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1ReferenceIDTagsSupportReferenceQuoteOccurrenceNote
21:introp5lf0# 2 तीमुथियुस 1 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण \n\nपौलुस इस पत्र की प्रस्तावना को पद 1-2 में औपचारिक रूप प्रदान करता है  प्राचीन मध्य एशिया में लेखक प्रायः इसी प्रकार पत्रों का आरम्भ करते थे।\n\nइस अध्याय में विशेष अवधारणाएं \n\n आत्मिक संतान\n\nपौलुस ने एक मसीही और कलीसिया के अगुवे के रूप में तीमुथियुस को अनुशासित किया। सम्भवतः पौलुस ही उसे मसीह के विश्वास में लाया था। इसलिए, पौलुस तीमुथियुस को “प्रिय पुत्र” कहता है। यद्यपि पौलुस तीमुथियुस का सांसारिक पिता नहीं था, वह तीमुथियुस के साथ अपने सम्बन्ध के विषय आत्मिक परिप्रेक्ष्य में पिता और पुत्र की संज्ञा देता है (देखें:  [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])\n\nइस अध्याय में अनुवाद की अन्य संभावित कठिनाइयाँ\n\n##### सताव\n\nपौलुस इस पत्र को लिखते समय बंदीगृह में था। पौलुस ने तीमुथियुस को सुसमाचार के लिए कष्ट सहने की इच्छा रखने के लिए प्रोत्साहित किया। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
31:2yp2qΧριστοῦ Ἰησοῦ τοῦ Κυρίου ἡμῶν1मसीह यीशु हमारे प्रभु
41:3rz7sὡς ἀδιάλειπτον ἔχω τὴν περὶ σοῦ μνείαν1यहाँ पौलुस स्मरण रखने की क्रिया को भाववाचक संज्ञा, **स्मृति** द्वारा व्यक्त करता है। आपकी भाषा में इस धारणा को व्यक्त करने की कोई विशेष विधि होगी जैसे क्रिया द्वारा| यदि है तो आप उसका प्रयोग अपने अनुवाद में कर सकते हैं  वैकल्पिक अनुवाद:: “अपनी प्रार्थनाओं में मुझे तेरा स्मरण सदैव ही रहता है| (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
51:3pa6qrc://*/ta/man/translate/figs-merismνυκτὸς καὶ ἡμέρας1यहाँ **रात और दिन** का उपयोग रात के सम्पूर्ण समय और दिन के सम्पूर्ण समय को संयोजित करके किया गया है| इसका अर्थ है कि पौलुस परमेश्वर से प्रार्थना करता रहता है, समय चाहे कोई  सा भी हो| इसका अर्थ यह नहीं है कि पौलुस चौबीस घंटे अविराम प्रार्थना करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सदैव” या “हर समय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]])
61:4zc8sἐπιποθῶν σε ἰδεῖν1तुमसे मिले काफी समय हो गया
71:5rhs7ὑπόμνησιν λαβὼν τῆς ἐν σοὶ1मुझे तुम्हारी याद आ गई
81:5l8wcrc://*/ta/man/translate/translate-namesΛωΐδι & Εὐνίκῃ0यह एक स्त्री का नाम है। तीमुथियुस की नानी, संभवतः उसकी माता की माता (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
91:6ngi3Connecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
101:8ry82rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorσυνκακοπάθησον τῷ εὐαγγελίῳ0मेरे **साथ** इस उक्ति का अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) इसका अर्थ हो सकता है कि तीमुथियुस पौलुस के साथ दुःख उठाए| (2) इसका अर्थ हो सकता है कि तीमुथियुस अन्य सब कष्ट उठाने वाले विश्वासियों के साथ दुःख उठाए|
111:9ub31οὐ κατὰ τὰ ἔργα ἡμῶν1हमारे कार्यों के अनुसार नहीं
121:10i7clrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorκαταργήσαντος μὲν τὸν θάνατον0जिसने मृत्यु को समाप्त कर दिया
131:15p6f4rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἀπεστράφησάν με1यह एक रूपक है जिसका अर्थ है कि उन्होंने पौलुस की सहायता करना बन्द कर दिया।  वैकल्पिक अनुवाद: “मुझे अकेला छोड़ दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
141:15x6ccrc://*/ta/man/translate/translate-namesΦύγελος καὶ Ἑρμογένης1यह एक पुरुष का नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
151:16e6hlrc://*/ta/man/translate/translate-namesὈνησιφόρου1यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
