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1 | Reference | ID | Tags | SupportReference | Quote | Occurrence | Note |
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2 | 1:1 | i3zz | Παῦλος | 1 | उस संस्कृति में पत्र के लेखक अपना नाम पहले लिखते थे। आपकी भाषा में पत्र के लेखक का परिचय देने की अपनी ही विशिष्ट विधि होगी और यदि यह आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप उसे यहाँ काम में ले सकते हैं। लेखक का परिचय देने के तुरंत बाद, आप यह भी दर्शाना चाहेंगे कि पत्र किसको लिखा गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं पौलुस ही हूँ जो तुझे यह पत्र लिख रहा हूँ, तीमुथियुस”। | ||
3 | 1:1 | xl6d | κατ’ ἐπιταγὴν Θεοῦ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के अधिकार से” | ||
4 | 1:1 | wb8j | Θεοῦ Σωτῆρος ἡμῶν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर, जो हमें बचाता है” | ||
5 | 1:1 | sw77 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | Κυρίου Ἰησοῦ Χριστοῦ τῆς ἐλπίδος ἡμῶν | 1 | यहाँ “हमारी आशा” एक अलंकार है जो उस व्यक्ति के सन्दर्भ में है जिसमें हम आशा लगाए हुए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु, जिसमें हमें पूर्ण विश्वास है” या “मसीह यीशु जिसमें हम भरोसा रखे हुए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
6 | 1:2 | pyi6 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | γνησίῳ τέκνῳ | 1 | तीमुथियुस के साथ अपने घनिष्ठ सम्बन्ध को पौलुस इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे पिता और पुत्र हों। इससे तीमुथियुस के प्रति पौलुस का सच्चा प्रेम और अनुमोदन प्रकट होता है। यह भी संभव है कि पौलुस व्यक्तिगत रूप से तीमुथियुस को मसीही विश्वास में लाया था, यह एक और कारण हो सकता है कि पौलुस उसको अपनी संतान के सदृश्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: "जो वास्तव में मेरे लिए पुत्र के समान है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
7 | 1:2 | rd5v | χάρις, ἔλεος, εἰρήνη | 1 | उस संस्कृति में, पत्र के लेखक पत्र के मुख्य विषय को आरम्भ करने से पूर्व पाठकों को शुभ कामनाएं भेजते थे। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं आशा करता हूँ कि तू परमेश्वर की दया, करुणा और शांति प्राप्त कर रहा है” | ||
8 | 1:2 | p4lz | rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples | Θεοῦ Πατρὸς | 1 | यहाँ “पिता” शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर,जो हमारा पिता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]]) | |
9 | 1:2 | zx37 | Χριστοῦ Ἰησοῦ τοῦ Κυρίου ἡμῶν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु, जो हमारा प्रभु है” | ||
10 | 1:3 | k4tm | καθὼς παρεκάλεσά σε | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जैसा मैंने तुझे कहा है” | ||
11 | 1:3 | k35a | rc://*/ta/man/translate/figs-you | σε | 1 | इस पत्र में एक अपवाद को छोड़ कर **तू**, **तेरा**, और **तुझे** तीमुथियुस के सन्दर्भ में हैं। [6:21](../06/21.md) में इस अपवाद पर विवरणात्मक टिप्पणी की गई है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]]) | |
12 | 1:3 | amp4 | προσμεῖναι ἐν Ἐφέσῳ | 1 | “मेरे लिए इफिसुस नगर में ही रुके रहना” | ||
13 | 1:3 | t112 | rc://*/ta/man/translate/translate-names | Ἐφέσῳ | 1 | यह एक नगर का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) | |
14 | 1:3 | t113 | τισὶν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “निश्चित लोग” | ||
15 | 1:3 | v4g2 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἑτεροδιδασκαλεῖν | 1 | इसका अभिप्राय है कि कुछ लोग भिन्न रूप से शिक्षा नहीं दे रहे थे, अन्य बातें सिखा रहे थे। यदि आपके पाठकों के लिए आसन हो तो आप इसको स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हम जो सिखाते हैं उससे भिन्न धर्म शिक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
16 | 1:4 | pw2h | μύθοις | 1 | ये किसी प्रकार कि लुभाने वाली शिक्षाएँ थीं, संभवत: विभिन्न आत्मिक प्राणियों के कथित कारनामों के बारे में। परन्तु हम नहीं जानते कि ये कहानियाँ वास्तव में क्या थीं, इसलिए यहाँ कोई सामान्य शब्द काम में लेना ही अति उचित होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “कपोल कल्पित कहानियाँ” | ||
17 | 1:4 | qpv9 | rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole | γενεαλογίαις ἀπεράντοις | 1 | पौलुस **अंतहीन** शब्द को अतिशयोक्ति के रूप में काम में लेता है कि बल दिया जाए कि वे बढ़ा चढ़ा कर बोली गई हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “नामों की सूची जिसका अंत होता प्रतीत न हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) | |
18 | 1:4 | ft33 | γενεαλογίαις | 1 | सामान्यत: इस शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के वंशजों के आलेख से है। तथापि, इस स्थिति में इसका अर्थ काल्पनिक आत्मिक प्राणियों के वंशजों के आलेख से हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “नामों की सूची” | ||
19 | 1:4 | qb9l | αἵτινες ἐκζητήσεις παρέχουσι | 1 | वे लोग इन कहानियों तथा नामों की सूची पर विवाद कर रहे थे, परन्तु कोई भी निश्चित नहीं जानता था कि वे सच था या नहीं। वैकल्पिक अनुवाद: “इनके कारण लोग क्रोधित होकर असहमत थे” | ||
20 | 1:4 | eu9f | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | μᾶλλον ἢ οἰκονομίαν Θεοῦ, τὴν ἐν πίστει | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इस भाववाचक संज्ञा “भण्डारीपन” के अन्तर्निहित विचार को एक व्यावहारिक संज्ञा शब्द “योजना या “कार्य” द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हमें बचाने के लिए परमेश्वर की योजना को समझने में हमारी सहयता करने के अपेक्षा, जिसे हम विश्वास से सीखते हैं” या “परमेश्वर के काम को करने में हमारी सहायता करने की अपेक्षा, जिसे हम विश्वास से करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
21 | 1:5 | myi5 | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के माध्यम से पृष्ठभूमि में पाई जाने वाली जानकारी का समावेश करता है कि उसके आदेश के उद्देश्य को समझने में तीमुथियुस को सहायता मिले। आप इसका अनुवाद अपनी भाषा में ऐसे शब्द या वाक्यांश से कर सकते हैं जो अर्थ और महत्त्व में सबसे अधिक समानांतर अभिव्यक्ति हो। | ||
22 | 1:5 | l7un | παραγγελίας | 1 | यह उन निर्देशों के सन्दर्भ में है जिन्हें पौलुस ने [1:3](../01/03.md) और [1:4](../01/04.md) में तीमुथियुस को दिए थे। | ||
23 | 1:5 | i9rs | ἐστὶν ἀγάπη | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमें परमेश्वर से प्रेम करने में सहायता हेतु है” या (2) “हमें अन्यों से प्रेम करने में सहायता हेतु है।“ | ||
24 | 1:5 | t123 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐκ καθαρᾶς καρδίας | 1 | यहाँ **मन** विचारों और रुचियों को दर्शाने के लिए आलंकारिक प्रयोग है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो भला है केवल उसी की लालसाओं से” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
25 | 1:5 | mbe6 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | ἐκ καθαρᾶς καρδίας | 1 | यहाँ **शुद्ध** आलंकारिक प्रयोग है जो उस मनुष्य को दर्शाता है जो केवल भली बातों की इच्छा रखता है और उसकी प्रेरणाएं बुराइयों से मिश्रित नहीं हैं। वैकल्पिक अनुवाद: केवल भलाई के निमित्त लालसाओं से” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
26 | 1:5 | ar8t | συνειδήσεως ἀγαθῆς | 1 | यह दूसरी बात है जो प्रेम की ओर ले जाती है, आज्ञा का एकमात्र लक्ष्य, न कि आज्ञा का दूसरा लक्ष्य। वैकल्पिक अनुवाद: “और उस विवेक से जो मनुष्य को बुरे की अपेक्षा भला चुनने की प्रेरणा देता है। | ||
27 | 1:5 | m53g | πίστεως ἀνυποκρίτου | 1 | यह प्रेम की ओर ले जाने वाली तीसरी बात है, आज्ञा का एकमात्र लक्ष्य न कि आज्ञा का तीसरा लक्ष्य। वैकल्पिक अनुवाद: “और उस विश्वास से जो सच्चा है” या “और उस विश्वास से जो पाखंड रहित है” | ||
28 | 1:6 | j4z3 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τινες ἀστοχήσαντες | 1 | मसीह में विश्वास को पौलुस आलंकारिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई लक्ष्य हो जिसे मनुष्यों को साधना है। पौलुस के कहने का अर्थ है कि कुछ मनुष्य अपने विश्वास के उद्देश्य को जो प्रेम करना है, पूरा नहीं कर रहे हैं, जैसा उसने अभी-अभी वर्णन किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “कुछ लोग यीशु में अपने विश्वास को सिद्धता तक नहीं पहुँचा रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
29 | 1:6 | se38 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐξετράπησαν | 1 | यहाँ **भटक गए** एक अलंकार है जिसका अर्थ उन लोगों ने परमेश्वर की आज्ञा को मानना त्याग दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की आज्ञा का पालन अब और नहीं कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
30 | 1:7 | v28u | νομοδιδάσκαλοι | 1 | यहाँ **व्यवस्था** विशेष करके मूसा की व्यवस्था के सन्दर्भ में है। | ||
31 | 1:7 | kz8x | μὴ νοοῦντες | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “यद्यपि वे समझते नहीं” या “और वे फिर भी समझते नहीं” | ||
32 | 1:7 | t131 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives | μὴ & μήτε & μήτε | 1 | यहाँ बल देने के लिए पौलुस यूनानी भाषा में दो नकारात्मक उक्तियाँ काम में लेता है, “नहीं...न तो...न ही। “दूसरी नकारात्मक उक्ति (“न तो...न ही”) पहली नकारात्मक उक्ति (“नहीं”) का निराकरण नहीं करती है ताकि सकारात्मक अर्थ निकले। यदि आपकी भाषा में दोहरे नकारात्मक शब्द है जो एक दूसरे को निरस्त करने की अपेक्षा विचार का बलवर्धन करते हैं, तो उनका यहाँ उपयोग करना उचित होगा। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]]) | |
33 | 1:7 | t132 | rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism | ἃ λέγουσιν, μήτε περὶ τίνων διαβεβαιοῦνται | 1 | इन दोनों वाक्यांशों का अर्थ एक ही है। पौलुस बल देने के लिए पुनरावृत्ति का उपयोग करता है। यदि आपके पाठकों के लिए पुनरावृत्ति उपयोग उलझन का कारण हो तो आवश्यक नहीं कि आप भी इनका उपयोग करें। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जिन बातों को इतने विश्वास से कहते हैं वे सच हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]]) | |
34 | 1:8 | d6dz | οἴδαμεν δὲ ὅτι καλὸς ὁ νόμος | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “हम समझते हैं कि व्यवस्था काम की है” या “हम समझते हैं कि व्यवस्था लाभकारी है” | ||
35 | 1:8 | t134 | rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive | οἴδαμεν | 1 | इस पत्र में पौलुस **हम**,**हमारे**,और **हमारा**शब्दों का उपयोग करता है जो या तो तीमुथियुस और उसके स्वयं के लिए है या सब विश्वासियों के लिए है, जिसमें वे दोनों भी हैं। अत: ये शब्द सामान्यत: पत्र पाने वालों के सन्दर्भ में हैं। [4:10](../04/10.md) में एकमात्र अपवाद पर चर्चा टिप्पणी में की जाए। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]]) | |
36 | 1:8 | r86g | ἐάν τις αὐτῷ νομίμως χρῆται | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “यदि कोई व्यक्ति इसको सही उपयोग में ले” या “मनुष्य इसे परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम में ले” | ||
37 | 1:9 | xs94 | εἰδὼς τοῦτο | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “हम यह भी जानते हैं” | ||
38 | 1:9 | fq4i | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | δικαίῳ νόμος οὐ κεῖται | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने धर्मी जनों के लिए व्यवस्था नहीं दी थी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
39 | 1:9 | dl5l | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | δικαίῳ | 1 | पौलुस इस विशेषण को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के वर्ग का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा द्वारा कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो धर्मी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
40 | 1:9 | t139 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | ἀνόμοις δὲ καὶ ἀνυποτάκτοις, ἀσεβέσι καὶ ἁμαρτωλοῖς, ἀνοσίοις καὶ βεβήλοις | 1 | पौलुस इन विशेषणों को भी संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि उनके द्वारा वर्णित वर्गों का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप भी इन विशेषणों को संज्ञा रूप में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मनुष्य व्यवस्था का उल्लंघन करते हैं, जो मनुष्य अधिकार को चुनौती देते हैं, जो मनुष्य परमेश्वर का सम्मान नहीं करते हैं, जो मनुष्य पाप करते हैं, जिन मनुष्यों की जीवन शैली में परमेश्वर का कोई महत्त्व नहीं है, जिन मनुष्यों की जीवन शैली में पवित्रता का विचार है ही नहीं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
41 | 1:9 | t141 | πατρολῴαις καὶ μητρολῴαις, ἀνδροφόνοις | 1 | इस सूची में पौलुस अपने अर्थ को संक्षिप्त और सजीव व्यक्त करने के लिए अनेक संयुक्त शब्दों का उपयोग करता है। प्रत्येक समास में पहला शब्द जो संज्ञा है, वह समास में दूसरे क्रिया शब्द का कर्म है। इस पद में ऐसे तीन संयुक्त शब्द हैं और अगले पद में दो और हैं। \n\nयदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इनका अनुवाद पृथक शब्दों में कर सकते हैं या वाक्यांशों में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पिता के हत्यारे और माता के हत्यारे, हत्यारे” या “ जो मनुष्य अन्य मनुष्यों की हत्या करते हैं, अपने माता-पिता की भी” | ||
42 | 1:9 | t142 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνδροφόνοις | 1 | पौलुस यहाँ **पुरुष** शब्द को व्यापक अर्थ में काम में लेता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हत्यारे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
43 | 1:10 | y5dx | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | πόρνοις | 1 | पौलुस इस विशेषण शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के वर्ग का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा रूप में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विवाहित बंधन से बाहर यौन सम्बन्ध रखने वाले मनुष्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
44 | 1:10 | v1gh | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἀρσενοκοίταις | 1 | यह सूची में चौथा संयुक्त शब्द है। शब्द “सोना” का लाक्षणिक अर्थ यौन सम्बन्ध है। वैकल्पिक अनुवाद: “ जिस पुरुष का यौन सम्बन्ध अन्य पुरुषों से है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
45 | 1:10 | bzw4 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνδραποδισταῖς | 1 | यह शब्द सूची में पाँचवाँ और अंतिम संयुक्त शब्द है। पौलुस **पुरुष** शब्द को व्यापक अर्थ में काम में लेता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों आते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “दास होने हेतु मनुष्यों का अपहरण करके बेचने वाले लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
46 | 1:10 | gg42 | καὶ εἴ τι ἕτερον τῇ ὑγιαινούσῃ διδασκαλίᾳ ἀντίκειται | 1 | यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनको पूरा करने के लिए अन्य भाषाओं में एक सम्पूर्ण वाक्य की आवश्यकता होगी। उसके कहने का अर्थ है कि यदि इसके विपरीत कुछ भी हो तो व्यवस्था उन लोगों के लिए ही है जो ऐसे काम करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और उन लोगों के लिए जो खरी शिक्षा के विरुद्ध कुछ भी करें” | ||
47 | 1:10 | t147 | τῇ ὑγιαινούσῃ διδασκαλίᾳ | 1 | इसका अर्थ मात्र यही नहीं कि शिक्षा अच्छी है,वरन यह कि वह स्वास्थ्यवर्धक है या जीवन दायक है। वैकल्पिक अनुवाद: “खरी शिक्षा” | ||
48 | 1:11 | mg4t | τὸ εὐαγγέλιον τῆς δόξης τοῦ μακαρίου Θεοῦ | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ”धन्य परमेश्वर की महिमा के बारे में सुसमाचार” या “धन्य परमेश्वर के बारे में महिमामय सुसमाचार” | ||
49 | 1:11 | a58d | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ὃ ἐπιστεύθην ἐγώ | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो परमेश्वर ने मुझे दिया और जिसके लिए मुझे उत्तरदायी ठहराया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
50 | 1:12 | t150 | χάριν ἔχω | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “मैं धन्यवाद करता हूँ” | ||
51 | 1:12 | uu6n | πιστόν με ἡγήσατο | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उसे विश्वास था कि वह मुझ पर निर्भर कर सकता है” | ||
52 | 1:12 | ff1n | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | θέμενος εἰς διακονίαν | 1 | परमेश्वर की सेवा करने के कार्य को पौलुस इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई स्थान है जहाँ किसी को रखा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने मुझे उसकी सेवा का दायित्व सौंपा” या उसने मुझे अपना सेवक नियुक्त क्या है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
