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@ -1,4 +1,4 @@
# ठहराए, नियुक्त करना, निुयक्त किया#
# ठहराए, नियुक्त करना, निुयक्त किया #
## परिभाषा: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# अधिकारी, अधिकारियों #
# अधिकारी, अधिकारियों #
## परिभाषा: ##
@ -13,6 +13,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है
* कभी-कभी "अधिकार " का अर्थ "शक्ति" के अर्थ के साथ किया जाता है।
* जब "अधिकारियों " का प्रयोग लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो लोगों पर शासन करते हैं, तो इसे "हाकिमों" या "शासकों" या "शक्तियों" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
* “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”

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@ -1,4 +1,4 @@
# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा#
# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा #
## परिभाषा: ##

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@ -4,12 +4,12 @@
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं।
* दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
* दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md))
@ -22,11 +22,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना।#
# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना। #
## परिभाषा: ##

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@ -14,6 +14,7 @@
* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
*कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है।
* ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।"
* "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है।

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@ -7,7 +7,9 @@
* “विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है।
* यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया।
* किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन करना।
राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है।
* "पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो।
## अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
“स्वर्ग” वह स्थान है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी है।
“आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते।
* “आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं।
* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है।
* जहाँ स्वर्ग को प्रतीकस्वरूप काम में लिया गया है तो वह परमेश्वर के संदर्भ में है। उदाहरणार्थ, जब मत्ती “स्वर्ग का राज्य” लिखता है तो वह परमेश्वर के राज्य की चर्चा करता है।

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@ -13,6 +13,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना”
“आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना”
(यह भी देखें: [अपमान](../other/dishonor.md), [महिमा](../kt/glory.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [स्तुति करना](../other/praise.md))

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@ -1,10 +1,11 @@
# विलाप, विलाप करना, विलाप किया#
# विलाप, विलाप करना, विलाप किया #
## परिभाषा: ##
“विलाप करना” “विलाप” अर्थात शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना।
कभी-कभी यह पाप का गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा भी होता है।
* विलाप में कराहना, रोना या रोना-पीटना होता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -36,8 +36,6 @@
* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।”
* __[47: 3](rc://en/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
*
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया#
# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया #
## परिभाषा: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# महामहिमन्#
# महामहिमन् #
## परिभाषा: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाला हुआ गोंद होता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में पाया जाता था यह लोबान का सा ही होता है।
गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा शवों को अभ्यंजन में काम आता था।
* गन्धरस यीशु के जन्म पर ज्योतिषियों द्वारा चढ़ाई गई भेंटों में से एक था।
* यीशु जब क्रूस पर लटका हुआ था तब गन्धरस मिश्रित मदिरा उसे दी गई थी कि उसकी पीड़ा कम जो जाए।

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@ -11,6 +11,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
फसह का शब्द के अनुवाद में “होकर निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन द्वारा किया जा सकता है।
* यदि इस पर्व का नाम स्वर्गदूत के द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों की हत्या न करते हुए आगे बढना स्पष्ट रूप से दर्शाए तो अति सहायक होगा।
## बाइबल सन्दर्भ: ##

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@ -41,10 +41,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[04:07](rc://en/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना |
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
* __[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)__ याजक__ वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
* __[04:07](rc://en/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना |
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
* __[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)__ याजक__ वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -13,6 +13,7 @@
* “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना”
* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि इसी शब्द में “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
“जहां प्रकाशन नहीं” इस उक्ति का अनुवाद “जब परमेश्वर मनुष्यों पर स्वयं को प्रकट न करे” या “जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें न करे” या “परमेश्वर ने मनुष्यों से संपर्क न किया” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [दर्शन](../other/vision.md))

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@ -9,6 +9,7 @@
* यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार, "पवित्र करना" का अनुवाद "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "शुद्ध करना" हो सकते हैं।
* जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है।
* "पवित्र" शब्द है अनुवाद "किसी का समर्पण करना" हो सकता है।

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@ -1,4 +1,4 @@
# उद्धारकर्ता, बचाने वाला#
# उद्धारकर्ता, बचाने वाला #
## तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना#
# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना #
## परिभाषा: ##

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@ -31,6 +31,7 @@
* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36)
* [भजन-संहिता 080:17-18](rc://en/tn/help/psa/080/017)
* [प्रकाशितवाक्य 14:14-16](rc://en/tn/help/rev/14/14)
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## शब्द तथ्य: ##

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@ -17,6 +17,7 @@
परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड पाने का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना”।
(यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:4-5](rc://en/tn/help/1th/03/04)

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@ -1,19 +1,19 @@
# विश्वासघाती, विश्वासघात किया #
# विश्वासघाती, विश्वासघात किया #
## परिभाषा: ##
“अविश्वासी” शब्द उन लोगों को व्यक्त करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं। विश्वास में खरे न उतरने की स्थिति या अभ्यास को “विश्वासघात किया” कहा गया है।
* इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
* विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
* परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
* इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
* विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
* परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
* “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
* “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
* प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
* “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
* “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
(यह भी देखें: [परस्त्रीगमन](../kt/adultery.md), [आज्ञा नहीं मानना](../other/disobey.md), [विश्वास](../kt/faithful.md), [अविश्वासी](../kt/unbeliever.md))

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@ -11,8 +11,10 @@
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
“उत्साह से पूर्ण” का अनुवाद “प्रबल यत्न” या “घोर प्रयास करना” हो सकता है।
* “उत्साह” का अनुवाद “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश” हो सकता है।
* “तेरे भवन की जलन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर को प्रबल सम्मान की इच्छा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशभरी इच्छा”
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 12:30-31](rc://en/tn/help/1co/12/30)

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@ -12,6 +12,7 @@
(यह भी देखें: [येहू](../names/jehu.md), [अहाब](../names/ahab.md), [यारोबाम](../names/jeroboam.md), [योआश](../names/joash.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 राजा 22:39-40](rc://en/tn/help/1ki/22/39)
* [2 इतिहास 22:1-3](rc://en/tn/help/2ch/22/01)
* [2 इतिहास 25:23-24](rc://en/tn/help/2ch/25/23)

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@ -9,7 +9,9 @@
* बाद में अराम देश का नाम यूनानी में "सीरिया" हुआ।
* “पदन अराम” का अर्थ है, “अराम का मैदान” और यह स्थान अराम का उत्तरी भाग था।
* अब्राहम के कुछ परिजन अराम नगर में रहते थे जो "पदन अराम" का एक नगर था।
पुराने नियम में कभी-कभी “अराम” और “पदन अराम” एक ही स्थान के सूचक हैं।
* “अराम नहेरेम” का अर्थ है “दो नदियों का अराम” यह क्षेत्र मिसोपोतामिया के उत्तरी भाग में और "पदन अराम" के पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -23,11 +23,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:10](rc://en/tn/help/obs/17/10)__ एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम __बतशेबा__ था।
* __[17:11](rc://en/tn/help/obs/17/11)__ कुछ समय बाद __बतशेबा__ ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
* __[17:12](rc://en/tn/help/obs/17/12)__ __बतशेबा__ का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने __बतशेबा__ से विवाह कर लिया।
* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ उसके बाद, दाऊद और __बतशेबा__ का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
* __[17:10](rc://en/tn/help/obs/17/10)__ एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम __बतशेबा__ था।
* __[17:11](rc://en/tn/help/obs/17/11)__ कुछ समय बाद __बतशेबा__ ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
* __[17:12](rc://en/tn/help/obs/17/12)__ __बतशेबा__ का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने __बतशेबा__ से विवाह कर लिया।
* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ उसके बाद, दाऊद और __बतशेबा__ का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
बिन्यामीन याकूब और उसकी पत्नी राहेल का सबसे छोटा पुत्र था। उसके नाम का अर्थ है, “मेरे दाहिने हाथ का पुत्र”
बिन्यामीन और उसका बड़ा भाई यूसुफ राहेल के दो ही पुत्र थे, राहेल बिन्यामीन के जन्म के बाद मर गई थी।
* बिन्यामीन के वंशज इस्राएल का एक गोत्र का था।
* राजा शाऊल इस्राएल के बिन्यामीन गोत्र का था।
* प्रेरित पौलुस भी बिन्यामीन के गोत्र का था।

