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## परिभाषा:
“घृणा” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे।
“घृणा” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे।
* मिस्री लोग इब्रानियों को "घृणित" मानते थे। इसका अर्थ है कि मिस्री लोग इब्रानियों को पसन्द नहीं करते थे और उनके साथ संबन्ध नहीं रखना चाहते थे वरन उनके निकट भी नहीं आना चाहते थे।
* बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध।
* बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं, जैसे झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध।
* अपने शिष्यों को अन्त समय की शिक्षा देते समय यीशु ने भविष्यद्वक्ता दानिय्येल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था और जिसमें “उजाड़ने वाली घृणित वस्तु” की चर्चा की गई थी जिसे परमेश्वर से विद्रोह स्वरूप स्थापित करके उसके आराधना स्थल को अशुद्ध किया जाएगा।
## अनुवाद के सुझाव:
@ -21,9 +21,9 @@
* [एज्रा 9:1-2](rc://hi/tn/help/ezr/09/01)
* [उत्पत्ति 46:34](rc://hi/tn/help/gen/46/34 )
* [यशायाह 1:13](rc://hi/tn/help/isa/01/13)
* [मत्ती 24:15](rc://hien/tn/help/mat/24/15)
* [मत्ती 24:15](rc://hi/tn/help/mat/24/15)
* [नीतिवचन 26:25](rc://hi/tn/help/pro/26/25)
## शब्द तथ्य:
* Strongs: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G946
* स्ट्रोंग्स: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G0946

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@ -2,7 +2,7 @@
## परिभाषा:
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए  गए  सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें.  “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ  उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है  या उनकी अगुवाई  करता है.
स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए  गए  सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें. और करें| “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ  उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है  या उनकी अगुवाई  करता है.
* "स्वर्गदूत" शब्द का मूल अर्थ है "सन्देशवाहक."
* "प्रधान स्वर्गदूत" का मूल अर्थ है, "परम सन्देशवाहक." बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है.
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* स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व समय की घटनाओं की जानकारी भी दी थी.
* स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता है, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि हैं. बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो.
* स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना.
* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है जैसे कि यहोवा स्वयं कह रहा हो.
* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है कि जैसे यहोवा स्वयं कह रहा हो.
## अनुवाद के सुझाव:
* “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सेवक” या “परमेश्वर की सन्देशवाहक आत्मा.”
* “प्रधान स्वर्गदूत” का  अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख शासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ” हो सकता है.
* ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है.
* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में  लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति  के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई देता है.
* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में  लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति  के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई दिया
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
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* [2 शमूएल 24:16](rc://hi/tn/help/2sa/24/16)
* [प्रे.का. 10:3-6](rc://hi/tn/help/act/10/03)
* [प्रे.का. 12:23](rc://hi/tn/help/act/12/23)
* [कुलुस्सियों 02:18-19](rc://hi/tn/help/col/02/18)
* [कुलुस्सियों 2:18-19](rc://hi/tn/help/col/02/18)
* [उत्पत्ति 48:16](rc://hi/tn/help/gen/48/16)
* [लूका 02:13](rc://hi/tn/help/luk/02/13)
* [मरकुस 08:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38)
* [लूका 2:13](rc://hi/tn/help/luk/02/13)
* [मरकुस 8:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38)
* [मत्ती 13:50](rc://hi/tn/help/mat/13/50)
* [प्रकाशितवाक्य 01:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20)
* [जकर्याह 01:09](rc://hi/tn/help/zec/01/09)
* [प्रकाशितवाक्य 1:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20)
* [जकर्याह 1:09](rc://hi/tn/help/zec/01/09)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* **[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)** जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये **परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली **स्वर्गदूतों** को वाटिका के द्वार पर रख दिया.
* **[22:03](rc://hi/tn/help/obs/22/03)**उस**स्वर्गदूत** ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं."
* **[23:06](rc://hi/tn/help/obs/23/06)** अचानक, एक चमकता हुआ**स्वर्गदूत** उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे  बहुत डर गए. तब **स्वर्गदूत** ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है,"
* **[23:07](rc://hi/tn/help/obs/23/07)** तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति  करते हुए **स्वर्गदूतों** से आकाश भर गया.   
* **[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)** तब **स्वर्गदूत** आए और यीशु की सेवा करने लगे.
* **[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)** यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक **स्वर्गदूत** भेजा.           
* **[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)** " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर **स्वर्गदूतों** की पलटन मंगा सकता हूँ.
* __[2:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली __स्वर्गदूतों__ को वाटिका के द्वार पर रख दिया.
* __[22:3](rc://hi/tn/help/obs/22/03)__उस __स्वर्गदूत__ ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं."
* __[23:6](rc://hi/tn/help/obs/23/06)__ अचानक, एक चमकता हुआ __स्वर्गदूत__ उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे  बहुत डर गए. तब __स्वर्गदूत__ ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है,"
* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति  करते हुए __स्वर्गदूतों__ से आकाश भर गया.   
* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ तब __स्वर्गदूत__ आए और यीशु की सेवा करने लगे.
* __[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)__ यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक __स्वर्गदूत__ भेजा.           
* __[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)__ " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर __स्वर्गदूतों __की पलटन मंगा सकता हूँ.
## शब्द तथ्य:
* Strongs: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, G2465
* स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H4397, H4398, H8136, G00320, G07430, G24650

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@ -1,4 +1,4 @@
# मसीह विरोधी,
# मसीह विरोधी,
## परिभाषा:
@ -11,18 +11,18 @@
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द के अनुवाद करने के लिए ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य”
* “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देत है।”
* इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hin/ta/man/translate/translate-unknown))
* “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देत है।”
* इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अनावरण](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md))
(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [प्रकट करना](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:18](rc://hin/tn/help/1jn/02/18)
* [1 यूहन्ना 04:3](rc://hin/tn/help/1jn/04/03)
* [2 यूहन्ना 01:7](rc://hin/tn/help/2jn/01/07)
* [1 यूहन्ना 2:18](rc://hi/tn/help/1jn/02/18)
* [1 यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/1jn/04/03)
* [2 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/2jn/01/07)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G500
* स्ट्रोंग्स: G500

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@ -1,36 +1,36 @@
# प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“प्रेरितों”, यीशु द्वारा भेजे गए पुरूष जो परमेश्वर और उसके राज्य के प्रचारक थे। “प्रेरिताई” अर्थात प्रेरित होने के लिए चुने गए पुरुषों का पद और अधिकार।
* “प्रेरित” शब्द का अर्थ है, “विशेष उद्देश्य निमित भेजा गया मनुष्य”। प्रेरित के पास वही अधिकार होता है जो भेजनेवाले के पास है।
* यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित थे। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे।
* यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित हुए। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे।
* परमेश्वर के सामर्थ्य से प्रेरित निडर होकर सुसमाचार सुनाने के योग्य हुए थे और वे रोगियों को चंगा करते थे और दुष्टात्माओं को भी निकालते थे।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”।
* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद भिनार्थक शब्दों में किया जाना आवश्यक है।
इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद विभिन्मेंन रूपों में किया जाना आवश्यक है।
* ध्यान इस बात का भी रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रिय भाषा में कैसे किया गया है
(देखें [अपरिचित का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [चेले](../kt/disciple.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [पौलुस](../names/paul.md), [बारह](../kt/thetwelve.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [यहूदा 01:17-19](rc://en/tn/help/jud/01/17)
* [लूका 09:12-14](rc://en/tn/help/luk/09/12)
* [यहूदा 1:17-19](rc://hi/tn/help/jud/01/17)
* [लूका 9:12-14](rc://hi/tn/help/luk/09/12)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[26:10](rc://en/tn/help/obs/26/10)__ फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि __प्रेरित__ कहलाए। __प्रेरित__ यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे।
* __[30:01](rc://en/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने __शिष्यों__ को भेजा।
* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ यीशु के __शिष्यों__ में से एक यहूदा नाम का एक आदमी था। वह __चेलों__ के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था।
* __[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13)__ चेले लगातार __प्रेरितों__ से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में लौलीन रहे।
* __[46:08](rc://en/tn/help/obs/46/08)__ तब बरनबास ने उसे अपने साथ __प्रेरितों__ के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
* __[26:10](rc://hi/tn/help/obs/26/10)__ फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि __प्रेरित__ कहलाए। __प्रेरित__ यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे।
* __[30:1](rc://hi/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने __शिष्यों__ को भेजा।
* __[38:2](rc://hi/tn/help/obs/38/02)__ यीशु के __शिष्यों__ में एक यहूदा नाम का एक पुरुष था। वह __चेलों__ के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था।
* __[43:13](rc://hi/tn/help/obs/43/13)__ चेले __प्रेरितों__ से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में सदा लौलीन रहे।
* __[46:8](rc://hi/tn/help/obs/46/08)__ तब बरनबास ने उसे अपने साथ __प्रेरितों__ के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G651, G652, G2491, G5376, G5570
* स्ट्रोंग्स: G06510, G06520, G24910, G53760, G55700

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@ -1,26 +1,26 @@
# जहाज़ #
# जहाज़
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“जहाज़”, शब्द लकड़ी के चौकोर डब्बे का अभिप्राय दर्शाता है जिसमें कोई वस्तु रखकर सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ी या छोटी हो सकती है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में ली जा रही है।
यथार्थ में देखें तो यहाँ “जहाज़”, शब्द का अभिप्राय लकड़ी का एक चौकोर डब्बा है जिसमें कोई वस्तु रखी जाती है या सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ा या छोटा हो सकता है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में लिया जा रहां है।
* अंग्रेजी की बाइबल में “जहाज़” शब्द सबसे पहले एक लकड़ी की चौकोर नाव के लिए काम में लिया गया शब्द है जिसे नूह ने विश्वव्यापी जल प्रवाह से बचने के लिए बनाया था। इस जहाज़ का तल समतल था और एक छत थी तथा दीवारें थी।
* इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “एक विशाल नाव” या “बजरा” या “मालवाहक पोत” या “बड़ी सन्दूकनुमा नाव”।
* इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए टोकरी बनाई थी। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है।
* इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए जो टोकरी बनाई थी, उसका था। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है।
* “वाचा का सन्दूक” में “सन्दूक” के लिए एक भिन्न इब्रानी शब्द का काम में लिया गया है। इसका अनुवाद “डब्बा” या “सन्दूक” या “बर्तन” किया जा सकता है।
* “सन्दूक” का अनुवाद किया जाए तब प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
* “सन्दूक” का अनुवाद करते समय प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: [वाचा का सन्दूक](../kt/arkofthecovenant.md), [टोकरी](../other/basket.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 पतरस 03:18-20](rc://en/tn/help/1pe/03/18)
* [निर्गमन 16:33-36](rc://en/tn/help/exo/16/33)
* [निर्गमन 30:5-6](rc://en/tn/help/exo/30/05)
* [उत्पत्ति 08:4-5](rc://en/tn/help/gen/08/04)
* [लूका 17:25-27](rc://en/tn/help/luk/17/25)
* [मत्ती 24:37-39](rc://en/tn/help/mat/24/37)
* [1 पतरस 3:20](rc://hi/tn/help/1pe/03/20)
* [निर्गमन 16:33-36](rc://hi/tn/help/exo/16/33)
* [निर्गमन 30:6](rc://hi/tn/help/exo/30/06)
* [उत्पत्ति 8:4-5](rc://hi/tn/help/gen/08/04)
* [लूका 17:27](rc://hi/tn/help/luk/17/27)
* [मत्ती 24:37-39](rc://hi/tn/help/mat/24/37)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H727, H8392, G2787
* स्ट्रोंग्स: H0727, H8392, G27870

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@ -1,40 +1,40 @@
# अधिकारी, अधिकारियों #
# अधिकारी, अधिकारियों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव एवं नियंत्रण की शक्ति को दर्शता है।
“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव के पद, उत्तरदायित्व, या प्रशासन के स्थान का द्योतक है।
* राजाओं और शासकीय अधिकारियों का शासन करने वालों लोगो पर उनका अधिकार होता है।
* शब्द " अधिकारियों " लोगों, सरकारों या संगठनों का उल्लेख कर सकता है, जिनके पास दूसरों पर अधिकार है।
* शब्द " अधिकारियों" उन आत्माओं को भी संदर्भित कर सकता हैं, जो उन लोगों पर अधिकार रखते हैं जिन्होंने स्वयं को परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं किया है
* राजाओं और प्रशासनिक शासकों का उन लोगों पर वैधानिक अधिकार होता है जिन पर उनका शासन होता है।
* "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ जनता पर अधिकार रखने वाले लोगों, सरकारों या संगठनों से हो सकता है।
* "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ उन आत्माओं से भी हो सकता है जिनके पास उन मनुष्यों पर अधिकार है जिन्होंने परमेश्वर की अधीनता स्वीकार नहीं की है
* स्वामी अपने सेवकों या दासों पर अधिकार रखते हैं। माता-पिता के पास अपने संतानों पर अधिकार है।
* सरकारों को अपने नागरिकों को नियंत्रित करने वाले कानून बनाने का अधिकार या हक़ है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है
* कभी-कभी "अधिकार " का अर्थ "शक्ति" के अर्थ के साथ किया जाता है।
* जब "अधिकारियों " का प्रयोग लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो लोगों पर शासन करते हैं, तो इसे "हाकिमों" या "शासकों" या "शक्तियों" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
* कभी-कभी "अधिकार " शब्द, "शक्ति" के अभिप्राय में भी काम में लिया जाता है।
* जब "अधिकारियों " शब्द लोगों पर शासन करने मनुष्यों लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए काम में लिया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "अगुओं" , "शासकों" या "सत्ता" के रूप में भी किया जा सकता है।
* “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”
* अभिव्यक्ति, "अधिकार के अधीन" का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के लिए जिम्मेदार" या "अन्य आज्ञाओं का पालन करना"
* "अधिकार के अधीन", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के उत्तरदायी" या "अन्यून की आज्ञाओं का पालन करने की अनिवर्यता|"
(यह भी देखें: [नागरिक](../other/citizen.md), [आदेश](../kt/command.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [शक्ति](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md)
(यह भी देखें: [प्रभुता](../kt/dominion.md), [राजा](../other/king.md), [शासक](../other/ruler.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [कुलुस्सियों 02:10-12](rc://en/tn/help/col/02/10)
* [एस्तेर 09:29](rc://en/tn/help/est/09/29)
* [उत्पत्ति 41: 35-36](rc://en/tn/help/gen/41/35)
* [योना 03: 6-7](rc://en/tn/help/jon/03/06)
* [लूका 12:4-5](rc://en/tn/help/luk/12/04)
* [लूका 20:1-2](rc://en/tn/help/luk/20/01)
* [मार्क 01:21-22](rc://en/tn/help/mrk/01/21)
* [मत्ती. 08:8-10](rc://en/tn/help/mat/08/08)
* [मत्ती. 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18)
* [तीतुस 03:1-2](rc://en/tn/help/tit/03/01)
* [कुलुस्सियों 2:10](rc://hi/tn/help/col/02/10)
* [एस्तेर 9:29](rc://hi/tn/help/est/09/29)
* [उत्पत्ति 41: 35](rc://hi/tn/help/gen/41/35)
* [योना 3: 6-7](rc://hi/tn/help/jon/03/06)
* [लूका 12:5](rc://hi/tn/help/luk/12/05)
* [लूका 20:1-2](rc://hi/tn/help/luk/20/01)
* [मार्क 01:21-22](rc://hi/tn/help/mrk/01/22)
* [मत्ती. 8:9](rc://hi/tn/help/mat/08/09)
* [मत्ती. 28:19](rc://hi/tn/help/mat/28/19)
* [तीतुस 3:1](rc://hi/tn/help/tit/03/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H8633, G831, G1413, G1849, G1850, G2003, G2715, G5247
* स्ट्रोंग्स: H8633, G08310, G14130, G18490, G18500, G20030, G27150, G52470

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# बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा #
# बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ विश्वासी को सांसारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो।
नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ प्रायः है, विश्वासी को सांस्कारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* विश्वासियों में बपतिस्में की विधि की अनेक धारणाएं हैं। अतः उचित होगा कि इसका अनुवाद सामान्य रूप में किया जाए जिसमें जल के उपयोग की विभिन्न विधियां हों।
* प्रकरण के अनुसार “बपतिस्मा” का अनुवाद “शुद्धिकरण,” “उण्डेलना,” “डुबाना,” “धोना” या “आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करना” हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, “पानी से तुम्हे बपतिस्मा देना” का अनुवाद “पानी में डुबकी” हो सकता है।
* शब्द "बपतिस्मा" का अनुवाद "शुद्धिकरण," "डालना," "डुबकी," "सफाई," या "आध्यात्मिक धुलाई" के रूप में किया जा सकता है।
* जब यह पीड़ा को दर्शाता है, तो "बपतिस्मा" का अनुवाद "भयानक दुःख का समय" या "गंभीर दुःखों के द्वारा शुद्ध करने" के रूप में किया जा सकता है।
* यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में बाइबल अनुवाद में किया गया है।
* शब्द "बपतिस्मा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "शुद्धिकरण," "उंडेलना," "डुबकी," "सफाई|"
* यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसे किया गया है।
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [मन फिराव करना](../kt/repent.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 02:37-39](rc://en/tn/help/act/02/37)
* [प्रे.का. 08:36-38](rc://en/tn/help/act/08/36)
* [प्रे.का. 09:17-19](rc://en/tn/help/act/09/17)
* [प्रे.का. 10:46-48](rc://en/tn/help/act/10/46)
* [लूका 03:15-16](rc://en/tn/help/luk/03/15)
* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13)
* [मत्ती 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18)
* [प्रे.का. 2:38](rc://hi/tn/help/act/02/38)
* [प्रे.का. 8:36](rc://hi/tn/help/act/08/36)
* [प्रे.का. 09:18](rc://hi/tn/help/act/09/18)
* [प्रे.का. 10:48](rc://hi/tn/help/act/10/48)
* [लूका 3:16](rc://hi/tn/help/luk/03/16)
* [मत्ती 3:14](rc://hi/tn/help/mat/03/14)
* [मत्ती 28:18-19](rc://hi/tn/help/mat/28/18)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[24:03](rc://en/tn/help/obs/24/03)__ जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, __बपतिस्मा लिया__, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से __बपतिस्मा लेने__ को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया।
* __[24:06](rc://en/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे __बपतिस्मा लेने__ को आया।
* __[24:07](rc://en/tn/help/obs/24/07)__ यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे बपतिस्मा दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्कता है।”
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से __बपतिस्मा__ दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से __बपतिस्मा__ ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[43:12](rc://en/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बप्तिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
* __[45:11](rc://en/tn/help/obs/45/11)__ फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में __बपतिस्मा__ ले सकता हूँ?"
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे __बपतिस्मा__ दिया।
* __[49:14](rc://en/tn/help/obs/49/14)__ यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और __बपतिस्मा लेने__ के लिए आमंत्रित करता है।
* __[24:3](rc://hi/tn/help/obs/24/03)__ जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, __बपतिस्मा लिया__, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से __बपतिस्मा लेने__ को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया।
* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे __बपतिस्मा लेने__ को आया।
* __[24:7](rc://hi/tn/help/obs/24/07)__ यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे __बपतिस्मा__ दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से __बपतिस्मा__ लेने की आवश्कता है।”
* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से __बपतिस्मा__ दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से __बपतिस्मा__ ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[43:12](rc://hi/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें __बप्तिस्मा__ दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए।
* __[45:11](rc://hi/tn/help/obs/45/11)__ फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में __बपतिस्मा__ ले सकता हूँ?"
* __[46:5](rc://hi/tn/help/obs/46/05)__ शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे __बपतिस्मा__ दिया।
* __[49:14](rc://hi/tn/help/obs/49/14)__ यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और __बपतिस्मा लेने__ के लिए आमंत्रित करता है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G907
* Strong's: G09070

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# निर्दोष #
# निर्दोष
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“निर्दोष शब्द” का शाब्दिक अर्थ है, “बिना किसी दोष के”। यह उस मनुष्य के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो पूर्ण मन से परमेश्वर की आज्ञाएं मानता है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह निष्पाप है।
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* जिस मनुष्य को "निर्दोष" माना जाता है, वह परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है।
* एक बाइबल पद के अनुसार निर्दोष मनुष्य “परमेश्वर का भय मानता है और बुराई से दूर रहता है”।
* अनुवाद के सुझाव: ##
* अनुवाद के सुझाव:
* इसका अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है “उसका चरित्र दोषरहित है” या पूर्वतः परमेश्वर का आज्ञाकारी है” या “पाप से दूर रहना” या “बुराई से दूर रहता है”
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:10](rc://en/tn/help/1th/02/10)
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:11-13](rc://en/tn/help/1th/03/11)
* [2 पतरस 03:14](rc://en/tn/help/2pe/03/14)
* [कुलुस्सियों 01: 2](rc://en/tn/help/col/01/21)[2](rc://en/tn/help/col/01/21)
* [उत्पत्ति 17: 1-2](rc://en/tn/help/gen/17/01)
* [फिलिप्पियों02:](rc://en/tn/help/php/02/14)[15](rc://en/tn/help/php/02/15)
* [फिलिप्पियों03:6](rc://en/tn/help/php/03/06)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/1th/02/10)
* [1 थिस्सलुनीकियों 3:11-13](rc://hi/tn/help/1th/03/11)
* [2 पतरस 3:14](rc://hi/tn/help/2pe/03/14)
* [कुलुस्सियों 1: 2](rc://hi/tn/help/col/01/21)[2](rc://en/tn/help/col/01/21)
* [उत्पत्ति 17: 1-2](rc://hi/tn/help/gen/17/01)
* [फिलिप्पियों2:](rc://hi/tn/help/php/02/14)[15](rc://en/tn/help/php/02/15)
* [फिलिप्पियों3:6](rc://hi/tn/help/php/03/06)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H5352, H5355, H8535, G273, G274, G298, G299, G338, G410, G423
* स्ट्रोंग्स: H5352, H5355, H8535, G02730, G02740, G02980, G02990, G03380, G04100, G04230

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# लहू #
# लहू
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाल लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु।
“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाल लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु।
* जब मनुष्य परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाते थे तब वे पशु का वध करके उसका लहू वेदी पर उण्डेलते थे। यह पशु के जीवन की बलि द्वारा मनुष्यों के पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था।
* “मांस और लहू” एक अभिव्यक्ति है जो मनुष्य को संदर्भित करता है।
* “अपना लहू और मांस” मनुष्यों के लहू का संबन्ध दर्शाती है।
* “अपना लहू और मांस” मनुष्यों के अनुवांशिक संबन्ध को दर्शाता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द/उक्ति द्वारा किया जाए जो लहू के लिए काम में लिया जाता है।
* “मांस और लहू” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्य” या “मानवजाति”।
* प्रकरण के अनुसार “मेरा मांस और मेरा लहू” का अनुवाद हो सकता है, “मेरा अपना परिवार” या “मेरे अपने परिजन” या “मेरे अपने लोग”।
* यदि लक्षित भाषा में ऐसे अभिप्राय के शब्द हैं तो “मांस और लहू” के अनुवाद में उनका उपयोग किया जाए।
(यह भी देखें: [लहू](../kt/blood.md), [देह](../kt/flesh.md), [जीवन](../kt/life.md))
(यह भी देखें: [लहू](../kt/blood.md), [मांस](../kt/flesh.md), [जीवन](../kt/life.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05)
* [1 शमूएल 14:31-32](rc://en/tn/help/1sa/14/31)
* [प्रे.का. 02:20-21](rc://en/tn/help/act/02/20)
* [प्रे.का. 05:26-28](rc://en/tn/help/act/05/26)
* [कुलुस्सियों 01:18-20](rc://en/tn/help/col/01/18)
* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15)
* [उत्पत्ति 04:10-12](rc://en/tn/help/gen/04/10)
* [भजन संहिता 016:4](rc://en/tn/help/psa/016/004)
* [भजन संहिता 105:28-30](rc://en/tn/help/psa/105/028)
* [1 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/1jn/01/07)
* [1 शमूएल 14:32](rc://hi/tn/help/1sa/14/32)
* [प्रे.का. 2:20](rc://hi/tn/help/act/02/20)
* [प्रे.का. 5:28](rc://hi/tn/help/act/05/28)
* [कुलुस्सियों 1:20](rc://hi/tn/help/col/01/20)
* [गलातियों 1:16](rc://hi/tn/help/gal/01/16)
* [उत्पत्ति 4:11](rc://en/hitn/help/gen/04/11)
* [भजन संहिता 16:4](rc://hi/tn/help/psa/016/4)
* [भजन संहिता 105:28-30](rc://hi/tn/help/psa/105/028)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[08:03](rc://en/tn/help/obs/08/03)__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके __लहू__ में उसे डुबा दिया।
* __[10:03](rc://en/tn/help/obs/10/03)__ परमेश्वर ने नील नदी को __लहू__ से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
* __[11:05](rc://en/tn/help/obs/11/05)__ सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर __लहू__ था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के __लहू__ के द्वारा बच गए।
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ उस पशु का __लहू__ जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देगा परमेश्वर की दृष्टी में
* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा __लहू__ है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
* __[48:10](rc://en/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का __लहू__ उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है।
* __[8:3](rc://hi/tn/help/obs/08/03)__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके __लहू__ में उसे डुबा दिया।
* __[10:3](rc://hi/tn/help/obs/10/03)__ परमेश्वर ने नील नदी को __लहू__ से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया।
* __[11:5](rc://hi/tn/help/obs/11/05)__ सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर __लहू__ था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के __लहू__ के द्वारा बच गए।
* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ उस पशु का __लहू__ जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, वह परमेश्वर की दृष्टि में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देगा।
* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नई वाचा का मेरा __लहू__ है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
* __[48:10](rc://hi/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का __लहू__ उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1818, H5332, G129, G130, G131, G1420
* स्ट्रोंग्स: H1818, H5332, G01290, G01300, G01310,

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# बांधना, बन्धन, बाँधा #
# बांधना, बन्धन, बाँधा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
* “बांधना” अर्थात किसी वस्तु को बांधकर रखना या सुरक्षित बन्धन में रखना। बंधी हुई या संयोजित वस्तुएं “बन्धन” में कहलाती हैं। इस शब्द की भूतकाल क्रिया “बांधा” है
* “बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु से लिपटा या बंधा होना।
* प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से “बांधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है।
* “बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु में लिपटा हुआ या बंधा होना।
* प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से "बंधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है।
* “बंधन” में होना अर्थात किसी भी बांधने वाली वस्तु या सीमाओं में बंधे होना या किसी को बन्दीगृह में डालना। इसका संदर्भ प्रायः जंजीर, बेड़ियों या रस्सी से है जो मनुष्य की स्वतंत्रता को बाधित करती है।
* बाइबल के युग में रस्सी या जंजीर बन्दियों को दीवार या पत्थर के फर्श में बांध कर रखने के लिए थी।
* “बांधना” शब्द घाव पर पट्टी बांधने के लिए भी काम में लिया जाता था कि घाव भर जाए।
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* बन्धन दो मनुष्यों के घनिष्ठ संबन्ध में भी होता है, जिसमें वे एक दूसरे को मानसिक, आत्मिक एवं शारीरिक परिप्रेक्ष्य में सहयोग देते हैं। यह विवाह के बन्धन में भी है
* पति-पत्नी एक दूसरे से बंधे होते हैं। यह एक ऐसा बन्धन है जिसे परमेश्वर नहीं चाहता कि कभी तोड़ा जाए।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “बांधना” शब्द का अनुवाद “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटें
* प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "से (कुछ) को रखने के लिए" हो सकता है।
* "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं" है।
* “बांधना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटना
* प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "(किसी को) किसी से दूर रखने के लिए" हो सकता है।
* "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं देना" है।
* “बन्धनों” शब्द का अनुवाद "जंजीरों" या "रस्सियों" या "बंधन" भी हो सकता है।
* प्रतीकात्मक रूप से “बन्धन” शब्द का अनुवाद "गाँठ" या "सम्बन्ध" या "घनिष्ठ सम्बन्ध" भी हो सकता है।
* वाक्यांश "शांति का बंधन" का अर्थ है "एक साथ में होना, जो लोग एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लोगों को लाते हैं" या "एक साथ बांधने से शांति मिलती है।"
* "बांध" का अनुवाद "चारों ओर लपेटो" या "पर एक पट्टी डाल" के रूप में किया जा सकता है।
* प्रतिज्ञा के साथ अपने आप को "बांधना" करने के लिए का अनुवाद "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वादा" या "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वचन" के रूप में किया जा सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “बाँधा” का अनुवाद "बंधे" या "बांध" या "जंजीर" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की आवश्यकता है" हो सकता है।
* "शांति का बंधन", इस उक्ति का अर्थ है, "सामंजस्य में होना, जो लोगों को एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लाता हैं" या "शान्ति से उत्पन्न पारस्परिक बंधन।"
* "बाँधना" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "चारों और से लपेटना" या "पट्टी बाँधना"
* शपथ से "बंधना" का अनुवाद हो सकता है, "शपथ पूरी करने की प्रतिज्ञा" या "शपथ को पूरी करने का समर्पण|
* प्रकरण के अनुसार “बाँधा” शब्द का अनुवाद हो सकता है, "बंधे" या "बांधा गया" या "जंजीर से जकड़ा गया" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की अनिवार्यता"
(यह भी देखें: [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [शान्ति](../other/peace.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [सेवक](../other/servant.md), [शपथ](../kt/vow.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [लैव्यव्यवस्था 08:6-7](rc://en/tn/help/lev/08/06)
* [लैव्यव्यवस्था 8:7](rc://hi/tn/help/lev/08/07)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H247, H481, H519, H615, H631, H632, H640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G254, G331, G332, G1195, G1196, G1198, G1199, G1210, G1397, G1398, G1401, G1402, G2611, G2615, G3734, G3784, G3814, G4019, G4029, G4385, G4886, G4887, G5265
* स्ट्रोंग्स: H0247, H0481, H0519, H0615, H0631, H0632, H0640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G02540, G03310, G03320, G11950, G11960, G11980, G11990, G12100, G13970, G13980, G14010, G14020, G26110, G26150, G37340, G37840, G38140, G40190, G40290, G43850, G48860, G48870, G52650

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# नए सिरे से जन्म लेना, परमेश्‍वर से जन्मा, नया जन्म
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“नए सिरे से जन्म लेना” शब्द का प्रयोग पहली बार यीशु ने मनुष्य में बदलाव और आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन का वर्णन करने के लिए किया था। शब्द :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" की तुलना एक व्यक्ति को नया आत्मिक जीवन देने से किया गया है|
“नए सिरे से जन्म लेना” इस उक्ति का प्रयोग पहली बार यीशु ने किया था कि वर्णन करे कि परमेश्वर द्वारा मनुष्य को आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन में बदल दी जाने का अर्थ क्या है| :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" का सन्दर्भ भी मनुष्य को आत्मिक नवजीवन प्रदान किए जाने से है|
* सब मनुष्य जन्म से आत्मिक रूप से मृत होते हैं परन्तु मसीह यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने पर वे “नया जन्म” लेते है।
* आत्मिक नव जीवन के पल में, पवित्र आत्मा विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे।
* आत्मिक नव जीवन के पल से ही पवित्र आत्मा नव विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे।
* मनुष्य को नवजीवन प्रदान करना और परमेश्वर की सन्तान बनाना परमेश्वर ही का काम है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “नया जन्म” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “नवजीवन पाना” या “आत्मिक जन्म होना”
* उचित होगा कि इसका शब्दशः अनुवाद किया जाए और लक्षित भाषा में सामान्य शब्दों का उपयोग करें जिसका अर्थ जन्म लेना हो।
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(यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [उद्धार](../kt/salvation.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूह. 03:09](rc://en/tn/help/1jn/03/09)
* [1 पतरस 01:3](rc://en/tn/help/1pe/01/03)
* [1 पतरस 01:23](rc://en/tn/help/1pe/01/22)
* [यूह. 03:04](rc://en/tn/help/jhn/03/03)
* [यूह. 03:07](rc://en/tn/help/jhn/03/07)
* [तीतुस 03:05](rc://en/tn/help/tit/03/04)
* [1 यूह. 3:9](rc://hi/tn/help/1jn/03/09)
* [1 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/1pe/01/03)
* [1 पतरस 1:23](rc://hi/tn/help/1pe/01/23)
* [यूह. 3:4](rc://hi/tn/help/jhn/03/04)
* [यूह. 3:7](rc://hi/tn/help/jhn/03/07)
* [तीतुस 3:5](rc://hi/tn/help/tit/03/05)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G313, G509, G1080, G3824
* स्ट्रोंग्स: G313, G509, G1080, G3824

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@ -1,46 +1,45 @@
# बुलाना, पुकारना, कहलाता
# बुलाना, पुकारना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“बुलाना” और “पुकारना” का वास्तविक अर्थ है, किसी दूर खड़े मनुष्य को ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
“बुलाना” और “पुकारना” का अर्थ सामान्यतः है, ऊँचे शब्द में पुकारना, परन्तु इस शब्द, "बुलाना" का अभिप्राय हो सकता है, किसी को नाम देना या किसी के लिए बुलावा भेजना| इसके कुछ अन्य अर्थ भी हैं|
* “पुकारना” अर्थात दूर खड़े किसी व्यक्ति से ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसका अर्थ सहायता मांगना भी होता है विशेष करके परमेश्वर से।
* किसी को “पुकारना” अर्थात चिल्लाना, घोषणा करना या उद्घोषित करना| इसका अर्थ यह भी हो सकता है, किसी से सहायता मांगना, विशेष करके परमेश्वर से|
* बाइबल में “बुलाना” का अर्थ है, “आव्हान” या “आने का आदेश” या “आने का निवेदन”।
* परमेश्वर मनुष्यों को बुलाता है कि उसके पास आएं और उसके लोग हों। यह उनकी “बुलाहट” है।
* “बुलाया” शब्द का बाइबल में अर्थ है, परमेश्वर ने मनुष्यों को नियुक्त किया या चुन लिया कि उसकी सन्तान हों, उसके सेवक हों और यीशु द्वारा उद्धार के सन्देश के प्रचारक हों।
* इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह युहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम युहन्ना रखा गया" या "उसका नाम युहन्ना हुआ"
* "नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है।
* एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है”। अर्थात परमेश्वर उस व्यक्ति विशेष का नाम व्यक्तिगत रूप से जानता है और उसे विशेष करके चुन लिया है।
* इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह यूहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम यूहन्ना रखा गया है" या "उसका नाम यूहन्ना है"
* "के नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है।
* एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” अर्थात परमेश्वर ने उस व्यक्ति विशेष को निश्चित रूप से चुन लिया है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्दों में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य गर्भित हों
* “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुमसे सहायता मांगता हूं” या “तुझसे साग्रह विनती करता हूं”।
* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें “बुलाया” कि इसकी सेवा करे तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, उसके सेवक होने के लिए “हमें विशेष करके चुना” या “हमें नियुक्त किया”
* “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्द में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य का विचार निहित हो
* “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुझ से सहायता मांगता हूं” या “तुझसे आपातकालीन प्रार्थना करता हूं”।
* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें उसके सेवक होने के लिए “बुलाया” है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "हमें विशेष करके चुना है" या "हमें नियुक्त किया है" कि उसके सेवक हों|
* “उसका नाम बुलाना” इसका अनुवाद हो सकता है “उसको नाम देना”
* “उसका नाम पुकारा” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”।
* “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लान” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों में क्रोध का भाव व्यक्त न हो।
* “तुम्हारी बुलाहट” इसका अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य”
* “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर रहें” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों”
* “उसका नाम कहलाया” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”।
* “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लान” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों से क्रोध का भाव प्रकट न हो।
* “तुम्हारी बुलाहट” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य|
* “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर हो जाओ” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों”
* किसी बात के लिए “पुकार करना”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मांग करना” या “याचना करना” या “आज्ञा देना”
* “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है कि दिखाऊं तुम मेरे हो”।
* जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तेरा नाम जानता हूं और तुझे चुन लिया है”।
* “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है जो दर्शाता है कि तुम मेरे हो”।
* जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तुझे जानता हूं और तुझे चुन लिया है”।
(यह भी देखें: [प्रार्थना करना](../kt/pray.md))
(यह भी देखें: [प्रार्थना करना](../kt/pray.md)),
[पुकारना](../other/cry.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 राजा 18:22-24](rc://en/tn/help/1ki/18/22)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:7-8](rc://en/tn/help/1th/04/07)
* [2 तीमुथियुस 01:8-11](rc://en/tn/help/2ti/01/08)
* [इफिसियों 04:1-3](rc://en/tn/help/eph/04/01)
* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15)
* [मत्ती 02:13-15](rc://en/tn/help/mat/02/13)
* [फिलिप्पियों 03:12-14](rc://en/tn/help/php/03/12)
{{tag>publish ktlink}
* [1 राजा 18:24](rc://hi/tn/help/1ki/18/24)
* [1 थिस्सलुनीकियों 4:7](rc://hi/tn/help/1th/04/07)
* [2 तीमुथियुस 1:9](rc://hi/tn/help/2ti/01/09)
* [इफिसियों 4:1](rc://hi/tn/help/eph/04/01)
* [गलातियों 1:15](rc://hi/tn/help/gal/01/15)
* [मत्ती 2:15](rc://hi/tn/help/mat/02/15)
* [फिलिप्पियों 3:14](rc://hi/tn/help/php/03/14)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, G154, G363, G1458, G1528, G1941, G1951, G2028, G2046, G2564, G2821, G2822, G2840, G2919, G3004, G3106, G3333, G3343, G3603, G3686, G3687, G4316, G4341, G4377, G4779, G4867, G5455, G5537, G5581
* स्ट्रोंग्स: H0559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, H7769, H7773, G01540, G03630, G14580, G15280, G19410, G19510, G20280, G20460, G25640, G28210, G28220, G28400, G29190, G30040, G31060, G33330, G33430, G36030, G36860, G36870, G43160, G43410, G43770, G47790, G48670, G54550, G55370, G55810

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@ -1,11 +1,11 @@
# सूबेदार, सूबेदारों #
# सूबेदार
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सूबेदार रोमी सेना का अधिकारी था जिसके अधीन सौ सैनिक होते थे।
* इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभाी अधिकारी”।
* एक सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे।
* इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभाी अधिकारी”।
* एक रोमी सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे।
* यीशु के क्रूसीकरण का कर्ताधर्ता सूबेदार यीशु की मृत्यु को देखकर आश्चर्यचकित हो गया था।
* परमेश्वर ने एक सूबेदार को पतरस के पास भेजा कि पतरस उसे यीशु का सुसमाचार सुनाए।
@ -13,15 +13,15 @@
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [प्रे.का. 10:1-2](rc://en/tn/help/act/10/01)
* [प्रे.का. 27:1-2](rc://en/tn/help/act/27/01)
* [प्रे.का. 27:42-44](rc://en/tn/help/act/27/42)
* [लूका 07:2-5](rc://en/tn/help/luk/07/02)
* [लूका 23:46-47](rc://en/tn/help/luk/23/46)
* [मरकुस 15:39-41](rc://en/tn/help/mrk/15/39)
* [मत्ती 08:5-7](rc://en/tn/help/mat/08/05)
* [मत्ती 27:54-56](rc://en/tn/help/mat/27/54)
* [प्रे.का. 10:1](rc://hi/tn/help/act/10/01)
* [प्रे.का. 27:1](rc://hi/tn/help/act/27/01)
* [प्रे.का. 27:42-44](rc://hi/tn/help/act/27/42)
* [लूका 7:4](rc://hi/tn/help/luk/07/04)
* [लूका 23:47](rc://hi/tn/help/luk/23/47)
* [मरकुस 15:39](rc://hi/tn/help/mrk/15/39)
* [मत्ती 8:7](rc://hi/tn/help/mat/08/07)
* [मत्ती 27:54](rc://hi/tn/help/mat/27/54)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G1543, G2760
* स्ट्रोंग्स: G15430, G27600

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@ -1,45 +1,48 @@
# बच्चे, बालक, वंशज
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बाइबल में “बालक” शब्द प्रायः बच्चे के लिए काम में लिया गया है, शिशु के लिए भी इसका प्रयोग करा गया है। “बच्चे” बहुवचन है और इसके प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं।
"बालक" (बहुवचन "बालकों") शब्द स्त्री-पुरुष की संतान के सन्दर्भ में है| इस शब्द का प्रयोग प्रायः अधिक सामान्य रूप में किसी भी कम आयु के मनुष्य के लिए काम मन लिया गया है जो वयस्क नहीं है| "वंशज" शब्द सामान्यतः मनुष्य के या पशुओं की अनुवांशिक संतति के लिए काम में लिया जाता है|
* बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बालकों" कहा गया है।
* “बालकों” शब्द सामान्यतः मनुष्य के वंशजों के लिए प्रयोग किया गया है।
* बाईबल में "संतान" शब्द का अर्थ प्रायः वही है जो "बच्चों" या "वंशजों" का है|
* "वंश" शब्द कभी-कभी लाक्षणिक भाषा में संतान के सन्दर्भ में काम में लिया गया है|
* यह उक्ति, "की संतान" का अर्थ, किसी लक्षण के सन्दर्भ में हो सकता है| इसके कुछ उदाहरण हैं:
* बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बच्चे" कहा गया है।
* “बच्चे” शब्द सामान्यतः वंशजों के लिए प्रयोग करा गया है।
* “की बच्चे” का अभिप्राय किसी बात के लक्षण प्रकट करने से भी होता है। इसके कुछ उदाहरण हैः
* ज्योति की सन्तान
* आज्ञा मानने वाली सन्तान
* शैतान की संतान
* यह शब्द आत्मिक पुत्र/पुत्रियों के संदर्भ में भी आता है। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर की सन्तान” अर्थात यीशु में विश्वास करने के कारण परमेश्वर के लोग
* यह शब्द कलीसिया के सन्दर्भ में भी हो सकता है। उदाहरणार्थ, नए नियम में कभी-कभी यीशु के विश्वासियों को “परमेश्वर की सन्तान” कह कर संदर्भित किया गया है
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “सन्तान” का अनुवाद “वंशज” किया जा सकता है जब इसका संदर्भ किसी के पोते-परतोतों से हो।
* प्रकरण के अनुसार “की सन्तान” का अनुवाद “का गुण रखने वाले लोग” या “के सदृश्य व्यवहार करनेवाले लोग” भी किया जा सकता है।
* यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाए क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”।
* यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रियमित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है।
* यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाए क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”।
* यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रिय मित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है।
* पौलुस और यूहन्ना यीशु के विश्वासियों को “बालकों” कहते हैं तो इसका अनुवाद “प्रिय सहविश्वासियों” हो सकता है।
* “प्रतिज्ञा की सन्तान” का अनुवाद हो सकता है “परमेश्वर की प्रतिज्ञा प्राप्त किए हुए लोग”।
(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), वंश, [वादा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md)
(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [वंश](../kt/promise.md), [परतिज्ञा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूह. 02:28](rc://en/tn/help/1jn/02/27)
* [3 यूहन्ना 01:04](rc://en/tn/help/3jn/01/01)
* [गलातियों 04:19](rc://en/tn/help/gal/04/19)
* [उत्पत्ति 45:11](rc://en/tn/help/gen/45/09)
* [यहोशू 08: 34-35](rc://en/tn/help/jos/08/34)
* [नहेम्याह 05:5](rc://en/tn/help/neh/05/04)
* [प्रे.का. 17:29](rc://en/tn/help/act/17/29)
* [निर्गमन 13:11-13](rc://en/tn/help/exo/13/11)
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/45/09) [24:07](rc://en/tn/help/gen/24/07)
* [यशायाह 41:8-9](rc://en/tn/help/isa/41/08)
* [अय्यूब 05:25](rc://en/tn/help/job/05/25)
* [लूका 03:7](rc://en/tn/help/luk/03/7)
* [मत्ती 12:34](rc://en/tn/help/mat/12/34)
* [1 यूह. 2:28](rc://hi/tn/help/1jn/02/28)
* [3 यूहन्ना 1:4](rc://hi/tn/help/3jn/01/04)
* [गलातियों 4:19](rc://hi/tn/help/gal/04/19)
* [उत्पत्ति 45:11](rc://hi/tn/help/gen/45/11)
* [यहोशू 8: 34-35](rc://hi/tn/help/jos/08/34)
* [नहेम्याह 5:5](rc://hi/tn/help/neh/05/05)
* [प्रे.का. 17:29](rc://hi/tn/help/act/17/29)
* [निर्गमन 13:11-13](rc://hi/tn/help/exo/13/11)
* [उत्पत्ति 24:7](rc://hi/tn/help/gen/24/07)
* [यशायाह 41:8-9](rc://hi/tn/help/isa/41/08)
* [अय्यूब 5:25](rc://hi/tn/help/job/05/25)
* [लूका 3:7](rc://hi/tn/help/luk/03/7)
* [मत्ती 12:34](rc://hi/tn/help/mat/12/34)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H6185, H7908, H7909, H7921, G730, G815, G1025, G1064, G1471, G3439, G3515, G3516, G3808, G3812, G3813, G3816, G5040, G5041, G5042, G5043, G5044, G5206, G5207, G5388
* स्ट्रोंग्स: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5209, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H 6185, H6363, H6529, H6631, H7908, H7909, H7921, G07300, G08150, G10250, G10640, G10810, G10850, G14710, G34390, G35150, G35160, G38080, G38120, G38130, G38160, G50400, G50410, G50420, G50430, G50440, G52060, G52070, G53880