53 | 1:13 | q75p | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ὄντα βλάσφημον | 1 | पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कह रहा है। यहाँ अभिप्रेत अर्थ यह है कि वह अपनी उस रीति के सन्दर्भ में वर्णन कर रहा है जब वह कहता था कि लोग यीशु को मसीह मान कर विश्वास न करें। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं वह मनुष्य था जो यीशु के बारे में अनुचित बातें कहता था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
54 | 1:13 | gbd4 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | διώκτην | 1 | पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक ऐसा मनुष्य जो यीशु में विश्वास करने वालों को सताता था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
55 | 1:13 | k85c | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ὑβριστήν | 1 | पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कहा रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक अत्याचारी मनुष्य” या “यीशु में विश्वास करने वालों पर अत्याचार करने वाला मनुष्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
56 | 1:13 | rq2m | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | ἠλεήθην, ὅτι ἀγνοῶν, ἐποίησα ἐν ἀπιστίᾳ | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप वाक्यांशों का क्रम बदल सकते हैं, क्योंकि दूसरा वाक्यांश “बिना समझे बूझे” पहले वाक्यांश “मुझ पर दया हुई” द्वारा वर्णित कार्य का कारण दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैंने उस रीति से कार्य नहीं किया जिस रीति से परमेश्वर ने मुझ पर भरोसा किया था कि मैं करूँ। परन्तु इसका कारण था कि मैं जानता नहीं था कि मैं क्या कर रहा हूँ, अतः यीशु को मुझ पर दया आई”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
57 | 1:13 | nv6k | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἠλεήθην | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट है, तो आप कर्ता प्रधान रूप में इसको व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “ यीशु ने मुझ पर दया की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
58 | 1:14 | t158 | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के द्वारा विस्तृत वर्णन करता है कि यीशु ने उस पर किस प्रकार दया की है, यद्यपि वह यीशु के अनुयायियों को सताता था। इस वर्णन से तीमुथियुस और इफिसुस के अन्य विश्वासियों को समझने में सहायता मिलेगी कि यीशु की दया कैसी महान है। वैकल्पिक अनुवाद: “वास्तव में” | ||
59 | 1:14 | c1lg | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ὑπερεπλεόνασεν & ἡ χάρις τοῦ Κυρίου ἡμῶν | 1 | पौलुस यीशु के अनुग्रह के बारे में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह तरल पदार्थ हो जो पत्र में भरता जाता है जब तक कि छलकने न लगे। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ पर असीमित अनुग्रह किया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
60 | 1:14 | z5lv | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | μετὰ πίστεως καὶ ἀγάπης τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) पौलुस यीशु के अपने विश्वास और प्रेम का सन्दर्भ दे रहा होगा और कह रहा होगा कि यीशु ने जो दया उस पर की उसका आधार वही है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि उसने मुझ पर विश्वास किया और मुझ से प्रेम किया” (2) पौलुस का सन्दर्भ उस विश्वास और प्रेम से भी हो सकता है जो उसको तब मिला जब वह उस **में** हो गया जिसका लाक्षणिक अर्थ है “उसके सम्बन्ध में” आ गया। वैकल्पिक अनुवाद: “और मुझको इस योग्य किया कि उस में विश्वास करूँ और उससे प्रेम करूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
61 | 1:15 | z48s | πιστὸς ὁ λόγος | 1 | इस प्रकरण में बात **शब्द** का अर्थ विशेष है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह बात विश्वासयोग्य है” | ||
62 | 1:15 | rh2r | καὶ πάσης ἀποδοχῆς ἄξιος | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “और हमें उस पर संदेह रहित विश्वास करना है” या “हमें उस में पूर्ण भरोसा रखना है” | ||
63 | 1:15 | t163 | rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks | ὅτι | 1 | पौलुस इस शब्द द्वारा अपरोक्ष उद्धरण का समावेश करता है। आप अग्रिम शब्दों-“मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिए जगत में आया”-से आरम्भ करके इसका संकेत दें तो आपके पाठकों को सहायता मिल सकती है। आप उद्धरण चिन्हों का उपयोग कर सकते है या आपकी भाषा में उद्धरण दर्शाने का जो भी नियम है या जो भी परिपाटी काम में ली जाती है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]]) | |
64 | 1:15 | t164 | ὧν πρῶτός εἰμι ἐγώ | 1 | यहाँ **सबसे बड़ा** उक्ति का अभिप्राय किसी वर्ग की परम श्रेणी के उदाहरण से है, इस स्थिति में वह नकारात्मक वर्ग है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मैं उन सभी में सबसे बुरा हूँ” | ||
65 | 1:16 | z5kg | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἠλεήθην | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ पर दया की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
66 | 1:16 | epe2 | ἵνα ἐν ἐμοὶ πρώτῳ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि मेरे द्वारा जो सबसे बड़ा पापी है” | ||
67 | 1:17 | k9sc | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के द्वारा इस पत्र में भिन्न विषय-वस्तु का समावेश करता है। वह अपनी आज्ञाओं के बीच में और तीमुथियुस को निर्देश देने के लिए परमेश्वर से आशीष के बारे में बात करने वाला है। | ||
68 | 1:17 | ts5z | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | τιμὴ καὶ δόξα | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों **आदर** और **महिमा** में निहित विचारों को क्रिया शब्दों द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य आदर और महिमा करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
69 | 1:18 | ijn8 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ταύτην τὴν παραγγελίαν παρατίθεμαί σοι | 1 | पौलुस अपने निर्देशों के बारे में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह किसी वस्तु को तीमुथियुस के सामने रख रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं यह आज्ञा तुझे सौंप रहा हूँ” या “मैं जो आज्ञा तुझे दे रहा हूँ वह यह है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
70 | 1:18 | b6uq | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τέκνον | 1 | पौलुस तीमुथियुस के साथ अपने घनिष्ठ सम्बन्ध को इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे पिता और पुत्र हैं। इससे तीमुथियुस के प्रति पौलुस का सच्चा प्रेम और अनुमोदन प्रकट होता है। यह भी संभव है कि पौलुस अपने प्रयास से तीमुथियुस को मसीह के विश्वास में लाया था और यह एक और कारण था कि पौलुस उसे अपनी संतान के सदृश्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: “तू जो मेरी अपनी संतान के सामान है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
71 | 1:18 | y6jg | κατὰ τὰς προαγούσας ἐπὶ σὲ προφητείας | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्य विश्वासियों द्वारा तेरे विषय की गई भविष्यद्वाणी की सहमति में” | ||
72 | 1:18 | w2ex | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | στρατεύῃ & τὴν καλὴν στρατείαν | 1 | तीमुथियुस द्वारा प्रभु की सर्वोत्तम सेवा को पौलुस लाक्षणिक रूप में एक सैनिक के तुल्य व्यक्त करता है मानो कि वह युद्ध लड़ रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “ प्रभु के लिए अपनी सर्वोत्तम सेवा करता रह” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
73 | 1:19 | ly6q | ἀγαθὴν συνείδησιν | 1 | देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:5](../01/05.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “बुरे की अपेक्षा अच्छाई चुनने में विवेक ही मनुष्य की अगुवाई करता है” | ||
74 | 1:19 | h2wk | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τινες & περὶ τὴν πίστιν ἐναυάγησαν | 1 | पौलुस इन लोगों को लाक्षणिक रूप में एक जहाज के सदृश्य व्यक्त करता है जो डूब चुका है। उसके कहने का अर्थ है कि ये लोग अब यीशु में विश्वास नहीं करते हैं और न ही उसके अनुयायियों के सदृश्य जीवन जी रहे हैं। आप इसी अलंकार का या आपकी संस्कृति में जो भी समानार्थक अलंकार है उसका उपयोग कर सकते हैं, बशर्ते कि आपके पाठक समझ पाएँ। अन्यथा आप वैकल्पिक अनुवाद कर सकते हैं, "अब यीशु में विश्वास नहीं करते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
75 | 1:20 | pv7f | rc://*/ta/man/translate/translate-names | Ὑμέναιος & Ἀλέξανδρος | 1 | ये दो पुरुषों के नाम हैं (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) | |
76 | 1:20 | ty7n | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | οὓς παρέδωκα τῷ Σατανᾷ | 1 | पौलुस तो इस प्रकार कह रहा है कि जैसे उसने इन पुरुषों को पकड़ कर शैतान को थमा दिया है। इसका संभवतः अर्थ है कि पौलुस ने उनको विश्वासियों के समुदाय से बहिष्कृत कर दिया था। क्योंकि वे अब समुदाय के सदस्य नहीं हैं इसलिए अब वे शैतान के बंधन में हैं और शैतान उनको हानि पहुँचा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैंने शैतान को अनुमति दे दी है कि उनको कष्ट दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
77 | 1:20 | s76c | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἵνα παιδευθῶσι | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस को कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “कि परमेश्वर उनको सबक सिखाए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
78 | 2:intro | c6rf | 0 | # 1 तीमुथियुस 02 सामान्य टिप्पणियाँ\n## इस अध्याय में विशिष्ट धारणाएँ\n\n### शांति\nपौलुस विश्वासियों को प्रोत्साहित करता है कि वे सब के लिए प्रार्थना करें। आवश्यक है कि वे शासकों के लिए प्रार्थना करें कि विश्वासी ईश्वर भक्ति और सम्मान के साथ शांति में जीवन निर्वाह कर पाएँ।\n\n### कलीसिया में स्त्रियाँ\n\n इस गद्यांश को इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परिवेश में समझने के निमित्त विचारकों में मतभेद है। कुछ विचारकों का मानना है कि परमेश्वर ने स्त्री और पुरुष को इसलिए रचा कि वे विवाहित जीवन में और कलीसिया में स्पष्ट रूप में भिन्न-भिन्न भूमिकाएँ निभाएँ। अन्य विचारकों का मानना है कि परमेश्वर चाहता है कि उसने स्त्रियों को जो वरदान दिए हैं उनको वे पुरुषों के साथ समानता के स्तर पर काम में लें। अनुवादकों को सावधान रहना होगा कि वे इस विषय को कैसे समझाते हैं उसका प्रभाव इस गद्यांश के अनुवाद पर न पड़े। | |||
79 | 2:1 | yk2z | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | πρῶτον πάντων | 1 | जैसा [1:15](../01/32.md) में है, शब्द **पहले** लाक्षणिक रूप में किसी वर्ग के सर्वोत्तम उदाहरण का अभिप्राय रखता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सर्वाधिक महत्व में” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
80 | 2:1 | iag7 | παρακαλῶ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: ‘मैं प्रोत्साहित करता हूँ” या “मैं आग्रह करता हूँ” | ||
81 | 2:1 | ql7a | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ποιεῖσθαι δεήσεις, προσευχάς, ἐντεύξεις, εὐχαριστίας | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं सब विश्वासियों से आग्रह करता हूँ कि परमेश्वर से याचना करें, प्रार्थना करें, मध्यस्थता करें और धन्यवाद दें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
82 | 2:1 | t183 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप से करता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों आते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोगों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
83 | 2:2 | g4va | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | ἤρεμον καὶ ἡσύχιον βίον | 1 | **शांति** और **चैन** इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस इन दोनों शब्दों को बल देने के लिए काम में लेता है। उसकी इच्छा है कि सब विश्वासी अधिकारियों द्वारा उत्पन्न परेशानियों से रहित जीवन जी पाएँ। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एक अबाधित जीवन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
84 | 2:2 | pb58 | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | ἐν πάσῃ εὐσεβείᾳ καὶ σεμνότητι | 1 | यदि आपके पाठकों को सहायता मिले तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **भक्ति** और **गरिमा** में निहित विचार को क्रिया शब्दों के वाक्यों में व्यक्त कर सकते हैं जैसे, “प्रतिष्ठा” और “सम्मान” करना। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) वैकल्पिक अनुवाद: "जो परमेश्वर का सम्मान करता है और अन्य लोग उसका सम्मान करेंगे" | |
85 | 2:3 | t186 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | καλὸν καὶ ἀπόδεκτον ἐνώπιον & Θεοῦ | 1 | **अच्छा** और **भाता** इन दोनों शब्दों के अभिप्राय एक ही हैं। पौलुस बात पर बल देने के लिए इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में ले रहा होगा। यदि आपको ऐसा प्रतीत हो कि इन दोनों शब्दों को अनुवाद में काम में लेना पाठकों के लिए उलझन का कारण हो सकता है तो आप इनको जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: परमेश्वर को अत्यधिक प्रसन्न करने वाली बात” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
86 | 2:4 | i3ze | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ὃς πάντας ἀνθρώπους θέλει σωθῆναι | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में भी काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो हर एक जन का उद्धार करना चाहता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
87 | 2:4 | t188 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | πάντας ἀνθρώπους | 1 | पौलुस यहाँ **मनुष्य** शब्द को व्यापक रूप में काम में ले रहा है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
88 | 2:4 | n26m | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | εἰς ἐπίγνωσιν ἀληθείας ἐλθεῖν | 1 | परमेश्वर के बारे में सत्य का ज्ञान ग्रहण करने को पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई स्थान हो जहाँ लोग आ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो सत्य है उसको समझना और ग्रहण करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
89 | 2:5 | t666 | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | εἷς & μεσίτης Θεοῦ καὶ ἀνθρώπων | 1 | एक मध्यस्थ वह मनुष्य है जो दो असहमत पक्षों में शांति स्थापित करने के समझौते में सहायता करता है। वैकल्पिक अनुवाद: "एक मनुष्य जो परमेश्वर और मनुष्य में मेल कराता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
90 | 2:5 | t191 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** को व्यापक रूप में काम में लेता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
91 | 2:5 | t192 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἄνθρωπος Χριστὸς Ἰησοῦς | 1 | संभव है कि पौलुस यीशु के मनुष्यत्व का सन्दर्भ देने के लिए शब्द **मनुष्य** को जातिगत भाव में काम में ले रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु जो स्वयं ही मनुष्य था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
92 | 2:6 | u8r1 | δοὺς ἑαυτὸν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “स्वयं को बलि किया” या “स्वैच्छा से मर गया” | ||
93 | 2:6 | vz12 | ἀντίλυτρον ὑπὲρ πάντων | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन के लिए मुक्ति के मोल स्वरूप” | ||
94 | 2:6 | fm1c | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | τὸ μαρτύριον | 1 | यदि आपके पाठकों के लिए सहायक हो तो आप इसको स्पष्ट कर सकते हैं कि इससे स्पष्ट प्रदर्शित होता है कि परमेश्वर सब मनुष्यों का उद्धार करना चाहता है। वैकल्पिक अनुवाद: “प्रमाण के रूप में ...कि परमेश्वर सब मनुष्यों का उद्धार करना चाहता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
95 | 2:6 | fq7r | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | καιροῖς ἰδίοις | 1 | यह एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: “उस समय जिसे परमेश्वर ने चुना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
96 | 2:7 | qxv9 | εἰς ὃ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “इस गवाही का” | ||
97 | 2:7 | iz4y | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἐτέθην ἐγὼ κῆρυξ καὶ ἀπόστολος | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में कह सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ, पौलुस को, एक प्रचारक और प्रतिनिधि ठहराया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
