनादर करत् हौ ।
\v 50 मए अपन महिमा ना ढुणत हौ, एक जनै हए जौन महिमा ढुणत हए और फैसला करङ्गे ।
\v 51 नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अगर मिर वचन पालन करैगो तव बा कबहू ना मरेहए ।”
\p
\v 52 यहूदी बासे कहिँ, “अब हम जानत हँएँ, कि तुमके भुत लागो हए ।अब्राहाम और अगमवक्ता मरी गए, पर तुम काहत हौ 'अथावा कोई मिर वचन मानत हए कहेसे बा कबही मृत्यु ना चाख्हए ।'
\v 53 तुम हमर मरो भओ पिता अब्राहामसे तुम महान ना हओ, हओ त? अगमवक्ता फिर मरीगौ। तुम त अपनएके मए कौन हौँ कहिके कहत हौ?”
\v 54 येशू जबाफ दै, “अगर मए अपनो महिमा करतो तव मिर महिमा व्यर्थ हुइतो । मोके महिमा देन बारो पिता हए, जौनके तुम हमर परमेश्‍वर' कहतहौ ।
\v 55 तुम बाके ना चिने हौ, पर मए बाके चिनत हौ । मए बक ना चिन्तहौ कएहौ तव मए फिर तुमरी सरह झुठा ठहिरंगो । पर मए बाके चिन्तहौ, और बाको वचन पालन करत् हौ ।
\v 56 तुमरो पुर्खा अब्राहाम मिर दिन देखनके तही हौसियत रहै, और बा देखि तव खुशी भव ।”
\p
\v 57 बहेमारे यहूदी बासे कहिँ, “तुम हबए पचास वर्ष पुगे ना हौ, तव का तुम अब्राहामके देखेहौ?”
\v 58 येशू बिनसे कही, “नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, अब्राहामसे अग्गुकी मए रहौँ ।”
\v 59 तव बे बाके मरनके ताँही पत्थर उठाइँ, पर येशू लुक्के मन्दिरसे बाहेर निकरिगओ ।
\c 9
\cl अध्‍याय ९
\p
\v 1 हुवाँसे जातपेति येशू एक जनै जन्मएको अन्धराके देखी ।
\v 2 बाके चेला बासे पुछिँ, “रब्बी, कौन पाप करो, जा कि जक अईया-दौवा, और जा अन्धरा जन्मो?”
\v 3 येशू जबाफ दै, “न त जा पाप करी ना जक अइया - दौवा, पर जामारे भव कि परमेश्‍वरको काम जा आदमीके जिवनमे प्रकट होबए ।
\v 4 मोके पठान बारोको काम हमके दिन होतए करन पडत् हए । रात आतहए, जब कोई काम ना करपात हए ।
\v 5 मए संसारमे रहन तक मए संसारको ज्योति हौ।”
\p
\v 6 येशू जा बात कहेके बा भिमे थुकी, और थुकसे मट्टी गमजके बाकि आँखीमे लगाई दै।
\v 7 और बा बासे कही, “जा, सिलोआमके तालमे धो । बा जाएके धोई, और देखन बारो हुइके आइ गओ ।
\v 8 बाके पडोसि और बाके पहिले भिकारीके रुपमे देखन बारे कहिँ, जा त बैठके भिक मगन बारो जहे ना हए?
\v 9 कोई कहिँ, जहे हए ।” और कोई कहीँ, “ना हए, जा ता बहे कता दिखात हए ।” पर बा कही, “मए बहे हौँ ।”
\v 10 बे बासे कहिँ, “तिर आँखी कैसे खुलिगई तओ?”
\v 11 बा जबाफ दै, “येशू कहन बारो एक आदमी मट्टी गमजके मिर आँखीमे लगाएके मोसे कही, 'सिलोआममे जा और धो ।” बहेमारे मए जाएके धोओ, और देखन बारो हुइगव ।”
\v 12 बे बासे कहिँ, “बा कहाँ हए तओ?” बा कही, “मोके पता ना हए ।”
\p
\v 13 बे अग्गु अन्धरा रहय बहे आदमीक बे फरिसीन ठिन ल्याइँ ।
\v 14 येशू मट्टी गमजके बक आँखीमे लगाई बाकी आखी खोल्दै बा शबाथ-दिन रहए ।
\v 15 फरिसी बासे पुछी, “तए कैसे देखन बारो भव?” बा उन्से कही, “बा मिर आँखीमे मट्टी गमजके लगए दै, और मए धओ और देखन बारो हुइगव ।”
\v 16 कोई फरिसी मैसे कहिँ, “जा आदमी परमेश्‍वरसे ना अओ हए, काहेकी बा शबाथदिन पालन ना करत् हए ।” तव और कहीँ, “एक पापी आदमी कैईसे चिन्ह कर पए हए?” बहेमारे उनके बीचमे फुट होन लागो ।
\v 17 जहेमारे बे बा अन्धरा से फिर पुछीँ, “बा अब बक बारेमे तए का कहत हए? काहेकि बा तिर आँखी खोलदै?” अन्धरा आदमी जबाफ दैके कहि, “बा ता अगमवक्ता हए ।”
\p
\v 18 यहूदी अपन दृष्टि पानबारोको अइया दौवाके ना बुलान तक बा अन्धरा रहए, और बा देखन बारो हुइगव हए कहिके बे तहुँ विश्‍वास ना करिँ ।
\v 19 बे बाके अइया-दौवासे पुछी, “तुम जन्मत के अन्धरा हओ? जा का तुमर लौड़ा बहे हए कहतहौ? तव अब कैसे जा देखन बारो हुइगव?”
\v 20 बाके अइया-दौवा उन्से कहिँ, “हम जानत हए जा हमर लौड़ा हए, और अन्धरा जन्मो रहए ।
\v 21 पर अब जा कैसे देखन बारो भव हमके पता ना हए, और जक आँखी कैसे खुलीगै बहु फिर हमके पता ना हए । जाको उमेर पुगीगव हए, जहेसे पुछौ। अपने बारेमे जा अपनए बोलैगो।”
\v 22 बाके अइया-दौवा जहे बात कही, कहेकी बे यहूदीनसे डरात् रहएँ । कहेकी कोई फिर बा ख्रीष्ट हए करके स्वीकार करेहए तव, बाके सभाघरसे निकरन देहए करके यहूदी अग्गुसे सहमत भए रहए ।
\v 23 जहेमारे बाके अइया- दौवा कही, “जाको उमेर पुगीगव हए जहेसे पुछौ ।”
\p
\v 24 तव बे बा अन्धरा आदमीके दुस्रो चोटी बुलाएके कहिँ, “परमेश्‍वरके महिमा दे । हम जान्तहए जा आदमी पापी हए ।”
\v 25 तब बा जबाफ दै, “बा पापी हए कि ना हए, मए ना जान्तहौ । पर एक बात मए जान्तहौ कि मए अन्धरा रहौ, और अब देखतहौ ।”
\v 26 तव बे बासे कहिँ, “बा तोके का करी? बा तिर आँखी कैसे खोलदै?”
\v 27 बा उनके जबाफ दै, “मए तुमरे अग्गु कहीदओ हौ, ताहु तुम ना सुने । और तुम फिर काहे सुनन चाँहत हौ? तुम फिर बक चेला होन ना चाहात हओ, कि चाहात हओ का?”
\v 28 बे बाके बेज्जत करी और कहिँ, “तए बक चेला हए, हम त मोशाके चेला हँएं ।
\v 29 हमके पता हए परमेश्‍वर मोशासे मस्की रहए, पर हमके पता ना हए जा आदमी कहाँ को हए ।”
\v 30 बा आदमी बिनके जबाफ दैए और कहिँ, “बा मिर आँखी खोलदै कैसो अचम्मोकी बात! बा कहाँ से अओ हए तुम ना जान्त हौ, पर ।
\v 31 हम जान्तहए कि परमेश्‍वर पापीनको बात सुनत ना हए, पर परमेश्‍वरके भय मानन् बारे और बाकी इच्छा पालन करन बारे आदमीनको बात परमेश्‍वर सुन्तहए ।
\v 32 संसारमे सुरुसे लैके अईसो जन्मत अन्धरा आदमीके आँखी कोई खोलि जा बात कबहु ना सुने ।
\v 33 अगर जा आदमी परमेश्‍वरसे ना अइतो तव बा कुछु ना करपातो ।”
\v 34 बे बाके जबाफ दैके कहिँ, “तए ता बिलकुल पापमे जन्मो रहए, और का हबए तए हमके सिकान चाहत हए?” तव बे बाके सभाघरसे बाहेर निकार दैँ ।
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\v 35 बे बाके सभाघरसे बाहेर निकरदै करके येशू सुनलै, और बे बाके भेटके कही, “का तए आदमीके पुत्रके उपर बिश्‍वास करत् हए?”
\v 36 बा जबाफ दैके और कही, “प्रभु, बा कौन हए? मए बक उपर बिश्‍वास करंगो?”
\v 37 येशू बासे कही, “तए बाके देखो हए, और तोसे बोलन बारो बहे हए ।”
\v 38 तव बा आदमी कही, “प्रभु, मए बिश्‍वास करत् हौ,” और बा बाके आराधना करी ।
\p
\v 39 येशू कही, “मए न्यायके तही जा संसारमे अओ, कि ना देखन बारे देखए और देखन बारे चाहिँ अन्धरा होमए ।”
\v 40 जा बात सुनन् बारे और बाके जौने होन बारे फरिसीन मैसे कोई कोई बासे कहिँ, “का हम फिर अन्धरा हँए?”
\v 41 येशू बिनसे कही, “तुम अन्धरा हुते तओ पापके दोषी हुतेना, पर तुम हम देखतहै कहतहौ, बहेमारे तुममे पाप रहत् हए ।
\c 10
\cl अध्‍याय १०
\p
\v 1 “नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, जौन भेडा खोडको फाटकसे भितर ना घुसेहए, दुसरे घेनसे चडके भितर घुसेहए, बा त चोर और डाँकु हए ।
\v 2 पर फाटकसे भितर घुसन बारो भेडाको बकरेहेरा हए ।
\v 3 चौकीदार बाके तही फाटक खोलदेहए, और भेडा बाको अवाज सुन्तहए, और बा अपनो भेडाक नाउँ लैके बुलात हए, और उनके बाहेर लैजात हए ।
\v 4 जब बा अपन सब भेडा के बाहेर निकरके, बा उनके अग्गु अग्गु नेगत हए, और भेडा बाके पिछु लागत हँए, काहेकी बे बाको अबाज चिन्तहए ।
\v 5 बे दुसरे आदमीके पिच्छु ना जात हँए, पर बासे बे दुर भाजंगे । कहेकी बे दुसरे आदमीक अवाज बे ना चिन्तहए ।”
\p
\v 6 येशू उनके जा कहानी कही, पर बा बिनसे कही बात बे ना समकपाईँ ।
\v 7 तव फिर येशू फिरसे उन्से कही, “नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, भेडा को फाटक मही हौ ।
\v 8 मोसे अग्गु आनबारे सब चोर और डाँकु हए, पर भेडा बिनको बात ना सुनि ।
\v 9 फाटक मही हौ, अगर मोसे कोई आदमी भितर घुसैगो तव बा बचिजए हए, बा भितर बाहेर जैहए और अच्छे ठाउँमे चुगन पए हए ।
\v 10 अगर चुट्टाके ता चुरान, मरन और नाश ना करन हुइतो तौ बा ना आइतो । मए त तुमके जीवन पामए, और प्रशस्तको जीवन पामए करके मए अओ ।
\p
\v 11 मए अच्छो बकरेहेरा हौ । अच्छो बकरेहेरा अपन भेडाके ताहिँ अपन जयन देत् हए ।
\v 12 भाडाको आदमी चाहिँ भेडाके अपनो बकरेहेरा ना होतहए । बा ता गुलहा आत देखके भेडा छोडके बा भाजैगो, और गुलहा भेडाके पकणलेहए, और तितर बितर करदेहए ।
\v 13 बा भाजैगो, काहेकी बा भाडाको आदमी हए, तहीमारे बा भेडाक रेखदेख ना करहए ।
\v 14 “मए अच्छो बकरेहेरा हौ, मए अपन भेडाके चिन्तहौ, और मिर भेडा मोके चिन्त हए् ।"
\v 15 जैसी पिता मोके चिन्त हए, मए पिताके चिन्तहौ, और मए अपन भेडाके ताहिँ अपन ज्यान फिर देहौँ ।
\v 16 “मिर और भेडा हँए, जो जा सारमे ना हए । बिनके फिर मोके लान हए, और बेहु मिर आबाज सुनंगे, और बे एकए झुण और एकए बकरेहेरा होमएँ ।
\v 17 तबहीमारे पिता मोके प्रेम करत् हए, कहेकी मए अपनो ज्यान फिर फिर्ता लेन हिसाबसे अर्पण करत् हौ ।
\v 18 कोई फिर मोसे मिर ज्यान लए ना पए हए, पर मए अपन इच्छासे अपन ज्यान अर्पण करत् हौ । अपन ज्यान अर्पण करन् अधिकार मिर संग हए, जाके लेनकी अधिकार फिर मिर संग हए । जा आज्ञा मए अपन पितासे पओ हौँ ।”
\p
\v 19 जा वचनके कारण यहूदीमे मतभेद हुइगओ ।
\v 20 बिन मैसे बहुत कहत रहएँ, “जाके भुत लागो हए, और जा पगलियाए गव हए । और तुम जक बात काहे सुनत् हौ?”
\v 21 और फिर कहात रहए, “भुत लागो आदमीके बात अइसो ता ना होतहए । का भुत कोईकी आँखी खोलपए हए का?”
\p
\v 22 बाकेपच्छु यरुशलेममे मन्दिर समर्पणको तेउहर रहए ।
\v 23 जा हिउँतको समय रहए और येशू मन्दिर भितर सोलोमनके डेहेरिमे टहेलत् रहए ।
\v 24 तव यहूदी बाके चारौतरफ घेरे और कहीँ “तुम हमके, “कब तक दोधरमे राखेहओ? अगर तुम ख्रीष्ट हौ, तव हमके सबके सामने बतए देबओ ।”
\v 25 येशू बिनके जबाफ दै, “मए तुमसे कहे रहो हौ, पर तुम विश्‍वास ना करत् हौ । मेरो पिताके नाउँमे मए काम करत् हौ, बहे मिर गवाही देतहए् ।
\v 26 पर तुम विश्‍वास ना करत् हौ, कहेकी तुम मिर भेडा मैसे ना हौ ।
\v 27 “मिर भेडा मिर आवाज सुनत् हए, और बिनके मए चिन्तहौ, और बे मिर पिछु आत हएँ।"
\v 28 बिनके मए अनन्त जीवन देहौ, और बे कबहु नास नए हुइँहए, और बिनके कोई मिर हातसे छिनके नए लैजए पैहए ।
\v 29 मिर पिता बिनके मोके दैहए; बा सबसे बडो हए । मिर पिताके हातसे कोई छिनके लैजए ना पए हए ।
\v 30 पिता और मए एक हँए ।”
\p
\v 31 यहूदी बाके मरन ताहि फिर पत्थर उठाइँ ।
\v 32 येशू बिनसे कही, “मए अपन पितासे बहुत् अच्छाे काम दिखओ, बे कौन कामके तहीँ तुम मोके मारनके पत्थर उठातहौ?”
\v 33 यहूदी बाके जबाफ दै, “अच्छो कामके तहीँ हम तुमके पत्थरसे थोनी मरत् हए, तए ईश्वरकी-निन्दा करनके करणसे, कहेकी आदमी हुइके फिर अपनाएके परमेश्‍वर बनत् हए ।
\v 34 येशू उनके जबाफ दैके कही, का तुमर व्यवस्थामे अइसो नए लिखो हए, “मए कहो, तुम देव हौ'?
\v 35 अगर जौनके ठिन परमेश्‍वरको वचन अओ, बे देव कहेलातहए् करके { धर्मशास्त्र भङ्ग हुईनाए पए हए }
\v 36 पिता पवित्र बनएके संसारमे पठओ भव आदमी मए हौ' करके कैसे परमेश्‍वरको निन्दा हुइहए?
\v 37 अगर मए मिर पिताको काम नाए करोहौ तव मिर उपर बिश्‍वास मत करौ।
\v 38 और अगर मए पिताको काम करत् हौ तहु फिर तुम मिर उपर बिश्‍वास ना करत् हौ तव जे काम के उपर बिश्‍वास करौ, तव तुम पता पैहौ, और बुझेहौ, कि पिता मिरमे हए, और मए पितामे हौ।”
\p
\v 39 बे भिड बाके पकडन कोसिस करी, तव बा उनके हातसे छिपट गऔ।
\p
\v 40 और बा फिर यर्दनके पार बा ठाउँमे गव जहाँ यूहन्‍ना पहिले बप्तिस्मा देत रहए, और बा हुवाँ बैठ गऔ।
\v 41 तव बहुत आदमी बाके ठिन आन लागे, और बे कही, “यूहन्‍ना कोई चिन्ह ना करी, पर यूहन्‍ना यिनके बारेमे जो जित्तो कही बा नेहत्य हए ।”
\v 42 और हुवाँ बहुत बाके उपर बिश्‍वास करीं ।
\c 11
\cl अध्‍याय ११
\p
\v 1 लाजरस नामको एक आदमी बिमारी रहए। बे मरियम और उनकी दिदी मार्थाको गाउँ बेथनियामे रहए ।
\v 2 प्रभुके महाकुवा तेल लागन बारी और बाको पाउ अपन बारसे पाेछ्न बारी मरियम जहे रहए । जहेक भैया लाजरस बिमार रहए।
\v 3 जे दुई दिदी येशूके ठिन अईसे करके समचार पठाइँ, “प्रभु, जौनके तुम प्रेम करत् रहौ, बा बिमार हए् ।”
\v 4 तव जा सुनके येशू कही, “जा बिमार मृत्युमे नए पुगहए, पर जा परमेश्‍वरको महिमाके ताहिँ हए, ताकि जासे परमेश्‍वरको पुत्रको महिमा होबए्।”
\v 5 येशू मार्था और बाकी बहिनीयाँ और लाजरसके माया करत् रहए,
\v 6 तव लाजरस बिमार हए करके सुनी तव बा जहाँ रहए, हुवाँ और दुई दिन हुवाँए बैठो ।
\p
\v 7 तव पिछु बा चेलासे कही, “लेओ, अब हम फिर यहूदियामे घुमके जएँ ।”
\v 8 चेला बासे कहिँ, “रब्बी, हबैत यहूदि आदमि तुमके पत्थर मारन् समरे रहए, और फिर तुम हुवाँ जएहौ?”
\v 9 येशू जबाफ दैके कही, “का दिनमे बाहृ घण्टा ना होत हँए? दिनमे नेगत पेती ठेस का ना लागत हए, कहेकी बे संसारको उजियारो देखंगे,
\v 10 रातमे नेगन बारेन् के ठेस लागत हए, कहेकी बे आदमीमे उजियारो ना होतहए |”
\v 11 तव पिछु बा बिनसे कही, “हमर नातेदार लाजरस निदमे पडो, और बाके निदसे जगान मए हुवाँ जातहौ ताकिमय बक जगाय सकौ ।"
\v 12 चेला बासे कहिँ, “प्रभु, बे निदमे पाडेहए् तव बे अच्छो हुइँहए ।”
\v 13 येशू बिनके मृत्युके बारेमे कहीरहए, तव बे नेहत्य के सोत हुइहए करके बताई रहए ।
\v 14 येशू उनके ठिकयठिक कहि, “लाजरस मरीगव हए् ।
\v 15 तुम विश्‍वास करओ करके तुमरे तही मए हियाँ ना भवमे खुशी हौ । जो होबएसे फिर हम बिनके ठिन जएँ हयँ ।”
\v 16 तव दिदुमस कहन बारो थोमा अपन संगी-चेलन से कही, “लेओ, हम फिर जए और येशूसंग मरए ।”
\p
\v 17 जब येशू अए पुगो, तव लाजरसके गड्डामे गडो चार दिन हुइगव करके पता पई ।
\v 18 बेथानिया यरुसलेमसे लैके जौडे लगभग तीन किलोमिटार के दुरमे रहए ।
\v 19 बहुत यहूदी मार्था और मरियमके ठिन बाके भैयाके बारेमे शान्‍ती देनके अए रहए ।
\v 20 येशू अए रहो हए करके सुनके मार्था गइ बाके भेठी् तव मरियम घरमे बैठीरही् ।
\v 21 तव मार्था येशूसे कही, “प्रभु, तुम हियाँ हुइते तव मिर भैया ना मरतो ।
\v 22 पर मए हबए फिर जान्तहौ, तुम परमेश्‍वरसे जो मागैगे, परमेश्‍वर तुमके देहए |”
\v 23 येशू बासे कही, “तुमर भैया फिर जिन्दा हुइजएहए |”
\v 24 मार्था बासे कही, “मए जान्थौ, कि बा अन्तके दिनमे जिन्दा हुइके उठैगो |”
\v 25 येशू बासे कही, “पूनरुथान और जीवन मही हौ | मोके विश्‍वास करन बारे मरङ्गे ताहु फिर जिन्दा हुइजए हए |
\v 26 और जिन बारो और मिर उपर बिश्‍वास करन बारो प्रत्येक कबहु ना मारैगो | का तुम विश्‍वास करत् हौ?”
\v 27 बे बासे कही, “हँ प्रभु, मए बिश्‍वास करतहओ, तुम जा संसारमे आन बारे ख्रिष्ट परमेश्‍वारके पुत्र हौ |”
\v 28 इतकए कहेके बा गईभै, और अपनी बहिनिया मरियमके बुलाएके चुप्पएसे कही, “गुरुज्यू आइगव हए, और तोके बुलाए रहो हए |”
\v 29 जा बात सुनके मरियम जलदिसे उठके बाके ठिन गइ |
\v 30 तब तक येशू गाउँमे ना पुगो रहए, पर बा हुवाँए बैठो रहए जहाँ मार्था बाके भेटीरहए |
\v 31 तभई, बाकेसंग घरमे बैठेभए और बिनके शान्ती देनके अए भए यहूदी जब मरियमके झट उठ्के बाहिर जात देखके, बे कही बा मरघटमे रोनके गइ हुइँहए करके, बाके पिछु गए |
\v 32 तव फिर जब मरियम येशू रहए बा ठाउँमे आई और बाके देखि, तव अईसे काहत बा बाके पाउमे पडी, “हे प्रभु तुम हियाँ होते तव मिर भैया मरतो ना |”
\v 33 जब येशू बाके संग आनबारे यहूदीन के फिर रोत देखि, तव बा आत्मामे गजब व्याकुल हुइगव और गजब दुखित हुइगव |
\v 34 बा बिनसे पुछी, तुम बोके कहाँ धरेहौ?”
\v 35 येशू रोइ |
\v 36 जहेमारे यहूदी कहिँ, “देखौत्, बा लाजरसके कित्तो माया करत् रहए |”
\v 37 तव कोई कोई कही, “का अन्धराके आँखी खोलदेन बारो जा आदमीके फिर मरनसे ना बचए पैतो का?”
\p
\v 38 तव येशू फिर बहुत व्याकुल हुइके मरघटमे गव । बा मरघटैयाको एक गड्डामे रहए । बाको मुहू एक पत्थरसे तुपोरहए
\v 39 येशू कही, “पत्थर हाटाओ ।” मरो भव आदमीक दिदी मार्था कही, “हे प्रभु अबत् बा गिन्धान लागो हुइहए, काहेकी बाके मरे चार दिन हुइगव हए ।”
\v 40 येशू बासे कही, “का मए तुमसे ना कहो रहओ, 'तुम बिश्‍वास करैगे तव परमेश्‍वरको महिमा देखैगे?”
\p
\v 41 तभई बे पत्थर हटाइँ । और येशू उपर नजर उठाएके कही, “हे पिता, मए तुमके धन्यवाद देतहौ, कहेकी तुम मिर बिन्ती सुने ।
\v 42 मोके पता हए, कि तुम मेरी बिन्ती सबदिन सुनत् हौ । पर हियाँ भिडके खातिर मए जा कहो हौ, ताकि तुम मोके पठाए हौ करके जे बिश्‍वास करए ।”
\v 43 और जा बात कहिके पिछु बा उचे सोरसे चिल्लानो, “लाजरस बाहिर निकर ।”
\v 44 बा मरो आदमीको बाको हात-टाँग पट्टीसे बधे और मुहुमे लत्ता लिप्टोमे कही, “बाको बन्धन खोल्देओ, और बाके जान् देओ ।”
\p
\v 45 मरियमके ठिन अए भए बहुत यहूदी येशू करीरहए बे काम देखके बोके उपर बिश्‍वास करीँ ।
\v 46 पर बिन मैसे कोई फरिसीके ठिन गए, और येशू करी भए काम बतए दै ।
\v 47 तव मुखिया पुजाहारी और फरिसी महासभाके सदस्यनके बोलाएके और उन्से कहिँ, “अब हम का करए? कहेकी जा आदमी बहुत चिन्ह कर रहोहए ।
\v 48 जाके अईसीय छोड देहय तव सब जके उपर बिश्‍वास कर्हए् और रोमी आएके हमर पवित्र स्थान और हमर जातिनके दोनए के लेहए ।”
\p
\v 49 पर बिन मैसे एक जनै, कैयाफा, जो बा समय मे प्रधान पुजाहारी रहए, बा उन्से कही, “तुम कुछ्नाए जानत् हौ!
\v 50 समस्त राष्ट नष्ट होनसे बरु जनताके ताहिँ एक जनै मरनो तुमरे तही कल्याण हुइहए करके तुम बुझत् ना हए |”
\v 51 जा बा अपने तर्फ से नाए कही रहए, पर बा वर्षमे प्रधान पुजाहारी भवके कारण राष्टके ताहिँ येशू के मरन पाणैगो करके अगमवाणी बोलिरहए ।
\v 52 राष्टके तहीँ इकल्लो बा नए कही रहए, पर बिगदे भए परमेश्‍वरके सन्तानके एक संग जम्मा करनके तही जा कही रहए ।
\v 53 जहेमारे बा दिनसे बे बाके मरनके विचार करन लागे ।
\p
\v 54 बहेमारे येशू फिर यहूदीनके बीचमे खुल्लमखुल्ला ना नेगन लागो, तव हुवाँ से उजाड-स्थानके नजिकमे एफ्राइम कहन बारो सहेरमे गओ, और हुवाँए बैठो ।
\p
\v 55 यहूदीनके निस्तार तेवहार नजिकए रहए, और गाउँ-गाउँसे बहुत जनै अपन-अपनके सुध्द करनके ताही निस्तार तेवहारको सुरु होन अग्गु यारुशलेममे गए ।
\v 56 तव बे येशूके ढुडन लागे, और बे मन्दिरमे ठाडे आपसमे कहन लागे, तुमके कैसो लागत हए, का बा तेवहारमे अए हए?”
\v 57 मुखिया पुजाहारी और फरिसी चाहिँ येशूके पकडनके ताहिँ बा कहु फिर होबए करके खबर करीओ करके आज्ञा दैं रहए ।
\c 12
\cl अध्याय १२
\p
\v 1 निस्तार तेवहरके छ दिन अग्गु येशू बेथानियमे अओ । हुवाँ लाजरस बैठत रहए, जौनके येशू मरके जिन्दा करी रहए ।
\v 2 बेहेमारे बाके ताहिँ हुवाँ साँझकी खानु तयार करीं । मार्था सेवा- सत्कार करत रहए, और लाजरस चाहीँ बाके संग खानु खानबारो मैसे एक रहए ।
\v 3 तव मरियम आधो लिटर जितका किमति जटामसीको सुगन्धित महकुवा तेल ल्याएके येशूके पाउमे मिसली, और बाको पाउ अपन बारसे पुछी, और महकुवा तेलको बास्‍नासे घर भरिगओ ।
\p
\v 4 तव बाको चेला मैसे एक जनै, बाके पकडान बारो यहूदा इस्करियोत कही,
\v 5 “जा महकुवा तेल तीन सौ चाँदीको सिक्कामे बेचके जा रकम गरीबके दैदेते?”
\v 6 पर बा गरीबके ख्याल करके जा ना कही रहए, काहेकी बा चुट्टा रहै, और रुपैयाकी थैली बहे धरत् रहै, और हुवाँएसे चुरात् रहै ।
\v 7 येशू उन्से कही, “यिनसे कुछ मत कहओ, मिर दफनके-दिनके ताहिँ जाके रहन देओ ।
\v 8 काहेकी गरीबत् सब दिन तुमरे संग रए हए, पर मए त् सब दिन तुमर संग ना रएहौ ।”
\p
\v 9 यहूदीनको गजब भारि भिड येशू हुवाँ हए करके पता पाइँ, और बे येशूके ताहिँ ना, पर लाजरसके देखनके फिरअए रहए जौनके येशू जिन्दा करी रहए, ।
\v 10 जहेमारे मुखिया पुजाहारी लाजरसके फिर मारनके ताहिँ सल्लाह करन लागे ।
\v 11 काहेकी बहे मारे यहूदी मैसे बहुत जनै छुटके जाएके येशूमे बिश्‍वास करन लागे रहए ।
\p
\v 12 कल तेवहारमे आनबारो बहुत भारि भिडमे येशू यरुसलेममे आत् हए करके सुनी् ।
\v 13 और आदमी खजुरीके हाँगा लैके बाके भेटन गए और बडो आवजमे चिल्लात निकरे, “होसन्‍ना! धन्य परमप्रभुके नाउँमे आनबारो इस्राएलको राजा!”
\v 14 और गद्हा एक बछरा पाएके येशू बक उपार चढो, अइसो लिखो हए,
\v 15 “सियोनकी लौड़ीया, मत डरओ । देखौ, तुमर राजा गद्हाक् बछराके उपर सबार हुइके अए रहोहए ।”
\p
\v 16 जा बात बक चेला पहिले ना बुझिँ । पर येशूको महिमा भव जा बात बाके बारेमे लिखो रहए, और जा बात बिनके ताहिँ करी हए कहिके बे सम्झीँ ।
\p
\v 17 बा हबाए लाजरसके मरघाटसे बुलएके मरो भवके जिन्दा करिहए करके बाके संगमे होन बारी भिडके आदमी बाके बारेमे गवाही देतरहँए ।
\v 18 बा जा चिन्ह करी हए करके जा बात सुनके फिर भीड बाके भेट्न गै रहए ।
\v 19 तव फरिसी एक-दुस्रेसे कहन लागे, “देखौ, तुमसे कुछ ना हुइहए । देख्तहौ, संसार बाके पिछु लगगए हए!”
\p
\v 20 हबए तेवहारमे आराधना करन जान मैसे कोई कोई ग्रीक फिर रहए ।
\v 21 बे गालीलके बेथसेदा निवासी फिलिपके ठिन आएके अइसे करके बिन्ती करी, “हजुर, हम येशूके भेट्न चाहतहए ।”
\v 22 फिलिप जएके अन्द्रियाससे कही, और अन्द्रियास और फिलिप जाएके येशूसे कहिँ ।
\v 23 येशू उनके जवाफ दै, “आदमीको पुत्रको महिमित होनके समय आएपुगो हए ।
\v 24 नेहत्य, मए तुमसे कहतहौ, गेहुको दाना मट्टीमे पणके ना मरैगो तव बा एकए रहतहए । अगर बा मरीगौ तव बा बहुत फल फलत हए ।
\v 25 अपन प्राणके माया करन बारे बा गुमएहँए, पर अपन प्राण जा संसारमे तुच्छ मानन् बारे चाहिँ अनन्त जिवनके ताहिँ बा सुरक्षित् धरंगे ।
\v 26 कोई मिर सेवा करेहए तव बा मोके पछेयाबए और मए जहाँ हौ, मिर सेवक फिर हुवाँए हुइहए । कोई मिर सेवा करेहए तव पिता बाके कदर करेहए ।
\p
\v 27 “अब मिर प्राण व्याकुल हुइगव हए, और मए का कहौ? 'हे पिता, मोके जा घडीसे बचाएले? पर जहे कारणसे ना मए जा घडीतक अएपुगो हौ ।"
\v 28 हे पिता, तुमर नाउँको महिमा करओ ।” तव स्वर्गसे अइसो एक अवाज अओ, “मए बा महिमा करो हौ, और फिर करंगो ।”
\v 29 हुवाँ ठढी भै भिड जा सुनके कही, “जा बादल गरजो हए!” और कहिँ, “स्वर्गदुत बासे बोलिहए!”
\v 30 येशू जबाफ दै, “जा आबाज मेरे ताहिँ ना हए, पर तुमरे ताहिँ हए ।
\v 31 अब जा संसारको न्याय हुइहए । जा संसारको शासक बाहेर फिकोजए हए ।
\v 32 और अब मए पृथ्वीसे उणजाए हौँ, और मए सब आदमीके अपने घेन तानङ्गो ।”
\v 33 बाको मृत्यु कौन प्रकारसे हुइहए, सो संकेत देनके बा अइसो कही रहए ।
\p
\v 34 भीड बासे पुछी, “ख्रीष्ट सदामान रहबैगो करके व्यवास्थसे हम सुने हँए । तुम कैसे कहेसकत् हौ, आदमीक पुत्र उणनाए पणैगो? जा आदमीक पुत्र चाहिँ कौन हए?”
\v 35 तब येशू बिनसे कही, हबए कुछ देर तक उजियारो तुमर संग हए । उजियारो हए तब तक नेगन घुमन करओ, ताकी अन्धकार तुमके ना तोपए । कोई अन्धकारमे नेगैगो, तव अपनाए कहाँ जए रहो हए, सो पता ना पैहए ।
\v 36 जब तक उजियारो तुमर संग हए उजियरोमे विश्‍वास करओ, और तुम उजियारोके सन्तान होबओ ।” जा बात कहीके, येशू हुवाँसे गईभव, और उन्से लुक्के बैठो ।
\v 37 बा उनके सामने बहुत चिन्ह करीरहए, ताहु फिर बे बाके उपर विश्‍वास ना करीं ।
\v 38 जा नेहत्य होनरहए, काहेकी अगमवक्तको वचन पुरा होबए, “हे परमप्रभु, हमर सन्देश कौन विश्‍वास करो? और परमप्रभुको बहुबल कौनके प्रघट करी हए?”
\v 39 जहेमारे बे बिश्‍वास ना कर पाइँ, काहेकी यशैया फिर आइसे कही,
\v 40 “बा उनकी आँखी बन्द करदै हए, और उनको हृदय कठोर करीदै हए, जहे मारे बे आँखीसे ना देखि, और हृदयसे ना सम्झि, नत बे घुमजाए्ते और मोके बिनके अच्छो करन पणैगो ।”
\p
\v 41 यशैया जा बात कही, काहेकी बे येशूके महिमा देखि, और बाके बारेमे कही ।
\p
\v 42 तहु फिर शासक मैसे बहुत येशूके उपर बिश्‍वास करीं, तव फरिसीके डरके मारे, और बे साभाघरसे निकरदेहए करके डरके मारे तव स्वीकर ना करी ।
\v 43 काहेकी परमेश्‍वरको प्रशंसासे जद्धा आदमीको प्रशंसा बे जद्धा रुचारहए ।
\p
\v 44 येशू बडो आवाजमे चिल्लएके कही, “मोके बिश्‍वास करए हए बा मोके ना, पर मोके पठान बारे उपर बिश्‍वास करत् हँए ।
\v 45 जौन मोके देखत हए, बा मोके पठन बारेके देखत हए ।
\v 46 मए संसारमे उजियारो हुइके अओ हौ, ताकि मिर उपर बिश्‍वास करन बारे अन्धकारमे ना रहमए् ।
\p
\v 47 कोई मिर वाणी सुनेहए, और बा पालन करेहए ना तव, मए बाको न्याय ना करेहौ । काहेकी मए संसारको न्याय करन ना अओ हौ, संसारके बचान अओ हौ ।
\v 48 जौन मोके इन्कार करए हए और मिर वचन ग्रहण ना करैगो बा न्याय करन बारो एक जनै हए । मए बोलो मिर वचन अन्तके दिनमे बाकी न्याय करेहए ।
\v 49 काहेकी मए अपन तर्फ से मस्को ना हऔँ, तव मोके का कहन हए, और का मस्कन हए मोके पठन बारो पिता अपनए मोके आज्ञा दैहए ।
\v 50 मए जान्तहौ, कि बाको आज्ञा अनन्त जिवन हए, जहेमारे मए बहे मस्कत हौँ, पिता मोसे जो कहत हए बहे अनुसार मस्कत हौँ ।”
\c 13
\cl अध्‍याय १३
\p
\v 1 निस्तार-तेवहर अग्गु जा संसारसे बिदा हुइके पिताके ठिन जानके समय हुइगौ करके येशू जानत रहए, जा संसारमे भए अपन जातिनके प्रेम करके बो बिनके अन्त तक प्रेम करी रहए |
\v 2 और संझाके खानुखान बेरा सैतान सिमोनके लौड़ा यहूदा इस्करियोतके मनमे बाके पकडए देनके ताँहि बिचार अग्गुसे डारदै रहए ।
\v 3 पिता सब चिज बाके हातमे दैहए, और बा परमेश्‍वरके तर्फ से अओ हए, और परमेश्‍वर कहाँ जए रहो हौ करके येशू जान्त रहए ।
\v 4 और बा साँझको खानु खाएके उठो, और बाहिरको कुर्ता एक घेन धरके एक तौलिया अपन करेहओ मे लपेटी ।
\v 5 तव बा तसलामे पानी अखनए दै, और चेलानको गोडो धोन लागो, और अपने करेहौमे लपेटी तौलियासे बिनको गोडो पनोछन् लागो ।
\p
\v 6 जब बा सिमोन पत्रुसके ठिन अओ, तव बा कही, “प्रभु का तुम मिर गोडो धुईहौ?”
\v 7 येशू बिनके जबाफ दै, “मए का करत् हौ, तुम हबाए ना जानैगे, पर पिछु बुझैगे ।”
\v 8 पत्रुस बासे कही, “तुम मिर गोडो कबहू धुईओ मत ।” येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए धुईहौ ना तव मोसे तुमर कोई हिस्सा ना हए ।”
\v 9 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, मिर गोडो इकल्लो ना, कि मिर हात और मुड समेत धोएदेबो ।”
\v 10 येशू बासे कही, “हदानो भव आदमीके गोडो बाहेक और कुछनए धोन पड्त हए, बा पुरा शुध्द हए ।और तुम शुध्द हौ, पर सबत् ना हए ।”
\v 11 कहेकी बाके बिश्‍वासघात करन बारेके बा चिनत् रहए| “जहेमारे बा कही रहए, “तुम सब शुध्द ना हओ ।”
\p
\v 12 बिनको गोडो धोएके अपनो बाहिरी कुर्ता लगाएके बैठो । तव बा उन्से कही, “का तुम जान्तहौ मए तुमर ताहिँ का करो?
\v 13 तुम मोके गुरु और प्रभु, कहत् हौ, बा तुम ठिकै कहत् हौ कहेकी मए बाहे हौ ।
\v 14 अगर तुमर प्रभु और गुरु हुइके मए तुमर गोडो धो हौ तव तुम फिर एक दुसरेके गोडो धोन पडैगो,
\v 15 कहेकी मए तुमर ताहिँ एक उदाहरण दओ हौ, और मए तुमर ताहिँ करो, तुम फिर उईसी करओ ।
\v 16 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, नोकर अपन मालिकसे बाडो ना होतहए, और खबर लानो खबर पठान बारोसे बाडो ना होत् हए ।
\v 17 अगर तुम जा बात जाने और बा करे तव तुम धन्यके हुइहौ ।
\v 18 “मए तुमसे सबके बारेमे ना कए रहो हौ, मए कोईके छानो हौ बिनके मए चिनत् हौ । पर धर्मसस्त्र पुरा होबए करके जा भव, कि 'मेरी रोटी खान बारो मिर उपर अपन लात उठाई ।'
\p
\v 19 “जा होनेसे आग्गु मए तुमसे कहत हौ, ताकि जब बा होनके अए हए, मए बहे हौ करके तुमके बिश्‍वास होबए ।"
\v 20 नेहत्य मए तुमसे कहतहौ, 'जौनके मए पठएहौ, बाके ग्रहण करन बारो मोके ग्रहण करत् हए, और मोके ग्रहण करन बारो मोके पठन बारेके ग्रहण करत् हए ।”
\p
\v 21 जा बात कहिके पिछु येशू आत्मामे व्याकुल हुइगव और बा गवाही देत कहन लागो, “नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुमए मैसे एक जनै मोके पकडाए देहए ।”
\v 22 बा काके बारेमे कही हए करके पता ना हुइके चेला एक दुसरेके देखत देखत रहिगए ।
\v 23 बाके चेला मैसे येशूके प्रेम करन बारो चेलाचाहिँ येशूके छातीमे अडेस लागए रहए ।
\v 24 तव सिमोन पत्रुस बासे इशारा करके पुछी, “बा जा काके बारेमे कही हए?”
\v 25 येशूके छातीमे अडेस लागएके बा से पुछी, “प्रभु बा कौन हए?”
\v 26 येशू जबाफ दै, “जौनके मए रोटीको खुद्रा डुबाएके देतहौ, बहे हए ।” तव बा रोटीको खुद्रा डुबएके दै, और निकरके बा सिमोनको लौड़ा यहूदा इस्करियोतके दै ।
\v 27 रोटीको खुद्रा लैके पिच्छु शैतान बाके भितर घुसगओ । तव येशू बासे कही, “तोके जो करन हए, सो जलदी करडार ।”
\v 28 तव बा काहे बासे अईसे कही भोजन करन बैठे कोई फिर ना समख पाई ।
\v 29 कहेकी कोई-कोई जा सोची, कि यहूदासंग पैसाको थैली हए, जहेमारे येशू बासे तेवहारके ताहिँ सामान किननके, अथवा बा गरीबके कुछ देबए करके कही हए ।
\v 30 तव यहूदा इस्करियोत रोटी खाइ बा हुनासे तुरन्त बाहेर निकर गओ । बा बेरा रात पडिगव रहए ।
\p
\v 31 जब बा बाहिर गव तव येशू कही, “अब आदमीके पुत्र महिमित भव हए । और परमेश्‍वर बामे महिमित हुइगव हए ।
\v 32 अगर परमेश्‍वर बामे महिमित हुइगव हए तव परमेश्‍वर अपनएमे महिमित बनए हए और बाके तुरन्त महिमित बनए हए ।
\p
\v 33 “छोटे बालका, कुछ देर तक मए तुमर संग हौ! तुम मोके ढुडैगे, और जैसो मए यहूदीनसे कहो, और हबए तुमसे फिर मए कहतहौ, 'जहाँ मए जाए रहो हौ, हुवाँ तुम अए ना पैहौ ।”
\v 34 “एक नयाँ आज्ञा मए तुमके देतहौ: तुम एक दुसरे के प्रेम करौ । तुमसे मए जैसी प्रेम करो हौ, तुम फिर एक दुसरेके उइसी प्रेम करौ ।
\v 35 अगर तुम एक दुसरेके प्रेम करेहौ जहेसे सब जानंगे, कि तुम मिर चेला हौ ।”
\p
\v 36 सिमोन पत्रुस बासे कही, “हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ येशू जबाफ दै, 'मए जहाँ जए रहो हौ, तुम हबए मोके ना पछुयए पैहौ, तव पिच्छु त तुम मोके पछुयए हौ ।”
\v 37 पत्रुस बासे कही, 'प्रभु, मए काहे हबए तुमके ना पछुयए पैहौ? तुमरे ताहिँ मए अपन प्राण दै देहौ ।”
\v 38 येशू जबाफ दै, “का तए अपन प्राण मिर ताहिँ देहए? नेहत्य मए तुमसे कहत हौ, तुम मोके तीन दओ इन्कार ना करे तक मुर्गा ना बासैगो”
\c 14
\cl अध्‍याय १४
\p
\v 1 तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होबए | तुम परमेश्‍वर उपर बिश्‍वास करतहौ, मिर उपर फिर बिश्‍वास करओ ।
\v 2 मिर पिताके घरमे बैठन ठाउँ बहुत हए । अइसो ना होतो, का मए तुमसे कहतो और, कि तुमर ताहिँ ठाउँ तयार करन मए जए रहो हौ?
\v 3 और जाएके मए तुमरे ताहिँ ठाउँ तयार करके पिछु मए फिर अए हौ, और तुमए मए अपने ठिन लैजएहौ, और जहाँ मए हुइहौ, हुवाँ तुम फिर हुइहौ ।
\v 4 जहाँ मए जाए रहो हौ, तुम हुवाँ जानके डगर चिनैगे ।”
\p
\v 5 थोमा बासे कही, हे प्रभु, तुम कहाँ जातहौ, हम कैसे जानेहए, तव हम डगर कैसे चिनेहए?”
\v 6 येशू बिनसे कही, “डगर, सत्य और जीवन मही हौ । मोए बिना कोई फिर पिताके ठिन ना अए पैहए ।
\v 7 तुम मोके चिनते तव मिर पिताके फिर चिनते । अबसे बाके चिन्त हौं, और बाके देखेहौ ।”
\p
\v 8 फिलिप बासे कही, “हे प्रभु, हमके पिता देखए दे । इतो भएसे हमके पुगजए हए ।”
\v 9 येशू बिनसे कही, “फिलिप, इतो दिनतक मए तुमर संग रहो, ताहु फिर तुम मोके चिन ना पाए? जौन मोके देखो हए, बा पिताके देखिहए । तुम कैसे कहेपए हौ, हमके पिता देखए दे?”
\v 10 मए पितामे हौं, और पिता मोएमे हए करके का तुम बिश्‍वास ना करतहौ? जौन बाणी मए तुमसे कहत् हौ बा मए अपनी अधिकार मे ना बोलो हौ पर मिरमें बास करन बारो पिता अपनो काम करत् हए ।
\v 11 मोके बिश्‍वास करओ, कि मए पिता मे हौ, और पिता मोएमे हए । नत जे कामके खातिर विश्‍वास करओ ।
\v 12 “नेहत्य मए तुमसे काहत् हौ, जौन मोके विश्‍वास करत् हए, बा मए करो काम फिर करैगो, और बिनसे बडो काम फिर करैगो, काहेकी मए पिता के ठिन जाए रहो हौ ।"
\v 13 तुम मेरे नाउँ मे जो मागैगे तओ पुत्र मे पिता कि महिमा होबए कहिके बा मए देए हओ ।
\v 14 अगर तुम मेरे नाउँ मे जौन चिज मगेहौ तव मए करेहौं ।
\p
\v 15 तुम मोके प्रेम करत हौ तव मिर आज्ञा पालन करैगे ।
\v 16 मए पिता से बिन्ती करंगो, और बा तुमके दुसरो सल्लहाकार देबैगो, और बा तुमर संग सदा सर्बदा रहबैगो, जो
\v 17 सत्यको आत्मा हए, जौनके संसार ग्रहण ना करपैहए, काहेकी संसार बाके ना त देखिहए ना चिनिहए । तुम बाके चिनत् हौ, काहेकी बा तुमरसंग बास करत् हए. और तुमर मे रहबैगो ।
\v 18 “मए तुमके टुहुरो ना छुडे हौ । मए तुमरे ठिन लौटके अमंगो ।"
\v 19 अब कुछ दिन पिच्छु संसार मोके कबहु ना देखहए, पर तुम मोके देखैगे । और मए जित हौ तुम फिर जिबैगे ।”
\v 20 बा दिन तुम जानैगे, कि मए मिर पितामे हौ और तुम मोएमे, और मए तुमरमे हुइ हौ ।
\v 21 मोके प्रेम करन बारो बहे हए जोन संग मिर आज्ञा हए और बे पालन करत् हए । और मोके प्रेम करन् बारेके मिर पिता प्रेम करत् हए । मए बाके प्रेम कर् हौ और मए अपनएके बाके ठिन प्रकट करेहौ ।”
\p
\v 22 यहूदा { इस्करियोत चाही ना हए } येशूसे कही, “प्रभु, तुम का कहत हौ, तुम अपनए हमर मे प्रकट करैगे, और संसारके चाहिँ ना?”
\v 23 ”येशू बाके जबाफ दैके कही, “जौन मोके प्रेम करेहए, बा मिर वचन पालन करेहए, और मिर पिता बाके प्रेम करेहए, और हम बाके ठिन अमंगो, और बक संग बैठंगो ।
\v 24 मोके प्रेम ना करन बारो मिर वचन पालन ना करैगो । जौन वचन तुम सुन्तहौ, बा मिर ना हए, बोत् मोके पठान बारो पिताको हए ।
\v 25 “जा बात तुमर संग रहतए मए तुमसे कहो हौं ।"
\v 26 पर सल्लाहकार, अर्थात् पवित्र आत्मा, जौनके पिता मिर नाउँमे पठए हए, बा तुमके सब बात सिखए हए, और मए तुमसे कहो बात तुमके याद दिलए हए ।
\v 27 शान्ति मए तुमरे संग छोडे हौ । मए अपन शान्ति तुमके देहौ । संसार दै जैसो मए तुमके ना देतहौ । तुम्रो ह्रदय व्याकुल ना होए और घबडाबै ना।
\p
\v 28 “मए तुमसे कहो 'सुने हौ मए जाए रहो हौ, और मए तुमरे ठिन फिर अमंगो' । तुम मोके प्रेम करते तव मए पिताके ठिन जात हौ करके सुनते तुम रामईते, काहेकी पिता मोसे गजब महान हए ।"
\v 29 अब जा होनेसे अग्गु मए तुमसे कहे रहो हौं, और जब जा होनके अएहए तुम विश्‍वास करसकौ ।
\v 30 मए तुमसे बहुत ना बुलेहौ काहेकी जा संसारको शासक अए रहोहए । बाके मिर उपर कोइ शक्ती ना हए ।
\v 31 पर मए पिताके प्रेम करत् हौ, और जैसो पिता मोके आज्ञा करी हए बहे करतहौ करके संसार जानए । उठओ, और हियाँ से जाबौ ।”
\c 15
\cl अध्‍याय १५
\p
\v 1 “मए सच्चो दाख हौ, और मिर पिता दाखबारीको किसान हए ।
\v 2 मिर मे होन बारे फरा ना फरानबारे सबए हाँगाके छाँटत हए और फरा फरान बारे सबए हाँगाके और जद्धा फरा फरामए करके बा छानैगो हए ।
\v 3 मए तुमसे कहो भव वचनसे तुम अग्गुएसे सुध्द हुइगएहौ ।
\v 4 मिर मे रहओ, और मए तुमरमे रए हौ । जैसी दाखको पेडमे हाँगा ना रहत हए तव बा अपनए फरा ना फराए सकत् हए, उइसी तुमहु मिर मे ना रहेसे तव तुम फिर फरा ना फराए सकत् हौ ।
\p
\v 5 “मए दाखको पेड हओ, तुम हाँगा हौ । अगर कोइ मिर मे रैहे और, मए बामे रहौ तव बा बहुत फरा फरैहे, काहेकी मोसे अलग रहिके तुम कुछ ना कर पैहौ ।"
\v 6 कोइ आदमी मिर मे ना रएहए तव, बा हँगा बाहेर मिलजहए, और बा सुकजए हए । उइसे हँगा आदमी बटोरत हए, और आगीमे डारदेत हए, और बे जरजात हए ।
\v 7 तुम मेरेमे रहौ तव, और मिर बात तुमरमे रएहए तव तुम जो इच्छा लागत हए सो मागौ, और तुमरे ताहिँ करो जाए हए ।
\v 8 तुम बहुत फरा फराएके मिर चेला हौ करके प्रमाणित करेहौ तव जहेमे मिर पिताको महिमा हुइहए ।
\p
\v 9 “पिता जैसी मोके प्रेम करिहए, उइसी मए फिर तुमके प्रेम करो हौ । तुम मिर प्रेममे रहौ ।
\v 10 “अगर मिर आज्ञा पालन करेहौ तव तुम मिर प्रेममे रहौ, जैसी मए मिर पिताको आज्ञा पालन करो हौ और बाको प्रेममे रहत हौ ।
\v 11 मए जा बात तुमसे जा मारे कहो हौ, कि मिर आनन्द तुमरमे पुरो होबए, और तुमर आनन्द पुरो होबए ।
\v 12 “जा मिर आज्ञा जहे हए, कि मए तुमसे जैसी प्रेम करो, तुम फिर एक दुसरेन से उइसीए प्रेम करओ ।"
\v 13 अपन संगीके ताहिँ जौन अपन ज्यान देहए बासे बडो प्रेम और कोइ ना हए ।
\v 14 मए तुमरे ताहिँ जो आज्ञा करत् हौ, बे तुम करैगे तव, तुम मिर संगी हौ ।
\v 15 अब से मए तुमसे नोकर ना कएहौ । काहेकी बाको मालिक का करत् हए नोकर ना जनत् हए । पर मए तुमसे संगी कएहौ, काहेकी जो मए मिर पितासे सुनो सब बात तुमके बताए दओ हौ ।
\v 16 मोके तुम ना चुने, पर मए तुमके चुनो और तुमके नियुक्त करो, काहेकि तुम जाओ, और फरा फराबओ, और तुमर फरा फरोरहाबए । जहेमरे तुम पितासे मिर नाउँमे जो मागैगे, बा तुमके सो देहए ।
\v 17 मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुम एक दुसरेनके प्रेम करौ ।
\p
\v 18 “अगर संसार तुमके नफरत (घृणा) करत् हए तव, तुम जानौ, कि तुमके नफरत (घृणा) करनसे अग्गु बा मोके नफरत (घृणा) करत् हए ।
\v 19 अगर तुम जा संसारके होते तव संसार तुमके अपनए तरह मनके प्रेम करतो । पर तुम जा संसारके ना हओ । मए तुमके संसारसे चुनो, जहेमरे संसार तुमके नफरत (घृणा) करत् हए ।
\v 20 मए तुमसे कहो वचनके याद करियो, “नोकर घरको मालिकसे बडो ना होत हए ।' बे मोके सतए हए तव तुमके फिर सतए हैँ । बे मिर वचन पालन करेहए तव बे तुमरो वचन फिर पालन करेहैँ ।
\v 21 पर जा सब मिर नाउँके खातिर तुमके करेहए, काहेकी बे मोके पठान बारेनके ना चिनत् हैँ ।
\v 22 मए ना अइतो तव और उनके ना बतैतो तव बे पापके दोषी ना हुइते, पर अब ता अपन पापके ताहिँ बिनके कोइ बहाना ना हए |
\v 23 जौन मोके नफरत (घृणा) करत् हए, बा मिर पिताके फिर नफरत (घृणा) करत् हए ।
\v 24 अगर कोइ ना करो काम मए बिनके बीचमे ना करतो, तव बे पापके दोषी ना होते । पर अब बे मोके और मिर पिताके दोनएके देखिरहए और नफरत (घृणा) करीहए ।
\v 25 पर व्यवस्थामे लिखो जा वचन पुरा होनके जा भव हए, 'बे बाके बिनाकरण नफरत (घृणा) करी ।'
\p
\v 26 “जब सल्लाहकार अए हए, जौनके मए पिताके तरफ से तुमरे ठिन पठए देहौँ अर्थात सत्यको आत्मा, जो पितासे अए हए, बहे मिर बारेमे गवाही देहए ।"
\v 27 तुम सुरुसे मिर संग हौ, तुम फिर मिर साक्षी हौं ।
\c 16
\cl अध्याय १६
\p
\v 1 “तुम पच्छु मत हट्ओ कहिके मए तुमके जा बात कहो हौ ।"
\v 2 बे तुमके सभाघरसे बाहेर निकार देहए । नेहत्य अइसो समय अबैगो, जब तुमके मारन बाले सबए परमेश्‍वरको सेवा करत् हँए कहिके कहमंगे ।
\v 3 बे जा काम करङ्गे, काहेकी बे ना पिताके ना मोके चिन्त् हँए ।
\v 4 पर जा बात मए तुमके बतात् हौ, कि जब जा समय अए हए, तव तुमके स्मरण हुइहए । पहिले जा बात मए तुमसे ना कहो, काहेकी मए तुमर संग रहौ ।
\p
\v 5 “अब मए मोके पठन बारेक ठिन जाए रहो हौ, पर औ तुम कहाँ जातहौ?' कहिके तुम कोइ मोसे ना पुछ्त् हौ ।"
\v 6 ताहु फिर मए तुमसे जा बात कहो बहेमारे तुमर ह्रदय शोकसे भरिगौ हए ।
\v 7 ताहु फिर मए तुमसे सच्ची बात कहत् हौ, मोए जान मे तुमर हित हुइहए । काहेकी मए ना जएहौ तव, सल्लाह देन बारो तुमरे ठिन ना अए हए । पर जाएहौ तव मए बाके तुमर ठिन पठए देहौ ।
\v 8 जब सल्लाह देन बारो अए हए, बा संसारके पाप, धर्मिकता और न्यायके बारेमे दोषी ठहरए हए ।
\v 9 पापके बारेमे, काहेकी बे मिर उपर विश्‍वास ना करत् हँए,
\v 10 धार्मिकताके बारेमे, काहेकी मए पिताके ठिन जए रहो हौ, और फिर तुम मोके फिर ना दिख्हौ ।
\v 11 और न्यायके बारेमे, काहेकी जा संसारके शासकको न्याय हुई गओ हए ।
\p
\v 12 “मए तुमसे कहन बारी बात गजाब हए, पर हबए तुम जा बात सहे ना पैहौ ।"
\v 13 जब बा सत्यको आत्मा अए हए, तव बा तुमके सब सत्यतामे डुरिअए हए काहेकि बा अपन तर्फ से ना कहेहए । पर बा जो सुनेहए, बहे बुलेहए, और होन बारी बात तुमके बताए देहए ।
\v 14 बा मिर महिमा करेहए, काहेकी जो मिर हए, बा मोसे लैके तुमके बताए देहए ।
\v 15 जो चिज पिता संग हए, बा मिर हए । जहेमरे मए काहत हौ, जो मेरो हए बा मोसे लैहए और जो तुमके बताई देहए कहिके मए कहो हौँ ।
\p
\v 16 “थोरी देर पिछु तुम मोके फिर ना दिखहौ, और थोरी देरमे फिर मोके देखैगे ।”
\v 17 “तव बाके कोइ-कोइ चेला एक दुसरे से कहिँ, “बा हमसे जा का कही हए? 'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और फिर थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ,' और मए पिताके ठिन जाएरहो हौँ कहिके बा हमसे का कहि हए?”
\v 18 बे कँहीँ, “बा, थोडी देरको मतलाब का हए? हम ना जानत् हँए, बा काके बारेमे कहत हए ।”
\p
\v 19 बे बासे पुछन् के इच्छा करत् हँए करके येशूके पता हुइगौ, और बा कही, “'थोडी देरमे तुम मोके ना दिखहौ, और थोडी देरमे तुम मोके दिखहौ' करके कहो बातको अर्थ का हए करके जेहेक बारेमे का तुम आपसमे बहस कर रहेहौ?
\v 20 नेहत्य, मए तुमसे कहत् हौ, तुम रुइहौ और बिलाप करहौ, पर संसार रमएहए । तुम शोकित हुइहौ, तव तुमर शोक आनन्दमे बदल जएहए ।
\v 21 बालका जन्मन बेरा बैयर पीडामे होतहए, कहेकी बाकी बेरा अइगओ होतहए, पर जब बे बालका जन्मात हए, तव बे बा बेदनाके ना समझत हए कहेकी बालका जन्म गओ करके बे खुशी होतहएँ ।
\v 22 तही हबए तुमके शोक होतहए, पर मए फिर तुमसे मिलङ्गो, और तुमर मन खसी होइगो । और कोइ तुमर आनन्द तुमसे ना छिनए पैहए ।
\v 23 बा दिन तुम मोसे कुछु ना मागैगे । नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, तुम मिर नाउँमे पितासे जो मगैगे, बा तुमके देबैगो ।
\v 24 हबए तक तुम मिर नाउँमे कुछ ना मागे हौ ।मागौ, तव तुम पबैगे । अइसीय तुमर आनन्द पुरा होबए ।
\p
\v 25 “जा बात मए तुमके कहानीमे कहो हौ । पर समय अए रहो हए, अब मए तुमसे फिर कहानीमे ना काएहौ, पर पिताके बारेमे तुमके स्पस्ट बताए हौ ।"
\v 26 बा दिन तुम मेरे नाउँमे मगैगे । मए तुमके ताहिँ पितासे बिन्ती करदेहौ करके तुमसे ना कएहौ,
\v 27 कहेकी पिता अपनए तुमके माया करत् हए, कहेकी तुम मोके माया करेहौ, और मए परमेश्‍वरके तर्फ से अओ हौ करके विश्‍वास करेहौ ।
\v 28 मए पितासे अओ, और संसारमे अओ, और फिर मए संसारके छोडके पिता के ठिन जए रहो हौ ।”
\p
\v 29 ”बाके चेला कहिँ, “देखऔ अब तुम स्पष्ट बोल्तहौ कहानीमे ना बोल्त हौ ।
\v 30 अब हम जानत हए, कि तुम सब बात जनत हौ, और अब तुमसे पुछ्न कोइ जरुरत ना हए । जहेमारे हम विश्‍वास करत् हए, कि तुम परमेश्‍वरसे आए हौ ।”
\p
\v 31 येशू उनके जबाफ दै, “का तुम अब बिश्‍वास करत् हौ?
\v 32 देखौ तुम समय अए रहो हए, वास्तबमे अइगौ हए, अब तुम बिगद के अपन घरमे चले जएहौ और मोके इक्ल्लो छोड्देहौ । तहु फिर मए इकल्लो ना हौ, कहेकी पिता मिर संग हए ।
\v 33 मए तुमसे जा बात जा मारे कहत हौ, कि मोए मे तुमके शान्ति होबए । संसारमे तुमके संकट हुइहए, पर साहस करौ, मए संसारके जितो हौ ।”
\c 17
\cl अध्‍याय १७
\p
\v 1 जा बात कहिके पिछु येशू स्वर्ग घेन आँखी उठाएके कही, “हे पिता, समय हुइगौ हए, तुम पुत्रको महिमा प्रकट करौ, और पुत्र तुमर महिमा प्रकट करए ।
\v 2 काहेकी तुम बाके सब आदमीक् उपर आधिकार दए हौ, ताकी तुम बाके दए भए सबके बा अनन्त जीवन देबए ।
\v 3 अब अनन्त जीवन जहे हए, कि बे तुमए, इक्ल्लो सत्य परमेश्‍वरके चिनए, और तुमर पठाऔ भव येशू ख्रीष्टके चिनए ।
\v 4 जौन काम तुम मोके दए हौ, बा पुरा करके तुमके पृथ्वीमे मए महिमित करो हौ ।
\v 5 अब हे पिता, संसारको सृष्टि होनसे अग्गु तुमरे अग्गु मिर जौन महिमा रहए, बहेमारे अपन उपस्थितिमे मोके महिमित करौ ।
\p
\v 6 “संसारसे जौन आदमी तुम मोके दए हौ, बिनके तुमर नाउँ मए प्रकट करदओ हौ । बे तुमर रहए, और तुम बिनके मोके दएहौ, और बे तुमर वचन पालन करीहएँ ।
\v 7 बिनके अब पता हए, कि तुम मोके दओ भव प्रत्येक बात तुमसे अओ हए ।
\v 8 काहेकी जौन वचन तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, और बे बा ग्रहण करी हए । और मए तुमसे अएहौ काहिके बे सच जान्त हए और मोके पठाई हए कहिके बे बिश्‍वास करी ।
\v 9 मए बिनके ताहिँ प्रार्थना करत् हौ, संसारके ताहिँ मए प्रार्थना ना करत् हौ, पर उनके ताहिँ, जौन तुम मोके दए हौ । काहेकी बे तुमर हएँ ।
\v 10 मिर सब जो हए बे सब तुमर हए, और जो तुमर हए बा मिर हए । मिर महिमा बिनमे प्रकट भव हए ।
\v 11 “मए फिर संसारमे ना रएहौ, पर जे ता संसारमे रहए । मए त् तुमर ठिन अए रहो हौ । पवित्र पिता, तुम मोके दए भएनके तुमर नाउँमे बिनके सुरक्षित रखाबौ, और हमए जैसो बे फिर एक होमए ।"
\v 12 जब तक मए बिनके संग रहौ, तुम मोके दए तुमर नाउँमे बिनके मए सुरक्षित करो । बिनको रक्षा करो । और उन मैसे बिनासको लौड़ा बाहेक अरु कोइ नष्ट ना भव, काहेकी धर्मशास्त्र पुरा होबए
\v 13 “पर अब मए तुमर ठिन अए रहो हौँ । पर मए जा बात संसारमे काहि रहोहौँ, कि बिन्मे मिर आनन्द पुरा होबए ।"
\v 14 मए बिनके तुमर वचन दओ, तव संसार उनके नफरत (घृणा) करी, कहेकी बे संसारके ना हए, जैसी मए संसारको नाहौँ ।
\v 15 तुम उनके संसारसे लाएजाओ कहिके मए ना करत् हौ, पर बिनके दुष्टसे बचाबओ कहिके मए तुमसे प्रार्थना करत हौँ ।
\v 16 बे संसारके ना हए, जैसी मए फिर संसारको ना हए ।
\v 17 बिनके सत्यतामे अपन ताही सौपदेओ, तुमर वचन सत्य हए ।
\v 18 जैसी तुम मोके संसारमे पठए, मए फिर बिनके संसारमे पठओ हौ ।
\v 19 बिनके ताँही मए अपनाएके सौपदओ हौँ, ताकी बे फिर तुमर सत्यतामे पवित्र होमए ।
\p
\v 20 “मए इनके ताहिँ इकल्लो प्रार्थना ना करत् हौ, पर इनके सन्देश से मिर उपर विश्‍वास करन बारेनके ताहिँ फिर प्रार्थना करत् हौ,"
\v 21 कि बे सब एक होमए । हे पिता, जैसी तुम मोए मे हौ, और मए तुममे, उइसी बे फिर हमरमे होमए, और तुम मोके पठएहौ करके संसार बिश्‍वास करए ।
\v 22 जौन महिमा तुम मोके दएहौ, मए बिनके दओ हौ, ताकि हम एक भए कता बे फिर एक होमए ।
\v 23 मए बिनमे, और तुम मोएमे, और बे पुरारुप से एक होमए, और तुम मोके पठए हौ, और मोके प्रेम करे कता तुम बिनके फिर प्रेम करेहौ करके संसार जानए ।
\p
\v 24 “पिता, मए इच्छा करत् हौ, कि तुम मोके दए भए नाके मए जहाँ हौ मिरसंग रहमए, और मिर महिमा देखए, जौन महिमा, संसारके सृष्टि होनसे अग्गु मोके प्रेम करेरहौ बा मारे तुम मोके दएरहौ ।"
\p
\v 25 “धर्मीक पिता, संसार तुमके ना चिन्तहए, पर मए तुमके चिन्तहौ, और तुम मोके पठए हौ करके जे जन्त हए ।"
\v 26 मए तुमर नाउँ जिन्मे प्रकट करो हौ, ताकि जौन प्रेमसे मोके तुम प्रेम करे, बा बिन्मे रहए, और मए उनमे रहौ ।”
\c 18
\cl अध्‍याय १८
\p
\v 1 जा बात कहिके येशू अपन चेलाके संग किद्रोन उपत्यकाको बा पार गओ । हुवाँ एक बगिया रहए । येशू अपन चेलासंग हुवाँ पर गओ ।
\p
\v 2 बाके पकणान बारो यहूदा फिर बा ठाउँ चिने रहए, काहेकी येशू अपन चेलासंग हुवाँ बैठन जाए कर्त रहए ।
\v 3 तव दिया, उँका और हतियार लैके पुलिसके फिर एक दल और खास पुजाहारी और फरिसीनके पठए भए पहारेदारके लैके यहूदा हुवाँ अओ ।
\v 4 तव अपने उपर आन बारी सब बात पता पाएके येशू अग्गु अओ, और बिनसे कही, “तुम कौनके ढुणतहौ?”
\v 5 बे बासे कहिँ, “नासरतके येशूके ।” येशू बिनसे कही, “मए बहे हौ ।” और बाके बिश्‍वासघात करन बारो यहूदा फिर सिपाहीके संग ठाडो रहए ।
\v 6 “जब बा उन्से मए बहे हौ" कही, तव बे पिछु हटिगए और भिमेमे गिरिगए ।"
\v 7 “फिर बा बिनसे पुछी, “तुम काके ढुडत् हौ?” बे कहिँ, “नासरतके येशूके ।”
\v 8 येशू जबाफ दैके कही, “मए तुमसे कहिदओ, मए बहे हौ । अगर तुम मोके ढुडत् हौ तव जे आदमीके चहिँ जान देओ ।”
\v 9 “जा तुम मोके दए भए मैसे एक फिर मए ना गुमओ" करके कहीरहए बो वचन पुरा होबए करके जा भओ ।"
\p
\v 10 जब सिनोम पत्रुस अपन ठिन भव तरवार निकारके मुखिया पुजाहारीको कमैयाक दहिना कान चट्टै काटदै । बा कमैयाको नाउँ माल्खस रहए ।
\v 11 येशू पत्रुससे कही, “तरवार म्यानमे धर । का पिता मोके दओ कचौरा मए ना पिमओ?”
\p
\v 12 तव पिछु सिपाहीकी दल, बिनके कप्तान, और यहूदीनके पहरेदार येशूके पकडी, और बाँधी ।
\v 13 पहिले बे बाके हन्‍नासके ठिन लैगए, जो बा सालको प्रधान पुजाहारी कैयाफाको सासुरो रहए ।
\v 14 जा बहे कैयाफा रहए, जौन जनाताके ताहिँ एक आदमी मरनसे कल्याण हए' करके यहूदीनके सल्लाह दै रहए ।
\p
\v 15 सिमोन पत्रुस और येशूको दुस्रो चेला येशूके पिछु लागो । तव दुस्रो चेलाके प्रधान पुजाहारीको चिनजान रहए।और येशूसंग प्रधान पुजाहारीके आँगनमे घुसो ।
\v 16 तव पत्रुस बाहेर फाटकमे ठाडो रहए । तव दुस्रो चेला जो प्रधान पुजाहारीसे चीनजान रहए, बाहिर निकरके फाटकमे बैठन बारी लौड़ियासे कही पत्रुसके भितर लिआ ।
\v 17 तब फाटकमे बैठी लौड़िया पत्रुससे कही, “का तुम फिर बहे आदमीके चेला मैसे एक जानै हौ?' बा कही, “मए ना हौँ ।”
\v 18 तव बा कमैया और पहरेदार आगीको आहरा तापत रहए, काहेकी जाडो रहए । और पत्रुस फिर बिनके संग ठाणो आगी तपन लागो रहए।
\p
\v 19 अब प्रधान पुजाहारी येशू बाके चेला और बाके शिक्षाके बारेमे पुछी ।
\v 20 येशू बिनके जबाफ दैके कही, “मए संसारमे खुल्लमखुल्ला कहो हौ । मए सब दिन सभाघरमे और मन्दिरमे शिक्षा दओ हौ । जहाँ सब यहूदी इकठ्ठा होतहए । मए गुप्तमे कुछ ना कहो हौ ।
\v 21 मोसे काहे पुछत् हौ? मए बिनसे का कहो सो सुननबारेन से पुछओ । मए कहो बात उनके पता हए ।”
\v 22 येशू जा बात कहत रहए तव नजिकमे ठाडो पहरेदार मैसे एक जनै अइसो कहत येशूके थप्पड लागई, “का प्रधान पुजाहारीके अइसे जबाफ देतहए?”
\v 23 येशू बासे कही, “मए बेठिक कहो हौ तव प्रमाण देओ, अगर मए ठिक कहो हौ तव तुम मोके काहे मारत् हौ?”
\v 24 तव हन्‍नास बाके बाधे आबस्थामे प्रधान पुजाहारी कैयाफा ठिन पठए दए ।
\p
\v 25 जब सिमोन पत्रुस ठाहरके आगी ताप्त रहए । बे बासे कहीँ, “का उनके चेला मैसे एक जनै फिर नाहौ?” बा इन्कार करके कही, “मए ना हौ ।”
\v 26 प्रधान पुजाहारीको कमैया मैसे एक जनै, जौनक् नातेदारको कान पत्रुस काटी रहए, बा पुछी, का मए तुमके उनके संग बगियामे ना देखो का?”
\v 27 तव फिर पत्रुस इन्कार करी । और तुरुन्त मुर्गा बस्दै ।
\p
\v 28 तव बे येशूके कैयाफाके घरसे राज्यपालकी महल घेन लैगए । बा समय सुबेरे रहए बे राज्यपालकी महलमे ना घुसे काहेकी बे अशुद्ध ना होमए पर निस्तार तेवहर खाएलेमए ।
\v 29 जहेमरे बिनके ठिन बाहेर निकरके पिलातस कहिँ, “जा आदमीके विरुध्दमे तुम का अभियोग लगए हौ?”
\v 30 बे उन्से कहिँ, “अगर जा आदमी अपराधी ना होतो तव हम जाके तुमरे ठिन ना सुम्पते ।”
\v 31 बहेमारे पिलातस बिनसे कही, “तुम जाके लैजओ, और तुम अपन व्यवस्था बमोजिम जाको इन्साफ करौ ।” यहूदी उन्से कहिँ, “कोइ आदमीके प्राणदण्ड देनके हमर ताही न्यायसङ्गत ना हए ।
\v 32 बाको मृत्यु कौन तारिका से हुइहए कहिके येशू संकेत करके बाको कहो वचन पुरा होबए करके अइसो भव रहए ।
\p
\v 33 तव पिच्छु पिलातस फिर राज्यपालको महल भितर घुसो, और बा येशूके बोलाएके कहि, “का तुम यहूदीके राजा हौ?”
\v 34 येशू जबाफ दैके कही, “तुम अपनए अईसो कहत् हौ, कि मिर बारेमे तुमसे और कोई कहो?”
\v 35 पिलातस जबाफ दै, “का मए यहूदी ना हौ का? तुमरअपनिए मनई और मुखिया पुजारी तुमके मेरे हातमे सोपदै हए । तुम का करे?
\v 36 येशू जबाफ दै, “मिर राज्य जा संसारको ना हए । मिर राज्य जा संसारको होतो तओ मिर सेवक मिर ताहिँ लड़ते, और मए यहूदीनके हातमे ना सौपतओ । पर मिर राज्य जा संसारको ना हए ।
\v 37 तव पिलातस बासे कहि, “का तुम राजा हौ त्?” “येशू कहिँ तुमहि मोसे राजा काहत हओ? जहेके ताहिँ मए जन्मो हओ, और जहेके ताहिँ सच्चो गवाही देन मए जा संसारमे अओ हौँ । हरेक जो सत्यको पक्षमा हए, बा मिर आवाज सुनैगो ।”
\v 38 पिलातस बासे कही, “सत्य का हए?” इत्कए कहिके बा यहूदीनके ठिन बाहिर निकर गओ, और बिनसे कही, “मए जा आद्‍मीमे कोइ दोष ना पाओ ।
\v 39 पर निस्तार-तेवहरमे मए एक जनै तुमरे ताहिँ छोडदेनके तुमर चलन हए । तव का तुम चाहत् हौ, कि यहूदीक राजाके छोड्देओ?”
\v 40 पर बे फिर अइसे करके चिल्लाएके कहीँ, “बाके ना, बारब्बाके |” बारब्बा डाँकु रहए ।
\c 19
\cl अध्‍याय १९
\p
\v 1 तव पिलातस येशूके लैगए और बाके कोर्रा लगानके लिअई, ।
\v 2 और सिपाही काँटोको मुकुट गुथके बाके मुणमे लागए दै, और बाके बैजनी रंङको कुर्ता पैँधए दै,
\v 3 और बाके नजिक आएके कहिँ, “प्रणाम, यहूदीको राजा!” और बे बाके थप्पण मारि ।
\p
\v 4 फिर बाहिर निकरके पिलातस बिनसे कहि, “देखौ मए जाके तुमर ठिन बाहेर ल्याए रहो हौ, और तुमके बातान चाहत् हौ, मए जामे कोइ दोष ना पात् हौ ।”
\v 5 तव काँटोको मुकुट और बैजनी रंङको कुर्ता पैधएके येशू बाहिर अओ, और पिलातस बिनसे कहि, “देखो जा आदमी!”
\p
\v 6 जब मुखिया पुजाहारी और पहरेदार बाके देखीँ, बे अइसे करके चिल्लन लागे, “बाके क्रुसमे टाँग्ओ, बाके क्रुसमे टाँगओ!” पिलातस बिनसे कहि, “तुमहीँ जाके लैजाएके क्रुसमे टाँगओ, काहेकी मए जामे कोइ दोष ना पाओ!”
\v 7 यहूदी उनके जबाफ दै, “हमर एक व्य्वस्था हए, और बा व्यवस्था अनुसार जा मरन पणैगो, काहेकी जा अपनएके परमेश्‍वरको पुत्र बनाइ हए ।”
\p
\v 8 जा बात सुनके पिलातस और डरए गओ ।
\v 9 बा फिर राज्यपालको महल भितर घुसो और येशूसे पुछी, “तुम कहाँसे आए हौ?” तव येशू उनके कुछ जबाफ ना दै |
\v 10 जहेमरे पिलातस बासे कही, “का तुम मोसे ना बोलैगे? तुमके छोड् देनके अधिकार मिरसंग हए, और तुमके क्रुसमे टाँगनकि अधिकार फिर मिरसंग हए करके तुमके पता ना हए?”
\q
\v 11 येशू बाके जबाफ दैके कही, “तुमके उपरसे नदित्तो तव मिर उपर तुम कोइ अधिकार ना हुत्तो । जहेमारे मोके तुमरे हातमे सौप्देनो और जद्धा पापको दोषी हए ।"
\p
\v 12 तव पिच्छु पिलातस बाके छोडदेनके और जद्धा प्रयत्‍न करी । पर यहूदी अइसो काहत चिल्लान् लागे, “अगर तुम जा आदमीके छोडदे हओ तव तुम कैसरके संगी ना हओ । अपनएके राजा हौ करके दाबी करन् बारो प्रत्येक कैसरके बिरुध्दममे खडा होतहए ।”
\p
\v 13 “पिलातस जा बात सुनके येशूके बाहेर ल्याई, और बा“ “पत्थरको पाटी" “कहन बारो ठाउँमे {जोसे हिब्रुमे गब्बथा कहत् है} न्याय आसनमे बैठो ।"
\p
\v 14 बा समय निस्तार-तेवहरको तयारीको दिन रहए । दिनमे करीब बाह्र बजो रहए । पितालस यहूदीनसे कहि, “देखौ, तुमर राजा!”
\p
\v 15 “तव बे अइसे काहत् चिल्लाने “लैजाओ, लैजाओ, जाके क्रुसमे टाँग्ओ!” पिलातस बिनसे पुछी, “का मए तुमर राजाके क्रुसमे टागओ?” मुखिया पुजाहारी जबाफ दैँ, “कैसर बाहेक हमर राजा और कोइ ना हए |”
\v 16 तव बा उनके क्रुसमे टाँगन् बिनके हातमे सौपदै । जहेमरे सिपाही येशूके जिम्मा लैँ ।
\p
\v 17 बा अपन क्रुस अपनए बोकके खप्पर कहाँन् बारो ठाउँमे गओ, जौनके हिब्रु भाषामे गलगथा कहत् हए ।
\v 18 हुवाँ बे बाके क्रुसमे टाँगी और बाके संग और दुई जनैके टाँगी, एक जनैके एक घेन और दुस्रो जनैके दुस्रे घेन और बीचमे येशूके ।
\p
\v 19 पिलातस एक दोष पत्र फिर लिखिके क्रुसके उपर टास्दै । बामे बहे लिखो रहए, “नासरतके येशू, यहूदीको राजा ।”
\v 20 तव बहुत यहूदी जा दोष पत्र पढीँ, काहेकी येशू क्रुसमे टाँगो भव ठाउँ सहेरके नजिकए रहए । जा हिब्रु, ल्याटिन और ग्रीक भाषामे लिखोरहए ।
\p
\v 21 यहूदीके मुखिया पुजाहारी पिलातससे कहिँ, “'यहूदीक् राजा' कहान बारो का ना हए, तव जा मए यहूदीको राजा हौ कही' करके लिखओ ।”
\p
\v 22 पिलातस जबाफ दै, “मए जो लिखो, लिखो ।”
\p
\v 23 जब सिपाही येशूके क्रुसमे टाँगी, तव बे बाको कुर्ता लैके प्रत्येक सिपाही एक-एक होन करके चार भाग करीँ । बाको बाहिरको कुर्ता फिर लैं, तव बा कुर्ता सिओ ना भव उपरसे लैके तरेतक बुनो सिग्रो रहए ।
\v 24 जहेमारे बे अपसमे कहिँ, “जाके चाहिँ ना फाडए, पर जा कौनक् होत हए करके चिट्टा डराए ।” धर्मशास्त्र पुरा होबए करके जा भव रहए: “बे मिर कुर्ता अपनए-अपनएमे बाँटी, और बाहिरको कुर्ताको चिट्टा डारीँ ।”
\p
\v 25 जहेमारे सिपाही जा काम करीँ । और येशूके क्रुसके नजिक बाकी अइया, कि बहिनीया, क्लोफासकी बैयर मरियम और मरियम मग्दलिनी ठाढी रहए ।
\v 26 जब येशू अपनी अइयाके और बाके माया करन बारो चेला नजिकमे ठाडोभऔ देखि, तव बा अपनी अइयासे कहि, “नारी, देख, तुमरो लौड़ा!”
\q
\v 27 तव बा चेलनसे फिर बा कहि, “देख, तेरी अइया!” तओ बा समयसे बे चेला उनके अपन घरमे लैगए ।
\p
\v 28 तव पिछु येशू सब बात अब पुरो हुइगओ, करके जानके धर्मशास्त्र पुरो होबए करके कही रहए, “मोके प्यास लागो ।”
\v 29 हुवाँ सिर्कासे भरो एक बर्तन धरो रहए । जहेमरे सिर्कासे भरो स्पञ्ज एक हिसपको हाँगामे बे बाके मुहुमे पुगाएदै ।
\v 30 जब येशू सिर्का लै, तव बा कहि, “अब निभट गओ,” और बा मुडिया निहुराएके अपन आत्मा त्याग दै ।
\p
\v 31 बा दिन तयारीको दिन रहए । तभहीमारे यहूदी सबाथमे { खास करके जा शबाथमे, जौन महत्वपूर्ण रहए } मृत शरीर क्रुसमे ना रहए करके पिलातससे बिन्ती करी, और बे टाँग तोड्के बिनकी शरीर लानके माग करी ।
\v 32 तव सिपाही आएके बाके संग क्रुसमे टाँगे भएनके टाँग तोडी, पहिले एक जनैको, तव पिछु दुस्रोको ।
\v 33 जब बे येशू के ठिन अए बे देखि, कि येशूको मृत्यु अग्गु हुइगओ रहए, और बाको टाँग ना तोडी ।
\v 34 तहु फिर सिपाही मैसे एक आदमी बाको कोखमे भला मेली और तुरन्त खुन और पानी निकरो।
\v 35 तुम फिर बिश्‍वास कर सकौ करके जा देखन बारे गवाही दैहएँ। और बाको गवाही सच्चो हए, और सच्चो बोलत् हौ करके बो जानत् हए।
\p
\v 36 “बाको कोइ फिर हड्डी ना टुटहए” करके धर्मशास्त्रको वचन पुरो होबए करके जा बात भऔ ।"
\v 37 और फिर दुस्रो ठाउँमे धर्मशास्त्र कहत हए, “जौनके बे भाला मेली हएँ, बे बोके देखिहए।”
\p
\v 38 तव पिछु अरिमाथियाको योसेफ, जो यहूदीन् के डरसे गुप्तमे येशूको चेला रहए, बे पितालससे येशूको मरि शरीर लैजान पाओ करके बिन्ती करी। पितालस बाके अनुमति दै, तव बे आएके बोकी मरि शरीर लैगए।
\v 39 और अग्गु बोके ठिन रातके आनबारो निकोदेमस फिर हुना आऔ बा लगभग: तेत्तिस किलो मुर्र और एलवा मिलाएके लाई।
\v 40 अइसे बे येशूको शरीर यहूदीन् के दफन-कारन ताहीँ रितिअनुसार मसालकसंग सुती लत्तामे बाँध।
\v 41 बो क्रुसमे टाँगो ठाउँमे एक बगिया रहए।और बो बगियामे एक नयाँ चिहान रहए और हुना कोइके कबहु ना गणी रहँएँ ।
\v 42 कहेकी यहूदीन् के तयारीको दिन रहए, और बो चिहान फिर ढिँगै रहए, और बे येशूके बहे मरघाटमे धरी।
\c 20
\cl अध्‍याय २०
\p
\v 1 हप्ताको पहिलो दिन सुबेरे अँध्यारो रहए मरियम मग्दलिनी गड्डामे आइँ |
\v 2 बे सिमोन पत्रुस और येशूके माया करन् बारे और चेलनके ठिन दौडके गै, और बे कहिँ, “बे प्रभुके गड्डासे बाहिर लैगए, और बोके कहाँ जीन धरे हए, सो हम जन्तए नैयाँ।”
\p
\v 3 तव पत्रुस और दुस्रो चेला बाहिर निकरके गड्डा घेन गए ।
\v 4 बे दोनाए संगसंगए दौरे, तव दुस्रो चेला पत्रुससे अग्लेछा कटके गड्डामे अग्गु पुग्गओ ।
\v 5 गड्डा भितर निहुरके देखि, तव बे सुती कपडा इकल्लो पडो् देखि, तव बे भितर ना घुसे ।
\p
\v 6 सिमोन पत्रुस बोके पिछुपिछु अओ, और गड्डा भितर घुसो, और बे फिर मलमलसे लिप्टो कपडा इकल्लो हुवाँ पडो देखि ।
\v 7 बाको मुणमे बधो गस्ती चाहिँ मलमलको कपडाके संग ना रहए, पर अलग एक ठाउँमे लिप्टो धरो रहए ।
\v 8 तव गड्डामे पहिले दुस्रो चेला फिर भितर कुचो, और बा देखि और विश्वास करी ।
\v 9 काहेकी बे बा मृतकसे जिन्दा हुइके उठन पणैगो करके धर्मशस्त्रको वचन हबए तक ना बुझिँ ।
\p
\v 10 तव पिछु बे चेला अपन घर घुमगए ।
\v 11 तव मरियम गड्डाके बाहिर रोत ठाणी रहए । बा रोत निहुरके देखि,
\v 12 और जहाँ येशूको मृत शरीर धरो रहए, हुवाँए सेतो कुर्ता लगए दुई स्वर्गदुत एक मुण घेन और दुस्रो पाव घेन बैठो बे देखिँ ।
\p
\v 13 बे बिनसे कहिँ, “बैयर, काहे रोतहए? कौनके ठुणत् हए?” बे बिनसे कहिँ, “बे मिर प्रभुके लैगए, और बोके कहाँ धरि हँए, मए ना जानत् हौ”
\v 14 जा बात सुनके बे पिछु घुम गए, और बे येशूके ठाणो देखिँ, तव येशू हए करके बे ना चिनि ।
\q
\v 15 येशू बिनसे कहि, “नारी, तए कहे रोत हए? कौनके ठुणत् हए?” बो बाके रेकदेख करन बारो बताई, “हजुर, तुम बोके हियाँसे लैजाएके कहाँ धारेहौ मोके बतए देओ, और मए बोके लैजाएहौ |”
\v 16 “येशू बिनसे कहि, “मरियम, बे घुमी और बाके हिब्रूमे कहिँ, “रब्बोनी,” अथबा ("हे गुरुज्यू!”) ।
\q
\v 17 येशू बिनसे कहि, “मोके मत छोबौ, काहेकी मए हबए तक पिताके ठिन ना गओ हौँ । पर मिर भैयन् के जाएके बिनसे कहेदेओ, “कि मए मिर पिता और तुमर पिता, और मिर परमेश्‍वर और तुमर परमेश्‍वरके ठिन जाए हौँ |”
\v 18 मरियम मग्दलिनी चेलान ठिन आईँ, और बिनसे बाकि कही भइ बात बताई और कहि मएँ प्रभके देखो।
\p
\v 19 हप्ताको सुरुकी दिन संझा, घेन यहूदीके डरसे चेला फाटक बन्द करके भितर बैठे रहए, येशू आएके बिनके बीचमे ठड़गौ, और बा से कही, तुमके शान्ती!”
\v 20 इतो बात कहिके बा उनके अपन हात और कोख फिर दिखाई । प्रभुके देखके चेला बहुत खुशी भए ।
\p
\v 21 तव येशू फिर बिनसे कही, “तुमके शान्ती होबए! जैसी पिता मोके पठाई, उसी मए तुमके फिर पठत् हौ |”
\v 22 जब येशू ऐसो कहिके बा बिनके उपर शास फुक्कदए और बिनके कहि, “पवित्र आत्मा लेओ ।
\v 23 जौनकी पाप तुम क्षमा करत हौ, बिनकी क्षमा हुइहए, और जौनक् पाप तुम क्षमा ना करेहौ क्षमा ना पाएहए ।
\p
\v 24 येशू अओ तव बाह्र जनै मैसे एक जनै, दिदुमस कहन बारो थोमा तव, बिनके संग ना रहए ।
\v 25 “पिच्छु और चेला बासे कहिँ, “हम प्रभुके देखे” तव बा बिनके बाताए, “जब तक मए बाके हातमे किलको डोब ना दिखेहौ, और किलको डोबमे उगंरी ना डरंगो और, बाके कोखमे मिर हात ना डारेहौ, तब तक मए विश्‍वास ना करेहौ ।”
\p
\v 26 “आठ दिन पिछु बाके चेला फिर घर भितर रहएँ । और थोमा फिर बिनके संग रहए । फाटक बन्द रहए, बहे अवस्थामे येशू भितर घुसिगओ, और बीचमे ठड़िगौ, और कहि “तुमके शान्ती!”
\q
\v 27 तव पिच्छु बा थोमासे कहि, “तुमर उगंरी हियाँ घसोर, और मिर हात देख । तुमर हात मिर कोखामे डार संका मत कराए, विश्‍वास कर ।”
\q
\v 28 थोमा बासे कहि, “मिर प्रभु और मिर परमेश्‍वर!”
\q
\v 29 येशू बिनसे कहि, “तुम मोके देखके मिर उपर विश्‍वास करे हौ? धन्य हए बे जो मोके ना देखि हए, तहु फिर विश्‍वास करत् हए ।”
\p
\v 30 येशू और बहुत चिन्ह चेलनके सामने करी रहए, जौन जा किताब ना लिखि हए ।
\v 31 पर जा लिखोहए, कि तुम येशू परमेश्‍वरको पुत्र, ख्रीष्ट हए करके विश्‍वास करौ, और विश्‍वाससे बाके नाउँमे तुम जीवन पाबओ ।
\c 21
\cl अध्‍याय २१
\p
\v 1 तव पिच्छु चेलाके ठिन तिबेरियास समुद्रके ढिंगै येशू फिर अपनके प्रकट करी । बा अपनएके अइसे प्रकट करी:
\v 2 सिमोन पत्रुस, दिदुमस कहन बारो थोमा, गगीलको काना नगरको नथानेल, जबदियाक दुई लौड़ा और बाके चेला मैसे और दुई जनै एकसंग रहए ।
\v 3 सिमोन पत्रुस बिनसे कहि, “मए मछ्री मरन जात् हौ ।” बे उनसे कहि, “हम फिर तुमरसंग अए हए ।” बे जाएके नैयाँमे चाढिगए, पर बा रात बे कुछु ना पाइँ ।
\p
\v 4 सुबेरे होन लागो रहए, येशू किनारे ठाड़ो रहए । तव चेला बा येशू हए करके ना चिन पाई रहए ।
\q
\v 5 “येशू बिनसे कहि,” “बालका हओ तुमर संग कए मछ्री हए?” बे बाके जबाफ दै, “नैयाँ ।”
\q
\v 6 “बा बिनसे कहि, “जाल नैयाँके दाहिने घेन, फेकओ तव पैहौ ।” तव बे जाल डारीँ, और माछ्रीको ढेरीके मारे बे जाल ना तान पाई ।
\v 7 “येशूले प्रेम करन बारो चेला पत्रुस कहि, “बोता प्रभु हए ।” “बा प्रभु हए" अइसी सुनके सिमोन पत्रुस अपन बाहिरी कुर्ता करेहओ मे लपेटके, काहेकी बा कुर्ता खोलेरहए, और समुद्रमे कुदपणो ।"
\v 8 और चेला नैयाँमे वैठके जाल तान्त् रहए । बे किनारेसे दुर ना रहए, पर लगभग सय मिटर जित्तो रहए ।
\v 9 जब बे किनारेमे उत्रे, तव बे कुइला अंग्रामे मछ्री धरो और रोटी देखी ।
\p
\v 10 येशू बिनसे कहि, 'तुम भर्खर पक्णे मछ्री मैसे कुछ ल्याबओ ।”
\v 11 तव सिमोन पत्रुस नैयाँ मे चढ़के एक सय त्रिपन्‍न बड़ी-बड़ी मछ्री भरी जाल डीणेमे ल्याइँ, इत्तो रहए ताहु फिर जाल ना फटो ।
\p
\v 12 “येशू बिनसे कहि, “आऔ और खाऔ”। चेलन मैसे कोइ फिर" “तुम कौन हौ?” कहिके बाके पुछनके आँट ना करी, काहेकी बे बा प्रभु हए करके जानत् रहए ।"
\v 13 येशू अओ और रोटी लैके बिनके दै, और उइसी करके मछ्री फिर दै ।
\v 14 मृतकसे जिन्दा उठ्के येशू चेलाके ठिन प्रकट भव तेस्रो चोटी रहए ।
\p
\v 15 जब बे खाए डारीँ, तव येशू सिमोन पत्रुससे कहि, “यूहन्नाको लौड़ा सिमोन, का तुम इन्से जद्धा प्रेम करत् हौ?”बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ । बा बासे कहि, “मिर भेडान् के खबओ”
\v 16 बा फिरके दुसरे दओ बिनसे कहि, “युहन्‍नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ?” बा बासे कहि, “ज्यु प्रभु, तुम जानत् हौ, मए तुमके प्रेम करत् हौ ।” बा बासे कहि, “मिर भेडाके रेकदेख कर ।”
\p
\v 17 “बा बासे तिस्रो दाउँ कहि, “यूहन्‍नाको लौड़ा सिमोन, का तुम मोके प्रेम करत् हौ ।” पत्रुस दु: खित हुइगव, काहेकी येशू बासे कहि, “का तुम मोके प्रेम करत् हौ?” कहिके तिस्रो दाउँ पुछी रहए बा बासे कहि, “प्रभु तुम सब जानत् हौ । मए तुमके प्रेम करत् हौ करके तुमके पत्तए हए ।” येशू बासे कहि, “मिर भेडाके खबओ ।"
\p
\v 18 नेहत्य मए तुमसे कहत् हौ, जब तुम जवान रहौ अपन लत्ता पैधत रहौ, और जहाँ इछ्या लागत हुवाँए जात रहओ । तव जब तुम बुढे हुइहौ, तव तुम अपन हात पसरेहौ, और दुसरे तुमर लत्ता पैधाए दैहए, और तुम जहाँ जान ना चहात हओ हुवाँ लैजाए हँए ।”
\v 19 पत्रुस कौन मेलकि मृत्युसे बे परमेश्‍वरको महिमा करेहए, कहीके चिन्‍ह करन येशू यईसो कहि रहए । इतकए कहिके बा बासे कहि, “मिर पिछु लाग ।”
\p
\v 20 पत्रुस पिच्छु घुमके देखि येशूके प्रेम करन् बारो चेला औ खानु खात पेती बाके छातीमे अडेस लैके बैठो और बासे, “प्रभु तुमके पक्डान बारो कौन हए?” कहिके पुछन बारो चेला बाको पिच्छु पिच्छु आत देखि ।
\v 21 पत्रुस बाके देखी, और येशूसे कहि, “प्रभु, जा आदमी का करैगो?”
\p
\v 22 येशू बिनसे कहि, “अगर मए ना आमौ तबतक असरा देखत् रहियौ करके मिर इच्छा हए तव का भव ता? मिर पिच्छु लागौं ।”
\v 23 “जहेमरे, बे चेला ना मरहएँ कहिके जा बात भैयानके बीचमे फैलगो । येशू बे ना मरेहए ना कही रहए, पर “मए ना आमौ तवतक आसरा दिखिओ करके मिर इच्छा हए फिर तुमसे का?” कहि रहए ।
\p
\v 24 जा बातकि गवाही देनबारो और जे बातके लिखन बारो जा बहए चेला हए, और हम जानत् हएँ कि बाकी गवाही सच्ची हए ।
\p
\v 25 येशूके करेभए और फिर गजब काम हएँ । यदि बे सब लिखे हुईते तव, मोके अइसो लग्तो, बे लिखीभइ किताब संसारभर् फिर ना अपएतो ।

