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\v 1 मय पावल ख्रीष्‍टको एक प्रेरित जो कोई आदमीसे औ आदमीकद्वारा भव प्रेरित न हऔं, पर येशू ख्रीष्‍ट और परमेश्‍वर पिताद्वारा भव हौं, जौन बाके मरो मैसे जिन्दा करी। \v 2 मिरसँग होनबारे सब भैयनके सँग मय जा चिट्ठी गलातियाके सबै मण्डलीनके लिखन डाटो हौं ।

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\v 3 परमेश्‍वर हमर पिता और प्रभु येशू ख्रीष्‍टसे तुमके अनुग्रह और शान्ति होबै। \v 4 जौन हमर परमेश्‍वर और पिताको इच्छा अनुसार जा वर्तमान दुष्‍ट संसारसे हमके छुट्कारा देनके हमर पापके ताहिं अपनएके अर्पण करी। \v 5 परमेश्‍वरके सदासर्वदा महिमा होत रहबए।

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\v 6 मोके अचम्मो लागत हए, कि ख्रीष्टको अनुग्रहमे तुमके बुलानबारेके यित्तो जल्दी छोडके तुम दुसरो सुसमाचार घेन लगरहे हौ। \v 7 वास्तवमे दुसरो सुसमाचार न हय, बलुक अइसे कोइ-कोइ हँए, जौन ख्रीष्टको सुसमाचारके भ्रष्ट पाणनके ढुणत् हएँ।

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\v 8 हमर प्रचार करो सुसमाचारके उल्टा हमके औ स्वर्गसे आनबारो दुत प्रचार करेहए तहुँ फिर बा आदमी श्रापित होबए। \v 9 हम अग्गुसे कहो जैसो मए फिर और हबए फिर कहत हौं, तुम जौन सुसमाचार ग्रहण करे हौ, बाके उल्टा और कोइ तुमके प्रचार करत् हए तव, बा श्रापित होबए। \v 10 का मए आदमीनको निगह ढुणत् हौं, कि परमेश्‍वर को ? औ का मए आदमीनके खुशी करन ढुँणत् हौं ? अगर मए और आदमीनके खुशी करन कोशिस कर रहो हौं तव मए ख्रीष्टको दास न हौं।

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\v 11 भैया, तुम जा जानओ करके मए चाहत हौं, कि मए प्रचार करो सुसमाचार आदमीको सुसमाचार न हय। \v 12 काहेकी मए जा कोइ आदमीसे पाओ न हौं, नत जा मोके कोइ सिखाइ रहए, बलुक येशू ख्रीष्टको प्रकाशनसे मए जा पाओ हौं।

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\v 13 यहूदी धर्म मे रहत अग्गुको मेरो जीवनके बारेमे तुम सुनेहौ, कैसे मए परमेश्‍वरको मण्डलीके भयानक रुपसे सताओ, और बाके नाश करनके ढुँणो। \v 14 हमर जातिमे, मिर नातेदारमे बहुतनसे मए यहूदी धर्ममे अग्गु बढो रहौं, और मिर पिता-पुर्खाको परम्परामे मए बहुत जोसिलो रहौं।

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\v 15 पर, मिर जलम् होनसे अग्गु मोके अलग करन बारो, और अपनो अनुग्रहसे मोके बुलान बारो परमेश्‍वरके, \v 16 जब अन्यजातिक बीचमे बाको प्रचार करन् अपन पुत्र मोए मे प्रकट करन् बाके खुशी लागो, तव मए कोइ आदमीसे सल्लाह न लौ, \v 17 न त मोसे अग्गु प्रेरितनके ठिन मए यरुशलेममे गओ, पर तुरन्त अरब देशमे गओ, और पिछु दमस्कसमे घुमके आओ।

