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# प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई#
# प्रेरित, प्रेरितों, प्रेरिताई #
## परिभाषा: ##
@ -12,6 +12,7 @@
* “प्रेरित” शब्द का अनुवाद ऐसे शब्द या उक्ति द्वारा भी किया जा सकता है जिसका भावार्थ “भेजा गया मनुष्य” या “भेजा गया” या “मनुष्यों को परमेश्वर का सन्देश सुनाने के लिए बुलाया गया एवं भेजा गया मनुष्य”।
* “प्रेरित” और “शिष्य” शब्दों का अनुवाद भिनार्थक शब्दों में किया जाना आवश्यक है।
इस बात का भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा के बाइबल अनुवाद में कैसा है। (देखें [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
(यह भी देखें: [अधिकार](../kt/authority.md), [चेले](../kt/disciple.md), [याकूब (जब्दी का पुत्र)](../names/jamessonofzebedee.md), [पौलुस](../names/paul.md), [बारह](../kt/thetwelve.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# ठहराए, नियुक्त करना, निुयक्त किया#
# ठहराए, नियुक्त करना, निुयक्त किया #
## परिभाषा: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# अधिकारी, अधिकारियों #
# अधिकारी, अधिकारियों #
## परिभाषा: ##
@ -13,6 +13,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
“अधिकार” का अनुवाद “नियंत्रण” या “वर्चस्व” या “योग्यता” भी हो सकता है
* कभी-कभी "अधिकार " का अर्थ "शक्ति" के अर्थ के साथ किया जाता है।
* जब "अधिकारियों " का प्रयोग लोगों या संगठनों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है, जो लोगों पर शासन करते हैं, तो इसे "हाकिमों" या "शासकों" या "शक्तियों" के रूप में भी अनुवाद किया जा सकता है।
* “अपने अधिकार से” इस उक्ति का अनुवाद हो सकता है, “अगुआई के अपने अधिकार से” या “अपनी योग्यताओं के आधार पर”

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@ -12,6 +12,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
इस शब्द का अनुवाद “मसीही अनुयायी” या “मसीह का अनुयायी” या “मसीह पुरुष” जैसा।
* सुनिश्चित करें कि इस शब्द का अनुवाद शिष्य और प्रेरित शब्दों के अनुवाद से भिन्न हो।
* सावधानी-पूर्वक अनुवाद करें कि इस शब्द का अनुवाद यीशु में विश्वास करनेवाले सब जनों के संदर्भ में हो न कि किसी एक समुदाय या जाति से हो।
* यह भी ध्यान रखें कि इस शब्द का अनुवाद स्थानीय या राष्ट्रीय भाषा में कैसे किया गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))

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@ -1,4 +1,4 @@
# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा#
# दोष लगाना, दोषी, निन्दा, दण्ड की आज्ञा #
## परिभाषा: ##

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@ -4,12 +4,12 @@
दुष्टात्माग्रस्त का अर्थ है किसी के कार्य एवं विकार दुष्टात्मा के वश में हैं।
* दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
* दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य स्वयं को या अन्य किसी को हानि पहुंचाता है क्योंकि दुष्टात्मा उससे ऐसा करवाती है।
* यीशु ने दुश्तात्माग्रसित लोगों को चंगा किया; दुष्टात्माओं को आज्ञा देकर कि उनमें से निकल जाएं। इसे प्रायः दुष्टात्मा निकालना कहा गया है।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
* इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “दुष्टात्मा नियंत्रित” या “दुष्टात्मा द्वारा वशीभूत” या “दुष्टात्मा के अन्तर्वास में”
(यह भी देखें: [दुष्टात्मा](../kt/demon.md))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__
* __[26:09](rc://en/tn/help/obs/26/09)__ बहुत से लोग जिनमें __दुष्ट-आत्मा थी__ , उन्हें यीशु के पास लाया गया।
* __[32:02](rc://en/tn/help/obs/32/02)__ जब वह झील की दूसरी तरफ पहुँचे तो तुरन्त एक व्यक्ति जिसमे __अशुद्ध आत्मा थी__, यीशु के पास दौड़कर आया।
* __[32:06](rc://en/tn/help/obs/32/06)__ __दुष्टात्मा ग्रस्त__ व्यक्ति ने ऊँचे शब्द से चिल्लाकर कहा “हे यीशु परम प्रधान परमेश्वर के पुत्र, मुझे तुझ से क्या काम है? कृपया मुझे पीड़ा न दे!”
* __[32:09](rc://en/tn/help/obs/32/09)__ लोगों ने आकर उसको जिसमें __दुष्टात्माएँ__ थीं, कपड़े पहने और सचेत बैठे देखा और एक सामान्य व्यक्ति की तरह बर्ताव करते पाया ।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ हर दिन जब वह प्रार्थना करने की जगह जाते थे, तो एक दासी उनका पीछा करती थी जिसमें भावी कहने वाली __दुष्ट आत्मा थी__
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना।#
# चुना हुआ, चुने हुए, चुनना, चुने लोग, चुना हुआ, चुनना। #
## परिभाषा: ##

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@ -13,7 +13,8 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
* कुछ संदर्भों में “विश्वास” का अनुवाद “आस्था-श्रद्धा” या “अधिकार” या “निश्चिय” या “भरोसा” किया जा सकता है।
*कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* कुछ भाषाओं में इन शब्दों का अनुवाद “विश्वास करना” के क्रिया रूपों द्वारा किया जा सकता है। [भाववाचक संज्ञा](rc://en/ta/man/translate/figs-abstractnouns))
* "विश्वास रखना" का अनुवाद "यीशु पर विश्वास करना" या "यीशु पर विश्वास जारी रखें" द्वारा अनुवादित किया जा सकता है।
* ये वाक्य "विश्वास की गहरी सच्चाइयों को पकड़ना" का अनुवाद, "उन्हें यीशु के बारे में सारी सच्ची बातें मानना चाहिए जो उन्हें सिखाया गया हैके रूप में किया जा सकता है ।"
* "विश्वास में मेरा सच्चा पुत्र" शब्द का अनुवाद "मेरे पुत्र के समान है क्योंकि मैंने उसे यीशु पर विश्वास करने के लिए सिखाया था" या "मेरा सच्चा आध्यात्मिक पुत्र, जो यीशु पर विश्वास करता है" का अनुवाद किया जा सकता है।

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@ -7,7 +7,9 @@
* “विशेष अनुग्रह” का अर्थ है, कुछ लोगों के साथ अन्यों की अपेक्षा पक्षपात करना। इसका अर्थ है जो प्रवृत्ति एक व्यक्ति या वस्तु पर अधिक प्राथमिकता देती है क्योंकि वह व्यक्ति या चीज़ अधिक पसंदीदा है। आम तौर पर, पक्षपात को अनुचित माना जाता है।
* यीशु परमेश्वर और मनुष्यों के “अनुग्रह में” बढ़ता गया। अर्थात उन्होंने उसके चरित्र और आचरण का अनुमोदन किया।
* किसी का “अनुग्रह पात्र होना” का अर्थ है, किसी के द्वारा किसी व्यक्ति का अनुमोदन करना।
राजा किसी पर अनुग्रह करता है तो उसका अर्थ प्रायः यह होता है कि राजा ने उसकी विनती स्वीकार कर ली है।
* "पक्ष" संकेत या क्रिया है जो किसी अन्य व्यक्ति के लिए लाभदायक हो।
## अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# अधोलोक, अथाह-कुण्ड#
# अधोलोक, अथाह-कुण्ड #
## परिभाषा: ##
@ -11,6 +11,7 @@
## अनुवाद के सुझाव ##
पुराने नियम के शब्द “शिओल” (अधोलोक) का अनुवाद “मृतकों का स्थान” या “मृतक आत्माओं का स्थान” कुछ अनुवादों में इसे “कुण्ड” या “मृत्यु” कहा गया है-प्रकरण के अनुसार।
* नये नियम का शब्द “हेडीज़” का अनुवाद भी “अविश्वासी मृतक आत्माओं का स्थान” या “अविश्वासी मृतकों मनुष्यों की आत्माओं का स्थान”।
* कुछ अनुवादों में “शिओल” और “हेडीज़” का उसी भाषा के उच्चारण में ज्यों का त्यों रखा गया है। (देखें: [अपरिचित शब्दों का अनुवाद कैसे करे](rc://en/ta/man/translate/translate-unknown))
* एक वाक्यांश को यह भी समझाने के लिए प्रत्येक शब्द में जोड़ा जा सकता है, ऐसा करने के उदाहरण, "अधोलोक, जगह जहाँ मृत लोग हैं" और "अथाह-कुण्ड, मृत्यु के स्थान"।

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@ -5,6 +5,7 @@
“स्वर्ग” वह स्थान है जहाँ परमेश्वर रहता है। प्रकरण के आधार पर इस शब्द का अर्थ “आकाश” भी है।
“आकाशमण्डल” वह है जिसे हम पृथ्वी पर से देखते हैं, सूर्य, चाँद और सितारे। उसमें आकाशीय पिण्ड भी हैं जिन्हें हम देख नहीं सकते।
* “आकाश” वह स्थान है जो नीला है और उसमें श्वास लेने के लिए हवा है। सूर्य और चाँद को सामान्यतः “आकाश में स्थित” मानते हैं।
* बाइबल के कुछ संदर्भों में “स्वर्ग” का अर्थ आकाश या परमेश्वर का निवास स्थान भी होता है।
* जहाँ स्वर्ग को प्रतीकस्वरूप काम में लिया गया है तो वह परमेश्वर के संदर्भ में है। उदाहरणार्थ, जब मत्ती “स्वर्ग का राज्य” लिखता है तो वह परमेश्वर के राज्य की चर्चा करता है।

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@ -13,6 +13,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
* “आदर” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “किसी को विशेष सम्मान दिखाना” या “प्रतिष्ठा दर्शाना” या “उच्च सम्मान देना”
“आदर करना” का अनुवाद हो सकता है, “विशेष सम्मान करना” या “प्रशंसा करना” या “उच्च प्रतिष्ठा दर्शाना” या “महान महत्व प्रकट करना”
(यह भी देखें: [अपमान](../other/dishonor.md), [महिमा](../kt/glory.md), [महिमा करना](../kt/glorify.md), [स्तुति करना](../other/praise.md))

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@ -5,6 +5,7 @@
यहूदी वे लोग है जो अब्राहम के पोते याकूब के वंशज थे। “यहूदी” शब्द “यहूदा” से आया था।
लोग इस्राएलियों को यहूदी तब कहने लगे जब वे बेबीलोन से यहूदा देश लौट आएँ थे।
* मसीह यीशु यहूदी था। परन्तु यहूदी धर्म के अगुओं ने यीशु का इन्कार किया और उसको मार डालने की मांग की।
* “यहूदी शब्द प्रायः यहूदियों के अगुओं के संदर्भ में लिया जाता था, सब यहूदियों के लिए नहीं। इन संदर्भों में कुछ अनुवादों में “के अगुवे” जोड़ा जाता है कि अर्थ स्पष्ट व्यक्त हो।

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@ -1,10 +1,11 @@
# विलाप, विलाप करना, विलाप किया#
# विलाप, विलाप करना, विलाप किया #
## परिभाषा: ##
“विलाप करना” “विलाप” अर्थात शोक, दुःख या विषाद की प्रबल भावना।
कभी-कभी यह पाप का गहन पछतावा या आपदाग्रस्त मनुष्य के प्रति अनुकंपा भी होता है।
* विलाप में कराहना, रोना या रोना-पीटना होता है।
## अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -36,8 +36,6 @@
* __[43:09](rc://en/tn/help/obs/43/09)__ “उसी यीशु को जिसे तुमने क्रूस पर चढ़ाया, परन्तु परमेश्वर ने उसे __प्रभु__ भी ठहराया और मसीह भी।”
* __[47: 3](rc://en/tn/help/obs/47/03)__इस दुष्ट आत्मा के द्वारा वह दूसरों का भावी बताती थी, जिससे अपने __स्वामियों__ के लिये ज्योतिषी के रूप में बहुत धन कमा लाती थी।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ पौलुस ने उत्तर दिया,"यीशु में विश्वास करो, जो __प्रभु__ है, तो तू और तेरा परिवार बच जाएगा।"
*
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,23 +1,23 @@
# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया#
# प्रेम, प्रेम करता है, प्रिय, प्रेम किया #
## परिभाषा: ##
किसी मनुष्य से प्रेम करने का अर्थ है, उस मनुष्य की सुधि लेना और उसे लाभ पहुंचाने के काम करना। “प्रेम” के विभिन्न अर्थ होते हैं जिनके लिए विभिन्न भाषाओं में विभिन्न शब्द होते हैं।
1. परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
परमेश्वर का प्रेम मनुष्य की भलाई पर केन्द्रित होता है चाहे उसमें स्वयं का लाभ न हो। ऐसा प्रेम जो मनुष्यों की परवाह करता है चाहे वे कुछ भी करते हों। परमेश्वर स्वयं प्रेम है और सच्चे प्रेम का स्रोत है।
* यीशु ने इस प्रेम का प्रदर्शन किया कि है कि पाप और मृत्यु से बचाने के लिए अपने आपको बलि चढ़ा दिया। उसने अपने अनुयायियों को सिखाया कि निस्वार्थ प्रेम करें।
* जब लोग इस तरह के प्रेम से दूसरों को प्रेम करते हैं, तो वे उन तरीकों से कार्य करते हैं जो वे यह सोचते हैं कि दूसरों के विकास के लिए क्या कारण होगा। ऐसा प्रेम विशेष करके दूसरों को क्षमा करता है।
* यू.एल.बी. में “प्रेम” शब्द ऐसा ही आत्म त्याग या प्रेम है जब तक कि अनुवाद की टिप्पणी भिन्न अर्थ की व्याख्या न करे।
2 नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम”
नये नियम में शब्द का एक और संदर्भ है, भाईचारे का प्रेम या “मित्र का प्रेम या पारिवारिक सदस्य का प्रेम”
* यह शब्द मित्रों और परिजनों के प्राकृतिक मानव प्रेम का संदर्भ देता है।
* इस का उपयोग ऐसे संदर्भों में भी हो सकता है जैसे वे भोज में महत्वपूर्ण स्थानों में बैठने की इच्छा रखते हैं। अर्थात उन्हें ऐसा करने की “अत्यधिक लालसा” या “ गहरी इच्छा”
3 * “प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम।
“प्रेम” शब्द का संदर्भ स्त्री-पुरूष में प्रसंगयुक्त संबन्धित प्रेम।
4. प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।”
प्रतीकात्मक रूप में, “मैंने याकूब से प्रेम किया है और एसाव को अप्रिय जाना है।” यहां “प्रेम” शब्द का आशय है कि परमेश्वर ने याकूब को चुना कि परमेश्वर के साथ वाचा के संबंध में रहे। इसका अनुवाद “चुना” भी हो सकता है। यद्यपि एसाव को भी परमेश्वर ने आशिषें दी थी, उसे वाचा के संबन्ध के सौभाग्य प्राप्त नहीं थे। “अप्रिय” शब्द का प्रतीकात्मक उपयोग किया गया है जिसका अर्थ है “परित्याग किया” या “नहीं चुना।”
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# महामहिमन्#
# महामहिमन् #
## परिभाषा: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
“गन्धरस” एक तेल या मसाला होता था जो मूर के पेड़ से निकाला हुआ गोंद होता था, यह वृक्ष अफ्रीका और एशिया में पाया जाता था यह लोबान का सा ही होता है।
गन्धरस धूप, इत्र, और औषधी बनाने तथा शवों को अभ्यंजन में काम आता था।
* गन्धरस यीशु के जन्म पर ज्योतिषियों द्वारा चढ़ाई गई भेंटों में से एक था।
* यीशु जब क्रूस पर लटका हुआ था तब गन्धरस मिश्रित मदिरा उसे दी गई थी कि उसकी पीड़ा कम जो जाए।

