hi_tn/pro/12/05.md

553 B

दुष्टों की बातचीत हत्या करने के लिये घात लगाने के समान होता है

“धोखाढड़ी की बाते दुष्ट लोग करते है।

बात के द्वारा छुड़ानेवाले होते हैं

“एक ईमानदारी की सलाग सोगों को सुरक्षित रखता है”।

सीधे

“धर्मी व्यक्ति”।