98 | 2:7 | h18q | διδάσκαλος ἐθνῶν ἐν πίστει καὶ ἀληθείᾳ | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) यह पौलुस की शिक्षाओं की विषय-वस्तु का वर्णन कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: "मैं अन्यजातियों को विश्वास और सत्य के सन्देश की शिक्षा देता हूँ।" (2)यह भी संभव है कि इसके द्वारा पौलुस के शिक्षक चरित्र का वर्णन किया जा रहा हो। वैकल्पिक अनुवाद: अन्यजातियों का सच्चा और विश्वासयोग्य शिक्षक” | ||
99 | 2:7 | t201 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | διδάσκαλος ἐθνῶν ἐν πίστει καὶ ἀληθείᾳ | 1 | यदि इस वाक्यांश में पिछली टिप्पणी में विचारित दूसरा अर्थ है तो पौलुस **विश्वास** और **सत्य** दोनों शब्दों के द्वारा एक ही अर्थ को व्यक्त कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं अन्यजातियों को सच्चे विश्वास की शिक्षा देता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
100 | 2:7 | t202 | ἐθνῶν | 1 | यह शब्द उन जनसमुदायों के सन्दर्भ में है जो यहूदियों के अतिरिक्त है। वैकल्पिक अनुवाद: “गैर यहूदी जातियाँ” | ||
101 | 2:8 | a841 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | τοὺς ἄνδρας ἐν παντὶ τόπῳ | 1 | यहाँ शब्द **मनुष्य** विशेष करके पुरुषों के सन्दर्भ में है। यह शब्द व्यापक रूप से काम में लिया गया है क्योंकि पौलुस इसके बाद स्त्रियों को संबोधित करता है। वैकल्पिक अनुवाद: "सब स्थानों में पुरुष" या “सर्वत्र पुरुष” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
102 | 2:8 | unw6 | rc://*/ta/man/translate/translate-symaction | προσεύχεσθαι & ἐπαίροντας ὁσίους χεῖρας | 1 | उस संस्कृति में यह एक पारंपरिक अंग विन्यास था कि प्रार्थना के समय लोग हाथों को उठाएँ। आप इसका अनुवाद ऐसे करें कि स्पष्ट समझ में आए। वैकल्पिक अनुवाद: “जब वे प्रार्थना करने के लिए श्रद्धापूर्वक अपने हाथों को उठाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]]) | |
103 | 2:8 | yzg3 | rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche | προσεύχεσθαι & ἐπαίροντας ὁσίους χεῖρας | 1 | पौलुस मनुष्य के एक अंग, **हाथों** को पवित्र दर्शाता है जिसका अभिप्राय है कि सम्पूर्ण व्यक्ति को पवित्र होना है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रता में प्रार्थना करने के लिए हाथों को उठाना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]]) | |
104 | 2:8 | t206 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | χωρὶς ὀργῆς καὶ διαλογισμοῦ | 1 | यहाँ पौलुस एक ही विचार को दो शब्दों के उपयोग द्वारा व्यक्त कर रहा है जिनको वह **और**से जोड़ता है। शब्द **क्रोध** प्रकट करता है कि मनुष्यों को कैसे विवाद से बचना चाहिए। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसके अर्थ को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा भी व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “क्रोधित विवादों के बिना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
105 | 2:9 | t207 | rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis | ὡσαύτως | 1 | यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो वाक्य पूर्ति के लिए सामान्यतः आवश्यक होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “इसी प्रकार मैं भी चाहता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) | |
106 | 2:9 | sw21 | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | μὴ ἐν πλέγμασιν | 1 | उस युग में रोम की स्त्रियाँ आकर्षक दिखने के लिए अपना केश श्रृंगार कुछ अधिक ही करती थीं। यदि आपके पाठक बाल गूंथने के अभ्यास से अपरिचित हैं तो आप इस विचार को सामान्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनका केश श्रृंगार लालित्य पूर्ण न हो” या “उनका केश विन्यास ध्यान आर्कषण करने वाला नहीं होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
107 | 2:9 | t210 | rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche | μὴ ἐν πλέγμασιν | 1 | पौलुस **बाल गूँथने**का उल्लेख करता है कि वह स्त्रियों द्वारा बालों पर अनावश्यक ध्यान देना है। वैकल्पिक अनुवाद: “उनका केश विन्यास लालित्यपूर्ण न हो” या “उनका केश विन्यास ऐसा परिष्कृत ना हो कि ध्यान आकर्षित करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]]) | |
108 | 2:9 | rf5v | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | μαργαρίταις | 1 | ये सुंदर एवं बहुमूल्य खनिज पदार्थ हैं जिनका उपयोग आभूषणों में किया जाता है। ये पानी में रहने वाले जंतुओं के कवच में बनता है। यदि आपके पाठक मोतियों से परिचित हैं तो आप इस विचार को सामान्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मूल्यवान पदार्थों से निर्मित साज-सज्जा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
109 | 2:10 | g35m | ἐπαγγελλομέναις θεοσέβειαν, δι’ ἔργων ἀγαθῶν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जो भले कामों द्वारी परमेश्वर का सम्मान करना चाहते हैं” | ||
110 | 2:11 | gb7a | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἐν ἡσυχίᾳ | 1 | पौलुस के कहने का अर्थ हो सकता है कि स्त्रियाँ बोलने की अपेक्षा सुना करें। वैकल्पिक अनुवाद: “सुनने के द्वारा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
111 | 2:11 | c7sh | ἐν πάσῃ ὑποταγῇ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “और जो शिक्षा दी जाए उसके अधीन रहें” | ||
112 | 2:12 | e2hg | γυναικὶ οὐκ ἐπιτρέπω | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “मैं किसी भी स्त्री को अनुमति नहीं देता हूँ” | ||
113 | 2:12 | t216 | εἶναι ἐν ἡσυχίᾳ | 1 | जैसा कि [2:11](../02/11.md) में है, पौलुस कहता है कि वह चाहता है कि स्त्रियाँ बोलते रहने की अपेक्षा सुना करें। वैकल्पिक अनुवाद: ‘उसे सुनना चाहिए” | ||
114 | 2:13 | iv31 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | Ἀδὰμ & πρῶτος ἐπλάσθη | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में भी व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने आदम को पहले बनाया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
115 | 2:13 | v7v6 | rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis | εἶτα Εὕα | 1 | यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता वाक्य को पूरा करने में होती है। वैकल्पिक अनुवाद: “तदोपरान्त हव्वा को बनाया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) | |
116 | 2:14 | wq5k | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | Ἀδὰμ οὐκ ἠπατήθη | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, , और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “आदम नहीं था जिसको सर्प ने बहकाया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
117 | 2:14 | n6td | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἡ δὲ γυνὴ ἐξαπατηθεῖσα, ἐν παραβάσει γέγονεν | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, , और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु एक स्त्री थी जिसने परमेश्वर कि आज्ञा नहीं मानी जब सर्प ने उसको धोखा दिया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
118 | 2:14 | t221 | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | παραβάσει | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अपराधिनी** के विचार को क्रियार्थक उक्ति में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर कि अवज्ञा की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
119 | 2:15 | t222 | σωθήσεται & διὰ τῆς τεκνογονίας | 1 | यहाँ शब्द **वह** पिछले पद में हव्वा को संदर्भित कर सकता है, जिसको पौलुस शब्द “स्त्री” से संबोधित करता है। वाक्य के उत्तरार्ध में शब्द **वह** सामान्य रूप से स्त्रियों के सन्दर्भ में है। यह दर्शाने के लिए कि पौलुस विषय को स्त्रियों की प्रतिनिधि हव्वा से हटा कर सब स्त्रियों पर ले आता है, शब्द “वह” का अनुवाद “स्त्रियाँ” किया जा सकता है। | ||
120 | 2:15 | u8iv | σωθήσεται & διὰ τῆς τεκνογονίας | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) इस प्रकरण में **उद्धार** का अर्थ विशेष हो सकता है। पौलुस के कहने का अर्थ हो सकता है कि संतानोत्पति के समय परमेश्वर स्त्रियों को सुरक्षित रखेगा। (2) **बच्चे जनने** का सन्दर्भ यीशु के जन्म से भी हो सकता है जो उद्धारक होनेवाला मानवीय बालक होगा। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “संतानोत्पति के समय परमेश्वर स्त्री को सुरक्षित रखेगा” या (2) परमेश्वर बालक रूप में जन्मे यीशु के द्वारा स्त्रियों का उद्धार करेगा” | ||
121 | 2:15 | n818 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | σωθήσεται | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान रूप में कर सकते हैं और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर स्त्रियों को सुरक्षित रखेगा” या “परमेश्वर स्त्रियों का उद्धार करेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
122 | 2:15 | gh3c | ἐὰν μείνωσιν | 1 | यहाँ शब्द **वे** स्त्रियों के सन्दर्भ में है। यह स्पष्ट नहीं है कि क्यों पौलुस एक वचन से बहुवचन का उपयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि स्त्रियाँ स्थिर रहें।" | ||
123 | 2:15 | sl57 | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | ἐν πίστει, καὶ ἀγάπῃ, καὶ ἁγιασμῷ | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास**, **प्रेम**, और **पवित्रता** के विचार को क्रियार्थक वाक्यों में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु में विश्वास करके, मनुष्यों से प्रेम रख कर, और पवित्र जीवन जी कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
124 | 2:15 | dcf3 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | μετὰ σωφροσύνης | 1 | यहाँ इस अभिव्यक्ति के संभावित अर्थ हैं (1) “अच्छे निर्णय के साथ,” (2) “शालीनता के साथ,” या (3) “शुद्ध सोच-विचार के साथ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
125 | 3:intro | d9db | 0 | # 1 तीमुथियुस 03 सामान्य टिप्पणियाँ\n## संरचना और विन्यास शैली\n\n[1 तीमुथियुस 3:16](./16.md) मसीह कौन था और उसने क्या किया की अभिव्यक्ति में आरंभिक कलीसिया द्वारा यह एक गीत, कविता, या विश्वास वचन था।\n\n### अध्यक्ष और सेवक\nकलीसिया ने अपने अगुवों के लिए विभिन्न पद नाम काम में लिए हैं। इनमें कुछ हैं, प्राचीन, रखवाले, और अध्यक्ष। शब्द “अध्यक्ष” पद 1-2 में पाए जाने यूनानी शब्द का विचार प्रकट करता है, जिसका वास्तविक अर्थ “पर्यवेक्षक” है। अध्यक्ष शब्द इस यूनानी शब्द के अक्षरों से सीधा व्युत्पन्न हुआ है। \n\nपौलुस एक और प्रकार के कलीसियाई अगुवे, ’सेवक”- पद 8 और 12, के बारे में लिखता है।\n\n### चारित्रिक गुण \nइस अध्याय में कलीसिया के अध्यक्ष और सेवक के अनिवार्य गुणों की सूची दी गई है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |||
126 | 3:1 | t227 | πιστὸς ὁ λόγος | 1 | जैसा [1:15](../01/15.md) में है, इस प्रसंग में शब्द “बात” का विशेष अर्थ है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह कथन निर्भर करने योग्य है” | ||
127 | 3:1 | t228 | rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks | πιστὸς ὁ λόγος | 1 | पौलुस इस वाक्यांश के उपयोग द्वारा अपरोक्ष उद्धरण का समावेश करता है। यदि आप शेष पद के शब्दों को जो आगे हैं, उद्धरण चिन्हों में या आपकी भाषा में उद्धरण दर्शाने वाले चिन्ह या परिपाटी का उपयोग करें तो आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध होगा। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]]) | |
128 | 3:1 | t229 | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | ἐπισκοπῆς | 1 | यह शब्द आरंभिक मसीही कलीसिया के अगुवे का वर्णन करता है जिसका उत्तरदायित्व है कि विश्वासियों की आत्मिक आवश्यकता का ध्यान रखे और सुनिश्चित करे कि वे उचित बाइबल शिक्षा ग्रहण करें। वैकल्पिक अनुवाद: “आत्मिक अगुवा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
129 | 3:1 | f133 | καλοῦ ἔργου | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “एक सम्मानित कार्य” या “एक सम्मानित भूमिका” | ||
130 | 3:2 | dff6 | μιᾶς γυναικὸς ἄνδρα | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) पौलुस कहता है कि अध्यक्ष एक से अधिक पत्नियाँ नहीं रख सकता है। यदि ऐसा है तो स्पष्ट नहीं है कि क्या यह विधुर या विवाह विच्छेदित पुरुष को भी बाहर कर देता है। पौलुस के कहने का अर्थ है कि अध्यक्ष को विवाहित होना है तो अविवाहित, विधुर और विवाह विच्छेदित पुरुष योग्य नहीं हुए। वैकल्पिक अनुवाद: “एक से अधिक स्त्रियों से विवाह न किया हो” (2) यह एक मुहावरा भी हो सकता है जिसका अर्थ है कि अध्यक्ष को अपनी पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य होना आवश्यक है। वैकल्पिक अनुवाद: “पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य” | ||
131 | 3:2 | qnq9 | δεῖ & εἶναι & νηφάλιον, σώφρονα, κόσμιον, φιλόξενον | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “वह आवश्यकता से अधिक कोई काम न करे, उसके आचरण को तर्कसम्मत और भद्र होना आवश्यक है तथा अतिथियों का सत्कार करने वाला होना है” | ||
132 | 3:3 | c2c7 | μὴ πάροινον, μὴ πλήκτην, ἀλλὰ ἐπιεικῆ, ἄμαχον | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “वह अधिक मदिरा न पीए और न झगड़े करे, न ही विवादों में पड़े। इसकी अपेक्षा उसे विनम्र एवं शांति प्रिय होना है” | ||
133 | 3:3 | pc2g | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀφιλάργυρον | 1 | यदि धन का **लोभी** शब्द आपकी भाषा में किसी अनुचित बात का विचार प्रकट न करे तो ऐसा शब्द काम में लिया जाए, जिससे “लालच” का विचार प्रकट होता है। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों का लालची न हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
134 | 3:4 | a8gu | προϊστάμενον | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उसके लिए अगुआई करना आवश्यक है” या “उसे देखभाल करनी चाहिए” | ||
135 | 3:4 | w3un | ἐν ὑποταγῇ, μετὰ πάσης σεμνότητος | 1 | इसका अर्थ इन अनेकों में से एक हो सकता है। (1) अध्यक्ष की संतान अपने पिता की आज्ञा मानें और उसका सम्मान करें। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसका पूर्ण एवं सम्मानपूर्वक आज्ञापालन करें” (2)अध्यक्ष की संतान हर एक जन का सम्मान करें। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसकी आज्ञा का पालन करती हैं और अन्यों का सम्मान करती हैं” (3) अध्यक्ष अपने कुटुम्ब में जिनकी अगुआई करता है, उनका वह सम्मान भी करे” वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसकी आज्ञा मानते हैं जबकि वह उनके साथ सम्मानित व्यवहार करता है” | ||
136 | 3:5 | n5lt | rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion | εἰ δέ τις τοῦ ἰδίου οἴκου προστῆναι οὐκ οἶδεν, πῶς ἐκκλησίας Θεοῦ ἐπιμελήσεται? | 1 | पौलुस एक कथन प्रस्तुत कर रहा है, न कि वास्तव में प्रश्न कर रहा है। वह तीमुथियुस से अपेक्षा नहीं करता है कि वह वर्णन करे कि जो मनुष्य अपने कुटुम्ब का प्रबंध करने में सक्षम नहीं है वह परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली कैसे करेगा। इसकी अपेक्षा पौलुस प्रश्न के रूप में अध्यक्ष के निजी जीवन में विश्वासयोग्य प्रदर्शन पर बल दे रहा है कि कलीसिया में अगुआई की भूमिका ग्रहण करने से पूर्व यह कैसा महत्वपूर्ण है। यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो तो आप इन शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः, जो व्यक्ति अपने कुटुम्ब का प्रबंध न कर पाए तो निश्चय ही वह परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली के योग्य नहीं है।“ (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]]) | |
137 | 3:5 | c814 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | ἐκκλησίας Θεοῦ | 1 | यहाँ शब्द **कलीसिया** परमेश्वर के लोगों के स्थानीय समूह के लिए उस तरीके से लिए गया जिस तरीके में वे संगति के लिए एकत्र होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के लोगों का समूह” या “विश्वासियों की स्थानीय संगति” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
138 | 3:6 | q7hu | μὴ νεόφυτον | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: ‘उस को अभी तक विश्वास के प्रशिक्षण में ही नहीं रहना है” या “उसको विश्वास में दीर्घकालीन नियमित विकास के द्वारा परिपक्व होना है” | ||
139 | 3:6 | t240 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | τυφωθεὶς | 1 | पौलुस चेतावनी दे रहा है कि एक नवविश्वासी को यदि तुरंत ही अगुआई के भूमिका दे दी जाए तो वह अत्यधिक अभिमानी हो जाएगा। वह अभिमानी होने को आलंकारिक भाषा में कहता है कि वह फूल जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: “बहुत घमंडी हो जाएगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
