From c0ff17660657839c6e2ae1c0d53c326fe7bbca86 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 10:29:32 +0000 Subject: [PATCH 001/412] Edit 'bible/kt/call.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/call.md | 59 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 29 insertions(+), 30 deletions(-) diff --git a/bible/kt/call.md b/bible/kt/call.md index 5da776c..28abf39 100644 --- a/bible/kt/call.md +++ b/bible/kt/call.md @@ -1,46 +1,45 @@ -# बुलाना, पुकारना, कहलाता +# बुलाना, पुकारना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“बुलाना” और “पुकारना” का वास्तविक अर्थ है, किसी दूर खड़े मनुष्य को ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं। +“बुलाना” और “पुकारना” का अर्थ सामान्यतः है, ऊँचे शब्द में पुकारना, परन्तु इस शब्द, "बुलाना" का अभिप्राय हो सकता है, किसी को नाम देना या किसी के लिए बुलावा भेजना| इसके कुछ अन्य अर्थ भी हैं| -* “पुकारना” अर्थात दूर खड़े किसी व्यक्ति से ऊंचे शब्द में कुछ कहना। इसका अर्थ सहायता मांगना भी होता है विशेष करके परमेश्वर से। +* किसी को “पुकारना” अर्थात चिल्लाना, घोषणा करना या उद्घोषित करना| इसका अर्थ यह भी हो सकता है, किसी से सहायता मांगना, विशेष करके परमेश्वर से| * बाइबल में “बुलाना” का अर्थ है, “आव्हान” या “आने का आदेश” या “आने का निवेदन”। * परमेश्वर मनुष्यों को बुलाता है कि उसके पास आएं और उसके लोग हों। यह उनकी “बुलाहट” है। * “बुलाया” शब्द का बाइबल में अर्थ है, परमेश्वर ने मनुष्यों को नियुक्त किया या चुन लिया कि उसकी सन्तान हों, उसके सेवक हों और यीशु द्वारा उद्धार के सन्देश के प्रचारक हों। -* इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह युहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम युहन्ना रखा गया" या "उसका नाम युहन्ना हुआ" -* "नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है। -* एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है”। अर्थात परमेश्वर उस व्यक्ति विशेष का नाम व्यक्तिगत रूप से जानता है और उसे विशेष करके चुन लिया है। +* इस शब्द को किसी का नाम देने के संदर्भ में भी काम में लिया जाता है। उदाहरणार्थ, "वह यूहन्ना कहलाया", अर्थात "उसका नाम यूहन्ना रखा गया है" या "उसका नाम यूहन्ना है" +* "के नाम से पुकारा जाना" अर्थात किसी को किसी और का नाम दिया जाना। परमेश्वर कहता है कि उसने अपने लोगों को अपने नाम से बुलाया है। +* एक भिन्न उक्ति, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” अर्थात परमेश्वर ने उस व्यक्ति विशेष को निश्चित रूप से चुन लिया है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्दों में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य गर्भित हों। -* “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुमसे सहायता मांगता हूं” या “तुझसे साग्रह विनती करता हूं”। -* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें “बुलाया” कि इसकी सेवा करे तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, उसके सेवक होने के लिए “हमें विशेष करके चुना” या “हमें नियुक्त किया” +* “बुलाना” का अनुवाद ऐसे शब्द में किया जाए जिनका अर्थ, “आव्हान” हो जिसमें बुलाहट की इच्छा और उद्देश्य का विचार निहित हो। +* “तुझे पुकारता हूं”, इसका अनुवाद हो सकता है, “तुझ से सहायता मांगता हूं” या “तुझसे आपातकालीन प्रार्थना करता हूं”। +* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर ने हमें उसके सेवक होने के लिए “बुलाया” है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "हमें विशेष करके चुना है" या "हमें नियुक्त किया है" कि उसके सेवक हों| * “उसका नाम बुलाना” इसका अनुवाद हो सकता है “उसको नाम देना” -* “उसका नाम पुकारा” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”। -* “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लाने” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों में क्रोध का भाव व्यक्त न हो। -* “तुम्हारी बुलाहट” इसका अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य”। -* “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर रहें” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों” +* “उसका नाम कहलाया” इसका अनुवाद हो सकता है “उसका नाम है” या “उसको नाम दिया गया है”। +* “पुकारना” इसका अनुवाद हो सकता है, “ऊंचे शब्द में कहना” या “चिल्लाना” या “ऊंची आवाज में कहना” परन्तु ध्यान रखें कि इसके अनुवाद में शब्दों से क्रोध का भाव प्रकट न हो। +* “तुम्हारी बुलाहट” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हारा उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का उद्देश्य” या “तुम्हारे लिए परमेश्वर का विशेष कार्य|” +* “प्रभु का नाम पुकारना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “प्रभु की खोज करो और उस पर निर्भर हो जाओ” या “परमेश्वर में विश्वास करके उसकी आज्ञा मानों” * किसी बात के लिए “पुकार करना”, इसका अनुवाद हो सकता है, “मांग करना” या “याचना करना” या “आज्ञा देना” -* “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इसका अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है कि दिखाऊं तुम मेरे हो”। -* जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तेरा नाम जानता हूं और तुझे चुन लिया है”। +* “तुम मेरे नाम से बुलाए गए हो” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैंने तुम्हें अपना नाम दिया है जो दर्शाता है कि तुम मेरे हो”। +* जब परमेश्वर कहता है, “मैंने तुझे नाम लेकर बुलाया है” तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मैं तुझे जानता हूं और तुझे चुन लिया है”। -(यह भी देखें: [प्रार्थना करना](../kt/pray.md)) +(यह भी देखें: [प्रार्थना करना](../kt/pray.md)), +[पुकारना](../other/cry.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 18:22-24](rc://en/tn/help/1ki/18/22) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:7-8](rc://en/tn/help/1th/04/07) -* [2 तीमुथियुस 01:8-11](rc://en/tn/help/2ti/01/08) -* [इफिसियों 04:1-3](rc://en/tn/help/eph/04/01) -* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15) -* [मत्ती 02:13-15](rc://en/tn/help/mat/02/13) -* [फिलिप्पियों 03:12-14](rc://en/tn/help/php/03/12) - -{{tag>publish ktlink} +* [1 राजा 18:24](rc://hi/tn/help/1ki/18/24) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:7](rc://hi/tn/help/1th/04/07) +* [2 तीमुथियुस 1:9](rc://hi/tn/help/2ti/01/09) +* [इफिसियों 4:1](rc://hi/tn/help/eph/04/01) +* [गलातियों 1:15](rc://hi/tn/help/gal/01/15) +* [मत्ती 2:15](rc://hi/tn/help/mat/02/15) +* [फिलिप्पियों 3:14](rc://hi/tn/help/php/03/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, G154, G363, G1458, G1528, G1941, G1951, G2028, G2046, G2564, G2821, G2822, G2840, G2919, G3004, G3106, G3333, G3343, G3603, G3686, G3687, G4316, G4341, G4377, G4779, G4867, G5455, G5537, G5581 +* स्ट्रोंग्स: H0559, H2199, H4744, H6817, H7121, H7123, H7769, H7773, G01540, G03630, G14580, G15280, G19410, G19510, G20280, G20460, G25640, G28210, G28220, G28400, G29190, G30040, G31060, G33330, G33430, G36030, G36860, G36870, G43160, G43410, G43770, G47790, G48670, G54550, G55370, G55810 \ No newline at end of file From 5416a43d1466320e181e29c4597f1192a8ca9d1a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 11:49:36 +0000 Subject: [PATCH 002/412] Edit 'bible/kt/christ.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/christ.md | 72 +++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 36 insertions(+), 36 deletions(-) diff --git a/bible/kt/christ.md b/bible/kt/christ.md index 07d6bcd..9116e55 100644 --- a/bible/kt/christ.md +++ b/bible/kt/christ.md @@ -1,53 +1,53 @@ -# मसीह, मसीहा # +# ख्रीस्त, मसीह -## तथ्य: ## +## तथ्य: “मसीह” या “ख्रिस्त” का अर्थ है, “अभिषिक्त-जन” और परमेश्वर के पुत्र यीशु के संदर्भ में है। -* “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए अभिषेक किया है। -* पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने पृथ्वी पर मसीह के आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व इसकी भविष्यद्वाणी की थी। -* पुराने नियम में “अभिषिक्त(जन)” आनेवाले मसीह के संदर्भ में कहा गया है। -* यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो साबित करता है कि वह मसीहा है; और बाकि बची हुई भविष्यवाणियों यीशु के वापस आने पर पूरी होगी। -* "मसीह" शब्द को अक्सर "मसीह" और "मसीह यीशु" के शीर्षक के रूप में प्रयोग किया जाता है। -* "मसीह" भी उसके नाम के रूप में "यीशु मसीह" के रूप में इस्तेमाल किया गया। +* “मसीह” और “ख्रिस्त” दोनों शब्द नये नियम में परमेश्वर के पुत्र के संदर्भ में हैं जिसे पिता परमेश्वर ने अपने लोगों पर राज करने और पाप एवं मृत्यु से उनका उद्धार करने के लिए नियुक्त किया है। +* पुराने नियम में भविष्यद्वक्ताओं ने मसीह के विषय भाविश्यद्वानियाँ लिखी थीं जो पृथ्वी पर उसके आगमन से सैंकड़ों वर्ष पूर्व की थी। +* पुराने नियम में एक शब्द का प्रायः उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त(जन)” जिसका सन्दर्भ मसीह से है जिसके आने की प्रतीक्षा की जा रही थी| +* यीशु ने इन भविष्यवाणियों में से कई को पूरा किया और कई चमत्कार किए जो सिद्ध करते हैं कि वह मसीह है; शेष भविष्यद्वाणियाँ यीशु के पुनः आने पर पूरी होगी। +* "मसीह" शब्द को अधिकतर "मसीह" और "मसीह यीशु" जैसे पदनामों में प्रयोग किया जाता है। +* "ख्रीस्त" शब्द भी उसके नाम के साथ काम में लिया जाता है जैसे, "ख्रीस्त यीशु" -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद इसके अर्थ के साथ किया जा सकता है, “अभिषिक्त जन” या “परमेश्वर का अभिषिक्त उद्धारकर्ता”। -* अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) -* लिप्यंतरण शब्द के रूप में शब्द की परिभाषा के द्वारा पीछा किया जा सकता है, ”मसीह, अभिषिक्त एक।” -* यह बाइबल में इसका अनुवाद निरन्तरता बनाए रखें, ताकि इसे स्पष्ट किया जा सके कि एक ही शब्द का प्रयोग किया जा रहा है। -* सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "मसीह" के अनुवाद उन संदर्भों में अच्छी तरह से काम करते हैं जहां दोनों पद एक ही वचन में होते हैं (जैसे यूह. 1:41)। +* अनेक भाषाओं में इन शब्दों का लिप्यान्तरण किया गया है जो “ख्रीस्त” या “मसीह” जैसे दिखते या सुनाई देते हैं। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) +* लिप्यन्तरित शब्द का अनुवाद इस शब्द की परिभाषा के अनुसार किया जा सकता है, जैसा "मसीह, अभिषिक्त जन" में| +* इसका अनुवाद सम्पूर्ण बाइबल में अपरिवर्तनीय हो जिससे कि स्पष्ट हो कि एक ही निश्चित शब्द का सन्दर्भ दिया जा रहा है| +* सुनिश्चित करें कि "मसीहा" और "ख्रीस्त" शब्दों के अनुवाद उन संदर्भों में अर्थवान हों जहां एक ही पद में इन दोनों शब्दों का प्रयोग किया गया है (जैसे यूहन्ना 1:41) (यह भी देखें: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [दाऊद](../names/david.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [अभिषेक करना](../kt/anoint.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 05:1-3](rc://en/tn/help/1jn/05/01) -* [प्रे.का. 02:34-36](rc://en/tn/help/act/02/34) -* [प्रे.का. 05:40-42](rc://en/tn/help/act/05/40) -* [यूहन्ना 01:40-42](rc://en/tn/help/jhn/01/40) -* [यूहन्ना 03:27-28](rc://en/tn/help/jhn/03/27) -* [यूहन्ना 04:25-26](rc://en/tn/help/jhn/04/25) -* [लूका 02:10-12](rc://en/tn/help/luk/02/10) -* [मत्ती 01:15-17](rc://en/tn/help/mat/01/15) +* [1 यूहन्ना 5:1-3](rc://hi/tn/help/1jn/05/01) +* [प्रे.का. 2:35](rc://hi/tn/help/act/02/35) +* [प्रे.का. 5:40-42](rc://hi/tn/help/act/05/40) +* [यूहन्ना 1:40-42](rc://hi/tn/help/jhn/01/40) +* [यूहन्ना 3:27-28](rc://hi/tn/help/jhn/03/27) +* [यूहन्ना 4:25](rc://hi/tn/help/jhn/04/25) +* [लूका 2:10-12](rc://hi/tn/help/luk/02/10) +* [मत्ती 1:16](rc://hi/tn/help/mat/01/16) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__ __मसीह__ परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा। -* __[17:08](rc://en/tn/help/obs/17/08)__ लेकिन वास्तव में, __मसीह__ के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक। -* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ आरम्भ से ही, परमेश्वर ने __मसीह__ को भेजने की योजना बनाई थी। -* __[21:04](rc://en/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से वादा किया है कि __मसीह__ दाऊद के अपने वंश में से एक होगा। -* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ मसीह __ नई वाचा का आरम्भ करेगा। -* __[21:06](rc://en/tn/help/obs/21/06)__ परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, __मसीह__ एक भविष्यद्वक्ता भी होगा, एक पुरोहित भी और एक राजा भी होगा। -* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से __मसीह__ का जन्म होगा। -* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए फिर से जिंदा उठाया जो कहता है, 'आप कब्र में अपने __ पवित्र जन__ को सड़ने नहीं देगा।'" -* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और __मसीह__ भी!" -* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "आप में से हर एक को पश्चाताप करना चाहिए और यीशु _ मसीह_ के नाम पर बपतिस्मा लेना चाहिए ताकि परमेश्वर आपके पापों को माफ़ करे।" -* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ शाउल यहूदियों से तर्क करता था, और इस बात का प्रमाण देता था कि यीशु ही __मसीह__ है। +* __[17:7](rc://hi/tn/help/obs/17/07)__ __मसीह__ परमेश्वर का चुना हुआ है जो संसार को पाप से छुड़ाएगा। +* __[17:8](rc://hi/tn/help/obs/17/08)__ लेकिन वास्तव में, __मसीह__ के आने से पहले इस्राएलियों को एक लम्बे समय तक इंतजार करना पड़ा, लगभग 1,000 वर्षों तक। +* __[21:1](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ आरम्भ से ही, परमेश्वर ने __मसीह__ को भेजने की योजना बनाई थी। +* __[21:4](rc://hi/tn/help/obs/21/04)__ परमेश्वर ने राजा दाऊद से प्रतिज्ञा की थी कि __मसीह__ दाऊद के अपने वंश में से होगा। +* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ मसीह __ नई वाचा का आरम्भ करेगा। +* __[21:6](rc://hi/tn/help/obs/21/06)__ परमेश्वर के भविष्यद्वक्ताओ ने यह भी कहा कि, __मसीह__ भविष्यद्वक्ता, याजक और राजा होगा। +* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से __मसीह__ का जन्म होगा। +* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ "परन्तु परमेश्वर ने उस भविष्यवाणी को पूरा करने के लिए उसको जीवित खडा किया, जिसमें लिखा है, तू अपने __ पवित्र जन__ को कब्र में सड़ने नहीं देगा।'" +* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ "परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रभु भी ठहराया और __मसीह__ भी!" +* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, "तुम में से हर एक जन पश्चाताप करे और यीशु _ मसीह_ के नाम में बपतिस्मा ले कि परमेश्वर तुम्हारे पाप क्षमा करे|" +* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ शाऊल यहूदियों से विवाद करता था, और सिद्ध करता था कि यीशु ही __मसीह__ है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4899, G3323, G5547 +* स्ट्रोंग्स: H4899, G33230, G55470 From c99f41941f43cdd49703d3e45c081d8d663b6903 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 12:31:35 +0000 Subject: [PATCH 003/412] Edit 'bible/kt/church.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/church.md | 58 +++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 29 insertions(+), 29 deletions(-) diff --git a/bible/kt/church.md b/bible/kt/church.md index 9910ae6..dde2cfe 100644 --- a/bible/kt/church.md +++ b/bible/kt/church.md @@ -1,46 +1,46 @@ -कलीसिया, कलीसियाओं +कलीसिया, कलीसियाओं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों का स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द सब विश्वासियों के संदर्भ में है। +नये नियम में "कलीसिया" का संदर्भ मसीह के विश्वासियों के एक स्थानीय समुदाय से है जो प्रार्थना करने और परमेश्वर का वचन सुनने के लिए नियमित सभा करते थे। “कलीसिया” शब्द प्रायः सब विश्वासियों के संदर्भ में है। -* इस शब्द का वास्तविक अर्थ है मनुष्यों की बुलाई हुई सभा या सहभागिता जो किसी विशेष उद्देश्य से एकत्र होते हैं। -* जब यह शब्द सब स्थानों के सब विश्वासियों मसीह की संपूर्ण देह के संदर्भ में हो तो कुछ बाइबल अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा लिखा गया है कि वह स्थानीय कलीसिया से भिन्न दिखाई दे। -* किसी नगर के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”। +* इस शब्द का वास्तविक अर्थ है, "बहार बुलाए गए" मनुष्यों का समुदाय या सभा जिसके समागम का उद्देश्य विशिष्ठ होता है| +* जब यह शब्द मसीह की व्यापक देह के सब विश्वासियो के सन्दर्भ में होता है तब कुछ बाईबल अनुवादक प्रथम अक्षर को बड़ा लिखते हैं जिससे कि इसका परिप्रेक्ष्य स्थानीय कलीसिया से भिन्न हो| +* किसी नगर विशेष के विश्वासी प्रायः किसी सदस्य के घर में एकत्र होते थे। इन स्थानीय कलीसियाओं को उस स्थान का नाम दिया जाता था जैसे “इफिसुस की कलीसिया”। * बाइबल में "कलीसिया" का संदर्भ भवन से नहीं है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “कलीसिया” शब्द का अनुवाद “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले” हो सकता है। -* इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति का अभिप्राय एक समूह से नहीं सब विश्वासियों से होना है। +* “कलीसिया” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “एक साथ एकत्र होना” या “सभा” या “मण्डली” या “एकत्र होने वाले” +* इस शब्द के अनुवाद में काम में लिए गए शब्द या उक्ति के अभिप्राय में किसी एक समूह का नहीं वरन सब विश्वासियों का भाव प्रकट होना आवश्यक है| * सुनिश्चित करें कि “कलीसिया” का अनुवाद किसी भवन का अर्थ प्रकट न करे। * पुराने नियम में "सभा" का जिस शब्द से अनुवाद किया गया है उस शब्द का भी यहां उपयोग किया जा सकता है। * स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद को भी देखें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md)) +(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [विश्वास करना](../kt/believer.md), [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:11-13](rc://en/tn/help/1co/05/11) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://en/tn/help/1th/02/14) -* [1 तीमुथियुस 03:4-5](rc://en/tn/help/1ti/03/04) -* [प्रे.का. 09:31-32](rc://en/tn/help/act/09/31) -* [प्रे.का. 14:23-26](rc://en/tn/help/act/14/23) -* [प्रे.का. 15:39-41](rc://en/tn/help/act/15/39) -* [कुलुस्सियों 04:15-17](rc://en/tn/help/col/04/15) -* [इफिसियों 05:22-24](rc://en/tn/help/eph/05/22) -* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17) -* [फिलिप्पियों 01:15-17](rc://en/tn/help/php/04/14) +* [1 कुरिन्थियों 5:12](rc://hi/tn/help/1co/05/12) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14](rc://hi/tn/help/1th/02/14) +* [1 तीमुथियुस 3:5](rc://hi/tn/help/1ti/03/05) +* [प्रे.का. 9:31](rc://hi/tn/help/act/09/31) +* [प्रे.का. 14:23](rc://hi/tn/help/act/14/23) +* [प्रे.का. 15:41](rc://hi/tn/help/act/15/41) +* [कुलुस्सियों 4:15](rc://hi/tn/help/col/04/15) +* [इफिसियों 5:23](rc://hi/tn/help/eph/05/23) +* [मत्ती 16:18](rc://hi/tn/help/mat/16/18) +* [फिलिप्पियों 1:15](rc://hi/tn/help/php/04/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[43:12](rc://en/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की __कलीसिया__ का हिस्सा बन गए। -* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और __कलीसिया__ को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए। -* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ तब अन्ताकिया की __कलीसिया__ ने शाउल और बरनबास के लिए प्रार्थना करी और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया। -* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ यीशु के सुसमाचार को वह प्रचार करते गए और __कलीसिया__ विकास करती गई। -* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। __कलीसिया__ बढ़ रही है। +* __[43:12](rc://hi/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बपतिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की __कलीसिया__ का हिस्सा बन गए। +* __[46:9](rc://hi/tn/help/obs/46/09)__ परन्तु अन्ताकिया में अधिकतर लोग यहूदी नहीं थे, और पहली बार, उनमें से बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे। बरनबास और शाऊल इन नए विश्वासियों को शिक्षा देने, यीशु के बारे में बताने और __कलीसिया__ को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए। +* __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ तब अन्ताकिया की __कलीसिया__ ने शाऊल और बरनबास के लिए प्रार्थना की और उन पर हाथ रखा। फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में प्रचार करने के लिये भेज दिया। +* __[47:13](rc://hi/tn/help/obs/47/13)__वे यीशु के सुसमाचार का प्रचार करते गए और __कलीसिया__ विकास करती गई। +* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग यीशु मसीह के सुसमाचार को सुन रहे हैं। __कलीसिया__ बढ़ रही है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1577 +* Strong's: G15770 From d63ed2efed682694c777e3c65f285a370972eec0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 12:49:26 +0000 Subject: [PATCH 004/412] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 6 +++--- 1 file changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index ee105e2..6f9c3a1 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# शुद्ध, शुद्ध करेगा, शुद्ध किया, शुद्ध करना, शुद्ध, शुद्ध होने, धुलाई, धुलाई, धोया, धोया # +# शुद्ध, शोधन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“शुद्ध” का अर्थ है मैल या दाग न होना। बाइबल में इसका उपयोग प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किया जाता है कि उसका अर्थ “शुद्ध” “पवित्र”, या “पापरहित” हो। +“शुद्ध” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने से है या सबसे पहले, तो मैल या दाग होना ही नहीं है| "शोधन" शब्द का सन्दर्भ विशेष करके किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने की क्रिया से है| * “शुद्धिकरण” किसी वस्तु को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” हो सकता है। * पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। From 96eca0548d7d5a7bc91fb6ecc5f10df1a6d0dbd6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 13:34:29 +0000 Subject: [PATCH 005/412] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 9 +++++---- 1 file changed, 5 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index 6f9c3a1..d040d8d 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -4,10 +4,11 @@ “शुद्ध” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने से है या सबसे पहले, तो मैल या दाग होना ही नहीं है| "शोधन" शब्द का सन्दर्भ विशेष करके किसी मनुष्य/वस्तु पर से मैल या दाग हटाने की क्रिया से है| -* “शुद्धिकरण” किसी वस्तु को शुद्ध करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” हो सकता है। -* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। -* जिस मनुष्य को त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसका रोग संक्रमण मुक्त न हो जाए। त्वचा को शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जाने के लिए। -* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द को प्रतीकात्मक रूप से नैतिक शुद्धता के लिए प्रयोग किया जाता था। +* “शोधन” किसी वस्तु को "शुद्ध" करने की प्रक्रिया है। इसका अनुवाद “धोना” या “शुद्ध करना” भी हो सकता है। +* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को सांस्कारिक परिप्रेक्ष्य में “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। +* जिस मनुष्य को कोई विशेष त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसकी त्वचा रोगमुक्त न हो जाए कि संक्रमण न फैला पाए|\ त्वचा के शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था कि उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जा सके| +* कभी-कभी “शुद्ध” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता था जिसका सन्दर्भ नैतिक शुद्धता से था अर्थात, पापिओं से "शुद्ध" +बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था| ## अनुवाद के सुझाव: ## From b260b1b8e1abd6bd99e10ddb124f52b74818f3bd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 13:49:18 +0000 Subject: [PATCH 006/412] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 8 +++++++- 1 file changed, 7 insertions(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index d040d8d..d578100 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -8,7 +8,13 @@ * पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को बताया था कि उसने कौन-कौन से पशुओं को सांस्कारिक परिप्रेक्ष्य में “शुद्ध” और कौन-कौन से पशुओं को “अशुद्ध” घोषित किया है। केवल शुद्ध पशु ही खाने और बलि चढ़ाने के लिए काम में लिए जा सकते थे। इस संदर्भ में "शुद्ध" शब्द का अर्थ है कि पशु बलि चढ़ाने में परमेश्वर को ग्रहण योग्य है। * जिस मनुष्य को कोई विशेष त्वचा रोग होता था वह अशुद्ध माना जाता था जब तक कि उसकी त्वचा रोगमुक्त न हो जाए कि संक्रमण न फैला पाए|\ त्वचा के शुद्धिकरण के निर्देशों का पालन करना आवश्यक था कि उस मनुष्य को पुनः “शुद्ध” घोषित किया जा सके| * कभी-कभी “शुद्ध” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता था जिसका सन्दर्भ नैतिक शुद्धता से था अर्थात, पापिओं से "शुद्ध" -बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था| +बाईबल में, "अशुद्ध" शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में उन वस्तुओं के सन्दर्भ में किया जाता था जिनको परमेश्वर ने अपनी प्रजा के लिए स्पर्श, भोजन और बलि चडाने के लिए योग्य ठराया था| +*परमेश्वर ने इस्राएलियों को निर्देश दीए थे कि कौन से पशु "शुद्ध" हैं और कौन से पशु"अशुद्ध" हैं| अशुद्ध पशुओं को न तो खाने के लिए और न ही बलि चढ़ाने के लिए काम में लिया जाना था| +* कुछ विशेष प्रकार के चर्म रोगियों को भी "अशुद्ध" घोषित कर दिया जाता था, जब तक कि वे रोगमुक्त न हो जाएं| +* यदि इस्राएली किसी "अशुद्ध" वस्तु के संपर्क में आ जाते थे तो वे कुछ समय के लिए अशुद्ध माने जाते थे| +* अशुद्ध वस्तु का स्पर्श न करने और अशुद्ध पशु को न खाने के सम्बन्ध में परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करने से इस्राएली परमेश्वर की सेवा निमित्त पृथक होते थे| +*यह शारीरिक और सांस्कारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता की द्योतक भी थी| +* एक और लाक्षणिक प्रयोग में, "अश्द्ध आत्मा" दुष्टात्मा के सन्दर्भ में है| ## अनुवाद के सुझाव: ## From d46bcc54f3a154f913950d89985b9f129a73382e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 14 Oct 2021 15:01:52 +0000 Subject: [PATCH 007/412] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 47 +++++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 25 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index d578100..ccf0366 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -16,34 +16,37 @@ *यह शारीरिक और सांस्कारिक अशुद्धता नैतिक अशुद्धता की द्योतक भी थी| * एक और लाक्षणिक प्रयोग में, "अश्द्ध आत्मा" दुष्टात्मा के सन्दर्भ में है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है। -* इसमें अनुवाद करने के अन्य तरीके शामिल हो सकते हैं, "शुद्ध रूप से साफ" या "परमेश्वर को स्वीकार्य" -* "शुद्ध"; का अनुवाद "धुलाई" या "शुद्ध" द्वारा किया जा सकता है। -* सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शुद्ध" के लिए इस्तेमाल किए गए शब्दों को भी एक लाक्षणिक अर्थ में समझा जा सकता है। +* इस शब्द का अनुवाद “स्वच्छ” एवं “शुद्ध” के लिए काम में आने वाले सामान्य शब्दों में किया जा सकता है। (मैला न होने के भाव में) +* इसके अनुवाद की अन्य विधियों में हैं, "सांस्कारिक शुद्धता" या "परमेश्वर को स्वीकार्य" +* "शुद्ध"; का अनुवाद "धोने" या "शुद्ध करने" के द्वारा किया जा सकता है। +* सुनिश्चित करें कि "शुद्ध" और "शोधन" के लिए काम में लिए गए शब्दों को लाक्षणिक भाषा में भी समझा जा सकता है। +* "अशुद्ध" का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "शुद्ध नहीं" या "परमेश्वर की दृष्टि में योग्य" या "शारीरिक रूप से अशुद्ध" या "अशुस्श" +*दुष्टात्मा के सन्दर्भ में अशुद्ध आत्मा के लिए "अशुद्ध" शब्द का अनुवाद "दुष्ट" या "अशुद्ध" किया जा सकता है| +इस शब्द के अनुवाद में आत्मिक अशुद्धता का भाव होना चाहिए और इसका सन्दर्भ उस हर एक वस्तु से हो जिसको परमेश्वर ने स्पर्श, भोजन और बलि के लिए योग्य घोषित कर दिया है| -(यह भी देखें: अ[पवित्र](../kt/holy.md), दुष्टात्मा, [अशुद्ध](../kt/unclean.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md)) +(यह भी देखें: [अशुद्ध करना](../other/defile.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [बलि](../other/sacrifice.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/07/01) [07:02](rc://en/tn/help/gen/07/02) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/07/01) [07:08](rc://en/tn/help/gen/07/08) -* [व्य.](rc://en/tn/help/deu/12/15) [12:15](rc://en/tn/help/deu/12/15) -* [भजन-संहिता](rc://en/tn/help/psa/051/007) [051:07](rc://en/tn/help/psa/051/07) -* [नीतिवचन](rc://en/tn/help/pro/20/29) [20:30](rc://en/tn/help/pro/20/30) -* [यहेजकेल](rc://en/tn/help/ezk/24/13) [24:13](rc://en/tn/help/ezk/24/13) -* [मत्ती 23:27](rc://en/tn/help/mat/23/27) -* [लूका 05:13](rc://en/tn/help/luk/05/13) -* [प्रे.का. 08:07](rc://en/tn/help/act/08/07) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/08/07) [10:27-29](rc://en/tn/help/act/10/27) -* [कुलुसियों 03:05](rc://en/tn/help/col/03/05) -* [1 थिस्लुनिकियों 04:07](rc://en/tn/help/1th/04/07) -* [याकूब](rc://en/tn/help/jas/04/08) [04:08](rc://en/tn/help/jas/04/08) +* [उत्पत्ति 7:02](rc://hi /tn/help/gen/07/02) +* [उत्पत्ति 7:08](rc://hi/tn/help/gen/07/08) +* [व्य.12:15](rc://hi/tn/help/deu/12/15) +* [भजन-संहिता 51:7](rc://hi/tn/help/psa/051/07) +* [नीतिवचन 20:30](rc://hi/tn/help/pro/20/30) +* [यहेजकेल 24:13](rc://hi/tn/help/ezk/24/13) +* [मत्ती 23:27](rc://hi/tn/help/mat/23/27) +* [लूका 5:13](rc://hi/tn/help/luk/05/13) +* [प्रे.का. 8:7](rc://hi/tn/help/act/08/07) +* [प्रे.का.10:27-29](rc://hi/tn/help/act/10/27) +* [कुलुसियों 3:5](rc://hi/tn/help/col/03/05) +* [1 थिस्लुनिकियों 4:7](rc://hi/tn/help/1th/04/07) +* [याकूब 4:8](rc://hi/tn/help/jas/04/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G167, G169, G2511, G2512, G2513, G2839, G2840, G3394, G3689 \ No newline at end of file +* अत्रोंगस: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G01670, G01690, G25110, G25120, G25130, G28390, G28400, G33940, G36890 \ No newline at end of file From 414e5f9e986c79e952afee72b7e518c707c11871 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 03:29:33 +0000 Subject: [PATCH 008/412] Edit 'bible/kt/clean.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/clean.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/clean.md b/bible/kt/clean.md index ccf0366..f45cb4b 100644 --- a/bible/kt/clean.md +++ b/bible/kt/clean.md @@ -49,4 +49,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* अत्रोंगस: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G01670, G01690, G25110, G25120, G25130, G28390, G28400, G33940, G36890 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1305, H2134, H2135, H2141, H2398, H2548, H2834, H2889, H2890, H2891, H2893, H2930, H2931, H2932, H3001, H3722, H5079, H5352, H5355, H5356, H6172, H6565, H6663, H6945, H7137, H8552, H8562, G01670, G01690, G25110, G25120, G25130, G28390, G28400, G33940, G36890 \ No newline at end of file From be67b6ad5ae9678b9b5602867b0f85f5054da083 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 03:41:06 +0000 Subject: [PATCH 009/412] Edit 'bible/kt/compassion.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/compassion.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/compassion.md b/bible/kt/compassion.md index c07d51a..740f347 100644 --- a/bible/kt/compassion.md +++ b/bible/kt/compassion.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# तरस, दयालु # +# तरस, दयालु -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है। +“तरस” शब्द का संदर्भ मनुष्यों के प्रति चिन्ता की भावना से है। विशेष करके पीड़ित लोगों के प्रति। “तरस खाने वाला” मनुष्य अन्य मनुष्यों की चिन्ता करके उनकी सहायता करता है। -* “तरस” शब्द का अभिप्राय है मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता का कदम उठाना। -* बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेमी एवं दयालु है। +* “तरस” शब्द का अभिप्राय है अवश्यक्ताग्रस्त मनुष्यों की सुधि लेना तथा उनकी सहायता के लिए क्रियाशील हो जाना| +* बाइबल में परमेश्वर को तरस खानेवाला कहा गया है, अर्थात वह प्रेम एवं दया भण्डार है। ## अनुवाद के सुझाव: -* ​“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या “सहायक दया” +* ​“तरस” (करूणा) के अनुवाद के अन्यरूप हैं, “हृदय की गहराई से सुधि लेना” या "अनुकम्पा दर्शाना" या “सहायक दया” -* “तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला” +* “तरस खाने वाला” (दयावान) का अनुवाद हो सकता है, “सुधि लेने वाला और सहायता करने वाला” या “गहरा प्रेम एवं दया करने वाला” -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 01:8-10](rc://en/tn/help/dan/01/08) -* [होशे 13:14](rc://en/tn/help/hos/13/14) -* [याकूब 05:9-11](rc://en/tn/help/jas/05/09) -* [योना 04:1-3](rc://en/tn/help/jon/04/01) -* [मरकुस 01:40-42](rc://en/tn/help/mrk/01/40) -* [रोमियो 09:14-16](rc://en/tn/help/rom/09/14) +* [दानिय्येल 1:8-10](rc://hi/tn/help/dan/01/08) +* [होशे 13:14](rc://hi/tn/help/hos/13/14) +* [याकूब 5:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09) +* [योना 4:1-3](rc://hi/tn/help/jon/04/01) +* [मरकुस 1:41](rc://hi/tn/help/mrk/01/41) +* [रोमियो 9:14-16](rc://hi/tn/help/rom/09/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G1653, G3356, G3627, G4697, G4834, G4835 +* Strong's: H2550, H7349, H7355, H7356, G16530, G33560, G36270, G46970, G48340 G4835 From ee381764b1ef71d8d7917fc62a21746c714794a4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 03:53:27 +0000 Subject: [PATCH 010/412] Edit 'bible/kt/condemn.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/condemn.md | 40 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/kt/condemn.md b/bible/kt/condemn.md index f6a3779..e79f5bb 100644 --- a/bible/kt/condemn.md +++ b/bible/kt/condemn.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा # +# दोष लगाना, दोषी, दण्ड की आज्ञा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दोष लगाना” और “दण्ड की आज्ञा” अर्थात अनुचित काम के लिए किसी का न्याय करना। -* “दोष लगाना” में किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है। -* कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना होता है। -* “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगाना होता है। +* “दोष लगाना” में प्रायः किसी मनुष्य को उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड देना शामिल होता है। +* कभी-कभी “दोष लगाना” का अर्थ किसी पर झूठा आरोप लगाना या किसी का निर्दयता से न्याय करना भी होता है। +* “दण्ड की आज्ञा” का संदर्भ किसी को दण्डित करने या किसी पर आरोप लगाने से होता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना” हो सकता है। -* “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए” के रूप में किया जा सकता है। -* “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद “कठोर न्याय” या “दोषी ठहराना” या “दोष का दण्ड” भी हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “झूठी आलोचना करना।" +* “उस पर दोष लगाना” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय करना कि वह दोषी है” या “आदेश देना कि उसे पाप का दण्ड दिया जाए” +* “दण्ड की आज्ञा” का अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से न्याय करना” या “दोषी ठहराना” या “अपराध का दण्ड” (यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [दण्ड देना](../other/punish.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 यूहन्ना 03:19-22](rc://en/tn/help/1jn/03/19) -* [अय्यूब 09:27-29](rc://en/tn/help/job/09/27) -* [यूहन्ना 05:24](rc://en/tn/help/jhn/05/24) -* [लूका 06:37](rc://en/tn/help/luk/06/37) -* [मत्ती 12:7-8](rc://en/tn/help/mat/12/07) -* [नीतिवचन 17:15-16](rc://en/tn/help/pro/17/15) -* [भजन संहिता 034:21-22](rc://en/tn/help/psa/034/021) -* [रोमियो 05:16-17](rc://en/tn/help/rom/05/16) +* [1 यूहन्ना 3:20](rc://hi/tn/help/1jn/03/20) +* [अय्यूब 9:29](rc://hi/tn/help/job/09/29) +* [यूहन्ना 5:24](rc://hi/tn/help/jhn/05/24) +* [लूका 6:37](rc://hi/tn/help/luk/06/37) +* [मत्ती 12:7](rc://hi/tn/help/mat/12/07) +* [नीतिवचन 17:15-16](rc://hi/tn/help/pro/17/15) +* [भजन संहिता 34:22](rc://hi/tn/help/psa/034/22) +* [रोमियो 5:16](rc://hi/tn/help/rom/05/16) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6064, H7034, H7561, H8199, G176, G843, G2607, G2613, G2631, G2632, G2633, G2917, G2919, G2920, G5272, G6048 +* स्ट्रोंग्स: H6064, H7034, H7561, H8199, G01760, G08430, G26070, G26130, G26310, G26320, G26330, G29170, G29190, G29200, G52720, G60480 \ No newline at end of file From fef8e3b16002cef9a44192ce007786af5ebd1581 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 04:03:58 +0000 Subject: [PATCH 011/412] Edit 'bible/kt/confess.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/confess.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/confess.md b/bible/kt/confess.md index 29e2e5a..b729f96 100644 --- a/bible/kt/confess.md +++ b/bible/kt/confess.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है +अंगीकार करने का अर्थ है स्वीकार करना या बलपूर्वक कहना कि कोई बात सच है। “अंगीकार” एक अभिकथन या स्वीकरण है कि कोई बात सच है * “अंगीकार” का संदर्भ परमेश्वर के बारे में सत्य का निर्भीकतापूर्वक वर्णन करने से है. इसका संदर्भ अपने पाप मान लेने से भी है. * बाइबल में लिखा है कि यदि मनुष्य परमेश्वर के समक्ष अपने पापों का अंगीकार करें तो परमेश्वर उन्हें क्षमा कर देगा. @@ -12,23 +12,23 @@ ## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “मानना” या “पुष्टि करना” हो सकता है. -* “अंगीकार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण” +* प्रकरण के अनुसार “अंगीकार” (मान लें) का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार करना” या “गवाही देना” या “घोषणा करना” या “स्वीकार करना” या “पुष्टि करना|” +* “अंगीकार” के अनुवाद के अन्य रूप हो सकते हैं, “घोषणा”, या “गवाही” या “अपने विश्वास का अभिकथन” या “पाप स्वीकरण” (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), [साक्षी](../kt/testimony.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://hi/tn/help/1jn/01/08) -* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://hi/tn/help/2jn/01/07) -* [याकूब 05:16](rc://hi/tn/help/jas/05/16) -* [लैव्यव्यवस्था 05:5-6](rc://hi/tn/help/lev/05/05) -* [मत्ती 03:4-6](rc://hi/tn/help/mat/03/04) -* [नहेम्याह 01:6-7](rc://hi/tn/help/neh/01/06) -* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09) -* [भजन संहिता 038:17-18](rc://hi/tn/help/psa/038/017) +* [1 यूहन्ना 1:8-10](rc://hi/tn/help/1jn/01/08) +* [2 यूहन्ना 1:7-8](rc://hi/tn/help/2jn/01/07) +* [याकूब 5:16](rc://hi/tn/help/jas/05/16) +* [लैव्यव्यवस्था 5:5-6](rc://hi/tn/help/lev/05/05) +* [मत्ती 3:4-6](rc://hi/tn/help/mat/03/04) +* [नहेम्याह 1:6-7](rc://hi/tn/help/neh/01/06) +* [फिलिप्पियों 2:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09) +* [भजन संहिता 38:17-18](rc://hi/tn/help/psa/038/017) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H3034, H8426, G1843, G3670, G3671 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H3034, H8426, G18430, G36700, G36710 \ No newline at end of file From b0554cf3b4b8e40b7fd9373bdf0ad13cdd7db5be Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 04:31:03 +0000 Subject: [PATCH 012/412] Edit 'bible/kt/curse.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/curse.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/kt/curse.md b/bible/kt/curse.md index 252024a..0cb5900 100644 --- a/bible/kt/curse.md +++ b/bible/kt/curse.md @@ -2,20 +2,20 @@ ## परिभाषा: -“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण बनना । +“श्राप” शब्द का अर्थ है, जिस मनुष्य या वास्तु को श्राप दिया जा रहा है उसके लिए अनर्थ बातों के होने का कारण उत्पन्न करना। -* श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वास्तु की हानि हो। -* किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न बुरे विषार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उस व्यक्ति के साथ बुरा हो। -* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होना। +* श्राप एक उच्चारण है कि किसी , मनुष्य या वस्तु की हानि हो। +* किसी को श्राप देना मन में उत्पन्न विचार की अभिव्यक्ति भी हो सकता है कि उनके साथ बुरा हो। +* इसका संदर्भ किसी के लिए किसी के द्वारा दण्ड या अशुभ होने का कारण होने से भी हो सकता है। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, हो सकता है। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है: “किसी के लिए अशुभ करवाना” या “अशुभ की घोषणा करना” या “बुरी बातें होने की शपथ खाना”, * परमेश्वर द्वारा उसकी आज्ञा न मानने वाली प्रजा पर भेजे जाने वाले श्राप के संदर्भ में अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, “अनर्थ बातों को होने देने के द्वारा दण्ड देना” -* “श्रापित” शब्द जब मनुष्यों का वर्णन कर्ता हो, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”। -* "श्रापित हो" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।" +* “श्रापित हो” इस उक्ति द्वारा जब मनुष्यों का वर्णन किया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, “(यह व्यक्ति) अमेक कठिनाइयों का अनुभव करेगा”। +* "श्रापित है" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "(यह व्यक्ति) कठिनाइयों का अनुभव करे।" * "श्रापित है वह भूमि" इस उक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "यह भूमि उपजाऊ न हो।" -* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ एक ही है, तो इसी उक्ति को रखना उचित होगा। +* तथापि, यदि लक्षित भाषा में यह उक्ति, "श्रापित है" है और इसका अर्थ भिन्न नहीं है, तो इस उक्ति को ऐसा ही रखना उचित होगा। (यह भी देखें: [आशिष देना](../kt/bless.md)) @@ -26,15 +26,15 @@ * [गलातियों 3:10](rc://hi/tn/help/gal/03/10) * [गलातियों 3:14](rc://hi/tn/help/gal/03/14) * [उत्पत्ति 3:14](rc://hi/tn/help/gen/03/14) -* [उत्पत्ति 3:17-19](rc://hi/tn/help/gen/03/17) +* [उत्पत्ति 3:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) * [याकूब 3:10](rc://hi/tn/help/jas/03/010) * [गिनती 22:6](rc://hi/tn/help/num/22/06) -* [भजन संहिता 109:28](rc://hi/tn/help/psa/109/028) +* [भजन संहिता 109:28](rc://hi/tn/help/psa/109/28) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[2:09](rc://hi/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “तू __शापित__ है!” -* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुम्हें उसकी उपज खाने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी।” +* __[2:09](rc://hi/tn/help/obs/02/09)__ परमेश्वर ने साँप से कहा, “__शापित__ है तू!” +* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “अब भूमि __शापित__ है, और तुझे उसकी उपज खाने के लिये कठोर परिश्रम करना होगा।” * __[4:4](rc://hi/tn/help/obs/04/04)__ “जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूँगा और जो तुझे __श्राप__ दें उन्हें मैं __श्राप__ दूँगा।” * __[39:7](rc://hi/tn/help/obs/39/07)__ तब पतरस शपथ खाने लगा, “यदि मैं उस व्यक्ति को जानता हूँ तो परमेश्वर मुझे __श्राप__ दे।” * __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे __श्राप दिया__ और इसे नष्ट करने का निर्णय लिया। @@ -42,4 +42,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H422, H423, H779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G331, G332, G685, G1944, G2551, G2652, G2653, G2671, G2672, G6035 +* स्ट्रोंग्स: H0422, H0423, H0779, H1288, H2763, H2764, H3994, H5344, H6895, H7043, H7045, H7621, H8381, G03310, G03320, G06850, G19440, G25510, G26520, G26530, G26710, G26720, G60350 \ No newline at end of file From 6b36ff99fd0d206c505a4ddcfe83258ae0e62598 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 04:46:21 +0000 Subject: [PATCH 013/412] Edit 'bible/kt/demon.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/demon.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/demon.md b/bible/kt/demon.md index 73623f6..f3db0b2 100644 --- a/bible/kt/demon.md +++ b/bible/kt/demon.md @@ -2,37 +2,37 @@ ## परिभाषा: -ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्माएं हैं. +ये सब शब्द दुष्टात्माओं के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर विरोधी आत्मिक प्राणी हैं| -* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए. माना जाता है कि दुष्टात्माएं ये “पतित स्वर्गदूत” हैं. -* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है. “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अशुद्ध” -* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उसे वश में कर लेती हैं. -* वे मनुष्य से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं. +* परमेश्वर ने स्वर्गदूतों को अपनी सेवा हेतु सृजा था. शैतान ने जब परमेश्वर से विरोध किया तब कुछ स्वर्गदूतों ने उसके साथ विद्रोह किया और वे स्वर्ग से बाहर गिरा दिए गए थे| ऐसा माना जाता है कि ये “पतित स्वर्गदूत” ही दुष्टात्माएं हैं| +* इन दुष्टात्माओं को कभी-कभी “अशुद्ध आत्माएं” भी कहा गया है| “अशुद्ध” अर्थात “अपवित्र” या “दुष्ट” या “अपवित्र” +* शैतान की सेवा में होने के कारण वे बुरा काम करती हैं. कभी-कभी वे मनुष्यों में प्रवेश करके उनको अपने वश में कर लेती हैं| +* दुष्टात्माएं मनुष्यों से अधिक सामर्थी होती हैं परन्तु परमेश्वर के तुल्य सामर्थी नहीं हैं. ## अनुवाद के सुझाव: * दुष्टात्मा का अनुवाद हो सकता है “बुरी आत्मा” * “अशुद्ध आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “मलीन आत्मा” या “भ्रष्ट आत्मा” या “बुरी आत्मा.” * सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद करते समय कोई भी शब्द या उक्ति उस शब्द के समानार्थक न हो जो शैतान के लिए काम में लिया जाए. -* ध्यान दे कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) +* ध्यान दें कि “दुष्टात्मा” शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है. (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [दुष्टात्माग्रस्त](../kt/demonpossessed.md), [शैतान](../kt/satan.md), [मूरत](../other/idol.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [याकूब 02:19](rc://hi/tn/help/jas/02/19) -* [याकूब 03:15](rc://hi/tn/help/jas/03/15) -* [लूका 04:36](rc://hi/tn/help/luk/04/36) -* [मरकुस 03:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22) -* [मत्ती. 04:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24) +* [याकूब 2:19](rc://hi/tn/help/jas/02/19) +* [याकूब 3:15](rc://hi/tn/help/jas/03/15) +* [लूका 4:36](rc://hi/tn/help/luk/04/36) +* [मरकुस 3:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22) +* [मत्ती. 4:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* **[26:09](rc://hi/tn/help/obs/26/09)** बहुत से लोग जिनमें **दुष्ट-आत्मा** थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर\_\_ दुष्ट-आत्माएँ\_\_प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!” -* \_\_[32:08](rc://hi/tn/help/obs/32/08) \_\_दुष्टात्माएं \_\_ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं. -* **[47:05](rc://hi/tn/help/obs/47/05)** अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस **आत्मा** से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह **दुष्ट आत्मा** उसमें से निकल गई. -* **[49:02](rc://hi/tn/help/obs/49/02)** वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, **दुष्टात्माओं** को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया. +* __[26:09](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__ थी, उन्हें यीशु के पास लाया गया. यीशु की आज्ञा पर__दुष्टात्माएं__ प्राय: यह चिल्लाते हुए बाहर निकलती थी, “तू परमेश्वर का पुत्र है!” +* __[32:08](rc://hi/tn/help/obs/32/08)__ __दुष्टात्माएं__ उस आदमी में से निकलकर सूअरों में प्रवेश कर गईं. +* __[47:05](rc://hi/tn/help/obs/47/05)__ अत: एक दिन जब वह दासी चिल्लाने लगी, पौलुस ने मुड़कर उस __आत्मा__ से जो उसमे थी कहा, “यीशु के नाम में, उसमें से निकल जा." उसी घड़ी वह __दुष्टात्मा__ उसमें से निकल गई. +* __[49:02](rc://hi/tn/help/obs/49/02)__ वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को चंगा किया, __दुष्टात्माओं__ को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को 5,000 लोगों के लिए पर्याप्त भोजन में बदल दिया. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H2932, H7307, H7451, H7700, G169, G1139, G1140, G1141, G1142, G4190, G4151, G4152, G4189 \ No newline at end of file +* सिरोंग्स: H2932, H7307, H7451, H7700, G01690, G11390, G11400, G11410, G11420, G41900, G41510, G41520, G41890 \ No newline at end of file From 4e5556793d83984cd04469fb03b69554b1b2ecd5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 05:20:23 +0000 Subject: [PATCH 014/412] Edit 'bible/kt/elect.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/elect.md | 46 ++++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 24 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/elect.md b/bible/kt/elect.md index 7f82037..e78d6f1 100644 --- a/bible/kt/elect.md +++ b/bible/kt/elect.md @@ -1,36 +1,38 @@ -# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना। # +# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने हुए लोग, चुना हुआ जन, चुनना। -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, शीर्षक जो यीशु को दर्शाता है, जो चुना हुआ मसीह है। +“चुने हुए” का वास्तविक अर्थ है “चयनित जन” या “चुनी हुई प्रजा” यह उन लोगों के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया या पृथक किया है। “चुना हुआ” या “परमेश्वर का चुना हुआ”, ये उपनाम यीशु को दर्शाते हैं जो चुना हुआ मसीह है। -* “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को चुनना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को नियुक्त करने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं। -* “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त” कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए। -* परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना, उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए गए। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए” या "चुना हुआ" कहते है। -* बाइबल में कभी-कभी “चुने हुओं” शब्द का उपयोग किसी विशेष व्यक्ति के लिए किया गया है जैसे मूसा, दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। यह परमेश्वर के चुने हुए लोगों के रूप में इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी प्रयोग किया गया है। -* “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “चुने हुए” या “चुने हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में है। -* बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद “चुना हुआ” के रूप में अनुवाद करते हैं। +* “चुनना” शब्द का अर्थ है किसी वस्तु को या किसी मनुष्य को अलग कर लेना या किसी बात पर निर्णय लेना। यह शब्द अधिकतर परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को अपने लिए अलग कर लेने के लिए प्रयोग होता था कि वे अब उसके हैं और उसकी सेवा के लिए हैं। +* “चुने हुए” का अर्थ है “चयनित” या “नियुक्त”- कुछ होने के लिए या कुछ करने के लिए। +* परमेश्वर ने मनुष्यों को पवित्र होने के लिए चुना कि उत्तम आत्मिक फल लाने के लिए परमेश्वर द्वारा अलग किए जाएं। यही कारण है कि उन्हें “चुने हुए लोग)” या "चुने हुए" कहते है। +* बाइबल में कभी-कभी इस उक्तिं “चुने हुओं” का उपयोग कुछ विशेष मनुष्यों लिए किया गया है जैसे मूसा, राजा दाऊद जिन्हें परमेश्वर ने अपनी प्रजा के अगुवे नियुक्त किया था। इसका उपयोग,इस्राएल को संदर्भित करने के लिए भी किया गया है क्योंकि वे परमेश्वर के चुने हुए लोग थे| +* “चुना हुआ” एक प्राचीन शब्द है जिसका अर्थ है “अलग किया गया” या “अलग किए हुए लोग” मूल भाषा में यह शब्द जब मसीही विश्वासियों के लिए प्रयोग किया गया तो यह बहुवचन में काम में लिया गया था| +* अंग्रेज़ी बाइबल के पुराने संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द नये नियम और पुराने नियम दोनों में “अलग किए हुओं” के लिए प्रयोग किया गया है जो "अलग किए हुए" लोगों के लिए काम में लिए गए शब्द का अनुवादित शब्द है। अधिक आधुनिक संस्करणों में “चुना हुआ” शब्द केवल उन लोगों के लिए प्रयोग किया गया है, जिसका उद्धार परमेश्वर ने मसीह यीशु के द्वारा किया है। बाइबल में अन्य स्थानों में इस शब्द का अनुवाद यथावत “चुना हुआ” ही किया गया हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद "उन लोगों के रूप में भी किया जा सकता है जिसे परमेश्वर ने चुना" या "जिन्हें परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त किया।" +* अतः उचित तो यह होगा कि इस शब्द, "चयनित" का अनुवाद, “चुने हुए जन” या “चुनी हुई जाति” किया जाए। इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, "मनुष्य जिनको परमेश्वर ने चुन लिया है" या "वे जिनको परमेश्वर ने अपने लोग होने के लिए नियुक्त कर दिया है" * “जो चुने गए” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “जिन्हें नियुक्त किया” या “जो अलग किए गए” या “जिन्हें परमेश्वर ने चुना”। * “मैंने तुझे चुन लिया है” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “मैंने तुम्हें नियुक्त किया है” या “मैंने तुम्हें अलग किया है”। -* यीशु के संदर्भ में, “चुना हुआ” का अनुवाद “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है” के रूप में किया जा सकता है। +* यीशु के संदर्भ में, इस उक्ति “चुना हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का चयनित” या “परमेश्वर का विशेष निुयक्त मसीह” या “जिसे परमेश्वर ने नियुक्त किया है” (यह भी देखें: [नियुक्त](../kt/appoint.md), [मसीह](../kt/christ.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 यूहन्ना 01:1-3](rc://en/tn/help/2jn/01/01) -* [कुलुस्सियों 03:12-14](rc://en/tn/help/col/03/12) -* [इफिसियों 01:3-4](rc://en/tn/help/eph/01/03) -* [यशायाह65:22-23](rc://en/tn/help/isa/65/22) -* [लूका 18:6-8](rc://en/tn/help/luk/18/06) -* [मत्ती. 24:19-22](rc://en/tn/help/mat/24/19) -* [रोमियो 08:33-34](rc://en/tn/help/rom/08/33) +* [2 यूहन्ना 1:1](rc://hi/tn/help/2jn/01/01) +* [कुलुस्सियों 3:12](rc://hi/tn/help/col/03/12) +* [इफिसियों 1:3-4](rc://hi/tn/help/eph/01/03) +* [यशायाह 65:22-23](rc://hi/tn/help/isa/65/22) +* [लूका 18:7](rc://hi/tn/help/luk/18/07) +* [मत्ती. 24:19-22](rc://hi/tn/help/mat/24/19) +* [रोमियो 8:33](rc://hi/tn/help/rom/08/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H0970, H0972, H0977, H1262, H1305, H4005, H6901, G01380, G01400, G15860, G15880, G15890, G19510, G37240, G44000, G44010, G47580, G48990, G55000 + -* Strong's: H970, H972, H977, H1254, H1262, H1305, H4005, H6901, G138, G140, G1586, G1588, G1589, G1951, G4400, G4401, G4758, G4899, G5500 From 97ac27039747ddf764cde8311db7f13260162dba Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 06:49:39 +0000 Subject: [PATCH 015/412] Edit 'bible/kt/evil.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/evil.md | 70 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 35 insertions(+), 35 deletions(-) diff --git a/bible/kt/evil.md b/bible/kt/evil.md index 51b6f95..0f825af 100644 --- a/bible/kt/evil.md +++ b/bible/kt/evil.md @@ -1,50 +1,50 @@ -# बुराई, दुष्ट, दुष्टता # +# बुराई, दुष्ट, दुष्टता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“बुरा और दुष्ट” दोनों का संदर्भ उन बातों से है जो परमेश्वर के गुण एवं इच्छा के विरूद्ध है। +बाईबल में "बुरा" शब्द का सन्दर्भ या तो नैतिक अनाचार या भावनात्मक मनोमालिन्य से है| इसको प्रकार ही अधिकतर स्पष्ट करेगा कि इस शब्द के प्रासंगिक उपयोग में अभिप्रेत अर्थ क्या है| -* “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन करता है। तथापि अर्थ में दोनों शब्द समान हैं। -* “दुष्टता” का अभिप्राय मनुष्य द्वारा किए गए बुरे काम को दर्शाते हैं। -* बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से दिखाए जाते हैं कि लोग कैसे हत्या करते हैं, चोरी करते हैं, बदनाम करते हैं और क्रूर और निर्दयी होते हैं। +* “बुरा” शब्द मनुष्य के चरित्र का वर्णन करता है, जबकि “दुष्ट” शब्द मनुष्य के व्यवहार का वर्णन अधिक करता है| तथापि दोनों शब्द सहार्थी हैं| +* “दुष्टता” का सन्दर्भ होने की दशा से हैजो मनुष्यों द्वारा दुष्टता के कामों से अस्तित्व में आती है| +* बुराई के परिणाम स्पष्ट रूप से प्रकट हो जाते है जब मनुष्य दूसरों के साथ बुरा व्यवहार करता है, जैसे ह्त्या करना, चोरी करना, मानहानि करना,निर्दयता दिखाना और निष्ठुरता| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “बुराई” और दुष्टता का अनुवाद “बुरा” या “पापी” या “अनैतिक” हो सकता है। -* इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छी नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं” +* इसके अनुवाद के अन्य रूप हैं, “अच्छा नहीं” या “धर्मी नहीं” या “नैतिक नहीं” * सुनिश्चित करें कि इनके अनुवाद के शब्द और उक्तियां लक्षित भाषा में व्यावहारिक संदर्भ सहित हों। (यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पाप](../kt/sin.md), [अच्छा](../kt/good.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 24:10-11](rc://en/tn/help/1sa/24/10) -* [1 तीमुथियुस 06:9-10](rc://en/tn/help/1ti/06/09) -* [3 यूहन्ना 01:9-10](rc://en/tn/help/3jn/01/09) -* [उत्पत्ति 02:15-17](rc://en/tn/help/gen/02/15) -* [उत्पत्ति 06:5-6](rc://en/tn/help/gen/06/05) -* [अय्यूब 01:1-3](rc://en/tn/help/job/01/01) -* [अय्यूब 08:19-20](rc://en/tn/help/job/08/19) -* [न्यायियों 09:55-57](rc://en/tn/help/jdg/09/55) -* [लूका 06:22-23](rc://en/tn/help/luk/06/22) -* [मत्ती. 07:11-12](rc://en/tn/help/mat/07/11) -* [नीतिवचन 03:7-8](rc://en/tn/help/pro/03/07) -* [भजन-संहिता 022:16-17](rc://en/tn/help/psa/022/016) +* [1 शमूएल 24:11](rc://hi/tn/help/1sa/24/11) +* [1 तीमुथियुस 6:10](rc//hi/tn/help/1ti/06/10) +* [3 यूहन्ना 1:10](rc://hi/tn/help/3jn/01/10) +* [उत्पत्ति 2:17](rc://hi/tn/help/gen/02/17) +* [उत्पत्ति 06:5-6](rc://hi/tn/help/gen/06/05) +* [अय्यूब 1:1](rc://hi/tn/help/job/01/01) +* [अय्यूब 8:20](rc://hi/tn/help/job/08/20) +* [न्यायियों 9:57](rc://hi/tn/help/jdg/09/57) +* [लूका 6:22-23](rc://hi/tn/help/luk/06/22) +* [मत्ती. 7:11-12](rc://hi/tn/help/mat/07/11) +* [नीतिवचन 3:7](rc://hi/tn/help/pro/03/07) +* [भजन-संहिता 22:16-17](rc://hi/tn/help/psa/022/016) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* **[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)** "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और अच्छा और **बुरे** को समझोगे जैसा वह समझता है।" -* **[03:01](rc://en/tn/help/obs/03/01)** एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत **दुष्ट** और हिंसक थे। -* **[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)** लेकिन नूह ने परमेश्वर से अनुग्रह पाया। वह **दुष्ट** लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी व्यक्ति था। -* **[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)** परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर **बुराई** करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे। -* **[08:12](rc://en/tn/help/obs/08/12)** "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने **बुराई** करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने भलाई के लिए **बुराई** का इस्तेमाल किया!" -* **[14:02](rc://en/tn/help/obs/14/02)** वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा की और कई \_\_ बुरे\_\_ काम किए। -* **[17:01](rc://en/tn/help/obs/17/01)** लेकिन फिर वह (शाऊल) एक **दुष्ट** व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा। -* **[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)** इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा **बुरे** थे -* **[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)** राजा इतना क्रोधित था कि उसने **दुष्ट** दास को जेल में फेंक दिया जब तक कि वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे। -* **[45:02](rc://en/tn/help/obs/45/02)** उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में \_\_ बुरी\_\_ बातें कहता है!" -* **[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)** वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, **बुराई**, दर्द या मौत नहीं होगी। +* __[2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाओगे, तो तुम परमेश्वर के सामान हो जाओगे औरउसी के सामान अच्छे और __बुरे__ को समझने लगोगे|" +* __[3:1](rc://hi/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में रह रहे थे। वे बहुत __दुष्ट__ और निरंकुश हो गए थे। +* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ लेकिन नूह पर परमेश्वर का अनुग्रह था। वह __दुष्ट__ लोगों के बीच रहने वाला एक धर्मी जन था। +* __[4:2](rc://hi/tn/help/obs/04/02)__ परमेश्वर ने देखा कि अगर वे सभी एक साथ मिलकर __बुराई__ करते हैं, तो वे और भी अधिक पाप करेंगे। +* __[8:12](rc://hi/tn/help/obs/08/12)__ "दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने __बुराई__ करने का प्रयास किया था, परन्तु परमेश्वर ने भलाई के लिए __बुराई__ का इस्तेमाल किया!" +* __[14:2](rc://hi/tn/help/obs/14/02)__ वे (कनानी) ने झूठे देवताओं की पूजा करते थे और अनेक __बुरे__ काम करते थे। +* __[17:1](rc://hi/tn/help/obs/17/01)__ लेकिन फिर वह (शाऊल) एक __दुष्ट__ व्यक्ति बन गया, जिसने परमेश्वर का आज्ञा पालन नहीं किया, इसलिए परमेश्वर ने एक अलग व्यक्ति को चुना जो एक दिन उसके स्थान पर राजा बनेगा। +* __[18:11](rc://hi/tn/help/obs/18/11)__ इस्राएलियों के नए राज्य में, सभी राजा __बुरे__ थे +* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__ राजा इतना क्रोधित हुआ कि उसने उस __दुष्ट__ दास को बंदीगृह में डलवा दिया कि जब तक वह उसके सारे कर्ज का भुगतान न कर दे। +* __[45:2](rc://hi/tn/help/obs/45/02)__ उन्होंने कहा, "हमने सुना है वह(स्तिफनुस) मूसा और परमेश्वर के बारे में __बुरी__ बातें कहता है!" +* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोना, __बुराई__, दर्द या मौत नहीं होगी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H205, H605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G92, G113, G459, G932, G987, G988, G1426, G2549, G2551, G2554, G2555, G2556, G2557, G2559, G2560, G2635, G2636, G4151, G4189, G4190, G4191, G5337 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0205, H0605, H1100, H1681, H1942, H2154, H2162, H2254, H2617, H3399, H3415, H4209, H4849, H5753, H5766, H5767, H5999, H6001, H6090, H7451, H7455, H7489, H7561, H7562, H7563, H7564, G00920, G01130, G04590, G09320, G09870, G09880, G14260, G25490, G25510, G25540, G25550, G25560, G25570, G25590, G25600, G26350, G26360, G41510, G41890, G41900, G41910, G53370 \ No newline at end of file From 95aa8cb426687c2b3971b6a6a814079ac3b22297 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 06:59:05 +0000 Subject: [PATCH 016/412] Edit 'bible/kt/exalt.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/exalt.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/exalt.md b/bible/kt/exalt.md index ad07f04..5b213d7 100644 --- a/bible/kt/exalt.md +++ b/bible/kt/exalt.md @@ -1,17 +1,17 @@ -# ऊँचा करना, ऊँचा किया, प्रशंसा +# ऊँचा करना, ऊँचा किया, बढ़ाई करना ## परिभाषा: -ऊँचा करना किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर रखना भी है। +ऊँचा करने का अर्थ है, किसी की बहुत अधिक प्रशंसा करना और उसको सम्मान देना। इसका अर्थ किसी को ऊँचे स्थान पर स्थापित करना भी है। -* बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है। -* जब मनुष्य अपनी प्रशंसा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में अभिमानी है। +* बाइबल में "ऊँचा करने" का अर्थ है, परमेश्वर को प्रतिष्ठित करना है। +* जब मनुष्य अपने आप को ऊंचा करता है तब वह घमण्ड करता है और अपने बारे में दम्भी और अभिमानी है। ## अनुवाद के सुझाव: * “ऊँचा करने” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “बहुत अधिक प्रशंसा” या “अत्यधिक सम्मान देना” या “गुणगान करना” या “किसी के बारे में ऊंचे विचार प्रकट करना”। -* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना” -* “अपनी प्रशंसा मत कर” का अनुवाद “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”। +* कुछ संदर्भों में इसका अनुवाद ऐसे शब्दों या उक्तियों द्वारा हो सकता है जिन का अर्थ हो, “ऊंचे स्थान पर रखना” या “अधिक सम्मान देना” या “ के बारे में गर्व से कहना” +* “अपनी बढ़ाई मत कर” का अनुवाद हो सकता है, “अपने को बहुत बड़ा मत समझ” या “अपने मुँह मियां मिट्ठू मत बन”। * “वे जो अपने आपको बड़ा समझते हैं” इसका अनुवाद हो सकता है, “जो अपने पर घमण्ड करते हैं” या “जो अपने बारे में बड़ी बड़ी बातें करते हैं” (यह भी देखें: [स्तुति](../other/praise.md), [उपासना](../kt/worship.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [घमण्ड करना](../kt/boast.md), [घमण्डी](../other/proud.md)) @@ -27,4 +27,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G1869, G5229, G5251, G5311, G5312 +* स्ट्रोंग्स: H1361, H4984, H5375, H5549, H5927, H7311, H7426, H7682, G18690, G52290, G52510, G53110, G53120 \ No newline at end of file From 4127e2270194163b4f63cd773cb9dabd7e8b2f6e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 07:48:33 +0000 Subject: [PATCH 017/412] Edit 'bible/kt/faith.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/faith.md | 49 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 24 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/kt/faith.md b/bible/kt/faith.md index cd7ca5a..69ce629 100644 --- a/bible/kt/faith.md +++ b/bible/kt/faith.md @@ -1,40 +1,39 @@ -# विश्वास # +# विश्वास -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: सामान्यतः “विश्वास” का अर्थ है किसी मनुष्य या वस्तु में आस्था, भरोसा या “विश्वास”। -* “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि किसी ने कुछ कहा या किया तो वह सच है और विश्वासयोग्य है। -* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उनके पाप मोचन तथा पाप के दण्ड से मुक्ति के उसके बलिदान में विश्वास करे। +* किसी में “विश्वास होना” अर्थात स्वीकार करना कि वह जो कहता और करता है वह सच है और विश्वासयोग्य है। +* “यीशु में विश्वास” का अर्थ है, यीशु के बारे में परमेश्वर की सब शिक्षाओं को मानना। इसका अर्थ विशेष करके यह है मनुष्य यीशु में और उसकी पाप मोक्षक बलि में तथा पाप के दण्ड से उनकी मुक्ति में विश्वास करते हैं। * यीशु में सच्चा विश्वास मनुष्य में आत्मिक फल या अच्छा व्यवहार उत्पन्न करता है क्योंकि उसमें पवित्र आत्मा का अन्तर्वास होता है। -* कभी-कभी “विश्वास” यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति, “विश्वास के सत्य” में है। -* "विश्वास को थामे रहना" तथा विश्वास को त्याग देने में विश्वास मसीह में आस्था को दर्शाता है जिसमें मनुष्य यीशु के बारे में सब शिक्षाओं को ग्रहण करता है। +* कभी-कभी “विश्वास” शब्द यीशु के बारे में सब शिक्षाओं के बारे में सामान्य संदर्भ में होता है। जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “विश्वास के सत्य” +* "विश्वास को थामे रहना" तथा "विश्वास को त्याग देना" इनके सन्दर्भ में "विश्वास" शब्द का सन्दर्भ यीशु के बारे में सब शिक्षाओं पर विश्वास करने की दशा या अवस्था से होता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है। -* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) - -* "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है। -* ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।" -* "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है। +* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अंगीकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है। +* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” क्रिया के रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) +* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास को थामे रहो", इसका अनुवाद हो सकता है, "यीशु में विश्वास करते रहो" या "यीशु में विश्वास बनाए रखो" +* यह वाक्य,"उनको विश्वास के गहन सत्यों को थाम कर रखना है" इसका अनुवाद हो सकता है, "उनको यीशु के बारे में उन सब सत्यों पर विश्वास करना आवश्यक है जिनकी शिक्षा उनको दी जा चुकी है" +* यह अभिव्यक्ति, "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र", इसका अनुवाद हो सकता है, " वह मेरे पुत्र के जैसा है क्योंकि मैं ने उसको यीशु में विश्वास करना सिखाया है" या "मेरा सच्चा आत्मिक पुत्र जो यीशु में विश्वास करता है" (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 04:6-8](rc://en/tn/help/2ti/04/06) -* [प्रे.का. 06:7](rc://en/tn/help/act/06/07) -* [गलतियों 02: 20-21](rc://en/tn/help/gal/02/20) -* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18) +* [2 तीमुथियुस 4:7](rc://hi/tn/help/2ti/04/07) +* [प्रे.का. 6:7](rc://hi/tn/help/act/06/07) +* [गलतियों 2: 20-21](rc://hi/tn/help/gal/02/20) +* [याकूब 2:20](rc://hi/tn/help/jas/02/20) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र बेटे को लेकर बलिदान के रूप में मार डालो। -* __[31:07](rc://en/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु) पतरस से कहा, "तुम थोड़े __विश्वास__ वाले व्यक्ति, तुमने शक क्यों किया?" -* __[32:16](rc://en/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तुम्हारे __विश्वास__ ने तुमको चंगा किया है। शान्ति से जाओ।" -* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा। +* __[5:6](rc://hi/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान था, तो परमेश्वर अब्राहम के __विश्वास__ की परीक्षा लेते हुए कहा, की अपने एकमात्र पुत्र को लेकर मेरे निमित्त बलि कर दे। +* __[31:7](rc://hi/tn/help/obs/31/07)__ फिर उसने (यीशु ने) पतरस से कहा, "हे अल्प- __विश्वासी__ तू ने संदेह क्यों किया?" +* __[32:16](rc://hi/tn/help/obs/32/16)__ यीशु ने उससे कहा, "तेरे __विश्वास__ ने तुझे चंगा किया है। शान्ति से जा।" +* __[38:9](rc://hi/tn/help/obs/38/09)__ यीशु ने पतरस से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तेरे लिये प्रार्थना की है, पतरस, तेरा __विश्वास__ कमज़ोर नहीं होगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H529, H530, G1680, G3640, G4102, G6066 +* स्ट्रोंग्स: H0529, H0530, G16800, G36400, G41020, G60660 From 1c0c32c5b83becd5a42f09c8298a214ee4941eab Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 08:22:19 +0000 Subject: [PATCH 018/412] Edit 'bible/kt/favor.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/favor.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/favor.md b/bible/kt/favor.md index bd015ee..6931809 100644 --- a/bible/kt/favor.md +++ b/bible/kt/favor.md @@ -1,36 +1,36 @@ # अनुग्रह, पक्ष, पक्षपात -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अनुग्रह” अर्थात चुनना। जब कोई व्यक्ति किसी व्यक्ति का पक्ष लेता है, वह उस व्यक्ति को सकारात्मक रूप में देखता है और उस व्यक्ति को अन्यों के अपेक्षा ज्यादा लाभ देता है। +“अनुग्रह” शब्द का अर्थ सामान्यतः अनुमोदन होता है| मनुष्य किसी पर अनुग्रह करता है तो वह उसको विश्वास का मान प्रदान करता है और उसका अनुमोदन करता है -* ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया। +* ​यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात परमेश्वर और मनुष्य दोनों ने उसके चरित्र और उसके आचरण का अनुमोदन किया। -* किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन करना। +* किसी का “अनुग्रह पात्र होना”, इसका अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन किया जाना। -* राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है।   +* राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है और उसके पक्ष में आज्ञा दे दी है।   -* "पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो। +* "अनुग्रह" किसी की और या किसी के लिए लाभ के निमित्त अन्ग्विन्यास या कार्य भी हो सकता है| -* “विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है। +* “पक्षपात” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक पक्ष लेने की मनोवृति| इसका अर्थ है, एक व्यक्ति को दुसरे या एक वस्तु को दूसरी से अधिक वरीयता प्रदान करने की मनोवृति क्योंकि वह मनुष्य या वस्तु अधिक मनभावन होती है| पक्षपात को सामान्यतः अनुचित माना जाता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद “आशिष” या “लाभ” हो सकता है। -* “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” का अनुवाद “परमेश्वर के अनुग्रह का वर्ष” हो सकता है। -* शब्द "पक्षपात" का अनुवाद "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार" के रूप में किया जा सकता है। \* यह शब्द "पसंदीदा" शब्द से संबंधित है, जिसका अर्थ है "जो पसंद किया गया है या सर्वश्रेष्ठ प्यार करता है।" +* “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, "अनुमोदन" या “आशिष” या “लाभ” +* “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “वह वर्ष (समय) जब यहोवा विपुल आशीष देगा" +* शब्द "पक्षपात" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भेदभाव" या "पूर्वाग्रहित" या "अन्यायपूर्ण व्यवहार|" यह शब्द "मन पसंद" से संबंधित है, जिसका अर्थ है, सबसे अधिक वरीयता प्रदान करना| -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 02:25-26](rc://en/tn/help/1sa/02/25) -* [2 इतिहास 19:6-7](rc://en/tn/help/2ch/19/06) -* [2 कुरिन्थियों 01:11](rc://en/tn/help/2co/01/11) -* [प्रे.का. 24:26-27](rc://en/tn/help/act/24/26) -* [उत्पत्ति 41:14-16](rc://en/tn/help/gen/41/14) -* [उत्पत्ति 47:25-26](rc://en/tn/help/gen/47/25) -* [उत्पत्ति 50:4-6](rc://en/tn/help/gen/50/04) +* [1 शमूएल 2:25-26](rc://hi/tn/help/1sa/02/25) +* [2 इतिहास 19:7](rc://hi/tn/help/2ch/19/07) +* [2 कुरिन्थियों 1:11](rc://hi/tn/help/2co/01/11) +* [प्रे.का. 24:27](rc://hi/tn/help/act/24/27) +* [उत्पत्ति 41:16](rc://hi/tn/help/gen/41/16) +* [उत्पत्ति 47:25](rc://hi/tn/help/gen/47/25) +* [उत्पत्ति 50:5](rc://hi /tn/help/gen/50/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5869, H5922, H6213, H6437, H6440, H6491, H7521, H7522, H7965, G1184, G3685, G4380, G5485, G5486 +* स्ट्रोंग्स: H0995, H1156, H1293, H1779, H1921, H2580, H2603, H2896, H5278, H5375, H5414, H5922, H6213, H6437, H6440, H7521, H7522, H7965, G11840, G36850, G43800, G43820, G54850, G54860 \ No newline at end of file From 78e924fa3f5e58d046c95ced93a0f63dc7d20f9e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 09:26:11 +0000 Subject: [PATCH 019/412] Edit 'bible/kt/flesh.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/flesh.md | 48 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 24 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/flesh.md b/bible/kt/flesh.md index a28236e..1878665 100644 --- a/bible/kt/flesh.md +++ b/bible/kt/flesh.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# माँस # +# माँस,देह -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “माँस” मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों का संदर्भ देता है। +बाइबल में “माँस” शब्द का सन्दर्भ, मनुष्य या पशु के कोमल उत्तकों से है। -* बाइबल “माँस” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी करती है जिसके द्वारा सब मनुष्यों या सब पशुओं का उल्लेख करती है। -* नये नियम में “माँस” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के लिए काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः आत्मिक स्वभाव के विपरीत किया जाता है। -* “अपना माँस और लहू” किसी के साथ लहू के संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते। -* इसका संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है। -* “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध से भी है। +* बाइबल में “देह” शब्द लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया गया है जो सम्पूर्ण मानव जाति या सब प्राणियों के सन्दर्भ में है| +* नये नियम में “देह” शब्द मनुष्यों के पापी स्वभाव के सन्दर्भ में काम में लिया गया है। इसका उपयोग प्रायः मनुष्य के आत्मिक स्वभाव की विषमता में किया गया है| +* “अपना माँस और लहू” किसी के साथ जीव संबन्ध का संदर्भ देता है जैसे माता-पिता, भाई-बहन, सन्तान, नाती-पोते आदि। +* "मांस और लहू", इस अभिव्यक्ति का संदर्भ पूर्वजों या वंशजो से भी है। +* “एक देह” अर्थात विवाहित संबन्ध में स्त्री-पुरुष का एक होना। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* पशु की देह के संदर्भ में शरीर का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस” +* पशु के शरीर के संदर्भ में "देह" का अनुवाद हो सकता है, “देह” या “त्वचा” या “माँस” * जब सब प्राणियों के संदर्भ में काम में लिया जाए तो इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “जीवित प्राणी” या “सब जीवित वस्तुएं”। * जब मनुष्यों के लिए सामान्य उपयोग किया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्य” या “मानव जाति” या “सब जीवित लोग” -* “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में यह शब्द "पूर्वजों" या “वंशज” हो सकता है। -* कुछ भाषाओं में अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" के समान है। -* अभिव्यक्ति "एक माँस बन गया" का अनुवाद "यौन एकजुट" या "एक शरीर के रूप में हो" या "शरीर और आत्मा में एक व्यक्ति के समान हो" के रूप में किया जा सकता है। इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाना चाहिए कि यह परियोजना भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)). यह भी समझना चाहिए कि यह लाक्षणिक है, और इसका अर्थ यह नहीं है कि एक पुरुष और स्त्री जो "एक तन होंगे" का शाब्दिक रूप से एक व्यक्ति बन गया है। +* “माँस और लहू” का अनुवाद हो सकता है “परिजन” या “परिवार” या “संबन्धी” या “पारिवारिक कुल”। कुछ संदर्भों में इस शब्द का अर्थ, "पूर्वजों" या “वंशजों” भी हो सकता है। +* कुछ भाषाओं में ऎसी अभिव्यक्ति हो सकती है जो "माँस और लहू" की समानार्थक हो। +* इस अभिव्यक्ति "एक देह होंगे" का अनुवाद हो सकता है, "यौन एकता" या "एक शरीर स्वरुप होना" या "शरीर और आत्मा में ऐसे हो जाना जैसे एक मनुष्य हों|" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद जांच कर सुनिश्चित किया जाना है कि वह परियोजना की भाषा और संस्कृति में स्वीकार्य है। (देखें: [व्यंजना](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism)). यह भी समझना आवश्यक है कि यह लाक्षणिक भाषा है | इसका अर्थ यह नहीं है कि पुरुष और स्त्री जो "एक देह होंगे", वे वास्तव में एक मनुष्य बन जाएंगे। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:15-17](rc://en/tn/help/1jn/02/15) -* [2 यूहन्ना 01:7-8](rc://en/tn/help/2jn/01/07) -* [इफिसियों 06:12-13](rc://en/tn/help/eph/06/12) -* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15) -* [उत्पत्ति 02:24-25](rc://en/tn/help/gen/02/24) -* [यूहन्ना 01:14-15](rc://en/tn/help/jhn/01/14) -* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17) -* [रोमियो 08:6-8](rc://en/tn/help/rom/08/06) +* [1 यूहन्ना 2:16](rc://hi/tn/help/1jn/02/16) +* [2 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/2jn/01/07) +* [इफिसियों 6:12](rc://hi/tn/help/eph/06/12) +* [गलातियों 1:16](rc://hi/tn/help/gal/01/16) +* [उत्पत्ति 2:24](rc://hi/tn/help/gen/02/24) +* [यूहन्ना 1:14](rc://hi/tn/help/jhn/01/14) +* [मत्ती 16:17](rc://hi/tn/help/mat/16/17) +* [रोमियो 8:8](rc://hi/tn/help/rom/08/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G2907, G4559, G4560, G4561 +* स्ट्रोंग्स: H0829, H1320, H1321, H2878, H3894, H4207, H7607, H7683, G29070, G45590, G45600, G45610 \ No newline at end of file From 262a87b562709b5ee083e3fdc474fe3a137929c2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 09:52:28 +0000 Subject: [PATCH 020/412] Edit 'bible/kt/foolish.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/foolish.md | 40 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/kt/foolish.md b/bible/kt/foolish.md index 2c23fda..032e2bf 100644 --- a/bible/kt/foolish.md +++ b/bible/kt/foolish.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# मूर्ख, मुर्ख लोग, मूर्खता +# मूर्ख, मूढ, मूर्खता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“मूढ़” अर्थात अनुचित चुनाव करनेवाला विशेष करके अवज्ञा का चुनाव करनेवाला। “मूर्ख” शब्द निर्बुद्धि मनुष्य या व्यवहार का वर्णन करता है। +“मूढ़” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो प्रायः अनुचित चुनाव करता है, विशेष करके आज्ञा न मानने का चुनाव करना| "मूर्ख" शब्द उस मनुष्य का या आचरण का वर्णन करता है जो बुद्धीमानी का नहीं है| -* बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता था या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विपरीत तुलना प्रायः उस मनुष्य से की गई है जो परमेश्वर में विश्वास करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है। -* भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता या उसकी आज्ञाएं नहीं मानता है। वह सृष्टि में परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है। -* पुराने नियम की पुस्तक नीतिवचन में भी मूर्ख या मूढ़ का चरित्र चित्रण दिया गया है। -* “मूर्खता” वह कार्य है जो निर्बुद्धि का है क्योंकि वह कार्य परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध है। “मूर्खता” का अभिप्राय बेतुका या खतरनाक भी होता है। +* बाइबल में मूढ़/मूर्ख शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो परमेश्वर को नहीं मानता या उसकी आज्ञा नहीं मानता है इसकी विषमता में उस मनुष्य को दर्शाया गया है जो बुद्धीमान है अर्थात, जो परमेश्वर पर भरोसा रखता है और उसकी आज्ञाओं को मानता है| +* भजनों में दाऊद मूर्ख को ऐसा मनुष्य कहता है जो परमेश्वर में विश्वास नहीं करता है। वह परमेश्वर की सृष्टि में, परमेश्वर के अस्तित्व के सब प्रमाणों को अनदेखा करता है। +* पुराने नियम की पुस्तक, नीतिवचन में भी अनेक वर्णन हैं कि मूर्ख या मूढ़ मनुष्य कैसा होता है। +* “मूर्खता” शब्द उस कार्य के सन्दर्भ में है जो बुद्धीमानी का नहीं है क्योंकि वह परमेश्वर की इच्छा के विरुद्ध है| "मूर्खता" का अर्थ प्रायः ऎसी बात से सम्बंधित होता है जो हास्यजनक या जोखिमभरी होती है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अमुक्त मनुष्य” किया जा सकता है। +* “मूर्खता” का अनुवाद “मूर्ख मनुष्य” या “निर्बुद्धि मनुष्य” या “मन्द बुद्धि मनुष्य” या “अभक्त मनुष्य” किया जा सकता है। * “मूर्ख” के अनुवाद रूप हैं, “समझ में कम” या “निर्बुद्धि” या “मन्द बुद्धि”। (यह भी देखें: [बुद्धिमान](../kt/wise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [सभोपदेशक 01:16-18](rc://en/tn/help/ecc/01/16) -* [इफिसियों 05:15-17](rc://en/tn/help/eph/05/15) -* [गलातियों 03:1-3](rc://en/tn/help/gal/03/01) -* [उत्पत्ति 31:26-28](rc://en/tn/help/gen/31/26) -* [मत्ती. 07:26-27](rc://en/tn/help/mat/07/26) -* [मत्ती. 25:7-9](rc://en/tn/help/mat/25/07) -* [नीतिवचन 13:15-16](rc://en/tn/help/pro/13/15) -* [भजन-संहिता 049:12-13](rc://en/tn/help/psa/049/012) +* [सभोपदेशक 1:17](rc://hi/tn/help/ecc/01/17) +* [इफिसियों 5:15](rc://hi/tn/help/eph/05/15) +* [गलातियों 3:3](rc://hi/tn/help/gal/03/03) +* [उत्पत्ति 31:28](rc://hi/tn/help/gen/31/28) +* [मत्ती. 7:26](rc://hi/tn/help/mat/07/26) +* [मत्ती. 25:8](rc://hi/tn/help/mat/25/08) +* [नीतिवचन 13:16](rc://hi/tn/help/pro/13/16) +* [भजन-संहिता 49:13](rc://hi/tn/help/psa/049/013) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H191, H196, H200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G453, G454, G781, G801, G877, G878, G2757, G3150, G3154, G3471, G3472, G3473, G3474, G3912 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0191, H0196, H0200, H1198, H1984, H2973, H3684, H3687, H3688, H3689, H3690, H5014, H5034, H5036, H5039, H5528, H5529, H5530, H5531, H6612, H8417, H8602, H8604, G04530, G04540, G07810, G08010, G08770, G08780, G27570, G31500, G31540, G34710, G34720, G34730, G34740, G39120 \ No newline at end of file From 405df46b372b8ccd7c96ece0645d7dd3236e6ca7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 11:02:08 +0000 Subject: [PATCH 021/412] Edit 'bible/kt/forgive.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/forgive.md | 52 +++++++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 29 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/kt/forgive.md b/bible/kt/forgive.md index d68b8ea..81229e9 100644 --- a/bible/kt/forgive.md +++ b/bible/kt/forgive.md @@ -1,40 +1,46 @@ -# क्षमा कर, क्षमा करता, क्षमा किया, क्षमा # +# क्षमा करना, क्षमाप्राप्त, क्षमा, क्षमादान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उसके प्रति बैरभाव नहीं रखना जिसने कोई हानिकारक काम किया है। “क्षमा” किसी को क्षमा करने का कार्य है +किसी को क्षमा करने का अर्थ है कि उससे बैर नहीं रखना चाहे उसने पीड़ादायक व्यवहार किया हो| "क्षमा" किसी को दोषमुक्त करने का कार्य है| -* किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए दण्ड न देना। -* इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग का अर्थ है “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “अपराध क्षमा करना” +* किसी को क्षमा करने का अर्थ है, उसके अनुचित कार्य के लिए उसको दण्ड न देना। +* लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अर्थ है, “निरस्त करना” जैसा इस अभिव्यक्ति में है, “ऋण क्षमा करना” * मनुष्य जब पापों को स्वीकार करता है तब परमेश्वर क्रूस पर यीशु के बलिदान की मृत्यु पर आधारित उन्हें क्षमा कर देता है। * यीशु ने अपने शिष्यों को शिक्षा दी कि जैसे उसने उन्हें क्षमा किया है वैसे ही वे भी दूसरों को क्षमा करें। शब्द "क्षमादान" का अर्थ है क्षमा करना और किसी को उसके पाप की सज़ा न देना। -* इस शब्द का एक ही अर्थ है "माफ़ करना" लेकिन इसमें किसी को दोषी न मानने के लिए औपचारिक निर्णय का अर्थ भी शामिल हो सकता है। -* कानून की अदालत में, एक न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है। -* भले ही हम पाप के दोषी हैं, लेकिन यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उनकी मृत्यु के आधार पर नरक में दंडित किए जाने से क्षमा किया। +* इस शब्द का अर्थ वही है जो "क्षमा करने" का है परन्तु इसमें दोषी को दंड न देने के औपचारिक निर्णय का भाव भी समाहित हो सकता है। +* न्यायालय में, न्यायाधीश अपराध के लिए दोषी पाए गए व्यक्ति को क्षमा कर सकता है। +* यद्यपि हम पाप के दोषी हैं, यीशु मसीह ने हमें क्रूस पर उसकी मृत्यु के आधार पर हमारे नरक के दंड को क्षमा कर देता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “माफी” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “विरूद्ध कुछ न रखना”। -* शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ है "नाराजगी न रखने का अभ्यास" या "किसी को निर्दोष घोषित करना" या "क्षमा करने का कार्य"। -* यदि भाषा के पास क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए एक शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमा" करने के लिए किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार, “क्षमा करना” के अनुवाद हो सकते हैं, “दोष मार्जन” या “निरस्त करना” या “मुक्त करना” या “(किसी के) विरूद्ध मन में कुछ न रखना।" +* शब्द "क्षमा" का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "न पछताने का अभ्यास" या "(किसी को) निर्दोष घोषित करना" या "क्षमादान का कार्य"। +* यदि भाषा में क्षमा करने के औपचारिक निर्णय के लिए कोई शब्द है, तो उस शब्द का उपयोग "क्षमादान" के अनुवाद में किया जा सकता है। (यह भी देखें: [दोष](../kt/guilt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:12-14](rc://en/tn/help/1jn/02/12) -* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20) -* [कुलुस्सियों 03:12-14](rc://en/tn/help/col/03/12) -* [इफिसियों 04:31-32](rc://en/tn/help/eph/04/31) -* [उत्पत्ति 50:15-17](rc://en/tn/help/gen/50/15) -* [यशायाह 55:6-7](rc://en/tn/help/isa/55/06) -* [यहोशू 24:19-20](rc://en/tn/help/jos/24/19) -* [लूका 05:20-21](rc://en/tn/help/luk/05/20) -* [गिनती 14:17-19](rc://en/tn/help/num/14/17) -* [भजन संहिता 025:17-19](rc://en/tn/help/psa/025/017) +* [उत्पत्ति 50:17](rc://hi/tn/help/gen/50/17) +* [गिनती 14:17-19](rc://hi/tn/help/num/14/17) +* [व्यवस्थाविवरण 29:20-21](rc://hi/tn/help/deu/29/20) +* [यहोशू 24:19-20](rc://hi/tn/help/jos/24/19) +* [2 राजाओं 5:17-19](rc://hi/tn/help/2ki/05/17) +* [भजन संहिता 25:11](rc://hi/tn/help/psa/025/11) +* [भजन संहिता 25:17-19](rc://hi/tn/help/psa/025/017) +* [यशायाह 55:6-7](rc://hi/tn/help/isa/55/06) +* [यशायाह 40:2](rc://hi/tn/help/isa/40/02) +* [लूका 5:21](rc://hi/tn/help/luk/05/21) +* [प्रे.का. 8:22](rc://hi/tn/help/act/08/22) +* [इफिसियों 4:31-32](rc://hi/tn/help/eph/04/31) +* [कुलुस्सियों 3:12-14](rc://hi/tn/help/col/03/12) +* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12) + +* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## From cba253eb66f138d367251bf5fc5deef38b6e9167 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 11:09:06 +0000 Subject: [PATCH 022/412] Edit 'bible/kt/forgive.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/forgive.md | 22 ++++++++++------------ 1 file changed, 10 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/forgive.md b/bible/kt/forgive.md index 81229e9..987018c 100644 --- a/bible/kt/forgive.md +++ b/bible/kt/forgive.md @@ -40,19 +40,17 @@ * [कुलुस्सियों 3:12-14](rc://hi/tn/help/col/03/12) * [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12) -* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12) +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## - -* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु एसाव याकूब को पहले ही __माफ़ कर__ चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। -* __[13:15](rc://en/tn/help/obs/13/15)__ मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को __क्षमा कर__ दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें __क्षमा किया__। -* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे __क्षमा किया__। -* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म __क्षमा करेगा__। -* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार __क्षमा__ करूँ?” -* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ __क्षमा कर दिया__। -* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की __क्षमा__ के लिये बहाया जाता है। +* __[7:10](rc://hi/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु एसाव याकूब को पहले ही __क्षमा__ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए। +* __[13:15](rc://hi/tn/help/obs/13/15)__ मूसा पर्वत पर फिर चढ़ गया और उसने प्रार्थना की कि परमेश्वर उन लोगों के पाप को __क्षमा__ कर दे। परमेश्वर ने मूसा की प्रार्थना सुनी और उन्हें __क्षमा किया__। +* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे __क्षमा किया__। +* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ परन्तु जो वाचा मैं उन दिनों के बाद उनसे बाँधूँगा वह यह है : मैं अपनी व्यवस्था उनके मन में समवाऊँगा, और उसे उनके ह्रदय पर लिखूँगा, और मैं उनका परमेश्वर ठहरूँगा, और वह मेरी प्रजा ठहरेंगे, लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग होंगे, और परमेश्वर उनका अधर्म __क्षमा करेगा__। +* __[29:1](rc://hi/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन पतरस ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार __क्षमा__ करूँ?” +* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__तू ने जो मुझ से विनती की, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ __क्षमा कर दिया__। +* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ फिर उसने दाखरस का कटोरा लिया और कहा, “इसे पीओं। यह वाचा का मेरा लहू है, जो बहुतों के पापों की __क्षमा__ के लिये बहाया जाता है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3722, H5375, H5545, H5546, H5547, G859, G863, G5483 +* H5546, H5547, H3722, H5375, H5545, H5547, H7521, G859, G863, G5483 \ No newline at end of file From 8e9bc1e28464f9249ae8784812e4cf33dcf66dcd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 11:22:42 +0000 Subject: [PATCH 023/412] Edit 'bible/kt/fulfill.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/fulfill.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/fulfill.md b/bible/kt/fulfill.md index 71909a6..0b2b059 100644 --- a/bible/kt/fulfill.md +++ b/bible/kt/fulfill.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# पूरा कर, पूरा हुआ, सिद्ध किया +# पूरा करना, पूरा हुआ, सिद्ध किया ## परिभाषा: -“पूरा कर” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना। +“पूरा करना” अर्थात किसी अपेक्षित कार्य को पूरा करना। * जब भविष्यद्वाणी पूरी होती है तो इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने भविष्यद्वाणी में जो कहा था उसे पूरा किया। * यदि मनुष्य अपनी प्रतिज्ञा या शपथ पूरी करता है तो इसका अर्थ है कि उसने जो कहा था उसे निभाया। @@ -11,31 +11,31 @@ ## अनुवाद के सुझाव: *प्रकरण के अनुसार, "पूरा करना" का अनुवाद हो सकता है, “संपन्न करना” या “पूर्ण करना” या “सिद्ध होने का कारण उत्पन्न करना" या “आज्ञा मानना” या “क्रियान्वन करना” -* “पूरा किया जा चुका” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है” -* "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन" या "निभाना" या "अभ्यासरत होना" “अपनी सेवा पूरी करो” इसका अनुवाद हो सकता है, “पूर्ण करो” या “निभाओ” या “मनुष्यों की सेवा वैसी करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”। +* “पूरा हुआ” का अनुवाद हो सकता है, “सच हो गया” या “यथावत हो चुका है” या “संपन्न हो चुका है” +* "अपनी सेवा पूरी करना" के परिप्रेक्ष्य में “पूरा करना” का अनुवाद हो सकता है, "निष्पादन करो" या "निभाओ" या "अभ्यासरत हो जाओ" या “मनुष्यों की सेवा वैसे ही करो जैसे परमेश्वर ने तुम्हें करने के लिए बुलाया है”। (यह भी देखें: [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [मसीह](../kt/christ.md), [सेवक](../kt/minister.md), [बुलाहट](../kt/call.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 02:26-27](rc://hin/tn/help/1ki/02/27) -* [प्रे.का. 03:17-18](rc://hin/tn/help/act/03/17) -* [लैव्यव्यवस्था 22:17-19](rc://hin/tn/help/lev/22/17) -* [लूका 04:21](rc://hin/tn/help/luk/04/21) -* [मत्ती 01:22-23](rc://hin/tn/help/mat/01/22) -* [मत्ती 05:17](rc://hin/tn/help/mat/05/17) -* [भजन संहिता 116:12-15](rc://hin/tn/help/psa/116/012) +* [1 राजाओं 2:26-27](rc://hi/tn/help/1ki/02/27) +* [प्रे.का. 3:17-18](rc://hi/tn/help/act/03/17) +* [लैव्यव्यवस्था 22:17-19](rc://hi/tn/help/lev/22/17) +* [लूका 4:21](rc://hi/tn/help/luk/04/21) +* [मत्ती 1:22-23](rc://hi/tn/help/mat/01/22) +* [मत्ती 5:17](rc://hi/tn/help/mat/05/17) +* [भजन संहिता 116:12-15](rc://hi/tn/help/psa/116/012) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[24:4](rc://hin/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना__ न वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।” -* __[40:3](rc://hin/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।” -* __[42:7](rc://hin/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ अवश्य है।" -* __[43:5](rc://en/hin/help/obs/43/05)__ यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण __पूरी होती__ है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।” -* __[43:7](rc://hin/tn/help/obs/43/07)__यह भाविश्द्वानी __पूरी हुई__ ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’ -* __[44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा। +* __[24:4](rc://hi/tn/help/obs/24/04)__ यूहन्ना__ ने वह __पूरा किया__ जो यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक में लिखा था, “देख, मैं अपने दूत को तेरे आगे भेजता हूँ, जो तेरे लिए मार्ग सुधारेगा।” +* __[40:3](rc://hi/tn/help/obs/40/03)__ सैनिकों ने यीशु के कपड़ों के लिये चिट्ठियाँ डालीं। जब उन्होंने ऐसा किया तो यह भविष्यवाणी __पूरी हुई __ कि, “वे मेरे वस्त्र आपस में बाँटते हैं, और मेरे वस्त्रों के लिए चिट्ठियां डालते हैं।” +* __[42:7](rc://hi/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, "मैंने तुमसे कहा था कि परमेश्वर के वचन में मेरे बारे में जो कुछ लिखा हुआ है वह __पूरा होना__ अवश्य है।" +* __[43:5](rc://hi/tn/help/obs/43/05)__ यहाँ योएल भविष्यद्वक्ता द्वारा की गई "भविष्यद्वाण __पूरी होती__ है। परमेश्वर कहता है, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा।” +* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__यह भाविश्द्वानी __पूरी हुई__ ‘न तो उसका प्राण अधोलोक में छोड़ा गया और न उसकी देह सड़ने पाई।’ +* __[44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते थे, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो से भविष्यवाणियों को __पूरा किया __ कि उसका मसीह दुःख उठाएगा, और मारा जाएँगा। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1214, H5487, G1096, G4138 +* स्ट्रोंग्स: H1214, H5487, G10960, G41380 From 01269ff352ac019f1435df426933db5a18ae1215 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 11:46:44 +0000 Subject: [PATCH 024/412] Edit 'bible/kt/gift.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/gift.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/gift.md b/bible/kt/gift.md index 03f1dbd..8f003c9 100644 --- a/bible/kt/gift.md +++ b/bible/kt/gift.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# दान, भेंटों # +# वरदान, दान, भेंटें -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दान” अर्थात किसी को दी गई या चढ़ाई गई वस्तु। दान देने में बदले में किसी बात के लिए जाने की या किसी वस्तु के दिए जाने की आशा नहीं की जाती है। +“भेंट” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में है जो किसी को दी जाती है या चढ़ाई जाती है| भेंट, बदले में कुछ पाने की अपेक्षा के बिना दी जाती है। * पैसा, भोजन, वस्त्र आदि गरीबों को दिए जाते हैं तो उन्हें “दान” कहते हैं। * बाइबल में परमेश्वर को चढ़ाई गई वस्तु या बलि को “भेंट” कहते हैं। -* उद्धार का दान परमेश्वर यीशु में विश्वास के द्वारा हमें देता है। -* नये नियम में शब्द “वरदान” जो परमेश्वर द्वारा दी गई विशेष आत्मिक क्षमताएं हैं जो परमेश्वर विश्वासियों को अन्य लोगों की सेवा के निमित्त देता है। +* उद्धार का दान परमेश्वर हमें यीशु में विश्वास के द्वारा देता है। +* नये नियम में शब्द “वरदान” शब्द का उपयोग उन विशिष्ट आत्मिक शक्तियों के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर सब विश्वासियों को दता है कि अन्य लोगों की सेवा के निमित्त काम में लें। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “भेंट” को सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।” -* मनुष्य की योग्यता या वरदान के संदर्भ में जो परमेश्वर देता है, “पवित्र-आत्मा का वरदान” इसका अनुवाद हो सकता है, “आत्मिक क्षमता” या “पवित्र-आत्मा से प्राप्त विशेष क्षमता” या “परमेश्वर प्रदत्त विशेष आत्मिक प्रवीणता।” +* “भेंट” के अनुवाद के लिए सामान्य शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जाए जिसका अर्थ हो, “दी गई कोई वस्तु।” +* किसी के पास परमेश्वर प्रदत्त वरदान या विशेष शक्ति है तो उस परिप्रेक्ष्य में "आत्मा का वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "आत्मिक क्षमता" या "पविय्र आत्मा से प्राप्त विशिष्ट क्षमता" या "विशिष्ठ आत्मिक योग्यता जो परमेश्वर ने दी|" (यह भी देखें: [आत्मा](../kt/spirit.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 12:1-3](rc://en/tn/help/1co/12/01) -* [2 शमूएल 11:6-8](rc://en/tn/help/2sa/11/06) -* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20) -* [प्रे.का. 10:3-6](rc://en/tn/help/act/10/03) -* [प्रे.का. 11:17-18](rc://en/tn/help/act/11/17) -* [प्रे.का. 24:17-19](rc://en/tn/help/act/24/17) -* [याकूब 01:17-18](rc://en/tn/help/jas/01/17) -* [यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/jhn/04/09) -* [मत्ती 05:23-24](rc://en/tn/help/mat/05/23) -* [मत्ती 08:4](rc://en/tn/help/mat/08/04) +* [1 कुरिन्थियों 12:1](rc://hi/tn/help/1co/12/01) +* [2 शमूएल 11:8](rc://hi/tn/help/2sa/11/08) +* [प्रे.का. 8:20](rc://hi/tn/help/act/08/20) +* [प्रे.का. 10:4](rc://hi/tn/help/act/10/04) +* [प्रे.का. 11:17](rc://hi/tn/help/act/11/17) +* [प्रे.का. 24:17](rc://hi/tn/help/act/24/17) +* [याकूब 1:17](rc://hi/tn/help/jas/01/17) +* [यूहन्ना 4:9-10](rc://hi/tn/help/jhn/04/09) +* [मत्ती 5:23](rc://hi/tn/help/mat/05/23) +* [मत्ती 8:4](rc://hi/tn/help/mat/08/4) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G334, G1390, G1394, G1431, G1434, G1435, G3311, G5486 +* स्ट्रोंग्स: H0814, H4503, H4864, H4976, H4978, H4979, H4991, H5078, H5083, H5379, H7810, H8641, G03340, G13900, G13940, G14310, G14340, G14350, G33110, G54860 \ No newline at end of file From f31119151d7bae86aced3f2bbf40dd87931615e3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 11:48:24 +0000 Subject: [PATCH 025/412] Edit 'bible/kt/glory.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/glory.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/glory.md b/bible/kt/glory.md index 3bfb823..cbcd523 100644 --- a/bible/kt/glory.md +++ b/bible/kt/glory.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# महिमा, महिमामय, गौरव +# महिमा, महिमामय, महिमान्वित करना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: सामान्यतः “महिमा” का अर्थ है, सम्मान, वैभव तथा अति महानता। जिसमें महिमा हो वह "महिमामय" कहलाता है। From 0706c0a25cf7fefa7683cc74ccf249c17d2f7ff2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 12:33:53 +0000 Subject: [PATCH 026/412] Edit 'bible/kt/glory.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/glory.md | 13 ++++++------- 1 file changed, 6 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/glory.md b/bible/kt/glory.md index cbcd523..5c9bad6 100644 --- a/bible/kt/glory.md +++ b/bible/kt/glory.md @@ -2,16 +2,15 @@ ## परिभाषा: -सामान्यतः “महिमा” का अर्थ है, सम्मान, वैभव तथा अति महानता। जिसमें महिमा हो वह "महिमामय" कहलाता है। +"महिमा" शब्द अवधारणाओं के पूर्ण कुल के लिए एक सर्वनिष्ठ शब्द है अर्थात,मान,महत्त्व, प्रतिष्ठा,सम्मान,वैभव या गौरव आदि के लिए| "महिमा" शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य या वस्तु को महिमा का श्रेय देना या प्रकट करना या वर्णन करना कि कोई वस्तु या मनुष्य कैसा वैभवशाली है। -* कभी-कभी "महिमा" का अर्थ महान मूल्य एवं महत्व भी होता है। अन्य संदर्भों में इसका भावार्थ, वैभव, कान्ति या न्याय भी होता है। -* उदाहरण के लिए, "चरवाहों की महिमा" का अर्थ रसीला चरागाहों को दर्शाता है जहां उनके भेड़ों को खाने के लिए बहुत घास होता है। -* महिमा विशेष करके परमेश्वर का वर्णन करने में काम में ली जाती है क्योंकि वह संपूर्ण ब्रह्माण्ड में सबसे अधिक महिमामय है उसके व्यक्तित्व में हर एक बात उसकी महिमा और उसका वैभव प्रकट करती है। -* अभिव्यक्ति "महिमा करने के लिए" का अर्थ है कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना +* बाईबल में, "महिमा" शब्द विशेष करके परमेश्वर के वर्णन हेतु काम में लिया गया है क्योंकि वह सम्पूर्ण ब्रहमांड में सबसे अधिक माननीय, अधिक योग्य, अधिक महत्वपूर्ण, अधिक सम्मानित, अधिक वैभवशाली, अधिक गौरवशाली है| उसके गुणों की हर एक बात उसकी महिमा का वर्णन करती है| +*मनुष्य उसके द्वारा किए गए अद्भुत कामों का वर्णन करके उसकी महिमा कर सकते हैं| वे परमेश्वर के गुणों के अनुरूप जीवन निर्वाह करके परमेश्वर की महिमा कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से अन्य मनुष्यों पर उसका मान, सम्मान, महत्त्व, प्रतिष्ठा, वैभव और महातम्य प्रकट होता है| +* यह अभिव्यक्ति "में महिमान्वन" का अर्थ है, डींग मारना या किसी बात पर घमंड करना| कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप, “वैभव” या “तेज” या “प्रतापी” या “अति महानता” या “परम मूल्य” हो सकते हैं। +* प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वैभव” या “तेज” या “प्रताप” या “महातम्य” या “परम मूल्य” * “महिमामय” का अनुवाद “महिमा से पूर्ण” या “अत्यधिक मूल्यवान” या “तीव्र प्रकाशमान” या “भयानक वैभव” किया जा सकता है। * "परमेश्वर की महिमा" की अभिव्यक्ति "परमेश्वर की महानता का सम्मान" या "उसकी महिमा के कारण परमेश्वर की स्तुति" या "दूसरों को बताओं कि महान परमेश्वर कितना महान है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। * अभिव्यक्ति "महिमा" का अनुवाद "प्रशंसा" या "में अभिमान" या "घमण्ड" या "आनंद लेना" के रूप में किया जा सकता है। From 10dca92ae7d7e111e0a13f74b46d4eb6bc0f705a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 13:10:14 +0000 Subject: [PATCH 027/412] Edit 'bible/kt/glory.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/glory.md | 11 +++++++++++ 1 file changed, 11 insertions(+) diff --git a/bible/kt/glory.md b/bible/kt/glory.md index 5c9bad6..9b04a1f 100644 --- a/bible/kt/glory.md +++ b/bible/kt/glory.md @@ -8,6 +8,17 @@ *मनुष्य उसके द्वारा किए गए अद्भुत कामों का वर्णन करके उसकी महिमा कर सकते हैं| वे परमेश्वर के गुणों के अनुरूप जीवन निर्वाह करके परमेश्वर की महिमा कर सकते हैं क्योंकि ऐसा करने से अन्य मनुष्यों पर उसका मान, सम्मान, महत्त्व, प्रतिष्ठा, वैभव और महातम्य प्रकट होता है| * यह अभिव्यक्ति "में महिमान्वन" का अर्थ है, डींग मारना या किसी बात पर घमंड करना| कि कुछ के बारे में घमण्ड करना या गर्व करना + +### पुराना नियम +* पुराने नियम में यह विशिष्ट उक्ति, "यहोवा का तेज" प्रायः किसी स्थान विशेष में यहोवा के दृष्टिगम्य प्रकटीकरण के सन्दर्भ में है| + + +### नया नियम + + +* पिता परमेश्वर पुत्र परमेश्वर के महिमान्वन में सब लोगों पर प्रकट करेगा कि यीशु कैसा महिमामय है| +* वह हर एक जन जो मसीह में विश्वास करता है, उसके साथ महिमान्वित किया जाएगा| यहाँ "महिमान्वन" शब्द का अर्थ अद्वैत है| इसका अर्थ है कि जब मसीह में विश्वास करने वाले पुनर्जीवित किए जाएंगे तब उनका शरीर बदल कर यीशु के उस शरीर के सामान हो जाएगा जो पुनरुत्थान के बाद उसका था| + ## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वैभव” या “तेज” या “प्रताप” या “महातम्य” या “परम मूल्य” From a65a41007883ae9a615511d9019c3f0dc71aa81d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 13:28:30 +0000 Subject: [PATCH 028/412] Edit 'bible/kt/glory.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/glory.md | 7 +++++-- 1 file changed, 5 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/glory.md b/bible/kt/glory.md index 9b04a1f..6e51c77 100644 --- a/bible/kt/glory.md +++ b/bible/kt/glory.md @@ -23,8 +23,11 @@ * प्रकरण के अनुसार, “महिमा” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वैभव” या “तेज” या “प्रताप” या “महातम्य” या “परम मूल्य” * “महिमामय” का अनुवाद “महिमा से पूर्ण” या “अत्यधिक मूल्यवान” या “तीव्र प्रकाशमान” या “भयानक वैभव” किया जा सकता है। -* "परमेश्वर की महिमा" की अभिव्यक्ति "परमेश्वर की महानता का सम्मान" या "उसकी महिमा के कारण परमेश्वर की स्तुति" या "दूसरों को बताओं कि महान परमेश्वर कितना महान है" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। -* अभिव्यक्ति "महिमा" का अनुवाद "प्रशंसा" या "में अभिमान" या "घमण्ड" या "आनंद लेना" के रूप में किया जा सकता है। +* "परमेश्वर की महिमा करो", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की महानता का सम्मान करो" या "परमेश्वर के वैभव के कारण उसकी स्तुति करो" या "दूसरों को बताओं कि परमेश्वर कैसा महान है।" +* इस अभिव्यक्ति " में महिमा" का अनुवाद हो सकता है, "स्तुति" या "में गर्व करना" या "घमण्ड करना" या "में प्रसन्न होना।" +* "महिमान्वन करना" का अनुवाद हो सकता है, "महिमा का कारण हो" या "महिमा प्रकट करो" या "महान प्रकट होने का कारण उत्पन्न करो" +* यह अभिव्यक्ति, "परमेश्वर का महिमान्वन करो"; इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की स्तुति करो" या "परमेश्वर की महानता का वर्णन करो" या "प्रकट करो कि परमेश्वर कैसा महान है" या "(आज्ञापालन द्वारा) परमेश्वर का सम्मान करो" +* "महिमान्वित हो" का अनुवाद हो सकता है, "महामहिम दिखाए जाओ" या "स्तुति योग्य हो" या "प्रतिष्ठित हो" (यह भी देखें: [महिमा करना](../kt/glorify.md), सम्मान, ऐश्वर्य, उच्चाटन, पालन, प्रशंसा) From 6e1a9a200bbeb5bd4911bf96d5fb48de436d6214 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 13:41:57 +0000 Subject: [PATCH 029/412] Edit 'bible/kt/glory.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/glory.md | 53 ++++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 27 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/glory.md b/bible/kt/glory.md index 6e51c77..da0d89d 100644 --- a/bible/kt/glory.md +++ b/bible/kt/glory.md @@ -29,37 +29,38 @@ * यह अभिव्यक्ति, "परमेश्वर का महिमान्वन करो"; इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर की स्तुति करो" या "परमेश्वर की महानता का वर्णन करो" या "प्रकट करो कि परमेश्वर कैसा महान है" या "(आज्ञापालन द्वारा) परमेश्वर का सम्मान करो" * "महिमान्वित हो" का अनुवाद हो सकता है, "महामहिम दिखाए जाओ" या "स्तुति योग्य हो" या "प्रतिष्ठित हो" -(यह भी देखें: [महिमा करना](../kt/glorify.md), सम्मान, ऐश्वर्य, उच्चाटन, पालन, प्रशंसा) +(यह भी देखें: [सम्मान](../kt/honor.md), [वैभवmajesty](../kt/majesty.md), [प्रतिष्ठा करना](../kt/exalt.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [स्तुति करना](../other/praise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [निर्गमन 24:17](rc://en/tn/help/exo/24/17) -* [गिनती 14:9-10](rc://en/tn/help/num/14/09) -* [यशायाह 35:02](rc://en/tn/help/isa/35/02) -* [लूका 18:43](rc://en/tn/help/luk/18/43) -* [लूका 02:09](rc://en/tn/help/luk/02/09) -* [युहन्ना 12:28](rc://en/tn/help/jhn/12/28) -* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13) -* [प्रे.का 07:1-3](rc://en/tn/help/act/07/01) -* [रोमियों 08:17](rc://en/tn/help/rom/08/17) -* [1 कुरिन्थियों 06:19-20](rc://en/tn/help/1co/06/19) -* [फिलिपियों 02:14-16](rc://en/tn/help/php/02/14) -* [फिलिपियों 04:19](rc://en/tn/help/php/04/19) -* [कुलुसियों 03:1-4](rc://en/tn/help/col/03/01) -* [1 थिस्लुनिकियों 02:05](rc://en/tn/help/1th/02/05) -* [याकूब 02:1-4](rc://en/tn/help/jas/02/01) -* [1 पतरस 04:15-16](rc://en/tn/help/1pe/04/15) -* [प्रका. 15:04](rc://en/tn/help/rev/15/04) +* [निर्गमन 24:17](rc://hi/tn/help/exo/24/17) +* [गिनती 14:9-10](rc://hi/tn/help/num/14/09) +* [यशायाह 35:2](rc://hi/tn/help/isa/35/02) +* [लूका 18:43](rc://hi/tn/help/luk/18/43) +* [लूका 2:9](rc://hi/tn/help/luk/02/09) +* [युहन्ना 12:28](rc://hi/tn/help/jhn/12/28) +* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13) +* [प्रे.का 7:1-3](rc://hi/tn/help/act/07/01) +* [रोमियों 8:17](rc://hi/tn/help/rom/08/17) +* [1 कुरिन्थियों 6:19-20](rc://hi/tn/help/1co/06/19) +* [फिलिपियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/php/02/14) +* [फिलिपियों 4:19](rc://hi/tn/help/php/04/19) +* [कुलुसियों 3:1-4](rc://hi/tn/help/col/03/01) +* [1 थिस्लुनिकियों 2:5](rc://hi/tn/help/1th/02/05) +* [याकूब 2:1-4](rc://hi/tn/help/jas/02/01) +* [1 पतरस 4:15-16](rc://hi/tn/help/1pe/04/15) +* [प्रका. 15:4](rc://hi/tn/help/rev/15/04) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:07](rc://en/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की __महिमा__ और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।” -* __[25:06](rc://en/tn/help/obs/25/06)__ फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका __वैभव__ दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।” -* __[37:01](rc://en/tn/help/obs/37/01)__ यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की __महिमा__ के लिये है। -* __[37:08](rc://en/tn/help/obs/37/08)__ यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की __महिमा__ को देखेगी?” +* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “आकाश में परमेश्वर की __महिमा__ और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो ।” +* __[25:6](rc://hi/tn/help/obs/25/06)__ फिर शैतान ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका __वैभव__ दिखाकर उससे कहा, “यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा।” +* __[37:1](rc://hi/tn/help/obs/37/01)__ यह सुनकर यीशु ने कहा, “यह बीमारी मृत्यु की नहीं; परन्तु परमेश्वर की __महिमा__ के लिये है। +* __[37:8](rc://hi/tn/help/obs/37/08)__ यीशु ने जवाब दिया , “क्या मैं ने तुझ से नहीं कहा था कि यदि तू मुझ पर विश्वास करेगी, तो परमेश्वर की __महिमा__ को देखेगी?” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597, G1391, G1392, G1740, G1741, G2744, G4888 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H117, H142, H155, H215, H1342, H1921, H1926, H1935, H1984, H3367, H3513, H3519, H3520, H6286, H6643, H7623, H8597, +G13910, G13920, G17400, G17410, G27440, G48880 \ No newline at end of file From 6f2d40e2483efed87d8d8072f65e8376f5639091 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 15 Oct 2021 15:32:45 +0000 Subject: [PATCH 030/412] Edit 'bible/kt/god.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/god.md | 94 ++++++++++++++++++++++++------------------------- 1 file changed, 46 insertions(+), 48 deletions(-) diff --git a/bible/kt/god.md b/bible/kt/god.md index 3c14229..d40f538 100644 --- a/bible/kt/god.md +++ b/bible/kt/god.md @@ -1,66 +1,64 @@ -# परमेश्‍वर # +# परमेश्‍वर -## तथ्य: ## +## तथ्य: -बाइबल में “परमेश्‍वर” का संदर्भ शाश्वत जीव से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्‍वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्‍वर का नाम यहोवा है। +बाइबल में “परमेश्‍वर” का संदर्भ शाश्वत प्राणी से है जिसने ब्रह्माण्ड को शून्य से बनाया है। परमेश्‍वर का अस्तित्व पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा में है। परमेश्‍वर का नाम यहोवा है। * परमेश्‍वर सदा से है, जब कुछ भी नहीं था तब परमेश्‍वर था और वह अनन्त काल तक रहेगा। * वही एकमात्र सच्चा परमेश्वर है और उसका अधिकार संपूर्ण ब्रह्माण्ड पर है। * परमेश्‍वर धार्मिकता में सिद्ध, असीम बुद्धिमान, पवित्र, निष्पाप, न्यायी, दयालु और प्रेमी है। -* वह वाचा रखनेवाला परमेश्‍वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है। -* मनुष्य को परमेश्‍वर की उपासना हेतु बनाया गया था और उसे सदैव उसी की उपासना करना चाहिए। +* वह वाचा निभाने वाला परमेश्‍वर है जो अपनी प्रतिज्ञाएं सदैव पूरी करता है। +* मनुष्यों को परमेश्‍वर की उपासना हेतु बनाया गया था और वही एकमात्र है जिसकी उपासना करना मनुष्यों के लिए आवश्यक है| * परमेश्‍वर ने अपना नाम “यहोवा” बताया है जिसका अर्थ है, “वह है” या “मैं हूँ” या “जो हमेशा से है।” -* बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना मनुष्य करता है। +* बाइबल में झूठे ईश्वरों का भी उल्लेख है जो निर्जीव मूर्तियां है, उनकी उपासना करना मनुष्य की भूल है। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “अलौकिक प्राणी”। -* “परमेश्वर” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “अलौकिक सृजनहार” या “अनन्त परम प्रधान प्रभु” या “शाश्वत अलौकिक प्राणी” -* ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए एक शब्द है। यदि है तो सुनिश्चित करें कि उस शब्द में एकमात्र सच्चे परमेश्वर के गुण प्रकट है, जैसा ऊपर व्यक्त किया गया है। -* अनेक भाषाओं में परमेश्‍वर शब्द का प्रथम अक्षर बड़ा कर दिया जाता है कि वह झूठे ईश्वरों से भिन्न करा जा सके। -* इस अन्तर को प्रकट करने के लिए परमेश्‍वर और ईश्वर शब्दों को दो भिन्न अक्षरों द्वारा व्यक्त किया जाए। -* “मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्‍वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।” +* “परमेश्वर” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “दिव्य शक्ति” या “सृजनहार” या “सर्वोच्च प्राणी” या सर्वोच्च सृजनहार" या "अनंत परमप्रधान प्रभु" या "अनंत सर्वोच्च अस्तित्व" +* ध्यान दें कि स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में परमेश्वर के लिए क्या शब्द काम में लिया जाता है। हो सकता है कि लक्षित भाषा में परमेश्वर के लिए उसका कोई एक शब्द है। यदि है तो महत्वपूर्ण होगा कि सुनिश्चित किया जाए कि वह शब्द एकमात्र सच्चे परमेश्वर के उन गुणों के अनुरूप है जिनका उल्लेख ऊपर किया गया है। +* अनेक भाषाओं में एकमात्र सच्चे परमेश्‍वर के लिए प्रयुक्त शब्द के प्रथम अक्षर को बड़ा कर दिया जाता है की झूठे देवताओं के लिए काम में लिए गए शब्द से भिन्न हो| इस अंतर को प्रकट करने की एक और विधि है, "परमेश्वर" और "देवताओं" के लिए अलग-अलग शब्दों का प्रयोग किया जाए\ टिप्पणी: बाईबल के लेखों में, जब कोई मनुष्य जो यहोवा की उपासना नहीं करता है, यहोवा की बात करते समय "ईश्वर" शब्द का प्रयोग करता है तो यहोवा के सन्दर्भ में इस शब्द को बिना बड़े अक्षर के लिखना स्वीकार्य है| (देखें योना 1:6, 3:9) +* “मैं उनका परमेश्‍वर होऊंगा और वे मेरे लोग होंगे”, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “मैं परमेश्‍वर इन लोगों पर राज करूंगा और वे मेरी उपासना करेंगे।” -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बनाने](../other/creation.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) +(यह भी देखें: [रचना](../other/creation.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूह. 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05) -* [1 शमूएल 10:7-8](rc://en/tn/help/1sa/10/07) -* [1 तीमुथियुस 04:9-10](rc://en/tn/help/1ti/04/09) -* [कुलुस्सियों 01: 15-17](rc://en/tn/help/col/01/15) -* [व्य. 29:14-16](rc://en/tn/help/deu/29/14) -* [एज्रा 03:1-2](rc://en/tn/help/ezr/03/01) -* [उत्पत्ति 01: 1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01) -* [होशे 04:11-12](rc://en/tn/help/hos/04/11) -* [यशा. 36:6-7](rc://en/tn/help/isa/36/06) -* [याकूब 02:18-20](rc://en/tn/help/jas/02/18) -* [यिर्मयाह 05:4-6](rc://en/tn/help/jer/05/04) -* [यूह. 01:1-3](rc://en/tn/help/jhn/01/01) -* [यहोशू 03:9-11](rc://en/tn/help/jos/03/09) -* [[विलापना 03:40-43](rc://en/tn/help/lam/03/40) -* [मीका 04:4-5](rc://en/tn/help/mic/04/04) -* [फिलिप्पुस 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05) -* [नीतिवचन 24:11-12](rc://en/tn/help/pro/24/11) -* [भजन-संहिता 047:8-9](rc://en/tn/help/psa/047/008) +* [1 यूह. 1:7](rc://hi/tn/help/1jn/01/07) +* [1 शमूएल 10:7-8](rc://hi/tn/help/1sa/10/07) +* [1 तीमुथियुस 4:10](rc://hi/tn/help/1ti/04/10) +* [कुलुस्सियों 1: 16](rc://hi/tn/help/col/01/16) +* [व्य. 29:14-16](rc://hi/tn/help/deu/29/14) +* [एज्रा 3:1-2](rc://hi/tn/help/ezr/03/01) +* [उत्पत्ति 1:2](rc://hi/tn/help/gen/01/02) +* [होशे 4:11-12](rc://hi/tn/help/hos/04/11) +* [यशा. 36:6-7](rc://hi/tn/help/isa/36/06) +* [याकूब 2:20](rc://hi/tn/help/jas/02/20 +* [यिर्मयाह 5:5](rc://hi/tn/help/jer/05/05) +* [यूह. 1:3](rc://hi/tn/help/jhn/01/03) +* [यहोशू 3:9-11](rc://hi/tn/help/jos/03/09) +* [[विलाप 3:43](rc://hi/tn/help/lam/03/43) +* [मीका 4:5](rc://hi/tn/help/mic/04/05) +* [फिलि. 2:6](rc://hi/tn/help/php/02/06) +* [नीतिवचन 24:12](rc://hi /tn/help/pro/24/12) +* [भजन-संहिता 47:9](rc://hi/tn/help/psa/047/09) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:01](rc://en/tn/help/obs/01/01)__ __परमेश्वर__ ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया। -* __[01:15](rc://en/tn/help/obs/01/15)__ __परमेश्वर__ ने अपनी छवि में आदमी और औरत को बनाया। -* __[05:03](rc://en/tn/help/obs/05/03)__ "मैं __परमेश्वर__ सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा। -* __[09:14](rc://en/tn/help/obs/09/14)__ __परमेश्वर__ ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का __परमेश्वर__, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है -* __[10:02](rc://en/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा __परमेश्वर__ यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है। -* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा __परमेश्वर__ है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया। -* __[22:07](rc://en/tn/help/obs/22/07)__ और तू हे बालक, __परमप्रधान परमेश्वर__ का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा। -* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ ” केवल एक ही __परमेश्वर__ है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता __परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा। -* __[25:07](rc://en/tn/help/obs/25/07)__ "कि ‘तू प्रभु अपने __परमेश्वर__ को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” -* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह __परमेश्वर__ है।" -* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन __परमेश्वर__ ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा __परमेश्वर__ के साथ रहेगा। -* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ लेकिन एक दिन __परमेश्वर__ एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी। +* __[1:1](rc://hi/tn/help/obs/01/01)__ __परमेश्वर__ ने छह दिनों में ब्रह्मांड और सब कुछ बनाया। +* __[1:15](rc://hi/tn/help/obs/01/15)__ __परमेश्वर__ ने अपने रूप में पुरुष और स्त्री को बनाया। +* __[5:3](rc://hi/tn/help/obs/05/03)__ "मैं __परमेश्वर__ सर्वशक्तिमान हूँ। मैं तुम्हारे साथ वाचा बान्धूंगा। +* __[9:14](rc://hi/tn/help/obs/09/14)__ __परमेश्वर__ ने कहा, "मैं जो हूं, सो हूं। उनसे कहना, 'जिसका नाम मैं हूँ है उसी ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है।' यह भी उनको बताओ, "मैं तुम्हारे पूर्वजों अब्राहम, इसहाक और याकूब का __परमेश्वर__, यहोवा हूं।" सदा तक मेरा नाम यही रहेगा।'" है +* __[10:2](rc://hi/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा __परमेश्वर__ यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के देवताओ से कई अधिक शक्तिशाली है। +* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा __परमेश्वर__ है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया। +* __[22:7](rc://hi/tn/help/obs/22/07)__ और तू हे बालक, __परमप्रधान परमेश्वर__ का भविष्यद्वक्ता कहलाएगा क्योंकि तू प्रभु का मार्ग तैयार करने के लिए उसके आगे आगे चलेगा। +* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ ” केवल एक ही __परमेश्वर__ है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने पिता __परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा। +* __[25:7](rc://hi/tn/help/obs/25/07)__ "कि ‘तू प्रभु अपने __परमेश्वर__ को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” +* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ "जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह __परमेश्वर__ है।" +* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन __परमेश्वर__ ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा __परमेश्वर__ के साथ रहेगा। +* __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ लेकिन एक दिन __परमेश्वर__ एक नया आकाश और एक नई पृथ्वी की रचना करेगा जो सिद्ध होगी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H136, H305, H410, H426, H430, H433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G112, G516, G932, G935, G1096, G1140, G2098, G2124, G2128, G2150, G2152, G2153, G2299, G2304, G2305, G2312, G2313, G2314, G2315, G2316, G2317, G2318, G2319, G2320, G3361, G3785, G4151, G5207, G5377, G5463, G5537, G5538 +* स्ट्रोंग्स: H0136, H0305, H0410, H0426, H0430, H0433, H2486, H2623, H3068, H3069, H3863, H4136, H6697, G01120, G05160, G09320, G09350, G10960, G11400, G20980, G21240, G21280, G21500, G21520, G21530, G22990, G23040, G23050, G23120, G23130, G23140, G23150, G23160, G23170, G23180, G23190, G23200, G33610, G37850, G41510, G52070, G53770, G54630, G55370, G55380 \ No newline at end of file From c0b85feabb16c5450cc1a794d9b1d533ed3f31fe Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 03:15:49 +0000 Subject: [PATCH 031/412] Edit 'bible/kt/godthefather.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/godthefather.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/godthefather.md b/bible/kt/godthefather.md index 25fa84f..df46cfb 100644 --- a/bible/kt/godthefather.md +++ b/bible/kt/godthefather.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता # +# परमेश्वर पिता, स्वर्गीय पिता, पिता -## तथ्य: ## +## तथ्य: -यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। उसी अर्थ के साथ एक और शब्द "पिता" है, जो सबसे अधिक बार प्रयोग किया जाता था जब यीशु उससे बात कर रहा था +यह शब्द “पिता परमेश्वर” और “स्वर्गीय पिता” एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा के संदर्भ में हैं। इसी का एक और सहार्थी शब्द है, "पिता" है, जिसका सर्वाधिक प्रयोग यीशु ने किया जब वह उसका सन्दर्भ देता था| -* परमेश्वर, पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। +* परमेश्वर का अस्तित्व पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर और पवित्र आत्मा परमेश्वर में है। हर एक पूर्ण परमेश्वर होते हुए भी तीनों एक ही परमेश्वर हैं। यह एक ऐसा भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। * पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा। * जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। From 6f219109a9b99bf167985c7a65ccbc1820b6a4b1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 03:38:02 +0000 Subject: [PATCH 032/412] Edit 'bible/kt/godthefather.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/godthefather.md | 48 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 24 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/godthefather.md b/bible/kt/godthefather.md index df46cfb..1571a90 100644 --- a/bible/kt/godthefather.md +++ b/bible/kt/godthefather.md @@ -8,39 +8,39 @@ * पिता परमेश्वर ने पुत्र परमेश्वर (यीशु) को संसार में भेजा और उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा को भेजा। * जो पुत्र परमेश्वर में विश्वास करता है वह पिता परमेश्वर की सन्तान बन जाता है और पवित्र आत्मा परमेश्वर उसमें वास करने लगता है। यह एक और भेद है जिसे मनुष्य पूर्णतः समझ नहीं सकता। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “पिता परमेश्वर” का सर्वोत्तम अनुवाद, “पिता” शब्द हो सकता है, उसी शब्द के साथ जो भाषा में स्वाभाविक रूप से एक मानव पिता का उल्लेख करने के लिए उपयोग करता है। -* “स्वर्गीय पिता” का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है। -* आमतौर पर जब "पिता" का पूंजीकरण होता है, तो परमेश्वर को संदर्भित करता है। +* “पिता परमेश्वर” इस उक्ति के अनुवाद में सर्वोत्तम युक्ति यो यह होगी कि लक्षित भाषा में जो शब्द सांसारिक पिता के लिए काम में लिया जाता है उसी कप "पिता" शब्द के स्थान में काम में लिया जाए| +* “स्वर्गीय पिता” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “पिता जो स्वर्ग में है” या “पिता परमेश्वर जो स्वर्ग में वास करता है” या “हमारा स्वार्गिक पिता” है। +* जब "पिता" शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर से हो तब प्रायः "पिता" शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है| (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [पूर्वजों](../other/father.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 08:4-6](rc://en/tn/help/1co/08/04) -* [1 यूह. 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01) - [1 यूह. 02:22-23](rc://en/tn/help/1jn/02/22) -* [1 यूह. 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01) -* [कुलुस्सियों 01: 1-3](rc://en/tn/help/col/01/01) -* [इफिसियों 05: 18-21](rc://en/tn/help/eph/05/18) -* [लूका 10:22](rc://en/tn/help/luk/10/22) -* [मत्ती 05:15-16](rc://en/tn/help/mat/05/15) -* [मत्ती 23:8-10](rc://en/tn/help/mat/23/08) +* [1 कुरिन्थियों 8:4-6](rc://hi/tn/help/1co/08/04) +* [1 यूह. 2:1](rc://hi/tn/help/1jn/02/01) + [1 यूह. 2:23](rc://hi/tn/help/1jn/02/22) +* [1 यूह. 3:1](rc://hi/tn/help/1jn/03/01) +* [कुलुस्सियों 1: 1-3](rc://hi/tn/help/col/01/01) +* [इफिसियों 5: 18-21](rc://hi/tn/help/eph/05/18) +* [लूका 10:22](rc://hi/tn/help/luk/10/22) +* [मत्ती 5:16](rc://hi/tn/help/mat/05/16) +* [मत्ती 23:9](rc://hi/tn/help/mat/23/09) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने __पिता परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा । -* __[29:09](rc://en/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा __पिता जो स्वर्ग में है__ , तुम से भी वैसा ही करेगा" -* __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " __पिता__, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।" -* __[40:07](rc://en/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे __पिता__, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।” -* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें __पिता__, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " -* __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ “यीशु अब महिमा में __पिता परमेश्वर__ के दाहिनी ओर बैठा है।" -* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ तब धर्मीलोग अपने __पिता परमेश्वर__ के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” +* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने यीशु को बपतिस्मा दिया, उसने __पिता परमेश्वर__ को कहते सुना, पुत्र परमेश्वर को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा । +* __[29:9](rc://hi /tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा __पिता जो स्वर्ग में है__ , तुम से भी वैसा ही करेगा" +* __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ फिर यीशु ने स्वर्ग की ओर देखा और कहा, " __पिता__, मुझे सुनने के लिए धन्यवाद।" +* __[40:7](rc://hi/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे __पिता__, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ।” +* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें __पिता__, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " +* __[43:8](rc://hi /tn/help/obs/43/08)__ “यीशु अब महिमा में __पिता परमेश्वर__ के दाहिनी ओर बैठा है।" +* __[50:10](rc://hi /tn/help/obs/50/10)__ तब धर्मीलोग अपने __पिता परमेश्वर__ के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1, H2, G3962 +* स्ट्रोंग्स: H0001, H0002, G39620 From 2c9342a65982c73b02d3fde58c57a8f159fad35e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 04:32:15 +0000 Subject: [PATCH 033/412] Edit 'bible/kt/good.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/good.md | 66 ++++++++++++++++++++++-------------------------- 1 file changed, 30 insertions(+), 36 deletions(-) diff --git a/bible/kt/good.md b/bible/kt/good.md index b04ddd5..c8c1603 100644 --- a/bible/kt/good.md +++ b/bible/kt/good.md @@ -1,49 +1,43 @@ -# अच्छा, सही, भलाई, प्रसन्न, उत्तम, सबसे अच्छा +# अच्छा, सही, प्रसन्न करने वाला, उत्तम, सबसे अच्छा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अच्छा” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। अनेक भाषाओं में इन भिन्न-भिन्न अर्थों का अनुवाद करने के लिए भिन्न-भिन्न शब्द होंगे। +“अच्छा” शब्द सामान्यतः किसी के गुण-लक्षणों के सकारात्मक मूल्यांकन के सन्दर्भ में होता है, जो प्रायः नैतिक या भावनात्मक भाव में होता है| तथापि, बाईबल में प्रकरण के आधार पर इस शब्द के द्वारा अनेक अवांतर भेद व्यक्त किए जाते हैं| -* सामान्यतः कोई बात अच्छी है यदि वह परमेश्वर के गुण, उद्देश्य और इच्छा के अनुरूप है। -* एक “अच्छी” वस्तु ग्रहणयोग्य, उत्कृष्ट, सहायक, योग्य, लाभकारी या नैतिक औचित्य में होगी। -* भूमि अच्छी है तो वह उपजाऊ एवं उत्पादक होगी। -* “अच्छी” फसल अर्थात विपुल उत्पाद -* एक व्यक्ति अपने काम में "अच्छा" हो सकता है कि वे क्या करते हैं यदि वे अपने काम या पेशे में निपुण हैं, जैसा कि अभिव्यक्ति "एक अच्छा किसान" है। -* बाइबल में “अच्छा” प्रायः बुरे के विपरीत है। -* “भलाई” प्रायः विचारों और कार्य में नैतिकता के आधार पर भला एवं धर्मी होना है। -* परमेश्वर की अच्छाई का अर्थ है मनुष्यों को अच्छी और लाभ की वस्तुएं देना। इसका संदर्भ परमेश्वर की नैतिक सिद्धता से भी है +* कोई वस्तु "अच्छी" है तो वह भावनाओं को अभिभूत करती है और नैतिकता में न्यायोचित होती है, सर्वोचित होती है, अनुकूल या लाभकारी होती है| +* बाईबल में, "अच्छा" का सामान्य अर्थ प्रायः "बुरे" की विषमता में दर्शाया जाता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए जब भी यह सामान्य शब्द उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो। -* प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दया” या "महाप्रथापी" या “धर्मी” या “नैतिक औचित्य” या “लाभकारी” -* “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि” या “अच्छी फसल” का अनुवाद “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”। -* “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद , “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” हो सकता है। +* लक्षित भाषा में “अच्छा” के लिए जो भी सामान्य शब्द है उसका उपयोग किया जाए, यदि उसका सामान्य अर्थ उचित एवं स्वाभाविक हो विशेष करके ऐसे संदर्भों में जहां यह शब्द बुराई के विपरीत अर्थ में आया हो। +* प्रकरण के अनुसार इसके अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “दयालू” या "अति उत्तम" या “परमेश्वर को प्रसन्न करने योग्य” या “न्यायोचित” या "नैतिकता में खरा" या “लाभकारी” +* “अच्छी भूमि” का अनुवाद हो सकता है, “उपजाऊ भूमि” या “उत्पादक भूमि”; “अच्छी फसल” का अनुवाद हो सकता है, “विपुल फसल” या “बहुत अधिक फसल”। +* “भलाई करना” का अर्थ है मनुष्यों के लाभ के काम और इसका अनुवाद हो सकता है, किसी “पर दया करना” या “सहायता करना” या “लाभ पहुंचाना” या किस के लिए "समृद्धी का कारन होना" * “सब्त के दिन भलाई करना” अर्थात “किसी के लाभ का काम सब्त के दिन करना”। -* प्रकरण के अनुसार “भलाई के अनुवाद”, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता” के रूप हो सकते हैं। +* प्रकरण के अनुसार “भलाई" के अनुवाद हो सकते हैं, “आशिष” या “दया” या “नैतिक सिद्धता” या “धार्मिकता” या “शुद्धता” -(यह भी देखें: [बुराई](../kt/evil.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [लाभ](../other/profit.md), [धर्मी](../kt/righteous.md)) +(यह भी देखें: [धार्मिकता](../kt/righteous.md), [समृद्ध होना](../other/prosper.md), [बुरा](../kt/evil.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22) -* [उत्पत्ति 01:11-13](rc://en/tn/help/gen/01/11) -* [उत्पत्ति 02:9-10](rc://en/tn/help/gen/02/09) -* [उत्पत्ति 02:15-17](rc://en/tn/help/gen/02/15) -* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13) -* [रोमियो 02:3-4](rc://en/tn/help/rom/02/03) +* [गलातियों 5:22-24](rc://hi/tn/help/gal/05/22) +* [उत्पत्ति 1:12](rc://hi/tn/help/gen/01/12) +* [उत्पत्ति 2:9](rc://hi/tn/help/gen/02/09) +* [उत्पत्ति 2:17](rc://hi/tn/help/gen/02/17) +* याकूब [3:13](rc://hi/tn/help/jas/03/13) +* [रोमियो 2:4](rc://hi/tn/help/rom/02/04) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:04](rc://en/tn/help/obs/01/04)__ परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह __अच्छी__ है।। -* __[01:11](rc://en/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने __अच्छे__ और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया। -* __[01:12](rc://en/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना __अच्छा__ नहीं है।” -* __ \[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छा__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।" -* __[08:12](rc://en/tn/help/obs/08/12)__ "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने __भलाई__ के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!" -* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ यहोशू एक __अच्छा__ अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। - * __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा __अच्छे__ मनुष्य भी थे, जिन्होंने उचित रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। - * __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ “हे __उत्तम__ गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे __‘उत्तम’__ क्यों कहता है? जो __उत्तम__ है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है" +* __[1:4](rc://hi/tn/help/obs/01/04)__ परमेश्वर ने देखा कि जो सृष्टि उसने की है वह __अच्छी__ है।। +* __[1:11](rc://hi/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने __अच्छे__ और बुरे के ज्ञान का पेड़ लगाया। +* __[1:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना __अच्छा__ नहीं है।” +* __ \[2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ "परमेश्वर इतना जानता है कि जैसे ही तुम इसे खाते हो, तो तुम परमेश्वर की तरह हो जाओगे और __अच्छे__ और बुरे को समझोगे जैसा वह समझता है।" +* __[8:12](rc://hi/tn/help/obs/08/12)__ "आपने दास के रूप में मुझे बेचकर तुमने बुराई करने की कोशिश की, लेकिन परमेश्वर ने __भलाई__ के लिए बुराई का इस्तेमाल किया!" +* __[14:15](rc://hi/tn/help/obs/14/15)__ यहोशू एक __अच्छा__ अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। + * __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा __अच्छे__ भी थे, जिन्होंने उचित शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। + * __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ “हे __उत्तम__ गुरु, अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मै क्या करूँ?” यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे __‘उत्तम’__ क्यों कहता है? जो __उत्तम__ है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है" -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H117, H145, H155, H202, H239, H410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G14, G15, G18, G19, G515, G744, G865, G979, G1380, G2095, G2097, G2106, G2107, G2108, G2109, G2114, G2115, G2133, G2140, G2162, G2163, G2174, G2293, G2565, G2567, G2570, G2573, G2887, G2986, G3140, G3617, G3776, G4147, G4632, G4674, G4851, G5223, G5224, G5358, G5542, G5543, G5544 +* स्ट्रोंग्स: H0117, H0145, H0155, H0202, H0239, H0410, H1580, H1926, H1935, H2532, H2617, H2623, H2869, H2895, H2896, H2898, H3190, H3191, H3276, H3474, H3788, H3966, H4261, H4399, H5232, H5750, H6287, H6643, H6743, H7075, H7368, H7399, H7443, H7999, H8231, H8232, H8233, H8389, H8458, G00140, 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“अनुग्रहकारी” इस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है। +“अनुग्रह” का अर्थ है कि किसी मनुष्य की सहायता करना या उसको आशिष देना जबकि वह इस योग्य नहीं है। “अनुग्रहकारी” उस मनुष्य को दर्शाता है जो किसी पर अनुग्रह करता है। * पापी मनुष्यों के प्रति परमेश्वर का अनुग्रह एक निर्मोल वरदान है। * अनुग्रह के विचार में गलत एवं हानि पहुंचानेवाला काम करने वाले मनुष्य को दया दिखाना या क्षमा करना। -* अभिव्यक्ति "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" एक अभिव्यक्ति है जिसका मतलब है कि भगवान से सहायता और दया प्राप्त करना है। इसके अर्थ में किसी से परमेश्वर का प्रसन्न होना और उसकी सहायता करने का भाव निहित होता है। +* "अनुग्रह प्राप्त करने के लिए" इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, परमेश्सेवर से सहायता और दया प्राप्त करना। इसके अर्थ प्रायः यह होता है, परमेश्वर का किसी पर प्रसन्न होना और उसकी सहायता करना| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “अनुग्रह” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “ईश्वरीय दया” या “परमेश्वर की कृपा” या “पापियों के लिए परमेश्वर की दया एवं क्षमा” या “दयालु कृपा”। -* “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “दयालु” या “दयापूर्ण कृपा”। -* “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया दिखाई" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”। +* “अनुग्रहकारी” का अनुवाद हो सकता है, “कृपापूर्ण” या “दयालु” या “अनुकम्पा पूर्ण” या “कृपापूर्ण दया” +* “परमेश्वर की दृष्टि में अनुग्रह प्राप्त किया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसने परमेश्वर से दया प्राप्त की” या “परमेश्वर ने कृपालु होकर उसकी सहायता की” या "परमेश्वर ने उस पर दया की" या “परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसकी सहायता की”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:32-33](rc://en/tn/help/act/04/32) -* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08) -* [प्रे.का. 14:3-4](rc://en/tn/help/act/14/03) -* [कुलुस्सियों 04:5-6](rc://en/tn/help/col/04/05) -* [कुलुस्सियों 04:18](rc://en/tn/help/col/04/18) -* [उत्पत्ति 43:28-29](rc://en/tn/help/gen/43/28) -* [याकूब 04:6-7](rc://en/tn/help/jas/04/06) -* [यूहन्ना 01:16-18](rc://en/tn/help/jhn/01/16) -* [फिलिप्पियों 04: 21-23](rc://en/tn/help/php/04/21) -* [प्रकाशितवाक्य 22:20-21](rc://en/tn/help/rev/22/20) +* [प्रे.का. 4:33](rc://hi/tn/help/act/04/33) +* [प्रे.का. 6:8](rc://hi/tn/help/act/06/08) +* [प्रे.का. 14:4](rc://hi/tn/help/act/14/03) +* [कुलुस्सियों 4:6](rc://hi/tn/help/col/04/06) +* [कुलुस्सियों 4:18](rc://hi/tn/help/col/04/18) +* [उत्पत्ति 43:28-29](rc://hi/tn/help/gen/43/28) +* [याकूब 4:7](rc://hi/tn/help/jas/04/07) +* [यूहन्ना 1:16](rc://hi/tn/help/jhn/01/16) +* [फिलिप्पियों 4: 21-23](rc://hi/tn/help/php/04/21) +* [प्रकाशितवाक्य 22:20-21](rc://hi/tn/help/rev/22/20) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G2143, G5485, G5543 +* स्ट्रोंग्स: H2580, H2587, H2589, H2603, H8467, G21430, G54850, G55430 From 9e8032f453f7b9c6fa11effb5c32817a48954957 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 04:54:19 +0000 Subject: [PATCH 035/412] Edit 'bible/kt/guilt.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/guilt.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/guilt.md b/bible/kt/guilt.md index cfaab6c..09d9eeb 100644 --- a/bible/kt/guilt.md +++ b/bible/kt/guilt.md @@ -10,7 +10,7 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * कुछ भाषाओं में “दोष” का अनुवाद “पाप का बोझ” या “पाप का गिनना” किया गया है। -* “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हो सकते हैं, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना” +* “दोषी होने” के अनुवाद रूपों में ऐसा शब्द या उक्ति हो सकते हैं जिनके अर्थ हों, “अपराधग्रस्त होना” या “नैतिकता के क्षेत्र में गलत काम करना” या “पाप करना” (यह भी देखें: [निर्दोष](../kt/innocent.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [पाप](../kt/sin.md)) @@ -22,13 +22,13 @@ * [यूहन्ना 19:4](rc://hi/tn/help/jhn/19/04) * [योना 1:14](rc://hi/tn/help/jon/01/14) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों से उदाहरण: * __[39:2](rc://hi/tn/help/obs/39/02)__ वे कई झूठे गवाह लाए जो यीशु के बारे में झूठ बोल रहे थे। परन्तु उनके बयान एक दूसरे से नहीं मिल रहे थे, इसलिये यहूदी अगुवे यीशु को __दोषी__ सिद्ध नहीं कर पाए। * __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद पिलातुस भीड़ के सामने आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु यहूदी गुरुओं ने चिल्लाकर कहा कि, “इसे क्रूस पर चढ़ा।” पिलातुस ने कहा , “मैं इसमें कोई __दोष__ नहीं पाता।” परन्तु वे और जोर से चिल्लाने लगे। पिलातुस ने तीसरी बार कहा “यह __दोषी__ नहीं है।” -* __[40:04](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम __अपराधी__ है पर ,यह तो बेगुनाह है।” +* __[40:4](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया। उनमें से एक जब यीशु का ठट्ठा उड़ा रहा था तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता? हम __अपराधी__ है पर ,यह तो बेगुनाह है।” * __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ अपने ही पापों के कारण, तुम __दोषी__ हो और मृत्यु के योग्य हो। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, G0338, G1777, G3784, G5267 +* स्ट्रोंग्स: H0816, H0817, H0818, H5352, H5355, H7563, G03380, G17770, G37840, G52670 From e800074a9dd8700cdf8a046407afb3a10f39722b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 05:13:05 +0000 Subject: [PATCH 036/412] Edit 'bible/kt/heart.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/heart.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/heart.md b/bible/kt/heart.md index 1226547..76ace04 100644 --- a/bible/kt/heart.md +++ b/bible/kt/heart.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# हृदय, मन # +# हृदय, मन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त पंप करता है। हालाँकि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए काम में लिया गया है। +शब्द "हृदय" आंतरिक शारीरिक अंग को संदर्भित करता है जो लोगों और पशुओं में पूरे शरीर में रक्त प्रवाहित करता है। तथापि, बाइबल में “हृदय” शब्द का उपयोग प्रायः मनुष्य के विचारों, भावनाओं इच्छाओं और लालसाओं के लिए किया गया है। * “कठोर मन” एक सामान्य अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति हठपूर्वक परमेश्वर को मानने से इंकार करता है। -* “अपने पूरे हृदय से” या “मेरे पूरे मन से” अर्थात बिना आरक्षण, संपूर्ण समर्पण एवं इच्छा से। +* “अपने पूरे हृदय से” या “अपने पूरे मन से” अर्थात, आरक्षण रहित पूर्ण निष्ठा से, समर्पण से, या इच्छा से। * “मन में बसा लेना” अर्थात किसी बात को गंभीरता से लेते हुए जीवन में आत्मसात कर लेना। * “दिल टूटना” अर्थात एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो बहुत दुखी है। वह व्यक्ति भावनात्मक रूप से बहुत आहत हुआ है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * कुछ भाषाओं में विचारों के लिए “पेट” या “कलेजा” जैसे शब्दों का उपयोग किया जाता है। * कुछ भाषाओं में एक विचार के लिए एक शब्द दूसरे विचार के लिए दूसरा शब्द काम में लिया जाता है। * यदि “हृदय” या अन्य दैहिक अंग इस अर्थ को व्यक्त नहीं कर पाते तो उन भाषाओं में सीधा-सीधा “विचार” या “भावना” या “इच्छा” शब्द काम में लिया जाए। -* प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, या इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”। -* “मन से” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”। -* “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानना” -* “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना”। +* प्रकरण के अनुसार “मेरे पूरे हृदय से” या “मेरे संपूर्ण मन से”, इन उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, “मेरी पूर्ण शक्ति से” या “पूर्ण समर्पण के साथ” या “पूर्णतः” या “पूर्ण समर्पण के साथ”। +* “मन में बसा लेना” का अनुवाद हो सकता है, “गंभीरता से व्यवहार करना” या “सावधानीपूर्वक विचार करना”। +* “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है “हठ के साथ विद्रोह करना” या “आज्ञा पालन से इन्कार करना” या “ या “लगातार परमेश्वर की अवज्ञा करना” +* “हृदय टूटना” अर्थात् “गहरा दुःख होना” या "भावनाओं को गहरी चोट पहुंचना" (यह भी देखें: [कठोर](../other/hard.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 03:16-18](rc://en/tn/help/1jn/03/16) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://en/tn/help/1th/02/03) -* [2 थिस्सलुनीकियों 03:13-15](rc://en/tn/help/2th/03/13) -* [प्रे.का. 08:20-23](rc://en/tn/help/act/08/20) -* [प्रे.का. 15:7-9](rc://en/tn/help/act/15/07) -* [लूका 08:14-15](rc://en/tn/help/luk/08/14) -* [मरकुस 02:5-7](rc://en/tn/help/mrk/02/05) -* [मत्ती 05:5-8](rc://en/tn/help/mat/05/05) -* [मत्ती 22:37-38](rc://en/tn/help/mat/22/37) +* [1 यूहन्ना 3:17](rc://hi/tn/help/1jn/03/17) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:4](rc://hi/tn/help/1th/02/04) +* [2 थिस्सलुनीकियों 3:13-15](rc://hi/tn/help/2th/03/13) +* [प्रे.का. 8:22](rc://hi/tn/help/act/08/22) +* [प्रे.का. 15:9](rc://hi/tn/help/act/15/09) +* [लूका 8:15](rc://hi/tn/help/luk/08/15) +* [मरकुस 2:6](rc://hi/tn/help/mrk/02/06) +* [मत्ती 5:8](rc://hi/tn/help/mat/05/08) +* [मत्ती 22:37](rc://hi /tn/help/mat/22/37) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G674, G1282, G1271, G2133, G2588, G2589, G4641, G4698, G5590 +* स्ट्रोंग्स: H1079, H2436, H2504, H2910, H3519, H3629, H3820, H3821, H3823, H3824, H3825, H3826, H4578, H5315, H5640, H7130, H7307, H7356, H7907, G06740, G12820, G12710, G21330, G25880, G25890, G46410, G46980, G55900 \ No newline at end of file From 1aeda91a912dccf1cc4b5582a77a32bc932711c0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 05:34:09 +0000 Subject: [PATCH 037/412] Edit 'bible/kt/heaven.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/heaven.md | 58 +++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 29 insertions(+), 29 deletions(-) diff --git a/bible/kt/heaven.md b/bible/kt/heaven.md index 16029ac..98fdd13 100644 --- a/bible/kt/heaven.md +++ b/bible/kt/heaven.md @@ -1,46 +1,46 @@ -# स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय # +# स्वर्ग, आकाश, आकाशमण्डल, स्वर्गीय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“स्वर्ग” वह स्थान है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी है। +जिस शब्द का अनुवाद, “स्वर्ग” किया गया है उसका सन्दर्भ प्रायः उस स्थान से है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी हो सकता है। -* “आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते। -* “आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं। +* “आकाशमण्डल” का संदर्भ उन सब से है जिनको हम पृथ्वी के ऊपर देखते हैं, इनमें सूर्य, चाँद और सितारे भी हैं। उसमें ऐसे आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम पृथ्वी से अपरोक्ष देख नहीं सकते हैं। +* “आकाश” शब्द पृथ्वी के ऊपर नीली विस्तार से है जिसमें बादल हैं और हमारी श्वास वायु व्याप्त है| सूर्य और चंद्रमा के लिए भी प्रायः कहा जाता है कि वे "ऊपर आकाश में" हैं। -* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है। +* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान से भी होता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” को “स्वर्ग” ही रखा जाए तो उचित है क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है। +* मत्ती की पुस्तक में “स्वर्ग का राज्य” के अनुवाद में “स्वर्ग” को ही रखा जाए क्योंकि यह शब्द मत्ती रचित सुसमाचार का एक विशिष्ट शब्द है। * “आकाशमण्डल” या “तारागण” का अनुवाद किया जा सकता है, “सूर्य, चाँद और सितारे” या “ब्रह्माण्ड में सब सितारे”। * “आकाश के तारों” का अनुवाद किया जा सकता है, “आकाश के सितारे” या “मंदाकिनी के सितारे” या “ब्रह्माण्ड के सितारे” (यह भी देखें: [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 08:22-24](rc://en/tn/help/1ki/08/22) -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:8-10](rc://en/tn/help/1th/01/08) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:16-18](rc://en/tn/help/1th/04/16) -* [व्यवस्थाविवरण 09:1-2](rc://en/tn/help/deu/09/01) -* [इफिसियों 06:9](rc://en/tn/help/eph/06/09) -* [उत्पत्ति 01:1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01) -* [उत्पत्ति 07:11-12](rc://en/tn/help/gen/07/11) -* [यूहन्ना 03:12-13](rc://en/tn/help/jhn/03/12) -* [यूहन्ना 03:27-28](rc://en/tn/help/jhn/03/27) -* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17) -* [मत्ती 05:46-48](rc://en/tn/help/mat/05/46) +* [1 राजा 8:22-24](rc://hi/tn/help/1ki/08/22) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:8-10](rc://hi/tn/help/1th/01/08) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:17](rc://hi/tn/help/1th/04/17) +* [व्यवस्थाविवरण 9:1](rc://hi/tn/help/deu/09/01) +* [इफिसियों 6:9](rc://hi/tn/help/eph/06/09) +* [उत्पत्ति 1:1](rc://hi/tn/help/gen/01/01) +* [उत्पत्ति 7:11](rc://hi/tn/help/gen/07/11) +* [यूहन्ना 3:12](rc://hi/tn/help/jhn/03/12) +* [यूहन्ना 3:27](rc://hi/tn/help/jhn/03/27) +* [मत्ती 5:18](rc://hi/tn/help/mat/05/18) +* [मत्ती 5:46-48](rc://hi/tn/help/mat/05/46) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)__ फिर उन्होंने __स्वर्ग__ तक लंबी चोटी बनाने का निर्माण किया। -* __[14:11](rc://en/tn/help/obs/14/11)__ उसने (परमेश्वर) उन्हें __स्वर्ग__ से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।” -* __[23:07](rc://en/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “__आकाश__ में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।” -* __[29:09](rc://en/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो __स्वर्ग__ में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।” -* __[37:09](rc://en/tn/help/obs/37/09)__ तब यीशु ने __स्वर्ग__ की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है। -* __[42:11](rc://en/tn/help/obs/42/11)__ प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद __स्वर्ग__ पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। +* __[4:2](rc://hi/tn/help/obs/04/02)__ फिर उन्होंने __स्वर्ग__ तक ऊंचा गुम्लंमत बनाना आरम्भ किया। +* __[14:11](rc://hi/tn/help/obs/14/11)__ उसने (परमेश्वर) उन्हें __स्वर्ग__ से रोटी दी, “जिसे मन्ना कहते थे।” +* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक स्वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्तुति करते हुए और यह कहते हुए दिखाई दिया, “__आकाश__ में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।” +* __[29:9](rc://hi/tn/help/obs/29/09)__ तब यीशु ने कहा, “इसी प्रकार यदि तुम में से हर एक अपने भाई को मन से क्षमा न करेगा, तो मेरा पिता जो __स्वर्ग__ में है , तुम से भी वैसा ही करेगा।” +* __[37:9](rc://hi/tn/help/obs/37/09)__ तब यीशु ने __स्वर्ग__ की ओर देखा और कहा, “हे पिता, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ कि आपने मेरी सुन ली है। +* __[42:11](rc://hi/tn/help/obs/42/11)__ प्रभु यीशु उनसे बातें करने के बाद __स्वर्ग__ पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G932, G2032, G3321, G3770, G3771, G3772 +* स्ट्रोंग्स: H1534, H6160, H6183, H7834, H8064, H8065, G09320, G20320, G33210, G37700, G37710, G37720 \ No newline at end of file From 280c1a9cc29a21ff32bcfff20e987ff3f617849e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 06:00:58 +0000 Subject: [PATCH 038/412] Edit 'bible/kt/hell.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/hell.md | 10 +++++----- 1 file changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/kt/hell.md b/bible/kt/hell.md index e59d44d..f19a83d 100644 --- a/bible/kt/hell.md +++ b/bible/kt/hell.md @@ -1,15 +1,15 @@ -# नरक, आग की झील # +# नरक, आग की झील -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है। +नरक अनन्त पीड़ा और कष्टों का वह अन्तिम स्थान है जहां परमेश्वर उसके सब द्रोहियों को और यीशु के बलिदान के द्वारा उनके उद्धार की योजना का तिरस्कार करनेवालों को दण्ड देगा। इसे “आग की झील” भी कहा गया है। * नरक को आग और घोर पीड़ा का स्थान कहा गया है। * शैतान और उसके साथ की दुष्टात्माएं अनन्त दण्ड के लिए नरक में डाली जाएंगी। -* जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के लिए दण्ड हेतु नरक में डाला जाएगा। +* जो लोग उनके पापों के लिए यीशु के बलिदान में विश्वास नहीं करते और उद्धार के लिए उसमें विश्वास नहीं करते उन्हें भी सदा के दण्ड के लिए नरक में डाला जाएगा। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: * इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं। * कुछ भाषाओं में “आग की झील” का झील शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है। From 97a72ad485b7051f2d3130942681d31e6896ef37 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 06:36:35 +0000 Subject: [PATCH 039/412] Edit 'bible/kt/hell.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/hell.md | 39 ++++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/hell.md b/bible/kt/hell.md index f19a83d..ff10db6 100644 --- a/bible/kt/hell.md +++ b/bible/kt/hell.md @@ -11,30 +11,31 @@ ## अनुवाद के लिए सुझाव: -* इन शब्दों का अनुवाद अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं। -* कुछ भाषाओं में “आग की झील” का झील शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है। -* “नरक” शब्द का अनुवाद “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान” किया जा सकता है। -* “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है। +* इन शब्दों का अनुवाद संभवतः अलग-अलग शब्दों द्वारा किया जाए क्योंकि वे अलग-अलग प्रकरणों में आते हैं। +* कुछ भाषाओं में “आग की झील” का "झील" शब्द काम में नहीं लिया जा सकता क्योंकि उस भाषा में झील का अर्थ पानी की झील है। +* “नरक” शब्द का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “पीड़ा का स्थान” या “अन्धकार और पीड़ा का अन्तिम स्थान” +* “आग की झील” का अनुवाद “आग का समुद्र” या “(कष्टों की) विशाल अग्नि” या “आग का क्षेत्र” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [मृत्यु](../other/death.md), [अधोलोक](../kt/hades.md), [अथाह कुण्ड](../other/abyss.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [याकूब 03:5-6](rc://en/tn/help/jas/03/05) -* [लूका 12:4-5](rc://en/tn/help/luk/12/04) -* [मरकुस 09:42-44](rc://en/tn/help/mrk/09/42) -* [मत्ती 05:21-22](rc://en/tn/help/mat/05/21) -* [मत्ती 05:29-30](rc://en/tn/help/mat/05/29) -* [मत्ती 10:28-31](rc://en/tn/help/mat/10/28) -* [मत्ती 23:32-33](rc://en/tn/help/mat/23/32) -* [मत्ती 25:41-43](rc://en/tn/help/mat/25/41) -* [प्रकाशितवाक्य 20:13-15](rc://en/tn/help/rev/20/13) +* [याकूब 3:6](rc://hi/tn/help/jas/03/06) +* [लूका 12:5](rc://hi/tn/help/luk/12/05) +* [मरकुस 9:42-44](rc://hi/tn/help/mrk/09/42) +* [मत्ती 5:21-22](rc://hi/tn/help/mat/05/21) +* [मत्ती 5:29](rc://hi/tn/help/mat/05/29) +* [मत्ती 10:28-31](rc://hi/tn/help/mat/10/28) +* [मत्ती 23:33](rc://hi/tn/help/mat/23/33) +* [मत्ती 25:41-43](rc://hi/tn/help/mat/25/41) +* [प्रकाशितवाक्य 20:15](rc://hi/tn/help/rev/20/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[50:14](rc://en/tn/help/obs/50/14)__ वह (परमेश्वर) उन्हें __नरक__ में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे। -* __[50:15](rc://en/tn/help/obs/50/15)__ वह शैतान को __नरक__ में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया। +* __[50:14](rc://hi/tn/help/obs/50/14)__ वह (परमेश्वर) उन्हें __नरक__ में डालेगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। वह आग जो कभी नही बुझती उन्हें हमेशा जलाती रहेगी और कीड़े उन्हें हमेशा खाते रहेंगे। +* __[50:15](rc://hi/tn/help/obs/50/15)__ वह शैतान को __नरक__ में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7585, G86, G439, G440, G1067, G3041, G4442, G4443, G4447, G4448, G5020, G5394, G5457 + +* स्ट्रोंग्स: H7585, G00860, G04390, G04400, G10670, G30410, G44420, G44430, G44470, G44480, G50200, G53940, G54570 \ No newline at end of file From 952f27f0ab5c0fd75013515e77601b1b4896c330 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 07:13:14 +0000 Subject: [PATCH 040/412] Edit 'bible/kt/holyspirit.