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\v 18 तव तीन वर्ष पिच्छु केफाससँग भेट करन् मए यरुशलेम गओ, और उनके सँग पन्ध्र दिनतक बैठो। \v 19 तव प्रभुको भैया याकूबके बाहेक और कोइ प्रेरितनके मए न मिलो। \v 20 परमेश्‍वरको अग्गु मए तुमके विश्‍वास दिलान चाहत हौं, कि मए जो लिखोहौं बा झुठो न हय।

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\v 21 तव पिच्छु मए सिरिया और किलिकियाके इलाका घेन गओ। \v 22 बा बेरा यहूदीनके ख्रीष्टके मण्डलीके मिर मुहूँ न देखि रहएँ। \v 23 पर बे सुनी इकल्लो रहएँ, “अग्गु हमके सतान बारो आदमी जौन विश्‍वास नाश करन ढुणन डटो रहए, और हबए बहे विश्‍वास प्रचार करन डटो हए।” \v 24 बे मेरे कारन परमेश्‍वरके महिमा दैं।

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\v 1 चौध वर्षपिछु बारनाबाससंग तीतसके लैके मए फिर यरुशलेम गओ। \v 2 ईश्‍वरीय प्रकाशन पाओ अनुसार मए गओ, और बिनके ढिंगै बहे सुसमाचार धरो, जो मए अन्यजातिके प्रचार करो हौं । पर अगुवा कता दिखान बारेनके अग्गु मए एकान्तमे बोलो। ताकि मए जो दौण दौणो और दौण रहो हौं, बा व्यर्थ न होबए।

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\v 3 पर मिर संग होनबारो तीतस ग्रीक हए तहुँ फिर खतना होन पणैगो करके कोइ कर न लगाई । \v 4 खतनाको जा बात उठो, काहेकी कित्तो झुठे भैया हमर दल भितर चुप्पएसे घुसके ख्रीष्टमे भव हमर स्वतन्त्रताको चुहा करके हमके बन्धनमे लान चाँहत रहएँ। \v 5 सुसमाचारको सत्यता तुमके ताहिं सुरक्षित होबए करके बिनके अग्गु हम एक पलके ताहिं फिर न झुके ।

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\v 6 इज्जतदार दिखान बारे आदमी जो रहएँ -और बे जैसो भए से फिर मोके त कोइ फरक न पणत् हय, परमेश्‍वर आदमीनको पच्छेपात न करत् हय-बे मिर सन्देशमे कुछु न थपीं। \v 7 पर और उल्टा, बे देखके, कि बे खतनन्के सुसमाचार प्रचार करनको बोझ मोके दै रहएँ, जैसी पत्रुसके खतनन्के सुसमाचार प्रचार करन् रहय। \v 8 परमेश्‍वर, जौन पत्रुसको प्रेरितपनसे खतनन्के बीचमे काम करी रहए, मोसे फिर अन्यजातिनके बीचमे करी रहए।

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\v 9 याकूब, केफास और यूहन्ना, जो मण्डलीके खम्मा रहएँ, बिनके उपर भव अनुग्रह पता पाएके पिच्छु मोके और बारनाबासके संगतिको दाहिना हात दैं। हम अन्यजातिके ठिन जानके और बे त खतनन्के ठिन जानके पक्का करीं। \v 10 केबल उनकी जहे इच्छा रहए, कि गरीबनके उपर हमर सम्झना रहबए। बहे करनके मए फिर उत्सुक रहौं।

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\v 11 तव जब केफास एन्टिओखियामे आओ, तव मए उनके खुल्लमखुल्ला बिरोध करो। काहेकी बे दोषी रहएँ। \v 12 याकूब पठाए भए आदमी आनसे अग्गु बा अन्यजातिनके संग खात रहए। तव जब बे आए पुगे तव बे अन्यजातिनसे पिच्छु हटके अलग हुइगए, काहेकी बे खतनाके दल बारेनसे डराइगए रहएँ।

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\v 13 और बाँकि यहूदी फिर उइसी कपटपूर्ण काम करीं। हियाँतक, कि बारनाबास फिर उनके कपटमे पड गओ। \v 14 तव जब सुसमाचारको सत्यता अनुसार न चलो मए देखो, तव बिनके सबके अग्गु मए केफाससे कहो, “तुम यहूदी हुइके यहूदी हानि नाए कि अन्यजाति जैसो चलत हौ तव, अन्यजातिनके यहूदी जैसो चलनके कैसे कर लगए हौ ?”

