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# इस पत्र में लेखक यूहन्ना अपना परिचय किस नाम से देता है?
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यूहन्ना अपना परिचय एक प्राचीन के रूप में देता है।
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# इस पत्र के प्राप्तकर्ता गयुस से यूहन्ना का संबन्ध कैसा था?
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यूहन्ना गयुस से सच्चा प्रेम करता था।
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# गयुस के लिए यूहन्ना क्या प्रार्थना करता हैं?
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यूहन्ना प्रार्थना करता है कि गयुस जिस प्रकार आत्मिक उन्नति कर रहा है उसी प्रकार वह सब बातों में उन्नति करे और भला चंगा रहे।
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# यूहन्ना का सबसे बड़ा आनन्द क्या है?
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यूहन्ना का सबसे बड़ा आनन्द है कि उसके बच्चे सत्य पर चलते हैं।
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# गयुस किसके लिए काम करता था?
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गयुस ने प्रचारकों के लिए काम किया, भले ही वे अजनबी थे।
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# गयुस ने अपनी यात्रा के दौरान प्रचारकों को किस तरीके से भेजा?
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उसने उन्हें परमेश्वर के योग्य तरीके से बाहर भेजा।
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# प्रचारकों को अपनी यात्रा पर भेजने के लिए विश्वासियों से सहायता की आवश्यकता क्यों पड़ी?
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उन्हें सहायता की आवश्यकता थी क्योंकि उन्हें अन्यजातियों से प्राप्त नहीं हुआ था।
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# यूहन्ना क्यों कहता है कि विश्वासियों को ऐसे प्रचारकों का स्वागत करना चाहिए?
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यूहन्ना कहता है कि विश्वासियों को ऐसे लोगों का स्वागत करना चाहिए कि वे भी सत्य के पक्ष में उनके सहकर्मी हो जाएं।
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# दियुत्रिफेस को क्या अच्छा लगता था?
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दियुत्रिफेस सभा में बड़ा बनना चाहता था।
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# दियुत्रिफेस का व्यवहार यूहन्ना के प्रति कैसा था?
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वह यूहन्ना को भी ग्रहण नहीं करता था।
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# यूहन्ना गयुस के पास उस कलीसिया में जाएगा तब क्या करेगा?
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यूहन्ना जब वहाँ जाएगा तब उसके बुरे कामों की उसे सुधि दिलाएगा।
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# जो भाई मसीह के नाम के लिए निकले थे उनके साथ दियुत्रिफेस का व्यवहार कैसा था?
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दियुत्रिफेस प्रचारकों को भी ग्रहण नहीं करता था।
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# दियुत्रिफेस उनके साथ क्या करता था जो प्रचारकों को ग्रहण करते थे?
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जो प्रचारकों को ग्रहण करते थे दियुत्रिफेस उन्हे कलीसिया से बाहर निकाल देता था।
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# यूहन्ना गयुस को किसका अनुयायी होने के लिए कहता है?
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यूहन्ना गयुस से कहता है कि वह भलाई का अनुयायी हों।
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# यूहन्ना भविष्य में क्या करने की आशा रखता था?
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यूहन्ना गयुस से आमने सामने बातें करने की आशा रखता था।
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README.md
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# Hindi Translation Questions
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Resource container for Hindi translation Questions.
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Content from https://git.door43.org/BCS-EXEGETICAL/hi_tQ and
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https://git.door43.org/EXEGETICAL-BCS/hi_tQ_OT
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STRs:
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STR https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/212 (OT) and
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https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/79 (NT)
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/79 (NT)
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/212 (OT)
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/501
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* https://git.door43.org/unfoldingWord/SourceTextRequestForm/issues/513
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# पौलुस इस पत्र में जिन लोगों को लिख रहा है, उनका वर्णन कैसे करता है?
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पौलुस अपने पत्र के प्राप्तिकर्ताओं को मसीह के लिए पवित्र किए गए और निष्ठापूर्वक मसीह यीशु में विश्वास करनेवाले कहता है।
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# पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को किस से आशिष दी है?
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पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आत्मिक आशीष दी है।
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# पिता परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को कब चुन लिया था?
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परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को जगत की उत्पत्ति से पहले ही चुन लिया था।
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# पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को किस उद्देश्य के निमित्त चुन लिया था?