1359
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\id ACT
\ide UTF-8
\h प्रेरतनके काम
\toc1 प्रेरतनके काम
\toc2 प्रेरतनके काम
\toc3 act
\mt प्रेरतनके काम
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 प्याराेथियोफिलस, येशू कहन् और सिखान लागो सब बातमे मेरो सुरुकि किताबमे मए लिखो हौ।
\v 2 अपनए छाने भए प्रेरितनके येशू पवित्र आत्मासे आज्ञा दैके पिछु बो स्वर्ग उपर चलो गव कुछ दिनतक सब बात जा किताबमे लिखिहए।
\v 3 अपन दु: ख-भोगके पिछु बहुत अग्ठो प्रमाणसे बिनके सामुने बो अपनाएके जिन्दा प्रस्तुत करी। चालिस दिनतक बा बिनके ठिन दिखानो और परमेश्‍वरको राजके बारेमे बिनके बताई।
\p
\v 4 बिनके संग खानके बैठो बा बिनके अइसो आढई, “तुम यरुस्लेमसे कहुँ मत जइऔ, पर पिता कहि भइ प्रतिज्ञाको आसरा करीओ जक बारेमे तुम मोसे सुन लै हौ ।”
\v 5 काहेकी यूहन्‍ना त पानी से बप्तिस्मा दै, पर अबकी थोरी दिनमे तुमर पवित्र आत्मासे बप्तिस्मा होबैगो ।”
\p
\v 6 जहेमारे जब प्रेरित इक्ठ्ठा भए, तव बे बासे पुछीं, “हे प्रभु, का तुम इस्राएल राज्यके फिर से (पुनस्थापन) बनाए देहौ?”
\v 7 बा बिनसे कहि, “पिता अपन अधिकारसे तुको भौ दिन और समय जानन तुमरो काम ना हए ।
\v 8 पर पवित्र आत्मा तुममे अएहए तव तुम शक्ति पए हौ, और तुम यरुशलेममे, सबए यहुदियामे, सामरियामे और पृथ्बीके अन्तिम छोर तक मिर साँची हुइहौ ।”
\v 9 ।” बा जा बात कहिके पिच्छु, बे देख्तय देखत् बा उपर चलो गव और बादर मे बा बिनकि आँखी के अग्गु से लोप हुइगव ।
\p
\v 10 जब बे बाके बादरघेन जात एकटक लगाएके देखत रहएँ, तव एकबरि सेतो लत्ता लगाए दुई आदमी बिनके जौने आएके ठाड़ीगए ।
\v 11 बे कहिँ, “गालीलके आदमीयों, तुम काहे बादर घेन ठाडे देखत् हौ? जहे येशू जो तुम मैसे स्वर्गमे लै गव हए, अभए जैसे तुम बाके स्वर्गमे जात देखेहौ, उइसी बा फिर आबैगो ।”
\p
\v 12 तव बे जैतुन कहान बारो पहडसे यरुशलेम मे घुमे । यरुशलेमसे जा पहड लगभग: एक किलोमिटार दुर पडत् हए ।
\v 13 सहेर भितरघुसके पिच्छु बे उपरके पणमे अपन बैठन बारो कोनोमे चढे । बे पत्रुस, यूहन्‍ना, याकूब अन्द्रियास, फिलिप और थोमा, बारथोलोमाइ और मत्ती, अल्फयसको लौड़ा याकूब और उग्रपन्थी दलको सिमोन और याकूबको लौड़ा यहूदा रहँए ।
\v 14 गजब बैयर और येशूकी अइया मरियम और बोके भैयानसंग जे सब एक मन हुइके लगातार प्रार्थना करत् रहँए ।
\p
\v 15 बे दिनमे भैयनके बीचमे पत्रुस ठाड़ो {जे आदमीको संख्या लगभग: एक सय बीस रहए}, और कहि,
\v 16 “भैयारेओ, धर्मशास्त्रको वचन पुरा होनके रहए, जौन वचन येशूके पकड्न बारोको अगुवा यहूदाके बारेमे अग्गुयएसे दउदके मुहुसे पवित्र आत्मासे मस्की ।‍बिश्‍वासि
\v 17 काहेकी बाको गिन्ती हम्रीए संग भव रहए और जहे सेबामे बा हिस्सा पइ रहए ।
\p
\v 18 बा आदमीके अधर्मको कमाइसे एक जामिन मोल लै, और मोडके बल गिरो और बाको भोण फट्के, और बाको सबय आँति-भोण निकरगव ।
\v 19 जहे बात यरुशलेमके सबय बाशिन्दानके पता हुइगव । बा जामिनको नाउँ बे अपने भाषामे आखेल्दामा धरी, औ रगतको खेत।
\p
\v 20 पत्रुस कहि, काहेकी भजनके किताबमे अइसो लिखोहए, 'बाको बैठनबारो ठाउँ उजाड होबए, और हुवाँ बैठन बारो कोइना होबए, और बाको कामको जिम्मेबार दुसरो लेबए ।'
\p
\v 21 जहेमारे हमर संगमे रहन बारे आदमी मैसे एक जनी के छानन् जारुरि हए, जौन आदमी प्रभु येशू हमर बीचमे रहिके भितर-बाहिर कर्त सब दिन हमर संग रहए,
\v 22 औ अइसो आदमी जो यूहन्‍नाके बप्तिस्मा से लैके बा हमसे उपर लैजानके दिन तक हमर संग रहए | बा आदमी हम्रे सँग सँगए बाको पुनरुत्थानको साँची होनपडैगो ।”
\p
\v 23 बिनमैसे दुई जनै, औ बारसाबास कहान बारो योसेफ, जौनको कुलनाउँ युस्तस रहए, और मतियासको नाउँ प्रस्ताव करी ।
\v 24 बे अइसे प्रार्थना करीँ, “सब आदमीको ह्रदयको बात जान्‍न बारो प्रभु, जे दुई मैसे तुम कौनके छँटेहौ सो हमके दिखाए देओ,
\v 25 और बा जा सेवा और प्रेरितको काममे घुश पाए, जौन सेवासे यहूदा भड्कके अपन ठाउँमे मरीगव ।”
\v 26 तव बे दुईनके बीचमे चिट्टा डरीँ, और मतियासके नाउँमे पाड़ि गौ, और एघार प्रेरित संग बाको गिन्ती भव ।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 जब पेन्तिकोसको दिन आओ, बे सब एक ठाउँमे इक्ठ्ठा हुइके बैठे रहएँ ।
\v 2 तव स्वर्गसे एकबरि बड़ो आँधीको झोका जैसो एक आवाज आओ, और बे बैठो भव पुरो घर भरिगओ ।
\v 3 आगीको लपत जैसो बिनके ठिन दिखानोऔर बट-बटके बे सबएन के उपर बैठे ।
\v 4 तव बे सब पवित्र आत्मासे भरिगए, और जइसे पवित्र आत्मा बिनके बारदन दै बहेकता बे अन्या भाषामे मस्कन लागे ।
\p
\v 5 स्वर्गके तरे भए सब देशके ईश्‍वार भग्ता यहूदी बा बेरा यरुशलेममे बैठे रहएँ ।
\v 6 तव जा आवाज सुनके भीड जमा हुइगै । बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए | कहाकी सब अपन-अपन भाषामे मस्कत सुनी ।
\v 7 बे सब अचम्मो मानके छक्क पडिगए, और अचम्मो मानके कहान लागे, “का जे सब मस्कन बारे गालीली त ना हएँ?
\v 8 तव कैसे जे सबय हमर अपनी अपनीभाषामे मस्को हम सुन्तहएँ?
\v 9 हम हियाँ पार्थीके मादीके और एलामीके और मेसोपोटामियाके, यहूदियाके, कापाडोकियाके, पोन्टस और एशियाके बासिन्दा हएँ ।
\v 10 और फ्रिगिया, पामफिलिया, मिश्र और कुरेनीमे पडन बारे लिबियाके और आसपासके क्षेत्रके और रोमसे आए भए यहूदी और यहूदी परम्परा (मत) मानान् बारे दोनए हएँ,
\v 11 क्रेटके बासिन्दा और अरबी फिर हएँ, और हमरे अपन-अपन भाषामे परमेश्‍वारको महान कामको बयान बिनके कर्त सुनरहेहएँ ।”
\v 12 बे अचम्मो मानके छक्क पडिगए और दुईधारमे पडके एक दुसरे से अइसो कहान लागे, “जाको अर्थ का हए?”
\v 13 तव और माजक करके अइसे कहिँ, “बे नयाँ दारुके नसा मे हएँ ।
\p
\v 14 तव पत्रुस एघार जनैनके संग ठाडके बडोसोरमे कहि, “यहूदियाके आदमी तुम, और यरुशलेमके बासिन्दा तुमके जा बात पता होबए, और मिर बात सुनओ ।
\v 15 काहेकी तुमर सोचो भव जैसो जे नसा ना हएँ, काहेकी हबए सुबेरेको नौ बजो हए ।
\v 16 पर योएल अगमवक्तासे कहो बात जहे हए,
\v 17 'आखिरी दिनमे अइसो हुइहए कहिके परमेश्‍वार कहातहए, मए सब आदमीनके उपर मिर आत्मा अखनाए देहौ, और तुमरे लौडा और तुमरी लौडिया अगमवाणी करेहएँ, और तुमरे जवान दर्शन दिख्हएँ, और तुमरे बुढेपाखे सपना देखंगे ।
\v 18 हँ, मए अपन दास-दासीनके उपर बे दिनमे मिर आत्मा अखनए देहौ, और बे अगमवाणी करहएँ ।
\v 19 उपर बादर मे अचम्मोको काम और तरे पृथ्बीमे चिन्ह दिखैहौँ, औ रगत, आगी, और धुवाँको मुक्काला।
\v 20 परमप्रभुको महान और गौरवमय दिन आनसे अग्गु दिन अन्धयारोमे और जोनी रगतमे बद्ल जएहए ।
\v 21 और जौन परमप्रभुको नाउँ लेहए, बा उध्दार पएहए ।'
\p
\v 22 “इस्राएलके आदमीओ तुम, जा बात सुनाओ, नासरतको येशू अइसो आदमी रहए, जौनके परमेश्‍वार शाक्तिशाली काम और अचम्मोको चिन्ह से तुमरे आग्गु दिखाई । तुमके पतए हए कि परमेश्वर तुमर बीचमे जे काम बाकेद्वारा करी हए ।"
\v 23 जा परमेश्‍वार पहिलेसे ठहराओ भव जुगाड रहए औरयेशूके उपर बितन वारी बातके बारेमे बा पहिलेसे जानत रहए औ पाकड़ओ पाणोंगओ जहे येशूके अधर्मी आदमीके हातसे तुम क्रुसमे टाँगके मारे ।
\v 24 बाके परमेश्‍वार मृत्युके दुखसे छुट्कार दैके जिन्दा करी । काहेकी मृत्युके बसमे बाके रहनो असम्भव रहए,
\v 25 काहेकी दाउद बाके बारेमे काहत हए, 'मए प्रभुके सबदिन मेर आग्गु देखो, काहेकी मए नाडगमगमौँ कहिके बा मिर दहिना हांत घेन हए ।
\v 26 जहेमारे मिर ह्रदय आनन्दित और मिर जीब खुशी हय । जहेमारे मिर शरीर फिर आशामे जिहए
\v 27 काहेकी तुम मिर प्रणाके पातालमे नाछोड़ैगो, न त तुम अपन पवित्र जानको शरीर सडन देहौ |
\v 28 तुम मोके जीवनकी डागर बताए हौँ, तुम मोके अपन उपस्थितिमे आनन्दसे गद्गद् करैगे |'
\v 29 '“भैयारेओ, हमर पुर्खा दाउदके बारेमे मए तुमसे नेहत्य कहान चाहतहौ, कि बा मरो, गड़ो और आजको दिन तक उनको सर हैयाहए ।"
\v 30 जहेमारे एक अगमवक्ता हुइके, बो जान्त रहए कि परमेश्‍वार कसम खाई रहए कि उनकि सान्तानसे उनको सिंहासनमे एक जनैके परमेश्‍वार बैठाबैगो ।
\v 31 अग्गुसे जा देखके बा ख्रीष्टको पुनरुत्थानके बारेमे कहि कि बा न पातालमे छुटो, न त बाको शरीर सडो ।
\p
\v 32 जहे येशूके परमेश्‍वार जिन्दा करी । जा बातके हम सब साँछी हएँ ।
\v 33 जहेमारे परमेश्‍वारके दहिने हाँतघेन बा बैठो, और पितासे पवित्र आत्माको प्रतिज्ञा पाई, और बा जा अखनए दैहए, जो तुम देखे और सुनेहौ ।
\v 34 काहेकी दाउद त स्वर्गमे नाचढो पर बे अपनए कहात हएँ, 'परमप्रभु मिर प्रभुसे कहि, तुम मिर दहिने हातघेन बैठ
\v 35 जबतक मए तुमरे दुस्मनके तुमर टाँङगको पाउदान ना बनएहौ ।'
\p
\v 36 जहेमारे इस्राएलको सबय परिवार जा पक्का करके जानए, कि येशू, जौनके तुम क्रुसमे टाँगे, परमेश्वर बाके प्रभु और ख्रीष्ट बनाई ।”
\p
\v 37 जा बात सुनके बिनको ह्रदय टुटि गौ, तव पत्रुस और प्रेरितसे बे कहिँ, “ए भैयओ, हम का करएँ?”
\p
\v 38 पत्रुस बिनसे कहि, “पश्‍चताप करओ, और तुम पाप क्षमाके तहीँ येशू ख्रीष्टको नाउँमे तुम सब बप्तिस्मा लेओ, और तुम पवित्र आत्माको बरदान पबैगे ।
\v 39 काहेकी प्रतिज्ञा तुमरे ताहिँ तुमर सन्तानके ताहिँ और दुर-दुरमे रहे सबके ताहिँ हए, सब जौनके प्रभु हमर परमेश्वर बुलाबैगो ।”
\v 40 और बहुत बातसे बो बिनके गवाही दै, और अइसे कहिके अर्ती दै, “जा दुष्ट पुस्तासे तुम अपनएके बचाओ ।”
\p
\v 41 तव जौन-जौन बाकी बातके ग्रहण करीँ बे बप्तिस्मा लै, और बा दिन लगभग: तीन हजार आदमी संख्यामे बढिगए ।
\v 42 बे प्रेरितके शिक्षा, संगति, और रोटी तोडन और प्रार्थनामे भक्तिकेसाथ लागेरहात् रहएँ
\v 43 सबयके ह्रिदयमे डर पैदा भौ, और प्रेरितसे बहुत अचम्मोके काम और चिन्ह भए ।
\v 44 विश्‍वास करन् बारे जित्तो सब एकसंग बैठत रहएँ, और बिनको सबय चिज साझा रहए ।
\v 45 बे अपन सम्पति और मालमत्ता बेचके जौन-जौनके जो-जो चिजको जरुरत पणत् रहए सबके बे बाँट देतरहएँ ।
\v 46 बे एक मन हुइके मन्दिरमे एकसंग इकट्ठा होत रहएँ, और घर-घरमे रोटी तोड्त रहएँ, और बे खुशी और सुध्द ह्रदयसे मिलजुलके खात रहएँ,
\v 47 और परमेश्वरको प्रशंसा करत् और सब आदमीसे साहयता पात बैठत् रहएँ | उध्दार पानबारे प्रभुमे दिनए दिन बिनके संख्यामे बाढए देत रहए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 पत्रुस और यूहन्‍ना दुपहारके तीन बजे प्रार्थनाको समयमे मन्दिरमे जातरहएँ|
\v 2 मन्दिर भितर घुस्नबारे संगए भीख माग्‍न बरो जलमतैसे एक जनै लङ्णा आदमीके बोकके लात रहएँ और रोजदिन मन्दिरमे सुन्दर नाउँको फाटकमे बैठार देत रहएँ ।
\p
\v 3 पत्रुस और यूहन्‍नाके मन्दिरमे घुस्त देखके बो भीख मागी।
\v 4 यूहन्‍ना संग पत्रुस बाके एकटक लगाएके देखके कहिँ, “हमर घेन देख!”
\v 5 बिनसे कुछ पानकी आशा करके बा ध्यान दैके बिनके घेन देखि ।
\v 6 तव पत्रुस कहि, “सोनोचाँदी मिर ठिन नाहए| पर जो मिर ठिन हए, बहे मए तोके देत हौं| नासरत येशू ख्रीष्टके नाउँमे नेग!”
\v 7 बे बाको दहिना हात पक्ड्के बाके उठाईं । और तुरन्त बाके टाँगमे और गाँठीगुठीमे तागत आइगौ ।
\v 8 और तुरुन्तय उठके बा ठाड़ि गओ और नेगन लागो, और दौरत औ कुदन लागो और परमेश्‍वर कि स्तुति करत् बिनके संग मन्दिरमे घुसिगौ ।
\p
\v 9 तव सब आदमी बाके नेगत और परमेश्‍वर को प्रशंसा करत् देखीं ।
\v 10 बे बाके मन्दिरको सुन्दर फाटकमे भीख माग्त बैठन बारो जहे त हए कहिके आचम्मो मानी, औ चकान लागे ।
\v 11 बा आदमी पत्रुस और यूहन्‍नाके पिच्छुपिच्छु लगो देखके सब आदमी इत्तो अचम्मो मानके सोलोमन नाउँको डेहेरीमे एकसंग बे उनके ठिन दौरके आए ।
\p
\v 12 जा देखके पत्रुस आदमीनसे कहि, “इस्राएलके आदमी तुम, जा बातमे काहे अचम्मो मानत् हौ? और हमर अपन शक्ति औ भक्तिसे हम जाके नेगन बारो बनाए जैसो अचम्मो मानके हमके काहे देखतहौ?
\v 13 अब्रहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्‍वर, हमर पुर्खनको परमेश्‍वर अपन सेवक येशूको महिमित करी, जौनके तुम त पकडबाए दए रहौ, और पिलातस बाके छोणनके बिचार करे से फिर तुम बाके बिनके अग्गु स्वीकार न करे ।
\v 14 पर तुम पवित्र और धर्मी आदमीके अस्वीकार करके एक जनि ज्यानमाराके छोणनके माग करे रहौ,
\v 15 और जीवनको कर्ताके तुम मारे हौ, जौनके परमेश्‍वार मरके जिन्दाकरी, हम ज बातके साँची हएँ।
\v 16 बाको नाउँके उपर करो विश्‍वास और बाके नाउँमे तुम देखे और जाने ज आदमीके तगड़ो बनाई । येशू से पाव विश्‍वाससे ज आदमी तुमरे सबके आग्गु पुरा अच्छो करी ।
\p
\v 17 मेरे भैइऔ, मोके पता हए, कि तुम अन्जानमे अइसो करेहौ, और तुमरे शासक फिर उइसी करीं ।
\v 18 बाको ख्रीष्ट दु: ख भोगन पड्हए कहिके परमेश्वर सब अगमवक्ताके मुहुसे कहो अगमबाणी बो अइसे पुरा करी ।
\v 19 जहेमारे पश्चात्ताप करओ। और घुमओ, ताकी तुमरे पाप मिटएँ, और परमप्रभुक उपस्थितिसे आनन्दको समय आबए,
\v 20 और बा तुमके ताहिं अग्गुसे चुन लै ख्रीष्ट औ येशूके पठाबैगो ।
\v 21 परमेश्‍वार प्राचीनकालसे अपन पवित्र अगमवक्ताक मुहुसे कहिभई सब चिजको पुनस्थार्पना (फिरसे बनानो) ना होन बेरा तक ख्रीष्ट स्वर्गमे जरुर रहान पडैगो ।
\v 22 मोसा कहि रहए, 'परमप्रभु परमेश्‍वार मोके खडा करी जैसे, बा तुमरे ददाभैयाके बीचमे एक जनै अगमवक्ता तुमरे ताहिँ खड़ा करैगो । बा तुमसे जो-जो कहिहए बे सब बात तुमके सुनन पडैगो ।
\v 23 अइसो हुइहए, कि बा अगमवक्ताके ना सुनन बारे जित्तो सबै प्राणी आदमीनके बीचसे नास हुइहएँ ।
\v 24 “शमूएलसे लैके बासे पिच्छुके सब अगमवक्ता जित्तो मास्की हएँ, बे सब जेही दिनके घोषणा (पक्की बात बतानो) करी हएँ ।"
\v 25 तुम बेहि अगमवक्ताक और बहे करारके सन्तान हौ, जौन बाचा परमेश्वर तुमरे पुर्खा अब्राहामसे अइसे कहिके बाँधीरहए, 'तुमरे सन्तानमे पृथ्बीके सबै परिवार आशिष पएँहएँ ।'
\v 26 तुम सब अपने दुष्टतासे घुमाएके तुमके आशिष देहौं कहिके परमेश्वर अपन सेवकन के ठडबाई और सबसे अग्गु तुमरे ठिन पठाई ।”
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 जब पत्रुस और यूहन्‍ना आदमीनसे मस्कतए रहएँ, पुजारी, मन्दिरके कप्तान और सदुकी बिनके ठिन आए ।
\v 2 बे दिक्काने रहएँ, काहेकी येशूमे पूनरुत्थान होतहए कहि बात बे आदमीनके सिखात रहएँ और घोषणा (पक्की बात) करत् रहएँ ।
\v 3 तव बे उनके पकड़ीं, और कल तक जेलमे रखाँई, काहेकी बा बेरा संझा हुइगओ रहए ।
\v 4 पर वचन सुनन बारे मैसे गजबै विश्वास करीं, और विश्वास करन् बारे आदमीनको संख्या लगभग पाँच हजार हुइगओ ।
\p
\v 5 कल उनके शासक, धर्म-गुरु और शास्त्री (पण्डित) यरुशलेममे ईकट्ठा भए रहएँ ।
\v 6 प्रधान पुजारी हन्‍नास, कैयाफा, यूहन्‍ना, अलेक्जेन्डर और प्रधान पुजारीके परिवारके जम्मए हुवाँ रहएँ
\v 7 । बे पत्रुस और यूहन्‍नाके बीचमे ठडबाएके पुछीं, “कौन शक्तिसे औ कौनके नाउँमे तुम जा करेहौ?”
\p
\v 8 तव पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके पत्रुस बिनसे कहि, “आदमीनके शासक (मुखीया) और धर्म-गुरु रेऔ,
\v 9 आज हम एक जनी लंगडा आदमीके उपर एक अच्छो काम करनके बारेमे बा कौन उपाएसे अच्छो भव करके पूछत् हौ तव,
\v 10 तुम सबके और सब इस्राएलके सबै आदमीनके पता होबए, कि तुम क्रुसमे टाँगो भवके और परमेश्‍वार मरोसे जिन्दा करी, बहे नासरतको येशू ख्रीष्टके नाउँमे जा आदमी तुमरे ठिन अच्छो हुइके ठाडो हए ।
\p
\v 11 । “'ज बहे पत्थर हए, जौनके तुम बनान बारे रोके रहौ, बहे हबए कुनैठोको खाश-पत्थर होनके अओ हए
\v 12 ।"और कोइमे मुक्ति न हए, काहेकी हम मुक्ति पानके ताहीं स्वर्गके तरे आदमीनके बीचमे और कोइ नाउँ न दई हए ।”
\p
\v 13 जब बे पत्रुस और यूहन्‍नाको हिम्मत देखीं और जे अनपढ और साधारण आदमी हएँ करके पता पाइँ, तव बे अचम्मो मानी, और बे येशूके संगमे रहत रहएँ करके पता पाइँ ।
\v 14 तव अच्छो भव आदमी बिनके संग ठाणो भव देखके बे कछु न मसकपाइँ ।
\p
\v 15 पर बिनके बडी कचेहरी (महासभा) से बाहिर जानके आज्ञा दैके बे अइसे करके अपनए अपना मे सल्लहा करीं,
\v 16 “जे आदमीनके अब हमका करएँ? काहेकी नेहत्व जिनसे एक अचम्मो काम भौ हए कहिके यरुशलेमके सब बसिन्दानके पता हुइगओ हए, और हम जाके इन्कार नाकर पएँहएँ ।"
\v 17 पर जा बात जनतनमे ना फैलए कहिके 'फिर जा नाउँमे कोइ आदमीसे तुम कछु मतकहिओ' कहिके हम इनके चेताउनी देनपडैगो ।”
\v 18 “तव उनके बुलाएके“ “अबसे येशूके नाउँमे मतमस्कियोऔर कोइ शिक्षा मतदिओ" “कहिके बिनके आज्ञा दै ।"
\p
\v 19 पर पत्रुस और यूहन्‍ना बिनके उत्तर दैँ, “परमेश्‍वारकी बात सुनान से तुमर बात सुनान परमेश्‍वारकी नजरमे ठीक हए कि ना तुम अपनए बिचार करओ ।
\v 20 काहेकी हम देखे और सुनी बात हम ना कहिके रहि ना पएँ हएँ ।”
\p
\v 21 बिनके साजय देनके कोइ उपाय ना हुइके बिनके और जद्धा धमकाएके छोड्दै, काहेकी जो घटना घटो रहए बहेके ताहिँ सब आदमी परमेश्‍वारको प्रशंसा करत् रहएँ ।
\v 22 काहेकी जौन आदमी अचम्मोक कामसे अच्छो भौ रहाए, बाकी उमर चालिस वर्षसे जधा रहाए ।
\p
\v 23 बिनके छुटकरा करके पच्छु, पत्रुश और यूहन्‍न अपन संगी ठिन आए, और मुखिया पुजारी और धर्म-गुरु कहिभइ बात सब उनके बतए दैं ।
\v 24 जब बे जा सुनी, तव बे एकसंग परमेश्वरघेन अपन सोर निकारके कहिँ, “हे प्रभु, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए गजब चिज बनाइँ,
\v 25 जौन पवित्र आत्मासे अपन सेवक हमर पुर्खा दाउदके मुहूसे कहि, 'अन्यजाति काहे दिक्काने, और आदमी व्यर्थकी बात काहे कल्पना करीं?
\q
\v 26 परमप्रभुके बिरुध्दमे और बाको अभिषिक्त जनके बिरुध्दमे पृथ्बीके राजा कहिके खड़ा हुइगए, और शासक एकसंग इक्ठ्ठा भए ।”
\p
\v 27 काहेकी नेहत्व तुम अभिषेक करे भए के, तुमर पवित्र सेवक येशूके बिरुध्दमे हेरोद और पन्तियस पिलातस दोने जनै अन्यजाति और इस्राएलीनके संग जहे सहेरमे इक्ठ्ठा भए रहएँ ।
\v 28 बहे करनसे जो तुमर हातसे औ तुमर जुगाड़अनुसार अग्गुयएसे ठहेरओ रहए ।
\p
\v 29 अब हे प्रभु बिनकि धम्कीके उपर नजर कर, और तुमरे दासनके पुरो हिम्तसे तुमरो वचन बोलन दे,
\v 30 और अच्छो करन् के तुमरी अपन हात फैलाएके अपन पवित्र सेवक येशूके नाउँसे चिन्ह और अचम्मोको काम होमएँ ।”
\p
\v 31 बे प्रार्थना करके पिच्छु बे इक्ठ्ठा भौ ठाउँमे हलचल भौऔर बे सब जनी पवित्र आत्मासे भरिगए, और बे हिम्तसे परमेश्‍वारको वचन बोलीँ? ।
\p
\v 32 विश्‍वास करन् बारेनके झुँड् सबय एकय ह्रदय और एकय आत्माके रहएँ, और बिन मैसे कोई फिर अपन सम्पति ज मिर हए कहिके ना कहात् रहएँ, पर बिनकि सब चीज सागोलकि रहएँ ।
\v 33 बे प्रेरित बड़ी शक्तिके संग प्रभु येशूक पुनरुत्थानको गवाही देतरहाएँ, और बिनके सबके उपर बड़ो अनुग्रह रहए ।
\v 34 बिनमैसे कोइके कछु चीजको कमी ना होत् रहए, काहेकी जित्तो जनी जग्गा जमिनको घरके मालिक रहएँ, बे सब बेचके बाको मोल लातरहएँ,
\v 35 और प्रेरितके पाउँमे धरदेतरहएँ, और जौन-जौनके जो-जो चीजको कमि पडत् रहए, सो सबयनके बाँटदेत रहएँ ।
\p
\v 36 अब साइप्रस देशको लेबी कुलको योसेफ जौनके प्रेरित बारनाबास कहिके नाउँ धरीरहएँ{जोको अर्थ उत्साहको पुत्र हए},
\v 37 बा अपन जमिन बेचीँ और बा रकम लाएके प्रेरितके पाउँमे धरदै ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 पर हननिया नाउँको एक जनी और बाकि बैयर सफीरा एक कुछ जमिन बेची,
\v 2 और बाको मोलसे अपन -बैयरको जानकारीमे कुछ हिस्सा अपनसंग धरी, और कुछ हिस्सा लाएएके प्रेरितनके पाउँमे धरदै ।
\p
\v 3 । तव पत्रुस कहि, “ए हननिया, पवित्र आत्मासे झुठ मस्कन और जमिन बेचके कुछ हिस्सा अपन संग धरन्बाली बात शैतान कैसे तुमर मनमे भरदै?
\v 4 बा बिचो नारहए तवका बा तेरो अपनो ना रहए? और बा बेचके पिच्छु फिर बा तेरी अधिकारमे ना रहए का? अइसो काम करनके बिचार तिर मनमे कैसे आओ? तुम आदमीनके त नाए, पर तुम परमेश्‍वारके ठगेहौ ।”
\v 5 जा बात सुनके हननिया भुइँमे गिरिगौ और बा प्राण त्यागदै । जा सुनके सबयके उपर गजब भारि डर छईगओ।
\v 6 तव बे जावन उठाएके बिनके लत्तासे लपेटके बाके बाहिर लैगए, और गड्दैॱ ।
\p
\v 7 जा सब हुइगव रहए सो पता ना पाएके लगभग: तीन घण्टा पिच्छु बिनकी बैयर भितर आई ।
\v 8 पत्रुस बोसे पुछी, “मोके बताओ, तुम जमिन उतकएमे बेचेहौ? तव बा कहि, “हँ, उतकएमे बेचेहएँ ।”
\v 9 तव पत्रुस बोसे कहि, “तुम प्रभुके आत्माके परीक्षा करनके कैसे मिल्के सल्लाह करलए? देखओ, तिर लोगाके गणन बारे मोखोमे हँए और बे तोके बोकके बाहिर लै जय हएँ ।”
\v 10 और तुरन्त बा उनके पाउमे गिरिगै और प्राण त्यागदै । जब जावन भितर आए, बाके मरीदेखके बाहिर बोकके लैगए, और बाहेक लोगा ठिन गड्दै ।
\p
\v 11 सबय मण्डली उपर और जा बात सुनन बारे सबएनके उपर बहुत भारी डर छै गओ ।
\p
\v 12 अब प्रेरितनके हातसे बहुत चिन्ह और अचम्मोको काम जनतनके बीचमे होन लागो, और बे सब सोलेमनके डेहेरिमे एकसंग जम्मा भए रहएँ ।
\v 13 पर और मैसे कोइ फिर बिनकेसंग मिलन आनके हिम्तय ना भै, ताहु फिर आदमी बिनके आदर करत् रहएँ ।
\v 14 प्रभुमे विश्वास करन बारे लोगा और बैयरन दुनेक भीड गजब जाद्धा बढन लागे।
\v 15 हियाँ तक्की आदमी सड्क-सड्कमे बेमारनके लाईँ, और पत्रुस आत बिनकी छाहीँ इक्ल्लो कोइ-कोइकि उपर पड्ए कहिके सिथ्री और खटियामे बिनके लिटाए देतरहएँ ।
\v 16 यरुशलेमके असपिस सहारके फिर गजब आदमी बेमार और भुत आत्मासे सताए भए लैके आत रहएँ और बे सब अच्छे होतरहएँ ।
\p
\v 17 प्रधान पुजारी और बिनके संग होनबारे सब {जो सदुकी पन्थीके रहएँ} दिक्से भारके प्रेरितनके बिरुध्दमे ठाडिगए,
\v 18 और बिनके पकड्के सरकारी जेलमे डार दैं ।
\v 19 । तव प्रभुको एक दुत रातके जेलको फाटक खोल्दै, और बिनके बाहिर लाएके कहि,
\v 20 “जाओ और मन्दिरमे ठाड के आदमीनके जा जीवनको सबय सन्देश आदमीनके सुनाओ ।”
\v 21 “जा सुनके बे सुबेरे मन्दिर भितर घुसे और शिक्षा देन लागे । तव प्रधान पुजारी और बिनकेसंग होनबारे आए, और महासभा, औ इस्राएलीनको पुरो सभाके ।”
\v 22 ।” पर अधिकृत बिनके जेलमे नापाएके लउटकेआएके जा खबर दै,
\v 23 “हम जेलमे अच्छेसे तरे आय औ मोखोमे बैठनबाले मोखोमे ठाडे देखे, पर फटक खुलत पेति हम भितर कोइके नादेखे ।”
\v 24 “जब मन्दिरके कप्तान और मुखिया पुजारी जा खबर सुनी तव जा सबको नतिजा का हुइहए कहिके बे प्रेरितनके बारेमे दुईधारमेँ पडिगए ।
\p
\v 25 तव कोइ एक जनै आएके बिनसे कहि, “देखाओ, तुम जौन आदमीनके जेलमे धरेरहौ बे मन्दिरमे ठाडके आदमीनके शिक्षा देतहएँ ।”
\v 26 ।” तव हाकिमके संगमे कप्तान जाएके बिनके जबरजत्ति ना लाइँ, काहेकी आदमी बिनके पत्थरसे मरेहएँ कहिके बे डरैगए, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 27 बे उनके लायके महासभाके अग्गु ठडबाइं, और प्रधान पुजारी बिनसे पुछी,
\v 28 “हम तुमके जा नाउँमे कोइ शिक्षा मतदिओ कहिके कडा आज्ञा दए रहएँ, पर तुम अपन शिक्षासे सबय यरुशलेम भार सिखए, और बा आदमीको रगतको दोष हमरे उपर लान चहाँत् हौ ।”
\v 29 “तव पत्रुस और प्रेरित कहिँ, “हम आदमीनको नाए पर परमेश्‍वारको आज्ञा पालन करनए पड़ैगो ।
\v 30 हमर पिता-पुर्खाको परमेश्‍वार येशूके मरोसे जिन्दा करिहए, जौनके तुम कठ्ठामे टाँगके मारेरहौ ।
\v 31 परमेश्‍वार इस्राएलके पश्‍चतापके ताहिँ और बिनको पापको क्षमा देन बाके राजा और मुक्तिदाता बनाएके अपन दहिना हात से उँचो करी ।
\v 32 जा सब बातके हम साँछि हएँ, और अइसी करके पवित्र आत्मा फिर, जौनके परमेश्‍वार अपन आज्ञा पालन करन के दै हए ।”
\v 33 “तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए ।"
\p
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दुर्दशा मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं | बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं । अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।'
\v 35 '“जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई ।"
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 “बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 “जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\v 39 “हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ ।"
\v 40 “बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।'
\p
\v 41 बे दिनमे बे एक बछ्राको मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्‍वार बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\c 6
\cl अध्याय ६
\p
\v 1 बे दिनमे चेलनको संख्या बढत् गौ, तव हिब्रूनके बिरुध्दमे ग्रीक-यहूदी गनगन करीँ, काहेकी दिनको खाना बिनकी विधुवा चाहन बारो भोजन ना पात रहएँ ।
\p
\v 2 तव बाह्रओ चेलनको झुँणके बुलाएके कहिँ, “परमेश्वरको वचन प्रचार करन् छोडके खबान-पिबानको सेवा करन् हमर ताहिँ ठीक ना हए
\v 3 । जहेमारे भैयारेओ, तुम मैसे पवित्र आत्मा और बुध्दिसे भरे और सबको आदर पाए भए सात आदमी छानए जौनके हम जा काममे चुनएँ ।
\v 4 पर हम त प्रार्थना और वचनको सेवकाईमे पुरो समय देमंगे ।”
\p
\v 5 ।” जा बात झुँडमैके सबयके मन पड़ो और इक्ठ्ठा भए जम्मनके अच्छो लागो, और बे पवित्र आत्मा और विश्वाससे भरिपुर्ण भए स्तिफनस, फिलिप, प्रखरस, निकनोर, तीमोन, पर्मिनास और एन्टिओखियाक यहूदी मत मानन् बारो निकोलाउसके छानी ।
\v 6 बे जे आदमीनके प्रेरितनके अग्गु लाईँ और प्रेरित प्रार्थना करी और बिनके उपर अपन हात धरीँ ।
\p
\v 7 । परमेश्‍रको वचन बढात् गौ, और चेलनके संख्या यरुशलेममे गजब बढीगौ |और पुजारी मैसे बहुत जनै जा विश्वासके ग्रहण करीँ ।
\p
\v 8 । स्तिफनस अनुग्रह और शक्तिसे भरपुर हुइके आदमीनके बीचमे बडे-बडे अचम्मोके काम और चिन्ह दिखइँ ।
\v 9 पर कोइ-कोइ त जो स्वतन्त्र-दलके सभाघरके {बिनको नाउँ जहे रहए}, और कुरेनी, अलेक्जेन्ड्रिया, किलिकिया और एशियाक आदमी रहाएँ, बे ठाड्के स्तिफनससे काहासुनी करन् लागे ।
\v 10 पर स्तिफन जौन बुध्दिसे और पबित्र आत्मा‌‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍‍की शक्तिसे मस्कत रहएँ, बे बाको सामना ना कर पाइँ |
\v 11 तव बे चूपएसे आदमीनके उक्साएके अइसो कहान लगाइँ, “मोसा और परमेश्‍वारके बिरुध्दमे जाके खराब बात मस्कत हम सुनेहएँ |”
\v 12 तव बे जनता, धर्म-गुरु और शास्त्रीके भडकाएके, और बिनके हुलदाङ्गा करी और पकडके महासभामे लाइँ ।
\v 13 बे अइसे कहिके झुठी साछीके अग्गु लाइँ, “जा आदमी पवित्रस्थान और व्यवस्थाके बिरुध्दमे बात करन् और मस्कन छोडीनैयाँ ।
\v 14 काहेकी जाके अइसे काहत हम सुने, 'नासरतको येशू जा ठाउँके नाश करैगो, और मोसा हमके दईभई रितिरिबज फिर बदल दिबैय हए ।”
\p
\v 15 महासभामे बैठे बे सब बिनके निहारके देखिँ, और बिनको मुहू स्वर्गदुतको मुहू जैसो देखीँ ।
\c 7
\cl अध्याय ७
\p
\v 1 तव प्रधान पुजारी पुछीँ, “का जे बात ठीक हएँ?”
\p
\v 2 बे कहिँ, “ददाभैया और दौवा सुनओ । महिमाको परमेश्‍वार हमर पिता अब्राहाम बे हारानमे बैठनसे अग्गु मेसोपोटामियामे रहात दर्शन दै रहए,
\v 3 और बिनसे कहि रहए, 'तुम अपन देश और अपनो घरकुरियासे निकरके, जौन देश मए तुमके दिखएहौ, हुवाँए जाओ ।
\p
\v 4 “तव बे कल्दीनके देशसे निकरके हारानमे आएके बैठे, और बिनको दौवको मृत्यु के पिच्छु परमेश्‍वार बिनके हुवाँसे जा मुलुकमे सरि, जहाँ हबए तुम बैठे हौ ।"
\v 5 बिनके बा ठाउँमे जायजात त दुराए रहो, पाँव धरनके ठाउँतक न दै । पर बिनको सन्तान न होन से फिर बा जाएजात परमेश्‍वार बिनको सन्तान-दरसन्तानके निजी सम्पत्तिके रुपमे देनके प्रतिज्ञा करी ।
\v 6 परमेश्वर अइसे कहि, 'तेरो सन्तान दुसरेक मुलुकमे जाएके बैठन पणैगो, और बे बिनके कमैया बनाएके चार सौ बर्षतक सतामंगे ।'
\v 7 परमेश्वर कहि 'बे जौन जातिनके कमैया हुइके बैठंगे बा जातिके इन्साफ मए करंगो | तव पिच्छु बे निकरके आएके जा ठाउँमे मिर आराधना करहँए ।'
\v 8 बा बिनसे खतनाको करार बाँधी, और अब्राहाम इसहाकको पिता हुइके आठौ दिनमे इसहाकको खतना करीं, और याकूब बाह्रओ कुलको पिता भव ।
\p
\v 9 । “कुलपति (अपनी कुल) योसेफसंग दिक्काएके बिनके मिश्रदेशमे बेच दै । पर परमेश्वर बिनकेसंग रहँए ।"
\v 10 परमेश्वर बिनके सब कष्टसे छुटाएके मिश्रदेशको राजा फारोके ठिन बिनके कृपा करी और बुध्दि दै, और फारो बिनके मिश्रदेश और उनके सब घरको हाकिम बनाइँ ।
\p
\v 11 तव पिच्छु सब मिश्रदेश और कनानमे अनिकाल पणके बहुत कष्ट भव, और हमर पुर्खा अन्‍न न पाइँ ।
\v 12 पर याकूब मिश्रदेशमे अन्‍न हए कहिके सुनके हमर पुर्खा पहिलो चोटी हुवाँ पठाई ।
\v 13 दुस्रो चोटीको भेटमे योसेफ बिनके ददाभैयनके अपन परिचय दै, और योसेफको परिवार फिर फारोके ठिन हजिर भव ।
\v 14 योसेफ अपन दौवा याकूबके और अपन जम्मए कुटुम्बके, जो पचहत्तर प्राणी रहँए, उनके ठिन बुलाइँ ।
\v 15 याकूब मिश्रदेशमे गव, और हुवाँए बा मरि गव, और हमर पुर्खा फिर हुनै मर गए ।
\v 16 तव पिच्छु बिनकी मृत शरीर शकेममे लैगए, और अब्राहाम शकेममे हमोरको लौणनसे मोल लौ सरमे धरीँ ।
\p
\v 17 । पर जब परमेश्वर अब्राहामसे करो भव करार पुरा होनको समय जौने आओ तव मिश्रदेशमे बे आदमी बढन लागे, और बिनकी संख्या बढिगई।"
\v 18 तव मिश्रदेशमे योसेफके न चिन्‍न बारो दुस्रो राजा हुइगव ।
\v 19 बा हमर जातिसे बहुत खराब व्यवहार करी, और हमर पुर्खानके, बिनके बच्चनके बाहिर लाएके धरन कर लगात रहए, और अइसी भर्खर जल्मे भए सब बच्चनके मारत रहए ।
\p
\v 20 “बहे बेरा मोसाको जलम भव । बा परमेश्वरको दृष्टिमे सुन्दर रहए । बा तीन महिना तक अपन दउवाके घरमे पालो ।"
\v 21 बाके बाहिर फेक्दैं तव फारोकी लौणिया बाके उठाएके लै गै, और अपन लौणा बनाएके पाली ।
\v 22 । मोशाके मिश्रीनको सब नेम मे शिक्षा दौगौ, और मोशा अपन वचन और काममे शाक्तिशाली भव ।
\p
\v 23 “जब बा चालिस वर्षको भव, तव अपन इस्राएली ददाभैयनके भेटनके इच्छा बाके ह्रदयमे उठो ।"
\v 24 अपन जात भैयन मैसे एक जनी उपर अन्याय भव देखके, बा बाके रक्षा करी, और बा अन्याय करन् बारो मिश्रीके मारके अपन भैइयक उपर भव आत्याचारको बदला लै
\v 25 । परमेश्वर मिर हातसे उनके उध्दार करीहए और मिर भैयाबन्धु जा सम्झएँ करके बो बिचार करी रहए | तव बे न सम्झीं ।
\v 26 कल बेही आपसमे लडाइ करत् बेरामे बो आइगव, और बिनके मिलानके कोसिस करके कहि, ए लोगौ, तुम त ददाभैया हौ, तव काहे एक दुसरेके अन्याय करत् हौ?'
\v 27 “तव अपन परोसीके उपर अन्याय करके बिनके अइसे करके ढकेल्दैं, 'हमरे उपर हाकिम और न्यायकर्ता होनके तुमके कौन नियुक करो?”
\v 28 कल बो मिश्रीके मारे जैसो तुम मोके फिर मारन् चाहत हौ?'
\v 29 'अइसो जवाफ सुनके मोशा भाजके मिधान देशमे जाएके पर्देशी भव । हुवाँ बिनके दुई लौणा जन्मे ।
\p
\v 30 “चालिस वर्ष बितके पिच्छु सीनै पर्वतको उजाड-स्थानमे पजरत भिथ्राके ज्वालामे एक स्वर्गदुत बिनके ठिन दिखानो ।"
\v 31 जब मोशा जा देखी तव बा जा दर्शन से अचम्मो मानी, और बा देखन जौने पुग्तै परमपर्भु कि ऐसी बाणी भई,
\v 32 'मए तुमरो पुर्खाको परमेश्वर हौ-अब्राहाम, इसहाक और याकूबको परमेश्वर ।' मोशा थरथरान लागो, और बाके घेन देखनतक हिम्मत न पुगी ।
\v 33 “तब परमप्रभु बिनसे अइसे कहि, 'तिर टाँगको जुता खोल, काहेकी जौन ठाउँमे तै ठाढो है, बा पवित्र ठाउँ हए ।"
\v 34 मिश्रामे भए मिर प्रजाको दुर्दशा मए देखोहौँ, और बिनको बिलौना फिर मए सुनोहौं । बिनके छुटकारा देनके मए उतरके आओ हौं अब आ, मए तोके मिश्रदेशमे पठाएहौं ।
\p
\v 35 '“जहे मोशा, जौनके बे कोइके तुम हाकिम और न्यायकर्ता बनाइ' करके इन्कार करेरहौ, बाके परमेश्वर भिथ्रामे देखानो स्वर्गदुतसे हाकिम और उध्दारकर्ता बनके पठाई ।"
\v 36 जहे आदमी मिश्रदेशमे, लाल समुन्द्रमे और चालिस वर्षभर उजाड-स्थानमे अचम्मोको काम और चिन्ह करत् उनके बाहिर ल्याई!
\v 37 “बा बहे मोशा हए, जौन इस्राएलीनसे कहिरहए, 'परमेश्वर मोके खडा करी जैसो तुमरे ददाभैयन मैसे तुमरे ताहिँ एक जनै अगमवक्ता खडा करीहए ।'
\v 38 “जा बहे मोशा हए, जौन उजाड-स्थानमे भव समुदायमे स्वर्गदुतसंग रहए, जौन स्वर्गदुत सीनै पर्वतमे और हमर पुर्खानसंग मस्किरहए, और बहे हमर दिनके ताहीँ जीवित वाणी पाइ रहए ।
\p
\v 39 “हमर पुर्खा बिनको आज्ञापालन करनके इन्कार करीँ । बे बाके पन्छ्याके मिश्रदेश घुमके जान मन करीँ ।"
\v 40 बे हारुनसे अइसे कहिँ, 'हमर अग्गुअग्गु जानके कोइ देवता हमर ताहिँ बनाएदेओ, काहेकी हमके मिश्रदेशसे निकारके लान बारो जा मोशाके का कैसो भव हमके पता नैयाँ ।'
\v 41 'बे दिनमे बे एक बछ्रराकी मुर्ति बनाइँ, और बोमे पुजना फिर चढाइँ, और अपन हातके काममे खुशी मनाइँ ।
\v 42 पर परमेश्वर बिनके ईन्कार करी, और बिनके आकाशको तारामण्डलको उपासना करनके छोडदै, अइसो अगमवक्तानके किताबमे लिखो हए, 'इस्राएलके आदमी तुम, का तुम चालिस वर्षतक उजाड-स्थानमे मोके पशुबलि और भेटी चढाए?
\v 43 तुम मोलोकको तम्बु और रेफन देवताको तारा, और तुम पुजनके ताँही बनाए भए मुर्ति उठाए लैगए । अब मए तुमके बेबिलोनसे बा पार परदेशी बनामङ्गो ।'
\p
\v 44 '“उजाड-स्थानमे हमर पुर्खाको गवाहीको मण्डप रहए | मोशा देखो नमुना जैसो परमेश्‍वारको आदेश अनुसार जा बनो रहए ।"
\v 45 हमर पुर्खा फिर उनको पालो मे अन्यजातिको देश अधिकारमे लातय यहोशुके संगमे बा तम्बु लाईँ । दाउदको पालोतक बो हुवाँए रहो ।
\v 46 बे परमेश्‍वारको निगाह पाइँ, और याकुबको परमेश्‍वारके ताहिँ एक बासस्थान बनानके अनुमति मागी ।
\v 47 तव बाके ताहिँ भवन त सोलोमन बनाई ।
\p
\v 48 “पर हातसे बनाओ भवनमे परमेश्‍वार बास ना करत् हए, जैसी अगमवक्ता कहिँ हँए,"
\v 49 'मिर सिंहासन स्वर्ग हए, और पृथ्बी मिर टाँगको पावदान, तुम मिर ताहिँ कैसो भवन बनएहौ? परमप्रभु कहातहए, मिर बिश्रामको ठाउँ कौन हए?
\v 50 का जा सब चीज मेरे हातसे बनाओ ना हए क?'
\p
\v 51 '“ए हठी आदमी तुम, कठोर ह्रदयके और बहिरा कान भए, तुम हर समय पवित्र आत्माको बिरोध करत् हौ| तुमरे पुर्खा जैसी करी तुम फिर उइसी करत् हौ ।"
\v 52 अगमवक्ता मैसे कौनके तुमरे पुर्खा ना सताइँ? बे धर्मि आदमीक आगमन अग्गुसे घोषणा करन् बारेनके सबको हत्या करीँ । बाके तुम विश्वासघात करे, और बाके हत्या करे । बिनके सबके मारे, जौन बे धार्मिक आदमीनक आनबारो समाचार अग्गुसे सुनाइ रहएँ । अब तुम त बाके विश्वासघातक और ज्यानमारा भए हौ ।
\v 53 स्वर्गदुतसे सुम्पो भव व्यवस्था तुम पाएहौ, पर बाको पालन ना करे ।”
\p
\v 54 ।” जब बे जा बात सुनी तव बे दिक्कए गए और दिक्कएके चुर हुइके किटकिटन लागे ।
\p
\v 55 पर बा त पवित्र आत्मासे भरपुर हुइके स्वर्गघेन एकटक लगएके देखी, और परमेश्‍वारको महिमा और येशूके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो देखी ।
\v 56 बा कहि, “देखाओ, स्वर्ग उघ्रो मए देखोहौ, और आदमीको पुत्रके परमेश्‍वारको दहिनाघेन ठड़ो मए देखतहौ ।”
\p
\v 57 ।” तव बे जोडसे चिल्लए उठे, और अपन-अपन कान मुदलैँ, और बे एकए संग बिनके उपर झाबटीँ ।
\v 58 बे बाके सहेरसे बाहिर निकार लैगए, और बिनके उपर पत्थर बर्साइँ| और गवाही बारे अपन कुर्ता शाऊल नाउँ भव एक जनै जवानके टाँग ठिन धरदैँ ।
\v 59 । जैसी बे स्तिफनसके पत्थर मारत् रहएँ, बा प्रार्थना करी, “हे प्रभु येशू, मिर आत्माके ग्रहण कर ।”
\p
\v 60 बा घुटो टेकके जोरसे चिल्लएके कहि, “हे प्रभु, जा पापको दोष यिनके ना लागए ।” यितकय कहिके बा प्राण छोड् दै ।
\c 8
\cl अध्याय ८
\p
\v 1 बिनके हत्यामे शाऊल फिर सहमत रहए । बहे दिनसे यरुशलेममे भए मण्डलीके बिरुध्दमे बहुत भारी सतावट सुरु भव, और प्रेरित बाहेक बे सब यहूदिया और सामरियाके इलाकाघेन छिदर बिदर हुइगए ।
\v 2 भक्तजन स्तिफनसके लैजएके गाणी, और बाके ताहिँ बहुत भारि बिलाप करीँ ।
\v 3 तव शाऊल त घर-घरमे घुसके मण्डलीके सतान लागो रहए| बा लोगा और बैयरके घिसियात् लैजाएके जेलमे डारत् रहए ।
\p
\v 4 तव बे बिग्दे भए चारओ घेन जाएके वचन प्रचार करीँ ।
\v 5 फिलिप त सामारियाको एक सहेरमे जाएके बिनके ख्रीष्टको प्रचार करी ।
\v 6 । फिलिपको कहो भव वचन सुनके और बाको करो भव चिन्ह देखके, भीड एक मनको हुइके बिनकी बातमे ध्यान दै ।
\v 7 काहेकी बहुत जनैसे अशुध्द आत्मा बणो जोणसे चिल्लएके निकरन लागे, और बहुत जनी पक्षाघातके रोगी और लंगणा फिर अच्छे भए ।
\v 8 जहेमारे बा सहेरमे बहुत आनन्द भव ।
\p
\v 9 ।पर बा सहिरमे एक सिमोन नवाकआदमी हुवाँ रहए । बा अग्गुसे बा सहेरमे जादु करके सामारियाके आदमीनके अचम्मो करे रहए, और मोए हानि कोइ न है करके कहात रहए ।
\v 10 बा आदमीके छोटेसे लैके बणे तक सब अइसे करके मानत रहएँ, “जा आदमी परमेश्‍वारको बा शाक्ति हए, जौनसे महाशक्ति कहात हँए ।”
\v 11 बे बाके मान्त रहएँ, काहेकी बहुत दिनसे बा अपनो जादुगरीसे आदमीनके अचम्मो करेपणेरहए ।
\v 12 पर जब बे परमेश्‍वारको राज्य और येशू ख्रीष्टको नाउँको सूसमाचार सुनान बारो फिलिपकी बातमे विश्‍वास करीँ, तव लोगा और बैयर बप्तिस्मा लैं ।
\v 13 सिमोन अपनए फिर विश्‍वास करी । बा बप्तिस्मा लै, और बा फिलिपसंग लगो रहो, और चिन्ह और बणे बणे अचम्मोके काम करो देखके बाके अचम्मो लागो ।
\p
\v 14 । सामरियाके आदमी परमेश्‍वारको वचन ग्रहण करके सुनके यरुशलेममे रहेभए प्रेरित पत्रुस और यूहन्‍नानके बिनके ठिन पठाइँ ।
\v 15 बे हुवाँ आएके बे पवित्र आत्मा पामए करके बिनके ताहिँ प्रार्थना करीँ ।
\v 16 काहेकी बा समय तक बिन मैसे कोइ उपर फिर बा नाए आओ रहए | बिनको बप्तिस्मा प्रभु येशूको नाउँमे इकल्लो भव रहए ।
\v 17 तव बे अपन हात बिनके उपर धरीँ, और बे पवित्र आत्मा पाइँ ।
\p
\v 18 अब प्रेरितनको हात धरत पवित्र आत्मा पातहएँ कहिके देखके सिमोन अइसे कहात बिनके रुपैया देन लागो,
\v 19 “मोके फिर शाक्ति देओ, और मए फिर जौनके उपर हात धरओं बे पवित्र आत्मा पामएँ ।”
\p
\v 20 “तव पत्रुस कहि, “तिर रुपैया तेरीसंग नष्ट हुइजाए, काहेकी परमेश्‍वारको बरदान रुपैयासे मोल ले सकत हयँ कहिके बिचार करत हए ।
\v 21 जाके बारेमे न त तेरो कोइ हिस्सा हए, काहेकी परमेश्‍वारके ठिन तेरो ह्रदय ठीक न है ।
\v 22 जहेकमारे तेरो अपनो जा दुष्टताको ताहिँ पश्‍चताप कर और प्रभुके प्रार्थना चढा, और शायद तेरो ह्रदयको अइसो बिचार क्षमा हुईजाए ।
\v 23 “काहेकी मए देखत् हौ, तए दुष्टसे भरो हए, और अधर्मको बन्धनमे हए ।"
\p
\v 24 तव सिमोन कहि, “तुम मेरे ताहिँ प्रभुसे प्रार्थना करदेओ, और तुमर कही बात कोइ फिर बात मिर ऊपर न लागय ।”
\p
\v 25 ।”पत्रुस और यूहन्ना गवाही दैके और प्रभुको वचन कहिके पिच्छु सामरियाके बहुत गाउँमे सुसमाचार प्रचार करत् बे यरुशलेममे घुमगए ।
\p
\v 26 । तव पिच्छु प्रभुको एक दुत फिलिपसे कहि, “उठ दक्खिँन यरुशलेमके गाजा घेन जान बारी डगरमे जाओ । हुवाँ उजाण खेरोक् डगर हए ।”
\v 27 और फिलिप उठके गव, और एक जनी इथियोपियाली नपुंसकके भेटी, जो इथियोपिया देशकी महारानी कन्दाकी बणी पदधिकारी और समस्त सम्पतिको कोषाध्यक्ष रहए । बे यरुशलेममे आराधाना करन् गय रहएँ ।
\v 28 बे लौटत रहएँ, और अपन रथमे वैठके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् रहएँ ।
\p
\v 29 । तव पवित्र आत्मा फिलिपसे कहि, “जाओ और बो रथके संगमे लागओ ।”
\p
\v 30 फिलिप बिनके ठिन दौणके गव, और बिनके यशैया अगमवक्ताको किताब पढत् सुनके बिनसे पुछी, “तुम पढिबात बुझत् हौ?”
\p
\v 31 तव बे कहिँ, “कोइ नाए बतए हए तव मए कैसे समझ पएँहौ?” और बे फिलिपके रथमे चढानके बिनके संगमे वैठनके अनुरोध करीं ।
\q
\v 32 और बिनको पढो भव धर्मशास्त्रको खण्ड जा रहए, “जैसी भेडा कटनके लाईजातहए, और थुमा ऊन कत्रन बारेनके ठीन चुप रहतहए,
\v 33 बाको अपमानित अवस्थामे न्याय नएमिलो । बाको पुस्ताको बयान कौन करए? काहेकी बाको जिवन पृथ्बीसे हरण भव ।”
\p
\v 34 तव बा नपुंसक फिलिपसे कहि, “कृपा करके मोसे कह, अगमवक्ता जा कौनके बारेमे कहिहए, बिनके अपने वारेमे कि और कोइके बारेमे?”
\v 35 तव फिलिप अपनो मुहू खोलके धर्मशास्त्रको खण्डसे बिनके येशूको सुसमाचार सुनाई ।
\p
\v 36 । और बे डगरमे जातपेती कुछ पानी ठिन आएपुगे । बा नपुंसक कहि, “देख हियाँ पानी हए, मोके बप्तिस्मा लेनके कौन रोक पए हए?”
\v 37 फिलिप कहि, “अगर सारे ह्रदयसे बिश्वास करेहौ तव तुम बप्तिस्मा लए सक्तहौ ।”बा कही “येशु ख्रिष्ट परमेश्वर को पुत्र है कहिके मय बिस्वास करत हौं।
\v 38 “रथ रोकनके आज्ञा दै, तव फिलिप और नपुंसक दोनए पानीमे उत्रे, और बा बिनके बप्तिस्मा दै।
\v 39 पर जब बे पानि से बाहिर आय, तव प्रभुको आत्मा फिलिपके पकणके लैगओ । और बा नपुंसक बिनके फिर न देखी, और बा खुशी होत अपन डगर लागो ।
\p
\v 40 पर फिलिप अश्दोदमे दिखानो, और कैसरिया नपुगन तक सब सहेरमे सुसमाचार सुनात गव ।
\c 9
\cl अध्याय ९
\p
\v 1 पर शाऊल प्रभुक चेलनके बिरुध्दमे फिर धम्की और हत्याको धुनमे प्रधान पुजारीके ठिन गव,
\v 2 और बा विश्वास करन् बारे लोग होएँ चाहुँ वैयर, जौन फेला पडए बिनके बाँधके यरुशलेममे लानके पांव कहिके दमस्कसके सभाघरमे पुर्जी मागी ।
\p
\v 3 । जब शाऊल यात्रा करत दामस्कसके ठिन पुगो, अचानक स्वर्गसे एक ज्योति बिनके आसपास चमको
\v 4 । बा भिमे गीरिगौ, और बा अइसो सुनी, “शाऊल, शाऊल, तए मोके काहे सतात हए?”
\v 5 बा कहि, “प्रभु, तुम कौन हौ?” और बा कहि, “मए येशू हौ, जौनके तै सतात है ।
\v 6 पर उठके सहेरमे जा, और तोके का करन् पणैगो सो तोके बातएहौं ।”
\v 7 बिनकेसंगमे जान बारे आदमी सोर त सुनी, पर कोइके ना देखके चकानलगे ।
\v 8 । तव शाऊल भीमेसे उठो और आँखी खोली बा कोइके कछु फिर न देखि, और बे बिनको हात पकणके डोर्यएके दमस्कसमे लाइँ ।
\v 9 और तीन दिन तक बा न देखन बारो भव, और न त खानु खाइ न पानी पिई ।
\p
\v 10 । दमस्कसमे हननिया नाउँको एक चेला रहए । बिनसे प्रभु दर्शनमे कहि, “ए हननिया ।” बा कहि, “प्रभु, हाजिर हौं ।”
\v 11 तव प्रभु बिनसे कहि, “उठ, और 'सिधा' नामको गल्लीमे जा, और यहूदाको घरमे शाऊल नाउँ भव टार्सस-निवासीके ढुण, काहेकी बा प्रार्थना कर रहोहए ।
\v 12 बा दर्शनमे हननिया नाउँको एक आदमी भितर आएके बे देखन बारे होमए करके अपने उपर उनको हात धरो देखी रहए ।
\p
\v 13 तव हननिया कहि, “प्रभु, जा आदमी यरुशलेममे तुमरे सन्तानके बहुत खराबी करी हए, सो मए बहुत अदमीसे सुनो हौ ।
\v 14 हियाँ फिर तुमरे नाउँ लेन बारे सबके बाँधनके अधिकार मुखिया पुजाहारी से बा पाई हए ।”
\p
\v 15 तव प्रभु बिनसे कहि, “जा, काहेकी अन्यजातिके राजा और इस्राएलके सन्तानके अग्गु मिर नाउँको प्रचार करन् बा छनो भौ मिर एक पात्र हए,
\v 16 काहेकी मिर नाउँको खातिर बा कित्तो कष्ट भोगैगो, सो मए बाके दिखाएहौं ।”
\p
\v 17 ।” तव हननिया जाएके बा घर भितर कुचो, और बाके उपर अपन हात धरके कहि, 'भैया शाऊल, जौन प्रभु येशू तुमके आतपेति डगरमे दिखानो रहए, बाके तुम देख पाओ और तुम पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबओ करके मोके पठाई हए,
\v 18 तुरन्त बाकि आँखीसे पपरा जैसो कुछ झरो, और बा फिर देखान बारो हुइगए| तव बा उठो और बप्तिस्मा लै,
\v 19 और खानु खाएके बा बल पाई । शाऊल गजब दिनतक दमस्कसमे भए चेलनसंग रहए ।
\p
\v 20 और तुरुन्त बा सभाघरमे येशूको घोषणा अइसे करी, “बा परमेश्वरको पुत्र हए ।”
\v 21 तव सुनन बारे जित्तो सब अचम्मो मानके कहिं, “जा नाउँके लेन बारे जित्तो यरुशलेममे सतात रहए और हियाँ फिर बिनके बाँधके मुखिया पुजारीके ठिन लैजान बिचार से आनबारो जहे न हए का?”
\v 22 पर शाऊल और जद्धा शाक्तिशाली होतगव, और येशुय ख्रिष्ट है कहिके परमाण दैके दमस्कसमे रहन बारे यहूदीनके अचम्मो करदै ।
\p
\v 23 और बहुत दिनके पिच्छु यहूदी बाके मारनके षड्यन्त्र रचीँ ।
\v 24 पर बिनको षड्यन्त्र शाऊलके पता हुईगव । बे बाके मारन् के ताहिँ रातदिन सहेरको फाटक ठिन लुक्के बैठत रहएँ ।
\v 25 पर बाको चेला बाके रातमे डल्बामे डारके दिबारसे लटकायके उतारदै ।
\p
\v 26 बा यरुशलेमसे आएके पिच्छु बा चेलनसे मिलन कोशिश करी| पर बे चेला हँए करके न पत्यायके सब बिनसे डराइगए |
\v 27 पर बारनाबास बाके संग लैके प्रेरितके ठिन लैगओ | और शाऊल प्रभुके डगरमे देखी और प्रभु बासे मस्कि और ब दमस्कसमे हिम्मत से येशूको नाउँमे प्रचार करी बात बिनके बताएदै |
\v 28 शाऊल यरुशलेममे बिनके संगसंग खुल्लम खुल्ला नेगन लागो, और सहास से प्रभुको नाउँमे प्रचार करन् लागो,
\v 29 और बा ग्रीक-यहूदीनके संग बाद-बिवाद करत् रहए, पर बे बाके मारन ढुणत रहएँ |
\v 30 पर जा बात पता पाएके भैया बाके कैसरियामे लाइँ और हुवाँसे बाके टार्ससमे पठाएदैं |
\v 31 तव अइसी सारा यहूदिया, गालील और सामरिया भर मण्डलीमे शान्ति भव और मण्डली पक्की भई । प्रभुको भयमे नेगत और पवित्र आत्माको सान्ति पाएके मण्डलीमे बृध्दि होतगव |
\v 32 पत्रुस यितए उतए सब ठाउँमे यात्रा करत् लुड्डामे भए सन्तनके ठिन फिर आएपुगो |
\v 33 बा हुवाँ एनियास नाउँको कोइ एक आदमीके भेटि, जो आठ वर्षसे पक्षाघातको रोगसे सिथरीमे पणो रहए |
\v 34 पत्रुस बासे कहि, “ए एनियास, येशू ख्रीष्ट तुमके अच्छो करेहए | उठ, और अपनो बिछ्ना मिला और बा तुरन्त उठिगव |
\v 35 लुड्डा और शारोनमे बैठन बारे जित्तो सब जनै बाके देखके प्रभुघेन घुमे |
\v 36 योप्पा नगरमे तबिता, औ डोरकास {हरिणी} कहान बारी एक चेला रहए| बा अच्छो काम करन और दान देनमे लागिरहत् रहए |
\v 37 बे दिनमे बा बिमार भै और बिनको मृत्यु हुइगव, और आदमी हँदबाएके बाके उपरके पाणके एक कोठामे धरीँ |
\v 38 लुड्डा योप्पाके जौने रहै बाहेमारे चेला पत्रुस हुवाँ हए करके सुनके बिनके ठिन दुई आदमीनके अइसे बिन्ती करन पठाइँ, “हमर ठिन जलदी अइओ |”
\v 39 तव पत्रुस उठके बिनकेसंग गव| हुवाँ पुगके पिच्छु बे बाके उपरके पाणमे लैगए| बिधुवा सब बिनके ठिन ठाणके रोनलागीँ, और डोरकास बिनके संग होत बा बनओ भौ कुर्ता और लत्ता देखाइ |
\v 40 तव पत्रुस बिनके सबके बाहिर निकारके घुटो टेकके प्रार्थना करी, और बा लाश् घेन घुमके कहि, “तबिता, उठ!” और बा आँखी उघारी, और पत्रुसके देखके उठके बैठी |
\v 41 बा बाके अपन हातसे पकणके झट्से उठाई, और सन्त और बिधुवानके बुलाएके बिनके जिन्दा दिखाई |
\v 42 अब जा बात सबै योप्पा भर पता चलगव, और बहुत प्रभुमे विश्‍वास करीं |
\v 43 और बा बहुत दिनतक एक सिमोन कहन् बारो चर्मकारसंग योप्पामे बैठो
\c 10
\cl अध्याय १०
\p
\v 1 कैसरियामे कर्नेलियस नाउँको एक आदमी रहए, जो इटालिया कहन बारो पल्टनको एक कप्तान रहए ।
\v 2 बा ईश्वरभक्त रहए, और बा, बिनको सब परिवार परमेश्‍वारको भय मान्तरहएँ । बा आदमीनके खुशीकेसाथ दान दैके परमेश्‍वारसे सबदिन प्रार्थना करत् रहए ।
\p
\v 3 बा दुपाह्रके तीन बजे घेन दर्शनमे सफा रुपसे परमेश्‍वारको एक स्वर्गदुत अपने घेन आत अइसो कहात सुनी, “कर्नेलियस!”
\p
\v 4 झसक्के बा उनके निहारके देखि और कहि, प्रभु कहौ ।” और बा बिनसे कहि, “तुमरो प्रार्थना और गरीबके दओ दान सम्झनाके रुपमे परमेश्‍वारको अग्गु पुगो हए ।
\v 5 अब आदमीनके योप्पामे पठओ, और पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठओ ।
\v 6 बा चर्मकार सिमोनके ठिन बैठो हए, जौनको घर समुन्द्र किंनरे हए ।
\v 7 जब बासे मसकन बारो स्वर्गदुत बिदा भव, तव अपन कामैया मैसे दुइ जनैके और लगातर बिनको सेवा-टहल करन बारो एक भक्त सिपैयाके बुलाई,
\v 8 और बिनके सब बात बताएके योप्पामे पठाइँ
\v 9 कल बे अपन यात्रामे सहेरके जौने आएपुगत्, दुपहरको बाह्र बजेघेन पत्रुस त प्रार्थना करन घरको पणमे चढो ।
\v 10 बा भुखानो, और कुछ खानके मन करी, पर औरदुस्रे खानु तयार करत् बेरा बा ध्यानमे-मग्‍न हुइगव ।
\v 11 बा स्वर्ग खुलो और हुवाँसे चारौ कोनेमे बधो तन्‍ना जैसो पृथ्बीघेन झर्त देखी ।
\v 12 तव बा तन्‍नामे पृथ्बीके सब किसिमके चारटाँगके जनावर और घिस्टनबारे प्राणी और आकाशके चिरैचुरुंगी रहएँ ।
\v 13 तव बा एक आवाज सुनी, “ए पत्रुस उठ, और मारके खा ।”
\p
\v 14 तव पत्रुस कहि, “नाए प्रभु, काहेकी मए कबही कछु अपबित्र औ अशुद चीज ना खओ हौँ ।”
\p
\v 15 बा आवाज फिर दुस्रो चोटी सुनी, “परमेश्वर जो शुध्द करीहए बाके तुम अपवित्र काहे मन्त हौ ।
\v 16 तीन चोटीतक अइसो भव, और तुरन्त बा तन्‍ना स्वर्गघेन लैगओ ।
\p
\v 17 जब पत्रुस अपनो देखो जा दर्शनको अर्थ क हुइहए कहिके मनएमन दुबिधामे पडोरहए, बहेबेरा कर्नेनियस पठए आदमी सिमोनको घर ढुडत् फाटक अग्गु ठडे,
\v 18 और पत्रुस काहन बारो सिमोन हियाँ बैठो हए कि?” कहिके जोडसे पुछीँ ।
\p
\v 19 जब पत्रुस दर्शनके बारेमे बिचार करत् रहए तव पवित्र आत्मा बासे कहि, “देख, तीन आदमी तुमके ढुड्त रहएँ ।
\v 20 उठ, और तरे जा, और नाहिचकिचाएके बिनके संग जा, काहेकी बिनके मए पठओ हौ
\v 21 तव पत्रुस उत्रो, और आदमीनके ठिन जाएके कहि, “देखौ, तुम जौनके ढुडत् हौ बा आदमी महि हौ । तुमके हियाँ आनको करन का हए?”
\p
\v 22 बे कहिँ, “एक जनै कप्तान कर्नेलियस, जो सुधो और परमेश्वरसे डरानबारो और सबय यहूदी जातिसे सम्मान पाओ एक आदमी हए, तुमके बा घरमे बुलाई हए और तुम बाके सन्देश सुनओ कहिके एक पवित्र स्वर्गदुतसे बाके आदेश मिलोहए ।
\v 23 तव बा बिनके भितर बुलाएके बिनको सत्कार करी | कल पत्रुस उठके बिनकेसंग गव, और योप्पाके कुछ भैया बिनके संगमे रहएँ ।
\p
\v 24 द‍‍ुर्सौ दिन बे कैसरिया पुगे । अपने कुटुम्ब और जौनेके नातेदारनके बुलाएके जम्मा करी कर्नेलियस बिनको डगर देख्त रहए ।
\v 25 जब पत्रुस भितर आओ तव कर्नेलियस बासे भेट करी और बाके पाउमे दण्डवत करीँ ।
\v 26 तव पत्रुस उनके अइसे कहत उठाई, “उठओ, मए अपनए फिर त आदमी हौ ।”
\p
\v 27 ।” तव बिनके संग बात करत् घर भितर गए, और हुवाँ बहुत आदमी जम्मा भव पाइँ ।
\v 28 तव पत्रुस बिनसे कहि, “और जातिसे संगत करनो अथवा बिनसे भेटघाट करनो एक यहूदीके ताहिँ कितो सही ना हए कहिके बात तुमके पतए हए, ताहु फिर परमेश्‍वार मोके कोइ आदमीसे अपवित्र औ अशुध्द मतमनिए कहिके दिखाई हए ।
\v 29 जहेमारे बुलातए खिन्क कोइ आफत्त नामानके मए तुमर ठिन आओ | तुम मोके काहे बुलए? अब बताओ ।”
\p
\v 30 तव कर्नेलियस कहि, “चार दिनअग्गु लगभग: जहे समय घरमे मए तीन बजेको प्रार्थना करत् रहौ, तव चिललो कुर्ता पैधे एक आदमी मेरे ठिन ठाडरहो,
\v 31 और कहि, 'कर्नेलियस, परमेश्‍वाके ठिन तुम्रो प्रार्थनाको सुनाइ भव हए, और तुम गरीबनके दओ दानको सम्झना भव हए ।
\v 32 जहेमारे योप्पामे आदमी पठायके पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलान पठा । बो समुन्द्रके किनरे चर्मकार सिमोनके घरमे बैठो हए ।'
\v 33 तव मए तुरन्तए तुमर ठिन आदमी पठओ। और तुम कृपा करके आए । अब प्रभुसे तुमके आज्ञा भए सबए बात सुनन हम सबए परमेश्‍वारके अग्गु हियाँ उपस्थित हएँ ।”
\p
\v 34 तव पत्रुस मस्कन लागो, “नेहत्तए मए देखत् हौ, कि परमेश्वर पक्षपात नाए करत् हए,
\v 35 पर सब जातिमे जो बासे डरात हए, और अच्छो काम करत् हए, बे बाके ठिन ग्रहणयोग्य होतहएँ ।
\v 36 परमेश्‍वार इस्राइलीनके पठाओ भव सन्देश, औ ख्रीष्टसे प्रचार करो शान्तिको सुसमाचार तुमके पता हए । (बहे सबको प्रभु हए ।)
\v 37 यूहन्‍नाको करो प्रचारके पिच्छु, गालीलसे सुरु भव सबए यहुदिया भर प्रचार करो भव वचन जहे हए,
\v 38 कि परमेश्‍वासर नासरतको येशू पवित्र आत्मा और शक्तिसे अभिषेक करी । बा सबके अच्छो काम करतए और भुतप्रेतनसे सताए भयनके अच्छो करत चलो, काहेकी परमेश्‍वार बाके संग रहए ।
\p
\v 39 । “और बा यहूदीयनके देशमे और यरुशलेममे करे भए सब बातकी हम साँचि हए । बाके बे कट्ठामे टलगाएके मारी रहएं ।"
\v 40 बहेके परमेश्वर तिसरे दिनमे जिन्दा करके उठाई, और बाके प्रकट कराई,
\v 41 सब आदमीनके नाए, पर हमके परमेश्‍वास साँचिके रुपमे चुनि और बा मरके जिन्दा हुइके पिच्छु हम बाके संग खानपिन करे ।
\v 42 बा हमके जनतामे प्रचार करन्, और बा जिन्दा और मरेनको न्यायकर्ता होनके ताहिँ परमेश्‍वारसे नियुक भव आदमी रहए करके गवाही देनके ताँहि आज्ञा दै हए ।
\v 43 सबए अगमवक्ता बाकि गवाही दैं हएं, कि बाके उपर विश्‍वास करन् बारे प्रत्येक बाके नाउँसे पाप-क्षमा पाबैगो ।”
\p
\v 44 पत्रुस जे बात मसकतए मसकत वचन सुननबारे सबके उपर पवित्र आत्मा आइगव ।
\v 45 अन्यजातिनके उपर फिर पवित्र आत्माको वरदान अखनो देखके पत्रुसके संगमे आनबारे यहूदी विश्वासी अचम्मो मानीं ।
\v 46 । काहेकी अन्य भाषामे बोलके बे परमेश्‍वारको प्रशंसा करतभओ बे सुनी | तव पत्रुस कहि,
\v 47 हमरकता पवित्र आत्मा पानबारे यिनके पानीको बप्तिस्मा होनसे कौन मनाही करपएहए?”
\v 48 और बे कहिँ बिनके येशू ख्रीष्टके नाउँमे बप्तिस्मा देबाओ करके आज्ञा करीं । तव बे पत्रुसके कछु दिन हुनए रहाए कहिके बिन्ती करीँ ।
\c 11
\cl अध्याय ११
\p
\v 1 यहूदियामे होनबारे प्रेरित और भैया, अन्यजाति फिर परमेश्वरको वचन ग्रहण करी हएँ कहिके सुनीं ।
\v 2 जब पत्रुस यरुशलेममे आओ, तव खतना करन बारेनको दल बिनसे अइसे कहात बिनको बदनाम करिं,
\v 3 “खतना नाभए आदमीनके ठिन जाईके बिनके संग तुम काहे खानपिन करे?”
\p
\v 4 “तव पत्रुस सुरुसे बिनके एक एक बात बतान लागो:
\v 5 “मए योप्पा सहेरमे प्रार्थना करत् रहौ, और ध्यान-मग्‍न रहौ, तव एक बणो तन्‍ना जैसो चार कोनेमे पकणो तरे झरतभव कुछ चीज मए दर्शनमे देखो, और बो मिर ठिन आओ ।"
\v 6 मए निहारके देखो हुवाँ पृथ्बीके जनावर और जंगली जनावर, घिस्रन बारे जन्तु और आकाशके चिरैचिरगुनी देखो ।
\v 7 । मोके अइसो कहान बारो एक आवाज मए सुनो, 'पत्रुस उठ, और मारके खा ।'
\p
\v 8 “तव मए कहो, 'नाए प्रभु, कोइ अपवित्र अथबा अशुध्द चीज मेरे मुहुमे कबहु नाए डारो हौ ।”
\p
\v 9 “तव बहे ‍अवाज दुस्रो चोटी मोसे कहि, 'जो परमेश्वर शुध्द करी हए बाके तुम अपवित्र मत कहओ ।"
\v 10 तीन चोटी उइसी भव, और बे सब फिर स्वर्गमे चलेगए ।
\p
\v 11 “बहि बेरा कैसरियासे मेरेठिन पठए भए तिन जनै आदमी हम बैठो आएपुगे ।
\v 12 बिनके संगमे जान मोसे पबित्र आत्म कहि। जे छय जानै भइया फिर मिर संग लागे रहएँ, और हम बा आदमीको घरमे गए।
\v 13 बा हमके बताई, कि एक स्वर्गदुत उनके घरमे ठडके अइसो कहातए बा देखिँ, 'योप्पामे आदमीनके पठओ पत्रुस कहान बारो सिमोनके बुलओ ।
\v 14 बा तुमके वचन सुनए हए, जौनसे तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमरो पुरो परिवार ।'
\v 15 “जब मए मस्कान लागो, तव सुरुमे हमर उपर उत्रो कता पवित्र आत्मा यिनके उपर फिर उत्रीयाओ ।"
\v 16 तव प्रभु कहि बा वचन मोके याद भव, 'यूहन्‍ना त पानीको बप्तिस्मा दै, पर पवित्र आत्मामे तुमरो बप्तिस्मा हुइहए ।'
\v 17 प्रभु येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करत् परमेश्‍वर हमके जो बरदान दै हए, बिनके फिर बहे बरदान दै के पच्छु परमेश्वरके रोक्न बारो मए कौन हौ त?”
\p
\v 18 जा बात सुनके पिच्छु बे चुप हुइगए, और अइसो कहात बे परमेश्‍वर महिमा करीँ, “अब त परमेश्वर अन्यजातिनके फिर जीवनके तहीँ पश्‍चताप दै हए ।”
\p
\v 19 स्तिफनसके सम्बन्धमे सुरु भव सतावटके करन ईतए उतए छिदिर विदर भए बारेनके ताहिँ नैयाँ, पर यहूदीनके इकल्लो वचन प्रचार करत्, फोनिके, साइप्रस और अन्टिओखियातक सफर करीँ ।
\v 20 पर बे मैसे कोइ-कोइ साइप्रस और कुरेनीके आदमी रहएँ । बे एन्टिओखियामे आएके ग्रीकनके फिर प्रभु येशू प्रचार करीँ ।
\v 21 प्रभुको बाहुली बिनके संग होनके करनसे विश्वास करन् बारेनको बहुत संख्यामे प्रभुघेन घुमिगए ।
\p
\v 22 । जा सुसमाचार यरुशलेममे भए मण्डलीके कानमे पुगो, और बे बारनाबासके एन्टिओखियामे पठाइँ ।
\v 23 बे हुवाँ आएके परमेश्‍वारको अनुग्रह देखके खुशी भए, और बे सबके पुराे ह्रदयसे प्रभुमे विश्‍वासि बने रहन हौँसला दैं ।
\v 24 काहेकी बे अच्छाे, पवित्र आत्मा और विश्‍वाससे भरिपूर्ण भए आदमी रहएँ । आदमीको बाड़ो समुह प्रभूमे आईगव ।
\p
\v 25 तव शाऊलके ढुड्न बारनाबास टार्ससमे गव ।
\v 26 जब बाके पाइँ तव बाके एन्टिओखियामे लाई |तव पुरो एक वर्षतक मण्डलीके आदमीके संग बे भेटघाट करतए रहे, और आदमीनको बड़ो समूहके शिक्षा दैं।चेला पहिलो चोटी एन्टिओखियामे ख्रिष्टीयन कहिलाइँ।
\p
\v 27 तव बा बेरा अगमवक्ता यरुशलेमसे एन्टिओखियामे आए ।
\v 28 बिन मैसे अगाबस नाउँ भव एक जनै ठडके सारा संसारमे गजब भारी अनिकाल पड्न बारो हए कहिके पवित्र आत्मासे अगमवाणी करी । बा अनिकाल क्लौडियसको शसानकालमे अइसाेओ रहए।
\v 29 तव चेला सब अपनो-अपनो औकतअनुसार यहूदियामे बैठन बारे भैयनके सहेताके तहीँ भेटी पठानके ताहिँ पक्का सल्लाह करीं ।
\v 30 बे अइसी करीँ, और बारनाबास और शाऊलके हातसे बिनको भेटी एल्डरके ठिन पठाए दैं ।
\c 12
\cl अध्याय १२
\p
\v 1 बे दिनमे हेरोद राजा मण्डलीके कित्तो जनै उपर बहुत कठोर अत्यचार करन् लागो रहए ।
\v 2 बा यूहन्‍नाको ददा याकूबके तरवारसे मारी ।
\v 3 जा कामसे यहूदी खुशी भए देखके पत्रुसके फिर पकड्नके तयारीमे रहएँ । जा घटना अखमिरी रोटीको तेवहरके समयमे भओ रहए ।
\v 4 हेरोद पत्रुसके पकड्के जेलमे डारदै, और निस्तार तेवहरके पिच्छु बिनके जनतनके अग्गु लान बिचार करके बाके रेखदेख करन के सिपाहीके चार टोलीके जिम्मा लगाईदै ।
\p
\v 5 अइसे करके पत्रुस जेलखानामे रहो, पर बिनके ताहिँ मण्डली परमेश्‍वर बडो जोसके संग प्रार्थना करत रहए ।
\v 6 हेरोद बिनके बाहिर निकरनके ढुडि बहे रात, पत्रुस दुई साकरसे बाँधके दुई सिपैयनके बीचमे सोत रहए । सिपैया फिर फाटक के अग्गु ठाणके जेलको रेखदेख करत रहएँ ।
\v 7 “ईकबरि प्रभुको एक स्वर्गदुत हुँना दिखाईदै, और कोठरीमे ज्योति चम्कि । स्वर्गदुत पत्रुसके कोखमे मारी और “हल्दी उठ" करके बाके जगाई । तव साकर बाके हातसे खुलके गिरिगओ|"
\v 8 स्वर्गदुत बासे कहि, “कुर्ता लगा, और जुत्ता लगा।” तव बा उइसी करी । बा बासे कहि, “कम्मर ओढके मिर पिच्छु पिच्छु लाग ।”
\v 9 ।” और बा निकरके उनके पिच्छु लागो । स्वर्गदुतसे करो बात नेहत्व हए करके बाके पता नाए रहए। पर दर्शन देखत् हौ करके बा बताइ ।
\v 10 जब पहिलो और दुस्रो पहरा-टोली नाघके सहेरमे घुसनबालि लोहोको फाटकमे पुगे, तओ बा फाटक अपनाए बिनके ताहिँ खुलिगव, और बे बाहिर निकरके एक गल्लीक डगर हुइके गए, और तुरन्त स्वर्गदूत बाके छोड्के गओ ।
\v 11 जब पत्रुसको होश खुली तव बा कहि, “अब मोके नेहत्व पता भव, कि प्रभु अपन दूत पठाएके हेरोद राजाके हातसे, और यहूदी जो करन चाहत रहएँ बे सबसे मोके छुटकारा दै ।
\p
\v 12 जा बात बिनके पता हुइके पिच्छु, बो मर्कूस काहन बारो यूहन्‍नाकी अइया मरियमके घरमे गओ । हुवाँ बहुत जनै जम्मा हुइके प्रार्थना करत् रहए।
\v 13 बा फाटक ढकढाकई रोदा नाउँकी नोकर्नी फाटक खोलन आई ।
\v 14 “पत्रुसको सोर चिनके पिच्छु बा खुशी हुइके फाटक ना खोलके भितर दौरत गई “पत्रुस फाटकमे ठणो हए" करके खबर दै।"
\v 15 तओ बे बासे कहिँ, “जा पागल हए ।” पर बक कहि बात नेहत्व हए करके बा जिद्दी करी । त्ओ बे कहिँ, “बा उनको स्वर्गदूत हुइहए ।”
\v 16 ।” पर पत्रुस त ढकढकात् रहो । फाटक खोलके बाके देखके बे अचम्मो मानीं ।
\v 17 बा “चुप लाग" कहिके हातसे इशरा करी, और प्रभु बाके कैसे जेलसे बाहेर निकारी सो बिनके बताई । जे बातको समाचार याकूब औ और भैयनके देबओ कहिके बा बिदा हुइके दुस्रो ठाउँमे गै भव ।"
\p
\v 18 उजियारो हुइके पिच्छु पत्रुसके का भव करके सिपैयनके बीचमे बडो हलचल भव।
\v 19 हेरोद बाको ढुडके करके फिर नाए पाएके सिपैयनको जाँच करके बिनके ज्यानसजायको हुकुम करी। हेरोद त यहूदियासे कैसरिया जाएके हुवाँए बैठो ।
\p
\v 20 हेरोद टुरोस और सीदोनके आदमीनसे बहुत दिक्कानो रहए । बे एक दल हुइके बिनके संग आए, और राजाको भितरको कर्मचारी बलस्तससे हातपाओ जोणके मिलापतके ताहिँ बिन्ती करीं। काहेकी बिनको देश अन्‍नके ताहिँ राजाके देशमे निर्भर रहए ।
\v 21 तुको भव दिनमे राजकीय कुर्ता पैधके हेरोद अपनो सिंहासनमे बैठो, और बिनके भाषण दै
\v 22 “आदमी जा त ईश्‍वारको बोली हए, आदमीको ना हय!” कहिके चिल्लान लागे |"
\v 23 पर परमेश्‍वारके महिमा ना देनके कारण उत्तिय खिँन प्रभुको एक स्वर्गदूत बाके मारी, और बिजर बिजर कीरा पणके मरीगओ
\v 24 पर प्रभुको वचन बढतए और फैलतए गओ ।
\p
\v 25 बारनाबास और शाऊल अपन सेवा पुरा करके यरुशलेमसे लौटे बिनके संग मर्कूस कहान बारो यूहन्‍ना फिर गओ ।
\c 13
\cl अध्याय १३
\p
\v 1 एन्टिओखियाको मण्डलीमे अगमवक्ता और शिक्षक औ बारनाबास, काला कहान बारो शिमियोन, कुरेनीको लुकियस, राज्यको शासक हेरोदसँग बढो मनेन और शाऊल रहए ।
\v 2 बे प्रभुको आराधना करत् और उपवास बैठे समयमे पवित्र आत्मास कही, “मिर ताहिं बारनाबास और शाऊलके बा कामके ताहिं अलग करओ, जौन कामके ताहिं मए बिनके बुलाओ हौं ।”
\v 3 तव उपबास और प्रार्थना करके बे उनके उपर अपन हात धरके उनके बिदा करीं ।
\p
\v 4 । तओ पवित्र आत्मासे पठाए भएके कारन बे सिलुकियामे गए और हुवाँ से जहाजमे चढके साइप्रस घेन गए ।
\v 5 सलामिसमे आए पुगके पिच्छु बे यहूदीनको सभाघरमे परमेश्वरको सुसमाचार प्रचार करीं। बिनके सहायत करन् यूहन्ना बिनके सँग रहए
\v 6 जव बे सबै टापूको मईंजल (यात्रा) करत पाफोस तक आएपुगे, तव हुयाँ बे एक जनी यहूदी झुठो अगमवक्ता बार-येशु कहान बारो एक जनी जादुगरके पाइँ ।
\v 7 बा जादुगर एक राज्यको शासक सर्गीयस पौलससँग बैठत रहए । सर्गीयस पौलस बुध्दिमान आदमी रहए । बा शाऊल और बारनाबासके बुलाएके परमेश्‍वारको वचन सुनन् इच्छा करी ।
\v 8 पर एलुमास जादुगर {काहेकी ग्रीक भाषामे बाको नाउँको अर्थ जहे हए} सर्गीयस पौलसके विश्‍वाससे भडकानके बिनको सामना करी ।
\v 9 पर शाऊल जौनसे पावल फिर कहात हैं, पवित्र आत्मासे भरके बाके उपर एक नजर लगाएके देखि,
\v 10 “तय दियाबलसको लौणा, सबै धार्मिकताको शत्रु, सबै छल और दुष्टतासे भरो! का तए प्रभुको सुध डगरके टेंढो करन् न छोड़ैगो?
\v 11 “अब देख प्रभुको हात तिर उपर पणो हए, और तए कुछ देरतक घामुको उजियारो न देख पाएके अन्धरा हुइजए हए ।” और उतनीय खिन कोहरा और अँध्यारो बाके तोपलैं, और कोइ बाको हात पकणके डुरियाय देबए करके इतए उतए जान लागो ।
\v 12 तव राज्यको बा शासक जा भव देखके विश्वास करी, काहेकी प्रभुको शिक्षामे बा अचम्मो मानि रहए ।
\p
\v 13 पावल और बिनके सँगी पाफोससे जहाज चढके पामफिलियाको पर्गामा पुगे, और युहन्‍ना ता बिनसे छुट्के यरुशलेम घुमिगओ ।
\v 14 पर बे पर्गासे निकरके पिसिदियाको एन्टिओखियामे आए, और शबाथमे* सभाघर भितर जाएके बैठे ।
\v 15 अब व्यवस्था और अगमवक्ताक किताबको पाठ पढ्के पिच्छु सभाघरके शासक बिनके ठिन अइसे कहिके पठाइँ, “ए भैयओ तुमरे सँग आदमीनके ताहीं ज्ञानको वचन कुछ हए कहे से कहओ ।”
\p
\v 16 तव ठाणके पावल हातसे इशारा करके कहि, “हे इस्राएलके आदमी और परमेश्‍वारको डर मनन बारे, सुनाओ,
\v 17 इस्राएल जातिको परमेश्‍वार हमर पिता-पुर्खानके चुनके मिश्रदेशमे रहत बिनके महान बनाई, और बाको शक्तिशाली हातसे बिनके बा देशसे निकारके लाई ।
\v 18 उजाड-स्थानमे लगभग: चालीस वर्षतक बा बिनके रेखदेख करी ।
\v 19 । तव बा कनान देशमे सात जातिनके नाश करके बिनको देशको अधिकार करत लगभग: चार सय पचास वर्षतक बिनके दै ।
\v 20 “जा बात पिच्छु शमूएल अगमवक्ताको पालो तक बा न्यायकर्ता दै ।"
\v 21 तव पिच्छु बे राजा मागीं, और परमेश्‍वार बेन्यामीन कुलको कीशको लौंणा शाऊलके चालिस वर्षतक बिनके उपर राज्य करन दै ।
\v 22 बा बिनके हटाएके पिच्छु दाऊद बिनको राजा होनके खडा करी । उनके बारेमे परमेश्‍वार गवाही दैके कहि, 'मए यिशैको लौणाके दाऊदके मेरो ह्रदय अनुसारको आदमी पाओ, जौन मिर सबय इच्छा पुरी करैगो ।”
\p
\v 23 जहे आदमीको आनबारो सन्तानसे बाको प्रतिज्ञा अनुसार, परमेश्‍वार ईस्राएलके ताहिं एक मुक्तिदाता, येशुके लाई |
\v 24 बा आनसे अग्गु यूहन्‍ना इस्राएलके सबय आदमीनके पश्‍चतापको बप्तिस्माक् प्रचार करी रहए ।
\v 25 यूहन्‍ना अपन काम निभ्टात् पेति कहि रहय, “तुम का समझत हौ, मए कौन हौं? मए बा नैयाँ । पर मोसे पिच्छु एक जनी आबैगो, जौनको टाँगको जुत्तातक फिर खोलन लायकको मए नैयाँ ।'
\p
\v 26 “ए अब्राहामके वंशके सन्तान, और तुमए मैसे परमेश्‍वारको डर मानन बारे ए भैयाओ, हमर ठिन जा मुक्तिको सन्देश पठाइ हय ।"
\v 27 काहेकी यरुशलेमके बासिन्दा और बिनको शासक बाके न चिनके और हरेक शबाथमे पढनबारी अगमवक्ताक वचन न बुझके बाके दण्डको आज्ञा दैके बे वचन पुरा करीं ।
\v 28 ज्यान सजायको कोइ कारन न पाए से फिर बे बाके मारन पणैगो करके पिलातससे बिन्ती करीं ।
\v 29 और बाके वारेमे लिखो भव सब बात बे पुरा करके पिच्छु बे बाके कट्ठासे उतारके मरघट मे धरीं
\v 30 पर परमेश्‍वार बाके मरो से जिन्दा करी ।
\v 31 अपनेसँग गालीलसे यरुशलेममे आनबारे ठिन बा बहुत दिनतक दिखाईपडो, और बे हबाए जनतामे बाको साक्षी हैय हएँ ।
\v 32 । “परमेश्‍वार पिता-पुर्खासे करो भव बह प्रतिज्ञाको सुसमाचार हम तुमर ठिन लय हएँ ।"
\v 33 औ कैसे परमेश्‍वार येशुके जिन्दा करके उठाई बा बात हम बिनके सन्तानके ताहिं पुरो कर दै, जैसी दुस्रो भजनमे लिखो हए, 'तै मिर पुत्र है, आजके दिन मए तोके जन्मओ हौं ।'
\p
\v 34 बा ख्रीष्टके कबहू न सणय करके मरके जिन्दा करके बारेमे त अइसे कहि हए, 'मए तुमके दाऊदको दओ भव पवित्र और अटल आशिर्बाद देहौं ।'
\v 35 काहेकी औरो ठाउँमे फिर अइसो कहि हए, 'तुम अपन पवित्र जानको शरीर सणन न देहौ ।'
\v 36 काहेकी उनको अपनो पुस्तामे परमेश्‍वारको उद्देश्य अनुसार सेवा करके मरके पिच्छु उनको पिता-पुर्खाके सँग दाऊदके गाडीं, और बाकी शरीर सणीगई ।
\v 37 पर जौनके परमेश्‍वार मरो से जिन्दा करी बाकि शरीर त न सणी ।
\p
\v 38 “जहेमारे भैयओ, तुमके पता होबए, कि जहे आदमीसे पाप-क्षमा होत है कहिके तुमरे ताहिं बताव गओ हए ।"
\v 39 तुम विश्‍वास करन बारे बहे से सबै बातसे छुटकारा पाए हौ, जौन छुटकारा मोशाको व्यवस्थासे तुमरे ताहीं सम्भव न रहय ।
\v 40 जहेमारे होशियार रहबओ, नत अगमवक्तानकी किताबमे कही जे बात तुमरे उपर आए पणंगी:
\v 41 'ऐ बदनाम करन बारेऔ, देखओ और अचम्मो मनओ, और नाश हुईजाओ, काहेकी तुमरे समयमे मए एक काम करङ्गो, अइसो काम जौनके बारेमे कोइ बयान करदेहए फिर तुम कबहू विश्‍वास न करेहौ ।”
\p
\v 42 ।” पावल और बारनाबास सभाघरसे निकरके जान लागो तव आनबारो शबाथमे फिर जा बात सुनाए देओ कहिके आदमीन बिन्से बिन्ती करीं ।
\v 43 बैठक निभट्के बहुत यहूदी और यहूदी मत मनन बारे भक्ता पावल और बारनाबासके पिच्छु लागे, और बे बिनके संग मस्कत बिनके परमेश्‍वारको अनुग्रहमे रहनके ताहिं बिन्ति करिं।
\p
\v 44 दुस्रो शबाथमे लगभग सबए सहेर परमेश्‍वारको वचन सुननके उल्झपडे ।
\v 45 भीडके देखके, यहूदी दीकसे भरी गए और पावलकि कहि भइ बातके नमानि और बिनको बदनामि करीं ।
\v 46 पर पावल और बारनाबास साहस करके कहिँ, “परमेश्‍वारको वचन सबसे पहिले तुमके सुनान जरुरि रहए । तुम जाके इन्कार करके अपनएके अनन्त जीवनको योग्य नठाहिराएके हम अब अन्यजातिनके ठिन जएहंए ।
\v 47 काहेकी प्रभु हमके अइसो आज्ञा दै हए, पृथ्बीक औरो छोरतक मुक्ति पुगान मए तुमके अन्यजातिनके ताहिँ ज्योति होन जिम्मा दव हंव ।”
\p
\v 48 जब अन्यजाति जा बात सुनीं, बे खुशी भए, और परमेश्‍वारको वचनको प्रशंसा करीं, और अनन्त जीवनके ताहिँ जित्तो जिम्मा पाएभए सब विश्‍वास करी ।
\v 49 प्रभुको वचन सब इलाका भर फैलगओ ।
\p
\v 50 पर पावल और बारनाबासके बिरुध्दमे यहूदी भक्ता और जानन बुझन बारी बैयर और सहेरके मुखिया-मुखिया आदमीनके उक्साइँ, और उनके अपन साँधा सिमाना बाहिर कटए दैं ।
\v 51 पर बे त अपन टाँगको भुवा बिनके बिरुध्दमे झारके, आइकोनियनमे आए ।
\v 52 चेला आनन्दसे और पवित्र आत्मासे भरपुर हुइगए ।
\c 14
\cl अध्याय १४
\p
\v 1 अब आइकोनियनमे बे एकए संग यहूदीनको सभाघरमे घुसके अइसे कहिं, कि यहूदी और ग्रीकके बहुत भारी दल विश्‍वास करी ।
\v 2 पर विश्‍वास नाए करन बारे यहूदी त अन्यजातिनके भड्कएके भैयनके बिरुध्दमे बिनकि मन बिगाड्दैं ।
\v 3 प्रभुको भरोसामे साहससे मसकके बहुत समयतक पावल और बारनाबास हुवाँ रहे । प्रभु बिनके हातसे चिन्ह और अचम्मोके काम करवाएके अपन अनुग्रहको वचनको गवाही दै ।
\p
\v 4 पर सहेरके आदमीमे फुट हुइगओ, और कोइ यहूदी घेन और कोइ प्रेरित घेन लागे ।
\v 5 अन्यजाति और यहूदी दोनए बिनके शासक के संग मिलके बिनके सतान और पत्थर मारन कोशिस करीं ।
\v 6 बे जा बात कि पता पाइ गए, और लुकोनियाक सहेर लुस्त्र, डर्बी और आस पासके जिल्ला होतए भाजके गए,
\v 7 और हुवाँ बे सुसमाचार प्रचार करतए रहे ।
\p
\v 8 अब लुस्त्रा सहेरमे टाँग चलान नासकन बारो एक आदमी बैठो रहए । बो जन्माएको लगंडा रहए, और कबहू नाए नेंगि रहए
\v 9 । पावल मस्कत बो सुनत रहए | पावल बोके एक नजरलगएके देखी, और अच्छो होनबारो बाको विश्वास हए करके देखके ।
\v 10 बड़ो जोडसे चिल्लाएके कहि, “तेरो टाँगके भरमे सिधा ठाण ।” औ बो तुरन्त उठी गओ और नेगन लागो।
\p
\v 11 जब पावलको करोभव जा काम भीड देखी, तव बे लुकोनियाके भाषामे जोडसे चिल्लाएके अइसे कहिँ, “देवता आदमीके रुपमे हमर ठिन उतरके आए हंए ।”
\v 12 बे बारनाबासके जिउस देवता और पावलके हर्मेस देवता कहान लागे, काहेकी जे त मुखिया वक्ता रहए ।
\v 13 सहेर अग्गु भव जिउसको मन्दिरको पुजारी मूल फाटकमे बर्धा और फुलाको माला लैके हुवाँ आदमिनसे मिलके बलि-पुजा करन इच्छा करी
\v 14 पर जब प्रेरित, बारनाबास और पावल जा बात सुनीं तव बे अपनो कुर्ता फारके अइसे कहातए चिल्लाएके आदमीनके बीचमे दौड्तए गए और कहिँ,
\v 15 “आदमिओं, तुम काहे अइसो काम करत हौँ? हम फिर त तुमहि कता दु: ख-सुख भोगन बारे आदमी हंए, और तुमके जे बेकारकि बातसे जिन्दा परमेश्वर घेन घुमन ताहिं सुसमाचार सुनात हएं, जौन परमेश्‍वार स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और बिनमे भए सब चीज बनाइ हए ।
\v 16 बा अग्गु बितेभए पुस्तामे सब जातिनके अपनि-अपनि रीतिअनुसार चलन दै ।
\v 17 तहु फिर बा अपनएके गवाही बिना नाए छोडी, काहेकी बा भलो करके तुमके स्वर्गसे पानीको वर्खा और फलवन्त ॠतु दै हए और तुमरो ह्रदयके भोजन और आनन्दसे सन्तुष्ट करी हए ।”
\v 18 जे बात कहिके बे मुस्किलसे बिनके बलि-पुजा चढानसे बे आदमिनके रोकीं ।
\p
\v 19 पर कोइ-कोइ यहूदी एन्टिओखिया और आइकोनियनसे हुवाँ आए पुगे, और भीडके फुल्साएके पावलके पत्थरसे मारिं, और बो मरगव हुइहए करके सहेरसे बाहिर कढ़ेरत लैगए ।
\v 20 पर जब चेला बिनके आसपास ठाणके बिनके उठाइँ, और सहेर भितर घुसे, और कल बारनाबास संग निकरके डर्बीमे चलेगए।
\v 21 बे बा सहेरमे सुसमाचार प्रचार करके बहुत चेला बनाइँ, और बे लुस्त्रा, आइकोनियन और एन्टिओखियामे घुमे,
\v 22 चेलनको आत्माके तगड़ो करतए बिनके विश्‍वासमे बनेरहान ज्ञान दैं, और बहुत कष्ट सहेके हम परमेश्‍वारको राज्यमे प्रबेश करन पणत हए कहिके बिनसे कहिँ ।
\v 23 जब बे उनको सब मण्डलीमे एल्डरको जिम्मा दैं, तव प्रार्थना और उपवास सहित बे अपनए विश्‍वास करके प्रभुको जिम्मामे उनके सौँप दैँ ।
\p
\v 24 तव पिच्छु बे पिसिदियासे हुइके पामफिलियामे आए ।
\v 25 पर्गामे वचन प्रचार करके बे अटालियामे उतरे ।
\v 26 औ हुवाँ से बे समुन्दरको मैजल करके एन्टिओखियामे गए, जहाँ बे पुरा करो भव कामके ताहिं परमेश्‍वारके अनुग्रहमे बिनके सौंपि रहंए ।
\v 27 जब बे एन्टिओखिया आएपुगे, तव मण्डलीके इकठ्ठा करीं, और परमेश्‍वार बिनके संगमे करोभव सब कामको बयान करीं, और कैसे बा अन्यजातिनके ताहिँ विश्‍वासको फाटक खोलदै सो सुनाइँ।
\v 28 बे हुवाँ चेलनसंग बहुत दिनतक बैठे ।
\c 15
\cl अध्याय १५
\p
\v 1 “अब कोइ आदमी यहूदीसे अन्टिओखीयामे आएके भैयनके अइसो शिक्षा देन लागे, “तुम मोसाके रिति अनुसार खतना नाभव तव तुमर उद्धार नाए हुइ हए ।"
\v 2 तव पावल और बरनाबासको बिनके संग बहुत मतभेद और वाद-विवाद हुइके पिच्छु, हुवाँ के भैया पावल और बारनाबास और कित्तो आदमिनके जा प्रश्‍नाको फैसलाके ताहिँ प्रेरित और एल्डर ठिंन यरुशलेम जान ताहिँ जिम्मा दैं ।
\p
\v 3 मण्डलीक सदस्य बिनके हुवाँ से बिदा दैँ । बे फोनिके और सामरियासे हुइके जात अन्यजात प्रभुके ग्रहण करि भइ बात उनके अच्छेसे सुनाइ । जा खबर से हुँवाके ददाभैया गजब खुशी भए ।
\v 4 जब वे यरुशलेम आए पुगे, तव बिनके मण्डली, प्रेरित और एल्डर आदरभाव करीँ । परमेश्‍वार बिनके सँग करी सब बात खोलके वे बतांई ।
\p
\v 5 तव फरिसी दलके कित्तो विश्वास करन बारे ठाणके कहिँ, “अन्याजतिनके खतना होन और बिनके मोशाको व्यवस्था पालन करन आज्ञा देन जरुरि हए ।"
\p
\v 6 जा बारेमे सोच-विचार करन ताहिँ प्रेरित और एल्डर ईकठ्ठा भए ।
\v 7 “बहुत कहासुनि चलतपेति पत्रुस ठाणके उनसे कहि" भइया रेओ, तुम के पता हए, सुरुके दिनमे कैसे परमेश्‍वार मिर मुहसे अन्यजाती सुसमाचार को वचन सुनए और विश्‍वास करए करके तुमर बिच मैसे मोके चुनि हए ।
\v 8 हृदयकी बात जाननबारो परमेश्‍वार बिनके फिर हमर हानी पवित्र आत्मा दैके उनके ग्रहण करी बात दिखाई ।
\v 9 बा बिनके और हमर विचमे कोइ भेदभाव ना रखाइ पर बिनको हृदय विश्‍वास से शुद्द बनाइ ।
\v 10 जहेमारे चेलाको कँधामे जा जुवा धरके काहे परमेश्‍वारको परिक्षा करत हव? जा जुवा ना ता हमर पितापुर्खा बोकीं और ना हम बोक पाए हए ।
\v 11 पर हम विश्‍वास करत हए की प्रभु येशूको अनुग्रहसे हम उध्दार पाए हए जैसी बे फिर पाइँ हए ।”
\p
\v 12 तव बैठकमे सब चुप बैठे, और अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वर बिनके विच चिन्ह और अच्मेको काम करी रहए बक बयान बारनाबास और पावल करीँ| बे जा बयाना सुनी ।
\p
\v 13 “बे मसक के पिच्छु याकूब अइसो कहि,” भैया रेओ, मिर बात सुनौ,"
\v 14 परमेश्वर अपने नाउँके ताहिँ अन्यजातिनसे एक जाति छाँटन कृपा करी बात सिमोन बताई रहए ।
\v 15 जहे बातसे अगमवक्ताक् वचन फिर मिलत हए, जैसो लिखो हए,
\v 16 जे बात पिच्छु मै फिर लौटङ्गो, और दाउदको उजणो घर फिर बनामंगो, बाको रहोबचो मै फिर बनए हौँ, और बाके फिर ठणबामंगो,
\v 17 और बाँकि आदमी प्रभुके ढुँणसकए, और सबए अन्याजाति फिर, जौन मिर नाउँ से बुलाए भए हँए,
\v 18 जा बात परमप्रभु कहत हए, जौन पुरानो समयसे जे बात बताइ हए, जौन सृष्टिको सुरुवातसे पता रहंए ।'
\p
\v 19 “जहेमारे मिर फैसला जा हए, की परमेश्‍वार के घेन लौटनबारे अन्याजातिनके हम दु: ख ना देमए,
\v 20 पर बिनके जा बातलिख देमए, की बे मुर्तिपुजाके अशुध्द्तासे अलग रहए, व्यविचारसे अमेठ के मारो भव पशुको बुट्टी और रगतसे अलग रहए ।
\v 21 काहेकि पुस्तौसे सहरै पिच्छु मोशाको व्यवस्थाके प्रचार होत आओ हए, काहेकि जा सब सभाघरमे और सबए शबाथमे पढत हए ।'
\p
\v 22 तव प्रेरित, एल्डर और सबए मण्डलीसे मिलके अपन बीचसे कित्तो आदमिनके, चुनके पावल और बारनाबास सँग एन्टिओखियामे पठान अच्छो मानि, और भैयान मैसे मुखिया आदमिनके यहूदा कहान बारो बारसाबास और सिलाशके चुनी
\v 23 और उनके संगमे बे जा पत्र पठाई: एन्टिओखिया, सिरिया और किलिकियामे रहन बाले अन्यजाति विश्‍वासि भैयानके प्रेरित और एल्डर को नमस्कार ।
\v 24 हम सुने हैँ, की हमर विचके कोइ-कोइ हमर आदेश बिना तुमर मन अस्थिर बनएके तुमके तमान बातसे दुःख दैं हँए ।
\v 25 जहेमारे हम सबको सर्व सहमति से करो निर्णय अनुसार कित्नो आदमीनके चुनके बिनके हमर प्रिय बारनाबास और पावलके संगमे तुमरे ठिन पठान हमके ठिक लागो ।
\v 26 जे आदमी अइसे हए, जो हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके ताहि अपन ज्यान अफत मे डारी हंए ।
\v 27 जहेमारे हम यहूदा और सिलासके पठए हए । बे फिर बहे बात मुहसे बतए हँए ।
\v 28 काहेकि पवित्र आत्मा और हमके जा ठीक लागो, की जे जरुरि बातसे अलावा और जद्धी बोझ तुमके ना बोकए हए ।
\q1
\v 29 “तुम मुर्तिको बलि चढओ भव चिझ, रगत, घेट अमेठके मारो भव पशुको बुट्टी और व्याविचार से अलग रहिओ| जे बातसे अलग रहाईगे तव अच्छो होबैगो | बिदा ।"
\p
\v 30 बिदाबारी भव तव बे एन्टिओखियामे आए, और समाजके एक साथ जमा करके बो पत्र दै रहए ।
\v 31 पत्रमे लिखो भव ज्ञानकी बात पढ़के बे खुशी भए ।
\v 32 यहूदा और सिलाश अपनए फिर अगमवक्ता रहए बहेमारे भैयानके और जद्धा वचनसे ज्ञान दैके बिनके तगडो करीँ ।
\p
\v 33 जे थोरी दिन हुवाँ बिताईके पिच्छु, हुवाँके भैया जिनके पठान बारेनके खुशीके साथ बिदा दैके पठाई ।
\v 34 पर सिलाश के हुवाँ बैठन ठीक लागो ।
\v 35 पावल और बारनाबास त शिक्षा देतए और प्रभुको वचन प्रचार करत और बहुत आदमीके सँग एन्टिओखियामे बैठे ।
\p
\v 36 । कुछ दिन पिच्छु पावल बारनाबास से कहि,” आबौ जौन जौन सहरमे प्रभुको वचन हम प्रचार करे रहए बे सहेरमे घुमके जाइके भैयानके भेट करए और बे कैसे हए देखए ।"
\v 37 बारनाबास मर्कुस कहान बारे यहुन्‍नाके उनके संगमे लैजान ईच्छा करी ।
\v 38 पर पावल मर्कुसके सँगमे लैजान ठीक ना मानी, काहेकी बो पामफिलियासे बिनके सँग छुटके गओ रहए, और बिनके संगमे काममे ना गव रहए ।
\v 39 उनके बिचमे इतनो बणो मनमुटाव भव, कि बे एक दुसरेसे छुटिगए, और बारनाबास मर्कुसके संगमे लैके साइप्रस घेन गओ ।
\v 40 पर पावल सिलासके चुनी, और भैयनसे परमेश्वरको अनुग्रहमे सौंपके बिदा भए ।
\v 41 मण्डलीनके तगडो बनातए बे सरिया और किलिकिया भ्रमण करी ।
\c 16
\cl अध्याय १६
\p
\v 1 पावल डर्बी और लुस्त्रामे फिर आओ । हुवाँ तिमोथी नाउँ भव एक जनै चेला रहए । वो एक विश्‍वासि यहूदी बैयरको लौणा रहए, पर बाको दौवा ग्रीक रहए ।
\v 2 लुस्त्रा और आइकोनियनके भैयामे बाको नाउँ चलो रहए ।
\v 3 बाके पावल सँग लैजान इच्छा करी । बे ठाउँमे रहनबारे यहूदीयानके कारणसे पावल बाके लैजाएके खतना करी । काहेकि बाको दौवा ग्रीक हए कहिके बिनके सबके पता रहए ।
\p
\v 4 अब बे सहेरके डगर हुइके जात बिनके यरुशलेमके प्रेरित और एल्डर करो निर्णय बिनके पालन करन कहिके सुनाए दै ।
\p
\v 5 अइसी मण्डली विश्‍वासमे मजबुत होत और संख्यामे रोजदिन बढ्तैगए ।
\p
\v 6 पवित्र आत्मासे एशियामे वचन प्रचार करन मनाही भव बे फ्रिगीया और गलातियाके इलाका हुइके गए ।
\v 7 माइसियाको सिमानामे आएके पिच्छु बे बिथिनियाघेन जान विचार करी । पर येशूक आत्मा बिनके ना जान दै ।
\v 8 तव माइसिया हुइके बे त्रोआसमे गए ।
\v 9 रातके पावल एक दर्शन पाई- माकेडोनियाक एक आदमि ठाणके बासे बिन्ति करत रहए, “माकेडोनिया आबौ, और हमके सहेता करौँ ।"
\v 10 जब बा जा दर्शन पाई, तुरन्तै हम माकेडोनिया जान तयार हुइगए । हम जा पक्का करे कि बिनके सुसमाचार प्रचार करन परमेश्‍वार हमके बुलाई रहए ।
\p
\v 11 तव हम त्रोआससे जहाजमे चढके सुधे सामोथ्राघेन गए, और कल नियापोलिसमे आएपुगे,
\v 12 और हुवाँ से फिलिप्पीमे आएपुगे, जौन माकेडोनियाको प्रमुख सहेर और रोमी उपनिवेश फिर हए| हम बा सहेरमे कुछ दिन बैठे ।
\p
\v 13 अब शबाथमे सहेरके फाट्कसे बाहिर नदीयक किनारेमे गए, काहेकी हुवाँ प्रार्थना करन ठाउँ हए कहिके हम अनुमान लगए रहए, और हुवाँ हम बैठे और जम्मा भई बैयरसँग बातचीत करन लागे ।
\v 14 तव थिआटीरा सहेरकी बैठनबारी, सुरमाहो (बैजनी) लत्ताकी व्यापार करन लिडिया नाउँकी एक ईश्‍वार भक्तानिया हमर वचन सुनी। पावल मस्कि बात ध्यानसे सुनै कहिके प्रभु बाकी हृदय खोलदै ।
\v 15 “जब बक और बक घरके सबैके बप्तिस्मा भव, तव बा हमके बिन्ती करी, “अगर तुम मोके प्रभुकी विश्‍वास याेग्गे मान्त हौ कहेसे मिर घरमे आएके बैठौ |" और बा हमके कर लगा
\v 16 “जब हम प्रार्थना करन ठाउँमे जात रहएँ, तब जादुगर करनबारी आत्मा भै एक कमैया लौणियासे हमरो भेट भव, जो तन्तर मन्तर करके बक मालिकके ताहीं गजब कमाईं करत रहए ।
\v 17 “बा पावल और हमर पिच्छु-पिच्छु लागी, और अइसो कहात् चिल्लाई, “जे आदमी सर्वोच्च परमेश्वरके सेवक हएँ | जे तुमर ताहिं मुक्तिको डगर बतात हएँ ।"
\p
\v 18 “बा बहुत दिनतक अइसी करत रही | तव पावल खारुवाहाएके फन्न से घुम के बा दुष्टआत्मा से कही, “येशु ख्रीष्टके नाउँमे मए तोके बासे निकरन आज्ञा देत हौं ।" तव बा दुष्टत्मा बहे घणी निकर गव ।
\v 19 पर बक मालिक बिनकी कमाइको आशा खतम भव देखके पावल और सिलासके पकणके बाजरके चौराहोमे शासक ठीन तानत लैगए ।
\v 20 “तव बिनके सहेरके हाकिम ठीन लाएके कहीं, “जे आदमी यहूदी हएँ, जे हमर सहेरमे गोलमाल मचात हएँ ।"
\v 21 “जे आईसे आईसे रितिरिवाज सिकत हएँ जौन हम रोमीके ग्रहण करन औ पालन करन ठीक न हए।"
\v 22 तव भीण मिलके बिनके झपटन लगे। सहेरके हाकिम बिनको लत्ता चिरके फेंकदैं, और बिनके छणी लगान हुकम दैं।
\v 23 बे बिनके बहुत छणी लगाएके बिनके झेल मे डारदैं, और झेलके हाकिम से जे कैदीनके कररो निगरानीमे धरनके हुकम दैं ।
\v 24 अइसो हुकम पाएके बे बिनके झेलके भितर भागमे लैजाएके बिनके टाङ्मे कट्ठा ठोंकके धरदै ।
\p
\v 25 पर आधीरातमे पावल और सिलास प्रार्थना करतै परमेश्‍वारको भजन गात रहएँ, और कैदी सो सुनत रहएँ।
\v 26 तव एकबरी एक बणो हालाचाला गाव, और झेलको जग हालिगए, और तुरन्त सब फाटक खुले, और सबके बन्धन टुटगए।
\v 27 झेलके हाकिम निंधसे जग गव, और झेलके फाटक खुले देखके कैदी सबय भाजगए सोचके बा अपन हत्या करन विचार से अपन तरवार निकारी ।
\v 28 “पर पावल जोडसे चिल्लाइके कहि तुम अपने आपके कछु नोक्सनी मत करौ, काहेकि हम सब हिनै हैं ।"
\v 29 “तव दिया माँगके उनके ठीन कुदत् भितर आओ और डरसे थरथरात पावल और सिलासके अग्गु घुप्टा पणिगौ ।
\v 30 “बिनके बाहिर लाएके उनसे कहि, “उध्दार पानके ताहिं मोके का करन पणैगो?”
\v 31 “और बे कहिं, “प्रभु येशु खीष्टमे विश्‍वास करऔ, और तुम उध्दार पाबैगे-तुम और तुमर परिवार ।"
\p
\v 32 “बे उनके और उनके घर मे भए जित्तो सबैके प्रभुको वचन
\v 33 सुनाइँ। तव रात के बहे समय बे उनके लैजाएके दुखौनो धोई दै । और बा और बिनको परिवार तुरन्त बप्तिस्मा लैं ।
\v 34 तव पिच्छु बिनके घरमे लाएके बिनके अग्गु खानु धरिदैं, और परमेश्वरमे विश्वास करलै कहिके उनको पुरो परिवारसँग बे आनन्द भए ।
\p
\v 35 “जब उजियारो भव तव सहेरके सब हकीम सिपाहिनके जा आदेश दै के पठाईं, “बे आद्मिमिनके छोड देओ ।"
\p
\v 36 “तव झेलको हाकिम पावलके जा बात सुनाई, सहरके हाकिम तुमके छोडन को आदेश दै हए । जहेमारे अब निकरके शान्ति से जाओ ।"
\p
\v 37 । “पर पावल बिनसे कहि, हम रोमी नागरिकके दोषी न ठहराएके बे आदमिनके अग्गु पीटीं और झेंलमे फिर डारीं, और अब हमके चुप्पएसे निकारन सोचत हओ? जा न हुइहए । बे अपनाए आमै और हमके निकार के लैजामए ।"
\v 38 बे सिपाही हाकिमन के जे बात सुनाइँ। बे ता रोम के बासिन्दा हएँ कहिके सुनके बे डराइ गए।
\v 39 बे आएके उनसे क्षमा मागीं, और उनके बाहिर लैगए, और सहेर छोडके जानके बिन्ती करीं ।
\v 40 बे झेलसे बाहिर निकरके लिडियाके घरमे गए, भैयानसे भेटघाट करके और उनके हौसला दैके बिदा भए ।
\c 17
\cl अध्याय १७
\p
\v 1 पावल और सिलास अम्फिपोलिस और अपोल्लोनियाक डगर हुइके थेसलोनिकेमे आए | हुवाँ यहूदीको एक सभाघर रहए ।
\v 2 पावल अपन आदत अनुसार बिनके ठिन भितर गओ, और तीन हप्ता सम धर्मशास्त्रसे बिनसे बादबिबाद करतए रहो ।
\v 3 “ख्रीष्टके नेहत्तए दु: ख भोगन और मरके जिन्दा होन पड्तो, और जहे येशू, जौनको सुसमाचार मए तुमके सुनात हौँ बहे ख्रीष्ट हए कहान बारी बातको अर्थ खोलके बो प्रमाणित करदै ।"
\v 4 बिनमैसे कित्तो जनै विश्‍वास करके पावल और सिलाश घेन लागे । बहुत बडि भीड ईश्‍वर भक्ता ग्रीक और कित्तो मुखनीया बैयर फिर लागि रहंए ।
\p
\v 5 पर दिक्से भरके यहूदी सहेरके बदमासनके जम्मा करके हुल उठाएके सहेरमे खौलभौल मचान लागे, तव यासोनको घरमे लडाइ करके पावल और सिलाशके जनताके अग्गु लान सोचिँ ।
\v 6 बिनके फेला ना पारके, बे यासोन और कोइ-कोइ भैयनके सहेरके शासक ठिन अइसे कहात बरबारत घसिटके लाई, “संसारके लौटपौट करन बारे जे आदमी हियाँ फिर आइगए हँए ।
\v 7 बे यासोनके पहूना भए हएँ, और बे सबए येशू कहान बारो एक जनै दुस्रोवय राजा हए कहिके कैसरके हुकुमके बिरुध्दमे काम करत हएँ ।”
\v 8 ।” जा बात सुनके आदमी और सहेरके शासक घबडाए गए ।
\v 9 बे यासोन और बिनके संग भए बचे आदमीसे धरौटी लैके बिनके छोडदैं
\v 10 भैया तुरन्तए पावल और सिलाशके रातए के बिरियामे पठाए दैँ रहंए, और जब बे हुवाँ पुगे तब बे यहुदीनके सभाघर भितर गए ।
\v 11 हियाँ के यहूदी थेसलोनिके से जद्धा अच्छे रहए । काहेकी बे पुरा उत्सुकतासे वचन ग्रहण करीं, और बे बात ठीक हँए कि ना कहिके रोजदिन धर्मशास्त्रसे छानबीन करत् रहएँ ।
\v 12 काहेकी जिन मैसे बेढम, संगए गजब जनै उचे घरानाके ग्रीक बैयर और लोग सबए विश्वास करीं ।
\p
\v 13 पर जब परमेश्‍वारको वचन पावलसे बेरियामे फिर प्रचार होत हए कहिके थेसलोनिके यहुदी पता पाई, तव बे हुवाँ फिर भीडके उचान और दबान आए पुगे ।
\v 14 तव भैया तुरन्त पावलके समुन्द्र घेन पठाए दैं | पर सिलाश और तिमोथी त हुवाँए बैठे ।
\v 15 पावलके पुगन जान बारे बिनके एथेन्सतक लाई । सिलाश और तिमोथी त जित्तो जल्दी बिनके ठिन आन पड्हए करके आज्ञा पाएके बे घुमिगए ।
\p
\v 16 पावल बिनके एथेन्समे असियात रहएँ, बो सहेरमे मूर्तिए मूर्तिसे भरो देखके बाको आत्मा बाके भितर व्याकुल हुइगव ।
\v 17 जहेमारे बो यहूदी और ईश्वर भक्त जनै संग बैठकघरमे, और भेट भए सबएसंग सहेरमे रोजदिन बादबिबाद करत् रहए ।
\p
\v 18 “इपिक्युरी और स्तोइकी दर्शन देखन बारे मैसे फिर कित्तो बिनके संग बाद बिबाद करी । बे कित्तो कहिँ, “जा गबगबान बारो (गफाडी) का कहात हए?” और कहिँ, “और कोइ बिदेशी देबतनको प्रचार करन जैसो दिखात हए ।” काहेकी बो येशू और मरके जिन्दा होनबारो बातको प्रचार करत रहए ।"
\p
\v 19 तव बे बोके अरियोपागसमे लैगए और पुछी, “तुमर दओ भव जा नयाँ शिक्षा का हए, का हम जान पाए हँए?
\v 20 काहेकी तुम हमर कानमे अचम्मो बारी बात सुनत हौँ | जहेमारे जा बातको मतलब का हए सो हम जानन चाँहत हँए ।”
\v 21 सब एथेन्सबासी और हुवाँ बैठन बारे बिदेशी नयाँ-नयाँ बात कहान और सुनन बाहेक अपनो समय कोइ बातमे ना बितात रहए ।
\p
\v 22 । पावल अरियोपगसके बीचमे ठाणके कहि, “एथेन्सके आदमी रेओ, तुमके मए सब बातमे बहुत धर्मात्मा देखतहौ,
\v 23 “काहेकी घुमफिर करत तुमरे पुजन बारी चीज मए देखो ।मए एक अइसो बेदी फिर पाओ जौनमे “ना जानन बारो देवताके ताहिँ लिखो हए । जहेमारे जौनके तुम ना जानके पुजतहौ उनके मए तुमर बीचमे बतात हंव ।"
\p
\v 24 ““परमेश्वर, जौन संसार और बामे भए सबए चीज बनाइ हए, बा स्वर्ग और पृथ्बीको प्रभु होनके कारणसे हातसे बनाइ भइ मन्दिरमे ना बैठत् हए,"
\v 25 बाके कोइ चीजको जरुरत पणो जैसो करके आदमीक हातसे बाको सेवा होन पणैगो करके मतसुचीओ । काहेकी बा सबके जीवन, सास और सब चीज देत हए ।
\p
\v 26 बा एक जनीसे जम्मए पृथ्बीमे बास करन बारो आदमीनके हरेक जाति बनाई हए । बिनको बैठन बारो समय और सिमाना फिर तोक दैहए,
\v 27 बे परमेश्‍वारके ढुणए, साइत बे टपटोरके पए हँए कि कहिके आसरामे अइसो करी । तहुं फिर हम कोइसे दुर ना हए ।
\v 28 काहेकी “हम बामे जीत हँए, और बामे चहल पहल करत हँए, और बामे हमरो अस्तित्व हए ।” तुमरे अपने कबि फिर कहिँ हँए, 'हम नेहत्व बाके सन्तान हँए ।"
\p
\v 29 तव हम परमेश्‍वारके सन्तान होनके कारणसे परमेश्‍वार सोनो, चाँदी और पत्थर जैसो हए कहिके हमके ना मानन पणत हए। जे त आदमीनको कला और कल्पनाको प्रतिरुप इकल्लो हँए ।
\v 30 अइसो अज्ञानताके समयके परमेश्‍वार ध्यान ना दै, पर अब सबए ठाउँमे सब आदमीके पश्‍चताप करनके आज्ञा दैहए ।
\v 31 काहेकी बा एक दिन तोक दैहए, जौन दिन बा अपनए नियुक्त करो भव एक जनै आदमीसे धर्मिकतामे संसारको न्याय करैगो । बाके मरोसे जिन्दा करन बारो बा सब आदमीनके जाको प्रमाण दैहए ।”
\p
\v 32 ।” “जब बे मरोसे जिन्दा होन बारेमे सुनी, तव कोइ-कोइ खिल्लि उडाईँ, पर औरे त “हम फिर जा बारेमे तुमर बात सुनंगे" कहिँ ।"
\v 33 तव पिच्छु पावल बिनके बीचसे गैभव ।
\v 34 तव कोइ आदमी बो संग लागे, और विश्‍वास करीं । बिनमैसे अरियोपागसको डियनुसियस, दामारिस नाउँ भइ एक बैयर और और दुसरे फिर रहएँ ।
\c 18
\cl अध्याय १८
\p
\v 1 तव पिच्छु बो एथेन्ससे बिदा हुइके कोरिन्थमे गओ ।
\v 2 बो पोन्टस-बासिन्दा अकिलास नाउँ भव एक जनि यहुदिके भेटि। बो अपनी बैयर प्रिसिक्ला संग इटालियासे आओ रहए, काहेकी राजा क्लौडियस सबए यहूदीनके रोमसे निकर जान आज्ञा दै रहए । पावल उनसे भेटन गओ
\v 3 । एकए काम होनसे बे फिर उनके संग बैठे, और काम करीं । काहेकी उनको काम पाल बनान बारो रहए ।
\v 4 हरेक शबाथमे बे बैठकघरमे बादबिबाद करत रहए, और यहुदि और ग्रीकनके बुझान कोसिस करत् रहए ।
\p
\v 5 जब सिलाश और तिमोथी माकेडोनियासे आए पुगे, पावल वचनको प्रचारमे व्यस्त रहए, और यहूदीनके येशूवय ख्रीष्ट हए करके बिनके ज्ञान देत रहए ।
\v 6 पर जब बे बिरोध करके निन्दा करन लागे, तव बे अपनो कपडा झटकिरके उनसे कहिँ, “तुमरो रगत तुमरि मुणम पडए मए निर्दोस हौँ | अब मए अन्यजातिनके ठिन जए हौँ ।”
\v 7 ।” तव बे हुवाँ से परमेश्वरको भक्ति करन बारो तीतस युस्तस नाउँ भव आदमीक घरमे गए | बाको घर बैठकघरके ढिगै रहए ।
\v 8 सभाघरको शासक क्रिस्पस सबए परिवार प्रभुमे विश्वास करी । और कोरिन्थी मैसे फिर बेढम पावलको वचन सुनके विश्वास करीं, और बप्तिस्मा लैं ।
\p
\v 9 एक रात दर्शनमे प्रभु पावलसे कहि, “मत डराए, पर मस्कतए जा, और चुप मत लगाए,
\v 10 काहेकी मए तिर संग हौँ । और कोइ फिर तोके पकडके कछु हानि ना कर पए हए, काहेकी जा सहेरमे मिर बहुत आदमी हँए ।”
\v 11 औ परमेश्वरको वचन सिखातए पावल एक वर्ष छए महिनातक बिनके संग बैठो ।
\p
\v 12 जब गलियोन अखैयाक शासक भव तव यहूदी एक मत हुइके पावलके पकडिँ, और बिनके अदालतमे लाइँ,
\v 13 “और अइसे कहिँ “जा आदमी व्यवस्थाके बिरुध्द परमेश्वरको आराधना करनके आदमीनके सिखात हए ।”
\p
\v 14 जब पावल बोलन लागो रहए, तव गलियोन बे यहूदीनसे कहि, “यहूदी रेओ, अगर नेह्त्व जा कोइ अन्याय अथबा दुष्ट अपराधको बात हए तव मए तुमरी बात सुनन ठीक हुइतो ।
\v 15 पर शब्द, नाउँ और तुमर अपनो व्यवस्थाको सवाल भव के कारण तुम अपनए बिचार करओ । मए अइसो बातको न्याय ना करहौँ।”
\v 16 और बा बिनके अदालतसे भजाए दै।
\v 17 तव बे सब सभाघरके शासक सोस्थेनेसके पकणके अदालतके अग्गु मारीं, पर गलियोन बो बातकी कोइ वास्ता ना करी ।
\p
\v 18 तव पिच्छु पावल बहुत दिनतक हुवाँ बैठो । तव भैयन से बिदा हुइके बा जहाजमे सिरिया गओ । बाके संग प्रिस्किला और अकिलास फिर रहंए । कोइ मनाओ भव करारमे बो किंक्रियामे अपनो बार छुलबाई ।
\v 19 बे एफिससमे आए पुगे, और पावल बिनके हुवाँ छोडके, और अपना त एक सभाघरमे घुसके यहूदीनसे बात बिबाद करन लागो ।
\v 20 । तव बे बाके और कुछ दिन बैठनके बिन्ती करीं पर बा बिनके मनाही करी ।
\v 21 बिनसे बिदा होत बे कहिँ, “परमेश्वरको इच्छा हुइहए मए फिरके तुमरे ठिन घुमके आए हौँ ।” तव बो जहाज चढके एफिसस हुइके गओ ।
\p
\v 22 जब बे कैसरियामे उतरे तव उपर चढके मण्डलीके भेटघट करीं अभिबादन करके एन्टिओखियामे उतरे ।
\p
\v 23 बा हुवाँ कुछ दिन बिताएके हुवाँसे निकरके गलातिया और फ्रिगीयाको इलाका हुइके सब चेलनके हौसला देत अलग अलग ठाउँमे गओ ।
\p
\v 24 । अलेक्जेन्ड्रिया- निवासी अपोल्लोस नाउँको एक जनी यहूदी एफिससमे आओ। बो एक अच्छो वक्ता और धर्मशासत्रमे प्रख्यात (पोक्त) रहए ।
\v 25 बा प्रभुको मार्गको शिक्षा पाई रहए, और आत्मामे उत्साहित हुइके बा येशूके बारेमे ठीक ठीकसे बोलत और सिखात रहए । और बा यूहन्‍नाको बप्तिस्मा इकल्लो जानी रहए ।
\v 26 बा सभाघरमे साहससे मस्कन लागो । पर बिनको बात सुनके प्रिस्किला और अकिलास बाके अपन घरमे लाई और परमेश्‍वारको डगरको अर्थ और अच्छे से प्रष्टसे सम्झाए दैं ।
\p
\v 27 बा अखैयामे जानके मन कर्त भैयनके बिनके ठिन जानके हौसला दै और बिनके सुईकार करके हुवाँक चेलनके उत्साह दैके पत्र लिखि । बे हुवाँ पुगे अनुग्रहसे विश्‍वास करन बारेनके बहुत सहेता करी ।
\v 28 काहेकी बो धर्मशास्त्रको वचनसे येशूए ख्रीष्ट हए करके बात देखाएके यहूदीनके सबके सामने कतै उत्तर ना आनबारो बनाए दै ।
\c 19
\cl अध्याय १९
\p
\v 1 अपोल्लोस कोरिन्थिमे रहए तव पावल भितारको इलाकासे एफिससमे आओ । हुवाँ बा एक आद चेलानके पाई ।
\v 2 “बो उन्से कहि, “तुम विश्‍वास करे का तुम पवित्रा आत्मा पाए? बे बासे कहिँ, पवित्रा आत्मा होत हए कहिके बा हम सुने फिर ना हँए ।"
\p
\v 3 “औ बा उनसे कहिं तव तुम सब कैसो बप्तिस्मा लए?”
\p
\v 4 “तव पावल कहि, “यहुन्‍नासे दओ भव बप्तिस्मा ता पश्‍चतापको बप्तिस्मा रहए । बा पच्छु आनबरे आदमी और येशूमे विश्‍वास करिओ कहिके बा आदमिनके बतात रहए ।"
\v 5 जब बात सुनके बे प्रभु येशूके नाउमे बप्तिस्मा लैं ।
\v 6 जब पावल उनके ऊपर हाँथ धरी, तव पवित्रा आत्मा उनके उपर आओ, तव बे अन्य भाषामे मास्की और अगमवाणी करीं ।
\v 7 बे लगभग बाह्र आदमी रहँए ।
\p
\v 8 पावाल साभाघरमे घुसके तिन महिना तक परमेश्‍वारको राज्याके बारेमे उनके सँग सहससे बादबिबाद करी और आदमिनके सम्झात रहो ।
\v 9 पर जब कोइ-कोइ ढिठ हुइके विश्‍वास नाकारी, और जा समाजके बारेमे हुइके झुणके अग्गु मसकन लगे, तव पावल बिनसे अलग हुइ गओ, और चेलाके संगमे लैजाएके तुरान्‍नसको स्कुलमे बादबिबाद करन लगे ।
\v 10 जा काम दुई साल तक चलत रहो, ओर एशियाके सबए बसिन्दा यहूदी और ग्रीक दोनौ प्रभुको वचन सुनी ।
\p
\v 11 परमेश्‍वार पावलको हाथसे अचम्मेको अघ्टो काम करी ।
\v 12 हिँया तक की गस्ती या पिछौडा बाकि शरीरमे छुबाइके बेमार आदमिन ठिंन लैजात रहैँ, और पर उनकि शरीरसे रोग निकर जात रहै और दुष्टात्मा फिर निकर जात रहँए ।
\p
\v 13 पर एकआद इतै उतै घुमघाम कारन बाले यहूदी झारफुक बाले भुतात्मा लगे भैनके प्रभु येशूको नाउ लेतए अइसो कहि, पावल प्रचार करो भौ येशूके नामसे मै तोके आज्ञा देत हौँ ।
\v 14 हुँवा एक आदमी स्केवास नाउ भव यहूदी प्रधान पुजहरिको सात लौँडा ऐसो करत रहै ।
\p
\v 15 “तव भुतात्मा जवाफ दैके उनसेकही, “येशूके मै चीनत हौ, और पावाल्के फिर मै चिन्थौ, पर तुम कौन हौ ।"
\v 16 बा भुतात्मा भौ आदमी बिनके घेन कुदत आओ, और बा सबके बसमे करके उनके झपटीं और बे बा घरसे नङ्गे और घायाल हुईके भाजगए ।
\v 17 जा बात एफिसस-निवासी, यहूदी और ग्रीकमे पता चल गओ । और बे सबके उपर डर छाइगौ, और प्रभु येशूको नाउँको प्रशंसा भव ।
\p
\v 18 विश्‍वास करे भए तमान आदमि आए, और बे करो भौ अपन-अपन गलत कामके स्वीकर करके बे दिखाई ।
\v 19 बे मैसे तमान आदमी, जौन जौन तन्तरमन्तर करत रहैँ, और अपन अपन किताब बटोर लाइ, और सब के अग्गु डुंग दइँ, बे उनके मोल करी ता पचास हजार चाँदीको सिक्काको हिसाब लागो ।
\p
\v 20 अइसीए प्रभुको वचन फैलत गव और प्रभाबकारी भओ ।
\p
\v 21 “जा घटना पच्छु, पवित्रा आत्माको प्रेरणामे पावल अखैयाक डगर हुइके यरुशलेम जान निर्णय करी । बा कहि, “हुआ पुगके मोके रोम जानए पणैगो"
\v 22 बाको सेवा करन बाले दुई आदमी, तिमोथी और इरसतसके वो माकेडोनियामे पठाई, पर बो अपना थोरी दिन एशियामे रहो ।
\p
\v 23 ।बहे बखत जा डगरको विषयमे खुब हलचल मचो ।
\v 24 काहेकी डेमेत्रियस नाउँको एक आदमी चाँदीक कारीगर अर्तिमिस देविक चाँदीक छोटो छोटो मन्दिर बनाइके कारिगरके गजब काम दिबात रहैँ ।
\p
\v 25 “तव उनके और ऐसी काम कारन बालेके बो एकठ्ठा करके बो कहि, “भईया रेओ, तुमके पता है की जहए कामसे हमर अच्छी कमाइ होतहए ।"
\v 26 तुम देख रहे हौ और सुन रहे हौ, की एफिससमे इकल्लो नाए पर लगभग पुरो एशियामे हाथसे बनाए भए देवीदेवता कछु ना हएँ कहिके पावल तामान आदमिक भिडके फुलसाएके बहकाइके लैगओ ।
\v 27 तहि मारे हमर कामको बढाई नाश इकल्लो नाए पर महान देवि आर्तेमिसको मन्दिर फिर बेकार हुइ है, और सारा एशिया और संसार मानत आओ देवी अपन गौरवसे पतन हुई जाबैगी ।
\p
\v 28 जा सुनके बे गुस्सासे भरगए, “एफिसिकी आर्तेमिस महान है ।" कहिके चिल्लान लागे ।"
\v 29 सब सहेरमे होहल्ला हुइगव और बे एक जुट हुइके पावलके सहयात्री माकेड़ोनिया बासि गयस और अरिस्तार्खसके पकड्के रङ्गशालाक भितर कढेरत लैगए ।
\v 30 पावल आदमिन के भीड मे जान मन् करी, पर चेला बाके जान ना दैं ।
\v 31 एशियाके तमान मुखिया आदमी पावलके मित रहैँ | बे पावलके रङ्गशाला भितर मत जाओ कहिके बिन्ति करके पठाईं ।
\p
\v 32 तव बे अलग अलग बात करके चिल्लान लागे । काहेकी बो भीड मे हल्ला होत रहै, और तमान आदमी ता बे काहे जमा भै हँए बो फिर ना जानत रहएँ ।
\v 33 भीडके कित्तो आदमी अलेक्जेन्डरके अग्गु सारीँ, जौनके यहूदी ठण बाइँ रहए| अलेक्जेन्डर हातसे इशारा करके आदमीनके अग्गु बचानके ताहिँ कछु कहान इच्छा करी।
\v 34 पर बे बा ता यहुदी हए कहिके पता पाइके सबए जनि एकए सोरसे लगभग दुई घण्टा तक एफिसिनकी आर्तेमिस महान है कहातए चिल्लाइ ।
\p
\v 35 नगरको हाकिम आदमिनके शान्त करके कहि, “एफिससके आदमी रेओ, एफिसीको सहेर त महान आर्तेमिसको मन्दिर और बादरसे गिरो भव बाकी मूर्तिको लखबरिया हए कहिके कौनक पता ना हए?
\v 36 तुम जानत हौ जा बातके कोई मनाहिं ना करपाबैगो, तभई मारे तुम चुप रहाव और बिना सोचविचारके काम ना करव ।
\v 37 काहेकी तुम लाएभए जे आदमी मन्दिर ना लुटी हैँ और हमरी देविक अपमान फिर ना करी हैँ ।
\v 38 जहे मारे अगर देमेत्रियस और उनके सँग भए कारिगरके कोइके बिरुद्धमे कुछ उजुर है कहेसे अदालत खुली हैँ और न्यायधिस फिर हैँ, बे एक दुसरेके बिरूद्धमे मुद्दा लडै ।
\v 39 पर जासे अलावा और विषय ऊठान चाहत हव कहेसे जक फैसला लगातार सभामे होबैगो ।
\v 40 काहेकि आजको जा हुलदंगाकी दोष हमर उपर लगन खतरा है । काहेकी जा बिना कारणको दंगाफसादको कोइ सफाई हम ना दै पए हैँ ।
\v 41 इतका कहिके बे सभाके समापन करीं ।
\c 20
\cl अध्याय २०
\p
\v 1 जा खैलाबैला थमके पिच्छु पावल चेलनके बुलान पठाई, और बिनके शिक्षा दै, और बिनके संग बिदा हुइके माकेडोनिया घेन लागो ।
\v 2 हुवाँ के इलाकामे जाएके बिनके बहुत हौसला दैके पिच्छु बा ग्रीसमे गओ ।
\v 3 हुवाँ बा तीन महिना बिताइँ। बा सिरिया घेन जहाजसे यात्रा करत पेति यहुदी बाके बिरुध्दमे खराब सोच बनाई हंए करके पावल माकेडोनिया हुइके लौटनके पक्का करी ।
\v 4 तव बेरियाके-बासिन्दा पुरसको लौडा सोपात्रोस, थेसलोनिके से अरिस्तार्खस और सिकन्दस, डर्बीक गायस, औ तिमोथी और एसियाके तुखिकस और त्रोफिमस बिनके सँग गए ।
\v 5 बे अग्गु पुगके हमके त्रोआसमे असियात रहएँ ।
\v 6 तव हम त अखमिरी रोटीक तेवहारके दिनपिच्छु फिलिप्पीसे जहाजमे यात्रा करके पाँच दिनमे त्रोआसमे बिनके ठिन आए, और हुवाँ सात दिन रहे ।
\p
\v 7 हप्ताको पहिलो दिनमे जब हम रोटी तोड़नके जमा भए रहँए, तव पावल त दुस्‍रे दिन जानके इच्छा करी रहए, बिनकेसंग आधी राततक बातचित करतए रहो
\v 8 हम जमा भए उपरको बैठ्काको कोठामे बहुत दिया रहएँ ।
\v 9 यूटीकस नाउँ भव एक जनई जवान झ्यालमे बैठो रहए ।पावल बहुत देरतक बात करत जात बा निधाए गओ और निधाएके बा तिस्रो तलासे गिरिगव और बाके मरो अवस्थामे उठाइँ
\v 10 तव पावल तरे उतरो, और घुप्टा हुइके बाके गलमैया डारी और कहि, “मत घबणाबओ काहेकी बा जिन्दए हए ।”
\v 11 तव बे उपर चढे औ रोटी तोडके खाएके सुबेरे उजियारो ना होन तक बहुत देर बातचित करके बैठे। तव पिच्छु बिदा भए ।
\v 12 औ बे बा जवानके जिन्दा अवस्थामे लैगए और बहुत शान्ति पाइँ ।
\p
\v 13 हम अग्गुसे नईया तक गए । और नईयामे चढके हम अस्सोसमे गए ।हम पावलके हुँवा जहाजमे बैठान चहाँत रहएँ। पावल अइसी बन्दोबस्त करके बा अस्सोसतक पैदल गओ रहए ।
\v 14 और जब बे हमके अस्सोसमे भेटिं, हम बिनके जहाजमे चढाए, और मितिलेने मे आए।
\v 15 तव पच्छु हम हुवाँसे नईँयामे यात्रा करके अउ‌‍‌रो दिन खियसके ढिगै आए पुगे, और प्रसओ सामोसमे आए पुगे,
\v 16 एशियामे समय बिताएके बिचार नए हुइके बे एसिससमे नए घुसके जानके बिचार करी । काहेकी बे पेन्तिकोसके दिन यरुशलेम मे पुगन बे अणबाणत् रहँए ।
\p
\v 17 मिलेटस से एफिससमे आदमी पठाएके मण्डलीक एल्डरनके बुलान पठाइँ ।
\p
\v 18 जब बे बिनके ठिन आए बे बिनसे कहिँ, “एशियामे पौली टेको पहिलो दिनसे मए जम्माए समय तुमरे बीचमे कौन किसिमसे बिताओ सो तुम जानत् हौँ ।
\v 19 पुरा नम्रतामे आँसु बगात, यहुदीको षड्यन्त्रको परीक्षामे फिर मए प्रभुको सेवा करो ।
\v 20 तुमके फाइदा होन बारी बात तुमरे ठीन घोषणा करन मए पिच्छु हटो नए ।
\v 21 यहुदीनके और ग्रीकनके पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन घुमाए और हम प्रभु येशु ख्रीष्ट उपर विश्‍वास करए करके बातको गवाही मए दओ हौँ ।
\p
\v 22 “अब देखाओ, मए पवित्र आत्मामे बाधेत्ता हुइके यरुशलेम घेन जात हौँ, हुवाँ मोके-कैसो हुइहए सो मए नए जानत् हौँ ।"
\v 23 इतकए इकल्लो जानत् हौँ | कि हरेक सहेरमे कैद और कष्ट मिर उपर आत हए करके पवित्र आत्मा मोके गवाही देत हए ।
\v 24 तव मए अपनो जीवन कोइमोलको और अपने ताहि प्यारो नए मानो इतकए इकल्लो मए जानत् हौँ, कि परमेश्वरको अनुग्रहको सुसमाचारको गवाही देनके मेरो दौड और प्रभुसे मिलो मेरो सेवाकाइ मए पुरा करन सिकाऔ ।
\v 25 “अब देखाऔ, मए जानत् हौँ कि तुम मैसे सब, जौन-जौनके मए राज्यको प्रचार करो, तुम मिर मुहू अब कबहू देखेहओ नए ।"
\v 26 जहेमारे आजको दिन मए तुमके गवाही देतहौ, कि मए कोइ को रगतको दोषी नैयाँ ।
\v 27 काहेकी परमेश्‍वार पुरी इच्छा मे बातन मए पिच्छु हटोनए ।
\v 28 तुम अपन ताहिँ और अपने पुरा बगालके ताहि सावधान रहीओ। पवित्र आत्मा तुमके बगालको जिम्मा बारो बानइ हए करके बो अपन रगतसे किनके परमेश्‍वारके मण्डलीको रेखदेख तुम कराओ ।
\v 29 काहेकी मोके पता हए, कि मए जाएके पिच्छु डर लाग्न बारे वनकुत्ता तुमरे बीचमे घुसंगे, जौन बगालके बाँकी नए रखंगे ।
\v 30 तुमरी बीचसे भणकान बारी बात बोल्न बारे उठंगे, जौन चेलनके अपन पिच्छु लैजाए हए ।
\v 31 जहेमारे जा सम्झके होशियार हुइओ, कि तीन वर्षतक दिनरात आँसु बहात हरेक आदमीनके मए चेतउनी देतरहो ।
\p
\v 32 “अब मए तुमके परमेश्वरको और बाको अनुग्रहको वचनमे सौप दओ हौँ, जौन तुमके सुद्ढ करेहए और पवित्र करेहए सबएनके बीच उतरधिकार देबैगो ।"
\p
\v 33 मए कोइ आदमीको सोनो, चाँदी, लत्ताको लोभ
\v 34 तुम अपनाए जानत हौँ कि मिर जे हातसे मेरो अपनाए और मिर संग भएनके अवश्याक्ता पुरा करो रहौँ ।
\v 35 मए सबए बातमे नमुना दओ हौँ, कि तुम फिर अइसी करके मेहेनत करके कमजोरके मद्दत करीओ । प्रभु येशुको वचन याद करीओ, कैसे करके बा अपनाए कहि हए, कि लेनसे देनके और धन्य हए ।”
\p
\v 36 यितकए कहिके बो घुटो टेकी और बिनके सबके संग प्रार्थना करी ।
\v 37 बे सब रोइ, और पावलके गलौवा गलबैया डारके चुमी ।
\v 38 बिनसे फिर कहि, मिर मुहू दिखेहौ नए करके कहि पावल बे भैया जा बातमे बहुत शोक करी । और बे बोके जहाज ठिन पुगादैँ ।
\c 21
\cl अध्याय २१
\p
\v 1 उनसे बिदा हुइके हम जहाजमे चढके सिधे कोसमे आए, और कल रोडसमे और हुवाँ से पटारामे आए पुगे ।
\v 2 और फोनिके मे जान एक जहाज पाएके हम बामे चढके गए ।
\v 3 जब साइप्रस दिखानो, तव हम बाके दिबरा घेन बापार सिरिया घेन लागके टुरोसमे उतरे । काहेकी जहाजके माल समान हुवाँ उतारन पणो रहए
\v 4 । चेलनके ढुणके पाएके बिनके संग हम सात दिन हुवाँ बैठे | पावलके यरुशलेममे नाजाबए कहिके बे पवित्र आत्माके द्वारा कही ।
\v 5 हुवाँ से हमर नेगनको बेरा भव पिच्छु हम बिदा हुइके अपन यात्रामे निकरे । अपन पुरो परिवार और बाल बच्चा समेत बे जम्मए हमके सहेर बाहिर तक पुगन आए, और हम समुन्द्र किनारे घुटो टेक्के प्रार्थना करे, और एक दुसरे से बिदा भए ।
\v 6 तव हम जहाजमे चढे, और बे अपन घर लौटगए ।
\p
\v 7 टुरोससे समन्द्र-यात्रा करके हम टोलेमाइसमे आए पुगे ।हुवाँ भैयनसे मिलभेट करके बिनके संग एक दिन बैठे।
\v 8 दुसरो दिन हम बिदा हुइके कैसरियामे आए, और प्रचारक फिलिपके घरमे गए । बे सात जनि मैसे एक रहए, और हम बिनके संग बैठे ।
\v 9 अगमवाणी करन बारी बिनकी चार जनै बिहा नाभई लौणिया रहए ।
\p
\v 10 हम हुवाँ कुछ दिन बैठत यहूदियासे आगाबस नाउँको एक जनि अगमक्ता आओ ।
\v 11 बा हमरे ठिन आएके पावलको फेटा लैके अपन हात-टाँग बाँधके कहि, “पवित्र आत्मा अइसे कहत हए, 'जा फेटा जौन आदमीको हए, बाके यरुशलेममे यहूदी अइसी करके बाँधंगे और अन्यजातिनके हातमे सौंपदेहंए’।”
\p
\v 12 जा बात सुनके हम और बा ठाउँके आदमी मिलके बिनसे यरुशलेममे मत् जाओ करके बिन्ती करे ।
\p
\v 13 पर पावल जवाफ दै, “तुम अइसे रोएके मिर मनके काहे छोटो (तोडत) बनात हौ? काहेकी प्रभु येशूके नाउँके ताहिँ जेल पणनो इकल्लो ना, पर यरुशलेममे मरन फिर मए तयार हौ ।
\p
\v 14 “बाके मनाए नाए पाएके “प्रभुको इच्छा पुरा होबए करके हम चुप लागे ।"
\p
\v 15 बे दिन पिछु हम तयार भए, और यरुशलेम घेन लागे ।
\v 16 हमर संगमे कैसरियाक कोइ-कोइ चेला फिर गए, और बे हमके साइप्रसको एक जनि पुरानो चेला मनासोन कहान बारोक घरमे ल्याइँ| बिनके संग हमके बैठन पणो रहए ।
\p
\v 17 और जब हम यरुशलेममे आए गए, तव भैया हमके खुशी से स्वागत करीँ
\v 18 । दुसरो दिन पावल हमरसंग याकुबके ठिन गए । हुँवा सबए एल्डर एकठ्ठा
\v 19 बिनके मिलभेटके पिच्छु, पावल बाकि सेवकाइसे अन्यजातिनके बिचमे परमेश्वरके करो भव काम बिनके एकएक करके बयान करि।
\v 20 जा सुनके पिच्छु बे परमेश्वरको महिमा करीँ| तव बे कहिँ, “देखओ भैया यहूदीके बीचमे विश्वास करन बारे हजारौ हँए, और व्यवस्थाक बातमे बे सब जोसिलो हँए ।
\v 21 बे तुमर बारेमे फिर कुछ बात सुनिहए। सो का हए कि, अन्यजातिनके बीचमे वैठनबारे यहुदिनके तुम ‘मोशाके छोडदियो और बिनकि बच्चनके खतना मत करियो और रितिरिवाज मत मनियो’ कहिके सिखाइहए।
\v 22 अब का करएगे? तुम आए हौ कहिके बे नेहत्तय सुनंगे ।
\v 23 जहेमारे जो हम कहत हँए बहए करौ- भाकल करन बारे चार जनि हमर संग हँए ।
\v 24 यिनके लैके तुम फिर यिनके संगसंग शुध्द होबओ, और यिनके चाहन बारो खर्च तुम दै देओ, और जे बार कतरँए । अइसे तुम व्यवस्था पालन करत् देखत् तुमर बारेमे सुनके कोइ बात सच नाहए कहिके सबए पता पए हँए ।
\v 25 पर अन्यजाति जौन विश्वास करीं हँए, बे मुर्तिनके बलि चढावभव चिज, खुन, घेंट अमेठके मारोभव पशूको माशु और व्यभिचारसे अलग रहन पड़त हए कहिकी हमर छलफल करके हम पत्र लिखें हँए ।
\v 26 तव पावल वे आदमीनके लै गव, और दुसरो दिन बिनके संगएसंग अपनएके फिर शुद्ध करी, और शुध्द भए दिन कब् पुरो हुइहए, औ सबएके ताहिँ देनबारि भेटीको खबर देन बा मन्दिर भित्र घुसो ।
\p
\v 27 । जब सातौ दिन पूरो होन लागो रहए, तव एशियक यहूदि पावलके मंदिरमे देखके पुरि भिडके उक्साँइ, और बाके पकणीँ ।
\v 28 “बे अइसे कहातए चिल्लान लागे “इस्त्राएलके आदमीयों, सहयोग करओ! आदमीके जहाँतहाँ हमार जात, हमार व्यवस्था और जा ठाउँको विरूध्द्मे शिक्षा दैके नेगन बालो आदमी जहे हए। इतका इक्लो ना, जा ग्रीकनके फिर मन्दिर भितर लाएके जा पवित्र ठाउँके अशुध्द बनाएदै हए ।"
\v 29 काहेकी जासे अग्गु बे एफिससको त्रोफिमस कहान बारो एक आदमीके बाके संग शहेरमे देखिरहँए जहेमारे बहेके पावल मन्दिर भितर लाइ हए कहिके बे सोचीँ ।
\v 30 तव सबए शहेरमे हलचल भव, और आदमी एकए संग दौरत आए| बे पावलके पक्ड़के मन्दिरसे बाहिर कढ़ेरत लाइं, और तुरनतए फाटक बन्द करीं ।
\p
\v 31 जब बे बाके मारन कोशिस करनडटे रहएँ, तव सबए यरुसलेममे घप्चल मचो हए कहिके पल्टन के सेनापति ठिन जा खबरआयपुगो ।
\v 32 बा तुरन्तए सिपाही और कप्ताननके संगमे लैके बिनके ठीन दौरत आओ । बे सेनापती और सिपाहीनके देखिँ और पावलके मारन छोड़धदैई ।
\p
\v 33 तव बा सेनापति ढींगै आएके पावलके पकड़ी और दुइ साँकरसे बाके बाधनके हुकुम दैं । जा कौन हए और जा का करीहए कहिके बा पुछिं ।
\v 34 पर बा भीड मैसे कोइ एक बात और कुई दुस्रि बात कहिके किकीआईं और बा हल्लागुल्लासे घटना का हए कहिके सो पता ना पाएके पावालके ब्यारेकमे लैजानके आज्ञा दैं ।
\v 35 जब पावल खुडखुडीमे आइ पुगो तव भीडके दबाबके मारे सिपैया बाके उठाएके लैगए ।
\v 36 काहेकी आदमीनको भीड़ बाके खतम करदेओ' कहिके चिल्लत पिच्छु पिच्छु लागे रहँए ।
\p
\v 37 ब्यारेक भितर पुगन पेति पावल सेनापति से कही, “हजुर, अनुमति देहौ, तव मए कुछ कहान चाहँत हौ ।” बा कहिँ, का तोके ग्रीक भाषा आत हए?
\v 38 का तए बहे मिश्री नैयाँ, जौन भर्खर बिद्रोहा मच्चाएके चार हजार बिद्रोहीनके जंगलमे लैगओ रहए?”
\v 39 पर पावल जवाफ दै, “मए त किलिकियाको सहेर टार्ससको एक यहूदी आदमी हौ, छोटेमोटे सहेरको नागरिक नैयाँ | बिन्ती हए, जे आदमीनसे कुछ कहान मोके मन्जूरी देओ ।”
\v 40 जब बा मन्जूरी दैँ, तव खुण खुणीमे ठाड़के पावल आदमीनके हातसे इशारा करी । आदमी बिलकुल शान्त भए तव पिच्छु, बिनके बा हिब्रू भाषामेअइसे कही-
\c 22
\cl अध्याय २२
\p
\v 1 “भैयाऔ और दौवा, तुमर सामने मए अपन पक्षमे कहान बारी बात अब सुनओ ।”
\v 2 बाके हिब्रू भाषा मे मस्कत सुनके बे और चुप हुइगए ।
\v 3 बा कहि, “मए किलिकियाको सहेर टार्ससमे जन्मो भव एक यहूदी हौ । पर जा सहेरमे गमलिएलको चरणमे बढो भव हौं । हमर पुर्खाको बिधिअनुसार मए ठीक-ठीक ज्ञान पाओ हौं । आज तुम परमेश्वर घेन जित्तो उत्साहित हौ, मए फिर उतिय उत्साहित रहौं
\v 4 । मए जा डगरके आदमीनके मरन तक सताओ, और लोग और बैयर दोनएके बाँधके जेलमे डारदओ ।
\v 5 प्रधान पुजारी और जम्मए महासभा फिर मिर पक्षमे गवाही देतहएँ । उनके तरफसे भैयनके नाउँसे पुर्जी पाएके मए बा हुवाँके विश्वासीनके बाँधके यरुसेलममे लाएके सजाए दिबानके ताहिं दमस्कसमे गओ रहौं ।
\p
\v 6 “मिर यात्रासे दमस्कस ठिन आएपुगो लगभग: दुपाहर भव रहए, अचानक स्वर्गसे एक वाणी और ज्योति मिर आसपास चम्की,
\v 7 “और मए जमिनमे गिरगओ, तव मोसे अइसो कहात एक आवाज सुनो, “ए शाऊल, ए शाऊल, तए मोके काहे सतात् हए?”
\p
\v 8 और मए पुँछो, 'हे प्रभु तुम कौनहौ?' और बा मोसे कहि, मए नासरतको येशू हौं, जौनक तए सतात हए ।”
\p
\v 9 तव मिर सँग जित्तो जनी रहँए, बे ज्योति त देखि, पर बे बात न सुनी ।
\v 10 मए कहो, 'हे प्रभु, अब मए का कराऔं?' तव प्रभु मोसे कहि, 'उठ, दमस्कसमे जा, और तोके तुको भव काम बताए हौं ।'
\v 11 बा ज्योतिको तेज से मए कुछ न देखो, तव मिर संग होनबारे हातसे पकणके डुरियाएके मोके दमस्कसमे लियाइँ ।
\v 12 “हननिया कहानबारो एक जनी व्यवस्था अनुसार चलनबारो भक्ता आदमी जौन हुआँ वैठन बारे सब यहूदीनसे आदर पाओ रहए।"
\v 13 बा मिर जौणे आऔ, और मिर ठिन ठाणके मोसे कहि, भैया शाऊल देखन बारो हुईजा ।' और मए बहे समय देखन लागो, और बाके देखो ।
\v 14 तव बा कहि, हमर पिता-पुर्खाक परमेश्वर बाको इच्छा तुमए जानन, और बे धार्मिक लोगके देखन, और बाको मुहुसे बोलि सुनन् के ताहिं तुमके नियुक्त करी हए ।
\v 15 काहेकी सबए आदमीके अग्गु बा तुमरे ताहिं जो देखे और जो सुने बाके ताहीं तुम गबाही होबैगो ।
\v 16 तए अब काहे आसिआत हए? उठ और बप्तिस्मा ले, और बाको नाउँको पुकारके अपन पाप धोएले ।'
\p
\v 17 “यरुशलेम से लौटके आएके पिच्छु मन्दिरमे प्रार्थना करत् पेति मए ध्यान-मगन भव ।"
\v 18 बा मोसे अइसे कहतए देखो, जल्दी करके यरुशलेमसे निकरके जा, काहेकी मिर बारेमे तुमके दौ भव बात कि गवाही बे ग्रहण न करेहँए ।”
\v 19 “मए कहो 'हे प्रभु, मए हरेक सभाघरमे जाएके तुमरे उपर विश्वास करन बारेनके जेलमे डारो हौं और मारपिट करो हौं करके सबके पतए हए ।"
\v 20 तुमर साक्षी स्तिफनसको रगतरोहण होत मए अपनए फिर जौणे बैठो हत्यामे सहामत हुइके, बाके मारन बारेनके लत्ता अगोर के मए बैठो रहौं ।
\v 21 तव प्रभु मोसे कहि, 'जाओ, काहेकी मए तुमके अन्यजाति के ठिन दुर-दुर तक पठामंगो ।”
\p
\v 22 ।” बे पावल कि बात हियाँ तक सुनी, और अइसे कहात बे जोणसे चिल्लान लागे, “अइसो आदमी पृथ्बीसे हटिजाए । काहेकी बा बचन योग्यको न हए ।”
\p
\v 23 बे अपन कुर्ता फारीं और धुधर उणाएके चिल्लान लागे ।
\v 24 सेनापति हुकुम करी, बा ब्यारेक भितर लावजाए, और कोर्रा लागएके जाँच करओ, काहेकी बाके बिरुध्दमे बे अइसे काहे चिल्लाए रहेहँए ।”
\p
\v 25 और जब बे पावलके चमडाको रस्सीसे बाँधीं, तव पावल ठिन ठाडो भव कप्तानसे पुछीं, “का रोमी नागरिक और दोषी न ठहिरो आदमीके कोर्रा लगान ठीक हए?”
\p
\v 26 कप्तान जा सुनके पिच्छु सेनापतिके ठिन आएके अइसे कहि, “तुम का करन डटेहौ? काहेकी जा आदमी ता रोमी नागरिक हए ।”
\p
\v 27 तव सेनापति आएके पावलसे पुछी, “मोसे कहा, का तए रोमी नागरिक हए?” बा कहि, हाँ ।”
\p
\v 28 सेनापति जबाफ दै, “मए ता जा नागरिक हक बहुत रुपैया तिरके किनो हौं ।” पावल कहि, “पर मए त जन्मएसे रोमी हौं ।”
\v 29 पर बाके जाँच करन तयार भए, और सबए तुरन्त हटिगए, और पावल एक रोमी नागरिक हए करके पता भव तओ सेनापति फिर डराए गव, काहेकी बा बाके बाँधी रहए ।
\p
\v 30 पर दुसरे दिन यहूदी पावलके कौन खास कारणसे दोष लगाइँ हएँ सो जाननके ताहीं बाके खोल दैं, और सब मुखिया पूजारी महासभाके जमा होन आज्ञा करी, और पावलके तरे ल्याएके बिनके अग्गु ठाडबाईं ।
\c 23
\cl अध्याय २३
\p
\v 1 “पावल महासभा घेन एक नजर लगाएके देखि, और कहि, भैया रेओ, आज के दिन तक परमेश्वरको नजरमे मए शुध्द विचारसे जीवन बितात हौं ।"
\v 2 जा बातमे प्रधान पूजारी हनानिया बाके जौने ठाणो बारेनके मुँहमे मारन हुकुम दै ।
\p
\v 3 “तव पावल उनसे कहि, “हे चुना से लिपो भित । तुमके फिर परमेश्वर प्रहार करैगो । तुम व्यवस्था अनुसार मिर नेओ करन वैठके का व्यवस्थाके उल्टा मोके मारन हुकुम देत हओ?”
\p
\v 4 तव किनारे ठाणे भए कहिं, का तए परमेश्‍वारको प्रधान पुजारीके अपमान करत हय?
\p
\v 5 “तव पावल कहि, भैयाओ, बे प्रधान पूजारी हए कहिके मोके पता न रहए | काहेकि लिखो हए, तए अपन जनताके शासकको खराबी मत मसकिए, ।"
\p
\v 6 “पर बा महासभामे एक दल सदुकी और दुसरो दल फरिसी हयँ कहिके पता पाएके पावल जोणसे कहि, भैयाओ, मए ता फरिसीकी लौडा फरिसी हौं । मरे आदमिनको आशा और पुनरुत्थानको कारनसे मिर मुद्दा चल रहो हए ।"
\v 7 बा अइसो कहि तव फरीसी और सदुकीके बिचमे मतभेद हुइगओ, और भीडमे दुई भाग हुइगओ ।
\v 8 काहेकि सदुकी कहात हएँ की पुनरुत्थान, स्वर्गदूत आत्मा कहान बाले कछु फिर न हएँ । पर फरिसी जे सबय मानत हँए ।
\p
\v 9 “हुवाँ गजब हल्ला होन लागो, और फरिसी दलके कुछ शास्त्री ठाडके अइसे कहात बिबाद करन लगे, “जा आदमीमे हम कछु खराब न पाए हएँ । अगर आत्मा या स्वर्गदूत जाके अइसो कहि तव का?”
\v 10 हुवाँ बडो मतभेद भव पिच्छु उनके हातसे पावलके नोचाखोचीं करहएँ कहिके डरसे सेनपति सिपैयनसे तरे जाएके बिनके उनके बीचसे जबरजत्ति से लाएके ब्यारेक भितर लैजाओ कहिके आज्ञा दै ।
\p
\v 11 “दुसरे रातके प्रभु उनके जौने ठाडके कहि, “हिम्मत कर, पावल काहेकी जैसी तुम यरुशलेममे मिर विषयमे गवाही दऔ, उइसी तोके रोममे फिर गवाही देन पडैगो ।"
\p
\v 12 जब सबेरे उजियारो भव यहूदी एक ठिन जमा हुइके पावालके न मारन तक कछु न खान और न पिन कसम खाइँ |।
\v 13 जा षड्यन्त्र करन बारे आदमी चालिससे फिर जाधा रहँए ।
\v 14 “बे मुखिया पुजारी और धर्म गुरु ठिन जाएके कहिं, ““पावालके न मारे बिना हम काछु न खामङ्गे काहेकि हम कसम खाए हँए ।"
\v 15 “जहेमारे तुम और महासभा मिलके सेनापतिसे कहौ, और बाके मुद्दाको निर्णय और ठिकसे करन पणैगो जा विचार बनाएके बाके निकारौ और बा हियाँ आतए हम बाके मारनके तयार रहङ्गे ।"
\p
\v 16 तव पावलको भनेजा धोखा बारी बात पाएके ब्यारेक भितर जाएके पावलके बताए दै ।
\v 17 “तव पावल कप्तान मैसे एक आदमीके बुलाइके कहि, “जा जमान लौंडाके सेनापाति ठीन पठाए देओ, काहेकि जा बासे कछु काहन चाँहत हए ।"
\v 18 “जहेमारे बा जाके लै जाएके सेनापति ठीन पुगाए देओ कहिके, बन्दी पावल मोके बुलाएके जा लौडाके तुमरे ठीन लैजान कहि हए, तुमके कहान बारी कुछ बात हए ।"
\v 19 सेना पति बाको हात पकडके एक घेन लैजाएके बासे पुछीँ, तोके मोसे काहन बारी बात का हए?
\v 20 बा कहि,"यहूदी पावलके बारेमे और अच्छेसे सोधपुछ करन बहाना करके कल बाके महासभामे लाएदेओ कहिके तुमसे बिन्ति करन सहमति करी हँए ।"
\v 21 पर तुम बिन कि बात मत मनिऔ, काहेकी बिनही मैसे चालिससे फिर जध्दी आदमी पावलके ना मारन तक कुछ खानपिन ना करन कसम खाइके बे मारनके ताहिं लुके बैठे हँए, और अव बे तिर वचन को आशा करके तयारीमे हँए ।"
\v 22 “जहेमारे सेनापति वा जवान लौडाके अइसो आज्ञा दैके पठाई,” तए मोके जा बात बातओ हए जा कोइके मत बतैए ।"
\p
\v 23 “तव फिर बे कप्तान मैसे दुई आदमी के बुलाए के कहिं “आज रात नौ बजे घेन दुइ सय सिपैइया, सत्तरी आदमी घोडा चढनबारे और दुइ सय भालाबारेनके कैसरिया तक जान तयार करे रहओ ।"
\v 24 और पावलके ताहिं फिर घोडाको व्यवस्था करओ, और बाके सुरक्षासे हाकिम फेलिक्स ठीन पुगाबओ ।
\v 25 बे जा तरिका को चिट्ठी फिर लिखिं:”
\v 26 मनानिय हाकिम फेलिक्सके, क्लोडीयस लुसियसको अभिवादन!
\v 27 जा आदमिनके यहूदी पकडके मारन ढुँणत, पर जा रोमी नागरिक हए कहिके मए पता पाएके फौज संग हुवाँ पुगके जाके छुटओ,
\v 28 कौन सी बातमे बे जाके दोस लगाईं हयँ कहिके जानन ईच्छासे मै जाके बिनकि महासभामे लाओ।
\v 29 बे व्यवस्थाको प्रश्न बारेमे जाके दोष लागाइ रहएँ । पर ज्यान सजाय औ कैद करन पडै जैसो कछु दोष मै न पाओ ।
\v 30 “जा आदमीको बिरुध्दमे षड्यन्त्र हुइ रहो हए जा बातको खबर मोके मिलो, और जाके तुरन्त तुमर ठिन पठओ हौं, और जाके बिरुद्दमे दोष लगान बलेन के फिर तुमर अग्गु बयान देन पडैगो करके आदेस दौ हौं ।"
\p
\v 31 जहेमारे आज्ञा पओ अनुसार सिपैइया पावालके रातैके एन्टीपाट्रिसमे पुगाइँ ।
\v 32 घोडाचढन बारेनके उनके संग जान हुँवा छोडके औरो दिन बे ब्यारेक लौटे,
\v 33 कैसरियामे पुगके पिच्छु बे हाकिमके चिट्ठी बुझाएके पावलके फिर उनके अग्गु हाजिर कराइँ ।
\p
\v 34 बा जा चिट्ठी पढ़के तए कौन जिल्लाको हए कहिके पुँछी । बा किलिकियाक है कहिके पता पाएके पच्छु कही,
\v 35 तुमके अभियोग लगानबारे आएके पच्छु तुमरो मुद्दा सुनङ्गो।” तव बे बाके हेरोदको बनाओ भव दरबार मे रखैयौ कहिके हुकुम दै ।
\c 24
\cl अध्याय २४
\p
\v 1 पाँच दिनपिच्छु प्रधान पूजारी हननिया और तमान धर्म-गुरुनके, तर्तुल्लस नाउँको एक जनी वकिल संग हुवाँ आए, और बे पावलके बिरुध्दमे हाकिमके अग्गु मुध्दा पेश करीं ।
\v 2 पावलके हुवाँ झिकाएके पिच्छु तर्तुल्लस बिनसे अइसे कहात दोष लगान लागो, “सबसे माननीय फेलिक्स, तुमसे हम बणो शान्ति पात हँए, और तुम जा जातिके ताहीं सुधार सुरु करेहौ ।
\v 3 जा बात हर प्रकारसे सब ठाउँमे हम खुशीके साथ स्वीकार करत् हएँ ।
\v 4 पर तुम जद्धा समय न लैके हमर बिन्ती छुटकरीमे दया करके सुनदेबौ ।
\v 5 “काहेकी हम जा आदमीके इतए उतए दुख देत नेगत्, संसार भरेक सब यहूदीनके बीचमे आन्दोलन मचान बारो, और नासरी पन्थको मुखिया अगुवाके रुपमे पाए हँए
\v 6 |" जा मन्दिर अपवित्र करन फिर कोसिस करी रहए, पर जाके हम पकडे | हमरो व्यवस्था अनुसार कारबाही फिर करते,
\v 7 पर सेनापति लुसियस हमरे ठिन आएके बडो जबरजस्तिके सँग बाके हमर हातसे छिनाएके लै गओ, और जाके बिरुध्दमे अभियोग लगन बारेनके तुमर ठिन आनके आज्ञा करी रहए ।
\v 8 अब तुम स्वयम जाको जाँच करैगे तव हम जाके लगओ दोषके जे सब बात बासे पता पाए सक्तहौ ।”
\v 9 बे यहूदी फिर जे बात सब ठीक हएँ करके समर्थन करीं ।
\p
\v 10 हाकिम बाके मस्कन इशारा करके पिच्छु पावल जवाफ दै, “बहुत वर्ष पिच्छु तुम यहूदी जातिके न्यायाधीश होन बारी बात पता हुइके मए अपन पक्षमे खुशीसे कहात हौं ।
\v 11 तुम पता लगाए सक्तहौ कि मए यरुशलेममे आराधना करन जाएके बाह्र दिनसे जद्धा भओ नैयाँ ।
\v 12 जे न त मोके कोई आदमी संग बहस करत् पाईं, न मन्दिरमे औ न सभाघरमे और सहेरमे जनतनके उक्सात पाइँ,
\v 13 न त मोके हबाए दोष लगान बारी बातके जे प्रमाण दै पाई हँए ।
\v 14 पर जा मए तुमरे अग्गु स्वीकार करत् हौं, कि जौन डगरके जे एक पन्थ कहात हँए, बहे अनुसार व्यवस्थामे भव बात और अगमवक्ता कि किताबमे लिखो सब बातमे विश्‍वास करके मिर पुर्खानको परमेश्‍वारको आराधना मए करत् हौं ।
\v 15 धर्मी और अधर्मी दोनए मरके पुंनरुत्थान हुइहँए कहिके जे अपनए स्वीकार करो जैसो मए परमेश्‍वारमे आशा धरत् हौं ।
\v 16 जहेमारे परमेश्‍वार घेन और आदमी घेन मए सबदिन शुध्द विचार करन कोशीस करत हौं ।
\v 17 अब कुछ वर्ष पिच्छु अपन जातिनके ताहिं दान और भेटी देन मए आओ रहौं ।
\v 18 जे मोके मन्दिरमे पाएके शुध्द होनबारो बिधि मए पुरा करडरो रहौं | हुवाँ कोइ भीड न रहए, होहल्ला फिर न रहए । पर हुवाँ एशियाको कोइ यहूदी रहए,
\v 19 बे हियाँ तुमरे अग्गु हाजिर होन पडन रहए । मेरे बिरुध्दमे अगर कोइ बात हए कहेसे तव बे दोष लगाए सक्त रहयँ ।
\v 20 औ जे आदमी अपनए हियाँ आएके कहमए-मए महासभाके अग्गु ठाडो होत मिरमे का दोष पाइ रहयँ?
\v 21 केवल जहे एक बात इकल्लो हए, जो मए बिनके बीचमे ठाडके चिल्लाए के कहो रहौं, 'मरे भएनके पुनरुत्थानके बारेमे आज तुमरे ठिन मिर मुद्दा चलरहो हए ।”
\p
\v 22 जा डगरके बिषयमे फेलिक्सके खास ज्ञान भव के बारेमे बा जा बात सुनके पिच्छु बिनके अइसो कहिके टारके पठाईं, “सेनापति लुसियस हियाँ आएके पिच्छु मए उनको मुद्दा फैसला करदेहौं ।”
\v 23 तव बा पावलके निगरानी मे धरएँ और बिनके कछु स्वतन्त्र देमए, और बिनके कोइ फिर संगीनके बिनके कोइ चीज कमि करन न रोकए कहिके कप्तानके आज्ञा दै ।
\p
\v 24 कुछ दिन पिच्छु फेलिक्स बाकी यहूदी बाइयर द्रूसिल्लाके संगमे लैके आए, और बे पावलके बुलाएके ख्रीष्ट येशू उपरको विश्‍वासके बारे मे बिनसे सुनी ।
\v 25 पावल धार्मिकता, संयम और भावी इन्साफके बारेमे बिबाद करत फेलिक्स घबडयाइ गव, और अइसो कही, “हबए जाओ, जरुरत पडैगो तव मए तुमके बुलएहौं ।”
\v 26 पावलसे क पता रुपैयाँ मिलै हए कहिके आसरा फिर करी रहए । जहेमारे फिर बे बाके घरीघरी बुलाएके बातचित करत् रहएँ ।
\p
\v 27 पर दुई वर्ष पिच्छु जब फेलिक्सको बदलामे पर्किअस फेस्तस आओ, तव फेलिक्स यहूदीनके खुशी करन ताहिं पावलके जेलमे डारके गओ ।
\c 25
\cl अध्याय २५
\p
\v 1 फेस्तस अपनो प्रान्तमे आएके तीन दिन पिच्छु कैसरियासे यरुशलेममे गओ
\v 2 मुखिया पुजारी और यहूदीनके मुखिया आदमी पावल के बिरुध्दमे दोष लगाइँ,
\v 3 और बिनके डगरमे मारन योजना बनाइके पावलके यरुशलेममे लाएदेमए कृपा होबए करके बिन्ती करीँ ।
\v 4 पर फेस्तस पावल कैसरियामे थुनामे पडोहए, और अपना फिर जल्दी जानके ताहिँ इच्छा भइ बातके बताइ ।
\v 5 बा कहि,”जहेमारे तुम मैसे भए नेता हुवाँ मिर संग जामए, और बा आदमीमे कछु खराबी हए कहेसे बाके दोष लगामए ।”
\p
\v 6 बिनके बीचमे बे आठ-दास दिनसे जद्धा ना वैठके कैसरिया लौटे, और बाके दुस्रो दिन न्याय-आसनमे वैठके बे पावलके लिआन हुकुम करीं
\v 7 बे आएके पिच्छु यरुशलेमसे आएभए यहूदी बिनके आसपास ठाड गए, और पावलके बिरुध्दमे अनेक गहिरे आरोप लगाइँ, जौनको बे प्रमाण ना दै पाइँ ।
\p
\v 8 पावल अपने पक्षमे मस्कत कहि, “मए यहूदीके व्यवस्थाको बिरुध्दमे, मन्दिरको बिरुध्दमे, और कैसरको बिरुध्दमे कछु अपराध ना करो हौँ ।”
\p
\v 9 पर फेस्तस यहूदीनके खुशी करन ताहिँ पावलसे कहि, “का तुम यरुशलेममे जाएके हुवाँ मिर अग्गु जे बात के बारेमे इन्साफ होबए करके इच्छा करत हौँ?”
\p
\v 10 तव पावल कहि, “मए कैसरको न्याय-आसनके अग्गु ठाडरहो हौँ, जहाँ मिर इन्साफ होन पडैगो । यहूदीनके मए कोइ खराबी ना करो हौँ, सो तुमके अच्छेसे पता हए ।
\v 11 अगर मए अपराधी हौँ, और मए ज्यानसजाए पानको योग्यको काम करो हौँ कहेसे मरनके मए मनाहि ना करत हौं । अगर जे मोके लगाए भए दोषमे कछु प्रमाण नाहए कहेसे मोके जिनके हातमे कोइ ना सौंप पए हए । मए कैसर ठिन जा बात पेश करत हौँ ।
\p
\v 12 तव फेस्तस सल्लाहकारनसे सल्लाहा करके कहि, “तुम कैसरके ठिन पेश करे, तुम कैसरयके ठिन ज ए हौ ।
\p
\v 13 कुछु दिन पिच्छु फेस्तसके अभिबादन करन राजा अग्रिपास और बरनिकी कैसरियामे आए पुगे ।
\v 14 बे हुवाँ बहुत दिनतक वैठके पिच्छु फेस्तस पावलको मुद्दा राजाके अग्गु अइसो कहतै पेश करी, “फेलिक्सको लाओ भव एक जनी बन्दी हियाँ हए,
\v 15 जौनके बारेमे मए यरुशलेममे रहत, मुखिया पुजारी और यहूदीनके धर्म-गुरु बाके बिरुध्दमे दोष लगाएके बाके दण्ड देन पणैगो कहिके अनुरोध (बिन्ति) करी रहएँ ।
\v 16 दोष लगानबारो दोष लगान बारेनके संग मुहए मुहू न हुइके, और अपनो बिरुध्दमे लागो दोषके बारेमे बोल्न मौका न पाएके कोई आदमीनके दण्ड देनको आज्ञा रोमीनको रीतिरिवाज न हए कहिके मए बिनके जबाफ दओ।
\v 17 जब बे जमा हुइके हियाँ आए, मए देर न करके दुसरे दिन न्याय-आसनमे वैठके बिनके हाजिर करनके हुकुम दओ।
\v 18 जब दोष लागन बारे ठाडे भय, मिर सोचो कता बिनके मुद्दामे कोइ खराब बातको दोष बाके न ला पाइँ।
\v 19 तव बिनको मतभेद त बिनहीको धर्मके बारेमे और मरो भव येशूके बारेमे रहए| जौनके पावल त अभेतक जिन्दा हय कहिके दाबी करत रहय।
\v 20 बहेमारे जा बातको जाँचबुझ करनबारे बिषयमे मए अलमल्लमे परके जाके बारेमे छलफल करन यरुशलेममे जान बाको इच्छा हएकि कहिके बासे मए पुँछो।
\v 21 तव पावल सम्राटको फैसला न होन तक हिरासतमे धरओ कहिके बिन्ती करनके ताहीं बाके कैसर ठिन न पठान तक निगरानीमे धरन हुकुम दै।”
\v 22 तव अग्रिपास फेस्तससे कहि, “जा आदमीको बात मए अपनए सुनन पाईतो तव ठीक रहए|” और बा कहि, “कल तुम सुनिओ।”
\p
\v 23 दुसरे दिन अग्रिपास और बरनिकी बणो सानसे सेनापति और सहेरके मुखिया आदमीनके संग सभाघरमे घुसे।और फेस्तसको हुकुम पाएके पावलके हाजिर कराईं ।
\v 24 फेस्तस कहि, “राजा अग्रिपास और हमर संग हियाँ भए सब उपस्थित सज्जनो, तुम जा आदमीके देखत हौ, जौनके बारेमे सबै यहूदीनके 'जा आदमी अबसे जिनको लायक न हय कहिके यरुशलेममे और हियाँ फिर मोसे बिन्ती करी रहएँ।
\v 25 पर ज्यान सजाए पानके ताहीं जा कछु न करिहय कहिके मय न पाओ| और जा अपनए फिर सम्राट (राजा) के ठिन बिन्ति करी रहए जहेमारे मए जाके पठानके पक्का करो।
\v 26 जाके बारेमे मोके और मिर सम्राट (राजा) के लिखन बारो खाश बात कछु न हय जहेमारे मए जाके तुमर जौने, और खास करके, हे राजा अग्रिपास, तुमरे अग्गु लाओ हौं, और हम जाको जाँच करके पिछु सायद मए कछु लिखन बारी बात पाएहौं।
\v 27 काहेकी कैदीको बिरुध्दमे कोइ दोष न बताएके बाके पठान मोके कोइ खास बात न लगतहय।”
\c 26
\cl अध्याय २६
\p
\v 1 “अग्रिपस पावलसे कही, “तोके अपन पक्षमे मसकन अनुमति हए।" तव अपन हात फैलाईके पावल अपन बचाओ मे मसकन लागो:
\v 2 “हे राजा अग्रिपस, यहूदी मोके लगए भए सब दोषके बारेमे आज तुमर अग्गु मए अपन बचाओ के बारेमे मसकन पएक मए अपनैक भाग्यमानी मानत हौं ।"
\v 3 यहूदिक सब रितिरिवाज और विवादकी बातमे तुम खास करके परिचित भौके मारे, मिर बयान ध्यानदैके सुनदेबौ कहिके मए विन्ती करत हौं ।
\p
\v 4 “मिर जातीके विचमे और यरुशलेममे शुरुसे मिर विताओ भौ मिर जावनी अवस्थासे मिर जीवनशैली यहूदिनके पता हए ।"
\v 5 लम्बो समयसे बिनके सबय बात पात हए, कि हमर धर्मके सबसे कट्टर पन्थी दालमे मए एक फरिसी हुइके मिर जीवन बितओ हौं । बे चाहंते कहेसे जा बातकी गवाही दै सक्त हँए ।
\p
\v 6 परमेश्‍वार हमार पुर्खानसे करो भव प्रतिज्ञा मे मए आशा करोके कारनसे आज मए जा मुद्दा मे ठाडो हौ ।
\v 7 हमार बाह्र कुल जा आशा प्राप्त करनताँहि रात दिन एकै मनसे आराधना करत हँए, और जाहे आशाके ताहिँ हे राजा यहूदी मोके दोष लगाई हँए ।
\v 8 परमेश्‍वार मरेभएनके जिन्दा करात हए कहि बात काहे तुम कोइ ना पतियात हौ ।
\p
\v 9 “नसरतके येशूको नाउँको बिरुद्दमे गजब कारबाही करन पडत हए कहिके मए अपनै के फिर विश्‍वास रहए।"
\v 10 मए येरुशलेममे अइसीयए करो, और मुखिया पुजारीसे हुकुम पाएके गजब सन्तके मए जेल खानामे डारो इकल्लो ना पर बिनके मारतए बिनके बिरुध्दमे मए मिर बिचर फिर दओ।
\v 11 तव सब सभाघरमे बिनके घरिघरि सजाय दैके बिनके विश्‍वास छोडानके कोशिस करत रहौ | उनके बिरुध्दमे क्रोधसे जलन हुइके बाहिरके सहेरमे फिर मए उनके सताओ।
\p
\v 12 आइसी मुख्या पुजारीसे हुकुम और आज्ञा पत्र पाएके मए दमास्कस घेन गौ,
\v 13 ए राजा दुपहरके मए स्वर्गसे दिनसे फिर उजियारो ज्योति देखो, मए और मिर संग यात्रा करन बारेनके चारौ घेन चमकत रहए ।
\v 14 “जब हम सबए जमिनमे गिरे रहँए, तव हिब्रु भाषामे मोसे अइसो कहात आवाज मए सुनो,” शाउल, शाउल", तए काहे मोके सातात हए? सुइमे लात मरहौ तव तुमके पीरए हए ।"
\p
\v 15 और मए कहो, हे प्रभु तुम कौन हौ? प्रभु मोसे कहि मै येशू हौं, जौनके तए सतात हौ ।
\v 16 तव उठ और अपन टाँगमे ठाड् जा, कहिके मोए मे तुम देखे और मए तुमै देखओ जा बातके ताहिँ सेवक और साक्षी नियुत्ति कारन उदेश्यसे मए तुमर ठीन देखा पाणो हौं ।
\v 17 मए तोके तिर अपन जाति और अन्यजातिसे छुटकारा देमंगो, जौनके ठीन मए तोके पठमंगो ।
\v 18 कि तुम बिन कि आँखी खोल दओ और बे अन्धकरसे ज्योति घेन, और सैतान को शक्तिसे परमेश्‍वार घेन घुमएँ अइसीयए करके बे पाप क्षमा पमंगे और मिर उपर विश्‍वाससे पवित्र भव ठाउँ बे फिर पमंगे ।
\p
\v 19 जहेमारे हे राजा अग्रिपस स्वर्गीय दर्शनके ताँहि मय अनाज्ञकारी ना भव ।
\v 20 पर पहिले दमस्कसमे, तव यरूशलेममे और सबए यहूदिया देश भर रहन बारे और अन्यजातिन के फिर पश्‍चताप करके परमेश्‍वार घेन लौटौ और अपन पश्‍चताप योग्यके काम करओ कहिके मए प्रचार करो हौं |
\v 21 जहेमारे यहूदी मोके मन्दिरमे पकडके मारन कोशिस करीं।
\v 22 आजके दिन तक परमेश्‍वाससे मए सहायता पाओ । तबहि मारे छोटो बडो दोनौ के गवाही देत मए हिना ठाड़ो हौ। अगमवक्ता और मोशासे कहो वचन अवश्य पुरा हुइहए कहि बातके मए कछु ना कहो हौं ।
\v 23 “बे कहिँ हँए कि ख्रिष्टके दु: ख भोगन पडैगो, और मारके जिन्दा भव रहए पहिलो हुइके बा अपन जाति और अन्यजातिके ज्योतिको घोषणा करहए ।"
\p
\v 24 “बा अपन वचओ के ताहिँ जे बात कहतए रहए तव फेस्तास बडो स्वरमे कहि,” ए पावल तए बौराहा हए, तिर बहुत बुद्धि तोके बौराहा बनाए दै हए ।"
\v 25 “पर पावल कहि,” सबसे आदरणीय फेस्तास, मए बौलाहा ना हौं, पर सत्य और अच्छी ज्ञान कि बात कहत हौं ।"
\v 26 काहिकी राजा अपनए जा बातके विषयमे जानत हए जौनके अग्गु मए निधक्कसे बोलत हौ, काहेकी जे कोइ बात बासे ना लुको हए, काहेकी जा बात गुपचुप मे ना करी ।
\v 27 “राजा अग्रिपस, का तुम अगमवक्ताके उपर विश्‍वास करात हौ मए जनत हौं, तुम विश्वास करात हौं?”
\v 28 “अग्रिपस पावलसे कहि, “का थोरि समयमे तए मोके ख्रीष्टियन बनान चाहत हौ?”
\p
\v 29 “पावल जवाफ दै, “थोरि समयमे होबए या बहुत जे सँकार तोडके तुम इकल्लो ना पर आज मिर बात सुनन बारे सव मिर जैसो होमए कहिके मए परमेश्‍वारसे प्रार्थना करात हौं ।"
\v 30 तव राजा, हाकिम, बरनिकि और हुवाँ बैठन बारे जित्तो सबए उठे ।
\v 31 “तव बे निकरके अपनै अइसो कहत बात करी, “जा आदमी प्राण दण्ड पानबारो औ कैद माफीको कोइ काम ना करी हए ।"
\p
\v 32 “अग्रिपस फेस्ताससे कहि,” जा कैसर ठीन बिन्ती ना करतो तव जा आदमीके छोड देनेसे फिर हुइतो ।"
\c 27
\cl अध्याय २७
\p
\v 1 समूद्र-यात्रासे हम इटालिया जान पड़ैगो कहिके निर्णय हुइके पिछु बे पावल और कित्तो कैदीनके सम्राट अगस्टसको फौज के युनियस नाउँको कप्तानके जिम्मा लगए दै रहए ।
\v 2 एड्रामिटेनोस से एशियाक गजब बन्दरगाह (पानीजाहज स्टेसन) होत जानके एक जहाजमे चढके हम यात्रा सुरु करे अरिस्तार्खस नाउँ भव थेस्लोनिके एक जनी माकेडोनियामे हमर संग रहए ।
\v 3 दुस्रेदिन हम सिदोनमे लङगर डारे । युलियस पावलके दया दिखाई बाके संगी ठिन जाएके भवभरको सहायता लेनके अनुमति दै ।
\v 4 हुवाँसे जहाज फिर समुन्द्र घेन जान लागी, और आँधी चलनके कारनसे हम साइप्रसके आड लैके गए ।
\v 5 किलिकिया और पाम्फिलियाके पार समुन्द्रमे पुगके पिच्छु, हम लुकियाको एक सहेरमे माइरामे आए पुगे ।
\v 6 हुवाँ इटालिया जानके अलेक्जेन्ड्रियाको एक जहाज पाएके कप्तान हमके बामे चढाए दैं ।
\v 7 । बहुत दिनतक धीरे-धीरे जाएके कठिनसे क्नीडसमे आएपुगे और आँधी और अग्गु बढ्न ना देनके कारनसे क्रेटको आड लैके हम सालमोनेके किनारे किनारे हुइके गए ।
\v 8 कठिनसे बाके किनारे किनारे लगके हम सुन्दर बन्दरगाह कहान बारो ठाउँमे आइ गए | हुवाँ से लासिया सहेर जौने रहए ।
\p
\v 9 समय बहुत बित गओ रहए, और समन्दर यात्रा फिर खतरनाक भव रहए, संगए प्रायश्चित-दिवसको उपवासको समय फिर बितजानके कारनसे, पावल बिनके
\v 10 अइसे कहात सम्झाई संगी जा समन्द्र-यात्रासे केवल जहाज और मालसामन इकल्लो नाए, पर हमर जिउ-ज्यानको समेत खतरा और नोकसनी हुइहए कहिके मए देखत् हौँ ।”
\v 11 पर कप्तान पावलकी बातसे जद्धा जहाज चलान बारो और जहाजको मालिकके जद्धा पतिआइ ।
\v 12 जा बन्दरगाह हिउँत् काटन ताहिं असुबिधा होन कारनसे कोइ हलतमे फिर फोनिक्समे पुगके जाणो बितान पडहए करके बहुत जैसे हुवाँसे जहाज चलानके सल्लाह दैं । फोनिक्स त क्रेटको एक बन्दरगाह हए जो दक्खिन पछार और सिरे पछारके घुमो हए ।
\v 13 जब दक्खिन आँधी धीरेसे चलन लागि, बिनकी इच्छा पुरी हुइहए करके बे क्रेटके किनारे किनारे होत यात्रा करन लागे ।
\v 14 तव थुरदेर पिच्छु बो टापुसे प्रचण्ड आँधी बेढम जोडसे दक्खिन पुर्बैया कहान बारी बियार चली ।
\v 15 जब जहाज आँधीको चबेटामे पडिगै, बो तुफानको अग्गु नाए कर पाई, और हम बोके जितए जाबए करके कहिके छोड दए ।
\v 16 क्लौडा कहान बारो एक छोटो टापूके आडमे पुगके पिच्छु हम मुस्किलसे जहाजको नैंयाके बचाए पाए
\v 17 बोके उपर उठ्के पिच्छु बिनके कोइ उपाएसे नाए हुइके जहाजके तरेसे बाँधके ल्याए, और सिरटिस कहान बारो बलौटे दलदल मे फस जाए हए करके डरसे बे पालके उतर दै, और जहाज अपनए चलन लागी ।
\v 18 अब आँधी हमके बहुत जद्धा उच्लात पछारन लागि, कल बे जहाजके मालसमान फेकन लागे ।
\v 19 और तिस्रो दिन बे अपन हातसे जहाजमे लठारा मिलए दै ।
\v 20 गजब दिनतक घामु, तारा कछु नाए देखनके पाए । तुफान लगातर चल्त रही, अन्तमे बचनकोआशा समेत हराइगव रहए ।
\p
\v 21 गजब दिनतक नखाएके बैठे रहए । तव पावल बिनके ठिन आएके कहि, 'संगी तुम, मिर सल्लाह मानके क्रेटसे जहाज नाए चलनके रहए, और अइसो संकट और हानि भोगन नाए पडतो ।
\v 22 अब मए कहात हौँ सहांस करओ | तुमर मैसे कोइकी ज्यान नाए जए हए, तव जहाज चाहिँ नष्ट हुइ जए हए ।
\v 23 काहेकी जौन परमेश्‍वारको मए हौँ । और जौनको आराधना मए करत हौँ, बाको एक दुत आज रातके मिर जौडे ठडो रहए ।
\v 24 बा मोसे कहि, 'पावल मत डरए, तुम कैसरके अग्गु आवश्यक ठडन पडैगो, और देखओ, तुमर संग जहाजमे चढ्न बारेक प्राण परमेश्‍वार तुमरे हातमे सौप दै हए ।'
\v 25 जहेमारे संगी तुम सहांस करओ मए परमेश्‍वारमे विश्‍वास करत हौँ, मोके जैसो बताई हए ठीक उइसी हुइहए ।
\v 26 पर हम के कोइ एक टापूमे ठाक्कर खान पडैगो ।”
\p
\v 27 तव जब चौथो रात भई, और एडियास समुन्द्रमे हम उतरत् रहए, तव आँधी रात घेन जहाज चलन बारे हम कोइ जमिनके ढिगैं पुगे हए करके अनुमान करीँ,
\v 28 और गहेराई नापके देखि बे सैतिस मिटर पता लगाई थुरदुर जाएके फिर गाहीराई नपाके बे छब्बीस मिटर पता लगइँ
\v 29 और कोइ चट्टान उपर ठ्क्कर खान पुगे हँए कि डरसे बे जहाजके पिच्छुसे चार लंगार गिरइ, और सुबेरे होबए करके प्रार्थना करत रहए ।
\v 30 जब नैया चलान बारे जहाजसे भाजन ढुडत रहए, और अग्गुसे लंगार गिर्नके बहानासे नैया समुन्द्रमे डरीरहए ।
\v 31 तव पावल कप्तान और सिपाहीसे कहि, “जे आदमी जहाजमे बैठहँए नाए कहेसे तुम वाँचनाए पाएहौ ।”
\v 32 तव सिपाही जहाजकी रस्सी काटदै, जहाजके जान दैं ।
\p
\v 33 भुकभुको उजियारो होन लागो रहए, पावल बिनके खानु खानके कहि रहए । बो कहि, “आजको चौध दिन हुइगओ हए, तुम अलमलमे पणके भुखे कछु नाए खाएके बैठे हौ
\v 34 जहेमारे कछु खबओ करके मए तुमसे कहात हौँ । कुछ खाएहौँ तव तुम बल पाएहौँ, तुमरो मुडको एक बार फिर नष्ट नाए हुइहए ।”
\v 35 जा बात कहिके पिच्छु बे रोटी लैँ और सबके अग्गु परमेश्वरके धन्यबाद चढाई और तोडके खान लागे ।
\v 36 तव बे फिर हौसला पाएके कुछ खानबारी चीज खाइँ ।
\v 37 [जहाजमे होनबारे हम जम्मा दुई सय छयहत्रर जनै रहए ।]
\v 38 बे अघाएके खाएके पिच्छु जहाज हलको करन ताहिँ समुन्द्रमे गेहुं फेक दैं ।
\p
\v 39 उजियारो हुइके पिच्छु फिर बे बो ठाउँ चिन नाए पाइँ, पर बे एक ढाहो देखिँ | जाको बलौटे किनरे रहए । जहाजके हुवाँ किनारे लगनके योजना बे करीँ ।
\v 40 बे लंगार झारत्, और समुन्द्रमे रहन दैं । बहेबारे डभना बाधो भई रस्सी खोल्दै । अग्गु पाल उठाएके हव्वा घेन घुमाए दैं और जहाजके किनारेसे बढाइँ ।
\v 41 तव पानी तरे लुको रेताको रासमे जहाज ठुक्के हुवाँए धसिगै, अग्गुको भाग अट्क गव और चलाए नाए पाइँ, और पिच्छुको भाग त लाणुरसे झोका खाएके टुटान लागो ।
\p
\v 42 कैदी पैरके भाजन लागे करके सिपाही बिनके मरनके सल्लाह करीँ ।
\v 43 तव कप्तान पावलके बचान मन करी बे अइसो करनसे रुकिगए | पैरन सिक्नबारे जहाजसे पहिले कुदके ढाहोमे जान हुकम बिनके दै,
\v 44 और बाँकी रहे भए चाहिँ पटरामे और जहाजको खुद्रामे बोपार जानके कहिँ अइसे सबसे अच्छेसे किनारे पुगिगए ।
\c 28
\cl अध्याय २८
\p
\v 1 हम अच्छेसे किनारे पुगे बो टापुको नाउँ माल्ट रहए काहेके हाम पता पए ।
\v 2 हुवाँक बासिन्दा हमके बहुत दया दिखाईं पानीक पड्के जाडो होनके कारनसे बिनके ताहिँ आगी पजार दै, और हमए सबके स्वागत करीँ ।
\v 3 पावल एक गडा कठीया जमा करी रहए और बा लाइके आगीमे डारदै । आगीक आँचसे एक साँप निकरके आओ, और बिनके हाथमे लिपट गौ ।
\v 4 “बा हुवाँ के बासिन्दा बिनके हाथमे साँप लिपटो देखके आपसमे कहन लागे, जा आदमी पक्का फिर ज्यानमार हुइहए । जा समूद्रसे बचके त निकरो पर इन्साफसे जा ना बच पाई ।"
\v 5 पर पावल बा साँपके आगीमे झट्किरदैं, और बाके कछु बिगार ना भऔ ।
\v 6 “पर बा को शरीर सुजैगो, औ बा इकबरी गिरके मरैगो कहिके बे सोचन लगे । तव बहुत देर तक सोचत रहँए तहु फिर बाको कछु बिगार ना भव देखके बे अपन विचार बदलके कहन लागे,” “जा ता देवता हए ।"
\p
\v 7 बा टापुक पब्लिस नाउँ भव मुखियक जगह जमिन बा ठाउँके किनारेमे रहए ।बे हमके स्वगत करीँ, और तिन दिन तक बाके घरमे हमर बेबस्ता करीँ ।
\v 8 पब्लिसको दौवा बुखार और आउँ रोगसे बेमार रहए । पावल बाके देखन गओ, और बाके ताहिँ प्रार्थना करि, औ अपन हात बक उपर धरके अच्छो करि।
\v 9 जा घटना पिच्छु बा टापुके और रोगी आदमी फिर आए, और अच्छे भए ।
\v 10 बे तमान तरिकासे हमर आदर करीँ । जब हम जहाजमे चढे, बे हमके आवश्यक पडो जित्तो समान जहाजमे डार दै।
\p
\v 11 तिन महिना पिच्छु, हम अलेक्जेन्ड्रीया के जहाज मे चढे ।जा जहाज जाडोक महिनामे जहेए टापु मे रहए ।जहाज के अग्गुक भागमे जुरिया देवताको मुर्ति बनो रहए ।
\v 12 सुराकुसाइमे पुगके हम हुवाँ तिन दिन बैठे ।
\v 13 हुवाँ से हम किनारे-किनारे रेगियनमे आए पुगे । एक दिन पिच्छु दखिन से हवा चली, और दुसरे दिन हम पटिओलिमे आइपुगे ।
\v 14 हुवाँ हम भैनके मिले, और बे हमके सात दिन तक उनके संग मे रहन के बिन्ति करीँ । अइसी हम रोम मे आए पुगे ।
\p
\v 15 हुवाँ से हमर आगमनको खबर सुनके भैया हमके मिलन अप्पियसके बजार और तिन-पाटि कहन बारो ठाउँमे आए रहए । बिनके देखके पावल परमेश्‍वारमे धन्यवाद चढाई, और हिम्मत पाई ।
\v 16 जब हम रोममे पुगे, तव पावल के एक जनि सिपैयनके रेखदेखमे इकल्लो बैठनके अनुमति मिलो ।
\p
\v 17 “तिन दिन पिच्छु पावल यहूदीक स्थानिय अगुवनके बुलान पठाई । बे जम्मा हुइके पिच्छु बा उनसे कहि, “भैया ओ, मए त अपन देश के आदमी, औ पिता पुर्खाक रितिरिवाजके विरुध्दमे कछु काम ना करो रहव । तहु फिर बन्दि हुइके यरुशलेमसे रोमीनके हातमे मोके सौंपि हँए ।"
\v 18 बे छानबिन करके पिच्छु मिर मे मृत्युदण्डको कछु कारण ना पाएके मोके छोडदेन मन करी रहए
\v 19 पर यहूदी बिरोध करनके कारणसे कैसर ठिन बिन्ति करन मोके कर लागो- मिर जातीक विरुध्दमे कोइ दोष लगान बारी बात ना रहए ।
\v 20 “जहेमारे मए तुमसे भेटके बात चित करन तुमके बुलाओ हौं । काहेकि इस्राएलको आशा जो हए बाहेक ताहिँ जा साँकरमे मय बधो हौं ।"
\p
\v 21 “बे बासे कहि,"हम त तुमर बारेमे यहूदियासे कुछ चिठी नापाए हए । कोइ भैया आइके तुमर बिरुध्दमे कोइ खराब बात फिर सुनाइ नाहँए और बोली नाहँए ।
\v 22 “पर तुमर विचार का हए सो तुमसे सुनन चाहत हँए । काहेकि जा दलके बारेमे हमके इतकए पता हए, कि इतए उतएके आदमी जाके बिरुध्दमे इकल्लो मसकत हँए ।"
\p
\v 23 तव बे बक ताहिँ एक दिन तोक दैं और गजब संख्यामे आदमी बाके डेरा मे आए । बा बिनके सबेरेसे सन्झा तक पुरो अपने बारेमे बताइ, और मोशक व्यवस्था और अगमवक्तक किताबसे परमेश्‍वारको राज्यक गवाही दै, और येशूक बारेमे बिनके विश्‍वास दिलान कोशिस करी ।
\v 24 बक कहि बात कितनो विश्‍वास करीँ, कितनो ना करीँ ।
\v 25 “बे अपसमे सहमति ना भए, और बिदा होन पेति पावल आखिरमे जा अपन मनकि बात बताइ, “तुमर पिता-पुर्खाके यशैया अगमवक्तासे पवित्र आत्मासे कहि वचन ठिकए रहए,"
\v 26 “जे आदमी ठीन जाएके काहो, “सुनन ता तुम सुनत हौ, पर कबहु ना समखत् हौ, देखन त तुम देखत हौं पर कबहु ना देख पात हौ ।"
\v 27 “काहेकि जे आदमिनको हृदय कमजोर हुइगौ हए, और बिनके कान बाहिरे हुइगए हए, और बे अपन आँखी मिचे हँए, नत बे अपन आँखी से दिखते, कानसे सुनते, हृदयसे समझते, और लौटते, और मए बिनके अच्छो करतो ।"
\p
\v 28 “जहेमारे तुमके पता होबए, कि परमेश्‍वारको जा मुक्ति अन्यजातिन के ताहिँ पठाई हए, और बे सुनङ्गे ।"
\v 29 और बा जे वचन कहिके पिच्छु यहूदी आपसमे गजब काहसुनी करतए विदा भए ।
\p
\v 30 पावल पुरो दुइ वर्ष तक अपनि खर्च मे रोम मे बैठो, और बक ठीन आन बारे सबैके बा स्वगत करी ।
\v 31 बा खुल्लम खुल्ला और बिना रोकटोकसे परमेश्‍वारको राज्यक प्रचार करत रहए और प्रभु येशू ख्रिष्टके बारेमे शिखात रहए ।