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\v 15 हम जन्मैके यहूदी हएँ, और अन्यजाति जैसे पापी न हय, \v 16 और फिर हम जन्त हएँ, व्यवस्थाको कामसे कोइ आदमी धर्मी न ठहिरैगो, पर येशू ख्रीष्ट के उपरको विश्‍वासद्वारा धर्मी ठहिरैगो। जहेमारे हम फिर हमरो विश्‍वास ख्रीष्ट येशूमे धरेहैं, ताकि हम व्यवस्थाको कामसे नाय पर ख्रीष्टमे धरो भव विश्‍वासमे धर्मी ठहिर सिकैं, काहेकी व्यवस्थाके कामसे कोइ फिर धर्मी न ठहिरैगो।

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\v 17 हमजो ख्रीष्टमे धर्मी ठहरन चाहत हएँ, यदि अपनय पापी निकरे, तौ का ख्रीष्ट पापको सेवक है ? उईसो न हय। \v 18 काहेकी अपन उजाढो चीजके मए फिर बनामओ तव, अपनए अपनएके मए अपराधी हौं करके साबित करत् हौं। \v 19 मैं जो व्यवस्था के द्वारा व्यवस्थाके ताहिं मै मरिगौ ताकि परमेश्‍वर के ताहीं जिमौ ।

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\v 20 मए ख्रीष्ट संग क्रुसमे टाँगो हौं, अब से जिनबारो मए न हऔं, पर ख्रीष्ट मोए मे जित हए। जौन जीवन शरीरमे मए हबए जित हौं, बा परमेश्‍वरको पुत्रमे विश्‍वास करके जित हौं, जौन मोके प्रेम करी हए, और मेरे ताहिं अपनएके अर्पण करी हए। \v 21 परमेश्‍वरको अनुग्रह के मए पन्छेयात न हऔं, काहेकी यदि व्यवस्थाके द्वारा धार्मिकता होती तव ख्रीष्ट के मरन व्यर्थएमे हुइतो।

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\v 1 हे मुर्ख गलाती तुमके कौन मोहनी लगाएके वशमे करलओ ? तुमरी आँखीके ढिंगई येशू ख्रीष्ट क्रूसमे टाँगि बात सफा रुपसे बर्णन करो गओ रहए। \v 2 यित्कए इकल्लो मए तुमसे पुछन चाहत् हौं, तुम पवित्र आत्मा व्यवस्थाके कामसे पाए, कि सुनो भव वचनमे विश्‍वास करके ? \v 3 का तुम यित्तो मुर्ख हौ, कि आत्मामे सुरु करके शरीरकी रिती से अन्त करैगे ?

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\v 4 का यित्तो दु:ख तुम व्यर्थमे भोगे क ? अगर जा व्यर्थमे होतो तव \v 5 जौन तुमके पवित्र आत्मा दै हए, और तुमरे बीचमे अचम्मोको काम करी हए. का जा सब बा व्यवस्था तुमरे कामके कारन करी हए ?

