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# यहोवा ने योना को कहाँ जाने और क्या करने की आज्ञा दी?
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# यहोवा ने योना को कहाँ जाने और क्या करने की आज्ञा दी थी?
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यहोवा ने योना को नीनवे जाने और उसके विरुद्ध प्रचार करने की आज्ञा दी।
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यहोवा ने योना को नीनवे में जाने और उनके विरुद्ध प्रचार करने की आज्ञा दी थी।
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# योना ने यहोवा की आज्ञा सुन कर क्या किया?
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# यहोवा की आज्ञा सुनने के बाद योना ने क्या किया?
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योना यहोवा के सम्मुख से तर्शीश के लिए भाग गया।
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योना, तर्शीश जाने के लिए यहोवा के सम्मुख से भाग गया।
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# जिस जहाज़ पर योना चढ़ा था यहोवा ने उसका क्या किया?
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# योना जिस जहाज पर चढ़ा था, उस जहाज पर यहोवा ने क्या किया?
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यहोवा ने समुन्द्र में एक प्रचण्ड आंधी चलाई, जिसके कारण जहाज़ टूटने पर था।
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यहोवा ने समुद्र में एक प्रचण्ड आँधी चलाई, और ऐसा लगा कि जैसे जहाज टूट जाएगा।
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# मल्लाहों ने आंधी के बीच में क्या किया?
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# आँधी के बीच मल्लाह किसकी दुहाई देने लगे?
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मल्लाहों बहुत डर गए और अपने-अपने देवता की दुहाई दी।
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मल्लाह लोग डर गए और हर एक अपने-अपने देवता की दुहाई देने लगा।
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# मल्लाहों ने कैसे जाना कि कौन विपत्ति का कारण था और इसका क्या परिणाम हुआ?
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# मल्लाहों ने कैसे निर्धारित किया कि विपत्ति का कारण कौन था, और इसका क्या परिणाम निकला?
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मल्लाहों ने विपत्ति का कारण जानने के लिए चिट्ठी डाली और चिट्ठी योना के नाम निकली।
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मल्लाहों ने चिट्ठी डालकर यह निर्धारित किया कि विपत्ति का कौन कारण था, और चिट्ठी योना के नाम की निकली।
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# उन पर पड़ी विपत्ति का कारण योना ने क्या बताया?
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# योना ने क्या कहा, उन पर आई विपत्ति का कारण कौन था?
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योना ने उन्हें बताया कि वह यहोवा के सम्मुख से भाग आया था।
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योना ने पुरुषों से कहा कि वह यहोवा के सम्मुख से भाग रहा था।
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# योना ने मल्लाहों को आंधी रोकने के लिए क्या करने के लिए कहा?
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योना ने उन्हें कहा कि उसे उठाकर समुन्द्र में फेंक दें तो आंधी रुक जाएगी।
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# योना ने मल्लाहों को आंधी रोकने के लिए क्या करने के लिए कहा?
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# योना ने भारी आँधी को रोकने के लिए पुरुषों को क्या करने के लिए कहा?
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योना ने उन्हें कहा कि उसे उठाकर समुन्द्र में फेंक दें तो आंधी रुक जाएगी।
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योना ने भारी आँधी को रोकने के लिए पुरुषों से उसे समुद्र में फेंकने के लिए कहा।
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# मल्लाहों ने यहोवा से कौन सी दो विनतियां की?
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# मल्लाहों ने यहोवा से कौन सी दो विनती की?
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उन्होंने यहोवा से विनती की कि उनका नाश न हो, और न ही वे योना की हत्या के दोषी ठहरें।
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उन्होंने यहोवा से कहा कि वह उन्हें नाश न होने दे, और योना की मृत्यु के लिए उन्हें दोषी न ठहराएं।
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# मल्लाहों के योना को समुन्द्र में फेंकने के बाद क्या हुआ?
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# क्या हुआ जब मल्लाहों ने योना को समुद्र में फेंक दिया?
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जब उन्होंने योना को समुन्द्र में फेंका तो समुन्द्र की भयानक लहरें थम गईं।
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जब उन्होंने योना को समुद्र में फेंक दिया, तब समुद्र की भयानक लहरें थम गईं।
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# जब उन्होंने योना को समुन्द्र में फेंका तो उसका क्या हुआ?
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# जब उन्होंने योना को समुद्र में फेंक दिया, तब उसके साथ क्या हुआ।
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एक महामच्छ ने योना को निगल लिया और वह उसके पेट में तीन दिन और तीन रात तक पड़ा रहा।
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एक महा मच्छ ने योना को निगल लिया, और वह तीन दिन और तीन रात महा मच्छ के पेट में पड़ा रहा।
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# योना ने मच्छ के पेट में से क्या किया?
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# योना ने महा मच्छ के पेट से क्या किया?
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योना ने मदद के लिए यहोवा की दोहाई दी।
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योना ने यहोवा से सहायता के लिए प्रार्थना की।
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# योना ने मच्छ के पेट में से क्या किया?