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@ -1,53 +1,53 @@
# मसीह, मसीहा #
# ख्रीस्त, मसीह
## तथ्य: ##
## तथ्य:
“मसीह” या “ख्रिस्त” का अर्थ है, “अभिषिक्त-जन” और परमेश्वर के पुत्र यीशु के संदर्भ में है।
* “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए अभिषेक किया है।
* पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने पृथ्वी पर मसीह के आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व इसकी भविष्यद्वाणी की थी।
* पुराने नियम में “अभिषिक्त(जन)” आनेवाले मसीह के संदर्भ में कहा गया है।
* यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो साबित करता है कि वह मसीहा है; और बाकि बची हुई भविष्यवाणियों यीशु के वापस आने पर पूरी होगी।
* "मसीह" शब्द को अक्सर "मसीह" और "मसीह यीशु" के शीर्षक के रूप में प्रयोग किया जाता है।
* "मसीह" भी उसके नाम के रूप में "यीशु मसीह" के रूप में इस्तेमाल किया गया।
* “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए नियुक्त किया है।
* पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने मसीह के विषय भाविश्यद्वानियाँ लिखी थीं जो पृथ्वी पर उसके आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व की थी।
* पुराने नियम में एक शब्द का प्रायः उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त(जन)” जिसका सन्दर्भ मसीह से है जिसके आने की प्रतीक्षा की जा रही थी|
* यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो सिद्ध करते हैं कि वह मसीह है; शेष भविष्यद्वाणियाँ यीशु के पुनः आने पर पूरी होगी।
* "मसीह" शब्द को अधिकतर "मसीह" और "मसीह यीशु" जैसे पदनामों में प्रयोग किया जाता है।
* "ख्रीस्त" शब्द भी उसके नाम के साथ काम में लिया जाता है जैसे, "ख्रीस्त यीशु"
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद इसके अर्थ के साथ किया जा सकता है, “अभिषिक्त जन” या “परमेश्वर का अभिषिक्त उद्धारकर्ता”।
* अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* लिप्यंतरण शब्द के रूप में शब्द की परिभाषा के द्वारा पीछा किया जा सकता है, ”मसीह, अभिषिक्त एक।”
* यह बाइबल में इसका अनुवाद निरन्तरता बनाए रखें, ताकि इसे स्पष्ट किया जा सके कि एक ही शब्द का प्रयोग किया जा रहा है।
* सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "मसीह" के अनुवाद उन संदर्भों में अच्छी तरह से काम करते हैं जहां दोनों पद एक ही वचन में होते हैं (जैसे यूह. 1:41)।
* अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
* लिप्यन्तरित शब्द का अनुवाद इस शब्द की परिभाषा के अनुसार किया जा सकता है, जैसा "मसीह, अभिषिक्त जन" में|
* इसका अनुवाद सम्पूर्ण बाइबल में अपरिवर्तनीय हो जिससे कि स्पष्ट हो कि एक ही निश्चित शब्द का सन्दर्भ दिया जा रहा है|
* सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "ख्रीस्त" शब्दों के अनुवाद उन संदर्भों में अर्थवान हों जहां एक ही पद में इन दोनों शब्दों का प्रयोग किया गया है (जैसे यूहन्ना 1:41)
(यह भी देखें: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [दाऊद](../names/david.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [अभिषेक करना](../kt/anoint.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 05:1-3](rc://en/tn/help/1jn/05/01)
* [प्रे.का. 02:34-36](rc://en/tn/help/act/02/34)
* [प्रे.का. 05:40-42](rc://en/tn/help/act/05/40)
* [यूहन्ना 01:40-42](rc://en/tn/help/jhn/01/40)
* [यूहन्ना 03:27-28](rc://en/tn/help/jhn/03/27)
* [यूहन्ना 04:25-26](rc://en/tn/help/jhn/04/25)
* [लूका 02:10-12](rc://en/tn/help/luk/02/10)
* [मत्ती 01:15-17](rc://en/tn/help/mat/01/15)
* [1 यूहन्ना 5:1-3](rc://hi/tn/help/1jn/05/01)
* [प्रे.का. 2:35](rc://hi/tn/help/act/02/35)
* [प्रे.का. 5:40-42](rc://hi/tn/help/act/05/40)
* [यूहन्ना 1:40-42](rc://hi/tn/help/jhn/01/40)
* [यूहन्ना 3:27-28](rc://hi/tn/help/jhn/03/27)
* [यूहन्ना 4:25](rc://hi/tn/help/jhn/04/25)
* [लूका 2:10-12](rc://hi/tn/help/luk/02/10)
* [मत्ती 1:16](rc://hi/tn/help/mat/01/16)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__ __मसीह__ परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा।
* __[17:08](rc://en/tn/help/obs/17/08)__ लेकिन वास्तव में, __मसीह__ के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक।
* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ आरम्भ से ही, परमेश्वर ने __मसीह__ को भेजने की योजना बनाई थी।
* __[21:04](rc://en/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से वादा किया है कि __मसीह__ दाऊद के अपने वंश में से एक होगा।
* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ मसीह __ नई वाचा का आरम्भ करेगा।
* __[21:06](rc://en/tn/help/obs/21/06)__ परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, __मसीह__ एक भविष्यद्वक्ता भी होगा, एक पुरोहित भी और एक राजा भी होगा।
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से __मसीह__ का जन्म होगा।
* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए फिर से जिंदा उठाया जो कहता है, 'आप कब्र में अपने __ पवित्र जन__ को सड़ने नहीं देगा।'"
* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और __मसीह__ भी!"
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "आप में से हर एक को पश्चाताप करना चाहिए और यीशु _ मसीह_ के नाम पर बपतिस्मा लेना चाहिए ताकि परमेश्वर आपके पापों को माफ़ करे।"
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ शाउल यहूदियों से तर्क करता था, और इस बात का प्रमाण देता था कि यीशु ही __मसीह__ है।
* __[17:7](rc://hi/tn/help/obs/17/07)__ __मसीह__ परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा।
* __[17:8](rc://hi/tn/help/obs/17/08)__ लेकिन वास्तव में, __मसीह__ के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक।
* __[21:1](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ आरम्भ से ही, परमेश्वर ने __मसीह__ को भेजने की योजना बनाई थी।
* __[21:4](rc://hi/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि __मसीह__ दाऊद के अपने वंश में से होगा।
* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ मसीह __ नई वाचा का आरम्भ करेगा।
* __[21:6](rc://hi/tn/help/obs/21/06)__ परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, __मसीह__ भविष्यद्वक्ता, याजक और राजा होगा।
* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से __मसीह__ का जन्म होगा।
* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ "परन्तु परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए उसको जीवित खडा किया, जिसमें लिखा है, तू अपने __ पवित्र जन__ को कब्र में सड़ने नहीं देगा।'"
* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और __मसीह__ भी!"
* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "तुम में से हर एक जन पश्चाताप करे और यीशु _ मसीह_ के नाम में बपतिस्मा ले कि परमेश्वर तुम्हारे पाप क्षमा करे|"
* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ शाऊल यहूदियों से विवाद करता था, और सिद्ध करता था कि यीशु ही __मसीह__ है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H4899, G3323, G5547
* स्ट्रोंग्स: H4899, G33230, G55470

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कलीसिया, कलीसियाओं
कलीसिया, कलीसियाओं
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों क स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द सब विश्वासियों के संदर्भ में है।
नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों के एक स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द प्रायः सब विश्वासियों के संदर्भ में है।
* इस शब्द का वास्तविक अर्थ है मनुष्यों की बुलाई हुई सभा या सहभागिता जो किसी विशेष उद्देश्य से एकत्र होते हैं।
* जब यह शब्द सब स्थानों के सब विश्वासियों मसीह की संपूर्ण देह के संदर्भ में हो तो कुछ बाइबल अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा लिखा गया है कि वह स्थानीय कलीसिया से भिन्न दिखाई दे।
* किसी नगर के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”।
* इस शब्द का वास्तविक अर्थ है, "बहार बुलाए गए" मनुष्यों का समुदाय या सभा जिसके समागम का उद्देश्य विशिष्ठ होता है|
* जब यह शब्द मसीह की व्यापक देह के सब विश्वासियो के सन्दर्भ में होता है तब कुछ बाईबल अनुवादक प्रथम अक्षर को बड़ा लिखते हैं जिससे कि इसका परिप्रेक्ष्य स्थानीय कलीसिया से भिन्न हो|
* किसी नगर विशेष के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”।
* बाइबल में "कलीसिया" का संदर्भ भवन से नहीं है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “कलीसिया” शब्द का अनुवाद “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले” हो सकता है।
* इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति का अभिप्राय एक समूह से नहीं सब विश्वासियों से होना है।
* “कलीसिया” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले”
* इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति के अभिप्राय में किसी एक समूह का नहीं वरन सब विश्वासियों का भाव प्रकट होना आवश्यक है|
* सुनिश्चित करें कि “कलीसिया” का अनुवाद किसी भवन का अर्थ प्रकट न करे।
* पुराने नियम में "सभा" का जिस शब्द से अनुवाद किया गया है उस शब्द का भी यहां उपयोग किया जा सकता है।
* स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद को भी देखें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md))
(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [विश्वास करना](../kt/believer.md), [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 05:11-13](rc://en/tn/help/1co/05/11)
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://en/tn/help/1th/02/14)
* [1 तीमुथियुस 03:4-5](rc://en/tn/help/1ti/03/04)
* [प्रे.का. 09:31-32](rc://en/tn/help/act/09/31)
* [प्रे.का. 14:23-26](rc://en/tn/help/act/14/23)
* [प्रे.का. 15:39-41](rc://en/tn/help/act/15/39)
* [कुलुस्सियों 04:15-17](rc://en/tn/help/col/04/15)
* [इफिसियों 05:22-24](rc://en/tn/help/eph/05/22)
* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17)
* [फिलिप्पियों 01:15-17](rc://en/tn/help/php/04/14)
* [1 कुरिन्थियों 5:12](rc://hi/tn/help/1co/05/12)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14](rc://hi/tn/help/1th/02/14)
* [1 तीमुथियुस 3:5](rc://hi/tn/help/1ti/03/05)
* [प्रे.का. 9:31](rc://hi/tn/help/act/09/31)
* [प्रे.का. 14:23](rc://hi/tn/help/act/14/23)
* [प्रे.का. 15:41](rc://hi/tn/help/act/15/41)
* [कुलुस्सियों 4:15](rc://hi/tn/help/col/04/15)
* [इफिसियों 5:23](rc://hi/tn/help/eph/05/23)
* [मत्ती 16:18](rc://hi/tn/help/mat/16/18)
* [फिलिप्पियों 1:15](rc://hi/tn/help/php/04/15)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[43:12](rc://en/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की __कलीसिया__ का हिस्सा बन गए।
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और __कलीसिया__ को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ तब अन्ताकिया की __कलीसिया__ ने शाल और बरनबास के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ यीशु के सुसमाचार को वह प्रचार करते गए और __कलीसिया__ विकास करती गई।
* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। __कलीसिया__ बढ़ रही है।
* __[43:12](rc://hi/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की __कलीसिया__ का हिस्सा बन गए।
* __[46:9](rc://hi/tn/help/obs/46/09)__ परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को शिक्षा देने, यीशु के बारे में बताने और __कलीसिया__ को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ तब अन्ताकिया की __कलीसिया__ ने शाल और बरनबास के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया।
* __[47:13](rc://hi/tn/help/obs/47/13)__वे यीशु के सुसमाचार का प्रचार करते गए और __कलीसिया__ विकास करती गई।
* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। __कलीसिया__ बढ़ रही है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G1577
* Strong's: G15770

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@ -1,16 +1,23 @@
# खतना करना, खतना किया, खतना #
# खतना करना, खतना किया, खतना, खतना रहित
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक की लिंगमुंडच्छद काट देना। इसी के संबन्ध खतना का अनुष्ठान किया जाता था।
खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक का शिश्नाग्र्च्छद विच्छेदित कर देना| इसके साथ खतना अनुष्ठान भी किया जा सकता था।
* परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार और सेवकों का खतना करे
* परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के जन्म होने पर ऐसा करना जारी रखें।
* “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “उन्मूलन” या पाप से मन फिराना
* आत्मिक रूप में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू से पाप से शुद्ध किया और जो उसके लोग हैं।
* परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार के सब पुरुषों का खतना करे जिनमें सेवक भी सम्मिलित हों
* परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के साथ ऐसा ही करते रहें।
* “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “विच्छेदन” या पाप का उन्मूलन
* आत्मिक परिप्रेक्ष्य में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू द्वारा पाप से शुद्ध किया और जो उसके अपने लोग हैं।
* ”खतनारहित” का अर्थ है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इसका प्रतीकात्मक संदर्भ उन लोगों से भी है जिनका आत्मिक खतना नहीं हुआ है अर्थात जिनका संबन्ध परमेश्वर से नहीं है।
* "खतनारहित" और "खतनाविहीनता" शब्दों का सन्दर्भ उन पुरुषों से है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है| इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जाता है|
* मिस्रियों में भी खतना का प्रचलन था| अतः जब परमेश्वर मिस्र की हार खतनारहित लोगों के हाथों होने की चर्चा करता है तब इसका अर्थ है, परमेश्वर उन लोगों के सन्दर्भ में कह रहा है जिनसे मिस्री घृणा करते थे क्योंकि उनका खतना नहीं हुआ था|
* बाईबल में उन लोगों की चर्चा की गई है जिनका "ह्रदय खतनारहित" है या जो "ह्रदय में खतनारहित हैं|" लाक्षणिक भाषा में इसका अर्थ है, वे लोग जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं और हाथ करके वे परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं|
* यदि आपकी भाषा में खतना काम में लिया जाता है या परिचित शब्द है तो "खतनारहित" का अनुवाद हो सकता है, "खतना नहीं किया गया"
* इस अभिव्यक्ति, "खतनाविहीनता" का अनुवाद,प्रकरण के अनुसार हो सकता है, " वे मनुष्य जिनका खतना नहीं हुआ है" या "मनुष्य जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं"
* लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के लोग नहीं" या "उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के अपने लोग नहीं हैं" या "वे लोग जिनमें परमेश्वर के होने के लक्षण नहीं हैं"
* ह्रदय के खतनारहित" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "हठीले विद्रोही" या विश्वास का इनकार करने वाले|" तथापि, यदि संभव हो तो इस अभिव्यक्ति को ही रखना या सहार्थी अभिव्यक्ति को रखना ही सर्वोत्तम है क्योंकि आत्मिक खतना एक अत्यधिक महत्वपूर्ण धारणा है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* यदि लक्षित भाषा में पुरुषों का खतना किया जाता है तो यहां इसी शब्द का उपयोग किया जाए।
* इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “चारों ओर से काटना”, “गोलाई में काटना” या “अग्र त्वचा काटना”।
@ -19,38 +26,39 @@
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [](../kt/uncircumcised.md)ब्राहम, [वाचा](../kt/covenant.md))
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [वाचा](../kt/covenant.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/17/09) [17:11](rc://en/tn/help/gen/17/11)
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/17/09) [17:14](rc://en/tn/help/gen/17/14)
* [निर्गमन](rc://en/tn/help/exo/12/47) [12:48](rc://en/tn/help/exo/12/48)
* [लैव्यव्यवस्था 26:41](rc://en/tn/help/lev/26/41)
* [यहोशू](rc://en/tn/help/jos/05/02) [05:03](rc://en/tn/help/jos/05/03)
* [न्यायियों 15:18](rc://en/tn/help/jdg/15/18)
* [2 शमूएल 01:20](rc://en/tn/help/2sa/01/20)
* [यिर्मयाह 09:26](rc://en/tn/help/jer/09/26)
* [यहेजकेल 32:25](rc://en/tn/help/ezk/32/25)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [10:44-45](rc://en/tn/help/act/10/44)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [11:03](rc://en/tn/help/act/11/03)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [15:01](rc://en/tn/help/act/15/01)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [11:03](rc://en/tn/help/act/11/03)
* [रोमियों 02:27](rc://en/tn/help/rom/02/27)
* [गलातियों 05:03](rc://en/tn/help/gal/05/03)
* [इफिसियों 02:11](rc://en/tn/help/eph/02/11)
* [फिलिपियों 03:03](rc://en/tn/help/php/03/03)
* [कुलुसियों 02:11](rc://en/tn/help/col/02/11)
* [कुलुसियों 02:13](rc://en/tn/help/col/02/13)
* [उत्पत्ति 17:11](rc://hi/tn/help/gen/17/11)
* [उत्पत्ति17:14](rc://hi/tn/help/gen/17/14)
* [निर्गमन12:48](rc://hi/tn/help/exo/12/48)
* [लैव्यव्यवस्था 26:41](rc://hi/tn/help/lev/26/41)
* [यहोशू 5:3](rc://hi/tn/help/jos/05/03)
* [न्यायियों 15:18](rc://hi/tn/help/jdg/15/18)
* [2 शमूएल 1:20](rc://hi/tn/help/2sa/01/20)
* [यिर्मयाह 9:26](rc://hi/tn/help/jer/09/26)
* [यहेजकेल 32:25](rc://hi/tn/help/ezk/32/25)
* [प्रे.का.10:44-45](rc://hi/tn/help/act/10/44)
* [प्रे.का.11:3](rc://hi/tn/help/act/11/03)
* [प्रे.का.15:1](rc://hi/tn/help/act/15/01)
* [प्रे.का.11:3](rc://hi/tn/help/act/11/03)
* [रोमियों 2:27](rc://hi/tn/help/rom/02/27)
* [गलातियों 5:3](rc://hi/tn/help/gal/05/03)
* [इफिसियों 2:11](rc://hi/tn/help/eph/02/11)
* [फिलिपियों 3:3](rc://hi/tn/help/php/03/03)
* [कुलुसियों 2:11](rc://hi/tn/help/col/02/11)
* [कुलुसियों 2:13](rc://hi/tn/help/col/02/13)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* **[05:03](rc://en/tn/help/obs/05/03)** "आपको अपने परिवार में हर पुरुष का **खतना** करना चाहिए।"
* **[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)** उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का **खतना** किया।
* __[5:3](rc://hi/tn/help/obs/05/03)__ "तू अपने परिवार में हर एक पुरुष का __खतना__ अवश्य करे।"
* __[5:5](rc://hi/tn/help/obs/05/05)__ उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का __खतना__ किया।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G203, G564, G1986, G4059, G4061
* स्ट्रोंग्स: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G02030, G05640, G19860, G40590, G40610

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@ -1,42 +1,52 @@
# शुद्ध, शुद्ध करेगा, शुद्ध किया, शुद्ध करना, शुद्ध, शुद्ध होने, धुलाई, धुलाई, धोया, धोया #
# शुद्ध, शोधन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“शुद्ध” का अर्थ है मैल या दाग न होना। बाइबल में इसका उपयोग प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है कि उसका अर्थ “शुद्ध” “पवित्र”, या “पापरहित” हो।
“शुद्ध” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने से है या सबसे पहले, तो मैल या दाग होना ही नहीं है| "शोधन" शब्द का सन्दर्भ विशेष करके किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने की क्रिया से है|
* “शुद्धिकरण” किसी वस्तु को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” हो सकता है।
* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।
* जिस मनुष्य को त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसका रोग संक्रमण मुक्त न हो जाए। त्वचा को शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जाने के लिए।
* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द को प्रतीकात्मक रूप से नैतिक शुद्धता के लिए प्रयोग किया जाता था।
* “शोधन” किसी वस्तु को "शुद्ध" करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” भी हो सकता है।
* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को सांस्कारिक परिप्रेक्ष्य में “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।
* जिस मनुष्य को कोई विशेष त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसकी त्वचा रोगमुक्त न हो जाए कि संक्रमण न फैला पाए|\ त्वचा के शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था कि उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जा सके|
* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता था जिसका सन्दर्भ नैतिक शुद्धता से था अर्थात, पापिओं से "शुद्ध"
बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था|
*परमेश्वर ने इस्राएलियों को निर्देश दीए थे कि कौन से पशु "शुद्ध" हैं और कौन से पशु"अशुद्ध" हैं| अशुद्ध पशुओं को न तो खाने के लिए और न ही बलि चढ़ाने के लिए काम में लिया जाना था|
* कुछ विशेष प्रकार के चर्म रोगियों को भी "अशुद्ध" घोषित कर दिया जाता था, जब तक कि वे रोगमुक्त न हो जाएं|
* यदि इस्राएली किसी "अशुद्ध" वस्तु के संपर्क में आ जाते थे तो वे कुछ समय के लिए अशुद्ध माने जाते थे|
* अशुद्ध वस्तु का स्पर्श न करने और अशुद्ध पशु को न खाने के सम्बन्ध में परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने से इस्राएली परमेश्वर की सेवा निमित्त पृथक होते थे|
*यह शारीरिक और सांस्कारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता की द्योतक भी थी|
* एक और लाक्षणिक प्रयोग में, "अश्द्ध आत्मा" दुष्टात्मा के सन्दर्भ में है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है।
* इसमें अनुवाद करने के अन्य तरीके शामिल हो सकते हैं, "शुद्ध रूप से साफ" या "परमेश्वर को स्वीकार्य"
* "शुद्ध"; का अनुवाद "धुलाई" या "शुद्ध" द्वारा किया जा सकता है।
* सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शुद्ध" के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों को भी एक लाक्षणिक अर्थ में समझा जा सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है। (मैला न होने के भाव में)
* इसके अनुवाद की अन्य विधियों में हैं, "सांस्कारिक शुद्धता" या "परमेश्वर को स्वीकार्य"
* "शुद्ध"; का अनुवाद "धोने" या "शुद्ध करने" के द्वारा किया जा सकता है।
* सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शोधन" के लिए काम में लिए गए शब्दों को लाक्षणिक भाषा में भी समझा जा सकता है।
* "अशुद्ध" का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "शुद्ध नहीं" या "परमेश्वर की दृष्टि में योग्य" या "शारीरिक रूप से अशुद्ध" या "अशुस्श"
*दुष्टात्मा के सन्दर्भ में अशुद्ध आत्मा के लिए "अशुद्ध" शब्द का अनुवाद "दुष्ट" या "अशुद्ध" किया जा सकता है|
इस शब्द के अनुवाद में आत्मिक अशुद्धता का भाव होना चाहिए और इसका सन्दर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसको परमेश्वर ने स्पर्श, भोजन और बलि के लिए योग्य घोषित कर दिया है|
(यह भी देखें: अ[पवित्र](../kt/holy.md), दुष्टात्मा, [अशुद्ध](../kt/unclean.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md))
(यह भी देखें: [अशुद्ध करना](../other/defile.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [बलि](../other/sacrifice.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/07/01) [07:02](rc://en/tn/help/gen/07/02)
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/07/01) [07:08](rc://en/tn/help/gen/07/08)
* [व्य.](rc://en/tn/help/deu/12/15) [12:15](rc://en/tn/help/deu/12/15)
* [भजन-संहिता](rc://en/tn/help/psa/051/007) [051:07](rc://en/tn/help/psa/051/07)
* [नीतिवचन](rc://en/tn/help/pro/20/29) [20:30](rc://en/tn/help/pro/20/30)
* [यहेजकेल](rc://en/tn/help/ezk/24/13) [24:13](rc://en/tn/help/ezk/24/13)
* [मत्ती 23:27](rc://en/tn/help/mat/23/27)
* [लूका 05:13](rc://en/tn/help/luk/05/13)
* [प्रे.का. 08:07](rc://en/tn/help/act/08/07)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/08/07) [10:27-29](rc://en/tn/help/act/10/27)
* [कुलुसियों 03:05](rc://en/tn/help/col/03/05)
* [1 थिस्लुनिकियों 04:07](rc://en/tn/help/1th/04/07)
* [याकूब](rc://en/tn/help/jas/04/08) [04:08](rc://en/tn/help/jas/04/08)
* [उत्पत्ति 7:02](rc://hi /tn/help/gen/07/02)
* [उत्पत्ति 7:08](rc://hi/tn/help/gen/07/08)
* [व्य.12:15](rc://hi/tn/help/deu/12/15)
* [भजन-संहिता 51:7](rc://hi/tn/help/psa/051/07)
* [नीतिवचन 20:30](rc://hi/tn/help/pro/20/30)
* [यहेजकेल 24:13](rc://hi/tn/help/ezk/24/13)
* [मत्ती 23:27](rc://hi/tn/help/mat/23/27)
* [लूका 5:13](rc://hi/tn/help/luk/05/13)
* [प्रे.का. 8:7](rc://hi/tn/help/act/08/07)
* [प्रे.का.10:27-29](rc://hi/tn/help/act/10/27)
* [कुलुसियों 3:5](rc://hi/tn/help/col/03/05)
* [1 थिस्लुनिकियों 4:7](rc://hi/tn/help/1th/04/07)
* [याकूब 4:8](rc://hi/tn/help/jas/04/08)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G167, G169, G2511, G2512, G2513, G2839, G2840, G3394, G3689
* स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G01670, G01690, G25110, G25120, G25130, G28390, G28400, G33940, G36890

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@ -1,27 +1,27 @@
# तरस, दयालु #
# तरस, दयालु
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है।
“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्य अन्य मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है।
* “तरस” शब्द का अभिप्राय है मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता का कदम उठाना।
* बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेमी एवं दयालु है।
* “तरस” शब्द का अभिप्राय है अवश्यक्ताग्रस्त मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता के लिए क्रियाशील हो जाना|
* बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेम एवं दया भण्डार है।
## अनुवाद के सुझाव:
* ​“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या “सहायक दया”
* ​“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या "अनुकम्पा दर्शाना" या “सहायक दया”
* “तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला”
* “तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद हो सकता है, “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला”
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [दानिय्येल 01:8-10](rc://en/tn/help/dan/01/08)
* [होशे 13:14](rc://en/tn/help/hos/13/14)
* [याकूब 05:9-11](rc://en/tn/help/jas/05/09)
* [योना 04:1-3](rc://en/tn/help/jon/04/01)
* [मरकुस 01:40-42](rc://en/tn/help/mrk/01/40)
* [रोमियो 09:14-16](rc://en/tn/help/rom/09/14)
* [दानिय्येल 1:8-10](rc://hi/tn/help/dan/01/08)
* [होशे 13:14](rc://hi/tn/help/hos/13/14)
* [याकूब 5:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09)
* [योना 4:1-3](rc://hi/tn/help/jon/04/01)
* [मरकुस 1:41](rc://hi/tn/help/mrk/01/41)
* [रोमियो 9:14-16](rc://hi/tn/help/rom/09/14)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G1653, G3356, G3627, G4697, G4834, G4835
* Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G16530, G33560, G36270, G46970, G48340 G4835

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@ -1,33 +1,33 @@
# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा #
# दोष लगाना, दोषी, दण्ड की आज्ञा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“दोष लगाना” और “दण्ड की आज्ञा” अर्थात अनुचित काम के लिए किसी का न्याय करना।
* “दोष लगाना” में किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है।
* कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना होता है।
* “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगान होता है।
* “दोष लगाना” में प्रायः किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है।
* कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना भी होता है।
* “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगाने से होता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना” हो सकता है
* “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए” के रूप में किया जा सकता है।
* “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद “कठोर न्याय” या “दोषी ठहराना” या “दोष का दण्ड” भी हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना।"
* “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए”
* “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “दोषी ठहराना” या “अपराध का दण्ड”
(यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [दण्ड देना](../other/punish.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 यूहन्ना 03:19-22](rc://en/tn/help/1jn/03/19)
* [अय्यूब 09:27-29](rc://en/tn/help/job/09/27)
* [यूहन्ना 05:24](rc://en/tn/help/jhn/05/24)
* [लूका 06:37](rc://en/tn/help/luk/06/37)
* [मत्ती 12:7-8](rc://en/tn/help/mat/12/07)
* [नीतिवचन 17:15-16](rc://en/tn/help/pro/17/15)
* [भजन संहिता 034:21-22](rc://en/tn/help/psa/034/021)
* [रोमियो 05:16-17](rc://en/tn/help/rom/05/16)
* [1 यूहन्ना 3:20](rc://hi/tn/help/1jn/03/20)
* [अय्यूब 9:29](rc://hi/tn/help/job/09/29)
* [यूहन्ना 5:24](rc://hi/tn/help/jhn/05/24)
* [लूका 6:37](rc://hi/tn/help/luk/06/37)
* [मत्ती 12:7](rc://hi/tn/help/mat/12/07)
* [नीतिवचन 17:15-16](rc://hi/tn/help/pro/17/15)
* [भजन संहिता 34:22](rc://hi/tn/help/psa/034/22)
* [रोमियो 5:16](rc://hi/tn/help/rom/05/16)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H6064, H7034, H7561, H8199, G176, G843, G2607, G2613, G2631, G2632, G2633, G2917, G2919, G2920, G5272, G6048
* स्ट्रोंग्स: H6064, H7034, H7561, H8199, G01760, G08430, G26070, G26130, G26310, G26320, G26330, G29170, G29190, G29200, G52720, G60480

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@ -2,7 +2,7 @@
## परिभाषा:
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” एक अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है
* “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है. इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है.
* बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा.
@ -12,23 +12,23 @@
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “मानना” या “पुष्टि करना” हो सकता है.
* “अंगीकार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “स्वीकार करना” या “पुष्टि करना|
* “अंगीकार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण”
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), [साक्षी](../kt/testimony.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://hi/tn/help/1jn/01/08)
* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://hi/tn/help/2jn/01/07)
* [याकूब 05:16](rc://hi/tn/help/jas/05/16)
* [लैव्यव्यवस्था 05:5-6](rc://hi/tn/help/lev/05/05)
* [मत्ती 03:4-6](rc://hi/tn/help/mat/03/04)
* [नहेम्याह 01:6-7](rc://hi/tn/help/neh/01/06)
* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09)
* [भजन संहिता 038:17-18](rc://hi/tn/help/psa/038/017)
* [1 यूहन्ना 1:8-10](rc://hi/tn/help/1jn/01/08)
* [2 यूहन्ना 1:7-8](rc://hi/tn/help/2jn/01/07)
* [याकूब 5:16](rc://hi/tn/help/jas/05/16)
* [लैव्यव्यवस्था 5:5-6](rc://hi/tn/help/lev/05/05)
* [मत्ती 3:4-6](rc://hi/tn/help/mat/03/04)
* [नहेम्याह 1:6-7](rc://hi/tn/help/neh/01/06)
* [फिलिप्पियों 2:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09)
* [भजन संहिता 38:17-18](rc://hi/tn/help/psa/038/017)
## शब्द तथ्य:
* Strongs: H3034, H8426, G1843, G3670, G3671
* स्ट्रोंग्स: H3034, H8426, G18430, G36700, G36710

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@ -1,29 +1,29 @@
## कोने का पत्थर, प्रधान
## कोने का पत्थर
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“कोने का पत्थर” एक बड़ा पत्थर होता है जो विशेष करके तराशा हुआ होता है और भवन की नींव में रखा जाता है।
* भवन के अन्य सब पत्थर इस कोने के पत्थर के संयोजन में रखे जाते हैं।
* यह पत्थर संपूर्ण रचना की दृढ़ता एवं स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
* नये नियम में विश्वासियों की सभा को उपमा रूप में एक मन्दिर कहा गया है जिसका कोने का पत्थर मसीह यीशु है।
* जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन के स्थान को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है।
* जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन की स्थिति को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “कोने के पत्थर” का अनुवाद “भवन का मुख्य पत्थर” या “नींव का पत्थर” किया जा सकता है।
* यहां ध्यान दें कि लक्षित भाषा में भवन की नींव के किसी भाग के लिए कोई शब्द है जो मुख्य आधार है। यदि ऐसा शब्द है तो उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है।
* इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “भवन के कोने के लिए काम में लिया गया नींव का पत्थर”
* यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो “बड़े पत्थर” के लिए कोई और शब्द होगा और इसका विचार विशेष करके तराशा हुआ और जोड़ने के लिए बनाया गया है
* यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो कोई और शब्द होगा जिसका उपयोग किया जा सकता है और उसका अर्थ, "बड़ा पत्थर" हो (जैसे "चट्टान") परन्तु उसमें विचार यह हो कि उसको उचित आकार दिया गया है कि वह यथास्थान बैठे
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 04:11-12](rc://en/tn/help/act/04/11)
* [इफिसियों 02:19-22](rc://en/tn/help/eph/02/19)
* [मत्ती 21:42](rc://en/tn/help/mat/21/42)
* [भजन संहिता 118:22-23](rc://en/tn/help/psa/118/022)
* [प्रे.का. 4:11](rc://hi/tn/help/act/04/11)
* [इफिसियों 2:20](rc://hi/tn/help/eph/02/20)
* [मत्ती 21:42](rc://hi/tn/help/mat/21/42)
* [भजन संहिता 118:22](rc://hi/tn/help/psa/118/022)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H68, H6438, H7218, G204, G1137, G2776, G3037
* स्ट्रोंग्स: H0068, H6438, H7218, G02040, G11370, G27760, G30370

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@ -1,6 +1,6 @@
# क्रूस #
# क्रूस
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बाइबल के युग में क्रूस एक लकड़ी का खंभा होता था जिसे भूमि में गाड़ कर खड़ा किया जाता था, उसके ऊपरी भाग में एक आड़ा खंभा जोड़ा जाता था।
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* यीशु पर अपराध का झूठा दोष लगाकर रोमियों ने उसे क्रूस की मृत्यु दी थी।
* ध्यान दें कि यह क्रिया "पार करना" एक अलग शब्द है, जिसका मतलब है कि किसी नदी के किनारे या झील के दूसरी ओर जाना।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का भाव व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है।
* इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का आकार व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है।
* क्रूस की व्याख्या इस प्रकार करें कि स्पष्ट हो कि उस पर मनुष्यों को मृत्युदण्ड दिया जाता था जैसे “मृत्यु दण्ड स्तंभ” या “मृत्यु वृक्ष”।
* स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 01:17](rc://en/tn/help/1co/01/17)
* [कुलुस्सियों 02:13-15](rc://en/tn/help/col/02/13)
* [गलातियों 06:11-13](rc://en/tn/help/gal/06/11)
* [यूहन्ना 19:17-18](rc://en/tn/help/jhn/19/17)
* [लूका 09:23-25](rc://en/tn/help/luk/09/23)
* [लूका 23:26](rc://en/tn/help/luk/23/26)
* [मत्ती 10:37-39](rc://en/tn/help/mat/10/37)
* [फिलिप्पियों 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05)
* [1 कुरिन्थियों 1:17](rc://hi/tn/help/1co/01/17)
* [कुलुस्सियों 2:15](rc://hi/tn/help/col/02/15)
* [गलातियों 6:12](rc://hi/tn/help/gal/06/12)
* [यूहन्ना 19:18](rc://hi/tn/help/jhn/19/18)
* [लूका 9:23](rc://hi/tn/help/luk/09/23)
* [लूका 23:26](rc://hi/tn/help/luk/23/26)
* [मत्ती 10:38](rc://hi/tn/help/mat/10/38)
* [फिलिप्पियों 2:8](rc://hi/tn/help/php/02/08)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[40:01](rc://en/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो __क्रूस__ उठवाया जिस पर उसे मरना था।
* __[40:02](rc://en/tn/help/obs/40/02)__ सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर __क्रूस__ पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया।
* __[40:05](rc://en/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो __क्रूस__ पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।”
* __[49:10](rc://en/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु __क्रूस__ पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर ले लिया।
* __[49:12](rc://en/tn/help/obs/49/12)__ तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह __क्रूस__ पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया।
* __[40:1](rc://hi/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो __क्रूस__ उठवाया जिस पर उसे मरना था।
* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर __क्रूस__ पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया।
* __[40:5](rc://hi/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो __क्रूस__ पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।”
* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु __क्रूस__ पर मरा, तब उसको तुम्हारा दण्ड भोगना पडा था।
* __[49:12](rc://hi/tn/help/obs/49/12)__ तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह __क्रूस__ पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G4716
* स्ट्रोंग्स: G47160

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@ -1,39 +1,39 @@
# क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर चढ़ाया #
# क्रूस पर चढ़ाना, क्रूस पर चढ़ाया
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“क्रूस पर चढ़ा” अर्थात किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह पीड़ित होकर मर जाए।
“क्रूस पर चढ़ाना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह घोर पीड़ा में मर जाए।
* अपराधी को क्रूस पर बांध कर लटकाया जाता या कीलों से ठोंक कर लटकाया जाता था। क्रूस पर लटकाया हुआ व्यक्ति रक्त की कमी से या सांस लेने में कठिनाई के कारण मर जाता था।
* प्राचीन रोमी साम्राज्य में मृत्यु-दण्ड की यह विधि प्रायः काम में ली जाती थी, विशेष करके भयानक अपराधियों के लिए या सरकार के विद्रोहियों के लिए।
* यहूदियों के अगुओं ने रोमी अधिपति को विवश किया कि वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिकों को आज्ञा दे। सैनिकों ने यीशु को कीलों से क्रूस पर ठोंका था। यीशु ने मरने से पूर्व छः घंटे दुःख उठाया था।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* क्रूस पर चढ़ाने का अनुवाद किया जा सकता है, “क्रूस पर मृत्यु” या “क्रूस पर कीलों से ठोक कर मृत्यु-दण्ड देना”।
(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [रोम](../names/rome.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 02:22-24](rc://en/tn/help/act/02/22)
* [गलतियों 02: 20-21](rc://en/tn/help/gal/02/20)
* [लूका 23:20-22](rc://en/tn/help/luk/23/20)
* [लूका 23:33-34](rc://en/tn/help/luk/23/33)
* [मत्ती 20:17-19](rc://en/tn/help/mat/20/17)
* [मत्ती 27:23-24](rc://en/tn/help/mat/27/23)
* [प्रे.का. 02:23](rc://hi /tn/help/act/02/23)
* [गलतियों 2: 20-21](rc://hi/tn/help/gal/02/20)
* [लूका 23:20-22](rc://hi/tn/help/luk/23/20)
* [लूका 23:34](rc://hi/tn/help/luk/23/34)
* [मत्ती 20:17-19](rc://hi/tn/help/mat/20/17)
* [मत्ती 27:23-24](rc://hi/tn/help/mat/27/23)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[39:11](rc://en/tn/help/obs/39/11)__ लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे क्रूस पर चढाओं।”
* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाए__ जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया।.played a major role in the crucifixion of Jesus Christ.
* __[40:01](rc://en/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को __क्रूस पर चढ़ाने__ के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
* __[40:04](rc://en/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच __क्रूस पर चढ़ाया__ गया।
* __[43:06](rc://en/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर क सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।”
* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ "उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया।”
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाया__, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।”
* __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे __क्रूस__ पर चढाओं।”
* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाए__ जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया। यीशु के __क्रूसीकरण __में उसने प्रमुख भूमिका निभाई थी|
* __[40:1](rc://hi/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को __क्रूस पर चढ़ाने__ के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था।
* __[40:4](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच __क्रूस पर चढ़ाया__ गया।
* __[43:6](rc://hi/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर क सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे __क्रूस__ पर चढ़वाकर मार डाला।”
* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ "उसी यीशु को जिसे तुमने __क्रूस__ पर चढ़ाया।”
* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाया__, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G388, G4362, G4717, G4957
* स्ट्रोंग्स: G03880, G43620, G47170, G49570

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@ -2,20 +2,20 @@
## परिभाषा:
“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण बनना
“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण उत्पन्न करना
* श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वस्तु की हानि हो।
* किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न बुरे विषार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उस व्यक्ति के साथ बुरा हो।
* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होना।
* श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वस्तु की हानि हो।
* किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न विचार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उनके साथ बुरा हो।
* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होने से भी हो सकत है
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”,
* परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना”
* “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों का वर्णन कर्ता हो, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”।
* "श्रापित ह" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।"
* “श्रापित हो” इस उक्ति द्वारा जब मनुष्यों का वर्णन किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”।
* "श्रापित ह" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।"
* "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।"
* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो इसी उक्ति को रखना उचित होगा।
* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ भिन्न नहीं है, तो इस उक्ति को ऐसा ही रखना उचित होगा।
(यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md))
@ -26,15 +26,15 @@
* [गलातियों 3:10](rc://hi/tn/help/gal/03/10)
* [गलातियों 3:14](rc://hi/tn/help/gal/03/14)
* [उत्पत्ति 3:14](rc://hi/tn/help/gen/03/14)
* [उत्पत्ति 3:17-19](rc://hi/tn/help/gen/03/17)
* [उत्पत्ति 3:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17)
* [याकूब 3:10](rc://hi/tn/help/jas/03/010)
* [गिनती 22:6](rc://hi/tn/help/num/22/06)
* [भजन संहिता 109:28](rc://hi/tn/help/psa/109/028)
* [भजन संहिता 109:28](rc://hi/tn/help/psa/109/28)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[2:09](rc://hi/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “तू __शापित__ है!”
* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।”
* __[2:09](rc://hi/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “__शापित__ है तू!”
* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुझे उसकी उपज खाने के लिये कठोर परिश्रम करना होगा।”
* __[4:4](rc://hi/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ दें उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।”
* __[39:7](rc://hi/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।”
* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय लिया।
@ -42,4 +42,4 @@
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H422, H423, H779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G331, G332, G685, G1944, G2551, G2652, G2653, G2671, G2672, G6035
* स्ट्रोंग्स: H0422, H0423, H0779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G03310, G03320, G06850, G19440, G25510, G26520, G26530, G26710, G26720, G60350

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@ -2,37 +2,37 @@
## परिभाषा:
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्माएं हैं.
ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्मिक प्राणी हैं|
* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए. माना जाता है कि दुष्टात्माएं ये “पतित स्वर्गदूत” हैं.
* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है. “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अशुद्ध
* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उसे वश में कर लेती हैं.
* वे मनुष्य से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं.
* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए थे| ऐसा माना जाता है कि ये “पतित स्वर्गदूत” ही दुष्टात्माएं हैं|
* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है| “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अपवित्र
* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उनको अपने वश में कर लेती हैं|
* दुष्टात्माएं मनुष्यों से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं.
## अनुवाद के सुझाव:
* दुष्टात्मा का अनुवाद हो सकता है “बुरी आत्मा”
* “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा.”
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद करते समय कोई भी शब्द या उक्ति उस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए.
* ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
* ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [दुष्टात्माग्रस्त](../kt/demonpossessed.md), [शैतान](../kt/satan.md), [मूरत](../other/idol.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [याकूब 02:19](rc://hi/tn/help/jas/02/19)
* [याकूब 03:15](rc://hi/tn/help/jas/03/15)
* [लूका 04:36](rc://hi/tn/help/luk/04/36)
* [मरकुस 03:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22)
* [मत्ती. 04:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24)
* [याकूब 2:19](rc://hi/tn/help/jas/02/19)
* [याकूब 3:15](rc://hi/tn/help/jas/03/15)
* [लूका 4:36](rc://hi/tn/help/luk/04/36)
* [मरकुस 3:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22)
* [मत्ती. 4:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* **[26:09](rc://hi/tn/help/obs/26/09)** बहुत से लोग जिनमें **दुष्ट-आत्मा** थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर\_\_ दुष्ट-आत्माएँ\_\_प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!”
* \_\_[32:08](rc://hi/tn/help/obs/32/08) \_\_दुष्टात्माएं \_\_ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं.
* **[47:05](rc://hi/tn/help/obs/47/05)** अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस **आत्मा** से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह **दुष्ट आत्मा** उसमें से निकल गई.
* **[49:02](rc://hi/tn/help/obs/49/02)** वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, **दुष्टात्माओं** को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया.
* __[26:09](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__ थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर__दुष्टात्माएं__ प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!”
* __[32:08](rc://hi/tn/help/obs/32/08)__ __दुष्टात्माएं__ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं.
* __[47:05](rc://hi/tn/help/obs/47/05)__ अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस __आत्मा__ से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह __दुष्टात्मा__ उसमें से निकल गई.
* __[49:02](rc://hi/tn/help/obs/49/02)__ वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, __दुष्टात्माओं__ को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया.
## शब्द तथ्य:
* Strongs: H2932, H7307, H7451, H7700, G169, G1139, G1140, G1141, G1142, G4190, G4151, G4152, G4189
* सिरोंग्स: H2932, H7307, H7451, H7700, G01690, G11390, G11400, G11410, G11420, G41900, G41510, G41520, G41890

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# दुष्टात्माएँ थीं #
# दुष्टात्माएँ थीं
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं।
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विचार शैतान या दुष्टात्मा के वश में हैं।
* दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसत लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा "निकालना" कहा गया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [मरकुस 01:32-34](rc://en/tn/help/mrk/01/32)
* [मत्ती 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23)
* [मत्ती 08:16-17](rc://en/tn/help/mat/08/16)
* [मत्ती 08:33-34](rc://en/tn/help/mat/08/33)
* [मरकुस 1:32](rc://hi/tn/help/mrk/01/32)
* [मत्ती 4:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24)
* [मत्ती 8:16](rc://hi/tn/help/mat/08/16)
* [मत्ती 8:33](rc://hi/tn/help/mat/08/33)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__
* __[26:9](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__थीं, उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:2](rc://hi/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा__थी, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:6](rc://hi/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्माग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:9](rc://hi/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति का सा व्यवहार करते पाया ।
* __[47:3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वे (पौलुस और सीलास) प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G1139
* स्ट्रोंग्स: G11390

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# चेला, चेले #
# चेला, चेले
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“चेला” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो गुरू के साथ बहुत समय व्यतीत करता है और गुरू के चरित्र और शिक्षाओं से सीखता है।
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* अपने स्वर्गारोहण से पूर्व यीशु ने अपने शिष्यों को आज्ञा दी कि उन्हें भी यीशु के शिष्य बनना सिखाएं।
* यीशु में विश्वास करने और उसकी शिक्षाओं का पालन करनेवालों को यीशु के चेले कहा जाता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “चेला” शब्द क अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ ह, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”।
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्यपार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं।
* “चेला” शब्द क अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ ह, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”।
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्यपार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं।
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रेरित” शब्द के अनुवाद से भिन्न शब्द हो।
(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md))
(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [विश्वास करना](../kt/believer.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 06:1](rc://en/tn/help/act/06/01)
* [प्रे.का. 09:26-27](rc://en/tn/help/act/09/26)
* [प्रे.का. 11:25-26](rc://en/tn/help/act/11/25)
* [प्रे.का. 14:21-22](rc://en/tn/help/act/14/21)
* [यूहन्ना 13:23-25](rc://en/tn/help/jhn/13/23)
* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39)
* [मत्ती 11:1-3](rc://en/tn/help/mat/11/01)
* [मत्ती 26:33-35](rc://en/tn/help/mat/26/33)
* [मत्ती 27:62-64](rc://en/tn/help/mat/27/62)
* [प्रे.का. 6:1](rc://hi/tn/help/act/06/01)
* [प्रे.का. 9:26-27](rc://hi/tn/help/act/09/26)
* [प्रे.का. 11:26](rc://hi/tn/help/act/11/26)
* [प्रे.का. 14:22](rc://hi/tn/help/act/14/22)
* [यूहन्ना 13:23](rc://hi/tn/help/jhn/13/23)
* [लूका 6:40](rc://hi/tn/help/luk/06/40)
* [मत्ती 11:3](rc://hi/tn/help/mat/11/03)
* [मत्ती 26:33-35](rc://hi/tn/help/mat/26/33)
* [मत्ती 27:64](rc://hi/tn/help/mat/27/64)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[30:08](rc://en/tn/help/obs/30/08)__ यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर __चेलों__ को दी कि वे लोगों को परोसे। __चेलों__ ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी।
* __[38:01](rc://en/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
* __[38:11](rc://en/tn/help/obs/38/11)__ फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने __चेलों__ के साथ आया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो।
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।”
* __[30:8](rc://hi/tn/help/obs/30/08)__ यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर __चेलों__ को दी कि वे लोगों को परोसे। __चेलों__ ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी।
* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का उत्सव मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा।
* __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने __चेलों__ के साथ आया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो।
* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को __चेला__ बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3928, G3100, G3101, G3102
* स्ट्रोंग्स: H3928, G31000, G31010, G31020