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\v 6 अब्रहामके देखओ, “बा परमेश्‍वरमे विश्‍वास करत् रहए, और जा बाके ताहिं धर्मिकता गिनोरहए।” \v 7 जहेमारे तुम जा जानओ, कि जौन जौन विश्‍वास करत् हएँ, बेहि अब्राहामके सन्तान हएँ। \v 8 "परमेश्‍वर अन्यजातिनके विश्‍वास से धर्मी ठहिरात हँए करके धर्मशास्त्र पहिले दिखाएके "तोए मे सब जाति आशिष पएँहएँ करके अब्राहामके अग्गुसे सुसमाचार दवगओ रहय। " \v 9 जहेमारे विश्‍वास करन् बारे आदमी विश्‍वाससे अब्राहामसँग आशिष पाइँ हएँ।

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\v 10 व्यवस्थाक काममे भर पणन बारे सब श्रापित हएँ, काहेकी लिखोहए, “व्यवस्थाके सब बातमे न रहनबारो और बे पालन न करन् बारे हरेक श्रापित हएँ।” \v 11 "परमेश्‍वरको दृष्टिमे व्यवस्थासे कोइ आदमी धर्मी न ठहिरैगो करके जा बात सफा हए काहेकी "धर्मी त विश्‍वासै से जिबैगो।” \v 12 व्यवस्था त विश्‍वास उपर अधारित न हय, पर जौन आदमी जा काम करेहए, बा बिनहीसे जिहए।”

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\v 13 हमर ताहीं स्राप बनके ख्रीष्ट हमके व्यवस्थाको स्रापसे मोल तिरके छुटकारा करी, काहेकी कट्ठामे टँगो हरेक श्रापित हए, करके लिखोहए। \v 14 बा हमके मोल तिरके छुटाई, ताकि अब्राहामके दओ आशिष ख्रीष्ट येशूसे अन्यजाति मे आबए, और हम विश्‍वाससे प्रतिज्ञाको पवित्र आत्मा प्राप्त कर सिकएँ।

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\v 15 भैया तुम, सबदिनको जीवनसे एक उदाहरण लेओ, एक चोटी पक्का हुइके पिछु आदमीनको इच्छा पत्र कोइ रद्द न कर पए हए, नत् बामे थाप पए हए। \v 16 "प्रतिज्ञा अब्राहाम और उनको सन्तानके दै हए। धर्मशास्त्र "सन्तानसे" न कहत हए, जत् बहुत आदमिनके संकेत् करत हए। पर धर्मशास्त्र "तुमर सन्तानसे" कहत हए, जा एक आदमीको इकल्लो संकेत देत हए, जो ख्रीष्ट हए। "

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\v 17 मेरो कहाई को अर्थ जा हए, कि चार सय तीस वर्षपिछु आओ व्यवस्था बासे अग्गु परमेश्‍वर पक्का करो भव करारके काटत् नहय, नत प्रतिज्ञा रद्द हुइ जातो। \v 18 काहेकी उत्तराअधिकार व्यवस्थासे पैते तव प्रतिज्ञासे पानबारी बात न आती। पर परमेश्‍वर प्रतिज्ञासे अब्राहमके जा सेंतमे दै रहय।

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\v 19 तव व्यवस्थाको आवश्यक्ता काहे पणो तव ? जौन सन्तानके प्रतिज्ञा भव रहए, बा न आन तक अपराधको करन व्यवस्था थपिगव। तव एक जनीके मध्यमसे स्वर्गदुतसे व्यवस्थाको स्थापना भव। \v 20 एकए को मध्यस्थ नहय, पर परमेश्‍वर एकए हए।

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\v 21 तव का व्यवस्था परमेश्‍वरको प्रतिज्ञाके बिरुद हए क? कबहु न हय। अगर जिन्दा करनके व्यवस्था दओ हुइतो तव धार्मिकता नेहत्य व्यवस्थासे आतो। \v 22 तव धर्मशास्त्र बतात् हए, कि सब चीज पापके कैदमे हए, ताकि जौन प्रतिज्ञा येशू ख्रीष्ट उपर विश्‍वास दओ हए, बा विश्‍वास करन बारेनके दओ हए।

