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front:intro wy83 0 "# 1 तीमुथियुस का परिचय \n## भाग 1: सामान्य परिचय\n\n### 1 तीमुथियुस की पुस्तक की रूप रेखा\n\nइस पत्र में, पौलुस व्यक्तिगत आदेशों के बीच तीमुथियुस के लिए विकल्प देता है जो उसे उसके प्रतिनिधि के रूप में कार्य करने के लिए सशक्त करता और अपने अधिकार देता है, और ऐसे निर्देशों को कि यीशु के विश्वासियों कैसे सामुदायिक जीवन को जीना है\n\n1.अभिवादन (1:1-2)\n1. पौलुस तीमुथियुस को आदेश देता है कि लोगों को चेतावनी दे कि वे भ्रामक शिक्षाएं न दें (1:3-20)\n1. कलीसिया में व्यवस्था और शालीनता कैसे स्थापित की जाए (2:1-15)\n1. धर्म वृद्धों और सेवकों की यथोचित योग्यताओं को सुनिश्चित करने के निर्देश (3:1-13)\n1. पौलुस तीमुथियुस को उसके निजी जीवन-आचरण के बारे में निर्देश देता है (3:14-5:2)\n1. \n\nकलीसियाई अनुदान के योग्य विधवाएँ (5:3-16) और धर्म वृद्धों के सम्बन्ध में निर्देश (5:17-20)\n1. पौलुस तीमुथियुस को आदेश देता है कि उस को निष्पक्ष होना आवश्यक है (5:21-25)\n1. स्वामी-सेवक संबंधों में मधुरता के निर्देश (6:1-2अ)\n1. पौलुस तीमुथियुस को आदेश देता है कि वह शिक्षा कैसे दे और स्वयं कैसा आचरण रखे (6:2अ-16)\n1. धनवानों की जीवन शैली के निर्देश (6:17-19)\n1. पौलुस तीमुथियुस को आदेश देता है कि उसकी रखवाली में जो धरोहर सौंपी गई है उसकी चौकसी करे (6:20-21अ)\n1. अंत में सम्पूर्ण कलीसिया के लिए शुभ कामनाएं (6:21ब)\n\n###
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1:intro a4v2 0 "# 1 तीमुथियुस 01 सामान्य टिप्पणियाँ\n## संरचना एवं विन्यास शैली\n\nपौलुस इस पत्र का औपचारिक परिचय पद 1-2 में देता है। प्राचीन मध्य एशिया में लेखक प्राय: पत्रों का आरंभ इसी शैली में करते थे।\n\n## इस अध्याय में विशिष्ट धारणाएँ\n\n### आत्मिक संतान\n इस अध्याय में पौलुस तीमुथियुस को “पुत्र” और अपनी “संतान” कहता है। पौलुस ने तीमुथियुस को एक मसीही विश्वासी और कलीसियाई अगुवा होने हेतु अपने प्रशिक्षण में रखा था। संभव है कि पौलुस ने उसे मसीह में विश्वास के निमित्त मार्ग दर्शन प्रदान किया था। \n\nयही कारण था कि पौलुस ने उसे उसका “विश्वास में पुत्र” कहा था। (देखें:[[rc://hi/tw/dict/bible/kt/disciple]],[[rc://hi/tw/dict/bible/kt/faith]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/spirit]] और [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])\n\n### रूपक \n\nइस अध्याय में पौलुस विश्वास की पूर्ति न करने वालों के लिए अलंकार स्वरूप कहता है कि वे “लक्ष्य से चूक गए” जिसे वे साधे हुए थे, जैसे कि वे अनुचित मार्ग पर “विमुख होकर दूर हो गए” और यदि उनका “जहाज टूट” गया है। निष्ठापूर्वक यीशु के अनुसरण के लिए वह एक अलंकार, ""अच्छी कुश्ती लड़ना"" काम में लेता है।"
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1:1 i3zz Παῦλος 1 उस संस्कृति में पत्र के लेखक अपना नाम पहले लिखते थे। आपकी भाषा में पत्र के लेखक का परिचय देने की अपनी ही विशिष्ट विधि होगी और यदि यह आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप उसे यहाँ काम में ले सकते हैं। लेखक का परिचय देने के तुरंत बाद, आप यह भी दर्शाना चाहेंगे कि पत्र किसको लिखा गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं पौलुस ही हूँ जो तुझे यह पत्र लिख रहा हूँ, तीमुथियुस”।
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1:1 xl6d κατ’ ἐπιταγὴν Θεοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के अधिकार से”
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1:1 wb8j Θεοῦ Σωτῆρος ἡμῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर, जो हमें बचाता है”
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1:1 sw77 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy Κυρίου Ἰησοῦ Χριστοῦ τῆς ἐλπίδος ἡμῶν 1 यहाँ “हमारी आशा” एक अलंकार है जो उस व्यक्ति के सन्दर्भ में है जिसमें हम आशा लगाए हुए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु, जिसमें हमें पूर्ण विश्वास है” या “मसीह यीशु जिसमें हम भरोसा रखे हुए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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1:2 pyi6 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor γνησίῳ τέκνῳ 1 "तीमुथियुस के साथ अपने घनिष्ठ सम्बन्ध को पौलुस इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे पिता और पुत्र हों। इससे तीमुथियुस के प्रति पौलुस का सच्चा प्रेम और अनुमोदन प्रकट होता है। यह भी संभव है कि पौलुस व्यक्तिगत रूप से तीमुथियुस को मसीही विश्वास में लाया था, यह एक और कारण हो सकता है कि पौलुस उसको अपनी संतान के सदृश्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: ""जो वास्तव में मेरे लिए पुत्र के समान है"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
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1:2 rd5v χάρις, ἔλεος, εἰρήνη 1 उस संस्कृति में, पत्र के लेखक पत्र के मुख्य विषय को आरम्भ करने से पूर्व पाठकों को शुभ कामनाएं भेजते थे। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं आशा करता हूँ कि तू परमेश्वर की दया, करुणा और शांति प्राप्त कर रहा है”
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1:2 p4lz rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples Θεοῦ Πατρὸς 1 यहाँ “पिता” शब्द परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर,जो हमारा पिता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]])
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1:2 zx37 Χριστοῦ Ἰησοῦ τοῦ Κυρίου ἡμῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु, जो हमारा प्रभु है”
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1:3 k4tm καθὼς παρεκάλεσά σε 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जैसा मैंने तुझे कहा है”
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1:3 k35a rc://*/ta/man/translate/figs-you σε 1 इस पत्र में एक अपवाद को छोड़ कर **तू**, **तेरा**, और **तुझे** तीमुथियुस के सन्दर्भ में हैं। [6:21](../06/21.md) में इस अपवाद पर विवरणात्मक टिप्पणी की गई है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
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1:3 amp4 προσμεῖναι ἐν Ἐφέσῳ 1 “मेरे लिए इफिसुस नगर में ही रुके रहना”
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1:3 t112 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἐφέσῳ 1 यह एक नगर का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
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1:3 t113 τισὶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “निश्चित लोग”
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1:3 v4g2 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἑτεροδιδασκαλεῖν 1 इसका अभिप्राय है कि कुछ लोग भिन्न रूप से शिक्षा नहीं दे रहे थे, अन्य बातें सिखा रहे थे। यदि आपके पाठकों के लिए आसन हो तो आप इसको स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हम जो सिखाते हैं उससे भिन्न धर्म शिक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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1:4 pw2h μύθοις 1 ये किसी प्रकार कि लुभाने वाली शिक्षाएँ थीं, संभवत: विभिन्न आत्मिक प्राणियों के कथित कारनामों के बारे में। परन्तु हम नहीं जानते कि ये कहानियाँ वास्तव में क्या थीं, इसलिए यहाँ कोई सामान्य शब्द काम में लेना ही अति उचित होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “कपोल कल्पित कहानियाँ”
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1:4 qpv9 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole γενεαλογίαις ἀπεράντοις 1 पौलुस **अंतहीन** शब्द को अतिशयोक्ति के रूप में काम में लेता है कि बल दिया जाए कि वे बढ़ा चढ़ा कर बोली गई हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “नामों की सूची जिसका अंत होता प्रतीत न हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
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1:4 ft33 γενεαλογίαις 1 सामान्यत: इस शब्द का सन्दर्भ मनुष्य के वंशजों के आलेख से है। तथापि, इस स्थिति में इसका अर्थ काल्पनिक आत्मिक प्राणियों के वंशजों के आलेख से हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “नामों की सूची”
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1:4 qb9l αἵτινες ἐκζητήσεις παρέχουσι 1 वे लोग इन कहानियों तथा नामों की सूची पर विवाद कर रहे थे, परन्तु कोई भी निश्चित नहीं जानता था कि वे सच था या नहीं। वैकल्पिक अनुवाद: “इनके कारण लोग क्रोधित होकर असहमत थे”
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1:4 eu9f rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μᾶλλον ἢ οἰκονομίαν Θεοῦ, τὴν ἐν πίστει 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इस भाववाचक संज्ञा “भण्डारीपन” के अन्तर्निहित विचार को एक व्यावहारिक संज्ञा शब्द “योजना या “कार्य” द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हमें बचाने के लिए परमेश्वर की योजना को समझने में हमारी सहयता करने के अपेक्षा, जिसे हम विश्वास से सीखते हैं” या “परमेश्वर के काम को करने में हमारी सहायता करने की अपेक्षा, जिसे हम विश्वास से करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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1:5 myi5 δὲ 1 पौलुस इस शब्द के माध्यम से पृष्ठभूमि में पाई जाने वाली जानकारी का समावेश करता है कि उसके आदेश के उद्देश्य को समझने में तीमुथियुस को सहायता मिले। आप इसका अनुवाद अपनी भाषा में ऐसे शब्द या वाक्यांश से कर सकते हैं जो अर्थ और महत्त्व में सबसे अधिक समानांतर अभिव्यक्ति हो।
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1:5 l7un παραγγελίας 1 यह उन निर्देशों के सन्दर्भ में है जिन्हें पौलुस ने [1:3](../01/03.md) और [1:4](../01/04.md) में तीमुथियुस को दिए थे।
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1:5 i9rs ἐστὶν ἀγάπη 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमें परमेश्वर से प्रेम करने में सहायता हेतु है” या (2) “हमें अन्यों से प्रेम करने में सहायता हेतु है।“
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1:5 t123 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκ καθαρᾶς καρδίας 1 यहाँ **मन** विचारों और रुचियों को दर्शाने के लिए आलंकारिक प्रयोग है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो भला है केवल उसी की लालसाओं से” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:5 mbe6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐκ καθαρᾶς καρδίας 1 यहाँ **शुद्ध** आलंकारिक प्रयोग है जो उस मनुष्य को दर्शाता है जो केवल भली बातों की इच्छा रखता है और उसकी प्रेरणाएं बुराइयों से मिश्रित नहीं हैं। वैकल्पिक अनुवाद: केवल भलाई के निमित्त लालसाओं से” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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1:5 ar8t συνειδήσεως ἀγαθῆς 1 यह दूसरी बात है जो प्रेम की ओर ले जाती है, आज्ञा का एकमात्र लक्ष्य, न कि आज्ञा का दूसरा लक्ष्य। वैकल्पिक अनुवाद: “और उस विवेक से जो मनुष्य को बुरे की अपेक्षा भला चुनने की प्रेरणा देता है।
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1:5 m53g πίστεως ἀνυποκρίτου 1 यह प्रेम की ओर ले जाने वाली तीसरी बात है, आज्ञा का एकमात्र लक्ष्य न कि आज्ञा का तीसरा लक्ष्य। वैकल्पिक अनुवाद: “और उस विश्वास से जो सच्चा है” या “और उस विश्वास से जो पाखंड रहित है”
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1:6 j4z3 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τινες ἀστοχήσαντες 1 मसीह में विश्वास को पौलुस आलंकारिक भाषा में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई लक्ष्य हो जिसे मनुष्यों को साधना है। पौलुस के कहने का अर्थ है कि कुछ मनुष्य अपने विश्वास के उद्देश्य को जो प्रेम करना है, पूरा नहीं कर रहे हैं, जैसा उसने अभी-अभी वर्णन किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “कुछ लोग यीशु में अपने विश्वास को सिद्धता तक नहीं पहुँचा रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:6 se38 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐξετράπησαν 1 यहाँ **भटक गए** एक अलंकार है जिसका अर्थ उन लोगों ने परमेश्वर की आज्ञा को मानना त्याग दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की आज्ञा का पालन अब और नहीं कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:7 v28u νομοδιδάσκαλοι 1 यहाँ **व्यवस्था** विशेष करके मूसा की व्यवस्था के सन्दर्भ में है।
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1:7 kz8x μὴ νοοῦντες 1 वैकल्पिक अनुवाद: “यद्यपि वे समझते नहीं” या “और वे फिर भी समझते नहीं”
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1:7 t131 rc://*/ta/man/translate/figs-doublenegatives μὴ & μήτε & μήτε 1 यहाँ बल देने के लिए पौलुस यूनानी भाषा में दो नकारात्मक उक्तियाँ काम में लेता है, “नहीं...न तो...न ही। “दूसरी नकारात्मक उक्ति (“न तो...न ही”) पहली नकारात्मक उक्ति (“नहीं”) का निराकरण नहीं करती है ताकि सकारात्मक अर्थ निकले। यदि आपकी भाषा में दोहरे नकारात्मक शब्द है जो एक दूसरे को निरस्त करने की अपेक्षा विचार का बलवर्धन करते हैं, तो उनका यहाँ उपयोग करना उचित होगा। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublenegatives]])
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1:7 t132 rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism ἃ λέγουσιν, μήτε περὶ τίνων διαβεβαιοῦνται 1 इन दोनों वाक्यांशों का अर्थ एक ही है। पौलुस बल देने के लिए पुनरावृत्ति का उपयोग करता है। यदि आपके पाठकों के लिए पुनरावृत्ति उपयोग उलझन का कारण हो तो आवश्यक नहीं कि आप भी इनका उपयोग करें। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जिन बातों को इतने विश्वास से कहते हैं वे सच हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
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1:8 d6dz οἴδαμεν δὲ ὅτι καλὸς ὁ νόμος 1 वैकल्पिक अनुवाद: “हम समझते हैं कि व्यवस्था काम की है” या “हम समझते हैं कि व्यवस्था लाभकारी है”
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1:8 t134 rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive οἴδαμεν 1 इस पत्र में पौलुस **हम**,**हमारे**,और **हमारा**शब्दों का उपयोग करता है जो या तो तीमुथियुस और उसके स्वयं के लिए है या सब विश्वासियों के लिए है, जिसमें वे दोनों भी हैं। अत: ये शब्द सामान्यत: पत्र पाने वालों के सन्दर्भ में हैं। [4:10](../04/10.md) में एकमात्र अपवाद पर चर्चा टिप्पणी में की जाए। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]])
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1:8 r86g ἐάν τις αὐτῷ νομίμως χρῆται 1 वैकल्पिक अनुवाद: “यदि कोई व्यक्ति इसको सही उपयोग में ले” या “मनुष्य इसे परमेश्वर की इच्छा के अनुसार काम में ले”
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1:9 xs94 εἰδὼς τοῦτο 1 वैकल्पिक अनुवाद: “हम यह भी जानते हैं”
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1:9 fq4i rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive δικαίῳ νόμος οὐ κεῖται 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने धर्मी जनों के लिए व्यवस्था नहीं दी थी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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1:9 dl5l rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj δικαίῳ 1 पौलुस इस विशेषण को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के वर्ग का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा द्वारा कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो धर्मी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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1:9 t139 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἀνόμοις δὲ καὶ ἀνυποτάκτοις, ἀσεβέσι καὶ ἁμαρτωλοῖς, ἀνοσίοις καὶ βεβήλοις 1 पौलुस इन विशेषणों को भी संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि उनके द्वारा वर्णित वर्गों का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप भी इन विशेषणों को संज्ञा रूप में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मनुष्य व्यवस्था का उल्लंघन करते हैं, जो मनुष्य अधिकार को चुनौती देते हैं, जो मनुष्य परमेश्वर का सम्मान नहीं करते हैं, जो मनुष्य पाप करते हैं, जिन मनुष्यों की जीवन शैली में परमेश्वर का कोई महत्त्व नहीं है, जिन मनुष्यों की जीवन शैली में पवित्रता का विचार है ही नहीं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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1:9 t141 πατρολῴαις καὶ μητρολῴαις, ἀνδροφόνοις 1 इस सूची में पौलुस अपने अर्थ को संक्षिप्त और सजीव व्यक्त करने के लिए अनेक संयुक्त शब्दों का उपयोग करता है। प्रत्येक समास में पहला शब्द जो संज्ञा है, वह समास में दूसरे क्रिया शब्द का कर्म है। इस पद में ऐसे तीन संयुक्त शब्द हैं और अगले पद में दो और हैं। \n\nयदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इनका अनुवाद पृथक शब्दों में कर सकते हैं या वाक्यांशों में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पिता के हत्यारे और माता के हत्यारे, हत्यारे” या “ जो मनुष्य अन्य मनुष्यों की हत्या करते हैं, अपने माता-पिता की भी”
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1:9 t142 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνδροφόνοις 1 पौलुस यहाँ **पुरुष** शब्द को व्यापक अर्थ में काम में लेता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हत्यारे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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1:10 y5dx rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj πόρνοις 1 पौलुस इस विशेषण शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के वर्ग का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा रूप में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विवाहित बंधन से बाहर यौन सम्बन्ध रखने वाले मनुष्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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1:10 v1gh rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἀρσενοκοίταις 1 यह सूची में चौथा संयुक्त शब्द है। शब्द “सोना” का लाक्षणिक अर्थ यौन सम्बन्ध है। वैकल्पिक अनुवाद: “ जिस पुरुष का यौन सम्बन्ध अन्य पुरुषों से है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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1:10 bzw4 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνδραποδισταῖς 1 यह शब्द सूची में पाँचवाँ और अंतिम संयुक्त शब्द है। पौलुस **पुरुष** शब्द को व्यापक अर्थ में काम में लेता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों आते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “दास होने हेतु मनुष्यों का अपहरण करके बेचने वाले लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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1:10 gg42 καὶ εἴ τι ἕτερον τῇ ὑγιαινούσῃ διδασκαλίᾳ ἀντίκειται 1 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनको पूरा करने के लिए अन्य भाषाओं में एक सम्पूर्ण वाक्य की आवश्यकता होगी। उसके कहने का अर्थ है कि यदि इसके विपरीत कुछ भी हो तो व्यवस्था उन लोगों के लिए ही है जो ऐसे काम करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और उन लोगों के लिए जो खरी शिक्षा के विरुद्ध कुछ भी करें”
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1:10 t147 τῇ ὑγιαινούσῃ διδασκαλίᾳ 1 इसका अर्थ मात्र यही नहीं कि शिक्षा अच्छी है,वरन यह कि वह स्वास्थ्यवर्धक है या जीवन दायक है। वैकल्पिक अनुवाद: “खरी शिक्षा”
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1:11 mg4t τὸ εὐαγγέλιον τῆς δόξης τοῦ μακαρίου Θεοῦ 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ”धन्य परमेश्वर की महिमा के बारे में सुसमाचार” या “धन्य परमेश्वर के बारे में महिमामय सुसमाचार”
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1:11 a58d rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὃ ἐπιστεύθην ἐγώ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो परमेश्वर ने मुझे दिया और जिसके लिए मुझे उत्तरदायी ठहराया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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1:12 t150 χάριν ἔχω 1 वैकल्पिक अनुवाद: “मैं धन्यवाद करता हूँ”
