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915 B

झूठ बोलना छोड़कर

“तुम्हें झूठ का त्याग करना है”

हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले

“विश्वासी अपने पड़ोसियों से सच बोलें”

हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं।

“हम सब परमेश्वर के परिवार के सदस्य हैं”

क्रोध तो करो पर पाप मत करो

“तुम क्रोधित हो सकते हो परन्तु पाप नहीं करना”

सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे

“रात आने से पूर्व तुम्हारा क्रोध समाप्त होना है”