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पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को चुन लिया था कि वे उसकी दृष्टि में पवित्र और निर्दोष हों।
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# परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक सन्तान होने के लिए पहले से क्यों ठहराया था?
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परमेश्वर ने विश्वासियों को अपनी इच्छा के भले अभिप्राय के निमित्त पहले से ठहराया है।
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# परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक होने के लिए पहले से ही क्यों ठहरा दिया था?
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परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक होने के लिए पहले से ही ठहरा दिया था कि वह अपने महिमामय अनुग्रह के लिए स्तुति का पात्र ठहरे।
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# परमेश्वर के प्रिय मसीह के लहू के द्वारा विश्वासियों को क्या प्राप्त है?
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विश्वासी मसीह के लहू के द्वारा छुटकारा अर्थात पापों की क्षमा पाते हैं।
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# परमेश्वर अपनी योजना के पूरा होने पर क्या करेगा?
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परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी पर जो कुछ है, सब कुछ मसीह में एकत्र कर देगा।
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# सत्य का वचन सुनने पर विश्वासियों पर कैसी छाप लगी थी?
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विश्वासियों पर प्रतिज्ञा के पवित्र आत्मा की छाप लगी थी।
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# आत्मा किसका ब्याना है?
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आत्मा विश्वासियों के उत्तराधिकार का ब्याना है।
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# पौलुस इफिसुस की कलीसिया के लिए किस बात को समझने के ज्ञान हेतु प्रार्थना करता है?
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पौलुस प्रार्थना करता है कि इफिसुस की कलीसिया अपनी बुलाहट की आशा और पवित्र लोगों में उसकी मीरास की महिमा के धन को समझ पाएँ।
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# विश्वासियों में जो सामर्थ्य क्रियाशील है उसने मसीह में क्या किया?
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उसकी इसी सामर्थ्य के प्रभाव से मसीह मृतकों में से जिलाया गया और स्वर्गीय स्थानों में परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठाया गया।
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# परमेश्वर ने मसीह के पांवों तले क्या कर दिया है?
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परमेश्वर ने सब कुछ मसीह के पांवों तले कर दिया है।
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# कलीसिया में मसीह के अधिकार का स्थान क्या है?
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मसीह कलीसिया में सब बातों पर शिरोमणि है।
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# कलीसिया क्या है?
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कलीसिया मसीह की देह है।
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# अविश्वासियों की आत्मिक दशा कैसी हैं?
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अविश्वासी सब अपने अपराधों और पापों में मरे हुए हैं।
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# आज्ञा न माननेवालों में कौन काम करता है?
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आकाश के अधिकार के हाकिम का आत्मा आज्ञा न माननेवालों में काम करता है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अविश्वासी स्वभाव से क्या हैं?
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अविश्वासी स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान हैं।
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# परमेश्वर विश्वासियों के प्रति दया का धनी क्यों है?
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परमेश्वर अपने महान प्रेम के कारण दया का धनी है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों के उद्धार का कारण क्या है?
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विश्वासियों का उद्धार परमेश्वर के अनुग्रह के द्वारा है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासी कहाँ बैठाए गए हैं?
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विश्वासी मसीह यीशु के साथ स्वर्गीय स्थानों में मसीह के साथ बैठाए गए हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उन्हे क्यों उठाया?
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परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उठाया कि आनेवाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# हमारा उद्धार कैसे हुआ है?
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हम विश्वास के द्वारा अनुग्रह से उद्धार प्राप्त करते हैं जो परमेश्वर का वरदान है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों को घमण्ड करने की आवश्यकता क्यों नहीं है?
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किसी भी विश्वासी को घमण्ड नहीं करना है क्योंकि उसका उद्धार उसके अपने कर्मों से नहीं है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर ने विश्वासियों को किस उद्देश्य के निमित्त मसीह में सृजा है?
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मसीह के सब विश्वासियों के लिए परमेश्वर का उद्देश्य है कि वे भले काम करें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अविश्वासी अन्यजातियों की आत्मिक दशा कैसी है?
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अविश्वासी अन्यजातियाँ मसीह से अलग हैं, इस्राएल के लिए परदेसी और वाचाओं के प्रति अनजान हैं तथा आशा से रहित और परमेश्वर रहित हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अविश्वासी अन्यजातियों में से कुछ लोगों को परमेश्वर के निकट लानेवाली बात क्या है?