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1:12 uu6n πιστόν με ἡγήσατο 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उसे विश्वास था कि वह मुझ पर निर्भर कर सकता है”
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1:12 ff1n rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor θέμενος εἰς διακονίαν 1 परमेश्वर की सेवा करने के कार्य को पौलुस इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई स्थान है जहाँ किसी को रखा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने मुझे उसकी सेवा का दायित्व सौंपा” या उसने मुझे अपना सेवक नियुक्त क्या है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:13 q75p rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὄντα βλάσφημον 1 पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कह रहा है। यहाँ अभिप्रेत अर्थ यह है कि वह अपनी उस रीति के सन्दर्भ में वर्णन कर रहा है जब वह कहता था कि लोग यीशु को मसीह मान कर विश्वास न करें। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं वह मनुष्य था जो यीशु के बारे में अनुचित बातें कहता था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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1:13 gbd4 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit διώκτην 1 पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक ऐसा मनुष्य जो यीशु में विश्वास करने वालों को सताता था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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1:13 k85c rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὑβριστήν 1 पौलुस मसीही विश्वास में आने से पहले के अपने चरित्र के बारे में कहा रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक अत्याचारी मनुष्य” या “यीशु में विश्वास करने वालों पर अत्याचार करने वाला मनुष्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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1:13 rq2m rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result ἠλεήθην, ὅτι ἀγνοῶν, ἐποίησα ἐν ἀπιστίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप वाक्यांशों का क्रम बदल सकते हैं, क्योंकि दूसरा वाक्यांश “बिना समझे बूझे” पहले वाक्यांश “मुझ पर दया हुई” द्वारा वर्णित कार्य का कारण दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैंने उस रीति से कार्य नहीं किया जिस रीति से परमेश्वर ने मुझ पर भरोसा किया था कि मैं करूँ। परन्तु इसका कारण था कि मैं जानता नहीं था कि मैं क्या कर रहा हूँ, अतः यीशु को मुझ पर दया आई”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
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1:13 nv6k rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἠλεήθην 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट है, तो आप कर्ता प्रधान रूप में इसको व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “ यीशु ने मुझ पर दया की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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1:14 t158 δὲ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा विस्तृत वर्णन करता है कि यीशु ने उस पर किस प्रकार दया की है, यद्यपि वह यीशु के अनुयायियों को सताता था। इस वर्णन से तीमुथियुस और इफिसुस के अन्य विश्वासियों को समझने में सहायता मिलेगी कि यीशु की दया कैसी महान है। वैकल्पिक अनुवाद: “वास्तव में”
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1:14 c1lg rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὑπερεπλεόνασεν & ἡ χάρις τοῦ Κυρίου ἡμῶν 1 पौलुस यीशु के अनुग्रह के बारे में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह तरल पदार्थ हो जो पत्र में भरता जाता है जब तक कि छलकने न लगे। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ पर असीमित अनुग्रह किया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:14 z5lv rc://*/ta/man/translate/figs-idiom μετὰ πίστεως καὶ ἀγάπης τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) पौलुस यीशु के अपने विश्वास और प्रेम का सन्दर्भ दे रहा होगा और कह रहा होगा कि यीशु ने जो दया उस पर की उसका आधार वही है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि उसने मुझ पर विश्वास किया और मुझ से प्रेम किया” (2) पौलुस का सन्दर्भ उस विश्वास और प्रेम से भी हो सकता है जो उसको तब मिला जब वह उस **में** हो गया जिसका लाक्षणिक अर्थ है “उसके सम्बन्ध में” आ गया। वैकल्पिक अनुवाद: “और मुझको इस योग्य किया कि उस में विश्वास करूँ और उससे प्रेम करूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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1:15 z48s πιστὸς ὁ λόγος 1 इस प्रकरण में बात **शब्द** का अर्थ विशेष है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह बात विश्वासयोग्य है”
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1:15 rh2r καὶ πάσης ἀποδοχῆς ἄξιος 1 वैकल्पिक अनुवाद: “और हमें उस पर संदेह रहित विश्वास करना है” या “हमें उस में पूर्ण भरोसा रखना है”
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1:15 t163 rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks ὅτι 1 पौलुस इस शब्द द्वारा अपरोक्ष उद्धरण का समावेश करता है। आप अग्रिम शब्दों-“मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिए जगत में आया”-से आरम्भ करके इसका संकेत दें तो आपके पाठकों को सहायता मिल सकती है। आप उद्धरण चिन्हों का उपयोग कर सकते है या आपकी भाषा में उद्धरण दर्शाने का जो भी नियम है या जो भी परिपाटी काम में ली जाती है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]])
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1:15 t164 ὧν πρῶτός εἰμι ἐγώ 1 यहाँ **सबसे बड़ा** उक्ति का अभिप्राय किसी वर्ग की परम श्रेणी के उदाहरण से है, इस स्थिति में वह नकारात्मक वर्ग है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मैं उन सभी में सबसे बुरा हूँ”
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1:16 z5kg rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἠλεήθην 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ पर दया की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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1:16 epe2 ἵνα ἐν ἐμοὶ πρώτῳ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि मेरे द्वारा जो सबसे बड़ा पापी है”
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1:17 k9sc δὲ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा इस पत्र में भिन्न विषय-वस्तु का समावेश करता है। वह अपनी आज्ञाओं के बीच में और तीमुथियुस को निर्देश देने के लिए परमेश्वर से आशीष के बारे में बात करने वाला है।
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1:17 ts5z rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τιμὴ καὶ δόξα 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों **आदर** और **महिमा** में निहित विचारों को क्रिया शब्दों द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य आदर और महिमा करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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1:18 ijn8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταύτην τὴν παραγγελίαν παρατίθεμαί σοι 1 पौलुस अपने निर्देशों के बारे में इस प्रकार कहता है कि जैसे वह किसी वस्तु को तीमुथियुस के सामने रख रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं यह आज्ञा तुझे सौंप रहा हूँ” या “मैं जो आज्ञा तुझे दे रहा हूँ वह यह है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:18 b6uq rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τέκνον 1 पौलुस तीमुथियुस के साथ अपने घनिष्ठ सम्बन्ध को इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे पिता और पुत्र हैं। इससे तीमुथियुस के प्रति पौलुस का सच्चा प्रेम और अनुमोदन प्रकट होता है। यह भी संभव है कि पौलुस अपने प्रयास से तीमुथियुस को मसीह के विश्वास में लाया था और यह एक और कारण था कि पौलुस उसे अपनी संतान के सदृश्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: “तू जो मेरी अपनी संतान के सामान है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:18 y6jg κατὰ τὰς προαγούσας ἐπὶ σὲ προφητείας 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्य विश्वासियों द्वारा तेरे विषय की गई भविष्यद्वाणी की सहमति में”
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1:18 w2ex rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor στρατεύῃ & τὴν καλὴν στρατείαν 1 तीमुथियुस द्वारा प्रभु की सर्वोत्तम सेवा को पौलुस लाक्षणिक रूप में एक सैनिक के तुल्य व्यक्त करता है मानो कि वह युद्ध लड़ रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “ प्रभु के लिए अपनी सर्वोत्तम सेवा करता रह” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:19 ly6q ἀγαθὴν συνείδησιν 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:5](../01/05.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “बुरे की अपेक्षा अच्छाई चुनने में विवेक ही मनुष्य की अगुवाई करता है”
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1:19 h2wk rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τινες & περὶ τὴν πίστιν ἐναυάγησαν 1 "पौलुस इन लोगों को लाक्षणिक रूप में एक जहाज के सदृश्य व्यक्त करता है जो डूब चुका है। उसके कहने का अर्थ है कि ये लोग अब यीशु में विश्वास नहीं करते हैं और न ही उसके अनुयायियों के सदृश्य जीवन जी रहे हैं। आप इसी अलंकार का या आपकी संस्कृति में जो भी समानार्थक अलंकार है उसका उपयोग कर सकते हैं, बशर्ते कि आपके पाठक समझ पाएँ। अन्यथा आप वैकल्पिक अनुवाद कर सकते हैं, ""अब यीशु में विश्वास नहीं करते हैं"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
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1:20 pv7f rc://*/ta/man/translate/translate-names Ὑμέναιος & Ἀλέξανδρος 1 ये दो पुरुषों के नाम हैं (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
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1:20 ty7n rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor οὓς παρέδωκα τῷ Σατανᾷ 1 पौलुस तो इस प्रकार कह रहा है कि जैसे उसने इन पुरुषों को पकड़ कर शैतान को थमा दिया है। इसका संभवतः अर्थ है कि पौलुस ने उनको विश्वासियों के समुदाय से बहिष्कृत कर दिया था। क्योंकि वे अब समुदाय के सदस्य नहीं हैं इसलिए अब वे शैतान के बंधन में हैं और शैतान उनको हानि पहुँचा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैंने शैतान को अनुमति दे दी है कि उनको कष्ट दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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1:20 s76c rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἵνα παιδευθῶσι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस को कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “कि परमेश्वर उनको सबक सिखाए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:intro c6rf 0 # 1 तीमुथियुस 02 सामान्य टिप्पणियाँ\n## इस अध्याय में विशिष्ट धारणाएँ\n\n### शांति\nपौलुस विश्वासियों को प्रोत्साहित करता है कि वे सब के लिए प्रार्थना करें। आवश्यक है कि वे शासकों के लिए प्रार्थना करें कि विश्वासी ईश्वर भक्ति और सम्मान के साथ शांति में जीवन निर्वाह कर पाएँ।\n\n### कलीसिया में स्त्रियाँ\n\n इस गद्यांश को इसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परिवेश में समझने के निमित्त विचारकों में मतभेद है। कुछ विचारकों का मानना है कि परमेश्वर ने स्त्री और पुरुष को इसलिए रचा कि वे विवाहित जीवन में और कलीसिया में स्पष्ट रूप में भिन्न-भिन्न भूमिकाएँ निभाएँ। अन्य विचारकों का मानना है कि परमेश्वर चाहता है कि उसने स्त्रियों को जो वरदान दिए हैं उनको वे पुरुषों के साथ समानता के स्तर पर काम में लें। अनुवादकों को सावधान रहना होगा कि वे इस विषय को कैसे समझाते हैं उसका प्रभाव इस गद्यांश के अनुवाद पर न पड़े।
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2:1 yk2z rc://*/ta/man/translate/figs-idiom πρῶτον πάντων 1 जैसा [1:15](../01/32.md) में है, शब्द **पहले** लाक्षणिक रूप में किसी वर्ग के सर्वोत्तम उदाहरण का अभिप्राय रखता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सर्वाधिक महत्व में” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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2:1 iag7 παρακαλῶ 1 वैकल्पिक अनुवाद: ‘मैं प्रोत्साहित करता हूँ” या “मैं आग्रह करता हूँ”
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2:1 ql7a rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ποιεῖσθαι δεήσεις, προσευχάς, ἐντεύξεις, εὐχαριστίας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं सब विश्वासियों से आग्रह करता हूँ कि परमेश्वर से याचना करें, प्रार्थना करें, मध्यस्थता करें और धन्यवाद दें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:1 t183 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप से करता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों आते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोगों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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2:2 g4va rc://*/ta/man/translate/figs-doublet ἤρεμον καὶ ἡσύχιον βίον 1 **शांति** और **चैन** इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस इन दोनों शब्दों को बल देने के लिए काम में लेता है। उसकी इच्छा है कि सब विश्वासी अधिकारियों द्वारा उत्पन्न परेशानियों से रहित जीवन जी पाएँ। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एक अबाधित जीवन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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2:2 pb58 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν πάσῃ εὐσεβείᾳ καὶ σεμνότητι 1 "यदि आपके पाठकों को सहायता मिले तो आप इन भाववाचक संज्ञा शब्दों, **भक्ति** और **गरिमा** में निहित विचार को क्रिया शब्दों के वाक्यों में व्यक्त कर सकते हैं जैसे, “प्रतिष्ठा” और “सम्मान” करना। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) वैकल्पिक अनुवाद: ""जो परमेश्वर का सम्मान करता है और अन्य लोग उसका सम्मान करेंगे"""
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2:3 t186 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet καλὸν καὶ ἀπόδεκτον ἐνώπιον & Θεοῦ 1 **अच्छा** और **भाता** इन दोनों शब्दों के अभिप्राय एक ही हैं। पौलुस बात पर बल देने के लिए इन दोनों शब्दों को एक साथ काम में ले रहा होगा। यदि आपको ऐसा प्रतीत हो कि इन दोनों शब्दों को अनुवाद में काम में लेना पाठकों के लिए उलझन का कारण हो सकता है तो आप इनको जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: परमेश्वर को अत्यधिक प्रसन्न करने वाली बात” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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2:4 i3ze rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὃς πάντας ἀνθρώπους θέλει σωθῆναι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में भी काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो हर एक जन का उद्धार करना चाहता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:4 t188 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations πάντας ἀνθρώπους 1 पौलुस यहाँ **मनुष्य** शब्द को व्यापक रूप में काम में ले रहा है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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2:4 n26m rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor εἰς ἐπίγνωσιν ἀληθείας ἐλθεῖν 1 परमेश्वर के बारे में सत्य का ज्ञान ग्रहण करने को पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई स्थान हो जहाँ लोग आ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो सत्य है उसको समझना और ग्रहण करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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2:5 t666 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown εἷς & μεσίτης Θεοῦ καὶ ἀνθρώπων 1 "एक मध्यस्थ वह मनुष्य है जो दो असहमत पक्षों में शांति स्थापित करने के समझौते में सहायता करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""एक मनुष्य जो परमेश्वर और मनुष्य में मेल कराता है"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])"
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2:5 t191 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** को व्यापक रूप में काम में लेता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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2:5 t192 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἄνθρωπος Χριστὸς Ἰησοῦς 1 संभव है कि पौलुस यीशु के मनुष्यत्व का सन्दर्भ देने के लिए शब्द **मनुष्य** को जातिगत भाव में काम में ले रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह यीशु जो स्वयं ही मनुष्य था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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2:6 u8r1 δοὺς ἑαυτὸν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “स्वयं को बलि किया” या “स्वैच्छा से मर गया”
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2:6 vz12 ἀντίλυτρον ὑπὲρ πάντων 1 वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन के लिए मुक्ति के मोल स्वरूप”
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2:6 fm1c rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τὸ μαρτύριον 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक हो तो आप इसको स्पष्ट कर सकते हैं कि इससे स्पष्ट प्रदर्शित होता है कि परमेश्वर सब मनुष्यों का उद्धार करना चाहता है। वैकल्पिक अनुवाद: “प्रमाण के रूप में ...कि परमेश्वर सब मनुष्यों का उद्धार करना चाहता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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2:6 fq7r rc://*/ta/man/translate/figs-idiom καιροῖς ἰδίοις 1 यह एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: “उस समय जिसे परमेश्वर ने चुना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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2:7 qxv9 εἰς ὃ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “इस गवाही का”
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2:7 iz4y rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐτέθην ἐγὼ κῆρυξ καὶ ἀπόστολος 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में कह सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने मुझ, पौलुस को, एक प्रचारक और प्रतिनिधि ठहराया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:7 h18q διδάσκαλος ἐθνῶν ἐν πίστει καὶ ἀληθείᾳ 1 "इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) यह पौलुस की शिक्षाओं की विषय-वस्तु का वर्णन कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""मैं अन्यजातियों को विश्वास और सत्य के सन्देश की शिक्षा देता हूँ।"" (2)यह भी संभव है कि इसके द्वारा पौलुस के शिक्षक चरित्र का वर्णन किया जा रहा हो। वैकल्पिक अनुवाद: अन्यजातियों का सच्चा और विश्वासयोग्य शिक्षक”"
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2:7 t201 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys διδάσκαλος ἐθνῶν ἐν πίστει καὶ ἀληθείᾳ 1 यदि इस वाक्यांश में पिछली टिप्पणी में विचारित दूसरा अर्थ है तो पौलुस **विश्वास** और **सत्य** दोनों शब्दों के द्वारा एक ही अर्थ को व्यक्त कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं अन्यजातियों को सच्चे विश्वास की शिक्षा देता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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2:7 t202 ἐθνῶν 1 यह शब्द उन जनसमुदायों के सन्दर्भ में है जो यहूदियों के अतिरिक्त है। वैकल्पिक अनुवाद: “गैर यहूदी जातियाँ”