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/holyspirit.md | 62 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 31 insertions(+), 31 deletions(-) diff --git a/bible/kt/holyspirit.md b/bible/kt/holyspirit.md index 841de76..6505742 100644 --- a/bible/kt/holyspirit.md +++ b/bible/kt/holyspirit.md @@ -1,47 +1,47 @@ -# पवित्र आत्मा, परमेश्वर की आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा # +# पवित्र आत्मा, परमेश्वर का आत्मा, प्रभु की आत्मा, आत्मा -## तथ्य: ## +## तथ्य: -ये सब शब्द पवित्रआत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा है। +ये सब शब्द पवित्र आत्मा के संदर्भ में है जो स्वयं परमेश्वर है। एकमात्र सच्चा परमेश्वर पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा अनंत है। -* पवित्र आत्मा को केवल “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है। -* क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अत्यधिक शुद्ध और नैतिक सिद्धता में है। +* पवित्र आत्मा को “आत्मा” या “यहोवा का आत्मा” या “सत्य का आत्मा” भी कहा गया है। +* क्योंकि पवित्र आत्मा परमेश्वर है वह अपने गुण एवं कार्यों में परमपवित्र है, अपने सब कार्यों में अनंत शुद्धता और नैतिक सिद्धता में है। * पिता और पुत्र के साथ पवित्र आत्मा भी जगत की रचना में सक्रिय था। * परमेश्वर पुत्र यीशु जब स्वर्ग लौट गया तब उसने अपने लोगों के लिए पवित्र आत्मा भेजा कि उनकी अगुवाई करे, उन्हें शिक्षा दे, उन्हें शान्ति दे और परमेश्वर की इच्छा पूर्ति के योग्य बनाए। * पवित्र आत्मा यीशु की अगुआई करता था तथा यीशु में विश्वास करने वालों का भी मार्गदर्शन करता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” शब्दों के अनुवाद से किया जा सकता है। -* इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” हो सकता है। +* इस शब्द का अनुवाद “पवित्र” और “आत्मा” के अनुवाद करने वाले शब्दों के द्वारा किया जा सकता है। +* इस शब्द का अनुवाद, “शुद्ध आत्मा”, या “आत्मा जो पवित्र है” या “परमेश्वर जो आत्मा है” आदि के द्वारा किया जा सकता है। (यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md),[भेंट](../kt/gift.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 10:9-10](rc://en/tn/help/1sa/10/09) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:7-8](rc://en/tn/help/1th/04/07) -* [प्रे.का. 08:14-17](rc://en/tn/help/act/08/14) -* [गलातियों 05:25-26](rc://en/tn/help/gal/05/25) -* [उत्पत्ति 01:1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01) -* [यशायाह 63:10](rc://en/tn/help/isa/63/10) -* [अय्यूब 33:4-5](rc://en/tn/help/job/33/04) -* [मत्ती. 12:31-32](rc://en/tn/help/mat/12/31) -* [मत्ती. 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18) -* [भजन-संहिता 051:10-11](rc://en/tn/help/psa/051/010) +* [1 शमूएल 10:10](rc://hi/tn/help/1sa/10/010) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:7-8](rc://hi/tn/help/1th/04/07) +* [प्रे.का. 8:17](rc://hi/tn/help/act/08/17) +* [गलातियों 5:25](rc://hi/tn/help/gal/05/25) +* [उत्पत्ति 1:1-2](rc://hi/tn/help/gen/01/01) +* [यशायाह 63:10](rc://hi/tn/help/isa/63/10) +* [अय्यूब 33:4](rc://hi/tn/help/job/33/04) +* [मत्ती. 12:31](rc://hi/tn/help/mat/12/31) +* [मत्ती. 28:18-19](rc://hi/tn/help/mat/28/18) +* [भजन-संहिता 51:10-11](rc://hi/tn/help/psa/051/010) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[01:01](rc://en/tn/help/obs/01/01)__ लेकिन __परमेश्वर की आत्मा__ वहाँ जल के ऊपर थी। -* __[24:08](rc://en/tn/help/obs/24/08)__ और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने __परमेश्वर की आत्मा__ को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा। -* __[26: 1](rc://en/tn/help/obs/26/01)__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे गलील के क्षेत्र के लिए __पवित्र आत्मा__ की शक्ति में लौट आए। -* __[26: 3](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ __प्रभु की आत्मा__ मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।" -* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ तो जाओ, स्वर्गीय पिता और __पवित्र आत्मा__ के नाम पर उन्हें बपतिस्मा दो, सभी लोगों के समूह के चेले बनाओ और उन्हें उन सभी चीजों का पालन करने के लिए सिखाओ जिसकी मैंने तुमको आज्ञा दी है। " -* __[43:03](rc://en/tn/help/obs/43/03)__ वे सब __पवित्र आत्मा__ से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया। -* __[43:08](rc://en/tn/help/obs/43/08)__ "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__ को भेजा है जैसा कि उसने वादा किया था कि वह करेंगे। __पवित्र आत्मा__ उन चीजों का कारण बन रहा है जो आप देख रहे हैं और सुन रहे हैं।" -* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें __पवित्र आत्मा__ का दान देगा।।" -* __[45:01](rc://en/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और __पवित्र आत्मा__ और ज्ञान से भरा था। +* __[1:1](rc://hi/tn/help/obs/01/01)__ लेकिन __परमेश्वर का आत्मा__ वहाँ जल के ऊपर थी। +* __[24:8](rc://hi/tn/help/obs/24/08)__ और यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और उसने __परमेश्वर का आत्मा__ को कबूतर के समान उतरते और उसके ऊपर आते देखा। +* __[26:1](rc://hi/tn/help/obs/26/01)__शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु __पवित्र आत्मा__ की शक्ति में गलील को लौट आया, जहाँ वह रहता था। +* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ __प्रभु का आत्मा__ मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टी पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ।" +* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ तुम जाओ, और सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और पिता और पुत्र और __पवित्र आत्मा__ के नाम में उन्हें बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है मानना सिखाओ|" +* __[43:3](rc://hi/tn/help/obs/43/03)__ वे सब __पवित्र आत्मा__ से भर गए, और उन्होंने अन्य अन्य भाषओं में बोलना शुरू किया। +* __[43:8](rc://hi/tn/help/obs/43/08)__ "और यीशु ने __पवित्र आत्मा__उंडेल दिया है जैसी उसने प्रतिज्ञा की थी। __पवित्र आत्मा__ इन सब का कर्ता है, जो तुम देखते और सुनते हो।" +* __[43:11](rc://hi /tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। तब वह तुम्हें __पवित्र आत्मा__ का दान देगा।।" +* __[45:1](rc://hi/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और __पवित्र आत्मा__ और ज्ञान से भरा था। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3068, H6944, H7307, G40, G4151 +* Strong's: H3068, H6944, H7307, G00400, G41510 From 96940e38055d352c55baf58ca43ba9ad8094d3e3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 07:28:28 +0000 Subject: [PATCH 041/412] Edit 'bible/kt/humble.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/humble.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/humble.md b/bible/kt/humble.md index d89f0ca..b002b5f 100644 --- a/bible/kt/humble.md +++ b/bible/kt/humble.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता # +# दीन, विनम्र, नम्र बनाया, नम्रता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दीन” शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो अपने आपको अन्यों से बड़ा नहीं समझता है। वह न तो घमण्डी है न अभिमानी है। दीनता दीन होने का गुण है। @@ -8,27 +8,27 @@ * मनुष्य यदि दीन बने तो वह स्वयं को कम महत्व के स्थान में रखता है। * नम्रता का अर्थ है अपने से अधिक दूसरों की आवश्यकता की सुधि लेना। * नम्रता का अर्थ यह भी है कि अपने वरदानों तथा योग्यताओं के उपयोग के समय किसी की सेवा में मर्यादा का पालन करना। -* “दीन बनो” का अनुवाद, “निराभिमान होना” हो सकता है। +* “दीन बनो” का अनुवाद, “निरभिमान होना” हो सकता है। * “परमेश्वर के सम्मुख दीन बनो” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की महानता को ग्रहण करके अपनी इच्छा परमेश्वर के आधीन कर दो”। (यह भी देखें: [घमंड](../other/proud.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [याकूब 01:19-21](rc://en/tn/help/jas/01/19) -* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13) -* [याकूब 04:8-10](rc://en/tn/help/jas/04/08) -* [लूका 14:10-11](rc://en/tn/help/luk/14/10) -* [लूका 18:13-14](rc://en/tn/help/luk/18/13) -* [मत्ती 18:4-6](rc://en/tn/help/mat/18/04) -* [मत्ती 23:11-12](rc://en/tn/help/mat/23/11) +* [याकूब 1:21](rc://hi/tn/help/jas/01/21) +* [याकूब 3:13](rc://hi/tn/help/jas/03/13) +* [याकूब 4:10](rc://hi/tn/help/jas/04/10) +* [लूका 14:11](rc://hi/tn/help/luk/14/11) +* [लूका 18:14](rc://hi/tn/help/luk/18/14) +* [मत्ती 18:4](rc://hi/tn/help/mat/18/04) +* [मत्ती 23:12](rc://hi/tn/help/mat/23/12) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था। -* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर)__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक बहुत ही __ नम्र__ व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था। +* __[34:10](rc://hi/tn/help/obs/34/10)__ “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह__छोटा__ किया जाएगा, और जो अपने आप को __छोटा__ बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G858, G4236, G4239, G4240, G5011, G5012, G5013, G5391 +* स्ट्रोंग्स: H1792, H3665, H6031, H6035, H6038, H6041, H6800, H6819, H7511, H7807, H7812, H8213, H8214, H8215, H8217, H8467, G08580, G42360, G42390, G42400, G50110, G50120, G50130, G53910 \ No newline at end of file From 6eb0a90adbdca943fb97bd8b7175303fb500662f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 08:00:33 +0000 Subject: [PATCH 042/412] Edit 'bible/kt/jealous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/jealous.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/jealous.md b/bible/kt/jealous.md index 91ff4bf..e5d0e43 100644 --- a/bible/kt/jealous.md +++ b/bible/kt/jealous.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# जलन, ईर्ष्या # +# ईर्ष्यालु, ईर्ष्या,डाह -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“जलन” और ईर्ष्या” का संदर्भ संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों में किसी वस्तु या मनुष्य के लिए अपनापन बनाए रखने की प्रबल इच्छा भी है। +“ईर्ष्यालु” और ईर्ष्या” का संदर्भ, संबन्ध की शुद्धता को सुरक्षित रखने की प्रबल इच्छा से है। इन शब्दों का सन्दर्भ उस उत्कट अभिलाषा से भी हो सकता है जिसमें कोई किसी वस्तु या मनुष्य पर अपना अधिकार समझता है। -* इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विवाह में विश्वासघाती रहा है। -* बाइबल में इन शब्दों द्वारा प्रजा को शुद्ध रहने और पाप से कलंकित न होने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है। -* परमेश्वर अपने नाम के सम्मान एवं श्रद्धा के लिए भी ईर्ष्यालु है। -* किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” के सामानान्त है। +* इन शब्दों द्वारा मनुष्य के क्रोध को भी व्यक्त किया जाता है जो विश्वासघाती जीवन साथी के प्रति उभरता है। +* इस शब्द को जब बाईबल में काम में लिया जाता है तब इनके द्वारा परमेश्वर की प्रजा को शुद्ध और पाप से निष्कलंक रहने की परमेश्वर की प्रबल इच्छा को भी दर्शाया गया है। +* परमेश्वर अपने नाम के लिए भी ईर्ष्यालु है, उसकी इच्छा है कि उसके नाम का सम्मान हो और एवं श्रद्धा अर्पित की जाए। +* इर्ष्या का एक और अर्थ भी है, कोई सफल और अधिक प्रसिद्द हो तो क्रोधित होना| किसी की सफलता और ख्याति पर क्रोध को भी ईर्ष्या कहते हैं। * यह “डाह” शब्द का सहार्थी है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “जलन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा” या “अपनेपन की इच्छा” +* “ईर्ष्यालु” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “सुरक्षा की प्रबल इच्छा रखने वाला” या “अपनेपन की इच्छा रखने वाला” * “ईर्ष्या” का अनुवाद “सुरक्षा की प्रबल भावना” या “अपनेपन की भावना” -* परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें तो ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है। -* मनुष्यों के प्रति मनुष्यों की क्रोधपूर्ण भावनाओं के संदर्भ में जब कोई सफल होता है तब “जलना” या “जलन” शब्दों का उपयोग किया जा सकता है। परन्तु ये शब्द परमेश्वर के लिए काम में न लें। +* परमेश्वर के लिए जब इस शब्द का अनुवाद करें नकारात्मक भाव प्रकट न हो, ऐसा प्रकट न हो कि परमेश्वर किसी से जलन रखता है। +* मनुष्यों के प्रति, जब कोई सफल होता है तब मनुष्यों की आवेशी भावनाओं के संदर्भ में "ईर्ष्यालु" या "ईर्ष्या" शब्दों का प्रयोग किया जा सकता है। परन्तु इन शब्दों का उपयोग परमेश्वर के लिए न करें। (यह भी देखें: [ईर्ष्या](../other/envy.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 12:20-21](rc://en/tn/help/2co/12/20) -* [व्यवस्थाविवरण 05:9-10](rc://en/tn/help/deu/05/09) -* [निर्गमन 20:4-6](rc://en/tn/help/exo/20/04) -* [यहेजकेल 36:4-6](rc://en/tn/help/ezk/36/04) -* [यहोशू 24:19-20](rc://en/tn/help/jos/24/19) -* [नहूम 01:2-3](rc://en/tn/help/nam/01/02) -* [रोमियो 13:13-14](rc://en/tn/help/rom/13/13) +* [2 कुरिन्थियों 12:20](rc://hi/tn/help/2co/12/20) +* [व्यवस्थाविवरण 5:9](rc://hi/tn/help/deu/05/09) +* [निर्गमन 20:5](rc://hi/tn/help/exo/20/05) +* [यहेजकेल 36:5](rc://hi/tn/help/ezk/36/05) +* [यहोशू 24:19](rc://hi/tn/help/jos/24/19) +* [नहूम 01:2-3](rc://hi/tn/help/nam/01/02) +* [रोमियो 13:13](rc://hi/tn/help/rom/13/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7065, H7067, H7068, H7072, G2205, G3863 +* स्ट्रोंग्स: H7065, H7067, H7068, H7072, G22050, G38630 From 88e3dcd3de5a5b68be75e3ccbd519d01f2db2fc3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 10:42:44 +0000 Subject: [PATCH 043/412] Edit 'bible/kt/jesus.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/jesus.md | 89 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 44 insertions(+), 45 deletions(-) diff --git a/bible/kt/jesus.md b/bible/kt/jesus.md index 5ef176d..b1ec45a 100644 --- a/bible/kt/jesus.md +++ b/bible/kt/jesus.md @@ -1,60 +1,59 @@ -# यीशु, यीशु मसीह, मसीह यीशु # +# यीशु, यीशु ख्रीस्त, मसीह यीशु -## तथ्य: ## +## तथ्य: -यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “मसीह” एक पदनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीहा” +यीशु परमेश्वर का पुत्र है। “यीशु” नाम का अर्थ है, “यहोवा बचाता है” “ख्रीस्त” एक उपनाम है जिसका अर्थ है, “अभिषिक्त जन” इसका दूसरा शब्द है, “मसीह” -ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु मसीह”। इन नामों से बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था। +* ये दोनों नाम प्रायः साथ-साथ रखे गए हैं, “मसीह यीशु” या “यीशु ख्रीस्त”। इन नामों द्वारा बल दिया गया है कि परमेश्वर का पुत्र मसीह है जो मनुष्यों को पापों के अनन्त दण्ड से बचाने आया था। +* पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के शाश्वत पुत्र को मनुष्यों में जन्माया| उसकी माता को स्वर्गदूत ने निर्देश दिया था कि उसका नाम "यीशु" रखे क्योंकि वह मनुष्यों को पापों से बचाने के लिए नियत था| +*यीशु ने अनेक चमत्कार किए जिनसे प्रकट हुआ कि वह परमेश्वर है और ख्रीस्त है और मसीह है| -* पवित्र आत्मा ने चमत्कारी रूप से परमेश्वर के अनन्त पुत्र को मानव रूप में जन्म दिया। उसके माता से स्वर्गदूत ने कहा था कि उसका नाम “यीशु” रखा जाए क्योंकि उसकी नियति में मनुष्यों का पापमोचन था। -* यीशु ने अनेक चमत्कारी कार्य किए जिससे सिद्ध हो गया था कि वह परमेश्वर है और वह ख्रिस्त या मसीह है। +## अनुवाद के सुझाव: -## अनुवाद के सुझाव: ## - -* अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” की वर्तनी ऐसी काम में ली जाती है कि उसका उच्चारण मूल भाषा के निकटतम हो। उदाहरणार्थ, “जेसुक्रिस्तो”, “जीज़स ख्रिस्तसो”, “येसुस क्रिस्तुस” और “हेतुक्रिस्तो” ये कुछ ऐसे तरीके हैं जो इन नामों को विभिन्न भाषाओं में अनुवादित करते हैं। -* “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द था उसके रूप काम में लाते हैं। +* अनेक भाषाओं में “यीशु” और “मसीह” शब्दों को इस प्रकार लिखा जाता है कि उनका उच्चारण और वर्तनी मूल भाषा के यथासंभव निकट रखी जाए| उदाहरणार्थ, "यीसुख्रीस्तो", "जीज़स ख्रीस्तुस", "येसूस क्रिसतुस" और "हेसुक्रिस्तो|' ये कुछ विधियां हैं जो विभिन्न भाषाओं में यीशु के नाम के अनुवाद के लिए काम में ली जाती हैं| +* “ख्रीस्त” शब्द के लिए कुछ अनुवाद सर्वत्र “मसीह” शब्द या उसके रूप काम में लाते हैं। * स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में भी इन शब्दों की वर्तनी पर ध्यान दें। (अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [मरियम](../names/mary.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) +(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [पिता परमेश्वर](../kt/godthefather.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [मरियम](../names/mary.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 06:9-11](rc://en/tn/help/1co/06/09) -* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01) -* [1 यूहन्ना 04:15-16](rc://en/tn/help/1jn/04/15) -* [1 तीमुथियुस 01:1-2](rc://en/tn/help/1ti/01/01) -* [2 पतरस 01:1-2](rc://en/tn/help/2pe/01/01) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13) -* [2 तीमुथियुस 01:8-11](rc://en/tn/help/2ti/01/08) -* [प्रे.का. 02:22-24](rc://en/tn/help/act/02/22) -* [प्रे.का. 05:29-32](rc://en/tn/help/act/05/29) -* [प्रे.का. 10:36-38](rc://en/tn/help/act/10/36) -* [इब्रानियों 09:13-15](rc://en/tn/help/heb/09/13) -* [इब्रानियों 10:19-22](rc://en/tn/help/heb/10/19) -* [लूका 24:19-20](rc://en/tn/help/luk/24/19) -* [मत्ती 01:20-21](rc://en/tn/help/mat/01/20) -* [मत्ती 04:1-4](rc://en/tn/help/mat/04/01) -* [फिलिप्पियों 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05) -* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://en/tn/help/php/02/09) -* [फिलिप्पियों 04:21-23](rc://en/tn/help/php/04/21) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://en/tn/help/rev/01/04) +* [1 कुरिन्थियों 6:11](rc://hi /tn/help/1co/06/11) +* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02) +* [1 यूहन्ना 4:15](rc://hi /tn/help/1jn/04/15) +* [1 तीमुथियुस 1:2](rc://hi /tn/help/1ti/01/02) +* [2 पतरस 1:2](rc://en/tn/help/2pe/01/02 ) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:15](rc://hi/tn/help/2th/02/15) +* [2 तीमुथियुस 1:10](rc://hi/tn/help/2ti/01/10 ) +* [प्रे.का. 2:23](rc://hi/tn/help/act/02/23) +* [प्रे.का. 5:30](rc://hi/tn/help/act/05/30) +* [प्रे.का. 10:36](rc://hi/tn/help/act/10/36) +* [इब्रानियों 9:14](rc://hi/tn/help/heb/09/14) +* [इब्रानियों 10:22](rc://hi /tn/help/heb/10/22) +* [लूका 24:20](rc://hi /tn/help/luk/24/20) +* [मत्ती 1:21](rc://hi /tn/help/mat/01/21) +* [मत्ती 4:3](rc://hi/tn/help/mat/04/03 ) +* [फिलिप्पियों 2:5](rc://hi/tn/help/php/02/05) +* [फिलिप्पियों 2:10](rc://hi/tn/help/php/02/10) +* [फिलिप्पियों 4:21-23](rc://hi /tn/help/php/04/21) +* [प्रकाशितवाक्य 1:6](rc://hi /tn/help/rev/01/06 ) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम __यीशु__ रखना और वह मसीहा होगा।” -* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ "तू उसका नाम __यीशु__ रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।" -* __[24:07](rc://en/tn/help/obs/24/07)__ तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि __यीशु__ ने कभी पाप नहीं किया था। -* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने __यीशु__ को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, __यीशु__ पुत्र को देखा, और पवित्र आत्मा को भी देखा। -* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__यीशु__ शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया, -* __[26:08](rc://en/tn/help/obs/26/08)__ फिर __यीशु__ गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को __यीशु__ ने चंगा किया। -* __[31:03](rc://en/tn/help/obs/31/03)__ यीशु__ ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया। -* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने __यीशु__ को मसीहा के रूप में अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे। -* __[40:08](rc://en/tn/help/obs/40/08)__ अपनी मृत्यु के जरिये__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया। -* __[42:11](rc://en/tn/help/obs/42/11)__ ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। __यीशु__ सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया। -* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ __यीशु__ और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। __यीशु__ अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। +* __[22:4](rc://hi/tn/help/obs/22/04)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा। तू उसका नाम __यीशु__ रखना और वह मसीहा होगा।” +* __[23:2](rc://hi/tn/help/obs/23/02)__ "तू उसका नाम __यीशु__ रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।" +* __[24:7](rc://hi /tn/help/obs/24/07)__ तो यहून्ना ने उनको (यीशु) बपतिस्मा दिया,यद्यपि __यीशु__ ने कभी पाप नहीं किया था। +* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__ केवल एक ही परमेश्वर है। परन्तु जब यूहन्ना ने __यीशु__ को बपतिस्मा दिया, पिता परमेश्वर को कहते सुना, और पुत्र __यीशु__ को और पवित्र आत्मा को भी देखा। +* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__यीशु__ शैतान के लालच में नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया, +* __[26:8](rc://hi/tn/help/obs/26/08)__ फिर __यीशु__ गलील के पूरे क्षेत्र में होकर फिरने लगा, और बड़ी भीड़ उसके पास आई। वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे जो बोल नहीं सकते और इन सभी को __यीशु__ ने चंगा किया। +* __[31:3](rc://hi/tn/help/obs/31/03)__ यीशु__ ने अपनी प्रार्थना समाप्त की और वह चेलों के पास चला गया। वह झील पर चलते हुए उनकी नाव की ओर आया। +* __[38:2](rc://hi /tn/help/obs/38/02)__ वह(यहूदा) जानता था कि यहूदी गुरुओं ने __यीशु__ को मसीहा होने से अस्वीकार कर दिया था और वे उसे मरवा डालने की योजना बना रहे थे। +* __[40:8](rc://hi/tn/help/obs/40/08)__ अपनी मृत्यु के द्वारा__ यीशु__ ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया। +* __[42:11](rc://hi/tn/help/obs/42/11)__ ” प्रभु__ यीशु__ स्वर्ग पर उठा लिया गया और एक बादल ने उसे उनकी आँखों से छिपा लिया। __यीशु__ सब बातो पर शासन करने के लिए परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठ गया। +* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ __यीशु__ और उसके लोग नई पृथ्वी पर रहेंगे, और यहाँ जो कुछ भी पाया जाता है उसपर हमेशा राज्य करेंगे। वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई दुख, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी। __यीशु__ अपने राज्य पर शान्ति व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2424, G5547 +* Strong's: G24240, G55470 From fe6c506367348f160952df59324366805fac590b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 11:27:11 +0000 Subject: [PATCH 044/412] Edit 'bible/kt/judge.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/judge.md | 53 ++++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 27 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/judge.md b/bible/kt/judge.md index f2f3cd2..3927af8 100644 --- a/bible/kt/judge.md +++ b/bible/kt/judge.md @@ -1,43 +1,44 @@ # न्यायी, न्याय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“न्यायी” और “न्याय” का संदर्भ किसी नैतिक या अनैतिक काम के इस बारे में निर्णय लेने का उल्लेख करते हैं। +“न्यायी” और “न्याय” शब्दों का सन्दर्भ प्रायः निर्णय लेने से है कि कोई बात अच्छी, बुद्धिमानी की, या नयोचित है या नहीं| इन शब्दों का संदर्भ किसी मनुष्य द्वारा निर्णय के परिणाम स्वरुप किए गए कामों से भी हो सकता है- प्रायः किसी बात के विषय निर्णय लेने लेने के परिप्रेक्ष्य में कि वह बुरी, अनुचित या दुष्टता की तो नहीं है| -* “परमेश्वर का न्याय” अर्थात किसी न किसी को पापी के रूप में निंदा करने के उसके निर्णय को संदर्भित करता है। +* "न्यायी" और "न्याय" इन शब्दों का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी को"हानि पहुंचाना" (अधिकतर तब जब परमेश्वर ने निर्णय ले लिया है कि किसी मनुष्य या देश के काम दुष्टता के हैं|) +* “परमेश्वर का न्याय” इस उक्ति का सन्दर्भ प्रायः किसी मनुष्य या वस्तु को पाप का दोषी ठहराने के लिए परमेश्वर के निर्णय के सन्दर्भ में भी होता है| * परमेश्वर का न्याय प्रायः मनुष्यों को पाप का दण्ड देना होता है। -* “न्याय करने” का अर्थ “दोषी ठहराना” है। परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें। +* “न्याय करना” इसका अर्थ हो सकता है, “दोषी ठहराना|" परमेश्वर अपने लोगों से कहता है कि वे एक दूसरे का ऐसा न्याय नहीं करें। * इसका एक और अर्थ है “के बीच मध्यस्थता” या “दो मनुष्यों का न्याय करना” कि मतभेद में कौन सही है। -* कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों को सम्मानार्थक है। -* “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी की निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है। +* कुछ प्रकरणों में परमेश्वर के “न्याय” का अर्थ है परमेश्वर ने किस बात को उचित एवं न्याय सम्मत ठहराया है। यह उसके आदेश, नियमों या अध्यादेशों के अनुरूप है। +* “न्याय” का संदर्भ बुद्धिमानी का निर्णय लेने की क्षमता। जिस मनुष्य में “न्याय” की कमी है उसमें बुद्धिमानी के निर्णय लेने की योग्यता नहीं है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “न्याय करना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “निर्णय लेना” या “दोषी ठहराना” या “दण्ड देना” या “आज्ञा देना” -* “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष” के रूप में किया जा सकता है। -* कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय” हो सकता है। +* “न्याय” का अनुवाद “दण्ड” या “निर्णय” या “आदेश” या “आज्ञा” या “दोष देने” के रूप में किया जा सकता है। +* कुछ प्रकरणों में “न्याय में” का अनुवाद हो सकता है, “न्याय के दिन” या “परमेश्वर द्वारा मनुष्यों के न्याय का समय।" -(यह भी देखें: [आदेश](../other/decree.md), [न्यायी](../other/judgeposition.md), [न्याय के दिन](../kt/judgmentday.md), [उचित](../kt/justice.md), [व्यवस्था](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) +(यह भी देखें: [आदेश](../other/decree.md), [न्यायी](../other/judgeposition.md), [न्याय का दिन](../kt/judgmentday.md), [उचित](../kt/justice.md), [नियम](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 04:17-18](rc://en/tn/help/1jn/04/17) -* [1 राजा 03:7-9](rc://en/tn/help/1ki/03/07) -* [प्रे.का. 10:42-43](rc://en/tn/help/act/10/42) -* [यशायाह 03:13-15](rc://en/tn/help/isa/03/13) -* [याकूब 02:1-4](rc://en/tn/help/jas/02/01) -* [लूका 06:37](rc://en/tn/help/luk/06/37) -* [मीका 03:9-11](rc://en/tn/help/mic/03/09) -* [भजन संहिता 054:1-3](rc://en/tn/help/psa/054/001) +* [1 यूहन्ना 4:17](rc://hi/tn/help/1jn/04/17) +* [1 राजा 3:9](rc://hi/tn/help/1ki/03/09) +* [प्रे.का. 10:42-43](rc://hi/tn/help/act/10/42) +* [यशायाह 3:14](rc://hi/tn/help/isa/03/14) +* [याकूब 2:4](rc://hi/tn/help/jas/02/04) +* [लूका 6:37](rc://hi /tn/help/luk/06/37) +* [मीका 3:9-11](rc://hi/tn/help/mic/03/09) +* [भजन संहिता 54:1](rc://hi /tn/help/psa/054/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तब परमेश्वर उन्हें __दोषी ठहराएगा__ और उन्हें दण्डित करेंगा। -* __[21:08](rc://en/tn/help/obs/21/08)__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का __न्याय__ करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से __न्याय__ करेगा और उचित निर्णय लेगा। -* __[39:04](rc://en/tn/help/obs/39/04)__ इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या __न्याय__ है?” -* __[50:14](rc://en/tn/help/obs/50/14)__ परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का __न्याय करेंगे__। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। +* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी देना आरंभ किया कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तो परमेश्वर उन्हें __दोषी ठहराएगा__ और उन्हें दण्डित करेंगा। +* __[21:08](rc://hi/tn/help/obs/21/08)__राजा वह होता है जो राज्य पर शासन करता है और लोगों का __न्याय__ करता है। मसीह एक सिद्ध राजा होगा जो की दाऊद के सिंहासन पर विराजमान होगा। वह हमेशा के लिए संसार पर राज्य करेगा, और सदैव सच्चाई से __न्याय__ करेगा और उचित निर्णय लेगा। +* __[39:04](rc://hi/tn/help/obs/39/04)__ इस पर महा याजक ने क्रोध में अपने वस्त्र फाड़े और अन्य धार्मिक नेताओं से कहा कि, “अब हमें गवाहों की क्या जरुरत। तुमने अभी सुना है कि इसने अपने को परमेश्वर का पुत्र कहा है। तुम्हारा क्या __न्याय__ है?” +* __[50:14](rc://hi/tn/help/obs/50/14)__ परन्तु जो यीशु पर विश्वास नहीं करेंगे परमेश्वर उनमें से हर एक का __न्याय करेंगे__। वह उन्हें नरक में फेंक देगा, जहाँ वे वेदना में सदा रोएँगे और दाँत पीसेंगे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G144, G350, G968, G1106, G1252, G1341, G1345, G1348, G1349, G2917, G2919, G2920, G2922, G2923, G4232 +* स्ट्रोंग्स: H0148, H0430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H2940, H4055, H4941, H6414, H6415, H6416, H6417, H6419, H6485, H8196, H8199, H8201, G01440, G03500, G09680, G11060, G12520, G13410, G13450, G13480, G13490, G29170, G29190, G29200, G29220, G29230, G42320 \ No newline at end of file From e22cbcee0c077311419161ad3475f1db316c9a6d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 12:21:43 +0000 Subject: [PATCH 045/412] Edit 'bible/kt/justice.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/justice.md | 25 ++++++++++++++++--------- 1 file changed, 16 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/kt/justice.md b/bible/kt/justice.md index 324d8bf..8b52d34 100644 --- a/bible/kt/justice.md +++ b/bible/kt/justice.md @@ -1,17 +1,24 @@ -# सच्चा, न्याय, न्याय से, अन्याय, औचित्य +# न्यायोचित, न्याय, अन्याय, न्यायसंगत सिद्ध करना, औचित्य -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -इन शब्दों का अभिप्राय है परमेश्वर के नियमानुसार, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष व्यवहार करना। मानवीय नियम जो मनुष्यों के साथ उचित व्यवहार के परमेश्वर निर्धारित मानकों को दर्शाते हैं वे भी न्यायसम्मत हैं। +"न्यायोचित" और "न्याय" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल निष्पक्ष व्यवहार करना| मानवीय नियम जो उचित व्यवहार के परमेश्वर के मानकों को प्रकट करते हैं, वे भी न्यायोचितं होते हैं| -* “सच्चा” अर्थात मनुष्यों के साथ निष्पक्ष एवं उचित व्यवहार करना। यह परमेश्वर की दृष्टि में नैतिकता में उचित कार्य करना भी है। -* “धर्मी” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ ऐसा व्यवहार करना जो परमेश्वर के नियमानुसार उचित उत्तम तथा न्यायसम्मत है। -* “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों की सुरक्षा में या नियमों के उल्लंघन में। -* कभी-कभी “सच्चा” का अर्थ व्यापक होता है जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना” +* “न्यायसंगत” होने का अर्थ है, मनुष्यों के साथ निष्पक्ष और उचित व्यवहार करना| इसमें परमेश्वर की दृष्टि में नैतीता में उचित काम करने की सत्यनिष्ठा औए एकनिष्ठा| +* “न्यायोचित” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल न्याय्य,भला और उचित व्यवहार करना| +* “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों द्वारा सुरक्षा या नियमों के उल्लंघन का दंड। +* कभी-कभी “न्यायोचित” शब्द का अर्थ अधिक व्यापक होता है, जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना” +"अन्याय" और "अन्याय से" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ पक्षपात और हानिकारक व्यवहार से है| +* "अन्याय" का अर्थ है, किसी के साथ बुरा करना जिसके योग्य वह नहीं है| इसका सन्दर्भ मनुष्यों में पक्षपात करने से है| +* "अन्याय" का अर्थ यह भी होता है कि कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जबकि दूसरों के साथ अछा व्यवहार किया जाता है| +* जो मनुष्य अन्याय का व्यवहार करता है, वह "पक्षपाती" या "अपकारी" कहते हैं क्योंकि वह सबके साथ समता का व्यवहार नहीं करता है| +"न्याय करना" और "न्यायसंगत ठहराना", इन शब्दों का सन्दर्भ एक दोषी मनुष्य को न्यायोचित ठहराने से है| केवल परमेश्वर मनुष्य को वास्तव में न्यायोचित ठहराता है| +* जब परमेश्वर मनुष्य को न्यायोचित कह देता है तब वह ऐसा कर देता है कि जैसे उनमें कोई पाप नहीं है| वह मन फिराने वाले पापियों को जो अपने पापों से उद्धार पाने के लिए यीशु में विश्वास करते हैं, उनको न्यायोचित ठहराता है| +* "न्यायोचित" शब्द का सन्दर्भ मनुष्यों के पापों की क्षमा और उसकी दृष्टि में धर्मी ठहराए जाने के परमेश्वर के काम के सन्दर्भ में है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “सच्चा” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”। +* प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”। * “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”। * “सच्चा व्यवहार” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “निष्पक्षता का व्यवहार” * कुछ प्रकरणों में “सच्चा” का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है। From 09a948c2798a6cfd10310d64ca8641cc0b197413 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 13:33:38 +0000 Subject: [PATCH 046/412] Edit 'bible/kt/justice.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/justice.md | 48 ++++++++++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 28 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/kt/justice.md b/bible/kt/justice.md index 8b52d34..74589a5 100644 --- a/bible/kt/justice.md +++ b/bible/kt/justice.md @@ -8,6 +8,8 @@ * “न्यायोचित” व्यवहार करना अर्थात मनुष्यों के साथ परमेश्वर की व्यवस्था के अनुकूल न्याय्य,भला और उचित व्यवहार करना| * “न्याय” पाना अर्थात विधान के अन्तर्गत उचित व्यवहार प्राप्त करना, नियमों द्वारा सुरक्षा या नियमों के उल्लंघन का दंड। * कभी-कभी “न्यायोचित” शब्द का अर्थ अधिक व्यापक होता है, जैसे “धर्मी” या “परमेश्वर के नियमों का पालन करना” + + "अन्याय" और "अन्याय से" इन शब्दों का सन्दर्भ मनुष्यों के साथ पक्षपात और हानिकारक व्यवहार से है| * "अन्याय" का अर्थ है, किसी के साथ बुरा करना जिसके योग्य वह नहीं है| इसका सन्दर्भ मनुष्यों में पक्षपात करने से है| * "अन्याय" का अर्थ यह भी होता है कि कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया जाता है जबकि दूसरों के साथ अछा व्यवहार किया जाता है| @@ -16,18 +18,35 @@ * जब परमेश्वर मनुष्य को न्यायोचित कह देता है तब वह ऐसा कर देता है कि जैसे उनमें कोई पाप नहीं है| वह मन फिराने वाले पापियों को जो अपने पापों से उद्धार पाने के लिए यीशु में विश्वास करते हैं, उनको न्यायोचित ठहराता है| * "न्यायोचित" शब्द का सन्दर्भ मनुष्यों के पापों की क्षमा और उसकी दृष्टि में धर्मी ठहराए जाने के परमेश्वर के काम के सन्दर्भ में है| -## अनुवाद के सुझाव: - -* प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”। -* “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”। -* “सच्चा व्यवहार” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “निष्पक्षता का व्यवहार” -* कुछ प्रकरणों में “सच्चा” का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है। - (यह भी देखें: [न्यायी](../kt/judge.md), [धर्मीजन](../kt/righteous.md), [सीधा](../kt/upright.md),क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,) ## बाइबल सन्दर्भ: ## - +## अनुवाद के सुझाव: + + + * प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”। +* “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”। +* “न्यायसंगत काम"” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “न्यायोचित व्यवहार” +* कुछ प्रकरणों में “न्यायोचित” शब्द का अनुवाद “धर्मी” या “खरा” भी हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार, "अन्याय" का अनुवाद "पक्षपात" या "अपकार" या "अधर्म" भी हो सकता है| +* "अधर्मी लोग" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अन्यायी लोग" या "अपकारी लोग" या "मनुष्यों के साथ पक्षपात करने वाले लोग" या "धर्म विरोधी लोग" या "परमेश्वर के अवज्ञाकारी लोग" +* "अन्यायपूर्ण" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पक्षपाती व्यवहार मनें" या "अनुचित रूप से" या "अपकार में" +* "अन्याय का अनुवाद हो सकता है, "अनुचित व्यवहार" या "पक्षपात का काम" + (देखें: [abstractnouns](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) +* "न्यायोचित ठहराना" के अन्य अन्नुवाद हो सकते हैं, किसी को "धर्मी ठहराना" या " किसी के लिए "धर्मी होने का कारण बनना" +* + +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## + +* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। +* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। +* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें। +* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर शान्ति व __न्याय__ के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। + +## शब्द तथ्य: ## + +* Strong's: H205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G91, G93, G94, G1342, G1344, G1345, G1346, G1347, G1738 * [उत्पत्ति 44:16](rc://en/tn/help/gen/44/16) * [1 इतिहास 18:14](rc://en/tn/help/1ch/18/14) @@ -52,15 +71,4 @@ * [तीतुस 03:6-7](rc://en/tn/help/tit/03/06) * [इब्रानियों 06:10](rc://en/tn/help/heb/06/10) * [याकूब 02:24](rc://en/tn/help/jas/02/24) -* [प्रका. 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03) - -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## - -* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। -* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। -* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें। -* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर शान्ति व __न्याय__ के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। - -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G91, G93, G94, G1342, G1344, G1345, G1346, G1347, G1738 \ No newline at end of file +* [प्रका. 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03) \ No newline at end of file From d6a26ddf331116ae8d5e510d575418bd36d43c80 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 13:45:18 +0000 Subject: [PATCH 047/412] Edit 'bible/kt/justice.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/justice.md | 4 +++- 1 file changed, 3 insertions(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/justice.md b/bible/kt/justice.md index 74589a5..1f92f8b 100644 --- a/bible/kt/justice.md +++ b/bible/kt/justice.md @@ -35,7 +35,9 @@ * "अन्याय का अनुवाद हो सकता है, "अनुचित व्यवहार" या "पक्षपात का काम" (देखें: [abstractnouns](rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns)) * "न्यायोचित ठहराना" के अन्य अन्नुवाद हो सकते हैं, किसी को "धर्मी ठहराना" या " किसी के लिए "धर्मी होने का कारण बनना" -* +* "औचित्य" का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी घोषित किया जाना" या "धर्मी हो जाना" या "मनुष्यों के धर्मी होने का कारण होना" +* "औचित्य का परिणाम होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि परमेश्वर ने अनेक मनुष्यों को धर्मी ठहराया है" या "जिसका परिणाम हुआ कि परमेश्वर अनेक मनुष्यों के लिए धर्मी होने का कारण बना" +"हमें धर्मी ठहराने के लिए", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि हम परमेश्वर के द्वारा धर्मी ठहराए जाएं" ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## From 822e268713d4b886ad861bc122807bfaf4850b51 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 16 Oct 2021 13:56:10 +0000 Subject: [PATCH 048/412] Edit 'bible/kt/justice.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/justice.md | 23 +++++++++-------------- 1 file changed, 9 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/justice.md b/bible/kt/justice.md index 1f92f8b..315d5ad 100644 --- a/bible/kt/justice.md +++ b/bible/kt/justice.md @@ -20,10 +20,6 @@ (यह भी देखें: [न्यायी](../kt/judge.md), [धर्मीजन](../kt/righteous.md), [सीधा](../kt/upright.md),क्षमा, अपराध, न्यायाधीश, धर्मी,) -## बाइबल सन्दर्भ: ## - -## अनुवाद के सुझाव: - * प्रकरण के अनुसार, “न्यायोचित” का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं “नैतिकता में उचित” या “निष्पक्ष”। * “न्याय” का अनुवाद हो सकता है, “निष्पक्ष व्यवहार” या “योग्य परिणाम”। @@ -39,16 +35,12 @@ * "औचित्य का परिणाम होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि परमेश्वर ने अनेक मनुष्यों को धर्मी ठहराया है" या "जिसका परिणाम हुआ कि परमेश्वर अनेक मनुष्यों के लिए धर्मी होने का कारण बना" "हमें धर्मी ठहराने के लिए", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "जिससे कि हम परमेश्वर के द्वारा धर्मी ठहराए जाएं" -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। -* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। -* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें। -* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर शान्ति व __न्याय__ के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। - -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G91, G93, G94, G1342, G1344, G1345, G1346, G1347, G1738 +* __[17:9](rc://hi/tn/help/obs/17/09)__दाऊद ने कई वर्षों तक __न्याय__ व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। +* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/18/13)__ कुछ राजा अच्छे मनुष्य भी थे, जिन्होंने __उचित__ रूप से शासन किया और परमेश्वर की उपासना की। +* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए __न्याय__ और उन पर दया करना आरंभ करें। +* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य में शान्ति व __न्याय__ का शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा। * [उत्पत्ति 44:16](rc://en/tn/help/gen/44/16) * [1 इतिहास 18:14](rc://en/tn/help/1ch/18/14) @@ -73,4 +65,7 @@ * [तीतुस 03:6-7](rc://en/tn/help/tit/03/06) * [इब्रानियों 06:10](rc://en/tn/help/heb/06/10) * [याकूब 02:24](rc://en/tn/help/jas/02/24) -* [प्रका. 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03) \ No newline at end of file +* [प्रका. 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03) + +## शब्द तथ्य +* स्ट्रोंग्स: H0205, H2555, H3477, H4941, H5765, H5766, H5767, H6662, H6663, H6664, H6666, H8003, H8264, H8636, G00910, G00930, G00940, G13420, G13440, G13450, G13460, G13470, G17380 \ No newline at end of file From 435c0fde7e4252dd8bf067f1b9ee6e7726ba974e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 09:45:09 +0000 Subject: [PATCH 049/412] Edit 'bible/kt/kingdomofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/kingdomofgod.md | 62 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 31 insertions(+), 31 deletions(-) diff --git a/bible/kt/kingdomofgod.md b/bible/kt/kingdomofgod.md index 32b9fd3..892e19d 100644 --- a/bible/kt/kingdomofgod.md +++ b/bible/kt/kingdomofgod.md @@ -1,51 +1,51 @@ # परमेश्‍वर का राज्य, स्वर्ग का राज्य # -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है और जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है। +“परमेश्वर का राज्य” और “स्वर्ग का राज्य” दोनों ही परमेश्वर के राज्य एवं अधिकार के संदर्भ में है जो उसकी प्रजा और संपूर्ण सृष्टि पर है। -* यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका सीधे तौर से नाम न लें। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) +* यहूदी “स्वर्ग” शब्द को प्रायः परमेश्वर के संदर्भ में काम में लेते थे कि उसका नाम न लें। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy)) * नये नियम में मत्ती रचित सुसमाचार वृत्तान्त में मत्ती परमेश्वर के राज्य को “स्वर्ग का राज्य” कहता है क्योंकि उसका लक्षित समूह संभवतः यहूदी समुदाय था। * परमेश्वर के राज्य का अर्थ है परमेश्वर मनुष्यों पर आत्मिक परिप्रेक्ष्य में राज करता है वरन् लौकिक संसार पर भी राज करता है। * पुराने नियम के भविष्यद्वक्ताओं ने कहा था कि परमेश्वर अपना मसीह भेजेगा कि वह धार्मिकता के साथ राज करे। परमेश्वर का पुत्र, यीशु ही वह मसीह है जो परमेश्वर के राज्य में सदाकालीन राज करेगा। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा के रूप में राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज” किया जा सकता है। -* शब्द “स्वर्ग का राज्य” का अनुवाद “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब कुछ पर स्वर्ग का शासन” के रूप में भी किया जा सकता है। यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो अनुवाद "परमेश्वर का राज्य" किया जा सकता है। +* प्रकरण पर आधारित “परमेश्वर का राज्य” का अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “परमेश्वर का शासन(राजा के रूप में)” या “जब परमेश्वर राजा होकर राज करेगा” या “सब पर परमेश्वर का राज” +* शब्द “स्वर्ग का राज्य”, इसका अनुवाद किया जा सकता है, “राजा के रूप में स्वर्ग से परमेश्वर का शासन” या “परमेश्वर जो स्वर्ग में है राज्य करता है” या “स्वर्ग का राज्य” या “सब पर स्वर्ग का शासन।" यदि यह सरल और स्पष्ट रूप से अनुवाद करना संभव नहीं है, तो इस प्रकार अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर का राज्य" * कुछ अनुवादक अग्रेज़ी में हेवन(स्वर्ग)शब्द का पहला अक्षर बड़ा रखते हैं ताकि ये परमेश्वर को संदर्भित करे। अन्य पाठ में एक टिप्पणी शामिल कर सकते हैं, जैसे "स्वर्ग का राज्य" (अर्थात् 'परमेश्वर का राज्य')। " -* छपे हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे इस अभिव्यक्ति में "स्वर्ग" के अर्थ को समझाने के लिए पाद टिप्पणी का उपयोग कर सकते है। +* छपी हुए बाइबल के पृष्ठ के नीचे पादटिप्पणी देकर इस अभिप्राय में "स्वर्ग" इस अभिव्यक्ति में जो "स्वर्ग" का अर्थ है उसको समझाया जा सकता है| (यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [यहूदियों का राजा](../kt/kingofthejews.md), [राज करना](../other/reign.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:3-5](rc://en/tn/help/2th/01/03) -* [प्रे.का. 08:12-13](rc://en/tn/help/act/08/12) -* [प्रे.का. 28:23-24](rc://en/tn/help/act/28/23) -* [कुलुस्सियों 04:10-11](rc://en/tn/help/col/04/10) -* [यूहन्ना 03:3-4](rc://en/tn/help/jhn/03/03) -* [लूका 07:27-28](rc://en/tn/help/luk/07/27) -* [लूका 10:8-9](rc://en/tn/help/luk/10/08) -* [लूका 12:31-32](rc://en/tn/help/luk/12/31) -* [मत्ती 03:1-3](rc://en/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 04:17](rc://en/tn/help/mat/04/17) -* [मत्ती 05:9-10](rc://en/tn/help/mat/05/09) -* [रोमियो 14:16-17](rc://en/tn/help/rom/14/16) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:5](rc://hi/tn/help/2th/01/05) +* [प्रे.का. 8:12-13](rc://hi/tn/help/act/08/12) +* [प्रे.का. 28:23](rc://hi/tn/help/act/28/23) +* [कुलुस्सियों 4:11](rc://hi/tn/help/col/04/11) +* [यूहन्ना 3:3](rc://hi/tn/help/jhn/03/03) +* [लूका 7:28](rc://hi/tn/help/luk/07/28) +* [लूका 10:9](rc://hi/tn/help/luk/10/09) +* [लूका 12:31-32](rc://hi/tn/help/luk/12/31) +* [मत्ती 3:2](rc://hi/tn/help/mat/03/02) +* [मत्ती 4:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17) +* [मत्ती 5:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10) +* [रोमियो 14:17](rc://hi/tn/help/rom/14/17) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[24:02](rc://en/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि __स्वर्ग का राज्य__ निकट आ गया है !” -* __[28:06](rc://en/tn/help/obs/28/06)__ तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का __स्वर्ग के राज्य__ में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि __परमेश्वर के राज्य__ में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।” -* __[29:02](rc://en/tn/help/obs/29/02)__ यीशु ने कहा “ इसलिये __स्वर्ग का राज्य__ उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा। -* __[34:01](rc://en/tn/help/obs/34/01)__ यीशु ने उन्हें __स्वर्ग के राज्य__ के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “__स्वर्ग का राज्य__ राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया। -* __[34:03](rc://en/tn/help/obs/34/03)__ यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “__स्वर्ग का राज्य__ खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।” -* __[34:04](rc://en/tn/help/obs/34/04)__ “__स्वर्ग का राज्य__ खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।” -* __[34:05](rc://en/tn/help/obs/34/05)__ “__परमेश्वर का राज्य__ बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।” -* __[42:09](rc://en/tn/help/obs/42/09)__ उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें __परमेश्वर के राज्य__ की शिक्षा देता रहा। -* __[49:05](rc://en/tn/help/obs/49/05)__ यीशु ने कहा कि __परमेश्वर का राज्य__ इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है। -* __[50:02](rc://en/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को __परमेश्वर के राज्य__ के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।" +* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि __स्वर्ग का राज्य__ निकट आ गया है !” +* __[28:6](rc://hi/tn/help/obs/28/06)__ तब यीशु ने अपने चेलों से कहा, "मैं तुम से सच सच कहता हुँ कि धनवान का __स्वर्ग के राज्य__ में प्रवेश करना कठिन है। तुमसे, फिर कहता हूँ कि __परमेश्वर के राज्य__ में धनवान के प्रवेश करने से ऊँट का सूई के नाके में से निकल जाना सहज है।” +* __[29:2](rc://hi/tn/help/obs/29/02)__ यीशु ने कहा “ इसलिये __स्वर्ग का राज्य__ उस राजा के समान है, जिसने अपने दासों से लेखा लेना चाहा। +* __[34:1](rc://hi/tn/help/obs/34/01)__ यीशु ने उन्हें __स्वर्ग के राज्य__ के बारे में और कहानियाँ बताई। उदहारण के लिये, उसने कहा, “__स्वर्ग का राज्य__ राई के एक दाने के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने लेकर अपने खेत में बो दिया। +* __[34:3](rc://hi/tn/help/obs/34/03)__ यीशु ने एक और कहानी उन्हें बताई, “__स्वर्ग का राज्य__ खमीर के समान है जिसको किसी स्त्री ने लेकर तीन पसेरी आटे में मिला दिया और होते-होते वह सारा आटा खमीरा हो गया।” +* __[34:4](rc://hi/tn/help/obs/34/04)__ “__स्वर्ग का राज्य__ खेत में छिपे हुए धन के समान है, जिसे किसी व्यक्ति ने छिपाया। एक दुसरे व्यक्ति को वो धन मिला और उसने भी उसे वापस छिपा दिया।” +* __[34:5](rc://hi/tn/help/obs/34/05)__ “__परमेश्वर का राज्य__ बहुमूल्य सर्वोतम मोती की तरह भी है।” +* __[42:9](rc://hi/tn/help/obs/42/09)__ उसने ऐसे कई तरीको से अपने चेलों को साबित किया कि वह जीवित है और उन्हें __परमेश्वर के राज्य__ की शिक्षा देता रहा। +* __[49:5](rc://hi/tn/help/obs/49/05)__ यीशु ने कहा कि __परमेश्वर का राज्य__ इस संसार की सारी वस्तुओं से कहीं अधिक मूल्यवान है। +* __[50:2](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को __परमेश्वर के राज्य__ के बारे में शुभ समाचार का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।" -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G932, G2316, G3772 +* Strong's: G09320, G23160, G37720 From 869a1d3db710d8d6a713a4d7aafee03a50382a33 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 09:51:02 +0000 Subject: [PATCH 050/412] Edit 'bible/kt/lastday.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/lastday.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/kt/lastday.md b/bible/kt/lastday.md index 026e349..5abb736 100644 --- a/bible/kt/lastday.md +++ b/bible/kt/lastday.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# अन्तिम दिन, उत्तरवर्ती दिन +# अन्तिम दिन, अंत के दिनों ## परिभाषा: -“अन्तिम दिनों” या “उत्तरवर्ती दिन” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं। +“अन्तिम दिनों” या “अंत के दिनों” सामान्यतः इस वर्तमान युग के अन्त के समय का संदर्भ देते हैं। * यह समय अज्ञात अवधि है। * “अन्तिम दिन” न्याय का समय होगा, परमेश्वर से विमुख होने वालों का न्याय। @@ -16,15 +16,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 3:3-4](rc://hin/tn/help/2pe/03/03) -* [दानिय्येल 10:14-15](rc://hin/tn/help/dan/10/14) -* [इब्रानियों 1:2](rc://hin/tn/help/heb/01/02) -* [यशायाह 2:2](rc://hin/tn/help/isa/02/02) -* [याकूब 5:3](rc://hin/tn/help/jas/05/03) -* [यिर्मयाह 23:19-20](rc://hin/tn/help/jer/23/19) -* [यूहन्ना 11:24-26](rc:/hin/tn/help/jhn/11/24) -* [मीका 4:1](rc://hin/tn/help/mic/04/01) +* [2 पतरस 3:3-4](rc://hi/tn/help/2pe/03/03) +* [दानिय्येल 10:14-15](rc://hi/tn/help/dan/10/14) +* [इब्रानियों 1:2](rc://hi/tn/help/heb/01/02) +* [यशायाह 2:2](rc://hi/tn/help/isa/02/02) +* [याकूब 5:3](rc://hi/tn/help/jas/05/03) +* [यिर्मयाह 23:19-20](rc://hi/tn/help/jer/23/19) +* [यूहन्ना 11:24-26](rc:/hi/tn/help/jhn/11/24) +* [मीका 4:1](rc://hi/tn/help/mic/04/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H319, H3117, G2078, G2250 +* स्ट्रोंग्स: H0319, H3117, G20780 , G22500 From ef441b6f96ab9aaefb6145a57ad9b2a899fdb043 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 09:52:52 +0000 Subject: [PATCH 051/412] Edit 'bible/kt/kingdomofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/kingdomofgod.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/kingdomofgod.md b/bible/kt/kingdomofgod.md index 892e19d..d20db05 100644 --- a/bible/kt/kingdomofgod.md +++ b/bible/kt/kingdomofgod.md @@ -48,4 +48,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G09320, G23160, G37720 +* स्ट्रोंग्स: G09320, G23160, G37720 \ No newline at end of file From 41fd5794f488d9d58a0dcd28f7eb2644c1a019cd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 10:21:02 +0000 Subject: [PATCH 052/412] Edit 'bible/kt/lawofmoses.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/lawofmoses.md | 50 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 25 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/kt/lawofmoses.md b/bible/kt/lawofmoses.md index a230a80..4fe3929 100644 --- a/bible/kt/lawofmoses.md +++ b/bible/kt/lawofmoses.md @@ -1,8 +1,8 @@ # व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था # -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -ये सब शब्द आज्ञाओं और इस्राएल के पालन हेतु परमेश्वर द्वारा मूसा को दिए गए आदेशों का संदर्भ देते हैं। “व्यवस्था” और “परमेश्वर की व्यवस्था” सामान्यतः उन सब बातों के संदर्भ में उपयोग किए गए है जो परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा माने। +सर्वाधिक भाषा में "व्यवस्था" शब्द का सन्दर्भ शासन या निर्देशनों से है जिनका पालन करना अनिवार्य होता है| बाईबल में, व्यवस्था का प्रायः सामान्य उपयोग उस हेर एक बात वरन सब बातों के लिए किया गया है जिन्हें परमेश्वर चाहता है कि उसकी प्रजा पालन करे और उन पर चले| यह विशिष्ट शब्द, "मूसा की व्यवस्था" उन आज्ञाओं और निर्देशनों के सन्दर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने इस्राएल द्वारा पालन करने हेतु मूसा को दीए थे| * प्रकरण के आधार पर “व्यवस्था” का अभिप्राय होगाः * पत्थर की पट्टियों पर इस्राएल के पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा दस आज्ञाएं। @@ -12,38 +12,38 @@ * परमेश्वर के सब आदेश एवं इच्छा * “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” नये नियम में इब्रानी धर्मशास्त्र (या पुराने नियम) के लिए काम में ली गई उक्ति है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक हैं। +* इस शब्द का अनुवाद बहुवचन में “व्यवस्थाएं” किया जा सकता है क्योंकि वे अनेक निर्देशनों के सन्दर्भ में हैं। * “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद हो सकता है, “इस्राएल को देने के लिए परमेश्वर ने मूसा को जो नियम सुनाए”। -* प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो कि परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था" के रूप में हो सकता है। -* “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” के अनुवाद में, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश” भी शामिल हो सकते है। -* “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद , “यहोवा की व्यवस्था” या “परमेश्वर द्वारा पालन हेतु उच्चारित नियम” या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें” के रूप में भी हो सकता है। +* प्रकरण के आधार पर “मूसा की व्यवस्था” का अनुवाद यह भी हो सकता है, “मूसा को सुनाए गए परमेश्वर के नियम” या “मूसा द्वारा लिखे गए परमेश्वर के नियम” या "नियम जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को देने के लिए मूसा को दिया था" +* “व्यवस्था” या “परमेश्वर की व्यवस्था” या “परमेश्वर की विधियां” इनका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से प्राप्त नियम” या “परमेश्वर की आज्ञाएं” या “परमेश्वर ने जो नियम दिए” या “परमेश्वर द्वारा आदेशित सब बातें” या “परमेश्वर के सब आदेश” +* “यहोवा की व्यवस्था” का अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है, “यहोवा की व्यवस्था” या “ पालन करने हेतु परमेश्वर द्वारा उच्चारित नियम” या "यहोवा प्रदत्त नियम" या “यहोवा की आज्ञानुसार बातें” (यह भी देखें: [निर्देश](../other/instruct.md), [मूसा](../names/moses.md), [दस आज्ञाएं](../other/tencommandments.md), [उचित](../other/lawful.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [प्रे.का. 15:5-6](rc://en/tn/help/act/15/05) -* [दानिय्येल 09:12-14](rc://en/tn/help/dan/09/12) +* [प्रे.का. 15:6](rc://en/tn/help/act/15/06) +* [दानिय्येल 9:13](rc://en/tn/help/dan/09/13) * [निर्गमन 28:42-43](rc://en/tn/help/exo/28/42) -* [एज्रा 07:25-26](rc://en/tn/help/ezr/07/25) -* [गलातियों 02:15-16](rc://en/tn/help/gal/02/15) +* [एज्रा 7:25-26](rc://en/tn/help/ezr/07/25) +* [गलातियों 2:15](rc://en/tn/help/gal/02/15) * [लूका 24:44](rc://en/tn/help/luk/24/44) -* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17) -* [नहेमायाह 10:28-29](rc://en/tn/help/neh/10/28) -* [रोमियो 03:19-20](rc://en/tn/help/rom/03/19) +* [मत्ती 5:18](rc://en/tn/help/mat/05/18) +* [नहेम्याह 10:29](rc://en/tn/help/neh/10/29) +* [रोमियो 3:19](rc://en/tn/help/rom/03/20) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __व्यवस्थाओं__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\\ -* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्थाओं__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\\ -* __[15:13](rc://en/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी __आज्ञाओ__ का पालन करेंगे। -* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्थाओं__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\\ -* __[21:05](rc://en/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\\ -* __[27:01](rc://en/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?”\\ -* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो __परमेश्वर की आज्ञाओं__ का पालन करना।” +* __[13:7](rc://hi/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी __विधियां__ व नियमों का पालन करने के लिये कहा। यदि वह लोग इन __व्यवस्थाओं__ का पालन करेंगे, तो परमेश्वर अपनी वाचा के अनुसार उन्हें आशीष और उनकी रक्षा करेंगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह दण्ड के पात्र बनेंगे।\\ +* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी __परमेश्वर के व्यवस्था__ का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा।\\ +* __[15:13](rc://hi/tn/help/obs/15/13)__ तब यहोशू ने इस्राएलियों को वह वाचा याद दिलाई जो उन्होंने परमेश्वर के साथ सीनै पर्वत पर बाँधी थी, कि वह उसका पालन करेंगे। इस्राएलियों ने वाचा बाँधी थी कि वे परमेश्वर के प्रति निष्ठावान रहेंगे व उसकी __आज्ञाओ__ का पालन करेंगे। +* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__यहोशू के मरने के बाद, इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं किया और न ही __परमेश्वर की व्यवस्था__ का पालन किया और न ही बचे हुए कनानियो को बाहर निकाला।\\ +* __[21:5](rc://hi/tn/help/obs/21/05)__ नई वाचा में परमेश्वर अपनी __व्यवस्था__ उनके ह्रदय पर लिखेगा, और लोग परमेश्वर को जानेंगे कि वह परमेश्वर के लोग है, और परमेश्वर उनका अधर्म क्षमा करेगा।\\ +* __[27:1](rc://hi/tn/help/obs/27/01)__ यीशु ने उत्तर दिया, “__परमेश्वर की व्यवस्था__ में क्या लिखा है?”\\ +* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ यीशु ने उससे कहा, “तू मुझे ‘उत्तम’ क्यों कहता है?” जो उत्तम है वह केवल एक ही है, और वह परमेश्वर है। लेकिन यदि तू अनन्त जीवन का वारिस बनना चाहता है, तो __परमेश्वर की आज्ञाओं__ का पालन करना।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G2316, G3551, G3565 +* स्ट्रोंग्स: H430, H1881, H1882, H2706, H2710, H3068, H4687, H4872, H4941, H8451, G23160, G35510, G35650 From ad30ab730175a81ecb27dbd047729136093ad377 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 11:01:14 +0000 Subject: [PATCH 053/412] Edit 'bible/kt/life.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/life.md | 78 +++++++++++++++++++++++------------------------- 1 file changed, 38 insertions(+), 40 deletions(-) diff --git a/bible/kt/life.md b/bible/kt/life.md index b74c0d6..2e20b31 100644 --- a/bible/kt/life.md +++ b/bible/kt/life.md @@ -1,60 +1,58 @@ -# जीवन, जीना, रहते थे, जीवन,जीवते, जीवित # +# जीवन, जीना, रहते थे, जीवित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -इन सब शब्दों का अर्थ है जीवित रहना, मरना नहीं इनका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिकता में जीवित रहने के लिए भी किया जाता है। निम्नलिखित से व्यक्त किया जाता है कि, “शारीरिक जीवन” और “आत्मिक जीवन” का क्या अभिप्राय है +""जीवन" शब्द का अर्थ है, शरीर का जीवित रहना अर्थात शारीरिक मृत्यु के विपरीत| -## 1. शारीरिक जीवन ## +### 1. शारीरिक जीवन -* शारीरिक जीवन शरीर में आत्मा की उपस्थिति है। परमेश्वर ने आदम के शरीर में जीवन की सांस दी, और वह एक जीवित प्राणी बन गया। -* एक "जीवन" को "एक जीवन बचाया गया" के संदर्भ में भी उपयोग किया जा सकता है। -* कभी-कभी शब्द "जीवन" में रहने के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।" -* यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि अभिव्यक्ति में "उसके जीवन का अंत" होता है। -* "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का उल्लेख कर सकते हैं, जैसा कि "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे शहर में रह रहे थे।" -* बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा अक्सर "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत है। -## 2. आत्मिक जीवन ## +* "जीवन" किसी मनुष्य के सन्दर्भ में भी होता है, जैसे "जान बचाई गई" +* कभी-कभी "जीवन" शब्द जीवन शैली के अनुभव को संदर्भित करता है, "उसका जीवन सुखदायक था।" +* यह किसी व्यक्ति की उम्र का भी उल्लेख कर सकता है, जैसा कि इस अभिव्यक्ति में है, "उसके जीवन का अंत" +* "जीवित रहना" शब्द का सन्दर्भ शारीरिक रूप से जीवित होने का सन्दर्भ देता है, जैसे, "मेरी मां अभी भी जीवित है।" यह निवास का उल्लेख कर सकता है, "वे इस शहर में रह रहे थे।" +* बाइबल में, "जीवन" की अवधारणा प्रायः "मृत्यु" की अवधारणा के विपरीत व्यक्त की गई है। -* एक व्यक्ति का आत्मिक जीवन है, जब वह परमेश्वर के साथ यीशु पर विश्वास करता है, तो उस व्यक्ति को पवित्र आत्मा के साथ जीवन में परिवर्तित होता है। -* इस जीवन को "अनंत जीवन" कहा जाता है, यह संकेत करने के लिए कि इसका अंत नहीं है। -* आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होने और अनन्त दण्ड का सामना करना। +### 2. आत्मिक जीवन -## अनुवाद के सुझाव: ## +* मनुष्य को आत्मिक जीवन प्राप्त होता है जब वह यीशु में विश्वास करता है| परमेश्वर उस मनुष्य में पवित्र आत्मा का निवेश करके उसके जीवन को बदल देता है। +* आत्मिक जीवन के विपरीत आत्मिक मृत्यु है, जिसका अर्थ है कि परमेश्वर से पृथक होना और अनन्त दण्ड का भागी होना| + +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “जीवन” का अनुवाद “अस्तित्व” या “व्यक्ति” या “प्राण” या “होना” या “अनुभव” हो सकता है। * “रहना” शब्द का अनुवाद “वास करना” या “निवास करना” या “अस्तित्ववान रहना” किया जा सकता है। -* “जीवन का अन्त” का अनुवाद “जीवन का सांस रूक जाए” हो सकता है। +* “जीवन का अन्त” का अनुवाद “सांस रुक जाना” हो सकता है। * “जान बचा दी” का अनुवाद “जीने दिया” या “हत्या नहीं की” किया जा सकता है। * “जान खतरे में डाली” का अनुवाद हो सकता है, “जान जोखिम में डाली” या “ऐसा काम किया जो जान लेवा हो सकता था”। -* बाइबल पाठ में आत्मिक रूप से जीवित होने के बारे में बात की जाती है, संदर्भ के आधार पर "जीवन" का अनुवाद "आध्यात्मिक जीवन" या "अनन्त जीवन" के रूप में किया जा सकता है। -* "आत्मिक जीवन" की अवधारणा का भी अनुवाद किया जा सकता है क्योंकि "परमेश्वर हमें अपनी आत्माओं में जीवित कर रहा है" या "परमेश्वर की आत्मा से नया जीवन" या "अंतरात्मा में जीवित किया जाना।" -* संदर्भ के आधार पर, अभिव्यक्ति "जीवन देना" का अनुवाद "जीवित रहने के लिए" या "अनन्त जीवन दे" या "सदा के लिए जीना" के रूप में भी किया जा सकता है। +* बाइबल पाठ में आत्मिक जीविन की बात की जाती है, तो "जीवन" का अनुवाद निम्न व्यक्त रूपों में किया जा सकता है: "शाश्वत जीवन" या "परमेश्वर हमें हमारी आत्माओं में जीवित रखता है" या "परमेश्वर के आत्मा द्वारा नव जीवन" या "अपने आंतरिक मनुष्यत्व में जीवित किए गए" +* सन्दर्भ के आधार पर, इस अभिव्यक्ति, "जीवन दान" का अनुवाद हो सकता है, "जीवित रखना" या "अनंत जीवन देना" या "अनंत जीवन देना" (यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [अनन्त](../kt/eternity.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [2 पतरस 01:3-4](rc://en/tn/help/2pe/01/03) -* [प्रे.का. 10:42-43](rc://en/tn/help/act/10/42) -* [उत्पत्ति 02:7-8](rc://en/tn/help/gen/02/07) -* [उत्पत्ति 07:21-22](rc://en/tn/help/gen/07/21) -* [इब्रानियों 10:19-22](rc://en/tn/help/heb/10/19) -* [यिर्मयाह 44: 1-3](rc://en/tn/help/jer/44/01) -* [यूहन्ना 01: 4-5](rc://en/tn/help/jhn/01/04) -* [न्या. 02:18-19](rc://en/tn/help/jdg/02/18) -* [लूका 12:22-23](rc://en/tn/help/luk/12/22) -* [मत्ती. 07:13-14](rc://en/tn/help/mat/07/13) +* [2 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/2pe/01/03) +* [प्रे.का. 10:42](rc://hi/tn/help/act/10/42) +* [उत्पत्ति 2:7](rc://hi/tn/help/gen/02/07) +* [उत्पत्ति 7:22](rc://hi/tn/help/gen/07/22) +* [इब्रानियों 10:22](rc://hi/tn/help/heb/10/20) +* [यिर्मयाह 44: 2](rc://hi/tn/help/jer/44/02) +* [यूहन्ना 01:4](rc://hi/tn/help/jhn/01/04) +* [न्या. 2:18](rc://hi/tn/help/jdg/02/18) +* [लूका 12:23](rc://hi/tn/help/luk/12/23) +* [मत्ती. 7:14](rc://hi/tn/help/mat/07/14) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:10](rc://en/tn/help/obs/01/10)__ फिर परमेश्वर ने मिट्टी लिया, और उससे एक आदमी बनाया, और उसमें __जीवन__ का साँस फूँक दिया। -* __[03:01](rc://en/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में __रह रहे__ थे। -* __[08:13](rc://en/tn/help/obs/08/13)__ जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक __जीवित__ है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ। -* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ हालांकि, अपने __जीवन__ के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया। -* __[27:01](rc://en/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त __जीवन__ का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?” -* __[35:05](rc://en/tn/help/obs/35/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और __जीवन__ हूँ।" -* __[44:05](rc://en/tn/help/obs/44/05)__ “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने __जीवन__ के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।” +* __[1:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__ फिर परमेश्वर ने मिट्टी ली, और उससे आदम को बनाया, और उसमें __जीवन__ का साँस फूँक दिया। +* __[3:1](rc://hi/tn/help/obs/03/01)__ एक लंबे समय के बाद, बहुत से लोग दुनिया में __रह रहे__ थे। +* __[8:13](rc://hi/tn/help/obs/08/13)__ जब यूसुफ के भाई अपने पिता याकूब के पास पहुँचे और उससे कहा, यूसुफ अब तक __जीवित__ है, यह सुन वह बहुत प्रसन्न हुआ। +* __[17:9](rc://hi/tn/help/obs/17/09)__ हालांकि, अपने __जीवन__ के अंतिम समय में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया। +* __[27:1](rc://hi/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे गुरु अनन्त __जीवन__ का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?” +* __[35:5](rc://hi/tn/help/obs/35/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और __जीवन__ हूँ।" +* __[44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ “तुम वही हो जिसने रोमी साम्राज्य से कहा कि यीशु को मार दिया जाएँ। तुम ने __जीवन__ के कर्ता को मार डाला, लेकिन परमेश्वर ने उसे मरे हुओ में से जिलाया।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G198, G222, G227, G806, G590 +* स्ट्रोंग्स: H1934, H2416, H2417, H2421, H2425, H5315, G01980, G02220, G02270, G08060, G05900 From 3435deada3f2d6192707d35adca620596d5ca949 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 12:40:08 +0000 Subject: [PATCH 054/412] Edit 'bible/kt/lord.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/lord.md | 90 ++++++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 49 insertions(+), 41 deletions(-) diff --git a/bible/kt/lord.md b/bible/kt/lord.md index e4f4dc6..dbef276 100644 --- a/bible/kt/lord.md +++ b/bible/kt/lord.md @@ -1,58 +1,66 @@ -# प्रभु, प्रभुओं, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय # +# प्रभु, गुरु, स्वामी, स्वामियों, श्रीमान, महोदय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रभु” शब्द का अर्थ है अन्य लोगों पर स्वामीत्व या अधिकार रखना। +बाईबल में "प्रभु" शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः उस मनुष्य से है जिसके पास नया लोगों का स्वामित्व या उन पर अधिकार होता है| बाईबल में, इस शब्द को अनेक अनन्य लोगों के लिए काम में लिया गया है, वरन परमेश्वर के लिए भी| * इस शब्द का अनुवाद कभी-कभी “स्वामी” भी किया जाता है जब यीशु कें संदर्भ में हो या दासों के स्वामी के संदर्भ में हो। -* अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है। +* अंग्रेजी की कुछ बाइबलों में इस शब्द का अनुवाद, “श्रीमान” (sir) किया गया है जब कोई किसी ऊंचे पद वाले को विनम्रता-पूर्वक संबोधित कर रहा है। +जब प्रभु शब्द को बड़े अक्षर से आरम्भ किया जाए तो यह परमेश्वर का उपनाम है| (टिप्पणी: जब इसका उयोग किसी को संबोधित करने के लिए या जब यह वाक्य के आरम्भ में हो तो इसका प्रथम अक्षर बड़ा होता है और इसका अर्थ, "महोदय" या "स्वामी" होता है|) +* पुराने नियम में, इस शब्द का उपयोग ऎसी अभिव्यक्तियों में किया जाता है जैसे, सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर" या "प्रभु यहोवा" "यहोवा हमारा प्रभु" +* नए नियम में,प्रेरीतों ने इस शब्द को ऎसी अभिव्यक्तियों में काम में लिया है जैसे, "प्रभु यीशु" और "प्रभु यीशु मसीह" जिसका अर्थ है, यीशु परमेश्वर है| +* नए नियम में "प्रभु" शब्द अकेला भी काम में लिया गया है जो सीधा परमेश्वर के सन्दर्भ में है- विशेष करके पुराने नियम के सन्दर्भों में| उदाहरणार्थ, पुराने नियम में: "धन्य है वह जो यहोवा के नाम में आता है" और नए नियम में इसी को इस प्रकार संदर्भित किया गया है: "धन्य है वह जो प्रभु के नाम में आता है +* ULT और UST में, "प्रभु" शब्द, इब्रानी शब्द और यूनानी शब्द का शाब्दिक अनुवाद किया गया है| वह परमेश्वर के नाम (यहोवा) का अनुवाद कदापि नहीं है, जैसा अनेक अनुवादों में किया गया है| +* कुछ भाषाओं में, "प्रभु" शब्द का अनुवाद, "स्वामी" या "शासक" या अन्य किसी शब्द में किया गया है जिसका अर्थ, स्वामित्व या सर्वोच्च शासन है| +* उचित सन्दर्भों में अनेक अनुवादों में इस शब्द का प्रथम शब् बड़ा रखा गया है कि पाठकों के लिए स्पष्ट हो जाए कि यह परमेश्वर के लिए एक उपनाम मात्र है| +* नए नियम में जब पुराने नियम का उद्धरण दिया गया है तब "प्रभु परमेश्वर" का उपयोग किया जा सकता है कि स्पष्ट हो कि यह परमेश्वर के सन्दर्भ में है| ## अनुवाद के सुझाव: ## -* इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द की समानता में किया जा सकता है। जब किसी गुलामों के स्वामी के सन्दर्भ में हो। * एक सेवक भी अपने नियोजक को “स्वामी” कह सकता है। -* जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के लिए सम्मानित रूप से किया जा सकता है, जैसे कि "गुरु।" +* इस शब्द का अनुवाद “स्वामी” शब्द के सहार्थी शब्द के द्वारा किया जा सकता है जब दासों के स्वामी के सन्दर्भ में हो।इसका उपयोग सेवक द्वारा अपने नियोजक के लिए भी किया जा सकता है| +* जब यह यीशु को संदर्भित करता है, यदि संदर्भ से पता चलता है कि वक्ता एक धार्मिक शिक्षक के रूप में उसे देखता है, तो इसका अनुवाद एक धार्मिक शिक्षक के संबोधन में सम्मानित शब्द से किया जा सकता है, जैसे, "गुरु।" * यदि यीशु से बात करनेवाला व्यक्ति यीशु को नहीं जानता है तो “प्रभु” शब्द का अनुवाद “श्रीमान” किया जाए। यह अनुवाद अन्य प्रकरणों में भी किया जाए जहां किसी के लिए विनीत संबोधन की आवश्यकता हो।। -* पिता परमेश्वर और यीशु के लिए अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L" का अनुवाद “प्रभु” ही करना है। +* पिता परमेश्वर और यीशु के लिए इस शब्द को उपनाम माना जाए: अंग्रेजी भाषा में "Lord" बड़े अक्षर "L" -(यह भी देखें: [प्रभु](../kt/lordgod.md)) +(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [ruler](../other/ruler.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [उत्पत्ति 39:02](rc://en/tn/help/gen/39/02) -* [यहोशु 03:9-11](rc://en/tn/help/jos/03/09) -* [भजन.](rc://en/tn/help/psa/086/015) [086:15-17](rc://en/tn/help/psa/086/015) -* [यिर्मयाह 27:04](rc://en/tn/help/jer/27/04) -* [विलापगीत 02:02](rc://en/tn/help/lam/02/02) -* [यहेजकेल 18:29](rc://en/tn/help/ezk/18/29) -* [दानिएल 09:09](rc://en/tn/help/dan/09/09) -* [दानिएल 09:17-19](rc://en/tn/help/dan/09/17) -* [मलाकी 03:01](rc://en/tn/help/mal/03/01) -* [मत्ती 07:21-23](rc://en/tn/help/mat/07/21) -* [लूका 01:30-33](rc://en/tn/help/luk/01/30) -* [लूका 16:13](rc://en/tn/help/luk/16/13) -* [रोमियों 06:23](rc://en/tn/help/rom/06/23) -* [इफिसियों 06:9](rc://en/tn/help/eph/06/9) -* [फिलिप्पियों 02:9-11](rc://en/tn/help/php/02/09) -* [कुलुस्सियों](rc://en/tn/help/col/03/22) [03:23](rc://en/tn/help/col/03/23) -* [इब्रानियों 12:14](rc://en/tn/help/heb/12/14) -* [याकूब 02:01](rc://en/tn/help/jas/02/01) -* [1 पतरस 01:03](rc://en/tn/help/1pe/01/03) -* [यहूदा 01:05](rc://en/tn/help/jud/01/05) -* [प्रका. 15:04](rc://en/tn/help/rev/15/04) +* [उत्पत्ति 39:2](rc://hi/tn/help/gen/39/02) +* [यहोशु 3:9-11](rc://hi/tn/help/jos/03/09) +* [भजन. 86:15-17](rc://hi/tn/help/psa/086/015) +* [यिर्मयाह 27:4](rc://hi /tn/help/jer/27/04) +* [विलापगीत 2:2](rc://hi/tn/help/lam/02/02) +* [यहेजकेल 18:29](rc://hi/tn/help/ezk/18/29) +* [दानिएल 9:9](rc://hi/tn/help/dan/09/09) +* [दानिएल 9:17-19](rc://hi/tn/help/dan/09/17) +* [मलाकी 3:1](rc://hi/tn/help/mal/03/01) +* [मत्ती 7:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21) +* [लूका 1:30-33](rc://hi/tn/help/luk/01/30) +* [लूका 16:13](rc://hi/tn/help/luk/16/13) +* [रोमियों 6:23](rc://hi/tn/help/rom/06/23) +* [इफिसियों 6:9](rc://hi/tn/help/eph/06/9) +* [फिलिप्पियों 2:9-11](rc://hi/tn/help/php/02/09) +* [कुलुस्सियों 3:23](rc://hi/tn/help/col/03/23) +* [इब्रानियों 12:14](rc://hi/tn/help/heb/12/14) +* [याकूब 2:1](rc://hi/tn/help/jas/02/01) +* [1 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/1pe/01/03) +* [यहूदा 1:5](rc://hi/tn/help/jud/01/05) +* [प्रका. 15:4](rc://hi/tn/help/rev/15/04) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[25:05](rc://en/tn/help/obs/25/05)__ यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’” -* __[25:07](rc://en/tn/help/obs/25/07)__ तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” -* __[26:03](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यह __प्रभु__ के कृपा का वर्ष है। -* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने __परमेश्वर__ से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।” -* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे __गुरु__’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” -* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।” -* __[47: 3](rc://en/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी। -* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।" +* __[25:5](rc://hi/tn/help/obs/25/05)__ यीशु ने उसे पवित्रशास्त्र से उत्तर दिया, उसने कहा, “परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर की परीक्षा न करना।’” +* __[25:7](rc://hi/tn/help/obs/25/07)__ तब यीशु ने उससे कहा, “हे शैतान दूर हो जा ! परमेश्वर के वचन में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू __प्रभु__ अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” +* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यह __प्रभु__ के कृपा का वर्ष है। +* __[27:2](rc://hi/tn/help/obs/27/02)__व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने __परमेश्वर__ से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से प्रेम रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम करना।” +* __[31:5](rc://hi/tn/help/obs/31/05)__ फिर पतरस ने यीशु से कहा ‘हे __गुरु__’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” +* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।” +* __[47: 3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी। +* __[47:11](rc://hi/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।" -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H113, H136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G203, G634, G962, G1203, G2962 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0113, H0136, H1167, H1376, H4756, H7980, H8323, G02030, G06340, G09620, G12030, G29620 \ No newline at end of file From 549ee149221b63af10b752db603ee6a0739b9c4d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 13:33:12 +0000 Subject: [PATCH 055/412] Edit 'bible/kt/love.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/love.md | 70 +++++++++++++++++++++++------------------------- 1 file changed, 34 insertions(+), 36 deletions(-) diff --git a/bible/kt/love.md b/bible/kt/love.md index 10f8651..9660bff 100644 --- a/bible/kt/love.md +++ b/bible/kt/love.md @@ -1,65 +1,63 @@ -# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया # +# प्रेम, प्रिय, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं। -परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है। +1. परमेश्वर के जैसा प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की सुधि रखता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है। -* यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि है कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें। -* जब लोग इस तरह के प्रेम से दूसरों को प्रेम करते हैं, तो वे उन तरीकों से कार्य करते हैं जो वे यह सोचते हैं कि दूसरों के विकास के लिए क्या कारण होगा। ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है। -* यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द ऐसा ही आत्म त्याग या प्रेम है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे। +* यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि हमें कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को भी सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें। +* जब लोग मनुष्यों से ऐसा प्रेम रखते हैं तब उनका व्यवहार प्रकट करता है कि उनके मन में मनुष्यों की उन्नति के विचार हैं| ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है। +* ULT में “प्रेम” शब्द ऐसे ही आत्मत्याग के प्रेम को संदर्भित करता है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे। -नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम” +2. नये नियम में एक और शब्द है जो भाईचारे के प्रेम या मित्र के प्रेम या परिवार के किसी सदस्य से प्रेम करने को दर्शाता है| * यह शब्द मित्रों और परिजनों के प्राकृतिक मानव प्रेम का संदर्भ देता है। -* इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उन्हें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा” +* इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उनमें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा” है| -“प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम। - -प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।” +3. “प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष के मध्य भावुक प्रेम से भी है। ## अनुवाद के लिए सुझाव: ## -* जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है। +* जब तक कि अनुवाद से संबन्धित टिप्पणी में अन्य अर्थ समझाया न जाए ULT में “प्रेम” शब्द परमेश्वर से प्राप्त आत्मत्याग के प्रेम का संदर्भ देता है। * कुछ भाषाओं में परमेश्वर के निःस्वार्थ, आत्मत्याग के प्रेम के लिए विशेष शब्द हो सकता है। इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “समर्पित निष्ठावान देखरेख” या “निःस्वार्थ सेवा करना” या “परमेश्वर का प्रेम।” सुनिश्चित करें कि परमेश्वर के प्रेम का अनुवाद हो सकता है, अन्यों के लाभ के निमित्त अपनी इच्छाओं को मारना और कोई कुछ भी करे उनसे प्रेम निभाते रहना। * कभी-कभी “प्रेम” शब्द का अर्थ होता है मित्रों और पारिवारिक सदस्यों के लिए अगाध सेवाभाव रखना। कुछ भाषाओं में इस शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति से किया जा सकता है जिसका अर्थ है, “बहुत प्रिय समझना” या “सुधि लेना” या “गहरा लगाव होना।” * जिन संदर्भों में प्रेम शब्द किसी के प्रति प्रबल अनुराग व्यक्त करे तो उस का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल अधिमान्यता” या “बहुत अधिक चाहना” या “अत्यधिक पसन्द करना”। -* कुछ भाषाओं में एक अलग शब्द होता है जिसके द्वारा पति-पत्नी के बीच प्रसंगयुक्त सम्बन्धित प्रेम या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त किया जाता है। +* कुछ भाषाओं में पति-पत्नी के बीच भावुक या यौन संबन्धित प्रेम को व्यक्त करने के लिए एक सर्वथा भिन्न शब्द होता है। * अनेक भाषाओं में "प्रेम" शब्द को क्रिया रूप में व्यक्त करना होता है। उदाहरणार्थ उनमें “प्रेम धीरजवन्त है, प्रेम दयालु है, इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “जब कोई किसी से प्रेम करता है, वह उसके साथ सहनशीलता दिखाता है, उस पर दया करता है।” -(यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [मृत्यु](../other/death.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [बचाना](../kt/save.md), [पाप](../kt/sin.md)) +(यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [मृत्यु](../other/death.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [उद्धार](../kt/save.md), [पाप](../kt/sin.md)) ## बाइबल संदर्भ: ## -* [1 कुरिन्थियों 13:4-7](rc://en/tn/help/1co/13/04) -* [1 यूहन्ना 03:1-3](rc://en/tn/help/1jn/03/01) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:9-12](rc://en/tn/help/1th/04/09) -* [गलातियों 05:22-24](rc://en/tn/help/gal/05/22) -* [उत्पत्ति 29:15-18](rc://en/tn/help/gen/29/15) -* [यशायाह 56:6-7](rc://en/tn/help/isa/56/06) -* [यिर्मयाह 02:1-3](rc://en/tn/help/jer/02/01) -* [यूहन्ना 03: 16-18](rc://en/tn/help/jhn/03/16) -* [मत्ती 10:37-39](rc://en/tn/help/mat/10/37) -* [नहेमायाह 09:32-34](rc://en/tn/help/neh/09/32) -* [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://en/tn/help/php/01/09) -* [श्रेष्ठगीत 01:1-4](rc://en/tn/help/sng/01/01) +* [1 कुरिन्थियों 13:7](rc://hi/tn/help/1co/13/07) +* [1 यूहन्ना 3:2](rc://hi/tn/help/1jn/03/02) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:10](rc://hi/tn/help/1th/04/10) +* [गलातियों 5:23](rc://hi/tn/help/gal/05/23) +* [उत्पत्ति 29:18](rc://hi/tn/help/gen/29/18) +* [यशायाह 56:6](rc://hi/tn/help/isa/56/06) +* [यिर्मयाह 2:2](rc://hi/tn/help/jer/02/02) +* [यूहन्ना 3: 16](rc://hi/tn/help/jhn/03/16) +* [मत्ती 10:37](rc://hi/tn/help/mat/10/37) +* [नहेमायाह 9:32-34](rc://hi/tn/help/neh/09/32) +* [फिलिप्पियों 1: 9](rc://hi/tn/help/php/01/09) +* [श्रेष्ठगीत 1:2](rc://hi/tn/help/sng/01/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__ व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से __प्रेम__ रखना। और अपने पड़ोसी से अपने समान __प्रेम__ करना।” +* __[27:02](rc://en/tn/help/obs/27/02)__ व्यवस्थापक ने उत्तर दिया, “तू अपने परमेश्वर से अपने सारे ह्रदय, आत्मा, शक्ति और ,मन से __प्रेम__ रख और अपने पड़ोसी से अपने समान __प्रेम__ रख।” * __[33:08](rc://en/tn/help/obs/33/08)__ “कंटीली भूमि वे व्यक्ति है जिन्होंने वचन सुना, और संसार की चिन्ता और धन का धोखा, और अन्य वस्तुओं का लोभ उनमें समाकर परमेश्वर के लिए उसके __प्रेम__ को दबा देता है।” * __[36:05](rc://en/tn/help/obs/36/05)__ जैसे पतरस बोल ही रहा था कि एक उजले बादल ने उन्हें छा लिया, और उस बादल में से यह शब्द निकला : “ यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिससे में __प्रेम__ करता हूँ” * __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ हर वह व्यक्ति जिसे सच्चाई से __प्रेम__ है, मुझे सुनेगा।” * __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ वह(लुदिया) बहुत __प्रेम__ के साथ प्रभु की आराधना करती थी। -* __[48:01](rc://en/tn/help/obs/48/01)__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ एकदम सही था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से वा परमेश्वर से __प्रेम__ करते थे। -* __[49:03](rc://en/tn/help/obs/49/03)__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों को उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि आप स्वयं से प्रेम करते हैं। -* __[49:04](rc://en/tn/help/obs/49/04)__ उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को __प्रेम__ करना चाहिए। -* __[49:07](rc://en/tn/help/obs/49/07)__ यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत __प्रेम__ करता है। -* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक __प्रेम__ किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा। -* __[49:13](rc://en/tn/help/obs/49/13)__ परमेश्वर तुमसे __प्रेम__ करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे एक निकटतम सम्बन्ध स्थापित रख सके। +* __[48:1](rc://hi/tn/help/obs/48/01)__परमेश्वर ने जब संसार की सृष्टि की , तो सब कुछ बहुर अच्छा था। संसार में कोई पाप नहीं था। आदम और हव्वा एक-दूसरे से और परमेश्वर से __प्रेम__ करते थे। +* __[49:3](rc://hi/tn/help/obs/49/03)__उसने(यीशु) सिखाया कि तुम्हें दूसरे लोगों से उसी तरह प्रेम करना है जैसे कि तुम स्वयं से प्रेम करते हैं। +* __[49:4](rc://hi/tn/help/obs/49/04)__ उसने(यीशु) यह भी सिखाया कि तुम्हें किसी भी चीज़, अपनी सम्पत्ति से भी ज्यादा परमेश्वर को __प्रेम__ करना चाहिए। +* __[49:7](rc://hi/tn/help/obs/49/07)__ यीशु ने सिखाया कि परमेश्वर पापियों से बहुत __प्रेम__ करता है। +* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक __प्रेम__ किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का दण्ड नहीं मिले, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहे। +* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ परमेश्वर तुमसे __प्रेम__ करता है और चाहता है कि तुम यीशु पर विश्वास करो ताकि वह तुमसे घनिष्ठ सम्बन्ध बनाए रखे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H157, H158, H159, H160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G25, G26, G5360, G5361, G5362, G5363, G5365, G5367, G5368, G5369, G5377, G5381, G5382, G5383, G5388 +* स्ट्रोंग्स: H0157, H0158, H0159, H0160, H2245, H2617, H2836, H3039, H4261, H5689, H5690, H5691, H7355, H7356, H7453, H7474, G00250, G00260, G53600, G53610, G53620, G53630, G53650, G53670, G53680, G53690, G53770, G53810, G53820, G53830, G53880 \ No newline at end of file From 4b07f43835b8bc0a08e778e3bfdf28d5ed6121a8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 15:18:05 +0000 Subject: [PATCH 056/412] Edit 'bible/kt/mercy.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/mercy.md | 52 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 26 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/mercy.md b/bible/kt/mercy.md index 871d20e..88247af 100644 --- a/bible/kt/mercy.md +++ b/bible/kt/mercy.md @@ -1,16 +1,16 @@ -# दया, दयालु # +# दया, दयालु -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दया” और “दयालु” शब्दों का अर्थ है आवश्यकताग्रस्त मनुष्यों की सहायता करना विशेष करके जब वे दीन-दरिद्र हों। * “दया” का अर्थ यह भी है कि मनुष्यों को उनकी गलती का दण्ड न देना। -* कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ दया का व्यवहार करता है। +* कोई सामर्थी मनुष्य जैसे राजा को “दयालु” कहा जाता है जब वह अपनी प्रजा को हानि पहुंचाने की अपेक्षा उनके साथ सहारद्र व्यवहार करता है। * दयालु होने का अर्थ यह भी है कि किसी को हमारे साथ बुराई करने के लिए क्षमा कर देना। * जब हम घोर आवश्यकता में फंसे मनुष्यों की सहायता करते हैं तब हम दया दर्शाते है। * परमेश्वर हम पर दयालु है और चाहता है कि हम दूसरों के साथ भी दया का व्यवहार करें। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “दया” का अनुवाद “करूणा” या “अनुकंपा” या “सहानुभूति” भी किया जा सकता है। * “दयालु” का अनुवाद “दया दिखाना” या “किसी पर कृपालु होना” या “क्षमाशील” होना। @@ -18,30 +18,30 @@ (यह भी देखें: [तरस](../kt/compassion.md), [क्षमा](../kt/forgive.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 पतरस 01:3-5](rc://en/tn/help/1pe/01/03) -* [1 तीमुथियुस 01:12-14](rc://en/tn/help/1ti/01/12) -* [दानिय्येल 09:17-19](rc://en/tn/help/dan/09/17) -* [निर्गमन 34: 5-7](rc://en/tn/help/exo/34/05) -* [उत्पत्ति 19: 16-17](rc://en/tn/help/gen/19/16) -* [इब्रानियों 10:28-29](rc://en/tn/help/heb/10/28) -* [याकूब 02:12-13](rc://en/tn/help/jas/02/12) -* [लूका 06:35-36](rc://en/tn/help/luk/06/35) -* [मत्ती 09:27-28](rc://en/tn/help/mat/09/27) -* [फिलिप्पियों 02:25-27](rc://en/tn/help/php/02/25) -* [भजन संहिता 041:4-6](rc://en/tn/help/psa/041/004) -* [रोमियो 12:1-2](rc://en/tn/help/rom/12/01) +* [1 पतरस 1:3-5](rc://hi/tn/help/1pe/01/03) +* [1 तीमुथियुस 1:13](rc://hi/tn/help/1ti/01/13) +* [दानिय्येल 9:17](rc://hi/tn/help/dan/09/17) +* [निर्गमन 34:6](rc://hi/tn/help/exo/34/06) +* [उत्पत्ति 19: 16](rc://hi/tn/help/gen/19/16) +* [इब्रानियों 10:28-29](rc://hi/tn/help/heb/10/28) +* [याकूब 2:13](rc://hi/tn/help/jas/02/13) +* [लूका 6:35-36](rc://hi/tn/help/luk/06/35) +* [मत्ती 9:27](rc://hi/tn/help/mat/09/27) +* [फिलिप्पियों 2:25-27](rc://hi/tn/help/php/02/25) +* [भजन संहिता 41:4-6](rc://hi/tn/help/psa/041/004) +* [रोमियो 12:1](rc://hi/tn/help/rom/12/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और उन पर __दया__ करना आरंभ करें। -* __[19:17](rc://en/tn/help/obs/19/17)__ एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर __दया__ की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए। -* __[20:12](rc://en/tn/help/obs/20/12)__ फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति __दयावान__ था। -* __[27:11](rc://en/tn/help/obs/27/11)__ तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर __दया__ की।” -* __[32:11](rc://en/tn/help/obs/32/11)__ परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर __दया__ करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं | -* __[34:09](rc://en/tn/help/obs/34/09)__ पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर __दया__ कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’” +* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ उन्होंने (भविष्यद्वक्ताओं ने) लोगों से कहा कि वह अन्य देवताओं की उपासना करना बंद कर दे, और दूसरों के लिए न्याय और __दया__के काम करना आरंभ करें। +* __[19:17](rc://hi/tn/help/obs/19/17)__ एक बार यिर्मयाह भविष्यवक्ता को सूखे कुएँ में डाल दिया और उसे वहाँ मरने के लिए छोड़ दिया। कुएँ में पानी नहीं केवल दलदल थी, और यिर्मयाह कीचड़ में धंस गया, परन्तु तब राजा ने उस पर __दया__ की और उसने अपने सेवकों को आज्ञा दी कि मरने से पहले उसे कुएँ में से निकाल लाए। +* __[20:12](rc://hi/tn/help/obs/20/12)__ फारस का साम्राज्य बहुत ही सशक्त था परन्तु पराजित लोगों के प्रति __दयालू__ था। +* __[27:11](rc://hi/tn/help/obs/27/11)__ तब यीशु ने व्यवस्थापक से पूछा, “ तुम्हें क्या लगता है इन तीनों में से उसका पड़ोसी कौन ठहरा?” उसने उत्तर दिया, “ वही जिसने उस पर __दया__ की।” +* __[32:11](rc://hi/tn/help/obs/32/11)__ परन्तु यीशु ने उससे कहा, "नही, मैं चाहता हूँ कि तुम घर लौट जाओ और जाकर अपने मित्रों और परिवार के लोगों को वह सब बता जो परमेश्वर ने तुझ पर __दया__ करके तेरे लिए कैसे बड़े बड़े काम किए हैं | +* __[34:9](rc://hi/tn/help/obs/34/09)__ पर चुंगी लेने वाला फरीसी दूर खड़े होकर, स्वर्ग की ओर आँखें उठाना भी न चाहा, वरन अपनी छाती पीट-पीटकर कहा, ‘हे परमेश्वर मुझ पर __दया__ कर क्योंकि मैं पापी हूँ।’” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G1653, G1655, G1656, G2433, G2436, G3628, G3629, G3741, G4698 +* स्ट्रोंग्स: H2551, H2603, H2604, H2616, H2617, H2623, H3722, H3727, H4627, H4819, H5503, H5504, H5505, H5506, H6014, H7349, H7355, H7356, H7359, G16530, G16550, G16560, G24330, G24360, G36280, G36290, G37410, G46980 \ No newline at end of file From 565f96e4bb2f4f265de84cb0528b6a554c05868d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 15:33:27 +0000 Subject: [PATCH 057/412] Edit 'bible/kt/name.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/name.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/name.md b/bible/kt/name.md index 1ae635f..182c758 100644 --- a/bible/kt/name.md +++ b/bible/kt/name.md @@ -2,21 +2,21 @@ ## परिभाषा: -"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या चीज को बुलाया जाता है। हालाँकि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग कई अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। +"नाम" शब्द उस शब्द को संदर्भित करता है जिसके द्वारा किसी विशिष्ट व्यक्ति या वस्तु को बुलाया जाता है। तथापि, बाइबल में "नाम" शब्द का उपयोग अनेक भिन्न रूपों में किया जाता है कि अनेक भिन्न-भिन्न अव्धार्नाओं को संदर्भित करें| * कुछ संदर्भों में “नाम” मनुष्य की प्रतिष्ठा का संदर्भ देता है जैसा कि "हम अपने लिए एक नाम बनाते हैं।" * “नाम” शब्द किसी स्मृति का संदर्भ भी देता है। उदाहरणार्थ “मूर्तियों का नाम मिटा दो”, अर्थात मूर्तियों को ऐसे नष्ट कर दो कि उनकी स्मृति ही न रहे या उनकी पूजा न की जाए। * “परमेश्वर के नाम में” बोलना अर्थात उसके सामर्थ्य और अधिकार में या उसके प्रतिनिधि होकर बोलना। -* किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) +* किसी का “नाम” संपूर्ण मनुष्य का संदर्भ देता है जैसे “आकाश के नीचे कोई और नाम नहीं जिससे हम उद्धार पाते हैं।” (देखें: [लक्षणालंकार](rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy)) -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “इसका अच्छा नाम” इस वाक्य का अनुवाद हो सकता है, “उसकी अच्छी प्रतिष्ठा।” * “के नाम में” कुछ करना, इसका अनुवाद हो सकता है, के अधिकार में” या “की अनुमति से” या “प्रतिनिधित्व में” काम करना। -* “ऐसा करना कि मनुष्य हमारे बारे में जाने” या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करना कि हम महत्वपूर्ण हैं।” -* यह अभिव्यक्ति हैः "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"। -* "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं" का अनुवाद "जो आपसे प्यार करते है" के रूप में किया जा सकता है। -* "मूर्तियों के नामों को काट" का अनुवाद "मूर्तियों से छुटकारा पाना ताकि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण" या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें ताकि लोग अब उनके बारे में न सोचे" के रूप में किया जा सकता है। +* “अपना नाम करें”, इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "अनेक मनुष्यों में अपनी पहचान बनाने का कारण उत्पन्न करें" या “मनुष्यों को सोचने पर विवश करें कि हम महत्वपूर्ण हैं।” +* इस अभिव्यक्ति, "उसका नाम पुकारना" का अनुवाद हो सकता है "उसे नाम देना" या "उसे पुकारना"। +* "जो लोग आपके नाम से प्रेम रखते हैं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "जो आपसे प्रेम रकते हैं" +* "मूर्तियों के नाम मिटा दे", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "मूर्तियों से छुटकारा पाना कि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण उत्पन्न करना " या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें तकि लोग आगे को उनके बारे में सोचे भी नहीं" (यह भी देखें: [बुलाहट](../kt/call.md)) From 55a70f55282cba875b6bbc4c67c954b70c8a8512 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 17 Oct 2021 15:33:59 +0000 Subject: [PATCH 058/412] Edit 'bible/kt/name.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/name.md | 1 + 1 file changed, 1 insertion(+) diff --git a/bible/kt/name.md b/bible/kt/name.md index 182c758..0dd1108 100644 --- a/bible/kt/name.md +++ b/bible/kt/name.md @@ -19,6 +19,7 @@ * "मूर्तियों के नाम मिटा दे", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "मूर्तियों से छुटकारा पाना कि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण उत्पन्न करना " या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें तकि लोग आगे को उनके बारे में सोचे भी नहीं" (यह भी देखें: [बुलाहट](../kt/call.md)) +८८८८८८८८८८८८८८८८८८८८८ ## बाइबल सन्दर्भ: ## From c8955fd26cfe5a0ed11bf895c9952a6267f88bfe Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 03:34:41 +0000 Subject: [PATCH 059/412] Edit 'bible/kt/name.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/name.md | 23 +++++++++++------------ 1 file changed, 11 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/name.md b/bible/kt/name.md index 0dd1108..f564d28 100644 --- a/bible/kt/name.md +++ b/bible/kt/name.md @@ -19,20 +19,19 @@ * "मूर्तियों के नाम मिटा दे", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "मूर्तियों से छुटकारा पाना कि वे याद भी न आये" या "लोगों को झूठे देवताओं की पूजा करना बंद करने का कारण उत्पन्न करना " या "सभी मूर्तियों को पूरी तरह से नष्ट कर दें तकि लोग आगे को उनके बारे में सोचे भी नहीं" (यह भी देखें: [बुलाहट](../kt/call.md)) -८८८८८८८८८८८८८८८८८८८८८ -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:12-14](rc://en/tn/help/1jn/02/12) -* [2 तीमुथियुस 02:19-21](rc://en/tn/help/2ti/02/19) -* [प्रे.का. 04:5-7](rc://en/tn/help/act/04/05) -* [प्रे.का. 04:11-12](rc://en/tn/help/act/04/11) -* [प्रे.का. 09:26-27](rc://en/tn/help/act/09/26) -* [उत्पत्ति 12:1-3](rc://en/tn/help/gen/12/01) -* [उत्पत्ति 35:9-10](rc://en/tn/help/gen/35/09) -* [मत्ती 18:4-6](rc://en/tn/help/mat/18/04) +* [1 यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/1jn/02/12) +* [2 तीमुथियुस 2:19-21](rc://hi/tn/help/2ti/02/19) +* [प्रे.का. 4:7](rc://hi/tn/help/act/04/07 ) +* [प्रे.का. 4:12](rc://hi/tn/help/act/04/12) +* [प्रे.का. 9:27](rc://hi/tn/help/act/09/27) +* [उत्पत्ति 12:2](rc://en/tn/help/gen/12/02) +* [उत्पत्ति 35:10](rc://hi/tn/help/gen/35/10) +* [मत्ती 18:5](rc://hi/tn/help/mat/18/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122 +* स्ट्रोंग्स: H5344, H7121, H7761, H8034, H8036, G2564, G3686, G3687, G5122 From 1646d440000a6da2b92147e52e2d8277841e0edb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 03:58:11 +0000 Subject: [PATCH 060/412] Edit 'bible/kt/perish.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/perish.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/perish.md b/bible/kt/perish.md index 76f512b..56d70dc 100644 --- a/bible/kt/perish.md +++ b/bible/kt/perish.md @@ -1,34 +1,34 @@ # नाश होना, नष्ट -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट होना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह अक्सर परमेश्वर के लोगों से खो जाने या अलग होने का आध्यात्मिक अर्थ है। +“नाश होना” का अर्थ है मरना या नष्ट हो जाना, प्रायः हिंसा के द्वारा या आपदा के द्वारा। नए नियम में, यह प्रायः मनुष्यों के भटक जाने के लिए आत्मिक अर्थ में प्रयोग किया जाता है या परमेश्वर के लोगों से अलग हो जाने के लिए काम में लिया जाता है। -### "पेरिश:" का आध्यात्मिक अर्थ +### "नाश होने" का आत्मिक अभिप्राय * “नाश होने वाले” मनुष्य वे है जिन्होंने अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करने से इन्कार किया है। -* जो "नाश" हैं वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसके बजाय, वे परमेश्वर की न्याय के तहत नरक में अनंत काल तक जीवित रहेंगे। -* हर कोई शारीरिक रूप से मर जाएगा, लेकिन केवल वे लोग जो अपने उद्धार के लिए यीशु पर विश्वास नहीं करते हैं, सदा के लिए नष्ट हो जाएंगे। -* जब "नाश होना" एक आध्यात्मिक अर्थ में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक रूप से मरने की तुलना में इसे अलग तरह से व्यक्त करता है। +* जो "नाश" हो चुके हैं, वे स्वर्ग में परमेश्वर के साथ अनंत काल तक नहीं रहेंगे। इसकी अपेक्षा, उनके लिए परमेश्वरका दंड है कि वे अनंत काल तक नरक में जीवित रहें। +* शारीरिक से तो हर एक जन मरेगा परन्तु वे जो अपने उद्धार के लिए यीशु में विश्वास नहीं करते हैं, उनका अनंत नाश हो जाएगा। +* जब "नाश होना" आत्मिक परिप्रेक्ष्य में उपयोग किया जाता है, तो सुनिश्चित करें कि आपका अनुवाद शारीरिक मृत्यु से सर्वथा भिन्न प्रकट करे। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”। -* सुनिश्चित करें कि “नाश होने” का अर्थ है, अनन्तकाल के लिए नरक में होना न कि केवल “अस्तित्व समाप्त होना” +* प्रकरण पर आधारित इसके अनुवाद हो सकते हैं, "परमेश्वर के लोगों में से बहिष्कृत हो जाना" “अनन्त मृत्यु” या “नरक का दण्ड भोगना” या “नष्ट होना”। +* ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति काम में लें जिसका अर्थ केवल "शारीरिक मृत्यु" या "अस्तित्व का अंत" ही नहीं हो| (यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [अनन्त](../kt/eternity.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 पतरस 01:22-23](rc://en/tn/help/1pe/01/22) -* [2 कुरिन्थियों 02:16-17](rc://en/tn/help/2co/02/16) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:8-10](rc://en/tn/help/2th/02/08) -* [यिर्मयाह 18:18-20](rc://en/tn/help/jer/18/18) -* [भजन संहिता 049:18-20](rc://en/tn/help/psa/049/018) -* [जकर्याह 09:5-7](rc://en/tn/help/zec/09/05) -* [जकर्याह 13:8-9](rc://en/tn/help/zec/13/08) +* [1 पतरस 1:23](rc://hi/tn/help/1pe/01/23) +* [2 कुरिन्थियों 2:16-17](rc://hi/tn/help/2co/02/16) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/2th/02/10) +* [यिर्मयाह 18:18](rc://hi/tn/help/jer/18/18) +* [भजन संहिता 49:18-20](rc://hi/tn/help/psa/049/018) +* [जकर्याह 9:5-7](rc://hi/tn/help/zec/09/05) +* [जकर्याह 13:8](rc://hi/tn/help/zec/13/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6, H7, H8, H1478, H1820, H5486, H5595, H6544, H8045, G599, G622, G684, G853, G1311, G2704, G4881, G5356 +* स्ट्रोंग्स: H0006, H0007, H0008, H1478, H1820, H1826, H5486, H5595, H6544, H8045, G0599, G0622, G0684, G0853, G1311, G2704, G4881, G5356 \ No newline at end of file From eea4182e70ab962fd64e45935a3ec2f825eb0758 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 04:18:30 +0000 Subject: [PATCH 061/412] Edit 'bible/kt/pray.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/pray.md | 52 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 26 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/pray.md b/bible/kt/pray.md index fad1395..8d60d1e 100644 --- a/bible/kt/pray.md +++ b/bible/kt/pray.md @@ -1,41 +1,41 @@ -# प्रार्थना कर, प्रार्थना, प्रार्थनाओं, प्रार्थना की # +# प्रार्थना कर, प्रार्थना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “प्रार्थना कर” और “प्रार्थना” का अर्थ है परमेश्वर से बातें करना। यह शब्द मनुष्यों द्वारा किसी झूठे देवता से बातें करने के लिए भी काम में आता है। -* मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनायें लिखित हैं। +* मनुष्य चुप रहकर विचारों में भी परमेश्वर से प्रार्थना करता है या उच्चारित वचनों द्वारा भी प्रार्थना करता है, अर्थात, परमेश्वर से अपनी वाणी में बात करता है। कभी-कभी प्रार्थना लिखित होती है जैसे दाऊद के भजनों में उसकी प्रार्थनाएं निहित हैं। * प्रार्थना में परमेश्वर से दया, समस्या में सहायता, या निर्णय लेने में बुद्धि का निवेदन भी होता है। -* मनुष्य अधिकतर राशियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं। +* मनुष्य अधिकतर रोगियों की चंगाई या अन्य रूपों में परमेश्वर की सहायता के लिए प्रार्थना करते हैं। * मनुष्य प्रार्थना में परमेश्वर को धन्यवाद देता है उसका गुणगान करता है। -* प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना होता है। -* परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं। जब हमारी आत्मा उसकी आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना। -* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना के शब्द होना है। +* प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष अपने पापों को स्वीकार करना और क्षमा मांगना भी होता है। +* परमेश्वर से बातें करने को उसके साथ संपर्क बनाना भी कहते हैं, जब हमारी आत्मा उसके आत्मा से संपर्क करती है, हमारी भावनाओं को व्यक्त करना और उसकी उपस्थिति का आनंद लेना। +* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर से बात करना” या “परमेश्वर से संपर्क साधना” हो सकता है। इस शब्द का अनुवाद अनुच्चारित प्रार्थना का भाव भी प्रकट करे। (यह भी देखें: [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [स्तुति](../other/praise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 03:8-10](rc://en/tn/help/1th/03/08) -* [प्रे.का. 08:24](rc://en/tn/help/act/08/24) -* [प्रे.का. 14:23-26](rc://en/tn/help/act/14/23) -* [कुलुस्सियों 04:2-4](rc://en/tn/help/col/04/02) -* [यूहन्ना 17:9-11](rc://en/tn/help/jhn/17/09) -* [लूका 11:1](rc://en/tn/help/luk/11/01) -* [मत्ती 05:43-45](rc://en/tn/help/mat/05/43) -* [मत्ती 14:22-24](rc://en/tn/help/mat/14/22) +* [1 थिस्सलुनीकियों 3:9](rc://hi/tn/help/1th/03/09) +* [प्रे.का. 8:24](rc://hi/tn/help/act/08/24) +* [प्रे.का. 14:26](rc://hi/tn/help/act/14/26) +* [कुलुस्सियों 4:4](rc://hi/tn/help/col/04/04) +* [यूहन्ना 17:9](rc://hi/tn/help/jhn/17/09) +* [लूका 11:1](rc://hi/tn/help/luk/11/01) +* [मत्ती 5:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43) +* [मत्ती 14:22-24](rc://hi/tn/help/mat/14/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* **[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)** इसहाक ने परमेश्वर से **प्रार्थना की**, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई | -* **[13:12](rc://en/tn/help/obs/13/12)** मूसा ने परमेश्वर से **प्रार्थना की** और परमेश्वर ने उसकी **प्रार्थना** को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया | -* **[19:08](rc://en/tn/help/obs/19/08)** तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से **प्रार्थना करते** रहे, “हे बाल, हमारी सुन |” -* **[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)** पुरोहित परमेश्वर से लोगों के लिए **प्रार्थना** भी करते थे | -* **[38:11](rc://en/tn/help/obs/38/11)** यीशु ने अपने चेलों से कहा कि **प्रार्थना** करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो | -* **[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13)** चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और **प्रार्थना करने** में लौलीन रहे | -* **[49:18](rc://en/tn/help/obs/49/18)** परमेश्वर कहता है कि हम **प्रार्थना करें**, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ। +* __[6:5](rc://hi/tn/help/obs/06/05)__ इसहाक ने परमेश्वर से __प्रार्थना की__, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका गर्भवती हुई और जुड़वां पुत्रों को जन्म दिया| +* __[13:12](rc://hi/tn/help/obs/13/12)__ मूसा ने परमेश्वर से **प्रार्थना की** और परमेश्वर ने उसकी **प्रार्थना** को ग्रहण किया, और उन्हें नष्ट नहीं किया | +* __[19:8](rc://hi/tn/help/obs/19/08)__ तब बाल के भविष्यवक्ता यह कहकर बाल से **प्रार्थना करते** रहे, “हे बाल, हमारी सुन |” +* __[21:7](rc://hi/tn/help/obs/21/07)__ याजक परमेश्वर से लोगों के लिए भी __प्रार्थना__ करते थे | +* __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा, __प्रार्थना__ करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो | +* __[43:13](rc://hi/tn/help/obs/43/13)__ चेले लगातार प्रेरितों से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और __प्रार्थना करने__ में लौलीन रहे | +* __[49:18](rc://hi/tn/help/obs/49/18)__ परमेश्वर कहता है कि हम __प्रार्थना करें__, उसका वचन पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H5315, H5375, H6293, H6419, H6739, H6963, H7121, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336 +* स्ट्रोंग्स: H559, H577, H1156, H2470, H3863, H3908, H4994, H6279, H6293, H6419, H6739, H7592, H7878, H7879, H7881, H8034, H8605, G154, G1162, G1189, G1783, G2065, G2171, G2172, G3870, G4335, G4336 \ No newline at end of file From e00aff87577109ad2a35b297e17d703bd645c7ef Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 04:51:18 +0000 Subject: [PATCH 062/412] Edit 'bible/kt/promise.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/promise.md | 41 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/promise.md b/bible/kt/promise.md index 11ebc4a..e527ebd 100644 --- a/bible/kt/promise.md +++ b/bible/kt/promise.md @@ -1,38 +1,37 @@ -# प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा किया # +# प्रतिज्ञा, प्रतिज्ञाएं, प्रतिज्ञा की -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -प्रतिज्ञा किसी काम को करने का प्रण है मनुष्य किसी बात की प्रतिज्ञा करता है तो वह उसे करने का समर्पण करता है। +"प्रतिज्ञा" को जब क्रिया रूप में काम में लिया जाता है कि मनुष्य कहता है कि वह कुछ करेगा तो इसका तात्पर्य है, वह अपने वचनों को पूरा करने के लिए बाध्य है| जब इसका प्रयोग संज्ञा रूप में किया जाता है, तब इसका "प्रतिज्ञा" शब्द का सन्दर्भ उस बात से होता है जिसको करने के लिए वह व्यक्ति विशेष विवश है| * बाइबल में परमेश्वर ने अपने लोगों से अनेक प्रतिज्ञाएं की हैं। * प्रतिज्ञाएं औपचारिक समझौतों जैसे वाचाओं का एक महत्वपूर्ण भाग होती हैं। -* प्रतिज्ञा अक्सर शपथ के साथ की जाती है कि उसका पूरा किया जाना निश्चित है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास” हो सकता है। +* “प्रतिज्ञा” शब्द का अनुवाद, “समर्पण” या “आश्वासन” या “विश्वास दिलाना” हो सकता है। * “किसी काम को करने की प्रतिज्ञा” का अनुवाद, “किसी को विश्वास दिलाना कि आप कुछ करेंगे” या “किसी काम को करने का समर्पण करना”हो सकता है। (यह भी देखें: [वाचा](../kt/covenant.md), [शपथ](../other/oath.md), [प्रण](../kt/vow.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [गलातियों 03:15-16](rc://en/tn/help/gal/03/15) -* [उत्पत्ति 25:31-34](rc://en/tn/help/gen/25/31) -* [इब्रानियों 11:8-10](rc://en/tn/help/heb/11/08) -* [याकूब 01:12-13](rc://en/tn/help/jas/01/12) -* [गिनती 30:1-2](rc://en/tn/help/num/30/01) +* [गलातियों 3:15-16](rc://hi/tn/help/gal/03/15) +* [उत्पत्ति 25:31-34](rc://hi/tn/help/gen/25/31) +* [इब्रानियों 11:9](rc://hi/tn/help/heb/11/09) +* [याकूब 01:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12) +* [गिनती 30:2](rc://hi/tn/help/num/30/02) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[03:15](rc://en/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं __वादा__ करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से पापी होते हैं जब वे बच्चे होते हैं। -* __[03:16](rc://en/tn/help/obs/03/16)__ परमेश्वर ने बादल में पहला धनुष बनाया रखा __वाचा__ के चिह्न के स्वरुप में। जब भी आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी _वाचा__ को याद करेगा और लोग भी। -* __[04:08](rc://en/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने अब्राम से कहा और दुबारा __वाचा__ किया कि उसको एक पुत्र की प्राप्ति होगी और उसकी संतान आकाश में तारो के सामान होगी। अब्राम ने परमेश्वर के __वाचा__ पर विश्वास किया। -* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह __प्रतिज्ञा__ का पुत्र होगा। -* __[08:15](rc://en/tn/help/obs/08/15)__ __वाचा__ परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी , अब्राहम के बाद इसहाक से, इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवार से| -* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ जबकि दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी __वाचा__ पर खरा था। -* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ यीशु ने __वादा__ किया कि संसार के अंत में वह वापस आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपना वादा पूरा करेगा। +* __[3:15](rc://hi/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं __प्रतिज्ञा__ करता हूँ कि मनुष्यों के बुरे कर्मों के कारण फिर कभी भूमि को शाप नहीं दूंगा या बाढ़ से दुनिया को नष्ट करूंगा, यद्यपि मनुष्य जन्म से ही पापी है। +* __[3:16](rc://hi/tn/help/obs/03/16)__ तब परमेश्वर ने अपनी __वाचा__ के चिह्न के स्वरुप में मेघ धनुष स्थापित किया। जब -जब आकाश में धनुष दिखाई देगा, परमेश्वर अपनी _वाचा__ को याद करेगा और लोग भी। +* __[4:08](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने अब्राम से बातें कीं और __वाचा__ दोहराया कि उसको पुत्र प्राप्ति होगी और उसका वंश आकाश में तारो के सामान होगा। अब्राम ने परमेश्वर की __वाचा__ पर विश्वास किया। +* __[5:4](rc://hi/tn/help/obs/05/04)__ तुम्हारी पत्नी, सारै को एक बेटा होगा - वह __प्रतिज्ञा__ का पुत्र होगा। +* __[8:15](rc://hi/tn/help/obs/08/15)__ परमेश्वर ने जो वाचा अब्राहम से बाँधी थी उसकी __प्रतिज्ञाएं__ अब्राहम के बाद इसहाक, और इसहाक के बाद याकूब और उसके बारह पुत्रों व उसके परिवारों के लिए भी रहीं| +* __[17:14](rc://hi/tn/help/obs/17/14)__ दाऊद परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य न रहा, परन्तु परमेश्वर अपनी __वाचा__ पर खरा था। +* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ यीशु ने __प्रतिज्ञा__ की कि वह संसार के अंत में पुनः आएगा। यद्यपि वह अभी तक वापस नहीं आया है, लेकिन वह अपनी __प्रतिज्ञा__पूरी करेगा| -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H559, H562, H1696, H8569, G1843, G1860, G1861, G1862, G3670, G4279 From 8dd274937118c001d0dd25c5dc991b6170694c5b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 06:07:40 +0000 Subject: [PATCH 063/412] Edit 'bible/kt/prophet.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/prophet.md | 72 ++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 36 insertions(+), 36 deletions(-) diff --git a/bible/kt/prophet.md b/bible/kt/prophet.md index 182b597..395402c 100644 --- a/bible/kt/prophet.md +++ b/bible/kt/prophet.md @@ -1,54 +1,54 @@ -# भविष्यद्वक्ता, भविष्यवाणी, भविष्यद्वाणी, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन +# भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -भविष्यद्वक्ता परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। भविष्यद्वाणी करनेवाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं। +भविष्यद्वक्ता वह मनुष्य है जो परमेश्वर का सन्देश मनुष्यों तक पहुंचाता है। ऎसी सेवा करने वाली स्त्री को भविष्यद्वक्तिन कहते हैं। * भविष्यद्वक्ता मनुष्यों को पापों से विमुख होने और परमेश्वर की आज्ञा मानने के लिए चिताते थे। -* भविष्यद्वाणी भविष्यद्वक्ताओं का सन्देश था। भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना। -* भविष्यद्वाणी प्रायः भावी घटनाओं का वर्णन था। +* भविष्यद्वाणी वह सन्देश है जो भविष्यद्वक्ता सुनाते हैं| भविष्यद्वाणी करना अर्थात परमेश्वर का सन्देश सुनाना। +* भविष्यद्वाणी का सन्देश प्रायः भावी घटनाओं से सम्बन्षित होता था| * पुराने नियम की अनेक भविष्यद्वाणियां पूरी हो चुकी हैं। -* बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों का भविष्यद्वक्ता कहा गया है। -* उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में कहा जाता था जिसे पुराना नियम कहा जाता था। -* भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा”। -* कभी-कभी यह शब्द भूत सिद्धी करनेवालों या झूठे भविष्यद्वक्ताओं के लिए भी काम में लिया जाता था। +* बाइबल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा लिखी गई पुस्तकों को "भविष्यद्वक्ता" कहा गया है। +* उदाहरणार्थ, “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” यह अभिव्यक्ति सम्पूर्ण इब्रानी पवित्रशास्त्र के संदर्भ में काम में ली जाती थी जो पुराने नियम के नाम से भी जाने जाते हैं। +* भविष्यद्वक्ता के लिए प्रयुक्त पुराना शब्द है, “भविष्यदृष्टा” या भावी बूझने वाला मनुष्य। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद किया जा सकता है, “परमेश्वर का वक्ता” “परमेश्वर की ओर से कहने वाला मनुष्य” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाला मनुष्य”। -* एक "भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "वह मनुष्य जो परमेश्वर से भविष्य देखता है।" +* "नबी" का अनुवाद हो सकता है, "वह मनुष्य जो दर्शन देखता है" या "मनुष्य जो परमेश्वर प्रदत्त भविष्य देखता है।" * “भविष्यद्वक्तिन” शब्द का अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर की वक्ता” या “परमेश्वर की ओर से कहनेवाली स्त्री” या “परमेश्वर का सन्देश सुनाने वाली स्त्री”। -* “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वाणी का सन्देश” -* प्रकरण पर आधारित “भविष्यद्वाणी” शब्द का अनुवाद होगा, “परमेश्वर का वचन सुनाना” या “भावी घटनाओं के बारे में परमेश्वर का सन्देश पहुंचाना”। -* इस प्रतिकात्मक अभिव्यक्ति “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता” का अनुवाद हो सकता है “व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें” या “परमेश्वर के प्रदत्त विधान और उसके भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश के बारे में सब लिखित बातें” [उपलक्षण](rc://en/ta/man/translate/figs-synecdoche)) -* जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का जिक्र करते हैं, तो इसका अर्थ "झूठे भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "झूठे देवता के भविष्यद्वक्ता (द्रष्टा)" या "बाल के नबी" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है, उदाहरण के लिए । +* “भविष्यद्वाणी” के लिए अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देश” या “भविष्यद्वक्ता का सन्देश” +* "भविष्यद्वाणी करना" का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के वचन सुनाना" या "परमेश्वर का सन्देश सुनाना" +* यह लाक्षणिक अभिव्यक्ति, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ता" का अनुवाद हो सकता है, "व्यवस्था और भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकें" या "परमेश्वर और उसकी प्रजा के विषय लिखी गई सब बातें, जिनमें परमेश्वर की नियमावली और उसके भविष्यद्वक्ताओं द्वारा सुनाया गया सन्देश" +(देखें: [synecdoche](rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche)) +* जब एक झूठे देवता के नबी (या द्रष्टा) का सन्दर्भ हो तो आवश्यक है कि इसका अनुवाद, "झूठे भविष्यद्वक्ता (नबी)" या "झूठे देवता का भविष्यद्वक्ता (नबी) या उदाहरणार्थ, "बाल का भविष्यद्वक्ता" -(यह भी देखें: [बाल](../names/baal.md), [दैववाणी](../other/divination.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [झूठे भविष्यद्वक्ता](../other/falseprophet.md), [पूरा करने](../kt/fulfill.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [दर्शन](../other/vision.md)) +(यह भी देखें: [बाल](../names/baal.md), [भावी बूझना](../other/divination.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [झूठे भविष्यद्वक्ता](../other/falseprophet.md), [पूरी करना](../kt/fulfill.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [दर्शन](../other/vision.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://en/tn/help/1th/02/14) -* [प्रे.का. 03:24-26](rc://en/tn/help/act/03/24) -* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43) -* [मलाकी 04:4-6](rc://en/tn/help/mal/04/04) -* [मत्ती 01:22-23](rc://en/tn/help/mat/01/22) -* [मत्ती 02:17-18](rc://en/tn/help/mat/02/17) -* [मत्ती 05:17-18](rc://en/tn/help/mat/05/17) -* [भजन संहिता 051:1-2](rc://en/tn/help/psa/051/001) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/1th/02/14) +* [प्रे.का. 3:25](rc://hi/tn/help/act/03/25) +* [यूहन्ना 1:43-45](rc://hi/tn/help/jhn/01/43) +* [मलाकी 4:4-6](rc://en/tn/help/mal/04/04) +* [मत्ती 1:23](rc://hi/tn/help/mat/01/23) +* [मत्ती 2:18](rc://hi/tn/help/mat/02/18) +* [मत्ती 5:17](rc://hi/tn/help/mat/05/17) +* [भजन संहिता 51:1](rc://hi/tn/help/psa/051/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[12:12](rc://en/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक __भविष्यद्वक्ता__ है। -* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान __भविष्यद्वक्ता__ द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है | -* __[19:01](rc://en/tn/help/obs/19/01)__ इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से __भविष्यद्वक्ता__ भेजे | __भविष्यद्वक्ता__ ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया | -* __[19:06](rc://en/tn/help/obs/19/06)__ इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ __भविष्यद्वक्ता__ कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए | -* __[19:17](rc://en/tn/help/obs/19/17)__ अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अक्सर __भविष्यद्वक्ता__ के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे -* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __भविष्यद्वक्ता__ यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीहा एक कुंवारी से पैदा होगा। -* __[43:05](rc://en/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |” -* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहता है, 'आप कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'" -* __[48:12](rc://en/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है। +* __[12:12](rc://hi/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर भरोसा किया और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक __भविष्यद्वक्ता__ है। +* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान __भविष्यद्वक्ता__ द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है | +* __[19:1](rc://hi/tn/help/obs/19/01)__ इस्राएलियों के इतिहास भर में, परमेश्वर ने बहुत से __भविष्यद्वक्ता__ भेजे | __भविष्यद्वक्ताओं__ ने परमेश्वर के संदेशों को सुना और फिर लोगों को परमेश्वर का संदेश बताया | +* __[19:6](rc://hi/tn/help/obs/19/06)__ इस्राएली राज्य के सभी लोगों सहित और बाल के साढ़े चार सौ __भविष्यद्वक्ता__ कर्मेल पर्वत पर इकट्ठा हुए | +* __[19:17](rc://hi/tn/help/obs/19/17)__ अधिकतर समय, लोगों ने परमेश्वर के नियमों का पालन नही किया. वे अधिकतर __भविष्यद्वक्ताओं__ के साथ दुर्व्यवहार करते थे और कभी-कभी उन्हें मार भी डालते थे +* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ __भविष्यद्वक्ता__ यशायाह ने भविष्यवाणी की कि मसीह एक कुंवारी से पैदा होगा। +* __[43:5](rc://hi/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |” +* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहटी है, 'तू कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'" +* __[48:12](rc://hi/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H2372, H2374, H4853, H5012, H5013, H5016, H5017, H5029, H5030, H5031, H5197, G2495, G4394, G4395, G4396, G4397, G4398, G5578 From f8a199fd820c01e965dce110b30b438007a5f373 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 06:24:45 +0000 Subject: [PATCH 064/412] Edit 'bible/kt/purify.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/purify.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/purify.md b/bible/kt/purify.md index a6542c6..b5affa5 100644 --- a/bible/kt/purify.md +++ b/bible/kt/purify.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण # +# शुद्ध, शुद्धि, शुद्धिकरण -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिलि न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना, निर्मल बनाना। +“शुद्ध” अर्थात निर्दोष या “ऐसी कोई वस्तु मिश्रित न हो जो नहीं होनी चहिए। किसी वस्तु को शुद्ध करना अर्थात उसे किसी भी अशुद्ध या दूषित करनेवाली वस्तु से मुक्त करना। -* पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक सुख या सन्तानोत्पत्ति से। -* पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि कैसे पापों से शुद्ध या मुक्त हुआ जाए आमतौर पर पशुओं के बलिदान से है। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी। -* नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापों से धुल जाना। -* मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में विश्वास तथा उसकी मृत्यु के द्वारा परमेश्वर की क्षमा को ग्रहण करने के द्वारा होता है। +* पुराने नियम के आदेशों के अनुसार “शुद्ध करना” और “शुद्ध होना” मुख्यतः किसी वस्तु या मनुष्य को एसी बातों से शुद्ध करना जो वस्तु या मनुष्य को अशुद्ध बनती है जैसे रोग, शारीरिक स्राव या प्रसव से। +* पुराने नियम में मनुष्यों का पापों से शोधन के भी नियम थे कि पापों से कैसे शुद्ध या मुक्त हुआ जाए- पशुओं के बलिदान से। परन्तु यह एक अस्थाई व्यवस्था थी, अतः बलि बार-बार चढ़ानी होती थी। +* नये नियम में शुद्ध होने का अर्थ है पापमार्जन। +* मनुष्यों के लिए पूर्ण एवं सिद्ध पाप शोधन केवल मन फिराव और यीशु में तथा उसके बलिदान में विश्वास के द्वारा परमेश्वर की क्षमा से क्षमा प्राप्त करने से होता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “शुद्ध बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना” +* “शुद्ध करने” का अनुवाद हो सकता है, “निर्मल बनाना” या “साफ करना” या “सब अशुद्धियों को दूर करना” या “पापों से छुटकारा पाना” * “उनके शुद्ध होने के दिन पूरे हुए” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “जब निश्चित दिनों तक रूकने के बाद उन्होंने स्वयं को शुद्ध कर लिया” * “पापों से शुद्ध होना” इसका अनुवाद हो सकता है, “मनुष्यों के लिए पापों से पूर्ण शोधन का मार्ग उपलब्ध करा दिया”। -* अनुवाद के अन्य रूप “शुद्ध होना” का अनुवाद “शोधन” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना” हो सकता है। +* "शोधन" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, “शुद्ध होना” या “आत्मिक मार्जन” या “रीति के अनुसार शुद्ध होना” (यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [शुद्ध](../kt/clean.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 तीमुथियुस 01:5-8](rc://en/tn/help/1ti/01/05) +* [1 तीमुथियुस 1:5](rc://en/tn/help/1ti/01/05) * [निर्गमन 31:6-9](rc://en/tn/help/exo/31/06) -* इब्रानियों09:13-15 -* [याकूब 04:8-10](rc://en/tn/help/jas/04/08) -* [लूका 02:22-24](rc://en/tn/help/luk/02/22) -* [प्रका. 14:3-5](rc://en/tn/help/rev/14/03) +* [इब्रानियों 9:13-15](rc;//hi/tn/help/heb/09/13) +* [याकूब 4:8](rc://hi/tn/help/jas/04/08) +* [लूका 2:22](rc://hi/tn/help/luk/02/22) +* [प्रका. 14:4](rc://hi/tn/help/rev/14/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514 +* स्ट्रोंग्स: H1249, H1252, H1253, H1305, H1865, H2134, H2135, H2141, H2212, H2398, H2403, H2561, H2889, H2890, H2891, H2892, H2893, H3795, H3800, H4795, H5343, H5462, H6337, H6884, H6942, H8562, G48, G49, G53, G54, G1506, G2511, G2512, G2513, G2514 \ No newline at end of file From 048a4b313f55db25b3c937b871f5743a5dc2e3bf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 07:45:19 +0000 Subject: [PATCH 065/412] Edit 'bible/kt/righteous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/righteous.md | 35 +++++++++++++++++++++++++---------- 1 file changed, 25 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/kt/righteous.md b/bible/kt/righteous.md index 9fc7397..2d78479 100644 --- a/bible/kt/righteous.md +++ b/bible/kt/righteous.md @@ -1,21 +1,36 @@ -# धर्मी, धार्मिक, अधर्मी, अधर्मी, ईमानदार, ईमानदार +# धर्मी, धार्मिकता, अधर्मी, अधर्म, खरा, खराई -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“धार्मिक ” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्य और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है। +“धार्मिकता” परमेश्वर की परम भलाई, न्याय, विश्वासयोग्यता और प्रेम के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है। इन गुणों के होने से परमेश्वर "धर्मी" बनता है। क्योंकि परमेश्वर धर्मी है, उसके लिए पाप का दण्ड देना आवश्यक है। * इन शब्दों द्वारा परमेश्वर के आज्ञाकारी और सदाचारी मनुष्य का भी चरित्र-चित्रण किया जाता है। परन्तु सबने पाप किया है, इसलिए परमेश्वर को छोड़ कोई भी पूर्ण धर्मी नहीं है। * बाइबल में जिन लोगों को "धर्मी" कहा गया है वे हैं नूह, अय्यूब, अब्राहम, जकर्याह और इलीशिबा। * उद्धार के लिए यीशु में विश्वास करनेवालों को परमेश्वर पापों से शुद्ध करता है और यीशु की धार्मिकता के कारण उन्हें धर्मी कहता है। +* "अधर्मी" शब्द का अर्थ है, पापी और नैतिकता में भ्रष्ट| "अधर्म" का सन्दर्भ पाप या पापी होने की दशा से है| +* इन शब्दों का सन्दर्भ विशेष करके ऐसे जीवन से है जिसमें परमेश्वर की शिक्षाओं और आज्ञाओं की अवज्ञा की जाती है| +*अधर्मी जन अपने विचारों और कर्मों में नैतिकता का पालन नहीं करते हैं| +* कभी-कभी "अधर्मी" शब्द का सन्दर्भ उन लोगों से होता है जो यीशु में विश्वास नहीं करते हैं| +* "खरा" और "खराई", इन शब्दों का सन्दर्भ परमेश्वर की व्यवस्था का पालन करने से है| +* इन शब्दों के अर्थ में समाहित विचार है, सीधे खड़े होना और सीधा आगे देखना| +* "खरा" मनुष्य वह है जो परमेश्वर के नियमों का पालन करता है और उसकी इच्छा के विरुद्ध कोई काम नहीं करता है| +*"खरा" और "धर्मी" के अर्थ सहार्थी हैं और कभी-कभी एक साथ काम में लिए जाते हैं जैसे, "एकनिष्ठा और खराई" +(देखें: [सादृश्यता](rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism)) -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सदैव धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं। -* परमेश्वर की “धार्मिक” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है। -* परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर के प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले के रूप में हो सकता हैं”। -* “धर्मी” का अनुवाद “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग” के रूप हो सकता है। -* प्रकरण के अनुसार “धार्मिक” का अनुवाद एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना” हो सकता है। -* कभी-कभी “धर्मी” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जा सकता है जिसका संदर्भ ऐसे मनुष्यों से किया गया है जो स्वयं को धर्मी समझते हैं” या “लोग जो धर्मी दिखते है।” +* जब परमेश्वर का उल्लेख होता है, तब “धर्मी” का अनुवाद होगा, “पूर्णतः भला और न्यायोचित” या “सदा सर्वदा धर्मनिष्ठा निभानेवाला” हो सकता हैं। +* परमेश्वर की “धार्मिकता” का अनुवाद “सिद्ध विश्वासयोग्यता और भलाई” हो सकता है। +* परमेश्वर के आज्ञाकारी मनुष्यों के उल्लेख में “धर्मी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “नैतिकता में उचित” या “न्यायोचित” या “परमेश्वर को प्रसन्न करनेवाला जीवन व्यतीत करनेवाले" +* “धर्मी” का अनुवाद हो सकता है, “धर्मी लोग” या “परमेश्वर का भय मानने वाले लोग” +* प्रकरण के अनुसार “धार्मिकता” का अनुवाद हो सकता है, एक ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका भावार्थ, “अच्छाई” या “परमेश्वर के सम्मुख सिद्ध होना” या परमेश्वर की आज्ञा मानकर उचित व्यवहार करना” या “पूर्णतः सिद्धता के काम करना” +* "अधर्मी"शब्द का अनुवाद हो सकता है, "धर्मी नहीं" +* प्रकरण के आधार पर इस शब्द के एनी अनुवाद रूप भी हो सकते हैंजैसे, "दुष्ट" या "अनैतिक" या "परमेश्वर के विद्रोही जन" या "पापी" +* "अधर्म" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "पाप" या "बे विचार एवाम्कर्म" या "दुष्टता" +* यदि संभव हो तो इसका सर्वोत्तम अनुवाद वह होगा जिसमें इसका सम्बन्ध "धर्मी, धार्मिकता" से दर्शाया जाए| +* "खरा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "खरा व्यवहार" या "परमेश्वर की विधियों का पालन करना" या "परमेश्वर का आज्ञाकारी होना" या "ऐसा व्यवहार करना जो उचित हो" +* "खराई" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "नैतिक शुद्धता" या "उत्तम सदाचार" या "औचित्य प्रदर्शन" +* "खरे मनुष्य" का अनुवाद हो सकता है, "मनुष्य जो खरे हैं" या "खरे मनुष्य" (यह भी देखें: [अच्छे](../kt/good.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [बुरा](../kt/evil.md), [न्यायी](../kt/justice.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md)) From 9a8dc3b054774919eb20ef175626b9c2bb50bb17 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 08:02:08 +0000 Subject: [PATCH 066/412] Edit 'bible/kt/righteous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/righteous.md | 19 +++++++------------ 1 file changed, 7 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/righteous.md b/bible/kt/righteous.md index 2d78479..2ba1204 100644 --- a/bible/kt/righteous.md +++ b/bible/kt/righteous.md @@ -32,7 +32,7 @@ * "खराई" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "नैतिक शुद्धता" या "उत्तम सदाचार" या "औचित्य प्रदर्शन" * "खरे मनुष्य" का अनुवाद हो सकता है, "मनुष्य जो खरे हैं" या "खरे मनुष्य" -(यह भी देखें: [अच्छे](../kt/good.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [बुरा](../kt/evil.md), [न्यायी](../kt/justice.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md)) +(यह भी देखें: [बुरा](../kt/evil.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [भला](../kt/good.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [खराई](../other/integrity.md), [धर्मी](../kt/justice.md), [विधियां](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [शुद्ध](../kt/purify.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md), [व्यवस्था विरोधी](../other/lawful.md)) ## बाइबल संदर्भ: ## @@ -59,14 +59,9 @@ * [1 यूहन्ना 01:09](rc://en/tn/help/1jn/01/09) * [1 यूहन्ना05:16-17](rc://en/tn/help/1jn/05/16) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## - -* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था। -* __[04:08](rc://en/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। -* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। -* __[23: 1](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। -* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” - -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717 \ No newline at end of file +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण +* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था। +* __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। +* __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। +* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” \ No newline at end of file From a5f973544c4475a03b694865d92e037250fa324e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 08:12:08 +0000 Subject: [PATCH 067/412] Edit 'bible/kt/righteous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/righteous.md | 23 ++++++++++++++++++++++- 1 file changed, 22 insertions(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/righteous.md b/bible/kt/righteous.md index 2ba1204..be2e2dd 100644 --- a/bible/kt/righteous.md +++ b/bible/kt/righteous.md @@ -64,4 +64,25 @@ * __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। * __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। * __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। -* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” \ No newline at end of file +* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” + +* [व्यवस्थाविवरण 19:16](rc://hi/tn/help/deu/19/16) +* [अय्यूब 1:8](rc://hi/tn/help/job/01/08) +* [भजन. 37:30](rc://hi/tn/help/psa/037/30) +* [ब्भाजन. 49:14](rc://hi/tn/help/psa/049/14) +* [भजन. 107:42](rc://hi/tn/help/psa/107/42) +* [सभोपदेशक 12:10-11](rc://hi/tn/help/ecc/12/10) +* [यशायाह 48:1-2](rc://hi/tn/help/isa/48/01) +* [यहेजकेल 33:13](rc://hi/tn/help/ezk/33/13) +* [मलाकी 2:6](rc://hi/tn/help/mal/02/06) +* [मत्ती 6:1](rc://hi/tn/help/mat/06/01) +* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13) +* [रोमियों 1:29-31](rc://hi/tn/help/rom/01/29) +* [1 कुरिन्थियों 6:9](rc://hi/tn/help/1co/06/09) +* [गलातियों 3:7](rc://hi/tn/help/gal/03/07) +* [कुलुस्सियों 3:25](rc://hi/tn/help/col/03/25) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/2th/02/10) +* [2 तीमुथियुस 3:16](rc://hi/tn/help/2ti/03/16) +* [1 पतरस 3:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/03/18) +* [1 यूहन्ना 1:9](rc://hi/tn/help/1jn/01/09) +* [1 यूहन्ना 5:16-17](rc://hi/tn/help/1jn/05/16) \ No newline at end of file From b4a7a83593821489aeb342bb43fd4e66441e3c15 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 08:14:20 +0000 Subject: [PATCH 068/412] Edit 'bible/kt/righteous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/righteous.md | 30 ++++++++---------------------- 1 file changed, 8 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/righteous.md b/bible/kt/righteous.md index be2e2dd..bb5fc66 100644 --- a/bible/kt/righteous.md +++ b/bible/kt/righteous.md @@ -38,27 +38,6 @@ -* [व्यवस्थाविवरण 19:16](rc://en/tn/help/deu/19/16) -* [अय्यूब 01:08](rc://en/tn/help/job/01/08) -* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [037:30](rc://en/tn/help/psa/037/30) -* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [049:14](rc://en/tn/help/psa/049/14) -* [भजन संहिता](rc://en/tn/help/psa/037/028) [107:42](rc://en/tn/help/psa/107/42) -* [सभोपदेशक 12:10-11](rc://en/tn/help/ecc/12/10) -* [यशायाह 48:1-2](rc://en/tn/help/isa/48/01) -* [यहेजकेल 33:13](rc://en/tn/help/ezk/33/13) -* [मलाकी 02:06](rc://en/tn/help/mal/02/06) -* [मत्ती 06:01](rc://en/tn/help/mat/06/01) -* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13) -* [रोमियों 01:29-31](rc://en/tn/help/rom/01/29) -* [1 कुरिन्थियों 06:09](rc://en/tn/help/1co/06/09) -* [गलातियों 03:07](rc://en/tn/help/gal/03/07) -* [कुलुसियों 03:25](rc://en/tn/help/col/03/25) -* [2 थिस्लुनिकियों 02:10](rc://en/tn/help/2th/02/10) -* [2 तीमुथियुस 03:16](rc://en/tn/help/2ti/03/16) -* [1 पतरस 03:18-20](rc://en/tn/help/1pe/03/18) -* [1 यूहन्ना 01:09](rc://en/tn/help/1jn/01/09) -* [1 यूहन्ना05:16-17](rc://en/tn/help/1jn/05/16) - ## बाईबल की कहानियों के उदाहरण * __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था। * __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। @@ -85,4 +64,11 @@ * [2 तीमुथियुस 3:16](rc://hi/tn/help/2ti/03/16) * [1 पतरस 3:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/03/18) * [1 यूहन्ना 1:9](rc://hi/tn/help/1jn/01/09) -* [1 यूहन्ना 5:16-17](rc://hi/tn/help/1jn/05/16) \ No newline at end of file +* [1 यूहन्ना 5:16-17](rc://hi/tn/help/1jn/05/16) + +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण +* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था। +* __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। +* __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। +* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” \ No newline at end of file From 27c58e8cea78438e7a74da8a15bc0f32a4853532 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 08:20:34 +0000 Subject: [PATCH 069/412] Edit 'bible/kt/righteous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/righteous.md | 12 ++++-------- 1 file changed, 4 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/kt/righteous.md b/bible/kt/righteous.md index bb5fc66..37dcdbe 100644 --- a/bible/kt/righteous.md +++ b/bible/kt/righteous.md @@ -38,13 +38,6 @@ -## बाईबल की कहानियों के उदाहरण -* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी नूह पर बनी रही। नूह __धर्मी__ पुरुष और अपने समय के लोगों में खरा था। -* __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। -* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। -* __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। -* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” - * [व्यवस्थाविवरण 19:16](rc://hi/tn/help/deu/19/16) * [अय्यूब 1:8](rc://hi/tn/help/job/01/08) * [भजन. 37:30](rc://hi/tn/help/psa/037/30) @@ -71,4 +64,7 @@ * __[4:8](rc://hi/tn/help/obs/04/08)__ परमेश्वर ने घोषित किया कि अब्राम __धर्मी__ है, क्योंकि उसने परमेश्वर की वाचा पर विश्वास किया। * __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद एक विनम्र और __धर्मी__ व्यक्ति था जो विश्वसनीय था और परमेश्वर का पालन करता था। * __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी यूसुफ नामक एक __धर्मी__ पुरुष से हुई। -* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” \ No newline at end of file +* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ तब __धर्मी__ लोग अपने पिता परमेश्वर के राज्य में सूर्य के समान चमकेंगे।” + +## शब्द तथ्य: +* स्ट्रोंग्स: H205, H1368, H2555, H3072, H3474, H3476, H3477, H3483, H4334, H4339, H4749, H5228, H5229, H5324, H5765, H5766, H5767, H5977, H6662, H6663, H6664, H6665, H6666, H6968, H8535, H8537, H8549, H8552, G93, G94, G458, G1341, G1342, G1343, G1344, G1345, G1346, G2118, G3716, G3717 From 2e4f7b8930c19d4adf11d4907180683e3f65e90e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 08:46:37 +0000 Subject: [PATCH 070/412] Edit 'bible/kt/satan.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/satan.md | 56 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 28 insertions(+), 28 deletions(-) diff --git a/bible/kt/satan.md b/bible/kt/satan.md index a653985..286f748 100644 --- a/bible/kt/satan.md +++ b/bible/kt/satan.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# शैतान, दुष्ट, बुराई +# शैतान, दुष्ट, वह दुष्ट -## तथ्य: ## +## तथ्य: शैतान परमेश्वर द्वारा सृजित एक आत्मिक प्राणी है, परन्तु परमेश्वर से विद्रोह करके वह उसका बैरी हो गया। शैतान को "वह दुष्ट" भी कहा गया है। -* शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के स्वरूप उपासना करवाना चाहता है। +* शैतान परमेश्वर और उसकी संपूर्ण सृष्टि से घृणा करता है, क्योंकि वह परमेश्वर का स्थान लेकर परमेश्वर के तुल्य उपासना करवाना चाहता है। * शैतान मनुष्यों को परमेश्वर से विद्रोह करने की परीक्षा में डालता है। * परमेश्वर ने अपने पुत्र, यीशु को भेजा, कि मनुष्यों को शैतान के वश से मुक्त कराए। * शैतान शब्द का अर्थ है, "बैरी" या "शत्रु।" @@ -14,39 +14,39 @@ * "शैतान" शब्द का अनुवाद "दोष लगाने वाला" या "दुष्ट" या "दुष्टात्माओं का राजा" या "प्रमुख दुष्टात्मा" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। * "इबलीस" का अनुवाद "विरोधी" या "बैरी" किया जा सकता है या अन्य कोई शब्द जिससे स्पष्ट हो कि वह शैतान है। -* इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न होना है। +* इन शब्दों का भावार्थ दुष्टात्मा और बुरी आत्मा से भिन्न व्यक्त होना है। * ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। -(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [बुराई](../kt/evil.md), [राज्य का परमेश्वर](../kt/kingdomofgod.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md)) +(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [बुराई](../kt/evil.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 03:7-8](rc://en/tn/help/1jn/03/07) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:17-20](rc://en/tn/help/1th/02/17) -* [1 तीमुथियुस 05:14-16](rc://en/tn/help/1ti/05/14) -* [प्रे.का. 13:9-10](rc://en/tn/help/act/13/09) -* [अय्यूब 01:6-8](rc://en/tn/help/job/01/06) -* [मरकुस 08:33-34](rc://en/tn/help/mrk/08/33) -* [जकर्याह 03:1-3](rc://en/tn/help/zec/03/01) +* [1 यूहन्ना 3:8](rc://hi/tn/help/1jn/03/08 ) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:17-20](rc://hi/tn/help/1th/02/17) +* [1 तीमुथियुस 5:15](rc://hi/tn/help/1ti/05/15) +* [प्रे.का. 13:10](rc://hi/tn/help/act/13/10) +* [अय्यूब 1:8](rc://hi/tn/help/job/01/08) +* [मरकुस 8:33](rc://hi/tn/help/mrk/08/33) +* [जकर्याह 3:1](rc://hi/tn/help/zec/03/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[21:01](rc://en/tn/help/obs/21/01)__ जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह __शैतान__ था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह __शैतान__ को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा | -* __[25:06](rc://en/tn/help/obs/25/06)__ फिर __शैतान__ ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |" -* __[25:08](rc://en/tn/help/obs/25/08)__यीशु __शैतान__ के लालच में नहीं आया, तब __शैतान__ उसके पास से चला गया| -* __[33:06](rc://en/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" पथ एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और __शैतान__ उस वचन उससे ले जाता है।" -* __[38:07](rc://en/tn/help/obs/38/07)__रोटी खाते ही, यहूदा में __शैतान__ समा गया। -* __[48:04](rc://en/tn/help/obs/48/04)__परमेश्वर ने वादा किया कि हव्वा का ही एक वंशज __शैतान__ का सिर कुचलेगा, और __शैतान__ उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, __शैतान__ मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु __शैतान__ की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा | -* __[49:15](rc://en/tn/help/obs/49/15)__ परमेश्वर ने तुम्हें __शैतान__ के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है | -* __[50:09](rc://en/tn/help/obs/50/09)__ "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो __दुष्ट__ से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह __शैतान__ का प्रतिनिधित्व करता है।" -* __[50:10](rc://en/tn/help/obs/50/10)__ "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग __शैतान__ के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे | -* __[50:15](rc://en/tn/help/obs/50/15)__ जब यीशु वापस आएगा तो वह __शैतान__ और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह __शैतान__ को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया| +* __[21:1](rc://hi/tn/help/obs/21/01)__ जिस साँप ने हव्वा को धोखे से फल खिलाया था वह __शैतान__ था | प्रतिज्ञा का अर्थ यह था कि मसीह __शैतान__ को पूरी तरह से नष्ट कर देंगा | +* __[25:6](rc://hi/tn/help/obs/25/06)__ फिर __शैतान__ ने यीशु को जगत के सारे राज्य और उसका वैभव दिखाकर उससे कहा, "यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूँगा |" +* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__यीशु __शैतान__ के लालच में नहीं आया, तब __शैतान__ उसके पास से चला गया| +* __[33:6](rc://hi/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, "बीज परमेश्वर का वचन है।" मार्ग एक ऐसा व्यक्ति होता है जो परमेश्वर के वचन सुनता है, लेकिन उसे समझ में नहीं आता है, और __शैतान__ उस वचन उससे ले जाता है।" +* __[38:7](rc://hi/tn/help/obs/38/07)__रोटी खाते ही, यहूदा में __शैतान__ समा गया। +* __[48:4](rc://hi/tn/help/obs/48/04)__परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की थी कि हव्वा का ही एक वंशज __शैतान__ का सिर कुचलेगा, और __शैतान__ उसकी एड़ी को डसेगा | इसका अर्थ यह हुआ कि, __शैतान__ मसीह को मार देगा, पर परमेश्वर उसे तीसरे दिन फिर जीवित कर देगा | यीशु __शैतान__ की शक्ति को हमेशा के लिए नाश कर देगा | +* __[49:15](rc://hi/tn/help/obs/49/15)__ परमेश्वर ने तुम्हें __शैतान__ के राज्य के अंधकार से बाहर निकला और तुम्हें परमेश्वर के ज्योतिमय राज्य में रखा है | +* __[50:9](rc://hi/tn/help/obs/50/09)__ "जंगली दाने उन मनुष्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं जो __दुष्ट__ से सम्बंधित हैं| जिस शत्रु ने जंगली बीज बोये वह __शैतान__ का प्रतिनिधित्व करता है।" +* __[50:10](rc://hi/tn/help/obs/50/10)__ "जब संसार का अंत होगा, तो जो लोग __शैतान__ के हैं उन सभी लोगों को स्वर्गदूत एक साथ इकठ्ठा करेंगे और उन्हें एक धधकती आग में डाल देंगे, जहाँ वे भयंकर पीड़ा के कारण रोएँगे और अपने दाँत पीसेंगे | +* __[50:15](rc://hi/tn/help/obs/50/15)__ जब यीशु वापस आएगा तो वह __शैतान__ और उसके राज्य को सर्वदा के लिये नष्ट कर देगा| वह __शैतान__ को नरक में डाल देगा जहाँ वह उन लोगों के साथ हमेशा जलता रहेगा, जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने की बजाय उसकी बात मानने का चुनाव किया| -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567 +* स्ट्रोंग्स: H7700, H7854, H8163, G1139, G1140, G1141, G1142, G1228, G4190, G4566, G4567 From 717663afd08606d45e35958cbfa2570caeecb55b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 10:04:14 +0000 Subject: [PATCH 071/412] Edit 'bible/kt/save.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/save.md | 15 +++++++++------ 1 file changed, 9 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/kt/save.md b/bible/kt/save.md index 971f6fe..8c506e7 100644 --- a/bible/kt/save.md +++ b/bible/kt/save.md @@ -1,14 +1,17 @@ -# बचाना, बचाता है, उद्धार, सुरक्षा # +# बचाना, बचाया, सुरक्षित, उद्धार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“बचाना” अर्थात किसी बुरी या हानिकारक बात से बचना। “सुरक्षित रहना” अर्थात हानि या खतरे से बचना। +“बचाना” का सन्दर्भ किसी को बुरी बात से या हानिकारक बात से सुरक्षित रखना| "सुरक्षित होना" अर्थात, हानि या संकट से सुरक्षित रहना| -* शारीरिक रूप से मनुष्य हानि, खतरे या मृत्यु से बचाया या निकला जा सकता है। -* आत्मिक अर्थ में मनुष्य का "उद्धार" का अर्थ है क्रूस पर यीशु की मृत्यु के द्वारा, पाप से क्षमा किया गया और नरक में दण्ड का भागी होने से परमेश्वर ने उसे "बचा लिया" है। +* शारीरिक अभिप्राय में मनुष्य हानि, संकट या मृतु से बचाए जा सकते हैं| +* आत्मिक अर्थ में यदि मनुष्य का "उद्धार" हो गया है तो क्रूस पर यीशु की मृत्यु के माध्यम से परमेश्वर ने उसको क्षमा कर दिया है और उसको पापों के दंड से बचा लिया है जो अन्यथा नरक का था| * मनुष्य खतरे से मनुष्यों को बचा सकते हैं परन्तु पापों के अनन्त दण्ड से केवल परमेश्वर ही मनुष्यों को बचा सकता है। +"उद्धार" शब्द का सन्दर्भ बुराई और संकट से बचाए जाने से है| +* बाईबल में, "उद्धार शब्द का सन्दर्भ प्रायः आत्मिक और अनंत मुक्ति से है जो परमेश्वर द्वारा उन लोगों को दी जाती है अपने पापों से मन फिरा कर यीशु में विश्वास करते हैं| +*बाईबल में परमेश्वर द्वारा उसकी प्रजा को क्षत्रुओं से बचाने की भी चर्चा की गई है| -## अनुवाद सुझाव: ## +## अनुवाद सुझाव: * “बचाना” शब्द के अनुवाद “मुक्ति दिलाना” या “हानि से बचाना” या “हानि के मार्ग से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं। * इस अभिव्यक्ति में “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है। From eb1fb594584688eeac447f62b9997f55235f58bb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 10:46:05 +0000 Subject: [PATCH 072/412] Edit 'bible/kt/save.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/save.md | 69 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 35 insertions(+), 34 deletions(-) diff --git a/bible/kt/save.md b/bible/kt/save.md index 8c506e7..f37f1c4 100644 --- a/bible/kt/save.md +++ b/bible/kt/save.md @@ -14,45 +14,46 @@ ## अनुवाद सुझाव: * “बचाना” शब्द के अनुवाद “मुक्ति दिलाना” या “हानि से बचाना” या “हानि के मार्ग से निकाल लेना” या “मरने से बचा लेना” हो सकता हैं। -* इस अभिव्यक्ति में “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है। -* “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “वह स्थान जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”। +* इस अभिव्यक्ति में, “जो कोई अपना जीवन बचाएगा”, शब्द “बचाएगा” का अनुवाद, “संभालना” या “सुरक्षित रखना” हो सकता है। +* “सुरक्षित” का अनुवाद हो सकता है, “खतरे से बचना” “उस स्थान में जहां कोई हानि न पहुंचा पाए”। +* "उद्धार" शब्द का अनुवाद "बचाना" या "उबारना" के सहार्थी शब्दों से किया जा सकता है, जैसे, "परमेश्वर मनुष्यों को (पापों के दंड से) बचा रहा है" या "परमेश्वर अपनी प्रजा को (क्षत्रुओं से) बचा रहा है| +* "परमेश्वर मेरा उद्धार है" इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर ही है जो मुझे बचाता है" +* " तुम उद्धार के कुँए से पानी निकालोगे", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, तुम ऐसे ताज़ा हो जाओगे जैसे पानी से क्योंकि परमेश्वर तुम्हारा उद्धार कर रहा है" -(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [छुड़ाना](../other/deliverer.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [उद्धार](../kt/salvation.md), [पाप](../kt/sin.md)) +(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [छुड़ाना](../other/deliverer.md), [दण्ड देना](../other/punish.md), [उद्धारकर्ता](../kt/salvation.md), [पाप](../kt/sin.md)) ## बाइबल संदर्भ: ## - -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/47/25) [49:18](rc://en/tn/help/gen/49/18) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/47/25) [47:25-26](rc://en/tn/help/gen/47/25) -* [भजन](rc://en/tn/help/psa/080/001) [080:03](rc://en/tn/help/psa/080/03) -* [यिर्मयाह](rc://en/tn/help/jer/16/19) [16:19-21](rc://en/tn/help/jer/16/19) -* [मीका](rc://en/tn/help/mic/06/03) [06:3-5](rc://en/tn/help/mic/06/03) -* [लूका](rc://en/tn/help/luk/08/36) [02:30](rc://en/tn/help/luk/02/30) -* [लूका](rc://en/tn/help/luk/08/36) [08:36-37](rc://en/tn/help/luk/08/36) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [04:12](rc://en/tn/help/act/04/12) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [28:28](rc://en/tn/help/act/28/28) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/02/20) [02:21](rc://en/tn/help/act/02/21) -* [रोमियो](rc://en/tn/help/rom/10/08) [01:16](rc://en/tn/help/rom/01/16) -* [रोमियो](rc://en/tn/help/rom/10/08) [10:10](rc://en/tn/help/rom/10/10) -* [इफिस्सियों 06:17](rc://en/tn/help/eph/06/17) -* [फिलिप्पियों 01:28](rc://en/tn/help/php/01/28) -* [1 तीमुथियुस 01:15-17](rc://en/tn/help/1ti/01/15) -* [प्रका. 19:1-2](rc://en/tn/help/rev/19/01) +* [उत्पत्ति 49:18](rc://hi/tn/help/gen/49/18) +* [उत्पत्ति 47:25-26](rc://hi/tn/help/gen/47/25) +* [भजन. 80:3](rc://hi/tn/help/psa/080/03) +* [यिर्मयाह 16:19-21](rc://hi/tn/help/jer/16/19) +* [मोका 6:3-5](rc://hi/tn/help/mic/06/03) +* [लूका 2:30](rc://hi/tn/help/luk/02/30) +* [लूका 8:36-37](rc://hi/tn/help/luk/08/36) +* [प्रे.का. 4:12](rc://hi/tn/help/act/04/12) +* [प्रे.का. 28:28](rc://hi/tn/help/act/28/28) +* [प्रे.का. 2:21](rc://hi/tn/help/act/02/21) +* [रोमियों 1:16](rc://hi/tn/help/rom/01/16) +* [रोमियों 10:10](rc://en/tn/help/rom/10/10) +* [इफिसियों 6:17](rc://hi/tn/help/eph/06/17) +* [फिलिपियों 1:28](rc://en/tn/help/php/01/28) +* [1 तीमुथियुस 1:15-17](rc://hi/tn/help/1ti/01/15) +* [प्रका.19:1-2](rc://hi/tn/help/rev/19/01) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[09:08](rc://en/tn/help/obs/09/08)__मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने__ का प्रयास किया | -* __[11:02](rc://en/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को __बचाएगा__ । -* __[12:05](rc://en/tn/help/obs/12/05)__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे __बचाएगा__ -* __[12:13](rc://en/tn/help/obs/12/13)__ इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से __बचाया__ -* __[16:17](rc://en/tn/help/obs/16/17)__ यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें __बचाने__ के लिए एक उद्धारक भेजता था -* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही उद्धार मिल सकता है ।” -* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार __उद्धार__ पाएगा।" -* __[49:12](rc://en/tn/help/obs/49/12)__ अच्छे कार्य तुम्हें __बचा__ नहीं सकते। -* __[49:13](rc://en/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में स्वीकार करता है परमेश्वर उसे __बचाएगा__। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं __बचाएगा__। +## बाईबल की कहानियों के उदाहरण +* __[9:8](rc://hi/tn/help/obs/09/08)__मूसा ने अपने साथी इस्राएली को__बचाने__ का प्रयास किया | +* __[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने कहा कि, वो मनुष्य जो उस पर विश्वास करेंगा वह उसके पहिलौठे पुत्र को __बचाएगा__ । +* __[12:5](rc://hi/tn/help/obs/12/05)__मूसा ने लोगों से कहा, “डरो मत! परमेश्वर आप ही तुम्हारे लिये लड़ेगा और तुम्हे __बचाएगा__ +* __[12:13](rc://hi/tn/help/obs/12/13)__ इस्राएलियों ने अपनी स्वतंत्रता का उत्साह मनाने के लिये बहुत से गाने गाए, और परमेश्वर की आराधना की जिसने उन्हें मिस्रियो की सेना से __बचाया__ +* __[16:17](rc://hi/tn/help/obs/16/17)__ यह पद्धति कई बार दोहराई गई, इस्राएली पाप करते थे , परमेश्वर उन्हें दण्ड देता था, और फिर वह पश्चाताप करते थे, और फिर परमेश्वर उन्हें __बचाने__ के लिए एक उद्धारक भेजता था +* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तुमने यीशु को क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे मरे हुओं में से जिलाया। तुमने उसे अस्वीकार किया, परन्तु और कोई दूसरा मार्ग नहीं है केवल यीशु के सामर्थ्य के द्वारा ही __उद्धार__ मिल सकता है ।” +* __[47:11](rc://hi/tn/help/obs/47/11)__दारोगा घबरा गया और पौलुस और सीलास के पास आकर पूछा, “हे सज्जनों __उद्धार __ पाने के लिये मैं क्या करूँ ?” पौलुस ने उत्तर दिया, "यीशु, जो मालिक है, उसपर विश्वास करो तो तुम और तुमारा परिवार __उद्धार__ पाएगा।" +* __[49:12](rc://hi/tn/help/obs/49/12)__ अच्छे कार्य तुम्हें __बचा__ नहीं सकते। +* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु मानकर स्वीकार करता है परमेश्वर उसे __बचाएगा__। परन्तु जो उसमें विश्वास नहीं करता है ऐसे किसी व्यक्ति को वह नहीं __बचाएगा__। - -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198 \ No newline at end of file + ## शब्द तथ्य: +* स्ट्रोंग्स: H983, H2421, H2502, H3444, H3467, H3468, H4190, H4422, H4931, H5338, H6308, H6403, H7682, H7951, H7965, H8104, H8199, H8668, G803, G804, G806, G1295, G1508, G4982, G4991, G4992, G5198 \ No newline at end of file From 120161336c59ad64b27241fc0891e577fd5df9b8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 18 Oct 2021 11:28:16 +0000 Subject: [PATCH 073/412] Edit 'bible/kt/sin.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sin.md | 81 ++++++++++++++++++++++++------------------------- 1 file changed, 40 insertions(+), 41 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sin.md b/bible/kt/sin.md index cb4126b..94cfa4b 100644 --- a/bible/kt/sin.md +++ b/bible/kt/sin.md @@ -1,61 +1,60 @@ -# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना # +# पाप, पापी, पापी, पाप करते रहना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पाप” कार्य, विचार तथा जो शब्द परमेश्वर विरोधी हैं। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है। +“पाप” शब्द का सन्दर्भ परमेश्वर विरोधी कार्यों, विचारों तथा शब्दों से है। पाप का अर्थ यह भी होता है कि हम वह काम न करें जो परमेश्वर चाहता है। * वह हर एक काम जो परमेश्वर की आज्ञा या प्रसन्नता के विरूद्ध है वरन वे बातें भी जिन्हें अन्य जन नहीं जानते, पाप हैं। -* विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते पापी कहलाते हैं। -* क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, जो एक प्रकृति है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उन्हें पाप करने देता है। -* “पापी” अर्थात पाप करनेवाला, अतः सब मनुष्य पापी हैं। -* कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, फरीसियों के तुल्य व्यवस्था पालन नहीं करनेवालों के लिए। +* विचार और कार्य जो परमेश्वर की इच्छा का पालन नहीं करते "पापी" कहलाते हैं। +* क्योंकि आदम ने पाप किया है, सभी इंसान एक "पापी स्वभाव" के साथ पैदा होते हैं, यह स्वभाव है जो उन्हें नियंत्रित करता है और उनसे पाप करवाता है। +* “पापी” अर्थात पाप करनेवाला मनुष्य, अतः हर एक मनुष्य पापी हैं। +* कभी-कभी “पापी” शब्द फरीसी जैसे धर्मी जनों द्वारा व्यवस्था का पालन नहीं करनेवालों के लिए काम में लिया जाता था, वरन फरीसियों के विचार के अनुसार जीवन निर्वाह नहीं करनेवालों के लिए भी। * “पापी” शब्द उन मनुष्यों के लिए भी काम में लिया जाता था जो अन्य मनुष्यों से अधिक पापी समझे जाते थे। उदाहरणार्थ, चुंगी लेनेवाले और वैश्याएं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “पाप” का अनुवाद ऐसी उक्ति के द्वारा भी किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, “परमेश्वर की आज्ञा न मानना” या “परमेश्वर की इच्छा के विरूद्ध चलना” या “बुरे कार्य एवं विचार” या “गलत काम करना”। * “पाप करना” का अनुवाद “परमेश्वर की अवज्ञा” या “अनुचित काम करना” भी हो सकता है। * प्रकरण के अनुसार “पापमय” का अनुवाद “गलत काम करने वाले” या “दुष्ट” या “अनैतिक” या “बुरा” या “परमेश्वर से विद्रोह” * प्रकरण के अनुसार “पापी” का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “वह मनुष्य जो पाप करता है” या “अनुचित काम करनेवाला मनुष्य” या “परमेश्वर की आज्ञा न माननेवाला मनुष्य” -* “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “घोर अपराधी मनुष्य” -* “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य”। -* "पाप के दास" या "पाप द्वारा शासित" की अभिव्यक्ति में, "पाप" शब्द का अनुवाद "आज्ञा न मानना" या " बुरी इच्छाओं और कार्यों" के रूप में किया जा सकता है। -* सुनिश्चित करें कि इस अवधि के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार शामिल हो सकते हैं, यहां तक कि वह भी जो उस बारे में नहीं जानते हैं। -* शब्द "पाप" सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए शब्दों से अलग होना चाहिए। +* “पापियों” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है जिनका अर्थ हो “अत्यधिक पापी मनुष्य” या “जिन मनुष्यों को अत्यधिक पापी माना जाता है” या “अनैतिक मनुष्य” +* “चुंगी लेनेवाले और पापी” का अनुवाद विधियां हैं, “सरकार के लिए पैसा एकत्र करनेवाले और अन्य अत्यधिक पापी मनुष्य” या “घोर पापी मनुष्य (यहाँ तक कि) चुंगी लेने वाले मनुष्य” +* सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद में पापी व्यवहार और विचार समाहित हों, यहां तक कि वह भी जिनको मनुष्जोय नतो देख सकते हैं और न ही जान सकते हैं। +* "पाप" शब्द सामान्य होना चाहिए, और "दुष्टता" और "बुराई" के लिए काम में लिए गए शब्दों से अलग होना चाहिए। (यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [देह](../kt/flesh.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 इतिहास 09:1-3](rc://en/tn/help/1ch/09/01) -* [1 यूहन्ना 01:8-10](rc://en/tn/help/1jn/01/08) -* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01) -* [2 शमूएल 07:12-14](rc://en/tn/help/2sa/07/12) -* [प्रे.का. 03:19-20](rc://en/tn/help/act/03/19) -* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24) -* [उत्पत्ति 04:6-7](rc://en/tn/help/gen/04/06) -* [इब्रानियों 12:1-3](rc://en/tn/help/heb/12/01) -* [यशायाह 53:10-11](rc://en/tn/help/isa/53/10) -* [यिर्मयाह 18:21-23](rc://en/tn/help/jer/18/21) -* [लैव्यव्यवस्था 04:13-15](rc://en/tn/help/lev/04/13) -* [लूका 15:17-19](rc://en/tn/help/luk/15/17) -* [मत्ती 12:31-32](rc://en/tn/help/mat/12/31) -* [रोमियो 06:22-23](rc://en/tn/help/rom/06/22) -* [रोमियो 08:3-5](rc://en/tn/help/rom/08/03) +* [1 इतिहास 9:1-3](rc://hi/tn/help/1ch/09/01) +* [1 यूहन्ना 1:10](rc://hi/tn/help/1jn/01/10) +* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02) +* [2 शमूएल 7:12-14](rc://hi/tn/help/2sa/07/12) +* [प्रे.का. 3:19](rc://hi/tn/help/act/03/19) +* [दानिय्येल 9:24](rc://hi/tn/help/dan/09/24) +* [उत्पत्ति 4:7](rc://hi/tn/help/gen/04/07) +* [इब्रानियों 12:2](rc://hi/tn/help/heb/12/02) +* [यशायाह 53:11](rc://hi/tn/help/isa/53/11) +* [यिर्मयाह 18:23](rc://hi/tn/help/jer/18/23) +* [लैव्यव्यवस्था 4:14](rc://hi/tn/help/lev/04/14) +* [लूका 15:18](rc://hi/tn/help/luk/15/18) +* [मत्ती 12:31](rc://hi/tn/help/mat/12/31) +* [रोमियो 6:23](rc://hi/tn/help/rom/06/23) +* [रोमियो 8:4](rc://hi/tn/help/rom/08/04) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[03:15](rc://en/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से __पापी__ होते हैं जब वे बच्चे होते हैं। -* __[13:12](rc://en/tn/help/obs/13/12)__ परमेश्वर उनके __पाप__ के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई। -* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __पाप__ किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था। -* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई __पाप__ नहीं होगा। वह अन्य लोगों के __पाप__ के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा -* __[35:01](rc://en/tn/help/obs/35/01)__ एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य __पापीयों__ को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे। -* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो __पापों__ की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है। -* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे __पापों__ को क्षमा करेगा। -* __[48:08](rc://en/tn/help/obs/48/08)__ हम सभी हमारे __पापों__ के लिए मरने योग्य हैं! -* __[49:17](rc://en/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप __पाप__ करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने __पापों__ को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह __पाप__ के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा। +* __[3:15](rc://hi/tn/help/obs/03/15)__ परमेश्वर ने कहा "मैं वादा करता हूँ कि मैं फिर कभी भूमि पर शाप नहीं दूंगा क्योंकि लोग बुरे काम करते हैं, या बाढ़ पैदा करके दुनिया को नष्ट कर देते हैं, भले ही लोग उस समय से __पापी__ होते हैं जब वे बच्चे होते हैं। +* __[13:12](rc://hi/tn/help/obs/13/12)__ परमेश्वर उनके __पाप__ के कारण उनके साथ बहुत क्रोधित था और उन्हें नष्ट करने की योजना बनाई। +* __[20:1](rc://hi/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __पाप__ किया था। उन्होंने वाचा को तोड़ा जो परमेश्वर ने उनके साथ सीनै में बनाया था। +* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह परिपूर्ण होगा, जिसमे कोई __पाप__ नहीं होगा। वह अन्य लोगों के __पाप__ के लिए दंड प्राप्त करने के लिए मर जाएगा +* __[35:1](rc://hi/tn/help/obs/35/01)__ एक दिन, यीशु कई चुंगी लेनेवाला और अन्य __पापीयों__ को सिखा रहा था जो उन्हें सुनने के लिए इकट्ठा हुए थे। +* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा लहू है जो __पापों__ की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है। +* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे __पापों__ को क्षमा करेगा। +* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ हम सभी हमारे __पापों__ के लिए मरने योग्य हैं! +* __[49:17](rc://hi/tn/help/obs/49/17)__ यद्यपि आप एक मसीही हैं, फिर भी आप __पाप__ करने की परीक्षा में पड़ोगे । परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य है और यह कहता है कि यदि तुम अपने __पापों__ को मान लो, तो वह तुम्हें क्षमा करेगा। वह __पाप__ के विरुद्ध युद्ध करने के लिए तुम्हें सामर्थ देगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258 +* स्ट्रोंग्स: H817, H819, H2398, H2399, H2400, H2401, H2402, H2403, H2408, H2409, H5771, H6588, H7683, H7686, G264, G265, G266, G268, G361, G3781, G3900, G4258 From 6df61cf1d2c978c02f98ae29c9b26974d744a652 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 19 Oct 2021 02:45:28 +0000 Subject: [PATCH 074/412] Edit 'bible/kt/son.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/son.md | 17 ++++++++--------- 1 file changed, 8 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/kt/son.md b/bible/kt/son.md index 723e808..a081fa7 100644 --- a/bible/kt/son.md +++ b/bible/kt/son.md @@ -1,18 +1,17 @@ -# पुत्र, पुत्रों # +# पुत्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाता है उसे उस आदमी का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है एक "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है। +एक पुरुष और एक स्त्री की पुरुष संतान उसके पूरे जीवनकाल के लिए उनका "पुत्र" कहलाती है| उसे उस पुरुष का पुत्र और उस महिला का एक पुत्र भी कहा जाता है| "दत्तक पुत्र" एक पुरुष है जिसे कानूनी रूप से एक पुत्र के पद में रखा गया है। -* बाइबल में “पुत्र” शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में किसी भी पुरूष वंशज का संदर्भ में प्रयोग किया गया है। जैसे पोता या परपोता। -* “पुत्र” शब्द को विनम्रता में किसी बालक या वक्ता से कम उम्र के पुरूष के लिए प्रयोग किया जा सकता है। -* “नये नियम में परमेश्वर के पुत्र” मसीह के विश्वासियों के संदर्भ में प्रयोग किया गया है। -* परमेश्वर ने इस्राएल को अपना "पहलौठ पुत्र" कहा। यह इस्राएल देश को परमेश्वर द्वारा विशेष लोगों के रूप में चुनने के सन्दर्भ में है। परमेश्वर का मुक्ति और उद्धार का संदेश उनके द्वारा आया, जिसके परिणामस्वरूप अन्य लोग उसके आत्मिक सन्तान बन गए। -* “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”। +* "का पुत्र" इस उक्ति का प्रयोग किसी के पिता, माता या पूर्वज की पहचान के लिए काम में लिया जाता है| इस उक्ति का प्रयोग वंशावलियों तथा अनेक एनी स्थानों में किया गया है| +* "इस्राएल के पुत्रों" प्रायः (उत्पत्ति की पुस्तक के बाद) इस्रैल जाति है| +* "का पुत्र" पिता का नाम देने के लिए काम में लिया जाता है तो वह अधिकतर उन लोगों के लिए काम में लिया जाता है जिनके नाम एक से होते हैं| उदाहरणार्थ, 1 राजाओं 4 में, सादोक का पुत्र अज़र्याह" और "नातान का पुत्र अज़र्याह"; 2 राजाओं 15 में तीन भिन्न पुरुष हैं| +* “का पुत्र” का प्रतीकात्मक रूप में अर्थ प्रायः होता है कि “व्यक्ति में किसी के गुण” हैं। इसके उदाहरण है, “ज्योति की सन्तान”, “आज्ञाकारिता की सन्तान”, “शान्ति का पुत्र” “गर्जन के पुत्र”। * "का पुत्र" इस उक्ति का उपयोग प्राय: यह दर्शाने के लिए किया जाता है कि संदर्भित व्यक्ति का पिता कौन है। यह शब्दावली वंशावलियों तथा अनेक स्थानों में काम में ली गई है। * पिता का नाम उजागर करने के लिए” “का पुत्र” अधिकतर एक ही नाम के पुरूषों को एक दूसरे से अलग व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है। उदाहणार्थ, सादोक का पुत्र अजर्याह” और “नातान का पुत्र अजर्याह-1 राजा 4 और 2 राजा 15 में “अमस्याह का पुत्र अजर्याह। यहां एक ही नाम के तीन पुरूष हैं जो पिता के नाम से ही पहचाने गए हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द के अधिकांश संदर्भों में लक्षित भाषा के उसी शब्द को काम में लिया जाए जो “पुत्र” के लिए काम आता है। * “परमेश्वर का पुत्र” उक्ति के अनुवाद में “पुत्र” के लिए जिस शब्द का उपयोग सामान्यतः किया जाता है, उसी का उपयोग करें। From 91fdc2d25162b1dab34de850d80da566ff9c49de Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 19 Oct 2021 12:09:01 +0000 Subject: [PATCH 075/412] Edit 'bible/kt/soul.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/soul.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/soul.md b/bible/kt/soul.md index ff861d9..282f705 100644 --- a/bible/kt/soul.md +++ b/bible/kt/soul.md @@ -1,43 +1,43 @@ -# प्राण, स्वयं +# प्राण, स्वयं, व्यक्ति ## परिभाषा: -“प्राण” शब्द या तो आम तौर पर किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के रूप में खुद के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है। +“प्राण” शब्द सामान्यतः किसी व्यक्ति के गैर-भौतिक भाग को संदर्भित कर सकता है या विशेष रूप से दूसरों से अलग व्यक्ति के स्वयं के बारे में जागरूकता के लिए विशेष रूप से संदर्भित कर सकता है। * बाइबल में, “प्राण” और “आत्मा” दो भिन्न धारणाएं हैं या वे दो भिन्न शब्द हैं जो एक ही विचार को व्यक्त करते हैं। -* मनुष्य जब मरता है तब उसकी आत्मा देह का त्याग कर देती है। +* मनुष्य जब मरता है तब उसका "प्राण" देह का त्याग कर देता है। -* शरीर के विपरीत, "प्राण" को उस व्यक्ति के भाग के रूप में बोला जा सकता है जो "परमेश्वर से संबंधित है।" +* शरीर के विपरीत, "प्राण" को मनुष्य का वह भाग कहाजा सकता है जो "परमेश्वर से सम्बन्ध बनाता है।" * “प्राण” शब्द का उपयोग कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में संपूर्ण व्यक्तित्व के लिए किया गया है। उदाहरणार्थ “आत्मा पाप करती है” अर्थात “मनुष्य पाप करता है”, या “मेरी आत्मा थकित है” अर्थात “मैं थका हुआ हूं।” ## अनुवाद के सुझाव: -* “प्राण” का अनुवाद “आन्तरिक मनुष्यत्व” या “भीतरी मनुष्य” -* कुछ संदर्भों में “मेरा प्राण” का अनुवाद, “मैं” या “मुझे” हो सकता है। -* प्रकरण के अनुसार “प्राण” का अनुवाद सामान्यतः “मनुष्य” या “वह” या “उसे” हो सकता है। +* “प्राण” का अनुवाद हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व” या “भीतरी मनुष्य” +* कुछ संदर्भों में “मेरा प्राण” का अनुवाद हो सकता है, “मैं” या “मुझे” हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “प्राण” का अनुवाद सामान्यतः इस प्रकार हो सकता है, “मनुष्य” या “वह” या “उसे” हो सकता है। * कुछ भाषाओं में “प्राण” और “आत्मा” के लिए एक ही शब्द होता है। -* इब्रानियों 4:12 में प्रतीकात्मक रूप में “प्राण और आत्मा को… अलग करके” का अर्थ हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व को समझना या आन्तरिक मनुष्यत्व को प्रकट करना।” +* इब्रानियों 4:12 में प्रतीकात्मक रूप में “प्राण और आत्मा को… अलग करके” का अर्थ हो सकता है, “आन्तरिक मनुष्यत्व को गहराई से समझना या आन्तरिक मनुष्यत्व को प्रकट करना।” (यह भी देखें: [आत्मा](../kt/spirit.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 पतरस 02:7-9](rc://en/tn/help/2pe/02/07) -* [प्रे.का. 02:27-28](rc://en/tn/help/act/02/27) -* [प्रे.का. 02:40-42](rc://en/tn/help/act/02/40) -* [उत्पत्ति 49: 5-6](rc://en/tn/help/gen/49/05) -* [यशायाह 53:10-11](rc://en/tn/help/isa/53/10) -* [याकूब 01:19-21](rc://en/tn/help/jas/01/19) -* [यिर्मयाह 06:16-19](rc://en/tn/help/jer/06/16) -* [योना 02:7-8](rc://en/tn/help/jon/02/07) -* [लूका 01:46-47](rc://en/tn/help/luk/01/46) -* [मत्ती 22:37-38](rc://en/tn/help/mat/22/37) -* [भजन-संहिता 019:7-8](rc://en/tn/help/psa/019/007) -* [प्रका 20:4](rc://en/tn/help/rev/20/04) +* [2 पतरस 02:7-9](rc://hi/tn/help/2pe/02/08) +* [प्रे.का. 02:27-28](rc://hi/tn/help/act/02/27) +* [प्रे.का. 02:40-42](rc://hi/tn/help/act/02/41) +* [उत्पत्ति 49: 5-6](rc://hi/tn/help/gen/49/06) +* [यशायाह 53:10-11](rc://hi/tn/help/isa/53/10) +* [याकूब 01:19-21](rc://hi/tn/help/jas/01/21) +* [यिर्मयाह 06:16-19](rc://hi/tn/help/jer/06/16) +* [योना 02:7-8](rc://hi/tn/help/jon/02/07) +* [लूका 01:46-47](rc://hi/tn/help/luk/01/47) +* [मत्ती 22:37-38](rc://hi/tn/help/mat/22/37) +* [भजन-संहिता 019:7-8](rc://hi/tn/help/psa/019/07) +* [प्रका 20:4](rc://hi/tn/help/rev/20/04) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5082, H5315, H5397, G5590 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H5082, H5315, H5397, G5590 \ No newline at end of file From d8a055691b675ab7ca7f0f918cf551e76d58aad6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 19 Oct 2021 13:17:39 +0000 Subject: [PATCH 076/412] Edit 'bible/kt/spirit.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/spirit.md | 64 ++++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 33 insertions(+), 31 deletions(-) diff --git a/bible/kt/spirit.md b/bible/kt/spirit.md index bd0ec36..5f25545 100644 --- a/bible/kt/spirit.md +++ b/bible/kt/spirit.md @@ -2,48 +2,50 @@ ## परिभाषा: ## -“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग जो दिखाई नहीं देता है। मरने का समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति। +“आत्मा” मनुष्य का वह अलौकिक भाग है जो दिखाई नहीं देता है। मरने के समय आत्मा शरीर को छोड़ देती है। “आत्मा” शब्द स्वभाव या मानसिक अवस्था को भी दर्शाता है। बाइबिल के समय में, किसी व्यक्ति की आत्मा की अवधारणा का किसी व्यक्ति की सांस की अवधारणा से गहरा संबंध था। शब्द "हवा" का भी उल्लेख कर सकता है, अर्थात, प्राकृतिक दुनिया में हवा की गति। -* शब्द "आत्मा" एक ऐसी आत्मा का उल्लेख कर सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे कि दुष्टात्मा। -* “आत्मिक” शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार का कोई भी व्यक्तित्व। -* “आत्मा” शब्द का अर्थ “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”।स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा” -* यीशु ने कहा कि परमेश्वर एक आत्मा है। +* शब्द "आत्मा" एक ऐसे प्राणी आत्मा के सन्दर्भ में भी हो सकता है जिसके पास एक भौतिक शरीर नहीं है, जैसे दुष्टात्मा। +* “आत्मिक” इस शब्द का सामान्य अर्थ है, अलौकिक संसार की बातें। +* “की आत्मा” इस उक्ति का अर्थ है, “का सा चरित्र” जैसे “बुद्धि की आत्मा” या “एलिय्याह की आत्मा में”। मनुष्य के स्वभाव और भावना के परिप्रेक्ष्य में “आत्मा” का संदर्भ होगा, “भय की आत्मा” या “ईर्ष्या की आत्मा” +* यीशु ने कहा कि परमेश्वर आत्मा है। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अभौतिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक अस्तित्व”। -* कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” से हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “आत्मा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “अलौकिक प्राणी” या “आन्तरिक भाग” या “आन्तरिक मनुष्यत्व”। +* कुछ संदर्भों में “आत्मा” का अनुवाद “दुष्टात्मा” या “दुष्ट आत्मिक प्राणी” हो सकता है। * कभी-कभी “आत्मा” शब्द मनुष्य की भावना को व्यक्त करने के लिए काम में लिया जाता है जैसे “मेरी आत्मा भीतर ही भीतर व्याकुल थी”। इसका अनुवाद “मेरी आत्मा दुःखित थी” या “मुझे गहरा दुख” हो सकता है। -* “की आत्मा” का अनुवाद “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का दृष्टिकोण” या “विचार के द्वारा चित्रित” हो सकता है। -* संदर्भ के आधार पर, "आध्यात्मिक" का अनुवाद "गैर-भौतिक" या "पवित्र आत्मा से" या "भगवान" या "गैर-भौतिक दुनिया का हिस्सा" के रूप में किया जा सकता है। -* लाक्षणिक अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक दूध" का अनुवाद "परमेश्वर की बुनियादी शिक्षा" या "परमेश्वर की शिक्षाओं के रूप में भी किया जा सकता है जो आत्मा को पोषण करते हैं (जैसे दूध करता है)।" -* वाक्यांश "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद "ईश्वरीय व्यवहार के रूप में किया जा सकता है जो पवित्र आत्मा को आज्ञाकारी दिखाता है।" -* शब्द "आध्यात्मिक उपहार" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "विशेष क्षमता पवित्र आत्मा देता है । +* “की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “का चरित्र” या “का प्रभाव” या “का स्वाभाव” या “के द्वारा चरित्र-लक्षण प्रभावित" +* संदर्भ के आधार पर, "आत्मिक" का अनुवाद हो सकता है, "अलौकिक" या "पवित्र आत्मा से" या "परमेश्वर" या "अलौकिक संसार का भाग" +* इस अभिव्यक्ति "आध्यात्मिक परिपक्वता" का अनुवाद हो सकता है, "ईश्वरीय स्वभाव जो पवित्र आत्मा का आज्ञाकारी है" +* "आध्यात्मिक वरदान" का अनुवाद हो सकता है, "पवित्रात्मा प्रदत्त विशेष योग्यता" +* कभी-कभी इस शब्द का अनुवाद, "हवा" भी हो सकता है, जब हवा चलने का सन्दर्भ हो या "सांस"" हो सकता है जब जीवित प्राणियों द्वारा वायु प्रवाह का संदार्ब हो| -(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [प्राण](../kt/soul.md)) +(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [प्राण](../kt/soul.md)), [सांस](../other/breath.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:3-5](rc://en/tn/help/1co/05/03) -* [1 यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/1jn/04/01) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:23-24](rc://en/tn/help/1th/05/23) -* [प्रे.का. 05:9-11](rc://en/tn/help/act/05/09) -* [कुलुस्सियों 01: 9-10](rc://en/tn/help/col/01/09) -* [इफिसियों 04:23-24](rc://en/tn/help/eph/04/23) -* [उत्पत्ति 07:21-22](rc://en/tn/help/gen/07/21) -* [यशायाह 04: 3-4](rc://en/tn/help/isa/04/03) -* [मार्क 01:21-26](rc://en/tn/help/mrk/01/23) -* [मत्ती. 26:39-41](rc://en/tn/help/mat/26/39) -* [फिलिप्पियों 01:25-27](rc://en/tn/help/php/01/25) +* [1 कुरिन्थियों 5:5](rc://hi/tn/help/1co/05/05) +* [1 यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/1jn/04/03) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:23](rc://hi/tn/help/1th/05/23) +* [प्रे.का. 5:9](rc://hi/tn/help/act/05/09) +* [कुलुस्सियों 1: 9](rc://hi/tn/help/col/01/09) +* [इफिसियों 4:23](rc://hi/tn/help/eph/04/23) +* [उत्पत्ति 7:21-22](rc://hi/tn/help/gen/07/21) + +* [उत्पत्ति 8:1](rc://hi/tn/help/gen/08/01) +* [यशायाह 4: 4](rc://hi/tn/help/isa/04/04) +* [मरकुस 1:23-26](rc://hi/tn/help/mrk/01/23) +* [मत्ती. 26:41](rc://hi/tn/help/mat/26/41) +* [फिलिप्पियों 1:27](rc://hi/tn/help/php/01/27 ) ## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ## -* __[13:03](rc://en/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को __आत्मिक__ रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | -* __[40:07](rc://en/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने रोते हुए कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी आत्मा तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक गया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया | -* __[45:05](rc://en/tn/help/obs/45/05)__ जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को ग्रहण कर |” -* __[48:07](rc://en/tn/help/obs/48/07)__ सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास किया अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक __आत्मिक__ वंशज बना | +* __[13:3](rc://hi/tn/help/obs/13/03)__ तीसरे दिन तक, वह अपने आप को __आत्मिक__ रूप से तैयार करे ,जब परमेश्वर सीनै पर्वत पर आया तो बादल गरजने और बिजली चमकने लगी और पर्वत पर काली घटा छा गई फिर नरसिंगे का बड़ा भारी शब्द हुआ | +* __[40:7](rc://hi/tn/help/obs/40/07)__ तब यीशु ने पुकार कर कहा, “पूरा हुआ! हे पिता, मैं अपनी __आत्मा__ तेरे हाथों में सौंपता हूँ |” तब यीशु का सिर झुक दिया, और उसने अपनी आत्मा को परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया | +* __[45:5](rc://hi/tn/help/obs/45/05)__ जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी __आत्मा__ को ग्रहण कर |” +* __[48:7](rc://hi/tn/help/obs/48/07)__ सभी लोगों का समूह यीशु के कारण आशीषित हुआ, क्योंकि हर कोई जिसने यीशु पर विश्वास करने लगा और अपने पापों से छुटकारा पाया, और अब्राहम का एक __आत्मिक__ वंशज बना | -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427 +* स्ट्रोंग्स: H178, H1172, H5397, H7307, H7308, G4151, G4152, G4153, G5326, G5427 From 162de0baf6b40c068459143da253049e3c6e9247 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 03:02:38 +0000 Subject: [PATCH 077/412] Edit 'bible/kt/tempt.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/tempt.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/kt/tempt.md b/bible/kt/tempt.md index 0b23bf0..21db573 100644 --- a/bible/kt/tempt.md +++ b/bible/kt/tempt.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# परीक्षा करने, परीक्षा +# परीक्षा करना, परीक्षा ## परिभाषा: किसी को परीक्षा में डालने का अर्थ है कि उससे गलत काम करवाना. * परीक्षा में मनुष्य को गलत काम करने की प्रेरणा मिलती है. -* मनुष्य अपने पापी स्वभाव या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं. +* मनुष्य अपने पापी स्वभाव से या अन्य मनुष्यों द्वारा परीक्षा में गिरते हैं. * शैतान भी मनुष्यों को परमेश्वर की अवज्ञा औरअनुचित कार्यों द्वारा परमेश्वर के विरूद्ध पाप करने की परीक्षा में डालता है. * शैतान ने यीशु की परीक्षा ली थी और उसने अनुचित काम करवाने का प्रयास किया था परन्तु यीशु ने उसकी परीक्षाओं पर जय पाकर पाप नहीं किया.  * मनुष्य “परमेश्वर की परीक्षा” लेता है तो वह उससे कुछ गलत करवाने की कोशिश नहीं करता है, बल्कि वह हठीली अवज्ञा करता है, यहाँ तक कि परमेश्वर उसको दंड देने पर विवश हो. यह भी परमेश्वर की परिक्षा लेना कहलाता है. @@ -14,7 +14,7 @@ * "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना.” * “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें.” -* परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.” +* परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड का कारण होना” या “हठीले हो कर परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना.” (यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md)) @@ -29,10 +29,10 @@ ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[25:01](rc://hi/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उनकी __परीक्षा करने__ आया. -* __[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया. +* __[25:1](rc://hi/tn/help/obs/25/01)__ तब शैतान यीशु से पाप कराने के लिये उसकी __परीक्षा करने__ आया. +* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ यीशु शैतान के __लालच में __नहीं आया, तब शैतान उसके पास से चला गया. * __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे प्रार्थना करते रहें कि __परीक्षा__ में न पड़ें. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H5254, G551, G1598, G3985, G3986, G3987 \ No newline at end of file From 8e8285a9a01168577377769aa6fa1c29bfbed3f4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 03:19:29 +0000 Subject: [PATCH 078/412] Edit 'bible/kt/test.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/test.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/test.md b/bible/kt/test.md index 21a6d36..5712f46 100644 --- a/bible/kt/test.md +++ b/bible/kt/test.md @@ -1,40 +1,40 @@ -# परीक्षा, परीक्षण, परीक्षण # +# परखना, परखा, परीक्षण, अग्नि परीक्षा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “परीक्षा” का संदर्भ कठिन या दुःखदायी अनुभव से है जो मनुष्य की इच्छाशक्ति या दुर्बलता को दर्शाता है। -* परमेश्वर मनुष्य को जांचता है, परन्तु उनको पाप में नहीं गिराता था। परन्तु शैतान मनुष्यों को पाप करने की परीक्षा में डालता है। +* परमेश्वर मनुष्य को जांचता है, परन्तु उनको पाप में नहीं गिराता है। परन्तु शैतान मनुष्यों को पाप करने की परीक्षा में डालता है। * परमेश्वर कभी-कभी कसौटी पर रखकर मनुष्य के पाप को प्रकट करता है। परीक्षा एक व्यक्ति को पाप से दूर करने और परमेश्वर के करीब आने में मदद करती है। * सोना-चांदी को आग में तपा कर उनकी शुद्धता और मज़बूती देखी जाती है। यह कष्टदायक परिस्थितियों द्वारा मनुष्यों को परखने का चित्रण है। * “परख कर देखना” अर्थात् “किसी को चुनौती देना कि अपने महत्व को सिद्ध करे।” * परमेश्वर की परीक्षा लेने का अर्थ है, उससे हमारे लिए एक चमत्कार कराने कि कोशिश करना है, उसकी दया का अनुचित लाभ उठाना। * यीशु ने शैतान से कहा था कि परमेश्वर की परीक्षा लेना उचित नहीं है। वह सर्वशक्तिमान पवित्र परमेश्वर है जो सबके ऊपर है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “परखना” का अनुवाद हो सकता है, “चुनौती देना” या “कठिनाइयों का अनुभव करवाना” या “सिद्ध करना”। * “परखना” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “चुनौती” या “कठिनाई”। -* “परख कर देखना” का अनुवाद हो सकता है, “परीक्षा करना” या “चुनौती देना” या “किसी के स्वयं को सिद्ध करने पर विवश करना।” -* परमेश्वर के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर को विवश करने का प्रयास करना कि वह अपना प्रेम सिद्ध करे।” +* “परख कर देखना” का अनुवाद हो सकता है, “परीक्षा करना” या “चुनौती देना” या “किसी को विवश करना कि स्वयं को सिद्ध करे।” +* परमेश्वर की परीक्षा लेने के संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर को विवश करने का प्रयास करना कि वह अपना प्रेम सिद्ध करे।” * कुछ संदर्भों में, जब विषय परमेश्वर नहीं है, “परखना” का अर्थ “परीक्षा” भी हो सकता है। (यह भी देखें: [परीक्षा करना](../kt/tempt.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/1jn/04/01) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:19-22](rc://en/tn/help/1th/05/19) -* [प्रे.का. 15:10-11](rc://en/tn/help/act/15/10) -* [उत्पत्ति 22:1-3](rc://en/tn/help/gen/22/01) -* [यशा. 07:13-15](rc://en/tn/help/isa/07/13) -* [याकूब 01:12-13](rc://en/tn/help/jas/01/12) -* [विलापगीत 03:40-43](rc://en/tn/help/lam/03/40) -* [मलाकी 03:10-12](rc://en/tn/help/mal/03/10) -* [फिलिप्पियों 1: 9-11](rc://en/tn/help/php/01/09) -* [भजन संहिता 026:1-3](rc://en/tn/help/psa/026/001) +* [1 यूहन्ना 4:1](rc://hi/tn/help/1jn/04/01) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:21](rc://hi/tn/help/1th/05/21) +* [प्रे.का. 15:10](rc://hi/tn/help/act/15/10) +* [उत्पत्ति 22:1](rc://hi/tn/help/gen/22/01) +* [यशा. 7:13](rc://hi/tn/help/isa/07/13) +* [याकूब 1:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12) +* [विलापगीत 3:40-43](rc://hi/tn/help/lam/03/40) +* [मलाकी 3:10](rc://hi/tn/help/mal/03/10) +* [फिलिप्पियों 1:10](rc://hi/tn/help/php/01/10) +* [भजन संहिता 26:2](rc://hi/tn/help/psa/026/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G1242, G1263, G1303, G1957, G3140, G3141, G3142, G3143, G4303, G4828, G6020 +* स्ट्रोंग्स: H5254, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G1242, G1263, G1303, G1382, G1957, G3140, G3141, G3142, G3143, G3984, G4303, G4451, G4828, G6020 \ No newline at end of file From 6ba5a4429dd13062d546339499486a6f3ee3d799 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 04:26:09 +0000 Subject: [PATCH 079/412] Edit 'bible/kt/testimony.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/testimony.md | 62 ++++++++++++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 38 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/testimony.md b/bible/kt/testimony.md index 93a1167..34ab670 100644 --- a/bible/kt/testimony.md +++ b/bible/kt/testimony.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# गवाही, गवाही देना, साक्षी, गवाह +# गवाही, गवाही देना, साक्षी, साक्षात गवाह -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: जब कोई व्यक्ति "गवाही" देता है तो वह उसके बारे में एक बयान देता है जिसे वह जानता है, और यह दावा करते हुए कि बयान सच है। “गवाही” का अर्थ “गवाही देने” से है। @@ -9,38 +9,52 @@ * कभी-कभी “गवाही” किसी भविष्यद्वक्ता की भविष्यद्वाणी के संदर्भ में भी होती है। * नये नियम में यह शब्द प्रायः यीशु के अनुयायियों के संदर्भ में है कि उन्होंने यीशु के जीवन, मृत्यु और पुनरूत्थान की गवाही दी। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “साक्षी देना” या “गवाही देना” का अनुवाद “सत्यों को कहना” या “जो देखा और सुना उसे बताना” या “व्यक्तिगत अनुभव से कहना” या “प्रमाण देना” या “जो हुआ उसका वर्णन करना”। * “गवाही” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “जो हुआ उसका ब्योरा सुनाना” या “सत्य का कथन सुनाना” या “प्रमाण देना” या “जो कहा गया” या “भविष्यद्वाणी”। * “उनके लिए गवाही ठहरे” का अनुवाद “उन्हें दिखाए कि सच क्या है” या “उन पर सिद्ध करे कि सच क्या है”। * “उनके विरूद्ध गवाही ठहरे” का अनुवाद “जिससे उन पर उनके पाप प्रकट हों” या “उनका पाखण्ड प्रकट हो” या “जो सिद्ध करे कि वे गलत हैं”। * “झूठी गवाही देना” इसका अनुवाद हो सकता है, “किसी के बारे में झूठी बातें कहना” या “ऐसी बातें कहना जो सच नहीं हैं”। +* "साक्ष्य" या "प्रत्यक्ष गवाह" का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा हो सकता है जिनका अर्थ हो, "जिस मनुष्य ने देखा" या "जिन्होंने (उन बातों को) देखा और सूना" +* कोई बात जो "गवाह" हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, "विश्वास" या "प्रतिज्ञा का चिन्ह" या "कोई बात जो किसी बात की सत्यता को प्रकट करती है" +* "तुम मेरे गवाह होगे", इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "तुम मेरे बारे में मनुष्यों को बताओगे" या "तुम अम्नुशों में मेरी शिक्षाओं का प्रचार करोगे" या "तुम मनुष्यों में मेरे द्वारा किए गए कामों और मेरे द्वारा दी गई शिक्षाओं का प्रसारण करो" +* "की गवाही होना" इसका अनुवाद हो सकता है, "जो देखा वह सुनाना" या "गवाही देना" या "जो हुआ उसका वर्णन करना" +* किसी बात का "गवाह होना" , इसका अनुवाद हो सकता है, "किसी घटना को देखना" या "किसी घटना का अनुभव करना" -(यह भी देखें: [वाचा का संदूक](../kt/arkofthecovenant.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [गवाह](../kt/witness.md)) +(यह भी देखें: [वाचा का संदूक](../kt/arkofthecovenant.md), +[अपराध बोध](../kt/guilt.md), [न्याय करना](../kt/judge.md), + [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [गवाह](../kt/witness.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 31:28](rc://en/tn/help/deu/31/28) -* [मिका 06:03](rc://en/tn/help/mic/06/03) -* [मत्ती 26:60](rc://en/tn/help/mat/26/60) -* [मरकुस 01:44](rc://en/tn/help/mrk/01/44) -* [यूहन्ना 01:07](rc://en/tn/help/jhn/01/07) -* [यूहन्ना 03:33](rc://en/tn/help/jhn/03/33) -* [प्रे.का. 04:32-33](rc://en/tn/help/act/04/32) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/04/32) [07:44](rc://en/tn/help/act/07/44) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/04/32) [13:31](rc://en/tn/help/act/13/31) -* [रोमियों 01:09](rc://en/tn/help/rom/01/09) -* [1 थिस्लुनिकियों 02:10-12](rc://en/tn/help/1th/02/10) -* [1 तीमुथियुस 05:19-20](rc://en/tn/help/1ti/05/19) -* [2](rc://en/tn/help/2ti/01/08) [तीमुथियुस](rc://en/tn/help/1ti/05/19) 01:08 -* [2 पतरस 01:16-18](rc://en/tn/help/2pe/01/16) -* [1 यूहन्ना 05:6-8](rc://en/tn/help/1jn/05/06) -* [3 यूहन्ना 01:12](rc://en/tn/help/3jn/01/12) -* [प्रका. 12:11](rc://en/tn/help/rev/12/11) +* [व्यवस्थाविवरण 31:28](rc://hi/tn/help/deu/31/28) +* [मिका 6:3](rc://hi/tn/help/mic/06/03) +* [मत्ती 26:60](rc://hi/tn/help/mat/26/60) +* [मरकुस 1:44](rc://hi/tn/help/mrk/01/44) +* [यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/jhn/01/07) +* [यूहन्ना 3:33](rc://en/tn/help/jhn/03/33) +* [प्रे.का. 4:32-33](rc://hi/tn/help/act/04/32) +* [प्रे.का.7:44](rc://hi/tn/help/act/07/44) +* [प्रे.का.13:31](rc://hi/tn/help/act/13/31) +* [रोमियों 1:9](rc://hi/tn/help/rom/01/09) +* [1 थिस्लुनिकियों 2:10-12](rc://hi/tn/help/1th/02/10) +* [1 तीमुथियुस 5:19-20](rc://hi/tn/help/1ti/05/19) +* [2तीमुथियुस 1:8](rc://hi/tn/help/1ti/05/19) 01:08) +* [2 पतरस 1:16-18](rc://hi/tn/help/2pe/01/16) +* [1 यूहन्ना 5:6-8](rc://hi/tn/help/1jn/05/06) +* [3 यूहन्ना 1:12](rc://hi/tn/help/3jn/01/12) +* [प्रका. 12:11](rc://hi/tn/help/rev/12/11) -## शब्द तथ्य: ## +## बाईबल की कहानोयों के उदाहरण -* Strong's: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G267, G1263, G1957, G2649, G3140, G3141, G3142, G3143, G3144, G4303, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577, G6020 \ No newline at end of file +* __[39:2](rc://hi/tn/help/obs/39/02)__ उसके आवास में यहूदी अगुओं ने यीशु पर अभियोग चलाया| वे अनेक __झूठे गवाह__ ले जिन्होंने उसके बारे में झूठ कहा| +* __[39:4](rc://hi/tn/help/obs/39/04)__ महायाजक ने क्रोध में आकर अपने वस्त्र फाड़े और चिल्लाकर कहा, "हमें अब और __गवाहों__ की आवश्यकता नहीं है| तुमने स्वयं सुन लिया है, यह कहता है कि यह परमेश्वर का पुत्र है| तुम्हारा निर्णय क्या है?" +* __[42:8](rc://hi/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक मनुष्य को मन फिराना हैकी उनके पापों की उनको क्षमा मिल जाए| ऐसा प्रचार वे यरूशलेम से आरम्भ करके सर्वत्र सब जातियों में पहुंचेंगे| तुम इन बातों के __गवाह__ हो|" +* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ “परमेश्वर ने यीशु को फिर से जीवित कर दिया| इस सत्य के हम __गवाह__ हैं" + +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H5707, H5713, H5715, H5749, H6030, H8584, G267, G1263, G1957, G2649, G3140, G3141, G3142, G3143, G3144, G4303, G4828, G4901, G5575, G5576, G5577, G6020 \ No newline at end of file From 97af3843806761e27bf296f98985351d130ff198 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 04:31:10 +0000 Subject: [PATCH 080/412] Edit 'bible/kt/transgression.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/transgression.md | 16 +++++++++------- 1 file changed, 9 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/transgression.md b/bible/kt/transgression.md index 6a542e6..efc0d6f 100644 --- a/bible/kt/transgression.md +++ b/bible/kt/transgression.md @@ -14,18 +14,20 @@ (देखें: [समानता](rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism)) -(यह भी देखें: [पाप](../kt/sin.md), [अपराध करना](../kt/trespass.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md)) +(यह भी देखें: +[अवज्ञा](../other/disobey.md) + [पाप](../kt/sin.md), [अपराध करना](../kt/trespass.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:06](rc://hi/tn/help/1th/04/06) -* [दानिय्येल 09:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24) -* [गलातियों 03:19-20](rc://hi/tn/help/gal/03/19) -* [गलातियों 06:1-2](rc://hi/tn/help/gal/06/01) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:6](rc://hi/tn/help/1th/04/06) +* [दानिय्येल 9:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24) +* [गलातियों 3:19-20](rc://hi/tn/help/gal/03/19) +* [गलातियों 6:1-2](rc://hi/tn/help/gal/06/01) * [गिनती 14:17-19](rc://hi/tn/help/num/14/17) -* [भजन संहिता 032:01](rc://hi/tn/help/psa/032/01) +* [भजन संहिता 32:1](rc://hi/tn/help/psa/032/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H898, H4603, H4604, H6586, H6588, G458, G459, G3845, G3847, G3848, G3928 \ No newline at end of file From 465d15f7d2ac19ec9ba98b0396297eaab75a8557 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 05:51:31 +0000 Subject: [PATCH 081/412] Edit 'bible/kt/true.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/true.md | 78 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 39 insertions(+), 39 deletions(-) diff --git a/bible/kt/true.md b/bible/kt/true.md index 1c3e302..c8aec9d 100644 --- a/bible/kt/true.md +++ b/bible/kt/true.md @@ -2,62 +2,62 @@ ## परिभाषा: ## -“सच्चा” और “सच्चाई” तथ्यों के विचार से संबन्धित हैं, घटनाएं जो वास्तव में घटीं, और जो बातें वास्तव में कही गई। ऐसी अवधारणाओं को "सच्चा" कहते है। +“सच्चा” और “सच्चाई” तथ्यों के विचार से संबन्धित हैं, घटनाएं जो वास्तव में घटीं, और जो बातें वास्तव में कही गई। ऐसी अवधारणाओं को "सच्चा" कहते है। सत्य कथन वे बातें हैं जो वास्तविक संसार के अनुसार झूठी नहीं हैं| * सच्ची बातें, सच्ची, वास्तविक अधिकृत, वैध तथा तथ्य आधारित होती हैं। -* सत्य एक समझ, विश्वास, तथ्य या सच्चा कथन होता है। -* यह कहना कि एक भविष्यवाणी "सच हो गई" या "सच हो जाएगी" का अर्थ है कि यह वास्तव में भविष्यवाणी जैसा हुआ या ऐसा ही होगा। -* सत्य में एक विचार निहित्त होता है कि निर्भरता एवं विश्वासयोग्य का काम किया जाए। +* सत्य का अर्थ है, समझ, विश्वास, तथ्य या सच्चा कथन होता है। +* यह कहना कि एक भविष्यवाणी "सच हो गई" या "सच हो जाएगी" का अर्थ है, भविष्यवाणी जैसा ही हुआ है या ऐसा ही होगा। +* बाईबल में सत्य की धारणा में निहित है ऐसा कार्य जो विश्वासयोग्य है और निर्भर करने योग्य है| * यीशु ने अपने वचनों में परमेश्वर के सत्य का प्रकाशन किया था। -* परमेश्वर का वचन सत्य है। वह यथार्थ में हुई बातों की चर्चा करता है और परमेश्वर के बारे में तथा उसकी संपूर्ण रचना के बारे में यथा तथ्यता की शिक्षा देता है। +* परमेश्वर का वचन सत्य है। उसमें परमेश्वर के और उसकी सम्पूर्ण रचना के विषय में शिक्षा दी गई है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * सन्दर्भ और प्रसंग के आधार पर "सच" का अनुवाद ऐसे भी हो सकता है: "वास्तविक" या "यथार्थ" या "सही" या "उचित" या "निश्चित" या "तथ्यपूर्ण"। -* "सत्य" शब्द के अनुवाद हो सकते है "जो सच हा" या "तथ्य" या "निश्चित बात" या "सैद्धांतिक"। +* "सत्य" शब्द के अनुवाद हो सकते है "जो सच है" या "तथ्य" या "निश्चित बात" या "सैद्धांतिक"। * "पूरा होना" वाक्यांश के अनुवाद हो सकते है: "वास्तव में हो जाना" या "पूर्ण हो जाना" या "भविष्यवाणी पूरी होना" * "सच्चाई से चलते हुए" या "सच बोले" इन वाक्यांशों के अनुवाद हो सकते है: "सच कहना" या "जो वास्तव में हुआ वह कहना" या "विश्वास योग्य बात कहना" -* “सत्य को ग्रहण करना” का अनुवाद “परमेश्वर के बारे में यथा तथ्यों पर विश्वास करना” +* “सत्य को ग्रहण करना” का अनुवाद “परमेश्वर के बारे में तथ्यों पर विश्वास करना” * “आत्मा और सच्चाई में परमेश्वर की आराधना करें”, इस उक्ति में, “सत्य में” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर ने हमें जो शिक्षा दी है उसका निष्ठापूर्वक पालन करना” -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [पालन](../other/obey.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [अभिज्ञान](../other/understand.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [आज्ञापालन](../other/obey.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [अभिज्ञान](../other/understand.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:6-8](rc://en/tn/help/1co/05/06) -* [1 यूहन्ना 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05) -* [1 यूहन्ना 02:7-8](rc://en/tn/help/1jn/02/07) -* [3 यूहन्ना 01:5-8](rc://en/tn/help/3jn/01/05) -* [प्रे.का. 26:24-26](rc://en/tn/help/act/26/24) -* [कुलुस्सियों 01:4-6](rc://en/tn/help/col/01/04) -* [उत्पत्ति 47:29-31](rc://en/tn/help/gen/47/29) -* [याकूब 01:17-18](rc://en/tn/help/jas/01/17) -* [याकूब 03:13-14](rc://en/tn/help/jas/03/13) -* [याकूब 05:19-20](rc://en/tn/help/jas/05/19) -* [यिर्मयाह 04:1-3](rc://en/tn/help/jer/04/01) -* [यूहन्ना 01:9](rc://en/tn/help/jhn/01/09) -* [यूहन्ना 01:16-18](rc://en/tn/help/jhn/01/16) -* [यूहन्ना 01:49-51](rc://en/tn/help/jhn/01/49) -* [यूहन्ना 03:31-33](rc://en/tn/help/jhn/03/31) -* [यहोशू 07:19-21](rc://en/tn/help/jos/07/19) -* [विलापगीत 05:19-22](rc://en/tn/help/lam/05/19) -* [मत्ती 08:8-10](rc://en/tn/help/mat/08/08) -* [मत्ती 12:15-17](rc://en/tn/help/mat/12/15) -* [भजन संहिता 026:1-3](rc://en/tn/help/psa/026/001) -* [प्रकाशितवाक्य 01:19-20](rc://en/tn/help/rev/01/19) -* [प्रकाशितवाक्य 15:3-4](rc://en/tn/help/rev/15/03) +* [1 कुरिन्थियों 5:6-8](rc://hi/tn/help/1co/05/06) +* [1 यूहन्ना 1:5-7](rc://hi/tn/help/1jn/01/05) +* [1 यूहन्ना 2:8](rc://hi/tn/help/1jn/02/08) +* [3 यूहन्ना 1:8](rc://hi/tn/help/3jn/01/08) +* [प्रे.का. 26:24-26](rc://hi/tn/help/act/26/24) +* [कुलुस्सियों 1:6](rc://hi/tn/help/col/01/06) +* [उत्पत्ति 47:29-31](rc://hi/tn/help/gen/47/29) +* [याकूब 1:18](rc://hi/tn/help/jas/01/18) +* [याकूब 3:14](rc://hi/tn/help/jas/03/14) +* [याकूब 5:19](rc://hi/tn/help/jas/05/19) +* [यिर्मयाह 4:2](rc://hi/tn/help/jer/04/02) +* [यूहन्ना 1:9](rc://hi/tn/help/jhn/01/09) +* [यूहन्ना 1:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/01/16) +* [यूहन्ना 1:51](rc://hi/tn/help/jhn/01/51) +* [यूहन्ना 3:31-33](rc://hi/tn/help/jhn/03/31) +* [यहोशू 7:19-21](rc://hi/tn/help/jos/07/19) +* [विलापगीत 5:19-22](rc://hi/tn/help/lam/05/19) +* [मत्ती 8:8-10](rc://hi/tn/help/mat/08/10) +* [मत्ती 12:17](rc://hi/tn/help/mat/12/17) +* [भजन संहिता 26:1-3](rc://hi/tn/help/psa/026/001) +* [प्रकाशितवाक्य 1:19-20](rc://hi/tn/help/rev/01/19) +* [प्रकाशितवाक्य 15:3-4](rc://hi/tn/help/rev/15/03) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे। -* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सही__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।" -* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया। -* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |” -* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?” +* __[2:4](rc://hi/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे। +* __[14:6](rc://hi/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सच__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।" +* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया। +* __[31:8](rc://hi/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |” +* __[39:10](rc://hi/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H199, H389, H403, H529, H530, H543, H544, H551, H571, H935, H3321, H3330, H6237, H6656, H6965, H7187, H7189, G225, G226, G227, G228, G230, G1103, G3303, G3483, G3689, G4103, G4137 From ddc59610f38aa0261fb345a10ae5c215d490ff51 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 06:02:55 +0000 Subject: [PATCH 082/412] Edit 'bible/kt/wise.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/wise.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/wise.md b/bible/kt/wise.md index 09134b4..842957a 100644 --- a/bible/kt/wise.md +++ b/bible/kt/wise.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# बुद्धिमान, बुद्धि # +# बुद्धिमान, बुद्धि -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “बुद्धिमान” वह मनुष्य है जो समझता है कि करने के लिए क्या उचित एवं नैतिक है और उसे करता है। “बुद्धि” जो सच एवं नैतिकता में उचित है उसे समझना और उसका अभ्यास करना। @@ -8,7 +8,7 @@ * मनुष्य परमेश्वर की बात सुनकर और दीनतापूर्वक उसकी इच्छा का पालन करके बुद्धिमान बनते हैं। * बुद्धिमान मनुष्य अपने जीवन में पवित्र-आत्मा के फल-आनंद, दया, प्रेम, धीरज-प्रकट करता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “बुद्धिमान” शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर के आज्ञाकारी” या “समझदार और आज्ञाकारी” या “परमेश्वर का भय माननेवाले।” * “बुद्धि” के अनुवाद में एक ऐसा शब्द या उक्ति काम में लें जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का जीवन” या “समझदारी और आज्ञापालन का जीवन” या “उचित निर्णय।” @@ -16,23 +16,23 @@ (यह भी देखें: [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [फल](../other/fruit.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [प्रे.का. 06:2-4](rc://en/tn/help/act/06/02) -* [कुलुस्सियों 03:15-17](rc://en/tn/help/col/03/15) -* [निर्गमन 31:6-9](rc://en/tn/help/exo/31/06) -* [उत्पत्ति 03:4-6](rc://en/tn/help/gen/03/04) -* [यशा. 19:11-12](rc://en/tn/help/isa/19/11) -* [यिर्मयाह 18:18-20](rc://en/tn/help/jer/18/18) -* [मत्ती. 07:24-25](rc://en/tn/help/mat/07/24) +* [प्रे.का. 6:3](rc://hi/tn/help/act/06/02) +* [कुलुस्सियों 03:15-17](rc://hi/tn/help/col/03/15) +* [निर्गमन 31:6](rc://hi/tn/help/exo/31/06) +* [उत्पत्ति 3:6](rc://hi/tn/help/gen/03/06) +* [यशा. 19:12](rc://hi/tn/help/isa/19/12) +* [यिर्मयाह 18:18](rc://hi/tn/help/jer/18/18) +* [मत्ती. 07:24](rc://hi/tn/help/mat/07/24) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[02:05](rc://en/tn/help/obs/02/05)__वह __बुद्धिमान__ भी बनना चाहती थी, इसलिये उसने कुछ फल लिये और उसे खा लिया। -* __[18:01](rc://en/tn/help/obs/18/01)__ जब सुलैमान ने __बुद्धि__ माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का __सबसे बुद्धिमान__ व्यक्ति बना दिया। -* __[23:09](rc://en/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद __ज्योतिषियों__ ने पूर्व में एक तारा देखा। -* __[45:01](rc://en/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और __ज्ञान__ से भरा था। +* __[2:5](rc://hi/tn/help/obs/02/05)__वह __बुद्धिमान__ भी बनना चाहती थी, इसलिये उसने कुछ फल लिये और उसे खा लिया। +* __[18:1](rc://hi/tn/help/obs/18/01)__ जब सुलैमान ने __बुद्धि__ माँगी, परमेश्वर उससे प्रसन्न हुआ और उसे संसार का __सबसे बुद्धिमान__ व्यक्ति बना दिया। +* __[23:9](rc://hi/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद __ज्योतिषियों__ ने पूर्व में एक तारा देखा। +* __[45:1](rc://hi/tn/help/obs/45/01)__ वह (स्तिफनुस) एक अच्छा प्रतिष्ठित मनुष्य था और पवित्र आत्मा और __ज्ञान__ से भरा था। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H998, H1350, H2445, H2449, H2450, H2451, H2452, H2454, H2942, H3820, H3823, H6195, H6493, H6912, H7535, H7919, H7922, H8454, G4678, G4679, G4680, G4920, G5428, G5429, G5430 From 94ebf534e12ac025ead4d0487970397bec30ad43 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 06:41:54 +0000 Subject: [PATCH 083/412] Edit 'bible/kt/wordofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/wordofgod.md | 71 ++++++++++++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 43 insertions(+), 28 deletions(-) diff --git a/bible/kt/wordofgod.md b/bible/kt/wordofgod.md index 809118f..c052e12 100644 --- a/bible/kt/wordofgod.md +++ b/bible/kt/wordofgod.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# परमेश्‍वर के वचन, परमेश्वर के वचनों, यहोवा के वचन, प्रभु का वचन, पवित्रशास्त्र, पवित्रशास्त्र # +# परमेश्‍वर का वचन, परमेश्वर का वचन, यहोवा के वचन, सत्य का वचन, पवित्रशास्त्र, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: बाइबल में “परमेश्वर का वचन” उन सभी चीजों को संदर्भित करता है जो परमेश्वर ने लोगों को बताया था। इसमें बोले गए तथा लिखित सन्देश शामिल हैं। यीशु को भी “परमेश्वर का वचन” कहा गया है। @@ -9,7 +9,7 @@ * कभी-कभी मात्र यही लिखा है, “वचन” या “मेरा वचन” या “तेरा वचन” (परमेश्वर के वचन के संदर्भ में) * नये नियम में यीशु को “वचन” या “परमेश्वर का वचन” कहा गया है। इन पदनामों का अर्थ है कि यीशु परमेश्वर को पूर्णतः प्रकट करता है क्योंकि वह स्वयं परमेश्वर है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * प्रकरण के आधार पर इस शब्द के अनुवाद की विधियां है, “यहोवा का सन्देश था” “परमेश्वर का सन्देश” या “परमेश्वर की शिक्षाएं” * कुछ भाषाओं में इसका बहुवचन अधिक व्यवहारिक होगा, “परमेश्वर के वचन” या “यहोवा के वचन” @@ -18,37 +18,52 @@ * जब "शब्द" अकेला होता है और यह परमेश्वर के वचन को दर्शाता है, इसका अनुवाद "संदेश" या " परमेश्वर का शब्द" या "शिक्षाओं" के रूप में किया जा सकता है। उपरोक्त सुझाव के अनुसार अनुवादों पर भी ध्यान दें। * जब बाइबल यीशु को "शब्द" के रूप में संदर्भित करती है, तो इस शब्द का अनुवाद "संदेश" या "सत्य" के रूप में किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [वचन](../other/word.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## अनुवाद के सुझाव: + + +* प्रकरण पर आधारित, इस शब्द के एनी अनुवाद रूप हो सकते हैं, "यहोवा का सन्देश" या परमेश्वर का सन्देश" या "परमेश्वर की शिओक्शाएन" +* कुछ भाषाओं में अधिक स्वाभिक होगा कि इस शब्द को बहुवचन में बदल दें और कहें "परमेश्वर के वचन" या "यहोवा के वचन" +* "यहोवा का वचन आया", इस अभिव्यक्ति को प्रायः परमेश्वर प्रदत्त वचनों के लिए काम में लिया जाता है जो उसने भविष्यद्वक्ताओं को दी या अपने लोगों को दिए| इसका अनुवाद हो सकता है, "यहोवा ने यह सन्देश उच्चारित किया" या "यहोवा ने इन शब्दों को सुनाया" +* "पवित्रशास्त्र" या "पवित्र्शास्त्रों" का अनुवाद हो सकता है, "लेख" या "परमेश्वर का लिखित वचन" इसका अनुवाद, "वचन" शब्द के अनुवाद से भिन्न होना चाहिए| +*जब "वचन" शब्द अकेला हो औए परमेश्वर के वचन के सन्दर्भ में हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, "सन्देश" या "परमेश्वर का वचन" या "शिक्षाएं" उपरोक्त व्यक्त वैकल्पिक अनुवादों पर भी ध्यान दें| +* जब बेबल में यीशु को वचन कहकर संदर्भित किया जाता है तब इसका अनुवाद हो सकता है, "सन्देश" या "सत्य" +* "सत्य का वचन", इसका अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर का सत्य वचन" या "परमेश्वर का वचन जो सत्य है" +* इस शब्द के अनुवाद में सत्य होने के अभिप्राय कलो समाहित करना अति महत्वपूर्ण है| + +(यह भी देखें: [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), +[सत्य](../kt/true.md), + [यहोवा](../kt/yahweh.md)) + +## बाइबल संदर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/15/01) [15:01](rc://en/tn/help/gen/15/01) -* [1](rc://en/tn/help/1ki/13/01) [राजा](rc://en/tn/help/1ki/13/01) 13:01 -* [यिर्मयाह](rc://en/tn/help/jer/36/01) [36:1-3](rc://en/tn/help/jer/36/01) -* [लूका](rc://en/tn/help/luk/08/11) [08:11](rc://en/tn/help/luk/08/11) -* [यूहन्ना 05:39](rc://en/tn/help/jhn/05/39) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/12/24) [06:02](rc://en/tn/help/act/06/02) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/12/24) [12:24](rc://en/tn/help/act/12/24) -* [रोमियो](rc://en/tn/help/rom/01/01) [01:02](rc://en/tn/help/rom/01/02) -* [2 कुरिन्थियों 06:07](rc://en/tn/help/2co/06/07) -* [इफिस्सियों 01:13](rc://en/tn/help/eph/01/13) -* [2](rc://en/tn/help/2ti/03/16) [तीमुथियुस](rc://en/tn/help/2ti/03/16) 03:16 -* [याकूब](rc://en/tn/help/jas/02/08) [01:18](rc://en/tn/help/jas/01/18) -* [याकूब](rc://en/tn/help/jas/02/08) [02:8-9](rc://en/tn/help/jas/02/08) +* [उत्पत्ति15:1](rc://hi/tn/help/gen/15/01) +* [1राजा. 13:1](rc://hi/tn/help/1ki/13/01) 13:01 +* [यिर्मयाह 36:1-3](rc://hi/tn/help/jer/36/01) +* [लूका 8:11](rc://hi/tn/help/luk/08/11) +* [यूहन्ना 5:39](rc://hi/tn/help/jhn/05/39) +* [प्रे.का. 6:2](rc://hi/tn/help/act/06/02) +* [प्रे.का.12:24](rc://hi/tn/help/act/12/24) +* [रोमियो1:2](rc://hi/tn/help/rom/01/02) +* [2 कुरिन्थियों 6:7](rc://hi/tn/help/2co/06/07) +* [इफिस्सियों 1:13](rc://en/tn/help/eph/01/13) +* [2तीमुथियुस 3:16](rc://hi/tn/help/2ti/03/16) 03:16 +* [याकूब1:18](rc://hi/tn/help/jas/01/18) +* [याकूब 2:8-9](rc://hi/tn/help/jas/02/08) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: # ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[25:07](rc://en/tn/help/obs/25/07)__ परमेश्वर के वचन__ में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” -* __[33:06](rc://en/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, “बीज __परमेश्वर का वचन__ है । -* __[42:03](rc://en/tn/help/obs/42/03)__ फिर यीशु ने उन्हें समझाया कि __परमेश्वर का वचन__ मसीहा के बारे में क्या कहता है -* __[42:07](rc://en/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, जो बाते मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम्हे बताई थी कि __परमेश्वर के वचन__ में जो कुछ भी मेरे बारे में लिखा है वह सब पूरा होगा।" तब उसने __पवित्र शास्त्र__ बूझने के लिये उनकी समझ खोल दी। -* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य __शास्त्रों__ का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया। -* __[48:12](rc://en/tn/help/obs/48/12)__ लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वह __ परमेश्वर का वचन__ है। -* __[49:18](rc://en/tn/help/obs/49/18)__ परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका __वचन__ पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ। +* __[25:7](rc://hi/tn/help/obs/25/07)__ परमेश्वर के वचन__ में वह अपने लोगों को आज्ञा देता है कि 'तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।’” +* __[33:6](rc://hi/tn/help/obs/33/06)__ तब यीशु ने उन्हें समझाया कि, “बीज __परमेश्वर का वचन__ है । +* __[42:3](rc://hi/tn/help/obs/42/03)__ फिर यीशु ने उन्हें समझाया कि __परमेश्वर का वचन__ मसीहा के बारे में क्या कहता है +* __[42:7](rc://hi/tn/help/obs/42/07)__ यीशु ने कहा, जो बाते मैंने तुम्हारे साथ रहते हुए तुम्हे बताई थी कि __परमेश्वर के वचन__ में जो कुछ भी मेरे बारे में लिखा है वह सब पूरा होगा।" तब उसने __पवित्र शास्त्र__ बूझने के लिये उनकी समझ खोल दी। +* __[45:10](rc://hi/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य __शास्त्रों__ का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया। +* __[48:12](rc://hi/tn/help/obs/48/12)__ लेकिन यीशु सबसे महान भविष्यद्वक्ता है। वह __ परमेश्वर का वचन__ है। +* __[49:18](rc://hi/tn/help/obs/49/18)__ परमेश्वर कहता है कि हम प्रार्थना करें, उसका __वचन__ पढ़ें, अन्य मसीही लोगों के साथ उसकी आराधना करें, और जो उसने हमारे लिए किया है वह दूसरों को बताएँ। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487 +* स्ट्रोंग्स: H561, H565, H1697, H3068, G3056, G4487 From 835dfe72d327540b012589ca2c4309f45339c9aa Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 08:02:37 +0000 Subject: [PATCH 084/412] Edit 'bible/kt/works.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/works.md | 46 ++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 22 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/works.md b/bible/kt/works.md index 72f0ea4..ae1ae1c 100644 --- a/bible/kt/works.md +++ b/bible/kt/works.md @@ -1,41 +1,39 @@ -# काम, कर्म, कार्य, कृत्य # +# काम, कर्म, कार्य, कृत्य -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “काम”, “कर्म”, “कृत्य” परमेश्वर या मनुष्यों के द्वारा किए गये कार्यों के संदर्भ में उपयोग किए गए शब्द हैं। + “काम” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः किसी उपलब्धी के निमित्त प्रयास की क्रिया से है, या उस क्रिया के परिणाम से है| “कर्म” का सामान्य सन्दर्भ सम्पूर्ण कार्य से है अर्थात जो काम हो गया या जो काम करने की आवश्यकता है| -* "कार्य" शब्द का सन्दर्भ परिश्रम या कोई कार्य जो अन्य लोगो के लिए किया गया हो। -* परमेश्वर के “काम” और “उसके हाथों के काम” उन सब बातों के संदर्भ में हैं जो परमेश्वर ने किए और करता है, जिससे जगत की सृष्टि, पापियों का उद्धार, पूरी सृष्टि की आवश्यकता प्रदान करना तथा संपूर्ण ब्रह्माण्ड को यथा स्थान स्थिर रखना। “कर्म एवं कृत्य” परमेश्वर के चमत्कारों के संदर्भ में प्रयोग करने के लिए भी किया गया है। जैसे की “सामर्थी कृत्य” या “आश्चर्यकर्म”। -* मनुष्य के कर्म अच्छे और बुरे हो सकते हैं। -* पवित्र आत्मा विश्वासियों को भले काम करने का सामर्थ्य प्रदान करती है जिन्हें “अच्छा फल” कहते हैं। +* बाईबल में इन शब्दों को सामान्यतः परमेश्वर और मनुष्य दोनों के सन्दर्भों में काम में लिया गया है| +* परमेश्वर के सन्दर्भ में “काम” शब्द बाईबल में प्रायः परमेश्वर द्वारा ब्रह्माण्ड की रचना या उसके लोगों के उद्धार (क्षत्रु या पाप से या दोनों से) के सन्दर्भ में है| +* परमेश्वर के कामों का सन्दर्भ उसके सब कामों से है जो उसने कर लिए हैं या वह करता है जिसमें जगत की रचना,पापियों का उद्धार, सम्पूर्ण जगत की आवश्यकताओं की पूर्ति तथा सम्पूर्ण जगत को यथास्थान संभाले रहना| +* मनुष्य के द्वारा किए गए काम या तो भले होते हैं या बुरे होते हैं * मनुष्य भले कामों से नहीं यीशु में विश्वास के द्वारा उद्धार पाता है। * मनुष्य का “कार्य” उसके जीविकोपार्जन या परमेश्वर की सेवा के लिए किए गए काम हो सकते है। बाइबल में परमेश्वर के लिए कहा गया है कि वह “काम करता” है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * “काम” और “कर्म” को “क्रिया” या “किए गए कार्य” में भी अनुवाद कर सकते हैं। * परमेश्वर के “कार्यों” या “कामों” और "उसके हाथों के काम" का अनुवाद, “चमत्कार” या सामर्थी कार्य” या “उसके आश्चर्यकर्म” हो सकता है। * “परमेश्वर के कार्य” अभिव्यक्ति का अनुवाद “जो काम परमेश्वर कर रहा है” या "जो आश्चर्यकर्म परमेश्वर करता है" या “परमेश्वर जो अद्भुत काम करता है” या “सब कुछ जो परमेश्वर ने किया है” के रूप में हो सकता है। * “कार्यों” का एक वचन “कार्य” है जैसे “हर एक अच्छा कार्य” या “हर एक अच्छा काम” -* “कार्य” का व्यापक अर्थ “सेवा” या “मसीही सेवा भी होता है”। उदाहरणार्थ, प्रभु में तेरी सेवा” का अनुवाद हो सकता है “तू प्रभु के लिए जो काम करता है” -* “अपने कामों को जांचों” अभिव्यक्ति का अनुवाद “सुनिश्चित करो कि तुम जो कर रहे हो वह परमेश्वर की इच्छा है” या “सुनिश्चित करो कि तुम जो करते हो उससे परमेश्वर प्रसन्न है”। -* “पवित्र आत्मा के काम” इसका अनुवाद “पवित्र आत्मा का सामर्थ्य” या “पवित्र आत्मा की सेवा का कार्य” या “पवित्र आत्मा जो काम करता है” +* जब मनुष्यों की भलाई के निमित्त काम किया जाता है तब इसका अनुवाद,परिचर्या" या "सेवा" किया जा सकता है| (यह भी देखें: [फल](../other/fruit.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 यूहन्ना 03:11-12](rc://en/tn/help/1jn/03/11) -* [प्रे.का. 02:8-11](rc://en/tn/help/act/02/08) -* [दानिय्येल 04:36-37](rc://en/tn/help/dan/04/36) -* [निर्गमन 34:10-11](rc://en/tn/help/exo/34/10) -* [गलातियों 02:15-16](rc://en/tn/help/gal/02/15) -* [याकूब 02:14-17](rc://en/tn/help/jas/02/14) -* [मत्ती 16:27-28](rc://en/tn/help/mat/16/27) -* [मीका 02:6-8](rc://en/tn/help/mic/02/06) -* [रोमियो 03:27-28](rc://en/tn/help/rom/03/27) -* [तीतुस 03:4-5](rc://en/tn/help/tit/03/04) +* [1 यूहन्ना 3:12](rc://hi/tn/help/1jn/03/12) +* [प्रे.का. 2:8-11](rc://hi/tn/help/act/02/08) +* [दानिय्येल 4:37](rc://hi/tn/help/dan/04/37) +* [निर्गमन 34:10-11](rc://hi/tn/help/exo/34/10) +* [गलातियों 2:15-16](rc://hi/tn/help/gal/02/15) +* [याकूब 2:17](rc://hi/tn/help/jas/02/17) +* [मत्ती 16:27-28](rc://hi/tn/help/mat/16/27) +* [मीका 2:6-8](rc://hi/tn/help/mic/02/07) +* [रोमियो 3:27-28](rc://hi/tn/help/rom/03/28) +* [तीतुस 3:4-5](rc://hi/tn/help/tit/03/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4566, H4567, H4611, H4659, H5949, G2041 +* स्ट्रोंग्स: H4399 H4566, H4567, H4611, H4659, H5949, G204 From c5cf66bc1915609d4ee1a6317ca3433edf9cffcd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 08:06:54 +0000 Subject: [PATCH 085/412] Edit 'bible/kt/world.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/world.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/world.md b/bible/kt/world.md index 51df348..1b4de8b 100644 --- a/bible/kt/world.md +++ b/bible/kt/world.md @@ -23,12 +23,12 @@ ## बाइबल संदर्भ: ## -* [1 यूहन्ना 02:15-17](rc://en/tn/help/1jn/02/15) -* [1 यूहन्ना 04:4-6](rc://en/tn/help/1jn/04/04) -* [1 यूहन्ना 05:4-5](rc://en/tn/help/1jn/05/04) -* [यूहन्ना 01:29-31](rc://en/tn/help/jhn/01/29) -* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36) +* [1 यूहन्ना 02:15](rc://hi/tn/help/1jn/02/15) +* [1 यूहन्ना 04:5](rc://hi/tn/help/1jn/04/05) +* [1 यूहन्ना 5:5](rc://hi/tn/help/1jn/05/05) +* [यूहन्ना 1:29](rc://hi/tn/help/jhn/01/29) +* [मत्ती 13:36-39](rc://hi/tn/help/mat/13/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H776, H2309, H2465, H5769, H8398, G1093, G2886, G2889, G3625 +* स्ट्रोंग्स: H776, H2309, H2465, H5769, H8398, G1093, G2886, G2889, G3625 From 8a176d1ce857b1c901d018a884afd3bea7b4a33c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 08:12:51 +0000 Subject: [PATCH 086/412] Edit 'bible/kt/wrath.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/wrath.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/wrath.md b/bible/kt/wrath.md index 469e9e8..8b056f5 100644 --- a/bible/kt/wrath.md +++ b/bible/kt/wrath.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# क्रोध, रोष # +# क्रोध, रोष -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: प्रकोप एक प्रबल क्रोधावस्था है जो कभी-कभी दीर्घकालीन होता है। यह विशेष करके परमेश्वर से विद्रोह करने वालों के पाप के लिए परमेश्वर के धर्मनिष्ठ न्याय और दण्ड के संदर्भ में आता है। @@ -8,24 +8,24 @@ * “परमेश्वर का क्रोध” उसके न्याय और पाप के दण्ड का संदर्भ देता है। * परमेश्वर का प्रकोप पाप से न फिराने वाला के लिए धार्मिकता का दण्ड है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * अनुवाद के अनुसार, इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “भयानक क्रोध” या “धर्मनिष्ठ न्याय” या “क्रोध” * परमेश्वर के प्रकोप के बारे में चर्चा करते समय सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद पाप के कारण उत्पन्न क्रोधावेश का दौरा के अर्थ में न हो। परमेश्वर का क्रोध न्याय सम्मत एवं पवित्र होता है। (यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [पाप](../kt/sin.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:8-10](rc://en/tn/help/1th/01/08) -* [1 तीमुथियुस 02:8-10](rc://en/tn/help/1ti/02/08) -* [लूका 03:7](rc://en/tn/help/luk/03/07) -* [लूका 21:23-24](rc://en/tn/help/luk/21/23) -* [मत्ती 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07) -* [प्रकाशितवाक्य 14:9-10](rc://en/tn/help/rev/14/09) -* [रोमियो 01:18-19](rc://en/tn/help/rom/01/18) -* [रोमियो 05:8-9](rc://en/tn/help/rom/05/08) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:8-10](rc://hi/tn/help/1th/01/08) +* [1 तीमुथियुस 2:8-10](rc://hi/tn/help/1ti/02/08) +* [लूका 3:7](rc://hi/tn/help/luk/03/07) +* [लूका 21:23](rc://hi/tn/help/luk/21/23) +* [मत्ती 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07) +* [प्रकाशितवाक्य 14:10](rc://hi/tn/help/rev/14/10) +* [रोमियो 1:18](rc://hi/tn/help/rom/01/18) +* [रोमियो 5:9](rc://hi/tn/help/rom/05/099) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H639, H2197, H2528, H2534, H2740, H3707, H3708, H5678, H7107, H7109, H7110, H7265, H7267, G2372, G3709, G3949, G3950 +* स्तरोंग: H639, H2197, H2528, H2534, H2740, H3707, H3708, H5678, H7107, H7109, H7110, H7265, H7267, G2372, G3709, G3949, G3950 From 5dbff16fd9bf42f1bf284a2aa25e6cdf6a5dfd6f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 08:26:19 +0000 Subject: [PATCH 087/412] Edit 'bible/kt/yahwehofhosts.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/yahwehofhosts.md | 21 ++++++++++----------- 1 file changed, 10 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/kt/yahwehofhosts.md b/bible/kt/yahwehofhosts.md index 1d065fb..512e1c4 100644 --- a/bible/kt/yahwehofhosts.md +++ b/bible/kt/yahwehofhosts.md @@ -1,26 +1,25 @@ -# सेनाओं के यहोवा, सेनाओं के परमेश्‍वर, आकाश के गण, आकाश का सारा तारागण, सेनाओं का प्रभु # +# सेनाओं का यहोवा, सेनाओं का परमेश्‍वर, आकाश के गण, आकाश का सारा तारागण, सेनाओं का प्रभु -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: * “सेनाओं का यहोवा” और “सेनाओं का परमेश्वर” ये पदनाम हजारों स्वर्गदूतों पर परमेश्वर के अधिकार को दर्शाते हैं जो उसकी आज्ञा का पालन करते हैं। * “सेना” या “सेनाओं” ये शब्द किसी भी बात की बड़ी संख्या को व्यक्त करते हैं जैसे सेना या सितारों की विशाल संख्या। यह बुरी आत्माओं सहित सभी कई आत्माओं के संदर्भ में भी है। संदर्भ यह स्पष्ट करता है कि क्या संदर्भित किया जा रहा है। “स्वर्ग की सेना” सितारों, ग्रहों और अन्य आकाशीय पिण्डों के लिए काम में लिए जाते हैं। * नए नियम में, वाक्यांश, "सेनाओं का प्रभु" का अर्थ "सेनाओं का यहोवा" के समान है, लेकिन इसका इस तरह से अनुवाद नहीं किया जा सकता है क्योंकि "यहोवा" इब्रानी शब्द है नए नियम में प्रयोग नहीं किया गया है। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: -“सेनाओं का यहोवा” के अनुवाद हो सकते हैं, “स्वर्गदूतों पर राज करने वाला परमेश्वर” या “स्वर्गदूतों की सेनाओं पर राज करने वाला परमेश्वर” या “यहोवा जो स्वर्गदूतों पर राज करता है।” - -* "सेनाओं का परमेश्वर" और "सेनाओं का प्रभु" शब्दों में "सेनाओं " के वाक्यांश का अनुवाद उसी प्रकार से किया जाएगा जैसा कि ऊपर "सेनाओं का यहोवा" में लिखा गया है। -* कुछ कलीसियाएं “यहोवा” शब्द के स्थान में “प्रभु”(लार्ड अंग्रेजी के बड़े अक्षर) शब्द को काम में लेना अधिक उचित समझते हैं क्योंकि अनेक बाइबल संस्कारणों में ऐसा ही प्रयोग किया गया है। ऐसी कलीसियाओं के लिए “सेनाओं का प्रभु” काम में लें और पुराने नियम में "सेनाओं का यहोवा" काम में ले। +* “सेनाओं का यहोवा” के अनुवाद हो सकते हैं, “स्वर्गदूतों पर राज करने वाला परमेश्वर” या “स्वर्गदूतों की सेनाओं पर राज करने वाला परमेश्वर” या “यहोवा जो स्वर्गदूतों पर राज करता है।” +* "सेनाओं का" "सेनाओं का परमेश्वर" या "सेनाओं का प्रभु" के सन्दर्भ में इसका अनुवाद, वैसा ही किया जाए जैसा ऊपर "सेनाओं का यहोवा" किया गया है| +* कुछ कलीसियाओं में "यहोवा" शब्द को स्वीकार नहीं किया जाता है| वे "सेनाओं का प्रभु" काम में लेते है जिसमें प्रभु शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है| यह अनेक बाईबल संस्कारों के अनुसार है| इन कलीसियाओं के लिए "सेनाओं का यहोवा" का अनुवाद पुराने नियम में "सेनाओं का यहोवा" को काम में लिया जाता है| (यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [अधिकार](../kt/authority.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md), [प्रभु यहोवा](../kt/lordyahweh.md) [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [जकर्याह 13:1-2](rc://en/tn/help/zec/13/01) +* [जकर्याह 13:2](rc://hi/tn/help/zec/13/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H430, H3068, H6635 +* स्ट्रोंग्स: H430, H3068, H6635 From d163a3d891d83252420bd2dbe0e49e3b2c48d347 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Wed, 20 Oct 2021 08:29:08 +0000 Subject: [PATCH 088/412] Edit 'bible/kt/world.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/world.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/world.md b/bible/kt/world.md index 1b4de8b..1d73311 100644 --- a/bible/kt/world.md +++ b/bible/kt/world.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# संसार, सांसारिक # +# संसार, सांसारिक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “संसार”शब्द आमतौर पर ब्रह्माण्ड के उस भाग को दर्शाता है जहां मनुष्य वास करता हैं: पृथ्वी “सांसारिक” शब्द इस संसार के लोगों की बुरी मान्यताओं तथा व्यवहार का विवरण देता है। @@ -10,7 +10,7 @@ * प्रेरितों ने भी “संसार” शब्द को मनुष्यों के स्वार्थी स्वभाव और भ्रष्ट मान्यतायों के लिए काम में लिया है। इसका अर्थ मानवीय प्रयासों पर आधारित धार्मिकता के पाखंड के धर्म आधारित अभ्यास भी होता है। * इन मान्यताओं पर निर्भर मनुष्य और वस्तुओं के लक्षणों को “सांसारिक” कहा गया है। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * सन्दर्भ के अनुसार “संसार” का अनुवाद “ब्रह्माण्ड” या “संसार के लोग” या “संसार की भ्रष्ट बातें” या “संसार के मनुष्यों का दुष्ट स्वभाव” भी हो सकता है। * “संपूर्ण संसार” का अर्थ प्रायः “अनेक लोग” और विशेष क्षेत्र के रहने वाले लोगों से होता है। उदाहरणार्थ, “सारी पृथ्वी के लोग मिस्र में आए।” इसका अनुवाद हो सकता है, “आस-पास के देशों से बहुत लोग मिस्र आए” या “मिस्र के आसपास के सब देशों के लोग वहां आए”। @@ -21,7 +21,7 @@ (यह भी देखें: [भ्रष्ट](../other/corrupt.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [रोम](../names/rome.md), [अभक्त](../kt/ungodly.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 यूहन्ना 02:15](rc://hi/tn/help/1jn/02/15) * [1 यूहन्ना 04:5](rc://hi/tn/help/1jn/04/05) From f6fadae6a413f1b8742570f0b19e44a76d6cb673 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 03:39:12 +0000 Subject: [PATCH 089/412] Edit 'bible/names/elijah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/elijah.md | 46 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/names/elijah.md b/bible/names/elijah.md index 8250db0..d9e9936 100644 --- a/bible/names/elijah.md +++ b/bible/names/elijah.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# एलिय्याह # +# एलिय्याह -## तथ्य: ## +## तथ्य: -एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ता था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था। +एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ताओं में से एक था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था। * परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था। * एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था। * उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है। -* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लिया था। +* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से जीवित ही स्वर्ग में उठा लिया था। * सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 17:1](rc://en/tn/help/1ki/17/01) -* [2 राजा 01:3-4](rc://en/tn/help/2ki/01/03) -* [याकूब 05:16-18](rc://en/tn/help/jas/05/16) -* [यूहन्ना 01:19-21](rc://en/tn/help/jhn/01/19) -* [यूहन्ना 01:24-25](rc://en/tn/help/jhn/01/24) -* [मरकुस 09:4-6](rc://en/tn/help/mrk/09/04) +* [1 राजा 17:1](rc://hi/tn/help/1ki/17/01) +* [2 राजा 1:3-4](rc://hi/tn/help/2ki/01/03) +* [याकूब 5:16-18](rc://hi/tn/help/jas/05/16) +* [यूहन्ना 1:19-21](rc://hi/tn/help/jhn/01/19) +* [यूहन्ना 1:24-25](rc://hi/tn/help/jhn/01/24) +* [मरकुस 9:5](rc://hi/tn/help/mrk/09/05) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था। -* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।” -* __[19:03](rc://en/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे। -* __[19:04](rc://en/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनके __कुप्पी__ का तेल घटने दिया। -* __[19:05](rc://en/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा। -* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।” -* __[19:12](rc://en/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए; -* __[36:03](rc://en/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी। +* __[19:2](rc://hi/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__इस्राएल के राजा आहाब के राज्यकाल में एक भविष्यद्वक्ता था। +* __[19:2](rc://hi/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।” +* __[19:3](rc://hi/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे। +* __[19:4](rc://hi/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनकी __कुप्पी__ का तेल घटने दिया। +* __[19:5](rc://hi/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा। +* __[19:7](rc://hi/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।” +* __[19:12](rc://hi/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए; +* __[36:3](rc://hi/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H452, G2243 +* स्ट्रोंग्स: H452, G2243 From 1cab127b996fcbfb24a2351f4cc924953a098190 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 04:02:43 +0000 Subject: [PATCH 090/412] Edit 'bible/names/isaac.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/isaac.md | 44 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/names/isaac.md b/bible/names/isaac.md index 935ce97..19ab274 100644 --- a/bible/names/isaac.md +++ b/bible/names/isaac.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# इसहाक # +# इसहाक -## तथ्य: ## +## तथ्य: इसहाक अब्राहम और सारा का एकलौता पुत्र था। यद्यपि वे वृद्ध थे, परमेश्वर ने उन्हें पुत्र देने की प्रतिज्ञा की थी। @@ -10,31 +10,31 @@ * जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे। * इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [वंशज](../other/descendant.md), [सदाकालीन](../kt/forever.md), [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [याकूब](../names/jacob.md), [सारा](../names/sarah.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 04:28-29](rc://en/tn/help/gal/04/28) -* [उत्पत्ति 25:9-11](rc://en/tn/help/gen/25/09) -* [उत्पत्ति 25:19-20](rc://en/tn/help/gen/25/19) -* [उत्पत्ति 26:1](rc://en/tn/help/gen/26/01) -* [उत्पत्ति 26:6-8](rc://en/tn/help/gen/26/06) -* [उत्पत्ति 28:1-2](rc://en/tn/help/gen/28/01) -* [उत्पत्ति 31:17-18](rc://en/tn/help/gen/31/17) -* [मत्ती 08:11-13](rc://en/tn/help/mat/08/11) -* [मत्ती 22:31-33](rc://en/tn/help/mat/22/31) +* [गलातियों 4:28-29](rc://hi/tn/help/gal/04/28) +* [उत्पत्ति 25:9-11](rc://hi/tn/help/gen/25/09) +* [उत्पत्ति 25:19](rc://hi/tn/help/gen/25/19) +* [उत्पत्ति 26:1](rc://hi/tn/help/gen/26/01) +* [उत्पत्ति 26:8](rc://hi/tn/help/gen/26/08) +* [उत्पत्ति 28:1-2](rc://hi/tn/help/gen/28/01) +* [उत्पत्ति 31:18](rc://en/tn/help/gen/31/18) +* [मत्ती 8:11-13](rc://hi /tn/help/mat/08/11) +* [मत्ती 22:32](rc://hi/tn/help/mat/22/32) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।” -* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।” -* __[05:09](rc://en/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया | -* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा। -* __[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई। -* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी। +* __[5:4](rc://hi/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।” +* __[5:6](rc://hi/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।” +* __[5:9](rc://hi/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया | +* __[6:1](rc://hi/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा। +* __[6:5](rc://hi/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई। +* __[7:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3327, H3446, G2464 +* स्ट्रोंग्स: H3327, H3446, G2464 From 78e6b85afb6c64c69aa4714afc1fb2e031ae50fe Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 04:10:04 +0000 Subject: [PATCH 091/412] Edit 'bible/names/jamesbrotherofjesus.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jamesbrotherofjesus.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/names/jamesbrotherofjesus.md b/bible/names/jamesbrotherofjesus.md index 759cade..ff4efb9 100644 --- a/bible/names/jamesbrotherofjesus.md +++ b/bible/names/jamesbrotherofjesus.md @@ -1,27 +1,27 @@ * याकूब (यीशु का भाई) -## तथ्य: ## +## तथ्य: -याकूब मरियम और यूसुफ का पुत्र था। वह यीशु का छोटा भाई(यीशु की माता, मरियम का पुत्र) था। +याकूब मरियम और यूसुफ का पुत्र था। वह यीशु का अर्धभ्राता, छोटा भाई था। * यीशु के अन्य भाई (यीशु की माता, मरियम के पुत्र) यूसुफ, यहूदा, शमौन थे। * यीशु जब तक जीवित था, याकूब और उसके भाई उसे मसीह नहीं मानते थे। * जब यीशु मृतकों में से जी उठा तब याकूब ने उस पर विश्वास किया और वह यरूशलेम की कलीसिया का अगुआ ठहरा। * नये नियम में याकूब का पत्र उन विश्वासियों को लिखा गया था जो सताव के कारण अन्य क्षेत्रों में चले गए थे। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीह](../kt/christ.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [याकूब का पुत्र यहूदा](../names/judassonofjames.md), [सताना](../other/persecute.md)) +(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [मसीह](../kt/christ.md), [कलीसिया](../kt/church.md), [याकूब का पुत्र यहूदा](../names/judassonofjames.md), [सताना](../other/persecute.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 01:18-20](rc://en/tn/help/gal/01/18) -* [गलातियों 02:9-10](rc://en/tn/help/gal/02/09) -* [याकूब 01:1-3](rc://en/tn/help/jas/01/01) -* [यहूदा 01:1-2](rc://en/tn/help/jud/01/01) -* [मरकुस 09:1-3](rc://en/tn/help/mrk/09/01) -* [मत्ती 13:54-56](rc://en/tn/help/mat/13/54) +* [गलातियों 01:18-20](rc://hi/tn/help/gal/01/18) +* [गलातियों 02:9-10](rc://hi/tn/help/gal/02/09) +* [याकूब 01:1-3](rc://hi/tn/help/jas/01/01) +* [यहूदा 01:1-2](rc://hi/tn/help/jud/01/01) +* [मरकुस 09:1-3](rc://hi/tn/help/mrk/09/01) +* [मत्ती 13:54-56](rc://hi/tn/help/mat/13/54) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2385 +* स्ट्रोंग्स: G2385 From afb1cd75e799e8e1cdef7fc1bef20d69571f8be2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 04:20:07 +0000 Subject: [PATCH 092/412] Edit 'bible/names/job.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/job.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/job.md b/bible/names/job.md index 95f1583..fa0ccdf 100644 --- a/bible/names/job.md +++ b/bible/names/job.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# अय्यूब # +# अय्यूब -## तथ्य: ## +## तथ्य: अय्यूब को बाइबल में परमेश्वर के सम्मुख निर्दोष एवं खरा मनुष्य कहा गया है। वह घोर कष्टों में भी परमेश्वर में विश्वास के लिए प्रसिद्ध है। -* अय्यूब ऊस देश का रहनेवाला था जिसका भौगोलिक स्थान कनान के पूर्व में कहीं था, संभवतः एदोमियों के क्षेत्र के निकट। -* ऐसा माना जाता है कि वह एसाव और याकूब के युग का भी है क्योंकि उसका एक मित्र तेमानी था जो एसाव के पोते के वंशजों का जाति थी। -* पुराने नियम की पुस्तक, अय्यूब में अय्यूब और उसके मित्रों की प्रतिक्रियाओं का वर्णन है कि सबने अय्यूब के कष्टों के प्रति अपना-अपना विचार प्रकट किया था। इस पुस्तक में ब्रह्माण्ड के परमप्रधान शासक एवं सृजनहार, परमेश्वर का दृष्टिकोण भी प्रकट किया गया है। +* अय्यूब ऊज़ देश का रहनेवाला था जिसका भौगोलिक स्थान कनान के पूर्व में कहीं था, संभवतः एदोमियों के क्षेत्र के निकट। +* ऐसा माना जाता है कि वह एसाव और याकूब के युग का भी है क्योंकि उसका एक मित्र तेमानी था जो एसाव के पोते के वंशजों की जाति थी। +* पुराने नियम की पुस्तक, अय्यूब में अय्यूब के कष्टों के प्रति उसकी और उसके मित्रों की प्रतिक्रियाओं का वर्णन है। इस पुस्तक में ब्रह्माण्ड के परमप्रधान शासक एवं सृजनहार, परमेश्वर का दृष्टिकोण भी प्रकट किया गया है। * उसके सर्वनाश के बाद परमेश्वर ने उसे पुनः स्वास्थ्य प्रदान किया और सन्तानों एवं धन सम्पदा से पूर्ण किया। * अय्यूब की पुस्तक कहती है कि जब वह मरा तब वह बहुत बूढ़ा था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [एसाव](../names/esau.md), [जल-प्रलय](../other/flood.md), [याकूब](../names/jacob.md)[नूह](../names/noah.md), [लोग समूह](../other/peoplegroup.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [एसाव](../names/esau.md), [जल-प्रलय](../other/flood.md), [याकूब](../names/jacob.md)[नूह](../names/noah.md), [जनजातियां](../other/peoplegroup.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यहेजकेल 14:12-14](rc://en/tn/help/ezk/14/12) -* [याकूब 05:9-11](rc://en/tn/help/jas/05/09) -* [अय्यूब 01:1-3](rc://en/tn/help/job/01/01) -* [तीतुस 03:4-5](rc://en/tn/help/job/03/04) +* [यहेजकेल 14:12-14](rc://hi/tn/help/ezk/14/12) +* [याकूब 5:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09) +* [अय्यूब 1:1](rc://hi/tn/help/job/01/01) +* [तीतुस 3:5](rc://hi/tn/help/job/03/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H347, H3102, G2492 +* स्ट्रोंग्स: H347, G2492 From 459b75eb558e82d716d98c68502f7a28eb4a311f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 04:32:02 +0000 Subject: [PATCH 093/412] Edit 'bible/names/rahab.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/rahab.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/names/rahab.md b/bible/names/rahab.md index c0d72d6..4489a88 100644 --- a/bible/names/rahab.md +++ b/bible/names/rahab.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# राहाब # +# राहाब -## तथ्य: ## +## तथ्य: राहाब यरीहो वासी स्त्री थी जब इस्राएल ने यरीहो पर आक्रमण किया था। वह एक वैश्या थी। @@ -8,23 +8,23 @@ * राहाब यहोवा की विश्वासिनी हो गई थी। * राहाब और उसका परिवार यरीहो विनाश के समय छोड़ दिया गया था और वे सदैव इस्राएलियों के साथ रहने आए। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [यरीहो ](../names/jericho.md), [व्यभिचारिणी](../other/prostitute.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [यरीहो ](../names/jericho.md), [वैश्या](../other/prostitute.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [इब्रानियों 11:29-31](rc://en/tn/help/heb/11/29) -* [याकूब 02:25-26](rc://en/tn/help/jas/02/25) -* [यहोशू 02:20-21](rc://en/tn/help/jos/02/20) -* [यहोशू 06:17-19](rc://en/tn/help/jos/06/17) -* [मत्ती 01:4-6](rc://en/tn/help/mat/01/04) +* [इब्रानियों 11:29-31](rc://hi /tn/help/heb/11/29) +* [याकूब 2:25](rc://hi/tn/help/jas/02/25) +* [यहोशू 2:21](rc://hi/tn/help/jos/02/21) +* [यहोशू 6:17-19](rc://hi/tn/help/jos/06/17) +* [मत्ती 1:5](rc://hi/tn/help/mat/01/05) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[15:01](rc://en/tn/help/obs/15/01)__ उस शहर में __राहाब__ नामक एक वेश्या रहती थी, उसने उन दोनों भेदियों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी सहायता की क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करती थी। उन्होंने शपथ खाई कि इस्राएली जब यरीहो को नष्ट करेंगे तब __राहाब__ और उसके परिवार की वे रक्षा करेंगे। -* __[15:05](rc://en/tn/help/obs/15/05)__तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। उन्होंने केवल __राहाब__ और उसके परिवार को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राएलियों का ही भाग बन गए थे। +* __[15:1](rc://hi/tn/help/obs/15/01)__ उस शहर में __राहाब__ नामक एक वेश्या रहती थी, उसने उन दोनों भेदियों को छिपा रखा और उन्हें भगाने में भी सहायता की क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करती थी। उन्होंने शपथ खाई कि इस्राएली जब यरीहो को नष्ट करेंगे तब __राहाब__ और उसके परिवार की वे रक्षा करेंगे। +* __[15:5](rc://hi/tn/help/obs/15/05)__तब इस्राएलियों ने परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार, जो कुछ उस शहर में था सब कुछ नष्ट कर दिया। उन्होंने केवल __राहाब__ और उसके परिवार को छोड़ा, क्योंकि वे इस्राएलियों का ही भाग बन गए थे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7343, G4460 +* स्ट्रोंग्स: H7343, G4460 From 246e24144e1e60d17ce70c17d9b1b9dd5939a2ff Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 05:06:48 +0000 Subject: [PATCH 094/412] Edit 'bible/other/12tribesofisrael.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/12tribesofisrael.md | 30 ++++++++++++++---------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/12tribesofisrael.md b/bible/other/12tribesofisrael.md index 4e3d37f..15fdbdd 100644 --- a/bible/other/12tribesofisrael.md +++ b/bible/other/12tribesofisrael.md @@ -1,24 +1,22 @@ -# इस्राएल के बारह गोत्र, इस्राएल के बारह गोत्र, बारह गोत्र # +# इस्राएल के बारह गोत्र, बारह गोत्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -"इस्राएल के बारह गोत्र" का सन्दर्भ याकूब के बारह पुत्रों कें वंशज थे। +"इस्राएल के बारह गोत्र" का सन्दर्भ याकूब के बारह पुत्रों और उनके वंशजों से है। -* याकूब अब्राहम का पोता था। परमेश्वर ने बाद में उसका नाम बदल कर इस्राएल रखा था। -* बारह गोत्रों के नाम हैं: रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नप्ताली, गाद, अशेर, इस्साकार, जबूलून, यूसुफ, बिन्यामीन। -* लेवी के वंशजों को कनान में कोई नगर नहीं दिया गया क्योंकि वे याजकों का गोत्र थे जिन्हें परमेश्वर और उसकी प्रजा की सेवा के लिए अलग किया गया था। -* यूसुफ को भूमि का दोगुणा भाग दिया गया था जो उसके दो पुत्रों एप्रैम और मनश्शे के वंशजों को मिला। -* बाइबल, में अनेक संदर्भों में इन बारह गोत्रों की सूची कुछ भिन्न है। कही-कही लेवी, यूसुफ और दान इन सूची में व्यक्त नहीं किया गया है और कही-कही यूसुफ के दोनों पुत्र एप्रैम और मनश्शे इन सूची में व्यक्त किए गए है। +* याकूब के पुत्रों के नाम हैं: रूबेन, शमौन, लेवी, यहूदा, दान, नप्ताली, गाद, अशेर, इस्साकार, जबूलून, यूसुफ, बिन्यामीन। +* बाईबल में अनेक स्थान ऐसे हैं जहां इन बारह गोत्रों की सूची में भिन्नता है| कहीं-कहीं सूची में लेवी, यूसुफ़ या दान को छोड़ दिया गया है और कहीं-कहीं यूसुफ़ के दो पुत्रों, एप्रैम तथा मनश्शे को सूची में जोड़ दिया है| -(यह भी देखें: [वारिस](../kt/inherit.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [याकूब](../names/jacob.md), [याजक](../kt/priest.md), [गोत्र](../other/tribe.md)) +(यह भी देखें: + [रूबेन](../names/reuben.md), [शमौन](../names/simeon.md), [लेवी](../names/levite.md), [यहूदा](../names/judah.md), [दान](../names/dan.md), [नाप्ताली](../names/naphtali.md), [गाद](../names/gad.md), [आशेर](../names/asher.md), [इस्साकार](../names/issachar.md), [ज़बूलून](../names/zebulun.md), [यूसुफ़](../names/josephot.md), [बिन्यामीन](../names/benjamin.md), [एप्रैम](../names/ephraim.md), [मनश्शे](../names/manasseh.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [याकूब](../names/jacob.md), [गोत्र](../other/tribe.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 26:6-8](rc://en/tn/help/act/26/06) -* [उत्पत्ति 49:28-30](rc://en/tn/help/gen/49/28) -* [लूका 22:28-30](rc://en/tn/help/luk/22/28) -* [मत्ती 19:28](rc://en/tn/help/mat/19/28) +* [प्रे.का. 26:7](rc://hi/tn/help/act/26/07) +* [उत्पत्ति 49:28](rc://hi/tn/help/gen/49/28) +* [लूका 22:28-30](rc://hi/tn/help/luk/22/28) +* [मत्ती 19:28](rc://hi/tn/help/mat/19/28) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3478, H7626, H8147, G1427, G2474, G5443 +* स्ट्रोंग्स: H3478, H7626, H8147, G1427, G2474, G5443 From 7b8377ab9907580a6756474e5fe074e97168cc6a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 05:17:37 +0000 Subject: [PATCH 095/412] Edit 'bible/other/arrogant.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/arrogant.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/arrogant.md b/bible/other/arrogant.md index 934222e..9e43ee9 100644 --- a/bible/other/arrogant.md +++ b/bible/other/arrogant.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# अहंकारी, अभिमान करके, अहंकार # +# अहंकारी, आत्माभिमानी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अहंकारी” अर्थात घमण्डी, प्रायः प्रकट बाहरी रूप में। +“अहंकारी” अर्थात घमण्डी, प्रायः प्रकट, बाहरी रूप में। * अभिमानी मनुष्य अपनी बड़ाई करता है। -* अभिमानी का अभिप्राय है कि अन्य मनुष्य इतने महत्वपूर्ण या प्रतिभाशाली नहीं हैं। -* परमेश्वर का अनादर करनेवाले लोग जो उसके विद्रोही है, अभिमानी हैं, क्योंकि वे स्वीकार नहीं करते कि वे परमेश्वर महान है। +* अभिमानी का अभिप्राय प्रायः यह है कि अन्य मनुष्य इतने महत्वपूर्ण या प्रतिभाशाली नहीं हैं जितना की मनुष्य स्वयं है। +* परमेश्वर का अनादर करनेवाले लोग जो उसके विद्रोही है, अभिमानी हैं, क्योंकि वे स्वीकार नहीं करते कि परमेश्वर कैसा महान है। -(यह भी देखें: [पहचानना](../other/acknowledge.md), [घमण्ड करना](../kt/boast.md), [घमण्डी](../other/proud.md)) +(यह भी देखें: [स्वीकार करना](../other/acknowledge.md), [डींग मारना](../kt/boast.md), [घमण्डी](../other/proud.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 04:17-18](rc://en/tn/help/1co/04/17) -* [2 पतरस 02:17-19](rc://en/tn/help/2pe/02/17) -* [यहेजकेल 16:49-50](rc://en/tn/help/ezk/16/49) -* [नीतिवचन 16:5-6](rc://en/tn/help/pro/16/05) -* [भजन 056:1-2](rc://en/tn/help/psa/056/001) +* [1 कुरिन्थियों 4:18](rc://hi/tn/help/1co/04/18) +* [2 पतरस 2:18](rc://hi/tn/help/2pe/02/18) +* [यहेजकेल 16:49](rc://hi/tn/help/ezk/16/49) +* [नीतिवचन 16:5](rc://hi/tn/help/pro/16/05) +* [भजन 56:1-2](rc://hi/tn/help/psa/056/001) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1346, H1347, H6277 +* स्ट्रोंग्स: H1346, H1347, H2102, H2103, H6277, G212, G5450 \ No newline at end of file From 48bd2de1b0b81500c84b371e6cf82e0a1904577c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 05:28:28 +0000 Subject: [PATCH 096/412] Edit 'bible/other/astray.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/astray.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/astray.md b/bible/other/astray.md index 0518b47..cf230f2 100644 --- a/bible/other/astray.md +++ b/bible/other/astray.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भ्रम में पड़े, गलत दिशा की ओर# +# भटकना, भटक जाते हैं, भटक गए, भरमाना, गलत दिशा की ओर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“भटका दिया” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी। +“भटका दिया” और “भटकना” का अर्थ है परमेश्वर की इच्छा न मानना। मनुष्य जो “भटक गए” उन्होंने स्वेछा से अन्य मनुष्यों या परिस्थितियों से प्रभावित होकर परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी। *“भटकना” शब्द समतल पथ या सुरक्षा के स्थान को छोड़कर गलत और खतरनाक मार्ग में जाने का भाव व्यक्त करता है। *चरवाहे की चारागाह से दूर जानेवाली भेड़ को “भटकी हुई” कहते हैं। परमेश्वर पापियों की तुलना उन भेड़ों से करता है जो उसका त्याग करके “भटक गई” हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “भटकने” का अनुवाद, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “ऐसे तरीके से जियो जो परमेश्वर से दूर चला जाए।” हो सकता है। -* “किसी को भरमाना” का अनुवाद, “किसी को परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए प्रेरित करना” या “किसी को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए प्रभावित करना” या “किसी को गलत मार्ग पर अपने पीछे चलाना”हो सकता है। +* “भटकने” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर से दूर हो जाना” या “परमेश्वर की इच्छा से अलग गलत मार्ग पर चलना” या “परमेश्वर की आज्ञा मानना छोड़ देना” या “ऎसी जीवन शैली रखना जो परमेश्वर से दूर जाए।” +* “किसी को भरमाना” का अनुवाद हो सकता है, “किसी को परमेश्वर की आज्ञा न मानने के लिए प्रेरित करना” या “किसी को परमेश्वर की अवज्ञा के लिए प्रभावित करना” या “किसी को गलत मार्ग पर अपने पीछे चलाना” (यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [चरवाहे](../other/shepherd.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूह. 03:7](rc://hi/tn/help/1jn/03/07) -* [2 तीमु. 03:13](rc://hi/tn/help/2ti/03/13) +* [1 यूह. 3:7](rc://hi/tn/help/1jn/03/07) +* [2 तीमु. 3:13](rc://hi/tn/help/2ti/03/13) * [निर्गमन 23:4-5](rc://hi/tn/help/exo/23/04) * [यहेजकेल 48:10-12](rc://hi/tn/help/ezk/48/10) * [मत्ती. 18:13](rc://hi/tn/help/mat/18/13) -* [मत्ती. 24:05](rc://hi/tn/help/mat/24/05) -* [भजन-संहिता 058:03](rc://hi/tn/help/psa/058/003) +* [मत्ती. 24:5](rc://hi/tn/help/mat/24/05) +* [भजन-संहिता 58:3](rc://hi/tn/help/psa/058/003) * [भजन-संहिता 119:110](rc://hi/tn/help/psa/119/110) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105 +* स्ट्रोंग्स: H5080, H7683, H7686, H8582, G4105, G5351 From a191dd7cfa77b56580388404903df16e6024334d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 05:38:46 +0000 Subject: [PATCH 097/412] Edit 'bible/other/beast.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/beast.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/beast.md b/bible/other/beast.md index 9f2e171..d42ef8c 100644 --- a/bible/other/beast.md +++ b/bible/other/beast.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# पशु, पशुओं, जानवर # +# पशु, -## तथ्य: ## +## तथ्य: -बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” को कहने के लिए दूसरा शब्द है। +बाइबल में “पशु” शब्द “जानवर” के लिए प्रयुक्त दूसरा शब्द है। * जंगली जानवर एक प्रकार का जानवर है जो जंगल या खेतों में स्वतंत्र रूप से रहता है और लोगों द्वारा प्रशिक्षित नहीं किया गया है। * घरेलु पशु मनुष्यों के साथ रहता है और भोजन के लिए या काम करने के लिए रखा जाता है जैसे कि हल चलाना। अक्सर "पशुधन" शब्द का उपयोग इस तरह के जानवरों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है। * पुराने नियम में दानिय्येल की पुस्तक और नये नियम में प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में दर्शनों की चर्चा की गई है जिनमें बुराई की शक्तियों और परमेश्वर विरोधी अधिकारों को पशु कहा गया है। (देखें: [रूपक](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) * इनमें कुछ पशुओं को विचित्र दर्शाया गया है जैसे अनेक सिर और अनेक सींग। उनके पास सामर्थ्य और अधिकार हैं जो दर्शाते हैं कि वे देश, जाति या राजनीतिक शक्तियों का प्रतीक हैं। -* अनुवाद करने के तरीकों में संदर्भ के आधार पर, “प्राणी” या “सृजित वस्तु”, "जानवर" या “वनपशु” शामिल हो सकते हैं। +* इसका अनुवाद संदर्भ के आधार पर हो सकता है, “प्राणी” या “सृजित वस्तु”, "जानवर" या “वनपशु” शामिल हो सकते हैं। -(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [पशु](../other/livestock.md), [जाति](../other/nation.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [शैतान](../names/beelzebul.md)) +(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [पशुधन](../other/livestock.md), [जाति](../other/nation.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [प्रकट करना](../kt/reveal.md), [बालज़बूल ](../names/beelzebul.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 15:32](rc://hi/tn/help/1co/15/32) * [1 शमूएल 17:44](rc://hi/tn/help/1sa/17/44) * [2 इतिहास 25:18](rc://hi/tn/help/2ch/25/18) * [यिर्मयाह 16:1-4](rc://hi/tn/help/jer/16/01) -* [लैव्यव्यवस्था 07:21](rc://hi/tn/help/lev/07/21) -* [भजन संहिता 049:12-13](rc://hi/tn/help/psa/049/012) +* [लैव्यव्यवस्था 7:21](rc://hi/tn/help/lev/07/21) +* [भजन संहिता 49:12-13](rc://hi/tn/help/psa/049/012) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H338, H929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074 +* स्ट्रांग'स: H0338, H0929, H1165, H2123, H2416, H2423, H2874, H3753, H4806, H7409, G2226, G2341, G2342, G2934, G4968, G5074 From 0dd41a4c21ed2022d27d3b16faae3c191653b26b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 06:00:51 +0000 Subject: [PATCH 098/412] Edit 'bible/other/biblicaltimeday.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/biblicaltimeday.md | 34 ++++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 18 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/biblicaltimeday.md b/bible/other/biblicaltimeday.md index 64d2623..fcc218b 100644 --- a/bible/other/biblicaltimeday.md +++ b/bible/other/biblicaltimeday.md @@ -1,31 +1,33 @@ -# दिन, दिनों # +# दिन, दिनों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दिन” वास्तव में 24 घन्टे का समय होता है जिसका आरंभ सूर्यास्त से होता था। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता था। जो आकाश में प्रकाश और अंधेरे की बारीक अवधि के लिए लगने वाले समय को संदर्भित करता है। हालाँकि, बाइबल में एक ही शब्द का उपयोग अक्सर छोटी अवधि (जैसे सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच का समय) या एक लंबी अवधि के लिए किया जाता है, जो अक्सर निर्दिष्ट नहीं होती है। +“दिन” शब्द का सन्दर्भ सामान्यतः प्रकाश और अन्धकार के बारी-बारी से आकाश मेंआने के समय से है जो एक चक्र पूरा करते हैं (अर्थात 24 घंटे) तथापि, बाइबल में, इसी शब्द का उपयोग अधिकतर समय के एक लघुकाल के लिए किया गया है (जैसे सूर्योदय से सूर्यास्त के मध्य का समय) या दीर्घकालीन समय के लिए जिसकी निश्चित अवधि नहीं बताई गई है। * "दिन" का उपयोग कभी-कभी "रात" के विपरीत किया जाता है। इन मामलों में, शब्द उस समय की अवधि को संदर्भित करता है जब आकाश प्रकाशित होता है। -* यह शब्द किसी विशिष्ट बिंदु को भी संदर्भित कर सकता है, जैसे कि "आज।" +* यह शब्द समय के किसी विशिष्ट बिंदु को भी संदर्भित कर सकता है, जैसे कि "आज।" -* कभी-कभी “दिन” शब्द का उपयोग रूपक-स्वरूप एक लम्बे समय के लिए भी किया जाता था जैसे “यहोवा का दिन” या “अन्तिम दिनों” कुछ भाषाओं में इन रूपकों के अनुवादों में भिन्न-भिन्न शब्दों का उपयोग करती हैं या “दिन” का अनुवाद रूपक स्वरूप नहीं करती हैं। +* कभी-कभी “दिन” शब्द का उपयोग रूपक-स्वरूप एक लम्बे समय के लिए भी किया जाता था जैसे “यहोवा का दिन” या “अन्तिम दिनों” कुछ भाषाओं में इन रूपकों के अनुवादों में भिन्न-भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाता हैं या “दिन” का अनुवाद रूपक के रूप में नहीं किया जाता हैं। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का "दिन" या "दिन के समय" के रूप में अनुवाद करना सबसे अच्छा है, अपनी भाषा में उस शब्द का उपयोग करना जो प्रकाश होने पर दिन के हिस्से को संदर्भित करता है। +* इस शब्द का अनुवाद "दिन" या "दिन के समय" के रूप में करना सबसे अच्छा है, अपनी भाषा में उस शब्द का उपयोग करें जो दिन के उस समय को दर्शाए जब प्रकाश होता है। -* “दिन” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, “समय”, “ऋतु” या “अवसर” का “घटना” प्रकरण के अनुसार। +* “दिन” के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं, "दिन का समय", “समय”, “ऋतु” या “अवसर” का “घटना” आदि प्रकरण पर आधारित। -(यह भी देखें: [दण्ड के दिन](../kt/judgmentday.md), [अन्तिम दिन](../kt/lastday.md)) +(यह भी देखें: +[समय](../other/time.md), +[दण्ड का दिन](../kt/judgmentday.md), [अन्तिम दिन](../kt/lastday.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 20:4-6](rc://en/tn/help/act/20/04) -* [दानिय्येल 10:4-6](rc://en/tn/help/dan/10/04) -* [एज्रा 06:13-15](rc://en/tn/help/ezr/06/13) -* [एज्रा 06:19-20](rc://en/tn/help/ezr/06/19) -* [मत्ती 09:14-15](rc://en/tn/help/mat/09/14) +* [प्रे.का. 20:6](rc://hi/tn/help/act/20/06) +* [दानिय्येल 10:4](rc://hi/tn/help/dan/10/04) +* [एज्रा 6:15](rc://hi/tn/help/ezr/06/15) +* [एज्रा 6:19](rc://hi/tn/help/ezr/06/19) +* [मत्ती 9:15](rc://hi/tn/help/mat/09/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3117, H3118, H6242, G2250 +* स्ट्रोंग्स: H3117, H3118, H6242, G2250 From 239345352ae5f882067230be3f8faf5ab974a55f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 06:19:42 +0000 Subject: [PATCH 099/412] Edit 'bible/other/biblicaltimeyear.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/biblicaltimeyear.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/biblicaltimeyear.md b/bible/other/biblicaltimeyear.md index 454beb5..ba6c93c 100644 --- a/bible/other/biblicaltimeyear.md +++ b/bible/other/biblicaltimeyear.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# वर्ष, वर्षों # +# वर्ष, वर्षों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “वर्ष” का वास्तविक अर्थ था 354 दिनों का समय। यह वर्ष चंद्र कैलेण्डर के अनुसार था जब चांद पृथ्वी की एक परिक्रमा कर लेता है। +बाइबल में “वर्ष” का वास्तविक अर्थ, 354 दिनों के समय का सन्दर्भ देता था। यह वर्ष चंद्र कैलेण्डर के अनुसार था जब चांद पृथ्वी की एक परिक्रमा कर लेता है। -* आज का वर्ष सौर कैलेण्डर के अनुसार 365 दिन का होता है और बारह महीने होते हैं, यह समय पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा का समय है। +* आज का वर्ष सौर कैलेण्डर के अनुसार 365 दिन का होता है जो बारह महीनों में विभाजित होता हैं, और पृथ्वी द्वारा सूर्य की परिक्रमा के समय पर आधारित है। * दोनों ही कैलेण्डरों में वर्ष के बारह महीने हैं। चंद्र कैलेण्डर के वर्ष में तेरहवां महीना जोड़ा जाता है यह उस तथ्य की पूर्ति के लिए है कि चांद्र वर्ष सौर वर्ष से ग्यारह दिन छोटा है। इससे दोनों कैलेण्डरों को समानान्तर रखने में सहायता मिलती है। * बाइबल में वर्षों को प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जो किसी घटना के लिए समय की सामान्य चर्चा के लिए काम में लिया जाता है। इसके उदाहरण हैं “यहोवा का वर्ष” या “अकाल के वर्ष” या “यहोवा के प्रसन्न रहने के वर्ष”। ऐसे संदर्भों में “वर्ष” का अनुवाद “समय” या “ऋतु” या “समय का अन्तराल” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [महीने](../other/biblicaltimemonth.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 23:31-33](rc://en/tn/help/2ki/23/31) -* [प्रे.का. 19:8-10](rc://en/tn/help/act/19/08) -* [दानिय्येल 08:1-2](rc://en/tn/help/dan/08/01) -* [निर्गमन 12:1-2](rc://en/tn/help/exo/12/01) +* [2 राजा 23:31](rc://hi/tn/help/2ki/23/31) +* [प्रे.का. 19:8-10](rc://hi/tn/help/act/19/08) +* [दानिय्येल 8:1](rc://hi/tn/help/dan/08/01) +* [निर्गमन 12:2](rc://hi /tn/help/exo/12/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3117, H7620, H7657, H8140, H8141, G1763, G2094 +* स्ट्रोंग्स: H3117, H7620, H7657, H8140, H8141, G1763, G2094 From 4f3274b0913da320bda21e952f5336e3c19de052 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 06:21:22 +0000 Subject: [PATCH 100/412] Edit 'bible/other/clothed.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/clothed.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/clothed.md b/bible/other/clothed.md index 10faedf..4ab7d57 100644 --- a/bible/other/clothed.md +++ b/bible/other/clothed.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# पहनाना, पहनना, वस्त्र, अंगरखा, उतारना # +# पहनाना, पहनना, वस्त्र, अंगरखा, उतारा, वस्त्र ## परिभाषा: ## From fb426c012eb628eb8a7196d9a6143e7f0c4edd63 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 06:35:57 +0000 Subject: [PATCH 101/412] Edit 'bible/other/clothed.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/clothed.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/clothed.md b/bible/other/clothed.md index 4ab7d57..2ff15d2 100644 --- a/bible/other/clothed.md +++ b/bible/other/clothed.md @@ -1,23 +1,23 @@ # पहनाना, पहनना, वस्त्र, अंगरखा, उतारा, वस्त्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “पहने हुए” का अर्थ है किसी बात से सुसज्जित करना। “पहन लो” का अर्थ है किसी चारित्रिक गुण को अपनाने का प्रयास करना। +बाइबल में जब “पहने हुए” का का उपयोग लाक्षणिक भाषा में किया जाता है तो इसका अर्थ होता है, किसी बात से संपन्न या सुसज्जित होना। “पहनना” का अर्थ है, किसी चारित्रिक गुण को अपनाने का यत्न करना। -* जिस प्रकार वस्त्र देह के बाहर दिखाई देते हैं उसी प्रकार किसी गुण से संपन्न होने का अर्थ है मनुष्य वह गुण देखते हैं। “दया धारण कर लो” का अर्थ है तुम्हारे काम दया का ऐसा चरित्र चित्रण प्रकट करें कि सब पर प्रकट हो। -* “स्वर्ग से सामर्थ्य” अर्थात स्वार्गिक सामर्थ्य प्रदान किया जाना। -* इस शब्द द्वारा नकारात्मक भाव भी व्यक्त किए जाते है जैसे “लज्जित” और “भयासुर” +* जिस प्रकार वस्त्र देह के बाहर दिखाई देते हैं उसी प्रकार किसी गुण से "संपन्न" होने का अर्थ है मनुष्य वह गुण आसानी से देख सकते हैं। “दया धारण कर लो” का अर्थ है तुम्हारे काम दया का ऐसा चरित्र चित्रण प्रकट करें कि सब पर प्रकट हो। +* “स्वर्ग से सामर्थ्य आभूषित” अर्थात स्वार्गिक सामर्थ्य से भर जाना। +* इस शब्द को नकारात्मक भाव व्यक्त व्यक्त करने के लिए भी काम में लिया जाता है जैसे “लज्जित होना” या “भयातुर होना” -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * यदि संभव हो तो अलंकार को ज्यों का त्यों रखें, “पहन लो” इसका अनुवाद हो सकता है, “धारण कर लो” यदि वस्त्र धारण करने को संदर्भ में है। * यदि अभिप्राय उचित प्रकट न हो रहा हो तो “पहनने” का दूसरा अनुवाद हो सकता है, “दर्शन” या “प्रकट करना” या “भर जाना” या “गुण होना” -* “पहन लो” का अनुवाद “से ढांक लो” या “प्रदर्शनीय व्यवहार”। +* “पहन लो” का अनुवाद हो सकता है, “से ढांक लो” या “प्रदर्शनीय व्यवहार”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 24:48-49](rc://en/tn/help/luk/24/48) +* [लूका 24:48-49](rc://hi/tn/help/luk/24/48) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's:H899, H3680, H3736, H3830, H3847, H3848, H4055, H4374, H5497, H8008, H8071, H8516, G294, G1463, G1562, G1737, G1742, G1746, G1902, G2066, G2224, G2439, G2440, G4016, G4749, G5509 \ No newline at end of file +* Strong's: H0899, H3680, H3736, H3830, H3847, H3848, H4055, H4374, H5497, H8008, H8071, H8516, G0294, G1463, G1562, G1737, G1742, G1746, G1902, G2066, G2224, G2439, G2440, G4016, G4749, G5509 \ No newline at end of file From efce4e6114cdc28bb23a2dae451b5b37dfdddde1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 07:49:55 +0000 Subject: [PATCH 102/412] Edit 'bible/other/creation.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/creation.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/creation.md b/bible/other/creation.md index 3d148d9..4dfe7fa 100644 --- a/bible/other/creation.md +++ b/bible/other/creation.md @@ -1,36 +1,36 @@ -# उत्‍पन्‍न, सर्जन करना, सृष्टि, सृजनहार +# सृजन करना, रचा, सृष्टि, सृजनहार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“उत्‍पन्‍न” अर्थात रचना करना या किसी को अस्तित्व में लाना। जो कुछ सृजा गया उसे सृष्टि कहते हैं। परमेश्वर को “सृजनहार” कहते हैं क्योंकि उसने सम्पूर्ण जगत को अस्तित्ववान किया। +“सृजन” शब्द का अर्थ है, रचना करना या किसी वास्तु को अस्तित्व में लाने का कारण होना। जो कुछ सृजा गया उसे "सृष्टि" कहते हैं। परमेश्वर को “सृजनहार” कहते हैं क्योंकि उसने सम्पूर्ण जगत को अस्तित्ववान किया। * जब परमेश्वर के लिए कहा जाता है कि उसने सम्पूर्ण जगत की रचना की तो इसका अर्थ है कि उसने शून्य से उसे उत्पन्न किया। * जब मनुष्य कोई रचना करता है तो इसका अर्थ है कि वह विद्यमान तत्वों से कुछ बनाता है। -* कभी-कभी “रचना” प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाता है जैसे “शान्ति की रचना करना” या “मनुष्य में शुद्ध मन रचना” -* “सृष्टि” शब्द का अर्थ है, आरंभ में जब परमेश्वर ने सब कुछ बनाया। यह शब्द परमेश्वर द्वारा सृजित सब के लिए काम में लिया जा सकता है। कभी-कभी “सृष्टि” शब्द विशेष करके पृथ्वी पर मनुष्यों के लिए काम में लिया जाता है। +* कभी-कभी “रचना” शब्द का उपयोग किसी अवस्तुगत के वर्णन के लिए लाक्षणिक भाषा में किया जाता है, जैसे “शान्ति बनाना” या “मनुष्य में शुद्ध मन रचना” +* “सृष्टि” शब्द का सन्दर्भ जगत के आदिकाल से हो सकता है जब परमेश्वर ने सब कुछ बनाया था| इसका उपयोग सामान्य रूप में परमेश्वर द्वारा सृजित सब के लिए किया जा सकता है| कभी-कभी “सृष्टि” शब्द विशेष करके पृथ्वी पर मनुष्यों के लिए काम में लिया जाता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * कुछ भाषाओं में स्पष्ट व्यक्त किया जा सकता है कि परमेश्वर ने “शून्य से” सम्पूर्ण जगत की रचना की, सुनिश्चित करें कि इसका अर्थ स्पष्ट हो। * “जगत की सृष्टि के समय से” अर्थात “उस समय से जब परमेश्वर ने सम्पूर्ण जगत की रचना की थी”। -* समान वाक्यांश, “सृष्टि के आरंभ में ” का अनुवाद किया जा सकता है, “जब परमेश्वर ने संसार को समय की शुरुआत में बनाया” या “जब संसार को पहली बार बनाया गया।” -* “सारी सृष्टि के लोगों को” सुसमाचार प्रचार करो अर्थात “संपूर्ण पृथ्वी पर मनुष्यों को” सुसमाचार सुनाओ। +* समान वाक्यांश, “सृष्टि के आरंभ में ” का अनुवाद किया जा सकता है, “जब परमेश्वर ने आदिकाल में जगत की रचना की थी" या "जब जगत को पहली बार बनाया गया।” +* “सारी सृष्टि के लोगों में” सुसमाचार प्रचार करो अर्थात “संपूर्ण पृथ्वी पर मनुष्यों को” सुसमाचार सुनाओ। * “संपूर्ण सृष्टि आनन्द करे” अर्थात “परमेश्वर द्वारा सृजित सब कुछ आनन्द करे”। * प्रकरण के अनुसार “सृष्टि करना” का अनुवाद “बनाना” या “अस्तित्व में लाना” या “शून्य से उत्पन्न करना” हो सकता है। -* “सृष्टिकता” का अनुवाद “जिसने सब कुछ बनाया” या “परमेश्वर जिसने संपूर्ण सम्पूर्ण जगत की उत्पत्ति की”। -* “तेरा सृजनहार” का अनुवाद “परमेश्वर जिसने तुझे बनाया” हो सकता है। +* “सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “जिसने सब कुछ बनाया” या “परमेश्वर जिसने सम्पूर्ण जगत की उत्पत्ति की”। +* “तेरा सृजनहार” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर जिसने तुझे बनाया” (यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [संसार](../kt/world.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 11:9-10](rc://en/tn/help/1co/11/09) -* [1 पतरस 04:17-19](rc://en/tn/help/1pe/04/17) -* [कुलुस्सियों 01: 15-17](rc://en/tn/help/col/01/15) -* [गलातियों 06:14-16](rc://en/tn/help/gal/06/14) -* [उत्पत्ति 01:1-2](rc://en/tn/help/gen/01/01) -* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://en/tn/help/gen/14/19) +* [1 कुरिन्थियों 11:9-10](rc://hi/tn/help/1co/11/09) +* [1 पतरस 4:17-19](rc://hi/tn/help/1pe/04/17) +* [कुलुस्सियों 1: 15](rc://hi/tn/help/col/01/15) +* [गलातियों 6:15](rc://hi/tn/help/gal/06/15) +* [उत्पत्ति 1:1](rc://hi/tn/help/gen/01/01) +* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://hi/tn/help/gen/14/19) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3335, H4639, H6213, H6385, H7069, G2041, G2602, G2675, G2936, G2937, G2939, G4160, G5480 +* स्ट्रोंग्स: H3335, H4639, H6213, H6385, H7069, G2041, G2602, G2675, G2936, G2937, G2939, G4160, G5480 From 412a5c13a637452b64c40326f9a303cdcd84acef Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 08:08:25 +0000 Subject: [PATCH 103/412] Edit 'bible/other/crown.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/crown.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/crown.md b/bible/other/crown.md index 01855b5..dd8ae67 100644 --- a/bible/other/crown.md +++ b/bible/other/crown.md @@ -19,12 +19,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 19:03](rc://en/tn/help/jhn/19/03) -* [विलापगीत 05:16](rc://en/tn/help/lam/05/16) -* [मत्ती 27:29](rc://en/tn/help/mat/27/29) -* [फिलिप्पियों 04:01](rc://en/tn/help/php/04/01) -* [भजन संहिता 021:03](rc://en/tn/help/psa/021/03) -* [प्रकाशितवाक्य 03:11](rc://en/tn/help/rev/03/11) +* [यूहन्ना 19:3](rc://hi/tn/help/jhn/19/03) +* [विलापगीत 5:16](rc://hi/tn/help/lam/05/16) +* [मत्ती 27:29](rc://hi/tn/help/mat/27/29) +* [फिलिप्पियों 4:1](rc://hi/tn/help/php/04/01) +* [भजन संहिता 21:3](rc://hi/tn/help/psa/021/03) +* [प्रकाशितवाक्य 3:11](rc://hi/tn/help/rev/03/11) ## शब्द तथ्य: From d1490aa6ad02312c7cdfe3b57bc49cbf59b1fd61 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 09:33:57 +0000 Subject: [PATCH 104/412] Edit 'bible/other/death.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/death.md | 52 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 26 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/other/death.md b/bible/other/death.md index bba9cda..269453e 100644 --- a/bible/other/death.md +++ b/bible/other/death.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# मर जाए, मर गया, मरे हुओं, प्राणनाशक, मृत्यु, +# मरना, मृतक, प्राणघातक, मृत्यु, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -यह शब्द शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है। शारीरिक रूप में जब देह का जीना समाप्त हो जाता है आत्मिक रूप में जब पापी मनुष्य पाप के कारण पवित्र परमेश्वर से अलग हो जाते हैं। +मृत्यु, यह शब्द जीवित रहने की अपेक्षा शारीरिक और आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए काम में लिया गया है। -## 1. शारीरिक मृत्यु ## +## 1. शारीरिक मृत्यु * “मरने” का अर्थ जीवन समाप्त होना। मृत्यु शारीरिक जीवन का अंत है। -* “मार डाला जाए” अभिव्यक्ति से किसी को मारने या हत्या करने का उल्लेख करता है, खासकर जब कोई राजा या अन्य शासक किसी को मारने के लिए आदेश देता है। +* “मार डाला जाए”, यह अभिव्यक्ति किसी को मारने या हत्या करने के सन्दर्भ में है, विशेष करके जब राजा या शासक किसी को मृत्युदंड देता है। -## 2. आत्मिक मृत्यु ## +## 2. आत्मिक मृत्यु -* आत्मिक मृत्यु में जब मनुष्य पाप के कारण परमेश्वर से अलग हो जाते हैं। +* आत्मिक मृत्यु में मनुष्य पाप के कारण परमेश्वर से अलग हो जाते हैं। * आदम की आत्मिक मृत्यु तब हुई जब उसने परमेश्वर की अवज्ञा की। उसका परमेश्वर से सम्बन्ध टूट गया था। वह लज्जित हो गया और परमेश्वर से छिपने की कोशिश की। -* आदम की पूरी वंशज पापी है, और आत्मिक रूप से मृत है। यीशु मसीह पर विश्वास के द्वारा परमेश्वर ने हमे आत्मिक रूप से पुन:जीवित किया। +* यह मृत्यु हर एक मनुष्य के भाग में है क्योंकि हम पाप करते हैं परन्तु मसीह यीशु में विश्वास करने पर परमेश्वर हमें अनंत जीवन देता है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए। +* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित दैनिक उपयोग के शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए। * कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है। * अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है। -* बाइबल में दैहिक मृत्यु एवं जीवन की तुलना प्रायः आत्मिक जीवन एवं मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है। +* बाइबल में अनंत मृत्यु एवं अनंत जीवन की तुलना प्रायः शारीरिक जीवन एवं शारीरिक मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है। * कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है। -* “मृतक” शब्द एक विशेषता है जो मृतकों के संदर्भ में काम में लिया जाता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [नाममात्र विशेषण](rc://en/ta/man/translate/figs-nominaladj) +* “मृतक” शब्द संज्ञा से बना एक विशेषण शब्द है जो मृतकों को संदर्भित करता है। कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [संज्ञा निर्मित विशेषण](rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj) -* “मार डाला जाए” का अनुवाद "मरने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है। +* “मार डाला जाए” का अनुवाद "मार डालने" या "हत्या" या "प्राण दण्ड देना" के रूप में भी किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [जीवन](../kt/life.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: [आस्था](../kt/believe.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [जीवन](../kt/life.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 15:20-21](rc://en/tn/help/1co/15/20) * [1 थिस्सलुनीकियों 04:16-18](rc://en/tn/help/1th/04/16) @@ -48,18 +48,18 @@ * [रोमियो 05:12-13](rc://en/tn/help/rom/05/12) * [रोमियो 06:10-11](rc://en/tn/help/rom/06/10) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* **[01:11](rc://en/tn/help/obs/01/11)** परमेश्वर ने आदम से कहा कि वह अच्छे और बुरे के ज्ञान के पेड़ के फल को छोड़ वाटिका के किसी भी पेड़ से खा सकता है। अगर वह इस पेड़ के फल को खाए, तो वह **मर जाएगा**। -* **[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)** “फिर तुम **मर जाओगे**, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।” -* **[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)** इसहाक की **मृत्यु** हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। -* **[35:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)** यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि **मर भी जाए** तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेंगा।” -* **[40:08](rc://en/tn/help/obs/40/08)** अपनी \_\_ मृत्यु\_\_ के जरिये यीशु ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया। -* **[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)** “यीशु की **मृत्यु** हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, -* **[48:02](rc://en/tn/help/obs/48/02)** क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर लोग बीमारी से पीड़ित हुए व **मृत्यु** हुई। -* **[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)** वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या **मौत** नहीं होगी। +* __[1:11](rc://hi/tn/help/obs/01/11)__ परमेश्वर ने आदम से कहा कि वह अच्छे और बुरे के ज्ञान के पेड़ के फल को छोड़ वाटिका के किसी भी पेड़ से खा सकता है। अगर वह इस पेड़ के फल को खाए, तो वह __मर जाएगा__। +* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ “फिर तुम __मर जाओगे__, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।” +* __[7:10](rc://hi/tn/help/obs/07/10)__ इसहाक की __मृत्यु__ हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। +* __[35:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि __मर भी जाए__ तौभी जीएगा। और जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न __मरेगा__।” +* __[40:8](rc://hi/tn/help/obs/40/08)__ यीशु ने अपनी __मृत्यु__ के लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का मार्ग खोल दिया। +* __[43:7](rc://hi/tn/help/obs/43/07)__ “यद्यपि यीशु की __मृत्यु__ हुई, परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया, +* __[48:2](rc://hi/tn/help/obs/48/02)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर हर एक जन बीमारी से पीड़ित होता है और हर एक जन की __मृत्यु__ होती है। +* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या __मृत्यु__ नहीं होगी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H6, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G336, G337, G520, G599, G615, G622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H6, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G0336, G0337, G0520, G0599, G0615, G0622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054 \ No newline at end of file From 2476a14cf29269818e8447da4f04fa6f649a7d0b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 09:37:16 +0000 Subject: [PATCH 105/412] Edit 'bible/other/earth.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/earth.md | 10 ++++++---- 1 file changed, 6 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/other/earth.md b/bible/other/earth.md index 4e4198b..7e1a13f 100644 --- a/bible/other/earth.md +++ b/bible/other/earth.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# पृथ्वी, मिट्टी का, पार्थिव # +# पृथ्वी, मिट्टी, पार्थिव -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “पृथ्वी” अर्थात् वह संसार जिसमें मनुष्य अन्य सब प्राणियों के साथ रहते हैं। बाइबल में, इस शब्द का कभी-कभी "भूमि" के रूप में अनुवाद किया जाता है, जब इसका उपयोग सामान्य तरीके से जमीन या मिट्टी को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, या जब किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, आमतौर पर किसी देश या राष्ट्र का उल्लेख करने के लिए एक विशिष्ट तरीके से उपयोग किया जाता है। @@ -28,6 +28,8 @@ * [मत्ती 11:25-27](rc://en/tn/help/mat/11/25) * [जकर्याह 06:5-6](rc://en/tn/help/zec/06/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H127, H772, H776, H778, H2789, H3007, H3335, H6083, H7494, G1093, G1919, G2709, G2886, G3625, G4578, G5517 \ No newline at end of file +* + +* स्ट्रोंग्स: H0127, H0772, H0776, H0778, H2789, H3007, H3335, H6083, H7494, G1093, G1919, G2709, G2886, G3625, G4578, G5517 \ No newline at end of file From 725ed6b60799be9fb67873dfdfc4893d33c98539 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 09:39:17 +0000 Subject: [PATCH 106/412] Edit 'bible/other/death.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/death.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/death.md b/bible/other/death.md index 269453e..4095c8a 100644 --- a/bible/other/death.md +++ b/bible/other/death.md @@ -62,4 +62,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H6, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G0336, G0337, G0520, G0599, G0615, G0622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0006, H1478, H1826, H1934, H2491, H4191, H4192, H4193, H4194, H4463, H5038, H5315, H6297, H6757, H7496, H7523, H8045, H8546, H8552, G0336, G0337, G0520, G0599, G0615, G0622, G1634, G1935, G2079, G2253, G2286, G2287, G2288, G2289, G2348, G2837, G2966, G3498, G3499, G3500, G4430, G4880, G4881, G5053, G5054 \ No newline at end of file From 626dd030976784621229953a5db9465c58624ca8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 10:01:20 +0000 Subject: [PATCH 107/412] Edit 'bible/other/earth.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/earth.md | 31 ++++++++++++++++--------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/earth.md b/bible/other/earth.md index 7e1a13f..85a8f92 100644 --- a/bible/other/earth.md +++ b/bible/other/earth.md @@ -5,28 +5,29 @@ “पृथ्वी” अर्थात् वह संसार जिसमें मनुष्य अन्य सब प्राणियों के साथ रहते हैं। बाइबल में, इस शब्द का कभी-कभी "भूमि" के रूप में अनुवाद किया जाता है, जब इसका उपयोग सामान्य तरीके से जमीन या मिट्टी को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, या जब किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र, आमतौर पर किसी देश या राष्ट्र का उल्लेख करने के लिए एक विशिष्ट तरीके से उपयोग किया जाता है। * बाइबल में, "पृथ्वी" शब्द को अक्सर "स्वर्ग" शब्द के साथ जोड़ा जाता है, जो स्वर्ग में परमेश्वर के निवास के विपरीत पृथ्वी पर मानव जाति के निवास का संकेत देता है। -* इस शब्द का आम तौर पर "भूमि" अनुवाद किया जाता है जब उन लोगों से संबंधित क्षेत्र को चिह्नित करने के लिए लोगों के समूह के नाम के साथ जोड़ा जाता है, जैसे कि "कनान की भूमि"। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) -* शब्द "सांसारिक" कभी-कभी उन चीजों को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है जो भौतिक या उन चीजों के विपरीत दिखाई देते हैं जो गैर-भौतिक और अदृश्य हैं। -* इस शब्द का इस्तेमाल लाक्षणिक रूप से उन लोगों को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है जो पृथ्वी पर रहते हैं या पृथ्वी में क्या है, जैसे कि "पृथ्वी को खुश रहने दें" और "वह पृथ्वी का न्याय करेगा।" +* इस शब्द का अनुवाद प्रायः "देश" तब किया जाता है जब किसी जाति से जुड़ा होता है कि उस जाति की भौगोलिक सीमाओं को दर्शाया जाए, जैसे, "कनान देश" +* "सांसारिक" शब्द कभी-कभी उन वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए उपयोग किया जाता है जो अलौकिक और/या अप्रत्यक्ष की विषमता में लौकिक और/या प्रत्यक्ष हों। +* इस शब्द का प्रयोग लाक्षणिक रूप से उन लोगों को जो पृथ्वी के निवासी हैं या पार्थिव वस्तुओं को संदर्भित करने के लिए किया जा सकता है, जैसे, "पृथ्वी मगन हो" और "वह पृथ्वी का न्याय करेगा" -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या आस पास की राष्ट्रीय भाषा के काम में आनेवाले शब्द का उक्ति द्वारा किया जा सकता है जो वे पृथ्वी जिस पर हम रहते हैं उस ग्रह के लिए काम में लिया जाता है। +* इस शब्द का अनुवाद स्थानीय भाषा या आस पास की राष्ट्रीय भाषा के उस शब्द या उक्ति द्वारा किया जा सकता है, जिसका उपयोग इस पृथ्वी के लिए जिस पर हम रहते हैं, किया जाता है काम में लिया जाता है। * प्रकरण के अनुसार “पृथ्वी” का अनुवाद “संसार” या “भूमि” या “धूल” या “मिट्टी” किया जा सकता है। -* प्रतीकात्मक उपयोग में पृथ्वी का अनुवाद “पृथ्वी के लोग” या “पृथ्वी पर रहनेवाले लोग” या “पृथ्वी की सब वस्तुएं” किया जा सकता है। +* प्रतीकात्मक उपयोग में "पृथ्वी" का अनुवाद “पृथ्वी के लोग” या “पृथ्वी पर रहनेवाले लोग” या “पृथ्वी की सब वस्तुएं” किया जा सकता है। * “सांसारिक” का अनुवाद “भौतिक” या “पृथ्वी की वस्तुएं” या “प्रत्यक्ष” किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [आत्मा](../kt/spirit.md), [संसार](../kt/world.md)) +(यह भी देखें: [संसार](../kt/world.md)) +[स्वर्ग](../kt/heaven.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 01:38-40](rc://en/tn/help/1ki/01/38) -* [2 इतिहास 02:11-12](rc://en/tn/help/2ch/02/11) -* [दानिय्येल 04:35](rc://en/tn/help/dan/04/35) -* [लूका 12:51-53](rc://en/tn/help/luk/12/51) -* [मत्ती 06:8-10](rc://en/tn/help/mat/06/08) -* [मत्ती 11:25-27](rc://en/tn/help/mat/11/25) -* [जकर्याह 06:5-6](rc://en/tn/help/zec/06/05) +* [1 राजा 1:38-40](rc://hi/tn/help/1ki/01/38) +* [2 इतिहास 2:11-12](rc://hi/tn/help/2ch/02/11) +* [दानिय्येल 4:35](rc://hi/tn/help/dan/04/35) +* [लूका 12:51](rc://hi/tn/help/luk/12/51) +* [मत्ती 06:10](rc://hi/tn/help/mat/06/10) +* [मत्ती 11:25](rc://hi/tn/help/mat/11/25) +* [जकर्याह 6:5](rc://hi/tn/help/zec/06/05) ## शब्द तथ्य: From 26db0340b661716ad5d074039aa4e8c6ba19e94c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:02:27 +0000 Subject: [PATCH 108/412] Edit 'bible/other/elder.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/elder.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/elder.md b/bible/other/elder.md index 5f81f9a..828c796 100644 --- a/bible/other/elder.md +++ b/bible/other/elder.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# प्राचीन, प्राचीनों, अगुवों, बूढ़े # +# प्राचीन, से बड़ा, बूढ़े -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, आमतौर पर पुरुष) जो वृद्ध हो चुके हैं जो एक समुदाय के भीतर परिपक्व वयस्क और अगुएं बन गए हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के भूरे बाल हो सकते हैं, वयस्क बच्चे हो सकते हैं, या शायद नाते - पोते भी हो सकते हैं। +"प्राचीन" या "बूढ़े" शब्द का संदर्भ ऐसे लोगों से है (बाइबल में, प्राय: पुरुष) जो समुदाय में परिपक्व वयस्क और अगुए बनाने योग्य पर्याप्त वृद्धावस्था को प्राप्त कर चुके हैं हैं। उदाहरण के लिए, प्राचीनों के बाल पके हुए होना चाहिए, उनकी संतान वयस्क हो, या हो सके तो उनके नाती-पोते वरन उनकी भी संतान हों। * “प्राचीन” शब्द का मूल इस तथ्य में है कि ये पुरूष आयु में अधिक होते थे और आयु एवं अनुभव के कारण उनमें अधिक बुद्धि होती थी। -* पुराने नियम में प्राचीन सामाजिक आचरण और मूसा की व्यवस्था से संबन्धित विषयों में इस्त्राएलियों की अगुआई एवं सहायता करते थे। -* नये नियम में यहूदी प्राचीन अपने समुदायों में अगुवों की भूमिका निभाते थे और समुदाय के न्यायाधीश भी थे। -* आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही प्राचीन विश्वासियों की स्थानीय मण्डली की आत्मिक क्षेत्र में अगुआई करते थे।उन कलीसियाओं में प्राचीन में नौजवान शामिल थे जो आत्मिक रूप से परिपक्व थे। -* इस शब्द का अनुवाद "वृद्ध पुरुषों" या "आत्मिक रूप से परिपक्व लोगों” के रूप में किया जा सकता है जो कलीसिया का नेतृत्व कर रहे हैं। +* पुराने नियम में "प्राचीन" इस्राएलियों को न्याय और मूसा की व्यवस्था में मार्गदर्शन प्रदान करते थे| +* नये नियम में यहूदी "प्राचीन" अपने समुदायों में अगुवों की भूमिका निभाते थे और समुदाय के न्यायाधीश भी थे। +* आरंभिक मसीही कलीसियाओं में मसीही "प्राचीन" विश्वासियों की स्थानीय मण्डलियों को आत्मिक क्षेत्र में अगुआई प्रदान करते थे। उन कलीसियाओं में प्राचीनों में यदा-कदा युवक भी थे जो आत्मिकता में परिपक्व थे। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "वृद्ध पुरुषों" या "कलीसिया की अगुआई करने वाले आत्मिकता में परिपक्व पुरुष” -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 इतिहास 11:1-3](rc://hi/tn/help/1ch/11/01) -* [1 तीमुथियुस 03:1-3](rc://hi/tn/help/1ti/03/01) -* [1 तीमुथियुस 04:14](rc://hi/tn/help/1ti/04/14) -* [प्रेरि. 05:19-21](rc://hi/tn/help/act/05/19) -* [प्रेरि. 14:23](rc://hi/tn/help/act/14/23) +* [1 तीमुथियुस 3:1-3](rc://hi/tn/help/1ti/03/01) +* [1 तीमुथियुस 4:14](rc://hi/tn/help/1ti/04/14) +* [प्रे.का. 5:19-21](rc://hi/tn/help/act/05/19) +* [प्रे.का. 14:23](rc://hi/tn/help/act/14/23) * [मरकुस 11:28](rc://hi/tn/help/mrk/11/28) * [मत्ती 21:23-24](rc://hi/tn/help/mat/21/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H1419, H2205, H7868, G1087, G3187, G4244, G4245, G4850 From 337ac65452bb5e693b8bcf4c94b16c179c3bb152 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:14:05 +0000 Subject: [PATCH 109/412] Edit 'bible/other/endure.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/endure.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/endure.md b/bible/other/endure.md index eaf7ca1..28fbf5f 100644 --- a/bible/other/endure.md +++ b/bible/other/endure.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# बना रहेगा, धीरज धरेगा, सहते, स्थिर रहता, धीरज +#  धीरज धरना, धीरज ## परिभाषा: -“बना रहेगा” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को धीरज धरकर सहन करना.” +“धीरज धरना” अर्थात् “लम्बा समय बिताना या किसी कठिनाई को सहबं शक्ति की पराकाष्ठा तक सहन करना.” * इसका अर्थ यह भी है कि परीक्षा के समय हिम्मत न हारना वरन दृढ़ रहना. * “धीरज” शब्द का अर्थ “सहनशीलता” या “परीक्षा में सहनशील बने रहना” या “सताव में सहनशीलता दिखाना.” -* विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उन्हें कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े. +* विश्वासियों को प्रोत्साहित किया गया है कि “अन्त तक धीरज धरे रहें” अर्थात् उनसे कहा गया है कि यीशु का आज्ञापालन करें चाहे इसके कारण उन्हें दुख भी उठाना पड़े. * “क्लेश सहने” का अर्थ, “दुख उठाना” भी हो सकता है. ## अनुवाद के सुझाव: @@ -19,14 +19,14 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 02:11-13](rc:// hi/tn/help/2ti/02/11) -* [याकूब 01:03](rc://hi/tn/help/jas/01/03) -* [याकूब 01:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12) +* [2 तीमुथियुस 2:11-13](rc:// hi/tn/help/2ti/02/11) +* [याकूब 1:3](rc://hi/tn/help/jas/01/03) +* [याकूब 1:12](rc://hi/tn/help/jas/01/12) * [लूका 21:19](rc://hi/tn/help/luk/21/19) * [मत्ती 13:21](rc://hi/tn/help/mat/13/21) -* [प्रकाशितवाक्य 01:09](rc://hi/tn/help/rev/01/09) -* [रोमियो 05:3-5](rc://hi/tn/help/rom/05/03) +* [प्रकाशितवाक्य 1:9](rc://hi/tn/help/rev/01/09) +* [रोमियो 5:3-5](rc://hi/tn/help/rom/05/03) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H386, H3201, H3557, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2594, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H386, H3201, H3557, H5331, H5375, H5975, G430, G907, G1526, G2005, G2076, G2594, G3306, G4722, G5278, G5281, G5297, G5342 \ No newline at end of file From 62733f8a428d6b75a20dd1e302da8e78a4df2c9f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:23:38 +0000 Subject: [PATCH 110/412] Edit 'bible/other/envy.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/envy.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/envy.md b/bible/other/envy.md index 43bb8be..bfd22b8 100644 --- a/bible/other/envy.md +++ b/bible/other/envy.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# डाह, लालच # +# डाह, लालच -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“डाह” शब्द का अर्थ है किसी की सम्पदा या प्रशंसनीय गुणों के कारण उससे जलना। “लालच” का अर्थ है किसी चीज की प्रबल अभिलाषा करना। +“डाह” शब्द का अर्थ है किसी की सम्पदा या प्रशंसनीय गुणों के कारण उससे जलना। “लालच” का अर्थ है किसी वस्तु को प्राप्त करने की प्रबल अभिलाषा करना। -* डाह आम तौर पर किसी अन्य व्यक्ति की सफलता, सौभाग्य या सम्पदा के कारण से असंतोष की नकारात्मक भावना है। +* डाह सामान्यतः किसी मनुष्य की सफलता, सौभाग्य या सम्पदा के कारण कुढने की नकारात्मक भावना। * लालच किसी की सम्पदा या किसी के जीवन साथी को प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है। (यह भी देखें: [ईर्ष्या](../kt/jealous.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 कुरिन्थियों 13:4-7](rc://hi/tn/help/1co/13/04) -* [1 पतरस 02:1](rc://hi/tn/help/1pe/02/01) +* [1 पतरस 2:1](rc://hi/tn/help/1pe/02/01) * [निर्गमन 20:17](rc://hi/tn/help/exo/20/17) -* [मरकुस 07:20-23](rc://hi/tn/help/mrk/07/20) -* [नीतिवचन 03:31-32](rc://hi/tn/help/pro/03/31) -* [रोमियों 01:29](rc://hi/tn/help/rom/01/29) +* [मरकुस 7:20-23](rc://hi/tn/help/mrk/07/20) +* [नीतिवचन 3:31-32](rc://hi/tn/help/pro/03/31) +* [रोमियों 1:29](rc://hi/tn/help/rom/01/29) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H183, H1214, H1215, H2530, H3415, H5869, H7065, H7068, G866, G1937, G2205, G2206, G3713, G3788, G4123, G4124, G4190, G5354, G5355, G5366 From e28877b8c0200ecb68e6135320a6382c241f1407 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:32:26 +0000 Subject: [PATCH 111/412] Edit 'bible/other/footstool.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/footstool.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/footstool.md b/bible/other/footstool.md index 7b88e3d..be3a380 100644 --- a/bible/other/footstool.md +++ b/bible/other/footstool.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# पाँवों की चौकी # +# पाँवों की चौकी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “पाँवों की चौकी” बैठते समय पाँवों को आराम देने के लिए रखने की चौकी। इस उक्ति का प्रतीकात्मक अर्थ है, अधीन रहना या कनिष्ठ पद। * बाइबल के युग में पाँवों को शरीर का सबसे तुच्छ अंग माना जाता है। अतः पाँवों की चौकी और भी अधिक तुच्छ वस्तु थी, क्योंकि उस पर पाँव रखे जाते थे। * परमेश्वर कहता है, मैं अपने शत्रुओं को अपने पाँवों की चौकी कर दूँगा तो वह विद्रोहियों पर अपने सामर्थ्य, नियंत्रण और विजय की घोषणा कर रहा है। वे पराजित होकर इतने दीन हो जाएंगे कि परमेश्वर की इच्छा के अधीन समर्पण कर देंगे। -* “परमेश्वर के पाँवों की चौकी पर आराधना करना” अर्थात परमेश्वर सिंहासन पर बैठा है और उपासक उसके चरणों में दण्डवत् करता है। उसके द्वारा परमेश्वर के प्रति दीनता एवं आत्म समर्पण प्रकट होता है। +* “परमेश्वर के पाँवों की चौकी पर आराधना करना” अर्थात परमेश्वर सिंहासन पर बैठा है और उपासक उसके चरणों में दण्डवत् करता है। उसके द्वारा परमेश्वर के समक्ष दीनता एवं आत्म समर्पण प्रकट होता है। * दाऊद मन्दिर को परमेश्वर के पाँवों की चौकी कहता है। इसका संदर्भ उसके अपने लोगों पर उसके संपूर्ण अधिकार से है। यह सिंहासन पर बैठे परमेश्वर का चित्रण भी है जिसके पाँव चौकी पर रखे हुए हैं जो उसके अधीन सबका समपर्ण दर्शाता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:47-50](rc://en/tn/help/act/07/47) -* [यशायाह 66:1](rc://en/tn/help/isa/66/01) -* [लूका 20:41-44](rc://en/tn/help/luk/20/41) -* [मत्ती 05:33-35](rc://en/tn/help/mat/05/33) -* [मत्ती 22:43-44](rc://en/tn/help/mat/22/43) -* [भजन संहिता 110:1](rc://en/tn/help/psa/110/001) +* [प्रे.का. 7:49](rc://hi/tn/help/act/07/49) +* [यशायाह 66:1](rc://hi/tn/help/isa/66/1) +* [लूका 20:43](rc://hi/tn/help/luk/20/43) +* [मत्ती 5:35](rc://hi/tn/help/mat/05/35) +* [मत्ती 22:44](rc://hi/tn/help/mat/22/44) +* [भजन संहिता 110:1](rc://hi/tn/help/psa/110/1) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1916, H3534, H7272, G4228, G5286 +* स्ट्रोंग्स: H1916, H3534, H7272, G4228, G5286 From 100dcd47868f2ed4956e03d92df8f3e2df6169d7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:42:01 +0000 Subject: [PATCH 112/412] Edit 'bible/other/fountain.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/fountain.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/fountain.md b/bible/other/fountain.md index 3c478b0..07ad3ef 100644 --- a/bible/other/fountain.md +++ b/bible/other/fountain.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# सोता, सोते, झरना, झरने, उमड़ता # +# सोता, स्रोत, उमड़ता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“सोता” और “झरना” अर्थात भूमि से निकल कर बहनेवाला पानी। +“सोता” और “झरना” अर्थात भूमि से निकल कर बहुतायत से बहनेवाला पानी। * बाइबल में इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है कि परमेश्वर से निकलने वाली आशीषों का संदर्भ दे या स्वच्छ करने वाली या पवित्र करनेवाली वस्तु का संदर्भ दे। * आज सोता मनुष्य के द्वारा निर्मित वस्तु होती है जिसमें पानी का प्रवाह होता है, जैसे पीने के पानी का सोता। सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद प्राकृतिक जल स्रोत को व्यक्त करे। @@ -10,15 +10,15 @@ (यह भी देखें: [जल-प्रलय](../other/flood.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 02:17-19](rc://en/tn/help/2pe/02/17) -* [उत्पत्ति 07:11-12](rc://en/tn/help/gen/07/11) -* [उत्पत्ति 08:1-3](rc://en/tn/help/gen/08/01) -* [उत्पत्ति 24:12-14](rc://en/tn/help/gen/24/12) -* [उत्पत्ति 24:42-44](rc://en/tn/help/gen/24/42) -* [याकूब 03:11-12](rc://en/tn/help/jas/03/11) +* [2 पतरस 2:17](rc://hi/tn/help/2pe/02/17) +* [उत्पत्ति 7:11](rc://hi/tn/help/gen/07/11) +* [उत्पत्ति 8:2](rc://hi/tn/help/gen/08/02) +* [उत्पत्ति 24:13](rc://hi/tn/help/gen/24/13) +* [उत्पत्ति 24:42](rc://hi/tn/help/gen/24/42) +* [याकूब 3:11](rc://hi/tn/help/jas/03/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H794, H953, H1530, H1543, H1876, H3222, H4002, H4161, H4456, H4599, H4726, H5033, H5869, H5927, H6524, H6779, H6780, H7823, H8444, H8666, G242, G305, G393, G985, G1530, G1816, G4077, G4855, G5453 +* स्ट्रोंग्स: H953, H1530, H1543, H3222, H4002, H4161, H4456, H4599, H4726, H5033, H5869, H5927, H6524, H6779, H8444, H8666, G242, G4077 \ No newline at end of file From 3fb639cdd6dda18e7e672a838d5335755dc679eb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:54:41 +0000 Subject: [PATCH 113/412] Edit 'bible/other/free.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/free.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/free.md b/bible/other/free.md index 3f96809..53df8e7 100644 --- a/bible/other/free.md +++ b/bible/other/free.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# स्वतंत्र, छुड़ाता, छूट गया, मुक्त, स्वतंत्रता, सेंत-मेंत, स्वतंत्र मनुष्य, स्वेच्छा, स्वतंत्रता # +# स्वतंत्र, छुड़ाए हुए, स्वतंत्रता, स्वतंत्र मनुष्य, स्वेच्छा, मुक्ति -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “स्वतंत्र” और “स्वतंत्रता” का अर्थ है दासत्व या अन्य किसी बन्धन में न रहना। “स्वतंत्रता” के लिए दूसरा शब्द है “मुक्ति” -* “किसी को स्वंतत्र करना” या “मुक्त करना” अर्थात किसी के दासत्व या बन्धुआई से निकल आने का मार्ग प्रदान करना। +* “किसी को स्वंतत्र करना” या “मुक्त करना” अर्थात किसी को दासत्व या बन्धुआई से निकल आने का मार्ग प्रदान करना। * बाइबल में ये शब्द प्रायः प्रतीकात्मक रूप में काम में लिए गए हैं कि दर्शाया जाए कि यीशु में विश्वास करनेवाला अब पाप के वश में नहीं है। -* “मुक्ति” या “स्वतंत्रता” का अर्थ यह भी है कि मूसा की व्यवस्था की अनिवार्यताओं का पालन करने के अधीन नहीं वरन पवित्र आत्मा की शिक्षाओं तथा अगुआई में रहने के लिए स्वतंत्र। +* “मुक्ति” या “स्वतंत्रता” का अर्थ यह भी हो सकता है, मूसा की व्यवस्था का पालन करने की अनिवार्यता के अधीन नहीं वरन पवित्र आत्मा की शिक्षाओं तथा अगुआई में रहने के लिए स्वतंत्र। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “स्वतंत्र” शब्द ऐसे शब्द और उक्ति द्वारा अनुवाद किए जा सकते हैं जैसे “बन्धन मुक्त” या “दासत्व में नहीं” या “दासत्व मुक्त” या “बन्धुआ नहीं”। * “स्वतंत्रता” या “मुक्ति” का अनुवाद ऐसे शब्दों से हो जैसे “स्वतंत्र होने की अवस्था” या “दास न होने की अवस्था” या “बन्धुआ नहीं”। @@ -17,14 +17,14 @@ (यह भी देखें: [बाँधना](../kt/bond.md), [दास बनाना](../other/enslave.md), [सेवक](../other/servant.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 04:26-27](rc://en/tn/help/gal/04/26) -* [गलातियों 05:1-2](rc://en/tn/help/gal/05/01) -* [यशायाह 61:1](rc://en/tn/help/isa/61/01) -* [लैव्यव्यवस्था 25:10](rc://en/tn/help/lev/25/10) -* [रोमियो 06:17-18](rc://en/tn/help/rom/06/17) +* [गलातियों 4:26](rc://hi/tn/help/gal/04/26) +* [गलातियों 5:1](rc://hi/tn/help/gal/05/01) +* [यशायाह 61:1](rc://hi /tn/help/isa/61/1) +* [लैव्यव्यवस्था 25:10](rc://hi/tn/help/lev/25/10) +* [रोमियो 06:18](rc://hi /tn/help/rom/06/18) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1865, H2600, H2666, H2668, H2670, H3318, H4800, H5068, H5069, H5071, H5081, H5337, H5352, H5355, H5425, H5674, H5800, H6299, H6362, H7342, H7971, G425, G525, G558, G572, G629, G630, G859, G1344, G1432, G1657, G1658, G1659, G1849, G2010, G3032, G3089, G3955, G4174, G4506, G5483, G5486 +* स्ट्रोंग्स: H1865, H2600, H2666, H2668, H2670, H3318, H4800, H5068, H5069, H5071, H5337, H5352, H5355, H5425, H5674, H5800, H6299, H6362, H7342, H7971, G425, G525, G558, G629, G630, G859, G1344, G1432, G1657, G1658, G1659, G1849, G3089, G3955, G4506, G5483 \ No newline at end of file From de7a83ed9bf7509a030efea96888ac1bce0b0834 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 11:56:34 +0000 Subject: [PATCH 114/412] Edit 'bible/other/harvest.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/harvest.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/harvest.md b/bible/other/harvest.md index 23ae997..61c4e40 100644 --- a/bible/other/harvest.md +++ b/bible/other/harvest.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# उपज, फसल, लवनी, कटनी, लवनेवाला +#  फसल, लवनी, कटनी ## परिभाषा: ## From 115e202fa6c97a8579b9e85c8e755e61540c90ad Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 13:07:48 +0000 Subject: [PATCH 115/412] Edit 'bible/other/harvest.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/harvest.md | 46 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/other/harvest.md b/bible/other/harvest.md index 61c4e40..14dac73 100644 --- a/bible/other/harvest.md +++ b/bible/other/harvest.md @@ -1,37 +1,37 @@ #  फसल, लवनी, कटनी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“उपज” शब्द का अर्थ है पेड़-पौधों से पके फल या सब्जियाँ एकत्र करना। “काटना" शब्द का अर्थ फसलों की कटाई करना है। +“उपज” शब्द का अर्थ है, उपजाऊ पेड़-पौधों से पके फल या सब्जियाँ, बीज या अन्न एकत्र करना। “कटनी" शब्द का अर्थ है, फसलों की कटाई करना। -* कटनी का समय फसल पकने का समय होता है। -* इस्राएल कटनी का पर्व मनाता था कि भोजन की फसल काटें। परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए पहला फल चढाएं। -* प्रतीकात्मक रूप में “उपज” का संदर्भ यीशु में विश्वास करने वाले लोगों से या मनुष्य की आत्मिक उन्नति के वर्णन से हो सकता है। -* आत्मिक फसल की कटनी का विचार फलों के रूपक से सुसंगत हो सकता है, ईश्वर भक्ति के चारित्रिक गुण। +* कटनी का समय फसल उगने की ऋतू के अंत का समय होता है। +* इस्राएल "कटनी का पर्व" मनाता था कि भोजन की फसल काटने का उत्सव मनाएं। परमेश्वर ने उन्हें आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए पहला फल चढाएं। +* बाईबल के युग में, लावनी करने वाले प्रायः हाथ से फसल काटते थे, पौधों को उखाड़ कर या धार वाले साधन से उनको काट कर। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में फसल काटने के शब्द द्वारा किया जाए। +* इस शब्द में निहित धारणा का अनुवाद लक्षित भाषा में फसल काटने के सामान्य शब्द द्वारा किया जाए। * कटनी का अनुवाद हो सकता है, “फल एकत्र करने का समय” या “फसल उठाने का समय” या “फल तोड़ने का समय”। * “लवनी करना” का अनुवाद हो सकता है, “एकत्र करना”, “तोड़ना” या “संग्रह करना” -(यह भी देखें: [पहली उपज](../other/firstfruit.md), [पर्व](../other/festival.md), [सुसमाचार](../other/festival.md)) +(यह भी देखें: [पहला फल](../other/firstfruit.md), [पर्व](../other/festival.md), [सुसमाचार](../other/festival.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 09:9-11](rc://en/tn/help/1co/09/09) -* [2 शमूएल 21:7-9](rc://en/tn/help/2sa/21/07) -* [गलातियों 06:9-10](rc://en/tn/help/gal/06/09) -* [यशायाह 17:10-11](rc://en/tn/help/isa/17/10) -* [याकूब 05:7-8](rc://en/tn/help/jas/05/07) -* [लैव्यव्यवस्था 19:9-10](rc://en/tn/help/lev/19/09) -* [मत्ती 09:37-38](rc://en/tn/help/mat/09/37) -* [रूत 01:22](rc://en/tn/help/rut/01/22) -* [मत्ती](rc://en/tn/help/mat/09/37) [06:25-26](rc://en/tn/help/mat/06/25) -* [मत्ती](rc://en/tn/help/mat/09/37) [13:30](rc://en/tn/help/mat/13/30) -* [मत्ती](rc://en/tn/help/mat/09/37) [13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36) -* [मत्ती](rc://en/tn/help/mat/09/37) [25:24](rc://en/tn/help/mat/25/24) +* [1 कुरिन्थियों 9:9-11](rc://hi/tn/help/1co/09/09) +* [2 शमूएल 21:7-9](rc://hi/tn/help/2sa/21/07) +* [गलातियों 6:9-10](rc://hi/tn/help/gal/06/09) +* [यशायाह 17:11](rc://hi/tn/help/isa/17/11) +* [याकूब 5:7-8](rc://hi/tn/help/jas/05/07) +* [लैव्यव्यवस्था 19:9](rc://hi/tn/help/lev/19/09) +* [मत्ती 9:38](rc://hi/tn/help/mat/09/38) +* [रूत 1:22](rc://hi/tn/help/rut/01/22) +* [गलातियों 6:9-10](rc://hi/tn/help/gal/06/09) +* [मत्ती 6:25-26](rc://hi/tn/help/mat/06/25) +* [मत्ती 13:30](rc://hi/tn/help/mat/13/30) +* [मत्ती 13:36-39](rc://hi/tn/help/mat/13/36) +* [मत्ती 25:24](rc://hi/tn/help/mat/25/24) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2758, H4395, H4672 H7105, H7114, H7938, G270, G2325, G2326, G2327 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H2758, H4395, H4672 H7105, H7114, H7938, G270, G2325, G2326, G2327 \ No newline at end of file From 0fcee3593cb664e7a90eb967625f8f246e207dcf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 21 Oct 2021 13:34:09 +0000 Subject: [PATCH 116/412] Edit 'bible/other/heal.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/heal.md | 52 ++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 26 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/other/heal.md b/bible/other/heal.md index d91ab07..449e7af 100644 --- a/bible/other/heal.md +++ b/bible/other/heal.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# चंगा, चंगा किया, चंगा करना, चंगा हो गया, चंगा करने, चंगा करनेवाला, सेहत, बीमार # +# चंगाई, चंगा किया, चंगा करना, चंगा हो गया, चंगा करने वाला, स्वस्थ, अस्वस्थ -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“चंगा करना” और "इलाज" दोनों का अर्थ है एक बीमार, अर्थात रोगी, अन्धा या विकलांग को स्वस्थ्य प्रदान करना। +“चंगा करना” और "उपचार" दोनों का अर्थ है एक बीमार, अर्थात रोगी, घायल, या विकलांग को स्वास्थ्य प्रदान करना। -* चंगाई पाने वाली या “रोग-मुक्त मनुष्य” “पुष्ट किया गया” या “स्वस्थ किया गया” होना है। +* चंगाई पाने वाला या “रोग-मुक्त मनुष्य” “पुष्ट किया गया” या “स्वस्थ किया गया” है। * चंगाई प्राकृतिक भी होती है क्योंकि परमेश्वर ने हमारे शरीर को अनेक प्रकार की चोटों और रोगों से स्वस्थ हो जाने की क्षमता प्रदान की है। ऐसी चंगाई में समय लगता है। -* तथापि जैसे अंधा होना, लकवा तथा कोढ़ अपने आप स्वस्थ नहीं होते हैं। जब मनुष्यों को ऐसे रोगों या विकलांगता से चंगाई मिलती है तो वह एक आश्चर्यकर्म होता है। +* तथापि जैसे अंधा होना, लकवा तथा गंभीर रोग जैसे, कोढ़ अपने आप स्वस्थ नहीं होते हैं। जब मनुष्यों को ऐसे रोगों या विकलांगता से चंगाई मिलती है तो वह एक आश्चर्यकर्म होता है। * उदाहरणार्थ यीशु ने अनेक अंधों, लंगड़ो और रोगियों का तत्काल चंगा किया था और वे उसी पल स्वस्थ हो गए थे। -* प्रेरितों ने भी रोगियों को चमत्कारी चंगाई दी थी जैसे पतरस ने एक लंगड़े को तुरंत चलने योग्य बनाया था। +* प्रेरितों ने भी रोगियों को चमत्कारी चंगाई दी थी जैसे पतरस ने एक लंगड़े को तुरंत चलने योग्य किया था। (यह भी देखें: [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 05:14-16](rc://en/tn/help/act/05/14) -* [प्रे.का. 08:6-8](rc://en/tn/help/act/08/06) -* [लूका 05:12-13](rc://en/tn/help/luk/05/12) -* [लूका 06:17-19](rc://en/tn/help/luk/06/17) -* [लूका 08:43-44](rc://en/tn/help/luk/08/43) -* [मत्ती. 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23) -* [मत्ती 09:35-36](rc://en/tn/help/mat/09/35) -* [मत्ती 13:15](rc://en/tn/help/mat/13/15) +* [प्रे.का. 5:16](rc://hi/tn/help/act/05/16 ) +* [प्रे.का. 8:6](rc://hi/tn/help/act/08/06) +* [लूका 5:13](rc://hi/tn/help/luk/05/13) +* [लूका 6:19](rc://hi/tn/help/luk/06/19) +* [लूका 8:43](rc://hi/tn/help/luk/08/43) +* [मत्ती 4:23-25](rc://hi/tn/help/mat/04/23) +* [मत्ती 9:35](rc://hi/tn/help/mat/09/35) +* [मत्ती 13:15](rc://hi/tn/help/mat/13/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[19:14](rc://en/tn/help/obs/19/14)__ जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था। उसने एलीशा के बारे में सुना था तो वह एलीशा के पास गया कि वह उसे __चंगा क__। -* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ उसने यह भी भविष्यवाणी की थी , कि मसीह बीमारों को __चंगा__ करेगा, तब अन्धे की आँखें खोली जाएगी, बहिरों के कान भी खोले जाएँगे, लंगड़े चलने लगेंगे, गूँगे बोल उठेंगे। -* __[26:06](rc://en/tn/help/obs/26/06)__ यीशु ने कहना जारी रखा,“और एलीशा भविष्यद्वक्ता के समय इस्राएल में बहुत से कोढ़ी थे, और ऐसे भी थे जिन्हें त्वचा रोग था। लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी __ठीक__ नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को __चंगा__ किया।” -* __[26:08](rc://en/tn/help/obs/26/08)__ वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो बोल नहीं सकते, देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे और इन सभी को यीशु ने __चंगा किया__। -* __[32:14](rc://en/tn/help/obs/32/14)__ उसने यीशु की चर्चा सुनी थी कि वह बिमारो को चंगा करता है और उसने सोचा कि यदि मैं यीशु के वस्त्रो को ही छू लूँगी तो __चंगी हो जाऊँगी__ , ” -* __[44:03](rc://en/tn/help/obs/44/03)__ तुरन्त, परमेश्वर ने उस लँगड़े व्यक्ति को __चंगा__ किया, तब उसने चलना और चारों ओर कूदना शुरू किया और परमेश्वर की स्तुति करने लगा। -* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला __चंगा__ खड़ा है। -* __[49:02](rc://en/tn/help/obs/49/02)__ यीशु बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है। वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को __चंगा__ किया, ुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो। +* __[19:14](rc://hi/tn/help/obs/19/14)__ जिनमे से एक चमत्कार नामान नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था। उसने एलीशा के बारे में सुना था तो वह एलीशा के पास गया कि वह उसे __चंगा क__। +* __[21:10](rc://hi/tn/help/obs/21/10)__ उसने (यशायाह ने) यह भी भविष्यवाणी की थी , कि मसीह बीमारों को __चंगा__ करेगा, तब अन्धे की आँखें खोली जाएगी, बहिरों के कान भी खोले जाएँगे, लंगड़े चलने लगेंगे, गूँगे बोल उठेंगे। +* __[26:06](rc://hi/tn/help/obs/26/06)__ यीशु ने कहना जारी रखा,“और एलीशा भविष्यद्वक्ता के समय इस्राएल में बहुत से कोढ़ी थे, और ऐसे भी थे जिन्हें त्वचा रोग था। लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी __चंगा__ नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, नामान के त्वचा रोग को __चंगा__ किया।” +* __[26:8](rc://hi/tn/help/obs/26/08)__ वह यीशु के पास बहुत से लोगों को लाए जो अनेक बीमारियों से पीड़ित थे, उनमें विकलांग थे, और वे लोग थे, जो बोल नहीं सकते, देख नहीं सकते, चल नहीं सकते, सुन नहीं सकते थे और इन सभी को यीशु ने __चंगा किया__। +* __[32:14](rc://hi/tn/help/obs/32/14)__ उसने यीशु की चर्चा सुनी थी कि वह बिमारो को __चंगा__ करता है और उसने सोचा कि यदि मैं यीशु के वस्त्रो को ही छू लूँगी तो __चंगी हो जाऊँगी__ , ” +* __[44:3](rc://hi/tn/help/obs/44/03)__ तुरन्त, परमेश्वर ने उस लँगड़े व्यक्ति को __चंगा__ किया, तब उसने चलना और चारों ओर कूदना शुरू किया और परमेश्वर की स्तुति करने लगा। +* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला __चंगा__ खड़ा है। +* __[49:2](rc://hi/tn/help/obs/49/02)__ यीशु बहुत से आश्चर्यकर्म किये जो यह सिद्ध करते हैं कि वह परमेश्वर है। वह पानी पर चला, तूफान को शांत किया, बहुत से बीमारों को __चंगा__ किया, ुष्टात्माओं को निकाला, मुर्दों को जीवित किया, और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों को इतने भोजन में बदल दिया कि वह 5,000 लोगों के लिए काफी हो। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H724, H1369, H1455, H2280, H2421, H2896, H3444, H3545, H4832, H4974, H7495, H7499, H7500, H7725, H7965, H8549, H8585, H8644, H622, G1295, G1743, G2322, G2323, G2386, G2390, G2392, G2511, G3647, G4982, G4991, G5198, G5199 +* Strong's: H724, H1369, H1455, H2280, H2421, H2896, H3545, H4832, H4974, H7495, H7499, H7500, H7725, H7965, H8549, H8585, H8644, H622, G1295, G1743, G2322, G2323, G2386, G2390, G2392, G2511, G3647, G4982, G5198, G5199 From a6c9b9abd223519e8c45ed5547cd93bb2f7d685a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 03:24:09 +0000 Subject: [PATCH 117/412] Edit 'bible/other/heir.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/heir.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/heir.md b/bible/other/heir.md index 02a4369..cee84d9 100644 --- a/bible/other/heir.md +++ b/bible/other/heir.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# उत्तराधिकारी, वारिस # +# उत्तराधिकारी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “उत्तराधिकारी” वह व्यक्ति है जो मृतक की धन सम्पदा को वैधानिक रूप से प्राप्त करता है। @@ -9,18 +9,18 @@ * परमेश्वर की सन्तान होने के नाते विश्वासी मसीह यीशु के “संगी वारिस” कहलाते हैं। इसका अनुवाद हो सकता है, “सह उत्तराधिकारी” या “संगी उत्तराधिकारी” या “के साथ उत्तराधिकारी”। * “उत्तराधिकारी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “लाभ प्राप्त करनेवाला मनुष्य” या अपने माता पिता या रिश्तेदार के मरने पर धन सम्पदा प्राप्त करने वाले के लिए भाषा में जो भी अभिव्यक्ति का उपयोग किया जाता है। -(यह भी देखें: [पहिलौठा](../other/firstborn.md),[अधिकारी होना](../kt/inherit.md)) +(यह भी देखें: [पहिलौठा](../other/firstborn.md),[उत्तराधिकार में पाना](../kt/inherit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 04:1-2](rc://hi/tn/help/gal/04/01) -* [गलातियों 04:6-7](rc://hi/tn/help/gal/04/06) +* [गलातियों 4:1-2](rc://hi/tn/help/gal/04/01) +* [गलातियों 4:7](rc://hi/tn/help/gal/04/07) * [उत्पत्ति 15:1](rc://hi/tn/help/gen/15/01) * [उत्पत्ति 21:10-11](rc://hi/tn/help/gen/21/10) -* [लूका 20:14](rc://hi/tn/help/luk/20/13) -* [मरकुस 12:07](rc://hi/tn/help/mrk/12/06) +* [लूका 20:14](rc://hi/tn/help/luk/20/14) +* [मरकुस 12:7](rc://hi/tn/help/mrk/12/07) * [मत्ती 21:38-39](rc://hi/tn/help/mat/21/38) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स : H1121, H3423, G2816, G2818, G2820, G4789 From 8d8cad943b403ceed40232d233a64c5c591610e8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 03:29:39 +0000 Subject: [PATCH 118/412] Edit 'bible/other/judgeposition.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/judgeposition.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/judgeposition.md b/bible/other/judgeposition.md index 9fabc8f..4d089c9 100644 --- a/bible/other/judgeposition.md +++ b/bible/other/judgeposition.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# न्यायी, न्याय +# न्यायी ## परिभाषा: -न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके व्यवस्था संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो। +न्यायी वह व्यक्ति है जो सही और गलत का निर्णय लेता है, विशेष करके विधि संबन्धित विषयों में जब लोगों में मतभेद हो। * बाइबल में परमेश्वर को अधिकतर एक न्यायी कहा गया है क्योंकि वही एकमात्र सिद्ध न्यायी है जो सही या गलत का अन्तिम निर्णय देता है। * इस्राएल जब कनान में प्रवेश कर गया और उनके राजाओं से पूर्व परमेश्वर उनके लिए अगुवे नियुक्त करता था कि संकट के समय उनकी अगुआई करे इन अगुओं को न्यायी कहा गया है। ये न्यायी अधिकतर सैनिक अगुवे थे जिन्होंने शत्रु को पराजित करके इस्राएलियों का उद्धार किया था। * “न्यायी” को “निर्णय लेने वाला” या “अगुआ” या “मुक्तिदाता” या “अधिपति” कह सकते हैं परन्तु प्रकरण के अनुसार। -(यह भी देखें: [हाकिम](../other/governor.md), [न्याय](../kt/judge.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) +(यह भी देखें: [हाकिम](../other/governor.md), [न्यायी](../kt/judge.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 4:8](rc://hin/tn/help/2ti/04/08) -* [प्रे.का. 7:27](rc://hin/tn/help/act/07/27) -* [लूका 11:19](rc://hin/tn/help/luk/11/19) -* [लूका 12:14](rc://hin/tn/help/luk/12/14) -* [लूका 18:1-2](rc://hin/tn/help/luk/18/01) -* [मत्ती 05:25](rc://hin/tn/help/mat/05/25) -* [रूत 1:1](rc://hin/tn/help/rut/01/01) +* [2 तीमुथियुस 4:8](rc://hi/tn/help/2ti/04/08) +* [प्रे.का. 7:27](rc://hi/tn/help/act/07/27) +* [लूका 11:19](rc://hi/tn/help/luk/11/19) +* [लूका 12:14](rc://hi/tn/help/luk/12/14) +* [लूका 18:1-2](rc://hi/tn/help/luk/18/01) +* [मत्ती 05:25](rc://hi/tn/help/mat/05/25) +* [रूत 1:1](rc://hi/tn/help/rut/01/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6415, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 +* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 From 0d07eb2acde3f72c35732766d261e6f5c5ee958d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 03:40:08 +0000 Subject: [PATCH 119/412] Edit 'bible/other/kind.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/kind.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/kind.md b/bible/other/kind.md index f363181..e73079f 100644 --- a/bible/other/kind.md +++ b/bible/other/kind.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# प्रकार, भांति-भांति, करुणा, उपकार # +# प्रकार, \[दया नहीं\] -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रकार” और “भांति-भांति” एक ही गुणों की वस्तुओं के समूह या वर्गीकरण का संदर्भ देते हैं। +“प्रकार” शब्द वस्तु(ओं) के संग्औरह या वर्गीकरण का सन्दर्भ देता है: वस्तुएं जिनमें सर्वनिष्ठ लक्षण हों परन्तु सब लक्षण एक से न हों| -* बाइबल में ये शब्द विशेष करके परमेश्वर द्वारा सृजित विभिन्न पौधों और पशुओं के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं। +* बाइबल में ये शब्द विशेष करके परमेश्वर द्वारा आरम्भ में सृजित विभिन्न पौधों और पशुओं के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं। * प्रत्येक “प्रकार” में भी अनेक प्रजातियां हैं। जैसे घोड़े, ज़ेबरा और गधे आदि सब एक ही जाति के हैं परन्तु उनकी प्रजातियां भिन्न-भिन्न हैं। -* प्रत्येक “प्रकार” का एक अलग वर्ण में रखनेवाली मुख्य बात यह है कि वे अपने ही “प्रकार” की सन्तान उत्पन्न कर सकते हैं। अलग-अलग प्रजातियां आपस में ऐसा नहीं कर सकती हैं। +* प्रत्येक “प्रकार” को एक अलग वर्ण में रखनेवाली मुख्य बात यह है कि वे अपने ही “प्रकार” की सन्तान उत्पन्न कर सकते हैं। अलग-अलग प्रजातियां आपस में ऐसा नहीं कर सकती हैं। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं: “वर्ग”, “समूह” “पशु(पौधे)समूह” या "वर्ग।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 01:20-21](rc://en/tn/help/gen/01/20) -* [उत्पत्ति 01:24-25](rc://en/tn/help/gen/01/24) -* [मरकुस 09:28-29](rc://en/tn/help/mrk/09/28) -* [मत्ती 13:47-48](rc://en/tn/help/mat/13/47) +* [उत्पत्ति 1:21](rc://hi /tn/help/gen/01/21) +* [उत्पत्ति 1:24](rc://hi/tn/help/gen/01/24) +* [मरकुस 9:29](rc://hi/tn/help/mrk/09/29) +* [मत्ती 13:47](rc://hi/tn/help/mat/13/47) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2178, H3978, H4327, G1085, G5449 +* स्ट्रोंग्स: H2178, H3978, H4327, G1085, G5449 From 1cc022ef9067812a6f081f0efe72e2005fa0e139 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 03:41:30 +0000 Subject: [PATCH 120/412] Edit 'bible/other/judgeposition.