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# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना। #
# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने हुए लोग, चुना हुआ जन, चुनना।
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, शीर्षक जो यीशु को दर्शाता है, जो चुना हुआ मसीह है।
“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” यह उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, ये उपनाम यीशु को दर्शाते हैं जो चुना हुआ मसीह है।
* “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को चुनना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को नियुक्त करने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं।
* “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त” कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए।
* परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना, उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए गए। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए” या "चुना हुआ" कहते है।
* बाइबल में कभी-कभी “चुने हुओं” शब्द का उपयोग किसी विशेष व्यक्ति के लिए किया गया है जैसे मूसा, दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। यह परमेश्वर के चुने हुए लोगों के रूप में इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी प्रयोग किया गया है।
* “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “चुने हुए” या “चुने हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में है।
* बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद “चुना हुआ” के रूप में अनुवाद करते हैं।
* “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को अलग कर लेना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को अपने लिए अलग कर लेने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं।
* “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त”- कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए।
* परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना कि उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए जाएं। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए लोग)” या "चुने हुए" कहते है।
* बाइबल में कभी-कभी इस उक्तिं “चुने हुओं” का उपयोग कुछ विशेष मनुष्यों लिए किया गया है जैसे मूसा, राजा दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। इसका उपयोग,इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी किया गया है क्योंकि वे परमेश्वर के चुने हुए लोग थे|
* “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “अलग किया गया” या “अलग किए हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में काम में लिया गया था|
* अंग्रेज़ी बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है जो "अलग किए हुए" लोगों के लिए काम में लिए गए शब्द का अनुवादित शब्द है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद यथावत “चुना हुआ” ही किया गया हैं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद "उन लोगों के रूप में भी किया जा सकता है जिसे परमेश्वर ने चुना" या "जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया।"
* अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द, "चयनित" का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, "मनुष्य जिनको परमेश्वर ने चुन लिया है" या "वे जिनको परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त कर दिया है"
* “जो चुने गए” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिन्हें नियुक्त किया” या “जो अलग किए गए” या “जिन्हें परमेश्वर ने चुना”।
* “मैंने तुझे चुन लिया है” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मैंने तुम्हें नियुक्त किया है” या “मैंने तुम्हें अलग किया है”।
* यीशु के संदर्भ में, “चुना हुआ” का अनुवाद “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है” के रूप में किया जा सकता है।
* यीशु के संदर्भ में, इस उक्ति “चुना हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है”
(यह भी देखें: [नियुक्त](../kt/appoint.md), [मसीह](../kt/christ.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 यूहन्ना 01:1-3](rc://en/tn/help/2jn/01/01)
* [कुलुस्सियों 03:12-14](rc://en/tn/help/col/03/12)
* [इफिसियों 01:3-4](rc://en/tn/help/eph/01/03)
* [यशायाह65:22-23](rc://en/tn/help/isa/65/22)
* [लूका 18:6-8](rc://en/tn/help/luk/18/06)
* [मत्ती. 24:19-22](rc://en/tn/help/mat/24/19)
* [रोमियो 08:33-34](rc://en/tn/help/rom/08/33)
* [2 यूहन्ना 1:1](rc://hi/tn/help/2jn/01/01)
* [कुलुस्सियों 3:12](rc://hi/tn/help/col/03/12)
* [इफिसियों 1:3-4](rc://hi/tn/help/eph/01/03)
* [यशायाह 65:22-23](rc://hi/tn/help/isa/65/22)
* [लूका 18:7](rc://hi/tn/help/luk/18/07)
* [मत्ती. 24:19-22](rc://hi/tn/help/mat/24/19)
* [रोमियो 8:33](rc://hi/tn/help/rom/08/33)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* स्ट्रोंग्स: H0970, H0972, H0977, H1262, H1305, H4005, H6901, G01380, G01400, G15860, G15880, G15890, G19510, G37240, G44000, G44010, G47580, G48990, G55000
* Strong's: H970, H972, H977, H1254, H1262, H1305, H4005, H6901, G138, G140, G1586, G1588, G1589, G1951, G4400, G4401, G4758, G4899, G5500

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# बुराई, दुष्ट, दुष्टता #
# बुराई, दुष्ट, दुष्टता
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“बुरा और दुष्ट” दोनों का संदर्भ उन बातों से है जो परमेश्वर के गुण एवं इच्छा के विरूद्ध है।
बाईबल में "बुरा" शब्द का सन्दर्भ या तो नैतिक अनाचार या भावनात्मक मनोमालिन्य से है| इसको प्रकार ही अधिकतर स्पष्ट करेगा कि इस शब्द के प्रासंगिक उपयोग में अभिप्रेत अर्थ क्या है|
* “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन करता है। तथापि अर्थ में दोनों शब्द समान हैं।
* “दुष्टता” का अभिप्राय मनुष्य द्वारा किए गए बुरे काम को दर्शाते हैं।
* बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाए जाते हैं कि लोग कैसे हत्या करते हैं, चोरी करते हैं, बदनाम करते हैं और क्रूर और निर्दयी होते हैं।
* “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, जबकि “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन अधिक करता है| तथापि दोनों शब्द सहार्थी हैं|
* “दुष्टता” का सन्दर्भ होने की दशा से हैजो मनुष्यों द्वारा दुष्टता के कामों से अस्तित्व में आती है|
* बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से प्रकट हो जाते है जब मनुष्य दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करता है, जैसे ह्त्या करना, चोरी करना, मानहानि करना,निर्दयता दिखाना और निष्ठुरता|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “बुराई” और दुष्टता का अनुवाद “बुरा” या “पापी” या “अनैतिक” हो सकता है।
* इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छ नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं”
* इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छ नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं”
* सुनिश्चित करें कि इनके अनुवाद के शब्द और उक्तियां लक्षित भाषा में व्यावहारिक संदर्भ सहित हों।
(यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पाप](../kt/sin.md), [अच्छा](../kt/good.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 24:10-11](rc://en/tn/help/1sa/24/10)
* [1 तीमुथियुस 06:9-10](rc://en/tn/help/1ti/06/09)
* [3 यूहन्ना 01:9-10](rc://en/tn/help/3jn/01/09)
* [उत्पत्ति 02:15-17](rc://en/tn/help/gen/02/15)
* [उत्पत्ति 06:5-6](rc://en/tn/help/gen/06/05)
* [अय्यूब 01:1-3](rc://en/tn/help/job/01/01)
* [अय्यूब 08:19-20](rc://en/tn/help/job/08/19)
* [न्यायियों 09:55-57](rc://en/tn/help/jdg/09/55)
* [लूका 06:22-23](rc://en/tn/help/luk/06/22)
* [मत्ती. 07:11-12](rc://en/tn/help/mat/07/11)
* [नीतिवचन 03:7-8](rc://en/tn/help/pro/03/07)
* [भजन-संहिता 022:16-17](rc://en/tn/help/psa/022/016)
* [1 शमूएल 24:11](rc://hi/tn/help/1sa/24/11)
* [1 तीमुथियुस 6:10](rc//hi/tn/help/1ti/06/10)
* [3 यूहन्ना 1:10](rc://hi/tn/help/3jn/01/10)
* [उत्पत्ति 2:17](rc://hi/tn/help/gen/02/17)
* [उत्पत्ति 06:5-6](rc://hi/tn/help/gen/06/05)
* [अय्यूब 1:1](rc://hi/tn/help/job/01/01)
* [अय्यूब 8:20](rc://hi/tn/help/job/08/20)
* [न्यायियों 9:57](rc://hi/tn/help/jdg/09/57)
* [लूका 6:22-23](rc://hi/tn/help/luk/06/22)
* [मत्ती. 7:11-12](rc://hi/tn/help/mat/07/11)
* [नीतिवचन 3:7](rc://hi/tn/help/pro/03/07)
* [भजन-संहिता 22:16-17](rc://hi/tn/help/psa/022/016)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
* **[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)** "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और अच्छा और **बुरे** को समझोगे जैसा वह समझता है।"
* **[03:01](rc://en/tn/help/obs/03/01)** एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत **दुष्ट** और हिंसक थे।
* **[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)** लेकिन नूह ने परमेश्वर से अनुग्रह पाया। वह **दुष्ट** लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी व्यक्ति था।
* **[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)** परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर **बुराई** करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे।
* **[08:12](rc://en/tn/help/obs/08/12)** "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने **बुराई** करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए **बुराई** का इस्तेमाल किया!"
* **[14:02](rc://en/tn/help/obs/14/02)** वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा की और कई \_\_ बुरे\_\_ काम किए
* **[17:01](rc://en/tn/help/obs/17/01)** लेकिन फिर वह (शाऊल) एक **दुष्ट** व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा।
* **[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)** इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा **बुरे** थे
* **[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)** राजा इतना क्रोधित था कि उसने **दुष्ट** दास को जेल में फेंक दिया जब तक कि वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे।
* **[45:02](rc://en/tn/help/obs/45/02)** उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में \_\_ बुरी\_\_ बातें कहता है!"
* **[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)** वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, **बुराई**, दर्द या मौत नहीं होगी।
* __[2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाओगे, तो तुम परमेश्वर के सामान हो जाओगे औरउसी के सामान अच्छे और __बुरे__ को समझने लगोगे|"
* __[3:1](rc://hi/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत __दुष्ट__ और निरंकुश हो गए थे।
* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ लेकिन नूह पर परमेश्वर का अनुग्रह था। वह __दुष्ट__ लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी जन था।
* __[4:2](rc://hi/tn/help/obs/04/02)__ परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर __बुराई__ करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे।
* __[8:12](rc://hi/tn/help/obs/08/12)__ "दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने __बुराई__ करने का प्रयास किया था, परन्तु परमेश्वर ने भलाई के लिए __बुराई__ का इस्तेमाल किया!"
* __[14:2](rc://hi/tn/help/obs/14/02)__ वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा करते थे और अनेक __बुरे__ काम करते थे
* __[17:1](rc://hi/tn/help/obs/17/01)__ लेकिन फिर वह (शाऊल) एक __दुष्ट__ व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा।
* __[18:11](rc://hi/tn/help/obs/18/11)__ इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा __बुरे__ थे
* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__ राजा इतना क्रोधित हुआ कि उसने उस __दुष्ट__ दास को बंदीगृह में डलवा दिया कि जब तक वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे।
* __[45:2](rc://hi/tn/help/obs/45/02)__ उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में __बुरी__ बातें कहता है!"
* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोना, __बुराई__, दर्द या मौत नहीं होगी।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H205, H605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G92, G113, G459, G932, G987, G988, G1426, G2549, G2551, G2554, G2555, G2556, G2557, G2559, G2560, G2635, G2636, G4151, G4189, G4190, G4191, G5337
* स्ट्रोंग्स: H0205, H0605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G00920, G01130, G04590, G09320, G09870, G09880, G14260, G25490, G25510, G25540, G25550, G25560, G25570, G25590, G25600, G26350, G26360, G41510, G41890, G41900, G41910, G53370

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@ -1,17 +1,17 @@
# ऊँचा करना, ऊँचा किया, प्रशंसा
# ऊँचा करना, ऊँचा किया, बढ़ाई करना
## परिभाषा:
ऊँचा करना किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर रना भी है।
ऊँचा करने क अर्थ है, किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और उसको सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर स्थापित करना भी है।
* बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है।
* जब मनुष्य अपनी प्रशंसा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में अभिमानी है।
* बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ है, परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है।
* जब मनुष्य अपने आप को ऊंचा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में दम्भी और अभिमानी है।
## अनुवाद के सुझाव:
* “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”।
* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना”
* “अपनी प्रशंसा मत कर” का अनुवाद “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”।
* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ हो, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना”
* “अपनी बढ़ाई मत कर” का अनुवाद हो सकता है, “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”।
* “वे जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद हो सकता है, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अपने बारे में बड़ी बड़ी बातें करते हैं”
(यह भी देखें: [स्तुति](../other/praise.md), [उपासना](../kt/worship.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [घमण्ड करना](../kt/boast.md), [घमण्डी](../other/proud.md))
@ -27,4 +27,4 @@
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G1869, G5229, G5251, G5311, G5312
* स्ट्रोंग्स: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G18690, G52290, G52510, G53110, G53120

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@ -1,26 +1,26 @@
# समझा, उपदेश #
# आग्रह करना,  उपदेश
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
समझा” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रोत्साहित करना और आग्रह करना। ऐसा प्रोत्साहन “उपदेश” कहलाता है
आग्रह करना” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रबल प्रोत्साहन देना और प्रबोधन करना| ऐसी उत्प्रेरणा को आग्रह करना कहते हैं
* “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्य को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना।
* नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर और कड़ा नहीं वरन् प्रेम से समझाएं।
* “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्यों को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना।
* नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर एवं खडी बोली में नहीं वरन प्रेमपूर्वक समझाएं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “समझाना” का अनुवाद “साग्रह निवेदन करना” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “आग्रह करना” का अनुवाद “प्रबल प्रबोधन” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है।
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि समझाने वाला क्रोधित है। इस शब्द से शक्ति एवं गंभीरता प्रकट हो परन्तु क्रोधपूर्ण भाषा का संदर्भ न हो।
* अधिकांश प्रकरणों में समझाने का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है।
* अधिकांश प्रकरणों में "आग्रह करने" का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है।
* इस शब्द का अनुवाद “झिड़कना” से भी भिन्न होना है जिसका अर्थ है अनुचित व्यवहार के लिए चेतावनी देना, या सुधारना है।
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://en/tn/help/1th/02/03)
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:10-12](rc://en/tn/help/1th/02/10)
* [1 तीमुथियुस 05:1-2](rc://en/tn/help/1ti/05/01)
* [लूका 03:18-20](rc://en/tn/help/luk/03/18)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:3-4](rc://hi/tn/help/1th/02/03)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:12](rc://hi/tn/help/1th/02/12)
* [1 तीमुथियुस 5:2](rc://hi /tn/help/1ti/05/02)
* [लूका 3:18](rc://hi/tn/help/luk/03/18)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G3867, G3870, G3874, G4389
* स्ट्रोंग्स: G38670, G38700, G38740, G43890

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@ -1,40 +1,39 @@
# विश्वास #
# विश्वास
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”।
* “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि किसी ने कुछ कहा या किया तो वह सच है और विश्वासयोग्य है।
* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उनके पाप मोचन तथा पाप के दण्ड से मुक्ति के उसके बलिदान में विश्वास करे
* किसी में “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि वह जो कहता और करता है वह सच है और विश्वासयोग्य है।
* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उसकी पाप मोक्षक बलि में तथा पाप के दण्ड से उनकी मुक्ति में विश्वास करते हैं
* यीशु में सच्चा विश्वास मनुष्य में आत्मिक फल या अच्छा व्यवहार उत्पन्न करता है क्योंकि उसमें पवित्र आत्मा का अन्तर्वास होता है।
* कभी-कभी “विश्वास” यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति, “विश्वास के सत्य” में है।
* "विश्वास को थामे रहना" तथा विश्वास को त्याग देने में विश्वास मसीह में आस्था को दर्शाता है जिसमें मनुष्य यीशु के बारे में सब शिक्षाओं को ग्रहण करता है।
* कभी-कभी “विश्वास” शब्द यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के बारे में सामान्य संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “विश्वास के सत्य”
* "विश्वास को थामे रहना" तथा "विश्वास को त्याग देना" इनके सन्दर्भ में "विश्वास" शब्द का सन्दर्भ यीशु के बारे में सब शिक्षाओं पर विश्वास करने की दशा या अवस्था से होता है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है।
* ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।"
* "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है।
* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अंगीकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” क्रिया के रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास को थामे रहो", इसका अनुवाद हो सकता है, "यीशु में विश्वास करते रहो" या "यीशु में विश्वास बनाए रखो"
* यह वाक्य,"उनको विश्वास के गहन सत्यों को थाम कर रखना है" इसका अनुवाद हो सकता है, "उनको यीशु के बारे में उन सब सत्यों पर विश्वास करना आवश्यक है जिनकी शिक्षा उनको दी जा चुकी है"
* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र", इसका अनुवाद हो सकता है, " वह मेरे पुत्र के जैसा है क्योंकि मैं ने उसको यीशु में विश्वास करना सिखाया है" या "मेरा सच्चा आत्मिक पुत्र जो यीशु में विश्वास करता है"
(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 तीमुथियुस 04:6-8](rc://en/tn/help/2ti/04/06)
* [प्रे.का. 06:7](rc://en/tn/help/act/06/07)
* [गलतियों 02: 20-21](rc://en/tn/help/gal/02/20)
* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18)
* [2 तीमुथियुस 4:7](rc://hi/tn/help/2ti/04/07)
* [प्रे.का. 6:7](rc://hi/tn/help/act/06/07)
* [गलतियों 2: 20-21](rc://hi/tn/help/gal/02/20)
* [याकूब 2:20](rc://hi/tn/help/jas/02/20)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र बेटे को लेकर बलिदान के रूप में मार डालो
* __[31:07](rc://en/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु) पतरस से कहा, "तुम थोड़े __विश्वास__ वाले व्यक्ति, तुमने शक क्यों किया?"
* __[32:16](rc://en/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तुम्हारे __विश्वास__ ने तुमको चंगा किया है। शान्ति से जा।"
* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा।
* __[5:6](rc://hi/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र पुत्र को लेकर मेरे निमित्त बलि कर दे
* __[31:7](rc://hi/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु ने) पतरस से कहा, "हे अल्प- __विश्वासी__ तू ने संदेह क्यों किया?"
* __[32:16](rc://hi/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तेरे __विश्वास__ ने तुझे चंगा किया है। शान्ति से जा।"
* __[38:9](rc://hi/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तरे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H529, H530, G1680, G3640, G4102, G6066
* स्ट्रोंग्स: H0529, H0530, G16800, G36400, G41020, G60660

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@ -1,11 +1,11 @@
# देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप।
* झूठे देवी-देवता अस्तित्ववान नहीं हैं। यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है।
* मनुष्य अपने झूठे देवी देवताओं को प्रकट करने के लिए मूर्तियां बनाता है।
* मनुष्य कभी-कभी वस्तुओं की मूर्तियाँ बना कर अपने झूठे देवी देवताओं का प्रतिरूप तैयार कर लेता है।
* बाइबल में परमेश्वर के लोग बार-बार उसकी अवज्ञा करके इन झूठे देवी-देवताओं की पूजा करने लगे थे।
* दुष्टात्माएं मनुष्यों को धोखा देती हैं कि वे विश्वास करें कि जिन झूठे ईश्वरों और मूर्तियों की वे पूजा करते हैं उनमें शक्ति है।
* बाल, दगोन, मोलेक, ये तीन उन अनेक झूठे ईश्वरों में थे जिनकी पूजा बाइबल युग में की जाती थी।
@ -13,11 +13,11 @@
एक मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं ताकि वे इसकी पूजा कर सकें। कुछ को "मूर्तिपूजक" के रूप में वर्णित किया जाता है यदि इसमें एक सच्चे परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को सम्मान देना शामिल है।
मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं कि वे उसकी पूजा कर सकें। "मूर्तिपूजक" उस किसी को भी कहा जाता है जो एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान दे|
* लोग उन झूठे देवताओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए मूर्तियाँ बनाते हैं जिनकी वे पूजा करते हैं।
* ये झूठे देवता नहीं होते हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है।
* कभी-कभी दुष्टात्मा एक मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही वह ऐसा करता हो।
* ये झूठे देवता कुछ नहीं हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है।
* कभी-कभी दुष्टात्मा मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही न हो।
* मूर्तियों को अक्सर सोने, चांदी, कांस्य या महंगी लकड़ी जैसी मूल्यवान सामग्रियों से बनाया जाता है।
* एक "मूर्तिपूजक राज्य" का अर्थ है, "उन लोगों का राज्य जो मूर्तियों की पूजा करते हैं" या "उन लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।"
* शब्द "मूर्तिमान आकृति" एक "नक्काशीदार छवि" या "मूर्ति" का दूसरा शब्द है।
@ -30,30 +30,38 @@
* लक्षित भाषा या आसपास की भाषा में “ईश्वर” या “झूठे ईश्वर” के लिए कोई शब्द होगा।
* “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है।
* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का उपयोग किया जाता है। अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है
* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द का आरम्भ छोटे अक्षर 'g' से और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का आरम्भ बड़े 'G' से किया जाता है । अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है
* एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है।
* कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त का उपयोग किया जाता है।
* कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त शब्द का उपयोग किया जाता है।
(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [अशेरा](../names/asherim.md), [बाल](../names/baal.md), [मोलेक](../names/molech.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [दुष्ट आत्मा](../kt/demon.md), [छवि](../other/image.md),[राज्य](../other/image.md), [पूजा](../other/image.md))
(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [अशेरा](../names/asherim.md), [बाल](../names/baal.md), [मोलेक](../names/molech.md), [दुष्ट आत्मा](../kt/demon.md), [मूर्ती](../other/image.md) [राज्य](../other/kingdom.md), [पूजा](../other/image.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [उत्पत्ति 35:2](rc://hi/tn/help/gen/35/02)
* [निर्गमन 32:1](rc://hi/tn/help/exo/32/01)
* [भजन. 31:6](rc://hi/tn/help/psa/031/06)
* [भजन. 81:8-10](rc://hi/tn/help/psa/081/008)
* [यशायाह 44:20](rc://hi/tn/help/isa/44/20)
* [प्रे.का. 7:41](rc://hi/tn/help/act/07/41)
* [प्रे.का. 7:43](rc://hi/tn/help/act/07/43)
* [प्रे.का. 15:20](rc://hi/tn/help/act/15/20)
* [प्रे.का. 19:27](rc://hi/tn/help/act/19/27)
* [रोमियों 2:22](rc://hi/tn/help/rom/02/22)
* [गलातियों 4:8-9](rc://hi/tn/help/gal/04/08)
* [गलातियों 5:19-21](rc://hi/tn/help/gal/05/19)
* [कुलुस्सियों 3:5](rc://hi/tn/help/col/03/05)
* [1 थिस्स्लुनीकियों 1:9](rc://hi/tn/help/1th/01/09)
* [प्रे.का. 07:43](rc://en/tn/help/act/07/43)
* [प्रे.का. 19:26-27](rc://en/tn/help/act/19/26)
* [गलतियों 4: 8- 9](rc://en/tn/help/gal/04/08)
* [उत्पत्ति 35: 1-3](rc://en/tn/help/gen/35/01)
* [यशायाह 44:20](rc://en/tn/help/isa/44/20)
* [भजन-संहिता 081:8-10](rc://en/tn/help/psa/081/008)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
* __[10:2](rc://hi/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है।
* __[13:4](rc://hi/tn/help/obs/13/04)__ परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को __ईश्वर__ करके न मानना।
* __[14:2](rc://hi/tn/help/obs/14/02)__ उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए।
* __[10:02](rc://en/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है।
* __[13:04](rc://en/tn/help/obs/13/04)__ परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को __ईश्वर__ करके न मानना।
* __[14:02](rc://en/tn/help/obs/14/02)__ उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए।
* __इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के __देवता__ की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे __देवताओं__ के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे।
* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के __देवता__ की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__ परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे __देवताओं__ के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712
* स्ट्रोंग्स: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712

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# अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अनुग्रह” अर्थात चुनना। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का पक्ष लेता है, वह उस व्यक्ति को सकारात्मक रूप में देखता है और उस व्यक्ति को अन्यों के अपेक्षा ज्यादा लाभ देता है।
“अनुग्रह” शब्द का अर्थ सामान्यतः अनुमोदन होता है| मनुष्य किसी पर अनुग्रह करता है तो वह उसको विश्वास का मान प्रदान करता है और उसका अनुमोदन करता है
* ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया।
* ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात परमेश्वर और मनुष्य दोनों ने उसके चरित्र और उसके आचरण का अनुमोदन किया।
* किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन कना।
* किसी का “अनुग्रह पात्र होना”, इसका अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन किया जाना।
* राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है।  
* राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है और उसके पक्ष में आज्ञा दे दी है।  
* "पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो।
* "अनुग्रह" किसी की और या किसी के लिए लाभ के निमित्त अन्ग्विन्यास या कार्य भी हो सकता है|
* “विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है।
* “पक्षपात” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक पक्ष लेने की मनोवृति| इसका अर्थ है, एक व्यक्ति को दुसरे या एक वस्तु को दूसरी से अधिक वरीयता प्रदान करने की मनोवृति क्योंकि वह मनुष्य या वस्तु अधिक मनभावन होती है| पक्षपात को सामान्यतः अनुचित माना जाता है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद “आशिष” या “लाभ” हो सकता है।
* “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” का अनुवाद “परमेश्वर के अनुग्रह का वर्ष” हो सकता है।
* शब्द "पक्षपात" का अनुवाद "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार" के रूप में किया जा सकता है। \* यह शब्द "पसंदीदा" शब्द से संबंधित है, जिसका अर्थ है "जो पसंद किया गया है या सर्वश्रेष्ठ प्यार करता है।"
* “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, "अनुमोदन" या “आशिष” या “लाभ”
* “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “वह वर्ष (समय) जब यहोवा विपुल आशीष देगा"
* शब्द "पक्षपात" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार|" यह शब्द "मन पसंद" से संबंधित है, जिसका अर्थ है, सबसे अधिक वरीयता प्रदान करना|
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 02:25-26](rc://en/tn/help/1sa/02/25)
* [2 इतिहास 19:6-7](rc://en/tn/help/2ch/19/06)
* [2 कुरिन्थियों 01:11](rc://en/tn/help/2co/01/11)
* [प्रे.का. 24:26-27](rc://en/tn/help/act/24/26)
* [उत्पत्ति 41:14-16](rc://en/tn/help/gen/41/14)
* [उत्पत्ति 47:25-26](rc://en/tn/help/gen/47/25)
* [उत्पत्ति 50:4-6](rc://en/tn/help/gen/50/04)
* [1 शमूएल 2:25-26](rc://hi/tn/help/1sa/02/25)
* [2 इतिहास 19:7](rc://hi/tn/help/2ch/19/07)
* [2 कुरिन्थियों 1:11](rc://hi/tn/help/2co/01/11)
* [प्रे.का. 24:27](rc://hi/tn/help/act/24/27)
* [उत्पत्ति 41:16](rc://hi/tn/help/gen/41/16)
* [उत्पत्ति 47:25](rc://hi/tn/help/gen/47/25)
* [उत्पत्ति 50:5](rc://hi /tn/help/gen/50/05)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5869, H5922, H6213, H6437, H6440, H6491, H7521, H7522, H7965, G1184, G3685, G4380, G5485, G5486
* स्ट्रोंग्स: H0995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5922, H6213, H6437, H6440, H7521, H7522, H7965, G11840, G36850, G43800, G43820, G54850, G54860

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@ -1,27 +1,27 @@
# सहभागिता #
# सहभागिता
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, एक सी रूचियों और अनुभवों के लोगों में।
सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है, किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, जो एक सी रूचियों और अनुभवों को साझा करते हैं।
* बाइबल में “सहभागिता” शब्द मसीह के विश्वासियों की एकता के संदर्भ में काम में लिया गया है।
* मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो एक दूसरे के साथ रखा जाता है जो मसीह और पवित्र-आत्मा के साथ संबन्ध से उत्पन्न होता है
* आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा को सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे।
* विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी है।
* मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो विश्वासी मसीह के साथ और पवित्र आत्मा के द्वारा एक दूसरे के साथ रखते हैं
* आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे।
* विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी सहभागिता रखते है
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “सहभागिता के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “आपस में बाँटना” या “संबन्ध” या “संगति” या “मसीही समुदाय”
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 01:3-4](rc://en/tn/help/1jn/01/03)
* [प्रे.का. 02:40-42](rc://en/tn/help/act/02/40)
* [फिलिप्पियों 01:3-6](rc://en/tn/help/php/01/03)
* [फिलिप्पियों 02:1-2](rc://en/tn/help/php/02/01)
* [फिलिप्पियों 03:8-11](rc://en/tn/help/php/03/08)
* [भजन संहिता 055:12-14](rc://en/tn/help/psa/055/012)
* [1 यूहन्ना 1:3-4](rc://hi/tn/help/1jn/01/03)
* [प्रे.का. 2:40-42](rc://hi/tn/help/act/02/40)
* [फिलिप्पियों 1:3-6](rc://hi/tn/help/php/01/03)
* [फिलिप्पियों 2:1](rc://hi/tn/help/php/02/01)
* [फिलिप्पियों 3:10](rc://hi/tn/help/php/03/10)
* [भजन संहिता 55:12-14](rc://hi/tn/help/psa/055/012)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790
* स्ट्रोंग्स: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790

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@ -1,30 +1,30 @@
# पवित्र आत्मा से भर गए #
# पवित्र आत्मा से भर गए
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“आत्मा से भर गए” प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि पवित्र आत्मा मनुष्य को शक्ति देता है कि परमेश्वर की इच्छा पूरी करे।
“आत्मा से भर गए” यह लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति है जिसका उपयोग किसी मनुष्य के सन्दर्भ में किया जाता है तो उसका अर्थ है, कि पवित्र आत्मा उस मनुष्य को सामर्थ्य प्रदान करता है कि वह परमेश्वर की इच्छा पूरी करे।
* “भर जाना” एक वाक्शैली है जिसका अर्थ प्रायः “नियंत्रित होना” होता है।
* मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं, जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं।
* मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं", जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए सहायता हेतु उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा प्रकट हो कि पवित्र आत्मा विवश कर रहा है।
* इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा प्रकट हो कि पवित्र आत्मा किसी काम के लिए मनुष्य को विवश कर रहा है।
* “वह पवित्र आत्मा से भर गया” का अनुवाद “वह पूर्णतः पवित्र आत्मा के सामर्थ्य में जी रहा था” या “वह पवित्र आत्मा की पूर्ण अगुआई में था” या “पवित्र आत्मा उसकी अगुआई कर रहा था”।
* यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य पवित्र आत्मा को अपने जीवन का नियंत्रण एवं प्रभाव सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए।
* यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य अपने जीवन का नियंत्रण एवं अधिकार पवित्र आत्मा को सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए।
(यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 04:29-31](rc://en/tn/help/act/04/29)
* [प्रे.का. 05:17-18](rc://en/tn/help/act/05/17)
* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08)
* [लूका 01:14-15](rc://en/tn/help/luk/01/14)
* [लूका 01:39-41](rc://en/tn/help/luk/01/39)
* [लूका 04:1-2](rc://en/tn/help/luk/04/01)
* [प्रे.का. 4:31](rc://hi/tn/help/act/04/31)
* [प्रे.का. 5:17](rc://hi/tn/help/act/05/17)
* [प्रे.का. 6:8-9](rc://hi/tn/help/act/06/08)
* [लूका 1:15](rc://hi/tn/help/luk/01/15)
* [लूका 1:39-41](rc://hi/tn/help/luk/01/39)
* [लूका 4:1-2](rc://hi/tn/help/luk/04/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G40, G4130, G4137, G4151
* स्ट्रोंग्स: G00400, G41300, G41370, G41510

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@ -1,35 +1,35 @@
# माँस #
# माँस,देह
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
बाइबल में “माँस” मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों का ंदर्भ दता है।
बाइबल में “माँस” शब्द का सन्दर्भ, मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों से है।
* बाइबल “माँस” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी करती है जिसके द्वारा सब मनुष्यों या सब पशुओं का उल्लेख करती है।
* नये नियम में “माँस” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के लिए काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः आत्मिक स्वभाव के विपरीत किया जाता है।
* “अपना माँस और लहू” किसी के साथ लहू के संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते।
* इसका संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है।
* “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध से भी है
* बाइबल में “देह” शब्द लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया गया है जो सम्पूर्ण मानव जाति या सब प्राणियों के सन्दर्भ में है|
* नये नियम में “देह” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के सन्दर्भ में काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः मनुष्य के आत्मिक स्वभाव की विषमता में किया गया है|
* “अपना माँस और लहू” किसी के साथ जीव संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते आदि
* "मांस और लहू", इस अभिव्यक्ति का संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है।
* “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध में स्त्री-पुरुष का एक होना
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* पशु की देह के संदर्भ में शरीर का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस”
* पशु के शरीर के संदर्भ में "देह" का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस”
* जब सब प्राणियों के संदर्भ में काम में लिया जाए तो इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “जीवित प्राणी” या “सब जीवित वस्तुएं”।
* जब मनुष्यों के लिए सामान्य उपयोग किया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य” या “मानव जाति” या “सब जीवित लोग”
* “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में यह शब्द "पूर्वजों" या “वंशज” हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" के समान है
* अभिव्यक्ति "एक माँस बन गया" का अनुवाद "यौन एकजुट" या "एक शरीर के रूप में हो" या "शरीर और आत्मा में एक व्यक्ति के समान हो" के रूप में किया जा सकता है। इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए कि यह परियोजना भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)). यह भी समझना चाहिए कि यह लाक्षणिक है, और इसका अर्थ यह नहीं है कि एक पुरुष और स्त्री जो "एक तन होंगे" का शाब्दिक रूप से एक व्यक्ति बन गया है
* “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में इस शब्द का अर्थ, "पूर्वजों" या “वंशजों भी हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में ऎसी अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" की समानार्थक हो
* इस अभिव्यक्ति "एक देह होंगे" का अनुवाद हो सकता है, "यौन एकता" या "एक शरीर स्वरुप होना" या "शरीर और आत्मा में ऐसे हो जाना जैसे एक मनुष्य हों|" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद जांच कर सुनिश्चित किया जाना है कि वह परियोजना की भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: [व्यंजना](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism)). यह भी समझना आवश्यक है कि यह लाक्षणिक भाषा है | इसका अर्थ यह नहीं है कि पुरुष और स्त्री जो "एक देह होंगे", वे वास्तव में एक मनुष्य बन जाएंगे
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:15-17](rc://en/tn/help/1jn/02/15)
* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://en/tn/help/2jn/01/07)
* [इफिसियों 06:12-13](rc://en/tn/help/eph/06/12)
* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15)
* [उत्पत्ति 02:24-25](rc://en/tn/help/gen/02/24)
* [यूहन्ना 01:14-15](rc://en/tn/help/jhn/01/14)
* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17)
* [रोमियो 08:6-8](rc://en/tn/help/rom/08/06)
* [1 यूहन्ना 2:16](rc://hi/tn/help/1jn/02/16)
* [2 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/2jn/01/07)
* [इफिसियों 6:12](rc://hi/tn/help/eph/06/12)
* [गलातियों 1:16](rc://hi/tn/help/gal/01/16)
* [उत्पत्ति 2:24](rc://hi/tn/help/gen/02/24)
* [यूहन्ना 1:14](rc://hi/tn/help/jhn/01/14)
* [मत्ती 16:17](rc://hi/tn/help/mat/16/17)
* [रोमियो 8:8](rc://hi/tn/help/rom/08/08)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G2907, G4559, G4560, G4561
* स्ट्रोंग्स: H0829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G29070, G45590, G45600, G45610

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@ -1,33 +1,33 @@
# मूर्ख, मुर्ख लोग, मूर्खता
# मूर्ख, मूढ, मूर्खता
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“मूढ़” अर्थात अनुचित चुनाव करनेवाला विशेष करके अवज्ञा का चुनाव करनेवाला। “मूर्ख” शब्द निर्बुद्धि मनुष्य या व्यवहार का वर्णन करता है।
“मूढ़” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो प्रायः अनुचित चुनाव करता है, विशेष करके आज्ञा न मानने का चुनाव करना| "मूर्ख" शब्द उस मनुष्य का या आचरण का वर्णन करता है जो बुद्धीमानी का नहीं है|
* बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता था या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विपरीत तुलना प्रायः उस मनुष्य से की गई है जो परमेश्वर में विश्वास करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है।
* भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता या उसकी आज्ञाएं नहीं मानता है। वह सृष्टि में परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है।
* पुराने नियम की पुस्तक नीतिवचन में भी मूर्ख या मूढ़ का चरित्र चित्रण दिया गया है।
* “मूर्खता” वह कार्य है जो निर्बुद्धि का है क्योंकि वह कार्य परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है। “मूर्खता” का अभिप्राय बेतुका या खतरनाक भी होता है।
* बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विषमता में उस मनुष्य को दर्शाया गया है जो बुद्धीमान है अर्थात, जो परमेश्वर पर भरोसा रखता है और उसकी आज्ञाओं को मानता है|
* भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है। वह परमेश्वर की सृष्टि में, परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है।
* पुराने नियम की पुस्तक, नीतिवचन में भी अनेक वर्णन हैं कि मूर्ख या मूढ़ मनुष्य कैसा होता है।
* “मूर्खता” शब्द उस कार्य के सन्दर्भ में है जो बुद्धीमानी का नहीं है क्योंकि वह परमेश्वर की इच्छा के विरुद्ध है| "मूर्खता" का अर्थ प्रायः ऎसी बात से सम्बंधित होता है जो हास्यजनक या जोखिमभरी होती है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अमुक्त मनुष्य” किया जा सकता है।
* “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अक्त मनुष्य” किया जा सकता है।
* “मूर्ख” के अनुवाद रूप हैं, “समझ में कम” या “निर्बुद्धि” या “मन्द बुद्धि”।
(यह भी देखें: [बुद्धिमान](../kt/wise.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [सभोपदेशक 01:16-18](rc://en/tn/help/ecc/01/16)
* [इफिसियों 05:15-17](rc://en/tn/help/eph/05/15)
* [गलातियों 03:1-3](rc://en/tn/help/gal/03/01)
* [उत्पत्ति 31:26-28](rc://en/tn/help/gen/31/26)
* [मत्ती. 07:26-27](rc://en/tn/help/mat/07/26)
* [मत्ती. 25:7-9](rc://en/tn/help/mat/25/07)
* [नीतिवचन 13:15-16](rc://en/tn/help/pro/13/15)
* [भजन-संहिता 049:12-13](rc://en/tn/help/psa/049/012)
* [सभोपदेशक 1:17](rc://hi/tn/help/ecc/01/17)
* [इफिसियों 5:15](rc://hi/tn/help/eph/05/15)
* [गलातियों 3:3](rc://hi/tn/help/gal/03/03)
* [उत्पत्ति 31:28](rc://hi/tn/help/gen/31/28)
* [मत्ती. 7:26](rc://hi/tn/help/mat/07/26)
* [मत्ती. 25:8](rc://hi/tn/help/mat/25/08)
* [नीतिवचन 13:16](rc://hi/tn/help/pro/13/16)
* [भजन-संहिता 49:13](rc://hi/tn/help/psa/049/013)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H191, H196, H200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G453, G454, G781, G801, G877, G878, G2757, G3150, G3154, G3471, G3472, G3473, G3474, G3912
* स्ट्रोंग्स: H0191, H0196, H0200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G04530, G04540, G07810, G08010, G08770, G08780, G27570, G31500, G31540, G34710, G34720, G34730, G34740, G39120

View File

@ -1,52 +1,56 @@
# क्षमा कर, क्षमा करता, क्षमा किया, क्षमा #
# क्षमा करना, क्षमाप्राप्त, क्षमा, क्षमादान
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उसके प्रति बैरभाव नहीं रखना जिसने कोई हानिकारक काम किया है। “क्षमा” किसी को क्षमा करने का कार्य है
किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उससे बैर नहीं रखना चाहे उसने पीड़ादायक व्यवहार किया हो| "क्षमा" किसी को दोषमुक्त करने का कार्य है|
* किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड न देना।
* इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग का अर्थ है “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “अपराध क्षमा करना”
* किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए उसको दण्ड न देना।
* लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अर्थ है, “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “ऋण क्षमा करना”
* मनुष्य जब पापों को स्वीकार करता है तब परमेश्वर क्रूस पर यीशु के बलिदान की मृत्यु पर आधारित उन्हें क्षमा कर देता है।
* यीशु ने अपने शिष्यों को शिक्षा दी कि जैसे उसने उन्हें क्षमा किया है वैसे ही वे भी दूसरों को क्षमा करें।
शब्द "क्षमादान" का अर्थ है क्षमा करना और किसी को उसके पाप की सज़ा न देना।
* इस शब्द का एक ही अर्थ है "माफ़ करना" लेकिन इसमें किसी को दोषी न मानने के लिए औपचारिक निर्णय का अर्थ भी शामिल हो सकता है।
* कानून की अदालत में, एक न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है।
* भले ही हम पाप के दोषी हैं, लेकिन यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उनकी मृत्यु के आधार पर नरक में दंडित किए जाने से क्षमा किया
* इस शब्द का अर्थ वही है जो "क्षमा करने" का है परन्तु इसमें दोषी को दंड न देने के औपचारिक निर्णय का भाव भी समाहित हो सकता है।
* न्यायालय में, न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है।
* यद्यपि हम पाप के दोषी हैं, यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उसकी मृत्यु के आधार पर हमारे नरक के दंड को क्षमा कर देता है
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “माफी” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “विरूद्ध कुछ न रखना
* शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है "नाराजगी न रखने का अभ्यास" या "किसी को निर्दोष घोषित करना" या "क्षमा करने का कार्य"।
* यदि भाषा के पास क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए क शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमा" करने के लिए किया जा सकता है।
* प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष मार्जन” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “(किसी के) विरूद्ध मन में कुछ न रखना।"
* शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "न पछताने का अभ्यास" या "(किसी को) निर्दोष घोषित करना" या "क्षमादान का कार्य"।
* यदि भाषा में क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए कोई शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमादान" के अनुवाद में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [दोष](../kt/guilt.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:12-14](rc://en/tn/help/1jn/02/12)
* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20)
* [कुलुस्सियों 03:12-14](rc://en/tn/help/col/03/12)
* [इफिसियों 04:31-32](rc://en/tn/help/eph/04/31)
* [उत्पत्ति 50:15-17](rc://en/tn/help/gen/50/15)
* [यशायाह 55:6-7](rc://en/tn/help/isa/55/06)
* [यहोशू 24:19-20](rc://en/tn/help/jos/24/19)
* [लूका 05:20-21](rc://en/tn/help/luk/05/20)
* [गिनती 14:17-19](rc://en/tn/help/num/14/17)
* [भजन संहिता 025:17-19](rc://en/tn/help/psa/025/017)
* [उत्पत्ति 50:17](rc://hi/tn/help/gen/50/17)
* [गिनती 14:17-19](rc://hi/tn/help/num/14/17)
* [व्यवस्थाविवरण 29:20-21](rc://hi/tn/help/deu/29/20)
* [यहोशू 24:19-20](rc://hi/tn/help/jos/24/19)
* [2 राजाओं 5:17-19](rc://hi/tn/help/2ki/05/17)
* [भजन संहिता 25:11](rc://hi/tn/help/psa/025/11)
* [भजन संहिता 25:17-19](rc://hi/tn/help/psa/025/017)
* [यशायाह 55:6-7](rc://hi/tn/help/isa/55/06)
* [यशायाह 40:2](rc://hi/tn/help/isa/40/02)
* [लूका 5:21](rc://hi/tn/help/luk/05/21)
* [प्रे.का. 8:22](rc://hi/tn/help/act/08/22)
* [इफिसियों 4:31-32](rc://hi/tn/help/eph/04/31)
* [कुलुस्सियों 3:12-14](rc://hi/tn/help/col/03/12)
* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु एसाव याकूब को पहले ही __माफ़ कर__ चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
* __[13:15](rc://en/tn/help/obs/13/15)__ मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को __क्षमा कर__ दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें __क्षमा किया__
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे __क्षमा किया__
* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग ह, और परमेश्वर उनका अधर्म __क्षमा करेगा__
* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार __क्षमा__ करूँ?”
* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ __क्षमा कर दिया__
* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की __क्षमा__ के लिये बहाया जाता है।
* __[7:10](rc://hi/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु एसाव याकूब को पहले ही __क्षमा__ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
* __[13:15](rc://hi/tn/help/obs/13/15)__ मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को __क्षमा__ कर दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें __क्षमा किया__
* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे __क्षमा किया__
* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग होंगे, और परमेश्वर उनका अधर्म __क्षमा करेगा__
* __[29:1](rc://hi/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार __क्षमा__ करूँ?”
* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ __क्षमा कर दिया__
* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की __क्षमा__ के लिये बहाया जाता है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3722, H5375, H5545, H5546, H5547, G859, G863, G5483
* H5546, H5547, H3722, H5375, H5545, H5547, H7521, G859, G863, G5483

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@ -1,8 +1,8 @@
# पूरा कर, पूरा हुआ, सिद्ध किया
# पूरा करना, पूरा हुआ, सिद्ध किया
## परिभाषा:
“पूरा कर” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना।
“पूरा करना” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना।
* जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने भविष्यद्वाणी में जो कहा था उसे पूरा किया।
* यदि मनुष्य अपनी प्रतिज्ञा या शपथ पूरी करता है तो इसका अर्थ है कि उसने जो कहा था उसे निभाया।
@ -11,31 +11,31 @@
## अनुवाद के सुझाव:
*प्रकरण के अनुसार, "पूरा करना" का अनुवाद हो सकता है, “संपन्न करना” या “पूर्ण करना” या “सिद्ध होने का कारण उत्पन्न करना" या “आज्ञा मानना” या “क्रियान्वन करना”
* “पूरा किया जा चुका” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है”
* "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन" या "निभाना" या "अभ्यासरत होना" “अपनी सेवा पूरी करो” इसका अनुवाद हो सकता है, “पूर्ण करो” या “निभाओ” या “मनुष्यों की सेवा वैसी करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”।
* “पूरा हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है”
* "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन करो" या "निभाओ" या "अभ्यासरत हो जाओ" या “मनुष्यों की सेवा वैसे ही करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”।
(यह भी देखें: [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [मसीह](../kt/christ.md), [सेवक](../kt/minister.md), [बुलाहट](../kt/call.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 राजा 02:26-27](rc://hin/tn/help/1ki/02/27)
* [प्रे.का. 03:17-18](rc://hin/tn/help/act/03/17)
* [लैव्यव्यवस्था 22:17-19](rc://hin/tn/help/lev/22/17)
* [लूका 04:21](rc://hin/tn/help/luk/04/21)
* [मत्ती 01:22-23](rc://hin/tn/help/mat/01/22)
* [मत्ती 05:17](rc://hin/tn/help/mat/05/17)
* [भजन संहिता 116:12-15](rc://hin/tn/help/psa/116/012)
* [1 राजाओं 2:26-27](rc://hi/tn/help/1ki/02/27)
* [प्रे.का. 3:17-18](rc://hi/tn/help/act/03/17)
* [लैव्यव्यवस्था 22:17-19](rc://hi/tn/help/lev/22/17)
* [लूका 4:21](rc://hi/tn/help/luk/04/21)
* [मत्ती 1:22-23](rc://hi/tn/help/mat/01/22)
* [मत्ती 5:17](rc://hi/tn/help/mat/05/17)
* [भजन संहिता 116:12-15](rc://hi/tn/help/psa/116/012)
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[24:4](rc://hin/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना__ न वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।”
* __[40:3](rc://hin/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।”
* __[42:7](rc://hin/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ अवश्य है।"
* __[43:5](rc://en/hin/help/obs/43/05)__ यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण __पूरी होती__ है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।”
* __[43:7](rc://hin/tn/help/obs/43/07)__यह भाविश्द्वानी __पूरी हुई__ ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’
* __[44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा।
* __[24:4](rc://hi/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना__ न वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।”
* __[40:3](rc://hi/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।”
* __[42:7](rc://hi/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ अवश्य है।"
* __[43:5](rc://hi/tn/help/obs/43/05)__ यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण __पूरी होती__ है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।”
* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__यह भाविश्द्वानी __पूरी हुई__ ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’
* __[44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा।
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1214, H5487, G1096, G4138
* स्ट्रोंग्स: H1214, H5487, G10960, G41380