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@ -22,10 +22,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ __बैतलहम__ नगर में दाऊद एक चरवाहा था
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म __बैतलहम__ के नगर में होगा।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ “ आज __बैतलहम__ नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ __बैतलहम__ नगर में दाऊद एक चरवाहा था
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म __बैतलहम__ के नगर में होगा।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ “ आज __बैतलहम__ नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
## शब्द तथ्य: ##

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@ -6,7 +6,9 @@
* बोआज़ इस्राएल के इतिहास में उस समय था जब न्यायी हुआ करते थे।
* वह एक इस्राएली स्त्री नाओमी का परिजन था, नाओमी अपने पति और पुत्रों की मृत्यु के बाद मोआब से इस्राएल लौट आई थी।
बोआज़ ने नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसे भविष्य एवं सन्तान दी।
* उसे यीशु द्वारा हमारे पापों से छुड़ाने का उदाहरण के तौर पर माना जाता है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,12 +4,12 @@
“कैसर” रोमी साम्राज्य के शासकों का पदनाम था। बाइबल में यह नाम तीन रोमी सम्राटों के संदर्भ में आया है।
* पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियुस कैसर था।
* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था।
* पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
* “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए।
* पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियुस कैसर था।
* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था।
* पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
* “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
कैफा यीशु और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में इस्राएल का महायाजक था।
* यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
* महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
* कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
* यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
* महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
* कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,11 +4,11 @@
एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ता था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था।
* परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
* एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
* उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लिया था।
* सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
* परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
* एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
* उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लिया था।
* सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
* __[19:03](rc://en/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
* __[19:04](rc://en/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनके __कुप्पी__ का तेल घटने दिया।
* __[19:05](rc://en/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
* __[19:12](rc://en/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
* __[36:03](rc://en/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
* __[19:03](rc://en/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
* __[19:04](rc://en/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनके __कुप्पी__ का तेल घटने दिया।
* __[19:05](rc://en/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
* __[19:12](rc://en/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
* __[36:03](rc://en/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,7 +4,7 @@
इलीशिबा यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की माता का नाम था। उसके पति का नाम जकर्याह था।
* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु परमेश्वर ने उनको वृद्धावस्था में सन्तान देने की प्रतिज्ञा की थी।
* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु परमेश्वर ने उनको वृद्धावस्था में सन्तान देने की प्रतिज्ञा की थी।
* परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ। उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा।
* इलीशिबा यीशु की माता मरियम की संबन्धी थी।

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@ -1,9 +1,11 @@
# एनगदी #
## परिभाषा: ##
एनगदी नामक जंगल में यरूशलेम के दक्षिण पूर्व में एक नगर था।
एनगदी मृत सागर के पश्चिमी तट पर स्थित था।
* इसके नाम का आधा अर्थ है “सोता” जो उस नगर से बह कर सागर में गिरता है।
* एनगदी दाख की बारियों और उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध स्थान था जिसका कारण था उस सोते का सदाबहार जल प्रवाह।
* एनगदी में अनेक गढ़ थे जहां दाऊद शाऊल राजा से बचने के लिए भाग गया था।

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@ -6,6 +6,7 @@
* एस्तेर की पुस्तक में एस्तेर का क्षयर्ष की रानी बनना और उसके माध्यम से परमेश्वर द्वारा यहूदियों की सुरक्षा का वृत्तान्त लिखा है।
एस्तेर एक अनाथ बालिका थी जिसे उसके रिश्ते के भाई मोर्दकै ने पाल पोस कर बड़ा किया था।
* अपने इस अभिभावक की आज्ञा मानने से उसे परमेश्वर की आज्ञा मानने में सहायता मिली थी।
* एस्तेर ने परमेश्वर की आज्ञा मानी और अपने लोगों को अर्थात यहूदियों को बचाने के लिए जान की जोखिम उठाई थी।
* एस्तेर की कहानी इतिहास की घटनाओं पर परमेश्वर के सर्वोच्च नियंत्रण का उदाहरण है विशेष करके उसकी प्रजा की सुरक्षा और उसकी आज्ञा माननेवालों के माध्यम से उसके कार्यों की।

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@ -7,7 +7,9 @@
* परमेश्वर ने जिब्राईल को दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके स्वप्न का अर्थ समझाए।
* एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" कहता है।
* नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसके व्यस्क पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे।
* उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
* उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने
मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। याकूब को इस्राएल का नाम भी दिया गया था।
* गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
* बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
* “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
* गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
* बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
* “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
(अनुवाद के सुझाव:[नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -7,6 +7,7 @@
* नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे।
* गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी।
* यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था
यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और सेवा गलील क्षेत्र में ही हुई थी।
(यह भी देखें: [नासरत](../names/nazareth.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों #
# गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों #
## तथ्य: ##

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@ -6,6 +6,7 @@
* अमोरा और सदोम का सही स्थान अज्ञात है परन्तु कुछ संकेतों से ज्ञात होता है कि ये दो नगर नमक सागर के निकट दक्षिण में सिद्दिम घाटी में बसे हुए थे।
* सदोम और आमोरा के स्थान में अनेक राजा युद्ध करते थे।
सदोम और अन्य नगरों के मध्य युद्ध में लूत का परिवार भी बन्दी बनाया गया था, परन्तु अब्राहम ने अपने पुरुषों के साथ जाकर उन्हें छुड़ा लिया था।
इसके बाद अधिक समय नहीं हुआ था कि परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट कर दिया था क्योंकि वहां के निवासी दुराचारी थे।

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@ -5,6 +5,7 @@
यीशु के जीवनकाल के दौरान, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर जिसमें गलील प्रांत शामिल था शासन किया।
उसके पिता के समान उसे भी “हेरोदेस का राजा” कहा गया है जबकि वह राजा नहीं था।
* हेरोदेस अन्तिपास रोमन साम्राज्य के एक चौथाई हिस्सों में शासन किया और “चौथाई देश का राजा” भी कहा गया है।
* अन्तिपास वह “हेरोदेस” था जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का सिर काटने की आज्ञा दी थी।
* यही हेरोदेस ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे।

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@ -27,13 +27,13 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -23,11 +23,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\
* __[44:06](rc://en/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\
* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\
* __[44:09](rc://en/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया।
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\
* __[44:06](rc://en/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\
* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\
* __[44:09](rc://en/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -26,12 +26,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
* __[23:01](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी एक __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
* __[23:03](rc://en/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[26:04](rc://en/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?”
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
* __[23:01](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी एक __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
* __[23:03](rc://en/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[26:04](rc://en/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?”
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
“यहूदिया” प्राचीन इस्राएल के एक भू-भाग को कहा जाता था। इस शब्द का उपयोग कभी संकीर्ण अर्थ में तो कभी वृहत् अर्थ में किया गया है
* संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
* व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
* यदि अनुवादक स्पष्टता को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का अनुवाद “यहूदिया प्रान्त” या “यहूदा प्रान्त” किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां यहूदा का गोत्र वास करता था।
* संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
* व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
* यदि अनुवादक स्पष्टता को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का अनुवाद “यहूदिया प्रान्त” या “यहूदा प्रान्त” किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां यहूदा का गोत्र वास करता था।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -1,10 +1,11 @@
# लिआ:#
# लिआ: #
## तथ्य: ##
लिआ: याकूब की पत्नियों में से एक थी। वह याकूब के दस पुत्रों की माता थी जिनके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से थे।
* लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
* लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
याकूब लिआः से उतना प्रेम नहीं करता था जितना वह राहेल से प्रेम करता था। परन्तु परमेश्वर ने लिआ: को अधिक सन्तान देकर आशिषत किया था।
लिआ: के पुत्रों में से एक यहूदा, राजा दाऊद और यीशु का पूर्वज था।

