Thr_reg/52-COL.usfm

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\h कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc1 कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc2 कलस्सीनके पावलको पत्र
\toc3 col
\mt कलस्सीनके पावलको पत्र
\c 1
\cl आध्याय १
\p
\v 1 पावल, परमेश्‍वरको इच्छासे ख्रीष्ट येशूके एक प्रेरित और हमर भाइया तिमोथीसे ।
\v 2 ख्रीष्टमे भए कलस्सेक सन्तनके और विश्वासी भैयनके: परमेश्वर हमर पितासे अनुग्रह और शान्ति ।
\p
\v 3 तुमरे ताहिँ प्रार्थनामे हम अपन प्रभु येशू ख्रीष्टको पिता परमेश्वरसे सबदिन धन्यवाद चढत् हँएँ ।
\v 4 काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुमर विश्वास और सबए सन्तानके ताहीँ तुमर प्रेमकी विषयमे हम सुने हएँ, ।
\v 5 जौन ता तुमर ताँहि स्वर्गमे धारो भाव आशाके कारनसे हए । जहे विषयमे तुम आगुयएसे सत्यके वचन, आर्थत सुसमाचारमे सुने हौ ।
\v 6 जो तुमर ठिन आओ । जा सुसमाचारको फारा फरत हए और जा संसार भर फैलत हए । औ तुम जाके सुनके सत्यतामे परमेश्‍वरकी अनुग्रहके जानो भौ दिनसे तुमरमे फिर जा बढरहो हए ।
\v 7 जा सुसमसचार तुम हमर प्रिय संगी-दास इपाफ्राससे सिखे जैसे हौ, जो हमर प्यारो संगी या हमर ताहीँ ख्रीष्टको एक विश्वासी सेवक हए ।
\v 8 इपाफ्रास हमके पवित्र आत्मामे भए तुमरे प्रेमके बारेमे हमके दिखाई हए।
\p
\v 9 जा प्रेमको कारणसे, हम जा सुने दिनसे तुमर ताहीँ प्रार्थना करन हम ना रुके हएँ ।सबए ज्ञान आत्मिक समझमे, तुम बाको इच्छाअनुसारको ज्ञानमे पुरा होबओ कहिके हम बिन्ती कर्तहएँ ।
\v 10 और बोके पूरा रुपसे खुसी करन प्रभुक योग्य जीवन जिबौ और सबै अच्छो काममे फरा फराऔ और परमेश्वरके ज्ञानमे अग्गु बढैगे कहिके हम प्रार्थना कर रहे हएँ ।
\v 11 बाको महिमित शक्तिमे आनन्दसे सब सहनशिलता और धैर्यके ताहिँ तुम सब तगणे होबओ ।
\v 12 हम जा प्रार्थना करत हएँ की तुम आनन्दसे पिताके धन्यवाद देहऔ, जौन तुमके ज्योतिमे विश्वासको हकदारमे सहभागी होन हमके ताहीँ योग्य बनाईँहएँ ।
\p
\v 13 बो हमके अन्धकारको राज्यसे छुटाइ, और अपन प्रिय पुत्रको राज्यभितर हमके लाइहएँ ।
\v 14 बोमे हम उध्दार अथवा पापको क्षमा पाए हए ।
\v 15 बो गौसक परमेश्वरको जैसो हए। बा सारा सृष्टिको जेठो हए ।
