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तक़रीर के आदाद-ओ-शुमार ख़ास मअनी हैं जो इन्फ़िरादी अलफ़ाज़ के मअनी नहीं हैं तक़रीर के मुख़्तलिफ़ किस्म के हैं ये सफ़ा बाइबल में इस्तिमाल किया जाता है उनमें से कुछ की फ़हरिस्त की फ़हरिस्त और वज़ाहत करता है

तारीफ़

तक़रीर के आदाद-ओ-शुमार ऐसे चीज़ों का कहना है कि ग़ैर लफ़्ज़ी तरीक़ों में अलफ़ाज़ इस्तिमाल करते हैं यही है, तक़रीर की एक शक्ल का मतलब उस के अलफ़ाज़ के ज़्यादा बराह-ए-रास्त मअनी के तौर पर नहीं है मअनी का तर्जुमा करने के लिए, आपको तक़रीर के आदाद-ओ-शुमार को तस्लीम करने और ज़रीया ज़बान के ज़रीया तक़रीर का क्या मतलब जानने के काबिल होना ज़रूरी है इस के बाद आप या तो इस बात का इज़हार कर सकते हैं कि वो हदफ़ की एक निशानी या बराह-ए-रास्त रास्ता ज़बान में इसी मअनी से बातचीत कर सकते हैं

इक़साम

मुंदरजा बाला दर्ज जे़ल अलफ़ाज़ के मुख़्तलिफ़ किस्म के बयानात हैं अगर आप इज़ाफ़ी मालूमात चाहें तो रंग के लफ़्ज़ पर क्लिक करें ताकि इस सफ़े पर हिदायत की जाये जिसमें तारीफ़, मिसाल, और तक़रीर के हर आदाद-ओ-शुमार के लिए वीडीयोज़ शामिल हूँ

  • अपोस्टरोपा - एक रिश्वत एक तक़रीर का एक फ़र्द है जिसमें किसी स्पीकर को बराह-ए-रास्त किसी ऐसे शख़्स से पता चलता है जो वहां नहीं है, या किसी चीज़ से पता चलता है जो शख़्स नहीं है
  • Doublet - एक दोपहर अलफ़ाज़ की एक जोड़ी या बहुत मुख़्तसर जुमले हैं जो इसी चीज़ का मतलब है और इसी जुमले में इस्तिमाल किया जाता है बाइबल में, अक्सर ख़्यालात पर-ज़ोर देने के लिए शेअर, पैशन गोई, और वाइज़ में दोपहर का इस्तिमाल होता है
  • अख़लाक़ीयात - एक शौक़ उल-शान नापसंदीदा या शर्मनाक चीज़ का हवाला देने का एक हल्का या पुतला रास्ता है इस का मक़सद ये है कि वो लोग जिनको सुनने या उसे पढ़ने से रोकने से बचें
  • हैंड डैडीस - एक और ख़्याल में एक वाहिद ख़्याल " और "से मुंसलिक दो अलफ़ाज़ के साथ बयान किया जाता है जब एक लफ़्ज़ दूसरे में तरमीम करने के लिए इस्तिमाल किया जा सकता है
  • Hyperbole - एक हाइपर बोबल एक जांबदार मुबालग़ा कारी है जो कुछ के बारे में स्पीकर की एहसास या राय को ज़ाहिर करने के लिए इस्तिमाल किया जाता है
  • अमेवम - एक महाज़ अलफ़ाज़ का एक गिरोह है जिसका मतलब ये है कि इन्फ़िरादी अलफ़ाज़ के मअनी से किया फ़र्क़ होगा
  • लोहाई - लोहा एक तक़रीर का एक इशारा है जिसमें ये एहसास है कि स्पीकर बातचीत करना चाहता है असल में अलफ़ाज़ के लफ़्ज़ी मअनी के बरअक्स है
  • लतटस - लताइफ़ एक वाज़िह इज़हार को नाराज़ करने की बिना पर किसी चीज़ के बारे में एक शदीद बयान है
  • मरज़म - मरज़म एक तक़रीर का एक फ़र्द है जिसमें किसी शख़्स को कुछ हिस्सों की लिस्टिंग करके या उस के दो इंतिहाई हिस्सों की तरफ़ से कुछ करने की तरफ़ इशारा करता है
  • Metaphor - एक इसतार एक ऐसे आदाद-ओ-शुमार है जिसमें एक और, मुत्तफ़िक़ तसव्वुर की जगह एक तसव्वुर इस्तिमाल होता है ये सुनने को मदऊ करता है कि इस के बारे में सोचने वाले तसव्वुरात आम तौर पर क्या हो यही है, इस्ताफ़ार दो अलग अलग चीज़ों के दरमयान एक मुतवाज़िन मुक़ाबले है
  • Metonymy - Metonymy एक तक़रीर का एक आदाद-ओ-शुमार है जिसमें किसी चीज़ या ख़्याल को अपने नाम से नहीं कहा जा सकता है, लेकिन कुछ उस के नाम से जो इस से मुंसलिक है एक मअनी एक लफ़्ज़ या फ़िक़रा है जो उस के साथ मुंसलिक होता है इस के मुतबादिल के तौर पर इस्तिमाल किया जाता है
  • मुतवाज़ी - मुतवाज़ी तौर पर दो जुमले या अस्बाब जो साख़त या ख़्याल में मिलते-जुलते हैं ये तमाम इब्रानी इब्रानी बाइबल भर में पाया जाता है, जो आम तौर पर ज़बूरों और मुसल्लसों की किताबों की शायरी में है
  • ज़ाती इत्तिला - ज़ाती तौर पर एक ऐसी शख़्सियत है जिसमें एक ख़्याल या चीज़ जिसका इन्सान नहीं है, जैसा कि ये एक शख़्स था और वो चीज़ें कर सकते हैं जो लोग लोगों को करते हैं या उन लोगों को जो ख़सुसीआत रखते हैं
  • पैशन गोई माज़ी - पेशगोई माज़ी एक ऐसी शक्ल है जो कुछ ज़बान मुस्तक़बिल में होने वाले चीज़ों का हवाला देते हैं ये कभी कभी पेशगोई में किया जाता है कि ये ज़ाहिर होता है कि वाक़िया ज़रूर होगा
  • बयान सवाल - एक बयानात का एक सवाल ये है कि मालूमात हासिल करने के इलावा किसी चीज़ के लिए इस्तिमाल किया जाता है अक्सर ये मौज़ू या सुनने वाले की तरफ़ स्पीकर का रवैय्या ज़ाहिर करता है अक्सर उसे दुबारा मारने या ढेरने के लिए इस्तिमाल किया जाता है, लेकिन कुछ ज़बानों में दीगर मक़ासिद भी हैं
  • स्माइल - एक समेली दो चीज़ों की एक मिसाल है जो आम तौर पर इसी तरह नहीं समझा जाता है ये एक मख़सूस ख़ासीयत पर तवज्जा मर्कूज़ करता है कि दो इश्याय आम तौर पर हैं, और इस में मुवाज़ना वाज़िह करने के लिए अलफ़ाज़ जैसे "जैसे "जैसे, या "से शामिल हैं
  • Synecdoche - Synecdoche एक तक़रीर का एक आदाद-ओ-शुमार है जिसमें1) किसी चीज़ का हिस्सा किसी चीज़ का हवाला करने के लिए इस्तिमाल किया जाता है, या2) पूरी चीज़ का नाम इस्तिमाल किया जाता है इस का सिर्फ एक हिस्सा का हवाला देते हैं