563
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\id ROM
\ide UTF-8
\h रोमीन्के पावलको पत्र
\toc1 रोमीन्के पावलको पत्र
\toc2 रोमीन्के पावलको पत्र
\toc3 rom
\mt रोमीन्के पावलको पत्र
\c 1
\cl Chapter 1
\p
\v 1 प्रेरित होनके तँहि बुलाएभए और सुसमाचारको कामके तँहि अलग करोभौ ्येशू ख्रीष्टको दास पावल ।
\v 2 बा अपन अगमवक्तानसे आग्गुयए धर्म- शास्त्रमे प्रतिज्ञा करी भइ सुसमाचर जहे हए |
\v 3 जा शरीरअनुसार दाऊदको वंशसे जलमो भौ बाको पुत्रके बारेमे हए ।
\v 4 मरेनसे पुनरुत्थान हुइके और पवित्रताको आत्मासे शक्तिशाली परमेश्वरको पुत्र होन घोषण करो भौ बा हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट हए ।
\v 5 बाको नाँउके ताहिँ सबए जातिठिन विश्वासके आज्ञाकारिताके तँहि हम बासे अनुग्रह और आगुवको काम पाए हँए|
\v 6 जे जातिन मैसे तुम फिर येशू ख्रीष्टको होन बुलाए भए हौ।
\v 7 जा पत्र रोममे भए सबएके तँहि हए, आथव परमेश्‍वर प्रिय, जो पवित्र जाति होन बोलाएभए हँए ।हमर परमेश्वर और प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रहऔर शान्ति तुममे रहबए।
\p
\v 8 आग्गु तुम सबएनके तँहि येशु ख्रीष्टसे मए परमेश्‍वरके धन्यवाद चढातहौँ, काहेकि तुमर विश्‍वास सारा संसारभर घोषणा करो हए ।
\v 9 काहेकि मए तुमर नाउँ कित्तो लएरहत हौ कहिके परमेश्वर मिर साँछी हए। बाको पुत्रको सुसमाचारमे मए मिर आत्मासे (जोसके साथ) बाको सेबा करत हौँ ।
\v 10 परमेश्‍वरको इच्छासे जैसे फिर मए तुमरठिन आनके सफल होन सकौं कहिके मए साद मिर प्रार्थनामे अनुरोध करत हौँ ।
\v 11 मए तुमके भेटन गजब इच्छा करत हौँ, ताकि तुमके तगडो बनानके ताँहि मए तुमके कुछ वरदान दै पामउँ ।
\v 12 अइसी तुमर और मिर एक-दुस्रेको विश्‍वाससे मए आपसि रुपमे उत्साहित होन गजब इच्छा करत हौँ ।
\v 13 मए बिषेस तुमर ठिन आन इच्छा करो कहि बातमे तुम अन्जन होबओ कहिके मए ना चाहँत हौँ, पर मोके अभेसम्म रोकोगव हए। मए बाँकी गैरयहूदीनके बिचमे जैसो तुमर बिचमे फिर कुछ फल पानके ताँहि जा चाहो हौँ।
\v 14 मए यहूदीन् और विदेशीन्, बुद्धिमनिन् और मूर्खन दुनैको ऋणी हौँ ।
\v 15 जहेमारे मिर हकमे मए तुम रोममे होन बारेनके फिर सुसमाचार प्रचार करन तयार हौं।
\p
\v 16 मए सुसमाचारके ताँहि ना शर्मात हौँ, काहेकि जा विश्‍वास करन बारे सबय के ताँहि परमेश्‍वारको मुक्तिको शक्ति हए, पहिले यहुदी और जकपिच्छु ग्रिकनके ताँहि ।
\v 17 काहेकी जहेमे परमेश्‍वरको धार्मिकता विश्‍वाससे विश्‍वासमे करो गव हए, जैसो लिखो हए “धर्मी विश्‍वासैसे जिहए ।" ।
\p
\v 18 काहेकि सबय भक्तिहीनता और आदमीनको पापके बिरुध्द परमेश्‍वरकी क्रोध स्वर्गसे प्रकट भौ हए जौन भक्तिहीनताद्वारा सत्यताके रोके हए।
\p
\v 19 जा परमेश्वरके बारेमे अनजान भइ बात बिनके दृश्‍य होनके करनसे है काहेकि परमेश्‍वर बिनके प्रकाश दै हए ।
\v 20 काहेकि संसारकी उत्पत्तिसे बाक अदृश्‍य पक्ष स्पष्ट रुपमे दृश्‍य भए हँए । बे सृजेभए चिजनके द्वारा बुझेगए हँए। जे पक्ष बाको अनन्त शक्ति और ईश्‍वरीय स्वभाव हँए। परिणामस्वरुप जे आदमीनके कोई बहाना ना हए।
\v 21 जा बे परमेश्‍वरके चिनके फिर बे बाके परमेश्‍वरके रुपमे महिमा नदेन के करनसे भौ हए । बरु बे अपनी बिचारमे मुर्ख भए, और बिनको अचेत हृदय अँध्यारो भव।
\v 22 बे बुद्धिमान भौ कहिके दाबि करीँ ताहुँ फिर बे मुर्खए भए,
\v 23 बे अबिनाशी परमेश्‍वरकी महिमाके नाश होन बारे आदमी, चिरैँ चुर्गुनी, चार टाङगके जनावर और घिष्टन बाले जीवजन्तुनके प्रतिमासे साटे |
\v 24 जहेमारे परमेश्‍वर बिनकी अशुध्दके तँहिं अथवा बिनके बिचमे बिनको शरीरकी अनादर होबए कहिके बिनको कामवासनामे छोड दै ।
\v 25 परमेश्‍वरको सत्यताके झुठोसे बदलके सदा सर्वदा प्रशंसा करन बारो सृष्टिकर्ताके आराधना करनके बादला सृष्टि करोभौ चिजनके सेवा करन बारे बेहिँ हैँ ।
\p
\v 26 जहेमारे परमेश्वर बिनके शरम लागन बालो कामके ताहि छोड दै, काहेकि बिनकी बैयर अपन स्वाभाविक व्यवहारके अस्वाभाविक व्यवहारमे बदलीं,
\v 27 अइसी पुरुष फिर स्त्रीसंगको स्वभाविक कामके छोडीँ, और एक -दुस्रेघेन स्वभविक व्यवहार छोड के एक दुसरे घेन शरम लागन बारो कामके जलनमे लगो और लोग लोगसे निर्लज्ज काम करि, औ अपनी शरीरमे अपन कसुरके उचित दण्ड भोगी|
\v 28 बिनको सजगतामे बे परमेश्वरक हए कहिके सहमत ना होनके करनसे बा बिनके बिनको अनुचित काम करनके ताँहि भ्रष्ट मनमे छोड दै ।
\v 29 बे अधार्मिकता, दुष्टता, लोभ, हिर्ससे भरे हँए | बे दिक्क, हत्या, लडाई झगडा, छल बिजरोसे भरे होत हँए, और बे औरेक बात काटनो,
\v 30 और बदनाम कारन बारो परमेश्वरके घृणा करन बारो, हेँकड, अहंकारी, अभिमानी, दुष्ट बात रचके नेगन बारो, अइया दौवाक आज्ञा पालन ना करन बालो
\v 31 मुर्ख, विश्वास घाती, निर्दयी, और झन्नी होत हए ।
\v 32 अइसो करन बारे मरन योग्य होत हँए कहिके परमेश्वरको नियमके बे जानत हँए । पर बे जा थोक करन इकल्लो ना हए, बे आइसो करनबारेन संग सहमत फिर होतहँए ।
\c 2
\cl Chapter 2
\p
\v 1 जहेमारे तुमके कोइ बहाना नैयाँ । ए आदमी, ताय जौन न्याय करत हौ औ ताय दुस्रेके जोके ताँहि दोष लगात हौ तुम अपनै फिर बहेमे दोषी ठरैगे । काहेकी ताय न्याय करन बारो फिर बेही बात करतहौ ।
\v 2 पर आइसो बात बारेनके उपर परमेश्वरको न्याय होत सत्यताके जैसो हुइ हए कहिके हम जानत हँए ।
\v 3 पर ए आदमी, जाकेताए अइसो काम करन बालेके दोष लगात हए, और अपना फिर बहे काम करत हौ, का परमेश्वरको न्यायसे वाचङगे कहिके तए सोचत हौ?
\v 4 या परमेश्वरको कृपासे तोके पश्चताप घेन लैजात हए कहिके पत्ता नपाइके का तय बक दया, सहनशिलता और धैर्यको प्रशस्तताके खराब मानत हौ?
\v 5 तव परमेश्वरको धार्मिकताको न्याय प्रकट होन बारो दिक्कके दिन ताहि अपनो कठोर और अपश्चात्तापी हृदय करके तुम अपने ताहि दिक्कको जमा लगात हौ ।
\p
\v 6 काहेकि बो हरेक मानैनको उनको काम अनुसार देमंगे ।
\v 7 धैर्यसे अच्छो काम करके महिमा, इज्जत और अमरत्तो ढुड्नबारेनके चाँही बो अनन्त जीवन देबैगो ।
\v 8 पर झगडालु, सत्यको पालन ना करनबारो, और दुष्टतामे नेगन बारेन के उपर ता क्रोध और दिक्क पडइगो|
\v 9 खराब काम करन बारे सबयआदमी के उपर सङ्कट और आफत आए पडइगो, पहिले यहूदी उपर और अन्यजातिके उपर फिर|
\v 10 और अच्छे काम करन बारे सबयके पहिले यहूदीनके उपर और अन्यजातिके फिर गौरव, इज्जत और शान्ति प्राप्त होबइगो
\v 11 काहेकी परमेश्वर पक्षपात ना करत हए|
\v 12 सबए जौन व्यवस्थाविना पाप करी हँए, बे व्यवस्था विनासे नष्ट फिर होमंगे, और व्यवस्थाके तरे रहीके फिर पाप करनबारेनके न्याय व्यवस्थाद्वारए सेहोबाइगो |
\v 13 काहेकी व्यवस्था सुनन बारे परमेश्वरके अग्गु धर्मी ना ठहरङगे, पर व्यवस्था पालन करन बारे धर्मी ठहरङगे|
\v 14 काहेकी व्यवस्था नहोनबारे अन्यजातीको स्वभावएसे व्यवस्था अनुसार काम करत हए, कहिकेबिनके व्यवस्था नहुइसे फिर बे अपन ताँहि अपनए व्यवस्था होमाङगे|
\v 15 व्यवस्थासेचाँहन बालि बात अपन हृदयमे लिखो भव बे दिखात हएँ, और बिनकी अपनी दिमाकसे फिर गवाही देत हए, और बिनको विचार कभी विनके दोष लागत हए, और कभी समर्थन करत हए |
\v 16 औ परमेश्‍वरप्रति फिर जहे बात लागु हुइहए । जा बा दिन हुइ हए जब परमेश्वर मोके प्रचार करो भव सुसमाचार-अनुसार येशू ख्रीष्टसे आदमीको गोप्य बातके न्याय करइगो ।
\p
\v 17 और अगर तुम यहूदी हौ कहेसे व्यवस्थामे भरोसा पडके परमेश्वरसँगको सम्बन्धमे घमण्ड करत हौ,
\v 18 और बाकी इच्छा जानत हौ, और व्यवस्थासे सिकाइ भइ अच्छी बातके मानत हौ,
\v 19 और तुमके जा पक्का हए कि तुम अन्धाको अगुवा हौ, और अन्धकारमे होनबारेके ताहिं ज्योति हौ,
\v 20 मुर्खके सुधारत हौ, अपरिपक्कके शिक्षा देत हौ, काहेकी व्यवस्थामे सबै बुध्दि और सत्यता प्राप्त करे हौ
\v 21 - जब तुम दुसरेन्के सिखात हओ, तव का आपनएके ना सिखात हओ? जब तुम चोरिके विरुद्धमे प्रचार करत हओ, का तुम अपनाए चोरी करत हओ?
\v 22 तुम, जौन व्यभिचार ना करौ कहिके कहत हओ, का तुम अपनाए व्यभिचार करत हौ? तुम जौन मुर्तिके घृणा करत हौ, का तुम अपनाए मन्दिरके लुटत हौ?
\v 23 तुम जौन परमेश्‍वरको व्यवस्थामे गर्वके साथ रमात हौ, का तुम व्यवस्था भङग करके परमेश्वरको अनादर करत हौ?
\v 24 काहेकी, लिखो हए, “अन्यजातिके विचमे परमेश्वरको नाउँ तुमहीँ से निन्दित भव हए ।”
\p
\v 25 यदि तुम व्यवस्था पालन करत हौ कहेसे वास्तवमे खतनासे निहत्तै तुमके फाइदा हए, पर व्यवस्था भङग करनबारे हौ कहेसे तुमर खतना बेखतना होत हए|
\v 26 अगर शरीरमे बेखतना भव व्यवस्थाके धार्मिक-विधान पालन करत हौ कहेसे, का बिनको बेखतना खतनामे ना गिनैगो का?
\v 27 तव शरीरमे खतना ना भव फिर व्यवस्था चाँही पालन करन बाले लिखित व्यवस्था भए और खतना फिर भए तुम व्यवस्था भङग करन बारेके दोषी ठहरात हौ|
\v 28 काहेकि बा यहूदी ना हए जो बाहिरी रुपसे इकल्लो यहूदी हए, उइसीयए निहत्तै खतना फिर बाहिरी और शारीरिक बात नैयाँ|
\v 29 यहूदी बो हए, जो भित्री रुपसे यहूदी हए, और निहत्तै खतना त हृदयकि बात हए, जा आत्मिक बात हए, लिखित व्यवस्थाकि बात नैयाँ ।अइसो आदमी को प्रशंसा आदमी से नाए, पर परमेश्वरसे होत हए ।
\c 3
\cl आध्याय
\p
\v 1 अब यहूदीके का फाइदा हए त? अथाव खतनाको का मोल?
\v 2 हरतरहासे जा मे गजब फाइदा हए| सबसे अग्गु त परमेश्वरको वाणी यहूदीके सौँपदै हए|
\v 3 अगर बिनमैसे कोइ कोइ विश्वास नाकरी कहेसे, का हुइहए ता? का बिनकी अविश्वास परमेश्वरको विश्वासयोग्यताके रद्ध करत हए का?
\v 4 उइसो ना होबाए, परमेश्वर सत्य और सब आदमी झुठे ठहरे। जैसो लिखो हए, “तुम अपन वचनमे ठिक ठहरओ, और न्याय होतए तुमविजय होबाओ|”
\v 5 और हमर अधार्मिकतामे परमेश्वरको धार्मिकताके प्रकाशमे लातहए, तव हम का कहँए? का परमेश्वरको दिक्क हमरउपर आएपाडो तव बो अन्याय करत हए? (मए मानवीय जैसितर्क करतहौ|)
\v 6 काद्पी ना होबए! उइसो हए, कहेसे परमेश्‍वर संसारको इन्साफ कैसे करइगो?
\v 7 पर अगर मिर झुटसे परमेश्वरको सत्यता बक महिमाके ताहिँ प्रशस्त प्रशंसा प्रदान करत हए कहेसे मोके अभेफिर काहे पापीके रुपमे न्याय करत हँए?
\v 8 काहे नकाहँएं, जइसी हमके झुठे रुपमे आरोप लागत हएँ, और कोइ ता पुष्टि करत हँएँ, कि हम काहत हँए, “दुष्ट काम कारएँ, ताकि असल आबए ।" बिनको न्याय उचित हए ।
\p
\v 9 अइसो हए तौ का? का हम अपनए आपनो सफाइ देत हँए? आइसो नाहोबए! काहेकी यहूदीन् और ग्रिक सबए पापके अधीनमे रहँए कहिके हम पहिलियए दोष लगाएडरे हँए ।
\v 10 जइसो लिखो हए, “धर्मी कोइ नैयाँ, एक जनै फिर नैयाँ, ।
\v 11 बुझन बारो कोइ नाहए । परमेश्वरके ढुड्न बारे कोइ नाहँए ।
\p
\v 12 बे सब बराने हँए, बे एक सँग बेक्ममा भए हँए । असल करन बारे कोइ फिर नाहँए, अँहँ एक जनै फिर नाहँएँ ।
\q
\v 13 “बिनको मुहू खुलो चिहान हानि हए, बे अपन जिभसे छलकि बात करत हँए ।” “साँपको विष बिनकी ओठमे हए|””
\v 14 “बिनकी मुहू सराप और खराब बातसे भरो हए|””
\v 15 “बिनकी टाङग रक्तपात करन ताँहि तयार हएँ ।
\q
\v 16 बिनास और कष्ट बिनकी डगरमे हए,
\v 17 जे आदमी शान्तिकि डगर बे चीनत ना हँए|”
\v 18 “बिनकी आँखीके सामने परमेश्वरको डर ना हए ।
\p
\v 19 अब हम जानत हएँ, जो-जित्तो व्यवस्था कहत हए, व्यवस्थाके तरे होन बारेसे कहत हए, कि हरेक मुहू चूप लागौ, और सारा संसार परमेश्वरके अग्गु जवाफ देन बारो होबए|
\v 20 बाक नजरमे जहेमारे व्यवस्थाको कामसे कोइ प्राणी बोकी दृष्टिमे धर्मी ना ठहरैगो, काहेकी व्यवस्थाद्वारए पापको चेतना भौ हए ।
\p
\v 21 पर अब त व्यवस्था बिना परमेश्वरके आन बारो धार्मिकता प्रकट भौ हए । बहेकि गवाही व्यवस्था और अगमवक्ता दै हए ।
\v 22 येशू ख्रीष्टमे विश्वास करन बारे सबएके उपर परमेश्वरको धार्मिकता विश्वाससे प्रकट भौ हए ।
\v 23 काहेकी सबए पाप करीँ हएँ, और परमेश्वरको महिमासम्म पुगनके चुके हएँ ।
\v 24 परमेश्ववरको अनुग्रह को वारदानसे ख्रीष्ट येशूमे भए उद्धारसे बेए सेँतमे धर्मी ठहरेहएँ।
\v 25 काहेकि परमेश्वर ख्रीष्ट बोके रगतसे प्रायश्‍चित बलिदान स्वरूप त्याग करी रहएँ, जौन प्रायश्‍चित विश्‍वास ग्रहण करन पड्त हए| जा काम परमेश्वर अपन धर्मिकता दिखन ताहि करी रहए, काहेकी बो इश्वरीय धैर्यमे अग्गुके पापनके बो वस्ता ना करी रहए|
\v 26 परमेश्वर अपनै धर्मी हए और येशूमे विश्वास करन बारे बो धर्मी ठहराबैइगो कहन बारी बात प्रमाण करन ताँहि बो वर्तमान समयमे जा करी रहए|
\v 27 घमण्ड कहाँ करएँ? जा त हटाव गौ हए । काके आधारमे? कामके आधारमे? नाए, पर विश्‍वासके आधारमे हए ।
\v 28 तव हम निचोडमे आमंगे, कि कोइ फिर आदमी व्यवस्थाके कामकेबिना विश्वासद्वारए धर्मी ठहारत हए |
\v 29 का परमेश्वर केवल यहूदीनको इकल्लो परमेश्वर हुइहए का? का बो अन्यजातिनके फिर परमेश्वर ना हए का? हाँ बो अन्यजातिनको फिर परमेश्‍वर हए।
\v 30 अगर गौसएके एक परमेश्‍वर हए तौ बो खतना भएनके विश्‍वासद्वरा धर्मी ठहारत हए, और खतना नाभएनके फिर विश्‍वासकेद्वरा धर्मी ठहारत हए।
\v 31 का हम विश्‍वाससे व्यवस्थाके रद्द करत हँएं? कबहु एैसो ना होबए! बरु हम त व्यवस्थाके कायम करत हएँ ।
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 अब, शरीर अनुसार हमर पुर्खा अब्राहामके बारेमे हम का कहँए त?
\v 2 अगर अब्राहम कामसे धर्मी ठ्हिरतो तौ उनके घमण्ड करनको कारण हुइतो, पर परमेश्वरके अग्गु त नाए ।
\v 3 काहेकी पवित्र-शास्त्रमे का कहत हए? “अब्राहाम परमेश्वरउपर विश्वास करी, और बो उनके ताँहि धार्मिकतामे गिनीगौ ।”
\v 4 |” अब जौन काम करत हए, बाक ज्यालाके अनुग्रहके रुपमे ना गिनोजात हए, पर पानबारो चिजको रुपमे गिनो जात हए।
\v 5 पर बाक ताँहि जौन काम ना करत हए, पर बोकि साट्टा अधर्मीके धर्मी ठहरानबारोमे विश्‍वास करत हए, बोकी विश्‍वसकी धार्मीकताके रुपमे गिनहए।
\v 6 दाऊद फिर काम बिना परमेश्‍वर धार्मीकतामे गिनो भौ आदमीके आशिष घोषणा करत हए ।
\q
\v 7 “बा कहि बे धन्यके हएँ, जोकी अपराध क्षमा हुइगओ हए, और बक पाप तोप दाईहए।"
\v 8 बो आदमी धन्यको हए, जौनको विरुद्धमे परमेश्‍वर पापको लेखा नएलेतहए ।”
\p
\v 9 तव का जा आशिर्वाद खतनाबालेनके ताँहि मात्र हए? कि बेखतनाबालेनके ताँहि फिर हए? काहेकी हम कहत हँएं, अब्राहामके ताँहि त उनको विश्वाससे धार्मिकताके रुपमे गिनो ।
\v 10 अैसो हए कहेसे, जा कैसे गिनीगौ तौ? अब्राहाम को खतना होनसे अग्गु अथाव पच्छु? जा खतनामे होत ना भौ रहए, पर बेखतनामे भौ रहए।
\v 11 अब्राहाम खतनाको चिनहा पाइ।जा विश्वासको धार्मीकताकी छाप रहए, जो बा खतना होनसे पहिले पाइ गौ रहए । जा चिनहाको फल ता बे खतना होनसे पहिलियए बा विश्‍वास करन बारे सबएक पिता बनो । जक मतलब जा हएकी बो धार्मीकता बिनके ताँहि धार्मीकतामे गिनैगो ।
\v 12 जक मतलब जा हएकी अब्राहाम खतनासे आए भए बालेक ताँही इकल्लो नाए, पर हमर पिता अब्राहामके पिछुवान बालेनके ताँहि फिर पिता बनो । और बो खतना होनसे पहिलियए बक संग विश्बा‍स रहए ।
\p
\v 13 काहेकी संसारके उत्तरधिकारी होनके ताँहि अब्राहाम और उनको वंशके दओ प्रतिज्ञा व्यवस्थासे ना दैरहए, पर जा विश्वासके धार्मिकतासे रहए ।
\v 14 काहेकि अगर बो व्यवस्था पालन करनबारे मात्र उत्तराधिकारि हँंएं कहेसे विश्वासके त खाली बानइ और प्रतिज्ञाके रद्द करीँ ।
\v 15 काहेकी व्यवस्था दिक्क लतहए, पर जहाँ व्यवस्था नैयाँ बोहुअँ अपराध फिर ना हुइहए ।
\v 16 जहेमारे जा विश्वासकेउपर होत हए, काहेकि बो अनुग्रहउपर हुइ पाबए ।फलके रुपमे, प्रतिज्ञा सबए सन्तानके ताँहि पाक्को हए। और जे सन्तान व्यवस्था इकल्लो जानन बरेनके ताँहि ना हए, पर बे अब्राहामकी विश्‍वाससे आएभएनके फिर समेटत हए ।काहेकी बो हम सबकी पिता हए।
\v 17 जैसो लिखो हए, “मए तोके तमान जातिके पिता बनाओ हौं ।” अब्राहाम अपन भरोसा करो भौ परमेश्‍वरकी उपस्थितिमे रहए, जौन मरेनके जीवन देतहए और अस्तित्वमे नाभए चिजके अस्तित्वमे लाए सक्त हए ।
\v 18 जे सबए बाहिरी परिस्थिती होतसोत फिर भविष्याके ताँहि अब्राहाम परमेश्‍वरमे दृढ भरोसा करी। तहिकमारे बा “तिर बाच्चा आइसी होमंगे" कहोजैसो गजब जातिनकि पिता बनो ।
\v 19 बो विश्‍वासमे कमजोर ना रहए। अब्राहाम जानिगौ की बक शरीरमे बाच्चा जलमन तागत ना रहए । (काहेकी बो करिब सौ वर्ष घेन पुगिगौ रहए) । साराकी कोख फिर बाच्चा जलमान ताँहि तागत ना रहए फिर बि बा स्वीकार करी ।
\v 20 पर परमेश्वरकी प्रतिज्ञाके कारण, अब्राहामके कुछु शङ्का (अविश्‍वास) ना रोकी । बरु, बाके विश्‍वासमे पाक्को बनाइ और बा परमेश्‍वरकी प्रशंसा करी ।
\v 21 परमेश्‍वर जो बात प्रतिज्ञा करी रहए, बो बा बात पुरा करन ताँहि होन्‍नरी रहए बा पूर्ण रुपमे विश्‍वस्त रहए ।
\v 22 “जहेमारे फिर बा को विश्वास ““बाके ताँहि धार्मिकता गिनी ।”
\p
\v 23 अब जा केवल बाको भलाईके ताँहि ना गिनो रहए ।
\v 24 जा हमर ताँहि फिर लिखो गौ रहए, जौनके ताँहि गिनन बारो हए, हम जौन हमर येशू प्रभुके मरके जिन्दा करन बारोमे विश्‍वास करत हँए ।
\v 25 बो बाही हए जौनके हमर अपराधके ताँहि सौँपो गौ रहए, और हमके धर्मी ठहरान ताँहि जिन्दा भौ हए ।
\c 5
\cl आध्यया ५
\p
\v 1 हम विश्‍वाससे धर्मी ठहारानके करणसे हमर येशू ख्रीष्टसे हम परमेश्‍वरसंग शान्‍तिमे हँएं ।
\v 2 हम बोक उपरको विश्ब‍वाससे जा अनुग्रहमे घूसन् पाए हँए । जा अनुग्रहमे हम ठडे हँए । हमर परमेश्‍वर हमके भविष्यके ताँहि मजबुती देन बारो मतलब परमेश्वरके महिमामे सहभागी हुइके हमर आशामे हम रमातहए ।
\v 3 यितकै इकल्लो नैयाँ, पर हम अपनो संकष्टमे फिर रमातहँए ।, हम जानत हँए कि संकष्ट सहनशीलता उत्पन्न करतहए,
\v 4 सहनशीलता मिलाप उत्पन्‍न करात हए और सहमति भविष्यके ताँहि भरोसा उत्पन्न करात हए ।
\v 5 आशा हमर निराशा ना करत हए, काहेकी हमके दौ भौ पवित्र आत्मासे परमेश्वरको प्रेम हमर हृदयमे अखानए दैहए ।
\p
\v 6 काहेकी हम दुर्वल रहएँ ख्रीष्ट अधर्मीके ताँहि ठीक समयमे मरीगौ ।
\v 7 कोई मुस्किलसे मरैगौ एक जानै धर्मी आदमीके ताँहि, आथव एक जानै असल आदमीके ताँहि सायद कोई मारनको साहस करतो ।
\v 8 पर परमेश्वर हमर ताँहि बाको प्रेम जहेमे दिखातहए, कि हम पापी होतए ख्रीष्ट हमर ताँहि मरो हए ।
\v 9 जहेमारे बाको रगतसे औ जद्धा धर्मी ठहारे हँएं, पर हम बा को क्रोधसे बच्‍ङगे।
\v 10 काहेकी हम शत्रु होतए बाको लौडाके मृत्युसे परमेश्वरसँग हमर मिलाप भव रहए, ताबहि झन् जाद्धा अब उनहिसँग मिलाप हुइके ख्रीष्टको जीवनसे हम बचामङगे ।
\v 11 यितकै इकल्लो नए, पर हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे परमेश्वरमे हम रमात फिर हँंए, बासे अब हमके परमेश्वरसँग मिलाप प्राप्त भौ हए ।
\p
\v 12 एक जनै आदमीसे संसारमे पाप आओ, और पापसे मृत्यु आओ । आइसी सब आदमीमे मृत्यु फैलिगौ, काहेकी सब पाप करीं ।
\v 13 व्यवस्थासे अग्गु फिर संसारमे पाप रहए, पर जहाँ व्यवस्था नैयाँ, बोहुना पापको लेखा फिर नाहोतहए ।
\v 14 आदमसे लैके मोशा तक और आदमीकी जैसो पाप नकरन बारेके उपर फिर मृत्यु राज्य करी, जो आनबारो रहए बक प्रतिरुप रहए ।
\v 15 सेँतको वरदान और बो अपराधमे कोइ समानता नैयाँ । काहेकी एक जनै आदमीको, अपराधसे तामान आदमी मरे और एक जनै आदमी आथब येशू ख्रीष्टको अनुग्रहसे अनबारो वरदन गजबके ताँहि प्रशस्त होबए ।
\v 16 सेँतको वरदान त एक जनै आदमीको पापको नतिजाजैसो ना हए । एकघेन, एक जनै आदमीको अपराधसे दण्डको न्‍यो आओ ।दुस्रो घेन सेँतको वरदान गजब अपराध पिच्छु निर्दोषीकरणको नतिजामे आओ ।
\v 17 अगर एक आदमीको अपराधसे बा आदमीसे मृत्यु राज्य करी, कहेसे झन जाधा प्रशस्त अनुग्रह और धार्मिकताके सेँतको वरदान पनबारो एक आदमी येशू ख्रीष्टसे जीवनमे राज्य करैगो ।
\p
\v 18 आइसी जा एक आदमी अपराधसे सब आदमी दण्डको भागीदार बने, आइसीयए एक आदमीकी धार्मिकताको कामसे सब आदमीके ताँहि धर्मीकरण आओ ।
\v 19 जैसी एकआदमीके अनाज्ञाकारितासे गजब जनैके पापी बनाई, आइसी करके एक जनै आज्ञाकारीसे गजब जनै धर्मी बनङ्गे ।
\v 20 पर व्यवस्था आओ काहेकी अपराध बढए । पर जहाँ पाप बढेहए अनुग्रह झन जाद्धा बढेहए,
\v 21 जहेमारे कि जैसी पाप मृत्युमे राज्य करी, आइसी करके येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुद्वारा अनुग्रहसे धर्मी ठहरएके अनन्त जीवनतक राज्य करए ।
\c 6
\cl आध्याय ६
\p
\v 1 अब हम का कहँए? का अनुग्रह प्रशस्त होबाए कहिके हम पापमे लगेरहमए?
\v 2 आइसो कबहु नहोबाए! हम जो पापके ताहिं मरे, तव हम कैसे बा पापमे जिमएँ?
\v 3 जितनोके ख्रीष्ट येशूमे बप्तिस्मा दैहए, उनके बाको मृत्यूमे बप्‍तिस्मा दैहए का तुम नजानत हौ?
\v 4 जहेमारे बप्तिस्मामे हम मृत्युमे बाकेसँग गाडे गए, ताकि जैसी पिताके महिमामे ख्रीष्ट मरेभएसे जिन्दा भौ, अइसी हम फिर नयाँ जीवनको डगरमे नेगैं ।|
\v 5 अगर बाको मृत्युमे हम बाकेसँग एक भए हएँ कहेसे, बाके पुनरुत्थानमे फिर पक्कए हम बाकेसँग एक होमंगे ।
\v 6 हम जानत हएँ, कि हमर पूरानो मनुष्यत्व बाकेसँग क्रुसमे टाँगिगओ, ताकि हमर पापमय शरीर नाश होबए, और अब उइसो हम पापको कमैया नहोमएँ ।
\v 7 काहेकी जो मरो हए बो पापसे मुक्त भौ हए ।
\v 8 पर हम ख्रीष्टसँग मरे हएँ कहेसे बाकेसँग जिमङ्गे काहिके विश्वास करत हएँ ।
\v 9 हम जानत हएँ कि ख्रीष्ट मरेभए मैसे जिन्दा हुइके फिर न मरैगो । अब बाकेउपर मृत्युको राज्य नाहुइहए ।
\v 10 जौन मृत्युमे बो मरो बो पाप के ताँहीं सदिमान के ताहिं एक दौँ मरो । पर जौन जीवनमे बो जितहए, बो परमेश्वरके ताहिं जितहए ।
\v 11 अइसी करके तुम फिर अपन- अपन पापके ताहीं मरे, पर ख्रीष्ट येशूमे परमेश्वरके ताहिं जिन्दा भौ मानन पड्त हए ।
\v 12 जहेमारे शरीरको अभिलाषा अनुसार चलन नपडै कहिके तुमके मरणशील शरीरमे पापके राज्य करन मत देव ।
\v 13 अपन शरीरके अङ्गके दुष्टताके साधनके रुपमे पाप करन समर्पण मतकरौ । पर मृत्युसे जीवनमे लाए भए आदमी जैसो अपनैके परमेश्वरठीन दैदेओ, और शरीरके अङ्गनके धार्मिकताके साधन जैसो परमेश्वरठीन समर्पण करौ ।
\v 14 काहेकी पापके तुमरउपर राज्य करन नदेव, काहेकितुम व्यवस्थाके अधिनमे नाहौ, पर अनुग्रहके अधिनमे हौ ।
\p
\v 15 अब का तौ? का हम व्यवस्थाके अधिनमे नैयाँ, पर अनुग्रहके अधिनमे हएँ कहिके पाप करैं का? कबहु अईसो ना होबए ।
\v 16 का तुम नजानत हौ, आज्ञाकारी कमैयाको रुपमे अपनएके जौन ठिन समर्पण करत हौ, बक उपर तुमके आज्ञाकरीहोन पड्हए? जा सत्य हए की तुम मृत्युघेन जानबारो पापको कमैया हौ या धार्मिकताघेन लैजानबारो आज्ञाकारीके सेबक हौ।
\v 17 पर परमेश्वरके धन्यवाद होबए, कि तुम जो एक बार पापकी कमैया रहौ, पर तुमअपनएके दौ भौ शिक्षाको ढाँचाके अपन हृदयसे पालन करौ।
\v 18 तुमके पापसे मुक्त करि हए और तुमके धार्मिकताको कमैया बनाओ गौ हए ।
\v 19 तुमर मे रहोभौ मानवीय कमजोरीके कारण से मए तुमके समकनबारो भाषामे मसकत हौ । काहेकी जैसी तुम एक चोटी अपन अङगनके अशुद्धता और औरजाध्धा अपराधके ताहिं समर्पण करे । अब उइसिए पवित्रकरनके ताहिं अपन अङगनके धार्मिकताके ताहिं समर्पण करौ ।
\v 20 तुम पापके कमैया भए बेरामे धार्मिकताके ताहीं स्वतन्त्र रहौ ।
\v 21 अब जौन बातमे तुम हबे शर्मात हओ, बो बातमैसे तुमसंग प्रतिफल रहएँ? बे बातनकि अन्त मृत्यु हए ।
\v 22 पर अब तुम पापसे मुक्त हुइके परमेश्वरके कमैया भए हओ, तव तुमर पानबारो प्रतिफल पवित्रकरण हए, और बाको अन्तमे, अनन्त जीवन ।
\v 23 काहेकी पापको ज्याला मृत्यु हए, पर परमेश्वरको सेंतको वरदान ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे अनन्त जीवन हए ।
\c 7
\cl अध्याय ७
\p
\v 1 भइया रेओ, का तुम ना जनत हओ-मए व्यवस्था जानन बालेनसे मसक रहो हौं कि आदमीनको जीवनकाल तक इकल्लो रहन तक नियन्त्रण करतहए ।
\v 2 उदाहरणके ताहिं, एक व्यहा भइ बैयर बाको लोगा जिन्दाहोन तक अपन लोगा सँग कानुनि रुपमे बँधी रहत हए, अगर बक लोगा मरिगव तव लोगाको नाता कानुनसे बो मुक्त हुइ जात हए ।
\v 3 अगर लोगा जिन्दा होतमे फिर बो दुस्रो लोगा करके बक सँग रहएगी तओ बो व्यभिचारी कहिलाइगी। पर लोगा मरजए हए तौ बो जा कानुनसे मुक्त हुइ जए है, और दुसरो लोगासे व्यहा करे से फिर बो व्यभिचारी ना हुइ हए ।
\v 4 अइसी मिर भइया रेओ, तुम फिर ख्रीष्टको शरीरसे व्यवस्थक ताहिं मरे हौ, काहेकी तुम औरोआदमी, अर्थात् मौतसे जिन्दा भओ ख्रीष्टसँग एक होबौ, और हम परमेश्वरके ताहिं फल फलामै।
\v 5 जब हम पापी स्वभावमे अपन जीवन बितात रहएँ, तव मृत्युको फल फलान ताहिं व्यवस्थासे उत्तोजित करो भव हमर पापमय खराब अभिलाषा हमर अंगमे काम करत रहए ।
\v 6 पर अब हमके वन्धनमे करन व्यवस्थाके ताहिं मरके हम अब बोसे मुक्त भए हैं, और हम पुरानो लिखो विधानके अधिनमे नाए पर पवित्र आत्माके नयाँ जीवनमे सेवा करएँ कहिके अैसो भौ हए ।
\p
\v 7 अैसो हए कहेसे"हम का कहैँ तौ? का व्यवस्था पाप हए? आईसो कबहु ना होए । अगर व्यवस्था नहुइतोत मै पाप पता नाए पैतो, काहेकी अगर व्यवस्था “तए लोभ मत कर" कहिके व्यवस्था ना कहितो त लोभ करन का हए बो पता ना पैतो ।"
\v 8 पर पाप आज्ञामे मौका पाईके मिरमे सबए मेलको लोभ उत्पन्न कराई । व्यवस्था बिना त पाप मुर्दा जैसो हए ।
\v 9 व्यवस्था बिना रहत एक दओंमए जिन्दा भौ, पर आज्ञा आओ तव पाप जाग उठो, और मै मरी गौ ।
\v 10 जीवनको प्रतिज्ञा देनबालो बहे आज्ञा मिर ताहिं मौत लाई ।
\v 11 काहेकी पापके आज्ञासे मौका पाएके मोके ठगी, और बहेसे मोके मारी ।
\v 12 व्यवस्था पवित्र है, और आज्ञा पवित्र, न्याय सङ्गत और अच्छो हए ।
\p
\v 13 तव का जा अच्छो हए, बहे मिर ताहिं मौत लाइ का? अईसो कबहु ना होबए! पर पाप पापैको रुपमे दिखाबै कहिके अच्छी बातसे पाप मिरमे मृत्यु उत्पन्नकरि रहो हए, काहेकी आज्ञासे पाप सब घेनसे पापमय बनए ।
\p
\v 14 काहेकी हम जानत हैं कि व्यवस्था आत्मिक हए, पर मए शारीरिक हौ, और पापैमे बिचो हौ ।
\v 15 काहेकी जो मए करत हौं, बो ना समखत हौ । काहेकी मए जो करन चाहत हौं बो मए ना करत हौ । पर बहे करत हौं, जो मए घृणा करत हौं ।
\v 16 पर मए जो करन न चाहो भौ मए करत हौं कहेसे व्यवस्था अच्छो हए कहिके मए सहमत हौं ।
\v 17 जहेमारे अब बो करन बालो मए ना हौ, पर मिर भितर बास करन बारो पाप हए ।
\v 18 काहेकी मोए पता हए, कि मिरमे, या मिर पापमय स्वभावमे कछु अच्छी बात ना हए । जो अच्छो हए, बो करन इच्छा मिरमे हय, पर मए बो पुरा ना कर पात हौं ।
\v 19 काहेकी अच्छो काम जो मए करन चाहत हौं, बो मए ना करत हौं, पर दुष्ट काम जो मए करन ना चाहत हौं, बहे मए करे करत हौं ।
\v 20 अब मए जो इच्छा ना करत हौ, बहे करतहौं कहेसे बो मए ना हौं, पर मिर भितर रहनबारो पाप हए ।
\v 21 अइसी एक नियमसे काम करो मए पात हौ । जब मए भलो करन चाहत हौं, तव दुष्टताके मिर जौने ठाडो देखत हौं ।
\v 22 काहेकी मै मिर पुरो हृदय से परमेश्वरको व्यवस्थामे आनन्दित होत हौं ।
\v 23 पर मिर अंगनमे दुसरो नियमसे मिर मनमे रहो नियम सँग युध्द करत हौं । और मिर अंगनमे बास करन बारो पापको नियमसे मोके वन्धनमे करलेत हए ।
\v 24 हाए, मएकित्तो दु: खी आदमी हौ! जा मौतकि शरीरमे मोके कौन छुटाय हए?
\v 25 येशू ख्रीष्ट हमर प्रभुद्वारासे परमेश्वरके धन्यवाद होबए । तभैमारे मए स्वयम अपने मनसे परमेश्वरको व्यवस्थाको सेवा करत हौं, पर मिर पापमय स्वभावसे मए पापको व्यवस्थाको सेवा करत हौं ।
\c 8
\cl आध्याय ८
\p
\v 1 जहेकमारे अब ख्रीष्ट येशूमे होनबारेनके डण्डको कोई आज्ञा ना हए ।
\v 2 पाप और मृत्युको व्यवस्ठासे मोके जीवनको आत्मक व्यवस्था त ख्रीष्ट येशूमे मुक्त करी हए ।
\v 3 पापी स्वभावसे कमजोर हुइके व्यवस्था जो न कर पाई बो परमेश्वर करी, अर्थात् बो अपन पुत्रके पापी शरीरके स्वरूपमे पापबली जैसो पठाई । अइसिए वह पापके शरिरैमे दण्ड दै,
\v 4 जहेमारे व्यवस्थाके उचित जरुरत हममे पुरो होबै, हम जो पापमय स्वभाव अनुसार नाए, पर पवित्र आत्माअनुसार चल सकएँ ।
\v 5 काहेकी पाप स्वभाव अनुसार चलन बारे शरीरक बातमे मन लगात हएँ, पर आत्मा अनुसार चलन बारे आत्माकी बातमे मन लगात हएँ ।
\v 6 काहेकी पापमय स्वभावमे मन लगान त मृत्यु हए, पर पवित्र आत्मामे मन लगान जीवन और शान्ति हए ।
\v 7 काहेकी पाप स्वभावके शरीर घेन लागो मन त परमेश्वरके ताहीं शत्रु है । बो परमेश्वरको व्यवस्थक अधिनमे ना होत हए । न बा कबहु हुइ पै है ।
\v 8 पाप स्वभावके बशमे होनबारे परमेश्वरके खुसी ना कर पएँ हएँ ।
\v 9 अगर सचमे परमेश्वरको आत्मा तुमरमे वास करत हए तौ, तुम पाप स्वभावमे नाय, पर पवित्र आत्मामे हुइ हौ। पर कोइ आदमीमे ख्रीष्टको आत्मा ना हए कहेसे बो परमेश्वरको ना हए ।
\v 10 अगर ख्रीष्ट तुमरमे हए कहेसे, पापके कारणसे तुमर शरीर मरके फिर तुमर आत्मा धार्मिकताके कारनसे जिन्दा हुइ हए।
\v 11 पर यदि येशूके मरो मैसे जिन्दा करन बारेक आत्मा तुमरमे बास करत हए कहेसे ख्रीष्ट येशूके मरोभौ मैसे जिन्दा करन बारो तुमरमे बास करन बालो बाको आत्मासे तुमर मरनबारी शरीरके फिर जीवन देबइगो ।
\p
\v 12 जहेमारे भैया रेओ, पापी स्वभाव अनुसार जियन ताहिं हम पापी स्वभाव कता मजबुर ना हएँ ।
\v 13 काहेकी पापी स्वभाव जैसो जिथओ कहेसे, तुम मरैगे, पर पवित्र आत्मासे शरीरके कामनके तुम निर्मुल बनाए हौ तौतुम जिबैगे ।
\p
\v 14 काहेकी, बे सब जो परमेश्वरको आत्मा से चलत हैं, बेही परमेश्वरके सन्तानहएँ ।
\v 15 “काहेकी फिर डरमे पडन ताहिं दासत्वको आत्मा तुम ना पाए हौ । पर तुम धर्मपुत्र होनको आत्मा पाए हौ। जहेकमारे हम परमेश्वरके“ “अब्बा, पिता" कहिके बुलात हएँ,"
\v 16 ब त हम परमेश्वरके सन्तान हएँ, कहिके पवित्र आत्मा हमर आत्मासँग गवाही दै है ।
\v 17 और सन्तान हएँ कहेसे त उत्तराधिकारी फिर हएँ, परमेश्वरको उत्तराधिकारी और ख्रीष्टसँग साझे-उत्तराधिकारी बाके सँग् दु: ख भोगत हएँ कहे से ता हम बहेक सँग महिमित फिर होमङ्गे ।
\p
\v 18 मै विचार करत हौं, कि हममे जो महिमा प्रकट होबैगो, बाके सँग वर्तमान समयके कष्टन के तुलना करन योग्य ना हए ।
\v 19 सृष्टि बड़ो आशा से परमेश्वरको पुत्रके प्रकट होन बातके प्रतिक्षा करत है ।
\v 20 सृष्टि व्यर्थताके बशमे होई गौ, बक अपन इच्छासे नाए पर बाके इच्छासे जौन बाके बशमे करी रहय, जहे आशामे,
\v 21 कि सृष्टि बाको अपनो विनाशके वन्धनसे मुक्त कराबइगो, और बक फिर परमेश्वरके सन्तानके महिमित स्वतन्त्रता पाबइगो ।
\v 22 हम जानत हँए, सारा सृष्टि अभेतक एक सँग प्रसववेदनामे तणप रही हए ।
\v 23 सृष्टि इकल्लो नाए, पर हम अपना फिर, जामे पवित्र आत्माको पहिलो फल है, सन्तान को रुपमे ग्रहण करन ताहिं, या हमर देहको उद्धारके ताहिं प्रतिक्षा करके हम अपनैफिर भितरै-भितर तड्पत हएँ ।
\v 24 काहेकी जहे आशामे हम मुक्ति पाए रहएँ । अब देखानबारो आशा त आशा ना हए । काहेकी देखि भइ बातको आशा कौन करत हए?
\v 25 पर यदि हम अपनै नादेखी भइ बातकि आशा करत हैं कहेसे धीरज साथ हम बाको प्रतिक्षा करत हएँ ।
\p
\v 26 अइसीय करके पवित्र आत्मा फिर हमर कमजोरीमे सहायता करत हए । कैसे प्रार्थना करन पणैगो हम ना जानत हँए, पर शब्दमे ना कहन सकन बारी बातमे पवित्र आत्मा हमर ताहिँ मध्यस्थता करत हए।
\v 27 और आदमीनको हृदयके ढुँणन बारो पवित्र आत्माक विचार का हए सो जानत हय, काहेके परमेश्वरके इच्छा अनुसार पवित्र आत्मा त सन्तनके ताहिं मध्यस्थता करत हए।
\p
\v 28 हम जानत है, बोके प्रेम करन बारे और बक अभिप्राय अनुसार बुलाएभएक ताहिं सब बातमे परमेश्वर भलाइ करत हए ।
\v 29 जौन जौनके बो अग्गुसे चिन लै हए, बो उनके अपन पुत्र को रुप जैसो बनान ताहिं, तमान भइया मैसे बो बडो होए कहिके, अग्गुसे नियुक्त करडारि रहए ।
\v 30 जौन जौनके बो अग्गुसे नियुक्त करी रहए, उनके बो बुलाई फिर रहए, और जौन जौनके बो बुलाई रहए, उनके बो धर्मी फिर ठहराइ रहए, और जौन जौनके धर्मी ठहराई रहए उनके बो महिमित फिर कर दै ।
\p
\v 31 हम जामे का कहए त? अगर परमेश्वर हमर घेन हए त, हमर विरुद्ध कौन हुइ हए?
\v 32 जौन अपन सघो लौंडाके बाँकी ना रखाइ, पर हम सबकेताँहिं बोके दएदै, का बो हमके सबए चीज फिर बहेक सँग ना देहए का?
\v 33 परमेश्वरको चुने भएन के विरुद्धमे कौन अभियोग लगए है? धर्मी ठहरान बालो त परमेश्वर हए ।
\v 34 दण्डको आज्ञा देन बालो कौन हए? मरन बालो त ख्रीष्ट येशू है, जो मरके फिर जिन्दा हुइ गौ, और परमेश्वरको दहिना हात घेन है, और हमर ताँहिं मध्यस्त फिर हए ।
\v 35 कौन हमके ख्रीष्टको प्रेमसे अलग करैगो? का संकष्टसे या दु: खसे, या उपद्रब, या अनिकालसे, या गरीबीसे, या फिर खतरासे या तलवारसे?
\v 36 अइसो लिखो हए, “तुमर ताँहिं हम दिन भर मरत हैं, कटन बारो भेडा हानि हम गिन गए हएँ ।
\v 37 नाए, जे सब बातमे हमके प्रेम करन बारेक द्वारा हम जितन बारेनसे फिर औरजाधा हँए ।
\v 38 काहेकी मए जा अच्छेसे जानत हओ, कि मौतसे या जिन्दगीसे स्वर्गदुत और प्रधानतासे, वर्तमानको बातसे या पच्छुक बातसे या शक्तिसे,
\v 39 उचाईसे या गहिराइसे, या सारा सृष्टिमे भए कोइ फिर बातसे, ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे भव परमेश्वरको प्रेमसे हमके अलग ना कर पाबैगो ।
\c 9
\cl आध्याय ९
\p
\v 1 मए ख्रीष्टमे सत्यबोलत हौं, मै ना ठगो हौं ।मिर बिवेक से पवित्र आत्मामे मोके गवाही देत हए।
\v 2 मिर हृदयमे गजब शोक और मनमे अटुट वेदना हए।
\v 3 मए त हियाँ तक फिर चाँहत हौं कि मिर भैया और मिर जातिको नातासे मिर कुटुम्बनके ताँहीं मएत श्रापित होमओ और ख्रीष्टसे अलग होमओ!
\v 4 बे इस्राएली है, औ पुत्र होनबारो अधिकार, महिमाक दर्शन, करार, व्यवस्थाको प्रदान, मन्दिरको अराधना और प्रतिज्ञा उनको अपनो हए।
\v 5 पूर्खा जिन्हिक त हए, और ख्रीष्ट फिर शरीर अनुसार बिनहिक वंशको त हए, सबसे उचो परमेश्वर, जौनके युगौंयुग स्तुति होबै । आमेन।
\p
\v 6 पर परमेश्वरको वचन बिफल ना भौ हए । काहेकी इस्राएलसे जन्मे सबए इस्राएल ना हँए,
\v 7 ना त अब्रहामको सन्तान हए कहेस का सब बक लौड़ा-लौड़िया हएँ ।पर धर्म शास्त्रमे कहो अनुसार इसाहकै से उनको सन्तान गिनैगो ।
\v 8 जाको अर्थ, शरीरसे जन्मे भए परमेश्वरको सन्तान ना हँए, पर करारसे उत्पन्न भए सबै अब्रहामके सन्तान हैं ।
\v 9 बो प्रतिज्ञा अइसो कहत हए, “कहो समयमे मए फिरके आमङगो, और साराको एक लौड़ा होबैगो ।”
\v 10 उइसो इकल्लो ना हए, जब रिबेका एकै पुरुष हमर पूर्खा इसहाकसे गर्भधारण करी,
\v 11 और जुडिया बालक जल्मानसे अग्गुसे, बे कोइ अच्छो या खराब करनसे अग्गु कर्मसे ना पर बाको बुलावट अनुसार परमेश्वरको चुनाउको उदेश्य ठहरए कहिके
\v 12 रिबेकासे अइसीए कहो गओ रहै, “बडो छोटेको सेवा करैगो ।”
\v 13 जैसी लिखो हए, याकूबके मै प्रेम करो, पर एसावके तुच्छ मानो ।'
\p
\v 14 अब हम का कहैं? का परमेश्वरमे अन्याय है त? कतै नाए!
\v 15 बो मोशाके कहत हए, “जौनके उपर मए कृपा करन चाहत हौ, बाके मए कृपा करङ्गो, और जौनके मए दया चाहत हौ, बाके मए दया करङ्गो|”
\v 16 जहेमारे आदमीको इच्छा वा प्रयास उपर जा निर्भर ना रहत हए पर परमेश्वरके कृपा उपर निर्भर रहत हए ।
\v 17 कि धर्मशास्त्र फारोसे कहात हए, “मै मिर शक्ति तिर उपर दिखामौ, और सारा पृथ्वीमे मिर नाउँक घोषणा करैं जहे आसरासे मै तोके खडो करो ।”
\v 18 जहेमारे बो इच्छा करनबारेके बो कृपा करत हए, और बो इच्छा करन बारेके हृदयके बो कठोर बनात हए ।
\p
\v 19 तव तुम मोसे कहबैगे, “परमेश्वर और काहे दोष लगात हए? काहेकी बाको इच्छाक कौन विरोध कर सकत हए?”
\v 20 पर तए आदमी हुइके परमेश्वरको मुहुँ लागन बालो तए कौन हए? का बनाइ भइ चीज अपने के बनान बारे से”मोके काहे अइसो बानओ? “कहात हए का?
\v 21 का एकै मट्टीको ढिकासे एकै आदरको बरतन, और दुसरो तुच्छकामके ताहिं बनानके मट्टीके उपर कुमराको अधिकार ना हए का?
\v 22 अगर परमेश्वर अपन क्रोध दिखान और अपन शक्ति प्रदर्शन करन ताहिं विनाशके ताँहिं तयार करो भव क्रोधको पात्रनके अत्यन्त धीरजसे सहिहए कहेसे, का भौ त?
\v 23 अगर महिमाके ताँहिं अग्गुसे तयार करोभौ बाको कृपा-पात्रनके अपन महिमक सम्पति प्रकट करन ताँहिं बो अइसो करी-
\v 24 या हम, जौनके यहूदीसे इकल्लो नाए, पर अन्यजातिनके फिर बो बुलाई हए कहेसे का भौ त?
\v 25 जैसी होशे के किताबमे बो कहत हए, “जौन मिर आदमीना रहएँ, उनके मए, मिर प्रजा बनएँ हौं । और जौनके मए प्रेम ना करो रहौं, बाके मए 'मिर प्रिय' कहङ्गो ।”
\p
\v 26 और जहाँ तुम मिर प्रजा ना हओ । कहिके उनके कहि रहै, हुवाँ बो 'जीवित परमेश्वरको सन्तान कहिलामङ्गे ।”
\p
\v 27 इस्राएलके बारेमे यशैया कहत हए, “इस्राएलकेसन्तानको संख्या समुन्द्रको रेता बराबर है फिर बचे भएनके इकल्लो उद्धार होबैगो ।
\v 28 काहेकी प्रभु-पृथ्वीमे बाको डण्डको आज्ञा दृढता और शीघ्रता से पुरा करैगो|”
\v 29 यशैया जा भविष्यवाणी करी हए, “सेनन्को परमप्रभु हमर ताँहिं सन्तान ना छोड़तो तौ हम सदोम जैसी हुइते और गमोरासमान बनजैते ।”
\p
\v 30 अब हम का कहैं? धार्मिक्ताकेपिच्छु नलागनबारे अन्यजाती धर्मिकता पाईं हएँ, या विश्वाससे पान बारो धार्मिकता ।
\v 31 पर व्यवस्थाके उपर आधारित भव धार्मिकताको पच्छु लागनबारे बे इस्राएल बो व्यवस्था पुरा ना कर पाईं ।
\v 32 काहे ना कर पाई? काहेकी धार्मिकता कर्मके उपर आधारित हए। सोचके बो विश्वाससे धार्मिकता ना ढुड्त हए| बे ठेस लागन बारे पत्थरमे ठक्कर खाइके गिरे हएँ ।
\v 33 अइसो लिखो हए, “देखौ, मै सियोनमे एक पत्थर धरङ्गो, जा मे आदमीके ठेस लागत हए, एक चट्टान, जो तोके गिरात हए, पर बोके उपर भरोसा करन बाले कोइ शर्ममे ना पड़ैगो ।
\c 10
\cl आध्याय १०
\p
\v 1 भैया रेओ, मिर अपनी हृदयको इच्छा और बिनके ताँहि परमेश्वरमे मिर प्रार्थना जहे हए, कि बे उद्धार पामएँ ।
\v 2 मए जा गवाही देत हौं कि परमेश्वर प्रति बिनको जोश त हए, पर जा जोश ज्ञान अनुसार नैयाँ ।
\v 3 काहेकी परमेश्वरसे आनबारो धार्मिकतक बारेमे ना जानके बिनको अपनो धार्मिकता स्थापित करन ढुड्त बे परमेश्वरको धार्मिकताके अधिनमे ना हएँ ।
\v 4 काहेकी विश्वास करन बारे धर्मी ठहरए कहिके ख्रीष्ट व्यवस्थाको अन्त्य हए ।
\p
\v 5 मोशा लिखत हए, “व्यवस्थामे आधारित भव धार्मिकता पालन करन बारे आदमीबहेसे जीहए”।
\v 6 तव विश्वास उपर आधारित भौ धार्मिकता आइसो कहत हए, “मनए मनमे अइसो मत कहओ, 'स्वर्गमे कौन चढपए है?' (अर्थात् ख्रीष्टके तरे लान ताँही),
\v 7 वा अपने मनमे अइसो फिर मत कहओ, 'पातालमे कौन उतरैगो?” (अर्थात् मरे भएसे ख्रीष्टके उपर लानके ताहीं)”|
\v 8 “पर जा का कहात् हए? “वचन तुमर जौने हए, तुमर मुहुमे और तुमर हृदयमे" “अर्थात् विश्वासको वचन, जो हम प्रचार करत हएँ ।"
\v 9 काहेकी अगर तुम येशूके प्रभु हए करके अपन मुहुसे स्वीकार करे हौ, और परमेश्वर बोके मरेसे जिन्दा करी कहिके अपन हृदयसे विश्वास करत हौ तौ तुमर उद्धार हुइ हए ।
\v 10 काहेकी आदमी अपनो हृदयमे विश्वास करत हए और बा निर्दोष ठहरत हए, फिर बो अपन मुहुसे स्वीकार करत हए और उद्धार पात हए ।
\v 11 धर्मशास्त्र कहत हए, “बोके उपर भरोसा करन बारे कोइ लाजमे ना पणङ्गे ।”
\v 12 काहेकी यहूदी और अन्यजातीमे कोइ भेद नैयाँ । बो एकै प्रभु सबैको प्रभु हए, और बोके पुकारन बारे सबके अपनो गजबै आशिष देत हए ।
\v 13 “काहेकी ““प्रभुको नाँउ पुकारन बारे हरेक उद्धार पामङ्गे" ।
\p
\v 14 जौन विश्वास करत नैयाँ बोके आदमी कैसे पुकारैं? जौनके बारेमे सुनी नैयाँ बोके उपर बे कैसे विश्वास करैं? और प्रचारक विना बे कैसे सुनै?
\v 15 और कोइ ना पठाए हएँ तव आदमी कैसे प्रचार करङ्गे? जैसो लिखो हए, “सुसमाचार प्रचार करन बारेनके पाँउ कित्तो सुन्दर!”
\v 16 तव बे सब सुसमाचार पालन ना करी हएँ, काहेकी यशैया कहत हए, “हे प्रभु, हमसे सुनी बात कौन विश्वास करी हए?”
\v 17 जो सुनो गव हए, बोसे विश्वास आत हए और जो सुन्त हए बो ख्रीष्टको बचनसे आत हए ।
\p
\v 18 पर मए पुछ्त हौं, “का बे सुनी हैं? नेहत्तय बे सुनिहए, काहेकी विनको आवाज सारा पृथ्वी भर पुगो हए, और विनको वचन संसारको दुसरो छोर तक पुगो हए ।”
\p
\v 19 मए फिर पुछङ्गो, “का इस्राएल ना सम्झी?”सबसे पहिले मोशा कहात हए, “जो एक जाती ना है, मए तुमके बिनके प्रति दुश्मनाई करबाएदेहौं, एक मुर्ख जातिसे मए तुमके गुस्सा करबाएदेहौं ।”
\p
\v 20 तव यशैया सहास से कहत हए, “मोके ना ढुड्नबाले मोके पाई हएँ, जौन मोके नाए ढुडीरहए बिनहिके विचमे मए अपनेके प्रकट करो हौं ।”
\p
\v 21 पर इस्राएलके बारेमे बे कहत हएँ, “दिन भर त अटेरी और विरोधी आदमी घेन मए मिर हाँथ पसारे हौं ।”
\c 11
\cl आध्याय ११
\p
\v 1 जहेमारे मए पुछत हौं, “का परमेश्वर अपन आदमीनके त्याग दै हए?” कदापि नैया! काहेकी मए फिर त अब्रहामको सन्तान, बैन्यामिनको कुलको एक इस्राएली हौं ।
\v 2 परमेश्वर पहिलीय से चुनेभए अपन आदमीनके बहिष्कार ना करी । का-एलियाके बारेमे पवित्र-शास्त्र कहि बात तुम ना जानत हौ? बा इस्राएलके विरुद्धमे परमेश्वरसे कैसे विन्ती करत हए,
\v 3 “““हे प्रभु बे तुमर अगमवक्तनके मारी हएँ, तुमर वेदी उजाड दै हएँ, और मए इकल्लो छुटो हौं, और बे मिर प्राणके खोजीमे हएँ ।””
\v 4 तव उनके परमेश्वरको उत्तर का कहत हए? “बालके सामने घुटो ना टेकनबारे सात हजार आदमीनके मए अपन ताहिं धरे हौं”
\v 5 अइसी करके जा वर्तमान समयमे फिर अनुग्रहसे चुनेभएनके करणसे बाँकी रहे हँए ।
\v 6 पर अनुग्रहसे हए कहेसे वह कर्मको आधरमे नैया, नत अनुग्रह और अनुग्रह ना रहतो ।
\p
\v 7 आईसो हए तौ का? इस्राएल जो ढुँडी रहए बो पानके असफल भौ पर चुने भए बो प्राप्त करी । और सबए कठोर बने,
\v 8 “अइसो लिखो हए: “परमेश्वर विनके चेतनाहीन आत्मा दै हए । अइसोआँखी दै हए जौन नदेखए और अइसो कान जौन ना सुनए, और आजको दिन तक फिर बे अइसी हएँ","
\v 9 और दाऊद कहात हए, “बिनको भोजनको टेबुल बिनके ताँही फन्दा और धराप बनए, एक गड्ढा और बिनके ताहिं बदला देन बारी बात होबए ।
\q
\v 10 बिनकी आँखी ना देखन बारेनके धुम्ली होमए, और बिनको पिठ सबदिन कुबरी भइ रहबै ।”
\p
\v 11 जहेमारे मए पुछत हौं, “का गिरनकेताहीं बे हुणकत हँएं?” कदापी नैयाँ! पर इस्राएलको अपराधसे अन्यजातीनमे मुक्ति आओ हए, तव इस्राएल फिर मुक्तिक ताहिं जलन होबै ।
\v 12 अब अगर बिनको अपराध संसारके ताँहिं सम्पति और बिनको असफलता त अन्यजातीनके ताँहिं सम्पति हुइहए कहेसे त बिनको पुरा समावेश त औ कित्तो अर्थपूर्ण हुइहए?
\p
\v 13 अब तुम अन्यजातीनके कहात हौंअन्यजातिनके प्रेरित भएके कारण मए मिर सेवाके महत्व देत हौं,
\v 14 जा आशामे कि मिर अपनो यहूदी जातीके जलन करबाएकेऔर बिन मैसे कोइ-कोइके बचामंगो।
\v 15 काहेकी अगर बिनको बहिस्कार संसारको मिलाप हए कहेसे, बिनकोअपन्‍नबालो मौतसे जीन्दा करत का हुई तो?
\v 16 अगर मणो भौ चुन एक अंशको पहिलो- भेटीके रुपमे अर्पण करो हए तव, जम्मए ढुक्ला पवित्र होत हए ।अगर जर पवित्र हए तव हाँगा फिर पवित्र हुइ हए ।
\p
\v 17 अगर कोइ हाँगा कटके और असल जैतुनको जराको रस-भण्डारमे सहभागी होनके तुम एक जङगली जैतुन हुइके फिर बिनके ठाउँमे कलमी बँधे हौ तौ,
\v 18 बे हँगनके जौने घमण्ड मत करओ ।अगर घमण्ड करन हए तौ, जा याद करओ कि जरके थामन बारे तुम नैया, पर जर तुमके थामे हए ।
\v 19 तुम कहत हौ, “मए कलमी बाँधपामऔ कहिके त हाँगा कटे रहएँ ।
\v 20 ठिकै हए, बिनको अविश्वास के कारणहाँगा कटे हएँ । तुम त तुमर विश्वाससे इकल्लो ठाडे हौ ।घमण्ड मत करओ, पर श्रद्धापूर्णभय करओ ।
\v 21 काहेकी अगर परमेश्वर स्वाभाविक हाँगाके बाँकी नाए राखी तुमके फिर बाँकी ना रखाबैगो ।
\p
\v 22 जहेकमारे परमेश्वरको दया और कठोरताके ध्यानमे धरौ- पतन भएनके उपर कडा व्यवहार, पर बाके दया तरे रहबाइगे कहिके तुमके परमेश्वरको दया देखाबौगो, नत तुम फिर कटि जए हौ ।
\v 23 बे फिर अविश्वाससे ढिट हुइके ना बैठङ्गे कहे से त कलमी बँधङ्गे।काहेकी परमेश्वर बिनके फिर से कलमी बाँध सक्त है।
\v 24 काहेकी अगर तुम प्रकृतिक जङगली जैतुन हुइके फिर कटिगए और प्रकृतिके विरुद्ध एक अच्छो जैतुनको पेंडमे कलमी बाँधैगे कहे से त जे प्रकृतिक हाँगा आपनए निज जैतुनके रुखामे और कित्तो जाधा कलमी बँधङ्गे ।
\p
\v 25 भैया रेओ, अपन घमण्डमे तुम बुद्धिमान होन ढुड्त हओ काहेकी तुम जा रहस्य सम्झौ करके मए चाहत हौं, कि अन्यजातीको संख्या पूरो ना भव तक इस्राएलीनको एक अंशमे कठोरता आओ हए ।
\v 26 अइसिए सारा इस्राएलको उद्धार हुइहए, जैसे लिखो हए, “उद्धारक सियोनसे आबैगो बहे याकूबसे अधर्म हटाबैगो ।”
\p
\v 27 औ बिनके सँग मेरो करार जहे हुइहए, जब मै बिनके पाप हरण करङ्गो ।”
\p
\v 28 एकघेनबे सुसमाचारके हिसाबसे त बे तुमर ताहीं परमेश्वरके शत्रु हएँ, पर चुनेनके हिसाबसे त पुर्खनके ताहीं बे प्रिय हएँ ।
\v 29 काहेकी परमेश्वरको वरदान और बोलावट अटल हए ।
\v 30 काहेकी जैसी तुम फिर एक चोटी परमेश्वरको आज्ञा पालन ना करन बारे रहौ, पर अब तुमर अनाज्ञाकारीताके कारण तुम कृपा पाए हौ ।
\v 31 तुमके कृपा दिखानके कारण बे फिर कृपा पामए करके बे हबए अनाज्ञाकारी भए हएँ ।
\v 32 काहेकी परमेश्वकरको कृपा सब आदमीनके उपर होबए कहिके बा सबके अनाज्ञाकारितामे त सौंप दइहए ।
\p
\v 33 ओहो! परमेश्वमरको वैभव और बुद्धि और ज्ञान कित्तो गहिरो! बाको इन्साफ कित्तो अगम और बाको मार्ग बुझ ना पान बारो!
\v 34 “काहेकी प्रभुको मनके कौन जानत है? अर्थात् बाको सल्लाहाकार कौन भौ हए?””
\v 35 “““अर्थात्, कौन बाके कोइ उपहार दै हए और परमेश्वर बाके लौटाए हए?””
\p
\v 36 काहेकी सब चिज बासे, बहेक द्वारा और बहेक ताँहिं हए बहे के त सदासर्वदा महिमा होबै ।आमेन ।
\c 12
\cl आध्याय १२
\p
\v 1 जहेकमारे भैया रेऔ, परमेश्वरको कृपाके ध्यानमे धरके मए तुमसे अनुरोध करत हौं, कि तुमर आत्मिकी उपासनाको रुपमे अपन-अपन शरीरके पवित्र और परमेश्वरके ग्रहण योग्य होनके जिन्दा बलिके रुपमे अर्पण करओ ।जहे त तुमर उचित सेवा हए ।
\v 2 जा संसारके ढाँचामे मत चलओ पर अपन मनमे नयाँ हुइके पुरा रुपसे परिवर्तन होबओ, और परमेश्वरको अच्छो ग्रहण योग्य और सिद्ध इच्छा का हए, तुम जान सकौ ।
\p
\v 3 काहेकी मोके दओ अनुग्रहसे तुमर मैसे सबैके मए विन्ती करत हौं, जौन अपनोके जैसो सम्झन पडत हए बोसे जाधा मत सम्झओ पर परमेश्वर सबैके दओ भव विश्वासको नापबमोजिम सन्तुलित विचारसे सोचए ।
\v 4 काहेकी जैसी हमर एक शरीरमे गजब अङग होतहए, पर सब अङगको एकै काम ना होत हए ।
\v 5 जैसी हम जो गजब हएँ, हम फिर ख्रीष्टमे एकै शरीर हएँ, और सब एक-दुसरेको अङ्ग हएँ ।
\v 6 हमके दओ अनुग्रह अनुसार अलग अलग वरदान हम प्रयोग करएँ । अगमवाणीको हए तौ, विश्वासको परिमाण अनुसार,
\v 7 सेवा को हए तौ, सेवाको काममे, शिक्षा देनबारो शिक्षा देनबारोको काममे,
\v 8 अर्ती देनबारो अर्ती देबए, दान देनबारो उदारचित्त्से, शासन करनबारो उत्साह से, कृपाको काम करनबारो खुसीसाथ ।
\p
\v 9 प्रेम निष्कपट होबए। जौन बात खराब हए, बाके घृणा करौ ।जौन बात अच्छो हए, बोमे लागे रहबौ ।
\v 10 भातृ-प्रेमसे एक-दुसरेके प्रेम करौ । अपनेसे जाधा औरेनके आदर करौ ।
\v 11 जोशमे पच्छु मत हटओ । पवित्र आत्मामे प्रज्वलित होबओ, प्रभुको सेवा करत रहबओ ।
\v 12 अपनो आशामे आनन्द करओ, संकटमे धिरज करओ प्रार्थनामे निरन्तर लागे रहबओ ।
\v 13 सन्तके घटीकमिमे सहायता देओ, अतिथिसत्कार कायम करओ ।
\v 14 तुमके सतान बारेन के आशिर्वाद देओ, मत सरापौ
\v 15 आनन्द करन बारेन सँग आनन्द करओ । रोन बारेन सँग रोबओ ।
\v 16 एक-दुसरे सँग मिलके बैठओ, घमण्डी मत होबओ, पर नम्रसँग सङ्गत करीओ । कबहु अहंकारी मत हुइओ।
\v 17 कोइके खराबीको सट्टा खराब मत करीओ। जौन बात सब आदमीनके दृष्टिमे ठिक हए, बिनमे ध्यान दियौ ।
\v 18 हुइ सक्त हए तौ, सकेसम्म सबके सँग शान्तिमे बैठीओ ।
\p
\v 19 “प्रिय हो, अपनएके कबहु बदला मतलिओ, पर परमेश्वरको क्रोधमे छोड देओ । काहेकी, लिखोहए, “बदला लेनको काम मेरो हए, मए बदल लेहओं", “परमप्रभु कहातहए ।"
\v 20 बरु, “तुमर दुस्मन भुखानो हए तौ बोके खबाओ, बो पियासो हए तौ बोके पानी देओ । अइसे करनसे तुम बोके मुणमे आगीको भमरा धरैगे ।”
\v 21 खराबीसे पराजित मतहोबओ, पर खराबीके भलाईसे जितओ ।
\c 13
\cl आध्याय १३
\p
\v 1 हर आदमी शासन करनबारो प्रशासकके अधीनमे बैठए,।परमेश्वरसे आओ भओ अधिकार बाहेक और कोइ अधिकार ना होत हए।जौन प्रशासक हए। बे परमेश्वरसे नियुक्त भए हँए।
\v 2 जहेमारे प्रशासकके विरुद्धमे खड़ो होन बारो परमेश्वरसे नियुक्त भएनके विरोध करत हए, और जौन-जौन विरोध करत हए, बे डण्डको आज्ञा पामङ्गे।
\v 3 काहेकी सुकर्मके ताँहि नाए, पर कुकर्मके ताँहि शासकको डर मानत हए।का तुम प्रशासकको डरमे रहन ना चाहत हौ? अइसो हए, अच्छो काम करओ, और तुमके बिनसे प्रशंसा मिलैगो।
\v 4 काहेकी तुमर भलाइके ताँहि बा परमेश्वरको सेवक हँए। पर अगर तुम खराबी करत हौ कहेसे डर मानओ, काहेकी बो तरवारके व्यर्थमे नालेत हए। खराब काम करनबारे के उपर परमेश्वरको डण्ड लानके बे परमेश्वरको सेवक हँए ।
\v 5 जहेमारे परमेश्वरको डण्डसे बचन इकल्लो नाए, पर विवेकके ताँहि फिर तुम बाके अधीनमे रहन पड़ेगो।
\v 6 जहेकारन से फिर तुम कर तिरत हौ। काहेकी प्रशासक जहे कामके ताँहि हर समय लगे भए परमेश्वरके सेवक हँए।
\v 7 तिरन बारी बात सबएके तिरओ-कर तिरनबारोके कर तिरओ, महसुल तिरनबारेनके महसुल, आदर करनबारेनके आदर, इज्जत करनबारेनके इज्जत करओ।
\p
\v 8 आपसमे प्रेम करन से अलावा कोइको कछु बातमे ऋणी मत होबओ।काहेकी अपन परोसीके प्रेम करनबारो व्यवस्था पुरो करत हए।
\v 9 “तय व्यभिचार मत करए, तय हत्य मत करए, तय चोरी मत करए, तय लोभ मत करए,” जे आज्ञा सेअलाबा, और कोइ जित्तो आज्ञा हए, बे सबको सारांश जहे आज्ञामे पात हए, अथवा ““तए अपन परोसीके अपनी जैसी प्रेम करीए।"
\v 10 प्रेम परोसीके खराब ना करहे । जहेकारन प्रेम करनो त व्यवस्था पूरा करन हए।
\p
\v 11 जाके अलावा जा वर्तमान समय कैसो हए, सो तुमके पता हए। अब निधसे उठन ठिक समय आइ गओ हए, काहेकी हम पहिले विश्वास करनसे अग्गु अभए हमर मुक्ति औ झौने हए ।
\v 12 रात कटगै, और दिन जौने आए गओ हए जाहे करनसेअन्धकारको काम छोड्के हम ज्योतिको हातहतियार धारण करएँ ।
\v 13 दिनजैसो हम ठिकसे चलएँ| मोजमजामे, मतवालिपनमे, व्यभिचारमे, भ्रष्टाचारमे, झगडामे और दिक्कमे नाए|
\v 14 पर प्रभु येशू ख्रीष्टके धारण करओ, और पाप-स्वभावको अभिलाषा पुरा करनबारी बातमे ध्यान मत देबओ ।
\c 14
\cl आध्याय १४
\p
\v 1 विश्वासमे कमजोर होन बारे आदमीनके ग्रहण कर, पर बक मतकी बारि बातमे वाद-विवाद करन ताँहि ना ।
\v 2 कोइ सब चिज खात हँए कहिके विश्वास करतहँए, पर विश्वासमे कमजोर होनबारो सागसब्जी इकल्लो खात हए ।
\v 3 खानबारो ना खानबरो आदमीके तुच्छ नसम्झए, और ना खानबारो खानबारोक दोष ना लगाबए । काहेकी परमेश्‍वर बाके ग्रहण करी हए ।
\v 4 दुसरेक टाहलुवाके इन्साफ करनबारो तए कौन हए? बा त अपनो मालिकके अग्गु ठडोहए वा पतित्त होतहए, बा ठाडबओ जाएगो, काहेकी, बक मालिक बोके ठाड़बएसकत हए ।
\p
\v 5 कोइ आदमी एक दिनके दुसरे दिनसे जाधा जारुरी मानत हए, दुसरो आदमी सबदिन बराबर मानत हए । सबय आदमी अपनो मनमे पूर्ण रुपसे निश्चित होन पड्त हए ।
\v 6 जौन आदमी कोइ दिनके विशेष रुपसे पालन करत हए, बो प्रभुको आदरके ताँही पालन करत हए । जौन आदमी खात हए बा, प्रभुके ताँहि खात हए, काहेकी बा परमेश्‍वरके धन्यवाद देत हए । जौन आदमी ना खात हए, बा परमेश्‍वरकि आदरके ताँहि ना खत हए और परमेश्वरके धन्यवाद देतहए ।
\v 7 काहेकि हम कोइ फिर अपन ताँहि ना जितहएँ और कोइ फिर अपन ताँहि ना मरत हँए|
\v 8 अगर हम बचङगे कहेसे प्रभुके ताँहि बचङगे, और मरङगे कहेसे प्रभुक ताँहि मरङगे ।
\v 9 चाहे हम बचएँ, चाहे मरएँ, हम प्रभुके हँए । जहेक ताँहि ख्रीष्ट मरो हए और फिर जिन्दा भव, कि बो मरे भएके और जिन्दानके दुनेको प्रभु होबए ।
\p
\v 10 पर तुम काहे अपन भैयाको इन्साफ करत हऔ? या तुम अपनो भैयाके काहे तुच्छ ठहेरत हऔ? काहेकी हम सबय परमेश्वरके न्याय-आसनके अग्गु ठाड़ङगे ।
\v 11 काहेकी लिखो हए, “प्रभु काहत हए, 'जैसो मए जीन्दा हओ, प्रत्यक घुटो मिर अग्गु टिकइगो, और सब जिभ परमेश्वरको प्रशंसा करङगे ।”
\p
\v 12 अइसीय हम सबय परमेश्वरके अपनो लेखा देमङगे ।
\p
\v 13 जाहेकमारे हम एक दुसरेके अब आइसो इन्साफ ना करएँ । बरु अपन भैयाके डगरमे ठेस लागनबारे बात या बाधा करनबारो बात कबहु ना धारन बाचा करएँ ।
\v 14 मए जानत हओ, और प्रभु येशूमे मोके निश्चय हए, कि कोइ बात फिर अपनमे अशुद्ध ना होत हँए, पर जौन अशुद्ध मानत हए, बक ताँहि बो अशुद्ध होत हए|
\v 15 अगर तुम जो खात हओ, बो बातसे तुमर भैयाक चोट लागत हए कहेसे, तुम प्रेममे ना चले हओ| जौन भैयक ताँहि ख्रीष्ट मरो हए, तुम खाओभव बातसे बाक नाश ना होबए|
\v 16 जहेकमारे तुमके जो अच्छो लागत हए बासे दुसरोके खराब कहेन मत देबओ ।
\v 17 काहेकी परमेश्‍वरको राज्य खान और पिन इकल्लो नाए, पर पवित्र आत्मामे धार्मिकता, शान्ति और आनन्द हए ।
\v 18 जौन जा किसिमसे ख्रीष्टको सेवा करत हए, बा परमेश्वरके मन पाड्त और आदमीनसे अच्छो ठाहिरो हए ।
\p
\v 19 तबहि हम बे बातके अनुसरण करेए जो शान्ति लातहए, औ एक दुसरेके आत्मिक उन्नति करत हए ।
\v 20 खानबारि चिजके ताँहि परमेश्वरके कामके नाश मतकरओ| वास्तवमे सबय बात शुद्ध हँए, पर अपन खाओ भओ चिजसे दुसरेकबाधा करन अनुचित हए ।
\v 21 उचित त जा हए, कि बुट्टी ना खान, दारु ना पिन, कोइ अइसो काम ना करन, जौनसे तुमर भैयाके बाधा होत हए ।
\v 22 तुमरमे भव विश्वास परमेश्वर और तुमर बिचमे धरओ| धन्या हए बा आदमी, जौनसे अपनेक उचित मानो भव बातके कारनसे अपनेके दोषी ना ठहरात हए ।
\v 23 पर कोइ शङका करके कुछ खात हए कहेसे बादोषी ठहरत हए, काहेकी बा विश्वासके साथ नाखाइ हए| विश्वाससे उत्पन्न नाभव कोइ फिर बात पाप हए ।
\c 15
\cl आध्याय १५
\p
\v 1 विश्वासमे बलियो होनबारे हम अपनए इकल्लो खुसी रहन इच्छा ना धरके कमजोर आदमीको कमजोरीके सहन पड्त हए|
\v 2 हम प्रत्येक अपन परोसिको आत्मिक सुधार होबए कहिके बिनको भलाईके ताँहि बिनके खुसी रखामए ।
\v 3 काहेकी ख्रीष्ट फिर अपनएके खुसी ना करि । अइसो लिखो हए, तुमके निन्दा करनबारेनके निन्दा मिर उपर पडो।”
\v 4 अग्गु-अग्गु लिखे भए बात हमर शिक्षाके ताँहि लिखो रहए, जा उधेश्य कि पवित्र-शास्त्रसे आनबारोस्थिरता और उत्साहसे हम आशा प्राप्त करन पामएँ।
\p
\v 5 स्थिरता और उत्साहको परमेश्वर तुमके ख्रीष्ट येशूसँग एक हुइके एक दुसरेके सँग एक मनके हुइके जिन देबओ,
\v 6 कि एकए मनके हुइके एकए सोरसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्वर और पिताको महिमा तुम कर पाबौ।
\p
\v 7 जहेमारे परमेश्वरको महिमाके ताँहि ख्रीष्ट तुमके ग्रहण करी बमोजिम तुम फिर एक दुसरेके ग्रहण करौ।
\v 8 मए तुमसे कहत हौ, हमर पुर्खनके दै भइ प्रतिज्ञानके खुलस्त करन ताहि परमेश्वरको सत्यताके प्रकट करन ख्रीष्ट खतना भएनके दास बनो रहए।
\v 9 जाहे कारन से कि अन्यजातीन से बाको कृपाके ताहि परमेश्वरको महिमा करए।अइसो लिखो हए, “जहेकमारे अन्यजातीनके बीचमे मए तुमर प्रशंसा करत हओ, और तुमर नाँउको स्तुति गामङ्गो।”
\v 10 और फिर अइसो कहि हए, “ए अन्यजाती, बाको प्रजासँग आनन्द मनाओ।”
\v 11 और फिर, “ए साबए अन्यजातीओ, प्रभुको प्रशंसा करओ, और सबए आदमी बाको प्रशंसा करएँ ।”
\v 12 और फिर यशैया काहात हए, “यिशैको वंशसे एक जनी आबएगो, बा अन्यजातीन के उपर शासन करैगो, बाके उपर अन्यजाती आसा करङ्गे ।”
\p
\v 13 अब आशाको परमेश्वरसे तुमर विश्वास से सबए आनन्द और शान्तिसे भरीपूर्ण होमएँ, जहे कारन से की पवित्र आत्माको शक्तिसे तुमआशामे प्रशस्त होबओ।
\p
\v 14 भैया रेओ, मए अपनए फिर तुमर बारेमे विश्‍वस्त हौँ । मोके निश्चय हए, कि तुम अपनए फिर भलाईसे भरगए हओ, और सारा ज्ञानमे पूरो हुइके एक-दुसरेके शिक्षा देन योग्या हौ ।
\v 15 पर परमेश्वर मोके दौ भव अनुग्रहके कारन से तुमके फिर सम्झना कारन मए बड़ो साहस करके कित्तोनके बारेमे लिखो हओ ।
\v 16 जा अनुग्रह अन्यजातीनके ताहि परमेश्वरको सुसमाचारके पुजाहारीको कर्तव्य पालन करन मोके दै हए, ताकी अन्यजाती पवित्र आत्मासे शुद्धहुइके ग्रहणयोग्य बलि बन सकए।
\p
\v 17 जहेक मारे परमेश्वरके ताहि मेरो सेवामे मोके ख्रीष्ट येशूमे गर्व करनको कारण हए।
\v 18 काहेकी, वचन और कामसे अन्यजातीक ताँहि आज्ञाकारी बनानके ख्रीष्ट मेरे द्वारा जो करी हए, बा बाहेक कोइ बिषयमे बोलनको आँट मए ना करत हौँ ।
\v 19 जा काम चिन्ह और आश्चर्यकर्मके शक्तिसे और पवित्र आत्माके शक्तिसे मए करो हौँ । अइसीयमए यरुशलेमसे लैके इल्लुरिकन ताक चारौ तरफ ख्रीष्टको सुसमाचार पूर्णरुपसे प्रचार करो हौँ ।
\v 20 और आदमीसे बनाओ भौ जगके उपर घर ना बनामौ कहिके ख्रीष्टकोनाँउ नालेनबारो ठाँउमे सुसमाचार प्रचार करन उत्कट इच्छा मए धरो हौँ ।
\v 21 जइसी अइसो लिखो हए, “बक बारेमे जोनके कभु ना कहि हए, बे बाके देखङगे, और बक बारेमे जौन कभु ना सुनी रहँए बे सम्झङगे।
\p
\v 22 जहेमारेत, मए तुमर ठिन आन ताँहि बाहुत चोटी रुको हौँ ।
\v 23 तव अब जा क्षत्रमे मिर ताँहि काम करन और ठाँउ ना हुइके, और बाहुत वर्षसे तुमर ठिन आन ताँहि पाय्सो हौँ ।
\v 24 मए स्पेन जात तुमके भेटन आसा करत हौ, और तुमर सँग कुछ समय ताक सङगतिको आनन्द लैके पिच्छु तुम मोके मेरो बाँकी यात्रामे मद्दत देबैगे कहिके आशा करत हौँ ।
\v 25 पर अब सन्तनके सहायता देनताँहि मए यरुशलेम घेन जात हौँ ।
\v 26 काहेकी यरुशलेममे होनबारे सन्तनमे जो गरिब हए बिनके ताँहि माकेडोनिय और अखैयाके मण्डलीसे कुछ भेटी दै हँए ।
\v 27 जा भेटीबे खुसिसाथ जम्म करी रहँए, और नेहत्य त बे बिनके ऋणी फिर बानइँ| काहेकी अगर अन्यजाती बिनकी आत्मिक आशिषमे सहभागी भए हँए कहेस, बे फिर संसारिक आशिषसे बिनकी सेवा करन पड्त हए ।
\v 28 जहेमारे जा काम निभटाईके बिनके ताँहि उठो जा चन्दा सौपके पिच्छु मए तुमर ठिनसे हुइके स्पेन जामङगो ।
\v 29 और मए जानत हौँ, मए तुमर ठिन आत ख्रीष्टको आशिषसे परिपूर्णतामे आमङगो ।
\p
\v 30 भैया रे, हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट और पवित्र आत्माके प्रेमसे मेरे ताँहि परमेश्वर सँग प्रार्थना करन मिर संग गजब प्रयत्न करी कहिके मए तुमके आग्रहपूर्वक बिन्ती करत हौँ,
\v 31 कि मए यहूदीयके अविश्वासीसे मुक्त होन सकौँ, और यरुशलेमके ताँहि मिर सेवा सन्तनके ताँहि ग्रहण योग्य होबए,
\v 32 और परमेश्वरको इच्छासे आनन्दसँग तुमर ठिन आएके तुमर सँगमे सङगतिसे मए फिर ताजा हुइ सकौ|
\v 33 शान्तिक परमेश्वर तुम सबएसँग रहबए| आमेन|
\c 16
\cl आध्याय १६
\p
\v 1 किंक्रियामे भइ मण्डलीकि धर्म-सेविका हमर बहिनिया फिबिकको प्रशंसा तुमर झौने करत हौँ|
\v 2 मए तुमके निवेदन करत हौँ कि सन्तनके सोहान बारो किसिमसे बिनके प्रभुमे ग्रहण करओ, और बिनके चाहनबारो कोइ फिर सहयता बिनके देओ, काहेकी बे अपनए बाहुतनको और मिर फिर सहयता करी हए|
\v 3 प्रिस्का और अकिलास, ख्रीष्ट येशूमे मिर सहकर्मीके अभिवादन ।
\v 4 बे मिर ताँहि अपनो जीवन संकष्टमे डारीँ । बिनके मए इकल्लो नाए, पर अन्यजातीनके मण्डली जम्मए फिर धन्यवाद देत हँए ।
\v 5 बिनके घरमे भइ मण्डलीनके आभिवादन देओ । मिर प्रिय इपेनितसके, जो ख्रीष्टके ताँहि एशियाको पहिलो विश्वासी हए, अभिवादन देओ ।
\v 6 मरियमके, जौन तुमरे बिचमे बाहुत परिश्रम करी, बाके अभिवादन देओ ।
\v 7 एन्ड्रोनिकस और युनियस, मिर आफन्त और मिर संगी-कैदीके, अभिवादन कहिदेओ । बे प्रेरित मैसे प्रख्यात हँए, और मोसे अग्गु ख्रीष्टमे भए रहँए
\v 8 एम्प्लीआतस, प्रभुमे मिर प्रियनके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 9 उर्बानस, ख्रीष्टमे हमर सहकर्मी, और मिर प्रिय मित्र स्ताखुसके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 10 ख्रीष्टको योग्य ठहरेभए अपेल्लेसके अभिवादन कहिदेओ ।अरिस्तोबुलसको घरबारेन्के अभिवादन कहिदेओ ।
\v 11 मिर आफन्त हेरोदियनके अभिवादन कहिदेओ । प्रभुमे भए नर्किससको घरानाके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 12 प्रभुमे परिश्रम करन बारो त्रुफेना और त्रोफोसाके अभिवादन कहिदेओ । प्रभुमे बहुत परिश्रमी करनबारो प्रिय परसीसके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 13 प्रभुमे चुनेभए रुफस और बोकी अइया, जो मिर फिर अइयारहए, बिनके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 14 असिंक्रितस, फ्लेगन, हर्मेस, पत्रोबास, हर्मास, और बिनके सँग भए भैयानके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 15 फिलोलोगास, युलिया, नेरियस और बोकी बहिनिया, और ओलिम्पास और बिनकीसँग भए सब सन्तनके अभिवादन कहिदेओ ।
\v 16 एक दुसरेके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन कराओ । ख्रीष्टके सबय मण्डलीनसे तुमके अभिवादन पाठइँ हँए ।
\p
\v 17 भैया रेओ, मए तुमके आग्रहपूर्वक बिन्ती करत हौँ, कि तुमके सिखाओ भव धर्म- सिध्दान्तके विरुध्दमे फुट और बाधा- विध्न सिर्जनबारो के नजर कारिओ, और बिनसे अलग बैठओ|
\v 18 काहेकी अइसे आदमी हमर ख्रीष्ट प्रभुके सेबा नाकरत हएँ, पर अपन पेटके ताँहि सेवा करत हँए, और बिनको मिठो मिठो बोली और बात सीधासाधेनके हृदयके धोखा देत हँएं ।
\v 19 काहेकि तुमर आज्ञाकारिता सब आदमीमे जाहेर हए, और तुमरे करन मए आनन्द करत हौँ| पर मए चहत हौ, कि जो असल हए बोके ताँहि तुम बुध्दिमान होबाओ, और जो खराब हए बोमे दोषरहित रहबाओ ।
\v 20 शन्तिको परमेश्वार जाल्दीय शैतानके तुमर टाँङ्ग तरे कुचल्दे हए। हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरसँग रहबाए ।
\p
\v 21 तिमोथी मिर सहयोगी, और मिर नतेदार लुकियस, यासोन और सोसिपात्रोससे तुमके अभिवादन पठाई हए|
\v 22 जा चिठ्ठी लिखनबारो मए, तर्तियस प्रभुमे तुमके अभिवादन पठात हौँ|
\v 23 मिर पहुना और सारा मण्डलीनके सत्कार करनके गायससे अभिवादन पठाई हए । तुमके अभिवादन हए । सहरको कोषाध्यक्ष इरास्तस और भैया क्वार्टस तुमके अभिवादन पठाई हँए|
\v 24 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुम सबएसँग रहबए।
\p
\v 25 अब बाके, जौन तुमके मिर सुसमाचार और येशू ख्रीष्टके बारेमे सन्देशअनुसार जो गजब अग्गुसे लुकाओ भौ रहस्यको प्रकाश बमोजिम, जो तुमके खडा करन सक्षम हए,
\v 26 पर अब अनन्तको परमेश्वरको आज्ञा अनुसार अगमवक्तक लिखाईसे प्रकट करि और जनाई हए, जाहेकारनसे कि सबय जातिके विश्वास करएँ और आज्ञापालन करएँ-
\v 27 एक मात्रा बुध्दिमान परमेश्‍वरके येशू ख्रीष्टसे सदासर्वदा महिमा होबए| (अमेन)|