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@ -4,11 +4,11 @@
मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्य थी।
* मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
* यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
* मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
* कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
* यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन की तैयारी में थी।
* मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
* यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
* मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
* कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
* यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन की तैयारी में थी।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -1,4 +1,5 @@
# मेलिकिसिदक #
## तथ्य: ##

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@ -5,8 +5,11 @@
मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह एक जाति और स्थान का भी नाम पड़ गया जो कनान के दक्षिण में अरब के रेगिस्तान के उत्तर में था। इस जाति के लोग मिद्यानी थे।
* जब मूसा मिस्र से भागा था तब वह मिद्यान देश में ही गया था जहाँ उसकी भेंट यित्रों की पुत्री से हुई थी जिसकी भेड़ों को पानी पिलाने में उसने सहायता की थी। बाद में मूसा ने यित्रों की पुत्रियों में से एक से विवाह कर लिया था।
* यूसुफ को मिद्यानी व्यापारी ही खरीदकर मिस्र ले गए थे।
वर्षों बाद मिद्यानियों ने कनान देश में इस्राएलियों पर आक्रमण करके उन्हें लूटा था। गिदोन ने इस्राएलियों को लेकर उन्हें हराया था।
* आज की अनेक अरब-जातियां इनकी वंशज हैं।
(देखें [अरब](../names/arabia.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [झुण्ड](../other/flock.md), [गिदोन](../names/gideon.md), [यित्रो](../names/jethro.md), [मूसा](../names/moses.md))
@ -22,10 +25,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__ परन्तु लोग परमेश्वर को भूलने लगे और पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करने लगे | तो परमेश्वर ने पास के ही एक शत्रुओं के समूह __मिद्यानियों__ को अनुमति दी कि वह उन्हें पराजित करे |
* __[16:04](rc://en/tn/help/obs/16/04)__ __मिद्यानियों__ के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ो के गहरे खड्डों, और गुफाओं, और किलों को अपने निवास बना लिया
* __[16:11](rc://en/tn/help/obs/16/11)__ वह जन अपने संगी से कह रहा था, “ कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना हरा देंगी __मिद्यानियों__ की सेना को |
* __[16:14](rc://en/tn/help/obs/16/14)__परमेश्वर ने __मिद्यानियों__ को हक्का-बक्का कर दिया, अत: उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना व मारना शुरू कर दिया |
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__ परन्तु लोग परमेश्वर को भूलने लगे और पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करने लगे | तो परमेश्वर ने पास के ही एक शत्रुओं के समूह __मिद्यानियों__ को अनुमति दी कि वह उन्हें पराजित करे |
* __[16:04](rc://en/tn/help/obs/16/04)__ __मिद्यानियों__ के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ो के गहरे खड्डों, और गुफाओं, और किलों को अपने निवास बना लिया
* __[16:11](rc://en/tn/help/obs/16/11)__ वह जन अपने संगी से कह रहा था, “ कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना हरा देंगी __मिद्यानियों__ की सेना को |
* __[16:14](rc://en/tn/help/obs/16/14)__परमेश्वर ने __मिद्यानियों__ को हक्का-बक्का कर दिया, अत: उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना व मारना शुरू कर दिया |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -21,8 +21,8 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है।
* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -24,9 +24,9 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही |
* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
* __[03:13](rc://en/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही |
* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
* __[03:13](rc://en/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,13 +4,13 @@
पौलुस आरंभिक कलीसिया का अगुआ था जिसे यीशु ने सब जातियों में सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा था।
* पौलुस रोमी नगर तर्शिश में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
* पौलुस रोमी नगर तर्शिश में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -27,14 +27,14 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -27,14 +27,14 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[28:09](rc://en/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |”
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा |”
* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महा याजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
* __[28:09](rc://en/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |”
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा |”
* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महा याजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
प्राचीन युग में शीबा एक प्राचीन सभ्यता थी या एक स्थान था जो दक्षिणी अरब में था।
* शीबा देश या स्थान आज के यमन या इथोपिया देश के निकट था।
वहाँ के निवासी संभवतः हाम के वंशज थे।
* शीबा की रानी सुलैमान के वैभव और बुद्धि की चर्चा सुनकर उससे भेंट करने आई थी।
* पुराने नियम की वंशावलियों में “शीबा” नामक अनेक पुरुष थे। संभव है कि उस स्थान का नाम शीबा इनमें से किसी एक पुरुष के नाम पर पड़ा था।
* बर्शेब नगर का नाम छोटा करके एक बार पुराने नियम में शीबा कहा गया है।

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@ -1,4 +1,4 @@
# सीदोन, सीदोनियों #
# सीदोन, सीदोनियों #
## तथ्यों: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
सीलास यरूशलेम के मसीही विश्वासियों का अगुआ था।
* यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
* आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
* पौलुस और सीलास फिलिप्पी के बन्दीगृह में एक साथ थे। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें वहाँ से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
* यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
* आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
* पौलुस और सीलास फिलिप्पी के बन्दीगृह में एक साथ थे। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें वहाँ से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -21,13 +21,13 @@
## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ##
* __[47: 1](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश देने के लिए गए।
* __[47:02](rc://en/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके परिवार के साथ रहे।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ अक्सर प्रार्थना के स्थान पर लोगों के साथ मिले।
* __[47:07](rc://en/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए गुलाम लड़की के मालिकों ने पौलुस और __ सिलास को रोमन अधिकारियों के पास ले लिया, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें जेल में फेंक दिया।
* __[47:08](rc://en/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और __ सिलास को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बंद कर दिया।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ जेलर कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास के पास आया और पूछा, "बचने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास को जेल से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास ने लुदिया और कुछ अन्य दोस्तों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
* __[47: 1](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश देने के लिए गए।
* __[47:02](rc://en/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके परिवार के साथ रहे।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ अक्सर प्रार्थना के स्थान पर लोगों के साथ मिले।
* __[47:07](rc://en/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए गुलाम लड़की के मालिकों ने पौलुस और __ सिलास को रोमन अधिकारियों के पास ले लिया, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें जेल में फेंक दिया।
* __[47:08](rc://en/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और __ सिलास को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बंद कर दिया।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ जेलर कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास के पास आया और पूछा, "बचने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास को जेल से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास ने लुदिया और कुछ अन्य दोस्तों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -6,7 +6,9 @@
* बाइबल में "अथाह कुण्ड" दण्ड का स्थान है।
* उदाहरणार्थ, यीशु ने एक दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य से दुष्टात्माओं को निकाला तो उन्होंने यीशु से विनती की कि उन्हें अथाह गड़हे (कुण्ड) में न डाले।
“अथाह कुण्ड” का अनुवाद “अथाह गड्ढा” या “अगाध खाई” किया जा सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद “अधोलोक” या “नरक” से भिन्न होना चाहिए।
(यह भी देखें: [अधोलोक](../kt/hades.md), [नरक](../kt/hell.md), [दण्ड देना](../other/punish.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता#
# निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता #
## परिभाषा: ##

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@ -4,10 +4,10 @@
“विरोधी” एक मनुष्य या समुदाय जो किसी के या किसी वस्तु के विरूद्ध हो। “बैरी” शब्द का भी यही अर्थ है।
* बैरी वह मनुष्य है जो आपका विरोध करता है या आपको हानि पहुंचाता है।
* जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, प्रत्येक को दूसरे के "शत्रु" कहा जा सकता है।
* बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
* “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।
* बैरी वह मनुष्य है जो आपका विरोध करता है या आपको हानि पहुंचाता है।
* जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, प्रत्येक को दूसरे के "शत्रु" कहा जा सकता है।
* बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
* “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।
(यह भी देखें: [शैतान](../kt/satan.md))