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योना ने मदद के लिए यहोवा की दोहाई दी।
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# योना ने क्या सोचा कि वह अब कभी दोबारा नहीं कर पाएगा?
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# योना को क्या उम्मीद थी कि वह फिर से क्या कर पाएगा?
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योना ने सोचा कि अब वह फिर कभी भी यहोवा का पवित्र मन्दिर नहीं देख पाएगा।
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योना को उम्मीद थी कि शायद वह फिर से यहोवा के पवित्र मन्दिर की ओर ताक सकेगा।
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# यहोवा ने योना के प्राणों को कहाँ से निकाला?
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# यहोवा योना के प्राण को कहाँ से लाया?
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यहोवा ने योना के प्राणों को गढ्ढे से निकाला है।
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यहोवा ने योना के प्राण को गड्ढे से निकाला।
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# जो लोग निकम्मे देवताओं पर मन लगाते हैं उनका क्या होता है?
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# जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर ध्यान लगाते हैं उनके साथ क्या होता है?
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जो लोग निकम्मे देवताओं पर मन लगाते हैं वे अपने प्रति यहोवा की विश्वासयोग्यता का तिरस्कार करते हैं।
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जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर ध्यान लगाते हैं, वे यहोवा की करुणा को छोड़ देते हैं।
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# योना ने मच्छ के पेट में से क्या करने का वायदा किया?
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# योना ने महा मच्छ के पेट से क्या वादा किया था?
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उसने अपनी मन्नत पूरी करने का वायदा किया।
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योना ने जो मन्नत मानी थी उसको पूरी करने का वादा किया था।
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# योना ने क्या कहा उद्धार कहाँ से आता है?
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# योना ने क्या कहा कि उद्धार किससे मिलता है?
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योना ने कहा उद्धार यहोवा ही से होता है।
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योना ने कहा कि उद्धार यहोवा से मिलता है?
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# यहोवा ने मच्छ को क्या करने के लिए कहा?
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# यहोवा ने महा मच्छ के क्या करने के लिए कहा?
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यहोवा ने मच्छ को आज्ञा दी कि योना को स्थल पर उगल दिया।
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यहोवा ने महा मच्छ से कहा कि वह योना को स्थल पर उगल दे।
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# यहोवा ने दूसरी बार योना को क्या आज्ञा दी?
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यहोवा ने योना को नीनवे जाने की आज्ञा दी और उस से उसके सन्देश का प्रचार करने लिए कहा।
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# यहोवा ने दूसरी बार योना को क्या आज्ञा दी?
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# यहोवा ने योना को दूसरी बार क्या आज्ञा दी?
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यहोवा ने योना को नीनवे जाने की आज्ञा दी और उस से उसके सन्देश का प्रचार करने लिए कहा।
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यहोवा ने योना को नीनवे में जाने और यहोवा का संदेश सुनाने की आज्ञा दी।
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# इस बार योना ने यहोवा की आज्ञा पर क्या प्रतिक्रिया जताई?
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# योना ने यहोवा की आज्ञा के बाद इस बार प्रतिउत्तर में क्या किया?
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योना यहोवा की आज्ञा के अनुसार नीनवे को गया।
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योना ने आज्ञा का पालन किया और नीनवे गया।
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# योना ने नीनवे जाकर क्या प्रचार किया?
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# नीनवे में योना ने क्या प्रचार किया?
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योना ने प्रचार किया कि चालीस दिन के बीतने पर नीनवे उलट दिया जाएगा।
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योना ने कहा कि चालीस दिनों में नीनवे उलट दिया जाएगा।
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# योना के द्वारा यहोवा के वचन पर नीनवे के लोगों ने क्या प्रतिक्रिया जताई?
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# योना के द्वारा यहोवा के संदेश के प्रचार का जवाब नीनवे के मनुष्यों ने कैसे दिया?
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नीनवे के लोगों ने उपवास किया और टाट ओढ़ा, अपने कुमार्ग और उपद्रव से फिर कर पश्चाताप किया और परमेश्वर की दोहाई दी।
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नीनवे के मनुष्यों ने टाट ओढ़ें, परमेश्वर की दुहाई चिल्ला चिल्लाकर दिया, और अपने कुमार्ग से फिरें।
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# नीनवे के राजा को उस नगर और वहां के लोगों के लिए अभी भी क्या आशा थी?
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# नीनवे के राजा को अब भी लोगों और शहर के लिए क्या आशा थी?
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नीनवे के राजा को अभी भी आशा थी कि संभव है कि परमेश्वर दया करके अपनी इच्छा बदल दे और उसका कोप शांत हो जाए।
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नीनवे के राजा को अब भी उम्मीद था कि परमेश्वर का भड़का हुआ कोप शान्त हो जाएगा।
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# परमेश्वर ने नीनवे के लोगों के पश्चात्ताप पर क्या प्रतिक्रिया जताई?