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\v 23 पर विश्‍वास आनेसे अग्गु हम व्यवस्थाके वशमे रहएँ, और विश्‍वास प्रकट न होन तक हम थुने रहएँ। \v 24 विश्‍वाससे हम धर्मी ठहिर सकएँ करके व्यवस्था हमर संरक्षक हुइके हमके ख्रीष्ट तक डोरयनके जिम्मा दै। \v 25 पर अब विश्‍वास आओ हए तव अब हम संरक्षकके अधिनमे न हयँ। \v 26 काहेकी विश्‍वाससे तुम सब ख्रीष्ट येशूमे परमेश्‍वरके सन्तान हौ।

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\v 27 काहेकी तुम मैसे जितनोनके ख्रीष्टमे बप्तिस्मा भव हए, तुम सब ख्रीष्टके धारण करे हौ। \v 28 अब नत् यहूदी हएँ नत् ग्रीक, नत् कमैया हएँ नत् फुकुवा, नत् पुरुष न स्त्री हएँ, काहेकी ख्रीष्ट येशूमे तुम सब एक हौ। \v 29 अगर तुम ख्रीष्टके हौ तव तुम अब्राहामके सन्तान हौ, और प्रतिज्ञा अनुसार उत्तराधिकारी हौ।

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\v 1 मेरो कहाईको अर्थ जा हए, उत्तरधिकारी जब तक बालक हए, बा सब चीजको मालिक हुइहए ताहुँ फिर कमैयनसे फरक नहय, \v 2 पर पिता ठहराओ समयतक बा अभिभावक और संरक्षकके अधीनमे होतहए।

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\v 3 हम फिर अइसी बालक रहएँ तव संसारको दैबी शक्तिके दासत्व तरे रहएँ, \v 4 पर समयको पूर्णतामे परमेश्‍वर अपन पुत्र पठाई। बा एक बैयरसे जन्मो, पर व्यवस्थाके अधीनमे जन्मो रहए। \v 5 व्यवस्थाके अधीनमे रहन बारेनके मोल तिरके छुट्यानके बा आओ, ताकि हम पुत्रको पुरा हक पाए सिकएँ।

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\v 6 "तुम पुत्र होनके कारन परमेश्‍वर अपन पुत्रको आत्मा हमर ह्रदयमे पठाए दैं, जौन के"हे अब्बा, पिता !” करके पुकारत् हएँ।" \v 7 जहेमारे, परमेश्‍वरके तुम अब कमैया न हओ, पर पुत्र हौ, और पुत्र हौ तव उत्तरधिकारी फिर हौ।

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\v 8 अग्गु अग्गु जब तुम परमेश्‍वरके चिने न रहौ, तुम बिनके दास रहौ, जो स्वभावैसे ईश्‍वर नहयँ, \v 9 पर अब तुम परमेश्‍वरके चिनेहौ, औ परमेश्‍वरसे चिनाए हौ, और फिर कैसे तुम बे निर्बल और सुरु-सुरुके खराब सिद्दान्त घेन घुमत हौ और फिर बिनको दास बनन चाहत हौ ?

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\v 10 तुम तिथि, महिननके, ॠतु और वर्ष मान्त हौ। \v 11 मय तुमर ताहीं चिन्ता करत हऔं। मोके त अइसो लागत हए, कि तुमरे ताहिं करो मेरो परिश्रम व्यर्थ भव।

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\v 12 भैया तुम, मिर जैसे होबओ करके मए बिन्ती करत् हौं, काहेकी मए फिर तुमरी जैसो हौं। तुम मिर कोइ खराबी करे न हओ। \v 13 तुमके पता हए, कि शरीरके कारन मए पहिले सुसमाचार सुनात रहौं। \v 14 अगर मिर बिमारी अवस्था तुमरे ताहिं एक परीक्षा रहए, और तुम मोके तिरस्कार न करे, न घिणना करे, पर परमेश्‍वरको एक दुत ख्रीष्ट येशू कता मोके ग्रहण करे।

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\v 15 तुमरो अनुभव करो सन्तोस कितए गओ ? काहेकी मए गवाही दए सक्तहौं, कि अगर सम्भव होतो तव तुम अपन आँखी तक निकारके फिर मोके दैदित्ते। \v 16 तव तुमसे सच्चो कहेसे क मए तुमर शत्रु हुइगओ हौं क ?