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कुछ अन्यजाति अविश्वासी मसीह के लहू के द्वारा परमेश्वर के निकट लाए गए हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अन्यजातियों और यहूदियों के संबन्धों में मसीह परिवर्तन कैसे लाया?
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मसीह ने अन्यजातियों और यहूदियों को जो एक समुदाय में विश्वास करते हैं, विभाजन करने वाले बैरभाव को समाप्त करके मेल करा दिया।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# यहूदियों और अन्यजातियों में मेल कराने के लिए मसीह ने क्या निरस्त कर दिया है?
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मसीह ने आज्ञाओं और विधियों की व्यवस्था को निरस्त कर दिया कि यहूदियों और अन्यजातियों में मेल हो।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# सब विश्वासियों के लिए पिता परमेश्वर की निकटता में आने का साधन क्या है?
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सब विश्वासियों को पवित्र आत्मा के द्वारा परमेश्वर की निकटता प्राप्त है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर का परिवार किस नींव पर निर्मित है?
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परमेश्वर का परिवार प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नींव पर निर्मित है जिसके कोने का पत्थर मसीह है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासी कैसा भवन बन रहे है?
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वे प्रभु के लिए एक पवित्र मंदिर बन रहे हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर आत्मा द्वारा कहाँ वास करता है?
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परमेश्वर आत्मा द्वारा विश्वासी के भीतर वास करता है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर ने किस के लाभ के निमित्त पौलुस को यह दान दिया था?
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परमेश्वर ने अन्यजातियों के लाभ के लिए पौलुस को यह दान दिया है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस पर क्या प्रकट किया गया था?
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पौलुस पर भेद का प्रकाशन प्रकट किया गया था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर ने जो बात किसी भी पीढ़ी को कभी नहीं बताई अब किस पर प्रकट की है?
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परमेश्वर ने मसीह का गुप्त सत्य उसके प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं पर प्रकट किया था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# वह गुप्त सत्य क्या है जो अब प्रकट किया गया?
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गुप्त सत्य यह था कि अन्यजाति देह के संगी वारिस और साथी सदस्य हैं, और मसीह यीशु में प्रतिज्ञा के साझी हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस को क्या दान दिया गया था?
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परमेश्वर के अनुग्रह का दान पौलुस को दिया गया था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अन्यजातियों को समझने में सहायता देने के लिए पौलुस को किस बात के लिए भेजा गया था?
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पौलुस को अन्यजातियों को उस रहस्य के प्रशासन को समझने में सहायता देने के लिए भेजा गया था जो परमेश्वर में युगों से छिपा हुआ था।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# परमेश्वर का जटिल ज्ञान किस के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा?
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परमेश्वर का जटिल ज्ञान कलीसिया के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस के अनुसार विश्वासियों को मसीह में विश्वास के कारण क्या अधिकार है?
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पौलुस कहता है कि विश्वासियों में मसीह में विश्वास के कारण परमेश्वर के निकट आने का साहस और आत्मविश्वास है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पिता परमेश्वर पर किस का नाम रखा जाता एवं रचना की जाती है?
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स्वर्ग और पृथ्वी पर हर एक घराने का नाम पिता परमेश्वर पर रखा जाता है और वह रचा जाता है।
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# पौलुस विश्वासियों के सशक्त करने के लिए कैसी प्रार्थना करता है?
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पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य द्वारा बल पाएं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों को समझने के लिए पौलुस क्या प्रार्थना करता है?
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पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी मसीह के प्रेम की लम्बाई चौड़ाई, ऊँचाई और गहराई को समझें।
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# पौलुस प्रार्थना करता है कि पीढ़ी से पीढ़ी तक पिता के लिए क्या होता रहे?
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पौलुस प्रार्थना करता है कि कलीसिया में और मसीह यीशु में उसकी महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानयुग होती रहे।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस विश्वासियों से कैसे जीवन का आग्रह करता है?
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पौलुस विश्वासियों से आग्रह करता है कि वे अपनी बुलाहट के योग्य आचरण रखें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# मसीह ने स्वर्गारोहण के बाद प्रत्येक विश्वासी को क्या दिया हैं?
