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# प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई#
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# प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई #
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## परिभाषा: ##
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* “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”।
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* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद भिनार्थक शब्दों में किया जाना आवश्यक है।
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इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
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(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [चेले](../kt/disciple.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [पौलुस](../names/paul.md), [बारह](../kt/thetwelve.md))
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या “मसीह पुरुष” जैसा।
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* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद शिष्य और प्रेरित शब्दों के अनुवाद से भिन्न हो।
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* सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या जाति से हो।
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* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
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# अधोलोक, अथाह-कुण्ड#
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# अधोलोक, अथाह-कुण्ड #
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## परिभाषा: ##
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## अनुवाद के सुझाव ##
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पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान” कुछ अनुवादों में इसे “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है-प्रकरण के अनुसार।
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* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी “अविश्वासी मृतक आत्माओं का स्थान” या “अविश्वासी मृतकों मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
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* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” का उसी भाषा के उच्चारण में ज्यों का त्यों रखा गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
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* एक वाक्यांश को यह भी समझाने के लिए प्रत्येक शब्द में जोड़ा जा सकता है, ऐसा करने के उदाहरण, "अधोलोक, जगह जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु के स्थान"।
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यहूदी वे लोग है जो अब्राहम के पोते याकूब के वंशज थे। “यहूदी” शब्द “यहूदा” से आया था।
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लोग इस्राएलियों को यहूदी तब कहने लगे जब वे बेबीलोन से यहूदा देश लौट आएँ थे।
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* मसीह यीशु यहूदी था। परन्तु यहूदी धर्म के अगुओं ने यीशु का इन्कार किया और उसको मार डालने की मांग की।
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* “यहूदी शब्द प्रायः यहूदियों के अगुओं के संदर्भ में लिया जाता था, सब यहूदियों के लिए नहीं। इन संदर्भों में कुछ अनुवादों में “के अगुवे” जोड़ा जाता है कि अर्थ स्पष्ट व्यक्त हो।
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“नाज़ीर” वह मनुष्य था जो नाज़ीर होने की शपथ लेता था। अधिकतर पुरुष यह शपथ लेते थे परन्तु स्त्रियां भी इस शपथ को लेती थी।
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* नाज़ीर मनुष्य निश्चित दिनों सप्ताहों या महीनों तक अंगूर का या अंगूर के रस का कोई व्यंजन या मदिरा या रस नहीं खाता-पीता था। इस अवधि के दौरान वह अपने बाल काट नहीं सकते और मृत शरीर के पास नहीं जा सकते थे।
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जब समय पूरा हो जाता था और शपथ पूरी हो जाती थी तब नाज़ीर याजक के पास जाकर बलि चढ़ाता था। इसमें उसके बालों को काटकर जलाया जाता था। और अन्य सब वर्जित बातों का अन्त हो जाता था।
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* शमशोन बाइबल में एक प्रसिद्ध व्यक्ति है जो नाज़ीर था।
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* यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को जन्म की भविष्यवाणी करते समय स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था कि उसका यह पुत्र मदिरा पान नहीं करेगा, जिसका अर्थ है कि वह एक नाज़ीर था।
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* प्रेरित पौलुस ने भी एक समय यह शपथ ली थी जो प्रेरितों के काम की पुस्तक के एक अंश से प्रकट है।
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* __[43:05](rc://en/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
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* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहता है, 'आप कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
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* __[48:12](rc://en/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
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## शब्द तथ्य: ##
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चिन्ह वह वस्तु, घटना या कार्य है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है।
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* "स्मरण कराने वाली बात" ऐसे संकेत हैं जो "याद दिलाने उन्हें याद करने में मदद करते है, जो कुछ वादा किया गया था:
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* परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा।
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* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें।
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* परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा।
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* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें।
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* चिन्ह किसी बात को प्रकट करते हैं या उसकी ओर संकेत करते हैः
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* स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे।
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* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है।
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* स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे।
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* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है।
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* चिन्ह किसी बात को सच्चा सिद्ध करते है:
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* भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
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* यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था ।
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* भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
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* यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था ।
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## (अनुवाद के सुझाव: ##
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* "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना।”।
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* “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें।”
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परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड पाने का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना”।
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(यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
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* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सही__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
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* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
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* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
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* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?”
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* __[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
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* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सही__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
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* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
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* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
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* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?”
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## शब्द तथ्य: ##
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# काम, कर्म, कार्य, कृत्य#
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# काम, कर्म, कार्य, कृत्य #
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## परिभाषा: ##
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* __[02:12](rc://en/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने सुंदर बगीचे से __आदम__ और हव्वा को बाहर भेज दिया।
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* __[49:08](rc://en/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो इसने उनकी सारी संतानों को प्रभावित किया।
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* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।
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## शब्द तथ्य: ##
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अहाब एक अत्यधिक दुष्ट राजा था जिसने उत्तरी राज्य, इस्राएल पर 875-854 ई.पू. तक राज किया था।
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राजा अहाब ने इस्राएली प्रजा पर मूर्तिपूजा(झूठे देवता) का बुरा प्रभाव डाला था।
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* भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने अहाब से भविष्यद्वाणी की थी कि अहाब द्वारा इस्राएल से पाप कराने के परिणामस्वरूप साढ़े तीन वर्ष तक अकाल पड़ेगा क्योंकि यह उनके पापों के लिए परमेश्वर का दण्ड है।
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* राजा अहाब और उसकी रानी ईज़ेबेल ने अनेक अन्य बुरे कार्य किए थे जिसमें उन्होंने उनके सामर्थ्य का दुरूपयोग करके निर्दोषों की हत्या की थी।
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अशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “अशेर” था।
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* अशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
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* उसके नाम का अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
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* अशेर को दिए गए भूभाग का नाम भी अशेर था यह भूमि इस्राएल द्वारा कनान प्रवेश के समय उन्हें दी गई थी।
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* अशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
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* उसके नाम का अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
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* अशेर को दिए गए भूभाग का नाम भी अशेर था यह भूमि इस्राएल द्वारा कनान प्रवेश के समय उन्हें दी गई थी।
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(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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बालजबूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है।
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* इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
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* इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
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* यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
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* इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
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* इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
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* यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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बनायाह नामक अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
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* यहोयादा का पुत्र बनायाह दाऊद के शूरवीरों में था। वह एक कुशल योद्धा था इसलिए दाऊद के अंग रक्षकों का प्रधान बनाया गया था।
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जब सुलैमान को राजा बनाया गया तब बनायाह ने उसके बैरियों का नाश किया था। अन्त में वह इस्राएली सेना का सेनापति बन गया था।
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* पुराने नियम में बनायाह नामक अन्य पुरुष थे, तीन लेवी, एक याजक एक संगीतकार, आसाप का एक वंशज।
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(यह भी देखें: [आसाप](../names/asaph.md), [यहोयादा](../names/jehoiada.md), [लैव्य.](../names/levite.md), [सुलैमान](../names/solomon.md))
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* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था।
