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पर जब नहीं मिला

“जब मरियम और यूसुफ को यीशु नहीं मिला”

(और ऐसा हुआ कि)

इस उक्ति द्वारा कहानी में एक महत्त्वपूर्ण घटना का बोध करवाया गया है। यदि आपकी भाषा में ऐसी अभिव्यक्ति है तो उसका यहाँ उपयोग करें।

मन्दिर में

इसका अनुवाद हो सकता है, “मन्दिर परिसर में” या “मन्दिर के द्वार”

के बीच

इसका अर्थ उनके बीचों-बीच नहीं वरन “उनके साथ” या “उनकी संगति में” या “उनके मध्य” (यू.डी.बी.)

उपदेशकों

“धर्म के शिक्षकों” या “परमेश्वर की शिक्षा देने वालों”

उसकी समझ

इसका अनुवाद हो सकता है, “वह कितना अधिकार समझता था” या “कि वह परमेश्वर के बारे में इतनी समझ रखता है”।

उसके उत्तरों

इसका अनुवाद हो सकता है, “उसके उचित उत्तरों” या “वह उनके प्रश्नों के ऐसे उचित उत्तर देता था।”