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Larry Versaw 2019-02-12 17:31:23 -07:00
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जब आप अनुवाद को पढ़ते हैं तो शब्दों के उच्चारण के लिए निम्न प्रश्नों को पूछें। इन प्रश्नों से आपको भाषा के उच्चारण के लिए एकदम सही शब्द को चुनने में मदद मिलेगी और क्या इन शब्दों को उनकी निरंतरता में लिखा गया है जिससे उन्हे पढ़ना आसान हो।
1. क्या वह शब्द उस भाषा के उच्चारण में इस्तेमाल करने योग्य है? (क्या कोर्इ और उच्चारण हैं जिनका अर्थ अलग लगता है परंतु उन्हे अलग आवाज के लिए उसी अक्षर के साथ इस्तेमाल करना है) क्या इससे शब्द को पढ़ना कठिन तो नही हो जाता? क्या इन शब्दों को कहीं पर लगाने के लिए कुछ अलग चिन्हों को लगाने की जरूरत है जिससे उनका अंतर पता चल सके
1. क्या पुस्तक में इस्तेमाल की गर्इ स्पेलिंग सही है? (क्या लेखक को बताने के लिए कोर्इ नियम हैं कि कैसे विभिé हालातों में शब्द कैसे बदलते हैं?) क्या उनका वर्णन किया जा सकता है जिससे दूसरे लोग भाषा को आसानी से पढ़ और लिख सकें?
1. क्या अनुवाद ने उन भावों, कथनों, प्रत्ययों या स्पेलिंगों का उपयोग किया है जिन्हे उस भाषा समुदाय के अधिकाँश लोग जानते हैं? यदि अक्षर या स्पेलिंग के बारे में कुछ गलत है, उसको लिख लें जिससे अनुवादक दल के साथ विचार विमर्श किया जा सके

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@ -1,2 +1,2 @@
अधिकार जाँच 1
अधिकार स्तर 1

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@ -1,2 +1,2 @@
अधिकार जाँच 2
अधिकार स्तर 2

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कलीसियार्इ अगुवों की जाँच
कलीसिया अगुवों की जाँच

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@ -1,2 +1,2 @@
जाँच स्तर एक - अनुवाद दल का पुष्टिकरण
स्तर 1 पुष्टिकरण

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@ -1,2 +1,2 @@
स्तर 1 पुष्टिकरण
जाँच स्तर एक - अनुवाद दल का पुष्टिकरण

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@ -1,2 +1,2 @@
जाँच स्तर 3 - कलीसिया अगुवार्इ का पुष्टिकरण
स्तर 3 पुष्टिकरण

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@ -1,2 +1,2 @@
स्तर 3 पुष्टि
स्तर तीन की जाँच के प्रश्न

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@ -1,2 +1,2 @@
स्तर तीन की जाँच के प्रश्न
जाँच स्तर 3 - कलीसिया अगुवाई का पुष्टिकरण

