hi_tn/luk/12/51.md

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(यीशु अपने शिष्यों को शिक्षा दे रहा है)

क्या तुम समझते हो कि मैं पृथ्वी पर मिलाप कराने आया हूँ?

यह एक अलंकारिक प्रश्न है। मनुष्यों ने मसीह से अपेक्षा की थी कि वह उन्हें बैरियों से शान्ति दिलाए। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “तुम यह न सोचो कि मैं पृथ्वी पर शान्ति स्थापित करने आया हूँ।

वरन् अलग कराने आया हूँ

“इसकी अपेक्षा मैं विभाजन कराने आया हूँ”

दल

“विरोध” या “कलह”

एक घर में पाँच जन आपस में विरोध रखेंगे

यह एक उदाहरण है कि परिवारों में भी विभाजन होगा।