578
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\id 1CO
\ide UTF-8
\h कोरिन्थीनके पावलको पहिलो पत्र
\toc1 कोरिन्थीनके पावलको पहिलो पत्र
\toc2 कोरिन्थीनके पावलको पहिलो पत्र
\toc3 1co
\mt कोरिन्थीनके पावलको पहिलो पत्र
\c 1
\cl आध्याय १
\p
\v 1 परमेश्वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूको प्रेरित होनके बुलाए भए पावल और हमर भैया सोस्थेनेससे,
\v 2 कोरिन्थिमे भव परमेश्वरको मण्डलीके*जो ख्रीष्ट येशूमे पवित्र भौ हए, और बिनके संगसंगै हरेक ठाउँमे बैठन बारे सन्त होनके बुलाई सबके, जौन-जौन प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँ पुकारत हए, जो बिनको और हमर प्रभु हए:
\v 3 परमेश्वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 4 ख्रीष्ट येशूमे तुमके दओ परमेश्वरको अनुग्रहको कारन तुमरे ताँहि मए परमेश्वरमे सबदिन धन्यवाद चढ़ातहौँ ।
\v 5 काहेकी हर प्रकारसे, अथवा सब बोलि और सबै ज्ञानमे तुम बोमे धनी भए हौ-।
\v 6 काहेकी ख्रीष्टके बारेमे हमर गवाही तुममे सुदृढ़ भौ हए-।
\v 7 ताकी तुम हमर प्रभु येशू ख्रीष्ट प्रकट होन बालो बातके प्रतिक्ष करत तुम्मे कोइ आत्मिक वरदानको कमी ना हुइहए ।
\v 8 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके दिनमे तुमके दोषरहित बानान बो तुमके अन्त्यसम सुदृढ़ रखाबैगो ।
\v 9 परमेश्वर विश्वासयोग्य हए, जौनसे बाको पुत्र हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको सङ्गतिमे तुम बुलाएहौ ।
\p
\v 10 अब भैया तुम, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँमे मए तुमके अनुरोध करत हौँ, कि तुम सब एक- दुसरेसंग सहमत होबौ और तुमरे बिचमे कुछ चिजको फुट ना होबए । पर तुम एक मन और एकै विचारके होबओ ।
\v 11 काहेकी, मिर भैया रेओ, तुमरे बिचमे लडाई हए कही बात क्लोएका परिवारके मोके खबर दैहँए ।
\v 12 “मिर कहाई जहेहए, तुम कोइ, “मए पावलके,” कोइ “मए अपोल्लोसको,” कोइ “मए कैफासको" और कोइ“ “मए ख्रीष्टको हौ" “कहत हौ रे ।"
\v 13 का ख्रीष्ट बाँटो हए? का पावल तुमके ताहिँ क्रूसमे टाँगो हए? अथाव का पावलको नाउँमे तए बाप्तिस्मा लौ हए?
\v 14 मए परमेश्वरके धन्यवाद देतहौ, कि मए तुमर मैसे क्रिस्पस और गायसके बाहेक और कोइके फिर बाप्तिस्मा ना दै हए ।
\v 15 जहेमारे मेरो नाउँमे बाप्तिस्मा भव करके तुम कोइ ना कहि पएहओ ।
\v 16 (हँ, मए स्तिफनासको परिवारके फिर बाप्तिस्मा दओ और जासे मए और कोइके मए बाप्तिस्मा दओ कि ना दओ, बो मोके पता नैयाँ ।)
\v 17 काहेकी बाप्तिस्मा देन नए, पर सुसमाचार प्रचार करन मोके ख्रीष्ट पठाई हए- संसारिक बुध्दीको बातमे नए, नत ख्रीष्टको क्रूसको शक्ति व्यर्थ हुइहए ।
\p
\v 18 काहेकी नष्ट होनबालेके ताहिँ क्रूसको सन्देश मूर्खता हए, पर हम उध्दार पानबालेके ताँहि परमेश्वरको शक्ति हए ।
\v 19 काहेकी लिखो हए, “मए बुध्दीमानके बुध्दी नष्ट करंगो, और चतुराको चतुराइ विफल करहौ ।”
\p
\v 20 बुध्दीमान कहाँ हएँ? शास्त्री कहाँ हएँ? जा युगको तर्क करन बाले कहाँ हएँ? का परमेश्वर जा संसारको बुध्दीके मूर्ख ना बानाई का?
\v 21 संसार अपन बुध्दीसे परमेश्वरके चिन ना पाएके बाके बुध्दीअनुसार हम प्रचारको सुसमाचारको मूर्खतासे त विश्वास करनबालेके बचान परमेश्वर ठिक ठहराई हए ।
\v 22 यहूदी चिन्ह मगत हएँ और ग्रीक बुध्दीके खोजिमे हएँ ।
\v 23 पर हम त क्रूसमे टाँगो भव ख्रीष्टके प्रचार करत हएँ, जौ यहूदीनके ताँहि बाधा और अन्यजातिनके ताँहिँ मूर्खता हए ।
\v 24 पर बोलावट पाए भएनके ताँहि, चाहे यहूदी होए अथवा ग्रीक होए, ख्रीष्ट परमेश्वरको शक्ति और बुध्दी हए ।
\v 25 काहेकी परमेश्वरको मूर्खता आदमीनको बुध्दीसे श्रेष्ट हए, और परमेश्वरको दुर्वलता आदमीको बलसे शक्तिशाली हए ।
\p
\v 26 भैया तुम, जब बुलाए रहौ, तवतुम कैसे रहौ? सो बिचार करओ संसारिक स्तर अनुसार तुम मैसे गजब जनै बुध्दिमान, गजब जनै शक्तिशाली और गजब जनै खानदानी ना रहएँ ।
\v 27 तव बुध्दिमानके शर्ममे पाड्न परमेश्वर संसारके मूर्खनके छानी हए, और शक्तिशालीनके शर्ममे पाड्नके परमेश्वर संसारके निर्बल बातके छानी हए ।
\v 28 परमेश्वर संसारके निच और तुच्छ ठहारनबालो बातके चुनी हए| हियाँतक्कि नागिन्नबाली बातके फिर चुनि हए; जहेमारे कि जौन बात हए बे व्यर्थ ठहरंगे,
\v 29 और कोइ प्राणी परमेश्वरके समने अहङ्कार ना करएँ ।
\v 30 परमेश्वर त ख्रीष्ट येशूमे तुमर जीवनको स्रोत हए, ख्रीष्टके त हमर बुध्दि, हमर धार्मिकता और पवित्रता और हमर उध्दार बनाईहए ।
\v 31 जहेमारे लिखो हए, “गर्व करनबाले प्रभुमे गर्व करएँ।
\c 2
\cl आध्याय २
\p
\v 1 भैया रेओ, मए तुमरठीन आओ, बडो-बडो बात और बुध्दिमे परमेश्वरको गवाहीको घोषणा करत ना आओ ।
\v 2 काहेकी तुमरसंग रहत येशू ख्रीष्ट और बोके क्रूसमे टाँगो बातसे और कछु मए ना जानत हौँ कहिके निश्चय करो रहौँ ।
\v 3 मए तुमरठीन कमजोर और गजब डरमे और कपतमे आओ ।
\v 4 मेरो उपदेश और सन्देश हृदय छुनबारो बुध्दिपूर्ण शब्दमे ना रहए, पर पवित्र आत्माको और शक्तिको प्रदर्शनमे रहए,
\v 5 ताकि तुमर विश्वास आदमीको बुध्दिमे नाए, पर परमेश्वरको शक्तिमे आधारित होबए ।
\p
\v 6 तव फिर पक्को भए बारेनके बिचमे हम बुध्दिको प्रचार करत हँए, पर जा युगको बुध्दिमे नए, नत जा युगको शासकको बुध्दि, जो नेहत्व खतम हुइजए हए ।
\v 7 पर हम परमेश्वरको गुप्त और लुको बुध्दिको प्रचार करत हँए, जो युग-युगसे अग्गु हमर महिमाके ताँहि परमेश्वर निंयुक्त करीरहए ।
\v 8 जा युगको कोइ फिर शासक बो बात नबुझी । बे बुझे हुइते त महिमाको प्रभुके क्रूसमे ना टाँङते ।
\v 9 पर अइसो लिखो हए, “आँखीसे ना देखो और कानसे ना सुनो और आदमीको मनमे ना सोचो, जेही बात परमेश्वर बिनके प्रेम करनबालेके ताँहि तयार करि रहए ।”
\p
\v 10 परमेश्वर हमर ताहिँ पवित्र आत्मासे बो प्रकट करीरहए। काहेकी पवित्र आत्मा प्रत्येक बात ढुड्त रहए, परमेश्वरको गहिरो-गहिरो बात फिर ढुडी रहए ।
\v 11 काहेकी आदमी भितर रहो भव अपन आत्माबाहेक कौन आदमीको विचारके बुझत हए? अइसीयए परमेश्वरको विचार परमेश्वरको आत्माबाहेक कोइ बुझ ना पात् हए ।
\v 12 अब हम संसारको आत्मा ना पाए हँए, पर परमेश्वर हमके दौ भव वरदान बुझ्न सिकएँ कहिके बोसेपवित्र आत्मा पाए हँए ।
\v 13 जौन बात प्रचार करत हँए, बे बात आदमीको बुध्दिसे सिखओ शब्दमे नैयाँ, पर पवित्र आत्मासे सिखओ भव अनुसार हम आत्मिक शब्दमे आत्मिक सत्यताको अर्थ खोलत हँए ।
\v 14 जौन आदमी आत्मिक नैयाँ, बो परमेश्वरको आत्माको बात ग्रहण ना करत हए । काहेकी बे बात बोके ताहिँ मूर्खता होतहँए, और बोके ना बुझ पात हए, काहेकी बे बात आत्मिक रितिसे मात्र चिनन् सिकत हए ।
\v 15 आत्मिक आदमी सबए बातको जाँच करत हए, पर बो कोइ आदमीसे ना जाँचैगो ।
\v 16 “काहेकी कौन प्रभुको मनके जानो हए? और कौन बाके सिखान सकैगो?” पर हमरसंग त ख्रीष्टको मन हए ।"
\c 3
\cl आध्याय ३
\p
\v 1 भैया रेओ, तुमरसंग मस्कन आत्मिक जनसंग मस्कन जैसो मए ना मस्कपओ, पर सांसारिक आदमी, ख्रीष्टमे दुधे बाच्चाकसंग मस्कोजैसो मए मस्क पऔ ।
\v 2 मए तुमके दूध खबओ, कर्रो चिज नाए, काहेकी तुम बाके ताहिँ तयार ना रहौँ, और हबए फिर ना हौ ।
\v 3 तुम हबए फिर संसारिक हौ| काहेकी जब तुमर बिचमे गुस्सा और हल्ला गुल्ला हए, तव का तुम संसारिक चलमे चलनबारे साधारण आदमी जैसे ना भए हौ क?
\v 4 काहेकी मए एक “पावलको" और दुसरो “मए अपोल्लोसको" कहत हौ कहेसे, संसारिक आदमी जैसो ना भए का?
\p
\v 5 अपोल्लोस कौन है? पावल कौन है? प्रभु सबके खटाए अनुसार सेवक इकल्लो हँए, बहेसे तुम विश्वास करे ।
\v 6 मए लगओ, ओपोल्लोस पानी डारी, पर परमेश्वर बढाई रहए ।
\v 7 जहेमारे लागन और पानी डारन कुछ ना हए । पर परमेश्वर इकल्लो, जौन वुध्दि देत हए । बहे महान हए ।
\v 8 अब बोन और पानी डरनबारो एकै हए, बे सब अपनो काम अनुसार देहरी पएँ हँएँ ।
\v 9 काहेकि हम परमेश्‍वरके सहकर्मी हँएँ । तुम परमेश्‍वरकी बगिया और बाकी भवन हौ।
\p
\v 10 मोके दओ भव परमेश्वरको अनुग्रह अनुसार, घर बनान् बालो अच्छो मिस्तरीसे जैसी मए जग डारो, और दुसरे बाके उपर घर बनात जाओ, बाके उपर बनन् बाले सब आदमी कैसे बनात हँएँ, बो ध्यान देओं ।
\v 11 काहेकी जौन जग डारो गाओ हए, जो येशू ख्रीष्ट हए, बक बाहेक कोई आदमी फिर औरो जग ना डार पएँ हँए ।
\v 12 अब अगर कोई आदमी जा जग उपर सोनो, चाँदी, बहुमुल्य पत्थर, काठ, घाँस अथवा पैरासे घर बनए कहेसे,
\v 13 प्रत्येक आदमीको काम प्रकट होबैगो, काहेकी न्यायके दिनमे बो खुलस्त हुइजएहए । बो आगीसे प्रकट होबैगो, और सब कैसो काम करी हए, बो आगीसे जाँच होबैगो ।
\v 14 अगर कोई आदमी बो जग उपर बनाओ काम करत रहबैगो तव बो इनाम पाबैगो ।
\v 15 अगर कोई आदमीको काम डुङ्गके खतम भव हए कहेसे बो नुक्सान बिहोरन पडैगो, पर बो अपन आगीसे उम्कके बचैगो ।
\p
\v 16 का तुमके पता ना हए, तुम परमेश्वरको मन्दिर हौँ, और परमेश्वरको पवित्र आत्मा तुमरमे बास करत हए?
\v 17 अगर कोई परमेश्वरको मन्दिरके नष्ट करत हए कहेसे परमेश्वर बो के नष्ट करैगो । काहेकी परमेश्वरको मन्दिर पवित्र होतहए, और बो मन्दिर तुमही हौ ।
\p
\v 18 कोई अपनेके धोखा मतदेओं । तुमर मैसे कोई जा युगमे अपनेके वुध्दीमान सम्झत हए कहेसे बो मूर्ख बानैगो, तव बो वुध्दीमान बन पाबए ।
\v 19 काहेकी संसारको वुध्दि परमेश्वरको अग्गु मूर्ख हए । काहेकी लिखो हए, “बो वुध्दिमानके बिनको चलाकीमे पकड्त हए ।”
\v 20 धर्मशास्त्रमे एैसो फिर लिखो हए, और फिर वुध्दिमानके विचार व्यर्थ हए कहिके परमप्रभु जानत हए ।”
\p
\v 21 जहेमारे कोई आदमीके उपर गर्व ना करए । काहेकी सब चिज तुमरो हए,
\v 22 चहु पावल, कि अपोल्लोस, कि केफास, अथवा संसार, अथवा जीवन, अथवा मौत, अथवा वर्तमान, अथवा भविष्य सब तुमरो हए,
\v 23 और तुम ख्रीष्टके हौ, और ख्रीष्ट परमेश्वरको हए ।
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 अइसी आदमी हमके ख्रीष्टके सेवक और परमेश्वरको रहस्यके मालिक ठाने पडे हँए ।
\v 2 बो बाहेके जा आवश्यक हए, कि मालिक विश्वासयोग्य ठहरन पड्त हए ।
\v 3 तव बिनसे अथवा आदमीके कोई अदालतसे मेरो इन्साफ होन, जा त मेर ताहिँ निक्कना छोटी बात हए, मए अपनए फिर अपनो इन्साफ ना करत हौँ ।
\v 4 मिर अपनो विरुध्दमे कुछ हए कहेसे मोके पता नैयाँ, पर बो मोके निर्दोष साबित ना करेहए, मेरो न्याय करनबालो त प्रभुए हए ।
\v 5 जहेमारे तोको समयसे अग्गु न्याय मतकरौ, प्रभु आन तक आसिया बौ । बो अँध्यारोमे लुकी बातके उजियारोमे लाबैगो, और आदमीको हृदय अभिप्राय प्रकट करदेत हए । तव सब आदमी परमेश्वरमे अपनो प्रशंसा पामंगे ।
\p
\v 6 भैया रे, मए अपन और अपल्लोसके उधारन दैके, तुमर भलाईके ताहिँ जे सब बात लिखो हौँ, ताकी हमसे पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तुम जिन सिकौ, और तुमर मैसे कोइ फिर एक दुसरेके विरुध्दमे घमण्डसे मत फुलौ ।
\v 7 औरसे तुम कौन बातमे फरक हौ? तुमरसंग का हए, बो तुम ना पाएहौ? तव तुम बो पाए हओ कहेसे बो त वरदान नैयाँ आइसो काहे तुम घमण्डसे फुलत हौ?
\p
\v 8 तुम तृप्त हुइगए । तुम धनी हुइगए । हमरबिना त तुम राजा भए हौ । तुम सितमाओक राज्य करेसे फिर त हुइतो, ताकी हम फिर तुमरसंग राज्य करन सकँए!
\v 9 काहेकी मोके अइसो लागत हए परमेश्वर हम प्रेरितके मृत्युदण्ड पाए भएके जैसो सबसे पच्छु प्रदर्शनमे धारेजैसो मोके लगत हए ।काहेकी संसार, स्वर्गदूत और आदमीके ताहिँ हम तमाशा भए हँए ।
\v 10 हम ख्रीष्टके खातिर मूर्ख हँए, पर तुम त ख्रीष्टमे बुध्दिमान हौ । हम दुर्बल हँए, पर तुम बलियो हौ । तुमर आदर हँए, पर हमर अनादर ।
\v 11 जहे घरी हम भुखे और प्यासे हँए, हमर कपड फटे हँए, कुटाई खातहँए और बिना घरदोवरके हँए ।
\v 12 अपन हातसे काम करके हम मेहनत करत हँए । अपमानित होत हम आशिर्वाद देत हँए । सतत्पेती हम सहत हँए ।
\v 13 हमर बदनाम होत प्रेमपूर्वक जबाफ देत हँए । हबए तक हम संसारके फोहर और पृथ्वीको कसिङ्गर बने हँए ।
\p
\v 14 तुमके शर्ममे पड्नके जा बात मए नलिखो रहओं, पर मिर प्यारे बालकाके जैसो अर्ती देन ताहिँ हए ।
\v 15 काहेकी ख्रीष्टमे तुमके आसंख्याआभिभावक हँए पर तुमर बेढ़म पिता त नैयाँ । काहेकी सुसमाचारसे ख्रीष्ट येशूमे मए तुमर पिता बनो ।
\v 16 जहेमारे तुम मेरो अनुसरण करनबाले होबओं कहिके मए तुमके अनुग्रह करतहौ ।
\v 17 तबहिमारे तुमरठीन तिमोथीके पठात् हौँ । बे प्रभुमे मेरे प्यारे और विश्वासी लौडा हँए । मए सब ठाँउमे सारा मण्डलीमे सिखओ बमोजिम ख्रीष्टमे मेरो जीवन कैसो हए, सो बे तुमके सम्झना करबाबैगो ।
\p
\v 18 मए तुमरठीन ना आनबालो सोचके कित्तो जनै अहङकारी भए हँए ।
\v 19 तव प्रभुको इच्छा भओ, काहेकी मए तुमरठीन जल्दी अएँ हौँ, और बे अहङकारी आदमीको बात नैयाँ, पर बिनको शक्ति तौ का हए बाको पात लगामंगो ।
\v 20 काहेकी परमेश्वरको राज्य बातमे नैयाँ, पर शक्तिमे हए ।
\v 21 तुम का इच्छा करतहौ? मए तुमरेठीन छडीं लैके अमंओ, कि नम्रताके आत्मा मे प्रेम साथ?
\c 5
\cl आध्याय ५
\p
\v 1 तुमर बीचमे व्यभिचार हए कहिके बात पक्का करके सुनोहौँ, अइसो व्यभिचार त अन्यजातिमे फिर ना होत हए । तुमरो मैसे कोई एक जनै अपन दौवाके बैयर लै हए कहिके सुनो हौँ ।
\v 2 तुम त घमण्ड करतहौ । तुमके त शोक करन ना रहए का? अइसो काम करन बालेक त तुमर बीच मैसे हटाबओ ।
\v 3 मए शरीरमे उपस्थित ना हुईके फिर आत्मामे तुमरसंग हौँ । मए उपस्थित भव हानी करके अइसो काम करनबालोके न्याय मए करडारो हौँ ।
\v 4 जब तुम हमर प्रभु येशूको नाउँमे भेला होत हौ, और मए आत्मामे तुमरसँग उपस्थित होत हौँ, तव हमर प्रभु येशूक शक्ति हुँवई होत हए, बा आदमीके मए अग्गुसे न्याय कर डारो हौ ।
\v 5 बो आदमीके शैतानके हाँत सौपदेओ, ताकी बोके पापमय स्वभाव नाश होबए, तव प्रभुके दिनमे बोको आत्मा त बचए ।
\p
\v 6 तुमर घमण्ड ठीक नैयाँ । थोरीकिना सोण जम्मै ढुक्लाके सोण बनाए देतहए कहिके का तुमके पात नैयाँ?
\v 7 नयाँ ढुक्ला बनन् ताहिँ पुरानो सोणके निकार, काहेकी तुम वास्तवमे अखमिरी त हौ । हमर निस्तारके थुमा, ख्रीष्टको बलिदान हुइगओं हए ।
\v 8 जहेमरे हम पुरानो सोण के, अथवा कुकर्म और दुष्टताको सोणसे नाए पर निस्कपट और सत्यताको अखमिरी रोटीसे तिउहार मनामै ।
\p
\v 9 मए मिर पत्रमे तुमके ताहिँ व्यभिचारको संगत मतकरीओ काहिके लिखो रहौँ ।
\v 10 बाको अर्थ, जा संसारके व्यभिचारी, लोभी, अथवा लुटहा, और मूर्तिपूजक संग बीलकुल सङ्गत मतकरिओं काहिके न कहो हऔ, नत तुमके संसारसे निकरन पड्जएहय ।
\v 11 पर आईसो सङ्गत मतकरीओ कहिके मए तुमके ताहिँ लिखो, जौन अपनयके विश्वासी भैया हौ काहिके कहतहए, पर वास्तवमे बो व्यभिचारी, और लोभी, और मूर्तिपूजक, और निन्दा करनबारो, और मतवालो और लुटहा हए । बो अइसो आदमीकेसंग त खान फिर मत बैठओ ।
\v 12 काहेकी बाहिर बालेके इन्साफ करन मोके का खाँचो? का तुम मण्डली भितरके न्याय करन ना पड्त हए का?
\v 13 बाहिरबालेके न्याय परमेश्वरय करत हए । “तुम अपन बीचसे दुष्ट आदमीके निकारदेओ ।”
\c 6
\cl अध्यया ६
\p
\v 1 तुमर मैसे एक आदमी दुसरेक भैँयासे लडाई भैइहए कहेसे न्यायके ताहिँ सन्तठीन ना जाएके अधर्मीठीन जान के बो आँट करैगो?
\v 2 सन्त संसारको न्याय करत हए कहनबालो बात का तुमके पता नैयाँ? अगर संसारको न्याय तुमही के करन पडैगो कहेसे, छोटेसे- छोटे मुद्दा छिनन् का तुम अयोग्य हौ?
\v 3 का तुमके पता नैयाँ, हम स्वर्गदूतको न्याय करत् हँए? जहेमारे जा जीवनसे होनबालो बात बडो हए का?
\v 4 अइसो लडाइतुमरमे नैयाँ कहेसे, बे लडाइ काहे बे आदमीके अग्गु धरतहौ, जौन आदमी मण्डली के कोई मोलको ना मानत हँए?
\v 5 तुमके शर्ममे पड्न मए जा कहतहौ । अपन ददाभैयनके बीचमे लडाइ मिलान सिकानबालो बुध्दीमान आदमी को नेहत्व तुममे कोई ना पए हौ?
\v 6 पर एक भैया दुसरो भैयाके विरुध्दमे अदालतमे जए हए, बो फिर अविश्वासीके सामने मुद्धा धरत हए।
\p
\v 7 तुमर एक दुसरेके विरुध्दमे लडन कहेत त तुमर हार हए । बरु अन्याय काहे ना सहमैँ? बरु काहे ठगके ना बैठएँ?
\v 8 पर तुमही त अन्याय करतहओ और ठगतहौ, बो फिर अपनी भैयाके!
\p
\v 9 अधर्मी परमेश्वरको राज्यको हकदार ना होतहँए कहिके का तुमके पता नैयाँ? धोखा मतखाओ- अनैतिक, मूर्तिपूजक, व्यभिचारी, समलिंगी, पुरुषगामी,
\v 10 चुट्टा, लोभी, मतवाला, निन्दा करनबालो, लुटेरा परमेश्वरको राज्यको हकदार ना हुइहए ।
\v 11 तुम फिर अइसी रहओ, पर तुम धुइगए, पवित्र हुईगए, प्रभु येशू ख्रीष्टको नाउँमे हमर परमेश्वरको आत्मासे निर्दोष ठहरिगए हौ।
\p
\v 12 “सब बात मेरे ताँही न्यायसंगत हँए,” पर सब बातफाइदाके नैयाँ । “सब बात मेरे ताँही न्यायसंगत हँए,” पर मए कुछ बातको कमैया ना हुइहौँ ।"
\v 13 “भोजन पेटके ताँही, और पेट भोजनके ताँही हए ।” पर परमेश्वर दुनेके नाशा करैगो । शरीर व्यभिचारके ताँही नैयाँ, पर प्रभुके ताँही हए, और प्रभु शरीरके ताँही हए ।"
\v 14 परमेश्वर अपन शक्तिसे प्रभुके जीवित करी हए, और हमके फिर बाको शक्तिसे जीवित करैगो ।
\p
\v 15 तुमर शरीर ख्रीष्टके अङ्ग हए कहिके का तुमके पता नैयाँ? तव का मए ख्रीष्टके अङ्ग लैके बिनके वेश्याके अशुध्द अङ्ग तुल्यामंगो? जा कबहु ना होबए!
\v 16 वेश्यासंग जुडनबालो आदमी शरीरमे बोकेसंग एक होतहए कहीभइ बातका तुम के पतानैयाँ? काहेकी अइसो लिखो हए, “बे दुने एक शरीर होमंगे ।”
\v 17 पर जो प्रभुसंग एक हए, बो बाकेसंग आत्मामे एक हुइहए ।
\p
\v 18 व्यभिचारसे अलग बैठऔ । और जौन फिर पाप बो आदमी कहतहए, बो शरीरसे बाहिर होतहए, पर व्यभिचार करनबाले आदमी अपन शरीरके विरुध्दमे पाप करतहँए ।
\v 19 तुमर शरीर पवित्र आत्माको मन्दिर हए, जौन पवित्र आत्मा तुम परमेश्वरसे पाएहओ, और बो तुमरभितर वास करतहए कहिके का तुमके पता नैयाँ? तुम स्वयम अपने ना हौ ।
\v 20 तुम मोल तिरके किनेभए हओं। जहेमारे तुमर शरीरमे परमेश्वरको महिमा करौ ।
\c 7
\cl आध्याय ७
\p
\v 1 अब तुम लिखो बातके बिषयमे देखाओ पुरुषके ताँही स्त्रीके नछोन आसल हए ।
\v 2 पर व्यभिचार के बारे मे परीक्षा गजब हँए कहेसे हर आदमीक अपनी बैयर होबए और हर स्त्रीको फिर अपनी लोगा होबए ।
\v 3 पति अपनी बैयरके बैबाहिक हक देबए और आइसीय त बैयर फिर अपन लोगाके ।
\v 4 बैयर अपनो शरीरउपर अधिकार ना धरहए, पर बाको लोगा धरहे । अइसी लोगा फिर अपन शरीरउपर अधिकार ना धरए, पर बोक बैयर धरहे।
\v 5 लोगा बैयर अपन पारस्परिक सम्बन्धके एक दुसरेके इन्कार ना करए । इन्कार करहे कहेसे फिर आपसमे सल्लाह करके कुछ समयके ताँही मात्र, ताकि तुम प्रार्थनामे लगो रहन सिक तव फिर एकसंग बैठए, ताकि आत्मासंयमको अभावके कारण शौतान तुमके परीक्षामे ना पाडए ।
\p
\v 6 जा मए तुमके आज्ञाके रुपमे नाए, पर अनुमतिके रुपमे कहतहओ ।
\v 7 सब आदमी मए जैसो देखन मए इच्छा करत हओ । पर सबके परमेश्वरसे विशेष वरदान मिलोहए, एकके एक किसिमको दुसरेके दुसरो किसिमको ।
\p
\v 8 पर आविवाहीत और विधावाके मए कहतहओ, तुम मोए जैसो आविवाहीत रहिओ बिनके ताँहीं अच्छो हुइहए ।
\v 9 पर बे अपनाके वशमे ना रखपत हँए तव बेविहा करएँ । काहेकी अपन शरीरको अङ्गके जल्नसे विहा करन अच्छो हए ।
\p
\v 10 अब विवाहीतके मए कडा आज्ञा देङगो (मिर आज्ञा ना हए, पर प्रभूको आज्ञा हए)|
\v 11 पर छुटके बैठेसे फिर बो विहा नाकरए, बरु अपनो लोगासे मिलाप करए । लोगा अपनी बैयरके ना छोडए ।
\p
\v 12 पर तुमसे मए कहतहओ (जा मेरो कहाई ना हए, प्रभुकी हए), अगर कोई भैयाके ख्रीष्टमे विश्वास ना करके बैयर हए, औरबो बकसंग बैठन चाहतहए कहेसे, बो बाके ना छोडए ।
\v 13 अगर कोई बैयरको ख्रीष्टमे विश्वास नकरके लोगा हए, और बा बकसंग बैठन चाहतहए कहेसे, बा बक सँग सम्बन्ध ना तोडए।
\v 14 काहेकी अविश्वासी लोगा अपनी बैयरसे पवित्र होत हए, और अविश्वासी बैयर अपनो लोगासे पवित्र होत हए, नत बाके लौडा- लौडीया अशुध्द होमंगे, पर वास्तवमे बे त पवित्र हइए हँए ।
\p
\v 15 पर विश्वास नाकरन बाले छुटत हँए कहेसे छुट् हए आइसो आवस्थामे बो ख्रीष्टियान पति अथव पत्नी कोइ फिर बान्धनमे ना रयहँए काहेकी परमेश्वर हमके शन्तिमे रहन बुलाइ हए ।
\v 16 स्त्री, तुमके का पता सयद तुम अपन पतिके बचानसकहौ की? अथाव लोग तुमके का पता सायद तुम अपनी पत्नीके बचान सक्हौ की?
\p
\v 17 प्रभु सबके जैसो जीवन खटाई हए, और जैसो स्थितिमे बुलाई हए, बहेहानी बो नेगए । सब मण्डलीके ताँही मेरो नियम जहे हए ।
\v 18 का कोई आदमीके बोलावट होनसे बो अग्गुसे खतना भव रहए? अइसी हए कहेसे बो बेखतना होन ना खोजए । का कोई खतना नहोत बोलावट भव हए? अइसो हए कहेसे बो खतना ना करए ।
\v 19 खतना कुछु नैयाँ, बेखतना फिर कुछु नैयाँ, पर परमेश्वरको आज्ञापालन मुख्य बात हए ।
\v 20 जौन अवस्थामे आदमीके बोलावट भव हए, बहेमे सब आदमी रहो रहबए ।
\v 21 तुमर बोलावट होतपेती तुम कमैया रहौ? अगर रहौ कहेसे बाको वास्ता मतकरौ, पर स्वतन्त्र होन सिकैगे कहेसे बाको फाईदा उठाबौ ।
\v 22 काहिके प्रभुमे बोलावट होतपेती जौन आदमी कमैया रहए, अब बो प्रभुके स्वतन्त्र आदमी भव हए । अइसी करके बोलावट भव समयमे जो आदमी स्वतन्त्र रहए, बो ख्रीष्टको कमैया भव हए ।
\v 23 तुम मोल तिरके किनेभए हौ, आदमीको कमैया मत बनौ ।
\v 24 जहेमारे भैया हो, जौनके जैसो अवस्थामे बोलावट भव हए, प्रत्येक बहे अस्थामे परमेश्वरसंग रहबै ।
\p
\v 25 अब कन्याके बारेमे प्रभुको आज्ञा मिरसंग कुछु नैयाँ । पर प्रभुको कृपासे एक विश्वासयोग्य व्यक्तिके हैसियतसे मए तुमके अपन सल्लाह देतहौ ।
\v 26 वर्तमान सङ्कष्टमे देखत, जौन आदमी जैसो अवस्थामे हए बहेमे रहन अच्छो हुइहए ।
\v 27 का तुम विहा करे हौ? अइसो हए कहेसे अपन बैयरसे छुटन मतखोजए । का तए बिनाविहा करो हए? अइसो हए कहेसे विहा करन मतखोज ।
\v 28 पर तए विहा करेहए कहेसे बो पाप नकरो हए । कन्यलौणीया विहा कर तए पाप ना करत् हए । तव फिर विहा करन बारे जा जीवनमे कष्टको सामना करन पणैगो, और मए तुमके जासे बचान चाहतहओ ।
\p
\v 29 भैया हो, मेरो कहाईको बात जहे हए, कि समय थोरी हए, और अब उप्रन्त बैयर होनबारी बैयर नभौजैसो रहए ।
\v 30 शोक करनबारो शोक नकरोजैसो और हर्ष मनान् बारो हर्ष नाए मनान् जैसो हुइके रहबए । किनमोल करनबारो अपनसंग कुछु चीज नभवजैसो रहबए ।
\v 31 और बे जौन संसारके चीज उपभोग करतहँए, बिनमे अपनो कोई चासो ना भव जैसो करए, काहेकी संसार वर्तमानको रुप बितके जात हए ।
\p
\v 32 तुम सब निष्फिक्री होबौ कहिके मए चहत हौ । विहा नभौ आदमी प्रभुके कैसे खुशी बनैहए कहिके प्रभुके बातके बारेमे फिक्री करत हए,
\v 33 पर विहा भौ आदमी बैयरके कैसे खुशी करओ कहिके संसारको बातमे फिक्री करत हौ ।
\v 34 अइसो आदमीके मन दुईघेन लागो होतहए । विहा नभई बैयरकी शरीर और आत्मा दुनेमे कैसे पवित्र रहओ कहिके प्रभुके बातके बारेमे फिक्री करत हए । पर विहा भौ चाँहि कैसे अपन लोगाके खुशी रखामओं कहिके संसारके बातके फिक्री करत हए ।
\v 35 जा बात तुमरउपर प्रतिबन्ध लागनके ताँहीं नाए पर तुमर भलाईके ताँहीं नै कहत हौ, जहेमारे कि तुम एक मनके हुइके प्रभुप्रति भक्तिसाथ ठीक किसिमको जीवन यापन करन सिकौ ।
\p
\v 36 अगर कोई आदमी अपनसंग मगनी भैई कन्यासंग अनुचित व्यवहार करो ठानतहए, और अगर बो कन्याके उमेर फिर खसक्गई हए कहेसे, बो विहा करन चाहए कहेसे विहा करन सकैगी । जामे पाप नैयाँ । बिनको विहा होनए पड्त हए ।
\v 37 पर जौन आदमी अपन मन पक्को करडारी हए, जो कोई करकापमे पणो नैयाँ, पर अपन इच्छाके वशमे करन सिकतहए, और जो कन्याके विहा ना करन निर्णय करडारिहए, कहेसे- अइसो आदमी फिर ठीक करतहए ।
\v 38 अइसो जौन कन्याके विहा करतहए, बो ठीक करतहए, पर जौन विहा ना करतहए, बो और अच्छो करतहए ।
\p
\v 39 लोगा बाँचनतक लोगाके बन्धनमे बैयर रहतहए । पर लोगा मरके पिच्छु बो इच्छा करो व्यक्तिसंग बो विहा करन स्वतन्त्र होतहए, पर बो प्रभुको जन होन पणतहए ।
\v 40 पर बो अइसी बैठैगित और खुशी होतहए, जा मेरो विचार हए, तव मए सम्झात हौ कि मिरमे फिर परमेश्वरको आत्मा हए ।
\c 8
\cl आध्याय ८
\p
\v 1 अब मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिजके बारेमे: हम जानतहँए, कि हमर सबएसंग ज्ञान हए । ज्ञान घमण्ड लात हए, पर प्रेम उन्नती करत हए ।
\v 2 “अगर कोई“ “कछु जानत हौँ" “कहिके सोचत हए कहेसे, जितका जानत रहै उतनो ना जानत हए ।"
\v 3 अगर कोई परमेश्वरके प्रेम करत हए बाके परमेश्वर चीनत हए ।
\p
\v 4 जहेमारे मूर्तिके चढ़ो भव खानबारो चिज खानके बारेमे मए जानत हौँ, काहिके मूर्तिको कोई अस्थितत्व ना हए, और एक परमेश्वरबाहेक और कोई नैयाँ ।
\v 5 “बादरमे अथवा पृथ्वीमे नाउँ इकल्लोके देवीदेवता इकल्लो हुइ हँए, (नेहत्व अइसी गजब" “देवता" और “प्रभु हँए|)"
\v 6 पर हमर ताहिं ता एक परमेश्वर पिता हए, जोसे सब थोक होन आए, और बहेके ताँही हम जित हँए- हमर तांही एक प्रभु, येशू ख्रीष्ट हए, जोसे सब चिज होन आए, और जोसे हम जित् हँए ।
\p
\v 7 तहु फिर सब आदमीमे त जा ज्ञान ना होत हए । पर गजब आदमी पहिले मूर्तिपूजा करत रहँए और बे जा खानबारो चिज मूर्तिको चढोहए कहिके खातरहँएँ । और बिनको विवेक दुर्वल भौ हए जहेमारे अशुध्द होत हँए ।
\v 8 पर खान बारी चिज हमके परमेश्वरकी नजरमे जद्धा ग्रहण योग्य ना बनत हए । कुछ खएहँए तौ खराबी ना हुइहए और खएहँएं त कुछ फाइदा ना हुइहए ।
\v 9 पर होशियार होबओ, तुमर जा स्वतन्त्रता दुर्वलके ताहिँ ठोकरको कारन ना बनए ।
\v 10 काहेकी कोई दुर्वल दिमाक भौ आदमी तए ज्ञान भौ आदमीके मूर्तिके मन्दिरमे खान बैठो देखि कहेसे, मूर्तिके चढओ खानबारी चिज खानके का बा हिम्मत ना करहए?
\v 11 और तिर ज्ञानके मारे बा दुर्वल हुइके नष्ट हुइजए हए, जौनके ताहिँ ख्रीष्ट मरो हए ।
\v 12 अब अइसो अपन भैयाके विरुध्दमे पाप करत और बिनको दुर्वल दिमाकके चोट लगात तुम ख्रीष्टके विरूध्दमे पाप करत हौ ।
\v 13 जहेमारे खानबारी चिजसे मेरो भैयाके बाधा होत हए कहेसे मए अपन भैयाके बाधा ना होबए कहिके कबहु बुट्टी ना खए हौ ।
\c 9
\cl आध्याय ९
\p
\v 1 का मए स्वतन्त्र ना हौँ? का मए प्रेरित ना हौं? का मए येशू, हमर प्रभूकेना देखो ना हौं? का तुम परमप्रभुमे मिर हाँतके सिप ना हौ?
\v 2 मए और के ताँहिँ प्रेरित ना होएसे फिर कम-से-कम तुमर ताँही ता हौ, काहेकि प्रभुमे मिर प्रेरितको कामको छाप तुमही हौ ।
\p
\v 3 मिर विरुध्दमे मस्कनबारेनके मिर् जहे जबाफ हैः
\v 4 का हमके खानपिनके अधिकार ना हए?
\v 5 का और प्रेरितहानी, प्रभुके भैया और केफासके जैसो हमके विश्‍वासी बैयर लैके नेगन अधिकार का ना हए?
\v 6 अथवा का बारनबास और मोके इकल्लो काम करन पड्त हए?
\v 7 अपन खर्चमे कौन पुलिसको काम करैगो? दाखबारी लगाएके कौन बाको फल ना खएहए? अथवा भेडा बकरिया पालके कौन बाको दूध ना पीहए?
\p
\v 8 का आदमीको दृष्टिकोणसे इकल्लो मए जा कहत हौ? अथवा का व्यवस्था फिर जहे बात ना कएहए?
\v 9 मोशाकी व्यवस्थामे एैसो लिखो हए, “दाँहँ करत ब्राधके मोखरी मतलगओ का परमेश्‍वर गौसए ब्राधको मात्र वास्ता करत हए?”
\v 10 का बा हमर ताँहिँ जा ना कही हए? हमर ताँहिं जा लिखो हए । काहिके जोतन बारो और पैरी गाँहनबारो अन्नको थोरी हिस्सा पान आशामे जोतत् और गाँहत हए ।
\v 11 अगर हम तुमर बिचमे आत्मीक बिउ बोएहंएँ कहेसे, और तुमर भौतिक सम्पत्तिको कटानी करेहँए कहेसे, का बो जद्धा हुहए र?
\v 12 अगर और आदमी तुमर उपर एकलौटो हकको दाबी करैगो कहेसे का हमर और जद्धा हक ना हए? तहुफिर हम त जा हकको प्रयोग ना करे हएँ । पर ख्रीष्टको सुसमाचारमे बाधा मत करौ बरु हम सब बात सही लेमंगे ।
\v 13 का तुमके पता ना हए, कि मन्दिरमे सेवा करन बाले मन्दिरसे खात हएँ, और वेदीके सेवा करन बाले वेदीमे चढाओभौ चिजको हिस्सा पात हैँ कहिके तुमके पाता ना हए?
\v 14 अइसी सुसमाचार प्रचार करन बाले सुसमाचारसे जीवन चलएँ कहिके प्रभु आज्ञा दै हए ।
\p
\v 15 पर जे हकमैसे मए कछु प्रयोग ना करोहौँ, और मिर ताँहीं अइसी प्रबन्ध होए कहिके मए जे बात ना लिखो । काहेकी मिर गर्व करन बातसे कोई मोके दुर करनसे बरु मोके मारन अच्छो हए ।
\v 16 काहेकी मए सुसमाचार प्रचार करो कहेसे बो मे मोके घमण्ड करन कोई कारण ना हए । काहेकि अइसो करन मए मजबुर हौ । अगर सुसमाचार प्रचार ना करो कहेसे मोके धिक्कार हए ।
\v 17 काहेकी अपन इच्छासे मए जा काम करतहओ कहेसे मोके इनाम है, पर मए अपन इच्छासे जा ना करो हौ कहेसे फिर मोके एक भण्डारेको जिम्मा सौपदै है ।
\v 18 तव मिर इनाम का हए? केवल ईतका हए, कि सेतएमेत सुसमाचार प्रचार करन पामौं, और सुसमाचार प्रचार करन पान पूरा हकको दाबी मोके ना करन पाड्ए ।
\p
\v 19 काहेकी मए आदमीनसे स्वतन्त्र हौ तौ फिरऔर जाद्धके जितन पामौं कहिके मए अपनएके सबैको दास बनओ ।
\v 20 यहूदीके जितओ कहिके यहूदीके ताँहीं मए यहूदी जैसो बनो । व्यवस्थाके अधिनमे रहनबारेसेजितओ कहीके मए अपनै व्यवस्थाके अधिनमे ना भौ तहुफिर व्यवस्थाकी अधिनमे रहो जैसो करो ।
\v 21 व्यवस्थाके बाहिर होन बारेनके जित पामौं कहिके मए अपनै परमेश्वरको व्यवस्थासे बाहिर ना हूइके पर ख्रीष्टको व्यवस्थाको अधिनमे रहिके व्यवस्थासे बाहिर होन बारे कता बनो । व्यवस्थासे बाहिर बालेनके जित पामौ कहिके मए एैसो करो ।
\v 22 कमजोरके जितौ कहिके कमजोरके ताँहिं मए कमजोर बनो । सबै प्रकारको उपायसे कोई न कोईके मए बचा सकओ कहिके सबके ताँहिं मए सब चिज बनो ।
\v 23 सुसमाचारको आशिषको सहभागी हुइ पामौ कहिके सुसमाचारके ताँहिं मए जा सब चिज करत हौ ।
\p
\v 24 का तुमके पता ना हए दौड्मे दौरन बारो सब दौरत है: पर इनाम त एकइ इकल्लो पए हए? तुम इनाम पान हानी दौरौ ।
\v 25 खेलमे भाग लेन बारो खिलाडी सबमे अनुसासित होन पड्त हए । बे नष्ट हुइके जान बारो मुकुट पान ताँहिँ अइसो करत हए, पर हम त अविनाशी मुकुट पान ताँहिँ अइसो कर हँए ।
\v 26 तबहीमारे लक्ष्य बिना मए ना दौरंगो । हावामे मुक्का मारन जैसो मए ना मारत हौँ ।
\v 27 पर मए अपन शरिरके कठोरतासंग रखात हौं, और जाके वशमे करत हौ, नत मए औरके प्रचार करके मए अपनए अयोग्य ठहरंगो ।
\c 10
\cl आध्याय १०
\p
\v 1 भैया हो, तुम जा बात लेओ कहिके मए चाहत हौ, कि हमर पुर्खा सब बादर तरे रहै, और समुन्दरके बिचसे हुइके गए ।
\v 2 और मोशामे बे सबै बादर और समुन्दरमे बाप्तिस्मा पाई रहँए ।
\v 3 सबए एकए आत्मिक भोजन खाँई ।
\v 4 सबै आत्मिक पानी पिई, काहेकी बिनके संगैसंग नेगत बे आत्मिक चट्टानको पानी पिईँ और बा चट्टा त ख्रीष्ट रहए ।
\v 5 तहुफिर बिनके मैसे तमानसे परमेश्वर प्रसन्न ना भौ, और बे मरभूमिमे नष्ट हुइगए ।
\p
\v 6 बिनके हानी हम खराबीको इच्छा ना करै कहिके जे बात हमर चेताउनीके ताँहीं हँए ।
\v 7 बे मैसे तमानसे तुम मूर्तिपूजाके मत होबौ । अइसो लिखो हए, आदमी खान और पिन ताँहीं बैठ गए, और खेलन ताँहीं उठे ।”
\v 8 हमके व्यभिचारमे फसन ना हए, जैसी तुम मैसे कित्तो जनै फसे, और एकै दिनमे तेइस हजार मरिगए ।
\v 9 हमके प्रभुको परीक्षा ना करन पडो, जैसी बे मैसे कित्तो करीँ, और साँप से नष्ट भए रहँए ।
\v 10 हमके किचकिचान ना हए, जे मैसै कित्तो करी हँए, और विनाशसे नष्ट भए रहँए ।
\p
\v 11 जे बात तुमके उदहारणके रूपमे भौ रहए और हमर शिक्षाके ताँहिँ लिखो हए । जक उपर युग-युगको अन्त आइ गौ हए ।
\v 12 ज़हेमारे जौन ठाडो हौ कहिके सोचे हए । बो होसियार रहए नत बो गिरैगो ।
\v 13 आदमीके आन बारो परिक्षाके अलावा तुम और परिक्षामे ना पडे् हौ । पर परमेश्वर विश्वास योग्य हए, जौन तुमके तुमर शक्तिसे बाहीरको परिक्षामे ना पणन देबैगो, पर तुम सहन सिकैगे कहिके परिक्षाके संगसंग उम्कन डगर फिर देहए । अइसी तुम बोके सहे डारैगे ।
\p
\v 14 जहेमारे मिर प्रिय हो, मूर्तिपूजासे अलग रहौ ।
\v 15 समझदार आदमिसे मए कहत हौ, मिर कही बात तुम अपनै विचार करौ ।
\v 16 बो आशिषको कटोरा जो के ताँहिँ हम आशिष मागत हँएं, का बो ख्रीष्टको रगतमे होन बारो सहभागिता ना हए का? बो रोटी, जो हम तोरत हँएं, का बो ख्रीष्टको शरीरमे सामिल ना हए?
\v 17 काहेकी रोटी एकै हए, हम गज़ब हँए त का शरीर त एकए हए, काहेकी हम सब एकै रोटीसे खातहँए ।
\p
\v 18 इस्राएल जातिके देखौ, वलिदानको चिज खान बारो, का वेदीको सहभागि ना भए?
\v 19 मए का कहैया हौ त? का मूर्तिके चढओ भौ चिज कछु हए? तौ मूर्ति कछु चिज हए?
\v 20 अइसो ना हए, पर मए जहे कहैया हौ, कि मूर्ति पूजन बारे जो वली चढात हँए, बो परमेश्वरके ताँहिँ ना हए, पर भूतप्रेतके ताँहिँ चढात हँए, और तुम भूतप्रेत संग मिलौ जा मए ना चाहत हौँ ।
\v 21 तुम प्रभुको कटोरा और भूतप्रेतको कटोरा दुनौ से ना पिन पए हौ । तुम प्रभुको टेबुल और भूतप्रेतको दुनौ से ना खाए पए हौ ।
\v 22 का हम प्रभुके दिक्कबैय हँए? का हम बोसे शक्तिशाली हँए?
\p
\v 23 “सबए बात न्यायसंगत हए,” पर सबै बात फाइदके ना हँए । “सबए बात न्यायसंगत हँएं" पर सबै बात सुधार ना करंगे ।
\v 24 कोइ फिर अपन भलाई ना ढुणै, पर अपन परोसीके भलाई ढुणए ।
\v 25 बजारमे जो बिचत हए, ज्ञान के ताँहिँ कछु बिना पुछके बो खाए ।
\v 26 काहेकी पृथ्वी और बोमे भौ सब चिज प्रभुक हए ।
\v 27 कोई अविश्वासी बोके पाटी खान खबर दैई तौ जान इच्छ हए कहेसे तिर अग्गु जो धरदेहए: ज्ञान के ताँहिँ कछु ना पुछके खाबओ ।
\v 28 “पर कोइ आदमी तोके“ “जा त बलिमे चढओ भव हए" “कही त बतान बारेके ताहिँ और ज्ञानके ताहिँ, मत खाओ ।"
\v 29 तिर नाए, पर बोके ज्ञानके ताहिँ मिर स्वतन्त्रताको न्याय और ज्ञानसे कही हुइ हए?
\v 30 अगर धन्यवाद दैके मए खात हौ, कहिके धन्यवाद दैके खओ भव पाटीमे ताँहिँ काहे मिर निन्दा होए?
\p
\v 31 जाहेमारे चहू तुम खाओ, अथवा पियौ, अथवा चहु तुम जो करौ, सबए परमेश्वरके महिमाके ताहिँ करओ ।
\v 32 कोई के ठेस लागन वारो काम मत करओ, चाहे यहूदिके होए, अथवा ग्रीकके होबए अथवा परमेश्वरके मण्डलीके होए ।
\v 33 जैसी मए फिर अपन करन बारो सवए काममे सव आदमीके प्रशन्न करन कोसिस करंगो, मए अपनए नाए, पर बहुतको हित करंगो, काहेकी बिनको उध्दर होबए ।
\c 11
\cl आध्याय ११
\p
\v 1 मेरो अनुसरण करनबारे होबओ, जैसी मए ख्रीष्टको अनुसरण करत हौ ।
\p
\v 2 मए बाढई करत हौ, काहेकी सबैके बारेमे तुम मोके सम्झत हओ, और मए तुमके दौ भौ शिक्षा कायम करत हौ ।
\v 3 पर तुम जा बुझओ कहन मए चाहत हौ, कि हरेक आदमीको शिर ख्रीष्ट हए, बैयरको शिर बिनको लोगा हए, और ख्रीष्टको शिर परमेश्वर हए ।
\v 4 प्रार्थना करत अथवा अगमवाणी बोलत अपनो मुण तोपन बारोआदमी अपनो परमेश्‍वरो अपमान करत हए ।
\v 5 पर मुण खुल्ला छोणके प्रार्थना करन बारी, अथवा अगमवाणी बोलन बारी बैयर अपनो मुणको अपमान करत हए, काहेकी जा बो अपनो बार कटो जैसो हए ।
\v 6 काहेकी कोइ बैयर मुण ना तोपत हए कहेसे बरु बो बार काटए । पर बार कटनो कि छोलनो बैयरके ताहिँ शर्मकि बात हए कहेसे बो मुणमे घुँघाट डारए ।
\v 7 काहेकी लोग अपनो मुण ना तोपन पणतहए, काहेकी बो परमेश्वरको प्रतिरुप और गौरब हए, पर बैयर लोगा को गौरब हए ।
\v 8 काहेकी लोगा बैयरसे ना बनोहए, पर बैयर लोगासे बनी हए ।
\v 9 बैयरके ताहिँ लोगा सृष्टि ना भौ हए, पर बैयर लोगाके ताहिँ हए ।
\v 10 जहेमारे और स्वर्गदूतके खातिर फिर बैयर अपनो मुण घुँघाटसे तुपो होन पणत हए ।
\p
\v 11 तव फिर प्रभुमे लोगासे बैयर स्वतन्त्र ना होत हए, नत बैयरसे लोगा ना होत हए ।
\v 12 काहेकी जैसी लोगासे बैयर बनि, उइसी लोगा बैयरसे जन्मत हए । पर सब चिज परमेश्वरसे आत हए ।
\v 13 तुम अपनए विचार करौ, मुण नाए तोपके परमेश्वरके प्रार्थना करत बैयरके सोहातहए का?
\v 14 लोग लम्बो बार पलहे कहेसे बो बाके ताहिँ शर्मकी बात हए कहिके प्रकृतिक फिर तुमके सिखात ना हए का?
\v 15 पर अगर बैयरको लम्बो बार हए कहेसे बोके ताहिँ गौरव हए । काहेकी बैयरको बार बोके तोपनके ताहिँ दै हए ।
\v 16 पर कोइ जाके बारेमे वाद-विवाद करन चाहँत हए कहेसे, हमर अइसो कोइ रिति नैयाँ, नत परमेश्वर मण्डलीको न हए ।
\p
\v 17 पर जे आदेश देत मए तुमर तारिफ ना करंगो, काहेकी तुम भेला होत बो अच्छोके ताहिँ ना होत हए, पर बो और खराबीके ताहिँ हए ।
\v 18 काहेकी पहिले त, मण्डलीमे एकसंग भेला होत तुमरमे फाटो हए कहिके मए सुनत हौ । तव कुछ मात्रमे मए बो विश्वास फिर करत हौ ।
\v 19 तुमर मैसे ग्रहणयोग्य ठहरे भए चिनन् ताहिँ तुमरमे मतभेद होन फिर आवश्यक हए ।
\v 20 जब तुम एकसंग भेला भए खानपिन करत हौ बो चाहिँ प्रभु-भोज नैयाँ ।
\v 21 काहेकी खान बैठत हरेक अपनो भोजन खात हँए, और कोइ भुखो रहत हए, तव कोइचाहिँ मद्धसे मातो होतहए ।
\v 22 का खान और पिनके ताहिँ तुमर अ- अपन घर नैयाँ? अथवा का तुम परमेश्वरको मण्डलीके तुच्छ ठाहरत हौ और कछु ना होनबारोके अपमान करत हौ? मए तुमसे का कहौ? का जाके ताहिँ मए तुमर तारिफ* करौ? मए कदापि ना करहौ ।
\p
\v 23 काहेकी प्रभुसे मए जो पाओ, सो तुमके सौप दौ, अर्थात् जौन रात बो पकणओ भव, बो रात प्रभु येशू रोटी लै,
\v 24 और धन्यवाद दैके पिच्छु बो रोटी तोणी, और कही, “जा तुमर ताहिँ मेरो शरीर हए । जा मेरो सम्झनाके ताहिँ करौ ।”
\v 25 अइसी करके खाएके पिच्छु बो कटोरा लैके कही, “जा कटोरा मेरो रगतमे भव नयाँ करार हए । जब- जब तुम जा पिबैगे, मेरो सम्झनामे जा अक्सर करौ ।”
\v 26 काहेकी जब-जब तुम जा रोटी खाबैगे और जा कटोरामैसे पिबैगे, बाके ना आनतक तुम प्रभुको मृत्युको घोषणा करत हौ ।
\p
\v 27 जहेमारे जौन अयोग्य रितिसे प्रभुको रोटी खाए हए, कि प्रभुको कटोरामैसे पिहए, बो आदमी प्रभुको शरीर और रगतके अपवित्र तुल्याहे कहेसे दोषी ठहरैगो ।
\v 28 हरेक आदमी अपनके जाँचए, तव मात्र बो रोटी खाबै, और कटोरासे पिबै ।
\v 29 काहेकी प्रभुको शरीरके नचिनके जौन खाएहे और पिहए बो खाओ और पिओ अपनउपर दण्ड लाबैगो ।
\v 30 जहेमारे तुमरमैसे गजब कमजोर और रुगहा हँए, और कित्तो जनै मरीगए हँए ।
\v 31 पर हम नेहत्व अपना अपनएके जाँच हए कहेसे हम न्यायमे ना पणंगे ।
\v 32 पर जब प्रभु हमरो न्याय करहे, तव हमके अनुशासन करैगो, ताकि संसारसंग दोषी ना ठहरैगे ।
\p
\v 33 जहेमारे मेरे भैया तुम, खानके एकसंग भेला होत एक दुसरेके असियाबौ ।
\v 34 अगर कोइ भुखो हए कहेसे बो घरमे खाबए नत एकसंग भेला होत तुम दण्डको भागी हुइहौ । और बातके बारेमे मए आएके निर्देशन देमंगो ।
\c 12
\cl आध्याय १२
\p
\v 1 भैया तुम, अब आत्मिक वरदानको बारेमे तुम अनजान होबाओ करके मेरो इच्छा ना हए ।
\v 2 तुमके पता हए, कि जब तुम कोइ समयमे मुर्तिके सेवक रहओ, तव कोइ न कोइ प्रकारसे प्रभावित हुइके तुम नमस्कन बारी मूर्तिघेन बहाके रहौ ।
\v 3 “जहेमारे तुमके जा बात बुझौ मए चाहत हौँ, कि परमेश्वरको आत्मासे मस्कन बारो कोइ “येशू श्रापित होबए ना कहत हँए । “तव पवित्र आत्मा बाहेक कोई फिर “येशू प्रभु हए" ना कहि पएहए ।
\p
\v 4 वरदान बेढमकिसिमके हए, पर प्रभु त एकए हए ।
\v 5 सेवाके काम गजब हँएं, पर प्रभु त एकए हए ।
\v 6 काम बेढम किसिमके हँए, पर बहे परमेश्वर सबके बे काम करन प्रेरण देतहए ।
\p
\v 7 सबयके हितके ताँहि नै पवित्र आत्माको काम प्रकट होन सबके एक चिन्ह दै हए ।
\v 8 कोइके पवित्र आत्मासे बुध्दिको बात मस्कन, कोइके बहे पवित्र आत्माअनुसार ज्ञानको बात मस्कन वरदान दै हए ।
\v 9 कोइके बहे पवित्र आत्मासे विश्वास करनबारो, कोइके बहे पवित्र आत्मासे रोग अच्छो करनबारो वरदान दै हए,
\v 10 कोइके अचम्मोको काम करन, कोइके अगमवाणी बोल्न, कोइके आत्मा छुट्टयान सिकनबारो, कोइके बेढम किसिमको भाषा मस्कनबारो, कोइके त बहे भाषाको अर्थ खोलदेन बारो वरदान दैए।
\v 11 पर जे सबयमे एकए पवित्र आत्माको काम करतहए । प्रभु सबयके बाको इच्छा अनुसार व्यक्तिगत रुपमे वरदान देतहए ।
\p
\v 12 काहेकी जैसी शरीर एक हए, और बाके बेढम अङग हँए, और शरीरको सम्पूर्ण अङग बेढम भएसे फिर शरीर त एकै हए, ख्रीष्ट फिर अइसी हए ।
\v 13 काहेकी एकए पवित्र आत्मासे हम सब एकए शरीरमे बप्तिस्मा पाए हँए- यहूदी अथवा ग्रीक, कमैया अथवा फुक्का, हम सबैके एकए पवित्र आत्मासे पिन दै हए ।
\p
\v 14 काहेकी शरीर एकै अङगसे मात्र नाए पर बेढम अङगसे बनो होतहए ।
\v 15 “अगर टाङग “मए हात नैयाँ, जहेमारे मए शरीरको अङग नैयाँ" कैहए कहेसे, का बो शरीरको अङग ना हुईहे?”
\v 16 “और कान" “मए आँखी नैयाँ, जहेमारे मए शरीरको अङग नैयाँ" “कैहए कहेसे, बो शरीरको अङग ना हए?”
\v 17 अगर जम्मै शरीर आँखी हुइ तो त सुनहँएँ कहाँसे? अगर जम्मै शरीर कान हुइहए त सुँघंगे कहाँसे?
\v 18 पर परमेश्वर अपनो इच्छाबमोजिम शरीरमे हरेक अङग मिलाएके धरदै हए ।
\v 19 अगर बे जम्मै एकै अङग हुइतो त शरीर कहाँ हुइतो?
\v 20 पर अङग बेढम हँएं, तहु फिर शरीर त एकए हए ।
\v 21 “आँखी हातके “मोके तेरो जरुरत नैयाँ" कहन ना पएहए, और मुण फिर टाङगके “मोके तिर जरुरत नैयाँ “कहन ना पएहए ।"
\v 22 बरु कमजोर मनेभए शरीरके अंग और जरुरतके होतहँएं ।
\v 23 शरीरके बे अङग जौनके हम कम महत्त्वको मनत हँए, बिनके हम जद्धा आदर देतहँए । खुला रुपमे ना दिखन सिकन बारो अङगके हम एकदम अच्छोसे धरतहँए,
\v 24 खुला रुपमे दिखानबारो हमर अङगके अइसो हिफाजत ना चाहतहए काहेकी बे अग्गुसे इज्जत पइहोत हँएं । पर परमेश्वर हमर शरीरके अइसो मिलाईहए कि छोटे अङगके जद्धा आदर प्रदान करीहए, ।
\v 25 ताकि शरीरमे बेमेल ना होबए, पर अङग एक दुसरेके ताँहिँ समान वास्ता करँएँ कहिके बा एैसो करी हए ।
\v 26 अगर एक अङगके कष्ट भौ कहेसे सब अङगसंगए कष्ट भोगत हँए, अथवा एक अङगको आदर भौ कहेसे सब अङगसंगए आनन्द मनात हँएं ।
\p
\v 27 तुम ख्रीष्टको शरीर हौ, और सब बाको अङग हँएँ ।
\v 28 परमेश्वर मण्डलीमे पहिलो प्रेरित, दुसरो अगमवक्ता, तिसरो शिक्षक, तव अचम्मो काम करनबारो, और अच्छो करनबारो वरदान पाए भए, सहायता करनबारे, प्रशासन चलानबारे, बेढम भाषा मस्कनबारे, नियुक्त करीहए ।
\v 29 का सब प्रेरित हँए? का सब अगमवक्ता हँए? का सब शिक्षक हँए? का हम सब अच्म्मो काम करनबारे हँए?
\v 30 का सबके संग अच्छो करन बारो वरदान होतहए? का सब बेढम भाषा मस्कत हँए? का बे सब औरे भाषाक मतलब बतात हँए?
\v 31 पर और उचो वरदानको उत्कट इच्छा करौ । तव मए तुमके और अच्छो डगर दिखामंगो ।
\c 13
\cl आध्याय १३
\p
\v 1 मानौ मए आदमी और स्वर्गदूतको भाषामे मस्केसे फिर मोएमे प्रेम ना हए तौ मए हल्ला करनबारो घण्टा और चिन्झा इकल्लो हुइहौँ ।
\v 2 मानौ मिरसंग भाविष्यबणी करन बरो बरदान हँए, और मय लुके भय गुप्त बात बुझ्न सकत हौ, और पाहड हटानबारो सबए विश्वास मिरसंग हुइहए, पर मोएमे प्रेम ना हए तौ मए कछु ना हौँ ।
\v 3 अगर सार सम्पत्ति वाँटदेओ और मिर शरीर जलानके दै देहओ, पर मोएमे प्रेम ना हए तौ मोके कुछ लाभ ना हुइहए ।
\p
\v 4 प्रेम सहनशीलता और दयालु हए । प्रेम हिर्स ना करत हए, ना शेखी करत हए ।
\v 5 प्रेम हठी ना होतहए, ना ढीट होतहए, प्रेम अपनो बातमे जिद्दी ना करत हए, बबाल ना मनत हए, खराबीको हिसाब ना धरत हए ।
\v 6 प्रेम खराबीमे खुशी ना होत हए, पर ठीक बातमे रमातहए ।
\v 7 प्रेम सब बात सहत हए, सब बातको पतियात हए, सब बातमे आशा धरत हए, सब बातमे स्थिर रहत हए ।
\p
\v 8 प्रेमको कभु अन्त ना होत हए ।अगमवणी खतम हुइ जए हए, भाषा बन्द हुइजए हए, ज्ञान टल जए हए ।
\v 9 काहेकी हम थोरी जानत हँएँ औ थोरी भविष्यबाणी करत हँएँ ।
\v 10 तौ जब सिद्धता अए हए, अधुरोपन खतम हुइ जए हए ।
\v 11 जब मए बालक रहौँ तव बालक जैसो मस्कत रहौँ, बालक जैसो सोचत रहौँ, बालक कता पुछत रहौँ, पर जब मए जवान भौ तौ बालकको चाल छोड दओ ।
\v 12 अब हम दरपनमे जैसो गुधलो देखत हँए, पर बो बेरा त छर्लङ देखंगे । अभे मए थोरी जानत हौँ, बा बेरा त पुरा बुझंगो, जैसी मए फिर पुरा रुपसे चिनो हौ ।
\v 13 पर अब जे तीन बात रहत हँएँ विश्वास, आशा, प्रेम, जे तिन रहमंगे, पर जे मैसे सबसे अच्छो प्रेम हए ।
\c 14
\cl आध्याय १४
\p
\v 1 प्रेममे लगे रहबओ और आत्मिक वरदानके ताहि जाँगरबारे होबओ, विशेष करके अगमवाणी बोलनके ताँहि इच्छा करओ ।
\v 2 काहेकी अन्य भाषामे मस्कनबारे आदमीसंग ना पर परमेश्वरसंग मस्कत हए । बा गुप्त बातकेआत्मामे मस्कत हए और बा बात कोइ ना बुझ पतहए ।
\v 3 पर अगमवाणी करन बारो आदमीसंग मस्कत हए बिनके आत्मिक वृध्दि, उत्साह और सान्तवनाके ताहि बो मसकत हय।
\v 4 अन्य भाषामे मस्कन बारो अपन आत्मिक वृध्दि करत हए पर भबिष्यबाणी करन बारो मण्डलीक आत्मिक वृध्दि करत हए ।
\p
\v 5 तुम सब अन्य भाषामे मस्कौ कहिके मए चाँहत हौँ, पर बोसे ज़द्धा तुम अगमवाणी करौ कहिके मए चाँहत हौँ ।मण्डलीको आत्मिक वृध्दिके ताहिँ कोइ अर्थ ना खुलन तक अन्य भाषामे मस्कन बारोसे भबिष्बायबाणी करन बारो अच्छो हए ।
\p
\v 6 भैया अगर मए तुमरठीन अन्य भाषामे बोलत आओ, पर तुमरेठीन कोइ प्रकाशको ज्ञान और अगमवाणी अथवा शिक्षाके ताँही मए तुमसे ना मस्कहौँ तबसम मोके कोइ फाइदा ना हुइहए ।
\v 7 अगर बासुरी अथवा तन्दुरा जैसो निर्जीव बाजासे स्पस्ट आवाज नाए निकरहै कहेसे, कौन कौनछो बाजा बाज रहो हए कहिके कैसे जान पएहए?
\v 8 अगर तुरहीके ना चिन्होँ आवाजमे बजए हय कहेसे कैसे कोइ लडाइके ताँही तयार हुइहए?
\v 9 तुमर ताँही फिर अइसी हए । अगर ना बुझन जैसो मस्केहौ तौ तुमर बतकाव भौ बात कैसे जान पएहँएं? तुम मस्कत रए हौ और कोई फिर तुमर बात ना बुझे हए ।
\v 10 संसारमे बहुत किसिमके भाषा हँए ।कहि बातमे कुछ शङ्का ना हए और कोई फिर बिना अर्थके ना हँए।
\v 11 अगर बोलो भाषाको अर्थ मए बुझो ना तौ मए बा आदमीके ताँही और बा आदमी मिर ताँही विदेशी हुइहए ।
\v 12 तुमर ताँहि फिरअइसी हए । तुम फिर पवित्र आत्माको वरदानके ताँहिँ उत्सुक भौ जैसो मण्डलीके बनानको काममे जाँगर बारे बानौ ।
\p
\v 13 जहेमारे अन्य भाषामे मस्कनबारो आदमी बाको अर्थ बातए पाबए कहिके प्रार्थना करए ।
\v 14 काहेकी अगर मए अन्य भाषामे प्राथना करत हौँ कहेसे मिरआत्मा प्रार्थना करत हए, पर मिर दिमाक त सफल ना होत हए ।
\v 15 अब मए का कारौँ? मए आत्मामे प्रार्थना कराङ्गो, पर मए मिर दिमाकसे फिर प्रार्थना करङ्गो । आत्मासे गामंगो और मए मिर दिमाकसे फिर गामंगो ।
\v 16 अगर तुम आत्मामे परमेश्वरको प्रशंसा करत तुमर कहिभई बात बाहिरके ना बुझीँ तौ कैसे बे आमेन कएहँएँ?
\v 17 तुम त आच्छेसे धन्यवाद देतहौ, पर बो दुसरे आदमीके कोइ आत्मिक वृध्दि ना करत हए ।
\v 18 मए परमेश्वरके धन्यवाद चढ़ात हौ, काहेकी तुम सब से जद्धा मए अन्य भाषामे मस्कत हौँ ।
\v 19 पर मए मण्डलीमे दुस्रो भाषामे दश हजार बोली बोलनसेेे त अपन दिमाकसे पाँच बोली बोलन चाँहत हौँ ।
\p
\v 20 भैया तुम, सोच- विचारमे बालक मत बनओ। खराबीके ताँहिँ बालक बनओ ।, पर सोच- विचारमे परिपक्का होबओ ।
\v 21 व्यवस्थामे अईसो लिखो हए, “अपठ्यरो भाषामे मस्कनबारे आदमीसे और विदेशीनके ओठसे मए जा आदमीसंग मस्केहौँ, तहुँ फिर बे मोके ना सुनेहँएँ" परमप्रभु कहत हए।
\p
\v 22 जहेमारे अन्य भाषा विश्वासीके ताँहि ना हए, पर अनविश्वासीके ताँहि चिन्हा हए । पर अगमवाणी त अनविश्वासीके ताँहि ना हए पर विश्वासीके ताँहि चिन्हा हए ।
\v 23 अगर जम्मए मण्डली इकठ्ठा हुइके सबए अन्य भाषामे मस्कत बाहिरके औ विश्‍वास ना करनबारे बा हुना आत बे तुम पागल हौ ना कएहँएँ का?
\v 24 तव सब अगमवाणी कहत बेरा कोइ अनविश्वासी अथवा बाहिरको आदमी हुवाँ घुसी गओ तव सब से अग्गु अपनो पापको बोध हुइहए, और सबसे बो जँचैगो ।
\v 25 “बाकि हृदयकि लुकी बात प्रकट हुइहए, और घुप्टाएके बो परमेश्वरके आराधना करहए, और बो" “परमेश्वर तुमके विचमे हए" “कहिके कएहए ।"
\p
\v 26 भैया तुमसे, अब हम का कहँएँ? तुम एक ठिन इकठ्ठा होत सबएसंग भजन और शिक्षा, प्रकाश, दुस्रो भाषा और अर्थ बातनको काम होत हए । जा सब बात आत्मिक वृध्दिके ताँहि हए ।
\v 27 कोइ अन्य भाषा बोलत हए तव दुई जनै इकल्लो ज़द्धामे तिन जनै पालो पालोसंग बोलए और एक जनै बाको अर्थ खोलाए ।
\v 28 अर्थ खोलनबारो हुवाँ कोइ नैयाँ तव बोलनबारो मण्डलीके सभामे चूप रहए, और बो अपनएसंग और परमेश्वरसंग बोलए ।
\p
\v 29 अगमवाणी बोलनचाहिँ दुई या तिन अदमी होमए और बिनको बोलि भई बातके अच्छेसे जाँच करए ।
\v 30 पर हुवाँ बैठनबारे कोइ एक अदमी के प्रकाश आओ तौ पहिले बालो वक्ताचाहिँ चूप रहबए ।
\v 31 तुम सब पालो पालोसे अगमवाणी बोल सकत हौ, और अइसी सबैसे सिख सकएँ और सबैके उत्साह पाए सकएँ ।
\v 32 अगमवक्ताकी आत्मा अगमवक्ताके अधीनमे होत हए।
\v 33 काहेकी परमेश्वर गोलमालको परमेश्वर ना हए पर शन्तिको परमेश्वर हए। सन्त सबै मण्डलीमे भौ अनुसार
\v 34 बैयर मण्डलीको सभामे चूपचाप रहमै। कहेकी बिनके मस्कनकी अनुमति ना हए, पर व्यवस्था कही अनुसार बे अधिनमे रहमए।
\v 35 कोइ चिजके बारेमे सीखन चाहत हए तव घरमे अपन-अपन लोगाके पुछएँ| काहेकी मण्डलीमे बैयरके बोलानो शर्मकी बात हए।
\v 36 का परमेश्वरको वचन तुमसे आओ हए? अथवा का तुमरेठीन इकल्लो आओ हए?
\v 37 कोइ अपनेके अगमवक्ता अथवा आत्मिकी आदमी सम्झत हए, तौ मए लिखो बात फिर परमेश्वरको आज्ञा हए कहिके बोके स्वीकार करन पडहए।
\v 38 पर कोइ जाको वास्ता ना करतहए, तौ बाको फिर वास्ता ना होबए।
\p
\v 39 जहेमारे भैया रेओ, अगमवाणी बोलन उत्कट इच्छा करओ, और अन्य भाषा बोलन मनाही मतकरओ,
\v 40 पर सब काम शिष्टतापूर्वक और सुव्यवस्थित ढङसे करन पणत हए ।
\c 15
\cl आध्याय १५
\p
\v 1 भैया रेओ, मए तुमके प्रचार करो सुसमाचार मए तुमके याद दिलान चाहत हौ, जौन सुसमाचार तुम ग्रहण करे, और जोमे तुम स्तिर रहतहौ ।
\v 2 जा सुसमाचारसे तुमर उध्दार भौ हए, अगर जामे तुम अटल रहबैगे कहेसे, नत तुम व्यर्थैमे विश्वास करहौ ।
\p
\v 3 काहेकी मए जो पाओ बो सबसे मुख्य विषयके रुपमे तुमके सौपदाओः, अथवा पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार ख्रीष्ट हमरो पापके ताँहि मरो रहए ।
\v 4 बो गणो रहए, और पवित्र धर्मशास्त्र अनुसार तिसरो दिनमे बो फिर जिन्दा भव रहए ।
\v 5 बो केफासठीन, और बाह्र जनै चेलाठीन दिखानो रहए ।
\v 6 पिच्छु बो एकै समयमे पाँच सयसे जद्धा भैयाठीन एकसंग दिखानो रहए, जे मैसे बेढम अभेसम्म हँएँ । पर कोइ-कोइ मरिगए हँएँ ।
\v 7 फिर पच्छु याकूब और सब प्रेरितठीन बो दिखानो रहए ।
\v 8 सबसे पिच्छु असमयमे जन्मो आदमीठीन जैसो मिरठीन फिर बो दिखानो रहए ।
\v 9 काहेकी प्रेरितमैसे मए सबसे तुच्छ हौ । मए प्रेरित कहनको योग्य ना हौ । काहेकी मए परमेश्वरको मण्डलीके सताओ ।
\v 10 पर मए जो हौँ परमेश्‍वरको अनुग्रहमे हौँ और मोएमे भौ बाको अनुग्रह बिना कामको ना रहए ।बरु मए बे सबसे जाधा काम करो ।तहु फिर मए ना पर मोएमे काम करनबारो परमेश्‍वरको अनुग्रह रहए ।
\v 11 जहेमारे मए भव फिर अथवा बे भए फिर, हम जो प्रचार करत हँए, सो तुम विश्वास करे हौ ।
\p
\v 12 मरो भएनसे ख्रीष्ट पुनरुत्थान भौ कहिके प्रचार करीहए कहेसे कैसे तुमरमैसे कोइ-कोइ मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहिके कहन सिकैगे?
\v 13 पर अगर मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहेसे ख्रीष्ट फिर मरके पुनर्जीविन ना भौ हए ।
\v 14 अगर ख्रीष्ट मरके पुनर्जीवित ना भौ हए कहेसे हमर प्रचार व्यर्थ हए, और तुमर विश्वास फिर व्यर्थ हए ।
\v 15 बासे जद्धा हम परमेश्वरके बारेमे झूठो साक्षी ठहरत हँएँ, काहेकी ख्रीष्टके मरके पुनर्जीवित करीहए कहिके हम परमेश्वरको बारेमे गवाही देत हँए । पर नेहत्व मरके पुनरुत्थान ना हुइहए कहेसे बो ख्रीष्टके पुनर्जीवित ना करी हए ।
\v 16 काहेकी अगर मरो भव पुनरुत्थान नाए हुइहए त ख्रीष्ट फिर मरके जिन्दा नाए भव हए ।
\v 17 ख्रीष्ट पुनर्जीवित ना भौ हए कहेसे तुमर विश्वास व्यर्थ हए, और तुम अभेसम्म अपन पापमे हौ ।
\v 18 तभि त ख्रीष्टमे मरनबारे फिर नष्ट भए हँए ।
\v 19 अगर जा जीवनके ताँहि इकल्लो ख्रीष्टमे हम आशा करेहँए कहेसे हम सबए आदमीसे जद्धा दयनीय हँएँ ।
\p
\v 20 वास्तवमे ख्रीष्ट मरके जिन्दा भौ हए । मरोमैसे बो त पहिलो फल बानो हए ।
\v 21 काहेकी जैसी एक जनै आदमीसे मृत्यु आओ, अइसी मरनके पुनरुत्थान फिर एक जनै आदमीसे आओ ।
\v 22 काहेकी जैसी आदममे सब मर हँएँ, अइसी करके ख्रीष्टमे सब जिन्दा हुइहँएँ ।
\v 23 पर सबए बात अपनो-अपनो क्रमअनुसार हुईहएः ख्रीष्ट त अगौटे फरा हए, और पिच्छु ख्रीष्टमे भौ बाको आन बालो समयमे जिन्दा करो जए हए ।
\v 24 तव अन्तमे आए हए, जब बाको हरेक शासन, हरेक अख्तियार और शक्ति नष्ट करके परमेश्वर, पिताको हातमे सौंपदेहए ।
\v 25 काहेकी बो अपन सारा शत्रुके अपन पाओँ तरे ना करनतक बा राज्य करैगो ।
\v 26 नष्ट करनबारो अन्तिम शत्रु मृत्यु हए ।
\v 27 “काहेकी परमेश्वर सबै बात बाके पाउतरे अधिनमे धरी हए ।" पर जा त स्पष्ट हए, कि “सबै बात बाके अधिनमे धरीहए" जहेमारे परमेश्वर अपनए जा अधिनमे ना हए, जो सब बात ख्रीष्टको अधिनमे धरदै हए ।"
\v 28 जब सब बात बाके अधिनमे लातहँए, तव स्वयम पुत्र बाको अधिनमे होतहए, जो सब चिज बाके अधिनमे धरत हए, ताकि परमेश्वर सब चिज सर्वेसर्वा होबए ।
\p
\v 29 नत मरेभएके ताहि बप्तिस्मा लेनको अर्थ का भौ? मरेभए जिन्दा नाए हुईके फिर त बिनके ताहि आदमी काहे बप्तिस्मा लेतहए?
\v 30 मए काहे हरघड़ी जोखिममे पणतहौँ।
\v 31 भैया तुम, हमर प्रभु येशूमे तुमर कारन मए गर्व करत हौ, और मए कहन सिक्त हौ, कि प्रत्येक दिन मए मरत हौ ।
\v 32 आदमीको बात करन हए कहेसे, एफिससमे जङ्गली जनावरसंग मिर लड़ाईमे मोके का फाइदा भौ? मरोभव जिन्दा ना हुईतो तव, “हम खामै और पिमएव, काहेकी कल त हम मरजए हँए ।”
\v 33 भ्रममे मत पणओ । खराब सङ्गत अच्छो चरित्रके नष्ट करत हए ।
\v 34 होशमे होबौ, अब पाप मत करौ । काहेकी कित्तोके त परमेश्वरको ज्ञान ना हए । तुमके सरमबान ताँहि मए जा कहो हौ ।
\p
\v 35 “पर कोइ पुछैगो ““मरो भव कैसे जिन्दा हुई हए? और बे कैसो प्रकारको शरीर लैके आतहँए?”
\v 36 तुम कित्तो अन्जान हौ! जो लगात हौ बा नमरन तक ना जमत हए ।
\v 37 जो तुम लगात हौ बा त पिच्छु होनबारी शरीर ना हए, पर बीज इकल्लो हए ।, चाहे बो गेहूँ, अथवा और कोइ किसिमको अन्न होबए।
\v 38 पर अपनाके खुशी लागोजैसो परमेश्वर बोके एक शरीर देतहए, और सबए किसिमको बीजके बा अपन शरीर देबैगो ।
\v 39 सबए शरीर एक किसिमको ना होत हए । आदमीको शरीर एक किसिमको, और पशुको दुसरो किसिमको, चिरैंयाँको औरे किसिमको, और मछ्रीको औरे किसिमको शरीर होतहए ।
\v 40 तौ शरीर फिर स्वर्गीय और मट्टीको होत हए । स्वर्गीय शरीरको तेज एक किसिमको हए, और मट्टीको शरीरको तेज औरे किसिमको होतहए ।
\v 41 दिनको तेज एक किसिमको, जोनीको तेज दुसरे किसिमको, और ताराको तेज औरे किसिमको होत हए । काहेकी एक तारा औरो तारा से फरक तेजको होत हए ।
\p
\v 42 मरनके पुनरुत्थान फिर अइसी हए । जौन शरीर विनाशमे गणत हए । बो विनाशीमे जिन्दा होत हए ।
\v 43 अनादरमे बो गणत हए, महीमामे बो जिन्दा होत हए । दुर्बलतामे बो गणत हए, शक्तिमे बो जिन्दा होतहए ।
\v 44 प्राकृतिक शरीरमे बो गणत हए, आत्मिक शरीरमे बो जिन्दा होतहए । प्राकृतिक शरीर हए कहेसे आत्मिक शरीर फिर अवश्यक हए ।
\p
\v 45 जहेमारे अइसो लिखो हए, “पहिलो आदमी आदम जीवित प्राणी भौ ।” अन्तिमे आदम जीवन देनबारो आत्मा भौ ।
\v 46 पहिलो आत्मिक नैयाँ, पर प्राकृतिक हए, और पिच्छुबारो आत्मिक रहए ।
\v 47 पहिलो आदमी मट्टीसे बानो रहए, पृथ्वीसे हए । दुसरो आदमी स्वर्गको हए ।
\v 48 मट्टीसे बानो आदमीजैसो रहए, मट्टीसे बने फिर अइसी होतहँए, और स्वर्गीय आदमी जैसी हए, स्वर्गके फिर अइसी होतहँए ।
\v 49 जैसी हम मट्टीको आदमीको रूप धारन करेहँए । अइसी स्वर्गके आदमीके रुप धारण कर हँए ।
\p
\v 50 अब भैया, मए तुमके जा कहत हौ, कि मासु और रगत स्वर्गको राज्यको हकदार ना होत हए, नत विनाश अविनाशको हकदार हुइपए हए ।
\v 51 देखओ, मए तुमसे एक रहस्य कहत हौँ हम सबय ना मरङगे, पर हम सबको परिवर्तन होबैगो ।
\v 52 एकछिनमे, आँखीको एक टिमकनमे, तुरहीको आवाजमे काहेकी, तुरही बजहए, और मरेभए अविनाशी हुइके जिन्दा हुइहए । और हमर परिवर्तन हुइहए ।
\v 53 काहेकी जा विनाशी स्वभाव अविनाशी, और जा मरनबारो शरीर अमरत्व धारन करन पणैगो ।
\v 54 जब विनाशी अविनाशी और मरणशील अमरत्व धारण करहए, तव लिखो भौ बा वचन पूरा होबैगो, “मृत्यु विजयमे निलगओ हए ।”
\q1
\v 55 “ए मृत्यु, तेरो विजय कहाँ? ए मृत्यु, तेरो खिला कहाँ?””
\p
\v 56 मृत्युको खिला पाप हए, और पापको शक्ति व्यवस्था हए ।
\v 57 पर परमेश्वरके धन्यवाद होबए, जो हमके हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे विजय देतहए ।
\p
\v 58 जहेमारे प्यारे भैया तुम, स्थिर और अटल होबओ । प्रभुको काममे सबदिन व्यस्त रहौ । काहेकी तुम जानतहौ, कि प्रभुमे तुमर परिश्रम व्यर्थ ना होतहए।
\c 16
\cl आध्याय १६
\p
\v 1 अब सन्तके ताँहिं भेटीके बारेमे गलातियाक मण्डलीनके मए दओ आदेश अनुसार तुम करीओ:
\v 2 हर हप्ताको पहिलो दिन तुम सबए अपन- अपन कमाइ अनुसार कुछु धन छुट्याएके जम्मा करत रहीओ, ताकि मए आमौ तौ भेटी उठान ना पड्ए ।
\v 3 और मए आएके पिच्छु तुम चहे मए आदमीनके परिचाय पत्र दैके तुमके भेटी लेन यरुशलेम पढओ हौ ।
\v 4 पर मए फिर जानके ठीक देखेहौ तव बिनकेसंग जएहौ ।
\p
\v 5 माकेडोनियाको यात्रा करके पिच्छु तुमरसंग भेटघट करनके आएहौ, काहेकी मए माकेड़ोनिया हुइके जाए रहो हौ ।
\v 6 शायद मए तुमरे ठीन कुछ दिन बैठंगो, अथवा हिउँद फिर बितामंगो । तौ पिच्छु मए जहाँ जाओ ताहु फिर तुम मेरो यात्राको बन्दोबस्त मिलाए दियो ।
\v 7 जा पाली तुमरे संग एक चोटिको यात्रा भेटघाट ना करके, प्रभुको इच्छा हुइहए तौ कुछ समय बितानके आशरा करेहौ ।
\v 8 पर पेन्तिकोसको तेवहार तक मए एफिससमे बैठंगो ।
\v 9 काहेकी मिर ताँही एक बणो फाटक खुलो हए, पर विरोध करनबारे फिर बहुत हँए ।
\p
\v 10 तिमोथी तुमरेठीन आन बिनके तुमरसंग बिना चिन्तासे बैठन देओ काहेकी बो फिर मेरो जैसो प्रभुको काम करत हए ।
\v 11 जहेमारे कोइ बाके मत हेला करीओ । पर शन्तिसंग बिनको अपन यात्रामे पठाए दिओ, और बाके मिर ठीन आनके सकए | काहेकी भैयनसंग आत हुइहए कहिके मए बिनको प्रतिक्षा करत हौ ।
\p
\v 12 अब भैया अपोल्लोसके बारेमे मए जा कहत हौ, कि मए बिनके और भैयानकेसंग मिलके तुमरसंग भेटघाट करन बहुत बिन्ती करो, पर हबए आनके बिनके बिलकुल इच्छा ना भौ पर मौका मिलैगो तौ बे तुमरठिन अमंगे ।
\p
\v 13 तयार रहओ, विश्वासमे पक्के बने रहओ साहसी और सामर्थी बनओ ।
\v 14 तुम जो करत हौ बे सब प्रेममे करीओ ।
\p
\v 15 स्तिफनासको घरानाके अखैयाके पहिले विश्वासी हँए । बे विश्‍वासीनको सेवामे अपनएके अर्पण करीहँए । भाईया रेओ, मए तुमके जा कहत हौ की
\v 16 अइसी परिश्रम करनबारेनके सबए सहकर्मीको अधिनमे रहबौ ।
\v 17 स्तिफनास, फोर्टनाटस और अखाइकसको आगमनमे मए आनन्दित भौ हौँ, काहेकी बे तुमर अनुपस्थिति पूरा करदैँ ।
\v 18 काहेकी बे मेरो और तुमरे आत्माके फिर उत्साहित बनाई अइसो आदमीको आदर करओ ।
\p
\v 19 एशियाके मण्डली तुमके अभिवादन पठाई हँए । अकिलास और प्रिस्काके और बिनके घरमे भए मण्डली प्रभुमे तुमके हार्दिक अभिवादन पठाई हँए ।
\v 20 सबय भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए । एक दुसरेके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करीओ ।
\p
\v 21 मए पावल, अपनए हातसे जा पत्र लिखत हौ ।
\v 22 अगर कोइ प्रभुके प्रेम ना करत हए तौ बा श्रपित होबए । हमर प्रभु आबओ!
\v 23 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरसँग रहाबए ।
\v 24 ख्रीष्ट येशूमे तुम सबके मिर प्रेम हए ।

