Reference ID Tags SupportReference Quote Occurrence Note front:intro s7fk 0 "# 2 तीमुथियुस: प्रस्तावना\n\n## भाग 1: सामान्य विषय प्रवेश\n\n#### 2 तीमुथियुस पुस्तक की रूपरेखा\n\n1. पौलुस तीमुथियुस को आशीर्वाद देता है और उसे परमेश्वर की सेवा में सामने आने वाली कठिनायोँ में दृढ़ रहने के लिए प्रोत्साहित करता है (1:1-2:13)।\n \n2. पौलुस तीमुथियुस को अप्रधान निर्देश देता है (2:14–26)।\n \n3. पौलुस तीमुथियुस को भविष्य में होने वाली घटनाओं के विषय सतर्क करता है और उसे निर्देश देता है कि वह किस प्रकार परमेश्वर की सेवा में सिद्ध हो जाए (3:1-4:8)।\n \n4. पौलुस व्यक्तिगत सन्देश देता है (4:9-24)।\n \n #### 2 तीमुथियुस की पुस्तक किसने लिखी?\n \n 2 तीमुथियुस पौलुस ने लिखा। वह तर्शीश नगर का रहने वाला था। वह अपने प्रारंभिक जीवन में शाऊल के रूप में जाना जाता था। मसीही बनने से पहले, पौलुस एक फरीसी था। उसने मसीहियों को सताया था। मसीह का शिष्य बनने के बाद, उसने सम्पूर्ण रोमी साम्राज्य की यात्रा की और लोगों के मध्य यीशु का व्याख्यान किया।\n \n\nयह पुस्तक तीमुथियुस को लिखा गया पौलुस का दूसरा पत्र है। तीमुथियुस उसका शिष्य और घनिष्ठ मित्र था। पौलुस ने इस पत्र को रोम में कैद के समय लिखा। इस पत्र को लिखने के बाद, पौलुस शीघ्र ही मारा जाएगा।\n\n#### 2 तीमुथियुस की पुस्तक का विषय क्या है?\n\nपौलुस ने तीमुथियुस को इफिसुस नगर में छोड़ दिया था कि वहाँ के विश्वासियों की सहायता करे। पौलुस ने कई विषयों पर तीमुथियुस को निर्देश देने के लिए यह पत्र लिखा था। जिन विषयों पर उसने बात की उनमें झूठे शिक्षकों से सावधान रहने की चेतावनी और कठिन परिस्थितियों को सह लेने के विषय में निर्देश हैं। यह पत्र इस बात को भी प्रकट करता है कि किस प्रकार पौलुस तीमुथियुस को कलीसियाओं के मध्य एक अगुवा बनने का प्रशिक्षण दे रहा था।\n\n इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाना चाहिए?\n\nअनुवादक इस पुस्तक को इसके पारम्परिक शीर्षक को "2 तीमुथियुस" या "दूसरा तीमुथियुस" के नाम से पुकारने का चुनाव कर सकते हैं या वे एक अन्य  शीर्षक चुन सकते हैं,जैसे "तीमुथियुस के लिए पौलुस का दूसरा पत्र" या "तीमुथियुस को लिखा दूसरा पत्र"। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]])\n\n भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक अवधारणाएँ\n\n 2 तीमुथियुस में योद्धा की उपमा क्या है?\n\nजब पौलुस बंदीगृह में प्रतीक्षा कर रहा था, तब उसने यह जानते हुए कि वह शीघ्र ही मारा जाएगा, स्वयं को मसीह यीशु के एक योद्धा के रूप में बताया। योद्धाओं के लिए आवश्यक है कि वे अपने सेना नायकों के आदेशों का पालन करें। इसी प्रकार, मसीही जन यीशु के आदेशों का पालन करते हैं। मसीह के "योद्धा" के रूप में, विश्वासियों को उसकी आज्ञाओं का पालन करना है, भले ही वे इसके परिणाम-स्वरूप मर क्यों न जाएँ।\n\n इसका क्या अर्थ है कि परमेश्वर ने पवित्र-शास्त्र की रचना को प्रेरित किया है?\n\nपरमेश्वर पवित्र-शास्त्र का वास्तविक लेखक है। उसने उन मानव लेखकों को प्रेरणा दी जिन्होंने इन पुस्तकों को लिखा था। इसका अर्थ यह है कि लोगों ने जो लिखा है उसे लिखने के लिए किसी तरह से परमेश्वर ने उन्हें  सन्देश-प्रेरित किया था। इसी कारण से इसे परमेश्वर का वचन भी कहा जाता है। इसके अनेक अभिप्राय हैं। पहला, बाइबल अचूक है और इस पर भरोसा किया जा सकता है। दूसरा, परमेश्वर अपने धर्मशास्त्र को प्रत्येक मानव पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखेगा। तीसरा, परमेश्वर के वचन का अनुवाद संसार की सब भाषाओं में किया जाना चाहिए।\n\n## भाग 3: अनुवाद के महत्वपूर्ण विवाद विषय \n\n#### एकवचन और बहुवचन "तू"\n\nइस पुस्तक में, "मैं" शब्द पौलुस को संदर्भित करता है। यहाँ "तू" शब्द लगभग सदैव ही एकवचन है और तीमुथियुस का सन्दर्भ देता है। इसमें एकमात्र अपवाद 4:22 है। (देखें:  [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]])\n\nसमावेशी और एकान्तक "हम" तथा "हमारे"\n\nइस पुस्तक में "हम" और "हमारे" पौलुस को तथा प्राप्तिकर्ता तीमुथियुस एवं सब विश्वासियों को समाहित करते हैं\n\n "मसीह मे", "प्रभु मे" आदि अभिव्यक्तियोँ के उपयोग  में पौलुस का अभिप्राय क्या है?\n\nपौलुस मसीह और विश्वासियों के मध्य अति घनिष्ट सम्बन्ध का विचार व्यक्त करना चाहता था। कृपया ऐसी अभिव्यक्ति की अधिक जानकारी के लिए रोमियों की पुस्तक की प्रस्तावना देखें।\n\n 2 तीमुथियुस की पुस्तक में मूलपाठ विषयक प्रमुख विवाद विषय क्या हैं?\n\nनिम्नलिखित पदों के सम्बन्ध  में, प्राचीनतम यूनानी पांडुलिपियाँ उत्तरकालीन यूनानी पांडुलिपियों से भिन्न हैं| अतः अनुवाद में यूनानी पांडुलिपियों के उपयोग के कारण आधुनिक बाइबल संस्करणों में भी अंतर आ जाता है। यू एल टी में प्राचीनतम यूनानी पांडुलिपियों से अनुवाद किया गया है और उत्तरकालीन पांडुलिपियों की तुलना में जो अंतर अता है उसको पादटिप्पणियों में व्यक्त किया गया है। यदि व्यापक क्षेत्र में बाइबल का अनुवाद विद्यमान है, तो अनुवादकों को उस बाईबल संस्करण के निर्णय पर विचार करना उचित ही होगा। यदि नहीं है, तो अनुवादकों को सुझाव दिया जाता है कि वे यूं  एल टी में प्रकट प्राचीनतम यूनानी पांडुलिपि का अनुसरण करें।\n\n* “जिसके लिए मैं प्रचारक, और प्रेरित, और उपदेशक भी ठहरा।” (1:11)। कुछ उत्तरकालीन संस्करणों में इस प्रकार लिखा है, “इस कारण, मुझे अन्यजातियों के लिए  उपदेशक,  प्रेरित, और शिक्षक नियुक्त किया गया।”\n* “प्रभु के सामने चेतावनी दे” (2:14)। कुछ पुराने संस्करणों में इस प्रकार लिखा है, “प्रभु के सामने उन्हें चेतावनी दे।”\n\n(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-textvariants]]) " 1:intro p5lf 0 # 2 तीमुथियुस 1 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण \n\nपौलुस इस पत्र की प्रस्तावना को पद 1-2 में औपचारिक रूप प्रदान करता है  प्राचीन मध्य एशिया में लेखक प्रायः इसी प्रकार पत्रों का आरम्भ करते थे।\n\nइस अध्याय में विशेष अवधारणाएं \n\n आत्मिक संतान\n\nपौलुस ने एक मसीही और कलीसिया के अगुवे के रूप में तीमुथियुस को अनुशासित किया। सम्भवतः पौलुस ही उसे मसीह के विश्वास में लाया था। इसलिए, पौलुस तीमुथियुस को “प्रिय पुत्र” कहता है। यद्यपि पौलुस तीमुथियुस का सांसारिक पिता नहीं था, वह तीमुथियुस के साथ अपने सम्बन्ध के विषय आत्मिक परिप्रेक्ष्य में पिता और पुत्र की संज्ञा देता है (देखें:  [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])\n\nइस अध्याय में अनुवाद की अन्य संभावित कठिनाइयाँ\n\n##### सताव\n\nपौलुस इस पत्र को लिखते समय बंदीगृह में था। पौलुस ने तीमुथियुस को सुसमाचार के लिए कष्ट सहने की इच्छा रखने के लिए प्रोत्साहित किया। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:1 ha4l Παῦλος 1 इस पत्र में उस समय की सामान्य परम्परा का पालन किया गया है, पहले लेखक का नाम और पहचान तदोपरांत प्राप्तिकर्ताओं का उल्लेख (पद 2 में).  आपकी भाषा में  पत्र के लेखक का परिचय देने का एक अपना ही विशेष तरीका हो सकता है। यदि है तो आप उसको अपने अनुवाद में काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "मैं पौलुस, यह पत्र लिख रहा हूँ" 1:1 vl2g διὰ θελήματος Θεοῦ 1 "परमेश्वर की इच्छा के कारण" या "क्योंकि परमेश्वर चाहता था कि ऐसा हो।" पौलुस  प्रेरित बना क्योंकि परमेश्वर चाहता था कि वह एक प्रेरित हो। 1:1 e1lg κατ’ 1 इसका दो में से एक संभावित अर्थ हो सकता है: (1) परमेश्वर ने पौलुस को नियुक्त किया कि वह मनुष्यों को यीशु में जीवन की प्रतिज्ञा के बारे में सुनाए| वैकल्पिक अनुवाद: “घोषणा करने के उद्देश्य के निमित्त” (2) पौलुस प्रेरित हुआ क्योंकि उसने भी यीशु में जीवन की प्रतिज्ञा प्राप्त की थी। वैकल्पिक अनुवाद: "प्राप्त करने के परिणाम स्वारूप" 1:1 m9kv rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ζωῆς τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 पौलुस **जीवन** की चर्चा इस प्रकार करता है कि जैसे वह यीशु के भीतर एक वस्तु है। यह उस जीवन को संदर्भित करता है जिसे लोग मसीह यीशु के हो जाने के  परिणामस्वरूप प्राप्त करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""उस जीवन का जो हमें मसीह यीशु के हो जाने के परिणामस्वरूप प्राप्त होता है"" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:2 rp5u Τιμοθέῳ 1 आपकी भाषा में पत्र प्राप्त करने वाले व्यक्ति का परिचय देने का एक विशेष तरीका हो सकता है| यदि है तो, आप अपने अनुवाद में उसका प्रयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: यह पत्र तेरे लिए है, तीमुथियुस"। 1:2 ey7g rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀγαπητῷ τέκνῳ 1 पौलुस तीमुथियुस का पिता नहीं था,परन्तु वह **पुत्र** शब्द का उपयोग करके तीमुथियुस के लिए अपना प्रेम और अनुमोदन प्रकट करता है| यह भी संभव है कि पौलुस ने तीमुथियुस को मसीह के विषय में बताया था, और इसी कारण पौलुस उसेअपना आत्मिक पुत्र  समझता था। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मेरे प्रिय पुत्र के समान है" या "तू मेरे लिए एक प्रिय पुत्र जैसा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:2 w43q χάρις, ἔλεος, εἰρήνη, ἀπὸ 1 लेखक का और प्राप्तिकर्ता (तीमुथियुस) के नाम प्रकट  करने के बाद, पौलुस तीमुथियुस को आशीर्वाद देता है| यहाँ अपनी भाषा का प्रयोग करें जिससे कि पाठक समझ सकें कि यह आशीर्वाद है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू अपने मन में से … कृपा, दया और शांति का अनुभव पाए" या "मैं प्रार्थना करता हूँ कि तुझे … से कृपा, दया और शांति मिले"|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-blessing]]) 1:2 ub7c rc://*/ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples Θεοῦ Πατρὸς καὶ 1 यह परमेश्वर के लिए एक  महत्वपूर्ण पदनाम है|यहाँ पौलुस परमेश्वर को मसीह का पिता, या (2)विश्वासियों का पिता, मानता है। वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर जो पिता है"। (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/guidelines-sonofgodprinciples]]) 1:2 yp2q Χριστοῦ Ἰησοῦ τοῦ Κυρίου ἡμῶν 1 मसीह यीशु हमारे प्रभु 1:3 tvb7 ᾧ λατρεύω ἀπὸ προγόνων 1 यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि पौलुस का परिवार अनेक पीढ़ियों से परमेश्वर की सेवा कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसकी सेवा मेरे पूर्वजों ने की और मैं भी कर रहा हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate figs-idiom]]) 1:3 ha9d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν καθαρᾷ συνειδήσει 1 "पौलुस अपने विवेक की बात ऐसे करता है जैसे कि इसे शारीरिक रूप से स्वच्छ किया जा सकता है। एक **शुद्ध विवेक** वाले मनुष्य में अपराध बोध नहीं होता है क्योंकि उसने सदैव ही सदाचारी होने का प्रयास किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह जानते हुए कि मैं ने सदैव उचित काम करने का भरसक प्रयास किया है"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:3 rz7s ὡς ἀδιάλειπτον ἔχω τὴν περὶ σοῦ μνείαν 1 यहाँ पौलुस स्मरण रखने की क्रिया को भाववाचक संज्ञा, **स्मृति** द्वारा व्यक्त करता है। आपकी भाषा में इस धारणा को व्यक्त करने की कोई विशेष विधि होगी जैसे क्रिया द्वारा| यदि है तो आप उसका प्रयोग अपने अनुवाद में कर सकते हैं  वैकल्पिक अनुवाद:: “अपनी प्रार्थनाओं में मुझे तेरा स्मरण सदैव ही रहता है| (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:3 pa6q rc://*/ta/man/translate/figs-merism νυκτὸς καὶ ἡμέρας 1 यहाँ **रात और दिन** का उपयोग रात के सम्पूर्ण समय और दिन के सम्पूर्ण समय को संयोजित करके किया गया है| इसका अर्थ है कि पौलुस परमेश्वर से प्रार्थना करता रहता है, समय चाहे कोई  सा भी हो| इसका अर्थ यह नहीं है कि पौलुस चौबीस घंटे अविराम प्रार्थना करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “सदैव” या “हर समय” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]]) 1:4 kk82 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy μεμνημένος σου τῶν δακρύων 1 यहाँ **तेरे आँसुओं** का सन्दर्भ तीमुथियुस के रोने या बहुत अधिक दुखी होने को दर्शाता हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “कि तू रोया था" या "तेरा दुःख" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]])" 1:4 zc8s ἐπιποθῶν σε ἰδεῖν 1 तुमसे मिले काफी समय हो गया 1:4 gu8c rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor χαρᾶς πληρωθῶ 1 पौलुस स्वयं के विषय में ऐसा कहता है जैसे कि वह एक बर्तन था जिसे कोई **भर** सकता था। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं  बहुत आनन्दित हो जाऊं” या “मेरा आनन्द पूरा हो सकता है” या “मुझे असीम आनंद प्राप्त हो": (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]] 1:5 rhs7 ὑπόμνησιν λαβὼν τῆς ἐν σοὶ 1 मुझे तुम्हारी याद आ गई 1:5 buc3 τῆς ἐν σοὶ ἀνυποκρίτου πίστεως 1 पौलुस तीमुथियुस के **विश्वास** को भाववाचक संज्ञा में व्यक्त करता है| आपकी भाषा में इस धारणा को व्यक्त करने के लिए कोई विशेष विधि होगी, जसे क्रिया द्वारा| यदि है, तो आप उसका प्रयोग अनुवाद में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "कि तू सच्चा विश्वास करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:5 vgz2 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πίστεως, ἥτις ἐνῴκησεν πρῶτον ἐν τῇ μάμμῃ σου, Λωΐδι, καὶ τῇ μητρί σου, Εὐνίκῃ; πέπεισμαι δὲ ὅτι καὶ ἐν σοί 0 "पौलुस उनके **विश्वास** के लिए आलंकारिक भाषा का उपयोग करता है कि जैसे वह अन्तर्वासी जीवित वस्तु है और उन सब "में' वास करती है। वैकल्पिक अनुवाद: "...विश्वास जो तुझ में है| तेरी नानी लोइस, और तेरी  माता यूनीके भी परमेश्वर में सच्चा विश्वास रखती थीं और अब मुझे पूर्ण विश्वास है कि तुझ में भी परमेश्वर पर यही सच्चा विश्वास है"। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]]) 1:5 l8wc rc://*/ta/man/translate/translate-names Λωΐδι & Εὐνίκῃ 0 यह एक स्त्री का नाम है। तीमुथियुस की नानी, संभवतः उसकी माता की माता (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:6 ngi3 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 1:6 j58k δι’ ἣν αἰτίαν 0 पौलुस लिखता है,**इसी कारण**  तीमुथियुस को अपना वरदान प्रज्वलित करना है,क्योंकि पौलुस को यीशु में तीमुथियुस के विश्वास पर पूर्ण विश्वास था| वैकल्पिक अनुवाद: "इसी कारण" या “मसीह में तेरे निष्कपट विश्वास के कारण” 1:6 h6eq rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀναζωπυρεῖν τὸ χάρισμα 1 "पौलुस तीमुथियुस द्वारा उसके **वरदान** का पुनः उपयोग करने की आवश्यकता को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह आग को फिर से जला रहा हो। वैकल्पिक अनुवाद: "एक बार फिर से वरदान का उपयोग करने को अधीर हो जा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])" 1:6 i977 τὸ χάρισμα τοῦ Θεοῦ, ὅ ἐστιν ἐν σοὶ διὰ τῆς ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν μου 1 पौलुस ने तीमुथियुस के सिर पर **हाथ** रखकर प्रर्थना की थी कि परमेश्वर उसको पवित्र आत्मा का सामर्थ्य प्रदान करे कि परमेश्वर ने उसको जिस सेवा के निमित्त बुलाया है, उसे करने में वह सक्षम हो जाए| इस प्रकार तीमुथियुस ने पवित्र आत्मा का वरदान प्राप्त किया था। देखें कि आपने इसका अनुवाद 1 तीमुथियुस 4:14 में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का वह वरदान जो तू ने प्राप्त किया था जब मैं ने तेरे लिए प्रार्थना की थी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-symaction]]) 1:7 h1z3 οὐ & ἔδωκεν ἡμῖν ὁ Θεὸς πνεῦμα δειλίας, ἀλλὰ δυνάμεως, καὶ ἀγάπης, καὶ σωφρονισμοῦ 1 इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) **आत्मा** का सन्दर्भ “पवित्र आत्मा” से हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर का पवित्र आत्मा हमारे लिए भय का कारण उत्पन्न नहीं होने देता है। वह हमें सामर्थ्य, प्रेम और संयम के योग्य बनाता है" या (2) **आत्मा** मनुष्य के चरित्र का सन्दर्भ दे सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: क्योंकि परमेश्वर हमें भयभीत नहीं होने देता परन्तु सामर्थ्य और प्रेम, और संयम देता है।”" 1:7 k6g7 σωφρονισμοῦ 1 **संयम** का अर्थ इन दो में से एक हो सकता हैं: (1) **संयम** इन्द्रियों पर नियंत्रण के सन्दर्भ में हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "आत्मसंयम की क्षमता का" (2) **संयम**  का सन्दर्भ अन्यों को सुधारने या अपने वश में करने से भी हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अन्यों को सुधारने की क्षमता का"। 