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@ -5,9 +5,10 @@
धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे।
धूप जलाने की वेदी लकड़ी की बनी हुई थी और उस पर सोना चढ़ा हुआ था। उसकी लम्बाई और चौड़ाई आधा-आधा मीटर की थी तथा ऊंचाई एक मीटर की थी।
* पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
* याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
* इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
* पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
* याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
* इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -5,6 +5,7 @@
रीछ भूरा या काले रंग का रोमदार पशु है जिसके दांत और पंजे तीक्ष्ण होते है। बाइबल के युग में रीछ एक सामान्य वन पशु था।
ये पशु जंगलों और पहाड़ों में रहते हैं तथा मछली, कीड़े और पौधे खाते हैं।
* पुराने नियम में रीछ शक्ति का प्रतीक था।
* भेड़ों की रखवाली करते समय दाऊद ने एक रीछ को मार गिराया था।
* कुछ लड़के एलीशा का मज़ाक उड़ा रहे थे तब दो रीछ जंगल से निकल कर आए और उन्हें मार डाला।

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@ -4,9 +4,9 @@
“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।
* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
(यह भी देखें: [निवेदन](../other/plead.md))
@ -19,12 +19,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__
* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__
* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__
* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना#
# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना #
## परिभाषा: ##

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@ -12,11 +12,13 @@
* प्रतीकात्मक रूप में प्रेरित पौलुस विश्वासियों से कहता है कि वे प्रत्येक विचार को “बन्दी बना कर” मसीह का आज्ञाकारी बना दें।
* वह यह भी कहता है कि मनुष्य पाप के "दासत्व में" हो जाता है अर्थात पाप के "वश में" होता है।
## अनुवाद के सुझाव:
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार “बँधुए होकर” शब्द का अनुवाद, “मुक्त होने की अनुमति नहीं है” या “बन्दीगृह में रखा” या “परदेश में रहने के लिए मजबूर किया” हो सकता है।
* “बन्धुए होकर” या “बँधुआई में” इसका अनुवाद “ले लिया” या “कैद” या “परदेश में जाने के लिए मजबूर किया” हो सकता है।
“बन्दी” का अनुवाद “जो लोग पकड़े गए” या “दास बनाए गए लोग” भी किया जा सकता है।
* प्रकरण के अनुसार “बँधुआई” शब्द का अनुवाद, “कैद” या “बँधुआई” या “परदेश में रहने के लिए मजबूर किया” हो सकता है।
(यह भी देखें: [बाबेल](../names/babylon.md), [बँधुआई](../other/exile.md), [बन्दीगृह](../other/prison.md), [बन्दी बनाना](../other/seize.md))

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@ -5,6 +5,7 @@
प्राचीन युग में रथ घोड़ों द्वारा खींचे जाने वाली दो पहियों की गाड़ियां होती थी।
* सवार रथ में बैठते थे या खड़े होते थे और उन्हें साधारण सवारी के लिए या युद्ध के लिए काम में लेते थे।
युद्ध में जिस सेना के पास रथ थे वह सामने वाली सेना जिसके पास रथ नहीं थे, उससे अधिक गति एवं परिवहन क्षमता रखती थी।
प्राचीन युग में मिस्र और रोमी रथों के उपयोग के लिए जाने जाते थे
@ -24,7 +25,7 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[12:10](rc://en/tn/help/obs/12/10)__ इसलिए वे समुद्र के रास्ते में इस्राएलियों के पीछे चल रहे थे, लेकिन परमेश्वर ने उन्हें घबरा दिया, और उनके __रथों__ के पहियों को निकाल डाला जिससे उनका चलाना कठिन हो गया।
* __[12:10](rc://en/tn/help/obs/12/10)__ इसलिए वे समुद्र के रास्ते में इस्राएलियों के पीछे चल रहे थे, लेकिन परमेश्वर ने उन्हें घबरा दिया, और उनके __रथों__ के पहियों को निकाल डाला जिससे उनका चलाना कठिन हो गया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# शान्ति, शान्ति, शान्ति दी, शान्तिदायक, शान्ति देनेवाला, शान्ति देनेवाले, शान्ति नहीं मिली#
# शान्ति, शान्ति, शान्ति दी, शान्तिदायक, शान्ति देनेवाला, शान्ति देनेवाले, शान्ति नहीं मिली #
## परिभाषा: ##
@ -13,6 +13,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
प्रकरण के अनुसार “शान्ति देना” का अनुवाद हो सकता है, “कष्टमोचन” या “या "(किसी को) दु:ख से उबरने में सहायता" या "प्रोत्साहित करते हैं" या "सांत्वना।"
* “हमारी शान्ति ” इस वाक्यांश का अनुवाद हो सकता है, “हमारी प्रोत्साहन” या "हमारी (किसी के) सांत्वना" या "दुःखी होने के समय हमारी सहायता"।
* शब्द "शान्ति देनेवाला" का अनुवाद "कोई व्यक्ति शान्ति देता है" या "कोई व्यक्ति जो दर्द को कम करने में सहायता करता है" या "कोई व्यक्ति जो प्रोत्साहित करता है"।
* जब पवित्र आत्मा को "शान्ति देनेवाला" कहा गया तो इसका अनुवाद "प्रोत्साहनकर्ता" या "सहायक" या "जो सहायता और मार्गदर्शन करता है।"

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@ -1,4 +1,4 @@
# तुच्छ जाने, तुच्छ #
# तुच्छ जाने, तुच्छ #
## तथ्य: ##

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@ -23,6 +23,7 @@
(यह भी देखें: [परमेश्वर](../kt/god.md), [शुभ सन्देश](../kt/goodnews.md), [संसार](../kt/world.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
“जगत की सृष्टि के समय से” अर्थात “उस समय से जब परमेश्वर ने सम्पूर्ण जगत की रचना की थी”।
* [1 कुरिन्थियों 11:9-10](rc://en/tn/help/1co/11/09)

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@ -1,6 +1,6 @@
# परदा, परदे #
## परिभाषा:
## परिभाषा: ##
बाइबल में “परदा” शब्द निवास के स्थान और मन्दिर में काम में आनेवाला कपड़े का बहुत मोटा परदा था।

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@ -20,7 +20,9 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
इस शब्द का अनुवाद लक्षित भाषा में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द या अभिव्यक्ति द्वारा ही किया जाए।
* कुछ भाषाओं में “मरने” को “जीवित नहीं रहना” व्यक्त किया जाता है। “मृतक” शब्द का अनुवाद “निर्जीव” या “जीवनरहित” या “जीवत न रहना” किया जा सकता है।
अनेक भाषाओं में मृत्यु को प्रतीकात्मक शब्दों द्वारा व्यक्त किया जाता है जैसे “गुजर गया”। तथापि बाइबल में मृत्यु के लिए प्रचलित शब्द का सीधा उपयोग ही उचित है।
* बाइबल में दैहिक मृत्यु एवं जीवन की तुलना प्रायः आत्मिक जीवन एवं मृत्यु से की गई है। अनुवाद में दैहिक मृत्यु एवं आत्मिक मृत्यु दोनों के लिए एक ही शब्द काम में लेना महत्वपूर्ण है।
* कुछ भाषाओं में “आत्मिक मृत्यु” कहना अधिक स्पष्ट होता है जब प्रकरण में उस अर्थ की आवश्यकता हो। कुछ अनुवादकों के लिए “दैहिक मृत्यु” शब्द का उपयोग सर्वोचित होता है जब इसकी तुलना आत्मिक मृत्यु से होती है।
@ -50,6 +52,7 @@
* __[02:11](rc://en/tn/help/obs/02/11)__ “फिर तुम __मर जाओगे__, और तुम्हारा शरीर वापस मिट्टी में मिल जाएगा।”
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ इसहाक की __मृत्यु__ हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी।
* __[35:05](rc://en/tn/help/obs/37/05)__ यीशु ने उत्तर दिया, "मैं पुनरुत्थान और जीवन हूँ।" जो कोई मुझ पर विश्वास करता है वह यदि __मर भी जाए__ तौभी जीएगा। और हर कोई जो मुझ पर विश्वास करता है वह कभी न मरेंगा।”
* __[40:08](rc://en/tn/help/obs/40/08)__ अपनी __ मृत्यु__ के जरिये यीशु ने लोगों के लिये परमेश्वर के पास आने का रास्ता खोल दिया।
* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ “यीशु की __मृत्यु__ हुई परन्तु उसी को परमेश्वर ने मृत्यु के बन्धनों से छुड़ाकर जिलाया,
* __[48:02](rc://en/tn/help/obs/48/02)__ क्योंकि आदम और हव्वा ने पाप किया, इसलिये पृथ्वी पर लोग बीमारी से पीड़ित हुए व __मृत्यु__ हुई।