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@ -1,28 +1,28 @@
# अन्यजाति
## तथ्य: ##
## तथ्य:
"अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे।
* बाइबल में “खतनारहित” शब्द भी प्रतीकात्मक रूप से अन्यजातियों के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वे इस्राएलियों के समान अपने बालकों का खतना नहीं करते थे।
* परमेश्वर ने यहूदियों को अपने लिए अलग करके चुन लिया था, इसलिए यहूदी अन्य लोगों को बाहरी लोग मानते थे जो कभी परमेश्वर के लोग नहीं हो सकते थे।
* यहूदियों को इतिहास में अलग-अलग समयों पर “इस्राएली” या “इब्रानी” कहा गया है अन्य सबको वे “अन्यजाति” कहते थे।
* अन्यजाति का अनुवाद “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी” हो सकता है।
* परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थी।
* अन्यजाति शब्द का अनुवाद हो सकता है, “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी”
* परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थी
(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [याकूब](../names/jacob.md), [यहूदी](../kt/jew.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 09:13-16](rc://en/tn/help/act/09/13)
* [प्रे.का. 14:5-7](rc://en/tn/help/act/14/05)
* [गलातियों 02:15-16](rc://en/tn/help/gal/02/15)
* [लूका 02:30-32](rc://en/tn/help/luk/02/30)
* [मत्ती 05:46-48](rc://en/tn/help/mat/05/46)
* [मत्ती 06:5-7](rc://en/tn/help/mat/06/05)
* [रोमियो 11:25](rc://en/tn/help/rom/11/25)
* [प्रे.का. 9:13-16](rc://hi/tn/help/act/09/13)
* [प्रे.का. 14:5-7](rc://hi/tn/help/act/14/05)
* [गलातियों 2:16](rc://hi/tn/help/gal/02/16)
* [लूका 2:32](rc://hi/tn/help/luk/02/32)
* [मत्ती 5:47](rc://hi/tn/help/mat/05/47)
* [मत्ती 6:5-7](rc://hi/tn/help/mat/06/05)
* [रोमियो 11:25](rc://hi/tn/help/rom/11/25)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1471, G1482, G1484, G1672
* स्ट्रोंग्स: H1471, G14820 , G14840, G16720

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@ -1,35 +1,35 @@
# दान, भेंटों #
# वरदान, दान, भेंटें
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
दान” अर्थात किसी को दी गई या चढ़ाई गई वस्तु। दान देने में बदले में किसी बात के लिए जाने की या किसी वस्तु के दिए जाने की आशा नहीं की जाती है।
भेंट” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में है जो किसी को दी जाती है या चढ़ाई जाती है| भेंट, बदले में कुछ पाने की अपेक्षा के बिना दी जाती है।
* पैसा, भोजन, वस्त्र आदि गरीबों को दिए जाते हैं तो उन्हें “दान” कहते हैं।
* बाइबल में परमेश्वर को चढ़ाई गई वस्तु या बलि को “भेंट” कहते हैं।
* उद्धार का दान परमेश्वर यीशु में विश्वास के द्वारा हमें देता है।
* नये नियम में शब्द “वरदान” जो परमेश्वर द्वारा दी गई विशेष आत्मिक क्षमताएं हैं जो परमेश्वर विश्वासियों को अन्य लोगों की सेवा के निमित्त देता है
* उद्धार का दान परमेश्वर हमें यीशु में विश्वास के द्वारा देता है।
* नये नियम में शब्द “वरदान” शब्द का उपयोग उन विशिष्ट आत्मिक शक्तियों के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर सब विश्वासियों को दता है कि अन्य लोगों की सेवा के निमित्त काम में लें
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “भेंट” क सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।”
* मनुष्य की योग्यता या वरदान के संदर्भ में जो परमेश्वर देता है, “पवित्र-आत्मा का वरदान” इसका अनुवाद हो सकता है, “आत्मिक क्षमता” या “पवित्र-आत्मा से प्राप्त विशेष क्षमता” या “परमेश्वर प्रदत्त विशेष आत्मिक प्रवीणता।”
* “भेंट” के अनुवाद के लिए सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।”
* किसी के पास परमेश्वर प्रदत्त वरदान या विशेष शक्ति है तो उस परिप्रेक्ष्य में "आत्मा का वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "आत्मिक क्षमता" या "पविय्र आत्मा से प्राप्त विशिष्ट क्षमता" या "विशिष्ठ आत्मिक योग्यता जो परमेश्वर ने दी|"
(यह भी देखें: [आत्मा](../kt/spirit.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 12:1-3](rc://en/tn/help/1co/12/01)
* [2 शमूएल 11:6-8](rc://en/tn/help/2sa/11/06)
* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20)
* [प्रे.का. 10:3-6](rc://en/tn/help/act/10/03)
* [प्रे.का. 11:17-18](rc://en/tn/help/act/11/17)
* [प्रे.का. 24:17-19](rc://en/tn/help/act/24/17)
* [याकूब 01:17-18](rc://en/tn/help/jas/01/17)
* [यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/jhn/04/09)
* [मत्ती 05:23-24](rc://en/tn/help/mat/05/23)
* [मत्ती 08:4](rc://en/tn/help/mat/08/04)
* [1 कुरिन्थियों 12:1](rc://hi/tn/help/1co/12/01)
* [2 शमूएल 11:8](rc://hi/tn/help/2sa/11/08)
* [प्रे.का. 8:20](rc://hi/tn/help/act/08/20)
* [प्रे.का. 10:4](rc://hi/tn/help/act/10/04)
* [प्रे.का. 11:17](rc://hi/tn/help/act/11/17)
* [प्रे.का. 24:17](rc://hi/tn/help/act/24/17)
* [याकूब 1:17](rc://hi/tn/help/jas/01/17)
* [यूहन्ना 4:9-10](rc://hi/tn/help/jhn/04/09)
* [मत्ती 5:23](rc://hi/tn/help/mat/05/23)
* [मत्ती 8:4](rc://hi/tn/help/mat/08/4)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G334, G1390, G1394, G1431, G1434, G1435, G3311, G5486
* स्ट्रोंग्स: H0814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G03340, G13900, G13940, G14310, G14340, G14350, G33110, G54860

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# महिमा, महिमामय, गौरव
# महिमा, महिमामय, महिमान्वित करना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
सामान्यतः “महिमा” का अर्थ है, सम्मान, वैभव तथा अति महानता। जिसमें महिमा हो वह "महिमामय" कहलाता है।
"महिमा" शब्द अवधारणाओं के पूर्ण कुल के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है अर्थात,मान,महत्त्व, प्रतिष्ठा,सम्मान,वैभव या गौरव आदि के लिए| "महिमा" शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु को महिमा का श्रेय देना या प्रकट करना या वर्णन करना कि कोई वस्तु या मनुष्य कैसा वैभवशाली है।
* कभी-कभी "महिमा" का अर्थ महान मूल्य एवं महत्व भी होता है। अन्य संदर्भों में इसका भावार्थ, वैभव, कान्ति या न्याय भी होता है।
* उदाहरण के लिए, "चरवाहों की महिमा" का अर्थ रसीला चरागाहों को दर्शाता है जहां उनके भेड़ों को खाने के लिए बहुत घास होता है।
* महिमा विशेष करके परमेश्वर का वर्णन करने में काम में ली जाती है क्योंकि वह संपूर्ण ब्रह्माण्ड में सबसे अधिक महिमामय है उसके व्यक्तित्व में हर एक बात उसकी महिमा और उसका वैभव प्रकट करती है।
* अभिव्यक्ति "महिमा करने के लिए" का अर्थ है कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना
* बाईबल में, "महिमा" शब्द विशेष करके परमेश्वर के वर्णन हेतु काम में लिया गया है क्योंकि वह सम्पूर्ण ब्रहमांड में सबसे अधिक माननीय, अधिक योग्य, अधिक महत्वपूर्ण, अधिक सम्मानित, अधिक वैभवशाली, अधिक गौरवशाली है| उसके गुणों की हर एक बात उसकी महिमा का वर्णन करती है|
*मनुष्य उसके द्वारा किए गए अद्भुत कामों का वर्णन करके उसकी महिमा कर सकते हैं| वे परमेश्वर के गुणों के अनुरूप जीवन निर्वाह करके परमेश्वर की महिमा कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से अन्य मनुष्यों पर उसका मान, सम्मान, महत्त्व, प्रतिष्ठा, वैभव और महातम्य प्रकट होता है|
* यह अभिव्यक्ति "में महिमान्वन" का अर्थ है, डींग मारना या किसी बात पर घमंड करना| कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप, “वैभव” या “तेज” या “प्रतापी” या “अति महानता” या “परम मूल्य” हो सकते हैं।
### पुराना नियम
* पुराने नियम में यह विशिष्ट उक्ति, "यहोवा का तेज" प्रायः किसी स्थान विशेष में यहोवा के दृष्टिगम्य प्रकटीकरण के सन्दर्भ में है|
### नया नियम
* पिता परमेश्वर पुत्र परमेश्वर के महिमान्वन में सब लोगों पर प्रकट करेगा कि यीशु कैसा महिमामय है|
* वह हर एक जन जो मसीह में विश्वास करता है, उसके साथ महिमान्वित किया जाएगा| यहाँ "महिमान्वन" शब्द का अर्थ अद्वैत है| इसका अर्थ है कि जब मसीह में विश्वास करने वाले पुनर्जीवित किए जाएंगे तब उनका शरीर बदल कर यीशु के उस शरीर के सामान हो जाएगा जो पुनरुत्थान के बाद उसका था|
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वैभव” या “तेज” या “प्रताप” या “महातम्य” या “परम मूल्य”
* “महिमामय” का अनुवाद “महिमा से पूर्ण” या “अत्यधिक मूल्यवान” या “तीव्र प्रकाशमान” या “भयानक वैभव” किया जा सकता है।
* "परमेश्वर की महिमा" की अभिव्यक्ति "परमेश्वर की महानता का सम्मान" या "उसकी महिमा के कारण परमेश्वर की स्तुति" या "दूसरों को बताओं कि महान परमेश्वर कितना महान है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
* अभिव्यक्ति "महिमा" का अनुवाद "प्रशंसा" या "में अभिमान" या "घमण्ड" या "आनंद लेना" के रूप में किया जा सकता है।
* "परमेश्वर की महिमा करो", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की महानता का सम्मान करो" या "परमेश्वर के वैभव के कारण उसकी स्तुति करो" या "दूसरों को बताओं कि परमेश्वर कैसा महान है।"
* इस अभिव्यक्ति " में महिमा" का अनुवाद हो सकता है, "स्तुति" या "में गर्व करना" या "घमण्ड करना" या "में प्रसन्न होना।"
* "महिमान्वन करना" का अनुवाद हो सकता है, "महिमा का कारण हो" या "महिमा प्रकट करो" या "महान प्रकट होने का कारण उत्पन्न करो"
* यह अभिव्यक्ति, "परमेश्वर का महिमान्वन करो"; इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की स्तुति करो" या "परमेश्वर की महानता का वर्णन करो" या "प्रकट करो कि परमेश्वर कैसा महान है" या "(आज्ञापालन द्वारा) परमेश्वर का सम्मान करो"
* "महिमान्वित हो" का अनुवाद हो सकता है, "महामहिम दिखाए जाओ" या "स्तुति योग्य हो" या "प्रतिष्ठित हो"
(यह भी देखें: [महिमा करना](../kt/glorify.md), सम्मान, ऐश्वर्य, उच्चाटन, पालन, प्रशंसा)
(यह भी देखें: [सम्मान](../kt/honor.md), [वैभवmajesty](../kt/majesty.md), [प्रतिष्ठा करना](../kt/exalt.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [स्तुति करना](../other/praise.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [निर्गमन 24:17](rc://en/tn/help/exo/24/17)
* [गिनती 14:9-10](rc://en/tn/help/num/14/09)
* [यशायाह 35:02](rc://en/tn/help/isa/35/02)
* [लूका 18:43](rc://en/tn/help/luk/18/43)
* [लूका 02:09](rc://en/tn/help/luk/02/09)
* [युहन्ना 12:28](rc://en/tn/help/jhn/12/28)
* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13)
* [प्रे.का 07:1-3](rc://en/tn/help/act/07/01)
* [रोमियों 08:17](rc://en/tn/help/rom/08/17)
* [1 कुरिन्थियों 06:19-20](rc://en/tn/help/1co/06/19)
* [फिलिपियों 02:14-16](rc://en/tn/help/php/02/14)
* [फिलिपियों 04:19](rc://en/tn/help/php/04/19)
* [कुलुसियों 03:1-4](rc://en/tn/help/col/03/01)
* [1 थिस्लुनिकियों 02:05](rc://en/tn/help/1th/02/05)
* [याकूब 02:1-4](rc://en/tn/help/jas/02/01)
* [1 पतरस 04:15-16](rc://en/tn/help/1pe/04/15)
* [प्रका. 15:04](rc://en/tn/help/rev/15/04)
* [निर्गमन 24:17](rc://hi/tn/help/exo/24/17)
* [गिनती 14:9-10](rc://hi/tn/help/num/14/09)
* [यशायाह 35:2](rc://hi/tn/help/isa/35/02)
* [लूका 18:43](rc://hi/tn/help/luk/18/43)
* [लूका 2:9](rc://hi/tn/help/luk/02/09)
* [युहन्ना 12:28](rc://hi/tn/help/jhn/12/28)
* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13)
* [प्रे.का 7:1-3](rc://hi/tn/help/act/07/01)
* [रोमियों 8:17](rc://hi/tn/help/rom/08/17)
* [1 कुरिन्थियों 6:19-20](rc://hi/tn/help/1co/06/19)
* [फिलिपियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/php/02/14)
* [फिलिपियों 4:19](rc://hi/tn/help/php/04/19)
* [कुलुसियों 3:1-4](rc://hi/tn/help/col/03/01)
* [1 थिस्लुनिकियों 2:5](rc://hi/tn/help/1th/02/05)
* [याकूब 2:1-4](rc://hi/tn/help/jas/02/01)
* [1 पतरस 4:15-16](rc://hi/tn/help/1pe/04/15)
* [प्रका. 15:4](rc://hi/tn/help/rev/15/04)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[23:07](rc://en/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की __महिमा__ और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।”
* __[25:06](rc://en/tn/help/obs/25/06)__ फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका __वैभव__ दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।”
* __[37:01](rc://en/tn/help/obs/37/01)__ यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की __महिमा__ के लिये है।
* __[37:08](rc://en/tn/help/obs/37/08)__ यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की __महिमा__ को देखेगी?”
* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की __महिमा__ और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।”
* __[25:6](rc://hi/tn/help/obs/25/06)__ फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका __वैभव__ दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।”
* __[37:1](rc://hi/tn/help/obs/37/01)__ यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की __महिमा__ के लिये है।
* __[37:8](rc://hi/tn/help/obs/37/08)__ यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की __महिमा__ को देखेगी?”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597, G1391, G1392, G1740, G1741, G2744, G4888
* स्ट्रोंग्स: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597,
G13910, G13920, G17400, G17410, G27440, G48880

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# परमेश्‍वर #
# परमेश्‍वर
## तथ्य: ##
## तथ्य:
बाइबल में “परमेश्‍वर” का संदर्भ शाश्वत जीव से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्‍वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्‍वर का नाम यहोवा है।
बाइबल में “परमेश्‍वर” का संदर्भ शाश्वत प्राणी से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्‍वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्‍वर का नाम यहोवा है।
* परमेश्‍वर सदा से है, जब कुछ भी नहीं था तब परमेश्‍वर था और वह अनन्त काल तक रहेगा।
* वही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है और उसका अधिकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर है।
* परमेश्‍वर धार्मिकता में सिद्ध, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्यायी, दयालु और प्रेमी है।
* वह वाचा रखनेवाला परमेश्‍वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है।
* मनुष्य को परमेश्‍वर की उपासना हेतु बनाया गया था और उसे सदैव उसी की उपासना करना चाहिए।
* वह वाचा निभाने वाला परमेश्‍वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है।
* मनुष्यों को परमेश्‍वर की उपासना हेतु बनाया गया था और वही एकमात्र है जिसकी उपासना करना मनुष्यों के लिए आवश्यक है|
* परमेश्‍वर ने अपना नाम “यहोवा” बताया है जिसका अर्थ है, “वह है” या “मैं हूँ” या “जो हमेशा से है।”
* बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना मनुष्य करता है।
* बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना करना मनुष्य की भूल है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “अलौकिक प्राणी”।
* “परमेश्वर” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अलौकिक सृजनहार” या “अनन्त परम प्रधान प्रभु” या “शाश्वत अलौकिक प्राणी”
* ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए एक शब्द है। यदि है तो सुनिश्चित करें कि उस शब्द में एकमात्र सच्चे परमेश्वर के गुण प्रकट है, जैसा ऊपर व्यक्त किया गया है।
* अनेक भाषाओं में परमेश्‍वर शब्द का प्रथम अक्षर बड़ा कर दिया जाता है कि वह झूठे ईश्वरों से भिन्न करा जा सके।
* इस अन्तर को प्रकट करने के लिए परमेश्‍वर और ईश्वर शब्दों को दो भिन्न अक्षरों द्वारा व्यक्त किया जाए।
* “मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्‍वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।”
* “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “सर्वोच्च प्राणी” या सर्वोच्च सृजनहार" या "अनंत परमप्रधान प्रभु" या "अनंत सर्वोच्च अस्तित्व"
* ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए उसका कोई एक शब्द है। यदि है तो महत्वपूर्ण होगा कि सुनिश्चित किया जाए कि वह शब्द एकमात्र सच्चे परमेश्वर के उन गुणों के अनुरूप है जिनका उल्लेख ऊपर किया गया है।
* अनेक भाषाओं में एकमात्र सच्चे परमेश्‍वर के लिए प्रयुक्त शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा कर दिया जाता है की झूठे देवताओं के लिए काम में लिए गए शब्द से भिन्न हो| इस अंतर को प्रकट करने की एक और विधि है, "परमेश्वर" और "देवताओं" के लिए अलग-अलग शब्दों का प्रयोग किया जाए\ टिप्पणी: बाईबल के लेखों में, जब कोई मनुष्य जो यहोवा की उपासना नहीं करता है, यहोवा की बात करते समय "ईश्वर" शब्द का प्रयोग करता है तो यहोवा के सन्दर्भ में इस शब्द को बिना बड़े अक्षर के लिखना स्वीकार्य है| (देखें योना 1:6, 3:9)
* “मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे”, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्‍वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।”
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [बनाने](../other/creation.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
(यह भी देखें: [रचना](../other/creation.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूह. 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05)
* [1 शमूएल 10:7-8](rc://en/tn/help/1sa/10/07)
* [1 तीमुथियुस 04:9-10](rc://en/tn/help/1ti/04/09)
* [कुलुस्सियों 01: 15-17](rc://en/tn/help/col/01/15)
* [व्य. 29:14-16](rc://en/tn/help/deu/29/14)
* [एज्रा 03:1-2](rc://en/tn/help/ezr/03/01)
* [उत्पत्ति 01: 1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01)
* [होशे 04:11-12](rc://en/tn/help/hos/04/11)
* [यशा. 36:6-7](rc://en/tn/help/isa/36/06)
* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18)
* [यिर्मयाह 05:4-6](rc://en/tn/help/jer/05/04)
* [यूह. 01:1-3](rc://en/tn/help/jhn/01/01)
* [यहोशू 03:9-11](rc://en/tn/help/jos/03/09)
* [[विलापना 03:40-43](rc://en/tn/help/lam/03/40)
* [मीका 04:4-5](rc://en/tn/help/mic/04/04)
* [फिलिप्पुस 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05)
* [नीतिवचन 24:11-12](rc://en/tn/help/pro/24/11)
* [भजन-संहिता 047:8-9](rc://en/tn/help/psa/047/008)
* [1 यूह. 1:7](rc://hi/tn/help/1jn/01/07)
* [1 शमूएल 10:7-8](rc://hi/tn/help/1sa/10/07)
* [1 तीमुथियुस 4:10](rc://hi/tn/help/1ti/04/10)
* [कुलुस्सियों 1: 16](rc://hi/tn/help/col/01/16)
* [व्य. 29:14-16](rc://hi/tn/help/deu/29/14)
* [एज्रा 3:1-2](rc://hi/tn/help/ezr/03/01)
* [उत्पत्ति 1:2](rc://hi/tn/help/gen/01/02)
* [होशे 4:11-12](rc://hi/tn/help/hos/04/11)
* [यशा. 36:6-7](rc://hi/tn/help/isa/36/06)
* [याकूब 2:20](rc://hi/tn/help/jas/02/20
* [यिर्मयाह 5:5](rc://hi/tn/help/jer/05/05)
* [यूह. 1:3](rc://hi/tn/help/jhn/01/03)
* [यहोशू 3:9-11](rc://hi/tn/help/jos/03/09)
* [[विलाप 3:43](rc://hi/tn/help/lam/03/43)
* [मीका 4:5](rc://hi/tn/help/mic/04/05)
* [फिलि. 2:6](rc://hi/tn/help/php/02/06)
* [नीतिवचन 24:12](rc://hi /tn/help/pro/24/12)
* [भजन-संहिता 47:9](rc://hi/tn/help/psa/047/09)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[01:01](rc://en/tn/help/obs/01/01)__ __परमेश्वर__ ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया।
* __[01:15](rc://en/tn/help/obs/01/15)__ __परमेश्वर__ ने अपनी छवि में आदमी और औरत को बनाया।
* __[05:03](rc://en/tn/help/obs/05/03)__ "मैं __परमेश्वर__ सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा।
* __[09:14](rc://en/tn/help/obs/09/14)__ __परमेश्वर__ ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का __परमेश्वर__, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है
* __[10:02](rc://en/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा __परमेश्वर__ यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है।
* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा __परमेश्वर__ है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[22:07](rc://en/tn/help/obs/22/07)__ और तू हे बालक, __परमप्रधान परमेश्वर__ का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा।
* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ ” केवल एक ही __परमेश्वर__ है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता __परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
* __[25:07](rc://en/tn/help/obs/25/07)__ "कि ‘तू प्रभु अपने __परमेश्वर__ को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह __परमेश्वर__ है।"
* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन __परमेश्वर__ ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा __परमेश्वर__ के साथ रहेगा।
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ लेकिन एक दिन __परमेश्वर__ एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी।
* __[1:1](rc://hi/tn/help/obs/01/01)__ __परमेश्वर__ ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया।
* __[1:15](rc://hi/tn/help/obs/01/15)__ __परमेश्वर__ ने अपने रूप में पुरुष और स्त्री को बनाया।
* __[5:3](rc://hi/tn/help/obs/05/03)__ "मैं __परमेश्वर__ सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा।
* __[9:14](rc://hi/tn/help/obs/09/14)__ __परमेश्वर__ ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का __परमेश्वर__, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है
* __[10:2](rc://hi/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा __परमेश्वर__ यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है।
* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा __परमेश्वर__ है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[22:7](rc://hi/tn/help/obs/22/07)__ और तू हे बालक, __परमप्रधान परमेश्वर__ का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा।
* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ ” केवल एक ही __परमेश्वर__ है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता __परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
* __[25:7](rc://hi/tn/help/obs/25/07)__ "कि ‘तू प्रभु अपने __परमेश्वर__ को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह __परमेश्वर__ है।"
* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन __परमेश्वर__ ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा __परमेश्वर__ के साथ रहेगा।
* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ लेकिन एक दिन __परमेश्वर__ एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H136, H305, H410, H426, H430, H433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G112, G516, G932, G935, G1096, G1140, G2098, G2124, G2128, G2150, G2152, G2153, G2299, G2304, G2305, G2312, G2313, G2314, G2315, G2316, G2317, G2318, G2319, G2320, G3361, G3785, G4151, G5207, G5377, G5463, G5537, G5538
* स्ट्रोंग्स: H0136, H0305, H0410, H0426, H0430, H0433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G01120, G05160, G09320, G09350, G10960, G11400, G20980, G21240, G21280, G21500, G21520, G21530, G22990, G23040, G23050, G23120, G23130, G23140, G23150, G23160, G23170, G23180, G23190, G23200, G33610, G37850, G41510, G52070, G53770, G54630, G55370, G55380

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# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता #
# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता
## तथ्य: ##
## तथ्य:
यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। उसी अर्थ के साथ एक और शब्द "पिता" है, जो सबसे अधिक बार प्रयोग किया जाता था जब यीशु उससे बात कर रहा था
यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। इसी का एक और सहार्थी शब्द है, "पिता" है, जिसका सर्वाधिक प्रयोग यीशु ने किया जब वह उसका सन्दर्भ देता था|
* परमेश्वर, पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
* परमेश्वर का अस्तित्व पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर में है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही परमेश्वर हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
* पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा।
* जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “पिता परमेश्वर” का सर्वोत्तम अनुवाद, “पिता” शब्द हो सकता है, उसी शब्द के साथ जो भाषा में स्वाभाविक रूप से एक मानव पिता का उल्लेख करने के लिए उपयोग करता है।
* “स्वर्गीय पिता” का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है।
* आमतौर पर जब "पिता" का पूंजीकरण होता है, तो परमेश्वर को संदर्भित करता है।
* “पिता परमेश्वर” इस उक्ति के अनुवाद में सर्वोत्तम युक्ति यो यह होगी कि लक्षित भाषा में जो शब्द सांसारिक पिता के लिए काम में लिया जाता है उसी कप "पिता" शब्द के स्थान में काम में लिया जाए|
* “स्वर्गीय पिता” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में वास करता है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है।
* जब "पिता" शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर से हो तब प्रायः "पिता" शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है|
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [पूर्वजों](../other/father.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 08:4-6](rc://en/tn/help/1co/08/04)
* [1 यूह. 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01)
[1 यूह. 02:22-23](rc://en/tn/help/1jn/02/22)
* [1 यूह. 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01)
* [कुलुस्सियों 01: 1-3](rc://en/tn/help/col/01/01)
* [इफिसियों 05: 18-21](rc://en/tn/help/eph/05/18)
* [लूका 10:22](rc://en/tn/help/luk/10/22)
* [मत्ती 05:15-16](rc://en/tn/help/mat/05/15)
* [मत्ती 23:8-10](rc://en/tn/help/mat/23/08)
* [1 कुरिन्थियों 8:4-6](rc://hi/tn/help/1co/08/04)
* [1 यूह. 2:1](rc://hi/tn/help/1jn/02/01)
[1 यूह. 2:23](rc://hi/tn/help/1jn/02/22)
* [1 यूह. 3:1](rc://hi/tn/help/1jn/03/01)
* [कुलुस्सियों 1: 1-3](rc://hi/tn/help/col/01/01)
* [इफिसियों 5: 18-21](rc://hi/tn/help/eph/05/18)
* [लूका 10:22](rc://hi/tn/help/luk/10/22)
* [मत्ती 5:16](rc://hi/tn/help/mat/05/16)
* [मत्ती 23:9](rc://hi/tn/help/mat/23/09)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने __पिता परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा ।
* __[29:09](rc://en/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा __पिता जो स्वर्ग में है__ , तुम से भी वैसा ही करेगा"
* __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " __पिता__, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।"
* __[40:07](rc://en/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे __पिता__, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।”
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें __पिता__, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ “यीशु अब महिमा में __पिता परमेश्वर__ के दाहिनी ओर बैठा है।"
* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ तब धर्मीलोग अपने __पिता परमेश्वर__ के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने __पिता परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा ।
* __[29:9](rc://hi /tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा __पिता जो स्वर्ग में है__ , तुम से भी वैसा ही करेगा"
* __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " __पिता__, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।"
* __[40:7](rc://hi/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे __पिता__, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।”
* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें __पिता__, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[43:8](rc://hi /tn/help/obs/43/08)__ “यीशु अब महिमा में __पिता परमेश्वर__ के दाहिनी ओर बैठा है।"
* __[50:10](rc://hi /tn/help/obs/50/10)__ तब धर्मीलोग अपने __पिता परमेश्वर__ के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1, H2, G3962
* स्ट्रोंग्स: H0001, H0002, G39620

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# अच्छा, सही, भलाई, प्रसन्न, उत्तम, सबसे अच्छा
# अच्छा, सही, प्रसन्न करने वाला, उत्तम, सबसे अच्छा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अच्छा” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। अनेक भाषाओं में इन भिन्न-भिन्न अर्थों का अनुवाद करने के लिए भिन्न-भिन्न शब्द होंगे।
“अच्छा” शब्द सामान्यतः किसी के गुण-लक्षणों के सकारात्मक मूल्यांकन के सन्दर्भ में होता है, जो प्रायः नैतिक या भावनात्मक भाव में होता है| तथापि, बाईबल में प्रकरण के आधार पर इस शब्द के द्वारा अनेक अवांतर भेद व्यक्त किए जाते हैं|
* सामान्यतः कोई बात अच्छी है यदि वह परमेश्वर के गुण, उद्देश्य और इच्छा के अनुरूप है।
* एक “अच्छी” वस्तु ग्रहणयोग्य, उत्कृष्ट, सहायक, योग्य, लाभकारी या नैतिक औचित्य में होगी।
* भूमि अच्छी है तो वह उपजाऊ एवं उत्पादक होगी।
* “अच्छी” फसल अर्थात विपुल उत्पाद
* एक व्यक्ति अपने काम में "अच्छा" हो सकता है कि वे क्या करते हैं यदि वे अपने काम या पेशे में निपुण हैं, जैसा कि अभिव्यक्ति "एक अच्छा किसान" है।
* बाइबल में “अच्छा” प्रायः बुरे के विपरीत है।
* “भलाई” प्रायः विचारों और कार्य में नैतिकता के आधार पर भला एवं धर्मी होना है।
* परमेश्वर की अच्छाई का अर्थ है मनुष्यों को अच्छी और लाभ की वस्तुएं देना। इसका संदर्भ परमेश्वर की नैतिक सिद्धता से भी है
* कोई वस्तु "अच्छी" है तो वह भावनाओं को अभिभूत करती है और नैतिकता में न्यायोचित होती है, सर्वोचित होती है, अनुकूल या लाभकारी होती है|
* बाईबल में, "अच्छा" का सामान्य अर्थ प्रायः "बुरे" की विषमता में दर्शाया जाता है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए जब भी यह सामान्य शब्द उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो।
* प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दया” या "महाप्रथापी" या “धर्मी” या “नैतिक औचित्य” या “लाभकारी”
* “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि” या “अच्छी फसल” का अनुवाद “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”।
* “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद , “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” हो सकता है।
* लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए, यदि उसका सामान्य अर्थ उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो।
* प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दयालू” या "अति उत्तम" या “परमेश्वर को प्रसन्न करने योग्य” या “न्यायोचित” या "नैतिकता में खरा" या “लाभकारी”
* “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि”; “अच्छी फसल” का अनुवाद हो सकता है, “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”।
* “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद हो सकता है, किसी “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” या किस के लिए "समृद्धी का कारन होना"
* “सब्त के दिन भलाई करना” अर्थात “किसी के लाभ का काम सब्त के दिन करना”।
* प्रकरण के अनुसार “भलाई के अनुवाद”, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता” के रूप हो सकते हैं।
* प्रकरण के अनुसार “भलाई" के अनुवाद हो सकते हैं, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता”
(यह भी देखें: [बुराई](../kt/evil.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [लाभ](../other/profit.md), [धर्मी](../kt/righteous.md))
(यह भी देखें: [धार्मिकता](../kt/righteous.md), [समृद्ध होना](../other/prosper.md), [बुरा](../kt/evil.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22)
* [उत्पत्ति 01:11-13](rc://en/tn/help/gen/01/11)
* [उत्पत्ति 02:9-10](rc://en/tn/help/gen/02/09)
* [उत्पत्ति 02:15-17](rc://en/tn/help/gen/02/15)
* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13)
* [रोमियो 02:3-4](rc://en/tn/help/rom/02/03)
* [गलातियों 5:22-24](rc://hi/tn/help/gal/05/22)
* [उत्पत्ति 1:12](rc://hi/tn/help/gen/01/12)
* [उत्पत्ति 2:9](rc://hi/tn/help/gen/02/09)
* [उत्पत्ति 2:17](rc://hi/tn/help/gen/02/17)
* याकूब [3:13](rc://hi/tn/help/jas/03/13)
* [रोमियो 2:4](rc://hi/tn/help/rom/02/04)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[01:04](rc://en/tn/help/obs/01/04)__ परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह __अच्छी__ है।।
* __[01:11](rc://en/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने __अच्छे__ और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया।
* __[01:12](rc://en/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना __अच्छा__ नहीं है।”
* __ \[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छ__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
* __[08:12](rc://en/tn/help/obs/08/12)__ "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने __भलाई__ के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ यहोशू एक __अच्छा__ अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा __अच्छे__ मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ “हे __उत्तम__ गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे __उत्तम__ क्यों कहता है? जो __उत्तम__ है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है"
* __[1:4](rc://hi/tn/help/obs/01/04)__ परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह __अच्छी__ है।।
* __[1:11](rc://hi/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने __अच्छे__ और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया।
* __[1:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना __अच्छा__ नहीं है।”
* __ \[2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छ__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।"
* __[8:12](rc://hi/tn/help/obs/08/12)__ "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने __भलाई__ के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!"
* __[14:15](rc://hi/tn/help/obs/14/15)__ यहोशू एक __अच्छा__ अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा __अच्छे__ भी थे, जिन्होंने उचित शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ “हे __उत्तम__ गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे __उत्तम__ क्यों कहता है? जो __उत्तम__ है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है"
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H117, H145, H155, H202, H239, H410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G14, G15, G18, G19, G515, G744, G865, G979, G1380, G2095, G2097, G2106, G2107, G2108, G2109, G2114, G2115, G2133, G2140, G2162, G2163, G2174, G2293, G2565, G2567, G2570, G2573, G2887, G2986, G3140, G3617, G3776, G4147, G4632, G4674, G4851, G5223, G5224, G5358, G5542, G5543, G5544
* स्ट्रोंग्स: H0117, H0145, H0155, H0202, H0239, H0410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G00140, G00150, G00180, G00190, G05150, G07440, G08650, G09790, G13800, G20950, G20970, G21060, G21070, G21080, G21090, G21140, G21150, G21330, G21400, G21620, G21630, G21740, G22930, G25650, G25670, G25700, G25730, G28870, G29860, G31400, G36170, G37760, G41470, G46320, G46740, G48510, G52230, G52240, G53580, G55420, G55430, G55440

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@ -1,42 +1,42 @@
# शुभ समाचार, सुसमाचार #
# शुभ सन्देश, सुसमाचार
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“सुसमाचार” शब्द का अर्थ वास्तव में “शुभ सन्देश” है और ऐसे सन्देश एवं घोषणा के संदर्भ में है जो मनुष्यों को लाभ पहुंचाता है या हर्षित करता है।
* बाइबल में यह शब्द क्रूस पर यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर के उद्धार के संदर्भ में प्रायः उपयोग किया जाता है।
* अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का शुभ सन्देश” या “परमेश्वर का शुभ सन्देश” और “राज्य का शुभ सन्देश”।
* अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का सुसमाचार” या “परमेश्वर का सुसमाचार” और “राज्य का सुसमाचार”
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हैं, “शुभ सन्देश”, “शुभ घोषणा” या “परमेश्वर का उद्धार का सन्देश” या “परमेश्वर यीशु के बारे में अच्छी बातें सिखाता है”।
* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार के बारे में क्या कहता है”।
* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार करने के बारे में क्या कहता है”।
(यह भी देखें: [राज्य](../other/kingdom.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [उद्धार](../kt/salvation.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:4-5](rc://en/tn/help/1th/01/04)
* [प्रे.का. 08:25](rc://en/tn/help/act/08/25)
* [कुलुस्सियों 01: 21-23](rc://en/tn/help/col/01/21)
* [गलातियों 01:6-7](rc://en/tn/help/gal/01/06)
* [लूका 08: 1-3](rc://en/tn/help/luk/08/01)
* [मरकुस 01:14-15](rc://en/tn/help/mrk/01/14)
* [फिलिप्पियों 02:22-24](rc://en/tn/help/php/02/22)
* [रोमियो 01:1-3](rc://en/tn/help/rom/01/01)
* [1 थिस्सलुनीकियों 1:5](rc://hi/tn/help/1th/01/05)
* [प्रे.का. 8:25](rc://hi/tn/help/act/08/25)
* [कुलुस्सियों 1: 23](rc://hi/tn/help/col/01/23)
* [गलातियों 1:6](rc://hi/tn/help/gal/01/06)
* [लूका 8: 1-3](rc://hi/tn/help/luk/08/01)
* [मरकुस 1:14](rc://hi/tn/help/mrk/01/14)
* [फिलिप्पियों 2:22](rc://hi/tn/help/php/02/22)
* [रोमियो 1:3](rc://hi/tn/help/rom/01/03)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का __सुसमाचार__ सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
* __[26:03](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को __सुसमाचार__ सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।”
* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का __सुसमाचार__ सुनाया।
* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में __यीशु के बारे में प्रचार__ करने के लिये भेज दिया।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में __यीशु का प्रचार करने__ को गए।
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ __यीशु के सुसमाचार__ को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग __यीशु मसीह के सुसमाचार__ को सुन रहे हैं।
* __[50:02](rc://en/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में __शुभ समाचार__ का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
* __[50:03](rc://en/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को __शुभ समाचार__ सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
* __[23:6](rc://hi/tn/help/obs/23/06)__ तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का __सुसमाचार__ सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को __सुसमाचार__ सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का __सुसमाचार__ प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।”
* __[45:10](rc://hi/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का __सुसमाचार__ सुनाया।
* __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में __यीशु के बारे में प्रचार__ करने के लिये भेज दिया।
* __[47:1](rc://hi/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में __यीशु का प्रचार करने__ को गए।
* __[47:13](rc://hi/tn/help/obs/47/13)__ __यीशु के सुसमाचार__ को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई।
* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग __यीशु मसीह के सुसमाचार__ को सुन रहे हैं।
* __[50:2](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में __शुभ समाचार__ का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
* __[50:3](rc://hi/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को __शुभ समाचार__ सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G2097, G2098, G4283
* स्ट्रोंग्स: G20970, G20980, G42830

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@ -1,32 +1,32 @@
# अनुग्रह, अनुग्रहकारी #
# अनुग्रह, अनुग्रहकारी
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” स मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।
“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” स मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है।
* पापी मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का अनुग्रह एक निर्मोल वरदान है।
* अनुग्रह के विचार में गलत एवं हानि पहुंचानेवाला काम करने वाले मनुष्य को दया दिखाना या क्षमा करना।
* अभिव्यक्ति "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" एक अभिव्यक्ति है जिसका मतलब है कि भगवान से सहायता और दया प्राप्त करना है। इसके अर्थ में किसी से परमेश्वर का प्रसन्न होना और उसकी सहायता करने का भाव निहित होता है।
* "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, परमेश्सेवर से सहायता और दया प्राप्त करना। इसके अर्थ प्रायः यह होता है, परमेश्वर का किसी पर प्रसन्न होना और उसकी सहायता करना|
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “ईश्वरीय दया” या “परमेश्वर की कृपा” या “पापियों के लिए परमेश्वर की दया एवं क्षमा” या “दयालु कृपा”।
* “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “दयालु” या “दयापूर्ण कृपा”।
* “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया दिखाई" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”।
* “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “अनुकम्पा पूर्ण” या “कृपापूर्ण दया”
* “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया की" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”।
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 04:32-33](rc://en/tn/help/act/04/32)
* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08)
* [प्रे.का. 14:3-4](rc://en/tn/help/act/14/03)
* [कुलुस्सियों 04:5-6](rc://en/tn/help/col/04/05)
* [कुलुस्सियों 04:18](rc://en/tn/help/col/04/18)
* [उत्पत्ति 43:28-29](rc://en/tn/help/gen/43/28)
* [याकूब 04:6-7](rc://en/tn/help/jas/04/06)
* [यूहन्ना 01:16-18](rc://en/tn/help/jhn/01/16)
* [फिलिप्पियों 04: 21-23](rc://en/tn/help/php/04/21)
* [प्रकाशितवाक्य 22:20-21](rc://en/tn/help/rev/22/20)
* [प्रे.का. 4:33](rc://hi/tn/help/act/04/33)
* [प्रे.का. 6:8](rc://hi/tn/help/act/06/08)
* [प्रे.का. 14:4](rc://hi/tn/help/act/14/03)
* [कुलुस्सियों 4:6](rc://hi/tn/help/col/04/06)
* [कुलुस्सियों 4:18](rc://hi/tn/help/col/04/18)
* [उत्पत्ति 43:28-29](rc://hi/tn/help/gen/43/28)
* [याकूब 4:7](rc://hi/tn/help/jas/04/07)
* [यूहन्ना 1:16](rc://hi/tn/help/jhn/01/16)
* [फिलिप्पियों 4: 21-23](rc://hi/tn/help/php/04/21)
* [प्रकाशितवाक्य 22:20-21](rc://hi/tn/help/rev/22/20)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G2143, G5485, G5543
* स्ट्रोंग्स: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G21430, G54850, G55430

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@ -10,7 +10,7 @@
## अनुवाद के सुझाव:
* कुछ भाषाओं में “दोष” का अनुवाद “पाप का बोझ” या “पाप का गिनना” किया गया है।
* “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हो सकते हैं, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना”
* “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हों, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना”
(यह भी देखें: [निर्दोष](../kt/innocent.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [पाप](../kt/sin.md))
@ -22,13 +22,13 @@
* [यूहन्ना 19:4](rc://hi/tn/help/jhn/19/04)
* [योना 1:14](rc://hi/tn/help/jon/01/14)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों से उदाहरण:
* __[39:2](rc://hi/tn/help/obs/39/02)__ वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। परन्तु उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी अगुवे यीशु को __दोषी__ सिद्ध नहीं कर पाए।
* __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ के सामने आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस पर चढ़ा।” पिलातुस ने कहा , “मैं इसमें कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु वे और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा “यह __दोषी__ नहीं है।”
* __[40:04](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम __अपराधी__ है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
* __[40:4](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम __अपराधी__ है पर ,यह तो बेगुनाह है।”
* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ अपने ही पापों के कारण, तुम __दोषी__ हो और मृत्यु के योग्य हो।
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, G0338, G1777, G3784, G5267
* स्ट्रोंग्स: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, H7563, G03380, G17770, G37840, G52670

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@ -1,35 +1,35 @@
# अधोलोक, अथाह-कुण्ड #
# अधोलोक, अथाह-कुण्ड
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“अधोलोक” और “अथाह-कुण्ड” बाइबल में मृत्यु के संदर्भ में काम में लिए गए हैं और उस स्थान को दर्शाते हैं जहां मरणोपरान्त मनुष्यों की आत्मायें जाती हैं। इनके अर्थ एक से ही हैं।
“अधोलोक” (यूनानी भाषा का अनुवाद) और “अथाह-कुण्ड” (इब्रानी भाषा का अनुवाद) "अधोलोक" के व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम हैं जिनका अर्थ है, भूमिगत निवास स्थान जहां प्राचीन संस्कृति में माना जाता था कि मनुष्य मरणोपरांत वहाँ जाएगा |
* पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) सामान्यतः मृत्यु के स्थान को दर्शाता है
* नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) परमेश्वर के विद्रोहियों की आत्माओं का स्थान है। इन आत्माओं के लिए कहा गया है कि वे अथाह-कुण्ड में डाली जायेंगी। यह कभी-कभी स्वर्गारोहण के विपरीत विचार व्यक्त करने के लिए है जहां यीशु के विश्वासियों की आत्मायें हैं।
* पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) को व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम या जातिवाचक संज्ञा नाम स्वरुप काम में लिया जा सकता है जिसका अर्थ है, "भूमिगत|"
* नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) यीशु का परित्याग करने वाले मृतकों का स्थान है| नये नियम में लोगों का वर्णन किया गया है कि वे अधोलोक में "नीचे जा रहे हैं|"
## अनुवाद के सुझाव ##
## अनुवाद के सुझाव
* पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान” कुछ अनुवादों में इसे “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है-प्रकरण के अनुसार
* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी “अविश्वासी मृतक आत्माओं का स्थान” या “अविश्वासी मृतकों मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” का उसी भाषा के उच्चारण में ज्यों का त्यों रखा गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* एक वाक्यांश को यह भी समझाने के लिए प्रत्येक शब्द में जोड़ा जा सकता है, ऐसा करने के उदाहरण, "अधोलोक, जगह जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु क स्थान"।
* पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद प्रकरण पर आधारित होता है| कुछ संभावनाएं हैं: “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान”, “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है।
* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी प्रकरण पर आधारित नानाविध है| कुछ संभावित अनुवाद हैं: “अविश्वासी मृतकों की आत्माओं का स्थान”, "मृतकों की पीड़ा का स्थान" या “अविश्वासी मृतक मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्दों को ज्यों का त्यों ही रखा जाता है परन्तु उसके उच्चारण को अनुवाद की भाषा में ध्वनी के अनुरूप व्यक्त किया जाता है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
* इन शब्एदों में से प्रत्येक के साथ वर्णनात्मक वाक्यांश जोड़ा जा सकता है| ऐसा करने के उदाहरण हैं, "अधोलोक, वह स्थान जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु क स्थान"।
(अनुवाद के सुझाव: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(अनुवाद के सुझाव: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md), [कब्र](../other/tomb.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 02:29-31](rc://en/tn/help/act/02/29)
* [उत्पत्ति 44:27-29](rc://en/tn/help/gen/44/27)
* [योना 02:1-2](rc://en/tn/help/jon/02/01)
* [लूका 10:13-15](rc://en/tn/help/luk/10/13)
* [लूका 16:22-23](rc://en/tn/help/luk/16/22)
* [मत्ती 11:23-24](rc://en/tn/help/mat/11/23)
* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17)
* [प्रकाशितवाक्य 01:17-18](rc://en/tn/help/rev/01/17)
* [प्रे.का. 2:31](rc://hi/tn/help/act/02/31)
* [उत्पत्ति 44:29](rc://hi/tn/help/gen/44/29)
* [योना 2:2](rc://hi/tn/help/jon/02/02)
* [लूका 10:15](rc://hi/tn/help/luk/10/15)
* [लूका 16:23](rc://hi/tn/help/luk/16/23)
* [मत्ती 11:23](rc://hi/tn/help/mat/11/23)
* [मत्ती 16:18](rc://hi/tn/help/mat/16/18)
* [प्रकाशितवाक्य 1:18](rc://hi/tn/help/rev/01/18)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H7585, G86
* स्ट्रोंग्स: H7585, G0860