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# परमेश्वर ने नीनवे के मनुष्यों के पश्चाताप का जवाब कैसे दिया?
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परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।
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परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।
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# योना को क्या बात बहुत बुरी लगी?
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# योना इतना क्रोधित क्यों था?
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यहोवा को यह बात बुरी लगी कि परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी है और नीनवे के लोगों को दंड नहीं दिया।
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योना को यह बुरा लग रहा था कि यहोवा ने नीनवे को दंडित नहीं किया।
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# योना ने क्या कहा कि क्यों उसने तर्शीश जाने की कोशिश की थी?
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# योना ने यह क्यों कहा कि उसने तर्शीश को भाग जाने कोशिश की थी?
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योना ने कहा कि वह जानता था कि यहोवा अनुग्रहकारी, दयालु, विलम्ब से कोप करने वाला, करुणानिधान है और दुःख देने से प्रसन्न नहीं होता।
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योना ने कहा कि वह जानता था कि यहोवा अनुग्रहकारी, दयालु, विलम्ब से कोप करनेवाला, करुणानिधान और दुःख देने से प्रसन्न नहीं होता है।
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# योना क्या चाहता था कि यहोवा उसके साथ क्या करे?
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# योना क्या चाहता था कि यहोवा उसके लिए करे?
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योना चाहता था कि यहोवा उसके प्राण ले ले।
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योना चाहता था कि यहोवा उसकी जान ले ले।
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# यहोवा ने योना से क्या प्रश्न पूछा?
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# यहोवा ने योना से क्या प्रश्न किया?
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यहोवा ने योना से पूछा कि क्या उसका क्रोधित होना उचित है।
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यहोवा ने योना से कहा कि क्या उसका क्रोधित होना उचित है?
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# योना उस नगर से निकल कर क्यों बैठ गया?
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# योना नगर से बाहर जाकर क्यों बैठ गया?
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वह नगर से निकल कर इसलिए बैठ गया कि यह देखे कि नगर का क्या होगा।
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योना देखना चाहता था कि नगर का क्या होगा।
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# जब योना नगर से निकल कर बैठ गया तो यहोवा ने उस से क्या किया?
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# यहोवा ने योना के लिए क्या किया जब वह नगर के बाहर बैठा था?
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यहोवा ने पहले उसके लिए एक पेड़ उगाकर उसके सिर पर छाया की, फिर अगले दिन एक कीड़े को भेजा जिसके काटने से पेड़ सूख गया, फिर परमेश्वर ने पुरवाई बहाकर लू चलाई कि वह मूर्छित होने लगा।
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यहोवा ने योना को छाया देने के लिए एक पेड़ लगाया।
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# जब योना नगर से निकल कर बैठ गया तो यहोवा ने उस से क्या किया?
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# यहोवा ने उस पेड़ का क्या किया जो योना को छाया देता था?
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यहोवा ने पहले उसके लिए एक पेड़ उगाकर उसके सिर पर छाया की, फिर अगले दिन एक कीड़े को भेजा जिसके काटने से पेड़ सूख गया, फिर परमेश्वर ने पुरवाई बहाकर लू चलाई कि वह मूर्छित होने लगा।
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यहोवा ने एक कीड़े को भेजा कि वह कीड़ा उस पेड़ को काटकर सुखा सके।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# फिर यहोवा ने योना से क्या प्रश्न पूछा?
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# तब यहोवा ने योना से क्या प्रश्न किया?
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यहोवा ने योना से पूछा कि क्या पेड़ के कारण भड़का हुआ उसका क्रोध उचित है।
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यहोवा ने योना से पूछा कि क्या पेड़ के कारण भड़का हुआ क्रोध उचित है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# योना ने छायादार पेड़ के लिए कैसा महसूस किया था?
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# योना ने उस पेड़ के बारे में कैसा महसूस किया जिसने उसे छाया दी थी?
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योना ने उस पर तरस खाया था।
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योना को उस पेड़ के लिए करुणा थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# यहोवा ने किस पर तरस खाया था?
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# यहोवा ने किसके लिए करुणा की थी?
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यहोवा ने नीनवे के लोगों और पशुओं पर तरस खाया।
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यहोवा को नीनवे के मनुष्यों और जानवरों दोनों पर करुणा थी।
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@ -1,7 +1,7 @@
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# रूत की कहानी यहूदी इतिहास में किस युग की है?
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# यहूदी इतिहास के किस काल में रूत की घटना घटी थी?
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यह कहानी न्यायियों के युग की है।
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यह उन दिनों में हुआ जब न्यायियों का राज था।
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# एलीमेलेक अपने परिवार को लेकर मोआब क्यों चला गया था?
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# एलीमेलेक अपने परिवार के साथ मोआब क्यों गया था?
