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Raw Blame History

तफ़सीर

तमसील तक़रीर का एक इहदाद व शुमार है जिसमें कोई किसी चीज़ के बारे में ऐसे बोलता है कि वो चीज़ सब कुछ कर सकती है जो इंसान या जानवर कर सकते है। लोग अक्सर ऐसा करते है क्योंकि इस से उन चीज़ों के बारे में बात करना आसान हो जाता है जिसे हम देख नहीं सकते:

जैसे कि दानिशमंदी

क्या दानिशमंदी तुम्हें पुकार नहीं रही है?(इम्साल 8:1 ULT)

या गुनाह:

गुनाह दरवाज़े पर ताक लगा कर बैठा है(जेनेसिस 8:1 ULT)

लोग ऐसा इस लिए भी करते है क्योंकि बाज़ औक़ात ग़ैर-इंसानी चीज़ों से लोगों के ताल्लुकात, जैसे की दौलत, के बारे मे बात करना आसान होता है अगर उन्हे लोगों के दरमियान के रिश्तों की तरह बताया जाए।

तुम ख़ुदा और दौलत दोनों की खिदमत नहीं कर सकते।(मैथ्यू 6:24 ULT)

क्या वजह है कि ये तर्जुमे का मसला है

  • कुछ ज़बानों में तमसील को इस्तेमाल नही किया जाता।
  • कुछ ज़बानों में चंद हालात में ही तमसील का इस्तेमाल होता है।

बाइबल से मिसालें

तुम ख़ुदा और दौलत दोनों की ख़िदमत नहीं कर सकते।(मैथ्यू 6:24 ULT)

ईसा दौलत के बारे में ऐसे ज़िक्र करते है जैसे कि वो एक मालिक है जिस की लोग ख़िदमत कर सकते है। पैसे से मोहब्बत और उस के मुताबिक फैसले लेना उसकी खिदमत करना है, जिस तरह से एक ग़ुलाम अपने मालिक की ख़िदमत करता है।

क्या हिक्मत तुम्हें पुकार नहीं रही है? क्या फहम अपनी आवाज़ ऊंची नही कर रहा है? (इम्साल 8:1 ULT)

मुंसिफ हिक्मत और तफहीम को एक औरत की तरह बयान करते है जो लोगों को सिखाने के लिए बुला रही है। इसका मतलब है कि ये कोई छुपी हुई चीज़ नहीं है, बल्कि वाज़ेह है जिस पर लोगों को तवज्जू देना चाहिए।

तर्जुमे की हिक्मत अमली

अगर तमसील को आसानी से समझा जा सकता है तो उन्हे इस्तेमाल करने के बारे में ग़ौर कीजिए। अगर ये नहीं समझा जा सकता है तो, यहां तर्जुमह करने के कुछ और तरीके है।

  1. वाज़ेह करने के लिए अलफाज़ और जुमलों का इज़ाफा कीजिए।

"जैसे कि"या"यानि कि"जैसे लफ़्ज़ों का इस्तेमाल कीजिए ये समझाने के लिए कि इन जुमलों को लफ़्जी तौर पर(लिट्रल) नहीं समझना चाहिए।

  1. तमसील के बिना उसका तर्जुमह करने का रास्ता खोजिए।

तर्जुमे में हीक्मते-अमली के इस्तेमाल की मिसालें

  1. वाज़ेह करने के लिए अलफाज़ और जुमलों का इज़ाफा कीजिए।
  • ... गुनाह दरवाज़े पर ताक़लगा कर बैठा है (जेनेसिस 8:1 ULT)- ख़ुदा गुनाह को एक जंगली जानवर कहते है जो हमला करने के मौके के इंतेज़ार में बैठा है। ये बताता है कि गुनाह कितना ख़तरनाक है। इस ख़तरे को वाज़ेह करने के लिए एक जुमले का इज़ाफा किया जा सकता है।
  • ... गुनाहतुम्हारे दरवाज़े पर है, हमला करने का इंतज़ार कर रहा है
  1. "जैसे कि"या"यानि कि"जैसे लफ़्ज़ों का इस्तेमाल कीजिए ये समझाने के लिए कि इन जुमलों को लफ़्जी तौर पर नहीं समझना चाहिए।
  • …गुनाह दरवाज़े पर ताक लगा कर बैठा है(जेनेसिस 8:1 ULT) इसे "जैसे कि"अलफाज़ के साथ तर्जुमह किया जा सकता है।
  • ... गुनाह दरवाज़े पर ताक लगा कर बैठा है, जैसे किएक जंगली जानवर एक शक्स पर हमला करने के इंतज़ाम में बैठा रहते है
  1. तमसील के बिना उसका तर्जुमह करने का रास्ता खोजिए।
  • ...यहां तक कि हवाएँ और समंदर भी उसकी इताअत करते है(मैथ्यू8:27 ULT) लोग "हवाओं और समंदर के बारे में ऐसे बोल रहे है जैसे कि वो सुन सकते है"और इताअत कर सकते है ईसा की, जैसे लोग करते है। इस जुमले के तर्जुमह ईसा की इताअत का ज़िक्र निकाल कर किया जा सकता है, जिस से ये लगे कि वो उन पर काबू रखते है।
  • यहां तक कि वोहवाओं और समन्दर पर काबू रखते है।

ध्यान दें हमने तमसील की तारीफ़ को वसीह करके "तमसील"में "ज़ू-माॅर्फिज़म"को भी शामिल किया है(दूसरी चीज़ों की बात करते हुए जैसे कि उनमें जानवरों की ख़सूसियात थी)