View File

@ -1,39 +1,39 @@
# हृदय, मन #
# हृदय, मन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त पंप करता है। हालाँकि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए काम में लिया गया है।
शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त प्रवाहित करता है। तथापि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए किया गया है।
* “कठोर मन” एक सामान्य अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति हठपूर्वक परमेश्वर को मानने से इंकार करता है।
* “अपने पूरे हृदय से” या “मेरे पूरे मन से” अर्थात बिना आरक्षण, संपूर्ण समर्पण एवं इच्छा से।
* “अपने पूरे हृदय से” या “अपने पूरे मन से” अर्थात, आरक्षण रहित पूर्ण निष्ठा से, समर्पण से, या इच्छा से।
* “मन में बसा लेना” अर्थात किसी बात को गंभीरता से लेते हुए जीवन में आत्मसात कर लेना।
* “दिल टूटना” अर्थात एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बहुत दुखी है। वह व्यक्ति भावनात्मक रूप से बहुत आहत हुआ है।
## अनुवाद के सुझाव ##
## अनुवाद के सुझाव
* कुछ भाषाओं में विचारों के लिए “पेट” या “कलेजा” जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है।
* कुछ भाषाओं में एक विचार के लिए एक शब्द दूसरे विचार के लिए दूसरा शब्द काम में लिया जाता है।
* यदि “हृदय” या अन्य दैहिक अंग इस अर्थ को व्यक्त नहीं कर पाते तो उन भाषाओं में सीधा-सीधा “विचार” या “भावना” या “इच्छा” शब्द काम में लिया जाए।
* प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, या इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”।
* “मन से” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”।
* “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानना”
* “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना”
* प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”।
* “मन में बा लना” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”।
* “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “ या “लगातार परमेश्वर की अवज्ञा करना”
* “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना” या "भावनाओं को गहरी चोट पहुंचना"
(यह भी देखें: [कठोर](../other/hard.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 03:16-18](rc://en/tn/help/1jn/03/16)
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://en/tn/help/1th/02/03)
* [2 थिस्सलुनीकियों 03:13-15](rc://en/tn/help/2th/03/13)
* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20)
* [प्रे.का. 15:7-9](rc://en/tn/help/act/15/07)
* [लूका 08:14-15](rc://en/tn/help/luk/08/14)
* [मरकुस 02:5-7](rc://en/tn/help/mrk/02/05)
* [मत्ती 05:5-8](rc://en/tn/help/mat/05/05)
* [मत्ती 22:37-38](rc://en/tn/help/mat/22/37)
* [1 यूहन्ना 3:17](rc://hi/tn/help/1jn/03/17)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:4](rc://hi/tn/help/1th/02/04)
* [2 थिस्सलुनीकियों 3:13-15](rc://hi/tn/help/2th/03/13)
* [प्रे.का. 8:22](rc://hi/tn/help/act/08/22)
* [प्रे.का. 15:9](rc://hi/tn/help/act/15/09)
* [लूका 8:15](rc://hi/tn/help/luk/08/15)
* [मरकुस 2:6](rc://hi/tn/help/mrk/02/06)
* [मत्ती 5:8](rc://hi/tn/help/mat/05/08)
* [मत्ती 22:37](rc://hi /tn/help/mat/22/37)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G674, G1282, G1271, G2133, G2588, G2589, G4641, G4698, G5590
* स्ट्रोंग्स: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G06740, G12820, G12710, G21330, G25880, G25890, G46410, G46980, G55900

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@ -1,46 +1,46 @@
# स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय #
# स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“स्वर्ग” वह स्थान है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी है।
जिस शब्द का अनुवाद, “स्वर्ग” किया गया है उसका सन्दर्भ प्रायः उस स्थान से है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी हो सकता है।
* “आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते।
* “आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं।
* “आकाशमण्डल” का संदर्भ उन सब से है जिनको हम पृथ्वी के ऊपर देखते हैं, इनमें सूर्य, चाँद और सितारे भी हैं। उसमें ऐसे आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम पृथ्वी से अपरोक्ष देख नहीं सकते हैं
* “आकाश” शब्द पृथ्वी के ऊपर नीली विस्तार से है जिसमें बादल हैं और हमारी श्वास वायु व्याप्त है| सूर्य और चंद्रमा के लिए भी प्रायः कहा जाता है कि वे "ऊपर आकाश में" हैं।
* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है।
* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान से भी होता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” को “स्वर्ग” ही रखा जाए तो उचित है क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है।
* मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” के अनुवाद में “स्वर्ग” को ही रखा जाए क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है।
* “आकाशमण्डल” या “तारागण” का अनुवाद किया जा सकता है, “सूर्य, चाँद और सितारे” या “ब्रह्माण्ड में सब सितारे”।
* “आकाश के तारों” का अनुवाद किया जा सकता है, “आकाश के सितारे” या “मंदाकिनी के सितारे” या “ब्रह्माण्ड के सितारे”
(यह भी देखें: [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 राजा 08:22-24](rc://en/tn/help/1ki/08/22)
* [1 थिस्सलुनीकियों 01:8-10](rc://en/tn/help/1th/01/08)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:16-18](rc://en/tn/help/1th/04/16)
* [व्यवस्थाविवरण 09:1-2](rc://en/tn/help/deu/09/01)
* [इफिसियों 06:9](rc://en/tn/help/eph/06/09)
* [उत्पत्ति 01:1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01)
* [उत्पत्ति 07:11-12](rc://en/tn/help/gen/07/11)
* [यूहन्ना 03:12-13](rc://en/tn/help/jhn/03/12)
* [यूहन्ना 03:27-28](rc://en/tn/help/jhn/03/27)
* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17)
* [मत्ती 05:46-48](rc://en/tn/help/mat/05/46)
* [1 राजा 8:22-24](rc://hi/tn/help/1ki/08/22)
* [1 थिस्सलुनीकियों 1:8-10](rc://hi/tn/help/1th/01/08)
* [1 थिस्सलुनीकियों 4:17](rc://hi/tn/help/1th/04/17)
* [व्यवस्थाविवरण 9:1](rc://hi/tn/help/deu/09/01)
* [इफिसियों 6:9](rc://hi/tn/help/eph/06/09)
* [उत्पत्ति 1:1](rc://hi/tn/help/gen/01/01)
* [उत्पत्ति 7:11](rc://hi/tn/help/gen/07/11)
* [यूहन्ना 3:12](rc://hi/tn/help/jhn/03/12)
* [यूहन्ना 3:27](rc://hi/tn/help/jhn/03/27)
* [मत्ती 5:18](rc://hi/tn/help/mat/05/18)
* [मत्ती 5:46-48](rc://hi/tn/help/mat/05/46)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)__ फिर उन्होंने __स्वर्ग__ तक लंबी चोटी बनाने का निर्माण किया।
* __[14:11](rc://en/tn/help/obs/14/11)__ उसने (परमेश्वर) उन्हें __स्वर्ग__ से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।”
* __[23:07](rc://en/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “__आकाश__ में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।”
* __[29:09](rc://en/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो __स्वर्ग__ में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।”
* __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ तब यीशु ने __स्वर्ग__ की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है।
* __[42:11](rc://en/tn/help/obs/42/11)__ प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद __स्वर्ग__ पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया।
* __[4:2](rc://hi/tn/help/obs/04/02)__ फिर उन्होंने __स्वर्ग__ तक ऊंचा गुम्लंमत बनाना आरम्भ किया।
* __[14:11](rc://hi/tn/help/obs/14/11)__ उसने (परमेश्वर) उन्हें __स्वर्ग__ से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।”
* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “__आकाश__ में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।”
* __[29:9](rc://hi/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो __स्वर्ग__ में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।”
* __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ तब यीशु ने __स्वर्ग__ की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है।
* __[42:11](rc://hi/tn/help/obs/42/11)__ प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद __स्वर्ग__ पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G932, G2032, G3321, G3770, G3771, G3772
* स्ट्रोंग्स: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G09320, G20320, G33210, G37700, G37710, G37720

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@ -1,40 +1,41 @@
# नरक, आग की झील #
# नरक, आग की झील
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है।
नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके सब द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है।
* नरक को आग और घोर पीड़ा का स्थान कहा गया है।
* शैतान और उसके साथ की दुष्टात्माएं अनन्त दण्ड के लिए नरक में डाली जाएंगी।
* जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के लिए दण्ड हेतु नरक में डाला जाएगा।
* जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के दण्ड के लिए नरक में डाला जाएगा।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं।
* कुछ भाषाओं में “आग की झील” का झील शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है।
* “नरक” शब्द का अनुवाद “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान” किया जा सकता है।
* “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है।
* इन शब्दों का अनुवाद संभवतः अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं।
* कुछ भाषाओं में “आग की झील” का "झील" शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है।
* “नरक” शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान”
* “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “(कष्टों की) विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [मृत्यु](../other/death.md), [अधोलोक](../kt/hades.md), [अथाह कुण्ड](../other/abyss.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [याकूब 03:5-6](rc://en/tn/help/jas/03/05)
* [लूका 12:4-5](rc://en/tn/help/luk/12/04)
* [मरकुस 09:42-44](rc://en/tn/help/mrk/09/42)
* [मत्ती 05:21-22](rc://en/tn/help/mat/05/21)
* [मत्ती 05:29-30](rc://en/tn/help/mat/05/29)
* [मत्ती 10:28-31](rc://en/tn/help/mat/10/28)
* [मत्ती 23:32-33](rc://en/tn/help/mat/23/32)
* [मत्ती 25:41-43](rc://en/tn/help/mat/25/41)
* [प्रकाशितवाक्य 20:13-15](rc://en/tn/help/rev/20/13)
* [याकूब 3:6](rc://hi/tn/help/jas/03/06)
* [लूका 12:5](rc://hi/tn/help/luk/12/05)
* [मरकुस 9:42-44](rc://hi/tn/help/mrk/09/42)
* [मत्ती 5:21-22](rc://hi/tn/help/mat/05/21)
* [मत्ती 5:29](rc://hi/tn/help/mat/05/29)
* [मत्ती 10:28-31](rc://hi/tn/help/mat/10/28)
* [मत्ती 23:33](rc://hi/tn/help/mat/23/33)
* [मत्ती 25:41-43](rc://hi/tn/help/mat/25/41)
* [प्रकाशितवाक्य 20:15](rc://hi/tn/help/rev/20/15)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[50:14](rc://en/tn/help/obs/50/14)__ वह (परमेश्वर) उन्हें __नरक__ में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे।
* __[50:15](rc://en/tn/help/obs/50/15)__ वह शैतान को __नरक__ में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया।
* __[50:14](rc://hi/tn/help/obs/50/14)__ वह (परमेश्वर) उन्हें __नरक__ में डालेगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे।
* __[50:15](rc://hi/tn/help/obs/50/15)__ वह शैतान को __नरक__ में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H7585, G86, G439, G440, G1067, G3041, G4442, G4443, G4447, G4448, G5020, G5394, G5457
* स्ट्रोंग्स: H7585, G00860, G04390, G04400, G10670, G30410, G44420, G44430, G44470, G44480, G50200, G53940, G54570

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@ -1,32 +1,32 @@
# पवित्र #
# वह पवित्र
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“पवित्र” बाइबल में एक पनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है।
वह पवित्र” बाइबल में यह एक पनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है।
* “पुराने नियम में यह नाम अधिकतर “इस्राएल का पवित्र” उक्ति में प्रकट होता है।
* नये नियम में यीशु को भी “पवित्र जन” कहा गया है।
* “पवित्र जन” बाइबल में कभी-कभी स्वर्गदूत के लिए काम में लिया गया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* वास्तविक शब्दावली है, “वह पवित्र”("एक" के साथ निहित किया जा रहा है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अंतर्निहित संज्ञा के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") ।
* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किए गए लोग” हो सकता है।
* वाक्यांश "इस्राएल का पवित्र जन" का अनुवाद "पवित्र परमेश्वर जिसे इस्राएल की आराधना करता है" या "पवित्र इस्राएल के शासन करने वाले" के रूप में किया जा सकता है।
* इस शब्द का उत्तम अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश का उपयोग करना है जिसे "पवित्र" का अनुवाद करने के लिए उपयोग किया जाता है
* वास्तविक शब्दावली है, “एकमात्र पवित्र”("एक" शब्द अभिप्रेत है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अभिप्रेत संज्ञा शब्द के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") ।
* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किया गया एकमात्र|"
* "इस्राएल का पवित्र", इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पवित्र परमेश्वर जिसकी इस्राएल आराधना करता है" या "वह पवित्र जो इस्राएल पर राज करता है"
* इस शब्द का अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जाए जो "पवित्र" शब्द के लिए काम में लिया जाता है तो अति उत्तम होगा
(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [परमेश्वर](../kt/god.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:20-21](rc://en/tn/help/1jn/02/20)
* [2 राजा 19:20-22](rc://en/tn/help/2ki/19/20)
* [प्रे.का. 02:27-28](rc://en/tn/help/act/02/27)
* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13)
* [यशायाह 05:15-17](rc://en/tn/help/isa/05/15)
* [यशायाह 41:14-15](rc://en/tn/help/isa/41/14)
* [लूका 04:33-34](rc://en/tn/help/luk/04/33)
* [1 यूहन्ना 2:20](rc://hi/tn/help/1jn/02/20)
* [2 राजा 19:22](rc://hi/tn/help/2ki/19/22)
* [प्रे.का. 2:27](rc://hi/tn/help/act/02/27)
* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13)
* [यशायाह 5:15-17](rc://hi/tn/help/isa/05/15)
* [यशायाह 41:14](rc://hi/tn/help/isa/41/14)
* [लूका 4:33-34](rc://hi/tn/help/luk/04/33)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2623, H376, H6918, G40, G3741
* स्ट्रोंग्स: H2623, H376, H6918, G40, G3741

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@ -1,47 +1,47 @@
# पवित्र आत्मा, परमेश्वर क आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा #
# पवित्र आत्मा, परमेश्वर क आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा
## तथ्य: ##
## तथ्य:
ये सब शब्द पवित्रआत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है।
ये सब शब्द पवित्र आत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा अनंत है।
* पवित्र आत्मा को केवल “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है।
* क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अत्यधिक शुद्ध और नैतिक सिद्धता में है।
* पवित्र आत्मा को “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है।
* क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अपने सब कार्यों में अनंत शुद्धता और नैतिक सिद्धता में है।
* पिता और पुत्र के साथ पवित्र आत्मा भी जगत की रचना में सक्रिय था।
* परमेश्वर पुत्र यीशु जब स्वर्ग लौट गया तब उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा भेजा कि उनकी अगुवाई करे, उन्हें शिक्षा दे, उन्हें शान्ति दे और परमेश्वर की इच्छा पूर्ति के योग्य बनाए।
* पवित्र आत्मा यीशु की अगुआई करता था तथा यीशु में विश्वास करने वालों का भी मार्गदर्शन करता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” शब्दों के अनुवाद से किया जा सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” हो सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” के अनुवाद करने वाले शब्दों के द्वारा किया जा सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” आदि के द्वारा किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md),[भेंट](../kt/gift.md)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 10:9-10](rc://en/tn/help/1sa/10/09)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:7-8](rc://en/tn/help/1th/04/07)
* [प्रे.का. 08:14-17](rc://en/tn/help/act/08/14)
* [गलातियों 05:25-26](rc://en/tn/help/gal/05/25)
* [उत्पत्ति 01:1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01)
* [यशायाह 63:10](rc://en/tn/help/isa/63/10)
* [अय्यूब 33:4-5](rc://en/tn/help/job/33/04)
* [मत्ती. 12:31-32](rc://en/tn/help/mat/12/31)
* [मत्ती. 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18)
* [भजन-संहिता 051:10-11](rc://en/tn/help/psa/051/010)
* [1 शमूएल 10:10](rc://hi/tn/help/1sa/10/010)
* [1 थिस्सलुनीकियों 4:7-8](rc://hi/tn/help/1th/04/07)
* [प्रे.का. 8:17](rc://hi/tn/help/act/08/17)
* [गलातियों 5:25](rc://hi/tn/help/gal/05/25)
* [उत्पत्ति 1:1-2](rc://hi/tn/help/gen/01/01)
* [यशायाह 63:10](rc://hi/tn/help/isa/63/10)
* [अय्यूब 33:4](rc://hi/tn/help/job/33/04)
* [मत्ती. 12:31](rc://hi/tn/help/mat/12/31)
* [मत्ती. 28:18-19](rc://hi/tn/help/mat/28/18)
* [भजन-संहिता 51:10-11](rc://hi/tn/help/psa/051/010)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
* __[01:01](rc://en/tn/help/obs/01/01)__ लेकिन __परमेश्वर की आत्मा__ वहाँ जल के ऊपर थी।
* __[24:08](rc://en/tn/help/obs/24/08)__ और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने __परमेश्वर क आत्मा__ को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा।
* __[26: 1](rc://en/tn/help/obs/26/01)__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए __पवित्र आत्मा__ की शक्ति में लौट आए
* __[26: 3](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ __प्रभु की आत्मा__ मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।"
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ तो जाओ, स्वर्गीय पिता और __पवित्र आत्मा__ के नाम पर उन्हें बपतिस्मा दो, सभी लोगों के समूह के चेले बनाओ और उन्हें उन सभी चीजों का पालन करने के लिए सिखाओ जिसकी मैंने तुमको आज्ञा दी है। "
* __[43:03](rc://en/tn/help/obs/43/03)__ वे सब __पवित्र आत्मा__ से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया।
* __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__ को भेजा है जैसा कि उसने वादा किया था कि वह करेंगे। __पवित्र आत्मा__ उन चीजों का कारण बन रहा है जो आप देख रहे हैं और सुन रहे हैं।"
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें __पवित्र आत्मा__ का दान देगा।।"
* __[45:01](rc://en/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और __पवित्र आत्मा__ और ज्ञान से भरा था।
* __[1:1](rc://hi/tn/help/obs/01/01)__ लेकिन __परमेश्वर का आत्मा__ वहाँ जल के ऊपर थी।
* __[24:8](rc://hi/tn/help/obs/24/08)__ और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने __परमेश्वर क आत्मा__ को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा।
* __[26:1](rc://hi/tn/help/obs/26/01)__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु __पवित्र आत्मा__ की शक्ति में गलील को लौट आया, जहाँ वह रहता था
* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ __प्रभु का आत्मा__ मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।"
* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ तुम जाओ, और सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और पिता और पुत्र और __पवित्र आत्मा__ के नाम में उन्हें बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है मानना सिखाओ|"
* __[43:3](rc://hi/tn/help/obs/43/03)__ वे सब __पवित्र आत्मा__ से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया।
* __[43:8](rc://hi/tn/help/obs/43/08)__ "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__उंडेल दिया है जैसी उसने प्रतिज्ञा की थी। __पवित्र आत्मा__ इन सब का कर्ता है, जो तुम देखते और सुनते हो।"
* __[43:11](rc://hi /tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें __पवित्र आत्मा__ का दान देगा।।"
* __[45:1](rc://hi/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और __पवित्र आत्मा__ और ज्ञान से भरा था।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H3068, H6944, H7307, G40, G4151
* Strong's: H3068, H6944, H7307, G00400, G41510

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# आदर, आदर करना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“आदर” और “आदर करना” का अर्थ है किसी का सम्मान करना, प्रतिष्ठित करना या श्रद्धा अर्पित करना
* आदर उस मनुष्य का किया जा सकता है जो पद में बड़ा हो, महत्वपूर्ण हो जैसे राजा या परमेश्वर।
* परमेश्वर ने मसीहियों को दूसरों का आदर करने का निर्देश दिया है
* परमेश्वर ने मसीहियों को निर्देश दिया कि दूसरों का आदर करें
* सन्तान से अपेक्षा की गई है कि अपने माता-पिता का आदर करें जिसमें उसके सम्मान एवं आज्ञापालन की अपेक्षा भी की गई है।
* “आदर” और महिमा शब्दों के साथ-साथ काम में लिया गया है, विशेष करके यीशु के संदर्भ में। एक ही बात को कहने के ये दो तरीके हैं।
* परमेश्वर का आदर करने का अर्थ है उसे धन्यवाद कहना और उसकी स्तुति करना तथा उसकी आज्ञा मानकर सम्मान प्रगट करना तथा ऐसा जीवन जीना जिससे प्रकट हो कि वह कैसा महान है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना” 
* “आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना”
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(यह भी देखें: [अपमान](../other/dishonor.md), [महिमा](../kt/glory.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [स्तुति करना](../other/praise.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 शमूएल 02:8](rc://en/tn/help/1sa/02/08)
* [प्रे.का. 19:15-17](rc://en/tn/help/act/19/15)
* [यूहन्ना 04:43-45](rc://en/tn/help/jhn/04/43)
* [यूहन्ना 12:25-26](rc://en/tn/help/jhn/12/25)
* [मरकुस 06:4-6](rc://en/tn/help/mrk/06/04)
* [मत्ती 15:4-6](rc://en/tn/help/mat/15/04)
* [1 शमूएल 2:8](rc://hi/tn/help/1sa/02/08)
* [प्रे.का. 19:17](rc://hi/tn/help/act/19/17)
* [यूहन्ना 4:44](rc://hi/tn/help/jhn/04/44)
* [यूहन्ना 12:26](rc://hi/tn/help/jhn/12/26)
* [मरकुस 6:4](rc://hi/tn/help/mrk/06/04)
* [मत्ती 15:6](rc://hi/tn/help/mat/15/06)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G820, G1391, G1392, G1784, G2151, G2570, G3170, G4411, G4586, G5091, G5092, G5093, G5399
* स्ट्रोंग्स: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G08200, G13910, G13920, G17840, G21510, G25700, G31700, G44110, G45860, G50910, G50920, G50930, G53990

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# आशा, आशाएं
# आशा, आशा की
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
आशा यह है कि कुछ होने के लिए दृढ इच्छा है
भविष्य में होने वाली घटना के बारे में आशा या अनिश्चितता या तो निश्चित हो सकती है
आशा का अर्थ है, किसी बात के होने की उत्कट अभिलाषा
आशा में निहित अभिप्राय हो सकता है, किसी भावी घटना की निश्चितता या अनिश्चितता|
* बाइबल में, शब्द "आशा" का "भरोसा"; का अर्थ भी है, जैसा कि "मेरी उम्मीद प्रभु में है।" यह उन लोगों को प्राप्त करने की एक निश्चित उम्मीद को दर्शाता है जो परमेश्वर ने अपने लोगों से वादा किया है
* कभी-कभी यूएलबी शब्द को मूल भाषा में "आत्मविश्वास"; के रूप में तब्दील कर देता है। यह ज्यादातर नए नियम में परिस्थितियों में होता है, जहां लोग जो अपने उद्धारकर्ता के रूप में यीशु पर विश्वास करते हैं, उन्हें परमेश्वर ने वादा किया है उसे प्राप्त करने का आश्वासन (या आत्मविश्वास या आशा) है
* “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात का विश्वास नहीं। इसका मतलब है कि यह वास्तव में बहुत निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा।
* बाइबल में, "आशा" शब्द का एक भावार्थ "भरोसा" भी है, जैसा कि "मेरी आशा प्रभु में है।" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की प्रतिज्ञा की प्राप्ति की निश्चित प्रत्याशा से है जो उसने अपने लोगों से की है|
* कभी-कभी ULT में इस शब्द का शब्दानुवाद मूल भाषा में, "आत्मविश्वास" किया गया है। ऐसा अधिकतर नए नियम में उन परिस्थितियों में होता है, जहां लोग यीशु में उद्धारकर्ता होने का विश्वास करते हैं, उनमें पूर्ण विश्वास (आत्मविश्वास या भरोसा) है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसको वे निश्चय ही प्राप्त करेंगे
* “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात के होने का विश्वास नहीं। इसका अर्थ है कि यह वास्तव में पूर्ण निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* अधिकांश संदर्भों में आशा करना का अनुवाद हो सकता है, “इच्छा करना” या “मनोकामना” या “अपेक्षा करना।”
* अभिव्यक्ति "आशा करने के लिए कुछ नहीं" का अनुवाद "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "कुछ भी अच्छा नहीं की उम्मीद" के रूप में किया जा सकता है
* “कोई आशा नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।”
* अभिव्यक्ति "पर आपकी उम्मीदों को स्थापित किया है"का अनुवाद "आपके आत्मविश्वास में डाल दिया है" या "पर भरोसा किया गया है" के रूप में भी किया जा सकता है।
* वाक्यांश "मुझे आपके शब्द में आशा मिलती है" अनुवाद "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपका शब्द मुझे आपके अंदर भरोसा करने में मदद करता है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे आशीर्वाद मिल जाएगा" के रूप में किया जा सकता है।
* "आशा" उक्ति का अनुवाद, "परमेश्वर में भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो वादा किया है। वह करेगा" या "सुनिश्चित करना के परमेश्वर विश्वासयोग्य है" के रूप में हो सकता है।
* "आशा करने के लिए कुछ नहीं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "किसी भी अच्छी बात की प्रत्याशा नहीं है"
* “आशा ही नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।”
* "की आशा की है"का अनुवाद हो सकता है, "में विश्वास रखा है" या "पर भरोसा रखे हुए है"
* "मुझे आपकी बात सेआशा है" इसका अनुवाद हो सकता है, "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपकी बात मुझे आप पर भरोसा करने में सहायता करती है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे धन्य होने का निश्चय हो जाता है"
* परमेश्वर "में आशा" ऎसी उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर पर भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की हैउसको वह पूरी करेगा" या "निश्चय हो जाना कि परमेश्वर विश्वासयोग्य है"
(यह भी देखें: [आशीष](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)
(यह भी देखें: [आशीष देना](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 इतिहास 29:14-15](rc://en/tn/help/1ch/29/14)
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:17-20](rc://en/tn/help/1th/02/17)
* [प्रे.का. 24:14-16](rc://en/tn/help/act/24/14)
* [प्रे.का. 26:6-8](rc://en/tn/help/act/26/06)
* [प्रे.का. 27:19-20](rc://en/tn/help/act/27/19)
* [कुलुस्सियों 01:4-6](rc://en/tn/help/col/01/04)
* [अय्यूब 11:20](rc://en/tn/help/job/11/20)
* [1 इतिहास 29:14-15](rc://hi/tn/help/1ch/29/14)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:19](rc://hi/tn/help/1th/02/19)
* [प्रे.का. 24:14-16](rc://hi/tn/help/act/24/14)
* [प्रे.का. 26:6](rc://hi/tn/help/act/26/06)
* [प्रे.का. 27:20](rc://hi/tn/help/act/27/20)
* [कुलुस्सियों 1:5](rc://hi/tn/help/col/01/05)
* [अय्यूब 11:20](rc://hi/tn/help/job/11/20)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H982, H983, H986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G91, G560, G1679, G1680, G2070
* स्ट्रोंग्स: H0982, H0983, H0986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G00910, G05600, G16790, G16800, G20700

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## अनुवाद के सुझाव:
* आराधना स्थल के संबन्ध में इस उक्ति का अनुवाद “परमेश्वर की आराधना का भवन” या “परमेश्वर की आराधना का स्थान” किया जा सकता है।
* यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद “मन्दिर(या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” किया जा सकता है जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती है(या “जहा परमेश्वर उपस्थित है” या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”)
* यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “मन्दिर (या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” (या "जहां परमेश्वर उपस्थित रहता है" या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”)
* अनुवाद में "घर" शब्द का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है जिससे कि अर्थ प्रकाशन हो सके कि परमेश्वर वहाँ "निवास" करता है, अर्थात परमेश्वर का आत्मा उस स्थान में है कि उसके लोगों से भेंट करे और उनकी आराधना का आधार हो।
(यह भी देखें: [परमेश्‍वर की प्रजा](../kt/peopleofgod.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md))
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## शब्द तथ्य:
* Strong's: H426, H430, H1004, H1005, H3068, G2316, G3624
* स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1004, H1005, H3068, G23160, G36240

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@ -1,6 +1,6 @@
# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता #
# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“दीन” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको अन्यों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न अभिमानी है। दीनता दीन होने का गुण है।
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* मनुष्य यदि दीन बने तो वह स्वयं को कम महत्व के स्थान में रखता है।
* नम्रता का अर्थ है अपने से अधिक दूसरों की आवश्यकता की सुधि लेना।
* नम्रता का अर्थ यह भी है कि अपने वरदानों तथा योग्यताओं के उपयोग के समय किसी की सेवा में मर्यादा का पालन करना।
* “दीन बनो” का अनुवाद, “निरभिमान होना” हो सकता है।
* “दीन बनो” का अनुवाद, “निरभिमान होना” हो सकता है।
* “परमेश्वर के सम्मुख दीन बनो” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महानता को ग्रहण करके अपनी इच्छा परमेश्वर के आधीन कर दो”।
(यह भी देखें: [घमंड](../other/proud.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [याकूब 01:19-21](rc://en/tn/help/jas/01/19)
* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13)
* [याकूब 04:8-10](rc://en/tn/help/jas/04/08)
* [लूका 14:10-11](rc://en/tn/help/luk/14/10)
* [लूका 18:13-14](rc://en/tn/help/luk/18/13)
* [मत्ती 18:4-6](rc://en/tn/help/mat/18/04)
* [मत्ती 23:11-12](rc://en/tn/help/mat/23/11)
* [याकूब 1:21](rc://hi/tn/help/jas/01/21)
* [याकूब 3:13](rc://hi/tn/help/jas/03/13)
* [याकूब 4:10](rc://hi/tn/help/jas/04/10)
* [लूका 14:11](rc://hi/tn/help/luk/14/11)
* [लूका 18:14](rc://hi/tn/help/luk/18/14)
* [मत्ती 18:4](rc://hi/tn/help/mat/18/04)
* [मत्ती 23:12](rc://hi/tn/help/mat/23/12)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर)__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”
* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
* __[34:10](rc://hi/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G858, G4236, G4239, G4240, G5011, G5012, G5013, G5391
* स्ट्रोंग्स: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G08580, G42360, G42390, G42400, G50110, G50120, G50130, G53910

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@ -2,12 +2,12 @@
## परिभाषा:
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी दिखने के लिए कुछ करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता
“कपट” ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है.
“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी होने का दिखावा करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता
“कपट” शब्द ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है.
* कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छे मनुष्य समझें.
* कपटी मनुष्य प्रायः दूसरों की तो आलोचना करते हैं परन्तु स्वयं वैसे ही पापी काम करते हैं.
* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म के काम ऐसे करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे.
* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म का दिखावा करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे.
* कपटी मनुष्य दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है
## अनुवाद के सुझाव:
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## बाइबल सन्दर्भ:
* [गलातियों 02:13](rc://hi/tn/help/gal/02/13)
* [लूका 06:41-42](rc://hi/tn/help/luk/06/41)
* [गलातियों 2:13](rc://hi/tn/help/gal/02/13)
* [लूका 6:41-42](rc://hi/tn/help/luk/06/41)
* [लूका 12:54-56](rc://hi/tn/help/luk/12/54)
* [लूका 13:15](rc://hi/tn/help/luk/13/15)
* [मरकुस 07:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 06:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01)
* [रोमियो 12:09](rc://hi/tn/help/rom/12/09)
* [मरकुस 7:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06)
* [मत्ती 6:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01)
* [रोमियो 12:9](rc://hi/tn/help/rom/12/09)
## शब्द तथ्य:
* Strongs: H120, H2611, H2612, G505, G5272, G5273
* स्ट्रोंग्स: H0120, H2611, H2612, G05050, G52720, G52730

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@ -1,33 +1,33 @@
# जलन, ईर्ष्या #
# ईर्ष्यालु, ईर्ष्या,डाह
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
जलन” और ईर्ष्या” का संदर्भ संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों में किसी वस्तु या मनुष्य के लिए अपनापन बनाए रखने की प्रबल इच्छा भी है।
ईर्ष्यालु” और ईर्ष्या” का संदर्भ, संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों का सन्दर्भ उस उत्कट अभिलाषा से भी हो सकता है जिसमें कोई किसी वस्तु या मनुष्य पर अपना अधिकार समझता है।
* इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विवाह में विश्वासघाती रहा है।
* बाइबल में इन शब्दों द्वारा प्रजा को शुद्ध रहने और पाप से कलंकित न होने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है।
* परमेश्वर अपने नाम के सम्मान एवं श्रद्धा के लिए भी ईर्ष्यालु है
* किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” के सामानान्त है।
* इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विश्वासघाती जीवन साथी के प्रति उभरता है।
* इस शब्द को जब बाईबल में काम में लिया जाता है तब इनके द्वारा परमेश्वर की प्रजा को शुद्ध और पाप से निष्कलंक रहने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है।
* परमेश्वर अपने नाम के लिए भी ईर्ष्यालु है, उसकी इच्छा है कि उसके नाम का सम्मान हो और एवं श्रद्धा अर्पित की जाए
* इर्ष्या का एक और अर्थ भी है, कोई सफल और अधिक प्रसिद्द हो तो क्रोधित होना| किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” शब्द का सहार्थी है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “जलन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा” या “अपनेपन की इच्छा”
* “ईर्ष्यालु” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा रखने वाला” या “अपनेपन की इच्छा रखने वाला”
* “ईर्ष्या” का अनुवाद “सुरक्षा की प्रबल भावना” या “अपनेपन की भावना”
* परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें तो ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है।
* मनुष्यों के प्रति मनुष्यों की क्रोधपूर्ण भावनाओं के संदर्भ में जब कोई सफल होता है तब “जलना” या “जलन” शब्दों का उपयोग किया जा सकता है। परन्तु ये शब्द परमेश्वर के लिए काम में न लें।
* परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें नकारा्मक भाव प्रकट न ह, ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है।
* मनुष्यों के प्रति, जब कोई सफल होता है तब मनुष्यों की आवेशी भावनाओं के संदर्भ में "ईर्ष्यालु" या "ईर्ष्या" शब्दों का प्रयोग किया जा सकता है। परन्तु इन शब्दों का उपयोग परमेश्वर के लिए न करें।
(यह भी देखें: [ईर्ष्या](../other/envy.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 कुरिन्थियों 12:20-21](rc://en/tn/help/2co/12/20)
* [व्यवस्थाविवरण 05:9-10](rc://en/tn/help/deu/05/09)
* [निर्गमन 20:4-6](rc://en/tn/help/exo/20/04)
* [यहेजकेल 36:4-6](rc://en/tn/help/ezk/36/04)
* [यहोशू 24:19-20](rc://en/tn/help/jos/24/19)
* [नहूम 01:2-3](rc://en/tn/help/nam/01/02)
* [रोमियो 13:13-14](rc://en/tn/help/rom/13/13)
* [2 कुरिन्थियों 12:20](rc://hi/tn/help/2co/12/20)
* [व्यवस्थाविवरण 5:9](rc://hi/tn/help/deu/05/09)
* [निर्गमन 20:5](rc://hi/tn/help/exo/20/05)
* [यहेजकेल 36:5](rc://hi/tn/help/ezk/36/05)
* [यहोशू 24:19](rc://hi/tn/help/jos/24/19)
* [नहूम 01:2-3](rc://hi/tn/help/nam/01/02)
* [रोमियो 13:13](rc://hi/tn/help/rom/13/13)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H7065, H7067, H7068, H7072, G2205, G3863
* स्ट्रोंग्स: H7065, H7067, H7068, H7072, G22050, G38630

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@ -1,60 +1,59 @@
# यीशु, यीशु मसीह, मसीह यीशु #
# यीशु, यीशु ख्रीस्त, मसीह यीशु
## तथ्य: ##
## तथ्य:
यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “मसीह” एक पदनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीह
यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “ख्रीस्त” एक उपनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीह”
ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु मसीह”। इन नामों से बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था।
* ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु ख्रीस्त”। इन नामों द्वारा बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था।
* पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के शाश्वत पुत्र को मनुष्यों में जन्माया| उसकी माता को स्वर्गदूत ने निर्देश दिया था कि उसका नाम "यीशु" रखे क्योंकि वह मनुष्यों को पापों से बचाने के लिए नियत था|
*यीशु ने अनेक चमत्कार किए जिनसे प्रकट हुआ कि वह परमेश्वर है और ख्रीस्त है और मसीह है|
* पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के अनन्त पुत्र को मानव रूप में जन्म दिया। उसके माता से स्वर्गदूत ने कहा था कि उसका नाम “यीशु” रखा जाए क्योंकि उसकी नियति में मनुष्यों का पापमोचन था।
* यीशु ने अनेक चमत्कारी कार्य किए जिससे सिद्ध हो गया था कि वह परमेश्वर है और वह ख्रिस्त या मसीह है।
## अनुवाद के सुझाव:
## अनुवाद के सुझाव: ##
* अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” की वर्तनी ऐसी काम में ली जाती है कि उसका उच्चारण मूल भाषा के निकटतम हो। उदाहरणार्थ, “जेसुक्रिस्तो”, “जीज़स ख्रिस्तसो”, “येसुस क्रिस्तुस” और “हेतुक्रिस्तो” ये कुछ ऐसे तरीके हैं जो इन नामों को विभिन्न भाषाओं में अनुवादित करते हैं।
* “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द था उसके रूप काम में लाते हैं।
* अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” शब्दों को इस प्रकार लिखा जाता है कि उनका उच्चारण और वर्तनी मूल भाषा के यथासंभव निकट रखी जाए| उदाहरणार्थ, "यीसुख्रीस्तो", "जीज़स ख्रीस्तुस", "येसूस क्रिसतुस" और "हेसुक्रिस्तो|' ये कुछ विधियां हैं जो विभिन्न भाषाओं में यीशु के नाम के अनुवाद के लिए काम में ली जाती हैं|
* “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द या उसके रूप काम में लाते हैं।
* स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में भी इन शब्दों की वर्तनी पर ध्यान दें।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [मरियम](../names/mary.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md))
(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [मरियम](../names/mary.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 06:9-11](rc://en/tn/help/1co/06/09)
* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01)
* [1 यूहन्ना 04:15-16](rc://en/tn/help/1jn/04/15)
* [1 तीमुथियुस 01:1-2](rc://en/tn/help/1ti/01/01)
* [2 पतरस 01:1-2](rc://en/tn/help/2pe/01/01)
* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13)
* [2 तीमुथियुस 01:8-11](rc://en/tn/help/2ti/01/08)
* [प्रे.का. 02:22-24](rc://en/tn/help/act/02/22)
* [प्रे.का. 05:29-32](rc://en/tn/help/act/05/29)
* [प्रे.का. 10:36-38](rc://en/tn/help/act/10/36)
* [इब्रानियों 09:13-15](rc://en/tn/help/heb/09/13)
* [इब्रानियों 10:19-22](rc://en/tn/help/heb/10/19)
* [लूका 24:19-20](rc://en/tn/help/luk/24/19)
* [मत्ती 01:20-21](rc://en/tn/help/mat/01/20)
* [मत्ती 04:1-4](rc://en/tn/help/mat/04/01)
* [फिलिप्पियों 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05)
* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://en/tn/help/php/02/09)
* [फिलिप्पियों 04:21-23](rc://en/tn/help/php/04/21)
* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://en/tn/help/rev/01/04)
* [1 कुरिन्थियों 6:11](rc://hi /tn/help/1co/06/11)
* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02)
* [1 यूहन्ना 4:15](rc://hi /tn/help/1jn/04/15)
* [1 तीमुथियुस 1:2](rc://hi /tn/help/1ti/01/02)
* [2 पतरस 1:2](rc://en/tn/help/2pe/01/02 )
* [2 थिस्सलुनीकियों 2:15](rc://hi/tn/help/2th/02/15)
* [2 तीमुथियुस 1:10](rc://hi/tn/help/2ti/01/10 )
* [प्रे.का. 2:23](rc://hi/tn/help/act/02/23)
* [प्रे.का. 5:30](rc://hi/tn/help/act/05/30)
* [प्रे.का. 10:36](rc://hi/tn/help/act/10/36)
* [इब्रानियों 9:14](rc://hi/tn/help/heb/09/14)
* [इब्रानियों 10:22](rc://hi /tn/help/heb/10/22)
* [लूका 24:20](rc://hi /tn/help/luk/24/20)
* [मत्ती 1:21](rc://hi /tn/help/mat/01/21)
* [मत्ती 4:3](rc://hi/tn/help/mat/04/03 )
* [फिलिप्पियों 2:5](rc://hi/tn/help/php/02/05)
* [फिलिप्पियों 2:10](rc://hi/tn/help/php/02/10)
* [फिलिप्पियों 4:21-23](rc://hi /tn/help/php/04/21)
* [प्रकाशितवाक्य 1:6](rc://hi /tn/help/rev/01/06 )
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम __यीशु__ रखना और वह मसीहा होगा।”
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ "तू उसका नाम __यीशु__ रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।"
* __[24:07](rc://en/tn/help/obs/24/07)__ तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि __यीशु__ ने कभी पाप नहीं किया था।
* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने __यीशु__ को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, __यीशु__ पुत्र को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा।
* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__यीशु__ शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया,
* __[26:08](rc://en/tn/help/obs/26/08)__ फिर __यीशु__ गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को __यीशु__ ने चंगा किया।
* __[31:03](rc://en/tn/help/obs/31/03)__ यीशु__ ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया।
* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने __यीशु__ को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
* __[40:08](rc://en/tn/help/obs/40/08)__ अपनी मृत्यु के जरिये__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया।
* __[42:11](rc://en/tn/help/obs/42/11)__ ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। __यीशु__ सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया।
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ __यीशु__ और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। __यीशु__ अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
* __[22:4](rc://hi/tn/help/obs/22/04)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम __यीशु__ रखना और वह मसीहा होगा।”
* __[23:2](rc://hi/tn/help/obs/23/02)__ "तू उसका नाम __यीशु__ रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।"
* __[24:7](rc://hi /tn/help/obs/24/07)__ तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि __यीशु__ ने कभी पाप नहीं किया था।
* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने __यीशु__ को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, और पुत्र __यीशु__ को और पवित्र आत्मा को भी देखा।
* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__यीशु__ शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया,
* __[26:8](rc://hi/tn/help/obs/26/08)__ फिर __यीशु__ गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को __यीशु__ ने चंगा किया।
* __[31:3](rc://hi/tn/help/obs/31/03)__ यीशु__ ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया।
* __[38:2](rc://hi /tn/help/obs/38/02)__ वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने __यीशु__ को मसीहा होने से अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे।
* __[40:8](rc://hi/tn/help/obs/40/08)__ अपनी मृत्यु के द्वारा__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया।
* __[42:11](rc://hi/tn/help/obs/42/11)__ ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। __यीशु__ सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया।
* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ __यीशु__ और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। __यीशु__ अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G2424, G5547
* Strong's: G24240, G55470

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@ -1,43 +1,44 @@
# न्यायी, न्याय
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“न्यायी” और “न्याय” का संदर्भ किसी नैतिक या अनैतिक काम के इस बारे में निर्णय लेने का उल्लेख करते हैं।
“न्यायी” और “न्याय” शब्दों का सन्दर्भ प्रायः निर्णय लेने से है कि कोई बात अच्छी, बुद्धिमानी की, या नयोचित है या नहीं| इन शब्दों का संदर्भ किसी मनुष्य द्वारा निर्णय के परिणाम स्वरुप किए गए कामों से भी हो सकता है- प्रायः किसी बात के विषय निर्णय लेने लेने के परिप्रेक्ष्य में कि वह बुरी, अनुचित या दुष्टता की तो नहीं है|
* “परमेश्वर का न्याय” अर्थात किसी न किसी को पापी के रूप में निंदा करने के उसके निर्णय को संदर्भित करता है।
* "न्यायी" और "न्याय" इन शब्दों का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी को"हानि पहुंचाना" (अधिकतर तब जब परमेश्वर ने निर्णय ले लिया है कि किसी मनुष्य या देश के काम दुष्टता के हैं|)
* “परमेश्वर का न्याय” इस उक्ति का सन्दर्भ प्रायः किसी मनुष्य या वस्तु को पाप का दोषी ठहराने के लिए परमेश्वर के निर्णय के सन्दर्भ में भी होता है|
* परमेश्वर का न्याय प्रायः मनुष्यों को पाप का दण्ड देना होता है।
* “न्याय करने” का अर्थ “दोषी ठहराना” है। परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें।
* “न्याय करना” इसका अर्थ हो सकता है, “दोषी ठहराना|" परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें।
* इसका एक और अर्थ है “के बीच मध्यस्थता” या “दो मनुष्यों का न्याय करना” कि मतभेद में कौन सही है।
* कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों को सम्मानार्थक है।
* “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी क निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है।
* कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों के अनुरूप है।
* “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी क निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “न्याय करना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “निर्णय लेना” या “दोषी ठहराना” या “दण्ड देना” या “आज्ञा देना”
* “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष” के रूप में किया जा सकता है।
* कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय” हो सकता है
* “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष देने” के रूप में किया जा सकता है।
* कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय।"
(यह भी देखें: [आदेश](../other/decree.md), [न्यायी](../other/judgeposition.md), [न्याय क दिन](../kt/judgmentday.md), [उचित](../kt/justice.md), [व्यवस्था](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md))
(यह भी देखें: [आदेश](../other/decree.md), [न्यायी](../other/judgeposition.md), [न्याय क दिन](../kt/judgmentday.md), [उचित](../kt/justice.md), [नियम](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 04:17-18](rc://en/tn/help/1jn/04/17)
* [1 राजा 03:7-9](rc://en/tn/help/1ki/03/07)
* [प्रे.का. 10:42-43](rc://en/tn/help/act/10/42)
* [यशायाह 03:13-15](rc://en/tn/help/isa/03/13)
* [याकूब 02:1-4](rc://en/tn/help/jas/02/01)
* [लूका 06:37](rc://en/tn/help/luk/06/37)
* [मीका 03:9-11](rc://en/tn/help/mic/03/09)
* [भजन संहिता 054:1-3](rc://en/tn/help/psa/054/001)
* [1 यूहन्ना 4:17](rc://hi/tn/help/1jn/04/17)
* [1 राजा 3:9](rc://hi/tn/help/1ki/03/09)
* [प्रे.का. 10:42-43](rc://hi/tn/help/act/10/42)
* [यशायाह 3:14](rc://hi/tn/help/isa/03/14)
* [याकूब 2:4](rc://hi/tn/help/jas/02/04)
* [लूका 6:37](rc://hi /tn/help/luk/06/37)
* [मीका 3:9-11](rc://hi/tn/help/mic/03/09)
* [भजन संहिता 54:1](rc://hi /tn/help/psa/054/01)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, त परमेश्वर उन्हें __दोषी ठहराएगा__ और उन्हें दण्डित करेंगा।
* __[21:08](rc://en/tn/help/obs/21/08)__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का __न्याय__ करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से __न्याय__ करेगा और उचित निर्णय लेगा।
* __[39:04](rc://en/tn/help/obs/39/04)__ इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या __न्याय__ है?”
* __[50:14](rc://en/tn/help/obs/50/14)__ परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का __न्याय करेंगे__। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे।
* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, त परमेश्वर उन्हें __दोषी ठहराएगा__ और उन्हें दण्डित करेंगा।
* __[21:08](rc://hi/tn/help/obs/21/08)__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का __न्याय__ करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से __न्याय__ करेगा और उचित निर्णय लेगा।
* __[39:04](rc://hi/tn/help/obs/39/04)__ इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या __न्याय__ है?”
* __[50:14](rc://hi/tn/help/obs/50/14)__ परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का __न्याय करेंगे__। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G144, G350, G968, G1106, G1252, G1341, G1345, G1348, G1349, G2917, G2919, G2920, G2922, G2923, G4232
* स्ट्रोंग्स: H0148, H0430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G01440, G03500, G09680, G11060, G12520, G13410, G13450, G13480, G13490, G29170, G29190, G29200, G29220, G29230, G42320

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@ -1,28 +1,28 @@
# दण्ड के दिन #
# न्याय का दिन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
दण्ड के दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर मनुष्यों का न्याय करेगा।
न्याय का दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर हर एक मनुष्य का न्याय करेगा।
* परमेश्वर ने अपने पुत्र मसीह यीशु को सब मनुष्यों का न्यायी ठहराया है।
* न्याय के दिन मसीह अपने धर्मनिष्ठ चरित्र के आधार पर मनुष्यों का न्याय करेगा।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इसका अनुवाद “दण्ड के दिन” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा।
* इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।”
* कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए “न्याय का दिन” या “न्याय का समय”
* इसका अनुवाद “न्याय करने का समय” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा।
* इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।”
* कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए: “न्याय का दिन” या “न्याय का समय”
(यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md))
(यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [लूका 10:10-12](rc://en/tn/help/luk/10/10)
* [लूका 11:31](rc://en/tn/help/luk/11/31)
* [लूका 11:32](rc://en/tn/help/luk/11/32)
* [मत्ती 10:14-15](rc://en/tn/help/mat/10/14)
* [मत्ती 12:36-37](rc://en/tn/help/mat/12/36)
* [लूका 10:12](rc://hi/tn/help/luk/10/12)
* [लूका 11:31](rc://hi/tn/help/luk/11/31)
* [लूका 11:32](rc://hi/tn/help/luk/11/32)
* [मत्ती 10:14-15](rc://hi/tn/help/mat/10/14)
* [मत्ती 12:36-37](rc://hi/tn/help/mat/12/36)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2962, H3117, H4941, G2250, G2920, G2962
* स्ट्रोंग्स: H2962, H3117, H4941, G22500, G29200, G29620

