STR_ur-deva_ta/checking/church-leader-check/01.md

4.7 KiB

कलीसियाई रहनुमाओं के ज़रिये दुरुस्तगी जाँच

बिरादरी के अरकान के ज़रिये तर्जुमे की वज़ाहत और क़ुदरती जाँच हो जाने के बाद, इसका कलीसियाई रहनुमाओं के ज़रिये दुरुस्तगी के लिए जाँच किया जायेगा। ये इन कलीसियाई रहनुमाओं के लिए हिदायात है जो दुरुस्तगी की जाँच करते हैं। वो हदफ़ ज़बान को मादरी ज़बान के तौर पर बोलने वाले होने चाहिए और उन ज़बानों में से भी एक को अच्छी तरह समझने वाला होना चाहिए जिसमे माख़ज़ मतन दस्तयाब है। ये वही लोग नहीं होने चाहिए जिन्होंने तर्जुमा किया है। वो ऐसे कलीसिया के रहनुमा होने चाहिए जो बाईबल को अच्छी तरह जानते हों। आम तौर पर यह जायज़ा लेने वाले पासबान होंगे। कलीसिया के इन रहनुमाओं को ज़बान बिरादरी में ज़ियादा से ज़ियादा कलीसिया के मुख्तलिफ़ नेटवर्क्स की नुमाइंदगी करनी चाहिए।

इन जायज़ा लेने वालों को इन इक़दामात पर अमल करना चाहिए:

  1. तर्जुमा हिदयातनामा पढ़ें ताके इस बात का यक़ीन हो के तर्जुमा इनके साथ मुत्तफ़िक़ है जब वो तर्जुमा का जायज़ा लेते हैं।
  2. मुतर्जिम या तर्जुमा टीम के बारे में उन सवालात का जवाब दें जो मुतर्जिम क़ाबिलियत पर वाक़े हैं।
  3. तस्दीक़ करें, [पसन्दीदा अन्दाज़] पर सवालात पूछकर के तर्जुमा इस अन्दाज़ में किया गया है जो मतलूबा सामअीन का पसन्दीदा है।
  4. तस्दीक़ करें के तर्जुमा दुरुस्तगी जाँच पर हिदायतनामें की पैरवी करते हुए माख़ज़ मतन के मानी को दुरुस्त तरीक़े से बताता है।
  5. तस्दीक़ करें के मुकम्मल तर्जुमा पर दिए गए हिदायतनामे की पैरवी करते हुए तर्जुमा मुकम्मल है।
  6. आप,दुरुस्तगी जाँचने वाला, कई अबवाब या बाईबल की एक किताब का जायज़ा लेने के बाद, तर्जुमा टीम से मिलें और हर उस मसअले की बाबत पूछें जो आपने दरयाफ्त किया है। तर्जुमा टीम से गुफ़्तगू करें के वह किस तरह हर मसअले को हल करने के लिए तर्जुमा को तरतीब दे सकते हैं। बाद में तर्जुमे की टीम के साथ दोबारा मिलने का इरादा करें, जब वो तर्जुमा को तरतीब देने का और बिरादरी के साथ इसे जाँचने का वक़्त ले चुके हों।
  7. यह तस्दीक़ करने के लिए तर्जुमा टीम से दोबारा मिलें के उन्होंने मसअले को हल कर दिया है।
  8. तस्दीक़ करें के [दुरुस्तगी तस्दीक़] सफ़ह पर तर्जुमा अच्छा है।