* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उन्हें रोमन नाम "पौलुस" से जाने गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे। उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
* __[45:06](rc://hi/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://hi/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://hi/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://hi/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://hi/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://hi/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://hi/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://hi/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।