162:introk3zn0# 2 तीमुथियुस 02 निर्विशेष टिप्पणियाँ \n\n#### संरचना एवं आरूपण \n\nपद 11-13 में पौलुस किसी कविता या भजन का उद्धरण दे रहा प्रतीत होता है| पाठक के लिए स्पष्ट करने हेतु कि यह उद्धरण है, उचित होगा कि आप अपने अनुवाद में इन पदों को अन्य पदों की तुलना में दूर दाहिनी और रखें।\n\nइस अध्याय में विशेष अवधारणाएँ\n\n हम उसके साथ राज्य करेंगे \n\n विश्वासी  मसीही जन भविष्य में मसीह के साथ राज्य करेंगे। (देखें: rc://hi/tw/dict/bible/kt/faithful)\n\nइस अध्याय के महत्वपूर्ण अलंकार\n\nउपमाएं   \n\nइस अध्याय में, पौलुस  मसीही जीवन जीने की शिक्षा देते समय अनेक उपमाओं का उपयोग करता है। वह सैनिकों, खिलाड़ियों, और किसानों की उपमाएं देता है। इस अध्याय उत्तर पदों में, वह घर में विभिन्न प्रकार के पात्रों की उपमा का  भी उपयोग करता है|
172:1t13sConnecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
182:1bll5rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorτέκνον μου1यहाँ “पुत्र” बड़े प्रेम और अनुमोदन का शब्द है। तीमुथियुस पौलुस का सांसारिक पुत्र नहीं था| यह भी संभव है कि तीमुथियुस को पौलुस द्वारा मसीह में लाया गया था, और इसी कारण पौलुस उसे अपने पुत्र तुल्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मेरे पुत्र के समान है” (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]])
192:2kv1mrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorταῦτα παράθου πιστοῖς ἀνθρώποις0पौलुस तीमुथियुस को दिए गए अपने निर्देशनों का आख्यान ऐसे करता है जैसे कि वे वस्तुएँ हों  जिन्हें तीमुथियुस दूसरे लोगों को दे सकता है और इनका उचित रीति से उपयोग करने के लिए उन पर भरोसा कर सकता था। वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें सौंप दें” या “उन्हें सिखा दें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
202:8rp96Connecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
212:8mh1krc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἐκ σπέρματος Δαυείδ0**वंश** एक अलंकार है जिसके द्वारा यीशु को राजा दाऊद की संतान दर्शाया गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो दाऊद का वंशज है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
222:8wt31rc://*/ta/man/translate/figs-activepassiveἐγηγερμένον ἐκ νεκρῶν0**मृतकों में से खडा किया** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मृतक को पुनः जीवन में लाना| वैकल्पिक अनुवाद: “जिसे परमेश्वर ने फिर से जीवित कर दिया”  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
232:8s4vhrc://*/ta/man/translate/figs-metonymyκατὰ τὸ εὐαγγέλιόν μου1**मेरे** शब्द विचार प्रकट करता है कि सुसमाचार पौलुस से जुड़ा हुआ था क्योंकि वह उसका प्रचार करता था। वैकल्पिक अनुवाद: “उस सुसमाचार संदेश के अनुसार जो मैं सुनाता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]])
242:11g6e4rc://*/ta/man/translate/writing-poetryεἰ γὰρ συναπεθάνομεν, καὶ συνζήσομε0यह सम्भवतः एक भजन या कविता का आरम्भ है जिसे पौलुस उद्धरित कर रहा है। यदि आपकी भाषा में संकेत देने का तरीका है कि यह कविता है, जैसे एकांकी छंदों को अलग-अलग पंक्तियों में रखना  तो आप इसका प्रयोग यहाँ और [2:12](../02/12.md) तथा [2:13](../02/13,md) में  कर सकते हैं। यदि नहीं, तो आप इसे कविता की अपेक्षा साधारण गद्य के रूप में अनुवाद कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-poetry]])
252:13y1wjεἰ ἀπιστοῦμεν & ἀρνήσασθαι & ἑαυτὸν οὐ δύναται0हम चाहे विश्वास हीन हों....वह अपना इन्कार नहीं कर सकता।
262:15rj6yrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἐργάτην1पौलुस आलंकारिक भाषा में कहता है कि यदि तीमुथियुस परमेश्वर के वचन की सही शिक्षा दे तो वह एक निपुण कार्यकर्ता होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “एक शिल्पकार के समान”  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