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यहूदा में अकाल पड़ने के कारण वह सपरिवार मोआब में चला गया था।
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वह मोआब इसलिए गया क्योंकि यहूदा देश में अकाल आया था।
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@ -1,3 +0,0 @@
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# एलीमेलेक अपने परिवार को लेकर मोआब क्यों चला गया था?
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यहूदा में अकाल पड़ने के कारण वह सपरिवार मोआब में चला गया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# मोआब में नाओमी के परिवार के साथ क्या हुआ?
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# मोआब में एलीमेलेक के साथ क्या हुआ?
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||||
उसका का पति और दोनों पुत्र मर गए और नाओमी अपनी बहुओं के साथ रह गई।
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वह मर गया और उसके मरने के बाद नाओमी विधवा हो गई।
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@ -1,3 +0,0 @@
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# मोआब में नाओमी के परिवार के साथ क्या हुआ?
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उसका का पति और दोनों पुत्र मर गए और नाओमी अपनी बहुओं के साथ रह गई।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# मोआब में नाओमी के परिवार के साथ क्या हुआ?
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# मोआब में नाओमी के बेटों का क्या हुआ?
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||||
उसका का पति और दोनों पुत्र मर गए और नाओमी अपनी बहुओं के साथ रह गई।
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||||
वे मर गए और नाओमी अपनी दोनों बहुओं के साथ रह गई।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी ने यहूदा लौटने का फैसला क्यों किया?
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||||
उसने सुना कि यहोवा ने यहूदा को भोजनवस्तु दी हैं।
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||||
उसने सुना कि यहोवा ने यहूदा के लोगों को भोजनवस्तु दिया है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी क्या चाहती थी कि उसकी दोनों बहूएं करें?
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# नाओमी अपनी दोनों बहुओं को कहाँ भेजना चाहती थी?
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नाओमी चाहती थी कि वे अपनी माता के घर लौट जाएं और अपने लिए पति खोजें।
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वह चाहती थी कि वे अपने मायके लौट जाएँ।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# नाओमी क्या चाहती थी कि उसकी दोनों बहूएं करें?
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# नाओमी क्या चाहती थी कि उसकी दोनों बहुओं को क्या मिलें?
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नाओमी चाहती थी कि वे अपनी माता के घर लौट जाएं और अपने लिए पति खोजें।
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वह चाहती थी कि उन्हें फिर से पति मिलें।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी अपने कष्टों का कारण किसे समझ रही थी?
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# नाओमी के अनुसार, उसकी परेशानी कहाँ से थी?
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वह मानती थी कि यहोवा उसके कष्टों का कारण है।
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उसका मानना था कि यहोवा उसके विरुद्ध उठा था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# रूत ने नाओमी का साथ न छोड़ते समय क्या शपथ खाई थी?
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||||
# जब रूत नाओमी के साथ रुकी, तब रूत ने नाओमी से क्या वादा किया?
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||||
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||||
रूत ने नाओमी से कहा, "जिधर तू जाएगी उधर मैं भी जाऊंगी, जहां तू टिके वहां मैं भी टिकूंगी; तेरे लोग मेरे लोग होंगे, तेरा परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा; जहां तू मरेगी वहां मैं भी मरूंगी।"
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||||
उसने कहा, "क्योंकि जिधर तू जाए उधर मैं भी जाऊँगी; जहाँ तू टिके वहाँ मैं भी टिकूँगी; तेरे लोग मेरे लोग होंगे, और तेरा परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा; जहाँ तू मरेगी वहाँ मैं भी मरूँगी, और वहीं मुझे मिट्टी दी जाएगी। यदि मृत्यु छोड़ और किसी कारण मैं तुझ से अलग होऊँ तो यहोवा मुझ से वैसा ही वरन् उससे भी अधिक करे।”
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# रूत ने नाओमी का साथ न छोड़ते समय क्या शपथ खाई थी?
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||||
# रूत ने क्या कहा कि वह नाओमी के साथ कब तक रहेगी?
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||||
रूत ने नाओमी से कहा, "जिधर तू जाएगी उधर मैं भी जाऊंगी, जहां तू टिके वहां मैं भी टिकूंगी; तेरे लोग मेरे लोग होंगे, तेरा परमेश्वर मेरा परमेश्वर होगा; जहां तू मरेगी वहां मैं भी मरूंगी।"
|
||||
उसने कहा कि वह तब तक नाओमी के साथ रहेगी जब तक वे मर नहीं जाते।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी किस नगर में लौट कर आई?
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# नाओमी किस नगर में लौटी?
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||||
वह बैतलहम लौट आई।
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वह बैतलहम नगर में लौटी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# नाओमी किस नाम से बुलाया जाना चाहती थी और क्यों?
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# नाओमी किस नाम से पुकारा जाना चाहती थी और क्यों?