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@ -1,26 +1,46 @@
# सच्चा, न्याय, न्याय से, अन्याय, औचित्य
# न्यायोचित, न्याय, अन्याय, न्यायसंगत सिद्ध करना, औचित्य
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
इन शब्दों का अभिप्राय है परमेश्वर के नियमानुसार, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना। मानवीय नियम जो मनुष्यों के साथ उचित व्यवहार के परमेश्वर निर्धारित मानकों को दर्शाते हैं वे भी न्यायसम्मत हैं।
"न्यायोचित" और "न्याय" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल निष्पक्ष व्यवहार करना| मानवीय नियम जो उचित व्यवहार के परमेश्वर के मानकों को प्रकट करते हैं, वे भी न्यायोचितं होते हैं|
* “सच्चा” अर्थात मनुष्यों के साथ निष्पक्ष एवं उचित व्यवहार करना। यह परमेश्वर की दृष्टि में नैतिकता में उचित कार्य करना भी है।
* “धर्मी” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ ऐसा व्यवहार करना जो परमेश्वर के नियमानुसार उचित उत्तम तथा न्यायसम्मत है।
* “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों की सुरक्षा में या नियमों के उल्लंघन में
* कभी-कभी “सच्चा” का अर्थ व्यापक होता है जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना”
* “न्यायसंगत” होने का अर्थ है, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष और उचित व्यवहार करना| इसमें परमेश्वर की दृष्टि में नैतीता में उचित काम करने की सत्यनिष्ठा औए एकनिष्ठा|
* “न्यायोचित” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल न्याय्य,भला और उचित व्यवहार करना|
* “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों द्वारा सुरक्षा या नियमों के उल्लंघन का दंड
* कभी-कभी “न्यायोचित” शब्द का अर्थ अधिक व्यापक होता है, जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना”
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार, “सच्चा” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”।
* “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”।
* “सच्चा व्यवहार” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “निष्पक्षता का व्यवहार”
* कुछ प्रकरणों में “सच्चा” का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है।
"अन्याय" और "अन्याय से" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ पक्षपात और हानिकारक व्यवहार से है|
* "अन्याय" का अर्थ है, किसी के साथ बुरा करना जिसके योग्य वह नहीं है| इसका सन्दर्भ मनुष्यों में पक्षपात करने से है|
* "अन्याय" का अर्थ यह भी होता है कि कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जबकि दूसरों के साथ अछा व्यवहार किया जाता है|
* जो मनुष्य अन्याय का व्यवहार करता है, वह "पक्षपाती" या "अपकारी" कहते हैं क्योंकि वह सबके साथ समता का व्यवहार नहीं करता है|
"न्याय करना" और "न्यायसंगत ठहराना", इन शब्दों का सन्दर्भ एक दोषी मनुष्य को न्यायोचित ठहराने से है| केवल परमेश्वर मनुष्य को वास्तव में न्यायोचित ठहराता है|
* जब परमेश्वर मनुष्य को न्यायोचित कह देता है तब वह ऐसा कर देता है कि जैसे उनमें कोई पाप नहीं है| वह मन फिराने वाले पापियों को जो अपने पापों से उद्धार पाने के लिए यीशु में विश्वास करते हैं, उनको न्यायोचित ठहराता है|
* "न्यायोचित" शब्द का सन्दर्भ मनुष्यों के पापों की क्षमा और उसकी दृष्टि में धर्मी ठहराए जाने के परमेश्वर के काम के सन्दर्भ में है|
(यह भी देखें: [न्यायी](../kt/judge.md), [धर्मीजन](../kt/righteous.md), [सीधा](../kt/upright.md),क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”।
* “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”।
* “न्यायसंगत काम"” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “न्यायोचित व्यवहार”
* कुछ प्रकरणों में “न्यायोचित” शब्द का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार, "अन्याय" का अनुवाद "पक्षपात" या "अपकार" या "अधर्म" भी हो सकता है|
* "अधर्मी लोग" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अन्यायी लोग" या "अपकारी लोग" या "मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले लोग" या "धर्म विरोधी लोग" या "परमेश्वर के अवज्ञाकारी लोग"
* "अन्यायपूर्ण" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पक्षपाती व्यवहार मनें" या "अनुचित रूप से" या "अपकार में"
* "अन्याय का अनुवाद हो सकता है, "अनुचित व्यवहार" या "पक्षपात का काम"
(देखें: [abstractnouns](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* "न्यायोचित ठहराना" के अन्य अन्नुवाद हो सकते हैं, किसी को "धर्मी ठहराना" या " किसी के लिए "धर्मी होने का कारण बनना"
* "औचित्य" का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी घोषित किया जाना" या "धर्मी हो जाना" या "मनुष्यों के धर्मी होने का कारण होना"
* "औचित्य का परिणाम होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि परमेश्वर ने अनेक मनुष्यों को धर्मी ठहराया है" या "जिसका परिणाम हुआ कि परमेश्वर अनेक मनुष्यों के लिए धर्मी होने का कारण बना"
"हमें धर्मी ठहराने के लिए", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि हम परमेश्वर के द्वारा धर्मी ठहराए जाएं"
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[17:9](rc://hi/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया।
* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें।
* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य में शान्ति व __न्याय__ का शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
* [उत्पत्ति 44:16](rc://en/tn/help/gen/44/16)
* [1 इतिहास 18:14](rc://en/tn/help/1ch/18/14)
@ -47,13 +67,5 @@
* [याकूब 02:24](rc://en/tn/help/jas/02/24)
* [प्रका. 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की।
* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें।
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर शान्ति व __न्याय__ के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G91, G93, G94, G1342, G1344, G1345, G1346, G1347, G1738
## शब्द तथ्य
* स्ट्रोंग्स: H0205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G00910, G00930, G00940, G13420, G13440, G13450, G13460, G13470, G17380

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@ -1,51 +1,51 @@
# परमेश्‍वर का राज्य, स्वर्ग का राज्य #
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है और जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है।
“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है।
* यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका सीधे तौर से नाम न लें। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy))
* यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका नाम न लें। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy))
* नये नियम में मत्ती रचित सुसमाचार वृत्तान्त में मत्ती परमेश्वर के राज्य को “स्वर्ग का राज्य” कहता है क्योंकि उसका लक्षित समूह संभवतः यहूदी समुदाय था।
* परमेश्वर के राज्य का अर्थ है परमेश्वर मनुष्यों पर आत्मिक परिप्रेक्ष्य में राज करता है वरन् लौकिक संसार पर भी राज करता है।
* पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं ने कहा था कि परमेश्वर अपना मसीह भेजेगा कि वह धार्मिकता के साथ राज करे। परमेश्वर का पुत्र, यीशु ही वह मसीह है जो परमेश्वर के राज्य में सदाकालीन राज करेगा।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा कूप में राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज” किया जा सकता है।
* शब्द “स्वर्ग का राज्य” का अनुवाद “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब कुछ पर स्वर्ग का शासन” के रूप में भी किया जा सकता है। यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो अनुवाद "परमेश्वर का राज्य" किया जा सकता है।
* प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा होकर राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज”
* शब्द “स्वर्ग का राज्य”, इसका अनुवाद किया जा सकता है, “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब पर स्वर्ग का शासन।" यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो इस प्रकार अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर का राज्य"
* कुछ अनुवादक अग्रेज़ी में हेवन(स्वर्ग)शब्द का पहला अक्षर बड़ा रखते हैं ताकि ये परमेश्वर को संदर्भित करे। अन्य पाठ में एक टिप्पणी शामिल कर सकते हैं, जैसे "स्वर्ग का राज्य" (अर्थात् 'परमेश्वर का राज्य')। "
* छपे हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे इस अभिव्यक्ति में "स्वर्ग" के अर्थ को समझाने के लिए पाद टिप्पणी का उपयोग कर सकते है।
* छपी हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे पादटिप्पणी देकर इस अभिप्राय में "स्वर्ग" इस अभिव्यक्ति में जो "स्वर्ग" का अर्थ है उसको समझाया जा सकता है|
(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [राज करना](../other/reign.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [2 थिस्सलुनीकियों 01:3-5](rc://en/tn/help/2th/01/03)
* [प्रे.का. 08:12-13](rc://en/tn/help/act/08/12)
* [प्रे.का. 28:23-24](rc://en/tn/help/act/28/23)
* [कुलुस्सियों 04:10-11](rc://en/tn/help/col/04/10)
* [यूहन्ना 03:3-4](rc://en/tn/help/jhn/03/03)
* [लूका 07:27-28](rc://en/tn/help/luk/07/27)
* [लूका 10:8-9](rc://en/tn/help/luk/10/08)
* [लूका 12:31-32](rc://en/tn/help/luk/12/31)
* [मत्ती 03:1-3](rc://en/tn/help/mat/03/01)
* [मत्ती 04:17](rc://en/tn/help/mat/04/17)
* [मत्ती 05:9-10](rc://en/tn/help/mat/05/09)
* [रोमियो 14:16-17](rc://en/tn/help/rom/14/16)
* [2 थिस्सलुनीकियों 1:5](rc://hi/tn/help/2th/01/05)
* [प्रे.का. 8:12-13](rc://hi/tn/help/act/08/12)
* [प्रे.का. 28:23](rc://hi/tn/help/act/28/23)
* [कुलुस्सियों 4:11](rc://hi/tn/help/col/04/11)
* [यूहन्ना 3:3](rc://hi/tn/help/jhn/03/03)
* [लूका 7:28](rc://hi/tn/help/luk/07/28)
* [लूका 10:9](rc://hi/tn/help/luk/10/09)
* [लूका 12:31-32](rc://hi/tn/help/luk/12/31)
* [मत्ती 3:2](rc://hi/tn/help/mat/03/02)
* [मत्ती 4:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17)
* [मत्ती 5:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10)
* [रोमियो 14:17](rc://hi/tn/help/rom/14/17)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[24:02](rc://en/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि __स्वर्ग का राज्य__ निकट आ गया है !”
* __[28:06](rc://en/tn/help/obs/28/06)__ तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का __स्वर्ग के राज्य__ में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि __परमेश्वर के राज्य__ में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।”
* __[29:02](rc://en/tn/help/obs/29/02)__ यीशु ने कहा “ इसलिये __स्वर्ग का राज्य__ उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा।
* __[34:01](rc://en/tn/help/obs/34/01)__ यीशु ने उन्हें __स्वर्ग के राज्य__ के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “__स्वर्ग का राज्य__ राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया।
* __[34:03](rc://en/tn/help/obs/34/03)__ यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “__स्वर्ग का राज्य__ खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।”
* __[34:04](rc://en/tn/help/obs/34/04)__ “__स्वर्ग का राज्य__ खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।”
* __[34:05](rc://en/tn/help/obs/34/05)__ “__परमेश्वर का राज्य__ बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।”
* __[42:09](rc://en/tn/help/obs/42/09)__ उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें __परमेश्वर के राज्य__ की शिक्षा देता रहा।
* __[49:05](rc://en/tn/help/obs/49/05)__ यीशु ने कहा कि __परमेश्वर का राज्य__ इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है।
* __[50:02](rc://en/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को __परमेश्वर के राज्य__ के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि __स्वर्ग का राज्य__ निकट आ गया है !”
* __[28:6](rc://hi/tn/help/obs/28/06)__ तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का __स्वर्ग के राज्य__ में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि __परमेश्वर के राज्य__ में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।”
* __[29:2](rc://hi/tn/help/obs/29/02)__ यीशु ने कहा “ इसलिये __स्वर्ग का राज्य__ उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा।
* __[34:1](rc://hi/tn/help/obs/34/01)__ यीशु ने उन्हें __स्वर्ग के राज्य__ के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “__स्वर्ग का राज्य__ राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया।
* __[34:3](rc://hi/tn/help/obs/34/03)__ यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “__स्वर्ग का राज्य__ खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।”
* __[34:4](rc://hi/tn/help/obs/34/04)__ “__स्वर्ग का राज्य__ खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।”
* __[34:5](rc://hi/tn/help/obs/34/05)__ “__परमेश्वर का राज्य__ बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।”
* __[42:9](rc://hi/tn/help/obs/42/09)__ उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें __परमेश्वर के राज्य__ की शिक्षा देता रहा।
* __[49:5](rc://hi/tn/help/obs/49/05)__ यीशु ने कहा कि __परमेश्वर का राज्य__ इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है।
* __[50:2](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को __परमेश्वर के राज्य__ के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।"
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G932, G2316, G3772
* स्ट्रोंग्स: G09320, G23160, G37720

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@ -1,37 +1,37 @@
# यहूदियों का राजा, यहूदियों का राजा #
# यहूदियों का राजा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
* “यहूदियों का राजा” यीशु मसीह का पदनाम है।
* पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषियों ने “यहूदियों के राजा” होने वाले शिशु को खोजने के लिए काम में लिया था
* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा।
* पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषी “यहूदियों का राजा” होने वाले शिशु को खोज रहे थे
* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, राजा दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा।
* यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था।
* यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा था
* यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा है
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* “यहूदियों का राजा” का अनुवाद “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक हो सकता है
* “यहूदियों का राजा” का अनुवाद हो सकता है, “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक”
* देखें कि “का राजा” अन्य स्थानों में किस प्रकार अनुवाद किया गया है।
(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [ज्योतिष](../other/wisemen.md))
(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [ज्योतिष](../other/wisemen.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [लूका 23:3-5](rc://en/tn/help/luk/23/03)
* [लूका 23:36-38](rc://en/tn/help/luk/23/36)
* [मत्ती 02:1-3](rc://en/tn/help/mat/02/01)
* [मत्ती 27:11-14](rc://en/tn/help/mat/27/11)
* [मत्ती 27:35-37](rc://en/tn/help/mat/27/35)
* [लूका 23:3](rc://hi/tn/help/luk/23/03)
* [लूका 23:38](rc://hi/tn/help/luk/23/38)
* [मत्ती 2:2](rc://hi/tn/help/mat/02/02)
* [मत्ती 27:11](rc://hi/tn/help/mat/27/11)
* [मत्ती 27:35-37](rc://hi/tn/help/mat/27/35)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[23:09](rc://en/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों का नया राजा__ उत्पन्न हुआ है।
* __[39:09](rc://en/tn/help/obs/39/09)__ पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू __यहूदियों का राजा__ है?”
* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “__यहूदियों का राजा__ देखो”।
* __[40:02](rc://en/tn/help/obs/40/02)__ पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह __यहूदियों का राजा__ है।”
* __[23:9](rc://hi/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों के राजा__का जन हुआ है।
* __[39:9](rc://hi/tn/help/obs/39/09)__ पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू __यहूदियों का राजा__ है?”
* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “__यहूदियों का राजा__ देखो”।
* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह __यहूदियों का राजा__ है।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G935, G2453
* स्ट्रोंग्स: G09350, G24530

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@ -1,21 +1,21 @@
# मेम्‍ना, परमेश्‍वर का मेम्‍ना
# मेमना, परमेश्‍वर का मेमना
## परिभाषा:
“मेम्ना” भेड़ का बच्चा। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेमना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसे अपनी बलि देनी पढ़ी थी।
“मेमना” इस शब्द का सन्दर्भ भेड़ के बच्चे से है। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेमना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसकी दी गई थी।
* इन पशुओं का कोई भीआसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है।
* परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेमने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था।
* इन पशुओं का कोई भी आसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है।
* परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेमने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था।
* यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहा गया है, क्योंकि वह मनुष्यों के पापों के लिए बलि चढ़ाया गया था। वह एक सिद्ध निष्कलंक बलिदान था क्योंकि वह पाप से मुक्त था।
## अनुवाद के सुझाव:
* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना”।
* "परमेश्‍वर का मेम्‍ना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है।
* "परमेश्‍वर का मेमना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है।
* यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में वर्णन किया जाए कि भेड़ क्या होती है। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना उस क्षेत्र के किसी पशु से की जा सकती है जो झुंड में रहता है, जो भीरू और अरक्षित होता है, और वह प्रायः भटक जाता है।
* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद निकटवर्ती स्थानीय भाषा में या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [भेड़](../other/sheep.md), [चरवाहा](../other/shepherd.md))
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## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[5:7](rc://hi/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __भेड़__ कहाँ है?"
* __[11:2](rc://en/hi/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध __मेम्ने__ या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा।
* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! __परमेश्वर का मेमना__ जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।”
* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले __मेम्ने__ के समान ले गए और जैसे __मेमना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा।
* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक क बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक __मेमने__ का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्यु के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु, परमेश्वर का __मेम्ना__,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि का साधन होकर मर जाए ।
* __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध __मेमने__ का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए।
* __[5:7](rc://hi/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __मेमना__ कहाँ है?"
* __[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध __मेमना__ या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा।
* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! __परमेश्वर का मेमना__ जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।”
* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले __मेम्ने__ के समान ले गए और जैसे __मेमना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा।
* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक क बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक __मेमने__ का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्युदंड के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु को जो परमेश्वर का __मेमना__,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि होकर मर जाए ।
* __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध __मेमने__ का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए।
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H7716, G721, G2316
* स्ट्रोंग्स: H7716, G07210 , G23160

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@ -1,8 +1,8 @@
# अन्तिम दिन, उत्तरवर्ती दिन
# अन्तिम दिन, अंत के दिनों
## परिभाषा:
“अन्तिम दिनों” या “उत्तरवर्ती दिन” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं।
“अन्तिम दिनों” या “अंत के दिनों” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं।
* यह समय अज्ञात अवधि है।
* “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय।
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## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 पतरस 3:3-4](rc://hin/tn/help/2pe/03/03)
* [दानिय्येल 10:14-15](rc://hin/tn/help/dan/10/14)
* [इब्रानियों 1:2](rc://hin/tn/help/heb/01/02)
* [यशायाह 2:2](rc://hin/tn/help/isa/02/02)
* [याकूब 5:3](rc://hin/tn/help/jas/05/03)
* [यिर्मयाह 23:19-20](rc://hin/tn/help/jer/23/19)
* [यूहन्ना 11:24-26](rc:/hin/tn/help/jhn/11/24)
* [मीका 4:1](rc://hin/tn/help/mic/04/01)
* [2 पतरस 3:3-4](rc://hi/tn/help/2pe/03/03)
* [दानिय्येल 10:14-15](rc://hi/tn/help/dan/10/14)
* [इब्रानियों 1:2](rc://hi/tn/help/heb/01/02)
* [यशायाह 2:2](rc://hi/tn/help/isa/02/02)
* [याकूब 5:3](rc://hi/tn/help/jas/05/03)
* [यिर्मयाह 23:19-20](rc://hi/tn/help/jer/23/19)
* [यूहन्ना 11:24-26](rc:/hi/tn/help/jhn/11/24)
* [मीका 4:1](rc://hi/tn/help/mic/04/01)
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H319, H3117, G2078, G2250
* स्ट्रोंग्स: H0319, H3117, G20780 , G22500

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@ -1,8 +1,8 @@
# व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था #
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
ये सब शब्द आज्ञाओं और इस्राएल के पालन हेतु परमेश्वर द्वारा मूसा को दिए गए आदेशों का संदर्भ देते हैं। “व्यवस्था” और “परमेश्वर की व्यवस्था” सामान्यतः उन सब बातों के संदर्भ में उपयोग किए गए है जो परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा माने।
सर्वाधिक भाषा में "व्यवस्था" शब्द का सन्दर्भ शासन या निर्देशनों से है जिनका पालन करना अनिवार्य होता है| बाईबल में, व्यवस्था का प्रायः सामान्य उपयोग उस हेर एक बात वरन सब बातों के लिए किया गया है जिन्हें परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा पालन करे और उन पर चले| यह विशिष्ट शब्द, "मूसा की व्यवस्था" उन आज्ञाओं और निर्देशनों के सन्दर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने इस्राएल द्वारा पालन करने हेतु मूसा को दीए थे|
* प्रकरण के आधार पर “व्यवस्था” का अभिप्राय होगाः
* पत्थर की पट्टियों पर इस्राएल के पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा दस आज्ञाएं।
@ -12,38 +12,38 @@
* परमेश्वर के सब आदेश एवं इच्छा
* “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” नये नियम में इब्रानी धर्मशास्त्र (या पुराने नियम) के लिए काम में ली गई उक्ति है।
## अनुवाद के सुझाव ##
## अनुवाद के सुझाव
* इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक हैं।
* इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक निर्देशनों के सन्दर्भ में हैं।
* “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद हो सकता है, “इस्राएल को देने के लिए परमेश्वर ने मूसा को जो नियम सुनाए”।
* प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो कि परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था" के रूप में हो सकता है।
* “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” के अनुवाद में, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश” भी शामिल हो सकते है।
* “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद , “यहोवा की व्यवस्था” या “परमेश्वर द्वारा पालन हेतु उच्चारित नियम” या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें” के रूप में भी हो सकता है।
* प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद यह भी हो सकता है, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था"
* “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की विधियां” इनका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश”
* “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है, “यहोवा की व्यवस्था” या “ पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा उच्चारित नियम” या "यहोवा प्रदत्त नियम" या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें”
(यह भी देखें: [निर्देश](../other/instruct.md), [मूसा](../names/moses.md), [दस आज्ञाएं](../other/tencommandments.md), [उचित](../other/lawful.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [प्रे.का. 15:5-6](rc://en/tn/help/act/15/05)
* [दानिय्येल 09:12-14](rc://en/tn/help/dan/09/12)
* [प्रे.का. 15:6](rc://en/tn/help/act/15/06)
* [दानिय्येल 9:13](rc://en/tn/help/dan/09/13)
* [निर्गमन 28:42-43](rc://en/tn/help/exo/28/42)
* [एज्रा 07:25-26](rc://en/tn/help/ezr/07/25)
* [गलातियों 02:15-16](rc://en/tn/help/gal/02/15)
* [एज्रा 7:25-26](rc://en/tn/help/ezr/07/25)
* [गलातियों 2:15](rc://en/tn/help/gal/02/15)
* [लूका 24:44](rc://en/tn/help/luk/24/44)
* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17)
* [नहेमायाह 10:28-29](rc://en/tn/help/neh/10/28)
* [रोमियो 03:19-20](rc://en/tn/help/rom/03/19)
* [मत्ती 5:18](rc://en/tn/help/mat/05/18)
* [नहेम्याह 10:29](rc://en/tn/help/neh/10/29)
* [रोमियो 3:19](rc://en/tn/help/rom/03/20)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __व्यवस्थाओं__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\\
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्थाओं__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\\
* __[15:13](rc://en/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी __आज्ञाओ__ का पालन करेंगे।
* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्थाओं__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\\
* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\\
* __[27:01](rc://en/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?”\\
* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो __परमेश्वर की आज्ञाओं__ का पालन करना।”
* __[13:7](rc://hi/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __विधियां__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\\
* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्था__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\\
* __[15:13](rc://hi/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी __आज्ञाओ__ का पालन करेंगे।
* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्था__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\\
* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\\
* __[27:1](rc://hi/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?”\\
* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो __परमेश्वर की आज्ञाओं__ का पालन करना।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G2316, G3551, G3565
* स्ट्रोंग्स: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G23160, G35510, G35650

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# जीवन, जीना, रहते थे, जीवन,जीवते, जीवित #
# जीवन, जीना, रहते थे, जीवित
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
इन सब शब्दों का अर्थ है जीवित रहना, मरना नहीं इनका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिकता में जीवित रहने के लिए भी किया जाता है। निम्नलिखित से व्यक्त किया जाता है कि, “शारीरिक जीवन” और “आत्मिक जीवन” का क्या अभिप्राय है
""जीवन" शब्द का अर्थ है, शरीर का जीवित रहना अर्थात शारीरिक मृत्यु के विपरीत|
## 1. शारीरिक जीवन ##
### 1. शारीरिक जीवन
* शारीरिक जीवन शरीर में आत्मा की उपस्थिति है। परमेश्वर ने आदम के शरीर में जीवन की सांस दी, और वह एक जीवित प्राणी बन गया।
* एक "जीवन" को "एक जीवन बचाया गया" के संदर्भ में भी उपयोग किया जा सकता है।
* कभी-कभी शब्द "जीवन" में रहने के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।"
* यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि अभिव्यक्ति में "उसके जीवन का अंत" होता है।
* "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का उल्लेख कर सकते हैं, जैसा कि "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे शहर में रह रहे थे।"
* बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा अक्सर "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत है।
## 2. आत्मिक जीवन ##
* "जीवन" किसी मनुष्य के सन्दर्भ में भी होता है, जैसे "जान बचाई गई"
* कभी-कभी "जीवन" शब्द जीवन शैली के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।"
* यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि इस अभिव्यक्ति में है, "उसके जीवन का अंत"
* "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का सन्दर्भ देता है, जैसे, "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे इस शहर में रह रहे थे।"
* बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा प्रायः "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत व्यक्त की गई है।
* एक व्यक्ति का आत्मिक जीवन है, जब वह परमेश्वर के साथ यीशु पर विश्वास करता है, तो उस व्यक्ति को पवित्र आत्मा के साथ जीवन में परिवर्तित होता है।
* इस जीवन को "अनंत जीवन" कहा जाता है, यह संकेत करने के लिए कि इसका अंत नहीं है।
* आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होने और अनन्त दण्ड का सामना करना।
### 2. आत्मिक जीवन
## अनुवाद के सुझाव: ##
* मनुष्य को आत्मिक जीवन प्राप्त होता है जब वह यीशु में विश्वास करता है| परमेश्वर उस मनुष्य में पवित्र आत्मा का निवेश करके उसके जीवन को बदल देता है।
* आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होना और अनन्त दण्ड का भागी होना|
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “जीवन” का अनुवाद “अस्तित्व” या “व्यक्ति” या “प्राण” या “होना” या “अनुभव” हो सकता है।
* “रहना” शब्द का अनुवाद “वास करना” या “निवास करना” या “अस्तित्ववान रहना” किया जा सकता है।
* “जीवन का अन्त” का अनुवाद “जीवन का सांस रूक जाए” हो सकता है।
* “जीवन का अन्त” का अनुवाद “सांस रुक जाना” हो सकता है।
* “जान बचा दी” का अनुवाद “जीने दिया” या “हत्या नहीं की” किया जा सकता है।
* “जान खतरे में डाली” का अनुवाद हो सकता है, “जान जोखिम में डाली” या “ऐसा काम किया जो जान लेवा हो सकता था”।
* बाइबल पाठ में आत्मिक रूप से जीवित होने के बारे में बात की जाती है, संदर्भ के आधार पर "जीवन" का अनुवाद "आध्यात्मिक जीवन" या "अनन्त जीवन" के रूप में किया जा सकता है।
* "आत्मिक जीवन" की अवधारणा का भी अनुवाद किया जा सकता है क्योंकि "परमेश्वर हमें अपनी आत्माओं में जीवित कर रहा है" या "परमेश्वर की आत्मा से नया जीवन" या "अंतरात्मा में जीवित किया जाना।"
* संदर्भ के आधार पर, अभिव्यक्ति "जीवन देना" का अनुवाद "जीवित रहने के लिए" या "अनन्त जीवन दे" या "सदा के लिए जीना" के रूप में भी किया जा सकता है।
* बाइबल पाठ में आत्मिक जीविन की बात की जाती है, तो "जीवन" का अनुवाद निम्न व्यक्त रूपों में किया जा सकता है: "शाश्वत जीवन" या "परमेश्वर हमें हमारी आत्माओं में जीवित रखता है" या "परमेश्वर के आत्मा द्वारा नव जीवन" या "अपने आंतरिक मनुष्यत्व में जीवित किए गए"
* सन्दर्भ के आधार पर, इस अभिव्यक्ति, "जीवन दान" का अनुवाद हो सकता है, "जीवित रखना" या "अनंत जीवन देना" या "अनंत जीवन देना"
(यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [अनन्त](../kt/eternity.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [2 पतरस 01:3-4](rc://en/tn/help/2pe/01/03)
* [प्रे.का. 10:42-43](rc://en/tn/help/act/10/42)
* [उत्पत्ति 02:7-8](rc://en/tn/help/gen/02/07)
* [उत्पत्ति 07:21-22](rc://en/tn/help/gen/07/21)
* [इब्रानियों 10:19-22](rc://en/tn/help/heb/10/19)
* [यिर्मयाह 44: 1-3](rc://en/tn/help/jer/44/01)
* [यूहन्ना 01: 4-5](rc://en/tn/help/jhn/01/04)
* [न्या. 02:18-19](rc://en/tn/help/jdg/02/18)
* [लूका 12:22-23](rc://en/tn/help/luk/12/22)
* [मत्ती. 07:13-14](rc://en/tn/help/mat/07/13)
* [2 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/2pe/01/03)
* [प्रे.का. 10:42](rc://hi/tn/help/act/10/42)
* [उत्पत्ति 2:7](rc://hi/tn/help/gen/02/07)
* [उत्पत्ति 7:22](rc://hi/tn/help/gen/07/22)
* [इब्रानियों 10:22](rc://hi/tn/help/heb/10/20)
* [यिर्मयाह 44: 2](rc://hi/tn/help/jer/44/02)
* [यूहन्ना 01:4](rc://hi/tn/help/jhn/01/04)
* [न्या. 2:18](rc://hi/tn/help/jdg/02/18)
* [लूका 12:23](rc://hi/tn/help/luk/12/23)
* [मत्ती. 7:14](rc://hi/tn/help/mat/07/14)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[01:10](rc://en/tn/help/obs/01/10)__ फिर परमेश्वर ने मिट्टी लिया, और उससे एक आदमी बनाया, और उसमें __जीवन__ का साँस फूँक दिया।
* __[03:01](rc://en/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में __रह रहे__ थे।
* __[08:13](rc://en/tn/help/obs/08/13)__ जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक __जीवित__ है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ।
* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ हालांकि, अपने __जीवन__ के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
* __[27:01](rc://en/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त __जीवन__ का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
* __[35:05](rc://en/tn/help/obs/35/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और __जीवन__ हूँ।"
* __[44:05](rc://en/tn/help/obs/44/05)__ “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने __जीवन__ के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।”
* __[1:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__ फिर परमेश्वर ने मिट्टी ली, और उससे आदम को बनाया, और उसमें __जीवन__ का साँस फूँक दिया।
* __[3:1](rc://hi/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में __रह रहे__ थे।
* __[8:13](rc://hi/tn/help/obs/08/13)__ जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक __जीवित__ है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ।
* __[17:9](rc://hi/tn/help/obs/17/09)__ हालांकि, अपने __जीवन__ के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
* __[27:1](rc://hi/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त __जीवन__ का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?”
* __[35:5](rc://hi/tn/help/obs/35/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और __जीवन__ हूँ।"
* __[44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने __जीवन__ के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G198, G222, G227, G806, G590
* स्ट्रोंग्स: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G01980, G02220, G02270, G08060, G05900

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# प्रभु, प्रभुओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय #
# प्रभु, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“प्रभु” शब्द का अर्थ है अन्य लोगों पर स्वामीत्व या अधिकार रखना।
बाईबल में "प्रभु" शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः उस मनुष्य से है जिसके पास नया लोगों का स्वामित्व या उन पर अधिकार होता है| बाईबल में, इस शब्द को अनेक अनन्य लोगों के लिए काम में लिया गया है, वरन परमेश्वर के लिए भी|
* इस शब्द का अनुवाद कभी-कभी “स्वामी” भी किया जाता है जब यीशु कें संदर्भ में हो या दासों के स्वामी के संदर्भ में हो।
* अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है।
* अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” (sir) किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है।
जब प्रभु शब्द को बड़े अक्षर से आरम्भ किया जाए तो यह परमेश्वर का उपनाम है| (टिप्पणी: जब इसका उयोग किसी को संबोधित करने के लिए या जब यह वाक्य के आरम्भ में हो तो इसका प्रथम अक्षर बड़ा होता है और इसका अर्थ, "महोदय" या "स्वामी" होता है|)
* पुराने नियम में, इस शब्द का उपयोग ऎसी अभिव्यक्तियों में किया जाता है जैसे, सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर" या "प्रभु यहोवा" "यहोवा हमारा प्रभु"
* नए नियम में,प्रेरीतों ने इस शब्द को ऎसी अभिव्यक्तियों में काम में लिया है जैसे, "प्रभु यीशु" और "प्रभु यीशु मसीह" जिसका अर्थ है, यीशु परमेश्वर है|
* नए नियम में "प्रभु" शब्द अकेला भी काम में लिया गया है जो सीधा परमेश्वर के सन्दर्भ में है- विशेष करके पुराने नियम के सन्दर्भों में| उदाहरणार्थ, पुराने नियम में: "धन्य है वह जो यहोवा के नाम में आता है" और नए नियम में इसी को इस प्रकार संदर्भित किया गया है: "धन्य है वह जो प्रभु के नाम में आता है
* ULT और UST में, "प्रभु" शब्द, इब्रानी शब्द और यूनानी शब्द का शाब्दिक अनुवाद किया गया है| वह परमेश्वर के नाम (यहोवा) का अनुवाद कदापि नहीं है, जैसा अनेक अनुवादों में किया गया है|
* कुछ भाषाओं में, "प्रभु" शब्द का अनुवाद, "स्वामी" या "शासक" या अन्य किसी शब्द में किया गया है जिसका अर्थ, स्वामित्व या सर्वोच्च शासन है|
* उचित सन्दर्भों में अनेक अनुवादों में इस शब्द का प्रथम शब् बड़ा रखा गया है कि पाठकों के लिए स्पष्ट हो जाए कि यह परमेश्वर के लिए एक उपनाम मात्र है|
* नए नियम में जब पुराने नियम का उद्धरण दिया गया है तब "प्रभु परमेश्वर" का उपयोग किया जा सकता है कि स्पष्ट हो कि यह परमेश्वर के सन्दर्भ में है|
## अनुवाद के सुझाव: ##
* इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द की समानता में किया जा सकता है। जब किसी गुलामों के स्वामी के सन्दर्भ में हो। * एक सेवक भी अपने नियोजक को “स्वामी” कह सकता है।
* जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के लिए सम्मानित रूप से किया जा सकता है, जैसे कि "गुरु।"
* इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द के सहार्थी शब्द के द्वारा किया जा सकता है जब दासों के स्वामी के सन्दर्भ में हो।इसका उपयोग सेवक द्वारा अपने नियोजक के लिए भी किया जा सकता है|
* जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के संबोधन में सम्मानित शब्द से किया जा सकता है, जैसे, "गुरु।"
* यदि यीशु से बात करनेवाला व्यक्ति यीशु को नहीं जानता है तो “प्रभु” शब्द का अनुवाद “श्रीमान” किया जाए। यह अनुवाद अन्य प्रकरणों में भी किया जाए जहां किसी के लिए विनीत संबोधन की आवश्यकता हो।।
* पिता परमेश्वर और यीशु के लिए अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L" का अनुवाद “प्रभु” ही करना है।
* पिता परमेश्वर और यीशु के लिए इस शब्द को उपनाम माना जाए: अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L"
(यह भी देखें: [्रभु](../kt/lordgod.md))
(यह भी देखें: [रमेश्वर](../kt/god.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [ruler](../other/ruler.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [उत्पत्ति 39:02](rc://en/tn/help/gen/39/02)
* [यहोशु 03:9-11](rc://en/tn/help/jos/03/09)
* [भजन.](rc://en/tn/help/psa/086/015) [086:15-17](rc://en/tn/help/psa/086/015)
* [यिर्मयाह 27:04](rc://en/tn/help/jer/27/04)
* [विलापगीत 02:02](rc://en/tn/help/lam/02/02)
* [यहेजकेल 18:29](rc://en/tn/help/ezk/18/29)
* [दानिएल 09:09](rc://en/tn/help/dan/09/09)
* [दानिएल 09:17-19](rc://en/tn/help/dan/09/17)
* [मलाकी 03:01](rc://en/tn/help/mal/03/01)
* [मत्ती 07:21-23](rc://en/tn/help/mat/07/21)
* [लूका 01:30-33](rc://en/tn/help/luk/01/30)
* [लूका 16:13](rc://en/tn/help/luk/16/13)
* [रोमियों 06:23](rc://en/tn/help/rom/06/23)
* [इफिसियों 06:9](rc://en/tn/help/eph/06/9)
* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://en/tn/help/php/02/09)
* [कुलुस्सियों](rc://en/tn/help/col/03/22) [03:23](rc://en/tn/help/col/03/23)
* [इब्रानियों 12:14](rc://en/tn/help/heb/12/14)
* [याकूब 02:01](rc://en/tn/help/jas/02/01)
* [1 पतरस 01:03](rc://en/tn/help/1pe/01/03)
* [यहूदा 01:05](rc://en/tn/help/jud/01/05)
* [प्रका. 15:04](rc://en/tn/help/rev/15/04)
* [उत्पत्ति 39:2](rc://hi/tn/help/gen/39/02)
* [यहोशु 3:9-11](rc://hi/tn/help/jos/03/09)
* [भजन. 86:15-17](rc://hi/tn/help/psa/086/015)
* [यिर्मयाह 27:4](rc://hi /tn/help/jer/27/04)
* [विलापगीत 2:2](rc://hi/tn/help/lam/02/02)
* [यहेजकेल 18:29](rc://hi/tn/help/ezk/18/29)
* [दानिएल 9:9](rc://hi/tn/help/dan/09/09)
* [दानिएल 9:17-19](rc://hi/tn/help/dan/09/17)
* [मलाकी 3:1](rc://hi/tn/help/mal/03/01)
* [मत्ती 7:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21)
* [लूका 1:30-33](rc://hi/tn/help/luk/01/30)
* [लूका 16:13](rc://hi/tn/help/luk/16/13)
* [रोमियों 6:23](rc://hi/tn/help/rom/06/23)
* [इफिसियों 6:9](rc://hi/tn/help/eph/06/9)
* [फिलिप्पियों 2:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09)
* [कुलुस्सियों 3:23](rc://hi/tn/help/col/03/23)
* [इब्रानियों 12:14](rc://hi/tn/help/heb/12/14)
* [याकूब 2:1](rc://hi/tn/help/jas/02/01)
* [1 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/1pe/01/03)
* [यहूदा 1:5](rc://hi/tn/help/jud/01/05)
* [प्रका. 15:4](rc://hi/tn/help/rev/15/04)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[25:05](rc://en/tn/help/obs/25/05)__ यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’”
* __[25:07](rc://en/tn/help/obs/25/07)__ तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
* __[26:03](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यह __प्रभु__ के कृपा का वर्ष है।
* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने __परमेश्वर__ से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे __गुरु__ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे”
* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।”
* __[47: 3](rc://en/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
* __[25:5](rc://hi/tn/help/obs/25/05)__ यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’”
* __[25:7](rc://hi/tn/help/obs/25/07)__ तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’”
* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यह __प्रभु__ के कृपा का वर्ष है।
* __[27:2](rc://hi/tn/help/obs/27/02)__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने __परमेश्वर__ से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।”
* __[31:5](rc://hi/tn/help/obs/31/05)__ फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे __गुरु__ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे”
* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।”
* __[47: 3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
* __[47:11](rc://hi/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H113, H136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G203, G634, G962, G1203, G2962
* स्ट्रोंग्स: H0113, H0136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G02030, G06340, G09620, G12030, G29620

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# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया #
# प्रेम, प्रिय,
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं।
परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
1. परमेश्वर के जैसा प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की सुधि रखता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
* यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि ह कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें।
* जब लोग इस तरह के प्रेम से दूसरों को प्रेम करते हैं, तो वे उन तरीकों से कार्य करते हैं जो वे यह सोचते हैं कि दूसरों के विकास के लिए क्या कारण होगा। ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है।
* यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द ऐसा ही आत्म त्याग या प्रेम है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे।
* यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि हमें कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को भी सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें।
* जब लोग मनुष्यों से ऐसा प्रेम रखते हैं तब उनका व्यवहार प्रकट करता है कि उनके मन में मनुष्यों की उन्नति के विचार हैं| ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है।
* ULT में “प्रेम” शब्द ऐसे ही आत्मत्याग के प्रेम को संदर्भित करता है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे।
नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम”
2. नये नियम में एक और शब्द है जो भाईचारे के प्रेम या मित्र के प्रेम या परिवार के किसी सदस्य से प्रेम करने को दर्शाता है|
* यह शब्द मित्रों और परिजनों के प्राकृतिक मानव प्रेम का संदर्भ देता है।
* इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उन्हें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा”
* इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उनें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा” है|
“प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम।
प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।”
3. “प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष के मध्य भावुक प्रेम से भी है।
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
* जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है।
* जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए ULT में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है।
* कुछ भाषाओं में परमेश्वर के निःस्वार्थ, आत्मत्याग के प्रेम के लिए विशेष शब्द हो सकता है। इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “समर्पित निष्ठावान देखरेख” या “निःस्वार्थ सेवा करना” या “परमेश्वर का प्रेम।” सुनिश्चित करें कि परमेश्वर के प्रेम का अनुवाद हो सकता है, अन्यों के लाभ के निमित्त अपनी इच्छाओं को मारना और कोई कुछ भी करे उनसे प्रेम निभाते रहना।
* कभी-कभी “प्रेम” शब्द का अर्थ होता है मित्रों और पारिवारिक सदस्यों के लिए अगाध सेवाभाव रखना। कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “बहुत प्रिय समझना” या “सुधि लेना” या “गहरा लगाव होना।”
* जिन संदर्भों में प्रेम शब्द किसी के प्रति प्रबल अनुराग व्यक्त करे तो उस का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल अधिमान्यता” या “बहुत अधिक चाहना” या “अत्यधिक पसन्द करना”।
* कुछ भाषाओं में एक अलग शब्द होता है जिसके द्वारा पति-पत्नी के बीच प्रसंगयुक्त सम्बन्धित प्रेम या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त किया जाता है।
* कुछ भाषाओं में पति-पत्नी के बीच भावुक या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त करने के लिए एक सर्वथा भिन्न शब्द होता है।
* अनेक भाषाओं में "प्रेम" शब्द को क्रिया रूप में व्यक्त करना होता है। उदाहरणार्थ उनमें “प्रेम धीरजवन्त है, प्रेम दयालु है, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जब कोई किसी से प्रेम करता है, वह उसके साथ सहनशीलता दिखाता है, उस पर दया करता है।”
(यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [मृत्यु](../other/death.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [बचाना](../kt/save.md), [पाप](../kt/sin.md))
(यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [मृत्यु](../other/death.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [उद्धार](../kt/save.md), [पाप](../kt/sin.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 13:4-7](rc://en/tn/help/1co/13/04)
* [1 यूहन्ना 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01)
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:9-12](rc://en/tn/help/1th/04/09)
* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22)
* [उत्पत्ति 29:15-18](rc://en/tn/help/gen/29/15)
* [यशायाह 56:6-7](rc://en/tn/help/isa/56/06)
* [यिर्मयाह 02:1-3](rc://en/tn/help/jer/02/01)
* [यूहन्ना 03: 16-18](rc://en/tn/help/jhn/03/16)
* [मत्ती 10:37-39](rc://en/tn/help/mat/10/37)
* [नहेमायाह 09:32-34](rc://en/tn/help/neh/09/32)
* [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://en/tn/help/php/01/09)
* [श्रेष्ठगीत 01:1-4](rc://en/tn/help/sng/01/01)
* [1 कुरिन्थियों 13:7](rc://hi/tn/help/1co/13/07)
* [1 यूहन्ना 3:2](rc://hi/tn/help/1jn/03/02)
* [1 थिस्सलुनीकियों 4:10](rc://hi/tn/help/1th/04/10)
* [गलातियों 5:23](rc://hi/tn/help/gal/05/23)
* [उत्पत्ति 29:18](rc://hi/tn/help/gen/29/18)
* [यशायाह 56:6](rc://hi/tn/help/isa/56/06)
* [यिर्मयाह 2:2](rc://hi/tn/help/jer/02/02)
* [यूहन्ना 3: 16](rc://hi/tn/help/jhn/03/16)
* [मत्ती 10:37](rc://hi/tn/help/mat/10/37)
* [नहेमायाह 9:32-34](rc://hi/tn/help/neh/09/32)
* [फिलिप्पियों 1: 9](rc://hi/tn/help/php/01/09)
* [श्रेष्ठगीत 1:2](rc://hi/tn/help/sng/01/01)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__ व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से __प्रेम__ रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान __प्रेम__ करना।”
* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__ व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से __प्रेम__ रख और अपने पड़ोसी से अपने समान __प्रेम__ रख।”
* __[33:08](rc://en/tn/help/obs/33/08)__ “कंटीली भूमि वे व्यक्ति है जिन्होंने वचन सुना, और संसार की चिन्ता और धन का धोखा, और अन्य वस्तुओं का लोभ उनमें समाकर परमेश्वर के लिए उसके __प्रेम__ को दबा देता है।”
* __[36:05](rc://en/tn/help/obs/36/05)__ जैसे पतरस बोल ही रहा था कि एक उजले बादल ने उन्हें छा लिया, और उस बादल में से यह शब्द निकला : “ यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे में __प्रेम__ करता हूँ”
* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ हर वह व्यक्ति जिसे सच्चाई से __प्रेम__ है, मुझे सुनेगा।”
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ वह(लुदिया) बहुत __प्रेम__ के साथ प्रभु की आराधना करती थी।
* __[48:01](rc://en/tn/help/obs/48/01)__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ एकदम सही था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से वा परमेश्वर से __प्रेम__ करते थे।
* __[49:03](rc://en/tn/help/obs/49/03)__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों को उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि आप स्वयं से प्रेम करते हैं।
* __[49:04](rc://en/tn/help/obs/49/04)__ उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को __प्रेम__ करना चाहिए।
* __[49:07](rc://en/tn/help/obs/49/07)__ यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत __प्रेम__ करता है।
* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक __प्रेम__ किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा
* __[49:13](rc://en/tn/help/obs/49/13)__ परमेश्वर तुमसे __प्रेम__ करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे एक निकटतम सम्बन्ध स्थापित रख सके।
* __[48:1](rc://hi/tn/help/obs/48/01)__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ बहुर अच्छा था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से और परमेश्वर से __प्रेम__ करते थे।
* __[49:3](rc://hi/tn/help/obs/49/03)__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों से उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि तुम स्वयं से प्रेम करते हैं।
* __[49:4](rc://hi/tn/help/obs/49/04)__ उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को __प्रेम__ करना चाहिए।
* __[49:7](rc://hi/tn/help/obs/49/07)__ यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत __प्रेम__ करता है।
* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक __प्रेम__ किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिले, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहे।
* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ परमेश्वर तुमसे __प्रेम__ करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे घनिष्ठ सम्बन्ध बनाए रखे।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H157, H158, H159, H160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G25, G26, G5360, G5361, G5362, G5363, G5365, G5367, G5368, G5369, G5377, G5381, G5382, G5383, G5388
* स्ट्रोंग्स: H0157, H0158, H0159, H0160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G00250, G00260, G53600, G53610, G53620, G53630, G53650, G53670, G53680, G53690, G53770, G53810, G53820, G53830, G53880

