hi_tn-temp/phm/01/14.md

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# मैंने तेरी इच्छा बिना कुछ भी करना न चाहा
“परन्तु तेरी अनुमति बिना मैं उसे यहां रखना नहीं चाहता हूं” या “यदि तू अनुमति देता तो ही मैं उसे यहां रखता”
# तेरी... तेरी
पद 14-16 में ये सर्वनाम एकवचन में है और फिलेमोन के संदर्भ में है।
# तेरा यह इन्कार दबाव से नहीं
इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “कि तू वह करे जो सही है परन्तु बिना दबाव के”
# आनन्द से हो
“परन्त इसलिए कि तू चाहता है” या “परन्तु इसलिए कि तू उचित काम करने की अपनी इच्छा रखता है।”
# तुझ से कुछ दिन तक के लिए इसी कारण अलग हुआ।
इसका अनुवाद कतृवाच्य में भी किया जा सकता है, “परमेश्वर ने संभवतः उनेसिमुस को तुम से इसलिए अलग किया।”
# क्या जाने
“संभवतः”
# कुछ समय तक
“इस समय”
# दास की तरह नहीं
“दास से अधिक अच्छा” या “दास से अधिक महत्त्व का”
# भाई के समान
“प्रिय भाई” या “एक प्रिय भाई के स्वरूप”
# भाई
“मसीह में भाई”
# तेरा भी प्रिय हो
“और निश्चय ही तेरे लिए और भी अधिक”
# शरीर में
“मनुष्य के तुल्य” या “तेरे मानवीय सम्बन्ध में” इस मानवीय सम्बंध को अधिक स्पष्ट किया जा सकता है, “क्योंकि वह तेरा दास है”
# प्रभु में भी
इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “प्रभु में भाई स्वरूप” या “क्योंकि वह भी मसीह का है”