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मेरे मुसीबत में

“जब कठिनाइयां आई”

ख़ुशख़बरी 'एलान

या'नी जब पौलुस मुख़्तलिफ़ जगहों में ख़ुशख़बरी सुनाने जाता था।

तुम्हें छोड़ और किसी मण्डली ने लेन

देन के बारे में मेरी मदद नहीं की “तुम ही सिर्फ़ एक थे जिन्होंने मुझे इमदाद भेजी, या मेरी मदद की

मैं ऐसा फल चाहता हूं जो तुम्हारे फ़ायदे के लिए बढ़ता जाए।

पौलुस कलीसियाई मुलाक़ात का मुक़ाबला उस इन्सान की दौलत से कर रहा है जो ज़्यादा से ज़्यादा बढ़ती जाती है। पौलुस चाहता है कि फ़िलिप्पी की कलीसिया ज़्यादा से ज़्यादा नज्र करे वह रूहानी बरकत पाए। मैं देखना चाहता हूं कि ख़ुदा तुम्हें ज़्यादा से ज़्यादा रूहानी बरकतें ।