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* पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
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* “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
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जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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कालेब उन बारह इस्राएली भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने कनान की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
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उसने और यहोशू ने इस्राएलियों को प्रोत्साहित किया था कि वे परमेश्वर पर भरोसा रखें वह उन्हें कनान पर विजय दिलाएगा।
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* यहोशू और कालेब उस पीढ़ी के दो ही जन थे जिन्हें प्रतिज्ञा के देश, कनान में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की गई थी।
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* कालेब ने निवेदन किया था कि उसे और उसके परिवार को हेब्रोन दिया जाए। उसे विश्वास था कि परमेश्वर उसे वहां के लोगों को पराजित करने में उसकी सहायता करेगा।
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
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* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही __कालेब__ और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
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* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ “उनमे से कालिब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,वह मर जाएगे और कभी प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश नहीं करेंगे।"
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* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
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* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही __कालेब__ और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
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* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ “उनमे से कालिब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,वह मर जाएगे और कभी प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश नहीं करेंगे।"
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ताकि वे उस देश में शांति से जी सकें।
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दानिय्येल एक इस्राएली भविष्यद्वक्ता था जिसे 600 ई.पू. में नबूकदनेस्सर द्वारा बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था, उस समय वह युवावस्था में ही था।
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यह वह समय था जब यहूदा से अनेक इस्राएली बेबीलोन में 70 वर्ष के लिए बन्धुआई में थे।
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* दानिय्येल को कसदी नाम, बेलतशस्सर रखा गया।
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* दानिय्येल एक सम्मानित एवं धर्मी मनुष्य था, वह परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता था।
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* परमेश्वर ने दानिय्येल को योग्यता प्रदान की थी कि वह बेबीलोन के राजाओं के अनेक स्वप्न एवं दर्शनों का अर्थ उन्हें समझाएं।
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम __दाऊद__ था। बैतलहम नगर में __दाऊद__ एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
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* __[17:03](rc://en/tn/help/obs/17/03)__ __दाऊद__ एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब __दाऊद__ एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
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* __[17:04](rc://en/tn/help/obs/17/04)__ शाऊल यह देख कि लोग __दाऊद__ को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण __दाऊद__ शाऊल से छिप रहा था।
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* __[17:05](rc://en/tn/help/obs/17/05)__ परमेश्वर ने __दाऊद__ को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। __दाऊद__ ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
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* __[17:06](rc://en/tn/help/obs/17/06)__ __दाऊद__ चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
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* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ __दाऊद__ ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
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* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ __दाऊद__ ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। __दाऊद__ को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, __दाऊद__ ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
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* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम __दाऊद__ था। बैतलहम नगर में __दाऊद__ एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
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* __[17:03](rc://en/tn/help/obs/17/03)__ __दाऊद__ एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब __दाऊद__ एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
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* __[17:04](rc://en/tn/help/obs/17/04)__ शाऊल यह देख कि लोग __दाऊद__ को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण __दाऊद__ शाऊल से छिप रहा था।
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* __[17:05](rc://en/tn/help/obs/17/05)__ परमेश्वर ने __दाऊद__ को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। __दाऊद__ ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
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* __[17:06](rc://en/tn/help/obs/17/06)__ __दाऊद__ चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
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* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ __दाऊद__ ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
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* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ __दाऊद__ ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। __दाऊद__ को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, __दाऊद__ ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
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## शब्द तथ्य: ##
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एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था।
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* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था।
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* एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
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* एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
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* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था।
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* एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
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* एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[06:07](rc://en/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
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* __[07:02](rc://en/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
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* __[07:04](rc://en/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
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* __[07:05](rc://en/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा।
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||||
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
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* __[06:07](rc://en/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
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* __[07:02](rc://en/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
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* __[07:04](rc://en/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
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* __[07:05](rc://en/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा।
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* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
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## शब्द तथ्य: ##
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एस्तेर एक यहूदी स्त्री थी, यहूदी जब बेबीलोन की बन्धुआई में ही थे तब वह फारस राजा की रानी बनी थी।
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* एस्तेर की पुस्तक में एस्तेर का क्षयर्ष की रानी बनना और उसके माध्यम से परमेश्वर द्वारा यहूदियों की सुरक्षा का वृत्तान्त लिखा है।
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एस्तेर एक अनाथ बालिका थी जिसे उसके रिश्ते के भाई मोर्दकै ने पाल पोस कर बड़ा किया था।
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* अपने इस अभिभावक की आज्ञा मानने से उसे परमेश्वर की आज्ञा मानने में सहायता मिली थी।
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* गिलाद यरदन नदी के पूर्व में एक पर्वतीय प्रदेश है जहां इस्राएली गोत्र गाद, रूबेन, मनश्शे वास करने लगे थे।
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* इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
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* “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
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* इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
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* “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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गोशेन मिस्र के उत्तरी भाग में नील नदी के परिवेश में बसा एक उपजाऊ प्रदेश था।
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जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
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* वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
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||||
* अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
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जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
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* वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
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* अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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इसहाक अब्राहम और सारा का एकलौता पुत्र था। यद्यपि वे वृद्ध थे, परमेश्वर ने उन्हें पुत्र देने की प्रतिज्ञा की थी।
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* “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
|
||||
* परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
|
||||
* परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
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||||
* जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
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||||
* इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
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* “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
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* परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
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* परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
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* जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
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* इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
|
||||
* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
|
||||
* __[05:09](rc://en/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
|
||||
* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा।
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||||
* __[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
|
||||
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी।
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||||
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
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* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
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* __[05:09](rc://en/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
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* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा।
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* __[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
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* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी।
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## शब्द तथ्य: ##
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“यित्रो” और “रूएल” शाऊल दोनों नाम मूसा की पत्नी सिप्पोरा के पिता के हैं। पुराने नियम में “रूएल” नामक दो पुरुष और थे।