140 | 3:6 | t241 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τυφωθεὶς | 1 | अभिमानी होने को पौलुस इस प्रकार कहता है जैसे कि मनुष्य का शरीर फूल गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “बहुत घमंडी हो जाएगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
141 | 3:6 | v6f5 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἵνα μὴ & εἰς κρίμα ἐμπέσῃ τοῦ διαβόλου | 1 | अनुचित कार्य करने के दंड का अनुभव पाने को पौलुस खड्ड में गिरने जैसा कहता है। वैकल्पिक अनुवाद: “और परमेश्वर से वैसा ही दंड पाए जैसा शैतान को दंड दिया गया था” (देखें;[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
142 | 3:7 | si1d | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τῶν ἔξωθεν | 1 | पौलुस कलीसिया को अलंकार रूप में एक ऐसे स्थान के सदृश्य बताता है और अविश्वासी सशरीर इसके बाहर हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जो विश्वासी नहीं हैं” (देखें;[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
143 | 3:7 | qsa6 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | μὴ εἰς ὀνειδισμὸν ἐμπέσῃ | 1 | अपमानित होने को पौलुस आलंकारिक भाषा में खड्ड कहता है जिसमें मनुष्य गिर सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि वह ऐसा कोई भी काम न करे जो उसे लज्जित करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
144 | 3:7 | t245 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | παγίδα τοῦ διαβόλου | 1 | जब शैतान मनुष्य को परीक्षा में डालता है तो पौलुस उसे फंदा कहता है जो मनुष्य को पकड़ लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि शैतान उस को पाप करने का प्रलोभन देने में सफल न हो सके” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
145 | 3:8 | nz2w | διακόνους ὡσαύτως | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जैसे अध्यक्ष, ठीक वैसे ही सेवक भी” | ||
146 | 3:8 | sxq4 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | μὴ διλόγους | 1 | पौलुस कुछ लोगों के लिए आलंकारिक भाषा में कहता है कि वे एक साथ दो अलग-अलग बातें कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे एक बात कहें और तात्पर्य कुछ और हो तो ऐसा नहीं होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
147 | 3:9 | c44a | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἔχοντας | 1 | परमेश्वर के बारे में सच्ची शिक्षा के लिए पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई वस्तु है जिसको मनुष्य थाम सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें विश्वास करते रहना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
148 | 3:9 | jda1 | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | τὸ μυστήριον τῆς πίστεως | 1 | पौलुस भाववाचक संज्ञा **भेद** के द्वारा उस सत्य का सन्दर्भ देता है जो अस्तित्व में था परन्तु परमेश्वर उसको उस पल प्रकट कर रहा था। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस शब्द में निहित विचार को “प्रकट करना” जैसे क्रिया शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अब परमेश्वर ने जो प्रकट किया है उस पर विश्वास करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
149 | 3:9 | y91f | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐν καθαρᾷ συνειδήσει | 1 | उचित-अनुचित की जो समझ मनुष्य में होती है उसे पौलुस आलंकारिक भाषा में **शुद्ध** कहता है, यदि उससे मनुष्य को पूर्ण विश्वास हो कि उसने अनुचित काम नहीं किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह जानते हुए कि वे कोई भी अनुचित काम नहीं कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
150 | 3:10 | hl1p | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | οὗτοι & δοκιμαζέσθωσαν πρῶτον | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में वक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी पहले उनको परख कर उनका अनुमोदन करें” या “ वे पहले स्वयं को प्रमाणित करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
151 | 3:11 | xyc9 | γυναῖκας | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) वैकल्पिक अनुवाद: “सेवकों की पत्नियाँ” (2) वैकल्पिक अनुवाद: “महिला सेविकाएँ” | ||
152 | 3:11 | q5qx | σεμνάς | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो उचित आचरण रखते हैं” या “सम्मान के योग्य मनुष्य” | ||
153 | 3:11 | a12k | μὴ διαβόλους | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें अन्यों के विषय दुर्भावपूर्ण बातें नहीं करना है” | ||
154 | 3:11 | akm5 | νηφαλίους | 1 | देखें कि आपने इसका अनुवाद [3:2](../03/02.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “आवश्यकता से अधिक कुछ न करे।" | ||
155 | 3:12 | wji2 | μιᾶς γυναικὸς ἄνδρες | 1 | देखें कि आप ने इसका अनुवाद [3:2](../03/02.md) में कैसे किया है। यदि उससे सहायता मिले तो टिप्पणी का अवलोकन करें। वैकल्पिक अनुवाद: (1)“एक स्त्री से अधिक से विवाह न किया हो” या (2) “अपनी-अपनी पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य हो” | ||
156 | 3:12 | dv31 | τέκνων καλῶς προϊστάμενοι καὶ τῶν ἰδίων οἴκων | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “अपनी संतान की और उनकी निजी आवश्यकताओं की उचित देखभाल करना” | ||
157 | 3:13 | rfq2 | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | γὰρ | 1 | पौलुस इस शब्द के द्वारा परिणाम का समावेश करता है यदि मनुष्य उसके द्वारा हाल ही में स्पष्ट किए गए गुणों के आधार पर कलीसिया के अगुवे चुने गए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
158 | 3:13 | t259 | οἱ & καλῶς διακονήσαντες | 1 | इसका सन्दर्भ या तो सेवकों से हो सकता है जिनके बारे में उसने अभी-अभी चर्चा की है, या अध्यक्षों से भी हो सकता है, कलिसीयाई अगुवों के विषय यह पौलुस का अंतिम संवाद है। वैकल्पिक अनुवाद: “सेवक जो अच्छी सेवा करते हैं” या “कलीसिया के अगुवे जो अच्छी सेवा करते हैं” | ||
159 | 3:13 | cv34 | βαθμὸν & καλὸν | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “एक सम्मानित पद” या (2) “अच्छी मान मर्यादा” | ||
160 | 3:13 | m684 | καὶ πολλὴν παρρησίαν ἐν πίστει τῇ ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “और वे यीशु में और भी अधिक आत्मविश्वास के साथ भरोसा रखेंगे” या (2) “वे और भी अधिक आत्मविश्वास के साथ यीशु में विश्वास का प्रचार मनुष्यों में करेंगे” | ||
161 | 3:14 | t262 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἐν τάχει | 1 | यह अभिव्यक्ति पौलुस की अविलम्ब एवं आपातकालीन स्थिति का वर्णन करती है। वैकल्पिक अनुवाद: “ज्यों ही हो सका त्यों ही” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
162 | 3:15 | z9z8 | ἐὰν δὲ βραδύνω | 1 | इसका अभिप्राय यह नहीं है कि पौलुस शीघ्रता करने की अपेक्षा अपना समय लेगा। “वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु यदि मैं अति शीघ्र न पहुँच पाया” या “परन्तु मेरे वहाँ शीघ्र पहुँचने में यदि कोई रुकावट आ गई” | ||
163 | 3:15 | p9u4 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἵνα εἰδῇς πῶς δεῖ ἐν οἴκῳ Θεοῦ ἀναστρέφεσθαι | 1 | पौलुस उस विश्वासी समुदाय के लिए आलंकारिक भाषा में कहता है कि वे एक परिवार हैं। इसके संभावित अर्थ हैं (1) पौलुस केवल तीमुथियुस के कलीसियाई आचरण के बारे में कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि तू जान ले कि परमेश्वर के परिवार का सदस्य होने के कारण तुझे कैसा आचरण रखना है” या (2) पौलुस सामान्य रूप में विश्वासियों के विषय कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि तुम सब जान लो कि परमेश्वर के परिवार के सदस्य होने के कारण तुम लोगों को कैसा आचरण रखना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
164 | 3:15 | wzk3 | rc://*/ta/man/translate/figs-distinguish | οἴκῳ Θεοῦ & ἥτις ἐστὶν ἐκκλησία Θεοῦ ζῶντος | 1 | यह वाक्यांश **परमेश्वर के घराने** के विषय में अतिरिक्त जानकारी देता है। यह परमेश्वर के घराने अर्थात कलीसिया और उस परिवार में जो कलीसिया नहीं है, भेद प्रकट नहीं करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के परिवार से मेरा तात्पर्य है, जीवित परमेश्वर में विश्वास करने वालों का समुदाय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-distinguish]]) | |
165 | 3:15 | cd5r | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | στῦλος καὶ ἑδραίωμα τῆς ἀληθείας | 1 | पौलुस सत्य की चर्चा इस प्रकार करता है कि जैसे वह एक भवन है और विश्वासियों का समुदाय मानो उस भवन को यथास्थान थामे हुए है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो परमेश्वर के सत्य को बनाए रखने में सहायक है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
166 | 3:15 | t267 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | στῦλος καὶ ἑδραίωμα | 1 | **खंभा** और **नींव** का अर्थ मूल रूप से एक ही है। वे संरचना सम्बन्धित आधार हैं जो भवन के अलग-अलग भागों को थामते हैं। पौलुस इन दोनों शब्दों के द्वारा अपनी बात पर बल देता है। यदि आप की भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों के स्थान पर समानार्थक उक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो बनाए रखने में सहायता करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
167 | 3:15 | sg64 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | Θεοῦ ζῶντος | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर जो वास्तव में जीवित है” या “एकमात्र सच्चा परमेश्वर” | |
168 | 3:16 | ak8w | ὁμολογουμένως | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन सहमत हो कि” | ||
169 | 3:16 | w473 | μέγα ἐστὶν τὸ τῆς εὐσεβείας μυστήριον | 1 | इस पत्र में पौलुस अधिकांश समय धर्म परायण जीवन के लिए शब्द **भक्ति** का प्रयोग करता है, परन्तु यहाँ इस शब्द के द्वारा परमेश्वर के लिए श्रद्धा का अभिप्राय प्रकट है जिसके कारण मनुष्य उचित जीवन जीता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने जो सत्य हमारी पवित्रता के लिए प्रकट किया है वह महान है” | ||
170 | 3:16 | t271 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | μέγα ἐστὶν τὸ τῆς εὐσεβείας μυστήριον | 1 | क्योंकि पौलुस इस कथन के बाद यीशु के जीवन से संबन्धित भजन या कविता का उद्धरण देता है, इसका अभिप्रेत अर्थ यह है कि उसके विचार में यीशु ने मनुष्यों के लिए संभव किया कि वे अत्यधिक सच्चाई के साथ परमेश्वर की आराधना करें। वैकल्पिक अनुवाद: “वह सत्य जिसे परमेश्वर ने हमारी पवित्रता का आधार होने के लिए प्रकट किया वह महान है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
171 | 3:16 | y8sp | rc://*/ta/man/translate/writing-poetry | ὃς ἐφανερώθη & ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ | 1 | अति संभव है कि यह एक गीत या कविता है जिसका उद्धरण पौलुस दे रहा है। यदि आपकी भाषा में कविता का संकेत देने की कोई विधि है जैसे पंक्ति प्रति पंक्ति विन्यास शैली तो आप उसका प्रयोग यहाँ कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-poetry]]) | |
172 | 3:16 | m4xi | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ὃς ἐφανερώθη ἐν σαρκί | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। (सुनिश्चित करें कि अपने अनुवाद में ऐसा सुझाव न दें कि यीशु मनुष्य प्रतीत हो या प्रकट हो।) वैकल्पिक अनुवाद: “वह मानव रूप में था” या “वह पृथ्वी पर मनुष्य बन कर आया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
173 | 3:16 | rqp6 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | ἐν σαρκί | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **शरीर** का उपयोग अलंकार स्वरूप करता है कि “मानवीय देह में” का अभिप्राय प्रकट हो। वह मानवीय शरीर का वर्णन उससे संबन्धित किसी बात के सन्दर्भ से कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक वास्तविक मनुष्य के सदृश्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
174 | 3:16 | gm36 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἐδικαιώθη ἐν Πνεύματι | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्र आत्मा ने पुष्टि की कि उसने जो कहा वह वही है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
175 | 3:16 | fn1k | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ὤφθη ἀγγέλοις | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “स्वर्गदूतों ने उसको देखा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
176 | 3:16 | c3wx | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἐκηρύχθη ἐν ἔθνεσιν | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “अनेक जातियों में लोगों ने उसके बारे में चर्चा की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
177 | 3:16 | h9mb | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἐπιστεύθη ἐν κόσμῳ | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “सम्पूर्ण विश्व में मनुष्यों ने उसमें विश्वास किया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
178 | 3:16 | jz11 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ | 1 | यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “पिता परमेश्वर ने उसको महिमा में स्वर्ग में उठा लिया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
179 | 3:16 | mr3a | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ | 1 | भाववाचक संज्ञा शब्द **महिमा** का सन्दर्भ है कि यीशु ने पिता परमेश्वर से सामर्थ्य प्राप्त किया और सम्मान के योग्य है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस शब्द में निहित विचार को विशेषण शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं जैसे, “सामर्थी” या क्रिया शब्द जैसे, “सम्मान करना।” वैकल्पिक अनुवाद: “पिता ने उसे ऊपर स्वर्ग में उठा लिया, उसे सामर्थी बनाया और उसका सम्मान करने के लिए हर एक जन को विवश किया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
180 | 4:intro | b39h | 0 | # 1 तीमुथियुस 04 सामान्य टिप्पणियाँ\n\n## इस अध्याय में विशेष धारणाएँ\n\n{4:14](./14.md) में पौलुस भविष्यद्वाणी पर विवेचना करता है। भविष्यद्वाणी का अर्थ सामान्यत: है, किसी ऐसे मनुष्य द्वारा विश्वासियों के लिए परमेश्वर से संचारित सन्देश जिसको परमेश्वर ने ऐसे सन्देश सुनाने के लिए विशेष वरदान से संपन्न किया है। एक विशिष्ट भविष्यद्वाणी जिसका वर्णन पौलुस ने किया था वह थी कि तीमुथियुस कैसे कलीसिया का प्रतिभाशाली अगुवा होगा। (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/prophet]])\n\n## इस अध्याय में अनुवाद की अन्य कठिनाइयाँ \n\n### सांस्कृतिक अभ्यास\n\nपद 14 में पौलुस कहता है कि कलीसिया के अगुवों ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखे थे। यह सार्वजनिक प्रदर्शन की एक विधि थी कि कोई मनुष्य कलीसिया में अगुवाई के पद पर नियुक्त किया जा रहा है।\n\n### नामों में भिन्नताएँ\n\nइस अध्याय में पौलुस कलीसिया के अगुवों की चर्चा करता है जिन्हें “प्राचीन” कहा गया है। ये वही अगुवे प्रतीत होते हैं जिन्हें वह अध्याय 3 में” अध्यक्ष” कहता है। | |||
181 | 4:1 | jzr9 | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के द्वारा पृष्ठभूमि संबंधी जानकारी समाहित करता है जिससे तीमुथियुस और इफिसुस के विश्वासियों को उसके पत्र के अगले भाग को समझने में सहायता मिलेगी। जिन झूठी शिक्षाओं का तीमुथियुस को विरोध करना है उनकी पूर्व चेतावनी आत्मा ने दे दी थी। आप इस शब्द का अनुवाद अपनी भाषा के उस शब्द या वाक्यांश से कर सकते हैं जो अर्थ और महत्त्व में समानार्थक हो। | ||
182 | 4:1 | b739 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἐν ὑστέροις καιροῖς | 1 | इस अभिव्यक्ति का सन्दर्भ उस समय से है जब इतिहास में परमेश्वर के उद्देश्यों की पूर्ति हो रही होगी इसलिए उनका अनर्थकारी विरोध अधिकाधिक होता जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: “जब परमेश्वर के उद्देश्य प्रगति पर होंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
183 | 4:1 | b931 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀποστήσονταί τινες τῆς πίστεως | 1 | मसीह में विश्वास से विमुख हो जाने वाले मनुष्यों के लिए पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वे सशरीर किसी स्थान को छोड़ कर जा रहे हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कुछ मनुष्य यीशु में विश्वास करना त्याग देंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
184 | 4:1 | q13m | προσέχοντες | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “और अपना ध्यान की ओर लगाएंगे” या क्योंकि वे उस पर ध्यान दे रहे हैं” | ||
