* इसका सदंर्भ पाप और नैतिक भ्रष्टाचार से सम्बंधित किसी भी बात से है।
* “अन्धकार का राज्य” इस उक्ति का अर्थ है सब कुछ जो बुरा है और शैतान के शासनाधीन है।
* “अंधियारा” शब्द मृत्यु के रूपक स्वरुप भी काम में लिया जा सकता है। (देखें: [उपमा](rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor))
* जिन मनुष्यों को परमेश्वर का ज्ञान नहीं उनके लिए कहा जाता है कि वे “अंधियारे में रह रहे हैं” अर्थात वे धार्मिकता को समझते नहीं और न ही उसका व्यवहार करते हैं।
* इस शब्द का अनुवाद ज्यों का त्यों करना उचित है, लक्षित भाषा में इसका पर्यायवाची शब्द जिसका सन्दर्भ रौशनी की अनुपस्थिति से है, वही काम में लिया जाए। यह एक ऐसा शब्द है जो किसी कमरे के अन्धकार के सन्दर्भ में हो सकता है जहां प्रकाश नहीं या समय का वह पहर जब प्रकाश नहीं होता है।
* प्रतीकात्मक उपयोगों में भी प्रकाश के विलोम शब्द का भाव व्यक्त होना है, जैसे भलाई और सत्य के विपरीत बुराई और धोखे का वर्णन करना।
* प्रकरण के अनुसार इसका अनुवाद हो सकता है, "रात का अंधेरा" ("दिन की रोशनी" के विपरीत) या "कुछ भी नहीं दिखना जैसे रात में" या "अंधेरी जगह जैसी बुराई"