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@ -5,7 +5,9 @@
“नाज़ीर” वह मनुष्य था जो नाज़ीर होने की शपथ लेता था। अधिकतर पुरुष यह शपथ लेते थे परन्तु स्त्रियां भी इस शपथ को लेती थी।
* नाज़ीर मनुष्य निश्चित दिनों सप्ताहों या महीनों तक अंगूर का या अंगूर के रस का कोई व्यंजन या मदिरा या रस नहीं खाता-पीता था। इस अवधि के दौरान वह अपने बाल काट नहीं सकते और मृत शरीर के पास नहीं जा सकते थे।
जब समय पूरा हो जाता था और शपथ पूरी हो जाती थी तब नाज़ीर याजक के पास जाकर बलि चढ़ाता था। इसमें उसके बालों को काटकर जलाया जाता था। और अन्य सब वर्जित बातों का अन्त हो जाता था।
* शमशोन बाइबल में एक प्रसिद्ध व्यक्ति है जो नाज़ीर था।
* यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले को जन्म की भविष्यवाणी करते समय स्वर्गदूत ने जकर्याह से कहा था कि उसका यह पुत्र मदिरा पान नहीं करेगा, जिसका अर्थ है कि वह एक नाज़ीर था।
* प्रेरित पौलुस ने भी एक समय यह शपथ ली थी जो प्रेरितों के काम की पुस्तक के एक अंश से प्रकट है।

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@ -11,6 +11,7 @@
## अनुवाद के सुझाव: ##
फसह का शब्द के अनुवाद में “होकर निकलने” की संधि के शब्द या अन्य समानार्थक शब्दों का संयोजन द्वारा किया जा सकता है।
* यदि इस पर्व का नाम स्वर्गदूत के द्वारा इस्राएलियों के पुत्रों की हत्या न करते हुए आगे बढना स्पष्ट रूप से दर्शाए तो अति सहायक होगा।
## बाइबल सन्दर्भ: ##

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@ -41,10 +41,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[04:07](rc://en/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना |
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
* __[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)__ याजक__ वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
* __[04:07](rc://en/tn/help/obs/04/07)__ "मलिकिसिदक, __परमप्रधान परमेश्वर के __ याजक "
* __[13:09](rc://en/tn/help/obs/13/09)__ जो कोई भी परमेश्वर के नियमों का उल्लंघन करता है, वह मिलापवाले तम्बू के सामने वेदी पर परमेश्वर के लिये पशु का बलिदान चढ़ाएगा | एक __याजक__ पशु को मारकर उसे वेदी पर जलाएगा | उस पशु का लहू जिसका बलिदान चढ़ाया गया है, परमेश्वर की दृष्टी में पापी मनुष्य के सभी अपराधों को धो देंगा | परमेश्वर ने मूसा के भाई हारून और हारून के वंश को __याजक__ पद के लिये चुना |
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__ तब बाल के __याजकों__ ने उस बछड़े को जो उन्हें दिया गया था, लेकर बलिदान के लिए तैयार किया, परन्तु उमसे आग न लगाई
* __[21:07](rc://en/tn/help/obs/21/07)__ याजक__ वो है जो लोगों के स्थान पर परमेश्वर के लिए बलिदान चढ़ाता है, जिससे कि परमेश्वर उनके पापों के कारण उन्हें दण्डित न करें | __याजक__ परमेश्वर से लोगों के लिए प्रार्थना भी करते थे |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -48,7 +48,7 @@
* __[43:05](rc://en/tn/help/obs/43/05)__ "यह वह बात है जो योएल __भविष्यद्वक्ता__ के द्वारा कही गई थी जिसमे परमेश्वर कहता है कि, “अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि मैं अपना आत्मा सब मनुष्यों पर उँडेलूँगा |”
* __[43:07](rc://en/tn/help/obs/43/07)__ "लेकिन यह उस __भविष्यवाणी__ को पूरा करता है जो कहता है, 'आप कब्र में अपने पवित्र जन को सड़ने नहीं देगा।'"
* __[48:12](rc://en/tn/help/obs/48/12)__ मूसा एक बहुत बड़ा __भविष्यद्वक्ता__ था जिसने परमेश्वर के वचन की घोषणा की थी | लेकिन यीशु सबसे महान __भविष्यद्वक्ता__ है। वहीं परमेश्वर का वचन है।
*
## शब्द तथ्य: ##

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@ -13,6 +13,7 @@
* “प्रकट करना” के अन्य अनुवाद रूप हैं, “समझाना” या “अनावरण करना” या “स्पष्ट दिखाना”
* सन्दर्भ के अनुसार “प्रकाशन” के संभावित अनुवाद हो सकते हैं, “परमेश्वर से संपर्क” या “परमेश्वर ने जो बातें प्रकट की” या “परमेश्वर के विषय में शिक्षाएं”। अच्छा तो यही होगा कि इसी शब्द में “प्रकट करना” का अर्थ रखा जाए।
“जहां प्रकाशन नहीं” इस उक्ति का अनुवाद “जब परमेश्वर मनुष्यों पर स्वयं को प्रकट न करे” या “जब परमेश्वर मनुष्यों से बातें न करे” या “परमेश्वर ने मनुष्यों से संपर्क न किया” के रूप में किया जा सकता है।
(यह भी देखें: [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [सुसमाचार](../kt/goodnews.md), [स्वप्न](../other/dream.md), [दर्शन](../other/vision.md))

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@ -9,6 +9,7 @@
* यीशु में विश्वास करनेवालों को आज्ञा दी गई है कि वे परमेश्वर के निमित्त स्वयं को पवित्र करें, प्रत्येक काम में पवित्र ठहरें।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार, "पवित्र करना" का अनुवाद "पृथक करना" या "पवित्रीकरण करना" या "शुद्ध करना" हो सकते हैं।
* जब मनुष्य अपने को शुद्ध करते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे अपना शोधन करके परमेश्वर की सेवा में अपना समर्पण करते हैं। "पवित्र" करना शब्द बाइबल में इस अभिप्राय में प्रयोग किया जाता है।
* "पवित्र" शब्द है अनुवाद "किसी का समर्पण करना" हो सकता है।

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@ -1,4 +1,4 @@
# उद्धारकर्ता, बचाने वाला#
# उद्धारकर्ता, बचाने वाला #
## तथ्य: ##

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@ -5,14 +5,14 @@
चिन्ह वह वस्तु, घटना या कार्य है जो एक विशेष अर्थ प्रकट करता है।
* "स्मरण कराने वाली बात" ऐसे संकेत हैं जो "याद दिलाने उन्हें याद करने में मदद करते है, जो कुछ वादा किया गया था:
* परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा।
* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें।
* परमेश्वर ने मेघधनुष स्थापित किया जो इस प्रतिज्ञा को स्मरण कराता है कि परमेश्वर विश्वव्यापी जलप्रलय द्वारा ऐसे मानवजाति को फिर नष्ट नहीं करेगा।
* परमेश्वर ने इस्राएलियों को आज्ञा दी कि वे उसकी वाचा के चिन्ह स्वरूप अपने पुत्रों का खतना करें।
* चिन्ह किसी बात को प्रकट करते हैं या उसकी ओर संकेत करते हैः
* स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे।
* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है।
* स्वर्गदूत ने चरवाहों को एक चिन्ह दिया जिसके द्वारा वे बैतलहम में नवजात मसीह को पहचान पाएंगे।
* यहूदा ने यीशु का चुम्बन करके धर्म के अगुओं पर चिन्ह प्रकट किया कि जिसे उन्होंने पकड़ना है वह यीशु यही है।
* चिन्ह किसी बात को सच्चा सिद्ध करते है:
* भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
* यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था ।
* भविष्यद्वक्ताओं और प्रेरितों द्वारा किए गए आश्चर्यकर्म चिन्ह थे कि वे परमेश्वर का सन्देश सुना रहे है।
* यीशु ने जो चमत्कार किए, वे साबित करते है कि वह वास्तव में मसीहा था ।
## (अनुवाद के सुझाव: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना#
# पाप, पापो, पाप करना, पापमय, पापी, पाप करते रहना #
## परिभाषा: ##

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@ -31,6 +31,7 @@
* [मत्ती 13:36-39](rc://en/tn/help/mat/13/36)
* [भजन-संहिता 080:17-18](rc://en/tn/help/psa/080/017)
* [प्रकाशितवाक्य 14:14-16](rc://en/tn/help/rev/14/14)
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## शब्द तथ्य: ##

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@ -14,9 +14,11 @@
* "परीक्षा करना" का अनुवाद “पाप करवाने का प्रयास करना” या “प्रलोभन देना” या “पाप करने की अभिलाषा जगाना।”।
* “परीक्षा” के अनुवाद रूप हो सकते हैं, “परीक्षा में गिरानेवाली बातें” या “किसी को पाप का लालच देने वाली बातें” या “ऐसी बातें जो अनुचित काम करने की अभिलाषा उत्पन्न करें।”
परमेश्वर की परीक्षा के संदर्भ में इसका अनुवाद “परमेश्वर को परखना” या “परमेश्वर को जांचना” या “परमेश्वर के धीरज को परखना” या “परमेश्वर द्वारा दण्ड पाने का कारण होना” या “हठीलेपन के कारण परमेश्वर की अवज्ञा करते रहना”।
(यह भी देखें: [आज्ञा न मानना](../other/disobey.md), [शैतान](../kt/satan.md), [पाप](../kt/sin.md), [परीक्षा](../kt/test.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 थिस्सलुनीकियों 03:4-5](rc://en/tn/help/1th/03/04)

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@ -51,11 +51,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सही__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?”
* __[02:04](rc://en/tn/help/obs/02/04)__ साँप ने औरत को जवाब दिया, “यह __सच__ नहीं है ! तुम नहीं मरोगे।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह __सही__ है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
* __[16:01](rc://en/tn/help/obs/16/01)__ इस्राएलियों ने यहोवा जो __सच्चा__ परमेश्वर है उसके स्थान पर, कनानियो के देवता की उपासना करना आरम्भ किया।
* __[31:08](rc://en/tn/help/obs/31/08)__उन्होंने यीशु की आराधना करी, और उसे कहा, __सचमुच__, तू परमेश्वर का पुत्र है |”
* __[39:10](rc://en/tn/help/obs/39/10)__ मैं परमेश्वर के बारे में सच बताने के लिये पृथ्वी पर आया हूँ | हर वह व्यक्ति जिसे __सच्चाई __से प्रेम है, मुझे सुनेगा |” पिलातुस ने कहा, “__सच__ क्या है?”
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,19 +1,19 @@
# विश्वासघाती, विश्वासघात किया #
# विश्वासघाती, विश्वासघात किया #
## परिभाषा: ##
“अविश्वासी” शब्द उन लोगों को व्यक्त करता है जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन नहीं करते हैं। विश्वास में खरे न उतरने की स्थिति या अभ्यास को “विश्वासघात किया” कहा गया है।
* इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
* विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
* परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
* इस्राएल को “विश्वासघाती” कहा गया था क्योंकि वे परमेश्वर की अवज्ञा करके मूर्ति-पूजा करने लगे थे।
* विवाहित संबन्ध में जब कोई व्यभिचार करता है तो उसे अपने जीवन साथी के साथ “विश्वासघात करना” कहते हैं।
* परमेश्वर ने “विश्वासघात किया” शब्द द्वारा इस्राएल के अवज्ञाकारी व्यवहार को दर्शाया था। वे परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते थे और उसका सम्मान भी नहीं करते थे।
## अनुवाद के सुझाव: ##
* प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
* “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
* “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
* प्रकरण के अनुसार “विश्वासघात किया” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित” या “अविश्वासी” या “अवज्ञाकारी” या “अनिष्ठ” किया जा सकता है।
* “विश्वासघात” का अनुवाद “स्वामी-भक्ति से रहित प्रजा(परमेश्वर)” या" विश्वासघाती लोगों "या" जो परमेश्वर की आज्ञा नहीं मानते हैं "या" जो लोग परमेश्वर के प्रति विद्रोही हैं। "
* “विश्वासघात किया” का अनुवाद “अवज्ञा” या “अनिष्ठा” या “विश्वास या आज्ञापालन नहीं करना है” हो सकता है।
* कुछ भाषाओं में, "विश्वासघाती" शब्द "अविश्वास" के लिए शब्द से संबंधित है।
(यह भी देखें: [परस्त्रीगमन](../kt/adultery.md), [आज्ञा नहीं मानना](../other/disobey.md), [विश्वास](../kt/faithful.md), [अविश्वासी](../kt/unbeliever.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# काम, कर्म, कार्य, कृत्य#
# काम, कर्म, कार्य, कृत्य #
## परिभाषा: ##