185 | 4:1 | ae5w | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | πνεύμασι πλάνοις καὶ διδασκαλίαις δαιμονίων | 1 | इन दो वाक्यांशों का अर्थ एक ही है। पौलुस अपनी बात पर बल देने के लिए इनका एक साथ उपयोग करता है। आपके विचार में यदि इन दोनों शब्दों का उपयोग पाठकों के लिए उलझन उत्पन्न करेगा तो आप इनको एक ही अभिव्यक्ति में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्यों को छलने के लिए दुष्ट आत्माएँ जो कहती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
186 | 4:2 | pw29 | ἐν ὑποκρίσει ψευδολόγων | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद; “ये मनुष्य पाखंडी होंगे और वे झूठी बातें कहेंगे” | ||
187 | 4:2 | u2f4 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | κεκαυστηριασμένων τὴν ἰδίαν συνείδησιν | 1 | इन मनुष्यों के लिए पौलुस आलंकारिक भाषा का उपयोग करके कहता है कि उनका उचित-अनुचित का विवेक ऐसे हो गया है जैसे कि किसी की त्वचा को गर्म लोहे से जला दिया हो। वैकल्पिक अनुवाद: “उनमें अब उचित-अनुचित का विवेक नहीं रह गया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
188 | 4:2 | t288 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | κεκαυστηριασμένων τὴν ἰδίαν συνείδησιν | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनमें अब उचित-अनुचित का विवेक नहीं रह गया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
189 | 4:3 | t289 | κωλυόντων γαμεῖν | 1 | यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “ये लोग विश्वासियों को विवाह करने से रोकेंगे” | ||
190 | 4:3 | wd2l | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | κωλυόντων γαμεῖν | 1 | इसका अभिप्रेत अर्थ है कि ये झूठे शिक्षक विश्वासियों में विवाह निषेध की शिक्षा देंगे. वैकल्पिक अनुवाद: “ये लोग विश्वासियों को विवाह करने से रोकेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
191 | 4:9 | t315 | πιστὸς ὁ λόγος | 1 | जैसा [1:15](../01/32.md) और [3:1](../03/01.md) में है, इस प्रकरण में **बात** का विशिष्ट अर्थ है, (पौलुस ने पिछले पद में जो उद्धरण दिया था, उसी का यहाँ सन्दर्भ दे रहा है)। वैकल्पिक अनुवाद: “यह कथन विश्वासयोग्य है” | ||
192 | 4:9 | hc1t | καὶ πάσης ἀποδοχῆς ἄξιος | 1 | देखें कि आप ने इसका अनुवाद [1:15](../01/32.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “और हमें निःसंदेह इस पर विश्वास करना है” या “हमें इस में पूर्ण विश्वास होना है” | ||
193 | 4:10 | l2yl | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | εἰς τοῦτο γὰρ | 1 | शब्द **इसी** का सन्दर्भ **भक्ति** से है, जिसका उल्लेख पौलुस पिछले दो पदों में कर रहा था। पौलुस कारण बता रहा है कि तीमुथियुस को क्यों भक्ति के लाभ की बात पर विश्वास करना है। वह और उसके अन्य सहकर्मी भक्त होने के लिए अत्याधिक परिश्रम कर रहे हैं, इसलिए यह लाभदायक है। वैकल्पिक अनुवाद: "अंतत:, यह भक्ति के लिए है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
194 | 4:10 | c9db | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | κοπιῶμεν καὶ ἀγωνιζόμεθα | 1 | **परिश्रम** और **यत्न** शब्दों का अर्थ मूल रूप से एक ही है। पौलुस इन दोनों शब्दों का प्रयोग एक साथ करके उस प्रबलता पर बल देना चाहता है जिसके साथ वह और उसके सहकर्मी परमेश्वर की सेवा कर रहे हैं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों का समायोजन कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हम कैसा कठोर परिश्रम करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
195 | 4:10 | t320 | rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive | κοπιῶμεν καὶ ἀγωνιζόμεθα | 1 | यह एकमात्र स्थान है जहाँ शब्द **हम** पत्र पाने वालों को समाहित नहीं करता है। पौलुस ने अभी-अभी तीमुथियुस से कहा है कि वह शारीरिक व्यायाम की अपेक्षा भक्ति को प्राथमिकता दे, और वह स्वयं को और अपने सहकर्मियों को तीमुथियुस के अनुसरण हेतु उदाहरण स्वरूप रख रहा है। अतः आपकी भाषा ऐसी भिन्नता को दर्शाती है तो आप इस वाक्यांश में एक विशिष्ट शब्द काम में लेना चाहेंगे। तथापि अगले वाक्यांश में शब्द **हम** तीमुथियुस को भी समाहित करता है, क्योंकि पौलुस तीमुथियुस को प्रोत्साहित कर रहा है कि वह भक्ति को प्राथमिकता देने में उसके और उसके सहकर्मियों से जुड़ जाए, जैसे उनके सदृश्य उसने भी **जीवित परमेश्वर पर आशा** रखी है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]]) | |
196 | 4:10 | qmj6 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | Θεῷ ζῶντι | 1 | देखें कि आपने इसका अनुवाद [3:15](../03/15.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर जो वास्तव में जीवित है” या “सच्चा परमेश्वर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
197 | 4:10 | t322 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ **मनुष्य** शब्द का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों ही समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
198 | 4:12 | qi8l | μηδείς σου τῆς νεότητος καταφρονείτω | 1 | यहाँ शब्द **तुच्छ** का अर्थ “घृणा” नहीं अपितु “घटिया समझना” या “निंदा करना” है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि तू युवा है इसलिए किसी को भी तेरा अपमान करने न देना” | ||
199 | 4:12 | t325 | ἐν λόγῳ | 1 | इस प्रकरण में, शब्द **वचन** का अर्थ विशिष्ट है। वैकल्पिक अनुवाद: “तेरी भाषा में” | ||
200 | 4:13 | t326 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | πρόσεχε τῇ ἀναγνώσει, τῇ παρακλήσει, τῇ διδασκαλίᾳ | 1 | यदि आपके पाठकों के लिए यह किसी भी प्रकार से सहायक हो तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि तीमुथियुस को क्या पढ़ना है और किसके लिए पढ़ना है तथा किसको उपदेश एवं शिक्षा देनी है। वैकल्पिक अनुवाद: “वहाँ कलीसिया में लोगों के लिए पवित्रशास्त्र पढ़ते रहना, उनको उपदेश देते रहना और शिक्षा देना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
201 | 4:13 | kky7 | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | πρόσεχε τῇ ἀναγνώσει, τῇ παρακλήσει, τῇ διδασκαλίᾳ | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **पढने**, **उपदेश**, और **सिखाने** का अनुवाद क्रियार्थक वाक्यांशों में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वहाँ सभा में लोगों के लिए पवित्रशास्त्र पढ़ते रहना, उनको उपदेश और शिक्षा देते रहना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
202 | 4:14 | t22x | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | μὴ ἀμέλει τοῦ ἐν σοὶ χαρίσματος | 1 | पौलुस तीमुथियुस के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई पात्र हो जिसमें परमेश्वर का वरदान समा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने तुझे जो योग्यता प्रदान की है उसको अनदेखा मत कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
203 | 4:14 | hdd9 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | μὴ ἀμέλει τοῦ ἐν σοὶ χαρίσματος | 1 | इसका अभिप्रेत अर्थ यह है कि तीमुथियुस को जो **वरदान** प्राप्त था वह सेवा के निमित्त उसकी परमेश्वर प्रदत्त क्षमता थी। वैकल्पिक अनुवाद: "उस क्षमता की उपेक्षा न कर जिसे परमेश्वर ने तुझे दिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
204 | 4:14 | xp1k | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ὃ ἐδόθη σοι διὰ προφητείας | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान रूप में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो तुझे तब मिला था जब कलीसिया के अगुवों ने तेरे बारे में भविष्यद्वाणी की थी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
205 | 4:14 | rr8f | rc://*/ta/man/translate/translate-symaction | ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν τοῦ πρεσβυτερίου | 1 | पौलुस उस समारोह का उल्लेख कर रहा है जिसमें कलीसिया के अगुवों ने तीमुथियुस पर अपने हाथ रखे थे और प्रार्थना की थी कि परमेश्वर ने उसको जो काम करने की आज्ञा दी है उसके लिए वह तीमुथियुस को सक्षम करे। वैकल्पिक अनुवाद: “जब सब प्राचीनों ने तुझ पर हाथ रखे थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]]) | |
206 | 4:15 | m65m | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ταῦτα μελέτα, ἐν τούτοις ἴσθι | 1 | पौलुस आलंकारिक भाषा का प्रयोग करते हुए इस प्रकार कह रहा है कि मानो तीमुथियुस सशरीर उसके द्वारा दिए गए निर्देशों में रह सके। वैकल्पिक अनुवाद: “इन निर्देशों पर सावधानीपूर्वक ध्यान दे और उनका लगातार पालन करता रह” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
207 | 4:16 | uq6c | ἔπεχε σεαυτῷ καὶ τῇ διδασκαλίᾳ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “तू कैसा जीवन जीता है और कैसी शिक्षा देता है उस पर ध्यान दे” | ||
208 | 4:16 | zxe7 | ἐπίμενε αὐτοῖς | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “इन बातों को करता रह” | ||
209 | 5:4 | g5mu | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | τὸν ἴδιον οἶκον | 1 | पौलुस इस वाक्यांश का उपयोग लाक्षणिक रूप में करता है कि परिवार के सदस्यों का सन्दर्भ दे, जो एक ही घर में रहने के कारण परस्पर संबन्धित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनके अपने परिवार के सदस्य” या “वे जो उनके घरों में रहते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
210 | 5:4 | q5c8 | ἀμοιβὰς ἀποδιδόναι τοῖς προγόνοις | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उनको अपनी माता या नानी की भलाई करना है जो उनके माता-पिता और नानी या दादी द्वारा उनके लिए की गई भलाई के बदले में होगी” | ||
211 | 5:4 | t347 | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | γάρ | 1 | पौलुस इस शब्द के द्वारा एक और कारण का समावेश करता है कि परिवार के सदस्यों को क्यों अपनी विधवा माताओं या नानियों या दादियों के लिए प्रबंध करना आवश्यक है। वैकल्पिक अनुवाद: “भी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
212 | 5:4 | t348 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τοῦτο & ἐστιν ἀπόδεκτον ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ | 1 | **परमेश्वर के सामने** पौलुस कि इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, “परमेश्वर के समक्ष” अर्थात “जहाँ परमेश्वर देख सकता है।" वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की दृष्टि में यह मनभावन है” या “यह परमेश्वर को प्रसन्न करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
213 | 5:5 | xp1u | ἡ & ὄντως χήρα καὶ μεμονωμένη | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “एक वास्तविक विधवा, वह जिसका परिवार नहीं है” | ||
214 | 5:5 | u1lj | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | προσμένει ταῖς δεήσεσιν καὶ ταῖς προσευχαῖς | 1 | पौलुस आलंकारिक भाषा में कह रहा है कि जैसे ये विधवाएँ सशरीर अपनी प्रार्थनाओं के भीतर हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लगातार विनती करतीं और प्रार्थनाएं करती रहती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
215 | 5:5 | rwp4 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | ταῖς δεήσεσιν καὶ ταῖς προσευχαῖς | 1 | **विनती और प्रार्थना** में दो शब्दों से एक ही विचार को व्यक्त किया गया है जिन्हें **और** शब्द से जोड़ा गया है। **विनती** शब्द दर्शाता है कि पौलुस **प्रार्थना** शब्द में किस बात का भाव प्रकट कर रहा है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस अर्थ को किसी समतुल्य वाक्यांश में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्य लोगों के लिए प्रार्थनाएँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
216 | 5:5 | rb9f | rc://*/ta/man/translate/figs-merism | νυκτὸς καὶ ἡμέρας | 1 | **रात** और **दिन** शब्दों के युगल प्रयोग से तात्पर्य, “हर समय” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “पूरे समय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]]) | |
217 | 5:6 | t353 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | ἡ & σπαταλῶσα | 1 | पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द के द्वारा जो विशेषण के रूप में, संज्ञा के रूप में ऐसी स्त्री का वर्णन करने के लिए कार्य करता है जिसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की एक श्रेणी में उसकी सदस्यता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा शब्द में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एक स्त्री जो चंचल और असंयम जीवन जी रही है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
218 | 5:6 | qy5h | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ζῶσα τέθνηκεν | 1 | जो लोग परमेश्वर को प्रसन्न करने की खोज में नहीं रहते हैं उनके लिए पौलुस कहता है कि वे मानो मरे हुए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यद्यपि वह शरीर से जीवित है यद्यपि आत्मिकता में मर चुकी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
219 | 5:7 | qw6m | καὶ ταῦτα παράγγελλε, ἵνα ἀνεπίλημπτοι ὦσιν | 1 | यह कथन [4:11](../04/11.md), “इन बातों की आज्ञा दे और सिखाता रह,” का सन्दर्भ देता हुआ प्रतीत होता है, जो [4:6](../04/06.dm), “भाइयों को इन बातों की सुधि दिलाता रहेगा” के बाद का आदेश है। अतः **वे** इस परिस्थिति में सब विश्वासियों के सन्दर्भ में है, अर्थात् विधवाएँ, उनके परिवार, और स्थानीय कलीसिया जिससे अपेक्षा की जा रही है कि वह एक सूची तैयार करे और सुनिश्चित करे कि विधवाओं का उचित प्रबंध किया जाए। वैकल्पिक अनुवाद: “ये निर्देश विश्वासियों को भी दे जिससे कि कोई भी उनको अनुचित कार्य करने का दोष न दे।“ | ||
220 | 5:8 | p7h2 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | τις τῶν ἰδίων καὶ μάλιστα οἰκείων οὐ προνοεῖ | 1 | यहाँ **उसका अपने** एक कहावत है जिसका अर्थ, “उसके अपने सम्बन्धी” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “अपने सम्बन्धियों की आवश्यकता में सहायता नहीं करता है, विशेष करके उसके घर में रहने वाले परिवार के सदस्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
221 | 5:8 | y645 | τὴν πίστιν ἤρνηται | 1 | पौलुस समझाता है कि ऐसा काम विश्वास ही का इनकार करना है। वैकल्पिक अनुवाद: "उसने हमारे विश्वास के विपरीत काम किया है” | ||
222 | 5:8 | evm7 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἔστιν ἀπίστου χείρων | 1 | कहने का अभिप्राय यह है कि वह व्यक्ति एक अविश्वासी से भी बुरा है क्योंकि अविश्वासी भी अपने सम्बन्धियों की सुधि रखते हैं। यदि आपके पाठकों को सहायता देने वाला है, तो आप आपकी भाषा में स्पष्टता से कह सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो यीशु में विश्वास नहीं रखते हैं उनसे भी बुरा क्योंकि वे अपने सम्बन्धियों की सुधि अवश्य रखते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
223 | 5:9 | s8ql | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | χήρα καταλεγέσθω | 1 | ऐसा प्रतीत होता है कि विधवाओं की एक सूची थी। कलीसिया के सदस्य इन स्त्रियों के लिए भोजन, वस्त्र, और रहने की आवश्यकताओं के निमित्त प्रबंध करते थे और ये स्त्रियाँ तब मसीही समुदाय की सेवा में समर्पित रहती थीं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “कलीसिया से उस विधवा का नाम पंजीकरण पुस्तिका में लिखवा दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
224 | 5:9 | i27x | rc://*/ta/man/translate/figs-litotes | μὴ ἔλαττον ἐτῶν ἑξήκοντα γεγονυῖα | 1 | पौलुस यहाँ एक अर्थालांकार को काम में ले रहा है जो अभिप्रेत अर्थ के विलोम शब्द के साथ नकारात्मक शब्द के उपयोग द्वारा सकारात्मक अर्थ व्यक्त करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि वह कम से कम साठ वर्ष की आयु की हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-litotes]]) | |
225 | 5:9 | q9dj | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἑνὸς ἀνδρὸς γυνή | 1 | [3:2](../01/32.md), में ऐसी ही एक अभिव्यक्ति के सदृश्य इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (यदि इसका अर्थ दूसरी संभावना है, तो स्पष्ट नहीं है कि पौलुस के कहने का अर्थ क्या है, कि उन स्त्रियों को अलग कर दिया जाए जो एक से अधिक विवाह करके हर बार विधवा हो गई थीं या अधिक निश्चितता में एक पति को तलाक देकर दूसरे पुरुष से विवाह कर चुकी हैं।) वैकल्पिक अनुवाद: (1) “वह अपने पति के प्रति सदा विश्वासयोग्य रही है” या (2) “उसका एक ही पति था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
226 | 5:10 | l8nm | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἐν ἔργοις καλοῖς μαρτυρουμένη | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग उसके भले कामों का सत्यापन कर पाएँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
227 | 5:10 | mik7 | ἐξενοδόχησεν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उसने अतिथियों का अपने घर में स्वागत किया हो” या “अतिथि सत्कार की अभ्यस्त रही हो” | ||