272:17x2k6rc://*/ta/man/translate/translate-namesὙμέναιος, καὶ Φίλητος1ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/translate-names]])
282:19zp5mrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorGeneral Information:0# General Information:\n\nसामान्य जानकारी:
292:22gl3qrc://*/ta/man/translate/figs-idiomτῶν ἐπικαλουμένων τὸν Κύριον1यहाँ **प्रभु का नाम लेते हैं** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है प्रभु पर विश्वास करना और उसकी आराधना करना। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जो प्रभु की आराधना करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
302:23kh6prc://*/ta/man/translate/figs-metaphorγεννῶσι μάχας1पौलुस अज्ञानता के **प्रश्नों** की बात इस प्रकार करता है जैसे कि वे बच्चे को जन्म देने वाली स्त्रियाँ थीं (**झगड़े**) वैकल्पिक अनुवाद” “ये विवाद का कारण बनते हैं” (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor]])
312:25jt1rrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorμήποτε δώῃ αὐτοῖς ὁ Θεὸς μετάνοιαν0पौलुस  **मन  फिराव का मन** के लिए ऐसे कहता है जैसे कि वह कोई वस्तु हो जिसे परमेश्वर मनुष्यों को दे सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर उनको पश्चाताप करने पर विवश करे” (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]])
322:26ef3qrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἀνανήψωσιν0जो पापी जन परमेश्वर के विषय में उचित विचार रखना सीख रहे हैं उनको पौलुस ऐसे दर्शाता है कि जैसे वे मदिरा के नशे में थे परन्तु अब वे होश में आ रहे हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
333:introk2cr0# 2 तीमुथियुस 3 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण\n\nअनेक बाईबलविदों के विचार में **अन्तिम दिनों** का अर्थ है, वह सम्पूर्ण समय जो यीशु के प्रथम आगमन और पुनः आगमन के मध्य का है जिसमें पौलुस का समय भी है। यदि ऐसा है तो पौलुस इस अध्याय में सताए जाने की जो शिक्षा देता है वह सब विश्वासियों पर लागू होता है। परन्तु कुछ विद्वानों के विचार में, **अन्तिम दिनों** का अर्थ है, यीशु के पुनःआगमन के अति निकट का समय। यदि ऐसा है, तो पौलुस पद 1-9 और 13 में उन्ही दिनों की भाविश्य्द्वानी कर रहा है। संभव हो तो अनुवादक सावधान रहें कि वे इस विषय में अपनी समझ के द्वारा इन पदों के अनुवाद को प्रभावित न होने दें  (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/prophet]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/lastday]])
343:1j97tConnecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
353:1g65rἐν ἐσχάταις ἡμέραις0पौलुस **दिनों** शब्द को लाक्षणिक रूप में समय विशेष के लिए काम में लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्त से पहले समय की अवधि  में” (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-idiom]])
363:5tpe8ἔχοντες μόρφωσιν εὐσεβείας1ईश्वरीयता का एक आकार है
373:8m6a7Connecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
383:8b8elrc://*/ta/man/translate/translate-namesἸάννης καὶ Ἰαμβρῆς1ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
393:8tgn8rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἀντέστησαν0विरोध किया था
403:8dc3zἀνθίστανται τῇ ἀληθείᾳ0सत्य के विरोधी
413:14ytg9rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorμένε ἐν οἷς ἔμαθες0पौलुस बाइबल के निर्देशों के लिए  ऐसा चित्रण प्रस्तुत करता है कि जैसे वे कोई स्थान हों जिसमें तीमुथियुस वास कर सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो तूने सीखा है उसे करता रह” या “जो तूने जो सीखा है उस पूर्ण  विश्वास करने में बना रह” (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