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वह कहती थी कि उसे "मारा" अर्थात कड़वा बुलाए क्योंकि परमेश्वर ने उसे बहुत दुख दिया था।
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उसने कहा कि उसे "मारा" कहा जाएँ, (जिसका अर्थ है "कड़वाहट"), क्योंकि उसका मानना था कि यहोवा ने उसके साथ बड़ा दु:ख वाला व्यवहार किया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# वर्ष के किस समय नाओमी और रूत बैतलहम में पहुचे?
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# बैतलहम में नाओमी और रूत वर्ष के किस समय पहुँचे?
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वे जौ की फसल की शुरुआत में बैतलहम पहुचे।
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यह जौ कटने के समय के आरम्भ था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# नाओमी के मृत पति और बोअज़ के बीच क्या रिश्ता था?
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# बोअज और नाओमी के मृत पति के बीच क्या संबंध था?
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वे रिश्तेदार थे।
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बोअज नाओमी के पति का कुटुम्बी था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# जैसे रूत पहली बार बीनने के लिए बाहर निकल गई, रुत ने किससे कहा कि वह अनाज बीनने के दौरान किसका अनुसरण करेगी?
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# जब रूत पहली बार सिला बीनने के लिए बाहर गई, तब रूत ने क्या कहा था कि वह किसके पीछे-पीछे सिला बीनते जाएँ?
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वह किसी भी व्यक्ति का अनुसरण करेगी जिसकी आंखें उसे पसंद करती हैं।
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जो उस पर अनुग्रह की दृष्टि करेगा, वह उसके पीछे पीछे जाएँ।
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@ -1,3 +0,0 @@
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# नाओमी के मृत पति और बोअज़ के बीच क्या रिश्ता था?
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वे रिश्तेदार थे।
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# बोअज ने अपने श्रमिकों को क्या अभिवादन दिया?
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# बोआज ने फसल काटनेवालों को कैसे अभिवादन किया?
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उसने कहा, “यहोवा तुम्हारे संग रहे।”
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उसने कहा, "यहोवा तुम्हारे संग रहे।"
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# बोएज रूत के बारे में क्या जानना चाहता था?
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# बोअज रूत के बारे में क्या जानना चाहता था?
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वह जानना चाहता था कि वह किस आदमी से संबंधित थी।
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बोअज रूत के बारे में जानना चाहता था कि वह किस की कन्या है।
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# बोअज ने अपने बटोरने के बारे में रूत को क्या निर्देश दिए?
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# बोअज ने रूत को उसके बीनने के बारे में क्या निर्देश दिए?
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उन्होंने कहा, "मेरे दसियों के साथ रहो और मेरे क्षेत्र में काम करो।"
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उसने रूत से कहा कि वह उसके खेत को न छोड़ें, बल्कि उसकी दासियों के संग उसी के खेत में रहे और काम करे।
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@ -1,3 +0,0 @@
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# बोअज ने अपने बटोरने के बारे में रूत को क्या निर्देश दिए?
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उन्होंने कहा, "मेरे दसियों के साथ रहो और मेरे क्षेत्र में काम करो।"
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@ -1,3 +1,3 @@
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# अनुकूल निर्देश प्राप्त करने के बाद, रूत ने बोएज़ से क्या सवाल पूछा?
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# अनुकूल व्यवहार मिलने के बाद, रूत ने बोअज से क्या प्रश्न किया?
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रूत ने बोअज से पूछा, "क्या कारण है कि तूने मुझ पर अनुग्रह की दृष्टि की?"
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उसने बोअज से पूछा कि उसने उस पर अनुग्रह की दृष्टि क्यों किया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# बोअज ने रूत के अच्छे काम के बारे में क्या सुना?
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# बोआज ने रूत के बारे में क्या अच्छी बात सुनी थी?
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उसने यह सुना था कि रूत ने नाओमी का अनुसरण करने के लिए अपना घर छोड़ दिया था।
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उसने सुना था कि रूत ने नाओमी के पीछे आने के लिए अपना घर छोड़ दिया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# बोअज ने किसके पंखों तले रूत को शरणागत कहा?
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# बोअज ने क्या कहा, किसके पंखों के तले उसने शरण पाया था?
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रूत को यहोवा के पंखों तले सुरक्षा प्राप्त हुई थी।
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रूत ने यहोवा के पंखों के तले शरण पाई थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# भोजन के बाद जब मजदूर काम पर लौटे तब बोअज ने रूत पर अतिरिक्त अनुग्रह क्या किया?
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||||
# भोजन के बाद जब वे काम पर लौटे तो बोअज ने रूत पर क्या कृपादृष्टि दिखाया?
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उसने रूत को दासियो के साथ बटोरने की अनुमति दी,और दासों को आज्ञा दी की उसको पूलों से भी बीनने दे।
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||||
उसने पूलों के बीच बीच में रूत को बीनने की अनुमति दी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# भोजन के बाद जब मजदूर काम पर लौटे तब बोअज ने रूत पर अतिरिक्त अनुग्रह क्या किया?