228 | 5:10 | ygl3 | rc://*/ta/man/translate/translate-symaction | ἁγίων πόδας ἔνιψεν | 1 | उनकी संस्कृति में लोग नंगे पाँव या सैंडल पहन कर धुल भरे या मिट्टी के मार्गों पर चलते थे। अतः किसी घर में प्रवेश करने पर उनके पाँव धोना उनको विश्राम देने तथा स्वच्छ करने का एक सहायक अभ्यास था। यदि आपकी संस्कृति में लोग इस अभ्यास से परिचित नहीं हैं तो आप इसके स्थान में कोई सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने उसके घर आने वाले विश्वासियों की देखभाल की हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]]) | |
229 | 5:10 | t366 | rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche | ἁγίων πόδας ἔνιψεν | 1 | पौलुस एक ही विनम्र सेवा के अर्थालंकार द्वारा सामान्य रूप से की जाने वाली विनम्र सेवा का एक नमूना रखता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने अन्य विश्वासियों की सेवा में विनम्र कार्य किए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]]) | |
230 | 5:10 | bw4h | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | ἁγίων | 1 | यह अभिव्यक्ति यीशु में विश्वास करने वालों के सन्दर्भ में है कि वे “पवित्र” जन हैं या परमेश्वर के लिए “पृथक किए गए” हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी” या “परमेश्वर के पवित्र जन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
231 | 5:10 | ey6i | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | θλιβομένοις ἐπήρκεσεν | 1 | पौलुस विशेषण शब्द “दुखियों” को संज्ञा के रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का संदर्भ दे यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “ऐसे लोगों की सहायता की हो जो सताव में थे” | |
232 | 5:10 | h96j | rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole | παντὶ ἔργῳ ἀγαθῷ ἐπηκολούθησεν | 1 | पौलुस **हर एक** उक्ति का प्रयोग व्यापकता पर बल देने के लिए करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब प्रकार के भले काम किए हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) | |
233 | 5:11 | rv5h | νεωτέρας δὲ χήρας παραιτοῦ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु साठ वर्ष से कम आयु की विधवाओं को सूची में नहीं रखना” | ||
234 | 5:11 | vqq9 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ὅταν & καταστρηνιάσωσιν τοῦ Χριστοῦ | 1 | कहने का अभिप्राय यह है कि जब एक विधवा पंजीकरण स्वीकार कर लेती है तो वह अविवाहित रहने की और अन्य विश्वासियों कि सेवा में समर्पित हो जाने की प्रतिज्ञा करती है। यदि इसका सविस्तार वर्णन आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप ऐसा कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जब उनमें शरीर की अभिलाषाएँ जागें जो उनकी शुद्ध रहने की शपथ के विपरीत हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
235 | 5:12 | t372 | ἔχουσαι κρίμα | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “और इस प्रकार वे परमेश्वर का दंड अपने ऊपर ले आएँ” | ||
236 | 5:12 | nha7 | τὴν πρώτην πίστιν ἠθέτησαν | 1 | यहाँ शब्द **प्रतिज्ञा ** विधवाओं द्वारा समर्पण के सन्दर्भ में है जैसा [5:11](../05/11.md) की अंतिम टिप्पणी वर्णन करती है, कि वे शेष जीवन मसीही समुदाय की सेवा करेंगी और पुनर्विवाह नहीं करेंगी यदि समुदाय उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करता रहेगा। वैकल्पिक अनुवाद: “वे अपने पूर्वकालिक समर्पण में स्थिर नहीं रहती हैं” या “वे पहले की गई अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार नहीं करती हैं” | ||
237 | 5:13 | t4iv | ἀργαὶ μανθάνουσιν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “वे कुछ न करने की अभ्यस्त हो जाती हैं” | ||
238 | 5:13 | t375 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | ἀργαὶ | 1 | पौलुस विशेषण शब्द **आलसी** को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि उसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो आलसी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
239 | 5:13 | t376 | περιερχόμεναι τὰς οἰκίας | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “घर-घर जाकर” | ||
240 | 5:13 | nll4 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | φλύαροι καὶ περίεργοι, λαλοῦσαι τὰ μὴ δέοντα | 1 | ये तीन वाक्यांश एक ही कार्य को व्यक्त करने की एक ही जैसे तरीके हो सकती हैं। पौलुस ऐसी आवृति के द्वारा बल देकर कहना चाह रहा होगा कि मनुष्यों को किसी के निजी जीवन में झांकना नहीं चाहिए और उनकी चर्चा अन्य लोगों में नहीं करना चाहिए जो सुनने के बाद अधिक अच्छे नहीं रहते हैं। \nयदि आपके विचार में आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इन वाक्यांशों को एक ही में संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग जो निःसंकोच अन्यों के काम में टांग अड़ाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) (एक युग्म दो से अधिक शब्दों से बना हो सकता है।) | |
241 | 5:13 | cym5 | φλύαροι | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो मूर्खता की बातें करते हैं” | ||
242 | 5:14 | u94k | τῷ ἀντικειμένῳ | 1 | यह अभिव्यक्ति अभिप्रेत अर्थ में शैतान का सन्दर्भ दे सकती है (यह यूएसटी का पाठ है) या सामूहिक रूप में यीशु के अनुयायियों के विरोधी अविश्वासियों के सन्दर्भ में हो सकती है। वैकल्पिक अनुवाद: “शैतान” या “अविश्वासी जो तुम्हारा विरोध करते हैं” | ||
243 | 5:15 | fy54 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐξετράπησαν ὀπίσω τοῦ Σατανᾶ | 1 | मसीह के लिए निष्ठा का जीवन जीने को पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह एक ऐसे मार्ग है जिस पर चलते जाना है। उसके कहने का अर्थ है कि कुछ युवा विधवाओं ने यीशु की आज्ञाओं को मानना छोड़ दिया है और इसकी अपेक्षा शैतान उनसे जो कराना चाहता है उन्होंने उसे करना आरम्भ कर दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु के आज्ञापालन का जीवन त्याग कर शैतान का आज्ञापालन करना आरम्भ कर दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
244 | 5:16 | g8k5 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | τις πιστὴ | 1 | पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द का उपयोग करता है जो विशेषण, संज्ञा के रूप में काम करता है, कि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के एक श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञासूचक वाक्यांश से कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कोई भी स्त्री जो यीशु में विश्वास करती है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
245 | 5:16 | mf4s | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἔχει χήρας | 1 | इसका अभिप्रेत अर्थ है कि उसके व्यापक परिवार में विधवाएँ हैं। यदि आप के पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसको विस्तारपूर्वक व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उसके सम्बन्धियों में विधवाएँ हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
246 | 5:16 | y6hf | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | καὶ μὴ βαρείσθω ἡ ἐκκλησία | 1 | समुदाय को अपनी क्षमता से अधिक मनुष्यों की सहायता करनी पड़ रही है तो पौलुस लाक्षणिक भाषा में कहता है कि वह अपनी पीठ पर बहुत अधिक बोझ उठा रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि कलीसिया के पास उसकी कार्य क्षमता से अधिक काम न हो” या “जिससे कि मसीही समुदाय को उन विधवाओं की देखभाल न करनी पड़े जिनके परिवार उनके लिए प्रबंध कर सकते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
247 | 5:16 | t384 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | καὶ μὴ βαρείσθω ἡ ἐκκλησία | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि कलीसिया के पास उसकी कार्य क्षमता से अधिक काम न हो” या “मसीही समुदाय को उन विधवाओं की देखभाल न करनी पड़े जिनके परिवार उनके लिए प्रबंध कर सके हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
248 | 5:16 | d35m | ὄντως χήραις | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जिन विधवाओं के पास कोई नहीं कि उनकी देखभाल करे” | ||
249 | 5:17 | u93q | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | οἱ καλῶς προεστῶτες πρεσβύτεροι & ἀξιούσθωσαν | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे उन प्राचीनों को जो अच्छे अगुवा हैं योग्य समझें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
250 | 5:17 | wp9d | διπλῆς τιμῆς | 1 | इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। क्योंकि पौलुस अगले पद में पवित्रशास्त्र के दो उद्धरण देता है जो कलीसियाई अगुवों की सेवा के लिए पारिश्रमिक देने के पक्ष में हैं, पहली संभावना अधिक उचित प्रतीत होती है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “उनके काम के बदले में सम्मान और पारिश्रमिक दोनों” या (2) “अन्यों के सम्मान से अधिक सम्मान” | ||
251 | 5:17 | r8ew | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | οἱ κοπιῶντες | 1 | पौलुस व्युत्पन्न शब्द **परिश्रम** का उपयोग विशेषण,संज्ञा स्वरूप काम करता है कि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का बोध कराए। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो प्राचीन कठोर परिश्रम करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
252 | 5:17 | t389 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | ἐν λόγῳ καὶ διδασκαλίᾳ | 1 | इस वाक्यांश में **और** से संयोजित दो उक्तिओं द्वारा एक ही विचार को प्रकट किया गया है (जो वास्तव में यूनानी भाषा के दो ही शब्द हैं) **वचन में** शब्द **सिखाने** की विषय-वस्तु की पहचान करवाता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप किसी समानार्थक उक्ति द्वारा इसके अर्थ को व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रशास्त्र की शिक्षा पर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
253 | 5:17 | t390 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | λόγῳ | 1 | यहाँ पर पौलुस शब्द **वचन** का उपयोग पवित्रशास्त्र के लिए लाक्षणिक रूप में कर रहा होगा क्योंकि लोगों ने उसे परमेश्वर की प्रेरणा से रचा है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रशास्त्र” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
254 | 5:18 | kh55 | rc://*/ta/man/translate/figs-personification | λέγει γὰρ ἡ Γραφή | 1 | पौलुस आलंकारिक भाषा में पवित्रशास्त्र के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह अपने लिए स्वयं बोल सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि हम पवित्रशास्त्र में पढ़ते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]]) | |
255 | 5:18 | t392 | rc://*/ta/man/translate/figs-declarative | βοῦν ἀλοῶντα οὐ φιμώσεις | 1 | यहाँ पवित्रशास्त्र आज्ञा देने के लिए कथन रूप का प्रयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “तुम्हें अन्न को दाँवने वाले बैल का मुँह नहीं बाँधना चाहिए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]]) | |
256 | 5:18 | vw3a | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | βοῦν ἀλοῶντα οὐ φιμώσεις | 1 | पौलुस इस गद्यांश को उपमा स्वरूप काम में ले रहा है। इसके उपयोग द्वारा वह दर्शाना चाहता है कि जिस प्रकार परमेश्वर चाहता है कि बैल जिस अन्न को कुचल कर दानों को भूसे से अलग करता है उसी में से उसको खाने भी दिया जाए, उसी प्रकार कलीसियाई अगुवे कलीसिया की सेवा करते समय उनसे पारिश्रमिक पाने के अधिकारी हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
257 | 5:18 | g985 | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | φιμώσεις | 1 | **मुँह बाँधना** अर्थात पशु के मुँह पर एक प्रकार की जाली बाँधना कि वह काम करते समय मुँह न खोल पाए। यदि आपके पाठक ऐसी जाली से परिचित नहीं हैं तो इसकी अपेक्षा आप कोई और साधारण अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “बैल का मुँह बंद रखना” या “बैल को खाने से रोकना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
258 | 5:18 | t6kp | rc://*/ta/man/translate/translate-unknown | ἀλοῶντα | 1 | उस संस्कृति में अन्न की **दावनी** के लिए बैल कटनी के अन्न पर चलाया जाता था या बैल के द्वारा कोई भारी वस्तु अन्न पर चलाई जाती थी कि दाने भूसे से अलग हो जाएँ। वैकल्पिक अनुवाद: “एक बैल जो अन्न के दानों को भूसे से अलग करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) | |
259 | 5:18 | kys1 | ἄξιος ὁ ἐργάτης τοῦ μισθοῦ αὐτοῦ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “कर्मी उसके पारिश्रमिक पाने का अधिकार है” | ||
260 | 5:19 | af68 | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions | κατηγορίαν μὴ παραδέχου, ἐκτὸς εἰ | 1 | यदि आपकी भाषा में ऐसा प्रतीत हो कि पौलुस एक बात कहकर उसका खंडन कर रहा है, तो आप अपवादात्मक उपवाक्य की अपेक्षा इस कथन को दूसरे शब्दों में प्रस्तुत कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: कोई दोषारोपण पर तब ही विश्वास करें जब वह सच है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions]]) | |
261 | 5:19 | t399 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐπὶ δύο ἢ τριῶν μαρτύρων | 1 | यहाँ **पर** एक आत्मिक रूपक है जो **निर्भर करना** को दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कम से कम दो जन उसका प्रमाण प्रस्तुत करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
262 | 5:19 | kmy5 | δύο ἢ τριῶν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “कम से कम दो” या “दो या अधिक” | ||
263 | 5:20 | m4uh | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | τοὺς ἁμαρτάνοντας | 1 | पौलुस विशेषण,संज्ञा रूप में भाव व्यक्त करने वाले व्युत्पन्न शब्द का प्रयोग इसलिए करता है, ताकि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अनुचित काम करते हुए प्राचीन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
264 | 5:20 | db63 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐνώπιον & πάντων | 1 | पौलुस द्वारा प्रयुक्त शब्द **सामने** का अर्थ, “के समक्ष” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “जहां हर एक जन देखे” या “जनता के मध्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
265 | 5:20 | ql4m | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἵνα καὶ οἱ λοιποὶ φόβον ἔχωσιν | 1 | यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप कह सकते हैं, इसमें अभिप्राय क्या है, अर्थात् मनुष्य जिससे डरता हो। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि अन्य जन स्वयं पाप करने से डरेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
266 | 5:20 | t404 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | φόβον ἔχωσιν | 1 | यह एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: “भयभीत होंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
267 | 5:21 | t405 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ, καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ | 1 | पौलुस **सामने** अर्थात “के समक्ष” के उपयोग द्वारा “जहाँ वे देख सकते हैं” का भाव प्रकट करना चाहता है। दूसरी ओर लाक्षणिक प्रस्तुतिकरण में देखने का अर्थ है, ध्यान देना और निर्णय लेना। वैकल्पिक अनुवाद: “जब परमेश्वर और मसीह यीशु और चयनित स्वर्गदूत देख रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
268 | 5:21 | t7jq | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | τῶν ἐκλεκτῶν ἀγγέλων | 1 | इसका अर्थ जिन स्वर्गदूतों को परमेश्वर ने अपनी विशेष सेवा के निमित्त सृजा है। वैकल्पिक अनुवाद: “वे स्वर्गदूत जो परमेश्वर के विशेष सेवक हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
269 | 5:21 | dph6 | ταῦτα φυλάξῃς | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “इन निर्देशों का पालन कर” | ||
270 | 5:21 | t408 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | χωρὶς προκρίματος, μηδὲν ποιῶν κατὰ πρόσκλισιν | 1 | **पक्षपात** और **भेदभाव** शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस दुहराव के द्वारा इस बात पर बल देना चाहता है कि तीमुथियुस सच्चा न्याय करे और सब के साथ निष्पक्षता का व्यवहार करे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक के साथ पूर्णतः निष्पक्ष होते हुए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
271 | 5:21 | t409 | ταῦτα | 1 | व्याकरण के अनुसार इसका सन्दर्भ उन निर्देशों से हो सकता है जो पौलुस ने प्राचीनों के विषय में अभी-अभी तीमुथियुस को दिए, या जो निर्देश वह तीमुथियुस को उसके निजी आचरण के विषय में देने वाला है। परन्तु पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि वह बिना किसी पक्षपात के इन निर्देशों का पालन करे, \nअतः संभावना तो सबसे अधिक यही है कि यह प्राचीनों कि लिए दिए गए निर्देशों के सम्बन्ध में है। वैकल्पिक अनुवाद: “ये बातें जो मैंने अभी-अभी तुझ से कही है” | ||