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@ -11,8 +11,10 @@
## अनुवाद के लिए सुझाव: ##
“उत्साह से पूर्ण” का अनुवाद “प्रबल यत्न” या “घोर प्रयास करना” हो सकता है।
* “उत्साह” का अनुवाद “कर्मठ-भक्ति” या “अधीर संकल्प” या “धर्मी जोश” हो सकता है।
* “तेरे भवन की जलन” का अनुवाद “तेरे मन्दिर को प्रबल सम्मान की इच्छा” या “तेरे भवन की निगरानी की जोशभरी इच्छा”
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 कुरिन्थियों 12:30-31](rc://en/tn/help/1co/12/30)

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@ -32,7 +32,7 @@
* __[02:12](rc://en/tn/help/obs/02/12)__ और परमेश्वर ने सुंदर बगीचे से __आदम__ और हव्वा को बाहर भेज दिया।
* __[49:08](rc://en/tn/help/obs/49/08)__ जब __आदम__ और हव्वा ने पाप किया तो इसने उनकी सारी संतानों को प्रभावित किया।
* __[50:16](rc://en/tn/help/obs/50/16)__ क्योंकि __आदम__ और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा का उलंघन किया और इस दुनिया में पाप को लाए, इसलिये परमेश्वर ने इसे श्राप दिया और इसे नष्ट करने का निर्णय किया।
*
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
अहाब एक अत्यधिक दुष्ट राजा था जिसने उत्तरी राज्य, इस्राएल पर 875-854 ई.पू. तक राज किया था।
राजा अहाब ने इस्राएली प्रजा पर मूर्तिपूजा(झूठे देवता) का बुरा प्रभाव डाला था।
* भविष्यद्वक्ता एलिय्याह ने अहाब से भविष्यद्वाणी की थी कि अहाब द्वारा इस्राएल से पाप कराने के परिणामस्वरूप साढ़े तीन वर्ष तक अकाल पड़ेगा क्योंकि यह उनके पापों के लिए परमेश्वर का दण्ड है।
* राजा अहाब और उसकी रानी ईज़ेबेल ने अनेक अन्य बुरे कार्य किए थे जिसमें उन्होंने उनके सामर्थ्य का दुरूपयोग करके निर्दोषों की हत्या की थी।

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@ -12,6 +12,7 @@
(यह भी देखें: [येहू](../names/jehu.md), [अहाब](../names/ahab.md), [यारोबाम](../names/jeroboam.md), [योआश](../names/joash.md))
## बाइबल सन्दर्भ: ##
* [1 राजा 22:39-40](rc://en/tn/help/1ki/22/39)
* [2 इतिहास 22:1-3](rc://en/tn/help/2ch/22/01)
* [2 इतिहास 25:23-24](rc://en/tn/help/2ch/25/23)

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@ -9,7 +9,9 @@
* बाद में अराम देश का नाम यूनानी में "सीरिया" हुआ।
* “पदन अराम” का अर्थ है, “अराम का मैदान” और यह स्थान अराम का उत्तरी भाग था।
* अब्राहम के कुछ परिजन अराम नगर में रहते थे जो "पदन अराम" का एक नगर था।
पुराने नियम में कभी-कभी “अराम” और “पदन अराम” एक ही स्थान के सूचक हैं।
* “अराम नहेरेम” का अर्थ है “दो नदियों का अराम” यह क्षेत्र मिसोपोतामिया के उत्तरी भाग में और "पदन अराम" के पूर्व में था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
अशेर याकूब का आठवां पुत्र था। उसके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से एक थे, गोत्र का नाम भी “अशेर” था।
* अशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
* उसके नाम का अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
* अशेर को दिए गए भूभाग का नाम भी अशेर था यह भूमि इस्राएल द्वारा कनान प्रवेश के समय उन्हें दी गई थी।
* अशेर की माता का नाम जिल्पा था, वह लिआः की दासी थी।
* उसके नाम का अर्थ है, “आनन्दित” या “आशिषित”
* अशेर को दिए गए भूभाग का नाम भी अशेर था यह भूमि इस्राएल द्वारा कनान प्रवेश के समय उन्हें दी गई थी।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -23,11 +23,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:10](rc://en/tn/help/obs/17/10)__ एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम __बतशेबा__ था।
* __[17:11](rc://en/tn/help/obs/17/11)__ कुछ समय बाद __बतशेबा__ ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
* __[17:12](rc://en/tn/help/obs/17/12)__ __बतशेबा__ का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने __बतशेबा__ से विवाह कर लिया।
* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ उसके बाद, दाऊद और __बतशेबा__ का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
* __[17:10](rc://en/tn/help/obs/17/10)__ एक दिन, जब दाऊद के सब सैनिक राज्य से दूर युद्ध करने के लिए गए हुए थे, उसने अपने महल से बाहर देखा, तो उसे एक स्त्री जो अति सुन्दर थी नहाती हुई दिखाई पड़ी। उसका नाम __बतशेबा__ था।
* __[17:11](rc://en/tn/help/obs/17/11)__ कुछ समय बाद __बतशेबा__ ने दाऊद के पास कहला भेजा कि वह गर्भवती है |
* __[17:12](rc://en/tn/help/obs/17/12)__ __बतशेबा__ का पति, जिसका नाम ऊरिय्याह था, वह दाऊद का एक वीर सैनिक था।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ ऊरिय्याह के मरने के बाद, दाऊद ने __बतशेबा__ से विवाह कर लिया।
* __[17:14](rc://en/tn/help/obs/17/14)__ उसके बाद, दाऊद और __बतशेबा__ का एक और पुत्र उत्पन्न हुआ उसका नाम उन्होंने सुलैमान रखा।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
बालजबूल शैतान का दूसरा नाम है। इसे कभी-कभी "बालजबूब" भी लिखा गया है।
* इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
* इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
* यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
* इसका वास्तविक अर्थ है “मक्खियों का देवता” अर्थात “दुष्टात्माओं का शासक”। उचित होगा कि इसके अर्थ की अपेक्षा इसका अनुवाद मूल वर्तनी में ही किया जाए।
* इसका अनुवाद “बालजबूल शैतान” भी किया जाता है कि स्पष्ट हो कि किस की बातें की जा रही हैं।
* यह नाम एक्रोन के एक देवेता “बाल-जबूब” से संबन्धित है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -5,7 +5,9 @@
बनायाह नामक अनेक पुरुष पुराने नियम में हुए हैं।
* यहोयादा का पुत्र बनायाह दाऊद के शूरवीरों में था। वह एक कुशल योद्धा था इसलिए दाऊद के अंग रक्षकों का प्रधान बनाया गया था।
जब सुलैमान को राजा बनाया गया तब बनायाह ने उसके बैरियों का नाश किया था। अन्त में वह इस्राएली सेना का सेनापति बन गया था।
* पुराने नियम में बनायाह नामक अन्य पुरुष थे, तीन लेवी, एक याजक एक संगीतकार, आसाप का एक वंशज।
(यह भी देखें: [आसाप](../names/asaph.md), [यहोयादा](../names/jehoiada.md), [लैव्य.](../names/levite.md), [सुलैमान](../names/solomon.md))

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@ -5,6 +5,7 @@
बिन्यामीन याकूब और उसकी पत्नी राहेल का सबसे छोटा पुत्र था। उसके नाम का अर्थ है, “मेरे दाहिने हाथ का पुत्र”
बिन्यामीन और उसका बड़ा भाई यूसुफ राहेल के दो ही पुत्र थे, राहेल बिन्यामीन के जन्म के बाद मर गई थी।
* बिन्यामीन के वंशज इस्राएल का एक गोत्र का था।
* राजा शाऊल इस्राएल के बिन्यामीन गोत्र का था।
* प्रेरित पौलुस भी बिन्यामीन के गोत्र का था।

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@ -22,10 +22,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ __बैतलहम__ नगर में दाऊद एक चरवाहा था
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म __बैतलहम__ के नगर में होगा।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ “ आज __बैतलहम__ नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ __बैतलहम__ नगर में दाऊद एक चरवाहा था
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ यशायाह भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा। मीका भविष्यवक्ता ने कहा कि उसका जन्म __बैतलहम__ के नगर में होगा।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[23:06](rc://en/tn/help/obs/23/06)__ “ आज __बैतलहम__ नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।”
## शब्द तथ्य: ##

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@ -6,7 +6,9 @@
* बोआज़ इस्राएल के इतिहास में उस समय था जब न्यायी हुआ करते थे।
* वह एक इस्राएली स्त्री नाओमी का परिजन था, नाओमी अपने पति और पुत्रों की मृत्यु के बाद मोआब से इस्राएल लौट आई थी।
बोआज़ ने नाओमी की विधवा बहु रूत को छुड़वा कर उससे विवाह किया और उसे भविष्य एवं सन्तान दी।
* उसे यीशु द्वारा हमारे पापों से छुड़ाने का उदाहरण के तौर पर माना जाता है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,12 +4,13 @@
“कैसर” रोमी साम्राज्य के शासकों का पदनाम था। बाइबल में यह नाम तीन रोमी सम्राटों के संदर्भ में आया है।
* पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियुस कैसर था।
* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था।
* पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
* “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए।
* पहला, कैसर "औगुस्तुस कैसर" था, वह यीशु के जन्म के समय सिंहासन पर था।
* लगभग तीस वर्ष पश्चात जब यूहन्ना बपतिस्मा देने वाला प्रचार कर रहा था तब रोमी साम्राज्य का शासक तिबिरियुस कैसर था।
* जब यीशु ने लोगों से कहा था कि जो कैसर का है वह कैसर को दो और जो परमेश्वर का है वह परमेश्वर को दो तब कैसर तिबिरियुस ही सिंहासन पर था।
* पौलुस ने कैसर की दोहाई दी थी तब कैसर नीरो सिंहासन पर था।
* “कैसर” शब्द का जब पदनाम स्वरूप उपयोग किया गया है तब इसका अनुवाद “सम्राट” या “रोमी शासक” किया जा सकता है।
जब यह पद नाम के साथ जोड़ा जाए जैसे “कैसर औगुस्तुस” या “कैसर तिबिरियुस” तब इसकी व्याख्या मात्रभाषा में ज्यों का त्यों की जाए।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
कैफा यीशु और यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले के समय में इस्राएल का महायाजक था।
* यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
* महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
* कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
* यीशु के अभियोग और दण्ड में कैफा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
* महायाजक हन्ना और कैफा पतरस और यूहन्ना के अभियोग में उपस्थित थे जब उन्हें एक लंगड़े मनुष्य को चंगा करने के लिए बन्दी बनाया गया था।
* कैफा ही था जिसने कहा था कि संपूर्ण देश के विनाश की अपेक्षा, उसके स्थान में एक मनुष्य का मरना उचित है। परमेश्वर ने उससे यह भविष्यद्वाणी करवाई थी कि यीशु अपनी प्रजा के उद्धार के निमित्त जान देगा।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -5,6 +5,7 @@
कालेब उन बारह इस्राएली भेदियों में से एक था जिन्हें मूसा ने कनान की जानकारी लेने के लिए भेजा था।
उसने और यहोशू ने इस्राएलियों को प्रोत्साहित किया था कि वे परमेश्वर पर भरोसा रखें वह उन्हें कनान पर विजय दिलाएगा।
* यहोशू और कालेब उस पीढ़ी के दो ही जन थे जिन्हें प्रतिज्ञा के देश, कनान में प्रवेश करने की अनुमति प्रदान की गई थी।
* कालेब ने निवेदन किया था कि उसे और उसके परिवार को हेब्रोन दिया जाए। उसे विश्वास था कि परमेश्वर उसे वहां के लोगों को पराजित करने में उसकी सहायता करेगा।
@ -21,9 +22,9 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही __कालेब__ और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ “उनमे से कालिब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,वह मर जाएगे और कभी प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश नहीं करेंगे।"
* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है ।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही __कालेब__ और यहोशू, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे ! परमेश्वर हमारे लिये उनसे युद्ध करेगा।"
* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ “उनमे से कालिब और यहोशू को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,वह मर जाएगे और कभी प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश नहीं करेंगे।"
ताकि वे उस देश में शांति से जी सकें।

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@ -5,6 +5,7 @@
दानिय्येल एक इस्राएली भविष्यद्वक्ता था जिसे 600 ई.पू. में नबूकदनेस्सर द्वारा बन्दी बनाकर बेबीलोन ले जाया गया था, उस समय वह युवावस्था में ही था।
यह वह समय था जब यहूदा से अनेक इस्राएली बेबीलोन में 70 वर्ष के लिए बन्धुआई में थे।
* दानिय्येल को कसदी नाम, बेलतशस्सर रखा गया।
* दानिय्येल एक सम्मानित एवं धर्मी मनुष्य था, वह परमेश्वर की आज्ञाओं को मानता था।
* परमेश्वर ने दानिय्येल को योग्यता प्रदान की थी कि वह बेबीलोन के राजाओं के अनेक स्वप्न एवं दर्शनों का अर्थ उन्हें समझाएं।