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@ -1,6 +1,6 @@
title: "Table of Contents"
title: "विषय - सूची"
sections:
- title: "Introduction to Checking"
- title: "जाँच का परिचय"
sections:
- title: "हस्तपुस्तिका की जाँच का परिचय"
link: intro-check
@ -11,7 +11,7 @@ sections:
- title: "जाँच का लक्ष्य"
link: goal-checking
- title: "Types of Checks"
- title: "जाँच के प्रकार"
sections:
- title: "स्व-मूल्यांकन"
link: self-check
@ -23,12 +23,12 @@ sections:
link: accuracy-check
- title: "भाषा समुदाय की जाँच"
link: language-community-check
- title: "कलीसियार्इ अगुवों की जाँच"
- title: "कलीसिया अगुवों की जाँच"
link: church-leader-check
- title: "अन्य तरीके"
link: other-methods
- title: "What to Check For"
- title: "क्या जाँच करें"
sections:
- title: "सटीक अनुवाद"
link: accurate
@ -43,23 +43,23 @@ sections:
- title: "स्व-मूल्यांकन निर्देश"
link: self-assessment
- title: "Defining Church Authority"
- title: "कलीसिया अधिकार को परिभाषित करना"
sections:
- title: "अधिकार एवं प्रक्रिया की जाँच"
link: authority-process
- title: "अधिकार जाँच 1"
- title: "अधिकार स्तर 1"
link: authority-level1
- title: "अधिकार जाँच 2"
- title: "अधिकार स्तर 2"
link: authority-level2
- title: "अधिकार स्तर 3"
link: authority-level3
- title: "Checking Process"
- title: "जाँच प्रक्रिया"
sections:
- title: "स्तर 1 पुष्टिकरण"
- title: "जाँच स्तर एक - अनुवाद दल का पुष्टिकरण"
link: level1
sections:
- title: "जाँच स्तर एक - अनुवाद दल का पुष्टिकरण"
- title: "स्तर 1 पुष्टिकरण"
link: level1-affirm
- title: "जाँच स्तर 2 - समुदाय का पुष्टिकरण"
link: level2
@ -68,12 +68,12 @@ sections:
link: community-evaluation
- title: "स्तर 2 पुष्टिकरण"
link: good
- title: "स्तर तीन की जाँच के प्रश्न"
- title: "जाँच स्तर 3 - कलीसिया अगुवाई का पुष्टिकरण"
link: level3
sections:
- title: "स्तर 3 पुष्टि"
- title: "स्तर तीन की जाँच के प्रश्न"
link: level3-questions
- title: "जाँच स्तर 3 - कलीसिया अगुवार्इ का पुष्टिकरण"
- title: "स्तर 3 पुष्टिकरण"
link: level3-approval
- title: "अनुवाद की जाँच का परिचय - भाग 2"
@ -84,15 +84,15 @@ sections:
- title: "लिखित पिछला अनुवाद के प्रकार"
link: vol2-backtranslation
sections:
- title: "पिछले अनुवाद के प्रकार"
link: vol2-backtranslation-purpose
- title: "पिछला अनुवाद का उद्देश्य"
link: vol2-backtranslation-who
- title: "एक अच्छे पिछले अनुवाद को करने के मार्गनिर्देश"
link: vol2-backtranslation-kinds
- title: "पिछला अनुवादक"
link: vol2-backtranslation-written
- title: "पिछला अनुवाद"
link: vol2-backtranslation-purpose
- title: "पिछला अनुवादक"
link: vol2-backtranslation-who
- title: "पिछले अनुवाद के प्रकार"
link: vol2-backtranslation-kinds
- title: "लिखित पिछला अनुवाद के प्रकार"
link: vol2-backtranslation-written
- title: "एक अच्छे पिछले अनुवाद को करने के मार्गनिर्देश"
link: vol2-backtranslation-guidelines
- title: "जाँच की चीजों के प्रकार"
link: vol2-things-to-check

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@ -1,2 +1,2 @@
पिछला अनुवाद
एक अच्छे पिछले अनुवाद को करने के मार्गनिर्देश

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@ -1,2 +1,2 @@
एक अच्छे पिछले अनुवाद को करने के मार्गनिर्देश
पिछले अनुवाद के प्रकार

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@ -1,2 +1,2 @@
पिछले अनुवाद के प्रकार
पिछला अनुवाद का उद्देश्य

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@ -1,2 +1,2 @@
पिछला अनुवाद ा उद्देश्य
पिछला अनुवादक

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पिछला अनुवादक
लिखित पिछला अनुवाद े प्रकार

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लिखित पिछला अनुवाद के प्रकार
पिछला अनुवाद

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@ -1,2 +1,2 @@
translationAcademy का परिचय
ट्रांसलेशन अकैडमी का परिचय

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@ -1,6 +1,6 @@
title: "Table of Contents"
title: "विषय-सूची"
sections:
- title: "translationAcademy का परिचय"
- title: "ट्रांसलेशन अकैडमी का परिचय"
link: ta-intro
- title: "हम बाइबल का अनुवाद क्यों करते हैं?"
@ -15,7 +15,7 @@ sections:
- title: "अनुवाद मार्गनिर्देश"
link: translation-guidelines
- title: "खुला लार्इसेंस"
- title: "खुला लाइसेंस"
link: open-license
- title: "गेटवे भाषाओं की रणनीति"

