* मलिकिसिदक के नाम का अर्थ “धार्मिकता का राजा” होता है और उसकी उपाधि “शालेम का राजा” का अर्थ “शान्ति का राजा” होता है।
* उसे “परम प्रधान परमेश्वर का याजक” भी कहा जाता था।
* मलिकिसिदक का पहली बार बाइबल में उल्लेख उस समय किया गया है जब अब्राम ने अपने भतीजे लूत को शक्तिशाली राजाओं से बचाया था, तब उसने अब्राम को रोटी और दाखमधु परोसा था। अब्राम ने मलिकिसिदक को अपनी विजय में से लूट का दसवाँ अंश भी दिया था।
* नये नियम में मलिकिसिदक को ऐसे व्यक्ति के रूप में वर्णित किया गया है जिसके कोई माता-पिता नहीं थे। उसे एक याजक और राजा कहा जाता था जो सदा के लिये शासन करेगा।
* नया नियम यह भी कहता है कि यीशु “मलिकिसिदक की रीति” के अनुसार एक याजक है। यीशु लेवी का वंशज नहीं था जैसे कि इस्राएली याजक हुआ करते थे। उसका याजकपद सीधे परमेश्वर की ओर से है, जैसा कि मलिकिसिदक का था।
* बाइबल में पाए जाने वाले उसके विषय के इन विवरणों के आधार पर, मलिकिसिदक एक मानवीय याजक था जिसे शान्ति और धार्मिकता के अनन्त राजा और हमारे महान महायाजक यीशु का प्रतिनिधित्व करने या उसकी ओर संकेत करने के लिये परमेश्वर ही के द्वारा चुना गया था।