1:8 fk9z τὸ μαρτύριον 1 संभव है कि पौलुस **गवाही** शब्द का प्रयोग सन्देश के सन्दर्भ में नहीं वरन मनुष्यों को प्रभु के बारे में सुनाने के सन्दर्भ में कर रहा हो| वैकल्पिक अनुवाद: "साक्षी से" या "मनुष्यों को सुनाने से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:8 blk9 τὸν δέσμιον αὐτοῦ 1 पौलुस प्रभु के द्वारा **बंदी** नहीं बनाया गया था| उसको इस कारण बंदी बनाया गया था कि वह प्रभु की गवाही देता था| वैकल्पिक अनवाद: "उसके नाम के कारण बंदी" या "प्रभु के निमित्त बंदी" 1:8 ry82 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor συνκακοπάθησον τῷ εὐαγγελίῳ 0 मेरे **साथ** इस उक्ति का अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) इसका अर्थ हो सकता है कि तीमुथियुस पौलुस के साथ दुःख उठाए| (2) इसका अर्थ हो सकता है कि तीमुथियुस अन्य सब कष्ट उठाने वाले विश्वासियों के साथ दुःख उठाए| 1:8 hi9a τῷ εὐαγγελίῳ, κατὰ δύναμιν Θεοῦ 1 पौलुस तीमुथियुस को स्मरण कराता है कि मनुष्य को सताया जाता है तो परमेश्वर उसको **सामर्थ्य** संपन्न करता है कि वह पीड़ा सहन कर सके| वैकल्पिक अनुवाद: "सुमाचार के निमित्त परमेश्वर को तुझे सामर्थी बनाने दे" 1:9 ld55 κλήσει ἁγίᾳ 1 पौलुस इस अभिव्यक्ति,**पवित्र बुलाहट से** का उपयोग करता है जिसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1)इसके द्वारा वर्णन होता है कि बुलाहट का परिणाम क्या है| बुलाहट पवित्र मनुष्य उत्पन्न करती है या मनुष्यों को परमेश्वर के लिए पृथक करती है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें ऐसी बुलाहट से बुलाया जो हमें परमेश्वर के निमित्त पवित्र होने के लिए पृथक करती है" या (2)  इसके द्वारा बुलाहट के स्रोत अर्थात परमेश्वर का वर्णन किया गया है कि वह पवित्र है| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें अपनी ही पवित्र बुलाहट के माध्यम से बुलाया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:9 ub31 οὐ κατὰ τὰ ἔργα ἡμῶν 1 हमारे कार्यों के अनुसार नहीं 1:9 kyr5 ἀλλὰ κατὰ ἰδίαν πρόθεσιν καὶ χάριν 1 यहाँ **उद्देश्य और उस अनुग्रह** दोनों के संयोजित उपयोग का अर्थ है, "कृपालु उद्देश्य|"पौलुस कह रहा है, हमारे लिए परमेश्वर के उद्देश्य या योजना में है कि मसीह यीशु के द्वारा हम पर अनुग्रह या दया प्रकट की जाए| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु उसके कृपालु उद्देश्य के कारण" या "परन्तु क्योंकि उसने हमें दया दिखाने  की योजना बनाई है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) 1:9 pq1z ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 पौलुस परमेश्वर के **उद्देश्य और उस अनुग्रह** या "कृपालु उद्देश्य" को आलंकारिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह **मसीह यीशु** में अन्तर्निहित कोई वास्तु हो| इसका संदर्भ मनुष्य के उद्धार की परमेश्वर की योजना से है जिसको यीशु ने पूरा किया| अतः जब मनुष्य यीशु के साथ सम्बन्ध बनाते हैं,तब परमेश्वर उनको मुक्ति दिलाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु के साथ हमारे सम्बन्ध के द्वारा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:9 zq7m πρὸ χρόνων αἰωνίων 0 यह एक मुहावरा है जिसका संकेत है कि परमेश्वर ने समय से पहले, जगत की उत्पत्ति से पहले ही मसीह में विश्वास के द्वारा उद्धार करने का निर्णय ले लिया था| वैकल्पिक अनुवाद: 'समय के आरम्भ से पूर्व" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 1:10 h5e5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor φανερωθεῖσαν δὲ νῦν, διὰ τῆς ἐπιφανείας τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Χριστοῦ Ἰησοῦ 0 हमारे उद्धार के निमित्त परमेश्वर की कृपालु योजना को पौलुस इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई वस्तु हो जिसका अनावरण किया जा सकता है और मसीह यीशु के आगमन के द्वारा मनुष्यों को दिखाई जा सकती है। वैकल्पिक अनुवाद: “और जिसको अब मनुष्य जान सकते हैं" या "जिसका अब मनुष्य अनुभव कर सकते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:10 i7cl rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor καταργήσαντος μὲν τὸν θάνατον 0 जिसने मृत्यु को समाप्त कर दिया 1:10 i3wl rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor φωτίσαντος δὲ ζωὴν καὶ ἀφθαρσίαν διὰ τοῦ εὐαγγελίου 0 पौलुस **जीवन और अमरता** को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे वस्तुएं हों जिनको अन्धकार से उजियाले में लाया जा सकता है कि मनुष्य उनको देख पाए| वह आलंकारिक भाषा में किसी बात के प्रकाशन या मनुष्य के लिए बोधगम्य होने को व्यक्त कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "सुसमाचार के माध्यम से जीवन और अनश्वरता का अनावरण कर दिया" या ""सुसमाचार के द्वारा जीवन और अमरत्व की घोषणा कर दी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-METAPHOR]]) 1:11 tb9b rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐτέθην ἐγὼ κῆρυξ 1 यदि आपकी भाषा में अकर्मक क्रिया रूप नहीं है तो आप सकर्मक रूप के प्रयोग द्वारा इसी विचार को प्रकट कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने मुझे शुभ सन्देश वाहक होने केलिए चुन लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 1:12 j37g δι’ ἣν αἰτίαν 1 पौलुस प्रेरित होने के अपने पद का सन्दर्भ देते हुए अपने कष्टों का **कारण** प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि मैं एक प्रेरित हूँ" 1:12 y8l4 καὶ ταῦτα πάσχω 1 पौलुस अपने **कष्टों** की **बातें** स्पष्ट नहीं बताता है परन्तु पत्र के प्रकरण से अभिप्राय निकलता है कि वह बंदी होने के कष्टों का सन्दर्भ दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं एक बंदी होने के कारण भी कष्ट उठा रहा हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:12 td39 πέπεισμαι 0 पौलुस कहता है कि उसको पूर्ण विश्वास है कि परमेश्वर अंत में सब कुछ ठीक कर देगा| वैकल्पिक अनुवाद: "मुझे निश्चय है" 1:12 p6pi rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὴν παραθήκην μου φυλάξαι 0 पौलुस एक व्यक्ति के रूपक का प्रयोग कर रहा है जो एक वस्तु को किसी दूसरे व्यक्ति के पास छोड़कर जाता है जिससे अपेक्षा की जाती है कि वह सकी रक्षा तब तक करे है जब तक कि वह उसे पहले व्यक्ति को फिर से न सौंप दे। यहाँ यीशु और पौलुस वे दो व्यक्ति हैं परन्तु स्पष्ट नहीं है  कि **धरोहर** किसके पास है| अतः इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) पौलुस यीशु पर विश्वास करता है कि वह पौलुस द्वारा सौंपी गई धरोहर को सुरक्षित रखेगा| यह पौलुस का अपना जीवन हो सकता है, या अधिक विशिष्टता में, पौलुस आजीवन यीशु का निष्ठावान बना रहेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "मुझे उसका निष्ठावान बनाए रखेगा" (2) पौलुस यीशु पर भरोसा रखता है कि वह उस सुसमाचार को सुरक्षित रखेगा जो उसने पौलुस को सौंपा है कि पौलुस उसका प्रचार करे। वैकल्पिक अनुवाद: "उसके सन्देश का प्रचार करते रहने में मेरी सहायता करेगा"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:12 qcu3 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐκείνην τὴν ἡμέραν 1 यह उस **दिन** के सन्दर्भ में है जब यीशु न्याय करने आएगा। वैकल्पिक अनुवाद: "न्याय का दिन" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:13 h1qd ὑποτύπωσιν ἔχε ὑγιαινόντων λόγων, ὧν παρ’ ἐμοῦ ἤκουσας 0 पौलुस चाहता है कि तीमुथियुस उन बातों की शिक्षा दे जो उसने उसको सिखाई है और इस प्रकार उसके उदाहरण का अनुसरण करे| **खरी बातें**,इस आलंकारिक भाषा का अर्थ है, "उचित सन्देश", एतद्द्वारा, ,शुद्ध बुद्धी से अंतर्ग्रहण किया जा सकता है कि उचित सन्देश तर्कसम्मत है| वैकल्पिक अनुवाद: "एकमात्र उचित सन्देश" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:13 b2ld ἐν πίστει καὶ ἀγάπῃ τῇ ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 0 यहाँ **प्रेम** का अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) तीमुथियुस का मनुष्यों के प्रति प्रेम प्रदर्शन| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु में विश्वास करना और मनुष्यों से प्रेम करना क्योंकि तू उसका है" (2) तीमुथियुस द्वारा परमेश्वर से प्रेम| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु में विश्वास करना और उससे प्रेम करना" 1:14 i5g5 τὴν καλὴν παραθήκην 1 यहाँ **अच्छी धरोहर** का सन्दर्भ सुसमाचार के सन्देश से है जो परमेश्वर ने पौलुस को सौंपा है कि उसके लोगों के साथ साझा करे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:14 cb5q φύλαξον 1 तीमुथियुस को सुसमाचार की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है क्योंकि लोग उसका  विरोध करेंगे और उसकी बातों तथा शिक्षाओं को विकृत करेगे अर्थात उसके सन्देश को ही बदल देंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "अच्छी धरोहर को उन लोगों से बचा कर रखना जो उसको विकृत करने का प्रयास करेंगे" या "क्योंकि लोग सुसमाचार के सन्देश को विकृत करने का प्रयास करेंगे इसलिए उसकी रक्षा कर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:14 a3v2 διὰ Πνεύματος Ἁγίου 1 यहाँ **द्वारा** का अर्थ है,"के माध्यम से" या "के सामर्थ्य से" वैकल्पिक अनुवाद: "पवित्र आत्मा के माध्यम से" या "पवित्र आत्मा की सहायता से" 1:15 p6f4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀπεστράφησάν με 1 यह एक रूपक है जिसका अर्थ है कि उन्होंने पौलुस की सहायता करना बन्द कर दिया।  वैकल्पिक अनुवाद: “मुझे अकेला छोड़ दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:15 x6cc rc://*/ta/man/translate/translate-names Φύγελος καὶ Ἑρμογένης 1 यह एक पुरुष का नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:16 e6hl rc://*/ta/man/translate/translate-names Ὀνησιφόρου 1 यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:16 zz44 τῷ & οἴκῳ 1 **घराने** शब्द का सन्दर्भ **उनेसिफुरुस** तथा उसके कुतुम्ब के सब सदस्यों से है जिनमें उसके सेवक-सेविकाएँ भी हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "उनेसिफुरुस और उसके साथ रहने वाले हर एक जन पर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:16 td1q rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὴν ἅλυσίν μου οὐκ ἐπησχύνθη 1 **जंजीर** यहाँ बंदीगृह में होने के सन्दर्भ में है। उनेसिफुरुस  लजाता नहीं था कि पौलुस के बंदीगृह में है, वह निरन्तर उससे मिलने आया करता था। वैकल्पिक अनुवाद: “मेरे बंदी होने से वह लज्जित नहीं था” या "मेरे बंदीगृह में होने से उसको लज्जा नहीं आती थी" या "वह मुझ से लज्जित नहीं था यद्यपि मैं बंदीगृह में था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:18 p3di δῴη( αὐτῷ ὁ Κύριος, εὑρεῖν ἔλεος παρὰ Κυρίου 0 पौलुस एक बार और प्रभु से विनती करता है कि वह उनेसिफुरुस पर **दया करे**| आप इसको आशीर्वाद या प्रार्थना के रूप में दर्शा सकते हैं,आपकी भाषा में जो भी अधिक स्वाभाविक हो! देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:16](../01/16.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु उनेसिफुरुस पर दया करे" या "प्रभु उनेसिफुरुस पर दया करे!" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-blessing]]) 1:18 x2dk rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor εὑρεῖν ἔλεος παρὰ Κυρίου 0 पौलुस **दया** का वर्णन इस प्रकार करता है जैसे कि यह कोई वस्तु हो जिसे पाया जा सकता है। पौलुस अपनी मनोकामना प्रकट कर रहा है कि परमेश्वर न्याय के दि उनेसिफुरुस पर **दया** करे|वैकल्पिक अनुवाद: "प्रभु से दया प्राप्त करे!" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:18 f3ep rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐν ἐκείνῃ τῇ ἡμέρᾳ 0 **उस दिन** का सन्दर्भ परमेश्वर द्वारा सब मनुष्यों के न्याय के दिन से है, उस दिन वे प्रभु की दया के पात्र होंगे, या क्जैरोध के भागी होंगे, जैसा पौलुस कहता है। वैकल्पिक अनुवाद: "न्याय के दिन" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:intro k3zn 0 # 2 तीमुथियुस 02 निर्विशेष टिप्पणियाँ \n\n#### संरचना एवं आरूपण \n\nपद 11-13 में पौलुस किसी कविता या भजन का उद्धरण दे रहा प्रतीत होता है| पाठक के लिए स्पष्ट करने हेतु कि यह उद्धरण है, उचित होगा कि आप अपने अनुवाद में इन पदों को अन्य पदों की तुलना में दूर दाहिनी और रखें।\n\nइस अध्याय में विशेष अवधारणाएँ\n\n हम उसके साथ राज्य करेंगे \n\n विश्वासी  मसीही जन भविष्य में मसीह के साथ राज्य करेंगे। (देखें: rc://hi/tw/dict/bible/kt/faithful)\n\nइस अध्याय के महत्वपूर्ण अलंकार\n\nउपमाएं   \n\nइस अध्याय में, पौलुस  मसीही जीवन जीने की शिक्षा देते समय अनेक उपमाओं का उपयोग करता है। वह सैनिकों, खिलाड़ियों, और किसानों की उपमाएं देता है। इस अध्याय उत्तर पदों में, वह घर में विभिन्न प्रकार के पात्रों की उपमा का  भी उपयोग करता है| 2:1 t13s Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 2:1 bll5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τέκνον μου 1 यहाँ “पुत्र” बड़े प्रेम और अनुमोदन का शब्द है। तीमुथियुस पौलुस का सांसारिक पुत्र नहीं था| यह भी संभव है कि तीमुथियुस को पौलुस द्वारा मसीह में लाया गया था, और इसी कारण पौलुस उसे अपने पुत्र तुल्य मानता था। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मेरे पुत्र के समान है” (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:1 e6ex rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐνδυναμοῦ ἐν τῇ χάριτι τῇ ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 पौलुस चाहता था कि तीमुथियुस उस सामर्थ्य का अनुभव प्राप्त करे जिसको परमेश्वर अपने **अनुग्रह** या कृपा से उपलब्ध कराता है| विश्वासी मसीह यीशु को जानकार परमेश्वर के अनुग्रह का अनुभव प्राप्त करते हैं| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा,**अनुग्रह** में निहित विचार को विशेषण द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “ जब तू मसीह यीशु के साथ अपने सम्बन्ध के माध्यम से उसको बड़ी दया से तुझे बलवंत बनाने देता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]])" 2:2 ig9v διὰ πολλῶν μαρτύρων 1 यहाँ पौलुस सार्वजनिक शिक्षा का सन्दर्भ दे रहा है जहाँ अनेक अन्य लोग उपस्थित होते हैं| कहने का अभिप्राय यह है, वे अन्य जन तेरे द्वारा दी गई शिक्षा के साक्षी हों| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों की उपस्थिति में कि वे मेरे वचनों के गवाह हों" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:2 kv1m rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ταῦτα παράθου πιστοῖς ἀνθρώποις 0 पौलुस तीमुथियुस को दिए गए अपने निर्देशनों का आख्यान ऐसे करता है जैसे कि वे वस्तुएँ हों  जिन्हें तीमुथियुस दूसरे लोगों को दे सकता है और इनका उचित रीति से उपयोग करने के लिए उन पर भरोसा कर सकता था। वैकल्पिक अनुवाद: “उन्हें सौंप दें” या “उन्हें सिखा दें” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:3 yc1j συνκακοπάθησον 1 **साथ** शब्द का अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) इसका अर्थ हो सकता है कि तीमुथियुस पौलुस के साथ दुःख उठाए| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे साथ दुःख उठा" (2) तीमुथियुस के लिए इसका अर्थ हो सकता है कि वह अन्य सब विश्वासियों के साथ दुःख उठाए| वैकल्पिक अनुवाद: "सब विश्वासियों के दुखों में सहभागी हो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:3 juu2 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὡς καλὸς στρατιώτης Ἰησοῦ Χριστοῦ 1 पौलुस मसीह यीशु के लिए दुःख सहने की तुलना उस कष्ट से करता है जो एक अच्छा सैनिक सहन करता है। वैकल्पिक अनुवाद: "जैसे कि तू एक योद्धा है और मसीह यीशु तेरा सेना नायक है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:4 a4x7 οὐδεὶς στρατευόμενος ἐμπλέκεται ταῖς τοῦ βίου πραγματίαις 0 यीशु के अनुसरण में तीमुथियुस को एक अति महत्वपूर्ण बात समझाने के लिए पौलुस एक योद्धा की उपमा देता है, उसको निर्णय लेना होता है कि वह या तो अपने सेना नायक को प्रसन्न करे या सेना से बहार के लोगों को। यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ध्यान दे कि कोई भी समर्पित योद्धा जीवन की चिंताओं से अपना ध्यान भटकने नहीं देता है”। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:4 p7n5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐμπλέκεται 0 पौलुस अन्य चिंताओं में उलझने को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे एक जाल है जो मनुष्य को फंसा लेती हैं और वह स्वतंत्र गतिविधियों से वंचित हो जाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जीवन की चिंताओं से विघ्न को आने देता है"। (देखें: [[rc://hien/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:4 d2lg ῷ στρατολογήσαντι 0 वैकल्पिक अनुवाद: "उसका नायक" या "उसको आज्ञा देनेवाला" 2:5 d483 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀθλῇ τις, οὐ στεφανοῦται, ἐὰν μὴ νομίμως ἀθλήσῃ 0 यीशु के अनुसरण के महत्त्व को समझाने के लिए पौलुस तीमुथियुस को एक खिलाड़ी की उपमा देता है  कि उसको निर्णय लेना होता है कि नियमानुसार स्पर्धा करे या न करे। वह नियमानुसार स्पर्धा करके जीतता है तब ही उसको मुकुट पहनाया जाता है| खेलों में खिलाड़ी की स्पर्धा की तुलना के द्वारा पौलुस निहितार्थ में तीमुथियुस से कहा रहा है कि यदि वह मसीह की सेवा **नियमानुसार** नहीं करेगा तो उसको मसीह से प्रतिफल प्राप्त नहीं होगा, अर्थात यदि वह उसका आज्ञापालन नहीं करेगा! यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसका अपरोक्ष संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ध्यान दे कि अधिकारी किसी खिलाड़ी को मुकुट तब ही पहनाते हैं जब वह नियमानुसार स्पर्धा करके विजयी होता है" (देखें:  [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:5 xbn6 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οὐ στεφανοῦται, ἐὰν μὴ νομίμως ἀθλήσῃ 0 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस दोहरे नकारात्मक अंशों को एक सकारात्मक कथन में व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “अधिकारी उसको तब ही मुकुट पहनाएंगे जब वह नियमों का पालन करते हुए स्पर्धा करेगा" (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-doublenegatives]]) 2:5 lea8 οὐ στεφανοῦται 1 पौलुस के समय में विजयी खिलाडियों को पौधों की पत्तियों से बने मुकुट पहनाए जाते थे। आप अपने अनुवाद में अपनी ही संस्कृति में तुलना की परम्परा का सन्दर्भ देते हुए इस विचार को व्यक्त कर सकते हैं, या किसी सामान्य अभिव्यक्ति के उपयोग द्वारा समझा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अधिकारी तुझे पुरुस्कार नहीं देंगे" या अधिकारी तुझे विजेता घोषित नहीं करेंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-अननोन]]) 2:5 reg6 νομίμως ἀθλήσῃ 0 पौलुस उन नियमों का सन्दर्भ दे रहा है जिनके द्वारा स्पर्धा का संचालन होता है| खिलाड़ियों को नियमों का पालन करना आवश्यक होता है अन्यथा उनको स्पर्धा से निकल दिया जाता है परिणामस्वरूप वे विजय का अवसर खो देते हैं| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इन नियमों का उल्लेख कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह नियमानुसार स्पर्धा नहीं करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:6 wz35 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὸν κοπιῶντα γεωργὸν δεῖ πρῶτον τῶν καρπῶν μεταλαμβάνειν 0 यीशु के अनुसरण के महत्त्व को समझाने के लिए पौलुस तीमुथियुस के लिए एक किसान की उपमा देता है, उसको निर्णय लेना होता है कि कठोर परिश्रम करे या न करे| यदि किसान कठोर र्परिश्रम करता है तो उसको अच्छी फसल मिलती है| इस तुलना के द्वारा पौलुस तीमुथियुस को मसीह की सेवा के निमित्त कठोर परिश्रम करने का प्रोत्साहन देता है क्योंकि इसके परिणामस्वरूप परमेश्वर उसको प्रतिफल देगा| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इसका अपरोक्ष संकेत दे सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " इस बात पर मनन कर कि कठोर परिश्रम करने वाला किसान सबसे पहले फसल का अधिकारी होता है"। