* दानिय्येल एक सम्मानित एवं धर्मी मनुष्य था, वह परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता था।
* परमेश्वर ने दानिय्येल को योग्यता प्रदान की थी कि वह बेबीलोन के राजाओं के अनेक स्वप्न एवं दर्शनों का अर्थ उन्हें समझाएं।
* उसकी योग्यता और सम्मानित चरित्र के कारण दानिय्येल को बेबीलोन साम्राज्य में अगुआई का ऊंचा स्थान दिया गया था।
* अनेक वर्ष बाद दानिय्येल के बैरियों ने राजा दारा के साथ चतुराई करके आज्ञा निकलवाई कि प्रजा राजा की अपेक्षा अन्य किसी ईश्वर की उपासना न करे। दानिय्येल ने परमेश्वर से प्रार्थना करना नहीं छोड़ा, परिणामस्वरूप उसे शेरों के गुफा में डाल दिया गया। परन्तु परमेश्वर ने उसकी रक्षा की और शेरों ने उसे किसी प्रकार की हानि नहीं पहुंचाई।