423:17uu7iἄρτιος ᾖ & ἐξηρτισμένος1समर्थ और साधन सम्पन्न
434:introk2xa0# 2 तीमुथियुस 4 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण\n\n1.पौलुस तीमुथियुस को पावन उत्तरदायित्व सौंपता है                                                                        \n\n 2.पौलुस तीमुथियुस को अपना समाचार देता है                     \n\n3.पौलुस व्यक्तिगत शुभकामनाएं भेजता है \n\nइस अध्याय में विशिष्ट अवधारणाएं \n\n“मैं तुझे आदेश देता हूँ”\n\nइन शब्दों द्वारा पौलुस तीमुथियुस को अत्यधिक गंभीर चुनौती देता है कि वह पौलुस द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे| यह तीमुथियुस के लिए आज्ञा है परन्तु पौलुस के अधिकार से नहीं, उस अधिकार से जिसका वह सन्दर्भ देता है अर्थात परमेश्वर और मसीह यीशु के अधिकार से! दूसरे शब्दों में, पौलुस कह रहा है कि परमेश्वर और मसीह यीशु पौलुस के माध्यम से तीमुथियुस को आज्ञा दे रहें हैं|\n\n#### मुकुट\n\nपवित्र-शास्त्र में मुकुट के चित्रण के द्वारा विभिन्न बातों का प्रतिनिधित्व किया गया है| इस अध्याय में पौलुस मसीह को मुकुट देनेवाला बताता है| वह उन विश्वासियों को मुकुट देता है जिन्होंने इस पृथ्वी पर रहते समय उचित जीवन जिया था| यहाँ मुकुट प्रतिफल के लिए एक रूपक है|
444:1t68nConnecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
454:2j2z7rc://*/ta/man/translate/figs-metonymyτὸν λόγον1पौलुस **वचन** शब्द के उपयोग द्वारा मसीह यीशु के सम्पूर्ण सन्देश का सन्दर्भ आलंकारिक भाषा में देता है। वैकल्पिक अनुवाद: “शुभ सन्देश” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
464:2zzh4rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsisἀκαίρως0पौलुस के कहने का तात्पर्य है कि तीमुथियुस को प्रचार करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए, समय अनुकूल हो तब भी और समय प्रतिकूल हो तब भी| वह दोनों परिस्थितियों को अलंकार रूप में काम में ले रहा है कि समय की पूर्णता प्रकट करे| वैकल्पिक अनुवाद: “चाहे समय सुविधाजनक हो या असुविधाजनक  हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]])
474:2u1ycπαρακάλεσον, ἐν πάσῃ μακροθυμίᾳ καὶ διδαχῇ1पूरे धैर्य और शिक्षा के साथ प्रोत्साहित करें
484:4rh2irc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἀπὸ μὲν τῆς ἀληθείας τὴν ἀκοὴν ἀποστρέψουσιν0जो लोग अब ध्यान नहीं दे रहे हैं उनका चित्रण करते हुए पौलुस कहता है कि उन लोगों  ने अपने कानों को शारीरिक रूप से पलट दिया है जिससे कि वे सुन न पाएं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे सत्य पर अब और ध्यान नहीं देंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
494:5ehz7rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorνῆφε1पौलुस अपने पाठकों से चाहता है कि वे सभी बातों के विषय में उचित चिंतन करें, अतः वह इस प्रकार कहता है कि जैसे वे होश में रहें नशे में नहीं। वैकल्पिक अनुवाद: “स्पष्ट सोचो”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
504:6fb7lrc://*/ta/man/translate/figs-euphemismὁ καιρὸς τῆς ἀναλύσεώς μου ἐφέστηκεν0पौलुस अपनी मृत्यु को **कूच** करना कहता है| यह किसी अशुभ बात को कहने की विनम्र रीति है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं शीघ्र ही मर जाऊँगा और इस संसार को छोड़ दूँगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism]])
514:7kq83rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorτὸν δρόμον τετέλεκα1पौलुस परमेश्वर की सेवा के उसके जीवन के विषय इस प्रकार कहता है जैसे कि वह पैदल दौड़ रहा था। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मुझे करना था उसे मैंने पूरा किया है”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
