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Raw Blame History

भाववाचक संज्ञाएँ व्यवहार, गुण, घटनाएँ, हालात या इन विचारों के तहत रिश्तों को दिखाते हैं। ये ऐसी चीजें हैं जिन्हे शारीरिक तौर पर देखा या छुआ नही जा सकता है, जैसे कि खुशी, वजन, चोट, एकता, मित्रता, सेहत और वजह। अनुवाद में यह एक समस्या है क्योंकि कुछ भाषाओं में कुछ विचारों को भावनात्मक संज्ञा के द्वारा, तो कुछ अन्य भाषाओं में किसी दूसरे तरीके के द्वारा प्रकट किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, ‘‘इसका वजन क्या है? को निम्न तरीके से भी कहा जा सकता है, इसका कितना वजन होगा या यह कितना वजनी होगा।

वर्णन

याद रखें कि संज्ञाएँ वे शब्द हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु अथवा विचार को दिखाते हैं, तो ‘‘भाववाचक संज्ञाएँ’’ विचारों को दिखाती हैं। ये व्यवहार, गुण, घटनाएँ, हालात या इन विचारों के तहत रिश्ता हो सकती हैं। ये ऐसी चीजें हैं जिन्हे शारीरिक तौर पर देखा या छुआ नही जा सकता है, जैसे कि खुशी, शांति, सृष्टि, भलार्इ, संतुष्टि, न्याय, सच, आजादी, बदला, धीमापन, लंबार्इ या वजन।

भाववाचक संज्ञा की मदद से लोग अपने विचारों को कम शब्दों में प्रकट कर सकते हैं, अन्यथा उन्हे ज्यादा शब्दों का उपयोग करना पड़ सकता है। यह कार्य या गुण को नाम देना कहलाता है जिससे लोग उनके बारे में ऐसे बात करते हैं िकवे वास्तव में वस्तुएँ हैं। यह भाषा का एक छोटा रास्ता है।

उदाहरण के तौर पर, भाववाचक संज्ञाओं का उपयोग करने वाली भाषाओं में, लोग कह सकते हैं, ‘‘मैं पापों की क्षमा में विश्वास करता हूँ’’। परंतु यदि उक्त भाषा में ‘‘क्षमा’’ एवं ‘‘पाप’’ नामक दो भाववाचक संज्ञाएँ नही हैं तो वे इसी अर्थ को बताने वाला कथन नही बता पाएँगे। उन्हे कहना पड़ेगा, उदाहरण के तौर पर, ‘‘मैं विश्वास करता हूँ कि पाप कर चुके मनुष्य को परमेश्वर क्षमा करना चाहता है’’ और उसमें विचार की संज्ञाओं का उपयोग करने की बजाय, क्रिया के शब्दों का उपयोग होता है।

वजह यह अनुवाद की समस्या है

अनुवाद की जाने वाली बाइबल में कुछ विचारों के लिए भाववाचक संज्ञाओं का उपयोग हो सकता है। शायद आपकी भाषा कुछ विचारों के लिए भाववाचक संज्ञा का उपयोग नही करती हो; इसकी बजाय, वे उन विचारों को प्रकट करने के लिए दूसरे कथनों का उपयोग करती होगी। वे कथन भाववाचक संज्ञाओं का उपयोग करने के लिए, अलग प्रकार के शब्दों का उपयोग करते होंगे, जैसे विशेषण, क्रियाएँ, क्रियाविशेषण इत्यादि।

बाइबल से उदाहरण

...बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है... (2 तीमुथियुस 3:15 ULB)

भाववाचक संज्ञा ‘‘बालकपन’’ बताता है कि व्यक्ति बालक है

पर सन्तोषसहित भक्ति बड़ी कमार्इ है। (1 तीमुथियुस 6:6 ULB)

भाववाचक संज्ञा ‘‘भक्ति’’ और ‘‘संतोष’’ बताता है कि व्यक्ति दैवीय और संतुष्ट है । भाववाचक संज्ञा ‘‘कमार्इ’’ लाभदायक अथवा मददगार वस्तु की बात करती है।

आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है (लूका 19:9 ULB)

भाववाचक संज्ञा ‘‘उद्धार’’ मुक्ति पाने के बारे में बताता है

प्रभु प्रतिज्ञा में देर नहीं करता, जैसी देर कुछ समझते हैं (2 पतरस 3:9 ULB)

भाववाचक संज्ञा ‘‘देर’’ बताता है कि कैसे कोर्इ कार्य धीमे होता है

वह अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा (1 कुरिन्थियों 4:5 ULB)

भाववाचक संज्ञा ‘‘मतियों’’ बताता है कि लोग क्या करना चाहते हैं और उसे क्यों करना चाहते हैं

अनुवाद रणनीति

यदि भाववाचक संज्ञा आपकी भाषा में स्वाभाविक है और उसका अर्थ सही निकलता है तो उसका उपयोग करें। यदि नही, तो अगले विकल्प निम्नलिखित हैं:

  1. वाक्य को ऐसे कथन में पुन: लिखें जो भाववाचक संज्ञा का अर्थ प्रकट करता हो

संज्ञा की बजाय, नया कथन भाववाचक संज्ञा के अर्थ को बताने के लिए एक क्रिया, एक विशेषण या एक क्रियाविशेषण का उपयोग कर सकता है....

अनुवाद की रणनीति के प्रयोग के उदाहरण

  1. वाक्य को ऐसे कथन में पुन: लिखें जो भाववाचक संज्ञा का अर्थ प्रकट करता हो

संज्ञा की बजाय, नया कथन भाववाचक संज्ञा के अर्थ को बताने के लिए एक क्रिया, एक विशेषण या एक क्रियाविशेषण का उपयोग कर सकता है

  • ....बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है.... (2 तीमुथियुस 3:15 ULB)

    • जबसे तुम बालक थे तुमने पवित्र शास्त्र को जाना है
  • पर सन्तोष सहित भक्ति बड़ी कमार्इ है। (1 तीमुथियुस 6:6 ULB)

    • पर भक्ति और संतोष में रहना बड़ा लाभदायक है
    • पर हमें बड़ा लाभ मिलता है जब हमारे अंदर भक्ति और संतोष होता है
    • पर हमें बड़ा लाभ मिलता है जब हम परमेश्वर के प्रति सम्मान और आज्ञाकारिता दिखाते और हमारे पास जो है उससे खुश होते हैं
  • आज इस घर में उद्धार आया है, इसलिये कि यह भी इब्राहीम का एक पुत्र है (लूका 19:9 ULB)

    • आज इस घर के लोगों ने उद्धार पाया है
    • आज इस घर के लोगों को परमेश्वर ने उद्धार दिया है
  • प्रभु प्रतिज्ञा में देर नहीं करता, जैसी देर कुछ समझते हैं (2 पतरस 3:9 ULB)

    • प्रभु अपनी प्रतिज्ञा के बारे में देरी से काम नही करता, जैसी देरी कुछ लोग समझते हैं
  • वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा (1 कुरिन्थियों 4:5 ULB)

    • वह अन्धकार की छिपी बातों को ज्योति में लाएगा, और उन बातों को प्रकट करेगा जो लोग करना चाहते और कारणों को कि वे क्यों करना चाहते हैं