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2:8 a841 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations τοὺς ἄνδρας ἐν παντὶ τόπῳ 1 "यहाँ शब्द **मनुष्य** विशेष करके पुरुषों के सन्दर्भ में है। यह शब्द व्यापक रूप से काम में लिया गया है क्योंकि पौलुस इसके बाद स्त्रियों को संबोधित करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""सब स्थानों में पुरुष"" या “सर्वत्र पुरुष” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])"
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2:8 unw6 rc://*/ta/man/translate/translate-symaction προσεύχεσθαι & ἐπαίροντας ὁσίους χεῖρας 1 उस संस्कृति में यह एक पारंपरिक अंग विन्यास था कि प्रार्थना के समय लोग हाथों को उठाएँ। आप इसका अनुवाद ऐसे करें कि स्पष्ट समझ में आए। वैकल्पिक अनुवाद: “जब वे प्रार्थना करने के लिए श्रद्धापूर्वक अपने हाथों को उठाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]])
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2:8 yzg3 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche προσεύχεσθαι & ἐπαίροντας ὁσίους χεῖρας 1 पौलुस मनुष्य के एक अंग, **हाथों** को पवित्र दर्शाता है जिसका अभिप्राय है कि सम्पूर्ण व्यक्ति को पवित्र होना है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रता में प्रार्थना करने के लिए हाथों को उठाना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
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2:8 t206 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys χωρὶς ὀργῆς καὶ διαλογισμοῦ 1 यहाँ पौलुस एक ही विचार को दो शब्दों के उपयोग द्वारा व्यक्त कर रहा है जिनको वह **और**से जोड़ता है। शब्द **क्रोध** प्रकट करता है कि मनुष्यों को कैसे विवाद से बचना चाहिए। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसके अर्थ को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा भी व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “क्रोधित विवादों के बिना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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2:9 t207 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ὡσαύτως 1 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो वाक्य पूर्ति के लिए सामान्यतः आवश्यक होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “इसी प्रकार मैं भी चाहता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
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2:9 sw21 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown μὴ ἐν πλέγμασιν 1 उस युग में रोम की स्त्रियाँ आकर्षक दिखने के लिए अपना केश श्रृंगार कुछ अधिक ही करती थीं। यदि आपके पाठक बाल गूंथने के अभ्यास से अपरिचित हैं तो आप इस विचार को सामान्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनका केश श्रृंगार लालित्य पूर्ण न हो” या “उनका केश विन्यास ध्यान आर्कषण करने वाला नहीं होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
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2:9 t210 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche μὴ ἐν πλέγμασιν 1 पौलुस **बाल गूँथने**का उल्लेख करता है कि वह स्त्रियों द्वारा बालों पर अनावश्यक ध्यान देना है। वैकल्पिक अनुवाद: “उनका केश विन्यास लालित्यपूर्ण न हो” या “उनका केश विन्यास ऐसा परिष्कृत ना हो कि ध्यान आकर्षित करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
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2:9 rf5v rc://*/ta/man/translate/translate-unknown μαργαρίταις 1 ये सुंदर एवं बहुमूल्य खनिज पदार्थ हैं जिनका उपयोग आभूषणों में किया जाता है। ये पानी में रहने वाले जंतुओं के कवच में बनता है। यदि आपके पाठक मोतियों से परिचित हैं तो आप इस विचार को सामान्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मूल्यवान पदार्थों से निर्मित साज-सज्जा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
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2:10 g35m ἐπαγγελλομέναις θεοσέβειαν, δι’ ἔργων ἀγαθῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जो भले कामों द्वारी परमेश्वर का सम्मान करना चाहते हैं”
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2:11 gb7a rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐν ἡσυχίᾳ 1 पौलुस के कहने का अर्थ हो सकता है कि स्त्रियाँ बोलने की अपेक्षा सुना करें। वैकल्पिक अनुवाद: “सुनने के द्वारा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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2:11 c7sh ἐν πάσῃ ὑποταγῇ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “और जो शिक्षा दी जाए उसके अधीन रहें”
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2:12 e2hg γυναικὶ οὐκ ἐπιτρέπω 1 वैकल्पिक अनुवाद: “मैं किसी भी स्त्री को अनुमति नहीं देता हूँ”
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2:12 t216 εἶναι ἐν ἡσυχίᾳ 1 जैसा कि [2:11](../02/11.md) में है, पौलुस कहता है कि वह चाहता है कि स्त्रियाँ बोलते रहने की अपेक्षा सुना करें। वैकल्पिक अनुवाद: ‘उसे सुनना चाहिए”
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2:13 iv31 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive Ἀδὰμ & πρῶτος ἐπλάσθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में भी व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने आदम को पहले बनाया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:13 v7v6 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis εἶτα Εὕα 1 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता वाक्य को पूरा करने में होती है। वैकल्पिक अनुवाद: “तदोपरान्त हव्वा को बनाया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
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2:14 wq5k rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive Ἀδὰμ οὐκ ἠπατήθη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, , और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “आदम नहीं था जिसको सर्प ने बहकाया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:14 n6td rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἡ δὲ γυνὴ ἐξαπατηθεῖσα, ἐν παραβάσει γέγονεν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, , और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु एक स्त्री थी जिसने परमेश्वर कि आज्ञा नहीं मानी जब सर्प ने उसको धोखा दिया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:14 t221 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns παραβάσει 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस भाववाचक संज्ञा शब्द, **अपराधिनी** के विचार को क्रियार्थक उक्ति में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर कि अवज्ञा की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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2:15 t222 σωθήσεται & διὰ τῆς τεκνογονίας 1 यहाँ शब्द **वह** पिछले पद में हव्वा को संदर्भित कर सकता है, जिसको पौलुस शब्द “स्त्री” से संबोधित करता है। वाक्य के उत्तरार्ध में शब्द **वह** सामान्य रूप से स्त्रियों के सन्दर्भ में है। यह दर्शाने के लिए कि पौलुस विषय को स्त्रियों की प्रतिनिधि हव्वा से हटा कर सब स्त्रियों पर ले आता है, शब्द “वह” का अनुवाद “स्त्रियाँ” किया जा सकता है।
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2:15 u8iv σωθήσεται & διὰ τῆς τεκνογονίας 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) इस प्रकरण में **उद्धार** का अर्थ विशेष हो सकता है। पौलुस के कहने का अर्थ हो सकता है कि संतानोत्पति के समय परमेश्वर स्त्रियों को सुरक्षित रखेगा। (2) **बच्चे जनने** का सन्दर्भ यीशु के जन्म से भी हो सकता है जो उद्धारक होनेवाला मानवीय बालक होगा। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “संतानोत्पति के समय परमेश्वर स्त्री को सुरक्षित रखेगा” या (2) परमेश्वर बालक रूप में जन्मे यीशु के द्वारा स्त्रियों का उद्धार करेगा”
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2:15 n818 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive σωθήσεται 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान रूप में कर सकते हैं और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर स्त्रियों को सुरक्षित रखेगा” या “परमेश्वर स्त्रियों का उद्धार करेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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2:15 gh3c ἐὰν μείνωσιν 1 "यहाँ शब्द **वे** स्त्रियों के सन्दर्भ में है। यह स्पष्ट नहीं है कि क्यों पौलुस एक वचन से बहुवचन का उपयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि स्त्रियाँ स्थिर रहें।"""
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2:15 sl57 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν πίστει, καὶ ἀγάπῃ, καὶ ἁγιασμῷ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **विश्वास**, **प्रेम**, और **पवित्रता** के विचार को क्रियार्थक वाक्यों में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु में विश्वास करके, मनुष्यों से प्रेम रख कर, और पवित्र जीवन जी कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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2:15 dcf3 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom μετὰ σωφροσύνης 1 यहाँ इस अभिव्यक्ति के संभावित अर्थ हैं (1) “अच्छे निर्णय के साथ,” (2) “शालीनता के साथ,” या (3) “शुद्ध सोच-विचार के साथ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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3:intro d9db 0 # 1 तीमुथियुस 03 सामान्य टिप्पणियाँ\n## संरचना और विन्यास शैली\n\n[1 तीमुथियुस 3:16](./16.md) मसीह कौन था और उसने क्या किया की अभिव्यक्ति में आरंभिक कलीसिया द्वारा यह एक गीत, कविता, या विश्वास वचन था।\n\n### अध्यक्ष और सेवक\nकलीसिया ने अपने अगुवों के लिए विभिन्न पद नाम काम में लिए हैं। इनमें कुछ हैं, प्राचीन, रखवाले, और अध्यक्ष। शब्द “अध्यक्ष” पद 1-2 में पाए जाने यूनानी शब्द का विचार प्रकट करता है, जिसका वास्तविक अर्थ “पर्यवेक्षक” है। अध्यक्ष शब्द इस यूनानी शब्द के अक्षरों से सीधा व्युत्पन्न हुआ है। \n\nपौलुस एक और प्रकार के कलीसियाई अगुवे, ’सेवक”- पद 8 और 12, के बारे में लिखता है।\n\n### चारित्रिक गुण \nइस अध्याय में कलीसिया के अध्यक्ष और सेवक के अनिवार्य गुणों की सूची दी गई है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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3:1 t227 πιστὸς ὁ λόγος 1 जैसा [1:15](../01/15.md) में है, इस प्रसंग में शब्द “बात” का विशेष अर्थ है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह कथन निर्भर करने योग्य है”
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3:1 t228 rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks πιστὸς ὁ λόγος 1 पौलुस इस वाक्यांश के उपयोग द्वारा अपरोक्ष उद्धरण का समावेश करता है। यदि आप शेष पद के शब्दों को जो आगे हैं, उद्धरण चिन्हों में या आपकी भाषा में उद्धरण दर्शाने वाले चिन्ह या परिपाटी का उपयोग करें तो आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध होगा। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]])
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3:1 t229 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἐπισκοπῆς 1 यह शब्द आरंभिक मसीही कलीसिया के अगुवे का वर्णन करता है जिसका उत्तरदायित्व है कि विश्वासियों की आत्मिक आवश्यकता का ध्यान रखे और सुनिश्चित करे कि वे उचित बाइबल शिक्षा ग्रहण करें। वैकल्पिक अनुवाद: “आत्मिक अगुवा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
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3:1 f133 καλοῦ ἔργου 1 वैकल्पिक अनुवाद: “एक सम्मानित कार्य” या “एक सम्मानित भूमिका”
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3:2 dff6 μιᾶς γυναικὸς ἄνδρα 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) पौलुस कहता है कि अध्यक्ष एक से अधिक पत्नियाँ नहीं रख सकता है। यदि ऐसा है तो स्पष्ट नहीं है कि क्या यह विधुर या विवाह विच्छेदित पुरुष को भी बाहर कर देता है। पौलुस के कहने का अर्थ है कि अध्यक्ष को विवाहित होना है तो अविवाहित, विधुर और विवाह विच्छेदित पुरुष योग्य नहीं हुए। वैकल्पिक अनुवाद: “एक से अधिक स्त्रियों से विवाह न किया हो” (2) यह एक मुहावरा भी हो सकता है जिसका अर्थ है कि अध्यक्ष को अपनी पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य होना आवश्यक है। वैकल्पिक अनुवाद: “पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य”
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3:2 qnq9 δεῖ & εἶναι & νηφάλιον, σώφρονα, κόσμιον, φιλόξενον 1 वैकल्पिक अनुवाद: “वह आवश्यकता से अधिक कोई काम न करे, उसके आचरण को तर्कसम्मत और भद्र होना आवश्यक है तथा अतिथियों का सत्कार करने वाला होना है”
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3:3 c2c7 μὴ πάροινον, μὴ πλήκτην, ἀλλὰ ἐπιεικῆ, ἄμαχον 1 वैकल्पिक अनुवाद: “वह अधिक मदिरा न पीए और न झगड़े करे, न ही विवादों में पड़े। इसकी अपेक्षा उसे विनम्र एवं शांति प्रिय होना है”
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3:3 pc2g rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀφιλάργυρον 1 यदि धन का **लोभी** शब्द आपकी भाषा में किसी अनुचित बात का विचार प्रकट न करे तो ऐसा शब्द काम में लिया जाए, जिससे “लालच” का विचार प्रकट होता है। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों का लालची न हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:4 a8gu προϊστάμενον 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उसके लिए अगुआई करना आवश्यक है” या “उसे देखभाल करनी चाहिए”
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3:4 w3un ἐν ὑποταγῇ, μετὰ πάσης σεμνότητος 1 इसका अर्थ इन अनेकों में से एक हो सकता है। (1) अध्यक्ष की संतान अपने पिता की आज्ञा मानें और उसका सम्मान करें। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसका पूर्ण एवं सम्मानपूर्वक आज्ञापालन करें” (2)अध्यक्ष की संतान हर एक जन का सम्मान करें। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसकी आज्ञा का पालन करती हैं और अन्यों का सम्मान करती हैं” (3) अध्यक्ष अपने कुटुम्ब में जिनकी अगुआई करता है, उनका वह सम्मान भी करे” वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसकी आज्ञा मानते हैं जबकि वह उनके साथ सम्मानित व्यवहार करता है”
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3:5 n5lt rc://*/ta/man/translate/figs-rquestion εἰ δέ τις τοῦ ἰδίου οἴκου προστῆναι οὐκ οἶδεν, πῶς ἐκκλησίας Θεοῦ ἐπιμελήσεται? 1 पौलुस एक कथन प्रस्तुत कर रहा है, न कि वास्तव में प्रश्न कर रहा है। वह तीमुथियुस से अपेक्षा नहीं करता है कि वह वर्णन करे कि जो मनुष्य अपने कुटुम्ब का प्रबंध करने में सक्षम नहीं है वह परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली कैसे करेगा। इसकी अपेक्षा पौलुस प्रश्न के रूप में अध्यक्ष के निजी जीवन में विश्वासयोग्य प्रदर्शन पर बल दे रहा है कि कलीसिया में अगुआई की भूमिका ग्रहण करने से पूर्व यह कैसा महत्वपूर्ण है। यदि आपके पाठकों के लिए स्पष्ट हो तो आप इन शब्दों को कथन रूप में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः, जो व्यक्ति अपने कुटुम्ब का प्रबंध न कर पाए तो निश्चय ही वह परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली के योग्य नहीं है।“ (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-rquestion]])
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3:5 c814 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐκκλησίας Θεοῦ 1 यहाँ शब्द **कलीसिया** परमेश्वर के लोगों के स्थानीय समूह के लिए उस तरीके से लिए गया जिस तरीके में वे संगति के लिए एकत्र होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के लोगों का समूह” या “विश्वासियों की स्थानीय संगति” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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3:6 q7hu μὴ νεόφυτον 1 वैकल्पिक अनुवाद: ‘उस को अभी तक विश्वास के प्रशिक्षण में ही नहीं रहना है” या “उसको विश्वास में दीर्घकालीन नियमित विकास के द्वारा परिपक्व होना है”
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3:6 t240 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τυφωθεὶς 1 पौलुस चेतावनी दे रहा है कि एक नवविश्वासी को यदि तुरंत ही अगुआई के भूमिका दे दी जाए तो वह अत्यधिक अभिमानी हो जाएगा। वह अभिमानी होने को आलंकारिक भाषा में कहता है कि वह फूल जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: “बहुत घमंडी हो जाएगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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3:6 t241 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τυφωθεὶς 1 अभिमानी होने को पौलुस इस प्रकार कहता है जैसे कि मनुष्य का शरीर फूल गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “बहुत घमंडी हो जाएगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:6 v6f5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἵνα μὴ & εἰς κρίμα ἐμπέσῃ τοῦ διαβόλου 1 अनुचित कार्य करने के दंड का अनुभव पाने को पौलुस खड्ड में गिरने जैसा कहता है। वैकल्पिक अनुवाद: “और परमेश्वर से वैसा ही दंड पाए जैसा शैतान को दंड दिया गया था” (देखें;[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:7 si1d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῶν ἔξωθεν 1 पौलुस कलीसिया को अलंकार रूप में एक ऐसे स्थान के सदृश्य बताता है और अविश्वासी सशरीर इसके बाहर हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जो विश्वासी नहीं हैं” (देखें;[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:7 qsa6 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μὴ εἰς ὀνειδισμὸν ἐμπέσῃ 1 अपमानित होने को पौलुस आलंकारिक भाषा में खड्ड कहता है जिसमें मनुष्य गिर सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि वह ऐसा कोई भी काम न करे जो उसे लज्जित करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:7 t245 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor παγίδα τοῦ διαβόλου 1 जब शैतान मनुष्य को परीक्षा में डालता है तो पौलुस उसे फंदा कहता है जो मनुष्य को पकड़ लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि शैतान उस को पाप करने का प्रलोभन देने में सफल न हो सके” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:8 nz2w διακόνους ὡσαύτως 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जैसे अध्यक्ष, ठीक वैसे ही सेवक भी”
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3:8 sxq4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μὴ διλόγους 1 पौलुस कुछ लोगों के लिए आलंकारिक भाषा में कहता है कि वे एक साथ दो अलग-अलग बातें कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे एक बात कहें और तात्पर्य कुछ और हो तो ऐसा नहीं होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:9 c44a rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἔχοντας 1 परमेश्वर के बारे में सच्ची शिक्षा के लिए पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई वस्तु है जिसको मनुष्य थाम सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें विश्वास करते रहना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:9 jda1 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τὸ μυστήριον τῆς πίστεως 1 पौलुस भाववाचक संज्ञा **भेद** के द्वारा उस सत्य का सन्दर्भ देता है जो अस्तित्व में था परन्तु परमेश्वर उसको उस पल प्रकट कर रहा था। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस शब्द में निहित विचार को “प्रकट करना” जैसे क्रिया शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अब परमेश्वर ने जो प्रकट किया है उस पर विश्वास करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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3:9 y91f rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν καθαρᾷ συνειδήσει 1 उचित-अनुचित की जो समझ मनुष्य में होती है उसे पौलुस आलंकारिक भाषा में **शुद्ध** कहता है, यदि उससे मनुष्य को पूर्ण विश्वास हो कि उसने अनुचित काम नहीं किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यह जानते हुए कि वे कोई भी अनुचित काम नहीं कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:10 hl1p rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οὗτοι & δοκιμαζέσθωσαν πρῶτον 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में वक्त कर सकते हैं, और कह सकते हैं कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी पहले उनको परख कर उनका अनुमोदन करें” या “ वे पहले स्वयं को प्रमाणित करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:11 xyc9 γυναῖκας 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (1) वैकल्पिक अनुवाद: “सेवकों की पत्नियाँ” (2) वैकल्पिक अनुवाद: “महिला सेविकाएँ”