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\h कोरिन्थिनके पावकाे दुसराे चिठ्ठी
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\toc2 कोरिन्थिनके पावकाे दुसराे चिठ्ठी
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\mt कोरिन्थिनके पावकाे दुसराे चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 परमेश्‍वारको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके प्रेरित पावल और हमर भैया तिमोथीसे, कोरिन्थीमे भव परमेश्‍वारको मण्डलीके, और संगै सब अखैयामे भए सब सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वार हमर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 3 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके परमेश्‍वार और पिता, करुणामय पिता, और सब सान्तानके परमेश्‍वारके प्रशंसा होबए ।
\v 4 बा हमके सब दु: खमे सान्ति देतहए, ताकी हम फिर परमेश्‍वारसे पाओ बहे सान्ति कोई फिर दु: खमे पडे भएनके सान्ति देन सिकैए ।
\v 5 काहिके जैसी हम ख्रीष्टके दु; खमे सहभागी होतहए, अइसीए ख्रीष्टसे सान्तिमे फिर प्रशस्त मात्रामे हम सहभागी होतहए ।
\v 6 हम दु: ख पइते कहेसे जा तुमके सान्ति और उध्दारके ताहिँ हए । हम सान्ति पइते कहेसे फिर बा तुमके सान्तिके ताहिँ हए । हम भोगेभए बेही दु: ख तुम धिरजके सँग सहात तुम फिर बहे सान्ति अनुभव करेहौ ।
\v 7 तुमर ताहिँ हमर आशा पक्को हए | काहेकी हम जानत हए, कि जैसी तुम हमर ताहिँ दु: खमे सहभागी हौ, अइसीय हमरो सान्तिमे फिर तुम सहभागी होबैगे ।
\p
\v 8 भैया रेव, हम एशियामे भोगे दु: खके बारेमे तुम अनजान रहौ कहिके हम नाए चाहत हए । काहेकी हम नाएसहान सिक्न बारो किसिमको ईत्तो कस्के दबे जैसो रहए, कि जीवनसे हम हरेस खाईगए रहए ।
\v 9 हम त मृत्युदण्डय पाओ जैसो लगात रहए । हम अपनउपर नाए हए पर मृतकसे जीवन दैके उठानबारो परमेश्‍वार उपर हम भरोसा करके जा होन आओ ।
\v 10 बा हमके इत्तो अगठी परिस्थिसे छुटाई रहए, तव बा हमके छुट्याबैगो । बकउपरै हम हमरो भरोसा करेहए, कि बा हमके फिर छुट्अबैगो ।
\v 11 तुमके फिर प्रार्थनासे हमके सहायता करनपणैगो । तव बेढम प्रार्थनाके सब उत्तरमे हमके प्रास्त भव आशिषके ताहिँ बेढम हमर पक्षमे धन्यवाद चढ्ए हए ।
\p
\v 12 जा बातमे हम गर्व करत हए, तव हमर विवेक फिर बाके गवाही देतहए, कि संसारमे और खास करके तुमरसंगको हमर सम्बन्धमे हम और इश्वरीय सत्यतामे चले हए, जा संसारिक बुध्दि अनुसार नैयाँ, पर परमेश्‍वारको अनुग्रहासे हए ।
\v 13 काहेकी तुम पढ्न और नाबुझ पान बारो कोइ बात हम तुमर ताहिँ नाए लिखंगे, और मए आशा करतहौ, कि तुम पूराे रुपसे बुझैगे,
\v 14 कि जैसी तुम हमर थाेरि कुछ बात बुझेहौ, अइसीए हमर प्रभु येशूको दिनमे तुम हमके पुरोरुपसे बुझैगे, और तुम हमर ताहिँ गर्व करन सिकैगे, जैसी हम तुमर ताहिँ गर्व करन सिकङ्गे
\v 15 जा बातके मोके पक्काे भव के मरे, तुमके दोहोरो फाइदा होबए कहिके तुमर ठीन पहिले आन इच्छा करो ।
\v 16 माकेडोनीया जात तुमरठीन आएके भेटघाट करन और माकेडोनीयासे तुमरठीन घुस्के आन और बेहुनासे यहूदीयाके मेरो सफरमे तुम मोके पठाए देहौ कहिके मए चाहतहौ ।
\v 17 “जब मय जा तरिका सोचत रहौ, तौका मय हिचकिचाव? का मए अपनी योजना बनात संसारिक आदमी जैसी एक समय मे “हए” और “नाए हए" फिर कहमंगो क?”
\v 18 “परमेश्वर विश्वासयोग्य भवहानि हमरो वचन फिर “हए” और “नाए हए" भव नैयाँ ।"
\v 19 “काहेकी सिलास, तिमोथी और मए तुमर बिचमे प्रचार करो परमेश्‍वारको पुत्र येशु ख्रीष्ट “हए” और “नाए हए" पर बामे सब दिन इकल्लो हए ।"
\v 20 “काहेकी परमेश्‍वारके सब प्रतिज्ञा बकमे “हँए"। जहेमारे बोसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ हम “अमेन" कहात हए ।"
\v 21 तव हम तुमरसंग ख्रीष्टमे बलियो बनन् बारो और हमके अभिषेक करनबारो परमेश्वरए हए ।
\v 22 बा हमरउपर अपन छाप लगाई हए, और हमर हृदयमे बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दै हए ।
\p
\v 23 परमेश्‍वार मेरो साँचि हए, कि तुमके सजायसे बचान मए कोरिन्थीमे आओ ।
\v 24 तुमर विश्वासउपर हम अधिकार जमान नाए चाहत हए, पर तुमर अनन्दके ताहिँ तुमर संग मिलके काम करेहए । काहेकी अपनी विश्वासमे तुम अट हौ ।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 तुमके दु: ख देन औरो चोटी नाआन मए निश्चय करो ।
\v 2 काहेकी मए तुमके दु: खित बनाओ कहेसे, मए दु: खित बनओ भव आदमी से अलावा और कौन मोके दु: खित बनए है का?
\v 3 और मए जो वात लिखो, ज़हेमारे लिखो, कि मए आओ त जौन आदमिसे मोके आनन्द पान रहै बिनसे मए दु: खित नाए होमौ । काहेकी मिर अनन्द तुमर सवैको आनन्द हुइ है कहेस मोके तुमर सबै उपर भरोसा रहै ।
\v 4 काहेकी तुमके दु: खी बनन् नाए, पर तुमर प्रति भव मेरो प्रशस्त प्रेम तुम जानौ काहेकी हृदयसे मोके गजब पिडा और वेदनामे गजव आँशु बहतै मए तुमर ताँहि लिखो रहौ ।
\p
\v 5 पर कोइ दु: खी बनाई हए कहेसे बो मोके नाए, पर बेढम कणो करके नाए कयहौ कहेसे, तुम सबके कुछ समय तक दु: खी बनाई हए ।
\v 6 अइसिनके बहुमतसे दौ भव सजाय पक्का हए ।
\v 7 पर तुम अइसेके क्षमा करन और सान्ति देन पणत हए, नत वो जद्धि शोकमे डुबजए है ।
\p
\v 8 । तबही मारे मए तुमके अनुरोध करत हौ, कि बो आदमीमे अपन प्रेममे और गहिरो बना ।
\v 9 तबहीमारे मए तुमके जाँचन, और सब बातमे तुम आज्ञाकारी हौ कि नाए हौ पता पान ताहिँ मए तुमके लिखो रहौ ।
\v 10 जौनके तुम माफ करैगे, मए फिर करंगो अगर मए कोइके कोई बातमे माफ करो हौ कहेसे तुमरी ताहिँ ख्रीष्टको उपस्थितमे माफ करो हौ,
\v 11 काहेकी शैतान हमके फसाए नापाय, कहिके बोके जुक्तिमे हम अन्जान नाहए ।
\p
\v 12 ख्रीष्टको सुसमाचार प्रचार करन त्रोआसमे आए प्रभु मेरे ताहिँ एक फाटक खोल दै रहए,
\v 13 पर मेरे भैया तितसकेहुवा पाई तव मिर मनमे चैन नाए रहो । जहेमारे बिनसे विदा लैके मए माकेडोनिया घुमाे ।
\v 14 परमेश्वरके धन्यवाद हए, बा हमके ख्रीष्टमे सव दिन विजयके ताहिँ डोरयात हए, और बाको ज्ञानको अच्छो वासना हम से सब ठाउँमे फैलत हए ।
\v 15 काहेकी उद्धार पानबारेके विचमे फिर हम परमेश्‍वारके ताहिँ ख्रीष्टको सुवास्ना हए ।
\v 16 एक के ताहिँ मौतको दुर्गन्ध और दुसरेके ताहिँ जिवनको सुगन्ध जे बातके ताहिँ जा ठिक हए का?
\v 17 काहेकी तमान आदमी हानि हम परमेश्‍वारको वचन व्यापार नाए करे हए, पर परमेश्‍वारको पठाओ भव पबित्र आदमिक रुपमे हम परमेश्‍वारके अग्गु ख्रीष्टमे मस्कत हए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 का फिर हम अपन तारिफ करन लागे हए? का कोइ-कोइके चाहोमे हम तुमके और तुमसे दुसरेके सिफारिश-पत्र देखापणैगो का?
\v 2 तुमही हमर सिफारिस-पत्र हओ, जो सब आदमिके चिन्नह और पणन सिकन करके तुमहर ह्रदयमे लिखो हए ।
\v 3 तुमही दिखाबैगे, कि तुम ख्रीष्टके पत्र हौ, या हमरो सेवाको फल, जौन पत्र मसीके नैयाँ, पर जीवित परमेश्‍वारको आत्मासे लिखो हए- पत्थरको पाटीमे नाए, पर मासुके हृदय- पाटीमे ।
\p
\v 4 ख्रीष्टसे परमेश्‍वार प्रति हमरो अइसो भरोसा हए ।
\v 5 कुछ फिर बात हमसे आओं हए कहेसे दाबी करन हम अपनै योग्य नैयाँ, पर हमर योग्यता परमेश्‍वारसे आत हए ।
\v 6 नयाँ करारको सेवक हए बे हमके योग्यक बनाईहए, लिखो अक्षरमे नाए, पर पवित्र आत्मामे ।काहेकी लिखो अक्षर त मारत हए, पर पवित्र आत्मा जीवन देतहए ।
\p
\v 7 तव मृत्यु लानबारो व्यवस्थाको अक्षर पत्थरमे गणो हए । बो व्यवस्था अइसो महिमामय हुइके आओ, कि बाको तेजके कारणसे इस्राएलीक मोशाको अनुहार देखन नाएसिको, बो तेज हरात जात हए ।
\v 8 पवित्र आत्माके सेवा कैसे और जद्धा महिमामय नाए हुईहए?
\v 9 काहेकी दोषी ठहारन व्यवस्था महिमामय रहए कहिके, धर्मी ठहारनबारो सेवा जद्धा महिमामय होत हए ।
\v 10 काहेकी जो एक चोटी महिमामय रहए, अभे बो अग्लेछा महिमा करन अब बो महिमा नाए रहो ।
\v 11 काहेकी जो बितके गओ बो महिमासे आओ रहए कही स्थायी रहन ताहिँ और जद्धा महिमापूर्ण होनपणैगो ।
\p
\v 12 जहेमारे हमर अइसो आशा भवक मारे हम बेढम साहसी भए हए ।
\v 13 हम मोशाजैसे नैयाँ, जो बाको धुमलोहोत गओ महिमाके अन्तिम झलक इस्राएलीके नाए दिखाएँ कहिके अपनो अनुहारमे घुघट डारत रहए ।
\v 14 पर बिनको मन कठोर भव रहए, काहेकी आजके दिनसम्म पुरानो करार पढ्त बो घुँघट रहो रहए, जो घुँघट ख्रीष्टसे ईकल्लाे हटत हए ।
\v 15 हए, आजसम्म फिर मोशाको किताब पढ्त बिनको हृदयमे घुँघट डरोहए,
\v 16 पर जब आदमी प्रभुघेन, घुमतहय तव घुँघट हटतहय ।
\v 17 अब प्रभु आत्मा हए, तव जहाँ प्रभुको आत्मा हए, बोहुना स्वतन्त्रता हए ।
\v 18 हम सब घुँघट हटाए मुहसे प्रभुको महिमाप्रति जईसिकतैसाे करतहएँ, तव एक महिमासे दुसरो महिमाघेन चढतए बाको रुपमे बदलतै जातहए । परमप्रभुसे जा आत हए, जो आत्मा हए ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 जहेमरे परमेश्‍वारको कृपासे हमरसंग जा कृपा है हम हरेस नाए खाए हँए ।
\v 2 हम शर्मको और लुकी छिपी काम करन बालो काम छोड दए हँए । हम खराब काम करन या परमेश्वरको वचनके हेरफेर करन इन्कार करंगे । पर सत्यको वचन खुलस्त करके घोषणा करतै परमेश्‍वारको नजरमे हम सब आदमीक विवेकमे अपनएके ग्रहणयोग्य बनामंगो ।
\v 3 हमर सुसमाचार घुँघटसे तुपोहए तवफिर जा नष्ट होन बालेक ताहिँ इकल्लो घुँघटसे तुपो हए ।
\v 4 बिनके बारेमे कहौ कहेसे ख्रीष्ट, जो परमेश्‍वारको रुप हए, बाको महिमाको सुसमाचार बे नाए देखयँ कहिके जा संसारको देव अविश्वासीको समझके अधार बनाई दै हए ।
\v 5 हम अपन प्रचार नाए करत हए, पर येशूके ताहिँ हम तुमर दास हुइके, येशू ख्रीष्ट प्रभु हए कहिके प्रचार करत हँए ।
\v 6 “जौन परमेश्वर “अध्यारोसे ज्योति चम्कए" कही, बा हमर हृदयमे चम्कत हए, काहेकी परमेश्वरको महिमाको ज्ञानको ज्योत ख्रीष्टको मुहमे चम्कए ।"
\p
\v 7 सर्वश्रेष्ठ शक्ति हमर नाए हए पर परमेश्‍वारको हए कहिके स्पष्ट करन जा धान हमरसंग मट्टीको वरतनमे हँए ।
\v 8 हम सबघेनसे अगठेमे हए, पर दबे नाए हए । अलमलमे हए, पर निराश नाए हए ।
\v 9 सताए भै हए, तहु फिर त्यागे नाए हए | प्रहार करके गिरे हए, तहु फिर नष्ट नाए भए हए ।
\v 10 येशूको जीवन हमर शरीरमे प्रकट होए कहिके हम बाको मृत्यु सवदिन अपन शरीरमे बोकके नेगत हए ।
\v 11 काहेकी हम जिन्दा हए तहु फिर येशूके ताहिँ सवदिन मृत्युको मुहमे पणजात हए, जहेमारे कि येशूको जीवन हमर मरणशील शरीरमे प्रघट होबए।
\v 12 अइसी मृत्यु हमर उपर काम करत हए, पर जीवन तुमरमे ।
\p
\v 13 “मए विश्वास करो, तभी मारे मए मस्को" कहान बालो आत्मा हमरमे हए तभि मरे हम फिर विश्वास करत हए, और हम मसकत हए ।"
\v 14 हम जानत हए कि प्रभु येशूके जिन्दा करन बालो हमके फिर येशूसंग जिन्दा करैगो, और बहे हमके तुमरसंग बाको उपस्थितमे लातहए ।
\v 15 काहेकी जा सब तुमर ताहिँ भव हए, काहेकी जैसो अनुग्रह जद्धीसे जद्धी आदमीमे फैलत जएहए, अइसीसे परमेश्‍वारको महिमाके ताहिँ धन्यवाद देन काम फिर बढतै जाबै ।
\p
\v 16 जहेमारे हम हरेस नाए खात हए, हमर बहे आदमी नाश हुइगौ हए तव का हमर आत्मीक मनुष्यत्व दिनए दिन नयाँ होत जै हए ।
\v 17 काहेकी हमर हलुको और एकघरीको कष्टसे हमर ताहिँ अतुलनीय या अनन्तको महान महिमा तयार हए ।
\v 18 हम दिखान बारी बात नाए, पर नाए दिखान बाली बात देखत हए काहेकी दिखान बारी बात एकघडिक होत हए पर नदेखनबारि बात सामानतक रहत हए ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 काहेकी हम जानत हए, कि हमर वास करो जा नाश होनबारो शरीर गिर जाएसे फिर स्वर्गमे अनन्तसम्म रहनबारो परमेश्वर दौ भव हमर घर हए, जो हातसे नाए बानइहए
\v 2 । हिया नेहत्व हम व्याकुल होत हए, और स्वर्गीय डेरा धारण करन गजम इच्छा करत हए ।
\v 3 काहेकी बो धारण करके हम नङ्गे नाए हुइहए ।
\p
\v 4 काहेकी जा डेरामे रहत चिन्तासे हम डुबेरहत रत हए । हम नङ्गे हए काहेके नाए हए, पर और जद्धा लत्ता धारण करेहए, ताकी जो मरण शिल हए बो ज़िवानमे समावेश होबए ।
\v 5 अब हमके जा बातके ताहिँ तयार करदेमए परमेश्वर हए, जो हमके बैनाके रुपमे पवित्र आत्मा दैहए ।
\p
\v 6 जहेमारे हमके पुरो भरोसा हए, कि हम जबसम्म शरीरमे रहए, तबसम्म प्रभुसे अलग हुइहए ।
\v 7 काहेकी हम विश्वाससे नेगतहए, देखन बारो बातके अधारमे नाए ।
\v 8 हमरमे पूरो भारोसा हए, बरु शरीरसे अलग हुइके प्रभुसंग रहान हम चाहत हए ।
\v 9 जहेमारे हम चहे शरीरमे होमए, चाहे अलग रहमै, बाके खुशि करन हमरो लक्ष्य हए ।
\v 10 काहेकी हम सब ख्रीष्टक न्याय-आसनके सामुने ठाणन पणयगो, अइसी शरीरमे रहत अपन करो आनुसर हरेक अच्छो या खराबको प्रतिफल पाबैगो ।
\p
\v 11 जहेमारे प्रभुको भय पात करके हम आदमिके मानतहएँ । पर हम जो करत हए परमेश्‍वार जानत हए, और मए आशा करत हौ, बा तुमर विवेकमे फिर छर्लङ्ग हए ।
\v 12 हम फिर तुमर ठिन अपन तारिफ नाकरतहए, पर तुमके हमरमे गर्व करन मौका देत रहए, ताकी तुम बिनके जवाफ देन सिकौ, जो आदमिके ह्रदयके बातमे नाए पर बाहिर बातमे घमण्ड करतहए ।
\v 13 अगर हमर होश ठेकानमे नैयाँ, कहेसे जा परमेश्वरके ताहिँ हए, तव हम ठिक होशमे हए कहेसे जा तुमर ताहिँ हए ।
\v 14 ख्रीष्टको प्रेम हमके मजबुर बनातहए, काहेकी हमके जा पक्का हए, कि सबके ताहिँ एक जनै मरो भव सब मरे ।
\v 15 बो सबके ताहिँ मरो हए, ताकी बचनबारो अब अइसो अपन ताहिँ नाएबचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए ।
\p
\v 16 अइसो अपन ताहिँ नाए बचहए, पर बाके ताहिँ बचए, जो बिनके ताहि मरो हए, और फिर जिन्दा हुइके उठोहए । अइसी अब अबसे हम कोइके आदमीके दृष्टिकोणसे नाए देखत् हँए । हम ख्रीष्टके एक समयमे आदमिके दृष्टिकोणसे देखे रहए, पर अबसे हम बाके अइसो नाए दिख्हए ।
\v 17 जहेमारे कोइ ख्रीष्टमे हए कहेसे बो नयाँ सृष्टिहए | पुरानो बितगओ हए, देख नयाँ आओ हए ।
\v 18 जा सब परमेश्‍वारसे भव हए, जो हमके ख्रीष्टसे अपनसंग मिलापमे लाई हए, और हमके मिलापको सेवा दै हए ।
\v 19 अथवा स्वयम ख्रीष्टमे हुइके परमेश्‍वारके संसारके अपनसँग मिलापमे लातरहए । बिनको अपराधको लेखा नालैके मिलाप करन कामको सन्देशाे बो हमके सौपदैहए ।
\v 20 ज़हेमारे हम ख्रीष्टके राजदूत हँए, और परमेश्वर हमसे अनुरोध करत रहए । ख्रीष्टके पक्षमे हम तुमके बिन्ती करत हए, कि तुम परमेश्वरसंग मिलापमे आबौ ।
\v 21 काहेकी हम बोमे परमेश्वरको धार्मिकता बन्‍न सिकए काहेकी पाप नाचिन्‍न बारेके ताहिँ परमेश्वर हमर खातिर पाप बनाई हए ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\p
\v 1 परमेश्वरको सहकर्मी भवक मारे हम तुमके बिन्ती करत हँए, कि बाको अनुग्रह व्यर्थ होन मत देओ,
\v 2 काहेकी बो कहात हए, “ग्रहण योग्य (ठिक) समयमे मए तुमर पुकरा सुनहौ, और मुक्तिको दिनमे मए तुमके सहायता करेहौ ।” देखौ ग्रहण योग्य (तहिक) समय हबए हए, मुक्तिको दिन हबए हए ।
\p
\v 3 हमर सेवामे दोष नापामए कहिके हम कोइके डगरमे रोकावटको कारण नाए बने हए,
\v 4 पर सब घेनसे हम अपनैके परमेश्वरके सेवक हए करके दिखात हए -जद्धा शहनसिलतामे, कष्टमे कठिनाइमे,
\v 5 आपत-बिपतमे, कुटाइ-पिटाइमे, कैदमे, हुलदङमे, मेहनतमे, निधानोमे, भुखोमे,
\v 6 शुध्दतामे, ज्ञानमे, धैर्यमे, दयामे, पवित्र आत्मामे, साँचो प्रेममे,
\v 7 सत्यबोलिमे, और परमेश्वरको शक्तिमे, दहिना और दिबरा घेन, धार्मिकताको अस्त्र -शस्त्र धारण करके,
\v 8 आदरमे और अनादरमे, बदनाम और अच्छाेनाममे, । हम ठगिया ठहरे, पर हम सच्चे हए ।
\v 9 अपरिचित हँए त फिर सुपरिचित हँए ।मरन लागो हानि हए, ताहु फिर हम बचेहए । सजाय भोगे, तहु फिर नाए मरे हए ।
\v 10 पछतौनो, तहु फिर सब दिन आनन्दित । गरीब, तहु फिर बहुत् के धनी बनन् बारे। कछु नाए भओ हानि तहु फिर सबए चिज भओ ।
\p
\v 11 हे कोरिन्थीनके बिसबासि हो, हम तुमके अच्छे से कही दै हए, हमर हृदय तुमर ताहिँ खुलो हए ।
\v 12 तुमर ताहिँ हमर माया कम नाए भओ हए, सायद तुमरो हमर घेनको माया कम हुइगौ हए ।
\v 13 अब जाको बदलामे मए अपन बालकनके संग कहत हौ, कि तुम फिर अपन हृदय खुल्ला रखाबओ ।
\p
\v 14 अविश्वासीनके संग एकै जुवामे मत मचौ । काहेकी धर्म और अधर्मको का समझदारी होत हए? अथवा अधियारो संग उजियारोको का सहभागिता?
\v 15 ख्रीष्टके झुठ बोलनबरेसे का सरोकार? या विश्वास करन बारे विश्वास नाए करन बारेसे का सम्बन्ध?
\v 16 मुर्तिसे परमेश्‍वारको मन्दिरसे का सम्झौता? काहेकी हम जीवित परमेश्‍वारको मन्दिर हए, जैसे परमेश्वर कही हए, मए तुमर उपर बास करेहौ, और बिनके विचमे नेगंगो, और मै उनको परमेश्‍वार होमंगो, और तुम मिर प्रजा होबैगे ।”
\p
\v 17 ज़हेमारे उनके विचसे निकरके आओ, और उनसे तुम अलग अलग होबओ, परमप्रभु कहात हए । खराब चीज कछु मत छुबौ और मए तुमके ग्रहण करंगो ।
\v 18 मए तुमर पिता होमंगो, और तुम मिर लौणा लौणीया होबैगे, सर्बशक्तिमान परमप्रभु कहात हए ।”
\c 7
\cl अध्याय ७
\p
\v 1 जहेमारे हे प्रिय हो, हमर संग जे प्रतिज्ञा भव तभि मारे शरीर और आत्माके सब किसिमके अशुध्दतासे हम अपनके शुद्ध बनामै, और परमेश्वरके भयमे पवित्रताके सिध्दता घेन बढतए जाए ।
\p
\v 2 हमके तुमर हृदयमे स्थान देबओ । हम कोइके खराबी नाए करे हए । हम कोइके भ्रष्ट नाए करेहए । हम कोइ आदमीसे फाइदा नाए उठए हए ।
\v 3 तुमके दोषी ठहरान के ताँहि मए जा नाए कहो हओ, काहेकी मए अग्गु य कहि दओ हौ, हमर हृदयमे तुमर ताहिँ यित्तो स्थान हए, कि हम तुमर संगमे मरन या बाँचन तयार हए ।
\v 4 तुमरमे मेरो बणो भरोसा हए । तुमर उपर मए बेढम गर्व करत हओ | मए सान्से भरपुर हौ । हमर सब कष्टमे मए बेढम आनन्दित हौ ।
\p
\v 5 काहेकी हम माकेडोनियामे आएके पिच्छु फिर हमर शरीरके कछु विश्राम नामिलो, पर आसपास घेनसे हमके सङकष्ट आओ रहए, बाहिर सङघर्ष और भितर डरैडर रहए ।
\v 6 तव उदासिके सान्ति देनबारो परमेश्वर तीतसके आगमनसे हमके सान्ति दै रहए
\v 7 । बिनको आगमनसे इकल्लो ना हए, पर बो सान्ति फिर, जौन सान्ति बे तुमसे पाइ रहए । मोके भेटन तुमर बणो इच्छाके बारेमे बे हमसे कही । मेरे ताहिँ तुमर शोकके बारेमे और मिर घेनको तुमर गहिरो चिन्ताके बारेमे फिर बे बताइ, और अइसी मए और जद्धा आनन्दित भओ
\v 8 मए अपन चिठ्ठिसे तुमके शोकित नाए बानओ ताहु फिर मए नाए पछतओं, होन त मोके पछतओ भव रहए । मोके पता भओं, कि बो पत्रसे तुमके थोरी समयके ताहीँ फिर शोकित बनाई
\v 9 । तुमके शोक भव हए कहिके मए खुशी नाए भव रहओं, पर तुमरो शोक तुमके पश्चताप करन बारो बनाई कहिके हए, काहेकी तुम ईश्वरीय शोकके अनुभव करे, और हमर घेनसे तुमके कोई नोक्सानी सहान नाए पणो ।
\v 10 काहेकी ईश्वरीय शोक मुक्तिके ताहिँ पश्चात्ताप उत्पन्‍न करत हए और बोमे पछुतो नाए होतहए, पर संसारिक शोकसे मृत्यु उत्पन्‍न करतहए ।
\v 11 काहेकी देखओ- जा इश्वरीय शोकसे तुमरमे कैसो उत्साह उत्पन्‍न करि हए- अपनए के निर्दोष बनन् तुमरमे कैसो उत्सह, कैसो क्रोध, कैसो डर, कैसो प्यास, कैसो जोस न्याय होबए कैसो इच्छा! सब बातमे तए अपनके निर्दोष भव साबित करेहौ ।
\v 12 मए जा चिठ्ठि अन्याय करन बारो आदमिके कारणसे नाएलिखो रहौ, नत अन्यायमे पणो व्यक्तिके कारनसे नाए हए, पर जा हेतुसे कि परमेश्‍वारके दृष्टिमे हमर घेनको तुमर उत्साह कैसो हए, सो तुमके पता होबए ।
\v 13 जहेमरे हमके सान्ति मिलो हए । हम पाओ अपन सान्ति बाहेक तितसके आनन्दमे हम जद्धा रमाए, काहेकी तुमसे बिनको मनमे शान्ति मिलो हए ।
\v 14 काहेकी बिनके ठिन तुमर बारेमे मए कछु घमण्ड करो रहौ काहेकी मोके बो मे कछु शर्म नाए भव । पर जैसी हम तुमके कहो सब बात सत्य रहए, अइसीय तीतसके ठिन हमसे घमण्ड फिर सत्य ठहरो ।
\v 15 तुमर सबके आज्ञाकारिता और तुमर डर और कम्पसंग बिनके करो स्वगत सम्झत बिनको भितर हौसला तुमरघेन झन बढ्के आओं रहए ।
\v 16 मए रमात हौ, काहेकी तुमरे उपर मेरो पूरा भरोसा हए ।
\c 8
\cl अध्याय ८
\p
\v 1 भैया रेव, माकेडोनियाके मण्डलीमे परमेश्वर दओ भव अनुग्रहके बारेमे हम तुमके बतान चाहत हए ।
\v 2 कष्टको भयङकर परीक्षाके बीचमे फिर बहुत आनन्द और घोर दरिद्रतामे बे उदार-चित्तसे दान दैइ
\v 3 । काहेकी मए गवाही देत हौ, कि बे अपनो औकात अनुसार और औकातसे जद्धा फिर अपन राजीखुशीसे दैइ ।
\v 4 बे सन्तको सहायताके ताहिँ भाग लेन पाओ कहिके हमके आग्रहपूर्वक (आदरके साथ) बिन्ती करी ।
\v 5 हम आसरा करो हनी बे नाए करी, पर बे पहिले अपनैके प्रभुमे अर्पण करी, और परमेश्वरको इच्छा अनुसार हमके दैइ ।
\v 6 जहेमरे तीतसके अग्गुसे सुरु करके तुमर बीचमे फिर बा अच्छो काम समाप्त करए कहिके हम बिनके बिन्ती करे ।
\v 7 पर जैसी सब बातमे तुम बढे हौ, अथबा विश्वासमे, वचनमे, ज्ञानमे, सबए जोशमे और हमर घेन तुमर प्रेममे, उइसी अथवा तुम जा अच्छो काममे फिर बड्के जानबारि बातमे ध्यायन लगाबओ ।
\p
\v 8 मए जा आज्ञाको रुपमे नाए कहो, पर औरके जोशसंग तुलना करके तुमर प्रेम फिर सच्चो होबए कहिके प्रमाणित करन ताहीँ मए जा कहो हौँ ।
\v 9 काहेकी हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके अनुग्रह तुमके पता हए, बा धनी रहए, तहु फिर तुमर ताहि बा गरिब भव, ताकि बाको गरिबसे तुम धनी होन सिकौं ।
\v 10 अब जाके बारेमे मेरो सल्लाह जहे हए- एक वर्ष अग्गु जौन दिन काम तुम सुरु करे इकल्लो नाए, पर बा करन उत्कट इच्छा फिर करे रहौ, बाके अब पूरा करन तुमर ताहीँ अच्छो हुइहए ।
\v 11 इच्छा करनमे तुमके जौन तयारी रहए बहे कता अपनो औकातअनुसार दैके जा कामके पूरा करौ ।
\v 12 काहेकी देनबारो तयारी हए कहेसे आदमीसंग भव अनुसारको दानए ग्रहणयोग्य होतहए, नाभव अनुसारको नैयाँ ।
\v 13 तुमके भारी होबए औरके हलुको होबए कहिके मए जा कहो नैयाँ,
\v 14 पर समानताके हिसाबसे जा हबयके समयमे तुमके प्रशस्ततासे बिनको अभाव पूरो हुइहए, और बिनको प्रशस्ततासे तुमर अभाव पूरा कर देबए । अइसी सबएमे समानता होबए,
\v 15 जैसो लिखो हए, “बेढ़म बटोरन बारेसंग जद्धा नाए रहो, और कम बटोरन बारेके अभाव नाए भव ।
\p
\v 16 पर परमेश्‍वारके धन्यबाद होबए, जो तीतसके हृदयमे तुमर ताहीँ बहे फिक्री करदै हए
\v 17 काहेकी बे हमरो अनुरोधके मानी इकल्लो नाए, पर अपनै फिर गजम उत्साहीत हुइके अपनो इच्छाके तुमर ठीन आव ।
\v 18 तव हम बिनकेसंग बो भैयाके पठात हए, जो सुसमाचारको प्रचारमे सबय मण्डलीको बीच मे प्रख्यात हए ।
\v 19 तव इतकए इक्ल्लो नाहए, पर प्रभुको महिमाके ताहिँ और हमरो सदभाव प्रकट करके ताहि, अच्छो काममे हमरसंग यात्रा करन मण्डलीसे बाे नियुक्त भव हए ।
\p
\v 20 उदार- चित्तके दओ जा दान सञचालन करत जा केबारेमे कोई हमके दोष नाए देबए कहिके हम चाहत हए ।
\v 21 काहेकी हम प्रभुको दृष्टिमे इकल्लो नाए हए, पर आदमीको दृष्टिमे फिर जो आदरणीय हए बो करन लक्ष्य धरत हए ।
\v 22 बिनकेसंग हमर भैयाके पठात हए, जौनके हम गजम चोटी जाँचके गजम बातमे जोशिलो पाए हँए | तुमर घेन भव बिनको बणों भरोसासे करत बे मेहनति और जद्धा जोशिलो भए हँए ।
\v 23 तीतसचाहिँ मेरो सहभागी और तुमर सेवामे मेरो सहकर्मी हए, और भैयानके तहिँ मण्डलीको दूत और ख्रीष्टको महिमा हए ।
\v 24 तुमर प्रेम और तुमर बारेमे करो हमर गर्व को प्रमाण मण्डलीको सामने जे आदमीके दै ।
\c 9
\cl अध्याय ९
\p
\v 1 सन्तके ताहीँ दओ भव भेटीके बारेमे तुमके लिखीरहन मोके जरुरि नैयाँ ।
\v 2 काहेकी मए तुमर चाहना जानत हौँ । जा के बारेमे माकेडोनियाके आदमीनके ठिन तुमर गर्व करत मए कहोरहौ, कि पोर सालसे आखैया तयार हुइ रहो हए । तुमर जोशसे बिन मैसे बहुत जैसेनके उत्सह करी हए ।
\v 3 पर जा के बारेमे तुमर ताहीँ हम गर्व करो व्यर्थ नाए होबए, और मए कहोअनुसार तुम तयार रहौ करके मए भैयानके पठातए रहो हौ ।
\v 4 अगर कोई माकेडोनियाके मिरसंग अएके तुमके तयार नापाइँ कहेसे हम शर्ममे पणंगे, और तुमके फिर कम्ति शर्म नाए हुईहए काहेकी हम तुमर उपर बणो भरोसा करे रहए ।
\v 5 जहेमारे तुम प्रतिज्ञा करो भेटीको प्रबन्ध अग्गुसे मिलानके ताहीँ मोसे अग्गु भैयानके तुमर ठीन पठानके मए जरुरी मानो | जहेमारे जा भेटी करकापसे नाए, पर राजीखुशी दओ भव भेटीके रुपमे तयार होबए ।
\p
\v 6 पर बात जहे हए, कि थोरी बोनबारे थोरी या कटनी करहए, और प्रशस्तसंग बोनबारो प्रशस्तसे कटनी करैगो ।
\v 7 तव सब आदमी अपनो मनमे सङक्ल्प करोबमोजिम देबए, इच्छा नाए भवत नाए, नत करकापमे करके | काहेकी खुशी- साथ देनबारेके परमेश्वर प्रेम करत हए ।
\v 8 परमेश्‍वर तुमके सब आशिष प्रशस्त मात्रामे देन सिकैगो, ताकि तुमरसंग सबदिन हरेक चीज प्रशस्त होबए, और सब अच्छो कामके ताहिँ तुम प्रशस्त मात्रामे देन सिकओ ।
\v 9 अइसो लिखो हए, “जौन बोत हए, और गरीबके देतहए, बाको धार्मिकता सदासर्वद रहत हए ।”
\p
\v 10 बोन ताहिँ बिज और खान ताहिँ भोजन देनबारो तुमके बिज देहए, और बोमे बढत जए हए, तव तुमर धार्मिकताको फसल बढए हए ।
\v 11 तुमरो बणों उदारताके ताहीँ सब बातमे तुम धनी हुइ हौ, जौन उदारतासे हमके परमेश्‍वर चढ़ानबारो धन्यवाद उत्पन्‍न करैगो ।
\p
\v 12 जा सेवाको कामसे सन्तको अभाव पूरो हुइ हए, इतकए इकल्लो नाए, परमेश्‍वर घेनको गजम धन्यवादको भाबन उतरके आतहए।
\v 13 सेवाको जा जाँचसे तुम ख्रीष्टको सुसमाचार स्वीकार करन अपनो भावन आज्ञाकारितासे और बिनके ताहिँ और सबएके ताहिँ तुम उदार- चित्तसे दओ भेटीसे परमेश्‍वरको महिमा होबैगो ।
\v 14 परमेश्‍वरको अपार अनुग्रह तुमरमे रहोके मारे बे तुमर चाहना करतहए, और तुमर ताहिँ प्रार्थना करत हए ।
\v 15 बाको वयान करन नाए सिकन बारो वरदानके ताहीँ परमेश्‍वरके धन्यवाद होबए ।
\c 10
\cl अध्याय १०
\p
\v 1 मए पावल, तुमर ठिन नम्र होत् हौ, पर दुर होत तुमर ताहीँ सहासी होत् हौ! ख्रीष्टको नम्रता और कोमलतासे मए तुमके बिन्ती करत हौ ।
\v 2 मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि तुमर ठीन आत मए दिखान सोचो बा सहास आत्मा-बिश्‍वासके साथ बिनके दिखान नाए पणए, जौनसे हमके संसारिक तरीकासे काम करत हए कहिके शंका करत हए ।
\v 3 काहेकी हम संसारके हए, ताहुँ फिर संसारिक लणाइँ त नाए लणत हए
\v 4 । काहेकी हमर लणई अस्त्रा-सास्त्रा संसारीक नाहए, पर किल नाश करन इश्वरीय सामर्थ बोमे हए ।
\v 5 परमेश्‍वरके ज्ञानको विरुध्दमे खणा होनबारो बहस और हरेक अहंकारपूर्ण बाधाके नाश करत हए, और सब विचारके ख्रीष्टको आज्ञापालन करनके वश मे करत हएँ ।
\v 6 तुमरो आज्ञाकारिता पूराे हुइके पिच्छु सब अनआज्ञाकारिताके दण्ड देन हम तयार बैठंगे ।
\p
\v 7 तुम आँखी को सामने भव चिजके देखओ, कोई आदमी जा भरोसा हए कि बो ख्रीष्टको हए कहेसे, अपनए के याद दिबाबए, कि जैसो बा ख्रीष्टको हए, हम फिर ख्रीष्टके नाए हौ ।
\v 8 काहेकी हमरो अधिकारके बारेमे मए कुछ जद्धा घमण्ड करो कहेसे फिर मए शर्ममे नाए पणंगो, काहेकी जा अधिकार तुमर बिगारके ताहिँ नाए, पर तुमर सुधारके ताहिँ प्रभु दै हए ।
\v 9 । मए तुमके लिखो चिठ्ठी तुमके डर दिखानताहिँ हए कहिके मत कहाओ ।
\v 10 काहेकी बे कहात हएँ, “बाको चिठ्ठी गहकिले और प्रभावशाली हुइहए, तव बा अपनए उपस्थित होत बा कमजोर होत हए और बाको वचनको कोइ महत्त्व नाए होत हए ।”
\v 11 उइसे आदमी जा याद करए, कि हम अपनी अनुपस्थितमे चिठ्ठिसे जो कहात् हए, उपस्थित होत फिर बेहि काम करत् हए ।
\p
\v 12 अपनी तारिफ अपनए करनबाले कोइ-कोइ आदमी संग हम अपनके एकए समुहामे रहन, औरअपनके बिनके संग दाँजन हम सहाँस नाए करत हएँ । तव बे अपनए अपनेके एक- दुसरेसंग नापके देखत और दाँजत बे बिना समझके होतहए ।
\v 13 हम सिमाना नाघके गर्व नाए करतहएँ, पर तुमरे ठिन पुगनके ताहिँ परमेश्‍वर हमके तोकि दै सिमाना भितर रहमंगे ।
\v 14 तुमरठिन आएकेता हम बढात चढात घमण्ड नाए करहएँ, काहेकी ख्रीष्टको सुसमाचार लैके तुमरठिन अग्गु पुगन बारे हम रहएँ ।
\p
\v 15 हम सिमाना नाघके दुसरेके परिश्रममे गर्व नाए करत हए, पर हमर आशा जा हए, कि तुमर विश्‍वास बढतै जात तुमरे बिचमे हमर क्षेत्र झन बढत जाबैगो,
\v 16 ताकी हम औरके क्षेत्रमे अग्गु हुइके काममे घमण्ड नाए करके तुमके देखके बाहिरको ठाउँमे सुसमाचार प्रचार करन सिकौ ।
\v 17 “घमण्ड करनबारे परमप्रभुमे घमण्ड करए ।”
\p
\v 18 कहेकी अपनो तारीफ अपनए करन बारो आदमी स्वीकार नाए करत हए, पर प्रभुके तारीफ करनबारो आदमीचाहिँ स्वीकार करो जए हए ।
\c 11
\cl अध्याय ११
\p
\v 1 तुम मेरो थोरी मूर्खता सहे से फिर हुइतो! थोरी सहिदेबौ!
\v 2 ईश्वरीय दिक्कसे मए तुमर से दिक्क भव हओ । एकए लोगा कि पवित्र दुल्हीनके रुपमे तुमके दिखानके ताहिँ मए ख्रीष्टसंग तुमर मगनी करदौ ।
\v 3 पर जैसी साँपके अपनो चलाँकीसे हव्वाके फसाई, उइसीय ख्रीष्टघेनको तुमर निष्कपट और चोखो भक्तिसे तुमर विचार भ्रममे पणे हए कि कहिके मोके डर लागो हए ।
\v 4 काहेकी अगर कोइ आदमी आएके हमरे प्रचार करे से जद्धा दुसरो येशूके प्रचार करहए कहेसे, और तुम पाओ भव आत्मासे दुसरो आत्मा तुम ग्रहण करौ तव कहेसे, अथबा तुम पाए भव सुसमाचारसे दुसरो कोइ सुसमाचार ग्रहण करहौ कहेसे, तुम जे सबके ठिन सजिलेसे झुकत् हौ ।
\v 5 कोइ बातमे मए बे सर्वोच्चो प्रेरितनसे एकु फिर कम नैयाँ ।
\v 6 मए जनैया वक्ता नाए भओ से फिर मिर मे ज्ञानको कमी नैयाँ । जा बात हम हरकिसिमसे तुमके सफासे दिखाए दय हए ।
\p
\v 7 अपनेके छोटो बनाएके तुमके उच्च बनामऔ कहिके परमेश्‍वरके सुसमाचार मए तुमके फ्रिमे सुनात का मए पाप करो हौ का?
\v 8 तुमरो सेवा करन और मण्डलीसे आर्थिक सहयता लैके मए बे मण्डलीके लुटो ।
\v 9 तुमरे संग रहात जब मोके अभाव पणो रहए मए कोइको बोझ नाए भव, काहेकी माकेडोनियासे आए भए भैया मिर अभाब पुरा करी । ताहु फिर कोइ किसिमसे तुमरे उपर बोझ पणहेकी कहीके मए अपनेके रोको और पच्छुके फिर रोकंगो ।
\v 10 ख्रीष्टको सत्यता मिरमे हए, और अखैयाको इलाकामे मेरो जा गर्वके कोई रोक नाए पएहए ।
\v 11 काहे? का मए तुमके प्रेम नाए करत हौ कहिके हए का? परमेश्वर जानत हए, कि मए तुमके प्रेम करत हौँ!
\p
\v 12 पर मए जो काम कर रहो हौँ सो करत रएहौँ, ताकि बे आदमीको दाबीके काट्न सिकौ, जोन धागसे करए सेवा- कर्म हमरो समान हए कहिके कहात हए ।
\v 13 काहेकी अइसे आदमी झूठो प्रेरित और छली काम करनबारे हए, और ख्रीष्टके प्रेरितको भेष लगाएके नेगन इकल्लो हए ।
\v 14 और जा कोई अचम्मो को बात नैयाँ, काहेकी शैतान फिर ज्योतिमय स्वर्गदूतको भेष धारण करत् हए ।
\v 15 जहेमारे जा कोई अचम्मो बात नैयाँ, कि जा दास फिर धार्मिकताको दासके रुपमे अपनो भेष बदलत हए | बिनको अन्त बिनको कामअनुसार हुइहए ।
\p
\v 16 मए फिर कहात हौ, कोई आदमी मोके मुरख नाए सम्झए । पर तुम अइसो सम्झत हौ कहेसे फिर मोके मुरखके रुपमे ग्रहण करौ, ताकि मए फिर कुछ घमण्ड करन सिकौ ।
\v 17 मेरो जा घमण्डको निश्चयमे, मए प्रभुको अधिकारमे नैयाँ, पर मुर्खकतामे कहि रहो हौ ।
\v 18 बहुत आदमि शरिरअनुसार घमण्ड करतहयँ मय फिर घमण्ड करत हौ ।
\v 19 तुम अपनै बहुत बुध्दिमान भए हौ कि खुशीसाथ मुर्खके सहतहौ ।
\v 20 काहेकी अगर कोई आदमी तुमके कमैया ठहरत हए, अउर तुमके अपनो शिकार बनात हए, औ तुमसे फाइदा उठात हए, और धाक जमात हए, अथबा तुमर मुहमे थप्पर लगात हए कहेसे फिर तुम सब सहत हौ ।
\v 21 मए लज्जित हुइके स्वीकार करत हौ, कि हम चाहिँ जा सब सहन नाए सिकन। पर कोई कुछ बातमे घमण्ड करत हए कहेसे, मए फिर बे बातमे घमण्ड करत हौ ।हँ, मए मुर्ख कता बोलतहौ ।
\v 22 का बे हिब्रू हए? मए फिर हौ। का बे अब्राहामके सन्तान हए? मए फिर हौ ।
\v 23 का बे ख्रीष्टके सेवक हए? मए और अच्छो सेवक हौ- पागलकता मए बोलत रहतहौ| मए बहुत मेहनत करो । कैदमे और बहुत चोटी पणो | अनगिन्ती कोर्रा खाओ| मृत्यु को मुहमे बारबार पणो ।
\v 24 पाँच चोटी मए यहूदीके हातसे एक कम चालीस कोर्रा खाओ ।
\v 25 तीन चोटी मोके लठ्ठीसे मारी| एक चोटी पत्थरसे मारी। तीन चोटी मारी । तिन चोटी मए चढों जहाज ध्वस्त भव ।एक दिन एक रात मए समुन्द्रमे नै बिताओं हौ ।
\v 26 मेरी बारबारको यात्रामे मए नदीयाके, डाँकके जोखिममे, अपनो जातिको आदमिके जोखिममे, अन्यजातिको जोखिममे, सहेरके जोखिममे, उजाड-स्थानको जोखिममे, समुद्रको जोखिममे, झूठा भैयासे आनबारो जोखिममे ।
\v 27 मेहनतमे और कष्टमे, कित्तो- कित्तो कच्‍निधामे रातमे, भोक और प्यासमे, बारबार उपवासमे, ठन्डी और नङ्गेमे पडो ।
\v 28 तव और बात बाहेक सब मण्डलीको चिन्ताको बोझ मिर उपर हए ।
\v 29 कौन दुर्वल हए और मएता नैयाँ? कौन पापमे फासोहए और मएचाहिँ घबणेयानो नाए?
\p
\v 30 मोके गर्व करन पणेहए कहेसे, मए अपनो कमजोरी दिखान बातमे गर्व करेहौ ।
\v 31 प्रभु येशूको परमेश्‍वर और पिता, जो सदामान धन्य हए, बो जानत हए, कि मए नाए ठगो ।
\p
\v 32 दमस्कसमे अरितस राजाको हाकिम मोके पक्णन दमस्कस सहेर मे ताक धरे रहए ।
\v 33 पर भितियाको एक झयालसे डलबाममे धरके मोके तरे उतार दैं बहेमारे मए बिनके हातसे बाँचो
\c 12
\cl अध्याय १२
\p
\v 1 मोके गर्व करन पण हए । पर बोसे लाभ कुछु नाएहुइसे फिर, प्रभुसे पाओ दर्शन और जोतिकि बात मए करत हौ ।
\v 2 ख्रीष्टमे मए एक जनै आदमीके चीनत हौँ, जो चौधा वर्षअग्गु तिस्रो स्वर्ग तक उठाएलैगओं । बो शरीरमे लैगओं कि शरीर विन, सो मए नाए जानत हौँ, परमेश्वर जानत हए ।
\v 3 मए जा आदमीके चीनत हौ, शरीरमे हए कि विना शरीरमे, बो मोके पता नैयाँ, पर बा आदमी स्वर्गलोकमे उठालैगओं, जा बात परमेश्‍वार जानत हए ।
\v 4 और बा हुवाँ नाए बतान बारी बात बो सुनी, जौन आदमी बतकानबारि फिर बात नाए पर गजब पबित्र बातनके सुनि ।
\v 5 जा अदमिको पक्षमे मए गर्व करत हौ, पर अपनो पक्षमे कहेसे मेरो कमजोरी बाहेक और बातमे मए गर्व नाए करेहौ ।
\v 6 अगर मए गर्व करन इच्छा करहौ कहेस फिर मए मुरख नाए बनंगो, काहेकी मए ठिक मस्कत हुइ हौँ । पर आदमी मिरमे देखिँ और मोसे सुनेसे जद्धा कोइ मोके नाए कहए कहिके मए गर्व करनसे रुकंगो ।
\v 7 तव प्रसस्त प्रकाशको कारण घमण्डसे मए अगरो ना फुलौँ कहिके मोए सतान और घमण्डसे रोकन शैतानको दुत, और एक काँटो मिर शरीरमे दै ।
\v 8 जा मोसे हटए कहिके मए तीन चोटी प्रभुसे बिन्ती करो ।
\v 9 तव मोसे बा कहिँ, “मिर अनुग्रह तिर ताहिँ प्रसस्त हए, काहेकी मिर शक्ति कमजोर मे पुरी होत हए ।”जहेमारे ख्रीष्टको शक्ति मिरमे वास करए करके बरु कमजोरमे जद्धा खुशीके साथसे गर्व करंगो ।
\v 10 जहेमारे ख्रीष्टके ताहिँ कमजोरमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सतावटमे, आपतमे मए सन्तुष्ट रहत हौ | काहेकी जब मए कमजोर हौँ, तव मए शक्तिशाली हौँ ।
\p
\v 11 मए मुर्ख भओ हौँ | तुम मोके अइसे करन कर लगाए, काहेकी तुमरसे त मिर प्रशंसा करन पडो रहए, काहेकी मए कछु नाए भओ से फिर सर्वोच्च प्रेरितसे मए तुच्छ नैयाँ ।
\v 12 साँचो प्रेरितके लक्षण पूरा धैर्यसे, चिन्ह चमत्कार और शक्तिक कामसे तुमर बिचमे प्रकट करी रहैँ ।
\v 13 और सब मण्डलीक तुलनामे तुम कौन बातमे कम निगाह पाए? हओ, एक बातमे पर तुम मोके क्षमा करन पडैगो, मए तुमर ताहिँ बोझ नाए बनो ।
\p
\v 14 अब तेस्रो चोटी तुमर ठिन आन मए तयार हौँ । मए तुमर ताहिँ बोझ नाए होमंगो, काहेकी मए तुमर सम्पत्ति नैयाँ पर तुमके चाहत हओ। काहेकी अइया-दौवाके ताहिँ लौडा लौडिया नाए, पर लौडालौडियक ताहिँ त अइया-दौवा जम्मा करन पड्त हए ।
\v 15 मए तुमर ताहिँ गजब खुशी साथ खर्च करंगो, और स्वयम अपनए फिर खरचंगो | अगर मए तुमके जद्धा प्रेम करो कहेसे, का मए थोरी प्रेम पामओ?
\p
\v 16 मए तुमके बोझ ना बुकाओ, जा ठिक हए, पर मए चलाकी करके तुमके फसए हौ करके तुम कहत् हौ ।
\v 17 मए तुमर ठिन पठाओ भए मैसे कोइ आदमीसे तुमरेसे का मए फाइदा उठाओ का?
\v 18 मए तीतसके जान कहिके आज्ञा करो, और बो भैयाके बिनके सँग पठाओ | का तीतस तुमरसे कोइ फाइदा उठाइ? का हम एकै आत्मासे ना चले? का हम एकए कदममे ना नेगे?
\p
\v 19 का तुम जा सोचत हौ, कि यित्तो समय तुमर अग्गु हम अपनए सफाई देत हए? प्रिय, हम परमेश्‍वारके ठिन ख्रीष्टमे मस्कत हए, तव जे सब तुमके बलियो बनानके ताहिँ हए ।
\v 20 काहेकी मए आत मए इच्छा करोकता तुमके ना पाएके, और तुम फिर मोके अपने इच्छा करोकता ना पाएके काहेकी मोके डर लागो हए । साइत हुआ लणाइ, दिक्क, क्रोध, स्वार्थ, बिजरो, निन्दा-चर्चा, अपमान और गोलमाल हुइहए साइत ।
\v 21 मोए डर लागत, कि मए फिर आत मिर परमेश्‍वार मोके तुमर ठिन छोटो करइगो, और गजब जनैक ताहि मोए शोक करनपडैगो, जौन अग्गु पाप करी रहए, और अपनए करो आशुद्धता, व्यविचार और छाडापनसे पश्चात्ताप ना करी हए ।
\c 13
\cl अध्याय १३
\p
\v 1 तेस्रो चोटी मए तुमर ठिन आमंगो । कोइ फिर दोष दुई या तीन साक्षीक गवाहीसे साबित करन पडैगो ।
\v 2 दोस्रो चोटी तुमर बिचमे होत मए तुमके चेताउनि दओ कता अब उपस्थिति ना होत फिर मए तुमके चेताउनी देत हौ । मए फिर आत अग्गु अग्गु पाप करन बाले और कोइके फिर मए ना छोड्गो-
\v 3 काहेकी ख्रीष्ट मोएमे बोलत हए कहिके प्रमाण तुम चाहत हौ । तुमरसँगको व्यवहारमे बो दुर्बल ना हए, पर बो तुममे शक्तिशाली हए ।
\v 4 काहेकी दुर्बलतामे बो क्रूसमे टङगो, पर परमेश्‍वारको शक्तिमे बो जिन्दा भओ । अइसी हम बकसँग दुर्बल होतहए, पर तुमरसँगको व्यवहारमे परमेश्‍वारको शक्तिसे हम बकसँग जिमंगे ।
\p
\v 5 तुम विश्वासमे पक्के हओ कि ना हओ कहिके अपनैके अपनै जाँचके देखौ | अपनैके जाँच ।जाँचमे असफल नाए हुइ हौ कहेसे येशू ख्रीष्ट तुमरमे हए कहिके तुमके पता होन पडो रहए!
\v 6 मए आशा करत हौ, कि हम असफल नाए भए हए कहेसे तुम पता पाबैगे ।
\v 7 पर हम परमेश्‍वारमे प्रार्थना करत हए, कि तुम कछु खराबी मत करौ | हम जाँचमे सफल भए जैसो मत दिखाबौ । हम असफल भव जैसो दिखाएसे फिर तुमके जो अच्छो हए सो करौ ।
\v 8 काहेकी हम सत्यको विरुध्दमे कछु करन नाए सिकत हए, केवल सत्यके ताहिँ ईकल्लाे करन सिकतहए ।
\v 9 काहेकी हम कमजोर होत और तुम बलियाे होत हम आनन्दित होत हए । तुमर प्रगतिक ताहिँ हम प्रार्थना करत हए ।
\v 10 तुमसे अलग होत मए जा लिखत हौ, जा हेतुसे कि तुमर-ठिन आत प्रभु मोके दौ भव अधिकार करो से मोके प्रयोग करन नाए पणैए । बो त बक बनानके ताहिँ दै हए, फोरनके ताहिँ नाए
\v 11 अन्तमे भैया रेव, अब बिदा पाओ | सिध्दताको लक्ष्य धरौ ।सान्ति पाबओ ।एक- दुसरेक संग सहमत होबौ । शान्तिमे रहबौ, और प्रिय और शान्तिको परमेश्‍वार तुमरे संग हुइहए ।
\v 12 एक दुसरेके पवित्र चुमनसे आदर करीयौ ।
\v 13 सबए सन्त तुमके नमस्कार पठाइँ हँए ।
\v 14 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह, परमेश्‍वारको प्रेम और पवित्र आत्माको संगति तुमरे सबए संग रहबए ।

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49-GAL.usfm Normal file
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\id GAL
\ide UTF-8
\h गलाती
\toc1 गलाती
\toc2 गलाती
\toc3 gal
\mt गलाती
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 मय पावल ख्रीष्‍टको एक प्रेरित जो कोई आदमीसे औ आदमीकद्वारा भव प्रेरित न हऔं, पर येशू ख्रीष्‍ट और परमेश्‍वर पिताद्वारा भव हौं, जौन बाके मरो मैसे जिन्दा करी।
\v 2 मिरसँग होनबारे सब भैयनके सँग मय जा चिट्ठी गलातियाके सबै मण्डलीनके लिखन डाटो हौं ।
\v 3 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्‍टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति होबै।
\v 4 जौन हमर परमेश्‍वर और पिताको इच्छा अनुसार जा वर्तमान दुष्‍ट संसारसे हमके छुट्कारा देनके हमर पापके ताहिं अपनएके अर्पण करी।
\v 5 परमेश्‍वरके सदासर्वदा महिमा होत रहबए।
\p
\v 6 मोके अचम्मो लागत हए, कि ख्रीष्टको अनुग्रहमे तुमके बुलानबारेके यित्तो जल्दी छोडके तुम दुसरो सुसमाचार घेन लगरहे हौ।
\v 7 वास्तवमे दुसरो सुसमाचार न हय, बलुक अइसे कोइ-कोइ हँए, जौन ख्रीष्टको सुसमाचारके भ्रष्ट पाणनके ढुणत् हएँ।
\v 8 हमर प्रचार करो सुसमाचारके उल्टा हमके औ स्वर्गसे आनबारो दुत प्रचार करेहए तहुँ फिर बा आदमी श्रापित होबए।
\v 9 हम अग्गुसे कहो जैसो मए फिर और हबए फिर कहत हौं, तुम जौन सुसमाचार ग्रहण करे हौ, बाके उल्टा और कोइ तुमके प्रचार करत् हए तव, बा श्रापित होबए।
\v 10 का मए आदमीनको निगह ढुणत् हौं, कि परमेश्‍वर को? औ का मए आदमीनके खुशी करन ढुँणत् हौं? अगर मए और आदमीनके खुशी करन कोशिस कर रहो हौं तव मए ख्रीष्टको दास न हौं।
\p
\v 11 भैया, तुम जा जानओ करके मए चाहत हौं, कि मए प्रचार करो सुसमाचार आदमीको सुसमाचार न हय।
\v 12 काहेकी मए जा कोइ आदमीसे पाओ न हौं, नत जा मोके कोइ सिखाइ रहए, बलुक येशू ख्रीष्टको प्रकाशनसे मए जा पाओ हौं।
\p
\v 13 यहूदी धर्म मे रहत अग्गुको मेरो जीवनके बारेमे तुम सुनेहौ, कैसे मए परमेश्‍वरको मण्डलीके भयानक रुपसे सताओ, और बाके नाश करनके ढुँणो।
\v 14 हमर जातिमे, मिर नातेदारमे बहुतनसे मए यहूदी धर्ममे अग्गु बढो रहौं, और मिर पिता-पुर्खाको परम्परामे मए बहुत जोसिलो रहौं।
\v 15 पर, मिर जलम् होनसे अग्गु मोके अलग करन बारो, और अपनो अनुग्रहसे मोके बुलान बारो परमेश्‍वरके,
\v 16 जब अन्यजातिक बीचमे बाको प्रचार करन् अपन पुत्र मोए मे प्रकट करन् बाके खुशी लागो, तव मए कोइ आदमीसे सल्लाह न लौ,
\v 17 न त मोसे अग्गु प्रेरितनके ठिन मए यरुशलेममे गओ, पर तुरन्त अरब देशमे गओ, और पिछु दमस्कसमे घुमके आओ।
\v 18 तव तीन वर्ष पिच्छु केफाससँग भेट करन् मए यरुशलेम गओ, और उनके सँग पन्ध्र दिनतक बैठो।
\v 19 तव प्रभुको भैया याकूबके बाहेक और कोइ प्रेरितनके मए न मिलो।
\v 20 परमेश्‍वरको अग्गु मए तुमके विश्‍वास दिलान चाहत हौं, कि मए जो लिखोहौं बा झुठो न हय।
\v 21 तव पिच्छु मए सिरिया और किलिकियाके इलाका घेन गओ।
\v 22 बा बेरा यहूदीनके ख्रीष्टके मण्डलीके मिर मुहूँ न देखि रहएँ।
\v 23 पर बे सुनी इकल्लो रहएँ, “अग्गु हमके सतान बारो आदमी जौन विश्‍वास नाश करन ढुणन डटो रहए, और हबए बहे विश्‍वास प्रचार करन डटो हए।”
\v 24 बे मेरे कारन परमेश्‍वरके महिमा दैं।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 चौध वर्षपिछु बारनाबाससंग तीतसके लैके मए फिर यरुशलेम गओ।
\v 2 ईश्‍वरीय प्रकाशन पाओ अनुसार मए गओ, और बिनके ढिंगै बहे सुसमाचार धरो, जो मए अन्यजातिके प्रचार करो हौं । पर अगुवा कता दिखान बारेनके अग्गु मए एकान्तमे बोलो। ताकि मए जो दौण दौणो और दौण रहो हौं, बा व्यर्थ न होबए।
\v 3 पर मिर संग होनबारो तीतस ग्रीक हए तहुँ फिर खतना होन पणैगो करके कोइ कर न लगाई ।
\v 4 खतनाको जा बात उठो, काहेकी कित्तो झुठे भैया हमर दल भितर चुप्पएसे घुसके ख्रीष्टमे भव हमर स्वतन्त्रताको चुहा करके हमके बन्धनमे लान चाँहत रहएँ।
\v 5 सुसमाचारको सत्यता तुमके ताहिं सुरक्षित होबए करके बिनके अग्गु हम एक पलके ताहिं फिर न झुके ।
\v 6 इज्जतदार दिखान बारे आदमी जो रहएँ -और बे जैसो भए से फिर मोके त कोइ फरक न पणत् हय, परमेश्‍वर आदमीनको पच्छेपात न करत् हय-बे मिर सन्देशमे कुछु न थपीं।
\v 7 पर और उल्टा, बे देखके, कि बे खतनन्के सुसमाचार प्रचार करनको बोझ मोके दै रहएँ, जैसी पत्रुसके खतनन्के सुसमाचार प्रचार करन् रहय।
\v 8 परमेश्‍वर, जौन पत्रुसको प्रेरितपनसे खतनन्के बीचमे काम करी रहए, मोसे फिर अन्यजातिनके बीचमे करी रहए।
\v 9 याकूब, केफास और यूहन्ना, जो मण्डलीके खम्मा रहएँ, बिनके उपर भव अनुग्रह पता पाएके पिच्छु मोके और बारनाबासके संगतिको दाहिना हात दैं। हम अन्यजातिके ठिन जानके और बे त खतनन्के ठिन जानके पक्का करीं।
\v 10 केबल उनकी जहे इच्छा रहए, कि गरीबनके उपर हमर सम्झना रहबए। बहे करनके मए फिर उत्सुक रहौं।
\p
\v 11 तव जब केफास एन्टिओखियामे आओ, तव मए उनके खुल्लमखुल्ला बिरोध करो। काहेकी बे दोषी रहएँ।
\v 12 याकूब पठाए भए आदमी आनसे अग्गु बा अन्यजातिनके संग खात रहए। तव जब बे आए पुगे तव बे अन्यजातिनसे पिच्छु हटके अलग हुइगए, काहेकी बे खतनाके दल बारेनसे डराइगए रहएँ।
\v 13 और बाँकि यहूदी फिर उइसी कपटपूर्ण काम करीं। हियाँतक, कि बारनाबास फिर उनके कपटमे पड गओ।
\v 14 तव जब सुसमाचारको सत्यता अनुसार न चलो मए देखो, तव बिनके सबके अग्गु मए केफाससे कहो, “तुम यहूदी हुइके यहूदी हानि नाए कि अन्यजाति जैसो चलत हौ तव, अन्यजातिनके यहूदी जैसो चलनके कैसे कर लगए हौ?”
\v 15 हम जन्मैके यहूदी हएँ, और अन्यजाति जैसे पापी न हय,
\v 16 और फिर हम जन्त हएँ, व्यवस्थाको कामसे कोइ आदमी धर्मी न ठहिरैगो, पर येशू ख्रीष्ट के उपरको विश्‍वासद्वारा धर्मी ठहिरैगो। जहेमारे हम फिर हमरो विश्‍वास ख्रीष्ट येशूमे धरेहैं, ताकि हम व्यवस्थाको कामसे नाय पर ख्रीष्टमे धरो भव विश्‍वासमे धर्मी ठहिर सिकैं, काहेकी व्यवस्थाके कामसे कोइ फिर धर्मी न ठहिरैगो।
\v 17 हमजो ख्रीष्टमे धर्मी ठहरन चाहत हएँ, यदि अपनय पापी निकरे, तौ का ख्रीष्ट पापको सेवक है? उईसो न हय।
\p
\v 18 काहेकी अपन उजाढो चीजके मए फिर बनामओ तव, अपनए अपनएके मए अपराधी हौं करके साबित करत् हौं।
\v 19 मैं जो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्थाके ताहिं मै मरिगौ ताकि परमेश्‍वर के ताहीं जिमौ ।
\v 20 मए ख्रीष्ट संग क्रुसमे टाँगो हौं, अब से जिनबारो मए न हऔं, पर ख्रीष्ट मोए मे जित हए। जौन जीवन शरीरमे मए हबए जित हौं, बा परमेश्‍वरको पुत्रमे विश्‍वास करके जित हौं, जौन मोके प्रेम करी हए, और मेरे ताहिं अपनएके अर्पण करी हए।
\v 21 परमेश्‍वरको अनुग्रह के मए पन्छेयात न हऔं, काहेकी यदि व्यवस्थाके द्वारा धार्मिकता होती तव ख्रीष्ट के मरन व्यर्थएमे हुइतो।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 हे मुर्ख गलाती तुमके कौन मोहनी लगाएके वशमे करलओ? तुमरी आँखीके ढिंगई येशू ख्रीष्ट क्रूसमे टाँगि बात सफा रुपसे बर्णन करो गओ रहए।
\v 2 यित्कए इकल्लो मए तुमसे पुछन चाहत् हौं, तुम पवित्र आत्मा व्यवस्थाके कामसे पाए, कि सुनो भव वचनमे विश्‍वास करके?
\v 3 का तुम यित्तो मुर्ख हौ, कि आत्मामे सुरु करके शरीरकी रिती से अन्त करैगे?
\v 4 का यित्तो दु: ख तुम व्यर्थमे भोगे क? अगर जा व्यर्थमे होतो तव
\v 5 जौन तुमके पवित्र आत्मा दै हए, और तुमरे बीचमे अचम्मोको काम करी हए. का जा सब बा व्यवस्था तुमरे कामके कारन करी हए?
\p
\v 6 अब्रहामके देखओ, “बा परमेश्‍वरमे विश्‍वास करत् रहए, और जा बाके ताहिं धर्मिकता गिनोरहए।”
\v 7 जहेमारे तुम जा जानओ, कि जौन जौन विश्‍वास करत् हएँ, बेहि अब्राहामके सन्तान हएँ।
\v 8 “परमेश्‍वर अन्यजातिनके विश्‍वास से धर्मी ठहिरात हँए करके धर्मशास्त्र पहिले दिखाएके “तोए मे सब जाति आशिष पएँहएँ करके अब्राहामके अग्गुसे सुसमाचार दवगओ रहय।"
\v 9 जहेमारे विश्‍वास करन् बारे आदमी विश्‍वाससे अब्राहामसँग आशिष पाइँ हएँ।
\v 10 व्यवस्थाक काममे भर पणन बारे सब श्रापित हएँ, काहेकी लिखोहए, “व्यवस्थाके सब बातमे न रहनबारो और बे पालन न करन् बारे हरेक श्रापित हएँ।”
\v 11 “परमेश्‍वरको दृष्टिमे व्यवस्थासे कोइ आदमी धर्मी न ठहिरैगो करके जा बात सफा हए काहेकी “धर्मी त विश्‍वासै से जिबैगो।”
\v 12 व्यवस्था त विश्‍वास उपर अधारित न हय, पर जौन आदमी जा काम करेहए, बा बिनहीसे जिहए।”
\p
\v 13 हमर ताहीं स्राप बनके ख्रीष्ट हमके व्यवस्थाको स्रापसे मोल तिरके छुटकारा करी, काहेकी कट्ठामे टँगो हरेक श्रापित हए, करके लिखोहए।
\v 14 बा हमके मोल तिरके छुटाई, ताकि अब्राहामके दओ आशिष ख्रीष्ट येशूसे अन्यजाति मे आबए, और हम विश्‍वाससे प्रतिज्ञाको पवित्र आत्मा प्राप्त कर सिकएँ।
\p
\v 15 भैया तुम, सबदिनको जीवनसे एक उदाहरण लेओ, एक चोटी पक्का हुइके पिछु आदमीनको इच्छा पत्र कोइ रद्द न कर पए हए, नत् बामे थाप पए हए।
\v 16 “प्रतिज्ञा अब्राहाम और उनको सन्तानके दै हए। धर्मशास्त्र “सन्तानसे" न कहत हए, जत् बहुत आदमिनके संकेत् करत हए। पर धर्मशास्त्र “तुमर सन्तानसे" कहत हए, जा एक आदमीको इकल्लो संकेत देत हए, जो ख्रीष्ट हए।"
\v 17 मेरो कहाई को अर्थ जा हए, कि चार सय तीस वर्षपिछु आओ व्यवस्था बासे अग्गु परमेश्‍वर पक्का करो भव करारके काटत् नहय, नत प्रतिज्ञा रद्द हुइ जातो।
\v 18 काहेकी उत्तराअधिकार व्यवस्थासे पैते तव प्रतिज्ञासे पानबारी बात न आती। पर परमेश्‍वर प्रतिज्ञासे अब्राहमके जा सेंतमे दै रहय।
\p
\v 19 तव व्यवस्थाको आवश्यक्ता काहे पणो तव? जौन सन्तानके प्रतिज्ञा भव रहए, बा न आन तक अपराधको करन व्यवस्था थपिगव। तव एक जनीके मध्यमसे स्वर्गदुतसे व्यवस्थाको स्थापना भव।
\v 20 एकए को मध्यस्थ नहय, पर परमेश्‍वर एकए हए।
\p
\v 21 तव का व्यवस्था परमेश्‍वरको प्रतिज्ञाके बिरुद हए क? कबहु न हय। अगर जिन्दा करनके व्यवस्था दओ हुइतो तव धार्मिकता नेहत्य व्यवस्थासे आतो।
\v 22 तव धर्मशास्त्र बतात् हए, कि सब चीज पापके कैदमे हए, ताकि जौन प्रतिज्ञा येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास दओ हए, बा विश्‍वास करन बारेनके दओ हए।
\v 23 पर विश्‍वास आनेसे अग्गु हम व्यवस्थाके वशमे रहएँ, और विश्‍वास प्रकट न होन तक हम थुने रहएँ।
\v 24 विश्‍वाससे हम धर्मी ठहिर सकएँ करके व्यवस्था हमर संरक्षक हुइके हमके ख्रीष्ट तक डोरयनके जिम्मा दै।
\v 25 पर अब विश्‍वास आओ हए तव अब हम संरक्षकके अधिनमे न हयँ।
\p
\v 26 काहेकी विश्‍वाससे तुम सब ख्रीष्ट येशूमे परमेश्‍वरके सन्तान हौ।
\v 27 काहेकी तुम मैसे जितनोनके ख्रीष्टमे बप्तिस्मा भव हए, तुम सब ख्रीष्टके धारण करे हौ।
\v 28 अब नत् यहूदी हएँ नत् ग्रीक, नत् कमैया हएँ नत् फुकुवा, नत् पुरुष न स्त्री हएँ, काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुम सब एक हौ।
\v 29 अगर तुम ख्रीष्टके हौ तव तुम अब्राहामके सन्तान हौ, और प्रतिज्ञा अनुसार उत्तराधिकारी हौ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 मेरो कहाईको अर्थ जा हए, उत्तरधिकारी जब तक बालक हए, बा सब चीजको मालिक हुइहए ताहुँ फिर कमैयनसे फरक नहय,
\v 2 पर पिता ठहराओ समयतक बा अभिभावक और संरक्षकके अधीनमे होतहए।
\v 3 हम फिर अइसी बालक रहएँ तव संसारको दैबी शक्तिके दासत्व तरे रहएँ,
\v 4 पर समयको पूर्णतामे परमेश्‍वर अपन पुत्र पठाई। बा एक बैयरसे जन्मो, पर व्यवस्थाके अधीनमे जन्मो रहए।
\v 5 व्यवस्थाके अधीनमे रहन बारेनके मोल तिरके छुट्यानके बा आओ, ताकि हम पुत्रको पुरा हक पाए सिकएँ।
\v 6 “तुम पुत्र होनके कारन परमेश्‍वर अपन पुत्रको आत्मा हमर ह्रदयमे पठाए दैं, जौन के"हे अब्बा, पिता!” करके पुकारत् हएँ।"
\v 7 जहेमारे, परमेश्‍वरके तुम अब कमैया न हओ, पर पुत्र हौ, और पुत्र हौ तव उत्तरधिकारी फिर हौ।
\p
\v 8 अग्गु अग्गु जब तुम परमेश्‍वरके चिने न रहौ, तुम बिनके दास रहौ, जो स्वभावैसे ईश्‍वर नहयँ,
\v 9 पर अब तुम परमेश्‍वरके चिनेहौ, औ परमेश्‍वरसे चिनाए हौ, और फिर कैसे तुम बे निर्बल और सुरु-सुरुके खराब सिद्दान्त घेन घुमत हौ और फिर बिनको दास बनन चाहत हौ?
\v 10 तुम तिथि, महिननके, ॠतु और वर्ष मान्त हौ।
\v 11 मय तुमर ताहीं चिन्ता करत हऔं। मोके त अइसो लागत हए, कि तुमरे ताहिं करो मेरो परिश्रम व्यर्थ भव।
\v 12 भैया तुम, मिर जैसे होबओ करके मए बिन्ती करत् हौं, काहेकी मए फिर तुमरी जैसो हौं। तुम मिर कोइ खराबी करे न हओ।
\p
\v 13 तुमके पता हए, कि शरीरके कारन मए पहिले सुसमाचार सुनात रहौं।
\v 14 अगर मिर बिमारी अवस्था तुमरे ताहिं एक परीक्षा रहए, और तुम मोके तिरस्कार न करे, न घिणना करे, पर परमेश्‍वरको एक दुत ख्रीष्ट येशू कता मोके ग्रहण करे।
\v 15 तुमरो अनुभव करो सन्तोस कितए गओ? काहेकी मए गवाही दए सक्तहौं, कि अगर सम्भव होतो तव तुम अपन आँखी तक निकारके फिर मोके दैदित्ते।
\v 16 तव तुमसे सच्चो कहेसे क मए तुमर शत्रु हुइगओ हौं क?
\v 17 तुमके अपने घेन ताननके बे खुब जोस दिखात हएँ पर अच्छे इच्छासे नाए। तुमके जद्धा उत्साहसे स्वीकार करएँ करके बे हमसे तुमके अलग करन् ढुणत् हएँ।
\v 18 अच्छो इच्छाके ताहिं जोसिलो होन अच्छो हए, पर मए तुमरे बीचमे होत इकल्लो जोस दिखानो अच्छो न हय।
\v 19 मिर छोटे बालक तुम, ख्रीष्ट तुमरमे न बनन तक मए फिर प्रसवपिडामे हौं।
\v 20 हबए मए तुमरे सँग हुइके मेरो बोलनको तरीका बदलन सिक्तो तव कित्तो अच्छो हुइतो, काहेकी तुमर बारेमे मए अन्योलमे पणो हौं।
\p
\v 21 तुम व्यवस्थाके अधीनमे रहन चाहन बारेनसे मए कहान चाहत् हौं कि, व्यवस्था का कहत हए का तुमके पता न हय?
\v 22 काहेकी लिखो हए, अब्राहमके दुई लौणा रहएँ, टाहलुनिया घेनसे एक, दुसरो त स्वतन्त्र बैयरसे।
\v 23 टाहलुनियाको लौणा त शरीर अनुसार जन्मो रहए, पर स्वतन्त्र बैयरसे जन्मो लौणा प्रतिज्ञासे।
\v 24 जा बातके कहानीके रुपमे लए सक्त हएँ। बे बैयर दुई किसिमके करार हएँ। एक त सीनै पर्वतसे दासत्वके ताहिं सन्तान जन्मान बारी हागार हए।
\v 25 हागार अरब देशको सीनै पर्वत हए, और वर्तमान यरुशलेमसँग बाको तुलना कर सिक्त हएँ। काहेकी बा अपन बालकनके सँग दासत्वमे हए।
\v 26 पर उपरको यरुशलेम स्वतन्त्र हए, जो हमरी अइया हए।
\v 27 काहेकी लिखो हए, “हे न जन्मान बारी बाँझी आनन्दसे चिल्ला, हे प्रसवपिडा पता न पान बारी, मन खोलके चिल्ला, काहेकी पति भै बैयरसे त्यागी भै बैयरके लौणा-लौडिया बहुत हएँ।”
\p
\v 28 अब हे भैयओ, इसहाक जैसो हम फिर प्रतिज्ञाके सन्तान हएँ।
\v 29 पर बा बेरा जैसी शरीर अनुसार जन्मेनके आत्मा अनुसार जन्मेनके सतात रहएँ, और हबए फिर अइसी हएँ।
\v 30 पर धर्मशास्त्र कहात हए? “टाहलुनियके और बाके लौणनके निकार देओ, काहेकी दासीको पुत्र स्वतन्त्र बैयरको लौणासँग उत्तरअधिकारी न हुइहए ।”
\v 31 जहेमारे भैया, हम टाहलुनियाके नहयँ, पर स्वतन्त्र बैयरके सन्तान हएँ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 स्वतन्त्रताके ताहिं ख्रीष्ट हमके स्वतन्त्र करी हए। जहेमारे तगडे हुइके ठाडओ और फिर दासत्वके जुवा तरे मत पणओ।
\v 2 मए पावल तुमसे कहत हौं, तुम खतना लेहौ तव ख्रीष्टसे तुमके कोइ फाइदा न हुइ हए।
\v 3 खतना होनबारेनके मए फिरके चेताउनी देत हौं, कि पुरो व्यवस्था पालन करन् बा मजबुर होतहए।
\v 4 तुम जो व्यवस्थासे धर्मी ठहिरन चाँहत हौ, तव तुम ख्रीष्टसे अलग भए हौ। और तुम अनुग्रहसे तरे गिरेहौ।
\v 5 काहेकि हम पबित्र आत्मा के द्वारा बिश्‍वाससे धार्मिकताको आशाको प्रतिक्षा करत हैं।
\v 6 ख्रीष्ट येशूमे न त खतना कोइ मुल्यको न बेखतना कोइ मुल्यको हए, और बा हए- प्रेमसे काम करन् बारो विश्‍वास।
\p
\v 7 तुम अच्छे दौणत् रहौ। तव कौन तुमके सत्यता पालन करनके बाधा दओ?
\v 8 तुमके बुलान बारेसे जा फकानो-फुल्सानो काम भव नहय।
\v 9 थोरी सोणा जम्मए ढुक्लाके सोणा बनात हय।
\v 10 मए प्रभुमे भरोसा करत् हौं, कि तुम मिर बाहेक दुसरेके बिचार न अपनए हौ। पर तुमके बहेकान बारो जोनफिर बा दण्ड भुगहए।
\v 11 पर भैया, अगर मए और खतनाको प्रचार करत् हौं तव मिर उपर जा सब सतावट काहे आओ? तव का क्रूससे आन बारो बाधा गओ हए।
\v 12 तुमके बहेकान बारे त बलुक अपन अँग काटेसे फिर हुइहए।
\p
\v 13 भैया, तुम त स्वतन्त्रताके ताहिँ बुलाए हौ। केवल बा स्वतन्त्रता पापमय स्वभावके ताहिँ प्रयोग मत कराओ पर प्रेममे तुम एक-दुसरेके सेवक बनओ।
\v 14 काहेकी सबय व्यवस्था एकए वचनमे पुरा होत हए, “तए अपन परोसिनके अपनए कता प्रेम कर।”
\v 15 पर तुम एक दुसरेके काटन और निलन करत् हौ तव होसियार होबओ, तुम एक दुसरेसे खतम होन न पणए।
\p
\v 16 पर मए कहात हौं, पवित्र आत्मासे नेगओ, और पापमय स्वभावके लालच पुरा मत करओ।
\v 17 काहेकी पापमय स्वभावके लालच पवित्र आत्माके बिरुध्दमे होतहए, और पवित्र आत्माको इच्छा पापमय स्वभावके बिरुध्दमे। तुम जो करन् चाहत हौ बासे तुमके रोकन जा त एक दुसरेके बिरुध्दमे होतहए।
\v 18 अगर तुम पवित्र आत्मासे डोर्यए हौ तव तुम व्यवस्थाके अधीनमे न हुइहौ।
\p
\v 19 पापमय स्वभावके काम प्रत्यक्ष हए जो जेही हयँ- व्यभिचार, अपवित्रता, लम्पटपना,
\v 20 मूर्तिपुजा, मन्त्रतन्त्र, दुश्मनी, झैंझगडा, ईर्ष्या, क्रोध, स्वार्थीपन, फूट, गुटबन्दी,
\v 21 गुस्सा, पियक्कडपन, अशलील मोजमज्जा, और अइसी जौनके बारेम मए तुमके चेताउनी देतहौं, और अग्गु फिर दओ हौं। जौन-जौन अइसो काम करत् हएँ, बे परमेश्‍वरको राज्यके हकदार न बनेहँए ।
\v 22 पर पवित्र आत्माके फल त प्रेम, आनन्द, शान्ति, धिरज, दया. भलाइ, विश्‍वास,
\v 23 नम्रता, संयम हएँ। अइसे चीजनके बिरुध्दमे कोइ व्यवस्था नहय।
\v 24 पर बे जो ख्रीष्ट येशूके हयँ, बे पापमय स्वभावके बाको बासना और लालचसहित क्रुसमे टाँगिहएँ।
\p
\v 25 हम पवित्र आत्मासे जीत हँए तव आत्माके अनुसार नेगएँ।
\v 26 हम अहँकारी न होमएँ, एक दुसरेके रीस मत उठाओ, और एक दुसरेके ईर्ष्या मत करओ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\p
\v 1 भैया, अगर कोइ आदमी अपराधमे पक्राउ पणिगव तव तुम जो आत्मिक हौ, तुम नम्रता पुर्वक बिनको सुधार करओ। अपनएके फिर बिचार करिओ, नत तुम फिर परीक्षामे पणेहौ।
\v 2 एक दुसरेको भार उठाबओ, और अइसी ख्रीष्टको व्यवस्था पुरा करओ।
\v 3 काहेकी कोइ मुल्य न भव आदमी अपनएके कोइ हौं करके मान्त हए तव बा अपनएके धोखा देत हए।
\v 4 हरेक अपनै कामको जाँच करओ, तव केबल बा अपनएके और संग तुलना न करके अपनएके गर्व कर सिक्त हए।
\v 5 काहेकी हरेक के अपनो भार अपनाएके उठान पणैगो।
\p
\v 6 वचनको शिक्षा पानबारो अपन सब अच्छो चीज वचन सिखन बारेन संग बाँटचुट करन पणत् हए।
\v 7 धोखामे मत पणओ, परमेश्‍वरको ठट्ठा न होत हय, काहेकी आदमी जो लगात हए बहेको कटनी फिर करत् हए।
\v 8 जौन अपनो पापमय स्वभावके ताहिं लगात हए, बा अपनो पापमय स्वभावसे सर्वनाशको कटनी कटात हए। पर जौन आत्माके ताहिं लगात हए, बा आत्मासे अनन्त जीवनको कटनी काटत हए।
\v 9 भलाइ करन् को काममे हम न थकँए, काहेकी अगर हम हिम्मत न हरेहएँ तव ठीक समयमे हम कटनी करेहएँ।
\v 10 जहेमारे मौका पाए अनुसार हम सब आदमीनके भलाइ करत जामएँ, विशेष करके बिनके, जो हमर विश्‍वासके परिवारके हएँ।
\p
\v 11 देखओ, मए कित्तो बणे-बणे अक्षरसे अपने हातसे तुमरे ताहिं लिखो हौं।
\v 12 ख्रीष्टको क्रूसके कारण सतावटमे न पणएँ करके बाहिरसे सब ठीक दिखान चाहन बारे तुमके खतना करन् कर लगात हएँ।
\v 13 काहेकी खतना करन् बारे अपनए व्यवस्था पालन न करत् हएँ, पर तुमरे शरीरमे घमण्ड करन् के ताहिं तुमरो खतना करो बे चाहत हएँ।
\v 14 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको क्रूस बाहेक और कोइ फिर चीज उपर घमण्ड करन् बारी बात मोसे दूर रहबए, जौनसे मए त संसारके ताहीं, और संसार मिर ताहीं क्रूसमे टलंगो हए।
\v 15 न त खतनाको कोइ महत्व हए, न बेखतनाको, पर नयाँ सृष्टि सब चीज हए।
\v 16 अब जो जित्तो जा नियममे चल्त हएँ, बिनके उपर और परमेश्‍वरको इस्राएल जाति उपर शान्ति और कृपा रहबए।
\p
\v 17 अबसे उइसो कोइ मोके कष्ट न देबए, काहेकी मए अपन शरीरमे येशूको चठा धारण करत् हौं।
\p
\v 18 भैया रेओ, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरे आत्मासँग रहबय। आमेन।

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\h एफिसिनके ताही पावलको चिठ्ठी
\toc1 एफिसिनके ताही पावलको चिठ्ठी
\toc2 एफिसिनके ताही पावलको चिठ्ठी
\toc3 eph
\mt एफिसिनके ताही पावलको चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय 1
\p
\v 1 पावल परमेश्‍वरको इच्छाके द्वारा ख्रीष्ट येशुको एक प्रेरितससे, परमेश्‍वरके ताही अलग भए एफिसिमे रहए और ख्रिष्ट येशूमे विश्‍वासयोग्य भएनके ताही,
\v 2 हमर परमेश्‍वर पिता और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमकेअनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 3 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्‍वर और पिताको प्रशंसा होबए, जौन हमके स्वर्गके ठाउँमे हरेक आत्मिक आशिष् ख्रीष्टमे आशीर्वाद दै हए ।
\v 4 जा संसारकको सृष्टिसे पहिले हि हम ख्रिष्टमे विश्‍वास करन बारेनके ताही परमेश्‍वर चुनिहए । बाके अग्गु पवित्र और निष्कलङ होमए कहेके बा हमके चुनी हए ।
\v 5 प्रेममे परमेश्‍वर हमके येशू ख्रिष्टके द्वारा अपनिए पुत्रके रुपमे ग्रहन करनके ताही पुरो पक्का करीहए ।बा अइसो करिहए की बाको योजना करो भओ बातके करन बा खुशी भओ ।
\v 6 नतिजा जा हए, कि परमेश्‍वरको महिमाको अनुग्रहके बजेसे सबए बाको प्रशंसा कतर हए । जा अनुग्रहके बा अपन प्रियसे सेंतय हमके दैहए ।
\p
\v 7 बाको अपार अनुग्रहके जैसो ख्रीष्टको खुनसे हमके बामे उध्दार, हमर पापको क्षमा पाबैगे ।,
\v 8 पुरी बुध्दि और समझसे पुरी तरिकासे जा अनुग्रह बा हमके प्रसस्‍तयसे दैहए ।
\v 9 कहेकी सबय बुध्दि और आन्तरिक समझमे ख्रीष्टमे धरो भव उदेश्य कता बा अपनो इच्छाकी लुकी बात हमके प्रघट करी हए ।
\v 10 ताकी बाको योजनाको समय पुरो हुइके पिछु, तब ख्रिष्टमे परमेश्‍वर स्‍वर्ग और पृथ्वीमे भए सब चीज एक संग बाके अधिनमे लाबएगो ।
\v 11 येशू ख्रिष्टमे हम परमेश्‍वरके सन्तानके रुपमे चुनेहए, जौन सबए बात अपन इच्छाके योजान कता पुरो करी, हम बाको योजना कता पहिलेसे चुने गए रहए ।
\v 12 हम ख्रीष्टमे पहिलेसे असरा धरन बारेनके बा अपनो महिमाको प्रशंसाके ताहिँ जि पामए करके बा नियुक्त करी हए और छानी हए ।
\v 13 तुम, जौनसे सत्यको वचन, औ अपन मुक्तिको सुसमाचार सुने, और बामे विश्‍वास करे, बहेमे तुम प्रतिज्ञा करो पावित्र आत्माको छाप लगाए हओ ।
\v 14 हम अपने उत्तराधिकार ना पान तक पवित्रा आत्मा हमर उत्तराधिकार पक्को प्रमाण हए । जा बाको महिमाके प्रशंसाके ताहीं हए ।
\p
\v 15 प्रभु येशू उपर रहो भव तुमर विश्‍वास और सबए सन्त उपर तुमरो प्रेमके बारेमे मए सुनन्‍के बजेसे ना,
\v 16 मए तुमर ताही परमेश्‍वरमे धन्यबाद देन और मिर प्रर्थनामे तुमके सम्झन ना रुको हओ ।
\v 17 मए प्रार्थना करत हओ, कि हमरो प्रभु येशू ख्रीष्टको परमेश्‍वर, महिमाको पिता तुमके बाके बारेमे ज्ञान बुध्दि और प्रकाशको आत्मा देबए ।
\v 18 मए जा फिर प्रार्थना करत हौ, कि तुमर ह्रदयकी आँखी उजियारी होमए, और कौन आशाके तहीँ बा तुमके बुलाई हए, और सन्तनमे बाको माहिमित उत्तरधिकारको सम्पति का हए, सो तुम जान सकओ ।
\v 19 और हम विश्‍वास करन् बारेनके ताहिँ बाको शाक्तिको कबहु खतम ना होन बारो महानता का हए, सो तुम जान सकओ । बा शाक्ति बाको महान समर्थको कामए हए, ।
\v 20 जो बा ख्रीष्टमे पुरा करी हए, जब बा ख्रीष्टके मरोसे जिन्दा करी, और स्वर्गके जगहमे अपन दहिना घेन बैठाई हए ।
\v 21 बा येशूके सब शासन, और अधिकार, और शाक्ति हर नाउँसे उपर, और जा युगके इकल्लो ताही ना, पर आनबारे युगके ताही फिर बा, सबसे उपर धरी हए।
\v 22 और परमेश्‍वर सब बात बाके पाओ तरे धरदैं, और मण्डलीके ताहिँ बाके सब बातके उपर मुण बनइ हए ।,
\v 23 जौन मण्डली बाको शरीर, बामे पूरो होत हए और बा सब चीजसे भरपूर होतहए ।
\c 2
\cl अध्याय 2
\p
\v 1 तुम अपन अपराध और पापसे मरे समय मे बा तुमके जिन्दा करी ।
\v 2 जाहेमे जा संसारको रीतिरीबाजके जैसो और आकाशको शाक्तिको मालिक तरहा, अनाज्ञाकारिताको सन्तान तरहाकाम करन बारो आत्माके जैसो तुम पहिले एक चोटी चलत रहओ । अभे काम करनबारो आत्मा अनुसार तुम अग्गु एक चलत् रहौ|
\v 3 बिनमैसे हम सब फिर शरीर और मनकी इच्छा पुरो करके अपन पापमय स्वभावके लालचमे अग्गु जित रहए, और बाँकी आदमी जैसो हम स्वभाबएसे क्रोधको सन्तान रहए ।
\p
\v 4 पर परमेश्‍वर, जो कृपामे धनी हए, बा अपनो महान प्रेमसे हमके प्रेम करी हए ।
\v 5 जहेमारे पापमे हम पापमे मरे भए रहए, ताहुँफिर बा हमके ख्रीष्टसंग जिन्दा करी-अनुग्रहसे तुम उध्‍दार पाए हओ ।|
\v 6 और बाके संग हमके उठाई, और स्वर्गके जगहमे ख्रीष्ट येशूसंग बैठारी हए |
\v 7 जा त ख्रीष्ट येशूमे हमर घेन बाको दयामे अपन अनुग्रहको असीमित सम्पति, आनबारो युगमे दिखान बारो हए ।
\p
\v 8 कहेकी तुमअनुग्रहसे विश्‍वासके उध्दार बचाए गए हओ-, और जा तुम अपनाए से ना, पर जा त परमेश्‍वरको बरदान हए ।
\v 9 कर्म से ना, नित आदमी घमण्ड करहए ।
\v 10 कहेकी हम अच्छो कामके ताहिँ ख्रीष्ट येशूमे सिर्जे भए बाके हातके सिप हए । हम बाके जैसे चलऐं फिर कहेके परमेश्‍वर पहिलेसे बे तयार करी रहए ।
\p
\v 11 जहेमारे याद करओ, अग्गु तुम शरीरमे गैरयहुदी होत पेती आदमीके हातसे खतना करनबारे तुमके “बेखतनाको" मनत् रहए ।
\v 12 याद करओ, तुम बा समय ख्रीष्टसे अलग, इस्राएलके नागरिक हकसे बाहिर भए रहओ, और प्रतिज्ञाको करारसे बिराने, आशा नभए और जा संसारमे परमेश्‍वर बिनाके रहौ ।
\v 13 तुम, एक समय ख्रीष्ट येशूसे दुर रहौ, अब ख्रीष्टको खुनसे बाके ठिन आए हौ ।
\p
\v 14 कहेकी बा हमर शान्ति हए । बा हमके दोनोके एक बनाई हए, और अलग करन बारो भिदुष्मनको भित उजाड दै हए ।
\v 15 और बा व्यवस्थाके बाको आज्ञा और धार्मिक-बिधान सहित अपन शरीरसे खतम करी हए, कि जा दुईके बदलामे बा अपनाएमे एक नयाँ आदमी सृष्टि करए, और अइसी शान्ति बनाबए ।
\v 16 और बा क्रुससे हम दोनोके एक शरीरमे परमेश्‍वर संग मेल करके दुष्मनके हराई ।
\v 17 येशू आएके तुम दुर भए और जौने भए बारेनके मिलापको सुसमाचार सुनाई रहए ।
\v 18 कहेकी बासे हम दोनो एकै पवित्र आत्मामे पिता ठिन पहुच पाए हए ।
\p
\v 19 अइसी अब तुम विदेशी और प्रवासी ना हओ, तव सन्तनके संग तुम संगी-नगरिक और परमेश्‍वरके परिवारके सदस्य भए हओ ।
\v 20 बा घराना प्रेरित और अगमवक्तानके जग उपर बैठके बनो गओ हए, और ख्रीष्ट येशू अपनाए त खास पत्थर हए ।
\v 21 बामे पुरो घर ठीक तरीकासे एकसंग जुडके प्रभुमे एक पवित्र मन्दिर होनकेताही एकसंग बनत जातहए ।
\v 22 और पवित्र आत्मामे परमेश्‍वरको वासस्थान होनके ताहीं तुम फिर बामे एकसंग बनत जात हौ ।
\c 3
\cl अध्याय 3
\p
\v 1 जहेमारे मए पावल, तुम अन्याजातिक पक्ष्यमे ख्रिष्ट येशू को एक कैदी हओ ।
\v 2 तुमर ताहिँ मोके परमेश्‍वरको दओ भओ अनुग्रहके जिम्मेवारीके विषयमे तुम फिर सुने हौ कहिके मोके लागो हए ।
\v 3 जौंन प्रकाशसे मोके पता करो खास बात हए जौंनके विषयमे मए तुमके अग्गुसे छोटोमे लिखो फिर रहओ ।
\v 4 जब तुम जा पढ़ईगे, ख्रीष्टको गुप्त बातके बारेमे मिर भितरकी समझ का है, सो तुम बुझलेबैगे ।
\v 5 जौन बात बाको पवित्र प्रेरित और अगमवक्ता के पवित्र आत्मासे अभए प्रगट भव हए, बा और पुस्ताके आदमीके ना बताई रहए ।
\v 6 औ सुसमाचारसे ही अन्यजाति सह-उत्तराधिकारी हए, एकै शरीरको अंङ्ग और ख्रीष्ट येशूमे हुइके प्रतिज्ञाके सझेदार हए ।
\v 7 बाको शाक्तिको कार्यके जैसो मोके दाओ परमेश्‍वरको बाअनुग्रहको बरदानके जैसो जा सुसमाचारको मए सेवक बनो गओ रहओ ।
\p
\v 8 सब सन्तमे मए सबसे छोटो हौ तब फिर ख्रिष्टको अगम्य सम्पतीको सुसमाचार अन्यजातिके प्रचार करौ कहिके मोके जा अनुग्रह दै |
\v 9 सब बात सृजानबारो परमेश्‍वरमे युग-युगसे लुको भओ रहस्यको योजना का हए, सो सब आदमीमै खुलासा करन अनुग्रह मोके दै ।
\v 10 ताकि अइसी मण्डलीसे परमेश्‍वरको तमान मेलक ज्ञान स्वर्गीय जगहमे शासक और अख्तियारवालेनके बीचमे प्रकट करियो |
\v 11 जा त ख्रीष्ट येशू हमर प्रभुमे बा पुरो करो भओ अनन्तके उदेश्य जैसो रहए ।
\v 12 येशूके उपर धरो हमर विश्वाससे साहस और दृढ भरोसामे हम परमेश्‍वरमे घुसन पात है ।
\v 13 जहेमारे मए तुमके निवेदन करतहौ, कि तुमर ताहिँ मए भोगरहो कष्टमे तुम हताश मतहोबओ । जा तुमर महिमा हए ।
\p
\v 14 जहेमारे मए पिताके अग्गु अपन घुंटो टेकत हओ,
\v 15 जौनक पिछु स्वर्ग और पृथ्वीमे भए सब परिवार को नाउँ धरोहए ।
\v 16 बाको महिमाको प्रशस्तके जैसो तुममे बैठन बारो बाको अत्माकी शक्तीसे बा तुमके मजबुत करए कहिके मए प्रार्थना करत हओ ।
\v 17 और विश्‍वाससे ख्रीष्ट तुमर हृदयमे वास करए, और प्रेममे जर गणकाबै और पक्को होबए कहिके मए प्रार्थना करत हओ ।
\v 18 ताकि बाको प्रेममे सबए विश्‍वासी ख्रिष्टमे सन्तनकेसंग चौडाइ, लम्बाइ, उचाइ और गहिराइ का हए सो तुम समझ सकओ ।
\v 19 तुम ख्रिष्टके प्रेमको महानताके समझ सकओ, कहिके मए प्राथना करत हओ, जो ज्ञानसे फिर उत्तम हए । तुम परमेश्‍वरको सबए बातसे भर सकओ कहिके अइसो करओ ।
\p
\v 20 बाके, जौन हमर भितर काम करन बारो बाको शक्तिके जैसो हमसे मागोभओ औ सोंचोसे जद्धा बहुतयत् से कर सकओ,
\v 21 बाहेके ही पुस्ता-पुस्तातक मण्डली और ख्रिष्ट येशूमे हमेसाके ताही महिमा होबए । आमेन|
\c 4
\cl अध्याय 4
\p
\v 1 जहेमारे, प्रभुके ताहिँ एक कैदी होनके नातासे मए तुमके हृदयसे बिन्ती करत हौ, कि जौन बातमे तुम बुलाए गएहओ बेहे योग्य को जीवन बिताओ ।
\v 2 सबए दिनता, नम्रता और धैर्यताके संग एक दुसरेके प्रेममे सहेके ।
\v 3 शान्तिके बन्धनमे पवित्र आत्माको एकताके अच्छी तरीकासे धरनको कोसीस करओ ।
\v 4 शरीर एकै हए, और पवित्र आत्मा फिर एकै हए-जैसि तुमके बुलाई हए, एकै आशामे बुलाएगए रहओ, जौन आशा तुमर बोलावटके संग मिलोहए,
\v 5 एकै प्रभु, एकै विश्‍वास और एकै बप्तिस्मा,
\v 6 हम सबको एकै परमेश्‍वर और पिता, जो सबकेउपर, सबके बिचमे और सबमे हए ।
\p
\v 7 हम हरेक्के ख्रिष्टके बरदानके नाप जैसो बरदान दैहए ।
\v 8 जहेमारे अइसो कहि है: “बा उँचेमे चढिगौ कैदिनके बन्दि बनाइके दास बनाएके धरी, और बाआदमिके वरदान दै ।"
\p
\v 9 “बाअब “उचोमे जगहमे चढिगओ" कहो काअर्थ हए? जबाहेक कि बा पृथ्वीके तरे भागमे फिर उतरिगओ ।"
\v 10 बा जो तरे उतरो गौ रहए बहे ही साबए स्वर्गसे बेढम उपर चढीगौ, जहे मारे कि सब चिजके बा पूरी कर सकए ।
\v 11 तव येशूके बरदान जहे रहए, की कोइ प्रेरित, कोइ अगमवक्ता, कोइ प्रचारक, कोइ मण्डलीक पास्टर और कोइ शिक्षक हए ।,
\v 12 कि ख्रीष्टको शरीर बनए और सेवाको काम करन सन्त तयार होमए।
\v 13 जब तक हमसब विश्‍वासको और परमेश्‍वरको पुत्रको ज्ञानको एकताके ना पमङ्गे कहेसेऔर पक्को आदमी बनके ख्रिष्टको पुरोनाप तक ना पुगङ्गे कहेसे ।
\v 14 हम छलसे पच्छु-पच्छु ढकेले भए, धार्मिक- सिदान्तको सब हवा से और आदमीनको सब झनझट, चलाकीऔर फटहासे इतएउतए उणे भए बालक जैसे ना होमए ।
\v 15 बलकी प्रेमसे सत्य बोलतए सब बातमे हम हुवाँतक, औ ख्रीष्टतमे बढतय जामए, जो शिर (मुढ) हए ।
\v 16 बहेसे ही सबए शरीर सब जोर्नी से जुणो और बंधो भव सब भाग ठीक-ठीक काम करन साहज होबैगो और प्रेममे बढतैजाओ ।
\p
\v 17 अब मै जा जोण दइके प्रभुमे कहतहओ, और प्रभुमे गवाही देतहओ, कि अन्यजाति जैसी बे अपन विचारके व्यर्थमे जित हए तैसी तुम अबसे उइसो मतजिबओं ।
\v 18 बिनको हृदयको कठोरतासे लाओं भओ बिनकी अज्ञानताके कारणसे बे परमेश्‍वरको जीवनसे अलग भए हए, और बिनको समझ अन्धकारसे भरो हए ।
\v 19 बे कठोर हुइगए हए, और सब किसिमको अशुध्द काम करन बारे लालचमे पणके बे छाणा हुइ गए हए ।
\p
\v 20 पर ख्रीष्टके त तुम अइसे ना जाने हओ ।
\v 21 येशूमे भव सत्यताके जैसे बाके बारेमे तुम सुने और सिखे हओ, कहिके मए मानत हओ ।
\v 22 छली लालसासे भ्रष्ट भए अग्गुको जीवनके ढाँचासंग मिलो भव तुमर पुरानो स्वभावके त्यागओ ।
\v 23 और अपन भितरको स्वभाबमे नयाँ होबओ ।
\v 24 और परमेश्‍वरको स्वरूपमे सच्चो धर्मिकता और पवित्रतामे सृष्टि भव नयाँ स्वभावके धारण करौ ।
\p
\v 25 जहेमरे झुट छोणके, सब अपन-अपन पणोसीसे सत्य बोलए, काहेकी हम एकै शरीरमे एक दुसरेके अङ्ग हए ।
\v 26 क्रोध त करौ पर पाप मत करौ । दिन डुबनसे अग्गु तुमर दिक्क मिटजाबए ।
\v 27 और दियाबलसके (शैतान) मौका मतदेबौ ।
\v 28 चुट्टा अबसे ना चुराबए । बरु बा मेहनत करए । बा अपन हातसे इमान्दारीसे मेहनत करै, और जरुरतमे पणेभएके साहेता करए ।
\v 29 तुमर मुहुसे खराबबोली ना निकरै, पर समय सुहानजैसो और सुधार करके मिठो वचन इकल्लो बोलौ, जोकी सुननबारेनके कृपा मिलए ।
\v 30 तव परमेश्‍वरको पवित्र आत्माके दु: खित मतबनाओ, जोमए उद्धारके दिनके ताहिँ तुम छाप लगाएभए हौ ।
\v 31 सब तरहाके कवाहटपन, क्रोध और दिक्क, हल्ला और बदनामि, सब मेलके हत्या हिंसा करन तुम छोण देबओ ।
\v 32 जैसे परमेश्‍वर ख्रीष्टमे तुमके क्षमा करी, उइसी एक- दुसरेके क्षमा करके तुम एक दुसरेसे कोमल मनके और दयालु होबौ ।
\c 5
\cl अध्याय 5
\p
\v 1 जहेमरे तुम प्रिय बालकजैसे परमेश्‍वरको देखासेखी करन बारे होबौ ।
\v 2 तुम प्रेममे चलौ, जैसे ख्रीष्ट फिर हमसे प्रेम करी, और परमेश्‍वरके ताहिँ सुगन्धित भेटी और बलिदान हुइके अपनके हमर ताहिँ अर्पण करी ।
\v 3 तव तुमर बीचमे व्यभिचार और सबए अशुध्द औ लोभको नाउँ फिर मतलिओ, जो सन्तके बीचमे होन ना सुहात हए ।
\v 4 नकली बात, मुर्ख बातचित औ बेफाइदाके ठट्ठा मतकरौ, जे सुहानबारी बात ना हए । बरु धन्यवाद देनको काम होबए ।
\v 5 कहेकी ज त तुम पक्का जानौ, कि कोइ व्यभिचारी कि अशुध्द आदमी औ लोभी आदमिके (जो मूर्तिपूजक हए) ख्रीष्ट और परमेश्‍वरको राज्यमे कोइ उत्तराधिकार ना हए ।
\v 6 कोइ तुमके खाली बातमे धोखा ना देबए, कहेकी बे बातके बजेसे अज्ञा ना मानन् बारेनके उपर परमेश्‍वरको क्रोध पणैगो ।
\p
\v 7 जहेमरे बिनकेसंग सहभागी मतहोबओ ।,
\v 8 काहेकि एक चोटी तुम फिर अन्धकारमे रहौ, पर अब प्रभुमे तुममे उज्यारो हुइगए हओ। ज्योतिके सन्तान जैसे नेगौ ।
\v 9 कहेकी सब भलाइ, धार्मिकता और सत्यतामे ज्योतिक फल पात हए ।
\v 10 और प्रभुके मन पणन बारो काहए, बा सिखन- केसिस करौ ।
\v 11 अन्धकारको खराब काममे भाग मतलेबौ, पर बिनके प्रकट करदेबओ ।
\v 12 काहेकी बिनके गुप्तमे करो भव कामके बारेमे काहन फिर शर्मकी बात हए ।
\v 13 पर ज्योतिसे कोइ बात प्रकट करत बा सफा दिखातहए ।बा बात, प्रष्ट दिखातहए, बा ज्योति हए।
\v 14 “जहेमरे अइसो कही हए: “ए निधमे पणेभए, जगौ और मरेभए उठौ, और ख्रीष्ट तुमके प्रकाश देबैगो ।"
\p
\v 15 जहेमरे तुम कैसे नेगतहौँ कहिन बारी बातमे ध्यानसे देखओ- निर्बुध्दि आदमीजैसो ना, पर बुध्दिमानजैसो ।
\v 16 समयको पूरा सदुपयोग करौ, काहेकी दिन खराब हए ।
\v 17 जहेमरे मुर्ख मतहोबौ, पर प्रभुको इच्छा का हए, सो बुझौ ।
\p
\v 18 दाखमधसे मतमात्तओ, कारन जा विलासिता हए, पर पवित्र आत्मासे भरिपूर्ण होबौ ।
\v 19 एक दुसरेसे भजन, गीत और आत्मिक गानमे बोलत और अपनो पूरो हृदयसे प्रभुके ताहिँ गातए और धुन निकारत,
\v 20 रोज सब बातके ताहिँ हमर प्रभु येशूको नाउँमे परमेश्‍वर पिताके धन्यवाद चणंबओ
\v 21 ख्रीष्टके आदरके तही एक- दुसरेक अधिनमे बैठौ ।
\p
\v 22 बैयरओ, प्रभुके अधिनमे रहोजैसो आ- अपन लोगाके अधिनमे बैठए ।
\v 23 काहेकी लोगा बैयरको शिर (मुढ) हए, जैसी ख्रीष्ट मण्डलीको शिर हए, जौन मण्डली बाकी शरीर हए, और बा स्वयम् बाको मुक्तिदाता हए ।
\v 24 जैसी मण्डली ख्रीष्टके अधिनमे हए, उइसी बैयर फिर सब बातमे लोगाके अधिनमे रहबए ।
\p
\v 25 लोगाओ, अपन बैयरनके प्रेम करओ, जैसी ख्रीष्ट फिर मण्डलीके प्रेम करीरहए, और बाके ताहिँ आपनैके अर्पण करी,
\v 26 जहेमरे कि बा मण्डलीके पानीसे धोएके वचनसे पवित्र कर सकए,
\v 27 और बा दाग औ धब्बा नाभव, खोंटरहित, पवित्र औरअइसी कोइ बात ना भव शर्मथी मण्डली अपने ठीन प्रस्तुत कर सकए ।
\v 28 आइसी ही लोगा फिर अपन- अपन बैयरके अपनी शरीरजैसी प्रेम करए ए
\v 29 काहेकी कोइ आदमी कबही अपन शरीरके घृणना ना करतहए, पर बाके कदर करके पालनपोषण करतहए, जैसी ख्रीष्ट फिर अपन मण्डलीके ताहि करतहए ।
\v 30 काहेकी हम बाको शरीरके अङ्ग हए ।
\v 31 “जहेमरे आदमी अपन अइया- दैवाके छोणके अपनी बैयरसंग मिलोरहतहए, और बे दोनो एक शरीर होतहए ।"
\p
\v 32 जा एक गहिरो रहस्यकि बात हए, तव जा बात मए ख्रीष्ट और मण्डलीके बारेमे मसकतहओ |
\v 33 जो होनसे फिर तुम सब अपन बैयरके अपनी हानी प्रेम करौ, और बैयर फिर अपन लोगाके आदर करै ।
\c 6
\cl अध्याय 6
\p
\v 1 लौणा-लौणियाओ, तुम प्रभुमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करौं, काहेकी जा उचित हए ।
\v 2 अपन दौवा और अइयाको इज्जत करओ । (जा प्रतिज्ञा संग पहिली आज्ञा हए),
\v 3 कि तुमके भलो होबए, और तुम जा पृथ्बीमे बहुत समय तक बच सकओ ।"
\p
\v 4 दौवाओ, तुम अपन लौणा लौणियानके गुस्सा मतउठाओ, पर बिनके प्रभुको अनुशासन और शिक्षामे बणाबओ ।
\p
\v 5 कमैयाओ, तुम डर और आदरके संग सच्चो ह्रदयसे ख्रीष्टके करो कता जा संसारके तुमरे मालिकको आज्ञापालन करौं ।
\v 6 आदमीनके अग्गु खुशी करन कता नाआँखीके अग्गु इकल्लो देखावटी काम मत करौं, पर ख्रीष्टको दास कता सच्चो ह्रदयसे परमेश्‍वरको इच्छा पुरो करओ ।
\v 7 आदमीके ताहिँ ना, पर प्रभुको ताहिँ करो कता दिल्से सेवा करओ ।
\v 8 जा जानके कि चाहूँ बे कमैया होमए, चाहूँ फुकुवा होमए, जौन अच्छो काम करेहए, बा प्रभुसे सोहीबमोजिम पए हए ।
\p
\v 9 मालिकओ, तुम अपन कमैयासे अच्छो व्यवहार कराओ, और धम्की देन छोडओ, जा जानके कि तुम दोनेको मालिक स्वर्गमे हए, और बामे पक्षपात नाहए ।
\p
\v 10 अब अन्त्यमे, प्रभुमे और बाको शाक्तिको सामर्थ्यमे बलवान होबओ ।
\v 11 दियाबलसके युक्तिके विरुध्दमे खणा होनके परमेश्‍वरको सबए हातहरियार धारन करओ ।
\v 12 काहेकी हमरी लणाइ शरीर और खुनके बिरुध्दमे नाहए । पर शासकनके बिरुध्द, शाक्तिनके बिरुध्द, वर्तमान अन्धकारके संसारिक शासकनके बिरुध्द और स्वर्गीय जगहमे बैठन बारे दुष्ट आत्मिक सेनानके बिरुध्द हए ।
\v 13 जहेमारे परमेश्‍वरके हातहतिया उठाबओ, और अइसे खराबए दिनको सामना करन, और सब काम करके तुम अटल हुइके ठाण सकओ ।
\p
\v 14 जहेमारे अटल होबओ ।अपन करेहाँओ मे सत्यकि पेटीसे कसके, धार्मिकताको झिलम लगाएके ठाणे होबओ ।
\v 15 और टाँगमे मेलमिलापको सुसमाचारको जुत्ता लगाएके तयार होबओ ।
\v 16 संगए विश्‍वासको ढाल उठाओ, जौनसे तुम दुष्टके सब अग्निबाणके बुताय सकत हओ ।
\v 17 मुक्तिको टोपी लगाबओ. और पवित्र आत्माको तरवार लेबओ, जो त परमेश्‍वरको बचन हए ।
\v 18 सबए प्रार्थना और निवेदनके संग सब समय पवित्र आत्मामे प्रार्थना करओ । जा उदेश्यसे लगनशील और हौस्यार हुइके सब सन्त्तनके तहीँ प्रार्थना करत राहाबओ ।
\v 19 मिर ताहि फिर प्रार्थना करीयो, कि जब मए अपन मुहूँ खोलतहओ तव मोके बचन देबए, और मए निरधक्क हुइके सुसमाचारको गुप्त बातके घोषणा करसकओ ।
\v 20 जौनके ताहीँ मए साँकरसे बाँधो एक राजदुत हओ, और जैसी मोके बोलन पणेहए, उइसीए मए साहससे बोल सकओ ।
\p
\v 21 मए कैसो हौ, और का कर रहो हओ, बा तुमके फिर पता होबए कैहेनके ताही प्रभुमे प्यारो भैया और प्रभुमे विश्‍वासी सेवक तुखिकस तुमके सब बात बतए हए ।
\v 22 हमर हालचाल कैसो हए तुमके पता होबए और तुमर ह्रदयके उत्साहा मिलए जा बिचारसे मए बिनके तुमरे ठिन पठाओ हओ ।
\p
\v 23 परमेश्‍वर पिता और प्रभु येशु ख्रीष्टमे ददा भैयनके शान्ति और विश्‍वास सहीतको प्रेम होबए ।
\v 24 हमर प्रभु येशु ख्रीष्टको अमर प्रेमसे सबएके उपर अनुग्रह होत राहाबए । [आमेन]

