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605 B

कलीसिया का सताने वाला

“मै मसीही ईमानदारों को नुक़सान की ख़ातिर मज़बूत इरादा था”

शरी'अत की रास्तबाज़ी के बारे में....बेगुनाह

“ पूरी शरी'अत का अमल' करने वाला”

नुक़सान समझ लिया है

“पौलुस अपने सब दीनी 'आमाल को मसीह के सामने नुक़सान मानता है।