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3:11 q5qx σεμνάς 1 वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो उचित आचरण रखते हैं” या “सम्मान के योग्य मनुष्य”
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3:11 a12k μὴ διαβόλους 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें अन्यों के विषय दुर्भावपूर्ण बातें नहीं करना है”
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3:11 akm5 νηφαλίους 1 "देखें कि आपने इसका अनुवाद [3:2](../03/02.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “आवश्यकता से अधिक कुछ न करे।"""
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3:12 wji2 μιᾶς γυναικὸς ἄνδρες 1 देखें कि आप ने इसका अनुवाद [3:2](../03/02.md) में कैसे किया है। यदि उससे सहायता मिले तो टिप्पणी का अवलोकन करें। वैकल्पिक अनुवाद: (1)“एक स्त्री से अधिक से विवाह न किया हो” या (2) “अपनी-अपनी पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य हो”
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3:12 dv31 τέκνων καλῶς προϊστάμενοι καὶ τῶν ἰδίων οἴκων 1 वैकल्पिक अनुवाद: “अपनी संतान की और उनकी निजी आवश्यकताओं की उचित देखभाल करना”
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3:13 rfq2 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा परिणाम का समावेश करता है यदि मनुष्य उसके द्वारा हाल ही में स्पष्ट किए गए गुणों के आधार पर कलीसिया के अगुवे चुने गए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
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3:13 t259 οἱ & καλῶς διακονήσαντες 1 इसका सन्दर्भ या तो सेवकों से हो सकता है जिनके बारे में उसने अभी-अभी चर्चा की है, या अध्यक्षों से भी हो सकता है, कलिसीयाई अगुवों के विषय यह पौलुस का अंतिम संवाद है। वैकल्पिक अनुवाद: “सेवक जो अच्छी सेवा करते हैं” या “कलीसिया के अगुवे जो अच्छी सेवा करते हैं”
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3:13 cv34 βαθμὸν & καλὸν 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “एक सम्मानित पद” या (2) “अच्छी मान मर्यादा”
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3:13 m684 καὶ πολλὴν παρρησίαν ἐν πίστει τῇ ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “और वे यीशु में और भी अधिक आत्मविश्वास के साथ भरोसा रखेंगे” या (2) “वे और भी अधिक आत्मविश्वास के साथ यीशु में विश्वास का प्रचार मनुष्यों में करेंगे”
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3:14 t262 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐν τάχει 1 यह अभिव्यक्ति पौलुस की अविलम्ब एवं आपातकालीन स्थिति का वर्णन करती है। वैकल्पिक अनुवाद: “ज्यों ही हो सका त्यों ही” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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3:15 z9z8 ἐὰν δὲ βραδύνω 1 इसका अभिप्राय यह नहीं है कि पौलुस शीघ्रता करने की अपेक्षा अपना समय लेगा। “वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु यदि मैं अति शीघ्र न पहुँच पाया” या “परन्तु मेरे वहाँ शीघ्र पहुँचने में यदि कोई रुकावट आ गई”
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3:15 p9u4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἵνα εἰδῇς πῶς δεῖ ἐν οἴκῳ Θεοῦ ἀναστρέφεσθαι 1 पौलुस उस विश्वासी समुदाय के लिए आलंकारिक भाषा में कहता है कि वे एक परिवार हैं। इसके संभावित अर्थ हैं (1) पौलुस केवल तीमुथियुस के कलीसियाई आचरण के बारे में कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि तू जान ले कि परमेश्वर के परिवार का सदस्य होने के कारण तुझे कैसा आचरण रखना है” या (2) पौलुस सामान्य रूप में विश्वासियों के विषय कह रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “कि तुम सब जान लो कि परमेश्वर के परिवार के सदस्य होने के कारण तुम लोगों को कैसा आचरण रखना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:15 wzk3 rc://*/ta/man/translate/figs-distinguish οἴκῳ Θεοῦ & ἥτις ἐστὶν ἐκκλησία Θεοῦ ζῶντος 1 यह वाक्यांश **परमेश्वर के घराने** के विषय में अतिरिक्त जानकारी देता है। यह परमेश्वर के घराने अर्थात कलीसिया और उस परिवार में जो कलीसिया नहीं है, भेद प्रकट नहीं करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के परिवार से मेरा तात्पर्य है, जीवित परमेश्वर में विश्वास करने वालों का समुदाय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-distinguish]])
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3:15 cd5r rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor στῦλος καὶ ἑδραίωμα τῆς ἀληθείας 1 पौलुस सत्य की चर्चा इस प्रकार करता है कि जैसे वह एक भवन है और विश्वासियों का समुदाय मानो उस भवन को यथास्थान थामे हुए है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो परमेश्वर के सत्य को बनाए रखने में सहायक है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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3:15 t267 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet στῦλος καὶ ἑδραίωμα 1 **खंभा** और **नींव** का अर्थ मूल रूप से एक ही है। वे संरचना सम्बन्धित आधार हैं जो भवन के अलग-अलग भागों को थामते हैं। पौलुस इन दोनों शब्दों के द्वारा अपनी बात पर बल देता है। यदि आप की भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों के स्थान पर समानार्थक उक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो बनाए रखने में सहायता करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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3:15 sg64 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom Θεοῦ ζῶντος 1 वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर जो वास्तव में जीवित है” या “एकमात्र सच्चा परमेश्वर”
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3:16 ak8w ὁμολογουμένως 1 वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक जन सहमत हो कि”
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3:16 w473 μέγα ἐστὶν τὸ τῆς εὐσεβείας μυστήριον 1 इस पत्र में पौलुस अधिकांश समय धर्म परायण जीवन के लिए शब्द **भक्ति** का प्रयोग करता है, परन्तु यहाँ इस शब्द के द्वारा परमेश्वर के लिए श्रद्धा का अभिप्राय प्रकट है जिसके कारण मनुष्य उचित जीवन जीता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने जो सत्य हमारी पवित्रता के लिए प्रकट किया है वह महान है”
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3:16 t271 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μέγα ἐστὶν τὸ τῆς εὐσεβείας μυστήριον 1 क्योंकि पौलुस इस कथन के बाद यीशु के जीवन से संबन्धित भजन या कविता का उद्धरण देता है, इसका अभिप्रेत अर्थ यह है कि उसके विचार में यीशु ने मनुष्यों के लिए संभव किया कि वे अत्यधिक सच्चाई के साथ परमेश्वर की आराधना करें। वैकल्पिक अनुवाद: “वह सत्य जिसे परमेश्वर ने हमारी पवित्रता का आधार होने के लिए प्रकट किया वह महान है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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3:16 y8sp rc://*/ta/man/translate/writing-poetry ὃς ἐφανερώθη & ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ 1 अति संभव है कि यह एक गीत या कविता है जिसका उद्धरण पौलुस दे रहा है। यदि आपकी भाषा में कविता का संकेत देने की कोई विधि है जैसे पंक्ति प्रति पंक्ति विन्यास शैली तो आप उसका प्रयोग यहाँ कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-poetry]])
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3:16 m4xi rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὃς ἐφανερώθη ἐν σαρκί 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। (सुनिश्चित करें कि अपने अनुवाद में ऐसा सुझाव न दें कि यीशु मनुष्य प्रतीत हो या प्रकट हो।) वैकल्पिक अनुवाद: “वह मानव रूप में था” या “वह पृथ्वी पर मनुष्य बन कर आया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 rqp6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐν σαρκί 1 पौलुस यहाँ शब्द **शरीर** का उपयोग अलंकार स्वरूप करता है कि “मानवीय देह में” का अभिप्राय प्रकट हो। वह मानवीय शरीर का वर्णन उससे संबन्धित किसी बात के सन्दर्भ से कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “एक वास्तविक मनुष्य के सदृश्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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3:16 gm36 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐδικαιώθη ἐν Πνεύματι 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्र आत्मा ने पुष्टि की कि उसने जो कहा वह वही है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 fn1k rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὤφθη ἀγγέλοις 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “स्वर्गदूतों ने उसको देखा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 c3wx rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐκηρύχθη ἐν ἔθνεσιν 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “अनेक जातियों में लोगों ने उसके बारे में चर्चा की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 h9mb rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐπιστεύθη ἐν κόσμῳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “सम्पूर्ण विश्व में मनुष्यों ने उसमें विश्वास किया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 jz11 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान रूप में व्यक्त कर सकते हैं, और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “पिता परमेश्वर ने उसको महिमा में स्वर्ग में उठा लिया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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3:16 mr3a rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἀνελήμφθη ἐν δόξῃ 1 भाववाचक संज्ञा शब्द **महिमा** का सन्दर्भ है कि यीशु ने पिता परमेश्वर से सामर्थ्य प्राप्त किया और सम्मान के योग्य है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस शब्द में निहित विचार को विशेषण शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं जैसे, “सामर्थी” या क्रिया शब्द जैसे, “सम्मान करना।” वैकल्पिक अनुवाद: “पिता ने उसे ऊपर स्वर्ग में उठा लिया, उसे सामर्थी बनाया और उसका सम्मान करने के लिए हर एक जन को विवश किया” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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4:intro b39h 0 # 1 तीमुथियुस 04 सामान्य टिप्पणियाँ\n\n## इस अध्याय में विशेष धारणाएँ\n\n{4:14](./14.md) में पौलुस भविष्यद्वाणी पर विवेचना करता है। भविष्यद्वाणी का अर्थ सामान्यत: है, किसी ऐसे मनुष्य द्वारा विश्वासियों के लिए परमेश्वर से संचारित सन्देश जिसको परमेश्वर ने ऐसे सन्देश सुनाने के लिए विशेष वरदान से संपन्न किया है। एक विशिष्ट भविष्यद्वाणी जिसका वर्णन पौलुस ने किया था वह थी कि तीमुथियुस कैसे कलीसिया का प्रतिभाशाली अगुवा होगा। (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/prophet]])\n\n## इस अध्याय में अनुवाद की अन्य कठिनाइयाँ \n\n### सांस्कृतिक अभ्यास\n\nपद 14 में पौलुस कहता है कि कलीसिया के अगुवों ने तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखे थे। यह सार्वजनिक प्रदर्शन की एक विधि थी कि कोई मनुष्य कलीसिया में अगुवाई के पद पर नियुक्त किया जा रहा है।\n\n### नामों में भिन्नताएँ\n\nइस अध्याय में पौलुस कलीसिया के अगुवों की चर्चा करता है जिन्हें “प्राचीन” कहा गया है। ये वही अगुवे प्रतीत होते हैं जिन्हें वह अध्याय 3 में” अध्यक्ष” कहता है।
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4:1 jzr9 δὲ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा पृष्ठभूमि संबंधी जानकारी समाहित करता है जिससे तीमुथियुस और इफिसुस के विश्वासियों को उसके पत्र के अगले भाग को समझने में सहायता मिलेगी। जिन झूठी शिक्षाओं का तीमुथियुस को विरोध करना है उनकी पूर्व चेतावनी आत्मा ने दे दी थी। आप इस शब्द का अनुवाद अपनी भाषा के उस शब्द या वाक्यांश से कर सकते हैं जो अर्थ और महत्त्व में समानार्थक हो।
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4:1 b739 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐν ὑστέροις καιροῖς 1 इस अभिव्यक्ति का सन्दर्भ उस समय से है जब इतिहास में परमेश्वर के उद्देश्यों की पूर्ति हो रही होगी इसलिए उनका अनर्थकारी विरोध अधिकाधिक होता जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: “जब परमेश्वर के उद्देश्य प्रगति पर होंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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4:1 b931 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποστήσονταί τινες τῆς πίστεως 1 मसीह में विश्वास से विमुख हो जाने वाले मनुष्यों के लिए पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वे सशरीर किसी स्थान को छोड़ कर जा रहे हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कुछ मनुष्य यीशु में विश्वास करना त्याग देंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:1 q13m προσέχοντες 1 वैकल्पिक अनुवाद: “और अपना ध्यान की ओर लगाएंगे” या क्योंकि वे उस पर ध्यान दे रहे हैं”
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4:1 ae5w rc://*/ta/man/translate/figs-doublet πνεύμασι πλάνοις καὶ διδασκαλίαις δαιμονίων 1 इन दो वाक्यांशों का अर्थ एक ही है। पौलुस अपनी बात पर बल देने के लिए इनका एक साथ उपयोग करता है। आपके विचार में यदि इन दोनों शब्दों का उपयोग पाठकों के लिए उलझन उत्पन्न करेगा तो आप इनको एक ही अभिव्यक्ति में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्यों को छलने के लिए दुष्ट आत्माएँ जो कहती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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4:2 pw29 ἐν ὑποκρίσει ψευδολόγων 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद; “ये मनुष्य पाखंडी होंगे और वे झूठी बातें कहेंगे”
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4:2 u2f4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor κεκαυστηριασμένων τὴν ἰδίαν συνείδησιν 1 इन मनुष्यों के लिए पौलुस आलंकारिक भाषा का उपयोग करके कहता है कि उनका उचित-अनुचित का विवेक ऐसे हो गया है जैसे कि किसी की त्वचा को गर्म लोहे से जला दिया हो। वैकल्पिक अनुवाद: “उनमें अब उचित-अनुचित का विवेक नहीं रह गया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:2 t288 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive κεκαυστηριασμένων τὴν ἰδίαν συνείδησιν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनमें अब उचित-अनुचित का विवेक नहीं रह गया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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4:3 t289 κωλυόντων γαμεῖν 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “ये लोग विश्वासियों को विवाह करने से रोकेंगे”
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4:3 wd2l rc://*/ta/man/translate/figs-explicit κωλυόντων γαμεῖν 1 इसका अभिप्रेत अर्थ है कि ये झूठे शिक्षक विश्वासियों में विवाह निषेध की शिक्षा देंगे. वैकल्पिक अनुवाद: “ये लोग विश्वासियों को विवाह करने से रोकेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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4:3 t291 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἀπέχεσθαι βρωμάτων 1 "यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो सामान्यत: वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं। उसके कहने का अर्थ यह नहीं है कि ये झूठे शिक्षक विश्वासियों को कुछ भोजन न खाने से रोकेंगे वरन् वे उनके लिए ऐसा करना अनिवार्य करेंगे।
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: d1cv 0
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4:3 m1d6 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀπέχεσθαι βρωμάτων 1 यहाँ कहने का अभिप्राय है कि ये झूठे शिक्षक केवल कुछ ही प्रकार के भोजनों का निषेध करेंगे और यह कि वे विश्वासियों पर इस प्रतिबंध को थोपेंगे। वैकल्पिक अनुवाद: “वे विश्वासियों को कुछ भोजन खाने से रोकेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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4:3 t293 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet τοῖς πιστοῖς καὶ ἐπεγνωκόσι τὴν ἀλήθειαν 1 इन दोनों अभिव्यक्तियों का अर्थ एक ही है। पौलुस इन्हें अपनी बात पर बल देने के लिए काम में लेता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों अभिव्यक्तियों को संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “सच्चे विश्वासी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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4:3 t294 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τοῖς πιστοῖς 1 पौलुस इस विशेषण शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा रूप में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो यीशु में विश्वास करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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4:3 t295 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἐπεγνωκόσι τὴν ἀλήθειαν 1 पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द को काम में ले रहा है, जो विशेषण, संज्ञा रूप में काम करता है कि इसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा रूप में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो मसीह के सत्य को समझते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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4:4 dv4s rc://*/ta/man/translate/figs-distinguish πᾶν κτίσμα Θεοῦ καλόν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस अभिव्यक्ति, **परमेश्वर की सृजी हुई** के निहित विचार को संबंध सूचक उपवाक्य में अनुवाद कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने जो कुछ सृजा है वह अच्छा है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-distinguish]])
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4:4 a15j rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οὐδὲν ἀπόβλητον μετὰ εὐχαριστίας λαμβανόμενον 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “हम उस हर एक वस्तु को खाने के लिए स्वतंत्र हैं जिसके लिए हम परमेश्वर को धन्यवाद कह सकते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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4:5 m5mb rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἁγιάζεται 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में बता सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यह पवित्र हो जाता है” या “यह खाने के लिए उचित है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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4:5 fhd6 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy διὰ λόγου Θεοῦ 1 इस प्रकरण में **वचन** शब्द का अर्थ विशिष्ट है। इसका सन्दर्भ परमेश्वर की उद्घोषणा से है कि उसने जो कुछ भी सृजा है वह **अच्छा है** वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने इसके विषय जो कहा है उसके कारण” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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4:5 t300 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καὶ ἐντεύξεως 1 प्रकरण के अनुसार, इसके अभिप्रेत अर्थ का सन्दर्भ भोजन के लिए परमेश्वर को अर्पित धन्यवाद की प्रार्थना से है। यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो, तो आप इसको स्पष्ट कह सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और उसके लिए मनुष्यों द्वारा प्रार्थना में परमेश्वर को अर्पित धन्यवाद के कारण” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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4:6 ks5x rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταῦτα ὑποτιθέμενος τοῖς ἀδελφοῖς 1 पौलुस अपने निर्देशों के बारे में इस प्रकार कहता है कि जैसे वे भौतिक वस्तुएँ हैं जो अन्य विश्वासियों के समक्ष प्रत्यक्ष रूप में रखी जा सकती हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि तू इन बातों को स्मरण रखने में विश्वासियों की सहायता करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:6 hfx3 ταῦτα 1 इसका सन्दर्भ उन शिक्षाओं से है जिनका आरम्भ [3:16](../03/16.md) में किया गया था।