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\h फिलिपिनके पावलको चिठ्ठी
\toc1 फिलिपिनके पावलको चिठ्ठी
\toc2 फिलिपिनके पावलको चिठ्ठी
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\mt फिलिपिनके पावलको चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय 1
\p
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे फिलिप्पीमे भए बिशपनके और डिकनके सबाए सन्तके:
\v 2 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 3 हर समय तुमके यद करत, मए मिर परमेश्‍वरके धन्यबाद देतहौ ।
\v 4 तुम सबके ताहिँ सबदिन मेरो हर प्रार्थनामे मए आनन्दसाथ प्रार्थना करत हौं ।,
\v 5 कि सुरुके दिनसे हबए तक सुसमाचारमे तुमर सहभागीताके ताहिँ मए धन्यबाद देत हौ ।
\v 6 मोके जा पक्को विश्‍वास हए, जौन तुमर मे अच्छो काम सुरुकरी हए, बा येशू ख्रीषटके दिनमे लगातार पुरो करहए ।
\v 7 तुमर सबके ताहिँ मोके जा बिचार करन ठीक हए, काहेकी मए तुम सबके मिर ह्रदयमे धरत हौं । काहेकी मिर कैदमे और सुसमाचारको सुरक्षा और समर्थनको काम दोनोमे तुम मिर संग अनुग्रहमे सहभागी भए हौ ।
\v 8 काहेकी परमेश्‍वर मिर साक्षी हए, कि कैसे ख्रीष्ट येशूके प्रेमसे मए तुम सबके देखन ताहि मए कितनो प्यासे रहओ ।
\p
\v 9 मिर प्रार्थना जहे हए कि ज्ञान और मिर सबए समझसे तुमरो प्रेम औरजाधा प्रशस्त होत जाबए ।
\v 10 मए जाके ताहि प्राथना करत, ताकी जे अच्छो हए बा बात जँचके छान सकौ । मए जाके ताहि प्राथना करत हौं, ताकी तुम ख्रिष्टके दिनमे इमान दार और दोषी ना हुइके रहे सकौ ।
\v 11 परमेश्‍वरको महिमा और प्रशंसाके ताहिँ येशू ख्रीष्टसे आनबारो धार्मिकताके फलसे तुम भरपूर होबओ ।
\p
\v 12 भैयओ, तुमके जा पता होबए कहिके मए चाहतहौ, कि मिरमे भओ बातसे नेहत्य सुसमाचारके अग्गु बढानको काम भव हए ।,
\v 13 काहेकि ख्रिष्टमे मिर कैदके बारेमे महेल भितरके सब रक्षकसे लैके सबए आदमीके पता हए ।
\v 14 बहुत भैया मिर कैदके कारनसे प्रभुमे साहसी भव हए, और परमेश्‍वरको वचन विनाडरसे बोल्नके ताही गजब सहासी भए हैं ।
\p
\v 15 कोइ-कोइ नेहत्व दिकसे और सेखीसे, पर और त सद्भावसे ख्रीष्टको प्रचार करत हँए ।
\v 16 सुसमाचारके सुरक्षाके ताहिं मए हिना पर हओ, कहिके जानन् बारे जा काम प्रेमसे करत हए,
\v 17 पर शेखी करन बारे त मोके कैदमे कष्ट देनको बिचार करके, शुध्द मनसे ना, पर स्वार्थके भावनासे ख्रीष्टको प्रचार करत हैं ।
\v 18 चहुं जो होबए, खास बात जा हए- हरेक किसिमसे, चाहू बहानामे, चाहू सत्यमे ख्रीष्टको प्रचार करए, और जाहेमे मए खुशी हौं ।
\p
\v 19 हँ, मए खुशी होत हौं । काहेकी मए जानत हौं, कि तुमरो प्रार्थना और येशू ख्रीष्टको आत्माके सहेतासे जा मेरो छुट्काराके ताहिँ होन आबैगो ।
\v 20 मिर बहुत इच्छा और आशा जहे हए, कि मए कदापि लज्जित ना हुइहौं, चाहूँ मृत्युसे होए, औ जीवन से ।
\p
\v 21 काहेकी मिर् ताहीं जिनो ख्रीष्ट हए, और मरन फाइदा हए ।
\v 22 अगर शरीरमे जिन हए कहेसे मिर ताहिँ बा फलदाई मिहेनत होबैगो । तव फिर मोके का चुनन पणैगो, बा मए ना कहे सकतहौ ।
\v 23 मए त दुइधारमे पणोहौ । बल्की बिदा हुइके ख्रीष्टके संगमे होन इच्छा हए, काहेकी जा बहुत अच्छो हए ।
\v 24 पर शरीरमे रहन तुमरे ताही बहुत जरुरी हए ।
\v 25 जा बातमे पक्केसे जानत हौं, कि विश्‍वाससे तुमरो प्रगति और आनन्दके ताहिँ मए जिन‍दा रहमङ्गो और तुमर सबके संग बैठङ्गो ।,
\v 26 जा हिसाबसे कि मए फिर तुमरे ठिन आत मिर ताही ख्रीष्ट येशूमे गर्व करन बहुत कारन हए ।
\p
\v 27 केवल तुमरो जीवनको चाल ख्रीष्टको सुसमाचारके योग्य होबए । मए आएके चाहु देखओ, चाहू ना आएके देखओ, मए तुमरे बारेमे जहे बात सुनन् चाहत हौ, कि तुम एकए आत्मामे पक्को बानके ठाणे रहबौ, और एकए मनके हुइके सुसमाचारको विश्‍वासके ताहिँ मिल्के मेहनत करहओ ।
\v 28 और विरोधीनसे कोइ बातमे ना डरत् हओ, बिनके ताहिँ जा नाश होनको लक्षण हए, पर तुमर ताहि जा मुक्तिको चिनह हए, और जा परमेश्‍वरके घेनसे हए । ।
\v 29 काहेकी ख्रीष्टके ताहिँ जा तुमके दओ गओ हए, कि तुम बाके उपर विश्‍वास करन इकल्लो ना, पर बाके खातिर दु: ख फिर भोगन पणैगो ।
\v 30 और बहे संघर्ष जो तुम मोएमे देखे और मिर संग हए, कहिके हभए सुन्तहौ, बहेमे तुम लागे हौ ।
\c 2
\cl अध्याय 2
\p
\v 1 जहेमारे मए कहत हौँ, अगर ख्रीष्टमे कोइ उत्सहित हए तव, प्रेमको कोइ प्रेरणा, पवित्र आत्माको कोइ संगति, और सहानुभुति हए,
\v 2 तुम एकए मनके हुइके, एकए प्रेम धारण करके, पुरा सहमतसे एकए चित्तके हुइके मिर आनन्द पुरा करओ।
\v 3 स्वार्थ और अहंकारमे कुछु मत करओ, पर नम्रतामे एक दुसरेके अपनसे श्रेष्ट मानओ।
\v 4 तुम सब अपन हित इकल्लो मत ढुणओ, पर और के हितके फिर देखओ।
\p
\v 5 तुमरे मे अइसो मन होबए जो ख्रीष्ट येशूमे फिर रहए|
\v 6 परमेश्वरके स्वरूपमे हुइके फिर बो परमेश्वरके बराबार होनबारी बातके एकए पकणे रहन बारो चीज जैसो ना मानी।
\q
\v 7 पर अपनाएके रिताएके कमैयाको रुप धारण करके तथा मनुष्य हुइके जन्मो ।
\q
\v 8 बा अपनएके नम्र बनाइँ, और मृत्यु तक आज्ञाकारी रहो।
\q1
\v 9 जहेमारे परमेश्वर बाके बहुत उपर करी, और बो नाउँ दै, जो हरेक नाउँसे उचो हए,
\v 10 कि स्वर्गमे, पृथ्बी उपर और पृथ्बी तरे भए हरेक प्राणी येशूके नाउँमे घुटो टेकन पणैगो,
\v 11 और हरेक जीबसे परमेश्वर पिताके महिमाके ताहिँ येशू ख्रीष्टके प्रभु करके स्वीकार करन पणैगो।
\p
\v 12 जहेमारे मिर प्रियओ, जैसी तुम सबदिन आज्ञापालन करेहौ, मिर उस्थितिमे करो जैसो नाए, पर अब और जद्धा मिर अनुपस्थितिमे डर और आज्ञासे तुम अपन मुक्तिको काम पुरा करन परिश्रम करओ।
\v 13 काहेकी तुम बाको असल अभिप्रायअनुसार इच्छा कर्नबारो और काम करन दोनाए बनाएके परमेश्वर तुमरमे काम कर्तहए।
\p
\v 14 बरबर अथवा वाद-विवाद ना करके सब काम कर्त जाओ,
\v 15 जेहे जैसो व्योहार करौ, ताकि तुम कोई कलङ्कविना परमेश्‍वर निर्दोष और इमानदार लौँड़ालौँड़ीया बन सकौ । अईसो व्यवहार करओ, ताकि तुम चलाँक और बारानेभए पुस्ताकेबिच जा संसारमे ज्योति जैसो चम्क सिकओ ।
\v 16 जीवनको वचनके जोणसे पकणे रहौ, ताकि मए व्यर्थमे दौणत नैयाँ, और मए व्यर्थमे परिश्रम ना करत हौँ करके ख्रीष्टके दिनमे मए गर्व कर्न सकओ ।
\p
\v 17 अगर तुमरो विश्वासको बलिदान उपर अर्घ-बलिके रुपमे समर्पित होन पणेहए तहुफिर मए आनन्द मनहौँ, और तुमरे सबके संग मए रमातहौ |
\v 18 आइसी करके तुमफिर आनन्दित होबओ और मिर संग आनन्दित होबओ ।
\p
\v 19 मए तुमरे ठिन तिमोथीके जल्दी पठानके प्रभुमे आशा कर्तहौ, ताकि तुमरो सुसमाचार पाएके मए फिर खुसी हुइ सिकओ ।
\v 20 बिनके जैसो सच्चो मनसे तुमर जैसो उत्सुक होनबारे आदमी मेरेसंग और कोइ ना हए ।
\v 21 येशू ख्रीष्टको बातको वास्ता ना करके, बे सब अपनी स्वार्थ ढुणतहँए ।
\v 22 पर तिमोथीको योग्यता त् तुमके पता हए, कि जैसी लौड़ा दौवाको सेवा करतहए, उइसी बा सुसमाचारको काममे सेवा करी ।
\v 23 जहेमारे मिर ताहिँ का- कैसो हुइहए सो बुझके तुरन्त बाके पठान आशा करत हौ ।
\v 24 और मए फिर जल्दी अमंगो करके प्रभुमे भरोसा करेहौँ ।
\p
\v 25 इप्राफ्रोडिटस, जो मिर भैया सहकर्मी हए और संगी-सिपाही तथा तुमरो पठओ भव दुत और मोके जरुरत पणोमे सेवा करन बारे, बिनके तुमरे ठिन पठान आवश्यक मानो हौँ, ।
\v 26 काहेकी बे तुमर सबके ताहिँ बहुत तृष्णा करतहए । बे बिमार भए खबर तुम पता पाएके बे व्याकुल भए हँए ।
\v 27 बे नेहत्य मरन अवस्थामे बिमारी रहए, पर परमेश्‍वर बिनके उपर दया दिखाई । बिनके उपर इकल्लो ना, पर मोके शोक उपर शोक ना थोपओ करके मिर उपर फिर दया करी ।
\v 28 जहेमारे मए बिनके पठान बहुत जद्धा उत्साहित हौ, ताकि बिनके फिर देखके तुम रमाबैगे, और मिर चिन्ता फिर कम हुइहए ।
\v 29 जहेमारे बहुत जद्धा आनन्दसाथ प्रभुमे बिनके ग्रहण करओ, और अइसे आदमीके आदर करओ ।
\v 30 काहेकी मेरे घेनको तुमरो सेवा पुरा करनके ख्रीष्टको कामके ताहिँ बे मृत्युके मुहूमे पुगे रहए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 अन्तमे भैयओ, प्रभुमे आनन्दित होबओ । तुमके जहे बात लिखिरहन मोके झन्झाट ना लगात हए, और बा तुमरे सुरक्षाके ताहिँ हए ।
\p
\v 2 कुत्तासे होशियार बैठओ, खराब काम करनबारेनसे होशियार बैठओ । अंग-कटाई करनबारेनसे होशियार बैठओ ।
\v 3 काहेकी परमेश्वरके आत्मामे पुजनो और ख्रीष्ट येशूमे गर्व और शरीरमे भरोसा ना धरनबारे नेहत्य खतना हम हए ।
\v 4 अगर मए अपनएके त शरीरमे भरोसा करनको कारण हए । कोइ आदमीको शरीरमे भरोसाकरनको कारण हए कहिसे, मिर त और जद्धा कारण हए ।
\p
\v 5 आठौ दिनमे मिर खतना भव हए । मए इस्राएल जातिको, बेन्यामीन कुलको हौ, हिब्रूको फिर हिब्रू, व्यवस्थाके बारेमे हए कहेसे एक फरिसी,
\v 6 मए जोशमे मण्डलीके सताओ, धार्मिकताके बारेमे हए तव व्यवस्था भव धार्मिकता बमोजिम निष्खोट ठहिरे हौ ।
\p
\v 7 पर जित्तो बात मिर ताहिँ लाभदायक रहए, बे त् मए ख्रीष्टके ताहिँ बेकार मानो।
\v 8 नेहत्यए, मिर प्रभु ख्रीष्ट येशूको ज्ञानको बाड़ो करण अब मए सबए बातके खराबी सम्झत हौँ ।बाको ताहीँ मए सबए बात छोड़ो हौँ ।मए जे बातके काम ना लगन बारे मनत हौँ ताकि मए ख्रीष्टके पाए सकौँ ।
\v 9 और बामे खाड़ा हुइ सकौँ । मए व्यवास्थसे अपने पव भौ धार्मीकता मोएँमे ना हए ।बरु ख्रीष्ट येशूमे विश्‍वाससे पाव भौ धार्मीकता मिरसंग हए, जौन धार्मीकता विश्‍वासमे हुइके परमेश्‍वरसेमए पाव हौँ ।
\v 10 मए बाके और बाको पुरुत्थानको शक्ति जान सिकओ, और बाको मृत्युमे बो जैसो हुइके बक दु: ख भोगमे सहभागी होन सिकओ।
\v 11 सम्भव हए मरेसे मए पुनरुत्थान प्राप्त कर सिकओ ।
\p
\v 12 मए जा सब अग्गुसे प्राप्त करडरो हौ, अथबा मए अग्गुसे सिध्द हुइगव हौ करके त नाए, पर बे बातके पकणनके ताहिँ मए अग्गु बढिगव हौ जौन बातके ताहिँ ख्रीष्ट मोके पकणी!
\v 13 भैया हो, मए जा सब पकण डारो हौ करके मए ना मानत हौ, पर मए एक काम करत हौँ, कि पिछुक बात भुलके और अग्गुक बात घेन जोणसे लम्कत हौँ
\v 14 ख्रीष्ट येशूमे परमेश्वरको स्वर्गीय बोलावटमे पान बारो पुरस्कारके ताहिँ निशाना घेन मए जोणसे अग्गु बढत् हौँ ।
\v 15 हम परिपक्क होनबारे चाहिँ सब अइसी मनके होबओ, और तुम कोइ बातमे औरे बिचारके हौ करके परमेश्वर तुमके बा फिर प्रकट करदे हए ।
\v 16 केवल हम जो पाएगएँ हए, बामे पक्को हुइके बैठऔ ।
\p
\v 17 भैया रेव तुम मिर अनुसरण करन बारे होबओ हमरमे तुमर देखो भव नमुना अनुसार जिनबारेके देखओ ।
\v 18 मए गजब चोटी बताए भए आदमीनके बारेमे फिर मए तुमके रुबात कहत हौँ कि बे ख्रीष्टको क्रुसके शत्रुन जैसो जीवन बितात हँ ए|
\v 19 बिनास बिनको अन्त हए पेत बिनको इश्वर हए, और बे अपन सर्ममे गर्व करत हएँ, और बिनको मन संसारीक बातमे लगे रहत हएँ ।
\v 20 पर हमर नागरिकता स्वर्गमे हए ।बाहुनासे आन बारो मुक्तीदाता, अथवा प्रभु येशु ख्रीष्टको हम प्रतीक्षा करत हएँ ।
\v 21 बा जौन शक्तिसे सबए बात कि बाको अधिनमे लान के सकहए, हमर हीन शरीरके अपनो महिमाको शरीर जैसो होनके ताहिँ परिवर्तन करदेहए।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 जहेमारे मिर भैया, मए तुमके माया करत हौँ, और तुमर चँहत हौ, तुम मिर आनन्द और मुकुट हौ । मिर प्रिय, अइसी प्रभुमे स्थिर रहौ|
\v 2 मए इयोदिया और सुन्तुखेके प्रभुमे एक मनको होमए होबऔ कहिके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हौँ।
\v 3 विश्वासी सहकर्मी, मए तुमके फिर अनुरोध करत हौ, कि जे बैयरनके मदत कर, काहेकी जे मिर संगसंगए सुसमाचारको काममे क्लेमेससंग और मिर और बाँकी सहकर्मीनसंग परिश्रम करी हएँ, जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे हए जिवनकी किताबमे हएँ।
\p
\v 4 प्रभुमे रोज आनन्द कर मए फिर कहात हौ आनन्द कर ।
\v 5 तुमर सहनशीलता सब आदमीके पता होबए । प्रभु ढिंगैँ हए ।
\v 6 कोइ बात मे चिन्तित मत होबओ, पर सबए बातमे प्रार्थना और निवेदनसे धन्यवाद सहित तुमके बिन्ती परमेश्वरमे जाहेर होबए,
\v 7 और समझ ना पानबे परमेश्वरको शान्ति तुमर हृदयमे और तुमर मनके येशूमे रक्षा हुइहए।
\p
\v 8 अन्तिममे भैया हो, जौन् बात सत्य हए, जौन् बात आदरणीय हए, जौन् बात न्यायसङ्गत हए, जौन् बात शुध्द हए, जौन् बात प्रेम-योग्य हए, जौन बात कृपामय हए, अगर कोइ श्रेष्ठता, प्रसंशाको योग्य कोइ हए कहेसे जे बातके विचार करओ ।
\v 9 तुम जौन बात मोसे सिखे, और ग्रहण करे और सुने और मोके देखे, बहे करओ, और शान्तिको परमेश्‍वर तुमरसंग होबैगो ।
\p
\v 10 मए प्रभुमे गजब आनन्दित हौँ, कि अब गजब दिनपिच्छु मिर घेन तुमर वास्ता फिर उल्ही गओ हए । तुम नेहत्य मिर ताहिँ चिन्तित रहओ, पर तुमके मौका ना मिलो ।
\v 11 जरुरि पाडो कहिके मए गुनासो नाकरोहौ, काहेकी जैसो परिस्थिति होएसे फिर मए बामे सन्तुष्ट रहान मए सिखो हौँ ।
\v 12 कैसे झुकन और कैसे बढन् मए जान्त हौँ । परिपूर्णतामे होए या भूकप्यासमे होए, प्रश्स्तामे होए या अभाबमे होए, सब गुप्तमे सन्तुष्ट रहन मए सिखो हौ ।
\v 13 जुन मोके शक्ति देतहए, बामे मए सब बात करन् सकत हौँ ।
\v 14 ताहुँ फिर मिर कष्टमे तुम सहभागी भए, जा अच्छो करे ।
\p
\v 15 तुम् फिलिप्पी अपने फिर जान्त हौँ, कि सुसमाचारके सुरुमे मए माकेडोनियासे बिदा होत, देन और लेन काममे, तुमर बाहेक कोइ मण्डलीको सहाभागी मिर् संग ना भव रहए, ।
\v 16 काहेकी थेसलोनेकेमे फिर तुम मोके एक चोटीसे जद्धि मिर ताहिँ सहयोग पठाए ।
\v 17 मए भेटी ना ढुंडो हौ, पर मए त तुमरमे अइसो फलको आशा करत हौ, जो तुम्री हिसाबमे जम्मा होतजाए ।
\p
\v 18 मए पानसे जद्धा पाओ हौँ । इपाफ्रोडीटसे पठाओ गव तुमर मिठो बास आओ, और परमेश्‍वरके मनपडन् बालो और ग्रहणयोग्य बलिदान पाएके मए पुरो भव हौँ ।
\v 19 मिर परमेश्‍वर अपन महिमामे बाको सम्पति अनुसार तुमर सब खाँचो ख्रीष्ट येशूमे पूरा करदेबैगो ।
\v 20 अब हमर परमेश्‍वर और पिताके सदामान महिमा होबए । आमेन |
\v 21 ख्रीष्ट येशूमे सब सन्तके अभिवादन देबओ । मिर संग होनबारे भैया तुमके अभिवादन पठाई हँए ।
\v 22 सब सन्त और खास करके कैसरके घरानाके तुमके अभिवादन पठइँ हँए ।
\p
\v 23 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर आत्मा संग होबए ।

135
52-COL.usfm Normal file
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\id COL
\ide UTF-8
\h कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc1 कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc2 कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc3 col
\mt कलस्सीनके पावलको पत्र
\c 1
\cl आध्याय १
\p
\v 1 पावल, परमेश्‍वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके एक प्रेरित और हमर भाइया तिमोथीसे ।
\v 2 ख्रीष्टमे भए कलस्सेक सन्तनके और विश्वासी भैयनके: परमेश्वर हमर पितासे अनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 3 तुमरे ताहिँ प्रार्थनामे हम अपन प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता परमेश्वरसे सबदिन धन्यवाद चढत् हँएँ ।
\v 4 काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमर विश्वास और सबए सन्तानके ताहीँ तुमर प्रेमकी विषयमे हम सुने हएँ, ।
\v 5 जौन ता तुमर ताँहि स्वर्गमे धारो भाव आशाके कारनसे हए । जहे विषयमे तुम आगुयएसे सत्यके वचन, आर्थत सुसमाचारमे सुने हौ ।
\v 6 जो तुमर ठिन आओ । जा सुसमाचारको फारा फरत हए और जा संसार भर फैलत हए । औ तुम जाके सुनके सत्यतामे परमेश्‍वरकी अनुग्रहके जानो भौ दिनसे तुमरमे फिर जा बढरहो हए ।
\v 7 जा सुसमसचार तुम हमर प्रिय संगी-दास इपाफ्राससे सिखे जैसे हौ, जो हमर प्यारो संगी या हमर ताहीँ ख्रीष्टको एक विश्वासी सेवक हए ।
\v 8 इपाफ्रास हमके पवित्र आत्मामे भए तुमरे प्रेमके बारेमे हमके दिखाई हए।
\p
\v 9 जा प्रेमको कारणसे, हम जा सुने दिनसे तुमर ताहीँ प्रार्थना करन हम ना रुके हएँ ।सबए ज्ञान आत्मिक समझमे, तुम बाको इच्छाअनुसारको ज्ञानमे पुरा होबओ कहिके हम बिन्ती कर्तहएँ ।
\v 10 और बोके पूरा रुपसे खुसी करन प्रभुक योग्य जीवन जिबौ और सबै अच्छो काममे फरा फराऔ और परमेश्वरके ज्ञानमे अग्गु बढैगे कहिके हम प्रार्थना कर रहे हएँ ।
\v 11 बाको महिमित शक्तिमे आनन्दसे सब सहनशिलता और धैर्यके ताहिँ तुम सब तगणे होबओ ।
\v 12 हम जा प्रार्थना करत हएँ की तुम आनन्दसे पिताके धन्यवाद देहऔ, जौन तुमके ज्योतिमे विश्वासको हकदारमे सहभागी होन हमके ताहीँ योग्य बनाईँहएँ ।
\p
\v 13 बो हमके अन्धकारको राज्यसे छुटाइ, और अपन प्रिय पुत्रको राज्यभितर हमके लाइहएँ ।
\v 14 बोमे हम उध्दार अथवा पापको क्षमा पाए हए ।
\v 15 बो गौसक परमेश्वरको जैसो हए। बा सारा सृष्टिको जेठो हए ।
\v 16 काहेकी बहेमे सब चीज सृष्टि भव हए| स्वर्गमे और पृथ्बीमे दिखान बाले और ना दिखान बाले चीज चहुँ राजकाज, चहुँ हक जमानो, चहुँ प्रधानता, चहूँ अधिकार, सब बोसे बहेके ताहिँ सिर्जेहए ।
\v 17 बो सब चीजसे अग्गु हए, और बोमे सब चीज बाँधे हए ।
\v 18 बो शरीर, अथवा मण्डलीको शिर हए, बो सुरु हए, मरेसे जीवित होनबारेमे बो जेठो हए, ताकि प्रत्येक चीज उपर बो सर्बोच्च होबए ।
\v 19 काहेकी बाको अपन सबए पूरा रुपसे ख्रीष्टमे वास करी कहिके परमेश्वर खुसी भव,
\v 20 और परमेश्वर बाके क्रुसको रगतसे शान्ति करके पृथ्बीको होबए चँहु स्वर्गको होबए, बोसे सब चीजके अपने संग मिलापमे ल्याईहए ।
\p
\v 21 बिते समयमे खराब काम करके तुम पराए भए अपनो मनमे विरोधी भए रहौ ।
\v 22 पर अपन अग्गु तुमके पवित्र, बिना खोट और निर्दोष दिखान ख्रीष्टको मासुको शरीरमे बाको मृत्युसे तुमके बो अब मिलापमे लाइहए।
\v 23 अगर तुम अपन विश्वासमे अच्छे और स्थिर भएरहौ और तुम सुने सुसमाचारको आशासे दुर ना जाएके विस्वासमे लगातार अग्गु बढ़न पणत हय | जहे बो सुसमाचार हए, जो स्वर्गतरे सबए आदमीक प्रचार करी हएँ, जौनको मए पावल सेवक भौ हौँ ।
\p
\v 24 अब तुमरे ताहीँ मिर दु: ख भोगनमे मए आनन्द मनतहौ, और ख्रीष्टको कष्टको कमीके बाको शरीरको ताँहीँ मए अपन देहेमे पुरा कर्तहौँ ।
\v 25 तुमरे खातिर मोके दओ ईश्वरीय कामअनुसार परमेश्वरको वचन सबए रुपसे प्रचार कर्न मए धर्म-सेवक भव।
\v 26 युग-युग और पुस्तासे लुको रहो जा रहस्य अब बुक बच्चाके दिखाइ हए ।
\v 27 जा रहस्यको महिमामय सम्पति अन्यजातिमे कित्तो महान हए, बो बात अपन सन्तनके दिखान ताहीँ परमेश्वर चुनि| जा रहस्य बा हए ख्रीष्ट तुममे हए, जो भविष्यक महिमाको आशा हए ।
\v 28 बा बेहे आदमी हए जौनके हम घोषणा करत हएँ। पुरा दिमाक से हम सबएके सल्लाह देत हएँ और सिखात हएँ कि सबए आदमीनके ख्रीष्टमे परिपक्को बनाएके दिखाए सिकएँ ।
\v 29 मिर जीवनमे शक्तिशाली रुपमे काम करनबारो बाको तागतअनुसार मय मेहेनत करत हौ और अग्गु बढ़हौँ।
\c 2
\cl आध्याय २
\p
\v 1 तुम जा जनाओ करके मए चाहतहौ, कि कैसे तुम और लाउडिकियामे भए, और मिर मुहू ना देखे भए सबके ताहीँ मए कठोर परिश्रम कर्तहौ,
\v 2 कि प्रेममे एकएसंग बाँधके बिनको ह्रदय प्रोत्साहित होबए, और पक्का समझको परिपूर्णताको सम्पति और परमेश्वरको रहस्यको ज्ञान अथवा ख्रीष्टके प्राप्त करए ।
\v 3 बोमे ज्ञान और बुध्दिको सब सम्पति लुकोहए ।
\v 4 मए जा कहतहौ, कि डरपान बारो बोलीसे कोइ तुमके ना डरपाए पामँएँ।
\v 5 काहेकी शरीरमे मए अनुपस्थित हुइहौ ताहुफिर आत्मामे त मए तुमरे संग हौ, और तुमके अच्छो व्यावस्था और ख्रीष्टमे तुमरो बिश्वासको स्थिरतामे मए रमातहौ।
\p
\v 6 जहेमारे जैसी ख्रीष्टके तुम ग्रहण करे, उइसी बामे जीवन बिताओ ।
\v 7 धन्यबाद देनमे प्रशस्त, तुमके शिक्षा दओ अनुसार बामे जर गणौ और बनौ और विश्वासमे दरिलो होबओ ।
\p
\v 8 ध्यान देओ, कि कोइ दर्शनशास्त्र और खोक्रो छलसे तुमके शिकार ना बनाबए, जो ख्रीष्टके अनुसार ना हए, पर आदमीनको परम्परा और बिश्‍वासको आधारभुत सिध्दान्त उपर अड़ो होतहए ।
\v 9 काहेकी ख्रीष्टमे ईश्वरत्वको सारा परिपूर्णता शरीरमे वास कर्तहए ।
\v 10 और बामे जीवनके परिपूर्णतामे तुम आए पुगेहौ । बा पुरा शासन और अधिकारको मुण हए ।
\v 11 ख्रीष्टको खतनामे पापमय स्वभावको देहेके त्यागके हातबिना करो खतनासे बामे तुमरो खतना भव रहए ।
\v 12 बप्तिस्मामे तुम बाके संग गड़े रहौ | मरो भव से बाके जीन्दा करनबारो परमेश्वरको कार्यमे विश्वास कर्नबारे जहे बप्तिस्मामे तुम फिर बाकेसंग जीन्दा भए ।
\v 13 तुम अपन अपराध और शरीरअनुसार बेखतनामे मरे रहौ, पर परमेश्वर हमर सब अपराध क्षमा करदै बाके संग जिन्दा करी,
\v 14 और हमर बिरुध्दमे लिखो तमसुक और बाके सब कानूनी दाबीके क्रूसमे किल ठोकके रद्द करदै|
\v 15 बो प्रधानतानके और शक्तिनके हराएके बिनके सबके उपर क्रूसमे जित पाई, और बिनके खुल्लमखुल्ला तमासा बनए दै ।
\p
\v 16 जहेमारे खान और पिनमे, अथबा तेवहरको दिन, अथवा अँधियारी रात अथवा शबाथ-दिन मानन् बारेमे कोइ आदमी तुमके दोष ना देबए ।
\v 17 जा चाहिँ आनबारे बातको छाँही इकल्लो हए, पर वास्तविकता चाहिँ ख्रीष्टमे हए ।
\v 18 अपन शरीरके दु: ख देनबारी बातमे जिद्दी करके स्वर्गदुतके पुजन लगाएके, अपन दर्शनमे अनके, अपन अभिलाषी मनके बिनाकारणको घमण्डसे फुलके कोइ तुमके इनाम गुमानबारो ना बनाबए ।
\v 19 बा मुणके ना पक्णे रहए।मुणसे लैके जोर्नी और ग्रन्थि हुइके पुरा शरीरमे काम लगन बारे तत्त्व फैलात हए और बिनके एक ठिन धरत हएँ; और शरीर परमेश्वरको दौभव बृध्दिअनुसार बढत् हए ।
\p
\v 20 अगर जा संसारके आधारभुत सिध्दान्तघेन ख्रीष्टसंग तुम मरे हौ तव, संसारको जौसो हुइके जिहौ?
\v 21 “मतपकणौ, मतचखओ, मतछुबओ”
\v 22 आदमीनके आज्ञामे और शिक्षाअनुसार, जा जम्मए चीज व्योवहार कर्तकर्त नष्ट हुइके जातहए।
\v 23 जे निती आदमी अपनएँ बनावभऔ धर्म और नरम और शरीरको कठोरताको ज्ञान हए।पर शरीरको अभिलाषाके काबूमे लान जे चीज कोइ मोलके ना हएँ ।
\c 3
\cl आध्याय ३
\p
\v 1 जहेमारे अगर तुम ख्रीष्टसंग जिउठे हौ तव उपर कि बातके ढुँड़ौ, जहाँ ख्रीष्ट हए और परमेश्वरके दहिना बाँहँघेन बैठोहए ।
\v 2 उपर कि बातमे मान लगओ| पृथ्बीमे भए बातमे नाए ।
\v 3 काहेकी तुम मरे हौ, और तुमरो जीवन परमेश्वरमे ख्रीष्टसंग लुकोहए ।
\v 4 ख्रीष्ट जो हमर जीवन हए, बा प्रकट होत तुम फिर बाके संग महिमामे प्रकट हुइहौ ।
\p
\v 5 जहेमारे तुमर मे जो संसारिक स्वभाव कि बात हए बिनके मरओ: व्यभिचार, अशुध्द्ता, कामुकता, खराब इच्छा और लोभ, जो मुर्तिपुजा हए ।
\v 6 जे बातनके खातिर परमेश्वरको क्रोध आज्ञा ना मानन् बारेके उपर आतहए ।
\v 7 तुम फिर जे बातमे जीतपेती एक समय अइसीयए बातमे नेगात राहौ।
\v 8 पर अब तुम फिर जे सब बात छोण देबौ: दिक्क, क्रोध, हिस, बेजत, अपन मुहूसे निक्रो फोहर बोली ।
\v 9 एक दुसरेके मत ठगओ, काहेकी पुरानो स्वभाव बाको चालसमेत तुम त्यागेहौ,
\v 10 नयाँ बानी बैठारे हौ, जो अपन सृष्टि कर्ताके रुपअनुसार ज्ञानमे नयाँ होतहौ ।
\v 11 हिना ग्रीक और यहूदी, खतनाके और बेखतनाके, अशिक्षित, असभ्य, कमैया और फुक्काको भेद ना रएहए, पर ख्रीष्ट सब बात और सब बातमे हए ।
\p
\v 12 जहेमारे परमेश्वरके चुनेभएनके पवित्र और प्रिय हुइके तुम करुणा, दया, दुखमे, नरमपन और धैर्य धारण करओ ।
\v 13 एक दुसरेके सहबओ, कोइ आदमीनके बिरुध्दमे कोइ दोषको कारन हए तव, एक दुसरेके क्षमा करओ | जैसी प्रभु तुमके क्षमा करी हए, उइसी तुमके फिर क्षमा कर्न पड्त् हए ।
\v 14 जा सबसे जद्धा बरु प्रेम धारण करओ, जौन सब चीजके एकतामे एकसंग बाँधत हए ।
\p
\v 15 ख्रीष्टको शान्ति तुमरे ह्रदयमे राज्य कराए| नेहत्व, तुम शान्तिके ताहिँ एक शरीरमे बोलए गएरहौ| तुम धन्यबादी होबओ ।
\v 16 ख्रीष्टको पुरा बुध्दिमानीसाथ एक दुसरेके सिकओ और अर्ती देओ, और परमेश्वर घेन अपनो ह्रदयमे रहोभव कृतज्ञतासाथ भजन, स्तुति और आत्मिक गाना गबओ ।
\p
\v 17 बात अथवा काम जो-जो कर्तहौ, सब बात बोसे परमेश्वर पिताके धन्यबाद प्रभु येशूके नाउँमे करओ ।
\p
\v 18 बैयर तुम, प्रभुके दृष्टिमे सुहानबारो अपन लोगाके अधीनमे बैठओ ।
\v 19 लोगा तुम, अपन बैयरके प्रेम करओ और बिनके घेन कठोर मतबनओ ।
\p
\v 20 लौँणा-लौँणिया तुम, प्रत्येक बातमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करओ । काहेकी जा बात प्रभुके प्रसन्न बनातहए ।
\v 21 दौवा तुम, अपन लौँणालौँणियाके दिक्क मतउठओ, नत बे निराश हुइहँए ।
\p
\v 22 कमैया तुम, प्रत्येक बातमे जा संसारके अपन मालिकनके आँखी अग्गु खुशी बनान इकल्लो नाए, पर नेहत्व ह्रदयसे प्रभुको डरमे रहिके बिनके अधीनमे बैठओ ।
\v 23 तुम जो कर्तहौ दिलदैके करओ, आदमीनको नैयाँ पर प्रभुको सेवा करे कता, ।
\v 24 जा जनके कि तुम अपन उत्तरधिकार इनामके रुपमे पबैगे| तुम प्रभुको सेवा कर रहेहौ ।
\v 25 काहेकी अपनो करो कुकर्मको फल कुकर्मी पबैगो, और जामे पक्षपात नैयाँ ।
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 मालिक हो, तुमर फिर स्वर्गमे मालिक हए करके जानके अपन कमैयासे न्यायसंगत और उचित व्यवहार करओ|
\v 2 पाक्केसे सदामान धन्यबादसहित स्थिर हुइके प्रार्थनामे लागेरहौ ।
\v 3 हमर ताहिँ फिर प्रार्थना करओ, ताकि ख्रीष्टको बो गुप्त प्रचार कर्नके परमेश्वरसे हमरे ताहिँ वचनको एक फाटक खोलदेबए, जौनके ताहिँ मए बँधो हौँ,
\v 4 और मए मस्कनबारो वचन खुलस्त करसिकओ ।
\p
\v 5 समयको सदुपयोग करतए, बाहिरके संग बुध्दिमानी साथ व्यवहार करओ ।
\v 6 नून जैसो स्वदिलो करे कता तुमरो बोलीवचन सबदिन कृपालु होबए, ताकि प्रत्येकके कैसे जवाफ देन पड़ैगो, सो तुम जनओ ।
\p
\v 7 मिर बारेमे सब बात प्यारे भैयौ, विश्वासी धर्म-सेवक और प्रभुमे संगी-दास तुखिकस तुमसे कहिहए ।
\v 8 जा इच्छासे मए तुमरे ठिन पठओ हौँ, कि तुम हमर बारेमे पता पाबओ, और बे तुमर मनके उक्सयहँएँ।
\v 9 बिनके संग ओनिसिमस आतहए, जो तुमर मैसे एक आदमी हए, और बे हमर विश्वासी और प्यरो भैया हए । हियाँको सब हालखबर बे तुमके बतमंगे ।
\p
\v 10 मिर संगी-कैदी अरिस्तार्खस तुमके अभिबादन पठाइँ हए| बारनाबासको भतिजो मर्कूसको फिर अभिबादन| बिनके बारेमे तुम आदेश पाइगए हौ, बे तुमरे ठिन आएके कहिँ बिनके स्वगात कराओ ।
\v 11 युस्तस नाउँ भव येशू फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए | परमेश्वरको राज्यके ताहिँ मिर पक्ष मैसे यहूदी विश्वासी जेहे इकल्लो हए | यिनसे मोके सान्त्वना मिलो हए ।
\v 12 तुमर मैसे एक जनै ख्रीष्ट येशूको दास इपाफ्रास फिर अभिबादन पठाइँ हए| बे अपन प्रार्थनामे परिश्रमसाथ सबदिन तुमके स्मरण कर्तहए, ताकि तुम परिपक्का होबओ, और परमेश्वरको सारा इच्छामे सम्पूर्ण रुपसे निर्धक्क हुइके बैठन सिकओ ।
\v 13 काहेकी मए बिनके ताहिँ गवाही देतहौ, कि तुमर और लाउडिकिया और हिरापोलिसमे होनबारेनके ताहिँ बे घोर परिश्रम करी हँए ।
\v 14 प्रिय बैदा लुका और डेमास फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए ।
\p
\v 15 लाउडिकियाके भैया और नुम्फास और बिनके घरमे भए मण्डलीके मेरो अभिबादन देओ ।
\v 16 तुमरे बीचमे जा पत्र पढके पिछु लाउडिकियाके मण्डलीमे फिर जा पढन लगैयओ, और लाउडिकियाको चिट्ठी फिर तुम पढिओ ।
\v 17 “तुम प्रभुसे पाओ सेवाको काम पुरा करओ" “करके अर्खिप्पसके कहिदेओ ।"
\p
\v 18 मए पावल, जा अभिबादनचाहिँ अपन हातसे लिखतहौ । मिर सँकारके याद रखओ । तुमरेसंग अनुग्रह रहबए ।

125
53-1TH.usfm Normal file
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@ -0,0 +1,125 @@
\id 1TH
\ide UTF-8
\h थेसलाेनिन्के पावलको पहिलो चिठ्ठी
\toc1 थेसलाेनिन्के पावलको पहिलो चिठ्ठी
\toc2 थेसलाेनिन्के पावलको पहिलो चिठ्ठी
\toc3 1th
\mt थेसलाेनिन्के पावलको पहिलो चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 पावल, सिलास और तिमोथीसे परमेश्‍वर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिनके मण्डलीके: अनुग्रह और शान्ति
\v 2 हमर प्रार्थनामे तुमके लगातार सम्झना करत हम परमेश्‍वरके तुम सबके ताहिँ धन्यबाद देतहए।
\v 3 हमर परमेश्‍वर पिताके सामुने हमर प्रभु येशू ख्रीष्टमे तुमर विश्‍वासको काम, प्रेमको परिश्रम और आशाको धैर्य लगातार सम्झत हँए ।
\v 4 भैया रेव, परमेश्‍वरके प्यारे, तुमके बा चुनिहए करके हमके पता हए,
\v 5 काहेकी हमरो सुसमाचार तुमरे ठिन वचनमे इकल्लो नाए आओ, पर शक्ति और पवित्र आत्मामे, और सम्पूर्ण पक्कोके साथ आओ हए। तुमरे बीचमे रहत तुमरे ताहिँ हम कैसे किसिमके आदमी रहँए तुम जान्त हौ।
\v 6 तुम हमर और प्रभुको देखासेखि करन बारे भए, काहेकी पवित्र आत्मा दओ भव आनन्दसाथ तुम बहुत कष्टमे वचन ग्रहण करे।
\v 7 हियाँ तकि माकेडोनिया और अखैयामे सब विश्‍वासीके बीचमे तुम नमूना बने।
\v 8 काहेकी तुमसे परमेश्‍वरको वचन केवल माकेडोनिया और अखैयामे इकल्लो प्रचार ना करो रहए, पर परमेश्‍वर उपरको तुमर विश्‍वास प्रत्येक ठाउँमे फैलो हए, और हमके कोइके कहान आवश्यक ना हए ।
\v 9 काहेकी जौन किसिम हमर स्वगत तुमर ठिन भव, और जीवित और सच्चो परमेश्‍वरको सेवा करन तुमके मुर्तिसे परमेश्‍वरघेन घुमे, सो त् आदमी बतात हँए ।
\v 10 और स्वर्गसे आन बारो बा को पुत्र जौनके बा मरेसे उठाई, बाको प्रतिक्षा तुम करत् हौ, और येशूके जौन आन लागो क्रोधसे हमके छुट्कार देतहए ।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 भैया रेव, तुमरे ठिन हमरो आगमन व्यर्थ ना भव तुमके अपनएके पता हए ।
\v 2 हम अग्गुसे फिलिप्पीमे कष्ट भोगे और अपमानित भए करके तुमके पता हए, पर बेढम विरोध होतए होत फिर परमेश्‍वरको सुसमाचार प्रचार करन हमके परमेश्‍वरसे साहस मिलो रहए ।
\v 3 काहेकी हमर अर्ति-उपदेश भुल और अशुध्दसे उब्जो ना हए, ना त् जा छलकपटसे भव हए:
\v 4 पर जैसी सुसमाचार हमरे जिम्मामे सुम्पनके ताहिँ परमेश्‍वर हमके योग्य मानी, उइसी आदमीके खुशी करनके ना हए, पर हमर ह्रदय जाँचन बारो परमेश्‍वरके खुशी करनके हम बोलत हँए ।
\v 5 तुमके पता हए कि हम कबही खुशी करनकी बात करेनाए, ना हम लालचको बहानमे फसए| जा को साँचि परमेश्‍वर हए ।
\v 6 ख्रीष्टके प्रेरितके नातासे हम तुमर उपर अधिकार चलान सिक्तहँए । ताहु फिर हम आदमीसे आदर ना ढुणे, ना त् तुमसे ना और कोइसे ।
\v 7 अपन बालकानके स्याहरन बारी- अइया कता तुमरे बीचमे हम कोमल भए ।
\v 8 जहेमारे प्यारसे तुमरो चाहन करे हम परमेश्‍वरको सुसमाचार इकल्लो ना, पर हमरो ज्यान समेत तुमरे ताहिँ देन तयार रहए, काहेकी तुम ह्मरे ताहिँ इत्तो प्यारे भए रहओ ।
\v 9 काहेकी भैया रेव, हमर कष्ट और मेहेनतको सम्झना तुमके पता हए| तुम कोइके बोझ मत बुकओं करके दिनरात काम करके हम परमेश्‍वरको सुसमाचार तुमके प्रचार करे ।
\v 10 तुम साँचि हौ, और परमेश्‍वर फिर, कि तुम विश्‍वासीनके अग्गु कैसे हमर व्यवहार पवित्र, धार्मिक और निष्खोट रहए ।
\v 11 कहेकी तुमके पता हए, दौवा अपन लौड़ा लौड़ियाके जैसो करके हम तुमके सबए के कैसे अर्ती-उपदेश देताए और साहँस फिर देताए तुमके आदेश दए,
\v 12 जा हेतुसे कि तुमरो चालचलन परमेश्‍वर योग्य होबए, जौन तुमके बाको अपनो राज्य और महिमामे बुलात् हए ।
\p
\v 13 जहेमारे जाके ताहिँ हम फिर परमेश्‍वरसे निरन्तरन्यबाद धन्याबद चढात हौ, कि तुम हमसे सुनो वचन, जो नेहत्य परमेश्‍वरको वचन हए, जो तुमरो आदमीको वचन जैसो ना हए, पर परमेश्‍वरको वचन जैसो ग्रहण करे, जौन वचन तुमर विश्‍वासीमे काम कर्त हए ।
\v 14 काहेकी भैया रेव, ख्रीष्टमे यहूदीमे भए परमेश्‍वरको मण्डलीको अनुकरण करन बारे तुम भए, काहेकी अपन देश- भैयनसे तुम जैसी दु: ख भोगे रहौ । उइसी बे यहूदीनसे दु: ख भोगी रहए ।
\v 15 जेहि यहूदीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके और अगमवक्तानके मारे, और हमके फिर बाहिर भजाइँ, और परमेश्‍वरके बेखुशी बनात हँए, और सब आदमीको बिरोध कर्त हँए ।
\v 16 अन्यजातिनको उध्दार होबए करके बिनके संग बोल्नके हमके बाधा दैं । अइसिया सबदिन बे अपन पापको माना भरत हँए | पर अन्तमे परमेश्‍वरको क्रोध बिनके उपर पणो हए ।
\p
\v 17 काहेकी भैया रेव, ह्रदयसे ना हए, पर आँखीके सुध तुमरे संग छाेटाे समयके ताहिँ बिछोड भएके मारे, बडाे इच्छासे तुमके आमनेसामने भेट करन उत्सुकतासे हम सल्लहा करे ।
\v 18 काहेकी हम तुमरे कहाँ आन खोजे रहँए- मए पावल बारम्बार आन चाहे- पर शैतान हमके रोकी ।
\v 19 हमर प्रभु येशू जब अए हए, बोबेरा बाके सामने हमरो आशा और आनन्द औ गर्वको मुकुट तुमहि का ना हओ?
\v 20 नेह्त्य हमरो गौरव और आनन्द तुमहि हओ ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 जहेमारे जब हम सहन ना सिके, तव एथेन्समे इक्ल्ले छोडनके हम राजी भए,
\v 2 और तुमके विश्‍वासमे पक्को करान और अर्ती-उपदेश देन, परमेश्‍वरमे ख्रीष्टको सुसमाचारको सेवक हमर भैया तिमोथीके हम पठाए,
\v 3 ताकि जे कष्टके कारण कोइ ना डगमगबए । तुमके अपनके पता हए, कि जाके ताहिँ हम खाटए हँए ।
\v 4 काहेकी जब हम तुमरे संग रहँए, तव तुमके कष्ट ना भोगन पणैगो करके हम अग्गुसे काहे रहँए । जा नेहत्य होनके फिर आओ, सो तुमके पता हए ।
\v 5 जहेमारे मए और जद्धा ना सिक्त परिक्षामे पणेहौ कि करके और हमर परिश्रम व्यर्थ जए हए कि करके डरसे तुमरो विश्‍वास पता पानके मए बिनके पठओ ।
\p
\v 6 पर ह्बए तिमोथी तुमरे ठिनसे हमरे कहाँ आएके तुमरो विश्‍वास और प्रेमको अच्छाे खबर हमके सुनाइँ । तुम हमके भेटन बहुत इच्छा करके सबदिन प्रेमसे हमरो सम्झना कर्त हौ करके खबर बे दैं । हम फिर तुमके भेटन उतनु चहना कर्त हँए ।
\v 7 जहेमारे भैया औ, तुमरे विश्‍वासके कारण हमर सारा दु: ख और क्लेशमे तुमरे बारेमे हम सान्ति पाए हँए ।
\v 8 काहेकी अगर तुम प्रभुमे मजबुत रहौ तव हम जीवित रहँए ।
\v 9 सब आनन्द जो तुमरे ताहिँ परमेश्‍वरमे हम अनुभव करत हँए बाके ताहिँ और तुमरे ताहिँ हम परमेश्‍वरके धन्यबाद देन सिकंगे का?
\v 10 तुमके आमनेसामने भेटके तुमरो विश्‍वासको कमी पुरा करन हेतुसे हम दिनरात जोशके साथ प्रार्थना कर्त हँए ।
\p
\v 11 अब हमर परमेश्‍वर और पिता स्वयम और हमर येशू तुमरे ठिन आनके डगर खोलदेमए ।
\v 12 जैसी हम तुमके प्रेम करत हँए उइसी प्रभु तुमके एक दुसरो संग और सब आदमीन संग प्रेममे बढन बारो बनाबए परमेश्‍वर और प्रशस्त भैरहन बारो बनाबए,
\v 13 जा हेतु से कि बाको सब सन्तके साथमे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पुनरागमन होत बा हमर परमेश्‍वर पिताके सामुने तुमरो ह्रदय पवित्र और निष्खोट करके स्थिर करए ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 अन्तमे भैयाओ, प्रभु येशूमे हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करतहँए और अर्ती देतहँए, कि तुम कैसे जिनो और परमेश्‍वरके खुशी बनान पणत् हए करके तुमसे सिखौ और उइसी करत फिर हौ, बामे तुम और जद्धा बढत् जाओ ।
\v 2 काहेकी तुमके पता हए हम प्रभु येशूसे कौन-कौन आदेश तुमके दओ ।
\p
\v 3 काहेकी परमेश्‍वरको इच्छा जो तुमके पवित्रकण फिर हए, सो जा हए कि तुम व्यभिचारसे अलग बेठौ ।
\v 4 पवित्रता और सम्मानसाथ अपन ताहिँ बैयर लिओ, सो तुम हरेक जानओ,
\v 5 पर परमेश्‍वरके ना चिन्नबारो अविश्‍वासी जैसे खराब अभिलासामे मत बैठीओ
\v 6 जा बारेमे कोइ अपराध करके अपन भैयाके खराबी मतकरीओ, काहेकी अइसो सब बातमे बदला लेनबारो प्रभु हए ।
\v 7 काहेकी परमेश्‍वर हमके अशुध्दके ताहिँ ना हए, पर पवित्रतामे बुलाई हए ।
\v 8 जहेमारे जौन जा बातके बिराेध करेहए बा आदमीको ना पर परमेश्‍वरको बिराेध करतहए, जौन परमेश्‍वर तुमके अपन पवित्र आत्मा देतहए।
\p
\v 9 पर भैयाघेनको प्रेमके बारेमे कोइके तुमके लिखनके जरुरि ना हए, काहेकी एक दुसरे प्रेम करयँ करके तुम अपनए फिर परमेश्‍वरसे शिक्षा पाए हौ।
\v 10 माकेडोनिया भर सब भैयनके तुम नेहत्य प्रेम करत हौ। पर भैया औ, और जद्धा उइसी करत जाओ करके हम तुमके अर्ती-उपदेश देतहँए ।
\v 11 हम तुमके आज्ञा देत कता, तुम शान्त रहनके, अपन धन्धाको फिक्री करन और अपने हातसे काम करन कोसिस कारओ,
\v 12 ताकि बाहिर भए आदमीनसे आदर पान सिकौ, और कोइके भरमे मत पणओ ।
\p
\v 13 पर भैया औ, सोनबारेनके बारेमे तुम अन्जान बैठओ करके हम इच्छा ना करत हँए, और तुम आशा ना होनबारे आदमी जैसो शोक करन ना पणए ।
\v 14 काहेकी हम विश्‍वास करतहँए, कि येशू मरो और फिर जि उठो और उइसी परमेश्‍वर बामे सोनबारेनके येशूसे लाबैगो ।
\v 15 प्रभुको वचनसे हम तुमके घोषणा करत हँए, कि हम जो जीवित हँए और प्रभुके आन तक बचिरहत हँए, सोनबारेनसे कोइ किसिमसे फिर अग्गु नाय बढ्गेँ ।
\v 16 काहेकी प्रभु स्वयम हुकुमको गर्जनसंग, प्रधान स्वर्गदूतको आवाज और परमेश्‍वरको तुरहीको सोरसंग स्वर्गसे उत्रैगो, और ख्रीष्टमे मरेभए त पहिले जि उठंगे ।
\v 17 तव हम बाँचेभए और छुटेभए प्रभुके आकाशमे भेटन बिनके संगसंग बादरमे उठाए लएजए हँए, और अइसी हम सदा प्रभुसंग रहंगे ।
\v 18 जहेमारे एक दुसरेके जे वचनसे सान्ति देओ ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 पर भैया औ, समय और बेराके बारेमे तुमके कुछु लिखनके जरुरत ना हए ।
\v 2 काहेकी तुम अपनए अच्छेसे जन्त हौ, प्रभुको दिन त रातमे चोर आत कता अबैगो ।
\v 3 “जब आदमी “शान्ति और सुरक्षा" कहमंगे, तव गर्भवती बैयर बेथा लागो कता अचानक बिनके उपर विनाश आए लगेहए, और बे कोइ रितिसे नाबाँचपएहँए ।"
\v 4 पर भैया औ, तुम अन्धकारमे ना हाै, और बा दिन तुमके चोर जैसो चकित ना परे हए ।
\v 5 कहेकी तुम सब ज्योतिके सन्तान और दिनके सन्तान हौ । हम रातके और अन्धकारके सन्तान ना हए ।
\v 6 जहेमारे और कता हम ना सोमए, पर जागे बैठए, और सचेत होमए ।
\v 7 काहेकी सोनबारे रातमे सोतहँए, और दारु पिके नशाहोनबारे रातए मे नशाहोतहँए ।
\v 8 पर हम त दिनके हँए बहेमारे हम सचेत होमए, और विश्‍वास और प्रेमको छातीको पाता और मुक्तिको आशाको टोप लगयँ ।
\p
\v 9 काहेकी परमेश्‍वर हमके क्रोधके ताहिँ ना हए पर हमर प्रभु येशू ख्रीष्टसे मुक्ति पानके ताहिँ अग्गुसे चुनि हए ।
\v 10 येशु हमर ताहिँ मरो, ताकि हम जागे वैठए और सोन बारे हम सब, बाके साथमे जि सकएँ ।
\v 11 जहेमारे एक दुसरेके हौसला देओ, और एक दुसरेके बलियो बनान काम करए, जैसी तुम करत फिर हौ ।
\p
\v 12 पर भैया रेव, हम तुमके आग्रहपुर्वक बिन्ती करत हँए, कि तुमरे बीचमे परिश्रम करन बारे, जो प्रभुमे अगुवा हँए और तुमके शिक्षा देतहँए, बिनके आदर करऔ ।
\v 13 और बिनके कामके ताहिँ बिनके प्रेम साथ बहुत बणो आदर करऔ ।
\p
\v 14 भैया रेव, हम तुमके अर्ती देतहँए कि अल्छिनके शिक्षा देओ । हरेस खानबारेनके हिम्मत देओ । कमजोरनके मद्दत करऔ । बे सबके सहनशीलता दिखओ ।
\v 15 याद राखओ, कोइ खराबीको बदलामे खराबी मत करओ, पर एक दुसरे और सबके संग सबदिन भलाइ करनके बिचार करओ ।
\p
\v 16 सबदिन आनन्दित रहौ ।
\v 17 निरन्तर प्रार्थना करत रहौ ।
\v 18 सब परिस्थितिमे धन्यबाद देओ, काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमरे ताहिँ परमेश्‍वरको इच्छा जहे हए ।
\p
\v 19 पवित्र आत्माके मतनिभाओ ।
\v 20 अगमवाणीके खराब मत ठानओ ।
\v 21 सब बातके जाँच करऔ| जौन बात अच्छाे हए बोमे पक्के बनेरहौ ।
\v 22 सब किसिमको खराबीसे अलग बठओ ।
\p
\v 23 शान्तिको परमेश्‍वार अपनए पुरो रुपसे तुमके चोखो बनाबए, और तुमर सबय आत्मा, प्राण और शरीर हमए प्रभु येशू ख्रीष्टको आगमनमे पबित्र राखए।
\v 24 तुमके बुलान बारो विश्वासयोग्य हए, बा जा करैगो।
\p
\v 25 भैया औ, हमर ताहिँ प्रार्थना करऔ।
\v 26 सब भैयनके पवित्र चुम्बनसे अभिवादन करऔ।
\v 27 मए तुमके प्रभूमे अनुरोध कर्त हौ कि जा चिठ्ठि पढके सबए भैयनके सुनाए देओ।
\v 28 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरमे रहाबए।

76
54-2TH.usfm Normal file
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\id 2TH
\ide UTF-8
\h थेसलोनिन्के पावलको दुसराे चिठ्ठी
\toc1 थेसलोनिन्के पावलको दुसराे चिठ्ठी
\toc2 थेसलोनिन्के पावलको दुसराे चिठ्ठी
\toc3 2th
\mt थेसलोनिन्के पावलको दुसराे चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 पावल, सिलास और तिमोथीसे, परमेश्‍वार हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टमे थेसलोनिकीनको मण्डलीनके:
\v 2 परमेश्‍वार पिता और प्रभु येशू ख्रीष्टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति।
\p
\v 3 भैयओ, तुमरे ताहिँ परमेश्‍वारके सबदिन धन्यबाद देनके हम बाध्य हँए| जाके योग्य फिर हँए, कहेकी तुमरो विश्‍वास प्रशस्त करके बृध्दि हुइरहोहए, और एक- दुसरे प्रति तुमरो हरेकको प्रेम बढरहो हए।
\v 4 जहेमारे तुम सब सतावट और तुम सहेरहे कष्टके बीचमे तुमरो स्थिरता और विश्‍वासके ताहिँ परमेश्‍वारको मण्डलीके बीचमे हम बहुत गर्व कर्तहँए।
\p
\v 5 परमेश्‍वाके धार्मिक इन्साफके साक्षी जहेहए, कि तुम परमेश्‍वारके राज्यकेयाेग्गेक ठाहिरन सिकौ, जौनके ताहिँ तुम दु: ख भोग रहेहौ।
\v 6 परमेश्‍वार न्यौ कारन बारो हय, बा तुमके दु: ख देनबारेनके दु: ख देहए,
\v 7 और तुम कष्ट पाएभएनके हमरसंग आराम देहए| जा तब हुइहए, जब प्रभु येशू अपन स्वर्गसे प्रघट हुइहए।
\v 8 परमेश्‍वारके नाए चिन्हन बारेऔर हमर प्रभु येशूको सुसमाचार नाए मान्‍नबरेन के बा दण्ड देहए।
\v 9 बे अनन्त विनाशको दण्ड औ प्रभुको उपस्थिति और बाको शक्ति को महिमासे अलग होनबारो दण्ड भोगेहए,
\v 10 जब बो दिन बाके सन्तानमे महिमा पान और विश्वास कर्नबारेनके आश्चर्यचकित कर्न बो अबैगो, कहेकी तुमके दओ हमरे साक्षीमे तुम विश्वास करे।
\p
\v 11 जा मारे हम तुमके सबके ताहिँ लगातार प्रार्थना फिर कर्तहए, कि हमर परमेश्‍वार तुमके अपन बोलावटको योग्य बनाबए, और हरेक अच्छाे उदेश्य और विश्‍वासके कामसे बाको शक्तिसे पूरो करदेबए,
\v 12 ताकि हमए परमेश्‍वार और प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह अनुसार हमर प्रभु येशूको नाउँ तुमरमे महिमित होबए, और तुम बामे।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 भैया तुम, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको आग्मनके बारेमे और बाके भेटन हम एकसाथ इकठ्ठा होनके बारेमे हम तुमसे बिन्ती कर्तहए,
\v 2 कि कोइ अगमवाणी और वचन औ कोइ पत्र प्रभुको दिन नजिक आओ हए करके बतामए तव, बे हमसे आए हँए करके तुमरो मन हल्दी नडगमगा -बए औ तुम मतघबणैओ।
\v 3 कोइ फिर कोइ किसिमसे तुमके धोखा नाएदेबए। कहेकी पहिले विद्रोह नाए भए तक पापको आदमी, और सर्वनाशको लौणा प्रकट नाए भएतक बो दिन
\v 4 आबैगोनए। येशु ईश्वर कहो भव सब औ पूजे चीझनको बिरोध करेहए और बोसे अपनएके उचाे बनाएहए, हियाँ ताकि अपनए परमेश्‍वार- रय घोषणा करेहए परमेश्‍वारको मन्दिरमे बा बैठैगो।
\v 5 का तुमके याद नैयाँ, मए तुमरे संग रहत मए जा बात तुमसे कहो रहौ?
\p
\v 6 येशु अपन समयमे प्रकट होबए करके कौन बात बाके हबए तक रोकेहए, जा तुम जन्तहौ।
\v 7 कहेकी अधर्मको रहस्य अग्गुसे काम कर रहोहए। हबए तक जौनबाके रोकरहो हए, बा नाएहटन तक बा रोकिरैहए।
\v 8 तव बो पापको आदमी प्रकट हुइहए, जौनके प्रभु येशू अपन मुहूको साससे नाश करेहए, और बाको आगमनको प्रकाशसे बाके नाश करेहए|
\v 9 शैतानको काम बमोजिम पापको आदमी सारा शक्ति और छलपूर्ण चिन्ह और चमत्कारसहित,
\v 10 और नाश होनबारे छलमे पणन समस्त दुष्टतासहित अबैगो, कहेकी बे सत्यके प्रेम कर्न और उइसी बाँचन इन्कार करीँ |
\v 11 जहेमारे बे झुटा बातमे विश्‍वास करए कर्के परमेश्‍वार बिनके उपर एक शक्तिशाली भ्रम पठाबैगो,
\v 12 ताकि सत्य उपर विश्‍वास नाएकरए, पर अधर्मिकतामे आनन्द मनानबारे सब दोषी ठ्हिरए।
\p
\v 13 प्रभु प्रेम करे भैयनके, तुमरे ताहिँ हम परमेश्‍वारमे सबदिन धन्यबाद चढनके बाध्य हए, कहेकी सुरुय से पवित्र आत्मासे पवित्र बनानबरो कामसे और सत्यता उपरको विश्‍वाससे बाँच्‍नके ताहीँ परमेश्‍वार तुमके चुनिहए।
\v 14 जहेके ताहिँ हमर सुसमाचारसे हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको महिमा प्राप्त कर्न बा तुमके बुलाई हए।
\p
\v 15 जहेमारे भैया ओ, मजबुत हुइके खणा होबओ, और चहु मुहुको वचनसे होबए, चहु हमर चिठ्ठीसे होबए: तुम जो शिक्षा पाएहौ बिनके रोके -रखओ।
\p
\v 16 अब हमके प्रेम कर्नबारो और अनुग्रहसे अनन्तको सान्‍ति और उत्तम आशा देनबारो हमर पितासे,
\v 17 तुमरे ह्रदयके सान्‍ति देबए और हरेक अच्छाे काम और वचनमे तुमके अटल कराबए।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 अन्तमे भैया रेव हमर ताहिँ प्रार्थना करओ, ताकि प्रभुको वचन जल्दीसे पुरो फैलए और बिजय होबए, जैसी तुमरे बीचमे भव फिर रहए,
\v 2 और हम दुष्ट औ परमेश्‍वारसे दुरभए आदमीनसे छुट्कारा पान सीकएँ, काहेकी सबएसँग बीसवास नाए होतहए ।
\p
\v 3 पर प्रभु त बिश्‍वास योग्य हए। बो तुमके स्थिर करैगोऔर दुष्टसे सुरक्षित रखाबैगो।
\v 4 हम जौन बातके आज्ञा देतहए, बे तुम कर रहेहौ और करेहौ करके हम तुमरे बारेमे प्रभुमे भरोसा कर्तहए।
\v 5 प्रभु तुमके ह्रदयसे परमेश्‍वारको प्रेम और ख्रीष्टको शान्तिघेन लैजाबए।
\p
\v 6 अब भैया हमर प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम तुमके आज्ञा देतहए, कि हमसे तुम पाओ भव शिक्षामे नाएचल्नबारे सबय अल्छी भैयनसे अलग बैठओ।
\v 7 कहेकी तुम कैसे हमर अनुकरण कर्नपणैगो सो तुम अपनए जन्तहौ| हम तुमरेसंग रहत अल्छी हुइके बैठेनाए।
\v 8 हम कोइ कि रोटी सेतएमे खाएनाए। पर तुमके कोइके भार नाएहोबए करके हम रातदिन परिश्रमसाथ खटके काम करे।
\v 9 सहायता पान हमर हक नाएहुइके नायाँ, पर हमर आचरण तुमरे ताहिँ एक अच्छाे बनए, करके हम अइसे करे।
\v 10 तुमरे साथमे रहत् हम तुमके जा आज्ञा दए रहए, “कोइ काम नाए कर्त हए तव बो नाए खाबए।”
\v 11 कहेकी हम सुन्तहए, कि तुमर मैसे कित्तो अल्छी जीवन बितए रहेहए| बे अपनए त कोइ काम कर्त नैयाँ पर औरनके काममे व्यर्थमे हात डार्तहए।
\p
\v 12 अब अइसे आदमीनके प्रभु येशू ख्रीष्टके नाउँमे हम आज्ञा और अर्ती देतहए, कि बे चुपचाप अपन काम करए और अपन जीवन चलामए।
\p
\v 13 तुम त भैयओ भलाइ कर्नमे थकित मत होबओ।
\p
\v 14 जा चिठ्ठीमे हमर कहिँ बातके अगर इन्कार करेहए तव, बो आदमीनके चिन्‍हेरखओ और बोकेसंग कोइ सम्बन्ध मतरखओ, और बो शर्ममे पणए।
\v 15 ताहुफिर बोके शत्रु जैसो मत मानिओ, पर भैया जैसो करके बोके चेताउनी देओ।
\p
\v 16 अब शान्तिको प्रभु अपन सब समय, हरतरहसे तुमके शान्ति देबए। प्रभु तुमरे सबके संग रहबए।
\v 17 मए पावल, अपने हातसे जा अभिवादन लिखतहौ। मिर सब चिठ्ठीको चिन्ह जहे हए।
\v 18 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमर सबके संग रहबए।

161
55-1TI.usfm Normal file
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\id 1TI
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\h तिमोथीके पावलको पाहिलो पत्र
\toc1 तिमोथीके पावलको पाहिलो पत्र
\toc2 तिमोथीके पावलको पाहिलो पत्र
\toc3 1ti
\mt तिमोथीके पावलको पाहिलो पत्र
\c 1
\cl आध्याय १
\p
\v 1 हमर मुक्तिदाता परमेश्वर और हमर आशा ख्रीष्ट येशूको आज्ञा अनुसार ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे,
\v 2 बिश्वासमे मिर सच्चो बालक तिमोथीके: परमेश्वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति मिलाए|
\v 3 मए माकेडोनिया जातपेति तुमसे कहो कता तुम एफिससमे बैठओ, और झुटा शिक्षा सिखान बारे आदमीनसे उइसो मत करौ कहिके कडा आज्ञा दैसकत हौ ।
\v 4 नत बे कथा और ना निभटनबारी वंशावली घेन ना लागएँ, जौन विश्‍वाससे आनबारो परमेश्‍वरको योजनाके सहायता करनके सट्टा विवाद (लडाई) करबत हए ।
\v 5 पर हमर आज्ञाको लक्ष्य प्रेम हए, जो शुध्द ह्रदय, असल विवेक और निष्कपट विश्वाससे आतहए ।
\v 6 कोइ-कोइ आदमी जे सबसे बराएके बिगरतुकी बातमे अलमलाए रहेहँए ।
\v 7 बे व्यवस्थाके शिक्षक होनके इच्छा कर्तहँए, पर अपनए काहि बात अथवा अपनए किटान करके कहि बात अपनए बे ना बुझत हएँ ।
\p
\v 8 हम जनत हएँ कि अगर कोइ उचित रुपसे व्यवस्था पालन करेहए तौ व्यवस्था असल हए ।
\v 9 हम जा फिर जन्तहँए कि व्यवस्था असल आदमीनके ताहिँ ना हए, पर व्यवस्था भगं कर्नबारेके अनाज्ञाकारिताके ताहिँ भक्तिहीन और पापीनके, अपवित्र और दूषितनके, पितृघातनके ताहिँ, ज्यानमारा नके ताहिँ,
\v 10 व्यभिचारीनके ताहिँ, पुरुषगामीनके ताहिँ, अपहरणकारीनके ताहिँ, झुट बोल्नबारेके ताहिँ, झुटी गवाही देनबारेके ताहिँ, और सत्य सिध्दान्तके बिरुध्दमे भए और अइसीयए बातनके ताहिँ हए।
\v 11 जा मोके सुम्पो परमधन्य परमेश्‍वर महिमित सुसमाचार जैसो हए ।
\p
\v 12 मोके सामर्थ देनबारो ख्रीष्ट येशू हमर प्रभूके मए धन्यबाद देतहौ, काहेकी अपन सेवामे नियुक्त करके बा मोके विश्‍वासयोग्य मानी ।
\v 13 अग्गु मए निन्दा करनबारो, खेदो सतानबारो, और एक मारनबारो आदमी रहौँ । पर मए जा अन्जान और विश्‍वासी ना होनके कारणसे मए कृपा पओ ।
\v 14 ख्रीष्ट येशूमे भव विश्‍वास और प्रेमके साथ मिर ताहिँ हमर प्रभुको अनुग्रह प्रशस्त मात्रामे उतारके आओ।
\p
\v 15 जा वचन हरप्रकारसे ग्रहणयोग्य हए, कि पापीनके उध्दार करन येशू ख्रीष्ट संसारमे आओ, और पापी मैसे मए सबसे मुख्य हौँ ।
\v 16 पर जहे कारणके ताहीँ मोके अग्गु दया करी ताकीअन्‍नत जीवनके ताहीँ बा के उपर विश्‍वास करनबारेनके एक उदाहरनके रुपमे मए सबसे तुच्छ आदमीमे ख्रीष्ट येशू अपन सारा धैर्यता प्रकट करन सिकए ।
\p
\v 17 अब युग-युगके राजा, अविनासी और अदृश्य एकमात्र परमेश्वरके आदर और महिमा सदासर्वदा होबए । आमेन ।
\v 18 मेरो लौणा तिमोथी, मए तुमके जा आज्ञा देतहौ, कि तुमरो सम्बन्धमे अग्गु कहो अगमवाणी अनुसार बिनसे प्रेरण पाएके विश्वास और असल विवेक कायम करत तुम असल लडाई लडन सिकओ ।
\v 19 विश्वास और स्वच्छ विवेक कायम करओ । कोइ- कोइ आदमी विवेकके इन्कार करके अपन विश्‍वासमे नष्ट भए हँएँ ।
\v 20 बिन मैसे हुमेनियस और अलेक्जेन्डर जैसे आदमीनके मए शैतानके हातमे सुम्पओ हौ, ताकी बिनके निन्‍दा करन ना पड्त हए कहिके सिकँएँ ।
\c 2
\cl आध्याय २
\p
\v 1 सबसे पहिले मए आग्रह कर्तहौँ, कि सबए आदमीनके ताहिँ नम्र-निबेदन, प्रार्थना और मध्यस्थ- बिन्ती और धन्यबाद चढमए,
\v 2 राजा और सब उँचे पदमे भएनके ताहिँ फिर, ताकि हम निर्धक्क और शान्तिपूर्ण हुइके हरप्रकारसे धार्मिक और आदरणीय जीवन बितान सकाएँ ।
\v 3 जा हमर मुक्तिदाता परमेश्वरको दृष्टिमे जा असल और ग्रहण योग्य हए ।
\v 4 बा सब आदमी मुक्ति पामएँ और बे सत्यके ज्ञानमे आमएँ कहिके इच्छा कर्तहए ।
\v 5 काहेकी परमेश्वर एकए हए, परमेश्वर और आदमीनके बीचमे मध्यस्थ फिर एकए हए-आदमी ख्रीष्ट येशू ।
\v 6 बा सबके छुटकाराको मोलके ताहिँ अपनेके दैदै ।, जो ठीक समयमे दैरहए ।
\v 7 जाहे खातिर मए प्रचारक और प्रेरित नियुक्त भौ ।, मए सच मस्कत हौँ; मए ना ठगत हौँ । मए विश्‍वास और सत्यतामे औरेजातनको शिक्षक हौँ ।
\p
\v 8 जहेमारे सब ठाउँमे लोगनके पवित्र हात उठाएके बिनाक्रोध और बिनाविवाद प्रार्थना कराओ कहिके मए चाहत हौँ ।
\v 9 अइसी करके मए चाहतहौँ, कि स्त्री सरलता और भद्रतासाथ सुहानबारो कपडा पैधएँ, बारको जद्धा सिंगार करके, सोनो, मोती और बहुमुल्य कपडा पैंधके नाएँ,
\v 10 पर असल कामसे सुसज्जित होमए, जो परमेश्वरके भक्ति कर्नबारी बैयरनके सुहातहए ।
\v 11 एक बैयर सबए बात चुपचाप बैठके सिखएँ ।
\v 12 पर बैयर लोगनके सिखानके और लोगनके उपर अधिकार जमान काममे मए अनुमति ना देतहौँ, पर बे चुपचप रह्मएँ ।
\v 13 काहेकी आदम पहिले सृष्टि भौ रहए तवपिछु हव्वा ।
\v 14 आदम ना छ्लो, पर बैयर त छलके अपराधमे फसी रहए ।
\v 15 ताहुफिर अगर बे सुशिलतासाथ विश्वास, प्रेम और पवित्रतामे रहीरएहँए तव, बालक जन्मनपेति बे बचहँए ।
\c 3
\cl आध्याय ३
\p
\v 1 जा कहाई भरोसा करन बारो हए, अगर कोइ आदमी आगुवाको काम कर्न चाहत हए बा अच्छो कामको इच्छा कर्तहए ।
\v 2 जहेमारे बिशप त दोष ना होबए ।और एक बैयरको पति, संयमी, समझदार, सम्मानित, पाहुनाकोसत्कार कर्नबारो, सिखान सकनबारो,
\v 3 मतवाला और दिक्कनबारो ना होबए पर बे बिनम्र, लाडई नाकर्नबारो, धनको लोभ नाकर्नबारो ।
\v 4 अपन घर अक्षेसे चलानबारो और अपन लौणा लौणियाके आदरपुर्वक आज्ञापालन करन सिखानबारे बनाए ।
\v 5 अगर कोइ आदमी अपन घरको तह लगन ना जन्त हए तव, बा परमेश्वरको मण्डलीके रेखदेख कैसे करपए हए?
\v 6 बे नयाँ विश्वासी ना होमए, नत घमण्डसे फुलके बे दियाबलसके पानबारो दण्डमे पणेहएँ ।
\v 7 फिर, बाहिरके दृष्टिमे फिर बे असल बनन् पड्तहए ।ताकी बे शर्ममे और दुष्टको फन्दामे ना पणंएँ ।
\p
\v 8 उइसी करके डिकन फिर इज्जतदार होन पड्तहए, दुईमुहा, जद्धा दारु पिनबारो और धनको लोभी ना होबए,
\v 9 पर बे विश्वासको सत्यताके सुध्द विवेकमे कायम करनबारे होन पडतहए।
\v 10 पहिले बिनको जाँच होबए तव फिर पच्छु बे सेवा करएँ काहेकी बेिनकी बदनाम ना होन पणत हए।
\v 11 बैयर फिर जहे अनुसार इज्जतदार होमँए, दुसरेको चुग्ली कर्नबारीनाए, पर सब बातमे संयमी और विश्वासयोग्य होन पणतहए।
\v 12 डिकन एकए बैयरको लोगा होबए| अपन लौणा लौणियाके और अपन घरको प्रबन्ध आच्छेसे मिलान बारो होबए।
\v 13 काहेकी डिकनके कर्नबारो सेवा जौन बढियासे कर्तहएँ बे अपन-अपन ताहिँ इज्जत और ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वासमे बाणो भरोसा पातहँए।
\p
\v 14 मए तुमसे जे बात लिखतहौँ और तुमरे ठिन जल्दी आनके आशा करत हौँ।
\v 15 और अगर मए देर कारो कहेस परमेश्वरको घराना जो जिन्दा परमेश्वरको मण्डली, सत्यताको खम्बा और आण हए, बो सही डगरमे निगान पणत हए तुम जाने रहऔ जहे इच्छासे मए तुमके लिखतहौँ।
\v 16 और सँगए हम, सहमत होतहँए, “कि हमर विश्वासको सत्यता इत्तो महान हए: बो अपनए शरीरमे प्रकट भव रहए, पवित्र आत्मासे धर्मी ठहिरो रहए, स्वर्गदुतसे देखानो रहए, जाति-जातिनके बीचमे प्रचारो रहए, संसारमे विश्वास करी", और “महिमामे उचालोगौ।"
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 अभय पवित्र आत्मा प्रष्टै कहतहए, कि पिछु आनबारे समयमे छली आत्मा और भुतप्रेतके शिक्षाघेन मन लगाएहए तव कोई अदमी विश्वाससे हटजए हँए।
\v 2 ठगन बारे ध्यान देहँएँ। बिनकि अपनी विवेक तत्तो लोहोको चठा लागो हानि हुइजातहए।
\v 3 बे बेहा करन मनाही करतहँए। विश्‍वास करनबारे और सत्यके जानन्बारे धन्यवादके साथ ग्रहण करनबारो परमेश्‍वरसे सिर्जो भौ भोजनसे अलग बैठन आदेश देतहँए ।
\v 4 काहेकी परमेश्वरसे सृष्टि करोभौ सबए चीज असल हए । और धन्यबाद साथ लैभइ कोई चीज फिर इन्कार ना करन पड्त् हए।
\v 5 काहेकी बा परमेश्वरको वचन और प्रार्थनासे चोखो बान्तहए ।
\v 6 अगर तुम तुमरे भैयाके सामने बात धरदेहौ तव तुम अनुसरण करो असल सिध्दान्त और विश्वासको वचनमे तगणे हुइके तुम ख्रीष्ट येशूको अच्छे सेवक हुइहौ.
\v 7 भक्तिहीन और अर्थहीन कहानीसे एकदम अलग बैठओ। बरु अपनएके भक्तिमे तालीम देओ।
\v 8 काहेकी शारीरिक तालीम कुछदिनके ताहिँ ठीक होतहए, पर ईश्वरभक्तिचाहिँ हरप्रकारसे फाइदा करन बारो होतहए, काहेकी जा मे बर्तमान और भविष्यतजीवन दोनएके ताहिँ प्रतिज्ञा हए।
\v 9 जा कहाई नेहत्व और सबए घेनसे अपनानयोग्य हए
\v 10 काहेकी जा उदेश्यसे हम मेहेनत और अगटो काम कर्तहएँ। काहेकी हमर आशा जिन्दा परमेश्वरमे हए, जो सब आदमीके, खास करके बाके उपर विश्वास करनबारेनको मुक्तिदाता हए|
\v 11 जे बातको बताऔ, और सिकाओ।
\p
\v 12 जवान हौ कहनएमे कोइ तुमके तुच्छ नामनए, पर विश्वासीनके ताँही बोलीवचन, आचरण, और प्रेममे, विश्वासमे और शुध्द्तामे तुम एक उदाहरण बनओ।
\v 13 मए ना आन तक धर्मशास्त्र पढ्के सुनानमे, प्रचार करनमे और शिक्षा देनमे ध्यान देओ।
\v 14 तुमरमे हए बो बरदानके खिल्ली मत उणाबौ, जौन वरदान एल्डर अपन हात तुमरे उपर धरके अगमबाणीसे तुमके दैरहए।
\v 15 जे बातमे ध्यान करौ | बिनमे लागे रहबाओ, ताकि तुमर प्रगति सब देखए।
\p
\v 16 अपन बारेमे और अपन शिक्षाके बारेमे होशियारीसे ध्यान देबौ | जे बातमे लागे रह्बाओ| अइसो करनसे तुम अपनएके और सुनन् बारेके समेत बचाबैगे।
\c 5
\cl आध्याय ५
\p
\v 1 बुढ़े आदमीनके मतहबकओ, पर बिनके दौवा जैसो मानके सम्झओ ।अपनेसे छोटेनके भैया समान व्यवहार करके समझँएँ ।
\v 2 वृध्दा बैयरसे अइया कता जवान लौणियानसे सम्पूर्ण पवित्रसाथ बहिनिया समान व्यवहारसे समझँएँ ।
\p
\v 3 जो नेहत्व विधुवा हँए, बिनके आदर करओ ।
\v 4 कोइ विधुवाके लौणा- लौणिया अथबा नतिया-नतनिया हँए तव, बिनके पहिले अपन परिवार घेन अपनो धार्मिक कर्तव्य पालन कर्न सिखएँ ।, और अपन माता-पिताके उपकारको ॠण चुकन सिखएं, काहेकी जा परमेश्वरके खुसी करन बारी बात हए ।
\v 5 पर जो नेहत्व विधुवा हए, और बिनको कोइ नैयाँ तव, बे परमेश्वरमे आशा करतहँए । और रातदिन नम्र-निवेदान और प्रार्थनामे लागिरहतहँए ।
\v 6 तव अगर बे सुख-विलासमे मस्त रहतहएँ तव बे जीवित हएँ ताहुफिर मरे बराबर हएँ ।
\v 7 बिनके जा बातको आज्ञा देओ, ताकि बे बिद्दोरोही ना होमएँ ।
\v 8 अगर कोइ नातेदारनको और विशेष करके अपन परिवारको पालनपोषण ना कर्तहए तव बा विश्वासको इन्कार कर्तहए, और विश्वास ना करन बारेसे फिर खराब होतहए ।
\p
\v 9 साठी वर्षसे उपरकी विधवा, जौनको एक चोटि मात्र बेहा भव हए, बिनके मात्र बिधवा- सूचीमे धरओ ।
\v 10 संगए बे असल काम करी होबए, लौणा-लौणियनके हुर्काइ भै, परदेशीनको सत्कार करी भै, सन्तनको टाँग धोई भै, दु: खीनको उपकार करी भै, और जौन फिर असल काममे ध्यान दै हुईके साबित करी होन पड्तहए ।
\v 11 पर कम उमेरकी विधवानके नाउँ त बिधवा-सुचीमे मतलिखओ, काहेकी जब बिनको काम-वासना बिनके ख्रीष्टसे दुर लैजए हए, तव बे बिवाह करन इच्छा कर्तहएँ ।
\v 12 अइसे अपनो पहिलो वाचा भंग करेके कारन बे दण्डमे पडेहएँ ।
\v 13 जहेमारे बे घर-घर घुमके अल्छी इकल्लो नाए कि बातकटन बारी, दुसरेको काममे हात डरनबारी, ना मास्कन बारी बात मास्कत होतहँए ।
\v 14 जहेमारे कम उमेरकी बिधवा बिवाह करएँ, लौणा लौणिया जन्माएँ, घरबार समरएँ, और बिरोधीनके हमर बदनाम करन मौका ना देमएँ कहिके मए चाहत हौँ,
\v 15 कोइ-कोइ त अग्गुसे शैतान घेनगए हएँ ।
\p
\v 16 अगर कोई विश्वासी बैयरसँग बिधवा हए तव बे बिनके सहयोग करएँ, और मण्डली त बिधवानके सहेता देन सिकए ।
\p
\v 17 मण्डलीको असल देखरेख कर्नबारो एल्डर दोबर आदरको योग्य होतहए, बिशेष करके, जौन वचनको प्रचार और शिक्षामे परिश्रम कर्तहए ।
\v 18 “काहेकी पवित्र धर्मशास्त्र कहतहए, “पैरीगहन बारे बर्धनके मोख्री मतलगओ,” और “परिश्रम कर्नबारो अपन कामको ज्याला पानपड्तहए ।"
\p
\v 19 दुई अथवा तीन साक्षीको गवाहीबाहेक एल्डरके बिरुध्दमे लगओ आरोप कबहू स्वीकार मतकरीओ ।
\v 20 पापमे लागिरहन बारेनके सबके सामने हप्कओ, और अइसी और फिर डरमएँ ।
\p
\v 21 परमेश्‍वर और ख्रीष्ट येशूके आग्गु और चुने भए स्वर्गदुतके आग्गु मए तुमके कडा आज्ञा देतहौ, कोइ भेदभव और कोइ पक्षपात ना करके जे सब नियम तुम पालन करओ ।
\p
\v 22 कोइके उपर हात धर्न बारो काममे हतार मतकरीओ । औरेको पापमे सहभागी ना होबओ । तुम अपनएके पवित्र रखाबओ ।
\v 23 अग्गु जैसो पानी इकल्लो खाए मतकरिओ, पर तुमर पेटके ताहिँ और घरीघरी बिमारीके मारे थोरी-थोरी दाखमध पिलिओ ।
\v 24 कोइ-कोइ आदमीके पाप त सिधे इन्साफमे पुगतहएँ, पर और कित्तो पाप त पिछु इकल्लो दिखत हएँ ।
\v 25 अइसी करके असल काम त प्रत्यक्ष हएँ, और जो प्रत्यक्ष नैयाँ, बे फिर गुप्तमे रहेना पएँहएँ ।
\c 6
\cl आध्याय ६
\p
\v 1 दासत्वके जुवातरे होन सबके अपन-अपन मालिकके पुरा सम्मानके योग्य मनाएँ, ताकि परमेश्वरको नाउँ और हमर शिक्षाको बदनामी ना होबए ।
\p
\v 2 विश्‍वास करनबारो मलिकको नोकर बिनके ददाभैया कहनए मे अनादर ना करन पडत् हए, बरु बे बिनके और जद्धा सेवा करन पडत्हए ।
\p
\v 3 अगर कोइ और सिध्दान्त सिखतहएँ और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको उचित वचन और ईश्वर भक्ति अनुसारको शिक्षासंग सहमत ना हए तव,
\v 4 बा घमण्डसे फुलो होतहए, और बा कुछ जन्त ना हए । बा व्यर्थको बात-चित कर्तहए, और एक-एक शब्द लैके लडइ कर्न ढुणतहए । जे बात दिक, कलह, बदनमी और खराब शंका उत्पन्न करातहएँ ।
\v 5 और बुध्दि भ्रष्ट भए और सत्यसे अलग भए आदमीके अग्गु कचिंगल उठात् हँए, और भक्ति ता फाइदा उठानको उपाए हए कहिके बे मानत् हएँ ।
\p
\v 6 सन्तुष्टि सहितको भक्ति बडो लाभ हए ।
\v 7 काहेकि हम ना जा संसारमे कछु लाए हएँ, ना हियाँसे कछु लैजाए सकंगे ।
\v 8 पर खान और लगान सम हए कहेसे हम बहेमे सन्तुष्टि होमएँ ।
\v 9 पर धनी होन इच्छा करनबारे परिक्षामे पाडत् हएँ, पासो मे फसत् हँए और गजब अर्थहीन और दु: खदायी इच्छामे डुबत हएँ, जौन् आदमीनको बर्बादी और सर्बनास मे डुबात हए ।
\v 10 काहेकी रुपैयापैसाको लालच करनो सब किसिमको खराबी को जर् हए । पैसाको लोभमे पड्के कुइकुई विश्वाशसे खराब डगर लागे हँए, और गजब दुःख से बिनको हृदय छटपटात हए ।
\p
\v 11 पर परमेश्‍वरके जन तुम जे सब बात त्यागव, और धार्मिकता, भक्ति, विश्वास, प्रेम, स्थिरता और नम्रताको लक्ष्य धरओ ।
\v 12 विश्‍वासको उत्तम लडाई लडओ । अनन्त जीवन पक्रे रहाबओ । जहेमे तुमरो बोलावट भव रहए, जब तुम गजब साक्षीनके उपस्थितिमे तुमर विश्‍वासको असल गवाही दै रहए ।
\p
\v 13 सब थोकके जीवन देनवालो परमेश्‍वर और पन्तियस पिलातसके अग्गु गवाही देनवालो ख्रीष्ट येशूके अग्गु,
\v 14 मए तुमके आदेस देतहौ, कि प्रभु येशू ख्रीष्ट देखा ना पणन तक जा आज्ञाके कलंक और अपवाद्से अलग धर ।
\v 15 तव धन्य और सर्वोच्च, राजौके राजा, प्रभुके प्रभु ठिक समयमे ख्रीष्टको आगमनके प्रकट करैगो ।
\v 16 बा अमर हए, और बो ज्योतिमे राहत हए जौनक् ढिगईॅ कोइ जाए ना पतहए बाके कोइ आदमी कभी ना देखो हए ना देख पएहए । बहेको आदर और पराक्रम सदासर्वदा होबए । आमेन ।
\p
\v 17 जा संसारके धनीके घमण्डी ना होन् आज्ञा देओ, और अनिश्चित सम्पतिमे ना बल्कि हमके सब थोक प्रसस्तसंग उपभोक् करन् देनवारो परमेश्वर उपर बे आशा धरएँ ।
\v 18 बे असल काम करयाँ, और असल काममे धनी, सहयोगी भाबना और दानि होमएँ ।
\v 19 अइसी अपने ताहीं भविष्य कि असल जग बैठर सिकएँ, ताकी बे बा जीवन पकणी रहमए जो नेहत्व जीवन हए ।
\p
\v 20 तिमोथी, जो तोके सुपोगव हए बो चिज अच्छेसे धर । मुर्ख जैसो गनगन और बिरोधी जैसो खण्डन जो झुटो ज्ञान हए, बिनसे अलग रहऔ ।
\v 21 जे बातके पिच्छु लक्के कित्तो जनै अपन विश्वास को लक्ष्यसे दुर हँए| तिर संग अनुग्रह रहबए ।

114
56-2TI.usfm Normal file
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@ -0,0 +1,114 @@
\id 2TI
\ide UTF-8
\h तिमोथीके पावलको दोस्रो पत्र
\toc1 तिमोथीके पावलको दोस्रो पत्र
\toc2 तिमोथीके पावलको दोस्रो पत्र
\toc3 2ti
\mt तिमोथीके पावलको दोस्रो पत्र
\c 1
\cl आध्याय १
\p
\v 1 ख्रीष्ट येशूमे भए जीवनको प्रतिज्ञा अनुसार परमेश्वरको इच्छयसे ख्रीष्ट येशूको प्रेरित पावलसे,
\v 2 मिर प्यारे बालक, तिमोथीके: परमेश्वर पिता और हमर प्रभु ख्रीष्ट येशूसे अनुग्रह, कृपा और शान्ति ।
\v 3 जब मए तुमके निरन्तर अपन प्रार्थनामे सम्झत हौं, मए परमेश्वरके धन्यवाद देत हौँ, जौनको सेवा मिर पिता पुर्खा करे जैसो मए शुद्ध विवेकसे कर्त हौ
\v 4 ।तिर आँशु सम्झत् रातदिन तोसे भेटन मेरो उत्कट इच्छा होतहए, और मए आनन्दसे भरन सकौँ।
\v 5 मोके तुम्हर निष्कपट विश्वासको सम्झना होतहए। बो विश्वास, जो पहिले तुमरी दादी लोइसमे रहए, और तुमरी अइया युनिसमे तव मोके निश्चित हए, बो विश्वास तुमर मे फिर हए।
\p
\v 6 जहेमारे मए तुमके याद करबात हौँ, कि मए तुमर उपर हात धरके तुम मिलो भौ परमेश्वरको वरदानके चम्काए राखओ।
\v 7 काहेकी परमेश्वर हमके डरको आत्मा नाए, पर शक्ति, प्रेम और आत्मासंयमको आत्मा दैहए।
\p
\v 8 जहेमारे हमर प्रभुको गवाही देन शर्म मतमनओ, मए, बाको एक कैदी हौ, पर परमेश्वरको शक्तिमे सुसमाचारके ताहिँ दु: ख भोगनमे तुम सहभागी होबओ ।
\v 9 बा हमके उध्दार करी रहए, और एकए पवित्र बोलावटसे बुलाई रहए। हमर कामके आधरमे ना, पर बाको अपन इच्छा और अनुग्रहके आधरमे हए, जो बा ख्रीष्ट येशूमे युग-युग अग्गुसे हमके दै रहए ।
\v 10 जौन अनुग्रह अब हमर मुक्तिदाता ख्रीष्ट येशूको आगमनसे प्रकट करी हए ।जौन मृत्युके नाश करीरहए, सुसमाचारसे कबहु नष्ट नहोन बारो जीबन लातहए ।
\v 11 जहे सुसमाचारके ताहिँ मए एक प्रचारक, प्रेरित और शिक्षक नियुकत् भव हौँ।
\v 12 जहेमारे मए जा बात भोगो फिर हौँ। पर मए ना शर्मात हौँ, काहेकी मए कौन उपर विश्वास धरे हौँ सो मए जनत हौं, और मोएँ बिश्वास हए, जौन चिज मए बाके सुम्पो हौँ, बा चिज बोअन्त के दिनसम्म सुरक्षित् धरन बारो हए ।
\p
\v 13 ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वास और प्रेममे तुम मोसे सुने सच्ची बातको आज्ञाके अपनाबौ ।
\v 14 तुमके जिम्मा लागओ सत्य हमरमे वास करन बारो पवित्र आत्मासे सुरक्षित् राखए ।
\p
\v 15 एशियामे होनबारे सबए मोसे बाराने तुमके पतए हए, बे मैसे फुगेलस और हर्मोगेनस पणत् हए।
\v 16 प्रभु ओनेसिफरसके घरानाके कृपा करए, काहेकी बे मोके बहुत हौसला दैँ रहँए, और मिर साँकरको शर्म ना मनत रहए,
\v 17 पर बे रोममे आएके पिच्छु बहुत ढुणके मोके भिटाने |
\v 18 प्रभुके दिनमे बिनके प्रभु कृपा करए और तुमके अच्छेसे पता हए, एफिससमे बे मिर पुरा मद्दत करी रहँए।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 जहेमारे तुम, मेरे बालक, ख्रीष्ट येशूमे भव अनुग्रहमे तागड़े होब।|
\v 2 बहुत जनै साक्षीनके उपस्थितिमे तुम मोसे जो बात सुने हौ, बे औरनके फिर सिखान सकन बारे बिश्वासयोग्य आदमीनके सौप देओ।
\p
\v 3 ख्रीष्ट येशूक असल सिपाही कतामिरसँग दु: ख भोगौ ।
\v 4 सेनामे भर्ना भव सिपाही और काम ना करत हए, काहेकी बो अपन हाकिमके खुसी रखाए कबाए।
\v 5 प्रतियोगितामे नियमबमोजिम भाग ना लेन तक कोइ खेलाडी फिर इनाम ना पए हए ।
\v 6 परिश्रम करन बारो किसान बालीक पहिलो हिस्सा (भाग) पान पड्त् हए।
\v 7 मिर कही बातमे विचार करओ, काहेकी हर बातमे प्रभु तुमके सम्झम बालो ज्ञान देबैगो ।
\v 8 मरे से जीन्दा भव दाऊद वंशको येशू ख्रीष्टके सम्झना करओ, मए प्रचार करो सुसमाचार जहे हए।
\v 9 जौन बातके ताँहि मएँ दोसी जैसो बन्धनमे पणनतक कष्ट भोगो | और परमेश्वरको बचन बन्धनमे ना पणो हए |
\v 10 जहेमारे चुनेनके ताँहि मए हरेक बात साहत् हौं, ताकि बे फिर अनन्त महिमा साहित् ख्रीष्ट येशूमे भव मुक्ति प्राप्त कर पामए|
\v 11 जा कहाई पक्कि हए, अगर हम बाके संग मरहँए तओ, हम फिर बाके संग जिमंगे,
\v 12 हम सह्मंगे तओ, हम फिर बाके संग राज्य करंगे, हम बाके इन्कार करंगे तओ, बा फिर हमके इन्कार करहए,
\v 13 हम अविश्वासी हँए तओ, बा विश्वासयोग्य रहबैगो, काहेकी बा अपनएके इन्कार ना कर हए।
\p
\v 14 जा बात बिनके घरीघरि सम्झए देओ, और प्रभुके अग्गु आज्ञा देओ, कि बे शब्दके बारेमे बातचित ना करएँ जौन भलाइ कर्त न, पर केवल सुननबारेके नुक्सान पुगातहए |
\v 15 शर्मान ना पणए और सत्यको वचनके ठीकसे प्रयोग करन बारे कामदार जैसे अपना अपनएके परमेश्वरमे ग्रहणयोग्य बानन भरमग्दुर प्रयत्न करओ।
\p
\v 16 भक्तिहीन बात त्यागओ, काहेकी जा से आदमीनके और जद्धा बिनाभक्ति घेन लए जए हए ।
\v 17 बिनको बातचित सणोँ घाउ हानि फैलत जात हए । बिन मैसे हुमेनियस और फिलेतस हँए ।
\v 18 पुनरुत्थान अग्गु हुइगओ हए करके जे सत्यसे तर्के हँए, कित्तो जनैनको विश्वासके त जे खलबलाए रहेहँए ।
\v 19 “पर परमेश्वरको दृढ जग खड्ए रहातहए, और बा मे जा छाप लागो हए, “प्रभु अपन जातिके चिन्तहए,” और “प्रभुको नाउँ लेन बारे जित्तो अधर्मसे दुरए रहबएँ ।”
\p
\v 20 बणो घरमे सोनो और चाँदीके बरतन इकल्लो ना होतहँएँ, पर कठ्ठा और मट्टीके फिर बारतन होतहँए, कोइ आदर और कोइ अनादरके ताहिँ प्रयोग होतहँएं ।
\v 21 जो चिज अनादरके हँए, अगर कोइ बासे अपनएके शुध्द करैगो तओ, बा आदरको कामके ताहिँ एक पात्र बनैगो, और घरको मालिकके ताहिँ चोखो, उपयोगी, और कोइ असल कामके ताहिँ तयार रएहए ।
\v 22 जहेमारे जवानीके अभिलाषा त्यागओ, और शुध्द ह्रदयसे प्रभुको नाउँ लेनेके संगसंग धार्मिकता, विश्वास, प्रेम और शान्तिको लक्ष्य राखओ ।
\p
\v 23 पर मुर्ख और बेसमझको सवाल जवाफके इन्कार करओ -तुम जान्त हौ जिनसे लाडई होतहए ।
\v 24 परमेश्‍वरको सेवकके लणन्का होन ना पड्त हए, पर बे सब के ताहिँ दयालु, योग्य शिक्षक, सहनशिलत होनपड्त हए ।
\v 25 और नम्रता साथ अपन विरोधीनके सुधार्न बारो होन पड्त हए, और शायद परमेश्वर बिनके पश्चात्ताप करन, सत्यताके बुझन ज्ञान देतहए ।
\v 26 और बे चेतना पाएके दियाबलसके फन्दासे उमकंगे, जौन बिनके बाको इच्छाअनुसार चलनके कैदी बनाए हए ।
\c 3
\cl आध्याय ३
\p
\v 1 पर जा याद करओ, कि आखिरी दिनमे डरलागन बारो समय अबैगो ।
\v 2 काहेकी आदमी अपनए इकल्ले माया करन् बारे, रुपैया पैसाको लालच करन बारे, घमण्डी, ढिट, औरको बदनाम करन बारे, अइया-दौवाको आज्ञापालन ना करन बारे, बिना गुन भए और अपवित्र,
\v 3 स्वाभाविक प्रेमनभएके, खुशी ना कर पनबारे, औरेको बिजरो करन बारे, दुरचारी, क्रूर, अच्छी बातके घिणना करन बारे,
\v 4 विश्वासघाती, उत्ताउला, अहङाकारसे फुले, परमेश्वरसे जद्धा सुख-विलासके प्रेम करन बारे,
\v 5 भक्तिको भेष लेनो, पर बाको शक्तिके इन्कार करन बारे होमंगे । अइसे आदमीनसे अलगए बैठओ ।
\v 6 काहेकी बिन मैसे कोइ-कोइ घर-घर घुसके पापसे थिचरे और बिभिन्‍न पापके कब्जामे पणे कमजोर बैयरनके अपन अधीनमे करत हँए ।
\v 7 जौन बैयर सिखन त सदामान सिखत हँए, पर सत्यको ज्ञानमे कबहु आए ना पात हँए ।
\v 8 जैसे यान्‍नेस और याम्ब्रेस मोशाको विरोधमे खडा भएहँएँ, आइसीयए जे झुठे शिक्षक सत्यके विरुद्धमे खडा होतहँएँ । बिनकी मन भ्रष्ट हुईगईहए, औ बे विश्‍वासके इन्कार कर्त हँए,
\v 9 पर बे अदमीऔर जद्धा ना टिकंगे, काहेकी बे दुई आदमीको जैसो बिनको मुर्खता सबए के ठिन प्रकट हुइहए ।
\p
\v 10 अब त तुम मिर शिक्षा, मिर बानी, मिरजीवनको लक्ष्य, मिर विश्वास, मिर धैर्य, मिर प्रेम, मिर स्थिरता, सहनशक्ति,
\v 11 मिर सतावटके और मिर कष्टनके एन्टिओखियामे, आइकोनियामे और लुस्त्रामे मिर उपर का पणन आओ और कैसे-कैसे सतावट सहो, ताहु फिर बे सबएसे प्रभु मोके बचाई।
\v 12 ख्रीष्ट येशूमे भक्तिसाथ जीवन बितानके इच्छा करन बारे आदमी सतावटमे पणत हँए।
\v 13 पर दुष्ट आदमी और ठगान बारे और खराब होत जयहँए, बे दुस्रेक दिमाक खराब करहँए और अपन फिर औरेनसे दिमाक खराब करबैहँए ।
\v 14 पर तुम त अपनए सिके और दृढसंग विश्वास करे जे बातमे लागेरहौ| बे कौनसे सिकेहौ, सो तुम अपनए जान्त हौ ।
\v 15 तुम बालक काल से पवित्र-धर्मशास्त्रसंग परिचित हौ, जौन ख्रीष्ट येशूमे भव विश्वाससे मुक्तिके ताहिँ तुमके बुद्धिमान बनाए सकत हए।
\v 16 सबए पवित्र-शास्त्र परमेश्वरको प्रेरणासे भव हए, और जा सिकानके, अर्ती देनके, सच्यानके, धार्मिकतामे तालिम देनके ताँही लाभदायक होतहए,
\v 17 ताकि परमेश्वरको जन हरेक आच्छो काममे पूर्ण रुपसे उत्साहित हुइके शुद्ध होबए।
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 परमेश्वरके सामने और जिन्दा और मरेनको इन्साफ करन आनबारो ख्रीष्ट येशूके सामने, और बाको आगमन और राज्यके ध्यानमे धरके मए तुमके कडा आज्ञा देत हौँ:
\v 2 वचन प्रचार करओ, सजिलो और असजिलो दुनए बखतमे तत्पर बैठओ। सबए किसिमको धैर्यमे और शिक्षासे सुधारौ, दरपऔ और उपदेश देऔ।
\v 3 काहेकी अइसो समय आए रहोहए, जब बे ठीक शिक्षाके ना सहान बारे होमंगे । पर अपनएऔर के मन पणि बात इकल्लो सुनन चाहंगे, और अपन रुचीअनुसार शिक्षा देन बलो शिक्षकसे घिरङ्गे।,
\v 4 और सत्य बात सुननसे बारए जए हँए, कहानी घेन घुमके चले जए हँए।
\v 5 पर तुम दरिलो होबौ, कष्ट भोगओ, प्रचारको काम करओ, अपन सेवा पुरा करओ।
\p
\v 6 काहेकी, मए त पुजनाके रुपमे अर्पण होन लागो हौ, और बिदाइको बेरा आइ गओ हए।
\v 7 मए उत्तम लणई लणो हौँ। मए दौड सकाए डारो हौँ| मए विश्वासके बचाए रहो हौ।
\v 8 मिर ताहिँ धार्मिकताको मुकुट धरोहए, जो धार्मिकताको न्यायधीश प्रभु बा दिन मोके देबैगो, और मोके इकल्लो नाए, पर बाको पुनरागमनके प्रिय मानन् बारे सबके देबैगो।
\v 9 मेरे ठिन आनके भरसक कोसिस करओ।
\v 10 काहेकी डेमास जा वर्तमान संसारके प्रेम करी मोके त्यागके बा थेस्लोनिकेमे गओ हए| क्रेसेन्स गलातियामे गव हँए, और तीतस त दलमातियामे।
\v 11 लुका इकल्लो मिर संग हए| मर्कूसके ढुणके तुमरे संगए लाबओ, काहेकी बा मिर सेवा करनमे खुबए जुगणी हए।
\v 12 पर तुखिकसके मए एफिससमे पाठओ हौँ।
\v 13 त्रोआसमे कार्पस ठिन मए छुडो पिछौडा और किताबनके विशेष करके चर्मपत्रनके तुम आबौ तौ तुमरे संग लैके आओ।
\p
\v 14 तमौटे अलेक्जेन्डर मोके बहुतए खराबी करी| प्रभु बाके बाको कामअनुसार बदला देबैगो|
\v 15 बासे तुम फिर होशियार वैठओ, काहेकी बा हमर प्रचारको घोर विरोध करी|
\v 16 मिर पहिलो प्रतिवादमे कोइ मिर पक्ष लै ना, पर सब मोके त्यागीँ जा बातको दोष बिनके ना लागए!
\v 17 पर सब अन्यजाति सुन सकएँ कहिके प्रभु मेरे सँगमे खणा भव, और सबए रुपसे वचनको धोषणा करन मोके शक्ति दै| और मए बघटाको मुहूसे छुटकारा पओ|
\v 18 प्रभु मोके सब खराबीसे जुगाई हए, और बाको स्वर्गीय राज्यके ताहिँ मोके उध्दार करैगो| बाके सदासर्वदा महिमा होबए| आमेन|
\v 19 प्रिस्कीला और अकिलासके और ओनेसिफरसके घरानाके अभिवादन कहिदिओ।
\v 20 इरास्तस कोरिन्थमे बैठो, पर त्रोफिमसके त मए मिलेटसमे बेमारी हालतमे छोणो।
\v 21 हिउँतसे अग्गु आनके भरसक्त कोसिस करओ| युबुलस तुमके अभिबादन पठाइ हए, और पुडेस, लिनस, क्लौडिया और सब भैया फिर।
\v 22 प्रभु तुमर आत्मा संग रहबए| तुमरसंग अनुग्रह रहबए।

