“छुड़ा ले” या “छुटकारा” इसका अर्थ है जो व्यक्ति या वस्तु पहले किसी और के अधिकाराधीन या स्वामीत्व में थी उसे पैसा देकर छुड़ा लेना। इसे करने की कार्य को "छुटकारा" कहते है। मुक्तिदाता (छुड़ानेवाला) वह मनुष्य है जो किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ा लेता है।
* परमेश्वर ने इस्राएल को किसी वस्तु या मनुष्य को छुड़ाने के नियम दिए थे।
* उदाहरणार्थ, किसी दास को मूल्य चुका कर कोई मनुष्य छुड़ा सकता था कि वह स्वतंत्र हो जाए। “मुक्ति धन” भी इसी अभ्यास के संदर्भ में है।
* यदि किसी की भूमि बेची जा चुकी है तो उसका कोई परिजन उस भूमि को छुड़ा सकता है या “पुनः खरीद” सकता है कि वह पारिवारिक सम्पदा बनी रहे।
* इन अभ्यासों से प्रकट है कि परमेश्वर पाप के दासत्व में रहनेवालों को कैसे छुड़ाता है, जब यीशु क्रूस पर मर गया था तब उसने मनुष्यों के पापों का पूरा मूल्य चुका दिया और उन सबको छुड़ा लिया जो मुक्ति के लिए उसमें विश्वास करते हैं। जो मनुष्य परमेश्वर द्वारा छुड़ाए गए हैं वे पाप और पाप के दण्ड से मुक्त हो गए हैं।
* शब्द "छुटकारा" का अनुवाद "मुक्ति धन" या "स्वतंत्र होने की कीमत" या "पुनः खरीद लेना" के रूप में किया जा सकता है।
* शब्द "मुक्ति धन" और “छुटकारा” मूल रूप से एक ही अर्थ है, इसलिए कुछ भाषाओं में इन दोनों शब्दों का अनुवाद करने के लिए केवल एक शब्द हो सकता है। शब्द "मुक्ति धन",तथापि, इसका अर्थ भी आवश्यक भुगतान हो सकता है।