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:7 bdk9 νόει ὃ λέγω 1 पौलुस ने पद 3-6 में तीमुथियुस के लिए तीन उपमाएं प्रस्तुत कीं, परन्तु उसने उनके भावार्थ को स्पष्ट नहीं किया। उसने तीमुथियुस से ही अपेक्षा की कि वह परमेश्वर की सहायता से मसीह के सेवकों के लिए उन उपमाओं में निहित शिक्षा को समझे। इस कारण यदि आप इन उपमाओं की व्याख्या को समाहित करना चाहते हैं तो हमारा सुझाव है कि आप इनके अर्थ को बाईबल के मुख्य भाग की अपेक्षा पाद टिपण्णी में रखें|  वैकल्पिक अनुवाद: "मैंने अभी जो कहा है, उसको पूर्णतः समझने के लिए आवश्यक है कि तू उन पर गहन चिंतन तो करे,परन्तु ऐसा करने में तू परमेश्वर पर निर्भर कर सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:7 a22q ἐν πᾶσιν 1 **सब बातों को** इस उक्ति का सन्दर्भ उन तीन उपमाओं से है जिनका उल्लेख पौलुस ने इससे पहले किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उन सब के बारे  में जिनकी चर्चा मैंने अभी-अभी की है" या "उन सब के बारे में जो मैंने कहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:8 rp96 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 2:8 mh1k rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκ σπέρματος Δαυείδ 0 **वंश** एक अलंकार है जिसके द्वारा यीशु को राजा दाऊद की संतान दर्शाया गया है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो दाऊद का वंशज है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:8 wt31 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐγηγερμένον ἐκ νεκρῶν 0 **मृतकों में से खडा किया** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, मृतक को पुनः जीवन में लाना| वैकल्पिक अनुवाद: “जिसे परमेश्वर ने फिर से जीवित कर दिया”  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 2:8 s4vh rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy κατὰ τὸ εὐαγγέλιόν μου 1 **मेरे** शब्द विचार प्रकट करता है कि सुसमाचार पौलुस से जुड़ा हुआ था क्योंकि वह उसका प्रचार करता था। वैकल्पिक अनुवाद: “उस सुसमाचार संदेश के अनुसार जो मैं सुनाता हूँ” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]]) 2:9 t2ax rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy μέχρι δεσμῶν ὡς κακοῦργος 0 **जंजीरों में**, आलंकारिक भाषा की इस अभिव्यक्ति द्वारा पौलुस अपने कष्टों की सीमा का वर्णन करता है कि मार खाने से बढकर अब वह कैद में है, बंदीगृह में जंजीरों से जकड़ा हुआ है। वैकल्पिक अनुवाद: “बंदी बनाए जाने तक" (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy]] 2:9 pc6t rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ οὐ δέδεται 1 **बंधा हुआ** का यहाँ अर्थ है, जंजीरों से जकड़ा हुआ कैदी जो पौलुस की दुर्दशा के सन्दर्भ में है| पौलुस स्वयं- एक वास्तविक कैदी- और परमेश्वर के सन्देश में विषमता दर्शाता है कि परमेश्वर का सन्देश कभी बंदी नहीं बनाया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के वचन को कोई नहीं बाँध सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:10 aa1x rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive διὰ τοὺς ἐκλεκτούς 1 **चुने हुए** विशेषण है जिसका प्रयोग यहाँ संज्ञा रूप में किया गया है और इसका सन्दर्भ एक जनसमूह विशेष से है। यदि आपकी भाषा में विशेषण का ऐसा उपयोग नहीं है तो आप इस उक्ति का अनुवाद एक समानार्थक वाक्यांश में कर सकते हैं|  वैकल्पिक अनुवाद: "उन लोगों के लिए जिन्हें परमेश्वर ने चुना है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]])" 2:10 j2bk rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor σωτηρίας τύχωσιν τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 **उद्धार पाएं** को कर्ता के प्रयोग से भी व्यक्त  किया जा सकता है, मसीह यीशु जो उद्धार करता है    । वैकल्पिक अनुवाद: ""मसीह यीशु उनका उद्धार करे" 2:10 el68 μετὰ δόξης αἰωνίου 1 भाववाचक संज्ञा, **महिमा** उस अद्भुत स्तिथि का वर्णन करती है जिसका अनुभव मनुष्य पाएंगे जब वे परमेश्वर की उपस्थिति में होंगे| ऐसी स्थिति परमेश्वर ही से है और वह उनके साथ साझा करता है जो मसीह यीशु द्वारा उद्धार पाते हैं और यह स्थिति **अनंत** है| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **महिमा** में निहित विचार को विशेषण द्वारा समझा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और  जान लो कि यह कैसा महिमामय है कि सदा के लिए परमेश्वर के साथ रहें" या "और परमेश्वर की अद्भुत उपस्थिति का सदाकालीन अनुभव पाएं" (देकें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:11 nr7u πιστὸς ὁ λόγος 1 इस प्रकरण में **बात** शब्द धर्म सिद्धांत के कथन का सन्दर्भ देता है जो आनेवाला है| देखें कि आपने इस शब्द का अनुवाद [1 तीमुथियुस 1:15](../../1ti/01/15.md) में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यह कथन विश्वासयोग्य है" 2:11 g6e4 rc://*/ta/man/translate/writing-poetry εἰ γὰρ συναπεθάνομεν, καὶ συνζήσομε 0 यह सम्भवतः एक भजन या कविता का आरम्भ है जिसे पौलुस उद्धरित कर रहा है। यदि आपकी भाषा में संकेत देने का तरीका है कि यह कविता है, जैसे एकांकी छंदों को अलग-अलग पंक्तियों में रखना  तो आप इसका प्रयोग यहाँ और [2:12](../02/12.md) तथा [2:13](../02/13,md) में  कर सकते हैं। यदि नहीं, तो आप इसे कविता की अपेक्षा साधारण गद्य के रूप में अनुवाद कर सकते हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-poetry]]) 2:11 in38 συναπεθάνομεν 1 यह पौलुस की आलंकारिक भाषा है क्योंकि वह, तीमुथियुस और अन्य सब विश्वासी जिन्हें इस कथन पर विश्वास करना है वे वास्तव में मृतक नहीं हैं| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) हो सकता है कि पौलुस उस मानसिकता के सन्दर्भ में कह रहा है जिसमें विश्वासी अपने पापों के निमित्त यीशु की मृत्यु को अंतर्ग्रहण करते हैं, जब वे उस में विश्वास लाते हैं| इसका लाक्षणिक अर्थ है कि उनके पुराने पापी जीवन की मृत्यु हो गई है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हमने अपने लिए यीशु की मृत्यु को स्वीकार करके अपनी पुरानी जीवन शैली का अंत कर दिया है" (2) हो सकता है कि पौलुस उस आचरण का सन्दर्भ दे रहा है जो यीशु में विश्वास करने वालों द्वारा उसके नाम के निमित्त, मृत्यु तक कष्ट वहन का है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम यीशु के लिए मरने को तैयार हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:13 y1wj εἰ ἀπιστοῦμεν & ἀρνήσασθαι & ἑαυτὸν οὐ δύναται 0 हम चाहे विश्वास हीन हों....वह अपना इन्कार नहीं कर सकता। 2:13 ke4w εἰ ἀπιστοῦμεν 1 पौलुस **अविश्वासी** शब्द के द्वारा उन  विश्वासियों की दशा का वर्णन करता है जो अब यीशु के आज्ञाकारी नहीं रहे हैं वरन उसकी अवज्ञा करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि हम यीशु की आज्ञा नहीं मानते हैं" या "हम वे काम नहीं करते हैं जो यीशु चाहता है कि हम करें" 2:13 ihd4 ἀρνήσασθαι & ἑαυτὸν οὐ δύναται 0 पौलुस कहता है कि यीशु **अपना इनकार** नहीं कर सकता है अर्थात यीशु अपने गुणों के विरुद्ध नहीं जा सकता है| उसने जो करने को कहा है उनके प्रति वह वचन का पक्का है| पौलुस के मन में इन दो में से एक विचार रहा होगा: (1) उद्धारक होने के कारण यीशु का गुण है कि वह हमारे मन फिराने पर हमारी अनिष्ठा को क्षमा कर देगा, जैसा पतरस ने अनुभव किया था (यूहन्ना 21:15-19). यह पिछले वाक्यांश का पक्षपोषक है, "वह विश्वासयोग्य बना रहता है" (2) यीशु का गुण पवित्र परमेश्वर भी है| मनुष्य पापों से मन न फिराएं तो वह उनको दंड भी देता है| यह पिछले वाक्यांश,की व्याख्या,"वह अपने आप में सच्चा बना रहता है" का पक्षपोषक है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसे अपने गुण के अनुसार ही करना होगा" 2:14 u661 General Information: 0 # General Information:\n\nयहाँ **उन्हें** शब्द जो यूनानी भाषा की क्रिया में अंतर्निहित है, संभवतः उन लोगों के सन्दर्भ में है जिनका उत्तरदायित्व तीमुथियुस पर था| वैकल्पिक अनुवाद: "वहाँ लोगों को स्मरण करा" 2:14 r5lq rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1 इसका निहितार्थ है कि पौलुस तीमुथियुस से कह रहा है कि वह विश्वासियों से कहे कि जब वह उनको यह आज्ञा दे रहा है तो परमेश्वर की दृष्टि उनके कामों पर होगी| वैकल्पिक अनुवाद: " परमेश्वर को साक्षी मान कर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:14 g6p7 μὴ λογομαχεῖν 0 पौलुस **झगड़ा** शब्द के लाक्षणिक प्रयोग द्वारा विवाद का वर्णन करता है| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) विश्वासियों को महत्वहीन बातों पर विवाद नहीं करना है जैसे, सुसमाचार सुनाने के लिए किसी के द्वारा कुछ शब्दों का प्रयोग| ऐसा करने से मनुष्य महत्वपूर्ण बातों से भटक जाता है जैसे सुसमाचार के सन्देश से ही भटक जाना| वैकल्पिक अनुवाद: "शब्दों जैसी छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा न करो" (2) विश्वासियों को  शब्दों के अर्थों पर विवाद नहीं करना है| इससे भी  विश्एवासियों की एकता अकारण ही भंग होती है| वैकल्पिक अनुवाद: "शब्दों के अर्थों पर झगड़ा नहीं करो" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-mataphor]]) 2:14 rke6 ἐπ’ οὐδὲν χρήσιμον 0 पौलुस कहता है कि शब्दों पर झगड़ा करने से झगड़ा करने वालों को कोई लाभ नहीं होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे किसी को लाभ नहीं होगा" 2:15 m3vy σεαυτὸν, δόκιμον παραστῆσαι τῷ Θεῷ, ἐργάτην ἀνεπαίσχυντον 0 वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर को प्रसन्न करने का चरम प्रयास करें" 2:15 rj6y rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐργάτην 1 पौलुस आलंकारिक भाषा में कहता है कि यदि तीमुथियुस परमेश्वर के वचन की सही शिक्षा दे तो वह एक निपुण कार्यकर्ता होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “एक शिल्पकार के समान”  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:15 xgz9 ὀρθοτομοῦντα τὸν λόγος τῆς ἀληθείας 0 पौलुस **सत्य के वचन** को आलंकारिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे दुर्गम भूभाग में काट कर मार्ग तैयार करना हो| जब मार्ग **समतल** होता है तब यात्री सीधे अपने गंतव्य तक चले जाते हैं| इसके विपरीत निरर्थक विवाद जिसकी चर्चा पौलुस ने [2:14](../02/14.md) और [2:16](../02/16.md) में की है वे इस रूपक के सन्दर्भ में अनावश्यक विमार्ग हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों को दिखा कि धर्मशास्त्र का सीधा अनुसरण कैसे करें" या "धर्मशास्त्र की ऐसी उचित शिक्षा दे कि मनुष्य उसका अनुसरण कर पाएं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:16 e27q rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐπὶ πλεῖον & προκόψουσιν ἀσεβείας 0 पौलुस ऐसे विवादों को आलंकारिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे भौतिक रूप से किसी दिशा विशेष में अग्रसर हो सकते हैं और वह उस दिशा को विधर्म कहता है| पौलुस ऐसे विवादों द्वारा मनुष्यों पर पड़ने वाले दुष्परिणाम का वर्णन आलंकारिक भाषा में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि वे मनुष्यों के लिए अधिकाधिक विधर्मी होने का कारण होते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:17 i73t rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὁ λόγος αὐτῶν ὡς γάγγραινα νομὴν ἕξει 0 यह एक उपमा है| इसका अर्थ है कि यह मनष्य से मनुष्य में फैलने वाला अनर्थ,  जो सुनने वालों के विश्वास को हानि पहुंचाता है| यह फैलने वाली बात या तो (1) निरर्थक एवं विधर्मी विवाद की प्रवृति है या (2) ऐसे निरर्थक विवादों में कही जाने वाली बातें है, या दोनों ही हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "ये निरर्थक विवाद अति शीघ्र फैल जाएंगे और किसी संक्रामक रोग के सदृश्य विनाश करेंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]]) 2:17 x2k6 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ὑμέναιος, καὶ Φίλητος 1 ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/translate-names]]) 2:18 fi9z rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor οἵτινες περὶ τὴν ἀλήθειαν ἠστόχησαν 0 पौलुस मसीह में विश्वास के लिए इस अभिव्यक्ति का लाक्षणिक उपयोग करता है,जैसे कि वह एक लक्ष्य हो जिस पर मनुष्य को निशाना साधना है| जो **सत्य से भटक गए** हैं वे सत्य में न तो विश्वास करते हैं और न ही उसकी शिक्षा देते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उन बातों की शिक्षा देते हैं जो सच नहीं हैं"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:18 pu22 ἀνάστασιν ἤδη γεγονέναι 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके  तो आप इस भाववाचक संज्ञा,**पुनरुत्थान** में निहित विचार को किसी समानार्थक अभिव्यक्ति द्वारा प्रकट  कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर तो मृतकों को जीवित कर चुका है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:18 ura5 ἀνατρέπουσιν τήν τινων πίστιν 0 पौलुस **विश्वास** को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह कोई वस्तु हो जिसको नष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: "वे कुछ लोगों के लिए विश्वास के त्याग का कारण हो रहे हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:19 zp5m rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor General Information: 0 # General Information:\n\nसामान्य जानकारी: 2:19 ir1z rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ & στερεὸς θεμέλιος τοῦ Θεοῦ ἕστηκεν 1 पौलुस भवन की नींव की उपमा द्वारा समझाते हुए कहता है कि झूठा और विनाशकारी सन्देश कुछ लोगों के विश्वास को नष्ट कर रहा है, परन्तु परमेश्वर ने उन लोगों के लिए जो उसका अनुसरण करने की इच्छा रखते है, सच्चा सन्देश दे दिया है| इसे लाक्षणिक भाषा में उनके लिए "खड़े होने का स्थान" उपलब्ध कराना कहा गया है, जो सुरक्षित एवं सुदृढ़ है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने उसमें विश्वास करते रहने के लिए मनुष्यों को एक सुरक्षित आधार उपलब्ध करा दिया है"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:19 nd7t rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὁ ὀνομάζων τὸ ὄνομα Κυρίου 1 **प्रभु का नाम लेता है** यह एक मुहावरा है जिसका संदर्भ प्रभु का होने की घोषणा में प्रभु के नाम के उच्चारण से है। वैकल्पिक अनुवाद: "जो कहता है कि वह प्रभु में विश्वास करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 2:19 y3bc rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποστήτω ἀπὸ ἀδικίας 0 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, "अधर्म" में निहित विचार को समानार्थक अभिव्यक्ति द्वारा व्यक्त कर सकते हैं । वैकल्पिक अनुवाद: “आवश्यक है कि वह दुष्कर्मों से दूर रहे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:20 j75l rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor σκεύη χρυσᾶ καὶ ἀργυρᾶ & ξύλινα καὶ ὀστράκινα 0 यहाँ “बरतन” शब्द  उन वस्तुओं के लिए एक सामान्य शब्द है जिनमें अन्न, भोजन, पेय पदार्थ, या कूड़ा आदि रखा जाता है। यदि आपकी भाषा में एक सामान्य शब्द नहीं है, तो निश्चित शब्द काम में ले सकते हैं जैसे "कटोरा"  या “घड़ा" 2:20 mt5e τιμὴν & ἀτιμίαν 0 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप भाववाचक संज्ञाओं, **आदर** और **अनादर** में निहित विचारों को समानार्थक वाक्यांशों द्वारा व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "वह पहले को सम्मान के अवसर पर काम में लेता हैऔर दूसरे को ऐसे काम में लेता है जिसको कोई देखना नहीं चाहता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:21 jm3p rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκκαθάρῃ ἑαυτὸν ἀπὸ τούτων 0 यहाँ, पौलुस उसी उपमा का प्रयोग करता है जिसके द्वारा कलीसिया के सदस्यों की तुलना किसी बड़े घर में विभिन्न प्रयोजनों के लिए काम में आने वाले बरतनों से की गई है| पौलुस लाक्षणिक रूप में मनुष्य के आत्मशोधन हेतु स्नान की तुलना अशुद्ध काम में लिए गए बरतन के मार्जन से करता है| उसके कहने का अभिप्राय है कि उस मनुष्य ने कुछ सम्बन्धों या कार्यकलापों का त्याग कर दिया है| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1)  **इनसे**  शब्द का सन्दर्भ उन झूठे शिक्षकों से हो सकता है जो कुछ लोगों के विश्वास को नष्ट कर रहे थे| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने इन झूठे शिक्षकों से सम्बन्ध विच्छेद कर लिया है"  (2)  **इनसे** का सन्दर्भ झगड़ों और झूठी शिक्षाओं से हो सकता है जिसकी चेतावनी पौलुस तीमुथियुस को दे चुका है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने विधर्मी कार्यकलापों का समापन कर दिया है"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:21 g79f rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἔσται σκεῦος εἰς τιμήν 0 जो मनुष्य इन संबंधों को या कार्यकलापों को त्याग देता है उसके लिए पौलुस लाक्षणिक भाषा में कहता है कि वह विशिष्ट पात्र है।वैकल्पिक अनुवाद: "वह विशेष अवसरों के लिए उपयोगी पात्र के जैसा है" या "वह उस पात्र के जैसा होगा जो मनुष्यों के सम्मान के निमित्त काम में लिया जाएगा"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:21 mh63 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἡγιασμένον εὔχρηστον τῷ Δεσπότῃ, εἰς πᾶν ἔργον ἀγαθὸν ἡτοιμασμένον 0 ये चार वाक्यांश दो में से एक प्रकार से सम्बंधित हो सकते हैं: (1) वे जो **होते हुए** से आरम्भ हो रहे हैं वे उसके पूर्वोक्त वाक्यांश का कारण दर्शाते  हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह सम्मान का पात्र होगा क्योंकि उसका शोधन किया जा चुका है और वह अपने स्वामी के लिए उपयोगी होगा क्योंकि उसको हर एक अच्छे काम के लिए तैयार किया जा चुका है" या (2) चारों वाक्यांश उस मनुष्य विशेष का ही वर्णन कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “वह, जिसका शोधन किया जा चुका है,सम्मान का पात्र होगा, स्वामी के लिए उपयोगी तथा प्रत्येक अच्छे काम के लिए तैयार" 2:21 nl5d rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἡγιασμένον 0 यदि इस वाक्यांश में घर के पात्रों की उपमा का ही विवेचन हो रहा है तो पौलुस उस मनुष्य के सन्दर्भ में कह रहा है जो अनुचित संबंधों और कार्यकलापों से मुक्त हो चुका है कि वह एक बहुमूल्य पात्र जैसा है जिसको उसका स्वामी एक विशेष स्थान में रखता है।  इस वाक्यांश में उपमा का प्रयोग है या नहीं, इसमें एक विशेष कार्य के लिए "समर्पित" किए जाने का विचार व्यक्त किया गया है। वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको परमेश्वर ने एक विशेष उद्देश्य के निमित्त पृथक किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:22 h9p6 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὰς δὲ νεωτερικὰς ἐπιθυμίας φεῦγε 0 पौलुस जवानी की अभिलाषाओं के विषय में इस प्रकार बताता है मानो कि वे एक खतरनाक व्यक्ति या जानवर हैं जिनसे तीमुथियुस को भागना चाहिए। वैकल्पिक अनुवाद: “अपनी जवानी की अभिलाषाओं को वश में रख" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:22 srb7 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δίωκε & δικαιοσύνην 0 पौलुस **पीछा कर** क्रिया शब्द को **भागने** के विपरीत काम में ले रहा है। पौलुस इन सकारात्मक बातों की चर्चा ऐसे कर रहा है कि जैसे तीमुथियुस को उनके पीछे भागना आवश्यक है क्योंकि वे उसका भला करेंगी। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उचित है उसको करने में, परमेश्वर में विश्वास रखने में, परमेश्वर और मनुष्यों से प्रेम करने में, और मनुष्यों के साथ शान्ति बनए रखने में तत्परता दिखा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:22 hg99 μετὰ τῶν 1 इसका संभावित अर्थ है, कि पौलूस चाहता है कि तीमुथियुस अन्यों के साथ जो सच्चे विश्वासी है, इन सकारात्मक बातों की खोज में रहे| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो सके तो आप इस उक्ति को तीमुथियुस को दी गई पौलुस की आज्ञा के पहले रख सकते हैं,जैसा यूं एस टी में **पीछा कर** के पहले है। वैकल्पिक अनुवाद: "उन लोगों के साथ जो सच्ची मंशा से प्रभु की उपासना करते हैं" 2:22 gl3q rc://*/ta/man/translate/figs-idiom τῶν ἐπικαλουμένων τὸν Κύριον 1 यहाँ **प्रभु का नाम लेते हैं** एक मुहावरा है जिसका अर्थ है प्रभु पर विश्वास करना और उसकी आराधना करना। वैकल्पिक अनुवाद: “वे जो प्रभु की आराधना करते हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 2:22 b2ti rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκ καθαρᾶς καρδίας 1 पौलुस **शुद्ध** शब्द के प्रयोग द्वारा मनुष्य की मंशाओं और विचारों का ऐसे वर्णन करता है जैसे कि वे वस्तुएं हों जिनको शुद्ध किया जा सकता है वैकल्पिक अनुवाद: “निष्कपट मन से"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]] 2:23 tmf7 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὰς δὲ μωρὰς καὶ ἀπαιδεύτους ζητήσεις παραιτοῦ 1 पौलुस  कुछ प्रकार के विवादों के लिए लाक्षणिक भाषा का प्रयोग करता है| मनुष्यों द्वारा पूछे गए ऐसे प्रश्नों में सहभागी होने से विवाद बढ़ते है या ऐसे प्रश्न पूछने वालों के साथ सहभागिता करने से| वैकल्पिक अनुवाद: "मूर्खता और निर्बुद्धी के विवादों में सहभागी मत हो" या "मनुष्य जो विवाद आरम्भ करें उसमें सभागिता के लिए तू विवश न किया जाए क्योंकि वे मूर्खता और निर्बुद्धी के विवाद हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:23 kh6p rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor γεννῶσι μάχας 1 पौलुस अज्ञानता के **प्रश्नों** की बात इस प्रकार करता है जैसे कि वे बच्चे को जन्म देने वाली स्त्रियाँ थीं (**झगड़े**) वैकल्पिक अनुवाद” “ये विवाद का कारण बनते हैं” (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:25 un9l ἐν πραΰτητι 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस इस अभिव्यक्ति में प्रयुक्त भाववाचक संज्ञा, **नम्रता** में निहित विचार की व्याख्या कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "नम्रता से या “कोमलता से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/फीड्स-abstractnouns]]) 2:25 u6rp παιδεύοντα τοὺς 0 पौलुस इसको झगड़ों के विरुद्ध  ईश्वरीय प्रतिक्रया स्वरुप प्रस्तुत करता है| इस शब्द का अर्थ हो सकता है,  "शिक्षा दे" या “सुधार कर” वैकल्पिक अनुवाद: "शिक्षण" या "सुधार" 2:25 jt1r rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μήποτε δώῃ αὐτοῖς ὁ Θεὸς μετάνοιαν 0 पौलुस  **मन  फिराव का मन** के लिए ऐसे कहता है जैसे कि वह कोई वस्तु हो जिसे परमेश्वर मनुष्यों को दे सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर उनको पश्चाताप करने पर विवश करे” (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:25 u8dy εἰς ἐπίγνωσιν ἀληθείας 1 पौलुस **मन फिराव** के परिणाम को सत्य की  पहचान कहता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि वे सत्य को पहचान पाएं" 2:26 ef3q rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀνανήψωσιν 0 जो पापी जन परमेश्वर के विषय में उचित विचार रखना सीख रहे हैं उनको पौलुस ऐसे दर्शाता है कि जैसे वे मदिरा के नशे में थे परन्तु अब वे होश में आ रहे हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:26 mql8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκ τῆς τοῦ διαβόλου παγίδος 0 पौलुस शैतान के भरमाने को फंदा कहता है जिसमें पापी जन फँस जाते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “और शैतान के भ्रमजाल से बच कर निकल जा" या "शैतान के बहकावे का परित्याग कर" (देखें :[[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:26 dj4j rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐζωγρημένοι ὑπ’ αὐτοῦ, εἰς τὸ ἐκείνου θέλημα 0 पौलुस शैतान के छल को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे ने  शैतान उनको शारीरिक रूप से बंदी बना लिया है और जैसा वह चाहता है वैसा काम उनसे करवाता है। वैकल्पिक अनुवाद: “इसके बाद जब शैतान ने उनको छल कर अपनी इच्छा से काम करवाया "(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]] 3:intro k2cr 0 # 2 तीमुथियुस 3 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण\n\nअनेक बाईबलविदों के विचार में **अन्तिम दिनों** का अर्थ है, वह सम्पूर्ण समय जो यीशु के प्रथम आगमन और पुनः आगमन के मध्य का है जिसमें पौलुस का समय भी है। यदि ऐसा है तो पौलुस इस अध्याय में सताए जाने की जो शिक्षा देता है वह सब विश्वासियों पर लागू होता है। परन्तु कुछ विद्वानों के विचार में, **अन्तिम दिनों** का अर्थ है, यीशु के पुनःआगमन के अति निकट का समय। यदि ऐसा है, तो पौलुस पद 1-9 और 13 में उन्ही दिनों की भाविश्य्द्वानी कर रहा है। संभव हो तो अनुवादक सावधान रहें कि वे इस विषय में अपनी समझ के द्वारा इन पदों के अनुवाद को प्रभावित न होने दें  (देखें: [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/prophet]] और [[rc://hi/tw/dict/bible/kt/lastday]]) 3:1 j97t Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 3:1 g65r ἐν ἐσχάταις ἡμέραις 0 पौलुस **दिनों** शब्द को लाक्षणिक रूप में समय विशेष के लिए काम में लेता है। वैकल्पिक अनुवाद: “अन्त से पहले समय की अवधि  में” (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 3:1 n7gs καιροὶ χαλεποί 1 पौलुस मनुष्यों के निंदक और अभिमानी होने की जो बात करता है उसका अभिप्राय है कि उस समय में विश्वासियों के लिए कठिनाइयां उत्पन्न होंगी। वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वासी कठिन परिस्थितियों का सामना करेंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 3:2 jb27 φίλαυτοι 1 यहाँ **स्वार्थी** का सन्दर्भ आत्मरति से है अर्थात परिवार या मित्रों से स्वाभाविक प्रेम से बढ़कर अपने तक ही सीमित रहना। ऐसा प्रेम परमेश्वर प्रदत्त नहीं होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "स्वार्थपरायण" 3:3 u3n7 ἄστοργοι 1 **कठोर** शब्द का अर्थ है, वे अन्यों से प्रेम नहीं रखेंगे जैसा उनको करना चाहिए| वैकल्पिक अनुवाद: "वे अपने ही परिवार से प्रेम नहीं रखेंगे" 3:3 r2uv ἄσπονδοι 1 **क्षमारहित** शब्द का अर्थ है, वे किसी के साथ मेल-मिलाप के आकांक्षी नहीं होंगे और अपनी ही इच्छा पूरी करने के लिए झड़ते रहेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "वे किसी के साथ सहमत नहीं होंगे" या "वे किसी के साथ मेल से नहीं रह पाएंगे" 3:3 ks9y ἀφιλάγαθοι 1 **प्रेम के नहीं**, इसके अनुवाद में नकारात्मक, **नहीं**  को सकारात्मक बनाया जा सकता है **चाहनेवाले** के स्थान में विलोम शब्द, "घृणा करनेवाले" काम में लिया जा सकता है वैकल्पिक अनुवाद: "वे भलाई से घृणा करेंगे" 3:4 dw5z προπετεῖς 1 यहाँ **धृष्ट** शब्द से जो विचार प्रकट होता है वह है, किसी दुष्परिणाम का विचार किए बिनी काम करना| वैकल्पिक अनुवाद: "परिणाम की चिंता किए बिना" 3:4 d6ng τετυφωμένοι 1 **घमंडी** शब्द एक रूपक है जिसका अर्थ है, अभिमानी होना और स्वयं को अन्यों से अधिक समझना| वैकल्पिक अनुवाद: "अहंकारी" या "दम्भी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:5 k5dc rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἔχοντες μόρφωσιν εὐσεβείας, τὴν δὲ δύναμιν αὐτῆς ἠρνημένοι 0 **भेष धरेंगे** इसका अर्थ है कि उनकी **भक्ति** सच्ची या यथार्थ नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "भक्त दिखाई देंगे" या "परमेश्वर का सम्मान करते दिखाई देंगे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 3:5 tpe8 ἔχοντες μόρφωσιν εὐσεβείας 1 ईश्वरीयता का एक आकार है 3:5 xm1c rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τούτους ἀποτρέπου 0 **परे रहना**, यह एक रूपक है जिसका अर्थ है, किसी से बच कर रहना| "इन लोगों से बच कर रहना" या "ऐसे लोगों से दूर रहना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:6 gu4b ἐνδύνοντες εἰς τὰς οἰκίας, καὶ αἰχμαλωτίζοντες 0 यहाँ पौलुस आलंकारिक भाषा में  एक उक्ति काम में लेता है, **वश में कर लेते**, इसका अर्थ है, छल के द्वारा किसी पर अत्यधिक प्रभाव डालना| वैकल्पिक अनुवाद: "धूर्तता से काम करना" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-mataphor]]) 3:6 u9m5 γυναικάρια 1 **दुर्बल स्त्रियों** अर्थात आत्मिकता में दुर्बल और अपरिपक्व| वे ऐसे लोगों को अपने घरों में आने देती हैं और उनकी बातें सुनती हैं क्योंकि वे दृढ़ नहीं हैं,आलसी है, और अनेक पापों से ग्रस्त हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "जो स्त्रियाँ आत्मिकता में दुर्बल हैं" 3:6 e9ex rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor σεσωρευμένα ἁμαρτίαις 1 पौलुस  आलंकारिक भाषा में **पापों**  शब्द को  इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे उन स्त्रियों की पीठ पर लदे हुए हैं| पौलुस समझा रहा है कि ऐसे लोगों द्वारा इन स्त्रियों को वश में कर  लेने का कारण क्या है| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) ये स्त्रियाँ अधिकतर पाप करती हैं या लगातार पाप करती रहती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो अधिकतर पाप करती हैं" (2) इन स्त्रियों में भयानक पाप बोध है क्योंकि वे पाप करती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो अपने पापों के कारण भयानक अपराधबोध में हैं"। (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:6 izz9 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀγόμενα ἐπιθυμίαις ποικίλαις 1 पौलुस **हर प्रकार की अभिलाषाओं** को आलंकारिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वे मनुष्य को सशरीर उठा कर ले जाती हैं। उसके कहने का अर्थ है, ये स्त्रियाँ दुराचार का निर्णय लेती हैं क्योंकि वे अपनी अभिलाषाओं को तुष्ट करना चाहती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे नाना प्रकार के पाप करती हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]] 3:8 m6a7 Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 3:8 b8el rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἰάννης καὶ Ἰαμβρῆς 1 ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 3:8 tgn8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀντέστησαν 0 विरोध किया था 3:8 dc3z ἀνθίστανται τῇ ἀληθείᾳ 0 सत्य के विरोधी 3:8 g4kk ἄνθρωποι κατεφθαρμένοι τὸν νοῦν 0 पौलुस **बुद्धी** शब्द द्वारा इन दुष्ट पुरुषों की मानसिकता का सन्दर्भ देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "पुरुष जो शुद्ध विचार नहीं रखते हैं" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 3:8 pfh1 ἀδόκιμοι περὶ τὴν πίστιν 1 पौलुस **निकम्मे** शब्द के उपयोग द्वारा प्रकट करना चाहता है कि इन पुरुषों को परखा गया है कि वे मसीह में कितना विश्वास करते हैं और उसकी आज्ञा का पालन करने में कैसे हैं| वे सिद्ध नहीं उतरे क्योंकि उनका विश्वास सच्चा नहीं है। वैकल्पिक अनुवाद: “निष्कपट विश्वास से रहित हैं" या "उनका विश्वास सच्चा नहीं है" 3:9 c6xx rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor οὐ προκόψουσιν ἐπὶ πλεῖον 1 पौलुस भौतिक गतिविधि के विषय में एक अभिव्यक्ति का उपयोग करता है जिसका अर्थ है कि झूठे शिक्षकों को विश्वासियों के बीच अधिक सफलता नहीं मिलेगी। वैकल्पिक अनुवाद: “वे झूठी शिक्षाओं का प्रसारण करते नहीं रह पाएंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:9 mv4j ἔκδηλος 1 **सब** एक सर्वनिष्ठ शब्द है| पौलुस ने अभी-अभी कहा है कि इन पुरुषो द्वारा कुछ लोगों को बहकाना अधिक सफल  नहीं होगा| उनकी मूर्खता का अंततः सर्वत्र प्रकाशन हो जाएगा, जैसा यन्नेस और यम्ब्रेस के साथ हुआ था,वे सार्वजनिक रूप से अयोग्य ठहरे थे जब वे मूसा के सामर्थी चमत्कारों की बराबरी नहीं कर पाए थे| वैकल्पिक अनुवाद: "उनकी मूर्खता सर्वत्र प्रकट हो जाएगी" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) 3:9 z4fu ἐκείνων 1 **वे** शब्द सार्वनामिक विशेषण है जिसका सन्दर्भ यन्नेस और यम्ब्रेस से है| पौलुस इस शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है| यदि आपकी भाषा में विशेषणों का उपयोग इस प्रकार नहीं होता है तो आप इन दोनों पुरुषों के नाम लिख सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यन्नेस और यम्ब्रेस की" (देखें: [[rc://hi//ta/man/translate/figs-nominaladj]]) 3:10 vw42 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor σὺ & παρηκολούθησάς μου τῇ διδασκαλίᾳ 1 पौलुस इस पद में सूचीबद्ध बातों पर अत्यधिक ध्यान देने की बात इस प्रकार करता है जैसे कि जब ये चलें तो किस व्यक्ति को शारीरिक रूप से उनका पीछा करना होगा। विचार यह है कि तीमुथियुस इन बातों पर बहुत ध्यान दे रहा है और उनका अनुकरण कर रहा  है| वैकल्पिक अनुवाद: “तू ने अवलोकन किया है" या “तू ने इस पर बहुत ध्यान दिया है” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:10 wma6 μου τῇ διδασκαλίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **उपदेश** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक उक्ति द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो मैंने मनुष्यों को करने के लिए सिखाया"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:10 lq3v τῇ ἀγωγῇ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **चालचलन** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक विशेषण द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं अपना जीवन कैसे जीता हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:10 l4pp τῇ μακροθυμίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **धीरज** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक उक्ति से व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं कष्टों को कैसे सहन करता हूँ" (देखें: [[rc:/hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:11 r9vk rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐκ πάντων, με ἐρρύσατο ὁ Κύριος 0 पौलुस लाक्षणिक भाषा में इस प्रकार व्यक्त करता है जैसे कि परमेश्वर ने उसे कठिन परिस्थितियों में से सशरीर उठा कर निकल लिया था| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने मझे उन सब में सुरक्षित रखा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:12 ke7f ζῆν εὐσεβῶς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 **भक्ति** शब्द का अर्थ है , परमेश्वर को सम्मानित करने वाली आज्ञाकारी जीवनशैली| वैकल्पिक अनुवाद: "ईश्वर भक्ति का जीवन जीने के लिए" 3:12 xm9l rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive διωχθήσονται 1 यदि आपकी भाषा में अकर्मक क्रिया रूप नहीं हैं तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए सकर्मक क्रिया का प्रयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य सताएंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:13 s7f2 γόητες 1 **धोखा देनेवाले** का सन्दर्भ उस मनुष्य से है जो चाहता है कि लोग उसको सच्चा विश्वासी समझें जबकि वह है नहीं|  वैकल्पिक अनुवाद: "विश्वासी होने का ढोंग रचने वाले लोग" 3:13 imc8 προκόψουσιν ἐπὶ τὸ χεῖρον 1 पौलुस आलंकारिक भाषा में दुष्ट जनों और उनके चरित्र को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह किसी दिशा विशेष में मंद गति से आगे जाने वाली कोई वस्तु है| वैकल्पिक अनुवाद: "अधिकाधिक बुरे होते जाएंगे" या "और भी अधिक बुरे हो जाएंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:13 eyx5 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πλανῶντες καὶ πλανώμενοι 0 **बहकानेवाले** इस अभिव्यक्ति में एक ऐसे मनुष्य का चित्रण है जो सशरीर उस स्थान में ले जाया जा रहा है जिससे वह अनभिज्ञ है| यह किसी को असत्य बात में विश्वास करने के लिए विवश करने के लिए लाक्षणिक प्रयोग है। वैकल्पिक अनुवाद: “ झूठी शिक्षा देना और झूठ में विश्वास करना"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:14 ytg9 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μένε ἐν οἷς ἔμαθες 0 पौलुस बाइबल के निर्देशों के लिए  ऐसा चित्रण प्रस्तुत करता है कि जैसे वे कोई स्थान हों जिसमें तीमुथियुस वास कर सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो तूने सीखा है उसे करता रह” या “जो तूने जो सीखा है उस पूर्ण  विश्वास करने में बना रह” (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:15 w9l5 rc://*/ta/man/translate/figs-personification ἱερὰ γράμματα οἶδας, τὰ δυνάμενά σε σοφίσαι εἰς σωτηρίαν διὰ πίστεως τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 0 पौलुस पवित्र-लेखों का चित्रण इस प्रकार प्रस्तुत करता है कि जैसे वह कोई शिक्षक हो जो मनुष्य को निर्देश देकर बुद्धिमान बनाने में सहायक हो। आपके अनुवाद में सुलभ हो सकता है कि आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करें| वैकल्पिक अनुवाद: “उनका अध्ययन करके तू बुद्धिमान हो सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-personification]]) 3:16 s274 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive πᾶσα Γραφὴ θεόπνευστος 0 **परमेश्वर की प्रेरणा से** इस उक्ति में सांस फूकने का चित्रण है जो संकेत देता है कि धर्मशास्त्र परमेश्वर के आत्मा द्वारा सीधा परमेश्वर से लाया गया है। बाईबल में, परमेश्वर का श्वास परमेश्वर के आत्मा का प्रतीक है। वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने सम्पूर्ण धर्मशास्त्र का प्रकाशन किया है| उसके आत्मा ने मनुष्यों को निर्देश दिया कि क्या लिखें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:16 uv35 ὠφέλιμος 0 पौलुस धर्मशास्त्र को **लाभदायक** कहता है तो वह इस विचार को दर्शाता है कि जब तिमुथियुस और अन्य सब विश्वासी जन धर्मशास्त्र को शिक्षण, सुधार, समझाने,और प्रशिक्षण में काम में लेंगे तब वह उन्हें लाभ पहुंचाएगा| वैकल्पिक अनुवाद: "इसका उपयोग करके तू लाभ ही उठाएगा" या "जब हम इसको काम में लेते हैं तो इसका लाभ सबको मिलता है" 3:16 vl2n πρὸς ἐλεγμόν 0 पौलुस तीमुथियुस को निर्देश देता है कि वह धर्मशास्त्र को उचित और अनुचित के ज्ञान के लिए एक मानक मान ले और मनुष्यों को दिखा सके कि वे गलत हैं| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **समझाने** में निहित विचार को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों को दिखाने के लिए कि वे गलत हैं" या "हम गलत हों तो हमें दिखाने के लिए"     (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:16 e5h9 πρὸς ἐπανόρθωσιν 1 पौलुस तीमुथियुस को निर्देश देता है कि वह धर्मशास्त्र को मानक बना कर मनुष्यों को दिखाए कि किसी बात को कैसे सही किया जा सकता है यदि आपकी भाषा में अधिक स्पस्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **सुधार** में निहित विचार को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों को दिखाने के लिए कि सुधार कैसे किया जाए" या "हमें दिखाने के लिए कि त्रुटियो को कैसे सुधारा जाए" (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:16 y1hf πρὸς παιδείαν τὴν ἐν δικαιοσύνῃ 1 पौलुस तीमुथियुस को निर्देश देता है कि परमेश्वर के समक्ष ग्राहणयोग्य जीवन जीने के लिए मनुष्यों के प्रशिक्षण में धर्मशास्त्र को मानदंड मान ले| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **धर्म की शिक्षा** में निहित विचार को किसी समानार्थक उक्ति द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों को प्रशिक्षण देने के लिए कि उचित काम कैसे करें" या "हमें प्रशिक्षण देने के लिए कि उचित काम कैसे करें" (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:17 nb12 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ὁ τοῦ Θεοῦ ἄνθρωπος 1 पौलुस **जन** शब्द का प्रयोग व्यापक अर्थ में करता है| इस शब्द में परमेश्वर के सब विश्वासी समाहित हैं,स्त्री हो या पुरुष| निःसंदेह, पौलुस के विचार में तीमुथियुस को स्वयं के लिए भी इसको व्यावहारिक बनाना है| वैकल्पिक अनुवाद: "वह व्यक्ति जो पेमेश्वर की सेवा करता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) 3:17 uu7i ἄρτιος ᾖ & ἐξηρτισμένος 1 समर्थ और साधन सम्पन्न 4:intro k2xa 0 # 2 तीमुथियुस 4 निर्विशेष टिप्पणियाँ\n\n#### संरचना एवं आरूपण\n\n1.पौलुस तीमुथियुस को पावन उत्तरदायित्व सौंपता है                                                                        \n\n 2.पौलुस तीमुथियुस को अपना समाचार देता है                     \n\n3.