69
57-TIT.usfm Normal file
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@ -0,0 +1,69 @@
\id TIT
\ide UTF-8
\h तीतसके पावकको पत्र
\toc1 तीतसके पावकको पत्र
\toc2 तीतसके पावकको पत्र
\toc3 tit
\mt तीतसके पावकको पत्र
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 परमेश्‍वरके सेवक और येशू ख्रीष्टके प्रेरित पावल परमेश्‍वरसे चुनेभए आदमीनको विश्‍वासके सुरुवात करन और सत्यताको ज्ञानके सुरु करन जौन भक्तिसे सहमत होतहए
\v 2 अनन्त जीवनको बादामे, सत्य परमेश्‍वर समयके सबए युगसे पहिले प्रतिज्ञा करीहए ।
\v 3 ठिक समयमे हमर मुक्तिदाता परमेश्‍वरको आदेशजैसो मोके प्रचार करन सौँपोभौ सन्देशसे बा अपन वचन प्रस्ट करी ।
\v 4 एकए विश्‍वासमे भौ मिर साँच्चो बालका तीतसके परमेश्‍वर पिता और हमर मुक्तिदाता येशू ख्रीष्टसे अनुग्रह औ शान्ति ।
\v 5 तुम जो चिज अभेतक पुरा ना भव हएँ बाकी व्यवस्था करौ और मएँ तुमके बताऔ जैसो सबए सहरमे एल्डर बनाँऔ कहिके मएँ तुमके क्रेटमे छोड़ो।
\v 6 एल्डर पवित्र, एकए बैयरको लोगा, एल्डर एक बैयरको लोग और दोषरहित और अइसो आदमी होबए, जौनक लौणा-लौणिया विश्वासी होमए, और चरित्रहिन और अनाज्ञाकरी नाए होमए|
\v 7 काहेकी परमेश्वरको कारिन्दा भव के करण बिशपचाहिँ दोषरहित और होन पणत हए| बे हठी और झट दिकन बारे नाए होमए, और मतवाला, और झगडालु और धनको लोभी नाए होन पणत् हए
\v 8 पर पाहुना सेवा करनबारे भलाईको प्रेमी, अपनएके वशमे धरन बारे, इमान्दार, पवित्र और संगमी होन पडत् हए ।
\v 9 बिनके सिखओ विश्वासयोग्य वचनमे बे बलियो हुइके बैठन पडत् हए, ताकि बिनको पक्का सिध्दान्तअनुसार शिक्षा देन सिकओ और बे बातको खण्डन करके झुटा साबित करन सिखँए.
\p
\v 10 काहेकी बहुत आदमी औरके अधीनमे ना वैठन बारे, बकवादी और छली होतहएँ, और बिषेश करके खातनाबाले त अइसी होतहए,
\v 11 यिनको मुख बन्द करन पणैगो, काहेकी बे निजि लाभके ताहिँ सारा परिवारके खलबल्याए देतहएँ | अइसो शिक्षा बिनके ना देन रहए ।
\v 12 “बे मैसे एक जनै बिनके अगमवक्ता कहि रहए, “क्रेटके आदमी सबदिन झुट बोल्नबारे, दुष्ट जनवार और अल्छी घिचुवा हँए।”
\v 13 जा गवाही सच्चो हए| जहेमारे बिनके करेसे हप्काओ, ताकि बे विश्वासमे पक्का होमए ।
\v 14 और सत्यताके इन्कार करके आदमीनके आज्ञा और यहूदी दन्त्यकथामे ध्यान मत लगओ|
\v 15 सुध्दनके सब चीज सुध्द हए, पर असुध्द और अविश्वासनके चाहिँ कोइ बात फिर सुध्द नैयाँ, पर बिनको मन और विवेक समेत भ्रष्ट भव हए।
\v 16 तुम परमेश्वरके चिने हौँ करके कहन त कहत् हौ, पर बे अपन कामसे बोके इन्कार करत् हौ| बे घिणना और अनाज्ञाकारी हँए, और कोइ फिर असल कामको ताहिँ योग्यके होतए नैयाँ।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 तुम चाहिँ जो पक्का धर्मीक-सिध्दान्त सुहन बारो हए बहे सिखओ|
\v 2 बुठे आदमीनके संगमी, गम्भीर, समझदार, विश्वासमे पक्का, प्रेम और धर्यमा पक्के होन सिखओ|
\v 3 अैसी करके बुढिया बतोरी नाए, सदामान अपनेके इज्जतदार बनान पडत हए।बिनके दारु पित ना रहन पडत हए।
\v 4 बिनके जबान बैयरके बिनको सोचमे प्रेम करन हौँसला देन, समझदार होन,
\v 5 शद्ध, अच्छेसे घर सम्हारन बालि और बिनको लोगाके आज्ञा पालन करन, जो अच्छो हए बहे सखान पडत हए, ताकि परमेश्वरको वचनको खिल्ली ना उणाएँ।
\v 6 अैसी करके जबान आदमीनके फिर आत्मसंयमी होनके अर्ती देओ ।
\v 7 सब बातमे असल कामको नमुना हुइके तुम अपनएके दिखओ, और तुमर शिक्षामे इमानदारी गम्भीरता, शुदध
\v 8 और कोइको निन्दा ना करन ठीक बोली होबए, ताकि हमर बिरुध्दमे खराब बोल्न बारी बात कुछ ना हुइके हमर विरोधी शर्ममे पड्ए |
\v 9 टहालुवा सबए बातमे बे अपन मालिकको आज्ञा पालन करएँ ।बे अपन मालिकके खुसी करन प्रयास करनपड्तहए, और बिनकेसंग विवाद ना करएँ।
\v 10 बे चोरी ना करएँ पर पूर्ण रुपमे बे हमए मुक्तिदाता परमेश्वरको धार्मिक-सिध्दान्तको शोभा बढामए ।
\p
\v 11 काहेकी सब आदमीनको मुक्तिके ताहिँ परमेश्वरको अनुग्रह प्रकट भव बातके हम पान प्रतिक्षा करत, सबए जौने मुक्ति लान असल परमेश्‍वरको अनुग्रह देखा पड़ोहए,
\v 12 और हमके अधार्मीकता और संसारिक इच्छानके इन्कार करन औ जा युगमे समझदार ।
\v 13 धार्मिक और ईश्‍वरीय जीवन जिनके तालिम देत हए ।
\v 14 येशु महके अधार्मिकतासे छुणान और अपनी ताहिँ जो ठिक हए बेहे करन इच्छुक अच्छे आदमी या शुद्ध बनान अपनेके हमर ताहिँ दैहए।
\p
\v 15 जे बात बताऔ और उक्साबौ, और अधिकारसहित सुधारौ। तुमके कोईफिर बेजत ना करए।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 शासक और अधिकारीके अधिनमे रहन, बिनकि बात मानन और हरेक अच्छो कामके ताहीँ तयार बैठन,
\v 2 कोइक खिल्ली नाउणान, कचकचसे अलग रहन, औरे आदमीके अपन-अपन डगरमे नेगन और सब आदमीक नरम दिखान याद करबाऔ।
\p
\v 3 काहेकी एक चोटि हम फिर लापरवाह, अनाज्ञाकारी रहँएँ। हम बराने और गजब किसिमके खराब इच्छा और आइसोरामको नोकर रहएँ। हम दुष्टता और हिर्समे जित रहँएँ।हम घृणित और एक दुस्रेक घृणा करन बाले आदमी रहँएँ।
\v 4 और जब परमेश्वर हमके बचान बालोको दया और मानव जातिनके ताहिँ बाको प्रेम दिखानो,
\v 5 हम धार्मीकतामे करो कामसे नाए और बाको कृपा जैसो नयाँ जनमसे हँदबाएक और पवित्र आत्मासे नयाँ करके बा हमके बचाइ हए।
\v 6 हमए बचान बालो परमेश्वर येशू ख्रीष्टसे हमर उपर पवित्र आत्मा गजब अखनाइँ ।
\v 7 तव बाको अनुग्रहसे धर्मी बन्के अनन्त जीवनको पक्को उत्तराधिकारी भए।
\p
\v 8 जे वचन विशवास करन लाएकको हएँ। मए चाँहत हौँ बे जे बातनके बारेमे दृढतासे मस्कएँ, ताकि परमेश्वरमे भरोसा करनबाले बा उनके अग्गु अच्छीबात करनघेन मन लगामएँ। आदमीके ताहीँ जे सब बात अच्छी और फाइदा करन बाली हएँ।
\v 9 तव मुर्ख बाद- बिबाद, वंशवाली, फुट और व्यवस्थासम्बन्धी झगडासे अलग बैठओ, काहेकी बे बेफाइदा और व्यर्थके हँए ।
\v 10 फुट ल्यान बारो आदमी चाहिँ एक और दुई चोटी चेताउनी दैके पिछु बाके संग और कोइ सरोकार मतकरीओ
\v 11 जा जानके कि अइसो आदमी भ्रष्ट और पापी हए | बा पाप करतहए और अपनएके दोषी ठहिरात हए |
\v 12 जब मए अर्तीमास या तुखीकसके तुमर ठीन पठएहौँ, जल्दी करौ, और निकोपोलिसमे आबौ, जहाँ मए हिउँद कटानको निर्णय करो हौँ।
\v 13 जल्दी करौ, और कानुनको बारेमे जानन बारो जेनास और अपोल्लोसके बिनके चाँहन बारो सब चिज दैके पठाऔ।
\v 14 हमर आदमी जरुरी खाँचा पुरा करन बालो अच्छो काममे अपने लगन पणत हए, कहेकी बे आसफकल ना होँएँ।
\p
\v 15 मिरसँग के सबए तुमके अभिवादन पठाईँ हएँ। विशवाससे हमके प्रेम करन बारेनसे अभिवादन कहिदेऔ। तुम सबएसँग अनुग्रह होबए। आमेन।

43
58-PHM.usfm Normal file
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\id PHM
\ide UTF-8
\h फिलेमोनके पावकी चिठ्ठी
\toc1 फिलेमोनके पावकी चिठ्ठी
\toc2 फिलेमोनके पावकी चिठ्ठी
\toc3 phm
\mt फिलेमोनके पावकी चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 ख्रीष्ट येशूको कैदी पावल और हमर भैया तिमोथी,
\v 2 हमर प्यारो सयोगी फिलोमन, हमरी बहिनिया अप्फिया और हमर संगी-निवासी अर्खिप्पस, और तुमरो घरके मण्डलीनके:
\v 3 तुमके अनुग्रह और हमर पिता परमेश्‍वर और प्रभु येशू ख्रीष्टसे शान्ति!
\p
\v 4 मिर प्रार्थनामे जब मए तुमके समझना करत् हौँ, तव मए मिर परमेश्‍वारके सब समय धन्यबाद देतहौँ|
\v 5 काहेकी प्रभु येशू उपरको तुमरो विश्वासके बारेमे और सन्त घेन तुमरो प्रेमको बारेमे सुन्त हौँ।
\v 6 मए प्रार्थना करत् हौँ कि तुमरो विश्वासको कारनसे ख्रीष्टमे भए हमर सब असल बातको ज्ञानको बृध्दि कर पामए|
\v 7 मिर भैयओ, तुमरे प्रेमसे मए बहुत आनन्द और सान्‍ति पाओ हौ, काहेकी तुमसे सन्त- नके ह्रदय फिर ताजा भव हए ।
\p
\v 8 तुमके का करन पणेहए, सो करन आज्ञा देन ख्रीष्टमे मोके साहस भव ताहु फिर,
\v 9 राेमको ताहीँ मए तुमके बरु अनुरोध करन चाहत हौ: मए, बूढो पावल, और हबए ख्रीष्ट येशूको एक कैदी:
\v 10 मिर लौणा ओनेसिमसके ताहिँ मए निबेदन करत् हौँ, जौनके ताहिँ मिर कैदी अवस्थामे मए पिता बनो हौ।
\v 11 बे अग्गु तुमरे ताहिँ बेकामके रहए, पर हबए तुमरे ताहिँ और मिर ताहिँ फिर काम लागन बारो भव हए।
\p
\v 12 मए बोके, जो मेरो अपने ह्रदयको टुक्रा हए, तुमरे ठिन घुमए देतहौ।
\v 13 बिनके मिर संग धरनके मए खुशी होतो, काहेकी सुसमाचारके ताहिँ मिर बन्दी अवस्थामे तुमरे बदलामे मेरो सेवा करन सिक्तो,
\v 14 पर तुमर अनुमति बिना मए कुछु नाए करन चाहत हौँ, ताकि तुमर भलाइ करकापसे करो नाए होबए, पर तुमर अपनि ईच्छासे होबए।
\v 15 शायद तुमसे कोइ समयके ताहिँ बिनसे अलग भव रहए, ताकि बे सबदिन तुमर संग वैठ पाबए-
\v 16 अब उइसो कमैया जैसो नैयाँ, पर कमैयासे जद्धा, प्यारो भैया जैसो, बिशेस करके मेरे ताहिँ, और जद्धा शरीरमे और प्रभुमे समेत, तुमरे ताहिँ।
\p
\v 17 जहेमारे अगर तुम मोके अपन साझेदार सम्झतहौ करके मोके कता बिनके ग्रहण करओ।
\v 18 अगर बे तुमके कोइ फिर खराबी करेसे फिर, और कोइ चिजको ॠणी हए तव, सो मिर हिसाबमे धरदिओ।
\v 19 मए पावल, अपन हातसे जा लिखतहौँ। बो ॠण मए स्वयम् तिरदेहौ। तुमके कहान नाए पणैगो, कि अपन ताहिँ फिर तुम मिर ॠणी हौँ।
\p
\v 20 प्यारो भैया तुमसे प्रभुमे कोइ फाइदा पाबए करके मए चाहतहौँ| ख्रीष्टमे मिर ह्रदय फिर ताजा बानए देओ।
\p
\v 21 तुमर आज्ञापालनमे भरोसा धरके मए मगेसे जद्धा करेहौ करके मए तुमके लिखतहौँ।
\p
\v 22 संगए मिर ताहिँ एक पाहुना-कोनो ठीक करि दिओ, काहेकी तुमरे प्रार्थनासे मए फिर तुमरे ठिन आन चाहतहौ करके आशा करत् हौँ।
\p
\v 23 येशू ख्रीष्टमे मिर संगी-कैदी इपाफ्रास तुमके अभिबादन पठाई हए।
\v 24 उइसी करके सयोगी मर्कुस, अरिस्तार्खस, डेमास और लुका फिर
\v 25 प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरे आत्मासंग रहबए।

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\id HEB
\ide UTF-8
\h हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc1 हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc2 हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\toc3 heb
\mt हिब्रूनके ताहीं चिट्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 प्राचीन कालसे हमर पिता पुर्खासंग अगमवक्तानद्वारा गजब और अलग अलग तरीकासे परमेश्‍वर मस्कत रहए ।
\v 2 पर जा आखिरी दिनमे बा अपन पुत्रसे हमसे मस्कि हए। पुत्रके न सबए बातको उत्तरधिकारी नियुक्त करी हए, बहे से सबय सृष्टि रची फिर हए ।
\v 3 बा परमेश्‍वरको महिमाको प्रतिबिम्ब (जैसो के तैसो) और परमेश्‍वर जैसो स्वभावको प्रतिरुप हए, और सबय सँसारके अपन शक्तिके वचनसे समारत हए। पापके शुध्द करके पिछु महिमित परमेश्‍वरको दहिना हात घेन उँचो स्थानमे बा विराजमान भवहए।
\p
\v 4 जैसी बाके पावभव नाउँ स्वर्गदुतसे अच्छो हए, उइसी बा बिनसे बहुत अच्छो ठहिरो हए ।
\v 5 का परमेश्‍वर स्वर्गदुतन मैसे कोईके कबहु आइसो कहिहय और? “तुम मेरे पुत्र हौ, मए आज तुमर पिता भओं हौं?” और फिर, “मए ऊनके ताहीं पिता हुइहौं और बे मिर ताहीं पुत्र हुइहँए?”
\p
\v 6 अपन पहिलो जन्मो भवके संसारमे लातय बा फिर कहात हय, “परमेश्‍वरके सबय स्वर्गदुत बाके आराधना करन पडैगो ।"
\p
\v 7 स्वर्गदुतनके बारेमे बा आइसो कहात हए, “बा अपन स्वर्गदुतनके आत्मा और जौन अपन दासनके आगीको ज्वाला बनात हए।”
\p
\v 8 पर पुत्रके बारेमे त बा कहि, “हे परमेश्‍वर, तुमर सिंहासन सदामानके ताहिँ रहबैगो, और न्यायको राजदण्ड तुमरे राजको राजदण्ड हुइहए ।
\q
\v 9 तुम धार्मिकताके प्रेम करत हौ, और अधर्मके घिणना करत हौ। जहेमारे, हे परमेश्‍वर, तुमर परमेश्‍वर तुमके अनान्दको तेलसे अभिषेक करी हए और सहयोगी बनाइ हय।”
\p
\v 10 बा फिर कहि, “हे परमप्रभु, तुम शुरुमे पृथ्बीको जग बैठारे हौ, और स्वर्ग तुमर हातको काम हए ।
\q
\v 11 बे त नष्ट हुइहएँ, पर तुम त सदिमान रायहौ। बे लत्ता जैसे पुराने होत जयहएँ,
\v 12 पिछौणा जैसो तुम बिनके लपेटेहौ, कुर्ता कता बे बदलेहँए। पर तुम सदामान एकय हानी हौ, और तुमरो वर्षको अन्त कबहू न हुइहए।”
\p
\v 13 “पर कौन स्वर्गदुतके बा अइसे कहि, “तुम मिर दहिना हातघेन बैठओ, जब तक मए तुमर शत्रुनके तुमरे टाँगके पाउदान न बनएहौं?”
\p
\v 14 का बे सब स्वर्गदुत मुक्ति पान बारेनके ताहीं ख्याल करन और सेवा करनके पठाए भयनके आत्मा न हयँ?
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 जहेमारे जो सुनेहौ, बाके उपर हम और जद्धा ध्यान देन हय, और, बासे बहेकके हमके दुर न जानहए।
\v 2 अगर स्वर्गदुत घोषणा करो सन्देश अटल रहए तव, और हरेक अपराध और अनाज्ञारिताके ताहिं ठीक दण्ड दै कहेसे,
\v 3 तव हम इतनो महान मुक्तिको वास्ता न रखङ्गे तव हम कैसे बचंगे? जा मुक्ति सबसे अग्गु प्रभुसे घोषणा करी भै हए, और बाको वचन सुनन बारेनसे हमर ताहिँ पक्को साबित भव ।
\v 4 बहे समयमे परमेश्‍वर जाके चिन्ह, अचम्मोको काम और बहुत शक्तिशाली कामसे और अपन ईच्‍छा अनुसार पवित्र आत्माके वरदान देनकेद्वारा प्रमाणित करदै ।
\p
\v 5 हम बात करत आए बा आनबारो संसारके परमेश्‍वर स्वर्गदुतके अधीनमे न धरी ।
\v 6 धर्मशास्त्रको कोइ एक ठाउँमे अइसो करके गवाही दै हए, “आदमी का हए, और तुम बाको वास्ता करत हौ? औ आदमीको लौणा कौन हए जौनके ताहीं तुम चिन्ता करत हौ?
\q
\v 7 तुम बिनके कुछ छोटो करेहौ। तुम बिनके महिमा और आदरको मुकुट पैंधाए दएहौ और तुम बाके तुमर हातके कामके ऊपर धरे हओ।
\q
\v 8 तुम सब बात बाके अधीनमे धरे हौ।“ काहेकि परमेश्‍वर सब चीज मानवजातीके अधीन धरदए रहओ। बा कोई भी चीज आदमीसे बाहिर रहन न दई। पर हभय समयमे कोई फिर चीज आदमीके आदमिनमे भव देख्त न हयँ।
\v 9 पर, बाके कुछ समयके ताहीं स्वर्गदुतसे कम बनाओभव हम देखे हयँ। बा येशू हय। काहेकि बाको दुःख और मृत्युको कारन येशू ख्रीष्टके महिमा और आदरको मुकुटको पैंधए गव हय, जहेमारे, अभे परमेश्‍वरको अनुग्रहसे येशू ख्रीष्ट सबय आदमीके ताहिँ मृत्युको स्वाद चाखी ।
\p
\v 10 जा ठीक रहए, कि परमेश्‍वर जौनके ताहिँ और जौनद्वारा सब चिज अस्तित्वमे हए, बा बहुत सन्तानके महिमा लान बाके दुःखसे बिनको मुक्तिके पुरा करन बा एक अगुवा बनाओ गओ।
\v 11 काहेकी पवित्र बनान बारो और पवित्र बनाएके फिर सब एकए परिवार होमए जहेमारे बिनके भैया कहान येशू न शर्मानो ।
\v 12 बा कहात हय, “मिर भैयनके जौने तुमरो नाउँ मए घोषणा करत् हौं, सभामे मए तुमके प्रशंसा करत् हौं।
\p
\v 13 और फिर, “मए बाके उपर मेरो भरोसा करङ्गो।” और फिर “देखओ, जहियाँ मय और मिर लौणा लौणियानके जौनके परमेश्‍वर मोके दै हय ।"
\p
\v 14 जहेमारे, पहिले परमेश्‍वरके लौणा लौणिया मासु और रगतको एक भाग होनके बजेसे येशू फिर बहे बात बिनसे बाँटी। जहेमारे, येशू मृत्यु सहेके मृत्युके ऊपर होनबारेके या शैतानके नष्ट करदै,
\v 15 मृत्युके डरसे और जीवनभर शैतानके दास हुईके जिनबारेनके ताहीं छुटकारा देन बा आइसो करी।
\v 16 काहेकी वास्तबमे बा स्वर्गदुतनके वास्ता न करत हय, पर बा अब्राहमको सन्तानको वास्ता करत हए ।
\v 17 जहेमारे, बा भैयन जैसे बनन बाके ताहीं सब ठाऊँमे जरुरी रहय। जहेमारे, बा परमेश्‍वरको बात सम्बन्धी दया से भरो और विश्‍वसिलो हुईके परमेश्‍वरको महान पुजारी भओ । जहेमारे, बा सबय आदमिनको पापको क्षमा लान सिकी।
\v 18 काहेकी येशू अपनए कष्ट भोगी, और परिक्षित भव, बा परीक्षामे पणन बारेंनके बा सहायता कर सकत हए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 जहेमारे, स्वर्गीय बोलावटमे सहभागी भए पवित्र भैयाओ, हम पक्को से स्वीकार करो प्रेरित औ प्रधान पुजारी येशूके बिचार करओ ।
\v 2 जौन बाके नियुक्त करी, बा परमेश्‍वर घेन येशू बिश्‍वासयोग्य रहए, जैसी मोशा फिर परमेश्‍वरको घरानेमे बिश्‍वासयोग्य रहए ।
\v 3 परमेश्‍वर मोशा से जद्दा येशूके योग्य और महान महिमा दई रहए। काहेकि घर अपने से जाधा घर बनानबारोके जद्धा आदर होतहए ।
\v 4 काहेकी हरेक घर कोइ ना कोइ आदमीसे बनाओ होतहए, पर सब चीज बनान बारो त परमेश्‍वर हए।
\v 5 जब भविष्यमे बोलन बारी बातकि गवाहीके ताहिं मोशा परमेश्‍वर सारा घरानामे दासके रुपमे बिश्‍वसिलो रहए ।
\v 6 पर परमेश्‍वरको घरानाको जिम्मा पुत्र ख्रीष्ट लईहय। यदि हम पक्कासे बाके थामके रखयँ हयँ तव हम गर्बसँग कहे सकत हयँ, कि हम बाके घरानेके हएँ।
\p
\v 7 जहेमारे पवित्र आत्मा कहत हए, “आज तुम बाको बोली सुनेहौ तव,
\v 8 उजाड-स्थानमे परीक्षाके समयमे विद्रोहोके दिनमे करे जैसो अपन ह्रदयके कठोर मत करओ।
\v 9 जहाँ तुमर पुर्खा मिर परीक्षा करीं और चालीस वर्षतक मिर काम देखिं ।
\p
\v 10 जहेमारे बा पुस्तासंग मए क्रोधित भव, मय कहो, “बिनको ह्रदय जब फिर टेणो बनोरहत् हए, और बे मिर डगर न पहिचानी ।"
\p
\v 11 जहेमारे मए अपन दिक्मे अइसे कसम खाओ, 'मिर विश्राममे बे कबहू घुसन न पायँ हयँ ।”
\p
\v 12 भैयओ, होश करओ, तुम मैसे कोइमे भव दुष्ट और अविश्‍वासी ह्रदय तुमके जिन्दा परमेश्‍वरसे दुर न लैजाबए ।
\v 13 पर, जबतक “आजके दिन" कहानबारी बात हए, तब तक एक दुसरेनके उत्साह देओ। जहेमारे, तुमर मइसे कोइको फिर छलकपटको पापसे ह्रदय कठोर न होबए।"
\v 14 अगर हम हमर सुरुको भरोसाके अन्ततक पक्केसे पकणे रहएँ तव, हम ख्रीष्टमे सहभागी होत हएँ ।
\v 15 जाके बारेमे आइसो कहो गओ रहए, “आज तुम बाको बोली सुनेहौ तव बिद्रोहोके दिनमे करे जैसे तुमर ह्रदय कठोर मत करओ।”
\p
\v 16 सुननबारे कौन रहएँ, जौन परमेश्‍वरको आवाज सुनी औेर बिद्रोहो करीं? का बे सब बेहि न हयँ और, जो मोशाको अगुवाईमे मिश्रदेशसे निकरके आए रहएँ?
\v 17 जौन संग बा चालीस वर्षतक क्रोधित का न भव रहय? का बे पाप करनबारे संग न रहयँ, जौनकी मरी शरीर उजाड-स्थानमे पडी रहएँ?
\v 18 बे बाके विश्राममे घुस ना पयँहएँ कहिके कौनसंग बा कसम खाई रहय, का बे बाके आज्ञा न माननबारे न हय?
\v 19 और जहेमारे हम देख्तहएँ, बे अविश्‍वासके कारन बाको बिश्राममे घुस न पाइँ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 जहेमारे परमेश्‍वरके विश्राममे प्रवेश पानके प्रतिज्ञा होतए होत हम होशियार रहमएँ और तुम मैसे कोइ फिर बा प्रतिज्ञासे वन्चित न होबए ।
\v 2 काहेकी हमके फिर बिनके कता सुसमाचार प्रचार सुनाओ गओ हए। पर सुनो वचनसे बिनके कोइ फाइदा न भव, काहेकी सुननबारे विश्‍वाससे जाके ग्रहण न करीं।
\v 3 काहेकी हम विश्‍वास करनबारे त बा बिश्राममे हम घुसङ्गे, जौन बा कहिहए, जहेमारे मय अपनो क्रोधसे अइसे कसम खाओ, 'मिर विश्राममे बे कबहू घुसन न पामंगे।” यहाँतक बाको काम संसारके उत्पत्तिसे पुरा हुइगव रहए ।
\v 4 काहेकी बा और कोइ ठाउँमे सातौं दिनके बारेमे जा हानी कहिहए, “परमेश्‍वर सब कामसे सातौं दिनमे विश्राम लै ।"
\p
\v 5 और फिर अइसे खण्डमे बा कहिहए, “मिर विश्राममे बे कबहू न घुसेहएँ।"
\p
\v 6 जहेमारे, बाके बिश्राममे घुसन और कोईके ताहीं हबए बाँकी हए, और इस्राएली सुसमाचार सुनी, पर बे अाज्ञापालन न करनके कारन जा बिश्राममे घुसन न पाइँ ।
\v 7 “फिर परमेश्‍वर “आज” कहिके एक दिन ठहेराइ हए, जब बा बहुत समय पिछु दाऊदसे अग्गु कहि बात फिर कहि, “आज तुम बाको बोली सुनके तुमर ह्रदय कठोर मतकरओ।”
\p
\v 8 काहेकी यदि यहोशू बिनके विश्राम दई होतो तओ परमेश्‍वर पिछुसे दुसरो दिनके बारेमे न कहते ।
\v 9 जहेमारे परमेश्‍वरके आदमिनके ताहिं एक शबाथ दिनकोको* विश्राम और बाँकी हए ।
\v 10 काहेकी परमेश्‍वरको विश्राममे घुसन जौन फिर अपन परिश्रमसे विश्राम लेतहए ।
\p
\v 11 जहेमारे हम बा विश्राममे जानके ताहिं प्रयास करएँ, और कोइ फिर उइसी किसिमको अनाज्ञाकारितामे न पडय जैसी बे पडे रहयँ।
\v 12 काहेकी परमेश्‍वरको वचन जिन्दा और काम करन बारो हए, और कोइ फिर दुई धारे तरवारसे फिर जद्धा पैनो हए। जा प्राण और आत्मासे बाको जोण-जोणमे और हड्डीको गुदीतक भाग-भाग करके वारपार छेदन और ह्रदयको बिचार और इच्छा जाँचन सिक्त हए ।
\v 13 परमेश्‍वरको द्र्ष्टिमे सृष्टिको कोइ चीज लुकी न हय। बाके नजरके अग्गु सब चीज सफा और खुल्ला हए, बाके हमके लेखा देन पणैगो।
\p
\v 14 जहेमारे, बादर पार करके जानबारो परमेश्‍वरको पुत्र येशू हमर महान प्रधान पूजारी हए बहेमारे, हम पक्केसे स्वीकार करो जा विश्‍वासके पकणे रहए ।
\v 15 काहेकी हमरसंग हमरो कमजोरीमे हमके सान्त्वना न देन सिकन बारो एक जनी प्नधान पुजारी न हय। बाको सट्टामे, हमए संग एक जनी हय जो हमे जैसी परिक्षामे हुइके गओ, तब फिर बा पापरहित हए ।
\v 16 तव हम परमेश्‍वरको अनुग्रहके सिँहासनमे साहससंग जामयँ, ताकी घटीकमिके समयमे हम कृपा और अनुग्रह पान सिकयँ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 काहेकि प्रत्येक प्रधान पूजारी आदमी मैसे छनो होत हए, और आदमीनके पक्षमे पापके ताहिं परमेश्‍वरमे भेटी और बलिदान चढानके नियुक्त करो हए ।
\v 2 अन्जान और कुडगर घेन लागनबारेनसे बे नम्रतासे व्यवहार कर सिकतहएँ, काहेकी बे अपनए फिर कमजोरीसे घिरे होत हएँ ।
\v 3 जहेमारे आदमीके पापके ताहिं इकल्लो नाए, पर अपन पापके ताहिँ फिर बलिदान चढान बिनके कर लागत हए।
\v 4 कोइ भी आदमी अपनए आप आदरलेन न सिकतहयँ, बाको सट्टामे, हारुनके जैसी बाके परमेश्‍वरद्वारा बुलाई हए ।
\v 5 आइसिय करके, ख्रीष्टके प्रधान पूजारी बनानके कारनसे नत बा अपनएके ऊँचो करी। पर बासे मस्कनबारो कही, “तय मिर पुत्र हय, आज मय तुमर पिता भओ हौं।”
\p
\v 6 दुसरो ठाउँमे बा कहिहए, “मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार तुम सब दिनके ताहिं पूजारी हौ।”
\p
\v 7 येशू अपन शारीरिक जीवनमे होत बाके मृत्युसे बचान सिकनबारे बा बणो दुखभरो आवाज और आँसुसंग प्रार्थना चढाई रहए, और बाकी आदरखो कारन बा प्रार्थना और नम्र निवेदन सुनी ।
\v 8 बा पुत्र रहए, तहुँ फिर अपन भोगो कष्टसे बा आज्ञापालन करन सिखो,
\v 9 और पक्को बनके बाको आज्ञापालन करन बारेनके सबके ताहिं बा अनन्त मुक्तिको स्रोत बनोहए ।
\v 10 मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार प्रधान पूजारीको पद परमेश्‍वरद्वारा बा पाई रहए ।
\p
\v 11 हमर संग येशूके बारेमे कहानके त बहुत हए, पर तुमर सुनन शक्ति बन्द होन के कारनसे जाके बयान करन कररो हए।
\v 12 काहेकी इतनो समय तक ता तुम शिक्षक हुइजाते, पर हबए फिर तुमके कोइ परमेश्‍वरको वचनको साधारण सिद्दान्त सिखान पणरहो हए। तुमके कररो खानु नाय, दुध जरुरी हए ।
\v 13 काहेकि दुध इकल्लो पीके जीनबारे धार्मिकताको वचनमसंग अनुभव न कर सकत हएँ, काहेकी बा अभेतक बालकए हए ।
\v 14 पर कररो खानु त परिपक्क आदमीनके ताहिँ हए। काहेकि यिनको परिपक्ताको समझनको तालिमसे बे खराब और अच्छो छुट्यान सिकनबारे होतहएँ।
\c 6
\cl अध्याय ६
\p
\v 1 जहेमारे, सुरुमे सिको भओ ख्रीष्टको वचनके छोडके हम परिपक्कता घेन अग्गु बढएँ। परमेश्‍वरमे विश्‍वास और मरे कामसे पश्‍चातापको जग बैठानबारो काम न करयँ ।
\v 2 नत बप्तिस्माबारो शिक्षाको जग, हात धरनको काम, मरे आदमिनको पुनरुत्थान, और अनन्त न्यायको जग न बैठामएँ ।
\v 3 यदि परमेश्‍वर अनुमति दे हय तव हम जा भी करङ्गे।
\v 4 काहेकी जौन एक चोटी ज्योति पाएके स्वर्गको वरदान चाखीं रहँए, जो पवित्र आत्मामे सहभागी भए रहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हय।
\v 5 और जौन परमेश्‍वरको अच्छो वचनको और आनबारो युगको शक्तिको स्वाद चाखीं ेरहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हय।
\v 6 पर जो विश्‍वास छोडके पिच्छु हटे हएँ, बिनके फिर पश्‍चातापमे लान असम्भव हए। काहेकी बे फिर अपन ताहीं परमेश्‍वरके पुत्रके क्रूसमे टाँगत् हँए, और खुल्लमखुल्ला बाको अपमान करतहँए।
\v 7 काहेकि जमिन अपने उपर जौन बर्सौनीयाँ पानी पितहए, जोमे लगातार पानी पडत हय और जमिनमे काम करन बारेनके ताहिँ मन पणनबारो अन्न-बाली फरात हए, बा जमिन परमेश्‍वरसे आशीष पातहए ।
\v 8 पर यदि बा काँटो और सिउँडी फराय हय तव, बा बेकामको होतहए, और परमेश्‍वरको सराप पड सक्तहएऔर अन्तमे बाके जलाव जयहए।
\p
\v 9 हम अइसी बात कए हँए तहुँ फिर तुमर बारेमे त, प्रिय हो, मुक्ति सम्बन्धिके और अच्छी बातके बारेमे हम पक्के हँए ।
\v 10 परमेश्‍वर अन्यायी न हय, और तुमरो काम और बाके ताहीं सन्तके सेवामे तुमर दिखओ प्रेम बा न भुलेहए। तुम और फिर उइसी सेवा कर रहे हौ।
\v 11 और हम चाहत हएँ, कि तुम हरेक अपन भरोसाके ताहिं अन्त तक बहे परिपक्कता दिखाबौ।
\v 12 जहेमारे तुम अल्छी मत होबओ, पर विश्‍वास और धैर्यसे प्रतिज्ञाके हकदार होनबारेनके देखासेखी करनबारे होबओ।
\p
\v 13 परमेश्‍वर अब्राहमसे प्रतिज्ञा करत कसम खान अपनेसे बणो और कोइ न पाई तव अपनो नाउँमे अइसे कसम खाई,
\v 14 “मए नेहत्य तोके आशीष देहौं, और तेरो बृध्दि करेहौं ।"
\v 15 और अइसी धैर्य धारण करके अब्राहम प्रतिज्ञा करी भई बात पाई।
\v 16 आदमी अपनेसे बणो नाउँमे कसम खातहए, और बा हरेक बाद-विवाद कसमसे पक्का करत रहत् हए ।
\v 17 परमेश्‍वर अपन प्रतिज्ञाके हकदारनके बदलन होन न सिकनबारो इच्छाके पक्का करके दिखान चाही। बा कसम खाएके बाके पक्का करदै।
\v 18 बदलन होन न सिकन जे दुई बातमे परमेश्‍वरके असत्य ठहिरानो असम्भव हए। जहेमारे हम शरण लेनबारे हम अग्गु धरो आशा प्राप्त करन बडो हौसला पाए हएँ।
\v 19 हमरसंग हमर आत्मा सुरक्षित और बिस्वासिलो परिपक्कतामे गडो हय, आइसो परिपक्कता पर्दा भितरको पवित्रस्थानमे घुसत हय ।
\v 20 जहाँ मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार येशू सदाके ताहीं प्रधान पूजारी हुईके हमर ताहीं अगुवाके रुपमे येशू हमसे पहिले बा ठाऊँमे जायके बैठ गयहएँ।
\c 7
\cl अध्याय ७
\p
\v 1 जहे मलकिसेदेक शालोमके राजा और सर्वोच्च परमेश्‍वरको पूजारी रहए। अब्राहाम लडाईं जितके लौटत रहो समयमे मल्कीसेदेक बाके भेटके आशीर्वाद दै ।
\v 2 अब्राहाम मल्कीसेदेकके सब बातको दशांश दई। मल्कीसेदेकको नाउँको अर्थ होत हय, “धार्मिकताके राजा।" बाको दुसरो पद “शालेमको राजा" हए, या “शान्तिको राजा।"
\v 3 बा बिनापिता, बिनामाता, बिनापिता-पुर्खा और जीबनको शुरु और अन्त न होन बारे आदमी हय। पर, बा परमेश्‍वरके पुत्र जैसो सब समयके पुजारी हए।
\p
\v 4 अब विचार करओ त, जे कैसे महान् पुरुष रहएँ, जौनके अब्राहाम कुलपिता फिर विजयमे हासिल करो भव चीजको दशांश दै ।
\v 5 एकघेन, पुजारी पदमे नियुक्त भव लेवी वंशके आदमी अपन ददा भैयासे दशांश लेन ताहिं आज्ञा व्यवस्था अनुसार पाई रहएँ, यहाँतक बे फिर अब्राहामके सन्तानसे आयहयँ ।
\v 6 पर दुसरोघेन, मल्कीसेदेक जौनको वंशावली बिनसे न रहय, जौन अब्राहामसे सबय दशांश पाई, और बा जौनके प्रतिज्ञा करो गओ रहय बाके आशीर्वाद दई।
\v 7 जामे इन्कार करन कछु बात न हय, कि छोटो बडोसे आशीर्वाद पात् हएँ ।
\v 8 आइसो अवस्थामे मरणशील आदमी दशांश पात हएँ कहेसे, दुसरो घेन बा बातमे बा जीवित रहात् हँए कहिके जा प्रमाणित करत हय ।
\v 9 कोइ जा फिर कहान् सिकत हए, अब्राहामद्वारा दशांश पानबारो लेवी फिर दशांश दई ।
\v 10 काहेकि मल्कीसेदेक अब्राहामके मिलतपेति लेवी अपन अपन पुर्खाकी शरीर भीतरे रहए।
\p
\v 11 अब अगर लेबीके पूजारी पदको सिध्दता पात हए तव {काहेकी जाके आधारमे आदमीनको व्यवस्था मिलो हए} हारुनको दर्जा अनुसार न हुइके फिर मलकीसेदेकको दर्जाअनुसार दुसरो पूजारी होनके का जरुरत पणतहए?
\v 12 काहेकी जब पूजारी पद बदलत हय, तब व्यवस्था फिर बदलन पणतहए।
\v 13 काहेकी जौनके बारेमे जा कहि हए, बा त दुसरो कुलको हए, जौन कुलसे कोइके फिर कबहु बेदीको सेवा न करी ।
\v 14 अब जा सफा हय, कि हमर प्रभु त यहूदाको कुलसे जन्मो रहय, पर पूजारीके बारेमे मोशा कबहु फिर न कहि रहय।
\v 15 अगर मल्कीसेदेक जैसो दुसरो पूजारी खणो होनके हए तव जा बात और जद्धा सफा होतहए,
\v 16 जो पुर्खौली सम्बन्धि नियमको आधारमे न हय, पर अविनाशी जीवनको शक्तिके आधारमे पूजारी बनोहए ।
\v 17 काहेकी बाको बिषयमे धर्मशास्त्र आइसे बगाही देत हएः “मल्कीसेदेकके दर्जा जैसो तुम सबदिनके ताहिं पूजारी हौ।”
\p
\v 18 काहेकी पहिलो आज्ञा खारेज भओ हय, काहेकि बा कमजोर और काम नलगनबारो रहए ।
\v 19 काहेकी व्य्वास्था कोइ भी बातके सिध्द न बनाई। और भबिष्यके ताहीं उत्तम आशा हए, जौनसे हम परमेश्‍वरके जौने पुगन सकत हँए।
\p
\v 20 और जा त बिना कसम भव न हए । एकघेन, बे और कसमबिना पुजारी भय रहयँ।
\v 21 पर दुसरोघेन, अग्गु पूजारी होनबारे त नेहत्य बिना कसम पूजारीको पद लए रहएँ, पर बा त कसम सहित पूजारी बनोहए, और बाके बारेमे परमेश्‍वर कहिहए, “परमप्रभु कसम खाईहए, और अपन मन बदलि न हय, तुम सबदिनके ताहिं पूजारी हौ।”
\p
\v 22 जहेमारे येशूके उत्तम करारको परिपक्कता दओ हए,
\v 23 एकघेन, अग्गुके पूजारी बहुत संख्यामे भय रहएँ, पर मृत्यु बिनके काममे लगेरहन न देत रहए ।
\v 24 पर दुसरे घेन, येशू सदामान रयहय, बाकेसंग एक पूजारी पद अटल रयहए।
\v 25 जहेमारे, येशूद्वारा परमेश्‍वरके जौने आनबारे आदमिनके बचानके ताहीं बा पुरो रुपमे शक्तिशाली हय, काहेकी बा बिनके ताहीं मध्यस्ताको प्रार्थना चढ़ानके सबैदिन जिन्दा हए ।
\p
\v 26 काहेकी आइसी किसिमको प्रधान पूजारी हमर ताहीं सुहात हय, जो पवित्र, दोषरहित, निष्कलङ्क, पापसे अलग और बादरसे भी फिर ऊँचो भव हए।
\v 27 और प्रधान पूजारी जैसो पहिले अपन पापके ताहिं और बाके पिछु आदमीनके पापके ताहिं बाके सबदिन बलिदान चढ़ानके न पणैगो। जब बा अपनएके अर्पण करी, तव बा जा सबदिनके ताहिं एकए चोटीमे पूरा करदै ।
\v 28 काहेकी व्यवस्था आदमीनके प्रधान पूजारीको रुपमे नियुक्त करी, जौनसंग कमजोरी होत रहयँ। पर बा व्यवस्था पिछु आओ कसमको वचनसे नियुक्त भओ पुत्र हय जो सदाके ताहीं सिद्द बनाओ गओ हय।
\c 8
\cl अध्याय ८
\p
\v 1 अब हमके कहन बारी बात जहे हए: हमरसंग एक जनी प्रधान पूजारी हए, जो स्वर्गको सिंहासनके दहिना घेन विराजमान हए ।
\v 2 आदमीको बनाओ न, पर परमेश्‍वर बनाओ भव सच्चो पवित्रस्थान, सच्चो पवित्रस्थानमे बा सेवक हए।
\p
\v 3 काहेकी हरेक प्रधान पूजारी भेटी और बलिदान चढानके नियुक्त करो होतहए। जहेमारे, जा प्रधान पूजारीसंग अर्पण करनबारो कुछ समान चढान जरुरी हए ।
\v 4 अब यदि ख्रीष्ट पृथ्बीमे होतो तव, बा सबैको पूजारी न होतो, काहेकी हुवाँ व्यवस्था अनुसार भेटी चढानबारे पूजारी त हैयहँए ।
\v 5 बे स्वर्गीय बातनको नकल और छाहींको इकल्लो सेवा करतहएँ। जैसी मोशा वासस्थान बनातपेति परमेश्‍वरद्वारा मोशाके चेतावनी दओ गओ रहए, परमेश्‍वर कही, “देख, तोके पहाडमे दिखाओ गओ नमुना अनुसार तय हरेक चीज बनइये।”
\v 6 पर अभे ख्रीष्ट पावभव सेवाको काम और जद्धा ऊत्तम हए, काहेकि बा मध्यस्थता करो भव करार बहुत उत्तम हए। जौन करारको जग उत्तम प्रतिज्ञामे स्थापना करो गओ हय ।
\p
\v 7 काहेकी, यदि पहिलो करार खोटरहित होतो तव, दुसरो करारको जरुरतय न पणतो।
\v 8 काहेकी जब परमेश्‍वर आदमिनको दोष पाई, तव बा कही, “देखओ, परमप्रभु कहात हय, बे दिन अमंगे, जब इस्राएलको घरानासंग और यहूदाको घरानासंग मए एक नयाँ करार स्थापना करेहौं ।
\q
\v 9 बे पुर्खानके संग मए बाँधो करार जैसो जा न हुइहए, जब मए बिनके हात पकणके मिश्रदेशसे डुरियाके लाओ रहौं। काहेकि बे मिर करारके पक्के रुपसे न पछयाईं, और परमप्रभु कहात हय, बहेमारे मए बिनको वास्ता न करो।
\q
\v 10 परमप्रभु कहात हए, बे दिनपिछु मए इस्राएलको घरानासंग जा करार बाँधंगो, बिनके मनमे मिर व्यवस्था धरदेहौं, और बिनके ह्रदयमे बा लिखदेहौं, और मए बिनको परमेश्‍वर हुइहौं, और बे मिर प्रजा होमंगे।
\q
\v 11 बे हरेक अपनो परोसीके न सिकामङ्गे, और अपन भैयाके परमप्रभुके चिनओ करके न कहान पडैगो। काहेकी बे मैसे छोटेसे लैके बडेतक सब मोके चिनंगे ।
\q
\v 12 काहेकी बिनको करो भओ अपराध मए क्षमा करेहौं, और बिनके करे भय पापनके सम्झना मय कबहु फिर न न करङ्गो।”
\p
\v 13 “नयाँ" कहातपेति बा पहिलो करारके पुरानो बनाई। और जौन काम न लगनबारो और पुरानो हुइगओ हय, बा हरायके जान लागो हए।
\c 9
\cl अध्याय ९
\p
\v 1 अब पहिलो को करारमे आराधनाके ताहीं नियम और संसारिक वासस्थान रहए ।
\v 2 काहेकि एक पवित्र वासस्थन तयार भव रहए, जौनको पहिलो कोठा भितर सामदान, टेबुल और भेटीकी रोटी रहए, जासे पवित्रस्थान कहत रहएँ।
\v 3 पर्दाको पिच्छुघेन महापवित्र स्थान कहान बारो और दुसरो कोनो रहए,
\v 4 जौनमे धूपके ताहीं एक सोनोको रहय। जामे करारको सन्दुक फिर रहय, जो पुरो रुपसे सोनोसे मोहोरो रहय। जाको भितरघेन रहो सोनोको बर्तनमे मन्‍न धरो वर्तन, गुम्टि लागो हारुनको लकडी और करारको शिला पाटी रहएँ ।
\v 5 करारको सन्दुक उपर ईश्‍वरीय महिमाके करुब प्रायश्‍चितको ढक्कनके छोपे रहएँ। जाके बारेमे हबए हम विस्तारसे न कहे पएहएँ।
\p
\v 6 जे चीजनके तयार करके पिछु पूजारी लगातार रुपमे बासस्थानको बाहिरी कोनोमे सदा अपन सेबाको काम करन भितर घुसत रहएँ ।
\v 7 पर प्रधान पूजारी इकल्लो हरेक वर्षको एक चोटी दुसरो कोनोमे घुसत रहए। बा रगत लैके अपन ताहिं और आदमीनके अन्जानमे करे अपराधके ताहिं बलि चढात हएँ।
\v 8 पवित्र आत्मा दिखत् हए, कि पहिलो पवित्रस्थान रहनतक महा-पवित्रस्थानमे जानके डगर खुली न रहए ।
\v 9 हबए समयके ताहिं जा एक नमुना रहए। चढओ भओ भेटी और बलिदान दोनो आराधकको विवेकके परिपक्क न करन सिकी।
\v 10 बे बहुत किसिमको उत्सबको शुद्दिकरण खान और पिन बातसंग इकल्लो सम्हबन्धित हयँ। बे सबय शरीरके ताहीं नियम इकल्लो रहयँ, जौनके नयाँ किसिमसे न बनन तक एक एक करके रखो गओ रहय।
\p
\v 11 ख्रीष्ट आनबारो अच्छी चीजनके प्रधान पूजारी हुइके आओ, बा और जद्दा महान और सिध्द पवित्रस्थानमे प्रबेश करी, जौनआदमीके हातसे बनो न हय, जौन जा बनो संसारको न हए ।
\v 12 बक्रा और बछ्रानको रगतसे न हुइके बा अपन रगतसे सबएके ताहिं एकए चोटी बा महा-पवित्रस्थान भितर प्रवेश करी और हमर अनन्तको छुटकाराके सुरक्षित करी।
\v 13 काहेकि यदि बक्रा और सण्बाको रगत और कुबारीको भुवा छिर्कत बे अशुध्द होतहएँ और बिनको शरीरके शुद्ध पारन बे परमेश्‍वरमे समर्पित होन पडहय कहिसे,
\v 14 और कितनो जद्धा ख्रीष्टको रगत हमर विवेकके मरे कामसे शुध्द करेहए, जीवित परमेश्‍वरको सेवा करन जौन अनन्त आत्माद्वारा निष्खोट बलिके रुपमे अपनय अर्पण करी रहए?
\p
\v 15 जहे कारनसे, बा नयाँ करारको मध्यस्थकर्ता हए। जा मृत्युको कारनसे स्वतन्त्र करायगय बिनको पापको सजायसे पहिलो करारमे रहत हयँ ताकि परमेश्‍वरद्वारा बुलायभय बारेनके प्रतिज्ञा करो अनन्त उत्तराधिकार पान सिकयँ।
\v 16 काहेकी जहाँ इच्छा होत हए, हुवाँ बा बनानबारो आदमीको मृत्युके प्रमाणित करन पणत् हए ।
\v 17 काहेकि एक इच्छा तव इकल्लो पक्का होतहए, जब हुवाँ मृत्यु भओ होत हय, काहेकि जबतक जाके बनानबारो जिन्दा होत हय, तबतक जाको कोई जोड न होत हय।
\v 18 जहेमारे, पहिलो करार फिर रगतबिना पक्का होन न सिको ।
\v 19 काहेकि जब मोशा आदमिनके व्यवस्थामे भओ हरेक आज्ञा दई, बा बछ्रा और बक्रानको रगत, पानी, लाल ऊन और हिसप लईके बा मुठा औेर सबय आदमी दोनोके उपर छर्कीं ।
\v 20 तब बा कहि, “जा करारको रगत हय, जौन परमेश्‍वर तुमर ताहीं आज्ञा करी रहय।"
\v 21 अइसी करके, बा पवित्रस्थान और सेवामे चलन बारे सबय बरतनके उपर उइसी किसिमसे रगत छिर्कीं ।
\v 22 और व्यवस्था अनुसार रगत हरेक चीजके शुध्द करतहय। रगत न बहाएके पापको क्षमा न होत हय
\v 23 जहेमारे, स्वर्गमे भय चिजनके नक्कलनके जनावरके बलिदानसे शुध्द करन पडतो काहेकि स्वर्गमे भय चीजनके अपनय और कित्तो जद्धा उत्तम बलिदानसे शुद्ध करन जरुरत पणो।
\v 24 काहेकि ख्रीष्ट हातसे बानओ भव महा-पवित्रस्थान भितर न घुसो, जो त सच्चो पवित्रस्थानको नकल इकल्लो हए, पर, बा अपनय स्वर्ग भितर घुसो, और हमर ताहीं बा परमेश्‍वरके अग्गु उपस्थिति हए।
\v 25 येशू अपनय ताहीं बारम्बार बलि चढानके ताहीं हुवाँ न गओ रहय, जैसी प्रधान पुजारी हरेक वर्ष दुसरेको रगत लैके महा-पवित्रस्थान भितर घुसत हएँ ।
\v 26 नत, संसारको उत्पतिसे बा बहुतचोटी दु: ख भोगन पणतो। पर जा युगके अन्तमे एकचोटी बा अपनय बलिदानसे पापके हटान बा सदाके ताहिं एकय चोटी प्रकट भव हए।
\v 27 जैसी हरेक आदमीनके एक चोटी मरनो पक्का हए, और बाके पिछु न्याय आत हय।
\v 28 उइसीय, ख्रीष्ट फिर बहुत जनीके पाप उठानके सदाके ताहीं एकए चोटी बलि हुइगव। बा पापसंग सामना करन दुसरो चोटी बा न दिखाबैगो, पर मुक्तिके ताहीं धैर्यसंग बाके ताहीं ईन्ताजार करनबारेनके ताहिंहय।
\c 10
\cl अध्याय १०
\p
\v 1 काहेकी व्यवस्था अब आनबारो अच्छी बातनको एक छाहीं इकल्लो हए, बे अपनयमे सच्चे चीज त न हयँ। पुजारी वर्षैपिच्छु लगातार रुपमे चढ़ानबारे आइसे बलि परमेश्‍वरके जौने जान कबहु पुरो न बनान सिकी ।
\v 2 नत का बलि चढ़ानबारो काम बन्द न हुइतो? उइसो होतो तव, आराधक एकए चोटीमे सदा के ताहीं शुध्द हुइते, बिनके और पापको चेतना न हुइतो ।
\v 3 पर बे बलिदान हरेक वर्षै पिच्छु पापनको सम्झना करात हएँ ।
\v 4 काहेकी सण्बा और बक्रानको रगतसे पाप हटान असम्भव हए।
\p
\v 5 जब ख्रीष्ट संसारमे आओ, बा कही, “बलि और भेटी तुम न चाहे, पर तुम मिर ताहिं एक शरीर तयार करेहौ ।
\q
\v 6 पापके ताहीं नत पुरै होमबलि न बलिदाननमे तुम खुशी भय ।
\q
\v 7 तव मए कहो, 'देखओ, किताबको मुठामे मिर बारेमे लिखो जैसो तुमरी इच्छा पुरा करन मए हियाँ आओ हौं।”
\p
\v 8 बा पहिले कहि, “पापके ताहीं नत बलिदान, न भेटी और न होमबलिये तुम चाहे, नत जे बातनमे तुम खुशी भए।” (जे त व्यवस्था अनुसार चढ़ात् हँए) ।
\v 9 तव बा कहि, “देखओ, तुमरी इच्छा पुरी करन मए आओ हौं।” दुसरो अभ्यासके स्थापित करन पहिलो अभ्यासके बा खारेज करतहए ।
\v 10 दुसरो अभ्यासमे हम बाको इच्छासे सदाके ताहीं येशू ख्रीष्टके शरीरको बलिदानद्वारा परमेश्‍वरमे समर्पित भयहयँ ।
\p
\v 11 दुसरेघेन, हरेक पूजारी हरेक दिन परमेश्‍वरको सेवा करन खणो रहतहए। बा सदा उईसिय भेटी चढात रहत हय, जौन कबहू फिर पापके उठाय लैजान न सकत हए ।
\v 12 दुसरोघेन, ख्रीष्ट पापके ताहिं सदाके ताहिं एकए बलिदान चढाएके बा परमेश्‍वरको दहिना हातघेन विराजमान भओहय ।
\v 13 और बाके शत्रुनके अपन पाउदानमे न करनतक बा असियात रयहय ।
\v 14 काहेकी बा एकए बलिसे परमैश्‍वरमे समर्पित भयनके सदाके ताहिं सिध्द बनाई हए।
\v 15 और पवित्र आत्मा फिर हमके गवाही देतहए, काहेकि पहिले बा कही,
\v 16 मय बिनके संग बाँधनबारो मेरो करार जहे हए, बे दिन पिच्छु, रमप्रभु कहातहए। बिनको ह्रदयमे मए मेरो व्यवस्था धरदेहौं, और बिनके मनमे फिर बा लिखदेहौं।”
\p
\v 17 मय कबहु फिर बिनको पाप और बिनके दुष्टकर्म न समझङ्गो"
\v 18 अब जहाँ जे बातनको क्षमा होतहए, हुवाँ पापके ताहिं कोइ बलिदान जरुरत न पडतहय।
\p
\v 19 जहेमारे भैयओ, हमरसंग येशूको रगतसे महा-पवित्रस्थान भितर घुसन साहस हए।
\v 20 पर्दा औ बाको अपनो शरीरद्वारा बा हमर ताहिं एक नयाँ और जीन्दा डगर खोल्दैहए।
\v 21 परमेश्‍वरको घरमे हमरसंग महान पूजारी भवहए बहेमारे,
\v 22 हमर ह्रदय अशुद्ध विवेकसे छिणकओसे हमर शरीरके शुद्ध पानीसे धोएके विश्‍वासको पुरो भरोसामे हम सच्चो ह्रदय लैके परमेश्‍वर जौने जामएँ।
\v 23 हमर स्वीकार करो आशाके दुईधारमे न हुईके पक्केसे थामे रहएँ, काहेकी प्रतिज्ञा करनबारो परमेश्‍वर विश्‍वासयोग्य हए ।
\v 24 हम एक दुसरेके प्रेम और अच्छे कामके ताहिं कैसे उत्साहित करएँ बा बात उपर बिचार करएँ ।
\v 25 कित्तोनके संगतिमे न जानके बानी होतहए, पर हम एक-दुसरेसंग ईकट्ठा होनके न छोणएँ। पर प्रभुको दिन जौने आनके कारन जितनो हुईसकय एक दुसरेनके और जद्धा उत्साह देमयँ।
\p
\v 26 काहेकी अगर सत्यताको ज्ञान पाएके फिर हम जान-जानके पाप करेहएँ तव पापके ताहिं कोइ बालिदान बाँकी न रहतहय,
\v 27 बाको सट्टामे, इन्साफको डरौनो आसरा और परमेश्‍वरके विरोधीनके भस्म करनबारो क्रोधको अगनी इकल्लो रयहए।
\v 28 मोशाको व्यवस्थाके उल्लघन करनबारो जो कोई दुई वा तीन साक्षीनके गवाहीमे दया बिना मरत हय ।
\v 29 परमेश्‍वरके पुत्रके टाँगसे कुल्चँनबारे, परमेश्‍वरमे समर्पित करो करारको रगतके अपवित्र बनानबारे और अनुग्रहको आत्माके अपमान करनबारे जो कोई और कित्तो जद्धा कडो दण्ड पयहयँ।
\v 30 “काहेकी “बदला लेनो काम मेरो हए, मए बदला लेमङ्गो।" करके कहान बारेके हम चिनत् हँए। और फिर, परमप्रभु अपन आदमीनके इन्साफ करेहए ।"
\v 31 जिन्दा परमेश्‍वरके हातमे पणनो डरलागन बारी बात हए।
\p
\v 32 बे अग्गुके दिनके सम्झओ, पर तुम ज्योति पाएके पिछु फिर तुम दुःखको कठिन समयमे कैसे सहेरहौ ।
\v 33 तुम सबयके अग्गु निन्दित और तमासा बने रहौ और उइसी समस्यामे पणेनके संग तुम सहभागी भए रहौ ।
\v 34 काहेकि कैदीनके उपर तुम दया दिखाए, अपन सम्पति लुटत् फिर आनन्द संग सहे, जा जानके कि तुमरसंग जद्धा उत्तम और सदा रहनबारो सम्पति हए।
\v 35 जहेमारे, अपन भरोसाके मत त्यागओ, जौनमे बणो इनाम हए ।
\v 36 तुमके धीरज करन जरुरी हय। बहेमारे, परमेश्‍वर तुमसे जो प्रतिज्ञा करी रहय, बाको ईच्छाके पुरा करके पिच्छु, बा पाबैगे।
\v 37 “काहेकी एकए छिनमे जो आनबारो हय, बा जरुर आबैगो और देर न करैगो।
\q
\v 38 पर मिर धर्मी आदमी त विश्‍वाससे जिबैगो, और अगर बा पिछु हटेहए तव मए बासे खुशी न हुइहौं ।"
\p
\v 39 पर हम पिछु हटनबारे और विनाशमे पणन बारे मैसे न हयँ, पर विश्‍वास करके बचाय भयन मैसे हएँ।
\c 11
\cl अध्याय ११
\p
\v 1 अब विश्‍वास त आशा धरो बातको पक्को और अभेतक न देखो बातको मजबुत भरोसा हए ।
\v 2 काहेकी हमर पुर्खा बिनको विश्‍वासके ताहीं आइसे ही प्रमाणित भय रहए ।
\v 3 विश्‍वाससे हम समझत हएँ, कि सबय संसार परमेश्‍वरको आज्ञाद्वारा सृष्टि भव रहय। जहेमारे, जो दिखत हए बे दिखनबारी बातनसे न बनो हय।
\p
\v 4 विश्‍वासद्वारा हाबिल परमेश्‍वरसे कयिनसे जद्धा ग्रहणयोग्य बलि चढाइ, और बहेसे हाबिल धर्मी ठहिरो। बिनको बलि स्वीकार करके परमेश्‍वर अपन सहामति जनाई। बा मरिगओ तहुँफिर विश्‍वासद्वारा बा अभौ मसक रहोहए।
\p
\v 5 विश्‍वाससे मृत्यु न देखके हनोक स्वर्गमे उठाए लैगओ, और बा कहुँ न मिलो, काहेकी परमेश्‍वर बाके ऊठाए लैगओ रहए।" बाके उठानेसे अग्गु परमेश्‍वरके बा खुशी करी बात प्रमाणित भव रहए ।
\v 6 विश्‍वास बिना परमेश्‍वरके खुशी करन असम्भव हए। काहेकी जो परमेश्‍वरको जौने आतहए, बा परमेश्‍वर हए और बाके ढुणनबारेनके बा ईनाम देतहए करके विश्‍वास करन हय।
\p
\v 7 विश्‍वाससे नोआ अभेतक न देखो बातके बारेमे परमेश्‍वरद्वारा बाके सन्देश दओ गओ रहय। बा भक्तिमय सम्मानसंग अपनो घरानाके बचान एक जहाज बनाइ। अइसी करके बा संसारके दोषी ठहराई और विश्‍वास अनुसार बा धार्मिकताको उत्तराधिकारी भओ।
\p
\v 8 विश्‍वाससे अब्राहम आज्ञापालन करी, और बा उत्तरधिकारके रुपमे पानबारो ठाओंघेन गओ। अपनय कहाँ जात हौं पता न पाएके फिर तहुँ बा गओ।
\v 9 बा बिश्‍वासद्वारा एक परदेशी हानी प्रतिज्ञाको देशमे बैठो। बा पाल बनाएके इसहाक और याकुबसंग बहे प्रतिज्ञाको सङ्गी उत्तराधिकारीके रुपमे बैठो।
\v 10 काहेकी बे जग भव सहेरको देखन डटे रहयँ, जौन सहरको बनानबारो और निर्माण करनबारो परमेश्‍वर अपनय हए।
\v 11 विश्‍वाससे सारा बाँझी हुइके फिर गर्भधारण करनके शक्ति पाई। बा एकदमै बुढी हुइके फिर आइसो भओ रहय। काहेकि बिनके प्रतिज्ञा करनबारोघेन बे विश्‍वासयोग्य भए रहएँ ।
\v 12 जहेमारे, मरनए मरन शरीरमे एक आदमीसे बादरको अनगिन्ती तारा और समुद्र किनारेको अनगिन्ती रेता जैसे सन्तान जन्मे, जौनके गिनन न सकत हयँ।
\p
\v 13 जे सबय प्रतिज्ञा न पायके फिर बे सबय दुरसे स्वागत करीं, पृथ्वीमे परदेशी और प्रवासी इकल्लो हयँ कहिबात स्वीकार करतय बे विश्‍वासमे मरे।
\v 14 काहेकि जौन अइसी बात कहात हयँ बे एक स्देवश ढुणरहे हएँ कहि बात सफा होतहए।
\v 15 सचमे बे अपनय निकरके गए देशके ताहीं सोचत रहएँ, बिनके घुमके जान मौका मिलन रहय ।
\v 16 पर बे और उत्तम देश औ एक स्वर्गीय देशको इच्छा करतहयँ। जहेमारे, परमेश्‍वर बिनको परमेश्‍वर होन न शर्मात हय, काहेकी बा बिनके ताहिं एक सहेर तयार करी हए।
\p
\v 17 अपनो जाँच होत विश्‍वासद्वारा अब्राहम इसहाकके बलि चढ़ाइ, जो बाको इकल्लो लौंणा रहय जौनके बा बलिदान चढाई। बहे प्रतिज्ञा पाई रहए।
\v 18 जा बहे अब्राहाम रहय जौनके बारेमे अइसे लिखो रहए, “इसहाकद्वारा तेरो सन्तानको नाउँ रयहए ।"
\v 19 परमेश्‍वर इसहाकके मरेसे फिर जिन्दा कर सिक्तहए करके अब्राहम के पता रहय, और साङ्केतिक अर्थमे कहातपेति बा बिनसे अपन लौंणाके फिर्ता पाई रहय।
\p
\v 20 आनबारे चीजनके बारेमे इसहाक विश्‍वासद्वारा याकूब और एसावके आशीर्बाद दै ।
\p
\v 21 विश्‍वासद्वारा मरन बेरामे याकूब योसेफके हरेक लौंणनके आशीष् दई। लट्ठीकी चुटियामे अडेस लगायके याकुब परमेश्‍वरको आराधना करी।
\v 22 विश्‍वासद्वारा योसेफ अपन जीवनके अन्त घेन मिश्रसे इस्राएलीनको प्रस्थान होन विषयमे मस्की रहय और बाको अस्थिके बारेमे बिनके आदेश दइ रहय।
\p
\v 23 मोशा जन्मतय बाके अइया- दौवा बा सुन्दर होनके कारनसे विश्‍वाससे बाके तीन महिनातक लुकाएके धरीं, और बे राजाको हुकुमके डर न मानी ।
\v 24 जवान हुइके पिछु विश्‍वाससे मोशा फारोकी लौणियाको लौणा कहाबानके इन्कार करी ।
\v 25 बाको सट्टामे, पापको क्षणिक सुख भोगनेस त परमेश्‍वरके आदमीनके संगै दुःख भोगन रोजी ।
\v 26 मिश्रदेशको धन-सम्पतिसे फिर ख्रीष्टके पिछुआनके निन्दित होन बा मूल्यवान ठानी। काहेकी बा अपन आँखीके इनाम घेन लगाइ रहए।
\v 27 विश्‍वासद्वारा मोशा मिश्रदेश छोडी। बा राजाको क्रोधसे न डराई, काहेकि एक जो नदेखनबारेके देखो जैसो करके बा पक्को बनोरहो ।
\v 28 बहेमारे, नाश करनबारो इस्राएलीनके पहिले जल्मे भय जेठे लौणनके छुन न सकय करके विश्‍वाससे बे निस्तार- तेवहार और रगत छिट्कावको पालन करीं।
\p
\v 29 विश्‍वाससे बे सुखीभै जमीनमे नेगोजैसो लाल समुद्र पार करीं। जब मिश्री फिर अइसी करन कोसिस करीं तव बे डुबगय ।
\p
\v 30 बे सात दिनतक यरीहोको दिबारके आसपास घुमके पिछु विश्‍वासैसे बा दिबार ढलिगव ।
\p
\v 31 राहाब वेश्‍या विश्‍वासद्वारा जासुसनके अच्छेसे सत्कार करनके कारन बा अनाज्ञाकारीतनके संगमे नाश न भई।
\p
\v 32 और जद्धा मए का कहौं? यदि मय गिदोन, बाराक, शिमशोन, यिप्ता, दाऊद, शमूएल और अगमवक्तानके बारेमे कयहओं तव, मोके समय न पुगहय।
\v 33 विश्‍वासद्वारा बे राज कब्जा करीं, न्यायपुर्ण काम करीं और प्रतिज्ञानके पाईं, बे बघटनके मुहुँ बन्द कर दैं ।
\v 34 बे आगीको ज्वालाके निभाईं, तरवारकी धारसे बचे, रोगनसे अच्छे भए, युध्दमे वीर भए और विदेशीके सेननके भजाईं।
\v 35 बैयर अपने मरेभयनके पुनरुत्थानद्वारा जिन्दा पाइँ। और जद्धा उत्तम पुनरुत्थान जीवन पानके बे छुटकाराके स्वीकार न करी। जहेमारे, बे सजाय भोगीं ।
\v 36 औरनके निन्दा, कोर्रा, बन्धन और कैद जैसे और बात सहीं ।
\v 37 बिनके पत्थरसे मारीं। बिनके दुई भाग करनके चिरो गओ। बिनके तरवारसे मारीं। बिनके भेणा और बक्राको खाल लगाएके नेगन पडो और बहुत किसिमको दु: ख, क्लेश और अमानवीय बात सहन पडो ।
\v 38 जा संसार बिनके ताहिं योग्य न रहए। बे उजाडस्थान, पहाड, गुफा और जमीनके दरारनमे भटकट फिरे।
\p
\v 39 यहाँतक जे सब आदमी बिनके विश्‍वासके कारन परमेश्‍वरद्वारा बणो प्रशंसा पाइँ, तब भी बे प्रतिज्ञा करो चीज पान न सिकीं ।
\v 40 हमरबिना बे सिद्ध न होमयँ कहिके परमेश्‍वर हमर ताहिं और अच्छी बात अग्गुसे योजना करीरहए।
\c 12
\cl अध्याय १२
\p
\v 1 जहेमारे, हम यित्तो बहुत साक्षीनको बादर घेरे होनके कारनसे हर किसिमको बोझ और हमके सजिलोसे अल्झानबारो पापके पन्छ्यमयँ। हमर अग्गु धरो दौणके धैर्यसंग दौणएँ ।
\v 2 हमर विश्‍वासको कर्ता और सिद्ध करनबारो येशूके देखएँ, जौन अपन अग्गु धरो आनन्दके ताहिं अपमानके सही और क्रूसको कष्ट भोगी, और बा परमेश्‍वरको सिंहासनको दहिनाघेन विराजमान हए ।
\p
\v 3 जहेमारे, पापीनसे बाके बिरुध्दमे भए यित्तो वादविवादके सहनबारेके विचार करओ। जहेकारन, तुम अपन मनमे कमजोर मत होबओ, और हरेस मत खाबओ।
\v 4 तुम पापके बिरुध्दमे अभेतक रगत बहान पणन अवस्था न आओ हय या जक ताहीं संघर्ष करन न पडो हय ।
\v 5 और तुमके पुत्र हानी उत्साह देनबारो शिक्षाके तुम भुले हओः “हे मिर पुत्र, परमप्रभुको ताडनाके हलुको मत सम्झय, जब बासे तुम सुधरैगे, तब हारेस मतखओ,
\v 6 काहेकी जौनके परमेश्‍वर प्रेम करतहए बे हरेकके ताडना देतहए, और बाके ग्रहण करनबारो हरेक लौणाके बा दण्ड देतहए।”
\p
\v 7 तुम कष्टके अनुशासन जैसे सहौ। परमेश्‍वर तुमरसंग लौणा कता व्यवहार करत हय। काहेकी दौवा अनुशासन न करो कौन लौणा हुइहए?
\v 8 पर यदि तुम अनुशासन विनाके हओ तव तुम अपन दौवाके खास लौणा न हओ पर व्यभिचारमे जन्मे लौणा हौ।
\v 9 जा से जद्बा हमके अनुशासन करनबारो हमर शारीरिक दौवा अनुशासनकर्ताको रुपमे रहए, जौनके हम आदर करे। जहेमारे, का हम हमर आत्माको पिताके और जद्धा आज्ञा पालन न करन चहिय का?
\v 10 काहेकी एकघेन, हमर दौवा कुछदिन तक हमके अनुशासनमे धरीं जौन आइसो करन बिनके ठीक लागो। पर दुसरो घेन, हम बाको पवित्रताके बाँटन सिकएँ कहिके परमेश्‍वर हमर भलाईके ताहिं अइसो करत हय।
\v 11 जा समयमे कोइ भी अनुशासन आनन्दको न होत हय, पर दु: खय होतहए, तब भी जो होयसे फिर जाके द्वारा तालिम पाए भएनके ताहिं अन्तमे जायके जासे धार्मिकताको शान्तिसे भरो ईनाम मिलतहए।
\p
\v 12 जहेमारे, ढिले हात उठाओ, और कमजोर घुटोंके तगडे बनाओ ।
\v 13 अपन नेगनबारो डगर सुध बनाओ, कि जो लंगडा हय, बाको पाँव न मरकय, पर अच्छो हुइजाय।
\v 14 हरेक संग शान्तिमे बैठन कोशिस करओ, और पवित्रताबिना कोइ भी परमप्रभुके न देख सकत हय।
\v 15 ध्यान देओ, कि कोइ आदमी परमेश्‍वरको अनुग्रह पानसे बन्चित होन न पडय, और तीतोपनको जर उमरके कोइके फिर दुःख न देबए, और बहुत जनीके दोषी न बनाबए ।
\v 16 होसियार रहओ। कोइ फिर एकछाक खानुके ताहिं अपन जलम अधिकार बेचनबारो एसावजैसो अधर्मी न होबय औ यौन अनैतिक न होबय ।
\v 17 काहेकि तुमके पता हए, कि पिछु जायके बा आशिर्वादको उत्तराधिकार पान इच्छा करी तव बाके न मिलो, काहेकि बा आँशु बहाएके फिर विलाप करी तहुँ फिर पश्‍चाताप करनके मौकासमेत न पाई, हियाँतक कि बा आँसु बहाएके फिर जाके ढुँडीरहए।
\p
\v 18 काहेकि तुम जलरहो पहाड, अन्धकार, बादर और छुन न सिकनबारो पहाडमे न आए हओ।
\v 19 तुम तुरहीको फुँको बडो आवाज भव ठाउँमे फिर न आय हौ, न त आइसो आवाज सुनन ठाउँमे आए हौ जौनको सुनके बे और दुसरो शब्द न मस्को जाए कहिके बिन्ति करीं रहयँ।
\v 20 काहेकी “अगर कोइ जनावर बा पहाड छुईं कहिसे बाके पत्थरसे मारनय पडहय" कहिके आज्ञा बे सहन न करपाईं ।
\v 21 मोशा कही कि बा हुवांक दिखाई अइसो भयानक रहए, “मए डराएगव और डरसे काँपत हौं" कहि।
\v 22 बाको सट्टामे, तुम त सियोन पहाडमे आएहौ और जिन्दा परमेश्‍वरको सहर स्वर्गीय यरुशलेममे, और दसौं हजार स्वर्गदूतके आनन्द-उत्सवमे आएहौ ।
\v 23 तुम स्वर्गमे नाउँ दर्ता भए सुरुमे जन्मनबारेक सभामे, सबको न्यायकर्ता परमेश्‍वर ठीन, और सिद्ध पारे भए धर्मी आदमीके आत्मानके ठिन आएहौ ।
\v 24 और नयाँ करारके मध्यस्थकर्ता येशूके ठिन और हाबिलको खुनसे और उत्तमसंग बोलनबारो छिडको रगतमे आएहौ ।
\p
\v 25 देखओ, तुमरसंग जौन मसक रहोहए, बाके तुम इन्कार मत करओ। काहेकी अगर पृथ्वीमे बिनके चेतावनी देनबारेक इन्कार करनबारे न उमक पाईं कहेसे स्वर्गसे चेतावनी देनबारेक अस्विकार करंगे कहेसे हम कैसे उम्कन सिकंगे?
\v 26 कोइ समय बाको आवाजसे पृथ्वी हिलगओ, पर अभे बा अइसो कहिके प्रतिज्ञा करिहए और कहि, “और एक चोटी मय पृथ्वी ईकल्लो न, पर स्वर्गके फिर हलामंगो।"
\v 27 “और एक चोटी “कहान बारो वचन जा दिखात हए, कि हलान सिकन बारि चीज जो सृष्टि भए हयँ, सबय निकारो जयहय, और हलान न सिकनबारे चीज पक्के रहामंगे ।"
\v 28 जहेमारे, एक हलान न सिकन बारो राज पाएके हम कृतज्ञ होमएँ और जा किसिमसे आदर और श्रद्धासंग परमेश्‍वरके आराधना करयँ ।
\v 29 काहेकी हमर परमेश्‍वर भसम करन् बारो आगी हए।
\c 13
\cl अध्याय १३
\p
\v 1 भाईचारा-प्रेम बनो रहाबए ।
\v 2 अपरिचितनके अथिति-सत्कार करन् मत भुलिओ, काहेकी पता न पाएके कित्तो जनी स्वर्गदुतनके अतिथि सत्कार करि रहँए।
\v 3 तुम अपनए फिर बिनके संग कैदमे पडे हानि सम्झना करओ। जौन बिनके अत्याचार करीं तुम फिर बिनके शरीरमे भय जैसे बिनको सम्झना करओ।
\p
\v 4 सबय बिहाके आदर करएँ। वैवाहिक सम्बन्ध न गडबडबओ, काहेकी यौन दुराचारी आदमीके और व्यभिचारीनके परमेश्‍वर न्याय करैगो।
\v 5 तुमर चालचलनके रुपियाँपैसाको लालचसे अलग करिओ। तुमरसंग भव चीजनमे सन्तुष्ट हुइयो। काहेकि परमेश्‍वर अपनय आइसो कहिहए, “मए तुमके कबहु न छोडंगो, नत मए तुमके त्यागंगो ।"
\p
\v 6 हम सन्तुष्ट होमयँ। जहेमारे, हम साहससंग कहे सकत हयँ, “परमप्रभु मिर सहायक हए, मए न डरामंगो। आदमी मोके का कर सकत हयँ?
\p
\v 7 तुमके परमेश्‍वरको वचन सुनानबारे तुमर अगुवानके विचार करओ, और बिनको रहनसहनको अन्तके ध्यान देओ, और बिनको विश्‍वासको देखासिखी करओ ।
\v 8 येशू ख्रीष्ट कल, आज और सदामान एक हानी हए।
\v 9 गजम किसिमको और अचम्मो शिक्षा तुमके दुर न लैजाबय। पर खानपिन सम्बन्धित बिधिसे जिनबारेनके जा कुछ सहायता न करत हय, काहेकि अनुग्रहसे बनो भव हृदय अच्छो होतहए।
\p
\v 10 हमरसंग एक वेदी हए, जौनसे पवित्रस्थानमे सेवा करन बारेनके खान अधिकार न हय।
\v 11 काहेकि पाप क्षमाके ताहिं प्रधानपुजारीद्वारा जनावरनको खून पवित्रस्थानमे लओ जात रहए। पर बिनको शरीर छाउनीसे बाहिर जलावजात रहए।
\v 12 जहेमारे, येशू फिर अपन खूनसे आदमीनके पवित्र करनके ताहीं सहेरको फाटक बाहिर कष्ट भोगी ।
\p
\v 13 जहेमारे, हम फिर बाकेसंग छाउनी बाहिर जामएँ, और बाको सहो भव निन्दामे सहाभागी होमएँ ।
\v 14 काहेकी हमरसंग हियाँ कोई स्थायी सहेर न हय। पर, हम आनबारो सहेरको हम प्रतिक्षामे हयँ।
\p
\v 15 जहेमारे, येशूद्वारा परमेश्‍वरके महिमा देन हम सदा बलिदान चढामयँ। बाको नाउँके अंगीकार करके महिमा देन हमर ओठको फल हए ।
\p
\v 16 और हम एक दुसरेके भलाइ करन और सहायता करन न भुलयँ। काहेकि अइसीय बलिदानसे परमेश्‍वर बहुत खुशी होत हए ।
\p
\v 17 तुमर अगुवानके अधीनमे बैठओ और आज्ञापालन करओ, काहेकी जौनके हिसाब देन पणैगो करके बे तुमर आत्माको रेखदेख करत हयँ। जा काम तुमर अगुआ आनन्दसंग तुमर वास्ता करएँ। दु: ख न मानके, नत बासे तुमके कोइ फाइदा न हुइहए।
\p
\v 18 हमरे ताहिं प्रार्थना करओ, काहेकि हममे सफा विवेक हय कहिके पक्का हुन सिकयँ और और सब बातमे ठिक किसिमसे जीन सकयँ।
\v 19 और जद्धा काम करओ कहिके मय तुमके उत्साह देत हओं। जहेमारे, मए तुमरे ठिन जल्दी लौटके आमङ्गो।
\p
\v 20 अब भेडाको महान गयाँरो हमर प्रभु येशूको अनन्त करारको खुनद्वारा मृत्युसे जीवनमे लानबारो शान्तिको परमेश्‍वर ।
\v 21 बाको इच्छा पुरा करन तुम हरेकके सुसज्जित करय।येशू ख्रीष्टद्वारा परमेश्‍वरके देखाइमे जा बात मन पणडनबारो हय बहे करओ। बाको महिमा सदा होत रहाबए। आमेन।
\p
\v 22 अब भैयओ, मए तुमके उत्साह देत हओं, कि जे उत्साहके वचनके पालन करओ, जौन मय तुमके छुटकरीमे लिखो हौं ।
\p
\v 23 तुमके जा पता होबय, कि हमर भैया तिमोथी स्वतन्त्र हुइ गओ हय। यदि बा जल्दी अबैगो तव, मए बाके संगमे तुमके भेटन अमंगो।
\p
\v 24 तुम सब विश्‍वासिनके और अगुवानके अभिवादन करओ। इटालियाबारे तुमके अभिवादन पठाई हएँ ।
\p
\v 25 तुमर सबके संग परमेश्‍वरको अनुग्रह रहाबए।

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60-JAS.usfm Normal file
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\id JAS
\ide UTF-8
\h याकुबको चिठ्ठी
\toc1 याकुबको चिठ्ठी
\toc2 याकुबको चिठ्ठी
\toc3 jas
\mt याकुबको चिठ्ठी
\c 1
\cl याकुब १
\p
\v 1 परमेश्‍वार और येशू खीष्टको सेवक याकूबसे: ठाउँ-ठाउँमे बिग्दे भए बाह्र कुलनके अभिवादन ।
\p
\v 2 मीर भैया रेओ तुमर उपर मेलमेल के आफतबिफत आएपडेसे बिनके पुरो आनन्दकि बात सम्झऔ ।
\v 3 काहेकी तुम जान्त हौ, तुमरो विश्‍वासको जाँच धैर्य उत्पन्‍न करत् हए ।
\v 4 धैर्यको पुरा काम करन देओ, ताकि तुमर मे कोइ बातको अभाव नाए हुइके तुम परिपक्को और पूरो होबओ ।
\p
\v 5 पर तुमरमैसे कोइके बुद्धिकि जरुरत हयकहेसे उद्धार चितसे नदिक्कान बारो प्रभुसेबा मागय बा बाेके देबैगो।
\v 6 पर बो एकु फिर शंखा नाए करके विश्‍वासकेसाथ मागए । शंखा करन बारेनके आँधी गिरात बैठात् करत् समुन्द्रको लाढुरा जैसो हुइहए ।
\v 7 अइसो आदमी जा नाए सोचए, कि बो प्रभुसे कछु पए हए ।
\v 8 काहेकी दोहोरो मन भव आदमी बाके सब चालचलनमे अस्थिर होत हए ।
\p
\v 9 दीन अवस्थाको भैया अपन उँचो अवस्थामे गर्भ करए,
\v 10 और धनी त अपने दीन अवस्थामे गर्भ करए, काहेकी आदमी घाँसको फुला जैसो अइलिआए जात हए ।
\v 11 काहेकी चटक्का घामुसे दिन निकर्त हए, और घाँसके अइलबाए देत हए | फुला झर्त हए और बाको सोभा नष्ट होतहए । उइसीअए धनी आदमी फिर अपन कामधन्धामे नष्ट हुइके जात हए ।
\p
\v 12 बो आदमी धन्य हँए, जो आपत- विपतमे अटल रहात् हए, काहेकी जाँचको सामना करके पिच्छु बो जीवनको मुकुट पए हए, जो परमेश्‍वार बोके प्रेम करन बारेनके देनके बाचा करी हए ।
\p
\v 13 परीक्षा होत कोइ फिर अइसे नाए कहाबए, “परमेश्‍वारसे मिर परीक्षा भव हए ।” काहेकी कोइ खराब चीजसे परमेश्‍वारको परीक्षा होत नैयाँ, और बो अपनए कोइ कि फिर परीक्षा कर्त नैयाँ ।
\v 14 पर सब आदमी अपन खराब इच्छासे लोभसे परीक्षामे पड्त् हए ।
\v 15 तव खराब इच्छासे गर्भधारण करके पिच्छु बो पाप जन्मात हए । और पाप पुरो बढके पिच्छु बो मृत्यु लात हए ।
\p
\v 16 मिर प्यारे भैया तुम, धोखामे मत पड्ओ ।
\v 17 सबए अच्छो दान और सब सिध्द वरदान स्वर्गसे हए, जा वरदान ज्योतिको पितासे आत हए । बादलत रहन बारी छाहीँ जैसो बामे कोइ हेरफेर नैयाँ ।
\v 18 बो अपने इच्छासे सत्यको वचनसे हमके जन्म दैहए, जा हेतुसे कि हम बाको सृष्टिको एक पहिलो फराजैसो बन्‍न सिकएँ ।
\p
\v 19 मिर प्यारे भैया, जा बात जानऔ: सबए आदमी सुन्‍नमे जल्दी, बोलनमे ढिलो और दिक्कनमे मद्दो होन पणत् हए ।
\v 20 काहेकी आदमीको दिक्क परमेश्‍वारको धार्मिकता लात नैयाँ ।
\p
\v 21 जहेमारे सब खराब बात और सब दुष्टताके हटओ, और तुमर ह्रदयमे बुओ वचनके नम्रता पुर्वक धारण करओ, जौन तुमरो प्राणके उध्दार कर सिकत हए ।
\v 22 पर वचन पालन करन बारे होबओ, और सुन्‍नके अपनएके धोखा मत देबओ ।
\v 23 कोइ आदमी वचन सुन्त हए पर पालन नाए करत् हए तव, बो एक अइसो आदमी जैसो हए, जौन अपन चेहरा दरपनमे देख्त हए,
\v 24 काहेकी बो अपनएके देखत् हए और चलोजात हए, और बो कैसो रहौ करके बो तुरन्त भुल जात हए ।
\v 25 पर बो आदमी जौन स्वतन्त्रता देन शुध्द व्यवस्थाके देख्त हए और बामे लागो रहात् हए, और सुनके भुलत् नैयाँ पर काम करनबारो फिर होतहए, बो तौ अपने करे काम मे आशिष पए हए ।
\p
\v 26 अगर कोइ आदमी अपनएके धर्मी साम्झत हए, और अपन जिभमे लगाम लगात नैयाँ, तव अपन ह्रदयके धोखा देतहए तव बो आदमीको धर्म व्यर्थ हए ।
\v 27 परमेश्‍वार और पिताके अग्गु शुध्द और पवित्र धर्म जहे हए: अनाथ और विधुवानके बिनके दुःखमे रेकदेख करीओ और अपनएके संसारसे निष्कलं रखैओ ।
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 मिर भैया रेओ, प्रभु येशू ख्रीष्ट, महिमाको प्रभु उपर तुम विश्‍वास करत् हौ तुम कोइ उँचनिच मत दिखओ ।
\v 2 अगर कोइ आदमी सोनोक उगठी और अच्छो-अच्छो कपणा लगएके तुमरे सभामे आओ, और कोइ एक जनै गरीब फिर फटोफटओ कपणा लगाएके आओ तव,
\v 3 “तुम बो अच्छो कपणा लगान बारेके आदर करके, “हियाँ अच्छो ठाउँमे बैठओ" कहात हौ, और बो गरीबके चाहिँ “हुवाँए ठाढो रहौ"चहुँ “मिर पाउठिन वैठ" कहातहौ तव,"
\v 4 का तुम अपनि बीचमे उँचनिच नादिखए और खराब विचार भए नेव करन बारे नाभएका?
\v 5 मिर प्रिय, सुनओ, का परमेश्‍वार संसारके गारीबनके विश्‍वासमे धनी बनाएके बा राज्यके उत्तरधिकार होनके चुनिका नायाँ? बहे राज्य बोके प्रेम करन बारेनके बो देनके प्रतिज्ञा करीका नायँ?
\v 6 पर तुम ता गरीब आदमीनके अपमान करेहौ । का धनी तुमके अत्याचार नकरत् हय? का बे तुमके अदालतमे लैजत नैयाँ?
\v 7 का बे बहे आदरणीय नाउँको अपबाद करत् नैयाँ का, जौन नाउँसे तुम बोलावट पाए हौ?
\v 8 “अगर अपन पणोसीके अपनए कता प्रेम करओ" करके पवित्र-धर्मशास्त्रको राजकीय व्यवस्थाके नेहत्व पुरा कर्त हौ तव असलए करत् हौ ।"
\v 9 अगर तुम भेदभाव दिखत हौ तव तुम पाप करत् हौ, और व्यवस्थासे अपराधी ठैहेर्त हौ ।
\p
\v 10 । काहेकी जौन पुरो व्यवस्था पालन करत् हए पर एक बातमे चुक्त हए तव, व्यवस्थाके सब बातमे दोषी ठैहेर्त् हए ।
\v 11 “काहेकी जौन “व्यभिचार मत करए" कहिहए, बा “हत्या मत करओ" फिर कहि । और अगर तुम व्यभिचार नाए करेहौ पर हत्या करेहौ तव, तुम व्यवस्थाके अपराधी हुइहौ ।"
\p
\v 12 जहेमारे तुमर बोली और व्यवहार स्वतन्त्रताको व्यवस्था बमोजिम न्याय पानबारे जैसे होबओ ।
\v 13 काहेकी जौन आदमी कृपा करी नैयाँ, बाको न्याय कृपाविना हुइहए । कृपा न्याय उपर बिजय होत हए ।
\p
\v 14 “मिर भैया तुम, अगर कोइ आदमी “मेरे ठिन विश्‍वास हए" कए हए, पर काम नाए करेहए तव, जासे का फाइदा? का बाको विश्‍वास बाके बचाए पए हए?”
\v 15 अगर कोइ भैया या बाहिनिया फटे-फटाए कुर्ता लगाए हए, और बोके दिनको खानुको कमि हए,
\v 16 “और तुमर मैसे कोइ बोसे, शान्तिसे जाव, भरक्के बैठीए, पेट भरके खाओ" इकल्लो कएहौ, पर”
\v 17 अइसी विश्‍वास फिर काममे प्रघट हुइहए नाए तव बो विश्‍वास मरो हए ।
\p
\v 18 पर कोइ कए हए, “तुमर संग विश्‍वास हए, मिर त काम हए ।” काम बिनाको तुम्रो विश्‍वास मोके दिखओ, और मए करो कामसे मए अपन विश्‍वास तुमके दिखए हौ
\v 19 तुम विश्‍वास करत् हौ कि परमेश्‍वार एकए हए | बो अच्छो हए । भूतात्मा फिर विश्‍वास करत् हए और थरथर कामत् हँए ।
\v 20 मुरख तुमर, कामविनाको विश्‍वास व्यर्थ हए करके बातको प्रमाण चाँहत हौ?
\v 21 जब हमर पुर्खा अब्राहम अपन लौणा इसाहकके वेदीमे अर्पण करीं, तव बे कामसे धर्मी नाएठहिरे का?
\v 22 तुम देख्त हौ, कि बिनको कामके संगसंग विश्‍वास पक्को रहए, और कामसे नाए विश्‍वास पुरो भव रहए ।
\v 23 “पवित्रधर्मशास्त्रको अइसो कहान बारो वचन पुराे भव, “अब्रहाम परमेश्‍वारमे विश्‍वास करी, और जा उनके ताहिँ धार्मिकता गिनो" और बो परमेश्‍वारको संगी कहलानो ।"
\v 24 तुम देख्त हौ कि कामसे आदमी धर्मी ठाहिर्तहए विश्‍वाससे इकल्लो नाए ।
\v 25 उइसी करके राहाब ब्याभिचारिणी फिर, जब बे गुप्तचरनके सत्कार करके दुस्री डगरपठाए दै, तव कामसे बाे धर्मी ठ्हिरी नैयाँ का?
\p
\v 26 जैसी शरीर आत्मासे अलग होतए मरी होतहए, उइसी करके विश्‍वास फिर कामसे अलग होत मराे होतहए ।
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 भैया, तुमरे मैसे जाधा जनै शिक्षक मत होबओ, काहेकी तुम जान्त हौ, हम शिक्षा देनबारेनको न्याय और अग्ठो से हुइहए ।
\v 2 काहेकी हम सब तमान भुल कर्त हँए । जौन आदमी अपनए कहान बारी बातमे भुल नाए कर्त हए, बो अपन पुरी शरीरमे फिर लगाम लगान सिक्त हए, और बो सिध्द आदमी होतहए ।
\v 3 अगर घोणानके बशमे करन बिनके मुहूमे लगाम लगयहँए तव बिनको पुरी शरीरके जितए मन पणो उतै लान सिकैगे ।
\v 4 देखओ त, जहाज जो तेज हावासे चल्तहँए, बे बण-बण हँए तहुसे फिर एक छोटो पखनासे जहाज चलान बारो अपन इच्छा अनुसार जिताए मन लागो उतै लै जात हए ।
\v 5 उइसी जीभ फिर एक छोटो अङग् हुइके बणी बणी बात को अभिमान कर्त हए । देखओ, एक छोटि आगीको चिल्गीँ बणाे वनके फिर स्वाहा करदेत हए ।
\p
\v 6 जीभ फिर एक आगी हए | जा शरीरकी अङग् मैसे अधर्मको एक दुनियाँ हए ।जा पुरी शरीरके खराब कर्त हए और जीवनको पुरी क्रममे आगी लगए देत हए और नरक कि आगीमे बो जल्त हए।
\v 7 सब किसिमके पशुपक्षी, घिस्रनबारे जन्तु और समुद्रके जीवजन्तुनके तह लगाए सिक्त हए, और आदमी जातिनसे तह लगो हए ।
\v 8 पर जीभके कोइ आदमी तह नाए लगा पाई हँए । खराब विषसे भरो जा चन्‍चल दुष्ट हए ।
\v 9 । जा से हम प्रभु और पिताको प्रशंसा कर्त हए, और जहे से परमेश्‍वारके रुपमे बने भए आदमीनके हम सराप्त हँए ।
\v 10 एकए मुहुसे आशिर्बाद और सराप निकर्त हए | मीर भैयओ, अइसो नए होनके हए ।
\v 11 का पानीको मूलसे एकए नलसे मीठो और तीतो पानी निकर्त हए का?
\v 12 मेरे भैयओ, का गुलरके हाँगासे जैतुन और दाखके हाँगामे गुलरके फरा पाए हए का? तीतो पानीके मूलसे मीठो पानी ननिकार हए।
\p
\v 13 तुमर मैसे बुध्दिमान और ज्ञानी कौन हए? अपन अच्छो जीवनसे बुध्दिको नम्रतामे बो अपनो काम दिखाबए ।
\v 14 अगर तुमरे ह्रदयमे कपट और स्वार्थी अभिलाषा हए तव जा बातमे घमण्ड मत करओ, और सत्यके झुठो मत बनओ ।
\v 15 जा बुध्दि स्वर्गसे आनबारी बुध्दि नैयाँ । पर जा त संसारिक, आत्मिक नाय और शैतानिक हए ।
\v 16 काहेकी जहाँ दिक्क और स्वार्थपूर्ण अभिलाषा होतहए, हुवाँ भाँडभैलो और सब मेल, मेलक भ्रष्ट काम होतहए ।
\v 17 पर जौन बुध्दि स्वर्गसे आत हए बो पहिले शुध्द होतहए, तव बो शान्तिप्रिय, कोमल, बिचारशील, कृपापूर्ण और अच्छो फरासे भरो, पक्षपातरहित और कपटरहित होतहए ।
\v 18 शान्ति कायम राखनबारे शान्तिमे बोतहए, और बे धार्मिकताको फसल बटोर्त् हए ।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 तुमरे बीचमे लडाइँ और झगडा कौन बात ल्यातहए? का जा सब तुमर शरीरको अगंमे सङर्ष करन बारे अभिलाषासे का नाआए?
\v 2 तुम इच्छा कर्तहौ, पर तुम पात नैयाँ । तुम हत्या कर्तहौ और लोभ कर्तहौ, पर पात नैयाँ । तुम झगडा कर्तहौ और लडाइँ कर्तहौ | तुमरे संग होत नैयाँ, काहेकी तुम परमेश्‍वारसे नाय मगत ।
\v 3 तुम मगत हौ पर पात नैयाँ, काहेकी अपन अभिलाषा पुरा करन् के गलतसे मगतहौ ।
\p
\v 4 व्यभिचारी आदमीओ, संसारसंगको मित्रता परमेश्‍वारसँगको शत्रुता हए कहिके कहान बाली बात का तुमके पता नैयाँ? जहेमारे जो संसारसे संगी होन चाहत हए बो अपनएके परमेश्‍वारको शत्रु बनात हए ।
\v 5 का तुम जा सम्झतहौ, कि पवित्र-शास्त्र व्यर्थमे अइसो कहिहए, हमरमे परमेश्‍वार धरी आत्माके ताहिँ बो बहुत दीक करत हए,
\v 6 पर बा बहुत अनुग्रह देतहए? जहेमारे पवित्र-शास्त्र अइसे कहात हए, “परमेश्‍वार अभिमानीनको बिरोध करत् हए, पर नम्रनके अनुग्रह करत् हए ।”
\p
\v 7 जहेमारे अपनएके परमेश्‍वारके अधीनमे धरओ । दियाबलसकि विरोध करओ, तव बो तुमर मैसे निकरके भजैगो ।
\v 8 परमेश्‍वारके ढिगैँ आओ, और बा तुमरे ढिगै अबैगो । पापीओ! तुम अपने हात चोखो करओ दुई मनके आदमीओ! तुम अपने ह्रदय शुध्द करओ ।
\v 9 दु: खी होबओ, शोक करओ, और रोबओ | तुमर हँसी शोकमे, और तुमरो आनन्द उदासमे बदलए ।
\v 10 प्रभुके ठिन अपनएके विनम्र बनाबओ, और बा तुमके उचो बनाबैगो ।
\p
\v 11 भैयाओ, एक दुसरेके बिरुध्दमे खराब बात मत कहाबओ, औ अपन भैयाके दोष लगात हए बो व्यवस्थाके बिरुध्दमे कहात हए, और बो व्यवस्थाको दोष दिखत् हए । अगर तुम व्यवस्थाको दोष दिखात हौ तव त तुम व्यवस्था बमोजिम चल्नबारे नयहँ, पर व्यवस्थाके न्याव करनबारे हुइगए ।
\v 12 व्यवस्था देनबारो न्यायकर्ता त एकए हए, जौन बचान और नाश करन् फिर सिक्तहए पर अपन परोसिक दोष लगान बारे तुम कौन हौ?
\p
\v 13 “आज और कल हम फलानो सहेरमे जयहए, हुवाँ एक वर्ष बितए हँए और व्यापार करके नाफा करेहँए”
\v 14 कहानबारे अब सुनओ, कल का हुईहए तुम नाए जन्तहौ । तुमरी जिन्दगी का हए? तुम त् धुवाँ हौ, जो यघरी दिखातहौ, और हरए जात हौ ।
\v 15 जा के बदलामे त तुमके अइसो कहान रहए, “अगर परमेश्‍को ईच्छा हुइहए तव हम बचंगे और अइसे उइसे करंगे ।”
\v 16 पर हबए तुम अ-अपन शेखीमे धाक लागतहौ । अइसो सब शेखी खराब हए ।
\p
\v 17 जहेमारे जौन भलाइ करन् जानके फिर नाए कर्तहए बो पाप कर्तहए ।
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 धनी आदमी! सुनओ, तुमरे उपर आए पणन बारे कष्टनके ताहिँ रोबओ और विलाप करओ ।
\v 2 तुमर धन सड़ो हए, और तुमर लत्ता किरक् खबो हए ।
\v 3 तुमर सोनो चांदीमे काइ लागो हए, और बहे काइ तुमर बिरुद्धमे साक्षी हुइ हए, और आगी हानी तुमर शरीर खए हए | तुमर ताहीँ दिन के धन जम्मा करे हौ ।
\v 4 । जौंन खेतके आदमी तुमर खेत को बालि काटी हए, बो धोका बाजी करके नाए दै तुमारो ज्याला कहैगो, और बो बालि काटन बालेक पुकार सेना को परमप्रभु को कान तक पुगो हए ।
\v 5 तुम जा पृथ्वीक सुख विलास और मोजमज्जा मे मस्त हुइके बैठे हौ ।
\v 6 तुमर विरोध नाए करन बारे धर्मात्माके दोषी ठहराईके तुम मारे हौ
\v 7 जहेमारे भैया रेओ, प्रभु को आगमन नाए होन तक धैर्य धारण करओ । देखओ भूमीक बहुमुल्य फल को आशा करके तुम अग्गु और पिच्छुक बर्ष नाए होनतक धैर्य धारण करके आसरा देखत रहात हएँ ।
\v 8 तुम फिर धैर्य धारण करओ ।अपन हृदयके स्थिर करओ, काहेकी प्रभुको आग्मान ढिॅगै आइगव हए ।
\v 9 भैया रेव एक दुसरे के बिरुद्ध मे गनगन मत करओ, नत् तुम दोषी ठहरैगे, देखओ न्याएकर्ता फाटक मे हए ।
\v 10 भैयओ, कष्ट भोग और धैर्यको उदहारण कैसे होन पाडत् हए, सो प्रभुक नाउमे मस्कन बारे अगमवक्ता के देखओ ।
\v 11 देखओ धैर्य धारण करन बारेके हम धन्यको काहत हँए, अय्युबको स्थिरताके बारेमे सुने हौ, और प्रभुके अभिप्राय देखे हौ, कि प्रभु कित्तो करुणामय और कृपालु हए ।
\p
\v 12 “मिर भैया तुम सब से अग्गु स्वर्गको या पृथ्वीको और कोइ बात को कसम मत खाओ, पर दोषी ठहरनके तुमर 'हए' त 'हए' और “नाय" - त “नाय" होबए ।"
\p
\v 13 का तुमर मे कोइ कष्ट भोगत हय? बो प्राथना करए । का कोइ आन्दित हए? बो प्रशंसाको गित गाबए ।
\v 14 का तुमर मैसे कोइ बिमार हए? बो मण्डलीके एल्डरके बुलाबए । बे प्रभुके नाउँमे बोके तेलसे अभिषेक करके बोकि ताहिँ प्रार्थना करए ।
\v 15 और विश्‍वासको प्रार्थना से बेमारिक बचए हए ।, और प्रभु बोके अच्छो बनाए हए, और अगर बो पाप करी हए कहेसे बोके क्षमा हुइहए ।
\v 16 जहेमारे एक दुसरे संग अपन अपन पाप स्वीकार करओ । तुम अच्छो होन ताहिँ एक दुसरे के ताहिँ प्रार्थना करओ । धार्मि आदमी को प्रार्थना शक्तिशली और प्रभावशाली होतहए ।
\v 17 एलिया फिर त हाम्री हानि स्वभाव भव आदमी रहए । बे पानी नाए बर्षए कहिके भक्ति साथ् प्रार्थना करिरहए और तिन बर्ष छ महिना तक पृथिवीमे पानी नए बर्षओ ।
\v 18 बो फिर प्रार्थना करी, और बादर से बर्षा हुइगओ, और जमिन उब्जनी दै ।
\p
\v 19 मिर भैया रेव, अगर तुमर मैसे कोइ सत्य से भडकके जात कोइ बाके घुमाएके लिअए हौ कहेसे ।
\v 20 बो जानए कि जौन आदमी पापी बोके गलत डगरसे घुमाएके लाबैगो, मृत्यूसे बचाबैगो और अनगिन्ती पापके तोपैगो ।

149
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\id 1PE
\ide UTF-8
\h पत्रुसको पहिलो चिठ्ठी
\toc1 पत्रुसको पहिलो चिठ्ठी
\toc2 पत्रुसको पहिलो चिठ्ठी
\toc3 1pe
\mt पत्रुसको पहिलो चिठ्ठी
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 येशू ख्रीष्टको प्रेरित पत्रुससे पोन्टस, गलातिया, कापाडोकिया, एशिया और बिथिनिया भर निर्वासित भए बिगदे भएनके,
\v 2 येशू ख्रीष्टको आज्ञापालन और बाको खुनको छिटाके ताहिँ पवित्र आत्मासे शूद्द हुइके परमेश्‍वर पितासे बाको पुर्वज्ञान अनुसार चूनेभएनके: अनुग्रह और शान्ति प्रशस्त होत जाबए ।
\p
\v 3 परमेश्‍वर और हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता धन्यको होबए! बाको बडो दयासे मरके येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे एक वचोभव आशाके ताहिँ हम नयाँ करके जन्मे हए ।
\v 4 स्वर्गमे तुमर ताहिँ बचाइके धरे भए उत्तराधिकार खतम नाहोनबारे, बहुत शुद्द और नाऔलियान बारे किसिमके हँए ।
\v 5 आखिर समयमे प्रकट होनबालि मुक्तिके ताहिँ तुम विश्‍वाससे परमेश्‍वरको शक्तिसे सुरक्षित बनेहओ
\v 6 तुम जहे बातमे खुशी हौ, पर हबए थोरी समयके ताहिँ तुमए तमान किसिमके कष्ट भोगन पड़हए ।
\v 7 आगीसे खारो पर नाश हुइके जानबारो सोनेसे फिर तुमर विश्‍वास जद्धा मोलको हए । तुमर जा विश्‍वास त सच्चो प्रमाणित होबए, और येशू ख्रीष्ट प्रकट होबएगो तओ प्रशंसा, महिमा और आदरको योग्य बनए ।
\v 8 तुम नादेखे तहुं फिर बाके प्रेम करतहौ । बाके तुम हबए ना देखेहौ, तंहु फिर बाके उपर विश्‍वास करतहौ और बयान करन नसकन बारी महिमासे भरपुर आनन्दमे तुम बहुत खुशि हओ ।
\v 9 तुमर विश्‍वासको परिणामसे तुम अपनो आत्माको मुक्तिकी पात हौ ।
\p
\v 10 तुमरे ताहिँ होन आनबारो अनुग्रहके बारेमे अनुग्रहके अगमवाणी बोलन अगमवक्ता जहे मुक्तिक ढुणि और तलास करी रहए ।
\v 11 बिनके भितर होनबारो ख्रीष्टको आत्मा ख्रीष्टके कष्ट और बाके पिच्छु आनबारो महिमाको भविष्यवाणी करतपेती देखाओ भव समय और परिस्थितिके बारेमे बे ढुणी रहए ।
\v 12 बिनके जा प्रकट करोगव रहए, कि बे अपनो ना, पर तुमर सेवा करत रहँए । जे बात स्वर्गसे पठाओ भव पवित्र आत्मासे तुमके प्रचार भव सुसमाचार सुनानबारेनसे अब तुमके बताओ भव स्वर्गदुत फिर जा बातके देखन बहुत इच्छुक हँए ।
\p
\v 13 जहेमारे अपन मन बाँधओ, धैर्य हबओ और येशू ख्रीष्ट प्रकट होतपेति तुमरे ठिन आन बारो अनुग्रहमे तुमरो आसरा पूरो मनसे धरओ
\v 14 आज्ञाकारी बालक जैसो होनके कारन अग्गुको नजानन बरो अवस्था खराब इच्छामे तुम मत लगओ ।
\v 15 पर तुमके बुलान बारो जैसो पवित्र हए, तुम फिर अपनी जीवनके सब रहन सहनमे पवित्र होबओ,
\v 16 काहेकी जा लिखो हए, “तुम पवित्र होबओ, काहेकी मए पवित्र हओ ।”
\p
\v 17 जौन हरेक आदमीनको बाकी कामजैसो उचनीच ना करके इन्साफ करनबारोके पिता कहिके पुकारत हए, तव तुमरो मैजल (सफर) को पुरो समय आदरसे बिताओ ।
\v 18 तुम जानत हौ, कि अपन पिता-पुर्खासे आओ व्यर्थके चीजसे, सोनो और चाँदी जैसो नाश होनबारो चीजके दाम तिरके तुम ना छुटे?
\v 19 पर निष्खोट और निष्कलंक थुमाको जैसो ख्रीष्टको अनमोल खुनसे दाम तिरके छुटाएगए हौ ।
\v 20 बा सृष्टि होनसे अग्गुयए नियुक्त रहए, पर तुमर ताहिँ समयके अन्तमे प्रकट भव ।
\v 21 बा से परमेश्‍वर उपर तुमरो भरोसा हए, जौन ख्रीष्टके मृतकसे जिन्‍दा करके महिमा दै, ताकि तुमरो विश्‍वास और आशा परमेश्‍वरमे रहबए ।
\p
\v 22 अब सत्यके पालनसे तुम अपनएके शुध्द करो भव कारनसे अपने ददाभैयनके झुटो प्रेम मत करओ, और हृदयसे एक दुसरेके गहिरो प्रेम करओ ।
\v 23 परमेश्‍वरको जीवित और सदामान रहनबारो वचनसे, विनाशी ना पर अविनाशी वीर्यसे तुम नयाँ करके जन्मे हौ ।
\v 24 काहेकी, “सब प्राणी घाँस जैसे हए और बिनको सब मानसम्मान घाँसको फुला जैसो हए । घाँस मरझाए जातहए, और फुला झरजात हए,
\v 25 पर प्रभुको वचन सदामान बनोरहात हय | और तुमके प्रचार करो भव सुसमाचारको वचन जहे हए ।
\c 2
\cl अध्याय 2
\p
\v 1 जहेमारे सब दुष्टता, सब छल-कपट और इर्ष्या, और सब बदनामिसे धुर रहाबओ |
\v 2 नयाँ जन्मे बालकन जैसो शुध्द आत्मिक दुधको प्यासे होबओ, और बासे तुम अपन मुक्तिमे बढत् जाए सकत हओ ।
\v 3 काहेकी प्रभु कृपालु हए कहिना बारी बातकि स्वाद तुम पाएगए हौ ।
\p
\v 4 बाके ठिन जाओ, जौन जिन्दा पत्थर हए । आदमीनसे इन्कार भव, पर परमेश्‍वरके नजरमे बा चुनो भव और बहुत मोलको हए ।
\v 5 तुम फिर येशू ख्रीष्टसे परमेश्‍वरके नजरमे ग्रहणयोग्य आत्मिक बलिदान चढ़ानबारे पवित्र पुजारीके ताहिँ जिन्दा पत्थर कता आत्मिक घर बनत जाओ ।
\v 6 काहेकी धर्मशास्त्रमे कहोगव हए, “देखओ, सियोनमे मए एक छानोभव और बहुत मोलको कोनेक पत्थर बैठएहौ, और जौन बाके उपर विश्‍वास करहए बाके शरमान ना पणैगो ।”
\p
\v 7 जहेमारे तुम जो विश्‍वास करत हौ, तुमरे ताहिँ त बा बहुत मोलको हए, पर विश्‍वास नकरन बारेनके ताहिँ त, “जौन पत्थरके भवन बनान बारे रद्द करी बहए कोनेको खास-पत्थर बनो ।”
\p
\v 8 और, “एक पत्थर, जौन आदमीनके ठक्कर लगात हए, एक चट्टान, जौन बिनके गिराए देत हए ।” काहेकी बे वचन पालन ना करत हए, और गिरजात हँए । बिनके ताहिँ अइसी होन लिखो हए ।
\p
\v 9 पर तुम त चुनेभए वंश, राजकीय पुजारी, पवित्र जाति, परमेश्‍वरके अपने प्रजा हौ । बा तुमके अन्धकारसे बाकी अचम्मोकी ज्योतिमे लाइहए, ताकि तुम बाके अचम्मोक कामके घोषणा कर सकौ ।
\v 10 एक चोटी तुम प्रजा ना रहौ, पर अब तुम परमेश्‍वरके प्रजा भए हौ । एक चोटी तुम कृपा ना पाए रहौ, पर अब तुम परमेश्‍वरसे कृपा पाएहौ ।
\p
\v 11 प्रिय हो, मए तुमके बिन्ती करत हौ, कि विदेशी और प्रवासी हौ कहिके जानके तुमर आत्माके बिरुध्दमे लडाई करनबारे शरीरके अभिलाषासे अलग रह्बाओ ।
\v 12 अन्यजातिनके बीचमे तुमरो चालचलन अच्छो होबए । कोइ तुमके कुकर्मी करके तुमरे बिरुध्दमे बोलसे फिर बे तुमरो असल काम देखए, और आनबारे दिनमे बे परमेश्‍वरको महिमा करए ।
\p
\v 13 प्रभुके ताँही आदमीके हरेक शासनके अधीनमे बैठओ, चहु बा सर्वोच्च राजाको होबए,
\v 14 औ हाकिमको होबए, जौ खराब काम करनबारेनके दण्ड देन और अच्छो काम करनबारेनके प्रशंसा करन बासे खटाए भए होथँए ।
\v 15 काहेकी परमेश्‍वरकी इच्छा जहे हए, कि अच्छो करके हि तुमके मुरख आदमीनको अज्ञानताके चुप करान पणत हए ।
\v 16 स्वतन्त्र आदमी कता जीवन बितओ स्वतन्त्रके खराब काम करन बहाना मतबनाओ, पर परमेश्‍वरके दास कता हुइके चलओ ।
\v 17 सब आदमीनके आदर करओ ।भैयाबन्धुनके प्रेम करओ । परमेश्‍वरसे डरओ । राजाको आदर करओ ।
\p
\v 18 कमैयौं रेओ, पुरो आदरसे अपन मालिकके अधीनमे बैठओ । तुमरे उपर दयालु और भलेनके अधीनमे इकल्लो ना, पर निर्दयीनके अधीनमे फिर ।
\v 19 परमेश्‍वरके सम्झके कोइ आदमी अन्यायसे भरो कष्ट सहेत हए तव बा परमेश्‍वरमे आदरनिय हए ।
\v 20 काहेकी तुम खराब काम करके पिटाइ खातपेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जामे बडि बात का हए तव? पर तुम अच्छो करके फिर दु: ख भुगतत पेति धिरजसे सहेतहौ कहेसे जा परमेश्‍वरमे ग्रहणयोग्य होथए ।
\v 21 काहेकी तुम जाहएके ताहिँ बुलाए गए हौ । ख्रीष्ट फिर तुमरे ताहिँ कष्ट भोगी, और तुमरे ताहिँ एक उदाहरण छोडि हए, और तुमके बहएकि डगरमे नेगन पणैगो ।
\v 22 “बा कोइ पाप ना करी, और बाको मुहुसे कोइ छलकि बात ना मिलओ ।”
\q1
\v 23 बे बाके अपमान करी तहु फिर बा बदला ना लै । दु: ख भुगतत पेति बा धम्की ना दै । पर ठिक न्याय करनबारो उपर बा भरोसा करी ।
\q1
\v 24 हम पापके ताँही मरे धार्मिकताके ताँही जिमए कहिके बा क्रूसमे अपनीए शरीरमे हमर पाप बोकी । बाके चोटसे तुम अच्छे भए हओ ।
\v 25 काहेकी तुम भेडा कता तितर बितर रहौ, पर अब तुम आत्माको गयाँरो (चरबाह) और देखभाल करनबारो ठिन घुमके लौट आए हौ ।
\c 3
\cl अध्याय 3
\p
\v 1 बैयरओ, तुम फिर अपन पतिनके अधीनमे रहबओ, और अइसी तुम वचन पालन नकरनसे फिर अपन बैयरनको ब्यबहारके कारण शब्दबिना फिर बिनको मनको परिवर्तन हुइ सक्तहए ।
\v 2 तुमर जीवनको शुध्दता और भक्ति देखके बिनको परिवर्तन हुइहँए ।
\v 3 बारको सिङगार, सोनेके गर गहना और महङ्गि कपडासे तुमरो बाहिरी सिङगार पटार ना होबए ।
\v 4 तुमरो भितर हृदयके भलो और शान्त आत्माको अविनाशी रत्‍नसे सजाओ, जो परमेश्‍वरके नजरमे बहुत मोलको हए ।
\v 5 काहेकी जहे किसिमसे अग्गुअग्गु परमेश्‍वरमे आशरा करनबारी पवित्र बैयर फिर सिङगार करत रहँए, और अपन लोगाके अधीनमे बैठत रहए ।
\v 6 सारा हानि, जौन अब्रहामके स्वामी करके बाको आज्ञापालन करत रहए, अगर तुम अच्छो काम करएगे और कोइ बातमे ना डराबैगे तव तुम बहएकी लौड़िया होबएगे ।
\p
\v 7 जैसए लोगओ रेओ, अइसीयए करके अपन बैयर संग सोचबिचार करके बैठओ, और बैयरके कमजोर मानके आदर करओ, काहेकी तुम जीवनको अनुग्रहक साझेदार हव, जा हेतुसे कि तुमर प्रार्थनामे बाधा ना पड्ए |
\v 8 अन्तमे तुम सबए मे आत्माको एकता रखओ, एक दुसरेके दया दिखबो, ददा-भैयाको प्रेम करओ, मुलायम हृदयके होबओ, और नरम मनके होबओ ।
\v 9 खराबीको बदला खराबी नाकरनबाले, अथवा अपमानको बदला अपमान नाकरनबाले, बरु बाके सट्टामे आशिष देनबारे होबओ, काहेकी जहे के ताहिँ तुम बोलए गएहौ, कि तुम आशिष पाएजाओ ।
\v 10 काहेकी, “जौन जीवनके प्रेम कर्त हए, और अच्छे दिन देखन चाहँतहए, बा अपन जिबके खराबीसे और अपन ओठके झुँटी बात बोलनसे अलग रखाए |
\v 11 बा खराबीसे घुमके अच्छो करए, बा शान्तिकी खोजी करए और बाके पिछु लागए ।
\q
\v 12 काहेकी परमेश्वरके नजर धर्मात्मानके उपर रहात् हए, और बाके कान बिनको प्रार्थना घेन खुला रहत् हँए, पर परमप्रभुको मुहू खराबी करनबारेके बिरुध्दमे होत हए ।”
\p
\v 13 अगर तुम भलाईके ताहिँ उत्साहित हौ तव तुमरो खराबी करन बारो कौन हए?
\v 14 पर धार्मीकताके खातिर दु: ख भुकतन पड्हए कहेसे तुम धन्यके ह ।| बिनकि धम्कीमे डर मतमानौ, और भयभित मत होबओ |
\v 15 पर ख्रीष्टके प्रभु मानके तुमर हृदयमे बाको विश्‍वास करओ | तुमर हृदयमे भव आशाके बारेमे कोइ सोधपुछ करए बाको जबाफ देन सदिमान तयार बैठओ, पर बा काम धिरज और विश्वाससे करओ |
\v 16 तुमरो दिमाकके शुध्द रखओ ताकि तुमर बिरोधमे बोलन और ख्रीष्टमे तुमर चालचलनके निन्दा करनबारे लज्जीत होमए |
\v 17 अगर परमेश्वरकि इच्छा हए तव, खराबी करके दु: ख भोगनसेता भलाई करके दु: खए भोगनके अच्छो हए |
\v 18 काहेकी हमके परमेश्‍वरके ठिन लान ख्रीष्ट फिर पापके ताहिँ सदाके ताहिँ एकए चोटी मरो हए बा शरीरमे मारोगओ- धर्मी आदमी अधर्मीनके ताहिँ- पर आत्मासे जिन्दा भव ।
\v 19 जहे आत्मामे बा गव और कैदमे पणे आत्मनके फिर प्रचार करी |
\v 20 बे आत्मा पुराने समयमे आज्ञापालन नाकरीँ, जब नोआके समयमे जहाज बनातपेति परमेश्‍वर धिरज करके असियान डटो रहए | बा जहाजमे थोरी अथवा आठ जनै इकल्ले पानीसे बचाए गए |
\v 21 जहे पानी बप्तिस्माको एक रुप हए, जौन तुमके बचात हए, जा शरीरको मैल हटाओ जैसो ना, पर सुध्द विचारके ताहिँ परमेश्‍वर घेनको एक प्रतिज्ञा हए । जा मरोसे येशू ख्रीष्टको पुनरुत्थानसे तुमके बचात हए ।
\v 22 बा स्वर्गमे गओ और स्वर्गदुत, अधिकार और शक्तिके वशमे करके परमेश्‍वरके दहिना हात घेन बिराजमान हए ।
\c 4
\cl अध्याय 4
\p
\v 1 जैसी ख्रीष्ट शरीरमे दु: ख भोगी, उइसी तुम फिर बहे किसिमको विचार धारण करओ, काहेकी जौन शरीरमे दु: ख भोगी होथए, बा पाप करनके छोड्थए ।
\v 2 अइसे बा अपन जीवनको बचोभव समय फिरसे आदमीको कुइच्छामे ना, पर परमेश्‍वरके इच्छामे बितात हए ।
\v 3 बितेके दिनमे अन्यजाति करिँ कता तुम व्यभिचार, कुवासना, मधपान, मोजमज्जा, पियक्कडपन और घृणित मुर्तिपुजामे बहुत समय बिताए |
\v 4 तुम बिनके संग खराबीकी डगरमे नानेंगो भओ देखके बे छक्क पणतहँए और तुमरो बिजरो बतकातहँए |
\v 5 पर जीन्दा और मरेनके न्याय करन तयार होनबारोके बिनके लेखा देन पणैगो|
\v 6 जहेमारे मरेनके फिर सुसमाचार सुनाई, ताकि बे आदमीनहानि शरीरमे इन्साफ पाएसे फिर आत्मामे बे परमेश्वर जैसे जिमए |
\v 7 सब बातकी अन्त जौनिंयए आएगओ हए | जहेमारे अपन प्रार्थनाके ताहिँ शुध्द मनके और सचेत हुइराहबओ |
\v 8 सबसे जद्धा एक-दुसरेक उपर तुमर प्रेम अटल रहबए | काहेकी प्रेम बहुत पापके तोपतहए|
\v 9 विना गनगनाइके एक दुसरेके अथितिसत्कार करओ|
\v 10 जौन जैसो वरदान पाओ हए, परमेश्वरके अनुग्रहके अलग-अलग वरदान पाए भए कारीगरकता बे एक-दुसरेके ताहिँ प्रयोग करओ |
\v 11 अगर कोइ बोल्तहए तव, परमेश्वरको वचन बोलो जैसो बा बोलए | अगर कोइ सेवा कर्तहए तव परमेश्वरकी दैभई शक्तिसे बा सेबा करए, जा कारणसे कि सब बातमे येशू ख्रीष्टसे परमेश्वरएकी प्रशंसा होबए | बहएके महिमा और पराक्रम सदासर्वदा होबए | आमेन |
\v 12 प्रिय हो, तुमके जाँच करनबारो अग्निसमान परिक्षा तुमरे उपर आत कोइ अचम्मि बात कता तुम छक्क मतपणओ |
\v 13 पर ख्रीष्टके कष्ट-भोगमे सहभागी होत रमाओ, ताकि बाको महिमा प्रकट होत तुम फिर आनन्दित और खुशी होन सिकओ |
\v 14 अगर ख्रीष्टके नाउँमे तुम निन्दित हुइहौ कहेसे तुम धन्यके हौ | काहेकी महिमाको और परमेश्वरको आत्मा तुमरे उपर रहात हए |
\v 15 पर तुम मैसे कोइ फिर हत्यारा, अथवा चोर, अथवा खराबी करनबारे, अथवा दुसरेके काममे हात डारनबारे कता दु: ख मतभोगओ |
\v 16 पर कोइ ख्रीष्टियान होनके कारण दु: ख भोगत् हए कहेसे बा शरम ना मानए, पर बहे नाउँमे बा परमेश्वरके महिमा देबए |
\v 17 काहेकी न्याय परमेश्वरएके परिवारसे सुरु होनके समय आओ हए, और अगर जा हमैसे सुरु भवहए तव परमेश्वरको सुसमाचार ना मानन बारेनको अन्त कैसो हुइहए?
\v 18 और, “अगर धर्मी जनको उध्दार कठिनसे होतहए कहेसे अधर्मी और पापीकी गति का हुइहए?”
\p
\v 19 जहेमारे परमेश्वरको इच्छाअनुसार दु: ख भोगनबारे भलाइ करँए और बे अपन आत्मा विश्वासयोग्य सृष्टिकर्ता के सौँपएं|
\c 5
\cl अध्याय 5
\p
\v 1 ख्रीष्टक कष्टको गवाही प्रकट होनबारो महिमाके सहभागी भएके नातासे और एक संगी- एल्डरके हैसियतसे तुमर मैसे एल्डरनके मए बिन्ति करतहौ |
\v 2 तुमरे रेखदेखमे धरो परमेश्वरको बगालके देखभाल करओ | कर से नाए पर अपने मनसे धनकी लोभसे ना पर हौँससे,
\v 3 तुमरे जिम्मामे रहान बारेनके उपर अधिकार जमाएके ना, पर बगालके ताहिँ उदाहरण हुइके |
\v 4 और जब खास बक्रेरा (गोठालो) प्रकट हुइहए तव तुम महिमाको ना अइलान बारो मुकुट पाबैगे|
\v 5 उइसी करके जवानओ, बूढेपाखेनके अधीनमे बैठओ । एक-दुसरेके अधीनमे रहिके तुम सब नम्रताको लत्ता धारण करओ । काहेकी, “परमेश्‍वर घमण्डिनको बिरोध करत हए, पर झुकनबारेनके अनुग्रह करत हए ।”
\p
\v 6 जहेमारे अपनाए परमेश्‍वरके शक्तिशाली बाहुलितरे विनम्र बनाबाओ, और बा उचित समयमे तुमके उचो बनाबैगो ।
\v 7 तुमरो सारा फिक्री बाके सौँपदेओ, काहेकी बा तुमर वास्ता करतहए ।
\p
\v 8 सचेत रहाओ, जागे रहाओ, तुमरो शत्रु दियाबलस कौनके पामौँ और खाए डारौँ करके गुर्रान बारो सिंहझैँ कत्ता ढुणत् फिरत हए ।
\v 9 विश्‍वासमे बलवान हुइके बाको विरोध करओ, काहेकी संसारभर तुमरे ददाभैयानके फिर अइसीए कष्टको महसुस करन पणनडटो हए
\v 10 सबए अनुग्रहक परमेश्‍वर ख्रीष्टमे अपन सदा रहानबारो महिमाक ताहिँ तुमके बुलाई हए । तुम कुछ देर कष्ट भोगके बहए तुमके फिर नयाँ बनाबैगो, स्थिर करैगो और शक्तिशाली बनाबैगो ।
\v 11 बहएक पराक्रम और शक्ति सदासर्वदा होतरहबए । आमेन ।
\p
\v 12 विश्‍वासयोग्य भैया सिलासके जा छोटो पत्र लिखत हौ । ज्ञान देत मए जा घोषणा करन डटोहौ, कि परमेश्‍वरको सच्चो अनुग्रह जहए हए । जामे तुम पक्को हुइके खडा होबओ ।
\p
\v 13 बेबिलोनमे भै तुमरी जैसी छनिक कारण, और मिर लौड़ा मर्कूस फिर तुमके अभिबदान पठाई हए|
\v 14 एक दुसरेके प्रेमको चुमनसे अभिबादन करओ । ख्रीष्टमे भए तुम सबके शान्ति ।

