ur-deva_tn/jud/01/22.md

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कुछ लोग जो सक में हैं

"कुछ लोग जो अभी भी ईमान नहीं रखते कि ख़ुदा ही ख़ुदा है"

आग में से झपट कर निकालना

"ताकि वे आग की झील में न जाएं"

और बहुतों पर डर के साथ रहम करो

"और दूसरों पर रहम करो पर उनके जैसे गुनाह करने से डरो।"

जैसे तुम उस कपड़े से भी नफ़रत करते हो जो जिस्म के ज़रिए गुनाह आलूदा हो चुका है

"यहां तक कि उनके कपड़ों से भी नफ़रत करो, क्योंकि वे गुनाह के ज़रिए मुजरिम ठहराए गए हैं।" वे गुनाह से इतने भर गए हैं कि उनके कपड़ों को भी नापाक माना जाता है।