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/judgeposition.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/judgeposition.md b/bible/other/judgeposition.md index 4d089c9..158a71d 100644 --- a/bible/other/judgeposition.md +++ b/bible/other/judgeposition.md @@ -22,4 +22,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 +* स्ट्रोंग्स: H148, H430, H1777, H1778, H1779, H1780, H1781, H1782, H6414, H6416, H6419, H8199, G350, G1252, G1348, G2919, G2922, G2923 \ No newline at end of file From c863cd17f639483faa45c25e4ce73b894245707e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 04:10:46 +0000 Subject: [PATCH 121/412] Edit 'bible/other/labor.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/labor.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/labor.md b/bible/other/labor.md index 717e77d..60df4e0 100644 --- a/bible/other/labor.md +++ b/bible/other/labor.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# परिश्रम, परिश्रम करे, परिश्रम किया, मजदूर, मजदूरों # +# परिश्रम, श्रमिक, श्रम, कठोर परिश्रम -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: परिश्रम अर्थात किसी भी प्रकार का कठिन कार्य करना। -* सामान्यतः परिश्रम करना अर्थात शारीरिक शक्ति काम में लेना। इसका अर्थ है कि कार्य कठिन है। -* मजदूर वह मनुष्य है जो शारीरिक परिश्रम का काम करता है। +* सामान्यतः परिश्रम करना अर्थात शारीरिक ऊर्जा निवेश करने वाला कोई भी काम| इसका अभिप्रेत अर्थ है, कार्य कठिन है। +* श्रमिक वह मनुष्य है जो कैसा भी परिश्रम करता है। +* अंग्रेज़ी भाषा में "labor" प्रसव क्रिया को भी कहते हैं| अन्य भाषाओं में इसके लिए सर्वथा भिन्न शब्द होगा| +* "परिश्रम" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "श्रम" या "कठोर परिश्रम" या "कठिन कार्य" या "कठोर परिश्रम करना" -अंग्रेजी भाषा में “परिश्रम” (लेबर) का अर्थ बच्चे को जन्म देने की क्रिया से भी होता है। अन्य भाषाओं में इसके लिए सर्वथा एक भिन्न शब्द होता है। +(यह भी देखें: [कठोर](../other/hard.md), [प्रसव पीड़ा](../other/laborpains.md)) -* “परिश्रम” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “कार्य” या “कठोर कार्य करना” या “कठिन कार्य” या “शारीरिक श्रम करना”। +## बाइबल सन्दर्भ: -(यह भी देखें: [कठोरता](../other/hard.md), [प्रसव पीड़ा](../other/laborpains.md)) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:9](rc://hi/tn/help/1th/02/09) +* [1 थिस्सलुनीकियों 3:5](rc://hi/tn/help/1th/03/05) +* [गलातियों 4:10-11](rc://hi/tn/help/gal/04/10) +* [याकूब 5:4](rc://hi/tn/help/jas/05/04) +* [यूहन्ना 4:38](rc://hi/tn/help/jhn/04/38) +* [लूका 10:2](rc://hi/tn/help/luk/10/02) +* [मत्ती 10:10](rc://hi/tn/help/mat/10/10) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## शब्द तथ्य: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:7-9](rc://en/tn/help/1th/02/07) -* [1 थिस्सलुनीकियों 03:4-5](rc://en/tn/help/1th/03/04) -* [गलातियों 04:10-11](rc://en/tn/help/gal/04/10) -* [याकूब 05:4-6](rc://en/tn/help/jas/05/04) -* [यूहन्ना 04:37-38](rc://en/tn/help/jhn/04/37) -* [लूका 10:1-2](rc://en/tn/help/luk/10/01) -* [मत्ती 10:8-10](rc://en/tn/help/mat/10/08) +* स्ट्रोंग्स: H3018, H3021, H3022, H3205, H4522, H4639, H5447, H5450, H5647, H5656, H5998, H5999, H6001, H6089, H6468, H6635, G75, G2038, G2040, G2041, G2872, G2873, G4866, G4904 -## शब्द तथ्य: ## -* Strong's: H213, H3018, H3021, H3022, H3023, H3205, H5447, H4522, H4639, H5445, H5647, H5656, H5998, H5999, H6001, H6089, H6468, H6635, G75, G2038, G2040, G2041, G2872, G2873, G4704, G4866, G4904, G5389 From b81726f1f0f6a484151da26dcb4c4ac99f452b19 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 04:21:57 +0000 Subject: [PATCH 122/412] Edit 'bible/other/law.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/law.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/law.md b/bible/other/law.md index 2052030..f05ff8d 100644 --- a/bible/other/law.md +++ b/bible/other/law.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# व्यवस्था, व्यवस्थाएं, व्यवस्था देनेवाला, अपराधी, अपराधियों, मुकदमा, वकील, सिद्धांत, सैद्धांतिक, सिद्धांत # +# व्यवस्था, सिद्धांत -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“व्यवस्था” वैधानिक नियम होते हैं, जो प्रायः लिखे हुए रहते हैं और अधिकारी द्वारा लागू किए जाते हैं। “सिद्धान्त” निर्णय लेने और व्यवहार करने के दिशा-निर्देशक नियम हैं। +“व्यवस्था” वैधानिक नियम होते हैं, जो प्रायः लिखे हुए रहते हैं और अधिकारी द्वारा लागू किए जाते हैं। “सिद्धान्त” निर्णय लेने और व्यवहार करने के दिशा-निर्देशक नियम हैंजो प्रायः लिखित रूप में नहीं होते हैं और बलात लागू नहीं किए जाते हैं| तथापि, कभी-कभी "व्यवस्था" को भी "सिद्धांत" रूप में काम में लिया जाता है| -*"व्यवस्था" एक "नियम" के समान है, लेकिन "व्यवस्था" शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर बोली जाने वाली किसी चीज़ के संदर्भ में किया जाता है। +*"व्यवस्था" एक "आदेश" के तुल्य है, लेकिन "व्यवस्था" शब्द का प्रायः उच्चारित की अपेक्षा लिखित का सन्दर्भ देता है। * “व्यवस्था” और "सिद्धान्त" दोनों ही मनुष्य के व्यवहार के दिशा-निर्देशक सामान्य नियम या मान्यताएँ होते हैं। -* “व्यवस्था” का अर्थ “मूसा की व्यवस्था” के अर्थ से भिन्न है क्योंकि यह परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दी गई आज्ञाएँ एवं निर्देशन थे। -* जब एक सामान्य नियमों को "व्यवस्था" संदर्भित किया गया है “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम” के रूप में अनुवाद किया सकता है। +* “व्यवस्था” का अर्थ “मूसा की व्यवस्था” के अर्थ से भिन्न है क्योंकि वे परमेश्वर द्वारा इस्राएल को दी गई आज्ञाएँ एवं निर्देशन थे। +* जब एक सामान्य नियमों को "व्यवस्था" संदर्भित किया गया हो तो इसका अनुवाद हो सकता है, “सिद्धान्त” या “सार्वजनिक नियम” -(यह भी देखें: [मूसा की व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [नियम](../other/law.md), [आज्ञा](../kt/command.md), [घोषित](../other/declare.md)) +(यह भी देखें: [मूसा की व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [आदेश](../other/law.md), [आज्ञा](../kt/command.md), [घोषणा](../other/declare.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [व्यव. 04:02](rc://hi/tn/help/deu/04/02) -* [एस्तेर 03:8-9](rc://hi/tn/help/est/03/08) +* [व्यव. 4:2](rc://hi/tn/help/deu/04/02) +* [एस्तेर 3:8-9](rc://hi/tn/help/est/03/08) * [निर्गमन 12:12-14](rc://hi/tn/help/exo/12/12) -* [उत्पत्ति 26:05](rc://hi/tn/help/gen/26/05) +* [उत्पत्ति 26:5](rc://hi/tn/help/gen/26/05) * [यूह. 18:31](rc://hi/tn/help/jhn/18/31) -* [रोमियो 07:1](rc://hi/tn/help/rom/07/01) +* [रोमियो 7:1](rc://hi/tn/help/rom/07/1) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H1285, H1881, H1882, H2706, H2708, H2710, H4687, H4941, H6310, H7560, H8451, G1785, G3548, G3551, G4747 From eec0f871da790dffef0eb7e8dddd7499006bd35b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 05:04:49 +0000 Subject: [PATCH 123/412] Edit 'bible/other/like.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/like.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/other/like.md b/bible/other/like.md index 7cafef3..2872edd 100644 --- a/bible/other/like.md +++ b/bible/other/like.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# के समान, एक मन, सदृश करना, समानता, समता, वैसे ही, इसी प्रकार, बराबर, से अलग # +# के समान, एक मन, सादृश्यता,वैसे ही, समरूप, असमान, जैसे कि -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“के समान” या “समानता” का अर्थ है कोई वस्तु किसी दूसरी वस्तु के स्वरूप हो। +“के समान” या “समानता” का सन्दर्भ ऎसी वस्तु से है जो किसी दूसरी वस्तु के जैसी हो या समरूप हो। -* “के समान” जब उसे "उपमा" स्वरूप भी काम में लिया जाता है जिसमें गुणों को उजागर करते हुए किसी की तुलना किसी और से की जाती है। उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-simile)) -* “के स्वरूप होना” या “के सदृश्य सुनाई देना” या “समानता में होना” का अर्थ है जिससे तुलना की जा रही है उसके लक्षण उसमें होना। -* मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसकी “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की "समानता" या "स्वरूप में" है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना। -* किसी वस्तु या मनुष्य की “समानान्तर में होना” अर्थात उस वस्तु या मनुष्य के गुण होना। +* “समान” शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति, "उपमा" में किया जाता है जिसमें एक वस्तु की तुलना किसी और से की जाती है जो प्रायः सामान गुणों को उजागर करती है| उदाहरणार्थ, “उसके वस्त्र सूर्य की नाई चमकने लगे” और “उसकी वाणी गर्जन की सी थी” (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-simile)) +* “के सदृश्य होना” या “के सामान सुनाई देना” या “समानता में होना” का अर्थ है जिससे तुलना की जा रही है उस वस्तु या मनुष्य के लक्षण/गुण उसमें होना। +* मनुष्य परमेश्वर के “स्वरूप” में सृजा गया था अर्थात उसके “प्रतिरूप” में। इसका अर्थ है कि मनुष्य परमेश्वर के गुणों की "समानता" या "सादृश्य में" है जैसे सोचने की क्षमता, अनुभूति तथा विचारों का आदान-प्रदान करना। +* किसी वस्तु या मनुष्य की “समानता में होना” अर्थात उस वस्तु या मनुष्य के गुण उसमें होना। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* कुछ संदर्भों में यह उक्ति “की समानता” का अनुवाद “जैसा दिखता है” या “जैसा प्रतीत होता है”। -* “उसकी मृत्यु की समानता में” इस उक्ति का अनुवाद “उसकी मृत्यु के अनुभव को बांटना” या “जैसे कि उसके साथ मृत्यु का अनुभव करना”। +* कुछ संदर्भों में यह उक्ति, “की समानता” का अनुवाद हो सकता है, “जैसा दिखता है” या “जैसा प्रतीत होता है”। +* “उसकी मृत्यु की समानता में” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसकी मृत्यु के अनुभव साझेदारी” या “जैसे कि उसके साथ मृत्यु का अनुभव करना”। * “पापी देह की समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “पापी मनुष्य के सदृश्य होना” या “मनुष्य होना”। सुनिश्चित करें कि इस उक्ति का अनुवाद यह न दर्शाए कि यीशु पापी था। * “उसकी समानता में” का अनुवाद हो सकता है, “उसके स्वरूप होना” या “उसके जैसे अनेक गुण होना”। * “नाशवान मनुष्य या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों और रेंगनेवाले जन्तुओं की समानता में” का अनुवाद हो सकता है “नाशवान मनुष्यों या पशुओं जैसे पक्षियों चौपायों तथा छोटे-छोटे रेंगनेवाले जन्तुओं के रूप में बनाई गई मूर्तियां” (यह भी देखें: [पशु](../other/beast.md), [मांस](../kt/flesh.md), [परमेश्‍वर का प्रतिरूप](../kt/imageofgod.md), [छवि](../other/image.md), [नाश होना](../kt/perish.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यहेजकेल 01:05](rc://hi/tn/help/ezk/01/05) -* [मरकुस 08:24](rc://hi/tn/help/mrk/08/24) -* [मत्ती 17:02](rc://hi/tn/help/mat/17/02) -* [मत्ती 18:03](rc://hi/tn/help/mat/18/03) -* [भजन संहिता 073:05](rc://hi/tn/help/psa/073/05) -* [प्रकाशितवाक्य 01:12-13](rc://hi/tn/help/rev/01/12) +* [यहेजकेल 1:5](rc://hi/tn/help/ezk/01/05) +* [मरकुस 8:24](rc://hi/tn/help/mrk/08/24) +* [मत्ती 17:2](rc://hi/tn/help/mat/17/02) +* [मत्ती 18:3](rc://hi/tn/help/mat/18/03) +* [भजन संहिता 73:5](rc://hi/tn/help/psa/073/05) +* [प्रकाशितवाक्य 1:12-13](rc://hi/tn/help/rev/01/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H1823, H8403, H8544, G1503, G1504, G2509, G2531, G2596, G3664, G3665, G3666, G3667, G3668, G3669, G3697, G4833, G5108, G5613, G5615, G5616, G5618, G5619 From 82d4007060fc2f5aa4643a8a2a13e08462042404 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 05:14:40 +0000 Subject: [PATCH 124/412] Edit 'bible/other/lowly.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lowly.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/lowly.md b/bible/other/lowly.md index becf001..2e0561b 100644 --- a/bible/other/lowly.md +++ b/bible/other/lowly.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# दीन, छोटा होगा, दीनता # +# दीन, दीनता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -दीन और नम्रता का संदर्भ गरीब या दीन दशा से है। दीन होने का अर्थ “विनम्र” होने से भी है। +"दीन" और "नम्रता", इन शब्दों का संदर्भ गरीब या दीन दशा से है। दीन होने का अर्थ “विनम्र” होने से भी है। * यीशु मानव रूप धारण करने और मनुष्यों की सेवा करने तक दीन (शून्य) बना था। * उसका जन्म दीन अवस्था में हुआ था क्योंकि वह राजमहल की अपेक्षा गौशाला में हुआ था। -* दीन स्वभाव अभिमान का विलोम है। +* दीन स्वभाव अभिमानी होने का विलोम है। * “दीनता” के अनुवाद रूप है “विनम्र” या “दीन दशा” या “महत्वहीन”। * “दीन दशा” का अनुवाद “दीनता” या “बहुत कम महत्व” भी हो सकता है। (यह भी देखें: [दीन](../kt/humble.md), [घमण्डी](../other/proud.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 20:17-21](rc://en/tn/help/act/20/17) -* [यहेजकेल 17:13-14](rc://en/tn/help/ezk/17/13) -* [लूका 01:48-49](rc://en/tn/help/luk/01/48) -* [रोमियो 12:14-16](rc://en/tn/help/rom/12/14) +* [प्रे.का. 20:19](rc://hi/tn/help/act/20/19) +* [यहेजकेल 17:14](rc://hi/tn/help/ezk/17/14) +* [लूका 1:48-49](rc://hi/tn/help/luk/01/48) +* [रोमियो 12:16](rc://hi/tn/help/rom/12/16) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6041, H6819, H8217, G5011, G5012, G5014 +* स्ट्रोंग्स: H6041, H6819, H8217, G5011, G5012, G5014 From 8c47150a50103312d585b18dda1571367752e869 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 05:55:15 +0000 Subject: [PATCH 125/412] Edit 'bible/other/lust.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lust.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/lust.md b/bible/other/lust.md index 4473622..1b50eef 100644 --- a/bible/other/lust.md +++ b/bible/other/lust.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# लालच, अभिलाषाओं, मोहित, लालसा करना, लुचपन # +# अभिलाषा, कामुक, मनोभाव, लालसाएं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -लालसा, प्रायः पाप या अनैतिक बात की गहरी अभिलाषा को कहते हैं। लालसा का अर्थ है लालसा करना। +प्रायः पाप या अनैतिकता के सन्दर्भ में की गई उत्कट अभिलाषा को लालसा कहते हैं। लालसा करने का अर्थ है, ललकना। * बाइबल में “लालसा” अपने जीवन साथी के अतिरिक्त किसी और के लिए यौन लालसा को कहा गया है। * कभी-कभी इस शब्द को प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है, मूर्तिपूजा के लिए। -* प्रकरण के अनुसार, “लालसा” का अनुवाद “अनुचित इच्छा” या “गहरी इच्छा” या “अनुचित यौन वासना” या “प्रबल अनैतिक कामना” या “पाप करने की प्रबल इच्छा” किया जा सकता है। -* “की लालसा करना” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा रखना” या “के बारे में अनुचित मनोकामना करना” या “किसी बात की अनुचित अभिलाषा करना” या “अनैतिक इच्छाएं।” +* प्रकरण के अनुसार, “लालसा” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा” या “गहरी इच्छा” या “अनुचित यौन वासना” या “प्रबल अनैतिक कामना” या “पाप करने की प्रबल इच्छा” +* “की लालसा करना” का अनुवाद हो सकता है, “अनुचित इच्छा मन में बसाना” या “के बारे में अनैतिक मनोकामना करना” या “अनैतिक अभिलाषा करना” (यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [झूठे भगवान](../kt/falsegod.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:16](rc://hi/tn/help/1jn/02/16) -* [2 तीमुथियुस 02:22](rc://hi/tn/help/2ti/02/22) -* [गलातियों 05:16](rc://hi/tn/help/gal/05/16) -* [गलातियों 05:19-21](rc://hi/tn/help/gal/05/19) +* [1 यूहन्ना 2:16](rc://hi/tn/help/1jn/02/16) +* [2 तीमुथियुस 2:22](rc://hi/tn/help/2ti/02/22) +* [गलातियों 5:16](rc://hi/tn/help/gal/05/16) +* [गलातियों 5:19-21](rc://hi/tn/help/gal/05/19) * [उत्पत्ति 39:7-9](rc://hi/tn/help/gen/39/07) -* [मत्ती 05:28](rc://hi/tn/help/mat/05/28) +* [मत्ती 5:28](rc://hi/tn/help/mat/05/28) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806 From 4096eb7ed05a720a4c13a46c1ec8e51d620a3239 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 06:01:10 +0000 Subject: [PATCH 126/412] Edit 'bible/other/meek.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/meek.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/meek.md b/bible/other/meek.md index b30ba64..55aeced 100644 --- a/bible/other/meek.md +++ b/bible/other/meek.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# नम्र, नम्रता # +# नम्र, नम्रता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “नम्र” शब्द उस मनुष्य को दर्शाता है जो विनम्र, आज्ञाकारी और अन्याय का सहनेवाला है। नम्रता दीनता की क्षमता है जब कठोरता और बल प्रयोग किया जाए। @@ -10,15 +10,15 @@ (यह भी देखें: [दीन](../kt/humble.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 3:15-17](rc://hin/tn/help/1pe/03/15) -* [2 कुरिन्थियों 10:1-2](rc://hin/tn/help/2co/10/01) -* [2 तीमुथियुस 2:25](rc://hin/tn/help/2ti/02/25) -* [मत्ती 5:5](rc://hin/tn/help/mat/05/05) -* [मत्ती 11:29](rc://hin/tn/help/mat/11/29) -* [भजन संहिता 037:11](rc://hin/tn/help/psa/037/11) +* [1 पतरस 3:15-17](rc://hi/tn/help/1pe/03/15) +* [2 कुरिन्थियों 10:1-2](rc://hi/tn/help/2co/10/01) +* [2 तीमुथियुस 2:25](rc://hi/tn/help/2ti/02/25) +* [मत्ती 5:5](rc://hi/tn/help/mat/05/05) +* [मत्ती 11:29](rc://hi/tn/help/mat/11/29) +* [भजन संहिता 37:11](rc://hi/tn/help/psa/037/11) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6035, H6037, G4235, G4236, G4239, G4240 +* स्ट्रोंग्स: H6035, H6037, G4235, G4236, G4239, G4240 From a81b57fdd94c969b61b05dbd95c0e975b452e3d6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 06:02:27 +0000 Subject: [PATCH 127/412] Edit 'bible/other/lust.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lust.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/lust.md b/bible/other/lust.md index 1b50eef..368967c 100644 --- a/bible/other/lust.md +++ b/bible/other/lust.md @@ -22,4 +22,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806 +* स्ट्रोंग्स: H183, H185, H310, H1730, H2181, H2183, H2530, H5178, H5375, H5689, H5691, H5869, H7843, G766, G1937, G1939, G2237, G3715, G3806 \ No newline at end of file From 6be723711eef16a65f1c59fcb5439b5d031c1afd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 06:12:43 +0000 Subject: [PATCH 128/412] Edit 'bible/other/member.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/member.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/member.md b/bible/other/member.md index 0039ef2..0297ee0 100644 --- a/bible/other/member.md +++ b/bible/other/member.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# अंग, अंगों # +# अंग, देह के अंग -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “अंग” अर्थात एक जटिल शरीर या समूह का एक हिस्सा। -* नये नियम में विश्वासियों को “मसीह की देह” का अंग कहा गया है। मसीह के विश्वासी एक समुदाय के अंग है जो समुदाय अनेक विश्वासियों का गठन है। +* नये नियम में विश्वासियों को मसीह की देह का "अंग" कहा गया है। मसीह के विश्वासी एक समुदाय के अंग है जो समुदाय अनेक विश्वासियों का संगठन है। * इस देह का “सिर” मसीह है और विश्वासी उस देह के अंग स्वरूप काम करते हैं। पवित्र आत्मा देह के प्रत्येक सदस्य को एक विशेष भूमिका प्रदान करता है कि संपूर्ण देह सुचारू रूप से कार्य करे। -* यहूदी महासभा तथा फरीसी जैसे समूहों के सदस्यों को उन समूहों का सदस्य कहा जाता है। +* यहूदी महासभा तथा फरीसी जैसे समूहों के सदस्यों को उन समूहों के "सदस्य" कहा जाता है। (यह भी देखें: [देह](../kt/body.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [महासभा](../other/council.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 06:14-15](rc://en/tn/help/1co/06/14) -* [1 कुरिन्थियों 12:14-17](rc://en/tn/help/1co/12/14) -* [गिनती 16:1-3](rc://en/tn/help/num/16/01) -* [रोमियो 12:4-5](rc://en/tn/help/rom/12/04) +* [1 कुरिन्थियों 6:15](rc://hi/tn/help/1co/06/15) +* [1 कुरिन्थियों 12:14-17](rc://hi/tn/help/1co/12/14) +* [गिनती 16:2](rc://hi/tn/help/num/16/02) +* [रोमियो 12:5](rc://hi/tn/help/rom/12/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1004, H1121, H3338, H5315, H8212, G1010, G3196, G3609 +* स्ट्रोंग्स: H1004, H1121, H3338, H5315, H8212, G1010, G3196, G3609 From 63afad04a574041757ecba6568107097417c8640 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 06:37:17 +0000 Subject: [PATCH 129/412] Edit 'bible/other/mind.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/mind.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/mind.md b/bible/other/mind.md index 50b509d..185d9a2 100644 --- a/bible/other/mind.md +++ b/bible/other/mind.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# मन, मनों, मन में लेना, सुधि लेना, सुधि दिला, याद दिलाता है, स्मरण किए गए, स्मरण, स्मरण दिलाने वाला, स्मरण दिलाना, एक मन # +# मन, ध्यान रखने वाला, स्मरण कराना, स्मरण पत्र, एक से विचार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “मन” मनुष्य का वह भाग है जो सोचता और निर्णय लेता है। -* मनुष्य का मन उसके तर्क एवं विचारों की परिपूर्णतः है। +* मनुष्य का मन उसके तर्क एवं विचारों की परिपूर्णता है। * “मसीह का मन रखना” अर्थात यीशु के समान सोचना एवं कार्य करना। इसका अर्थ है पिता परमेश्वर के आज्ञाकारी होना, मसीह की शिक्षाओं का अनुसरण करना, पवित्र आत्मा के सामर्थ्य से ऐसा करना। -* “मन परिवर्तन” अर्थात निर्णय बदलना या अब विचार पूर्व के विचार से अलग होना। +* “मन परिवर्तन” अर्थात निर्णय बदलना या अब विचार पूर्व के विचार से अलग हो जाना। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * “मन” का अनुवाद हो सकता है, “विचार” या “तर्क करना” या “सोचना” या “समझना।” * “मन में रखना” का अनुवाद हो सकता है, "स्मरण रखना" या “ध्यान देना” या “निश्चय जान लेना।” -* “हृदय, प्राण और मन” का अनुवाद हो सकता है, “आप क्या महसूस करते हैं, आप क्या विश्वास करते हैं और आप किस बारे में में सोचते हैं। " +* “मन, प्राण और बुद्धी” का अनुवाद हो सकता है, “आपको कैसी अनुभूति होती हैं, आप क्या विश्वास करते हैं और आप इस बारे में क्या सोचते हैं। " * “मन में लाना” का अनुवाद हो सकता है, “स्मरण करना” या “सोचना”। -* “मन परिवर्तन करके गया” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्णय बदल कर गया” या “अन्ततः जाने का निर्णय ले ही लिया” या “विचार बदल कर गया।” -* * अभिव्यक्ति "दुचित्ता " का अनुवाद "संदेह" या "निर्णय लेने में असमर्थ" या "विवादित विचारों के साथ" किया जा सकता है। +* “विचार बदल कर चला गया” इसका अनुवाद हो सकता है, “निर्णय बदल कर गया” या “अन्ततः जाने का निर्णय ले ही लिया” या “विचार बदल कर गया।” +* इस अभिव्यक्ति, "दुचित्ता " का अनुवाद हो सकता है, "संदेह" या "निर्णय लेने में असमर्थ" या "विषम विचारों के साथ" (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [मन](../kt/heart.md), [जीव](../kt/soul.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [लूका 10:27](rc://hi/tn/help/luk/10/27) -* [मरकुस 06:51-52](rc://hi/tn/help/mrk/06/51) +* [मरकुस 6:51-52](rc://hi/tn/help/mrk/06/51) * [मत्ती 21:29](rc://hi/tn/help/mat/21/29) * [मत्ती 22:37](rc://hi/tn/help/mat/22/37) -* [याकूब 04:08](rc://hi/tn/help/jms/04/08) +* [याकूब 4:8](rc://hi/tn/help/jms/04/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590 +* स्ट्रोंग्स: H3629, H3820, H3824, H5162, H7725, G1271, G1374, G3328, G3525, G3540, G3563, G4993, G5590 From a086bde053021648eb5fa5e674ae1fd59c986fbc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 07:37:27 +0000 Subject: [PATCH 130/412] Edit 'bible/other/neighbor.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/neighbor.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/neighbor.md b/bible/other/neighbor.md index 97a2b7b..8ca8865 100644 --- a/bible/other/neighbor.md +++ b/bible/other/neighbor.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# पड़ोसी, पड़ोसियों, पडोस, आस पास के # +# पड़ोसी, पड़ोसियों, पडोस, आस पास के -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -पड़ोसी अर्थात निकट रहनेवाला मनुष्य। यह सामान्यत: उस व्यक्ति के लिए है जो किसी समुदाय या जाति के बीच वास करता है। +"पड़ोसी" शब्द प्रायः उस मनुष्य के सन्दर्भ में काम में आता है जो किसी के निकट रहता है| अधिक सर्वनिष्ठ अर्थ में देखा जाए तो इसका सन्दर्भ एक ही समुदाय या जाति के मनुष्य से हो सकता है। -* पड़ोसी मनुष्य एक ही समुदाय का होने के कारण सुरक्षा एवं दया का पात्र होता है। -* नये नियम में नेक सामरी को दृष्टान्त में यीशु ने पड़ोसी शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जिसमें वह सब मनुष्यों को समाहित करता है, यहां तक कि जिसे हम अपना बैरी समझते हैं। -* यदि संभव हो तो इसका अनुवाद शाब्दिक अर्थ में ही किया जाए जिसका अर्थ है, “निकट रहनेवाला व्यक्ति”। +* "पड़ोसी " वह मनुष्य होता है जो सुरक्षा और दया का पात्र होता है क्योंकि वह एक ही समुदाय का सदस्य है। +* नये नियम में नेक सामरी के दृष्टान्त में यीशु ने "पड़ोसी" शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जिसमें वह सब मनुष्यों को समाहित करता है, यहां तक कि जिसे हम अपना बैरी समझते हैं। +* यदि संभव हो तो इसका अनुवाद शाब्दिक अर्थ में ही किया जाए, जिस शब्द का अर्थ हो, “निकट रहनेवाला व्यक्ति”। -(यह भी देखें: [बैरी](../other/adversary.md), [दृष्टान्त](../kt/parable.md), [जन समूह](../other/peoplegroup.md), [सामरिया](../names/samaria.md)) +(यह भी देखें: [बैरी](../other/adversary.md), [दृष्टान्त](../kt/parable.md), [जाति](../other/peoplegroup.md), [सामरिया](../names/samaria.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:26-28](rc://en/tn/help/act/07/26) -* [इफिसियों 04:25-27](rc://en/tn/help/eph/04/25) -* [गलातियों 05:13-15](rc://en/tn/help/gal/05/13) -* [याकूब 02:8-9](rc://en/tn/help/jas/02/08) -* [यूहन्ना 09:8-9](rc://en/tn/help/jhn/09/08) -* [लूका 01:56-58](rc://en/tn/help/luk/01/56) -* [मत्ती 05:43-45](rc://en/tn/help/mat/05/43) -* [मत्ती 19:18-19](rc://en/tn/help/mat/19/18) -* [मत्ती 22:39-40](rc://en/tn/help/mat/22/39) +* [प्रे.का. 7:26-28](rc://hi/tn/help/act/07/26) +* [इफिसियों 4:25-27](rc://hi/tn/help/eph/04/25) +* [गलातियों 5:14](rc://hi/tn/help/gal/05/14) +* [याकूब 2:8](rc://hi/tn/help/jas/02/08) +* [यूहन्ना 9:8-9](rc://hi/tn/help/jhn/09/08) +* [लूका 1:58](rc://hi/tn/help/luk/01/58) +* [मत्ती 5:43](rc://hi/tn/help/mat/05/43) +* [मत्ती 19:19](rc://hi/tn/help/mat/19/19) +* [मत्ती 22:39](rc://hi/tn/help/mat/22/39) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5997, H7138, H7453, H7468, H7934, G1069, G2087, G4040, G4139 +* स्ट्रोंग्स: H5997, H7138, H7453, H7468, H7934, G1069, G2087, G4040, G4139 From 44899bfcdcede20bd9a4eb12bfd36a37cd821c73 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 07:47:36 +0000 Subject: [PATCH 131/412] Edit 'bible/other/partial.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/partial.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/partial.md b/bible/other/partial.md index abb8622..99d3775 100644 --- a/bible/other/partial.md +++ b/bible/other/partial.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात # +# आंशिक, पक्ष करना, पक्षपात -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पक्षपात करना” और “पक्षपात” कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना। +“पक्षपात करना” और “पक्षपात”, इनका सन्दर्भ है, कुछ लोगों को अन्यों से अधिक महत्व देना का चुनाव करना। -* यह वैसा ही है जैसा कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक सम्मानित व्यवहार करना। +* यह वैसा ही है जैसा किसी को कृपापात्र बनाना अर्थात, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा अधिक अनुग्रहीत व्यवहार करना। * पक्षपात या विशेष अनुग्रह प्रकट करना अधिकतर इसलिए किया जाता है कि मनुष्य अधिक धनवान है या अन्यों से अधिक प्रतिष्ठित है। * बाइबल अपने लोगों को उपदेश देती है कि वे धनवानों तथा प्रतिष्ठित जनों के प्रति पक्षपाती न हों। * रोम की कलीसिया को लिखे पत्र में पौलुस कहता है कि परमेश्वर पक्षपात नहीं करता है वह निष्पक्ष न्याय करता है। * याकूब के पत्र में भी यही शिक्षा दी गई है कि धनवानों को अधिक उत्तम स्थान देना या उनके साथ अधिक विनम्र व्यवहार करना उचित नहीं है। -(यह भी देखें: [पक्ष](../kt/favor.md)) +(यह भी देखें: [पक्ष धरना](../kt/favor.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 01:17-18](rc://en/tn/help/deu/01/17) -* [मलाकी 02:8-9](rc://en/tn/help/mal/02/08) -* [मरकुस 12:13-15](rc://en/tn/help/mrk/12/13) -* [मत्ती 22:15-17](rc://en/tn/help/mat/22/15) -* [रोमियो 02:10-12](rc://en/tn/help/rom/02/10) +* [व्यवस्थाविवरण 1:17](rc://hi/tn/help/deu/01/17) +* [मलाकी 2:9](rc://hi/tn/help/mal/02/09) +* [मरकुस 12:13-15](rc://hi/tn/help/mrk/12/13) +* [मत्ती 22:16](rc://hi/tn/help/mat/22/16) +* [रोमियो 2:10-12](rc://hi/tn/help/rom/02/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383 +* स्ट्रोंग्स: H5234, H6440, G991, G1519, G2983, G4299, G4382, G4383 From 924869672e628ac1b9464baa3a73104e0f388593 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 07:55:18 +0000 Subject: [PATCH 132/412] Edit 'bible/other/patient.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/patient.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/patient.md b/bible/other/patient.md index fff78b9..d30a9af 100644 --- a/bible/other/patient.md +++ b/bible/other/patient.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# धीरजवन्त, धीरज से, सहनशीलता, अधीर # +# धीरजवन्त, धीरज, अधीर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “धीरजवन्त” और “सहनशीलता” शब्द कठिन परिस्थितियों में दृढ़ खड़े रहने के संदर्भ में है। “धीरज धरना” में प्रायः प्रतीक्षा करना होता है। * किसी के साथ धीरजवन्त होने का अर्थ है उससे प्रेम करना और उसकी गलतियों को क्षमा कर देना। -* बाइबल में परमेश्वर के लोगों को शिक्षा दी गई है कि वे कठिनाइयों में धीरज धरें वरन एक दूसरे को धीरजवन्त हो। +* बाइबल में परमेश्वर के लोगों को शिक्षा दी गई है कि वे कठिनाइयों में धीरज धरें वरन एक दूसरे के साथ सहनशील व्यवहार करें । * अपनी दया के कारण परमेश्वर मनुष्यों के साथ धीरजवन्त है जबकि वे दण्ड के योग्य पापी हैं। -(यह भी देखें: [सहन करना](../other/endure.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [धीरज](../other/perseverance.md)) +(यह भी देखें: [सहन करना](../other/endure.md), [क्षमा करना](../kt/forgive.md), [धीरज धरना](../other/perseverance.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 03:18-20](rc://en/tn/help/1pe/03/18) -* [2 पतरस 03:8-9](rc://en/tn/help/2pe/03/08) -* [इब्रानियों 06:11-12](rc://en/tn/help/heb/06/11) -* [मत्ती 18:28-29](rc://en/tn/help/mat/18/28) -* [भजन संहिता 037:7](rc://en/tn/help/psa/037/007) -* [प्रकाशितवाक्य 02:1-2](rc://en/tn/help/rev/02/01) +* [1 पतरस 3:20](rc://hi/tn/help/1pe/03/20) +* [2 पतरस 3:9](rc://hi/tn/help/2pe/03/08) +* [इब्रानियों 6:11-12](rc://hi/tn/help/heb/06/11) +* [मत्ती 18:28-29](rc://hi/tn/help/mat/18/28) +* [भजन संहिता 37:7](rc://hi/tn/help/psa/037/007) +* [प्रकाशितवाक्य 2:2](rc://hi/tn/help/rev/02/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H750, H753, H2342, H3811, H6960, H7114, G420, G463, G1933, G3114, G3115, G3116, G5278, G5281 +* स्ट्रोंग्स: H750, H753, H2342, H3811, H6960, H7114, G420, G463, G1933, G3114, G3115, G3116, G5278, G5281 From ab19606a707d7b3d1c8af93423d7869b9b1a92de Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 08:06:46 +0000 Subject: [PATCH 133/412] Edit 'bible/other/perfect.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/perfect.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/perfect.md b/bible/other/perfect.md index 5c50b75..d7418f8 100644 --- a/bible/other/perfect.md +++ b/bible/other/perfect.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# सिद्ध, सिद्ध कराई, सिद्ध करनेवाले, सिद्धता, खरे # +# सिद्ध, खरा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “सिद्ध” शब्द का अर्थ है मसीह जीवन में परिपक्वता प्राप्त करना। किसी काम को सिद्धता में करने का अर्थ है, उत्कृष्ट एवं त्रुटिरहित काम करना। +बाइबल में “सिद्ध” शब्द का अर्थ है मसीह जीवन में परिपक्वता प्राप्त करना। किसी काम को सिद्धता में करने का अर्थ है, उस काम को तब तक करना जब तक कि वह काम उत्कृष्ट एवं त्रुटिरहित न हो जाए। पुराने नियक की बालियों को "सिद्ध" या "दोष रहित होना आवश्यक था अर्थात, निष्कलंक| * सिद्ध एवं परिपक्व का अर्थ है वह विश्वासी आज्ञाकारी है न कि पापमुक्त। -* “सिद्ध” शब्द का अर्थ “पूर्ण” एवं “समग्र” भी होता है। +* “सिद्ध” शब्द का अर्थ “पूर्ण” एवं “सर्वांग” भी होता है। * नये नियम में याकूब की पत्री में लिखा है कि परखे जाने से विश्वासी में पूर्णता और परिपक्वता उत्पन्न होती है। -* विश्वासी बाइबल अध्ययन करके उसका अनुसरण करते हैं तो वे आत्मिकता में अधिकाधिक सिद्ध एवं परिपक्व होते जाते हैं। +* विश्वासी बाइबल अध्ययन करके उसका अनुसरण करते हैं तो वे आत्मिकता में अधिकाधिक सिद्ध एवं परिपक्व होते जाते हैं क्योंकि वे अपने आचरण में अधिकाधिक मासिम के सदृश्य होते जाते हैं| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बिना त्रुटि के” या “बिना चूक के” या “निर्दोष” या “निष्कलंक” या “बिना किसी दोष के”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [इब्रानियों 12:1-3](rc://en/tn/help/heb/12/01) -* [याकूब 03:1-2](rc://en/tn/help/jas/03/01) -* [मत्ती 05:46-48](rc://en/tn/help/mat/05/46) -* [भजन संहिता 019:7-8](rc://en/tn/help/psa/019/007) +* [इब्रानियों 12:2](rc://hi/tn/help/heb/12/02) +* [याकूब 3:2](rc://hi/tn/help/jas/03/02) +* [मत्ती 5:46-48](rc://hi/tn/help/mat/05/46) +* [भजन संहिता 19:7-8](rc://hi/tn/help/psa/019/007) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H724, H998, H1584, H1585, H3632, H3634, H4357, H4359, H4512, H8003, H8502, H8503, H8535, H8537, H8549, H8552, G195, G197, G199, G739, G1295, G2005, G2675, G2676, G2677, G3647, G5046, G5047, G5048, G5050, G5052 +* स्ट्रोंग्स: H3632, H3634, H4359, H8003, H8503, H8537, H8549, H8552, G199, G2675, G2676, G3647, G5046, G5047, G5048, G5050 \ No newline at end of file From 580a3e2767ceba16befc8a748de33b83a0514331 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 08:35:54 +0000 Subject: [PATCH 134/412] Edit 'bible/other/profit.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/profit.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/other/profit.md b/bible/other/profit.md index 45b94de..744c0ed 100644 --- a/bible/other/profit.md +++ b/bible/other/profit.md @@ -1,41 +1,41 @@ -# लाभ, कमाई, निष्फल, लाभदायक # +# लाभ, लाभदायक, अलाभकर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -सामान्य तौर पर, "लाभ" और "लाभदायक" शब्द कुछ कार्य या व्यवहार करने के माध्यम से कुछ अच्छा पाने के लिए कहते हैं +सामान्यत:, "लाभ" और "लाभदायक" शब्दों का सन्दर्भ किसी निश्चित कार्य या व्यवहार के द्वारा किसी भलाई को पाना| -कोई चीज़ किसी के लिए “लाभदायक” होन अर्थात किसी को अच्छी वस्तुएँ प्राप्त कराता है या किसी को अच्छी वस्तु प्राप्त करने में मददकारी है। +कोई वस्तु किसी के लिए लाभदायक है, यदि उससे उसकी भलाई उत्पन्न होती है या उससे उसको सहायता मिलती है कि मनुष्यों के लिए भलाई उत्पन्न करे| -* “लाभ” विशेष करके व्यापार में पैसा मुनाफ़ा प्राप्त करने के संदर्भ में होता है। व्यापार लाभकारी होता है जहां निवेष से अधिक पैसा प्राप्त हो। +* “लाभ” विशेष करके व्यापार में पैसा मुनाफ़ा प्राप्त करने के संदर्भ में होता है। व्यापार लाभदायक होता है जहां निवेष से अधिक पैसा प्राप्त हो। * कर्म लाभकारी तब होते हैं जब उनके द्वारा मनुष्यों को लाभ होता है। * 2 तीमु. 3:16 में लिखा है कि संपूर्ण पवित्रशास्त्र मनुष्यों के सुधार और शिक्षा के लिए “लाभदायक” है। इसका अर्थ है कि बाइबल की शिक्षाएँ मनुष्यों को परमेश्वर की इच्छा का जीवन जीने में सहायक और उपयोगी हैं। -"निष्फल" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है। +"अलाभकारी" शब्द का अर्थ उपयोगी नहीं होना है। -* इसका शाब्दिक अर्थ है किसी चीज को लाभ पहुंचाना या किसी को कुछ हासिल करने में मदद न करना। -* कुछ ऐसा जो लाभहीन है, करने योग्य नहीं है क्योंकि यह कोई लाभ नहीं देता है। -* इसका अनुवाद "निकम्मा" या "बेकार" या "उपयोगी नहीं" या "अयोग्य" या "लाभकारी नहीं" या "कोई लाभ नहीं" के रूप में किया जा सकता है। +* इसका शाब्दिक अर्थ है किसी लाभ का न होना या लाभ उठाने में किसी के सहायक न होना| +* अलाभकारी काम को करना व्यर्थ है क्योंकि उससे किसी प्रकार का लाभ नहीं होता है| +* इसका अनुवाद हो सकता है, "निकम्मा" या "अनुचित" या "अनुपयोगी" या "अयोग्य" या "अहितकर" या "कोई लाभ का नहीं" (यह भी देखें: [योग्य](../kt/worthy.md)) -## अनुवाद के सुझाव: ##rc://en/tn/help/pro/10/16) +## अनुवाद के सुझाव: - * प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हितकारी” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है। + * प्रकरण के अनुसार “लाभ” का अनुवाद “हित” या “सहायता” या “प्राप्ति” हो सकता है। * “लाभदायक” का अनुवाद “उपयोगी” या “हितकारी” या “सहायक” हो सकता है। -* “से लाभ प्राप्त करना” का अनुवाद “से लाभ उठाना” या “से पैसा प्राप्त करना” था, “से सहायता प्राप्त करना” हो सकता है। -* व्यापार के संदर्भ में “लाभ” का अनुवाद ऐसे शब्द या व्याख्यांश द्वारा किया जाएँ जिसका अर्थ “पैसों का लाभ” या “पैसों की अधिकता” या “अतिरिक्त पैसा” हो। +* “किसी "से लाभ उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “ किसी से हित प्राप्ति” या “से पैसा प्राप्त करना” या “से सहायता प्राप्त करना” +* व्यापार के संदर्भ में “लाभ” का अनुवाद ऐसे शब्द या व्याख्यांश द्वारा किया जाए जिसका अर्थ “पैसों का लाभ” या “पैसों की अधिकता” या “अतिरिक्त पैसा” हो। ## बाइबल संदर्भ: -* [अय्यू.15:03](rc://hi/tn/help/job/15/03) +* [अय्यूब15:3](rc://hi/tn/help/job/15/03) * [नीति. 10:16](rc://hi/tn/help/pro/10/16) -* [यिर्म. 02:08](rc://hi/tn/help/jer/02/08) -* [यहे. 18:12-13](rc://hi/tn/help/ezk/18/12) -* [यूह. 06:63](rc://hi/tn/help/jhn/06/63) -* [मरकुस 08:36](rc://hi/tn/help/mrk/08/36) +* [यिर्मयाह 2:8](rc://hi/tn/help/jer/02/08) +* [यहेजकेल 18:12-13](rc://hi/tn/help/ezk/18/12) +* [यूहन्ना 6:63](rc://hi/tn/help/jhn/06/63) +* [मरकुस 8:36](rc://hi/tn/help/mrk/08/36) * [मत्ती 16:26](rc://hi/tn/help/mat/16/26) -* [2 पतरस 02:1-3](rc://hi/tn/help/2pe/02/01) +* [2 पतरस 2:1-3](rc://hi/tn/help/2pe/02/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H5532, H7737, H7939, G147, G255, G512, G888, G889, G890, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624 +* स्ट्रोंग्स: H1215, H3148, H3276, H3504, H4195, H4768, H5532, H7737, H7939, G147, G255, G512, G888, G889, G890, G1281, G2585, G2770, G2771, G3408, G4297, G4298, G4851, G5539, G5622, G5623, G5624 From d1af7cffb48d4ccea12ef6b6dd18018d0fa41eda Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 08:49:36 +0000 Subject: [PATCH 135/412] Edit 'bible/other/prostitute.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/prostitute.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/prostitute.md b/bible/other/prostitute.md index 0115857..ba0954f 100644 --- a/bible/other/prostitute.md +++ b/bible/other/prostitute.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# वैश्या, वेश्यावृत्ति, व्यभिचारिणी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारिणी, व्यभिचारिणी # +# वैश्या, गणिका, वेश्यावृत्ति, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“वैश्या” अर्थात पैसों के लिए या वार्षिक अनुष्ठानों के लिए व्यभिचार करना। वैश्याएं प्रायः स्त्रियां होती थी परन्तु पुरुष भी होते थे। +“वैश्या” और "व्यभिचारिणी " इस दोनों शब्दों का सन्दर्भ ऐसे मनुष्य से है जो पैसों के लिए या धार्मिक अनुष्ठानों के लिए व्यभिचार करता है। वैश्याएं प्रायः स्त्रियां होती थी परन्तु पुरुष भी होते थे। -* बाइबल में “वैश्या” शब्द प्रतीकात्मक रूप में मूर्तिपूजक या भूत सिद्धि करने वाले के लिए काम में लिया जाता था। -* “व्यभिचार करना” अर्थात वैश्या के सदृश्य यौनाचार करना। बाइबल में यह उक्ति मूर्तिपूजक के लिए भी काम में ली गई है। -* “व्यभिचारिणी होना” अर्थात अनैतिक यौनाचार करना या प्रतीकात्मक रूप में देवी-देवताओं की पूजा करना। -* प्राचीन युग में मन्दिरों में स्त्री और पुरूष अनुष्ठान के लिए व्यभिचार के पात्र होते थे। -* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द से किया जाए जिसका अर्थ वैश्या हो। कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)) +* बाइबल में “वैश्या” शब्द कभी-कभी प्रतीकात्मक रूप में ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो मूर्तिपूजक है या भूत सिद्धि करने वाला है। +* “व्यभिचार करना” अर्थात वैश्या के सदृश्य अनैतिक यौनाचार करना। बाइबल में यह उक्ति मूर्तिपूजक के लिए भी काम में ली गई है। +* “व्यभिचारिणी होना” अर्थात अनैतिक यौनाचार करना या प्रतीकात्मक रूप में देवी-देवताओं की पूजा करके परमेश्वर से विश्वासघात करना। +* प्राचीन युग में मन्दिरों में स्त्री और पुरूष दोनों ही धार्मिक अनुष्ठान के लिए व्यभिचार के पात्र होते थे। +* इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द से किया जाए जिसका अर्थ वैश्या हो। कुछ भाषाओं में इस शब्द के लिए एक शिष्ट शब्द हो सकता है। (देखें: [व्यंजना](rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism)) (यह भी देखें: [व्यभिचार](../kt/adultery.md), [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [यौन अनैतिकता](../other/fornication.md), [मूर्ति](../other/idol.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 34:30-31](rc://en/tn/help/gen/34/30) -* [उत्पत्ति 38:21-23](rc://en/tn/help/gen/38/21) -* [लूका 15:28-30](rc://en/tn/help/luk/15/28) -* [मत्ती 21:31-32](rc://en/tn/help/mat/21/31) +* [उत्पत्ति 34:31](rc://hi/tn/help/gen/34/30) +* [उत्पत्ति 38:21](rc://hi/tn/help/gen/38/21) +* [लूका 15:30](rc://hi/tn/help/luk/15/30) +* [मत्ती 21:31](rc://hi/tn/help/mat/21/31) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2154, H2181, H2183, H2185, H6945, H6948, H8457, G4204 +* स्ट्रोंग्स: H2154, H2181, H2183, H2185, H6945, H6948, H8457, G4204 From 5cfff49421f4f09d91c8e2ce3d6963cbfb69d084 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 09:40:24 +0000 Subject: [PATCH 136/412] Edit 'bible/other/receive.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/receive.md | 46 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/other/receive.md b/bible/other/receive.md index 99229ad..a7ee1de 100644 --- a/bible/other/receive.md +++ b/bible/other/receive.md @@ -1,42 +1,42 @@ -# ग्रहण करना, ग्रहण करता, मिला, प्राप्त करते, लेनेवाला# +# ग्रहण करना, स्वागत करना, बीड़ा उठाया, ग्राह्यता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“ग्रहण करना” का सामान्य अर्थ कोई दी हुई या पेश की गई या प्रस्तुत की हुई या प्राप्त किए हुए को स्वीकार करना। +“ग्रहण करना” का सामान्य अर्थ है, किसी दी गई या प्रस्तुत की गई या उपहार की गई वस्तु स्वीकार करना। * “ग्रहण करना” का अर्थ कष्ट सहना या किसी बात का अनुभव करना भी हो सकता है जैसे “उसे अपने कर्मों का दण्ड मिला” * एक विशेष अर्थ भी है जिसमें हम किसी व्यक्ति को "ग्रहण" करते है। उदाहरणार्थ अतिथियों या आगन्तुकों का स्वागत करना अर्थात उन्हें ग्रहण करके उनका सम्मान करना, जिससे उनके साथ संबन्ध बनाया जाए। -* “पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसे काम करने के लिए उसका स्वागत करते हैं। +* “पवित्र-आत्मा का दान ग्रहण करना” का अर्थ है हमें पवित्र आत्मा दिया गया है और हम अपने जीवन में और अपने जीवन के द्वारा उसको काम करने देने के लिए उसका स्वागत करते हैं। * “यीशु को ग्रहण करना” का अर्थ है मसीह यीशु के द्वारा परमेश्वर के उद्धार का दान स्वीकार करना। * जब अन्धा मनुष्य “दृष्टि का दान ग्रहण करता है” तो इसका अर्थ है परमेश्वर ने उसे चंगा कर दिया है और उसे देखने की क्षमता प्रदान की है। ## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “दिया गया” हो सकता है। -* “तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” के रूप में हो सकता है या "परमेश्वर पवित्र आत्मा का कारण होगा कि तुम में शक्तिशाली रूप से काम करे।" -* "उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद, क्योंकि "देखने में सक्षम था" या "फिर से देखने में सक्षम हो गया" या "परमेश्वर द्वारा ठीक किया गया ताकि वह देख सके" के रूप में किया जा सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “ग्रहण करना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकारना” या “स्वागत करना” या “अनुभव करना” या “दिया गया” +* “तुम सामर्थ्य पाओगे” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा” या “परमेश्वर तुम्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा” या “तुम्हें सामर्थ्य दिया जाएगा (परमेश्वर द्वारा)” या "परमेश्वर तुम में सामर्थ के कामों हेतु पवित्र आत्मा को सक्रीय करेगा" +* "उसने दृष्टि प्राप्त की" वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, "देखने में सक्षम हुआ" या "फिर से देखने योग्य हो गया" या "परमेश्वर द्वारा चंगा किया गया कि देख सके" (यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [प्रभु](../kt/lord.md), [उद्धार](../kt/save.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 05:9](rc://hi/tn/help/1jn/05/09) -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:06](rc://hi/tn/help/1th/01/06) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:01](rc://hi/tn/help/1th/04/01) -* [प्रेरि. 08:15](rc://hi/tn/help/act/08/15) +* [1 यूहन्ना 5:9](rc://hi/tn/help/1jn/05/09) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:6](rc://hi/tn/help/1th/01/06) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:1](rc://hi/tn/help/1th/04/01) +* [प्रे.का. 8:15](rc://hi/tn/help/act/08/15) * [यिर्मयाह 32:33](rc://hi/tn/help/jer/32/33) -* [लूका 09:05](rc://hi/tn/help/luk/09/05) -* [मला. 03:10-12](rc://hi/tn/help/mal/03/10) -* [भजन संहिता 049:14-15](rc://hi/tn/help/psa/049/014) +* [लूका 9:5](rc://hi/tn/help/luk/09/05) +* [मला. 3:10-12](rc://hi/tn/help/mal/03/10) +* [भजन संहिता 49:14-15](rc://hi/tn/help/psa/049/014) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी | -* __[45:05](rc://hi/tn/help/obs/45/05)__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को __ग्रहण__ कर |” -* __[49:06](rc://hi/tn/help/obs/49/06)__ यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे | -* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु क्रूस पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर __ले लिया__ | -* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई भी यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में __स्वीकार__ करता है परमेश्वर उसे बचाएगा। +* __[21:13](rc://hi/tn/help/obs/21/13)__ भविष्यद्वक्ताओं ने यह भी कहा कि मसीह निपुण होगा जिसने कोई पाप न किया होगा | वह अन्य लोगों के पापों का दंड __भोगने__ के लिए के मारा जाएगा | उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में शान्ति स्थापित होगी | +* __[45:5](rc://hi/tn/help/obs/45/05)__जब स्तिफनुस मरने पर था, वह प्रार्थना करने लगा कि, “हे प्रभु यीशु मेरी आत्मा को __ग्रहण__ कर |” +* __[49:6](rc://hi/tn/help/obs/49/06)__ यीशु ने कहा कि कुछ लोग उसे ग्रहण करेंगे और उद्धार पाएँगे, लेकिन बहुत से लोग ऐसा नहीं करेंगे | +* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु क्रूस पर मरा, उसने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर __ले लिया__ | +* __[49:13](rc://hi/tn/help/obs/49/13)__ जो कोई यीशु पर विश्वास करता और उसे प्रभु के रूप में __स्वीकार__ करता है परमेश्वर उसे बचाएगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स : H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G4327, G4355, G4356, G4687, G5264, G5562 +* स्ट्रोंग्स: H3557, H3947, H6901, H6902, H8254, G308, G324, G353, G354, G568, G588, G618, G1183, G1209, G1523, G1653, G1926, G2865, G2983, G3028, G3335, G3336, G3549, G3858, G3880, G4327, G4355, G4356, G4687, G5264, G5562 From 06ce0558251925779828c5321d9ee3c8e929c1c3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 09:50:12 +0000 Subject: [PATCH 137/412] Edit 'bible/other/royal.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/royal.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/royal.md b/bible/other/royal.md index 61c4970..c9c9c07 100644 --- a/bible/other/royal.md +++ b/bible/other/royal.md @@ -6,19 +6,19 @@ * जो वस्तुएं “राजकीय” कहलाती हैं उनके उदाहरण हैं, राजा के (या रानी के) पद, वस्त्र, महल, सिंहासन और मुकुट। * राजा या रानी राज महल में रहते हैं। -* राजा के विशेष वस्त्र “राजकीय वेशभूषा” कहलाती है। राजा का बागा बैंगनी रंग का होता था बैंगनी रंग का मसाला दुर्लभ एवं मूल्यवान होता था। -* नये नियम में यीशु के विश्वासियों को “राजसी याजक” कहा गया है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर राजा की सेवा में याजक” या “परमेश्वर राजा के याजक होने हेतु बुलाए गए।” -* “राजसी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजा सदृश्य” या “राजा के हैं”। +* राजा के विशेष वस्त्र “राजसी वेशभूषा” कहलाते हैं। राजा का बागा बैंगनी रंग का होता था बैंगनी रंग एक अत्यधिक दुर्लभ एवं मूल्यवान रंजक रंगा जाता था। +* नये नियम में यीशु के विश्वासियों को “राजसी याजक” कहा गया है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "राजा स्वरुप परमेश्वर की सेवा में सेवारत याजक” या “परमेश्वर राजा के याजक होने हेतु बुलाए गए।” +* “राजसी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजा सदृश्य” या “राजा के होना” (यह भी देखें: [राजा](../other/king.md). [महल](../other/palace.md), [याजक](../kt/priest.md), [बैंजनी](../other/purple.md), [रानी](../other/queen.md), [बागा](../other/robe.md)) ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 राजा 10:13](rc://en/tn/help/1ki/10/13) -* [2 इतिहास 18:28-30](rc://en/tn/help/2ch/18/28) -* [आमोस 07:13](rc://en/tn/help/amo/07/13) -* [उत्पत्ति 49: 19-21](rc://en/tn/help/gen/49/19) +* [1 राजा 10:13](rc://hi/tn/help/1ki/10/13) +* [2 इतिहास 18:28-30](rc://hi/tn/help/2ch/18/28) +* [आमोस 07:13](rc://hi/tn/help/amo/07/13) +* [उत्पत्ति 49: 19-21](rc://hi/tn/help/gen/49/19) ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H643, H1921, H1935, H4410, H4428, H4430, H4437, H4438, H4467, H4468, H7985, H8237, G933, G934, G937 +* स्ट्रोंग्स: H643, H1921, H1935, H4410, H4428, H4430, H4437, H4438, H4467, H4468, H7985, G933, G934, G937 From 809275f61cca63da02d71eef777d6d18959d8481 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 10:05:24 +0000 Subject: [PATCH 138/412] Edit 'bible/other/send.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/send.md | 29 +++++++++++++++-------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/send.md b/bible/other/send.md index 80a9c22..566ab70 100644 --- a/bible/other/send.md +++ b/bible/other/send.md @@ -1,27 +1,28 @@ -# भेजना, भेजूँ, भेजा जाता, भेजा गया, भेजा जाना, बाहर भेजना, बाहर भेजा गया, बाहर भेजा जाना # +# भेजना, भेजा, भेजा गया, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “भेजना” अर्थात किसी को या किसी वस्तु को कहीं जाने के लिए विवश करना। “बाहर भेजना” अर्थात किसी को किसी दूत कार्य पर ले जाना। * "बाहर भेजा गया" मनुष्य प्रायः किसी विशेष कार्य के लिए नियुक्त किया जाता है। -* “वर्षा भेजना” या “विनाश लाना” अर्थात “आने का कारण होना” ऐसी अभिव्यक्ति परमेश्वर के लिए काम में ली जाती है कि वह ऐसा कर रहा है। -* “भेजना” शब्द का उपयोग “सन्देश भेजना” या “समाचार भेजना” में भी काम में लिया जाता है अर्थात किसी को सन्देश सौंपना कि किसी को सुनाए। -* किसी को किसी वस्तु के साथ “भेजना” अर्थात किसी और की वह वस्तु ले जाकर देना, प्रायः कुछ दूर जाना कि उद्देशित मनुष्य को वह प्राप्त हो। -* यीशु बार-बार कहता था “वह जिसने मुझे भेजा है” अर्थात पिता परमेश्वर जिसने उसे पृथ्वी पर मनुष्यों को मुक्ति दिलाने या “उनका उद्धार करने के लिए भेजा है”। इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “वह है जिसे परमेश्वर ने चुना है” +* “वर्षा भेजना” या “विनाश लाना” अर्थात “आने का कारण होना” ऐसी अभिव्यक्ति परमेश्वर के लिए काम में ली जाती है कि वह ऐसा होने का कारक है। +* “भेजना” शब्द का उपयोग “सन्देश भेजना” या “समाचार भेजना” अभिव्यक्तियों में भी काम में लिया जाता है अर्थात किसी को सन्देश सौंपना कि किसी को सुनाए। +* किसी को किसी वस्तु "के साथ" “भेजना” अर्थात, किसी और को वह वस्तु ले जाकर देना, प्रायः कुछ दूर तक ले जाना कि आपेक्षित मनुष्य को वह प्राप्त हो। +* यीशु बार-बार कहता था “वह जिसने मुझे भेजा है” यह वाक्यांश पिता परमेश्वर के सन्दर्भ में था जिसने उसे पृथ्वी पर "भेजा" था कि मनुष्यों को मुक्त करा कर उनका उद्धार करे। इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “वह जिसने मुझे इस दूतकार्य पर भेजा है" -(यह भी देखें: [निुयक्त](../kt/appoint.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) +(यह भी देखें: [निुयक्त](../kt/appoint.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)), +[निकालना](../other/castout.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [प्रेरि. 07:33-34](rc://hi/tn/help/act/07/33) -* [प्रेरि. 08:14-17](rc://hi/tn/help/act/08/14) +* [प्रेरि. 7:33-34](rc://hi/tn/help/act/07/33) +* [प्रेरि. 8:14-17](rc://hi/tn/help/act/08/14) * [यूह. 20:21-23](rc://hi/tn/help/jhn/20/21) -* [मत्ती 09:37-38](rc://hi/tn/help/mat/09/37) -* [मत्ती. 10:05](rc://hi/tn/help/mat/10/05) +* [मत्ती 9:37-38](rc://hi/tn/help/mat/09/37) +* [मत्ती. 10:5](rc://hi/tn/help/mat/10/05) * [मत्ती. 10:40](rc://hi/tn/help/mat/10/40) * [मत्ती. 21:1-3](rc://hi/tn/help/mat/21/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882 +* स्ट्रोंग्स: H935, H1540, H1980, H2199, H2904, H3318, H3474, H3947, H4916, H4917, H5042, H5130, H5375, H5414, H5674, H6963, H7368, H7725, H7964, H7971, H7972, H7993, H8421, H8446, G782, G375, G630, G649, G652, G657, G1026, G1032, G1544, G1599, G1821, G3333, G3343, G3936, G3992, G4311, G4341, G4369, G4842, G4882 From 61ec04466557b8f9a25b7b1d2c9e5d30f3600c1d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 10:09:56 +0000 Subject: [PATCH 139/412] Edit 'bible/other/shadow.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/shadow.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/shadow.md b/bible/other/shadow.md index 66b7369..13f78e7 100644 --- a/bible/other/shadow.md +++ b/bible/other/shadow.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# छाया, छाया, आच्छादन, आच्छादन # +# छाया, आच्छादित करना, ओट ## परिभाषा: ## From 53c826125b1472b0095297e9175f7b2db8ae4569 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 10:20:23 +0000 Subject: [PATCH 140/412] Edit 'bible/other/shadow.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/shadow.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/shadow.md b/bible/other/shadow.md index 13f78e7..390d5af 100644 --- a/bible/other/shadow.md +++ b/bible/other/shadow.md @@ -1,25 +1,25 @@ # छाया, आच्छादित करना, ओट -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “छाया” का अर्थ है प्रकाश को रोकने वाली वस्तु का प्रतिबिम्ब हैं। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं। -* “मृत्यु की छाया” अर्थात् मृत्यु निकट है, जिस प्रकार कि छाया प्रकट करती है कि कोई वस्तु निकट है। +* “मृत्यु की छाया” अर्थात् मृत्यु सामने खड़ी है या निकट है, जिस प्रकार कि छाया प्रकट करती है कि कोई वस्तु निकट है। * बाइबल में अनेक बार मनुष्य के जीवन की तुलना छाया से की गई है जो अधिक समय की नहीं होती है और उसका तत्त्व नहीं होता है। -* कभी-कभी “छाया” शब्द को “अन्धकार” के लिए भी काम में लिया जाता है। -* परमेश्वर के पंखों या हाथों की छाया में रखने की चर्चा बाइबल में की गई है। यह सुरक्षित रहने और खतरे से छिप जाने का एक प्रतीकात्मक रूप है। “छाया” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “छाया” या “सुरक्षा” या “निरापदता”। +* कभी-कभी “छाया” शब्द को “अन्धकार” के पर्यायवाची शब्द स्वरुप भी काम में लिया जाता है। +* परमेश्वर के पंखों या हाथों की छाया में रखने की चर्चा बाइबल में की गई है। यह सुरक्षित रहने और खतरे से छिप जाने का एक प्रतीकात्मक रूप है। इन प्रकरणों में “छाया” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “ओट” या “सुरक्षा” या “छत्रछाया”। * उचित तो यह होगा कि “छाया” शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा के उसी शब्द से किया जाए जिसे छाया के लिए काम में लिया जाता है। (यह भी देखें: [अन्धकार](../other/darkness.md), [ज्योति](../other/light.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 राजा 20:8-9](rc://en/tn/help/2ki/20/08) -* [उत्पत्ति 19: 6-8](rc://en/tn/help/gen/19/06) -* [यशायाह 30:1-2](rc://en/tn/help/isa/30/01) -* [यिर्मयाह 06:4-5](rc://en/tn/help/jer/06/04) -* [भजन-संहिता 017:8-10](rc://en/tn/help/psa/017/008) +* [2 राजा 20:9](rc://hi/tn/help/2ki/20/09) +* [उत्पत्ति 19: 8](rc://hi/tn/help/gen/19/08) +* [यशायाह 30:2](rc://hi/tn/help/isa/30/02) +* [यिर्मयाह 6:4](rc://hi/tn/help/jer/06/04) +* [भजन-संहिता 17:8](rc://hi/tn/help/psa/017/008) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2927, H6738, H6751, H6752, H6754, H6757, H6767, G644, G1982, G2683, G4639 +* स्ट्रोंग्स: H2927, H6738, H6751, H6752, H6754, H6757, G644, G1982, G2683, G4639 From 4ae7e68e08fafc738c2f7dfeca9286303743f9af Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 10:24:54 +0000 Subject: [PATCH 141/412] Edit 'bible/other/sister.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sister.md | 10 +++++----- 1 file changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/other/sister.md b/bible/other/sister.md index f7790a5..48fa491 100644 --- a/bible/other/sister.md +++ b/bible/other/sister.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता याकिसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है। +बहन वह स्त्री होती है जो किसी की माता या किसी के पिता के द्वारा अनुवांशिक संबन्ध रखती है. उसे कहा जाता है कि वह किसी की बहन है या उस व्यक्ति की बहन है। * नये नियम में "बहन" शब्द का आलंकारिक उपयोग उस स्त्री के लिए किया जाता है जो यीशु में सहविश्वासी है। * कभी-कभी,"भाइयों और बहनों" शब्द मसीह के सब विश्वासी स्त्री-पुरुष के लिए उपयोग किया गया है। @@ -20,11 +20,11 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 02:16-17](rc://hi/tn/help/1ch/02/16) +* [1 इतिहास 2:16-17](rc://hi/tn/help/1ch/02/16) * [व्यवस्थाविवरण 27:22](rc://hi/tn/help/deu/27/22) -* [फिलेमोन 01:02](rc://hi/tn/help/phm/01/02) -* [रोमियो16:01](rc://hi/tn/help/rom/16/01) +* [फिलेमोन 1:2](rc://hi/tn/help/phm/01/02) +* [रोमियो16:1](rc://hi/tn/help/rom/16/01) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H269, H1323, G27, G79 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H269, H1323, G27, G79 \ No newline at end of file From dc8978fd2617ef9a93435a2f3e8c6358f7cef6e9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 11:11:22 +0000 Subject: [PATCH 142/412] Edit 'bible/other/sow.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sow.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/sow.md b/bible/other/sow.md index 893d1d1..7caa2c6 100644 --- a/bible/other/sow.md +++ b/bible/other/sow.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# पौधे, पौधे, लगाए गए, रोपण, प्रत्यारोपित, पुनर्नामित, प्रत्यारोपित, बोना, बोआ, बोया, बोया, बुवाई # +# पौधे लगाना, पौधे लगाए, रोपित किया, प्रत्यारोपित किया, प्रतिरोपित करना, बोना, बोया, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -एक "पौधे" आम तौर पर कुछ ऐसा होता है जो बढ़ता है और जमीन से जुड़ा होता है। “बोना” अर्थात भूमि में बीज डालना कि पौधे उगें। “बोनेवाला” वह मनुष्य है जो बीज डालता है या पौधे लगाता है। +"पौधे" सामान्यतः भूमि से जुडे उगने वाली वस्तु है| "बोना" अर्थात, भूमि में बीज डालना कि उसमें से पौधे निकलें| "बीज बोने वाला" वह मनुष्य है भूमि में बीज डालता है या बीज उगाता है| -* बीज बोने और पौधे लगाने की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न होती है। एक विधि में बीज हाथ में लेकर भूमि पर बोया जाता हैं। -* एक और विधि है जिसमें भूमि में छेद करके बीज डाले जाते हैं। +* बीज बोने और पौधे लगाने की प्रक्रिया भिन्न-भिन्न होती है। एक विधि में बीज हाथ में लेकर भूमि पर विसर्जित किया जाता हैं। +* एक और विधि है जिसमें भूमि में छेद करके प्रत्येक छेड़ में बीज डाला जाता हैं। * “बोना” शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है जैसे, मनुष्य जो बोता है वही काटता है। कहने का अर्थ है कि मनुष्य बुरा करता है तो नकारात्मक परिणाम भोगता है, अगर कोई व्यक्ति अच्छा करता है, तो उसे सकारात्मक परिणाम प्राप्त होगा । -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* 'बोना' शब्द को "पौधे" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद करने के लिए शब्द रोपण बीज शामिल कर सकते हैं । -* "बोनेवाला" का अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "बोनेबाला" या "किसान" या "व्यक्ति जो पौधों के बीज बोते हैं" शामिल हो सकते हैं। -* अंग्रेजी में, "बो" का उपयोग केवल बीज लगाए जाने के लिए किया जाता है, लेकिन अंग्रेजी शब्द "पौधे" का उपयोग बीज के साथ-साथ बड़ी चीजों जैसे कि वृक्षों के लिए किया जा सकता है। अन्य भाषाओं में भी अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो कि लगाए जा रहे हैं पर निर्भर करता है। -* अभिव्यक्ति "किसी व्यक्ति ने जो कुछ भी बोता है" का भी अनुवाद किया जा सकता है "एक निश्चित प्रकार के बीज की तरह ही एक निश्चित प्रकार का पौधा पैदा होता है, इसी तरह से किसी व्यक्ति की अच्छी कार्रवाइयों से अच्छे परिणाम आएंगे और एक व्यक्ति की बुरी क्रियाएं से बुरा परिणाम आएंगी। " +* 'बोना' शब्द का अनुवाद "उगाना" भी किया जा सकता है। सुनिश्चित करें कि इसका अनुवाद करने के लिए जो शब्द काम में लिया जाए उसका अर्थ बीज बोना हो। +* "बोनेवाला" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "रोपणकर्ता" या "किसान" या "बीज बोने वाला मनुष्य" +* अंग्रेजी में, "बोना" शब्द का उपयोग केवल बीज लगाए जाने के लिए किया जाता है, लेकिन अंग्रेजी शब्द "रोपना" शब्द का उपयोग बीज के साथ-साथ बड़ी वस्तुओं जैसे वृक्षों के लिए भी किया जा सकता है। अन्य भाषाओं में भी अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जा सकता है, जो निर्भर करता है कि क्या रोपित किया जा रहा है। +* "मनुष्य जो बोता है वही काटता है" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, " जिस प्रकार एक बीज विशेष अपनी ही प्रजाति का पौधा उत्पन्न करता है, ठीक उसी प्रकार मनुष्य के सुकर्म भला परिणाम देते हैं और मनुष्य के कुकर्म दुष्परिणाम प्रकट करते हैं|" (यह भी देखें: [बुराई](../kt/evil.md), [भलाई](../kt/good.md), [कटनी](../other/reap.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [गलातियों 06:6-8](rc://en/tn/help/gal/06/06) -* [लूका 08:4-6](rc://en/tn/help/luk/08/04) -* [मत्ती. 06:25-26](rc://en/tn/help/mat/06/25) -* [मत्ती 13:3-6](rc://en/tn/help/mat/13/03) -* [मत्ती. 13:18-19](rc://en/tn/help/mat/13/18) -* [मत्ती. 25:24-25](rc://en/tn/help/mat/25/24) +* [गलातियों 6:8](rc://hi/tn/help/gal/06/08) +* [लूका 8:5](rc://hi/tn/help/luk/08/05) +* [मत्ती. 6:25-26](rc://hi/tn/help/mat/06/25) +* [मत्ती 13:4](rc://hi /tn/help/mat/13/04) +* [मत्ती. 13:19](rc://hi /tn/help/mat/13/19) +* [मत्ती. 25:24](rc://hi /tn/help/mat/25/24) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2221, H2232, H2233, H2236, H4218, H4302, H5193, H7971, H8362, G4687, G4703, G5300, G5452 , G6037 +* Strong's: H2221, H2232, H2233, H2236, H4218, H4302, H5193, H7971, H8362, G4687, G4703, G5452 From 6722a78a856d855802202b7a771e51190b71f433 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 11:43:40 +0000 Subject: [PATCH 143/412] Edit 'bible/other/stumble.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/stumble.md | 39 +++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/other/stumble.md b/bible/other/stumble.md index edc1a7e..52263c0 100644 --- a/bible/other/stumble.md +++ b/bible/other/stumble.md @@ -1,30 +1,29 @@ -# ठोकर, ठोकर खाए, ठोकर खाया, ठोकर खाता # +# ठोकर खाना, लड़खड़ाना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -"ठोकर" खाना अर्थ चलते या भागते समय पांव टकराने के कारण लगभग गिर जाना। इसमें किसी वस्तु से पांव के लगने के कारण गिरना होता है। +"ठोकर" खाना अर्थात, चलते या भागते समय किसी वस्तु के पाँव में आ जाने के कारण "लगभग गिर जाना" -* आलंकारिक रूप में "के प्रति ठोकर खाना" का अर्थ "के प्रति पाप" या "के प्रति "विश्वासघाती" हो सकता है । -* यह शब्द भी एक लढाई से लड़ते समय का कमज़ोरी दिखा रहा है या उन्हें सताया या दंडित किया जा रहा है को दर्शाता है । +* लाक्षणिक भाषा में "ठोकर खाना" का अर्थ होगा, "पाप करना" या विश्वास में "डावांडोल होना" +* यह शब्द युद्ध में लड़ते समय स्ताव के समय या दंड के समय अस्थिर होना या दुर्बलता दिखाना। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* उन संदर्भों में जहां "ठोकर" शब्द का अर्थ शारीरिक रूप से किसी चीज़ की यात्रा पर होता है, इसका अनुवाद एक शब्द के साथ किया जाना चाहिए जिसका मतलब है "लगभग गिरना" या "यात्रा करना।" -* इस संदर्भ में यह सही मायने रखता है कि यदि इस संदर्भ में सही अर्थ का संचार किया जाता है, तो यह शाब्दिक अर्थ भी एक आलंकारिक संदर्भ में इस्तेमाल किया जा सकता है। -* आलंकारिक उपयोगों के लिए जहां प्रोजेक्ट भाषा में शाब्दिक अर्थ नहीं होगा, संदर्भ के आधार पर "ठोकर" का अनुवाद किया जा सकता है, "पाप" या "लड़खड़ा" या "विश्वास करने से रोक" या "कमजोर होना"। -* इस शब्द का अनुवाद करने का एक अन्य तरीका हो सकता है, "पाप करने से ठोकर" या "विश्वास न करने से ठोकर"। -* वाक्यांश "ठोकर करने के लिए बनाया" का अनुवाद "कमजोर होने के कारण" या "लड़खड़ाता" के कारण किया जा सकता है। +* उन संदर्भों में जहां "ठोकर" शब्द का अर्थ शारीरिक रूप से किसी वस्तु से उलझ कर गिर जाना हो तो इसका अनुवाद एक शब्द के साथ किया जाना चाहिए जिसका अर्थ हो, "लगभग गिर ही गया" या "लड़खड़ाना।" +* इस शाब्दिक अर्थ का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जा सकता है, यदि उस प्रसंग मनें इसका अर्थ उचित हो। +* लक्षित भाषा में यदि लाक्षणिक उयोग का शाब्दिक अर्थ भाव प्रकट न करे तो "ठोकर खाना" का अनुवाद किया जा सकता है, "पाप" या "डावांडोल होना" या "विश्वास का त्याग करना" या "दुर्बल हो जाना" परन्तु प्रकरण के आधार पर। +* इस शब्द का अनुवाद करने की एक और युक्ति हो सकती है,दुर्बल बनाने की क्रिया" या "लड़खड़ा देने की क्रिया" -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [सताना](../other/persecute.md), [पाप](../kt/sin.md), [बाधा](../other/stumblingblock.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [सताना](../other/persecute.md), [पाप](../kt/sin.md), [ठोकर का कारण](../other/stumblingblock.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 पतरस 02:7-8](rc://en/tn/help/1pe/02/07) -* [होशे 04:4-5](rc://en/tn/help/hos/04/04) -* [यशायाह 31:3](rc://en/tn/help/isa/31/03) -* [मत्ती 11:4-6](rc://en/tn/help/mat/11/04) -* [मत्ती 18:7-8](rc://en/tn/help/mat/18/07) +* [1 पतरस 2:8](rc://hi/tn/help/1pe/02/08) +* [होशे 4:5](rc://hi/tn/help/hos/04/05) +* [यशायाह 31:3](rc://hi/tn/help/isa/31/3) +* [मत्ती 11:4-6](rc://hi/tn/help/mat/11/04) +* [मत्ती 18:8](rc://hi/tn/help/mat/18/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1762, H3782, H4383, H4384, H5062, H5063, H5307, H6328, H6761, H8058, G679, G4348, G4350, G4417, G4624, G4625 +* स्ट्रोंग्स: H1762, H3782, H4383, H5062, H5063, H5307, H6328, H6761, H8058, G679, G4348, G4350, G4417, G4624, G4625 From 5be059f8c60471314fd30851ada61ec1c3485a43 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 11:55:37 +0000 Subject: [PATCH 144/412] Edit 'bible/other/submit.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/submit.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/submit.md b/bible/other/submit.md index c9df965..fce50db 100644 --- a/bible/other/submit.md +++ b/bible/other/submit.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# अधीन होना, अधीन रहना, अधीनता,अधीनता में +# अधीन होना, अधीनता स्वीकार करना, अधीनता में ## परिभाषा: -“अधीन होना” इसका सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी के या सरकार के अधीन होना। +“अधीन होना” इसका सामान्य अर्थ है स्वैच्छा से किसी मनुष्य के या सरकार के अधिपत्य के अधीन होना। * बाइबल में यीशु के विश्वासियों को कहा गया है कि वे अपने जीवन में परमेश्वर और अन्य अधिकारियों के अधीन रहें। * “एक दूसरे के अधीन रहो” इस निर्देश का अर्थ है, दीनतापूर्वक सुधार स्वीकार करें और अपनी अपेक्षा अन्यों की आवश्यकताओं पर अधिक ध्यान दें। -* “अधीनता में रहना” अर्थात स्वयं को किसी के अधीन रखना। +* “अधीनता में रहना” अर्थात स्वयं को किसी वस्तु या मनुष्य के अधिकाराधीन रखना। ## अनुवाद के सुझाव: -* “अधीन रहो” का अनुवाद “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक प्रतीष्ठा करो और आदर करो”। -* “अधीनता” का अनुवाद “आज्ञा पालन” या “अधिकार को स्वीकार करना” हो सकता है। -* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो” हो सकता है। -* “अधीनता में रहो” का अनुवाद “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो” हो सकता है। +* “अधीन रहो” इस आज्ञा का अनुवाद हो सकता है, “अधिकार के नीचे हो जाओ” या “अगुआई का अनुसरण करो” या “दीनतापूर्वक प्रतीष्ठा करो और आदर करो”। +* “अधीनता” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञा पालन” या “अधिकार का अनुपालन करना" +* “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “आज्ञापालन करो” या “किसी के अधिकाराधीन रहो” +* “अधीनता में रहो” का अनुवाद हो सकता है, “दीनतापूर्वक अधिकार स्वीकार करो” -(यह भी देखें: [विषय](../other/subject.md)) +(यह भी देखें: [प्रजा](../other/subject.md)) ## बाइबल संदर्भ: * [1 कुरिन्थियों 14:34-36](rc://hi/tn/help/1co/14/34) -* [1 पतरस 03:01](rc://hi/tn/help/1pe/03/01) +* [1 पतरस 3:1](rc://hi/tn/help/1pe/03/01) * [इब्रानियों 13:15-17](rc://hi/tn/help/heb/13/15) * [लूका 10:20](rc://hi/tn/help/luk/10/20) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H3584, G5226, G5293 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H3584, G5226, G5293 \ No newline at end of file From 829e4f3576d35568f37cb46346d9dbe4dbe51293 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 12:17:38 +0000 Subject: [PATCH 145/412] Edit 'bible/other/suffer.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/suffer.md | 46 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/other/suffer.md b/bible/other/suffer.md index 0bccf20..d543243 100644 --- a/bible/other/suffer.md +++ b/bible/other/suffer.md @@ -4,41 +4,41 @@ “दुःख उठाना” और “कष्ट भोगना” का सन्दर्भ अनर्थकारी अनुभव से है, जैसे रोग, पीड़ा या अन्य क्लेशों से है। -* जब मनुष्यों को सताया जाता है या जब वे रोगी होते हैं तब उन्हें दुख होता है। +* जब मनुष्यों को सताया जाता है या जब वे रोगी होते हैं तब उन्हें कष्ट होता है। * कभी-कभी मनुष्य अपने गलत कामों के कारण भी दुख उठाता है, कभी-कभी संसार में पाप और रोग के कारण मनुष्य दुख उठाता है। * दुख शारीरिक भी होता है जैसे पीड़ा और रोग। मानसिक दुख भी होता है जैसे भय, उदासी या अकेलापन। * “मुझे सह लो” अर्थात् “मेरे साथ सहनशील रहो” या “मेरी बात सुनो” या “धीरज धरकर सुनो”। ## (अनुवाद के सुझाव: -* “दुख उठाना” का अनुवाद “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिनाइयों का सामना करना" या "क्लेश और कष्टदायक अनुभव होना"। -* संदर्भ के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "कठिनाई क्लेशों का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय" के रूप में किया जा सकता है। -* “प्यास लगना” का अनुवाद “प्यासा होना” या “प्यास के कारण व्याकुल होना” हो सकता है”। -* “हिंसा सहना” का अनुवाद “हिंसा का शिकार होना” या “हिंसक कामों से हानि उठाना” +* “दुख उठाना” का अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा का अनुभव करना” या “कठिनाइयों का सामना करना" या "क्लेश और कष्टदायक अनुभव होना"। +* प्रकरण के आधार पर, "पीड़ा" का अनुवाद हो सकता है, "अत्यंत कठिन परिस्थितियों" या "गंभीर कठिनाइयों" या "क्लेशों का अनुभव" या "दर्दनाक अनुभवों का समय" +* “प्यास लगना” का अनुवाद हो सकता है, “प्यासा होना” या “प्यास के कारण व्याकुल होना” +* “हिंसा सहना” का अनुवाद हो सकता है, “हिंसा का शिकार होना” या “हिंसक कामों से हानि उठाना” ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:14-16](rc://hin/tn/help/1th/02/14) -* [2 थिस्सलुनीकियों 1:3-5](rc://hin/tn/help/2th/01/03) -* [2 तीमुथियुस 1:8](rc://hin/tn/help/2ti/01/08) -* [प्रे.का. 7:11-13](rc://hin/tn/help/act/07/11) -* [यशायाह 53:11](rc://hin/tn/help/isa/53/11) -* [यिर्मयाह 6:6-8](rc://hin/tn/help/jer/06/06) -* [मत्ती. 16:21](rc://hin/tn/help/mat/16/21) -* [भजन-संहिता 22:24](rc://hin/tn/help/psa/022/24) -* [प्रकाशितवाक्य 01:9](rc://hin/tn/help/rev/01/09) -* [रोमियो 05:3-5](rc://hin/tn/help/rom/05/03) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/1th/02/14) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:3-5](rc://hi/tn/help/2th/01/03) +* [2 तीमुथियुस 1:8](rc://hi/tn/help/2ti/01/08) +* [प्रे.का. 7:11-13](rc://hi/tn/help/act/07/11) +* [यशायाह 53:11](rc://hi/tn/help/isa/53/11) +* [यिर्मयाह 6:6-8](rc://hi/tn/help/jer/06/06) +* [मत्ती. 16:21](rc://hi/tn/help/mat/16/21) +* [भजन-संहिता 22:24](rc://hi/tn/help/psa/022/24) +* [प्रकाशितवाक्य 1:9](rc://hi/tn/help/rev/01/09) +* [रोमियो 5:3-5](rc://hi/tn/help/rom/05/03) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[09:13](rc://hin/tn/help/obs/09/13)__ परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके __दुःख__ को निश्चय देखा है |” -* __[38:12](rc://hin/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह __दुःख__ का कटोरा मुझे न पड़े | -* __[42:3](rc://hin/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह __दुःख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा | -* __[42:7](rc://hin/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह __दुःख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |” -* __[44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुःख उठाएगा__, और मारा जाएँगा | -* __[46:4](rc://hin/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुःख उठाना__ पड़ेगा |” -* __[50:17](rc://hin/tn/help/obs/50/17)__ वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई __दुख__, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी | +* __[9:13](rc://hi/tn/help/obs/09/13)__ परमेश्वर ने कहा, “मैं ने अपनी प्रजा के लोग जो मिस्र में है उनके __दुःख__ को निश्चय देखा है |” +* __[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)__ यीशु ने तीन बार प्रार्थना की, “हे मेरे पिता, यदि हो सके तो यह __दुःख__ का कटोरा मुझे पीना न पड़े | +* __[42:3](rc://hi/tn/help/obs/42/03)__ उसने(यीशु) उन्हें भविष्यद्वक्ताओं के वचन स्मरण कराए कि मसीह __दुःख उठाएगा__ और मारा जाएगा और फिर तीसरे दिन जी उठेगा | +* __[42:7](rc://hi/tn/help/obs/42/07)__ उसने(यीशु) कहा, “लिखा है कि मसीह __दुःख__ उठाएग, मारा जायेगा और तीसरे दिन मरे हुओ में से जी उठेगा |” +* __[44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ यधपि तुम जानते नहीं थे कि क्या करते हो, परन्तु परमेश्वर ने तुम्हारे कामो द्वारा ही भविष्यवाणियों को पूरा करने के लिए, कि उसका मसीह __दुःख उठाएगा__, और मारा जाएँगा | +* __[46:4](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ प्रभु ने कहा, "तू चला जा क्योंकि वह तो अन्यजातियों और राजाओं के सामने मेरा नाम प्रगट करने के लिये मेरा चुना हुआ पात्र है | और मैं उसे बताऊँगा कि मेरे नाम के लिये उसे कैसा कैसा __दुःख उठाना__ पड़ेगा |” +* __[50:17](rc://hi/tn/help/obs/50/17)__ वह हर आँसू पोंछ देगा और फिर वहाँ कोई __दुख__, उदासी, रोना, बुराई, दर्द, या मृत्यु नहीं होगी | ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H943, H1741, H1934, H4531, H5142, H5254, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G 2552, G2553, G2561, G3804, G3958, G4310, G4778, G4777, G4841, G5004, +* स्ट्रोंग्स: H943, H1741, H1934, H4531, H5142, H5375, H5999, H6031, H6040, H6041, H6064, H6090, H6770, H6869, H6887, H7661, G91, G941, G971, G2210, G2346, G2347, G2552, G2553, G2561, G3804, G3958, G4310, G4778, G4777, G4841, G5004 \ No newline at end of file From 11b58123b36191dc117eddbe6ea32c1a752f5db7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 12:35:52 +0000 Subject: [PATCH 146/412] Edit 'bible/other/teacher.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/teacher.md | 40 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/other/teacher.md b/bible/other/teacher.md index 8c07f6b..8592f22 100644 --- a/bible/other/teacher.md +++ b/bible/other/teacher.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# गुरु, गुरूओं, उपदेशक # +# गुरु, उपदेशक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -गुरु वह मनुष्य है जो मनुष्यों को नई जानकारी देता है। शिक्षक (उपदेशक) मनुष्यों को ज्ञान एवं प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है। +गुरु वह मनुष्य है जो मनुष्यों को नई जानकारी देता है। शिक्षक मनुष्यों को ज्ञान एवं प्रवीणता प्राप्त करने में सहायक होता है। -* बाइबल में उपदेशक शब्द एक विशेष अर्थ में काम में लिया गया है जो परमेश्वर के बारे में शिक्षा देनेवाले के संदर्भ में है। +* बाइबल में "उपदेशक" शब्द एक विशेष अर्थ में काम में लिया गया है जो परमेश्वर के बारे में शिक्षा देनेवाले के संदर्भ में है। * शिक्षक से ज्ञान प्राप्त करनेवाले को “विद्यार्थी” या “चेला” कहते हैं। * कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में इस शब्द को बड़े अक्षरों में लिखा गया है यदि वह यीशु के संदर्भ में है। @@ -16,25 +16,25 @@ (यह भी देखें: [चेले](../kt/disciple.md), [प्रचार करना](../other/preach.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [सभोपदेशक 01:12-15](rc://en/tn/help/ecc/01/12) -* [इफिसियों 04:11-13](rc://en/tn/help/eph/04/11) -* [गलातियों 06:6-8](rc://en/tn/help/gal/06/06) -* [हबक्कूक 02:18-20](rc://en/tn/help/hab/02/18) -* [याकूब 03:1-2](rc://en/tn/help/jas/03/01) -* [यूहन्ना 01:37-39](rc://en/tn/help/jhn/01/37) -* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39) -* [मत्ती 12:38-40](rc://en/tn/help/mat/12/38) +* [सभोपदेशक 1:12-15](rc://hi/tn/help/ecc/01/12) +* [इफिसियों 4:11-13](rc://hi/tn/help/eph/04/11) +* [गलातियों 6:6-8](rc://hi/tn/help/gal/06/06) +* [हबक्कूक 2:18](rc://hi/tn/help/hab/02/18) +* [याकूब 3:2](rc://hi/tn/help/jas/03/02) +* [यूहन्ना 1:37-39](rc://hi/tn/help/jhn/01/37) +* [लूका 6:40](rc://hi/tn/help/luk/06/40) +* [मत्ती 12:38-40](rc://hi/tn/help/mat/12/38) ## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## -* __[27:01](rc://en/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे __गुरु__ अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?” -* __[28:01](rc://en/tn/help/obs/28/01)__ एक दिन, एक अमीर युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छा __शिक्षक__, मुझे क्या करना चाहिए अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए ?" -* __[37:02](rc://en/tn/help/obs/37/02)__ दो दिन बीतने के बाद, यीशु ने अपने चेलों से कहा, “आओ हम फिर यहूदिया को चलें |” चेलों ने उससे कहा “हे __रब्बी__, कुछ समय पहले तो लोग तुझे मरना चाहते थे |” -* __[38:14](rc://en/tn/help/obs/38/14)__ यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, __गुरु__,” और उसे चूमा | -* __[49:03](rc://en/tn/help/obs/49/03)__ यीशु एक महान __शिक्षक__ भी था, और वह अधिकार के साथ बोलता था क्योंकि वह परमेश्वर का पुत्र है | +* __[27:1](rc://hi/tn/help/obs/27/01)__ एक दिन, यहूदी धर्म में निपुण एक व्यवस्थापक यीशु के पास उसकी परीक्षा लेने के लिए आया, और कहने लगा, “हे __गुरु__ अनन्त जीवन का वारिस होने के लिए मैं क्या करूं?” +* __[28:1](rc://hi/tn/help/obs/28/01)__ एक दिन, एक धनवान युवा शासक यीशु के पास आया और उससे पूछा, "अच्छे __शिक्षक__,अनन्त जीवन प्राप्त करने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?" +* __[37:2](rc://hi/tn/help/obs/37/02)__ दो दिन बीतने के बाद, यीशु ने अपने चेलों से कहा, “आओ हम फिर यहूदिया को चलें |” चेलों ने उससे कहा “हे __रब्बी__, कुछ समय पहले तो लोग तुझे मरना चाहते थे |” +* __[38:14](rc://hi/tn/help/obs/38/14)__ यहूदा यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, __गुरु__,” और उसे चूमा | +* __[49:3](rc://hi/tn/help/obs/49/03)__ यीशु एक महान __शिक्षक__ भी था, और वह अधिकार के साथ बोलता था क्योंकि वह परमेश्वर का पुत्र है | -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3384, H3887, H3925, G1320, G2567, G3547, G5572 +* स्ट्रोंग्स: H3384. H3925, G1320, G2567, G3547, G5572 From fbfa6ef37d42c36b2920fea4942662e5b4161685 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 22 Oct 2021 12:38:08 +0000 Subject: [PATCH 147/412] Edit 'bible/other/tremble.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tremble.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/tremble.md b/bible/other/tremble.md index b846e5f..c0cd962 100644 --- a/bible/other/tremble.md +++ b/bible/other/tremble.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# कांपना, काँप उठना, काँपकर, थरथराते हुए # +# कांपना, थरथराना ## परिभाषा: ## From 8c5cb28195407c0d159e40930398c0830261427b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 04:26:26 +0000 Subject: [PATCH 148/412] Edit 'bible/other/tremble.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tremble.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/tremble.md b/bible/other/tremble.md index c0cd962..0af7b51 100644 --- a/bible/other/tremble.md +++ b/bible/other/tremble.md @@ -2,24 +2,24 @@ ## परिभाषा: ## -“कांपना” (थरथराकर) अर्थात भय या घोर निराशा के कारण कंपकंपाना। +“कांपना” (थरथराना) अर्थात भय या घोर निराशा के कारण कंपकंपाना या लगातार कुछ-कुछ हिलना। इस शब्द को लाक्षणिक भाषा में भी काम में लिया जाता है जिसका अर्थ है, "अत्यधिक भयभीत होना|" -* इसका प्रतीकात्मक उपयोग “अत्यधिक भयभीत” होने से है। -* कभी-कभी जब जमीन हिलती है, तो इसे "कांपना" कहा जाता है। यह भूकंप के दौरान या बहुत जोर से आवाज़ के प्रतिक्रिया में हो सकती है। -* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर की उपस्थिति में पृथ्वी कांप उठती है। इसका अर्थ है कि पृथ्वी के लोग परमेश्वर के भय से कांप उठेंगे या पृथ्वी कांप उठेगी। -* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है “भय माने” या “परमेश्वर से डरो” या “कांप उठो” या प्रकरण के अनुसार। + +* कभी-कभी जब जमीन हिलती है, तो इसे "कम्पन" कहा जाता है। ऐसा भूकंप के समय या भयानक विस्फोट के समय होता है। +* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर की उपस्थिति में पृथ्वी कांप उठेगी। इसका अर्थ है कि पृथ्वी के लोग परमेश्वर के भय से कांप उठेंगे या पृथ्वी ही कांप उठेगी। +* इस शब्द का अनुवाद प्रकार के अनुसार हो सकता है, “भय माने” या “परमेश्वर से डरो” या “कांप उठो” या प्रकरण के अनुसार। (यह भी देखें: [पृथ्वी](../other/earth.md), [भय](../kt/fear.md), [प्रभु](../kt/lordgod.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 07:15-16](rc://en/tn/help/2co/07/15) -* [2 शमूएल 22:44-46](rc://en/tn/help/2sa/22/44) -* [प्रे.का. 16:29-31](rc://en/tn/help/act/16/29) -* [यिर्मयाह 05:20-22](rc://en/tn/help/jer/05/20) -* [लूका 08:47-48](rc://en/tn/help/luk/08/47) +* [2 कुरिन्थियों 7:15](rc://hi/tn/help/2co/07/15) +* [2 शमूएल 22:44-46](rc://hi/tn/help/2sa/22/44) +* [प्रे.का. 16:29-31](rc://hi/tn/help/act/16/29) +* [यिर्मयाह 5:22](rc://hi/tn/help/jer/05/22) +* [लूका 8:47](rc://hi/tn/help/luk/08/47) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1674, H2111, H2112, H2151, H2342, H2648, H2729, H2730, H2731, H5128, H5568, H6342, H6426, H6427, H7264, H7268, H7269, H7322, H7460, H7461, H7478, H7481, H7493, H7578, H8078, H8653, G1719, G1790, G5141, G5156, G5425 +* स्ट्रोंग्स: H1674, H2111, H2112, H2151, H2342, H2648, H2729, H2730, H2731, H5128, H5568, H6342, H6426, H6427, H7264, H7268, H7269, H7322, H7460, H7461, H7481, H7493, H7578, H8078, H8653, G1790, G5141, G5156, G5425 \ No newline at end of file From ad4103e8fb7d0e6f9ad353f7ce246f17a0d8d0d8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 04:43:36 +0000 Subject: [PATCH 149/412] Edit 'bible/other/trial.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/trial.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/trial.md b/bible/other/trial.md index 6a9a47a..45f9f4a 100644 --- a/bible/other/trial.md +++ b/bible/other/trial.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# परीक्षा, दुःख # +# परीक्षा, सिद्ध करना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“परीक्षा” का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखना” या “जांचना”। +“परीक्षा” शब्द का सन्दर्भ उस परिस्थिति से है जिसमें कोई वस्तु या मनुष्य का अर्थ है किसी वस्तु या मनुष्य को “परखा” या “जांचा” जाता है। * अभियोग अर्थात् न्यायिक सुनवाई जिसमें मनुष्य को दोषी या निर्दोष सिद्ध करने के लिए प्रमाणों को प्रस्तुत किया जाता है। -* परमेश्वर द्वारा विश्वास को परखने के लिए उत्पन्न की गई कठिन परिस्थितियों को भी “परीक्षा” कहा जाता है। इसके लिए अन्य शब्द है "परीक्षण" या "प्रलोभन" विशेष प्रकार का परीक्षण है। -* बाइबल में अनेक मनुष्यों की परीक्षा ली गई थी कि परमेश्वर के प्रति उनके विश्वास एवं आज्ञाकारिता का निश्चय किया जाए। वे नाना प्रकार की परीक्षाओं से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, बन्दीगृह में डाले जाना या विश्वास के कारण घात किए जाना। +* परमेश्वर द्वारा मनुष्य के विश्वास को परखने के लिए उत्पन्न की गई कठिन परिस्थितियों को भी “परीक्षा” कहा जाता है। इसके लिए अन्य शब्द है "परखना" या "प्रलोभन" जो विशेष प्रकार की परीक्षा है। +* बाइबल में अनेक मनुष्यों की परीक्षा ली गई थी कि परमेश्वर के प्रति उनके विश्वास एवं आज्ञाकारिता का निश्चय किया जाए। वे नाना प्रकार की परीक्षाओं से होकर निकले जैसे कोड़े खाना, बन्दीगृह में डाले जाना या विश्वास के कारण घात भी किए जाना। -(यह भी देखें: [परीक्षा करना](../kt/tempt.md), [परीक्षा](../kt/test.md), [निर्दोष](../kt/innocent.md), [दोष](../kt/guilt.md)) +(यह भी देखें: [परीक्षा करना](../kt/tempt.md), [परखा जाना](../kt/test.md), [निर्दोष](../kt/innocent.md), [दोष](../kt/guilt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 04:34](rc://en/tn/help/deu/04/34) -* [यहेजकेल 21:12-13](rc://en/tn/help/ezk/21/12) -* [विलापगीत 03:58-61](rc://en/tn/help/lam/03/58) -* [नीतिवचन 25:7-8](rc://en/tn/help/pro/25/07) +* [व्यवस्थाविवरण 4:34](rc://hi/tn/help/deu/04/34) +* [यहेजकेल 21:12-13](rc://hi/tn/help/ezk/21/12) +* [विलापगीत 3:58-61](rc://hi/tn/help/lam/03/58) +* [नीतिवचन 25:7-8](rc://hi /tn/help/pro/25/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3984, G3986, G4451 +* Strong's: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986 From 4277025cae89cf2beb40c2600d387b2dfb1ae49f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 04:47:53 +0000 Subject: [PATCH 150/412] Edit 'bible/other/tribe.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tribe.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/tribe.md b/bible/other/tribe.md index ed1d3ea..17ab54b 100644 --- a/bible/other/tribe.md +++ b/bible/other/tribe.md @@ -6,7 +6,7 @@ * एक ही गोत्र के लोग एक ही भाषा एवं संस्कृति को साझा करते है। * पुराने नियम में, परमेश्वर ने इस्राएल को 12 गोत्रों में विभाजित किया था। प्रत्येक गोत्र याकूब के किसी एक पुत्र या पोते का वंश था। -* गोत्र एक जाति से छोटा परन्तु कुल से बड़ा था। +* गोत्र जाति से छोटा परन्तु कुल से बड़ा था। (यह भी देखें: [कुल](../other/clan.md), [जाति](../other/nation.md), [समुदाय](../other/peoplegroup.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) From 4d235a01d968e3c2423316b0a6bebf198c3a8663 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:02:20 +0000 Subject: [PATCH 151/412] Edit 'bible/other/tribulation.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tribulation.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/tribulation.md b/bible/other/tribulation.md index 07d0473..4812b82 100644 --- a/bible/other/tribulation.md +++ b/bible/other/tribulation.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# क्लेश # +# विपत्ति, क्लेश, दुःख -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “क्लेश” शब्द का अर्थ है, कठिनाइयां, कष्ट और विपत्ति। -* नये नियम में लिखा है कि मसीही विश्वासियों पर क्लेश का समय आएगा और अन्य प्रकार की क्लेश क्योंकि इस संसार में कई लोग यीशु की शिक्षाओं के विरोध में होंगे। -* बाइबल में “महाक्लेश” शब्द काम में लिया गया है जो यीशु के पुनः आगमन से पूर्व का समय होगा जब अनेक वर्षों तक पृथ्वी पर परमेश्वर का प्रकोप उण्डेला जाएगा। +* नये नियम में लिखा है कि एल समय ऐसा आएगा जब मसीही विश्वासियों को सताव तथा अन्य प्रकार के क्लेशों का सामना करना पडेगा क्योंकि इस संसार में अनेक मनुष्य यीशु की शिक्षाओं के विरोधी होंगे। + * “क्लेश” का अनुवाद हो सकता है, “घोर पीढ़ा का समय” या “भयानक कष्टों का समय” या “महान परेशानियों का समय”। (यह भी देखें: [पृथ्वी](../other/earth.md), [शिक्षा देना](../other/teach.md), [प्रकोप](../kt/wrath.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [मरकुस 04:16-17](rc://en/tn/help/mrk/04/16) -* [मरकुस 13:17-20](rc://en/tn/help/mrk/13/17) +* [मरकुस 4:17](rc://en/tn/help/mrk/04/16) +* [मरकुस 13:19](rc://en/tn/help/mrk/13/19) * [मत्ती 13:20-21](rc://en/tn/help/mat/13/20) -* [मत्ती 24:9-11](rc://en/tn/help/mat/24/09) +* [मत्ती 24:9](rc://en/tn/help/mat/24/09) * [मत्ती 24:29](rc://en/tn/help/mat/24/29) -* [रोमियो 02:8-9](rc://en/tn/help/rom/02/08) +* [रोमियो 2:9](rc://en/tn/help/rom/02/0) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6869, G2346, G2347 +* स्ट्रोंग्स: H6869, G2347, G4423 From 3308be11e6779b3b58adbe9995bf2bb8eb4256ef Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:04:09 +0000 Subject: [PATCH 152/412] Edit 'bible/other/tribe.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tribe.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/tribe.md b/bible/other/tribe.md index 17ab54b..898f6ad 100644 --- a/bible/other/tribe.md +++ b/bible/other/tribe.md @@ -20,4 +20,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H523, H4294, H7625, H7626, G1429, G5443 +* स्ट्रोंग्स: H523, H4294, H7625, H7626, G1429, G5443 \ No newline at end of file From 799282d31fa4bcba7c9140e40120fc7b4be21e74 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:06:03 +0000 Subject: [PATCH 153/412] Edit 'bible/other/trial.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/trial.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/trial.md b/bible/other/trial.md index 45f9f4a..47563ad 100644 --- a/bible/other/trial.md +++ b/bible/other/trial.md @@ -19,4 +19,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986 +* स्ट्रोंग्स: H974, H4531, H4941, H7378, G178, G1382, G1383, G2919, G3986 \ No newline at end of file From 60ca02cdda8926411f32c616d2a4d7ab56a999d0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:32:49 +0000 Subject: [PATCH 154/412] Edit 'bible/other/vain.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/vain.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/vain.md b/bible/other/vain.md index 81139a4..e37709b 100644 --- a/bible/other/vain.md +++ b/bible/other/vain.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# व्यर्थ, अनर्थ, घमंड# +# व्यर्थ, निस्सारता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -शब्द "व्यर्थ" और "घमंड" कुछ ऐसा वर्णन करते हैं जो बेकार या बेहद अस्थायी है। +शब्द "व्यर्थ" और "निस्सारता" शब्द ऎसी स्थिति का वर्णन करते हैं जो किसी काम की नहीं है या अत्यधिक अस्थायी है। -* पुराने नियम में मूर्तियों को व्यर्थ,चीजों के रूप में वर्णित किया जाता है जो बेकार हैं और कुछ भी नहीं कर सकती हैं। -* यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि वहाँ प्रयास या कार्य से कुछ भी उपलब्ध नहीं हुआ है। "व्यर्थ" वाक्यांश का अनुवाद विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है, जिसमें शामिल हैं: "परिणाम के बिना;" "कोई परिणाम नहीं?" "बिना किसी वजह के;" "बिना किसी उद्देश्य के," या "बिना किसी उद्देश्य के।" -* प्रकरण के अनुसार “व्यर्थ” शब्द का अनुवाद “खाली” या “निकम्मा” या “निराशाजनक” या “घटिया” या “अर्थहीन” हो सकता है। +* पुराने नियम में मूर्तियों को "व्यर्थ" वस्तुएं कहा गया है जो निकम्मी है और कुछ कर नहीं सकती हैं। +* यदि कोई काम “व्यर्थ” में किया गया है तो इसका अर्थ है कि उसके लिए किए गयी प्रयास या कार्य कुछ भी उपलब्ध नहीं कर पाए हैं। "व्यर्थ में", इस उक्ति का अनुवाद विभिन्न रूपों में किया जा सकता है, जैसे: "परिणाम के बिना;" "कोई परिणाम नहीं?" "निरर्थक", "अकारण", या "निरुद्देश्य" +* प्रकरण के अनुसार “व्यर्थ” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “खाली” या “निकम्मा” या “निराशाजनक” या “घटिया” या “अर्थहीन” हो सकता है। (यह भी देखें: [झूठे ईश्वर](../kt/falsegod.md), [योग्य](../kt/worthy.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 कुरिन्थियों 15:1-2](rc://hi/tn/help/1co/15/01) * [1 शमूएल 25:21-22](rc://hi/tn/help/1sa/25/21) -* [2 पतरस 02:18](rc://hi/tn/help/2pe/02/18) +* [2 पतरस 2:18](rc://hi/tn/help/2pe/02/18) * [यशायाह 45:19](rc://hi/tn/help/isa/45/19) -* [यिर्मयाह 02:29-31](rc://hi/tn/help/jer/02/29) -* [मत्ती 15:7-09](rc://hi/tn/help/mat/15/09) +* [यिर्मयाह 2:29-31](rc://hi/tn/help/jer/02/29) +* [मत्ती 15:9](rc://hi/tn/help/mat/15/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: H1891, H1892, H2600, H7307, H7385, H7387, H7723, H8193, H8267, H8414, G945, G1500, G2756, G2758, G2761, G3151, G3152, G3153, G3155 From cc1a45ea7f44e3a74769fd7302f17d6e3b90dde8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:42:05 +0000 Subject: [PATCH 155/412] Edit 'bible/other/vine.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/vine.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/vine.md b/bible/other/vine.md index 0f1715c..26c54a8 100644 --- a/bible/other/vine.md +++ b/bible/other/vine.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# दाखलता, दाखलताओं # +# दाख, दाखलता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -शब्द "बेल" एक पौधे को संदर्भित करता है जो जमीन के साथ पिछड़े हुए या पेड़ों और अन्य संरचनाओं पर चढ़ने से बढ़ता है। बाइबल में “दाखलता” शब्द केवल फल लानेवाली लता के लिए काम में लिया गया है और अधिकतर दाखलता के लिए काम में लिया गया है। +"लता" शब्द ऐसे पौधे को संदर्भित करता है जो भूमि पर फैलता है या पेड़ों और अन्य संरचनाओं पर चढ़ने से बढ़ता है। बाइबल में “दाखलता” शब्द केवल फल लानेवाली लता के लिए काम में लिया गया है और अधिकतर दाखलता के लिए काम में लिया गया है। -* बाइबल में "दाखलता" अधिकतर “अंगूर की बेल” के संदर्भ में काम में लिया गया है। +* बाइबल में "दाखलता" लगभग सदैव ही “अंगूर की बेल” के संदर्भ में काम में लिया गया है। * अंगूर की शाखाएं मुख्य तने से जुड़ी होती हैं जो उन्हें पानी और अन्य पोषक तत्व देती हैं ताकि वे बढ़ सकें। -* यीशु ने स्वयं को “दाखलता” और विश्वासियों को “डालियाँ” कहा है। यहाँ “दाखलता” का अनुवाद हो सकता है “दाखलता की डाली” या “शाखा”।(देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* यीशु ने स्वयं को “दाखलता” और विश्वासियों को “डालियाँ” कहा है। यहाँ “दाखलता” का अनुवाद हो सकता है “दाखलता की डाली” या “दाख की शाखा”।(देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) -(यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [दाख की बारी](../other/vineyard.md)) +(यह भी देखें: [दाख](../other/grape.md), [दाख की बारी](../other/vineyard.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 40:9-11](rc://en/tn/help/gen/40/09) -* [उत्पत्ति 49:11-12](rc://en/tn/help/gen/49/11) -* [यूहन्ना 15:1-2](rc://en/tn/help/jhn/15/01) -* [लूका 22:17-18](rc://en/tn/help/luk/22/17) -* [मरकुस 12:1-3](rc://en/tn/help/mrk/12/01) -* [मत्ती 21:35-37](rc://en/tn/help/mat/21/35) +* [उत्पत्ति 40:9](rc://hi/tn/help/gen/40/09) +* [उत्पत्ति 49:11](rc://hi/tn/help/gen/49/11) +* [यूहन्ना 15:1](rc://hi/tn/help/jhn/15/01) +* [लूका 22:18](rc://hi/tn/help/luk/22/18) +* [मरकुस 12:3](rc://hi/tn/help/mrk/12/03) +* [मत्ती 21:35-37](rc://hi/tn/help/mat/21/35) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5139, H1612, H8321, G288, G290, G1009, G1092 +* स्ट्रोंग्स: H5139, H1612, H8321, G288, G290, G1009, G1092 From 3412b202f6c067b8a6d409e0bd26d790b0c81224 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 05:49:14 +0000 Subject: [PATCH 156/412] Edit 'bible/other/warrior.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/warrior.md | 9 ++++----- 1 file changed, 4 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/other/warrior.md b/bible/other/warrior.md index 758b523..dd9574a 100644 --- a/bible/other/warrior.md +++ b/bible/other/warrior.md @@ -7,8 +7,7 @@ * “योद्धा” एक सामान्य एवं व्यापक शब्द है जो युद्ध में निपुण एवं साहसी मनुष्य के सन्दर्भ में होता है। * यहोवा को प्रतीकात्मक रूप में “योद्धा” कहा गया है। * “सैनिक” शब्द विशेष करके उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जो किसी सेना में सेवारत है या युद्ध में लड़ रहा है। -* यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने जैसे उत्तरदायित्वों के निर्वाह हेतु नियुक्त किए गए थे -। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बन्दी बनाए हुए थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था। +* यरूशलेम में रोमी सैनिक व्यवस्था बनाए रखने और बन्दियों को मृत्युदण्ड देने जैसे उत्तरदायित्वों के निर्वाह हेतु नियुक्त किए गए थे। वे यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसकी चौकसी में थे और कुछ को उसकी कब्र पर चौकसी करने के लिए भी रखा गया था। * अनुवादक को ध्यान देना है कि उसकी भाषा में “योद्धा” और “सैनिक” के लिए दो अलग-अलग शब्द हैं, जिनका अर्थ और उपयोग भी अलग अलग है। @@ -17,11 +16,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 21:5](rc://hin/tn/help/1ch/21/05 ) -* [प्रे.का. 21:33](rc://hin/tn/help/act/21/333) +* [प्रे.का. 21:33](rc://hin/tn/help/act/21/33) * [लूका 3:14](rc://hin/tn/help/luk/03/14) * [लूका 23:11](rc://hin/tn/help/luk/23/11) -* [मत्ती. 08:8-10](rc://hin/tn/help/mat/08/08) +* [मत्ती. 8:8-10](rc://hin/tn/help/mat/08/08) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961 +* स्ट्रोंग्स: , H352, H510, H1368, H1416, H1995, H2389, H2428, H2502, H3715, H4421, H5971, H6518, H6635, H7273, H7916, G4686, G4753, G4754, G4757, G4758, G4961 From a72806ad5e832bc0a45141d7f6ff4ac96b0387b0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 06:04:34 +0000 Subject: [PATCH 157/412] Edit 'bible/other/water.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/water.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/water.md b/bible/other/water.md index 508d6af..bde986a 100644 --- a/bible/other/water.md +++ b/bible/other/water.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# पानी, जल, पानी पिलाया, पानी देना # +# पानी,  गहरा ## परिभाषा: ## @@ -11,24 +11,24 @@ * पुराने नियम में परमेश्वर को उसके लोगों के लिए “जीवन जल” का सोता कहा गया है। इसका अर्थ है कि वह आत्मिक शक्ति और नवजीवन का सोत है * नये नियम में यीशु ने “जीवन जल” उक्ति का उपयोग किया है जो मनुष्य को बदलने तथा नवजीवन देने के लिए पवित्र आत्मा का कार्य है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “पानी भरना” का अनुवाद होगा, “बाल्टी द्वारा कूएँ से पानी निकालना” * “उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियां बह निकलेंगी”। इसका अनुवाद हो सकता है, “पवित्र आत्मा का सामर्थ्य और आशिषें उनमें से नदियों के सदृश्य बहने लगेंगी” “आशिषों” के स्थान में “वरदान” या “फल” या “ईश्वरीय गुण” का उपयोग किया जा सकता है। -* कूएँ पर उस सामरी स्त्री से बातें करते समय “जीवन जल” का अनुवाद “जीवनदायक जल” या “पानी जो जीवन देता है” किया जा सकता है। इस संदर्भ में पानी की उपमा को अनुवाद में प्रकट करना है। -* प्रकरण के अनुसार, “पानी” और “बहुत पानी” का अनुवाद “घोर कष्ट” हो सकता है (जो आपको पानी की तरह चारों ओर से घेरे होता है) "या" भारी कठिनाइयों (जैसे पानी की बाढ़) "या "बड़ी मात्रा में पानी "। +* कूएँ पर यीशु उस सामरी स्त्री से बातें करता है तो उस परिदृश्य में, “जीवन जल” का अनुवाद हो सकता है, “जीवनदायक जल” या “पानी जो जीवन देता है” इस संदर्भ में पानी की उपमा को ही अनुवाद में प्रकट करना आवश्यक है। +* प्रकरण के अनुसार, “पानी” और “बहुत पानी” का अनुवाद हो सकता है, “घोर कष्ट” (जो आपको पानी की तरह चारों ओर से घेरे हो) "या" अदम्य कठिनाइयां (जैसे पानी की बाढ़) "या "बड़ी मात्रा में पानी "। (यह भी देखें: [जीवन](../kt/life.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 08:36-38](rc://en/tn/help/act/08/36) -* [निर्गमन 14:21-22](rc://en/tn/help/exo/14/21) -* [यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/jhn/04/09) -* [यूहन्ना 04:13-14](rc://en/tn/help/jhn/04/13) -* [यूहन्ना 04:15-16](rc://en/tn/help/jhn/04/15) -* [मत्ती 14:28-30](rc://en/tn/help/mat/14/28) +* [प्रे.का. 08:36-38](rc://hi/tn/help/act/08/36) +* [निर्गमन 14:21-22](rc://hi/tn/help/exo/14/21) +* [यूहन्ना 04:9-10](rc://hi/tn/help/jhn/04/10) +* [यूहन्ना 04:13-14](rc://hi/tn/help/jhn/04/14) +* [यूहन्ना 04:15-16](rc://hi/tn/help/jhn/04/15) +* [मत्ती 14:28-30](rc://hi/tn/help/mat/14/28) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2222, H4325, H4529, H4857, H7301, H7783, H8248, G504, G4215, G4222, G5202, G5204 +* Strong's: H2222, H4325, H4529, H4857, H7301, H7783, H8248, H8415 G504, G4215, G4222, G5202, G5204 From eaab94ff4a62002a58f1865ae18608be5be917c8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 23 Oct 2021 06:13:47 +0000 Subject: [PATCH 158/412] Edit 'bible/other/wrong.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/wrong.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/wrong.md b/bible/other/wrong.md index 03e0826..b4fe37a 100644 --- a/bible/other/wrong.md +++ b/bible/other/wrong.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# बुरा, गलत करना, बुरा किया, गलत तरीके से, बुरा करनेवाले, दुर्व्यवहार, सताया हुआ, चोट पहुँचाना, कष्टदायक +# बुरा, गलत करना, बुरा करनेवाला, दुर्व्यवहार, चोट पहुँचाना, कष्टदायक ## परिभाषा: “बुरा” करने का अर्थ है किसी के साथ अन्याय करना या अनिष्ठ व्यवहार करना। -* शब्द "दुर्व्यवहार"; का अर्थ है किसी व्यक्ति के साथ बुरा या कठोर व्यवहार करना, उस व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक कष्ट पहुंचाना। -* शब्द "चोट"; अधिक सामान्य है और इसका मतलब है "किसी को किसी तरह नुकसान पहुंचाना।" इसमें अक्सर "शारीरिक चोट" का अर्थ होता है। -* संदर्भ के आधार पर, इन शब्दों का अनुवाद "गलत करना" या "अन्याय का व्यवहार"; या "हानि पहुँचाना" या "हानिकारक व्यवहार करना" या "चोट पहुँचाना," आदि रूप में किया जा सकता है। +* "दुर्व्यवहार" शब्द का अर्थ है किसी व्यक्ति के साथ बुरा या कठोर व्यवहार करना, उस व्यक्ति को शारीरिक या मानसिक कष्ट पहुंचाना। +* "चोट" शब्द अधिक सामान्य है और इसका अर्थ है "किसी को किसी प्रकार हानि पहुंचाना।" इसमें अक्सर "शारीरिक चोट" का अभिप्राय होता है। +* संदर्भ के आधार पर, इन शब्दों का अनुवाद हो सकता है, " किसी के साथ गलत करना" या "अन्याय का व्यवहार करना" या "हानि पहुँचाना" या "हानिकारक व्यवहार करना" या "चोट पहुँचाना," आदि। ## बाइबल संदर्भ: -* [प्रे.का. 07:26](rc://hi/tn/help/act/07/26) +* [प्रे.का. 7:26](rc://hi/tn/help/act/07/26) * [निर्गमन 22:21](rc://hi/tn/help/exo/22/21) -* [उत्पत्ति 16:05](rc://hi/tn/help/gen/16/05) -* [लूका 06:28](rc://hi/tn/help/luk/06/28) +* [उत्पत्ति 16:5](rc://hi/tn/help/gen/16/05) +* [लूका 6:28](rc://hi/tn/help/luk/06/28) * [मत्ती. 20:13-14](rc://hi/tn/help/mat/20/13) -* [भजन संहिता 071:13](rc://hi/tn/help/psa/071/013) +* [भजन संहिता 71:13](rc://hi/tn/help/psa/071/013) ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H205, H816, H2248, H2250, H2255, H2257, H2398, H2554, H2555, H3238, H3637, H4834, H5062, H5142, H5230, H5627, H5753, H5766, H5791, H5792, H5916, H6031, H6087, H6127, H6231, H6485, H6565, H6586, H7451, H7489, H7563, H7665, H7667, H7686, H8133, H8267, H8295, G91, G92, G93, G95, G264, G824, G983, G984, G1536, G1626, G1651, G1727, G1908, G2556, G2558, G2559, G2607, G3076, G3077, G3762, G4122, G5195, G5196 +* स्ट्रोंग्स: H0205, H0816, H2248, H2250, H2255, H2257, H2398, H2554, H2555, H3238, H3637, H4834, H5062, H5142, H5230, H5627, H5753, H5766, H5791, H5792, H5916, H6031, H6087, H6127, H6231, H6485, H6565, H6586, H7451, H7489, H7563, H7665, H7667, H7686, H8133, H8267, H8295, G0091, G0092, G0093, G0095, G0264, G0824, G0983, G0984, G1536, G1626, G1651, G1727, G1908, G2556, G2558, G2559, G2607, G3076, G3077, G3762, G4122, G5195, G5196 \ No newline at end of file From d4167497b1992acff67f19c0a5f47e22d833013a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 05:41:51 +0000 Subject: [PATCH 159/412] Edit 'bible/kt/antichrist.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/antichrist.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/kt/antichrist.md b/bible/kt/antichrist.md index 5473ce6..14d37b5 100644 --- a/bible/kt/antichrist.md +++ b/bible/kt/antichrist.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# मसीह विरोधी, +# मसीह विरोधी, ## परिभाषा: @@ -11,18 +11,18 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द के अनुवाद करने के लिए ऐसे शब्द या उक्तियां हो सकती हैं जिनका अर्थ हो, “मसीह का विरोधी” या “मसीह का बैरी” या “मसीह का विरोध करनेवाला मनुष्य” -* “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देता है।” -* इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hin/ta/man/translate/translate-unknown)) +* “मसीह विरोधी की आत्मा” का अनुवाद हो सकता है, “आत्मा जो मसीह के विरुद्ध है”। या “(कोई) मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देता है” या “मसीह के बारे में झूठी शिक्षा पर विश्वास करने की प्रवृत्ति” या “बुरी आत्मा जो मसीह के बारे में झूठी शिक्षा देती है।” +* इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अनावरण](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md)) +(यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [प्रकट करना](../kt/reveal.md), [क्लेश](../other/tribulation.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:18](rc://hin/tn/help/1jn/02/18) -* [1 यूहन्ना 04:3](rc://hin/tn/help/1jn/04/03) -* [2 यूहन्ना 01:7](rc://hin/tn/help/2jn/01/07) +* [1 यूहन्ना 2:18](rc://hi/tn/help/1jn/02/18) +* [1 यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/1jn/04/03) +* [2 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/2jn/01/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G500 +* स्ट्रोंग्स: G500 From 18b9f168fe5a7dcf4ae1101a9e3979791dcd44a2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 06:02:08 +0000 Subject: [PATCH 160/412] Edit 'bible/kt/bornagain.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/bornagain.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/kt/bornagain.md b/bible/kt/bornagain.md index c706618..e270551 100644 --- a/bible/kt/bornagain.md +++ b/bible/kt/bornagain.md @@ -1,14 +1,14 @@ # नए सिरे से जन्म लेना, परमेश्‍वर से जन्मा, नया जन्म -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“नए सिरे से जन्म लेना” शब्द का प्रयोग पहली बार यीशु ने मनुष्य में बदलाव और आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन का वर्णन करने के लिए किया था। शब्द :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" की तुलना एक व्यक्ति को नया आत्मिक जीवन देने से किया गया है| +“नए सिरे से जन्म लेना” इस उक्ति का प्रयोग पहली बार यीशु ने किया था कि वर्णन करे कि परमेश्वर द्वारा मनुष्य को आत्मिक मृत्यु से आत्मिक जीवन में बदल दी जाने का अर्थ क्या है| :परमेश्वर से जन्मा" और "आत्मा से जन्मा" का सन्दर्भ भी मनुष्य को आत्मिक नवजीवन प्रदान किए जाने से है| * सब मनुष्य जन्म से आत्मिक रूप से मृत होते हैं परन्तु मसीह यीशु को अपना उद्धारकर्ता ग्रहण करने पर वे “नया जन्म” लेते है। -* आत्मिक नव जीवन के पल में, पवित्र आत्मा विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे। +* आत्मिक नव जीवन के पल से ही पवित्र आत्मा नव विश्वासी में अन्तर्वास करने लगता है और उसे सामर्थ देता है कि वह आत्मिक फल उत्पन्न करे। * मनुष्य को नवजीवन प्रदान करना और परमेश्वर की सन्तान बनाना परमेश्वर ही का काम है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “नया जन्म” के अनुवाद के अन्य रूप हैं, “नवजीवन पाना” या “आत्मिक जन्म होना” * उचित होगा कि इसका शब्दशः अनुवाद किया जाए और लक्षित भाषा में सामान्य शब्दों का उपयोग करें जिसका अर्थ जन्म लेना हो। @@ -18,15 +18,15 @@ (यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [उद्धार](../kt/salvation.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूह. 03:09](rc://en/tn/help/1jn/03/09) -* [1 पतरस 01:3](rc://en/tn/help/1pe/01/03) -* [1 पतरस 01:23](rc://en/tn/help/1pe/01/22) -* [यूह. 03:04](rc://en/tn/help/jhn/03/03) -* [यूह. 03:07](rc://en/tn/help/jhn/03/07) -* [तीतुस 03:05](rc://en/tn/help/tit/03/04) +* [1 यूह. 3:9](rc://hi/tn/help/1jn/03/09) +* [1 पतरस 1:3](rc://hi/tn/help/1pe/01/03) +* [1 पतरस 1:23](rc://hi/tn/help/1pe/01/23) +* [यूह. 3:4](rc://hi/tn/help/jhn/03/04) +* [यूह. 3:7](rc://hi/tn/help/jhn/03/07) +* [तीतुस 3:5](rc://hi/tn/help/tit/03/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G313, G509, G1080, G3824 +* स्ट्रोंग्स: G313, G509, G1080, G3824 From 0828f9f09b444cc19704da99072aa2b12532879b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 06:18:57 +0000 Subject: [PATCH 161/412] Edit 'bible/kt/falsegod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/falsegod.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/kt/falsegod.md b/bible/kt/falsegod.md index 05ee093..37bd522 100644 --- a/bible/kt/falsegod.md +++ b/bible/kt/falsegod.md @@ -1,11 +1,11 @@ # देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: झूठा ईश्वर वह है जिसकी उपासना मनुष्य एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में करते हैं। “देवी” अर्थात झूठी देवी-देवता का स्त्री रूप। * झूठे देवी-देवता अस्तित्ववान नहीं हैं। यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है। -* मनुष्य अपने झूठे देवी देवताओं को प्रकट करने के लिए मूर्तियां बनाता है। +* मनुष्य कभी-कभी वस्तुओं की मूर्तियाँ बना कर अपने झूठे देवी देवताओं का प्रतिरूप तैयार कर लेता है। * बाइबल में परमेश्वर के लोग बार-बार उसकी अवज्ञा करके इन झूठे देवी-देवताओं की पूजा करने लगे थे। * दुष्टात्माएं मनुष्यों को धोखा देती हैं कि वे विश्वास करें कि जिन झूठे ईश्वरों और मूर्तियों की वे पूजा करते हैं उनमें शक्ति है। * बाल, दगोन, मोलेक, ये तीन उन अनेक झूठे ईश्वरों में थे जिनकी पूजा बाइबल युग में की जाती थी। @@ -13,11 +13,11 @@ -एक मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं ताकि वे इसकी पूजा कर सकें। कुछ को "मूर्तिपूजक" के रूप में वर्णित किया जाता है यदि इसमें एक सच्चे परमेश्वर के अलावा किसी अन्य को सम्मान देना शामिल है। +मूर्ति एक वस्तु है जिसे लोग बनाते हैं कि वे उसकी पूजा कर सकें। "मूर्तिपूजक" उस किसी को भी कहा जाता है जो एकमात्र सच्चे परमेश्वर के स्थान में किसी और को सम्मान दे| * लोग उन झूठे देवताओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए मूर्तियाँ बनाते हैं जिनकी वे पूजा करते हैं। -* ये झूठे देवता नहीं होते हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है। -* कभी-कभी दुष्टात्मा एक मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही वह ऐसा न करता हो। +* ये झूठे देवता कुछ नहीं हैं; यहोवा के अलावा कोई परमेश्वर नहीं है। +* कभी-कभी दुष्टात्मा मूर्ति के माध्यम से काम करते हैं जिससे यह प्रतीत होता है कि उसमें शक्ति है, भले ही न हो। * मूर्तियों को अक्सर सोने, चांदी, कांस्य या महंगी लकड़ी जैसी मूल्यवान सामग्रियों से बनाया जाता है। * एक "मूर्तिपूजक राज्य" का अर्थ है, "उन लोगों का राज्य जो मूर्तियों की पूजा करते हैं" या "उन लोगों का राज्य जो सांसारिक वस्तुओं की पूजा करते हैं।" * शब्द "मूर्तिमान आकृति" एक "नक्काशीदार छवि" या "मूर्ति" का दूसरा शब्द है। @@ -30,7 +30,7 @@ * लक्षित भाषा या आसपास की भाषा में “ईश्वर” या “झूठे ईश्वर” के लिए कोई शब्द होगा। * “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है। -* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का उपयोग किया जाता है। अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है +* झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द का आरम्भ छोटे अक्षर 'g' से और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का आरम्भ बड़े 'G' से किया जाता है । अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है * एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है। * कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त का उपयोग किया जाता है। From 8b86bd8fc1fba87ccf027f6dbd60f3bbc0d33d9a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 06:45:00 +0000 Subject: [PATCH 162/412] Edit 'bible/kt/falsegod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/falsegod.md | 42 +++++++++++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 25 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/falsegod.md b/bible/kt/falsegod.md index 37bd522..17b8f2b 100644 --- a/bible/kt/falsegod.md +++ b/bible/kt/falsegod.md @@ -32,28 +32,36 @@ * “मूर्ति” शब्द झूठे ईश्वरो के संदर्भ में काम में लिया जा सकता है। * झूठे ईश्वर के लिए ईश्वर शब्द का आरम्भ छोटे अक्षर 'g' से और एकमात्र सच्चे परमेश्वर के लिए परमेश्वर शब्द का आरम्भ बड़े 'G' से किया जाता है । अन्य भाषाओं में भी ऐसा हो सकता है * एक विकल्प यह भी है कि झूठे ईश्वरों के लिए एक पूर्णतः भिन्न शब्द का उपयोग किया जाता है। -* कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त का उपयोग किया जाता है। +* कुछ भाषाओं में झूठे ईश्वर के लिंग भेद हेतु एक अतिरिक्त शब्द का उपयोग किया जाता है। -(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [अशेरा](../names/asherim.md), [बाल](../names/baal.md), [मोलेक](../names/molech.md), [मूर्ति](../other/idol.md), [दुष्ट आत्मा](../kt/demon.md), [छवि](../other/image.md),[राज्य](../other/image.md), [पूजा](../other/image.md)) +(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [अशेरा](../names/asherim.md), [बाल](../names/baal.md), [मोलेक](../names/molech.md), [दुष्ट आत्मा](../kt/demon.md), [मूर्ती](../other/image.md) [राज्य](../other/kingdom.md), [पूजा](../other/image.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: +* [उत्पत्ति 35:2](rc://hi/tn/help/gen/35/02) +* [निर्गमन 32:1](rc://hi/tn/help/exo/32/01) +* [भजन. 31:6](rc://hi/tn/help/psa/031/06) +* [भजन. 81:8-10](rc://hi/tn/help/psa/081/008) +* [यशायाह 44:20](rc://hi/tn/help/isa/44/20) +* [प्रे.का. 7:41](rc://hi/tn/help/act/07/41) +* [प्रे.का. 7:43](rc://hi/tn/help/act/07/43) +* [प्रे.का. 15:20](rc://hi/tn/help/act/15/20) +* [प्रे.का. 19:27](rc://hi/tn/help/act/19/27) +* [रोमियों 2:22](rc://hi/tn/help/rom/02/22) +* [गलातियों 4:8-9](rc://hi/tn/help/gal/04/08) +* [गलातियों 5:19-21](rc://hi/tn/help/gal/05/19) +* [कुलुस्सियों 3:5](rc://hi/tn/help/col/03/05) +* [1 थिस्स्लुनीकियों 1:9](rc://hi/tn/help/1th/01/09) -* [प्रे.का. 07:43](rc://en/tn/help/act/07/43) -* [प्रे.का. 19:26-27](rc://en/tn/help/act/19/26) -* [गलतियों 4: 8- 9](rc://en/tn/help/gal/04/08) -* [उत्पत्ति 35: 1-3](rc://en/tn/help/gen/35/01) -* [यशायाह 44:20](rc://en/tn/help/isa/44/20) -* [भजन-संहिता 081:8-10](rc://en/tn/help/psa/081/008) +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +* __[10:2](rc://hi/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है। +* __[13:4](rc://hi/tn/help/obs/13/04)__ परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को __ईश्वर__ करके न मानना। +* __[14:2](rc://hi/tn/help/obs/14/02)__ उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए। -* __[10:02](rc://en/tn/help/obs/10/02)__ इन भयानक विपत्तियों के द्वारा परमेश्वर यह दिखाना चाहता था ,कि वह फ़िरौन व मिस्र के __ देवताओ__ से कई अधिक शक्तिशाली है। -* __[13:04](rc://en/tn/help/obs/13/04)__ परमेश्वर ने उन्हें वाचा दी और कहा, “मैं तेरा परमेश्वर यहोवा हूँ, जो तुझे दासत्व के घर अथार्त् मिस्र देश से निकाल लाया है। ”तू मुझे छोड़ दूसरों को __ईश्वर__ करके न मानना। -* __[14:02](rc://en/tn/help/obs/14/02)__ उन्होंने(कनानियो) झूठे __ देवताओं__ की उपासना की, और बहुत से दुष्ट कार्य किए। -* __इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के __देवता__ की उपासना करना आरम्भ किया। -* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे __देवताओं__ के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे। +* __[16:1](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__इस्राएलियों ने यहोवा जो सच्चा परमश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के __देवता__ की उपासना करना आरम्भ किया। +* __[18:13](rc://hi/tn/help/obs/16/01)__ परन्तु बहुत से यहूदा के राजा दुष्ट, विकृत और मूर्तियों की उपासना करने वाले थे। कुछ राजा झूठे __देवताओं__ के लिए अपने बच्चों का भी बलिदान चढ़ाने लगे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H205, H367, H410, H426, H430, H457, H1322, H1544, H1892, H2553, H3649, H4656, H4906, H5236, H5566, H6089, H6090, H6091, H6456, H6459, H6673, H6736, H6754, H7723, H8163, H8251, H8267, H8441, H8655, G1493, G1494, G1495, G1496, G1497, G2299, G2712 \ No newline at end of file From 8afe7dc16ddbdb2ec85f8db57097efe922484a6c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 06:56:22 +0000 Subject: [PATCH 163/412] Edit 'bible/kt/fellowship.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/fellowship.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/fellowship.md b/bible/kt/fellowship.md index 1b8c8a7..ddd212a 100644 --- a/bible/kt/fellowship.md +++ b/bible/kt/fellowship.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# सहभागिता # +# सहभागिता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, एक सी रूचियों और अनुभवों के लोगों में। +सामान्यतः “सहभागिता” का अर्थ है, किसी जन समुदाय के सदस्यों के मध्य मित्रतापूर्ण व्यवहार, जो एक सी रूचियों और अनुभवों को साझा करते हैं। * बाइबल में “सहभागिता” शब्द मसीह के विश्वासियों की एकता के संदर्भ में काम में लिया गया है। -* मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो एक दूसरे के साथ रखा जाता है जो मसीह और पवित्र-आत्मा के साथ संबन्ध से उत्पन्न होता है। -* आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा को सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे। -* विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी है। +* मसीही सहभागिता एक आपसी संबन्ध है जो विश्वासी मसीह के साथ और पवित्र आत्मा के द्वारा एक दूसरे के साथ रखते हैं। +* आरंभिक विश्वासी अपनी सहभागिता को परमेश्वर के वचन की शिक्षा सुनने और प्रार्थना करने तथा अपनी सम्पदा को आपस में बाँटने और एक साथ भोजन करने के द्वारा प्रकट करते थे। +* विश्वासियों की सहभागिता यीशु में विश्वास के द्वारा और क्रूस पर उसकी बलिदान की मृत्यु (जिसके कारण परमेश्वर और मनुष्यों के मध्य की दीवार गिराई गई थी) द्वारा परमेश्वर के साथ भी सहभागिता रखते हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “सहभागिता के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “आपस में बाँटना” या “संबन्ध” या “संगति” या “मसीही समुदाय” -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 01:3-4](rc://en/tn/help/1jn/01/03) -* [प्रे.का. 02:40-42](rc://en/tn/help/act/02/40) -* [फिलिप्पियों 01:3-6](rc://en/tn/help/php/01/03) -* [फिलिप्पियों 02:1-2](rc://en/tn/help/php/02/01) -* [फिलिप्पियों 03:8-11](rc://en/tn/help/php/03/08) -* [भजन संहिता 055:12-14](rc://en/tn/help/psa/055/012) +* [1 यूहन्ना 1:3-4](rc://hi/tn/help/1jn/01/03) +* [प्रे.का. 2:40-42](rc://hi/tn/help/act/02/40) +* [फिलिप्पियों 1:3-6](rc://hi/tn/help/php/01/03) +* [फिलिप्पियों 2:1](rc://hi/tn/help/php/02/01) +* [फिलिप्पियों 3:10](rc://hi/tn/help/php/03/10) +* [भजन संहिता 55:12-14](rc://hi/tn/help/psa/055/012) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790 +* स्ट्रोंग्स: H2266, H8667, G2842, G2844, G3352, G4790 From 49f49e84f7f27e7d554a59c60d436358b4281db3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 07:33:25 +0000 Subject: [PATCH 164/412] Edit 'bible/kt/holyone.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/holyone.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/holyone.md b/bible/kt/holyone.md index e887617..71f37fe 100644 --- a/bible/kt/holyone.md +++ b/bible/kt/holyone.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# पवित्र # +# वह पवित्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पवित्र” बाइबल में एक पदनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है। +“वह पवित्र” बाइबल में यह एक उपनाम है जो सदैव परमेश्वर का संदर्भ देता है। * “पुराने नियम में यह नाम अधिकतर “इस्राएल का पवित्र” उक्ति में प्रकट होता है। * नये नियम में यीशु को भी “पवित्र जन” कहा गया है। * “पवित्र जन” बाइबल में कभी-कभी स्वर्गदूत के लिए काम में लिया गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* वास्तविक शब्दावली है, “वह पवित्र”("एक" के साथ निहित किया जा रहा है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अंतर्निहित संज्ञा के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") । -* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किए गए लोग” हो सकता है। -* वाक्यांश "इस्राएल का पवित्र जन" का अनुवाद "पवित्र परमेश्वर जिसे इस्राएल की आराधना करता है" या "पवित्र इस्राएल के शासन करने वाले" के रूप में किया जा सकता है। -* इस शब्द का उत्तम अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश का उपयोग करना है जिसे "पवित्र" का अनुवाद करने के लिए उपयोग किया जाता है। +* वास्तविक शब्दावली है, “एकमात्र पवित्र”("एक" शब्द अभिप्रेत है।) कई भाषाएं (जैसे अंग्रेज़ी) इसे अभिप्रेत संज्ञा शब्द के साथ अनुवाद करेंगे(जैसे "एक" या "परमेश्वर") । +* इस शब्द का अनुवाद “परमेश्वर, जो पवित्र है” या “पृथक किया गया एकमात्र|" +* "इस्राएल का पवित्र", इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पवित्र परमेश्वर जिसकी इस्राएल आराधना करता है" या "वह पवित्र जो इस्राएल पर राज करता है" +* इस शब्द का अनुवाद उसी शब्द या वाक्यांश द्वारा किया जाए जो "पवित्र" शब्द के लिए काम में लिया जाता है तो अति उत्तम होगा। (यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md), [परमेश्वर](../kt/god.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:20-21](rc://en/tn/help/1jn/02/20) -* [2 राजा 19:20-22](rc://en/tn/help/2ki/19/20) -* [प्रे.का. 02:27-28](rc://en/tn/help/act/02/27) -* [प्रे.का. 03:13-14](rc://en/tn/help/act/03/13) -* [यशायाह 05:15-17](rc://en/tn/help/isa/05/15) -* [यशायाह 41:14-15](rc://en/tn/help/isa/41/14) -* [लूका 04:33-34](rc://en/tn/help/luk/04/33) +* [1 यूहन्ना 2:20](rc://hi/tn/help/1jn/02/20) +* [2 राजा 19:22](rc://hi/tn/help/2ki/19/22) +* [प्रे.का. 2:27](rc://hi/tn/help/act/02/27) +* [प्रे.का. 3:13-14](rc://hi/tn/help/act/03/13) +* [यशायाह 5:15-17](rc://hi/tn/help/isa/05/15) +* [यशायाह 41:14](rc://hi/tn/help/isa/41/14) +* [लूका 4:33-34](rc://hi/tn/help/luk/04/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2623, H376, H6918, G40, G3741 +* स्ट्रोंग्स: H2623, H376, H6918, G40, G3741 From 56bc7a366d0f66590008ddb762e1ba3caa6e1da9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 07:42:39 +0000 Subject: [PATCH 165/412] Edit 'bible/kt/propitiation.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/propitiation.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/propitiation.md b/bible/kt/propitiation.md index 92ab11e..129a750 100644 --- a/bible/kt/propitiation.md +++ b/bible/kt/propitiation.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# प्रायश्चित # +# प्रायश्चित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “प्रायश्चित” यह एक ऐसी बलि है जो परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट करने और उसके क्रोध को शान्त करने के लिए होती है। -* यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के लिए परमेश्वर का प्रायश्चित है। +* यीशु मसीह के लहू का बलिदान मानव जाति के पापों के निमित्त परमेश्वर के लिए अनुरंजन कार्य है। * क्रूस पर यीशु की मृत्यु ने पाप के विरूद्ध परमेश्वर के क्रोध को शान्त कर दिया है। इसके द्वारा परमेश्वर मनुष्य पर कृपा दृष्टि कर पाता है और उन्हें अनन्त जीवन देता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को आग्रह प्रदान करना” हो सकता है। -* “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोग की तुलना करना महत्वपूर्ण है। +* इस शब्द का अनुवाद “तुष्टीकरण” या “परमेश्वर से पाप क्षमा करवाना तथा मनुष्यों को अनुग्रह प्रदान करवाना” हो सकता है। +* “प्रायश्चित” शब्द अर्थ में “प्रसादन” के निकट है। इन दोनों शब्दों के उपयोगों की तुलना करना महत्वपूर्ण है। (यह भी देखें: [प्रायश्चित](../kt/atonement.md), [अनन्तकालीन](../kt/eternity.md), [क्षमा](../kt/forgive.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:1-3](rc://en/tn/help/1jn/02/01) -* [1 यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/1jn/04/09) -* [रोमियो 03:25-26](rc://en/tn/help/rom/03/25) +* [1 यूहन्ना 2:2](rc://hi/tn/help/1jn/02/02) +* [1 यूहन्ना 4:10](rc://hi/tn/help/1jn/04/10) +* [रोमियो 3:25-26](rc://hi/tn/help/rom/03/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2434, G2435 +* स्ट्रोंग्स: G2434, G2435 From 76ef8797bc8a04f7ad1ece2e3b37cb82cf50669c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 07:48:54 +0000 Subject: [PATCH 166/412] Edit 'bible/kt/willofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/willofgod.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/kt/willofgod.md b/bible/kt/willofgod.md index 0916b14..e2e5985 100644 --- a/bible/kt/willofgod.md +++ b/bible/kt/willofgod.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# परमेश्‍वर की इच्छा # +# परमेश्‍वर की इच्छा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “परमेश्‍वर की इच्छा” का संदर्भ परमेश्‍वर के मनोरथ और योजना से है। * परमेश्वर की इच्छा विशेष करके मनुष्यों के साथ उनकी बातचीत से है और वह मनुष्यों से अपने प्रति कैसी प्रतिक्रिया चाहता है, उससे संबन्धित है। * इसका संदर्भ उसकी योजनाओं और मनोरथों से है जो उसकी संपूर्ण सृष्टि के संबन्ध में हैं। -* “इच्छा करना” का अर्थ है, “ठान लेना” या “इच्छा करना” से है। +* “इच्छा करना” का अर्थ है, “ठान लेना” या “मनोकामना साधना” से है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “परमेश्वर की इच्छा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर का मनोरथ क्या है” या “परमेश्वर ने क्या योजना बनाई है” या “परमेश्वर का उद्देश्य” या “परमेश्वर को क्या प्रसन्न करता है” -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:15-17](rc://en/tn/help/1jn/02/15) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:3-6](rc://en/tn/help/1th/04/03) -* [कुलुस्सियों 04:12-14](rc://en/tn/help/col/04/12) -* [इफिसियों 01:1-2](rc://en/tn/help/eph/01/01) -* [यूहन्ना 05:30-32](rc://en/tn/help/jhn/05/30) -* [मरकुस 03:33-35](rc://en/tn/help/mrk/03/33) -* [मत्ती 06:8-10](rc://en/tn/help/mat/06/08) -* [भजन संहिता 103:20-22](rc://en/tn/help/psa/103/020) +* [1 यूहन्ना 2:15-17](rc://hi/tn/help/1jn/02/15) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:3-6](rc://hi/tn/help/1th/04/03) +* [कुलुस्सियों 4:12-14](rc://hi/tn/help/col/04/12) +* [इफिसियों 1:1-2](rc://hi/tn/help/eph/01/01) +* [यूहन्ना 5:30-32](rc://hi/tn/help/jhn/05/30) +* [मरकुस 3:33-35](rc://hi/tn/help/mrk/03/33) +* [मत्ती 6:8-10](rc://hi/tn/help/mat/06/08) +* [भजन संहिता 103:21](rc://hi/tn/help/psa/103/021) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6310, H6634, H7522, G1012, G1013, G2307, G2308, G2309, G2596 +* स्ट्रोंग्स: H6310, H6634, H7522, G1012, G1013, G2307, G2308, G2309, G2596 From 329ef757128f537216d024d04a2160f5fd7344e4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 07:55:39 +0000 Subject: [PATCH 167/412] Edit 'bible/names/cain.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/cain.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/names/cain.md b/bible/names/cain.md index 095787b..cbc159b 100644 --- a/bible/names/cain.md +++ b/bible/names/cain.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# कैन # +# कैन -## तथ्य: ## +## तथ्य: कैन और उसका छोटा भाई हाबिल आदम और हव्वा के प्रथम पुत्र थे जिनका उल्लेख बाइबल में किया गया है। * कैन एक किसान था और हाबिल पशुपालक था। -* कैन ने क्रोध में आकर अपने भाई हाबिल की हत्या कर दी थी, उसके क्रोधित होने का कारण था कि परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की और कैन की भेंट को स्वीकार नहीं किया था। +* कैन ने ईर्ष्या के कारण क्रोध में आकर अपने भाई हाबिल की हत्या कर दी थी, उसके क्रोधित होने का कारण था कि परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की और कैन की भेंट को स्वीकार नहीं किया था। * दण्डस्वरूप परमेश्वर ने उसे अदन से बाहर निकाल दिया और उसे श्राप दिया कि भूमि उसके लिए फसल उत्पन्न नहीं करेगी। * परमेश्वर ने कैन के माथे पर एक चिन्ह अंकित कर दिया था कि परमेश्वर उसकी रक्षा करेगा यदि किसी ने उसके प्राण लेने का प्रयास किया। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [आदम](../names/adam.md), [बलि](../other/sacrifice.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 03:11-12](rc://en/tn/help/1jn/03/11) -* [उत्पत्ति 04:1-2](rc://en/tn/help/gen/04/01) -* [उत्पत्ति 04:8-9](rc://en/tn/help/gen/04/08) -* [उत्पत्ति 17: 1-2](rc://en/tn/help/gen/04/13) -* [इब्रानियों 11:4](rc://en/tn/help/heb/11/04) -* [यहूदा 01:9-11](rc://en/tn/help/jud/01/09) +* [1 यूहन्ना 3:12](rc://hi/tn/help/1jn/03/12) +* [उत्पत्ति 4:2](rc://hi/tn/help/gen/04/02) +* [उत्पत्ति 4:9](rc://hi/tn/help/gen/04/09) +* [उत्पत्ति 4:15](rc://hi/tn/help/gen/04/15) +* [इब्रानियों 11:4](rc://hi/tn/help/heb/11/04) +* [यहूदा 1:11](rc://hi/tn/help/jud/01/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7014, G2535 +* स्ट्रोंग्स: H7014, G2535 From fc0929fa56acff35ece9fe1a4a23be027954911d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 08:01:57 +0000 Subject: [PATCH 168/412] Edit 'bible/other/bold.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/bold.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/bold.md b/bible/other/bold.md index adecd96..3cfed09 100644 --- a/bible/other/bold.md +++ b/bible/other/bold.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# निडर, निडर होकर, साहस, साहसी # +# निडर, साहस, साहसी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: इन शब्दों का संदर्भ कठिन एवं जोखिम भरी स्थिति में सत्य बोलने और उचित काम करने में साहस और आत्मविश्वास से है। * “निडर” मनुष्य उचित एवं अच्छी बात कहने तथा दुर्व्यवहार सहनेवालों को बचाने में निर्भीक रहता है। इसका अनुवाद “साहसी” या “निर्भीक” भी हो सकता है। -* नये नियम में प्रेरित सार्वजनिक स्थानों में यीशु की चर्चा करने में निडर थे चाहे उन पर बन्दीगृह में डालने या हत्या का संकट था। इसका अनुवाद, “आत्मविश्वास के साथ” या “प्रबल साहस के साथ” या “साहसपूर्वक” हो सकता है। +* नये नियम में प्रेरित सार्वजनिक स्थानों में यीशु की चर्चा करने में निडर थे चाहे उन पर बन्दीगृह में डालने या हत्या का संकट मंडराता था। इसका अनुवाद, “आत्मविश्वास के साथ” या “प्रबल साहस के साथ” या “साहसपूर्वक” हो सकता है। * इन आरंभिक शिष्यों द्वारा मसीह की क्रूस पर मृत्यु के द्वारा उद्धार का शुभ सन्देश सुनाने में “निडर” रहने का परिणाम यह हुआ कि यीशु का शुभ सन्देश इस्राएल और आसपास के देशों में और अन्ततः संपूर्ण संसार में फैल गया। “निडर” का अनुवाद, “आत्म बल का साहस” हो सकता है। (यह भी देखें: [आत्मविश्वास](../other/confidence.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 02:27-29](rc://en/tn/help/1jn/02/27) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:1-2](rc://en/tn/help/1th/02/01) -* [2 कुरिन्थियों 03:12-13](rc://en/tn/help/2co/03/12) -* [प्रे.का. 04:13-14](rc://en/tn/help/act/04/13) +* [1 यूहन्ना 2:28](rc://hi/tn/help/1jn/02/28) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:1-2](rc://hi/tn/help/1th/02/01) +* [2 कुरिन्थियों 3:12-13](rc://hi/tn/help/2co/03/12) +* [प्रे.का. 4:13](rc://hi/tn/help/act/04/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H982, H983, H4834, H5797, G662, G2292, G3618, G3954, G3955, G5111, G5112 +* Strong's: H982, H5797, G662, G2292, G3618, G3954, G3955, G5111, G5112 From df7c09e962748fc52dfd1093d1745a7818b45dc9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 25 Oct 2021 08:20:28 +0000 Subject: [PATCH 169/412] Edit 'bible/other/confidence.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/confidence.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/confidence.md b/bible/other/confidence.md index 4518169..29ef859 100644 --- a/bible/other/confidence.md +++ b/bible/other/confidence.md @@ -1,26 +1,26 @@ -## भरोसा, भरोसा करना, आत्मविश्वास से +## भरोसा, आत्मविश्वास से -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “भरोसा” (हियाव) निश्चय होना कि कोई बात सच है या उसका होना निश्चित है। -* बाइबल में, "आशा" शब्द का अर्थ अक्सर कुछ के लिए इंतजार करना है जो निश्चित रूप से होने वाला है। यूएलबी अक्सर इसका अनुवाद "भरोसा" या "भविष्य के लिए भरोसा" या "भविष्य के भरोसे" के रूप में करते हैं, खासकर जब इसका मतलब है कि परमेश्वर ने यीशु में विश्वासियों के लिए किए हुए वादों पर भरोसा करना है। -* अक्सर शब्द "भरोसा" विशेष रूप से निश्चित रूप से यह स्पष्ट करता है कि यीशु के विश्वासियों में यह है कि वे किसी दिन स्वर्ग में हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ होंगे। +* बाइबल में, "आशा" शब्द का अर्थ है, किसी ऎसी बात के लिए आशा बांधकर प्रतीक्षा करना जिसका होना निश्चित है| ULT में इसका अनुवाद, "निश्चित आशा" या "भविष्य के लिए निश्चय" या "भावी निश्चय" किया गया है, विशेष करके जब इसका अभिप्राय हो कि परमेश्वर ने यीशु में विश्वासियों के लिए जो प्रतिज्ञा की है उसको पाने का निश्चय | +* "भरोसा" शब्द का सन्दर्भ प्रायः यीशु के विश्वासियों के निश्चित विश्वास से है कि एक दिन वे परमेश्वर के साथ सदा के लिए स्वर्ग में होंगे| * “परमेश्वर पर भरोसा” इस उक्ति का अर्थ है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसे प्राप्त करने और उसका अनुभव करने की आशा। -* “भरोसा करना” का अर्थ है परमेश्वर की वादों में विश्वास करना और निश्चय के साथ काम करना कि परमेश्वर ने जो कह दिया है, उसे वह पूरा करेगा। इस शब्द का अर्थ निडर या साहसी व्यवहार है। +* “भरोसा करना” का अर्थ है परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं में विश्वास करना और निश्चय के साथ काम करना कि परमेश्वर ने जो कह दिया है, उसे वह पूरा करेगा। इस शब्द का अर्थ निडर होकर साहस के साथ काम करना भी है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “भरोसा” शब्द का अनुवाद “निश्चय” या “पूर्ण विश्वास” भी हो सकता है। -* वाक्यांश "भरोसा करना"; का अनुवाद "पूरी तरह से विश्वास" या "पूरी तरह से सुनिश्चित" या "निश्चित रूप से पता" के रूप में किया जा सकता है। -* शब्द "आत्मविश्वास" का अनुवाद "साहसपूर्वक" या "निश्चित रूप से" के रूप में किया जा सकता है। -* संदर्भ के आधार पर, "भरोसा" का अनुवाद करने के तरीके में "पूर्ण आश्वासन" या "निश्चित उम्मीद" या "निश्चितता" शामिल हो सकते हैं। +* वाक्यांश "भरोसा रखना"; का अनुवाद हो सकता है, "पूर्ण विश्वास" या " के बारे में पूर्णतः सुनिश्चित" या "निश्चित रूप से जानना" +* शब्द "आत्मविश्वास" का अनुवाद हो सकता है, "साहसपूर्वक" या "निश्चय के साथ" +* संदर्भ के आधार पर, "भरोसा" शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, "पूर्ण आश्वासन" या "निश्चित आशा" या "निश्चितता" शामिल हो सकते हैं। -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [विश्वासी](../kt/believer.md), [साहस](../other/bold.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [आशा](../kt/hope.md), [भरोस](../kt/trust.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [आस्था](../kt/believer.md), [साहसी](../other/bold.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [आशा](../kt/hope.md), [भरोस](../kt/trust.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * Strong's: H982, H983, H986, H3689, H3690, H4009, G2292, G3954, G3982, G4006, G5287 \ No newline at end of file From 583f985cddbfefecb13e2806b9ba5d16e9ee048a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 06:00:25 +0000 Subject: [PATCH 170/412] Edit 'bible/kt/abomination.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/abomination.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/kt/abomination.md b/bible/kt/abomination.md index f42b076..83da555 100644 --- a/bible/kt/abomination.md +++ b/bible/kt/abomination.md @@ -2,10 +2,10 @@ ## परिभाषा: -“घृणा” शब्द उस वास्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे। +“घृणा” शब्द उस वस्तु के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है जिससे घृणा उत्पान हो या असीम वैमनस्य उपजे। * मिस्री लोग इब्रानियों को "घृणित" मानते थे। इसका अर्थ है कि मिस्री लोग इब्रानियों को पसन्द नहीं करते थे और उनके साथ संबन्ध नहीं रखना चाहते थे वरन उनके निकट भी नहीं आना चाहते थे। -* बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं। झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध। +* बाइबल में कुछ बातें "यहोवा के लिए घृणित" हैं, जैसे झूठ, घमण्ड, नरबलि, मूर्तिपूजा, हत्या, यौनाचार के पाप जैसे व्यभिचार और समलैंगिक संबन्ध। * अपने शिष्यों को अन्त समय की शिक्षा देते समय यीशु ने भविष्यद्वक्ता दानिय्येल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था और जिसमें “उजाड़ने वाली घृणित वस्तु” की चर्चा की गई थी जिसे परमेश्वर से विद्रोह स्वरूप स्थापित करके उसके आराधना स्थल को अशुद्ध किया जाएगा। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -21,9 +21,9 @@ * [एज्रा 9:1-2](rc://hi/tn/help/ezr/09/01) * [उत्पत्ति 46:34](rc://hi/tn/help/gen/46/34 ) * [यशायाह 1:13](rc://hi/tn/help/isa/01/13) -* [मत्ती 24:15](rc://hien/tn/help/mat/24/15) +* [मत्ती 24:15](rc://hi/tn/help/mat/24/15) * [नीतिवचन 26:25](rc://hi/tn/help/pro/26/25) ## शब्द तथ्य: -* Strongs: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G946 +* स्ट्रोंग्स: H0887, H6292, H8251, H8262, H8263, H8441, G0946 From 47740a326cfab8b6cc95638843b1f861e7567bba Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 06:17:15 +0000 Subject: [PATCH 171/412] Edit 'bible/kt/angel.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/angel.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/angel.md b/bible/kt/angel.md index 8b83f96..95a33a1 100644 --- a/bible/kt/angel.md +++ b/bible/kt/angel.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए  गए  सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें.  “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ  उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है  या उनकी अगुवाई  करता है. +स्वर्गदूत परमेश्वर द्वारा बनाए  गए  सामर्थी आत्मिक प्राणी हैं. स्वर्गदूत परमेश्वर की सेवा के लिए है कि उसकी हर एक बात को मानें. और करें| “ प्रधान स्वर्गदूत” का सन्दर्भ  उस स्वर्गदूत से है जो सब स्वर्गदूतों पर शासन करता है  या उनकी अगुवाई  करता है. * "स्वर्गदूत" शब्द का मूल अर्थ है "सन्देशवाहक." * "प्रधान स्वर्गदूत" का मूल अर्थ है, "परम सन्देशवाहक." बाइबल में जिस "प्रधान स्वर्गदूत" का उल्लेख किया गया है, वह मीकाईल है. @@ -10,14 +10,14 @@ * स्वर्गदूतों ने मनुष्यों को भविष्य की घटनाओं की जानकारी भी दी थी या पूर्व समय की घटनाओं की जानकारी भी दी थी. * स्वर्गदूतों के पास परमेश्वर का अधिकार होता है, क्योंकि वे उसके प्रतिनिधि हैं. बाइबल में कभी-कभी वे ऐसे बोलते थे जैसे परमेश्वर स्वयं ही कह रहा हो. * स्वर्गदूतों द्वारा परमेश्वर की सेवा के अन्य रूप थे, मनुष्यों की रक्षा करना और उन्हें बल प्रदान करना. -* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है जैसे कि यहोवा स्वयं कह रहा हो. +* “यहोवा का दूत” एक विशेष अभिव्यक्ति है जिसके अर्थ एक से अधिकहैं: 1) इसका अर्थ हो सकता है,“स्वर्गदूत जो यहोवा का प्रतिनिधि है” या “यहोवा की सेवा करने वाला सन्देशवाहक.” 2) इसका संदर्भ स्वयं यहोवा से हो सकता है, जो मनुष्यों से बात करते समय स्वर्गदूत सा दिखाई देता है. इन में से किसी भी अर्थ से स्वर्गदूत द्वारा "मैं " शब्द के उपयोग की व्याखा होती है कि जैसे यहोवा स्वयं कह रहा हो. ## अनुवाद के सुझाव: * “स्वर्गदूत” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परमेश्वर का सन्देशवाहक” या “परमेश्वर का स्वार्गिक सेवक” या “परमेश्वर की सन्देशवाहक आत्मा.” * “प्रधान स्वर्गदूत” का  अनुवाद “प्रमुख स्वर्गदूत” या “प्रमुख शासकीय स्वर्गदूत” या “स्वर्गदूतों का अगुआ” हो सकता है. * ध्यान दें कि इन शब्दों का अनुवाद राष्ट्रीय भाषा या अन्य स्थानीय भाषाओं में कैसे किया गया है. -* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में  लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति  के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई देता है.” +* “यहोवा का दूत” का अनुवाद “यहोवा” और “स्वर्गदूत” के अनुवाद के लिए काम में  लिए गए शब्दों द्वारा किया जा सक्या है. इससे उस उक्ति  के भिन्न भिन्न अर्थ प्रकट होंगे. संभावित अनुवाद हो सकते है, “यहोवा का स्वर्गदूत” या “यहोवा द्वारा भेजा गया स्वर्गदूत” या “यहोवा, जो स्वर्गदूत सा दिखाई दिया” (यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) @@ -28,25 +28,25 @@ * [2 शमूएल 24:16](rc://hi/tn/help/2sa/24/16) * [प्रे.का. 10:3-6](rc://hi/tn/help/act/10/03) * [प्रे.का. 12:23](rc://hi/tn/help/act/12/23) -* [कुलुस्सियों 02:18-19](rc://hi/tn/help/col/02/18) +* [कुलुस्सियों 2:18-19](rc://hi/tn/help/col/02/18) * [उत्पत्ति 48:16](rc://hi/tn/help/gen/48/16) -* [लूका 02:13](rc://hi/tn/help/luk/02/13) -* [मरकुस 08:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38) +* [लूका 2:13](rc://hi/tn/help/luk/02/13) +* [मरकुस 8:38](rc://hi/tn/help/mrk/08/38) * [मत्ती 13:50](rc://hi/tn/help/mat/13/50) -* [प्रकाशितवाक्य 01:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20) -* [जकर्याह 01:09](rc://hi/tn/help/zec/01/09) +* [प्रकाशितवाक्य 1:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20) +* [जकर्याह 1:09](rc://hi/tn/help/zec/01/09) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* **[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)** जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये **परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली **स्वर्गदूतों** को वाटिका के द्वार पर रख दिया. -* **[22:03](rc://hi/tn/help/obs/22/03)**उस**स्वर्गदूत** ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं." -* **[23:06](rc://hi/tn/help/obs/23/06)** अचानक, एक चमकता हुआ**स्वर्गदूत** उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे  बहुत डर गए. तब **स्वर्गदूत** ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है," -* **[23:07](rc://hi/tn/help/obs/23/07)** तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति  करते हुए **स्वर्गदूतों** से आकाश भर गया.    -* **[25:08](rc://hi/tn/help/obs/25/08)** तब **स्वर्गदूत** आए और यीशु की सेवा करने लगे. -* **[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)** यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक **स्वर्गदूत** भेजा.            -* **[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)** " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर **स्वर्गदूतों** की पलटन मंगा सकता हूँ. +* __[2:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ जीवन के वृक्ष का फल खाने से किसी को भी रोकने के लिये परमेश्वर ने भीमकाय शक्तिशाली __स्वर्गदूतों__ को वाटिका के द्वार पर रख दिया. +* __[22:3](rc://hi/tn/help/obs/22/03)__उस __स्वर्गदूत__ ने जकरयाह से कहा, "मैं परमेश्वर द्वारा भेजा गया हूँ कि तुझे यह शुभ सन्देश सुनाऊं." +* __[23:6](rc://hi/tn/help/obs/23/06)__ अचानक, एक चमकता हुआ __स्वर्गदूत__ उन्हें (चरवाहों को)दिखाई दिया, और वे  बहुत डर गए. तब __स्वर्गदूत__ ने उनसे कहा, “ मत डरो, क्योंकि मेरे पास तुम्हारे लिए एक शुभ सन्देश है," +* __[23:7](rc://hi/tn/help/obs/23/07)__ तब एकाएक, परमेश्वर की स्तुति  करते हुए __स्वर्गदूतों__ से आकाश भर गया.    +* __[25:8](rc://hi/tn/help/obs/25/08)__ तब __स्वर्गदूत__ आए और यीशु की सेवा करने लगे. +* __[38:12](rc://hi/tn/help/obs/38/12)__ यीशु बहुत व्याकुल था और उसका पसीना खून की बूँदो के समान था. परमेश्वर ने उसे शक्ति देने के लिए एक __स्वर्गदूत__ भेजा.            +* __[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)__ " मैं अपनी रक्षा के लिए पिता से कहकर __स्वर्गदूतों __की पलटन मंगा सकता हूँ. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H47, H430, H4397, H4398, H8136, G32, G743, G2465 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0047, H0430, H4397, H4398, H8136, G00320, G07430, G24650 \ No newline at end of file From b75465565a0af91ad585389651106cef87ab4220 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 07:14:10 +0000 Subject: [PATCH 172/412] Edit 'bible/kt/apostle.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/apostle.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/apostle.md b/bible/kt/apostle.md index a7148d7..180c9c6 100644 --- a/bible/kt/apostle.md +++ b/bible/kt/apostle.md @@ -1,36 +1,36 @@ # प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “प्रेरितों”, यीशु द्वारा भेजे गए पुरूष जो परमेश्वर और उसके राज्य के प्रचारक थे। “प्रेरिताई” अर्थात प्रेरित होने के लिए चुने गए पुरुषों का पद और अधिकार। * “प्रेरित” शब्द का अर्थ है, “विशेष उद्देश्य निमित भेजा गया मनुष्य”। प्रेरित के पास वही अधिकार होता है जो भेजनेवाले के पास है। -* यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित थे। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे। +* यीशु के वे बारह घनिष्ठ शिष्य प्रथम प्रेरित हुए। दुसरे मनुष्य, जैसे कि पौलुस और याकूब भी प्रेरित हुए थे। * परमेश्वर के सामर्थ्य से प्रेरित निडर होकर सुसमाचार सुनाने के योग्य हुए थे और वे रोगियों को चंगा करते थे और दुष्टात्माओं को भी निकालते थे। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”। -* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद भिनार्थक शब्दों में किया जाना आवश्यक है। - -इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद विभिन्मेंन रूपों में किया जाना आवश्यक है। +* ध्यान इस बात का भी रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रिय भाषा में कैसे किया गया है +(देखें [अपरिचित का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [चेले](../kt/disciple.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [पौलुस](../names/paul.md), [बारह](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [यहूदा 01:17-19](rc://en/tn/help/jud/01/17) -* [लूका 09:12-14](rc://en/tn/help/luk/09/12) +* [यहूदा 1:17-19](rc://hi/tn/help/jud/01/17) +* [लूका 9:12-14](rc://hi/tn/help/luk/09/12) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[26:10](rc://en/tn/help/obs/26/10)__ फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि __प्रेरित__ कहलाए। __प्रेरित__ यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे। -* __[30:01](rc://en/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने __शिष्यों__ को भेजा। -* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ यीशु के __शिष्यों__ में से एक यहूदा नाम का एक आदमी था। वह __चेलों__ के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था। -* __[43:13](rc://en/tn/help/obs/43/13)__ चेले लगातार __प्रेरितों__ से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में लौलीन रहे। -* __[46:08](rc://en/tn/help/obs/46/08)__ तब बरनबास ने उसे अपने साथ __प्रेरितों__ के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया। +* __[26:10](rc://hi/tn/help/obs/26/10)__ फिर यीशु ने बारह लोगों को चुना, जो कि __प्रेरित__ कहलाए। __प्रेरित__ यीशु के साथ-साथ चलते थे और वह यीशु से सीखते थे। +* __[30:1](rc://hi/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने प्रचार करने के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने __शिष्यों__ को भेजा। +* __[38:2](rc://hi/tn/help/obs/38/02)__ यीशु के __शिष्यों__ में एक यहूदा नाम का एक पुरुष था। वह __चेलों__ के धन की देखभाल करता था, वह पैसों से प्रेम करता था और अकसर उसमें से चुराता था। +* __[43:13](rc://hi/tn/help/obs/43/13)__ चेले __प्रेरितों__ से शिक्षा पाने, और संगति रखने, और रोटी तोड़ने, और प्रार्थना करने में सदा लौलीन रहे। +* __[46:8](rc://hi/tn/help/obs/46/08)__ तब बरनबास ने उसे अपने साथ __प्रेरितों__ के पास ले जाकर उनको बताया कि दमिश्क में इसने कैसे हियाव से यीशु के नाम से प्रचार किया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G651, G652, G2491, G5376, G5570 +* स्ट्रोंग्स: G06510, G06520, G24910, G53760, G55700 From deed89c11ed95bfbcc4850c431aa11b13083873c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 07:28:13 +0000 Subject: [PATCH 173/412] Edit 'bible/kt/ark.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/ark.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/ark.md b/bible/kt/ark.md index ec7d6e1..951bc2b 100644 --- a/bible/kt/ark.md +++ b/bible/kt/ark.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# जहाज़ # +# जहाज़ -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“जहाज़”, शब्द लकड़ी के चौकोर डब्बे का अभिप्राय दर्शाता है जिसमें कोई वस्तु रखकर सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ी या छोटी हो सकती है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में ली जा रही है। +यथार्थ में देखें तो यहाँ “जहाज़”, शब्द का अभिप्राय लकड़ी का एक चौकोर डब्बा है जिसमें कोई वस्तु रखी जाती है या सुरक्षित की जाती है। जहाज़ बड़ा या छोटा हो सकता है जो निर्भर करता है कि वह किस काम में लिया जा रहां है। * अंग्रेजी की बाइबल में “जहाज़” शब्द सबसे पहले एक लकड़ी की चौकोर नाव के लिए काम में लिया गया शब्द है जिसे नूह ने विश्वव्यापी जल प्रवाह से बचने के लिए बनाया था। इस जहाज़ का तल समतल था और एक छत थी तथा दीवारें थी। * इस शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “एक विशाल नाव” या “बजरा” या “मालवाहक पोत” या “बड़ी सन्दूकनुमा नाव”। -* इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए टोकरी बनाई थी। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है। +* इस विशाल नाव के लिए जो इब्रानी शब्द काम में लिया गया है वह शब्द वही है जिसे मूसा की माता ने शिशु मूसा को नील नदी में रखने के लिए जो टोकरी बनाई थी, उसका था। इसका अनुवाद प्रायः टोकरी किया जाता है। * “वाचा का सन्दूक” में “सन्दूक” के लिए एक भिन्न इब्रानी शब्द का काम में लिया गया है। इसका अनुवाद “डब्बा” या “सन्दूक” या “बर्तन” किया जा सकता है। -* “सन्दूक” का अनुवाद किया जाए तब प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है। +* “सन्दूक” का अनुवाद करते समय प्रत्येक संदर्भ में देखें कि उसकी लम्बाई-चौड़ाई कितनी है और वह किस काम में लिया गया है, यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है। (यह भी देखें: [वाचा का सन्दूक](../kt/arkofthecovenant.md), [टोकरी](../other/basket.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 03:18-20](rc://en/tn/help/1pe/03/18) -* [निर्गमन 16:33-36](rc://en/tn/help/exo/16/33) -* [निर्गमन 30:5-6](rc://en/tn/help/exo/30/05) -* [उत्पत्ति 08:4-5](rc://en/tn/help/gen/08/04) -* [लूका 17:25-27](rc://en/tn/help/luk/17/25) -* [मत्ती 24:37-39](rc://en/tn/help/mat/24/37) +* [1 पतरस 3:20](rc://hi/tn/help/1pe/03/20) +* [निर्गमन 16:33-36](rc://hi/tn/help/exo/16/33) +* [निर्गमन 30:6](rc://hi/tn/help/exo/30/06) +* [उत्पत्ति 8:4-5](rc://hi/tn/help/gen/08/04) +* [लूका 17:27](rc://hi/tn/help/luk/17/27) +* [मत्ती 24:37-39](rc://hi/tn/help/mat/24/37) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H727, H8392, G2787 +* स्ट्रोंग्स: H0727, H8392, G27870 From ab0ecf19bc2717439850cc132ca49e5d2378040c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 08:04:15 +0000 Subject: [PATCH 174/412] Edit 'bible/kt/authority.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/authority.md | 48 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 24 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/authority.md b/bible/kt/authority.md index 0927476..b1818b3 100644 --- a/bible/kt/authority.md +++ b/bible/kt/authority.md @@ -1,40 +1,40 @@ -# अधिकारी, अधिकारियों # +# अधिकारी, अधिकारियों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव एवं नियंत्रण की शक्ति को दर्शता है। +“अधिकार” शब्द किसी के द्वारा किसी पर प्रभाव के पद, उत्तरदायित्व, या प्रशासन के स्थान का द्योतक है। -* राजाओं और शासकीय अधिकारियों का शासन करने वालों लोगो पर उनका अधिकार होता है। -* शब्द " अधिकारियों " लोगों, सरकारों या संगठनों का उल्लेख कर सकता है, जिनके पास दूसरों पर अधिकार है। -* शब्द " अधिकारियों" उन आत्माओं को भी संदर्भित कर सकता हैं, जो उन लोगों पर अधिकार रखते हैं जिन्होंने स्वयं को परमेश्वर के अधिकार के अधीन नहीं किया है। +* राजाओं और प्रशासनिक शासकों का उन लोगों पर वैधानिक अधिकार होता है जिन पर उनका शासन होता है। +* "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ जनता पर अधिकार रखने वाले लोगों, सरकारों या संगठनों से हो सकता है। +* "अधिकारियों" शब्द का सन्दर्भ उन आत्माओं से भी हो सकता है जिनके पास उन मनुष्यों पर अधिकार है जिन्होंने परमेश्वर की अधीनता स्वीकार नहीं की है । * स्वामी अपने सेवकों या दासों पर अधिकार रखते हैं। माता-पिता के पास अपने संतानों पर अधिकार है। * सरकारों को अपने नागरिकों को नियंत्रित करने वाले कानून बनाने का अधिकार या हक़ है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: “अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है -* कभी-कभी "अधिकार " का अर्थ "शक्ति" के अर्थ के साथ किया जाता है। -* जब "अधिकारियों " का प्रयोग लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो लोगों पर शासन करते हैं, तो इसे "हाकिमों" या "शासकों" या "शक्तियों" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। +* कभी-कभी "अधिकार " शब्द, "शक्ति" के अभिप्राय में भी काम में लिया जाता है। +* जब "अधिकारियों " शब्द लोगों पर शासन करने मनुष्यों लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए काम में लिया जाता है, तो इसका अनुवाद हो सकता है, "अगुओं" , "शासकों" या "सत्ता" के रूप में भी किया जा सकता है। * “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर” -* अभिव्यक्ति, "अधिकार के अधीन" का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के लिए जिम्मेदार" या "अन्य आज्ञाओं का पालन करना"। +* "अधिकार के अधीन", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद किया जा सकता है, "पालन करने के उत्तरदायी" या "अन्यून की आज्ञाओं का पालन करने की अनिवार्यता|" -(यह भी देखें: [नागरिक](../other/citizen.md), [आदेश](../kt/command.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [शक्ति](../kt/power.md), [शासक](../other/ruler.md) +(यह भी देखें: [प्रभुता](../kt/dominion.md), [राजा](../other/king.md), [शासक](../other/ruler.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [कुलुस्सियों 02:10-12](rc://en/tn/help/col/02/10) -* [एस्तेर 09:29](rc://en/tn/help/est/09/29) -* [उत्पत्ति 41: 35-36](rc://en/tn/help/gen/41/35) -* [योना 03: 6-7](rc://en/tn/help/jon/03/06) -* [लूका 12:4-5](rc://en/tn/help/luk/12/04) -* [लूका 20:1-2](rc://en/tn/help/luk/20/01) -* [मार्क 01:21-22](rc://en/tn/help/mrk/01/21) -* [मत्ती. 08:8-10](rc://en/tn/help/mat/08/08) -* [मत्ती. 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18) -* [तीतुस 03:1-2](rc://en/tn/help/tit/03/01) +* [कुलुस्सियों 2:10](rc://hi/tn/help/col/02/10) +* [एस्तेर 9:29](rc://hi/tn/help/est/09/29) +* [उत्पत्ति 41: 35](rc://hi/tn/help/gen/41/35) +* [योना 3: 6-7](rc://hi/tn/help/jon/03/06) +* [लूका 12:5](rc://hi/tn/help/luk/12/05) +* [लूका 20:1-2](rc://hi/tn/help/luk/20/01) +* [मार्क 01:21-22](rc://hi/tn/help/mrk/01/22) +* [मत्ती. 8:9](rc://hi/tn/help/mat/08/09) +* [मत्ती. 28:19](rc://hi/tn/help/mat/28/19) +* [तीतुस 3:1](rc://hi/tn/help/tit/03/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8633, G831, G1413, G1849, G1850, G2003, G2715, G5247 +* स्ट्रोंग्स: H8633, G08310, G14130, G18490, G18500, G20030, G27150, G52470 From 3765000b012cd2e594d310904f8af03a3f11c173 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 08:21:42 +0000 Subject: [PATCH 175/412] Edit 'bible/kt/baptize.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/baptize.md | 55 ++++++++++++++++++++++----------------------- 1 file changed, 27 insertions(+), 28 deletions(-) diff --git a/bible/kt/baptize.md b/bible/kt/baptize.md index dabd03b..d32d684 100644 --- a/bible/kt/baptize.md +++ b/bible/kt/baptize.md @@ -1,44 +1,43 @@ -# बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा # +# बपतिस्मा देना, बपतिस्मा लिया, बपतिस्मा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ विश्वासी को सांसारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो। +नये नियम में “बपतिस्मा देना” और “बपतिस्मा” का अर्थ प्रायः है, विश्वासी को सांस्कारिक रूप से पानी में नहलाना कि उसका पाप मोचन और मसीह से एकीकरण प्रकट हो। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: * विश्वासियों में बपतिस्में की विधि की अनेक धारणाएं हैं। अतः उचित होगा कि इसका अनुवाद सामान्य रूप में किया जाए जिसमें जल के उपयोग की विभिन्न विधियां हों। * प्रकरण के अनुसार “बपतिस्मा” का अनुवाद “शुद्धिकरण,” “उण्डेलना,” “डुबाना,” “धोना” या “आध्यात्मिक रूप से शुद्ध करना” हो सकता है। उदाहरण के तौर पर, “पानी से तुम्हे बपतिस्मा देना” का अनुवाद “पानी में डुबकी” हो सकता है। -* शब्द "बपतिस्मा" का अनुवाद "शुद्धिकरण," "डालना," "डुबकी," "सफाई," या "आध्यात्मिक धुलाई" के रूप में किया जा सकता है। -* जब यह पीड़ा को दर्शाता है, तो "बपतिस्मा" का अनुवाद "भयानक दुःख का समय" या "गंभीर दुःखों के द्वारा शुद्ध करने" के रूप में किया जा सकता है। -* यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में बाइबल अनुवाद में किया गया है। +* शब्द "बपतिस्मा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "शुद्धिकरण," "उंडेलना," "डुबकी," "सफाई|" +* यह भी विचार करें कि इस शब्द का अनुवाद किसी स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसे किया गया है। -(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [मन फिराव करना](../kt/repent.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:37-39](rc://en/tn/help/act/02/37) -* [प्रे.का. 08:36-38](rc://en/tn/help/act/08/36) -* [प्रे.का. 09:17-19](rc://en/tn/help/act/09/17) -* [प्रे.का. 10:46-48](rc://en/tn/help/act/10/46) -* [लूका 03:15-16](rc://en/tn/help/luk/03/15) -* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13) -* [मत्ती 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/28/18) +* [प्रे.का. 2:38](rc://hi/tn/help/act/02/38) +* [प्रे.का. 8:36](rc://hi/tn/help/act/08/36) +* [प्रे.का. 09:18](rc://hi/tn/help/act/09/18) +* [प्रे.का. 10:48](rc://hi/tn/help/act/10/48) +* [लूका 3:16](rc://hi/tn/help/luk/03/16) +* [मत्ती 3:14](rc://hi/tn/help/mat/03/14) +* [मत्ती 28:18-19](rc://hi/tn/help/mat/28/18) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[24:03](rc://en/tn/help/obs/24/03)__ जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, __बपतिस्मा लिया__, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से __बपतिस्मा लेने__ को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया। -* __[24:06](rc://en/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे __बपतिस्मा लेने__ को आया। -* __[24:07](rc://en/tn/help/obs/24/07)__ यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे बपतिस्मा दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से बपतिस्मा लेने की आवश्कता है।” -* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से __बपतिस्मा__ दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " -* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से __बपतिस्मा__ ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। -* __[43:12](rc://en/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें बप्तिस्मा दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए। -* __[45:11](rc://en/tn/help/obs/45/11)__ फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में __बपतिस्मा__ ले सकता हूँ?" -* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे __बपतिस्मा__ दिया। -* __[49:14](rc://en/tn/help/obs/49/14)__ यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और __बपतिस्मा लेने__ के लिए आमंत्रित करता है। +* __[24:3](rc://hi/tn/help/obs/24/03)__ जब उन लोगों ने यूहन्ना का संदेश सुना, उन्होंने अपने-अपने पापों को मानकर, __बपतिस्मा लिया__, बहुत से धर्मी याजक यूहन्ना से __बपतिस्मा लेने__ को आए, परन्तु उन्होंने अपने पापों का अंगीकार न किया। +* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे __बपतिस्मा लेने__ को आया। +* __[24:7](rc://hi/tn/help/obs/24/07)__ यूहन्ना ने यीशु से कहा, “मैं इस योग्य नहीं कि तुझे __बपतिस्मा__ दूँ। मुझे तो तेरे हाथ से __बपतिस्मा__ लेने की आवश्कता है।” +* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से __बपतिस्मा__ दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " +* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ पतरस ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से __बपतिस्मा__ ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। +* __[43:12](rc://hi/tn/help/obs/43/12)__ लगभग 3000 लोगों ने पतरस कि बात पर विश्वास किया और यीशु के चेले बन गए। और उन्हें __बप्तिस्मा__ दिया गया और वे यरूशलेम की कलीसिया का हिस्सा बन गए। +* __[45:11](rc://hi/tn/help/obs/45/11)__ फिलिप्पुस और कूश देश का अधिकारी मार्ग में चलते-चलते वे किसी जल की जगह पहुँचे। तब कुश देख के अधिकारी ने कहा कि, “देख ! यहाँ जल है! क्या में __बपतिस्मा__ ले सकता हूँ?" +* __[46:5](rc://hi/tn/help/obs/46/05)__ शाउल तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे __बपतिस्मा__ दिया। +* __[49:14](rc://hi/tn/help/obs/49/14)__ यीशु तुम्हें उस पर विश्वास करने और __बपतिस्मा लेने__ के लिए आमंत्रित करता है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G907 +* Strong's: G09070 From 6ea7f7a81887e44ff091602a3e7381a218d04820 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 09:07:47 +0000 Subject: [PATCH 176/412] Edit 'bible/kt/blameless.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/blameless.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/kt/blameless.md b/bible/kt/blameless.md index 2533a24..79c681c 100644 --- a/bible/kt/blameless.md +++ b/bible/kt/blameless.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# निर्दोष # +# निर्दोष -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “निर्दोष शब्द” का शाब्दिक अर्थ है, “बिना किसी दोष के”। यह उस मनुष्य के संदर्भ में काम में लिया जाता है जो पूर्ण मन से परमेश्वर की आज्ञाएं मानता है परन्तु इसका अर्थ यह नहीं कि वह निष्पाप है। @@ -8,20 +8,20 @@ * जिस मनुष्य को "निर्दोष" माना जाता है, वह परमेश्वर को आदर देनेवाला आचरण रखता है। * एक बाइबल पद के अनुसार निर्दोष मनुष्य “परमेश्वर का भय मानता है और बुराई से दूर रहता है”। -* अनुवाद के सुझाव: ## +* अनुवाद के सुझाव: * इसका अनुवाद इस प्रकार भी हो सकता है “उसका चरित्र दोषरहित है” या पूर्वतः परमेश्वर का आज्ञाकारी है” या “पाप से दूर रहना” या “बुराई से दूर रहता है” -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:10](rc://en/tn/help/1th/02/10) -* [1 थिस्सलुनीकियों 03:11-13](rc://en/tn/help/1th/03/11) -* [2 पतरस 03:14](rc://en/tn/help/2pe/03/14) -* [कुलुस्सियों 01: 2](rc://en/tn/help/col/01/21)[2](rc://en/tn/help/col/01/21) -* [उत्पत्ति 17: 1-2](rc://en/tn/help/gen/17/01) -* [फिलिप्पियों02:](rc://en/tn/help/php/02/14)[15](rc://en/tn/help/php/02/15) -* [फिलिप्पियों03:6](rc://en/tn/help/php/03/06) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:10](rc://hi/tn/help/1th/02/10) +* [1 थिस्सलुनीकियों 3:11-13](rc://hi/tn/help/1th/03/11) +* [2 पतरस 3:14](rc://hi/tn/help/2pe/03/14) +* [कुलुस्सियों 1: 2](rc://hi/tn/help/col/01/21)[2](rc://en/tn/help/col/01/21) +* [उत्पत्ति 17: 1-2](rc://hi/tn/help/gen/17/01) +* [फिलिप्पियों2:](rc://hi/tn/help/php/02/14)[15](rc://en/tn/help/php/02/15) +* [फिलिप्पियों3:6](rc://hi/tn/help/php/03/06) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5352, H5355, H8535, G273, G274, G298, G299, G338, G410, G423 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H5352, H5355, H8535, G02730, G02740, G02980, G02990, G03380, G04100, G04230 \ No newline at end of file From 32828da31ef57fa7f40974ec2f040f4bc598b8d8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 09:24:51 +0000 Subject: [PATCH 177/412] Edit 'bible/kt/blood.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/blood.md | 50 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 25 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/kt/blood.md b/bible/kt/blood.md index c5159b2..35d0b17 100644 --- a/bible/kt/blood.md +++ b/bible/kt/blood.md @@ -1,45 +1,45 @@ -# लहू # +# लहू -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाली लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु। +“लहू” शब्द का अर्थ है, मनुष्य के शरीर में जब चोट लगती है तब उसमें से निकलने वाला लाल रंग का तरल पदार्थ है। लहू मनुष्यों के शरीर में जीवनदायक पोषक तत्त्वों का प्रवाह करता है। लहू जीवन का प्रतीक है और जब वह बहाया जाता है तो इसका अर्थ है जान जाना या मृत्यु। * जब मनुष्य परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाते थे तब वे पशु का वध करके उसका लहू वेदी पर उण्डेलते थे। यह पशु के जीवन की बलि द्वारा मनुष्यों के पाप का मूल्य चुकाने का प्रतीक था। * “मांस और लहू” एक अभिव्यक्ति है जो मनुष्य को संदर्भित करता है। -* “अपना लहू और मांस” मनुष्यों के लहू का संबन्ध दर्शाती है। +* “अपना लहू और मांस” मनुष्यों के अनुवांशिक संबन्ध को दर्शाता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में उसी शब्द/उक्ति द्वारा किया जाए जो लहू के लिए काम में लिया जाता है। * “मांस और लहू” का अनुवाद किया जा सकता है, “मनुष्य” या “मानवजाति”। * प्रकरण के अनुसार “मेरा मांस और मेरा लहू” का अनुवाद हो सकता है, “मेरा अपना परिवार” या “मेरे अपने परिजन” या “मेरे अपने लोग”। * यदि लक्षित भाषा में ऐसे अभिप्राय के शब्द हैं तो “मांस और लहू” के अनुवाद में उनका उपयोग किया जाए। -(यह भी देखें: [लहू](../kt/blood.md), [देह](../kt/flesh.md), [जीवन](../kt/life.md)) +(यह भी देखें: [लहू](../kt/blood.md), [मांस](../kt/flesh.md), [जीवन](../kt/life.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05) -* [1 शमूएल 14:31-32](rc://en/tn/help/1sa/14/31) -* [प्रे.का. 02:20-21](rc://en/tn/help/act/02/20) -* [प्रे.का. 05:26-28](rc://en/tn/help/act/05/26) -* [कुलुस्सियों 01:18-20](rc://en/tn/help/col/01/18) -* [गलातियों 01:15-17](rc://en/tn/help/gal/01/15) -* [उत्पत्ति 04:10-12](rc://en/tn/help/gen/04/10) -* [भजन संहिता 016:4](rc://en/tn/help/psa/016/004) -* [भजन संहिता 105:28-30](rc://en/tn/help/psa/105/028) +* [1 यूहन्ना 1:7](rc://hi/tn/help/1jn/01/07) +* [1 शमूएल 14:32](rc://hi/tn/help/1sa/14/32) +* [प्रे.का. 2:20](rc://hi/tn/help/act/02/20) +* [प्रे.का. 5:28](rc://hi/tn/help/act/05/28) +* [कुलुस्सियों 1:20](rc://hi/tn/help/col/01/20) +* [गलातियों 1:16](rc://hi/tn/help/gal/01/16) +* [उत्पत्ति 4:11](rc://en/hitn/help/gen/04/11) +* [भजन संहिता 16:4](rc://hi/tn/help/psa/016/4) +* [भजन संहिता 105:28-30](rc://hi/tn/help/psa/105/028) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[08:03](rc://en/tn/help/obs/08/03)__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके __लहू__ में उसे डुबा दिया। -* __[10:03](rc://en/tn/help/obs/10/03)__ परमेश्वर ने नील नदी को __लहू__ से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया। -* __[11:05](rc://en/tn/help/obs/11/05)__ सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर __लहू__ था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के __लहू__ के द्वारा बच गए। -* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ उस पशु का __लहू__ जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा परमेश्वर की दृष्टी में। -* __[38:05](rc://en/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नये नियम का मेरा __लहू__ है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है। -* __[48:10](rc://en/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का __लहू__ उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है। +* __[8:3](rc://hi/tn/help/obs/08/03)__जब उसके भाई घर वापस आए तो उन्होंने यूसुफ के कपड़े लिये, और एक बकरे को मार के उसके __लहू__ में उसे डुबा दिया। +* __[10:3](rc://hi/tn/help/obs/10/03)__ परमेश्वर ने नील नदी को __लहू__ से भर दिया, तब भी फ़िरौन का मन हठीला रहा और उसने इस्राएलियों को नहीं जाने दिया। +* __[11:5](rc://hi/tn/help/obs/11/05)__ सभी इस्राएलियों के घरों के द्वार पर __लहू__ था , परमेश्वर ने उन घरों को छोड़ दिया और वह सब अन्दर सुरक्षित थे। वे मेम्ने के __लहू__ के द्वारा बच गए। +* __[13:9](rc://hi/tn/help/obs/13/09)__ उस पशु का __लहू__ जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, वह परमेश्वर की दृष्टि में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देगा। +* __[38:5](rc://hi/tn/help/obs/38/05)__ तब यीशु ने एक कटोरा लिया और कहा, "इसे पी लो। यह नई वाचा का मेरा __लहू__ है जो पापों की क्षमा के लिए उंडेल दिया गया है। +* __[48:10](rc://hi/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का __लहू__ उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का दण्ड उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1818, H5332, G129, G130, G131, G1420 +* स्ट्रोंग्स: H1818, H5332, G01290, G01300, G01310, From 2348c63c9bf7b6f92527689ce76b7b148a908307 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 09:47:17 +0000 Subject: [PATCH 178/412] Edit 'bible/kt/bond.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/bond.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/bond.md b/bible/kt/bond.md index c2c3a21..4e2e768 100644 --- a/bible/kt/bond.md +++ b/bible/kt/bond.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# बांधना, बन्धन, बाँधा # +# बांधना, बन्धन, बाँधा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: * “बांधना” अर्थात किसी वस्तु को बांधकर रखना या सुरक्षित बन्धन में रखना। बंधी हुई या संयोजित वस्तुएं “बन्धन” में कहलाती हैं। इस शब्द की भूतकाल क्रिया “बांधा” है -* “बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु से लिपटा या बंधा होना। -* प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से “बांधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है। +* “बंधा” होने का अर्थ है किसी वस्तु में लिपटा हुआ या बंधा होना। +* प्रतीकात्मक रूप में मनुष्य किसी शपथ से "बंधा” होता है जिसका अर्थ कि उसने जो प्रण किया है उसे "पूरा करना" उसके लिए अनिवार्य है। * “बंधन” में होना अर्थात किसी भी बांधने वाली वस्तु या सीमाओं में बंधे होना या किसी को बन्दीगृह में डालना। इसका संदर्भ प्रायः जंजीर, बेड़ियों या रस्सी से है जो मनुष्य की स्वतंत्रता को बाधित करती है। * बाइबल के युग में रस्सी या जंजीर बन्दियों को दीवार या पत्थर के फर्श में बांध कर रखने के लिए थी। * “बांधना” शब्द घाव पर पट्टी बांधने के लिए भी काम में लिया जाता था कि घाव भर जाए। @@ -14,24 +14,24 @@ * बन्धन दो मनुष्यों के घनिष्ठ संबन्ध में भी होता है, जिसमें वे एक दूसरे को मानसिक, आत्मिक एवं शारीरिक परिप्रेक्ष्य में सहयोग देते हैं। यह विवाह के बन्धन में भी है * पति-पत्नी एक दूसरे से बंधे होते हैं। यह एक ऐसा बन्धन है जिसे परमेश्वर नहीं चाहता कि कभी तोड़ा जाए। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “बांधना” शब्द का अनुवाद “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटें” -* प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "से (कुछ) को रखने के लिए" हो सकता है। -* "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं" है। +* “बांधना” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “बंधन के अधीन करना” या “संयोजित करना” या “लपेटना” +* प्रतीकात्मक रूप में, इसका अनुवाद "को नियंत्रित करने के लिए" या "रोकने के लिए" या "(किसी को) किसी से दूर रखने के लिए" हो सकता है। +* "बांधना" शब्द का विशेष उपयोग मत्ती 16 और 18 में "वर्जित करना" या "अनुमति नहीं देना" है। * “बन्धनों” शब्द का अनुवाद "जंजीरों" या "रस्सियों" या "बंधन" भी हो सकता है। * प्रतीकात्मक रूप से “बन्धन” शब्द का अनुवाद "गाँठ" या "सम्बन्ध" या "घनिष्ठ सम्बन्ध" भी हो सकता है। -* वाक्यांश "शांति का बंधन" का अर्थ है "एक साथ में होना, जो लोग एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लोगों को लाते हैं" या "एक साथ बांधने से शांति मिलती है।" -* "बांध" का अनुवाद "चारों ओर लपेटो" या "पर एक पट्टी डाल" के रूप में किया जा सकता है। -* प्रतिज्ञा के साथ अपने आप को "बांधना" करने के लिए का अनुवाद "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वादा" या "प्रतिज्ञा को पूरा करने का वचन" के रूप में किया जा सकता है। -* प्रकरण के अनुसार “बाँधा” का अनुवाद "बंधे" या "बांध" या "जंजीर" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की आवश्यकता है" हो सकता है। +* "शांति का बंधन", इस उक्ति का अर्थ है, "सामंजस्य में होना, जो लोगों को एक-दूसरे के साथ घनिष्ठ संबंध में लाता हैं" या "शान्ति से उत्पन्न पारस्परिक बंधन।" +* "बाँधना" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "चारों और से लपेटना" या "पट्टी बाँधना" +* शपथ से "बंधना" का अनुवाद हो सकता है, "शपथ पूरी करने की प्रतिज्ञा" या "शपथ को पूरी करने का समर्पण| +* प्रकरण के अनुसार “बाँधा” शब्द का अनुवाद हो सकता है, "बंधे" या "बांधा गया" या "जंजीर से जकड़ा गया" या "बाध्यकारी (पूरा करने के लिए)" या "करने की अनिवार्यता" (यह भी देखें: [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [शान्ति](../other/peace.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [सेवक](../other/servant.md), [शपथ](../kt/vow.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लैव्यव्यवस्था 08:6-7](rc://en/tn/help/lev/08/06) +* [लैव्यव्यवस्था 8:7](rc://hi/tn/help/lev/08/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H247, H481, H519, H615, H631, H632, H640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G254, G331, G332, G1195, G1196, G1198, G1199, G1210, G1397, G1398, G1401, G1402, G2611, G2615, G3734, G3784, G3814, G4019, G4029, G4385, G4886, G4887, G5265 +* स्ट्रोंग्स: H0247, H0481, H0519, H0615, H0631, H0632, H0640, H1366, H1367, H1379, H2280, H2706, H3256, H3533, H3729, H4147, H4148, H4205, H4562, H5650, H5656, H5659, H6029, H6123, H6616, H6696, H6872, H6887, H7194, H7405, H7573, H7576, H8198, H8244, H8379, G02540, G03310, G03320, G11950, G11960, G11980, G11990, G12100, G13970, G13980, G14010, G14020, G26110, G26150, G37340, G37840, G38140, G40190, G40290, G43850, G48860, G48870, G52650 \ No newline at end of file From d53a0eaa2e654f1d1b715469f7869dc9dd5c5d02 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 10:21:22 +0000 Subject: [PATCH 179/412] Edit 'bible/kt/centurion.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/centurion.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/centurion.md b/bible/kt/centurion.md index efb24fe..b8e16a2 100644 --- a/bible/kt/centurion.md +++ b/bible/kt/centurion.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# सूबेदार, सूबेदारों # +# सूबेदार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: सूबेदार रोमी सेना का अधिकारी था जिसके अधीन सौ सैनिक होते थे। -* इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभावी अधिकारी”। -* एक सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे। +* इसका अनुवाद ऐसे शब्द से किया जा सकता है जिसका अर्थ हो “सौ पुरुषों का अगुआ” या “सैनिक अगुआ” या “सौ का प्रभारी अधिकारी”। +* एक रोमी सूबेदार यीशु के पास याचना लेकर आया था कि वह उसके सेवक को चंगा करे। * यीशु के क्रूसीकरण का कर्ताधर्ता सूबेदार यीशु की मृत्यु को देखकर आश्चर्यचकित हो गया था। * परमेश्वर ने एक सूबेदार को पतरस के पास भेजा कि पतरस उसे यीशु का सुसमाचार सुनाए। @@ -13,15 +13,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [प्रे.का. 10:1-2](rc://en/tn/help/act/10/01) -* [प्रे.का. 27:1-2](rc://en/tn/help/act/27/01) -* [प्रे.का. 27:42-44](rc://en/tn/help/act/27/42) -* [लूका 07:2-5](rc://en/tn/help/luk/07/02) -* [लूका 23:46-47](rc://en/tn/help/luk/23/46) -* [मरकुस 15:39-41](rc://en/tn/help/mrk/15/39) -* [मत्ती 08:5-7](rc://en/tn/help/mat/08/05) -* [मत्ती 27:54-56](rc://en/tn/help/mat/27/54) +* [प्रे.का. 10:1](rc://hi/tn/help/act/10/01) +* [प्रे.का. 27:1](rc://hi/tn/help/act/27/01) +* [प्रे.का. 27:42-44](rc://hi/tn/help/act/27/42) +* [लूका 7:4](rc://hi/tn/help/luk/07/04) +* [लूका 23:47](rc://hi/tn/help/luk/23/47) +* [मरकुस 15:39](rc://hi/tn/help/mrk/15/39) +* [मत्ती 8:7](rc://hi/tn/help/mat/08/07) +* [मत्ती 27:54](rc://hi/tn/help/mat/27/54) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1543, G2760 +* स्ट्रोंग्स: G15430, G27600 From 5a903cf3b40720f62d8567c8162316c4bd2b4ba2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 10:52:32 +0000 Subject: [PATCH 180/412] Edit 'bible/kt/children.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/children.md | 55 +++++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 29 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/children.md b/bible/kt/children.md index 2e7736b..ae8d72b 100644 --- a/bible/kt/children.md +++ b/bible/kt/children.md @@ -1,45 +1,48 @@ # बच्चे, बालक, वंशज -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “बालक” शब्द प्रायः बच्चे के लिए काम में लिया गया है, शिशु के लिए भी इसका प्रयोग करा गया है। “बच्चे” बहुवचन है और इसके प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं। +"बालक" (बहुवचन "बालकों") शब्द स्त्री-पुरुष की संतान के सन्दर्भ में है| इस शब्द का प्रयोग प्रायः अधिक सामान्य रूप में किसी भी कम आयु के मनुष्य के लिए काम मन लिया गया है जो वयस्क नहीं है| "वंशज" शब्द सामान्यतः मनुष्य के या पशुओं की अनुवांशिक संतति के लिए काम में लिया जाता है| + +* बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बालकों" कहा गया है। +* “बालकों” शब्द सामान्यतः मनुष्य के वंशजों के लिए प्रयोग किया गया है। +* बाईबल में "संतान" शब्द का अर्थ प्रायः वही है जो "बच्चों" या "वंशजों" का है| +* "वंश" शब्द कभी-कभी लाक्षणिक भाषा में संतान के सन्दर्भ में काम में लिया गया है| +* यह उक्ति, "की संतान" का अर्थ, किसी लक्षण के सन्दर्भ में हो सकता है| इसके कुछ उदाहरण हैं: -* बाइबल में शिष्यों को या अनुयायियों को भी कभी-कभी "बच्चे" कहा गया है। -* “बच्चे” शब्द सामान्यतः वंशजों के लिए प्रयोग करा गया है। -* “की बच्चे” का अभिप्राय किसी बात के लक्षण प्रकट करने से भी होता है। इसके कुछ उदाहरण हैः * ज्योति की सन्तान * आज्ञा मानने वाली सन्तान * शैतान की संतान -* यह शब्द आत्मिक पुत्र/पुत्रियों के संदर्भ में भी आता है। उदाहरणार्थ, “परमेश्वर की सन्तान” अर्थात यीशु में विश्वास करने के कारण परमेश्वर के लोग। + * यह शब्द कलीसिया के सन्दर्भ में भी हो सकता है। उदाहरणार्थ, नए नियम में कभी-कभी यीशु के विश्वासियों को “परमेश्वर की सन्तान” कह कर संदर्भित किया गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “सन्तान” का अनुवाद “वंशज” किया जा सकता है जब इसका संदर्भ किसी के पोते-परतोतों से हो। * प्रकरण के अनुसार “की सन्तान” का अनुवाद “का गुण रखने वाले लोग” या “के सदृश्य व्यवहार करनेवाले लोग” भी किया जा सकता है। -* यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाएँ क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”। -* यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रियमित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है। +* यदि संभव हो तो “परमेश्वर की सन्तान” को ज्यों का त्यों रखा जाए क्योंकि बाइबल का एक महत्वपूर्ण विषय है, परमेश्वर हमारा स्वर्गीय पिता है। इसका संभावित वैकल्पिक अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आत्मिक सन्तान”। +* यीशु अपने शिष्यों को “सन्तान” कहता है तो इसका अनुवाद “प्रिय मित्रों” या “मेरे प्रिय शिष्यों” हो सकता है। * पौलुस और यूहन्ना यीशु के विश्वासियों को “बालकों” कहते हैं तो इसका अनुवाद “प्रिय सहविश्वासियों” हो सकता है। * “प्रतिज्ञा की सन्तान” का अनुवाद हो सकता है “परमेश्वर की प्रतिज्ञा प्राप्त किए हुए लोग”। -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), वंश, [वादा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [वंश](../kt/promise.md), [परतिज्ञा](../kt/promise.md), [पुत्र](../kt/son.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [प्रिय](../kt/beloved.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूह. 02:28](rc://en/tn/help/1jn/02/27) -* [3 यूहन्ना 01:04](rc://en/tn/help/3jn/01/01) -* [गलातियों 04:19](rc://en/tn/help/gal/04/19) -* [उत्पत्ति 45:11](rc://en/tn/help/gen/45/09) -* [यहोशू 08: 34-35](rc://en/tn/help/jos/08/34) -* [नहेम्याह 05:5](rc://en/tn/help/neh/05/04) -* [प्रे.का. 17:29](rc://en/tn/help/act/17/29) -* [निर्गमन 13:11-13](rc://en/tn/help/exo/13/11) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/45/09) [24:07](rc://en/tn/help/gen/24/07) -* [यशायाह 41:8-9](rc://en/tn/help/isa/41/08) -* [अय्यूब 05:25](rc://en/tn/help/job/05/25) -* [लूका 03:7](rc://en/tn/help/luk/03/7) -* [मत्ती 12:34](rc://en/tn/help/mat/12/34) +* [1 यूह. 2:28](rc://hi/tn/help/1jn/02/28) +* [3 यूहन्ना 1:4](rc://hi/tn/help/3jn/01/04) +* [गलातियों 4:19](rc://hi/tn/help/gal/04/19) +* [उत्पत्ति 45:11](rc://hi/tn/help/gen/45/11) +* [यहोशू 8: 34-35](rc://hi/tn/help/jos/08/34) +* [नहेम्याह 5:5](rc://hi/tn/help/neh/05/05) +* [प्रे.का. 17:29](rc://hi/tn/help/act/17/29) +* [निर्गमन 13:11-13](rc://hi/tn/help/exo/13/11) +* [उत्पत्ति 24:7](rc://hi/tn/help/gen/24/07) +* [यशायाह 41:8-9](rc://hi/tn/help/isa/41/08) +* [अय्यूब 5:25](rc://hi/tn/help/job/05/25) +* [लूका 3:7](rc://hi/tn/help/luk/03/7) +* [मत्ती 12:34](rc://hi/tn/help/mat/12/34) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H6185, H7908, H7909, H7921, G730, G815, G1025, G1064, G1471, G3439, G3515, G3516, G3808, G3812, G3813, G3816, G5040, G5041, G5042, G5043, G5044, G5206, G5207, G5388 +* स्ट्रोंग्स: H1069, H1121, H1123, H1129, H1323, H1397, H1580, H2029, H2030, H2056, H2138, H2145, H2233, H2945, H3173, H3205, H3206, H3208, H3211, H3243, H3490, H4392, H5209, H5271, H5288, H5290, H5759, H5764, H5768, H5953, H 6185, H6363, H6529, H6631, H7908, H7909, H7921, G07300, G08150, G10250, G10640, G10810, G10850, G14710, G34390, G35150, G35160, G38080, G38120, G38130, G38160, G50400, G50410, G50420, G50430, G50440, G52060, G52070, G53880 \ No newline at end of file From a1907fdc5725a6d4dffbf91aa17b1a7cdba5db05 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 12:16:21 +0000 Subject: [PATCH 181/412] Edit 'bible/kt/circumcise.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/circumcise.md | 76 +++++++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 42 insertions(+), 34 deletions(-) diff --git a/bible/kt/circumcise.md b/bible/kt/circumcise.md index bd10a45..e500293 100644 --- a/bible/kt/circumcise.md +++ b/bible/kt/circumcise.md @@ -1,16 +1,23 @@ -# खतना करना, खतना किया, खतना # +# खतना करना, खतना किया, खतना, खतना रहित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक की लिंगमुंडच्छद काट देना। इसी के संबन्ध खतना का अनुष्ठान किया जाता था। +खतना करने का अर्थ है पुरूष या बालक का शिश्नाग्र्च्छद विच्छेदित कर देना| इसके साथ खतना अनुष्ठान भी किया जा सकता था। -* परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार और सेवकों का खतना करे। -* परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के जन्म होने पर ऐसा करना जारी रखें। -* “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “उन्मूलन” या पाप से मन फिराना। -* आत्मिक रूप में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू से पाप से शुद्ध किया और जो उसके लोग हैं। +* परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी कि उनके साथ बांधी परमेश्वर की वाचा के चिन्ह स्वरूप वह अपने परिवार के सब पुरुषों का खतना करे जिनमें सेवक भी सम्मिलित हों। +* परमेश्वर ने अब्राहम के वंशजों को भी यही आज्ञा दी थी कि वे अपने घरों में जन्मे हर एक लड़के के साथ ऐसा ही करते रहें। +* “हृदय का खतना” अर्थात मनुष्य में से पाप का “विच्छेदन” या पाप का उन्मूलन। +* आत्मिक परिप्रेक्ष्य में, “खतना” उन लोगों को संदर्भित करता है जिन्हें परमेश्वर ने यीशु के लहू द्वारा पाप से शुद्ध किया और जो उसके अपने लोग हैं। * ”खतनारहित” का अर्थ है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है। इसका प्रतीकात्मक संदर्भ उन लोगों से भी है जिनका आत्मिक खतना नहीं हुआ है अर्थात जिनका संबन्ध परमेश्वर से नहीं है। +* "खतनारहित" और "खतनाविहीनता" शब्दों का सन्दर्भ उन पुरुषों से है जिनका शारीरिक खतना नहीं हुआ है| इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया जाता है| +* मिस्रियों में भी खतना का प्रचलन था| अतः जब परमेश्वर मिस्र की हार खतनारहित लोगों के हाथों होने की चर्चा करता है तब इसका अर्थ है, परमेश्वर उन लोगों के सन्दर्भ में कह रहा है जिनसे मिस्री घृणा करते थे क्योंकि उनका खतना नहीं हुआ था| +* बाईबल में उन लोगों की चर्चा की गई है जिनका "ह्रदय खतनारहित" है या जो "ह्रदय में खतनारहित हैं|" लाक्षणिक भाषा में इसका अर्थ है, वे लोग जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं और हाथ करके वे परमेश्वर के अवज्ञाकारी हैं| +* यदि आपकी भाषा में खतना काम में लिया जाता है या परिचित शब्द है तो "खतनारहित" का अनुवाद हो सकता है, "खतना नहीं किया गया" +* इस अभिव्यक्ति, "खतनाविहीनता" का अनुवाद,प्रकरण के अनुसार हो सकता है, " वे मनुष्य जिनका खतना नहीं हुआ है" या "मनुष्य जो परमेश्वर के अपने नहीं हैं" +* लाक्षणिक भाषा में इस शब्द के उपयोग का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर के लोग नहीं" या "उन लोगों के सदृश्य विद्रोही जो परमेश्वर के अपने लोग नहीं हैं" या "वे लोग जिनमें परमेश्वर के होने के लक्षण नहीं हैं" +* ह्रदय के खतनारहित" इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "हठीले विद्रोही" या विश्वास का इनकार करने वाले|" तथापि, यदि संभव हो तो इस अभिव्यक्ति को ही रखना या सहार्थी अभिव्यक्ति को रखना ही सर्वोत्तम है क्योंकि आत्मिक खतना एक अत्यधिक महत्वपूर्ण धारणा है| -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * यदि लक्षित भाषा में पुरुषों का खतना किया जाता है तो यहां इसी शब्द का उपयोग किया जाए। * इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “चारों ओर से काटना”, “गोलाई में काटना” या “अग्र त्वचा काटना”। @@ -19,38 +26,39 @@ (यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [अ](../kt/uncircumcised.md)ब्राहम, [वाचा](../kt/covenant.md)) +(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) +(यह भी देखें: [अब्राहम](../names/abraham.md), [वाचा](../kt/covenant.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/17/09) [17:11](rc://en/tn/help/gen/17/11) -* [उत्पत्ति](rc://en/tn/help/gen/17/09) [17:14](rc://en/tn/help/gen/17/14) -* [निर्गमन](rc://en/tn/help/exo/12/47) [12:48](rc://en/tn/help/exo/12/48) -* [लैव्यव्यवस्था 26:41](rc://en/tn/help/lev/26/41) -* [यहोशू](rc://en/tn/help/jos/05/02) [05:03](rc://en/tn/help/jos/05/03) -* [न्यायियों 15:18](rc://en/tn/help/jdg/15/18) -* [2 शमूएल 01:20](rc://en/tn/help/2sa/01/20) -* [यिर्मयाह 09:26](rc://en/tn/help/jer/09/26) -* [यहेजकेल 32:25](rc://en/tn/help/ezk/32/25) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [10:44-45](rc://en/tn/help/act/10/44) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [11:03](rc://en/tn/help/act/11/03) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [15:01](rc://en/tn/help/act/15/01) -* [प्रे.का.](rc://en/tn/help/act/10/44) [11:03](rc://en/tn/help/act/11/03) -* [रोमियों 02:27](rc://en/tn/help/rom/02/27) -* [गलातियों 05:03](rc://en/tn/help/gal/05/03) -* [इफिसियों 02:11](rc://en/tn/help/eph/02/11) -* [फिलिपियों 03:03](rc://en/tn/help/php/03/03) -* [कुलुसियों 02:11](rc://en/tn/help/col/02/11) -* [कुलुसियों 02:13](rc://en/tn/help/col/02/13) +* [उत्पत्ति 17:11](rc://hi/tn/help/gen/17/11) +* [उत्पत्ति17:14](rc://hi/tn/help/gen/17/14) +* [निर्गमन12:48](rc://hi/tn/help/exo/12/48) +* [लैव्यव्यवस्था 26:41](rc://hi/tn/help/lev/26/41) +* [यहोशू 5:3](rc://hi/tn/help/jos/05/03) +* [न्यायियों 15:18](rc://hi/tn/help/jdg/15/18) +* [2 शमूएल 1:20](rc://hi/tn/help/2sa/01/20) +* [यिर्मयाह 9:26](rc://hi/tn/help/jer/09/26) +* [यहेजकेल 32:25](rc://hi/tn/help/ezk/32/25) +* [प्रे.का.10:44-45](rc://hi/tn/help/act/10/44) +* [प्रे.का.11:3](rc://hi/tn/help/act/11/03) +* [प्रे.का.15:1](rc://hi/tn/help/act/15/01) +* [प्रे.का.11:3](rc://hi/tn/help/act/11/03) +* [रोमियों 2:27](rc://hi/tn/help/rom/02/27) +* [गलातियों 5:3](rc://hi/tn/help/gal/05/03) +* [इफिसियों 2:11](rc://hi/tn/help/eph/02/11) +* [फिलिपियों 3:3](rc://hi/tn/help/php/03/03) +* [कुलुसियों 2:11](rc://hi/tn/help/col/02/11) +* [कुलुसियों 2:13](rc://hi/tn/help/col/02/13) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* **[05:03](rc://en/tn/help/obs/05/03)** "आपको अपने परिवार में हर पुरुष का **खतना** करना चाहिए।" -* **[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)** उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का **खतना** किया। +* __[5:3](rc://hi/tn/help/obs/05/03)__ "तू अपने परिवार में हर एक पुरुष का __खतना__ अवश्य करे।" +* __[5:5](rc://hi/tn/help/obs/05/05)__ उस दिन अब्राहम ने उसके घर में सभी पुरुषों का __खतना__ किया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G203, G564, G1986, G4059, G4061 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H4135, H4139, H5243, H6188, H6189, H6190, G02030, G05640, G19860, G40590, G40610 \ No newline at end of file From 8cd9dc27f7779805fb5de58d8cf50c6df70549df Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 12:31:29 +0000 Subject: [PATCH 182/412] Edit 'bible/kt/cornerstone.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/cornerstone.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/cornerstone.md b/bible/kt/cornerstone.md index 2eee8da..068796d 100644 --- a/bible/kt/cornerstone.md +++ b/bible/kt/cornerstone.md @@ -1,29 +1,29 @@ -## कोने का पत्थर, प्रधान +## कोने का पत्थर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “कोने का पत्थर” एक बड़ा पत्थर होता है जो विशेष करके तराशा हुआ होता है और भवन की नींव में रखा जाता है। * भवन के अन्य सब पत्थर इस कोने के पत्थर के संयोजन में रखे जाते हैं। * यह पत्थर संपूर्ण रचना की दृढ़ता एवं स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। * नये नियम में विश्वासियों की सभा को उपमा रूप में एक मन्दिर कहा गया है जिसका कोने का पत्थर मसीह यीशु है। -* जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन के स्थान को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है। +* जिस प्रकार भवन के कोने का पत्थर संपूर्ण भवन की स्थिति को संभालता है और सहारा देता है ठीक उसी प्रकार मसीह यीशु विश्वासियों की सभा का कोने का पत्थर है जिसके द्वारा वह संभाली हुई एवं स्थिर है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “कोने के पत्थर” का अनुवाद “भवन का मुख्य पत्थर” या “नींव का पत्थर” किया जा सकता है। * यहां ध्यान दें कि लक्षित भाषा में भवन की नींव के किसी भाग के लिए कोई शब्द है जो मुख्य आधार है। यदि ऐसा शब्द है तो उस शब्द का उपयोग किया जा सकता है। * इसका अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “भवन के कोने के लिए काम में लिया गया नींव का पत्थर” -* यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो “बड़े पत्थर” के लिए कोई और शब्द होगा और इसका विचार विशेष करके तराशा हुआ और जोड़ने के लिए बनाया गया है। +* यह महत्वपूर्ण है कि इस पत्थर के बड़े होने का तथ्य निहित हो जो भवन के लिए एक ठोस एवं सुरक्षित सामग्री स्वरूप काम में लिया जाता है। यदि भवन निर्माण में पत्थर काम में नहीं लिए जाते हैं तो कोई और शब्द होगा जिसका उपयोग किया जा सकता है और उसका अर्थ, "बड़ा पत्थर" हो (जैसे "चट्टान") परन्तु उसमें विचार यह हो कि उसको उचित आकार दिया गया है कि वह यथास्थान बैठे। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:11-12](rc://en/tn/help/act/04/11) -* [इफिसियों 02:19-22](rc://en/tn/help/eph/02/19) -* [मत्ती 21:42](rc://en/tn/help/mat/21/42) -* [भजन संहिता 118:22-23](rc://en/tn/help/psa/118/022) +* [प्रे.का. 4:11](rc://hi/tn/help/act/04/11) +* [इफिसियों 2:20](rc://hi/tn/help/eph/02/20) +* [मत्ती 21:42](rc://hi/tn/help/mat/21/42) +* [भजन संहिता 118:22](rc://hi/tn/help/psa/118/022) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H68, H6438, H7218, G204, G1137, G2776, G3037 +* स्ट्रोंग्स: H0068, H6438, H7218, G02040, G11370, G27760, G30370 From 08f754f83ce4b0ead89d0e2dcbcca6cdfe5a8418 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 12:47:13 +0000 Subject: [PATCH 183/412] Edit 'bible/kt/cross.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/cross.md | 44 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/cross.md b/bible/kt/cross.md index e342ba1..a274fc1 100644 --- a/bible/kt/cross.md +++ b/bible/kt/cross.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# क्रूस # +# क्रूस -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: बाइबल के युग में क्रूस एक लकड़ी का खंभा होता था जिसे भूमि में गाड़ कर खड़ा किया जाता था, उसके ऊपरी भाग में एक आड़ा खंभा जोड़ा जाता था। @@ -8,33 +8,33 @@ * यीशु पर अपराध का झूठा दोष लगाकर रोमियों ने उसे क्रूस की मृत्यु दी थी। * ध्यान दें कि यह क्रिया "पार करना" एक अलग शब्द है, जिसका मतलब है कि किसी नदी के किनारे या झील के दूसरी ओर जाना। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का भाव व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है। +* इसका अनुवाद लक्षित भाषा में क्रूस का आकार व्यक्त करने वाले शब्द से किया जा सकता है। * क्रूस की व्याख्या इस प्रकार करें कि स्पष्ट हो कि उस पर मनुष्यों को मृत्युदण्ड दिया जाता था जैसे “मृत्यु दण्ड स्तंभ” या “मृत्यु वृक्ष”। -* स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +* स्थानीय भाषा या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में इस शब्द का अनुवाद कैसे किया गया है उस पर भी ध्यान दें। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [रोम](../names/rome.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 01:17](rc://en/tn/help/1co/01/17) -* [कुलुस्सियों 02:13-15](rc://en/tn/help/col/02/13) -* [गलातियों 06:11-13](rc://en/tn/help/gal/06/11) -* [यूहन्ना 19:17-18](rc://en/tn/help/jhn/19/17) -* [लूका 09:23-25](rc://en/tn/help/luk/09/23) -* [लूका 23:26](rc://en/tn/help/luk/23/26) -* [मत्ती 10:37-39](rc://en/tn/help/mat/10/37) -* [फिलिप्पियों 02:5-8](rc://en/tn/help/php/02/05) +* [1 कुरिन्थियों 1:17](rc://hi/tn/help/1co/01/17) +* [कुलुस्सियों 2:15](rc://hi/tn/help/col/02/15) +* [गलातियों 6:12](rc://hi/tn/help/gal/06/12) +* [यूहन्ना 19:18](rc://hi/tn/help/jhn/19/18) +* [लूका 9:23](rc://hi/tn/help/luk/09/23) +* [लूका 23:26](rc://hi/tn/help/luk/23/26) +* [मत्ती 10:38](rc://hi/tn/help/mat/10/38) +* [फिलिप्पियों 2:8](rc://hi/tn/help/php/02/08) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[40:01](rc://en/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो __क्रूस__ उठवाया जिस पर उसे मरना था। -* __[40:02](rc://en/tn/help/obs/40/02)__ सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर __क्रूस__ पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया। -* __[40:05](rc://en/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो __क्रूस__ पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।” -* __[49:10](rc://en/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु __क्रूस__ पर मरे, उन्होंने तुम्हारा दण्ड अपने ऊपर ले लिया। -* __[49:12](rc://en/tn/help/obs/49/12)__ तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह __क्रूस__ पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया। +* __[40:1](rc://hi/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो __क्रूस__ उठवाया जिस पर उसे मरना था। +* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ सैनिक यीशु को उस स्थान पर ले गए जो गुलगुता या खोपड़ी का स्थान कहलाता है, वहाँ पहुँचकर __क्रूस__ पर उसके हाथों और पाँवों को कीलो से ठोक दिया। +* __[40:5](rc://hi/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का मज़ाक उड़ा रहे थे। यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो __क्रूस__ पर से उतर जा, और अपने आप को बचा। तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे।” +* __[49:10](rc://hi/tn/help/obs/49/10)__ जब यीशु __क्रूस__ पर मरा, तब उसको तुम्हारा दण्ड भोगना पडा था। +* __[49:12](rc://hi/tn/help/obs/49/12)__ तुम्हें विश्वास करना होगा कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है, कि वह तुम्हारी जगह __क्रूस__ पर बलिदान हुआ, और यह कि परमेश्वर ने उसे फिर मुर्दों में से जीवित कर दिया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G4716 +* स्ट्रोंग्स: G47160 From 08ee7170203e47121090695dca801ae12bd3ac95 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:29:18 +0000 Subject: [PATCH 184/412] Edit 'bible/kt/crucify.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/crucify.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/crucify.md b/bible/kt/crucify.md index 08d00bf..5ffcbad 100644 --- a/bible/kt/crucify.md +++ b/bible/kt/crucify.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# क्रूस पर चढ़ा, क्रूस पर चढ़ाया # +# क्रूस पर चढ़ाना, क्रूस पर चढ़ाया -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“क्रूस पर चढ़ा” अर्थात किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह पीड़ित होकर मर जाए। +“क्रूस पर चढ़ाना” इस उक्ति का अर्थ है, किसी को क्रूस पर लटका कर छोड़ देना कि वह घोर पीड़ा में मर जाए। * अपराधी को क्रूस पर बांध कर लटकाया जाता या कीलों से ठोंक कर लटकाया जाता था। क्रूस पर लटकाया हुआ व्यक्ति रक्त की कमी से या सांस लेने में कठिनाई के कारण मर जाता था। * प्राचीन रोमी साम्राज्य में मृत्यु-दण्ड की यह विधि प्रायः काम में ली जाती थी, विशेष करके भयानक अपराधियों के लिए या सरकार के विद्रोहियों के लिए। * यहूदियों के अगुओं ने रोमी अधिपति को विवश किया कि वह यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिकों को आज्ञा दे। सैनिकों ने यीशु को कीलों से क्रूस पर ठोंका था। यीशु ने मरने से पूर्व छः घंटे दुःख उठाया था। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * क्रूस पर चढ़ाने का अनुवाद किया जा सकता है, “क्रूस पर मृत्यु” या “क्रूस पर कीलों से ठोक कर मृत्यु-दण्ड देना”। (यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [रोम](../names/rome.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:22-24](rc://en/tn/help/act/02/22) -* [गलतियों 02: 20-21](rc://en/tn/help/gal/02/20) -* [लूका 23:20-22](rc://en/tn/help/luk/23/20) -* [लूका 23:33-34](rc://en/tn/help/luk/23/33) -* [मत्ती 20:17-19](rc://en/tn/help/mat/20/17) -* [मत्ती 27:23-24](rc://en/tn/help/mat/27/23) +* [प्रे.का. 02:23](rc://hi /tn/help/act/02/23) +* [गलतियों 2: 20-21](rc://hi/tn/help/gal/02/20) +* [लूका 23:20-22](rc://hi/tn/help/luk/23/20) +* [लूका 23:34](rc://hi/tn/help/luk/23/34) +* [मत्ती 20:17-19](rc://hi/tn/help/mat/20/17) +* [मत्ती 27:23-24](rc://hi/tn/help/mat/27/23) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[39:11](rc://en/tn/help/obs/39/11)__ लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे क्रूस पर चढाओं।” -* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाए__ जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया।.played a major role in the crucifixion of Jesus Christ. -* __[40:01](rc://en/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को __क्रूस पर चढ़ाने__ के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था। -* __[40:04](rc://en/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच __क्रूस पर चढ़ाया__ गया। -* __[43:06](rc://en/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर की सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे क्रूस पर चढ़वाकर मार डाला।” -* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ "उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया।” -* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाया__, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।” +* __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ लेकिन यहूदी अगुवों और भीड़ ने चिल्लाकर कहा कि, “उसे __क्रूस__ पर चढाओं।” +* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ परन्तु पिलातुस डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाए__ जाने के लिए सैनिको को सौंप दिया। यीशु के __क्रूसीकरण __में उसने प्रमुख भूमिका निभाई थी| +* __[40:1](rc://hi/tn/help/obs/40/01)__ सैनिको द्वारा यीशु का मजाक उड़ाने के बाद, वह यीशु को __क्रूस पर चढ़ाने__ के लिये ले गए। उन्होंने यीशु से वो क्रूस उठवाया जिस पर उसे मरना था। +* __[40:4](rc://hi/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच __क्रूस पर चढ़ाया__ गया। +* __[43:6](rc://hi/tn/help/obs/43/06)__ “हे इस्राएलियो ये बातें सुनो: यीशु नासरी एक मनुष्य था, जिसने परमेश्वर के सामर्थ्य से कई आश्चर्य के कामों और चिन्हों को प्रगट किया, जो परमेश्वर ने तुम्हारे बीच उसके द्वारा कर दिखाए जिसे तुम आप ही जानते हो तुम ने अधर्मियों के हाथ उसे __क्रूस__ पर चढ़वाकर मार डाला।” +* __[43:9](rc://hi/tn/help/obs/43/09)__ "उसी यीशु को जिसे तुमने __क्रूस__ पर चढ़ाया।” +* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तब पतरस ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। तुमने यीशु को __क्रूस पर चढ़ाया__, परन्तु परमेश्वर ने मरे हुओं में से जिलाया।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G388, G4362, G4717, G4957 +* Strong's: G03880, G43620, G47170, G49570 From 940cd6cf03d1bdd49b350345bcf0e6b4adacbdc5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:32:13 +0000 Subject: [PATCH 185/412] Edit 'bible/kt/crucify.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/crucify.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/crucify.md b/bible/kt/crucify.md index 5ffcbad..9b1bc6a 100644 --- a/bible/kt/crucify.md +++ b/bible/kt/crucify.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# क्रूस पर चढ़ाना, क्रूस पर चढ़ाया +# क्रूस पर चढ़ाना, क्रूस पर चढ़ाया ## परिभाषा: @@ -36,4 +36,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G03880, G43620, G47170, G49570 +* स्ट्रोंग्स: G03880, G43620, G47170, G49570 \ No newline at end of file From a3132217f1a71ceb4fc2095cc25b36e5a3f87d87 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:46:40 +0000 Subject: [PATCH 186/412] Edit 'bible/kt/demonpossessed.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/demonpossessed.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/demonpossessed.md b/bible/kt/demonpossessed.md index b6e45da..3a67de9 100644 --- a/bible/kt/demonpossessed.md +++ b/bible/kt/demonpossessed.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# दुष्टात्माएँ थीं # +# दुष्टात्माएँ थीं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं। +दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विचार शैतान या दुष्टात्मा के वश में हैं। * दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है। -* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है। +* यीशु ने दुश्तात्माग्रस्त लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा "निकालना" कहा गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में” (यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [मरकुस 01:32-34](rc://en/tn/help/mrk/01/32) -* [मत्ती 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23) -* [मत्ती 08:16-17](rc://en/tn/help/mat/08/16) -* [मत्ती 08:33-34](rc://en/tn/help/mat/08/33) +* [मरकुस 1:32](rc://hi/tn/help/mrk/01/32) +* [मत्ती 4:24](rc://hi/tn/help/mat/04/24) +* [मत्ती 8:16](rc://hi/tn/help/mat/08/16) +* [मत्ती 8:33](rc://hi/tn/help/mat/08/33) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया। -* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया। -* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!” -* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया । -* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__। +* __[26:9](rc://hi/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्टात्माएं__थीं, उन्हें यीशु के पास लाया गया। +* __[32:2](rc://hi/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा__थी, यीशु के पास दौड़कर आया। +* __[32:6](rc://hi/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्माग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!” +* __[32:9](rc://hi/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति का सा व्यवहार करते पाया । +* __[47:3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1139 +* स्ट्रोंग्स: G11390 From f14261b8223fdc085bfb809e829b010b3ac5ac4d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:49:52 +0000 Subject: [PATCH 187/412] Edit 'bible/kt/demonpossessed.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/demonpossessed.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/demonpossessed.md b/bible/kt/demonpossessed.md index 3a67de9..56e47dd 100644 --- a/bible/kt/demonpossessed.md +++ b/bible/kt/demonpossessed.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# दुष्टात्माएँ थीं +# दुष्टात्माएँ थीं ## परिभाषा: @@ -26,7 +26,7 @@ * __[32:2](rc://hi/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा__थी, यीशु के पास दौड़कर आया। * __[32:6](rc://hi/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्माग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!” * __[32:9](rc://hi/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति का सा व्यवहार करते पाया । -* __[47:3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी। +* __[47:3](rc://hi/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वे (पौलुस और सीलास) प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्टात्मा__थी। ## शब्द तथ्य: From 66c6abb5ce0d933f2a57a5be38d17b3e8f4842db Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 13:57:24 +0000 Subject: [PATCH 188/412] Edit 'bible/kt/disciple.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/disciple.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/disciple.md b/bible/kt/disciple.md index 3b31358..a2ac3f9 100644 --- a/bible/kt/disciple.md +++ b/bible/kt/disciple.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# चेला, चेले # +# चेला, चेले -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “चेला” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो गुरू के साथ बहुत समय व्यतीत करता है और गुरू के चरित्र और शिक्षाओं से सीखता है। From ed3202f13e1bad7edeeb0bb708da63798eb03baa Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 5 Nov 2021 14:10:05 +0000 Subject: [PATCH 189/412] Edit 'bible/kt/disciple.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/disciple.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/disciple.md b/bible/kt/disciple.md index a2ac3f9..3bc896d 100644 --- a/bible/kt/disciple.md +++ b/bible/kt/disciple.md @@ -12,33 +12,33 @@ * अपने स्वर्गारोहण से पूर्व यीशु ने अपने शिष्यों को आज्ञा दी कि उन्हें भी यीशु के शिष्य बनना सिखाएं। * यीशु में विश्वास करने और उसकी शिक्षाओं का पालन करनेवालों को यीशु के चेले कहा जाता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “चेला” शब्द को अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ है, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”। -* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्यापार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं। +* “चेला” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “अनुयायी” या “विद्यार्थी” या “शिष्य” या “शिक्षार्थी”। +* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद कक्षा में विद्योपार्जन करने वाले विद्यार्थी के जैसा नहीं। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद “प्रेरित” शब्द के अनुवाद से भिन्न शब्द हो। -(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [विश्वास](../kt/believer.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) +(यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [विश्वास करना](../kt/believer.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 06:1](rc://en/tn/help/act/06/01) -* [प्रे.का. 09:26-27](rc://en/tn/help/act/09/26) -* [प्रे.का. 11:25-26](rc://en/tn/help/act/11/25) -* [प्रे.का. 14:21-22](rc://en/tn/help/act/14/21) -* [यूहन्ना 13:23-25](rc://en/tn/help/jhn/13/23) -* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39) -* [मत्ती 11:1-3](rc://en/tn/help/mat/11/01) -* [मत्ती 26:33-35](rc://en/tn/help/mat/26/33) -* [मत्ती 27:62-64](rc://en/tn/help/mat/27/62) +* [प्रे.का. 6:1](rc://hi/tn/help/act/06/01) +* [प्रे.का. 9:26-27](rc://hi/tn/help/act/09/26) +* [प्रे.का. 11:26](rc://hi/tn/help/act/11/26) +* [प्रे.का. 14:22](rc://hi/tn/help/act/14/22) +* [यूहन्ना 13:23](rc://hi/tn/help/jhn/13/23) +* [लूका 6:40](rc://hi/tn/help/luk/06/40) +* [मत्ती 11:3](rc://hi/tn/help/mat/11/03) +* [मत्ती 26:33-35](rc://hi/tn/help/mat/26/33) +* [मत्ती 27:64](rc://hi/tn/help/mat/27/64) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[30:08](rc://en/tn/help/obs/30/08)__ यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर __चेलों__ को दी कि वे लोगों को परोसे। __चेलों__ ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी। -* __[38:01](rc://en/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा। -* __[38:11](rc://en/tn/help/obs/38/11)__ फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने __चेलों__ के साथ आया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो। -* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।” +* __[30:8](rc://hi/tn/help/obs/30/08)__ यीशु ने रोटियाँ और मछलियाँ तोड़-तोड़ कर __चेलों__ को दी कि वे लोगों को परोसे। __चेलों__ ने रोटियाँ और मछलियाँ सब में बाँट दी, और रोटियाँ और मछलियाँ कम नहीं पड़ी। +* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का उत्सव मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा। +* __[38:11](rc://hi/tn/help/obs/38/11)__ फिर वह गतसमनी नामक एक जगह में अपने __चेलों__ के साथ आया। यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा कि प्रार्थना करते रहो कि परीक्षा में न पड़ो। +* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ यीशु ने अपने __चेलों__ से कहा, “ स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को __चेला__ बनाओ और उन्हें पिता, और पुत्र, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3928, G3100, G3101, G3102 +* स्ट्रोंग्स: H3928, G31000, G31010, G31020 From bf327483cf79aca5f41a026acb04320ae1251dea Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 04:13:22 +0000 Subject: [PATCH 190/412] Edit 'bible/kt/exhort.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/exhort.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/exhort.md b/bible/kt/exhort.md index 6ead27b..e04ff43 100644 --- a/bible/kt/exhort.md +++ b/bible/kt/exhort.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# समझा, उपदेश # +# आग्रह करना,  उपदेश ## परिभाषा: ## From 10f80125e365b7d7394dc6ee54cd0ae2f71287fd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 04:33:37 +0000 Subject: [PATCH 191/412] Edit 'bible/kt/exhort.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/exhort.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/exhort.md b/bible/kt/exhort.md index e04ff43..f7fe865 100644 --- a/bible/kt/exhort.md +++ b/bible/kt/exhort.md @@ -1,26 +1,26 @@ # आग्रह करना,  उपदेश -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“समझा” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रोत्साहित करना और आग्रह करना। ऐसा प्रोत्साहन “उपदेश” कहलाता है। +“आग्रह करना” अर्थात् उचित काम करने के लिए प्रबल प्रोत्साहन देना और प्रबोधन करना| ऐसी उत्प्रेरणा को आग्रह करना कहते हैं। -* “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्य को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना। -* नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर और कड़ा नहीं वरन् प्रेम से समझाएं। +* “उपदेश देने” का उद्देश्य है मनुष्यों को पाप का त्याग करके परमेश्वर की इच्छा पर चलने के लिए प्रेरित करना। +* नये नियम में विश्वासियों को शिक्षा दी गई है कि एक दूसरे को कठोर एवं खडी बोली में नहीं वरन प्रेमपूर्वक समझाएं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “समझाना” का अनुवाद “साग्रह निवेदन करना” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार “आग्रह करना” का अनुवाद “प्रबल प्रबोधन” या “कायल करना” या “परामर्श देना” भी हो सकता है। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद ऐसा न लगे कि समझाने वाला क्रोधित है। इस शब्द से शक्ति एवं गंभीरता प्रकट हो परन्तु क्रोधपूर्ण भाषा का संदर्भ न हो। -* अधिकांश प्रकरणों में समझाने का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है। +* अधिकांश प्रकरणों में "आग्रह करने" का अनुवाद “प्रोत्साहन” से भिन्न होना है जिसका अर्थ है प्रेरित करना, विश्वास दिलाना, या शान्ति देना है। * इस शब्द का अनुवाद “झिड़कना” से भी भिन्न होना है जिसका अर्थ है अनुचित व्यवहार के लिए चेतावनी देना, या सुधारना है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:3-4](rc://en/tn/help/1th/02/03) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:10-12](rc://en/tn/help/1th/02/10) -* [1 तीमुथियुस 05:1-2](rc://en/tn/help/1ti/05/01) -* [लूका 03:18-20](rc://en/tn/help/luk/03/18) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:3-4](rc://hi/tn/help/1th/02/03) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:12](rc://hi/tn/help/1th/02/12) +* [1 तीमुथियुस 5:2](rc://hi /tn/help/1ti/05/02) +* [लूका 3:18](rc://hi/tn/help/luk/03/18) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3867, G3870, G3874, G4389 +* स्ट्रोंग्स: G38670, G38700, G38740, G43890 From c1a4aae90c6d41bcae0d944770fa627d342d972c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 04:50:12 +0000 Subject: [PATCH 192/412] Edit 'bible/kt/filled.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/filled.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/filled.md b/bible/kt/filled.md index 281cb4e..a3732d1 100644 --- a/bible/kt/filled.md +++ b/bible/kt/filled.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# पवित्र आत्मा से भर गए # +# पवित्र आत्मा से भर गए -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“आत्मा से भर गए” प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है कि पवित्र आत्मा मनुष्य को शक्ति देता है कि परमेश्वर की इच्छा पूरी करे। +“आत्मा से भर गए” यह लाक्षणिक भाषा की अभिव्यक्ति है जिसका उपयोग किसी मनुष्य के सन्दर्भ में किया जाता है तो उसका अर्थ है, कि पवित्र आत्मा उस मनुष्य को सामर्थ्य प्रदान करता है कि वह परमेश्वर की इच्छा पूरी करे। * “भर जाना” एक वाक्शैली है जिसका अर्थ प्रायः “नियंत्रित होना” होता है। -* मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं, जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं। +* मनुष्य “पवित्र आत्मा से भर जाते हैं", जब वे पवित्र आत्मा की अगुआई में रहते हैं और परमेश्वर की इच्छा पूरी करने के लिए सहायता हेतु उस पर पूर्णतः निर्भर करते हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा न प्रकट हो कि पवित्र आत्मा विवश कर रहा है। +* इस का अनुवाद “पवित्र आत्मा की शक्ति में” या “पवित्र आत्मा के वश में” हो सकता है। परन्तु इसका अर्थ ऐसा प्रकट न हो कि पवित्र आत्मा किसी काम के लिए मनुष्य को विवश कर रहा है। * “वह पवित्र आत्मा से भर गया” का अनुवाद “वह पूर्णतः पवित्र आत्मा के सामर्थ्य में जी रहा था” या “वह पवित्र आत्मा की पूर्ण अगुआई में था” या “पवित्र आत्मा उसकी अगुआई कर रहा था”। -* यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य पवित्र आत्मा को अपने जीवन का नियंत्रण एवं प्रभाव सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए। +* यह उक्ति “आत्मा का जीवन” के अनुरूप है परन्तु “आत्मा से भर गया” पूर्णता पर बल देता है कि जिसके द्वारा मनुष्य अपने जीवन का नियंत्रण एवं अधिकार पवित्र आत्मा को सौंप देता है। अतः संभव हो तो इन दोनों का अनुवाद अलग-अलग किया जाए। (यह भी देखें: [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:29-31](rc://en/tn/help/act/04/29) -* [प्रे.का. 05:17-18](rc://en/tn/help/act/05/17) -* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08) -* [लूका 01:14-15](rc://en/tn/help/luk/01/14) -* [लूका 01:39-41](rc://en/tn/help/luk/01/39) -* [लूका 04:1-2](rc://en/tn/help/luk/04/01) +* [प्रे.का. 4:31](rc://hi/tn/help/act/04/31) +* [प्रे.का. 5:17](rc://hi/tn/help/act/05/17) +* [प्रे.का. 6:8-9](rc://hi/tn/help/act/06/08) +* [लूका 1:15](rc://hi/tn/help/luk/01/15) +* [लूका 1:39-41](rc://hi/tn/help/luk/01/39) +* [लूका 4:1-2](rc://hi/tn/help/luk/04/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G40, G4130, G4137, G4151 +* Strong's: G00400, G41300, G41370, G41510 From f486545a0a19aebb9c98422cc1ea6f82e18ae6cd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 05:03:41 +0000 Subject: [PATCH 193/412] Edit 'bible/kt/filled.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/filled.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/filled.md b/bible/kt/filled.md index a3732d1..d915877 100644 --- a/bible/kt/filled.md +++ b/bible/kt/filled.md @@ -27,4 +27,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G00400, G41300, G41370, G41510 +* स्ट्रोंग्स: G00400, G41300, G41370, G41510 From f3e7297ad1962f6c4f060bfd7461ce3a2f5421bc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 05:18:57 +0000 Subject: [PATCH 194/412] Edit 'bible/kt/gentile.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/gentile.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/kt/gentile.md b/bible/kt/gentile.md index 630e176..3ddc2b1 100644 --- a/bible/kt/gentile.md +++ b/bible/kt/gentile.md @@ -1,28 +1,28 @@ # अन्यजाति -## तथ्य: ## +## तथ्य: "अन्यजाति" का अर्थ है गैर यहूदी जन। अन्य जातियां उन लोगों को कहते थे जो याकूब के वंशज नहीं थे। * बाइबल में “खतनारहित” शब्द भी प्रतीकात्मक रूप से अन्यजातियों के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वे इस्राएलियों के समान अपने बालकों का खतना नहीं करते थे। * परमेश्वर ने यहूदियों को अपने लिए अलग करके चुन लिया था, इसलिए यहूदी अन्य लोगों को बाहरी लोग मानते थे जो कभी परमेश्वर के लोग नहीं हो सकते थे। * यहूदियों को इतिहास में अलग-अलग समयों पर “इस्राएली” या “इब्रानी” कहा गया है अन्य सबको वे “अन्यजाति” कहते थे। -* अन्यजाति का अनुवाद “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी” हो सकता है। -* परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थी। +* अन्यजाति शब्द का अनुवाद हो सकता है, “यहूदी नहीं” या “गैर यहूदी” या “गैर इस्राएली” (पुराने नियम) या “गैर-यहूदी” +* परम्परा के अनुसार यहूदी अन्य जाति के साथ बैठ कर भोजन नहीं करते थे या उनके साथ संबन्ध नहीं रखते थे, इस कारण आरंभिक कलीसिया में समस्याएं उत्पन्न हुई थीं। (यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [याकूब](../names/jacob.md), [यहूदी](../kt/jew.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 09:13-16](rc://en/tn/help/act/09/13) -* [प्रे.का. 14:5-7](rc://en/tn/help/act/14/05) -* [गलातियों 02:15-16](rc://en/tn/help/gal/02/15) -* [लूका 02:30-32](rc://en/tn/help/luk/02/30) -* [मत्ती 05:46-48](rc://en/tn/help/mat/05/46) -* [मत्ती 06:5-7](rc://en/tn/help/mat/06/05) -* [रोमियो 11:25](rc://en/tn/help/rom/11/25) +* [प्रे.का. 9:13-16](rc://hi/tn/help/act/09/13) +* [प्रे.का. 14:5-7](rc://hi/tn/help/act/14/05) +* [गलातियों 2:16](rc://hi/tn/help/gal/02/16) +* [लूका 2:32](rc://hi/tn/help/luk/02/32) +* [मत्ती 5:47](rc://hi/tn/help/mat/05/47) +* [मत्ती 6:5-7](rc://hi/tn/help/mat/06/05) +* [रोमियो 11:25](rc://hi/tn/help/rom/11/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1471, G1482, G1484, G1672 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H1471, G14820 , G14840, G16720 \ No newline at end of file From feab5e425ab937f8b8fb89969ab7c4188886a9b4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 05:34:22 +0000 Subject: [PATCH 195/412] Edit 'bible/kt/goodnews.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/goodnews.md | 52 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 26 insertions(+), 26 deletions(-) diff --git a/bible/kt/goodnews.md b/bible/kt/goodnews.md index 26d874e..a9c3fb5 100644 --- a/bible/kt/goodnews.md +++ b/bible/kt/goodnews.md @@ -1,42 +1,42 @@ -# शुभ समाचार, सुसमाचार # +# शुभ सन्देश, सुसमाचार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “सुसमाचार” शब्द का अर्थ वास्तव में “शुभ सन्देश” है और ऐसे सन्देश एवं घोषणा के संदर्भ में है जो मनुष्यों को लाभ पहुंचाता है या हर्षित करता है। * बाइबल में यह शब्द क्रूस पर यीशु के बलिदान के माध्यम से परमेश्वर के उद्धार के संदर्भ में प्रायः उपयोग किया जाता है। -* अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का शुभ सन्देश” या “परमेश्वर का शुभ सन्देश” और “राज्य का शुभ सन्देश”। +* अधिकांश अंग्रेजी बाइबलों में “शुभ सन्देश” का अनुवाद “सुसमाचार” किया गया है और ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “मसीह यीशु का सुसमाचार” या “परमेश्वर का सुसमाचार” और “राज्य का सुसमाचार” -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: * इस शब्द के अन्य अनुवाद रूप हैं, “शुभ सन्देश”, “शुभ घोषणा” या “परमेश्वर का उद्धार का सन्देश” या “परमेश्वर यीशु के बारे में अच्छी बातें सिखाता है”। -* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार के बारे में क्या कहता है”। +* प्रकरण के अनुसार इस उक्ति, “का सुसमाचार” का अनुवाद के बारे में शुभ समाचार/सन्देश” या “से प्राप्त शुभ समाचार” या “परमेश्वर हमें जिन अच्छी बातों का ज्ञान देता है” या “परमेश्वर मनुष्यों का उद्धार करने के बारे में क्या कहता है”। (यह भी देखें: [राज्य](../other/kingdom.md), [बलिदान](../other/sacrifice.md), [उद्धार](../kt/salvation.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 01:4-5](rc://en/tn/help/1th/01/04) -* [प्रे.का. 08:25](rc://en/tn/help/act/08/25) -* [कुलुस्सियों 01: 21-23](rc://en/tn/help/col/01/21) -* [गलातियों 01:6-7](rc://en/tn/help/gal/01/06) -* [लूका 08: 1-3](rc://en/tn/help/luk/08/01) -* [मरकुस 01:14-15](rc://en/tn/help/mrk/01/14) -* [फिलिप्पियों 02:22-24](rc://en/tn/help/php/02/22) -* [रोमियो 01:1-3](rc://en/tn/help/rom/01/01) +* [1 थिस्सलुनीकियों 1:5](rc://hi/tn/help/1th/01/05) +* [प्रे.का. 8:25](rc://hi/tn/help/act/08/25) +* [कुलुस्सियों 1: 23](rc://hi/tn/help/col/01/23) +* [गलातियों 1:6](rc://hi/tn/help/gal/01/06) +* [लूका 8: 1-3](rc://hi/tn/help/luk/08/01) +* [मरकुस 1:14](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) +* [फिलिप्पियों 2:22](rc://hi/tn/help/php/02/22) +* [रोमियो 1:3](rc://hi/tn/help/rom/01/03) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का __सुसमाचार__ सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।” -* __[26:03](rc://en/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को __सुसमाचार__ सुनाने के लिए अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।” -* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का __सुसमाचार__ सुनाया। -* __[46:10](rc://en/tn/help/obs/46/10)__ तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में __यीशु के बारे में प्रचार__ करने के लिये भेज दिया। -* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में __यीशु का प्रचार करने__ को गए। -* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ __यीशु के सुसमाचार__ को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई। -* __[50:01](rc://en/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग __यीशु मसीह के सुसमाचार__ को सुन रहे हैं। -* __[50:02](rc://en/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में __शुभ समाचार__ का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।" -* __[50:03](rc://en/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को __शुभ समाचार__ सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना। +* __[23:6](rc://hi/tn/help/obs/23/06)__ तब स्वर्गदूत ने उनसे कहा, “ मत डरो; क्योंकि देखो, मैं तुम्हें बड़े आनन्द का __सुसमाचार__ सुनाता हूँ” कि आज बैतलहम नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।” +* __[26:3](rc://hi/tn/help/obs/26/03)__ यीशु ने पढ़ा, “ प्रभु की आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को __सुसमाचार__ सुनाने के लिए मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है कि बन्दियों को छुटकारे का और अंधों को दृष्टि पाने का __सुसमाचार__ प्रचार करूँ और कुचले हुओ को मुक्त करूँ। यह प्रभु के कृपा का वर्ष है।” +* __[45:10](rc://hi/tn/help/obs/45/10)__ फिलिप्पुस ने अन्य शास्त्रों का भी इस्तेमाल करके उसे यीशु का __सुसमाचार__ सुनाया। +* __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ तब उन्होंने उन्हें कई अन्य स्थानों में __यीशु के बारे में प्रचार__ करने के लिये भेज दिया। +* __[47:1](rc://hi/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन पौलुस और उसका मित्र सीलास फिलिप्पी में __यीशु का प्रचार करने__ को गए। +* __[47:13](rc://hi/tn/help/obs/47/13)__ __यीशु के सुसमाचार__ को वह प्रचार करते गए और कलीसिया विकास करती गई। +* __[50:1](rc://hi/tn/help/obs/50/01)__ लगभग 2,000 से अधिक वर्षों से, संसार भर में अधिक से अधिक लोग __यीशु मसीह के सुसमाचार__ को सुन रहे हैं। +* __[50:2](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में __शुभ समाचार__ का प्रचार करेंगे, और फिर अन्त आ जाएगा।" +* __[50:3](rc://hi/tn/help/obs/50/03)__ स्वर्ग में वापस जाने से पहले, यीशु ने मसीहों से कहा कि वे उन लोगों को __शुभ समाचार__ सुनाएँ जिन्होंने इसे कभी नहीं सुना। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2097, G2098, G4283 +* स्ट्रोंग्स: G20970, G20980, G42830 From fc4bb747c22c6999537cc4c511b92a653559959a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 06:18:13 +0000 Subject: [PATCH 196/412] Edit 'bible/kt/hades.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/hades.md | 44 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/hades.md b/bible/kt/hades.md index fa2d2c2..3c0918e 100644 --- a/bible/kt/hades.md +++ b/bible/kt/hades.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# अधोलोक, अथाह-कुण्ड # +# अधोलोक, अथाह-कुण्ड -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“अधोलोक” और “अथाह-कुण्ड” बाइबल में मृत्यु के संदर्भ में काम में लिए गए हैं और उस स्थान को दर्शाते हैं जहां मरणोपरान्त मनुष्यों की आत्मायें जाती हैं। इनके अर्थ एक से ही हैं। +“अधोलोक” (यूनानी भाषा का अनुवाद) और “अथाह-कुण्ड” (इब्रानी भाषा का अनुवाद) "अधोलोक" के व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम हैं जिनका अर्थ है, भूमिगत निवास स्थान जहां प्राचीन संस्कृति में माना जाता था कि मनुष्य मरणोपरांत वहाँ जाएगा | -* पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) सामान्यतः मृत्यु के स्थान को दर्शाता है -* नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) परमेश्वर के विद्रोहियों की आत्माओं का स्थान है। इन आत्माओं के लिए कहा गया है कि वे अथाह-कुण्ड में डाली जायेंगी। यह कभी-कभी स्वर्गारोहण के विपरीत विचार व्यक्त करने के लिए है जहां यीशु के विश्वासियों की आत्मायें हैं। +* पुराने नियम में “अधोलोक” का इब्रानी शब्द (शिओल) को व्यक्तिवाचक संज्ञा नाम या जातिवाचक संज्ञा नाम स्वरुप काम में लिया जा सकता है जिसका अर्थ है, "भूमिगत|" +* नये नियम में यूनानी शब्द “हेडीज़” (अथाह-कुण्ड) यीशु का परित्याग करने वाले मृतकों का स्थान है| नये नियम में लोगों का वर्णन किया गया है कि वे अधोलोक में "नीचे जा रहे हैं|" -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान” कुछ अनुवादों में इसे “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है-प्रकरण के अनुसार। -* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी “अविश्वासी मृतक आत्माओं का स्थान” या “अविश्वासी मृतकों मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”। -* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” का उसी भाषा के उच्चारण में ज्यों का त्यों रखा गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) -* एक वाक्यांश को यह भी समझाने के लिए प्रत्येक शब्द में जोड़ा जा सकता है, ऐसा करने के उदाहरण, "अधोलोक, जगह जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु के स्थान"। +* पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद प्रकरण पर आधारित होता है| कुछ संभावनाएं हैं: “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान”, “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है। +* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी प्रकरण पर आधारित नानाविध है| कुछ संभावित अनुवाद हैं: “अविश्वासी मृतकों की आत्माओं का स्थान”, "मृतकों की पीड़ा का स्थान" या “अविश्वासी मृतक मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”। +* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्दों को ज्यों का त्यों ही रखा जाता है परन्तु उसके उच्चारण को अनुवाद की भाषा में ध्वनी के अनुरूप व्यक्त किया जाता है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) +* इन शब्एदों में से प्रत्येक के साथ वर्णनात्मक वाक्यांश जोड़ा जा सकता है| ऐसा करने के उदाहरण हैं, "अधोलोक, वह स्थान जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु का स्थान"। -(अनुवाद के सुझाव: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(अनुवाद के सुझाव: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [मृत्यु](../other/death.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md), [कब्र](../other/tomb.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:29-31](rc://en/tn/help/act/02/29) -* [उत्पत्ति 44:27-29](rc://en/tn/help/gen/44/27) -* [योना 02:1-2](rc://en/tn/help/jon/02/01) -* [लूका 10:13-15](rc://en/tn/help/luk/10/13) -* [लूका 16:22-23](rc://en/tn/help/luk/16/22) -* [मत्ती 11:23-24](rc://en/tn/help/mat/11/23) -* [मत्ती 16:17-18](rc://en/tn/help/mat/16/17) -* [प्रकाशितवाक्य 01:17-18](rc://en/tn/help/rev/01/17) +* [प्रे.का. 2:31](rc://hi/tn/help/act/02/31) +* [उत्पत्ति 44:29](rc://hi/tn/help/gen/44/29) +* [योना 2:2](rc://hi/tn/help/jon/02/02) +* [लूका 10:15](rc://hi/tn/help/luk/10/15) +* [लूका 16:23](rc://hi/tn/help/luk/16/23) +* [मत्ती 11:23](rc://hi/tn/help/mat/11/23) +* [मत्ती 16:18](rc://hi/tn/help/mat/16/18) +* [प्रकाशितवाक्य 1:18](rc://hi/tn/help/rev/01/18) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7585, G86 +* स्ट्रोंग्स: H7585, G0860 From c6aa981c08f3a640a21bbdb5dbb0e5db38e47251 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 06:28:04 +0000 Subject: [PATCH 197/412] Edit 'bible/kt/honor.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/honor.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/honor.md b/bible/kt/honor.md index c206a92..57baa8e 100644 --- a/bible/kt/honor.md +++ b/bible/kt/honor.md @@ -1,16 +1,16 @@ # आदर, आदर करना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “आदर” और “आदर करना” का अर्थ है किसी का सम्मान करना, प्रतिष्ठित करना या श्रद्धा अर्पित करना * आदर उस मनुष्य का किया जा सकता है जो पद में बड़ा हो, महत्वपूर्ण हो जैसे राजा या परमेश्वर। -* परमेश्वर ने मसीहियों को दूसरों का आदर करने का निर्देश दिया है। +* परमेश्वर ने मसीहियों को निर्देश दिया कि दूसरों का आदर करें। * सन्तान से अपेक्षा की गई है कि अपने माता-पिता का आदर करें जिसमें उसके सम्मान एवं आज्ञापालन की अपेक्षा भी की गई है। * “आदर” और महिमा शब्दों के साथ-साथ काम में लिया गया है, विशेष करके यीशु के संदर्भ में। एक ही बात को कहने के ये दो तरीके हैं। * परमेश्वर का आदर करने का अर्थ है उसे धन्यवाद कहना और उसकी स्तुति करना तथा उसकी आज्ञा मानकर सम्मान प्रगट करना तथा ऐसा जीवन जीना जिससे प्रकट हो कि वह कैसा महान है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना”  * “आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना” @@ -19,16 +19,16 @@ (यह भी देखें: [अपमान](../other/dishonor.md), [महिमा](../kt/glory.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [स्तुति करना](../other/praise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 02:8](rc://en/tn/help/1sa/02/08) -* [प्रे.का. 19:15-17](rc://en/tn/help/act/19/15) -* [यूहन्ना 04:43-45](rc://en/tn/help/jhn/04/43) -* [यूहन्ना 12:25-26](rc://en/tn/help/jhn/12/25) -* [मरकुस 06:4-6](rc://en/tn/help/mrk/06/04) -* [मत्ती 15:4-6](rc://en/tn/help/mat/15/04) +* [1 शमूएल 2:8](rc://hi/tn/help/1sa/02/08) +* [प्रे.का. 19:17](rc://hi/tn/help/act/19/17) +* [यूहन्ना 4:44](rc://hi/tn/help/jhn/04/44) +* [यूहन्ना 12:26](rc://hi/tn/help/jhn/12/26) +* [मरकुस 6:4](rc://hi/tn/help/mrk/06/04) +* [मत्ती 15:6](rc://hi/tn/help/mat/15/06) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G820, G1391, G1392, G1784, G2151, G2570, G3170, G4411, G4586, G5091, G5092, G5093, G5399 +* स्ट्रोंग्स: H1420, H1921, H1922, H1923, H1926, H1927, H1935, H2082, H2142, H3366, H3367, H3368, H3372, H3373, H3374, H3444, H3513, H3519, H3655, H3678, H5081, H5375, H5457, H6213, H6286, H6437, H6942, H6944, H6965, H7236, H7613, H7812, H8597, H8416, G08200, G13910, G13920, G17840, G21510, G25700, G31700, G44110, G45860, G50910, G50920, G50930, G53990 \ No newline at end of file From f9bbf3efa7b066876553c11c3a6ab45626cb3ba1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 08:49:10 +0000 Subject: [PATCH 198/412] Edit 'bible/kt/hope.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/hope.md | 48 ++++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 24 insertions(+), 24 deletions(-) diff --git a/bible/kt/hope.md b/bible/kt/hope.md index d2a2204..6b3ce6a 100644 --- a/bible/kt/hope.md +++ b/bible/kt/hope.md @@ -1,35 +1,35 @@ -# आशा, आशाएं +# आशा, आशा की -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -आशा यह है कि कुछ होने के लिए दृढ इच्छा है। -भविष्य में होने वाली घटना के बारे में आशा या अनिश्चितता या तो निश्चित हो सकती है +आशा का अर्थ है, किसी बात के होने की उत्कट अभिलाषा। + आशा में निहित अभिप्राय हो सकता है, किसी भावी घटना की निश्चितता या अनिश्चितता| -* बाइबल में, शब्द "आशा" का "भरोसा"; का अर्थ भी है, जैसा कि "मेरी उम्मीद प्रभु में है।" यह उन लोगों को प्राप्त करने की एक निश्चित उम्मीद को दर्शाता है जो परमेश्वर ने अपने लोगों से वादा किया है -* कभी-कभी यूएलबी शब्द को मूल भाषा में "आत्मविश्वास"; के रूप में तब्दील कर देता है। यह ज्यादातर नए नियम में परिस्थितियों में होता है, जहां लोग जो अपने उद्धारकर्ता के रूप में यीशु पर विश्वास करते हैं, उन्हें परमेश्वर ने वादा किया है उसे प्राप्त करने का आश्वासन (या आत्मविश्वास या आशा) है। -* “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात का विश्वास नहीं। इसका मतलब है कि यह वास्तव में बहुत निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा। +* बाइबल में, "आशा" शब्द का एक भावार्थ "भरोसा" भी है, जैसा कि "मेरी आशा प्रभु में है।" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की प्रतिज्ञा की प्राप्ति की निश्चित प्रत्याशा से है जो उसने अपने लोगों से की है| +* कभी-कभी ULT में इस शब्द का शब्दानुवाद मूल भाषा में, "आत्मविश्वास" किया गया है। ऐसा अधिकतर नए नियम में उन परिस्थितियों में होता है, जहां लोग यीशु में उद्धारकर्ता होने का विश्वास करते हैं, उनमें पूर्ण विश्वास (आत्मविश्वास या भरोसा) है कि परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की है उसको वे निश्चय ही प्राप्त करेंगे। +* “कोई आशा नहीं” अर्थात किसी अच्छी बात के होने का विश्वास नहीं। इसका अर्थ है कि यह वास्तव में पूर्ण निश्चित है कि ऐसा नहीं होगा। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * अधिकांश संदर्भों में आशा करना का अनुवाद हो सकता है, “इच्छा करना” या “मनोकामना” या “अपेक्षा करना।” -* अभिव्यक्ति "आशा करने के लिए कुछ नहीं" का अनुवाद "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "कुछ भी अच्छा नहीं की उम्मीद" के रूप में किया जा सकता है -* “कोई आशा नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।” -* अभिव्यक्ति "पर आपकी उम्मीदों को स्थापित किया है"का अनुवाद "आपके आत्मविश्वास में डाल दिया है" या "पर भरोसा किया गया है" के रूप में भी किया जा सकता है। -* वाक्यांश "मुझे आपके शब्द में आशा मिलती है" अनुवाद "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपका शब्द मुझे आपके अंदर भरोसा करने में मदद करता है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे आशीर्वाद मिल जाएगा" के रूप में किया जा सकता है। -* "आशा" उक्ति का अनुवाद, "परमेश्वर में भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो वादा किया है। वह करेगा" या "सुनिश्चित करना के परमेश्वर विश्वासयोग्य है" के रूप में हो सकता है। +* "आशा करने के लिए कुछ नहीं", इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, "भरोसा करने के लिए कुछ नहीं" या "किसी भी अच्छी बात की प्रत्याशा नहीं है" +* “आशा ही नहीं” का अनुवाद हो सकता है, “किसी भी अच्छी बात की अपेक्षा नहीं होना” या “सुरक्षा नहीं होना” या “निश्चित रूप से जान लेना कि कुछ भी अच्छा नहीं होगा।” +* "की आशा की है"का अनुवाद हो सकता है, "में विश्वास रखा है" या "पर भरोसा रखे हुए है" +* "मुझे आपकी बात सेआशा है" इसका अनुवाद हो सकता है, "मुझे पूरा भरोसा है कि आपका वचन सत्य है" या "आपकी बात मुझे आप पर भरोसा करने में सहायता करती है" या "जब मैं आपके वचन का पालन करता हूँ, तो मुझे धन्य होने का निश्चय हो जाता है" +* परमेश्वर "में आशा" ऎसी उक्तियों का अनुवाद हो सकता है, "परमेश्वर पर भरोसा" या "निश्चित जानना के परमेश्वर ने जो प्रतिज्ञा की हैउसको वह पूरी करेगा" या "निश्चय हो जाना कि परमेश्वर विश्वासयोग्य है" -(यह भी देखें: [आशीष](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md) +(यह भी देखें: [आशीष देना](../kt/bless.md), [भरोसा](../other/confidence.md), [अच्छा](../kt/good.md), [आज्ञा पालन](../other/obey.md), [भरोसा](../kt/trust.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 29:14-15](rc://en/tn/help/1ch/29/14) -* [1 थिस्सलुनीकियों 02:17-20](rc://en/tn/help/1th/02/17) -* [प्रे.का. 24:14-16](rc://en/tn/help/act/24/14) -* [प्रे.का. 26:6-8](rc://en/tn/help/act/26/06) -* [प्रे.का. 27:19-20](rc://en/tn/help/act/27/19) -* [कुलुस्सियों 01:4-6](rc://en/tn/help/col/01/04) -* [अय्यूब 11:20](rc://en/tn/help/job/11/20) +* [1 इतिहास 29:14-15](rc://hi/tn/help/1ch/29/14) +* [1 थिस्सलुनीकियों 2:19](rc://hi/tn/help/1th/02/19) +* [प्रे.का. 24:14-16](rc://hi/tn/help/act/24/14) +* [प्रे.का. 26:6](rc://hi/tn/help/act/26/06) +* [प्रे.का. 27:20](rc://hi/tn/help/act/27/20) +* [कुलुस्सियों 1:5](rc://hi/tn/help/col/01/05) +* [अय्यूब 11:20](rc://hi/tn/help/job/11/20) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H982, H983, H986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G91, G560, G1679, G1680, G2070 +* स्ट्रोंग्स: H0982, H0983, H0986, H2620, H2976, H3175, H3176, H3689, H4009, H4268, H4723, H7663, H7664, H8431, H8615, G00910, G05600, G16790, G16800, G20700 \ No newline at end of file From 4f3ef013c4873353fca0e99fe46568fa97f97e8f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 08:55:58 +0000 Subject: [PATCH 199/412] Edit 'bible/kt/houseofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/houseofgod.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/houseofgod.md b/bible/kt/houseofgod.md index f1cb1be..9978bab 100644 --- a/bible/kt/houseofgod.md +++ b/bible/kt/houseofgod.md @@ -10,7 +10,7 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * आराधना स्थल के संबन्ध में इस उक्ति का अनुवाद “परमेश्वर की आराधना का भवन” या “परमेश्वर की आराधना का स्थान” किया जा सकता है। -* यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद “मन्दिर(या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” किया जा सकता है जहाँ परमेश्वर की आराधना की जाती है(या “जहा परमेश्वर उपस्थित है” या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”) +* यदि यह मन्दिर या मिलापवाले तम्बू के विषय में है तो इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, “मन्दिर (या मिलापवाला तम्बू) जहां परमेश्वर की अराधना की जाती है” (या "जहां परमेश्वर उपस्थित रहता है" या “जहाँ परमेश्वर अपने लोगों से मिलता है।”) * अनुवाद में "घर" शब्द का उपयोग करना महत्त्वपूर्ण है जिससे कि अर्थ प्रकाशन हो सके कि परमेश्वर वहाँ "निवास" करता है, अर्थात परमेश्वर का आत्मा उस स्थान में है कि उसके लोगों से भेंट करे और उनकी आराधना का आधार हो। (यह भी देखें: [परमेश्‍वर की प्रजा](../kt/peopleofgod.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) @@ -27,4 +27,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H426, H430, H1004, H1005, H3068, G2316, G3624 +* स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1004, H1005, H3068, G23160, G36240 From 886106e70c2e8919bf417b8d4220b60b472a7db4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 09:03:52 +0000 Subject: [PATCH 200/412] Edit 'bible/kt/hypocrite.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/hypocrite.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/kt/hypocrite.md b/bible/kt/hypocrite.md index 48df740..4695116 100644 --- a/bible/kt/hypocrite.md +++ b/bible/kt/hypocrite.md @@ -2,12 +2,12 @@ ## परिभाषा: -“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी दिखने के लिए कुछ करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता - “कपट” ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है. +“कपटी” शब्द उस मनुष्य के संदर्भ में है जो धर्मी होने का दिखावा करता है परन्तु गुप्त में बुरे काम करता + “कपट” शब्द ऐसे व्यवहार के सन्दर्भ में है जो मनुष्यों को धोखा दे कि वह धर्मी जन है. * कपटी मनुष्य अच्छे काम करते हुए दिखना चाहते हैं कि मनुष्य उन्हें अच्छे मनुष्य समझें. * कपटी मनुष्य प्रायः दूसरों की तो आलोचना करते हैं परन्तु स्वयं वैसे ही पापी काम करते हैं. -* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म के काम ऐसे करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे. +* यीशु फरीसियों को कपटी कहता था क्योंकि वे धर्म का दिखावा करते थे जैसे विशेष वस्त्र धारण करना, विशेष भोजन करना परन्तु वे मनुष्यों के साथ दया या निष्पक्षता का व्यवहार नहीं करते थे. * कपटी मनुष्य दूसरों के दोष देखता है परन्तु अपने दोष स्वीकार नहीं करता है ## अनुवाद के सुझाव: @@ -18,15 +18,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 02:13](rc://hi/tn/help/gal/02/13) -* [लूका 06:41-42](rc://hi/tn/help/luk/06/41) +* [गलातियों 2:13](rc://hi/tn/help/gal/02/13) +* [लूका 6:41-42](rc://hi/tn/help/luk/06/41) * [लूका 12:54-56](rc://hi/tn/help/luk/12/54) * [लूका 13:15](rc://hi/tn/help/luk/13/15) -* [मरकुस 07:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06) -* [मत्ती 06:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01) -* [रोमियो 12:09](rc://hi/tn/help/rom/12/09) +* [मरकुस 7:6-7](rc://hi/tn/help/mrk/07/06) +* [मत्ती 6:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01) +* [रोमियो 12:9](rc://hi/tn/help/rom/12/09) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H120, H2611, H2612, G505, G5272, G5273 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0120, H2611, H2612, G05050, G52720, G52730 \ No newline at end of file From d0d50651c98b4db8b90e52bb12ac085b1d51dd0d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 09:23:43 +0000 Subject: [PATCH 201/412] Edit 'bible/kt/judgmentday.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/judgmentday.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/judgmentday.md b/bible/kt/judgmentday.md index a8f1ccc..4ebe76e 100644 --- a/bible/kt/judgmentday.md +++ b/bible/kt/judgmentday.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# दण्ड के दिन # +# न्याय का दिन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दण्ड के दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर मनुष्यों का न्याय करेगा। +“न्याय का दिन” उस भावी समय के संदर्भ में है जब परमेश्वर हर एक मनुष्य का न्याय करेगा। * परमेश्वर ने अपने पुत्र मसीह यीशु को सब मनुष्यों का न्यायी ठहराया है। * न्याय के दिन मसीह अपने धर्मनिष्ठ चरित्र के आधार पर मनुष्यों का न्याय करेगा। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इसका अनुवाद “दण्ड के दिन” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा। -* इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।” -* कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए। “न्याय का दिन” या “न्याय का समय” +* इसका अनुवाद “न्याय करने का समय” हो सकता है क्योंकि यह एक दिन से अधिक समय का होगा। +* इस उक्ति के अन्य अनुवाद रूप हो सकते हैं “अन्त समय जब परमेश्वर सब मनुष्यों का न्याय करेगा।” +* कुछ अनुवादों में इस उक्ति को बड़े अक्षरों में लिखा जाता है कि इसे विशेष दिन या समय दर्शाया जाए: “न्याय का दिन” या “न्याय का समय” -(यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md)) +(यह भी देखें: [न्यायी](../kt/judge.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [नरक](../kt/hell.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 10:10-12](rc://en/tn/help/luk/10/10) -* [लूका 11:31](rc://en/tn/help/luk/11/31) -* [लूका 11:32](rc://en/tn/help/luk/11/32) -* [मत्ती 10:14-15](rc://en/tn/help/mat/10/14) -* [मत्ती 12:36-37](rc://en/tn/help/mat/12/36) +* [लूका 10:12](rc://hi/tn/help/luk/10/12) +* [लूका 11:31](rc://hi/tn/help/luk/11/31) +* [लूका 11:32](rc://hi/tn/help/luk/11/32) +* [मत्ती 10:14-15](rc://hi/tn/help/mat/10/14) +* [मत्ती 12:36-37](rc://hi/tn/help/mat/12/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2962, H3117, H4941, G2250, G2920, G2962 +* स्ट्रोंग्स: H2962, H3117, H4941, G22500, G29200, G29620 From dbee627cf0a69e549d965dbc92f5609bffd96907 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 09:40:55 +0000 Subject: [PATCH 202/412] Edit 'bible/kt/kingofthejews.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/kingofthejews.md | 42 +++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/kingofthejews.md b/bible/kt/kingofthejews.md index ada0000..884715f 100644 --- a/bible/kt/kingofthejews.md +++ b/bible/kt/kingofthejews.md @@ -1,37 +1,37 @@ -# यहूदियों का राजा, यहूदियों का राजा # +# यहूदियों का राजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: * “यहूदियों का राजा” यीशु मसीह का पदनाम है। -* पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषियों ने “यहूदियों के राजा” होने वाले शिशु को खोजने के लिए काम में लिया था। -* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा। +* पहली बार बाइबल में यह पदनाम उस समय आया है जब बैतलहम आनेवाले ज्योतिषी “यहूदियों का राजा” होने वाले शिशु को खोज रहे थे। +* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र, राजा दाऊद का वंशज एक राजा होगा जिसका राज्य सदाकालीन होगा। * यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व रोमी सैनिकों ने ठट्ठा करके यीशु को “यहूदियों का राजा” कहा था। यह पदनाम एक तख्ती पर लिखकर यीशु के क्रूस पर भी लगाया गया था। -* यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा था। +* यीशु वास्तव में यहूदियों का राजा और संपूर्ण सृष्टि का राजा है। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: -* “यहूदियों का राजा” का अनुवाद “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक हो सकता है”। +* “यहूदियों का राजा” का अनुवाद हो सकता है, “यहूदियों पर राजा” या “यहूदियों पर राज करने वाला राजा” या “यहूदियों का परम प्रधान शासक” * देखें कि “का राजा” अन्य स्थानों में किस प्रकार अनुवाद किया गया है। -(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [ज्योतिष](../other/wisemen.md)) +(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md), [ज्योतिषी](../other/wisemen.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 23:3-5](rc://en/tn/help/luk/23/03) -* [लूका 23:36-38](rc://en/tn/help/luk/23/36) -* [मत्ती 02:1-3](rc://en/tn/help/mat/02/01) -* [मत्ती 27:11-14](rc://en/tn/help/mat/27/11) -* [मत्ती 27:35-37](rc://en/tn/help/mat/27/35) +* [लूका 23:3](rc://hi/tn/help/luk/23/03) +* [लूका 23:38](rc://hi/tn/help/luk/23/38) +* [मत्ती 2:2](rc://hi/tn/help/mat/02/02) +* [मत्ती 27:11](rc://hi/tn/help/mat/27/11) +* [मत्ती 27:35-37](rc://hi/tn/help/mat/27/35) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:09](rc://en/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों का नया राजा__ उत्पन्न हुआ है। -* __[39:09](rc://en/tn/help/obs/39/09)__ पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू __यहूदियों का राजा__ है?” -* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “__यहूदियों का राजा__ देखो”। -* __[40:02](rc://en/tn/help/obs/40/02)__ पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह __यहूदियों का राजा__ है।” +* __[23:9](rc://hi/tn/help/obs/23/09)__ कुछ समय बाद ज्योतिषियों ने पूर्व में एक तारा देखा। इससे उन्होंने जाना कि, __यहूदियों के राजा__का जन हुआ है। +* __[39:9](rc://hi/tn/help/obs/39/09)__ पिलातुस ने यीशु से पूछा, “ क्या तू __यहूदियों का राजा__ है?” +* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा। तब उन्होंने यह कहकर यीशु का मज़ाक उड़ाया “__यहूदियों का राजा__ देखो”। +* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ पिलातुस ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर के ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए कि, “यह __यहूदियों का राजा__ है।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G935, G2453 +* स्ट्रोंग्स: G09350, G24530 From 9e870636a390136a3617923ecf1e8ed20959ac5c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 09:56:52 +0000 Subject: [PATCH 203/412] Edit 'bible/kt/lamb.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/lamb.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/kt/lamb.md b/bible/kt/lamb.md index 584fafe..973a55d 100644 --- a/bible/kt/lamb.md +++ b/bible/kt/lamb.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# मेम्‍ना, परमेश्‍वर का मेम्‍ना +# मेमना, परमेश्‍वर का मेमना ## परिभाषा: -“मेम्ना” भेड़ का बच्चा। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेम्ना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसे अपनी बलि देनी पढ़ी थी। +“मेमना” इस शब्द का सन्दर्भ भेड़ के बच्चे से है। भेड़ चौपाया पशु होता है जिसके घने ऊन जैसे बाल होते हैं, परमेश्वर के लिए उसकी बलि चढ़ाई जाती थी। यीशु को “परमेश्वर का मेमना” कहा गया है क्योंकि मनुष्यों के पापों का मोल चुकाने के लिए उसकी दी गई थी। -* इन पशुओं का कोई भीआसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है। -* परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेम्ने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था। +* इन पशुओं का कोई भी आसानी से भटका सकता था इस कारण उनको सुरक्षा की आवश्यकता होती थी| परमेश्वर मनुष्यों की तुलना भेड़ों से करता है। +* परमेश्वर के निर्देशानुसार उसे भेंट चढ़ाने के लिए भेड़ या मेमने को शारीरिक रूप से निष्कलंक होना था। * यीशु को परमेश्वर का मेम्ना कहा गया है, क्योंकि वह मनुष्यों के पापों के लिए बलि चढ़ाया गया था। वह एक सिद्ध निष्कलंक बलिदान था क्योंकि वह पाप से मुक्त था। ## अनुवाद के सुझाव: * यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द है तो उसके बच्चे का नाम के स्थान में अनुवाद किया जाए जैसे “मेम्ना” या “परमेश्वर का मेम्ना”। -* "परमेश्‍वर का मेम्‍ना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है। +* "परमेश्‍वर का मेमना" का अनुवाद "परमेश्वर का (बलि)मेम्‍ना" या "मेम्ना, परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाया गया" या " परमेश्वर की ओर से (बलिदान का)मेम्ना" के रूप में किया जा सकता है। * यदि लक्षित भाषा में भेड़ परिचित शब्द नहीं है तो इस शब्द का अनुवाद "एक भेड़ का बच्चा" किया जा सकता है और पाद टिप्पणी में वर्णन किया जाए कि भेड़ क्या होती है। टिप्पणी में भेड़ और भेड़ के बच्चों की तुलना उस क्षेत्र के किसी पशु से की जा सकती है जो झुंड में रहता है, जो भीरू और अरक्षित होता है, और वह प्रायः भटक जाता है। * यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद निकटवर्ती स्थानीय भाषा में या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। -(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) (यह भी देखें: [भेड़](../other/sheep.md), [चरवाहा](../other/shepherd.md)) @@ -34,13 +34,13 @@ ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[5:7](rc://hi/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __भेड़__ कहाँ है?" -* __[11:2](rc://en/hi/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध __मेम्ने__ या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा। -* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! __परमेश्वर का मेम्ना__ जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।” -* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले __मेम्ने__ के समान ले गए और जैसे __मेम्ना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा। -* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक को बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक __मेमने__ का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्यु के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु, परमेश्वर का __मेम्ना__,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि का साधन होकर मर जाए । -* __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध __मेम्ने__ का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए। +* __[5:7](rc://hi/tn/help/obs/05/07)__जब अब्राहम और इसहाक बलिदान की जगह की ओर जा रहे थे, इसहाक ने पूछा, " हे मेरे पिता, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिए __मेमना__ कहाँ है?" +* __[11:2](rc://hi/tn/help/obs/11/02)__ परमेश्वर ने उस में विश्वास करने वाले मनुष्य के पहिलौठे पुत्र को बचाने का मार्ग उपलब्ध करा दिया है। हर परिवार को एक सिद्ध __मेमना__ या बकरे का चयन करके उसका वद्ध करना होगा। +* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु यूहन्ना के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया | जब यूहन्ना ने उसे देखा, तो कहा, “देखो ! __परमेश्वर का मेमना__ जो संसार के पापों को उठा ले जाता है।” +* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ उसने पढ़ा, “वे उसको वध किए जाने वाले __मेम्ने__ के समान ले गए और जैसे __मेमना__मूक बना रहता है, उसने एक भी शब्द नहीं कहा। +* __[48:8](rc://hi/tn/help/obs/48/08)__ जब परमेश्वर ने अब्राहम से उसके पुत्र इसहाक की बलि माँगी थी तब परमेश्वर ने उसके पुत्र के स्थान में बलि चढ़ाने के लिए एक __मेमने__ का प्रबंध कर दिया था। हम सब मनुष्य अपने पापों के कारण मृत्युदंड के योग्य हैं! परन्तु परमेश्वर ने यीशु को जो परमेश्वर का __मेमना__,दे दिया कि वह हमारे स्थान में बलि होकर मर जाए । +* __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने मिस्र पर अंतिम विपत्ति भेजी थी, उसने हर एक इस्राएली परिवार से कहा था कि वह एक सिद्ध __मेमने__ का वध करे और उसके लहू को अपने द्वार की चौखटों पर लगाए। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7716, G721, G2316 +* स्ट्रोंग्स: H7716, G07210 , G23160 From 6e5e0a769aaa784b10ac5effde897f88251114a7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 10:04:47 +0000 Subject: [PATCH 204/412] Edit 'bible/kt/majesty.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/majesty.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/kt/majesty.md b/bible/kt/majesty.md index 59f1ed3..9f4768a 100644 --- a/bible/kt/majesty.md +++ b/bible/kt/majesty.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# महामहिमन् # +# महामहिमन् -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों का। +“महामहिमन्” शब्द का अर्थ है महानता और ऐश्वर्य विशेष करके राजा के गुणों से सम्बंधित। -* बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के ऊपर सबसे बड़ा राजा है। +* बाइबल में “महामहिमन्” शब्द अधिकतर परमेश्वर की महानता के लिए काम में लिया गया है क्योंकि वह ब्रह्माण्ड के पर सबसे बड़ा राजा है। * “महामहिम” राजा को संबोधित करने की विधि है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजसी महानता” या “राजसी ऐश्वर्य -* “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में एक शासक को संबोधित करने का एक स्वाभाविक तरीका। +* “महामहिमन्” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “राजाधिराज” या “परम-श्रेष्ठ” या लक्षित भाषा में शासक को संबोधित करने की कोई स्वाभाविक विधि। (यह भी देखें: [राजा](../other/king.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 01:16-18](rc://en/tn/help/2pe/01/16) -* [दानिय्येल 04:36-37](rc://en/tn/help/dan/04/36) -* [यशायाह 02:9-11](rc://en/tn/help/isa/02/09) -* [यहूदा 01:24-25](rc://en/tn/help/jud/01/24) -* [मीका 05:4-5](rc://en/tn/help/mic/05/04) +* [2 पतरस 1:16-18](rc://hi/tn/help/2pe/01/16) +* [दानिय्येल 4:36](rc://hi/tn/help/dan/04/36) +* [यशायाह 2:10](rc://hi/tn/help/isa/02/10) +* [यहूदा 1:25](rc://hi/tn/help/jud/01/25) +* [मीका 5:4](rc://hi/tn/help/mic/05/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G3168, G3172 +* स्ट्रोंग्स: H1347, H1348, H1420, H1923, H1926, H1935, H7238, G31680, G31720 \ No newline at end of file From fbf4ad3da11facc2adb1316b307c0fd992265e2d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 10:13:19 +0000 Subject: [PATCH 205/412] Edit 'bible/kt/mosthigh.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/mosthigh.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/mosthigh.md b/bible/kt/mosthigh.md index eeb2e7f..d00b783 100644 --- a/bible/kt/mosthigh.md +++ b/bible/kt/mosthigh.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# परमप्रधान # +# परमप्रधान -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का पदनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है। +“परमप्रधान” शब्द परमेश्वर का उपनाम है। इसका संदर्भ उसकी महानता और अधिकार से है। * इस शब्द का अर्थ “प्रभुता संपन्न” या “सर्वोच्च” जैसा ही है। * इस पदनाम में ऊँचा का अभिप्राय भौतिक ऊँचाई या दूरी से नहीं है। इसका संदर्भ महानता से है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परमप्रधान परमेश्वर” या “ सर्वोच्च प्राणी” या “सर्वोच्च परमेश्वर” या “सबसे बड़ा” या “सर्वोपरि” या “सबसे महान परमेश्वर” * यदि “ऊँचा” शब्द का उपयोग किया गया तो सुनिश्चित करें कि उसका अभिप्राय ऊँचाई या लम्बाई न हो। (यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:47-50](rc://en/tn/help/act/07/47) -* [प्रे.का. 16:16-18](rc://en/tn/help/act/16/16) -* [दानिय्येल 04:17-18](rc://en/tn/help/dan/04/17) -* [व्यवस्थाविवरण 32:7-8](rc://en/tn/help/deu/32/07) -* [उत्पत्ति 14:17-18](rc://en/tn/help/gen/14/17) -* [इब्रानियों 07:1-3](rc://en/tn/help/heb/07/01) -* [होशे 07:16](rc://en/tn/help/hos/07/16) -* [विलापगीत 03:34-36](rc://en/tn/help/lam/03/34) -* [लूका 01:30-33](rc://en/tn/help/luk/01/30) +* [प्रे.का. 7:47-50](rc://hi/tn/help/act/07/47) +* [प्रे.का. 16:16-18](rc://hi/tn/help/act/16/16) +* [दानिय्येल 4:17-18](rc://hi/tn/help/dan/04/17) +* [व्यवस्थाविवरण 32:7-8](rc://hi/tn/help/deu/32/07) +* [उत्पत्ति 14:17-18](rc://hi/tn/help/gen/14/17) +* [इब्रानियों 7:1-3](rc://hi/tn/help/heb/07/01) +* [होशे 7:16](rc://hi/tn/help/hos/07/16) +* [विलापगीत 3:35](rc://hi/tn/help/lam/03/35) +* [लूका 1:32](rc://hi/tn/help/luk/01/32) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5945, G5310 +* स्ट्रोंग्स: H5945, G53100 From 7edede8422f97ac7f0d87ff6c4ccd60604d09425 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 10:53:52 +0000 Subject: [PATCH 206/412] Edit 'bible/kt/parable.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/parable.md | 35 ++++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 18 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/kt/parable.md b/bible/kt/parable.md index a6ecd87..21dde88 100644 --- a/bible/kt/parable.md +++ b/bible/kt/parable.md @@ -1,28 +1,29 @@ -# दृष्टान्त, दृष्टान्तों # +# दृष्टान्त, दृष्टान्तों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दृष्टान्त” अर्थात छोटी कहानी या शिक्षाप्रद कथा जिसके द्वारा नैतिकता का पाठ सिखाया जाता है। -* यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ नहीं समझाया था। -* उनके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था। -* नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका पाप प्रकट करने के लिए। -* नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है। यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए। +* यीशु दृष्टान्तों के द्वारा अपने शिष्यों को शिक्षा देते थे। यद्यपि यीशु ने जनसमूह को दृष्टान्त सुनाए, परन्तु उनका अर्थ वह अधिकतर नहीं समझाता था। +* उसके शिष्यों पर सत्य को प्रकट करने के लिए दृष्टान्त कहे जाते थे, परन्तु यीशु में विश्वास नहीं करने वाले फरीसी जैसे लोगों से वह सत्य छिपाया जाता था। +* नातान भविष्यद्वक्ता ने दाऊद पर उसका भयंकर पाप प्रकट करने के लिए एक दृष्टान्त सुनाया था। +* नेक सामरी की कहानी एक दृष्टान्त का उदाहरण है। +यीशु द्वारा नई और पुरानी मशकों की तुलना करना दृष्टान्त का ही उदाहरण है जो एक शिक्षाप्रद कथा थी कि शिष्यों को यीशु की शिक्षा समझ में आ जाए। (यह भी देखें: [सामरिया](../names/samaria.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 05:36](rc://en/tn/help/luk/05/36) -* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39) -* [लूका 08:4-6](rc://en/tn/help/luk/08/04) -* [लूका 08:9-10](rc://en/tn/help/luk/08/09) -* [मरकुस 04:1-2](rc://en/tn/help/mrk/04/01) -* [मत्ती 13:3-6](rc://en/tn/help/mat/13/03) -* [मत्ती 13:10-12](rc://en/tn/help/mat/13/10) -* [मत्ती 13:13-14](rc://en/tn/help/mat/13/13) +* [लूका 5:36](rc://hi/tn/help/luk/05/36) +* [लूका 6:39-40](rc://hi/tn/help/luk/06/39) +* [लूका 8:4](rc://hi/tn/help/luk/08/04) +* [लूका 8:9-10](rc://hi/tn/help/luk/08/09) +* [मरकुस 4:1](rc://hi/tn/help/mrk/04/01) +* [मत्ती 13:3](rc://hi/tn/help/mat/13/03) +* [मत्ती 13:10](rc://hi/tn/help/mat/13/10) +* [मत्ती 13:13](rc://hi/tn/help/mat/13/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1819, H4912, G3850, G3942 +* Strong's: H1819, H4912, G38500, G39420 From 007bee72ff581f3641159d18bc79dda1b0130d24 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 11:04:34 +0000 Subject: [PATCH 207/412] Edit 'bible/kt/passover.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/passover.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/kt/passover.md b/bible/kt/passover.md index 38328c7..785e8bf 100644 --- a/bible/kt/passover.md +++ b/bible/kt/passover.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## तथ्य: -“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था। +“फसह” यहूदियों के एक धार्मिक पर्व का नाम है जो प्रतिवर्ष मनाया जाता है, जिसमें वे स्मरण करते हैं कि परमेश्वर ने उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व में से कैसे निकाला था। * इस पर्व का नाम उस तथ्य से आता है कि परमेश्वर इस्राएलियों के घरों से होकर निकला परन्तु उसने उनके पुत्रों का घात नहीं किया जबकि मिस्र के सब पहिलौठे मारे गए थे। * फसह में एक सिद्ध मेमने का मांस भूनकर खाया जाता था और रोटी ख़मीरी नहीं होती थी। इस भोजन से उन्हें उस भोजन का स्मरण होता है जो उनके पूर्वजों ने मिस्र से पलायन करने से पूर्व रात को खाया था। @@ -10,9 +10,9 @@ ## अनुवाद के सुझाव: -फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के सदृश्य शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है। +फसह शब्द के अनुवाद में “पार" और "निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन किया जा सकता है। -* यदि इस पर्व का नाम उन शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है। +* यदि इस पर्व का नाम उन अनुवादित शब्दों के साथ अर्थगम्य हो जिनके द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों का वध न करते हुए स्वर्गदूत का उनके घरों से आगे बढ़ जाने का वर्णन किया गया है तो यह सहायक सिद्ध होगा । ## बाइबल सन्दर्भ: @@ -25,16 +25,16 @@ * [यूहन्ना 13:1](rc://hi/tn/help/jhn/13/01) * [यहोशू 5:10-11](rc://hi/tn/help/jos/05/10) * [लैव्यव्यवस्था 23:4-6](rc://hi/tn/help/lev/23/04) -* [गिनती 09:3](rc://hi/tn/help/num/09/03) +* [गिनती 9:3](rc://hi/tn/help/num/09/03) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: * __[12:14](rc://hi/tn/help/obs/12/14)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे मिस्रियों पर परमेश्वर की विजय और दासत्व से उनकी मुक्ति के स्मरण में प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाया करें | -* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यहूदी प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वह याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले मिस्र की गुलामी से उनके पूर्वजों को बचाया था | +* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यहूदी प्रतिवर्ष __फसह__ का पर्व मनाते थे | यह एक उत्सव था, जब वे याद करते थे कि परमेश्वर ने कई सदियों पहले उनके पूर्वजों को मिस्र के दासत्व से निकाला था | * __[38:4](rc://hi/tn/help/obs/38/04)__यीशु ने अपने चेलों के साथ __फसह__ का पर्व मनाया था | * __[48:9](rc://hi/tn/help/obs/48/09)__ जब परमेश्वर ने लहू को देखा तो वह उनके घरों के पास से गुजर गया और उसने उनके जेठे पुत्रों का वध नहीं किया | इस घटना को __फसह__ कहा जाता है| * __[48:10](rc://hi/tn/help/obs/48/10)__ यीशु हमारा __फसह__ का मेम्ना है | वह सिद्ध और निष्पाप था, और __फसह__ के उत्सव के दिन मारा गया था | ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6453, G3957 +* Strong's: H6453, G39570 From 49673d2fc851ca52eba6c0f36437a7bb0901fcae Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 11:25:36 +0000 Subject: [PATCH 208/412] Edit 'bible/kt/peopleofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/peopleofgod.md | 46 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/kt/peopleofgod.md b/bible/kt/peopleofgod.md index e3b6393..a5935f0 100644 --- a/bible/kt/peopleofgod.md +++ b/bible/kt/peopleofgod.md @@ -1,35 +1,35 @@ -## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा ## +## परमेश्‍वर की प्रजा, मेरी प्रजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“परमेश्वर की प्रजा” अर्थात परमेश्वर ने संसार में से जिन लोगों को बुलाकर अलग कर लिया कि उसके साथ विशेष संबन्ध में रहें। +“परमेश्वर की प्रजा”, बाईबल में इस इस अवधारणा का सन्दर्भ उन लोगों से है जिनके साथ परमेश्वर ने वाचा बंधकर सम्बन्ध बनाए थे | -* पुराने नियम में परमेश्वर के लोग (प्रजा) इस्राएल के संदर्भ में है जिन्हें परमेश्वर ने चुन कर अन्यजातियों से अलग कर लिया कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें। -* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय उन सब मनुष्यों से है जो यीशु में विश्वास करते हैं और उन्हें कलीसिया कहा गया है। कलीसिया में यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है। -* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिन्हें उसने चुन लिया है और उनके साथ उसका संबन्ध सबसे अलग है। परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा चुनी हुई है और संसार से पृथक की गई है कि उसे प्रसन्न करने का जीवन जीएं। परमेश्वर उन्हें अपनी सन्तान भी कहता है। +* पुराने नियम में "परमेश्वर की प्रजा" इस्राएल के संदर्भ में है| परमेश्वर ने इस्राएल को चुन कर संसार की अन्यजातियों से अलग कर लिया था कि उसकी सेवा करें और उसकी आज्ञा मानें। +* नये नियम में “परमेश्वर के लोग” का अभिप्राय "कलिसीया" से है अर्थात वह हर एक मनुष्य जो यीशु में विश्वास करता है| इसमें यहूदी और अन्यजाति विश्वासी दोनों समाहित हैं। नए नियम में, कभी-कभी लोगों के इस समूह को "परमेश्वर के पुत्र" या "परमेश्वर की संतान" कहा जाता है। +* परमेश्वर कहता है “मेरी प्रजा” तो वह उन लोगों के बारे में कह रहा है जिनके साथ उसका सम्बन्ध वाचा आधारित है| परमेश्वर की प्रजा उसके द्वारा कही हुई है और वह चाहता है कि उनका जीवन आचरण ऐसा हो जो उसको प्रसन्न करे। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”। +* “परमेश्वर की प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर के लोग” या “परमेश्वर की आराधना करने वाले लोग” या “परमेश्वर की सेवा करने वाले लोग” या “परमेश्वर के अपने लोग”। * जब परमेश्वर कहता है, “मेरी प्रजा” तब उसका अनुवाद हो सकता है, “जिन लोगों को मैंने चुन लिया है” या “मेरी आराधना करने वाले लोग” या “मेरे अपने लोग” -* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद “तेरे अपने लोग” या “तुझे चुन लेने वाले लोग” हो सकता है। -* “उसकी प्रजा” का अनुवाद “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग चुन लिया” हो सकता है। +* इसी प्रकार “तेरी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “तेरे अपने लोग” या “ तेर हो जाने के लिए तुझे चुन लेने वाले लोग” +* “उसकी प्रजा” का अनुवाद हो सकता है, “उसके अपने लोग” या “जिन लोगों को परमेश्वर ने अपना भाग होने के लिए चुन लिया” (यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [जाति](../other/peoplegroup.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 11:1-3](rc://en/tn/help/1ch/11/01) -* [प्रे.का. 07:33-34](rc://en/tn/help/act/07/33) -* [प्रे.का. 07:51-53](rc://en/tn/help/act/07/51) -* [प्रे.का. 10:36-38](rc://en/tn/help/act/10/36) -* [दानिय्येल 09:24-25](rc://en/tn/help/dan/09/24) -* [यशायाह 02:5-6](rc://en/tn/help/isa/02/05) -* [यिर्मयाह 06:20-22](rc://en/tn/help/jer/06/20) -* [योएल 03:16-17](rc://en/tn/help/jol/03/16) -* [मीका 06: 3-5](rc://en/tn/help/mic/06/03) -* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://en/tn/help/rev/13/07) +* [1 इतिहास 11:2](rc://hi/tn/help/1ch/11/02) +* [प्रे.का. 7:34](rc://hi/tn/help/act/07/34) +* [प्रे.का. 7:51-53](rc://hi/tn/help/act/07/51) +* [प्रे.का. 10:36-38](rc://hi/tn/help/act/10/36) +* [दानिय्येल 09:24-25](rc://hi/tn/help/dan/09/24) +* [यशायाह 2:5-6](rc://hi/tn/help/isa/02/05) +* [यिर्मयाह 6:20-22](rc://hi/tn/help/jer/06/20) +* [योएल 3:16-17](rc://hi/tn/help/jol/03/16) +* [मीका 6: 3-5](rc://hi/tn/help/mic/06/03) +* [प्रकाशितवाक्य 13:7-8](rc://hi/tn/help/rev/13/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H430, H5971, G2316, G2992 +* स्ट्रोंग्स: H430, H5971, G2316, G2992 From 15109f9a2d6e2893eb34ba2abf0a573e3ecf4447 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 11:36:03 +0000 Subject: [PATCH 209/412] Edit 'bible/kt/pharisee.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/pharisee.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/pharisee.md b/bible/kt/pharisee.md index 20e5ef8..e966b97 100644 --- a/bible/kt/pharisee.md +++ b/bible/kt/pharisee.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# फरीसी, फरीसियों # +# फरीसी, फरीसियों -## तथ्य: ## +## तथ्य: फरीसी यीशु के समय यहूदी अगुओं का एक महत्वपूर्ण प्रभावशाली पंथ था। * उनमें से अधिकांश जन मध्यम वर्ग के व्यापारी थे वरन कुछ फरीसी याजक भी थे। * सब यहूदी अगुओं में फरीसी मूसा की व्यवस्था के पालन में तथा अन्य यहूदी नियमों एवं परम्पराओं के पालन में सबसे अधिक कट्टर मनुष्य थे। -* वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से दूर रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द “पृथक करना” से आता है। +* वे यहूदियों को आसपास की अन्यजातियो के प्रभाव से अलग रखने के विषय अत्यधिक चिन्तित रहते थे। फरीसी शब्द का उद्भव “पृथक करना” से हुआ है। * फरीसी मरने के बाद के जीवन को मानते थे, वे स्वर्गदूतों और अन्य आत्मिक प्राणियों को भी मानते थे। -* फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के बैरी थे। +* फरीसी और सदूकी यीशु और आरंभिक कलीसिया के कट्टर विरोधी थे। (यह भी देखें: [महासभा](../other/council.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [सदूकी](../kt/sadducee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 26:4-5](rc://en/tn/help/act/26/04) -* [यूहन्ना 03:1-2](rc://en/tn/help/jhn/03/01) -* [लूका 11:43-44](rc://en/tn/help/luk/11/43) -* [मत्ती 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07) -* [मत्ती 05:19-20](rc://en/tn/help/mat/05/19) -* [मत्ती 09:10-11](rc://en/tn/help/mat/09/10) -* [मत्ती 12:1-2](rc://en/tn/help/mat/12/01) -* [मत्ती 12:38-40](rc://en/tn/help/mat/12/38) -* [फिलिप्पियों 03:4-5](rc://en/tn/help/php/03/04) +* [प्रे.का. 26:4](rc://hi/tn/help/act/26/04) +* [यूहन्ना 3:1-2](rc://hi/tn/help/jhn/03/01) +* [लूका 11:44](rc://hi/tn/help/luk/11/44) +* [मत्ती 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07) +* [मत्ती 5:20](rc://hi/tn/help/mat/05/20) +* [मत्ती 9:11](rc://hi/tn/help/mat/09/11) +* [मत्ती 12:2](rc://hi/tn/help/mat/12/02) +* [मत्ती 12:38](rc://hi/tn/help/mat/12/38) +* [फिलिप्पियों 3:5](rc://hi/tn/help/php/03/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G5330 +* स्त्रोंग्स: G53300 From 67a14f26bc207b2237cb569004f8e82829dd2248 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 11:56:44 +0000 Subject: [PATCH 210/412] Edit 'bible/kt/repent.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/repent.md | 40 ++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/kt/repent.md b/bible/kt/repent.md index ed25ee5..7ed6049 100644 --- a/bible/kt/repent.md +++ b/bible/kt/repent.md @@ -11,34 +11,34 @@ ## अनुवाद के सुझाव: * “मन फिराना” का अनुवाद ऐसे एक शब्द या उक्ति द्वारा किया जाए जिसका अर्थ हो, “पीछे मुड़ना(परमेश्वर की ओर)” या “पाप से विमुख होकर परमेश्वर की ओर मुड़ना” या “परमेश्वर की ओर मुड़ें, पाप से दूर।”। -*"मन फिराव" शब्दका अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।" -* "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से दूर होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।" +*"मन फिराव" शब्द का अनुवाद प्रायः क्रिया शब्द "मन फिराना" किया जा सकता हैं। उदाहरण के लिए, "परमेश्वर ने इस्राएल को मन फिराव दिया" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "परमेश्वर ने इस्राएल को पश्चाताप करने में सक्षम किया है।" +* "मन फिराव" का अनुवाद करने के अन्य रूपों में हैं, "पाप से विमुख होना" या "परमेश्वर की ओर मुड़कर पाप से दूर होना।" -(यह भी देखें: [क्षमा](../kt/forgive.md), [पाप](../kt/sin.md), [बदलना](../other/turn.md)) +(यह भी देखें: [क्षमा](../kt/forgive.md), [पाप](../kt/sin.md), [विमुख होना](../other/turn.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 3:19-20](rc://hin/tn/help/act/03/19) -* [लूका 3:3](rc://hin/tn/help/luk/03/3) -* [लूका 3:8](rc://hin/tn/help/luk/03/8) -* [लूका 5:32](rc://hin/tn/help/luk/05/32) -* [लूका 24:47](rc://hin/tn/help/luk/24/47) -* [मरकुस 1:14-15](rc://hin/tn/help/mrk/01/14) -* [मत्ती 3:3](rc://hin/tn/help/mat/03/03) -* [मत्ती 3:11](rc://hin/tn/help/mat/03/11) -* [मत्ती 04:17](rc://hin/tn/help/mat/04/17) -* [रोमियो 2:4](rc://hin/tn/help/rom/02/04) +* [प्रे.का. 3:19-20](rc://hi/tn/help/act/03/19) +* [लूका 3:3](rc://hi/tn/help/luk/03/3) +* [लूका 3:8](rc://hi/tn/help/luk/03/8) +* [लूका 5:32](rc://hi/tn/help/luk/05/32) +* [लूका 24:47](rc://hi/tn/help/luk/24/47) +* [मरकुस 1:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) +* [मत्ती 3:3](rc://hi/tn/help/mat/03/03) +* [मत्ती 3:11](rc://hi/tn/help/mat/03/11) +* [मत्ती 4:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17) +* [रोमियो 2:4](rc://hi/tn/help/rom/02/04) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[16:2](rc://hin/tn/help/obs/16/02)__ परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए | -* __[17:13](rc://hin/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर __पश्चाताप__ हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। -* __[19:18](rc://hin/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे __पश्चाताप__ नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा | -* __[24:2](rc://hin/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” -* __[42:8](rc://hin/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा __ प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।” -*__44:5](rc://hin/tn/help/obs/44/05)__ “तो अब __मन फिराओ__ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |” +* __[16:2](rc://hi/tn/help/obs/16/02)__ परमेश्वर की आज्ञान मानने और क्षत्रुओं द्वारा उत्पीडित किए जाने के कई वर्षों बाद, इस्राएलियों ने __पश्चाताप किया__ और परमेश्वर से कहा कि वह उन्हें बचाए | +* __[17:13](rc://hi/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद को अपने किए हुए अपराधों पर __पश्चाताप__ हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। +* __[19:18](rc://hi/tn/help/obs/19/18)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि यदि वे __पश्चाताप__ नहीं करेंगे तो परमेश्वर उनको नष्ट कर देगा | +* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग यूहन्ना को सुनने के लिए बाहर जंगल में निकल आए | यूहन्ना ने उनसे कहा, “__मन फिराओ__ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” +* __[42:8](rc://hi/tn/help/obs/42/08)__ “पवित्रशास्त्र में यह भी लिखा है कि मेरे चेले प्रचार करेंगे कि हर एक को पापों की क्षमा __ प्राप्त__करने__ के लिये पश्चाताप करना चाहिए।” +*__44:5](rc://hi/tn/help/obs/44/05)__ “तो अब __मन फिराओ__ और परमेश्वर की ओर लौट आओ कि तुम्हारे पाप मिटाए जाएँ |” ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5150, H5162, H5164, G278, G3338, G3340, G3341 +* स्ट्रोंग्स: H5150, H5162, H5164, G02780, G33380, G33400, G33410 From a4d598af2710162d2b694996c228046567f3bb72 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 12:06:59 +0000 Subject: [PATCH 211/412] Edit 'bible/kt/resurrection.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/resurrection.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/kt/resurrection.md b/bible/kt/resurrection.md index ad85f97..be3f1c6 100644 --- a/bible/kt/resurrection.md +++ b/bible/kt/resurrection.md @@ -4,34 +4,34 @@ “पुनरुत्थान” का अर्थ है मरणोपरान्त पुनः जीवित हो जाना। -* किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा सामर्थ्य है। -* "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के लिए सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है। -* यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और वह मनुष्य को पुनर्जीवित करता है। +* किसी का पुनरुत्थान करना अर्थात उसे मरणोपरान्त पुनः जीवित करना। केवल परमेश्वर के पास ऐसा करने का सामर्थ्य है। +* "पुनरुत्थान" यीशु के मरणोपरांत पुनः जीवित हो जाने के सन्दर्भ में प्रयोग किया जाता है। +* यीशु ने कहा, “पुनरुत्थान और जीवन मैं हूं”, तो उसके कहने का अर्थ था कि वह पुनरुत्थान का स्रोत है और मनुष्य को पुनर्जीवित करने वाला वही है। ## अनुवाद के लिए सुझाव: * “पुनरुत्थान” शब्द का अनुवाद, “पुनजीर्वित होना” या “मरणोपरान्त फिर जीवित हो जाना” हो सकता है। -* इस शब्द का वास्तविक अर्थ “खडा होना” या (मृतकों में से) “खड़े किए जाने का कार्य” है। ये इस शब्द के संभावित अनुवाद हो सकते हैं। +* इस शब्द का शाब्दिक अर्थ है, “खडा होना” या "(मृतकों में से) खड़े किए जाने का कार्य|” ये इस शब्द केअन्य संभावित अनुवाद हो सकते हैं। (यह भी देखें: [जीवन](../kt/life.md), [मृत्यु](../other/death.md), [खड़ा करना](../other/raise.md) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 15:13](rc://hin/tn/help/1co/15/13) -* [1 पतरस 3:21](rc://hin/tn/help/1pe/03/21) -* [इब्रानियों 11:35](rc://hin/tn/help/heb/11/35) -* [यूहन्ना 05:28-29](rc://hin/tn/help/jhn/05/28) -* [लूका 20:27](rc://hin/tn/help/luk/20/27) -* [लूका 20:36](rc://hin/tn/help/luk/20/36) -* [मत्ती 22:23](rc://hin/tn/help/mat/22/23) -* [मत्ती 22:30](rc://hin/tn/help/mat/22/30) -* [फिलिप्पियों 3:11](rc://hin/tn/help/php/03/11) +* [1 कुरिन्थियों 15:13](rc://hi/tn/help/1co/15/13) +* [1 पतरस 3:21](rc://hi/tn/help/1pe/03/21) +* [इब्रानियों 11:35](rc://hi/tn/help/heb/11/35) +* [यूहन्ना 5:28-29](rc://hi/tn/help/jhn/05/28) +* [लूका 20:27](rc://hi/tn/help/luk/20/27) +* [लूका 20:36](rc://hi/tn/help/luk/20/36) +* [मत्ती 22:23](rc://hi/tn/help/mat/22/23) +* [मत्ती 22:30](rc://hi/tn/help/mat/22/30) +* [फिलिप्पियों 3:11](rc://hi/tn/help/php/03/11) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:14](rc://hin/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापिओं के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा | -* __[35:5](rc://hin/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "पुनरुत्थान और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा” +* __[21:14](rc://hi/tn/help/obs/21/14)__ मसीह की मृत्यु और उसके __पुनरुत्थान__के द्वारा से, परमेश्वर पापियों के उद्धार की अपनी योजना सिद्ध करेगा और नई वाचा की स्थापना करेगा | +* __[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "__पुनरुत्थान__ और जीवन मैं हूँ।" जो कोई मुझ पर विशवास करता है वह यदि मर भी जाये, तौभी जीवित रहेगा” ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G386, G1454, G1815 +* स्ट्रोंग्स: G03860, G14540, G18150 From 6ff0da1c634c1a2a0e27ad9bc032fb2c28338656 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 12:28:03 +0000 Subject: [PATCH 212/412] Edit 'bible/kt/reveal.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/reveal.md | 39 +++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/kt/reveal.md b/bible/kt/reveal.md index 3db4f8b..40c8e8d 100644 --- a/bible/kt/reveal.md +++ b/bible/kt/reveal.md @@ -1,34 +1,33 @@ -# प्रकट करना, प्रकट करना, प्रगट किया, प्रकाशन # +# प्रकट करना, प्रकट किया, प्रकाशन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को जानने योग्य बनाना। “प्रकाशन” प्रकट की गई कोई बात है। +“प्रकट करना” अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहणयोग्य बनाना। प्रकट की गई किसी बात को "प्रकाशन" कहते हैं। -* परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से स्वयं को प्रकट किया है और उच्चारित एवं लिखित सन्देश के मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी। +* परमेश्वर ने अपनी सृष्टि की हर एक रचना के माध्यम से और अपने उच्चारित एवं लिखित सन्देश के माध्यम से मनुष्य के साथ संपर्क द्वारा भी स्वयं को प्रकट किया है। * परमेश्वर स्वप्नों एवं दर्शनों द्वारा भी स्वयं को प्रकट करता है। -* पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु स्वयं ने उसे सुसमाचार समझाया है। -* नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना को सब प्रकट किया था। +* पौलुस कहता है कि उसने “मसीह यीशु के प्रकाशन द्वारा” सुसमाचार प्राप्त किया है तो उसके कहने का अर्थ है कि यीशु ने स्वयं उसे सुसमाचार का ज्ञान प्रदान किया है। +* नये नियम की पुस्तक, “प्रकाशितवाक्य” अन्त समय के संबन्धित घटनाओं का परमेश्वर द्वारा प्रकाशन है। उसने दर्शनों द्वारा प्रेरित यूहन्ना पर सब प्रकट किया था। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना” -* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि इसी शब्द में “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए। - -“जहां प्रकाशन नहीं” इस उक्ति का अनुवाद “जब परमेश्वर मनुष्यों पर स्वयं को प्रकट न करे” या “जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें न करे” या “परमेश्वर ने मनुष्यों से संपर्क न किया” के रूप में किया जा सकता है। +* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि अनुवाद में इसी शब्द, “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए। +* इस अभिव्यक्ति, "जहां प्रकाशन नहीं" का अनुवाद हो सकता है, "जब परमेश्वर मनुष्यों पर प्रकट नहीं हो रहा है" या "जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें नहीं कर रहा है" या मनुष्यों में परमेश्वर का संचार नहीं है" (यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [दर्शन](../other/vision.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [दानिय्येल 11:1-2](rc://en/tn/help/dan/11/01) -* [इफिसियों 03:3-5](rc://en/tn/help/eph/03/03) -* [गलातियों 01:11-12](rc://en/tn/help/gal/01/11) -* [विलाप. 02: 13-14](rc://en/tn/help/lam/02/13) -* [मत्ती 10:26-27](rc://en/tn/help/mat/10/26) -* [फिलिप्पियों 03:15-16](rc://en/tn/help/php/03/15) -* [प्रकाशितवाक्य 01:1-3](rc://en/tn/help/rev/01/01) +* [दानिय्येल 11:1-2](rc://hi/tn/help/dan/11/01) +* [इफिसियों 3:5](rc://hi/tn/help/eph/03/05) +* [गलातियों 1:12](rc://hi/tn/help/gal/01/12) +* [विलाप. 2: 13-14](rc://hi/tn/help/lam/02/13) +* [मत्ती 10:26](rc://hi/tn/help/mat/10/26) +* [फिलिप्पियों 3:15](rc://hi/tn/help/php/03/15) +* [प्रकाशितवाक्य 1:1](rc://hi /tn/help/rev/01/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H241, H1540, H1541, G601, G602, G5537 +* स्ट्रोंग्स: H0241, H1540, H1541, G06010, G06020, G55370 From 5d866b6b6e8f09553ea78e720f8afae38fd44856 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 12:34:27 +0000 Subject: [PATCH 213/412] Edit 'bible/kt/sadducee.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sadducee.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sadducee.md b/bible/kt/sadducee.md index cbeb955..6497028 100644 --- a/bible/kt/sadducee.md +++ b/bible/kt/sadducee.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# सदूकी, सदूकियों # +# सदूकी, सदूकियों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: मसीह यीशु के युग में सदूकी यहूदियों के याजकों में से उभरा एक राजनीतिक दल था। जो रोमी राजा का विरोधी था और पुनरूत्थान में विश्वास नहीं करता था। @@ -12,15 +12,15 @@ (यह भी देखें: [प्रधान-याजकों](../other/chiefpriests.md), [महासभा](../other/council.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [कपटी](../kt/hypocrite.md), [यहूदी अगुवों](../other/jewishleaders.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [याजक](../kt/priest.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:1-4](rc://en/tn/help/act/04/01) -* [प्रे.का. 05:17-18](rc://en/tn/help/act/05/17) -* [लूका 20:27-28](rc://en/tn/help/luk/20/27) -* [मत्ती. 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07) -* [मत्ती 16:1-2](rc://en/tn/help/mat/16/01) +* [प्रे.का. 4:3](rc://en/hi/help/act/04/03) +* [प्रे.का. 5:17-18](rc://hi/tn/help/act/05/17) +* [लूका 20:27](rc://hi/tn/help/luk/20/27) +* [मत्ती. 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07) +* [मत्ती 16:1](rc://hi /tn/help/mat/16/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G4523 +* स्ट्रोंग्स: G45230 From 64b366fc5fe4d472a310913afdd021b2f77b02bd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 12:55:38 +0000 Subject: [PATCH 214/412] Edit 'bible/kt/sanctify.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sanctify.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sanctify.md b/bible/kt/sanctify.md index dfe64c1..d0eb190 100644 --- a/bible/kt/sanctify.md +++ b/bible/kt/sanctify.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# पवित्र करना, पवित्रता +# शुद्ध करना, शोधन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -पवित्र करने का अर्थ है अलग करके पवित्र करना। पवित्र करना शुद्धिकरण की प्रक्रिया है। +शुद्ध करने का अर्थ है, पृथक करना या पवित्र करना। शोधन पवित्र करने की प्रतिक्रया है। * पुराने नियम में, कुछ लोग और कुछ वस्तुएं परमेश्वर की सेवा के निमित्त पृथक किए गए थे या पवित्र माने गए थे। * नये नियम की शिक्षा के अनुसार यीशु में विश्वास करने वालों को परमेश्वर पवित्र करता है। अर्थात वह उन्हें पवित्र करके अपनी सेवा के लिए पृथक कर लेता है। * यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, "पवित्र करना" का अनुवाद "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "शुद्ध करना" हो सकते हैं। +* प्रकरण के अनुसार, "शुद्ध करना" का अनुवाद हो सकता है, "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "परिष्कृत करना" * जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है। -* "पवित्र" शब्द है अनुवाद "किसी का समर्पण करना" हो सकता है। -* संदर्भ के आधार पर, वाक्यांश "आपका पवित्रता" का अनुवाद "आपको पवित्र बनाना" या "आपको अलग करना (परमेश्वर के लिए)" या "क्या आपको पवित्र बनाता है" के रूप में किया जा सकता है। +* जब इसका अर्थ "अभिषेक" हो तब इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, "किसी मनुष्य (या वस्तु) को परमेश्वर की सेवा निमित्त समर्पित करना" +* संदर्भ के आधार पर, इस वाक्यांश "तुम्हारा पवित्रीकरण" का अनुवाद हो सकता है, "तुमको पवित्र करना" या "तुमको पृथक करना (परमेश्वर के लिए)" या "तुमको क्या पवित्र बनाता है" (यह भी देखें: [पवित्र करना](../kt/consecrate.md), [पवित्र](../kt/holy.md), [पृथक करना](../kt/setapart.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: * [1 थिस्सलुनीकियों 04:3-6](rc://en/tn/help/1th/04/03) * [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13) @@ -26,6 +26,6 @@ * [मत्ती. 06:8-10](rc://en/tn/help/mat/06/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6942, G37, G38 +* स्ट्रोंग्स: H6942, G00370, G00380 From 55768a52cefedf2b71274aa16d595c4ebbbbe3cb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 12:59:28 +0000 Subject: [PATCH 215/412] Edit 'bible/kt/sanctify.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sanctify.md | 10 +++++----- 1 file changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sanctify.md b/bible/kt/sanctify.md index d0eb190..57bb9c1 100644 --- a/bible/kt/sanctify.md +++ b/bible/kt/sanctify.md @@ -19,11 +19,11 @@ ## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:3-6](rc://en/tn/help/1th/04/03) -* [2 थिस्सलुनीकियों 02:13-15](rc://en/tn/help/2th/02/13) -* [उत्पत्ति 02:1-3](rc://en/tn/help/gen/02/01) -* [लूका 11:2](rc://en/tn/help/luk/11/02) -* [मत्ती. 06:8-10](rc://en/tn/help/mat/06/08) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:3-6](rc://hi/tn/help/1th/04/03) +* [2 थिस्सलुनीकियों 2:13](rc://hi/tn/help/2th/02/13) +* [उत्पत्ति 2:1-3](rc://hi/tn/help/gen/02/01) +* [लूका 11:2](rc://hi/tn/help/luk/11/02) +* [मत्ती. 6:8-10](rc://hi/tn/help/mat/06/08) ## शब्द तथ्य: From 44753d41dd8a30a4af0281bafb75c33b6fd77fb4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 13:16:09 +0000 Subject: [PATCH 216/412] Edit 'bible/kt/sonofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sonofgod.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sonofgod.md b/bible/kt/sonofgod.md index 17821cb..bae5a99 100644 --- a/bible/kt/sonofgod.md +++ b/bible/kt/sonofgod.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# परमेश्वर का पुत्र, पुत्र # +# परमेश्वर का पुत्र, पुत्र -## तथ्य: ## +## तथ्य: “परमेश्वर का पुत्र” अर्थात यीशु, परमेश्वर का वचन, जो संसार में मानव रूप में आया। उसे प्रायः “पुत्र” भी कहा गया है। -* परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं पर वह स्वयं ही परमेश्वर है। +* परमेश्वर के पुत्र में पिता परमेश्वर के सब गुण हैं वरन वह स्वयं ही परमेश्वर है। * पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर, तथा पवित्र आत्मा परमेश्वर एक ही हैं। * मानव पुत्रों के विपरीत, परमेश्वर का पुत्र हमेशा अस्तित्व में है। -* आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ।                                                                                                                              यीशु परमेश्वर पुत्र होने के कारण पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और परमेश्वर उससे प्रेम करता है। +* आरंभ में परमेश्वर का पुत्र ब्रह्माण्ड की रचना में सक्रिय था, पिता और पवित्र आत्मा के साथ।                                                                                                                              परमेश्वर पुत्र होने के कारण यीशु पिता परमेश्वर से प्रेम करता है और उसकी आज्ञाओं का पालन करता है और उसका पिता. परमेश्वर उससे प्रेम करता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “परमेश्वर का पुत्र” के लिए “पुत्र” ही अनुवाद करना सर्वोत्तम शब्द है जो लक्षित भाषा में मानवीय पुत्र के लिए काम में लिया जाता है। -* सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द है। +* सुनिश्चित करें कि “पुत्र” शब्द उस शब्द से सुसंगत हो जिसको पिता के लिए काम में लिया गया है और ये शब्द पिता-पुत्र का संबन्ध दर्शाने के लिए लक्षित भाषा में अति सामान्य शब्द हैं। * “पुत्र” शब्द को यदि कुछ इस प्रकार लिखा जाए कि उससे उसकी परमेश्वर होने की विशिष्टता प्रकट हो तो उचित होगा जैसे अंग्रेजी भाषा में “एस” अक्षर को बड़ा लिख सकते हैं। -* वाक्यांश "पुत्र" " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में "पिता" के रूप में होता है। +* "पुत्र" शब्द " परमेश्वर का पुत्र" का छोटा रूप है, खासकर जब यह उसी संदर्भ में प्रकट हो जिसमें "पिता"प्रकट होता है। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [पूर्वजों](../other/father.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [परमेश्वर पिता](../kt/godthefather.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर का पुत्र।](../kt/sonsofgod.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 यूहन्ना 04:9-10](rc://en/tn/help/1jn/04/09) * [प्रे.का. 09:20-22](rc://en/tn/help/act/09/20) @@ -33,17 +33,17 @@ * [प्रकाशितवाक्य 02:18-19](rc://en/tn/help/rev/02/18) * [रोमियो 08:28-30](rc://en/tn/help/rom/08/28) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।" -* __[24:09](rc://en/tn/help/obs/24/09)__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा नीचे किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह __परमेश्वर का पुत्र__ है।" -* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__ चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू __परमेश्वर का पुत्र__ हैं।"; -* __[37:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)__ मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तुम मसीहा हो, __परमेश्वर के पुत्र__ ।" -* __[42:10](rc://en/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " -* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु __परमेश्वर का पुत्र__ है!" -* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र __पुत्र__ दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा। +* __[22:5](rc://hi/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको समझाया, "पवित्र आत्मा तुम्हारे पास आएगा, और परमेश्वर की शक्ति तुम पर छाया करेगी। इसलिए बच्चा पवित्र होगा, __परमेश्वर का पुत्र __।" +* __[24:9](rc://hi/tn/help/obs/24/09)__परमेश्वर ने यूहन्ना से कहा था कि, “पवित्र आत्मा किसी एक पर उतरेगा जिसे तू बपतिस्मा देगा। वह __परमेश्वर का पुत्र__ है।" +* __[31:8](rc://hi/tn/help/obs/31/08)__ चेले चकित थे। उन्होंने यीशु की आराधना की, और कहा, "सचमुच, तू __परमेश्वर का पुत्र__ हैं।"; +* __[37:5](rc://hi/tn/help/obs/37/05)__ मार्था ने उत्तर दिया, "हां, स्वामी! मेरा विश्वास है कि तू मसीहा है, __परमेश्वर के पुत्र__ ।" +* __[42:10](rc://hi/tn/help/obs/42/10)__ इसलिये तुम जाओ, सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता, और __पुत्र __, और पवित्र आत्मा के नाम से बपतिस्मा दो, और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ। " +* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु __परमेश्वर का पुत्र__ है!" +* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर दुनिया में हर किसी से इतना प्यार करता था कि उसने अपना एकमात्र __पुत्र__दे दिया ताकि जो कोई भी यीशु पर विश्वास करे, उसके पापों के लिए दंडित नहीं दिया जाएगा, परन्तु वह हमेशा के लिए परमेश्वर के साथ जीवित रहेगा। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H426, H430, H1121, H1247, G2316, G5207 +* स्ट्रोंग्स: H0426, H0430, H1121, H1247, G23160, G52070 From e582fc94a8c0db435949c610c7ee6a2cbb9ff73a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 6 Nov 2021 13:34:39 +0000 Subject: [PATCH 217/412] Edit 'bible/kt/sonofman.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sonofman.md | 42 ++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 20 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sonofman.md b/bible/kt/sonofman.md index 40709db..c92cf7b 100644 --- a/bible/kt/sonofman.md +++ b/bible/kt/sonofman.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र # +# मनुष्य का पुत्र, मनुष्य का पुत्र -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“मनुष्य का पुत्र” यह पदनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था। +“मनुष्य का पुत्र” यह उपनाम यीशु अपने लिए काम में लेता था। वह “मैं” या “मेरे” की अपेक्षा इसी के द्वारा स्वयं को संबोधित करता था। * बाइबल में “मनुष्य का पुत्र” किसी पुरुष के संदर्भ देने या उसे संबोधित करने के लिए काम में लिया जाता था। इसका अर्थ “मनुष्य” भी हो सकता है। * पुराने नियम की पुस्तक, यहेजकेल में परमेश्वर यहेजकेल को बार-बार “मनुष्य का पुत्र” कहता है। उदाहरणार्थ, वह कहता है, “हे मनुष्य के पुत्र, भविष्यद्वाणी कर” । @@ -10,30 +10,28 @@ * यीशु स्वयं कहता है कि मनुष्य का पुत्र एक दिन बादलों में सवार होकर आएगा। * मनुष्य के पुत्र का बादलों पर सवार होकर आना दर्शाता है कि मसीह यीशु परमेश्वर है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* यीशु “मनुष्य का पुत्र” उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”। -* कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए शामिल करते है कि यीशु अपने बारे में बात कर रहे थे । -* यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस कार्यकाल का अनुवाद गलत अर्थ नहीं देता (जैसे कि किसी नाजायज पुत्र की ओर इशारा करते हुए या गलत धारणा देकर कि यीशु केवल इंसान थे) -* जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, "मनुष्य के पुत्र" का अनुवाद "आप, एक इंसान" या "आप, मनुष्य" या "इंसान" या "मनुष्य" के रूप में किया जा सकता है। +* “मनुष्य का पुत्र” जब यीशु इस उक्ति को काम में लेता है तो इसका अनुवाद हो सकता है, “वह जो मनुष्य बना” या “स्वार्गिक मनुष्य”। +* कुछ अनुवादकों ने कभी-कभी "मैं" या "मुझे" इस शीर्षक के साथ ("मैं, मनुष्य के पुत्र रूप में) यह स्पष्ट करने के लिए काम में लेते हैं कि यीशु अपने बारे में बात कर रहा था। +* यह सुनिश्चित करने के लिए जांचें कि इस शब्द का अनुवाद गलत अर्थ तो नहीं देता है (जैसे किसी अवैध पुत्र का संकेत या यीशु का मात्र मनुष्य होने का संकेत ) +* जब किसी व्यक्ति को संदर्भित किया जाता है, तब "मनुष्य का पुत्र" का अनुवाद हो सकता है, "तू, एक मनुष्य" या "हे मनुष्य" या "मनुष्य" या "पुरुष" (यह भी देखें: [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:54-56](rc://en/tn/help/act/07/54) -* [दानिय्येल 07:13-14](rc://en/tn/help/dan/07/13) -* [यहेजकेल 43:6-8](rc://en/tn/help/ezk/43/06) -* [यूह. 03:12-13](rc://en/tn/help/jhn/03/12) -* [लूका 06:3-5](rc://en/tn/help/luk/06/03) -* [मरकुस 02:10-12](rc://en/tn/help/mrk/02/10) -* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36) -* [भजन-संहिता 080:17-18](rc://en/tn/help/psa/080/017) -* [प्रकाशितवाक्य 14:14-16](rc://en/tn/help/rev/14/14) +* [प्रे.का. 7:56](rc://hi/tn/help/act/07/56) +* [दानिय्येल 7:14](rc://hi/tn/help/dan/07/14) +* [यहेजकेल 43:6-8](rc://hi/tn/help/ezk/43/06) +* [यूह. 3:12-13](rc://hi/tn/help/jhn/03/12) +* [लूका 6:5](rc://hi/tn/help/luk/06/05) +* [मरकुस 2:10](rc://hi/tn/help/mrk/02/10) +* [मत्ती 13:37](rc://hi/tn/help/mat/13/37) +* [भजन-संहिता 80:17-18](rc://hi/tn/help/psa/080/017) +* [प्रकाशितवाक्य 14:14](rc://hi/tn/help/rev/14/14) -{{tag>publish ktlink} +## शब्द तथ्य: -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H120, H606, H1121, H1247, G444, G5207 +* स्ट्रोंग्स: H0120, H0606, H1121, H1247, G04440, G52070 \ No newline at end of file From e03f28d2578cede91eb24292f2d7c90b824d7e45 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 07:33:13 +0000 Subject: [PATCH 218/412] Edit 'bible/kt/sonsofgod.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/sonsofgod.md | 34 ++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 16 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/sonsofgod.md b/bible/kt/sonsofgod.md index dad0ad4..1aedbe0 100644 --- a/bible/kt/sonsofgod.md +++ b/bible/kt/sonsofgod.md @@ -1,32 +1,30 @@ -# परमेश्वर की सन्तान # +# परमेश्वर के पुत्र, परमेश्वर की सन्तान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “परमेश्वर के पुत्र” यह एक प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है जिसके अनेक संभावित अर्थ हैं। -* नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” अर्थात् यीशु के विश्वासी और इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। -* इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के जैसा होता है जिसमें तुम को पुत्रत्व के सब सौभाग्य विहित हैं। -* उत्पत्ति 6 में कुछ लोग “परमेश्वर के पुत्रों” का अनुवाद पतित स्वर्गदूत करते हैं जिसका अभिप्राय दुष्टात्माओं से है। अन्यों के विचार में इसका संदर्भ सामर्थी राजनीतिक शासकों से है या शेत के वंशजों से है। -* नये नियम में, “परमेश्वर के पुत्र” अर्थात् यीशु के विश्वासी और इसका अर्थ प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” होता है क्योंकि इसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। -* इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ पिता-पुत्र के जैसा होता है जिसमें तुम को सब सौभाग्य विहित हैं। -* “परमेश्वर का पुत्र” एक भिन्न शब्द है: जो यीशु के संबन्ध में है जो परमेश्वर का एकमात्र पुत्र है। +* “परमेश्वर के पुत्र”, नये नियम में इस अभिव्यक्ति का सन्दर्भ यीशु के सब विश्वासियों से है और इसका अनुवाद प्रायः “परमेश्वर की सन्तान” किया जाता है क्योंकि इसमें स्त्री-पुरुष दोनों हैं। +* इस शब्द का उपयोग परमेश्वर के साथ मानवीय पिता-पुत्र के जैसा सम्बन्ध दर्शाता है जिसमें पुत्र होने से संयोजित सब लाभ समाहित हैं। +* उत्पत्ति 6 में चर्चित, “परमेश्वर के पुत्रों” की व्याख्या पतित स्वर्गदूतों (दुष्टात्माओं) के अर्थ में करते हैं| अन्य विचारकों के अनुसार ये लोग सामर्थी राजनीतिक शासकों या शेत के वंशजों से है| +* “परमेश्वर का पुत्र” यह उपनाम एक भिन्न उक्ति है: जो यीशु के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर का एकमात्र पुत्र है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * जब “परमेश्वर के पुत्र” यीशु के विश्वासियों के संदर्भ में है तो इसका अनुवाद “परमेश्वर की सन्तान” हो सकता है। * उत्पत्ति 6:2 मैं “परमेश्वर के पुत्र” के चार अन्य अनुवाद हैं “स्वर्गदूत” या “आत्मिक प्राणी” या “अलौकिक प्राणियों” या “दुष्टात्माएं”। -* इसके अलावा “पुत्र” का लिंक भी देखें। +* “पुत्र” का लिंक भी देखें। -(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर के पुत्र](../kt/sonofgod.md), [शासक](../other/ruler.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [पुत्र](../kt/son.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [शासक](../other/ruler.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 06:1-3](rc://en/tn/help/gen/06/01) -* [उत्पत्ति 06:4](rc://en/tn/help/gen/06/04) -* [अय्यूब 01:6-8](rc://en/tn/help/job/01/06) -* [रोमियो 08:14-15](rc://en/tn/help/rom/08/14) +* [उत्पत्ति 6:2](rc://hi/tn/help/gen/06/02) +* [उत्पत्ति 6:4](rc://hi/tn/help/gen/06/4) +* [अय्यूब 1:6](rc://hi/tn/help/job/01/06) +* [रोमियो 8:14](rc://hi/tn/help/rom/08/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H430, H1121, G2316, G5043, G5207 +* स्ट्रोंग्स: H0430, H1121, G52070, G50430 From c2801b029cbd564ab9beaf5cf892ffe84f73813a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 07:52:57 +0000 Subject: [PATCH 219/412] Edit 'bible/kt/stone.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/stone.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/kt/stone.md b/bible/kt/stone.md index eb7d2fd..e3c8b4d 100644 --- a/bible/kt/stone.md +++ b/bible/kt/stone.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# पत्थर, पत्थर, पत्थर # +# पत्थर, पथरवाह -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -पत्थर एक छोटी चट्टान का टुकड़ा होता है। "पत्थर" करने के लिए किसी ने उसे मारने के इरादे से उस व्यक्ति पर पत्थर और बड़ी चट्टानें फेंकना है एक "पत्थरवाह" एक घटना है जिसमें किसी को पत्थरवाह किया गया था। +पत्थर चट्टान का टुकड़ा होता है। किसी को "पथरवाह" करने का अर्थ है, उस पर पत्थरो और बड़े-बड़े पत्थरों से प्रहार करना जिसमें उसकी ह्त्या करने की मंशा हो| "पत्थरवाह करना" एक घटना है जिसमें किसी को पत्थरवाह किया जाता था। -* प्राचीन समय में, पत्थरों को लोगों द्वारा किए गए अपराधों की सजा के रूप में लोगों को निष्पादित करने का एक सामान्य तरीका था। -* परमेश्वर ने इस्राएल के अगुवों को आज्ञा दी थी कि वे लोगों को कुछ पापों के लिए मार डालें, जैसे व्यभिचार। -* नए नियम में, यीशु ने व्यभिचार में एक महिला को माफ कर दिया और लोगों को उसे मारने से रोक दिया -* स्तिफनुस, जो यीशु के बारे में गवाही देने के लिए बाइबल में पहली व्यक्ति जिसको हत्या कर दी गई थी, उसे पत्थरवाह करके मार डाला गया था +* प्राचीन समय में, लोगों को उनके किए गए अपराधों के दंड स्वरुप पथरवाह करके मृत्युदंड देना एक सामान्य प्रथा थी| +* परमेश्वर ने इस्राएल के अगुवों को आज्ञा दी थी कि कुछ पापों का दंड पथरवाह किया जाना हो जैसे व्यभिचार का पाप। +* नए नियम में, यीशु ने व्यभिचार में पकड़ी गई एक महिला को क्षमा कर दिया था और लोगों को उसे पथरवाह करने से रोक दिया था| +* स्तिफनुस, जो यीशु के बारे में गवाही देने के लिए पथरवाह करके मार डाला जाने वाला बाईबल में पहला शहीद था| * लुस्त्रा शहर में, प्रेरित पौलुस को पत्थरवाह किया गया था, लेकिन वह अपने घावों से मरा नहीं। (यह भी देखें: [परस्त्रीगमन](../kt/adultery.md), [करना](../other/commit.md), [अपराध](../other/criminal.md), [मृत्यु](../other/death.md), [लुस्त्रा](../names/lystra.md), [गवाही](../kt/testimony.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:57-58](rc://en/tn/help/act/07/57) -* [प्रे.का. 07:59-60](rc://en/tn/help/act/07/59) -* [प्रे.का. 14:5-7](rc://en/tn/help/act/14/05) -* [प्रे.का. 14:19-20](rc://en/tn/help/act/14/19) -* [यूह. 08:4-6](rc://en/tn/help/jhn/08/04) -* [लूका 13:34-35](rc://en/tn/help/luk/13/34) -* [लूका 20:5-6](rc://en/tn/help/luk/20/05) -* [मत्ती. 23:37-39](rc://en/tn/help/mat/23/37) +* [प्रे.का. 7:57-58](rc://hi/tn/help/act/07/57) +* [प्रे.का. 7:59-60](rc://hi/tn/help/act/07/59) +* [प्रे.का. 14:5](rc://hi/tn/help/act/14/05) +* [प्रे.का. 14:19-20](rc://hi/tn/help/act/14/19) +* [यूह. 8:4-6](rc://hi/tn/help/jhn/08/04) +* [लूका 13:34](rc://hi/tn/help/luk/13/34) +* [लूका 20:6](rc://hi/tn/help/luk/20/06) +* [मत्ती. 23:37-39](rc://hi/tn/help/mat/23/37) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H68, H69, H810, H1382, H1496, H1530, H2106, H2672, H2687, H2789, H4676, H4678, H5553, H5601, H5619, H6344, H6443, H6697, H6864, H6872, H7275, H7671, H8068, G2642, G2991, G3034, G3035, G3036, G3037, G4074, G4348, G5586 +* स्ट्रोंग्स: H0068, H0069, H0810, H1382, H1496, H1530, H2106, H2672, H2687, H2789, H4676, H4678, H5553, H5601, H5619, H6344, H6443, H6697, H6864, H6872, H7275, H7671, H8068, G26420, G29910, G30340, G30350, G30360, G30370, G40740, G43480, G55860 \ No newline at end of file From 548e65cbe9bf5e2278e5df231114e7c6a7bae64a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 08:28:50 +0000 Subject: [PATCH 220/412] Edit 'bible/kt/synagogue.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/synagogue.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/synagogue.md b/bible/kt/synagogue.md index ec5c25f..df82d65 100644 --- a/bible/kt/synagogue.md +++ b/bible/kt/synagogue.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# आराधनालय # +# आराधनालय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एक साथ मिलते थे। +“आराधनालय” वह स्थान था जहां यहूदी लोग परमेश्वर की आराधना हेतु एकत्र होते थे। -* प्राचीन काल से, एक आराधनालय की सेवाओं में प्रार्थनाओं के समय, शास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण शामिल है। -* यहूदियों ने मूल रूप से आराधनालय को अपने ही शहरों में प्रार्थना करने और पूजा करने के लिए निर्माण करना शुरू किया, क्योंकि उनमें से बहुत से यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे। -* यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देते थे और लोंगों को चंगा करते थे। -* “आराधनालय” का संदर्भ वहां आराधना करने वाले समूह से भी हो सकता है। +* प्राचीन काल से ही, इन आराधनालयों की आराधनाओं में प्रार्थनाओं, धर्मशास्त्र पढ़ना, और शास्त्रों के बारे में शिक्षण का समय होता था। +* यहूदियों ने परमेश्वर से प्रार्थना करने और उसकी उपासना करने के लिए अपने-अपने नगरों में आराधनालयों का निर्माण करना आरम्भ कर दिया था क्योंकि अनेक यहूदी यरूशलेम के मंदिर से बहुत दूर रहते थे। +* यीशु प्रायः आराधनालयों में शिक्षा देता था और लोंगों को चंगा करता था। +* “आराधनालय” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है जिसका सन्दर्भ वहाँ एकत्र होने वालर आराधकों से है। (यह भी देखें: [चंगा करना](../other/heal.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [प्रार्थना करना](../kt/pray.md), [मन्दिर](../kt/temple.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md), [आराधना](../kt/worship.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 06:8-9](rc://en/tn/help/act/06/08) -* [प्रे.का. 14:1-2](rc://en/tn/help/act/14/01) -* [प्रे.का. 15:19-21](rc://en/tn/help/act/15/19) -* [प्रे.का. 24:10-13](rc://en/tn/help/act/24/10) -* [यूहन्ना 06:57-59](rc://en/tn/help/jhn/06/57) -* [लूका 04:14-15](rc://en/tn/help/luk/04/14) -* [मत्ती 06:1-2](rc://en/tn/help/mat/06/01) -* [मत्ती 09:35-36](rc://en/tn/help/mat/09/35) -* [मत्ती 13:54-56](rc://en/tn/help/mat/13/54) +* [प्रे.का. 6:9](rc://hi/tn/help/act/06/09) +* [प्रे.का. 14:1-2](rc://hi/tn/help/act/14/01) +* [प्रे.का. 15:21](rc://hi/tn/help/act/15/21) +* [प्रे.का. 24:10-13](rc://hi/tn/help/act/24/10) +* [यूहन्ना 6:59](rc://hi/tn/help/jhn/06/59) +* [लूका 4:14](rc://hi/tn/help/luk/04/14) +* [मत्ती 6:1-2](rc://hi/tn/help/mat/06/01) +* [मत्ती 9:35-36](rc://hi/tn/help/mat/09/35) +* [मत्ती 13:54](rc://hi/tn/help/mat/13/54) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4150, G656, G752, G4864 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H4150, G06560, G07520, G48640 \ No newline at end of file From 830b606f1a7fcd3cc086a0eaab7f259a70cbf4f2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 08:38:32 +0000 Subject: [PATCH 221/412] Edit 'bible/kt/thetwelve.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/thetwelve.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/kt/thetwelve.md b/bible/kt/thetwelve.md index c44dc1d..8f4258e 100644 --- a/bible/kt/thetwelve.md +++ b/bible/kt/thetwelve.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# बारहों, ग्यारहों # +# बारहों, ग्यारहों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “बारहों” का संदर्भ उन पुरुषों से है जिन्हें यीशु ने चुना कि उसके घनिष्ठतम शिष्य या प्रेरित हों। यहूदा की आत्महत्या के बाद, वे “ग्यारहों” कहलाते थे। -* यीशु के अनेक अन्य शिष्य थे परन्तु “बारहों” यह पदनाम उन्हें इसलिए दिया गया था क्योंकि वह यीशु के बहुत करीब थे। +* यीशु के अनेक अन्य शिष्य थे परन्तु “बारहों” यह उपनाम उन्हें इसलिए दिया गया था कि वे यीशु के निकटतम शिष्य थे। * इन बारह शिष्यों के नाम, मत्ती 10, मरकुस 3, तथा लूका 6 में सूचीबद्ध हैं। * यीशु के स्वर्गारोहण के बाद इन ग्यारहों ने मत्तिय्याह को यहूदा के स्थान में चुन लिया था। तब वे फिर से “बारहों” कहलाए। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* कुछ भाषाओं में संज्ञा शब्द इसमें जोड़ना अधिक स्पष्ट एवं अधिक व्यावहारिक होता है, “बारह शिष्य” या “यीशु के घनिष्ठ बारह शिष्य”। +* कुछ भाषाओं में एक संज्ञा शब्द इसमें जोड़ना अधिक स्पष्ट एवं अधिक व्यावहारिक होता है, “बारह शिष्य” या “यीशु के घनिष्ठ बारह शिष्य”। * “ग्यारहों” का अनुवाद हो सकता है, “यीशु के शेष ग्यारह शिष्य”। -* कुछ अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा काम में लेकर दर्शाया जाता है कि यह पदनाम था जैसे “वे बारह” या “वे ग्यारह”। +* कुछ अनुवादों में प्रथम अक्षर बड़ा काम में लेकर दर्शाया जाता है कि यह उपनाम है, जैसे “वे बारह” या “वे ग्यारह”। (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [चेले](../kt/disciple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 15:5-7](rc://en/tn/help/1co/15/05) -* [प्रे.का. 06:2-4](rc://en/tn/help/act/06/02) -* [लूका 09:1-2](rc://en/tn/help/luk/09/01) -* [लूका 18:31-33](rc://en/tn/help/luk/18/31) -* [मरकुस 10:32-34](rc://en/tn/help/mrk/10/32) -* [मत्ती. 10:5-7](rc://en/tn/help/mat/10/05) +* [1 कुरिन्थियों 15:5-7](rc://hi/tn/help/1co/15/05) +* [प्रे.का. 6:2](rc://hi/tn/help/act/06/02) +* [लूका 9:1](rc://hi/tn/help/luk/09/01) +* [लूका 18:31](rc://hi/tn/help/luk/18/31) +* [मरकुस 10:32-34](rc://hi/tn/help/mrk/10/32) +* [मत्ती. 10:7](rc://hi/tn/help/mat/10/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1427, G1733 +* स्ट्रोंग्स: G14270, G17330 From 12de8a1e3df015d6dda4a91bb3262fc70371ecbc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 08:40:15 +0000 Subject: [PATCH 222/412] Edit 'bible/kt/tetrarch.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/tetrarch.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/kt/tetrarch.md b/bible/kt/tetrarch.md index eb68b3f..bb836de 100644 --- a/bible/kt/tetrarch.md +++ b/bible/kt/tetrarch.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# चौथाई देश के राजा # +# चौथाई देश के राजा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: "चौथाई देश के राजा" शब्द का अर्थ है एक सरकारी प्रशासक जो रोमी साम्राज्य के एक भाग पर शासन करता था। प्रत्येक चौथाई देश के राजा रोमी सम्राट के अधीन था। From 040024124487f21c7cf52cd5a12f4e4b7eb3b3d5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 09:27:52 +0000 Subject: [PATCH 223/412] Edit 'bible/kt/tetrarch.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/tetrarch.