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@ -27,13 +27,13 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम __दाऊद__ था। बैतलहम नगर में __दाऊद__ एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
* __[17:03](rc://en/tn/help/obs/17/03)__ __दाऊद__ एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब __दाऊद__ एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
* __[17:04](rc://en/tn/help/obs/17/04)__ शाऊल यह देख कि लोग __दाऊद__ को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण __दाऊद__ शाऊल से छिप रहा था।
* __[17:05](rc://en/tn/help/obs/17/05)__ परमेश्वर ने __दाऊद__ को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। __दाऊद__ ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
* __[17:06](rc://en/tn/help/obs/17/06)__ __दाऊद__ चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ __दाऊद__ ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ __दाऊद__ ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। __दाऊद__ को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, __दाऊद__ ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
* __[17:02](rc://en/tn/help/obs/17/02)__ शाऊल के स्थान पर परमेश्वर ने एक जवान इस्राएली को चुना जिसका नाम __दाऊद__ था। बैतलहम नगर में __दाऊद__ एक चरवाहा था। ... दाऊद एक बहुत ही नम्र व धर्मी पुरुष था, जो परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन करता था।
* __[17:03](rc://en/tn/help/obs/17/03)__ __दाऊद__ एक बहुत ही महान सैनिक और अगुआ था। जब __दाऊद__ एक जवान युवक था, वह गोलियत नामक दानव के विरुद्ध भी लड़ा।
* __[17:04](rc://en/tn/help/obs/17/04)__ शाऊल यह देख कि लोग __दाऊद__ को प्रेम करते है उससे ईर्ष्या रखने लगा। शाऊल ने दाऊद को मारने का कई बार प्रयास किया, इस कारण __दाऊद__ शाऊल से छिप रहा था।
* __[17:05](rc://en/tn/help/obs/17/05)__ परमेश्वर ने __दाऊद__ को आशीर्वाद दिया और उसे सफल बनाया। __दाऊद__ ने बहुत से युद्ध लड़े और परमेश्वर ने उसकी सहायता की इस्राएल के शत्रुओं को पराजित करने में।
* __[17:06](rc://en/tn/help/obs/17/06)__ __दाऊद__ चाहता था कि वह एक मंदिर का निर्माण करें जिसमें सभी इस्राएली परमेश्वर की उपासना करें और बलिदान चढाएँ।
* __[17:09](rc://en/tn/help/obs/17/09)__ __दाऊद__ ने कई वर्षों तक न्याय व निष्ठा के साथ शासन किया, और परमेश्वर ने उसे आशीर्वाद दिया। हालांकि, अपने जीवन के अंतिम पड़ाव में उसने परमेश्वर के विरुद्ध भयानक अपराध किया।
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ __दाऊद__ ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने नातान भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है। __दाऊद__ को अपने किए हुए अपराधों पर पश्चाताप हुआ और परमेश्वर ने उसे क्षमा किया। अपने बाकी बचे हुए जीवन में, __दाऊद__ ने परमेश्वर की आज्ञाओं का पालन किया, यहाँ तक कि कठिन समय में भी।
## शब्द तथ्य: ##

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एलिय्याह यहोवा का सबसे अधिक महत्वपूर्ण भविष्यद्वक्ता था। एलिय्याह ने इस्राएल और यहूदा के अनेक राजाओं के राज्यकाल में भविष्यद्वाणी की थी, इनमें अहाब राजा भी था।
* परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
* एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
* उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लिया था।
* सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
* परमेश्वर ने एलिय्याह के माध्यम से अनेक आश्चर्यकर्म किए जिनमें एक मृतक बालक को जीवित करना भी था।
* एलिय्याह ने राजा अहाब को बाल की मूर्तिपूजा के लिए झिड़का था।
* उसने बाल के पुजारियों को चुनौती दी थी कि परख कर देखें कि यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है।
* समय पूरा हो जाने पर परमेश्वर ने एलिय्याह को चमत्कारी रूप से स्वर्ग में उठा लिया था।
* सैंकड़ों वर्ष पश्चात एलिय्याह मूसा के साथ यीशु से पर्वत पर भेंट करने आया था और उन्होनें यरूशलेम में यीशु के आनेवाले कष्टों एवं मृत्यु के बारे में वार्तालाप किया था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
* __[19:03](rc://en/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
* __[19:04](rc://en/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनके __कुप्पी__ का तेल घटने दिया।
* __[19:05](rc://en/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
* __[19:12](rc://en/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
* __[36:03](rc://en/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ भविष्यद्वक्ता था, जब अहाब इस्राएली राज्य का राजा था।
* __[19:02](rc://en/tn/help/obs/19/02)__ __एलिय्याह__ ने अहाब से कहा, “इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।”
* __[19:03](rc://en/tn/help/obs/19/03)__ परमेश्वर ने __एलिय्याह__ से कहा कि वह जंगल में जाकर छिप जाए, क्योंकि अहाब उसे मारने की ताक में है। और सबेरे और साँझ को कौवे उसके पास रोटी और मांस लाया करते थे।
* __[19:04](rc://en/tn/help/obs/19/04)__ परन्तु तब उन्होंने एलिय्याह का ख्याल रखा, और परमेश्वर ने उनके घड़े का मैदा समाप्त न होने दिया, और न उनके __कुप्पी__ का तेल घटने दिया।
* __[19:05](rc://en/tn/help/obs/19/05)__साढ़े तीन वर्ष के बाद, परमेश्वर का यह वचन __एलिय्याह__ के पास पहुँचा, “जाकर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूँगा।
* __[19:07](rc://en/tn/help/obs/19/07)__और __एलिय्याह__ ने बाल के भविष्यवक्ताओं से कहा, “पहले तुम एक बछड़ा चुन के तैयार कर लो, क्योंकि तुम तो बहुत हो; तब अपने देवता से प्रार्थना करना, परन्तु आग न लगाना।”
* __[19:12](rc://en/tn/help/obs/19/12)__ तब एलिय्याह ने कहा, “बाल के भविष्यवक्ताओं को पकड़ लो, उनमें से एक भी छूटने ने न पाए;
* __[36:03](rc://en/tn/help/obs/36/03)__ तब मूसा और __एलिय्याह__ नबी दिखाई दिए। इससे पहले यह दोनों पुरुष कई सो साल पहले पृथ्वी पर जीवित थे। वे यीशु से उसकी मृत्यु के बारे में बात कर रहे थे, जो यरूशलेम में होने वाली थी।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,7 +4,7 @@
इलीशिबा यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले की माता का नाम था। उसके पति का नाम जकर्याह था।
* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु परमेश्वर ने उनको वृद्धावस्था में सन्तान देने की प्रतिज्ञा की थी।
* जकर्याह और इलीशिबा के पास कोई सन्तान नहीं थी परन्तु परमेश्वर ने उनको वृद्धावस्था में सन्तान देने की प्रतिज्ञा की थी।
* परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और शीघ्र ही उन्हें पुत्र प्राप्त हुआ। उन्होंने उस बालक का नाम यूहन्ना रखा।
* इलीशिबा यीशु की माता मरियम की संबन्धी थी।

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@ -1,9 +1,11 @@
# एनगदी #
## परिभाषा: ##
एनगदी नामक जंगल में यरूशलेम के दक्षिण पूर्व में एक नगर था।
एनगदी मृत सागर के पश्चिमी तट पर स्थित था।
* इसके नाम का आधा अर्थ है “सोता” जो उस नगर से बह कर सागर में गिरता है।
* एनगदी दाख की बारियों और उपजाऊ भूमि के लिए प्रसिद्ध स्थान था जिसका कारण था उस सोते का सदाबहार जल प्रवाह।
* एनगदी में अनेक गढ़ थे जहां दाऊद शाऊल राजा से बचने के लिए भाग गया था।

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@ -4,9 +4,9 @@
एसाव इसहाक और रिबका के जुड़वा पुत्रों में से एक था। वह पहिलौठा था। याकूब उसका जुड़वा भाई था।
* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था।
* एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
* एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
* एसाव ने दाल के एक कटोरे के लिए याकूब को अपना पहिलौठा का अधिकार बेच दिया था।
* एसाव पहिलौठा था, इसलिए इसहाक को उसे विशेष आशिषें देनी थी। परन्तु याकूब ने धोखे से वे आशिषें ले लीं। आरंभ में तो एसाव क्रोध के कारण याकूब की हत्या करना चाहता था परन्तु बाद में उसने याकूब को क्षमा कर दिया।
* एसाव की अनेक सन्तान तथा नाती-पोते हुए थे जो कनान में एक जाति होकर बस गए थे।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -24,11 +24,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[06:07](rc://en/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
* __[07:02](rc://en/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
* __[07:04](rc://en/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
* __[07:05](rc://en/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा।
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
* __[06:07](rc://en/tn/help/obs/06/07)__ जब रिबका के प्रसव का समय आया, पहला जो उत्पन्न हुआ वह लाल निकला, और उसका सारा शरीर कम्बल के समान रोममय था; इसलिये उसका नाम एसाव रखा गया।
* __[07:02](rc://en/tn/help/obs/07/02)__ तो __एसाव__ ने अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब के हाथ बेच दिया।
* __[07:04](rc://en/tn/help/obs/07/04)__ जब इसहाक ने उसे टटोलकर देखा और उसके वस्त्रो की सुगन्ध पाकर समझा कि वह एसाव है, तो उसे जी से आशीर्वाद दिया।
* __[07:05](rc://en/tn/help/obs/07/05)__ __एसाव__ ने याकूब से बैर रखा क्योंकि उसने उसके पहिलौठे होने का अधिकार तो छीन ही लिया था साथ ही पिता के दिए हुए आशीर्वाद के कारण भी बैर रखा।
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ परन्तु __एसाव__ याकूब को फहले ही माफ़ कर चुका था, और वह एक दूसरे को देखकर बहुत ही प्रसन्न हुए।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
एस्तेर एक यहूदी स्त्री थी, यहूदी जब बेबीलोन की बन्धुआई में ही थे तब वह फारस राजा की रानी बनी थी।
* एस्तेर की पुस्तक में एस्तेर का क्षयर्ष की रानी बनना और उसके माध्यम से परमेश्वर द्वारा यहूदियों की सुरक्षा का वृत्तान्त लिखा है।
एस्तेर एक अनाथ बालिका थी जिसे उसके रिश्ते के भाई मोर्दकै ने पाल पोस कर बड़ा किया था।
* अपने इस अभिभावक की आज्ञा मानने से उसे परमेश्वर की आज्ञा मानने में सहायता मिली थी।
* एस्तेर ने परमेश्वर की आज्ञा मानी और अपने लोगों को अर्थात यहूदियों को बचाने के लिए जान की जोखिम उठाई थी।
* एस्तेर की कहानी इतिहास की घटनाओं पर परमेश्वर के सर्वोच्च नियंत्रण का उदाहरण है विशेष करके उसकी प्रजा की सुरक्षा और उसकी आज्ञा माननेवालों के माध्यम से उसके कार्यों की।

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@ -7,7 +7,9 @@
* परमेश्वर ने जिब्राईल को दानिय्येल के पास भेजा था कि उसके स्वप्न का अर्थ समझाए।
* एक बार और, जब दनिय्येल प्रार्थना कर रहा था तब स्वर्गदूत जिब्राईल उड़ कर उसके पास आया और उसे भावी घटनाओ की भविष्यद्वाणी सुनाई। दानिय्येल उसे एक "पुरुष" कहता है।
* नये नियम में जिब्राईल जकर्याह के पास आया था कि उसके व्यस्क पत्नी इलीशिबा द्वारा पुत्र प्राप्ति का भविष्यद्वाणी करे।
* उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
* उसके छः महीने बाद जिब्राईल को मरियम के पास भेजा गया कि उसे परमेश्वर के चमत्कार द्वारा पुत्र प्राप्ति का संदेश सुनाए, वह पुत्र "परमेश्वर का पुत्र" होगा। जिब्राईल ने
मरियम से कहा था कि वह अपने पुत्र का नाम यीशु रखे।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
लेवी याकूब या इस्राएल के बारह पुत्रों में से एक था। याकूब को इस्राएल का नाम भी दिया गया था।
* गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
* बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
* “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
* गाद का परिवार इस्राएल के 12 गोत्रों में से एक बना था।
* बाइबल में एक और पुरुष जिसका नाम गाद था वह एक भविष्यद्वक्ता था जिसने इस्राएलियों की जनगणना के लिए दाऊद को फटकारा था।
* “बालगाद” और “मिगदल गाद” मूल भाषा में दो शब्द है और कभी-कभी उन्हें “बाल गाद” और मिगदल गाद” लिखा भी गया है।
(अनुवाद के सुझाव:[नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -7,6 +7,7 @@
* नये नियम के युग में गलील, सामरिया और यहूदा इस्राएल के तीन प्रमुख क्षेत्र थे।
* गलील के पूर्व में एक विशाल झील, गलील सागर थी।
* यीशु गलील के नासरत नगर में पला बड़ा हुआ था और वहीं रहता था
यीशु के अधिकांश आश्चर्यकर्म और सेवा गलील क्षेत्र में ही हुई थी।
(यह भी देखें: [नासरत](../names/nazareth.md), [सामरिया](../names/samaria.md), [गलील सागर](../names/seaofgalilee.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों #
# गिबोन, गिबोनी, गिबोनियों #
## तथ्य: ##