\v 16 काहेकी बहेमे सब चीज सृष्टि भव हए| स्वर्गमे और पृथ्बीमे दिखान बाले और ना दिखान बाले चीज चहुँ राजकाज, चहुँ हक जमानो, चहुँ प्रधानता, चहूँ अधिकार, सब बोसे बहेके ताहिँ सिर्जेहए ।
\v 17 बो सब चीजसे अग्गु हए, और बोमे सब चीज बाँधे हए ।
\v 18 बो शरीर, अथवा मण्डलीको शिर हए, बो सुरु हए, मरेसे जीवित होनबारेमे बो जेठो हए, ताकि प्रत्येक चीज उपर बो सर्बोच्च होबए ।
\v 19 काहेकी बाको अपन सबए पूरा रुपसे ख्रीष्टमे वास करी कहिके परमेश्वर खुसी भव,
\v 20 और परमेश्वर बाके क्रुसको रगतसे शान्ति करके पृथ्बीको होबए चँहु स्वर्गको होबए, बोसे सब चीजके अपने संग मिलापमे ल्याईहए ।
\p
\v 21 बिते समयमे खराब काम करके तुम पराए भए अपनो मनमे विरोधी भए रहौ ।
\v 22 पर अपन अग्गु तुमके पवित्र, बिना खोट और निर्दोष दिखान ख्रीष्टको मासुको शरीरमे बाको मृत्युसे तुमके बो अब मिलापमे लाइहए।
\v 23 अगर तुम अपन विश्वासमे अच्छे और स्थिर भएरहौ और तुम सुने सुसमाचारको आशासे दुर ना जाएके विस्वासमे लगातार अग्गु बढ़न पणत हय | जहे बो सुसमाचार हए, जो स्वर्गतरे सबए आदमीक प्रचार करी हएँ, जौनको मए पावल सेवक भौ हौँ ।
\p
\v 24 अब तुमरे ताहीँ मिर दु: ख भोगनमे मए आनन्द मनतहौ, और ख्रीष्टको कष्टको कमीके बाको शरीरको ताँहीँ मए अपन देहेमे पुरा कर्तहौँ ।
\v 25 तुमरे खातिर मोके दओ ईश्वरीय कामअनुसार परमेश्वरको वचन सबए रुपसे प्रचार कर्न मए धर्म-सेवक भव।
\v 26 युग-युग और पुस्तासे लुको रहो जा रहस्य अब बुक बच्चाके दिखाइ हए ।
\v 27 जा रहस्यको महिमामय सम्पति अन्यजातिमे कित्तो महान हए, बो बात अपन सन्तनके दिखान ताहीँ परमेश्वर चुनि| जा रहस्य बा हए ख्रीष्ट तुममे हए, जो भविष्यक महिमाको आशा हए ।
\v 28 बा बेहे आदमी हए जौनके हम घोषणा करत हएँ। पुरा दिमाक से हम सबएके सल्लाह देत हएँ और सिखात हएँ कि सबए आदमीनके ख्रीष्टमे परिपक्को बनाएके दिखाए सिकएँ ।
\v 29 मिर जीवनमे शक्तिशाली रुपमे काम करनबारो बाको तागतअनुसार मय मेहेनत करत हौ और अग्गु बढ़हौँ।
\c 2
\cl आध्याय २
\p
\v 1 तुम जा जनाओ करके मए चाहतहौ, कि कैसे तुम और लाउडिकियामे भए, और मिर मुहू ना देखे भए सबके ताहीँ मए कठोर परिश्रम कर्तहौ,
\v 2 कि प्रेममे एकएसंग बाँधके बिनको ह्रदय प्रोत्साहित होबए, और पक्का समझको परिपूर्णताको सम्पति और परमेश्वरको रहस्यको ज्ञान अथवा ख्रीष्टके प्राप्त करए ।