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/kt/tetrarch.md b/bible/kt/tetrarch.md index bb836de..302be1e 100644 --- a/bible/kt/tetrarch.md +++ b/bible/kt/tetrarch.md @@ -2,23 +2,23 @@ ## परिभाषा: -"चौथाई देश के राजा" शब्द का अर्थ है एक सरकारी प्रशासक जो रोमी साम्राज्य के एक भाग पर शासन करता था। प्रत्येक चौथाई देश के राजा रोमी सम्राट के अधीन था। +"चौथाई देश के राजा" शब्द का अर्थ है एक सरकारी प्रशासक जो रोमी साम्राज्य के एक भाग पर शासन करता था। प्रत्येक चौथाई देश का राजा रोमी सम्राट के अधिकाराधीन था। -* शीर्षक "चौथाई देश के राजा" का अर्थ "चार संयुक्त शासकों में से एक है।" -* सम्राट डाइक्लेटीयन के तहत शुरू हुई थी, रोमी साम्राज्य के चार प्रमुख विभाजन हुए थे और प्रत्येक शासक ने एक विभाजन पर शासन किया। -* "महान" हेरोदेस का राज्य जो यीशु के जन्म के समय राजा था, उसकी मृत्यु के बाद चार वर्गों में विभाजित किया गया था, और उसके पुत्रों ने "चौथाई देश के राजा" या "चौथे के शासकों" के रूप में शासन किया। -* प्रत्येक चौथाई देश में एक या उससे अधिक क्षेत्र जिन्हें "प्रांत" कहा जाता है, जैसे गलील या सामरिया। -* "हेरोदेस जो चौथाई देश का राजा था" उसका उल्लेख कई बार नए नियम किया गया है. वह "हेरोदेस अन्तिपास" नाम से भी जाने जाते थे। +* शीर्षक "चौथाई देश के राजा" का अर्थ है, "चार संयुक्त शासकों में से एक है।" +* सम्राट डाइक्लेशियन के समय से रोमी साम्राज्य के चार प्रमुख विभाजन थे और प्रत्येक चौथाई देश का राजा एक विभाजन पर शासन करता था। +* हेरोदेस "महान" जो यीशु के जन्म के समय राजा था, उसकी मृत्यु के बाद उसका राज्य चार वर्गों में विभाजित किया गया था, और उसके पुत्रों ने "चौथाई देश के राजा" या "चौथे के शासकों" के रूप में शासन किया। +* प्रत्येक चौथाई देश में एक या उससे अधिक क्षेत्र थे जिन्हें "प्रांत" कहा जाता था, जैसे गलील या सामरिया। +* "हेरोदेस जो चौथाई देश का राजा था" उसका उल्लेख कई बार नए नियम किया गया है. वह "हेरोदेस अन्तिपास" नाम से भी जाना जाता था। * "चौथाई देश के राजा," शव्द का अनुवाद, "क्षेत्रीय शासक" या "प्रांतीय शासक" या“शासक” या “अधिपति” किया जा सकता है। (यह भी देखें: [राज्यपाल](../other/governor.md), [हेरोदेस अन्तिपास](../names/herodantipas.md), [प्रांत](../other/province.md), [रोम](../names/rome.md), [शासक](../other/ruler.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 03:1-2](rc://en/tn/help/luk/03/01) -* [लूका 09:7-9](rc://en/tn/help/luk/09/07) -* [मत्ती 14:1-2](rc://en/tn/help/mat/14/01) +* [लूका 3:1-2](rc://hi/tn/help/luk/03/01) +* [लूका 9:7](rc://hi/tn/help/luk/09/07) +* [मत्ती 14:1-2](rc://hi/tn/help/mat/14/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G5075, G5076 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: G50750, G50760 \ No newline at end of file From b3cbc7cb828c152331d68dcc65fa18a6f9b72eb0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 09:51:37 +0000 Subject: [PATCH 224/412] Edit 'bible/kt/trust.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/trust.md | 50 +++++++++++++++++++++++------------------------ 1 file changed, 25 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/kt/trust.md b/bible/kt/trust.md index f15a067..b465202 100644 --- a/bible/kt/trust.md +++ b/bible/kt/trust.md @@ -1,40 +1,40 @@ -# विश्वास, भरोसा, विश्वसनीय, भरोसेमंद, विश्वसनीयता # +# विश्वास, , विश्वसनीय, भरोसेमंद, विश्वासयोग्यता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -किसी वस्तु या व्यक्ति पर “भरोसा” करने से तात्पर्य उस वस्तु या व्यक्ति को सच्चा एवं भरोसेमंद मानने से है। उस विश्वास को "भरोसा" भी कहा जाता है। “विश्वासयोग्य” मनुष्य पर भरोसा किया जा सकता है कि वह सही और सत्य को कहे और करे, और इसलिए जिसकी "विश्वसनीयता" की गुणवत्ता है। +किसी वस्तु या व्यक्ति में "विश्वास रखने का तात्पर्य है, उस वस्तु या व्यक्ति सच्चा एवं निर्भर करने योग्य है। उस विश्वास को "भरोसा" भी कहा जाता है। “विश्वासयोग्य” मनुष्य वह है जिस पर भरोसा किया जा सकता है कि वह उचित और सत्य को कहे और करे, और इसलिए वह मनुष्य जिसमें विश्वासयोग्यता का गुण है। * भरोसा, विश्वास से संबन्धित है जब हम किसी पर भरोसा करते हैं तब हम उस पर विश्वास करते हैं कि उसने जिस बात की प्रतिज्ञा की है उसे वह पूरा करेगा। -* किसी पर भरोसा करने का अर्थ है उस पर निर्भर रहना। -* मसीह “पर भरोसा” करने का अर्थ है विश्वास करना कि वह परमेश्वर है, कि वह हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए क्रूस पर मरा और हमारे उद्धार के लिए उस पर निर्भर रहना। -* “एक "भरोसेमंद कहावत" कुछ ऐसा करने के लिए संदर्भित करता है जिसे सच माना जा सके। +* किसी में विश्वास करने का अर्थ है, उस पर निर्भर रहना। +* मसीह “में विश्वास” करने का अर्थ है, विश्वास करना कि वह परमेश्वर है, विश्वास करना कि वह हमारे पापों का दण्ड उठाने के लिए क्रूस पर मरा और हमारे उद्धार के लिए उस पर निर्भर रहना। +* “एक "विश्वासयोग्य कथन" का सन्दर्भ उस बात से है जो कही गई है और उस पर सत्य होने का भरोसा किया जा सकता है। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: -* “भरोसा” के अनुवाद में, “विश्वास” या “यकीन” या “पक्की आशा” या “निर्भर रहना” शामिल हो सकते हैं। -* “में भरोसा रखो” का अर्थ “भरोसा रखने” से मिलता जुलता है। -* शब्द "भरोसेमंद" का अनुवाद “विश्वासयोग्य” या “विश्वास के योग्य” या “सदैव भरोसे में है” हो सकता है। +* “विश्वास” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भरोसा” या “यकीन” या “पक्की आशा” या “निर्भर रहना” +* “में विश्वास रखो” का अर्थ “भरोसा रखने” से मिलता जुलता है। +* शब्द "विश्वासयोग्य" का अनुवाद हो सकता है, “निर्भर करने योग्य” या “विश्वास के योग्य” या “सदैव भरोसा करने योग्य” (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [आत्मविश्वास](../other/confidence.md), [विश्वास](../kt/faith.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [सत्य](../kt/true.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 इतिहास 09:22-24](rc://en/tn/help/1ch/09/22) -* [1 तीमुथियुस 04:9-10](rc://en/tn/help/1ti/04/09) -* [होशे 10:12-13](rc://en/tn/help/hos/10/12) -* [यशा. 31:1-2](rc://en/tn/help/isa/31/01) -* [नहेमायाह 13:12-14](rc://en/tn/help/neh/13/12) -* [भजन 031:5-7](rc://en/tn/help/psa/031/005) -* [तीतुस 03:8](rc://en/tn/help/tit/03/08) +* [1 इतिहास 9:22-24](rc://hi/tn/help/1ch/09/22) +* [1 तीमुथियुस 4:9](rc://hi/tn/help/1ti/04/09) +* [होशे 10:12-13](rc://hi/tn/help/hos/10/12) +* [यशा. 31:1-2](rc://hi/tn/help/isa/31/01) +* [नहेमायाह 13:13](rc://hi/tn/help/neh/13/13) +* [भजन 31:5](rc://hi/tn/help/psa/031/05) +* [तीतुस 3:8](rc://hi/tn/help/tit/03/08) -## बाइबल कहानियों के उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों के उदाहरण: -* __[12:12](rc://en/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर __भरोसा किया__ और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है। -* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर __विश्वास__ करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। -* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर पर __विश्वास__ और उसकी आज्ञाओं का पालन करता था। -* __[34:06](rc://en/tn/help/obs/34/06)__ फिर यीशु ने उन लोगों के बारे में एक कहानी बताई जो __ अपने स्वयं के अच्छे कर्मों पर __विश्वास__ रखते थे और अन्य लोगों के साथ घृणा करते थे। +* __[12:12](rc://hi/tn/help/obs/12/12)__ जब इस्राएलियों ने देखा कि मिस्र के लोग मारे गए है, तो उन्होंने परमेश्वर पर __विश्वास किया__ और विश्वास करने लगे कि मूसा परमेश्वर का एक नबी है। +* __[14:15](rc://hi/tn/help/obs/14/15)__यहोशू एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर __विश्वास__ करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था। +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर पर __विश्वास__ और उसकी आज्ञाओं का पालन करता था। +* __[34:6](rc://hi/tn/help/obs/34/06)__ फिर यीशु ने उन लोगों के बारे में एक कहानी बताई जो अपने स्वयं के अच्छे कर्मों पर __विश्वास__ रखते थे और अन्य लोगों के साथ घृणा करते थे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H539, H982, H1556, H2620, H2622, H3176, H4009, H4268, H7365, G1679, G3872, G3982, G4006, G4100, G4276 +* स्ट्रोंग्स: H0539, H0982, H1556, H2620, H2622, H3176, H4009, H4268, H7365, G16790, G38720, G39820, G40060, G41000, G42760 \ No newline at end of file From eac8a66629e4dc58b86b892ff5676124f7545a1a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 09:55:35 +0000 Subject: [PATCH 225/412] Edit 'bible/kt/trust.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/trust.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/kt/trust.md b/bible/kt/trust.md index b465202..4e03a59 100644 --- a/bible/kt/trust.md +++ b/bible/kt/trust.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# विश्वास, , विश्वसनीय, भरोसेमंद, विश्वासयोग्यता +# विश्वास,विश्वास किया, विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता ## परिभाषा: From 9c4adedac8f115ac539aa337b866def2b8cfbe53 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 10:00:16 +0000 Subject: [PATCH 226/412] Edit 'bible/kt/unleavenedbread.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/unleavenedbread.md | 6 +++--- 1 file changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/bible/kt/unleavenedbread.md b/bible/kt/unleavenedbread.md index 06cd1a9..0586ef1 100644 --- a/bible/kt/unleavenedbread.md +++ b/bible/kt/unleavenedbread.md @@ -5,7 +5,7 @@ “अखमीरी रोटी” खमीर रहित या खट्टा करने वाले पदार्थ से रहित रोटी। यह रोटी पतली होती है क्योंकि उसे फूलने के लिए उसमें खमीर नहीं होता है। * जब परमेश्वर ने इस्त्राएलियेां को मिस्र के दासत्व से छुड़ाया था तब कहा था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा किए बिना वे अतिशीघ्र वहाँ से निकलें। अतः उन्होंने भोजन में अखमीरी रोटी खाई थी। तब से उनके वार्षिक फसह में अखमीरी रोटी का उपयोग किया जाता था कि उन्हें उस समय का स्मरण करवाए। -* कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः "अखमीरी रोटी" मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, जिअए कि वे परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन जिएँ। +* कभी-कभी ख़मीर पाप का द्योतक भी कहा गया है, अतः "अखमीरी रोटी" मनुष्य के जीवन से पाप निवारण को दर्शाती है, जिससे कि वे परमेश्वर को सम्मान देनेवाला जीवन जिएँ। ## अनुवाद के सुझाव: @@ -21,7 +21,7 @@ * [2 इतिहास 30:13-15](rc://hi/tn/help/2ch/30/13) * [प्रे.का. 12:3](rc://hi/tn/help/act/12/03) * [निर्गमन 23:14-15](rc://hi/tn/help/exo/23/14) -* [एज्रा 06:21-22](rc://hi/tn/help/ezr/06/21) +* [एज्रा 6:21-22](rc://hi/tn/help/ezr/06/21) * [उत्पत्ति 19:1-3](rc://hi/tn/help/gen/19/01) * [न्यायियों 6:21](rc://hi/tn/help/jdg/06/21) * [लैव्यव्यवस्था 8:1-3](rc://hi/tn/help/lev/08/01) @@ -29,4 +29,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4682, G106 +* स्ट्रोंग्स: H4682, G01060 From e292bfa6117686171c6e5bc7843e2e8069a72fd8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 10:16:55 +0000 Subject: [PATCH 227/412] Edit 'bible/kt/woe.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/woe.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/kt/woe.md b/bible/kt/woe.md index 940f366..11a679a 100644 --- a/bible/kt/woe.md +++ b/bible/kt/woe.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# हाय # +# हाय -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को घोर कष्टों की चेतावनी भी दी जाती है। +“हाय” शब्द घोर निराशा को व्यक्त करता है। इससे किसी को आगामी घोर कष्टों के अनुभव की चेतावनी भी दी जाती है। -* “हाय उन पर” चेतावनी के साथ आता है कि वे पापों का दण्ड पाएंगे। +* “हाय उन पर” इस अभिव्यक्ति में एक चेतावनी है कि वे लोग अपने पापों के कारण कष्टों का अनुभव करेंगे। * बाइबल में अनेक स्थानों में “हाय” शब्द को दोहराया गया है जिसका अभिप्रेत अर्थ है भयानक दण्ड की प्रबलता व्यक्त करना है। * मनुष्य कहता है, “हाय मुझ पर” तो इसका अर्थ है घोर कष्टों के कारण दुःख व्यक्त करना। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “हाय” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “अगाध दुख” या “शोक” या “आपदा” या “विनाश” -* अभिव्यक्ति का अनुवाद करने के अन्य तरीके "हाय करने के लिए ("शहर का नाम)" में शामिल हो सकते हैं, "यह (शहर के नाम) के लिए कितना भयानक होगा" या "(उस शहर) में लोगों को गंभीर रूप से दंडित किया जाएगा" या "उन लोगों को बहुत भुगतना होगा। " -* अभिव्यक्ति, "हाय मुझे है!" या "मुझ पर हाय!" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है "मैं कितना दुखी हूँ!" या "मैं बहुत उदास हूँ!" या "यह मेरे लिए कितना भयानक है!" -* अभिव्यक्ति "आप पर हाय" का भी अनुवाद किया जा सकता है "आपको बहुत दुख होगा" या "आपको भयानक परेशानियों का अनुभव होगा।" +* इस अभिव्यक्ति, "हाय ("शहर का नाम) पर" का अनुवाद हो सकता है, "(शहर का नाम) के लिए कैसा भयानक होगा" या "(उस शहर) के लोगों को गंभीर दंड जाएगा" या "उन लोगों को बहुत भुगतना होगा। " +* यह अभिव्यक्ति, "हाय मुझे पर!" या "मुझ पर हाय!" का अनुवाद हो सकता है, "मैं कितना दुखी हूँ!" या "मैं बहुत उदास हूँ!" या "यह मेरे लिए कैसा भयानक है!" +* यह अभिव्यक्ति, "तुझ पर हाय" का अनुवाद हो सकता है "तू कष्टों का मारा होगा" या "तू भयानक परेशानियों का अनुभव करेगा।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यहेजकेल 13:17-18](rc://en/tn/help/ezk/13/17) -* [हबक्कूक 02:12-14](rc://en/tn/help/hab/02/12) -* [यशायाह 31:1-2](rc://en/tn/help/isa/31/01) -* [यिर्मयाह 45:1-3](rc://en/tn/help/jer/45/01) -* [यहूदा 01:9-11](rc://en/tn/help/jud/01/09) -* [लूका 06:24-25](rc://en/tn/help/luk/06/24) -* [लूका 17:1-2](rc://en/tn/help/luk/17/01) -* [मत्ती 23:23-24](rc://en/tn/help/mat/23/23) +* [यहेजकेल 13:17-18](rc://hi/tn/help/ezk/13/17) +* [हबक्कूक 2:12](rc://hi/tn/help/hab/02/12) +* [यशायाह 31:1-2](rc://hi/tn/help/isa/31/01) +* [यिर्मयाह 45:1-3](rc://hi/tn/help/jer/45/01) +* [यहूदा 1:9-11](rc://hi/tn/help/jud/01/09) +* [लूका 06:24](rc://hi/tn/help/luk/06/24) +* [लूका 17:1-2](rc://hi/tn/help/luk/17/01) +* [मत्ती 23:23](rc://hi/tn/help/mat/23/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H188, H190, H337, H480, H1929, H1945, H1958, G3759 +* स्ट्रोंग्स: H0188, H0190, H0337, H0480, H1929, H1945, H1958, G37590 \ No newline at end of file From a52dac4d9614fec095f60e7f62ef08e7163c5c53 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 10:33:59 +0000 Subject: [PATCH 228/412] Edit 'bible/kt/zealous.md' using 'tc-create-app' --- bible/kt/zealous.md | 42 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/kt/zealous.md b/bible/kt/zealous.md index e9c544c..28721cb 100644 --- a/bible/kt/zealous.md +++ b/bible/kt/zealous.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# धुन, उत्तेजित # +# धुन, जोशीला -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“धुन” और “उत्तेजित” का संदर्भ किसी मनुष्य या विचार के समर्थन में प्रबलता से समर्पित होना। +“धुन” और “जोशीला” का संदर्भ किसी मनुष्य या विचार के समर्थन में प्रबलता से समर्पित होने से है। -* उत्साह का अभिप्राय है किसी अच्छे काम के लिए प्रबल इच्छा एवं कार्य। इससे प्रायः उस मनुष्य का वर्णन होता है जो निष्ठापूर्वक परमेश्वर की आज्ञा मानता है और अन्यों को भी ऐसी शिक्षा देता है। -* उत्साही होने का अर्थ है, किसी काम को करने में घोर प्रयास करना और उसी में लगे रहना। -* “प्रभु की जलन” या “यहोवा की जलन” का अर्थ है परमेश्वर का प्रबल शाश्वत कार्य कि उसके लोगों को आशिष मिले या न्याय हो। +* उत्साह का अभिप्राय है किसी अच्छे काम को आगे बढाने के लिए प्रबल इच्छा एवं कार्य। इससे प्रायः उस मनुष्य का वर्णन होता है जो निष्ठापूर्वक परमेश्वर की आज्ञा मानता है और अन्यों को भी ऐसी शिक्षा देता है। +* जोशीला होने का अर्थ है, किसी काम को करने में अथक प्रयास करना वरन उस प्रयास में यत्नशील बने रहना। +* “प्रभु की जलन” या “यहोवा की जलन” का अर्थ है परमेश्वर का प्रबल शाश्वत कार्य कि उसके लोगों को आशिष मिले या न्याय सुनिश्चित हो। -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: -“उत्साह से पूर्ण” का अनुवाद “प्रबल यत्न” या “घोर प्रयास करना” हो सकता है। +“जोश से भरा” का अनुवाद हो सकता है, “प्रबल यत्न करने वाला” या “अथक प्रयास करना” -* “उत्साह” का अनुवाद “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश” हो सकता है। -* “तेरे भवन की जलन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर को प्रबल सम्मान की इच्छा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशभरी इच्छा” +* “धुन” का अनुवाद हो सकता है, “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश” +* “तेरे भवन की धुन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर के प्रबल सम्मान की लालसा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशीली मनोकामना” -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 12:30-31](rc://en/tn/help/1co/12/30) -* [1 राजा 19:9-10](rc://en/tn/help/1ki/19/09) -* [प्रे.का. 22:3-5](rc://en/tn/help/act/22/03) -* [गलातियों 04:17-18](rc://en/tn/help/gal/04/17) -* [यशायाह 63:15-16](rc://en/tn/help/isa/63/15) -* [यूहन्ना 02:17-19](rc://en/tn/help/jhn/02/17) -* [फिलिप्पियों03:6-7](rc://en/tn/help/php/03/06) -* [रोमियो 10:1-3](rc://en/tn/help/rom/10/01) +* [1 कुरिन्थियों 12:31](rc://hi /tn/help/1co/12/31) +* [1 राजा 19:9-10](rc://hi/tn/help/1ki/19/09) +* [प्रे.का. 22:3](rc://hi /tn/help/act/22/03) +* [गलातियों 4:17](rc://hi /tn/help/gal/04/17) +* [यशायाह 63:15](rc://hi/tn/help/isa/63/15) +* [यूहन्ना 2:17-19](rc://hi/tn/help/jhn/02/17) +* [फिलिप्पियों3:6](rc://hi/tn/help/php/03/06) +* [रोमियो 10:1-3](rc://hi/tn/help/rom/10/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7065, H7068, G2205, G2206, G2207, G6041 +* स्ट्रोंग्स: H7065, H7068, G22050, G22060, G22070, G60410 \ No newline at end of file From 13492971303c98d0c8754c382aba9909c1f2b929 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 11:20:05 +0000 Subject: [PATCH 229/412] Edit 'bible/names/abel.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/abel.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/abel.md b/bible/names/abel.md index 315e94e..05de946 100644 --- a/bible/names/abel.md +++ b/bible/names/abel.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# हाबिल # +# हाबिल -## तथ्य: ## +## तथ्य: -हाबिल आदम और हव्वा का दूसरा पुत्र था। कैन का छोटा भाई था। +हाबिल आदम और हव्वा का दूसरा पुत्र था। वह कैन का छोटा भाई था। * हाबिल एक चरवाहा था। * हाबिल ने अपने पशुओं में से एक की बलि परमेश्वर को चढ़ाई थी। * परमेश्वर हाबिल और उसकी भेंट से प्रसन्न हुआ था। * आदम और हव्वा के पहलौठे कैन ने हाबिल की हत्या कर दी थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [कैन](../names/cain.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [चरवाहा](../other/shepherd.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 04:1-2](rc://en/tn/help/gen/04/01) -* [उत्पत्ति 04:8-9](rc://en/tn/help/gen/04/08) -* [इब्रानियों 12:22-24](rc://en/tn/help/heb/12/22) -* [लूका 11:49-51](rc://en/tn/help/luk/11/49) -* [मत्ती 23:34-36](rc://en/tn/help/mat/23/34) +* [उत्पत्ति 4:2](rc://hi/tn/help/gen/04/02) +* [उत्पत्ति 4:9](rc://hi/tn/help/gen/04/09) +* [इब्रानियों 12:24](rc://hi/tn/help/heb/12/24) +* [लूका 11:49-51](rc://hi/tn/help/luk/11/49) +* [मत्ती 23:35](rc://hi/tn/help/mat/23/35) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H01893, G6 +* स्ट्रोंग्स: H01893, G0060 From d3d6b95bad37cb8efe303619d6c35c62a1b6a355 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 11:26:16 +0000 Subject: [PATCH 230/412] Edit 'bible/names/abijah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/abijah.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/names/abijah.md b/bible/names/abijah.md index 3b512f3..a15c76c 100644 --- a/bible/names/abijah.md +++ b/bible/names/abijah.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# अबिय्याह # +# अबिय्याह -## तथ्य: ## +## तथ्य: -अबिय्याह यहूदा का राजा था जिसने 915-913 ई.पू. राज किया था। वह राजा रहूबियाम का पुत्र था। पुराने नियम में अबिय्याह नामक अनेक पुरूष हुए हैं। +अबिय्याह यहूदा का राजा था जिसने 915-913 ई.पू. राज किया था। वह राजा रहूबियाम का पुत्र था। पुराने नियम में अबिय्याह नामक अनेक पुरुष हुए हैं। * शमूएल के पुत्र अबिय्याह और योएल बेर्शेबा में इस्राएलियों के अगुवे थे। अबिय्याह और उसका भाई बेईमान और लालची थे इसलिए प्रजा ने शमूएल से राजा की मांग की। * अबिय्याह राजा दाऊद के समय का एक याजक था। * अबिय्याह यारोबाम राजा के एक पुत्र का नाम भी था। -* जरूब्बाबेल के साथ बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वालों में एक महायाजक का नाम भी अबिय्याह था। +* जरूब्बाबेल के साथ बेबीलोन से यरूशलेम लौटने वालों में अबिय्याह नामक एक महायाजक भी था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 15:1-3](rc://en/tn/help/1ki/15/01) -* [1 शमूएल 08:1-3](rc://en/tn/help/1sa/08/01) -* [2 इतिहास 13:1-3](rc://en/tn/help/2ch/13/01) -* [2 इतिहास 13:19-22](rc://en/tn/help/2ch/13/19) -* [लूका 01:5-7](rc://en/tn/help/luk/01/05) +* [1 राजा 15:3](rc://hi/tn/help/1ki/15/03) +* [1 शमूएल 8:1-3](rc://hi/tn/help/1sa/08/01) +* [2 इतिहास 13:2](rc://hi/tn/help/2ch/13/02) +* [2 इतिहास 13:19](rc://hi/tn/help/2ch/13/19) +* [लूका 1:5](rc://hi/tn/help/luk/01/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H29, G7 +* स्ट्रोंग्स: H0029, G00070 From f8bf77ea443ee9ce4fafca75817a4c9e552930e6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 11:33:20 +0000 Subject: [PATCH 231/412] Edit 'bible/names/adam.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/adam.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/names/adam.md b/bible/names/adam.md index 0519b3d..8063b59 100644 --- a/bible/names/adam.md +++ b/bible/names/adam.md @@ -4,11 +4,11 @@ आदम पहला मनुष्य था जिसे परमेश्वर ने बनाया था. वह और उसकी पत्नी हव्वा परमेश्वर के रूप में सृजे गए थे. -* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी. -* आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है. -* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम का शब्द “मानवजाति” या “मनुष्य” है. -* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं. -* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी. इस कारण वे परमेश्वर से अलग हो गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने के कारण हुए. +* परमेश्वर ने आदम को मिट्टी से बनाकर उसमें जीवन की सांस फूंकी थी| +* आदम शब्द इब्रानी भाषा में “लाल मिट्टी” या “धरती” शब्दों के जैसा सुनाई देता है| +* “आदम” शब्द वैसा ही है जैसा पुराने नियम में “मानवजाति” या “मनुष्य” के लिए शब्द हैं| +* संपूर्ण मानवजाति आदम और हव्वा के वंशज हैं +* आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानी| इस कारण वे परमेश्वर से अलग किए गए और संसार में पाप और मृत्यु के आने का कारण हुए. (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi /ta/man/translate/translate-names)) @@ -16,24 +16,24 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 02:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14) -* [उत्पत्ति 03:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) -* [उत्पत्ति 05:01](rc://hi/tn/help/gen/05/01) -* [उत्पत्ति 11:05](rc://hi/tn/help/gen/11/05) -* [लूका 03:38](rc://hi/tn/help/luk/03/38) -* [रोमियो 05:15](rc://hi/tn/help/rom/05/15) +* [1 तीमुथियुस 2:14](rc://hi/tn/help/1ti/02/14) +* [उत्पत्ति 3:17](rc://hi/tn/help/gen/03/17) +* [उत्पत्ति 5:01](rc://hi/tn/help/gen/05/01) +* [उत्पत्ति 11:5](rc://hi/tn/help/gen/11/05) +* [लूका 3:38](rc://hi/tn/help/luk/03/38) +* [रोमियो 5:15](rc://hi/tn/help/rom/05/15) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[01:09](rc://hi/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.” -* __[01:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__इस आदमी का नाम __आदम__ था. परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया. - * __[01:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था. -* __[02:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को वस्त्र पहनाए. -* __[02:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने __आदम__ और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया. -* __[49:08](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए. +* __[1:9](rc://hi/tn/help/obs/01/09)__ फिर परमेश्वर ने कहा, “हम मनुष्य को अपने स्वरूप में हमारे जैसा बनायेंगे.” +* __[1:10](rc://hi/tn/help/obs/01/10)__इस आदमी का नाम __आदम__ था. परमेश्वर ने __आदम__ के रहने के लिये एक वाटिका बनाई, और वाटिका की देखभाल करने के लिये उसे वहाँ रख दिया. + * __[1:12](rc://hi/tn/help/obs/01/12)__ फिर परमेश्वर ने कहा “आदमी का अकेला रहना अच्छा नहीं है.” परन्तु जानवरों में से कोई भी __आदमी__ का सहायक नहीं बन सकता था. +* __[2:11](rc://hi/tn/help/obs/02/11)__ और परमेश्वर ने जानवर की खाल से __आदम__ और हव्वा को वस्त्र पहनाए. +* __[2:12](rc://hi/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने __आदम__ और हव्वा को उस सुंदर वाटिका से बाहर भेज दिया. +* __[49:8](rc://hi/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो उनके वंशज सब प्रभावित हुए. * __[50:16](rc://hi/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने पाप को श्राप दिया और उसे नष्ट करने का निर्णय लिया. ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H120, G76 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0120, G00760 \ No newline at end of file From 011d1f5bb1d9830cd75f6bf09a2be4dab0565ce2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 11:38:57 +0000 Subject: [PATCH 232/412] Edit 'bible/names/andrew.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/andrew.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/andrew.md b/bible/names/andrew.md index 074bc5d..7bc579f 100644 --- a/bible/names/andrew.md +++ b/bible/names/andrew.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# अन्द्रियास # +# अन्द्रियास -## तथ्य: ## +## तथ्य: अन्द्रियास उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने अपने घनिष्ठ शिष्यों में से चुना था। (आगे चलकर वे प्रेरित कहलाए) * अन्द्रियास का भाई शमौन पतरस था। दोनों ही मछुवारे थे। -* पतरस और अन्द्रियास गलील सागर में मछलियां पकड़ रहे थे जब तब यीशु ने उन्हें अपने चेले होने के लिए बुला लिया था। +* पतरस और अन्द्रियास गलील सागर में मछलियां पकड़ रहे थे तब यीशु ने उन्हें अपने चेले होने के लिए बुला लिया था। * यीशु से भेंट करने से पूर्व पतरस और अन्द्रियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के चेले थे। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [चेले](../kt/disciple.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [यूहन्ना 01:40-42](rc://en/tn/help/jhn/01/40) -* [मरकुस 01:16-18](rc://en/tn/help/mrk/01/16) -* [मरकुस 01:29-31](rc://en/tn/help/mrk/01/29) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मत्ती 04:18-20](rc://en/tn/help/mat/04/18) -* [मत्ती 10:2-4](rc://en/tn/help/mat/10/02) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [यूहन्ना 1:40](rc://hi/tn/help/jhn/01/40) +* [मरकुस 1:17](rc://hi/tn/help/mrk/01/17) +* [मरकुस 1:29-31](rc://hi/tn/help/mrk/01/29) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मत्ती 4:19](rc://hi /tn/help/mat/04/19) +* [मत्ती 10:2-4](rc://hi /tn/help/mat/10/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G406 +* स्ट्रोंग्स: G04060 From 3a8235363c76d14714889e3b7fb30b507f6a36f7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 11:49:23 +0000 Subject: [PATCH 233/412] Edit 'bible/names/annas.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/annas.md | 25 +++++++++++++------------ 1 file changed, 13 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/annas.md b/bible/names/annas.md index 25cb67d..c0bb85b 100644 --- a/bible/names/annas.md +++ b/bible/names/annas.md @@ -1,23 +1,24 @@ -# हन्ना # +# हन्ना -## तथ्य: ## +## तथ्य: -हन्ना दस वर्ष तक यरूशलेम में महा याजक रहा था लगभग सन् 6-15 तक। उसके बाद रोमी सरकार ने उसे हटा दिया था परन्तु वह यहूदियों का एक प्रभावी अगुवा बना रहा। +हन्ना दस वर्ष तक यरूशलेम में यहूदियों का महायाजक रहा था लगभग सन् 6-15 तक। उसके बाद रोमी सरकार ने उसे हटा दिया था परन्तु वह यहूदियों का एक प्रभावी अगुवा बना रहा। -* हन्ना यीशु के समय के महायाजक कैफा का ससुर था। +* हन्ना यीशु के सेवाकाल में अधिकृत महायाजक कैफा का ससुर था। +* जब यीशु को बंदी बनाया गया था, तब हन्ना का दामाद,कैफा अधिकृत महायाजक था| तथापि, हन्ना को भी महायाजक कहा गया है क्योंकि वह निवर्तमान महायाजक था और मनुष्यों पर उसका वर्चस्व और अधिकार तब भी था| * महायाजक सेवानिवृत्त होकर भी महायाजक ही कहलाते थे, अतः कैफा और अन्यों के सेवाकाल में भी उसे महायाजक ही कहा जाता था। -* यहूदी अगुओं के सामने पूछताछ के लिए यीशु को पहले हन्ना के पास लाया गया था। +* यहूदी अगुओं के समक्ष अभियोग के समय यीशु को वाद-प्रतिवाद के लिए पहले हन्ना के पास लाया गया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [याजक](../kt/priest.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:5-7](rc://en/tn/help/act/04/05) -* [यूहन्ना 18:22-24](rc://en/tn/help/jhn/18/22) -* [लूका 03:1-2](rc://en/tn/help/luk/03/01) +* [प्रे.का. 4:5-7](rc://hi/tn/help/act/04/05) +* [यूहन्ना 18:22-24](rc://hi/tn/help/jhn/18/22) +* [लूका 3:2](rc://hi/tn/help/luk/03/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G452 +* स्ट्रोंग्स: G04520 From 7ce4a49eff894932f2d7ce867f99def7d9667601 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 12:04:56 +0000 Subject: [PATCH 234/412] Edit 'bible/names/asher.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/asher.md | 33 +++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/names/asher.md b/bible/names/asher.md index 674348d..ec4ce98 100644 --- a/bible/names/asher.md +++ b/bible/names/asher.md @@ -1,25 +1,26 @@ -# अशेर # +# आशेर -## तथ्य: ## +## तथ्य: -अशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “अशेर” था। +आशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “आशेर” था। -* अशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी। -* उसके नाम का अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित” -* अशेर को दिए गए भूभाग का नाम भी अशेर था यह भूमि इस्राएल द्वारा कनान प्रवेश के समय उन्हें दी गई थी। +* आशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी। +* उसके नाम का अर्थ उन इब्रानी शब्दों का सहार्थ्क है जिनका अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित” +* आशेर का गोत्र भूमध्य सागर पर कनान के उत्तरीपश्चिमी कोने में बस गया था| जब देश के एक भूभाग के नाम के लिए इस शब्द को काम में लिया जाता है, तब "आशेर" शब्द आशेर गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है| -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [इस्राएल](../kt/israel.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) + [याकूब](../names/jacob.md), [जिल्पा](../names/zilpah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 02:1-2](rc://en/tn/help/1ch/02/01) -* [1 राजा 04:15-17](rc://en/tn/help/1ki/04/15) -* [यहेजकेल 48:1-3](rc://en/tn/help/ezk/48/01) -* [उत्पत्ति 30:12-13](rc://en/tn/help/gen/30/12) -* [लूका 02:36-38](rc://en/tn/help/luk/02/36) +* [1 इतिहास 2:1-2](rc://hi/tn/help/1ch/02/01) +* [1 राजा 4:16](rc://hi/tn/help/1ki/04/16) +* [यहेजकेल 48:1-3](rc://hi/tn/help/ezk/48/01) +* [उत्पत्ति 30:13](rc://hi/tn/help/gen/30/13) +* [लूका 2:36-38](rc://hi/tn/help/luk/02/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H836 +* स्ट्रोंग्स: H0836 From 7877185f5d5dccc80209b5e2ed5431d6ec12879d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 7 Nov 2021 12:11:32 +0000 Subject: [PATCH 235/412] Edit 'bible/names/barabbas.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/barabbas.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/barabbas.md b/bible/names/barabbas.md index a2a163c..a949c2d 100644 --- a/bible/names/barabbas.md +++ b/bible/names/barabbas.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# बरअब्बा # +# बरअब्बा -## तथ्य: ## +## तथ्य: जब यीशु को बन्दी बनाया गया उस समय बरअब्बा यरूशलेम में एक बन्दी था। -* बरअब्बा एक अपराधी था जिसने हत्याएं की थी और रोमी सरकार के विरूद्ध विद्रोह किया था। +* बरअब्बा एक अपराधी था जिसने रोमी सरकार के विरुद्ध विद्रोह और हत्याएं की थीं। * जब पेन्तुस पिलातुस ने बरअब्बा और यीशु में से एक को छोड़ देने का प्रस्ताव रखा तो प्रजा ने बरअब्बा को चुना। * अतः पिलातुस ने बरअब्बा को छोड़ दिया और यीशु को मृत्यु दण्ड दिया। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [पिलातुस](../names/pilate.md), [रोम](../names/rome.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 18:38-40](rc://en/tn/help/jhn/18/38) -* [लूका 23:18-19](rc://en/tn/help/luk/23/18) -* [मरकुस 15:6-8](rc://en/tn/help/mrk/15/06) -* [मत्ती 27:15-16](rc://en/tn/help/mat/27/15) +* [यूहन्ना 18:40](rc://hi/tn/help/jhn/18/40) +* [लूका 23:19](rc://hi/tn/help/luk/23/19) +* [मरकुस 15:7](rc://hi/tn/help/mrk/15/07) +* [मत्ती 27:15-16](rc://hi/tn/help/mat/27/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G912 +* स्ट्रोंग्स: G09120 From f2f955e352beb2976b8e1becf4a49baaf5fbe53d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 05:00:54 +0000 Subject: [PATCH 236/412] Edit 'bible/names/bartholomew.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/bartholomew.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/names/bartholomew.md b/bible/names/bartholomew.md index 03c03d1..ff39d2d 100644 --- a/bible/names/bartholomew.md +++ b/bible/names/bartholomew.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# बरतुल्मै # +# बरतुल्मै -## तथ्य: ## +## तथ्य: बरतुल्मै यीशु के बारह चेलों में से एक था। @@ -8,16 +8,16 @@ * वह भी यीशु के स्वर्गारोहण के साक्षात गवाहों में था। * कुछ सप्ताह बाद पिन्तेकुस्त के दिन जब शिष्यों पर पवित्र-आत्मा उतरा तब वह भी यरूशलेम नगर में अन्य शिष्यों के साथ था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [पिन्तेकुस्त](../kt/pentecost.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G918 +* स्ट्रोंग्स: G09180 From 68dfa7b8873905cdbd1550d8f053f3de22a63209 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 05:45:16 +0000 Subject: [PATCH 237/412] Edit 'bible/names/beelzebul.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/beelzebul.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/beelzebul.md b/bible/names/beelzebul.md index 226d7f9..b8f4c25 100644 --- a/bible/names/beelzebul.md +++ b/bible/names/beelzebul.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# बालजबूल(शैतान) # +# बालज़बूल(शैतान) -## तथ्य: ## +## तथ्य: -बालजबूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है। +बालज़बूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है। * इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए। * इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं। * यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [एक्रोन](../names/ekron.md), [शैतान](../kt/satan.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 11:14-15](rc://en/tn/help/luk/11/14) -* [मरकुस 03:20-22](rc://en/tn/help/mrk/03/20) -* [मत्ती 10:24-25](rc://en/tn/help/mat/10/24) -* [मत्ती 12:24-25](rc://en/tn/help/mat/12/24) +* [लूका 11:15](rc://hi/tn/help/luk/11/15) +* [मरकुस 3:22](rc://hi/tn/help/mrk/03/22) +* [मत्ती 10:25](rc://hi/tn/help/mat/10/25) +* [मत्ती 12:25](rc://hi/tn/help/mat/12/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G954 +* स्ट्रोंग्स: G09540 From 9e42d964a2a9c586d203e3cbe5c409f254741877 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 05:54:12 +0000 Subject: [PATCH 238/412] Edit 'bible/names/bethany.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/bethany.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/names/bethany.md b/bible/names/bethany.md index 91ef764..ea86819 100644 --- a/bible/names/bethany.md +++ b/bible/names/bethany.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# बैतनिय्याह # +# बैतनिय्याह -## तथ्य: ## +## तथ्य: -बैतनिय्याह नगर जैतून पर्वत को पूर्वी ढलान पर यरूशलेम से लगभग 2 मील दूर था। +बैतनिय्याह नगर जैतून पर्वत के पूर्वी ढलान पर यरूशलेम से लगभग 2 मील दूर था। -* बैतनिय्याह यरूशलेम से यरीहो के मार्ग में था। +* बैतनिय्याह यरूशलेम से यरीहो के मार्ग के निकट था। * यीशु प्रायः बैतनिय्याह जाता था जहां उसके घनिष्ठ मित्र लाजर, मार्था और मरियम थे। -* बैतनिय्याह को विशेष रूप से जाना जाता था क्योंकि वहां यीशु ने लाजर को मरने के बाद जीवित किया था। +* बैतनिय्याह को विशेष करके उस स्थान के रूप में जाना जाता था जहां यीशु ने लाजर को मरने के बाद जीवित किया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [यरीहो](../names/jericho.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md), [लाजर](../names/lazarus.md), [मार्था](../names/martha.md), [मरियम (मार्था की बहन)](../names/marysisterofmartha.md), [जैतून पर्वत](../names/mountofolives.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 01:26-28](rc://en/tn/help/jhn/01/26) -* [लूका 24:50-51](rc://en/tn/help/luk/24/50) -* [मरकुस 11:1-3](rc://en/tn/help/mrk/11/01) -* [मत्ती 21:15-17](rc://en/tn/help/mat/21/15) +* [यूहन्ना 01:26-28](rc://hi/tn/help/jhn/01/26) +* [लूका 24:50-51](rc://hi/tn/help/luk/24/50) +* [मरकुस 11:1](rc://hi/tn/help/mrk/11/01) +* [मत्ती 21:15-17](rc://hi/tn/help/mat/21/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G963 +* स्ट्रोंग्स: G09630 From 0a8a4c778e64608c2a6e086e3dcd1a356792eac3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 06:36:25 +0000 Subject: [PATCH 239/412] Edit 'bible/names/boaz.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/boaz.md | 29 +++++++++++++---------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/names/boaz.md b/bible/names/boaz.md index 09ab442..76e7eec 100644 --- a/bible/names/boaz.md +++ b/bible/names/boaz.md @@ -1,28 +1,25 @@ -# बोआज़ # +# बोअज़ -## तथ्य: ## +## तथ्य: -बोआज़ एक इस्राएली था जिसने रूत से विवाह किया था, वह राजा दाऊद का परदादा था और यीशु मसीह का पूर्वज था। +बोअज़ एक इस्राएली पुरुष था जो इस्राएल में न्यायियों के युग में वास करता था| उसने रूत नामक एक मोआबी स्त्री से विवाह किया था और इस प्रकार वह राजा दाऊद का परदादा और मसीह यीशु का पूर्वज हुआ| -* बोआज़ इस्राएल के इतिहास में उस समय था जब न्यायी हुआ करते थे। * वह एक इस्राएली स्त्री नाओमी का परिजन था, नाओमी अपने पति और पुत्रों की मृत्यु के बाद मोआब से इस्राएल लौट आई थी। -बोआज़ ने नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसे भविष्य एवं सन्तान दी। +बोअज़ ने "छुटकारे" की परम्परा के अनुसार नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसको एक पति और संतानों का भविष्य दिया। -* उसे यीशु द्वारा हमारे पापों से छुड़ाने का उदाहरण के तौर पर माना जाता है। - -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [मोआब](../names/moab.md), [छुटकारा दिलाना](../kt/redeem.md), [रूत](../names/ruth.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 02:9-12](rc://en/tn/help/1ch/02/09) -* [2 इतिहास 26:31-32](rc://en/tn/help/2ch/03/15) -* [लूका 03:30-32](rc://en/tn/help/luk/03/30) -* [मत्ती 01:4-6](rc://en/tn/help/mat/01/04) -* [रूत 02:3-4](rc://en/tn/help/rut/02/03) +* [1 इतिहास 2:12](rc://hi/tn/help/1ch/02/12) +* [2 इतिहास 3:17](rc://hi/tn/help/2ch/03/17) +* [लूका 3:30-32](rc://hi/tn/help/luk/03/30) +* [मत्ती 1:5](rc://hi/tn/help/mat/01/05) +* [रूत 2:4](rc://hi/tn/help/rut/02/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1162 +* स्ट्रोंग्स: H1162 From 8f2b25e5ffd713e7dce27052b4b3ada5f2950ddf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 06:50:35 +0000 Subject: [PATCH 240/412] Edit 'bible/names/caesar.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/caesar.md | 33 ++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/names/caesar.md b/bible/names/caesar.md index 541b21d..3964597 100644 --- a/bible/names/caesar.md +++ b/bible/names/caesar.md @@ -1,31 +1,30 @@ -# कैसर # +# कैसर -## तथ्य: ## +## तथ्य: “कैसर” रोमी साम्राज्य के शासकों का पदनाम था। बाइबल में यह नाम तीन रोमी सम्राटों के संदर्भ में आया है। * पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था। -* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियुस कैसर था। -* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था। +* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियास कैसर था। +* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियास ही सिंहासन पर था। * पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था। * “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है। +* कैसर औगुस्तुस या कैसर तिबिरियास आदि के उल्लेख में "कैसर" शब्द की वर्तनी राष्टीय भाषा में उसके उच्चारण के निकटतम हो| -जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए। - -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [राजा](../other/king.md), [पौलुस](../names/paul.md), [रोम](../names/rome.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 25:6-8](rc://en/tn/help/act/25/06) -* [लूका 02:1-3](rc://en/tn/help/luk/02/01) -* [लूका 20:23-24](rc://en/tn/help/luk/20/23) -* [लूका 23:1-2](rc://en/tn/help/luk/23/01) -* [मरकुस 12:13-15](rc://en/tn/help/mrk/12/13) -* [मत्ती 22:15-17](rc://en/tn/help/mat/22/15) -* [फिलिप्पियों 04: 21-23](rc://en/tn/help/php/04/21) +* [प्रे.का. 25:6](rc://hi/tn/help/act/25/06) +* [लूका 2:1](rc://hi/tn/help/luk/02/01) +* [लूका 20:23-24](rc://hi/tn/help/luk/20/23) +* [लूका 23:2](rc://hi/tn/help/luk/23/02)) +* [मरकुस 12:13-15](rc://hi/tn/help/mrk/12/13) +* [मत्ती 22:17](rc://hi/tn/help/mat/22/17) +* [फिलिप्पियों 4: 22](rc://hi/tn/help/php/04/22) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2541 +* स्त्रोंग्स: G25410 From 7bab8e708aaf05f971ce73f6e5daee03f80fc398 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 06:55:44 +0000 Subject: [PATCH 241/412] Edit 'bible/names/caiaphas.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/caiaphas.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/caiaphas.md b/bible/names/caiaphas.md index c286f69..e76c8e6 100644 --- a/bible/names/caiaphas.md +++ b/bible/names/caiaphas.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# कैफा # +# कैफा -## तथ्य: ## +## तथ्य: कैफा यीशु और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में इस्राएल का महायाजक था। @@ -8,18 +8,18 @@ * महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था। * कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [हन्ना](../names/annas.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 04:5-7](rc://en/tn/help/act/04/05) -* [यूहन्ना 18:12-14](rc://en/tn/help/jhn/18/12) -* [लूका 03:1-2](rc://en/tn/help/luk/03/01) -* [मत्ती 26:3-5](rc://en/tn/help/mat/26/03) -* [मत्ती 26:57-58](rc://en/tn/help/mat/26/57) +* [प्रे.का. 4:7](rc://hi/tn/help/act/04/05) +* [यूहन्ना 18:12](rc://hi/tn/help/jhn/18/12) +* [लूका 3:2](rc://hi/tn/help/luk/03/02) +* [मत्ती 26:3-5](rc://hi/tn/help/mat/26/03) +* [मत्ती 26:57-58](rc://hi/tn/help/mat/26/57) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2533 +* स्ट्रोंग्स: G25330 From 2296b6f8e1c3fe1236c1b6e613e0510cebb5abda Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 07:31:02 +0000 Subject: [PATCH 242/412] Edit 'bible/names/capernaum.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/capernaum.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/capernaum.md b/bible/names/capernaum.md index c47350f..fb5031b 100644 --- a/bible/names/capernaum.md +++ b/bible/names/capernaum.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# कफरनहूम # +# कफरनहूम -## तथ्य: ## +## तथ्य: कफरनहूम गलील सागर के उत्तर-पश्चिमी तट पर मछुआरों का एक गांव था। * यीशु जब गलील में शिक्षा देता था तब वह कफरनहूम में ठहरता था। * उसके अनेक शिष्य कफरनहूम से थे। * यीशु ने इस गांव में अनेक आश्चर्यकर्म किए थे, जिनमें मृतक बालिका को फिर जीवित करना भी था। -* कफरनहूम उन तीन नगरों में से एक था जिन पर यीशु ने सार्वजनिक हाय की थी क्योंकि वहां के लोगों ने उसका इन्कार किया और उसकी शिक्षाओं में विश्वास नहीं किया था। यीशु ने उन्हें चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उन्हें उनके अविश्वास का दण्ड देगा। +* कफरनहूम उन तीन नगरों में से एक था जिन पर यीशु ने सार्वजनिक हाय की थी क्योंकि वहां के लोगों ने उसका इन्कार किया और उसकी शिक्षाओं में विश्वास नहीं किया था। यीशु ने उन्हें चेतावनी दी थी कि परमेश्वर उन्हें अविश्वास का दण्ड देगा। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [गलील](../names/galilee.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 02:12](rc://en/tn/help/jhn/02/12) -* [लूका 04:31-32](rc://en/tn/help/luk/04/31) -* [लूका 07:1](rc://en/tn/help/luk/07/01) -* [मरकुस 01:21-22](rc://en/tn/help/mrk/01/21) -* [मरकुस 02:1-2](rc://en/tn/help/mrk/02/01) -* [मत्ती 04:12-13](rc://en/tn/help/mat/04/12) -* [मत्ती 17:24-25](rc://en/tn/help/mat/17/24) +* [यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/jhn/02/12) +* [लूका 4:31](rc://hi/tn/help/luk/04/31) +* [लूका 7:1](rc://hi/tn/help/luk/07/1) +* [मरकुस 1:21](rc://hi/tn/help/mrk/01/21) +* [मरकुस 2:2](rc://hi/tn/help/mrk/02/02) +* [मत्ती 4:12-13](rc://hi /tn/help/mat/04/12) +* [मत्ती 17:24-25](rc://hi/tn/help/mat/17/24) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2584 +* स्ट्रोंग्स: G25840 From 68196e21cf29be166e14cd94c5d136720a22bba6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 07:34:47 +0000 Subject: [PATCH 243/412] Edit 'bible/names/cityofdavid.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/cityofdavid.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/names/cityofdavid.md b/bible/names/cityofdavid.md index e3b14a6..5049b36 100644 --- a/bible/names/cityofdavid.md +++ b/bible/names/cityofdavid.md @@ -1,17 +1,17 @@ -# दाऊद के नगर # +# दाऊद का नगर -## तथ्य: ## +## तथ्य: -"दाऊद के नगर" यरूशलेम और बैतलहम दोनों शहरों का दूसरा नाम है। +"दाऊद का नगर" यरूशलेम और बैतलहम दोनों का दूसरा नाम है। * यरूशलेम वह नगर है जिसमें दाऊद इस्राएल पर राज करते समय रहता था। * बैतलहम वह नगर था जहां दाऊद का जन्म हुआ था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [यरूशलेम](../names/jerusalem.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 राजा 08:1-2](rc://en/tn/help/1ki/08/01) * [2 शमूएल 05:6-7](rc://en/tn/help/2sa/05/06) @@ -19,6 +19,6 @@ * [लूका 02:4-5](rc://en/tn/help/luk/02/04) * [नहेम्याह 03:14-15](rc://en/tn/help/neh/03/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1732, H5892, G1138, G4172 +* स्ट्रोंग्स: H1732, H5892, G11380, G41720 From 4a4db857927a3534880ad570c959a6238356c9f1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 07:39:34 +0000 Subject: [PATCH 244/412] Edit 'bible/names/cyrene.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/cyrene.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/names/cyrene.md b/bible/names/cyrene.md index 6c72f54..da81e46 100644 --- a/bible/names/cyrene.md +++ b/bible/names/cyrene.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# कुरेनी # +# कुरेन -## तथ्य: ## +## तथ्य: -कुरेनी एक यूनानी नगर था, भूमध्य सागर के उत्तरी तट पर अफ्रीका में क्रेते द्वीप समूह के सीधे दक्षिण में। +कुरेन एक यूनानी नगर था, भूमध्य सागर के उत्तरी तट पर अफ्रीका में क्रेते द्वीप समूह के सीधे दक्षिण में। -* नये नियम के युग में विश्वासी और यहूदी दोनों ही वहां रहते थे। +* नये नियम के युग में विश्वासी और यहूदी दोनों ही कुरेन में रहते थे। * बाइबल में कुरेन नगर संभवतः यीशु का क्रूस उठाने वाले शमौन का निवास स्थान होने के कारण जाना जाता है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [क्रेते](../names/crete.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 11:19-21](rc://en/tn/help/act/11/19) -* [मत्ती 27:32-34](rc://en/tn/help/mat/27/32) +* [प्रे.का. 11:19-21](rc://hi/tn/help/act/11/19) +* [मत्ती 27:32-34](rc://hi/tn/help/mat/27/32) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2956, G2957 +* स्ट्रोंग्स: G29560, G29570 From e9f7e7d50c82dd44161b399b91424a3514071565 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 07:44:46 +0000 Subject: [PATCH 245/412] Edit 'bible/names/eliakim.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/eliakim.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/names/eliakim.md b/bible/names/eliakim.md index 54d7a10..94c77e6 100644 --- a/bible/names/eliakim.md +++ b/bible/names/eliakim.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# एलयाकीम # +# एलयाकीम -## तथ्य: ## +## तथ्य: एल्याकीम नामक दो पुरूष पुराने नियम में हुए थे। @@ -8,17 +8,17 @@ * दूसरा एलयाकीम राजा योशिय्याह का पुत्र था। उसे मिस्र के फिरौन नको ने यहूदा का राजा बनाया था। * नको ने उसका नाम बदल कर यहोयाकीम रखा था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [हिजकिय्याह](../names/hezekiah.md), [यहोयाकीम](../names/jehoiakim.md), [होशिय्याह](../names/josiah.md), [फिरौन](../names/pharaoh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 18:16-18](rc://en/tn/help/2ki/18/16) -* [2 राजा 18:26-27](rc://en/tn/help/2ki/18/26) -* [2 राजा 18:36-37](rc://en/tn/help/2ki/18/36) -* [2 राजा 12:18-19](rc://en/tn/help/2ki/23/34) +* [2 राजा 18:118](rc://hi/tn/help/2ki/18/18) +* [2 राजा 18:26](rc://hi/tn/help/2ki/18/26) +* [2 राजा 18:37](rc://hi/tn/help/2ki/18/37) +* [2 राजा 12:34-35](rc://hi/tn/help/2ki/23/34) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H471, G1662 +* स्ट्रोंग्स\: H0471, G16620 From 5dae7306cf8679c74c9e36620959f496be7f98fe Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 08:17:44 +0000 Subject: [PATCH 246/412] Edit 'bible/names/elisha.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/elisha.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/elisha.md b/bible/names/elisha.md index b8d8904..c169570 100644 --- a/bible/names/elisha.md +++ b/bible/names/elisha.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# एलीशा # +# एलीशा -## तथ्य: ## +## तथ्य: -एलीशा इस्राएल में अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्य़द्वाणी की सेवा करता था। अहाब, अहज्याह, यहोराम, येहू, यहोआहाज तथा यहोआश +एलीशा इस्राएल में अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्य़द्वाणी की सेवा करता था: अहाब, अहज्याह, यहोराम, येहू, यहोआहाज तथा यहोआश * परमेश्वर ने भविष्यद्वक्ता एलिय्याह को आदेश दिया था कि वह एलीशा का भविष्यद्वक्ता होने के लिए अभिषेक करे। -* जब एलिय्याह को अग्नि रथ में स्वर्ग में उठा लिया जाने के बाद एलीशा इस्राएल के राजाओं के लिए परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता बना। +* जब एलिय्याह को अग्नि रथ में स्वर्ग में उठा लिया गया था तब एलीशा इस्राएल के राजाओं के लिए परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता हुआ। * एलीशा ने अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें सीरिया के सेनानायक को कोढ़ से चंगा करना तथा एक शूनेमी स्त्री के पुत्र को मृतकों में से जिलाना भी था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [एलिय्याह](../names/elijah.md), [नामान](../names/naaman.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 19:15-16](rc://en/tn/help/1ki/19/15) -* [2 राजा 03:15-17](rc://en/tn/help/2ki/03/15) -* [2 राजा 05:8-10](rc://en/tn/help/2ki/05/08) -* [लूका 04:25-27](rc://en/tn/help/luk/04/25) +* [1 राजा 19:15-16](rc://hi/tn/help/1ki/19/15) +* [2 राजा 3:15](rc://hi/n/help/2ki/03/15) +* [2 राजा 5:8](rc://hi/tn/help/2ki/05/08) +* [लूका 4:25](rc://hi/tn/help/luk/04/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H477 +* स्ट्रोंग्स: H0477 From 250562273e512df78f1fb17999ff0663f6c49842 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 09:46:34 +0000 Subject: [PATCH 247/412] Edit 'bible/names/elizabeth.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/elizabeth.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/elizabeth.md b/bible/names/elizabeth.md index 49f82a0..18868c3 100644 --- a/bible/names/elizabeth.md +++ b/bible/names/elizabeth.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# एलीशिबा # +# एलीशिबा -## तथ्य: ## +## तथ्य: इलीशिबा यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की माता का नाम था। उसके पति का नाम जकर्याह था। -* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु परमेश्वर ने उनको वृद्धावस्था में सन्तान देने की प्रतिज्ञा की थी। -* परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ। उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा। +* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु उनकी वृद्धावस्था में परमेश्वर ने जकर्याह से प्रतिज्ञा की कि एलिशीबा उसके लिए एक पुत्र को जन्म देगी। +* परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही एलिशीबा गर्भवती हुई और एक पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा। * इलीशिबा यीशु की माता मरियम की संबन्धी थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [जकर्याह (नया नियम)](../names/zechariahnt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 01:5-7](rc://en/tn/help/luk/01/05) -* [लूका 01:24-25](rc://en/tn/help/luk/01/24) -* [लूका 01:39-41](rc://en/tn/help/luk/01/39) +* [लूका 1:5](rc://hi/tn/help/luk/01/05) +* [लूका 1:24-25](rc://hi/tn/help/luk/01/24) +* [लूका 1:41](rc://hi/tn/help/luk/01/41) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1665 +* Strong's: G166500 From 297365875e2bd581cc8cedbc7c7382dba9a81ee4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 09:52:38 +0000 Subject: [PATCH 248/412] Edit 'bible/names/enoch.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/enoch.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/enoch.md b/bible/names/enoch.md index 2625ec3..95f6eb3 100644 --- a/bible/names/enoch.md +++ b/bible/names/enoch.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# हनोक # +# हनोक -## तथ्य: ## +## तथ्य: हनोक नाम के दो पुरुष पुराने नियम में हुए हैं। * एक हनोक शेत का वंशज था। वह नूह का परदादा था। -* यह हनोक परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध रखता था, 365 वर्ष की आयु में वह परमेश्वर द्वारा स्वर्ग में उठा लिया गया था। +* यह हनोक परमेश्वर के साथ घनिष्ठ संबन्ध रखता था, 365 वर्ष की आयु में वह परमेश्वर द्वारा जीवित स्वर्ग में उठा लिया गया था। * दूसरा हनोक कैन का पुत्र था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [कैन](../names/cain.md), [शेत](../names/seth.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 01:1-4](rc://en/tn/help/1ch/01/01) -* [उत्पत्ति 05:18-20](rc://en/tn/help/gen/05/18) -* [उत्पत्ति 05:21-24](rc://en/tn/help/gen/05/21) -* [यहूदा 01:14-16](rc://en/tn/help/jud/01/14) -* [लूका 03:36-38](rc://en/tn/help/luk/03/36) +* [1 इतिहास 1:3](rc://hi /tn/help/1ch/01/03) +* [उत्पत्ति 5:18-20](rc://hi/tn/help/gen/05/18) +* [उत्पत्ति 5:24](rc://hi/tn/help/gen/05/24) +* [यहूदा 1:14](rc://hi/tn/help/jud/01/14) +* [लूका 3:36-38](rc://hi/tn/help/luk/03/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2585, G1802 +* स्ट्रोंग्स: H2585, G18020 From 86a95ee58052315ff63d197fd0976655fac34cc5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 10:01:35 +0000 Subject: [PATCH 249/412] Edit 'bible/names/gabriel.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/gabriel.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/gabriel.md b/bible/names/gabriel.md index b44cd72..242c341 100644 --- a/bible/names/gabriel.md +++ b/bible/names/gabriel.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# जिब्राईल # +# जिब्राईल -## तथ्य: ## +## तथ्य: -परमेश्वर के एक प्रधान स्वर्गदूत का नाम जिब्राईल। पुराने नियम और नये नियम में उसका नाम अनेक बार आया है। +परमेश्वर के एक प्रधान स्वर्गदूत का नाम जिब्राईल था। पुराने नियम और नये नियम में उसका नाम अनेक बार आया है। -* परमेश्वर ने जिब्राईल को दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके स्वप्न का अर्थ समझाए। -* एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" कहता है। -* नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसके व्यस्क पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे। +* परमेश्वर ने जिब्राईल को भविष्यद्वक्ता दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके दर्शन का अर्थ समझाए। +* एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" की संज्ञा दी थी। +* नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसकी वृद्ध पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे। * उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [स्वर्गदूत](../kt/angel.md), [दानिय्येल](../names/daniel.md), [इलीशिबा](../names/elizabeth.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [मरियम](../names/mary.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [जकर्याह (नया नियम)](../names/zechariahnt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 08:15-17](rc://en/tn/help/dan/08/15) -* [दानिय्येल 09:20-21](rc://en/tn/help/dan/09/20) -* [लूका 01:18-20](rc://en/tn/help/luk/01/18) -* [लूका 01:26-29](rc://en/tn/help/luk/01/26) +* [दानिय्येल 8:15-17](rc://hi/tn/help/dan/08/15) +* [दानिय्येल 9:21](rc://hi/tn/help/dan/09/21) +* [लूका 1:19](rc://hi/tn/help/luk/01/19) +* [लूका 1:26](rc://hi/tn/help/luk/01/26) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1403, G1043 +* स्ट्रोंग्स: H1403, G10430 From d8cd6450c2a95bfba2d3a0c0cad8ac2eb32ce8a9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 10:19:07 +0000 Subject: [PATCH 250/412] Edit 'bible/names/galilee.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/galilee.md | 41 +++++++++++++++++++++-------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 20 deletions(-) diff --git a/bible/names/galilee.md b/bible/names/galilee.md index 825f781..01f42ee 100644 --- a/bible/names/galilee.md +++ b/bible/names/galilee.md @@ -1,35 +1,36 @@ -# गलील, गलीली, गलीलियों # +# गलील, गलीली, गलीलियों -## तथ्य: ## +## तथ्य: -गलील इस्राएल का परम उत्तरी भाग था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलीली मनुष्य गलील का रहनेवाला था। +गलील इस्राएल की उत्तरी चरम सीमा पर था, सामरिया के ठीक उत्तर में। गलील का रहनेवाला मनुष्य गलीली कहलाता था। * नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे। * गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी। * यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था -यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और सेवा गलील क्षेत्र में ही हुई थी। +यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और शिक्षाएं गलील क्षेत्र में ही हुई थी। (यह भी देखें: [नासरत](../names/nazareth.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 09:31-32](rc://en/tn/help/act/09/31) -* [प्रे.का. 13:30-31](rc://en/tn/help/act/13/30) -* [यूहन्ना 02:1-2](rc://en/tn/help/jhn/02/01) -* [यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/jhn/04/01) -* [लूका 13:1-3](rc://en/tn/help/luk/13/01) -* [मरकुस 03:7-8](rc://en/tn/help/mrk/03/07) -* [मत्ती 02:22-23](rc://en/tn/help/mat/02/22) -* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13) +* [प्रे.का. 9:32](rc://hi/tn/help/act/09/32) +* [प्रे.का. 13:31](rc://hi/tn/help/act/13/31) +* [यूहन्ना 2:1-2](rc://hi/tn/help/jhn/02/01) +* [यूहन्ना 4:3](rc://hi/tn/help/jhn/04/03) +* [लूका 13:3](rc://hi/tn/help/luk/13/03) +* [मरकुस 3:7](rc://hi/tn/help/mrk/03/07) +* [मत्ती 2:22-23](rc://hi/tn/help/mat/02/22) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* [मत्ती 3:13-15](rc://hi/tn/help/mat/03/13) -* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह __गलील__ में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। -* __[26:01](rc://en/tn/help/obs/26/01)__ शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु जहाँ वह रहते थे __गलील के क्षेत्र के लिए पवित्र आत्मा की शक्ति में लौट आए। -* __[39:06](rc://en/tn/help/obs/39/06)__ अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों __गलील__ से हो।” -* __[41:06](rc://en/tn/help/obs/41/06)__ तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले __गलील__ को जाता है।” +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -## शब्द तथ्य: ## +* __[21:10](rc://hi/tn/help/obs/21/10)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह __गलील__ में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। +* __[26:1](rc://hi/tn/help/obs/26/01)__ शैतान की परीक्षा पर जय पाने के बाद, यीशु पवित्र आत्मा से भरा हुआ अपने अधिवास, __गलील__ क्षेत्र लौट आया| +* __[39:6](rc://hi/tn/help/obs/39/06)__ अंत में लोगों ने जो वहाँ खड़े थे, पतरस के पास आकर उससे कहा, “हम जानते है कि तू भी यीशु के साथ था क्योंकि तुम दोनों __गलील__ से हो।” +* __[41:6](rc://hi/tn/help/obs/41/06)__ तब स्वर्गदूत ने उन स्त्रियों से कहा , “जाओ और शीघ्र जाकर उसके चेलों से कहो कि यीशु मृतकों में से जी उठा है और वह तुमसे पहले __गलील__ को जाता है।” -* Strong's: H1551, G1056, G1057 +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H1551, G10560, G10570 From 36c86ce39e64fde423ea68084a13fdb08005429a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 11:04:21 +0000 Subject: [PATCH 251/412] Edit 'bible/names/herodantipas.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/herodantipas.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/names/herodantipas.md b/bible/names/herodantipas.md index 89e025d..bed18be 100644 --- a/bible/names/herodantipas.md +++ b/bible/names/herodantipas.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# हेरोदेस अन्तिपास # +# हेरोदेस अन्तिपास -## तथ्य: ## +## तथ्य: - यीशु के जीवनकाल के दौरान, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर जिसमें गलील प्रांत शामिल था शासन किया। + यीशु के जीवनकाल के अधिकाँश समय, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के उस भाग पर राज करता था जिसमें गलील प्रांत भी था। -उसके पिता के समान उसे भी “हेरोदेस का राजा” कहा गया है जबकि वह राजा नहीं था। +उसके पिता, हेरोदेस महान के समान अन्तिपास को भी कभी-कभी "राजा हेरोदेस" कह कर संबोधित किया जाता था जबकि वह वास्तव में राजा नहीं था। -* हेरोदेस अन्तिपास रोमन साम्राज्य के एक चौथाई हिस्सों में शासन किया और “चौथाई देश का राजा” भी कहा गया है। +* हेरोदेस अन्तिपास इस्राएल क एक चौथाई भाग पर शासन करता था इसलिए उसको “चौथाई देश का राजा हेरोदेस” भी कहा जता था। चौथाई देश का राजा (तेतरार्ख) देश के चौथाई भाग पर शासन करने वाले को कहते थे| * अन्तिपास वह “हेरोदेस” था जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का सिर काटने की आज्ञा दी थी। -* यही हेरोदेस ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे। -* अन्य हेरोदेस नए नियम में एन्तिपास के पुत्र (अग्रिप्पा) और पोते(अग्रिप्पा 2) थे जिन्होंने प्रेरितों के समय में शासन किया था। +* इसी हेरोदेस अन्तिपास ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे। +* अन्य हेरोदेस नए नियम के युग में अन्य हेरोदेस थे, एन्तिपास के पुत्र (अग्रिप्पा) और पोता (अग्रिप्पा 2) थे जिन्होंने प्रेरितों के समय में शासन किया था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [हेरोदेस महान](../names/herodthegreat.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [राजा](../other/king.md), [रोम](../names/rome.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 03:1-2](rc://en/tn/help/luk/03/01) -* [लूका 03:18-20](rc://en/tn/help/luk/03/18) -* [लूका 09:7-9](rc://en/tn/help/luk/09/07) -* [लूका 13:31-33](rc://en/tn/help/luk/13/31) -* [लूका 23:8-10](rc://en/tn/help/luk/23/08) -* [मरकुस 06:18-20](rc://en/tn/help/mrk/06/18) -* [मत्ती 14:1-2](rc://en/tn/help/mat/14/01) +* [लूका 3:1-2](rc://hi/tn/help/luk/03/01) +* [लूका 3:20](rc://hi/tn/help/luk/03/20) +* [लूका 9:9](rc://hi/tn/help/luk/09/09) +* [लूका 13:32](rc://hi/tn/help/luk/13/32) +* [लूका 23:9](rc://hi /tn/help/luk/23/09) +* [मरकुस 6:20](rc://hi/tn/help/mrk/06/20) +* [मत्ती 14:2](rc://hi /tn/help/mat/14/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2264, G2265, G2267 +* स्ट्रोंग्स: G22640, G22650, G22670 From fc48b8a11551186c3f09911965f411ca101b85cd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 11:11:09 +0000 Subject: [PATCH 252/412] Edit 'bible/names/herodias.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/herodias.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/herodias.md b/bible/names/herodias.md index 0c48be6..1e8e8ce 100644 --- a/bible/names/herodias.md +++ b/bible/names/herodias.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# हेरोदियास # +# हेरोदियास -## तथ्य: ## +## तथ्य: हेरोदियास यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में यहूदिया के हेरोदेस अन्तिपास की पत्नी थी। * हेरोदियास वास्तव में अन्तिपास के भाई फिलिप की पत्नी थी परन्तु अवैध विवाह करके वह हेरोदेस अन्तिपास के साथ आ गई थी। -* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला हेरोदेस और हेरोदियास को उनके अवैध विवाह के लिए झिड़़कता था। इस कारण हेरोदेस ने यूहन्ना को बन्दी बना लिया था और बाद में उसका सिर कटवा दिया। +* यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला हेरोदेस और हेरोदियास को उनके अवैध विवाह के लिए झिड़़कता था। इस कारण हेरोदेस ने यूहन्ना को बन्दी बना लिया था और बाद में हेरोदियास के कारण उसका सिर कटवा दिया गया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [हेरोदेस अन्तिपास](../names/herodantipas.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 03:18-20](rc://en/tn/help/luk/03/18) -* [मरकुस 06:16-17](rc://en/tn/help/mrk/06/16) -* [मरकुस 06:21-22](rc://en/tn/help/mrk/06/21) -* [मत्ती 14:3-5](rc://en/tn/help/mat/14/03) +* [लूका 3:19](rc://hi/tn/help/luk/03/19) +* [मरकुस 6:17](rc://hi/tn/help/mrk/06/17) +* [मरकुस 6:22](rc://hi/tn/help/mrk/06/22) +* [मत्ती 14:4](rc://hi/tn/help/mat/14/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2266 +* स्ट्रोंग्स: G22660 From fd0f3aabc9150aa2e235e9fad52737520ffac221 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 11:12:25 +0000 Subject: [PATCH 253/412] Edit 'bible/names/herodthegreat.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/herodthegreat.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/names/herodthegreat.md b/bible/names/herodthegreat.md index 3e3d539..204a3f6 100644 --- a/bible/names/herodthegreat.md +++ b/bible/names/herodthegreat.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# हेरोदेस महान # +# हेरोदेस महान -## तथ्य: ## +## तथ्य: हेरोदेस महान यहूदिया का प्रशासक था जब यीशु का जन्म हुआ। वह कई ईदोमी शासकों में पहला हेरोदेस था, जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर शासन किया था। From ed3abe88886fc935a7a68d659851347251b8fe16 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 8 Nov 2021 12:58:42 +0000 Subject: [PATCH 254/412] Edit 'bible/names/herodthegreat.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/herodthegreat.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/herodthegreat.md b/bible/names/herodthegreat.md index 204a3f6..a8172da 100644 --- a/bible/names/herodthegreat.md +++ b/bible/names/herodthegreat.md @@ -4,24 +4,24 @@ हेरोदेस महान यहूदिया का प्रशासक था जब यीशु का जन्म हुआ। वह कई ईदोमी शासकों में पहला हेरोदेस था, जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर शासन किया था। -* उसके पूर्वज यहूदी धर्म में परिवर्तित हुए थे और वह एक यहूदी के रूप में पले बड़े थे। +* उसके पूर्वजों ने यहूदी धर्म अपना लिया था, अतः वह यहूदी रीति रिवाजों और परम्पराओं में पला-बड़ा हुआ था| कैसर औगुस्तुस ने ही तो उसको यह पदनाम दिया था, "राजा हेरोदेस" यद्यपि वह वास्तव में राजा नहींथा| उसने 33 वर्ष यहूदिया में यहूदियों पर राज किया था। * औगुस्तुस कैसर ने उसे राजा हेरोदेस नाम दिया था जबकि वह राजा नहीं था। * उसने यहूदिया में यहूदियों पर 33 वर्ष राज किया। -* हेरोदेस महान भव्य ईमारतों के निर्माण के लिए जाना जाता था जिसमें यरूशलेम के यहूदियों के मन्दिर का नव-निर्माण भी था। +* हेरोदेस महान भव्य ईमारतों के नि र्माण के लिए जाना जाता था जिसमें यरूशलेम के यहूदियों के मन्दिर का नव-निर्माण भी था। * यह हेरोदेस एक निर्दयी मनुष्य था और उसने अनेक हत्याएं की थी। जब उसने सुना कि यहूदियों के राजा का जन्म हुआ है तब उसके बैतलहम के सब बालकों को मरवा दिया था। -* उसके पुत्र हेरोदेस अन्तिपास और हेरोदेस फिलिप और उसका पोता हेरोदेश अग्रिप्पा आगे चलकर यहूदिया के शासक बने। उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा द्वितीय (“राजा अग्रिप्पा” कहलाया) ने भी संपूर्ण यहूदिया पर राज किया। +* उसके पुत्र हेरोदेस अन्तिपास और हेरोदेस फिलिप और उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा आगे चलकर यहूदिया का शासक बना। उसका परपोता हेरोदेश अग्रिप्पा द्वितीय (“राजा अग्रिप्पा” कहलाया) ने भी संपूर्ण यहूदिया पर राज किया। -(देखें: [नाम कैसे अनुवादित करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(देखें: [नाम कैसे अनुवादित करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [हेरोदेस अन्तिपास](../names/herodantipas.md), [यहूदिया](../names/judea.md), [राजा](../other/king.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [मत्ती 02:1-3](rc://en/tn/help/mat/02/01) -* [मत्ती 02:11-12](rc://en/tn/help/mat/02/11) -* [मत्ती 02:16](rc://en/tn/help/mat/02/16) -* [मत्ती 02:19-21](rc://en/tn/help/mat/02/19) -* [मत्ती 02:22-23](rc://en/tn/help/mat/02/22) +* [मत्ती 2:3](rc://hi/tn/help/mat/02/03 +* [मत्ती 2:12](rc://hi/tn/help/mat/02/12) +* [मत्ती 2:16](rc://hi/tn/help/mat/02/16) +* [मत्ती 2:20](rc://hi/tn/help/mat/02/20) +* [मत्ती 2:22](rc://hi/tn/help/mat/02/22) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2264 +* स्ट्रोंग्स: G22640 From a2259367543a75009a87a114e8c3a0274253c0f4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 9 Nov 2021 05:38:53 +0000 Subject: [PATCH 255/412] Edit 'bible/names/houseofdavid.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/houseofdavid.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/names/houseofdavid.md b/bible/names/houseofdavid.md index 19dca6e..b15ed94 100644 --- a/bible/names/houseofdavid.md +++ b/bible/names/houseofdavid.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# दाऊद के घराने # +# दाऊद का घराना -## तथ्य: ## +## तथ्य: “दाऊद के घराने” का अर्थ है राजा दाऊद के वंशज या उसका परिवार। From dff5874d361a1b04cf39cad294192933cde3dd2c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 9 Nov 2021 05:44:52 +0000 Subject: [PATCH 256/412] Edit 'bible/names/houseofdavid.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/houseofdavid.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/names/houseofdavid.md b/bible/names/houseofdavid.md index b15ed94..2fefaf2 100644 --- a/bible/names/houseofdavid.md +++ b/bible/names/houseofdavid.md @@ -9,18 +9,18 @@ * कभी-कभी “दाऊद का घराना” या “दाऊद का वंश” दाऊद के जीवित वंशजों के संदर्भ में भी है। * अन्यथा यह उक्ति सामान्यतः उसके सब वंशजों के संदर्भ मे है, जो मर गए उनके भी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [वंशज](../other/descendant.md), [घराना](../other/house.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 11:4-6](rc://en/tn/help/2ch/10/17) -* [2 शमूएल 03:6-7](rc://en/tn/help/2sa/03/06) -* [लूका 01:69-71](rc://en/tn/help/luk/01/69) -* [भजन संहिता 122:4-5](rc://en/tn/help/psa/122/004) -* [जकर्याह 12:7-9](rc://en/tn/help/zec/12/07) +* [2 इतिहास 10:19](rc://hi/tn/help/2ch/10/19) +* [2 शमूएल 3:6](rc://hi/tn/help/2sa/03/06) +* [लूका 1:69-71](rc://hi/tn/help/luk/01/69) +* [भजन संहिता 122:5](rc://hi/tn/help/psa/122/05) +* [जकर्याह 12:7](rc://hi/tn/help/zec/12/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1004, H1732, G1138, G3624 +* स्ट्रोंग्स: H1004, H1732, G11380, G36240 \ No newline at end of file From 94f065cd551640bfe95be3b3a55697a10f0216ec Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 9 Nov 2021 05:46:10 +0000 Subject: [PATCH 257/412] Edit 'bible/names/isaiah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/isaiah.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/names/isaiah.md b/bible/names/isaiah.md index 07d224e..5c406c6 100644 --- a/bible/names/isaiah.md +++ b/bible/names/isaiah.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# यशायाह # +# यशायाह -## तथ्य: ## +## तथ्य: यशायाह परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसने यहूदा में चार राजाओं के राज्यकाल में सेवा की थी। उज्जियाह, योताम, आहाज और हिज्जकियाह From b167c3cddaffbd41b9eff98aa53058ac61442511 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:14:20 +0000 Subject: [PATCH 258/412] Edit 'bible/names/isaiah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/isaiah.md | 43 ++++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/names/isaiah.md b/bible/names/isaiah.md index 5c406c6..941bd10 100644 --- a/bible/names/isaiah.md +++ b/bible/names/isaiah.md @@ -5,36 +5,37 @@ यशायाह परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता था जिसने यहूदा में चार राजाओं के राज्यकाल में सेवा की थी। उज्जियाह, योताम, आहाज और हिज्जकियाह * जब अश्शूर हिजकिय्याह के युग में नगर पर आक्रमण कर रहे थे तब वह यरूशलेम में वास कर रहा था। -* पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी प्रमुख पुस्तक में से एक है। +* पुराने नियम की पुस्तक यशायाह बाइबल की बड़ी पुस्तक में से एक है। * यशायाह ने अनेक भविष्यद्वाणियां लिपिबद्ध की है जिनकी पूर्ति उसके जीवनकाल ही में हो गई थी। * यशायाह मसीह की भविष्यद्वाणी के लिए विशेष करके जाना जाता है, जिसकी पूर्ति 700 वर्ष बाद यीशु के समय में हुई थी। * यीशु और उसके शिष्यों ने यशायाह की भविष्यद्वाणियों द्वारा मनुष्यों को मसीह के बारे में शिक्षा दी थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [आहाज](../names/ahaz.md), [अश्शूर](../names/assyria.md), [मसीह](../kt/christ.md), [हिजकिय्याह ](../names/hezekiah.md), [योताम](../names/jotham.md), [यहूदा](../names/kingdomofjudah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [उज्जिय्याह](../names/uzziah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 20:1-3](rc://en/tn/help/2ki/20/01) -* [प्रे.का. 28:25-26](rc://en/tn/help/act/28/25) -* [यशायाह 01:1](rc://en/tn/help/isa/01/01) -* [लूका 03:4](rc://en/tn/help/luk/03/04) -* [मरकुस 01:1-3](rc://en/tn/help/mrk/01/01) -* [मरकुस 07:6-7](rc://en/tn/help/mrk/07/06) -* [मत्ती 03:1-3](rc://en/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 04:14-16](rc://en/tn/help/mat/04/14) +* [2 राजा 20:1-3](rc://hi/tn/help/2ki/20/01) +* [प्रे.का. 28:26](rc://hi/tn/help/act/28/26) +* [यशायाह 1:1](rc://hi/tn/help/isa/01/1) +* [लूका 3:4](rc://hi/tn/help/luk/03/4) +* [मरकुस 1:1](rc://hi/tn/help/mrk/01/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* [मरकुस 7:6](rc://hi/tn/help/mrk/07/06) +* [मत्ती 3:3](rc://hi/tn/help/mat/03/03) +* [मत्ती 4:14](rc://hi/tn/help/mat/04/14) -* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। -* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। -* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे। -* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे। -* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया। -* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना। -* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है। +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -## शब्द तथ्य: ## +* __[21:9](rc://hi/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। +* __[21:10](rc://hi/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा। +* __[21:11](rc://hi/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे। +* __[21:12](rc://hi/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे। +* __[26:2](rc://hi/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया। +* __[45:8](rc://hi/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना। +* __[45:10](rc://hi/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है। -* Strong's: H3470, G2268 +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H3470, G22680 From c719d934bffba9672909f70efea166f491b40704 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:20:59 +0000 Subject: [PATCH 259/412] Edit 'bible/names/jamessonofalphaeus.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jamessonofalphaeus.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/jamessonofalphaeus.md b/bible/names/jamessonofalphaeus.md index 71ad5cc..7b92980 100644 --- a/bible/names/jamessonofalphaeus.md +++ b/bible/names/jamessonofalphaeus.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# याकूब(हलफईस का पुत्र) # +# याकूब(हलफईस का पुत्र) -## तथ्य: ## +## तथ्य: हलफईस का पुत्र याकूब यीशु के बारह शिष्यों में एक था। * इसका नाम सुसमाचार वृत्तान्तों में मत्ती, मरकुस और लूका में यीशु के शिष्यों की सूची में दिया गया है। * उसका नाम प्रेरितों के काम की पुस्तक में भी आया है कि वह भी उन ग्यारह शिष्यों में था जो यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यरूशलेम में प्रार्थना कर रहे थे। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [चेले](../kt/disciple.md), [याकूब (यीशु का भाई)](../names/jamesbrotherofjesus.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मरकुस 14:32-34](rc://en/tn/help/mrk/14/32) -* [मत्ती 10:2-4](rc://en/tn/help/mat/10/02) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मरकुस 14:32-34](rc://hi/tn/help/mrk/14/32) +* [मत्ती 10:2-4](rc://hi/tn/help/mat/10/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2385 +* Strong's: G23850 From de47097c752a13626eaae3a7555fa388c910f271 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:26:08 +0000 Subject: [PATCH 260/412] Edit 'bible/names/jamessonofzebedee.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jamessonofzebedee.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/jamessonofzebedee.md b/bible/names/jamessonofzebedee.md index d92ea19..d494654 100644 --- a/bible/names/jamessonofzebedee.md +++ b/bible/names/jamessonofzebedee.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# याकूब (जब्दी का पुत्र) # +# याकूब (जब्दी का पुत्र) -## तथ्य: ## +## तथ्य: जब्दी का पुत्र याकूब, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। उसके छोटे भाई का नाम यूहन्ना था। वह भी यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। @@ -9,19 +9,19 @@ * पतरस, याकूब और यूहन्ना यीशु के घनिष्टतम शिष्य थे और उसके साथ अद्भुत घटनाओं में उपस्थित रहते थे जैसे मूसा और एलिय्याह से बातें करते समय जब यीशु पर्वत पर था और जब यीशु ने एक छोटी लड़की को मृतकों में से जिलाया था। * यह याकूब वह नहीं था जिसने नये नियम में याकूब की पत्री लिखी थी। कुछ भाषाओं में इनके नाम अलग-अलग लिखे जा सकते है। कि स्पष्ट हो कि वे एक ही मनुष्य नहीं हैं। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [एलिय्याह](../names/elijah.md), [याकूब (यीशु का भाई)](../names/jamesbrotherofjesus.md), [याकूब (हलफईस का पुत्र)](../names/jamessonofalphaeus.md), [मूसा](../names/moses.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 09:28-29](rc://en/tn/help/luk/09/28) -* [मरकुस 01:19-20](rc://en/tn/help/mrk/01/19) -* [मरकुस 01:29-31](rc://en/tn/help/mrk/01/29) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मत्ती 04:21-22](rc://en/tn/help/mat/04/21) -* [मत्ती 17:1-2](rc://en/tn/help/mat/17/01) +* [लूका 9:28-29](rc://hi/tn/help/luk/09/28) +* [मरकुस 1:19-20](rc://hi/tn/help/mrk/01/19) +* [मरकुस 1:29-31](rc://hi/tn/help/mrk/01/29) +* [मरकुस 3:1](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मत्ती 4:21-22](rc://hi/tn/help/mat/04/21) +* [मत्ती 17:1-2](rc://hi/tn/help/mat/17/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2385 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: G23850 \ No newline at end of file From 858ea6b7fe653639b6b467585b99b8b0d1b1622d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:36:12 +0000 Subject: [PATCH 261/412] Edit 'bible/names/jesse.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jesse.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/names/jesse.md b/bible/names/jesse.md index 5546c20..8a50f53 100644 --- a/bible/names/jesse.md +++ b/bible/names/jesse.md @@ -1,18 +1,18 @@ -# यिशै # +# यिशै -## तथ्य: ## +## तथ्य: यिशै राजा दाऊद का पिता और रूत एवं बोआज़ का पोता था। -* यिशै यहूदा का गोत्र का था। +* यिशै यहूदा के गोत्र का था। * वह “एप्राती” था अर्थात एप्राता (बैतलहम) नगर का निवासी था। * भविष्यद्वक्ता यशायाह ने एक “जड़” या “डाली” की भविष्यद्वाणी की थी, कि वह “यिशै की जड़” से फूट निकलेगी और फलवन्त होगी। यह यीशु के संदर्भ में था क्योंकि वह यिशै का वंशज था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [बोआज](../names/boaz.md), [वंशज](../other/descendant.md), [फल](../other/fruit.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../other/king.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [रूत](../names/ruth.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) +(यह भी देखें: [बैतलहम](../names/bethlehem.md), [बोअज](../names/boaz.md), [वंशज](../other/descendant.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [राजा](../इतर/king.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [रूत](../names/ruth.md), [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 02:9-12](rc://en/tn/help/1ch/02/09) * [1 राजा 12:16-17](rc://en/tn/help/1ki/12/16) @@ -20,6 +20,6 @@ * [लूका 03:30-32](rc://en/tn/help/luk/03/30) * [मत्ती 01:4-6](rc://en/tn/help/mat/01/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3448, G2421 +* स्ट्रोंग्स: H3448, G24210 From a3a4f029477e6c374ebfe95f6de36c14a26c8c0f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 04:46:38 +0000 Subject: [PATCH 262/412] Edit 'bible/names/johntheapostle.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/johntheapostle.md | 38 +++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/names/johntheapostle.md b/bible/names/johntheapostle.md index fb3dc72..bc6b547 100644 --- a/bible/names/johntheapostle.md +++ b/bible/names/johntheapostle.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# यूहन्ना (प्रेरित) # +# यूहन्ना (प्रेरित) -## तथ्य: ## +## तथ्य: यूहन्ना यीशु के बारह शिष्यों में से एक था और यीशु का घनिष्ठ मित्र था। -* यूहन्ना और उसका भाई याकूब एक मछुवारे जब्दी के पुत्र थे। -* उसने यीशु के जीवन का सुसमाचार लिखा तो उसमें स्वयं को “वह चेला जिससे यीशु प्रेम रखता था” लिखा। इससे प्रकट होता है कि यूहन्ना यीशु का विशेष घनिष्ठ मित्र था। +* यूहन्ना और उसका भाई याकूब एक मछुवारे, जब्दी के पुत्र थे। +* उसने यीशु के जीवन का सुसमाचार लिखा तो उसमें स्वयं के लिए लिखा, “वह चेला जिससे यीशु प्रेम रखता था।" इससे प्रकट होता है कि यूहन्ना यीशु का विशेष घनिष्ठ मित्र था। * प्रेरित यूहन्ना ने पांच नए नियम की पुस्तके लिखीं: यूहन्ना का सुसमाचार, यीशु मसीह का प्रकाशितवाक्य, और विश्वासियों को लिखे तीन पत्र। * ध्यान दें कि प्रेरित यूहन्ना, यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले से भिन्न है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [प्रकट करना](../kt/reveal.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला)](../names/johnthebaptist.md), [जब्दी](../names/zebedee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 02:9-10](rc://en/tn/help/gal/02/09) -* [यूहन्ना 01:19-21](rc://en/tn/help/jhn/01/19) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मत्ती 04:21-22](rc://en/tn/help/mat/04/21) -* [प्रकाशितवाक्य 01:1-3](rc://en/tn/help/rev/01/01) +* [गलातियों 2:9-10](rc://hi/tn/help/gal/02/09) +* [यूहन्ना 1:19-21](rc://hi/tn/help/jhn/01/19) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मत्ती 4:21-22](rc://hi/tn/help/mat/04/21) +* [प्रकाशितवाक्य 1:1-3](rc://hi/tn/help/rev/01/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\ -* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\ -* __[44:06](rc://en/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\ -* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\ -* __[44:09](rc://en/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया। +* __[36:1](rc://hi/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\ +* __[44:1](rc://hi/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\ +* __[44:6](rc://hi/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\ +* __[44:7](rc://hi/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\ +* __[44:9](rc://hi/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2491 +* स्ट्रोंग्स: G24910 From c30becf6a13dbc47e4fd7d48f78fa252a621c647 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:01:54 +0000 Subject: [PATCH 263/412] Edit 'bible/names/johnthebaptist.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/johnthebaptist.md | 44 +++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/names/johnthebaptist.md b/bible/names/johnthebaptist.md index 625425f..d0c3d8a 100644 --- a/bible/names/johnthebaptist.md +++ b/bible/names/johnthebaptist.md @@ -1,38 +1,38 @@ -# यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला) # +# यूहन्ना (बपतिस्मा देनेवाला) -## तथ्य: ## +## तथ्य: यूहन्ना जकर्याह और एलिशिबा का पुत्र था। क्योंकि “यूहन्ना” एक सामान्य नाम था, वह यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला कहलाया कि अन्य यूहन्नाओं से उसे अलग किया जाए जैसे प्रेरित यूहन्ना। * यूहन्ना एक भविष्यद्वक्ता था जिसे परमेश्वर ने भेजा कि मनुष्यों को मसीह के लिए और मसीह के अनुसरण के लिए तैयार करे। -* यूहन्ना ने लोगों को कहा कि अपने पापों को मानकर परमेश्वर की ओर फिरें और पाप करना छोड़ दें जिससे कि वे मसीह को ग्रहण करने के लिए तैयार हो जाएं। +* यूहन्ना ने लोगों से कहा कि वे अपने पापों को मानकर परमेश्वर की ओर फिरें और पाप करना छोड़ दें जिससे कि वे मसीह को ग्रहण करने के लिए तैयार हो जाएं। * यूहन्ना पानी में बपतिस्मा देता था जो इस बात का प्रतीक था कि वे अपने पापों का पछतावा करते हैं और पापों से विमुख होते हैं। -* यूहन्ना को बपतिस्मा देनेवाला कहा गया है क्योंकि वह मनुष्यों को बपतिस्मा देता था। +* यूहन्ना को बपतिस्मा देनेवाला कहा गया है क्योंकि उसने बहुत लोगों को बप्तिस्मा दिया था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [बपतिस्मा देना](../kt/baptize.md), [जकर्याह (नया नियम)](../names/zechariahnt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 03:22-24](rc://en/tn/help/jhn/03/22) -* [लूका 01:11-13](rc://en/tn/help/luk/01/11) -* [लूका 01:62-63](rc://en/tn/help/luk/01/62) -* [लूका 03:7](rc://en/tn/help/luk/03/07) -* [लूका 03:15-16](rc://en/tn/help/luk/03/15) -* [लूका 07:27-28](rc://en/tn/help/luk/07/27) -* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13) -* [मत्ती 11:13-15](rc://en/tn/help/mat/11/13) +* [यूहन्ना 3:22-24](rc://hi/tn/help/jhn/03/22) +* [लूका 1:11-13](rc://hi/tn/help/luk/01/11) +* [लूका 1:62-63](rc://hi/tn/help/luk/01/62) +* [लूका 3:7](rc://hi/tn/help/luk/03/07) +* [लूका 3:15-16](rc://hi/tn/help/luk/03/15) +* [लूका 7:27-28](rc://hi/tn/help/luk/07/27) +* [मत्ती 3:13](rc://hi/tn/help/mat/03/13) +* [मत्ती 11:14](rc://hi/tn/help/mat/11/14) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:02](rc://en/tn/help/obs/22/02)__स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनेगी। और तू उसका नाम __यूहन्ना__ रखना। वह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा, और लोगों का मन मसीह की ओर फेरेगा। -* __[22:07](rc://en/tn/help/obs/22/07)__तब इलीशिबा के प्रसव का समय पूरा हुआ, और उसने पुत्र को जन्म दिया, जकरयाह और इलीशिबा ने उस पुत्र का नाम __यूहन्ना__ रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने उनसे कहा था। -* __[24:01](rc://en/tn/help/obs/24/01)__ __यूहन्ना__, जो जकरयाह और इलीशिबा का पुत्र था, वह बड़ा होकर एक नबी बन गया। वह जंगल में रहता था, और ऊँट के रोम का वस्त्र पहिने हुए था और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्द बाँधे रहता था तथा टिड्डियाँ और वनमधु खाया करता था। -* __[24:02](rc://en/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग __यूहन्ना__ को सुनने के लिए बाहर निकल आए। यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” -* __[24:06](rc://en/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु __यूहन्ना__ के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया। जब __यूहन्ना__ ने उसे देखा, तो कहा, “देख ! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।” +* __[22:2](rc://hi/tn/help/obs/22/02)__स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र जनेगी। और तू उसका नाम __यूहन्ना__ रखना। वह पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होगा, और लोगों का मन मसीह की ओर फेरेगा। +* __[22:7](rc://hi/tn/help/obs/22/07)__तब इलीशिबा के प्रसव का समय पूरा हुआ, और उसने पुत्र को जन्म दिया, जकर्याह और इलीशिबा ने उस पुत्र का नाम __यूहन्ना__ रखा, जैसा कि स्वर्गदूत ने उनसे कहा था। +* __[24:1](rc://hi/tn/help/obs/24/01)__ __यूहन्ना__, जो जकर्याह और इलीशिबा का पुत्र था, वह बड़ा होकर एक नबी बन गया। वह जंगल में रहता था, और ऊँट के रोम का वस्त्र पहनता था और अपनी कमर में चमड़े का कटिबन्द बाँधे रहता था तथा टिड्डियाँ और वनमधु खाया करता था। +* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ बहुत से आस पास के लोग __यूहन्ना__ को सुनने के लिए बाहर निकल आए। यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” +* __[24:6](rc://hi/tn/help/obs/24/06)__ अगले दिन, यीशु __यूहन्ना__ के पास उससे बपतिस्मा लेने को आया। जब __यूहन्ना__ ने उसे देखा, तो कहा, “देखो! यह परमेश्वर का मेम्ना है, जो संसार के पापों को दूर ले जाएगा।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G910 G2491 +* Strong's: G09100, G24910 From bcf1737e77b86766b972eb717b2c24c842973e22 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:15:20 +0000 Subject: [PATCH 264/412] Edit 'bible/names/jonah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jonah.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/jonah.md b/bible/names/jonah.md index af29789..07c2a51 100644 --- a/bible/names/jonah.md +++ b/bible/names/jonah.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# योना # +# योना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: योना पुराने नियम का एक इब्रानी भविष्यद्वक्ता था। * योना की पुस्तक में योना की कहानी है कि उसे परमेश्वर ने नीनवे के लोगों में सन्देश सुनाने भेजा था। * योना नीनवे जाने की अपेक्षा किसी और तर्शीश देश को जानेवाले जहाज में चढ़ गया था। * परमेश्वर ने उस जहाज को एक भयानक आंधी से घेर लिया था। -* उसने लोगों को जहाज से नौकायन करने वाले से कहा कि वह परमेश्वर से दूर भाग रहा था, और उन्होंने सुझाव दिया कि वे उसे समुद्र में फेंक दें। जब उन्होंने ऐसा किया तब तूफान थम गया। +* उसने जहाज के कर्मचारियों से कहा कि वह परमेश्वर से दूर भाग रहा है, और उनको सुझाव दिया कि वे उसे समुद्र में फेंक दें। जब उन्होंने ऐसा किया तब तूफान थम गया। * योना को समुद्र में एक बहुत बड़ी मछली ने निगल लिया, वह उस मछली के पेट में तीन दिन तीन रात रहा। -* मछली ने जब योना को उगल दिया तब उसने जाकर नीनवे में परमेश्वर का सन्देश सुनाया, परिणामस्वरूप नीनवे वासियों ने पापों का पश्चाताप किया। +* मछली ने जब योना को उगल दिया तब उसने जाकर नीनवे में परमेश्वर का सन्देश सुनाया, परिणामस्वरूप नीनवे वासियों ने उग्रवाद का त्याग करके पापों का पश्चाताप किया। * योना नीनवे को नष्ट न करने के लिए परमेश्वर पर क्रोधित हो गया, और परमेश्वर ने योना को करुणा का सबक सिखाने के लिए एक पौधे और कीड़े का इस्तेमाल किया। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [नीनवे](../names/nineveh.md), [फिरना](../other/turn.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [योना 01:1-3](rc://en/tn/help/jon/01/01) -* [लूका 11:29-30](rc://en/tn/help/luk/11/29) -* [मत्ती 12:38-40](rc://en/tn/help/mat/12/38) -* [मत्ती 16:3-4](rc://en/tn/help/mat/16/03) +* [योना 1:3](rc://hi/tn/help/jon/01/03) +* [लूका 11:30](rc://hi/tn/help/luk/11/30) +* [मत्ती 12:39](rc://hi/tn/help/mat/12/39) +* [मत्ती 16:4](rc://hi/tn/help/mat/16/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3124, G2495 +* स्ट्रोंग्स: H3124, G24950 From 5ca416e7eff36e97ae6a243ca9f1fc7dbf710f74 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:25:34 +0000 Subject: [PATCH 265/412] Edit 'bible/names/jordanriver.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/jordanriver.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/names/jordanriver.md b/bible/names/jordanriver.md index 522893c..2300e54 100644 --- a/bible/names/jordanriver.md +++ b/bible/names/jordanriver.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# यरदन नदी, यरदन # +# यरदन नदी, जॉर्डन -## तथ्य: ## +## तथ्य: यरदन नदी उत्तर से दक्षिण की ओर बहती है और कनान देश की पूर्वी सीमा बनाती है। -* आज यरदन नदी पश्चिम में इस्राएल और पूर्व में यरदन को विभाजित करती है। +* आज यरदन नदी पश्चिम में इस्राएल और पूर्व में जॉर्डन को विभाजित करती है। * यरदन नदी गलील सागर से बहती हुई मृत सागर में गिरती है। -* यहोशू जब इस्राएलियों को लेकर कनान आ रहा था तब उन्हें यरदन नदी पार करनी पड़ी थी। क्योंकि पानी बहुत गहरा था परमेश्वर ने यरदन नदी का प्रवाह रोक दिया और इस्राएलियों ने उसे पार किया। +* यहोशू जब इस्राएलियों को लेकर कनान आ रहा था तब उन्हें यरदन नदी पार करनी पड़ी थी। क्योंकि पानी बहुत गहरा था परमेश्वर ने यरदन नदी का प्रवाह रोक दिया और इस्राएलियों ने उसके तल पर चलकर उसको पार किया। * बाइबल में यरदन नदी का संदर्भ “यरदन ” से है। (यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 32:9-10](rc://en/tn/help/gen/32/09) -* [यूहन्ना 01:26-28](rc://en/tn/help/jhn/01/26) -* [यूहन्ना 03:25-26](rc://en/tn/help/jhn/03/25) -* [लूका 03:3](rc://en/tn/help/luk/03/03) -* [मत्ती 03:4-6](rc://en/tn/help/mat/03/04) -* [मत्ती 03:13-15](rc://en/tn/help/mat/03/13) -* [मत्ती 04:14-16](rc://en/tn/help/mat/04/14) -* [मत्ती 19:1-2](rc://en/tn/help/mat/19/01) +* [उत्पत्ति 32:9-10](rc://hi/tn/help/gen/32/09) +* [यूहन्ना 1:26-28](rc://hi/tn/help/jhn/01/26) +* [यूहन्ना 3:25-26](rc://hi/tn/help/jhn/03/25) +* [लूका 3:3](rc://hi/tn/help/luk/03/03) +* [मत्ती 3:6](rc://hi/tn/help/mat/03/06) +* [मत्ती 3:13-15](rc://hi/tn/help/mat/03/13) +* [मत्ती 4:14-16](rc://hi/tn/help/mat/04/14) +* [मत्ती 19:1-2](rc://hi/tn/help/mat/19/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[15:02](rc://en/tn/help/obs/15/02)__ इस्राएलियों को वाचा की भूमि में प्रवेश करने से पहले __यरदन नदी__ को पार करना था। -* __[15:03](rc://en/tn/help/obs/15/03)__जब सब इस्राएलियों ने __यरदन नदी__ को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। -* __[19:14](rc://en/tn/help/obs/19/14)__ एलीशा ने उसे कहा, “तू जाकर __यरदन नदी__ में सात बार डुबकी मार।” +* __[15:2](rc://hi/tn/help/obs/15/02)__ इस्राएलियों को प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने से पहले __यरदन नदी__ को पार करना था। +* __[15:3](rc://hi/tn/help/obs/15/03)__जब सब इस्राएलियों ने __यरदन नदी__ को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने यहोशू को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है। +* __[19:14](rc://hi/tn/help/obs/19/14)__ एलीशा ने उसे कहा, “तू जाकर __यरदन नदी__ में सात बार डुबकी मार।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3383, G2446 +* स्ट्रोंग्स: H3383, G24460 From cdb6036fcb76218be8a35bee9e509c493ac7982b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:35:45 +0000 Subject: [PATCH 266/412] Edit 'bible/names/josephnt.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/josephnt.md | 44 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/names/josephnt.md b/bible/names/josephnt.md index 9e4232e..31abaf6 100644 --- a/bible/names/josephnt.md +++ b/bible/names/josephnt.md @@ -1,38 +1,38 @@ -# यूसुफ (नया नियम) # +# यूसुफ (नया नियम) -## तथ्य: ## +## तथ्य: यूसुफ यीशु का सांसारिक पिता था जिसने उसे पाल-पोस कर बड़ा किया। वह एक धर्मी पुरुष था जिसका पेशा लकड़ी का काम था। * यूसुफ की मंगनी एक यहूदी स्त्री मरियम के साथ हुई थी जिसे परमेश्वर ने यीशु मसीह की माता होने के लिए चुन लिया था। * स्वर्गदूत ने यूसुफ से कहा कि पवित्र-आत्मा ने अलौकिक कृत्य द्वारा मरियम को गर्भधारी किया है और मरियम का यह पुत्र परमेश्वर का पुत्र है। -* यीशु के जन्म के बाद एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को चिताया कि वह बालक और मरियम को लेकर मिस्र देश चला जाए क्योंकि हेरोदेस से बचने के लिए। +* यीशु के जन्म के बाद एक स्वर्गदूत ने यूसुफ को चिताया कि वह हेरोदेस से बचने के लिए बालक और मरियम को लेकर मिस्र देश चला जाए। * यूसुफ अपने परिवार के साथ गलील क्षेत्र के नासरत नगर में रहता था और लकड़ी का काम करके जीविकोपार्जन करता था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [गलील](../names/galilee.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [नासरत](../names/nazareth.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [कुंवारी](../other/virgin.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43) -* [लूका 01:26-29](rc://en/tn/help/luk/01/26) -* [लूका 02:4-5](rc://en/tn/help/luk/02/04) -* [लूका 02:15-16](rc://en/tn/help/luk/02/15) -* [मत्ती 01:18-19](rc://en/tn/help/mat/01/18) -* [मत्ती 01:24-25](rc://en/tn/help/mat/01/24) -* [मत्ती 02:19-21](rc://en/tn/help/mat/02/19) -* [मत्ती 13:54-56](rc://en/tn/help/mat/13/54) +* [यूहन्ना 1:43-45](rc://hi/tn/help/jhn/01/43) +* [लूका 1:26-29](rc://hi/tn/help/luk/01/26) +* [लूका 2:4-5](rc://hi/tn/help/luk/02/04) +* [लूका 2:15-16](rc://hi/tn/help/luk/02/15) +* [मत्ती 1:18-19](rc://hi/tn/help/mat/01/18) +* [मत्ती 1:24-25](rc://hi/tn/help/mat/01/24) +* [मत्ती 2:19-21](rc://hi/tn/help/mat/02/19) +* [मत्ती 13:54-56](rc://hi/tn/help/mat/13/54) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी। -* __[23:01](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी एक __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया। -* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” -* __[23:03](rc://en/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया। -* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया। -* __[26:04](rc://en/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?” +* __[22:4](rc://hi/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी। +* __[23:1](rc://hi/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया। +* __[23:2](rc://hi/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।” +* __[23:3](rc://hi/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया। +* __[23:4](rc://hi/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया। +* __[26:4](rc://hi/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2501 +* स्ट्रोंग्स: G25010 From be8aaeee2d50f4b1d3eb1cf2946fbf7042101823 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:50:14 +0000 Subject: [PATCH 267/412] Edit 'bible/names/judasiscariot.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/judasiscariot.md | 39 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 20 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/names/judasiscariot.md b/bible/names/judasiscariot.md index a96d8e3..20b8d04 100644 --- a/bible/names/judasiscariot.md +++ b/bible/names/judasiscariot.md @@ -1,34 +1,35 @@ -# यहूदा इस्करियोती # +# यहूदा इस्करियोती -## तथ्य: ## +## तथ्य: -यहूदा इस्करियोती यीशु के शिष्यों में से एक था। उसने यीशु को छल करके यहूदी अगुओं के हाथों पकड़वा दिया था। +यहूदा इस्करियोती यीशु के शिष्यों में से एक था। उसने यीशु के साथ छल करके उसको यहूदी अगुओं के हाथों पकड़वा दिया था। * इस्करियोती का अर्थ हो सकता है, “कारियोथवासी” संभवतः यूहदा उस नगर में पाला- पोसा गया था। * यहूदा इस्करियोती शिष्यों का पैसा संभालता था और संभवतः उसमें से चोरी भी करता था। -* यहूदा ने धर्म के अगुओ को उसका पता बताकर उससे विश्वासघात किया और इस प्रकार उन्होंने यीशु को बन्दी बना लिया। +* यहूदा ने यीशु को पकडवाने के लिए धर्म के अगुओ को उसका पता बताकर उससे विश्वासघात किया। * जब धर्म के अगुओं ने यीशु को मृत्युदण्ड के योग्य ठहरा दिया तब यीशु के साथ विश्वासघात करने क लिए यहूदा पछताया और यहूदी अगुओं का पैसा लौटाकर आत्म-हत्या कर ली। -* एक और शिष्य का नाम यहूदा था तथा यीशु के भाई का नाम भी यहूदा था। +* एक और शिष्य का नाम यहूदा था| वह याकूब का पुत्र था, यहूदा इस्करियोती नहीं था। +* यीशु के भाइयों में से एक का नाम यहूदा था जो यहूदा इस्करियोती से भिन्न था| -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [पकड़वाना](../other/betray.md), [यहूदी अगुवे](../other/jewishleaders.md), [याकूब का पुत्र यहूदा](../names/judassonofjames.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [लूका 22:47-48](rc://en/tn/help/luk/22/47) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मरकुस 14:10-11](rc://en/tn/help/mrk/14/10) -* [मत्ती 26:23-25](rc://en/tn/help/mat/26/23) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [लूका 22:47-48](rc://hi/tn/help/luk/22/47) +* [मरकुस 03:19](rc://hi/tn/help/mrk/03/19) +* [मरकुस 14:10-11](rc://hi/tn/help/mrk/14/10) +* [मत्ती 26:23-25](rc://hi/tn/help/mat/26/23) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[38:02](rc://en/tn/help/obs/38/02)__ 'यीशु के शिष्यों में से एक __यहूदा__ नाम का एक आदमी था । ...यीशु और चेलों के यरूशलेम में पहुँचने के बाद __यहूदा__ यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वास घात करने का प्रस्ताव रखा। -* __[38:03](rc://en/tn/help/obs/38/03)__ यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये उसे तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए। -* __[38:14](rc://en/tn/help/obs/38/14)__ __यहूदा__ प्रधान याजकों, सैनिकों और एक बड़ी भीड़ को तलवार और लाठियों के साथ लाया। __यहूदा__ यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा। -* __[39:08](rc://en/tn/help/obs/39/08)__ इसी दौरान जब __यहूदा__, विश्वासघाती ने देखा कि यहूदी याजक यीशु को अपराधी घोषित कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदा शोक से भर गया और खुद को मार डाला। +* __[38:2](rc://hi/tn/help/obs/38/02)__ 'यीशु के शिष्यों में से एक __यहूदा__ नाम का एक पुरुष था । ...यीशु और चेलों के यरूशलेम में पहुँचने के बाद __यहूदा__ यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ विश्वास घात करने का प्रस्ताव रखा। +* __[38:3](rc://hi/tn/help/obs/38/03)__ यहूदी गुरुओं ने प्रधान याजक के नेतृत्व में यीशु को धोखा देने के लिये तीस चाँदी के सिक्के तोलकर __यहूदा__ को दे दिए। +* __[38:14](rc://hi/tn/help/obs/38/14)__ __यहूदा__ प्रधान याजकों, सैनिकों और एक बड़ी भीड़ को तलवार और लाठियों के साथ लाया। __यहूदा__ यीशु के पास आया और कहा, “ नमस्कार, गुरु,” और उसे चूमा। +* __[39:8](rc://hi/tn/help/obs/39/08)__ इसी दौरान जब __यहूदा__, विश्वासघाती ने देखा कि यहूदी याजक यीशु को अपराधी घोषित कर उसे मारना चाहते है। यह देख यहूदा शोक से भर गया और खुद को मार डाला। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2455, G2469 +* स्ट्रोंग्स: G24550, G24690 From de8fcea45e6ef5e01f52ba4c26b3b34d630916ee Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 05:53:47 +0000 Subject: [PATCH 268/412] Edit 'bible/names/judassonofjames.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/judassonofjames.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/names/judassonofjames.md b/bible/names/judassonofjames.md index 0961641..5f9eda0 100644 --- a/bible/names/judassonofjames.md +++ b/bible/names/judassonofjames.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# याकूब का पुत्र यहूदा # +# याकूब का पुत्र यहूदा -## तथ्य: ## +## तथ्य: याकूब का पुत्र यहूदा, यीशु के बारह शिष्यों में से एक था। ध्यान दें कि यह व्यक्ति यहूदा इस्करियोती नहीं था। @@ -9,15 +9,15 @@ * नये नियम में यहूदा की पत्री संभवतः यीशु के भाई यहूदा द्वारा लिखी गई थी क्योंकि वह स्वयं को “याकूब का भाई” कहता है। याकूब भी यीशु का भाई था। * यह भी संभव है कि यहूदा की पत्री यीशु के शिष्य याकूब के पुत्र, यहूदा द्वारा लिखी गई थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [यहूदा इस्करियोति](../names/judasiscariot.md), [पुत्र](../kt/son.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2455 +* स्ट्रोंग्स: G24550 From 524d44b745dc79fad0f9523104ed2b55485f0326 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 06:05:20 +0000 Subject: [PATCH 269/412] Edit 'bible/names/lamech.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/lamech.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/names/lamech.md b/bible/names/lamech.md index 41cd395..b042d43 100644 --- a/bible/names/lamech.md +++ b/bible/names/lamech.md @@ -1,17 +1,17 @@ -# लेमेक # +# लेमेक -## तथ्य: ## +## तथ्य: लेमेक नामक दो पुरुष पुराने नियम में हैं। * पहला लेमेक केन का वंशज था। उसने अपनी पत्नियों से बड़े घमण्ड से कहा कि उसने हानि करने वाले एक पुरुष की हत्या कर दी है। * दूसरा लेमेक शेत का वंशज था। वह नूह का पिता था। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [कैन](../names/cain.md), [नूह](../names/noah.md), [शेत](../names/seth.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [उत्पत्ति 04:18-19](rc://en/tn/help/gen/04/18) * [उत्पत्ति 04:23-24](rc://en/tn/help/gen/04/23) @@ -20,6 +20,6 @@ * [उत्पत्ति 05:30-31](rc://en/tn/help/gen/05/30) * [लूका 03:36-38](rc://en/tn/help/luk/03/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3929, G2984 +* स्ट्रोंग्स: H3929, G29840 From edcbe34044fe5e597b40ca7ad408dcbf0047dc48 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 06:09:00 +0000 Subject: [PATCH 270/412] Edit 'bible/names/lot.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/lot.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/names/lot.md b/bible/names/lot.md index c7624e6..01526b4 100644 --- a/bible/names/lot.md +++ b/bible/names/lot.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# लूत # +# लूत -## तथ्य: ## +## तथ्य: लूत अब्राहम का भतीजा था। @@ -8,18 +8,18 @@ * लूत अब्राहम के साथ कनान आया था और सदोम नगर में बस गया। * लूत मोआबियों और अम्मोनियों का मूल पुरुष था। * जब बैरियों ने सदोम पर आक्रमण करके वहां के निवासियों में लूत को भी बन्दी बना लिया था तब अब्राहम अपने सैंकड़ों पुरुषों को लेकर गया और उन सब को तथा सम्पूर्ण लूट को छुड़ा लाया था। -* सदोम के निवासी दुष्टता की सीमा पार कर गए थे इसलिए परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया। परन्तु उन्होंने लूत और उसके परिवार को पहले बाहर निकाला कि वे बच जाएं। +* सदोम के निवासी दुष्टता की सीमा पार कर गए थे इसलिए परमेश्वर ने उस नगर को नष्ट कर दिया। परन्तु उसने लूत और उसके परिवार को पहले बाहर निकाला कि वे बच जाएं। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अम्मोन](../names/ammon.md), [हारान](../names/haran.md), [मोआब](../names/moab.md), [सदोम](../names/sodom.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [2 पतरस 02:7-9](rc://en/tn/help/2pe/02/07) * [उत्पत्ति 11:27-28](rc://en/tn/help/gen/11/27) * [उत्पत्ति 12:4-5](rc://en/tn/help/gen/12/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3876, G3091 +* स्ट्रोंग्स: H3876, G30910 From 6b62ae7b7a78a999751c9e125d82fd86f4a92599 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 06:13:43 +0000 Subject: [PATCH 271/412] Edit 'bible/names/martha.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/martha.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/names/martha.md b/bible/names/martha.md index ba9ecd2..d4a7cf8 100644 --- a/bible/names/martha.md +++ b/bible/names/martha.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# मार्था # +# मार्था -## तथ्य: ## +## तथ्य: मार्था बैतनिय्याह की निवासी थी जो यीशु की अनुयायी थी। * मार्था की बहन मरियम और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे। * एक बार यीशु उनके घर गया तब मार्था तो खाना तैयार करने में व्यस्त हो गई परन्तु मरियम यीशु के पास बैठकर उसकी शिक्षा सुनने लगी। -* लाज़र की मृत्यु पर मार्था ने यीशु के समक्ष स्वीकार किया कि वह परमेश्वर का पुत्र है। +* लाज़र की मृत्यु पर मार्था ने यीशु के समक्ष स्वीकार किया कि यीशु, परमेश्वर का पुत्र, मसीह है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [लाज़र](../names/lazarus.md), [मरियम (मार्था की बहन)](../names/marysisterofmartha.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 11:1-2](rc://en/tn/help/jhn/11/01) -* [यूहन्ना 12:1-3](rc://en/tn/help/jhn/12/01) -* [लूका 10:38-39](rc://en/tn/help/luk/10/38) +* [यूहन्ना 11:2](rc://hi/tn/help/jhn/11/02) +* [यूहन्ना 12:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/12/01) +* [लूका 10:39](rc://hi/tn/help/luk/10/39) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3136 +* स्ट्रोंग्स: G31360 From 5c4e14c6be87921dc13e32762a045834ba330560 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 06:27:44 +0000 Subject: [PATCH 272/412] Edit 'bible/names/mary.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/mary.md | 44 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 22 deletions(-) diff --git a/bible/names/mary.md b/bible/names/mary.md index 8ff8342..ac951af 100644 --- a/bible/names/mary.md +++ b/bible/names/mary.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# मरियम, यीशु की माता # +# मरियम, यीशु की माता -## तथ्य: ## +## तथ्य: -मरियम एक युवती थी जो नासरत में रहती थी। उसकी मंगनी यूसुफ से हुई थी। परमेश्वर ने मरियम को चुना कि वह परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीहा की माता बने, हमारे मसीह की। +मरियम एक युवती थी जो नासरत में रहती थी। उसकी मंगनी यूसुफ से हुई थी। परमेश्वर ने मरियम को चुना कि वह परमेश्वर के पुत्र यीशु मसीह की माता बने। * पवित्र आत्मा ने अलौकिक कार्य से मरियम को गर्भवती किया जब कि वह कुँवारी थी। -* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उसका पुत्र परमेश्वर का पुत्र है और उसका नाम यीशु रखा जाए। +* स्वर्गदूत ने मरियम से कहा था कि उससे जन्म लेने वाला शिशु पुत्र परमेश्वर का पुत्र है और उसका नाम यीशु रखा जाए। * मरियम परमेश्वर से प्रेम करती थी और उसके इस अनुग्रह के लिए उसने परमेश्वर को धन्यवाद दिया। * यूसुफ ने मरियम से विवाह किया परन्तु वह यीशु के जन्म तक कुँवारी ही थी। * मरियम ने चरवाहों और ज्योतिषियों द्वारा शिशु यीशु के लिए कहे गए वचनों को मन में बसा लिया था। @@ -13,29 +13,29 @@ * जब यीशु वयस्क हो गया तब उसने काना में एक विवाह उत्सव के समय पानी से मदिरा बनाई, मरियम भी वहां थी। * सुसमाचार वृत्तान्तों में लिखा है कि यीशु के क्रूसीकरण के समय मरियम भी वहां थी। यीशु ने अपने शिष्य यूहन्ना को आदेश दिया कि वह मरियम को अपनी माता के जैसा संभाले। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [काना](../names/cana.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [हेरोदेस महान](../names/herodthegreat.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [यूसुफ (नया नियम)](../names/josephnt.md), [परमेश्वर का पुत्र](../kt/sonofgod.md), [कुंवारी](../other/virgin.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 02:3-5](rc://en/tn/help/jhn/02/03) -* [यूहन्ना 02:12](rc://en/tn/help/jhn/02/12) -* [लूका 01:26-29](rc://en/tn/help/luk/01/26) -* [लूका 01:34-35](rc://en/tn/help/luk/01/34) -* [मरकुस 06:1-3](rc://en/tn/help/mrk/06/01) -* [मत्ती 01:15-17](rc://en/tn/help/mat/01/15) -* [मत्ती 01:18-19](rc://en/tn/help/mat/01/18) +* [यूहन्ना 2:4](rc://hi/tn/help/jhn/02/04) +* [यूहन्ना 2:12](rc://hi/tn/help/jhn/02/12) +* [लूका 1:29](rc://hi/tn/help/luk/01/29) +* [लूका 1:35](rc://hi/tn/help/luk/01/35) +* [मरकुस 6:3](rc://hi/tn/help/mrk/06/03) +* [मत्ती 1:16](rc://hi/tn/help/mat/01/16) +* [मत्ती 1:19](rc://hi/tn/help/mat/01/19) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |” -* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया | -* __[22:06](rc://en/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला | -* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है | -* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | -* __[49:01](rc://en/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा | +* __[22:4](rc://hi/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |” +* __[22:5](rc://hi/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया | +* __[22:6](rc://hi/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला | +* __[23:2](rc://hi/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है | +* __[23:4](rc://hi/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | +* __[49:1](rc://hi/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा | -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3137 +* स्ट्रोंग्स: G31370 From 861f20c75966f180c9793b3fb87a187f2ef8ee44 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 06:55:20 +0000 Subject: [PATCH 273/412] Edit 'bible/names/marymagdalene.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/marymagdalene.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/marymagdalene.md b/bible/names/marymagdalene.md index 7fbe586..34566a3 100644 --- a/bible/names/marymagdalene.md +++ b/bible/names/marymagdalene.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# मरियम मगदलीनी # +# मरियम मगदलीनी -## तथ्य: ## +## तथ्य: मरियम मगदलीनी उन सब स्त्रियों में से एक थी जो यीशु में विश्वास करती थी और उसकी सेवा में उसके साथ रहती थी। वह यीशु द्वारा सात दुष्टात्माओं से मुक्ति पाने के लिए प्रसिद्ध थी। * मरियम मगदलीनी और अन्य कुछ स्त्रियाँ यीशु और उसके शिष्यों को सहयोग प्रदान करती थी। -* वह यीशु को मृतकों में से जी उठने के बाद देखनेवाली सर्वप्रथम महिला थीं। +* वह यीशु को मृतकों में से जी उठने के बाद देखनेवाली सर्वप्रथम महिलाओं में से एक थी। * जब मरियम मगदलीनी खाली कब्र के बाहर खड़ी थी तब उसने यीशु को वहां खड़े देखा और यीशु ने उससे कहा कि वह जाकर शिष्यों से कहे कि वह जी उठा है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [दुष्टात्माग्रस्त](../kt/demonpossessed.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 08: 1-3](rc://en/tn/help/luk/08/01) -* [लूका 24:8-10](rc://en/tn/help/luk/24/08) -* [मरकुस 15:39-41](rc://en/tn/help/mrk/15/39) -* [मत्ती 27:54-56](rc://en/tn/help/mat/27/54) +* [लूका 8: 1-3](rc://hi/tn/help/luk/08/01) +* [लूका 24:8-10](rc://hi/tn/help/luk/24/08) +* [मरकुस 15:39-41](rc://hi/tn/help/mrk/15/39) +* [मत्ती 27:54-56](rc://hi/tn/help/mat/27/54) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3094, G3137 +* स्ट्रोंग्स: G30940, G31370 From 77b711572a7f03560e3a8e5ec324bf617f4d3010 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:09:17 +0000 Subject: [PATCH 274/412] Edit 'bible/names/marysisterofmartha.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/marysisterofmartha.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/names/marysisterofmartha.md b/bible/names/marysisterofmartha.md index e8d10b0..6c0746b 100644 --- a/bible/names/marysisterofmartha.md +++ b/bible/names/marysisterofmartha.md @@ -1,25 +1,25 @@ मरियम (मार्था की बहन) -## तथ्य: ## +## तथ्य: -मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्य थी। +मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्या थी। * मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे। * यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती। * मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था। * कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था। -* यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन की तैयारी में थी। +* इस काम के लिए यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन के लिए उसके शरीर को तैयार कर रही है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [बैतनिय्याह](../names/bethany.md), [लोबान](../other/frankincense.md), [लाज़र](../names/lazarus.md), [मार्था](../names/martha.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 11:1-2](rc://en/tn/help/jhn/11/01) -* [यूहन्ना 12:1-3](rc://en/tn/help/jhn/12/01) -* [लूका 10:38-39](rc://en/tn/help/luk/10/38) +* [यूहन्ना 11:1-2](rc://hi/tn/help/jhn/11/01) +* [यूहन्ना 12:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/12/01) +* [लूका 10:38-39](rc://hi/tn/help/luk/10/38) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3137 +* स्ट्रोंग्स: G31370 From b491f2ed97213881f8359a0c89deb49b572ca5d4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:15:02 +0000 Subject: [PATCH 275/412] Edit 'bible/names/matthew.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/matthew.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/matthew.md b/bible/names/matthew.md index ed90422..fb7edce 100644 --- a/bible/names/matthew.md +++ b/bible/names/matthew.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# मत्ती, लेवी # +# मत्ती, लेवी -## तथ्य: ## +## तथ्य: मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था। @@ -8,19 +8,19 @@ * मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है। * बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [लेवी](../names/levite.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 05:27-28](rc://en/tn/help/luk/05/27) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 02:13-14](rc://en/tn/help/mrk/02/13) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मत्ती 09:7-9](rc://en/tn/help/mat/09/07) -* [मत्ती 10:2-4](rc://en/tn/help/mat/10/02) +* [लूका 5:27](rc://hi/tn/help/luk/05/27) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 2:14](rc://hi/tn/help/mrk/02/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मत्ती 9:9](rc://hi/tn/help/mat/09/09) +* [मत्ती 10:3](rc://hi/tn/help/mat/10/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3017, G3156 +* Strong's: G30170, G31560 From f6fdd471fba00b5099b0708b0a455d2dcb8bcf64 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:26:05 +0000 Subject: [PATCH 276/412] Edit 'bible/names/mountofolives.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/mountofolives.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/mountofolives.md b/bible/names/mountofolives.md index 7db29d8..3859c19 100644 --- a/bible/names/mountofolives.md +++ b/bible/names/mountofolives.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# जैतून के पहाड़ # +# जैतून पर्वत -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -जैतून के पहाड़ यरूशलेम के पूर्व में एक पर्वत या बड़ा पहाड़ है। उसकी ऊंचाई 787 मीटर है। +जैतून पर्वत यरूशलेम के पूर्व में एक ऊंची पहाड़ी है। उसकी ऊंचाई 787 मीटर है। * पुराने नियम में इस पर्वत को कभी-कभी “यरूशलेम के पूर्व का पर्वत” कहा गया है। * नये नियम में अनेक अवसरों का उल्लेख है जब यीशु अपने शिष्यों के साथ जैतून पर्वत पर प्रार्थना करने और विश्राम करने गया था। * यीशु को गतसमनी की वाटिका में बन्दी बनाया गया था, यह भी जैतून के पहाड़ पर है। -* इसका अनुवाद “जैतून के पहाड़” या “जैतून के पेड़ का पर्वत” किया जा सकता है। +* इसका अनुवाद “जैतून का पहाड़” या “जैतून के पेड़ों का पर्वत” किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(यह भी देखें: [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [गतसमनी](../names/gethsemane.md), [जैतून](../other/olive.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 19:29-31](rc://en/tn/help/luk/19/29) -* [लूका 19:37-38](rc://en/tn/help/luk/19/37) -* [मरकुस 13:3-4](rc://en/tn/help/mrk/13/03) -* [मत्ती 21:1-3](rc://en/tn/help/mat/21/01) -* [मत्ती 24:3-5](rc://en/tn/help/mat/24/03) -* [मत्ती 26:30-32](rc://en/tn/help/mat/26/30) +* [लूका 19:29](rc://hi/tn/help/luk/19/29) +* [लूका 19:37](rc://hi/tn/help/luk/19/37) +* [मरकुस 13:3](rc://hi/tn/help/mrk/13/03) +* [मत्ती 21:1-3](rc://hi/tn/help/mat/21/01) +* [मत्ती 24:3-5](rc://hi/tn/help/mat/24/03) +* [मत्ती 26:30](rc://hi/tn/help/mat/26/30) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2022, H2132, G3735, G1636 +* स्ट्रोंग्स: H2022, H2132, G37350, G16360 From 0906298e7aca4124736e12cebed06b9521f331ed Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:36:05 +0000 Subject: [PATCH 277/412] Edit 'bible/names/naaman.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/naaman.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/names/naaman.md b/bible/names/naaman.md index 1b5b804..b79f21e 100644 --- a/bible/names/naaman.md +++ b/bible/names/naaman.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# नामान # +# नामान -## तथ्य: ## +## तथ्य: -पुराने नियम में नामान अरामी सेना का प्रधान था। +पुराने नियम में, नामान अरामी सेना का सेनापति था। -* नामान को एक असाध्य त्वचा रोग कोढ़ थी जो ठीक नहीं हो सकती थी। -* नामान के घर में एक यहूदी दासी थी जिसने उसे सुझाव दिया कि वह रोग-मुक्ति के लिए भविष्यद्वक्ता एलीशा के पास जाए। +* नामान को एक असाध्य त्वचा रोग, कोढ़ था जो ठीक नहीं हो सकता था। +* नामान के घर में एक यहूदी दासी थी जिसने उसे सुझाव दिया कि वह रोग-मुक्ति के लिए भविष्यद्वक्ता एलीशा के पास जाकर निवेदन करे। * एलीशा ने नामान के पास सन्देश भेज दिया कि वह सात बार यरदन नदी में डुबकी लगाए। नामान ने आज्ञा का पालन किया तो परमेश्वर ने उसे संपूर्ण चंगाई दे दी। * इसका परिणाम यह हुआ कि नामान एकमात्र सच्चे परमेश्वर, यहोवा में विश्वास करने लगा। * नामान नाम के दो और पुरुष भी हुए है जो याकूब के पुत्र बिन्यामीन के वंशज थे। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अराम](../names/aram.md), [यरदन नदी](../names/jordanriver.md), [कोढ़](../other/leprosy.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 08:6-7](rc://en/tn/help/1ch/08/06) -* [2 राजा 05:1-2](rc://en/tn/help/2ki/05/01) -* [लूका 04:25-27](rc://en/tn/help/luk/04/25) +* [1 इतिहास 8:6-7](rc://hi/tn/help/1ch/08/06) +* [2 राजा 5:1](rc://hi/tn/help/2ki/05/01) +* [लूका 4:27](rc://hi/tn/help/luk/04/27) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[19:14](rc://en/tn/help/obs/19/14)__ जिनमे से एक चमत्कार __नामान__ नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था | -* __[19:15](rc://en/tn/help/obs/19/15)__ पहले तो __नामान__ क्रोधित हुआ, और वह ऐसा नहीं करना चाहता था, क्योंकि उसे यह मूर्खता पूर्ण कार्य लग रहा था | परन्तु शीघ्र ही उसने अपना विचार बदल लिया और यरदन को जाकर उसमे सात बार डुबकी मारी | -* __[26:06](rc://en/tn/help/obs/26/06)__ लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी ठीक नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, __नामान__ के त्वचा रोग को चंगा किया।” +* __[19:14](rc://hi/tn/help/obs/19/14)__ जिनमे से एक चमत्कार __नामान__ नामक व्यक्ति के जीवन में हुआ, वह शत्रुओं का सेनापति था और कोढ़ी था | +* __[19:15](rc://hi/tn/help/obs/19/15)__ पहले तो __नामान__ क्रोधित हुआ, और वह ऐसा नहीं करना चाहता था, क्योंकि उसे यह मूर्खता पूर्ण कार्य लग रहा था | परन्तु शीघ्र ही उसने अपना विचार बदल लिया और यरदन को जाकर उसमे सात बार डुबकी मारी | +* __[26:6](rc://hi/tn/help/obs/26/06)__ लेकिन एलीशा ने उनमें से किसी को भी ठीक नहीं किया, उसने केवल इस्राएल के दुश्मनों के एक सेनापति, __नामान__ के त्वचा रोग को चंगा किया।” -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5283, G3497 +* स्ट्रोंग्स: H5283, G34970 From 5be2696f13582663d64e04c6d09a20ccadbb98e4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:44:59 +0000 Subject: [PATCH 278/412] Edit 'bible/names/nahor.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/nahor.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/names/nahor.md b/bible/names/nahor.md index 551008c..dc1d00a 100644 --- a/bible/names/nahor.md +++ b/bible/names/nahor.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# नाहोर # +# नाहोर -## तथ्य: ## +## तथ्य: नाहोर अब्राहम के दो परिजनों का नाम था, उसका दादा और उसका भाई। * अब्राहम का भाई नाहोर इसहाक की पत्नी रिबका का दादा था। * “नाहोर नगर” अर्थात “नाहोर नामक नगर” या “वह नगर जहां नाहोर रहता था” या “नाहोर का नगर” -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [रिबका](../names/rebekah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 01:24-27](rc://en/tn/help/1ch/01/24) * [उत्पत्ति 31:51-53](rc://en/tn/help/gen/31/51) * [यहोशू 24:1-2](rc://en/tn/help/jos/24/01) * [लूका 03:33-35](rc://en/tn/help/luk/03/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5152, G3493 +* स्ट्रोंग्स: H5152, G34930 From 1d5a822254170c7da97dafafbe6bce5da5502a0a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 07:52:44 +0000 Subject: [PATCH 279/412] Edit 'bible/names/nathan.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/nathan.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/names/nathan.md b/bible/names/nathan.md index 6627b4e..21eb4ce 100644 --- a/bible/names/nathan.md +++ b/bible/names/nathan.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# नातान # +# नातान -## तथ्य: ## +## तथ्य: नातान परमेश्वर का एक विश्वासयोग्य भविष्यद्वक्ता था, और दाऊद के राज्यकाल में सेवा कर रहा था। -* उरिय्याह के विरुद्ध दाऊद के पाप का पर्दाफाश करने के लिए परमेश्वर ने नातान को भेजा था। +* उरिय्याह के विरुद्ध दाऊद के गंभीर पाप का पर्दाफाश करने के लिए परमेश्वर ने नातान को भेजा था। * नातान ने दाऊद को झिड़का था, यद्यपि दाऊद राजा था। * नातान के आगमन के बाद दाऊद ने अपने पाप का प्रायश्चित किया। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [अरिय्याह](../names/uriah.md)) +(यह भी देखें: [दाऊद](../names/david.md), [विश्वासयोग्य](../kt/faithful.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [ऊरिय्याह](../names/uriah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 17:1-2](rc://en/tn/help/1ch/17/01) -* [2 इतिहास 09:29-31](rc://en/tn/help/2ch/09/29) -* [2 शमूएल 12:1-3](rc://en/tn/help/2sa/12/01) -* [भजन संहिता 051:1-2](rc://en/tn/help/psa/051/001) +* [1 इतिहास 17:1-2](rc://hi/tn/help/1ch/17/01) +* [2 इतिहास 9:29](rc://hi/tn/help/2ch/09/29) +* [2 शमूएल 12:1-3](rc://hi/tn/help/2sa/12/01) +* [भजन संहिता 51:1](rc://hi/tn/help/psa/051/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा | -* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। +* __[17:7](rc://hi/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा | +* __[17:13](rc://hi /tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसका पाप कितना बुरा है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5416, G3481 +* स्ट्रोंग्स: H5416, G34810 From 1187911996096e8d1f2728f2be11075c2b5e1bc8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 08:06:42 +0000 Subject: [PATCH 280/412] Edit 'bible/names/nazareth.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/nazareth.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/names/nazareth.md b/bible/names/nazareth.md index 0bc29af..12da175 100644 --- a/bible/names/nazareth.md +++ b/bible/names/nazareth.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# नासरत, नासरियों # +# नासरत, नासरी -## तथ्य: ## +## तथ्य: -नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 मील दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं। +नासरत उत्तरी इस्राएल के गलील क्षेत्र में एक नगर है। * वह यरूशलेम के उत्तर में लगभग 100 किलोमीटर दूर है। इसकी पद-यात्रा में तीन से पांच दिन लगते हैं। * यूसुफ और मरियम नासरतवासी थे और यीशु का पालन-पोषण वहीं हुआ था। यही कारण है कि यीशु को “नासरी” कहते थे। * नासरत के अनेक यहूदी यीशु की शिक्षाओं को स्वीकार नहीं करते थे क्योंकि वह उनके साथ पला-बड़ा था इसलिए वे उसे एक साधारण मनुष्य मानते थे। @@ -11,22 +11,22 @@ (यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [गलील](../names/galilee.md), [यूसुफ (नया नियम)](../names/josephnt.md), [मरियम](../names/mary.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 26:9-11](rc://en/tn/help/act/26/09) -* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43) -* [लूका 01:26-29](rc://en/tn/help/luk/01/26) -* [मरकुस 16:5-7](rc://en/tn/help/mrk/16/05) -* [मत्ती 02:22-23](rc://en/tn/help/mat/02/22) -* [मत्ती 21:9-11](rc://en/tn/help/mat/21/09) -* [मत्ती 26:71-72](rc://en/tn/help/mat/26/71) +* [प्रे.का. 26:9-11](rc://hi/tn/help/act/26/09) +* [यूहन्ना 1:43-45](rc://hi/tn/help/jhn/01/43) +* [लूका 1:26-29](rc://hi/tn/help/luk/01/26) +* [मरकुस 16:5-7](rc://hi/tn/help/mrk/16/05) +* [मत्ती 2:23](rc://hi/tn/help/mat/02/22) +* [मत्ती 21:9-11](rc://hi/tn/help/mat/21/09) +* [मत्ती 26:71-72](rc://hi/tn/help/mat/26/71) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके __नासरत__ को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | -* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ यीशु __नासरत__ शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | -* __[26:07](rc://en/tn/help/obs/26/07)__ __नासरत__ के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनसा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें | +* __[23:4](rc://hi/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके __नासरत__ को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया | +* __[26:2](rc://hi/tn/help/obs/26/02)__ यीशु __नासरत__ शहर के पास गया, जहाँ उसने अपना बचपन बिताया था | +* __[26:7](rc://hi/tn/help/obs/26/07)__ __नासरत__ के लोगों ने आराधना के स्थान से यीशु को बाहर घसीटा और उसे मारने की मनशा से चट्टान के किनारे ले आए, कि उसे वहाँ से नीचे गिरा दें और वह मर जाए| -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G3478, G3479, G3480 +* स्ट्रोंग्स: G34780, G34790, G34800 From 88f7726f2c855bc6c9865836270585bc45f7bfe8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 08:17:15 +0000 Subject: [PATCH 281/412] Edit 'bible/names/nineveh.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/nineveh.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/nineveh.md b/bible/names/nineveh.md index c603960..574464f 100644 --- a/bible/names/nineveh.md +++ b/bible/names/nineveh.md @@ -1,25 +1,25 @@ # नीनवे, नीनवे के लोग -## तथ्य: ## +## तथ्य: -नीनवे अश्शूरों की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह है जो नीनवे में रहते थे। +नीनवे अश्शूरों के साम्राज्य की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह था जो नीनवे में रहता था। * परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया। -* बाद में अश्शूरों ने परमेश्वर की सेवा करना छोड़ दिया। उन्होंने इस्राएल राज्य को जीतकर प्रजा को बन्दी बना लिया था। +* नहूम और सपन्याह नामक दो भविष्यद्वक्ताओं ने भाविश्यद्वानी की थी कि परमेश्वर नीनवे को उनके पापों के दंड स्वरूप नष्ट कर देगा| -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अश्शूर](../names/assyria.md), [योना](../names/jonah.md), [मन फिराना](../kt/repent.md), [बदलना](../other/turn.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 10:11-14](rc://en/tn/help/gen/10/11) -* [योना 01:1-3](rc://en/tn/help/jon/01/01) -* [योना 03:1-3](rc://en/tn/help/jon/03/01) -* [लूका 11:32](rc://en/tn/help/luk/11/32) -* [मत्ती 12:41](rc://en/tn/help/mat/12/41) +* [उत्पत्ति 10:11-14](rc:///tn/help/gen/10/11) +* [योना 1:3](rc://hi/tn/help/jon/01/03) +* [योना 3:3](rc://hi/tn/help/jon/03/03) +* [लूका 11:32](rc://hi/tn/help/luk/11/32) +* [मत्ती 12:41](rc://hi/tn/help/mat/12/41) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5210, G3535, G3536 +* स्ट्रोंग्स: H5210, G35350, G35360 From d557b88bf7d6513405c7c5a5cb1356952b1074bb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 08:26:33 +0000 Subject: [PATCH 282/412] Edit 'bible/names/noah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/noah.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/names/noah.md b/bible/names/noah.md index 66a56f5..1f2f813 100644 --- a/bible/names/noah.md +++ b/bible/names/noah.md @@ -1,33 +1,33 @@ -# नूह # +# नूह -## तथ्य: ## +## तथ्य: -नूह लगभग 4000 वर्ष पूर्व था जब परमेश्वर ने पृथ्वी पर से सब पापियों को नष्ट करने के लिए जलप्रलय किया था। परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी कि वह एक विशाल नाव बनाए जिसमें बाढ़ का पानी पृथ्वी पर भरने तक उसका परिवार सुरक्षित रहे। +नूह लगभग 4000 वर्ष पूर्व था जब परमेश्वर ने पृथ्वी पर से सब पापियों को नष्ट करने के लिए जलप्रलय किया था। परमेश्वर ने नूह को आज्ञा दी कि वह एक विशाल नाव बनाए जिसमें बाढ़ का पानी पृथ्वी पर फैलने के समय उसका परिवार सुरक्षित रहे। * नूह एक धर्मी पुरूष था जो हर एक बात में परमेश्वर की आज्ञा मानता था। * नूह ने उस नाव को ठीक वैसा ही बनाया जैसा परमेश्वर ने कहा था। * इस नाव में नूह और उसका परिवार सुरक्षित रहे और बाद में पृथ्वी पर फैल गए। * तब के बाद सब मनुष्य नूह के वंशज हैं। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [जहाज](../kt/ark.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 05:30-31](rc://en/tn/help/gen/05/30) -* [उत्पत्ति 05:32](rc://en/tn/help/gen/05/32) -* [उत्पत्ति 06:7-8](rc://en/tn/help/gen/06/07) -* [उत्पत्ति 08:1-3](rc://en/tn/help/gen/08/01) -* [इब्रानियों 11:7](rc://en/tn/help/heb/11/07) -* [मत्ती 24:37-39](rc://en/tn/help/mat/24/37) +* [उत्पत्ति 5:30-31](rc://hi/tn/help/gen/05/30) +* [उत्पत्ति 5:32](rc://hi/tn/help/gen/05/32) +* [उत्पत्ति 6:8](rc://hi/tn/help/gen/06/08) +* [उत्पत्ति 8:1](rc://hi/tn/help/gen/08/01) +* [इब्रानियों 11:7](rc://hi/tn/help/heb/11/7) +* [मत्ती 24:37](rc://hi /tn/help/mat/24/37) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही | -* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था | -* __[03:13](rc://en/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए | +* __[3:2](rc://hi/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही | +* __[3:4](rc://hi/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था | +* __[3:13](rc://hi/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए | -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5146, G3575 +* स्ट्रोंग्स: H5146, G35750 From a529483b56c340dc034ab3ccddc6c66841f2bcfb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 08:44:58 +0000 Subject: [PATCH 283/412] Edit 'bible/names/peter.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/peter.md | 50 ++++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 25 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/names/peter.md b/bible/names/peter.md index 9abfea0..ed99158 100644 --- a/bible/names/peter.md +++ b/bible/names/peter.md @@ -1,41 +1,41 @@ -# पतरस, शमौन पतरस, कैफा # +# पतरस, शमौन पतरस, कैफा -## तथ्य: ## +## तथ्य: पतरस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह आरंभिक कलीसिया का एक महत्वपूर्ण अगुआ था। * यीशु द्वारा शिष्य होने के लिए बुलाए जाने से पूर्व पतरस का नाम शमौन था। -* बाद में यीशु ने उसे “कैफा” नाम दिया जिसका अर्थ है “पत्थर या चट्टान” अरामी भाषा में। * पतरस का अर्थ यूनानी भाषा में “पत्थर” या “चट्टान” होता है। +* बाद में यीशु ने उसे “कैफा” नाम दिया जिसका अर्थ है “पत्थर या चट्टान” अरामी भाषा में। पतरस का अर्थ यूनानी भाषा में “पत्थर” या “चट्टान” होता है। * परमेश्वर ने पतरस के माध्यम से लोगों को चंगा किया और यीशु के सुसमाचार का प्रचार किया। * नये नियम में दो पुस्तकें पतरस के पत्र हैं जो विश्वासियों को प्रोत्साहित करने तथा शिक्षा देने के लिए हैं। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [चेले](../kt/disciple.md), [प्रेरित](../kt/apostle.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 08:25](rc://en/tn/help/act/08/25) -* [गलातियों 02:6-8](rc://en/tn/help/gal/02/06) -* [गलातियों 02:11-12](rc://en/tn/help/gal/02/11) -* [लूका 22:56-58](rc://en/tn/help/luk/22/56) -* [मरकुस 03:13-16](rc://en/tn/help/mrk/03/13) -* [मत्ती 04:18-20](rc://en/tn/help/mat/04/18) -* [मत्ती 08:14-15](rc://en/tn/help/mat/08/14) -* [मत्ती 14:28-30](rc://en/tn/help/mat/14/28) -* [मत्ती 26:33-35](rc://en/tn/help/mat/26/33) +* [प्रे.का. 8:25](rc://hi/tn/help/act/08/25) +* [गलातियों 2:6-8](rc://hi/tn/help/gal/02/06) +* [गलातियों 2:12](rc://hi/tn/help/gal/02/12) +* [लूका 22:58](rc://hi/tn/help/luk/22/58) +* [मरकुस 3:16](rc://hi/tn/help/mrk/03/16) +* [मत्ती 4:18-20](rc://hi/tn/help/mat/04/18) +* [मत्ती 8:14](rc://hi/tn/help/mat/08/14) +* [मत्ती 14:30](rc://hi/tn/help/mat/14/30) +* [मत्ती 26:33-35](rc://hi/tn/help/mat/26/33) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[28:09](rc://en/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?” -* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?” -* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |” -* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया | -* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा |” -* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महा याजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया | -* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। -* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। +* __[28:9](rc://hi/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?” +* __[29:1](rc://hi/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?” +* __[31:5](rc://hi/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |” +* __[36:1](rc://hi/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया | +* __[38:9](rc://hi/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मेरा इनकार कर देगा|” +* __[38:15](rc://hi/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महायाजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया | +* __[43:11](rc://hi/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा। +* __[44:8](rc://hi/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2786, G4074, G4613 +* स्ट्रोंग्स: G27860, G40740, G46130 From e35e35442332247748e476fe7f07798b767a4e32 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 09:11:35 +0000 Subject: [PATCH 284/412] Edit 'bible/names/philiptheapostle.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/philiptheapostle.md | 21 +++++++++++---------- 1 file changed, 11 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/names/philiptheapostle.md b/bible/names/philiptheapostle.md index 9e4a4c7..227ae76 100644 --- a/bible/names/philiptheapostle.md +++ b/bible/names/philiptheapostle.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# फिलिप्पुस, प्रेरित # +# फिलिप्पुस, प्रेरित -## तथ्य: ## +## तथ्य: फिलिप्पुस यीशु के बारह चेलों में से एक था। वह बेतसैदा नगर का था। @@ -9,17 +9,18 @@ * अन्तिम फसह के भोज में यीशु ने अपने शिष्यों के साथ पिता परमेश्वर के विषय चर्चा की थी। फिलिप्पुस ने यीशु से निवेदन किया था कि वह उन्हें पिता परमेश्वर का दर्शन कराए। * कुछ भाषाओं में इस फिलिप्पुस का नाम प्रचारक फिलिप्पुस के नाम की वर्तनी से भिन्न लिखना उचित समझा गया है जिससे कि देनों नामों में उलझन उत्पन्न न हो। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [फिलिप्पुस](../names/philip.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [यूहन्ना 01:43-45](rc://en/tn/help/jhn/01/43) -* [यूहन्ना 06:4-6](rc://en/tn/help/jhn/06/04) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) +* [प्रे.का. 1:14](rc://hi/tn/help/act/01/14) +* [यूहन्ना 1:44](rc://hi/tn/help/jhn/01/44) +* [यूहन्ना 6:6](rc://hi/tn/help/jhn/06/06) +* [लूका 6:14](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: +* स्ट्रोंग्स: G53760 \ No newline at end of file From 62a2feb0f89cb8b76f3e061b6878f40df6bc7ac3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 09:36:27 +0000 Subject: [PATCH 285/412] Edit 'bible/names/pilate.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/pilate.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/names/pilate.md b/bible/names/pilate.md index ecd2ebf..af5f10e 100644 --- a/bible/names/pilate.md +++ b/bible/names/pilate.md @@ -23,13 +23,13 @@ ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* **[39:09](rc://hi/tn/help/obs/39/09)** अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर **पिलातुस** को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था. वे इस आशा में थे कि **पिलातुस** उसे दोषी ठहरा कर उसे मरवा डाले. **पिलातुस** ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?” -* **[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)** \_*पिलातुस*\_ ने कहा, “सच क्या है?” -* **[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)** यीशु से बात करने के बाद **पिलातुस** भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” **पिलातुस** ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब **पिलातुस** ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.” -* **[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)** **पिलातुस** डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया. -* **[40:02](rc://hi/tn/help/obs/40/02)** \_\_ पिलातुस\_\_ ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर से ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है. ” -* **\[41:02\](rc://hi /tn/help/obs/41/02)** **पिलातुस** ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्शि कर सकते हो कर लो." +* __[39:9](rc://hi/tn/help/obs/39/09)__ अगली सुबह यहूदी नेताओ ने यीशु को ले जाकर __पिलातुस__ को सौंप दिया जो एक रोमन राज्यपाल था. वे इस आशा में थे कि __पिलातुस__ उसे दोषी ठहरा कर उसे मरवा डाले. **पिलातुस** ने यीशु से पूछा, “ क्या तू यहूदियों का राजा है?” +* __[39:10](rc://hi/tn/help/obs/39/10)__ __पिलातुस__ ने कहा, “सच क्या है?” +* __[39:11](rc://hi/tn/help/obs/39/11)__ यीशु से बात करने के बाद __पिलातुस__ भीड़ में आया, और कहा, “मैं तो इस व्यक्ति में कोई दोष नहीं पाता.” परन्तु यहूदी गुरुओं ने और जनसमूह ने चिल्लाकर कहा, “इसे क्रूस पर चढ़ा दे.” __पिलातुस__ ने कहा, “यह दोषी नहीं है.” वह और जोर से चिल्लाने लगे. तब __पिलातुस__ ने तीसरी बार कहा, “मैं इसमें कोई दोष नहीं पाता.” +* __[39:12](rc://hi/tn/help/obs/39/12)__ __पिलातुस__ डर गया कि कही कोलाहल न मच जाए, इसलिये उसने यीशु को क्रूस पर चढ़ाने के लिए सैनिको को सौंप दिया. +* __[40:2](rc://hi/tn/help/obs/40/02)__ __पिलातुस__ ने आज्ञा दी कि यीशु के सिर से ऊपर क्रूस पर यह लिख कर लगा दिया जाए, “यह यहूदियों का राजा है. ” +* __[41:2](rc://hi /tn/help/obs/41/02)__ __पिलातुस__ ने कहा, “कुछ सैनिक लो और जाकर कब्र को जितना अधिक सुरक्षित कर सकते हो कर लो." ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: G4091, G4194 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: G40910, G41940 \ No newline at end of file From 6078535937700851c72e4c7df0da9f8ea627ef90 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 09:45:54 +0000 Subject: [PATCH 286/412] Edit 'bible/names/seaofgalilee.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/seaofgalilee.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/names/seaofgalilee.md b/bible/names/seaofgalilee.md index 35fc3b1..f04545c 100644 --- a/bible/names/seaofgalilee.md +++ b/bible/names/seaofgalilee.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# गलील सागर, किन्नेरेत की सागर, गन्नेसरत की झील, तिबिरियुस की झील# +# गलील सागर, किन्नेरेत की झील, गन्नेसरत की झील, तिबिरियुस की झील -## तथ्य: ## +## तथ्य: "गलील सागर" पूर्वी इस्राएल में एक झील का नाम है। पुराने नियम में इस झील को “किन्नेरेत की झील” कहते थे * इस झील का जल प्रवाह दक्षिण की ओर यरदन नदी में होकर मृतसागर में जाता था। * कफरनहूम, बेतसैदा, गन्नेसरत और तिबरियास कुछ नगर हैं जो नये नियम के युग में गलील सागर के परिवेश में स्थित थे। -* यीशु के जीवन की अनेक घटनाएं गलील सागर पर या उसके निकट हुआ था। +* यीशु के जीवन की अनेक घटनाएं गलील सागर पर या उसके निकट घटी थीं। * गलील सागर को "तिबरियास सागर और गन्नेसरत की झील भी कहते हैं।" * इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, "गलील क्षेत्र की झील" या "गलील झील" या "तिबरियास (गन्नेसरत) के निकट झील" -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [कफरनहूम](../names/capernaum.md), [गलील](../names/galilee.md), [यरदन नदी](../names/jordanriver.md), [खारे ताल](../names/saltsea.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 06:1-3](rc://en/tn/help/jhn/06/01) -* [लूका 05:1-3](rc://en/tn/help/luk/05/01) -* [मरकुस 01:16-18](rc://en/tn/help/mrk/01/16) -* [मत्ती 04:12-13](rc://en/tn/help/mat/04/12) -* [मत्ती 04:18-20](rc://en/tn/help/mat/04/18) -* [मत्ती 08:18-20](rc://en/tn/help/mat/08/18) -* [मत्ती 13:1-2](rc://en/tn/help/mat/13/01) -* [मत्ती 15:29-31](rc://en/tn/help/mat/15/29) +* [यूहन्ना 6:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/06/01) +* [लूका 5:1](rc://hi/tn/help/luk/05/01) +* [मरकुस 1:16-18](rc://hi/tn/help/mrk/01/16) +* [मत्ती 4:12-13](rc://hi/tn/help/mat/04/12) +* [मत्ती 4:18-20](rc://hi/tn/help/mat/04/18) +* [मत्ती 8:18-20](rc://hi/tn/help/mat/08/18) +* [मत्ती 13:1-2](rc://hi/tn/help/mat/13/01) +* [मत्ती 15:29-31](rc://hi/tn/help/mat/15/29) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3220, H3672, G1056, G1082, G2281, G3041, G5085 +* स्ट्रोंग्स: H3220, H3672, G10560, G10820, G22810, G30410, G50850 From 1b7cd0771e9e045cc16aefc479d7fd76b763b3d4 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 09:53:51 +0000 Subject: [PATCH 287/412] Edit 'bible/names/seth.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/seth.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/names/seth.md b/bible/names/seth.md index a35afde..06e8597 100644 --- a/bible/names/seth.md +++ b/bible/names/seth.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# शेत # +# शेत -## तथ्य: ## +## तथ्य: उत्पत्ति की पुस्तक में, शेत आदम और हव्वा का तीसरा पुत्र था। @@ -8,16 +8,16 @@ * नूह शेत के वंशजों में से था, अतः जलप्रलय के बाद सब शेत के वंशज हैं। * शेत और उसका परिवार सबसे पहले मनुष्य थे जिन्होंने “प्रभु का नाम पुकारा था।" -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [हाबिल](../names/abel.md), [कैन](../names/cain.md), [पुकारना](../kt/call.md), [वंशज](../other/descendant.md), [पूर्वज](../other/father.md), [जल-प्रलय](../other/flood.md), [नूह](../names/noah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 इतिहास 01:1-4](rc://en/tn/help/1ch/01/01) * [लूका 03:36-38](rc://en/tn/help/luk/03/36) * [गिनती 24:17](rc://en/tn/help/num/24/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8352, G4589 +* स्ट्रोंग्स: H8352, G45890 From 0c665bc7ae357fc9bdd93b989b692c269217c576 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:02:22 +0000 Subject: [PATCH 288/412] Edit 'bible/names/shem.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/shem.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/shem.md b/bible/names/shem.md index 43b01bc..26ba438 100644 --- a/bible/names/shem.md +++ b/bible/names/shem.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# शेम # +# शेम -## तथ्यों: ## +## तथ्य: शेम नूह के तीन पुत्रों में से एक था, उत्पत्ति की पुस्तक में वर्णित विश्वव्यापी जल-प्रलय के समय वह नूह के साथ उसके जहाज में था। @@ -8,20 +8,20 @@ * शेम के वंशज “सामी” कहलाए जो इब्रानी और अरबी भाषा जैसी सामी भाषाएं बोलते थे। * बाइबल बताती है कि शेम लगभग 600 साल जीवित रहा। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अरेबिया](../names/arabia.md), [बड़ा जहाज](../kt/ark.md), [प्रलय](../other/flood.md), [नूह](../names/noah.md)) +(यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [अरेबिया](../names/arabia.md), [बड़ा जहाज](../kt/ark.md), [जल प्रलय](../other/flood.md), [नूह](../names/noah.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 05:32](rc://en/tn/help/gen/05/32) -* [उत्पत्ति 06:9-10](rc://en/tn/help/gen/06/09) -* [उत्पत्ति 07: 13-14](rc://en/tn/help/gen/07/13) -* [उत्पत्ति 10:1](rc://en/tn/help/gen/10/01) -* [उत्पत्ति 10:30-31](rc://en/tn/help/gen/10/30) -* [उत्पत्ति 11: 10-11](rc://en/tn/help/gen/11/10) -* [लूका 03:36-38](rc://en/tn/help/luk/03/36) +* [उत्पत्ति 5:32](rc://hi/tn/help/gen/05/32) +* [उत्पत्ति 6:10](rc://hi/tn/help/gen/06/10) +* [उत्पत्ति 7:13-14](rc://hi/tn/help/gen/07/13) +* [उत्पत्ति 10:1](rc://hi/tn/help/gen/10/01) +* [उत्पत्ति 10:31](rc://hi/tn/help/gen/10/31) +* [उत्पत्ति 11:10](rc://hi/tn/help/gen/11/10) +* [लूका 3:36-38](rc://hi /tn/help/luk/03/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8035, G4590 +* स्ट्रोंग्स: H8035, G45900 From 6c6523cf92da0efd8440e592f79e0c06a0806b8d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:06:53 +0000 Subject: [PATCH 289/412] Edit 'bible/names/sidon.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/sidon.md | 6 +++--- 1 file changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/bible/names/sidon.md b/bible/names/sidon.md index 5082811..c2be35c 100644 --- a/bible/names/sidon.md +++ b/bible/names/sidon.md @@ -5,7 +5,7 @@ सीदोन कनान का सबसे बड़ा पुत्र था। कनानियों के एक नगर का नाम भी सीदोन था, संभवतः कनान के पुत्र के नाम पर। * सीदोन नगर इस्राएल के उत्तर-पश्चिम में भूमध्य सागर के तट पर बसा था जो आज के लबानोन देश का एक भाग है। -* “सीदोनी” फिनीके के जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे। +* “सीदोनी” फिनीके जाति के लोग थे जो प्राचीन सीदोन तथा उसके आसपास के क्षेत्र में निवास करते थे। * बाइबल में सीदोन, सोर के निकट संबन्ध में दर्शाया गया है दोनों नगर अपने वैभव और अनैतिक व्यवहार के लिए प्रसिद्ध थे। (अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) @@ -18,10 +18,10 @@ * [प्रे.का. 27:3-6](rc://hi/tn/help/act/27/03) * [उत्पत्ति 10: 15-18](rc://hi/tn/help/gen/10/15) * [उत्पत्ति 10: 19](rc://hi/tn/help/gen/10/19) -* [मरकुस 03:7-8](rc://hi/tn/help/mrk/03/07) +* [मरकुस 3:7-8](rc://hi/tn/help/mrk/03/07) * [मत्ती 11:22](rc://hi/tn/help/mat/11/22) * [मत्ती 15:22](rc://hi/tn/help/mat/15/22) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6721, H6722, G4605, G4606 +* स्ट्रोंग्स: H6721, H6722, G46050, G46060 From 54b8742a64af7073de95a5ad864ab8f4a9b56ddf Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:37:49 +0000 Subject: [PATCH 290/412] Edit 'bible/names/simeon.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/simeon.md | 32 +++++++++++++++++--------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/names/simeon.md b/bible/names/simeon.md index 6ec6b4a..88732a6 100644 --- a/bible/names/simeon.md +++ b/bible/names/simeon.md @@ -1,25 +1,27 @@ -# शमौन # +# शमौन -## तथ्यों: ## +## तथ्य: -पुराने नियम में शमौन नामक अनेक पुरुष थे। +शमौन याकूब का दूसरा पुत्र था| वह लीआ: का दूसरा पुत्र था| उसके वंशज इस्राएल के गोत्रों में से एक हुए थे। +* उसके वंशजों का गोत्र "शमौन का गोत्र" कहलाया| +* शमौन नाम उस इब्रानी शब्द के सदृश्य है जिसका अनुवाद, "सुनना है|" -* पुराने नियम में याकूब (इस्राएल) के दूसरे पुत्र का नाम शमौन था । उसकी माता का नाम लीआ: था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक हुए। -* शमौन के गोत्र ने प्रतिज्ञा के देश कनान में दूरस्थ दक्षिणी क्षेत्र प्राप्त किया था, उस क्षेत्र का एक भाग यहूदा के उत्तराधिकार में था। +* शमौन के गोत्र ने प्रतिज्ञा के देश कनान में दूरस्थ दक्षिणी क्षेत्र प्राप्त किया था| उसका भूभाग पूर्णतः यहूदा के भूभाग से घिरा हुआ था| जब भूभाग के नाम से जाना जाता है तब "शमौन" शब्द शमौन के गोत्र को दिए गए भूभाग का सन्दर्भ देता है। * जब यूसुफ और मरियम यीशु को यरूशलेम के मन्दिर में समर्पित करने लाए थे तब शिमोन नामक एक वृद्ध पुरुष ने मसीह के दर्शन पाने हेतु यहोवा की स्तुति की थी। +* शमौन नामक एक और पुरुष लूका द्वारा दी गई यीशु की वंशावली में एक था| -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [मसीह](../kt/christ.md), [समर्पण करना](../other/dedicate.md), [याकूब](../names/jacob.md), [यहूदा](../names/judah.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) +(यह भी देखें: [इस्राएल के बारह गोत्र](../other/12tribesofisrael.md), [याकूब](../names/jacob.md), [लीआ:](../names/leah.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 29:33-34](rc://en/tn/help/gen/29/33) -* [उत्पत्ति 34:24-26](rc://en/tn/help/gen/34/24) -* [उत्पत्ति 42: 35-36](rc://en/tn/help/gen/42/35) -* [उत्पत्ति 43:21-23](rc://en/tn/help/gen/43/21) -* [लूका 02:25-26](rc://en/tn/help/luk/02/25) +* [उत्पत्ति 29:33](rc://hi/tn/help/gen/29/33) +* [उत्पत्ति 34:25](rc://hi/tn/help/gen/34/24) +* [उत्पत्ति 42: 35-36](rc://hi/tn/help/gen/42/35) +* [उत्पत्ति 43:21-23](rc://hi/tn/help/gen/43/21) +* [लूका 2:25](rc://hi/tn/help/luk/02/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8095, H8099, G4826 +* स्ट्रोंग्स: H8095, H8099, G48260 From 08c788ba3341a67ed68f94e83721c030e46a032a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:43:14 +0000 Subject: [PATCH 291/412] Edit 'bible/names/simonthezealot.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/simonthezealot.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/names/simonthezealot.md b/bible/names/simonthezealot.md index e58b414..828297c 100644 --- a/bible/names/simonthezealot.md +++ b/bible/names/simonthezealot.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# शमौन कनानी # +# शमौन कनानी -## तथ्यों: ## +## तथ्यों: शमौन कनानी यीशु के बारह चेलों में से एक था। @@ -10,16 +10,16 @@ * या “जेलोतेस” का अर्थ मात्र “जोशीला” हो सकता है जो संभवतः उसके धर्मिक जोश के कारण हो। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [चेला](../kt/disciple.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2208, G2581, G4613 +* स्ट्रोंग्स: G22080, G25810, G46130 From 52af2449dae7856ef56f23689b18e76c2e56355d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:48:54 +0000 Subject: [PATCH 292/412] Edit 'bible/names/sodom.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/sodom.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/names/sodom.md b/bible/names/sodom.md index 0db9277..6439623 100644 --- a/bible/names/sodom.md +++ b/bible/names/sodom.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# सदोम # +# सदोम -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -सदोम कनान के दक्षिणी हिस्से में एक शहर था, जहाँ अब्राहम के भतीजे लूत अपने परिवार के साथ रहने गया था। +सदोम कनान के दक्षिणी हिस्से में एक शहर था, जहाँ अब्राहम का भतीजा लूत अपने परिवार के साथ रहने गया था। * सदोम का परिक्षेत्र जल प्राचुर्थ के कारण अत्यधिक उपजाऊ था, यही कारण था कि लूत ने वह स्थान अपने निवास के लिए चुना था। * इस स्थान की भौगोलिक स्थिति अज्ञात है, क्योंकि वह संपूर्ण क्षेत्र, सदोम, अमोरा और आसपास का क्षेत्र वहाँ के निवासियों के भ्रष्ट कर्मों के दण्ड के परिणामस्वरूप परमेश्वर ने पूर्णतः नष्ट कर दिया था। * वहाँ के लोगों का सबसे बड़ा पाप समलैंगिक योनाचार था। -(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [आमोरा](../names/gomorrah.md)) +(यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [अमोरा](../names/gomorrah.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 10: 19-20](rc://en/tn/help/gen/10/19) -* [उत्पत्ति 13: 12-13](rc://en/tn/help/gen/13/12) -* [मत्ती. 10:14-15](rc://en/tn/help/mat/10/14) -* [मत्ती 11:23-24](rc://en/tn/help/mat/11/23) +* [उत्पत्ति 10:19](rc://hi/tn/help/gen/10/19) +* [उत्पत्ति 13:12](rc://hi/tn/help/gen/13/12) +* [मत्ती. 10:15](rc://hi/tn/help/mat/10/15) +* [मत्ती 11:24](rc://hi/tn/help/mat/11/24) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5467, G4670 +* स्ट्रोंग्स: H5467, G46700 From 98e12c423709e7cb8f5b81c9b178e750ce24f18c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 10:58:36 +0000 Subject: [PATCH 293/412] Edit 'bible/names/syria.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/syria.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/names/syria.md b/bible/names/syria.md index bb2a132..0b4d182 100644 --- a/bible/names/syria.md +++ b/bible/names/syria.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# सीरिया # +# सीरिया -## तथ्यों: ## +## तथ्य: -सीरिया इस्राएल के उत्तर पूर्व में है। नए नियम के समय, यह रोमन साम्राज्य के शासन के तहत एक प्रांत था। +सीरिया इस्राएल के उत्तर पूर्व में है। नए नियम के समय, यह रोमन साम्राज्य के शासन के अधीन एक प्रांत था। -* पुराने नियम के समय मैं सीरियाई सैन्य इस्राएलियों के मजबूत शत्रु थे। +* पुराने नियम के समय मैं सीरिया इस्राएलियों का एक प्रबल सैन्य क्षत्रु था। * नामान सीरिया की सेना का सेनापति था जिसे एलीशा ने कुष्ठ रोग से मुक्त किया था। -* सीरिया के अनेक निवासी आराम के वंशज थे, जो नूह के पुत्र शेम का वंशज था। -* दमिश्क, सीरिया की राजधानी का नाम है जिसका चर्चा अनेक बार बाइबल में वर्णित है। +* सीरिया के अनेक निवासी अराम के वंशज थे, जो नूह के पुत्र शेम का वंशज था। +* दमिश्क, सीरिया की राजधानी का नाम है जिसकी चर्चा अनेक बार बाइबल में की गई है। * शाऊल दमिश्क नगर में विश्वासियों को सताने की योजनाओं से गया था परन्तु यीशु ने उसे रोक दिया था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [आराम](../names/aram.md), [सेनापति](../other/commander.md), [दमिश्क](../names/damascus.md), [वंशज](../other/descendant.md), [एलीशा](../names/elisha.md), [कुष्ठ रोग](../other/leprosy.md), [नामान](../names/naaman.md), [सताना](../other/persecute.