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@ -11,12 +11,12 @@ dublin_core:
description: 'A modular handbook that provides a condensed explanation of Bible translation and checking principles that the global Church has implicitly affirmed define trustworthy translations. It enables translators to learn how to create trustworthy translations of the Bible in their own language.'
format: 'text/markdown'
identifier: 'ta'
issued: '2019-01-29'
issued: '2019-02-12'
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identifier: hi
title: 'हिन्दी, हिंदी'
direction: ltr
modified: '2019-01-29'
modified: '2019-02-12'
publisher: 'Door43'
relation:
- 'hi/ulb'
@ -35,7 +35,7 @@ dublin_core:
subject: 'Translation Academy'
title: 'translationAcademy'
type: 'man'
version: '10.1'
version: '10.2'
checking:
checking_entity:

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@ -1,39 +1,39 @@
title: "Table of Contents"
title: "विषय-सूची"
sections:
- title: "1. Getting Started"
- title: "1. प्रारम्भ करना"
sections:
- title: "प्रक्रिया हस्तपुस्तिका का परिचय"
link: process-manual
- title: "2. Setting Up a Translation Team"
- title: "2. अनुवाद दल को स्थापित करना"
sections:
- title: "अनुवाद दल को स्थापित करना"
link: setup-team
- title: "3. Translating"
- title: "3. अनुवाद करना"
sections:
- title: "अनुवाद शुरू करने से पहले प्रशिक्षण"
link: pretranslation-training
- title: "एक मंच चुनना"
link: platforms
link: platforms
- title: "अनुवाद स्टूडियो स्थापित करना"
link: setup-ts
- title: "4. Checking"
- title: "4. जाँच"
sections:
- title: "जाँच शुरू होने के पहले प्रशिक्षण"
link: prechecking-training
- title: "कैसे जाँचें"
link: required-checking
- title: "5. Publishing"
- title: "5. प्रकाशन"
sections:
- title: "प्रकाशन का परिचय"
link: intro-publishing
- title: "स्रोत लेख प्रक्रिया"
link: source-text-process
- title: "6. Distributing"
- title: "6. वितरण"
sections:
- title: "वितरण का परिचय"
link: intro-share

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@ -1,5 +1,5 @@
यह पéा उन विचारों को बताता है जो सीमित तरीकों से एक साथ जुड़े हैं। (अधिक जटिल युग्मों पर विचार विमश करने के लिए, देखें [Biblical Imagery - Cultural Models](../bita-part3/01.md).*)
यह पéा उन विचारों को बताता है जो सीमित तरीकों से एक साथ जुड़े हैं। (*अधिक जटिल युग्मों पर विचार विमश करने के लिए, देखें [Biblical Imagery - Cultural Models](../bita-part3/01.md).*)
### वर्णन