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# महामहिमन् #
# महामहिमन्
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों का
“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों से सम्बंधित
* बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के पर सबसे बड़ा राजा है।
* बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के पर सबसे बड़ा राजा है।
* “महामहिम” राजा को संबोधित करने की विधि है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजसी महानता” या “राजसी ऐश्वर्य
* “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में एक शासक को संबोधित करने का एक स्वाभाविक तरीका
* “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में शासक को संबोधित करने की कोई स्वाभाविक विधि
(यह भी देखें: [राजा](../other/king.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [2 पतरस 01:16-18](rc://en/tn/help/2pe/01/16)
* [दानिय्येल 04:36-37](rc://en/tn/help/dan/04/36)
* [यशायाह 02:9-11](rc://en/tn/help/isa/02/09)
* [यहूदा 01:24-25](rc://en/tn/help/jud/01/24)
* [मीका 05:4-5](rc://en/tn/help/mic/05/04)
* [2 पतरस 1:16-18](rc://hi/tn/help/2pe/01/16)
* [दानिय्येल 4:36](rc://hi/tn/help/dan/04/36)
* [यशायाह 2:10](rc://hi/tn/help/isa/02/10)
* [यहूदा 1:25](rc://hi/tn/help/jud/01/25)
* [मीका 5:4](rc://hi/tn/help/mic/05/04)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G3168, G3172
* स्ट्रोंग्स: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G31680, G31720

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# दया, दयालु #
# दया, दयालु
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“दया” और “दयालु” शब्दों का अर्थ है आवश्यकताग्रस्त मनुष्यों की सहायता करना विशेष करके जब वे दीन-दरिद्र हों।
* “दया” का अर्थ यह भी है कि मनुष्यों को उनकी गलती का दण्ड न देना।
* कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ दया का व्यवहार करता है।
* कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ सहारद्र व्यवहार करता है।
* दयालु होने का अर्थ यह भी है कि किसी को हमारे साथ बुराई करने के लिए क्षमा कर देना।
* जब हम घोर आवश्यकता में फंसे मनुष्यों की सहायता करते हैं तब हम दया दर्शाते है।
* परमेश्वर हम पर दयालु है और चाहता है कि हम दूसरों के साथ भी दया का व्यवहार करें।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार “दया” का अनुवाद “करूणा” या “अनुकंपा” या “सहानुभूति” भी किया जा सकता है।
* “दयालु” का अनुवाद “दया दिखाना” या “किसी पर कृपालु होना” या “क्षमाशील” होना।
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(यह भी देखें: [तरस](../kt/compassion.md), [क्षमा](../kt/forgive.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 पतरस 01:3-5](rc://en/tn/help/1pe/01/03)
* [1 तीमुथियुस 01:12-14](rc://en/tn/help/1ti/01/12)
* [दानिय्येल 09:17-19](rc://en/tn/help/dan/09/17)
* [निर्गमन 34: 5-7](rc://en/tn/help/exo/34/05)
* [उत्पत्ति 19: 16-17](rc://en/tn/help/gen/19/16)
* [इब्रानियों 10:28-29](rc://en/tn/help/heb/10/28)
* [याकूब 02:12-13](rc://en/tn/help/jas/02/12)
* [लूका 06:35-36](rc://en/tn/help/luk/06/35)
* [मत्ती 09:27-28](rc://en/tn/help/mat/09/27)
* [फिलिप्पियों 02:25-27](rc://en/tn/help/php/02/25)
* [भजन संहिता 041:4-6](rc://en/tn/help/psa/041/004)
* [रोमियो 12:1-2](rc://en/tn/help/rom/12/01)
* [1 पतरस 1:3-5](rc://hi/tn/help/1pe/01/03)
* [1 तीमुथियुस 1:13](rc://hi/tn/help/1ti/01/13)
* [दानिय्येल 9:17](rc://hi/tn/help/dan/09/17)
* [निर्गमन 34:6](rc://hi/tn/help/exo/34/06)
* [उत्पत्ति 19: 16](rc://hi/tn/help/gen/19/16)
* [इब्रानियों 10:28-29](rc://hi/tn/help/heb/10/28)
* [याकूब 2:13](rc://hi/tn/help/jas/02/13)
* [लूका 6:35-36](rc://hi/tn/help/luk/06/35)
* [मत्ती 9:27](rc://hi/tn/help/mat/09/27)
* [फिलिप्पियों 2:25-27](rc://hi/tn/help/php/02/25)
* [भजन संहिता 41:4-6](rc://hi/tn/help/psa/041/004)
* [रोमियो 12:1](rc://hi/tn/help/rom/12/01)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर __दया__ करना आरंभ करें।
* __[19:17](rc://en/tn/help/obs/19/17)__ एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर __दया__ की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए।
* __[20:12](rc://en/tn/help/obs/20/12)__ फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति __दयावान__ था।
* __[27:11](rc://en/tn/help/obs/27/11)__ तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर __दया__ की।”
* __[32:11](rc://en/tn/help/obs/32/11)__ परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर __दया__ करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं |
* __[34:09](rc://en/tn/help/obs/34/09)__ पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर __दया__ कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’”
* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने (भविष्यद्वक्ताओं ने) लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और __दया__के काम करना आरंभ करें।
* __[19:17](rc://hi/tn/help/obs/19/17)__ एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर __दया__ की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए।
* __[20:12](rc://hi/tn/help/obs/20/12)__ फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति __दयालू__ था।
* __[27:11](rc://hi/tn/help/obs/27/11)__ तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर __दया__ की।”
* __[32:11](rc://hi/tn/help/obs/32/11)__ परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर __दया__ करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं |
* __[34:9](rc://hi/tn/help/obs/34/09)__ पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर __दया__ कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’”
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G1653, G1655, G1656, G2433, G2436, G3628, G3629, G3741, G4698
* स्ट्रोंग्स: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G16530, G16550, G16560, G24330, G24360, G36280, G36290, G37410, G46980

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@ -1,31 +1,31 @@
# परमप्रधान #
# परमप्रधान
## तथ्य: ##
## तथ्य:
“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का पनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है।
“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का पनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है।
* इस शब्द का अर्थ “प्रभुता संपन्न” या “सर्वोच्च” जैसा ही है।
* इस पदनाम में ऊँचा का अभिप्राय भौतिक ऊँचाई या दूरी से नहीं है। इसका संदर्भ महानता से है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परमप्रधान परमेश्वर” या “ सर्वोच्च प्राणी” या “सर्वोच्च परमेश्वर” या “सबसे बड़ा” या “सर्वोपरि” या “सबसे महान परमेश्वर”
* यदि “ऊँचा” शब्द का उपयोग किया गया तो सुनिश्चित करें कि उसका अभिप्राय ऊँचाई या लम्बाई न हो।
(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 07:47-50](rc://en/tn/help/act/07/47)
* [प्रे.का. 16:16-18](rc://en/tn/help/act/16/16)
* [दानिय्येल 04:17-18](rc://en/tn/help/dan/04/17)
* [व्यवस्थाविवरण 32:7-8](rc://en/tn/help/deu/32/07)
* [उत्पत्ति 14:17-18](rc://en/tn/help/gen/14/17)
* [इब्रानियों 07:1-3](rc://en/tn/help/heb/07/01)
* [होशे 07:16](rc://en/tn/help/hos/07/16)
* [विलापगीत 03:34-36](rc://en/tn/help/lam/03/34)
* [लूका 01:30-33](rc://en/tn/help/luk/01/30)
* [प्रे.का. 7:47-50](rc://hi/tn/help/act/07/47)
* [प्रे.का. 16:16-18](rc://hi/tn/help/act/16/16)
* [दानिय्येल 4:17-18](rc://hi/tn/help/dan/04/17)
* [व्यवस्थाविवरण 32:7-8](rc://hi/tn/help/deu/32/07)
* [उत्पत्ति 14:17-18](rc://hi/tn/help/gen/14/17)
* [इब्रानियों 7:1-3](rc://hi/tn/help/heb/07/01)
* [होशे 7:16](rc://hi/tn/help/hos/07/16)
* [विलापगीत 3:35](rc://hi/tn/help/lam/03/35)
* [लूका 1:32](rc://hi/tn/help/luk/01/32)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H5945, G5310
* स्ट्रोंग्स: H5945, G53100

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@ -2,36 +2,36 @@
## परिभाषा:
"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या चीज को बुलाया जाता है। हालाँकि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है।
"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या वस्तु को बुलाया जाता है। तथापि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग अनेक भिन्न रूपों में किया जाता है कि अनेक भिन्न-भिन्न अव्धार्नाओं को संदर्भित करें|
* कुछ संदर्भों में “नाम” मनुष्य की प्रतिष्ठा का संदर्भ देता है जैसा कि "हम अपने लिए एक नाम बनाते हैं।"
* “नाम” शब्द किसी स्मृति का संदर्भ भी देता है। उदाहरणार्थ “मूर्तियों का नाम मिटा दो”, अर्थात मूर्तियों को ऐसे नष्ट कर दो कि उनकी स्मृति ही न रहे या उनकी पूजा न की जाए।
* “परमेश्वर के नाम में” बोलना अर्थात उसके सामर्थ्य और अधिकार में या उसके प्रतिनिधि होकर बोलना।
* किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy))
* किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: [लक्षणालंकार](rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy))
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “इसका अच्छा नाम” इस वाक्य का अनुवाद हो सकता है, “उसकी अच्छी प्रतिष्ठा।”
* “के नाम में” कुछ करना, इसका अनुवाद हो सकता है, के अधिकार में” या “की अनुमति से” या “प्रतिनिधित्व में” काम करना।
* “ऐसा करना कि मनुष्य हमारे बारे में जाने” या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करना कि हम महत्वपूर्ण हैं।”
* यह अभिव्यक्ति हैः "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"।
* "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं" का अनुवाद "जो आपसे प्यार करते है" के रूप में किया जा सकता है।
* "मूर्तियों के नामों को काट" का अनुवाद "मूर्तियों से छुटकारा पाना ताकि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण" या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें ताकि लोग अब उनके बारे में न सोचे" के रूप में किया जा सकता है।
* “अपना नाम करें”, इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अनेक मनुष्यों में अपनी पहचान बनाने का कारण उत्पन्न करें" या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करें कि हम महत्वपूर्ण हैं।”
* इस अभिव्यक्ति, "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"।
* "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "जो आपसे प्रेम रकते हैं"
* "मूर्तियों के नाम मिटा दे", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "मूर्तियों से छुटकारा पाना कि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण उत्पन्न करना " या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें तकि लोग आगे को उनके बारे में सोचे भी नहीं"
(यह भी देखें: [बुलाहट](../kt/call.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:12-14](rc://en/tn/help/1jn/02/12)
* [2 तीमुथियुस 02:19-21](rc://en/tn/help/2ti/02/19)
* [प्रे.का. 04:5-7](rc://en/tn/help/act/04/05)
* [प्रे.का. 04:11-12](rc://en/tn/help/act/04/11)
* [प्रे.का. 09:26-27](rc://en/tn/help/act/09/26)
* [उत्पत्ति 12:1-3](rc://en/tn/help/gen/12/01)
* [उत्पत्ति 35:9-10](rc://en/tn/help/gen/35/09)
* [मत्ती 18:4-6](rc://en/tn/help/mat/18/04)
* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12)
* [2 तीमुथियुस 2:19-21](rc://hi/tn/help/2ti/02/19)
* [प्रे.का. 4:7](rc://hi/tn/help/act/04/07 )
* [प्रे.का. 4:12](rc://hi/tn/help/act/04/12)
* [प्रे.का. 9:27](rc://hi/tn/help/act/09/27)
* [उत्पत्ति 12:2](rc://en/tn/help/gen/12/02)
* [उत्पत्ति 35:10](rc://hi/tn/help/gen/35/10)
* [मत्ती 18:5](rc://hi/tn/help/mat/18/05)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122
* स्ट्रोंग्स: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122

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@ -1,28 +1,29 @@
# दृष्टान्त, दृष्टान्तों #
# दृष्टान्त, दृष्टान्तों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“दृष्टान्त” अर्थात छोटी कहानी या शिक्षाप्रद कथा जिसके द्वारा नैतिकता का पाठ सिखाया जाता है।
* यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ नहीं समझाया था।
* उनके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था।
* नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका पाप प्रकट करने के लिए।
* नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है। यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए।
* यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ वह अधिकतर नहीं समझाता था।
* उसके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था।
* नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका भयंकर पाप प्रकट करने के लिए एक दृष्टान्त सुनाया था।
* नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है।
यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए।
(यह भी देखें: [सामरिया](../names/samaria.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [लूका 05:36](rc://en/tn/help/luk/05/36)
* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39)
* [लूका 08:4-6](rc://en/tn/help/luk/08/04)
* [लूका 08:9-10](rc://en/tn/help/luk/08/09)
* [मरकुस 04:1-2](rc://en/tn/help/mrk/04/01)
* [मत्ती 13:3-6](rc://en/tn/help/mat/13/03)
* [मत्ती 13:10-12](rc://en/tn/help/mat/13/10)
* [मत्ती 13:13-14](rc://en/tn/help/mat/13/13)
* [लूका 5:36](rc://hi/tn/help/luk/05/36)
* [लूका 6:39-40](rc://hi/tn/help/luk/06/39)
* [लूका 8:4](rc://hi/tn/help/luk/08/04)
* [लूका 8:9-10](rc://hi/tn/help/luk/08/09)
* [मरकुस 4:1](rc://hi/tn/help/mrk/04/01)
* [मत्ती 13:3](rc://hi/tn/help/mat/13/03)
* [मत्ती 13:10](rc://hi/tn/help/mat/13/10)
* [मत्ती 13:13](rc://hi/tn/help/mat/13/13)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1819, H4912, G3850, G3942
* Strong's: H1819, H4912, G38500, G39420

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@ -2,7 +2,7 @@
## तथ्य:
“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था।
“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जो प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था।
* इस पर्व का नाम उस तथ्य से आता है कि परमेश्वर इस्राएलियों के घरों से होकर निकला परन्तु उसने उनके पुत्रों का घात नहीं किया जबकि मिस्र के सब पहिलौठे मारे गए थे।
* फसह में एक सिद्ध मेमने का मांस भूनकर खाया जाता था और रोटी ख़मीरी नहीं होती थी। इस भोजन से उन्हें उस भोजन का स्मरण होता है जो उनके पूर्वजों ने मिस्र से पलायन करने से पूर्व रात को खाया था।
@ -10,9 +10,9 @@
## अनुवाद के सुझाव:
फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के सदृश्य शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है।
फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है।
* यदि इस पर्व का नाम उन शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है।
* यदि इस पर्व का नाम उन अनुवादित शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है तो यह सहायक सिद्ध होगा
## बाइबल सन्दर्भ:
@ -25,16 +25,16 @@
* [यूहन्ना 13:1](rc://hi/tn/help/jhn/13/01)
* [यहोशू 5:10-11](rc://hi/tn/help/jos/05/10)
* [लैव्यव्यवस्था 23:4-6](rc://hi/tn/help/lev/23/04)
* [गिनती 09:3](rc://hi/tn/help/num/09/03)
* [गिनती 9:3](rc://hi/tn/help/num/09/03)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[12:14](rc://hi/tn/help/obs/12/14)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे मिस्रियों पर परमेश्वर की विजय और दासत्व से उनकी मुक्ति के स्मरण में प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाया करें |
* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यहूदी प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब व याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले मिस्र की गुलामी से उनके पूर्वजों को बचाया था |
* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यहूदी प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब व याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व से निकाला था |
* __[38:4](rc://hi/tn/help/obs/38/04)__यीशु ने अपने चेलों के साथ __फसह__ का पर्व मनाया था |
* __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को __फसह__ कहा जाता है|
* __[48:10](rc://hi/tn/help/obs/48/10)__ यीशु हमारा __फसह__ का मेम्ना है | वह सिद्ध और निष्पाप था, और __फसह__ के उत्सव के दिन मारा गया था |
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H6453, G3957
* Strong's: H6453, G39570

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@ -1,35 +1,35 @@
## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा ##
## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“परमेश्वर की प्रजा” अर्थात परमेश्वर ने संसार में से जिन लोगों को बुलाकर अलग कर लिया कि उसके साथ विशेष संबन्ध में रहें।
“परमेश्वर की प्रजा”, बाईबल में इस इस अवधारणा का सन्दर्भ उन लोगों से है जिनके साथ परमेश्वर ने वाचा बंधकर सम्बन्ध बनाए थे |
* पुराने नियम में परमेश्वर के लोग (प्रजा) इस्राएल के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने चुन कर अन्यजातियों से अलग कर लिया कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें।
* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय उन सब मनुष्यों से है जो यीशु में विश्वास करते हैं और उन्हें कलीसिया कहा गया है। कलीसिया में यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है।
* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिन्हें उसने चुन लिया है और उनके साथ उसका संबन्ध सबसे अलग है। परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा चुनी हुई है और संसार से पृथक की गई है कि उसे प्रसन्न करने का जीवन जीएं। परमेश्वर उन्हें अपनी सन्तान भी कहता है
* पुराने नियम में "परमेश्वर की प्रजा" इस्राएल के संदर्भ में है| परमेश्वर ने इस्राएल को चुन कर संसार की अन्यजातियों से अलग कर लिया था कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें।
* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय "कलिसीया" से है अर्थात वह हर एक मनुष्य जो यीशु में विश्वास करता है| इसमें यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों समाहित हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है।
* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिनके साथ उसका सम्बन्ध वाचा आधारित है| परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा कही हुई है और वह चाहता है कि उनका जीवन आचरण ऐसा हो जो उसको प्रसन्न करे
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”।
* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”।
* जब परमेश्वर कहता है, “मेरी प्रजा” तब उसका अनुवाद हो सकता है, “जिन लोगों को मैंने चुन लिया है” या “मेरी आराधना करने वाले लोग” या “मेरे अपने लोग”
* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद “तेरे अपने लोग” या “तुझे चुन लेने वाले लोग” हो सकता है।
* “उसकी प्रजा” का अनुवाद “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग चुन लिया” हो सकता है।
* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरे अपने लोग” या “ तेर हो जाने के लिए तुझे चुन लेने वाले लोग”
* “उसकी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग होने के लिए चुन लिया”
(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [जाति](../other/peoplegroup.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 इतिहास 11:1-3](rc://en/tn/help/1ch/11/01)
* [प्रे.का. 07:33-34](rc://en/tn/help/act/07/33)
* [प्रे.का. 07:51-53](rc://en/tn/help/act/07/51)
* [प्रे.का. 10:36-38](rc://en/tn/help/act/10/36)
* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24)
* [यशायाह 02:5-6](rc://en/tn/help/isa/02/05)
* [यिर्मयाह 06:20-22](rc://en/tn/help/jer/06/20)
* [योएल 03:16-17](rc://en/tn/help/jol/03/16)
* [मीका 06: 3-5](rc://en/tn/help/mic/06/03)
* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://en/tn/help/rev/13/07)
* [1 इतिहास 11:2](rc://hi/tn/help/1ch/11/02)
* [प्रे.का. 7:34](rc://hi/tn/help/act/07/34)
* [प्रे.का. 7:51-53](rc://hi/tn/help/act/07/51)
* [प्रे.का. 10:36-38](rc://hi/tn/help/act/10/36)
* [दानिय्येल 09:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24)
* [यशायाह 2:5-6](rc://hi/tn/help/isa/02/05)
* [यिर्मयाह 6:20-22](rc://hi/tn/help/jer/06/20)
* [योएल 3:16-17](rc://hi/tn/help/jol/03/16)
* [मीका 6: 3-5](rc://hi/tn/help/mic/06/03)
* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://hi/tn/help/rev/13/07)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H430, H5971, G2316, G2992
* स्ट्रोंग्स: H430, H5971, G2316, G2992

View File

@ -1,34 +1,34 @@
# नाश होना, नष्ट
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट होना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह अक्सर परमेश्वर के लोगों से खो जाने या अलग होने का आध्यात्मिक अर्थ है।
“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट हो जाना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह प्रायः मनुष्यों के भटक जाने के लिए आत्मिक अर्थ में प्रयोग किया जाता है या परमेश्वर के लोगों से अलग हो जाने के लिए काम में लिया जाता है।
### "पेरिश:" का आध्यात्मिक अर्थ
### "नाश होने" का आत्मिक अभिप्राय
* “नाश होने वाले” मनुष्य वे है जिन्होंने अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करने से इन्कार किया है।
* जो "नाश" हैं वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसके बजाय, वे परमेश्वर की न्याय के तहत नरक में अनंत काल तक जीवित रहेंगे
* हर कोई शारीरिक रूप से मर जाएगा, लेकिन केवल वे लोग जो अपने उद्धार के लिए यीशु पर विश्वास नहीं करते हैं, सदा के लिए नष्ट हो जाएंगे
* जब "नाश होना" एक आध्यात्मिक अर्थ में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक रूप से मरने की तुलना में इसे अलग तरह से व्यक्त करता है
* जो "नाश" हो चुके हैं, वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसकी अपेक्षा, उनके लिए परमेश्वरका दंड है कि वे अनंत काल तक नरक में जीवित रहें
* शारीरिक से तो हर एक जन मरेगा परन्तु वे जो अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास नहीं करते हैं, उनका अनंत नाश हो जाएगा
* जब "नाश होना" आत्मिक परिप्रेक्ष्य में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक मृत्यु से सर्वथा भिन्न प्रकट करे
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”।
* सुनिश्चित करें कि “नाश होने” का अर्थ है, अनन्तकाल के लिए नरक में होना न कि केवल “अस्तित्व समाप्त होना”
* प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं, "परमेश्वर के लोगों में से बहिष्कृत हो जाना" “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”।
* ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति काम में लें जिसका अर्थ केवल "शारीरिक मृत्यु" या "अस्तित्व का अंत" ही नहीं हो|
(यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [अनन्त](../kt/eternity.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 पतरस 01:22-23](rc://en/tn/help/1pe/01/22)
* [2 कुरिन्थियों 02:16-17](rc://en/tn/help/2co/02/16)
* [2 थिस्सलुनीकियों 02:8-10](rc://en/tn/help/2th/02/08)
* [यिर्मयाह 18:18-20](rc://en/tn/help/jer/18/18)
* [भजन संहिता 049:18-20](rc://en/tn/help/psa/049/018)
* [जकर्याह 09:5-7](rc://en/tn/help/zec/09/05)
* [जकर्याह 13:8-9](rc://en/tn/help/zec/13/08)
* [1 पतरस 1:23](rc://hi/tn/help/1pe/01/23)
* [2 कुरिन्थियों 2:16-17](rc://hi/tn/help/2co/02/16)
* [2 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/2th/02/10)
* [यिर्मयाह 18:18](rc://hi/tn/help/jer/18/18)
* [भजन संहिता 49:18-20](rc://hi/tn/help/psa/049/018)
* [जकर्याह 9:5-7](rc://hi/tn/help/zec/09/05)
* [जकर्याह 13:8](rc://hi/tn/help/zec/13/08)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H6, H7, H8, H1478, H1820, H5486, H5595, H6544, H8045, G599, G622, G684, G853, G1311, G2704, G4881, G5356
* स्ट्रोंग्स: H0006, H0007, H0008, H1478, H1820, H1826, H5486, H5595, H6544, H8045, G0599, G0622, G0684, G0853, G1311, G2704, G4881, G5356

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# फरीसी, फरीसियों #
# फरीसी, फरीसियों
## तथ्य: ##
## तथ्य:
फरीसी यीशु के समय यहूदी अगुओं का एक महत्वपूर्ण प्रभावशाली पंथ था।
* उनमें से अधिकांश जन मध्यम वर्ग के व्यापारी थे वरन कुछ फरीसी याजक भी थे।
* सब यहूदी अगुओं में फरीसी मूसा की व्यवस्था के पालन में तथा अन्य यहूदी नियमों एवं परम्पराओं के पालन में सबसे अधिक कट्टर मनुष्य थे।
* वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से दूर रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द “पृथक करना” से आता है।
* वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से अलग रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द का उद्भव “पृथक करना” से हुआ है।
* फरीसी मरने के बाद के जीवन को मानते थे, वे स्वर्गदूतों और अन्य आत्मिक प्राणियों को भी मानते थे।
* फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के बैरी थे।
* फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के कट्टर विरोधी थे।
(यह भी देखें: [महासभा](../other/council.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [सदूकी](../kt/sadducee.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 26:4-5](rc://en/tn/help/act/26/04)
* [यूहन्ना 03:1-2](rc://en/tn/help/jhn/03/01)
* [लूका 11:43-44](rc://en/tn/help/luk/11/43)
* [मत्ती 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07)
* [मत्ती 05:19-20](rc://en/tn/help/mat/05/19)
* [मत्ती 09:10-11](rc://en/tn/help/mat/09/10)
* [मत्ती 12:1-2](rc://en/tn/help/mat/12/01)
* [मत्ती 12:38-40](rc://en/tn/help/mat/12/38)
* [फिलिप्पियों 03:4-5](rc://en/tn/help/php/03/04)
* [प्रे.का. 26:4](rc://hi/tn/help/act/26/04)
* [यूहन्ना 3:1-2](rc://hi/tn/help/jhn/03/01)
* [लूका 11:44](rc://hi/tn/help/luk/11/44)
* [मत्ती 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07)
* [मत्ती 5:20](rc://hi/tn/help/mat/05/20)
* [मत्ती 9:11](rc://hi/tn/help/mat/09/11)
* [मत्ती 12:2](rc://hi/tn/help/mat/12/02)
* [मत्ती 12:38](rc://hi/tn/help/mat/12/38)
* [फिलिप्पियों 3:5](rc://hi/tn/help/php/03/05)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G5330
* स्त्रोंग्स: G53300

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@ -1,41 +1,41 @@
# प्रार्थना कर, प्रार्थना, प्रार्थनाओं, प्रार्थना की #
# प्रार्थना कर, प्रार्थना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“प्रार्थना कर” और “प्रार्थना” का अर्थ है परमेश्वर से बातें करना। यह शब्द मनुष्यों द्वारा किसी झूठे देवता से बातें करने के लिए भी काम में आता है।
* मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनायें लिखित हैं।
* मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, अर्थात, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनाएं निहित हैं।
* प्रार्थना में परमेश्वर से दया, समस्या में सहायता, या निर्णय लेने में बुद्धि का निवेदन भी होता है।
* मनुष्य अधिकतर राशियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं।
* मनुष्य अधिकतर रोगियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं।
* मनुष्य प्रार्थना में परमेश्वर को धन्यवाद देता है उसका गुणगान करता है।
* प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना होता है।
* परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं। जब हमारी आत्मा उसकी आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना।
* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना के शब्द होना है
* प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना भी होता है।
* परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं, जब हमारी आत्मा उसके आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना।
* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना का भाव भी प्रकट करे
(यह भी देखें: [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [स्तुति](../other/praise.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:8-10](rc://en/tn/help/1th/03/08)
* [प्रे.का. 08:24](rc://en/tn/help/act/08/24)
* [प्रे.का. 14:23-26](rc://en/tn/help/act/14/23)
* [कुलुस्सियों 04:2-4](rc://en/tn/help/col/04/02)
* [यूहन्ना 17:9-11](rc://en/tn/help/jhn/17/09)
* [लूका 11:1](rc://en/tn/help/luk/11/01)
* [मत्ती 05:43-45](rc://en/tn/help/mat/05/43)
* [मत्ती 14:22-24](rc://en/tn/help/mat/14/22)
* [1 थिस्सलुनीकियों 3:9](rc://hi/tn/help/1th/03/09)
* [प्रे.का. 8:24](rc://hi/tn/help/act/08/24)
* [प्रे.का. 14:26](rc://hi/tn/help/act/14/26)
* [कुलुस्सियों 4:4](rc://hi/tn/help/col/04/04)
* [यूहन्ना 17:9](rc://hi/tn/help/jhn/17/09)
* [लूका 11:1](rc://hi/tn/help/luk/11/01)
* [मत्ती 5:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43)
* [मत्ती 14:22-24](rc://hi/tn/help/mat/14/22)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* **[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)** इसहाक ने परमेश्वर से **प्रार्थना की**, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई |
* **[13:12](rc://en/tn/help/obs/13/12)** मूसा ने परमेश्वर से **प्रार्थना की** और परमेश्वर ने उसकी **प्रार्थना** को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया |
* **[19:08](rc://en/tn/help/obs/19/08)** तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से **प्रार्थना करते** रहे, “हे बाल, हमारी सुन |”
* **[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)** पुरोहित परमेश्वर से लोगों के लिए **प्रार्थना** भी करते थे |
* **[38:11](rc://en/tn/help/obs/38/11)** यीशु ने अपने चेलों से कहा कि **प्रार्थना** करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो |
* **[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13)** चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और **प्रार्थना करने** में लौलीन रहे |
* **[49:18](rc://en/tn/help/obs/49/18)** परमेश्वर कहता है कि हम **प्रार्थना करें**, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
* __[6:5](rc://hi/tn/help/obs/06/05)__ इसहाक ने परमेश्वर से __प्रार्थना की__, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका गर्भवती हुई और जुड़वां पुत्रों को जन्म दिया|
* __[13:12](rc://hi/tn/help/obs/13/12)__ मूसा ने परमेश्वर से **प्रार्थना की** और परमेश्वर ने उसकी **प्रार्थना** को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया |
* __[19:8](rc://hi/tn/help/obs/19/08)__ तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से **प्रार्थना करते** रहे, “हे बाल, हमारी सुन |”
* __[21:7](rc://hi/tn/help/obs/21/07)__ याजक परमेश्वर से लोगों के लिए भी __प्रार्थना__ करते थे |
* __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा, __प्रार्थना__ करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो |
* __[43:13](rc://hi/tn/help/obs/43/13)__ चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और __प्रार्थना करने__ में लौलीन रहे |
* __[49:18](rc://hi/tn/help/obs/49/18)__ परमेश्वर कहता है कि हम __प्रार्थना करें__, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H5315, H5375, H6293, H6419, H6739, H6963, H7121, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336
* स्ट्रोंग्स: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H6293, H6419, H6739, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336

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@ -1,38 +1,37 @@
# प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा किया #
# प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा क
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
प्रतिज्ञा किसी काम को करने का प्रण है मनुष्य किसी बात की प्रतिज्ञा करता है तो वह उसे करने का समर्पण करता है।
"प्रतिज्ञा" को जब क्रिया रूप में काम में लिया जाता है कि मनुष्य कहता है कि वह कुछ करेगा तो इसका तात्पर्य है, वह अपने वचनों को पूरा करने के लिए बाध्य है| जब इसका प्रयोग संज्ञा रूप में किया जाता है, तब इसका "प्रतिज्ञा" शब्द का सन्दर्भ उस बात से होता है जिसको करने के लिए वह व्यक्ति विशेष विवश है|
* बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों से अनेक प्रतिज्ञाएं की हैं।
* प्रतिज्ञाएं औपचारिक समझौतों जैसे वाचाओं का एक महत्वपूर्ण भाग होती हैं।
* प्रतिज्ञा अक्सर शपथ के साथ की जाती है कि उसका पूरा किया जाना निश्चित है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास” हो सकता है।
* “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास दिलाना” हो सकता है।
* “किसी काम को करने की प्रतिज्ञा” का अनुवाद, “किसी को विश्वास दिलाना कि आप कुछ करेंगे” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”हो सकता है।
(यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [शपथ](../other/oath.md), [प्रण](../kt/vow.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [गलातियों 03:15-16](rc://en/tn/help/gal/03/15)
* [उत्पत्ति 25:31-34](rc://en/tn/help/gen/25/31)
* [इब्रानियों 11:8-10](rc://en/tn/help/heb/11/08)
* [याकूब 01:12-13](rc://en/tn/help/jas/01/12)
* [गिनती 30:1-2](rc://en/tn/help/num/30/01)
* [गलातियों 3:15-16](rc://hi/tn/help/gal/03/15)
* [उत्पत्ति 25:31-34](rc://hi/tn/help/gen/25/31)
* [इब्रानियों 11:9](rc://hi/tn/help/heb/11/09)
* [याकूब 01:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12)
* [गिनती 30:2](rc://hi/tn/help/num/30/02)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[03:15](rc://en/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं __वादा__ करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से पापी होते हैं जब वे बच्चे होते हैं
* __[03:16](rc://en/tn/help/obs/03/16)__ परमेश्वर ने बादल में पहला धनुष बनाया रखा __वाचा__ के चिह्न के स्वरुप में। जब भी आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी _वाचा__ को याद करेगा और लोग भी।
* __[04:08](rc://en/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने अब्राम से कहा और दुबारा __वाचा__ किया कि उसको एक पुत्र की प्राप्ति होगी और उसकी संतान आकाश में तारो के सामान होगी। अब्राम ने परमेश्वर के __वाचा__ पर विश्वास किया।
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह __प्रतिज्ञा__ का पुत्र होगा।
* __[08:15](rc://en/tn/help/obs/08/15)__ __वाचा__ परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी , अब्राहम के बाद इसहाक से, इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवार से|
* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ जबकि दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी __वाचा__ पर खरा था।
* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ यीशु ने __वादा__ किया कि संसार के अंत में वह वापस आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपना वादा पूरा करेगा।
* __[3:15](rc://hi/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं __प्रतिज्ञा__ करता हूँ कि मनुष्यों के बुरे कर्मों के कारण फिर कभी भूमि को शाप नहीं दूंगा या बाढ़ से दुनिया को नष्ट करूंगा, यद्यपि मनुष्य जन्म से ही पापी है
* __[3:16](rc://hi/tn/help/obs/03/16)__ तब परमेश्वर ने अपनी __वाचा__ के चिह्न के स्वरुप में मेघ धनुष स्थापित किया। जब -जब आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी _वाचा__ को याद करेगा और लोग भी।
* __[4:08](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने अब्राम से बातें कीं और __वाचा__ दोहराया कि उसको पुत्र प्राप्ति होगी और उसका वंश आकाश में तारो के सामान होगा। अब्राम ने परमेश्वर की __वाचा__ पर विश्वास किया।
* __[5:4](rc://hi/tn/help/obs/05/04)__ तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह __प्रतिज्ञा__ का पुत्र होगा।
* __[8:15](rc://hi/tn/help/obs/08/15)__ परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी उसकी __प्रतिज्ञाएं__ अब्राहम के बाद इसहाक, और इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवारों के लिए भी रहीं|
* __[17:14](rc://hi/tn/help/obs/17/14)__ दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी __वाचा__ पर खरा था।
* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ यीशु ने __प्रतिज्ञा__ की कि वह संसार के अंत में पुनः आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपनी __प्रतिज्ञा__पूरी करेगा|
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H559, H562, H1696, H8569, G1843, G1860, G1861, G1862, G3670, G4279

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@ -1,54 +1,54 @@
# भविष्यद्वक्ता, भविष्यवाणी, भविष्यद्वाणी, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन
# भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
भविष्यद्वक्ता परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। भविष्यद्वाणी करनेवाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं।
भविष्यद्वक्ता वह मनुष्य है जो परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। ऎसी सेवा करने वाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं।
* भविष्यद्वक्ता मनुष्यों को पापों से विमुख होने और परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए चिताते थे।
* भविष्यद्वाणी भविष्यद्वक्ताओं का सन्देश था। भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना।
* भविष्यद्वाणी प्रायः भावी घटनाओं का वर्णन था।
* भविष्यद्वाणी वह सन्देश है जो भविष्यद्वक्ता सुनाते हैं| भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना।
* भविष्यद्वाणी का सन्देश प्रायः भावी घटनाओं से सम्बन्षित होता था|
* पुराने नियम की अनेक भविष्यद्वाणियां पूरी हो चुकी हैं।
* बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों का भविष्यद्वक्ता कहा गया है।
* उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में कहा जाता था जिसे पुराना नियम कहा जाता था।
* भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा”।
* कभी-कभी यह शब्द भूत सिद्धी करनेवालों या झूठे भविष्यद्वक्ताओं के लिए भी काम में लिया जाता था।
* बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों को "भविष्यद्वक्ता" कहा गया है।
* उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” यह अभिव्यक्ति सम्पूर्ण इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में काम में ली जाती थी जो पुराने नियम के नाम से भी जाने जाते हैं।
* भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा” या भावी बूझने वाला मनुष्य।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर का वक्ता” “परमेश्वर की ओर से कहने वाला मनुष्य” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाला मनुष्य”।
* एक "भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "वह मनुष्य जो परमेश्वर से भविष्य देखता है।"
* "नबी" का अनुवाद हो सकता है, "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "मनुष्य जो परमेश्वर प्रदत्त भविष्य देखता है।"
* “भविष्यद्वक्तिन” शब्द का अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की वक्ता” या “परमेश्वर की ओर से कहनेवाली स्त्री” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाली स्त्री”।
* “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वाणी का सन्देश”
* प्रकरण पर आधारित “भविष्यद्वाणी” शब्द का अनुवाद होगा, “परमेश्वर का वचन सुनाना” या “भावी घटनाओं के बारे में परमेश्वर का सन्देश पहुंचाना”।
* इस प्रतिकात्मक अभिव्यक्ति “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद हो सकता है “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें” या “परमेश्वर के प्रदत्त विधान और उसके भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश के बारे में सब लिखित बातें” [उपलक्षण](rc://en/ta/man/translate/figs-synecdoche))
* जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का जिक्र करते हैं, तो इसका अर्थ "झूठे भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "झूठे देवता के भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "बाल के नबी" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, उदाहरण के लिए ।
* “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वक्ता का सन्देश”
* "भविष्यद्वाणी करना" का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के वचन सुनाना" या "परमेश्वर का सन्देश सुनाना"
* यह लाक्षणिक अभिव्यक्ति, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद हो सकता है, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें" या "परमेश्वर और उसकी प्रजा के विषय लिखी गई सब बातें, जिनमें परमेश्वर की नियमावली और उसके भविष्यद्वक्ताओं द्वारा सुनाया गया सन्देश"
(देखें: [synecdoche](rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche))
* जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का सन्दर्भ हो तो आवश्यक है कि इसका अनुवाद, "झूठे भविष्यद्वक्ता (नबी)" या "झूठे देवता का भविष्यद्वक्ता (नबी) या उदाहरणार्थ, "बाल का भविष्यद्वक्ता"
(यह भी देखें: [बाल](../names/baal.md), [दैववाणी](../other/divination.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [झूठे भविष्यद्वक्ता](../other/falseprophet.md), [पूरा करने](../kt/fulfill.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [दर्शन](../other/vision.md))
(यह भी देखें: [बाल](../names/baal.md), [भावी बूझना](../other/divination.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [झूठे भविष्यद्वक्ता](../other/falseprophet.md), [पूरी करना](../kt/fulfill.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [दर्शन](../other/vision.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://en/tn/help/1th/02/14)
* [प्रे.का. 03:24-26](rc://en/tn/help/act/03/24)
* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43)
* [मलाकी 04:4-6](rc://en/tn/help/mal/04/04)
* [मत्ती 01:22-23](rc://en/tn/help/mat/01/22)
* [मत्ती 02:17-18](rc://en/tn/help/mat/02/17)
* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17)
* [भजन संहिता 051:1-2](rc://en/tn/help/psa/051/001)
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/1th/02/14)
* [प्रे.का. 3:25](rc://hi/tn/help/act/03/25)
* [यूहन्ना 1:43-45](rc://hi/tn/help/jhn/01/43)
* [मलाकी 4:4-6](rc://en/tn/help/mal/04/04)
* [मत्ती 1:23](rc://hi/tn/help/mat/01/23)
* [मत्ती 2:18](rc://hi/tn/help/mat/02/18)
* [मत्ती 5:17](rc://hi/tn/help/mat/05/17)
* [भजन संहिता 51:1](rc://hi/tn/help/psa/051/01)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[12:12](rc://en/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक __भविष्यद्वक्ता__ है।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान __भविष्यद्वक्ता__ द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है |
* __[19:01](rc://en/tn/help/obs/19/01)__ इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से __भविष्यद्वक्ता__ भेजे | __भविष्यद्वक्ता__ ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया |
* __[19:06](rc://en/tn/help/obs/19/06)__ इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ __भविष्यद्वक्ता__ कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए |
* __[19:17](rc://en/tn/help/obs/19/17)__ अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अक्सर __भविष्यद्वक्ता__ के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __भविष्यद्वक्ता__ यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीह एक कुंवारी से पैदा होगा।
* __[43:05](rc://en/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहता है, 'आप कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
* __[48:12](rc://en/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
* __[12:12](rc://hi/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक __भविष्यद्वक्ता__ है।
* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान __भविष्यद्वक्ता__ द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है |
* __[19:1](rc://hi/tn/help/obs/19/01)__ इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से __भविष्यद्वक्ता__ भेजे | __भविष्यद्वक्ताओं__ ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया |
* __[19:6](rc://hi/tn/help/obs/19/06)__ इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ __भविष्यद्वक्ता__ कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए |
* __[19:17](rc://hi/tn/help/obs/19/17)__ अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अधिकतर __भविष्यद्वक्ताओं__ के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे
* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ __भविष्यद्वक्ता__ यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीह एक कुंवारी से पैदा होगा।
* __[43:5](rc://hi/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहटी है, 'तू कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
* __[48:12](rc://hi/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H2372, H2374, H4853, H5012, H5013, H5016, H5017, H5029, H5030, H5031, H5197, G2495, G4394, G4395, G4396, G4397, G4398, G5578

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# प्रायश्चित #
# प्रायश्चित
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“प्रायश्चित” यह एक ऐसी बलि है जो परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट करने और उसके क्रोध को शान्त करने के लिए होती है।
* यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के लिए परमेश्वर का प्रायश्चित है।
* यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के निमित्त परमेश्वर के लिए अनुरंजन कार्य है।
* क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने पाप के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध को शान्त कर दिया है। इसके द्वारा परमेश्वर मनुष्य पर कृपा दृष्टि कर पाता है और उन्हें अनन्त जीवन देता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को आग्रह प्रदान करना” हो सकता है।
* “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोग की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
* इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को अनुग्रह प्रदान करवाना” हो सकता है।
* “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोगों की तुलना करना महत्वपूर्ण है।
(यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [अनन्तकालीन](../kt/eternity.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)
## बाइबल सन्दर्भ: ##
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01)
* [1 यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/1jn/04/09)
* [रोमियो 03:25-26](rc://en/tn/help/rom/03/25)
* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02)
* [1 यूहन्ना 4:10](rc://hi/tn/help/1jn/04/10)
* [रोमियो 3:25-26](rc://hi/tn/help/rom/03/25)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G2434, G2435
* स्ट्रोंग्स: G2434, G2435

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# शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण #
# शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिलि न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना, निर्मल बनाना।
“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिश्रित न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना।
* पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक सुख या सन्तानोत्पत्ति से।
* पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि कैसे पापों से शुद्ध या मुक्त हुआ जाए आमतौर पर पशुओं के बलिदान से है। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी।
* नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापों से धुल जाना
* मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में विश्वास तथा उसकी मृत्यु के द्वारा परमेश्वर की क्षमा को ग्रहण करने के द्वारा होता है।
* पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक स्राव या प्रसव से।
* पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि पापों से कैसे शुद्ध या मुक्त हुआ जाए- पशुओं के बलिदान से। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी।
* नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापमार्जन
* मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में तथा उसके बलिदान में विश्वास के द्वारा परमेश्वर की क्षमा से क्षमा प्राप्त करने से होता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “शुद्ध बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना”
* “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “निर्मल बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना”
* “उनके शुद्ध होने के दिन पूरे हुए” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “जब निश्चित दिनों तक रूकने के बाद उन्होंने स्वयं को शुद्ध कर लिया”
* “पापों से शुद्ध होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्यों के लिए पापों से पूर्ण शोधन का मार्ग उपलब्ध करा दिया”।
* अनुवाद के अन्य रूप “शुद्ध होना” का अनुवाद “शोधन” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना” हो सकता है।
* "शोधन" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, “शुद्ध होना” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना”
(यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [शुद्ध](../kt/clean.md), [आत्मा](../kt/spirit.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 तीमुथियुस 01:5-8](rc://en/tn/help/1ti/01/05)
* [1 तीमुथियुस 1:5](rc://en/tn/help/1ti/01/05)
* [निर्गमन 31:6-9](rc://en/tn/help/exo/31/06)
* इब्रानियों09:13-15
* [याकूब 04:8-10](rc://en/tn/help/jas/04/08)
* [लूका 02:22-24](rc://en/tn/help/luk/02/22)
* [प्रका. 14:3-5](rc://en/tn/help/rev/14/03)
* [इब्रानियों 9:13-15](rc;//hi/tn/help/heb/09/13)
* [याकूब 4:8](rc://hi/tn/help/jas/04/08)
* [लूका 2:22](rc://hi/tn/help/luk/02/22)
* [प्रका. 14:4](rc://hi/tn/help/rev/14/04)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514
* स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514

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## अनुवाद के सुझाव:
* “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर की ओर)” या “पाप से विमुख होकर परमेश्वर की ओर मुड़ना” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”।
*"मन फिराव" शब्दका अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।"
* "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से दूर होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।"
*"मन फिराव" शब्द का अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।"
* "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से विमुख होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।"
(यह भी देखें: [क्षमा](../kt/forgive.md), [पाप](../kt/sin.md), [बदलना](../other/turn.md))
(यह भी देखें: [क्षमा](../kt/forgive.md), [पाप](../kt/sin.md), [विमुख होना](../other/turn.md))
## बाइबल सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 3:19-20](rc://hin/tn/help/act/03/19)
* [लूका 3:3](rc://hin/tn/help/luk/03/3)
* [लूका 3:8](rc://hin/tn/help/luk/03/8)
* [लूका 5:32](rc://hin/tn/help/luk/05/32)
* [लूका 24:47](rc://hin/tn/help/luk/24/47)
* [मरकुस 1:14-15](rc://hin/tn/help/mrk/01/14)
* [मत्ती 3:3](rc://hin/tn/help/mat/03/03)
* [मत्ती 3:11](rc://hin/tn/help/mat/03/11)
* [मत्ती 04:17](rc://hin/tn/help/mat/04/17)
* [रोमियो 2:4](rc://hin/tn/help/rom/02/04)
* [प्रे.का. 3:19-20](rc://hi/tn/help/act/03/19)
* [लूका 3:3](rc://hi/tn/help/luk/03/3)
* [लूका 3:8](rc://hi/tn/help/luk/03/8)
* [लूका 5:32](rc://hi/tn/help/luk/05/32)
* [लूका 24:47](rc://hi/tn/help/luk/24/47)
* [मरकुस 1:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14)
* [मत्ती 3:3](rc://hi/tn/help/mat/03/03)
* [मत्ती 3:11](rc://hi/tn/help/mat/03/11)
* [मत्ती 4:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17)
* [रोमियो 2:4](rc://hi/tn/help/rom/02/04)
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[16:2](rc://hin/tn/help/obs/16/02)__ परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए |
* __[17:13](rc://hin/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर __पश्चाताप__ हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
* __[19:18](rc://hin/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे __पश्चाताप__ नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा |
* __[24:2](rc://hin/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
* __[42:8](rc://hin/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा __ प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।”
*__44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ “तो अब __मन फिराओ__ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |”
* __[16:2](rc://hi/tn/help/obs/16/02)__ परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए |
* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर __पश्चाताप__ हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया।
* __[19:18](rc://hi/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे __पश्चाताप__ नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा |
* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !”
* __[42:8](rc://hi/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा __ प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।”
*__44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ “तो अब __मन फिराओ__ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |”
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H5150, H5162, H5164, G278, G3338, G3340, G3341
* स्ट्रोंग्स: H5150, H5162, H5164, G02780, G33380, G33400, G33410