272 | 5:22 | pyl8 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | μηδὲ κοινώνει ἁμαρτίαις ἀλλοτρίαις | 1 | संदर्भ में निहितार्थ यह हो सकता है कि यदि तीमुथियुस किसी व्यक्ति को तैयार होने से पहले नेतृत्व करने के लिए नियुक्त करते हैं, या यह सुनिश्चित किए बिना कि उसका चरित्र अनुकरणीय है, तो तीमुथियुस एक अगुवे के रूप में उस व्यक्ति की अंतिम विफलता का कुछ उत्तरदायित्व पर भी होगा या जब उस अगुवे के पाप प्रकट हों तब ऐसा प्रतीत होगा कि जैसे तीमुथियुस उसके पापों का अनुमोदन करता रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि तू दूसरों की नैतिकता और अगुवाई की विफलता का उत्तरदायी नहीं हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
273 | 5:22 | lt3y | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | μηδὲ κοινώνει ἁμαρτίαις ἀλλοτρίαις | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि तू भी पाप का दोषी न ठहरे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
274 | 5:23 | xl32 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | οἴνῳ ὀλίγῳ χρῶ | 1 | पौलुस तीमुथियुस से कह रहा है कि मदिरा को निश्चित रूप से औषधि के लिए प्रयोग करना। उस क्षेत्र में पानी प्रदूषित था जिसके कारण रोग हो जाते थे। वैकल्पिक अनुवाद: “औषधि के रूप में कभी-कभी मदिरा भी पी लिया कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
275 | 5:24 | uk56 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप में कर रहा है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” | |
276 | 5:24 | ug1z | rc://*/ta/man/translate/figs-personification | πρόδηλοί εἰσιν, προάγουσαι εἰς κρίσιν | 1 | पौलुस पापों के बारे में इस प्रकार कह रहा है कि जैसे वे किसी मनुष्य से आगे चलकर स्वयं ही उस स्थान में पहुँच जाते है जहाँ उनको करने के लिए उस मनुष्य को दंड दिया जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद “ऐसे प्रकट हैं कि परमेश्वर द्वारा दोषी ठहराए जाने पूर्व ही हर एक जान चुके हैं कि वे दोषी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]]) | |
277 | 5:24 | i1c6 | rc://*/ta/man/translate/figs-personification | τισὶν δὲ καὶ ἐπακολουθοῦσιν | 1 | पौलुस एक बार और पापों के विषय ऐसे कह रहा है कि जैसे वे स्वयं ही चल कर जा सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु मनुष्यों के पाप तब तक प्रकट नहीं होते हैं जब तक कि परमेश्वर उनको दंड न दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]]) | |
278 | 5:25 | pd8v | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | καὶ τὰ ἔργα τὰ καλὰ πρόδηλα | 1 | निहितार्थ में पौलुस यहाँ सब भले कामों की चर्चा नहीं कर रहा है, क्योंकि इस वाक्य में आगे चलकर वह कुछ भले कामों की चर्चा कर रहा है जो अप्रत्यक्ष हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अधिकांश भले काम प्रकट भी होते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
279 | 5:25 | qlu5 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | τὰ ἔργα τὰ καλὰ | 1 | यहाँ अभिप्रेत अर्थ है कि ऐसे कामों को **भले** माना गया है क्योंकि वे परमेश्वर के गुणों, उद्देश्यों और इच्छा से सुसंगत हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जिन कामों का परमेश्वर अनुमोदन करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
280 | 5:25 | bl51 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | καὶ τὰ ἄλλως ἔχοντα, κρυβῆναι οὐ δύναταί | 1 | पौलुस भले कामों के विषय ऐसे कहता है कि जैसे वे वस्तुएँ हों जिनको मनुष्य छिपा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मनुष्य आगे चलकर उन भले कामों के बारे में भी पता लगा लेंगे जो प्रकट नहीं हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
281 | 5:25 | t420 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | καὶ τὰ ἄλλως ἔχοντα, κρυβῆναι οὐ δύναταί | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते है और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मनुष्य आगे चलकर उन कामों के बारे में पता लगा लेंगे जो प्रकट नहीं हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
282 | 6:intro | rks4 | 0 | # 1 तीमुथियुस 06 सामान्य टिप्पणियाँ\n## इस अध्याय में विशिष्ट धारणनाएँ\n\n### दासत्व\n\nइस अध्याय में पौलुस दासों को उनके स्वामियों का मान रखने, उनका सम्मान करने और यत्न के साथ उनकी सेवा करने की शिक्षा देता है। इसका अर्थ यह नहीं कि वह दास प्रथा का अनुमोदन कर रहा है कि वह अच्छी है या परमेश्वर द्वारा अनुशंसित है। इसकी अपेक्षा पौलुस विश्वासियों को प्रोत्साहित कर रहा है कि वे धर्म परायण हों और जिस अवस्था में वे हों उसमें संतुष्ट रहें। इसका अर्थ यह नहीं कि वे उन परिस्थितियों को बदलने के निमित्त कुछ भी न करें। | |||
283 | 6:1 | nm4n | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ὅσοι εἰσὶν ὑπὸ ζυγὸν δοῦλοι | 1 | जो मनुष्य दास होकर काम करते हैं उनके विषय पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वे हल जोत रहे या जूए के नीचे कुछ खींचने वाले बैल हों। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो दास होकर काम कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
284 | 6:1 | ep1l | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ὅσοι εἰσὶν | 1 | सप्रसंग अभिप्राय यह है कि पौलुस उन विश्वासियों से चर्चा कर रहा है जो दास हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी जो दास होकर काम कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
285 | 6:1 | he2n | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἵνα μὴ τὸ ὄνομα τοῦ Θεοῦ καὶ ἡ διδασκαλία βλασφημῆται | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि अविश्वासी सदैव परमेश्वर के गुणों और विश्वासियों के विश्वास के बारे में सम्मान के साथ चर्चा करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
286 | 6:1 | xb92 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | τὸ ὄνομα τοῦ Θεοῦ | 1 | यहाँ **नाम** मनुष्य की ख्याति और प्रतिष्ठा का सन्दर्भ देने के लिए एक रूपक है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के गुण” या “परमेश्वर की प्रतिष्ठा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
287 | 6:1 | f5pc | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἡ διδασκαλία | 1 | निहितार्थ में पौलुस के कहने का अर्थ यीशु के बारे में और उसके अनुयायियों के जीवन-आचरण के बारे में शिक्षा से है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारी मसीही शिक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
288 | 6:2 | fvv7 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀδελφοί εἰσιν | 1 | यहाँ लाक्षणिक उपयोग में **भाइयों** का अर्थ यीशु में सहविश्वासी से है, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष हो। वैकल्पिक अनुवाद: “वे सहविश्वासी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
289 | 6:2 | nmh9 | ἀγαπητοὶ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: (1) और इसलिए आवश्यक है कि उनके विश्वासी दास उनसे प्रेम रखें” या (2) “जिनसे परमेश्वर प्रेम करता है” | ||
290 | 6:3 | t430 | ὑγιαίνουσι λόγοις | 1 | देखें कि आपने [1:10](../01/10.md) में शब्द **खरे** का अनुवाद कैसे किया है। वैसे ही यहाँ भी इसका अर्थ यह नहीं है कि शब्दों का “स्वास्थ्य अच्छा है” परन्तु वे “स्वास्थ्यवर्धक” हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारे विश्वास कि सच्ची अभिव्यक्ति” | ||
291 | 6:3 | t431 | rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy | ὑγιαίνουσι λόγοις | 1 | पौलुस द्वारा शब्द **बातों** का उपयोग एक अलंकार है जो विश्वासियों के सच्चे विश्वास के शब्दों में निहित अभिव्यक्ति का वर्णन करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारे विश्वास की सच्ची अभिव्यक्ति” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) | |
292 | 6:4 | pn8n | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τετύφωται & νοσῶν | 1 | एक अत्यधिक अभिमानी मनुष्य के लिए पौलुस अलंकार का उपयोग करते हुए कहता है कि मानो वह हवा से भर गया है। वैकल्पिक अनुवाद; “वह मनुष्य अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
293 | 6:4 | t433 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | τετύφωται & νοσῶν | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वह मनुष्य अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
294 | 6:4 | t434 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | τετύφωται & νοσῶν | 1 | यहाँ शब्द **वह** सामान्यतः उस हर एक जन के सन्दर्भ में है जो अनुचित शिक्षा देता है। वैकल्पिक अनुवाद: “वह व्यक्ति अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
295 | 6:4 | z2rb | rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole | μηδὲν ἐπιστάμενος | 1 | पौलुस यहाँ इस उक्ति **कुछ नहीं** को बल देने के लिए सामान्य रूप में काम में लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के सत्य के बारे में कुछ नहीं जानता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) | |
296 | 6:4 | qu86 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | νοσῶν περὶ ζητήσεις καὶ λογομαχίας | 1 | जिन लोगों के पास काम नहीं है तो वे व्यर्थ विवाद करने के लिए प्रेरित होते हैं ऐसे लोगों के लिए पौलुस कहता है कि वे एक प्रकार से रोगी हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “रुग्णावस्था में विवाद करने को तरसता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
297 | 6:4 | i3lk | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | ζητήσεις καὶ λογομαχίας | 1 | इन दोनों शब्दों का अर्थ मूल रूप में एक ही है। पौलुस इनको बल देने के लिए इकट्टे काम में लेता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विवादों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
298 | 6:4 | xt1z | λογομαχίας | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “शब्दों के अर्थ पर झगड़ता है” | ||
299 | 6:4 | y3mx | βλασφημίαι | 1 | यह शब्द प्रायः परमेश्वर के विरुद्ध मनुष्यों द्वारा असत्य या अपमानजनक बातों के सन्दर्भ में है परन्तु इस प्रकरण में इसका सन्दर्भ मनुष्यों से है जो एक-दूसरे के लिए बुरी बातें करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “निन्दाएँ” | ||
300 | 6:4 | kn69 | ὑπόνοιαι πονηραί | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “लोगों को अन्याय की अनुभूति होती है कि जैसे अन्य मनुष्य उनको हानि पहुँचाना चाहते हैं” | ||
301 | 6:5 | z2d8 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | διεφθαρμένων ἀνθρώπων τὸν νοῦν καὶ ἀπεστερημένων τῆς ἀληθείας | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जिनके मन भ्रष्ट हैं और वे सत्य में अब और विश्वास नहीं करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
302 | 6:5 | tyf7 | rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism | διεφθαρμένων ἀνθρώπων τὸν νοῦν καὶ ἀπεστερημένων τῆς ἀληθείας | 1 | इन दोनों उक्तियों का अर्थ एक ही है। पौलुस बल देने के लिए दुहराव का प्रयोग करता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन उक्तियों को संयोजित कर सकते हैं। “मनुष्य अब इस योग्य नहीं रहे कि सत्य को पहचानें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]]) | |
303 | 6:5 | t443 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **पुरुषों** का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
304 | 6:6 | q5sq | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा झूठे शिक्षकों की भक्ति परायणता के विचार और भक्ति परायणता के बारे में वास्तविक सच्चाई में विषमता दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इसकी अपेक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]]) | |
305 | 6:6 | ya9z | rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns | ἔστιν & πορισμὸς μέγας ἡ εὐσέβεια μετὰ αὐταρκείας | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **भक्ति** और **संतोष** में निहित विचारों को क्रियार्थक वाक्यांशों द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य अत्यधिक भरा-पूरा है यदि वह भक्ति में निर्वाह करे और जो उसके पास है उस ही में संतोष करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) | |
306 | 6:7 | t446 | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | γὰρ | 1 | पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा अपनी उस बात के कारण का समावेश करता है जो उसने पिछले वाक्य में वर्णन करते हुए कहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
307 | 6:7 | j6qv | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | οὐδὲν & εἰσηνέγκαμεν εἰς τὸν κόσμον | 1 | पौलुस के कहने का अभिप्राय उस अवस्था से है जब मनुष्य जन्म लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जब हमारा जन्म हुआ था तब हम कुछ नहीं लाए थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
308 | 6:7 | t448 | rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis | ὅτι | 1 | यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो सामान्य रूप से वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और इसलिए यह भी स्पष्ट है कि” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) | |
309 | 6:7 | jlv8 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | οὐδὲ ἐξενεγκεῖν τι δυνάμεθα | 1 | इसका अभिप्राय है कि पौलुस उस समय की बात कर रहा है जब मनुष्य मरता है। वैकल्पिक अनुवाद : “हम मरते है तो संसार से कुछ भी नहीं ले जाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
310 | 6:8 | lbk5 | rc://*/ta/man/translate/figs-declarative | ἀρκεσθησόμεθα | 1 | यहाँ पौलुस कथन रूप में नैतिकता के आदेश को व्यक्त कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “वह हमारे लिए पर्याप्त होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]]) | |
311 | 6:8 | t451 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἀρκεσθησόμεθα | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वह हमारे लिए पर्याप्त होना चाहिए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
312 | 6:9 | ij4j | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast | δὲ | 1 | पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा संकेत देता है कि वह उन लोगों की बात पर आ रहा है जो सोचते हैं कि भक्त होना उनको धनवान बनाएगा। आप इस शब्द का अनुवाद आपकी भाषा के समानार्थक एवं समतुल्य महत्त्व के शब्द या उक्ति द्वारा कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]]) | |
313 | 6:9 | t453 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | οἱ & βουλόμενοι | 1 | पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द का उपयोग विशेषण के लिए करता है, जो संज्ञा के रूप में काम करता है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: मनुष्य जो लालसा करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
314 | 6:9 | pl5d | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐμπίπτουσιν εἰς πειρασμὸν, καὶ παγίδα | 1 | जो मनुष्य धन के प्रलोभन में पड़ कर पाप करते हैं उन्हें पौलुस अलंकृत भाषा में, शिकारी के खोदे हुए खड्ड में फंसे हुए पशुओं जैसा कहता है जिनको शिकारी ने फंसाया है। वैकल्पिक अनुवाद: “अपनी प्रतिरोधक क्षमता से अधिक परीक्षाओं का सामना करेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
315 | 6:9 | gfy7 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | καὶ ἐπιθυμίας πολλὰς ἀνοήτους καὶ βλαβεράς | 1 | यह वाक्यांश पिछले वाक्यांश के अलंकार का ही विस्तार है। पौलुस ऐसी लालसाओं को एक ऐसे खड्ड के सामान बताता है जिसे शिकारी ने फंदा होने के लिए खोदा है। वैकल्पिक अनुवाद: “और विनाशकारी आवेगों का अनुभव करेंगे और तब जय पाना असंभव होगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
316 | 6:9 | t456 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | ἐπιθυμίας & ἀνοήτους καὶ βλαβεράς | 1 | यहाँ पौलुस **और** द्वारा संयोजित दो शब्दों के उपयोग से एक ही विचार व्यक्त करता है। शब्द **व्यर्थ दर्शाता है कि ऐसी लालसाएं **हानिकारक** क्यों हैं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस अर्थ को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा वक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विनाशकारी मनोवेग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