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@ -5,6 +5,7 @@
“वर्णन” और “वाणी” अर्थात “औपचारिक या सार्वजनिक कथन”, प्रायः किसी बात पर बल देने के लिए।
“वाणी” में कही जाने वाली बात के महत्व पर ही बल नहीं दिया जाता है परन्तु इसमें घोषणा करने वाले की ओर भी ध्यान आकर्षित किया जाता है।
* उदाहरणार्थ, पुराने नियम में परमेश्वर के सन्देश से पूर्व, “यहोवा यों कहता है” या “यहोवा का यह वचन” उक्ति आती है। इस उक्ति से इस बात पर बल दिया जाता है कि इस सन्देश को पहुंचाने वाला यहोवा ही है। यह तथ्य कि सन्देश यहोवा का है दर्शाता है कि सन्देश अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
## अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
समर्पण करें अर्थात किसी को या किसी वस्तु की विशेष कार्य के लिए पृथक करना या समर्पित करना।
* दाऊद ने अपना सोना-चांदी परमेश्वर को समर्पित कर दिया था।
“समर्पण” शब्द प्रायः विधिवत कार्य या अनुष्ठान का संदर्भ देता है कि किसी विशेष उद्देश्य के निमित्त उसे पृथक कर दिया गया है।
* वेदी का समर्पण में परमेश्वर के लिए बलि चढ़ाई जाती थी।
* नहेम्याह ने यरूशलेम की दीवारों के पुन: निर्माण के निमित्त इस्राएलियों की समर्पण में अगुआई की थी और केवल यहोवा की सेवा करने की और उसके इस नगर की देखरेख की प्रतिज्ञा की थी। इस घटना में संगीत वाद्यों और संगत के द्वारा परमेश्वर को धन्यवाद दिया गया था।
* “समर्पण करे” शब्द का अनुवाद “विशेष उद्देश्य की विशेष नियुक्ति करना” या “किसी विशेष उपयोग हेतु किसी वस्तु को समर्पित करना” या “किसी विशेष कार्य हेतु किसी का समर्पण करना”।

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@ -1,4 +1,4 @@
# छुड़ाना, छुड़ाना, छुड़ाया ,छुड़ाया जाना, छुटकारा दिलाने वाला ,छुटकारा #
# छुड़ाना, छुड़ाना, छुड़ाया ,छुड़ाया जाना, छुटकारा दिलाने वाला ,छुटकारा #
## परिभाषा: ##

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@ -4,10 +4,10 @@
स्वप्न मनुष्यों के सोते समय मस्तिष्क में उभरता है।
* स्वप्न यथार्थ घटना प्रतीत होते हैं जबकि वे होते नहीं हैं।
* कभी-कभी परमेश्वर स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को कुछ सिखाता है। परमेश्वर स्वप्नों में मनुष्यों से सीधी बातें भी करता है।
* बाइबल में परमेश्वर ने कुछ लोगों को विशेष स्वप्नों द्वारा सन्देश दिए, अक्सर भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में।
* स्वप्न दर्शन से भिन्न होता है। स्वप्न मनुष्य को नींद में दिखाई देते हैं परन्तु दर्शन जागृत अवस्था में दिखाई देते हैं।
* स्वप्न यथार्थ घटना प्रतीत होते हैं जबकि वे होते नहीं हैं।
* कभी-कभी परमेश्वर स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को कुछ सिखाता है। परमेश्वर स्वप्नों में मनुष्यों से सीधी बातें भी करता है।
* बाइबल में परमेश्वर ने कुछ लोगों को विशेष स्वप्नों द्वारा सन्देश दिए, अक्सर भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में।
* स्वप्न दर्शन से भिन्न होता है। स्वप्न मनुष्य को नींद में दिखाई देते हैं परन्तु दर्शन जागृत अवस्था में दिखाई देते हैं।
(यह भी देखें: [दर्शन](../other/vision.md))

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@ -7,6 +7,7 @@
* “पियक्कड़” मनुष्य सदैव मदिरापान करता है। ऐसे मनुष्य को मतवाला भी कहते हैं।
* बाइबल में विश्वासियों से कहा गया है कि मदिरा से मतवाले होने की अपेक्षा पवित्र-आत्मा के वश में हो जाएं।
* बाइबल की शिक्षा के अनुसार मतवालापन निर्बुद्धि है और मनुष्य को पाप में गिराता है।
“मतवालापन” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “मतवाले” या “नशे में चूर” या “अत्यधिक मदिरापन” या “मदिरा से तृप्त”।
(यह भी देखें: [दाखरस](../other/wine.md))

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@ -3,8 +3,10 @@
## परिभाषा: ##
“डाह” शब्द का अर्थ है किसी की सम्पदा या प्रशंसनीय गुणों के कारण उससे जलना। “लालच” का अर्थ है किसी चीज की प्रबल अभिलाषा करना।
* डाह आम तौर पर किसी अन्य व्यक्ति की सफलता, सौभाग्य या सम्पदा के कारण से असंतोष की नकारात्मक भावना है।
* लालच किसी की सम्पदा या किसी के जीवन साथी को प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है।
(यह भी देखें: [ईर्ष्या](../kt/jealous.md))
## बाइबल संदर्भ: ##

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@ -4,11 +4,11 @@
बाइबल में “झुण्ड” शब्द भेड़ या बकरियों के समूह के लिए काम में लिया गया है और कभी-कभी यह शब्द मवेशियों, बैलों और सूअरों के लिये भी काम में लिया गया है।
* विभिन्न भाषों में पशुओं और पक्षियों के नाम विभिन्न रूपों में व्यक्त किये जाते है।
* उदाहरणार्थ अंग्रेजी में “हर्ड” शब्द भेड़ों और बकरियों के लिए भी काम में लिए जाते हैं। परन्तु बाइबल में नहीं।
* अंग्रेजी में “फ्लॉक” शब्द पक्षियों के लिए भी काम में लिया जाता है परन्तु सूअरों, बैल और मवेशियों के लिए नहीं।
* अपनी भाषा में विभिन्न पशु समूहों के लिए काम में लिए गए शब्दों का अवलोकन करें।
* जिन पदों में “झुण्ड और वृन्द” का संदर्भ है वहाँ उचित होगा कि उनके आगे “भेड़ों का” या “मवेशियों का”, उदाहरणार्थ यदि उस भाषा में पशुओं के समूहों के लिए अलग-अलग शब्द न हों।
* विभिन्न भाषों में पशुओं और पक्षियों के नाम विभिन्न रूपों में व्यक्त किये जाते है।
* उदाहरणार्थ अंग्रेजी में “हर्ड” शब्द भेड़ों और बकरियों के लिए भी काम में लिए जाते हैं। परन्तु बाइबल में नहीं।
* अंग्रेजी में “फ्लॉक” शब्द पक्षियों के लिए भी काम में लिया जाता है परन्तु सूअरों, बैल और मवेशियों के लिए नहीं।
* अपनी भाषा में विभिन्न पशु समूहों के लिए काम में लिए गए शब्दों का अवलोकन करें।
* जिन पदों में “झुण्ड और वृन्द” का संदर्भ है वहाँ उचित होगा कि उनके आगे “भेड़ों का” या “मवेशियों का”, उदाहरणार्थ यदि उस भाषा में पशुओं के समूहों के लिए अलग-अलग शब्द न हों।
(यह भी देखें: [बकरी](../other/goat.md), [बैल](../other/cow.md), [सुअर](../other/pig.md), [भेड़](../other/sheep.md),)