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) +(यह भी देखें: [अराम](../names/aram.md), [सेनापति](../other/commander.md), [दमिश्क](../names/damascus.md), [वंशज](../other/descendant.md), [एलीशा](../names/elisha.md), [कुष्ठ रोग](../other/leprosy.md), [नामान](../names/naaman.md), [सताना](../other/persecute.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 15:22-23](rc://en/tn/help/act/15/22) -* [प्रे.का. 15:39-41](rc://en/tn/help/act/15/39) -* [प्रे.का. 20:1-3](rc://en/tn/help/act/20/01) -* [गलातियों 01:21-24](rc://en/tn/help/gal/01/21) -* [मत्ती. 04:23-25](rc://en/tn/help/mat/04/23) +* [प्रे.का. 15:23](rc://hi/tn/help/act/15/23) +* [प्रे.का. 15:41](rc://hi/tn/help/act/15/41) +* [प्रे.का. 20:3](rc://hi/tn/help/act/20/03) +* [गलातियों 1:21-24](rc://hi /tn/help/gal/01/21) +* [मत्ती. 4:23-25](rc://hi /tn/help/mat/04/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H130, H726, H758, H761, H762, H804, H1834, H4601, H7421, G4947, G4948 +* स्ट्रोंग्स: H0758, H0804, G49470, G49480 \ No newline at end of file From dfae0e69834923763017c2229af36fd80e868a98 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:03:35 +0000 Subject: [PATCH 294/412] Edit 'bible/names/terah.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/terah.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/names/terah.md b/bible/names/terah.md index 387f245..7544f2d 100644 --- a/bible/names/terah.md +++ b/bible/names/terah.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# तेरह # +# तेरह -## तथ्य: ## +## तथ्य: तेरह नूह के पुत्र शेम का वंशज था। वह अब्राम, नाहोर और हारान का पिता था। * तेरह ने अपने पुत्र अब्राम के साथ कनान जाने के लिए ऊर से कूच किया, साथ में उसका भतीजा लूत और अब्राम की पत्नी सारै भी थे। * कनान के मार्ग में वे कुछ समय मेसोपोटामिया के हारान नगर में ठहरे। तेरह हरान में मर गया, उसकी आयु 205 वर्ष की थी। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [अब्राहम ](../names/abraham.md), [कनान](../names/canaan.md), [हारान](../names/haran.md), [लूत](../names/lot.md), [मेसोपोटामिया](../names/mesopotamia.md), [नाहोर](../names/nahor.md), [सारा](../names/sarah.md), [शेम](../names/shem.md), [ऊर](../names/ur.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: उत्पत्ति 11:31-32 -* [1 इतिहास 01:24-27](rc://en/tn/help/1ch/01/24) -* [लूका 03:33-35](rc://en/tn/help/luk/03/33) - -\\ +* [1 इतिहास 1:24-27](rc://hi/tn/help/1ch/01/24) +* [लूका 3:33-35](rc://hi/tn/help/luk/03/33) +##शब्द तथ्य: +* स्ट्रोंग्स: H8646, G22910 \ No newline at end of file From 7ebe7f9e1d3cef3f2dadb899b2ccb9bf5540b993 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:08:35 +0000 Subject: [PATCH 295/412] Edit 'bible/names/thomas.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/thomas.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/names/thomas.md b/bible/names/thomas.md index 20e6f31..afd9fa2 100644 --- a/bible/names/thomas.md +++ b/bible/names/thomas.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# थोमा # +# थोमा -## तथ्य: ## +## तथ्य: -थोमा यीशु के बारह चेलों में से एक था जो आगे चलकर वे प्रेरित कहलाए। उसे “दिदुमुस” भी कहा गया था,जिसका अर्थ है "जुड़वा।" +थोमा यीशु के बारह चेलों में से एक था जो आगे चलकर प्रेरित कहलाए। उसे “दिदुमुस” भी कहा गया था,जिसका अर्थ है "जुड़वा।" * यीशु की मृत्यु से पहले, उसने अपने शिष्यों से कहा कि वह पिता के साथ रहने जा रहा था और उनके साथ रहने के लिए एक जगह तैयार करेगा। थोमा ने यीशु से पूछा कि वे कैसे वहां पहुंचने का तरीका जान सकते हैं जब उन्हें पता भी नहीं कि वह कहाँ जा रहा है। * यीशु के मृत्यु और जी उठने के बाद, थोमा ने कहाँ जब तक वह यीशु के घावों को छूकर न देखें तब तक विश्वास नहीं करेगा की यीशु वास्तव में जी उठा है। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [प्रेरित](../kt/apostle.md), [चेले](../kt/disciple.md), [परमेश्वर पिता](../kt/godthefather.md), [बारहों](../kt/thetwelve.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 01:12-14](rc://en/tn/help/act/01/12) -* [यूहन्ना 11:15-16](rc://en/tn/help/jhn/11/15) -* [लूका 06:14-16](rc://en/tn/help/luk/06/14) -* [मरकुस 03:17-19](rc://en/tn/help/mrk/03/17) -* [मत्ती 10:2-4](rc://en/tn/help/mat/10/02) +* [प्रे.का. 1:12-14](rc://hi/tn/help/act/01/12) +* [यूहन्ना 11:15-16](rc://hi/tn/help/jhn/11/15) +* [लूका 6:14-16](rc://hi/tn/help/luk/06/14) +* [मरकुस 3:17-19](rc://hi/tn/help/mrk/03/17) +* [मत्ती 10:2-4](rc://hi/tn/help/mat/10/02) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2381 +* स्ट्रोंग्स: G23810 From e483cfab7757ae7adea40119fca96dfaa9672e1a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:14:38 +0000 Subject: [PATCH 296/412] Edit 'bible/names/tyre.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/tyre.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/names/tyre.md b/bible/names/tyre.md index 7ddc151..01861ca 100644 --- a/bible/names/tyre.md +++ b/bible/names/tyre.md @@ -2,16 +2,16 @@ ## तथ्य: -सोर नगर भूमध्यसागरके तट पर बसा एक प्राचीन जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था। +सोर नगर भूमध्यसागरके तट पर बसा एक प्राचीन कनानी नगर था जो आज लबानोन का एक भाग है। इस नगर के लोगों को "सोर के लोग" कहा जाता था। * इस नगर का एक भाग मुख्य भूभाग से एक किलोमेटे दूर एक द्वीप पर भी बसा हुआ था। * उसकी भौगोलिक स्थिति और मूल्यवान प्राकृतिक संसाधनों जैसे देव्दार वृक्षों के कारण, सोर का व्यापारिक उद्योग समृद्धि पर था और वह एक धनवान नगर था। * सोर के राजा हीराम ने राजा दाऊद के लिए महल बनाने में देवदार वृक्षों की लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा था। * वर्षों बाद, हीराम ने मंदिर बनाने में मदद करने के लिए राजा सुलैमान के पास लकड़ी और कुशल श्रमिकों को भेजा। सुलैमान ने उन्हें बड़ी मात्रा में गेहूं और जैतून का तेल दिया। -* सोर का नाम प्रायः निकटवर्ती प्राचीन सैदा नगर के साथ आता है। ये दो नगर कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फिनीके कहा जाता था। +* सोर का नाम प्रायः निकटवर्ती प्राचीन सैदा (सीदोन) नगर के साथ आता है। ये दो नगर कनान के क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण शहर थे, जिन्हें फिनीके कहा जाता था। -(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://हिन्/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [देवदारू](../other/cedar.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [सागर](../names/mediterranean.md), [फिनीके](../names/phonecia.md), [सैदा](../names/sidon.md)) @@ -24,4 +24,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6865, H6876, G5183, G5184 +* स्ट्रोंग्स: H6865, H6876, G51830, G51840 From 520659875bb9ed5759c60d710e86279520f63b64 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:19:54 +0000 Subject: [PATCH 297/412] Edit 'bible/names/zacchaeus.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/zacchaeus.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/names/zacchaeus.md b/bible/names/zacchaeus.md index 2c36fdf..c2912ad 100644 --- a/bible/names/zacchaeus.md +++ b/bible/names/zacchaeus.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# जक्कई # +# जक्कई -## तथ्य: ## +## तथ्य: जक्कई यरीहो में चुंगी लेनेवाला अधिकारी था, वह यीशु को देखने के लिए पेड़ पर चढ़ गया था। @@ -8,15 +8,15 @@ * उसने लोगों को धोका देने के पाप का पश्चाताप किया और अपनी आधी सम्पत्ति गरीबों में बांटने की प्रतिज्ञा की थी। * उसने यह प्रतिज्ञा भी की थी कि जिनसे उसने अवैध कर वसूल किया है उन्हें वह चारगुणा लौटा देगा। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [प्रतिज्ञा](../kt/promise.md), [प्रतिज्ञा](../kt/repent.md), [पाप](../kt/sin.md), [कर](../other/tax.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believe.md), [प्रतिज्ञा](../kt/promise.md), [मन फिराव](../kt/repent.md), [पाप](../kt/sin.md), [कर](../other/tax.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 19:1-2](rc://en/tn/help/luk/19/01) -* [लूका 19:5-7](rc://en/tn/help/luk/19/05) +* [लूका 19:2](rc://hi/tn/help/luk/19/02) +* [लूका 19:6](rc://hi /tn/help/luk/19/06) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2195 +* स्ट्रोंग्स: G21950 From d09f3927e1fc79ebf6f7f671ddbc6c186208217c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:26:44 +0000 Subject: [PATCH 298/412] Edit 'bible/names/zebedee.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/zebedee.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/names/zebedee.md b/bible/names/zebedee.md index a73193e..0b29ff3 100644 --- a/bible/names/zebedee.md +++ b/bible/names/zebedee.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# जब्दी # +# जब्दी -## तथ्य: ## +## तथ्य: जब्दी गलील से एक मछुआरा था जो अपने बेटों, याकूब और यूहन्ना, जो यीशु के चेले थे, के कारण जाना जाता है। वे अक्सर नए नियम में "जब्दी के पुत्र" के रूप में पहचाने जाते हैं। -* जब्दी के पुत्र भी मछुआरे थे और उनके साथ मछली पकड़ने का काम किया करते थे। +* जब्दी के पुत्र भी मछुआरे थे और उसके साथ मछली पकड़ने का काम किया करते थे। * याकूब और यूहन्ना ने अपने पिता जब्दी के साथ मछली पकड़ने का काम छोड़ दिया और यीशु के पीछे हो लिए। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [चेले](../kt/disciple.md), [मछुवारे](../other/fisherman.md), [याकूब (जबदी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [यूहन्ना (प्रेरित)](../names/johntheapostle.md)) +(यह भी देखें: [चेले](../kt/disciple.md), [मछुवारे](../other/fisherman.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [यूहन्ना (प्रेरित)](../names/johntheapostle.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यूहन्ना 21:1-3](rc://en/tn/help/jhn/21/01) -* [लूका 05:8-11](rc://en/tn/help/luk/05/08) -* [मरकुस 01:19-20](rc://en/tn/help/mrk/01/19) -* [मत्ती 04:21-22](rc://en/tn/help/mat/04/21) -* [मत्ती 20:20-21](rc://en/tn/help/mat/20/20) -* [मत्ती 26:36-38](rc://en/tn/help/mat/26/36) +* [यूहन्ना 21:1-3](rc://hi/tn/help/jhn/21/01) +* [लूका 5:8-11](rc://hi/tn/help/luk/05/08) +* [मरकुस 1:19-20](rc://hi/tn/help/mrk/01/19) +* [मत्ती 4:21-22](rc://hi/tn/help/mat/04/21) +* [मत्ती 20:20](rc://hi/tn/help/mat/20/20) +* [मत्ती 26:36-38](rc://hi/tn/help/mat/26/36) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2199 +* स्ट्रोंग्स: G21990 From 335bde7b881c1c4708360c40db4606f9f6f70555 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:33:56 +0000 Subject: [PATCH 299/412] Edit 'bible/names/zechariahnt.md' using 'tc-create-app' --- bible/names/zechariahnt.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/names/zechariahnt.md b/bible/names/zechariahnt.md index 6094186..1406673 100644 --- a/bible/names/zechariahnt.md +++ b/bible/names/zechariahnt.md @@ -19,13 +19,13 @@ * [लूका 1:39-41](rc://hi/tn/help/luk/01/39) * [लूका 3:1-2](rc://hi/tn/help/luk/03/01) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[22:1](rc://hi/tn/help/obs/22/01)__ अकस्मात् ही एक स्वर्गदूत __जकरयाह__ नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। __जकरयाह__ और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, परन्तु उसके पास संतान नहीं थी। -* __[22:2](rc://hi/tn/help/obs/22/02)__ स्वर्गदूत ने जकरयाह से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।” -* __[22:3](rc://hi/tn/help/obs/22/03)__ तुरन्त ही, __जकरयाह__ गूंगा हो गया। -* __[22:7](rc://hi/tn/help/obs/22/07)__ तब परमेश्वर ने __जकरयाह__ को सक्षम किया और वह फिर से बोलने लगा। +* __[22:1](rc://hi/tn/help/obs/22/01)__ अकस्मात् ही एक स्वर्गदूत __जकर्याह__ नामक वृद्ध याजक के पास परमेश्वर का संदेश लेकर आया। __जकर्याह__ और उसकी पत्नी इलीशिबा वे दोनों परमेश्वर के सामने धर्मी थे, परन्तु उसके पास संतान नहीं थी। +* __[22:2](rc://hi/tn/help/obs/22/02)__ स्वर्गदूत ने __जाकर्याह__ से कहा, “तेरी पत्नी इलीशिबा तेरे लिए एक पुत्र को जन्म देगी। और तू उसका नाम यूहन्ना रखना।” +* __[22:3](rc://hi/tn/help/obs/22/03)__ तुरन्त ही, __जकर्याह__ गूंगा हो गया। +* __[22:7](rc://hi/tn/help/obs/22/07)__ तब परमेश्वर ने __जकर्याह__ को बोलने में सक्षम किया और वह फिर से बोलने लगा। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: G2197 +* स्ट्रोंग्स: G21970 From 370cc2c430d4a9e2e10c4db7519c029ce1e2febd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 11:39:48 +0000 Subject: [PATCH 300/412] Edit 'bible/other/abyss.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/abyss.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/other/abyss.md b/bible/other/abyss.md index 267e763..ac8f604 100644 --- a/bible/other/abyss.md +++ b/bible/other/abyss.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# अथाह कुण्ड, अथाह गड्ढे # +# अथाह कुण्ड, अथाह गड्ढे -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “अथाह कुण्ड” एक विशाल अथाह गड्ढे का संदर्भ देता है। @@ -13,11 +13,11 @@ (यह भी देखें: [अधोलोक](../kt/hades.md), [नरक](../kt/hell.md), [दण्ड देना](../other/punish.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 08:30-31](rc://en/tn/help/luk/08/30) -* [रोमियो 10:6-7](rc://en/tn/help/rom/10/06) +* [लूका 8:30](rc://hi/tn/help/luk/08/30) +* [रोमियो 10:7](rc://hi/tn/help/rom/10/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G12, G5421 +* स्ट्रोंग्स: G00120 , G54210 From 13f742aacccbfbb8648687787439f28b8825ab5a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 12:40:53 +0000 Subject: [PATCH 301/412] Edit 'bible/other/accuse.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/accuse.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/accuse.md b/bible/other/accuse.md index ffd5f99..a1e13aa 100644 --- a/bible/other/accuse.md +++ b/bible/other/accuse.md @@ -1,20 +1,20 @@ -#दोष, दोष लगाना, दोष लगा रहे है, आरोप लगाने वाला, आरोप # +#  दोष लगाना, दोष लगाया, आरोप लगाने वाला, आरोप -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं। * झूठा दोष अर्थात किसी पर लगाया गया दोष सच नहीं है जैसे यहूदी अगुओें ने यीशु पर अनुचित काम करने का झूठा दोष लगाया था। * नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप लगाने वाला” कहा गया है। -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [प्रेरि. 19:40](rc://hi/tn/help/act/19/40) -* [होशे 04:4](rc://hi/tn/help/hos/04/04) -* [यिर्मयाह 02:9-11](rc://hi/tn/help/jer/02/09) -* [लूका 06:6-8](rc://hi/tn/help/luk/06/06) -* [रोमियो 08:33](rc://hi/tn/help/rom/08/33) +* [होशे 4:4](rc://hi/tn/help/hos/04/04) +* [यिर्मयाह 2:9-11](rc://hi/tn/help/jer/02/09) +* [लूका 6:6-8](rc://hi/tn/help/luk/06/06) +* [रोमियो 8:33](rc://hi/tn/help/rom/08/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H3198, H6818, G1458, G2147, G2596, G2724 +* स्ट्रांग'स: H3198, H6818, G14580, G21470, G25960, G27240 From 2b8b7d9fcf6edd6e996283bea9949cafa5e08c9c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 12:41:41 +0000 Subject: [PATCH 302/412] Edit 'bible/other/accuse.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/accuse.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/accuse.md b/bible/other/accuse.md index a1e13aa..574d3fc 100644 --- a/bible/other/accuse.md +++ b/bible/other/accuse.md @@ -5,7 +5,7 @@ “दोष लगाना” या “आरोप” अर्थात् किसी अनुचित कार्य का दोष किसी पर लगाना। किसी पर दोष लगाने वाले को “आरोप लगाने वाला” कहते हैं। * झूठा दोष अर्थात किसी पर लगाया गया दोष सच नहीं है जैसे यहूदी अगुओें ने यीशु पर अनुचित काम करने का झूठा दोष लगाया था। -* नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप लगाने वाला” कहा गया है। +* नये नियम की पुस्तक, प्रकाशितवाक्य में शैतान को “आरोप (दोष) लगाने वाला” कहा गया है। ## बाइबल संदर्भ: From 93c3535b25580aae368d5cb579d45e1d7bb31907 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 12:46:21 +0000 Subject: [PATCH 303/412] Edit 'bible/other/age.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/age.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/age.md b/bible/other/age.md index 0a0f92a..9bfcde0 100644 --- a/bible/other/age.md +++ b/bible/other/age.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# आयु, युगों, वृद्ध # +# आयु, युग, वृद्ध -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “आयु” अर्थात मनुष्य का जीवनकाल। इसका उपयोग सामान्य तौर पर समय की अवधि के संदर्भ में भी होता है। @@ -8,19 +8,19 @@ * यीशु ने वर्तमान समय को जब पृथ्वी पर पाप, बुराई और अवज्ञा बहुत अधिक हो जाएगी, “यह युग” कहा था। * एक भावी युग भी होगा जब नए आकाश और नई पृथ्वी पर धार्मिकता का राज होगा। -## अनुवाद सुझाव: ## +## अनुवाद सुझाव: * प्रकरण के अनुसार “युग” शब्द का अनुवाद, “काल” या “इतने वर्ष की आयु” या “समय सीमा” या “समय” हो सकता है। * “बहुत अधिक आयु” इस उक्ति का अनुवाद, “कई वर्ष का होकर” या “जब वह बहुत वृद्ध हो गया” या “जब वह बहुत समय जी चुका” हो सकता है। * “यह वर्तमान बुरा युग” अर्थात “वर्तमान में इस समय के दौरान जब लोग बहुत बुरे हैं”। -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 इतिहास 29:28](rc://hi/tn/help/1ch/29/28) -* [1 कुरिन्थियों 02:7](rc://hi/tn/help/1co/02/07) -* [इब्रानियों 06:05](rc://hi/tn/help/heb/06/05) -* [अय्यूब 05:26-27](rc://hi/tn/help/job/05/26) +* [1 कुरिन्थियों 2:7](rc://hi/tn/help/1co/02/07) +* [इब्रानियों 6:5](rc://hi/tn/help/heb/06/05) +* [अय्यूब 5:26-27](rc://hi/tn/help/job/05/26) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: G165, G1074 +* स्ट्रोंग्स: G01650 , G10740 From d6235535b2f9e662d044694431dd2a8839612b0a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 12:50:34 +0000 Subject: [PATCH 304/412] Edit 'bible/other/alms.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/alms.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/alms.md b/bible/other/alms.md index 1f568a8..2de164c 100644 --- a/bible/other/alms.md +++ b/bible/other/alms.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# दान # +# दान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दान” अर्थात गरीबों की सहायता के लिए पैसा, भोजन तथा अन्य वस्तुएं देना। @@ -8,12 +8,12 @@ * यीशु ने कहा कि दान देना मनुष्यों को दिखाने के लिए नहीं होना है। * इस शब्द का अनुवाद “पैसा” या “गरीबों को देना” या “गरीबों की सहायता” हो सकता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 03:1-3](rc://en/tn/help/act/03/01) -* [मत्ती 06:1-2](rc://en/tn/help/mat/06/01) -* [मत्ती 06:3-4](rc://en/tn/help/mat/06/03) +* [प्रे.का. 3:1-3](rc://hi/tn/help/act/03/01) +* [मत्ती 6:1](rc://hi/tn/help/mat/06/01) +* [मत्ती 6:3](rc://hi/tn/help/mat/06/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G1654 +* स्ट्रोंग्स: G16540 From 89fc494d8dc57926faa8b56d12f30249bda99b12 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 12:55:27 +0000 Subject: [PATCH 305/412] Edit 'bible/other/altarofincense.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/altarofincense.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/altarofincense.md b/bible/other/altarofincense.md index 1247e3f..9565429 100644 --- a/bible/other/altarofincense.md +++ b/bible/other/altarofincense.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# धूप की वेदी, धूप वेदी # +# धूप जलाने की वेदी, धूप वेदी -## तथ्य: ## +## तथ्य: धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे। @@ -10,14 +10,14 @@ * याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था। * इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [धूप](../other/incense.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [लूका 01:11-13](rc://en/tn/help/luk/01/11) +* [लूका 1:11-13](rc://hi/tn/help/luk/01/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4196, H7004, G2368, G2379 +* स्ट्रोंग्स: H4196, H7004, G23680, G23790 From bdf2286180387d8349da90a5d7f05a0b06a072ab Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 13:05:33 +0000 Subject: [PATCH 306/412] Edit 'bible/other/amazed.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/amazed.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/amazed.md b/bible/other/amazed.md index c346dda..ebf5695 100644 --- a/bible/other/amazed.md +++ b/bible/other/amazed.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# चकित, विस्मय, अचम्भा किया, अचम्भा, अचम्भा करके, अचम्भे में आ जाना, आश्चर्यकर्मों, चमत्कार, चमत्कारों # +# चकित, विस्मय, अचम्भा किया, अचम्भा, अचम्भा किया, अद्भुत, आश्चर्यकर्म, आश्चर्यचकित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: यह सब शब्द अति विस्मय का संदर्भ देते हैं, क्योंकि एक अति असामान्य बात हुई है। @@ -9,20 +9,20 @@ * इन शब्दों के अर्थ में उलझन की भावना भी हो सकती है क्योंकि जो हुआ वह न उम्मीद था। * इन शब्दों का अनुवाद करने के अन्य रूप हैं, “अत्यधिक चकित” या “अत्यधिक विस्मित” * इसके समानार्थक शब्द हैं, “अद्भुत (विस्मयकारी, आश्चर्यजनक) “विस्मय” “चकित करना” -* सामान्यतः ये शब्द सकारात्मक हैं और दर्शाती हैं कि मनुष्य किसी घटना विशेष से प्रसन्न हैं। +* सामान्यतः ये शब्द सकारात्मक हैं और दर्शाते हैं कि मनुष्य किसी घटना विशेष से प्रसन्न हैं। (यह भी देखें: [आश्चर्यकर्म](../kt/miracle.md), [चिन्ह](../kt/sign.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 08:9-11](rc://en/tn/help/act/08/09) -* [प्रे.का. 09:20-22](rc://en/tn/help/act/09/20) -* [गलातियों 01:6-7](rc://en/tn/help/gal/01/06) -* [मरकुस 02:10-12](rc://en/tn/help/mrk/02/10) -* [मत्ती 07:28-29](rc://en/tn/help/mat/07/28) -* [मत्ती 15:29-31](rc://en/tn/help/mat/15/29) -* [मत्ती 19:25-27](rc://en/tn/help/mat/19/25) +* [प्रे.का. 8:9-11](rc://hi/tn/help/act/08/09) +* [प्रे.का. 9:20-22](rc://hi/tn/help/act/09/20) +* [गलातियों 1:6](rc://hi/tn/help/gal/01/06) +* [मरकुस 2:10-12](rc://hi/tn/help/mrk/02/10) +* [मत्ती 7:28](rc://hi/tn/help/mat/07/28) +* [मत्ती 15:29-31](rc://hi/tn/help/mat/15/29) +* [मत्ती 19:25](rc://hi/tn/help/mat/19/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H926, H2865, H3820, H4159, H4923, H5953, H6313, H6381, H6382, H6383, H6395, H7583, H8047, H8074, H8078, H8429, H8539, H8540, H8541, H8653, G639, G1568, G1569, G1605, G1611, G1839, G2284, G2285, G2296, G2297, G2298, G3167, G4023, G4423, G4592, G5059 +* स्ट्रोंग्स: H0926, H2865, H3820, H4159, H6313, H6381, H6382, H6383, H6395, H8074, H8429, H8539, H8540, H8541, G06390, G15680, G15690, G16050, G16110, G18390, G22840, G22850, G22960, G22970, G22980, G40230, G45920, G50590 \ No newline at end of file From c2fe0844ae9b22320b3a7a53e275c8555c441595 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 13:10:53 +0000 Subject: [PATCH 307/412] Edit 'bible/other/anguish.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/anguish.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/anguish.md b/bible/other/anguish.md index 373e0e2..7a36463 100644 --- a/bible/other/anguish.md +++ b/bible/other/anguish.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# पीड़ा # +# पीड़ा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “पीड़ा” अर्थात भयानक दर्द या व्यथा। @@ -10,14 +10,14 @@ * “पीड़ा” का अनुवाद हो सकता है, “मानसिक व्यथा” या “महादुःख” या “घोर कष्ट”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यिर्मयाह 06:23-24](rc://en/tn/help/jer/06/23) -* [यिर्मयाह 19:6-9](rc://en/tn/help/jer/19/06) -* [अय्यूब 15:22-24](rc://en/tn/help/job/15/22) -* [लूका 16:24](rc://en/tn/help/luk/16/24) -* [भजन संहिता 116:3-4](rc://en/tn/help/psa/116/003) +* [यिर्मयाह 6:24](rc://hi/tn/help/jer/06/24) +* [यिर्मयाह 19:9](rc://hi/tn/help/jer/19/09) +* [अय्यूब 15:24](rc://hi/tn/help/job/15/24) +* [लूका 16:24](rc://hi/tn/help/luk/16/24) +* [भजन संहिता 116:3-4](rc://hi/tn/help/psa/116/003) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2342, H2479, H3708, H4164, H4689, H4691, H5100, H6695, H6862, H6869, H7267, H7581, G928, G3600, G4928 +* Strong's: H2342, H2479, H3708, H4164, H4689, H4691, H5100, H6695, H6862, H6869, H7267, H7581, G09280, G36000, G49280 From 06bbc4ebc381e2f5fb5510b10a4bf88c937f0da8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 13:28:30 +0000 Subject: [PATCH 308/412] Edit 'bible/other/armor.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/armor.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/armor.md b/bible/other/armor.md index 3ac3736..67d0918 100644 --- a/bible/other/armor.md +++ b/bible/other/armor.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# हथियार, शस्त्रों का घर # +# हथियार, शस्त्रागार -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“हथियार” अर्थात सैनिक द्वारा युद्ध में काम में आने वाले अस्त्र-शस्त्र तथा शत्रु के वार से बचाने वाला कवच। इसका उपयोग प्रतीकात्मक स्वरूप आत्मिक हथियारों के लिए भी काम में लिया गया है। +“हथियार” अर्थात सैनिक द्वारा युद्ध में काम में आने वाले अस्त्र-शस्त्र तथा शत्रु के वार से बचाने वाला कवच। इसका उपयोग प्रतीकात्मक रूप में आत्मिक हथियारों के लिए भी काम में लिया गया है। * सैनिक के हथियारों में टोप, ढाल, सीनाबन्ध, पांव के कवच और तलवार आदि। * प्रेरित पौलुस हथियारों की उपमा द्वारा आत्मिक हथियारों का संदर्भ देता है जो परमेश्वर ने विश्वासी को आत्मिक युद्ध के लिए दिए हैं। @@ -11,15 +11,15 @@ (यह भी देखें: [विश्वास](../kt/faith.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [शान्ति](../other/peace.md), [उद्धार](../kt/salvation.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 31:9-10](rc://en/tn/help/1sa/31/09) -* [2 शमूएल 20:8](rc://en/tn/help/2sa/20/08) -* [इफिसियों 06:10-11](rc://en/tn/help/eph/06/10) -* [यिर्मयाह 51:3-4](rc://en/tn/help/jer/51/03) -* [लूका 11:21-23](rc://en/tn/help/luk/11/21) -* [नहेम्याह 04:15-16](rc://en/tn/help/neh/04/15) +* [1 शमूएल 31:9-10](rc://hi/tn/help/1sa/31/09) +* [2 शमूएल 20:8](rc://hi/tn/help/2sa/20/08) +* [इफिसियों 6:11](rc://hi/tn/help/eph/06/11) +* [यिर्मयाह 51:3-4](rc://hi/tn/help/jer/51/03) +* [लूका 11:22](rc://hi/tn/help/luk/11/22) +* [नहेम्याह 4:15-16](rc://hi/tn/help/neh/04/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2185, H2290, H2488, H3627, H4055, H5402, G3696, G3833 +* स्ट्रोंग्स: H2290, H2488, H3627, H4055, H5402, G36960, G38330 \ No newline at end of file From 8d0c2418198c43761da8d1bd2b73dc0ec6654558 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Thu, 11 Nov 2021 13:40:37 +0000 Subject: [PATCH 309/412] Edit 'bible/other/ash.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/ash.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/ash.md b/bible/other/ash.md index c857e3e..5d13e2d 100644 --- a/bible/other/ash.md +++ b/bible/other/ash.md @@ -1,6 +1,6 @@ # राख, धूल -## तथ्य: ## +## तथ्य: “राख” शब्द उस काले पावडर के संबन्ध में काम में लिया जाता है जो लकड़ी के जलने के बाद रह जाता है। @@ -8,21 +8,21 @@ * सिर में राख डालना अपमान और लज्जा का भी प्रतीक था। -* “राख का ढेर” अर्थात बहुत राख का ढेर पड़ा है। +* “राख का ढेर” अर्थात बहुत राख। -* बाइबल में कभी-कभी राख के लिए "धूल" शब्द का उपयोग भी किया गया है। इसका संदर्भ सूखी भूमि की मिट्टी से भी है। +* बाइबल में कभी-कभी "राख" शब्द के साथ "धूल" शब्द का उपयोग भी किया गया है, जैसे "धुल और राख"। इसका अनुवाद, "धूल और राख" या मात्र "राख" किया जा सकता है। * “राख” शब्द का अनुवाद करते समय लक्षित भाषा में ऐसा शब्द काम में लें जो जली लकड़ी के जल जाने के बाद काले चूर्ण को व्यक्त करता है। (यह भी देखें: [आग](../other/fire.md), [टाट](../other/sackcloth.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 20:9-10](rc://en/tn/help/1ki/20/09) -* [यिर्मयाह 06:25-26](rc://en/tn/help/jer/06/25) -* [भजन संहिता 102:9-10](rc://en/tn/help/psa/102/009) -* [भजन संहिता 113:7-8](rc://en/tn/help/psa/113/007) +* [1 राजा 20:10](rc://hi/tn/help/1ki/20/10) +* [यिर्मयाह 6:26](rc://hi/tn/help/jer/06/26) +* [भजन संहिता 102:9](rc://hi/tn/help/psa/102/09) +* [भजन संहिता 113:7](rc://hi/tn/help/psa/113/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H80, H665, H1854, H6083, H6368, H7834, G2868, G4700, G5077, G5522 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0080, H0665, H1854, H6083, H6368, H7834, G28680, G47000, G50770, G55220 \ No newline at end of file From b7bfe38ec2e4f457c74ca23f8792312fa1d575a1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 04:04:27 +0000 Subject: [PATCH 310/412] Edit 'bible/other/avenge.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/avenge.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/avenge.md b/bible/other/avenge.md index 63e9a2c..868c030 100644 --- a/bible/other/avenge.md +++ b/bible/other/avenge.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# बदला लेना, पलटा लेनेवाला, पलटा लिया, बदला लेने, पलटा लेनेवाला, बदला, पलटा लेना # +# बदला लेना, पलटा लेनेवाला, पलटा लिया, बदला -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “बदला लेना”,“प्रतिकार” या “प्रतिशोध करना” किसी को उसके द्वारा की गई हानि का पलटा लेने के लिए दण्ड देना। बदला लेने का काम, प्रतिशोध कहलाता है। * “बदला लेना” प्रायः न्याय करने या गलत को सही करने के अभिप्राय से होता है। -* जब मनुष्यों के संदर्भ में हो तो “बदला लेना” या “प्रतिशोध” हानि करने वाले तक पहुंचने के लिए होता है। +* जब मनुष्यों के संदर्भ में हो तो “बदला लेना” या “प्रतिशोध” हानि करने वाले पर कार्यवाही के लिए होता है। * जब परमेश्वर “बदला लेता ” या “प्रतिशोध लागू करता है” तो वह उसकी धर्मनिष्ठा का दावा है क्योंकि वह पाप और विद्रोह का दण्ड देता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “बदला लेना” का अनुवाद “गलतियों को सुधारना” या “न्याय चुकाना” भी हो सकता है। * जब मनुष्यों से “बदला लेना” हो तब इसका अनुवाद “हिसाब चुकाना” या “दण्ड देने के लिए हानि पहुंचाना”, या “पलटा लेना” हो सकता है। @@ -18,15 +18,15 @@ (यह भी देखें: [दण्ड](../other/punish.md), [उचित](../kt/justice.md), [धर्मीजन](../kt/righteous.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 24:12-13](rc://en/tn/help/1sa/24/12) -* [यहेजकेल 25:15-17](rc://en/tn/help/ezk/25/15) -* [यशायाह 47:3-5](rc://en/tn/help/isa/47/03) -* [लैव्यव्यवस्था 19:17-18](rc://en/tn/help/lev/19/17) -* [भजन संहिता 018:46-47](rc://en/tn/help/psa/018/046) -* [रोमियो 12:19-21](rc://en/tn/help/rom/12/19) +* [1 शमूएल 24:12-13](rc://hi/tn/help/1sa/24/12) +* [यहेजकेल 25:15](rc://hi /tn/help/ezk/25/15) +* [यशायाह 47:3-5](rc://hi /tn/help/isa/47/03) +* [लैव्यव्यवस्था 19:17-18](rc://hi/tn/help/lev/19/17) +* [भजन संहिता 18:47](rc://hi/tn/help/psa/018/47) +* [रोमियो 12:19](rc://hi/tn/help/rom/12/19) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1350, H3467, H5358, H5359, H5360, H6544, H6546, H8199, G1349, G1556, G1557, G1558, G2917, G3709 + स्ट्रोंग्स: H1350, H3467, H5358, H5359, H5360, H8199, G15560, G15570, G15580, G37090 \ No newline at end of file From 09c39dbf7393f0bc240bf29d163f8f1e1387e2d1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 04:09:40 +0000 Subject: [PATCH 311/412] Edit 'bible/other/ax.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/ax.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/ax.md b/bible/other/ax.md index 15a08d9..021cf8a 100644 --- a/bible/other/ax.md +++ b/bible/other/ax.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# कुल्हाड़ा, कुल्हाड़े # +# कुल्हाड़ा, कुल्हाड़े -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: कुल्हाड़ी वृक्ष या लकड़ी काटने का साधन है। @@ -9,15 +9,15 @@ * इस शब्द के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “पेड़ काटने का साधन”, “लकड़ी में लगा हुआ लोहे का उपकरण”, या “लकड़ी काटने का लंबे डंडे का साधन” * पुराने नियम की एक घटना है कि कुल्हाड़ी डंडे में से निकल कर पानी में गिर गई थी, अतः उसके अनुवाद से प्रकट है कि कुल्हाड़ी डंडे से निकल कर गिर सकती है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 06:7-8](rc://en/tn/help/1ki/06/07) -* [2 राजा 06:4-5](rc://en/tn/help/2ki/06/04) -* [न्यायियों 09:48-49](rc://en/tn/help/jdg/09/48) -* [लूका 03:9](rc://en/tn/help/luk/03/09) -* [मत्ती 03:10-12](rc://en/tn/help/mat/03/10) -* [भजन संहिता 035:1-3](rc://en/tn/help/psa/035/001) +* [1 राजा 6:7-8](rc://hi/tn/help/1ki/06/07) +* [2 राजा 6:5](rc://hi/tn/help/2ki/06/05) +* [न्यायियों 9:48-49](rc://hi/tn/help/jdg/09/48) +* [लूका 3:9](rc://hi/tn/help/luk/03/9) +* [मत्ती 3:10](rc://hi/tn/help/mat/03/10) +* [भजन संहिता 35:3](rc://hi/tn/help/psa/035/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1631, H4621, H7134, G513 +* Strong's: H1631, H4621, H7134, G05130 From d3170d59bf50909eb2584e79e1d071205470e351 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 04:14:59 +0000 Subject: [PATCH 312/412] Edit 'bible/other/banquet.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/banquet.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/banquet.md b/bible/other/banquet.md index cb4104b..88ed6d0 100644 --- a/bible/other/banquet.md +++ b/bible/other/banquet.md @@ -9,12 +9,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 05:10](rc://hi/tn/help/dan/05/10) -* [यशायाह 05:11-12](rc://hi/tn/help/isa/05/11) -* [यिर्मयाह 16:08](rc://hi/tn/help/jer/16/08) -* [लूका 05:29-32](rc://hi/tn/help/luk/05/29) -* [श्रेष्ठगीत 02:3-4](rc://hi/tn/help/sng/02/03) +* [दानिय्येल 5:10](rc://hi/tn/help/dan/05/10) +* [यशायाह 5:11-12](rc://hi/tn/help/isa/05/11) +* [यिर्मयाह 16:8](rc://hi/tn/help/jer/16/08) +* [लूका 5:29-32](rc://hi/tn/help/luk/05/29) +* [श्रेष्ठगीत 2:3-4](rc://hi/tn/help/sng/02/03) ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H4960, H4961, H8354, G1173, G1403 +* स्ट्रोंग्स: H4960, H4961, H8354, G11730, G14030 From d5d9e391f606a8568110c9794fd17c7723bcba63 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 04:18:37 +0000 Subject: [PATCH 313/412] Edit 'bible/other/barren.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/barren.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/barren.md b/bible/other/barren.md index 2f44aad..1b18c79 100644 --- a/bible/other/barren.md +++ b/bible/other/barren.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# उजाड़ # +# उजाड़, सूखा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “उजाड़” अर्थात अनुपजाऊ या निष्फल। * बंजर भूमि में पेड़ पौधे नहीं उगते हैं। * स्त्री जो सन्तान उत्पन्न नहीं कर पाती है उसे बांझ कहते हैं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * भूमि के संदर्भ में कहा जा सकता है, “अनुपजाऊ” या “निष्फल” या “पेड़-पौधों से रहित” * स्त्री के संबन्ध में कहा जा सकता है, “निःसन्तान” या “संतान उत्पत्ति में अक्षम”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [1 शमूएल 02:5](rc://en/tn/help/1sa/02/05) * [गलातियों 04:26-27](rc://en/tn/help/gal/04/26) * [उत्पत्ति 11:29-30](rc://en/tn/help/gen/11/29) * [अय्यूब 03:6-7](rc://en/tn/help/job/03/06) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4420, H6115, H6135, H6723, H7909, H7921, G692, G4723 +* स्ट्रोंग्स: H4420, H6115, H6135, H6723, H7921, G06920, G47230 \ No newline at end of file From 84d1cef669a1a4e90b35ada59f3262dc0c2dae93 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 04:58:42 +0000 Subject: [PATCH 314/412] Edit 'bible/other/basket.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/basket.md | 26 ++++++++++++++------------ 1 file changed, 14 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/basket.md b/bible/other/basket.md index e007554..f300aa8 100644 --- a/bible/other/basket.md +++ b/bible/other/basket.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# टोकरी, टोकरियाँ, टोकरियाँ भरकर # +# टोकरी, टोकरियाँ, टोकरियाँ भरकर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“टोकरी” सरकंड़ों से बना एक पात्र होता है। +“टोकरी” सरकंड़ों से बुना हुआ एक पात्र होता है। * बाइबल के युग में टोकरियां संभवतः पौधों के दृढ़ भागों से बनती थी जैसे पेड़ की शाखओं के छिलके या सरकंडे। * टोकरी में जल अवरोधक सामग्री लगाने से वह पानी पर तैरती थी। @@ -11,15 +11,17 @@ (यह भी देखें: [नाव](../kt/ark.md), [मूसा](../names/moses.md), [नील नदी](../names/nileriver.md), [नूह](../names/noah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 11:32-33](rc://en/tn/help/2co/11/32) -* [प्रे.का. 09:23-25](rc://en/tn/help/act/09/23) -* [आमोस 08:1-3](rc://en/tn/help/amo/08/01) -* [यूहन्ना 06:13-15](rc://en/tn/help/jhn/06/13) -* [न्यायियों 06:19-20](rc://en/tn/help/jdg/06/19) -* [मत्ती 28:18-19](rc://en/tn/help/mat/14/19) +* [2 कुरिन्थियों 11:33](rc://hi/tn/help/2co/11/33) +* [प्रे.का. 9:25](rc://hi/tn/help/act/09/25) +* [आमोस 8:1](rc://hi/tn/help/amo/08/01) +* [यूहन्ना 6:13-15](rc://hi/tn/help/jhn/06/13) +* [न्यायियों 6:19-20](rc://hi/tn/help/jdg/06/19) +* [मत्ती 14:20](rc://hi/tn/help/mat/14/20) + +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H0374, H1731, H1736, H2935, H3619, H5536, H7991, G28940, G34260, G45530, G47110 -## शब्द तथ्य: ## -* Strong's: H374, H1731, H1736, H2935, H3619, H5536, H7991, G2894, G3426, G4553, G4711 From 6b98482d511e8c9255a61571d8d30ce31d5cd8db Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 05:07:38 +0000 Subject: [PATCH 315/412] Edit 'bible/other/bear.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/bear.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/bear.md b/bible/other/bear.md index f13a3b9..34124d9 100644 --- a/bible/other/bear.md +++ b/bible/other/bear.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# सहना, सह लेता है, उठाए, ढोनेवाला # +# सहना, सह लेने वाला, ढोना -## तथ्य: ## +## तथ्य: “सहना” का शाब्दिक अर्थ है "उठाना", लेकर चलना। इस शब्द के अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं। * सन्तानोत्पत्ति के संदर्भ में इसका अर्थ है, शिशु को "जन्म देना"। * “बोझ उठाना” अर्थात "कठिनाइयों का सामना करना"। इन कठिनाइयों में शारीरिक एवं मानसिक कष्ट दोनों हैं। -* एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल मिलता है।” +* एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल होना।” * “गवाही देना” अर्थात् “साक्षी देना” या “जो देखा है अनुभव किया है उसका वर्णन करना।” * “पुत्र पिता के पाप का फल नहीं भोगेगा” अर्थात वह पिता का “उत्तरदायी नहीं होगा” या पिता के पापों का “दण्ड नहीं पाएगा।” * सामान्यत: इस शब्द का अनुवाद “उठाना” या “जिम्मेदार होना” या “उत्पन्न करना” या “सहन करना” या “सहना” संदर्भ के आधार पर भी हो सकता है। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [बोझ](../other/burden.md), [एलीशा](../names/elisha.md), [धीरज करना](../other/endure.md), [फल](../other/fruit.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md), [समाचार](../other/report.md), [भेड़](../other/sheep.md), [बल](../other/strength.md), [साक्षी](../kt/testimony.md), [गवाह](../kt/witness.md)) +(यह भी देखें: [बोझ](../other/burden.md), [एलीशा](../names/elisha.md), [धीरज धरना](../other/endure.md), [फल](../other/fruit.md), [अधर्म के काम](../kt/iniquity.md), [समाचार](../other/report.md), [भेड़](../other/sheep.md), [बल](../other/strength.md), [साक्षी](../kt/testimony.md), [गवाह](../kt/witness.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [विलापगीत 03:25-29](rc://en/tn/help/lam/03/25) +* [विलापगीत 3:27](rc://hi/tn/help/lam/03/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2232, H3201, H3205, H5375, H5445, H5449, H6030, H6509, H6779, G142, G430, G941, G1080, G1627, G2592, G3140, G4160, G4722, G4828, G5041, G5088, G5342, G5409, G5576 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H2232, H3201, H3205, H5375, H5445, H5449, H6030, H6509, H6779, G01420, G04300, G09410, G10800, G16270, G25920, G31400, G41600, G47220, G48280, G50410, G50880, G53420, G54090, G55760 \ No newline at end of file From 542b8689e6bb5edff3f3941bc79caedcedaf5c60 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 05:45:23 +0000 Subject: [PATCH 316/412] Edit 'bible/other/beg.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/beg.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/beg.md b/bible/other/beg.md index d464465..d6a131e 100644 --- a/bible/other/beg.md +++ b/bible/other/beg.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# विनती, विनती की, विनती की, कंगाल # +# विनती, विनती की, भिखारी, कंगाल -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है। * मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है। * “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है। -प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना” +प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगते रहना” (यह भी देखें: [निवेदन](../other/plead.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 16:19-21](rc://en/tn/help/luk/16/19) -* [मरकुस 06:56](rc://en/tn/help/mrk/06/56) -* [मत्ती 14:34-36](rc://en/tn/help/mat/14/34) -* [भजन 045:12-13](rc://en/tn/help/psa/045/012) +* [लूका 16:20](rc://hi/tn/help/luk/16/19) +* [मरकुस 6:56](rc://hi/tn/help/mrk/06/56) +* [मत्ती 14:36](rc://hi/tn/help/mat/14/36) +* [भजन 45:12-13](rc://hi /tn/help/psa/045/012) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__। -* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’ -* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!” -* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।” -* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।” -* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__। +* __[10:4](rc://hi/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__। +* __[29:8](rc://hi/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’ +* __[32:7](rc://hi/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत __विनती__ की, “हमें इस प्रदेश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!” +* __[32:10](rc://hi/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।” +* __[35:11](rc://hi/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती__ करने लगा परन्तु उसने मना कर दिया।” +* __[44:1](rc://hi/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H34, H7592, G154, G1871, G4319, G4434, G6075 +* स्ट्रोंग्स: H0034, H7592, G01540, G18710, G43190, G44340 From 356f861a2b2b7e751ecb7264860be7f0f317eecd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 06:01:44 +0000 Subject: [PATCH 317/412] Edit 'bible/other/betray.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/betray.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/betray.md b/bible/other/betray.md index e75c900..bf5f010 100644 --- a/bible/other/betray.md +++ b/bible/other/betray.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# पकड़वाना, पकड़वानेवाला +# पकड़वाना, पकड़वानेवाला ## परिभाषा: @@ -16,22 +16,22 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 7:52](rc://hin/tn/help/act/07/52) -* [यूहन्ना 6:64](rc://hin/tn/help/jhn/06/64) -* [यूहन्ना 13:22](rc://hin/tn/help/jhn/13/22) -* [मत्ती 10:4](rc://hin/tn/help/mat/10/04) -* [मत्ती 26:22](rc://hin/tn/help/mat/26/22) +* [प्रे.का. 7:52](rc://hi/tn/help/act/07/52) +* [यूहन्ना 6:64](rc://hi/tn/help/jhn/06/64) +* [यूहन्ना 13:22](rc://hi/tn/help/jhn/13/22) +* [मत्ती 10:4](rc://hi/tn/help/mat/10/04) +* [मत्ती 26:22](rc://hi/tn/help/mat/26/22) ## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[21:11](rc://hin/tn/help/obs/21/11)__ भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि मसीह को मारने वाले उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियां डालेंगे और उसका परम मित्र उसे __धोखा देगा__। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए __धोखा देगा__। -* __[38:2](rc://hin/tn/help/obs/38/02)__ यीशु और चेलों द्वारा यरूशलेम पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ __विश्वासघात__ करने का प्रस्ताव रखा। -* __[38:3](rc://hin/tn/help/obs/38/03)__यहूदी गुरुओं ने महायाजक के नेतृत्व में यीशु को __पकडवाने के लिए__ के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए। -* __[38:6](rc://hin/tn/help/obs/38/06)__ फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे __पकड़वाएगा__।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा __पकड़वाने वाला__ होगा।” -* __[38:13](rc://hin/tn/help/obs/38/13)__ जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे __पकड़ने वाले__ आ गए है।” -* __[38:14](rc://hin/tn/help/obs/38/14)__ यीशु ने यहूदा से कहा कि, “ तूने मुझे __पकड़वाने__ के लिए चूमा है।” -* __[39:8](rc://hin/tn/help/obs/39/08)__ __विश्वासघाती__ यहूदा, ने देखा कि यहूदी अगुओं ने यीशु को मृत्यु दंड का दोषी ठहराया है, तो वह शोकातुर हो गया और उसने जाकर आत्महत्या कर ली। +* __[21:11](rc://hi/tn/help/obs/21/11)__ भविष्यद्वक्ताओं ने पहले से भविष्यवाणी की थी, कि मसीह को मारने वाले उसके कपड़ों के लिए चिट्ठियां डालेंगे और उसका परम मित्र उसे __धोखा देगा__। जकर्याह भविष्यवक्ता ने पहले से ही भविष्यवाणी की थी, कि मसीह का ही एक चेला उसे तीस चाँदी के सिक्कों के लिए __धोखा देगा__। +* __[38:2](rc://hi/tn/help/obs/38/02)__ यीशु और चेलों द्वारा यरूशलेम पहुँचने के बाद यहूदा यहूदी गुरुओ के पास गया और पैसों के बदले यीशु के साथ __विश्वासघात__ करने का प्रस्ताव रखा। +* __[38:3](rc://hi/tn/help/obs/38/03)__यहूदी गुरुओं ने महायाजक के नेतृत्व में यीशु को __पकडवाने के लिए__ के लिये यहूदा को तीस चाँदी के सिक्के तोलकर दे दिए। +* __[38:6](rc://hi/tn/help/obs/38/06)__ फिर यीशु ने अपने चेलों से कहा, “तुम में से एक मुझे __पकड़वाएगा__।” यीशु ने कहा कि, “जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा दूँगा वही मेरा __पकड़वाने वाला__ होगा।” +* __[38:13](rc://hi/tn/help/obs/38/13)__ जब यीशु तीसरी बार प्रार्थना करके आया तो उसने अपने चेलों से कहा कि, “उठो, मेरे __पकड़ने वाले__ आ गए है।” +* __[38:14](rc://hi/tn/help/obs/38/14)__ यीशु ने यहूदा से कहा कि, “ तूने मुझे __पकड़वाने__ के लिए चूमा है।” +* __[39:8](rc://hi/tn/help/obs/39/08)__ __विश्वासघाती__ यहूदा, ने देखा कि यहूदी अगुओं ने यीशु को मृत्यु दंड का दोषी ठहराया है, तो वह शोकातुर हो गया और उसने जाकर आत्महत्या कर ली। ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H7411, G3860, G4273 +* स्ट्रोंग्स: H7411, G38600, G42730 From 318e1595b218dea5157f17c0e127bdf9477f49f1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 07:45:42 +0000 Subject: [PATCH 318/412] Edit 'bible/other/biblicaltimehour.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/biblicaltimehour.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/biblicaltimehour.md b/bible/other/biblicaltimehour.md index afd9617..2de4fc7 100644 --- a/bible/other/biblicaltimehour.md +++ b/bible/other/biblicaltimehour.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# पहर, घंटे # +# पहर, घंटे, तत्काल, क्षण भर के लिए -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पहर” बाइबल में प्रायः दिन के किस समय कोई घटना घटी। इसका प्रतीकात्मक उपयोग “समय” या “पल” के लिए भी किया जाता है। +बैबल में, “पहर” शब्द प्रायः उस समय को दर्शाने के लिए काम में लिया जाता है जब कोई घटना घटती है| इसका उपयोग लाक्षणिक परिप्रेक्ष्य में भी होता है जिसका अर्थ "समय" या "पल" दर्शाने के लिए भी किया जाता है। -* यहूदी दिन को सूर्योदय से गिनते थे। (लगभग सुबह 6 बजे) उदाहरण के तौर पर, “नौवें घन्टे” अर्थात लगभग दो या तीन बजे। +* यहूदी दिन को सूर्योदय से गिनते थे। (लगभग सुबह 6 बजे) उदाहरण के तौर पर, “नौवें घन्टे” अर्थात दोपहर के लगभग तीन बजे। * रात का समय सूर्यास्त के समय (लगभग संध्या 6 बजे) से गिना जाता था। उदाहरणार्थ “रात के तीसरे पहर” अर्थात आज के प्रणाली में "रात में नौ बजे के लगभग"। * क्योंकि बाइबल में समय का संदर्भ आज की समय पद्धति के अनुकूल नहीं होगा। अतः “लगभग नौ बजे” या “लगभग छः बजे” जैसी अभिव्यक्तियां काम में ली जा सकती हैं। * कुछ अनुवादों में ऐसी उक्तियां काम में ली गई हैं जैसे “संध्या समय” या “प्रातःकाल के समय” या “दोपहर के समय” कि दिन के समय को स्पष्ट किया जाए। * “उस घड़ी में” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल” -* यीशु के संदर्भ में “घड़ी आ पहुंची है” का अनुवाद हो सकता है, “उसका समय आ गया है कि” या “उसका निर्धारित समय आ चूका है”। +* यीशु के संदर्भ में “घड़ी आ पहुंची है” का अनुवाद हो सकता है, “उसका समय आ गया है कि” या “उसका निर्धारित समय आ चुका है”। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 02:14-15](rc://en/tn/help/act/02/14) -* [यूहन्ना 04:51-52](rc://en/tn/help/jhn/04/51) -* [लूका 23:44-45](rc://en/tn/help/luk/23/44) -* [मत्ती 20:3-4](rc://en/tn/help/mat/20/03) +* [प्रे.का. 2:15](rc://hi/tn/help/act/02/14) +* [यूहन्ना 4:51-52](rc://hi/tn/help/jhn/04/51) +* [लूका 23:44](rc://hi/tn/help/luk/23/44) +* [मत्ती 20:3](rc://hi/tn/help/mat/20/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8160, G5610 +* स्ट्रोंग्स: H8160, G56100 From 53a08f3a412bd254a76eacdf2ca7ce228bf767da Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 07:51:39 +0000 Subject: [PATCH 319/412] Edit 'bible/other/biblicaltimewatch.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/biblicaltimewatch.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/biblicaltimewatch.md b/bible/other/biblicaltimewatch.md index 1f8c62a..ef26d03 100644 --- a/bible/other/biblicaltimewatch.md +++ b/bible/other/biblicaltimewatch.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# पहर(बाइबल का समय) # +# पहर(बाइबल का समय) -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: बाइबल के युग में “पहर” रात का एक समय था जिस समय नगर का पहरूआ या सुरक्षाकर्मी बैरी के संकट की चौकसी करता था। * पुराने नियम में इस्राएल के लिए तीन पहर होते थे, पहला, सूर्यास्त से रात्रि 10 बजे तक, दूसरा रात्रि दस बजे से 2 बजे तक, और भोर, 2 बजे से सूर्योदय तक। * नये नियम में यहूदी रोमी पद्धति पर चलने लगे थे जिसमें रात चार पहरों में विभाजित थी, पहला (सूर्यास्त से रात्रि 9 बजे तक), दूसरा (रात्रि 9 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक), तीसरा (मध्यरात्रि 12 बजे से सुबह 3 बजे तक) और चौथा (3 बजे से सूर्योदय तक)। -* इसका अनुवाद अधिक सामान्य रूप में “उत्तरकालीन संध्या या मध्यरात्रि या भोर” जो निर्भर करता है कि किस पहर की चर्चा की जा रही है। +* इसका अनुवाद अधिक सामान्य रूप में “उत्तरकालीन संध्या" या "मध्यरात्रि" या "भोर के समय” जो निर्भर करता है कि किस पहर की चर्चा की जा रही है। (यह भी देखें: [पहर](../other/watch.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 12:37-38](rc://en/tn/help/luk/12/37) -* [मरकुस 06:48-50](rc://en/tn/help/mrk/06/48) -* [मत्ती 14:25-27](rc://en/tn/help/mat/14/25) -* [भजन संहिता 090:3-4](rc://en/tn/help/psa/090/003) +* [लूका 12:37-38](rc://hi/tn/help/luk/12/37) +* [मरकुस 6:48-50](rc://hi/tn/help/mrk/06/48) +* [मत्ती 14:25-27](rc://hi/tn/help/mat/14/25) +* [भजन संहिता 90:3-4](rc://hi/tn/help/psa/090/003) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H821, G5438 +* स्ट्रोंग्स: H0821, G54380 From ffdbde7d68b04e805f6a6d82f9419e0ed7fbf92c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 08:02:49 +0000 Subject: [PATCH 320/412] Edit 'bible/other/bridegroom.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/bridegroom.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/bridegroom.md b/bible/other/bridegroom.md index 033b0ae..eb66c60 100644 --- a/bible/other/bridegroom.md +++ b/bible/other/bridegroom.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# दुल्हा, दुल्हे # +# दुल्हा, दुल्हे -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -विवाह में दुल्हा-दुल्हन से विवाह करता है। +विवाह में दुल्हा **पुरुष** होता है जो दुल्हन (**स्त्री**) से विवाह करता है। -* बाइबल के युग में यहूदी संस्कृति में विवाह संस्कार दुल्हे द्वारा दुल्हन को लेने आने पर केन्द्रित होता था। +* बाइबल के युग में यहूदी संस्कृति में विवाह संस्कार का केंद्र था, जब दुल्हा अपनी दुल्हन को लेने आता है। * बाइबल में यीशु को "दुल्हें" की उपमा दी गई है जो एक दिन अपनी "दुल्हन", कलीसिया को लेने आएगा। -* यीशु ने अपने शिष्यों की तुलना दुल्हें के मित्रों से की थी। जो दुल्हें के साथ उत्सव मनाते हैं परन्तु दुल्हे के चले जाने के बाद दुःखी होते हैं। +* यीशु ने अपने शिष्यों की तुलना दुल्हें के मित्रों से की थी। जो दुल्हें के साथ रहते समय उत्सव मनाते हैं परन्तु दुल्हे के चले जाने के बाद दुःखी होते हैं। (यह भी देखें: [दुल्हन](../other/bride.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यशायाह 62:5](rc://en/tn/help/isa/62/05) -* [योएल 02:15-16](rc://en/tn/help/jol/02/15) -* [यूहन्ना 03:29-30](rc://en/tn/help/jhn/03/29) -* [लूका 05:33-35](rc://en/tn/help/luk/05/33) -* [मरकुस 02:18-19](rc://en/tn/help/mrk/02/18) -* [मरकुस 02:20-21](rc://en/tn/help/mrk/02/20) -* [मत्ती 09:14-15](rc://en/tn/help/mat/09/14) +* [यशायाह 62:5](rc://hi/tn/help/isa/62/05) +* [योएल 2:15-16](rc://hi/tn/help/jol/02/15) +* [यूहन्ना 3:30](rc://hi/tn/help/jhn/03/30) +* [लूका 5:35](rc://hi/tn/help/luk/05/35) +* [मरकुस 2:19](rc://hi/tn/help/mrk/02/19) +* [मरकुस 2:20](rc://hi/tn/help/mrk/02/20) +* [मत्ती 9:15](rc://hi/tn/help/mat/09/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2860, G3566 +* स्ट्रोंग्स: H2860, G35660 From 519a95cceb1aa66183ab613f6c6c0f21eb8b200c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 08:21:00 +0000 Subject: [PATCH 321/412] Edit 'bible/other/bury.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/bury.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/bury.md b/bible/other/bury.md index 4e83691..2256cdb 100644 --- a/bible/other/bury.md +++ b/bible/other/bury.md @@ -1,17 +1,17 @@ -# मिट्टी देना, दबा देता है, दफन, मिट्टी देने +# मिट्टी देना, दबा देता है, दफन, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“मिट्टी देना” शब्द प्रायः शव को कब्र में या अन्य कब्रिस्तान में रखना है। “मिट्टी देने” अर्थात किसी को गाड़ना या गाड़ने का स्थान। “मिट्टी देना” प्रायः भूमि में खोदे गए गड्डे में मृतक को रखकर उस पर मिट्टी डालने को कहते हैं। +“मिट्टी देना” का अर्थ है, किसी वस्तु को (प्रायः शव को) कब्र में या अन्य दफ़न के स्थान में रखना और उसको मिट्टी या पत्थरों आदि से भर देना। “दफ़न” अर्थ है, या किसी को गाड़ना या गाड़ने का स्थान का वर्णन करना। -* अक्सर लोग शव को जमीन में एक गहरे गड्ढ़े में डालकर दफनाते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढक देते हैं। +* अक्सर लोग शव को जमीन में एक गहरे गड्ढ़े में डालकर दफनाते हैं और फिर उसे मिट्टी से ढांक देते हैं। * कभी-कभी शव को एक सन्दूक में रखा जाता है जैसे शव-पेटी, फिर गाड़ा जाता है। * बाइबल के युग में मृतक प्रायः गुफा या गुफा जैसे स्थान में रखे जाते थे। मृत्यु के बाद यीशु का शव कपड़ों में लपेटकर एक गुफा रूपी कब्र में रखा गया था जिसके मुंह पर बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था। * “कब्रिस्तान”, “कब्र” या “दफन कक्ष” या “दफन की गुफा” आदि सब शब्द शव को दफनाने के स्थान के संदर्भ में हैं। -* अन्य वस्तुओं को भी गाड़ा जाता था जैसे अकान ने यरीहो से चुराया हुआ सोना एवं अन्य वस्तुओं का गाड़ा था। +* अन्य वस्तुओं को भी गाड़ा जाता था जैसे अकान ने यरीहो से चुराई हुई चांदी एवं अन्य वस्तुओं का गाड़ा था अर्थात भूमि में गाडा था। * “मुंह ढांपना”“ अर्थात “हाथों से मुंह को छिपाना” @@ -19,15 +19,15 @@ (यह भी देखें:[यरीहो](../names/jericho.md), [कब्र](../other/tomb.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 09:9-10](rc://en/tn/help/2ki/09/09) -* [उत्पत्ति 35:4-5](rc://en/tn/help/gen/35/04) -* [यिर्मयाह 25:32-33](rc://en/tn/help/jer/25/32) -* [लूका 16:22-23](rc://en/tn/help/luk/16/22) -* [मत्ती 27:6-8](rc://en/tn/help/mat/27/06) -* [भजन संहिता 079:1-3](rc://en/tn/help/psa/079/001) +* [2 राजा 9:9-10](rc://hi/tn/help/2ki/09/09) +* [उत्पत्ति 35:4-5](rc://hi/tn/help/gen/35/04) +* [यिर्मयाह 25:33](rc://hi/tn/help/jer/25/33) +* [लूका 16:22](rc://hi/tn/help/luk/16/22) +* [मत्ती 27:7](rc://hi/tn/help/mat/27/07) +* [भजन संहिता 79:1-3](rc://hi /tn/help/psa/079/001) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6900, H6912, H6913, G1779, G1780, G2290, G4916, G5027 +* स्ट्रोंग्स: H6900, H6912, H6913, G17790, G17800, G22900, G49160, G50270 From 5341005e3953f771a8bcbdef1ca36ebc4e6eec82 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 08:23:50 +0000 Subject: [PATCH 322/412] Edit 'bible/other/castout.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/castout.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/other/castout.md b/bible/other/castout.md index 5e5e131..3e1e09a 100644 --- a/bible/other/castout.md +++ b/bible/other/castout.md @@ -1,13 +1,13 @@ # बहिष्कृत, निकाल दिया, बाहर निकालना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “निकालना” या "निकालता" अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को बलपूर्वक दूर करना। * "डालना" शब्द का अर्थ "फेंकना" के समान है। जाल डालने का मतलब है जाल को पानी में फेंकना। * प्रतीकात्मक उपयोग में “निकालना” या “दूर करना” अर्थात किसी का त्याग करना या उसे अपने से दूर करना -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण पर आधारित इसके अन्य अनुवाद रूप होंगे, “बलपूर्वक बहिष्कार करना” या “अलग कर देना” या “पीछा छुड़ाना” * “दुष्टात्मा निकालना” इसका अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा को निकल जाने पर विवश करना” या “दुष्टात्मा को बाहर निकालना” या “दुष्टात्मा का बहिष्कार करना” या “दुष्टात्मा को निकल जाने की आज्ञा देना”। From e97d8c2535b310b94266cf21db8f69272203f489 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 09:10:29 +0000 Subject: [PATCH 323/412] Edit 'bible/other/castout.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/castout.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/castout.md b/bible/other/castout.md index 3e1e09a..8dba00e 100644 --- a/bible/other/castout.md +++ b/bible/other/castout.md @@ -11,20 +11,20 @@ * प्रकरण पर आधारित इसके अन्य अनुवाद रूप होंगे, “बलपूर्वक बहिष्कार करना” या “अलग कर देना” या “पीछा छुड़ाना” * “दुष्टात्मा निकालना” इसका अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा को निकल जाने पर विवश करना” या “दुष्टात्मा को बाहर निकालना” या “दुष्टात्मा का बहिष्कार करना” या “दुष्टात्मा को निकल जाने की आज्ञा देना”। -* "आराधनालय" या कलीसिया से किसी को "बाहर निकालने" के रूप में अनुवादित किया जा सकता है या "उन्हें बाहर रखा जा सकता है।" +* आराधनालय या कलीसिया से किसी को "बाहर निकालने" का अनुवाद हो सकता है, उनको बहिष्कृत करना" या "उनको बाहर करना|" (यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md), [दुष्टात्माग्रस्त](../kt/demonpossessed.md), [बहुत सारे](../other/lots.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:17-19](rc://en/tn/help/act/07/17) -* [मरकुस 03:13-16](rc://en/tn/help/mrk/03/13) -* [मरकुस 09:28-29](rc://en/tn/help/mrk/09/28) -* [मत्ती 07:21-23](rc://en/tn/help/mat/07/21) -* [मत्ती 09:32-34](rc://en/tn/help/mat/09/32) -* [मत्ती 12:24-25](rc://en/tn/help/mat/12/24) -* [मत्ती 17:19-21](rc://en/tn/help/mat/17/19) +* [प्रे.का. 7:17-19](rc://hi/tn/help/act/07/17) +* [मरकुस 3:13-16](rc://hi/tn/help/mrk/03/13) +* [मरकुस 9:29](rc://hi/tn/help/mrk/09/29) +* [मत्ती 7:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21) +* [मत्ती 9:32-34](rc://hi/tn/help/mat/09/32) +* [मत्ती 12:24](rc://hi/tn/help/mat/12/24) +* [मत्ती 17:19-21](rc://hi/tn/help/mat/17/19) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1272, H1644, H1920, H3423, H7971, H7993, G1544 +* स्ट्रोंग्स: H1272, H1644, H1920, H3423, H7971, H7993, G15440 From d69db905537812e4f0278638b4df301148777d1f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 09:15:52 +0000 Subject: [PATCH 324/412] Edit 'bible/other/chaff.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/chaff.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/chaff.md b/bible/other/chaff.md index 88ccd99..235f669 100644 --- a/bible/other/chaff.md +++ b/bible/other/chaff.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# भूसी # +# भूसी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: भूसी गेहूं की रक्षात्मक आवरण होती है जिसे सूखे गेहूं से अलग किया जाता है। भूसी खाने योग्य नहीं होती है इसलिए उसे गेहूं से अलग करके फेंक दिया जाता था। * अन्न को हवा में उछालने से भूसी उड़कर गेहूं से अलग हो जाती है। भूसी हवा में उड़ जाती थी और अन्न के दाने नीचे भूमि पर गिर जाते थे। इस प्रक्रिया को "सूप" कहते हैं। -* बाइबल में इस शब्द को दुष्ट जनों तथा दुष्टता के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है। +* बाइबल में इस शब्द को दुष्ट जनों तथा दुष्टता की निकम्मी बातों के लिए प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया गया है। (यह भी देखें: [अन्न](../other/grain.md), [गेहूं](../other/wheat.md), [हवा में उड़ाना](../other/winnow.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 02:34-35](rc://en/tn/help/dan/02/34) -* [अय्यूब 21:16-18](rc://en/tn/help/job/21/16) -* [लूका 03:17](rc://en/tn/help/luk/03/17) -* [मत्ती 03:10-12](rc://en/tn/help/mat/03/10) +* [दानिय्येल 2:35](rc://hi/tn/help/dan/02/35) +* [अय्यूब 21:18](rc://hi/tn/help/job/21/18) +* [लूका 3:17](rc://hi/tn/help/luk/03/17) +* [मत्ती 3:12](rc://hi/tn/help/mat/03/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2842, H4671, H5784, H8401, G892 +* Strong's: H2842, H4671, H5784, H8401, G08920 From 3c796c277e71cf2f28cd900cf10a2382dfc612ca Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 09:23:53 +0000 Subject: [PATCH 325/412] Edit 'bible/other/chief.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/chief.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/chief.md b/bible/other/chief.md index 8def69b..62b57d6 100644 --- a/bible/other/chief.md +++ b/bible/other/chief.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# प्रधान, प्रधानों # +# प्रधान, मुख्य पुरुष -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रधान” शब्द किसी जाति के सबसे महत्वपूर्ण अगुवे का बोध कराता है। +“प्रधान” शब्द किसी जाति के सबसे अधिक अधिकार-संपन्न या सर्वाधिक महत्वपूर्ण अगुवे को संदर्भित करता है। * इसके उदाहरण हैं, “प्रधान बजानेवाला”, “प्रधान याजक” और “चुंगी लेने वालों का प्रधान” तथा “प्रधान शासक”। -* इसका उपयोग परिवार के मुखिया के लिए भी किया जा सकता है जैसा उत्पत्ति अध्याय 36 में कुछ पुरुषों को कुल को “प्रधानों” कहा गया है। इस संदर्भ में "प्रधान" का अनुवाद "अगुआ" या "प्रमुख पिता" हो सकता है। +* इसका उपयोग परिवार के मुखिया के लिए भी किया जा सकता है जैसा उत्पत्ति अध्याय 36 में कुछ पुरुषों को कुल के “प्रधान” कहा गया है। इस संदर्भ में "प्रधान" का अनुवाद "अगुआ" या "प्रमुख पिता" हो सकता है। * संज्ञा रूप में इस शब्द का अनुवाद “प्रमुख” या “शासक” किया जा सकता है जैसे “प्रमुख बजानेवाला” या “सत्ताधारी याजक”। -(यह भी देखें: [प्रधान-याजकों](../other/chiefpriests.md), [याजक](../kt/priest.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) +(यह भी देखें: [प्रधान](../other/chiefpriests.md), [महायाजक](../kt/priest.md), [चुंगी लेनेवाला](../other/taxcollector.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 01:11-13](rc://en/tn/help/dan/01/11) -* [यहेजकेल 26:15-16](rc://en/tn/help/ezk/26/15) -* [लूका 19:1-2](rc://en/tn/help/luk/19/01) -* [भजन संहिता 004:1](rc://en/tn/help/psa/004/001) +* [दानिय्येल 1:11-13](rc://hi/tn/help/dan/01/11) +* [यहेजकेल 26:15-16](rc://hi/tn/help/ezk/26/15) +* [लूका 19:2](rc://hi/tn/help/luk/19/02) +* [भजन संहिता 4:1](rc://hi/tn/help/psa/004/1) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H47, H441, H5057, H5387, H5632, H6496, H7218, H7225, H7227, H7229, H7262, H8269, H8334, G749, G750, G754, G4410, G4413, G5506 +* स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H5057, H5387, H5632, H6496, H7218, H7225, H7227, H7229, H7262, H8269, H8334, G07490, G07500, G07540, G44100, G44130, G55060 \ No newline at end of file From b5df41f11ffe3843ef0f0a1ab3166be828611525 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 09:28:50 +0000 Subject: [PATCH 326/412] Edit 'bible/other/citizen.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/citizen.md | 10 +++++----- 1 file changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/other/citizen.md b/bible/other/citizen.md index fe51a9c..9802690 100644 --- a/bible/other/citizen.md +++ b/bible/other/citizen.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# निवासी, निवासियों +# नागरिक, नागरिकता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -निवासी उस व्यक्ति को कहते हैं जो किसी नगर, देश या राज्य में रहता है। अर्थात जो उस स्थान का अधिकृत निवासी माना जाता है। +नागरिक उस मनुष्य को कहते हैं जो किसी नगर, देश या राज्य में रहता है। अर्थात जो उस स्थान का अधिकृत निवासी माना जाता है। * सन्दर्भ के अनुसार, इसका अनुवाद, “निवासियों” या “आधिकारिक निवासी” भी किया जा सकता है। * निवासी एक क्षेत्र में रहता है जो किसी राज्य का एक भाग हो सकता है जिस पर राजा या सम्राट या शासक राज करता है। उदाहरणार्थ, पौलुस रोमी नागरिक था, रोम के अनेक प्रान्त थे, पौलुस इनमें से एक प्रान्त में रहता था। @@ -17,6 +17,6 @@ * [लूका 15:15-16](rc://en/tn/help/luk/15/15) * [लूका 19:13-15](rc://en/tn/help/luk/19/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6440, G4175, G4177, G4847 +* स्ट्रोंग्स: H6440, G4175, G41770, G48470 From 20eb8c4373cf93909c8b60e92a7f442692ba1b30 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 09:44:23 +0000 Subject: [PATCH 327/412] Edit 'bible/other/comfort.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/comfort.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/other/comfort.md b/bible/other/comfort.md index 8f922c7..a27f995 100644 --- a/bible/other/comfort.md +++ b/bible/other/comfort.md @@ -1,34 +1,34 @@ -# शान्ति, शान्ति दी, शान्तिदाता, शान्ति नहीं मिली +# शान्ति, शान्ति देता है, शान्तिदाता, शान्ति नहीं मिली -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“शान्ति” और “शान्ति देनेवाला” का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जो शारीरिक या भावनात्मक दर्द से पीड़ित की सहायता का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है। +“शान्ति” और “शान्ति देनेवाला” का सन्दर्भ उस व्यक्ति से है जो शारीरिक या भावनात्मक दर्द से पीड़ित की सहायता करता है। * शान्ति देने वाले को शान्तिदाता कहते हैं। * पुराने नियम में “शान्ति देना” परमेश्वर की प्रजा के लिए उसकी दया और उसके प्रेम और कष्टों में उनकी सहायता का वर्णन करने के लिए काम में लिया गया है। -* नये नियम में कहा गया है कि परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने लोगों को शान्ति प्रदान करेगा। जिन्हें शान्ति मिलती है वे बदले में कष्ट उठानेवालों को शान्ति देंगे। -* “इस्राएल का शान्ति दाता” मसीह के संदर्भ में है जो अपने लोगों का उद्धार करेगा। +* नये नियम में कहा गया है कि परमेश्वर अपने पवित्र आत्मा के द्वारा अपने लोगों को शान्ति प्रदान करेगा। जिन्हें शान्ति मिलती है वे बदले में कष्ट उठानेवालों को वैसी ही शान्ति देंगे। +* “इस्राएल का शान्ति दाता” मसीह के संदर्भ में है जो अपने लोगों का उद्धार करने के लिए आएगा। * यीशु ने पवित्र आत्मा को सहायक कहा जो यीशु में विश्वास करनेवालों की सहायता करेगा। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करते हैं" या "सांत्वना।" +* प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करना" या "सांत्वना देन।" -* “हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारी प्रोत्साहन” या "हमारी (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"। +* “हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारा प्रोत्साहन” या "हमारा (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"। * शब्द "शान्ति देनेवाला" का अनुवाद "कोई व्यक्ति शान्ति देता है" या "कोई व्यक्ति जो दर्द को कम करने में सहायता करता है" या "कोई व्यक्ति जो प्रोत्साहित करता है"। -* जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "जो सहायता और मार्गदर्शन करता है।" -* वाक्यांश "इस्राएल की शान्ति" का अनुवाद "मसीहा जो इस्राएल को शान्ति प्रदान करता है" के रूप में किया जा सकता है। -* एक अभिव्यक्ति की तरह, "उनके पास कोई शान्ति देनेवाला नहीं" का भी अनुवाद किया जा सकता है, "कोई भी उन्हें शान्ति नहीं देता" या "उन्हें प्रोत्साहित करने या उनकी मदद करने के लिए कोई नहीं है।" +* जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद हो सकता है, "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "मनुष्य जो सहायता करता है और मार्गदर्शन करता है।" +* वाक्यांश "इस्राएल का शान्तिदाता" का अनुवाद हो सकता है, "मसीह जो इस्राएल को शान्ति प्रदान करता है।" +* यह अभिव्यक्ति, "उनके पास कोई शान्ति देनेवाला नहीं" इसका अनुवाद किया जा सकता है, "उन्हें किसी ने भी शान्ति नहीं दी" या "उन्हें प्रोत्साहित करने या उनकी मदद करने के लिए कोई नहीं है।" (यह भी देखें: [प्रोत्साहित करना](../kt/exhort.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:8-11](rc://en/tn/help/1th/05/08) -* [2 कुरिन्थियों 01:3-4](rc://en/tn/help/2co/01/03) -* [2 शमूएल 10:1-3](rc://en/tn/help/2sa/10/01) -* [प्रे.का. 20:11-12](rc://en/tn/help/act/20/11) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:8-11](rc://hi/tn/help/1th/05/08) +* [2 कुरिन्थियों 1:4](rc://hi/tn/help/2co/01/04) +* [2 शमूएल 10:1-3](rc://hi/tn/help/2sa/10/01) +* [प्रे.का. 20:11-12](rc://hi/tn/help/act/20/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2505, H5150, H5162, H5165, H5564, H8575, G302, G3870, G3874, G3875, G3888, G3890, G3931 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H2505, H5150, H5162, H5165, H5564, H8575, G03020, G38700, G38740, G38750, G38880, G38900, G39310 \ No newline at end of file From 5adddaafd86deb5a32814b5ce92d2aeb22524eab Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 10:24:23 +0000 Subject: [PATCH 328/412] Edit 'bible/other/commit.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/commit.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/commit.md b/bible/other/commit.md index d8f6ce7..75f4c26 100644 --- a/bible/other/commit.md +++ b/bible/other/commit.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा +# करना, सौंपना, किया है, प्रतिज्ञा/समर्पण ## परिभाषा: “समर्पण करना” और “समर्पण” का संदर्भ निर्णय लेने से या कुछ करने की प्रतिज्ञा करने से है. * कोई व्यक्ति किसी काम को करने की प्रतिज्ञा करता है, उसके लिए कहा जाता है कि वह उस काम को करने के प्रति समर्पित है. -* किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है। +* किसी व्यक्ति को “काम सौंपना” अर्थात उसे कार्य-भार का उत्तरदायी ठहराना. उदाहरणार्थ 2 कुरि. में पौलुस कहता है कि परमेश्वर ने मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी (या “दे दी है”) है परमेश्वर से मेल रखो। * इसी से संबन्धित शब्द है “करना” और “किया है” जो अनुचित कार्य के लिए उपयोग किए गए हैं, जैसे “पाप करना” या “व्यभिचार करना” या “हत्या करना.” * “उसे वह सेवा सौंप दी” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उसे काम सौंपा” या “उस पर एक काम के लिए विश्वास किया” या “उसे एक काम दिया” या "उसे काम का उत्तरदायित्व संभला दिया." * “सौंपना” का अनुवाद हो सकता है, “कार्य जो दिया गया” या “प्रतिज्ञा जो की गई." @@ -14,12 +14,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 28:07](rc://hi/tn/help/1ch/28/07) -* [1 पतरस 02:21-23](rc://hi/tn/help/1pe/02/21) -* [यिर्मयाह 02:12-13](rc://hi/tn/help/jer/02/12) -* [मत्ती 13:41](rc://hi/tn/help/mat/13/40) -* [भजन 058:02](rc://hi/tn/help/psa/058/02) +* [1 इतिहास 28:7](rc://hi/tn/help/1ch/28/07) +* [1 पतरस 2:21-23](rc://hi/tn/help/1pe/02/21) +* [यिर्मयाह 2:12-13](rc://hi/tn/help/jer/02/12) +* [मत्ती 13:41](rc://hi/tn/help/mat/13/41) +* [भजन 58:2](rc://hi/tn/help/psa/058/02) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H539, H817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G264, G2038, G2716, G3429, G3431, G3860, G3872, G3908, G4102, G4160, G4203 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0539, H0817, H1361, H1497, H1500, H1540, H1556, H2181, H2388, H2398, H2399, H2403, H4560, H4603, H5003, H5753, H5766, H5771, H6213, H6466, H7683, H7760, H7847, G02640, G20380, G27160, G34290, G34310, G38600, G38720, G39080, G41020, G41600, G42030 \ No newline at end of file From 1f23cb235e50099dea3aefb9703d57d9213f9ab1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 10:30:44 +0000 Subject: [PATCH 329/412] Edit 'bible/other/companion.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/companion.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/companion.md b/bible/other/companion.md index 23e7061..9b23a64 100644 --- a/bible/other/companion.md +++ b/bible/other/companion.md @@ -1,19 +1,19 @@ # साथी, संगी, मित्र -## तथ्य: ## +## तथ्य: “साथी” का अर्थ है किसी के साथ रहनेवाला व्यक्ति या किसी से जुड़ा हुआ व्यक्ति, जैसे मित्रता या विवाह में। "संगी" शब्द किसी अन्य व्यक्ति के साथ काम करने वाले व्यक्ति को संदर्भित करता है। -* साथी एक ही अनुभव को अनुभूति करते हैं, एक साथ भोजन करते हैं और एक दूसरे को सहयोग देते हैं और प्रोत्साहित करते हैं। -* संदर्भ के आधार पर, इस शब्द का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश के साथ भी किया जा सकता है, जिसका अर्थ है, "मित्र" या "साथी यात्री" या "सहायक-व्यक्ति जो साथ जाता है" या "वह व्यक्ति जो साथ काम करता है।" +* साथी एक ही अनुभव की अनुभूति एक साथ करते हैं, एक साथ भोजन करते हैं और एक दूसरे को सहयोग देते हैं और प्रोत्साहित करते हैं। +* संदर्भ के आधार पर, इस शब्द का अनुवाद किसी ऐसे शब्द या वाक्यांश के द्वारा भी किया जा सकता है, जिसका अर्थ है, "मित्र" या "सहयात्री" या "सहायक-व्यक्ति जो साथ जाता है" या "वह व्यक्ति जो साथ काम करता है।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यहेजकेल 37:15-17](rc://en/tn/help/ezk/37/15) -* [इब्रानियों 01:8-9](rc://en/tn/help/heb/01/08) -* [नीतिवचन 02:16-17](rc://en/tn/help/pro/02/16) -* [भजन संहिता 038:11-12](rc://en/tn/help/psa/038/011) +* [यहेजकेल 37:16](rc://hi/tn/help/ezk/37/16) +* [इब्रानियों 1:9](rc://hi/tn/help/heb/01/09) +* [नीतिवचन 2:17](rc://hi/tn/help/pro/02/17) +* [भजन संहिता 38:11-12](rc://hi /tn/help/psa/038/011) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H251, H441, H2269, H2270, H2273, H2278, H3674, H3675, H4828, H7453, H7462, H7464, G2844, G3353, G4898, G4904 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0251, H0441, H2269, H2270, H2273, H2278, H3674, H3675, H4828, H7453, H7462, H7464, G28440, G33530, G48980, G49040 \ No newline at end of file From ff9fdcffa20074c58abe64a38f04381d73111fee Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 10:38:31 +0000 Subject: [PATCH 330/412] Edit 'bible/other/conceive.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/conceive.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/conceive.md b/bible/other/conceive.md index 4b061d3..19efb84 100644 --- a/bible/other/conceive.md +++ b/bible/other/conceive.md @@ -1,15 +1,15 @@ -# गर्भ धारण, गर्भवती, गर्भवती होना +#  गर्भवती होना, गर्भ धारण करना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “गर्भधारण” या “गर्भवती होना” का अर्थ है “सन्तान को गर्भ में धारण करना” यह शब्द पशुओं के लिए भी काम में लिया जा सकता है। -* “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भ धारण करना” या इसके तुल्य कोई शब्द हो तो उसका उपयोग करें। +* “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भ धारण करना” या इसके तुल्य कोई अन्य स्वीकार्य शब्द हो तो उसका उपयोग करें। * इससे संबन्धित शब्द “गर्भवती होना” का अनुवाद “गर्भधारण का आरंभ” या “गर्भधारण का पल”। -* इसका संदर्भ किसी बात की रचना या विचार करना जैसे धारण, योजना या कार्य से भी हो सकता है। इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विचारना” या “योजना बनाना” या “रचना करना” जो प्रकरण के अनुरूप हो। -* कभी-कभी यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाता है जैसे अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है अर्थात “जब पाप का पहला विचार आता है” या “पाप का आरंभिक पल” या “जब पाप का आरंभ होता है”। +* इसका संदर्भ किसी बात की रचना या विचार करना जैसे धारणा, योजना या कार्य से भी हो सकता है। इसके अनुवाद रूप हो सकते हैं, “विचारना” या “योजना बनाना” या “रचना करना” जो प्रकरण के अनुरूप हो। +* कभी-कभी यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में काम में लिया जाता है जैसे "अभिलाषा गर्भवती होकर पाप को जनती है" अर्थात “जब पाप का पहला विचार आता है” या “पाप का आरंभिक पल” या “जब पाप का आरंभ होता है”। -(यह भी देखें: [उत्‍पन्‍न](../other/creation.md), [गर्भ](../other/womb.md)) +(यह भी देखें: [उत्‍पन्‍न करना](../other/creation.md), [गर्भ](../other/womb.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## @@ -19,6 +19,6 @@ * [लूका 01:24-25](rc://en/tn/help/luk/01/24) * [लूका 02:21](rc://en/tn/help/luk/02/21) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2029, H2030, H2032, H2232, H2254, H2803, H3179, G1080, G1722, G2602, G2845, G4815 +* स्ट्रोंग्स: H2029, H2030, H2032, H2232, H2254, H2803, H3179, G10800, G17220, G28450, G48150 From 18f6cb09ad4698774ddf00adaec3001bee8d9d58 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 10:47:57 +0000 Subject: [PATCH 331/412] Edit 'bible/other/council.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/council.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/council.md b/bible/other/council.md index 2f12f80..5ba4ca3 100644 --- a/bible/other/council.md +++ b/bible/other/council.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# महासभा, सभाओं # +# महासभा, सभाओं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -महासभा मनुष्यों का एक समूह था जो महत्वपूर्ण विषयों पर विचार करने, परामर्श देने तथा निर्णय लेने के लिए बैठता है। +महासभा मनुष्यों का एक समूह होता है जो महत्वपूर्ण विषयों पर विचार करने, परामर्श देने तथा निर्णय लेने के लिए बैठता है। * किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त सभा की व्यवस्था अधिकृत एवं स्थाई रूप में की जाती है जैसे वैधानिक विषयों पर निर्णय लेना। * “यहूदी महासभा” यरूशलेम, को “सेनहड्रिन” कहते थे, उसके 70 सदस्य थे जिनमें यहूदी अगुवे जैसे महायाजक, प्राचीन, शास्त्री, फरीसी, सदूकी थे, वे यहूदी व्यवस्था से संबन्धित विषयों पर निर्णय लेने के लिए नियमित रूप से सभा करते थे। इसी महासभा ने यीशु पर अभियोग चलाकर उसे मृत्यु देने का निर्णय लिया था। * अन्य नगरों में भी छोटी यहूदी सभाएं थी। * प्रेरित पौलुस को रोमी प्रशासक के समक्ष उपस्थित किया गया था क्योंकि वह सुसमाचार प्रचार कर रहा था। * प्रकरण के अनुसार “सभा” का अनुवाद हो सकता है, “विधान सभा” या “राजनीतिक सभा” -* “सभा में होना” अर्थात किसी बात का निर्णय लेने के लिए सभा में उपस्थित होना। +* “सभा में होना” अर्थात किसी बात का निर्णय लेने के लिए किसी विशेष सभा में उपस्थित होना। * ध्यान दें कि यह शब्द “सम्मति” से भिन्न है जिसका अर्थ है, “बुद्धिमानी का परामर्श देना” -(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [सम्मति](../other/counselor.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [नियम](../kt/lawofmoses.md), [याजक](../kt/priest.md), [सदूकी](../kt/sadducee.md), [शास्त्री](../kt/scribe.md)) +(यह भी देखें: [सभा](../other/assembly.md), [सम्मति](../other/counselor.md), [फरीसी](../kt/pharisee.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [याजक](../kt/priest.md), [सदूकी](../kt/sadducee.md), [शास्त्री](../kt/scribe.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:57-58](rc://en/tn/help/act/07/57) -* [प्रे.का. 24:20-21](rc://en/tn/help/act/24/20) -* [यूहन्ना 03:1-2](rc://en/tn/help/jhn/03/01) -* [लूका 22:66-68](rc://en/tn/help/luk/22/66) -* [मरकुस 13:9-10](rc://en/tn/help/mrk/13/09) -* [मत्ती 05:21-22](rc://en/tn/help/mat/05/21) -* [मत्ती 26:59-61](rc://en/tn/help/mat/26/59) +* [प्रे.का. 7:57-58](rc://hi/tn/help/act/07/57) +* [प्रे.का. 24:20](rc://hi/tn/help/act/24/20) +* [यूहन्ना 3:2](rc://hi/tn/help/jhn/03/02) +* [लूका 22:68](rc://hi/tn/help/luk/22/68) +* [मरकुस 13:9](rc://hi/tn/help/mrk/13/09) +* [मत्ती 5:22](rc://hi/tn/help/mat/05/22) +* [मत्ती 26:59](rc://hi/tn/help/mat/26/59) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4186, H5475, H7277, G1010, G4824, G4892 +* स्ट्रोंग्स: H4186, H5475, G10100 , G48240, G48920 From 0e20dc4470f6068bfb952ff45e31fd57a589c8ec Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 12:08:57 +0000 Subject: [PATCH 332/412] Edit 'bible/other/counselor.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/counselor.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/counselor.md b/bible/other/counselor.md index 0283468..10b2c1b 100644 --- a/bible/other/counselor.md +++ b/bible/other/counselor.md @@ -1,19 +1,19 @@ -# सम्मति, मंत्री, सम्मति देनेवालों, युक्ति , युक्ति करनेवाला, मंत्रियों, सम्मति दी +# सम्मति, सम्मति देना, मंत्री, सम्मति, सम्मति देनेवाला, वकील -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “सम्मति” या “युक्ति” के अर्थ एक ही है जिसमें किसी को किसी परिस्थिति में काम करने के लिए बुद्धिमानी का निर्णय लेने में सहायता दी जाती है। बुद्धिमान “युक्ति करनेवाला” या “मंत्री”, वह व्यक्ति जो किसी को सही निर्णय लेने में सहायता करता है। * राजाओं के पास सदैव अधिकृत मंत्री या परामर्शदाता होते थे जो जनता से संबन्धित महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने के लिए उनकी सहायता करते थे। -* कभी-कभी दी गई सम्मति या सुझाई गई युक्ति उचित नहीं होती थी। बुरे मंत्री राजा को ऐसी युक्ति सुझाते थे जिससे वह जनता को हानि की आज्ञा देता था। -* प्रकरण पर आधारित “युक्ति” या “सम्मति” का अनुवाद हो सकता है, “निर्णय लेने में सहायता करना” या “चेतावनी” या “समझना” या “मार्गदर्शन” +* कभी-कभी दी गई सम्मति या सुझाई गई युक्ति उचित नहीं होती थी। बुरे मंत्री राजा को ऐसी युक्ति सुझाते थे जिसके अनुसार दी गई आज्ञा उसको और जनता को हानि पहुंचाती थी। +* प्रकरण पर आधारित “युक्ति” या “सम्मति” का अनुवाद हो सकता है, “निर्णय लेने में सहायता करना” या “चेतावनियाँ” या “समझाना” या “मार्गदर्शन” * “सम्मति” देने के कार्य का अनुवाद हो सकता है, “राय देना” या “सुझाव देना” या “प्रेरणा देना”। * ध्यान दें कि “सम्मति” “सभा” से अलग शब्द है। सभा का अर्थ है मनुष्यों का समूह। -(यह भी देखें: [समझा](../kt/exhort.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md)) +(यह भी देखें: [समझाना](../kt/exhort.md), [पवित्र आत्मा](../kt/holyspirit.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1697, H1847, H1875, H1884, H1907, H3272, H3289, H3982, H4156, H4431, H5475, H5779, H6440, H6963, H6098, H7592, H8458, G1011, G1012, G1106, G4823, G4825 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H1697, H1847, H1875, H1884, H1907, H3272, H3289, H3982, H4156, H4431, H5475, H5779, H6440, H6963, H6098, H7592, H8458, G10110, G10120, G11060, G48230, G48250 \ No newline at end of file From 9bb2bac54e6f257b44b77d20fdf96c5b6c26dc81 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 12:22:32 +0000 Subject: [PATCH 333/412] Edit 'bible/other/cow.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/cow.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/cow.md b/bible/other/cow.md index d01caee..e47380a 100644 --- a/bible/other/cow.md +++ b/bible/other/cow.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# गाय, बैल, बछड़ा, पशुओं, बछिया, बैल +# गाय, बैल, बछड़ा, मवेशी, कलोर, बैल ## परिभाषा: -"गाय," "बैल," कोलोर," और “पशुओं” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं. +"गाय," "बैल," कलोर," और “मवेशी” आदि सब शब्दों का संदर्भ एक बड़े चार टांग वाले गोजातीय पशुओं से है जो घास खाते हैं और मांस एवं दूध के लिए पाले जाते हैं. * ऐसे पशु की मादा को गाय कहते हैं और नर को बैल और उसके बच्चे को बछड़ा कहते हैं. * बाइबल में, मवेशी "शुद्ध"पशुओं में गिने जाते थे इनको मनुष्य खा सकता था और बलिओं के लिए काम में ले सकता था. वे मुख्य रूप से मांस और दूध के लिए थे। @@ -21,17 +21,17 @@ * [निर्गमन 24:5-6](rc://hi/tn/help/exo/24/05) * [गिनती 19:1-2](rc://hi/tn/help/num/19/01) * [व्यवस्थाविवरण 21:3-4](rc:// hi/tn/help/deu/21/03) -* [1 शमूएल 01:24-25](rc://hi/tn/help/1sa/01/24) -* [1 शमूएल 15:03](rc://hi/tn/help/1sa/15/03) +* [1 शमूएल 1:24-25](rc://hi/tn/help/1sa/01/24) +* [1 शमूएल 15:3](rc://hi/tn/help/1sa/15/03) * [1 शमूएल 16:2-3](rc://hi/tn/help/1sa/16/02) -* [1 राजा 01:09](rc://hi/tn/help/1ki/01/09) +* [1 राजा 1:9](rc://hi/tn/help/1ki/01/09) * [2 इतिहास 11:15](rc://hi/tn/help/2ch/11/15) * [2 इतिहास 15:10-11](rc://hi/tn/help/2ch/15/10) * [मत्ती 22:4](rc://hi/tn/help/mat/22/04) * [लूका 13:15](rc://hi/tn/help/luk/13/15) -* [लूका 14:05](rc://hi/tn/help/luk/14/05) -* [इब्रानियों 09:13](rc://hi/tn/help/heb/09/13) +* [लूका 14:5](rc://hi/tn/help/luk/14/05) +* [इब्रानियों 9:13](rc://hi/tn/help/heb/09/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H47, H441, H504, H929, H1165, H1241, H1241, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H5697, H6499, H6499, H6510, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7794, H7921, H8377, H8377, H8450, H8450, G1016, G1151, G2353, G2934, G3447, G3448, G4165, G5022, G5022 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0047, H0441, H0504, H0929, H1165, H1241, H4399, H4735, H4806, H5695, H5697, H6499, H6510, H6629, H7214, H7716, H7794, H7921, H8377, H8450, G10160, G11510, G23530, G29340, G34470, G34480, G41650, G50220 \ No newline at end of file From 2ab1adc3508c322bd38b4c1bf65a59ccbb9217a3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 12:27:34 +0000 Subject: [PATCH 334/412] Edit 'bible/other/criminal.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/criminal.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/other/criminal.md b/bible/other/criminal.md index 4728e66..451014f 100644 --- a/bible/other/criminal.md +++ b/bible/other/criminal.md @@ -2,7 +2,7 @@ ## परिभाषा: -“अपराध” प्रायः ऐसे अनाचार का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना होता है। “अपराधी” उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जिसने अपराध किया है। +“अपराध” प्रायः ऐसे अनाचार का संदर्भ देता है जिसमें देश का नियम तोड़ना होता है। “अपराधी” शब्द उस मनुष्य के सन्दर्भ में होता है जिसने अपराध किया है। * अपराध अनेक प्रकार के होते हैं जैसे मनुष्य की हत्या करना या किसी की संपदा की चोरी करना। * अपराधी को पकड़ कर बन्दी बनाया जाता है और कारावास में रखा जाता है। @@ -12,12 +12,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 तीमुथियुस 2:9](rc://hin/tn/help/2ti/02/09) -* [होशे 06:8-9](rc://hin/tn/help/hos/06/08) -* [अय्यूब 31:26-28](rc://hin/tn/help/job/31/26) -* [लूका 23:32](rc://hin/tn/help/luk/23/32) -* [मत्ती 27:23-24](rc://hin/tn/help/mat/27/23) +* [2 तीमुथियुस 2:9](rc://hi/tn/help/2ti/02/09) +* [होशे 6:8-9](rc://hi/tn/help/hos/06/08) +* [अय्यूब 31:26-28](rc://hi/tn/help/job/31/26) +* [लूका 23:32](rc://hi/tn/help/luk/23/32) +* [मत्ती 27:23-24](rc://hi/tn/help/mat/27/23) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G2556, G2557, G4467 +* Strong's: H2154, H2400, H4639, H5771, H7563, H7564, G25560, G25570, G44670 From bfd0c3524d653574c0bbd3962600d587ca1e3231 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 12:37:27 +0000 Subject: [PATCH 335/412] Edit 'bible/other/curtain.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/curtain.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/curtain.md b/bible/other/curtain.md index 3b89ff6..ba87212 100644 --- a/bible/other/curtain.md +++ b/bible/other/curtain.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# परदा, परदे # +# परदा, परदे -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “परदा” शब्द निवास के स्थान और मन्दिर में काम में आनेवाला कपड़े का बहुत मोटा परदा था। +बाइबल में “परदा” शब्द बहुत मोटी और भारी चद्दर के सन्दर्भ में काम में लिया गया है जिससे मिलाप वाले तम्बू और मंदिर को बनाया गया था। * निवास स्थान परदों की चार परतों द्वारा बनाया गया था। ऊपर के लिए और पक्षों के लिए। ये परदे पशुओं की खाल या कपड़ो के थे। -* निवास के चारों ओर प्रांगण को ढांपने के लिए दीवार स्वरूप परदे डाले गए थे। ये परदे “लिनन” से बने थे ये जो एक प्रकार का कपड़ा है जो सन के पौधे से बनाया जाता था। -* निवास (मण्डप) और मन्दिर में पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान के मध्य कपड़े का एक बहुत मोटा परदा था। यही वह परदा था जो यीशु की मृत्यु पर चमत्कारी रूप से फट गया था। +* निवास के चारों ओर प्रांगण को ढांपने के लिए दीवार स्वरूप परदे डाले गए थे। ये परदे “सन” से बने थे ये जो एक प्रकार का कपड़ा है जो सन के पौधे से बनाया जाता था। +* निवास (मण्डप) और मन्दिर में पवित्र स्थान और परमपवित्र स्थान के मध्य कपड़े का एक बहुत मोटा परदा था। यही वह परदा था जो यीशु की मृत्यु पर चमत्कारी रूप से फट कर दो भाग हो गया था। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* क्योंकि आधुनिक युग के परदे बाइबल के समय में काम में आनेवाले परदों से सर्वथा भिन्न थे, भिन्न शब्द का उपयोग करना या व्याख्या हेतु अन्य शब्दों को जोड़ना उचित होगा। +* क्योंकि आधुनिक युग के परदे बाइबल के समय में काम में आनेवाले परदों से सर्वथा भिन्न हैं, भिन्न शब्द का उपयोग करना या व्याख्या हेतु अन्य शब्दों को जोड़ना उचित होगा। * प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “परदे का आवरण” या “आवरण” या “मोटा कपड़ा” या “पशु की खाल का आवरण” या “लटकनेवाला कपड़ा”। (यह भी देखें: [पवित्र स्थान](../kt/holyplace.md), [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [इब्रानियों 10:19-22](rc://en/tn/help/heb/10/19) -* [लैव्यव्यवस्था 04:16-17](rc://en/tn/help/lev/04/16) -* [लूका 23:44-45](rc://en/tn/help/luk/23/44) -* [मत्ती 27:51-53](rc://en/tn/help/mat/27/51) -* [गिनती 04:5-6](rc://en/tn/help/num/04/05) +* [इब्रानियों 10:20](rc://en/tn/help/heb/10/20) +* [लैव्यव्यवस्था 4:17](rc://en/tn/help/lev/04/17) +* [लूका 23:45](rc://en/tn/help/luk/23/45) +* [मत्ती 27:51](rc://en/tn/help/mat/27/51) +* [गिनती 4:5](rc://en/tn/help/num/04/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1852, H3407, H4539, H6532, H7050, G2665 +* स्ट्रोंग्स: H1852, H3407, H4539, H6532, H7050, G26650 From 1770a5e60ac020d70aa694e045d0b1e6d4da38c8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 12:56:54 +0000 Subject: [PATCH 336/412] Edit 'bible/other/darkness.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/darkness.md | 46 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 23 deletions(-) diff --git a/bible/other/darkness.md b/bible/other/darkness.md index dd046c8..3f171a1 100644 --- a/bible/other/darkness.md +++ b/bible/other/darkness.md @@ -1,38 +1,38 @@ -# अंधियारा +# अंधियारा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “अंधियारा” का अर्थ है प्रकाश की अनुपस्थिति इस शब्द के प्रतीकात्मक अर्थ भी हैं: * रूपक स्वरूप “अंधियारा” का अर्थ है, “अशुद्धता” या “बुराई” या “आत्मिक अंधापन” -* इसका सदंर्भ पाप और नैतिक भ्रष्टाचार से भी है। -* “अन्धकार का राजा” इस उक्ति का अर्थ है सब कुछ जो बुरा है और शैतान के शासनाधीन है। -* “अंधियारा” मृत्यु का रूपक भी है। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) -* जिन मनुष्यों को परमेश्वर का ज्ञान नहीं उन्हें उनके लिए कहा जाता है कि वे “अंधियारा में रह रहे हैं” अर्थात वे धार्मिकता को समझते नहीं और न ही उसका व्यवहार करते हैं। +* इसका सदंर्भ पाप और नैतिक भ्रष्टाचार से सम्बंधित किसी भी बात से है। +* “अन्धकार का राज्य” इस उक्ति का अर्थ है सब कुछ जो बुरा है और शैतान के शासनाधीन है। +* “अंधियारा” शब्द मृत्यु के रूपक स्वरुप भी काम में लिया जा सकता है। (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* जिन मनुष्यों को परमेश्वर का ज्ञान नहीं उनके लिए कहा जाता है कि वे “अंधियारे में रह रहे हैं” अर्थात वे धार्मिकता को समझते नहीं और न ही उसका व्यवहार करते हैं। * परमेश्वर ज्योति (धार्मिकता) है और अन्धकार (बुराई) उस पर नहीं छा सकती है। -* परमेश्वर का त्याग करनेवालों को दण्ड के स्थान को कभी-कभी “बाहरी अन्धकार” कहा गया है। +* परमेश्वर का त्याग करनेवालों के दण्ड के स्थान को कभी-कभी “बाहरी अन्धकार” कहा गया है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों करना उचित है, लक्षित भाषा में इसका पर्यायवाची शब्द जिसका सन्दर्भ रौशनी के आभाव से है। यह किसी कमरे के अन्धकार का शब्द भी हो सकता है जहां प्रकाश नहीं या समय का वह पहर जब प्रकाश नहीं होता है। -* प्रतीकात्मक उपयोगों में भी प्रकाश के विलोम शब्द का भाव व्यक्त होना है, भलाई और सत्य के विपरीत बुराई और धोखे का वर्णन करना। -* प्रकरण के अनुसार इसका अनुवाद हो सकता है, "रात का अंधेरा" (जैसा कि "दिन की रोशनी" का विरोध किया गया था) या "कुछ भी नहीं देखा, रात की तरह" या "बुराई, अंधेरे जगह जैसा" +* इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों करना उचित है, लक्षित भाषा में इसका पर्यायवाची शब्द जिसका सन्दर्भ रौशनी की अनुपस्थिति से है, वही काम में लिया जाए। यह एक ऐसा शब्द है जो किसी कमरे के अन्धकार के सन्दर्भ में हो सकता है जहां प्रकाश नहीं या समय का वह पहर जब प्रकाश नहीं होता है। +* प्रतीकात्मक उपयोगों में भी प्रकाश के विलोम शब्द का भाव व्यक्त होना है, जैसे भलाई और सत्य के विपरीत बुराई और धोखे का वर्णन करना। +* प्रकरण के अनुसार इसका अनुवाद हो सकता है, "रात का अंधेरा" ("दिन की रोशनी" के विपरीत) या "कुछ भी नहीं दिखना जैसे रात में" या "अंधेरी जगह जैसी बुराई" (यह भी देखें: [भ्रष्ट](../other/corrupt.md), [प्रभुता](../kt/dominion.md), [राज्य](../other/kingdom.md), [ज्योति](../other/light.md), [उद्धार करना](../kt/redeem.md), [धर्मी](../kt/righteous.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 01:5-7](rc://en/tn/help/1jn/01/05) -* [1 यूहन्ना 02:7-8](rc://en/tn/help/1jn/02/07) -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:4-7](rc://en/tn/help/1th/05/04) -* [2 शमूएल 22:10-12](rc://en/tn/help/2sa/22/10) -* [कुलुस्सियों 01:13-14](rc://en/tn/help/col/01/13) -* [यशायाह 05:29-30](rc://en/tn/help/isa/05/29) -* [यिर्मयाह 13:15-17](rc://en/tn/help/jer/13/15) -* [यहोशू 24:7](rc://en/tn/help/jos/24/07) -* [मत्ती 08:11-13](rc://en/tn/help/mat/08/11) +* [1 यूहन्ना 1:6](rc://hi/tn/help/1jn/01/06) +* [1 यूहन्ना 2:8](rc://hi/tn/help/1jn/02/08) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:5](rc://hi/tn/help/1th/05/05) +* [2 शमूएल 22:12](rc://hi/tn/help/2sa/22/12) +* [कुलुस्सियों 1:13](rc://hi/tn/help/col/01/13) +* [यशायाह 5:30](rc://hi/tn/help/isa/05/30) +* [यिर्मयाह 13:16](rc://hi/tn/help/jer/13/16) +* [यहोशू 24:7](rc://hi/tn/help/jos/24/07) +* [मत्ती 8:12](rc://hi/tn/help/mat/08/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H652, H653, H2816, H2821, H2822, H2825, H3990, H3991, H4285, H5890, H6205, G2217, G4652, G4653, G4655, G4656 +* स्ट्रोंग्स: H0652, H0653, H2816, H2821, H2822, H2825, H3990, H3991, H4285, H5890, H6205, G22170, G46520, G46530, G46550, G46560 \ No newline at end of file From 162d2b3629ca5725ec8002b5035c05e603088cc7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 13:14:08 +0000 Subject: [PATCH 337/412] Edit 'bible/other/declare.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/declare.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/declare.md b/bible/other/declare.md index 08bb150..fee01fb 100644 --- a/bible/other/declare.md +++ b/bible/other/declare.md @@ -1,30 +1,30 @@ -# वर्णन, ठहराया, कहता है, घोषणा +# घोषणा करना, विज्ञप्ति, घोषणा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“वर्णन” और “वाणी” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। “वाणी” में कही जाने वाली बात के महत्व पर ही बल नहीं दिया जाता है परन्तु इसमें घोषणा करने वाले की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जाता है। +“घोषणा करना ” और “घोषणा” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए। इसके सहार्थी शब्द हैं, "उद्घोषित करना", "उद्घोषणा", "प्रकाशित करना", "विज्ञप्ति|" -* एक "घोषणा" न केवल घोषित की जा रही के महत्व पर जोर देती है, बल्कि यह घोषणा करने वाले पर भी ध्यान देती है। +* एक "घोषणा" न केवल घोषित की जा रही के महत्व पर जोर देती है, बल्कि यह घोषणा करने वाले पर भी ध्यान आकर्षित कराती है। * उदाहरणार्थ, पुराने नियम में परमेश्वर के सन्देश से पूर्व, “यहोवा यों कहता है” या “यहोवा का यह वचन” उक्ति आती है। इस उक्ति से इस बात पर बल दिया जाता है कि इस सन्देश को पहुंचाने वाला यहोवा ही है। यह तथ्य कि सन्देश यहोवा का है दर्शाता है कि सन्देश अत्यधिक महत्वपूर्ण है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “वर्णन” का अनुवाद हो सकता है, “घोषणा करना” या “सार्वजनिक कथन प्रस्तुत करना” या “बलपूर्वक कहना” या “बल देकर कहना”। -* “वाणी” शब्द का अनुवाद “कथन” या “उद्घोषण” भी हो सकता है। -* “यहोवा यों कहता है” का अनुवाद “यहोवा घोषणा करता है” या “यहोवा का कहना है” हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार, “घोषणा करने” का अनुवाद हो सकता है, “विज्ञप्ति प्रकाशित करना” या “सार्वजनिक कथन प्रस्तुत करना” या “बलपूर्वक कहना” या “बल देकर कहना”। +* “घोषणा” शब्द का अनुवाद “कथन” या “उद्घोषण” भी हो सकता है। +* “यहोवा यों कहता है” इस उक्ती का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा घोषणा करता है” या “यहोवा का कहना है कि।" (यह भी देखें: [प्रचार करना](../other/proclaim.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 16:23-24](rc://en/tn/help/1ch/16/23) -* [1 कुरिन्थियों15:31-32](rc://en/tn/help/1co/15/31) -* [1 शमूएल 24:17-18](rc://en/tn/help/1sa/24/17) -* [आमोस 02:15-16](rc://en/tn/help/amo/02/15) -* [यहेजकेल 05:11-12](rc://en/tn/help/ezk/05/11) -* [मत्ती 07:21-23](rc://en/tn/help/mat/07/21) +* [1 इतिहास 16:24](rc://hi/tn/help/1ch/16/24) +* [1 कुरिन्थियों15:31-32](rc://hi/tn/help/1co/15/31) +* [1 शमूएल 24:17-18](rc://hi/tn/help/1sa/24/17) +* [आमोस 2:16](rc://hi/tn/help/amo/02/16) +* [यहेजकेल 5:11-12](rc://hi/tn/help/ezk/05/11) +* [मत्ती 7:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H262, H559, H816, H874, H1696, H3045, H4853, H5002, H5042, H5046, H5608, H6567, H7121, H7561, H7878, H8085, G312, G518, G669, G1229, G1344, G1555, G1718, G1834, G2097, G2511, G2605, G2607, G3140, G3670, G3724, G3822, G3870, G3955, G4296 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0262, H0559, H0816, H0874, H1696, H3045, H4853, H5002, H5042, H5046, H5608, H6567, H7121, H7561, H7878, H8085, G03120, G05180, G06690, G12290, G13440, G15550, G17180, G18340, G20970, G25110, G26050, G26070, G31400, G36700, G37240, G38220, G38700, G39550, G42960 \ No newline at end of file From c6750a0919f499d8344f21d1fac4772eb9ddb0d3 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Fri, 12 Nov 2021 14:25:41 +0000 Subject: [PATCH 338/412] Edit 'bible/other/decree.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/decree.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/decree.md b/bible/other/decree.md index 05dc498..41f64f8 100644 --- a/bible/other/decree.md +++ b/bible/other/decree.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# आज्ञा, आज्ञाओं, आदेश दी # +# आज्ञा/आदेश, आदेश दिया -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -आज्ञा एक नियम या घोषणा है। "आज्ञा" शब्द का अर्थ आदेश देना है जिसका पालन करना चाहिए। आदेश को स्वयं "आज्ञा" भी कहा जा सकता है। +आज्ञा एक नियम या घोषणा है। "आज्ञा" शब्द का अर्थ आदेश देना है जिसका पालन करना अनिवार्य है। आज्ञा को "आदेश" भी कहा जा सकता है। -* एक "आज्ञा" एक "व्यवस्था " के समान है, लेकिन आम तौर पर लिखित के बजाय कुछ बोलने के लिए संदर्भित करने के लिए अधिक बार उपयोग किया जाता है। -* शब्द "आज्ञाओं" का अनुवाद "नियमों" या "आदेशों" या "औपचारिक रूप से आवश्यकता है" या "सार्वजनिक रूप से एक कानून बनाने के लिए" के रूप में किया जा सकता है। +* एक "आज्ञा" एक "नियम" के समान है, लेकिन सामान्यतः लिखित की अपेक्षा उच्चारित शब्दों के सन्दर्भ में होत्ती है। +* शब्द "आज्ञा" का अनुवाद हो सकता है, "नियम देना" या "आदेश देना" या "औपचारिक रूप से अनिवार्यता" या "सार्वजनिक कानून बनाना" * परमेश्वर के नियमों को भी आदेश, व्यवस्था और आज्ञाएं कहते हैं। * मानवीय शासक द्वारा आज्ञा का एक उदाहरण है, कैसर ऑगुस्तुस की आज्ञा थी की रोमी साम्राज्य में हर एक मनुष्य अपने जन्म स्थान जाकर जनगणना में नाम लिखवाए। (यह भी देखें: [आदेश](../kt/command.md), [घोषित करना](../other/declare.md), [व्यवस्था](../other/law.md), [प्रचार करना](../other/proclaim.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 15:13-15](rc://en/tn/help/1ch/15/13) -* [1 राजा 08:57-58](rc://en/tn/help/1ki/08/57) -* [प्रे.का. 17:5-7](rc://en/tn/help/act/17/05) -* [दानिय्येल 02:12-13](rc://en/tn/help/dan/02/12) -* [एस्तेर 01:21-22](rc://en/tn/help/est/01/21) -* [लूका 02:1-3](rc://en/tn/help/luk/02/01) +* [1 इतिहास 15:13-15](rc://hi/tn/help/1ch/15/13) +* [1 राजा 8:57-58](rc://hi/tn/help/1ki/08/57) +* [प्रे.का. 17:5-7](rc://hi/tn/help/act/17/05) +* [दानिय्येल 2:13](rc://hi/tn/help/dan/02/13) +* [एस्तेर 1:22](rc://hi/tn/help/est/01/22) +* [लूका 2:1](rc://hi/tn/help/luk/02/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H559, H633, H1697, H5715, H1504, H1510, H1881, H1882, H1696, H2706, H2708, H2710, H2711, H2782, H2852, H2940, H2941, H2942, H3791, H3982, H4055, H4406, H4687, H4941, H5407, H5713, H6599, H6680, H7010, H8421, G1378 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0559, H0633, H1697, H5715, H1504, H1510, H1881, H1882, H1696, H2706, H2708, H2710, H2711, H2782, H2852, H2940, H2941, H2942, H3791, H3982, H4055, H4406, H4687, H4941, H5407, H5713, H6599, H6680, H7010, H8421, G13780 \ No newline at end of file From 59be3d6ec9513c844ca817ab97e8cf5f25c89a73 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 05:12:00 +0000 Subject: [PATCH 339/412] Edit 'bible/other/desert.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/desert.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/desert.md b/bible/other/desert.md index d0ef31b..871f8b9 100644 --- a/bible/other/desert.md +++ b/bible/other/desert.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# जंगल, छोड़कर , सुनसान, छोड़ देना, जंगल, जंगलों # +# जंगल,   सुनसान/निर्जन ## परिभाषा: ## From 933fc93021decd22ff34e1e1f8eb10ffc64fd0a9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 05:22:28 +0000 Subject: [PATCH 340/412] Edit 'bible/other/devour.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/devour.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/devour.md b/bible/other/devour.md index 7a6ed5c..149f467 100644 --- a/bible/other/devour.md +++ b/bible/other/devour.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# भस्म हो जाएगा, भस्म करती, भस्म हुए, भस्म करनेवाली # +# भस्म करना/फाड़ खाना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“फाड़ खाना” अर्थात उग्रता से खा जाना। +“फाड़ खाना” अर्थात उग्रता से खा जाना या निगल लेना। * इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग पौलुस करता है जब वह विश्वासियों से कहता है कि एक दूसरे को फाड़ खाते हो। अर्थात वचनों और कर्मों द्वारा एक दूसरे को हानि मत पहुंचाओ। (गला. 5:15) * “भस्म हो जाएगा” प्रतीकात्मक रूप में “पूरी तरह से नष्ट” के लिए काम में लिया जाता है जब जातियां एक दूसरे का विनाश करती हैं या आग मकानों और मनुष्यों को जला कर राख कर देती हैं। -* इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पूर्णतः ध्वंस होना" या "पूर्णतः नष्ट होंना।" +* इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, "पूर्णतः ध्वंस करना" या "पूर्णतः नष्ट करना।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 पतरस 05:8-9](rc://en/tn/help/1pe/05/08) -* [आमोस 01:9-10](rc://en/tn/help/amo/01/09) -* [निर्गमन 24:16-18](rc://en/tn/help/exo/24/16) -* [यहेजकेल 16:20-22](rc://en/tn/help/ezk/16/20) -* [लूका 15:28-30](rc://en/tn/help/luk/15/28) -* [मत्ती 23:13-15](rc://en/tn/help/mat/23/13) -* [भजन संहिता 021:9-10](rc://en/tn/help/psa/021/009) +* [1 पतरस 5:8](rc://hi/tn/help/1pe/05/08) +* [आमोस 1:10](rc://hi/tn/help/amo/01/10) +* [निर्गमन 24:17](rc://en/tn/help/exo/24/17) +* [यहेजकेल 16:20](rc://hi/tn/help/ezk/16/20) +* [लूका 15:30](rc://hi/tn/help/luk/15/30) +* [मत्ती 23:13-15](rc://hi/tn/help/mat/23/13) +* [भजन संहिता 1:9](rc://hi/tn/help/psa/021/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H398, H399, H400, H402, H1104, H1105, H3216, H3615, H3857, H3898, H7462, H7602, G2068, G2666, G2719, G5315 +* स्ट्रोंग्स: H0398, H0399, H0400, H0402, H1104, H1105, H3216, H3615, H3857, H3898, H7462, H7602, G20680, G26660, G27190, G53150 \ No newline at end of file From 6eca63a042c74f49a6cdcb116e1a353b8f98f9b6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 05:41:14 +0000 Subject: [PATCH 341/412] Edit 'bible/other/desolate.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/desolate.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/desolate.md b/bible/other/desolate.md index 438b8c1..ed36845 100644 --- a/bible/other/desolate.md +++ b/bible/other/desolate.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# उजड़, उजाड़, उजड़े # +# उजड़ा, उजाड़, अकेला, निर्जन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“उजड़” और “उजाड़” अर्थात किसी बसे हुए स्थान को ऐसा नष्ट करना कि वह निर्जन स्थान हो जाए। +“उजड़ा” और “उजाड़” अर्थात किसी बसे हुए स्थान को ऐसा नष्ट करना कि वह निर्जन स्थान हो जाए। -* मनुष्य के संदर्भ में “उजड़” शब्द का अर्थ है, विनाश, अकेलापन और दुःख। -* उजड़ने की दशा को उजाड़ कहते हैं। +* मनुष्य के संदर्भ में “उजड़ा” शब्द का अर्थ है, विनाश, अकेलापन और दुःख। +* उजड़ने की दशा को उजड़ा हुआ कहते हैं। * खेती उजड़ने का अर्थ है खेती किसी कारण नष्ट हो गई जैसे टिड्डियों या आक्रमणकारी सेना द्वारा। * “उजड़ा स्थान” अर्थात कम फसल एवं साग-पात के कारण बहुत ही कम लोग वहां रहते हैं। -* “निर्जन प्रदेश” या “जंगल” वे स्थान थे जहां समाज से बहिष्कृत जन (कोढ़ी) और वन पशु रहते थे। +* “निर्जन प्रदेश” या “जंगल” वे स्थान थे जहां समाज से बहिष्कृत जन (कोढ़ी) और भयानक वनपशु रहते थे। * नगर का “उजाड़” होने का अर्थ है, उसके भवन और वस्तुएं नष्ट की गई या “चोरी की गई” और उसकी जनता मार डाली गई या बन्दी बना ली गई। वह नगर, “खाली” एवं “खण्डहर” हो गया। इसका अर्थ “उजाड़ करना” या “उजाड़” जैसा ही है परन्तु खाली होना मुख्य भाव है। * प्रकरण के अनुसार इस शब्द का अनुवाद “विनाश” या “ध्वंस” या “निर्जन करना” या “अकेला और बहिष्कृत” या “सुनसान” हो सकता है। (यह भी देखें: [रेगिस्तान](../other/desert.md), [नाश](../other/devastated.md), [खण्डहर](../other/ruin.md), [निर्जन](../other/waste.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 राजा 22:17-19](rc://en/tn/help/2ki/22/17) -* [प्रे.का. 01:20](rc://en/tn/help/act/01/20) -* [दानिय्येल 09:17-19](rc://en/tn/help/dan/09/17) -* [विलापगीत 03:9-11](rc://en/tn/help/lam/03/09) -* [लूका 11:16-17](rc://en/tn/help/luk/11/16) -* [मत्ती 12:24-25](rc://en/tn/help/mat/12/24) +* [2 राजा 22:19](rc://hi/tn/help/2ki/22/19) +* [प्रे.का. 1:20](rc://hi/tn/help/act/01/20) +* [दानिय्येल 9:17-19](rc://hi/tn/help/dan/09/17) +* [विलापगीत 3:11](rc://hi/tn/help/lam/03/11) +* [लूका 11:17](rc://hi/tn/help/luk/11/17) +* [मत्ती 12:25](rc://hi/tn/help/mat/12/25) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H490, H816, H820, H910, H1327, H1565, H2717, H2720, H2721, H2723, H3173, H3341, H3456, H3582, H4875, H4876, H4923, H5352, H5800, H7582, H7612, H7701, H7722, H8047, H8074, H8076, H8077, G2048, G2049, G2050, G3443 +* स्ट्रोंग्स: H0490, H0816, H0910, H1565, H2717, H2720, H2721, H2723, H3173, H3341, H3456, H3582, H4875, H4923, H5352, H5800, H7582, H7701, H7722, H8047, H8074, H8076, H8077, G20480, G20490, G20500, G34430 \ No newline at end of file From 1cd6eb45fb1dd52e071d621858fad4891b50935e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 06:19:26 +0000 Subject: [PATCH 342/412] Edit 'bible/other/discernment.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/discernment.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/discernment.md b/bible/other/discernment.md index 66a443a..4606fef 100644 --- a/bible/other/discernment.md +++ b/bible/other/discernment.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# पहचान, जान सकता, समझदार, विवेक-शक्ति # +# प्रभेद करना, विवेक, भेद करना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पहचान” (समझने की शक्ति) अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहण करना विशेष करके समझाना कि कोई बात सही है या गलत। +“भेद करना” (समझने की शक्ति) अर्थात किसी बात को अंतर्ग्रहण करना विशेष करके समझना कि कोई बात सही है या गलत। -* “समझने की शक्ति” समझकर किसी बात का बुद्धिमानी से निर्णय लेना। +* “समझने की शक्ति” (विवेक) समझकर किसी बात का बुद्धिमानी से निर्णय लेना। * इसका अर्थ है बुद्धि और उचित निर्णय लेने की क्षमता होना। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* प्रकरण के अनुसार, “पहचान” का अनुवाद, “समझना” या “अन्तर पहचानना” या “अच्छे और बुरे में भेद करना” या “किसी का उचित निर्णय लेना” या “सही को गलत से अलग करके देखना” हो सकता है। -* “समझने की शक्ति” का अनुवाद “समझना” या “अच्छे और बुरे में अन्तर पहचानने की क्षमता” हो सकता है। +* प्रकरण के अनुसार, “भेद करना” का अनुवाद, “समझना” या “अन्तर पहचानना” या “अच्छे और बुरे में भेद करना” या “किसी बात का उचित निर्णय लेना” या “सही को गलत से अलग करके देखना” हो सकता है। +* “विवेक” का अनुवाद “समझना” या “अच्छे और बुरे में अन्तर पहचानने की क्षमता” हो सकता है। (यह भी देखें: [न्याय](../kt/judge.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 03:7-9](rc://en/tn/help/1ki/03/07) -* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://en/tn/help/gen/41/33) -* [नीतिवचन 01:4-6](rc://en/tn/help/pro/01/04) -* [भजन संहिता 019:11-12](rc://en/tn/help/psa/019/011) +* [1 राजा 3:7-9](rc://hi/tn/help/1ki/03/07) +* [उत्पत्ति 41: 33-34](rc://hi/tn/help/gen/41/33) +* [नीतिवचन1:5](rc://hi/tn/help/pro/01/05) +* [भजन संहिता 19:12](rc://hi/tn/help/psa/019/012) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H995, H1781, H2940, H4209, H5234, H8085, G350, G1252, G1253, G1381, G2924 +* स्ट्रोंग्स: H0995, H2940, H4209, H5234, H8085, G03500, G12520, G12530, G29240 \ No newline at end of file From 6f737dd47bd59d7313bdd0c97a9cfad8ff578d3a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 06:28:29 +0000 Subject: [PATCH 343/412] Edit 'bible/other/divorce.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/divorce.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/divorce.md b/bible/other/divorce.md index 79001f3..b640c89 100644 --- a/bible/other/divorce.md +++ b/bible/other/divorce.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# त्यागना # +# विवाहविच्छेद -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -त्यागना विवाह विच्छेद की कानूनी प्रक्रिया है। "त्याग देने" का अर्थ है कि विवाह का अन्त करने के लिए जीवन साथी को औपचारिक एवं कानूनी रूप से त्याग देना। + विवाहविच्छेद विवाह के निराकारण की कानूनी प्रक्रिया है। "विवाहविच्छेद" का अर्थ है, विवाह का अन्त करने के लिए जीवन साथी को औपचारिक एवं कानूनी रूप से त्याग देना। -* त्यागना का शाब्दिक अर्थ हैः "अलग कर देना" या "औपचारिक रूप से पृथक होना।" अन्य भाषाओं में त्यागना के लिए इसी प्रकार का कोई शब्द हो सकता है। +* विवाहविच्छेद का शाब्दिक अर्थ हैः "दूर कर देना" या "औपचारिक रूप से पृथक होना।" अन्य भाषाओं में विवाहविच्छेद के लिए इसी प्रकार का कोई शब्द हो सकता है। * "त्याग पत्र" का अनुवाद हो सकता हैः "विवाह निरस्त करने के दस्तावेज़।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 08:8-11](rc://en/tn/help/1ch/08/08) -* [लैव्यव्यवस्था 21:7-9](rc://en/tn/help/lev/21/07) -* [लूका 16:18](rc://en/tn/help/luk/16/18) -* [मरकुस 10:1-4](rc://en/tn/help/mrk/10/01) -* [मत्ती 05:31-32](rc://en/tn/help/mat/05/31) -* [मत्ती 19:3-4](rc://en/tn/help/mat/19/03) +* [1 इतिहास 8:8-11](rc://hi/tn/help/1ch/08/08) +* [लैव्यव्यवस्था 21:7-9](rc://hi/tn/help/lev/21/07) +* [लूका 16:18](rc://hi/tn/help/luk/16/18) +* [मरकुस 10:4](rc://hi/tn/help/mrk/10/04) +* [मत्ती 5:32](rc://hi/tn/help/mat/05/32) +* [मत्ती 19:3](rc://hi/tn/help/mat/19/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1644, H3748, H5493, H7971, G630, G647, G863 +* स्ट्रोंग्स : H1644, H3748, H5493, H7971, G06300, G06470, G0 8630 From 16f5002dea0c2a7f2431733eec08616a0a1759e7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 06:34:38 +0000 Subject: [PATCH 344/412] Edit 'bible/other/dove.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/dove.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/dove.md b/bible/other/dove.md index 7bd97ec..723d594 100644 --- a/bible/other/dove.md +++ b/bible/other/dove.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# पण्डुकी, कबूतर # +# पण्डुकी, कबूतर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: पण्डुकी और कबूतर दो छोटे भूरे रंग के पक्षी हैं जो एक से दिखते हैं। पण्डुकी रंग में हल्की होती है, लगभग सफेद। @@ -11,18 +11,18 @@ * यदि अनुवाद की भाषा में पण्डुकी और कबूतर नहीं हैं तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक छोटा भूरा पक्षी जो पण्डुकी कहलाता है” या “एक छोटा भूरे रंग का पक्षी जो (किसी स्थानीय पक्षी का नाम) के समान दिखता है।” * यदि पण्डुकी और कबूतर दोनों का उल्लेख एक ही पद में है तो उचित होगा कि यथासंभव दो अलग-अलग शब्दों का उपयोग किया जाए। -(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [जैतून](../other/olive.md), [निर्दोष](../kt/innocent.md), [शुद्ध](../kt/purify.md)) +(यह भी देखें: [जैतून](../other/olive.md), [निर्दोष](../kt/innocent.md), [शुद्ध करना](../kt/purify.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 08:8-9](rc://en/tn/help/gen/08/08) -* [लूका 02:22-24](rc://en/tn/help/luk/02/22) -* [मरकुस 01:9-11](rc://en/tn/help/mrk/01/09) -* [मत्ती 03:16-17](rc://en/tn/help/mat/03/16) -* [मत्ती 21:12-14](rc://en/tn/help/mat/21/12) +* [उत्पत्ति 8:9](rc://hi/tn/help/gen/08/09) +* [लूका 2:22-24](rc://hi/tn/help/luk/02/22) +* [मरकुस 1:10](rc://hi/tn/help/mrk/01/10) +* [मत्ती 3:16](rc://hi/tn/help/mat/03/16) +* [मत्ती 21:12-14](rc://hi/tn/help/mat/21/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1469, H1686, H3123, H8449, G4058 +* स्ट्रोंग्स: H1469, H1686, H3123, H8449, G40580 From ee241ae9f08900e3d70cfb46c7ce14a2c89a5204 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 07:21:18 +0000 Subject: [PATCH 345/412] Edit 'bible/other/drunk.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/drunk.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/drunk.md b/bible/other/drunk.md index 469ed08..3295529 100644 --- a/bible/other/drunk.md +++ b/bible/other/drunk.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# मतवाले, पियक्कड़ # +# मतवाले, पियक्कड़ -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“मतवाले” अर्थात अत्यधिक मदिरापान करने का प्रभाव। +“मतवाले” अर्थात अत्यधिक मदिरापान करने बेसुध होना। -* “पियक्कड़” मनुष्य सदैव मदिरापान करता है। ऐसे मनुष्य को मतवाला भी कहते हैं। +* “पियक्कड़” मनुष्य सदैव मदिरा के नशे में रहता है। ऐसे मनुष्य को "मतवाला" भी कहते हैं। * बाइबल में विश्वासियों से कहा गया है कि मदिरा से मतवाले होने की अपेक्षा पवित्र-आत्मा के वश में हो जाएं। * बाइबल की शिक्षा के अनुसार मतवालापन निर्बुद्धि है और मनुष्य को पाप में गिराता है। * “मतवालापन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मतवाले” या “नशे में चूर” या “अत्यधिक मदिरापन” या “मदिरा से तृप्त”। (यह भी देखें: [दाखरस](../other/wine.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 05:11-13](rc://en/tn/help/1co/05/11) -* [1 शमूएल 25:36](rc://en/tn/help/1sa/25/36) -* [यिर्मयाह 13:12-14](rc://en/tn/help/jer/13/12) -* [लूका 07:33-35](rc://en/tn/help/luk/07/33) -* [लूका 21:34-35](rc://en/tn/help/luk/21/34) -* [नीतिवचन 23:19-21](rc://en/tn/help/pro/23/19) +* [1 कुरिन्थियों 5:11-13](rc://hi/tn/help/1co/05/11) +* [1 शमूएल 25:36](rc://hi/tn/help/1sa/25/36) +* [यिर्मयाह 13:13](rc://hi/tn/help/jer/13/13) +* [लूका 7:34](rc://hi/tn/help/luk/07/34) +* [लूका 21:34](rc://hi/tn/help/luk/21/34) +* [नीतिवचन 23:19-21](rc: //hi/tn/help/pro/23/19) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5433, H7301, H7910, H7937, H7941, H7943, H8354, H8358, G3178, G3182, G3183, G3184, G3630, G3632 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H5433, H7301, H7910, H7937, H7941, H7943, H8354, H8358, G31780, G31820, G31830, G31840, G36300, G36320 \ No newline at end of file From 93f2822e970777ca0bcbc4e4f2367e6e4f2fd04d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 07:28:59 +0000 Subject: [PATCH 346/412] Edit 'bible/other/exult.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/exult.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/exult.md b/bible/other/exult.md index 27c5ef9..8f11210 100644 --- a/bible/other/exult.md +++ b/bible/other/exult.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# प्रफुल्लित, मगन, प्रसन्‍न, आनन्द करनेवाले # +# प्रफुल्लित, मगन, प्रसन्‍न, आनन्द करनेवाले -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “आनन्द करना” और “आनन्द” का संदर्भ किसी सफलता और विशेष आशीष के कारण अत्यधिक आनन्दित होने से है। @@ -12,14 +12,14 @@ (यह भी देखें: [हठीले](../other/arrogant.md), [आनन्द](../other/joy.md), [स्तुति](../other/praise.md), [आनन्द मनाना](../other/rejoice.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 02:1](rc://en/tn/help/1sa/02/01) -* [यशायाह 13:1-3](rc://en/tn/help/isa/13/01) -* [अय्यूब 06:10-11](rc://en/tn/help/job/06/10) -* [भजन संहिता 068:1-3](rc://en/tn/help/psa/068/001) -* [सपन्याह 02:15](rc://en/tn/help/zep/02/15) +* [1 शमूएल 2:1](rc://hi/tn/help/1sa/02/1) +* [यशायाह 13:3](rc://hi/tn/help/isa/13/03) +* [अय्यूब 6:10](rc://hi/tn/help/job/06/10) +* [भजन संहिता 68:1-3](rc://hi/tn/help/psa/068/001) +* [सपन्याह 2:15](rc://hi/tn/help/zep/02/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5539, H5947, H5970 +* स्ट्रोंग्स: H5539, H5947, H5970 From 02eca1dd156727f6bc56d1d33355a79da3de75cc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 07:35:44 +0000 Subject: [PATCH 347/412] Edit 'bible/other/falseprophet.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/falseprophet.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/falseprophet.md b/bible/other/falseprophet.md index 274d124..ca8b40c 100644 --- a/bible/other/falseprophet.md +++ b/bible/other/falseprophet.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# झूठा भविष्यद्वक्ता, झूठे भविष्यद्वक्ताओं # +# झूठा भविष्यद्वक्ता, झूठे भविष्यद्वक्ताओं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: झूठा भविष्यद्वक्ता वह व्यक्ति था जो झूठा दावा करता था कि उसका सन्देश परमेश्वर से प्राप्त है। -* झूठे भविष्यद्वक्ताओं की भविष्यद्वाणियां अधिकतर पूरी नहीं होती थी। अर्थात वैसा होता नहीं था। +* झूठे भविष्यद्वक्ताओं की भविष्यद्वाणियां अधिकतर पूरी नहीं होती थी। अर्थात सत्य सिद्ध नहीं होती थीं। * झूठे भविष्यद्वक्ताओं के सन्देश बाइबल से पूर्णरूपेण या आंशिक रूप में विपरीत थे। -* इस शब्द का अनुवाद, “वह व्यक्ति जो परमेश्वर का वक्ता होने का झूठा दावा करता है”। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वह व्यक्ति जो परमेश्वर का वक्ता होने का झूठा दावा करता है” या "परमेश्वर के वचन का झूठा दवा करने वाला मनुष्य।" * नये नियम की शिक्षा के अनुसार अन्त समय में अनेक झूठे भविष्यद्वक्ता होंगे जो मनुष्यों को इस भ्रम में डालेंगे कि वे परमेश्वर की ओर से हैं। (यह भी देखें: [पूर्ति](../kt/fulfill.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md), [सत्य](../kt/true.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 04:1-3](rc://en/tn/help/1jn/04/01) -* [2 पतरस 02:1-3](rc://en/tn/help/2pe/02/01) -* [प्रे.का. 13:6-8](rc://en/tn/help/act/13/06) -* [लूका 06:26](rc://en/tn/help/luk/06/26) -* [मत्ती 07:15-17](rc://en/tn/help/mat/07/15) -* [मत्ती 24:23-25](rc://en/tn/help/mat/24/23) +* [1 यूहन्ना 4:1-3](rc://hi/tn/help/1jn/04/01) +* [2 पतरस 2:1](rc://hi/tn/help/2pe/02/01) +* [प्रे.का. 13:6-8](rc://hi/tn/help/act/13/06) +* [लूका 6:26](rc://hi/tn/help/luk/06/26) +* [मत्ती 7:16](rc://hi/tn/help/mat/07/15) +* [मत्ती 24:23-25](rc://hi/tn/help/mat/24/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: G5578 +* स्ट्रोंग्स: G55780 From 5b43d6780314199abba69b7b93c16f785b23e488 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 07:44:35 +0000 Subject: [PATCH 348/412] Edit 'bible/other/falsewitness.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/falsewitness.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/falsewitness.md b/bible/other/falsewitness.md index b913828..4d6f102 100644 --- a/bible/other/falsewitness.md +++ b/bible/other/falsewitness.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# अधर्मी साक्षी, अन्यायी साक्षी, झूठी गवाही, झूठा साक्षी, झूठे गवाह # +# अधर्मी साक्षी, अन्यायी साक्षी, झूठी गवाही, झूठा गवाह -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “झूठा साक्षी” या और “अधर्मी साक्षी” उस व्यक्ति के संदर्भ में है जो किसी के बारे में या किसी घटना के बारे में, न्यायालय जैसी सभा में असत्य बातें कहता है। @@ -8,22 +8,22 @@ * “झूठी गवाही देना” अर्थात झूठ कहना या गलत वर्णन करना। * बाइबल में अनेक उदाहरण हैं जब झूठे गवाहों को भाड़े पर लाया गया कि किसी को दण्ड या मृत्युदण्ड दिलवाने के लिए झूठी गवाही दी जाए। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “झूठी गवाही देना” या “झूठी साक्षी देना” इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अवैध साक्षी” या “किसी के बारे में मिथ्या वर्णन करना” या “किसी के विरूद्ध झूठा अरोप लगाना” या “झूठ कहना” -* जब “झूठी गवाही” किसी मनुष्य के संदर्भ में हो तब कहा जा सकता है, “झूठ बोलने वाला मनुष्य” या “झूठी गवाही देने वाला मनुष्य” या “असत्य बातें करनेवाला मनुष्य”। +* जब “झूठी गवाही” किसी मनुष्य के संदर्भ में हो तब कहा जा सकता है, “झूठ बोलने वाला मनुष्य” या “झूठी गवाही देने वाला मनुष्य” या “असत्य बातें कहनेवाला मनुष्य”। -(यह भी देखें: [साक्षी](../kt/testimony.md), [सत्य](../kt/true.md), [गवाह](../kt/witness.md)) +(यह भी देखें: [साक्षी](../kt/testimony.md), [सत्य](../kt/true.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 19:17-19](rc://en/tn/help/deu/19/17) -* [निर्गमन 20:15-17](rc://en/tn/help/exo/20/15) -* [मत्ती 15:18-20](rc://en/tn/help/mat/15/18) -* [मत्ती 19:18-19](rc://en/tn/help/mat/19/18) -* [नीतिवचन 14:5-6](rc://en/tn/help/pro/14/05) -* [भजन संहिता 027:11-12](rc://en/tn/help/psa/027/011) +* [व्यवस्थाविवरण 19:19](rc://hi/tn/help/deu/19/19) +* [निर्गमन 20:16](rc://hi/tn/help/exo/20/16) +* [मत्ती 15:18-20](rc://hi/tn/help/mat/15/18) +* [मत्ती 19:18-19](rc://hi/tn/help/mat/19/18) +* [नीतिवचन 14:5-6](rc://hi/tn/help/pro/14/05) +* [भजन संहिता 27:11-12](rc://hi/tn/help/psa/027/011) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5707, H6030, H7650, H8267, G1965, G3144, G5571, G5575, G5576, G5577 +* Strong's: H5707, H6030, H7650, H8267, G19650, G31440, G55710, G55750, G55760, G55770 From 7ffcf5c7d570b2766294b5d29c8899a77cd9f4af Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 07:53:00 +0000 Subject: [PATCH 349/412] Edit 'bible/other/family.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/family.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/family.md b/bible/other/family.md index 06320d5..5151ff6 100644 --- a/bible/other/family.md +++ b/bible/other/family.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# परिवार, घरानों # +# परिवार, घराना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “परिवार” शब्द रक्त संबन्धियों के समूह का संदर्भ देता है, प्रायः माता-पिता और सन्तान। बाइबल में, इस शब्द में अन्य सदस्य भी होते हैं जैसे दादा-दादी, पोता-पोती, चाचा-चाची आदि। @@ -11,20 +11,20 @@ * परिवार में सेवक, रखेलियाँ और परदेशी भी होते थे। * कुछ भाषाओं में एक व्यापक शब्द होता है जैसे “कुल” या “कुटुम्ब” जो उन परिप्रेक्षों में अधिक उचित होंगे जहाँ अभिप्राय मात्र माता-पिता और सन्तान से अधिक सदस्यों का हो। -* आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों पर परमेश्वर का परिवार ही “घराना” कहलाता था। +* आत्मिकता में संघटित जन जैसे यीशु के विश्वासियों (कलीसिया) को परमेश्वर का परिवार कहा जाता था। (यह भी देखें: [कुल](../other/clan.md), [पूर्वजों](../other/father.md), [घर](../other/house.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 08:1-2](rc://en/tn/help/1ki/08/01) -* [1 शमूएल 18:17-18](rc://en/tn/help/1sa/18/17) -* [निर्गमन 01:20-22](rc://en/tn/help/exo/01/20) -* [यहोशू 02:12-13](rc://en/tn/help/jos/02/12) -* [लूका 02:4-5](rc://en/tn/help/luk/02/04) +* [1 राजा 8:1-2](rc://hi/tn/help/1ki/08/01) +* [1 शमूएल 18:18](rc://hi/tn/help/1sa/18/18) +* [निर्गमन 1:21](rc://hi/tn/help/exo/01/21) +* [यहोशू 2:12-13](rc://hi/tn/help/jos/02/12) +* [लूका 2:4](rc://hi/tn/help/luk/02/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1, H251, H272, H504, H1004, H1121, H2233, H2859, H2945, H3187, H4138, H4940, H5387, H5712, G1085, G3614, G3624, G3965 +* स्ट्रोंग्स: H0001, H0251, H0272, H0504, H1004, H1121, H2233, H2859, H2945, H3187, H4138, H4940, H5387, H5712, G10850, G36140, G36240, G39650 \ No newline at end of file From 0200e691c528f1fec4e26cd4c223374c5e124fa1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 08:17:02 +0000 Subject: [PATCH 350/412] Edit 'bible/other/festival.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/festival.md | 10 +++++----- 1 file changed, 5 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/other/festival.md b/bible/other/festival.md index 178f02a..31df1ee 100644 --- a/bible/other/festival.md +++ b/bible/other/festival.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# पर्व, पर्व +# पर्व ## परिभाषा: -सामान्य अर्थ में पर्व किसी जन समुदाय द्वारा उत्सव मनाना होता है। +सामान्यतः किसी जन समुदाय द्वारा उत्सव मनाने को पर्व कहते हैं। * पुराने नियम में “पर्व” का मूल अर्थ था “नियुक्त समय” * इस्राएल के पर्व परमेश्वर द्वारा नियुक्त समय एवं ऋतुएं थे जिसके पालन की आज्ञा परमेश्वर ने उन्हें दी थी। @@ -10,12 +10,12 @@ * इस्राएल के अनेक मुख्य पर्व थे जिन्हें वे प्रति वर्ष मनाया करते थे: * फसह * अखमीरी रोटी का पर्व -* पहली उपज +* पहले फल * सप्ताहों का पर्व (पिन्तेकुस्त) * तुरहियों का पर्व * प्रायश्चित का दिन * झोपड़ियों का पर्व -* इन पर्वों का उद्देश्य था परमेश्वर को धन्यवाद व्यक्त करना और उसकी प्रजा के उद्धार, सुरक्षा और प्रावधानों के निमित्त उसके आश्चर्यकर्मों को स्मरण करना। +* इन पर्वों का उद्देश्य था परमेश्वर को धन्यवाद देना और उसकी प्रजा के उद्धार, सुरक्षा और प्रावधानों के निमित्त उसके आश्चर्यकर्मों को स्मरण करना। (यह भी देखें: [उत्सव](../other/feast.md)) @@ -29,4 +29,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1974, H2166, H2282, H2287, H6213, H4150, G1456, G1858, G1859 +* स्ट्रोंग्स: H1974, H2166, H2282, H2287, H6213, H4150, G14560, G18580, G18590 From 3c2d47a0af30e1f401797cc844cbd0466c7c01cb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 08:34:20 +0000 Subject: [PATCH 351/412] Edit 'bible/other/fisherman.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/fisherman.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/fisherman.md b/bible/other/fisherman.md index 16d1d9f..390ec5e 100644 --- a/bible/other/fisherman.md +++ b/bible/other/fisherman.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# मछुए, पकड़नेवाले # +# मछुए, मछली पकड़नेवाले -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -मछुए वो लोग होते हैं जो पानी में से मछली पकड़कर रोजगार चलाते हैं। नये नियम के युग में मछुवे बड़े-बड़े जाल डाल कर पकड़ते थे। मछुए को मछुआरे भी कहते हैं। +मछुए वो लोग होते हैं जो पानी में से मछली पकड़कर रोजगार चलाते हैं। नये नियम के युग में मछुवे बड़े-बड़े जाल डाल कर मछलियां पकड़ते थे। मछुए को मछुआरे भी कहते हैं। * यीशु के बुलाने से पहले पतरस और अन्य प्रेरित भी मछुवे थे। -* इस्राएल पानी के निकट था बाइबल में मछलियों और मछुओं की चर्चा बहुत बार की गई है। +* इस्राएल देश पानी के निकट था इसलिए बाइबल में मछलियों और मछुओं की चर्चा बहुत बार की गई है। * इस शब्द का अनुवाद, “मछली पकड़नेवाले” या “मछली पकड़कर जीविकोपार्जन करने वाले” जैसी उक्तियों द्वारा किया जा सकता है। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [यहेजकेल 47:9-10](rc://en/tn/help/ezk/47/09) -* [यशायाह 19:7-8](rc://en/tn/help/isa/19/07) -* [लूका 05:1-3](rc://en/tn/help/luk/05/01) -* [मत्ती 04:18-20](rc://en/tn/help/mat/04/18) -* [मत्ती 13:47-48](rc://en/tn/help/mat/13/47) +* [यहेजकेल 47:9-10](rc://hi/tn/help/ezk/47/09) +* [यशायाह 19:8](rc://hi/tn/help/isa/19/08) +* [लूका 5:1-3](rc://hi/tn/help/luk/05/01) +* [मत्ती 4:19](rc://hi/tn/help/mat/04/19) +* [मत्ती 13:47](rc://hi/tn/help/mat/13/47) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1728, H1771, H2271, G231, G1903 +* Strong's: H1728, H1771, H2271, G02310 From 2e910e6e19dba953a675d7763e2c153b2c6eb029 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 08:48:01 +0000 Subject: [PATCH 352/412] Edit 'bible/other/flood.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/flood.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/flood.md b/bible/other/flood.md index edb1a65..87d8cbf 100644 --- a/bible/other/flood.md +++ b/bible/other/flood.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# जल-प्रलय, बाढ़ें, जल में डूब कर, बाढ़, जल से डूब जाएगा # +# जल-प्रलय/बाढ़ -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“जल प्रलय” अर्थात भूमि के जल-मग्न करने वाला पानी। +“जल प्रलय” अर्थात भूमि को जल-मग्न करने वाला बहुत पानी। * यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में भी काम में लिया जाता है जिसका संदर्भ किसी पूर्णतः अभिभूत करनेवाली बात से होता है, विशेष करके अक्स्मात ही होनेवाली घटना से। * नूह के युग में मनुष्य ऐसा दुराचारी हो गया था कि परमेश्वर ने पृथ्वी को जल-मग्न करके सर्वनाश कर दिया था, यहां तक कि पहाड़ भी पानी में डूब गए थे। नूह के जहाज में जितने प्राणी थे उन सबको छोड़ पृथ्वी पर से जीवन समाप्त हो गया था। अन्य सब बाढ़ यदा-कदा ही भूमि को जल-मग्न करती है। -* यह शब्द भी पाप कर्मक क्रिया है, “भूमि नदी के जल में मग्न हो गई”। +* यह शब्द क्रिया भी हो सकता है, जैसे, “भूमि नदी के जल में मग्न हो गई”। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “जल-प्रलय” का वास्तविक अर्थ का अनुवाद हो सकता है, “जल आप्लापित होना” या “बहुत अधिक पानी” -* रूपात्मक तुलना “जल-प्रलय जैसा” को ज्यों का त्यों रहने दिया जाए। या इसका वैकल्पिक शब्द उक्ति काम में ली जाए जिसका अभिप्राय जल प्रवाह हो जैसे नदी। -* यह अभिव्यक्ति “जल-प्रलय के सदृश्य” जिसमें जल की चर्चा हो चुकी है, अतः “प्रलय” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक मात्रा में” या “उमड़ना” -* इस शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जा सकता है, जैसे “मुझ पर बाढ़ न आने दो” अर्थात आपदाएं मुझे कुचल न डालें। या “मुझे आपदाओं के विनाश में न पड़ने दो” या “तुम्हारा क्रोध मुझे भस्म न करे”। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) -* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “मैंने आँसुओं से अपना बिस्तर बहाया” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “मेरे आँसू पानी में एक बाढ़ की तरह मेरे बिस्तर पर बह रहा है।” +* “जल-प्रलय” के वास्तविक अर्थ का अनुवाद हो सकता है, “जल आप्लापित होना” या “बहुत अधिक पानी” +* रूपात्मक तुलना “जल-प्रलय जैसा” को ज्यों का त्यों भी रहने दिया जा सकता है। या इसका वैकल्पिक शब्द/उक्ति काम में ली जाए जिसका अभिप्राय जल प्रवाह हो जैसे नदी का जल। +* यह अभिव्यक्ति “जल-प्रलय के सदृश्य” जिसमें जल की चर्चा हो चुकी है, अतः “प्रलय” का अनुवाद हो सकता है, “बहुत अधिक मात्रा में” या “उमड़ना” +* इस शब्द को रूपक स्वरूप भी काम में लिया जा सकता है, जैसे “मुझ पर बाढ़ न आने दो” अर्थात आपदाएं मुझे कुचल न डालें। या “मुझे आपदाओं के विनाश में न पड़ने दो” या “तुम्हारा क्रोध मुझे भस्म न करे”। (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor)) +* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति, “मैंने आँसुओं से अपना बिस्तर भिगाया” का अनुवाद इस प्रकार भी किया जा सकता है, “मेरे आँसू बाढ़ की तरह मेरे बिस्तर पर बह रहे हैं।” (यह भी देखें: [जहाज़](../kt/ark.md), [नूह](../names/noah.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 11:10](rc://en/tn/help/dan/11/10) -* [उत्पत्ति 07:6-7](rc://en/tn/help/gen/07/06) -* [लूका 06:46-48](rc://en/tn/help/luk/06/46) -* [मत्ती 07:24-25](rc://en/tn/help/mat/07/24) -* [मत्ती 07:26-27](rc://en/tn/help/mat/07/26) -* [मत्ती 24:37-39](rc://en/tn/help/mat/24/37) +* [दानिय्येल 11:10](rc://hi/tn/help/dan/11/10) +* [उत्पत्ति 7:6-7](rc://hi/tn/help/gen/07/06) +* [लूका 6:46-48](rc://hi/tn/help/luk/06/46) +* [मत्ती 7:24-25](rc://hi/tn/help/mat/07/24) +* [मत्ती 7:26-27](rc://hi/tn/help/mat/07/26) +* [मत्ती 24:37-39](rc://hi/tn/help/mat/24/37) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H216, H2229, H2230, H2975, H3999, H5104, H5140, H5158, H5674, H6556, H7641, H7857, H7858, H8241, G2627, G4132, G4215, G4216 +* स्ट्रोंग्स: H3999, G26270 \ No newline at end of file From 8604bed6b439e83f4d91e24cdd2ad32bc15ebe2e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 09:00:49 +0000 Subject: [PATCH 353/412] Edit 'bible/other/foundation.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/foundation.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/foundation.md b/bible/other/foundation.md index ccacb66..7155acb 100644 --- a/bible/other/foundation.md +++ b/bible/other/foundation.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# मिला, नींव डाली, प्रतिष्ठापक, नींव, नीवें # +# नींव डाली, प्रतिष्ठापक, नींव, नीव ## परिभाषा: ## -क्रिया शब्द “मिला” का अर्थ निर्माण, बनाना या उसके लिए आधार रखना। वाक्यांश “पर स्थापित”का अर्थ है समर्थित या उसके आधार पर। “नींव” वह आधार है जिस पर निर्माण किया जाता है। +क्रिया शब्द “स्थापित करना” का अर्थ है, निर्माण करना, बनाना या आधार रखना। इस वाक्यांश, “पर स्थापित”का अर्थ है, समर्थित या आधार पर। “नींव” वह आधार है जिस पर निर्माण किया जाता है या रचना की जाती है। * घर या भवन की नींव दृढ़ होनी चाहिए, वह संपूर्ण रचना को संभालने के लिए निर्भर करने योग्य होनी चाहिए। -* “नींव” का संदर्भ किसी बात को आरंभ से भी हो सकता है या वह समय जब किसी वस्तु का निर्माण किया गया था। +* “नींव” का संदर्भ किसी बात के आरंभ से भी हो सकता है या वह समय जब किसी वस्तु का निर्माण किया गया था। * प्रतीकात्मक अर्थ में मसीह के विश्वासियों की तुलना एक ऐसे भवन से की गई है जिसकी नींव प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की शिक्षा पर पड़ी है जिस भवन के कोने का पत्थर मसीह स्वयं है। * “नींव का पत्थर” नींव में रखा गया पत्थर होता है। इन पत्थरों को जांच कर देखा जाता था कि वे संपूर्ण रचना को संभालने के लिए दृढ़ हैं या नहीं। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* “जगत की उत्पत्ति से पूर्ण” का अनुवाद किया जा सकता है, “ब्रह्माण्ड की रचना से पूर्व”, या “ब्रह्माण्ड के अस्तित्व को समय से पूर्व” या “संपूर्ण सृष्टि की रचना से पूर्व”। +* “जगत की उत्पत्ति से पूर्व” का अनुवाद किया जा सकता है, “ब्रह्माण्ड की रचना से पूर्व”, या “ब्रह्माण्ड के अस्तित्व को समय से पूर्व” या “संपूर्ण सृष्टि की रचना से पूर्व”। * “नींव... दृढ़़ करके रखी” का अनुवाद हो सकता है, “सुरक्षित बनाया” या “दृढ़ता से आधारित”। -* प्रकरण के अनुसार “नींव” का अनुवाद “दृढ़ आधार” या “ठोस आधार” या “आरंभ” या “सृष्टि”। +* प्रकरण के अनुसार “नींव” का अनुवाद हो सकता है, “दृढ़ आधार” या “ठोस आधार” या “आरंभ” या “सृष्टि”। -(यह भी देखें: [कोने का पत्थर](../kt/cornerstone.md), [उत्‍पन्‍न](../other/creation.md)) +(यह भी देखें: [कोने का पत्थर](../kt/cornerstone.md), [रचना करना](../other/creation.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 06:37-38](rc://en/tn/help/1ki/06/37) -* [2 इतिहास 03:1-3](rc://en/tn/help/2ch/03/01) -* [यहेजकेल 13:13-14](rc://en/tn/help/ezk/13/13) -* [लूका 14:28-30](rc://en/tn/help/luk/14/28) -* [मत्ती 13:34-35](rc://en/tn/help/mat/13/34) -* [मत्ती 25:34-36](rc://en/tn/help/mat/25/34) +* [1 राजा 6:37-38](rc://hi/tn/help/1ki/06/37) +* [2 इतिहास 3:1-3](rc://hi/tn/help/2ch/03/01) +* [यहेजकेल 13:13-14](rc://hi/tn/help/ezk/13/13) +* [लूका 14:29](rc://hi/tn/help/luk/14/29) +* [मत्ती 13:35](rc://hi/tn/help/mat/13/35) +* [मत्ती 25:34](rc://hi/tn/help/mat/25/34) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H134, H787, H803, H808, H2713, H3245, H3247, H3248, H4143, H4144, H4146, H4328, H4349, H4527, H6884, H8356, G2310, G2311, G2602 +* स्ट्रोंग्स: H0134, H0787, H2713, H3245, H3247, H3248, H4143, H4144, H4146, H4328, H4349, H4527, H8356, G23100, G23110, G26020 \ No newline at end of file From 8f96ca6b0b20ad52435fcd98ef7181b6af90989d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 09:10:24 +0000 Subject: [PATCH 354/412] Edit 'bible/other/generation.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/generation.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/generation.md b/bible/other/generation.md index 447a8c9..8fc5a35 100644 --- a/bible/other/generation.md +++ b/bible/other/generation.md @@ -1,14 +1,14 @@ # पीढ़ी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जन्में हों। वे सभी एक ही सामान्य समय अवधि में पैदा हुए हैं और इसलिए समान उम्र के बारे में हैं। +“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जीवित हों। वे सभी एक ही समय में पैदा हुए हैं और इसलिए लगभग समान उम्र के हैं। * पीढ़ी समय का अन्तराल भी हो सकती है। बाइबल के युग में एक पीढ़ी को लगभग चालीस वर्ष माना जाता था। * माता-पिता और सन्तान दो अलग-अलग पीढ़ियों के होते है। -* बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके लक्षण सर्वनिष्ठ होते हैं। +* बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके गुण सर्वनिष्ठ होते हैं। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * “यह पीढ़ी” या “इस पीढ़ी के लोग” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जीवित मनुष्य” या “तुम लोग” * “दुष्ट पीढ़ी” का अनुवाद हो सकता है, “इस समय के दुष्ट लोग”। @@ -17,19 +17,19 @@ (यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [बुराई](../kt/evil.md), [पूर्वज](../other/father.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 15:19-21](rc://en/tn/help/act/15/19) -* [निर्गमन 03:13-15](rc://en/tn/help/exo/03/13) -* [उत्पत्ति 15:14-16](rc://en/tn/help/gen/15/14) -* [उत्पत्ति 17:7-8](rc://en/tn/help/gen/17/07) -* [मरकुस 08:11-13](rc://en/tn/help/mrk/08/11) -* [मत्ती 11:16-17](rc://en/tn/help/mat/11/16) -* [मत्ती 23:34-36](rc://en/tn/help/mat/23/34) -* [मत्ती 24:34-35](rc://en/tn/help/mat/24/34) +* [प्रे.का. 15:19-21](rc://hi/tn/help/act/15/19) +* [निर्गमन 3:13-15](rc://hi/tn/help/exo/03/13) +* [उत्पत्ति 15:16](rc://hi/tn/help/gen/15/16) +* [उत्पत्ति 17:7](rc://hi/tn/help/gen/17/07) +* [मरकुस 8:12](rc://hi/tn/help/mrk/08/12) +* [मत्ती 11:16](rc://hi/tn/help/mat/11/16) +* [मत्ती 23:34-36](rc://hi/tn/help/mat/23/34) +* [मत्ती 24:34-35](rc://hi/tn/help/mat/24/34) ## शब्द तथ्य: ​ -* Strong’s: H1755, H1859, H8435, G1074 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H1755, H1859, H8435, G10740 \ No newline at end of file From ab8e9ce0c829e223639039e6cc518199f57ae2f1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 09:16:59 +0000 Subject: [PATCH 355/412] Edit 'bible/other/goat.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/goat.md | 12 +++++++----- 1 file changed, 7 insertions(+), 5 deletions(-) diff --git a/bible/other/goat.md b/bible/other/goat.md index aaba1de..cd5a626 100644 --- a/bible/other/goat.md +++ b/bible/other/goat.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# बकरा-बकरियाँ, बकरियों की खालें, अजाजेल बकरा, बकरी का बच्चा +# बकरा-बकरियाँ, बकरियों की खालें, अजाजेल बकरा, बकरी का बच्चा ## परिभाषा: @@ -14,17 +14,19 @@ * पुराने और नये नियम दोनों में बकरी शब्द को अधर्मियों के प्रतीक स्वरूप काम में लिया गया है, संभवतः रखवाले से दूर भागने के उनके स्वभाव के कारण। * इस्राएली बकरे को पाप वाहक के प्रतीक स्वरूप काम में लेते थे। एक बकरे की बलि चढ़ाने के बाद याजक दूसरे बकरे के सिर पर हाथ रखकर उसे रेगिस्तान में भेज देता था जो मनुष्यों का पाप उठा ले जाने वाले का प्रतीक था। -(यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [भेड़](../other/sheep.md), [अधर्मी](../kt/unrighteous.md), [दाखरस](../other/wine.md)) +(यह भी देखें: [झुण्ड](../other/flock.md), [बलि](../other/sacrifice.md), [भेड़](../other/sheep.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [दाखरस](../other/wine.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [निर्गमन 12:3-4](rc://hi/tn/help/exo/12/03) -* [उत्पत्ति 30:32](rc://hi/tn/help/gen/30/31) +* [उत्पत्ति 30:32](rc://hi/tn/help/gen/30/32) * [उत्पत्ति 31:10](rc://hi/tn/help/gen/31/10) * [उत्पत्ति 37:31](rc://hi/tn/help/gen/37/31) * [लैव्यव्यवस्था 3:12-14](rc://hi/tn/help/lev/03/12) -* [मत्ती 25:33](rc://hi/tn/help/mat/25/31) +* [मत्ती 25:33](rc://hi/tn/help/mat/25/33) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H689, H1423, H1429, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H7716, H8163, H8166, H8495, G122, G2055, G2056, G5131 +* स्ट्रोंग्स: H0689, H1423, H1429, H3277, H3629, H5795, H5796, H6260, H6629, H6842, H7716, H8163, H8166, H8495, G01220, G20550, G20560, G51310 + + From fa38cfca7aeaf0fca985ca3c8cf72156c0857296 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 10:02:21 +0000 Subject: [PATCH 356/412] Edit 'bible/other/hard.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/hard.md | 36 +++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/hard.md b/bible/other/hard.md index 6d09dfe..030bc40 100644 --- a/bible/other/hard.md +++ b/bible/other/hard.md @@ -1,37 +1,35 @@ -# कठिन, कड़ा, सबसे कठिन, कठोर, कठोर कर लेता है, हठीला, कठोर रहेगा, कठोरता # +# कठोर, कठोर करना, हठीला/कठोरता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -* “कठिन” शब्द के अर्थ प्रकरण के अनुसार अनेक हैं। यह शब्द प्रायः किसी कठिन अनवरत या हठीली बात का वर्णन करता है। +* “कठोर” शब्द के अर्थ प्रायः कठिन, असाध्य या हठीला के सन्दर्भ में काम में लिया जाता है। * “कठोर हृदय” “हठीला” उन लोगों के संदर्भ में है जो हठ करके पश्चाताप नहीं करते। यह अभिव्यक्ति उन लोगों का वर्णन करती है जो परमेश्वर की आज्ञा न मानने का हठ करते हैं। -* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति “हृदयों की कठोरता” और “उनके हृदयों की कठोरता” का संदर्भ भी हठीली अवज्ञा से है। -* किसी का हृदय “कठोर” है तो इसका अर्थ है कि ऐसा मनुष्य आज्ञा मानने से इन्कार करता है और मन फिराव नहीं करने का हठ करता है। * जब इसे क्रिया विशेषण स्वरूप काम में लिया जाता है जैसे “कठोर परिश्रम” या “कठोर प्रयास” तो इसका अर्थ है किसी काम को दृढ़ता के साथ यत्न से करना, किसी काम को अति उत्तम रूप से करने का प्रयत्न करना। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * “कठोर” शब्द का अनुवाद “कठिन” या “हठीला” या “चुनौतीपूर्ण” किया जा सकता है जो प्रकरण के अनुसार हो। -* “कठोरता” शब्द या “हृदय की कठोरता” या “कठोर हृदय” का अनुवाद “हठीलापन” या “निरन्तर विद्रोह” या “विद्रोही स्वभाव” या “हठीली अवज्ञा” या “हठ करके मन फिराव न करना” किया जा सकता है। -* “कठोर हो गया” का अनुवाद “मन फिराने का हठ” या “आज्ञा मानने से इन्कार” किया जा सकता है। +* “कठोरता” शब्द या “हृदय की कठोरता” या “कठोर हृदय” का अनुवाद हो सकता है, “हठीलापन” या “निरन्तर विद्रोह” या “विद्रोही स्वभाव” या “हठीली अवज्ञा” या “हठ करके मन फिराव न करना।" +* “कठोर हो गया” का अनुवाद हो सकता है, “मन न फिराने का हठ” या “आज्ञा मानने से इन्कार।" * “अपने हृदयों को कठोर मत करो” का अनुवाद “मन फिराव से इन्कार मत करो” या “हठ करके अवज्ञा मत करो”। * “हठीले” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “हठीली अवज्ञा” या “निरन्तर अवज्ञा करना” या “मन फिराव का इन्कार” या “सदैव विद्रोह करना” * “कठोर परिश्रम करना” या “कठोर प्रयास करना” इसे में “कठोर” का अनुवाद “यत्न के साथ” या “लगन के साथ” किया जा सकता है। * “दौड़ा चला जाता हूँ” का अनुवाद “बलपूर्वक आगे बढ़ता हूँ” या “दृढ़तापूर्वक अग्रसर होता हूँ”। -* “मनुष्यों को कठोर परिश्रम करके दुःख देना” (अत्याचार करना) इसका अनुवाद “मनुष्य से ऐसा कठोर परिश्रम कराना कि वे पीड़ित हों” या “मनुष्यों को अत्याधिक कठिन कार्य द्वारा दुःख देना”। -* स्त्री के प्रसव भी कठोर परिश्रम है। +* “मनुष्यों को कठोर परिश्रम का दुःख देना” (अत्याचार करना) इसका अनुवाद “मनुष्य से ऐसा कठोर परिश्रम कराना कि वे पीड़ित हों” या “मनुष्यों को अत्याधिक कठिन कार्य द्वारा दुःख देना”। +* एक और अभिव्यक्ति है, प्रसव पीड़ा जो संतान को जन्म देते समय स्त्री का अनुभव है। (यह भी देखें: [अवज्ञा](../other/disobey.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [हृदय](../kt/heart.md), [प्रसव पीड़ा](../other/laborpains.md), [हठी](../other/stiffnecked.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 कुरिन्थियों 11:22-23](rc://en/tn/help/2co/11/22) -* [व्यवस्थाविवरण 15:7-8](rc://en/tn/help/deu/15/07) -* [निर्गमन 14:4-5](rc://en/tn/help/exo/14/04) -* [इब्रानियों 04:6-7](rc://en/tn/help/heb/04/06) -* [यूहन्ना 12:39-40](rc://en/tn/help/jhn/12/39) -* [मत्ती 19:7-9](rc://en/tn/help/mat/19/07) +* [2 कुरिन्थियों 11:23](rc://hi/tn/help/2co/11/23) +* [व्यवस्थाविवरण 15:7](rc://hi/tn/help/deu/15/07) +* [निर्गमन 14:4](rc://hi/tn/help/exo/14/04) +* [इब्रानियों 4:7](rc://hi/tn/help/heb/04/07) +* [यूहन्ना 12:40](rc://hi/tn/help/jhn/12/40) +* [मत्ती 19:8](rc://hi/tn/help/mat/19/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H280, H386, H553, H1692, H2388, H2389, H2420, H2864, H3021, H3332, H3513, H3515, H3966, H4165, H4522, H5450, H5539, H5564, H5646, H5647, H5797, H5810, H5980, H5999, H6089, H6277, H6381, H6635, H7185, H7186, H7188, H7280, H8068, H8307, H8631, G917, G1419, G1421, G1422, G1423, G1425, G2205, G2532, G2553, G2872, G2873, G3425, G3433, G4053, G4183, G4456, G4457, G4641, G4642, G4643, G4645, G4912, G4927 +* स्ट्रोंग्स: H0553, H1692, H2388, H2389, H2420, H2864, H3021, H3332, H3513, H3515, H3966, H4165, H4522, H5450, H5647, H5797, H5810, H5980, H5999, H6089, H6381, H6635, H7185, H7186, H7188, H7280, H8068, H8307, H8631, G09170, G14190, G14210, G14220, G14230, G22050, G25320, G25530, G28720, G28730, G34250, G34330, G40530, G41830, G44560, G44570, G46410, G46420, G46430, G46450, G49120 \ No newline at end of file From 2b5681d3363c60b280a745491ad885bd11f2a634 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 10:12:49 +0000 Subject: [PATCH 357/412] Edit 'bible/other/hour.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/hour.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/hour.md b/bible/other/hour.md index cbbbbe6..29d7d36 100644 --- a/bible/other/hour.md +++ b/bible/other/hour.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# घड़ी, घंटे # +# घड़ी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -किसी बात को होने के समय या अन्तराल के संबन्ध में “घड़ी” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग हैं। +किसी बात को होने के समय या अवधी के अतिरिक्त “घड़ी” शब्द के अनेक प्रतीकात्मक उपयोग भी हैं। * कभी-कभी “घड़ी” का संदर्भ किसी कार्य को करने का नियमित निश्चित समय होता है जैसे “प्रार्थना का समय।” * जब अभिलेख में लिखा होता है, “वह घड़ी आ पहुंची है” जब यीशु दुःख उठाएगा और मारा जाएगा तो इसका अर्थ है, इस बात के होने के लिए परमेश्वर द्वारा बहुत पहले ही निश्चित किया गया समय। * “घड़ी” शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है, “उस पल” या “उसी समय।” -* जब "घंटे" की बात की जाए तो इसका अर्थ है, शीघ्र ही सूर्यास्त होने वाला है। +* जब अभिलेख में लिखा हो, विलम्ब की "घडी" तो इसका अर्थ होगा, दिन के उत्तरार्ध में विलम्ब का समय जब शीघ्र ही सूर्यास्त होने वाला हो। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * प्रतीकात्मक उपयोग में, शब्द “घड़ी” का अनुवाद “समय” या “पल” या “नियुक्त समय” * “उस घड़ी में” या “उसी समय” का अनुवाद हो सकता है, “उस समय” या “उस पल” या "तुरंत" या "ठीक उसी समय।" -* अभिव्यक्ति "समय बहुत देर हो चुकी थी" का अनुवाद "यह दिन में देर हो गई" या "यह जल्द ही अंधेरा हो जाएगा" या "यह देर दोपहर था" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। +* अभिव्यक्ति "समय बहुत देर हो चुकी थी" का अनुवाद हो सकता है, "दिन में देर हो गई" या "जल्द ही अंधेरा हो जाएगा" या "यह देर दोपहर था।" (यह भी देखें: [घड़ी](../other/biblicaltimehour.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 15:29-30](rc://en/tn/help/1co/15/29) -* [प्रे.का. 10:30-33](rc://en/tn/help/act/10/30) -* [मरकुस 14:35-36](rc://en/tn/help/mrk/14/35) +* [1 कुरिन्थियों 15:30](rc://hi/tn/help/1co/15/30) +* [प्रे.का. 10:30](rc://hi/tn/help/act/10/30) +* [मरकुस 14:35](rc://hi/tn/help/mrk/14/35) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H8160, G5610 +* स्ट्रोंग्स: G56100 From 178800633f5fa77126e97f10cdfdc95ced75012a Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 10:15:47 +0000 Subject: [PATCH 358/412] Edit 'bible/other/image.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/image.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/image.md b/bible/other/image.md index d265d2e..ee0d199 100644 --- a/bible/other/image.md +++ b/bible/other/image.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# मूरत, मूरतों, मूर्ति खोदकर, खोदी हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, मूरतों, खुदी हुई मूरत, खुदी हुई मूर्तियों, धातु की खुदी हुई मूरत, ढली हुई मूर्तियाँ # +# मूरत/मूरतों, खोद कर बनाई हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, प्रतिमा ## परिभाषा: ## From 02bac06e4fb6dd0e43ba66ace692896d5fa42597 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 11:03:11 +0000 Subject: [PATCH 359/412] Edit 'bible/other/image.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/image.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/image.md b/bible/other/image.md index ee0d199..f46bdae 100644 --- a/bible/other/image.md +++ b/bible/other/image.md @@ -1,30 +1,30 @@ # मूरत/मूरतों, खोद कर बनाई हुई मूरतें, धातु की मूरतें ढालकर, मूर्ति, प्रतिमा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -यह सब शब्द मिथ्या देवताओं की आराधना में मूर्तों के संदर्भ में हैं। मूर्तिपूजा के संबन्ध में मूरत का अर्थ था, तराशी हुई मूर्तियां। +यह सब शब्द मिथ्या देवताओं की आराधना में मूर्तों के संदर्भ में हैं। मूर्तिपूजा के संबन्ध में मूरत तराशी हुई मूर्तियों का लघु शब्द है| -* “मूर्ति खोदकर” या “खुदी हुई मूरत” लकड़ी से बनाई हुई पशु, मनुष्य या किसी वस्तु की प्रतिछाया थी। +* “तराशी हुई मूर्ति” या “खुदी हुई मूरत” लकड़ी से बनाई हुई पशु, मनुष्य या किसी वस्तु की प्रतिछाया थी। * “धातु की खुदी हुई मूरत” धातु को पिघला कर सांचे में डालकर किसी वस्तु, पशु या मनुष्य का रूप देना। * ये लकड़ी के या धातु के प्रतिरूप झूठे देवी-देवताओं की उपासना के काम में लिए जाते थे। -* किसी मूर्ति के लिए “मूरत” शब्द का अर्थ है लकड़ी या धातु की मूर्ति। +* किसी मूर्ति के लिए “मूरत” शब्द का सन्दर्भ या तो लकड़ी की या धातु की मूर्ति से हो सकता है| -## अनुवाद के लिए सुझाव: ## +## अनुवाद के लिए सुझाव: * मूर्ति के संदर्भ में “मूरत” का अनुवाद “प्रतिमा” या “खुदी हुई मूरत” या “खुदी धार्मिक वस्तु” किया जा सकता है। -* कुछ भाषाओं में इस शब्द के साथ व्याख्यात्मक शब्द काम में लेना अधिक उचित होगा जैसे “खुदी हुई मूरत” या “ढली हुई मूर्ति” चाहे कहीं-कहीं केवल “मूरत” या “लाठ” शब्द हो जो मूल भाषा के हैं। -* सुनिश्चित करें कि यह शब्द परमेश्वर के स्वरूप से भिन्न हो। +* कुछ भाषाओं में इस शब्द के साथ व्याख्यात्मक शब्द काम में लेना अधिक उचित होगा जैसे “खुदी हुई मूरत” या “ढली हुई मूर्ति” वहाँ भी जहां मूल पाठ में केवल “मूरत” या “लाठ” शब्द हों। +* सुनिश्चित करें कि यह शब्द परमेश्वर के स्वरूप के लिए प्रयुक्त शब्द से भिन्न हो। (यह भी देखें: [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [परमेश्वर](../kt/god.md), [मूरत](../other/idol.md), [परमेश्वर का प्रतिरूप](../kt/imageofgod.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 14:9-10](rc://en/tn/help/1ki/14/09) -* [प्रे.का. 07:43](rc://en/tn/help/act/07/43) -* [यशायाह 21:8-9](rc://en/tn/help/isa/21/08) -* [मत्ती 22:20-22](rc://en/tn/help/mat/22/20) -* [रोमियो 01:22-23](rc://en/tn/help/rom/01/22) +* [1 राजा 14:9-10](rc://hi/tn/help/1ki/14/09) +* [प्रे.का. 7:43](rc://hi/tn/help/act/07/43) +* [यशायाह 21:8-9](rc://hi/tn/help/isa/21/08) +* [मत्ती 22:21](rc://hi/tn/help/mat/22/21) +* [रोमियो 1:23](rc://hi/tn/help/rom/01/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H457, H1544, H2553, H4541, H4676, H4853, H4906, H5257, H5262, H5566, H6091, H6456, H6459, H6754, H6755, H6816, H8403, H8544, H8655, G1504, G5179, G5481 +* स्ट्रोंग्स: H0457, H1544, H2553, H4541, H4676, H4853, H4906, H5257, H5262, H5566, H6091, H6456, H6459, H6754, H6755, H6816, H8403, H8544, H8655, G15040, G51790 \ No newline at end of file From dfb9fc8efdd5b5c7a4c0dc15cb3b527dcd99acb9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 11:10:40 +0000 Subject: [PATCH 360/412] Edit 'bible/other/incense.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/incense.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/incense.md b/bible/other/incense.md index 801a130..b920a3e 100644 --- a/bible/other/incense.md +++ b/bible/other/incense.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# धूप # +# धूप -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: "धूप" का सन्दर्भ उस सुगन्धित मिश्रण से है जिसे जलाने पर मनमोहक सुगंध उठती है। * परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए भेट स्वरूप धूप जलाया करे। * यह विशेष धूप परमेश्वर के निर्देश अनुसार पाँच विशिष्ट सुगन्धित द्रव्यों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। यह धूप पवित्र होता था इस कारण इसे अन्य किसी भी उद्देश्य के निमित्त काम में लेना वर्जित था। -* "धूप की वेदी" यह वेदी केवल धूप जलाने के लिए थी। +* "धूप की वेदी" यह एक विशेष वेदी थी जो केवल धूप जलाने के लिए थी। * दिन में चार बार, जब मन्दिर में प्रार्थना की जाती थी तब धूप जलाना अनिवार्य था। जब-जब होमबली चढाई जाती थी तब-तब धूप भी जलाई जाती थी। * धूप जलाने का अभिप्राय था, परमेश्वर के लोगों की प्रार्थना और उपासना उसके धुए के द्वारा परमेश्वर तक जाती है। * "धूप" का अनुवाद हो सकता है: "सुगन्धित द्रव्य" या "सुगन्धित पौधें" (यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [होमबलि](../other/burntoffering.md), [लोबान](../other/frankincense.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 03:1-3](rc://en/tn/help/1ki/03/01) -* [2 इतिहास 13:10-11](rc://en/tn/help/2ch/13/10) -* [2 राजा 14:4-5](rc://en/tn/help/2ki/14/04) -* [निर्गमन 25:3-7](rc://en/tn/help/exo/25/03) -* [लूका 01:8-10](rc://en/tn/help/luk/01/08) +* [1 राजा 3:1-3](rc://hi/tn/help/1ki/03/01) +* [2 इतिहास 13:10-11](rc://hi/tn/help/2ch/13/10) +* [2 राजा 14:4](rc://hi/tn/help/2ki/14/04) +* [निर्गमन 25:3-7](rc://hi/tn/help/exo/25/03) +* [लूका 1:10](rc://hi/tn/help/luk/01/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2553, H3828, H4196, H4289, H5208, H6988, H6999, H7002, H7004, H7381, G2368, G2369, G2370, G2379, G3031 +* स्ट्रोंग्स: H2553, H3828, H4196, H4289, H5208, H6988, H6999, H7002, H7004, H7381, G23680, G23690, G23700 , G23790, G30310 From 619b4af757a2d2989ad14632fc9bf249c0f5a47d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 11:16:56 +0000 Subject: [PATCH 361/412] Edit 'bible/other/kin.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/kin.