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\v 17 तुमके अपने घेन ताननके बे खुब जोस दिखात हएँ पर अच्छे इच्छासे नाए। तुमके जद्धा उत्साहसे स्वीकार करएँ करके बे हमसे तुमके अलग करन् ढुणत् हएँ। \v 18 अच्छो इच्छाके ताहिं जोसिलो होन अच्छो हए, पर मए तुमरे बीचमे होत इकल्लो जोस दिखानो अच्छो न हय।

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\v 19 मिर छोटे बालक तुम, ख्रीष्ट तुमरमे न बनन तक मए फिर प्रसवपिडामे हौं। \v 20 हबए मए तुमरे सँग हुइके मेरो बोलनको तरीका बदलन सिक्तो तव कित्तो अच्छो हुइतो, काहेकी तुमर बारेमे मए अन्योलमे पणो हौं।

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\v 21 तुम व्यवस्थाके अधीनमे रहन चाहन बारेनसे मए कहान चाहत् हौं कि, व्यवस्था का कहत हए का तुमके पता न हय ? \v 22 काहेकी लिखो हए, अब्राहमके दुई लौणा रहएँ, टाहलुनिया घेनसे एक, दुसरो त स्वतन्त्र बैयरसे। \v 23 टाहलुनियाको लौणा त शरीर अनुसार जन्मो रहए, पर स्वतन्त्र बैयरसे जन्मो लौणा प्रतिज्ञासे।

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\v 24 जा बातके कहानीके रुपमे लए सक्त हएँ। बे बैयर दुई किसिमके करार हएँ। एक त सीनै पर्वतसे दासत्वके ताहिं सन्तान जन्मान बारी हागार हए। \v 25 हागार अरब देशको सीनै पर्वत हए, और वर्तमान यरुशलेमसँग बाको तुलना कर सिक्त हएँ। काहेकी बा अपन बालकनके सँग दासत्वमे हए।

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\v 26 पर उपरको यरुशलेम स्वतन्त्र हए, जो हमरी अइया हए। \v 27 काहेकी लिखो हए, “हे न जन्मान बारी बाँझी आनन्दसे चिल्ला, हे प्रसवपिडा पता न पान बारी, मन खोलके चिल्ला, काहेकी पति भै बैयरसे त्यागी भै बैयरके लौणा-लौडिया बहुत हएँ।”

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\v 28 अब हे भैयओ, इसहाक जैसो हम फिर प्रतिज्ञाके सन्तान हएँ। \v 29 पर बा बेरा जैसी शरीर अनुसार जन्मेनके आत्मा अनुसार जन्मेनके सतात रहएँ, और हबए फिर अइसी हएँ।

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\v 30 पर धर्मशास्त्र कहात हए ? “टाहलुनियके और बाके लौणनके निकार देओ, काहेकी दासीको पुत्र स्वतन्त्र बैयरको लौणासँग उत्तरअधिकारी न हुइहए ।” \v 31 जहेमारे भैया, हम टाहलुनियाके नहयँ, पर स्वतन्त्र बैयरके सन्तान हएँ।

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05/01.txt Normal file
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\v 1 स्वतन्त्रताके ताहिं ख्रीष्ट हमके स्वतन्त्र करी हए। जहेमारे तगडे हुइके ठाडओ और फिर दासत्वके जुवा तरे मत पणओ। \v 2 मए पावल तुमसे कहत हौं, तुम खतना लेहौ तव ख्रीष्टसे तुमके कोइ फाइदा न हुइ हए।

