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# कई भाषाएँ [04-03] #
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![Image](https://api.unfoldingword.org/obs/jpg/1/en/360px/obs-en-04-03.jpg)
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इस तरह __[[:hi:key-terms:god|परमेश्वर]]__ ने __उनकी भाषा को बदल दिया__ __कई अलग-अलग__ __भाषाओं में __ और __लोगों को संसार भर में बिखरा दिया__ । वे जिन नगर का निर्माण कर रहे थे, वह __बाबेल__ कहलाती थी, जिसका आशय था ‘‘__भ्रमित__ ।’’
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## महत्वपूर्ण शब्द तथा वाक्यांश: ##
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* __[परमेश्वर](https://door43.org/en/obs/notes/key-terms/god)__
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## अनुवाद के लिए नोट्स: ##
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* __भाषाओं में बदल दिया__ - एक क्षण में ही, परमेश्वर ने आश्चर्यजनक रीति से उन्हें अलग-अलग भाषाएँ दे दी, ताकि वे तुरंत ही एक दूसरे की बातें न समझ सकें।
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* __कई अलग-अलग भाषाओं__ - सभी लोगों की एक ही भाषा होने की बजाय अब छोर्ट-छोटे समूहों के लागों की अलग-अलग भाषाएँ हो गई।
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* __लोगों को संसार भर में बिखरा दिया__ - जब परमेश्वर ने उनकी भाषाओं को बदला, तब परमेश्वर ने लोगों के इन समूहों को संसार भर में अलग-अलग जगह तितर-बितर कर दिया, और हर समूह अपनी नियत जगह पर चला गया।
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* __बाबेल __- हमें इस नगर की सटीक स्थिति का पता नहीं है, बस इतना ही मालूम है कि यह प्राचीन मध्य-पूर्व में कहीं पर स्थित थी।
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* __भ्रमित__ - यह बताता है कि लोग कितने भ्रमित हो गये थे जब परमेश्वर द्वारा भाषाओं को बदलने के कारण वे एक दूसरे की बातों को नहीं समझ पा रहे थे।
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