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मिद्यान देश में जब मूसा चरवाहा था तब उसने एक मिद्यानी पुरुष, रूएल की पुत्री से विवाह कर लिया था।
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* बाद में रूएल को “यित्रो, मिद्यानियों का पुजारी” कहा गया है। हो सकता है कि “रूएल” उसक गोत्र का नाम था।
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* जिस समय परमेश्वर ने जलती हुई झाड़ी में से मूसा से बातें की थी, उस समय मूसा यित्रो की भेड़ें चरा रहा था।
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* मिस्र से इस्राएलियों को निकाल लाने के कुछ समय पश्चात यित्रो जंगल में इस्राएलियों के पास आया और मूसा को लोगों के विवादों को सुलझाने का अच्छा परामर्श दिया।
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@ -7,7 +7,7 @@
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* योएल की पुस्तक पुराने नियम के अन्तिम भाग में बारह छोटे भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में से एक है।
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* हमें योएल की व्यक्तिगत जानकारी में केवल इतना ही ज्ञात है कि उसके पिता का नाम पतूएल था।
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* पिन्तेकुस्त के दिन अपने भाषण में प्रेरित पतरस ने योएल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था।
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(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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@ -27,12 +27,12 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है।
|
||||
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
|
||||
* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे, कोई भी उस देश में न जाने पाएगा, जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है ,कि तुम को उसमें बसाऊँगा।
|
||||
* __[14:14](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन कर सके।
|
||||
* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ __यहोशू__ एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
|
||||
* __[15:03](rc://en/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
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||||
* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है।
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* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
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* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे, कोई भी उस देश में न जाने पाएगा, जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है ,कि तुम को उसमें बसाऊँगा।
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* __[14:14](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन कर सके।
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* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ __यहोशू__ एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
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* __[15:03](rc://en/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
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## शब्द तथ्य: ##
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# इस्राएल के राज्य #
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# इस्राएल के राज्य #
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## तथ्य: ##
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@ -20,12 +20,12 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[18:08](rc://en/tn/help/obs/18/08)__ अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे __इस्राएल का राज्य__ कहा गया।
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* __[18:10](rc://en/tn/help/obs/18/10)__ यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
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* __[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)__ नए __इस्राएली राज्य__ में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
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* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __ पाप किया था।
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* __[20:02](rc://en/tn/help/obs/20/02)__ अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने __इस्राएल के राज्य__ को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने __इस्राएल के__ बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
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* __[20:04](rc://en/tn/help/obs/20/04)__ तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर __इस्राएली राज्य__ था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामारी कहलाए।
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* __[18:08](rc://en/tn/help/obs/18/08)__ अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे __इस्राएल का राज्य__ कहा गया।
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* __[18:10](rc://en/tn/help/obs/18/10)__ यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
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* __[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)__ नए __इस्राएली राज्य__ में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
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* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __ पाप किया था।
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* __[20:02](rc://en/tn/help/obs/20/02)__ अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने __इस्राएल के राज्य__ को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने __इस्राएल के__ बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
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* __[20:04](rc://en/tn/help/obs/20/04)__ तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर __इस्राएली राज्य__ था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामारी कहलाए।
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -29,12 +29,12 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
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* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
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* __[22:06](rc://en/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
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* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
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* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
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* __[49:01](rc://en/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
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* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
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* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
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* __[22:06](rc://en/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
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* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
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* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
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* __[49:01](rc://en/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
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## शब्द तथ्य: ##
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मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था।
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* यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
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* मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
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* बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
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* यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
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* मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
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* बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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@ -5,7 +5,9 @@
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नबूकदनेस्सर बेबीलोन साम्राज्य का राजा था जिसकी शक्तिशाली सेना ने अनेक जातियों और देशों को जीता था।
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* नबूकदनेस्सर की अगुआई में बेबीलोन की सेना ने यहूदा राज्य को जीत कर अधिकांश यहूदियों को बन्दी बनाया और बेबीलोन ले गए। बंदियों को 70 साल की अवधि के लिए वहां रहने के लिए मजबूर किया गया था जिसे "बेबीलोन का निर्वासन" कहा जाता था।
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इन बन्धुआ लोगों में एक था दानिय्येल, जिसने नबूकदनेस्सर के स्वप्न का अर्थ बताया था।
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* इस्राएली बन्धुआ लोगों में तीन पुरुष और भी थे, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह, को नबूकदनेस्सर ने आग में डलवाया था क्योंकि वे उसकी सोने की विशाल मूरत को दण्डवत् नहीं करते थे।
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* राजा नबूकदनेस्सर अभिमानी था और देवताओं की पूजा करता था। यहूदा को जीतने पर उसने यरूशलेम के मन्दिर में से सोने चांदी के पात्र लूट लिए थे।
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* नबूकदनेस्सर घमण्डी था और झूठे देवताओं की पूजा से विमुख नहीं होता था इसलिए परमेश्वर ने उसे सात वर्ष तक पशु के समान जीवन दिया और वह निराश्रय हो गया। सात वर्षों बाद जब वह नम्र बना और एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा की स्तुति की तब परमेश्वर ने उसको पुनः स्थापित किया।
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@ -24,10 +26,10 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा __नबूकदनेस्सर__ को भेजा, यहूदी शासन को नष्ट करने के लिए |
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* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, __नबूकदनेस्सर__ का सेवक बनकर उन्हें हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
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* __[20:08](rc://en/tn/help/obs/20/08)__ विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और __नबूकदनेस्सर__ के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
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* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ __नबूकदनेस्सर__ और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके |
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* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा __नबूकदनेस्सर__ को भेजा, यहूदी शासन को नष्ट करने के लिए |
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* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, __नबूकदनेस्सर__ का सेवक बनकर उन्हें हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
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* __[20:08](rc://en/tn/help/obs/20/08)__ विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और __नबूकदनेस्सर__ के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
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* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ __नबूकदनेस्सर__ और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके |
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## शब्द तथ्य: ##
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# नीनवे, नीनवे के लोगों#
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# नीनवे, नीनवे के लोगों #
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## तथ्य: ##
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नीनवे अश्शूरों की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह है जो नीनवे में रहते थे।
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* परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
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||||
* बाद में अश्शूरों ने परमेश्वर की सेवा करना छोड़ दिया। उन्होंने इस्राएल राज्य को जीतकर प्रजा को बन्दी बना लिया था।
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||||
* परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
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* बाद में अश्शूरों ने परमेश्वर की सेवा करना छोड़ दिया। उन्होंने इस्राएल राज्य को जीतकर प्रजा को बन्दी बना लिया था।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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@ -4,9 +4,9 @@
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रिबका अब्राहम के भाई नाहोर की पोती थी।
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* परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
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* सेवक रिबका अपना देश अरम्नहरैम को त्याग कर अब्राहम के सेवक के साथ अब्राहम के निवास स्थान नेगेब चली गई।
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||||
* लम्बे समय तक रिबका को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई परन्तु परमेश्वर ने अन्ततः उसे जुड़वा बालक दिए एसाव और याकूब।
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* परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