524:8dwn6στέφανος1देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:5](../02/05.md) में कैसे किया है| पौलुस जिस **मुकुट** को परमेश्वर प्रदत्त भावी प्रतिफल के उदहारण स्वरूप काम में ले रहा है वह खेल प्रतियोग्यताओं में विजेताओं को पहनाने वाला लॉरेल वृक्ष के पत्तों से बना एक मुकुट होता था| आप अपनी भाषा में उस शब्द को काम में ले सकते है जो किसी प्रतियोग्यता में विजेता को दिए जाने वाले पुरूस्कार को दर्शाता है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]])
534:9s7xlConnecting Statement:0# Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट:
544:10e4xxrc://*/ta/man/translate/translate-namesΔημᾶς & Κρήσκης & Τίτος0ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
554:10gs61rc://*/ta/man/translate/translate-namesΔαλματίαν1ये सब रोमी साम्राज्य के स्थानों के नाम है। **गलातिया** एक सरकारी रोमी प्रान्त था और **दलमतिया** इल्लुरिकुम प्रान्त के दक्षिण में एक क्षेत्र था|  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
564:13v9b6rc://*/ta/man/translate/translate-namesΚάρπῳ1यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
574:13e395rc://*/ta/man/translate/figs-explicitμάλιστα τὰς μεμβράνας1**चर्मपत्र** किसी विशेष कुंडली ग्रन्थ के सन्दर्भ में हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “विशेष करके वे जो चमड़े से बनाए गए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
584:14kv94rc://*/ta/man/translate/translate-namesἈλέξανδρος1यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
594:14jv63rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorπολλά μοι κακὰ ἐνεδείξατο0मुझे बहुत हानि पहुँचाई है
604:14wbx4rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἀποδώσει αὐτῷ ὁ Κύριος κατὰ τὰ ἔργα αὐτοῦ1पौलुस दण्ड पाने को लाक्षणिक भाषा में ऐसे व्यक्त करता है जैसे कि वह भुगतान हो। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसने किया है उसके लिए प्रभु उसे उचित दण्ड देगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
614:14xrj6αὐτῷ & αὐτοῦ0उसे... उसका
624:15jq91ὃν0उसे... वह
634:17t1fwrc://*/ta/man/translate/figs-metaphorὁ & Κύριός μοι παρέστη0पौलुस प्रभु के विषय में इस प्रकार बात कह रहा है कि जैसे वह सशरीर उसके साथ खड़ा था। वैकल्पिक अनुवाद: “प्रभु ने मेरी सहायता की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
644:17gsr8rc://*/ta/man/translate/figs-metaphorἐρύσθην ἐκ στόματος λέοντος1पौलुस खतरे के विषय आलंकारिक भाषा  में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे न्यायालय में उपस्थित होने पर शेर उसको फाड़ खाएगा। उसके कहने का तात्पर्य हो सकता है,  मृत्यु दंड का देहिक संकट या आत्मिक संकट कि वह यीशु के लिए निर्भय होकर न बोलने की परिक्षा में पड़े  या दोनों! अतः उचित तो यही होगा कि आप अपने अनुवाद में दोनों संभावनाओं को रखें। वैकल्पिक अनुवाद: “मुझे बड़े खतरे से बचाया गया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])
654:19mef8Ὀνησιφόρου1यह एक पुरुष का नाम है। देखें कि आपने इस नाम का अनुवाद [1:16](../1/16.md) में किस प्रकार किया है।(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
664:20lie9rc://*/ta/man/translate/translate-namesἜραστος & Τρόφιμον0ये सभी पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
674:20wp9hrc://*/ta/man/translate/translate-namesΜιλήτῳ1यह दक्षिणी इफिसुस में एक नगर का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