\v 3 बोमे ज्ञान और बुध्दिको सब सम्पति लुकोहए ।
\v 4 मए जा कहतहौ, कि डरपान बारो बोलीसे कोइ तुमके ना डरपाए पामँएँ।
\v 5 काहेकी शरीरमे मए अनुपस्थित हुइहौ ताहुफिर आत्मामे त मए तुमरे संग हौ, और तुमके अच्छो व्यावस्था और ख्रीष्टमे तुमरो बिश्वासको स्थिरतामे मए रमातहौ।
\p
\v 6 जहेमारे जैसी ख्रीष्टके तुम ग्रहण करे, उइसी बामे जीवन बिताओ ।
\v 7 धन्यबाद देनमे प्रशस्त, तुमके शिक्षा दओ अनुसार बामे जर गणौ और बनौ और विश्वासमे दरिलो होबओ ।
\p
\v 8 ध्यान देओ, कि कोइ दर्शनशास्त्र और खोक्रो छलसे तुमके शिकार ना बनाबए, जो ख्रीष्टके अनुसार ना हए, पर आदमीनको परम्परा और बिश्‍वासको आधारभुत सिध्दान्त उपर अड़ो होतहए ।
\v 9 काहेकी ख्रीष्टमे ईश्वरत्वको सारा परिपूर्णता शरीरमे वास कर्तहए ।
\v 10 और बामे जीवनके परिपूर्णतामे तुम आए पुगेहौ । बा पुरा शासन और अधिकारको मुण हए ।
\v 11 ख्रीष्टको खतनामे पापमय स्वभावको देहेके त्यागके हातबिना करो खतनासे बामे तुमरो खतना भव रहए ।
\v 12 बप्तिस्मामे तुम बाके संग गड़े रहौ | मरो भव से बाके जीन्दा करनबारो परमेश्वरको कार्यमे विश्वास कर्नबारे जहे बप्तिस्मामे तुम फिर बाकेसंग जीन्दा भए ।
\v 13 तुम अपन अपराध और शरीरअनुसार बेखतनामे मरे रहौ, पर परमेश्वर हमर सब अपराध क्षमा करदै बाके संग जिन्दा करी,
\v 14 और हमर बिरुध्दमे लिखो तमसुक और बाके सब कानूनी दाबीके क्रूसमे किल ठोकके रद्द करदै|
\v 15 बो प्रधानतानके और शक्तिनके हराएके बिनके सबके उपर क्रूसमे जित पाई, और बिनके खुल्लमखुल्ला तमासा बनए दै ।
\p
\v 16 जहेमारे खान और पिनमे, अथबा तेवहरको दिन, अथवा अँधियारी रात अथवा शबाथ-दिन मानन् बारेमे कोइ आदमी तुमके दोष ना देबए ।
\v 17 जा चाहिँ आनबारे बातको छाँही इकल्लो हए, पर वास्तविकता चाहिँ ख्रीष्टमे हए ।
\v 18 अपन शरीरके दु: ख देनबारी बातमे जिद्दी करके स्वर्गदुतके पुजन लगाएके, अपन दर्शनमे अनके, अपन अभिलाषी मनके बिनाकारणको घमण्डसे फुलके कोइ तुमके इनाम गुमानबारो ना बनाबए ।
\v 19 बा मुणके ना पक्णे रहए।मुणसे लैके जोर्नी और ग्रन्थि हुइके पुरा शरीरमे काम लगन बारे तत्त्व फैलात हए और बिनके एक ठिन धरत हएँ; और शरीर परमेश्वरको दौभव बृध्दिअनुसार बढत् हए ।
\p
\v 20 अगर जा संसारके आधारभुत सिध्दान्तघेन ख्रीष्टसंग तुम मरे हौ तव, संसारको जौसो हुइके जिहौ?