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# बोअज ने फसल काटने वालों को रूत के लिए क्या करने के लिए कहा था?
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||||
उसने रूत को दासियो के साथ बटोरने की अनुमति दी,और दासों को आज्ञा दी की उसको पूलों से भी बीनने दे।
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उसने फसल काटने वालों से रूत के लिए कुछ-कुछ अनाज गिराने की आज्ञा दी थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# जब नाओमी ने रूत के पास बड़ी मात्रा में अनाज देखा, तो उसने रूत से क्या सवाल पूछा?
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||||
# जब नाओमी ने बड़ी मात्रा में अनाज देखा, जिसे रूत लेकर आई थी, तो उसने रूत से क्या प्रश्न किया?
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उसने पूछा, “आज तूने कहाँ से बटोरा है?”
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||||
उसने पूछा कि रूत ने कहाँ बीना था।
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12
rut/02/20.md
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rut/02/20.md
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@ -1,11 +1,3 @@
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|||
# नाओमी के मृत पति और बोअज के बीच क्या रिश्ता था?
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# नाओमी ने बोअज के लिए क्या आशीष दिया जब उसने सुना कि बोअज ने रूत की सहायता की थी?
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||||
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||||
वे रिश्तेदार थे।
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||||
# नाओमी बोअज के लिए क्या चाहती थी जब उसने सुना कि बोअज ने रूत की मदद की थी?
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उसने कहा, “वह यहोवा की ओर से आशीष पाए”
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# जो भी भलाई उसके साथ हो रही थी उसका श्रेय नाओमी ने किसको दिया?
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उसने उन्हें यहोवा के लिए जिम्मेदार ठहराया।
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उसने कहा, "वह यहोवा की ओर से आशीष पाए"
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी के विचार में रूत का बोअज की दासियों के साथ रहना उचित क्यों था?
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# नाओमी ने रूत के लिए बोअज की दासियों के साथ काम करना क्यों अच्छा समझा?
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इस प्रकार रूत को किसी और के खेत में जाकर हानि उठाना नहीं पड़ेगी।
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ऐसा करने से, रूत को किसी और के खेत में कोई नुकशान नहीं पहुंचेगा।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# रूत ने बाकी जौ की फसल के लिए क्या किया?
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# कटनी के अन्त तक रूत ने क्या किया?
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वह बोअज के सेवकों के साथ मिलकर बीनती रही और नाओमी के साथ रहती थी।
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वह बीनने के लिये बोअज की दासियों के साथ-साथ लगी रही और नाओमी के साथ रहती थी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी ने रूत के बारे में अपनी क्या इच्छा प्रकट की?
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# नाओमी ने क्या कहा कि उसकी इच्छा रूत के लिए थी?
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उसकी इच्छा थी कि वह विश्राम पाए और उसका भला हो।
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वह चाहती थी कि रूत के पास एक ठाँव का स्थान हो, जिसका अर्थ है एक ऐसा व्यक्ति जो उसके साथ अच्छा व्यवहार करे।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# खलिहान को जाने से पूर्व नाओमी ने रूत से क्या करने को कहा?
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# खलिहान में जाने से पहले नाओमी ने रूत को क्या करने के लिए कहा था?
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उसने रूत से कहा कि स्नान करके, तेल लगा कर और अच्छे वस्त्र पहन कर खलिहान को जाए।
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उसने उसे स्नान कर तेल लगाने और अच्छे वस्त्र पहनने के लिए कहा था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# जब रूत बोअज के शयन कक्ष पर पहुंचे तब उसे क्या करना था?
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# जहाँ पर बोअज सो रहा था वहाँ पर रूत को जाकर क्या करना था?
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उसे उसके पांव उघाड़ कर वहां लेट जाना था।
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उसे अपने पाँव उघाड़ के वहाँ पर लेट जाना था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी के निर्देशों के प्रति रूत की प्रतिक्रिया कैसी थी?
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# नाओमी के निर्देशों के प्रति रूत का रवैया क्या था?
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वह नाओमी के सभी निर्देशों का पालन करने के लिए तैयार थी।
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उसने कहा कि वह सब कुछ करेगी जो नाओमी ने उसे करने के लिए कहा है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# क्या देखकर बोअज मध्यरात्रि चौंका?
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# आधी रात को, बोअज क्या देख कर चौंक पड़ा?
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वह एक स्त्री को अपने चरणों में लेटे हुए देखकर चौंक पड़ा।
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वह यह देखकर चौंक पड़ा कि उसके पाँवों के पास एक स्त्री लेटी है!
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@ -1,3 +1,3 @@
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# रूत ने बोअज से क्या विनती की?
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# रूत ने बोअज से क्या अनुरोध किया था?
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||||
उसने बोअज से कहा, "तू अपनी दासी को अपनी चादर ओढ़ा दे क्योंकि तू हमारी भूमि छुड़ानेवाला कुटुम्बी है।"
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||||
उसने बोअज से कहा कि वह उसके ऊपर अपनी चद्दर ओढ़ा दे, क्योंकि वह भूमि छुड़ानेवाला कुटुम्बी था।"
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने रूत के लिए यहोवा से आशीर्वाद क्यों माँगा?