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“पुनरुत्थान” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना।
* किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा सामर्थ्य है।
* "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के लिए सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है।
* यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और वह मनुष्य को पुनर्जीवित करता है।
* किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा करने का सामर्थ्य है।
* "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है।
* यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और मनुष्य को पुनर्जीवित करने वाला वही है।
## अनुवाद के लिए सुझाव:
* “पुनरुत्थान” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है।
* इस शब्द का वास्तविक अर्थ “खडा होना” या (मृतकों में से) “खड़े किए जाने का कार्य” है। ये इस शब्द के संभावित अनुवाद हो सकते हैं।
* इस शब्द का शाब्दिक अर्थ है, “खडा होना” या "(मृतकों में से) खड़े किए जाने का कार्य|” ये इस शब्द केअन्य संभावित अनुवाद हो सकते हैं।
(यह भी देखें: [जीवन](../kt/life.md), [मृत्यु](../other/death.md), [खड़ा करना](../other/raise.md)
## बाइबल सन्दर्भ:
* [1 कुरिन्थियों 15:13](rc://hin/tn/help/1co/15/13)
* [1 पतरस 3:21](rc://hin/tn/help/1pe/03/21)
* [इब्रानियों 11:35](rc://hin/tn/help/heb/11/35)
* [यूहन्ना 05:28-29](rc://hin/tn/help/jhn/05/28)
* [लूका 20:27](rc://hin/tn/help/luk/20/27)
* [लूका 20:36](rc://hin/tn/help/luk/20/36)
* [मत्ती 22:23](rc://hin/tn/help/mat/22/23)
* [मत्ती 22:30](rc://hin/tn/help/mat/22/30)
* [फिलिप्पियों 3:11](rc://hin/tn/help/php/03/11)
* [1 कुरिन्थियों 15:13](rc://hi/tn/help/1co/15/13)
* [1 पतरस 3:21](rc://hi/tn/help/1pe/03/21)
* [इब्रानियों 11:35](rc://hi/tn/help/heb/11/35)
* [यूहन्ना 5:28-29](rc://hi/tn/help/jhn/05/28)
* [लूका 20:27](rc://hi/tn/help/luk/20/27)
* [लूका 20:36](rc://hi/tn/help/luk/20/36)
* [मत्ती 22:23](rc://hi/tn/help/mat/22/23)
* [मत्ती 22:30](rc://hi/tn/help/mat/22/30)
* [फिलिप्पियों 3:11](rc://hi/tn/help/php/03/11)
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[21:14](rc://hin/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापिं के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा |
* __[35:5](rc://hin/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा”
* __[21:14](rc://hi/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापियों के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा |
* __[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "__पुनरुत्थान__ और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा”
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G386, G1454, G1815
* स्ट्रोंग्स: G03860, G14540, G18150

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# प्रकट करना, प्रकट करना, प्रगट किया, प्रकाशन #
# प्रकट करना, प्रकट किया, प्रकाशन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को जानने योग्य बनाना। “प्रकाशन” प्रकट की गई कोई बात है
“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहणयोग्य बनाना। प्रकट की गई किसी बात को "प्रकाशन" कहते हैं
* परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से स्वयं को प्रकट किया है और उच्चारित एवं लिखित सन्देश के मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी।
* परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से और अपने उच्चारित एवं लिखित सन्देश के माध्यम से मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी स्वयं को प्रकट किया है
* परमेश्वर स्वप्नों एवं दर्शनों द्वारा भी स्वयं को प्रकट करता है।
* पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु स्वयं ने उसे सुसमाचार समझाया है।
* नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना को सब प्रकट किया था।
* पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु ने स्वयं उसे सुसमाचार का ज्ञान प्रदान किया है।
* नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना पर सब प्रकट किया था।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना”
* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि इसी शब्द में “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
“जहां प्रकाशन नहीं” इस उक्ति का अनुवाद “जब परमेश्वर मनुष्यों पर स्वयं को प्रकट न करे” या “जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें न करे” या “परमेश्वर ने मनुष्यों से संपर्क न किया” के रूप में किया जा सकता है।
* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि अनुवाद में इसी शब्द, “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
* इस अभिव्यक्ति, "जहां प्रकाशन नहीं" का अनुवाद हो सकता है, "जब परमेश्वर मनुष्यों पर प्रकट नहीं हो रहा है" या "जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें नहीं कर रहा है" या मनुष्यों में परमेश्वर का संचार नहीं है"
(यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [दर्शन](../other/vision.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [दानिय्येल 11:1-2](rc://en/tn/help/dan/11/01)
* [इफिसियों 03:3-5](rc://en/tn/help/eph/03/03)
* [गलातियों 01:11-12](rc://en/tn/help/gal/01/11)
* [विलाप. 02: 13-14](rc://en/tn/help/lam/02/13)
* [मत्ती 10:26-27](rc://en/tn/help/mat/10/26)
* [फिलिप्पियों 03:15-16](rc://en/tn/help/php/03/15)
* [प्रकाशितवाक्य 01:1-3](rc://en/tn/help/rev/01/01)
* [दानिय्येल 11:1-2](rc://hi/tn/help/dan/11/01)
* [इफिसियों 3:5](rc://hi/tn/help/eph/03/05)
* [गलातियों 1:12](rc://hi/tn/help/gal/01/12)
* [विलाप. 2: 13-14](rc://hi/tn/help/lam/02/13)
* [मत्ती 10:26](rc://hi/tn/help/mat/10/26)
* [फिलिप्पियों 3:15](rc://hi/tn/help/php/03/15)
* [प्रकाशितवाक्य 1:1](rc://hi /tn/help/rev/01/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H241, H1540, H1541, G601, G602, G5537
* स्ट्रोंग्स: H0241, H1540, H1541, G06010, G06020, G55370

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@ -1,57 +1,70 @@
# धर्मी, धार्मिक, अधर्मी, अधर्मी, ईमानदार, ईमानदार
# धर्मी, धार्मिकता, अधर्मी, अधर्म, खरा, खराई
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“धार्मिक ” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्य और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है।
“धार्मिकता” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्यता और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है।
* इन शब्दों द्वारा परमेश्वर के आज्ञाकारी और सदाचारी मनुष्य का भी चरित्र-चित्रण किया जाता है। परन्तु सबने पाप किया है, इसलिए परमेश्वर को छोड़ कोई भी पूर्ण धर्मी नहीं है।
* बाइबल में जिन लोगों को "धर्मी" कहा गया है वे हैं नूह, अय्यूब, अब्राहम, जकर्याह और इलीशिबा।
* उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करनेवालों को परमेश्वर पापों से शुद्ध करता है और यीशु की धार्मिकता के कारण उन्हें धर्मी कहता है।
* "अधर्मी" शब्द का अर्थ है, पापी और नैतिकता में भ्रष्ट| "अधर्म" का सन्दर्भ पाप या पापी होने की दशा से है|
* इन शब्दों का सन्दर्भ विशेष करके ऐसे जीवन से है जिसमें परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं की अवज्ञा की जाती है|
*अधर्मी जन अपने विचारों और कर्मों में नैतिकता का पालन नहीं करते हैं|
* कभी-कभी "अधर्मी" शब्द का सन्दर्भ उन लोगों से होता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते हैं|
* "खरा" और "खराई", इन शब्दों का सन्दर्भ परमेश्वर की व्यवस्था का पालन करने से है|
* इन शब्दों के अर्थ में समाहित विचार है, सीधे खड़े होना और सीधा आगे देखना|
* "खरा" मनुष्य वह है जो परमेश्वर के नियमों का पालन करता है और उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई काम नहीं करता है|
*"खरा" और "धर्मी" के अर्थ सहार्थी हैं और कभी-कभी एक साथ काम में लिए जाते हैं जैसे, "एकनिष्ठा और खराई"
(देखें: [सादृश्यता](rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism))
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सदैव धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं।
* परमेश्वर की “धार्मिक” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है।
* परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर के प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले के रूप में हो सकता हैं”।
* “धर्मी” का अनुवाद “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग” के रूप हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “धार्मिक” का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना” हो सकता है।
* कभी-कभी “धर्मी” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जा सकता है जिसका संदर्भ ऐसे मनुष्यों से किया गया है जो स्वयं को धर्मी समझते हैं” या “लोग जो धर्मी दिखते है।”
* जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सर्वदा धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं।
* परमेश्वर की “धार्मिकता” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है।
* परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले"
* “धर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग”
* प्रकरण के अनुसार “धार्मिकता” का अनुवाद हो सकता है, एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना”
* "अधर्मी"शब्द का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी नहीं"
* प्रकरण के आधार पर इस शब्द के एनी अनुवाद रूप भी हो सकते हैंजैसे, "दुष्ट" या "अनैतिक" या "परमेश्वर के विद्रोही जन" या "पापी"
* "अधर्म" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पाप" या "बे विचार एवाम्कर्म" या "दुष्टता"
* यदि संभव हो तो इसका सर्वोत्तम अनुवाद वह होगा जिसमें इसका सम्बन्ध "धर्मी, धार्मिकता" से दर्शाया जाए|
* "खरा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "खरा व्यवहार" या "परमेश्वर की विधियों का पालन करना" या "परमेश्वर का आज्ञाकारी होना" या "ऐसा व्यवहार करना जो उचित हो"
* "खराई" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "नैतिक शुद्धता" या "उत्तम सदाचार" या "औचित्य प्रदर्शन"
* "खरे मनुष्य" का अनुवाद हो सकता है, "मनुष्य जो खरे हैं" या "खरे मनुष्य"
(यह भी देखें: [अच्छे](../kt/good.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [बुरा](../kt/evil.md), [न्यायी](../kt/justice.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md))
(यह भी देखें: [बुरा](../kt/evil.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [भला](../kt/good.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [खराई](../other/integrity.md), [धर्मी](../kt/justice.md), [विधियां](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [शुद्ध](../kt/purify.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md), [व्यवस्था विरोधी](../other/lawful.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [व्यवस्थाविवरण 19:16](rc://en/tn/help/deu/19/16)
* [अय्यूब 01:08](rc://en/tn/help/job/01/08)
* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [037:30](rc://en/tn/help/psa/037/30)
* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [049:14](rc://en/tn/help/psa/049/14)
* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [107:42](rc://en/tn/help/psa/107/42)
* [सभोपदेशक 12:10-11](rc://en/tn/help/ecc/12/10)
* [यशायाह 48:1-2](rc://en/tn/help/isa/48/01)
* [यहेजकेल 33:13](rc://en/tn/help/ezk/33/13)
* [मलाकी 02:06](rc://en/tn/help/mal/02/06)
* [मत्ती 06:01](rc://en/tn/help/mat/06/01)
* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13)
* [रोमियों 01:29-31](rc://en/tn/help/rom/01/29)
* [1 कुरिन्थियों 06:09](rc://en/tn/help/1co/06/09)
* [गलातियों 03:07](rc://en/tn/help/gal/03/07)
* [कुलुसियों 03:25](rc://en/tn/help/col/03/25)
* [2 थिस्लुनिकियों 02:10](rc://en/tn/help/2th/02/10)
* [2 तीमुथियुस 03:16](rc://en/tn/help/2ti/03/16)
* [1 पतरस 03:18-20](rc://en/tn/help/1pe/03/18)
* [1 यूहन्ना 01:09](rc://en/tn/help/1jn/01/09)
* [1 यूहन्ना05:16-17](rc://en/tn/help/1jn/05/16)
* [व्यवस्थाविवरण 19:16](rc://hi/tn/help/deu/19/16)
* [अय्यूब 1:8](rc://hi/tn/help/job/01/08)
* [भजन. 37:30](rc://hi/tn/help/psa/037/30)
* [ब्भाजन. 49:14](rc://hi/tn/help/psa/049/14)
* [भजन. 107:42](rc://hi/tn/help/psa/107/42)
* [सभोपदेशक 12:10-11](rc://hi/tn/help/ecc/12/10)
* [यशायाह 48:1-2](rc://hi/tn/help/isa/48/01)
* [यहेजकेल 33:13](rc://hi/tn/help/ezk/33/13)
* [मलाकी 2:6](rc://hi/tn/help/mal/02/06)
* [मत्ती 6:1](rc://hi/tn/help/mat/06/01)
* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13)
* [रोमियों 1:29-31](rc://hi/tn/help/rom/01/29)
* [1 कुरिन्थियों 6:9](rc://hi/tn/help/1co/06/09)
* [गलातियों 3:7](rc://hi/tn/help/gal/03/07)
* [कुलुस्सियों 3:25](rc://hi/tn/help/col/03/25)
* [2 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/2th/02/10)
* [2 तीमुथियुस 3:16](rc://hi/tn/help/2ti/03/16)
* [1 पतरस 3:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/03/18)
* [1 यूहन्ना 1:9](rc://hi/tn/help/1jn/01/09)
* [1 यूहन्ना 5:16-17](rc://hi/tn/help/1jn/05/16)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाईबल की कहानियों के उदाहरण
* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था।
* __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया।
* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था।
* __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई।
* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था।
* __[04:08](rc://en/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया।
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था।
* __[23: 1](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई।
* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।”
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717
## शब्द तथ्य:
* स्ट्रोंग्स: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717

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@ -1,6 +1,6 @@
# सदूकी, सदूकियों #
# सदूकी, सदूकियों
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
मसीह यीशु के युग में सदूकी यहूदियों के याजकों में से उभरा एक राजनीतिक दल था। जो रोमी राजा का विरोधी था और पुनरूत्थान में विश्वास नहीं करता था।
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(यह भी देखें: [प्रधान-याजकों](../other/chiefpriests.md), [महासभा](../other/council.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [कपटी](../kt/hypocrite.md), [यहूदी अगुवों](../other/jewishleaders.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [याजक](../kt/priest.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 04:1-4](rc://en/tn/help/act/04/01)
* [प्रे.का. 05:17-18](rc://en/tn/help/act/05/17)
* [लूका 20:27-28](rc://en/tn/help/luk/20/27)
* [मत्ती. 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07)
* [मत्ती 16:1-2](rc://en/tn/help/mat/16/01)
* [प्रे.का. 4:3](rc://en/hi/help/act/04/03)
* [प्रे.का. 5:17-18](rc://hi/tn/help/act/05/17)
* [लूका 20:27](rc://hi/tn/help/luk/20/27)
* [मत्ती. 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07)
* [मत्ती 16:1](rc://hi /tn/help/mat/16/01)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: G4523
* स्ट्रोंग्स: G45230

View File

@ -1,31 +1,31 @@
# पवित्र करना, पवित्रता
# शुद्ध करना, शोधन
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
पवित्र करने का अर्थ है अलग करके पवित्र करना। पवित्र करना शुद्धिकरण की प्रक्रिया है।
शुद्ध करने का अर्थ है, पृथक करना या पवित्र करना। शोधन पवित्र करने की प्रतिक्रया है।
* पुराने नियम में, कुछ लोग और कुछ वस्तुएं परमेश्वर की सेवा के निमित्त पृथक किए गए थे या पवित्र माने गए थे।
* नये नियम की शिक्षा के अनुसार यीशु में विश्वास करने वालों को परमेश्वर पवित्र करता है। अर्थात वह उन्हें पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लेता है।
* यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* प्रकरण के अनुसार, "पवित्र करना" का अनुवाद "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "शुद्ध करना" हो सकते हैं।
* प्रकरण के अनुसार, "शुद्ध करना" का अनुवाद हो सकता है, "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "परिष्कृत करना"
* जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है।
* "पवित्र" शब्द है अनुवाद "किसी का समर्पण करना" हो सकता है।
* संदर्भ के आधार पर, वाक्यांश "आपका पवित्रता" का अनुवाद "आपको पवित्र बनाना" या "आपको अलग करना (परमेश्वर के लिए)" या "क्या आपको पवित्र बनाता है" के रूप में किया जा सकता है।
* जब इसका अर्थ "अभिषेक" हो तब इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "किसी मनुष्य (या वस्तु) को परमेश्वर की सेवा निमित्त समर्पित करना"
* संदर्भ के आधार पर, इस वाक्यांश "तुम्हारा पवित्रीकरण" का अनुवाद हो सकता है, "तुमको पवित्र करना" या "तुमको पृथक करना (परमेश्वर के लिए)" या "तुमको क्या पवित्र बनाता है"
(यह भी देखें: [पवित्र करना](../kt/consecrate.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [पृथक करना](../kt/setapart.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [1 थिस्सलुनीकियों 04:3-6](rc://en/tn/help/1th/04/03)
* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13)
* [उत्पत्ति 02:1-3](rc://en/tn/help/gen/02/01)
* [लूका 11:2](rc://en/tn/help/luk/11/02)
* [मत्ती. 06:8-10](rc://en/tn/help/mat/06/08)
* [1 थिस्सलुनीकियों 4:3-6](rc://hi/tn/help/1th/04/03)
* [2 थिस्सलुनीकियों 2:13](rc://hi/tn/help/2th/02/13)
* [उत्पत्ति 2:1-3](rc://hi/tn/help/gen/02/01)
* [लूका 11:2](rc://hi/tn/help/luk/11/02)
* [मत्ती. 6:8-10](rc://hi/tn/help/mat/06/08)
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H6942, G37, G38
* स्ट्रोंग्स: H6942, G00370, G00380

View File

@ -1,10 +1,10 @@
# शैतान, दुष्ट, बुराई
# शैतान, दुष्ट, वह दुष्ट
## तथ्य: ##
## तथ्य:
शैतान परमेश्वर द्वारा सृजित एक आत्मिक प्राणी है, परन्तु परमेश्वर से विद्रोह करके वह उसका बैरी हो गया। शैतान को "वह दुष्ट" भी कहा गया है।
* शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के स्वरूप उपासना करवाना चाहता है।
* शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के तुल्य उपासना करवाना चाहता है।
* शैतान मनुष्यों को परमेश्वर से विद्रोह करने की परीक्षा में डालता है।
* परमेश्वर ने अपने पुत्र, यीशु को भेजा, कि मनुष्यों को शैतान के वश से मुक्त कराए।
* शैतान शब्द का अर्थ है, "बैरी" या "शत्रु।"
@ -14,39 +14,39 @@
* "शैतान" शब्द का अनुवाद "दोष लगाने वाला" या "दुष्ट" या "दुष्टात्माओं का राजा" या "प्रमुख दुष्टात्मा" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
* "इबलीस" का अनुवाद "विरोधी" या "बैरी" किया जा सकता है या अन्य कोई शब्द जिससे स्पष्ट हो कि वह शैतान है।
* इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न होना है।
* इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न व्यक्त होना है।
* ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है।
(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
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(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [बुराई](../kt/evil.md), [राज्य का परमेश्वर](../kt/kingdomofgod.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md))
(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [बुराई](../kt/evil.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [1 यूहन्ना 03:7-8](rc://en/tn/help/1jn/03/07)
* [1 थिस्सलुनीकियों 02:17-20](rc://en/tn/help/1th/02/17)
* [1 तीमुथियुस 05:14-16](rc://en/tn/help/1ti/05/14)
* [प्रे.का. 13:9-10](rc://en/tn/help/act/13/09)
* [अय्यूब 01:6-8](rc://en/tn/help/job/01/06)
* [मरकुस 08:33-34](rc://en/tn/help/mrk/08/33)
* [जकर्याह 03:1-3](rc://en/tn/help/zec/03/01)
* [1 यूहन्ना 3:8](rc://hi/tn/help/1jn/03/08 )
* [1 थिस्सलुनीकियों 2:17-20](rc://hi/tn/help/1th/02/17)
* [1 तीमुथियुस 5:15](rc://hi/tn/help/1ti/05/15)
* [प्रे.का. 13:10](rc://hi/tn/help/act/13/10)
* [अय्यूब 1:8](rc://hi/tn/help/job/01/08)
* [मरकुस 8:33](rc://hi/tn/help/mrk/08/33)
* [जकर्याह 3:1](rc://hi/tn/help/zec/03/01)
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों से उदाहरण:
* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह __शैतान__ था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह __शैतान__ को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा |
* __[25:06](rc://en/tn/help/obs/25/06)__ फिर __शैतान__ ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |"
* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__यीशु __शैतान__ के लालच में नहीं आया, तब __शैतान__ उसके पास से चला गया|
* __[33:06](rc://en/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" पथ एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और __शैतान__ उस वचन उससे ले जाता है।"
* __[38:07](rc://en/tn/help/obs/38/07)__रोटी खाते ही, यहूदा में __शैतान__ समा गया।
* __[48:04](rc://en/tn/help/obs/48/04)__परमेश्वर ने वादा किया कि हव्वा का ही एक वंशज __शैतान__ का सिर कुचलेगा, और __शैतान__ उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, __शैतान__ मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु __शैतान__ की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
* __[49:15](rc://en/tn/help/obs/49/15)__ परमेश्वर ने तुम्हें __शैतान__ के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है |
* __[50:09](rc://en/tn/help/obs/50/09)__ "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो __दुष्ट__ से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह __शैतान__ का प्रतिनिधित्व करता है।"
* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग __शैतान__ के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे |
* __[50:15](rc://en/tn/help/obs/50/15)__ जब यीशु वापस आएगा तो वह __शैतान__ और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह __शैतान__ को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया|
* __[21:1](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह __शैतान__ था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह __शैतान__ को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा |
* __[25:6](rc://hi/tn/help/obs/25/06)__ फिर __शैतान__ ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |"
* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__यीशु __शैतान__ के लालच में नहीं आया, तब __शैतान__ उसके पास से चला गया|
* __[33:6](rc://hi/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" मार्ग एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और __शैतान__ उस वचन उससे ले जाता है।"
* __[38:7](rc://hi/tn/help/obs/38/07)__रोटी खाते ही, यहूदा में __शैतान__ समा गया।
* __[48:4](rc://hi/tn/help/obs/48/04)__परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि हव्वा का ही एक वंशज __शैतान__ का सिर कुचलेगा, और __शैतान__ उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, __शैतान__ मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु __शैतान__ की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा |
* __[49:15](rc://hi/tn/help/obs/49/15)__ परमेश्वर ने तुम्हें __शैतान__ के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है |
* __[50:9](rc://hi/tn/help/obs/50/09)__ "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो __दुष्ट__ से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह __शैतान__ का प्रतिनिधित्व करता है।"
* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग __शैतान__ के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे |
* __[50:15](rc://hi/tn/help/obs/50/15)__ जब यीशु वापस आएगा तो वह __शैतान__ और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह __शैतान__ को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया|
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567
* स्ट्रोंग्स: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567

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# बचाना, बचाता है, उद्धार, सुरक्षा #
# बचाना, बचाया, सुरक्षित, उद्धार
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“बचाना” अर्थात किसी बुरी या हानिकारक बात से बचना। “सुरक्षित रहना” अर्थात हानि या खतरे से बचना।
“बचाना” का सन्दर्भ किसी को बुरी बात से या हानिकारक बात से सुरक्षित रखना| "सुरक्षित होना" अर्थात, हानि या संकट से सुरक्षित रहना|
* शारीरिक रूप से मनुष्य हानि, खतरे या मृत्यु से बचाया या निकला जा सकता है।
* आत्मिक अर्थ में मनुष्य का "उद्धार" का अर्थ है क्रूस पर यीशु की मृत्यु के द्वारा, पाप से क्षमा किया गया और नरक में दण्ड का भागी होने से परमेश्वर ने उसे "बचा लिया" है।
* शारीरिक अभिप्राय में मनुष्य हानि, संकट या मृतु से बचाए जा सकते हैं|
* आत्मिक अर्थ में यदि मनुष्य का "उद्धार" हो गया है तो क्रूस पर यीशु की मृत्यु के माध्यम से परमेश्वर ने उसको क्षमा कर दिया है और उसको पापों के दंड से बचा लिया है जो अन्यथा नरक का था|
* मनुष्य खतरे से मनुष्यों को बचा सकते हैं परन्तु पापों के अनन्त दण्ड से केवल परमेश्वर ही मनुष्यों को बचा सकता है।
"उद्धार" शब्द का सन्दर्भ बुराई और संकट से बचाए जाने से है|
* बाईबल में, "उद्धार शब्द का सन्दर्भ प्रायः आत्मिक और अनंत मुक्ति से है जो परमेश्वर द्वारा उन लोगों को दी जाती है अपने पापों से मन फिरा कर यीशु में विश्वास करते हैं|
*बाईबल में परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा को क्षत्रुओं से बचाने की भी चर्चा की गई है|
## अनुवाद सुझाव: ##
## अनुवाद सुझाव:
* “बचाना” शब्द के अनुवाद “मुक्ति दिलाना” या “हानि से बचाना” या “हानि के मार्ग से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं।
* इस अभिव्यक्ति में “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है।
* “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “वह स्थान जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”।
* इस अभिव्यक्ति में, “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है।
* “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “उस स्थान में जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”।
* "उद्धार" शब्द का अनुवाद "बचाना" या "उबारना" के सहार्थी शब्दों से किया जा सकता है, जैसे, "परमेश्वर मनुष्यों को (पापों के दंड से) बचा रहा है" या "परमेश्वर अपनी प्रजा को (क्षत्रुओं से) बचा रहा है|
* "परमेश्वर मेरा उद्धार है" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर ही है जो मुझे बचाता है"
* " तुम उद्धार के कुँए से पानी निकालोगे", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, तुम ऐसे ताज़ा हो जाओगे जैसे पानी से क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार कर रहा है"
(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [छुड़ाना](../other/deliverer.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [उद्धार](../kt/salvation.md), [पाप](../kt/sin.md))
(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [छुड़ाना](../other/deliverer.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [उद्धारकर्ता](../kt/salvation.md), [पाप](../kt/sin.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/47/25) [49:18](rc://en/tn/help/gen/49/18)
* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/47/25) [47:25-26](rc://en/tn/help/gen/47/25)
* [भजन](rc://en/tn/help/psa/080/001) [080:03](rc://en/tn/help/psa/080/03)
* [यिर्मयाह](rc://en/tn/help/jer/16/19) [16:19-21](rc://en/tn/help/jer/16/19)
* [मीका](rc://en/tn/help/mic/06/03) [06:3-5](rc://en/tn/help/mic/06/03)
* [लूका](rc://en/tn/help/luk/08/36) [02:30](rc://en/tn/help/luk/02/30)
* [लूका](rc://en/tn/help/luk/08/36) [08:36-37](rc://en/tn/help/luk/08/36)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [04:12](rc://en/tn/help/act/04/12)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [28:28](rc://en/tn/help/act/28/28)
* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [02:21](rc://en/tn/help/act/02/21)
* [रोमियो](rc://en/tn/help/rom/10/08) [01:16](rc://en/tn/help/rom/01/16)
* [रोमियो](rc://en/tn/help/rom/10/08) [10:10](rc://en/tn/help/rom/10/10)
* [इफिस्सियों 06:17](rc://en/tn/help/eph/06/17)
* [फिलिप्पियों 01:28](rc://en/tn/help/php/01/28)
* [1 तीमुथियुस 01:15-17](rc://en/tn/help/1ti/01/15)
* [प्रका. 19:1-2](rc://en/tn/help/rev/19/01)
* [उत्पत्ति 49:18](rc://hi/tn/help/gen/49/18)
* [उत्पत्ति 47:25-26](rc://hi/tn/help/gen/47/25)
* [भजन. 80:3](rc://hi/tn/help/psa/080/03)
* [यिर्मयाह 16:19-21](rc://hi/tn/help/jer/16/19)
* [मोका 6:3-5](rc://hi/tn/help/mic/06/03)
* [लूका 2:30](rc://hi/tn/help/luk/02/30)
* [लूका 8:36-37](rc://hi/tn/help/luk/08/36)
* [प्रे.का. 4:12](rc://hi/tn/help/act/04/12)
* [प्रे.का. 28:28](rc://hi/tn/help/act/28/28)
* [प्रे.का. 2:21](rc://hi/tn/help/act/02/21)
* [रोमियों 1:16](rc://hi/tn/help/rom/01/16)
* [रोमियों 10:10](rc://en/tn/help/rom/10/10)
* [इफिसियों 6:17](rc://hi/tn/help/eph/06/17)
* [फिलिपियों 1:28](rc://en/tn/help/php/01/28)
* [1 तीमुथियुस 1:15-17](rc://hi/tn/help/1ti/01/15)
* [प्रका.19:1-2](rc://hi/tn/help/rev/19/01)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[09:08](rc://en/tn/help/obs/09/08)__मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने__ का प्रयास किया |
* __[11:02](rc://en/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को __बचाएगा__
* __[12:05](rc://en/tn/help/obs/12/05)__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे __बचाएगा__
* __[12:13](rc://en/tn/help/obs/12/13)__ इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से __बचाया__
* __[16:17](rc://en/tn/help/obs/16/17)__ यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें __बचाने__ के लिए एक उद्धारक भेजता था
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही उद्धार मिल सकता है ।”
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार __उद्धार__ पाएगा।"
* __[49:12](rc://en/tn/help/obs/49/12)__ अच्छे कार्य तुम्हें __बचा__ नहीं सकते।
* __[49:13](rc://en/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में स्वीकार करता है परमेश्वर उसे __बचाएगा__। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं __बचाएगा__
## बाईबल की कहानियों के उदाहरण
* __[9:8](rc://hi/tn/help/obs/09/08)__मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने__ का प्रयास किया |
* __[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को __बचाएगा__
* __[12:5](rc://hi/tn/help/obs/12/05)__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे __बचाएगा__
* __[12:13](rc://hi/tn/help/obs/12/13)__ इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से __बचाया__
* __[16:17](rc://hi/tn/help/obs/16/17)__ यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें __बचाने__ के लिए एक उद्धारक भेजता था
* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही __उद्धार__ मिल सकता है ।”
* __[47:11](rc://hi/tn/help/obs/47/11)__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार __उद्धार__ पाएगा।"
* __[49:12](rc://hi/tn/help/obs/49/12)__ अच्छे कार्य तुम्हें __बचा__ नहीं सकते।
* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु मानकर स्वीकार करता है परमेश्वर उसे __बचाएगा__। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं __बचाएगा__
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198
## शब्द तथ्य:
* स्ट्रोंग्स: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198

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# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना #
# पाप, पाप, पापी, पाप करते रहना
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“पाप” कार्य, विचार तथा जो शब्द परमेश्वर विरोधी हैं। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है।
“पाप” शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर विरोधी कार्यों, विचारों तथा शब्दों से है। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है।
* वह हर एक काम जो परमेश्वर की आज्ञा या प्रसन्नता के विरूद्ध है वरन वे बातें भी जिन्हें अन्य जन नहीं जानते, पाप हैं।
* विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते पापी कहलाते हैं।
* क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, जो एक प्रकृति है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उन्हें पाप करने देता है।
* “पापी” अर्थात पाप करनेवाला, अतः सब मनुष्य पापी हैं।
* कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, फरीसियों के तुल्य व्यवस्था पालन नहीं करनेवालों के लिए।
* विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते "पापी" कहलाते हैं।
* क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, यह स्वभाव है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उनसे पाप करवाता है।
* “पापी” अर्थात पाप करनेवाला मनुष्य, अतः हर एक मनुष्य पापी हैं।
* कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, वरन फरीसियों के विचार के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करनेवालों के लिए भी
* “पापी” शब्द उन मनुष्यों के लिए भी काम में लिया जाता था जो अन्य मनुष्यों से अधिक पापी समझे जाते थे। उदाहरणार्थ, चुंगी लेनेवाले और वैश्याएं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “पाप” का अनुवाद ऐसी उक्ति के द्वारा भी किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “परमेश्वर की आज्ञा न मानना” या “परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध चलना” या “बुरे कार्य एवं विचार” या “गलत काम करना”।
* “पाप करना” का अनुवाद “परमेश्वर की अवज्ञा” या “अनुचित काम करना” भी हो सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “पापमय” का अनुवाद “गलत काम करने वाले” या “दुष्ट” या “अनैतिक” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह”
* प्रकरण के अनुसार “पापी” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “वह मनुष्य जो पाप करता है” या “अनुचित काम करनेवाला मनुष्य” या “परमेश्वर की आज्ञा न माननेवाला मनुष्य”
* “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “घोर अपराधी मनुष्य”
* “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य”।
* "पाप के दास" या "पाप द्वारा शासित" की अभिव्यक्ति में, "पाप" शब्द का अनुवाद "आज्ञा न मानना" या " बुरी इच्छाओं और कार्यों" के रूप में किया जा सकता है।
* सुनिश्चित करें कि इस अवधि के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार शामिल हो सकते हैं, यहां तक कि वह भी जो उस बारे में नहीं जानते हैं।
* शब्द "पाप" सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए शब्दों से अलग होना चाहिए।
* “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “अनैतिक मनुष्य”
* “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य (यहाँ तक कि) चुंगी लेने वाले मनुष्य”
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार समाहित हों, यहां तक कि वह भी जिनको मनुष्जोय नतो देख सकते हैं और न ही जान सकते हैं।
* "पाप" शब्द सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए काम में लिए गए शब्दों से अलग होना चाहिए।
(यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [देह](../kt/flesh.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 इतिहास 09:1-3](rc://en/tn/help/1ch/09/01)
* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://en/tn/help/1jn/01/08)
* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01)
* [2 शमूएल 07:12-14](rc://en/tn/help/2sa/07/12)
* [प्रे.का. 03:19-20](rc://en/tn/help/act/03/19)
* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24)
* [उत्पत्ति 04:6-7](rc://en/tn/help/gen/04/06)
* [इब्रानियों 12:1-3](rc://en/tn/help/heb/12/01)
* [यशायाह 53:10-11](rc://en/tn/help/isa/53/10)
* [यिर्मयाह 18:21-23](rc://en/tn/help/jer/18/21)
* [लैव्यव्यवस्था 04:13-15](rc://en/tn/help/lev/04/13)
* [लूका 15:17-19](rc://en/tn/help/luk/15/17)
* [मत्ती 12:31-32](rc://en/tn/help/mat/12/31)
* [रोमियो 06:22-23](rc://en/tn/help/rom/06/22)
* [रोमियो 08:3-5](rc://en/tn/help/rom/08/03)
* [1 इतिहास 9:1-3](rc://hi/tn/help/1ch/09/01)
* [1 यूहन्ना 1:10](rc://hi/tn/help/1jn/01/10)
* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02)
* [2 शमूएल 7:12-14](rc://hi/tn/help/2sa/07/12)
* [प्रे.का. 3:19](rc://hi/tn/help/act/03/19)
* [दानिय्येल 9:24](rc://hi/tn/help/dan/09/24)
* [उत्पत्ति 4:7](rc://hi/tn/help/gen/04/07)
* [इब्रानियों 12:2](rc://hi/tn/help/heb/12/02)
* [यशायाह 53:11](rc://hi/tn/help/isa/53/11)
* [यिर्मयाह 18:23](rc://hi/tn/help/jer/18/23)
* [लैव्यव्यवस्था 4:14](rc://hi/tn/help/lev/04/14)
* [लूका 15:18](rc://hi/tn/help/luk/15/18)
* [मत्ती 12:31](rc://hi/tn/help/mat/12/31)
* [रोमियो 6:23](rc://hi/tn/help/rom/06/23)
* [रोमियो 8:4](rc://hi/tn/help/rom/08/04)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल कहानियों के उदाहरण:
* __[03:15](rc://en/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से __पापी__ होते हैं जब वे बच्चे होते हैं।
* __[13:12](rc://en/tn/help/obs/13/12)__ परमेश्वर उनके __पाप__ के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई।
* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __पाप__ किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था।
* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई __पाप__ नहीं होगा। वह अन्य लोगों के __पाप__ के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा
* __[35:01](rc://en/tn/help/obs/35/01)__ एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य __पापीयों__ को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे।
* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो __पापों__ की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे __पापों__ को क्षमा करेगा।
* __[48:08](rc://en/tn/help/obs/48/08)__ हम सभी हमारे __पापों__ के लिए मरने योग्य हैं!
* __[49:17](rc://en/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप __पाप__ करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने __पापों__ को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह __पाप__ के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा।
* __[3:15](rc://hi/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से __पापी__ होते हैं जब वे बच्चे होते हैं।
* __[13:12](rc://hi/tn/help/obs/13/12)__ परमेश्वर उनके __पाप__ के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई।
* __[20:1](rc://hi/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __पाप__ किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था।
* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई __पाप__ नहीं होगा। वह अन्य लोगों के __पाप__ के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा
* __[35:1](rc://hi/tn/help/obs/35/01)__ एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य __पापीयों__ को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे।
* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो __पापों__ की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है।
* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे __पापों__ को क्षमा करेगा।
* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ हम सभी हमारे __पापों__ के लिए मरने योग्य हैं!
* __[49:17](rc://hi/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप __पाप__ करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने __पापों__ को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह __पाप__ के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258
* स्ट्रोंग्स: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258

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# पुत्र, पुत्रों #
# पुत्र
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाता है उसे उस आदमी का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है एक "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है।
एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाती है| उसे उस पुरुष का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है| "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है।
* बाइबल में “पुत्र” शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किसी भी पुरूष वंशज का संदर्भ में प्रयोग किया गया है। जैसे पोता या परपोता।
* “पुत्र” शब्द को विनम्रता में किसी बालक या वक्ता से कम उम्र के पुरूष के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
* “नये नियम में परमेश्वर के पुत्र” मसीह के विश्वासियों के संदर्भ में प्रयोग किया गया है।
* परमेश्वर ने इस्राएल को अपना "पहलौठ पुत्र" कहा। यह इस्राएल देश को परमेश्वर द्वारा विशेष लोगों के रूप में चुनने के सन्दर्भ में है। परमेश्वर का मुक्ति और उद्धार का संदेश उनके द्वारा आया, जिसके परिणामस्वरूप अन्य लोग उसके आत्मिक सन्तान बन गए।
* “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”।
* "का पुत्र" इस उक्ति का प्रयोग किसी के पिता, माता या पूर्वज की पहचान के लिए काम में लिया जाता है| इस उक्ति का प्रयोग वंशावलियों तथा अनेक एनी स्थानों में किया गया है|
* "इस्राएल के पुत्रों" प्रायः (उत्पत्ति की पुस्तक के बाद) इस्रैल जाति है|
* "का पुत्र" पिता का नाम देने के लिए काम में लिया जाता है तो वह अधिकतर उन लोगों के लिए काम में लिया जाता है जिनके नाम एक से होते हैं| उदाहरणार्थ, 1 राजाओं 4 में, सादोक का पुत्र अज़र्याह" और "नातान का पुत्र अज़र्याह"; 2 राजाओं 15 में तीन भिन्न पुरुष हैं|
* “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”।
* "का पुत्र" इस उक्ति का उपयोग प्राय: यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि संदर्भित व्यक्ति का पिता कौन है। यह शब्दावली वंशावलियों तथा अनेक स्थानों में काम में ली गई है।
* पिता का नाम उजागर करने के लिए” “का पुत्र” अधिकतर एक ही नाम के पुरूषों को एक दूसरे से अलग व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है। उदाहणार्थ, सादोक का पुत्र अजर्याह” और “नातान का पुत्र अजर्याह-1 राजा 4 और 2 राजा 15 में “अमस्याह का पुत्र अजर्याह। यहां एक ही नाम के तीन पुरूष हैं जो पिता के नाम से ही पहचाने गए हैं।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* इस शब्द के अधिकांश संदर्भों में लक्षित भाषा के उसी शब्द को काम में लिया जाए जो “पुत्र” के लिए काम आता है।
* “परमेश्वर का पुत्र” उक्ति के अनुवाद में “पुत्र” के लिए जिस शब्द का उपयोग सामान्यतः किया जाता है, उसी का उपयोग करें।

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# परमेश्वर का पुत्र, पुत्र #
# परमेश्वर का पुत्र, पुत्र
## तथ्य: ##
## तथ्य:
“परमेश्वर का पुत्र” अर्थात यीशु, परमेश्वर का वचन, जो संसार में मानव रूप में आया। उसे प्रायः “पुत्र” भी कहा गया है।
* परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं पर वह स्वयं ही परमेश्वर है।
* परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं वरन वह स्वयं ही परमेश्वर है।
* पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर, तथा पवित्र आत्मा परमेश्वर एक ही हैं।
* मानव पुत्रों के विपरीत, परमेश्वर का पुत्र हमेशा अस्तित्व में है।
* आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ।                                                                                                                              यीशु परमेश्वर पुत्र होने के कारण पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और परमेश्वर उससे प्रेम करता है।
* आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ।                                                                                                                              परमेश्वर पुत्र होने के कारण यीशु पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और उसका पिता. परमेश्वर उससे प्रेम करता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* “परमेश्वर का पुत्र” के लिए “पुत्र” ही अनुवाद करना सर्वोत्तम शब्द है जो लक्षित भाषा में मानवीय पुत्र के लिए काम में लिया जाता है।
* सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द है।
* सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द है
* “पुत्र” शब्द को यदि कुछ इस प्रकार लिखा जाए कि उससे उसकी परमेश्वर होने की विशिष्टता प्रकट हो तो उचित होगा जैसे अंग्रेजी भाषा में “एस” अक्षर को बड़ा लिख सकते हैं।
* वाक्यांश "पुत्र" " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में "पिता" के रूप में होता है।
* "पुत्र" शब्द " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में प्रकट हो जिसमें "पिता"प्रकट होता है।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names))
(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [पूर्वजों](../other/father.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [परमेश्वर पिता](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर का पुत्र।](../kt/sonsofgod.md))
## बाइबल संदर्भ: ##
## बाइबल संदर्भ:
* [1 यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/1jn/04/09)
* [प्रे.का. 09:20-22](rc://en/tn/help/act/09/20)
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* [प्रकाशितवाक्य 02:18-19](rc://en/tn/help/rev/02/18)
* [रोमियो 08:28-30](rc://en/tn/help/rom/08/28)
## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ##
## बाइबल की कहानियों के उदाहरण:
* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।"
* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा नीचे किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह __परमेश्वर का पुत्र__ है।"
* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__ चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू __परमेश्वर का पुत्र__ हैं।";
* __[37:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)__ मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तुम मसीहा हो, __परमेश्वर के पुत्र__ ।"
* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु __परमेश्वर का पुत्र__ है!"
* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र __पुत्र__ दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा।
* __[22:5](rc://hi/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।"
* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह __परमेश्वर का पुत्र__ है।"
* __[31:8](rc://hi/tn/help/obs/31/08)__ चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू __परमेश्वर का पुत्र__ हैं।";
* __[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तू मसीहा है, __परमेश्वर के पुत्र__ ।"
* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। "
* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु __परमेश्वर का पुत्र__ है!"
* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र __पुत्र__दे दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा।
## शब्द तथ्य: ##
## शब्द तथ्य:
* Strong's: H426, H430, H1121, H1247, G2316, G5207
* स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1121, H1247, G23160, G52070

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# मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र #
# मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र
## परिभाषा: ##
## परिभाषा:
“मनुष्य का पुत्र” यह पनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था।
“मनुष्य का पुत्र” यह पनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था।
* बाइबल में “मनुष्य का पुत्र” किसी पुरुष के संदर्भ देने या उसे संबोधित करने के लिए काम में लिया जाता था। इसका अर्थ “मनुष्य” भी हो सकता है।
* पुराने नियम की पुस्तक, यहेजकेल में परमेश्वर यहेजकेल को बार-बार “मनुष्य का पुत्र” कहता है। उदाहरणार्थ, वह कहता है, “हे मनुष्य के पुत्र, भविष्यद्वाणी कर” ।
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* यीशु स्वयं कहता है कि मनुष्य का पुत्र एक दिन बादलों में सवार होकर आएगा।
* मनुष्य के पुत्र का बादलों पर सवार होकर आना दर्शाता है कि मसीह यीशु परमेश्वर है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
## अनुवाद के सुझाव:
* यीशु “मनुष्य का पुत्र” उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”।
* कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए शामिल करते है कि यीशु अपने बारे में बात कर रहे थे
* यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस कार्यकाल का अनुवाद गलत अर्थ नहीं देता (जैसे कि किसी नाजायज पुत्र की ओर इशारा करते हुए या गलत धारणा देकर कि यीशु केवल इंसान थे)
* जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, "मनुष्य के पुत्र" का अनुवाद "आप, एक इंसान" या "आप, मनुष्य" या "इंसान" या "मनुष्य" के रूप में किया जा सकता है।
* “मनुष्य का पुत्र” जब यीशु इस उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”।
* कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए काम में लेते हैं कि यीशु अपने बारे में बात कर रहा था
* यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस शब्द का अनुवाद गलत अर्थ तो नहीं देता है (जैसे किसी अवैध पुत्र का संकेत या यीशु का मात्र मनुष्य होने का संकेत )
* जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, तब "मनुष्य का पुत्र" का अनुवाद हो सकता है, "तू, एक मनुष्य" या "हे मनुष्य" या "मनुष्य" या "पुरुष"
(यह भी देखें: [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md))
## बाइबल के सन्दर्भ: ##
## बाइबल के सन्दर्भ:
* [प्रे.का. 07:54-56](rc://en/tn/help/act/07/54)
* [दानिय्येल 07:13-14](rc://en/tn/help/dan/07/13)
* [यहेजकेल 43:6-8](rc://en/tn/help/ezk/43/06)
* [यूह. 03:12-13](rc://en/tn/help/jhn/03/12)
* [लूका 06:3-5](rc://en/tn/help/luk/06/03)
* [मरकुस 02:10-12](rc://en/tn/help/mrk/02/10)
* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36)
* [भजन-संहिता 080:17-18](rc://en/tn/help/psa/080/017)
* [प्रकाशितवाक्य 14:14-16](rc://en/tn/help/rev/14/14)
* [प्रे.का. 7:56](rc://hi/tn/help/act/07/56)
* [दानिय्येल 7:14](rc://hi/tn/help/dan/07/14)
* [यहेजकेल 43:6-8](rc://hi/tn/help/ezk/43/06)
* [यूह. 3:12-13](rc://hi/tn/help/jhn/03/12)
* [लूका 6:5](rc://hi/tn/help/luk/06/05)
* [मरकुस 2:10](rc://hi/tn/help/mrk/02/10)
* [मत्ती 13:37](rc://hi/tn/help/mat/13/37)
* [भजन-संहिता 80:17-18](rc://hi/tn/help/psa/080/017)
* [प्रकाशितवाक्य 14:14](rc://hi/tn/help/rev/14/14)
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## शब्द तथ्य:
## शब्द तथ्य: ##
* Strong's: H120, H606, H1121, H1247, G444, G5207
* स्ट्रोंग्स: H0120, H0606, H1121, H1247, G04440, G52070

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