पौलुस व्यक्तिगत शुभकामनाएं भेजता है \n\nइस अध्याय में विशिष्ट अवधारणाएं \n\n“मैं तुझे आदेश देता हूँ”\n\nइन शब्दों द्वारा पौलुस तीमुथियुस को अत्यधिक गंभीर चुनौती देता है कि वह पौलुस द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करे| यह तीमुथियुस के लिए आज्ञा है परन्तु पौलुस के अधिकार से नहीं, उस अधिकार से जिसका वह सन्दर्भ देता है अर्थात परमेश्वर और मसीह यीशु के अधिकार से! दूसरे शब्दों में, पौलुस कह रहा है कि परमेश्वर और मसीह यीशु पौलुस के माध्यम से तीमुथियुस को आज्ञा दे रहें हैं|\n\n#### मुकुट\n\nपवित्र-शास्त्र में मुकुट के चित्रण के द्वारा विभिन्न बातों का प्रतिनिधित्व किया गया है| इस अध्याय में पौलुस मसीह को मुकुट देनेवाला बताता है| वह उन विश्वासियों को मुकुट देता है जिन्होंने इस पृथ्वी पर रहते समय उचित जीवन जिया था| यहाँ मुकुट प्रतिफल के लिए एक रूपक है| 4:1 t68n Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 4:1 cb15 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit διαμαρτύρομαι ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ 0 यहाँ **गवाह** शब्द का अर्थ है, "के समक्ष" अर्थात "की उपस्थिति में"|  कहने का अभिप्राय है कि परमेश्वर और मसीह यीशु इस आज्ञा या शपथ के साक्षी होंगे वरन अनुमोदन करेंगे। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर और मसीह यीशु की उपस्थिति में" या "परमेश्वर और मसीह यीशु के  साक्ष्य में"  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:1 eh3x διαμαρτύρομαι ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ καὶ Χριστοῦ Ἰησοῦ 0 यहाँ जिस शब्द का अनुवाद "**आदेश** किया गया है उसके द्वारा मनुष्य को गंभीर एवं बंधक दायित्व में रखा जाता है| आपकी भाषा में इस प्रयोजन के निमित्त काम में आने वाले शब्दों को स्मृति में लाइए| यहाँ इसका अर्थ हो सकता है, (1) किसी को शपथ के अधीन करके काम करवाना| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तुझे शपथ दिलाता हूँ" या "मैं एतद्वारा तुझे विवश करता हूँ" या "(2) किसी को महान अधिकार से गंभीर आज्ञा देना| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तेरे निमित्त गंभीरता से आग्रह करता हूँ" 4:1 u32g rc://*/ta/man/translate/figs-merism ζῶντας καὶ νεκρούς 1 यहाँ पौलुस द्वारा **जीवतों** और **मरे हुओं** का एक साथ उपयोग सभी लोगों को सन्दर्भित करने के लिए किया गया है, चाहे वे न्याय के समय जीवित हों या मर चुके हों। वैकल्पिक अनुवाद: “जो अभी जीवित हैं और जो मर चुके हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]]) 4:1 lwt2 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy νεκρούς, καὶ τὴν ἐπιφάνειαν αὐτοῦ, καὶ τὴν βασιλείαν αὐτοῦ 0 पौलुस मसीह के पुनः आगमन का सन्दर्भ लाक्षणिक रूप में देता है जिसमें तथ्य यह है कि जब वह दूसरी बार आएगा तब वह पृथ्वी पर लोगों को दिखाई देगा और वह मसीह के राज्य में मसीह के राजा होने को भी लाक्षणिक रूप में व्यक्त करता है जो उसके द्वारा शासित राज्य के परिप्रेक्ष्य में है| यहाँ एक नए वाक्य का आरम्भ सहायक सिद्ध होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह के पुनः आगमन और राजा होकर उसके राज करने पर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:2 j2z7 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν λόγον 1 पौलुस **वचन** शब्द के उपयोग द्वारा मसीह यीशु के सम्पूर्ण सन्देश का सन्दर्भ आलंकारिक भाषा में देता है। वैकल्पिक अनुवाद: “शुभ सन्देश” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:2 zzh4 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἀκαίρως 0 पौलुस के कहने का तात्पर्य है कि तीमुथियुस को प्रचार करने के लिए सदैव तैयार रहना चाहिए, समय अनुकूल हो तब भी और समय प्रतिकूल हो तब भी| वह दोनों परिस्थितियों को अलंकार रूप में काम में ले रहा है कि समय की पूर्णता प्रकट करे| वैकल्पिक अनुवाद: “चाहे समय सुविधाजनक हो या असुविधाजनक  हो” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-merism]]) 4:2 g7ax ἔλεγξον 0 **उलाहना** देने की आज्ञा का अभिप्रेत अर्थ है, किसी ने कुछ अनुचित कार्य किया और सुधार की आवश्यकता में है तो यह कार्यवाही उसके लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिन लोगों ने पाप किया है उन पर  सुधार की कार्यवाही कर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:2 u1yc παρακάλεσον, ἐν πάσῃ μακροθυμίᾳ καὶ διδαχῇ 1 पूरे धैर्य और शिक्षा के साथ प्रोत्साहित करें 4:3 jv7a ἔσται γὰρ καιρὸς ὅτε 1 वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसा समय आएगा जब" 4:3 ilx7 ἀνέξονται 1 यहाँ प्रसंग से संकेत मिलता है कि **वे** का सन्दर्भ उन लोगों से है जो विश्वासियों के समुदाय का भाग हैं। वैकल्पिक अनुवाद: "कुछ विश्वासी धीरज धरकर नहीं सुनेंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:3 u2cc τῆς ὑγιαινούσης διδασκαλίας οὐκ ἀνέξονται 1 वैकल्पिक अनुवाद: "वे अब धीरज धरकर नहीं सुनेंगे" 4:3 fyl3 τῆς ὑγιαινούσης διδασκαλίας 1 **खरा उपदेश** का अर्थ है, "सही शिक्षा" यथातथ्य कि स्वस्थ मन पहचान लेगा कि सही शिक्षा तर्कसम्मत है।वैकल्पिक अनुवाद: "सही शिक्षा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:3 e5t2 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor κατὰ τὰς ἰδίας ἐπιθυμίας, ἑαυτοῖς ἐπισωρεύσουσιν διδασκάλους 1 पौलुस के कहने का अभिप्राय है कि लोग अनेक शिक्षकों को ऐसे एकत्र कर लेंगे जैसे ढेर लगा रहे हों| वे चाहेंगे कि अनेक शिक्षक आएं परन्तु वे उनके ईश्वरपरायण जीवन का मान निर्धारण नहीं करेंगे, न ही उनकी शिक्षा की शुद्धता की चिंता करेंगे। वैकल्पिक अनुवाद: “वे अपने लिए ऐसे अनेक शिक्षक एकत्र कर लेंगे जो उनकी इच्छा के अनुसार शिक्षा दें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:3 s375 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom κνηθόμενοι τὴν ἀκοήν 0 जो लोग कुछ सुनने के लिए आतुर हैं उनके लिए पौलुस कहता है कि उनके कानों में खुजली होती है और वह तब ही मिटती है जब उनको अनेक ऐसे शिक्षक मिल जाते हैं जो वही सुनाते हैं जो वे सुनना चाहते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि वे सुनने के लिए आतुर हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 4:4 rh2i rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀπὸ μὲν τῆς ἀληθείας τὴν ἀκοὴν ἀποστρέψουσιν 0 जो लोग अब ध्यान नहीं दे रहे हैं उनका चित्रण करते हुए पौलुस कहता है कि उन लोगों  ने अपने कानों को शारीरिक रूप से पलट दिया है जिससे कि वे सुन न पाएं। वैकल्पिक अनुवाद: “वे सत्य पर अब और ध्यान नहीं देंगे” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:4 xrv7 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τοὺς μύθους ἐκτραπήσονται 0 कपोलकल्पित कथाओं के सुनने वालों के लिए पौलुस कहता  है कि यह तो ऐसा है कि कोई उनको अनुचित दिशा में पथभ्रष्ट कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “ऐसे शिक्षक उनका ध्यान उन कहानियों की और आकर्षित करेंगे जो सच्ची नहीं हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:5 ehz7 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor νῆφε 1 पौलुस अपने पाठकों से चाहता है कि वे सभी बातों के विषय में उचित चिंतन करें, अतः वह इस प्रकार कहता है कि जैसे वे होश में रहें नशे में नहीं। वैकल्पिक अनुवाद: “स्पष्ट सोचो”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:5 tv3k ἔργον & εὐαγγελιστοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: "उस मनुष्य का जो यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाता है" 4:6 sh23 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐγὼ & ἤδη σπένδομαι 1 पौलुस अपने लिए कहता है कि वह एक प्रकार से कटोरे में दाखमधु है जिसको परमेश्वर के सामने बलिदान के रूप में उंडेला जा रहा था| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के लिए मेरे जीवन का बलिदान शीघ्र पूरा हो जाएगा"। (देखें: [[rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:6 fb7l rc://*/ta/man/translate/figs-euphemism ὁ καιρὸς τῆς ἀναλύσεώς μου ἐφέστηκεν 0 पौलुस अपनी मृत्यु को **कूच** करना कहता है| यह किसी अशुभ बात को कहने की विनम्र रीति है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं शीघ्र ही मर जाऊँगा और इस संसार को छोड़ दूँगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-euphemism]]) 4:7 d9ts rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὸν καλὸν ἀγῶνα ἠγώνισμαι 1 पौलुस आलंकारिक भाषा में स्वयं को एक खिलाड़ी कहता है जो खेल प्रतियोगिता में भाग ले रहा है| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) **अच्छी** शब्द द्वारा पौलुस के प्रयासों का वर्णन हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैंने अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है" (2) **अच्छी** शब्द का अर्थ हो सकता है, कि पौलुस ने एक सार्थक लक्ष्य का पीछा किया है|वैकल्पिक अनुवाद: "जो वास्तव में अर्थपूर्ण है,मैंने उसके लिए कठोर परिश्रम किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:7 kq83 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὸν δρόμον τετέλεκα 1 पौलुस परमेश्वर की सेवा के उसके जीवन के विषय इस प्रकार कहता है जैसे कि वह पैदल दौड़ रहा था। वैकल्पिक अनुवाद: “जो मुझे करना था उसे मैंने पूरा किया है”(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:7 vk2p rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὴν πίστιν τετήρηκα 1 पौलुस **विश्वास** की चर्चा करता है जिससे उसका तात्पर्य है,मसीह में उसका भरोसा और उसके द्वारा परमेश्वर का आज्ञापालन उसके लिए ऐसे हैं जैसे बहुमूल्य वस्तुएं जिनको उसने अपनी धरोहर स्वरुप सुरक्षित रखा है| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) पौलुस परमेश्वर प्रदत्त उत्तरदायित्व को निभाने में  निष्ठावान रहा| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं अपनी सेवा में निष्ठावान रहा हूँ"  (2) पौलुस सत्य की शिक्षा देने में निष्ठावान  था। वैकल्पिक अनुवाद: "मैंने शिक्षाओं को हर प्रकार की त्रुटि से सुरक्षित रखा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:8 ujg5 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀπόκειταί μοι ὁ τῆς δικαιοσύνης στέφανος 0 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया नहीं हैं तो आप कर्तृवाच्य  क्रिया में इसी विचार को व्यक्त कर सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर ने मेरे लिए धार्मिकता का मुकुट सुरक्षित रखा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:8 hg8i rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῆς δικαιοσύνης στέφανος 1 इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) **मुकुट** एक लाक्षणिक प्रयोग है जिसका अर्थ है, वह पुरस्कार जो परमेश्वर उन लोगों को देता है जिन्होंने धर्मी जीवन जिया है| वैकल्पिक अनुवाद: "धर्मी मनुष्यों के लिए  प्रतिफल" (2) मुकुट धार्मिकता का प्रतीक हो सकता है। जिस प्रकार दौड़ प्रतयोगिता का न्यायाध्यक्ष विजेता को मुकुट देता है, उसी प्रकार जब पौलुस का जीवन समाप्त होगा, तो परमेश्वर यह घोषणा करेगा कि पौलुस धर्मी है। वैकल्पिक अनुवाद: "वह प्रतिफल जो धार्मिकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:8 dwn6 στέφανος 1 देखें कि आपने इसका अनुवाद [2:5](../02/05.md) में कैसे किया है| पौलुस जिस **मुकुट** को परमेश्वर प्रदत्त भावी प्रतिफल के उदहारण स्वरूप काम में ले रहा है वह खेल प्रतियोग्यताओं में विजेताओं को पहनाने वाला लॉरेल वृक्ष के पत्तों से बना एक मुकुट होता था| आप अपनी भाषा में उस शब्द को काम में ले सकते है जो किसी प्रतियोग्यता में विजेता को दिए जाने वाले पुरूस्कार को दर्शाता है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 4:8 n3k8 ἐν, ἐκείνῃ τῇ ἡμέρᾳ 1 जैसा [1:12](../01/12.md), में है इसका सन्दर्भ उस **दिन** से है जिस दिन यीशु मनुष्यों का न्याय करने को पुनः आएगा| वैकल्पिक अनुवाद: "न्याय के दिन"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:8 uh88 rc://*/ta/man/translate/figs-pastforfuture ἀλλὰ καὶ πᾶσιν τοῖς ἠγαπηκόσι τὴν ἐπιφάνειαν αὐτοῦ 1 वैकल्पिक अनुवाद: "जो उसके पुनः आगमन की बाट जाहते हैं" 4:9 s7xl Connecting Statement: 0 # Connecting Statement:\n\nकनेक्टिंग स्टेटमेंट: 4:9 t8b7 ἐλθεῖν & ταχέως 0 वैकल्पिक अनुवाद: "जितना शीघ्र हो सके … आ" 4:10 e4xx rc://*/ta/man/translate/translate-names Δημᾶς & Κρήσκης & Τίτος 0 ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:10 ji2l rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν νῦν αἰῶνα 0 **संसार** यहाँ परमेश्वर की बातों के विरोध में सांसारिक बातों को संदर्भित करता है। पौलुस इन सांसारिक बातों को जिनकी मनुष्य सामान्यतः लालसा करता है, आलंकारिक भाषा में वर्तमान समय कहता है, जबकि यह सब उस भावी समय की विरोधी हैं जब परमेश्वर की बातें सम्पूर्ण पृथ्वी पर स्थापित की जाएँगी| वैकल्पिकनुवाद: "इस संसार की अस्थायी सुविधाएं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:10 u2qb Κρήσκης εἰς & Τίτος εἰς 0 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी अनेक भाषाओं में वाक्य पूर्ती के लिए आवश्यकता होती है|  उसके कहने का अर्थ था कि देमास, क्रेसकेंस, और तीतुस उसको छोड़ कर चले गए हैं| तथापि वह यह नहीं कह रहा है कि वे भी देमास के सदृश्य "इस संसार के मोह में" हैं| अति संभव है कि वे कलीसियाओं की सहायता हेतु यात्रा में थे| वैकल्पिक अनुवाद: "क्रेस्केंस मुझे छोड़ कर गलातिया चला गया है और तीतुस मुझे छोड़ कर दलमतिया चला गया है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) 4:10 gs61 rc://*/ta/man/translate/translate-names Δαλματίαν 1 ये सब रोमी साम्राज्य के स्थानों के नाम है। **गलातिया** एक सरकारी रोमी प्रान्त था और **दलमतिया** इल्लुरिकुम प्रान्त के दक्षिण में एक क्षेत्र था|  (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:11 w21u μοι εὔχρηστος εἰς διακονίαν 0 इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) मरकुस पौलुस की निजि आवश्यकताओं की पूर्ती के लिए **काम का** हो सकता था| वैकल्पिक अनुवाद: "वह मेरी आवश्यकताओं की पूर्ती हेतु सहायता कर सकता है" (2) मनुष्यों के मध्य पौलुस के प्रचार में मरकुस शिक्षा देने और सुसमाचार सुनाने में **काम का** हो सकता था। वैकल्पिक अनुवाद: "वह मेरे सेवा कार्य में सहायाक होगा" 4:13 d5rw φελόνην 1 **बागा** का सन्दर्भ उस भारी ऊपरी वस्त्र से है जो कपड़ों के ऊपर पहना जाता था| वैकल्पिक अनुवाद: "चोगा"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 4:13 v9b6 rc://*/ta/man/translate/translate-names Κάρπῳ 1 यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:13 k6tj τὰ βιβλία 1 **पुस्तकें** कुंडली ग्रंथों के सन्दर्भ में हैं| कुंडली ग्रन्थ पेपिरस घास या चमड़े से बनया गया छोटी चादर जैसा होता था जिसके ऊपर लिखने का काम किया जाता था| लिखने या पढने के बाद उसको लपेट कर रखा जाता था| उसके दोनों सिरों पर डंडियाँ लगी होती थीं। वैकल्पिक अनुवाद: "लपेटने वाली पुस्तक"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 4:13 e395 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μάλιστα τὰς μεμβράνας 1 **चर्मपत्र** किसी विशेष कुंडली ग्रन्थ के सन्दर्भ में हो सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “विशेष करके वे जो चमड़े से बनाए गए हैं” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:14 un4v Ἀλέξανδρος ὁ χαλκεὺς & ἐνεδείξατο 0 **ठठेरा** उस मनुष्य के सन्दर्भ में है जो ताम्बे या अन्य धातुओं  का काम करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सिकंदर जो धातु का काम करता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 4:14 kv94 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἀλέξανδρος 1 यह एक पुरुष का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:14 jv63 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor πολλά μοι κακὰ ἐνεδείξατο 0 मुझे बहुत हानि पहुँचाई है 4:14 wbx4 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἀποδώσει αὐτῷ ὁ Κύριος κατὰ τὰ ἔργα αὐτοῦ 1 पौलुस दण्ड पाने को लाक्षणिक भाषा में ऐसे व्यक्त करता है जैसे कि वह भुगतान हो। वैकल्पिक अनुवाद: “जो उसने किया है उसके लिए प्रभु उसे उचित दण्ड देगा” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:14 xrj6 αὐτῷ & αὐτοῦ 0 उसे... उसका 4:15 jq91 ὃν 0 उसे... वह 4:15 i4aj rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἀντέστη τοῖς ἡμετέροις λόγοις 1 यहाँ **बातें** उस संदेश के सन्दर्भ में हैं जिसकी शिक्षा पौलुस,तीमुथियुस और उनके सहकर्मी देते  थे| वैकल्पिक अनुवाद: "उस सन्देश का विरोध करते हैं जिसकी हम शिक्षा देते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:16 v847 ἐν τῇ πρώτῃ μου ἀπολογίᾳ 1 पौलुस इस अभियोग के आरंभिक सत्र का सन्दर्भ दे रहा है| **पहले** शब्द के उपयोग द्वारा वह संकेत दे रहा है कि उसको एक बार और न्यायालय में प्रकट होना  होगा| वैकल्पिक  अनुवाद: "मेरे अभियोग के प्रथम सत्र में" या "जब मैं पहली बार न्यायालय में गया था और अपना पक्ष रखा था" 4:16 f2c3 οὐδείς μοι παρεγένετο 1 पौलुस तिमुथियुस से कहता है कि उसको पक्षधरों के बिना ही न्यायालय में उपस्थित होना पडा था| वैकल्पिक अनुवाद: "किसी ने भी मेरी ओर से गवाही नहीं दी थी" 4:16 rm2t rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive μὴ αὐτοῖς λογισθείη 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को प्रकट करने के लिए कर्तृवाच्य क्रिया रूप काम में ले सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “प्रभु उनसे इस बात का लेखा न ले” या “मैं प्रार्थना करता हूँ कि परमेश्वर उन विश्वासियों को मेरा साथ छोड़ने के लिए दंड न दे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:17 t1fw rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ὁ & Κύριός μοι παρέστη 0 पौलुस प्रभु के विषय में इस प्रकार बात कह रहा है कि जैसे वह सशरीर उसके साथ खड़ा था। वैकल्पिक अनुवाद: “प्रभु ने मेरी सहायता की” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:17 y69m rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἵνα δι’ ἐμοῦ τὸ κήρυγμα πληροφορηθῇ 0 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को प्रकट करने के लिए कर्तृवाच्य क्रिया रूप काम में ले सकते हैं| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1)अपने अभियोद के समय पौलुस उस सन्देश को पूर्णरूपेण समझा सका था जो परमेश्वर ने उसको प्रचार करने के लिए दिया था। वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि मैं प्रभु के सम्पूर्ण सन्देश को सुनाने योग्य हुआ था" (2) पौलुस इस सम्पूर्ण समय भी परमेश्वर के सन्देश को सुनाने योग्य रहा जबकि उसको मृत्यु की प्रतीक्षा थी| वैकल्पिक अनुवाद: “जिससे कि  मैं प्रभु का संदेश अंत तक सुनाने योग्य रहा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:17 gsr8 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐρύσθην ἐκ στόματος λέοντος 1 पौलुस खतरे के विषय आलंकारिक भाषा  में इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे न्यायालय में उपस्थित होने पर शेर उसको फाड़ खाएगा। उसके कहने का तात्पर्य हो सकता है,  मृत्यु दंड का देहिक संकट या आत्मिक संकट कि वह यीशु के लिए निर्भय होकर न बोलने की परिक्षा में पड़े  या दोनों! अतः उचित तो यही होगा कि आप अपने अनुवाद में दोनों संभावनाओं को रखें। वैकल्पिक अनुवाद: “मुझे बड़े खतरे से बचाया गया था” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 4:19 n4zc rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν Ὀνησιφόρου οἶκον 0 देखें कि आपने इसका अनुवाद [1:16](../01/16.md) में कैसे किया है| यहाँ **घराना** **उनेसिफुरुस**और उसके कुटुम्ब के सब सदस्यों के सन्दर्भ में है,  संभवतः उसके सेवक-सेविकाएँ भी। वैकल्पिक अनुवाद: “उनेसिफुरुस और उसके साथ रहने वाले सब जन" परिवार” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:19 mef8 Ὀνησιφόρου 1 यह एक पुरुष का नाम है। देखें कि आपने इस नाम का अनुवाद [1:16](../1/16.md) में किस प्रकार किया है।