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\id REV
\ide UTF-8
\h यूहन्‍नाके भव प्रकाश
\toc1 यूहन्‍नाके भव प्रकाश
\toc2 यूहन्‍नाके भव प्रकाश
\toc3 rev
\mt यूहन्‍नाके भव प्रकाश
\c 1
\cl अध्याय १
\p
\v 1 परमेश्‍वर अपन सेवकनके अब जल्दी होन बारी बात प्रकट करिभई जा येशू ख्रीष्टको प्रकाश हय। बा अपन स्वर्गदुत पठाएके जा बात अपन सेवक यूहन्‍नाके प्रकट करी ।
\v 2 परमेश्‍वरको वचनके सम्बन्धमे अपन देखी भई सब बात और येशू ख्रीष्टके बारेमे यूहन्‍ना गवाही दै हय।
\v 3 अगमवाणीको जा वचन जौन उँचे स्वरमे पढत हय और सुनत हय और बामे लिखोभव बात पालन करत् हए, बा आदमी धन्यको हय। काहेकी समय जौने हए ।
\p
\v 4 यूहन्‍नासे एशियामे भए सात मण्डलीनकेः जो हए, जो रहए और जो आबैगो, और बासे अनुग्रह और शान्ति, और बाको सिंहासनको अग्गु भए सात आत्मा,
\v 5 और येशू ख्रीष्टसे, जो विश्‍वासयोग्य गवाही हय, मरेनके बीचमैसे पहिले जिन्दा भव, और पृथ्वीके राजानके शासक हय, बा जौन हमसे प्रेम करत हय और बाको रगतसे हमके हमर पापसे स्वतन्त्र करदई।
\v 6 बा हमके एक राज्य बनाई हय, और बाको पिता और परमेश्‍वरके ताहीं पुजारी, जौनके महिमा और शक्ति सदामान होबए। आमेन।
\p
\v 7 देखओ, बा बादरमे आए रहोहए, और हरेक आँखी बाके दिखेहँए, बाके घोंचनबारे फिर। और पृथ्बीके सब कुल बाके कारन बिलाप करेहएँ। अइसी होबए, आमेन।
\v 8 “अल्फा और ओमेगा महिं हौं,” सर्वशक्तिमान् परमप्रभु परमेश्‍वर कहात हए, “बा जो हए, जो रहए और जो आनबारो हए।"
\p
\v 9 मए तुमरो ददा यूहन्‍ना और जौन राज और कष्टमे धैर्यसंग सहनशिलता जौन येशूमे रहय, तुमरसंग परमेश्‍वरको वचन और येशू ख्रीष्टको गवाहीके ताहीं मए पत्मोस कहन बारो टापूमे रहौं।
\v 10 प्रभुको दिनमे मए आत्मामे रहौं। और मय मेरो पिच्छु तुरहीको जैसो एक जोणको आवाज सुनो,
\v 11 बा कही, “तय जो देखत हय, सो एक किताबमे लिख और सातओं मण्डलीनके औ एफिसस, स्मुर्ना, पर्गामम, थिआटिरा, सार्डिस, फिलाडेल्फिया, और लाउडिकियाके पठा।”
\v 12 कौनको आवाज मिरसंग आयरहो हय कहिके मए पिछु घुमो और मय सात सोनेके सामदान देखो।
\v 13 और सामदानके बिचमे आदमीको पुत्र जैसो पओंतक लम्मो कपडा लगाओ भव और छातीके आसपास सोनोको पेटी लगओ भव एक जनी हुँवा रहय।
\v 14 बाको मुँड और बार ऊन और पालो जैसो सेतो, और बाको आँखी आगीको ज्वाला जैसी रहएँ।
\v 15 बाके पाउँ आगीको भट्टी मे खारके चिल्कन बारो काँसो जैसो रहए, और बाको सोर त लणुरा आन बारो पानीको बाढ जैसो आवाज रहए।
\v 16 बाको दहिना हातमे सात तारा रहएँ, और बाको मुहुँसे एक धारबारो दोने पार धार भव तरवार निकरो रहए । बाको मुहूँ दिनको तेज जैसो चमकत रहए।
\v 17 जब मए बाके देखो, तव मए अध्मरा आदमी जईसो हुइके बाके पाओमे पणिगओ। तव बा अपन दहिना हात मिर उपर धरी और कहि, “मत डराबै ।" सुरु और अन्त महीं हौं ।
\v 18 मय जिन्दा हौं । मए मरो रहौं, पर देखओ, मए सदाके ताहिँ जिन्दा रहङ्गो, और मृत्यु और पतालके चाबी मिरसंग हए।
\v 19 जहेमारे, जो अभे हए, और जाके पिछु जो आबैगो तुम जो देखे हौ, सो लिखओ
\v 20 मिर दहिना हातमघेन तुमर देखी भई सात तारा और सात सामदानको बारेमे लुकी भई गुप्त बातको अर्थ सात तारा सात मण्डलीके स्वर्गदुत ओर सात सामदान सात मण्डली हएँ।”
\c 2
\cl अध्याय २
\p
\v 1 एफिससके मण्डलीके दुतके लिखः 'जौन अपन दहिना हातमे सात तारा लेन बारो और जो सात सोनोको सामदानके बीचमे नेगन बारोको वचन जेही हएँ।
\v 2 तुमर करोभव काम, तुमर कडो परिश्रम, तुमर धैर्य और सहनशिलता मोके पता हए।, और तुम खराब आदमीनके सहे न पात हौ। अपनयके प्रेरित कहिके दाबी करनबारेनके तुम जाँच डारेहओ, पर वास्तवमे बे न हयँ और तुम बिनके झुटे पाए हौ।
\v 3 मोके पता हय, कि तुममे धर्य सहनशिलता हय, और मिर नाउँके ताहीं तुम बहुत दुःख भोगे हौ तहुँ फिर तुम थके न हौ।
\v 4 पर तुमरे बिरुद्धमे मिरसँग बास्तविक बात हएः तुम अपन पहिलो प्रेमके त्याग दए हौ।
\v 5 जहेमारे, तुम कहाँसे गिरे हौ, सो सम्झओ। तुम पहिले करेभए काम करओ और पश्‍चाताप करओ। मय तुमरे ठिन आमङ्गो और तुम पश्‍चाताप न करेतक मय तुमरो समदानके बाको ठाउँसे हटाए देहौं।
\v 6 पर तुमरमे जा बात ता हए, कि निकोलाइटसके करो कामके तुम घिणना करे हौ, जौनके मय भी घिणना करत हओं।
\v 7 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्रआत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके मय जीवनको रुखासे खान अनुमति देहौं जोन परमेश्‍वरको स्वर्गलोक हय।"
\p
\v 8 और स्मुर्नाको मण्डलीके दुतके जा लिख: जो आदि और अन्त्य हए जे वचन बहे के हयँ, जो मरिगव रहए, और जो फिर जिन्दा हुईगव।
\v 9 मए तुमर कष्ट और तुमर गरीबी जान्त हौं, पर तुम त धनी हौ। मए बिनसे कहत हौं तुमर निन्दा करनबारे जौन अपनएके यहूदी हौं कहिके दाबी करत हएँ, पर वास्तवमे बे न हयँ। बे त शैतानके सभाघर हएँ।
\v 10 तुम भोगन लागो कष्टसे मत डरओ। देखओ शैतान तुम मैसे कित्तोनके तुमके जाँचके ताहिँ कैदमे डारनके तयार हए, और तुमके दस दिनके ताहीं कष्ट भोगैगे। मृत्यु तक विश्‍वासयोग्य हुइओ, और मए तुमके जीवनको मुकुट देमङ्गो।
\v 11 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके दुसरो मृत्युसे कोइ हानि न हुइहए।
\p
\v 12 और पर्गाममके मण्डलीके दुतके जा लिख: जा वचन दुईधारबारो पैनो तरवार संगमे होनबारो कहत हए,
\v 13 मोके पता हए, तुम कहाँ बैठत हौ, हुवाँए जहाँ शैतानको सिंहासन हए। तहूँ फिर तुम मिर नाउँमे स्थिर बैठे हौ।और शैतान बैठन बारो ठाऊँमे मरो भव मिर विश्‍वासयोग्य साँची एन्टिपासको समयमे फिर तुम मिर उपरको अपन विश्‍वासके इन्कार न करे।
\v 14 पर तुमर विरुध्दमे मिरसंग कुछ बात हए, तुम मैसे कोइ-कोइ इस्राएलके लौणा लौणियानके मूर्तिनको बलिदान करो भव खानु खामएँ और व्यभिचार करएँ कहिके बे लौणा लौणियानके अग्गु ठोकर लागनबारो पत्थरा फेंकन लगानबारो बालाकके सिकान बारो बालामको शिक्षाके कररे से पकडे हयँ।
\v 15 अइसी करके, तुमर बीचमे कोई कोई नीकोलाइटसको शिक्षाके पक्को से पालन करन बारे फिर हएँ।
\v 16 जहेमारे, पश्‍चाताप करओ। यदि पश्‍चाताप न करैगे तव, मए तुमरे ठिन जल्दी आमंगो, और मिर मुखको तरवारसे तुमर विरुद्दमे संग लडाई करेहौं।
\v 17 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए। जौन जितैगो, बाके मए गुप्त-मन्‍नको कुछ भाग देहौं, और मए बाके नयाँ नाउँ लिखो एक सेतो पत्थर देहौं, पर बा नाउँ पान बारो बाहेक और कोइ न जान्त हय।"
\p
\v 18 और थिआटीराके मण्डलीके दुतके जा लिख: जा बात परमेश्‍वरको पुत्र कहत हए, जौनक आँखी ज्वाला जैसो और जौनक पाउ चिल्कन बारो काँसो जैसो हए।
\v 19 तुमर प्रेम, विश्‍वास, सेवा, और तुमर धिरज से सहन और तुमर करो भव काम मोके पता हए। तुम जो अभे करे हऔ, बा पहिले करे भय काम से बहुत अच्छे हँए।
\v 20 पर मिर सँग तुमर विरुध्दमे जा बात हय: तुम ईजेबेल कहन बारी बैयरके सहे हौ। बा अपनएके अगमवादिनी कहत हए। और मिर सेवकनके व्यभिचार करन् और मुर्तिके चढओ खानु खान सिखात हए।
\v 21 मए बाके पश्‍चाताप करन के समय दओ, पर बा अपन व्यभिचारसे पश्‍चाताप करन् के इन्कार करी।
\v 22 देखओ! मए बाके रोग-शय्यामे फेंक देहौं, और बाकेसंग व्यभिचार करन् बारेनके बाको करो भव कामके ताहीं पश्‍चाताप न करन तक बडो कष्ट देहौं ।
\v 23 मए बाके लौणा लौणियानके महामारीसे मारङ्गो, और मए बहे हौं जौन सबको मन और ह्रदय जाँच करत् हौं कहिके सबय मण्डली जानङ्गे। मए हरेकके बाको काम अनुसारको इनाम देमङ्गो ।
\v 24 पर तुम थिआटीरामे बाँकी रहेभए हरेक जौन जा शिक्षा न मानत् हयँ, और कित्तो ता शैतानके गहिरी बात न जान्त हयँ, मय तुमसे कहत हौं, कि मए तुमर उपर और कोइ बोझ न बुकय हऔं।
\v 25 जैसो समयमे फिर मय न आनतक तुम पक्के से जाके थामे रहीओ ।
\v 26 जौन जितैगो और अन्त तक मिर करो काम जौन करैगो, मए बाके जाति-जातिनके उपर अधिकार देहौं,
\v 27 कुमणा मट्टीको भाँणानके बा खुद्रा-खुद्रा करके फोरे कता बा लोहेकि डन्डासे बिनके ऊपर शासन करेहए,
\v 28 मय मिर पिता से अधिकार पाओ जैसे बाके मय सुबेरेको तारा देहौं।
\v 29 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।"
\c 3
\cl अध्याय ३
\p
\v 1 और सार्डिसके मण्डलीके दुतके जा लिख: 'सात तारा और परमेश्‍वरको सात आत्मा होनबारोको वचन जहे हए। तुमर करेभय काम मोके पता हए। तुम जिन्दा हौ करके नाउँ त् हए, पर तुम मरे हौ।
\v 2 उठौ और जगे रहबओ और मरन् लागो बाँकी रही बातनके पक्को बनाओ, पर जा मरन लगो हय, काहेकी मए परमेश्‍वरकि द्धष्टिमे तुमर काम पुरा भव न पाओ हऔं।
\v 3 जहेमारे, तुम जो बात पाए हौ और सुनेहौ, सो सम्झओ, बाके पालन करओ और पश्‍चाताप करओ। पर यदि तुम जागे न रएहौ, तव मए तुमर विरुद्धमे चुट्टा कता अए हौं, और मए कौन बेरा अए हौं, सो तुमके पता न हुइहए।
\v 4 पर सार्डिसके आदमीन मे कुछ नाउँ हएँ, जौन अपन लत्ताके घिनौनो न करी हयँ। बे सफेत कुर्ता लगाएके मिर सँग नेगंगे, काहेकी बे योग्यके हँए।
\v 5 जौन जितैगो, बाके सेतो कुर्ता पैधाओ जायहय, और जीवनको पुस्तकसे मय बाको नाउँ कबहु न मिटएहौं, और मए मिर पिता और बाके स्वर्गदुतनके अग्गु बाको नाउँ स्वीकार करेहौं।
\v 6 जौनके कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।"
\p
\v 7 फिलाडेल्फियामे भओ मण्डलीके दुतके जा लिख: जो सत्य और पवित्र हए हए, जे वचन बहेके हयँ, बा दाऊदको कुंजीके लयहए, बा खुलैगो और कोइ फिर बन्द न करपए हए, बा बन्द करेहए और कोई फिर खोल न पए हए।
\v 8 मोके तुमर करोभओ काम पता हए। देखओ, मए तुमर अग्गु खुल्ला फाटक करदौ हऔं हौं और बाके कोइ फिर बन्द न कर सकतहए। मोके पता हय, कि तुमर संग थोरी शक्ति हए, तहुँ फिर तुम मिर वचन पालन करे हौ, और मिर नाउँके इन्कार न करे हौ।
\v 9 देखओ, जौन अपनयके यहूदी हौं कहिके कहात हयँ पर बे न हयँ, बे शैतानको सभाघर हयँ, पर बे झुट बोलरहे हयँ। मए बिनके तुमर पाउँके अग्गु ढोकन लगामंगो, और मय तुमके प्रेम करत हौं करके बे जनङ्गे।
\p
\v 10 तुम मेरो वचन धैर्यसंग पालन करे हौ, बहेमारे पृथ्वीमे जीन बारेनके जाँच आतपेति पुरो संसारमे आनबारी विपत्तिको समयमे परनसे मय फिर तोके बचामङ्गो।
\v 11 मए जल्दी आमंगो। तुमरे संग जो हए बाके कसके पकडे रहिओ ताकि तुमरो मुकुट कोइ लइजा ना सकए।
\v 12 जौन जितैगो, बाके मए मिर परमेश्‍वरको मन्दिरमे एक खम्मा बनामंगो, और बा बासे कबहू बाहिर न निकरैगो । मए बामे मिर परमेश्‍वरको सहेरको नाउँ, मिर परमेश्‍वरको नाउँ, (नयाँ यरुशलेम, जोन मिर परमेश्‍वरसे स्वर्गसे तरे आत हए), और मेरो नयाँ नाउँ मए लिखदेमङ्गो।
\v 13 जौनको कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीसे का कहत हए।"
\p
\v 14 और लाउडिकियाके मण्डलीके दुतके जा लिख: परमेश्‍वरको सृष्टि ऊपरको शासनकर्ता जो विश्‍वासयोग्य और सच्चो साँची, 'जे वचन आमेनके हएँ।
\v 15 मोके तुमर काम पता हए। कि तुम नत् तत्तो नत् जुणे हऔ। तुम कि त तत्ते या जुणे होनके मय चाँहत रहऔं
\v 16 तहिमारे, तुम गुन्गुने हौ, नत् जुणे नत् तत्ते हऔ। जहेमारे, मए तुमके मिर मुहुँसे ऊगलन डटो हौं।
\v 17 ““मए धनी हौं, और मिर संग धन-सम्पति हए, और मोके कोइ बात कि कमि न हय" कहिके तुम कहत हौ, पर तुमके पतए न हय कि तुम दु: खी, दयनीय, गरीब, अन्धरा और नङ्गे हौ।"
\v 18 मिर सल्लाहके ध्यान देओः आगीसे शुद्ध करो भओ सोनो मोसे खरदीओ ताकि तुम धनी होन सकौ, और तुमर नङ्गोपनको शर्म तोपन चम्किलो सेतो कुर्ता लगाबौ और तुमर नङ्गोपनको शर्म न होबय और अपन आँखीमे मलहम लगाबौ ताकि तुम देख सकौ।
\v 19 मिर प्रेम करनबारे हरेकके मय तालिम देत हौं, और बे कइसे जीन पडैगो सो मय बिनके सिकामङ्गो। जहेमारे, पश्‍चाताप करओ और इमानदार होबओ।।
\v 20 देखओ, मए फाटकमे ठाणके ढकढकात हौं। यदि कोइ मिर सोर सुनके फाटक खोलैगे तव, मए बाके घरभितर आमङ्गो और बाकेसंग खानु खाए हौं और बा मिर संग खबैगो।
\v 21 जौन जितैगो, बाके मिर सिंहासनमे मिर संग बैठनके अधिकार देहौं, जैसी मए फिर जितो और उइसिय मय फिर मिर पिताकेसंग बाको सिंहासनमे बैठो हौं।
\v 22 जौनके कान हए, बा सुनए, पवित्र आत्मा मण्डलीनसे का कहत हए।
\c 4
\cl अध्याय ४
\p
\v 1 जे बातके पिछु मए देखो, और स्वर्गमे एक फाटक खुलो भओ रहए। मिर सुनो भव तुरहीको जैसो पहिलो आवाजमे मोसे कही- “यितए उपर आ, और जा बातपिछु का होनबारो हय मए तोके दिखामंगो।”
\v 2 एकय छिनमे मए आत्मा मे रहौं, और स्वर्गमे एक सिंहासन मय देखो, जौनके उपर कोइ बिराजमान रहए।
\v 3 बाके उपर विराजमान होनबारो स्फटिक और लालमणि जैसो दिखात रहए। सिंहासनके आसपास धनकमान रहए। बा धनकमान मोती जैसो चम्किलो दिखात रहय।
\v 4 बा सिंहासनके आसपास चौबीस सिंहासन रहएँ, और चौबिस जनी एल्डर बिनके मुणमे सोनोको मुकुट लगाय और सेतो कुर्ता पैंधेके बैठे रहयँ।
\v 5 सिंहासनसे बिजुलीको चमक और गर्जन निकरके आत रहए, और बिजुली संगय नष्ट हुइगय। सिंहासनके अग्गु सात बत्ती पजरत् रहएँ। बे बत्ती त परमेश्‍वरके सात आत्मा रहएँ।
\v 6 सिंहासनको अग्गु स्फटिक जैसो दिखानबारो काँचको समुन्द्र रहए। सिंहासनके बिचमे और सिंहासन आसपास, अग्गु और पिछु आँखी-आँखीसे भरि चार जिन्दा प्राणी रहयँ।
\v 7 पहिलो जिन्दा प्राणी बग्ठा जैसो रहए, दुसरो जिन्दा प्राणी बछ्रा जैसो रहए, तेस्रो जिन्दा प्राणीको अनुहार आदमीको जैसो रहय और चौथो जिन्दा प्राणी उडरहो चिलहरिया जैसो रहए।
\v 8 चारौ जिन्दा प्राणीमैसे हरेकके छए-छए पखना रहएँ और तरे और उपर आँखीआँखी से भरि रहएँ। दिनरात बे “पवित्र, पवित्र, पवित्र सर्वशक्तिमान् परप्रभु परमेश्‍वर जो रहए, और जो हए, और जो आनबारो हए” कहात रहयँ।
\p
\v 9 जब बे जिन्दा प्राणी सिंहासनमे विराजमान होनबारो, और सदामान जिन्दा रहनबारोके महिमा, आदर और धन्यवाद दईं,
\v 10 चौबीस जनी एल्डर झुक्के सिंहासनमे बिराजमान होनबारेके अग्गु दण्डवत् करीं। बे सदामान जिन्दा होनबारेके दण्डवत करीं और सिंहासनके अग्गु अपन-अपन मुकुट धरके अइसे कहीं,
\v 11 “हमर परमप्रभु और परमेश्‍वर, तुम महिमा, आदर, और शक्ति ग्रहण करन्के योग्य हौ। काहेकी तुम सबय चीज सृष्टि करेहौ, और तुमर इच्छाद्वारा बे अस्तित्वमे आए, और सृष्टि भए।”
\c 5
\cl अध्याय ५
\p
\v 1 तव सिंहासनमे बिराजमान होनबारेके दहिना हातघेन सात मोहर लगाएके बन्द करो भवके अग्गु और पिच्छु लिखो भव एक चर्मपत्रको मुठा मय देखो।
\v 2 “जा मुठा खोल्न और जाको मोहर तोणनको योग्य कौन हए?” कहिके एक जनी शक्तिशाली स्वर्गदूत बडो सोरमे घोषणा करत मय देखो।
\v 3 स्वर्गमे औ जा पृथ्बीमे और जा पृथ्बी तरे भय कोइ भी जा चर्मपत्रको मुठा खोलन औ जाके पढन न सिकीं।
\v 4 मय दुःखित हुएके रोओ, काहेकि जा चर्मपत्रको मुठाके खोलन और पढन योग्यको कोइ न मिलो।
\v 5 पर बे एल्डर मैसे एक जनी मोसे कहि, “मत रोबय! देखओ! यहूदाको कुलको बग्ठा, दऊदाको मूल विजय पाइ हय। जा मुठा और जा सात मोहर खोलन बा योग्यको हय।"
\v 6 मय सिंहासन और चार जिन्दा प्राणी और एल्डरनके बीचमे मरो भव जैसो दिखानबारो एक थुमाके ठाडो भव देखो। बाके सात सिङ और सात आँखी रहएँ, बे सबय संसार भर पठाए भए परमेश्‍वरके सात आत्मा हएँ।
\v 7 बा गओ, और सिंहासनमे विराजमान होनबारेके दाहिना हातसे बा मुठाके लै।
\v 8 जब बा जा मुठाके लै, तव बे चारौ जिन्दा प्राणी और चौबीस एल्डर थुमाके अग्गु घुप्टा पणे। बिनके हरेकसंग वीणा और धुपसे भरो सोनोके धुपौरा रहएँ, जौन विश्‍वासिनको प्रार्थना हएँ।
\v 9 बे एक नयाँ गीत गाइँ: “तुम जा खालको पत्रको मुठा लेन और बा मोहर तोणन योग्य हौ काहेकि तुम मारेगए, और तुमर रगतसे हरेक जाति, भाषा, आदमी और राष्‍ट्रनके तुम परमेश्‍वरके ताहीं खरीदे हौ।
\q1
\v 10 परमेश्‍वरको सेवा करन तुम बिनके राज्य और पुजारी बनाए हओ, और बे पृथ्वीमे राज करङ्‍गे।”
\p
\v 11 तव मए देखो, और सिंहासन, जिन्दा प्राणी और एल्डरनके आसपास गजम स्वर्गदुतको आवाजके सुनो। बिनको पुरा संख्या दशौं हजार और हजारौं हजार रहए।
\v 12 बे वडो आवाजमे अइसे कहीं, शक्ति, धन, बुध्दि, बल, आदर, महिमा, और प्रशँसा पानके योग्य मरो भव थुमा हए।”
\p
\v 13 स्वर्गमे, पृथ्‍वीमे, पृथ्‍वी तरे और समुन्दर तरे सृष्‍टि करे भए हरेक चीजनके अइसे कहत मए सुनो, “बा जो सिंहासनमे विराजमान होनबारो और थुमाके प्रशंसा, आदर, महिमा, और राज करन शक्ति सदामान होबए।”
\p
\v 14 तव बे चारौ जिन्दा प्राणी कहिँ, “आमेन।” और एल्डर घुप्‍टा पणके सदामान रहनबारेके आराधना करीं।
\c 6
\cl अध्याय ६
\p
\v 1 जब थुमाके सात मोहर मैसे एकके खोलत मए देखो, और बे चार जिन्दा प्राणी मैसे एक जनी गर्जनको आवाज जैसोमे अइसो कहत मए सुनो, “आओ।”
\v 2 और मए देखो और हुँवा एक सेतो घोडा रहय। बाके उपर बैठनबारो एक धनुस पकडे रहए, और बाके एक मुकुट दवगौ। और जीतन जैसो करके बा बिजय होन निकरो।
\v 3 “जब थुमा दुसरो मोहर खोली, तव बा दुसरो जिन्दा प्राणीके “आओ, काहत मय सुनो।"
\v 4 और दुसरो अग्‍निमय लाल घोडा बाहिर निकरके आओ। बामे सवार करनबारेके पृथ्बीसे शान्ति लैके जान अनुमति दव गव रहय। बहेमारे, बे आदमी एक-दुसरेके मारङ्‍गे। जे घोडसवारके एक बणो तरवार फिर दव गव रहय।
\v 5 “जब थुमा तिसरो मोहर खोली, तव तिसरो जिन्दा प्राणीके “आओ, काहत मए सुनो। मए एक कारो घोडाके देखो, और घोडा सवार करन् बारोके हातमे एक जोर तखरी के पकडे रहएँ।"
\v 6 मय चार जिन्दा प्राणीके बिचमे एक आवाज जैसो दिखानबारो अइसो काहत मए सुनो, “एक दिनको ज्यालामे एक किलो गेहुँ और एक दिनको ज्यालामे तीन किलो जौ, पर तेल और दाखमधके नष्ट मत करिओ।”
\v 7 जब थुमा चौथो मोहर खोली, तव मय चौथो जीवित प्राणीके “आओ” काहत आवाजके सुनो।
\v 8 तव मए पेरो घोडाके देखो। बाको घोडासवार करन् बालोको नाउँ “मृत्यु" रहए, और “पताल" बाके पिछु पिछु लागो रहए। और बे पृथ्बीको एक-चौथाइ भाग ऊपर तरवारसे मारन, अनिकाल, रोगन ऊपर, और पृथ्बीके जँगली जनावरनके मारनके अधिकार दवगओ रहए।
\p
\v 9 जब थुमा पाँचौ मोहर खोली, तव बेदीके तरे परमेश्‍वरको वचन और बिनको गवाहीके ताहीं मरे भए आत्मनके मय देखो।
\v 10 बे ऊँचो सोरमे चिल्लाईं, “सबयके ऊपरको शासक, पवित्र और सच्चो, कबतक तुम हमर रगतको बदला न लेहौ और पृथ्‍वीमे बचेभयनके न्याय न करहौ?”
\v 11 तव बे हरेकके एक सेतो कुर्ता दैं, और बिनके सहकर्मी सेवकन और बिनके ददा भैयनके और दिदीबहिनियाके बिनके जैसे जो मरे भयनके संख्यामे पुरो न भए तक बिनके ईन्तजार करन कहोगओ।
\p
\v 12 जब थुमा छैटौं मोहर तोडी, तव हुँवा एक बणो हाला चाला गव मय देखो। दिन भाङग्राको कुर्ता जैसो कारो हुइगव, और जोनी पुरा रगत जैसो बनिगओ।
\v 13 जैसो अञ्‍जीरको रुखाके आँधी हलातपेति न पके फरा झरे जैसे बादरमे भए तारा पथ्‍वीमे गिरे।
\v 14 बादर खालको चिट्ठीको मुठाजैसे बिटके लोप हुइगव, जो बिटाओ गव रहय। हरेक पहाड और टापु बाको ठाउँसे हटके चलेगए।
\v 15 तव पृथ्‍वीके राजा और खाश आदमी और सर्व सधारन, धनी, शक्तिशाली, और दास और स्वतन्त्र हरेक आदमी पहाडके चट्टाननके बिचमे और गुफानमे लुके।
\v 16 बे पहाड और चट्टानसे कहिँ, “हमर उपर गिर्, और सिंहासनमे विराजमान होनबारेके मुहुँसे, और थुमाको क्रोधसे हमके लुकाबओ।
\v 17 काहेकी बाको क्रोधको महान दिन आएगव हए, और हुँवा कौन ठाड सकत हए?”
\c 7
\cl अध्याय ७
\p
\v 1 तव पिछु पृथ्बीके चारौ कोनेमे चार जनी स्वर्गदुत ठाणे भए मय देखो जौन पृथ्‍वीके चारौघेन आँधीके तगडेसे पकडे रहयँ। जहेमारे कि, पृथ्वी, समुन्दर औ कोइ फिर रुखाके विरुद्धमे कोइ फिर आँधी न चलय।
\v 2 तव जिन्दा परमेश्‍वरको मोहर लैके दुसरो स्वर्गदूत अगारसे ऊपर आतय मय देखो, जौन पृथ्‍वी और समुन्द्रके नोकसान करन अनुमति पाएभए चार स्वर्गदुतसे बडो सोरसे चिल्लएके आइसो कही,
\v 3 हमर परमेश्‍वरके सेवकनके माथेमे हम मोहर ना लगानतक पृथ्‍वी समुन्द्र औ रुखनके कोइ खराबी मत करियो।”
\v 4 मए मोहर लगाए भए बारेनको संख्या सुनो। बे एक लाख चवालिस हजार रहएँ, जो इस्राएलके आदमिनको हरेक कुलसे छाप लगाए भए रहएँ।
\v 5 यहूदाको कुलसे बाह्र हजारके, रुबेनको कुलसे बाह्र हजारके, गादको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय।
\v 6 अशेरको कुलसे बाह्र हजारके, नप्तालीको कुलसे बाह्र हजारके औृर मनश्‍शेको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय।
\v 7 शिमियोनके कुलसे बाह्र हजारके, लेबीके कुलसे बाह्र हजारके, इस्साखारको कुलसे बाह्र हजारके,
\v 8 जबुलूनको कुलसे बाह्र हजारके, योसेफके कुलसे बाह्र हजारके और बेन्यामीनको कुलसे बाह्र हजारके मोहर लगाव गओ रहय।
\p
\v 9 जे बातनके पिछु मय देखो, हरेक जाति, कुल, आदमी और भाषाके कोइ फिर गिनन नसिकन बारो एक बहुत भारी भिड सेतो कुर्ता पैंधके और अपन अपन हातमे खजुरीक हाँगा लैके सिंहासन अग्गु और थुमाके जौने ठाणे रहयँ।
\v 10 और बे बडो सोरसे बुलान डटे रहयँ: “सिंहासनमे बिराजमान होनबारो हमर परमेश्‍वर और थुमामे मुक्ति हए।”
\v 11 और सबय स्वर्गदूत चार जिन्दा प्राणी, एल्डरनके आसपास और सिंहासनके आसपास ठाडिगए और बे सिंहासनके अग्गु घुप्टा पणके अपन अनुहार झुकाईं। बे अइसे करके परमेश्‍वरके आराधना करीं,
\v 12 “आमेन! हमर परमेश्‍वरको प्रशंसा, महिमा, बुध्दि, धन्यवाद, आदर, शक्ति, और सामर्थ्य सदामान होबए। आमेन ।"
\p
\v 13 बक पिच्छु एल्डरन मैसे एक जनी मोसे पुँछी, “जे सेतो कुर्ता लागन बारे कौन हए, और बे कहाँसे आए हएँ?”
\v 14 और मए बासे कहो, “हजुर तुमहि के पता हए,” और बा मोसे कहि, 'जे बेहिं हँए, जो महासंकटसे आए हँए, और बे अपन कुर्ताके थुमाके रगतसे धोएके सेतो बनाईं हएँ।
\v 15 जहेमारे, बे परमेश्‍वरको सिंहासनके अग्गु हएँ, और दिनरात बाको मन्दिरमे बाको आराधना करत् हँए। सिंहासनमे बिराजमान होनबारो अपन उपस्थितिमे बिनके शरण देहए।
\v 16 बे फिर न भुखाय हयँ और प्यासे न हुइहँए। दिनको राप बिनके उपर न पणेहए, न त कोइ ताप बिनके जलाए हए ।
\v 17 काहेकि सिंहासनके बीचमे होनबारो थुमा बिनको बाकरेहेरा होबैगो, और बा बिनके जिन्दा पानीको मुहान घेन डुरियाबैगो, और परमेश्‍वर बिनके आँखीसे सब आँसु पछोन देबैगो।”
\c 8
\cl अध्याय ८
\p
\v 1 जब थुमा सातौं मोहर खोली, तव लगभग आधा घण्टा तक स्वर्गमे सन्‍नाटा छैगौ।
\v 2 बक पिच्छु मय परमेश्‍वरके अग्गु ठाणे भए सात स्वर्गदुतनके देखो, और बिनके सात तुरही दौगव।
\v 3 दुसरो स्वर्गदुत आओ, और सोनोको धुपौरो लैके बेदीके जौने ठाणगओ। सिंहासनके अग्गु सबय विश‍वासिनके प्रार्थनासंगै चढ़ानके ताहिँ बा स्वर्गदूतके बहुत धुप दौगओ।
\v 4 विश्‍वासिनके प्राथानासंगै धूपको धुवाँ स्वर्गदुतके हातसे परमेश्‍वरको अग्गु पुगो।
\v 5 तव स्वर्गदूत धुपौरो लै और बेदीसे आगी बामे भरी, तब बा बाके पृथ्‍वीमे फेंक दै, और बिजुली, गडगडाहट, बिजुलीको चमक पैदा हुइगओ और हलाचाला आइगौ।
\p
\v 6 तब सात तुरही होनबारे सात स्वर्गदुत तुरही फुकन तयारी भए।
\v 7 पहिलो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और हुँवा पत्थरा और रगत मिलोभव आगी आई, बाके तरे पृथ्‍वीमे फेंको गओ। जासे पृथ्‍वीको तीन भागको एक तिहाइ भागके जरायदई, तीन भागको एक-तिहाइ रुखानके जरायदई और सबय हरे घाँस फिर डुँगिगए।
\v 8 दुसरो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और आगीसे जलरहो एक बणो पहाण जैसो समुन्दरमे गिरो और समुन्दरको एक-तिहाइ भाग रगत बनिगव।
\v 9 बक पिच्छु समुन्दरमे भए जिन्दा प्राणी मैसे एक-तिहाई भाग मरिगए, और जहाजनके एक-तिहाइ भाग नष्ट हुइगए।
\v 10 तिसरो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और बादरसे पजरत ऊँका कता एक बणो तारा नदियानको एक तिहाई भागमे और पानीके मोहानमे गिरो।
\v 11 “बा ताराको नाउँ “ऐरेलु" हए, एक-तिहाई भागको पानी तितो हुइगओ, और बा तितो भव पानीके कारन बहुत आदमी मरिगए।
\v 12 चौथो स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और दिनको एक-तिहाइ भाग उपर संगसंगय जोनीको एक-तिहाइ भाग उपर और तारानको एक-तिहाइ भाग उपर प्रहार करोगओ और एक-तिहाइ भागनके अन्धियारो हुइगव, और दिनको एक-तिहाइ और रातको एक-तिहाइ भागमे उजियारो न भओ।
\p
\v 13 और मए देखो, और बादरके बिचमे उडरहो एक गरुड जोणसे अइसे कहिके चिल्लात सुनो, “बाँकी रहे तीन स्वर्गदुतके फुकनय लागे तुरहीके आवाजको कारन पृथ्‍वीमे बैठनबारे आदमिनके धिक्कार, धिक्कार, धिक्कार ।”
\c 9
\cl अध्याय ९
\p
\v 1 बक पिच्छु पाँचौ स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और मए स्वर्गसे पृथ्‍वीमे एक तारा गिरत देखो। बा ताराके अतलकुण्डको चाभी दौगओ।
\v 2 बा अटलकुण्ड खोली, और बा कुण्डसे आगीको भठ्ठीसे निकरो धुवाँ जैसो उपर जान डटो रहय। और धुवाँ दिन और वायुमण्डलके अँध्यारो बनाएदई।
\v 3 बा धुवाँसे पृथ्‍वीमे तिणीदल निकरके आए। और पृथ्‍वीमे बिच्छीनको जैसो शक्ति बिनके दौगओ।
\v 4 पृथ्‍वीमे भए घाँस औ कोइ फिर हरि बोट बिरुवा औ रुखानके नुकसान मत करीओ कहिके बिनके कहोगौ। पर बिनके माथे मे परमेश्‍वरको मोहर न भए आदमिनके इकल्लो नुकसान करियो कहिके कहोगऔ ।
\v 5 पर बे आदमिनके मत मरीओ, पर पाँच महिना इकल्लो यातना दिओ, कहिके अनुमति दौगओ। और बिनको पीडा एक जनी आदमीके बिच्छी डसो जैसो होबैगो।
\v 6 बे दिनमे आदमी मृत्यु ढुणंगे, पर न पामंगे। बे मरन बडो इच्छा करंगे, पर मृत्यु उन्से भाजैगी।
\v 7 तिणीदल लडाईके ताहिँ तयार करे घोडा जैसे दिखात रहएँ। बिनके मुणमे सोनोको जैसो मुकुट रहए, और बिनको अनुहार आदमीको अनुहार जैसे दिखात रहएँ।
\v 8 बिनको बार बैयरनको बार जैसो रहए और बिनको दाँत बाघटाको दाँत जैसो रहए।
\v 9 बिनको छाती-पाता, लोहेको छाती-पाता जैसो रहए और बिनको पखनाको आवाज लडाईमे दौरन बारे बहुत रथ और घोडानको जैसे रहएँ।
\v 10 बिनके पुँछ और खिल बिच्छीके जैसे रहएँ, और बिनको पुँछमे पाँच महिनातक आदमीनके कष्ट देनबारो शक्ति रहए।
\v 11 गहिरो अतल कुण्डको स्वर्गदूत बिनके राजाजैसो रहए। हिब्रु भाषामे बाको नाउँ एबाड्डोन रहय और ग्रीक भाषामे बाको नाउँ अपोल्लियोन रहए।
\p
\v 12 पहिलो विपत्ति बितगव। देखओ, बक पिच्छु दुई विपत्ति आन बाँकीय हएँ।
\p
\v 13 और छैठौं स्वर्गदूत अपन तुरही फुँकी। और मए परमेश्‍वरके अग्गु भव सोनोको बेदीके सिङसे एक आवाज आत सुनो।
\v 14 तुरही लेन बारो छैठौं स्वर्गदुतको आवाज अइसो कही, “बणी नदिया युफ्रेटिसमे बाँधे भए बे चार स्वर्गदूतनके छोणदेव।”
\v 15 मानव-जातिको एक-तिहाइ भागके मारनके बहे घणी, बहे महिना और बहे सालके ताहिँ तयार करेभए चार स्वर्गदूत छोडेगए।
\v 16 बे घोडा सवार भए सिपायनको संख्या बिस करोड रहए। मय बिनको संख्या सुनो।
\v 17 अइसिय मिर दर्शनमे घोडा और घोडाके उपर सवार होनबारेनके देखो। बिनके छातीके कवज आगीको जैसो लाल, गाढा निलो और गन्धक जैसो पेरो रहए। बे घोडानके मुण बघटानको मुण जैसे रहएँ, और बिनको मुँहूसे आगी, धुवाँ और गन्धक निकरत रहए।
\v 18 बिनके मुँहुसे निकरो आगी, धुवाँ और गन्धकको जे बिपत्तिद्वारा आदमीको एक-तिहाइ भाग मरे।
\v 19 काहेकी बे घोडानको शक्ति बिनके मुहूँ और पुँछमे रहए, काहेकी बिनको पुछ साँप जैसो रहएँ, बिनको मुणसे मारके आदमीनके चोट पुगाइ रहएँ।
\v 20 बाँकी रहे मानव-जाती जो जा विपत्तिनसे न मरे रहयँ, बे अपन करे कामसे पश्‍चाताप न करीं। बिनके सोनो, चाँदी, काँसो, पत्थरा और कठ्ठा और देखन, सुनन औ नेगन न सिकनबारे चीजनके मुर्तिनके और भूतनके पुजन न छोडीं ।
\v 21 न त बे अपन करेभए हत्या, जादुगरी, व्यभिचार और चोरी जैसे कामसे पश्‍चाताप करीं।
\c 10
\cl अध्याय १०
\p
\v 1 बक पिच्छु मए स्वर्गसे दुसरो शक्तिशाली स्वर्गदुत उत्तरत देखो। बाके बादर घेरे रहय, और बाके मुणमे धनकमान रहए। बाको मुहुँ दिन जैसो और बाके टाङ आगीके खम्मा जैसो रहएँ।
\v 2 बाके हातमे खुलो भव एक छोटो चर्मपत्रको मुठा रहय, और बा अपन दहिना पाँव समुन्द्रमे और अपन दिबरा पाँव पृथ्वीमे धरे रहय।
\v 3 बक पिच्छु बा बघटा गर्जो हानी जोणसे चिल्लाइ। जब बा चिल्लाई, तव सात गर्जनसे अपन आवाज निकारी।
\v 4 जब बा सात गर्जनसे आवाज निकारी, तब मए लिखन लागो रहौं, पर मय स्वर्गसे अइसो कहो भव आवाज सुनो, बे सात मेघ गर्जनको निकरे बात के गुप्त मे धर, जाके मत लिखय।
\v 5 तव मय स्वर्गघेन अपन दहिना हात उठाए समुन्द्र और पृथ्वीमे ठाणो भव स्वर्गदुतके देखो।
\v 6 बक पिच्छु सदामान जिन्दा रहनबारो, जौन स्वर्ग और बामे भए सबय चीज, पृथ्वी और बामे भए सबय चीज, समुन्द्र और बामे भए सबय चीज सृष्टि करनबारेके नाउँमे कसम खाएके स्वर्गदूत कही, “अब हुवाँ देर न हुइहए।
\v 7 पर बा दिन सातौं स्वर्गदुत अपन तुरही फुकन लागतय बा दिनमे बाके सेवक अगमवक्तानके घोषणा करो जैसो बा रहस्य परमेश्‍वर पुरा करैगो।"
\p
\v 8 “तव स्वर्गसे मए सुनो भव आवाज मोसे फिर अइसे कहि, “जा, समुन्द्र और जमीनमे ठाणो स्वर्गदूतको हातमे भव खुला चर्मपत्रको मुठा ले ।”
\v 9 जब मय स्वर्गदुत ठिन गओ और बा छोटो चर्मपत्रको मुठा माँगो, तब बा मोसे कहि, चर्मपत्रको मुठा ले, और खा। जा तेरो पेट खट्टो बनाबैगो, पर तिर मुहुँमे जा सहत जैसो मिठो होबैगो।”
\v 10 मए स्वर्गदूतके हातसे बा छोटो चर्मपत्रको मुठा लैलओ, और बाके खाएलओ। मिर मुहूँमे बा सहत जैसो मिठो हुइगओ। पर मय जाके खाएके पिच्छु मिर पेट खट्टो हुइगओ।
\v 11 तव मोके कोइ कहि, “बहुत आदमीनके, जातिनके, भाषानके और राजानके बारेमे फिर तोके अगमवाणी कहन पणैगो।”
\c 11
\cl अध्याय ११
\p
\v 1 मोके नापन निगालोको एक टाँगो दौगओ, और अइसो कहोगव, “उठ और परमेश्‍वरको मन्दिर और वेदी, और जौन बामे आराधना करत हयँ बिनको नाप ले।
\v 2 पर मन्दिरसे बाहिर चोकको भागके मत नपिये, काहेकि बा गैरयहूदीनके दओगव हए। बे बयालीस महिनातक पवित्र सहेरके कुलचङ्‍गे।
\v 3 मिर दुई साचीनके मय एक हजार दुई हजार सय साठी (१२६०) दिनके ताहीं भाङग्राको कुर्ता लगाएके अगमवाणी करन अधिकार देमङ्गो।”
\v 4 जे साची जैतुनको दुई रुखा और दुई सामदान हँए, जो पृथ्वीमे परमेश्-वरके अग्गु ठाडे रहयँ।
\v 5 अगर कोइ बिनके नुक्सान करन चाहँत हयँ तव, बिनके मुहूँसे निकरो आगी बिनके शत्रुनके नाश करेहए। कोइ बिनके नुक्सान करन चाहँत हयँ तव, बिनके फिर अइसिय मरन पडहय।
\v 6 जे साचीनसंग अगमवाणी करो समयमे पानी न पणए कहिके बादर बन्द करन अधिकार रहय। जे साचीनके पानी पाणन सिकन तकको अधिकार बिनके अगमवाणीको समयमे पाइ रहएँ। और पानीके रगतमे बदलन सिकन और पृथ्‍वीके बहुत किसिमको विपत्तिनसे बिनके इच्छा लागो समयमे प्रहार करन शक्ति बिनके संग रहए।
\v 7 जब बे अपन गवाहीको काम खतम करङ्‍गे, तब अतल कुण्डसे निकरके आनबारो बा पशु बिनसे युद्ध करैगो। बा बिनके जितैगो और बिनके मरैगो।
\v 8 बिनको मरो शरीर बणो सहेरके बाहिर डगरघेन पणे रहमङ्गे, (जौन सहेरके साँकेतिक रुपमे सदोम और मिश्र कहत हँए), जहाँ बिनको प्रभु क्रूसमे टँगो रहए।
\v 9 काहेकि साढे तीन दिनतक हरेक राष्‍ट्र, जाति, भाषा और आदमी बिनकि मरी शरीर देखङ्गे। और बे लाहसनके कब्रस्थानमे गाणन अनुमति न देहएँ।
\v 10 पृथ्‍वीमे रहनबारे बिनको मृत्युमे आनन्द मनाए हँए और उत्सव मनाय हयँ। बे आपसमे उपहार लेन देन फिर करेहँए। काहेकी बे दुई अगमवक्ता पृथ्‍वीमे रहनबारेनके दुख दै रहएँ।
\v 11 पर साढे तीन दिन पिछु परमेश्‍वरसे आओ जीवनको सास बिनके भितर जाबैगो और बे अपन टाँगमे ठाणङ्गे और बिनके देखन बारेनके बहुत डर छाबैगो।
\v 12 तब बे स्वर्गसे एक बणो आवाज “यितए उपर आओ।” कहिके बे सुनङ्गे। और बिनके दुश्मन देखतै देखत बे बादर उपर स्वर्गघेन जामङ्गे।
\v 13 बहे समयमे हुवाँ बहुत भारी हालाचाला जाबैगो, और सहेरको दशौं भाग पूरा रीतिसे नाश होबैगो, बा हालाचालासे सात हजार आदमी मरङ्गे और बचेभए डराएके स्वर्गको परमेश्‍वरको महिमा देमङ्गे।
\p
\v 14 दुसरो बिपत्ति बितगओ, “देखओ, तिसरी विपत्ति जल्दी आए रहो हए।
\p
\v 15 तब सातौं स्वर्गदुत अपन तुरही फुँकी, और स्वर्गमे अइसे करके बडो आवाज गुन्जो, “संसारको राज हमर प्रभु और बाको ख्रीष्टको राज भव हए, और बा सदामान राज करैगो।”
\v 16 बक पिच्छु चौबिस जनी धर्म-गुरु जो बिनके सिंहासन अग्गु अपन-अपन आसनमे परमेश्‍वरके उपस्थितिमे घुप्टा हुइके अनुहार झुकाए बैठे रहयँ, बे परमेश्‍वरके आराधना करीं,
\v 17 बे कहान लागे, सर्वशक्तिमान परमप्रभु परमेश्‍वर हम तुमके धन्यबाद देत हँए, जो हए, और जो रहए, काहेकी तुम महान शक्ति हातमे लएहओ और राज करन शुरु करदय हौ।
\q1
\v 18 संसारके राष्ट्र क्रोधित भए रहयँ, पर तुमरो क्रोध प्रकट भओ हय। मरेनको इन्साफ करन समय आएगव हय, और तुमर दास अगमवक्ता, सन्तनके जो विश्‍वासी हयँ, और जो तुमर नाउँमे डरात हयँ, जरुरी न भएबारे और शक्तिशाली दोनोके इनाम देन समय और पृथ्‍वीके बिनास करन बारेनके नाश करन समय आएगव हय।”
\p
\v 19 तब स्वर्गमे परमेश्‍वरको मन्दिर खुलोगव और मन्दिर भितर बाको करारको सन्दुक दिखानो। हुवाँ ज्योतिके चमकन, गर्जन, बिजुलीको आवाज संगय हालाचाला आओ, और बणे-बणे पत्थरा पणे रहयँ।
\c 12
\cl अध्याय १२
\p
\v 1 स्वर्गमे एक बडो चिन्ह दिखानो: दिनके पैंधे और जोनीके अपन पाँव तरे कुचले एक बैयर बाह्र तारा भव मुकुटके लगाए रहए।
\v 2 बा गर्भवती रहए, और बालका जन्मानके प्रसव-वेदनामे चिल्लान डटी रहए।
\v 3 बक पिच्छु स्वर्गमे दुसरो चिन्ह दिखानो: देखओ! हुवाँ बडो लाल सात मुण, दस सिङ और बाके मुणमे सात मुकुट लगाए एक बडो लाल अजिङ्गर रहय।
\v 4 बाको पुँछसे स्वर्गमे भए एक तिहाइ ताराके समेटके बिनके पृथ्वीमे फेंक दै। बालक जल्मान लागी बा बैयरके अग्गु बा डरौनो पशु ठाडो रहय ताकि बाको बालकाके जल्मात खिनक निल सकय।
\v 5 बा एक बालक जल्माइ, जौन सबय जातिनके उपर लोहाको डन्डासे शासन कर हए। बाको बालकके छिनाएके परमेश्‍वर और बाको सिहासनघेन लैजाओ गओ।
\v 6 और बा बैयर उजाड-स्थान भितर भाजी, जहाँ परमेश्‍वर बाके ताहिं ठाउँ तयार करी रहय, ताकि एक हजार दुई सय साठी दिन तक बाके पालनपोषण करन सिंकय।
\p
\v 7 और स्वर्गमे लडाई भव। मिखायल और बिनके दूत बा अजिंगरसे युद्ध करीं और अजिंगर और बाके दुत फिर युद्ध करीं।
\v 8 पर जितनके ताहिं बा अजिङ्गरसंग बहुत बल न रहय। जहेमारे, स्वर्गमे बाको और बाके दूतनके ताहिं कोइ ठाउँ न भव।
\v 9 बा बडो अजिंगर और पुरानो साँप जौनके दुष्‍ट या शैतान कहात रहयँ, जौन सबय संसारके छल करत हय, बाके पृथ्‍वीमे फेंको गव और बाके दुत फिर बाके संगय फेंके गय।
\v 10 तव मए स्वर्गमे एक बडो आवाज सुनो, “अब हमर मुक्ति, शक्ति, हमर परमेश्‍वरको राज और ख्रीष्टको अधिकार आओ हए। काहेकी हमर भैयनके दोष लगान बारो फेंको गव हए, जौन परमेश्‍वरके अग्गु बिनके दिनरात दोष लगात रहए।
\q1
\v 11 बे बाको थुमाको रगतद्वारा और अपन वचनको गवाहीद्वारा जीते हँए, काहेकि बे मृत्यु तक फिर अपन जीवनके माया न रखीं।
\q1
\v 12 जहेमारे, हे स्वर्ग और बामे रहन बारे तुम सबय आनन्‍द मनाबौ। पर पृथ्वी और समुन्द्रके धिक्कार हए! काहेकि शैतान तुमर ठिन तरे गव हय। बा बहुत क्रोधसे भरो हए, काहेकि बाकेसंग थोरी इकल्लो समय हए कहिके बाके पता हए ।
\p
\v 13 जब बा अजिंगर अपनएके पृथ्बीमे फिको महसुस करी, तव बा बालक जन्मान बारी बैयरके सताई।
\v 14 और साँपको उपस्थिति बाहिर तयार करो भव ठाउँ उजाड-स्थानमे उडके जानके ताहिँ बा स्त्रीके एक बणो गरुणको दुई पखना दौगव। बा बहे ठाउँ रहय जहाँ एक समय, जद्धा समय और आधी समयके ताहीं वास्ता करन सिकते।
\v 15 बा बैयरके बाढ बहाएके दुर लैजाबए कहिके बा साँप अपन मुहूँसे नदिया जैसो पानी निकारी।
\v 16 पर पृथ्बी बा बैयरके सहेता करी, और अजिंगर अपन मुहूँसे निकारी नदियाके पृथ्वी मुहुबाएके घिंचलई।
\v 17 बक पिछु बा अजिङ्गर बईयर से क्रोधित भओ और परमेश्‍वरको आज्ञा पालन करन और येशूको बारेमा गवाही देन बाके बाँकी रहे सन्तान सँग लडाई करन गव।
\v 18 तव बा अजिङ्गर समुन्दर किनारेको रेता ऊपर ठाडगव।
\c 13
\cl अध्याय १३
\p
\v 1 बक पिच्छु मय समुन्द्रसे एक पशु आत देखो। जौनक दश सिङ और सात मुण रहएँ। बाके सीङ उपर दश मुकुट रहएँ, और बाके मुण उपर ईश्‍वर-निन्दाको नाउँ रहए।
\v 2 मए देखो बा पशु चितुवा जैसो रहए। बाके टाँग भालुवाको जैसो रहए, और बाको मुहूँ बघटाको जैसो रहए। बाके शासन करनके ताहिं एक अजिंगर अपन शक्ति, अपन सिंहासन और अपन बडो अधिकार दै।
\v 3 बा पशुके मुणमे गहिरो चोट रहए, जौन मृत्युतक लैजान सिक्तो, पर बाको घाव अच्छो हुइगओ। और सबय पृथ्बीके अचम्मित हुइगए और बे बा पशुके पिछुपिछु लागे।
\v 4 बे अजिंगरके फिर पूजा करत् रहएँ, काहेकि बा अपन अधिकार पशुके दै रहए। “जा पशु जैसो और कौन हए?” और जाके बिरुद्धमे कौन लडाई कर सकत हय?” कहिके बे बा पशुके आराधना करीं।
\v 5 बाके मुहूँमे घमण्डके वचन बोलन और ईश्‍वर-निन्दा करनबारो वचन बोलन दौगव। बाके बयालीस महिनाके ताहिं अधिकार चलानके अनुमति दवगओ रहय।
\v 6 बहेमारे, परमेश्‍वरको विरुध्दमे ईश्‍वर-निन्दा करन, बाको नाउँ और बाको वासस्थान, और स्वर्गमे बैठन बारेनके विरुद्धमे निन्दा करन बा पशु अपन मुहू खोली।
\v 7 विश्‍वासिनसंग लडाई करन और बिनके जितन बा पशुके अनुमति दौगव रहय। और हरेक जातिनके, आदमीनके, भाषानके और राष्‍ट्र उपर फिर अधिकार दौगव रहय।
\v 8 पृथ्वीमे बैठनबारे सबय आदमी बा पशुको पूजा करेहँए, जौनको नाउँ संसारको सृष्‍टिसे मरो भव थुमाको जीवनको पुस्तकमे लिखो न हय।
\v 9 जौनको कान हए बा सुनए।
\v 10 कोइके कैदमे लैजान हय तव, बा कैदमे जएहय। यदि कोइ तरवारसे मरन हय कहेसे, बा तरवारैसे मरहय। धीरज, सहनशीलता, और विश्‍वासके ताहिं जो पवित्र हयँ जहेके ताहिं हियाँ बोलाहट हए।
\p
\v 11 तब मय पृथ्वीसे आएरहो दुसरो पशु देखो। बाको थुमाको जैसो दुई सिङ रहएँ, और बा अजिंगर जैसो मस्की।
\v 12 बा पहिले पशुके उपस्थितिमे सबय शक्तिको अभ्यास करी, और पृथ्वी और हुवाँ बैठनबारे बासिन्दानके बा पहिले पशुको पुजा करन लगात रहए, जौनको गहिरो घाउ अच्छो भव रहए।
\v 13 बा शक्तिशाली अचम्मोको काम फिर दिखाइ। बा आदमीनके अग्गु स्वर्गसे पृथ्वीमे आगी गिरानको काम समेत बा करी।
\v 14 शक्तिशाली चिन्हद्वारा जाके चमत्कार दिखानके अनुमति दौगव। दुसरो पशु पृथ्वीके बासिन्दनके बहकाई। बा पहिलो पशुके आदर करनके ताहिं बिनके बाको एक मुर्ति बनान लगाइ। बा पशुके तलवारसे चोट लगो रहय, तब भी बा जिन्दा हुइगओ।
\v 15 बाके बा पशुको मुर्तिके जिन्दा करन अनुमति दौगव, ताकि बा मुर्ति मस्कन सिकए, और बा पशुको मुर्तिके पुजा करन इन्कार करन बारे मारे जामएँ।
\v 16 और बा शक्तिशाली और बिना जरुरीके, धनी और गरीब, स्वतन्त्र और कमैया हरेकके दहिना हात या माथेमे छाप लगान दबाब दव गओ।
\v 17 बा पशुको छाप न भए बारेनके ताहिं किनन और बेचन असम्भव हुइतो। बा पशुको छाप बाको नाउँको संख्याके प्रतिनिधित्व करत हए।
\v 18 बा बुद्धिके बुलात हए। जौनको समझ हय, बा पशुको संख्या जोणए, काहेकी बा सङ्ख्या आदमीनकि ताहिं हए। जा संख्या छ सयौ छ्यसट्ठी (६६६) हए।
\c 14
\cl अध्याय १४
\p
\v 1 और मए सियोन डाँगामे थुमा ठाणो रहो देखो। बाके संगमे एक लाख चवालीस हजार रहएं, जौनके माथेमे बाको नाउँ और बाको पिताको नाउँ लिखो रहए।
\v 2 और बहुत पानीको आवाज जैसो, और बणो गर्जनको आवाज जैसो स्वर्गसे एक सोर सुनो। मिर सुनो भव बा आवाज बीणा बजानबारे अपन बीणानके बजाय रहे सोर जैसो रहए।
\v 3 सिंहासनके और बे चार जीवित प्राणीक और धर्म-गुरुके अग्गु बे एक नयाँ गित गात गाईं। पृथ्बीसे लाए भए एक लाख चवालीस हजार (१,४४,) बाहेक और कोइ भी बा गित न सिख पात रहएँ।
\v 4 बे बैयरनसंग लसपस न करीं रहएँ, और अपनयके चोखो रखे रहएँ। थुमा जितए जात रहए बाके पिछुपिछु लागन बारे जेहिँ हँए। परमेश्‍वर और थुमाके ताहिँ पहिलो फलको रुपमे आदमीनके बीचसे लाई रहँए।
\v 5 बिनके मुँहुमे कोइ झुट न पाव गव, बे निष्खोट रहँए।
\p
\v 6 तव मय दुसरो स्वर्गदुतके बादरके बिचमे उणत् देखो। पृथ्बीमे रहन बारे हरेक जाति, कुल, भाषा और आदमीके घोषणा करन अनन्त सुसमाचार बिनके संग रहए।
\v 7 बे जोणसे चिल्लाएके कहिँ, “परमेश्‍वरसे डरओ, और बाके महिमा देओ। काहेकी बाको इन्साफको घणी आइ गओ हए।बाके आराधना करओ, जौन स्वर्ग, पृथ्बी, समुन्द्र और पानीके सोतनके बनाई ।”
\v 8 और एक दुसरो स्वर्गदुत अइसे कहत पिछुपिछु लागो, “नाश भव जाति-जातिनके अपनो व्यभिचारको क्रोधको दारु पिआन लगानबारो महान बेबिलोनको नाश भव हय।”
\v 9 और तेसरो स्‍वर्गदूत बडो आवाजमे आइसो काहत बिनके पिछुआओ, “अगर कोइ आदमी बा पशु और बाको मुर्तिनके पूजा कर हय, और माथे या बाके हातमे छाप लगय हय,
\v 10 बा फिर परमेश्‍वरको क्रोधको कटोरामैसे कुछ दारु पिहय, जौन बाको क्रोधको कटोरामे अखनाय गव हए, जौन जा पिहय बाके परमेश‍्‍वरको पवित्र स्वर्गदुतन और थुमाके अग्गु आगी और गन्धकमे बाके यातना दौ जाएहय।
\v 11 बिनको यातनाको धुवाँ सदामान उपर जात रहए. बे जेहि हँए जौन बा पशु और बाको मुर्तिके पूजा करत हएँ, और बाको नाउँको छाप लेत हएँ। बे दिनरात कबहू आराम न पैंहएँ ।”
\v 12 परमेश्‍वरको आज्ञा पालन करन बारे और येशू उपर विश्‍वास करन बारे सन्तके धिरज धरन जहेमे हए।
\v 13 और स्वर्गसे आओ अइसो आवाज मए सुनो, “जा लिख: अब से प्रभुमे मरन बारे धन्यके हँए।” आत्मा कहत हए, “हँ, बे अपन परिश्रमसे आराम पाएहँए, काहेकी बिनको काम बिनके पिछु लगेहए।”
\p
\v 14 और मए देखो, और एक सेतो बादल और बाके उपर बैठो भव आदमीक पुत्र जैसो एक जनी देखो, जौनको मुणमे सोनोको मुकुट रहए और हातमे एक पैनो हँसिया रहए।
\v 15 दुसरो एक स्वर्गदुत मन्दिरसे बाहिर आओ, और बादर उपर बैठन बारो जोणसे चिल्लाएके कहि, “तुमर हँसिया लेओ, और कटनी करओ, काहेकी कटनीको समय अएगओ हए, काहेकी पृथ्बीको फसल पुराए पकिगव हए।”
\v 16 अइसे बादर उपर बैठन बारो अपन हँसिया पृथ्बी उपर चलाई, और पृथ्बीको कटनी भव।
\v 17 और स्वर्गमे भव मन्दिरसे एक दुसरो स्वर्गदुत बाहिर आओ। बिनके संग फिर एक पैनो हँसिया रहए।
\v 18 और बेदीसे दुसरो स्वर्गदुत आओ, जौनके आगी उपर अधिकार रहए। पैनो हँसिया देनबारो जोणसे चिल्लाएके कहि, “तुमरो पैनो हँसिया चलाओ, और पृथ्बीके अंगुरको झोथा जम्मा करओ, काहेकी पृथ्बीको अंगुर पुराए पकिगव हए।”
\v 19 बे स्वर्गदुत अपनो हँसिया पृथ्बीमे चलाईं, और पृथ्बीको अंगुरको फसल जम्मा करीँ, और बाके परमेश्‍वरको क्रोधको बहुत बडो दाख-कुण्डमे फेक दैं।
\v 20 सहेर बाहिरसे दाख-कुण्डसे रगत निकरके बहिगव, काहेकि जा और एक हजार छय सौ किलोमिटर (१,६००) तक फैलो रहए।
\c 15
\cl अध्याय १५
\p
\v 1 मए स्वर्गमे बहुत बडो और अचम्मोको दुसरो एक चिन्ह देखो: सात स्वर्गदुत सात अन्तिम विपत्ति लाई रहएँ, काहेकी बिनमे परमेश्‍वरको क्रोध समाप्त भव रहए।
\p
\v 2 आगीसे मिलो कटोरा समुन्द्र जैसो मए देखो हुवाँ पशु और बाको मुर्ति उपर अपन नाउँको संख्या उपर बिजय पानबारे अपन हातमे परमेश्‍वरको बीणा लैके बे काँचको समुन्द्रके किनारमे ठाणे रहयँ।|
\v 3 बे अइसे करके परमेश्‍वरको दास मोशाको भजन और थुमाको भजन गात रहएँ, “हे परमप्रभु परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान, तुमरो कार्य महान और अचम्मो हए, युग-युगको महाराजा, तुमरे डगर धार्मिक और सत्य हँए।
\q1
\v 4 और परमप्रभु, तुमरो डर कौन न मान्त हए? और तुमरो नाउँको महिमा कौन न करत हय? काहेकी तुम इकल्ले पवित्र हौ। सब जाति आएके तुमके दण्डवत करत् हँए, काहेकी तुमरो धार्मिक कार्य प्रकट भव हए।”
\p
\v 5 जे बात पिछु मए देखो, और स्वर्गमे गवाहीको मण्डपको मन्दिर उघरीगव।
\v 6 सुतीको चमकनबालो कुरता लगाएके और सोनोको फिता छातीके आसपास बाँधे सात जनी स्वर्गदुत सात विपत्ति लैके बडो पवित्र ठाऊसे बाहिर निकरे।
\v 7 बे चार जीवित प्राणी मैसे एक सदामान जीवित रहन बारे परमेश्‍वरके क्रोधसे भरे सोनोके सात कटोरा बे सात स्वर्गदुतनके दैं।
\v 8 परमेश्‍वरको महिमा और बाको शक्तिसे मन्दिर धुवाँसे भरिगव रहय। बे सात स्वर्गदुतके सात विपत्ति खतम न होनतक कोइ फिर बा भितर घुस न पाइँ।
\c 16
\cl अध्याय १६
\p
\v 1 तव मन्दिरसे आओ एक जोणसे चिल्लान बारो सात स्वर्गदुतसे अइसे कहत मए सुनो: “तुम आओ, और परमेश्‍वरको क्रोधको सात कटोरा पृथ्बी उपर अखनाओ।”
\v 2 तव पहिलो स्वर्गदुत जाएके अपन कटोरा पृथ्बी उपर अखनाई, और बाके कारन बा पशुको छाप होनबारे और बाको मुर्तिके पूजन बारे आदमीनके घिनौनो लागन बारो और पिरान बारो घाव निकरो।'
\v 3 दुसरो स्वर्गदुत अपन कटोरा समुन्द्रमे अखनाई, और बा मरे भए आदमीको खुन जैसो हुइगव। और समुन्द्रमे भए सब जिन्दा प्राणी मरिगए।
\v 4 और तिसरो स्वर्गदुत अपन कटोरा नदिया और पानीको मूलमे अखनाई, और बा खुन हुइगव।
\v 5 तव पानीको जिम्मा लेनबारो स्वर्गदुत अइसे कहत मए सुनो, “तुम अपन इन्साफमे न्यायी हौ, तुम जो हौ, जो रहौ, हे पवित्र परमेश्‍वर काहेकी अइसी तुम इन्साफ करे हौ।
\v 6 काहेकी बे सन्तनको और अगमवक्तानको रगत बहाइ हँए, और तुम बिनके रगत पिनके दए हौ। बा बिनके पिनए पणेहए।”
\v 7 तव बेदीके अइसे कहत मए सुनो, “हँ, परमप्रभु परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान, तुमरो इन्साफ सच्चो और धार्मिक हए।”
\v 8 तव पिछु चौथो स्वर्गदुत अपन कटोरा दिनमे अखनाई, और आदमीनके आगीसे डुगन अनुमति दिनके दै।
\v 9 आदमी प्रचण्ड तापसे डुँगे, और बे विपत्तिनके ऊपर शक्ति होनबारो परमेश्‍वतरको निन्दा करीं। पर बे पश्‍चाताप न करीं और बाके महिमा देन इन्कार करीं।
\p
\v 10 और पाँचौ स्वर्गदुत अपनो कटोरा बा पशुके सिंहासनमे अखनाई, और बाको राज्यमे अन्धकार छैगव, बे कष्टमे अपनी अपनी जीब चबाईं।
\v 11 बिनकी कष्ट और घा के कारन बे स्वर्गको परमेश्‍वरको नाऊँको निन्दा करीं, और अभौ फिर बे अपन कुकर्म से पश्‍चाताप करन इन्कार करीं।
\v 12 तव छैटो स्वर्गदुत अपन कटोरा महानदी युफ्रेटिसमे अखनाई, और नदीयाको पानी सुखिगव और अगारसे आनबारो राजाके ताहिँ तयार भव।
\v 13 तव मए अजिंगरको मुहूसे या पशुके मुँहूसे और झुठे अगमवक्ताको मुँहूसे मुणका जैसो तीन घृणित आत्मा निकरत् देखो।
\v 14 बे चमत्कार दिखान बारे दुष्टत्मा हँए। बे पुरे संसारके राजानके ठिन जात रहएँ, और सर्वशक्तिमान परमेश्‍वरको महान दिनमे युद्ध करनके ताहीं बे सँगैसँग इक्ठ्ठा करत हँए।
\v 15 “देखओ, मए चोर जैसो आमंगो। बा धन्य हए, जो जगो रहात हय, और अपन कुरताको रक्षा करत् हए। ताकी बा नँगो बाहिर जान न पडय, और बे बाको शरम देखन न पडय ।"
\v 16 बे ऊनके एकय ठाउँमे लाईं जौनके हिब्रु भाषामे आर-मागेड्डोन कहात हँए।
\p
\v 17 और सातौ स्वर्गदुत अपनो कटोरा हावामे अखनाई, और मन्दिरको सिंहासनसे अइसो कहत एक जोण से चिल्लात आवाज निकरो, “निफटगव हय|”
\v 18 हुँवा बिजुली चमको, आवाज और मेहे गर्जन भव, और बेढम हालाचाला अओ, इतनो भयानक हालाचाला कि पृथ्बीमे आदमीको उत्पति होनेसे अग्गु अइसो कबहू न गओ रहए।
\v 19 बा महानगरी तीन भागमे खुद्रा-खुद्रा भओ, और देश-देशके सहेर ध्वंस-विध्वंस हुइगय। और परमेश्‍वरको बा महान बेबिलोन कहिके मनमे बुलाई, और बा अपन क्रोधको भयानक मद्यसे भरो कटोरा सहेरके दै।
\v 20 और हरेक टापू लोप हुइके गए और पहाड बेपता भए।
\v 21 बादरसे बडे बडे पत्थर आदमीनके उपर गिरन लागे। पत्थरको विपत्तिके कारन बे परमेश्‍वरके सरापीं, काहेकी बा बिपत्ति गजबय भयानक रहए।
\c 17
\cl अध्याय १७
\p
\v 1 बे सात कटोरा लेनबारे सात स्वर्गदुत मैसे एक जनी मेरे ठिन आएके कहि, “इतए आओ, मए तुमके बहुत पानीमे बैठी बा महा वेश्याके दओ इन्साफ दिखमंगो।
\v 2 बाके संग पृथ्बीके राजा व्यभिचार करी हँए और पृथ्बीके बासिन्दा बाके व्यभिचारको मद्यसे मते हँए।
\p
\v 3 और बे मोके आत्मामे बोकके एक उजाड-स्थान भितर लैगए। हुवाँ सात मुण और दश सिङ भव ईश्‍वर-निन्दाको पशु उपर बैठी एक बैयर मए देखो।
\v 4 बा बैयर बेजनी और चम्कन बारो लाल कपडा लगाए रहए, और बा सोनोको गहना और मोतीसे सिंगार करे रहए, और घिनौनो बात और बक व्यभिचारको अशुध्द बातनसे भरो एक सोनोको कटोरा बा हातमे लए रहए।
\v 5 एक गुप्‍तबातको अर्थ बाके माथेमे नाउँ लिखो रहए: पृथ्बीमे भय घिनौनो बात और व्यभिचार करन बारेनकी अइया महान् बेबिलोन।"
\v 6 और मए बा बैयरके सन्तनको रगत और येशूके ताहीं सहिद भयनके रगत पिके मत्तानी देखो। बाके देखके मए गजब अचम्मो मानो।
\p
\v 7 पर स्वर्गदुत मोसे कहि, “तुम काहे अचम्मो मान्त हौ? मय तुमके बा बाइयरऔर बाके बोकन बारे सात मुण और दश सिङ भव पशुके रहस्यको अर्थ तुमके बातमंगो।
\v 8 तुम देखे बा पशु एक समय रहए, पर अब न हय, और सर्वनाशमे जान अतल कुण्डसे बा उपर चढ्न लागो हए। और पृथ्बीके बासिन्दनके, जौन नाउँ संसारको उत्पत्तिसे जीवनको पुस्तकमे लिखो न हय, बे बा पशुके देखके अचम्मो मानंगे, काहेकी बा एक समय रहए, अब न हय, पर आन लागो हय।
\v 9 “बुध्दिमत्ता जहेमे हए: बे सात मुण सात डँगा हएँ, जौन उपर बा बैयर बैठी हए।"
\v 10 बे सात राजा फिर हएँ- पाँच जनी राजा नाश हुइगय हएँ, एक जनी अभे हए, और दुसरो अभेतक आओ न हय। जब बा आबैगो, तव कछु समयके ताहिं रयहय।
\v 11 बा पशु, जो एक समय रहए, पर अब न हय, बा अपनय फिर आठौं राजा हए पर बे सात राजा मैसे बा एक हए, पर बा सर्वनाश होन जायरहोहए।
\v 12 “तुम देखे बे दश सिङ ता दश राजा हँए, जौन हबए तक राजकीय शक्ति पाई न हयँ। पर बा पशुसंगै बे एक घण्टाके ताहीं राजाको अधिकार पामंगे।"
\v 13 यिनको एकय विचार हए, और बे अपन शक्ति और अधिकार बा पशुके सौपंगे।
\v 14 बे थुमाके बिरुध्दमे युद्ध करेहँए, और थुमा बिनके जितैगो, काहेकी बा प्रभुनको प्रभु और राजानको राजा हए। बाके संगमे होनबारे बुलाए हँए, चुने भए और विश्‍वासयोग्य हँए।”
\v 15 बे स्वर्गदुत मोसे कहिँ, “तुम देखे भय पानीके ऊपर, जहाँ बा वेश्या बैठी हए, बा पानी आदमीनके, भिणनके, जातिनके और भाषानके हए।
\v 16 और तुम देखे भए दश सिङ और बा पशु बा वेश्याके घिणना करेहए, बे बाके ईकल्लो और नङ्गो करके बाको मासु खएहएँ, और बाके बे आगीमे भस्म करदेहएँ।
\v 17 काहेकी परमेश्‍वरको वचन पुरा न होन तक एकय मनको हुइके बे अपनो अधिकार बा पशुके राज करन देन बाके उद्देश्‍य पुरा होन परमेश्‍वर अइसो विचार डारिहय।
\v 18 तुम देखे भय बा बैयर पृथ्वीके राजानके ऊपर शासन करनबारी महानगरी हए।"
\c 18
\cl अध्याय १८
\p
\v 1 तव पिछु बणो अधिकार भव दुसरो एक स्वर्गदुत स्वर्गसे तरे आत मए देखो। बाको शक्तिसे पृथ्बी उजियारो भव।
\v 2 बा अइसे करके शक्तिशाली सोर निकारके चिल्लाई: “महानगरी बेबिलोनको पतन भव, जा महानगरी भुतनके ताहीं रहनबारो, हरेक अशुध्द आत्माके ताहीं वासस्थान और हरेक अशुध्द और घृणित चिरईंयाको एक अखणा भई हय।
\v 3 काहेकी सबय जाति बाको अनैतिक व्यभिचारको नसा पिए हएँ। पृथ्बीके राजा बाकेसंग व्यभिचार करी हए। पृथ्बीनके व्यापारी बाके बिलासिताको शक्तिको जीवन यापनसे बहुत धनी भए हँए।
\p
\v 4 तव मए स्वर्गसे अइसो कहत दुसरो आवाज सुनो: “मिर आदमी रेओ, बासे निकरके आओ, नत बाके पापसंग तुम सहाभागी हुइहौ, और बाको कोई भी विपत्ति तुमय भोगन न पडय।
\v 5 काहेकी बाके पापनको जमा स्वर्ग तक ऊँचो भव हए, और परमेश्‍वर बाको अधर्म सम्झी हए।
\p
\v 6 जैसी बा औरनके दईरहय, उइसिय बाके लौटायदेओ और बा जो करी हय फिर्ता देओ। बा कटोरामे जो भरि रहए, बाके दुगुना होनतक बाके देओ।
\v 7 जैसी बा अपनयके महिमित करी और सुख विलासमे जिवन विताई रहय। उइसिय बाके यातना और शोक देओ। काहेकी बा अपन मनमे कहत हए, 'महारानी हुइके मए बैठंगो, मए एक बिधुवा न हऔं, और मोके कबहू शोक करन न पणैगो।'
\v 8 जहेमारे, एकए दिनमे बाके उपर विपत्ति अबैगो- मृत्यु, शोक और अनिकाल। आगीसे बाके भस्म करदव जाएहय, काहेकीबा बाको इन्साफ करन बारो परमप्रभु परमेश्‍वर शक्तिशाली हए।”
\p
\v 9 बाके संग व्यभिचार करन बारे और सुख-विलासमे रहनबारे पृथ्बीके राजा बाको जलो धुवाँ देखके बाके ताहिँ रोमंगे और बिलौना करेहँए।
\v 10 बाको यातनाको डरसे दुरए ठाणके बे अइसे कैहएँ, “हाय, हाय! तए महानगरी, तए शक्तिशाली सहेर बेबिलोन! काहेकि एकए छिनमे तेरो न्याय आओ हय।”
\v 11 पृथ्बीके व्यापारी बाके ताहिँ रोमंगे और बिलौना करेहँए, काहेकी फिर बे व्यापारको मालसामान फिर कबहू न किनेहएँ,
\v 12 सोनो, चाँदी, महेंगो पत्थरा, मोती, मलमलके कपडा, बैजनी कपडा, रेशम और चम्किलो रंग सबय किसिमको सुगन्ध देनबारो कठ्ठा, हरेक किसिमके हस्ति-हड्डा के भाँडा, हरेक किमती कठ्ठासे बने भाँडा, काँसो, लोहो और सिंगमरमर,
\v 13 तेजपत्ता, मसला, सुगन्धित धुप, मुर्र, मद्य, तेल, महिन चुन, गेहुँ, गैयाँ-भैसिया, घोडा और रथ और कमैया और टहलूनिया, और आदमीनको आत्मा।
\v 14 तिर सबय शक्तिसे तेरो मन चाहो फल तोसे गैभव हए, तिर सबय स्वादिष्ट खानु और सबय चमकदमक तए गुमाए डारो, और बे फिर कबहू न पए हए।”
\v 15 जा सामनक व्यापारी जौन बा नगरीमे व्यापार करके धन कमाई रहएँ, तव पिछु पणन बारो यातनाके डरसे दुरए ठाणे अइसे कहत बे बणो सोरसे रोइ हँए, और बिलाप करेहँए,
\v 16 “हाय महान शहर, तोके धिक्कार, बा जो मलमल बैजनी और चम्किलो लाल कुर्ता लगाएके सोनो, मोती और कीमती गहेनासे सिंगारी रहय।
\v 17 एकय घणीमे सबय सम्पत्ति नष्ट भव हए।” हरेक जहाजको कप्तान, हरेक यात्रा करनबारे आदमी, नौवा और समुदरमे व्यापार करनबारे दुरय ठाणे।
\v 18 और महानगरी जलके निकरो धुवाँ देखके अइसे करके चिल्लाई, 'बा महानगरी जैसो कौन सहेर रहए?”
\v 19 और बे अपन अपन मुणमे भुवा डारीं रोत और बिलौना करत् अइसे करके चिल्लाईं, “हाय! हाय! बा महानगरी जहाँ समुन्द्रमे जहाजमे होनबारे सब जनी बाको सम्पतिसे धनी भए रहएँ एक छिनमे बा नष्ट भव हए |”
\v 20 “हे स्वर्ग बाको इन्साफमे रमाओ हे सन्त प्रेरित और अगमवक्ता तुमरे उपर करो अन्यायके ताहिं परमेश्‍वर बाको इन्साफ करी हए।”
\p
\v 21 तव एक शक्तिशाली स्वर्गदुत बणो चक्किया जैसो एक पत्थर उठाई, और अइसे कहिके बाके समुन्द्रमे फेंकि, “जा किसिमसे महानगरी बेबिलोन, महान सहेर हिंसात्मक तरिकासे तरे फेंकदव जयहय और और बाके फिर कबहू न देख पायहँए।
\v 22 बीणा बजान बारे, गानबारे, बाँसुरी बजानबारे और तुरही बजानबारे धुन तोएमे फिर कबहू न सुनहएँ । और कोइ फिर कारीगर तोए मे कबहू न मिलहएँ । कोई भि चक्कियाको आवाज तोए मे न सुनेहएँ।
\v 23 बत्तीको उजियारो तोए मे कबहू न चम्काईगो। दुलहा और दुल्हिन को आवाज फिर तोए मे कबहू न सुनेहयँ, काहेकी तिर व्यापारी पृथ्बीके राजकुमार रहएँ, और तिर मन्त्रतन्त्र द्वारा-जाति छने रहयँ।
\v 24 बामे अगमवक्ता और सन्तनको रगत और पृथ्बीमे मरे भयनके सबयको रगत मिलो रहए।”
\c 19
\cl अध्याय १९
\p
\v 1 तव पिछु मए स्वर्गसे एक बणो भीड जोणसे चिल्लात अइसो कहत जैसो सुनो, “हल्लेलुयाह! मुक्ति, महिमा और शक्ति हमर परमेश्‍वरके हँए।
\q1
\v 2 काहेकी बाको इन्साफ सच्चो और न्यायसगंत् हए। काहेकि बा महान व्यभिचारीके न्याय करी हय, जौन पृथ्‍विके बाके अनैतिक सम्बन्धसे भ्रष्ट करी हय। बा अपन दासनको रगतके ताहीं बदला लई हए, जो बा अपनय बहाई रहय।”
\v 3 बे फिर एक चोटी जोणसे चिल्लाईके कहि, “हल्लेलुयाह! बासे सदामानके ताहीं धुवाँ निकरत रहात् हए।”
\q1
\v 4 तओ बे चौबिसौं जनी एल्डर और बे चार जीवित प्राणी अपनय जमीनतक घुप्टा पड्के सिंहासन मे विराजमान भव परमेश्‍वर दण्डवत् करके आराधना करीं। बे “आमिन, हल्लेलूयाह!” कहात रहयँ।
\v 5 तव सिंहासनसे अइसो कहात एक अवाज आओ, “हमर परमेश्‍वरको प्रशँसा करओ, बाके सब दासओ, जौन बाके भय मानत् हयँ, हमर परमेश्‍वरको प्रशँसा करओ।"
\v 6 तवफिर एक बणो भिडको आवाज जैसो अवाज, गजब पानीको आवाज और गर्जन को अवाज जैसो मए सुनो, बे अइसे कहात रहएँ: “हल्लेलूयाह" काहेकी हमर परमप्रभु सर्बशक्तिमान् परमेश्‍वर राज्य करैगो।
\q1
\v 7 हम रमामएँ और खुसी होमएँ, और बाके महिमा देमएँ! काहेकी थुमाको को बेहाको उत्सब मनानको दिन आओ हए, और बाकी दुलहीन अपनयके तयार करी हय।
\q1
\v 8 बाके चहकिलो और सफा मलमल को कपडा पैंधन बाके दवगव। (चहकिलो मलमलको कपडा बाके पवित्र आदमिनके धार्मिक काम हँए)।
\p
\v 9 स्वर्गदूत मोसे कही, “जा लिखः, थुमाको बेहाको भोजमे निमन्त्रणा करे भय धन्‍यके हँए।” बा फिर मोसे कहि, “परमेश्‍वरके सत्य वचन जेहीं हँए।”
\v 10 तव बिनके दण्डवत् करन मए बिनको टांगमें घुप्टा पडो, पर बा मोसे कहीं, “तुम मोके अइसो न करन पए हौ। मए येशूको गवाहीके रखन तुमर भैया और तुमर संगी दास इकल्लो हौं। परमेश्‍वरको आराधना करओ, काहेकी येशूको बारेमे भव गवाही अगमवाणीको आत्मा हए।"
\p
\v 11 “मए स्वर्ग उघ्रो देखो और हुवाँ एक सेतो घोडा रहए। बक उपर सवार होनबारो “बिश्‍वासयोग्य" और “सत्य" कहात रहयँ। बा धर्मिकतामे इन्साफ और युध्द करेहए।
\v 12 बाके आँखी आगीके ज्वाला जैसे रहँए, और बक मुणमे गजब राजमुकुट रहँए। बामे एक नाउँ लिखो रहए, जौन बाके बाहेक और कोइके पता न रहए।
\v 13 “बा खुनमे डुबओ भव लत्ता पैंधे रहए, और बाको नाउँ “परमेश्‍वरको वचन कहिके बुलात रहएँ।"
\v 14 स्वर्गके सेना सेतो और मलमलको कपडा पैंधाएके सेतो घोडामे चढ्के बाके पच्छु पच्छु लगिगए।
\v 15 जातिजातिके प्रहार करन बाको मुहुँसे धारिलो तरवार निकरत् रहए, और बा लोहेको डण्डा से बिनके उपर शासन करैगो। सर्ब-शक्तिमान परमेश्‍वरको क्रोधसे दाख-कुण्डके कुल्चैगो।
\v 16 “बाको लत्ता और जाँघमे “राजानके राजा और प्रभुनके प्रभु" कहिके एक नाऊँ लिखो हए।"
\p
\v 17 तओ मए एक स्वर्गदूत दिनमे ठाणो भव देखो। बे उपर बादरमे उडनबारे सब चिरैयांनके सबयके बडो सोरसे बुलाई, “आओ, सबय परमेश्‍वरको बडे भोजके ताहीं इकठ्ठा होबओ।
\v 18 तुम राजा, कप्तान, शक्तिशाली आदमी और घोडा और बिनके उपर सवार होनबारे, सबय आदमी, दास और फुकुवा दोनो, कमजोर और शक्तिशाली सबयके मासु खाबैगे।”
\v 19 और घोडामे सवार होनबारे और बाके सेनाके बिरुद्द युद्ध करन बा पशु और पृथ्वी के राजा और बिनके सेना इकठ्ठा भए मए देखो।
\v 20 तव बा पशु और बाको उपस्थितिमे अचम्मो काम करन बारे झुठो अगमवक्ता दोनए पकणिगए। जे अचम्मके कामसे बा झुटो अगमवक्ता बा पशुको छाप लगान और बाको प्रतिरुपको आराधना करनबारेनके बहकाइ। बिनमैसे दुई जनीके पजरो भओ गन्धकको अग्‍नि-कुण्डमे जिन्दए फेंकदईं।
\v 21 बिनमैसे बाँकी बचे भयनके घोडा उपर सवार भए मुहुँसे निकरो भव तरवारसे मरीगए, बिनको मरी शरीरके सबय चिरैयाँ खाईं।
\c 20
\cl अध्याय २०
\p
\v 1 तव फिर अतल कुण्डको चाभी और एक बणो साँकर हातमे लओ भओ स्वर्गदूत् स्वर्गसे उतरके आओ मए देखो।
\v 2 बे अजिंगर, औ पुरानो साँप, जौन दियाबलास या शैतान हए, बाके पकणी, तओ एक हजार बर्षके ताहीं बाँधके धरीं।
\v 3 बे बाके अतल कुण्डमे फेक्दैं, और बा कुण्ड बन्द करके मोहोरा लागए दैं, ताकि एक हजार बर्ष न निभ्टन तक जातिजातीनके बा न बहेकान पाए। तओ फिर कुछ समयके ताहीं बाके छोणन पणेहए।
\p
\v 4 तव मए सिंहासन और बक उपर बैठन बारेके देखो, जौनको इन्साफ करन अधिकार दओ गव रहए। तव येशूको गवाहीके ताहीं और परमेश्‍वरको वचनके ताहीं मुण कटेभए, और बा चिरैयाँ और बाको मुर्तिको पुजा न करन वारे बाको छाप माथो और हातमे न लगानबारे आत्माके मए देखो। बे फिर जिन्दा हुइगए, और बे ख्रीष्ट संग एक हजार बर्षतक राज्य करीं।
\v 5 और मरेभए, बे एक हजार बर्ष न खतम होनतक जिन्दा न भए। जा सुरुको पुनरुत्थान हए।
\v 6 सुरुको पुनरुत्थानमे सहभागी होनबारे धन्य और पवित्र हँए। जिनके दुसरो मृत्यु को शक्ति कछु काम न करन सिकैगो, पर बे परमेश्‍वर और ख्रीष्टके पुजारी हुइके बाके संग एक हजार वर्षतक बाके सँग राज्य करङ्गे।
\p
\v 7 एक हजार वर्ष खतम हुइके शैतान बक कैद से छुटैगो,
\v 8 और पृथ्बीके चारौ दिशामे भए देश-देशके आदमीनके बहाकन, और गोग और मागोगके लडाईके ताहिँ इकठ्ठा करनके निकरके आबैगो। बिनको संख्या समुन्द्रके रेता बराबर हुइहए।
\v 9 बे सबय पृथ्बीके चारौघेन जाएके सन्तनके मणैयाके आसपास और प्यारो सहेरके घेरीँ, और स्वर्गसे आगी बर्सके बिनके भस्म करी।
\v 10 बिनके बहाकन बारे दियाबलस आगी और गन्धकको कुण्डमे फिको, जहाँ पशु और झुटे अगमवक्ता फिर रहँए। हुवाँ बे दिनरात सदामान यातना भोगंगे।
\p
\v 11 तव मए एक बहुत बणो सेतो सिहासन और बाके उपर विराजमान होनबारेके देखो। बाके जौनेके पृथ्बी और आकाश भाजिगए, और बिनके ताहिँ कोइ ठाउँ न पाईं।
\v 12 मए बणे और छोटे सब मरे भएनके सिंहासनके अग्गु ठाणो देखो, और पुस्तक खोलि। दुसरो एक पुस्तक खोलि, जो जीवनको पुस्तक हए। बा पुस्तकमे लिखो अनुसार, बिनको काम अनुसार मरेनको इन्साफ भव।
\v 13 समुन्द्रसे मरे भएनके समुन्द्र दै दै, और मृत्यु और पाताल फिर बिनमे भएनके दैदै। बे प्रत्येकको अपन अपन कामअनुसार इन्साफ भव।
\v 14 मृत्यु और पाताल अग्‍नि-कुण्डमे फिके| जा अग्‍नी-कुण्ड दुसरो मृत्यू हए।
\v 15 जौनको नाउँ जीवनको पुस्तकमे लिखो न पाईं बिनके अग्‍नि-कुण्डमे फेंक दैं।
\c 21
\cl अध्याय २१
\p
\v 1 तव मए नयाँ आकाश और पृथ्बी देखो, काहेकी पहिलो आकाश और पहिलो पृथ्बी खतम हुइगव रहए. समुन्द्र त अब रहियाँ नाए.
\v 2 और मए परमेश्‍वरको दुलहाके ताहिँ दुलहीन जैसो सजो तयार पारो भव पवित्र सहेर, नयाँ यरुशलेम स्वर्गसे तरे गिरत् मए देखो।
\v 3 सिहासनसे अइसो कहत जोणसे चिल्लात मए सुनो, “देखओ, परमेश्‍वरको बास आदमीनके संग भव हए। बा बिनके संग बास करैगो, और बे बाके प्रजा हुइहँए, और परमेश्‍वर अपनए बिनको परमेश्‍वर हुइके बिनके संग रयहए।
\v 4 बा बिनकी आँखीको आँशु पूरा रुपसे पोंछ देहए, औ फिर मृत्यु न हुइहए, औ शोक और पीडा फिर न हुइहए। काहेकी पहिले कि बात खतम हुगैहयँ।”
\p
\v 5 सिहासनमे बिराजमान होनबारो मोसे कहि, “देखओ, मए सब बात नयाँ बनामंगो।” बा अइसो फिर कहि, “जा लिख, जा बात पक्की हए और सत्य हए।”
\v 6 बा मोसे कहि, “अब खतम हुइगव। मए अल्फा और ओमेगा हौं, आदि और अन्त्य महिं हौं। पिआसेनके जीवनको पानीको भक्भाकासे मए सेतएमे दव हऔं।
\v 7 जौन जितैगो बा जा उत्तरअधिकार पाबैगो, और मए बाको परमेश्‍वर होमंगो, और बा मेरो लौणा होबैगो।
\v 8 पर डरपोक, अविश्‍वासी, घिनौने भए, हत्यारे, व्यभिचारी, जादुगर, मुर्तिपुजक और झुठ बोलन बारेनको सब हिस्सा आगी और गन्धक दन्कन बारो कुण्डमे होमङ्गे। जो दुसरो मृत्यु हए।
\p
\v 9 तव बे सात अन्तिम विपत्तिसे भरे भए सात कटोरा होनबारे सात स्वर्गदुत मैसे एक जनी मोसे अइसे कहि, “आओ, मए तुमके थुमाकी बैयर, बाकी दुल्हीन दिखामंगो।”
\p
\v 10 बे मोके पवित्र आत्मामे एक बणो और ऊँचो पहाडमे लैगए, और परमेश्‍वर स्वर्गसे तरे झर्तय पवित्र सहेर यरुशलेम मोके दिखाई।
\v 11 बामे परमेश्‍वरको महिमा रहए, और बाको चमक बहुमुल्य गहना जैसो और बिल्लौर स्फटिक जैसो चहकिलो रहए।
\v 12 बाके आसपास बडो और उँचो भिता रहए, और बामे बाह्र फाटक रहएँ। फाटक मे बाह्र स्वर्गदुत रहएँ। बे फाटकमे इस्राएलको बाह्र कुलको नाउँ लिखो रहए।
\v 13 अगारमे तीन फाटक, सिरेमे तीन, दक्खिनमे तीन और पछारमे तीन फाटक रहएँ।
\v 14 सहेरको भिताको बाह्र जग रहएँ, और बिनके ऊपर थुमाके बाह्र प्रेरितनको बाह्र नाउँ लिखो रहए।
\p
\v 15 सहेर और दिवार नापन ताहीं मोसे बोलन बारो संग एक सोनोको नापन बारी लकणी रहए।
\v 16 बा सहेर वर्गाकार रहए। बाको चौडाइ और लम्माइ बराबर रहए। बा लकणीसे नापत सहेर दुई हजार चार सय किलिमिटर रहए। बाको लम्माई चौडाई और उचाई बराबर रहए।
\v 17 स्वर्गदुत बा दिवारके फिर नापी, और आदमीको नाप अनुसार बा पैसठ्ठी मिटरको रहए। (जौनके स्वर्गदुत फिर नापी रहयँ)।
\p
\v 18 बा दिवार बिल्लौरसे बनो रहए, और सहेर निखुर सोनोसे बनो रहए और सफा काँच जैसो बा चमकत रहए।
\v 19 दिवारको जग अनेक किसिमको किमती गहना से जीणो रहए। पहिलो जग बिल्लौरको, दुसरो नीर, तीसरो हरित गहना, चौथो पन्ना,
\v 20 पाँचौ आनिक्स, छैठौं लालमणि, सातौ पीतमणि, आठौं बेरूज, नवौ पुष्पराज, दसौं लसुने, एघारौं नीलमणि, बार्हऔं कटेलाको रहए।
\v 21 बे बाह्र फाटकके मोती रहएँ। प्रत्येक फाटक मोतीसे बने रहएँ। बा सहेरके डगर चमकन बारो शिशा जैसो निखुर सोनोको रहएँ।
\p
\v 22 मए बा सहेरमे कोइ मन्दिर न देखो, काहेकी हुवाँको मन्दिर स्वयम परमेश्‍वर सर्वशक्तिमान और थुमा रहए।
\v 23 बा सहेरके उजियारो करन दिन और जोनीको जरुरत न रहय, काहेकी परमेश्‍वरको महिमा बाको उजियारो हए। बाको बत्ती थुमा अपनाए हए।
\v 24 बाके उजियारोमे जाति-जाति नेगंगे। पृथ्बीके राजा अपन वैभव बामे लाएहयँ।
\v 25 बाके फाटक दिनको समयमे बन्द न हुइहए, और हुवाँ रात न हुइहए।
\v 26 जाति-जातिके अपन वैभव और सम्मान बा भितर लाएहयँ।
\v 27 पर थुमाको जीवनको पुस्तकमे नाउँ लिखे बाहेक कोइ अशुध्द चीज, घृणित काम करन बारे झुट बोलनबारे कोइ किसिमसे फिर बा भितर न घुस पैहएँ।
\c 22
\cl अध्याय २२
\p
\v 1 बक पिछु स्वर्गदुत मोके स्फटिक जैसो चहकिलो जीवनको पानीको नदिया दिखाई। बा नदिया परमेश्‍वर और थुमाको सिंहासनसे बहेन डटी रहय।
\v 2 बा सहेरको डगरके बीचसे बहात रहए। बा नदियके किनारे जीवनको रुखा रहए, जौन हरेक महिना बाह्रै किसिमके फल देत रहत् रहएँ, रुखाके पत्ता जाति-जातिनके ताहीं अच्छो करन ताहिँ रहएँ।
\v 3 अबसे हुवाँ कबहू सराप न हुइहए। परमेश्‍वर और थुमाको सिंहासन शहेरमे हुइहए, और बाके दास बाको सेवा करङ्गे।
\v 4 बे बाको मुँहु देखंगे, और बाको नाउँ बिनके माथे मे हुइहए।
\v 5 हुवाँ फिर रात न हुइहए, बिनके बत्ती और घामुको उजियारो न चाहैगो, काहेकी परमप्रभु परमेश्‍वर बिनको उजियारो हुइहए, और बे सदामान राज्य करेहँए।
\p
\v 6 स्वर्गदुत मोसे कहि, “जा वचन विस्वासयोग्य और सत्य हए। अब जल्दी होनबारी बात अपन दासनके दिखान परमप्रभु, अगमवक्तनको आत्माको परमेश्‍वर अपन स्वर्गदुत पठाई।”
\v 7 “देखओ, मए जल्दी आमङ्गो।| जा पुस्तकको अगमवाणीको वचन पालन करन बारे धन्यके हएँ।”
\p
\v 8 जा बात सुननबारो और देखनबारो मए यूहन्ना हौं। जब मए जा सुनो और देखो, तव मोके जा बात दिखान बारो स्वर्गदुतको पओं मे दण्डवत् करन मए घुप्टा पणो।
\v 9 तव बा मोसे कहि, “आइसो मत करय। मए त तुमरो ददा भईया अगमवक्तन और जा पुस्तकको वचन पालन करनबारेनको संगी-दास इकल्लो हौ। परमेश्‍वरको आराधना कर।"
\v 10 बा मोसे आइसे कहि, “जा पुस्तकको अगमवाणीको वचनमे मोहर न लगाबौ, काहेकी समय ढिंगै हए।
\v 11 दुष्ट काम करनबारे दुष्ट काम करत रहँए, अनैतिक काम करनबारे अनैतिक काम करत् रहँए। धर्मात्मा धार्मिक काम करत् रहँए, और जो पवित्र हयँ, बा लगातार पवित्र होत रहएँ।”
\p
\v 12 “देखओ, मए जल्दी अमंगो। हरेक आदमीनको उनको कामअनुसारको इनाम मिरसंग हए।"
\v 13 मए अल्फा और ओमेगा, अग्गु और पिछु, आदि और अन्त महीं हौं।
\v 14 “जीवनको रुखासे खान और सहेरके फाटकनसे भितर घुसन पाओं करके अपन कुरता धोनबारे धन्यके हँए।"
\v 15 कुत्ता, मन्त्रतन्त्र करनबारे, व्यभिचारी, हत्यारे, मुर्तिपुजनबारे और झुट बात मन पणान बारे और प्रेम करन मन परानबारे हरेक बाहिर रयहँए।
\p
\v 16 “मए येशू अपन स्वर्गदुतके तुमरे ठिन मण्डलीनके जा बातनके गवाही देन पठाओ हौं।मय दाऊदको बँश और मुल, सुबेरेको चहकिलो तारा हौं।”
\p
\v 17 “पवित्र आत्मा और दुलहीन कहत हए, “अबओ।” जौन सुन्त हए बा कहाबए, “अबओ।” जो पियासो हए बाके आन देओ, और जौन जाको इच्छा करत् हए, बा जीवनको पानी सेतएँ मे पिबय।"
\p
\v 18 जा पुस्तकको अगमवाणीको वचन सुननबारे हरेकके मए चिताउनी देत हौं। अगर कोइ बिनमे थपैगो, तव जा पुस्तकमे लिखो विपत्ति परमेश्‍वर बाके उपर थपदेहए।
\v 19 यदि कोइ जा अगमवाणीको पुस्तकको वचननसे कोइ घटाबैगो तव, परमेश्‍वर जा पुस्तकमे लिखो जीवनको रुखा और पवित्र सहेरको हिस्सासे निकार देहए।
\p
\v 20 “जा बातको गवाही देनबारो कहात हए, “हाँ, मए जल्दी अमंगो।” आमेन! अबओ, हे प्रभु येशू।
\p
\v 21 प्रभु येशूको अनुग्रह हरेकके संग रहाबए। आमेन।

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Optional text or untagged footnote at JHN 6:25
Check the punctuation at JHN 7:12: ,“
Word medial punctuation in JHN 7:12: रहए,“बा
Free floating mark at JHN 7:45: कही " तुम
Check the punctuation at JHN 7:47: ,?
Free floating mark at JHN 7:51: का?” "
Probable chapter:verse reference (७: ५३) at JHN 7:53 belongs in a footnote
Invalid number suffix: ११ल at JHN 7:53
Invalid number prefix: -८ at JHN 7:53
Invalid USFM token (\1) near JHN 8:1
Check the punctuation at JHN 8:53: ,।
Check the punctuation at JHN 9:17: ,?
Free floating mark at JHN 10:14: हए् । "
Free floating mark at JHN 10:27: हएँ। "
Check the punctuation at JHN 11:4: ,।
Free floating mark at JHN 12:5: दैदेते?” "
Free floating mark at JHN 12:15: ।” "
Free floating mark at JHN 12:27: हौ । "
Check the punctuation at JHN 13:33: ,!
Free floating mark at JHN 14:12: हौ । "
Free floating mark at JHN 14:18: अमंगो । "
Free floating mark at JHN 14:25: हौं । "
Free floating mark at JHN 14:28: हए । "
Free floating mark at JHN 15:5: पैहौ । "
Free floating mark at JHN 15:26: देहए । "
Free floating mark at JHN 16:12: पैहौ । "
Free floating mark at JHN 16:25: हौ । "
Free floating mark at JHN 17:11: होमए । "
Free floating mark at JHN 17:13: होबए । "
Free floating mark at JHN 17:20: हौ, "
Free floating mark at JHN 17:24: दएरहौ । "
Free floating mark at JHN 17:25: हए । "
Free floating mark at JHN 18:37: त्?” “ येशू
Free floating mark at JHN 19:11: हए । "
Free floating mark at JHN 19:13: बैठो । "
Repeated quotes at JHN 19:13
Free floating mark at JHN 19:15: |” "
Verse number in text (probable): JHN 19:16
Space before phrase ending mark at JHN 21:5: ”
Free floating mark at JHN 21:5: ।” "
Free floating mark at JHN 21:12: रहए । "
Free floating mark at JHN 21:17: खबओ । "
Verse number in text (probable): JHN 21:19
Inconsistent chapter titling: ['अध्याय', 'अध्\u200dयाय'] in JHN
Low paragraph count (21) for JHN
Straight quotes found in 45-ACT.usfm: 134 doubles, 96 singles not counting 0 word-medial.
Word medial punctuation in ACT 1:16: 16"भैयारेओ,
Free floating mark at ACT 2:22: हए । "
Free floating mark at ACT 2:29: हैयाहए । "
Invalid USFM token (\unknown) near ACT 3:6
Possible verse number (7) in text at ACT 3:6
First word in sentence: (v) is not capitalized. ACT 3:6
Missing verse between: ACT 3:6 and ACT 3:8
Free floating mark at ACT 3:24: हएँ । "
Repeated quotes at ACT 4:18
Check the punctuation at ACT 5:14: ,।
Free floating mark at ACT 5:20: ।” "
Free floating mark at ACT 5:33: हए । "
Free floating mark at ACT 5:35: पठाई । "
Free floating mark at ACT 5:39: करीँ । "
Free floating mark at ACT 7:4: हौ । "
Free floating mark at ACT 7:9: रहँए । "
Free floating mark at ACT 7:17: बढिगई। "
Free floating mark at ACT 7:20: पालो । "
Free floating mark at ACT 7:23: उठो । "
Free floating mark at ACT 7:31: । " जब
Free floating mark at ACT 7:33: हए । "
Free floating mark at ACT 7:35: पठाई । "
Free floating mark at ACT 7:39: करीँ । "
Invalid USFM token (\unknown) near ACT 7:42
Possible verse number (43) in text at ACT 7:42
First word in sentence: (v) is not capitalized. ACT 7:42
Missing verse between: ACT 7:42 and ACT 7:44
Free floating mark at ACT 7:44: रहए । "
Free floating mark at ACT 7:48: हँए, "
Verse number in text (probable): ACT 7:50
Free floating mark at ACT 7:51: ' “ए
Verse number in text (probable): ACT 8:17
Free floating mark at ACT 8:20: " तव
Verse number in text (probable): ACT 8:23
Free floating mark at ACT 8:24: " तव
Missing verse between: ACT 8:31 and ACT 8:33
Verse out of order: ACT 8:32 after ACT 8:33
Check the punctuation at ACT 8:38: ,।
Free floating mark at ACT 8:38: “ रथ
Invalid USFM token (\unknown) near ACT 9:4
Possible verse number (5) in text at ACT 9:4
First word in sentence: (v) is not capitalized. ACT 9:4
Missing verse between: ACT 9:4 and ACT 9:6
Free floating mark at ACT 10:39: रहएं । "
Free floating mark at ACT 11:4: " तव
Free floating mark at ACT 11:8: ।” "
Free floating mark at ACT 11:9: ।' "
Free floating mark at ACT 11:15: ' “जब
Free floating mark at ACT 11:17: ' प्रभु
Free floating mark at ACT 12:18: " उजियारो
Free floating mark at ACT 12:22: लागे | "
Verse number in text (probable): ACT 12:22
Verse number in text (probable): ACT 12:23
Missing verse between: ACT 12:23 and ACT 12:25
Verse out of order: ACT 12:24 after ACT 12:25
Chapter 12 normally has 25 verses: ACT 12:24
Verse number in text (probable): ACT 13:3
Free floating mark at ACT 13:11: " अब
Free floating mark at ACT 13:21: " तव
Space before phrase ending mark at ACT 13:25: ”
Verse number in text (probable): ACT 13:25
Free floating mark at ACT 13:26: हय । "
Free floating mark at ACT 13:32: हएँ । "
Free floating mark at ACT 13:38: हए । "
Free floating mark at ACT 14:15: " आदमिओं,
Free floating mark at ACT 15:7: कहि " भइया
Free floating mark at ACT 15:13: सुनौ, "
Free floating mark at ACT 16:16: " जब
Repeated quotes at ACT 16:17
Free floating mark at ACT 16:19: " पर
Free floating mark at ACT 16:22: " तव
Free floating mark at ACT 16:29: " तव
Free floating mark at ACT 16:32: " बे
Free floating mark at ACT 17:3: करदै । "
Free floating mark at ACT 17:18: रहए । "
Free floating mark at ACT 17:23: हंव । "
Free floating mark at ACT 17:28: हँए । "
Free floating mark at ACT 19:2: हँए । "
Free floating mark at ACT 20:25: नए । "
Verse number in text (probable): ACT 20:30
Possible verse number (19) in text at ACT 21:19
Embedded number in word: रहंए।19बिनके at ACT 21:19
Invalid USFM token (\unknown) near ACT 21:38
Possible verse number (39) in text at ACT 21:38
First word in sentence: (v) is not capitalized. ACT 21:38
Missing verse between: ACT 21:38 and ACT 21:40
Verse number in text (probable): ACT 21:40
Free floating mark at ACT 22:2: " बाके
Free floating mark at ACT 22:7: " और
Check the punctuation at ACT 22:12: ,।
Free floating mark at ACT 22:12: रहए,। "
Free floating mark at ACT 23:1: हौं । "
Verse number in text (probable): ACT 23:3
Free floating mark at ACT 23:9: लगे, " जा
Free floating mark at ACT 23:17: हए । "
Free floating mark at ACT 23:22: बतैए । "
Verse number in text (probable): ACT 23:23
Free floating mark at ACT 23:26: ” मनानिय
Verse number in text (probable): ACT 24:3
Free floating mark at ACT 26:1: लागो: “
Free floating mark at ACT 26:28: कहि, " का
Invalid number suffix: 8क at ACT 27:8
Verse number in text (probable): ACT 27:9
Optional text or untagged footnote at ACT 27:37
Repeated quotes at ACT 28:6
Straight quotes found in 46-ROM.usfm: 22 doubles, 8 singles not counting 0 word-medial.
Missing verse between: ROM 3:26 and ROM 3:28
Empty verse: ROM 3:28
Verse out of order: ROM 3:27 after ROM 3:28
Free floating mark at ROM 4:7: दाईहए। "
Repeated quotes at ROM 7:7
Free floating mark at ROM 8:15: हएँ, "
Repeated quotes at ROM 8:15
Verse number in text (probable): ROM 9:2
Repeated quotes at ROM 10:8
Repeated quotes at ROM 11:8
Verse number in text (probable): ROM 11:31
Repeated quotes at ROM 12:19
Check the punctuation at ROM 13:1: ,।
Empty verse: ROM 14:16
Possible verse number (17) in text at ROM 14:17
Inconsistent chapter titling: ['Chapter', 'आध्याय', 'आध्यया', 'अध्याय'] in ROM
Straight quotes found in 47-1CO.usfm: 36 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Free floating mark at 1CO 1:12: रे । "
Repeated quotes at 1CO 1:12
Check the punctuation at 1CO 2:10: ,।
Free floating mark at 1CO 2:16: हए । "
Free floating mark at 1CO 6:12: हुइहौँ । "
Check the punctuation at 1CO 6:20: ,।
Free floating mark at 1CO 8:2: हए । "
Repeated quotes at 1CO 8:2
Repeated quotes at 1CO 8:5
Verse number in text (probable): 1CO 10:9
Free floating mark at 1CO 10:28: खाओ । "
Repeated quotes at 1CO 10:28
Repeated quotes at 1CO 12:16
Free floating mark at 1CO 12:21: नैयाँ " कहन
Repeated quotes at 1CO 14:25
Free floating mark at 1CO 15:27: हए । "
Inconsistent chapter titling: ['आध्याय', 'अध्यया'] in 1CO
Straight quotes found in 48-2CO.usfm: 13 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Free floating mark at 2CO 1:20: हए । "
Invalid USFM token (\unknown) near 2CO 2:2
Possible verse number (3) in text at 2CO 2:2
First word in sentence: (v) is not capitalized. 2CO 2:2
Missing verse between: 2CO 2:2 and 2CO 2:4
Possible verse number (16) in text at 2CO 5:16
Free floating mark at 2CO 10:17: ।” "
Straight quotes found in 49-GAL.usfm: 6 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Free floating mark at GAL 3:8: रहय। "
Free floating mark at GAL 3:16: हए। "
Verse number in text (probable): GAL 6:7
Straight quotes found in 50-EPH.usfm: 7 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Straight quotes found in 52-COL.usfm: 4 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Free floating mark at COL 2:21: मतछुबओ "
Verse number in text (probable): COL 4:1
Repeated quotes at COL 4:17
Verse number in text (probable): COL 4:18
Straight quotes found in 53-1TH.usfm: 2 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Invalid number suffix: 5प at 2TH 1:5
Verse number in text (probable): 2TH 1:6
Equals sign (=) in 2TH 1:9
Verse number in text (probable): 2TH 2:8
Verse number in text (probable): 2TH 2:9
Straight quotes found in 55-1TI.usfm: 4 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Check the punctuation at 1TI 1:2: :*
Verse number in text (probable): 1TI 3:2
Word medial punctuation in 1TI 3:16: होतहँए,"कि
Free floating mark at 1TI 5:18: पानपड्तहए । "
Missing verse between: 2TI 1:2 and 2TI 1:4
Verse out of order: 2TI 1:3 after 2TI 1:4
Inconsistent chapter titling: ['आध्याय', 'अध्याय'] in 2TI
Possible verse number (6) in text at TIT 1:6
Check the punctuation at TIT 1:13: ,।
Check the punctuation at TIT 2:9: ,।
Straight quotes found in 59-HEB.usfm: 24 doubles, 3 singles not counting 0 word-medial.
Check the punctuation at HEB 11:40: ,।
Check the punctuation at HEB 13:15: ,।
Straight quotes found in 60-JAS.usfm: 16 doubles, 4 singles not counting 0 word-medial.
Inconsistent chapter titling: ['याकुब', 'अध्याय'] in JAS
Verse number in text (probable): 1PE 1:5
Straight quotes found in 62-2PE.usfm: 1 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Straight quotes found in 66-JUD.usfm: 3 doubles, 0 singles not counting 0 word-medial.
Straight quotes found in 67-REV.usfm: 35 doubles, 8 singles not counting 0 word-medial.
Free floating mark at REV 5:13: सुनो, " बा
Free floating mark at REV 6:3: सुनो। "
Check the punctuation at REV 7:10: ,:
Space in number १, ४४ at REV 14:3
Space in number १, ६०० at REV 14:20
Free floating mark at REV 17:12: पामंगे। "
Free floating mark at REV 22:12: हए। "
Free floating mark at REV 22:14: हँए। "
Check the punctuation at REV 14:3: ,४
Word medial punctuation in REV 14:3: (१,४४,)
Check the punctuation at REV 14:20: ,६
Word medial punctuation in REV 14:20: (१,६००)
SUMMARY:
Free floating mark at --- 147 occurrence(s).
Check the punctuation at --- 45 occurrence(s).
Verse number in text (probable): --- 28 occurrence(s).
Straight quotes found in --- 18 occurrence(s).
Repeated quotes at --- 17 occurrence(s).
Space before phrase ending mark at --- 15 occurrence(s).
Word medial punctuation in --- 9 occurrence(s).
Possible verse number ( --- 9 occurrence(s).
Missing verse between: --- 9 occurrence(s).
Inconsistent chapter titling: [' --- 7 occurrence(s).
Invalid USFM token (\ --- 6 occurrence(s).
First word in sentence: (v) is not capitalized. --- 5 occurrence(s).
Invalid number suffix: --- 4 occurrence(s).
Bracket or parens found in --- 4 occurrence(s).
Verse out of order: --- 4 occurrence(s).
Embedded number in word: --- 2 occurrence(s).
Check the punctuation at R --- 3 occurrence(s).
Invalid number suffix: --- 2 occurrence(s).
Optional text or untagged footnote at --- 2 occurrence(s).
Empty verse: ROM --- 2 occurrence(s).
Space in number १, --- 2 occurrence(s).
Word medial punctuation in REV 14: --- 2 occurrence(s).
Probable chapter:verse reference (७: ५३) at JHN 7:53 belongs in a footnote --- 1 occurrence(s).
Invalid number prefix: -८ at JHN 7:53 --- 1 occurrence(s).
Low paragraph count (21) for JHN --- 1 occurrence(s).
Chapter 12 normally has 25 verses: ACT 12:24 --- 1 occurrence(s).
Equals sign (=) in 2TH 1:9 --- 1 occurrence(s).
340 issues found.
22 issues found.

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