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@ -44,13 +44,17 @@
1. सर्वनाम ‘‘मैं’’ या ‘‘आप’’ के साथ तृतीय पुरूष वाक्यों का उपयोग करें
* **परंतु दाऊद ने शाऊल से कहा, <u>आपका सेवक</u> <u>अपने</u> पिता की भेड़ों की रखवाली किया करता था’’** (1 शमुएल 17:34)
* परंतु दाऊद ने शाऊल से कहा, <u>मैं, आपका सेवक</u> <u>मेरे</u> पिता की भेड़ों की रखवाली किया करता था’’
1. तृतीय पुरूष की बजाय, केवल प्रथम (’’मैं’’) या द्वितीय पुरूष (’’आप’’) का उपयोग करें
* **तब यहोवा ने भयंकर तूफान में से अय्यूब को उत्तर देकर कहा, ...क्या तेरी भुजाएँ <u>परमेश्वर के</u> समान हैं? क्या तुम <u>उसकी</u> आवाज की भांति गर्जन कर सकते हो?** (अय्यूब 40:6,9 ULB)
* **तब यहोवा ने भयंकर तूफान में से अय्यूब को उत्तर देकर कहा, ...क्या तेरी भुजाएँ <u>परमेश्वर के</u> समान हैं?
क्या तुम <u>उसकी</u> आवाज की भांति गर्जन कर सकते हो?** (अय्यूब 40:6,9 ULB)
* तब यहोवा ने भयंकर तूफान में से अय्यूब को उत्तर देकर कहा, ...क्या तेरी भुजाएँ <u>मेरे</u> समान हैं? क्या तुम <u>मेरी</u> आवाज की भांति गर्जन कर सकते हो?
* **इसलिए मेरा स्वर्ग का पिता भी तुम्हारे साथ ऐसा ही करेगा, यदि तुममें <u>हर कोर्इ</u> पूरे दिल <u>अपने</u> भार्इ को क्षमा न करे** (मती 18:35 ULB)
* इसलिए मेरा स्वर्ग का पिता भी तुम्हारे साथ ऐसा ही करेगा, यदि तुममें <u>हर कोर्इ</u> पूरे दिल से <u>तुम्हारे</u> भार्इ को क्षमा न करे

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@ -50,20 +50,25 @@
संज्ञा की बजाय, नया कथन भाववाचक संज्ञा के अर्थ को बताने के लिए एक क्रिया, एक विशेषण या एक क्रियाविशेषण का उपयोग कर सकता है
* **....<u>बालकपन</u> से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है**.... (2 तीमुथियुस 3:15 ULB)
* जबसे तुम <u>बालक थे</u> तुमने पवित्र शास्त्र को जाना है
* **पर <u>सन्तोष सहित भक्ति</u> बड़ी <u>कमार्इ</u> है।** (1 तीमुथियुस 6:6 ULB)
* पर <u>भक्ति</u> और <u>संतोष</u> में रहना बड़ा <u>लाभदायक</u> है
* पर हमें बड़ा <u>लाभ</u> मिलता है जब हमारे अंदर <u>भक्ति</u> और <u>संतोष</u> होता है
* पर हमें बड़ा <u>लाभ</u> मिलता है जब हम परमेश्वर के प्रति <u>सम्मान और आज्ञाकारिता</u> दिखाते और <u>हमारे पास जो है</u> उससे खुश होते हैं
* **आज इस घर में <u>उद्धार</u> आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है** (लूका 19:9 ULB)
* आज इस घर के लोगों ने <u>उद्धार पाया</u> है
* आज इस घर के लोगों को परमेश्वर ने <u>उद्धार</u> दिया है
* **प्रभु प्रतिज्ञा में देर नहीं करता, जैसी <u>देर</u> कुछ समझते हैं** (2 पतरस 3:9 ULB)
* प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के बारे में देरी से काम नही करता, जैसी <u>देरी</u> कुछ लोग समझते हैं
* **वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की <u>मतियों</u> को प्रगट करेगा** (1 कुरिन्थियों 4:5 ULB)
* वह अन्धकार की छिपी बातों को ज्योति में लाएगा, और उन <u>बातों को प्रकट करेगा जो लोग करना चाहते और कारणों को कि वे क्यों करना चाहते हैं</u>

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@ -1,2 +1,2 @@
विष्मयाधिबोधक चिन्ह
विस्मयादिबोधक