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मसीह ने प्रत्येक विश्वासी को मसीह के दान के परिमाण के अनुसार अनुग्रह दिया है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस कलीसिया को दिए गए कौन से पाँच प्रकार के सेवकों का उल्लेख करता है?
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मसीह ने कलीसिया में प्रेरितों, भविष्यद्वक्ताओं, सुसमाचार सुनानेवालों और रखवालों और उपदेशकों को नियुक्त करके दे दिया है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# इन पाँच प्रकार के सेवकों से कलीसिया में कैसी सेवा की अपेक्षा की गई है?
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इन पांच प्रकार के सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे सेवा कार्य हेतु देह के विकास के लिए विश्वासियों को तैयार करें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस विश्वासियों को बालकों की नाई कैसे बताता हैं?
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विश्वासी आगे को बालक न रहें जो मनुष्यों की ठग विद्या और चतुराई से इधर उधर उछाले और घुमाए जाते हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस विश्वासियों की देह की रचना का वर्णन कैसे करता हैं?
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विश्वासियों की देह प्रत्येक के विकास के निमित्त प्रेम में गठी, हर एक जोड़ के द्वारा संयोजित होती है और देह के प्रत्येक अंग को विकास में इक्ट्ठा रखती है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस अन्यजातियों के आचरण का वर्णन कैसे करता है?
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अन्यजातियाँ अपने मन की व्यर्थता में आचरण करती हैं।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस क्या कहता है कि अन्यजातियों की समझ को क्या हो गया है?
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अन्यजातियों की समझ अँधी हो गई है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अन्यजातियों ने अपने आप को किसके अधीन कर दिया है?
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अन्यजातियों ने अपने आप को कामुकता के अधीन कर दिया है कि हर एक प्रकार की अशुद्धता करें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस की कथनानुसार विश्वासियों को क्या त्यागना है?
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विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे पुराने मनुष्यत्व की बातों को त्याग दें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस के कथनानुसार विश्वासियों को क्या धारण करना आवश्यक है?
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विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे नए मनुष्यत्व को धारण कर लें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# आवश्यक है कि विश्वासी किसे कभी अवसर न दे?
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एक विश्वासी के लिए आवश्यक है कि वह शैतान को कभी अवसर न दे।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों को चोरी करने की अपेक्षा क्या करना चाहिए?
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विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि परिश्रम करें जिससे कि किसी आवश्यक्ता में पड़े हुए मनुष्य के साथ बाँटने के लिए योग्य हो सकें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# पौलुस के कथनानुसार विश्वासी के मुँह से क्या निकलना चाहिए?
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विश्वासियों के मुँह से अभद्र बातें न निकलें परन्तु वही निकले जो अन्यों की उन्नति के लिए हो।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासी किसे दुःखी न करें?
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विश्वासी पवित्र आत्मा को दुःखी न करें।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासी को परमेश्वर ने मसीह में क्षमा किया है इसलिए उसे क्या करना चाहिए?
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विश्वासी अन्यों को क्षमा करें क्योंकि परमेश्वर ने मसीह में उन्हे क्षमा किया है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों को किसका अनुकरण करना चाहिए?
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विश्वासियों को सन्तान होने के कारण परमेश्वर का अनुकरण करना चाहिए।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# मसीह ने ऐसा क्या किया जो परमेश्वर के लिए सुखदायक सुगन्ध ठहरा?
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मसीह ने विश्वासियों के लिए स्वयं को परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों के मध्य क्या नहीं होना चाहिए?
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व्यभिचार और किसी प्रकार के अशुद्ध काम या लोभ की चर्चा तक विश्वासियों में नाममात्र के लिए भी न हो।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# विश्वासियों का आचरण कैसा दिखाई देना चाहिए?
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इसकी अपेक्षा विश्वासियों में धन्यवादी स्वभाव होना चाहिए।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# मसीह और परमेश्वर के राज्य में किस की मीरास नहीं हैं?
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व्यभिचारी, अशुद्ध जन और लोभी मनुष्य के लिए मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अवज्ञाकारी की सन्तान पर क्या भड़कने वाला हैं?