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@ -1,4 +1,4 @@
# पहले से जान लिया, पूर्व ज्ञान #
# पहले से जान लिया, पूर्व ज्ञान #
## परिभाषा: ##

View File

@ -1,4 +1,4 @@
# व्यभिचार, व्यभिचार, अनैतिक, परस्त्रीगमन#
# व्यभिचार, व्यभिचार, अनैतिक, परस्त्रीगमन #
## परिभाषा: ##

View File

@ -14,6 +14,7 @@
* “जगत की उत्पत्ति से पूर्ण” का अनुवाद किया जा सकता है, “ब्रह्माण्ड की रचना से पूर्व”, या “ब्रह्माण्ड के अस्तित्व को समय से पूर्व” या “संपूर्ण सृष्टि की रचना से पूर्व”।
* “नींव... दृढ़़ करके रखी” का अनुवाद हो सकता है, “सुरक्षित बनाया” या “दृढ़ता से आधारित”।
* प्रकरण के अनुसार “नींव” का अनुवाद “दृढ़ आधार” या “ठोस आधार” या “आरंभ” या “सृष्टि”।
(यह भी देखें: [कोने का पत्थर](../kt/cornerstone.md), [उत्‍पन्‍न](../other/creation.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##

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@ -5,16 +5,16 @@
“पीढ़ी” शब्द उन मनुष्यों के संदर्भ में है जो एक ही समय जन्में हों।
* पीढ़ी समय का अन्तराल भी हो सकती है। बाइबल के युग में एक पीढ़ी को लगभग चालीस वर्ष माना जाता था।
* माता-पिता और सन्तान दो अलग-अलग पीढ़ियों के होते है।
* बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके लक्षण सर्वनिष्ठ होते हैं।
* पीढ़ी समय का अन्तराल भी हो सकती है। बाइबल के युग में एक पीढ़ी को लगभग चालीस वर्ष माना जाता था।
* माता-पिता और सन्तान दो अलग-अलग पीढ़ियों के होते है।
* बाइबल में पीढ़ी शब्द का उपयोग प्रतीकात्मक रूप में उन लोगों के लिए भी काम में लिया गया है जिनके लक्षण सर्वनिष्ठ होते हैं।
## अनुवाद के सुझाव ##
* “यह पीढ़ी” या “इस पीढ़ी के लोग” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जीवित मनुष्य” या “तुम लोग”
* “दुष्ट पीढ़ी” का अनुवाद हो सकता है, “इस समय के दुष्ट लोग”।
* “पीढ़ी से पीढ़ी” या “एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जो लोग है वे और उनके पोते-परपोते” या “हर एक युग के लोग” या “इस समय और आनेवाले समय के लोग” या “सब लोग और उनके वंशज”।
* “आनेवाली पीढ़ी उसकी सेवा करेगी, वे आनेवाली पीढ़ी को परमेश्वर का ज्ञान देंगे”। इसका अनुवाद हो सकता है, “भविष्य में अनेक लोग परमेश्वर की सेवा करेंगे और अपनी सन्तान वरन सन्तान की सन्तान को उसके बारे में बताएंगे”।
* “यह पीढ़ी” या “इस पीढ़ी के लोग” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जीवित मनुष्य” या “तुम लोग”
* “दुष्ट पीढ़ी” का अनुवाद हो सकता है, “इस समय के दुष्ट लोग”।
* “पीढ़ी से पीढ़ी” या “एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक” का अनुवाद हो सकता है, “वर्तमान में जो लोग है वे और उनके पोते-परपोते” या “हर एक युग के लोग” या “इस समय और आनेवाले समय के लोग” या “सब लोग और उनके वंशज”।
* “आनेवाली पीढ़ी उसकी सेवा करेगी, वे आनेवाली पीढ़ी को परमेश्वर का ज्ञान देंगे”। इसका अनुवाद हो सकता है, “भविष्य में अनेक लोग परमेश्वर की सेवा करेंगे और अपनी सन्तान वरन सन्तान की सन्तान को उसके बारे में बताएंगे”।
(यह भी देखें: [वंशज](../other/descendant.md), [बुराई](../kt/evil.md), [पूर्वज](../other/father.md))

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@ -6,9 +6,9 @@
* भेड़ के समान बकरी भी महत्वपूर्ण बलि पशु थी विशेष करके फसह के समय।
* यद्यपि भेड़ और बकरी देखने में एक से हैं, वे कुछ रूप में भिन्न हैं:
* बकरी के बाल सख्त होते है और भेड़ के बाल ऊन होते हैं।
* बकरी की पूंछ ऊपर रहती है जबकि भेड़ की पूंछ लटकती है।
* भेड़ अपने झुण्ड में रहती है, परन्तु बकरी में निरंकुशता होती है और वह झुण्ड को छोड़ कर यहां वहां भागती है।
* बकरी के बाल सख्त होते है और भेड़ के बाल ऊन होते हैं।
* बकरी की पूंछ ऊपर रहती है जबकि भेड़ की पूंछ लटकती है।
* भेड़ अपने झुण्ड में रहती है, परन्तु बकरी में निरंकुशता होती है और वह झुण्ड को छोड़ कर यहां वहां भागती है।
* बाइबल के युग में बकरी इस्राएल के लिए दूध का प्रमुख साधन थी।
* बकरी की खाल से तम्बुओं का आवरण और मशकें बनाई जाती थी।
* पुराने और नये नियम दोनों में बकरी शब्द को अधर्मियों के प्रतीक स्वरूप काम में लिया गया है, संभवतः रखवाले से दूर भागने के उनके स्वभाव के कारण।

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@ -4,12 +4,12 @@
अंगूर (दाख) एक छोटा चिकना गोल फल होता है जो दाखलता में गुच्छों में उगता है। अंगूर का रस मदिरा बनाने के काम में आता है।
* अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल।
* प्रत्येक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है।
* अंगूर के बगीचों को दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं।
* बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था।
* अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है।
* यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था।
* अंगूर विभिन्न रंग के होते हैं, जैसे हरे, काले और लाल।
* प्रत्येक अंगूर का आकार एक से तीन सेंटी मीटर का होता है।
* अंगूर के बगीचों को दाख की बारी कहते हैं। दाख की बारी में दाखलताओं की लम्बी कतारें होती हैं।
* बाइबल के युग में अंगूर एक महत्वपूर्ण भोज्य पदार्थ था और दाख की बारी समृद्धि का प्रतीक था।
* अंगूरों को सड़ने से बचाने के लिए उन्हें सुखा लिया जाता है। * सूखे अंगूर किशमिश कहलाते है जिन्हें केक बनाने में काम में लिया जाता है।
* यीशु ने अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा देने के लिए दाख की बारी का उदाहरण दिया था।
(यह भी देखें: [दाखलता](../other/vine.md), [दाख की बारी](../other/vineyard.md), [दाखरस](../other/wine.md))

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@ -6,7 +6,9 @@
* मनुष्य गहन दुःख के कारण कराहता है।
* भयानक अत्याचार के बोझ से दब कर भी मनुष्य कराहता है।
“कहरना” के अनुवाद हो सकते हैं, “पीड़ा की निमस्वर ध्वनि” या “गहरा दुःख”
* संज्ञा रूप में इसका अनुवाद हो सकता है, “पीड़ा की निम्न ध्वनि” या “आर्तनाद”।
(यह भी देखें: [दोहाई](../other/cry.md))