\v 21 “मतपकणौ, मतचखओ, मतछुबओ”
\v 22 आदमीनके आज्ञामे और शिक्षाअनुसार, जा जम्मए चीज व्योवहार कर्तकर्त नष्ट हुइके जातहए।
\v 23 जे निती आदमी अपनएँ बनावभऔ धर्म और नरम और शरीरको कठोरताको ज्ञान हए।पर शरीरको अभिलाषाके काबूमे लान जे चीज कोइ मोलके ना हएँ ।
\c 3
\cl आध्याय ३
\p
\v 1 जहेमारे अगर तुम ख्रीष्टसंग जिउठे हौ तव उपर कि बातके ढुँड़ौ, जहाँ ख्रीष्ट हए और परमेश्वरके दहिना बाँहँघेन बैठोहए ।
\v 2 उपर कि बातमे मान लगओ| पृथ्बीमे भए बातमे नाए ।
\v 3 काहेकी तुम मरे हौ, और तुमरो जीवन परमेश्वरमे ख्रीष्टसंग लुकोहए ।
\v 4 ख्रीष्ट जो हमर जीवन हए, बा प्रकट होत तुम फिर बाके संग महिमामे प्रकट हुइहौ ।
\p
\v 5 जहेमारे तुमर मे जो संसारिक स्वभाव कि बात हए बिनके मरओ: व्यभिचार, अशुध्द्ता, कामुकता, खराब इच्छा और लोभ, जो मुर्तिपुजा हए ।
\v 6 जे बातनके खातिर परमेश्वरको क्रोध आज्ञा ना मानन् बारेके उपर आतहए ।
\v 7 तुम फिर जे बातमे जीतपेती एक समय अइसीयए बातमे नेगात राहौ।
\v 8 पर अब तुम फिर जे सब बात छोण देबौ: दिक्क, क्रोध, हिस, बेजत, अपन मुहूसे निक्रो फोहर बोली ।
\v 9 एक दुसरेके मत ठगओ, काहेकी पुरानो स्वभाव बाको चालसमेत तुम त्यागेहौ,
\v 10 नयाँ बानी बैठारे हौ, जो अपन सृष्टि कर्ताके रुपअनुसार ज्ञानमे नयाँ होतहौ ।
\v 11 हिना ग्रीक और यहूदी, खतनाके और बेखतनाके, अशिक्षित, असभ्य, कमैया और फुक्काको भेद ना रएहए, पर ख्रीष्ट सब बात और सब बातमे हए ।
\p
\v 12 जहेमारे परमेश्वरके चुनेभएनके पवित्र और प्रिय हुइके तुम करुणा, दया, दुखमे, नरमपन और धैर्य धारण करओ ।
\v 13 एक दुसरेके सहबओ, कोइ आदमीनके बिरुध्दमे कोइ दोषको कारन हए तव, एक दुसरेके क्षमा करओ | जैसी प्रभु तुमके क्षमा करी हए, उइसी तुमके फिर क्षमा कर्न पड्त् हए ।
\v 14 जा सबसे जद्धा बरु प्रेम धारण करओ, जौन सब चीजके एकतामे एकसंग बाँधत हए ।
\p
\v 15 ख्रीष्टको शान्ति तुमरे ह्रदयमे राज्य कराए| नेहत्व, तुम शान्तिके ताहिँ एक शरीरमे बोलए गएरहौ| तुम धन्यबादी होबओ ।
\v 16 ख्रीष्टको पुरा बुध्दिमानीसाथ एक दुसरेके सिकओ और अर्ती देओ, और परमेश्वर घेन अपनो ह्रदयमे रहोभव कृतज्ञतासाथ भजन, स्तुति और आत्मिक गाना गबओ ।
\p
\v 17 बात अथवा काम जो-जो कर्तहौ, सब बात बोसे परमेश्वर पिताके धन्यबाद प्रभु येशूके नाउँमे करओ ।
\p
\v 18 बैयर तुम, प्रभुके दृष्टिमे सुहानबारो अपन लोगाके अधीनमे बैठओ ।
\v 19 लोगा तुम, अपन बैयरके प्रेम करओ और बिनके घेन कठोर मतबनओ ।
\p
\v 20 लौँणा-लौँणिया तुम, प्रत्येक बातमे अपन अइया-दौवाको आज्ञापालन करओ । काहेकी जा बात प्रभुके प्रसन्न बनातहए ।
\v 21 दौवा तुम, अपन लौँणालौँणियाके दिक्क मतउठओ, नत बे निराश हुइहँए ।
\p