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अवज्ञाकारी की सन्तान पर परमेश्वर का क्रोध भड़कने वाला है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# प्रभु को ज्योति का कैसा फल ग्रहण योग्य है?
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ज्योति का फल सब प्रकार की भलाई, और धार्मिकता और सत्य है जो परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# अन्धकार के कामों के प्रति विश्वासियों को क्या करना चाहिए?
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विश्वासियों को अन्धकार के कामों में सहभागी नहीं होना है वरन् उन्हें उनका उजागर करना चाहिए।
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@ -0,0 +1,3 @@
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# ज्योति क्या प्रकट करती है?
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ज्योति हर एक बात को प्रकट करती है।
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# क्योंकि दिन बुरे हैं इसलिए विश्वासियों को क्या करना चाहिए?
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विश्वासियों को अवसर को बहुमूल्य समझना चाहिए क्योंकि दिन बुरे हैं।
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# लुचपन किससे होता हैं?
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दाखरस से मतवाले बनने से लुचपन होता है।
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# विश्वासी आपस में कैसी बातें करें?
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विश्वासी आपस में भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करें।
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# पत्नियाँ किस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें?
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पत्नियाँ इस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें जैसे प्रभु
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के।
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# पति किसका सिर है और मसीह किसका सिर है?
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पति पत्नी का सिर है और मसीह कलीसिया का सिर है।
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# मसीह कलीसिया को पवित्र कैसे बनाता है?
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मसीह कलीसिया को वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध करके पवित्र बनाता है।
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# पति अपनी पत्नी से कैसा प्रेम करें?
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पति पत्नी को अपनी देह के जैसा प्रेम करें।
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# मनुष्य अपनी देह के साथ कैसा व्यवहार करता है?
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मनुष्य अपनी देह का पोषण करके उससे प्रेम करता है।
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# पति जब अपनी पत्नी के साथ जुड़ता है तब क्या होता है?
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पति जब अपनी पत्नी के साथ जुड़ जाता है तब वे एक देह हो जाते हैं।
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# पुरुष और उसकी पत्नी के संबन्ध से कौन सा बड़ा भेद प्रकट होता है?
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मसीह और उसकी कलीसिया के बारे में एक बड़ा भेद पति पत्नी के संबन्ध से प्रकट होता है।
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# मसीही सन्तानों को अपने माता पिता के साथ कैसा व्यवहार करना आवश्यक है?
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मसीही सन्तानों को अपने माता पिता की आज्ञा मानना है।
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# मसीही पिता अपनी सन्तानों के साथ कैसा व्यवहार करें?
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मसीही पिता अपनी सन्तान का पालन पोषण प्रभु के अनुशासन और निर्देशों में करें।
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# मसीही दास किस मानसिकता से अपने स्वामी की सेवा करें?
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मसीही दास मन की सत्यनिष्ठा में अपने स्वामियों की आज्ञा माने जैसे प्रभु की।
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# विश्वासी अपने भले कामों के बारे में क्या स्मरण रखे?
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विश्वासी को स्मरण रखना है कि वह जो भले काम करता है उनका प्रतिफल प्रभु उसे देगा।
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# एक मसीही स्वामी को अपने स्वामी के बारे में क्या स्मरण रखना है?
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एक मसीही स्वामी को स्मरण रखना है कि उसका और उसके दास का स्वामी स्वर्ग में है और वह किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं करता है।
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# विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधने की आवश्यक्ता क्यों हैं?
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एक विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधना आवश्यक है कि वह शैतान की दुष्ट युक्तियों के सामने खड़ा रहे।
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# विश्वासी का युद्ध किसके साथ है?
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विश्वासी दुष्टता के अन्धकार के राज्य के प्रधानों से और आत्मिक अधिकारीयों से और हाकिमों युद्ध करता है।
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# विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बाँधने की आवश्यक्ता क्यों हैं?
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एक विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बाँधना आवश्यक है कि वह शैतान की दुष्ट युक्तियों के सामने खड़ा रहे।
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# परमेश्वर का कौन सा हथियार दुष्ट के अग्निबाण बुझाता है?
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विश्वास की ढाल दुष्ट के अग्निबाणों को बुझा देती है।
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# आत्मा की तलवार क्या है?
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आत्मा की तलवार परमेश्वर का वचन है।
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