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||||
# बोअज ने रूत के लिए यहोवा से आशीष क्यों मांगा?
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||||
क्योंकि रूत ने बोअज को अपनाया था न कि युवा पुरुषों को।
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||||
बोअज ने रूत के लिए आशीष इसलिए माँगा क्योंकि वह जवान पुरुषों की बजाय बोअज के पीछे आई थी।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने रूत की विनती की प्रतिक्रिया में क्या कहा?
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||||
# बोअज ने क्या कहा कि वह रूत के आग्रह के विषय में क्या करेगा?
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||||
बोअज ने कहा कि जो कुछ वह कहेगी उसे वह करेगा।
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||||
उसने कहा कि वह सब करेगा जो रूत ने उसे करने के लिए कहा है।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# रूत के लिए छुड़ाने वाले कुटुम्बी का कर्तव्य निभाने में बोअज के समक्ष क्या बाधा थी?
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||||
# किस बाधा ने रूत के लिए बोअज को छुड़ानेवाले का काम तुरंत करने से रोका?
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||||
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||||
बोअज से पहले एक और छुड़ाने वाला कुटुम्बी था।
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बोअज की तुलना में अधिक एक और निकटतम छुड़ानेवाला कुटुम्बी था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज कैसे जान सकता था कि रूत के लिए छुड़ाने वाला कौन होगा?
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||||
# बोअज यह कैसे तय करने जा रहा था कि रूत के लिए कुटुम्बी के रूप में कौन काम करेगा?
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||||
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||||
यदि वह रूत के लिए छुड़ाने वाले का दायित्व निभाए तो ठीक है अन्यथा बोअज ने शपथ खाई कि वह इस काम को करेगा।
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||||
यदि निकटतम कुटुम्बी रूत को छुड़ानेवाला का काम करना चाहे, तो बोअज उसे ऐसा करने देगा। लेकिन अगर वह तैयार नहीं हुआ, तो बोअज छुड़ानेवाला कुटुम्बी बनेगा।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
|
|||
# रूत ने कोई पहचानने से पहले खलिहान क्यों छोड़ा था?
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||||
# किसी के द्वारा पहचाने जाने से पहले ही रूत खलिहान से क्यों चली गई?
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||||
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||||
क्योंकि बोअज ने उसे कहा था कि किसी को पता न चले कि खलिहान में कोई स्त्री आई थी।
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||||
बोअज नहीं चाहता था कि लोगों को यह पता चले कि वह खलिहान में आई थी।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# खलिहान से कूच करते समय रूत को बोअज ने क्या दिया?
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# खलिहान छोड़ने से पहले बोअज ने रूत को क्या भेंट दिया था?
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||||
उसने उसे छः नपुए जौ दिया।
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||||
उसने उसे छ: नपुए जौ दिया था।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# नाओमी को पूरा विश्वास था कि बोअज इस काम को कब तक पूरा करेगा?
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# नाओमी को भरोसा था कि बोअज किस समय तक इस काम को निपटा लेगा?
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||||
वह उसी दिन के अन्त तक इस काम को पूरा कर देगा।
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||||
वह उसी दिन के अंत तक इस काम को निपटा लेगा।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# रूत को छुड़ाने वाले की समस्या का समाधान निकालने बोअज कहां गया था?
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||||
# रूत के लिए छुड़ानेवाले कुटुम्बी कौन होगा, इस बात को सुलझाने के लिए बोअज कहाँ गया?
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||||
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||||
वह नगर के फाटक पर गया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने साक्षी के लिए किसे बैठाया?
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||||
# बोअज ने गवाहों के रूप में किसे बैठने को कहा था?
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उसने नगर के दस वृद्धों को साक्षी के लिए बैठाया।
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||||
उसने नगर के दस वृद्ध लोगों के कहा।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने दूसरे कुटुम्बी से पहले क्या छुड़ाने को कहा?
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||||
# बोअज ने सबसे पहले दूसरे कुटुम्बी से किस विषय में बात की?
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||||
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||||
बोअज ने उससे एलीमेलेक की भूमि का टुकड़ा छुड़ाने को कहा।
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||||
उन्होंने उसे बताया कि नाओमी एलीमेलेक की भूमि का एक टुकड़ा बेचना चाहती है।
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||||
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@ -1,7 +1,7 @@
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|||
# बोअज ने दूसरे कुटुम्बी से पहले क्या छुड़ाने को कहा?
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||||
# भूमि के टुकड़े के बारे में बोअज ने दूसरे कुटुम्बी को क्या सुझाव दिया?
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||||
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||||
बोअज ने उससे एलीमेलेक की भूमि का टुकड़ा छुड़ाने को कहा।
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||||
बोअज ने सुझाव दिया कि दूसरा कुटुम्बी इसे मोल ले।
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||||
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||||
# दूसरे कुटुम्बी का क्या उत्तर था?
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||||
उसने कहा, "मैं उसे छुड़ाऊंगा।"
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||||
उसने कहा कि वह उसे मोल लेगा।
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||||
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने उस कुटुम्बी को एक और कौन सी अनिवार्यता का बोध करवाया?
