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2017-08-29 21:40:57 +00:00
# झूठ बोलना छोड़कर
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“तुम्हें झूठ का त्याग करना है”
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# हर एक अपने पड़ोसी से सच बोले
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“विश्वासी अपने पड़ोसियों से सच बोलें”
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# हम आपस में एक दूसरे के अंग हैं।
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“हम सब परमेश्वर के परिवार के सदस्य हैं”
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# क्रोध तो करो पर पाप मत करो
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“तुम क्रोधित हो सकते हो परन्तु पाप नहीं करना”
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# सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे
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“रात आने से पूर्व तुम्हारा क्रोध समाप्त होना है”