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* सेवक रिबका अपना देश अरम्नहरैम को त्याग कर अब्राहम के सेवक के साथ अब्राहम के निवास स्थान नेगेब चली गई।
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* लम्बे समय तक रिबका को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई परन्तु परमेश्वर ने अन्ततः उसे जुड़वा बालक दिए एसाव और याकूब।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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@ -23,11 +23,11 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[06:02](rc://en/tn/help/obs/06/02)__ एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने __रिबका__ को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
|
||||
* __[06:06](rc://en/tn/help/obs/06/06)__ परमेश्वर ने __रिबका__ से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
|
||||
* __[07:01](rc://en/tn/help/obs/07/01)__ फिर वे लड़के बढ़ने लगे, __रिबका__ याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
|
||||
* __[07:03](rc://en/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
|
||||
* __[07:06](rc://en/tn/help/obs/07/06)__ जब __रिबका__ को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
|
||||
* __[06:02](rc://en/tn/help/obs/06/02)__ एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने __रिबका__ को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
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* __[06:06](rc://en/tn/help/obs/06/06)__ परमेश्वर ने __रिबका__ से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
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* __[07:01](rc://en/tn/help/obs/07/01)__ फिर वे लड़के बढ़ने लगे, __रिबका__ याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
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* __[07:03](rc://en/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
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||||
* __[07:06](rc://en/tn/help/obs/07/06)__ जब __रिबका__ को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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#रहूबियाम#
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# रहूबियाम #
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## तथ्य: ##
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@ -21,9 +21,9 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* [18:05](rc://en/tn/help/obs/18/05)__ सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र __रहूबियाम__ उसके स्थान पर राजा हुआ | __रहूबियाम__ एक नासमझ मनुष्य था |
|
||||
* [18:06](rc://en/tn/help/obs/18/06)__ __रहूबियाम ने उन्हें नासमझता के साथ उत्तर देते हुए कहा, “मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा; और मैं तुम्हें और भी कठोरता से दण्डित करूँगा |”
|
||||
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे |
|
||||
* [18:05](rc://en/tn/help/obs/18/05)__ सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र __रहूबियाम__ उसके स्थान पर राजा हुआ | __रहूबियाम__ एक नासमझ मनुष्य था |
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||||
* [18:06](rc://en/tn/help/obs/18/06)__ __रहूबियाम ने उन्हें नासमझता के साथ उत्तर देते हुए कहा, “मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा; और मैं तुम्हें और भी कठोरता से दण्डित करूँगा |”
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||||
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे |
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## शब्द तथ्य: ##
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## तथ्य: ##
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* सारा अब्राहम की पत्नी थी।
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* उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
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||||
* सारा ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र को जन्म दिया।
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* सारा अब्राहम की पत्नी थी।
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* उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
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* सारा ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र को जन्म दिया।
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(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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@ -19,10 +19,10 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[05:01](rc://en/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
|
||||
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
|
||||
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
|
||||
* __[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
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||||
* __[05:01](rc://en/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
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* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
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* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
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* __[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
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## शब्द तथ्य: ##
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# मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया#
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# मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया #
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## तथ्य: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भटका दिया, भटकना#
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# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भटका दिया, भटकना #
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## परिभाषा: ##
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@ -5,7 +5,9 @@
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“भय” शब्द किसी महान, सामर्थी एवं भव्य बात को देखकर विस्मय और अगाध सम्मान की भावना के संदर्भ में है।
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* “भय” शब्द किसी मनुष्य या वस्तु द्वारा भय उत्पन्न करने के संदर्भ में है।
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भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा का दर्शन देखा जो “भययोग्य” या “विस्मयकारी भय” का था।
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* परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति भय की प्रतिक्रिया के शब्द हैं, डरना, दण्डवत् करना या घुटने टेकना, मुंह छिपाना और कांपना।
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(यह भी देखें: [भय](../kt/fear.md), [महिमा](../kt/glory.md))
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* एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल मिलता है।”
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* “गवाही देना” अर्थात् “साक्षी देना” या “जो देखा है अनुभव किया है उसका वर्णन करना।”
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* “पुत्र पिता के पाप का फल नहीं भोगेगा” अर्थात वह पिता का “उत्तरदायी नहीं होगा” या पिता के पापों का “दण्ड नहीं पाएगा।”
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सामान्यत: इस शब्द का अनुवाद “उठाना” या “जिम्मेदार होना” या “उत्पन्न करना” या “सहन करना” या “सहना” संदर्भ के आधार पर भी हो सकता है।
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(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
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* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
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प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
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(यह भी देखें: [निवेदन](../other/plead.md))
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# मिट्टी देना, दबा देता है, गाड़े गए, मिट्टी दे, मिट्टी देने#
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# मिट्टी देना, दबा देता है, गाड़े गए, मिट्टी दे, मिट्टी देने #
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## परिभाषा: ##
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“मिट्टी देना” शब्द प्रायः शव को कब्र में या अन्य कब्रिस्तान में रखना है। “मिट्टी देने” अर्थात किसी को गाड़ना या गाड़ने का स्थान।
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“मिट्टी देना” प्रायः भूमि में खोदे गए गड्डे में मृतक को रखकर उस पर मिट्टी डालने को कहते हैं।
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* कभी-कभी शव को एक सन्दूक में रखा जाता है जैसे शव-पेटी, फिर गाड़ा जाता है।
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* बाइबल के युग में मृतक प्रायः गुफा या गुफा जैसे स्थान में रखे जाते थे। मृत्यु के बाद यीशु का शव कपड़ों में लपेटकर एक गुफा रूपी कब्र में रखा गया था जिसके मुंह पर बड़ा पत्थर लुढ़का दिया गया था।
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* “कब्रिस्तान”, “कब्र” या “दफन कक्ष” या “दफन की गुफा” आदि सब शब्द शव को दफनाने के स्थान के संदर्भ में हैं।
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@ -1,4 +1,4 @@
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# देवदारू, देवदारों, देवदारू की लकड़ी#
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# देवदारू, देवदारों, देवदारू की लकड़ी #
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## परिभाषा: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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# सेनापति, सरदारों#
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# सेनापति, सरदारों #
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## परिभाषा: ##
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@ -6,7 +6,9 @@
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* सेनापति एक छोटे दल या एक बड़े समूह का अगुआ हो सकता है, जैसे कि एक हजार पुरुष का समूह।
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* यह शब्द यहोवा के संदर्भ में भी उपयोग होता है कि वह स्वर्गदूतों की सेना का अगुआ है।
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सेनापति के अन्य अनुवाद रूप हैं “अगुआ” या “कप्तान” या “अधिकारी”
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* सेना को “आज्ञा देना” का अनुवाद “अगुआई करना” या “प्रभारी होना” के रूप में किया जा सकता है।
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(यह भी देखें: [आदेश](../kt/command.md), [अधिपतियों](../other/ruler.md), [सूबेदार](../kt/centurion.md))
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@ -24,6 +24,7 @@
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* कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है।
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अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है।
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* बाइबल में दैहिक मृत्यु एवं जीवन की तुलना प्रायः आत्मिक जीवन एवं मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है।
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* कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है।
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* “मृतक” शब्द एक विशेषता है जो मृतकों के संदर्भ में काम में लिया जाता है। * कुछ भाषाओं में इसका अनुवाद “मृतक मनुष्यों” या “जो मनुष्य मर गए हैं” किया गया है। (देखें: [नाममात्र विशेषण](rc://en/ta/man/translate/figs-nominaladj)
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@ -57,7 +58,7 @@
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* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ “यीशु की __मृत्यु__ हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया,
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* __[48:02](rc://en/tn/help/obs/48/02)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर लोग बीमारी से पीड़ित हुए व __मृत्यु__ हुई।
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||||
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ वह (यीशु) हर आंसू को मिटा देगा उसके बाद कोई पीड़ा, दुःख, रोने, बुराई, दर्द या __मौत__ नहीं होगी।
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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# जंगल, छोड़कर , सुनसान, छोड़ देना, जंगल, जंगलों#
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# जंगल, छोड़कर , सुनसान, छोड़ देना, जंगल, जंगलों #
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## परिभाषा: ##
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@ -12,6 +12,7 @@
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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“क्रोध के लिए ठहराएगा” का अनुवाद “तुम्हारा दण्ड निश्चित है” या “निर्णय लिया जा चुका है कि तुम मेरे क्रोध के भागी होगे”।
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* प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति में “तलवार से नाश होने के लिए ठहराए गए हो” इसका अनुवाद परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि वे शत्रुओं द्वारा नाश किए जाएंगे जो उन्हें तलवार से घात करेंगे” या “परमेश्वर ने ठान लिया है कि उनके शत्रु उन्हें तलवार से घात करें”।
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* “तुम ठहराए गए हो” का अनुवाद ऐसी उक्तियों द्वारा किया जाए जैसे “परमेश्वर ने निश्चय कर लिया है कि तुम...”