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4:6 h6qr rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations τοῖς ἀδελφοῖς 1 पौलुस शब्द **भाइयों** का उपयोग व्यापक अर्थ में कर रहा है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “भाइयों और बहनों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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4:6 uyeb rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τοῖς ἀδελφοῖς 1 इस शब्द का लाक्षणिक अर्थ यीशु में सहविश्वासी है। वैकल्पिक अनुवाद: “तेरे सहविश्वासी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:6 t304 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐντρεφόμενος τοῖς λόγοις τῆς πίστεως, καὶ τῆς καλῆς διδασκαλίας ᾗ παρηκολούθηκας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में कह सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “उचित शिक्षा में व्यक्त हमारे विश्वास के अभिकथन मसीह में और भी अधिक दृढ़ विश्वास करने के लिए तुझे प्रेरित कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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4:6 f8vs rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐντρεφόμενος τοῖς λόγοις τῆς πίστεως, καὶ τῆς καλῆς διδασκαλίας ᾗ παρηκολούθηκας 1 पौलुस इन कथनों और शिक्षाओं को इस प्रकार कहता है जैसे कि वे तीमुथियुस को शारीरिक पोषण प्रदान कर सकते हैं और उसको बलवंत बना सकते है। “उचित शिक्षा में व्यक्त हमारे विश्वास के अभिकथन मसीह में और भी अधिक दृढ़ विश्वास करने के लिए तुझे प्रेरित कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:6 ny78 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τοῖς λόγοις τῆς πίστεως, καὶ τῆς καλῆς διδασκαλίας 1 पौलुस शब्द **बातों** का लाक्षणिक प्रयोग करता है कि विश्वास के अभिकथनों का और उनकी व्याख्या करने वाली शिक्षाओं का वर्णन करे, दोनों ही को शब्दों में व्यक्त किया गया था। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारे विश्वास के अभिकथन जो उचित शिक्षा में व्यक्त किए गए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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4:7 th4i τοὺς & βεβήλους καὶ γραώδεις μύθους 1 देखें कि आपने **कहानियों** का अनुवाद [1:14](../01/of.md) में तथा **अशुद्ध** का [1:9](../01/09.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “मूर्खतापूर्ण, कल्पित कहानियाँ जिनमें कुछ भी पवित्र नहीं।
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4:7 elk7 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τοὺς & γραώδεις μύθους 1 **बूढियों की सी** एक मुहावरा जिसका अर्थ, “मतिहीन” या “मूर्खतापूर्ण” से है। पौलुस [5:2](../05/02.md) में तीमुथियुस से कहता है कि वह वृद्ध महिलाओं को माता के सामान सम्मान दे, अतः पौलुस की इस अभिव्यक्ति को मुहावरा समझा जाए न कि अपमान जनक शब्द। आपकी भाषा में एक ऐसी ही अभिव्यक्ति हो सकती है। वैकल्पिक अनुवाद: “वृद्ध पत्नियों की कहानियाँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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4:7 sea5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor γύμναζε & σεαυτὸν πρὸς εὐσέβειαν 1 पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि वह ईश्वर भक्ति के चरित्र का विकास करे जैसे कि वह कोई खिलाड़ी है जो अपने शरीर का विकास कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले मार्गों में यत्न के साथ कार्य करने का अभ्यास कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:8 t311 rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks γὰρ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा एक अपरोक्ष उद्धरण का समावेश करता है। यदि आप इसका संकेत देने हेतु शेष पद में आने वाले शब्दों को उद्धरण चिन्हों में रखें या उद्धरण दर्शाने वाले आपकी भाषा के चिन्हों या परिपाटी को काम में लें तो आपके पाठकों के लिए ऐसा करना सहायक सिद्ध होगा। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]])
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4:8 i6rh σωματικὴ γυμνασία 1 वैकल्पिक अनुवाद: “शारीरिक व्यायाम”
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4:8 t313 πρὸς ὀλίγον ἐστὶν ὠφέλιμος 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है, वैकल्पिक अनुवाद: (1) “कुछ लाभ होगा” या (2) “बहुत अधिक लाभ नहीं है”
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4:8 df19 ἐπαγγελίαν ἔχουσα 1 "वैकल्पिक अनुवाद: ""लाभ अवश्य लाएगा”"
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4:9 t315 πιστὸς ὁ λόγος 1 जैसा [1:15](../01/32.md) और [3:1](../03/01.md) में है, इस प्रकरण में **बात** का विशिष्ट अर्थ है, (पौलुस ने पिछले पद में जो उद्धरण दिया था, उसी का यहाँ सन्दर्भ दे रहा है)। वैकल्पिक अनुवाद: “यह कथन विश्वासयोग्य है”
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4:9 hc1t καὶ πάσης ἀποδοχῆς ἄξιος 1 देखें कि आप ने इसका अनुवाद [1:15](../01/32.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “और हमें निःसंदेह इस पर विश्वास करना है” या “हमें इस में पूर्ण विश्वास होना है”
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4:10 l2yl rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result εἰς τοῦτο γὰρ 1 "शब्द **इसी** का सन्दर्भ **भक्ति** से है, जिसका उल्लेख पौलुस पिछले दो पदों में कर रहा था। पौलुस कारण बता रहा है कि तीमुथियुस को क्यों भक्ति के लाभ की बात पर विश्वास करना है। वह और उसके अन्य सहकर्मी भक्त होने के लिए अत्याधिक परिश्रम कर रहे हैं, इसलिए यह लाभदायक है। वैकल्पिक अनुवाद: ""अंतत:, यह भक्ति के लिए है"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])"
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4:10 c9db rc://*/ta/man/translate/figs-doublet κοπιῶμεν καὶ ἀγωνιζόμεθα 1 **परिश्रम** और **यत्न** शब्दों का अर्थ मूल रूप से एक ही है। पौलुस इन दोनों शब्दों का प्रयोग एक साथ करके उस प्रबलता पर बल देना चाहता है जिसके साथ वह और उसके सहकर्मी परमेश्वर की सेवा कर रहे हैं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों का समायोजन कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हम कैसा कठोर परिश्रम करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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4:10 t320 rc://*/ta/man/translate/figs-inclusive κοπιῶμεν καὶ ἀγωνιζόμεθα 1 यह एकमात्र स्थान है जहाँ शब्द **हम** पत्र पाने वालों को समाहित नहीं करता है। पौलुस ने अभी-अभी तीमुथियुस से कहा है कि वह शारीरिक व्यायाम की अपेक्षा भक्ति को प्राथमिकता दे, और वह स्वयं को और अपने सहकर्मियों को तीमुथियुस के अनुसरण हेतु उदाहरण स्वरूप रख रहा है। अतः आपकी भाषा ऐसी भिन्नता को दर्शाती है तो आप इस वाक्यांश में एक विशिष्ट शब्द काम में लेना चाहेंगे। तथापि अगले वाक्यांश में शब्द **हम** तीमुथियुस को भी समाहित करता है, क्योंकि पौलुस तीमुथियुस को प्रोत्साहित कर रहा है कि वह भक्ति को प्राथमिकता देने में उसके और उसके सहकर्मियों से जुड़ जाए, जैसे उनके सदृश्य उसने भी **जीवित परमेश्वर पर आशा** रखी है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-inclusive]])
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4:10 qmj6 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom Θεῷ ζῶντι 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [3:15](../03/15.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर जो वास्तव में जीवित है” या “सच्चा परमेश्वर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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4:10 t322 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ **मनुष्य** शब्द का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों ही समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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4:12 qi8l μηδείς σου τῆς νεότητος καταφρονείτω 1 यहाँ शब्द **तुच्छ** का अर्थ “घृणा” नहीं अपितु “घटिया समझना” या “निंदा करना” है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि तू युवा है इसलिए किसी को भी तेरा अपमान करने न देना”
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4:12 t325 ἐν λόγῳ 1 इस प्रकरण में, शब्द **वचन** का अर्थ विशिष्ट है। वैकल्पिक अनुवाद: “तेरी भाषा में”
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4:13 t326 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit πρόσεχε τῇ ἀναγνώσει, τῇ παρακλήσει, τῇ διδασκαλίᾳ 1 यदि आपके पाठकों के लिए यह किसी भी प्रकार से सहायक हो तो आप स्पष्ट कह सकते हैं कि तीमुथियुस को क्या पढ़ना है और किसके लिए पढ़ना है तथा किसको उपदेश एवं शिक्षा देनी है। वैकल्पिक अनुवाद: “वहाँ कलीसिया में लोगों के लिए पवित्रशास्त्र पढ़ते रहना, उनको उपदेश देते रहना और शिक्षा देना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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4:13 kky7 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns πρόσεχε τῇ ἀναγνώσει, τῇ παρακλήσει, τῇ διδασκαλίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **पढने**, **उपदेश**, और **सिखाने** का अनुवाद क्रियार्थक वाक्यांशों में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वहाँ सभा में लोगों के लिए पवित्रशास्त्र पढ़ते रहना, उनको उपदेश और शिक्षा देते रहना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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4:14 t22x rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μὴ ἀμέλει τοῦ ἐν σοὶ χαρίσματος 1 पौलुस तीमुथियुस के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह कोई पात्र हो जिसमें परमेश्वर का वरदान समा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने तुझे जो योग्यता प्रदान की है उसको अनदेखा मत कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:14 hdd9 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μὴ ἀμέλει τοῦ ἐν σοὶ χαρίσματος 1 "इसका अभिप्रेत अर्थ यह है कि तीमुथियुस को जो **वरदान** प्राप्त था वह सेवा के निमित्त उसकी परमेश्वर प्रदत्त क्षमता थी। वैकल्पिक अनुवाद: ""उस क्षमता की उपेक्षा न कर जिसे परमेश्वर ने तुझे दिया है"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])"
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4:14 xp1k rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὃ ἐδόθη σοι διὰ προφητείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान रूप में कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो तुझे तब मिला था जब कलीसिया के अगुवों ने तेरे बारे में भविष्यद्वाणी की थी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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4:14 rr8f rc://*/ta/man/translate/translate-symaction ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν τοῦ πρεσβυτερίου 1 पौलुस उस समारोह का उल्लेख कर रहा है जिसमें कलीसिया के अगुवों ने तीमुथियुस पर अपने हाथ रखे थे और प्रार्थना की थी कि परमेश्वर ने उसको जो काम करने की आज्ञा दी है उसके लिए वह तीमुथियुस को सक्षम करे। वैकल्पिक अनुवाद: “जब सब प्राचीनों ने तुझ पर हाथ रखे थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]])
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4:15 m65m rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταῦτα μελέτα, ἐν τούτοις ἴσθι 1 पौलुस आलंकारिक भाषा का प्रयोग करते हुए इस प्रकार कह रहा है कि मानो तीमुथियुस सशरीर उसके द्वारा दिए गए निर्देशों में रह सके। वैकल्पिक अनुवाद: “इन निर्देशों पर सावधानीपूर्वक ध्यान दे और उनका लगातार पालन करता रह” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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4:16 uq6c ἔπεχε σεαυτῷ καὶ τῇ διδασκαλίᾳ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “तू कैसा जीवन जीता है और कैसी शिक्षा देता है उस पर ध्यान दे”
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4:16 zxe7 ἐπίμενε αὐτοῖς 1 वैकल्पिक अनुवाद: “इन बातों को करता रह”
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4:16 u7ez καὶ σεαυτὸν σώσεις καὶ τοὺς ἀκούοντάς σου 1 "संभावित अर्थ हैं (1) तीमुथियुस स्वयं को और अपने श्रोताओं को परमेश्वर के दंड से बचा लेगा या (2) तीमुथियुस स्वयं को और अपने श्रोताओं को झूठे शिक्षकों के प्रभाव से बचा लेगा। कदाचित् दोनों ही अभिप्राय सार्थक हैं, क्योंकि तीमुथियुस इफिसुस की कलीसिया के सदस्यों को विवश कर सकता है कि वे झूठे शिक्षकों की बातों को न सुने, इस प्रकार वह उनको परमेश्वर के दंड से बचा लेगा,
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: e7w7 0
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5:intro jx4e 0 # 1 तीमुथियुस 05 सामान्य टिप्पणियाँ\n\n## इस अध्याय में विशेष धारणाएँ\n\n### मान और सम्मान\n\nपौलुस युवा विश्वासियों को प्रोत्साहित करता है कि वे अधिक आयु के विश्वासियों का मान और सम्मान रखें। विभिन्न संस्कृतियों में अधिक आयु के लोगों का मान-सम्मान करने की विभिन्न शैलियाँ हैं।\n\n### विधवाएँ\n\nप्राचीन मध्य एशिया में विधवाओं की सुधि रखना महत्वपूर्ण था, क्योंकि वे अपना प्रबंध स्वयं नहीं कर पाती थीं।\n\n### नामों में भिन्नताएँ\n\nइस अध्याय में, अध्याय 4 के सदृश्य पौलुस कलीसिया के अगुवों को “प्राचीन” कहता है। यहाँ भी वे वैसे ही अगुवे प्रतीत होते हैं जिनको वह अध्याय 3 में “अध्यक्ष” कहता है।
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5:1 wt5y rc://*/ta/man/translate/figs-you General Information: 0 # General Information:\n\nपौलुस केवल एक ही मनुष्य, तीमुथियुस को आदेश दे रहा है। जिन भाषाओं में “तू” के या आदेश के अलग-अलग रूप हैं, वहाँ एकवचन का उपयोग किया जाए। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
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5:1 l4w5 πρεσβυτέρῳ μὴ ἐπιπλήξῃς 1 वैकल्पिक अनुवाद: “वृद्ध जन के साथ कठोर शब्दों का उपयोग मत कर”
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5:1 dnf2 ἀλλὰ παρακάλει 1 वैकल्पिक अनुवाद: “इसकी अपेक्षा, उसे प्रोत्साहित कर”
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5:1 enp9 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὡς πατέρα & ὡς ἀδελφούς 1 पौलुस इन उपमाओं के उपयोग से तीमुथियुस को समझाना चाहता है कि वह सहविश्वासियों के साथ सच्चे प्रेम और सम्मान का व्यवहार ठीक वैसे ही करे जैसे वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जैसे कि वह तेरा अपना ही पिता हो... उनको वैसे ही प्रोत्साहित कर जैसे वे तेरे अपने भाई हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
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5:2 t1pv rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὡς μητέρας & ὡς ἀδελφὰς 1 पौलुस इन उपमाओं के द्वारा तिमुथियुस को समझाना चाहता है कि वह सहविश्वासियों के साथ सच्चे प्रेम और सम्मान का व्यवहार करे जैसे वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक को ऐसे प्रोत्साहित कर जैसे कि वह तेरी माता हो...उनको ऐसे प्रोत्साहित कर जैसे कि वे तेरी अपनी बहनें हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]])
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5:2 ivl7 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν πάσῃ ἁγνίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्द, **पवित्रता** में निहित विचारों का अनुवाद विशेषण शब्द जैसे, “शुद्ध” में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “सुनिश्चित करते हुए कि तेरे मनोभाव और कार्य शुद्ध है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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5:3 smp5 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom χήρας τίμα 1 यह एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: “विधवाओं की सुधि रख” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:3 qc6s τὰς ὄντως χήρας 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जिन विधवाओं का प्रबंध करने के लिए और कोई नहीं है”
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5:4 w38h πρῶτον 1 वैकल्पिक अनुवाद: “इससे पूर्व कि कलीसिया किसी भी प्रकार का सहयोग प्रदान करे”
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5:4 t344 rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism μανθανέτωσαν & τὸν ἴδιον οἶκον εὐσεβεῖν, καὶ ἀμοιβὰς ἀποδιδόναι τοῖς προγόνοις 1 "इन दोनों वाक्यांशों का अर्थ एक ही है। यदि **आदर** यहाँ “प्रबंध” के लिए एक मुहावरा है, जैसा पिछले पद में है, तो पौलुस बल देने के लिए इसको दुहरा रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें अपनी विधवा माता या नानी या दादी के लिए आवश्यक अनुदानों का प्रबंध करने दे जो उनके लिए उचित हों।"" \nतथापि यहाँ अर्थ में लेशमात्र अंतर है और आप उसको अपने अनुवाद में प्रकट करने का चुनाव कर सकते हैं। पौलुस वास्तव में दो कारणों से कहा रहा है कि वे लोग विधवा माताओं या नानी या दादी के लिए प्रबंध करें। वैकल्पिक अनुवाद: “परिवार के वरिष्ठ सदस्यों के लिए ऐसा करना सम्मानित कार्य है और उनकी विकसित हो रही संतान तथा नाती-पोतों का प्रबंध करने का प्रतिफल उनको अवश्य मिलेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])"
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5:4 g5mu rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν ἴδιον οἶκον 1 पौलुस इस वाक्यांश का उपयोग लाक्षणिक रूप में करता है कि परिवार के सदस्यों का सन्दर्भ दे, जो एक ही घर में रहने के कारण परस्पर संबन्धित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उनके अपने परिवार के सदस्य” या “वे जो उनके घरों में रहते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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5:4 q5c8 ἀμοιβὰς ἀποδιδόναι τοῖς προγόνοις 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उनको अपनी माता या नानी की भलाई करना है जो उनके माता-पिता और नानी या दादी द्वारा उनके लिए की गई भलाई के बदले में होगी”
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5:4 t347 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γάρ 1 पौलुस इस शब्द के द्वारा एक और कारण का समावेश करता है कि परिवार के सदस्यों को क्यों अपनी विधवा माताओं या नानियों या दादियों के लिए प्रबंध करना आवश्यक है। वैकल्पिक अनुवाद: “भी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
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5:4 t348 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τοῦτο & ἐστιν ἀπόδεκτον ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1 "**परमेश्वर के सामने** पौलुस कि इस अभिव्यक्ति का अर्थ है, “परमेश्वर के समक्ष” अर्थात “जहाँ परमेश्वर देख सकता है।"" वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की दृष्टि में यह मनभावन है” या “यह परमेश्वर को प्रसन्न करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])"
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5:5 xp1u ἡ & ὄντως χήρα καὶ μεμονωμένη 1 वैकल्पिक अनुवाद: “एक वास्तविक विधवा, वह जिसका परिवार नहीं है”
