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3.4 KiB

ऐसे जाँच हैं जिन्हें आप बाईबल की किताब के तर्जुमे के पहले, दौरान, और बाद में कर सकते हैं जिससे तर्जुमा ज़ियादा आसान हो जाता है, अच्छा नज़र आएगा और जितना मुमकिन हो सके पढ़ना आसान होगा। यहाँ इन उनवान पर मॉड्यूल्स वज़ाकारी और अशाअत के तहत इकठ्ठे किये गए हैं, लेकिन ये वो बातें हैं जिनकी बाबत तर्जुमा टीम को पूरे तर्जुमा अमल के दौरान सोचना और फ़ैसला करना चाहिए।

तर्जुमा करने से पहले

आपके तर्जुमा शुरू करने से पहले तर्जुमा टीम को जैल में दर्ज मसाएल के बारे में फ़ैसले करने चाहिए।

  1. हरूफ़ ए तहज्जी (देखें मुनासिब हरूफ़ ए तहज्जी)
  2. हिज्जे (देखें यकसां हिज्जे)
  3. औक़ाफ़ (देखें यकसां औक़ाफ़)

तर्जुमा करने के दौरान

आपके कई अबवाब तर्जुमा कर लेने के बाद, तर्जुमा टीम को इनमे से बाज़ फैसलों की नज़रसानी करने की ज़रुरत हो सकती है, उन मसाएल का ख़याल रखने के लिए जो उन्होंने तर्जुमे के दौरान दरयाफ्त की हैं। अगर पैरामतन आपके लिए दस्तयाब है, तो इस वक़्त यह देखने के लिए आप पैरामतन में यकसानियत की भी जाँच कर सकते हैं, अगर आप को हिज्जे और औक़ाफ़ की बाबत मज़ीद फ़ैसले करने की ज़रुरत है।

एक किताब ख़त्म करने के बाद

एक किताब ख़त्म करने के बाद, आप इस बात को यक़ीनी बनाने के लिए जाँच कर सकते हैं के तमाम आयात मौज़ूद हैं, और आप हिस्से की सुर्ख़ियों के बारे में फ़ैसला कर सकते हैं। जब आप तर्जुमा करते हैं तो हिस्से की सुर्ख़ियों के लिए नज़रियात को लिखना भी आसान हो सकता है।

  1. क़ाफ़िया बन्दी (देखें मुकम्मल क़ाफ़िया बन्दी)
  2. हिस्से की सुर्ख़ियाँ (देखें हिस्से की सुर्ख़ियाँ)