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@ -5,6 +5,7 @@
“भय” का संदर्भ आंतक और भय की अनुभूति से है। जिस मनुष्य को भय से कंपकंपी हो रही हो उसे भयातुर कहते हैं।
“भय” मात्र डर से अधिक प्रबल होती है।
* जो मनुष्य ऐसा डर जाए कि काटो तो खून नहीं वह आघात या जड़वत हो जाता है।
(यह भी देखें: [भय](../kt/fear.md), [डर](../other/terror.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# निर्देश, निर्देश, निर्देश दिए, निर्देश देते रहना, अनुदेश, निर्देश, निर्देशक#
# निर्देश, निर्देश, निर्देश दिए, निर्देश देते रहना, अनुदेश, निर्देश, निर्देशक #
## तथ्य: ##

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@ -8,7 +8,9 @@
* बेबीलोन के राजा ने स्वप्न देखा और वह परेशान हो गया तब परमेश्वर ने दानिय्येल की सहायता की कि वह उसका स्वप्न बताए और उसका अर्थ समझाता।
* स्वप्न का “अर्थ” बताना अर्थात उस स्वप्न का समझाना।
* पुराने नियम में परमेश्वर कभी-कभी स्वप्नों द्वारा मनुष्यों को भविष्य की बातें बताता था। अतः उन स्वप्नों का अर्थ भविष्यद्वाणी होता था।
“अर्थ बताना” अन्य बातों का भेद समझाना भी होता है, जैसे कि यह पता लगाना कि मौसम कितना ठंडा या गर्म है, कैसी हवा है, और आकाश कैसा दिखता है।
* “अर्थ बताना” का अनुवाद “अर्थ निर्धारण” या “व्याख्या करना” या “अर्थ समझाना” भी हो सकता है।
* “अर्थ बताना” का अनुवाद “व्याख्या” या “अर्थ निर्धारण” भी हो सकता है।

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@ -1,11 +1,13 @@
# जानना, जानता है, जानता था, जानना, ज्ञान, ज्ञात, प्रकट करना, ज्ञात करता है, ज्ञात करता है, अज्ञात, पहले से जानना, पूर्वज्ञान#
# जानना, जानता है, जानता था, जानना, ज्ञान, ज्ञात, प्रकट करना, ज्ञात करता है, ज्ञात करता है, अज्ञात, पहले से जानना, पूर्वज्ञान #
## परिभाषा: ##
“जानना” अर्थात किसी बात को समझना या किसी तथ्य का जानकार होना। "ज्ञात करना" एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है जानकारी देना।
* “ज्ञान” शब्द का संदर्भ में है जो मनुष्य जानकारी रखते हैं। इसका अभिप्राय लौकिक और अलौकिक संसार दोनों की जानकारी हो सकता है।
परमेश्वर के “बारे में जानना” अर्थात उसके बारे में तथ्यों को अन्तर्ग्रहण करना उसने हम पर जो प्रकट किया है।
* परमेश्वर को “जानना” अर्थात उसके साथ घनिष्ठ संबन्ध बनाना। यह मनुष्यों को जानने के लिए भी काम में लिया जाता है।
* परमेश्वर की इच्छा जानना अर्थात उसकी आज्ञा के प्रति सचेत रहना या मनुष्य से जो चाहता है उसे समझना।
* “व्यवस्था को जानना” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं के प्रति सचेत रहना या परमेश्वर ने मूसा को व्यवस्था में जो निर्देश दिए उन्हें समझना।
@ -17,8 +19,10 @@
* प्रकरण पर आधारित “जानना” के अनुवाद हो सकते हैं, “समझना” या “परिचित होना” या “सचेत होना” या “जानकार होना” या “के संबन्ध” में होना।
* कुछ भाषाओं के पास दो अलग-अलग शब्द हैं "जानना," एक तथ्य जानने के लिए और दूसरा एक व्यक्ति को जानने के लिए और उसके साथ संबंध होने के लिए।
* “प्रकट करना” का अनुवाद “मनुष्यों को जानने योग्य बनाना” या “अनावृत करना” या “बारे में बताना” या “वर्णन करना” हो सकता है।
“किसी के बारे में बताना” का अनुवाद “सचेत होना” या “परिचित होना हो सकता है।”
“जानना कैसे” अर्थात कुछ करने की प्रक्रिया या विधि समझना। इसका अनुवाद हो सकता है, “सक्षम होना” था या “करने में निपुण होना”।
* “ज्ञान” शब्द का अनुवाद “जो ज्ञात है” या “बुद्धि” या “समझ” प्रकरण के अनुसार हो सकता है।
(यह भी देखें: [व्यवस्था](../kt/lawofmoses.md), [प्रकट](../kt/reveal.md), [समझ](../other/understand.md), [बुद्धिमान](../kt/wise.md))

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@ -6,7 +6,9 @@
* सामान्यतः परिश्रम करना अर्थात शारीरिक शक्ति काम में लेना। इसका अर्थ है कि कार्य कठिन है।
* मजदूर वह मनुष्य है जो शारीरिक परिश्रम का काम करता है।
अंग्रेजी भाषा में “परिश्रम” (लेबर) का अर्थ बच्चे को जन्म देने की क्रिया से भी होता है। अन्य भाषाओं में इसके लिए सर्वथा एक भिन्न शब्द होता है।
* “परिश्रम” शब्द के अनुवाद हो सकते हैं, “कार्य” या “कठोर कार्य करना” या “कठिन कार्य” या “शारीरिक श्रम करना”।
(यह भी देखें: [कठोरता](../other/hard.md), [प्रसव पीड़ा](../other/laborpains.md))

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@ -1,6 +1,7 @@
# पिघलना, पिघल गया, पिघलाई, पिघल जाता, ढालकर #
## तथ्य: ##
“पिघलना” अर्थात गरमी पाकर किसी ठोस पदार्थ का तरल हो जाना। इसका प्रतीकात्मक उपयोग भी किया गया है। पिघली हुई वस्तु को “ढालना” भी कहते हैं।
* विभिन्न धातुओं को पिघला कर सांचों में डालकर हथियार या मूर्तियाँ बनाई जाती हैं। * “ढाली गई धातु” अर्थात पिघलाई गई धातु।

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@ -1,4 +1,4 @@
# मन, मनों, मन में लेना, सुधि लेना, सुधि दिला, याद दिलाता है, स्मरण किए गए, स्मरण, स्मरण दिलाने वाला, स्मरण दिलाना, एक मन#
# मन, मनों, मन में लेना, सुधि लेना, सुधि दिला, याद दिलाता है, स्मरण किए गए, स्मरण, स्मरण दिलाने वाला, स्मरण दिलाना, एक मन #
## परिभाषा: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# धीरजवन्त, धीरज से, सहनशीलता, अधीर#
# धीरजवन्त, धीरज से, सहनशीलता, अधीर #
## परिभाषा: ##