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@ -2,6 +2,7 @@
व्याकरण के दो भाग हैं: शब्द एवं संरचना। संरचना का अर्थ, किसी कथन, वाक्य अथवा कहावत को बनाने के लिए शब्दों को कैसे जोड़ा जाए।
**शब्द के भेद** - एक भाषा में सभी शब्द ‘‘शब्द के भेद’’ नामक श्रेणी में आते हैं (देखें [Parts of Speech](../figs-partsofspeech/01.md))
**वाक्य** - जब हम बोलते हैं तो हम हमारे विचारों को वाक्यों में बदलते हैं। एक वाक्य अक्सर, किसी घटना या हालत या अवस्था के बारे में एक पूर्ण विचार होता है (देखें [Sentence Structure](../figs-sentences/01.md))
* वाक्य में कथन, प्रश्न, आज्ञा या विष्मय हो सकता है (देखें [Exclamations](../figs-sentencetypes/01.md))
@ -9,6 +10,7 @@
* कुछ भाषाओं में, प्रत्यक्ष एवं परोक्ष कथन दोनों होते हैं (देखें [Active or Passive](../figs-activepassive/01.md))
**संपत्ति** - ये बताता है कि दो संज्ञाओं में मेल है। अंग्रेजी में यह ‘‘लव ऑफ गॉड’’ के ‘‘ऑफ’’ या ‘‘गॉड्स लव’’ के ‘‘एस’’के द्वारा अथवा ‘‘हिस लव’’ के समान स्थानात्मक सर्वनाम के द्वारा चिन्हित होता है (देखें [Possession](../figs-possession/01.md))
**उद्धरण** - उद्धरण किसी व्यक्ति के द्वारा कही गर्इ बात को कहना है।
* अक्सर, उद्धरण के दो भाग होते हैं: यह सूचना के किसने कुछ कहा और क्या कहा (देखें [Quotations and Quote Margins](../writing-quotations/01.md))

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@ -1,2 +1,2 @@
शब्द क
शब्द क्र

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@ -1,2 +1,2 @@
विसूचक अतीत
भविष्यसूचक अतीत

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@ -1,2 +1,2 @@
व्यक्तिकरण
मानवीकरण

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@ -1,2 +1 @@
कर्मकर्ता सर्वनाम
कर्मकर्त्ता सर्वनाम

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@ -1,2 +1,2 @@
संभावित अथोर्ं के साथ नोट्स
संभावित अर्थों के साथ नोट्स

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@ -1,2 +1,2 @@
अनुवद प्रश्नों का उपयोग
अनुवद प्रश्नों का उपयोग

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@ -1,2 +1,2 @@
अनुवद नोट्स का उपयोग
ट्रांसलेशन नोट्स का उपयोग