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* प्रकरण के अनुसार “भविष्य” का अनुवाद हो सकता है, “निश्चयक अन्त” या “अन्त में जो होगा” या “परमेश्वर ने जो निश्चित किया है वह होगा”
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@ -13,6 +13,7 @@
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* “घृणित” शब्द का अनुवाद “भयानक बुराई” या “घृणा योग्य” या “परित्याग के योग्य” किया जा सकता है।
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* जब दुष्ट को धर्मी "घृणित" करने के लिए आवेदन किया जाता है, तो इसे "बहुत अवांछनीय माना जाता है" या "अयोग्य" या "अस्वीकार कर दिया" के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
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* परमेश्वर ने कुछ प्रकार के जानवरों को "घृणा" करने के लिए इस्राएलियों से कहा था कि परमेश्वर ने उन्हें "अशुद्ध" और भोजन के लिए उपयुक्त नहीं घोषित किया था। * इसका अनुवाद “प्रबल नापसंदगी” या “परित्याग” या “अस्वीकार्य मानना” के रूप में किया जा सकता है।
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(यह भी देखें: # # [भूत-सिद्धी](../other/divination.md), [अशुद्ध](../kt/unclean.md))
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
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@ -4,12 +4,12 @@
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"धूप" का सन्दर्भ उस सुगन्धित मिश्रण से है जिसे जलाने पर मनमोहक सुगंध उठती है।
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* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए भेट स्वरूप धूप जलाया करे।
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* यह विशेष धूप परमेश्वर के निर्देश अनुसार पाँच विशिष्ट सुगन्धित द्रव्यों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। यह धूप पवित्र होता था इस कारण इसे अन्य किसी भी उद्देश्य के निमित्त काम में लेना वर्जित था।
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||||
* "धूप की वेदी" यह वेदी केवल धूप जलाने के लिए थी।
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||||
* दिन में चार बार, जब मन्दिर में प्रार्थना की जाती थी तब धूप जलाना अनिवार्य था। जब-जब होमबली चढाई जाती थी तब-तब धूप भी जलाई जाती थी।
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||||
* धूप जलाने का अभिप्राय था, परमेश्वर के लोगों की प्रार्थना और उपासना उसके धुए के द्वारा परमेश्वर तक जाती है।
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||||
* "धूप" का अनुवाद हो सकता है: "सुगन्धित द्रव्य" या "सुगन्धित पौधें"
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||||
* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी कि वे उसके लिए भेट स्वरूप धूप जलाया करे।
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* यह विशेष धूप परमेश्वर के निर्देश अनुसार पाँच विशिष्ट सुगन्धित द्रव्यों को बराबर मात्रा में मिलाकर बनाया जाता था। यह धूप पवित्र होता था इस कारण इसे अन्य किसी भी उद्देश्य के निमित्त काम में लेना वर्जित था।
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* "धूप की वेदी" यह वेदी केवल धूप जलाने के लिए थी।
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* दिन में चार बार, जब मन्दिर में प्रार्थना की जाती थी तब धूप जलाना अनिवार्य था। जब-जब होमबली चढाई जाती थी तब-तब धूप भी जलाई जाती थी।
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* धूप जलाने का अभिप्राय था, परमेश्वर के लोगों की प्रार्थना और उपासना उसके धुए के द्वारा परमेश्वर तक जाती है।
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||||
* "धूप" का अनुवाद हो सकता है: "सुगन्धित द्रव्य" या "सुगन्धित पौधें"
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(यह भी देखें: [धूप जलाने की वेदी](../other/altarofincense.md), [होमबलि](../other/burntoffering.md), [लोबान](../other/frankincense.md))
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@ -1,4 +1,4 @@
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# प्रसव, जच्चा की सी, जच्चा की सी पीड़ाएँ#
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# प्रसव, जच्चा की सी, जच्चा की सी पीड़ाएँ #
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## परिभाषा: ##
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@ -15,7 +15,7 @@
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* [व्य. 04:1-2](rc://en/tn/help/deu/04/01)
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* [एस्तेर 03:8-9](rc://en/tn/help/est/03/08)
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* [निर्गमन 12:12-14](rc://en/tn/help/exo/12/12)
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||||
*[उत्पत्ति 26:4-5](rc://en/tn/help/gen/26/04)
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* [उत्पत्ति 26:4-5](rc://en/tn/help/gen/26/04)
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||||
* [यूह. 18:31-32](rc://en/tn/help/jhn/18/31)
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* [रोमियो 07:1](rc://en/tn/help/rom/07/01)
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@ -10,7 +10,9 @@
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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* “अधर्म” का अनुवाद “विद्रोही” या “अवज्ञाकारी” या “नियम विरोधी” किया जा सकता है।
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“अधर्म” का अनुवाद “नियमों का पालन नहीं करना” या “विद्रोह”(परमेश्वर की व्यवस्था के विरुद्ध) किया जा सकता है।
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* वाक्यांश "अधर्म का पुरूष" का अनुवाद "मनुष्य जो किसी भी व्यवस्था का पालन नहीं करता है" या "मनुष्य के रूप में किया जा सकता है जो परमेश्वर के नियमों के विरुद्ध विद्रोह करता है।"
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||||
* यदि संभव हो तो इस अवधि में "व्यवस्था" की अवधारणा को रखना महत्वपूर्ण है
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* ध्यान दें कि इस शब्द से "अवैध" शब्द का एक अलग अर्थ है।
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@ -4,11 +4,11 @@
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||||
“निन्दा”, “निन्दा करना”, “उपहास करना” अर्थात किसी को निर्दयता से ठट्ठे में उड़ाना ।
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* ठट्ठा करने में किसी के शब्दों एवं अंग-विन्यास की नकल करना कि उसे लज्जित करें या घृणा व्यक्त करें।
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* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ उपहास किया था।
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||||
* युवकों द्वारा एलीशा का भी ठट्ठा किया या उपहास उड़ाया था, उसके गंजे सिर की हंसी करके।
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||||
* किसी विचार को विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न मानना भी “ठट्ठा करना” था।
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||||
* एक "ठट्ठा करनेवाला" वह है जो मजाक उड़ाता है और लगातार उपहास करता है।
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* ठट्ठा करने में किसी के शब्दों एवं अंग-विन्यास की नकल करना कि उसे लज्जित करें या घृणा व्यक्त करें।
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||||
* रोमी सैनिकों ने यीशु का ठट्ठा किया था जब उसे राजा का वस्त्र पहना कर उसके साथ उपहास किया था।
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||||
* युवकों द्वारा एलीशा का भी ठट्ठा किया या उपहास उड़ाया था, उसके गंजे सिर की हंसी करके।
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||||
* किसी विचार को विश्वास के योग्य या महत्त्वपूर्ण न मानना भी “ठट्ठा करना” था।
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||||
* एक "ठट्ठा करनेवाला" वह है जो मजाक उड़ाता है और लगातार उपहास करता है।
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
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@ -24,11 +24,11 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको __ठट्ठों में उड़ाएँगे__, और उसे मारेंगे।
|
||||
* __[39:05](rc://en/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी नेताओं ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है |” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढक दी, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __मजाक उड़ाया__ |
|
||||
* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ “यहूदियों का राजा” देखो |
|
||||
* __[40:04](rc://en/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक जब यीशु का __ठट्ठा उड़ा रहा था__ तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता?
