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मैं चाहता हूं कि तुम जान लो
“मैं पौलुस तुम कुलुस्से के ईमानदारों को बताना चाहता हूं”
मैं कैसा मेहनत करता हूं
पौलुस ने उनकी पाकी और ख़ुशख़बरी को समझाने में नहुत ज़्यादा मेहनत की है।
लौदिकिया में
कुलुस्से के क़रीब का शहर। वहां की कलीसिया के लिए भी वह दु'आ करता था।
जिन्होंने मेरा जिस्मानी मुंह नहीं देखा।
“मैंने उन्हें इंसानी तौर से नहीं देखा” या “उन्होंने मुझ से मुलाक़ात नहीं की”
उनके दिलों में
“वे सब ईमानदार जिन्होंने पौलुस को साक्षात नहीं देखा,उन सबके मन में”
आपस में जुड़े रहें
सच्ची इत्तेहाद में रहें। “एक जुट हों ” या “क़रीबी में रहें ”
पूरी समझ का सारी दौलत
इन बातों को समझने का ईमान
ख़ुदा बाप के राज़
यह'इल्म सिर्फ़ ख़ुदा बाप के ज़रिए'ही ज़ाहिर होता है।
या'नी वह मसीह है।
मसीह'ईसा ख़ुदा ज़रिए'ज़ाहिर भेद हैं
'अक़्ल और'इल्म के सारे ख़ज़ाने
'अक़्ल और'इल्म की दौलत और ख़ज़ाने
'अक़्ल और'इल्म
किसी बात के जुमले और जानकारी को हासिल करना'इल्म है और उस जानकारी को काम में लेना समझ है और'अक़्ल का मतलब है उस जानकारी को कब काम में लेना या उपयोगी बनाना।
जिसमें छिपे हुए हैं
जिसमें या'नी मसीह में