684:21p7pxrc://*/ta/man/translate/translate-namesΕὔβουλος & Πούδης & Λίνος0ये तीन पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
694:21er77rc://*/ta/man/translate/translate-namesΚλαυδία1यह एक स्त्री का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
704:21mk26rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotationsοἱ ἀδελφοὶ0यहाँ **भाइयों** का सन्दर्भ सभी विश्वासियों से है चाहे वे पुरुष हों या स्त्री। वैकल्पिक अनुवाद: “यहाँ के सब विश्वासी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]])
711:1p001rc://*/ta/man/translate/translate-namesΠαῦλος1यह एक पुरुष का नाम है,पत्र के लेखक का|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
721:2p002rc://*/ta/man/translate/translate-namesΤιμοθέῳ1यह एक पुरुष का नाम है,जिस पुरुष को पत्र लिखा जा रहा है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
731:2p003rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnounsχάρις, ἔλεος, εἰρήνη1तीमुथियुस को दिए गए पौलुस के आशीर्वाद में ये तीन भाववाचक संज्ञाएँ हैं|आपकी भाषा में इन अवधारणाओं को व्यक्त करने की अपनी विशेष विधि होगी,जैसे क्रिया से| यदि ऐसा है तो आप उनका प्रयोग अपने अनुवाद में कर सकते हैं| देखें यू एस टी(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]])
741:2dcr3rc://*/ta/man/translate/figs-exclusiveἡμῶν1इस पुस्तक में जब तक अन्यथा देखा न जाए, **हम** और **हमारा** पौलुस (पत्र के लेखक), तिमुथियुस (जिसको पत्र लिखा जा रहाहै), और व्यापकता में सब विश्वासियों के सन्दर्भ में हैं| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]])
751:3p005rc://*/ta/man/translate/figs-yousingularσοῦ1**तू** शब्द यहाँ वरन सम्पूर्ण पुस्तक में एकवचन में है क्योंकि पौलुस तीमुथियुस को संबोधित कर रहा है| पद 4:22 में एकमात्र अपवाद है जिस पर टिप्पणी की गई है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-yousingular]])
761:5p009rc://*/ta/man/translate/translate-namesΕὐνίκῃ1यह एक स्त्री का नाम है, तीमुथियुस की माता का नाम|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
771:6s6vbrc://*/ta/man/translate/figs-explicitτὸ χάρισμα τοῦ Θεοῦ, ὅ ἐστιν ἐν σοὶ διὰ τῆς ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν μου1यहाँ अभिप्रेत अर्थ यह है कि यह एक आत्मिक वरदान है जो तीमुथियुस को परमेश्वर प्रदत्त सेवा के कार्य को करने में सक्षम बानाता है| तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखते समय पौलुस ने उसके लिए प्रार्थना भी की थी|यदि यह सब स्पष्ट न हो तो आप इस जानकारी को अपने अनुवाद में समाहित करना चाहेंगे| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]])
781:15p019rc://*/ta/man/translate/translate-namesἈσίᾳ1यह एक रोमी प्रान्त का नाम है| एशिया माइनर,की राजधानी इफिसुस थी| इस पत्र के लिखे जाने के समय तीमुथियुस वहीँ रह रहा था| वर्तमान में यह क्षेत्र तुर्किस्तान में है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
791:15p021rc://*/ta/man/translate/translate-namesἙρμογένης1यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
801:17xfg1rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrastἀλλὰ1यहाँ **परन्तु** शब्द द्वारा पिछले पद और इस पद में विषमता दिखाई गई है| पौलुस के बंदीगृह में होने से लजाने की अपेक्षा उनेसिफुरुस ने पौलुस को खोजा और उसको वहाँ पाया| आपकी भाषा में विषमता को दर्शने के लिए जो भी रूप अधिक व्यावहारि हो उसका प्रयोग यहाँ करें|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]])
811:17p022rc://*/ta/man/translate/translate-namesῬώμῃ1यह एक नगर का नाम है, रोमी साम्राज्य की राजधानी| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