|
||||
* __[40:05](rc://en/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का __मज़ाक उड़ा रहे थे__ यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |”
|
||||
* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ यशायाह ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको __ठट्ठों में उड़ाएँगे__, और उसे मारेंगे।
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||||
* __[39:05](rc://en/tn/help/obs/39/05)__ यहूदी नेताओं ने महा याजक को उत्तर दिया, “यह मरने के योग्य है |” तब उन्होंने यीशु की आँखें ढक दी, उसके मुँह पर थूका और उसे मारा, और उसका __मजाक उड़ाया__ |
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||||
* __[39:12](rc://en/tn/help/obs/39/12)__ रोमन सैनिकों ने यीशु को कोड़े मारे, और शाही बागा पहनाकर काँटों का मुकुट उसके सिर पर रखा | तब उन्होंने यह कहकर यीशु का __मज़ाक उड़ाया__ “यहूदियों का राजा” देखो |
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||||
* __[40:04](rc://en/tn/help/obs/40/04)__ यीशु को दो डाकुओ के बीच क्रूस पर चढ़ाया गया | उनमें से एक जब यीशु का __ठट्ठा उड़ा रहा था__ तो ,दूसरे ने कहा कि, “क्या तू परमेश्वर से नहीं डरता?
|
||||
* __[40:05](rc://en/tn/help/obs/40/05)__ यहूदी और अन्य लोग जो भीड़ में थे वह यीशु का __मज़ाक उड़ा रहे थे__ यह कहकर कि, “अगर तू परमेश्वर का पुत्र है तो क्रूस पर से उतर जा, और अपने आप को बचा | तब हम तुझ पर विश्वास करेंगे |”
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -13,6 +13,7 @@
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* कई अनुवादों को "बांज वृक्ष" शब्द का उपयोग करने के बजाय केवल "बांज" शब्द का उपयोग करना महत्वपूर्ण होगा।
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* यदि लक्षित भाषा के स्थान में बांज वृक्ष नहीं है तो इसका अनुवाद किया जा सकता है, “एक बड़ा बांज का छायादार वृक्ष” और इसके गुणों वाले किसी स्थानीय वृक्ष का नाम दें।
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*देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
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(यह भी देखें: [पवित्र](../kt/holy.md))
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@ -18,6 +18,7 @@
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* [व्यवस्थाविवरण 08:7-8](rc://en/tn/help/deu/08/07)
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* [यिर्मयाह 52:22-23](rc://en/tn/help/jer/52/22)
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* [गिनती 13:23-24](rc://en/tn/help/num/13/23)
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[मिस्र](../names/egypt.md)
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -10,7 +10,7 @@
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* कोई घमण्ड से भरे बिना अपने काम पर घमण्ड कर सकता है। कुछ भाषाओं में “घमण्ड” के इन दोनों शब्दों के भाव अलग-अलग शब्दों में व्यक्त किए जा सकते हैं।
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* “घमण्ड से भर जाना” सदैव नकारात्मक होता है अर्थात् “अभिमानी” या “अहंमन्य” या “अपने आपको बहुत बड़ा समझनेवाला”।
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## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
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## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
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* संज्ञा "घमंड" का अनुवाद "अहंकार" या "अभिमान" या "आत्म-महत्व" के रूप में किया जा सकता है।
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* अन्य संदर्भों में, "घमंड" का अनुवाद "आनन्द" या "संतोष" या "आनंद" के रूप में किया जा सकता है।
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@ -30,8 +30,8 @@
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
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* __[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)__ उन्हें बहुत __घमंड__ था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
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||||
* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ Tयीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धार्मिक नेता की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर) छोटा किया जाएगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”
|
||||
* __[04:02](rc://en/tn/help/obs/04/02)__ उन्हें बहुत __घमंड__ था, और परमेश्वर ने जो कहा था उन्होंने उसकी परवाह नहीं की |
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||||
* __[34:10](rc://en/tn/help/obs/34/10)__ Tयीशु ने कहा, “मैं तुम से सच कहता हूँ कि, परमेश्वर ने चुंगी लेनेवाले की प्रार्थना सुनी और उसे धर्मी घोषित कर दिया | लेकिन उसे धार्मिक नेता की प्रार्थना पसंद नहीं आई। “जो कोई अपने आप को बड़ा बनाएगा, वह(परमेश्वर) छोटा किया जाएगा, और जो अपने आप को छोटा बनाएगा, वह बड़ा किया जाएगा |”
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## शब्द तथ्य: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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# बुझाना, बुझेगी, नहीं बुझती#
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# बुझाना, बुझेगी, नहीं बुझती #
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## परिभाषा: ##
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@ -1,4 +1,4 @@
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# लवनी, लवनेवाला, काटा, लवनेवाले, लवनेवालों, लवती #
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||||
# लवनी, लवनेवाला, काटा, लवनेवाले, लवनेवालों, लवती #
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## परिभाषा: ##
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@ -14,6 +14,7 @@
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## बाइबल सन्दर्भ: ##
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गलातियों* [गलातियों 06:9-10](rc://en/tn/help/gal/06/09)
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* [मत्ती 06:25-26](rc://en/tn/help/mat/06/25)
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* [मत्ती 13:29-30](rc://en/tn/help/mat/13/29)
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* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36)
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@ -9,6 +9,7 @@
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* झिड़की विशेष करके गलती करनेवाले को पाप करने से रोकने के लिए की जाती थी।
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* इसका अनुवाद “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना” के रूप में हो सकता है।
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“एक झिड़की” का अनुवाद, कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।
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||||
“बिना झिड़के” इस उक्ति का अनुवाद “बिना समझाए” या “आलोचना किए बिना के रूप में हो सकता है।
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@ -10,11 +10,11 @@
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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* “कीर्ति” का अनुवाद “ख्याति” या “सम्मानित प्रतिष्ठा” या “मनुष्यों में चिर-परिचित महानता” भी हो सकता है।
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* “कीर्तिमान” शब्द का अनुवाद “चिरपरिचित एवं सर्वोच्य प्रतिष्ठा” या “उत्कृष्ट प्रतिष्ठा” भी हो सकता है।
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* “यहोवा का नाम इस्राएल में कीर्तिमान हो” इस उक्ति का अनुवाद “यहोवा का नाम इस्राएल द्वारा जाना जाए और आदर के योग्य ठहरे” हो सकता है।
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||||
* वाक्यांश "कीर्ति के पुरुषों" का अनुवाद "पुरुष जो आपने साहस के लिए जाने जाते है" या "प्रसिद्ध योद्धा" या "अत्यधिक सम्मानित पुरुष" के रूप में किया जा सकता है।
|
||||
* “तेरी कीर्ति पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेगी” का अनुवाद “युगानुयुग तक हर एक पीढ़ी तेरी महानता को जानेगी” या “तेरी महानता प्रत्येक पीढ़ी में देखी एवं सुनी जायेगी”।
|
||||
* “कीर्ति” का अनुवाद “ख्याति” या “सम्मानित प्रतिष्ठा” या “मनुष्यों में चिर-परिचित महानता” भी हो सकता है।