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5:5 u1lj rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor προσμένει ταῖς δεήσεσιν καὶ ταῖς προσευχαῖς 1 पौलुस आलंकारिक भाषा में कह रहा है कि जैसे ये विधवाएँ सशरीर अपनी प्रार्थनाओं के भीतर हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लगातार विनती करतीं और प्रार्थनाएं करती रहती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:5 rwp4 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ταῖς δεήσεσιν καὶ ταῖς προσευχαῖς 1 **विनती और प्रार्थना** में दो शब्दों से एक ही विचार को व्यक्त किया गया है जिन्हें **और** शब्द से जोड़ा गया है। **विनती** शब्द दर्शाता है कि पौलुस **प्रार्थना** शब्द में किस बात का भाव प्रकट कर रहा है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस अर्थ को किसी समतुल्य वाक्यांश में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्य लोगों के लिए प्रार्थनाएँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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5:5 rb9f rc://*/ta/man/translate/figs-merism νυκτὸς καὶ ἡμέρας 1 **रात** और **दिन** शब्दों के युगल प्रयोग से तात्पर्य, “हर समय” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “पूरे समय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]])
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5:6 t353 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἡ & σπαταλῶσα 1 पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द के द्वारा जो विशेषण के रूप में, संज्ञा के रूप में ऐसी स्त्री का वर्णन करने के लिए कार्य करता है जिसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की एक श्रेणी में उसकी सदस्यता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा शब्द में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एक स्त्री जो चंचल और असंयम जीवन जी रही है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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5:6 qy5h rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ζῶσα τέθνηκεν 1 जो लोग परमेश्वर को प्रसन्न करने की खोज में नहीं रहते हैं उनके लिए पौलुस कहता है कि वे मानो मरे हुए हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “यद्यपि वह शरीर से जीवित है यद्यपि आत्मिकता में मर चुकी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:7 qw6m καὶ ταῦτα παράγγελλε, ἵνα ἀνεπίλημπτοι ὦσιν 1 यह कथन [4:11](../04/11.md), “इन बातों की आज्ञा दे और सिखाता रह,” का सन्दर्भ देता हुआ प्रतीत होता है, जो [4:6](../04/06.dm), “भाइयों को इन बातों की सुधि दिलाता रहेगा” के बाद का आदेश है। अतः **वे** इस परिस्थिति में सब विश्वासियों के सन्दर्भ में है, अर्थात् विधवाएँ, उनके परिवार, और स्थानीय कलीसिया जिससे अपेक्षा की जा रही है कि वह एक सूची तैयार करे और सुनिश्चित करे कि विधवाओं का उचित प्रबंध किया जाए। वैकल्पिक अनुवाद: “ये निर्देश विश्वासियों को भी दे जिससे कि कोई भी उनको अनुचित कार्य करने का दोष न दे।“
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5:8 p7h2 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τις τῶν ἰδίων καὶ μάλιστα οἰκείων οὐ προνοεῖ 1 यहाँ **उसका अपने** एक कहावत है जिसका अर्थ, “उसके अपने सम्बन्धी” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “अपने सम्बन्धियों की आवश्यकता में सहायता नहीं करता है, विशेष करके उसके घर में रहने वाले परिवार के सदस्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:8 y645 τὴν πίστιν ἤρνηται 1 "पौलुस समझाता है कि ऐसा काम विश्वास ही का इनकार करना है। वैकल्पिक अनुवाद: ""उसने हमारे विश्वास के विपरीत काम किया है”"
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5:8 evm7 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἔστιν ἀπίστου χείρων 1 कहने का अभिप्राय यह है कि वह व्यक्ति एक अविश्वासी से भी बुरा है क्योंकि अविश्वासी भी अपने सम्बन्धियों की सुधि रखते हैं। यदि आपके पाठकों को सहायता देने वाला है, तो आप आपकी भाषा में स्पष्टता से कह सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो यीशु में विश्वास नहीं रखते हैं उनसे भी बुरा क्योंकि वे अपने सम्बन्धियों की सुधि अवश्य रखते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:9 s8ql rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive χήρα καταλεγέσθω 1 ऐसा प्रतीत होता है कि विधवाओं की एक सूची थी। कलीसिया के सदस्य इन स्त्रियों के लिए भोजन, वस्त्र, और रहने की आवश्यकताओं के निमित्त प्रबंध करते थे और ये स्त्रियाँ तब मसीही समुदाय की सेवा में समर्पित रहती थीं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “कलीसिया से उस विधवा का नाम पंजीकरण पुस्तिका में लिखवा दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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5:9 i27x rc://*/ta/man/translate/figs-litotes μὴ ἔλαττον ἐτῶν ἑξήκοντα γεγονυῖα 1 पौलुस यहाँ एक अर्थालांकार को काम में ले रहा है जो अभिप्रेत अर्थ के विलोम शब्द के साथ नकारात्मक शब्द के उपयोग द्वारा सकारात्मक अर्थ व्यक्त करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि वह कम से कम साठ वर्ष की आयु की हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-litotes]])
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5:9 q9dj rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἑνὸς ἀνδρὸς γυνή 1 [3:2](../01/32.md), में ऐसी ही एक अभिव्यक्ति के सदृश्य इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। (यदि इसका अर्थ दूसरी संभावना है, तो स्पष्ट नहीं है कि पौलुस के कहने का अर्थ क्या है, कि उन स्त्रियों को अलग कर दिया जाए जो एक से अधिक विवाह करके हर बार विधवा हो गई थीं या अधिक निश्चितता में एक पति को तलाक देकर दूसरे पुरुष से विवाह कर चुकी हैं।) वैकल्पिक अनुवाद: (1) “वह अपने पति के प्रति सदा विश्वासयोग्य रही है” या (2) “उसका एक ही पति था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:10 l8nm rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐν ἔργοις καλοῖς μαρτυρουμένη 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग उसके भले कामों का सत्यापन कर पाएँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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5:10 mik7 ἐξενοδόχησεν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उसने अतिथियों का अपने घर में स्वागत किया हो” या “अतिथि सत्कार की अभ्यस्त रही हो”
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5:10 ygl3 rc://*/ta/man/translate/translate-symaction ἁγίων πόδας ἔνιψεν 1 उनकी संस्कृति में लोग नंगे पाँव या सैंडल पहन कर धुल भरे या मिट्टी के मार्गों पर चलते थे। अतः किसी घर में प्रवेश करने पर उनके पाँव धोना उनको विश्राम देने तथा स्वच्छ करने का एक सहायक अभ्यास था। यदि आपकी संस्कृति में लोग इस अभ्यास से परिचित नहीं हैं तो आप इसके स्थान में कोई सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने उसके घर आने वाले विश्वासियों की देखभाल की हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]])
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5:10 t366 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche ἁγίων πόδας ἔνιψεν 1 पौलुस एक ही विनम्र सेवा के अर्थालंकार द्वारा सामान्य रूप से की जाने वाली विनम्र सेवा का एक नमूना रखता है। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने अन्य विश्वासियों की सेवा में विनम्र कार्य किए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]])
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5:10 bw4h rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἁγίων 1 यह अभिव्यक्ति यीशु में विश्वास करने वालों के सन्दर्भ में है कि वे “पवित्र” जन हैं या परमेश्वर के लिए “पृथक किए गए” हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी” या “परमेश्वर के पवित्र जन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:10 ey6i rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj θλιβομένοις ἐπήρκεσεν 1 पौलुस विशेषण शब्द “दुखियों” को संज्ञा के रूप में काम में ले रहा है कि इसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का संदर्भ दे यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “ऐसे लोगों की सहायता की हो जो सताव में थे”
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5:10 h96j rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole παντὶ ἔργῳ ἀγαθῷ ἐπηκολούθησεν 1 पौलुस **हर एक** उक्ति का प्रयोग व्यापकता पर बल देने के लिए करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब प्रकार के भले काम किए हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
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5:11 rv5h νεωτέρας δὲ χήρας παραιτοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु साठ वर्ष से कम आयु की विधवाओं को सूची में नहीं रखना”
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5:11 vqq9 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὅταν & καταστρηνιάσωσιν τοῦ Χριστοῦ 1 कहने का अभिप्राय यह है कि जब एक विधवा पंजीकरण स्वीकार कर लेती है तो वह अविवाहित रहने की और अन्य विश्वासियों कि सेवा में समर्पित हो जाने की प्रतिज्ञा करती है। यदि इसका सविस्तार वर्णन आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप ऐसा कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जब उनमें शरीर की अभिलाषाएँ जागें जो उनकी शुद्ध रहने की शपथ के विपरीत हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:12 t372 ἔχουσαι κρίμα 1 वैकल्पिक अनुवाद: “और इस प्रकार वे परमेश्वर का दंड अपने ऊपर ले आएँ”
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5:12 nha7 τὴν πρώτην πίστιν ἠθέτησαν 1 यहाँ शब्द **प्रतिज्ञा ** विधवाओं द्वारा समर्पण के सन्दर्भ में है जैसा [5:11](../05/11.md) की अंतिम टिप्पणी वर्णन करती है, कि वे शेष जीवन मसीही समुदाय की सेवा करेंगी और पुनर्विवाह नहीं करेंगी यदि समुदाय उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति करता रहेगा। वैकल्पिक अनुवाद: “वे अपने पूर्वकालिक समर्पण में स्थिर नहीं रहती हैं” या “वे पहले की गई अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार नहीं करती हैं”
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5:13 t4iv ἀργαὶ μανθάνουσιν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “वे कुछ न करने की अभ्यस्त हो जाती हैं”
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5:13 t375 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ἀργαὶ 1 पौलुस विशेषण शब्द **आलसी** को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है कि उसके द्वारा वर्णित लोगों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो आलसी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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5:13 t376 περιερχόμεναι τὰς οἰκίας 1 वैकल्पिक अनुवाद: “घर-घर जाकर”
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5:13 nll4 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet φλύαροι καὶ περίεργοι, λαλοῦσαι τὰ μὴ δέοντα 1 ये तीन वाक्यांश एक ही कार्य को व्यक्त करने की एक ही जैसे तरीके हो सकती हैं। पौलुस ऐसी आवृति के द्वारा बल देकर कहना चाह रहा होगा कि मनुष्यों को किसी के निजी जीवन में झांकना नहीं चाहिए और उनकी चर्चा अन्य लोगों में नहीं करना चाहिए जो सुनने के बाद अधिक अच्छे नहीं रहते हैं। \nयदि आपके विचार में आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इन वाक्यांशों को एक ही में संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग जो निःसंकोच अन्यों के काम में टांग अड़ाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) (एक युग्म दो से अधिक शब्दों से बना हो सकता है।)
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5:13 cym5 φλύαροι 1 वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो मूर्खता की बातें करते हैं”
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5:14 u94k τῷ ἀντικειμένῳ 1 यह अभिव्यक्ति अभिप्रेत अर्थ में शैतान का सन्दर्भ दे सकती है (यह यूएसटी का पाठ है) या सामूहिक रूप में यीशु के अनुयायियों के विरोधी अविश्वासियों के सन्दर्भ में हो सकती है। वैकल्पिक अनुवाद: “शैतान” या “अविश्वासी जो तुम्हारा विरोध करते हैं”
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5:15 fy54 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐξετράπησαν ὀπίσω τοῦ Σατανᾶ 1 मसीह के लिए निष्ठा का जीवन जीने को पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वह एक ऐसे मार्ग है जिस पर चलते जाना है। उसके कहने का अर्थ है कि कुछ युवा विधवाओं ने यीशु की आज्ञाओं को मानना छोड़ दिया है और इसकी अपेक्षा शैतान उनसे जो कराना चाहता है उन्होंने उसे करना आरम्भ कर दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु के आज्ञापालन का जीवन त्याग कर शैतान का आज्ञापालन करना आरम्भ कर दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:16 g8k5 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τις πιστὴ 1 पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द का उपयोग करता है जो विशेषण, संज्ञा के रूप में काम करता है, कि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के एक श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञासूचक वाक्यांश से कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कोई भी स्त्री जो यीशु में विश्वास करती है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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5:16 mf4s rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἔχει χήρας 1 इसका अभिप्रेत अर्थ है कि उसके व्यापक परिवार में विधवाएँ हैं। यदि आप के पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसको विस्तारपूर्वक व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “उसके सम्बन्धियों में विधवाएँ हों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:16 y6hf rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καὶ μὴ βαρείσθω ἡ ἐκκλησία 1 समुदाय को अपनी क्षमता से अधिक मनुष्यों की सहायता करनी पड़ रही है तो पौलुस लाक्षणिक भाषा में कहता है कि वह अपनी पीठ पर बहुत अधिक बोझ उठा रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि कलीसिया के पास उसकी कार्य क्षमता से अधिक काम न हो” या “जिससे कि मसीही समुदाय को उन विधवाओं की देखभाल न करनी पड़े जिनके परिवार उनके लिए प्रबंध कर सकते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:16 t384 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καὶ μὴ βαρείσθω ἡ ἐκκλησία 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि कलीसिया के पास उसकी कार्य क्षमता से अधिक काम न हो” या “मसीही समुदाय को उन विधवाओं की देखभाल न करनी पड़े जिनके परिवार उनके लिए प्रबंध कर सके हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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5:16 d35m ὄντως χήραις 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जिन विधवाओं के पास कोई नहीं कि उनकी देखभाल करे”
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5:17 u93q rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οἱ καλῶς προεστῶτες πρεσβύτεροι & ἀξιούσθωσαν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे उन प्राचीनों को जो अच्छे अगुवा हैं योग्य समझें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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5:17 wp9d διπλῆς τιμῆς 1 इसका अर्थ इन दो में से एक हो सकता है। क्योंकि पौलुस अगले पद में पवित्रशास्त्र के दो उद्धरण देता है जो कलीसियाई अगुवों की सेवा के लिए पारिश्रमिक देने के पक्ष में हैं, पहली संभावना अधिक उचित प्रतीत होती है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) “उनके काम के बदले में सम्मान और पारिश्रमिक दोनों” या (2) “अन्यों के सम्मान से अधिक सम्मान”
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5:17 r8ew rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj οἱ κοπιῶντες 1 पौलुस व्युत्पन्न शब्द **परिश्रम** का उपयोग विशेषण,संज्ञा स्वरूप काम करता है कि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का बोध कराए। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो प्राचीन कठोर परिश्रम करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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5:17 t389 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ἐν λόγῳ καὶ διδασκαλίᾳ 1 इस वाक्यांश में **और** से संयोजित दो उक्तिओं द्वारा एक ही विचार को प्रकट किया गया है (जो वास्तव में यूनानी भाषा के दो ही शब्द हैं) **वचन में** शब्द **सिखाने** की विषय-वस्तु की पहचान करवाता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप किसी समानार्थक उक्ति द्वारा इसके अर्थ को व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रशास्त्र की शिक्षा पर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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5:17 t390 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy λόγῳ 1 यहाँ पर पौलुस शब्द **वचन** का उपयोग पवित्रशास्त्र के लिए लाक्षणिक रूप में कर रहा होगा क्योंकि लोगों ने उसे परमेश्वर की प्रेरणा से रचा है। वैकल्पिक अनुवाद: “पवित्रशास्त्र” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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5:18 kh55 rc://*/ta/man/translate/figs-personification λέγει γὰρ ἡ Γραφή 1 पौलुस आलंकारिक भाषा में पवित्रशास्त्र के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह अपने लिए स्वयं बोल सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि हम पवित्रशास्त्र में पढ़ते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
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5:18 t392 rc://*/ta/man/translate/figs-declarative βοῦν ἀλοῶντα οὐ φιμώσεις 1 यहाँ पवित्रशास्त्र आज्ञा देने के लिए कथन रूप का प्रयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “तुम्हें अन्न को दाँवने वाले बैल का मुँह नहीं बाँधना चाहिए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]])
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5:18 vw3a rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor βοῦν ἀλοῶντα οὐ φιμώσεις 1 पौलुस इस गद्यांश को उपमा स्वरूप काम में ले रहा है। इसके उपयोग द्वारा वह दर्शाना चाहता है कि जिस प्रकार परमेश्वर चाहता है कि बैल जिस अन्न को कुचल कर दानों को भूसे से अलग करता है उसी में से उसको खाने भी दिया जाए, उसी प्रकार कलीसियाई अगुवे कलीसिया की सेवा करते समय उनसे पारिश्रमिक पाने के अधिकारी हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:18 g985 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown φιμώσεις 1 **मुँह बाँधना** अर्थात पशु के मुँह पर एक प्रकार की जाली बाँधना कि वह काम करते समय मुँह न खोल पाए। यदि आपके पाठक ऐसी जाली से परिचित नहीं हैं तो इसकी अपेक्षा आप कोई और साधारण अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “बैल का मुँह बंद रखना” या “बैल को खाने से रोकना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
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5:18 t6kp rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ἀλοῶντα 1 उस संस्कृति में अन्न की **दावनी** के लिए बैल कटनी के अन्न पर चलाया जाता था या बैल के द्वारा कोई भारी वस्तु अन्न पर चलाई जाती थी कि दाने भूसे से अलग हो जाएँ। वैकल्पिक अनुवाद: “एक बैल जो अन्न के दानों को भूसे से अलग करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
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5:18 kys1 ἄξιος ὁ ἐργάτης τοῦ μισθοῦ αὐτοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “कर्मी उसके पारिश्रमिक पाने का अधिकार है”
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5:19 af68 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions κατηγορίαν μὴ παραδέχου, ἐκτὸς εἰ 1 यदि आपकी भाषा में ऐसा प्रतीत हो कि पौलुस एक बात कहकर उसका खंडन कर रहा है, तो आप अपवादात्मक उपवाक्य की अपेक्षा इस कथन को दूसरे शब्दों में प्रस्तुत कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: कोई दोषारोपण पर तब ही विश्वास करें जब वह सच है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-exceptions]])