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@ -4,8 +4,8 @@
* गिलाद यरदन नदी के पूर्व में एक पर्वतीय प्रदेश है जहां इस्राएली गोत्र गाद, रूबेन, मनश्शे वास करने लगे थे।
* इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
* “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
* इस क्षेत्र को “गिलाद का पहाड़ी प्रदेश” या “गिलाद पर्वत” भी कहा गया है।
* “गिलाद” पुराने नियम में अनेक पुरुषों का नाम भी था। उनमें से एक मनश्शे का पोता भी था। एक और पुरुष जिसका नाम गिलाद था, वह यिप्तह का पिता था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -6,6 +6,7 @@
* अमोरा और सदोम का सही स्थान अज्ञात है परन्तु कुछ संकेतों से ज्ञात होता है कि ये दो नगर नमक सागर के निकट दक्षिण में सिद्दिम घाटी में बसे हुए थे।
* सदोम और आमोरा के स्थान में अनेक राजा युद्ध करते थे।
सदोम और अन्य नगरों के मध्य युद्ध में लूत का परिवार भी बन्दी बनाया गया था, परन्तु अब्राहम ने अपने पुरुषों के साथ जाकर उन्हें छुड़ा लिया था।
इसके बाद अधिक समय नहीं हुआ था कि परमेश्वर ने सदोम और अमोरा को नष्ट कर दिया था क्योंकि वहां के निवासी दुराचारी थे।

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@ -4,9 +4,10 @@
गोशेन मिस्र के उत्तरी भाग में नील नदी के परिवेश में बसा एक उपजाऊ प्रदेश था।
जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
* वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
* अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
जब यूसुफ मिस्र का प्रधान था तब उसका पिता और उसके भाई अपने परिवारों के साथ आकर गोशेन में बस गए थे क्योंकि कनान में अकाल पड़ गया था।
* वे और उनके वंशज 400 वर्ष तक गोशेन में शान्तिपूर्वक रहे उसके बाद मिस्र के फ़िरौन ने उन्हें दास बना लिया।
* अन्त में परमेश्वर ने मूसा को भेजा कि गोशेन से निकल कर दासत्व से मुक्त होने में इस्राएलियों की सहायता करे।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -5,6 +5,7 @@
यीशु के जीवनकाल के दौरान, हेरोदेस अन्तिपास जो रोमन साम्राज्य के कुछ हिस्सों पर जिसमें गलील प्रांत शामिल था शासन किया।
उसके पिता के समान उसे भी “हेरोदेस का राजा” कहा गया है जबकि वह राजा नहीं था।
* हेरोदेस अन्तिपास रोमन साम्राज्य के एक चौथाई हिस्सों में शासन किया और “चौथाई देश का राजा” भी कहा गया है।
* अन्तिपास वह “हेरोदेस” था जिसने यूहन्ना बपतिस्मा देने वाले का सिर काटने की आज्ञा दी थी।
* यही हेरोदेस ने क्रूसीकरण से पूर्व यीशु से प्रश्न किए थे।

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@ -4,11 +4,11 @@
इसहाक अब्राहम और सारा का एकलौता पुत्र था। यद्यपि वे वृद्ध थे, परमेश्वर ने उन्हें पुत्र देने की प्रतिज्ञा की थी।
* “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
* परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
* परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
* जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
* इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
* “इसहाक” का अर्थ है, “वह हँसता है” परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि सारा एक पुत्र को जन्म देगी तब अब्राहम हंस पड़ा था क्योंकि वे दोनों बहुत वृद्ध थे। कुछ समय बाद यह समाचार सुनकर सारा भी हँस दी थी।
* परन्तु परमेश्वर ने अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और अब्राहम एवं सारा को वृद्धावस्था में पुत्र प्राप्ति हुई।
* परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो वाचा बांधी है वह इसहाक और उसके वंशजों के साथ भी बंधी रहेगी।
* जब इसहाक किशोरावस्था में पहुंचा तब परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास को परखने के लिए उससे कहा कि वह उसके लिए इसहाक को बलि कर दे।
* इसहाक के पुत्र याकूब के बारह पुत्र थे जो आगे चलकर इस्राएल के बारह गोत्र हुए।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -28,12 +28,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
* __[05:09](rc://en/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा।
* __[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी।
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ “तेरी पत्नी सारै के तुझ से एक पुत्र होंगा। और वह वायदे का पुत्र होंगा। और तू उसका नाम इसहाक रखना।”
* __[05:06](rc://en/tn/help/obs/05/06)__ जब इसहाक जवान हुआ, परमेश्वर ने अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा ली, “अपने एकलौते पुत्र इसहाक को होमबलि करके चढ़ा।”
* __[05:09](rc://en/tn/help/obs/05/09)__ अत: अब्राहम ने जाके उस मेढ़े को लिया और अपने पुत्र इसहाक के स्थान पर उसको होमबलि करके चढ़ाया |
* __[06:01](rc://en/tn/help/obs/06/01)__ जब अब्राहम वृद्ध हो गया था, तो उसका पुत्र __इसहाक__ व्यस्कता की ओर बढ़ता जा रहा था, अब्राहम ने अपने एक दास से कहा, कि तू मेरे देश में मेरे ही कुटुम्बियों के पास जाकर मेरे पुत्र __इसहाक__ के लिये एक पत्नी ले आएगा।
* __[06:05](rc://en/tn/help/obs/06/05)__ __इसहाक__ ने परमेश्वर से प्रार्थना की, और परमेश्वर ने उसकी विनती सुनी इस प्रकार रिबका जुड़वाँ पुत्रों के साथ गर्भवती हुई।
* __[07:10](rc://en/tn/help/obs/07/10)__ __इसहाक__ की मृत्यु हो गयी और उसके पुत्र एसाव और याकूब ने उसको मिट्टी दी। परमेश्वर ने अब्राहम की वंशावली के विषय में जो वाचा उससे बाँधी थी, वह अब्राहम से __इसहाक__ और इसहाक से याकूब को दी।
## शब्द तथ्य: ##

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## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
* __[21:09](rc://en/tn/help/obs/21/09)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने भविष्यवाणी की थी , कि एक कुँवारी से मसीह का जन्म होगा।
* __[21:10](rc://en/tn/help/obs/21/10)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने कहा कि मसीह गलील में रहेगा, वह खेदित मन के लोगों को शान्ति देगा और बंदियों के लिए स्वतंत्रता का और कैदियों को छुटकारा देगा।
* __[21:11](rc://en/tn/help/obs/21/11)__ __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता ने यह भी भविष्यवाणी की कि मसीह से लोग बिना कारण के बैर करेंगे और उसे अस्वीकार करेंगे।
* __[21:12](rc://en/tn/help/obs/21/12)__ __यशायाह__ ने भविष्यवाणी की थी, कि लोग मसीह के ऊपर थूकेंगे, उसको ठट्ठों में उड़ाएँगे, और उसे मारेंगे।
* __[26:02](rc://en/tn/help/obs/26/02)__ उसे(यीशु)__यशायाह__ नबी की पुस्तक दी गयी कि वह उसमे से पढ़े। यीशु ने पुस्तक खोल दी और लोगों को इसके बारे में पढ़कर सुनाया।
* __[45:08](rc://en/tn/help/obs/45/08)__ जब फिलिप्पुस रथ के पास पहुँचा, उसने कुश देश के अधिकारी को __यशायाह__ भविष्यद्वक्ता की पुस्तक से पढ़ते हुए सुना।
* __[45:10](rc://en/tn/help/obs/45/10)__ फिर फिलिप्पुस ने उसे समझाया कि __यशायाह__ यह यीशु मसीह के बारे में बता रहा है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,6 +5,7 @@
“यित्रो” और “रूएल” शाऊल दोनों नाम मूसा की पत्नी सिप्पोरा के पिता के हैं। पुराने नियम में “रूएल” नामक दो पुरुष और थे।
मिद्यान देश में जब मूसा चरवाहा था तब उसने एक मिद्यानी पुरुष, रूएल की पुत्री से विवाह कर लिया था।
* बाद में रूएल को “यित्रो, मिद्यानियों का पुजारी” कहा गया है। हो सकता है कि “रूएल” उसक गोत्र का नाम था।
* जिस समय परमेश्वर ने जलती हुई झाड़ी में से मूसा से बातें की थी, उस समय मूसा यित्रो की भेड़ें चरा रहा था।
* मिस्र से इस्राएलियों को निकाल लाने के कुछ समय पश्चात यित्रो जंगल में इस्राएलियों के पास आया और मूसा को लोगों के विवादों को सुलझाने का अच्छा परामर्श दिया।

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@ -7,7 +7,7 @@
* योएल की पुस्तक पुराने नियम के अन्तिम भाग में बारह छोटे भविष्यद्वक्ताओं की पुस्तकों में से एक है।
* हमें योएल की व्यक्तिगत जानकारी में केवल इतना ही ज्ञात है कि उसके पिता का नाम पतूएल था।
* पिन्तेकुस्त के दिन अपने भाषण में प्रेरित पतरस ने योएल की भविष्यद्वाणी का संदर्भ दिया था।
*
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -23,11 +23,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\
* __[44:06](rc://en/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\
* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\
* __[44:09](rc://en/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया।
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, पतरस, याकूब और __यूहन्ना__ को अपने साथ लिया। (यीशु का चेला __यूहन्ना__ वह यूहन्ना नहीं था, जिसने यीशु को बपतिस्मा दिया था।) और उन्हें एकान्त में प्रार्थना करने के लिए ऊँचे पहाड़ पर ले गया।\\
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और __यूहन्ना__ प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए भीख माँग रहा था।\\
* __[44:06](rc://en/tn/help/obs/44/06)__ पतरस और __यूहन्ना__ लोगों से जो कह रहे थे, उससे मन्दिर के सरदार उनसे बहुत परेशान थे। तो उन्होंने उन्हें पकड़कर बंदीगृह में डाल दिया। \\
* __[44:07](rc://en/tn/help/obs/44/07)__ दूसरे दिन ऐसा हुआ कि यहूदी याजक पतरस और __यूहन्ना__ को लेकर महायाजक के पास गए। उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ से पूछा कि, “तुम ने यह काम किस सामर्थ्य से और किस नाम से किया है ?”\\
* __[44:09](rc://en/tn/help/obs/44/09)__ जब उन्होंने पतरस और __यूहन्ना__ का साहस देखा, और यह जाना कि ये अनपढ़ और साधारण मनुष्य है , तो आश्चर्य किया। फिर उनको पहचाना कि ये यीशु के साथ रहे है। तब उन्‍होंने पतरस और __यूहन्ना__ को धमकाकर छोड़ दिया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -26,12 +26,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
* __[23:01](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी एक __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
* __[23:03](rc://en/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[26:04](rc://en/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?”
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी __यूसुफ__ नामक पुरुष के साथ हुई थी।
* __[23:01](rc://en/tn/help/obs/23/01)__ मरियम की मंगनी एक __यूसुफ__ नामक एक धर्मी पुरुष से हुई। जब यूसुफ को यह पता चला कि मरियम गर्भवती है, और जो उसके गर्भ में है वह उसका बालक नहीं है, अत: यूसुफ ने जो धर्मी था और उसको बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने का विचार किया।
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे __यूसुफ__ ! तू अपनी पत्नी मरियम को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना (जिसका अर्थ है, 'यहोवा बचाता है' )क्योंकि वह अपने लोगों का उनके पापों से उद्धार करेगा।”
* __[23:03](rc://en/tn/help/obs/23/03)__ __यूसुफ__ ने मरियम से विवाह किया और अपनी पत्नी को अपने यहाँ ले आया, और जब तक वह पुत्र न जनी तब तक वह उसके पास न गया।
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: __यूसुफ__ और मरियम भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
* __[26:04](rc://en/tn/help/obs/26/04)__ यीशु ने उनसे कहा, “ आज ही यह लेख तुम्हारे सामने पूरा हुआ है” | सभी लोग चकित थे। और कहने लगे कि “ क्या यह __यूसुफ__ का पुत्र नहीं है?”
## शब्द तथ्य: ##