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\v 3 खतना होनबारेनके मए फिरके चेताउनी देत हौं, कि पुरो व्यवस्था पालन करन् बा मजबुर होतहए। \v 4 तुम जो व्यवस्थासे धर्मी ठहिरन चाँहत हौ, तव तुम ख्रीष्टसे अलग भए हौ। और तुम अनुग्रहसे तरे गिरेहौ।

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\v 5 काहेकि हम पबित्र आत्मा के द्वारा बिश्‍वाससे धार्मिकताको आशाको प्रतिक्षा करत हैं। \v 6 ख्रीष्ट येशूमे न त खतना कोइ मुल्यको न बेखतना कोइ मुल्यको हए, और बा हए- प्रेमसे काम करन् बारो विश्‍वास। \v 7 तुम अच्छे दौणत् रहौ। तव कौन तुमके सत्यता पालन करनके बाधा दओ ? \v 8 तुमके बुलान बारेसे जा फकानो-फुल्सानो काम भव नहय।

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\v 9 थोरी सोणा जम्मए ढुक्लाके सोणा बनात हय। \v 10 मए प्रभुमे भरोसा करत् हौं, कि तुम मिर बाहेक दुसरेके बिचार न अपनए हौ। पर तुमके बहेकान बारो जोनफिर बा दण्ड भुगहए।

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\v 11 पर भैया, अगर मए और खतनाको प्रचार करत् हौं तव मिर उपर जा सब सतावट काहे आओ ? तव का क्रूससे आन बारो बाधा गओ हए। \v 12 तुमके बहेकान बारे त बलुक अपन अँग काटेसे फिर हुइहए।

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\v 13 भैया, तुम त स्वतन्त्रताके ताहिँ बुलाए हौ। केवल बा स्वतन्त्रता पापमय स्वभावके ताहिँ प्रयोग मत कराओ पर प्रेममे तुम एक-दुसरेके सेवक बनओ। \v 14 काहेकी सबय व्यवस्था एकए वचनमे पुरा होत हए, “तए अपन परोसिनके अपनए कता प्रेम कर।” \v 15 पर तुम एक दुसरेके काटन और निलन करत् हौ तव होसियार होबओ, तुम एक दुसरेसे खतम होन न पणए।

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\v 16 पर मए कहात हौं, पवित्र आत्मासे नेगओ, और पापमय स्वभावके लालच पुरा मत करओ। \v 17 काहेकी पापमय स्वभावके लालच पवित्र आत्माके बिरुध्दमे होतहए, और पवित्र आत्माको इच्छा पापमय स्वभावके बिरुध्दमे। तुम जो करन् चाहत हौ बासे तुमके रोकन जा त एक दुसरेके बिरुध्दमे होतहए। \v 18 अगर तुम पवित्र आत्मासे डोर्यए हौ तव तुम व्यवस्थाके अधीनमे न हुइहौ।

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\v 19 पापमय स्वभावके काम प्रत्यक्ष हए जो जेही हयँ- व्यभिचार, अपवित्रता, लम्पटपना, \v 20 मूर्तिपुजा, मन्त्रतन्त्र, दुश्मनी, झैंझगडा, ईर्ष्या, क्रोध, स्वार्थीपन, फूट, गुटबन्दी, \v 21 गुस्सा, पियक्कडपन, अशलील मोजमज्जा, और अइसी जौनके बारेम मए तुमके चेताउनी देतहौं, और अग्गु फिर दओ हौं। जौन-जौन अइसो काम करत् हएँ, बे परमेश्‍वरको राज्यके हकदार न बनेहँए ।

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\v 22 पर पवित्र आत्माके फल त प्रेम, आनन्द, शान्ति, धिरज, दया. भलाइ, विश्‍वास, \v 23 नम्रता, संयम हएँ। अइसे चीजनके बिरुध्दमे कोइ व्यवस्था नहय। \v 24 पर बे जो ख्रीष्ट येशूके हयँ, बे पापमय स्वभावके बाको बासना और लालचसहित क्रुसमे टाँगिहएँ।

