“महिमा करे” अर्थात किसी वस्तु या मनुष्य की महानता एवं महत्व को दर्शाना। इसका मूल अर्थ है, “महिमान्वित करना”।
* मनुष्य परमेश्वर के अद्भुत कामों का गुणगान करके उसका महिमा कर सकते हैं।
* वे परमेश्वर की महिमा भी कर सकते है इस तरीके से जीकर की उसे सम्मान मिले और दिखाते हुए की वह कितना महान और अद्भुत है।
* बाइबल में लिखा है कि परमेश्वर अपनी महिमा प्रकट करता है तो इसका अर्थ है कि वह मनुष्यों पर अपनी अद्भुत महानता प्रकट करता है, जो प्रायः चमत्कारों द्वारा होती है।
* पिता परमेश्वर, पुत्र परमेश्वर की महिमा द्वारा पुत्र की सिद्धता, वैभव एवं महानता प्रकट करता है।
* मसीह में विश्वास करनेवाला प्रत्येक जन उसके साथ महिमा पाएगा। जब जीवन के लिए उनका पुनरुत्थान होगा तब वे उसकी महिमा प्रकाशित करने के लिए रूपान्तरिक हो जाएंगे और संपूर्ण सृष्टि पर उसका अनुग्रह प्रकट होगा।
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “को महिमा देना” या “का महिमान्वन करना” या “महान दिखाई देने का कारण होना”।
* “परमेश्वर की महिमा करना” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “परमेश्वर की स्तुति करना” या “परमेश्वर की महानता की चर्चा करना” या “दिखाना कि परमेश्वर कैसा महान है”, या “परमेश्वर को (आज्ञा मानकर)प्रतिष्ठित करना”।
* शब्द "महिमा हो" का अनुवाद भी किया जा सकता है, "बहुत महान होना दिखाया जाए" या "स्तुति की जाए" या "ऊंचा हो।"