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@ -27,12 +27,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे, कोई भी उस देश में न जाने पाएगा, जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है ,कि तुम को उसमें बसाऊँगा।
* __[14:14](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन कर सके।
* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ __यहोशू__ एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
* __[15:03](rc://en/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
* __[14:04](rc://en/tn/help/obs/14/04)__जब इस्राएली कनान की सीमा पर पहुँचे, तब मूसा ने बारह पुरषों को चुना इस्राएल के हर गोत्र में से उसने उन पुरुषों को आदेश दिया कि जाओ और भूमि का पता लगाओ कि वह कैसी दिखती है।
* __[14:06](rc://en/tn/help/obs/14/06)__ तुरन्त ही कालेब और __यहोशू__, अन्य दो जासूस कहने लगे, "हाँ यह सही है कि कनान के लोग लम्बे और तेजस्वी है , पर हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर देंगे !
* __[14:08](rc://en/tn/help/obs/14/08)__ उनमे से कालेब और __यहोशू__ को छोड़ जितने बीस वर्ष के या उससे अधिक आयु के जितने गिने गए थे ,और मुझ पर बुड़बुड़ाते थे, कोई भी उस देश में न जाने पाएगा, जिसके विषय मैं ने शपथ खाई है ,कि तुम को उसमें बसाऊँगा।
* __[14:14](rc://en/tn/help/obs/14/14)__ मूसा बहुत वृद्ध हो गया था, उसकी सहायता करने के लिए परमेश्वर ने __यहोशू__ को चुना जिससे वे लोगों का मार्गदर्शन कर सके।
* __[14:15](rc://en/tn/help/obs/14/15)__ __यहोशू__ एक अच्छा अगुआ था क्योंकि वह परमेश्वर पर विश्वास करता था व उसकी आज्ञाओ का पालन करता था।
* __[15:03](rc://en/tn/help/obs/15/03)__ जब सब इस्राएलियों ने यरदन नदी को पार कर लिया, तब परमेश्वर ने __यहोशू__ को बताया कि किस प्रकार से यरीहो के शक्तिशाली शहर पर आक्रमण करना है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
“यहूदिया” प्राचीन इस्राएल के एक भू-भाग को कहा जाता था। इस शब्द का उपयोग कभी संकीर्ण अर्थ में तो कभी वृहत् अर्थ में किया गया है
* संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
* व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
* यदि अनुवादक स्पष्टता को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का अनुवाद “यहूदिया प्रान्त” या “यहूदा प्रान्त” किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां यहूदा का गोत्र वास करता था।
* संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का संदर्भ प्राचीन इस्राएल, दक्षिणी भाग, मृत-सागर के पश्चिमी क्षेत्र से था। कुछ अनुवादों में इस क्षेत्र को “यहूदा” कहा गया है।
* व्यापक अर्थ में यहूदिया शब्द प्राचीन इस्राएल के सब प्रान्तों, गलील, सामरिया, पेरिया, इदुमिया, यहूदिया (यहूदा) आदि सर्वसमाहित क्षेत्रों के संदर्भ में था।
* यदि अनुवादक स्पष्टता को स्पष्ट करना चाहते हैं, तो यहूदिया का व्यापक अर्थ "यहूदी देश" और संकीर्ण अर्थ में यहूदिया शब्द का अनुवाद “यहूदिया प्रान्त” या “यहूदा प्रान्त” किया जा सकता है क्योंकि यह प्राचीन इस्राएल का वह भूभाग था जहां यहूदा का गोत्र वास करता था।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -1,4 +1,4 @@
# इस्राएल के राज्य #
# इस्राएल के राज्य #
## तथ्य: ##
@ -20,12 +20,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[18:08](rc://en/tn/help/obs/18/08)__ अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे __इस्राएल का राज्य__ कहा गया।
* __[18:10](rc://en/tn/help/obs/18/10)__ यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
* __[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)__ नए __इस्राएली राज्य__ में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __ पाप किया था।
* __[20:02](rc://en/tn/help/obs/20/02)__ अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने __इस्राएल के राज्य__ को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने __इस्राएल के__ बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
* __[20:04](rc://en/tn/help/obs/20/04)__ तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर __इस्राएली राज्य__ था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामारी कहलाए।
* __[18:08](rc://en/tn/help/obs/18/08)__ अन्य दस इस्राएली गोत्र जो रहूबियाम के विरुद्ध में थे, उन्होंने अपने लिए यारोबाम नामक एक राजा को नियुक्त किया। उसने देश के उत्तरी भाग में अपने राज्य की स्थापना की और उसे __इस्राएल का राज्य__ कहा गया।
* __[18:10](rc://en/tn/help/obs/18/10)__ यहूदा और __ इस्राएली राज्य__ शत्रु बन गए और अक्सर एक दूसरे के विरुद्ध लड़े।
* __[18:11](rc://en/tn/help/obs/18/11)__ नए __इस्राएली राज्य__ में, जितने भी राजा हुए वह सब दुष्ट थे।
* __[20:01](rc://en/tn/help/obs/20/01)__ इस्राएलियों और यहूदियों के राज्यों ने परमेश्वर के विरुद्ध __ पाप किया था।
* __[20:02](rc://en/tn/help/obs/20/02)__ अश्शूर का राज्य एक शक्तिशाली, क्रूर राज्य था, जिसने __इस्राएल के राज्य__ को नष्ट कर दिया। अश्शूरियों ने __इस्राएल के__ बहुत से लोगों को मार गिराया, उनकी मूल्यवान वस्तुओं को छीन लिया और देश का बहुत सा हिस्सा जला दिया।
* __[20:04](rc://en/tn/help/obs/20/04)__ तब अश्शूरियों ने अन्यजातियों को उस भूमि पर रहने को कहा जहाँ पर __इस्राएली राज्य__ था। अन्यजातियों ने उस विनष्ट शहर का पुनर्निर्माण किया, और वहाँ शेष बचे इस्राएलियों से विवाह किया। इस्राएलियों के वह वंशज जिन्होंने अन्यजातियों से विवाह किया वह सामारी कहलाए।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,10 +1,11 @@
# लिआ:#
# लिआ: #
## तथ्य: ##
लिआ: याकूब की पत्नियों में से एक थी। वह याकूब के दस पुत्रों की माता थी जिनके वंशज इस्राएल के बारह गोत्रों में से थे।
* लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
* लिआ: का पिता लाबान था जो याकूब की माता रिबका का भाई था।
याकूब लिआः से उतना प्रेम नहीं करता था जितना वह राहेल से प्रेम करता था। परन्तु परमेश्वर ने लिआ: को अधिक सन्तान देकर आशिषत किया था।
लिआ: के पुत्रों में से एक यहूदा, राजा दाऊद और यीशु का पूर्वज था।

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@ -29,12 +29,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
* __[22:06](rc://en/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
* __[49:01](rc://en/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
* __[22:04](rc://en/tn/help/obs/22/04)__ जब इलीशिबा छ: माह गर्भवती थी, वहीं स्वर्गदूत इलीशिबा की कुटुम्बी __मरियम__ के पास गया | वह एक कुँवारी थी जिसकी मंगनी यूसुफ नामक पुरुष के साथ हुई थी | स्वर्गदूत ने उससे कहा, “तू गर्भवती होगी, और तेरे एक पुत्र उत्पन्न होगा |” “तू उसका नाम यीशु रखना | वह महान होगा और परम प्रधान का पुत्र कहलाएगा और हमेशा के लिए राज्य करेगा |”
* __[22:05](rc://en/tn/help/obs/22/05)__ स्वर्गदूत ने उसको उत्तर दिया, “पवित्र आत्मा तुझ पर उतरेगा, और परमप्रधान की सामर्थ्य तुझ पर छाया करेगी | इसलिये वह पवित्र जो उत्पन्न होनेवाला है, परमेश्वर का पुत्र कहलाएगा |” जो कुछ स्वर्गदूत ने __मरियम__ से कहा, उसने उस पर विश्वास किया |
* __[22:06](rc://en/tn/help/obs/22/06)__ स्वर्गदूत ने मरियम से बात की, उसके कुछ समय बाद वह इलीशिबा से भेंट करने को गई | ज्योंही इलीशिबा ने __मरियम__ का नमस्कार सुना, त्योंही बच्चा उसके पेट में उछला |
* __[23:02](rc://en/tn/help/obs/23/02)__ स्वर्गदूत ने उससे कहा, “हे यूसुफ ! तू अपनी पत्नी __मरियम__ को यहाँ ले आने से मत डर, क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है |
* __[23:04](rc://en/tn/help/obs/23/04)__ अत: यूसुफ और __मरियम__ भी एक लम्बी यात्रा तय करके नासरत को गए, क्योंकि यूसुफ दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया |
* __[49:01](rc://en/tn/help/obs/49/01)__ एक दूत ने __मरियम__ नाम की एक कुंवारी से कहा कि वह परमेश्वर के पुत्र को जन्म देगी | अतः जबकि वह एक कुँवारी ही थी, तो उसने एक पुत्र को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,11 +4,11 @@
मरियम बैतनिय्याह वासी थी जो यीशु की शिष्य थी।
* मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
* यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
* मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
* कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
* यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन की तैयारी में थी।
* मरियम की बहन मार्था और भाई लाज़र भी यीशु के अनुयायी थे।
* यीशु ने कहा कि उसकी शिक्षाओं को सुनना मरियम का एक सर्वोत्तम चुनाव था, अपेक्षा इसके कि मार्था उसके लिए भोजन व्यवस्था की चिन्ता करती।
* मरियम के भाई लाज़र ही को तो यीशु ने पुनःजीवित किया था।
* कुछ समय पश्चात जब यीशु बैतनिय्याह में किसी के घर भोजन कर रहा था तब उसकी उपासना में मरियम ने यीशु के पावों पर बहुमूल्य इत्र डाला था।
* यीशु ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह उसके दफन की तैयारी में थी।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -4,9 +4,9 @@
मत्ती उन बारहों में से एक था जिन्हें यीशु ने शिष्य होने के लिए बुलाया था। वह हलफईस का पुत्र लेवी नाम से भी जाना जाता था।
* यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
* मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
* बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
* यीशु से भेंट करने से पूर्व लेवी (मत्ती) कफरहूम से एक चुंगी लेने वाला था।
* मत्ती ने सुसमाचार वृत्तान्त लिखा जो उसके नाम से है।
* बाइबल में लेवी नामक अनेक पुरुष हैं।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -1,4 +1,5 @@
# मेलिकिसिदक #
## तथ्य: ##

