# दुष्टों की बातचीत हत्या करने के लिये घात लगाने के समान होता है “धोखाढड़ी की बाते दुष्ट लोग करते है। # बात के द्वारा छुड़ानेवाले होते हैं “एक ईमानदारी की सलाग सोगों को सुरक्षित रखता है”। # सीधे “धर्मी व्यक्ति”।