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||||
* “कीर्तिमान” शब्द का अनुवाद “चिरपरिचित एवं सर्वोच्य प्रतिष्ठा” या “उत्कृष्ट प्रतिष्ठा” भी हो सकता है।
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||||
* “यहोवा का नाम इस्राएल में कीर्तिमान हो” इस उक्ति का अनुवाद “यहोवा का नाम इस्राएल द्वारा जाना जाए और आदर के योग्य ठहरे” हो सकता है।
|
||||
* वाक्यांश "कीर्ति के पुरुषों" का अनुवाद "पुरुष जो आपने साहस के लिए जाने जाते है" या "प्रसिद्ध योद्धा" या "अत्यधिक सम्मानित पुरुष" के रूप में किया जा सकता है।
|
||||
* “तेरी कीर्ति पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेगी” का अनुवाद “युगानुयुग तक हर एक पीढ़ी तेरी महानता को जानेगी” या “तेरी महानता प्रत्येक पीढ़ी में देखी एवं सुनी जायेगी”।
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(यह भी देखें: [आदर](../kt/honor.md))
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@ -7,6 +7,7 @@
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"दौड़ना" का मुख्य अर्थ भी आकृति अभिव्यक्तियों में उपयोग किया जाता है जैसे कि निम्नलिखित:
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* "इस तरह से जीतने के लिए इस तरह से पुरस्कार जीतने के लिए" - एक ही दृढ़ता से जीतने के क्रम में एक दौड़ चलाने के रूप में परमेश्वर की इच्छा को करने में दृढ़ता से संदर्भित करता है
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“आज्ञा पालन” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष अतिशीघ्र मानो।
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* "अन्य देवताओं के पीछे चलने के लिए" अन्य देवताओं की पूजा करने में जारी रहने का मतलब है।
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@ -1,4 +1,4 @@
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#टाट#
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# टाट #
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## परिभाषा: ##
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* जो व्यक्ति इससे बने हुए कपड़े पहने ते थे वह असहज होगा। उसे विलाप, दुःख और दीनता-पूर्वक पश्चाताप प्रकट करने के लिए टाट पहना जाता था।
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* "टाट और राख" एक सामान्य उक्ति थी जो विलाप और पश्चाताप के लिए एक सामान्य अभिव्यक्ति थी।
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## अनुवाद के लिए सुझाव:
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## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
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* इस शब्द का अनुवाद इसे प्रकार से भी किया जा सकता है जैसे "पशुओं के बालों से बना मोटा वस्त्र" या "बकरी के बालों से बना वस्त्र" या "मोटा चुभने वाला वस्त्र।"
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* इस प्रकार से भी इस शब्द का अनुवाद हो सकता है "रूखा, लापरवाह शोक कपड़ों।"
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# बन्दी बनाना, बन्दी, जब्त, कब्जा
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# बन्दी बनाना, बन्दी, जब्त, कब्जा #
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## परिभाषा: ##
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## अनुवाद के सुझाव ##
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* शाब्दिक उपयोग में “रखवाली” शब्द का अनुवाद “भेड़ों की रखवाली करना” या “भेड़ों की निगरानी” करना है।
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“चरवाहे” शब्द का अनुवाद “भेड़ों की रखवाली करनेवाला” या “भेड़ों का परिचारक” या “भेड़ों की सुधि लेने वाला”।
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* उपमा स्वरूप उपयोग करने में इसके अर्थ भिन्न-भिन्न होते हैं, “आत्मिक चरवाहा” या “आत्मिक अगुआ” या “चरवाहे के समान” या “भेड़ों की रखवाली करने वाले चरवाहे के जैसा अपने लोगों की सुधि लेनेवाला” या “चरवाहा जैसे अपनी भेड़ों की अगुआई करता है वैसे अपने लोगों की अगुआई करनेवाला” या “परमेश्वर की भेड़ों की सुधि लेनेवाला”।
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* इसी संदर्भ में “चरवाहे” का अनुवाद “अगुआ” या “पथ प्रदर्शक” या “सुधि लेनेवाला” हो सकता है।
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* "चरवाहा" के आत्मिक अभिव्यक्ति का अनुवाद "देखभाल करने के लिए" या "आत्मिक रूप से पोषण करने" या "मार्गदर्शन और सिखाने" या "का नेतृत्व करने और देखभाल करने के लिए" (जैसे चरवाहा भेड़ के लिए परवाह करता है) के रूप में अनुवाद किया जा सकता है।
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# फंदा, फंदे, फंसाना, फंसाना, फँसना, फंसाना, जाल, जालें, फंस गए #
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# फंदा, फंदे, फंसाना, फंसाना, फँसना, फंसाना, जाल, जालें, फंस गए #
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## परिभाषा: ##
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# भाला, भाले, भाला धारण करनेवाला सिपाही #
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# भाला, भाले, भाला धारण करनेवाला सिपाही #
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## परिभाषा: ##
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# ठोकर, ठोकर खाए, ठोकर खाया, ठोकर खाता#
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# ठोकर, ठोकर खाए, ठोकर खाया, ठोकर खाता #
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## परिभाषा: ##
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प्राचीन युग में तलवार के ब्लेड की लंबाई लगभग 60 से 91 सेंटीमीटर थी।
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कुछ तलवारों में दोनों ओर धार लगी होती है जिन्हें दोधारी तलवार कहते हैं।
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* यीशु के शिष्यों ने स्वयं की रक्षा के लिए तलवारें रखते थे । पतरस अपनी तलवार चलाकर महायाजक के सेवक का कान काट दिया था
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यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाला और प्रेरित याकूब दोनों का सिर तलवार से काटा गया था।
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## अनुवाद के सुझाव ##
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एक तलवार परमेश्वर के शब्द के लिए एक रूपक के रूप में प्रयोग किया जाता है । बाइबिल में परमेश्वर की शिक्षाओं ने लोगों के अंदरूनी विचारों को उजागर किया और उन्हें अपने पापों के दोषी ठहराया। इसी प्रकार एक तलवार गहराई से कटती है, पीड़ा उत्पन्न करता है। (देखें: (रूपक](rc://en/ta/man/translate/figs-metaphor))
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* इस आलंकारिक उपयोग का अनुवाद करनेका एक तरीका हो सकता है, “परमेश्वर का वचन तलवार जैसा है जो गहरा वार करके पाप को प्रकट करता है”।
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* इस पद का एक अन्य आलंकारिक उपयोग भजन संहिता में हुआ है, जहां किसी व्यक्ति की जीभ या भाषण की तुलना तलवार से होती है, जो लोगों को घायल कर सकती है। इसका अनुवाद किया जा सकता है "जीभ एक तलवार की तरह है जो किसी को बुरी तरह से घायल कर सकती है।"
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* अगर आपकी संस्कृति में तलवारें नहीं जानी जाती हैं, तो इस शब्द का अनुवाद एक लंबे मोहरे हथियार के नाम से किया जा सकता है जिसका इस्तेमाल काटने या भोंकने के लिए किया जाता है।
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* “परदा डालना” अर्थात किसी वस्तु को ढांकना।
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* अंग्रेजी संस्करणों में परमपवित्र स्थान को विभाजित करने वाले मोटी यवनिका को भी परदा कहा गया है परन्तु यवनिका शब्द अधिक उचित है क्योंकि वह एक मोटा कपड़ा हुआ करता था। इस संदर्भ में "परदा" शब्द उचित है क्योंकि वह एक मोटा कपड़ा था।
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## अनुवाद के सुझाव:
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## अनुवाद के सुझाव: ##
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* “परदा” शब्द का अनुवाद “पतले कपड़े का आवरण” या “कपड़े का आवरण” या “सिर ढांकना” हो सकता है।
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* कुछ संस्कृतियों में स्त्रियों के परदे के लिए अलग शब्द होगा। मूसा के लिए एक अन्य शब्द काम में लेना होगा।
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# चौकस, ताकता, देखा, देख रहा था, द्वारपाल, पहरुओं, जागते रहो