\v 22 कमैया तुम, प्रत्येक बातमे जा संसारके अपन मालिकनके आँखी अग्गु खुशी बनान इकल्लो नाए, पर नेहत्व ह्रदयसे प्रभुको डरमे रहिके बिनके अधीनमे बैठओ ।
\v 23 तुम जो कर्तहौ दिलदैके करओ, आदमीनको नैयाँ पर प्रभुको सेवा करे कता, ।
\v 24 जा जनके कि तुम अपन उत्तरधिकार इनामके रुपमे पबैगे| तुम प्रभुको सेवा कर रहेहौ ।
\v 25 काहेकी अपनो करो कुकर्मको फल कुकर्मी पबैगो, और जामे पक्षपात नैयाँ ।
\c 4
\cl आध्याय ४
\p
\v 1 मालिक हो, तुमर फिर स्वर्गमे मालिक हए करके जानके अपन कमैयासे न्यायसंगत और उचित व्यवहार करओ|
\v 2 पाक्केसे सदामान धन्यबादसहित स्थिर हुइके प्रार्थनामे लागेरहौ ।
\v 3 हमर ताहिँ फिर प्रार्थना करओ, ताकि ख्रीष्टको बो गुप्त प्रचार कर्नके परमेश्वरसे हमरे ताहिँ वचनको एक फाटक खोलदेबए, जौनके ताहिँ मए बँधो हौँ,
\v 4 और मए मस्कनबारो वचन खुलस्त करसिकओ ।
\p
\v 5 समयको सदुपयोग करतए, बाहिरके संग बुध्दिमानी साथ व्यवहार करओ ।
\v 6 नून जैसो स्वदिलो करे कता तुमरो बोलीवचन सबदिन कृपालु होबए, ताकि प्रत्येकके कैसे जवाफ देन पड़ैगो, सो तुम जनओ ।
\p
\v 7 मिर बारेमे सब बात प्यारे भैयौ, विश्वासी धर्म-सेवक और प्रभुमे संगी-दास तुखिकस तुमसे कहिहए ।
\v 8 जा इच्छासे मए तुमरे ठिन पठओ हौँ, कि तुम हमर बारेमे पता पाबओ, और बे तुमर मनके उक्सयहँएँ।
\v 9 बिनके संग ओनिसिमस आतहए, जो तुमर मैसे एक आदमी हए, और बे हमर विश्वासी और प्यरो भैया हए । हियाँको सब हालखबर बे तुमके बतमंगे ।
\p
\v 10 मिर संगी-कैदी अरिस्तार्खस तुमके अभिबादन पठाइँ हए| बारनाबासको भतिजो मर्कूसको फिर अभिबादन| बिनके बारेमे तुम आदेश पाइगए हौ, बे तुमरे ठिन आएके कहिँ बिनके स्वगात कराओ ।
\v 11 युस्तस नाउँ भव येशू फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए | परमेश्वरको राज्यके ताहिँ मिर पक्ष मैसे यहूदी विश्वासी जेहे इकल्लो हए | यिनसे मोके सान्त्वना मिलो हए ।
\v 12 तुमर मैसे एक जनै ख्रीष्ट येशूको दास इपाफ्रास फिर अभिबादन पठाइँ हए| बे अपन प्रार्थनामे परिश्रमसाथ सबदिन तुमके स्मरण कर्तहए, ताकि तुम परिपक्का होबओ, और परमेश्वरको सारा इच्छामे सम्पूर्ण रुपसे निर्धक्क हुइके बैठन सिकओ ।
\v 13 काहेकी मए बिनके ताहिँ गवाही देतहौ, कि तुमर और लाउडिकिया और हिरापोलिसमे होनबारेनके ताहिँ बे घोर परिश्रम करी हँए ।
\v 14 प्रिय बैदा लुका और डेमास फिर तुमके अभिबादन पठाइँ हए ।
\p
\v 15 लाउडिकियाके भैया और नुम्फास और बिनके घरमे भए मण्डलीके मेरो अभिबादन देओ ।
\v 16 तुमरे बीचमे जा पत्र पढके पिछु लाउडिकियाके मण्डलीमे फिर जा पढन लगैयओ, और लाउडिकियाको चिट्ठी फिर तुम पढिओ ।
\v 17 “तुम प्रभुसे पाओ सेवाको काम पुरा करओ" “करके अर्खिप्पसके कहिदेओ ।"
\p
\v 18 मए पावल, जा अभिबादनचाहिँ अपन हातसे लिखतहौ । मिर सँकारके याद रखओ । तुमरेसंग अनुग्रह रहबए ।