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5:19 t399 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐπὶ δύο ἢ τριῶν μαρτύρων 1 यहाँ **पर** एक आत्मिक रूपक है जो **निर्भर करना** को दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “कम से कम दो जन उसका प्रमाण प्रस्तुत करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:19 kmy5 δύο ἢ τριῶν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “कम से कम दो” या “दो या अधिक”
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5:20 m4uh rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τοὺς ἁμαρτάνοντας 1 पौलुस विशेषण,संज्ञा रूप में भाव व्यक्त करने वाले व्युत्पन्न शब्द का प्रयोग इसलिए करता है, ताकि उसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अनुचित काम करते हुए प्राचीन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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5:20 db63 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐνώπιον & πάντων 1 पौलुस द्वारा प्रयुक्त शब्द **सामने** का अर्थ, “के समक्ष” से है। वैकल्पिक अनुवाद: “जहां हर एक जन देखे” या “जनता के मध्य” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:20 ql4m rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἵνα καὶ οἱ λοιποὶ φόβον ἔχωσιν 1 यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप कह सकते हैं, इसमें अभिप्राय क्या है, अर्थात् मनुष्य जिससे डरता हो। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि अन्य जन स्वयं पाप करने से डरेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:20 t404 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom φόβον ἔχωσιν 1 यह एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: “भयभीत होंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:21 t405 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ, καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ 1 पौलुस **सामने** अर्थात “के समक्ष” के उपयोग द्वारा “जहाँ वे देख सकते हैं” का भाव प्रकट करना चाहता है। दूसरी ओर लाक्षणिक प्रस्तुतिकरण में देखने का अर्थ है, ध्यान देना और निर्णय लेना। वैकल्पिक अनुवाद: “जब परमेश्वर और मसीह यीशु और चयनित स्वर्गदूत देख रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:21 t7jq rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τῶν ἐκλεκτῶν ἀγγέλων 1 इसका अर्थ जिन स्वर्गदूतों को परमेश्वर ने अपनी विशेष सेवा के निमित्त सृजा है। वैकल्पिक अनुवाद: “वे स्वर्गदूत जो परमेश्वर के विशेष सेवक हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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5:21 dph6 ταῦτα φυλάξῃς 1 वैकल्पिक अनुवाद: “इन निर्देशों का पालन कर”
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5:21 t408 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet χωρὶς προκρίματος, μηδὲν ποιῶν κατὰ πρόσκλισιν 1 **पक्षपात** और **भेदभाव** शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस दुहराव के द्वारा इस बात पर बल देना चाहता है कि तीमुथियुस सच्चा न्याय करे और सब के साथ निष्पक्षता का व्यवहार करे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को जोड़ सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हर एक के साथ पूर्णतः निष्पक्ष होते हुए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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5:21 t409 ταῦτα 1 व्याकरण के अनुसार इसका सन्दर्भ उन निर्देशों से हो सकता है जो पौलुस ने प्राचीनों के विषय में अभी-अभी तीमुथियुस को दिए, या जो निर्देश वह तीमुथियुस को उसके निजी आचरण के विषय में देने वाला है। परन्तु पौलुस तीमुथियुस से कहता है कि वह बिना किसी पक्षपात के इन निर्देशों का पालन करे, \nअतः संभावना तो सबसे अधिक यही है कि यह प्राचीनों कि लिए दिए गए निर्देशों के सम्बन्ध में है। वैकल्पिक अनुवाद: “ये बातें जो मैंने अभी-अभी तुझ से कही है”
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5:22 qb71 rc://*/ta/man/translate/translate-symaction χεῖρας ταχέως μηδενὶ ἐπιτίθει 1 "**हाथ रखना** एक प्रकार का संस्कार था जिसमें एक या एक से अधिक कलीसियाई अगुवे मनुष्यों पर हाथों को रख कर प्रार्थना करते थे कि परमेश्वर उनको ऐसी कलीसियाई सेवा में सक्षम करे जो परमेश्वर को प्रसन्न करे। तीमुथियुस को प्रतीक्षा करनी थी कि किसी को मसीही समुदाय की सेवा में अधिकृत एवं सार्वजनिक रूप से इस प्रकार पृथक किए जाने के लिए उस मनुष्य ने सद्चरित्र का दीर्घकालीन प्रदर्शन किया हो।
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: yh4y 0
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5:22 t411 rc://*/ta/man/translate/figs-litotes χεῖρας ταχέως μηδενὶ ἐπιτίθει 1 "पौलुस यहाँ एक अर्थालांकार को काम में ले रहा है जो अभिप्रेत अर्थ के विलोम शब्द के साथ नकारात्मक शब्द के उपयोग द्वारा सकारात्मक अर्थ व्यक्त करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""किसी को भी कलीसियाई अगुवाई में नियुक्त करने के लिए तब तक प्रतीक्षा कर जब तक कि उस मनुष्य विशेष ने स्थिर सद्चरित्र का लगातार प्रदर्शन न किया हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-litotes]])"
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5:22 pyl8 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μηδὲ κοινώνει ἁμαρτίαις ἀλλοτρίαις 1 संदर्भ में निहितार्थ यह हो सकता है कि यदि तीमुथियुस किसी व्यक्ति को तैयार होने से पहले नेतृत्व करने के लिए नियुक्त करते हैं, या यह सुनिश्चित किए बिना कि उसका चरित्र अनुकरणीय है, तो तीमुथियुस एक अगुवे के रूप में उस व्यक्ति की अंतिम विफलता का कुछ उत्तरदायित्व पर भी होगा या जब उस अगुवे के पाप प्रकट हों तब ऐसा प्रतीत होगा कि जैसे तीमुथियुस उसके पापों का अनुमोदन करता रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि तू दूसरों की नैतिकता और अगुवाई की विफलता का उत्तरदायी नहीं हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:22 lt3y rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μηδὲ κοινώνει ἁμαρτίαις ἀλλοτρίαις 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि तू भी पाप का दोषी न ठहरे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:23 xl32 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οἴνῳ ὀλίγῳ χρῶ 1 पौलुस तीमुथियुस से कह रहा है कि मदिरा को निश्चित रूप से औषधि के लिए प्रयोग करना। उस क्षेत्र में पानी प्रदूषित था जिसके कारण रोग हो जाते थे। वैकल्पिक अनुवाद: “औषधि के रूप में कभी-कभी मदिरा भी पी लिया कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:24 uk56 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप में कर रहा है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग”
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5:24 ug1z rc://*/ta/man/translate/figs-personification πρόδηλοί εἰσιν, προάγουσαι εἰς κρίσιν 1 पौलुस पापों के बारे में इस प्रकार कह रहा है कि जैसे वे किसी मनुष्य से आगे चलकर स्वयं ही उस स्थान में पहुँच जाते है जहाँ उनको करने के लिए उस मनुष्य को दंड दिया जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद “ऐसे प्रकट हैं कि परमेश्वर द्वारा दोषी ठहराए जाने पूर्व ही हर एक जान चुके हैं कि वे दोषी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
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5:24 i1c6 rc://*/ta/man/translate/figs-personification τισὶν δὲ καὶ ἐπακολουθοῦσιν 1 पौलुस एक बार और पापों के विषय ऐसे कह रहा है कि जैसे वे स्वयं ही चल कर जा सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परन्तु मनुष्यों के पाप तब तक प्रकट नहीं होते हैं जब तक कि परमेश्वर उनको दंड न दे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]])
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5:25 pd8v rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καὶ τὰ ἔργα τὰ καλὰ πρόδηλα 1 निहितार्थ में पौलुस यहाँ सब भले कामों की चर्चा नहीं कर रहा है, क्योंकि इस वाक्य में आगे चलकर वह कुछ भले कामों की चर्चा कर रहा है जो अप्रत्यक्ष हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अधिकांश भले काम प्रकट भी होते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:25 qlu5 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τὰ ἔργα τὰ καλὰ 1 यहाँ अभिप्रेत अर्थ है कि ऐसे कामों को **भले** माना गया है क्योंकि वे परमेश्वर के गुणों, उद्देश्यों और इच्छा से सुसंगत हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जिन कामों का परमेश्वर अनुमोदन करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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5:25 bl51 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καὶ τὰ ἄλλως ἔχοντα, κρυβῆναι οὐ δύναταί 1 पौलुस भले कामों के विषय ऐसे कहता है कि जैसे वे वस्तुएँ हों जिनको मनुष्य छिपा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मनुष्य आगे चलकर उन भले कामों के बारे में भी पता लगा लेंगे जो प्रकट नहीं हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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5:25 t420 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καὶ τὰ ἄλλως ἔχοντα, κρυβῆναι οὐ δύναταί 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते है और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मनुष्य आगे चलकर उन कामों के बारे में पता लगा लेंगे जो प्रकट नहीं हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:intro rks4 0 # 1 तीमुथियुस 06 सामान्य टिप्पणियाँ\n## इस अध्याय में विशिष्ट धारणनाएँ\n\n### दासत्व\n\nइस अध्याय में पौलुस दासों को उनके स्वामियों का मान रखने, उनका सम्मान करने और यत्न के साथ उनकी सेवा करने की शिक्षा देता है। इसका अर्थ यह नहीं कि वह दास प्रथा का अनुमोदन कर रहा है कि वह अच्छी है या परमेश्वर द्वारा अनुशंसित है। इसकी अपेक्षा पौलुस विश्वासियों को प्रोत्साहित कर रहा है कि वे धर्म परायण हों और जिस अवस्था में वे हों उसमें संतुष्ट रहें। इसका अर्थ यह नहीं कि वे उन परिस्थितियों को बदलने के निमित्त कुछ भी न करें।
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6:1 nm4n rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὅσοι εἰσὶν ὑπὸ ζυγὸν δοῦλοι 1 जो मनुष्य दास होकर काम करते हैं उनके विषय पौलुस इस प्रकार कहता है कि जैसे वे हल जोत रहे या जूए के नीचे कुछ खींचने वाले बैल हों। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो दास होकर काम कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:1 ep1l rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὅσοι εἰσὶν 1 सप्रसंग अभिप्राय यह है कि पौलुस उन विश्वासियों से चर्चा कर रहा है जो दास हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विश्वासी जो दास होकर काम कर रहे हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:1 he2n rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἵνα μὴ τὸ ὄνομα τοῦ Θεοῦ καὶ ἡ διδασκαλία βλασφημῆται 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसे कर्ता प्रधान वाक्य में व्यक्त कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि अविश्वासी सदैव परमेश्वर के गुणों और विश्वासियों के विश्वास के बारे में सम्मान के साथ चर्चा करें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:1 xb92 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸ ὄνομα τοῦ Θεοῦ 1 यहाँ **नाम** मनुष्य की ख्याति और प्रतिष्ठा का सन्दर्भ देने के लिए एक रूपक है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के गुण” या “परमेश्वर की प्रतिष्ठा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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6:1 f5pc rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἡ διδασκαλία 1 निहितार्थ में पौलुस के कहने का अर्थ यीशु के बारे में और उसके अनुयायियों के जीवन-आचरण के बारे में शिक्षा से है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारी मसीही शिक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:2 fvv7 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀδελφοί εἰσιν 1 यहाँ लाक्षणिक उपयोग में **भाइयों** का अर्थ यीशु में सहविश्वासी से है, चाहे वह स्त्री हो या पुरुष हो। वैकल्पिक अनुवाद: “वे सहविश्वासी हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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6:2 nmh9 ἀγαπητοὶ 1 वैकल्पिक अनुवाद: (1) और इसलिए आवश्यक है कि उनके विश्वासी दास उनसे प्रेम रखें” या (2) “जिनसे परमेश्वर प्रेम करता है”
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6:3 t430 ὑγιαίνουσι λόγοις 1 देखें कि आपने [1:10](../01/10.md) में शब्द **खरे** का अनुवाद कैसे किया है। वैसे ही यहाँ भी इसका अर्थ यह नहीं है कि शब्दों का “स्वास्थ्य अच्छा है” परन्तु वे “स्वास्थ्यवर्धक” हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारे विश्वास कि सच्ची अभिव्यक्ति”
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6:3 t431 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὑγιαίνουσι λόγοις 1 पौलुस द्वारा शब्द **बातों** का उपयोग एक अलंकार है जो विश्वासियों के सच्चे विश्वास के शब्दों में निहित अभिव्यक्ति का वर्णन करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हमारे विश्वास की सच्ची अभिव्यक्ति” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
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6:4 pn8n rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τετύφωται & νοσῶν 1 एक अत्यधिक अभिमानी मनुष्य के लिए पौलुस अलंकार का उपयोग करते हुए कहता है कि मानो वह हवा से भर गया है। वैकल्पिक अनुवाद; “वह मनुष्य अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:4 t433 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τετύφωται & νοσῶν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वह मनुष्य अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:4 t434 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations τετύφωται & νοσῶν 1 यहाँ शब्द **वह** सामान्यतः उस हर एक जन के सन्दर्भ में है जो अनुचित शिक्षा देता है। वैकल्पिक अनुवाद: “वह व्यक्ति अत्यधिक घमंडी है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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6:4 z2rb rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole μηδὲν ἐπιστάμενος 1 पौलुस यहाँ इस उक्ति **कुछ नहीं** को बल देने के लिए सामान्य रूप में काम में लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के सत्य के बारे में कुछ नहीं जानता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
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6:4 qu86 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor νοσῶν περὶ ζητήσεις καὶ λογομαχίας 1 जिन लोगों के पास काम नहीं है तो वे व्यर्थ विवाद करने के लिए प्रेरित होते हैं ऐसे लोगों के लिए पौलुस कहता है कि वे एक प्रकार से रोगी हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “रुग्णावस्था में विवाद करने को तरसता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:4 i3lk rc://*/ta/man/translate/figs-doublet ζητήσεις καὶ λογομαχίας 1 इन दोनों शब्दों का अर्थ मूल रूप में एक ही है। पौलुस इनको बल देने के लिए इकट्टे काम में लेता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विवादों” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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6:4 xt1z λογομαχίας 1 वैकल्पिक अनुवाद: “शब्दों के अर्थ पर झगड़ता है”
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6:4 y3mx βλασφημίαι 1 यह शब्द प्रायः परमेश्वर के विरुद्ध मनुष्यों द्वारा असत्य या अपमानजनक बातों के सन्दर्भ में है परन्तु इस प्रकरण में इसका सन्दर्भ मनुष्यों से है जो एक-दूसरे के लिए बुरी बातें करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “निन्दाएँ”
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6:4 kn69 ὑπόνοιαι πονηραί 1 वैकल्पिक अनुवाद: “लोगों को अन्याय की अनुभूति होती है कि जैसे अन्य मनुष्य उनको हानि पहुँचाना चाहते हैं”
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6:5 z2d8 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive διεφθαρμένων ἀνθρώπων τὸν νοῦν καὶ ἀπεστερημένων τῆς ἀληθείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जिनके मन भ्रष्ट हैं और वे सत्य में अब और विश्वास नहीं करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:5 tyf7 rc://*/ta/man/translate/figs-parallelism διεφθαρμένων ἀνθρώπων τὸν νοῦν καὶ ἀπεστερημένων τῆς ἀληθείας 1 इन दोनों उक्तियों का अर्थ एक ही है। पौलुस बल देने के लिए दुहराव का प्रयोग करता है। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन उक्तियों को संयोजित कर सकते हैं। “मनुष्य अब इस योग्य नहीं रहे कि सत्य को पहचानें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-parallelism]])
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6:5 t443 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ शब्द **पुरुषों** का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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6:6 q5sq rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast δὲ 1 पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा झूठे शिक्षकों की भक्ति परायणता के विचार और भक्ति परायणता के बारे में वास्तविक सच्चाई में विषमता दर्शाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इसकी अपेक्षा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
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6:6 ya9z rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἔστιν & πορισμὸς μέγας ἡ εὐσέβεια μετὰ αὐταρκείας 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप भाववाचक संज्ञा शब्दों, **भक्ति** और **संतोष** में निहित विचारों को क्रियार्थक वाक्यांशों द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य अत्यधिक भरा-पूरा है यदि वह भक्ति में निर्वाह करे और जो उसके पास है उस ही में संतोष करे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
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6:7 t446 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा अपनी उस बात के कारण का समावेश करता है जो उसने पिछले वाक्य में वर्णन करते हुए कहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “अंततः” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
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6:7 j6qv rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐδὲν & εἰσηνέγκαμεν εἰς τὸν κόσμον 1 पौलुस के कहने का अभिप्राय उस अवस्था से है जब मनुष्य जन्म लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जब हमारा जन्म हुआ था तब हम कुछ नहीं लाए थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:7 t448 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ὅτι 1 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जो सामान्य रूप से वाक्य पूर्ति के लिए आवश्यक होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और इसलिए यह भी स्पष्ट है कि” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]])
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6:7 jlv8 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐδὲ ἐξενεγκεῖν τι δυνάμεθα 1 इसका अभिप्राय है कि पौलुस उस समय की बात कर रहा है जब मनुष्य मरता है। वैकल्पिक अनुवाद : “हम मरते है तो संसार से कुछ भी नहीं ले जाते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:8 lbk5 rc://*/ta/man/translate/figs-declarative ἀρκεσθησόμεθα 1 यहाँ पौलुस कथन रूप में नैतिकता के आदेश को व्यक्त कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “वह हमारे लिए पर्याप्त होना है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-declarative]])
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6:8 t451 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀρκεσθησόμεθα 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वह हमारे लिए पर्याप्त होना चाहिए” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:9 ij4j rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast δὲ 1 पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा संकेत देता है कि वह उन लोगों की बात पर आ रहा है जो सोचते हैं कि भक्त होना उनको धनवान बनाएगा। आप इस शब्द का अनुवाद आपकी भाषा के समानार्थक एवं समतुल्य महत्त्व के शब्द या उक्ति द्वारा कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