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/kin.md b/bible/other/kin.md index f986801..efa0bdc 100644 --- a/bible/other/kin.md +++ b/bible/other/kin.md @@ -1,19 +1,19 @@ -# कुटुम्बी, भाइयों, जन्म-भूमि, कुटुम्बी, कुटुम्बियों # +# कुटुम्बी, भाइयों, कुटुम्बी, कुटुम्बियों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “कुटुम्बी” शब्द मनुष्यों के रक्त के रिश्तेदारों को संदर्भित करता है, जिसे समूह के रूप में माना जाता है। “कुटुम्बी” अर्थात पुरुष संबंधी। * “कुटुम्बी” शब्द निकट संबंधी के संदर्भ में ही हैं जैसे माता-पिता या भाई या चाचा-चाची या चचेरे भाई-बहन। * प्राचीन इस्राएल में यदि कोई पुरुष मरता था तो उसके निकट संबंधी को उसकी विधवा से विवाह करना होता था कि वह उसकी संपदा को संभाले और उसके परिवार का नाम चलाए। ऐसे निकट संबंधी को “छुड़ाने वाला कुटुंबी” कहा जाता था। -* इस उक्ति का अनुवाद “संबंधी” या “कुटुंब का सदस्य” किया जा सकता है। +* इस उक्ति,"कुटुम्बी" का अनुवाद हो सकता है, “संबंधी” या “कुटुंब का सदस्य।" -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [रोमियो 16:9-11](rc://en/tn/help/rom/16/09) -* [रूत 02:19-20](rc://en/tn/help/rut/02/19) -* [रूत 03:8-9](rc://en/tn/help/rut/03/08) +* [रोमियो 16:9-11](rc://hi/tn/help/rom/16/09) +* [रूत 2:20](rc://hi/tn/help/rut/02/20) +* [रूत 3:9](rc://hi/tn/help/rut/03/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H251, H1350, H4129, H4130, H7138, H7607, G4773 +* स्ट्रोंग्स: H0251, H1350, H4129, H4130, H7138, H7607, G47730 From 4a45ff5fc36a66beaf7cf431ace753e52d4b9e19 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 11:25:42 +0000 Subject: [PATCH 362/412] Edit 'bible/other/kiss.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/kiss.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/kiss.md b/bible/other/kiss.md index 5246d7c..9c37ce6 100644 --- a/bible/other/kiss.md +++ b/bible/other/kiss.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# चुम्बन, चुम्बनों, चूमा, चूमना # +# चुम्बन, चूमा/चूमना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: चुम्बन में एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के होठों पर या चेहरे पर अपने होंठ रखता है। इस शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया गया है। * कुछ संस्कृतियों में गालों को चूमा जाता है कि अभिवादन या अलविदा को व्यक्त किया जाए। * चुम्बन दो व्यक्तियों के मध्य गहरे प्रेम को प्रकट करता है जैसे पति-पत्नी। * “किसी को विदा का चुम्बन देना” अर्थात किसी को चूमकर विदा करना। -* कभी-कभी “चूमना” शब्द का अर्थ है किसी को “विदा करना”। जब एलीशा ने एलिय्याह से कहा था, “पहले मुझे जाकर अपने माता-पिता को चूमने दे” तो उसके कहने का अर्थ था कि एलिय्याह का अनुसरण करने के लिए उनसे अलग होने के लिए विदाई लेना”। +* कभी-कभी “चूमना” शब्द का अर्थ है किसी को “विदा करना”। जब एलीशा ने एलिय्याह से कहा था, “पहले मुझे जाकर अपने माता-पिता को चूमने दे” तो उसके कहने का अर्थ था कि एलिय्याह का अनुसरण करने के लिए उनसे अलग होने के लिए विदाई लेना। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 थिस्सलुनीकियों 05:25-28](rc://en/tn/help/1th/05/25) -* [उत्पत्ति 27:26-27](rc://en/tn/help/gen/27/26) -* [उत्पत्ति 29:11-12](rc://en/tn/help/gen/29/11) -* [उत्पत्ति 31:26-28](rc://en/tn/help/gen/31/26) -* [उत्पत्ति 45:14-15](rc://en/tn/help/gen/45/14) -* [उत्पत्ति 48:8-10](rc://en/tn/help/gen/48/08) -* [लूका 22:47-48](rc://en/tn/help/luk/22/47) -* [मरकुस 14:43-46](rc://en/tn/help/mrk/14/43) -* [मत्ती 26:47-48](rc://en/tn/help/mat/26/47) +* [1 थिस्सलुनीकियों 5:25-28](rc://hi/tn/help/1th/05/25) +* [उत्पत्ति 27:26-27](rc://hi/tn/help/gen/27/26) +* [उत्पत्ति 29:11](rc://hi/tn/help/gen/29/11) +* [उत्पत्ति 31:28](rc://hi/tn/help/gen/31/28) +* [उत्पत्ति 45:15](rc://hi/tn/help/gen/45/15) +* [उत्पत्ति 48:10](rc://hi/tn/help/gen/48/10) +* [लूका 22:48](rc://hi/tn/help/luk/22/48) +* [मरकुस 14:45](rc://hi/tn/help/mrk/14/45) +* [मत्ती 26:48](rc://hi/tn/help/mat/26/48) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5390, H5401, G2705, G5368, G5370 +* स्ट्रोंग्स: H5390, H5401, G27050, G53680, G53700 From 7954465d18909d8bc8a0852f12ce33e82cb82769 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sat, 13 Nov 2021 11:54:07 +0000 Subject: [PATCH 363/412] Edit 'bible/other/lamp.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lamp.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/lamp.md b/bible/other/lamp.md index f9a3d61..c287083 100644 --- a/bible/other/lamp.md +++ b/bible/other/lamp.md @@ -1,14 +1,14 @@ -# दीपक, दीपकों # +# दीया, दीपक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “दीपक” शब्द प्रकाश उत्पन्न करने का माध्यम होता है। बाइबल में जिन दीपकों की चर्चा की गई है वे तेल से जलते थे, -वह एक छोटी कटोरी होती थी जिसमें तेल डालकर जलाया जाता था कि प्रकाश उत्पन्न हो। +बाईबल के युग में जिस दीपक को काम में लिया जाता था वह एक छोटा सा पात्र होता था जिसमें ईंधन डाला जाता था- सामान्यतः तेल, जलाने पर वह प्रकाश देता था। * साधारण दीया मिट्टी का बनता था जिसमें जैतून का तेल भरा जाता था, उसमें एक बत्ती रखकर जलाई जाती थी। * कुछ दीए अण्डाकार होते थे जिनकी एक भुजा दबी होती थी जहां बत्ती रखी जाती थी। -* एक तेल की दीपक को लेकर चला जा सकता है या तो एक ऊँचे स्थान पर रखा जा सकता है ताकि इसकी रोशनी एक कमरे या घर को प्रकाशित कर सके। +* तेल की दीपक को लेकर चला जा सकता है या एक ऊँचे स्थान पर रखा जाता था कि उसका प्रकाश सम्पूर्ण कमरे को या घर को प्रकाशित कर सके। * धर्म-शास्त्र में दीपक प्रतीकात्मक रूप में जीवन और ज्योति का प्रतीक है। (यह भी देखें: [दीवट](../other/lampstand.md), [जीवन](../kt/life.md), [ज्योति](../other/light.md)) @@ -22,6 +22,6 @@ * [मत्ती 06:22-24](rc://en/tn/help/mat/06/22) * [मत्ती 25:1-4](rc://en/tn/help/mat/25/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3940, H3974, H4501, H5215, H5216, G2985, G3088 +* स्ट्रोंग्स: H3940, H3974, H4501, H5215, H5216, G29850, G30880 From d07b6a610d423fe6075d59a65525de3005232887 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 09:33:21 +0000 Subject: [PATCH 364/412] Edit 'bible/other/lampstand.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lampstand.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/lampstand.md b/bible/other/lampstand.md index c646417..e4a7003 100644 --- a/bible/other/lampstand.md +++ b/bible/other/lampstand.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# दीवट, दीवटों # +# दीवट/दीवटों -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -बाइबल में “दीवट” शब्द उस रचना का संदर्भ होता है जिस पर दीपक रखा जाता था कि कमरे में प्रकाश व्याप्त हो। +बाइबल में “दीवट” शब्द उस रचना का संदर्भ देता है जिस पर दीपक रखा जाता था कि कमरे में प्रकाश व्याप्त हो। * एक साधारण दीवट मिट्टी, लकड़ी या धातु का बना होता था (धातु जैसे तांबा, चांदी या सोना) * यरूशलेम के मन्दिर में एक विशेष दीवट (दीपदान) था जिसमें सात दीपकों के लिए सात शाखाएं थी और वह सोने का था। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव -* इस शब्द का अनुवाद “दीपक चौकी में” या “दीपक रखने की रचना” या “दीपदान” किया जा सकता है। -* मन्दिर के दीपदान का अनुवाद “सप्तदीपक पीठिका” या “सात दीपकों की सोने की चौकी” किया जा सकता है। -* अनुवाद के साथ दीवट का चित्र और बाइबल के संदर्भ में साप्तभुज दीपदान के चित्र देना की सहायक होगा। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दीपक चौकी” या “दीपक रखने की रचना” या “दीपदा।" +* मन्दिर के दीपदान का अनुवाद हो सकता है, “सप्तदीपक पीठिका” या “सात दीपकों की सोने की चौकी।" +* अनुवाद के साथ दीवट का चित्र और बाइबल के संदर्भ में सप्तभुजा दीपदान के चित्र देना की सहायक होगा। -(यह भी देखें: [तांबा](../other/bronze.md), [सोना](../other/gold.md), [दीया](../other/lamp.md), [दीप](../other/light.md), [चांदी](../other/silver.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) +(यह भी देखें: [तांबा](../other/bronze.md), [सोना](../other/gold.md), [दीया](../other/lamp.md), [प्रकाश](../other/light.md), [चांदी](../other/silver.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [दानिय्येल 05:5-6](rc://en/tn/help/dan/05/05) -* [निर्गमन 37:17-19](rc://en/tn/help/exo/37/17) -* [मरकुस 04:21-23](rc://en/tn/help/mrk/04/21) -* [मत्ती 05:15-16](rc://en/tn/help/mat/05/15) -* [प्रकाशितवाक्य 01:12-13](rc://en/tn/help/rev/01/12) -* [प्रकाशितवाक्य 01:19-20](rc://en/tn/help/rev/01/19) +* [दानिय्येल 5:5-6](rc://hi/tn/help/dan/05/05) +* [निर्गमन 37:17](rc://hi/tn/help/exo/37/17) +* [मरकुस 4:21-23](rc://hi/tn/help/mrk/04/21) +* [मत्ती 5:15-16](rc://hi/tn/help/mat/05/15) +* [प्रकाशितवाक्य 1:12-13](rc://hi/tn/help/rev/01/12) +* [प्रकाशितवाक्य 1:20](rc://hi/tn/help/rev/01/20) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4501, G3087 +* स्ट्रोंग्स: H4501, G30870 From 2303052d406590d74de8258442ebfc17f5774f5b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:22:01 +0000 Subject: [PATCH 365/412] Edit 'bible/other/lawful.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/lawful.md | 66 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 33 insertions(+), 33 deletions(-) diff --git a/bible/other/lawful.md b/bible/other/lawful.md index e3adab2..67be9ab 100644 --- a/bible/other/lawful.md +++ b/bible/other/lawful.md @@ -1,36 +1,36 @@ -# उचित, व्यवस्था की रीति पर, उचित नहीं,अधर्म # +# व्यवस्था पालन, उचित नहीं, अधर्म, अराजकता -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“उचित” अर्थात् व्यवस्था या अन्य अनिवार्यताओं के अनुसार अनुमति प्राप्त। इसका विलोम “व्यवस्था विरोधी” अर्थात् “अनुचित”। +“व्यवस्था पालन” अर्थात् व्यवस्था या अन्य अनिवार्यताओं के अनुसार अनुमति प्राप्त। इसका विलोम “व्यवस्था विरोधी” अर्थात् “व्यवस्था का पालन नहीं करना।" -* बाइबल में यदि किसी बात को “उचित” कहा गया है तो इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की व्यवस्था में अनुमति प्राप्त है, या मूसा की व्यवस्था या यहूदी रीतियों के अनुसार। जो “व्यवस्था के विरुद्ध”, “जिसकी अनुमती नहीं दी गई थी”उन नियमों के अनुसार। -* “व्यवस्था के अनुसार” करने का अर्थ है, “उचित” रूप में करना या “सही” करना। -* यहूदी नियमों में जो अनेक बातें उचित या अनुचित माना जाता था लेकिन परमेश्वर की व्यवस्था जो दूसरों से प्रेम करने के बारे में थी उससे सुसंगत नहीं थी। -* प्रकरण के अनुसार अनुवाद “उचित” हो सकते हैं “अनुमति प्राप्त” या “परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार” या “अपने नियमों के पालन में” या “उचित” या “सुसंगत” -* “क्या यह उचित है” का अनुवाद “क्या हमारी व्यवस्था अनुमति देती है?” या “क्या यह व्यवस्था के अनुरूप है” +* बाइबल में यदि किसी बात को “उचित” कहा गया है तो इसका अर्थ है कि वह परमेश्वर की व्यवस्था में अनुमति प्राप्त है, या मूसा की व्यवस्था या यहूदी रीतियों के अनुसार है। जो “व्यवस्था के विरुद्ध” है, उसका अर्थ है, नियमों के अनुसार “जिसकी अनुमती नहीं दी गई है।" +* “व्यवस्था के अनुसार कुछ करने" का अर्थ है, “न्यायोचित” होना या “सही करना।" +* यहूदी नियमों में जो अनेक बातें उचित या अनुचित मानी जाती थीं वे परमेश्वर की व्यवस्था से सुसंगत नहीं थीं जैसे, मनुष्यों से प्रेम करना|। +* प्रकरण के अनुसार "व्यवस्था पालन" काअनुवाद हो सकता है, “अनुमति प्राप्त” या “परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार” या “अपने नियमों के पालन में” या “उचित” या “सुसंगत” +* “क्या यह व्यवस्था है” इसका अनुवाद हो सकता है, “क्या हमारी परम्पराएंअनुमति देती हैं?” या “क्या यह व्यवस्था के अनुरूप है” -"व्यवस्था के विरुद्ध" और "वैध नहीं" शब्दों का उपयोग उन व्यवस्थाओं का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो एक व्यवस्था को तोड़ते हैं। +"व्यवस्था विरोधी" और " अवैध" शब्दों का उपयोग उन कार्यों का वर्णन करने के लिए किया जाता है जो व्यवस्था के किसी नियम को तोड़ते हैं। -* नए नियम में, "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का उपयोग न केवल परमेश्वर के नियमों को तोड़ने से संबंधित है परन्तु यहूदी मानव निर्मित नियमों को तोड़ने के लिए भी किया जाता है। -* वर्षों के दौरान, यहूदियों ने परमेश्वर द्वारा उन्हें दिए गए नियमों में जोड़ा। यहूदी अगुवे कुछ को "व्यवस्था के विरुद्ध" कहेंगे अगर यह उनके मानव निर्मित नियमों के अनुरूप नहीं है। -* जब यीशु और उसके चेले सब्त के दिन अनाज उठा रहे थे, तो फरीसियों ने उन पर कुछ “व्यवस्था के विरुद्ध” करने का आरोप लगाया क्योंकि यह उस दिन काम न करने के यहूदी व्यवस्था को तोड़ रहे थे। -*जब पतरस ने कहा कि उसके लिए अशुद्ध भोजन सामग्री खाना "व्यवस्था के विरुद्ध" था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उन भोजन सामग्री को खा लिया तो वह उन व्यवस्था को तोड़ देगा जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को कुछ भोजन सामग्री न खाने के बारे में दिए थे। +* नए नियम में, "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का उपयोग न केवल परमेश्वर के नियमों को तोड़ने से संबंधित है परन्तु मानव निर्मित यहूदी नियमों को तोड़ने के लिए भी किया जाता था। +* वर्षों के अंतराल में, यहूदियों ने परमेश्वर द्वारा उन्हें दिए गए नियमों में परम्पराओं को जोड़ दिया था। यहूदी अगुवे कुछ बातों को "व्यवस्था के विरुद्ध" कहते थे यदि वे उनके मानव निर्मित नियमों के अनुरूप नहीं होती थीं। +* जब यीशु और उसके चेले सब्त के दिन अनाज तोड़ रहे थे, तब फरीसियों ने उन पर “व्यवस्था के विरुद्ध” काम करने का आरोप लगाया क्योंकि वे उस दिन काम न करने की यहूदी व्यवस्था को तोड़ रहे थे। +*जब पतरस ने कहा कि उसके लिए अशुद्ध भोजन सामग्री खाना "व्यवस्था के विरुद्ध" था, तो उसका मतलब था कि अगर उसने उस भोजन सामग्री को खा लिया तो वह परमेश्वर की व्यवस्था को तोड़ देगा जो परमेश्वर ने इस्राएलियों को भोजन सम्बंधित नियमावली में निर्दिष्ट की थी। -शब्द "अधर्म" एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो व्यवस्था या नियमों का पालन नहीं करता है। जब कोई देश या लोगों का समूह "अधर्म" की स्थिति में होता है, तो व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता होती है। +"अराजकता" शब्द एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो नियमों या अधिनियमों का पालन नहीं करता है। जब कोई देश या समुदाय "अराजकता" की स्थिति में होता है, तो व्यापक अवज्ञा, विद्रोह या अनैतिकता फैल जाती है। -* एक व्यवस्था विरोधी व्यक्ति विद्रोही होता है और वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है। -* प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अंतिम दिनों में “अधर्म का मनुष्य” या “अधर्मी” होगा, जो बुरे काम करने के लिए शैतान से प्रभावित होगा। +* व्यवस्था विरोधी व्यक्ति विद्रोही होता है और वह परमेश्वर के नियमों का पालन नहीं करता है। +* प्रेरित पौलुस ने लिखा कि अंतिम दिनों में “अधर्म का मनुष्य” या “अधर्मी जन” होगा, जो बुरे काम करने के लिए शैतान से प्रभावित होगा। ## अनुवाद के सुझाव: -* इस शब्द को "व्यवस्था के विरुद्ध" एक शब्द या अभिव्यक्ति का उपयोग करके अनुवादित किया जाना चाहिए, जिसका अर्थ है "व्यवस्था की रूप से नहीं" या "व्यवस्था तोडना"। -*"व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य तरीके "अनुमति नहीं" या "परमेश्वर के नियमों के अनुसार नहीं" या "हमारे व्यवस्था के अनुरूप नहीं हो सकते हैं।" -*अभिव्यक्ति "व्यवस्था के खिलाफ" का समान अर्थ "व्यवस्था के विरुद्ध" है। +* "व्यवस्था के विरुद्ध" इसका अनुवाद एक ऐसे शब्द या एक ऎसी अभिव्यक्ति के द्वारा किया जा सकता है जिसका अर्थ हो, "नियम विरोधी" या "कानून ताड़ने का।" +*"व्यवस्था के विरुद्ध" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, "अनुमति रहित" या "परमेश्वर की व्यवस्था के अनुसार नहीं" या "हमारे नियमानुसारनहीं।" +* "व्यवस्था विरोधी" "अवैध" का सहार्थी ही है। -* "अधर्म" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है। -* शब्द "अधर्म" का अनुवाद "किसी भी नियमों का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के खिलाफ)" के रूप में किया जा सकता है। -*वाक्यांश "अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियमों का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के खिलाफ विद्रोह करने वाले व्यक्ति "। +* "व्यवस्था विरोधी" शब्द का अनुवाद "विद्रोही" या "अवज्ञाकारी" या "नियमों की अवहेलना" के रूप में भी किया जा सकता है। +* शब्द "अराजकता" का अनुवाद हो ससकता है, "किसी भी नियम का पालन नहीं करना" या "विद्रोह (परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध)" +* "अधर्मी पुरुष" का अनुवाद "उस व्यक्ति के रूप में किया जा सकता है जो किसी भी नियम का पालन नहीं करता है" या "परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करने वाले व्यक्ति "। * यदि संभव हो तो इस शब्द की अवधारणा को "व्यवस्था" रखना महत्वपूर्ण है। * ध्यान दें कि "व्यवस्था के विरुद्ध" शब्द का इस शब्द से अलग अर्थ है। @@ -38,19 +38,19 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [मत्ती 07:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21) -* [मत्ती 12:02](rc://hi/tn/help/mat/12/02) -* [मत्ती 12:04](rc://hi/tn/help/mat/12/04) +* [मत्ती 7:21-23](rc://hi/tn/help/mat/07/21) +* [मत्ती 12:2](rc://hi/tn/help/mat/12/02) +* [मत्ती 12:4](rc://hi/tn/help/mat/12/04) * [मत्ती 12:10](rc://hi/tn/help/mat/12/10) -* [मरकुस 03:04](rc://hi/tn/help/mrk/03/04) -* [लूका 06:02](rc://hi/tn/help/luk/06/02) -* [प्रेरि.02:23](rc://hi/tn/help/act/02/23) +* [मरकुस 3:4](rc://hi/tn/help/mrk/03/04) +* [लूका 6:2](rc://hi/tn/help/luk/06/02) +* [प्रेरि.2:23](rc://hi/tn/help/act/02/23) * [प्रेरि.10:28](rc://hi/tn/help/act/10/28) * [प्रेरि.22:25](rc://hi/tn/help/act/22/25) -* [2 थिस्स. 02:03](rc://hi/tn/help/2th/02/03) -* [तीतु. 02:14](rc://hi/tn/help/tit/02/14) -* [1 यूह. 03:4-6](rc://hi/tn/help/1jn/03/04) +* [2 थिस्स. 2:3](rc://hi/tn/help/2th/02/03) +* [तीतु. 2:14](rc://hi/tn/help/tit/02/14) +* [1 यूह. 3:4-6](rc://hi/tn/help/1jn/03/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स : H6530, G111, G113, G266, G458, G459, G1832, G3545 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H6530, G01110, G01130, G02660, G04580, G04590, G18320, G35450 \ No newline at end of file From 8545201106c43a60d58f68a3f7bb080af921b495 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:36:02 +0000 Subject: [PATCH 366/412] Edit 'bible/other/leprosy.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/leprosy.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/leprosy.md b/bible/other/leprosy.md index 2b29efc..3e8d228 100644 --- a/bible/other/leprosy.md +++ b/bible/other/leprosy.md @@ -1,32 +1,32 @@ -# कोढ़ी, कोढ़ियों, कोढ़, कोढ़ # +# चर्मरोग, कोढ़ी, कोढ़ -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“कोढ़” का उल्लेख बाइबल में आया है कि वह अनेक त्वचा रोगों का संदर्भ देता है। “कोढ़ी” वह मनुष्य है जो कोढ़ से ग्रस्त है, “कोढ़” मनुष्य या मनुष्य की देह के उस अंग का संदर्भ देता है जहाँ कोढ़ का लक्षण प्रकट होता है। +“कोढ़” का उल्लेख बाइबल में आया है| वह विभिन्न त्वचा रोगों का संदर्भ देता है। “कोढ़ी” वह मनुष्य है जो कोढ़ से ग्रस्त है, “कोढ़” मनुष्य या मनुष्य की देह के उस अंग का संदर्भ देता है जहाँ कोढ़ का लक्षण प्रकट होता है। -* एक प्रकार के कोढ़ में त्वचा का रंग उड़ जाता है और वहां सफेद दाग हो जाते हैं जैसे मिर्याम और नामान को था। +* एक प्रकार के कोढ़ में त्वचा का रंग उड़ जाता है और वहां सफेद दाग हो जाते हैं जैसे मिरयम और नामान को था। * आज के युग में कोढ़ के कारण हाथ, पांव और देह के अन्य अंग क्षतिग्रस्त होकर विकृत हो जाते हैं। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों को जो आदेश दिए थे उनके अनुसार यदि किसी मनुष्य को कोढ़ हो जाता था तो उसे “अशुद्ध” माना जाता था और उसे अन्य मनुष्यों से अलग रहना होता था कि उन्हें संक्रमण न हो। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों को जो आदेश दिए थे उनके अनुसार यदि किसी मनुष्य को कोढ़ हो जाता था तो उसे “अशुद्ध” माना जाता था और उसे अन्य मनुष्यों से अलग रहना होता था कि उन्हें इस रोग का संक्रमण न हो। * कोढ़ी को “अशुद्ध” चिल्लाना पड़ता था कि मनुष्यों को उससे दूर रहने की चेतावनी मिले। * यीशु ने अनेक कोढ़ियों को और त्वचा रोगियों को चंगा किया था। ## अनुवाद के सुझाव: ## -* बाइबल में “कोढ़” का अनुवाद “त्वचा रोग” या “भयानक त्वचा रोग” किया जा सकता है। +* बाइबल में जो “कोढ़” शब्द है उसका अनुवाद “त्वचा रोग” या “भयानक त्वचा रोग” किया जा सकता है। * “कोढ़” का अनुवाद “कोढ़ग्रस्त” या “त्वचा रोग ग्रस्त” या “त्वचा के घावों से भरा” किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [मरियम](../names/miriam.md), [नामान](../names/naaman.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md)) +(यह भी देखें: [मिरयम](../names/miriam.md), [नामान](../names/naaman.md), [शुद्ध](../kt/clean.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [लूका 05:12-13](rc://en/tn/help/luk/05/12) -* [लूका 17:11-13](rc://en/tn/help/luk/17/11) -* [मरकुस 01:40-42](rc://en/tn/help/mrk/01/40) -* [मरकुस 14:3-5](rc://en/tn/help/mrk/14/03) -* [मत्ती 08:1-3](rc://en/tn/help/mat/08/01) -* [मत्ती 10:8-10](rc://en/tn/help/mat/10/08) -* [मत्ती 11:4-6](rc://en/tn/help/mat/11/04) +* [लूका 5:13](rc://hi/tn/help/luk/05/13) +* [लूका 17:12](rc://hi/tn/help/luk/17/12) +* [मरकुस 1:40](rc://hi/tn/help/mrk/01/40) +* [मरकुस 14:3](rc://hi/tn/help/mrk/14/03) +* [मत्ती 8:3](rc://hi/tn/help/mat/08/03) +* [मत्ती 10:8-10](rc://hi/tn/help/mat/10/08) +* [मत्ती 11:5](rc://hi/tn/help/mat/11/05) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6879, H6883, G3014, G3015 +* स्ट्रोंग्स: H6879, H6883, G30140, G30150 From 808ca429544f25897f8bd83d74ecd6cd0009b94b Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:42:36 +0000 Subject: [PATCH 367/412] Edit 'bible/other/manager.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/manager.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/manager.md b/bible/other/manager.md index 490fef0..63ec4a2 100644 --- a/bible/other/manager.md +++ b/bible/other/manager.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# प्रबंधक प्रबंधक प्रबंधकों, भण्डारी, भण्डारियों, भंडारीपन # +# प्रबंधक, भण्डारी, भंडारीपन -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“प्रबंधक” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है। +“प्रबंधक” या "भण्डारी" बाइबल में यह शब्द उस सेवक के लिए काम में लिया गया है जो अपने स्वामी की सम्पदा और व्यापार को संभालता है। * भण्डारी के बहुत उत्तरदायित्व होते थे जिनमे अन्य सेवकों के कार्यों का पर्यवेक्षण भी था। -* “प्रबंधक ” भण्डारी का नया शब्द है। दोनों शब्दों का तात्पर्य है किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना। +* “प्रबंधक ” भण्डारी के लिए एक आधुनिक शब्द है। दोनों शब्दों का संदास्र्भ उस मनुष्य से है जो किसी के व्यावहारिक विषयों को संभालना। ## अनुवाद के सुझाव @@ -13,17 +13,17 @@ (यह भी देखें: [सेवक](../other/servant.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 तीमुथियुस 03:4-5](rc://hi/tn/help/1ti/03/04) -* [उत्पत्ति 39:04](rc://hi/tn/help/gen/39/04) +* [1 तीमुथियुस 3:4-5](rc://hi/tn/help/1ti/03/04) +* [उत्पत्ति 39:4](rc://hi/tn/help/gen/39/04) * [उत्पत्ति 43:16](rc://hi/tn/help/gen/43/16) * [यशा. 55:10-11](rc://hi/tn/help/isa/55/10) -* [लूका 08:03](rc://hi/tn/help/luk/08/03) -* [लूका 16:02](rc://hi/tn/help/luk/16/02) +* [लूका 8:3](rc://hi/tn/help/luk/08/03) +* [लूका 16:2](rc://hi/tn/help/luk/16/02) * [मत्ती 20:8-10](rc://hi/tn/help/mat/20/08) -* [तीतुस 01:07](rc://hi/tn/help/tit/01/07) +* [तीतुस 1:7](rc://hi/tn/help/tit/01/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H376, H4453, H5057, H6485, G2012, G3621, G3623 +* स्ट्रोंग्स: H0376, H4453, H5057, H6485, G20120, G36210, G36230 From 0933f89994af9ccadcb86f90424cd9c942be87c5 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:46:35 +0000 Subject: [PATCH 368/412] Edit 'bible/other/mediator.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/mediator.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/other/mediator.md b/bible/other/mediator.md index af7acc6..b57ed2c 100644 --- a/bible/other/mediator.md +++ b/bible/other/mediator.md @@ -16,12 +16,12 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 तीमुथियुस 02:05](rc://hi/tn/help/1ti/02/05) -* [गलातियों 03:20](rc://hi/tn/help/gal/03/20) -* [इब्रानियों 08:06](rc://hi/tn/help/heb/08/06) +* [1 तीमुथियुस 2:5](rc://hi/tn/help/1ti/02/05) +* [गलातियों 3:20](rc://hi/tn/help/gal/03/20) +* [इब्रानियों 8:6](rc://hi/tn/help/heb/08/06) * [इब्रानियों 12:24](rc://hi/tn/help/heb/12/24) * [लूका 12:14](rc://hi/tn/help/luk/12/14) ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H3887, G3312, G3316 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H3887, G33120, G33160 \ No newline at end of file From 1bd41b141b87c8afc9c069169b88f18005032426 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:53:30 +0000 Subject: [PATCH 369/412] Edit 'bible/other/mystery.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/mystery.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/mystery.md b/bible/other/mystery.md index 77960fc..a8f6215 100644 --- a/bible/other/mystery.md +++ b/bible/other/mystery.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# भेद, भेदों, भेद, भेदों # +# भेद, गुप्त सत्य -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: बाइबल में “भेद” शब्द का संदर्भ किसी अज्ञात या समझने में दुर्बोध बात से है जिसे परमेश्वर अब प्रकट कर रहा है। -* नये नियम में कहा गया है कि मसीह का सुसमाचार पूर्वकाल में एक भेद की बात थी। +* नये नियम में कहा गया है कि मसीह का सुसमाचार एक भेद की बात थी जिसका प्रकाशन पूर्वकाल में नहीं किया गया था। * एक विशेष बात जिसे भेद कहा गया है, वह है कि यहूदी और अन्यजाति मसीह में एक हैं। -* इस शब्द का अनुवाद “रहस्य” या “गोपनीय बात” या “अज्ञात बात” भी किया जा सकता है। +* इस शब्द का अनुवाद “रहस्य” या “गोपनीय बातें” या “अज्ञात बात” भी किया जा सकता है। (यह भी देखें: [मसीह](../kt/christ.md), [अन्य-जाति](../kt/gentile.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [यहूदी](../kt/jew.md), [सत्य](../kt/true.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [कुलुस्सियों 04:2-4](rc://en/tn/help/col/04/02) -* [इफिसियों 06:19-20](rc://en/tn/help/eph/06/19) -* [लूका 08:9-10](rc://en/tn/help/luk/08/09) -* [मरकुस 04:10-12](rc://en/tn/help/mrk/04/10) -* [मत्ती 13:10-12](rc://en/tn/help/mat/13/10) +* [कुलुस्सियों 4:2-4](rc://hi/tn/help/col/04/02) +* [इफिसियों 6:19-20](rc://hi/tn/help/eph/06/19) +* [लूका 8:9-10](rc://hi/tn/help/luk/08/09) +* [मरकुस 4:10-12](rc://hi/tn/help/mrk/04/10) +* [मत्ती 13:11](rc://hi/tn/help/mat/13/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1219, H7328, G3466 +* स्ट्रोंग्स: H1219, H7328, G34660 From 1084c3b2944ea7eb08a3be51b81451e4b24126f1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 11:59:39 +0000 Subject: [PATCH 370/412] Edit 'bible/other/onhigh.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/onhigh.md | 16 ++++++++-------- 1 file changed, 8 insertions(+), 8 deletions(-) diff --git a/bible/other/onhigh.md b/bible/other/onhigh.md index c0c0351..2c3eefc 100644 --- a/bible/other/onhigh.md +++ b/bible/other/onhigh.md @@ -1,10 +1,10 @@ -# ऊँचे स्थान पर, आकाश में # +# ऊँचे स्थान पर, आकाश में -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “ ऊँचे स्थान पर” या “आकाश में” का अर्थ है “स्वर्ग में” -* “आकाश में” का अर्थ “सर्वाधिक आदर” भी हो सकता है। +* “आकाश में” का अर्थ “सर्वाधिक आदरयोग्य” भी हो सकता है। * इसका उपयोग शब्दशः भी होता है जैसे “सबसे ऊंचे वृक्ष में”। * “ऊंचे पर” का संदर्भ आकाश में ऊंचाई पर भी हो सकता है जैसे पक्षी का घोंसला जो ऊंचाई पर है। इस संदर्भ में इसका अनुवाद हो सकता है, “आकाश में ऊँचा” या “ऊँचे वृक्ष की चोटी पर”। * “ऊंचा” शब्द उठा हुआ स्थान या मनुष्य या वस्तु का महत्व दर्शाता है। @@ -12,11 +12,11 @@ (यह भी देखें: [स्वर्ग](../kt/heaven.md), [आदर](../kt/honor.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [विलापगीत 01:13-14](rc://en/tn/help/lam/01/13) -* [भजन संहिता 069:28-29](rc://en/tn/help/psa/069/028) +* [विलापगीत 1:13](rc://hi/tn/help/lam/01/13) +* [भजन संहिता 69:29](rc://hi/tn/help/psa/069/29) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1361, H4605, H4791, H7682, G1722, G5308, G5310, G5311 +* स्ट्रोंग्स: H1361, H4605, H4791, H7682, G17220, G53080, G53100, G53110 From 6602fb5584c4b64e651dd4f3f2c6362ec44e4be1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 12:08:42 +0000 Subject: [PATCH 371/412] Edit 'bible/other/ordain.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/ordain.md | 18 +++++++++--------- 1 file changed, 9 insertions(+), 9 deletions(-) diff --git a/bible/other/ordain.md b/bible/other/ordain.md index ed43d43..d131824 100644 --- a/bible/other/ordain.md +++ b/bible/other/ordain.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# नियुक्त, ठहराना, सामान्य, नियुक्ति # +# नियुक्त, ठहराया, अभिषेक, बहुत पहले से योजनाबद्ध, स्थापित, तैयार किया -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -नियुक्त करने का अर्थ है किसी विशेष कार्य या भूमिका हेतु किसी मनुष्य की औपचारिक नियुक्ति का कार्य। इसका संदर्भ औपचारिक रूप से नियम या आदेश भी हो सकता है। +नियुक्त करने का अर्थ है किसी विशेष कार्य या भूमिका हेतु किसी मनुष्य की औपचारिक नियुक्ति का कार्य। इसका संदर्भ औपचारिक रूप से नियम बनाना या आदेश देना भी हो सकता है। -* "नियुक्त" का संदर्भ अक्सर याजक, सेवक या रब्बी नियुक्त करने की औपचारिक प्रक्रिया से भी है। -* उदाहरणार्थ, परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों को याजक होने के लिए ठहराया है। +* "अभिषेक" का संदर्भ प्रायः याजक, सेवक या रब्बी नियुक्त करने की औपचारिक प्रक्रिया से भी है। +* उदाहरणार्थ, परमेश्वर ने हारून और उसके वंशजों का अभिषेक याजक होने के लिए किया था। * इसका अर्थ धार्मिक पर्व या वाचा के निर्धारण से भी हो सकता है। * संदर्भ के अनुसार, “अभिषेक करना” का अनुवाद हो सकता है ”कार्य-भार सौंपना” या “निुयक्त करना” या “आज्ञा देना” या “नियम बनाना ” या “स्थापना करना”। (यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [वाचा](../kt/covenant.md), [आदेश](../other/decree.md), [नियम](../other/law.md), [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [याजक](../kt/priest.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: * [1 राजा 12:31-32](rc://hi/tn/help/1ki/12/31) * [2 शमूएल 17:13-14](rc://hi/tn/help/2sa/17/13) * [निर्गमन 28:40-41](rc://hi/tn/help/exo/28/40) -* [गिनती 03:3-4](rc://hi/tn/help/num/03/03) +* [गिनती 3:3](rc://hi/tn/help/num/03/03) * [भजन संहिता 111:7-9](rc://hi/tn/help/psa/111/007) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H3245, H4390, H6186, H6213, H6680, H7760, H8239, G1299, G2525, G4270, G4282 +* स्ट्रोंग्स: H3245, H4390, H6186, H6213, H6680, H7760, H8239, G12990, G25250, G42700, G42820 From d7df6d5c2823aafc284cc7df3c5b69194a8b525e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 12:33:04 +0000 Subject: [PATCH 372/412] Edit 'bible/other/palace.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/palace.md | 12 ++++++------ 1 file changed, 6 insertions(+), 6 deletions(-) diff --git a/bible/other/palace.md b/bible/other/palace.md index 62e12f5..64e286c 100644 --- a/bible/other/palace.md +++ b/bible/other/palace.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# महल, महलों +# महल, आवास ## परिभाषा: @@ -7,18 +7,18 @@ * महायाजक भी महल में रहता था जैसा नये नियम से विदित है। * महल सजे हुए होते थे, उनकी वास्तुकला और साज-सज्जा उत्कृष्ट होती थी। * महल पत्थर या लकड़ी के बने होते थे और उन पर मूल्यवान लकड़ी, सोना या हाथी दांत की नक्काशी की साज सज्जा होती थी। -* महलों में और भी लोग रहते थे और काम करते थे, जो आमतौर पर महलों में कई अन्य ईमारतें तथा प्रांगण थे। +* महलों में और भी लोग रहते थे और काम करते थे, महलों में सामान्यतः कई अन्य ईमारतें तथा प्रांगण होते थे। -(यह भी देखें: [आंगन](../other/courtyard.md), [महा-याजक](../kt/highpriest.md), [राजा](../other/king.md)) +(यह भी देखें: [आंगन](../other/courtyard.md), [महायाजक](../kt/highpriest.md), [राजा](../other/king.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: * [2 इतिहास 28:7-8](rc://hi/tn/help/2ch/28/07) * [2 शमूएल 11:2-3](rc://hi/tn/help/2sa/11/02) -* [दानिय्येल 05:5-6](rc://hi/tn/help/dan/05/05) +* [दानिय्येल 5:5-6](rc://hi/tn/help/dan/05/05) * [मत्ती 26:3-5](rc://hi/tn/help/mat/26/03) -* [भजन संहिता 045:08](rc://hi/tn/help/psa/045/008) +* [भजन संहिता 45:8](rc://hi/tn/help/psa/045/08) ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H759, H1002, H1004, H1055, H1406, H1964, H1965, G833, G933, G4232 +* स्ट्रोंग्स: H0759, H1002, H1004, H1055, H1406, H1964, H1965, G08330, G09330, G42320 From b450958003a2dafc1d471c60cd8500e444fa8223 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 12:45:55 +0000 Subject: [PATCH 373/412] Edit 'bible/other/persecute.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/persecute.md | 36 ++++++++++++++++++------------------ 1 file changed, 18 insertions(+), 18 deletions(-) diff --git a/bible/other/persecute.md b/bible/other/persecute.md index 029c1b1..482ef48 100644 --- a/bible/other/persecute.md +++ b/bible/other/persecute.md @@ -1,39 +1,39 @@ -# सताएँ, सताए जाते, सताना, उपद्रव, उत्पीड़न, सतानेवाला, पीछा करनेवाले +#  सताना/सताव ## परिभाषा: -“सताएँ” और “उपद्रव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे। +“सताना” और “सताव” अर्थात किसी मनुष्य को या समुदाय के साथ कठोर व्यवहार करना कि जिससे उन्हें हानि पहुंचे। * उपद्रव किसी एक मनुष्य या अनेक मनुष्यों पर हो सकता है जिसमें बार-बार, लगातार वार करना होता है। -* इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने आक्रमण करके सताया था। उन्होंने उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा। +* इस्राएलियों को विभिन्न जातियों ने सताया था। उन्होंने उन पर आक्रमण किया, उन्हें बन्दी बनाया और उनके नगरों को लूटा। * मनुष्य प्रायः उन लोगों को सताता है जिनका धर्म अलग हो या जो दुर्बल हों। * यहूदी धर्म के अगुवे यीशु को सताते थे क्योंकि उन्हें उसकी शिक्षाएं अच्छी नहीं लगती थी। * यीशु के स्वर्गारोहण के बाद यहूदी धर्म के अगुवे और रोमी सरकार यीशु के अनुयायियों को सताने लगे थे। -* “सताना” का अनुवाद “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना” भी हो सकता है। -* “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार घातक व्यवहार” +* “सताना” का अनुवाद हो सकता है, “अत्याचार करते रहना” या “कठोर व्यवहार करना” या “लगातार दुर्व्यवहार करना।" +* “सताव” के अनुवाद रूप हो सकते हैं “कठोर दुर्व्यवहार” या “अत्याचार” या “लगातार कष्टदायक व्यवहार” (यह भी देखें: [मसीही विश्वासी](../kt/christian.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [अत्याचार करना](../other/oppress.md), [रोम](../names/rome.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:52](rc://hi/tn/help/act/07/52) +* [प्रे.का. 7:52](rc://hi/tn/help/act/07/52) * [प्रे.का. 13:50](rc://hi/tn/help/act/13/50) -* [गलातियों 01:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13) -* [यूहन्ना 05:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/05/16) +* [गलातियों 1:13-14](rc://hi/tn/help/gal/01/13) +* [यूहन्ना 5:16-18](rc://hi/tn/help/jhn/05/16) * [मरकुस 10:30](rc://hi/tn/help/mrk/10/30) -* [मत्ती 05:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10) -* [मत्ती 05:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43) +* [मत्ती 5:10](rc://hi/tn/help/mat/05/10) +* [मत्ती 5:43-45](rc://hi/tn/help/mat/05/43) * [मत्ती 10:22](rc://hi/tn/help/mat/10/22) -* \[मत्ती 13:20-21\](rc://hi /tn/help/mat/13/20) -* \[फिलिप्पियों 03:06\](rc://hi /tn/help/php/03/06) +* [मत्ती 13:20-21\](rc://hi /tn/help/mat/13/20) +* [फिलिप्पियों 3:6\](rc://hi /tn/help/php/03/06) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[33:07](rc://hi/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |” -* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए | -* __[46:02](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |” -* __[46:04](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |" +* __[33:7](rc://hi/tn/help/obs/33/07)__ “वैसे ही जो पथरीली भूमि पर बोए जाते है, ये वे हैं जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते है | इसके बाद जब वचन के कारण उन पर __उपद्रव__ होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते है |” +* __[45:6](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ उसी दिन,कई लोग यरूशलेम में यीशु मसीह पर विश्वास करने वालो पर बड़ा __उपद्रव__ करने लगे, इसलिए विश्वासी अन्य स्थानों में भाग गए | +* __[46:2](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ शाऊल ने यह शब्द सुना, “हे शाऊल! हे शाऊल, तू मुझे क्यों __सताता__ है?” उसने पूछा, “हे प्रभु तू कौन है?” यीशु ने उसे उत्तर दिया कि, “मैं यीशु हूँ जिसे तू __सताता__ है |” +* __[46:4](rc://hi/tn/help/obs/46/04)__ परन्तु हनन्याह ने कहा, "हे प्रभु मैनें इस मनुष्य के विषय में सुना है कि इसने तेरे पवित्र लोगों के साथ बड़ी __बुराइयाँ__ की है |" ## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H1814, H7291, H7852, G1375, G1376, G1377, G1559, G2347 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H1814, H7291, H7852, G13750, G13760, G13770, G15590, G23470 \ No newline at end of file From 740205be121beb47f9e31bc237c406288b35a39e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 12:53:50 +0000 Subject: [PATCH 374/412] Edit 'bible/other/perseverance.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/perseverance.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/perseverance.md b/bible/other/perseverance.md index 49037f8..066db03 100644 --- a/bible/other/perseverance.md +++ b/bible/other/perseverance.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# धीरज धरना, धीरज # +# धीरज धरना, धीरज -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: “धीरज धरना” और “धीरज” का अर्थ है किसी काम को करते रहना चाहे वह बहुत कठिन या लम्बा समय क्यों न लेनेवाला हो। * धीरज धरने का अर्थ यह भी हो सकता है कि मसीह के जैसा व्यवहार करना चाहे कठिन परीक्षाओं या परिस्थितियों में हो। -* “धीरज धरने वाला” मनुष्य वह है जो अपना काम को करता रहता है जो उसे करना चाहिए चाहे वह कष्टकारी या दुःखद हो। -* परमेश्वर की शिक्षाओं पर चलते रहना धीरज धरना है चाहे कोई कितनी भी झूठी शिक्षाएं दे। +* “धीरज धरने वाला” मनुष्य वह है जो अपने अनिवार्य काम को करता रहता है जो उसे करना चाहिए चाहे वह कष्टकारी या दुःखदायी ही क्यों न हो। +* परमेश्वर की शिक्षाओं पर चलते रहने में धीरज धरने की आवश्यकता होती है, विशेष करके तब जब झूठी शिक्षाओं का बोलबाला हो। * यहां सावधान रहें कि “हठ” शब्द का उपयोग न करें क्योंकि इसका अर्थ नकारात्मक है। (यह भी देखें: [धीरज धरना](../other/patient.md), [परीक्षा](../other/trial.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [कुलुस्सियों 01:11](rc://hi/tn/help/col/01/11) -* [इफिसियों 06:18](rc://hi/tn/help/eph/06/18) -* [याकूब 05:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09) -* [लूका 08:14-15](rc://hi/tn/help/luk/08/14) +* [कुलुस्सियों 1:11](rc://hi/tn/help/col/01/11) +* [इफिसियों 6:18](rc://hi/tn/help/eph/06/18) +* [याकूब 5:9-11](rc://hi/tn/help/jas/05/09) +* [लूका 8:14-15](rc://hi/tn/help/luk/08/14) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: G3115, G4343, G5281 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: G31150, G43430, G52810 \ No newline at end of file From 041021b59c7adb086c484f8d52a136d8b65f28eb Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Sun, 14 Nov 2021 13:23:44 +0000 Subject: [PATCH 375/412] Edit 'bible/other/perverse.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/perverse.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/perverse.md b/bible/other/perverse.md index 54115da..30dba08 100644 --- a/bible/other/perverse.md +++ b/bible/other/perverse.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# टेढ़ी, कुटिलता, विकृति, अन्याय, उलट फेर, बिगाड़ने, टेढ़ी-मेढ़ी, उलट-पुलट कर दिया, बहकाते # +# भ्रष्ट, आचार भ्रष्टता, विकृत करना, पथभ्रष्ट, कुटिल, कपटी, खोटा, विकृति -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“टेढ़ी” शब्द एक ऐसे मनुष्य का चित्रण करते हैं जो नैतिक रूप से भ्रष्ट या विकृत प्रवृत्ति के है। “कुटिलता” अर्थात “भ्रष्टाचार”। किसी वस्तु को “टेढ़ा” करना अर्थात उसे उचित या अच्छी अवस्था से बुरी अवस्था में कर देना। +“भ्रष्ट” शब्द एक ऐसे मनुष्य या कार्य का चित्रण करता है जो नैतिक रूप से धूर्त या विकृत है। “कुटिलता” अर्थात “भ्रष्टाचार”। किसी वस्तु को “विकृत” करना अर्थात उसे उचित या अच्छी अवस्था से बुरी अवस्था में कर देना। * कोई मनुष्य या वस्तु टेढ़ी है तो वह उचित एवं अच्छे से विपरीत हो गया या गई है। -* बाइबल में इस्राएली परमेश्वर की आज्ञाओं को न मानने के कारण टेढ़ा व्यवहार करते थे। वे प्रायः झूठे देवताओं की पूजा करके ऐसा करते थे। -* परमेश्वर के मन को या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य टेढ़ा माना जाता था। -* “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे भाग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है। -* “टेढ़ी भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”। +* बाइबल में इस्राएली परमेश्वर की आज्ञाओं को न मानने के कारण विकृत व्यवहार करते थे। वे प्रायः झूठे देवताओं की पूजा करके ऐसा करते थे। +* परमेश्वर के मानक या उसके अनुरूप उचित व्यवहार के विरूद्ध हर एक कार्य भ्रष्ट माना जाता था। +* “टेढ़े” के अनुवाद के अन्य रूप है, “नैतिकता में विकृत” या “अनैतिक” या “परमेश्वर के सीधे मार्ग से विपथ होना”, यह सब प्रकरण के अनुकूल होना है। +* “भ्रष्ट भाषा” का अनुवाद हो सकता है, “बुरी भाषा बोलना” या “छल की बातें करना” या “अनैतिक भाषा काम में लेना”। * “टेढ़े लोग” का अनुवाद हो सकता है, “दुराचारी लोग” या “जो लोग नैतिक रूप से पथभ्रष्ट हैं” या “लगातार परमेश्वर की आज्ञाओं का उल्लंघन करने वाले लोग”। * “टेढ़ी चाल चलना” का अनुवाद हो सकता है, "बुरा व्यवहार करना” या “परमेश्वर की आज्ञाओं के विरूद्ध चलना” या “परमेश्वर की शिक्षा के विरुद्ध जीवन जीना”। -* “टेढ़ी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भ्रष्ट होना” या “बुराई में बदल जाना”। +* “टेढ़ी” शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भ्रष्टाचरण का कारण होना” या “बुराई में बदल जाना”। (यह भी देखें: [भ्रष्ट](../other/corrupt.md), [छलना](../other/deceive.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [फिरना](../other/turn.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 08:46-47](rc://hi/tn/help/1ki/08/46) +* [1 राजा 8:47](rc://hi/tn/help/1ki/08/47) * [1 शमूएल 20:30](rc://hi/tn/help/1sa/20/30) * [अय्यूब 33:27-28](rc://hi/tn/help/job/33/27) -* [लूका 23:02](rc://hi/tn/help/luk/23/01) +* [लूका 23:2](rc://hi/tn/help/luk/23/02) * [भजन संहिता 101:4-6](rc://hi/tn/help/psa/101/004) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H1942, H2015, H3868, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G1294 +* स्ट्रोंग्स: H1942, H2015, H3868, H4297, H5186, H5557, H5558, H5753, H5766, H5773, H5791, H6140, H6141, H8138, H8397, H8419, G12940 \ No newline at end of file From ebe4a1e807bbda8a6b087ee6ae323587a372555c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 04:07:46 +0000 Subject: [PATCH 376/412] Edit 'bible/other/pierce.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/pierce.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/pierce.md b/bible/other/pierce.md index a0b9e45..640eedb 100644 --- a/bible/other/pierce.md +++ b/bible/other/pierce.md @@ -1,22 +1,22 @@ -# छेदना, बेधाता, बेधा, भेदता हुआ # +# छेदना/बेधाना, बेधा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“छेदना” शब्द किसी नुकीले धारवाला हथियार घोंपना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग किसी को गहरा मानसिक आघात पहुंचाने के लिए भी किया जाता है। +“छेदना” शब्द का अर्थ है, नुकीला धारवाला हथियार घोंपना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग किसी को गहरा मानसिक आघात पहुंचाने के लिए भी किया जाता है। -* जब यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक सैनिक ने उसकी पसलियों पर छेदा था। +* जब यीशु क्रूस पर लटका हुआ था तब एक सैनिक ने उसकी पसलियों को छेदा था। * बाइबल के युग में जब दास को मुक्त कर दिया जाता था तब वह अपने स्वामी की सेवा करने का स्वैच्छिक निर्णय लेता था तब उसका कान छेदा जाता था जो उसकी स्वैच्छि सेवा का प्रतीक था। -* शमौन ने जब मरियम से कहा था कि एक तलवार उसका हृदय छेदेगी तो वह प्रतीकात्मक रूप में कह रहा था कि पुत्र, यीशु के साथ होने वाले व्यवहार के कारण उसे गहरा दुःख होगा। +* शमौन ने जब मरियम से कहा था कि एक तलवार उसका हृदय छेदेगी तो वह प्रतीकात्मक रूप में कह रहा था कि पुत्र, यीशु के साथ होने वाले बुरे व्यवहार के कारण उसे गहरा दुःख होगा। -(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [सेवक](../other/servant.md), [शमौन](../names/simeon.md)) +(यह भी देखें: [क्रूस](../kt/cross.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [दास](../other/servant.md), [शमौन](../names/simeon.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [अय्यूब 16:13-14](rc://en/tn/help/job/16/13) -* [अय्यूब 20:23-25](rc://en/tn/help/job/20/23) -* [यूहन्ना 19:36-37](rc://en/tn/help/jhn/19/36) -* [भजन-संहिता 022:16-17](rc://en/tn/help/psa/022/016) +* [अय्यूब 16:13](rc://hi/tn/help/job/16/13) +* [अय्यूब 20:23-25](rc://hi/tn/help/job/20/23) +* [यूहन्ना 19:37](rc://hi/tn/help/jhn/19/37) +* [भजन-संहिता 22:16](rc://hi/tn/help/psa/022/016) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H935, H1856, H2342, H2490, H2491, H2944, H3738, H4272, H5181, H5344, H5365, H6398, H7376, G1330, G1338, G1574, G2660, G3572, G4044, G4138 +* स्ट्रोंग्स: H0935, H1856, H2342, H2490, H2491, H2944, H3738, H4272, H5181, H5344, H5365, H6398, G13300, G13380, G15740, G26600, G35720, G40440 \ No newline at end of file From 7ef27b871a490c74f161f391a0416c7db540c230 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 04:14:57 +0000 Subject: [PATCH 377/412] Edit 'bible/other/pig.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/pig.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/pig.md b/bible/other/pig.md index dcddc06..b45f623 100644 --- a/bible/other/pig.md +++ b/bible/other/pig.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# सूअर, सूअरों, सूअर का माँस, सुअर # +# सूअर, सूअर का माँस, शूकर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -सूअर एक चौपाया है जिसे मांसाहारी भोजन के लिए पाला जाता है। उसका मांस “पोर्क” कहलाता है। "सूअर" शब्द सामान्यत: सुअर की सम्पूर्ण प्रजाति के लिए काम लिया जाता है। +सूअर एक चौपाया है जिसे मांसाहारी भोजन के लिए पाला जाता है। उसका मांस “पोर्क” कहलाता है। "शूकर" शब्द सामान्यत: सुअर की सम्पूर्ण प्रजाति के लिए काम लिया जाता है। * परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए सूअर का मांस खाना वर्जित किया था वरन् उसे अशुद्ध ठहराया था। यहूदी आज भी इसे अशुद्ध मानते है और उसके मांस से घृणा करते हैं। * सूअरों को पाल कर मांस के लिए बेचा जाता है। @@ -10,17 +10,17 @@ बड़े सूअरों को “शूकर” कहा जाता है। -(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown)) +(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown)) -(यह भी देखें: [अशुद्ध](../kt/unclean.md)) +(यह भी देखें: [शुद्ध](../kt/clean.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 02:20-22](rc://en/tn/help/2pe/02/20) -* [मरकुस 05:11-13](rc://en/tn/help/mrk/05/11) -* [मत्ती 07:6](rc://en/tn/help/mat/07/06) -* [मत्ती 08:30-32](rc://en/tn/help/mat/08/30) +* [2 पतरस 2:22](rc://hi/tn/help/2pe/02/22) +* [मरकुस 5:13](rc://hi/tn/help/mrk/05/13) +* [मत्ती 7:6](rc://hi/tn/help/mat/07/6) +* [मत्ती 8:32](rc://hi/tn/help/mat/08/32) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2386, G5519 +* स्ट्रोंग्स: H2386, G55190 From 2ecc5f5ed23861254e5f14f069a5cf5e8b342099 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 04:23:38 +0000 Subject: [PATCH 378/412] Edit 'bible/other/pit.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/pit.md | 23 ++++++++++++----------- 1 file changed, 12 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/pit.md b/bible/other/pit.md index d061984..5926b66 100644 --- a/bible/other/pit.md +++ b/bible/other/pit.md @@ -1,24 +1,25 @@ -# गड्ढा, गड्ढे, फंदों # +# गड्ढा, गड्ढे, फंदों, कुण्ड -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: गड्ढा भूमि में खोदा गया गड्ढा होता है। +* "कुण्ड " जल संग्रह के लिए खोदा गया गड्ढा होता था| * भूमि में गड्ढा खोदने के दो कारण मुख्य थे, पशुओं को फंसाना या पानी निकालना। * गड्ढा बन्दी को रखने का अस्थाई स्थान भी होता है। * कभी-कभी “गड्ढा” शब्द कब्र या नरक के लिए भी काम में लिया गया है। कभी-कभी इसका संदर्भ “अथाह-कुंड” से भी है। -* बहुत गहरे गड्ढे को “हौज” भी कहा गया है। -* “गड्ढा” शब्द उक्तियों में भी काम आया है जैसे “विनाश का गर्त” जिसका अर्थ है विनाशकारी परिस्थिति में फंसना या पापी विनाशक अभ्यासों में पड़ जाना। + +* “गड्ढा” शब्द का उपयोग लाक्षणिक भाषा में भी किया गया है, जैसे, “विनाश का गर्त” जिसका अर्थ है विनाशकारी परिस्थिति में फंसना या पापी विनाशक अभ्यासों में पड़ जाना। (यह भी देखें: [अथाह कुण्ड](../other/abyss.md), [नरक](../kt/hell.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 37:21-22](rc://en/tn/help/gen/37/21) -* [अय्यूब 33:16-18](rc://en/tn/help/job/33/16) -* [लूका 06:39-40](rc://en/tn/help/luk/06/39) -* [नीतिवचन 01:12-14](rc://en/tn/help/pro/01/12) +* [उत्पत्ति 37:21-22](rc://hi/tn/help/gen/37/21) +* [अय्यूब 33:18](rc://hi/tn/help/job/33/18) +* [लूका 6:39](rc://hi/tn/help/luk/06/39) +* [नीतिवचन 1:12](rc://hi/tn/help/pro/01/12) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H875, H953, H1356, H1360, H1475, H2352, H4087, H4113, H4379, H6354, H7585, H7745, H7816, H7825, H7845, H7882, G12, G999, G5421 +* स्ट्रोंग्स: H0875, H0953, H1356, H1475, H2352, H4087, H4113, H4379, H6354, H7585, H7745, H7816, H7825, H7845, H7882, G00120, G09990, G54210 \ No newline at end of file From e2c4d8745919cd658735de1f193cff90f17583ae Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 04:47:55 +0000 Subject: [PATCH 379/412] Edit 'bible/other/plow.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/plow.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/plow.md b/bible/other/plow.md index ed08d59..d596703 100644 --- a/bible/other/plow.md +++ b/bible/other/plow.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# हल, हल चलाना, हल चलाया, हल जोतने, हलवाहों, जोतनेवाला, किसान, हल की फाल, अजोत # +# हल/हल चलाना, हल चलाया, खेत जोतने वाला, हलवाहा, हल की फाल, अजोत/जुताई रहित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“हल” खेत में भूमि जोतने का यन्त्र होता है। +“ बीज बोने के लिए खेत में भूमि जोतने का यन्त्र को हल कहते हैं। * हल में नुकीली टिंगलियां होती है जिनसे भूमि खुदती है। उनका एक डंडा होता है जिसे पकड़कर किसान उसे सीधा रखता है। * बाइबल के युग में हल बैलों या अन्य पशुओं द्वारा खींचा जाता है। @@ -11,14 +11,14 @@ (यह भी देखें: [तांबा](../other/bronze.md), [बैल](../other/cow.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 शमूएल 08:10-12](rc://en/tn/help/1sa/08/10) -* [व्यवस्थाविवरण 21:3-4](rc://en/tn/help/deu/21/03) -* [लूका 09:61-62](rc://en/tn/help/luk/09/61) -* [लूका 17:7-8](rc://en/tn/help/luk/17/07) -* [भजन संहिता 141:5-7](rc://en/tn/help/psa/141/005) +* [1 शमूएल 8:10-12](rc://hi/tn/help/1sa/08/10) +* [व्यवस्थाविवरण 21:4](rc://hi/tn/help/deu/21/04) +* [लूका 9:62](rc://hi/tn/help/luk/09/62) +* [लूका 17:7](rc://hi/tn/help/luk/17/07) +* [भजन संहिता 141:5-7](rc://hi/tn/help/psa/141/005) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H406, H855, H2758, H2790, H5215, H5647, H5674, H6398, G722, G723 +* स्ट्रोंग्स: H0406, H0855, H2758, H2790, H5215, H5647, H5656, H5674, H6213, H6398, G07220, G07230 \ No newline at end of file From afec2fc8cbf8ead0f161f1120d8ff76f8383765c Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 05:08:51 +0000 Subject: [PATCH 380/412] Edit 'bible/other/possess.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/possess.md | 43 +++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 22 insertions(+), 21 deletions(-) diff --git a/bible/other/possess.md b/bible/other/possess.md index ba3d2e0..6325509 100644 --- a/bible/other/possess.md +++ b/bible/other/possess.md @@ -1,36 +1,37 @@ -# अधिकार में लेना, मोल लिया, कब्ज़ा था, अधिकार में रखना, अधिकार, सम्पति, निकाल देना # +# अधिकार में लेना, अधिकार में लिया, कब्ज़ा, वंचित करना -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“अधिकार में लेना” (वारिस होना) और “सम्पत्ति” प्रायः किसी वस्तु के स्वामीत्व को दर्शाते हैं। इनका अर्थ किसी वस्तु पर अधिकार करना था भूमि पर अधिकार करना भी होता है। +“अधिकार में लेना” (वारिस होना) और “सम्पत्ति” प्रायः किसी वस्तु के स्वामीत्व को दर्शाते हैं। इनका अर्थ किसी वस्तु पर अधिकार करना या भूमि पर अधिकार करना भी होता है। -* पुराने नियम में ये शब्द “भूमि पर अधिकार” या “अधिकार करने” के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं। -* यहोवा ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे कनान देश पर “अधिकार” करें तो इसका अर्थ था कि वे उस देश में जाकर वहां रहें। इसमें पहले वहां के निवासियों को जीतना था। -* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उसने उन्हें वह देश उनकी संपदा होने के लिए दे दिया है। * इसका अनुवाद हो सकता है, “उनका अधिकृत निवास स्थान”। -* इस्राएल को यहोवा की “निज धन” भी कहा गया है। इसका अर्थ है कि वे उसके अपने लोग थे जिन्हें उसने विशेष करके अपनी आराधना और सेवा के लिए बुलाया था। +* पुराने नियम में यह शब्द “भूमि पर अधिकार” या “अधिकार करने” के संदर्भ में उपयोग किए गए हैं। +* यहोवा ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे कनान देश पर “अधिकार” करें तो इसका अर्थ था कि वे उस देश में जाकर वहां रहें। इसमें पहले वहां के निवासियों, कनानियों को जीतना था। +* परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था कि उसने उन्हें वह देश उनकी संपदा होने के लिए दे दिया है। इसका अनुवाद हो सकता है, “उनका अधिकृत निवास स्थान”। +* इस्राएल को यहोवा का “निज धन” भी कहा गया है। इसका अर्थ है कि वे उसके अपने लोग थे जिन्हें उसने विशेष करके अपनी आराधना और सेवा के लिए बुलाया था। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “अधिकारी होना” का अनुवाद “स्वामी होना” या “रखना” या “अधिकार रखना” भी हो सकता है। * “पर अधिकार करो” का अनुवाद “वश में करो” या “अधिग्रहण करो” “वहां रहो”-प्रकरण के अनुसार अनुवाद करें। -* मनुष्यों की संपदा के संदर्भ में “संपदा” का अनुवाद “सामान” या “सम्पत्ति” या “अधिकार की वस्तुएं” या “जो वस्तुओं के वे स्वामी हैं”। -* यहोवा इस्राएल को “मेरा निज धन” कहता है जिसका अनुवाद “मेरे विशेष लोग” या “मेरे लोग” या “मेरे लोग जिन से मैं प्रेम करता हूं और जिन घर में राज करता हूं”। +* मनुष्यों की संपदा के संदर्भ में “संपदा” का अनुवाद “सामान” या “सम्पत्ति” या “अधिकार की वस्तुएं” या “जिन वस्तुओं के वे स्वामी हैं”। +* यहोवा इस्राएल को “मेरा निज धन” कहता है जिसका अनुवाद “मेरे विशेष लोग” या “मेरे लोग” या “मेरे लोग जिन से मैं प्रेम करता हूं और जिन पर में राज करता हूं”। * भूमि के संबन्ध में जब कहा गया है, “वह उनका भाग होगा” तो इसका अर्थ है, “वे उस भूमि के अधिकारी होंगे” या “वह देश उनका होगा”। -* “उसके यहां पाया जाए” का अनुवाद “वह रखे हुए था” या “उसके पास था”। -* “तुम्हारा निज भाग” का अनुवाद “जो देश तुम्हारा है” या “वह स्थान जहां तुम रहोगे”। +* “उसके अधिकार में पाया गया" इसका अनुवाद हो सकत्या है, “जिसे वह रखे हुए था” या “ जो उसके पास था”। +* “तुम्हारा निज भाग” का अनुवाद “जो तुम्हारा है” या “वह स्थान जहां तुम रहोगे”। * “उसकी संपदा” का अनुवाद “जो उसके अधिकार में था” या “जो उसका था”। (यह भी देखें: [कनान](../names/canaan.md), [आराधना](../kt/worship.md)) + [inherit](../kt/inherit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 इतिहास 06:70](rc://en/tn/help/1ch/06/70) -* [1 राजा 09:17-19](rc://en/tn/help/1ki/09/17) -* [प्रे.का. 02:43-45](rc://en/tn/help/act/02/43) -* [व्यवस्थाविवरण 04:5-6](rc://en/tn/help/deu/04/05) -* [उत्पत्ति 31:36-37](rc://en/tn/help/gen/31/36) -* [मत्ती 13:44-46](rc://en/tn/help/mat/13/44) +* [1 इतिहास 6:70](rc://hi/tn/help/1ch/06/70) +* [1 राजा 9:17-19](rc://hi/tn/help/1ki/09/17) +* [प्रे.का. 2:45](rc://hi/tn/help/act/02/45) +* [व्यवस्थाविवरण 4:5-6](rc://hi/tn/help/deu/04/05) +* [उत्पत्ति 31:36-37](rc://hi/tn/help/gen/31/36) +* [मत्ती 13:44](rc://hi/tn/help/mat/13/44) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H270, H272, H834, H2505, H2631, H3027, H3423, H3424, H3425, H3426, H4180, H4181, H4672, H4735, H4736, H5157, H5159, H5459, H7069, G1139, G2192, G2697, G2722, G2932, G2933, G2935, G4047, G5224, G5564 +* स्ट्रोंग्स: H0270, H0272, H0834, H2505, H2631, H3027, H3423, H3424, H3425, H3426, H4180, H4181, H4672, H4735, H4736, H5157, H5159, H5459, H7069, G11390, G21920, G26970, G27220, G29320, G29330, G29350, G40470, G52240, G55640 \ No newline at end of file From f2a11e94b237fa410c68e3eec114eaa48c4a59ff Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 05:44:06 +0000 Subject: [PATCH 381/412] Edit 'bible/other/preach.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/preach.md | 58 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 29 insertions(+), 29 deletions(-) diff --git a/bible/other/preach.md b/bible/other/preach.md index 08ce7c6..b5c0cd6 100644 --- a/bible/other/preach.md +++ b/bible/other/preach.md @@ -1,55 +1,55 @@ -# प्रचार करना, प्रचार किया, प्रचार, प्रचारक # +# प्रचार करना, प्रचार, प्रचारक, घोषणा करना, उद्घोषणा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -"प्रचार करना" का अर्थ जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना। -"प्रचार" करने का अर्थ सार्वजनिक रूप से साहसपूर्वक किसी चीज़ की घोषित या घोषणा करना है। +"प्रचार करना" का अर्थ है, जनसमूह से बातें करना, उन्हें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देना और परमेश्वर की आज्ञाएं मानने के लिए प्रेरित करना। +"घोषणा" करने का अर्थ है, सार्वजनिक रूप से किसी बात की साहसपूर्वक घोषणा करना या प्रचार करना। * प्रचार प्रायः एक मनुष्य द्वारा जनसमूह में किया जाता है। प्रचार बोलकर किया जाता है, लिखकर नहीं। * “प्रचार” और “शिक्षण” समान बात है परन्तु एक से नहीं हैं। -* “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना है। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण देना की उन्हें कैसे कार्य करना है। -* “प्रचार” अधिकतर “सुसमाचार” के साथ किया जाता है। +* “प्रचार” अर्थात आत्मिक या नैतिक सत्य की उद्घोषणा करना और श्रोताओं से प्रतिक्रिया का आग्रह करना है। “शिक्षण” में निर्देशनों पर बल दिया जाता है, अर्थात् मनुष्यों को जानकारी देना या उन्हें शिक्षण प्रदान करना कि किसी कार्य को उन्हें कैसे करना है। +* “प्रचार” अधिकतर “सुसमाचार” शब्द के साथ काम में लिया जाता है। * प्रचारक मनुष्यों में प्रचार करता है तो उसे सामान्यतः उसकी “शिक्षाएं” कहते हैं। -* अक्सर बाइबल में, “प्रचार” का मतलब सार्वजनिक रूप से किसी ऐसी चीज़ की घोषणा करना है, जिसे परमेश्वर ने आज्ञा दी है, या दूसरों को परमेश्वर के बारे में और कितना महान है। +* बाइबल में, “प्रचार” का का अर्थ प्रायः यह है, सार्वजनिक रूप से किसी ऐसी बात की घोषणा करना है, जिसकी आज्ञा परमेश्वर ने दी है, या मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना कि वह कैसा महान है। * नए नियम में, प्रेरितों ने यीशु के बारे में कई अलग-अलग शहरों और क्षेत्रों के लोगों को सुसमाचार सुनाया। -* "प्रचार" शब्द का उपयोग राजाओं द्वारा किए गए फरमानों के लिए या सार्वजनिक रूप से बुराई की निंदा करने के लिए भी किया जा सकता है। -* "प्रचार" अनुवाद करने के अन्य तरीकों में "घोषणा" या "खुले तौर पर उपदेश" या "सार्वजनिक रूप से घोषित" शामिल हो सकते हैं। -* "उद्घोषणा" शब्द का अनुवाद "घोषणा" या "सार्वजनिक उपदेश" के रूप में भी किया जा सकता है। +* "घोषणा" शब्द का उपयोग राजाओं द्वारा किए गए फरमानों के लिए या बुराई की सार्वजनिक निंदा करने के लिए भी किया जा सकता है। +* "घोषणा" का अनुवाद करने के अन्य रूप हो सकते हैं, में "जनता को सुनाना" या "सार्वजनिक उपदेश करना" या "सार्वजनिक रूप से प्रकाशित करना।" +* "उद्घोषणा" शब्द का अनुवाद भी ऐसा ही हो सकता है, "सार्वजनिक प्रकाशन" या "सार्वजनिक प्रचार" के रूप में भी किया जा सकता है। -(यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md)) +(यह भी देखें: {घोषणा करना](../other/declare.md) [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [यीशु](../kt/jesus.md), [परमेश्वर का राज्य](../kt/kingdomofgod.md)) ## बाइबल सन्दर्भ: ## -* [2 तीमु. 04:1-2](rc://hi/tn/help/2ti/04/01) -* [प्रेरि.08:4-5](rc://hi/tn/help/act/08/04) +* [2 तीमु. 4:1-2](rc://hi/tn/help/2ti/04/01) +* [प्रेरि.8:4-5](rc://hi/tn/help/act/08/04) * [प्रेरि.10:42-43](rc://hi/tn/help/act/10/42) * [प्रेरि.14:21-22](rc://hi/tn/help/act/14/21) * [प्रेरि. 20:25](rc://hi/tn/help/act/20/25) -* [लूका 04:42](rc://hi/tn/help/luk/04/42) -* [मत्ती 03:1-3](rc://hi/tn/help/mat/03/01) -* [मत्ती 04:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17) +* [लूका 4:42](rc://hi/tn/help/luk/04/42) +* [मत्ती 3:1-3](rc://hi/tn/help/mat/03/01) +* [मत्ती 4:17](rc://hi/tn/help/mat/04/17) * [मत्ती 12:41](rc://hi/tn/help/mat/12/41) * [मत्ती 24:14](rc://hi/tn/help/mat/24/14) -* [प्रेरि.09:20-22](rc://hi/tn/help/act/09/20) +* [प्रेरि.9:20-22](rc://hi/tn/help/act/09/20) * [प्रेरि.13:38-39](rc://hi/tn/help/act/13/38) -* [योना 03:1-3](rc://hi/tn/help/jon/03/01) -* [लूका 04:18-19](rc://hi/tn/help/luk/04/18) -* [मर. 01:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) +* [योना 3:1-3](rc://hi/tn/help/jon/03/01) +* [लूका 4:18-19](rc://hi/tn/help/luk/04/18) +* [मर. 1:14-15](rc://hi/tn/help/mrk/01/14) * [मत्ती 10:26](rc://hi/tn/help/mat/10/26) -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल कहानियों से उदाहरण: -* __[24:02](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे कहा, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” -* __[30:01](rc://hi/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने __प्रचार करने__ के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा। -* __[38:01](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह के सार्वजनिक उपदेशों के तीन साल बाद अपना पहला उपदेश शुरू किया। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का जश्न मनाना चाहता था, और यह वही जगह है जहाँ उसे मार डाला जाएगा। -* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का __प्रचार करते रहे__| -* __[45:07](rc://hi/tn/help/obs/45/07)__ वह सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में बताया और बहुत से लोगों बचाए गए | -* __[46:06](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से __प्रचार करने लगा__ कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!" +* __[24:2](rc://hi/tn/help/obs/24/02)__ यूहन्ना ने उनसे __कहा__, “मन फिराओ क्योंकि स्वर्ग का राज्य निकट आ गया है !” +* __[30:1](rc://hi/tn/help/obs/30/01)__ यीशु ने __प्रचार करने__ के लिए और कई अलग- अलग नगरों में लोगों को सिखाने के लिए अपने शिष्यों को भेजा। +* __[38:1](rc://hi/tn/help/obs/38/01)__ यीशु मसीह ने तीन साल बाद __उपदेश__ और शिक्षा देना आरम्भ किया था। यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वह यरूशलेम में उनके साथ फसह का पर्व मनाना चाहता था, और वह वहाँ मार डाला जाएगा। +* __[45:6](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ तथापि, जहा कही भी वह गए, हर जगह यीशु मसीह का __प्रचार करते रहे__| +* __[45:7](rc://hi/tn/help/obs/45/07)__ वह ९फिलिप्पुस) सामरिया नगर में गया और वहा लोगों को यीशु के बारे में __प्रचार__ किया और वहाँ बहुत से लोगों बचाए गए | +* __[46:6](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__तुरन्त ही, शाऊल दमिश्क के यहूदियों से __प्रचार करने लगा__ कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!" * __[46:10](rc://hi/tn/help/obs/46/10)__ फिर कलीसिया ने उन्हें कई अन्य स्थानों में यीशु के बारे में __प्रचार करने__ के लिये भेज दिया | * __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ पौलुस और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का __प्रचार किया__ और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी। -* __[50:02](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का __प्रचार करेंगे__, और फिर अन्त आ जाएगा।" +* __[50:2](rc://hi/tn/help/obs/50/02)__ जब यीशु पृथ्वी पर रहता था तो उसने कहा, "मेरे चेले दुनिया में हर जगह लोगों को परमेश्वर के राज्य के बारे में शुभ समाचार का __प्रचार करेंगे__, और फिर अन्त आ जाएगा।" -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: * स्ट्रांग'स: * प्रचार करना: H1319, H7121, H7150, G1229, G2097, G2605, G2782, G2783, G2784, G2980, G4283 From 3f573682e7de1dc467248588c3db05f6066d3f52 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 05:54:58 +0000 Subject: [PATCH 382/412] Edit 'bible/other/proverb.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/proverb.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/proverb.md b/bible/other/proverb.md index 3848429..ad6c239 100644 --- a/bible/other/proverb.md +++ b/bible/other/proverb.md @@ -1,6 +1,6 @@ -# नीतिवचन, नीतिवचन # +# नीतिवचन, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: नीतिवचन एक छोटी उक्ति है जो बुद्धि की बात या सत्य प्रकट करती है। @@ -13,14 +13,14 @@ (यह भी देखें: [सुलैमान](../names/solomon.md), [सत्य](../kt/true.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 04:32-34](rc://en/tn/help/1ki/04/32) -* [1 शमूएल 24:12-13](rc://en/tn/help/1sa/24/12) -* [2 पतरस 02:20-22](rc://en/tn/help/2pe/02/20) -* [लूका 04:23-24](rc://en/tn/help/luk/04/23) -* [नीतिवचन 01:1-3](rc://en/tn/help/pro/01/01) +* [1 राजा 4:32-34](rc://hi/tn/help/1ki/04/32) +* [1 शमूएल 24:12-13](rc://hi/tn/help/1sa/24/12) +* [2 पतरस 2:22](rc://hi/tn/help/2pe/02/22) +* [लूका 4:24](rc://hi/tn/help/luk/04/24) +* [नीतिवचन 1:1-3](rc://hi/tn/help/pro/01/01) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H2420, H4911, H4912, G3850, G3942 +* स्ट्रोंग्स: H2420, H4911, H4912, G38500, G39420 From a3f55eb0f815d618249970e652dfa8fe247a733e Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 07:20:38 +0000 Subject: [PATCH 383/412] Edit 'bible/other/punish.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/punish.md | 48 +++++++++++++++++++++---------------------- 1 file changed, 23 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/other/punish.md b/bible/other/punish.md index 770685f..15e9da9 100644 --- a/bible/other/punish.md +++ b/bible/other/punish.md @@ -1,39 +1,37 @@ -# दण्ड देना, दंडित करने, दंडित करने, दंडित करने, दंड, अदंडित # +# दण्ड देना, दंड दिया, दंड, दंडमुक्त -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दण्ड देना” शब्द का अर्थ है किसी गलत काम के नकारात्मक परिणाम भोगना। “दण्ड” का अर्थ है अनुचित व्यवहार के परिणाम स्वरूप नकारात्मक व्यवहार प्राप्त करना। +“दण्ड देना” शब्द का अर्थ है किसी को उसके गलत काम के नकारात्मक परिणाम भोगना। “दण्ड” का सन्दर्भ उस परिणाम से है जो मनुष्य के अनुचित कार्य के लिए उसे भोगना पड़ता है। * दण्ड का उद्देश्य होता है कि मनुष्य पाप करना छोड़ दे। * परमेश्वर इस्राएलियों को अवज्ञा का दण्ड देता था, विशेष करके झूठे देवता की उपासना का। उनके पापों के कारण परमेश्वर उनके शत्रुओं को अनुमति देता था कि वे उन पर आक्रमण करके उन्हें बन्दी बना लें। * परमेश्वर न्यायी एवं धर्मनिष्ठ है इसलिए उसे पाप का दण्ड देना पड़ता है। प्रत्येक मनुष्य ने परमेश्वर के विरूद्ध पाप किया है और दण्ड के योग्य है। * यीशु को प्रत्येक मनुष्य के सब बुरे कामों का दण्ड मिला। उसने प्रत्येक मनुष्य का दण्ड अपने ऊपर ले लिया जबकि उसने तो कोई भी गलत काम नहीं किया था कि दण्ड भोगे। -* “दंडित न होना” या “निर्दोष ठहराना” अर्थात् मनुष्य को अनुचित कार्य का दण्ड न देना। परमेश्वर प्रायः पाप का दण्ड विलम्बित करता है क्योंकि वह मनुष्यों द्वारा मन फिराव की प्रतीक्षा करता है। +* “दंडमुक्त रहना” या “निर्दोष ठहराना” अर्थात् मनुष्य को अनुचित कार्य का दण्ड न देने का निर्णय। परमेश्वर प्रायः पाप का दण्ड विलम्बित करता है क्योंकि वह मनुष्यों द्वारा मन फिराव की प्रतीक्षा करता है। -(यह भी देखें: [सच्चा](../kt/justice.md), [पश्चाताप](../kt/repent.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md) +(यह भी देखें: [न्यायोचित](../kt/justice.md), [पश्चाताप](../kt/repent.md), [धर्मी](../kt/righteous.md), [पाप](../kt/sin.md) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 यूहन्ना 04:17-18](rc://en/tn/help/1jn/04/17) -* [2 थिस्सलुनीकियों 01:9-10](rc://en/tn/help/2th/01/09) -* [प्रे.का. 04:21-22](rc://en/tn/help/act/04/21) -* [प्रे.का. 07:59-60](rc://en/tn/help/act/07/59) -* [उत्पत्ति 04:13-15](rc://en/tn/help/gen/04/13) -* [लूका 23:15-17](rc://en/tn/help/luk/23/15) -* [मत्ती 25:44-46](rc://en/tn/help/mat/25/44) +* [1 यूहन्ना 4:18](rc://hi/tn/help/1jn/04/18) +* [2 थिस्सलुनीकियों 1:9](rc://hi/tn/help/2th/01/09) +* [प्रे.का. 4:21](rc://hi/tn/help/act/04/21) +* [प्रे.का. 7:59-60](rc://hi/tn/help/act/07/59) +* [उत्पत्ति 4:15](rc://hi/tn/help/gen/04/15) +* [लूका 23:16](rc://hi/tn/help/luk/23/16) +* [मत्ती 25:46](rc://hi/tn/help/mat/25/46) -उनके +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ## +* __[13:7](rc://hi/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने पालन करने हेतु उनको और भी बहुत से नियम और अध्यादेश दिए। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह __दण्ड__ के पात्र बनेंगे। +* __[16:2](rc://hi /tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, इसलिए उसने उनके दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर __दण्ड__ दिया। +* __[19:16](rc://hi/tn/help/obs/19/16)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्टता के काम करना बंद नहीं किए, और परमेश्वर की आज्ञा का पालन करना आरंभ नहीं किया, तो परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें __दण्ड__ देगा | +* __[48:6](rc://hi/tn/help/obs/48/06)__ यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का __दण्ड__, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किए हों, अपने ऊपर ले लिया | +* __[48:10](rc://hi/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का __दण्ड__ उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है | +* __[49:9](rc://hi/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का __दण्ड__ नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा। +* __[49:11](rc://hi/tn/help/obs/49/11)__ यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने __दण्ड__ उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके | -* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी व्यवस्थाओं व नियमों का पालन करने के लिये कहा। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह __दण्ड__ के पात्र बनेंगे। -* __[16:02](rc://en/tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर __दण्ड__ दिया। -* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तब परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें __दण्डित__ करेंगा | -* __[48:06](rc://en/tn/help/obs/48/06)__ यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का __दण्ड__, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किया हो, अपने ऊपर ले लिया | -* __[48:10](rc://en/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का __दण्ड__ उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है | -* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का __दण्ड__ नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा। -* __[49:11](rc://en/tn/help/obs/49/11)__ यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने __दण्ड__ उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके | +## शब्द तथ्य: -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H3027, H3256, H4148, H4941, H5221, H5414, H6031, H6064, H6213, H6485, H7999, H8199, G1349, G1556, G1557, G2849, G3811, G5097 +* स्ट्रोंग्स: H3027, H3256, H4148, H4941, H5221, H5414, H6031, H6064, H6213, H6485, H7999, H8011, H8199, G13490, G15560, G15570, G28490, G38110, G50970 \ No newline at end of file From 5917fe2fdee0682ba9da7a8ac60f59e5e9470799 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 07:28:23 +0000 Subject: [PATCH 384/412] Edit 'bible/other/purple.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/purple.md | 14 +++++++------- 1 file changed, 7 insertions(+), 7 deletions(-) diff --git a/bible/other/purple.md b/bible/other/purple.md index d0626aa..f7e1fc4 100644 --- a/bible/other/purple.md +++ b/bible/other/purple.md @@ -2,11 +2,11 @@ ## तथ्य: -“बैंगनी” शब्द एक रंग का नाम है जिसमें नीले और लाल रंग को मिश्रित किया जाता है। +“बैंगनी” शब्द एक रंग का नाम है जो नीले और लाल का मिश्रण है। -* प्राचीन युग में, बैंगनी रंग दुर्लभ था और अत्यधिक मूल्यवान रंग था। राजाओं तथा उच्च स्तरीय अधिकारियों के वस्त्र इसी मसाले से रंगे जाते थे। +* प्राचीन युग में, बैंगनी रंग दुर्लभ था और अत्यधिक मूल्यवान रंग था। राजाओं तथा उच्च अधिकारियों के वस्त्र इसी मसाले से रंगे जाते थे। * इस रंग का निर्माण महंगा और समय लेनेवाला होता था, बैंगनी वस्त्र धनवान होने, विशिष्ट होने तथा राजसी होने का प्रतीक था। -* निवास के मण्डप और मन्दिर के परदों का रंग भी बैंगनी था याजकों को एपोद का रंग भी बैंगनी था। +* निवास के मण्डप और मन्दिर के परदों का रंग भी बैंगनी था याजकों के एपोद का रंग भी बैंगनी था। * बैंगनी रंग समुद्री घोंघे को कुचल कर या उबलते हुए पानी में डालकर निकाला जाता था, या घोंघों को जीवित रखकर यह रंग छोड़ने के लिए उकसाया जाता था। यह एक मंहगी प्रक्रिया थी। * रोमी सैनिकों ने यीशु के क्रूसीकरण से पूर्व उसे बैंगनी वस्त्र पहनाकर उसकी निन्दा की थी क्योंकि उस पर दोष लगाया गया था कि वह यहूदियों का राजा है। * फिलिप्पी नगर की लुदिया बैंगनी वस्त्र बेचकर जीविकोपार्जन करती थी। @@ -17,11 +17,11 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 इतिहास 02:13-14](rc://hi/tn/help/2ch/02/13) -* [दानिय्येल 05:7](rc://hi/tn/help/dan/05/07) -* [दानिय्येल 05:29-31](rc://hi/tn/help/dan/05/29) +* [2 इतिहास 2:13-14](rc://hi/tn/help/2ch/02/13) +* [दानिय्येल 5:7](rc://hi/tn/help/dan/05/07) +* [दानिय्येल 5:29-31](rc://hi/tn/help/dan/05/29) * [नीतिवचन 31:22-23](rc://hi/tn/help/pro/31/22) ## शब्द तथ्य: -* स्ट्रोंग्स: H710, H711, H713, G4209, G4210, G4211 +* स्ट्रोंग्स: H0710, H0711, H0713, G42090, G42100, G42110 From 84d0372920ce5d7e020d35456441a3b545e52c70 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 07:56:51 +0000 Subject: [PATCH 385/412] Edit 'bible/other/rebuke.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/rebuke.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/rebuke.md b/bible/other/rebuke.md index 9b7604f..559365c 100644 --- a/bible/other/rebuke.md +++ b/bible/other/rebuke.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# झिड़कना, घुड़कने, डाँटें, डांटा # +# झिड़कना, डाँ/ डांटा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -झिड़कना मौखिक रूप से किसी को सही करने के लिए संदर्भित करता है, आमतौर पर कठोरता या बल के साथ। +झिड़कना मौखिक रूप से किसी को सुधारने के लिए शब्दों के प्रयोग के सन्दर्भ में होता है जिसमें प्रायः कठोरता और बल का प्रयोग किया जाता है। * नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे। -* नीतिवचन में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान की ताड़ना करें। -* झिड़की विशेष करके गलती करनेवाले को पाप करने से रोकने के लिए की जाती थी। -* इसका अनुवाद “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना” के रूप में हो सकता है। +* नीतिवचन नामक पुस्तक में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान द्वारा आज्ञा न मानने पर उनकी ताड़ना करें। +* झिड़की विशेष करके गलती करनेवालों को दी जाती है कि वे आगे को पाप में न पड़ें। +* इसका अनुवाद हो सकता है, “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना।" * “एक झिड़की” का अनुवाद, "कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है। -* “बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना" के रूप में हो सकता है। +* “बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना।" (यह भी देखें [चिताना](../other/admonish.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: * [उत्प. 21:25](rc://hi/tn/help/gen/21/25) -* [मरकुस 01:23-26](rc://hi/tn/help/mrk/01/23) +* [मरकुस 1:23-26](rc://hi/tn/help/mrk/01/23) * [मरकुस 16:14](rc://hi/tn/help/mrk/16/14) -* [मत्ती 08:26-27](rc://hi/tn/help/mat/08/26) +* [मत्ती 8:26-27](rc://hi/tn/help/mat/08/26) * [मत्ती 17:17-18](rc://hi/tn/help/mat/17/17) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G1649, G1651, G1969, G2008, G3679 +* स्ट्रोंग्स: H1605, H1606, H2778, H2781, H3198, H4045, H4148, H8156, H8433, G16490, G16510, G19690, G20080, G36790 \ No newline at end of file From 14905ba2f8182c343530e4ef9ca460d9e5c02e0f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 07:58:11 +0000 Subject: [PATCH 386/412] Edit 'bible/other/reed.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/reed.md | 2 +- 1 file changed, 1 insertion(+), 1 deletion(-) diff --git a/bible/other/reed.md b/bible/other/reed.md index 032b018..73d7b7b 100644 --- a/bible/other/reed.md +++ b/bible/other/reed.md @@ -1,4 +1,4 @@ -# नरकट, कांसे # +# नरकट ## तथ्य: ## From 8282327fa8edab8e8cbab850191cca683dde6f4f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 08:12:31 +0000 Subject: [PATCH 387/412] Edit 'bible/other/reed.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/reed.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/reed.md b/bible/other/reed.md index 73d7b7b..fecdeb1 100644 --- a/bible/other/reed.md +++ b/bible/other/reed.md @@ -1,6 +1,6 @@ # नरकट -## तथ्य: ## +## तथ्य: “नरकट” पानी में उगनेवाली एक लम्बी डंडी की घास होती है। जो प्रायः नदी या झरने के तट पर पाई जाती है। @@ -8,18 +8,18 @@ * प्राचीन मिस्त्र में इस घास से कागज, टोकरियां और छोटी नावें बनाई जाती थी। * नरकट के डंडे नरम होने के कारण हवा में झुक जाते थे। -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) (यह भी देखें: [मिस्र](../names/egypt.md), [मूसा](../names/moses.md), [नील नदी](../names/nileriver.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 14:14-16](rc://en/tn/help/1ki/14/14) -* [लूका 07:24-26](rc://en/tn/help/luk/07/24) -* [मत्ती 11:7-8](rc://en/tn/help/mat/11/07) -* [मत्ती 12:19-21](rc://en/tn/help/mat/12/19) -* [भजन संहिता 068:30-31](rc://en/tn/help/psa/068/030) +* [1 राजा 14:15](rc://hi/tn/help/1ki/14/15) +* [लूका 7:24](rc://hi/tn/help/luk/07/24) +* [मत्ती 11:7](rc://hi/tn/help/mat/11/07) +* [मत्ती 12:20](rc://hi/tn/help/mat/12/20) +* [भजन संहिता 68:30](rc://hi/tn/help/psa/068/30) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H98, H100, H260, H5488, H6169, H7070, G2063, G2563 +* स्ट्रोंग्स: H0098, H0100, H0260, H5488, H6169, H7070, G25630 \ No newline at end of file From 8cbaed01e3e0029fff0690baae5a0bae283ff8f2 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 08:21:43 +0000 Subject: [PATCH 388/412] Edit 'bible/other/reject.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/reject.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/reject.md b/bible/other/reject.md index df4473e..4a5b3c2 100644 --- a/bible/other/reject.md +++ b/bible/other/reject.md @@ -1,31 +1,31 @@ -# परित्याग# +# अस्वीकार करना, त्याग कर दिया, परित्याग -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“इन्कार करना” अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को स्वीकार करने से इन्कार करना। +“अस्वीकार करना” अर्थात किसी व्यक्ति या वस्तु को स्वीकार करने से इन्कार करना। -* “इन्कार” शब्द का अर्थ यह भी हो सकता है, कि किसी बात में विश्वास नहीं करना। +* “अस्वीकार करना” का अर्थ यह भी हो सकता है, किसी बात में "विश्वास नहीं करना।" * परमेश्वर का त्याग करने का अर्थ है उसकी आज्ञा मानने से इन्कार करना। * इस्राएलियों ने मूसा की अगुआई को स्वीकार नहीं किया, इसका अर्थ है कि वे उसके अधिकार का विरोध कर रहे थे। वे उसकी आज्ञा मानना नहीं चाहते थे। * इस्राएलियों द्वारा मूर्तिपूजा करने का अर्थ था कि वे परमेश्वर का त्याग कर रहे है। -* इस शब्द का मूल अर्थ है, “धक्का देना”। अन्य भाषाओं में ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है जिसका अर्थ किसी वस्तु या मनुष्य में विश्वास करने का त्याग करना या इन्कार करना। +* इस शब्द का मूल अर्थ है, “धक्का देना”। अन्य भाषाओं में ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है जिसका अर्थ हो, किसी वस्तु या मनुष्य में विश्वास करने का त्याग करना या इन्कार करना। -## अनुवाद के सुझाव ## +## अनुवाद के सुझाव * प्रकरण के अनुसार “त्यागना” का अनुवाद हो सकता है, “स्वीकार नहीं करना” या “सहायता करना रोक देना” या “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या “आज्ञा मानना छोड़ देना”। * "राज मिस्रियों ने जिस पत्थर को निकम्मा ठहराया था” या “निकम्मा ठहराया” अर्थात “काम में नहीं लिया” या “स्वीकार नहीं किया” या “फेंक दिया” या “निकम्मा जानकर काम में नहीं लिया”। -* मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना” के रूप में हो सकता है। +* मनुष्यों द्वारा परमेश्वर की आज्ञाओं का परित्याग करने के संदर्भ में , परित्याग “आज्ञा मानने से इन्कार करना” या इसका अनुवाद हो सकता है, परमेश्वर की व्यवस्था को “हठ करके स्वीकार न करना।" -(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पालन](../other/obey.md), [हठी](../other/stiffnecked.md) +(यह भी देखें: [आज्ञा](../kt/command.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [पालन](../other/obey.md), [हठीले](../other/stiffnecked.md) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [गलातियों 04:12-14](rc://hi/tn/help/gal/04/12) -* [होशे 04:6-7](rc://hi/tn/help/hos/04/06) -* [यशायाह 41:09](rc://hi/tn/help/isa/41/09) +* [गलातियों 4:12-14](rc://hi/tn/help/gal/04/12) +* [होशे 4:6-7](rc://hi/tn/help/hos/04/06) +* [यशायाह 41:9](rc://hi/tn/help/isa/41/09) * [यूहन्ना 12:48-50](rc://hi/tn/help/jhn/12/48) -* [मरकुस 07:09](rc://hi/tn/help/mrk/07/08) +* [मरकुस 7:9](rc://hi/tn/help/mrk/07/09) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H947, H959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G114, G483, G550, G579, G580, G593, G683, G720, G1609, G3868 +* स्ट्रोंग्स: H0947, H0959, H2186, H2310, H3988, H5006, H5034, H5186, H5203, H5307, H5541, H5800, G01140, G04830, G05500, G05790, G05800, G05930, G06830, G07200, G16090, G38680 \ No newline at end of file From 8c2055fd8ea85b54b2c69466dc6d28de36e9b26d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 08:30:39 +0000 Subject: [PATCH 389/412] Edit 'bible/other/report.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/report.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/report.md b/bible/other/report.md index 1c91160..84424a0 100644 --- a/bible/other/report.md +++ b/bible/other/report.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# समाचार, समाचारों, समाचार दिया # +# समाचार, समाचारों, समाचार दिया -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“समाचार सुनाना” अर्थात घटनाओं की सूचना देना, या अधिकतर ब्योरा प्रस्तुत करना। समाचार वह है जो बताया जाता है और लिखित या उच्चारित हो सकता है। +“समाचार सुनाना” अर्थात किसी घटन की सूचना देना, या अधिकतर उस घटना का विस्तृत ब्योरा प्रस्तुत करना। "समाचार" वह होता है जो बताया जाता है और लिखित या उच्चारित हो सकता है। * “समाचार” का अनुवाद, “कहना” या वर्णन करना” या “विवरण सुनाना” हो सकता है -* “किसी से न कहना” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद “इसकी चर्चा किसी से न करना” या “किसी से इसका उल्लेख न करना” हो सकता है -* “समाचार” के अनुवाद रूप, “वर्णन” या “कहानी” या “विस्तृत विवरण” प्रकरण के अनुसार करें। +* “किसी से न कहना” इस अभिव्यक्ति का अनुवाद हो सकता है, “इसकी चर्चा किसी से न करना” या “किसी से इसका उल्लेख न करना|" +* “समाचार” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “वर्णन” या “कहानी” या “विस्तृत विवरण” जो प्रकरण के अनुसार किए जाएंगे। -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 05:22-23](rc://en/tn/help/act/05/22) -* [यूहन्ना 12:37-38](rc://en/tn/help/jhn/12/37) -* [लूका 05:15-16](rc://en/tn/help/luk/05/15) -* [लूका 08:34-35](rc://en/tn/help/luk/08/34) -* [मत्ती 28:14-15](rc://en/tn/help/mat/28/14) +* [प्रे.का. 5:22-23](rc://hi/tn/help/act/05/22) +* [यूहन्ना 12:38](rc://hi/tn/help/jhn/12/38) +* [लूका 5:15](rc://hi/tn/help/luk/05/15) +* [लूका 8:34-35](rc://hi/tn/help/luk/08/34) +* [मत्ती 28:15](rc://hi/tn/help/mat/28/15) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1681, H1696, H1697, H5046, H7725, H8034, H8052, H8085, H8088, G189, G191, G312, G518, G987, G1225, G1310, G1426, G1834, G2036, G2162, G2163, G3004, G3056, G3140, G3141, G3377 +* स्ट्रोंग्स: H1681, H1696, H1697, H5046, H7725, H8034, H8052, H8085, H8088, H8089, G01890, G01910, G03120, G05180, G09870, G12250, G13100, G18340, G20360, G21630, G30040, G30560, G31400, G33770 \ No newline at end of file From 1ff21e57c11dd42544ca0d4ba5d6151f9f1f0f3d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 09:01:17 +0000 Subject: [PATCH 390/412] Edit 'bible/other/reward.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/reward.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/reward.md b/bible/other/reward.md index 67f4003..db559a8 100644 --- a/bible/other/reward.md +++ b/bible/other/reward.md @@ -1,16 +1,16 @@ -# प्रतिफल, पुरस्कृत, योग्य +# प्रतिफल, पारितोषक, योग्य ## परिभाषा: “प्रतिफल” शब्द का अर्थ है,मनुष्य के कर्मों का फल: अच्छे कामों का या बुरे कामों का| किसी को "प्रतिफल" देने का अर्थ है, मनुष्य को उसकी योग्यता के लिए कुछ देना; परन्तु यह "पारिश्रीमिक" के विचार से सर्वथा भिन्न है क्योंकि उसका अर्थ है भुगतान (प्रायः पैसों में) जो किए गए काम के बदले में होता है। -* प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिसे नेक काम करनेवाला या परमेश्वर की आज्ञा मानने वाला प्राप्त करता है। -* कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक बातों अर्थात अनर्थकारी कामों के सन्दर्भ में होता है, जैसे कहा जाता है, “दुष्ट का प्रतिफल” इस संदर्भ में “प्रतिफल” नकारात्मक परिणाम जो उनके पापी व्यवहार के कारण दिया जाता है। +* प्रतिफल अच्छा और सकारात्मक होता है जिसे मनुष्य तब पाता है जब वह कोई भला काम करता है या जब वह परमेश्वर की आज्ञा मानता है। +* कभी-कभी प्रतिफल नकारात्मक बातों अर्थात अनर्थकारी कामों के सन्दर्भ में भी होता है जो अनुचित व्यवहार से उत्पन्न होते हैं, जैसे कहा जाता है, “दुष्ट का प्रतिफल” इस संदर्भ में जो “प्रतिफल” दिया जाता है वह दंड या नकारात्मक परिणामों के सन्दर्भ में होता है जो मनुष्य के पापी कार्यों के कारण होता है। ## अनुवाद के सुझाव: * प्रकरण के अनुसार, “प्रतिफल” का अनुवाद “भुगतान” या -*“योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है। +“योग्य कोई बात” या “दण्ड” हो सकता है। * किसी को “प्रतिफल देना” का अनुवाद हो सकता है, “बदले में देना” या "दंड"देना या “जो योग्य है वह देना”। * सुनिश्चित करें कि इस शब्द के अनुवाद का अर्थ मजदूरी न हो। प्रतिफल काम का वेतन नहीं है। @@ -18,15 +18,15 @@ ## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 32:6](rc://hin/tn/help/deu/32/06) -* [यशायाह 40:10](rc://hin/tn/help/isa/40/10) -* [लूका 06:35](rc://hin/tn/help/luk/06/35) -* [मरकुस 09:40-41](rc://hin/tn/help/mrk/09/40) -* [मत्ती 05:11-12](rc://hin/tn/help/mat/05/11) -* [मत्ती 06:3-4](rc://hin/tn/help/mat/06/03) -* [भजन-संहिता 127:3-5](rc://hin/tn/help/psa/127/003) -* [प्रकाशितवाक्य 11:18](rc://hin/tn/help/rev/11/18) +* [व्यवस्थाविवरण 32:6](rc://hi/tn/help/deu/32/06) +* [यशायाह 40:10](rc://hi/tn/help/isa/40/10) +* [लूका 6:35](rc://hi/tn/help/luk/06/35) +* [मरकुस 9:40-41](rc://hi/tn/help/mrk/09/40) +* [मत्ती 5:11-12](rc://hi/tn/help/mat/05/11) +* [मत्ती 6:3-4](rc://hi/tn/help/mat/06/03) +* [भजन-संहिता 127:3-5](rc://hi/tn/help/psa/127/003) +* [प्रकाशितवाक्य 11:18](rc://hi/tn/help/rev/11/18) ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H319, H866, H868, H1576, H1578, H1580, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7938, H7939, H7999, G469, G514, G591, G2603, G3405, G3406, G3408 +* स्ट्रोंग्स: H0319, H0866, H0868, H1576, H1578, H1580, H4909, H4991, H5023, H6118, H6468, H6529, H7938, H7939, H7999, G04690, G05140, G05910, G26030, G34050, G34060, G34080 \ No newline at end of file From ec925ab8049e1953d411ee61c92d38b69a902f6d Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 09:10:56 +0000 Subject: [PATCH 391/412] Edit 'bible/other/robe.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/robe.md | 6 +++--- 1 file changed, 3 insertions(+), 3 deletions(-) diff --git a/bible/other/robe.md b/bible/other/robe.md index 0d4b6ea..3e589ab 100644 --- a/bible/other/robe.md +++ b/bible/other/robe.md @@ -2,9 +2,9 @@ ## परिभाषा: -चोगा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में अचकन के समान होता है। +बागा लम्बी बांह का बाहरी वस्त्र था जिसे स्त्री-पुरूष दोनों पहनते थे। यह दिखने में अचकन के समान होता है। -* बागा सामने खला रहता है और कमरबंदया पट्टे से बंघा होता हैं। +* बागा सामने खुला रहता है और कमरबंद या पट्टे से बंघा होता हैं। * उनकी लम्बाई बड़ी या छोटी होती है। * बैंगनी रंग का बागा राजा पहनते थे जो राजाधिकार, वैभव और प्रतिष्ठा का प्रतीक था। @@ -20,4 +20,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H145, H155, H899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G1746,, G2067, G2440, G4749, G4016, G5511 +* स्ट्रोंग्स: H0145, H0155, H0899, H1545, H2436, H2684, H3671, H3801, H3830, H3847, H4060, H4254, H4598, H5497, H5622, H6614, H7640, H7757, H7897, H8071, G17460, G20670, G24400, G47490, G40160, G55110 \ No newline at end of file From aea74b2a9a2d974cac7d24fc4274e80d50ccd3f9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 09:16:27 +0000 Subject: [PATCH 392/412] Edit 'bible/other/ruin.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/ruin.md | 8 ++++---- 1 file changed, 4 insertions(+), 4 deletions(-) diff --git a/bible/other/ruin.md b/bible/other/ruin.md index 9538cee..0964bd0 100644 --- a/bible/other/ruin.md +++ b/bible/other/ruin.md @@ -1,11 +1,11 @@ -# नष्ट करना, नष्ट करना, नष्ट हो गया +# नष्ट करना, खंडहर, नष्ट हो गया ## परिभाषा: “नष्ट करना” अर्थात लूटना, विनाश करना, या निकम्मा कर देना। “खण्डहर” या “खण्डहरों” नष्ट किए गए मलबे या नष्ट किए गए अवशेषों के सन्दर्भ में हैं। * भविष्यद्वक्ता सपन्याह ने परमेश्वर के प्रकोप के दिन को “विनाश का दिन” कहा था, जब संसार का न्याय किया जाएगा और दण्ड दिया जाएगा।  -* नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रतिफल के लिए विनाश एवं मृत्यु है।  +* नीतिवचन की पुस्तक में लिखा है कि अभक्तों का प्रत्याशित प्रतिफल विनाश एवं मृत्यु है।  * प्रकरण के अनुसार, “नष्ट करना” का अनुवाद “ध्वंस करना” या “खण्डहर कर देना” या “निकम्मा कर देना” या “तोड़ देना” किया जा सकता है।  * “खण्डहर” या “खण्डहरों” का अनुवाद प्रकरण के अनुसार “मलबा” या “ध्वंस ईमारतें” या “नष्ट किया गया नगर” या “विनाश” या “तोड़फोड़” या “सर्वनाश” हो सकता है। @@ -16,6 +16,6 @@ * [प्रे.का. 15:16](rc://hi/tn/help/act/15/16) * [यशायाह 23:13-14](rc://hi/tn/help/isa/23/13) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong’s: H6, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4384, H4654, H4658, H4876, H4889, H5221, H5327, H5557, H5754, H5856, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G2679, G2692, G3639, G4485 \ No newline at end of file +* स्ट्रोंग्स: H0006, H1197, H1530, H1820, H1942, H2034, H2040, H2717, H2719, H2720, H2723, H2930, H3510, H3765, H3782, H3832, H4072, H4288, H4384, H4654, H4876, H4889, H5221, H5327, H5557, H5754, H5856, H7451, H7489, H7582, H7591, H7612, H7701, H7703, H7843, H8047, H8074, H8077, H8414, H8510, G26790, G26920, G36390, G44850 \ No newline at end of file From 8a443d5fc47ab249f6cb1b0287a3e03a0bc645a7 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 09:58:49 +0000 Subject: [PATCH 393/412] Edit 'bible/other/run.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/run.md | 46 +++++++++++++++++++++------------------------- 1 file changed, 21 insertions(+), 25 deletions(-) diff --git a/bible/other/run.md b/bible/other/run.md index cd7e0a5..9cc50d2 100644 --- a/bible/other/run.md +++ b/bible/other/run.md @@ -1,33 +1,29 @@ -# दौड़ना, दौड़ना, दौड़ना, दौड़ना, दौड़ना # +# दौड़ना, धावक, उतावली की, शीघ्र गया, विसर्जित हुए, बहता है -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -शाब्दिक शब्द "दौड़ना" का अर्थ है "पैर पर बहुत जल्दी चलना", आमतौर पर उच्च गति से चलना द्वारा पूरा किया जा सकता है +"दौड़ना" का शाब्दिक अर्थ है "पैरों के सहारे तीव्र गति से बढ़ना", प्रायः चलने की गति से कहीं अधिक गति| -"दौड़ना" का मुख्य अर्थ भी आकृति अभिव्यक्तियों में उपयोग किया जाता है जैसे कि निम्नलिखित: +"दौड़ना" का मुख्य अर्थ लाक्षणिक अभिव्यक्तियों में भी प्रयोग किया जाता है, जैसे निम्नलिखित हैं: +* "पुरूस्कार जीतने के लिए दौड़ना" इसका सन्दर्भ परमेश्वर की इच्छा कीपूरती में यत्नशील रहना जैसे कि जीतने के लिए दौड़ने में यत्न करना| +* "आज्ञाओं के मार्ग में दौड़ना"- अर्थात, परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष एवं अति शीघ्र मानना| +* "देवताओं के पीछे भागना" अर्थात, देवी-देवताओं की उपासना के लिए हाथ करना| +* "तेरी शरण में ओट हो जाने के लिए मैं भागता हूँ" अर्थात, कठिनाइयों में शरण एवं सुरस्क्षा के लिए अति शीघ्र परमेश्वर के पास आ जाना| +* पानी और अन्य तरल पदार्थ जैसे, आंसू, लहू, पसीना और नदियाँ "बहती" हैं इनका अनुवाद हो सकता है, "प्रवाहित होना|" +* किसी देश या क्षेत्र की सीमा के लिए कहा जाता है, नदी या किसी और देश की सीमा के साथ "चलती है|" इसका अनुवाद हो सकता है, उस देश की सीमा नदी के साथ या किसी देश विशेष के "साथ लगी है," या कहा जा सकता है, वह देश नदी के किनारे है या किसी देश विशेष की "सीमा से जुड़ा है|" +* नदियाँ और झरने "सूख गए हैं|" इसका अर्थ है, उनमें अब पानी नहीं है| इसका अनुवाद हो सकता है, "निर्जल हो गए हैं" या "शुष्क हो गए हैं" +* पर्व के दिन "अपना क्रम पूरा करते हैं" अर्थात. "वे पूरे होते हैं" या "संपन्न हुए" या "समाप्त होते हैं|" -* "इस तरह से जीतने के लिए इस तरह से पुरस्कार जीतने के लिए" - एक ही दृढ़ता से जीतने के क्रम में एक दौड़ चलाने के रूप में परमेश्वर की इच्छा को करने में दृढ़ता से संदर्भित करता है +(यह भी देखें: [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [यत्न करना](../other/perseverance.md), [शरण](../other/refuge.md), [फिरना](../other/turn.md)) -“आज्ञा पालन” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष अतिशीघ्र मानो। +## बाइबल के सन्दर्भ: -* "अन्य देवताओं के पीछे चलने के लिए" अन्य देवताओं की पूजा करने में जारी रहने का मतलब है। +* [1 कुरिन्थियों 6:18](rc://hi /tn/help/1co/06/18) +* [गलातियों 2:2](rc://hi/tn/help/gal/02/02) +* [गलातियों 5:7](rc://hi/tn/help/gal/05/07) +* [फिलिप्पियों 2:16](rc://hi/tn/help/php/02/16) +* [नीतिवचन 1:16](rc://hi/tn/help/pro/01/16) -“मैं तेरा शरणागत हूँ” अर्थात कठिनाइयों में शरण पाने और सुरक्षा के लिए परमेश्वर के पास शीघ्र आ जाना -पानी और अन्य तरल पदार्थ जैसे आंसू, लहू, पसीना और नदियों को भी बहना कहते हैं। इसका अनुवाद “प्रवाह” हो सकता है। -किसी देश या क्षेत्र की सीमा को किसी नदी सा किसी देश की सीमा के साथ चलना कहा जाता है। इसका अर्थ यह हो सकता है कि देश की सीमा नदी या अन्य देश के बगल में है या कहती है कि देश नदी या अन्य देश की "सीमाओं" है। -नदी और सोते सूख जाते हैं अर्थात उनमें पानी नहीं है। इसका अनुवाद हो सकता है, “सूख गए” या “निर्जल हो गए।” -पर्व के दिन “अपना क्रम पूरा करते हैं” अर्थात “निकल गए” या “समाप्त हो गए” या “पूरे हो गए।” +## शब्द तथ्य: -(यह भी देखें: [झूठे देवता](../kt/falsegod.md), [दृढ़ रहें](../other/perseverance.md), [शरण](../other/refuge.md), [फिरना](../other/turn.md)) - -## बाइबल के सन्दर्भ: ## - -* [1 कुरिन्थियों 06:18](rc://en/tn/help/1co/06/18) -* [गलातियों 02:1-2](rc://en/tn/help/gal/02/01) -* [गलातियों 05:5-8](rc://en/tn/help/gal/05/05) -* [फिलिप्पियों 02: 14-16](rc://en/tn/help/php/02/14) -* [नीतिवचन 01:15-17](rc://en/tn/help/pro/01/15) - -## शब्द तथ्य: ## - -* Strong's: H213, H386, H935, H1065, H1272, H1518, H1556, H1980, H2100, H2416, H3001, H3212, H3332, H3381, H3920, H3988, H4422, H4754, H4794, H4944, H5074, H5127, H5140, H5472, H5756, H6437, H6440, H6544, H6805, H7272, H7291, H7310, H7323, H7325, H7519, H7751, H8264, H8308, H8444, G413, G1377, G1601, G1530, G1532, G1632, G1998, G2027, G2701, G3729, G4063, G4370, G4390, G4890, G4936, G5143, G5240, G5295, G5302, G5343 +* स्ट्रोंग्स: H0213, H0386, H1065, H1272, H1556, H1980, H2100, H2416, H3001, H3212, H3332, H3381, H3920, H3988, H4422, H4754, H4794, H4944, H5074, H5127, H5140, H5472, H5756, H6437, H6440, H6544, H6805, H7272, H7291, H7310, H7323, H7325, H7519, H7751, H8264, H8308, H8444, G04130, G13770, G16010, G15300, G15320, G19980, G27010, G37290, G40630, G43700, G43900, G48900, G49360, G51430, G52400, G52950, G53430 \ No newline at end of file From 92ee855b2614cb8391fbbcb9104a2bbbe5ede42f Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 10:08:22 +0000 Subject: [PATCH 394/412] Edit 'bible/other/sandal.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sandal.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/sandal.md b/bible/other/sandal.md index 3b4c75b..b6cbf1c 100644 --- a/bible/other/sandal.md +++ b/bible/other/sandal.md @@ -1,21 +1,21 @@ -# जूता, जूतियां # +# जूता, खडाऊं -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: "जूते" वास्तव में समतल तले की पादुका होती थी जिसे पांवों और टखने पर चमड़े की पट्टी से बांधी जाती थी। स्त्री-पुरूष दोनों ही इन पादुकाओं को पहनते थे। -* कभी-कभी पादुकाएं किसी वैधानिक विनिमय की पुष्टि हेतु भी काम में ली जाती थी जैसे कोई अपनी सम्पदा बेचता हो तो वह अपनी पादुका उतार कर खरीददार को दे देगा। एक आदमी एक पादुकाएं ले जाएगा और दूसरे को दे देगा। +* कभी-कभी पादुकाएं किसी वैधानिक विनिमय की पुष्टि हेतु भी काम में ली जाती थी जैसे कोई अपनी सम्पदा बेचता हो तो वह अपनी पादुका उतार कर खरीददार को दे देगा। एक जन एक पादुका उतार कर दूसरे को दे देगा कि प्रकट हो कि वह विनिमय अटूट है। * अपनी पादुकाएं उतारना सामने वाले के लिए सम्मान एवं श्रद्धा का प्रतीक था, विशेष करके परमेश्वर की उपस्थिति में। * यूहन्ना ने कहा था कि वह यीशु की पादुकाओं (जूतों) के बन्ध खोलने के योग्य भी नहीं है, ऐसा कार्य सामान्यतः निम्न स्तर के मनुष्य या दास का होता था। -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 07:33-34](rc://en/tn/help/act/07/33) -* [व्यवस्था विवरण 25:9-10](rc://en/tn/help/deu/25/09) -* [यूह. 01:26-28](rc://en/tn/help/jhn/01/26) -* [यहोशू 05:14-15](rc://en/tn/help/jos/05/14) -* [मरकुस 06:7-9](rc://en/tn/help/mrk/06/07) +* [प्रे.का. 7:33](rc://hi/tn/help/act/07/33) +* [व्यवस्था विवरण 25:10](rc://hi/tn/help/deu/25/10) +* [यूह. 1:27](rc://hi /tn/help/jhn/01/27) +* [यहोशू 5:15](rc://hi /tn/help/jos/05/15) +* [मरकुस 6:7-9](rc://hi/tn/help/mrk/06/07) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5274, H5275, H8288, G4547, G5266 +* स्ट्रोंग्स: H5274, H5275, H8288, G45470, G52660 From 34fbefea5f4de5600c3b1719f5fd43d054bc61dd Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 10:38:25 +0000 Subject: [PATCH 395/412] Edit 'bible/other/scroll.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/scroll.md | 4 ++-- 1 file changed, 2 insertions(+), 2 deletions(-) diff --git a/bible/other/scroll.md b/bible/other/scroll.md index bf15c62..6e13be8 100644 --- a/bible/other/scroll.md +++ b/bible/other/scroll.md @@ -7,7 +7,7 @@ * लिखकर या पढ़ कर उसे पुनः दोनों सिरों पर लगे डंडों पर लपेट दिया जाता था। * वैध अभिलेखों ओर धर्म-शास्त्रों के लिए वे पुस्तक स्वरुप काम में लिए जाते थे। * सन्देशवाहक के हाथ लाए गए उन कुंडली ग्रंथों पर मोम की मुहर लगी होती थी। जब पुस्तक (दस्तावेज़ों) प्राप्त होने पर मोम ज्यों का त्यों रहता था, तो प्राप्तिकर्ता को विश्वास हो जाता था कि उसे किसी ने खोल कर नहीं पडा है या उसमें कुछ और लिख दिया है क्योंकि उसकी मोहर अछूती है। -* इब्रानी धर्म-शास्त्र की पुस्तक (कुंडली ग्रन्थ) आराधनालयों में ऊंची आवाज़ मेवं पढी जाती थी । +* इब्रानी धर्म-शास्त्र की पुस्तक (कुंडली ग्रन्थ) आराधनालयों में ऊंची आवाज़ में पढी जाती थी । (यह भी देखें: [मुहर](../other/seal.md), [आराधनालय](../kt/synagogue.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)) @@ -20,4 +20,4 @@ ## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4039, H4040, H5612, G974, G975 +* स्ट्रोंग्स: H4039, H4040, H5612, G09740, G09750 From 75ae4484fdcac7ea880e01265b8d17c3c182a007 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 10:49:16 +0000 Subject: [PATCH 396/412] Edit 'bible/other/seize.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/seize.md | 22 +++++++++++----------- 1 file changed, 11 insertions(+), 11 deletions(-) diff --git a/bible/other/seize.md b/bible/other/seize.md index e99d6f7..2e6abbf 100644 --- a/bible/other/seize.md +++ b/bible/other/seize.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# बन्दी बनाना, बन्दी, जब्त, कब्जा # +# बन्दी बनाना, अभिग्रहण करना, बंदीकरण -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: "बन्दी बनाना" किसी मनुष्य या वस्तु का बल-पूर्वक हरण करना। इसका अर्थ किसी पर हावी होना या नियंत्रण करना भी होता है। * जब सैन्य बल द्वारा नगर को जीत लिया जाता है तब सैनिक वहाँ के निवासियों की मूल्यवान वस्तुएं लूट लेते हैं। * प्रतीकात्मक रूप में उपयोग करने पर इस शब्द का अर्थ है, “भयातुर” होना।" इसका अर्थ है कि मनुष्य अकस्मात ही “भय-ग्रस्त” हो जाता है। यदि कोई व्यक्ति “भय-ग्रस्त” है तो यह भी कहा जा सकता है कि वह, “अकस्मात ही बहुत डर गया”। -* स्त्री के प्रसव के संदर्भ में इसका अर्थ है दर्द अकस्मात ही उठा और बहुत अधिक हो गया। इस शब्द का अनुवाद, स्त्री के प्रसव के दर्द का “अभिभूत होना” या “अकस्मात ही आ पड़ना” हो सकता है। +* स्त्री के प्रसव के संदर्भ में इसका अर्थ है दर्द अकस्मात ही उठा और बहुत अधिक हो गया। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, स्त्री का प्रसव पीड़ा द्वारा “अभिभूत होना” या पीड़ा का “अकस्मात ही आ पड़ना।" * इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “वशीभूत करना” या “अकस्मात ले लेना” या “जकड़ लेना”।" * “उसे पकड़ कर उसके साथ सोया” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “उस पर बलपूर्वक हावी हुआ” या “उसका शील भंग किया” या “उसके साथ बलात्कार किया”।" सुनिश्चित करें कि यह भावार्थ स्वीकार्य हो। (देखें: [व्यंजना](rc://en/ta/man/translate/figs-euphemism)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [प्रे.का. 16:19-21](rc://en/tn/help/act/16/19) -* [निर्गमन 15:14-15](rc://en/tn/help/exo/15/14) -* [यूहन्ना 10:37-39](rc://en/tn/help/jhn/10/37) -* [लूका 08:28-29](rc://en/tn/help/luk/08/28) -* [मत्ती 26:47-48](rc://en/tn/help/mat/26/47) +* [प्रे.का. 16:19-21](rc://hi/tn/help/act/16/19) +* [निर्गमन 15:14](rc://hi/tn/help/exo/15/14) +* [यूहन्ना 10:37-39](rc://hi/tn/help/jhn/10/37) +* [लूका 8:29](rc://hi/tn/help/luk/08/29) +* [मत्ती 26:48](rc://hi/tn/help/mat/26/48) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H270, H1497, H2388, H3027, H3920, H3947, H4672, H5377, H5860, H6031, H7760, H8610, G724, G1949, G2638, G2902, G2983, G4815, G4884 +* स्ट्रोंग्स: H0270, H1497, H2388, H3027, H3920, H3947, H4672, H5377, H5860, H6031, H7760, H8610, G07240, G19490, G26380, G29020, G29830, G48150, G48840 \ No newline at end of file From d3ccbf9d786952357868399619c3447360ecbaf1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 11:05:49 +0000 Subject: [PATCH 397/412] Edit 'bible/other/serpent.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/serpent.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/serpent.md b/bible/other/serpent.md index e9fc620..e13a475 100644 --- a/bible/other/serpent.md +++ b/bible/other/serpent.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# सर्प, साँपों, साँप, साँप, साँप, साँपों # +# सर्प, साँप, नाग -## तथ्य: ## +## तथ्य: -ये सब शब्द एक ऐसे रेंगनेवाले जन्तु के संदर्भ में हैं जिसका शरीर लम्बा और निकले हुए दांत होते हैं वह भूमि पर टेढ़ी मेढ़ी चाल से रेंगता है। “सांप” (सर्प) शब्द एक बड़े सांप के संदर्भ में है और “नाग” विषैला सांप होता है जो अपने शिकार को मारने के लिए विष काम में लेता है। +ये सब शब्द एक ऐसे रेंगनेवाले जन्तु के संदर्भ में हैं जिसका शरीर पतला और लम्बा होता है| उसके दांत बड़े और नुकीले होते हैं वह भूमि पर टेढ़ी मेढ़ी चाल से रेंगता है। “सांप” (सर्प) शब्द एक बड़े सांप के संदर्भ में है और “नाग” विषैला सांप होता है जो अपने शिकार को मारने के लिए विष काम में लेता है। * यह शब्द प्रतीकात्मक रूप में एक ऐसे मनुष्य के लिए काम में लिया जाता है जो दुष्ट है, विशेष करके धोखा देनेवाले के लिए। * यीशु धर्म के अगुओं को “सांप के बच्चे” कहता था क्योंकि वे धार्मिकता का स्वांग रचते थे परन्तु मनुष्यों को धोखा देते थे और उनके साथ पक्षपात का व्यवहार करते थे। -* अदन की वाटिका में, शैतान ने सर्प का रूप धारण किया और हव्वा को बहला कर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया। -* जब शैतान ने सर्परूप में हव्वा को परीक्षा में गिराकर पाप करवाया, तब परमेश्वर ने उसे शाप दिया कि सब सर्प भूमि पर रेंग कर चलेंगे, इसका अर्थ तो यह हुआ कि इससे पहले उसके पांव थे। +* अदन की वाटिका में, शैतान ने सर्प का रूप धारण किया और हव्वा को बहका कर परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करवाया। +* जब शैतान ने सर्परूप में हव्वा को परीक्षा में गिराकर पाप करवाया, तब हव्वा और उसका पति,दोनों ने पाप किया| परमेश्वर ने सर्प को श्राप दिया कि उसका वंश भूमि पर रेंग कर चलेगा| इसका अभिप्रेत अर्थ है कि इससे पूर्व सर्प के पाँव थे| -(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names)) +(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://hi/ta/man/translate/translate-names)) -(यह भी देखें: [शाप](../kt/curse.md), [छलना](../other/deceive.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [अदन](../names/eden.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [सन्तान](../other/offspring.md), [शिकार](../other/prey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md)) +(यह भी देखें: [शाप](../kt/curse.md), [छलना](../other/deceive.md), [अवज्ञा](../other/disobey.md), [अदन](../names/eden.md), [दुष्ट](../kt/evil.md), [शिकार](../other/prey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा करना](../kt/tempt.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 03: 1-3](rc://en/tn/help/gen/03/01) -* [उत्पत्ति 03:4-6](rc://en/tn/help/gen/03/04) -* [उत्पत्ति 03:12-13](rc://en/tn/help/gen/03/12) -* [मरकुस 16:17-18](rc://en/tn/help/mrk/16/17) -* [मत्ती 03:7-9](rc://en/tn/help/mat/03/07) -* [मत्ती 23:32-33](rc://en/tn/help/mat/23/32) +* [उत्पत्ति 3:3](rc://hi/tn/help/gen/03/03) +* [उत्पत्ति 3:4-6](rc://hi/tn/help/gen/03/04) +* [उत्पत्ति 3:12-13](rc://hi/tn/help/gen/03/12) +* [मरकुस 16:17-18](rc://hi/tn/help/mrk/16/17) +* [मत्ती 3:7](rc://hi/tn/help/mat/03/07) +* [मत्ती 23:33](rc://hi/tn/help/mat/23/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H660, H2119, H5175, H6620, H6848, H8314, H8577, G2191, G2062, G3789 +* स्ट्रोंग्स: H0660, H2119, H5175, H6620, H6848, H8314, H8577, G21910, G20620, G37890 From b3dcbca4d09d7c32b97571ff3ff21b810f9025d1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 12:11:20 +0000 Subject: [PATCH 398/412] Edit 'bible/other/shepherd.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/shepherd.md | 67 ++++++++++++++++++++--------------------- 1 file changed, 33 insertions(+), 34 deletions(-) diff --git a/bible/other/shepherd.md b/bible/other/shepherd.md index 63c2ac9..541067c 100644 --- a/bible/other/shepherd.md +++ b/bible/other/shepherd.md @@ -1,49 +1,48 @@ -# चरवाहे, चरवाहा, चरवाहा, चरवाही # +चरवाहा,रखवाला +++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++ -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -चरवाहा भेड़ों की रखवाली करता है “रखवाली करना” अर्थात् भेड़ों की रक्षा करना और उनके लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करना। -चरवाहे भेड़ों की चौकसी करते हैं और उन्हें उत्तम भोजन एवं जल के पास ले जाते हैं। चरवाहे भेड़ों को भटकने से और वन पशुओं से भी बचाते हैं। - -* बाइबल में इस शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है जो मनुष्यों की आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेने के संदर्भ में है। अर्थात उन्हें बाइबल से परमेश्वर की बातों की शिक्षा देना और जिस मार्ग में उन्हें चलना है उसमें उनकी अगुआई करना। -* पुराने नियम में परमेश्वर को “चरवाहा” कहा गया है क्योंकि वह अपने लोगों की सब आवश्यकताओं की सुधि लेता है और उनकी रक्षा करता है। वह उनकी अगुआई करता है और उनको मार्ग दिखाता है। (देखें: [उपमा](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor)) -* मूसा इस्राएलियों का चरवाहा था क्योंकि उसने यहोवा की आराधना के निमित्त उनकी अगुआई की और कनान यात्रा में उनका मार्गदर्शन किया था। -* नये नियम में यीशु स्वयं को “अच्छा चरवाहा” कहता है। प्रेरित पौलुस उसे कलीसिया का “प्रधान चरवाहा” कहता है। -* नये नियम में “चरवाहा” शब्द उस व्यक्ति का संदर्भ भी देता है जो विश्वासियों का आत्मिक अगुआ है। "पासबान" के रूप में अनुवादित शब्द एक ही है जिसका अनुवाद "चरवाहा" है। प्राचीनों और अध्यक्ष भी चरवाहे कहलाते थे। +चरवाहा वह मनुष्य है जो भेड़ों की रखवाली करता है| पुराने नियम में, इस शब्द का सन्दर्भ "रखवाले" से भी है जो अन्य घरेलु मवेशियों के देखभाल करता है जैसे, बकरियां और चौपाए| -## अनुवाद के सुझाव ## +* इसके क्रिया रूप, "चरवाही" का अर्थ है, भेड़ों (या अन्य मवेशियों) को उत्तम भोजन और जल के पास ले जाना, वन्पशुओं से उनकी रक्षा करना, उनको खो जाने से बचाना तथा पशुओं को जीवित और सुरक्षित रखने के लिए अन्य सब उत्तरदायित्वों की पूर्ती करना| +* बाईबल में, इस शब्द का उपयोग प्रायः लाक्षणिक भाषा में किया गया है जिसका अर्थ है, (पशुओं की ही नहीं) मनुष्यों की शारीरिक एवं आत्मिक आवश्यकताओं की सुधि लेना| +* पुराने नियम में, परमेश्वर को उसके लोगों का चरवाहा कहा गया है क्योंकि उसने उनकी रखवाली की थी| नये नियम में, यीशु स्वयं को "अच्छा चरवाहा" कहता है और अन्य स्थानों में यीशु को कलीसिया का "महान चरवाहा" कहा गया है| +* नये नियम में, "रखवाला" शब्द उस मनुष्य के लिए काम में लिया गया है जो अन्य विश्वासियों पर आत्मिक अगुआ है| जिस शब्द का अनुवाद "पास्टर" किया गया है वह "चरवाहा" शब्द का अनुवाद ही है| प्राचीन और बिशप भी चरवाहे कहलाए थे| -* शाब्दिक उपयोग में “रखवाली” शब्द का अनुवाद “भेड़ों की रखवाली करना” या “भेड़ों की निगरानी” करना है। -“चरवाहे” शब्द का अनुवाद “भेड़ों की रखवाली करनेवाला” या “भेड़ों का परिचारक” या “भेड़ों की सुधि लेने वाला”। +## अनुवाद के सुझाव -* उपमा स्वरूप उपयोग करने में इसके अर्थ भिन्न-भिन्न होते हैं, “आत्मिक चरवाहा” या “आत्मिक अगुआ” या “चरवाहे के समान” या “भेड़ों की रखवाली करने वाले चरवाहे के जैसा अपने लोगों की सुधि लेनेवाला” या “चरवाहा जैसे अपनी भेड़ों की अगुआई करता है वैसे अपने लोगों की अगुआई करनेवाला” या “परमेश्वर की भेड़ों की सुधि लेनेवाला”। +* इस स्नाग्या शब्द, "चरवाहा" का अनुवाद हो सकता है, "भेड़ों की देखरेख करने वाला मनुष्य" या भेदून का रखवाला" या भेड़ों की सुध रखने वाला" +* जब भीड़ों से अन्य मवेशियों की देखरेख करने वाले मनुष्य का सन्दर्भ हो तो इस शब्द का अनुइवाद हो सकता है, "वृन्द परिचारक" या "मवेशी कर्मी" या " मवेशियों की सेवा करने वाला मनुष्य|" +* क्रिया रूप में "चरवाही" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "भीड़ों की सुध रखना" या "भेड़ों की रक्षा करना|" +* कुछ परिप्रेक्ष्यों में, "चरवाहा" शब्द का अनुवाद हो सकता है, "अगुआ" या "मार्गदर्शक" या "पर्यवेक्षक" +* उपमा स्वरूप उपयोग करने में इस संज्ञा शब्द, "चरवाहा" के अनुवाद भिन्न-भिन्न होते हैं, जैसे, “आत्मिक चरवाहा” या “आत्मिक अगुआ” या “चरवाहे के समान मनुष्य” या “भेड़ों की रखवाली करने वाले चरवाहे के जैसा अपने लोगों की सुधि लेनेवाला जन” या “चरवाहा जैसे अपनी भेड़ों की अगुआई करता है वैसे अपने लोगों की अगुआई करनेवाला जन” या “परमेश्वर की भेड़ों की सुधि लेनेवाला”। +* इसके क्रिया रूप को लाक्षणिक भाषा में काम में लिया जाए तो इसका अनुवाद हो सकता है, "सुध रखना" या "आत्मिक पोषण देना" या "अगुआई करना और शिक्षा देना" या "अगुआई करना और संभालना (जैसे चरवाहा अपनी भेड़ों को संभालता है)" * इसी संदर्भ में “चरवाहे” का अनुवाद “अगुआ” या “पथ प्रदर्शक” या “सुधि लेनेवाला” हो सकता है। -* "चरवाहा" के आत्मिक अभिव्यक्ति का अनुवाद "देखभाल करने के लिए" या "आत्मिक रूप से पोषण करने" या "मार्गदर्शन और सिखाने" या "का नेतृत्व करने और देखभाल करने के लिए" (जैसे चरवाहा भेड़ के लिए परवाह करता है) के रूप में अनुवाद किया जा सकता है। -* आलंकारिक उपयोगों में, इस शब्द के अनुवाद में "चरवाहा" के लिए शाब्दिक शब्द का उपयोग करना या इसमें शामिल करना सबसे अच्छा है। -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [कनान](../names/canaan.md), [आराधनालय](../kt/church.md), [मूसा](../names/moses.md), [पासबान](../kt/pastor.md), [भेड़](../other/sheep.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) +(यह भी देखें: [पासबान](../kt/pastor.md), [भेड़](../other/sheep.md), [मवेशी](../other/livestock.md) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 49:24](rc://en/tn/help/gen/49/24) -* [लूका 02:8-9](rc://en/tn/help/luk/02/08) -* [मरकुश 06:33-34](rc://en/tn/help/mrk/06/33) -* [मरकुस 14:26-27](rc://en/tn/help/mrk/14/26) -* [मत्ती 02:4-6](rc://en/tn/help/mat/02/04) -* [मत्ती. 09:35-36](rc://en/tn/help/mat/09/35) -* [मत्ती. 25:31-33](rc://en/tn/help/mat/25/31) -* [मत्ती. 26:30-32](rc://en/tn/help/mat/26/30) +* [उत्पत्ति 13:7](rc://hi/tn/help/gen/13/07) +* [उत्पत्ति 49:24](rc://hi/tn/help/gen/49/24) +* [लूका 2:9](rc://hi/tn/help/luk/02/09) +* [मरकुश 6:34](rc://hi/tn/help/mrk/06/34) +* [मरकुस 14:26-27](rc://hi/tn/help/mrk/14/26) +* [मत्ती 2:6](rc://hi/tn/help/mat/02/06) +* [मत्ती. 9:36](rc://hi/tn/help/mat/09/36) +* [मत्ती. 25:32](rc://hi/tn/help/mat/25/32) +* [मत्ती. 26:31](rc://hi/tn/help/mat/26/31) -## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ## +## बाइबल की कहानियों के उदाहरण: -* __[09:11](rc://en/tn/help/obs/09/11)___ मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक __चरवाहा__ बन गया.के प्रति -* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद बेथलेहेम के शहर से एक चरवाहा था। अलग-अलग समय में जब वह अपने पिता के __भेड़__ देख रहा था, तब दाऊद ने शेर और एक भालू दोनों को मार दिया था जिसने __भेड़__ पर हमला किया था। -* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ उस रात, वहाँ कुछ __ चरवाहों __ पास के एक क्षेत्र में उनके झुंड की रक्षा करते थे। -* __[23:08](rc://en/tn/help/obs/23/08)__ चरवाहों __ जल्द ही उस स्थान पर पहुंचे जहां यीशु था और उन्होंने उसे दूध पिलाने लेटा हुआ पाया, जैसे स्वर्गदूत ने उन्हें बताया था। -* __[30:03](rc://en/tn/help/obs/30/03)__ यीशु के लिए, ये लोग किसी चरवाहा के बिना __भेड़__ के समान थे। +* __[9:11](rc://hi/tn/help/obs/09/11)___ मूसा मिस्र से बहुत दूर जंगल में एक __चरवाहा__ बन गया.के प्रति +* __[17:2](rc://hi/tn/help/obs/17/02)__ दाऊद बेथलेहेम के शहर से एक __चरवाहा__ था। जब वह अपने पिता के भेड़ों की निगरानी कर रहा था, तब दाऊद ने एक बार एक शेर को और एक बार एक भालू को मार दिया था क्योंकि उन्होंने उसकी भेड़ों पर चढ़ाई की थी। +* __[23:6](rc://hi/tn/help/obs/23/06)__ उस रात, वहाँ कुछ __ चरवाहे__ थे जो पास के मैदान में अपनी भेड़ों की रखवाली कर रहे थे। +* __[23:8](rc://hi/tn/help/obs/23/08)__ चरवाहे__ तुरंत ही उस स्थान पर पहुंचे जहां यीशु था और उन्होंने उसे चरनी में लेटा हुआ पाया, जैसा स्वर्गदूत ने उन्हें बताया था। +* __[30:3](rc://hi/tn/help/obs/30/03)__ यीशु के लिए, ये लोग किसी __चरवाहे__ के बिना भेड़ों के समान थे। -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H6629, H7462, H7469, H7473, G750, G4165, G4166 +* स्ट्रोंग्स: H6629, H7462, H7469, H7473, G07500, G41650, G41660 From fac348d3bdc804be577d574eeab157fec343e339 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 12:17:12 +0000 Subject: [PATCH 399/412] Edit 'bible/other/skull.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/skull.md | 20 ++++++++++---------- 1 file changed, 10 insertions(+), 10 deletions(-) diff --git a/bible/other/skull.md b/bible/other/skull.md index e93e334..01da212 100644 --- a/bible/other/skull.md +++ b/bible/other/skull.md @@ -1,8 +1,8 @@ -# खोपड़ी # +# खोपड़ी -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“खोपड़ी”, मनुष्य या पशु के सिर का हड्डी का ढाँचा। +“खोपड़ी”, का सन्दर्भ है, मनुष्य या पशु के सिर का हड्डी के ढाँछे से। * कभी-कभी “खोपड़ी” शब्द का उपयोग “सिर” के लिए भी किया जाता है जैसे “खोपड़ी मुंडवाले”। * “खोपड़ी का स्थान” गुलगुता का एक और नाम है जहाँ यीशु को क्रूस पर चढ़ाया गया था। @@ -10,13 +10,13 @@ (यह भी देखें: [क्रूस पर चढ़ाना](../kt/crucify.md), [गुलगुता](../names/golgotha.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [2 राजा 09:35-37](rc://en/tn/help/2ki/09/35) -* [यिर्मयाह 02:14-17](rc://en/tn/help/jer/02/14) -* [यूह. 19:17-18](rc://en/tn/help/jhn/19/17) -* [मत्ती. 27:32-34](rc://en/tn/help/mat/27/32) +* [2 राजा 9:35-37](rc://hi/tn/help/2ki/09/35) +* [यिर्मयाह 2:16](rc://hi/tn/help/jer/02/16) +* [यूह. 19:17](rc://hi/tn/help/jhn/19/17) +* [मत्ती. 27:32-34](rc://hi/tn/help/mat/27/32) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1538, H2026, H2076, H2490, H2491, H2717, H2763, H2873, H2874, H4191, H4194, H5221, H6936, H6991, H6992, H7523, H7819, G337, G615, G1315, G2380, G2695, G4968, G4969, G5407 +* स्ट्रोंग्स: H1538, H6936, H7218, G28980 \ No newline at end of file From c33ed7ca5bb1df88e0c96e8a6199d12c9d787f26 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 12:40:22 +0000 Subject: [PATCH 400/412] Edit 'bible/other/sleep.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sleep.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/sleep.md b/bible/other/sleep.md index 5b9e970..c717042 100644 --- a/bible/other/sleep.md +++ b/bible/other/sleep.md @@ -1,28 +1,28 @@ -# नींद, सो जाना, सो गए थे, सोना, सोना, “उसे नींद आ गई”, सोना, सोना, नींद ना आना, नींद # +# नींद में, सो जाना, सोना, सोने वाला, नींद न आना -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: इन शब्दों के प्रतीकात्मक अर्थ हैं मृत्यु। -* “नींद” या “सोये रहो ” एक उपमा जिसका अर्थ है "मर जाना" हो सकता है। (देख: उपमा) -* अभिव्यक्ति "सो जाओ" का अर्थ है सोना शुरू करना, या, अर्थात् मरना। -* 'अपने पितरों के साथ सो जाओ' का मतलब है, जैसा कि किसी के पूर्वजों की तरह मरना, मरने के लिए या मरने का मतलब है। +* “सोना” या “सोया हुआ” एक उपमा है जिसका अर्थ है, "मृतक अवस्थ।" (देख: उपमा) +* यह अभिव्यक्ति, "नींद आना" का अर्थ है, सोने लगना, या लाक्षणिक प्रयोग में, मरना। +* 'अपने पितरों के साथ सो जाना' अर्थात, मर जाना, जैसे उसके पूर्वज हैं या उसकी पूर्वजों के सदृश्य मृतक होना। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * “सो जाना” का अनुवाद हो सकता है, “अक्स्मात ही सो जाना” या “सोने लगना” या “मरना” जैसा भी अभिप्राय हो उसके अनुसार। * टिप्पणी: विशेष महत्त्व की बात है कि प्रतीकात्मक अभिव्यक्तियां प्रकरण के अनुरूप हों, जहाँ पाठक अर्थ न समझा पाते हों। उदाहरणार्थ, जब यीशु ने अपने शिष्यों से कहा कि लाज़र “सोता है” तब वे समझे कि वह सो रहा है। ऐसे में “सोता है” का अनुवाद “मर गया” करना अनुचित होगा। * यदि लक्षित भाषा में “सोता है” या “सोया हुआ है” समझ में न आए तो इस भाषा में मृत्यु या मरने के भिन्न शब्दों का उपयोग किया जाए। -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 राजा 18:27-29](rc://en/tn/help/1ki/18/27) -* [1 थिस्सलुनीकियों 04:13-15](rc://en/tn/help/1th/04/13) -* [प्रे.का. 07:59-60](rc://en/tn/help/act/07/59) -* [दानिय्येल 12:1-2](rc://en/tn/help/dan/12/01) -* [भजन-संहिता 044:23-24](rc://en/tn/help/psa/044/023) -* [रोमियो 13:11-12](rc://en/tn/help/rom/13/11) +* [1 राजा 18:27-29](rc://hi/tn/help/1ki/18/27) +* [1 थिस्सलुनीकियों 4:14](rc://hi/tn/help/1th/04/14) +* [प्रे.का. 7:60](rc://hi/tn/help/act/07/60) +* [दानिय्येल 12:2](rc://hi/tn/help/dan/12/02) +* [भजन-संहिता 44:23](rc://hi/tn/help/psa/044/023) +* [रोमियो 13:11](rc://hi/tn/help/rom/13/11) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1957, H3462, H3463, H7290, H7901, H8139, H8142, H8153, H8639, G879, G1852, G1853, G2518, G2837, G5258 +* स्ट्रोंग्स: H1957, H3462, H3463, H7290, H7901, H8139, H8142, H8153, H8639, G08790, G18520, G18530, G25180, G28370, G52580 \ No newline at end of file From 69272eb1725d3ed9d18deb6ea40d3ff75cc6ab94 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 12:48:25 +0000 Subject: [PATCH 401/412] Edit 'bible/other/staff.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/staff.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/staff.md b/bible/other/staff.md index 1a3bde6..e100f2f 100644 --- a/bible/other/staff.md +++ b/bible/other/staff.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# लाठी, लाठी # +# लाठी, सौन्ठा -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: लाठी एक लम्बी लकड़ी होती थी जिसका उपयोग चलने में सहारा लेने के लिए किया जाता था। याकूब अपनी वृद्धावस्था में चलने के लिए लाठी का सहारा लेता था। परमेश्वर ने अपना सामर्थ्य प्रकट करने के लिए मूसा की लाठी को सांप बना दिया था। चरवाहे भी लाठी का उपयोग करके भेड़ों को चलाते थे या वे गिर जाएं या भटक जाएं तो उनका बचाव करते थे। -लाठी के सिरे पर एक कांटा होता था परन्तु वह चरवाहे की लाठी से भिन्न होती थी क्योंकि चरवाहे की लाठी सीधी होती थी और भेड़ों पर आक्रमण करने वाले वन पशुओं को मारने के लिए काम में ली जाती थी। +चरवाहे की लाठी के सिरे पर एक कांटा होता था परन्तु वह चरवाहे की लाठी से भिन्न होती थी क्योंकि चरवाहे की लाठी सीधी होती थी और भेड़ों पर आक्रमण करने वाले वन पशुओं को मारने के लिए काम में ली जाती थी। -(यह भी देखें: [फिरौन](../names/pharaoh.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [भेड़](../other/sheep.md), [चरवाहे](../other/shepherd.md)) +(यह भी देखें: [फिरौन](../names/pharaoh.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [भेड़](../other/sheep.md), [चरवाहां](../other/shepherd.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [निर्गमन 04:1-3](rc://en/tn/help/exo/04/01) -* [निर्गमन 07:8-10](rc://en/tn/help/exo/07/08) -* [लूका 09:3-4](rc://en/tn/help/luk/09/03) -* [मरकुस 06:7-9](rc://en/tn/help/mrk/06/07) -* [मत्ती. 10:8-10](rc://en/tn/help/mat/10/08) -* [मत्ती. 27:27-29](rc://en/tn/help/mat/27/27) +* [निर्गमन 4:1-3](rc://hi/tn/help/exo/04/01) +* [निर्गमन 7:9](rc://hi/tn/help/exo/07/09) +* [लूका 9:3](rc://hi/tn/help/luk/09/03) +* [मरकुस 6:7-9](rc://hi/tn/help/mrk/06/07) +* [मत्ती. 10:8-10](rc://hi/tn/help/mat/10/08) +* [मत्ती. 27:29](rc://hi/tn/help/mat/27/29) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4132, H4294, H4731, H4938, H6086, H6418, H7626, G2563, G3586, G4464 +* Strong's: H4132, H4294, H4731, H4938, H6086, H6418, H7626, G25630, G35860, G44640 From 7e1267480e2adff07ad00e5e12100fe41088ccfc Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 13:03:08 +0000 Subject: [PATCH 402/412] Edit 'bible/other/strongdrink.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/strongdrink.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/strongdrink.md b/bible/other/strongdrink.md index 788ce8c..ef8be94 100644 --- a/bible/other/strongdrink.md +++ b/bible/other/strongdrink.md @@ -1,23 +1,23 @@ -# दाखमधु, दाखमधु # +# दाखमधु, दाखमधु -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दाखमधु” मदिरा के संदर्भ में काम में लिया गया शब्द है जिसमैं में शराब है। -मदिरा अन्न या फलों से बनाई जाती है जिसका किण्वन किया जाता है। +“दाखमधु” शब्द उन पेय पदार्थों के लिए काम में लिया गया है जिनका किण्वन किया गया है और उनमें अल्कोहल की मात्रा है। -* "मजबूत पेय" के प्रकार में दाखरस, ताड़ वाइन, बीयर और सेब साइडर शामिल हैं। बाइबिल में, दाखरस सबसे अधिक बार उल्लेख किया जाने वाला दाखमधु था। -* याजक या नाजीर मनुष्य को किसी भी प्रकार का खमीर किया गया पेय वर्जित था। -* इस शब्द को "किण्वित पेय" या "शराबी पेय" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। +* मदिरा अन्न से या फल से बनाई जाती थी जो किण्वन की प्रक्रिया से निकाली जाती थी| +* "मदिरा" के प्रकार में दाखरस, ताड़ की मदिरा, बीयर और सेब का सिरका आता है। बाइबिल में, दाखरस सबसे अधिक बार उल्लेख की जाने वाली मदिरा थी। +* याजक या विशिष्ट शपथ खाने वाले जैसे नाजीर मनुष्य को किसी भी प्रकार का खमीर किया गया पेय वर्जित था। +* इस शब्द को "किण्वित पेय" या "अल्कोहलयुक्त पेय" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है। (यह भी देखें: [अंगूर](../other/grape.md), [नाजीर](../kt/nazirite.md), [मन्नत ](../kt/vow.md), [दाखरस](../other/wine.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [यशायाह 05:11-12](rc://en/tn/help/isa/05/11) -* [लैव्यव्यवस्था 10:8-11](rc://en/tn/help/lev/10/08) -* [लूका 01:14-15](rc://en/tn/help/luk/01/14) -* [गिनती 06:1-4](rc://en/tn/help/num/06/01) +* [यशायाह 5:11-12](rc://hi/tn/help/isa/05/11) +* [लैव्यव्यवस्था 10:9](rc://hi/tn/help/lev/10/09) +* [लूका 1:14-15](rc://hi/tn/help/luk/01/14) +* [गिनती 6:3](rc://hi/tn/help/num/06/03) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H5435, H7941, G4608 +* स्ट्रोंग्स: H5435, H7941, G46080 From d7b4163898b9926745b941651687b67e111af450 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 13:12:18 +0000 Subject: [PATCH 403/412] Edit 'bible/other/stumblingblock.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/stumblingblock.md | 26 +++++++++++++------------- 1 file changed, 13 insertions(+), 13 deletions(-) diff --git a/bible/other/stumblingblock.md b/bible/other/stumblingblock.md index 91a546e..4c3e4f4 100644 --- a/bible/other/stumblingblock.md +++ b/bible/other/stumblingblock.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# ठोकर, ठोकर का कारण, ठोकर के कारण, ठोकर का पत्थर # +# ठोकर का कारण, ठोकर का पत्थर -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” कोई वस्तु जिससे किसी का पांव टकराए और वह गिर जाए। +“ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” कोई वस्तु का सन्दर्भ देता है जिससे किसी का पांव टकराए और वह गिर जाए। * आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” “वह कोई भी बात है जिसके कारण मनुष्य नैतिकता या आत्मिकता में चूक जाए। * आलंकारिक रूप में “ठोकर का कारण” या “ठोकर का पत्थर” ऐसी कोई भी बात है जो मनुष्य को यीशु में विश्वास करने से रोकती है या मनुष्य को आत्मिकता में विकास नहीं करने देती है। * पाप प्रायः किसी के लिए या अन्यों के लिए ठोकर का कारण है। * कभी-कभी परमेश्वर उससे विद्रोह करने वाले के मार्ग में ठोकर का कारण उत्पन्न कर देता है। -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: -* यदि एक भाषा में फंदे को खुला रखनेवाली वस्तु का कोई शब्द है तो वह शब्द अनुवाद में लिया जा सकता है। +* यदि किसी भाषा में फंदे को खुला रखनेवाली वस्तु का कोई शब्द है तो वह शब्द अनुवाद में काम में लिया जा सकता है। * इसका अनुवाद हो सकता है, “ठोकर लगने का पत्थर” या “सन्देह उत्पन्न करनेवाली बाधा” या “विश्वास में बाधा” या “किसी से पाप कराने वाली बात”। (यह भी देखें: [ठोकर खाना](../other/stumble.md), [पाप](../kt/sin.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 01:22-23](rc://en/tn/help/1co/01/22) -* [गलातियों 05:11-12](rc://en/tn/help/gal/05/11) -* [मत्ती. 05:29-30](rc://en/tn/help/mat/05/29) -* [मत्ती. 16:21-23](rc://en/tn/help/mat/16/21) -* [रोमियो 09:32-33](rc://en/tn/help/rom/09/32) +* [1 कुरिन्थियों 1:23](rc://hi/tn/help/1co/01/23) +* [गलातियों 5:11](rc://hi/tn/help/gal/05/11) +* [मत्ती. 5:29-30](rc://hi/tn/help/mat/05/29) +* [मत्ती. 16:23](rc://hi/tn/help/mat/16/23) +* [रोमियो 9:33](rc://hi/tn/help/rom/09/33) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4383, G3037, G4349, G4625 +* स्ट्रोंग्स: H4383, G30370, G43490, G46250 From 66c41cf474d238eab14eb1113dbb150df2a19ea0 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 13:38:27 +0000 Subject: [PATCH 404/412] Edit 'bible/other/subject.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/subject.md | 24 ++++++++++++------------ 1 file changed, 12 insertions(+), 12 deletions(-) diff --git a/bible/other/subject.md b/bible/other/subject.md index 916dee8..0933234 100644 --- a/bible/other/subject.md +++ b/bible/other/subject.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# अधीन, अधीनता, अधीन था, अधीन थे # +# अधीन, अधीन होना, अधीनता -## तथ्यों: ## +## तथ्यों: -एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति का "अधीन" होता है, यदि दूसरा व्यक्ति पहले पर शासन करता है। “अधीन रहो” वाक्य एक "आज्ञा" है जिसका अर्थ है, “आज्ञा मानों” या “किसी के अधिकार के अधीन रहो” +एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति के "अधीन" होता है, जब दूसरा व्यक्ति पहले पर शासन करता है। “अधीन रहो” अर्थात, "आज्ञा" मानो या “किसी के अधिकार के अधीन रहो” * “के अधीन करना” का अर्थ है मनुष्यों को किसी अगुवे या शासक के आधिपत्य के अधीन करना। * “किसी को किसी बात के अधीन करना” अर्थात् किसी के नकारात्मक अनुभव करवाना जैसे दण्ड की आज्ञा के अधीन करना। -* कभी-कभी “अधीन” शब्द का तात्पर्य “कारण” या किसी बात का ध्यान केन्द्र होना भी होता है जैसे “निन्दा का कारण होगे” -* “के अधीन” का अर्थ भी वही है जैसे “के अधीन रहो” या “आज्ञाकारी” +* कभी-कभी “अधीन” शब्द का सन्दर्भ किसी विषय का कारण होना या किसी बात का केंद्र होना जैसे, “निन्दा का पात्र होना" +* “के अधीन” का अर्थ भी वही है जैसे “के अधीन रहो” या “ की अधीनता स्वीकार करो" (यह भी देखें: [अधीन](../other/submit.md)) -## बाइबल के सन्दर्भ: ## +## बाइबल के सन्दर्भ: -* [1 कुरिन्थियों 02:14-16](rc://hi/tn/help/1co/02/14) -* [1 राजा 04:6](rc://hi/tn/help/1ki/04/06) -* [1 पतरस 02:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/02/18) -* [1इब्रानियों 02:5-6](rc://hi/tn/help/heb/02/05) +* [1 कुरिन्थियों 2:14-16](rc://hi/tn/help/1co/02/14) +* [1 राजा 4:6](rc://hi/tn/help/1ki/04/06) +* [1 पतरस 2:18-20](rc://hi/tn/help/1pe/02/18) +* [1इब्रानियों 2:5](rc://hi/tn/help/heb/02/05) * [नीतिवचन 12:23-24](rc://hi/tn/help/pro/12/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G350, G1379, G1396, G1777, G3663, G5292, G5293 +* स्ट्रोंग्स: H1697, H3533, H3665, H4522, H5647, H5927, G03500, G13790, G13960, G17770, G36630, G52920, G52930 \ No newline at end of file From 8535d3fc83794ee938fa38adb756c948d2c5bdad Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 13:47:38 +0000 Subject: [PATCH 405/412] Edit 'bible/other/sulfur.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sulfur.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/sulfur.md b/bible/other/sulfur.md index 158d72a..adccdb9 100644 --- a/bible/other/sulfur.md +++ b/bible/other/sulfur.md @@ -1,27 +1,27 @@ -# गन्धक, गन्धक # +# गन्धक, गन्धकपूर्ण -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“गन्धक” एक पीले रंग का पदार्थ होता है जो आग में जलने के बाद जलने वाला तरल पदार्थ हो जाता है। +“गन्धक” एक पीले रंग का पदार्थ होता है जो आग में डालने के बाद जलने वाला तरल पदार्थ हो जाता है। -* गन्धक की भी एक बहुत मजबूत गंध है जो सड़े हुए अंडे की गंध की तरह है। -* बाइबल में जलता हुआ गंधक भक्तिहीन एवं विद्रोही मनुष्यों के लिए दण्ड का प्रतीक है। +* गन्धक की गंध तीव्र होती है जो सड़े हुए अंडे की गंध की तरह है। +* बाइबल में जलता हुआ गंधक अभक्त एवं विद्रोही मनुष्यों के लिए दण्ड का प्रतीक है। * लूत के समय मैं परमेश्वर ने सदोम और अमोरा के दुष्ट नगरों पर आग और गन्धक बरसाया था। -* कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में गन्धक को “जलता हुआ पत्थर” कहा गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है "जलता हुआ पत्थर।" +* कुछ अंग्रेजी बाइबल अनुवादों में गन्धक को “ज्वलनशील पत्थर” कहा गया है जिसका शाब्दिक अर्थ है "जलता हुआ पत्थर।" -## अनुवाद के सुझाव: ## +## अनुवाद के सुझाव: * इस शब्द का संभावित अनुवाद हो सकता है, “पीला पत्थर जो आग पकड़ता है” या “जलनेवाला पीला पत्थर”। -(यह भी देखें: [आमोरा](../names/gomorrah.md), [न्याय करना](../kt/judge.md), [लूत](../names/lot.md), [बलवा करना](../other/rebel.md), [सदोम](../names/sodom.md), [भक्तिहीन](../kt/ungodly.md)) +(यह भी देखें: [आमोरा](../names/gomorrah.md), [न्याय करना](../kt/judge.md), [लूत](../names/lot.md), [बलवा करना](../other/rebel.md), [सदोम](../names/sodom.md), [अभक्त](../kt/ungodly.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 19:23-25](rc://en/tn/help/gen/19/23) -* [यशायाह 34:8-10](rc://en/tn/help/isa/34/08) -* [लूका 17:28-29](rc://en/tn/help/luk/17/28) -* [प्रकाशितवाक्य 20:9-10](rc://en/tn/help/rev/20/09) +* [उत्पत्ति 19:24](rc://hi/tn/help/gen/19/24) +* [यशायाह 34:9](rc://hi/tn/help/isa/34/09) +* [लूका 17:29](rc://hi/tn/help/luk/17/29) +* [प्रकाशितवाक्य 20:10](rc://hi/tn/help/rev/20/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H1614, G2303 +* स्ट्रोंग्स: H1614, G23030 From fb3e7dcf43dc6b0cd1618d7b09d4471ee92f68e6 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Mon, 15 Nov 2021 14:01:56 +0000 Subject: [PATCH 406/412] Edit 'bible/other/sweep.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/sweep.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/sweep.md b/bible/other/sweep.md index 8c00f9b..e7f1796 100644 --- a/bible/other/sweep.md +++ b/bible/other/sweep.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# झाड़ना, उड़ा ले जाना, झाड़ा-बुहारा, झाड़ना# +# झाड़ना, उड़ा ले जाना -## तथ्य: ## +## तथ्य: -"झाड़ना" को आम तौर पर झाड़ू या ब्रश के साथ व्यापक, त्वरित गति को बढ़ाकर गंदगी को दूर करना होता है । "झाड़ना" का भूतकाल झाड़ा है। इन शब्दों का उपयोग आलंकारिक भी है। +"झाड़ना" सामान्यतः झाड़ू या ब्रश के माध्यम से व्यापक, त्वरित गति द्वारा गंदगी को दूर करना होता है । "झाड़ना" का भूतकाल "झाड़ा" है। इन शब्दों का उपयोग लाक्षणिक भी है। -* “झाड़ना” का प्रतीकात्मक अर्थ है सेना द्वारा शीघ्रगामी, निर्णायक, व्यापक कदम उठाना कहलाता है। +* “झाड़ना” का प्रतीकात्मक अर्थ है सेना द्वारा शीघ्रगामी, निर्णायक, व्यापक कदम उठाना। * उदाहरणार्थ, यशायाह ने भविष्यवाणी की थी कि अश्शूरों की सेना यहूदा राज्य का सफाया कर देगी। इसका अर्थ है कि वे यहूदा राज्य को नष्ट करके प्रजा को बन्दी बनाकर ले जायेंगे। -* शब्द "झाड़ना" का इस्तेमाल उस तरीके का वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है जिसमें तेजी से बहने वाले पानी चीजों को धक्का दे और उन्हें दूर कर दें। -* जब एक व्यक्ति के लिए मुश्किल चीजें भारी हो रही हैं, तो यह कहा जा सकता है कि वे "उसे खत्म" कर रहे हैं। +* "झाड़ना" शब्द का प्रयोग तीव्रगामी जल प्रवाह द्वारा वस्तुओं को बल पूर्वक बहा कर ले जाने के लिए भी किया जा सकता है का वर्णन करने के लिए भी किया जा सकता है। +* जब मनुष्य के लिए वशवर्ती कठिन परिस्थितियाँ उत्पन्न हों तो कहा जा सकता है कि वे उस पर "अतिव्यापक हो रही हैं" (यह भी देखें: [अश्शूर](../names/assyria.md), [यशायाह](../names/isaiah.md), [यहूदा](../names/judah.md), [भविष्यद्वक्ता](../kt/prophet.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [1 राजा 16:3-4](rc://en/tn/help/1ki/16/03) -* [दानिय्येल 11:40-41](rc://en/tn/help/dan/11/40) -* [उत्पत्ति 18:24-26](rc://en/tn/help/gen/18/24) -* [नीतिवचन 21:7-8](rc://en/tn/help/pro/21/07) -* [भजन-संहिता 090:5-6](rc://en/tn/help/psa/090/005) +* [1 राजा 16:3](rc://hi/tn/help/1ki/16/03) +* [दानिय्येल 11:40-41](rc://hi/tn/help/dan/11/40) +* [उत्पत्ति 18:24](rc://hi/tn/help/gen/18/24) +* [नीतिवचन 21:7-8](rc://hi/tn/help/pro/21/07) +* [भजन-संहिता 90:5](rc://hi/tn/help/psa/090/005) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H622, H857, H1640, H2498, H2894, H3261, H5500, H5502, H5595, H7857, H8804, G4216, G4563, G4951 +* स्ट्रोंग्स: H0622, H0857, H1640, H2498, H2894, H3261, H5500, H5595, H7857, G42160, G45630, G49510 \ No newline at end of file From 030147f9244f15126530c7935e202284c6617de9 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 04:25:09 +0000 Subject: [PATCH 407/412] Edit 'bible/other/teach.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/teach.md | 38 +++++++++++++++++++------------------- 1 file changed, 19 insertions(+), 19 deletions(-) diff --git a/bible/other/teach.md b/bible/other/teach.md index 78d0e56..1a2d21b 100644 --- a/bible/other/teach.md +++ b/bible/other/teach.md @@ -1,29 +1,29 @@ -# सिखाना, सिखाता है, सिखाकर, पढ़ाया गया, शिक्षा, शिक्षायें, अशिक्षित # + शिक्षा देना, शिक्षा, अशिक्षित -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -किसी को "सिखाने" का अर्थ है कि उसे वह बताना जो वह पहले से न जानता हो। इसका मतलब सामान्य रूप में "जानकारी प्रदान करने" का भी हो सकता है, जिसका संदर्भ सीखने वाले व्यक्ति से नहीं होता। सामान्यतः जानकारी औपचारिक या विधिवत रूप से दी जाती है। एक व्यक्ति का "शिक्षण" या उसकी "शिक्षा" वह हैं जो उसने पढ़ाया है। +किसी को "सिखाने" का अर्थ है कि उसे वह बताना जो वह पहले से न जानता हो। इसका मतलब सामान्य रूप में "जानकारी प्रदान करने" का भी हो सकता है, जिसका संदर्भ सीखने वाले व्यक्ति विशेष से नहीं होता है। सामान्यतः जानकारी औपचारिक या विधिवत रूप से दी जाती है। मनुष्य का "शिक्षण" या उसकी "शिक्षा" वह हैं जो उसने पढ़ाया गया है। * “गुरू” वह है जो शिक्षा देता है। “सिखाना” की भूतकालीन क्रिया है, “सिखाया” -* यीशु अपनी शिक्षाओं में परमेश्वर और उसके राज्य की बातें बताता था। -* यीशु के चेले उसे “गुरू” कहते थे। यह परमेश्वर के लिए मनुष्यों में शिक्षा देनेवाले के लिए एक सम्मानित पद था। -* जिन जानकारियों की शिक्षा दी जाती है उनका प्रदर्शन या बोला जा सकता है। -* “सिद्धांत” परमेश्वर के बारे में दी जानेवाली शिक्षाओं का समुच्य तथा जीवन शैली के बारे में परमेश्वर के निर्देश है। इसका अनुवाद “परमेश्वर की शिक्षाएं” या “परमेश्वर जो सिखाता है” के रूप में हो सकता है। -* प्रकरण पर आधारित “तुझे सिखाया गया” का अनुवाद, “इन लोगों ने तुझे जो सिखाया” या “परमेश्वर ने तुझे जो सिखाया” हो सकता है। -* “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद “कहना”, या “समझाना” या “निर्देश देना” हो सकते है। -* इस शब्द का अनुवाद इस प्रकार होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना” +* यीशु अपनी शिक्षाओं में परमेश्वर और उसके राज्य की बातों का वर्णन करता था। +* यीशु के चेले उसे “गुरू” कहते थे। यह मनुष्यों को परमेश्वर के विषय शिक्षा देनेवाले के लिए एक सम्मानित पद था। +* जिन जानकारियों की शिक्षा दी जाती है उनका प्रदर्शन किया जा सकता है या शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है। +* “धर्म सिद्धांत” परमेश्वर के बारे में दी जानेवाली परमेश्वर ही की शिक्षाओं का समुच्य तथा जीवन शैली के बारे में परमेश्वर के निर्देश है। इसका अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की शिक्षाएं” या “परमेश्वर हमें जो सिखाता है।" +* “तुझे जो सिखाया गया है” इस वाक्यांश का अनुवाद प्रकरण के अनुसार इस प्रकार हो सकता है, “इन लोगों ने तुझे जो सिखाया” या “परमेश्वर ने तुझे जो सिखाया है।" +* “शिक्षा देना” के अन्य अनुवाद हो सकते हैं, “कहना”, या “समझाना” या “निर्देश देना।" +* इस शब्द का अनुवाद प्रायः इस प्रकार होता है, “मनुष्यों को परमेश्वर के बारे में समझाना” (यह भी देखें: [निर्देश](../other/instruct.md), [शिक्षक](../other/teacher.md), [परमेश्वर का वचन](../kt/wordofgod.md)) -## बाइबल संदर्भ: ## +## बाइबल संदर्भ: -* [1 तीमुथियुस 01:3](rc://en/tn/help/1ti/01/03) -* [प्रे.का. 02:40-42](rc://en/tn/help/act/02/40) -* [यूहन्ना 07:14](rc://en/tn/help/jhn/07/14) -* [लूका 04:31](rc://en/tn/help/luk/04/31) -* [मत्ती. 04:23](rc://en/tn/help/mat/04/23) -* [भजन संहिता 032:08](rc://en/tn/help/psa/032/08) +* [1 तीमुथियुस 1:3](rc://hi/tn/help/1ti/01/03) +* [प्रे.का. 2:40-42](rc://hi/tn/help/act/02/40) +* [यूहन्ना 7:14](rc://hi/tn/help/jhn/07/14) +* [लूका 4:31](rc://hi/tn/help/luk/04/31) +* [मत्ती. 4:23](rc://hi/tn/help/mat/04/23) +* [भजन संहिता 32:8](rc://hi/tn/help/psa/032/08) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* स्ट्रांग'स: H502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G1317, G1321, G1322, G2085, G2605, G2727, G3100, G2312, G2567, G3811, G4994 +* स्ट्रोंग्स: H0502, H2094, H2449, H3045, H3046, H3256, H3384, H3925, H3948, H7919, H8150, G13170, G13210, G13220, G20850, G26050, G27270, G31000, G23120, G25670, G38110, G49940 \ No newline at end of file From af126dba71375625525ccb18cc38243085271bc8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 04:39:39 +0000 Subject: [PATCH 408/412] Edit 'bible/other/tenth.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/tenth.md | 34 +++++++++++++++++----------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 17 deletions(-) diff --git a/bible/other/tenth.md b/bible/other/tenth.md index 6e7c2dc..e740ccb 100644 --- a/bible/other/tenth.md +++ b/bible/other/tenth.md @@ -1,26 +1,26 @@ -# दशमांश, दसवें अंश, दशमांश, दसवां # +# दसवां, दशमांश, -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -“दसवां” या “दशमांश” का अर्थ है, पैसा, फसल, मवेशियों या अन्य संपदा का दस प्रतिशत भाग परमेश्वर को देते थे। +“दसवां” या “दशमांश” का उस पैसे, फसल, मवेशियों या अन्य संपदा के दस प्रतिशत या दस में से एक भाग के सन्दर्भ में है जो परमेश्वर को दिया जाना है। -* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे अपने सब कुछ का दसवां अंश परमेश्वर के लिए धन्यवाद की भेंट स्वरूप पृथक कर दे। -* यह भेंट लेवियों के संमरण के लिए थी क्योंकि वे इस्राएलियों के लिए याजकों की सेवा करते थे और निवास तथा मंदिर की देखरेख करते थे। +* पुराने नियम में परमेश्वर ने इस्राएल को आज्ञा दी थी कि वे अपने सब कुछ का दसवां अंश परमेश्वर के लिए धन्यवाद की भेंट स्वरूप पृथक कर दें। +* यह भेंट इस्राएलियों के लेवी गोत्र के संभरण के लिए थी क्योंकि वे इस्राएलियों के लिए याजकों की सेवा करते थे और निवास तथा मंदिर की देखरेख करते थे। * नये नियम में परमेश्वर के लिए दशमांश पृथक करने की आज्ञा तो नहीं है परन्तु उदारता तथा सहर्ष देने का विचार है कि मसीही सेवा में सहयोग तथा गरीबों को सहायता प्राप्त हो। -* इसका अनुवाद हो सकता है, “दसवां अंश” या “दस में से एक।” +* इसका अनुवाद हो सकता है, “दसवां अंश” या “दस में से एक भाग।” -(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [लेवी](../names/levite.md), [जीवन](../other/livestock.md), [मेलिकिसिदक](../names/melchizedek.md), [सेवक](../kt/minister.md), [बलि](../other/sacrifice.md) [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) +(यह भी देखें: [विश्वास](../kt/believer.md), [इस्राएल](../kt/israel.md), [लेवी](../names/levite.md), [मवेशी](../other/livestock.md), [मेलिकिसिदक](../names/melchizedek.md), [सेवक](../kt/minister.md), [बलि](../other/sacrifice.md) [मिलापवाला तम्बू](../kt/tabernacle.md), [मन्दिर](../kt/temple.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://en/tn/help/gen/14/19) -* [उत्पत्ति 28:20-22](rc://en/tn/help/gen/28/20) -* [इब्रानियों 07:4-6](rc://en/tn/help/heb/07/04) -* [यशायाह 06:13](rc://en/tn/help/isa/06/13) -* [लूका 11:42](rc://en/tn/help/luk/11/42) -* [लूका 18:11-12](rc://en/tn/help/luk/18/11) -* [मत्ती 23:23-24](rc://en/tn/help/mat/23/23) +* [उत्पत्ति 14:19-20](rc://hi/tn/help/gen/14/19) +* [उत्पत्ति 28:20-22](rc://hi/tn/help/gen/28/20) +* [इब्रानियों7:4-6](rc://hi/tn/help/heb/07/04) +* [यशायाह 6:13](rc://hi/tn/help/isa/06/13) +* [लूका 11:42](rc://hi/tn/help/luk/11/42) +* [लूका 18:11-12](rc://hi/tn/help/luk/18/11) +* [मत्ती 23:23-24](rc://hi/tn/help/mat/23/23) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H4643, H6237, H6241, G586, G1181, G1183 +* स्ट्रोंग्स: H4643, H6237, H6241, G5860, G11810, G11830 From 7cf0b4631b92297f6cb6e51ca5dc22961eda12b8 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 05:02:14 +0000 Subject: [PATCH 409/412] Edit 'bible/other/terror.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/terror.md | 33 +++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 17 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/terror.md b/bible/other/terror.md index a2884c0..9eb5298 100644 --- a/bible/other/terror.md +++ b/bible/other/terror.md @@ -1,25 +1,26 @@ -# डर, डराएँगे, दहशत, भयंकर, डराएँ, घबरा गए, भयानक # +# डर, डराना, भयभीत करना, भय, आतंक -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -* “डर” शब्द अत्यंत भय को व्यक्त करता है। किसी को “डराना” अर्थात उसे भयभीत करना। +* “भय” शब्द अत्यंत भयभीत होने या गहन आतंक के सन्दर्भ में है। किसी को “भयभीत करना” अर्थात उसे बहुत अधिक दारा देना है। -* “डर” किसी वस्तु या मनुष्य द्वारा उत्पन्न भय भी होता है। डर का एक उदाहरण हमलावर दुश्मन सेना या महामारी या बीमारी है जो व्यापक है, कई लोगों की हत्या कर सकता है। -* इन भयावहों को "भयानक" के रूप में वर्णित किया जा सकता है। इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भय-कारण” या “आतंक-उत्पादक।” -* परमेश्वर का न्याय एक दिन मन न फिराने वाले मनुष्यों में जो उसके अनुग्रह को अस्वीकार करते हैं, भय उत्पन्न करेगा। -* “यहोवा का भय” का अनुवाद “यहोवा की भयावह उपस्थिति” या “यहोवा का भयानक न्याय” या “जब यहोवा अत्यंत भय उत्पन्न करता है।” हो सकता है। -* 'आतंक' का अनुवाद करने के तरीके में "अत्यधिक भय" या "गहरा भय" शामिल हो सकता है। +* “आतंक” किसी वस्तु या मनुष्य द्वारा उत्पन्न महान भय या संत्रास भी होता है। डर का एक उदाहरण है, क्षत्रु की आक्रमणकारी सेना या महामारी या सर्वव्यापी बीमारी जिससे असंक्य लोगों की मृत्यु हो रही है। +* इन भयावह घटनाओं को कह सकते हैं, "आतंकित करने वाली|" इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयोत्पादक” या “आतंक-उत्पादक।” +* परमेश्वर का न्याय एक दिन मन न फिराने वाले मनुष्यों को आतंकित कर देगा क्योंकि उन्होंने उसके अनुग्रह को अस्वीकार किया हैं। +* “यहोवा का भय” का अनुवाद हो सकता है, “यहोवा की भयावह उपस्थिति” या “यहोवा का भयानक न्याय” या “जब यहोवा अत्यंत भय उत्पन्न करता है।” +* 'आतंक' के अनुवाद रूप हो सकते हैं, "अत्यधिक भय" या "आतंक से अभिभूत।" (यह भी देखें: [बैरी](../other/adversary.md), [भय](../kt/fear.md), [न्याय](../kt/judge.md), [महामारी](../other/plague.md), [यहोवा](../kt/yahweh.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [व्यवस्थाविवरण 02:24-25](rc://en/tn/help/deu/02/24) -* [निर्गमन 14:10-12](rc://en/tn/help/exo/14/10) -* [लूका 21:7-9](rc://en/tn/help/luk/21/07) -* [मरकुस 06:48-50](rc://en/tn/help/mrk/06/48) -* [मत्ती 28:5-7](rc://en/tn/help/mat/28/05) +* [व्यवस्थाविवरण 2:25](rc://hi/tn/help/deu/02/25) +* [निर्गमन 14:10](rc://hi/tn/help/exo/14/10) +* [लूका 21:9](rc://hi/tn/help/luk/21/09) +* [मरकुस 6:48-50](rc://hi/tn/help/mrk/06/48) + +## शब्द तथ्य: + +* स्ट्रोंग्स: H0367, H0926, H0928, H1091, H1161, H1204, H1205, H1763, H2111, H2113, H2189, H2731, H2847, H2851, H2865, H3372, H3707, H4032, H4172, H4288, H4637, H6184, H6206, H6343, H6973, G16290, G16300, G22580, G44220, G44260, G54010 -## शब्द तथ्य: ## -* Strong's: H367, H926, H928, H1091, H1161, H1204, H1763, H2111, H2189, H2283, H2731, H2847, H2851, H2865, H3372, H3707, H4032, H4048, H4172, H4288, H4637, H6184, H6206, H6343, H6973, H8541, G1629, G1630, G2258, G4422, G4426, G5401 From 6e3f84271fd41aaf72a0ad84c37c9e743030bc06 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 05:12:38 +0000 Subject: [PATCH 410/412] Edit 'bible/other/thorn.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/thorn.md | 28 ++++++++++++++-------------- 1 file changed, 14 insertions(+), 14 deletions(-) diff --git a/bible/other/thorn.md b/bible/other/thorn.md index 2847c00..13df1ea 100644 --- a/bible/other/thorn.md +++ b/bible/other/thorn.md @@ -1,24 +1,24 @@ -# कटीले, झड़बेरी, झाड़ियों, काँटों, झाड़ी, ऊँटकटारे # +# काँटा, कंटीली झाड़ियाँ, ऊँटकटारे -## तथ्य: ## +## तथ्य: -कटीले झाड़ियां या ऊंटकटार वे पौधे होते हैं जिनकी शाखाओं में कांटे या फूल होते हैं। इन पौधों में फल या काम की कोई वस्तु नहीं उगती है। +कंटीली झाड़ियां या ऊंटकटार वे पौधे होते हैं जिनकी शाखाओं में कांटे या फूल होते हैं। इन पौधों में फल या काम की कोई वस्तु नहीं उगती है। -* "कांटा" वृक्ष की शाखा पर एक कठोर नुकीली वृद्धि है। “कंटीली झाड़ी” एक छोटा वृक्ष या झाड़ी है जिसकी टहनियों पर कांटे होते हैं। +* "कांटा" वृक्ष की शाखा पर एक कठोर नुकीला उभार होता है। “कंटीली झाड़ी” एक छोटा वृक्ष या झाड़ी है जिसकी टहनियों पर कांटे होते हैं। * “ऊंटकटार” वह पौधा है जिसकी टहनियां और पत्तों पर कांटे होते हैं। उसके फूल प्रायः बैगंनी रंग के होते हैं। -* कंटीली झाड़ियां अति शीघ्र बढ़ती हैं और अच्छे पौधों को बढ़ने से रोकते हैं। यह पाप द्वारा मनुष्य की आत्मिक उन्नति को रोकने का एक उत्तम दृश्य है। -* यीशु के क्रूसीकरण से पहले उसके सिर पर कांटों का मुकुट रखा गया है। -* यदि संभव हो तो, इन शब्दों का अनुवाद दो अलग-अलग पौधों या झाड़ियों के नाम से किया जाना चाहिए जो कि भाषा क्षेत्र में जाना जाता है। +* कंटीली झाड़ियां अति शीघ्र बढ़ती हैं और अच्छे पौधों को बढ़ने से रोकते हैं। यह पाप द्वारा मनुष्य की आत्मिक उन्नति को रोकने का एक उत्तम चित्रण है। +* यीशु के क्रूसीकरण से पहले उसके सिर पर गुंथे हुए कांटों का मुकुट रखा गया है। +* यदि संभव हो तो, इन शब्दों का अनुवाद दो अलग-अलग पौधों या झाड़ियों के नाम से किया जाए जो लक्षित भाषा के क्षेत्र में जाने जाते है। (यह भी देखें: [मुकुट ](../other/crown.md), [फल](../other/fruit.md), [आत्मा](../kt/spirit.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [इब्रानियों 06:7-8](rc://en/tn/help/heb/06/07) -* [मत्ती 13:7-9](rc://en/tn/help/mat/13/07) -* [मत्ती 13:22-23](rc://en/tn/help/mat/13/22) -* [गिनती 33:55-56](rc://en/tn/help/num/33/55) +* [इब्रानियों 6:7-8](rc://hi/tn/help/heb/06/07) +* [मत्ती 13:7](rc://hi/tn/help/mat/13/07) +* [मत्ती 13:22](rc://hi/tn/help/mat/13/22) +* [गिनती 33:55](rc://hi/tn/help/num/33/55) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H329, H1863, H2312, H2336, H4534, H5285, H5518, H5544, H6791, H6796, H6975, H7063, H7898, G173, G174, G4647, G5146 +* स्ट्रोंग्स: H0329, H1863, H2312, H2336, H4534, H5285, H5518, H5544, H6791, H6796, H6975, H7063, H7898, G01730, G01740, G46470, G51460 \ No newline at end of file From 7a2af70da6baf972991820d013dcc6d9d64aeef1 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 05:24:34 +0000 Subject: [PATCH 411/412] Edit 'bible/other/throne.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/throne.md | 32 ++++++++++++++++---------------- 1 file changed, 16 insertions(+), 16 deletions(-) diff --git a/bible/other/throne.md b/bible/other/throne.md index ae4005c..9a2089c 100644 --- a/bible/other/throne.md +++ b/bible/other/throne.md @@ -1,26 +1,26 @@ # सिंहासन, विराजमान -## परिभाषा: ## +## परिभाषा: -एक सिंहासन एक विशेष रूप से बनाई गई कुर्सी है जहाँ एक शासक बैठता है जब वह महत्वपूर्ण मामलों का निर्णय करता है और अपने लोगों के अनुरोधों को सुनता है। +सिंहासन एक विशेष रूप से बनाया गया आसन होता है जहाँ शासक बैठता है जब वह महत्वपूर्ण मामलों का निर्णय लेता है और अपने लोगों की याचनाओं को सुनता है। -* सिंहासन शासक का अधिकार और शक्ति का प्रतीक है। -* “सिंहासन” शब्द का प्रतीकातमक उपयोग राजा या उसके राज्य या उसकी शक्ति के लिए भी किया जाता है। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://en/ta/man/translate/figs-metonymy)) -* बाइबल में परमेश्वर को राजा के रूप में सिंहासन पर विराजमान कहा गया है। यीशु को पिता परमेश्‍वर के दाहिनी ओर सिंहासन पर बैठा हुआ वर्णित किया गया था। -* यीशु ने कहा कि स्वर्ग परमेश्वर का सिंहासन है। इसका अनुवाद , "जहां परमेश्वर राजा के रूप में शासन करता है" किया जा सकता है। +* सिंहासन शासक के अधिकार और शक्ति का प्रतीक है। +* “सिंहासन” शब्द का प्रतीकातमक उपयोग राजा या उसके राज या उसकी शक्ति के लिए भी किया जाता है। (देखें: [लक्षणालंकार](rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy)) +* बाइबल में परमेश्वर को प्रायः राजा के रूप में सिंहासन पर विराजमान दर्शाया गया है। यीशु को पिता परमेश्‍वर के दाहिनी ओर सिंहासन पर बैठा हुआ वर्णित किया गया है। +* यीशु ने कहा कि स्वर्ग परमेश्वर का सिंहासन है। इसका एक अनुवाद रूप हो सकता है, "जहां परमेश्वर राजा के रूप में शासन करता है।" (यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [सामर्थ्य](../kt/power.md), [राजा](../other/king.md), [राज करना](../other/reign.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [कुलुस्सियों 01:15-17](rc://en/tn/help/col/01/15) -* [उत्पत्ति 41:39-41](rc://en/tn/help/gen/41/39) -* [लूका 01:30-33](rc://en/tn/help/luk/01/30) -* [लूका 22:28-30](rc://en/tn/help/luk/22/28) -* [मत्ती 05:33-35](rc://en/tn/help/mat/05/33) -* [मत्ती 19:28](rc://en/tn/help/mat/19/28) -* [प्रकाशितवाक्य 01:4-6](rc://en/tn/help/rev/01/04) +* [कुलुस्सियों 1:15-17](rc://hi/tn/help/col/01/15) +* [उत्पत्ति 41:40](rc://hi/tn/help/gen/41/40) +* [लूका 1:32](rc://hi/tn/help/luk/01/32) +* [लूका 22:30](rc://hi/tn/help/luk/22/30) +* [मत्ती 5:34](rc://hi/tn/help/mat/05/34) +* [मत्ती 19:28](rc://hi /tn/help/mat/19/28) +* [प्रकाशितवाक्य 1:4-6](rc://hi /tn/help/rev/01/04) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3427, H3676, H3678, H3764, H7675, G968, G2362 +* स्ट्रोंग्स: H3427, H3676, H3678, H3764, H7675, G09680, G23620 From 1f998d03a3a00524d3b6c4f2ce4e3b369013c189 Mon Sep 17 00:00:00 2001 From: Christopher_Sentu1 Date: Tue, 16 Nov 2021 05:42:12 +0000 Subject: [PATCH 412/412] Edit 'bible/other/torment.md' using 'tc-create-app' --- bible/other/torment.md | 30 +++++++++++++++--------------- 1 file changed, 15 insertions(+), 15 deletions(-) diff --git a/bible/other/torment.md b/bible/other/torment.md index 50b1d8a..94fe582 100644 --- a/bible/other/torment.md +++ b/bible/other/torment.md @@ -1,25 +1,25 @@ -# दुःख देने, सताया, अंधेर करना, दुःख देनेवालों # +# पीड़ा, पीड़ित किया, पीड़ा पहुंचाने वाले -## तथ्य: ## +## तथ्य: -“दुःख देने” अर्थात घोर कष्ट देना। किसी को दुःख देने का अर्थ है निर्दयता से सताना। +“पीड़ा” का सन्दर्भ भयानक कष्टों से है। किसी को पीड़ा पहुंचाने का अर्थ है, उस मनुष्य के लिए कष्ट का कारण होना, प्रायः निर्दयता से। -* कभी-कभी दुःख देने का संदर्भ शारीरिक कष्ट एवं व्यथा से होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में शारीरिक यातना का वर्णन किया गया है जो "पशु" के पूजकों को अंत के समय में भुगतना पड़ेगा। -* पीड़ा आत्मिक एवं मानसिक व्यथा भी होती है जैसा अय्यूब के साथ था। -* प्रकाशितवाक्य की पुस्तक के अनुसार यीशु में विश्वास नहीं करनेवालों को आग की झील में आत्मिक अनन्त पीड़ा सहनी होगी। -* इस शब्द का अनुवाद, “भयानक कष्ट” या “घोर कष्ट” या “क्लेश” हो सकता है। कुछ अनुवादों में स्पष्टता हेतु “शारीरिक” या “आत्मिक” शब्द को इसके साथ जोड़ दिया जाता है। +* कभी-कभी दुःख देने का संदर्भ शारीरिक कष्ट एवं व्यथा से होता है। उदाहरण के लिए, प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में शारीरिक यातना का वर्णन किया गया है जो "पशु" के पूजकों को अंत के समय में भुगतना पड़ेगी। +* पीड़ा आत्मिक एवं मानसिक व्यथा भी होती है जैसा अय्यूब ने अनुभव किया था। +* प्रकाशितवाक्य की पुस्तक में प्रेरित यूहन्ना लिखता है, कि यीशु में उद्धार का विश्वास नहीं करनेवाले आग की झील में अनन्त आत्मिक पीड़ा सहेंगे। +* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “भयानक कष्ट” या “किसी को घोर कष्ट देना” या “यातना।" कुछ अनुवादक स्पष्टता हेतु “शारीरिक” या “आत्मिक” शब्द को इसके साथ जोड़ देते हैं। (यह भी देखें: [पशु](../other/beast.md), [अनन्त](../kt/eternity.md), [अय्यूब](../names/job.md), [उद्धारकर्ता](../kt/savior.md), [आत्मा](../kt/spirit.md), [दुख उठाना](../other/suffer.md), [आराधना](../kt/worship.md)) -## बाइबल सन्दर्भ: ## +## बाइबल सन्दर्भ: -* [2 पतरस 02:7-9](rc://en/tn/help/2pe/02/07) -* [यिर्मयाह 30:20-22](rc://en/tn/help/jer/30/20) -* [विलापगीत 01:11-12](rc://en/tn/help/lam/01/11) -* [लूका 08:28-29](rc://en/tn/help/luk/08/28) -* [प्रकाशितवाक्य 11:10-12](rc://en/tn/help/rev/11/10) +* [2 पतरस 2:8](rc://hi/tn/help/2pe/02/08) +* [यिर्मयाह 30:20-22](rc://hi/tn/help/jer/30/20) +* [विलापगीत 1:11-12](rc://hi/tn/help/lam/01/11) +* [लूका 8:28-29](rc://hi/tn/help/luk/08/28) +* [प्रकाशितवाक्य 11:10](rc://hi/tn/help/rev/11/10) -## शब्द तथ्य: ## +## शब्द तथ्य: -* Strong's: H3013, G928, G929, G930, G931, G2558, G2851, G3600 +* स्ट्रोंग्स: H3013, G09280 , G09290, G09300, G09310 , G25580, G28510, G36000