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\v 25 हम पवित्र आत्मासे जीत हँए तव आत्माके अनुसार नेगएँ। \v 26 हम अहँकारी न होमएँ, एक दुसरेके रीस मत उठाओ, और एक दुसरेके ईर्ष्या मत करओ।

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\v 1 भैया, अगर कोइ आदमी अपराधमे पक्राउ पणिगव तव तुम जो आत्मिक हौ, तुम नम्रता पुर्वक बिनको सुधार करओ। अपनएके फिर बिचार करिओ, नत तुम फिर परीक्षामे पणेहौ। \v 2 एक दुसरेको भार उठाबओ, और अइसी ख्रीष्टको व्यवस्था पुरा करओ।

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\v 3 काहेकी कोइ मुल्य न भव आदमी अपनएके कोइ हौं करके मान्त हए तव बा अपनएके धोखा देत हए। \v 4 हरेक अपनै कामको जाँच करओ, तव केबल बा अपनएके और संग तुलना न करके अपनएके गर्व कर सिक्त हए। \v 5 काहेकी हरेक के अपनो भार अपनाएके उठान पणैगो।

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\v 6 वचनको शिक्षा पानबारो अपन सब अच्छो चीज वचन सिखन बारेन संग बाँटचुट करन पणत् हए। \v 7 7 धोखामे मत पणओ, परमेश्‍वरको ठट्ठा न होत हय, काहेकी आदमी जो लगात हए बहेको कटनी फिर करत् हए। \v 8 जौन अपनो पापमय स्वभावके ताहिं लगात हए, बा अपनो पापमय स्वभावसे सर्वनाशको कटनी कटात हए। पर जौन आत्माके ताहिं लगात हए, बा आत्मासे अनन्त जीवनको कटनी काटत हए।

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\v 9 भलाइ करन् को काममे हम न थकँए, काहेकी अगर हम हिम्मत न हरेहएँ तव ठीक समयमे हम कटनी करेहएँ। \v 10 जहेमारे मौका पाए अनुसार हम सब आदमीनके भलाइ करत जामएँ, विशेष करके बिनके, जो हमर विश्‍वासके परिवारके हएँ।

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\v 11 देखओ, मए कित्तो बणे-बणे अक्षरसे अपने हातसे तुमरे ताहिं लिखो हौं। \v 12 ख्रीष्टको क्रूसके कारण सतावटमे न पणएँ करके बाहिरसे सब ठीक दिखान चाहन बारे तुमके खतना करन् कर लगात हएँ। \v 13 काहेकी खतना करन् बारे अपनए व्यवस्था पालन न करत् हएँ, पर तुमरे शरीरमे घमण्ड करन् के ताहिं तुमरो खतना करो बे चाहत हएँ।

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06/14.txt Normal file
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\v 14 हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको क्रूस बाहेक और कोइ फिर चीज उपर घमण्ड करन् बारी बात मोसे दूर रहबए, जौनसे मए त संसारके ताहीं, और संसार मिर ताहीं क्रूसमे टलंगो हए। \v 15 न त खतनाको कोइ महत्व हए, न बेखतनाको, पर नयाँ सृष्टि सब चीज हए। \v 16 अब जो जित्तो जा नियममे चल्त हएँ, बिनके उपर और परमेश्‍वरको इस्राएल जाति उपर शान्ति और कृपा रहबए।

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\v 17 अबसे उइसो कोइ मोके कष्ट न देबए, काहेकी मए अपन शरीरमे येशूको चठा धारण करत् हौं। \v 18 भैया रेओ, हमर प्रभु येशू ख्रीष्टको अनुग्रह तुमरे आत्मासँग रहबय। आमेन।

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Galatians

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