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6:9 t453 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj οἱ & βουλόμενοι 1 पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द का उपयोग विशेषण के लिए करता है, जो संज्ञा के रूप में काम करता है कि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों की श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: मनुष्य जो लालसा करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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6:9 pl5d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐμπίπτουσιν εἰς πειρασμὸν, καὶ παγίδα 1 जो मनुष्य धन के प्रलोभन में पड़ कर पाप करते हैं उन्हें पौलुस अलंकृत भाषा में, शिकारी के खोदे हुए खड्ड में फंसे हुए पशुओं जैसा कहता है जिनको शिकारी ने फंसाया है। वैकल्पिक अनुवाद: “अपनी प्रतिरोधक क्षमता से अधिक परीक्षाओं का सामना करेंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:9 gfy7 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καὶ ἐπιθυμίας πολλὰς ἀνοήτους καὶ βλαβεράς 1 यह वाक्यांश पिछले वाक्यांश के अलंकार का ही विस्तार है। पौलुस ऐसी लालसाओं को एक ऐसे खड्ड के सामान बताता है जिसे शिकारी ने फंदा होने के लिए खोदा है। वैकल्पिक अनुवाद: “और विनाशकारी आवेगों का अनुभव करेंगे और तब जय पाना असंभव होगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:9 t456 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ἐπιθυμίας & ἀνοήτους καὶ βλαβεράς 1 यहाँ पौलुस **और** द्वारा संयोजित दो शब्दों के उपयोग से एक ही विचार व्यक्त करता है। शब्द **व्यर्थ दर्शाता है कि ऐसी लालसाएं **हानिकारक** क्यों हैं। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इस अर्थ को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा वक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “विनाशकारी मनोवेग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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6:9 nc3i rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor αἵτινες βυθίζουσι τοὺς ἀνθρώπους εἰς ὄλεθρον καὶ ἀπώλειαν 1 इस वाक्यांश में उन प्रलोभनों और आवेगों का सारांश है जिनका वर्णन पौलुस ने अभी-अभी किया है। वह उनके बारे में अलंकृत भाषा काम में लेते हुए कहता है कि वे मनुष्य को गहरे जल में डूबो देने जैसी हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य ऐसी बातों से बच नहीं सकते हैं और वे उनका नाश कर देती हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:9 t458 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώπους 1 पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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6:9 t459 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ὄλεθρον καὶ ἀπώλειαν 1 यहाँ पौलुस **और** से संयोजित दो शब्दों का उपयोग तो करता है परन्तु विचार एक ही व्यक्त करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सर्वनाश” या “सम्पूर्ण विध्वंस” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]])
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6:10 t460 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 पौलुस इस शब्द के उपयोग द्वारा पिछले वाक्य में कही गई बात के कारणों का समावेश करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इसका कारण है कि” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
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6:10 xs9d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ῥίζα & πάντων τῶν κακῶν ἐστιν ἡ φιλαργυρία 1 पौलुस अलंकृत भाषा में बुरे को एक पेड़ के सामान बताता है और धन के लोभ को जड़ों के सामान बताता है जिनसे वह पेड़ विकसित हुआ है। वैकल्पिक अनुवाद: “धन से लगाव मनुष्य को सब प्रकार के अनुचित काम करने की प्रेरणा देता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:10 t462 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πάντων τῶν κακῶν 1 पौलुस शब्द **सब** का उपयोग बल देने के लिए सामान्यकरण के रूप में करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सब प्रकार के अनुचित बातें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
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6:10 j5z9 ἧς τινες ὀρεγόμενοι 1 यहाँ उन लोगों का सन्दर्भ है जिन्हें पैसों से लगाव है, बुराई से नहीं है। यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “मनुष्य जो धनवान बनना चाहते हैं”
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6:10 b83v rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀπεπλανήθησαν ἀπὸ τῆς πίστεως 1 पौलुस धन के लोभ को अलंकृत भाषा में एक दुष्ट मार्गदर्शक जैसा कहता है जो मनुष्य को अनुचित मार्ग पर ले जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों की लालसा के कारण यीशु में विश्वास करना त्याग दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:10 t465 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀπεπλανήθησαν ἀπὸ τῆς πίστεως 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पैसों की लालसा के कारण यीशु में विश्वास करना त्याग दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:10 a1fx rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἑαυτοὺς περιέπειραν ὀδύναις πολλαῖς 1 पौलुस दुःख के बारे में इस प्रकार कहता है जैसे कि वह एक तलवार है जिसको वे अपने में भोंक लेते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अपने जीवन में बहुत दुखों का अनुभव किया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:11 tp97 ὦ ἄνθρωπε Θεοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “तू परमेश्वर का सेवक” या “तू परमेश्वर का जन”
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6:11 h9c6 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταῦτα φεῦγε 1 पौलुस इन परीक्षाओं और पापों के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वे ऐसी वस्तुएँ हों जिनसे मनुष्य सशरीर दूर भाग जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इन बातों को पूर्णतः अनदेखा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:11 a88g ταῦτα 1 यह वाक्यांश पौलुस की हाल ही की बातों का सन्दर्भ दे सकता है, या उस हर एक बात का जिसकी चर्चा वह पत्र के इस भाग में करता आ रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: (1) धन का लोभ” या (2) “झूठी शिक्षाएँ, घमंड, विवाद, और धन का लोभ”
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6:11 zjl3 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δίωκε 1 पौलुस धार्मिकता और अच्छे गुणों को इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि वे ऐसी वस्तुएँ हों जिनके पीछे भाग कर कोई उनको पकड़ सकता है। यह रूपक “से दूर भाग” का विपरीत है। इसका अर्थ है कि यथासंभव प्रयास करके किसी वस्तु को प्राप्त करना। वैकल्पिक अनुवाद: “प्राप्त करने के लिए लालसा करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:12 w21p rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀγωνίζου τὸν καλὸν ἀγῶνα τῆς πίστεως 1 यहाँ पौलुस यीशु के अनुसरण में किसी मनुष्य के अथक परिश्रम को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह एक योद्धा हो जो युद्ध में सर्वोत्तम प्रदर्शन करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु के आज्ञापालन में यथासंभव प्रयास कर” (देखे[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:12 y6m8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐπιλαβοῦ τῆς αἰωνίου ζωῆς 1 यहाँ पौलुस अलंकृत भाषा में अनंत जीवन के अत्यंत अभिलाषी मनुष्यों को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे उसको दृढ़ता से हाथों में थामे रहते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर के साथ सदा रहने अधीरता से लालसा करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:12 usd1 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive εἰς ἣν ἐκλήθης 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसके निमित्त परमेश्वर ने तुझे बुलाया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:12 qw96 ὡμολόγησας τὴν καλὴν ὁμολογίαν 1 वैकल्पिक अनुवाद: तूने सार्वजनिक रूप से यीशु में अपना विश्वास प्रकट किया था”
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6:12 vm6q rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐνώπιον πολλῶν μαρτύρων 1 इसका अभिप्रेत अर्थ है कि तीमुथियुस के विश्वास का अभिकथन अनिवार्य था क्योंकि ये गवाह अभी जीवित थे और गवाही दे सकते थे कि उसने अंगीकार किया था। आपके अनुवाद में आप अपनी संस्कृति में प्रचलित वैधानिक शपथ को काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जब अनेक जन देख रहे थे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:13 t476 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1 कहने का अभिप्राय यह है कि पौलुस परमेश्वर से निवेदन कर रहा है कि उसके द्वारा तीमुथियुस को दिए गए इस आदेश का वह गवाह हो। वैकल्पिक अनुवाद: “मेरी गवाही के रूप में परमेश्वर के साथ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:13 ts65 τοῦ ζῳοποιοῦντος τὰ πάντα 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जो सब प्राणियों को जीवित रखता है”
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6:13 t477 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ 1 अभिप्राय यह है कि पौलुस यीशु से भी उसका गवाह होने का निवेदन कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “और मेरे गवाह के रूप में मसीह यीशु की भी उपस्थिति में” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:13 amy1 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τοῦ μαρτυρήσαντος ἐπὶ Ποντίου Πειλάτου τὴν καλὴν ὁμολογίαν 1 पौलुस एक ऐसे मनुष्य के उदाहरण स्वरूप यीशु को तीमुथियुस के हाथों में सौंप रहा है जो अन्य मनुष्यों के विरोध तथा धमकियों के उपरान्त भी सार्वजनिक रूप से परमेश्वर के आज्ञापालन की पुष्टि करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसने पुन्तियुस पिलातुस के समक्ष अभियोग की सुनवाई में भी स्वयं परमेश्वर का अंगीकार किया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:14 p9n9 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet ἄσπιλον ἀνεπίλημπτον 1 **निष्कलंक** और **निर्दोष** इन दोनों शब्दों का अर्थ एक ही है। पौलुस इनको बल देने के लिए एक साथ काम में ले रहा होगा। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इन दोनों शब्दों को संयोजित कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “पूर्णतः निर्दोष” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]])
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6:14 t480 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἄσπιλον 1 अलंकार स्वरूप **कलंक** का अर्थ नैतिकता का दोष है। इसके संभावित अर्थ हैं (1) यीशु तीमुथियुस में दोष नहीं देखेगा या उस पर अनुचित काम का दोष नहीं लगाएगा या (2) मनुष्य तीमुथियुस में कोई दोष नहीं देखेंगे या उस पर अनुचित काम का दोष नहीं लगाएंगे। वैकल्पिक अनुवाद: “दोष रहित” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:14 nk52 μέχρι τῆς ἐπιφανείας τοῦ Κυρίου ἡμῶν, Ἰησοῦ Χριστοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: “जब तक हमारा प्रभु यीशु मसीह पुनः न आ जाए”
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6:15 t482 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom καιροῖς ἰδίοις 1 देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [2:6](../01/32.md) में कैसे किया है। वैकल्पिक अनुवाद: “उस समय पर जिसे परमेश्वर चुन लेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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6:15 ac6y rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὁ μακάριος καὶ μόνος Δυνάστης 1 यह अभिव्यक्ति निरपेक्ष रूप से परमेश्वर के सन्दर्भ में है। वैकल्पिक अनुवाद: “एकमात्र परमेश्वर जिसकी हम स्तुति करते हैं, वही एक है जो संसार पर राज करता है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:16 l9i8 ὁ μόνος ἔχων ἀθανασίαν 1 वैकल्पिक अनुवाद: “केवल एक वही है जो सदा अस्तित्व में है”
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6:16 t485 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ὁ μόνος ἔχων ἀθανασίαν 1 पौलुस इस व्युत्पन्न शब्द, **होता** का उपयोग कर रहा है जो विशेषण, संज्ञा के रूप में है, कि इसके द्वारा वर्णित एकमात्र श्रेणी जिसका यह वर्णन करता है, के एकमात्र सदस्य परमेश्वर के सन्दर्भित करे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “एकमात्र जो सदा अस्तित्व में रहा है और रहेगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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6:16 tsz3 φῶς οἰκῶν ἀπρόσιτον 1 वैकल्पिक अनुवाद: “वह ऐसे तीव्र प्रकाश में रहता है कि कोई भी उसके निकट नहीं आ सकता है”
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6:16 t487 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations οὐδεὶς ἀνθρώπων 1 पौलुस यहाँ शब्द **मनुष्य** का उपयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री-पुरुष दोनों समाहित हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कोई मनुष्य नहीं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
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6:17 te3z rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τοῖς πλουσίοις 1 पौलुस इस विशेषण को यहाँ संज्ञा रूप में काम में ले रहा है ताकि इसके द्वारा वर्णित मनुष्यों के श्रेणी का सन्दर्भ दे। यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद संज्ञा सूचक वाक्यांश में कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “लोग जो धनवान हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])
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6:17 drj6 ἐπὶ πλούτου ἀδηλότητι 1 वैकल्पिक अनुवाद: “धन में, जो कि अत्याधिक अनिश्चित है” या “धन जिसे मनुष्य बड़ी आसानी से खो सकता है”
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6:17 iq61 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πάντα πλουσίως εἰς ἀπόλαυσιν 1 पौलुस यहाँ शब्द **सब** को अतिशयोक्ति के रूप में काम में लेता है कि उसकी बात में दम हो. वैकल्पिक अनुवाद: “वास्तव में सुखद जीवन के लिए हमारी आवश्यकता की हर एक वस्तु” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]])
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6:18 cii3 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πλουτεῖν ἐν ἔργοις καλοῖς 1 पौलुस अलंकृत भाषा में दूसरों के सहायता को इस प्रकार व्यक्त करता हैं कि जैसे कोई इस प्रकार धनवान बन जाएगा. वैकल्पिक अनुवाद: “अनेक रूपों में मनुष्यों की सेवा और सहायता करो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:19 zc9d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποθησαυρίζοντας ἑαυτοῖς θεμέλιον καλὸν εἰς τὸ μέλλον 1 जिन लोगों ने निष्ठापूर्वक की सेवा की है उनको परमेश्वर जो आशीषें देगा उसे पौलुस अलंकृत भाषा में ऐसे कहता है कि जैसे वे धन हों जिसे कि मनुष्य किसी सुरक्षित स्थान में एकत्र कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनके भावी जीवन के उत्तम आरम्भ को वर्तमान में ही सुरक्षित करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:19 t493 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποθησαυρίζοντας ἑαυτοῖς θεμέλιον καλὸν εἰς τὸ μέλλον 1 परमेश्वर जो आशीषें देगा उन्हें अलंकृत भाषा में पौलुस भवन के नींव जैसा कहता है। उसके कहने का अर्थ है कि वे मनुष्य को परमेश्वर की उपस्थिति में इस सदाकालीन के नए जीवन के लिए उत्तम आरंभ प्रदान करेंगी। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनके भावी जीवन के लिए वर्तमान में एक उत्तम आरम्भ को सुरक्षित करना” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:19 t494 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom εἰς τὸ μέλλον 1 नए नियम में इस अभिव्यक्ति का अर्थ अलग-अलग हो सकता है, परन्तु इस स्थिति में इसका सन्दर्भ उस नए जीवन से है जो विश्वासियों के लिए मरणोपरांत और इतिहास के अंत में होगा। या [4:8](../04/08.md) में कही गई अभिव्यक्ति, “आनेवाले जीवन” के समतुल्य है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर की उपस्थिति में उनका भावी जीवन” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
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6:19 z5ru rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἵνα ἐπιλάβωνται τῆς ὄντως ζωῆς 1 पौलुस यहाँ उसी रूपक, “सत्य जीवन” को काम में ले रहा है जो [6:12](../06/12.md) में है। वह अनंत जीवन की अत्यधिक लालसा करने वाले मनुष्यों के लिए अलंकृत भाषा में कह रहा है कि वे इसको अपने हाथों में दृढ़ता से थाम लेते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कि वे निःसंदेह परमेश्वर के साथ सदा जीवित रह सकते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:20 u9wd rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τὴν παραθήκην φύλαξον 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने तेरी देखरेख में जो रखा है उसकी सुरक्षा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:20 dd1v rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τὴν παραθήκην φύλαξον 1 कहने का अभिप्राय यह है कि यीशु ने अपने बारे में सन्देश का प्रचार तीमुथियुस को विश्वास के साथ सौंप दिया है। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने अपने बारे में जो सन्देश तेरी देखरेख में रखा है उसकी रक्षा कर” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
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6:20 vgr8 ἐκτρεπόμενος τὰς βεβήλους κενοφωνίας 1 वैकल्पिक अनुवाद: “उन लोगों की बातों पर ध्यान मत दे जिनके लिए कुछ भी पवित्र नहीं है”
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6:20 t498 καὶ ἀντιθέσεις 1 इसका अर्थ हो सकता है कि झूठे शिक्षक जो बातें कहते है वे सब एक साथ सच नहीं हो सकती हैं, या वे ऐसी बातें कहते हैं जो सच्चे मसीही विश्वास के विपरीत है। वैकल्पिक अनुवाद: “और विरोधी कथन”
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6:20 y2u7 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τῆς ψευδωνύμου γνώσεως 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप इसका अनुवाद कर्ता प्रधान वाक्य में कर सकते हैं और कह सकते है कि काम का करने वाला कौन है। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसको लोग ज्ञान कहकर झूठ बोलते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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6:21 e6rb rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὴν πίστιν ἠστόχησαν 1 देखें कि आपने इस अभिव्यक्ति का अनुवाद [1:6](../01/06.md) में कैसे किया है। पौलुस मसीह में विश्वास के लिए इस प्रकार कहता है कि जैसे वह एक लक्ष्य हो जिसे मनुष्यों को साधना है। वैकल्पिक अनुवाद: “मसीह में विश्वास के उद्देश्य की पूर्ति नहीं की है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
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6:21 t501 ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो, तो आप कह सकते है कि पौलुस किससे आशा रखता है कि इसे सिद्ध करे। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर तुम सब पर अनुग्रह करे।”
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6:21 hix2 rc://*/ta/man/translate/figs-you ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν 1 यहाँ शब्द **तुम** बहुवचन में है और तीमुथियुस तथा इफिसुस के सब विश्वासियों के सन्दर्भ में है। “परमेश्वर तुम सब पर अनुग्रह करे।” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])
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