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@ -5,8 +5,11 @@
मिद्यान अब्राहम और उसकी पत्नी कतूरा का पुत्र था। यह एक जाति और स्थान का भी नाम पड़ गया जो कनान के दक्षिण में अरब के रेगिस्तान के उत्तर में था। इस जाति के लोग मिद्यानी थे।
* जब मूसा मिस्र से भागा था तब वह मिद्यान देश में ही गया था जहाँ उसकी भेंट यित्रों की पुत्री से हुई थी जिसकी भेड़ों को पानी पिलाने में उसने सहायता की थी। बाद में मूसा ने यित्रों की पुत्रियों में से एक से विवाह कर लिया था।
* यूसुफ को मिद्यानी व्यापारी ही खरीदकर मिस्र ले गए थे।
वर्षों बाद मिद्यानियों ने कनान देश में इस्राएलियों पर आक्रमण करके उन्हें लूटा था। गिदोन ने इस्राएलियों को लेकर उन्हें हराया था।
* आज की अनेक अरब-जातियां इनकी वंशज हैं।
(देखें [अरब](../names/arabia.md), [मिस्र](../names/egypt.md), [झुण्ड](../other/flock.md), [गिदोन](../names/gideon.md), [यित्रो](../names/jethro.md), [मूसा](../names/moses.md))
@ -22,10 +25,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__ परन्तु लोग परमेश्वर को भूलने लगे और पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करने लगे | तो परमेश्वर ने पास के ही एक शत्रुओं के समूह __मिद्यानियों__ को अनुमति दी कि वह उन्हें पराजित करे |
* __[16:04](rc://en/tn/help/obs/16/04)__ __मिद्यानियों__ के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ो के गहरे खड्डों, और गुफाओं, और किलों को अपने निवास बना लिया
* __[16:11](rc://en/tn/help/obs/16/11)__ वह जन अपने संगी से कह रहा था, “ कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना हरा देंगी __मिद्यानियों__ की सेना को |
* __[16:14](rc://en/tn/help/obs/16/14)__परमेश्वर ने __मिद्यानियों__ को हक्का-बक्का कर दिया, अत: उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना व मारना शुरू कर दिया |
* __[16:03](rc://en/tn/help/obs/16/03)__ परन्तु लोग परमेश्वर को भूलने लगे और पराये देवताओं के पीछे चलकर उनकी उपासना करने लगे | तो परमेश्वर ने पास के ही एक शत्रुओं के समूह __मिद्यानियों__ को अनुमति दी कि वह उन्हें पराजित करे |
* __[16:04](rc://en/tn/help/obs/16/04)__ __मिद्यानियों__ के डर के मारे इस्राएलियों ने पहाड़ो के गहरे खड्डों, और गुफाओं, और किलों को अपने निवास बना लिया
* __[16:11](rc://en/tn/help/obs/16/11)__ वह जन अपने संगी से कह रहा था, “ कि इस स्वप्न का अर्थ यह हुआ कि गिदोन की सेना हरा देंगी __मिद्यानियों__ की सेना को |
* __[16:14](rc://en/tn/help/obs/16/14)__परमेश्वर ने __मिद्यानियों__ को हक्का-बक्का कर दिया, अत: उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना व मारना शुरू कर दिया |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -21,8 +21,8 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है।
* __[17:07](rc://en/tn/help/obs/17/07)__परन्तु परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता के द्वारा दाऊद को संदेश भेजा, “क्योंकि तू एक योद्धा है, तू मेरे लिए वह भवन नहीं बनाएगा |
* __[17:13](rc://en/tn/help/obs/17/13)__ दाऊद ने जो कुछ भी किया उसे लेकर परमेश्वर का क्रोध उस पर भड़का, परमेश्वर ने __नातान__ भविष्यद्वक्ता द्वारा दाऊद को कहलवा भेजा कि उसके पाप कितने बुरे है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
नबूकदनेस्सर बेबीलोन साम्राज्य का राजा था जिसकी शक्तिशाली सेना ने अनेक जातियों और देशों को जीता था।
* नबूकदनेस्सर की अगुआई में बेबीलोन की सेना ने यहूदा राज्य को जीत कर अधिकांश यहूदियों को बन्दी बनाया और बेबीलोन ले गए। बंदियों को 70 साल की अवधि के लिए वहां रहने के लिए मजबूर किया गया था जिसे "बेबीलोन का निर्वासन" कहा जाता था।
इन बन्धुआ लोगों में एक था दानिय्येल, जिसने नबूकदनेस्सर के स्वप्न का अर्थ बताया था।
* इस्राएली बन्धुआ लोगों में तीन पुरुष और भी थे, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह, को नबूकदनेस्सर ने आग में डलवाया था क्योंकि वे उसकी सोने की विशाल मूरत को दण्डवत् नहीं करते थे।
* राजा नबूकदनेस्सर अभिमानी था और देवताओं की पूजा करता था। यहूदा को जीतने पर उसने यरूशलेम के मन्दिर में से सोने चांदी के पात्र लूट लिए थे।
* नबूकदनेस्सर घमण्डी था और झूठे देवताओं की पूजा से विमुख नहीं होता था इसलिए परमेश्वर ने उसे सात वर्ष तक पशु के समान जीवन दिया और वह निराश्रय हो गया। सात वर्षों बाद जब वह नम्र बना और एकमात्र सच्चे परमेश्वर यहोवा की स्तुति की तब परमेश्वर ने उसको पुनः स्थापित किया।
@ -24,10 +26,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा __नबूकदनेस्सर__ को भेजा, यहूदी शासन को नष्ट करने के लिए |
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, __नबूकदनेस्सर__ का सेवक बनकर उन्हें हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
* __[20:08](rc://en/tn/help/obs/20/08)__ विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और __नबूकदनेस्सर__ के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ __नबूकदनेस्सर__ और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके |
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ अश्शूरियों द्वारा इस्राएली शासन को नष्ट करने के लगभग सौ वर्षों बाद, परमेश्वर ने बेबीलोन के राजा __नबूकदनेस्सर__ को भेजा, यहूदी शासन को नष्ट करने के लिए |
* __[20:06](rc://en/tn/help/obs/20/06)__ बेबीलोन एक शक्तिशाली साम्राज्य था। यहूदा का राजा, __नबूकदनेस्सर__ का सेवक बनकर उन्हें हर वर्ष बहुत सा धन देने के लिए राज़ी हो गया |
* __[20:08](rc://en/tn/help/obs/20/08)__ विद्रोह करने के लिए यहूदा के राजा को दंडित किया गया और __नबूकदनेस्सर__ के सैनिकों ने उसके पुत्र को उसी के सामने मार डाला और उसके बाद उसे नेत्रहीन बना दिया |
* __[20:09](rc://en/tn/help/obs/20/09)__ __नबूकदनेस्सर__ और उसके सैनिक लगभग सभी यहूदियों को बंदी बनाकर बेबीलोन ले गए, वहाँ पर केवल कंगालों को छोड़ दिया गया ताकि वह वहा खेती कर सके |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,11 +1,11 @@
# नीनवे, नीनवे के लोगों#
# नीनवे, नीनवे के लोगों #
## तथ्य: ##
नीनवे अश्शूरों की राजधानी थी। “नीनवेवासी” वह है जो नीनवे में रहते थे।
* परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
* बाद में अश्शूरों ने परमेश्वर की सेवा करना छोड़ दिया। उन्होंने इस्राएल राज्य को जीतकर प्रजा को बन्दी बना लिया था।
* परमेश्वर ने योना को भेजा था कि नीनवे के लोगों को दुष्टता से फिरने की चेतावनी दे। उन्होंने मन फिराया और परमेश्वर ने उन्हें नष्ट नहीं किया।
* बाद में अश्शूरों ने परमेश्वर की सेवा करना छोड़ दिया। उन्होंने इस्राएल राज्य को जीतकर प्रजा को बन्दी बना लिया था।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -24,9 +24,9 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही |
* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
* __[03:13](rc://en/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
* __[03:02](rc://en/tn/help/obs/03/02)__ परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह की दृष्टी __नूह__ पर बनी रही |
* __[03:04](rc://en/tn/help/obs/03/04)__ __नूह__ और उसके तीन बेटों ने नाव की रचना वैसे ही की जैसे परमेश्वर ने उनसे कहा था |
* __[03:13](rc://en/tn/help/obs/03/13)__ दो महीने बाद परमेश्वर ने __नूह__ से कहा कि तू अपने पुत्रों, पत्नी और बहुओ समेत जहाज में से निकल आ | परमेश्वर ने नूह को आशीष दी “फलों-फूलो, और बढ़ो, और पृथ्वी में भर जाओ | तब __नूह__ और उसका परिवार जहाज में से निकल आए |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,13 +4,13 @@
पौलुस आरंभिक कलीसिया का अगुआ था जिसे यीशु ने सब जातियों में सुसमाचार सुनाने के लिए भेजा था।
* पौलुस रोमी नगर तर्शिश में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
* पौलुस रोमी नगर तर्शिश में जन्मा एक यहूदी था, अतः वह रोमी नागरिक भी था।
* पौलुस पहले अपने यहूदी नाम शाऊल द्वारा जाना जाता था।
* शाऊल एक यहूदी धर्म का अगुआ था जो उन यहूदियों को बन्दी बनाता था जो मसीह के अनुयायी हो गए थे क्योंकि उसके विचार में यीशु में विश्वास करके वे परमेश्वर का अपमान करते थे।
* यीशु शाऊल पर अंधा करने वाले प्रचण्ड प्रकाश में प्रकट हुआ और उससे कहा कि वह मसीही विश्वासियों को सताना त्याग दे।
* शाऊल ने यीशु में विश्वास किया और अपने साथी यहूदियो को उसकी शिक्षा देने लगा।
* तदोपरान्त परमेश्वर ने उसे अन्य जातियों में यीशु के बारे में बताने के लिए भेजा और उसने रोमी साम्राज्य के विभिन्न नगरों में और क्षेत्रों में कलीसियाएं स्थापित की। इस समय उसका नाम बदल कर "पौलुस" हो गया था।
* पौलुस ने इन कलीसियाओं को प्रोत्साहित करने और शिक्षा देने के लिए पत्र भी लिखे थे उनमें से अनेक पत्र नये नियम में हैं।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -27,14 +27,14 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
* __[45:06](rc://en/tn/help/obs/45/06)__ एक __शाऊल__ नामक जवान, स्तिफनुस के वध में शामिल लोगो से सहमत था और वह उन सब के कपड़ों कि रखवाली कर रहा था जब वे स्तिफनुस पर पथराव कर रहे थे।
* __[46:01](rc://en/tn/help/obs/46/01)__ __शाऊल__ वह जवान था जिसने स्तिफनुस के वध में शामिल लोगों के कपड़ों कि रखवाली कि थी। वह यीशु पर विश्वासी नही करता था, इसलिए वह विश्वासियों को सताता था।
* __[46:02](rc://en/tn/help/obs/46/02)__ परन्तु जब __शाऊल__ दमिश्क के निकट पहुँचा, तो एकाएक आकाश से उसके चारों ओर ज्योति चमकी, और वह धरती पर गिर गया| __शाऊल__ ने यह शब्द सुना, “हे __शाऊल__! हे __शाऊल__! तू मुझे क्यों सताता है?”
* __[46:05](rc://en/tn/help/obs/46/05)__ तब हनन्याह उठकर __शाउल__ के पास गया, और उस पर अपना हाथ रखकर कहा, "यीशु, जो उस रास्ते में, तुझे दिखाई दिया था, उसी ने मुझे भेजा है कि तू फिर दृष्टि पाए और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण हो जाए।" __शाउल__ तुरन्त देखने लगा, और हनन्याह ने उसे बपतिस्मा दिया।
* __[46:06](rc://en/tn/help/obs/46/06)__ तुरन्त ही, __शाऊल__ दमिश्क के यहूदियों से प्रचार करने लगा कि, "यीशु परमेश्वर का पुत्र है!"
* __[46:09](rc://en/tn/help/obs/46/09)__ बरनबास और __शाऊल__ इन नए विश्वासियों को पढ़ाने, यीशु के बारे में बताने और कलीसिया को मजबूत करने के लिये अन्ताकिया आए।
* __[47:01](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ जैसे __शाऊल__ पुरे रोमी साम्राज्य में यात्रा करने लगा, उसने अपने रोमी नाम, "__पौलुस__" का इस्तेमाल करना शुरू किया।
* __[47:14](rc://en/tn/help/obs/47/14)__ __पौलुस__ और अन्य मसीही अगुवों ने अनेक शहरों में यीशु का प्रचार किया और लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षा दी।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -27,14 +27,14 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[28:09](rc://en/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |”
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा |”
* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महा याजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
* __[28:09](rc://en/tn/help/obs/28/09)__ इस पर __पतरस__ ने उससे कहा, “देख हम तो सब कुछ छोड़ के तेरे पीछे हो लिए हैं | तो हमें इसका क्या प्रतिफल मिलेगा ?”
* __[29:01](rc://en/tn/help/obs/29/01)__ एक दिन __पतरस__ ने पास आकर यीशु से पूछा , “हे प्रभु, यदि मेरा भाई अपराध करता रहे, तो मैं उसे कितनी बार क्षमा करूँ? क्या सात बार तक?”
* __[31:05](rc://en/tn/help/obs/31/05)__ फिर __पतरस__ ने यीशु से कहा ‘हे गुरु’ यदि तू है, तो मुझे भी अपने पास पानी पर चलकर आने की आज्ञा दे” यीशु ने __पतरस__ से कहा, “ आ |”
* __[36:01](rc://en/tn/help/obs/36/01)__ एक दिन यीशु ने अपने तीन चेलों, __पतरस__, याकूब और यूहन्ना को अपने साथ लिया |
* __[38:09](rc://en/tn/help/obs/38/09)__ __पतरस__ ने कहा, “यदि सब तुझे छोड़ दे तोभी, मैं नहीं छोडूँगा | यीशु ने __पतरस__ से कहा, “शैतान तुम सबकी परीक्षा लेना चाहता है, परन्तु मैंने तुम्हारे लिये प्रार्थना की है, __पतरस__, तेरा विश्वास कमज़ोर नहीं होगा | फिर भी आज की रात, मुर्ग़ के दो बार बाँग देने से पहले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा |”
* __[38:15](rc://en/tn/help/obs/38/15)__ जैसे ही सैनिकों ने यीशु को पकड़ लिया, __पतरस__ ने अपनी तलवार निकाल ली और महा याजक के एक दास पर चलाकर उसका कान काट दिया |
* __[43:11](rc://en/tn/help/obs/43/11)__ __पतरस__ ने उनसे कहा, “मन फिराओ, और तुम में से हर एक यीशु मसीह के नाम से बपतिस्मा ले तो परमेश्वर तुम्हारे पापों को क्षमा करेगा।
* __[44:08](rc://en/tn/help/obs/44/08)__ तब __पतरस__ ने उन्हें उत्तर दिया, “यीशु मसीह की सामर्थ्य से यह व्यक्ति तुम्हारे सामने भला चंगा खड़ा है।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
रिबका अब्राहम के भाई नाहोर की पोती थी।
* परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
* सेवक रिबका अपना देश अरम्नहरैम को त्याग कर अब्राहम के सेवक के साथ अब्राहम के निवास स्थान नेगेब चली गई।
* लम्बे समय तक रिबका को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई परन्तु परमेश्वर ने अन्ततः उसे जुड़वा बालक दिए एसाव और याकूब।
* परमेश्वर ने रिबका को अब्राहम के पुत्र इसहाक की पत्नी होने के लिए चुन लिया था।
* सेवक रिबका अपना देश अरम्नहरैम को त्याग कर अब्राहम के सेवक के साथ अब्राहम के निवास स्थान नेगेब चली गई।
* लम्बे समय तक रिबका को सन्तान प्राप्ति नहीं हुई परन्तु परमेश्वर ने अन्ततः उसे जुड़वा बालक दिए एसाव और याकूब।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -23,11 +23,11 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[06:02](rc://en/tn/help/obs/06/02)__ एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने __रिबका__ को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
* __[06:06](rc://en/tn/help/obs/06/06)__ परमेश्वर ने __रिबका__ से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
* __[07:01](rc://en/tn/help/obs/07/01)__ फिर वे लड़के बढ़ने लगे, __रिबका__ याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
* __[07:03](rc://en/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
* __[07:06](rc://en/tn/help/obs/07/06)__ जब __रिबका__ को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
* __[06:02](rc://en/tn/help/obs/06/02)__ एक लंबी यात्रा के बाद, जब वह दास उस नगर में गया जहाँ अब्राहम के कुटुम्बी रहते थे, तब परमेश्वर ने उस दास के सामने __रिबका__ को भेजा। वह अब्राहम के भाई की पोती थी।
* __[06:06](rc://en/tn/help/obs/06/06)__ परमेश्वर ने __रिबका__ से कहा, "तेरे गर्भ में दो जातियाँ हैं, "
* __[07:01](rc://en/tn/help/obs/07/01)__ फिर वे लड़के बढ़ने लगे, __रिबका__ याकूब से प्रीति रखती थी, लेकिन इसहाक एसाव से प्रीति रखता था।
* __[07:03](rc://en/tn/help/obs/07/03)__ इसहाक बहुत बूढा हो गया था, वह अपना आशीर्वाद एसाव को देना चाहता था। पर इससे पहले वह ऐसा करता, रिबका ने याकूब को एसाव के स्थान पर इसहाक के पास भेज दिया।
* __[07:06](rc://en/tn/help/obs/07/06)__ जब __रिबका__ को एसाव की योजना का पता चला। तो उसने याकूब को अपने कुटुम्बियों के पास भेज दिया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
#रहूबियाम#
# रहूबियाम #
## तथ्य: ##
@ -21,9 +21,9 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* [18:05](rc://en/tn/help/obs/18/05)__ सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र __रहूबियाम__ उसके स्थान पर राजा हुआ | __रहूबियाम__ एक नासमझ मनुष्य था |
* [18:06](rc://en/tn/help/obs/18/06)__ __रहूबियाम ने उन्हें नासमझता के साथ उत्तर देते हुए कहा, “मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा; और मैं तुम्हें और भी कठोरता से दण्डित करूँगा |”
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे |
* [18:05](rc://en/tn/help/obs/18/05)__ सुलैमान की मृत्यु के बाद उसका पुत्र __रहूबियाम__ उसके स्थान पर राजा हुआ | __रहूबियाम__ एक नासमझ मनुष्य था |
* [18:06](rc://en/tn/help/obs/18/06)__ __रहूबियाम ने उन्हें नासमझता के साथ उत्तर देते हुए कहा, “मेरे पिता ने तुम पर जो भारी जूआ रखा था उसे मैं और भी भारी करूँगा; और मैं तुम्हें और भी कठोरता से दण्डित करूँगा |”
* __[18:07](rc://en/tn/help/obs/18/07)__ दस इस्राएली गोत्र रहूबियाम के विरुद्ध हो गए केवल दो गोत्र उसके प्रति निष्ठावान रहे |
## शब्द तथ्य: ##