(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:20 lie9 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἔραστος & Τρόφιμον 0 ये सभी पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:20 wp9h rc://*/ta/man/translate/translate-names Μιλήτῳ 1 यह दक्षिणी इफिसुस में एक नगर का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:21 p7px rc://*/ta/man/translate/translate-names Εὔβουλος & Πούδης & Λίνος 0 ये तीन पुरुषों के नाम हैं। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:21 cvc7 σπούδασον & ἐλθεῖν 1 वैकल्पिक  अनुवाद: "आने का भरसक प्रयास कर" या "आने के लिए कठोर से कठोर प्रयास कर" 4:21 eh95 πρὸ χειμῶνος 1 कहने का अभिप्राय यह है कि तीमुथियुस को पौलुस के पास शीत ऋतु के आगमन से पूर्व आना होगा क्योंकि शीत ऋतु में यात्रा करना कठिन वरन असंभव हो जाता है| यदि शीत ऋतु आपके क्षेत्र में गर्म और ग्रीष्म ऋतु ठंडी होती है या आपके क्षेत्र में शीत ऋतु नहीं है,वर्षा ऋतु मात्र है तो आप अधिक सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इससे पूर्व कि शीत ऋतु यात्रा को कठिन बनाए" या "इससे पूर्व कि ऋतु परिवर्तन यात्रा को कठिन कर दे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:21 z1j9 ἀσπάζεταί σε Εὔβουλος, καὶ Πούδης, καὶ Λίνος, καὶ Κλαυδία, καὶ οἱ ἀδελφοὶ 0 यहाँ पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अन्य भाषाओं में वाक्य पूर्ती के लिए होती है| अर्थ को स्पष्ट करना सुनिश्चित करने हेतु आप इन शब्दों को जोड़ सकते हैं| यूबूलुस के बाद जिन लोगों के नाम हैं वे भी तीमुथियुस को शुभ कामनाएं भेज रहे हैं| अकेला यूबूलुस नहीं भेज रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: “यूबूलुस तुझे नमस्कार करता है, और पूदेंस, और लीनुस और क्लौदिया, और सब भाई भी तुझे नमस्कार करते हैं"।(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 4:21 er77 rc://*/ta/man/translate/translate-names Κλαυδία 1 यह एक स्त्री का नाम है। (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:21 mk26 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations οἱ ἀδελφοὶ 0 यहाँ **भाइयों** का सन्दर्भ सभी विश्वासियों से है चाहे वे पुरुष हों या स्त्री। वैकल्पिक अनुवाद: “यहाँ के सब विश्वासी” (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) 4:22 tx26 rc://*/ta/man/translate/figs-you ὁ Κύριος μετὰ τοῦ πνεύματός σου 0 पौलुस पत्र के समापन में तीमुथियुस को आशीर्वाद देता है| यहाँ **तेरी** शब्द एक वचन में है और तीमुथियुस के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु तेरी आत्मा को सामर्थी बनाए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]]) 4:22 k85y rc://*/ta/man/translate/figs-you ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν 0 पौलुस अपने पत्र के समापन में एक और आशीर्वाद देता है| यहाँ **तुम**  शब्द बहुवचन में है और तीमुथियुस के साथ के सब विश्वासियों के सन्दर्भ में है। वैकल्पिक अनुवाद: "तुम सब पर अनुग्रह होता रहे!" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-you]]) 1:5 p008 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τῆς ἐν σοὶ ἀνυποκρίτου πίστεως 1 पौलुस **विश्वास** को इस प्रकार व्यक्त करता है कि जैसे वह तीमुथियुस में अन्तर्निहित कोई वास्तु है| पौलुस यहाँ परमेश्वर में तीमुथियुस के विश्वास का संदर्भ दे रहा है, न कि तीमुथियुस में किसी के विश्वास का| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरा सच्चा विश्वास" या "तेरा विश्वास जो सच्चा है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:1 p001 rc://*/ta/man/translate/translate-names Παῦλος 1 यह एक पुरुष का नाम है,पत्र के लेखक का|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:2 p002 rc://*/ta/man/translate/translate-names Τιμοθέῳ 1 यह एक पुरुष का नाम है,जिस पुरुष को पत्र लिखा जा रहा है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:2 p003 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns χάρις, ἔλεος, εἰρήνη 1 तीमुथियुस को दिए गए पौलुस के आशीर्वाद में ये तीन भाववाचक संज्ञाएँ हैं|आपकी भाषा में इन अवधारणाओं को व्यक्त करने की अपनी विशेष विधि होगी,जैसे क्रिया से| यदि ऐसा है तो आप उनका प्रयोग अपने अनुवाद में कर सकते हैं| देखें यू एस टी(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:2 dcr3 rc://*/ta/man/translate/figs-exclusive ἡμῶν 1 इस पुस्तक में जब तक अन्यथा देखा न जाए, **हम** और **हमारा** पौलुस (पत्र के लेखक), तिमुथियुस (जिसको पत्र लिखा जा रहाहै), और व्यापकता में सब विश्वासियों के सन्दर्भ में हैं| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-exclusive]]) 1:3 p004 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns χάριν ἔχω τῷ Θεῷ 1 यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप भाववाचक संज्ञा, **धन्यवाद** में निहित विचार को क्रिया शब्द या विशेषण शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं परमेश्वर को धन्यवाद कहता हूँ" या "मैं परमश्वर का आभारी हूँ"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:3 p005 rc://*/ta/man/translate/figs-yousingular σοῦ 1 **तू** शब्द यहाँ वरन सम्पूर्ण पुस्तक में एकवचन में है क्योंकि पौलुस तीमुथियुस को संबोधित कर रहा है| पद 4:22 में एकमात्र अपवाद है जिस पर टिप्पणी की गई है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-yousingular]]) 1:4 p006 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit μεμνημένος σου τῶν δακρύων 1 यहाँ अभिप्रेत अर्थ है कि पौलुस उस समय का सन्दर्भ दे रहा है जब वह तीमुथियुस से विदा हो रहा था| यदि यह अशष्ट हो तो आप इस जानकारी को समाहित कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "स्मरण होता है कि जब मैं तुझ से विदा हुआ था तब तू कैसे राया था" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:4 p007 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive χαρᾶς πληρωθῶ 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार  को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य क्रिया रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं आनंद से भर जाऊं"(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-activepassive]]) 1:5 ayl4 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ὑπόμνησιν λαβὼν 1 यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "स्मरण करना"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 1:5 p009 rc://*/ta/man/translate/translate-names Εὐνίκῃ 1 यह एक स्त्री का नाम है, तीमुथियुस की माता का नाम|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:6 p010 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor τὸ χάρισμα τοῦ Θεοῦ, ὅ ἐστιν ἐν σοὶ διὰ τῆς ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν μου 1 पौलुस **वरदान** शब्द का उपयोग ऐसे करता है कि जैसे वह कोई वस्तु है जो तीमुथियुस में अन्तर्निहित है| यदि ये शब्द, **तुझे मिला है** आपकी भाषा में स्पष्ट विचार प्रकट न करें कि तीमुथियुस को वरदान मिला तो आप देने और लेने के लिए प्रयुक्त क्रिया शब्द के द्वारा अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का वरदान जो मेरे हाथ रखने के द्वारा तुझ को मिला था"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:6 s6vb rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τὸ χάρισμα τοῦ Θεοῦ, ὅ ἐστιν ἐν σοὶ διὰ τῆς ἐπιθέσεως τῶν χειρῶν μου 1 यहाँ अभिप्रेत अर्थ यह है कि यह एक आत्मिक वरदान है जो तीमुथियुस को परमेश्वर प्रदत्त सेवा के कार्य को करने में सक्षम बानाता है| तीमुथियुस के सिर पर हाथ रखते समय पौलुस ने उसके लिए प्रार्थना भी की थी|यदि यह सब स्पष्ट न हो तो आप इस जानकारी को अपने अनुवाद में समाहित करना चाहेंगे| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:7 u8vl rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result γὰρ 1 यहाँ **क्योंकि** शब्द, पिछले पद में  तीमुथियुस को दिए गए पौलुस के निर्देश-तीमुथियुस अपने आत्मिक वरदान का उपयोग करे- का  एक और कारण दर्शाता है| यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप **क्योंकि** के स्थान में इस जानकारी को रख सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक और कारण यह है कि मैं  क्यों चाहता हूँ कि तू  परमेश्वर के उस वरदान का उपयोग करना आरम्भ कर दे … ."(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) 1:7 p011 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns δυνάμεως, καὶ ἀγάπης, καὶ σωφρονισμοῦ 1 पौलुस भाववाचक संज्ञाओं के द्वारा तीन बातों का सन्दर्भ देता है जिनके उपयोग में तीमुथियुस को योग्य होना है| आपकी भाषा में इन अवधारणाओं को व्यक्त करने की अपनी ही विशेष विधि होगी,जैसे क्रिया शब्दों के द्वारा| यदि है तो आप उनको अनुवाद में काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो हमें आज्ञा मानने, प्रेम करने, और संयम बरतने योग्य बनाता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:8 xa86 συνκακοπάθησον τῷ εὐαγγελίῳ 1 यहाँ **सुसमाचार के लिए** का अर्थ है, "मनुष्यों में यीशु का शुभ सन्देश सुनाने के निमित्त|" वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्यों को यीशु के बारे में शुभ सन्देश सुनाने के परिणामस्वरुप आने वाले कष्टों को मेरे साथ सहन कर ले" 1:9 lmas οὐ κατὰ τὰ ἔργα ἡμῶν 1 यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ करना सहायक होगा| यदि आप स्पष्टता हेतु एक नया वाक्य आरम्भ करते हैं तो हो सकता है कि आपको पिछले उपवाक्य से कुछ शब्दों को दोहराना होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "उसने हमारे कर्मों के कारण हमारा उद्धार नहीं किया है और न ही हमको बुलाया है" 1:9 p012 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive καὶ χάριν, τὴν δοθεῖσαν ἡμῖν ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और परमेश्वर ने हमें मसीह यीशु में जो अनुग्रह प्रदान किया है"(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-activepassive]]) 1:10 p013 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive φανερωθεῖσαν δὲ νῦν 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को प्रकट करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको अब परमेश्वर ने प्रकट कर दिया है" या "जिसको जानने के लिए अब परमेश्वर ने मनुष्यों को योग्य बना दिया है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 1:10 a1n7 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ζωὴν καὶ ἀφθαρσίαν 1 यहाँ **जीवन और अमरता** एक साथ "अविनाशी जीवन" का भाव प्रकट करते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अनंत जीवन" या "अविनाशी जीवन"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) 1:11 p014 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown κῆρυξ 1 **प्रचारक** वह मनुष्य होता है जिसको किसी सन्देश की घोषणा करने के लिए भेजा जाता है|  यदि आपकी भाषा में समरूप शब्द न हो और आपके पाठक जानते न हों कि **प्रचारक** कौन है तो आप एक सामान्य अभिव्यक्ति काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "एक संदेशवाहक"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 1:11 p015 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor κῆρυξ 1 पौलुस स्वयं को **प्रचारक** कहता है क्योंकि परमेश्वर ने उसको सुसमाचार के सन्देश की घोषणा करने हेतु भेजा है| वैकल्पिक अनुवाद: "एक प्रचारक"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:12 hhu5 rc://*/ta/man/translate/figs-possession τὴν παραθήκην μου 1 **मेरी** शब्द में निहित विचार है कि यह **धरोहर** किसी न किसी प्रकार पौलुस से संलग्न है| यह विशिष्ट संलग्नता निर्भर करती है कि हम इस धरोहर को क्या मानते हैं| इसकी दो संभावनाएं हैं: (1) यह धरोहर पौलुस  से संलग्न है क्योंकि यह पौलुस का जीवन है या यीशु में पौलुस का विश्वास है| वैकल्पिक अनुवाद: "उसके प्रति मेरी निष्ठा" या (2) यह धरोहर पौलुस से संलग्न है क्योंकि यह उसके द्वारा प्रचार किया जाने वाला सुसमाचार का सन्देश है|वैकल्पिक अनुवाद: "वह सुसमाचार जो उसने प्रचार करने के लिए मुझे सौंपा है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-possession]]) 1:13 p016 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὑγιαινόντων λόγων 1 पौलुस **बातें** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है कि विश्वासियों के सच्चे विश्वास को शब्दों में व्यक्त करे| वैकल्पिक अनुवाद: "सिद्ध सन्देश"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 1:13 p017 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐν πίστει καὶ ἀγάπῃ τῇ ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 पौलुस दो भाववाचक संज्ञाओं, **विश्वास** और **प्रेम** के द्वारा उन कार्यों का संदर्भ देता है जो तीमुथियुस के लिए करना आवश्यक हैं|आपकी भाषा में इन अवधारणाओं को व्यक्त करने के लिए विधि विशेष होगी, जैसे क्रिया शब्द| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु में विश्वास करना और मनुष्यों से प्रेम करना क्योंकि  तू उसका है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 1:13 ix6w rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 पौलुस **विश्वास और प्रेम** को ऐसे व्यक्त करता है जैसे **मसीह यीशु** में अन्तर्निहित वस्तुएं हों| इसका सन्दर्भ उस विश्वास और प्रेम से है जिसके योग्य यीशु हमें बनाता है जब हम उसके हो जाते हैं| देखें कि आपने इसका अनुवाद 1:9 में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु के साथ हमारे सम्बन्ध के द्वारा हमारा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 1:15 p018 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πάντες οἱ ἐν τῇ Ἀσίᾳ 1 **सब** शब्द का अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1) पौलुस ने संभवतः **सब** शब्द का उपयोग "सब नहीं,कुछ" के लिए किया था क्योंकि तीमुथियुस और उनेसिफुरुस ने उसका साथ नहीं छोड़ा था| अतः यह अतिशयोक्ति होगी| (2) पौलुस ने संभवतः **सब** शब्द का उपयोग उन लोगों के लिए किया जो एशिया माईनर से उसके साथ रोम आए थे| वैकल्पिक अनुवाद: "सब जो मेरे साथ एशिया से आए थे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) 1:15 p019 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἀσίᾳ 1 यह एक रोमी प्रान्त का नाम है| एशिया माइनर,की राजधानी इफिसुस थी| इस पत्र के लिखे जाने के समय तीमुथियुस वहीँ रह रहा था| वर्तमान में यह क्षेत्र तुर्किस्तान में है|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:15 p020 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀπεστράφησάν με 1 पौलुस मान कर चल रहा है कि तीमुथियुस को जानकारी होगी कि एशिया के विश्वासियों ने उसका साथ छोड़ दिया था क्योंकि अधिकारियों ने उसको बंदीगृह में डाल दिया था| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो  तो आप इसको स्पष्ट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मुझे छोड़ दिया है क्योंकि मैं बंदीगृह में हूँ"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 1:15 p021 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἑρμογένης 1 यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:16 izk9 rc://*/ta/man/translate/translate-blessing δῴη ἔλεος ὁ Κύριος τῷ Ὀνησιφόρου οἴκῳ 1 पौलुस परमेश्वर से प्रार्थना करता है कि वह उनेसिफुरुस को  आशीष दे| आप इसको आशीष या प्रार्थना कह सकते हैं, आपकी भाषा में जो भी अधिक व्यावहारिक हो| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु उनेसिफुरुस के परिवार पर दया करे" या "प्रभु उनेसिफुरुस के परिवार को आशीष दे"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-blessing]]) 1:17 xfg1 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast ἀλλὰ 1 यहाँ **परन्तु** शब्द द्वारा पिछले पद और इस पद में विषमता दिखाई गई है| पौलुस के बंदीगृह में होने से लजाने की अपेक्षा उनेसिफुरुस ने पौलुस को खोजा और उसको वहाँ पाया| आपकी भाषा में विषमता को दर्शने के लिए जो भी रूप अधिक व्यावहारि हो उसका प्रयोग यहाँ करें|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-contrast]]) 1:17 p022 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ῥώμῃ 1 यह एक नगर का नाम है, रोमी साम्राज्य की राजधानी| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:18 x0eo rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result (δῴη αὐτῷ ὁ Κύριος, εὑρεῖν ἔλεος παρὰ Κυρίου ἐν ἐκείνῃ τῇ ἡμέρᾳ), καὶ ὅσα ἐν Ἐφέσῳ διηκόνησεν, βέλτιον σὺ γινώσκεις 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इन वाक्यों के क्रम को विपरीत कर सकते हैं,क्योंकि दूसरा वाक्य पहले वाक्य के कार्य का कारण दर्शा रहा है|देखें यूं एस टी.(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) 1:18 r54t rc://*/ta/man/translate/सर्वनामों को लिखना δῴη αὐτῷ ὁ Κύριος, εὑρεῖν ἔλεος παρὰ Κυρίου 1 यदि आपकी भाषा में अधिक  स्पष्ट हो सके तो आप **उसके** के स्थान में "उन्सिफुरुस" लिख सकते हैं कि स्पष्ट हो कि कौन दया का पात्र है| वैकल्पिक अनुवाद: "उनेसिफुरुस प्रभु की  दया का पात्र हो!"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]]) 1:18 p024 rc://*/ta/man/translate/नामों का अनुवाद Ἐφέσῳ 1 यह उस नगर का नाम है जहाँ तीमुथियुस,पत्र का प्राप्तिकर्ता रह रहा था| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 1:18 p025 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ὅσα ἐν Ἐφέσῳ διηκόνησεν, βέλτιον σὺ γινώσκεις 1 पौलुस तीमुथियुस को स्मरण कराता है कि उन्सिफुरुस ने पहले भी उसकी सहायता की थी जब वह इफिसुस में था| यही कारण है कि पौलुस प्रभु से उनेसिफुरुस के लिए आशीष की प्रार्थना करता है क्योंकि उसने अनेक बार उसकी सहायता की है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू तो भलीभांति जानता है कि उसने मेरी पहले भी कितनी सहायता की थी जब मैं इफिसुस में था"​ (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:1 p026 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐνδυναμοῦ 1 आप इसको कर्तृवाच्य रूप में रख सकते है और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर तुझे सामर्थ्य प्रदान करे!"