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@ -1,6 +1,6 @@
title: "Table of Contents"
title: "विषय-सूची"
sections:
- title: "Introduction"
- title: "परिचय"
sections:
- title: "अनुवाद सहायक पुस्तिका का परिचय"
link: translate-manual
@ -12,7 +12,7 @@ sections:
link: translate-more
- title: "अपने बाइबल अनुवाद का लक्ष्य कैसे बनाएँ?"
link: translate-aim
- title: "Defining a Good Translation"
- title: "एक अच्छे अनुवाद को परिभाषित करना"
sections:
- title: "अच्छे अनुवादक के गुण"
link: guidelines-intro
@ -42,7 +42,7 @@ sections:
link: guidelines-collaborative
- title: "निरंतरता के अनुवाद को तैयार करना"
link: guidelines-ongoing
- title: "Meaning-Based Translation"
- title: "अर्थ आधारित अनुवाद"
sections:
- title: "अनुवाद प्रक्रिया"
link: translate-process
@ -56,9 +56,9 @@ sections:
sections:
- title: "प्रारूप का महत्व"
link: translate-form
- title: "अर्थ के सतर"
- title: "अर्थ के सतर"
link: translate-levels
- title: "आक्षरिक अनुवाद"
- title: "शाब्दिक अनुवाद"
link: translate-literal
sections:
- title: "शब्द की जगह शब्द का परिवर्तन"
@ -70,7 +70,7 @@ sections:
sections:
- title: "अर्थ के लिए अनुवाद"
link: translate-tform
- title: "Before Translating"
- title: "अनुवाद करने से पहले"
sections:
- title: "प्रथम प्रालेख तैयार करना"
link: first-draft
@ -84,7 +84,7 @@ sections:
- title: "स्रोत लेख को चुनना"
link: translate-source-text
sections:
- title: "कॉपीराइट, लार्इसेंस और स्रोत लेख"
- title: "कॉपीराइट, लाइसेंस और स्रोत लेख"
link: translate-source-licensing
- title: "स्रोत लेख एवं वर्जन संख्याएँ"
link: translate-source-version
@ -97,11 +97,11 @@ sections:
link: translate-alphabet2
- title: "फाइल प्रारूप"
link: file-formats
- title: "How to Start Translating"
- title: "अनुवाद का आरम्भ कैसे करें"
sections:
- title: "अनुवाद में मदद"
link: translate-help
- title: "Unlocked Bible Text"
- title: "अनलॉक बाइबल टेक्सट"
sections:
- title: "मूल एवं स्रोत भाषा"
link: translate-original
@ -115,11 +115,11 @@ sections:
link: translate-formatsignals
- title: "बाइबल के अनुवाद में ULB एवं UDB का उपयोग कैसे करें"
link: translate-useulbudb
- title: "Use the translationHelps when Translating"
- title: "अनुवाद करते वक्त अनुवाद सहायक(ट्रांसलेशन हेल्प) का उपयोग करें"
sections:
- title: "लिंक्स के साथ नोट्स"
link: resources-links
- title: "अनुवद नोट्स का उपयोग"
- title: "ट्रांसलेशन नोट्स का उपयोग"
link: resources-types
sections:
- title: "नोट्स में जोड़ने वाले कथन एवं आम सूचनाएँ"
@ -136,7 +136,7 @@ sections:
link: resources-clarify
- title: "वैकल्पिक अर्थ वाले नोट्स"
link: resources-alterm
- title: "संभावित अथोर्ं के साथ नोट्स"
- title: "संभावित अर्थों के साथ नोट्स"
link: resources-porp
- title: "अलंकार के शब्दों को पहचानने वाले नोट्स"
link: resources-fofs
@ -144,13 +144,13 @@ sections:
link: resources-iordquote
- title: "ULB कथनों के साथ नोट्स"
link: resources-long
- title: "Using translationWords"
- title: "ट्रांसलेशन वर्ड का उपयोग करना"
link: resources-words
- title: "अनुवद प्रश्नों का उपयोग"
- title: "अनुवद प्रश्नों का उपयोग"
link: resources-questions
- title: "Just-in-Time Learning Modules"
- title: "सही समय पर सीखने का अनुखंड"
sections:
- title: "Figures of Speech"
- title: "भाषा के अलंकार"
sections:
- title: "भाषा के अलंकार"
link: figs-intro
@ -182,9 +182,9 @@ sections:
link: figs-parallelism
- title: "समान अर्थ के साथ समरूपता"
link: figs-synonparallelism
- title: "व्यक्तिकरण"
- title: "मानवीकरण"
link: figs-personification
- title: "भविसूचक अतीत"
- title: "भविष्यसूचक अतीत"
link: figs-pastforfuture
- title: "आलंकारिक प्रश्न"
link: figs-rquestion
@ -192,7 +192,7 @@ sections:
link: figs-simile
- title: "उपलक्ष्य अलंकार"
link: figs-synecdoche
- title: "Grammar"
- title: "व्याकरण"
sections:
- title: "व्याकरण के विषय"
link: figs-grammar
@ -228,25 +228,25 @@ sections:
link: figs-verbs
- title: "जब पुल्लिंग शब्दों में स्त्रियाँ शामिल होती है"
link: figs-gendernotations
- title: "शब्द कम"
- title: "शब्द क्रम"
link: figs-order
- title: "Pronouns"
- title: "सर्वनाम"
sections:
- title: "सर्वनाम"
link: figs-pronouns
- title: "प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरूष"
link: figs-123person
- title: "विशिष्ट एवं अंतर्निहित हम"
- title: "विशिष्ट एवं अंतर्निहित हम’"
link: figs-exclusive
- title: "‘तुम’ के प्रारूप - औपचारिक या अनौपचारिक"
link: figs-youformal
- title: "समूह को दिखाने वाले एकवचन सर्वनाम"
link: figs-youcrowd
- title: "कर्मकर्ता सर्वनाम"
- title: "कर्मकर्त्ता सर्वनाम"
link: figs-rpronouns
- title: "सर्वनाम - उनका कब उपयोग करें"
link: writing-pronouns
- title: "Sentences"
- title: "वाक्य"
sections:
- title: "वाक्य रचना"
link: figs-sentences
@ -259,9 +259,9 @@ sections:
link: figs-declarative
- title: "आदेशात्मक - अन्य उपयोग"
link: figs-imperative
- title: "विष्मयाधिबोधक चिन्ह"
- title: "विस्मयादिबोधक"
link: figs-exclamations
- title: "Quotes"
- title: "उद्धरण"
sections:
- title: "उद्धरण एवं उद्धरण हासिये"
link: writing-quotations
@ -271,7 +271,7 @@ sections:
link: figs-quotemarks
- title: "उद्धरणों में उद्धरण"
link: figs-quotesinquotes
- title: "Writing Styles (Discourse)"
- title: "लेखन शैली (लेख)"
sections:
- title: "लेखन के प्रकार"
link: writing-intro
@ -297,13 +297,13 @@ sections:
link: writing-symlanguage
- title: "प्रतीकात्मक भविष्यद्वाणी"
link: writing-apocalypticwriting
- title: "Translation Issues"
- title: "अनुवाद के मुद्दे"
sections:
- title: "लेखों के भेद"
link: translate-textvariants
- title: "संदर्भ पुल"
link: translate-versebridge
- title: "Unknowns"
- title: "अपरिचित"
sections:
- title: "अपरिचितों का अनुवाद"
link: translate-unknown
@ -337,7 +337,7 @@ sections:
link: translate-decimal
- title: "प्रतीकात्मक कार्य"
link: translate-symaction
- title: "Biblical Imagery"
- title: "बाइबल के रूप"
sections:
- title: "बाइबल के रूप"
link: biblicalimageryta