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# चौकस, ताकता, देखा, देख रहा था, द्वारपाल, पहरुओं, जागते रहो #
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## परिभाषा: ##
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* अपने जीवन और खरी शिक्षा की “चौकसी” करने की आज्ञा का अर्थ है बुद्धिमानी से जीवन जीना और झूठी शिक्षाओं पर विश्वास नहीं करना।
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* “सावधान रहो” अर्थात संकट से बचने और हानिकारक प्रभावों के प्रति सतर्क रहने की चेतावनी।
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“जागते रहो” या “चौकस रहो” का अर्थ है सदैव सतर्क रहना और सावधान रहना कि पाप में और बुराई में न पड़ें। इसका अर्थ “तैयार रहना” भी है।
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* “पहरा देना” या “चौकसी करना” अर्थात किसी प्राणी या किसी वस्तु की रक्षा करना, निगाह रखना या निगरानी करना।
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* अनुवाद के अन्य रूप “ध्यान देना” या “परिश्रमी होना” या “अत्यधिक सावधान रहना” या “सतर्क रहना”।
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* "द्वारपाल" के लिए अन्य शब्द "पहरेदार" या "अंगरक्षक" हैं।
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गेहूँ एक प्रकार का अन्न है जो मनुष्य भोजन के लिए उगाते है। जब बाइबल "अनाज" या "बीज" का उल्लेख करती है, तो यह अक्सर गेहूँ के अनाज या बीज के बारे में बात करती है।
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* गेहूँ के पौधों के दाने (अन्न) ऊपर के भाग में लगता है।
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* कटनी के बाद गेहूँ के दाने को खलिहान से निकाला जाता है। * गेहूँ के पौधों को धरती पर रखा जाता था कि उस पर मवेशी सोएं।
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* गेहूँ के पौधों के दाने (अन्न) ऊपर के भाग में लगता है।
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* कटनी के बाद गेहूँ के दाने को खलिहान से निकाला जाता है। * गेहूँ के पौधों को धरती पर रखा जाता था कि उस पर मवेशी सोएं।
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* खलिहान के बाद, अनाज बीज के आसपास के भूसे सूप द्वारा अनाज से अलग किए जाते है और फेंक दी जाती है।
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* गेहूँ को पीस कर आटा तैयार किया जाता है जिससे रोटियाँ बनाई जाती हैं।
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* गेहूँ को पीस कर आटा तैयार किया जाता है जिससे रोटियाँ बनाई जाती हैं।
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(यह भी देखें: [जौ](../other/barley.md), [भूसा](../other/chaff.md), [अन्न](../other/grain.md), [बीज](../other/seed.md), [दांवना](../other/thresh.md), [हवा में उड़ाना](../other/winnow.md))
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# फटकना, फटकता, फटका, फटकेगा, फटके, छानना#
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# फटकना, फटकता, फटका, फटकेगा, फटके, छानना #
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## परिभाषा: ##
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“फटकना” और “फटके” अर्थात अन्न को भूसी से अलग करना। बाइबल में ये दोनों शब्दों का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में भी किया जाता है, मनुष्यों को पृथक करने और उनका विभाजन करने में।
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“फटकना” भी अनावश्यक भूसी को अन्न से अलग करना है अन्न मिश्रित भूसी को हवा में उड़ाया जाता था कि हवा भूसी को उड़ाकर अन्न से अलग कर दे।
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* “फटके” उस गेहूँ को जो हवा में उड़ाकर भूसी से अलग किया गया है एक छलनी में फटका जाता था कि उसमें से मिट्टी और कंकड़ अलग किये जाएं।
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* पुराने नियम में फटकना और हवा में उड़ना उक्तियों का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका संदर्भ धर्मियों को अधर्मियों से अलग करने वाली कठिनाइयों से है।
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* एक बार यीशु ने भी “फटके” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया है जब वह शमोन पतरस से कह रहा था कि वह और अन्य शिष्य अपने विश्वास में कैसे परखे जायेंगे।
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"ख़मीर" एक पदार्थ के लिए एक सामान्य शब्द है जिसके कारण रोटी का आटा का विस्तार और वृद्धि होती है। “ख़मीर” एक विशिष्ट प्रकार का किण्वीकरण है।
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अंग्रेजी अनुवादों में खमीर का अनुवाद “यीस्ट” किया गया है। यह आधुनिक खमीर का कारक है जिससे आटे में झाग उठते हैं इससे पकाने के पूर्व आटा फूल जाता है। आटा गूंधते समय उसमें खमीर मिलाया जाता है कि वह पूरे आटे में मिश्रित हो जाए।
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* पुराने नियम के युग में खमीर उत्पन्न करने के लिए आटे को कुछ समय गूंधकर रख दिया जाता था * खमीर किए हुए आटे का एक अंश रख दिया जाता था कि नये आटे को खमीर करने के काम में आए।
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* मिस्र से निकलते समय इस्राएलियों के पास समय नहीं था कि आटे को खमीर होने की प्रतीक्षा करें। अतः उन्होंने मार्ग के लिए अखमीरी रोटियाँ बनाई थी। इस बात की स्मृति में यहूदी प्रति वर्ष फसह के पर्व में अखमीरी खाया करते थे।
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* बाइबल में खमीर को पाप के प्रतीकात्मक उपयोग में काम लिया गया है कि वह मनुष्य के संपूर्ण जीवन में फैल जाता है और अन्य मनुष्यों को भी प्रभावित करता है।
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जूआ लकड़ी या लोहे का होता है जिसमें दो या अधिक पशु जोते जाते हैं कि हल चलाएं या गाड़ी खीचें। इसके अनेक प्रतीकात्मक अर्थ हैं।
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* शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है, जो कि एक साथ काम करने के उद्देश्य से लोगों को शामिल करना, जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
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* पौलुस ने किसी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करने के लिए "सहकर्मी" शब्द का इस्तेमाल किया जो मसीह की सेवा कर रहा था। इसका अनुवाद “साथी कार्यकर्ता” या “साथी सेवक” या “सहकर्मी” भी हो सकता है।
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* शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न द्वारा दमन करते समय।
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* सन्दर्भ के आधार पे इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो और लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
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इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, सन्दर्भ के आधार पर “अत्याचार का बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।
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* शब्द "जूआ" का प्रयोग प्रतीकात्मक रूप से किया जाता है, जो कि एक साथ काम करने के उद्देश्य से लोगों को शामिल करना, जैसे कि यीशु की सेवा करने के लिए।
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* पौलुस ने किसी ऐसे व्यक्ति का उल्लेख करने के लिए "सहकर्मी" शब्द का इस्तेमाल किया जो मसीह की सेवा कर रहा था। इसका अनुवाद “साथी कार्यकर्ता” या “साथी सेवक” या “सहकर्मी” भी हो सकता है।
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* शब्द "जूआ" का प्रयोग अक्सर एक भारी बोझ का उल्लेख करने के लिए किया जाता है, जिसे किसी को ले जाना पड़ता है, जैसे दासत्व या उत्पीड़न द्वारा दमन करते समय।
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* सन्दर्भ के आधार पे इसका अनुवाद ज्यों का त्यों ही हो और लक्षित भाषा में खेती के लिए जो जूआ काम में आता है वही शब्द काम में लिया जाए।
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इस शब्द के प्रतीकात्मक उपयोगों का अनुवाद हो सकता है, सन्दर्भ के आधार पर “अत्याचार का बोझ” या “भारी बोझ” या “बंधन”।
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(यह भी देखें: [बांधना](../kt/bond.md), [बोझ](../other/burden.md), [अत्याचार करना](../other/oppress.md), [सताना](../other/persecute.md), [सेवक](../other/servant.md))
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