821:18x0eorc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result(δῴη αὐτῷ ὁ Κύριος, εὑρεῖν ἔλεος παρὰ Κυρίου ἐν ἐκείνῃ τῇ ἡμέρᾳ), καὶ ὅσα ἐν Ἐφέσῳ διηκόνησεν, βέλτιον σὺ γινώσκεις1यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं,क्योंकि दूसरा वाक्य पहले वाक्य के कार्य का कारण दर्शा रहा है|देखें यूं एस टी.(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]])
831:18p024rc://*/ta/man/translate/नामों का अनुवादἘφέσῳ1यह उस नगर का नाम है जहाँ तीमुथियुस,पत्र का प्राप्तिकर्ता रह रहा था| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
842:8p037rc://*/ta/man/translate/translate-namesΔαυείδ1यह एक पुरुष का नाम है, इस्राएल के महान राजा का|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
852:11p045rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarksπιστὸς ὁ λόγος1पौलुस इस वाक्यांश के द्वारा अपरोक्ष उद्धरण देता है| इस पद के शेष भाग में और [2:12](../02/12.md) तथा [2:13](../02/13.md) में जो शब्द है वे या तो कोई कविता है या भजन है जिसके द्वारा उस सन्देश को व्यक्त किया गया है जिसको पौलुस विश्वासयोग्य कहता है आपके पाठकों के लिए सहायक ही सिद्ध होगा यदि आप इन शब्दों को  अपरोक्ष उद्धरण के रूप में चिन्हित कर दें या उनको दहिनी ओर पृथक रखें जैसा इस अध्याय के आरम्भ में, निर्विशेष टिप्पणियों में कहा गया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]])
862:19p059rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarksἔχων τὴν σφραγῖδα ταύτην1पौलुस इस उपवाक्य के द्वारा दो अपरोक्ष उद्धरण प्रस्तुत करता है| इस पद के शेष अंश में जो कथन हैं वे परमेश्वर में विश्वास करते रहने के लिए परमेश्वर ने मनुष्यों को जो आधार दिया है उसके दो भावों का वर्णन है| यदि आप इनको उद्धरण चिन्हों में रखें तो आपके पाठकों के लिए यह सहायक सिद्ध होगा| (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-quotemarks]])
873:8p083ὃν τρόπον δὲ1
883:11p092rc://*/ta/man/translate/translate-namesἐν Ἀντιοχείᾳ, ἐν Ἰκονίῳ, ἐν Λύστροις1ये तीन नगरों के नाम हैं (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
894:8p109rc://*/ta/man/translate/figs-metonymyτὴν ἐπιφάνειαν αὐτοῦ1देखें कि आप ने इसका अनुवाद [4:1](../04/01.md) में कैसे किया है| पौलुस उस तथ्य के आधार पर मसीह के पुनः आगमन को आलंकारिक भाषा में व्यक्त करता है जिसके अनुसार जब मसीह आएगा तो वह पृथ्वी के निवासियों को दिखाई देगा (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])
904:11p110rc://*/ta/man/translate/translate-namesΛουκᾶς & Μᾶρκον1ये सब पुरुषों के नाम हैं | (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
914:12p111rc://*/ta/man/translate/translate-namesΤυχικὸν1यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
924:12p112rc://*/ta/man/translate/translate-namesἜφεσον1यह एक नगर का नाम है| यह वह नगर है जहां पत्र प्राप्त करते समय तीमुथियुस निवास कर रहा है| (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/translate-names]]
934:13x1jbrc://*/ta/man/translate/translate-namesΤρῳάδι1यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
944:19p116rc://*/ta/man/translate/translate-namesΠρίσκαν1यह एक स्त्री का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
954:19p117rc://*/ta/man/translate/translate-namesἈκύλαν1यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
964:20p118rc://*/ta/man/translate/translate-namesΚορίνθῳ1यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])
974:20wtfwrc://*/ta/man/translate/translate-namesΚορίνθῳ1यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])