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@ -1,2 +1,2 @@
अर्थ के सतर
अर्थ के सतर

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@ -32,6 +32,6 @@
#### शब्दिक अनुवाद कब करें
शब्दिक अनुवाद करने का एकमात्र समय तब है जब गेटवे भाषा अर्थात् प्रवेशिका भाषा सामग्री, जैसे यूएलबी का अनुवाद करना, जिसका प्रयोग अन्य भाषा अनुवादकों के द्वारा किया जाएगा। यूएलबी अनुवाद का उद्देश्य अनुवादक को यह दिखाना है कि मूल में क्या है। तौभी, यूएलबी अनुवाद कठरोता के साथ शाब्दिक नहीं है। यह एक संशोधित शाब्दिक अनुवाद है, जो लक्षित भाषा की व्याकरण का उपयोग करता है, ताकि पाठक इसे समझ सकें (पाठ [संशोधित शाब्दिक अनुवाद](../translate-modifyliteral/01.md) को देखें)।
शब्दिक अनुवाद करने का एकमात्र समय तब है जब गेटवे भाषा अर्थात् प्रवेशिका भाषा सामग्री, जैसे यूएलबी का अनुवाद करना, जिसका प्रयोग अन्य भाषा अनुवादकों के द्वारा किया जाएगा। यूएलबी अनुवाद का उद्देश्य अनुवादक को यह दिखाना है कि मूल में क्या है। तौभी, यूएलबी अनुवाद कठरोता के साथ शाब्दिक नहीं है। यह एक संशोधित शाब्दिक अनुवाद है, जो लक्षित भाषा की व्याकरण का उपयोग करता है, ताकि पाठक इसे समझ सकें (पाठ [संशोधित शाब्दिक अनुवाद](../translate-literal/01.md) को देखें)।
उन स्थानों पर, जहाँ यूएलबी अनुवाद बाइबल की मूल अभिव्यक्तियों का उपयोग करता है, जिन्हें समझना कठिन हो सकता है, हमने इन्हें समझाने के लिए अनुवादों को अनुवादनोट्स प्रदान किए हैं।

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@ -1,2 +1,2 @@
आक्षरिक अनुवाद
शाब्दिक अनुवाद