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@ -27,12 +27,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[15:06](rc://en/tn/help/obs/15/06)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता __संधि__ स्थापित न करे,
* __[15:12](rc://en/tn/help/obs/15/12)__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ __शांति__ प्रदान की।
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में __शांति__ लाई।
* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में __शान्ति__ स्थापित होगी।
* __[48:14](rc://en/tn/help/obs/48/14)__ दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और __शांति__ के साथ हमेशा राज्य करेगा।
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर __शान्ति__ व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
* __[15:06](rc://en/tn/help/obs/15/06)__ परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी थी ,कि वह कनान में लोगों के किसी भी समूह के साथ समझौता __संधि__ स्थापित न करे,
* __[15:12](rc://en/tn/help/obs/15/12)__तब परमेश्वर ने इस्राएलियों को सारी सीमा के साथ __शांति__ प्रदान की।
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__तब परमेश्वर ने एक उद्धारकर्ता प्रदान किया, जिन्होंने उन्हें अपने शत्रुओं से बचाया और देश में __शांति__ लाई।
* __[21:13](rc://en/tn/help/obs/21/13)__ वह अन्य लोगों के पापों के कारण मारा जाएगा। उसके दण्डित होने से परमेश्वर और लोगों के बीच में __शान्ति__ स्थापित होगी।
* __[48:14](rc://en/tn/help/obs/48/14)__ दाऊद इस्राएल का राजा था, लेकिन यीशु पूरे ब्रह्मांड का राजा है! वह फिर से आएगा, और अपने राज्य पर न्याय और __शांति__ के साथ हमेशा राज्य करेगा।
* __[50:17](rc://en/tn/help/obs/50/17)__ यीशु अपने राज्य पर __शान्ति__ व न्याय के साथ शासन करेगा, और वह हमेशा अपने लोगों के साथ रहेगा।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -7,6 +7,7 @@
* परमेश्वर ने इस्राएलियों के लिए सूअर का मांस खाना वर्जित किया था वरन् उसे अशुद्ध ठहराया था। यहूदी आज भी इसे अशुद्ध मानते है और उसके मांस से घृणा करते हैं।
* सूअरों को पाल कर मांस के लिए बेचा जाता है।
* एक प्रकार की सूअर प्रजाती जंगल में रहती है, उसे “जंगली सूअर” कहते हैं। जंगली सूअर के दांत बड़े होते हैं, और वह बहुत खतरनाक होता है।
बड़े सूअरों को “शूकर” कहा जाता है।
(यह भी देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))

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@ -5,6 +5,7 @@
अनार एक फल है जिसका आवरण मोटा होता है जिसमें लाल रंग का खाने के दाने होते हैं।
बाहरी छिलका लाल रंग का होता है और बीजों का गुदा चमकदार और लाल होता है।
* अनार गर्म और सूखी जलवायु के देशों में बहुतायत से उगते हैं, जैसे मिस्र और इस्राएल।
* परमेश्वर ने इस्राएल से प्रतिज्ञा की थी कि कनान पानी और उपजाऊ भूमि थी जिसके कारण वहां भोजन सामग्री और अनार बहुतायत से हैं।
* सुलैमान निर्मित मन्दिर की सजावट में तांबे के अनार बने हुए थे।

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@ -23,15 +23,16 @@
* [मत्ती 25:44-46](rc://en/tn/help/mat/25/44)
उनके
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी व्यवस्थाओं व नियमों का पालन करने के लिये कहा। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह __दण्ड__ के पात्र बनेंगे।
* __[16:02](rc://en/tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर __दण्ड__ दिया।
* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तब परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें __दण्डित__ करेंगा |
* __[48:06](rc://en/tn/help/obs/48/06)__ यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का __दण्ड__, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किया हो, अपने ऊपर ले लिया |
* __[48:10](rc://en/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का __दण्ड__ उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है |
* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का __दण्ड__ नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
* __[49:11](rc://en/tn/help/obs/49/11)__ यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने __दण्ड__ उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके |
* __[13:07](rc://en/tn/help/obs/13/07)__ परमेश्वर ने और भी बहुत सी व्यवस्थाओं व नियमों का पालन करने के लिये कहा। अगर लोग इन नियमों का पालन करते थे, तो परमेश्वर ने वादा किया था कि वह उन्हें आशीर्वाद और उनकी रक्षा करेगा। यदि वे इन नियमों का पालन नहीं करेंगे तो वह __दण्ड__ के पात्र बनेंगे।
* __[16:02](rc://en/tn/help/obs/16/02)__ क्योंकि इस्राएल ने परमेश्वर की अवज्ञा करते रहे, उसने उन्हें अपने दुश्मनों को उन्हें पराजित करने की अनुमति देकर __दण्ड__ दिया।
* __[19:16](rc://en/tn/help/obs/19/16)__ भविष्यवक्ताओं ने लोगों को चेतावनी दी कि, यदि उन्होंने दुष्ट कार्य करना बंद न किया, और परमेश्वर कि आज्ञा का पालन करना आरंभ न किया, तब परमेश्वर उन्हें दोषी ठहराएगा और उन्हें __दण्डित__ करेंगा |
* __[48:06](rc://en/tn/help/obs/48/06)__ यीशु सबसे उत्तम महान पुरोहित है क्योंकि उसने सभी मनुष्यों के सभी पापों का __दण्ड__, जो उन्होंने अपने जीवन काल में कभी भी किया हो, अपने ऊपर ले लिया |
* __[48:10](rc://en/tn/help/obs/48/10)__ जब कोई यीशु पर विश्वास करता है, यीशु का लहू उस व्यक्ति के सब पापों की कीमत चुका देता है, और परमेश्वर का __दण्ड__ उस व्यक्ति के ऊपर से हट जाता है |
* __[49:09](rc://en/tn/help/obs/49/09)__ लेकिन परमेश्वर ने जगत के हर मनुष्य से इतना अधिक प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया ताकि जो कोई यीशु पर विश्वास करे उसे उसके पापों का __दण्ड__ नहीं मिलेगा, परन्तु हमेशा परमेश्वर के साथ रहेगा।
* __[49:11](rc://en/tn/help/obs/49/11)__ यीशु ने कभी कोई पाप नहीं किया था, लेकिन फिर भी उसने __दण्ड__ उठाने और मारे जाने को चुना ताकि एक सिद्ध बलिदान के रूप में आपके तथा संसार के हर मनुष्य के पापों को उठा ले जा सके |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -26,6 +26,7 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
इस्राएलियों के चालीस वर्ष तक जंगल में भटकने के बाद, वह सभी जो परमेश्वर के विरुद्ध बोलते थे मर गए।
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के __विरुद्ध__ बलवा किया।
* __[18:09](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ यारोबाम ने परमेश्वर का __विद्रोह__ किया और लोगों को पाप में धकेल दिया।
* __[18:13](rc://en/tn/help/obs/18/09)__ यहूदा के बहुत से लोग परमेश्वर के __विरुद्ध__ हो गए और अन्य देवताओं की उपासना करने लगे।

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@ -6,6 +6,7 @@
नये नियम में विश्वासियों को आज्ञा दी गई है कि वे साथ के विश्वासियों को परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन न करने पर डाँटे।
नीतिवचन में माता-पिता को निर्देश है कि वे अपनी सन्तान की ताड़ना करें।
* झिड़की विशेष करके गलती करनेवाले को पाप करने से रोकने के लिए की जाती थी।
* इसका अनुवाद “कठोरता से सुधार करना” या “प्रताड़ित करना” के रूप में हो सकता है।
“एक झिड़की” का अनुवाद, कठोर सुधार” या “दृढ़ आलोचना” के रूप में हो सकता है।

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@ -5,8 +5,10 @@
शाब्दिक शब्द "दौड़ना" का अर्थ है "पैर पर बहुत जल्दी चलना", आमतौर पर उच्च गति से चलना द्वारा पूरा किया जा सकता है
"दौड़ना" का मुख्य अर्थ भी आकृति अभिव्यक्तियों में उपयोग किया जाता है जैसे कि निम्नलिखित:
* "इस तरह से जीतने के लिए इस तरह से पुरस्कार जीतने के लिए" - एक ही दृढ़ता से जीतने के क्रम में एक दौड़ चलाने के रूप में परमेश्वर की इच्छा को करने में दृढ़ता से संदर्भित करता है
“आज्ञा पालन” अर्थात परमेश्वर की आज्ञाओं को सहर्ष अतिशीघ्र मानो।
* "अन्य देवताओं के पीछे चलने के लिए" अन्य देवताओं की पूजा करने में जारी रहने का मतलब है।
“मैं तेरा शरणागत हूँ” अर्थात कठिनाइयों में शरण पाने और सुरक्षा के लिए परमेश्वर के पास शीघ्र आ जाना
पानी और अन्य तरल पदार्थ जैसे आंसू, लहू, पसीना और नदियों को भी बहना कहते हैं। इसका अनुवाद “प्रवाह” हो सकता है।

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