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:2 p027 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἀνθρώποις 1 यहाँ **पुरुष** शब्द व्यापक भाव में है जिसमें स्त्रियाँ भी समाहित हैं|  वैकल्पिक अनुवाद: " लोग"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) 2:4 p028 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐμπλέκεται ταῖς τοῦ βίου πραγματίαις 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप काम में नहीं आता है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: " जीवन की चिंताओं को विघ्न डालने देता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:4 p029 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit τοῦ βίου 1 **संसार** से पौलुस का तात्पर्य है, रूपक के सन्दर्भ में, "नागरिक जीवन"| कहने का अर्थ है कि तिमुथियुस और सब विश्वासी सांसारिक चिंताओं द्वारा स्वयं को मसीह के सेवा से विलग न होने दें| वैकल्पिक अनुवाद: "दैनिक जीवन की"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:5 p031 rc://*/ta/man/translate/figs-hypo ἐὰν & ἀθλῇ τις, οὐ στεφανοῦται, ἐὰν μὴ νομίμως ἀθλήσῃ 1 तीमुथियुस को शिक्षा देने के लिए पौलुस काल्पनिक परिदृश्य रच रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "मान लो कि किसी खिलाड़ी ने नियमों के अनुसार स्पर्धा नहीं की तो उसको मुकुट नहीं पहनाया जाएगा"(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-hypo]]) 2:5 p032 ἐὰν & ἀθλῇ τις 1 यहाँ **लाडे** शब्द का सन्दर्भ किसी खेल स्पर्धा में भाग लेने से है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि कोई खिलाड़ी किसी स्पर्धा में भाग ले" 2:5 p033 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive οὐ στεφανοῦται 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अधिकारी उसको मुकुट नहीं पहनाएंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:5 p034 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit οὐ στεφανοῦται 1 पौलुस मान कर चलता है कि तिमुथियुस को जानकारी है कि उस संस्कृति में मुकुट पहनाना स्पर्धा के विजेता की ओर संकेत करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अधिकारी उसको विजेता का मुकुट नहीं पहनाएंगे"(देखें: [[rc:/hi/ta//ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:6 p035 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit πρῶτον τῶν καρπῶν μεταλαμβάνειν 1 इस परिदृश्य में ऐसा प्रतीत होता है कि यह परिश्रमी किसान अन्य किसानों के साथ काम कर रहा है और वे सब फसल आने पर अपना-अपना फल प्राप्त करेंगे परन्तु यह किसान अन्य किसानों से अधिक परिश्रम करता है इसलिए यह किसान अन्यों से पहले फल लेगा| यहाँ अभिप्रेत है कि पहले प्राप्त करना सर्वोत्तम है,संभवतः फसल की वह उपज अधिक अच्छी होती है|वैकल्पिक अनुवाद: "फसल का सर्वोत्तम अंश पाएगा"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:7 p036 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὃ λέγω 1 पौलुस ने अभी अपने पत्र में जो लिखा उसको **कहता हूँ** द्वारा संदर्भित करता है कि संचारण के विचार को व्यक्त करे| वैकल्पिक अनुवाद: "मैंने जो तुझ से अभी-अभी कहा है"(देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:8 p037 rc://*/ta/man/translate/translate-names Δαυείδ 1 यह एक पुरुष का नाम है, इस्राएल के महान राजा का|(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 2:8 p038 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐγηγερμένον ἐκ νεκρῶν 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य रूप में काम में सकते हैं|  वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको परमेश्वर ने मृतकों में से खडा किया है "(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:9 p039 rc://*/ta/man/translate/figs-simile ὡς κακοῦργος 1 पौलुस अपनी परिस्थिति की तुलना एक ऐसी लज्जाजनक परिस्थिति से करता है जिसमें कोई मनुष्य हो जिसने वास्तव में अपराध किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "जैसे कि  मैं एक अपराधी हूँ"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-simile]]) 2:9 p040 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ οὐ δέδεται 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के सन्देश को कोई नहीं रोक सकता है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:9 p041 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ 1 पौलुस **बातें** शब्द का लाक्षणिक प्रयोग करता है जो उसके और अन्यों के द्वारा परमेश्वर के सन्देश का मौखिक प्रसारण है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर का सन्देश" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:10 p042 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole πάντα ὑπομένω 1 यहाँ **सब** शब्द व्यापक है जिसका संभावित सन्दर्भ उन कष्टों से है जिनका वर्णन पौलुस ने पिछले पद में किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं वे सब कष्ट उठाता हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) 2:10 p043 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns αὐτοὶ σωτηρίας τύχωσιν τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **उद्धार** में निहित विचार को क्रिया शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मसीह यीशु मेरा उद्धार करे" (See: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:11 p044 πιστὸς ὁ λόγος 1 आप इस विशेषण, **विश्वासयोग्य** का अर्थ सकर्मक क्रिया द्वारा व्यक्त कर सकते हैं यदि यह आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो| वैकल्पिक अनुवाद:"तू इस कथन पर विश्ववास कर सकता है" 2:11 p045 rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks πιστὸς ὁ λόγος 1 पौलुस इस वाक्यांश के द्वारा अपरोक्ष उद्धरण देता है| इस पद के शेष भाग में और [2:12](../02/12.md) तथा [2:13](../02/13.md) में जो शब्द है वे या तो कोई कविता है या भजन है जिसके द्वारा उस सन्देश को व्यक्त किया गया है जिसको पौलुस विश्वासयोग्य कहता है आपके पाठकों के लिए सहायक ही सिद्ध होगा यदि आप इन शब्दों को  अपरोक्ष उद्धरण के रूप में चिन्हित कर दें या उनको दहिनी ओर पृथक रखें जैसा इस अध्याय के आरम्भ में, निर्विशेष टिप्पणियों में कहा गया है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-quotemarks]]) 2:11 p046 καὶ συνζήσομεν 1 यद्यपि पौलुस मसीह के साथ मरने के लिए आलंकारिक भाषा का प्रयोग करता है, **जीएंगे** की भाषा  संभवतः आलंकारिक नहीं है| इसका सन्दर्भ दो में से एक हो सकता है: (1) **जीएंगे** का सन्दर्भ मरणोपरांत जीवन से है| यह पिछले पद में पौलुस द्वारा चर्चित "अविनाशी महिमा" और अगले पद में, "हम उसके साथ राज्य करेंगे" के परिप्रेक्ष्य में सर्व संभावना में प्रतीत होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तब परमेश्वर हमें मृतकों में से जीवित करेगा कि यीशु के साथ रहें" (2) **जीएंगे** का सन्दर्भ विश्वासियों द्वारा मृत्यु से पहले के आचरण के सन्दर्भ में है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम अपनी अभिलाषाओं  के पीछे नहीं भागेंगे, अपेक्षा इसके हम वही करेंगे जो यीशु हमसे चाहता है कि करें" 2:12 p048 εἰ ἀρνησόμεθα 1 पौलुस **इन्कार** शब्द का प्रयोग उन विश्वासियों के लिए करता है जो कहते है कि वे इस वर्तमान जीवन में मसीह यीशु को नहीं जानते हैं| इस शब्द का प्रयोग **धीरज** शब्द की विषमता में किया गया है,अतः इसका सन्दर्भ उस मनुष्य के लिए है जो सताव में हारकर यीशु का अनुयायी होने से इन्कार कर देता है| वैकल्पिक अनुवाद:: "यदि हम आज कहें कि हम उसको नहीं जानते" 2:12 p049 κἀκεῖνος ἀρνήσεται ἡμᾶς 1 पौलुस दूसरी बार **इन्कार** शब्द को काम में लेता है तो वह मसीह यीशु के सन्दर्भ में है जब वह अंतिम न्याय करेगा| उस दिन यीशु निष्ठावान विश्वासी को ग्रहण करेगा और जो उसके सच्चे भक्त नहीं हैं उनका त्याग कर देगा| जो इस पृथ्वी पर वास करते समय यीशु के अनुयायी होने से इन्कार करते हैं वे उसके सच्चे भक्त नहीं हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "न्याय के दिन वह हमें त्याग देगा" 2:13 p050 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐκεῖνος πιστὸς μένει 1 इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: (1) "वह हमारे प्रति विश्वासयोग्य है" (2) वह स्वयं में सच्चा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:14 p051 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐνώπιον τοῦ Θεοῦ 1 पौलुस इस अभिव्यक्ति, **परमेश्वर के सामने** को इस अर्थ में काम में लेता है, "परमेश्वर की उपस्थिति में" जिसका अर्थ है, "जहां परमेश्वर हमें देख सकता है|" इसका लाक्षणिक अर्थ होता है,ध्यान देना और न्याय करना| वैकल्पिक अनुवाद: "जब परमेश्वर देख रहा है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:14 ywty rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns ἐπὶ καταστροφῇ τῶν ἀκουόντων 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **बिगड़** में निहित विचार को क्रिया गर्भित वाक्यांश में अनुवाद कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद:  "यह सुनने वालों का नाश कर देता हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:14 x7gx rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐπὶ καταστροφῇ τῶν ἀκουόντων 1 यहाँ **बिगड़** का सन्दर्भ उन विश्वासियों की शारीरिक हानि से नहीं, आत्मिक हानि से है जो अपने शिक्षकों को महत्वहीन बातों पर मूर्खता का विवाद करते हुए सुनते हैं| इस प्रकार की शिक्षा विश्वासियों को सिखाती है कि छोटी-छोटी बातों में सही दिखना प्रेम और एकता से अधिक महत्वपूर्ण है| इस प्रकार उनके मन में विश्वास की अनुचित धारणा घर करा दे जाती है या उनको यीशु के अनुसरण से पूर्णतः रोक दिया जाता है| वैकल्पिक अनुवाद: "और इनके सुनने वालों को यीशु के अनुसरण से रोक देती है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:15 p052 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὸν λόγον τῆς ἀληθείας 1 यहाँ पौलुस **वचन** शब्द को लाक्षणिक भाषा में काम में लेता है कि शब्दों में व्यक्त करने के सन्दर्भ में हो| इसका अर्थ दो में से एक हो सकता है: (1)इसका सन्दर्भ उस सन्देश से हो सकता है जिसका प्रचार तीमुथियुस को करना है| वैकल्पिक अनुवाद: "सच्चा सन्देश" (2) इसका सन्दर्भ पवित्र शास्त्रों से हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "सच्ची बातें जिनका उल्लेख परमेश्वर ने पवित्र शास्त्रों में किया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:15 p053 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τὸν λόγον τῆς ἀληθείας 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **सत्य** में निहित विचार को विशेषण द्वारा व्यक्त किया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "एकमात्र सच्चा सन्देश" या "परमेश्वर द्वारा धर्मशास्त्र कही गई सच्ची बातें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:17 p054 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ὁ λόγος αὐτῶν 1 पौलुस **वचन** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक भाषा में, मौखिक शब्दों के सन्दर्भ में करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "ऐसे विवाद" या "ऐसे विवादों में भाग लेने वाले मनुष्य क्या कहते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:17 p055 rc://*/ta/man/translate/translate-unknown ὡς γάγγραινα 1 **सड़े घाव** अर्थात संक्रमण के कारण या रक्त प्रवाह की कमी के कारण मृतक उत्तक| यह मनुष्य के शरीर में अति शीघ्र फैल जाता है और उसकी मृत्यु का कारण होता है| यदि पाठकों को समझने में कठिनाई हो तो आप किसी सामान्य उक्ति द्वारा समझा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "संक्रामक रोग के सदृश्य" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-unknown]]) 2:17 p056 rc://*/ta/man/translate/writing-pronouns ὧν ἐστιν Ὑμέναιος, καὶ Φίλητος 1 पौलुस तीमुथियुस को दो पुरुषों के नाम बताता है जो अविश्वास और मूर्खता की बातों के उदाहरण हैं| अपनी भाषा में इन नामों में और पिछले उपवाक्य में प्रयुक्त **उनके वचन** में स्पष्ट सम्बन्ध दर्शाएं आपको इसे सुव्यक्त करने की आवश्यकता होगी | वैकल्पिक अनुवाद: "हुमिनयुस और फिलेतुस ऐसे दो जन हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/writing-pronouns]]) 2:18 p057 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns οἵτινες περὶ τὴν ἀλήθειαν ἠστόχησαν 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **सत्य** में निहित विचार को विशेषण से व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे ऐसी शिक्षा देते हैं जो सत्य नहीं" (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:19 p058 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἔχων τὴν σφραγῖδα ταύτην 1 पौलुस  इस नीव के लिए लाक्षणिक भाषा में कहता है कि उस पर **छाप** लगी है क्योंकि दस्तावेजों पर लगी छाप में प्रायः उनकी विषयवस्तु का वर्णन अंकित होता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस उत्कीर्णन के साथ" या "जिसका वर्णन इस प्रकार किया जा सकता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:19 p059 rc://*/ta/man/translate/figs-quotemarks ἔχων τὴν σφραγῖδα ταύτην 1 पौलुस इस उपवाक्य के द्वारा दो अपरोक्ष उद्धरण प्रस्तुत करता है| इस पद के शेष अंश में जो कथन हैं वे परमेश्वर में विश्वास करते रहने के लिए परमेश्वर ने मनुष्यों को जो आधार दिया है उसके दो भावों का वर्णन है| यदि आप इनको उद्धरण चिन्हों में रखें तो आपके पाठकों के लिए यह सहायक सिद्ध होगा| (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/figs-quotemarks]]) 2:20 p060 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor ἐν μεγάλῃ δὲ οἰκίᾳ, οὐκ ἔστιν μόνον σκεύη χρυσᾶ καὶ ἀργυρᾶ, ἀλλὰ καὶ ξύλινα καὶ ὀστράκινα 1 यीशु के अनुसरण के निमित्त तीमुथियुस को एक मुख्य बात सामझाने हेतु पौलुस किसी धनवान मनुष्य के घर के बरतनों की उपमा देता है और उसकी तुलना कलीसिया के सदस्यों से करता है|यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप संकेत दे सकते है कि यह एक रूपक या उदाहरण है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस उदाहरण पर ध्यान दे: किसी धनवान मनुष्य के घर में सोने और चांदी के बरतन तो होते ही हैं परन्तु लकड़ी और मिट्टी के बरतन भी होते हैं| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:20 p061 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἀλλὰ καὶ ξύλινα καὶ ὀστράκινα 1 पौलुस कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अन्य भाषाओं की वाक्य रचना में होती है| वैकल्पिक अनुवाद: "और वहाँ लकड़ी तथा मिट्टी के बरतन भी होते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) 2:21 p062 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἔσται σκεῦος εἰς τιμήν 1 कहने का अभिप्राय है कि परमेश्वर उस मनुष्य को महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व सौंपेगा जो अनुचित संबंधो और कार्यकलापों से मुक्त रहेगा| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसको सुव्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह एक ऐसा मनुष्य होगा जिसको परमेश्वर महत्वपूर्ण उत्तरदायित्व सौंपेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:21 p063 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἡγιασμένον 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं हैं तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसको परमेश्वर ने अपने  लिए पृथक कर लिया है" या "जिसको परमेश्वर ने किसी उद्देश्य विशेष के निमित्त पृथक कर लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 2:21 p064 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor εὔχρηστον τῷ Δεσπότῃ 1 घर की उपमा के सन्दर्भ में, पौलुस परमेश्वर के लिए लाक्षणिक भाषा में कहता है कि वह घर का मुखिया है|वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर के लिए उपयोगी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:21 p065 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive εἰς πᾶν ἔργον ἀγαθὸν ἡτοιμασμένον 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिसने स्वयं को किसी भी प्रकार के अच्छे काम के लिए तैयार कर लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 2:22 p066 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὰς & νεωτερικὰς ἐπιθυμίας φεῦγε 1 पौलुस अनैतिक कार्यकलापों के लिए आलंकारिक भाषा में कहता है, अभिलाषाएं जो किसी मनुष्य को उनमें सहभागी होने के लिए प्रेरित करती हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उन अनुचित बातों को करने से इनकार कर जिनको युवा वर्ग करने की इच्छा रखता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:22 p067 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns δικαιοσύνην, πίστιν, ἀγάπην, εἰρήνην 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इन भाववाचक संज्ञाओं, **धर्म**, **विश्वास**, **प्रेम**, **मेलमिलाप** में निहित विचारों को अपने अनुवाद में समानार्थक अभिव्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो उचित है वह कर, परमेश्वर में विश्वास रख, मनुष्यों से प्रेम कर, और मनुष्यों के साथ शांति बनए रख" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 2:24 p072 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor οὐ δεῖ μάχεσθαι 1 पौलुस **झगड़े** शब्द का लाक्षणिक उपयोग करके विवादों का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "विवाद नहीं करना चाहिए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:22 p068 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἐκ καθαρᾶς καρδίας 1 पौलुस **मन** शब्द के लाक्षणिक प्रयोग द्वारा मनुष्य की मंशाओं और अभिलाषाओं का सन्दर्भ देता है | वैकल्पिक अनुवाद: "सच्ची मंशा से" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 2:23 p069 rc://*/ta/man/translate/figs-doublet μωρὰς καὶ ἀπαιδεύτους ζητήσεις 1 **मूर्खता** और **अविद्या**, इन दोनों शब्दों के संयोजित उपयोग के द्वारा पौलुस संभवतः एक ही विचार पर बल देता है| वैकल्पिक अनुवाद: "महामूर्खता के प्रश्न" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-doublet]]) 2:23 p070 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μάχας 1 पौलुस **झगडे** शब्द  के लाक्षणिक प्रयोग द्वारा विवादों का वर्णन करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उनसे विवाद उत्पन्न हता है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:24 p071 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor δοῦλον & Κυρίου 1 पौलुस इस अभिव्यक्ति, **प्रभु के दास** के लाक्षणिक प्रयोग द्वारा कलीसिया के अगुओं का सन्दर्भ देता है जिनमे तीमुथियुस भी है| वे प्रभु की इच्छा को पूरा करते हैं जिसमें विश्वासियों को शिक्षा देना और उनके अधिकार और सत्य को चुनौती देने वाले झगड़ालू शिक्षकों का सामना करना है| वैकल्पिक अनुवाद: "कलीसिया में एक अगुआ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 2:26 p073 rc://*/ta/man/translate/figs-ellipsis ἀνανήψωσιν ἐκ τῆς τοῦ διαβόλου παγίδος 1 पौलुस एक उपमा से दूसरी उपमा पर आता है| वह कुछ शब्दों को छोड़ देता है जिनकी आवश्यकता अन्य भाषाओं में वाक्य रचना की पूर्ती हेतु पड़ती है| वैकल्पिक अनुवाद: "वे दीन हो जाएं और शैतान के फंदे से बचें" (देखें : [[rc://hi/ta/man/translate/figs-ellipsis]]) 2:26 p074 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐζωγρημένοι ὑπ’ αὐτοῦ, εἰς τὸ ἐκείνου θέλημα 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप का प्रयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इसके बाद कि शैतान उनको बंदी बना ले और उनसे अपनी इच्छा की पूर्ति कराए" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:2 p075 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations οἱ ἄνθρωποι 1 यहाँ पौलुस **मनुष्य** शब्द को व्यापक अर्थ में काम में ले रहा है जिससे उसका अभिप्राय है, सब लोग| वैकल्पिक अनुवाद: "लोग"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) 3:4 p076 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τετυφωμένοι 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अभिमानी' या "दम्भी" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:5 p077 rc://*/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result καὶ 1 पौलुस  इस शब्द के द्वारा पिछले वाक्य में वर्णित बात के परिणाम को प्रकट करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "अतः" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/grammar-connect-logic-result]]) 3:5 p078 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj τούτους ἀποτρέπου 1 **ऐसों** शब्द एक संकेतवाचक विशेषण है जो उन लोगों के संदर्भ में है जिनमें वे सब विधर्मी अवगुण है जिनकी चर्चा पौलुस ने पिछले पदों में की है| पौलुस इस शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है |यदि आपकी भाषा में विशेषणों को इस प्रकार काम में नहीं लिया जाता है तो आप अपने अनुवाद में "मनुष्यों" शब्द को जोड़ सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इन लोगों से बच" या "ऐसे लोगों से दूर रह" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) 3:6 p079 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive σεσωρευμένα ἁμαρτίαις 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो  अधिकतर पाप करते है" या "जिनमें अपने पापों का भयानक पाप बोध है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:6 p080 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἀγόμενα ἐπιθυμίαις ποικίλαις 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "नाना प्रकार की अभिलाषाएं उनको दूर ले जाती हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:7 p082 rc://*/ta/man/translate/figs-metaphor μηδέποτε εἰς ἐπίγνωσιν ἀληθείας ἐλθεῖν δυνάμενα 1 पौलुस आलंकारिक भाषा काम में लेते हुए **सत्य की पहचान** को एक लक्ष्य स्वरूप दर्शाता है जहां लोग पहुँच  सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सत्य  को अंतर्ग्रहण करने योग्य कभी नहीं हो सकते" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metaphor]]) 3:8 p084 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit Ἰάννης καὶ Ἰαμβρῆς 1 पौलुस यह मान कर चलता है कि तीमुथियुस समझ लेगा कि वह यहाँ फिरौन के राजसी जादूगरों का सन्दर्भ दे रहा है जिन्होंने मूसा के चमत्कारों की नक़ल करने का प्रयास किया था| बाईबल में उनके नाम नहीं दी गए हैं परन्तु यहूदी परम्परा के अनुसार उनके नाम, यन्नेस और यम्ब्रेस हैं| इन दोनों की इच्छा थी कि फिरौन मूसा की बात न माने या यहोवा की अवहेलना करे| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप अधिक स्पष्टता में उनकी पहचान प्रकट करें| वैकल्पिक अनुवाद: "यन्नेस और यम्ब्रेस, फिरौन के जादूगर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 3:8 p083 ὃν τρόπον δὲ 1 3:8 p085 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj οὗτοι 1 जैसा [3:5](../03/05.md) में है, **ये** संकेतवाचक विशेषण है जिसका सन्दर्भ उन लोगों से है जो पौलुस द्वारा वर्णित विधर्मी अवगुणों का प्रदर्शन करते हैं| पौलुस इस शब्द को संज्ञा रूप में काम में ले रहा है| यदि आपकी भाषा में विशेषण का प्रयोग इस रूप में नहीं है तो आप अपने अनुवाद में "मनुष्यों" शब्द को जोड़ सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ये लोग" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) 3:8 p086 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns τῇ ἀληθείᾳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **सत्य** में निहित विचार को विशेषण शब्द द्वारा व्यक्त कर सकते हैं|वैकल्पिक अनुवाद: "जो सच है"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:8 p087 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἄνθρωποι κατεφθαρμένοι τὸν νοῦν 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते है| वैकल्पिक अनुवाद: "मनुष्य जो खराई से न सोचते हों" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:8 sppy rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀδόκιμοι περὶ τὴν πίστιν 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप यहाँ एक नया वाक्य आरम्भ कर सकते हैं और कह सकते है कि इन मनुष्यों का अनुमोदन कौन नहीं करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर इन मनुष्यों का अनुमोदन नहीं करता है क्योंकि यीशु में इनका विश्वास सच्चा नहीं है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 3:9 x9kx rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἀλλ’ 1 यह शब्द इस पद में और [3:06](../03/06.md) के पूर्वोक्त विचार में विषमता प्रकट करता है कि ये लोग किसी न किसी प्रकार घरों में घुस आते हैं और लोगों को अनुचित बातों में विश्वास करने को विवश करते है| यदि आप इस विषमता को स्पष्ट करने की आवश्यकता समझते हैं तो आप अपने पाठकों को यहाँ पूर्वोक्त विचार स्मरण करा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यद्यपि उनहोंने कुछ लोगों को अनुचित बातों में विश्वास करने के लिए विवश कर दिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-explicit]]) 3:10 p088 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μου & τῇ προθέσει 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **उद्देश्य** में निहित विचार को क्रिया पद द्वारा भी व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं अपने जीवन के साथ जो करने का प्रयास करता हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:10 p089 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μου & τῇ πίστει 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **विश्वास** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक उपवाक्य द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो मैं विश्वास करता हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:10 p090 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μου & τῇ ἀγάπῃ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **प्रेम** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक उपवाक्य द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं मनुष्यों से कैसा प्रेम करता हूँ"(देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:10 p091 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns μου & τῇ μακροθυμίᾳ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **धीरज** में निहित विचार को सम्बन्धवाचक उपवाक्य द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं मनुष्यों के साथ कैसे धीरज धरता हूँ" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:11 p092 rc://*/ta/man/translate/translate-names ἐν Ἀντιοχείᾳ, ἐν Ἰκονίῳ, ἐν Λύστροις 1 ये तीन नगरों के नाम हैं (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 3:11 p093 οἵους διωγμοὺς ὑπήνεγκα 1 पौलुस तीमुथियुस को स्मरण कराता है कि वह पौलुस के नाना प्रकार के कष्टों से और परमेश्वर द्वारा उबारे जाने तक कष्ट सहन करने से अभिज्ञ है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैंने नाना प्रकार के कष्टों को कैसे सहन किया है" 3:13 p094 rc://*/ta/man/translate/figs-gendernotations ἄνθρωποι 1 यहाँ पौलुस **मनुष्य** शब्द का प्रयोग व्यापक रूप में करता है जिसमें स्त्री और पुरुष दोनों समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "लोग" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-gendernotations]]) 3:13 xo4q rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys πονηροὶ & ἄνθρωποι καὶ γόητες 1 यह संभवतः दो बातों का एकार्थक प्रयोग है| **दुष्ट और बहकानेवाले** दो अलग-अलग समूहों में नहीं हैं| वे एक ही समूह हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "दुष्ट जन जो यीशु के अनुसरण का स्वांग रचते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) 3:13 p095 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom ἐπὶ τὸ χεῖρον 1 यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "अधिकाधिक बुरे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 3:13 p096 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive πλανῶντες καὶ πλανώμενοι 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "झूठ की शिक्षा देना और झूठ पर विश्वास करना" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:14 p097 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐπιστώθης 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "के बारे में निश्चित हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 3:15 p098 rc://*/ta/man/translate/figs-abstractnouns εἰς σωτηρίαν διὰ πίστεως τῆς ἐν Χριστῷ Ἰησοῦ 1 यदि आपकी भाषा में अधिक सपष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक संज्ञा, **उद्धार** में निहित विचार को "उद्धार करना" क्रिया द्वारा व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि तेरे उद्धार के निमित्त तू मसीह यीशु पर विश्वास करने का पर्याप्त ज्ञान प्राप्त कर लेगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-abstractnouns]]) 3:16 hvr1 πᾶσα Γραφὴ 1 **सम्पूर्ण पवित्र शास्त्र** से पौलुस का अर्थ है, धर्मशास्त्र का हर एक अंश  जो उस समय हमारा पुराना नियम था| यदि पुराने नियम की सब पुस्तकों को एक शब्द,**धर्मशास्त्र** द्वारा  संदर्भित करना उलझनकारी  हो तो आप इसको बहुवचन शब्द में बदल सकते है जैसा यू एस टी में है और क्रियाओं को बहुवचन में रख सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सब पवित्र लेख" 3:17 p099 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐξηρτισμένος 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद:  "और उसके पास आवश्यकता कि प्रत्येक वस्तु है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:1 p100 rc://*/ta/man/translate/figs-nominaladj ζῶντας καὶ νεκρούς 1 **जीवतों** और **मरे हुओं**,  ये शब्द विशेषण हैं जिनको पौलुस संज्ञा रूप में काम में ले रहा है जो मनुष्यों के समूहों के सन्दर्भ में है| यदि आपकी भाषा में विशेषणों का उपयोग इस प्रकार नहीं किया जाता है तो आप इनका अनुवाद समानार्थक उक्तिओं में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जो अभी तक जीवित हैं और जो मर चुके हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-nominaladj]]) 4:1 anqh καὶ τὴν ἐπιφάνειαν αὐτοῦ, καὶ τὴν βασιλείαν αὐτοῦ 1 इसको दो प्रकार से समझा जा सकता है: (1) यदि पौलुस तीमुथियुस को शपथ के अधीन रख रहा है तो वह कह रहा है कि तीमुथियुस यदि शपथ से चूक जाए तो वह इन बातों का इनकार करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "एक ऐसी शपथ से जो उतनी ही दृढ़ है जितनी कि मसीह के पुनः आगमन की और उसके राजा होकर राज करने की तेरी मनोकामना दृढ़ है" (2) इस पद में पौलुस एक आज्ञा दे रहा है तदोपरांत वह इन बातों का आग्रह करता है कि उसकी आज्ञा दृढ़ हो जाए| वैकल्पिक अनुवाद: "उतना ही निश्चित है जितना कि मसीह का पुनः आगमन और राजा होकर राज करना" 4:2 p101 ἐπιτίμησον 1 **उलाहना** शब्द का अर्थ है, किसी से कहना कि उसने गलत काम किया है और उसको चेतावनी देना कि ऐसा फिर न करे वैकल्पिक अनुवाद: "उनसे कहना कि पाप न करें" 4:2 p102 rc://*/ta/man/translate/figs-hendiadys ἐν πάσῃ μακροθυμίᾳ καὶ διδαχῇ 1 **सहनशीलता और शिक्षा** एकार्थक भाव में प्रयोग किए गए  हैं| **सहनशीलता** **शिक्षा** के गुण को उन्नत करती है| वैकल्पिक अनुवाद: "उन बातों को धीरज के साथ शिक्षा देते हुए पूरा कर" या "धीरज के साथ शिक्षा देते हुए इन बातों को सदैव किया कर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) 4:2 g5r0 rc://*/ta/man/translate/figs-explicit ἐν πάσῃ μακροθυμίᾳ καὶ διδαχῇ 1 इसका अभिप्रेत अर्थ है कि तीमुथियुस शिक्षा दे, उलाहना दे, डांटे, और समझाए| यदि आपके पाठकों के लिए सहायक सिद्ध हो तो आप इसको सुव्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यह सब काम बड़ी सहनशीलता के साथ कर " या "इन सब कामों को धीरज धरकर शिक्षा देते हुए किया कर" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hendiadys]]) 4:2 p103 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole ἐν πάσῃ μακροθυμίᾳ καὶ διδαχῇ 1 यहाँ **सब** का अर्थ दो में से एक हो सकता है:  (1) तीमुथियुस को शिक्षा देते समय सदैव धीरज धरना है| वैकल्पिक अनुवाद: "सदैव ही धीरज धरकर शिक्षा दे" (2) **सब** शब्द बलाघात हेतु व्यापकता के लिए भी हो सकता है अर्थात तीमुथियुस को बहुत धीरजवन्त होना है| वैकल्पिक अनुवाद: "बहुत सहनशीलता के द्वारा शिक्षा दे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) 4:3 p104 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy κνηθόμενοι τὴν ἀκοήν 1 पौलुस **कान** शब्द का प्रयोग लाक्षणिक रूप में करता है जिसका अर्थ है, सुनना| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि वे बड़ी आतुरता से सुनना चाहते हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:4 p105 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy ἀπὸ & τῆς ἀληθείας τὴν ἀκοὴν ἀποστρέψουσιν 1 पौलुस **कान** को लाक्षणिक भाषा में सुनने के लिए प्रयोग करता है और लाक्षणिक भाषा में सुनने का अभिप्राय है, ध्यान देना| वैकल्पिक अनुवाद: "सत्य पर अब ध्यान नहीं देंगे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:4 p106 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive τοὺς μύθους ἐκτραπήσονται 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सकता है तो आप इसको कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "ये शिक्षक उनका ध्यान कहानियों पर लगवाएंगे, कहानियाँ जो सच नहीं हैं" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:6 p107 ἐγὼ & ἤδη σπένδομαι 1 पौलुस अपने मृत्यु को **हो गई** दर्शाता है तो उसके कहने का अर्थ है कि ऐसी घटना अति शीघ्र होगी| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं शीघ्र ही उंढेल दिया जाऊँगा" 4:6 p108 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐγὼ & ἤδη σπένδομαι 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप इसको कर्तृवाच्य रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरा जीवन परमेश्वर के निमित्त बलि के रूप में शीघ्र ही अंत होगा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:8 p109 rc://*/ta/man/translate/figs-metonymy τὴν ἐπιφάνειαν αὐτοῦ 1 देखें कि आप ने इसका अनुवाद [4:1](../04/01.md) में कैसे किया है| पौलुस उस तथ्य के आधार पर मसीह के पुनः आगमन को आलंकारिक भाषा में व्यक्त करता है जिसके अनुसार जब मसीह आएगा तो वह पृथ्वी के निवासियों को दिखाई देगा (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-metonymy]]) 4:11 p110 rc://*/ta/man/translate/translate-names Λουκᾶς & Μᾶρκον 1 ये सब पुरुषों के नाम हैं | (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:12 p111 rc://*/ta/man/translate/translate-names Τυχικὸν 1 यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:12 y60r ἀπέστειλα 1 तीमुथियुस को जब यह पत्र मिलता है तब वह इफिसुस में है| संभव है कि तुखिकुस इस पत्र का वाहक है, इस पत्र को लेकर वही तीमुथियुस के पास इफिसुस गया होगा| यदि ऐसा है तो पौलुस तीमुथियुस के दृष्टिकोण से लिख रहा है जो पौलुस द्वारा तुखिकुस के भेजे जाने को पूर्वकालिक घटना मानेगा| यदि आपकी भाषा में यह उलझन उत्पन्न करे और आप इस संभावना को समाहित करना चाहें तो आवश्यक हो सकता है कि आप क्रिया को भविष्यतकाल  में रखें| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं शीघ्र ही भेज रहा होऊँगा" 4:12 p112 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἔφεσον 1 यह एक नगर का नाम है| यह वह नगर है जहां पत्र प्राप्त करते समय तीमुथियुस निवास कर रहा है| (देखें: [[rc://hi /ta/man/translate/translate-names]] 4:13 x1jb rc://*/ta/man/translate/translate-names Τρῳάδι 1 यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:17 p113 rc://*/ta/man/translate/figs-hyperbole καὶ ἀκούσωσιν πάντα τὰ ἔθνη 1 यहाँ **स** का तात्पर्य हो सकता है: (1) लाक्षणिक व्यापीकरण| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि अधिकाधि अन्यजातियाँ इसे सुन पाएं" या (2) न्यायालय में उपस्थित सब अन्यजातियों के सन्दर्भ में हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जिससे कि वहाँ जितनी भी अन्यजातियां हों सब सुन लें" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-hyperbole]]) 4:17 p114 rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive ἐρύσθην ἐκ στόματος λέοντος 1 यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य क्रिया रूप नहीं है तो आप इसी विचार को व्यक्त करने के लिए कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर ने मुझे एक महान संकट से उबार लिया है" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-activepassive]]) 4:18 p115 rc://*/ta/man/translate/figs-idiom εἰς τοὺς αἰῶνας τῶν αἰώνων 1 यह एक मुहावरा है| वैकल्पिक अनुवाद: "सदा सर्वदा" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-idiom]]) 4:19 p116 rc://*/ta/man/translate/translate-names Πρίσκαν 1 यह एक स्त्री का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:19 p117 rc://*/ta/man/translate/translate-names Ἀκύλαν 1 यह एक पुरुष का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:20 p118 rc://*/ta/man/translate/translate-names Κορίνθῳ 1 यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:20 wtfw rc://*/ta/man/translate/translate-names Κορίνθῳ 1 यह एक नगर का नाम है| (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/translate-names]]) 4:22 p119 rc://*/ta/man/translate/figs-synecdoche ὁ Κύριος μετὰ τοῦ πνεύματός σου 1 आलंकारिक भाषा में पौलुस तीमुथियुस के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को **आत्मा** कहता है, संभवतः  इसलिए कि वह तीमुथियुस के लिए विशेष करके आत्मिक सामर्थ्य की कामना करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु तुझे सामर्थी बनाए" या "मैं प्रार्थना करता हूँ कि प्रभु तुझे आत्मिकता में सामर्थ्य प्रदान करे" (देखें: [[rc://hi/ta/man/translate/figs-synecdoche]]) 4:22 p120 ἡ χάρις μεθ’ ὑμῶν 1 यदि आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट हो सके तो आप कह सकते हैं कि पौलुस किसकी इच्छा रखता है कि इसको साकार करे| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर तुम सब को अनुग्रह प्रदान करे"