317 | 6:9 | nc3i | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | αἵτινες βυθίζουσι τοὺς ἀνθρώπους εἰς ὄλεθρον καὶ ἀπώλειαν | 1 | इस वाक्यांश में उन प्रलोभनों और आवेगों का सारांश है जिनका वर्णन पौलुस ने अभी-अभी किया है। वह उनके बारे में अलंकृत भाषा काम में लेते हुए कहता है कि वे मनुष्य को गहरे जल में डूबो देने जैसी हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य ऐसी बातों से बच नहीं सकते हैं और वे उनका नाश कर देती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
318 | 6:9 | t458 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | ἀνθρώπους | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
319 | 6:9 | t459 | rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys | ὄλεθρον καὶ ἀπώλειαν | 1 | यहाँ पौलुस **और** से संयोजित दो शब्दों का उपयोग तो करता है परन्तु विचार एक ही व्यक्त करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सर्वनाश” या “सम्पूर्ण विध्वंस” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) | |
320 | 6:10 | t460 | rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result | γὰρ | 1 | पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा पिछले वाक्य में कही गई बात के कारणों का समावेश करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इसका कारण है कि” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) | |
321 | 6:10 | xs9d | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ῥίζα & πάντων τῶν κακῶν ἐστιν ἡ φιλαργυρία | 1 | पौलुस अलंकृत भाषा में बुरे को एक पेड़ के सामान बताता है और धन के लोभ को जड़ों के सामान बताता है जिनसे वह पेड़ विकसित हुआ है। वैकल्पिक अनुवाद: “धन से लगाव मनुष्य को सब प्रकार के अनुचित काम करने की प्रेरणा देता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
322 | 6:10 | t462 | rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole | πάντων τῶν κακῶν | 1 | पौलुस शब्द **सब** का उपयोग बल देने के लिए सामान्यकरण के रूप में करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब प्रकार के अनुचित बातें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) | |
323 | 6:10 | j5z9 | ἧς τινες ὀρεγόμενοι | 1 | यहाँ उन लोगों का सन्दर्भ है जिन्हें पैसों से लगाव है, बुराई से नहीं है। यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो धनवान बनना चाहते हैं” | ||
324 | 6:10 | b83v | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀπεπλανήθησαν ἀπὸ τῆς πίστεως | 1 | पौलुस धन के लोभ को अलंकृत भाषा में एक दुष्ट मार्गदर्शक जैसा कहता है जो मनुष्य को अनुचित मार्ग पर ले जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों की लालसा के कारण यीशु में विश्वास करना त्याग दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
325 | 6:10 | t465 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | ἀπεπλανήθησαν ἀπὸ τῆς πίστεως | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों की लालसा के कारण यीशु में विश्वास करना त्याग दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
326 | 6:10 | a1fx | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἑαυτοὺς περιέπειραν ὀδύναις πολλαῖς | 1 | पौलुस दुःख के बारे में इस प्रकार कहता है जैसे कि वह एक तलवार है जिसको वे अपने में भोंक लेते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अपने जीवन में बहुत दुखों का अनुभव किया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
327 | 6:11 | tp97 | ὦ ἄνθρωπε Θεοῦ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “तू परमेश्वर का सेवक” या “तू परमेश्वर का जन” | ||
328 | 6:11 | h9c6 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ταῦτα φεῦγε | 1 | पौलुस इन परीक्षाओं और पापों के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वे ऐसी वस्तुएँ हों जिनसे मनुष्य सशरीर दूर भाग जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इन बातों को पूर्णतः अनदेखा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
329 | 6:11 | a88g | ταῦτα | 1 | यह वाक्यांश पौलुस की हाल ही की बातों का सन्दर्भ दे सकता है, या उस हर एक बात का जिसकी चर्चा वह पत्र के इस भाग में करता आ रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) धन का लोभ” या (2) “झूठी शिक्षाएँ, घमंड, विवाद, और धन का लोभ” | ||
330 | 6:11 | zjl3 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | δίωκε | 1 | पौलुस धार्मिकता और अच्छे गुणों को इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे ऐसी वस्तुएँ हों जिनके पीछे भाग कर कोई उनको पकड़ सकता है। यह रूपक “से दूर भाग” का विपरीत है। इसका अर्थ है कि यथासंभव प्रयास करके किसी वस्तु को प्राप्त करना। वैकल्पिक अनुवाद: “प्राप्त करने के लिए लालसा करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
331 | 6:12 | w21p | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀγωνίζου τὸν καλὸν ἀγῶνα τῆς πίστεως | 1 | यहाँ पौलुस यीशु के अनुसरण में किसी मनुष्य के अथक परिश्रम को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह एक योद्धा हो जो युद्ध में सर्वोत्तम प्रदर्शन करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु के आज्ञापालन में यथासंभव प्रयास कर” (देखे[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
332 | 6:12 | y6m8 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἐπιλαβοῦ τῆς αἰωνίου ζωῆς | 1 | यहाँ पौलुस अलंकृत भाषा में अनंत जीवन के अत्यंत अभिलाषी मनुष्यों को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे उसको दृढ़ता से हाथों में थामे रहते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के साथ सदा रहने अधीरता से लालसा करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
333 | 6:12 | usd1 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | εἰς ἣν ἐκλήθης | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसके निमित्त परमेश्वर ने तुझे बुलाया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
334 | 6:12 | qw96 | ὡμολόγησας τὴν καλὴν ὁμολογίαν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: तूने सार्वजनिक रूप से यीशु में अपना विश्वास प्रकट किया था” | ||
335 | 6:12 | vm6q | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἐνώπιον πολλῶν μαρτύρων | 1 | इसका अभिप्रेत अर्थ है कि तीमुथियुस के विश्वास का अभिकथन अनिवार्य था क्योंकि ये गवाह अभी जीवित थे और गवाही दे सकते थे कि उसने अंगीकार किया था। आपके अनुवाद में आप अपनी संस्कृति में प्रचलित वैधानिक शपथ को काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जब अनेक जन देख रहे थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
336 | 6:13 | t476 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ | 1 | कहने का अभिप्राय यह है कि पौलुस परमेश्वर से निवेदन कर रहा है कि उसके द्वारा तीमुथियुस को दिए गए इस आदेश का वह गवाह हो। वैकल्पिक अनुवाद: “मेरी गवाही के रूप में परमेश्वर के साथ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
337 | 6:13 | ts65 | τοῦ ζῳοποιοῦντος τὰ πάντα | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जो सब प्राणियों को जीवित रखता है” | ||
338 | 6:13 | t477 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ | 1 | अभिप्राय यह है कि पौलुस यीशु से भी उसका गवाह होने का निवेदन कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मेरे गवाह के रूप में मसीह यीशु की भी उपस्थिति में” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
339 | 6:13 | amy1 | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | τοῦ μαρτυρήσαντος ἐπὶ Ποντίου Πειλάτου τὴν καλὴν ὁμολογίαν | 1 | पौलुस एक ऐसे मनुष्य के उदाहरण स्वरूप यीशु को तीमुथियुस के हाथों में सौंप रहा है जो अन्य मनुष्यों के विरोध तथा धमकियों के उपरान्त भी सार्वजनिक रूप से परमेश्वर के आज्ञापालन की पुष्टि करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसने पुन्तियुस पिलातुस के समक्ष अभियोग की सुनवाई में भी स्वयं परमेश्वर का अंगीकार किया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
340 | 6:14 | p9n9 | rc://*/ta/man/translate/figs-doublet | ἄσπιλον ἀνεπίλημπτον | 1 | **निष्कलंक** और **निर्दोष** इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस इनको बल देने के लिए एक साथ काम में ले रहा होगा। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पूर्णतः निर्दोष” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) | |
341 | 6:14 | t480 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἄσπιλον | 1 | अलंकार स्वरूप **कलंक** का अर्थ नैतिकता का दोष है। इसके संभावित अर्थ हैं (1) यीशु तीमुथियुस में दोष नहीं देखेगा या उस पर अनुचित काम का दोष नहीं लगाएगा या (2) मनुष्य तीमुथियुस में कोई दोष नहीं देखेंगे या उस पर अनुचित काम का दोष नहीं लगाएंगे। वैकल्पिक अनुवाद: “दोष रहित” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
342 | 6:14 | nk52 | μέχρι τῆς ἐπιφανείας τοῦ Κυρίου ἡμῶν, Ἰησοῦ Χριστοῦ | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “जब तक हमारा प्रभु यीशु मसीह पुनः न आ जाए” | ||
343 | 6:15 | t482 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | καιροῖς ἰδίοις | 1 | देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:6](../01/32.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “उस समय पर जिसे परमेश्वर चुन लेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
344 | 6:15 | ac6y | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | ὁ μακάριος καὶ μόνος Δυνάστης | 1 | यह अभिव्यक्ति निरपेक्ष रूप से परमेश्वर के सन्दर्भ में है। वैकल्पिक अनुवाद: “एकमात्र परमेश्वर जिसकी हम स्तुति करते हैं, वही एक है जो संसार पर राज करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
345 | 6:16 | l9i8 | ὁ μόνος ἔχων ἀθανασίαν | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “केवल एक वही है जो सदा अस्तित्व में है” | ||
346 | 6:16 | t485 | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | ὁ μόνος ἔχων ἀθανασίαν | 1 | पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द, **होता** का उपयोग कर रहा है जो विशेषण, संज्ञा के रूप में है, कि इसके द्वारा वर्णित एकमात्र श्रेणी जिसका यह वर्णन करता है, के एकमात्र सदस्य परमेश्वर के सन्दर्भित करे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एकमात्र जो सदा अस्तित्व में रहा है और रहेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
347 | 6:16 | tsz3 | φῶς οἰκῶν ἀπρόσιτον | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “वह ऐसे तीव्र प्रकाश में रहता है कि कोई भी उसके निकट नहीं आ सकता है” | ||
348 | 6:16 | t487 | rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations | οὐδεὶς ἀνθρώπων | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कोई मनुष्य नहीं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) | |
349 | 6:17 | te3z | rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj | τοῖς πλουσίοις | 1 | पौलुस इस विशेषण को यहाँ संज्ञा रूप में काम में ले रहा है ताकि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग जो धनवान हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) | |
350 | 6:17 | drj6 | ἐπὶ πλούτου ἀδηλότητι | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “धन में, जो कि अत्याधिक अनिश्चित है” या “धन जिसे मनुष्य बड़ी आसानी से खो सकता है” | ||
351 | 6:17 | iq61 | rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole | πάντα πλουσίως εἰς ἀπόλαυσιν | 1 | पौलुस यहाँ शब्द **सब** को अतिशयोक्ति के रूप में काम में लेता है कि उसकी बात में दम हो. वैकल्पिक अनुवाद: “वास्तव में सुखद जीवन के लिए हमारी आवश्यकता की हर एक वस्तु” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) | |
352 | 6:18 | cii3 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | πλουτεῖν ἐν ἔργοις καλοῖς | 1 | पौलुस अलंकृत भाषा में दूसरों के सहायता को इस प्रकार व्यक्त करता हैं कि जैसे कोई इस प्रकार धनवान बन जाएगा. वैकल्पिक अनुवाद: “अनेक रूपों में मनुष्यों की सेवा और सहायता करो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
353 | 6:19 | zc9d | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀποθησαυρίζοντας ἑαυτοῖς θεμέλιον καλὸν εἰς τὸ μέλλον | 1 | जिन लोगों ने निष्ठापूर्वक की सेवा की है उनको परमेश्वर जो आशीषें देगा उसे पौलुस अलंकृत भाषा में ऐसे कहता है कि जैसे वे धन हों जिसे कि मनुष्य किसी सुरक्षित स्थान में एकत्र कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनके भावी जीवन के उत्तम आरम्भ को वर्तमान में ही सुरक्षित करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
354 | 6:19 | t493 | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἀποθησαυρίζοντας ἑαυτοῖς θεμέλιον καλὸν εἰς τὸ μέλλον | 1 | परमेश्वर जो आशीषें देगा उन्हें अलंकृत भाषा में पौलुस भवन के नींव जैसा कहता है। उसके कहने का अर्थ है कि वे मनुष्य को परमेश्वर की उपस्थिति में इस सदाकालीन के नए जीवन के लिए उत्तम आरंभ प्रदान करेंगी। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनके भावी जीवन के लिए वर्तमान में एक उत्तम आरम्भ को सुरक्षित करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
355 | 6:19 | t494 | rc://*/ta/man/translate/figs-idiom | εἰς τὸ μέλλον | 1 | नए नियम में इस अभिव्यक्ति का अर्थ अलग-अलग हो सकता है, परन्तु इस स्थिति में इसका सन्दर्भ उस नए जीवन से है जो विश्वासियों के लिए मरणोपरांत और इतिहास के अंत में होगा। या [4:8](../04/08.md) में कही गई अभिव्यक्ति, “आनेवाले जीवन” के समतुल्य है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनका भावी जीवन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) | |
356 | 6:19 | z5ru | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | ἵνα ἐπιλάβωνται τῆς ὄντως ζωῆς | 1 | पौलुस यहाँ उसी रूपक, “सत्य जीवन” को काम में ले रहा है जो [6:12](../06/12.md) में है। वह अनंत जीवन की अत्यधिक लालसा करने वाले मनुष्यों के लिए अलंकृत भाषा में कह रहा है कि वे इसको अपने हाथों में दृढ़ता से थाम लेते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कि वे निःसंदेह परमेश्वर के साथ सदा जीवित रह सकते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
357 | 6:20 | u9wd | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | τὴν παραθήκην φύλαξον | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने तेरी देखरेख में जो रखा है उसकी सुरक्षा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
358 | 6:20 | dd1v | rc://*/ta/man/translate/figs-explicit | τὴν παραθήκην φύλαξον | 1 | कहने का अभिप्राय यह है कि यीशु ने अपने बारे में सन्देश का प्रचार तीमुथियुस को विश्वास के साथ सौंप दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने अपने बारे में जो सन्देश तेरी देखरेख में रखा है उसकी रक्षा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) | |
359 | 6:20 | vgr8 | ἐκτρεπόμενος τὰς βεβήλους κενοφωνίας | 1 | वैकल्पिक अनुवाद: “उन लोगों की बातों पर ध्यान मत दे जिनके लिए कुछ भी पवित्र नहीं है” | ||
360 | 6:20 | t498 | καὶ ἀντιθέσεις | 1 | इसका अर्थ हो सकता है कि झूठे शिक्षक जो बातें कहते है वे सब एक साथ सच नहीं हो सकती हैं, या वे ऐसी बातें कहते हैं जो सच्चे मसीही विश्वास के विपरीत है। वैकल्पिक अनुवाद: “और विरोधी कथन” | ||
361 | 6:20 | y2u7 | rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive | τῆς ψευδωνύμου γνώσεως | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसको लोग ज्ञान कहकर झूठ बोलते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) | |
362 | 6:21 | e6rb | rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor | τὴν πίστιν ἠστόχησαν | 1 | देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [1:6](../01/06.md) में कैसे किया है। पौलुस मसीह में विश्वास के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह एक लक्ष्य हो जिसे मनुष्यों को साधना है। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह में विश्वास के उद्देश्य की पूर्ति नहीं की है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) | |
363 | 6:21 | t501 | ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν | 1 | यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप कह सकते है कि पौलुस किससे आशा रखता है कि इसे सिद्ध करे। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर तुम सब पर अनुग्रह करे।” | ||
364 | 6:21 | hix2 | rc://*/ta/man/translate/figs-you | ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν | 1 | यहाँ शब्द **तुम** बहुवचन में है और तीमुथियुस तथा इफिसुस के सब विश्वासियों के सन्दर्भ में है। “परमेश्वर तुम सब पर अनुग्रह करे।” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]]) |