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@ -2,9 +2,9 @@
## तथ्य: ##
* सारा अब्राहम की पत्नी थी।
* उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
* सारा ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र को जन्म दिया।
* सारा अब्राहम की पत्नी थी।
* उसका मूल नाम "सारै" था परन्तु परमेश्वर ने उसका नाम बदलकर "सारा" रखा।
* सारा ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा के अनुसार पुत्र को जन्म दिया।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -19,10 +19,10 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[05:01](rc://en/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
* __[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
* __[05:01](rc://en/tn/help/obs/05/01)__ तो अब्राम की पत्नी __सारै__, ने उससे कहा, "देख परमेश्वर ने मेरी कोख बन्द कर रखी है, इसलिये मैं तुझ से विनती करती हूँ कि तू मेरी दासी हाजिरा के पास जा | तू उससे विवाह भी करना ताकि, उसके द्वारा मेरी कोख भर सके |
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__ "तुम्हारी पत्नी, __सारै__ को एक बेटा होगा--वह प्रतिज्ञा का पुत्र होगा।"
* __[05:04](rc://en/tn/help/obs/05/04)__"परमेश्वर ने __सारै__ का नाम बदलकर __सारा__ रखा, जिसका अर्थ है, "मूलमाता"
* __[05:05](rc://en/tn/help/obs/05/05)__"लगभग एक साल बाद, जब अब्राहम सौ वर्ष का था और __सारा__ नब्बे वर्ष की थी, __सारा__ ने अब्राहम के पुत्र को जन्म दिया| उन्होंने उसका नाम इसहाक रखा, जैसा कि परमेश्वर ने कहा था|
## शब्द तथ्य: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
प्राचीन युग में शीबा एक प्राचीन सभ्यता थी या एक स्थान था जो दक्षिणी अरब में था।
* शीबा देश या स्थान आज के यमन या इथोपिया देश के निकट था।
वहाँ के निवासी संभवतः हाम के वंशज थे।
* शीबा की रानी सुलैमान के वैभव और बुद्धि की चर्चा सुनकर उससे भेंट करने आई थी।
* पुराने नियम की वंशावलियों में “शीबा” नामक अनेक पुरुष थे। संभव है कि उस स्थान का नाम शीबा इनमें से किसी एक पुरुष के नाम पर पड़ा था।
* बर्शेब नगर का नाम छोटा करके एक बार पुराने नियम में शीबा कहा गया है।

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@ -1,4 +1,4 @@
# सीदोन, सीदोनियों #
# सीदोन, सीदोनियों #
## तथ्यों: ##

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@ -4,9 +4,9 @@
सीलास यरूशलेम के मसीही विश्वासियों का अगुआ था।
* यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
* आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
* पौलुस और सीलास फिलिप्पी के बन्दीगृह में एक साथ थे। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें वहाँ से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
* यरूशलेम की कलीसिया के प्राचीनों ने सीलास को पौलुस और बरनबास के साथ जाने के लिए नियुक्त किया कि अन्ताकिया के लिए पत्र ले जाए।
* आगे चलकर सिलास पौलुस के साथ अन्य नगरों में भी यीशु का प्रचार करने के लिए गया था।
* पौलुस और सीलास फिलिप्पी के बन्दीगृह में एक साथ थे। वहां वे परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे और परमेश्वर ने उन्हें वहाँ से मुक्ति दिलाई। उनकी गवाही के परिणाम स्वरूप उस बन्दीगृह का अधीक्षक मसीही विश्वासी हो गया।
(अनुवाद के सुझाव: [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))
@ -21,13 +21,13 @@
## बाइबल के कहानियों से उदाहरण: ##
* __[47: 1](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश देने के लिए गए।
* __[47:02](rc://en/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके परिवार के साथ रहे।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ अक्सर प्रार्थना के स्थान पर लोगों के साथ मिले।
* __[47:07](rc://en/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए गुलाम लड़की के मालिकों ने पौलुस और __ सिलास को रोमन अधिकारियों के पास ले लिया, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें जेल में फेंक दिया।
* __[47:08](rc://en/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और __ सिलास को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बंद कर दिया।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ जेलर कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास के पास आया और पूछा, "बचने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास को जेल से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास ने लुदिया और कुछ अन्य दोस्तों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
* __[47: 1](rc://en/tn/help/obs/47/01)__ एक दिन, पौलुस और उसका मित्र __ सिलास फिलिप्पी के शहर में यीशु के बारे में शुभ सन्देश देने के लिए गए।
* __[47:02](rc://en/tn/help/obs/47/02)__ वह (लुदिया ) ने पौलुस और __ सिलास को अपने घर में रहने के लिए आमंत्रित किया, इसलिए वे उसके और उसके परिवार के साथ रहे।
* __[47:03](rc://en/tn/help/obs/47/03)__ पौलुस और __ सिलास__ अक्सर प्रार्थना के स्थान पर लोगों के साथ मिले।
* __[47:07](rc://en/tn/help/obs/47/07)__ इसलिए गुलाम लड़की के मालिकों ने पौलुस और __ सिलास को रोमन अधिकारियों के पास ले लिया, जिन्होंने उन्हें मारा और उन्हें जेल में फेंक दिया।
* __[47:08](rc://en/tn/help/obs/47/08)__ उन्होंने पौलुस और __ सिलास को जेल के सबसे सुरक्षित भाग में रखा और यहां तक कि उनके पैरों को भी बंद कर दिया।
* __[47:11](rc://en/tn/help/obs/47/11)__ जेलर कांपते हुए' पौलुस और __ सिलास के पास आया और पूछा, "बचने के लिए मुझे क्या करना चाहिए?"
* __[47:13](rc://en/tn/help/obs/47/13)__ अगले दिन शहर के नेताओं ने पौलुस और __ सिलास को जेल से रिहा कर दिया और उन्हें फिलिप्पी छोड़ने के लिए कहा। पौलुस और __ सिलास ने लुदिया और कुछ अन्य दोस्तों सें मिले और फिर शहर छोड़ दिया।
## शब्द तथ्य: ##

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@ -6,7 +6,9 @@
* बाइबल में "अथाह कुण्ड" दण्ड का स्थान है।
* उदाहरणार्थ, यीशु ने एक दुष्टात्माग्रस्त मनुष्य से दुष्टात्माओं को निकाला तो उन्होंने यीशु से विनती की कि उन्हें अथाह गड़हे (कुण्ड) में न डाले।
“अथाह कुण्ड” का अनुवाद “अथाह गड्ढा” या “अगाध खाई” किया जा सकता है।
* इस शब्द का अनुवाद “अधोलोक” या “नरक” से भिन्न होना चाहिए।
(यह भी देखें: [अधोलोक](../kt/hades.md), [नरक](../kt/hell.md), [दण्ड देना](../other/punish.md))

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@ -1,4 +1,4 @@
# मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया#
# मानना, मान लेता है, मानकर, मान लेता, मान लिया #
## तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता#
# निर्दोष, निर्दोष ठहराना, छूट जाता #
## परिभाषा: ##

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@ -4,10 +4,10 @@
“विरोधी” एक मनुष्य या समुदाय जो किसी के या किसी वस्तु के विरूद्ध हो। “बैरी” शब्द का भी यही अर्थ है।
* बैरी वह मनुष्य है जो आपका विरोध करता है या आपको हानि पहुंचाता है।
* जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, प्रत्येक को दूसरे के "शत्रु" कहा जा सकता है।
* बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
* “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।
* बैरी वह मनुष्य है जो आपका विरोध करता है या आपको हानि पहुंचाता है।
* जब दो राष्ट्रों की लड़ाई होती है, प्रत्येक को दूसरे के "शत्रु" कहा जा सकता है।
* बाइबल में शैतान को "विरोधी" या "बैरी" कहा गया है।
* “बैरी” का अनुवाद “विरोधी” या “शत्रु” किया जा सकता है परन्तु यह शब्द विरोध का अधिक प्रबल भाव व्यक्त करता है।
(यह भी देखें: [शैतान](../kt/satan.md))

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@ -5,9 +5,10 @@
धूप जलाने की वेदी वह स्थान था जहां याजक परमेश्वर को भेंट चढ़ाने के लिए धूप जलाता था। उसे सोने की वेदी भी कहते थे।
धूप जलाने की वेदी लकड़ी की बनी हुई थी और उस पर सोना चढ़ा हुआ था। उसकी लम्बाई और चौड़ाई आधा-आधा मीटर की थी तथा ऊंचाई एक मीटर की थी।
* पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
* याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
* इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
* पहले वह मिलापवाले तम्बू के भीतर थी। उसके बाद उसे मन्दिर में लाया गया था।
* याजक प्रतिदिन सुबह-शाम उस पर धूप जलाता था।
* इसका अनुवाद “धूप जलाने की वेदी” या सोने की वेदी” या “धूप जलाने वाली” या “धूप की मेज” किया जा सकता है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद कैसे करें](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -1,4 +1,4 @@
# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भटका दिया, भटकना#
# भटक, भटक जाते हैं, भटक गए, भटका देना, भटका दिया, भटकना, भटका दिया, भटकना #
## परिभाषा: ##

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@ -5,7 +5,9 @@
“भय” शब्द किसी महान, सामर्थी एवं भव्य बात को देखकर विस्मय और अगाध सम्मान की भावना के संदर्भ में है।
* “भय” शब्द किसी मनुष्य या वस्तु द्वारा भय उत्पन्न करने के संदर्भ में है।
भविष्यद्वक्ता यहेजकेल ने परमेश्वर की महिमा का दर्शन देखा जो “भययोग्य” या “विस्मयकारी भय” का था।
* परमेश्वर की उपस्थिति के प्रति भय की प्रतिक्रिया के शब्द हैं, डरना, दण्डवत् करना या घुटने टेकना, मुंह छिपाना और कांपना।
(यह भी देखें: [भय](../kt/fear.md), [महिमा](../kt/glory.md))

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@ -9,6 +9,7 @@
* एक सामान्य अभिव्यक्ति है, “फल लाना” अर्थात “फल उत्पन्न करना” या “फल मिलता है।”
* “गवाही देना” अर्थात् “साक्षी देना” या “जो देखा है अनुभव किया है उसका वर्णन करना।”
* “पुत्र पिता के पाप का फल नहीं भोगेगा” अर्थात वह पिता का “उत्तरदायी नहीं होगा” या पिता के पापों का “दण्ड नहीं पाएगा।”
सामान्यत: इस शब्द का अनुवाद “उठाना” या “जिम्मेदार होना” या “उत्पन्न करना” या “सहन करना” या “सहना” संदर्भ के आधार पर भी हो सकता है।
(अनुवाद के सुझाव [नामों का अनुवाद](rc://en/ta/man/translate/translate-names))

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@ -5,6 +5,7 @@
रीछ भूरा या काले रंग का रोमदार पशु है जिसके दांत और पंजे तीक्ष्ण होते है। बाइबल के युग में रीछ एक सामान्य वन पशु था।
ये पशु जंगलों और पहाड़ों में रहते हैं तथा मछली, कीड़े और पौधे खाते हैं।
* पुराने नियम में रीछ शक्ति का प्रतीक था।
* भेड़ों की रखवाली करते समय दाऊद ने एक रीछ को मार गिराया था।
* कुछ लड़के एलीशा का मज़ाक उड़ा रहे थे तब दो रीछ जंगल से निकल कर आए और उन्हें मार डाला।

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@ -4,9 +4,10 @@
“विनती” अर्थात किसी से किसी बात का साग्रह निवेदन करना। इसका संदर्भ पैसा मांगने से है परन्तु इसका अभिप्राय किसी बात का निवेदन करने से भी है।
* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
* मनुष्य घोर आवश्यकता में विनती या याचना करता है परन्तु प्राप्त करने का निश्चय नहीं होता है।
* “भिखारी” वह मनुष्य है जो सार्वजनिक स्थानों में बैठकर या खड़ा होकर मनुष्यों से पैसा मांगता है।
प्रकरण के अनुवाद इस शब्द का अनुवाद हो सकता है, “विनती करना” या “साग्रह निवेदन करना” या “पैसा मांगना” या “सदैव पैसा मांगना”
(यह भी देखें: [निवेदन](../other/plead.md))
@ -19,12 +20,12 @@
## बाइबल कहानियों से उदाहरण: ##
* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__
* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__
* __[10:04](rc://en/tn/help/obs/10/04)__ परमेश्वर ने सारे मिस्र देश में मेंढकों को भेज दिया। फ़िरौन ने मेंढकों को दूर ले जाने के लिये मूसा से __विनती की__
* __[29:08](rc://en/tn/help/obs/29/08)__ तब राजा ने उसे बुलाकर उस से कहा, ‘हे दुष्ट दास, तू ने जो मुझ से __विनती की__, तो मैं ने तेरा वह पूरा कर्ज़ क्षमा कर दिया।’
* __[32:07](rc://en/tn/help/obs/32/07)__ दुष्टात्मा ने यीशु से बहुत विनती की, “हमें इस देश से बाहर न भेज।” वहाँ पहाड़ पर सूअरों का एक बड़ा झुण्ड चर रहा था। दुष्टात्मा ने उससे __विनती__ करके कहा “ कृपया हमें उन सूअरों में भेज दे कि हम उनके भीतर जाए!”
* __[32:10](rc://en/tn/help/obs/32/10)__ तो वह आदमी जिसमें पहले दुष्टात्मा थी, “यीशु के साथ जाने__विनती करने लगा ।”
* __[35:11](rc://en/tn/help/obs/35/11)__ उसका पिता बाहर आया और उसे सबके साथ जश्न मनाने के लिये उससे __विनती करने__ लगा परन्तु उसने मना कर दिया।”
* __[44:01](rc://en/tn/help/obs/44/01)__ एक दिन पतरस और यूहन्ना प्रार्थना करने के लिये मन्दिर में जा रहे थे। तब उन्होंने एक लंगड़े भिखारी को देखा जो पैसों के लिए __भीख माँग रहा था__
## शब्द तथ्य: ##

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@ -1,4 +1,4 @@
# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना#
# श्वांस, श्वांस फूंकना, साँस लेता है, श्वांस फूँक दिया, सांस लेना #
## परिभाषा: ##

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