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||||
# बोआज ने दूसरे कुटुम्बी को किस अतिरिक्त शर्त के बारे में बताया?
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||||
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||||
बोअज ने उससे कहा कि उस भूमि के साथ उसे रूत को भी लेना होगा ताकि एलीमेलेक का नाम चले।
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||||
उसने उससे कहा कि उसे एलिमेलेक के वंश का नाम आगे बढ़ाने के लिए रूत से विवाह करना होगा।
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||||
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@ -1,7 +1,7 @@
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|||
# इस पर उस कुटुम्बी की प्रतिक्रिया क्या थी?
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||||
# दूसरे कुटुम्बी का क्या जवाब था जब उसे पता चला कि उसे रूत से विवाह करना होगा?
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||||
उसने कहा, "मैं उसको छुड़ा नहीं सकता।"
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||||
उसने कहा कि वह भूमि को मोल नहीं ले सकता है।
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||||
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||||
# उस कुटुम्बी ने क्यों कहा कि वह छुड़ाने योग्य नहीं है?
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||||
# दूसरे कुटुम्बी ने क्यों कहा कि वह छुड़ा नहीं सकता है?
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यदि वह ऐसा करेगा तो उसका निज भाग बिगड़ जाएगा।
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||||
उसने कहा कि इससे उसका निज भाग बिगड़ जाएंगा।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# उस कुटुम्बी ने क्या करके बोअज के लिए छुड़ाने वाला होने की अनुमति दर्शाई?
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# दूसरे कुटुम्बी ने यह दिखाने के लिए क्या किया कि वह सहमत था कि बोअज को छुड़ानेवाला होना चाहिए?
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उसने अपने जूते उतारकर बोअज को दे दिए।
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उसने अपनी जूती उतारी।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने कौन से दो समझौतों का स्मरण वृद्धों को कराया?
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# पहला समझौता क्या था जो बोअज ने कहा कि वृद्ध लोगों ने देखा?
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उन्होंने साक्षी दी कि बोअज ने एलीमेलेक का सब कुछ ले लिया है और रूत को भी पत्नी बना लिया है।
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||||
उन्होंने देखा था कि बोअज ने एलीमेलेक की सारी भूमि मोल ले ली।
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@ -1,3 +1,3 @@
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|||
# बोअज ने कौन से दो समझौतों का स्मरण वृद्धों को कराया?
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# दूसरा समझौता क्या था जो बोअज ने कहा कि वृद्ध लोगों ने देखा?
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उन्होंने साक्षी दी कि बोअज ने एलीमेलेक का सब कुछ ले लिया है और रूत को भी पत्नी बना लिया है।
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||||
उन्होंने देखा कि बोअज ने रूत को अपनी पत्नी के रूप में प्राप्त किया।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# उन लोगों ने बोअज को क्या आशीर्वाद दिया?
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# लोगों ने बोआज़ के लिए किस आशीष की चाह की?
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उन्होंने उसे रूत से संतान प्राप्ति का आशीर्वाद दिया।
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वे चाहते थे कि यहोवा उसे रूत से उसी प्रकार संतान प्रदान करे, जैसे कि तामार से यहूदा को एक पुत्र प्राप्त हुआ था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# स्त्रियां क्यों कहती थी कि नाओमी के लिए रूत सात पुत्रों से भी श्रेष्ठ है?
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# स्त्रियों ने क्यों कहा कि रूत नाओमी के लिए सात बेटों से श्रेष्ठ थी?
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नाओमी के प्रति रूत के प्रेम के कारण और नाओमी के लिए पोता जनने के कारण।
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उन्होंने यह नाओमी के प्रति रूत के प्रेम के कारण कहा, और इसलिए भी कहा क्योंकि रूत ने नाओमी के लिए एक पोते को जन्म दिया था।
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@ -1,3 +1,3 @@
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# रूत के पुत्र के साथ नाओमी का क्या सम्बन्ध था?
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# रूत के बेटे के साथ नाओमी ने क्या काम करा?
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नाओमी उस बच्चे की दाई का काम करने लगी।
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नाओमी उसकी धाय का काम करने बनी।
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@ -1,7 +1,7 @@
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# रूत के पुत्र का क्या नाम था?
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# रूत के बेटे का नाम क्या था?
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उसका नाम ओबेद था।
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# ओबेद किसका पिता और किसका दादा था?
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# ओबेद किसका पिता और दादा था?
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ओबेद थिशै का पिता और दाऊद का दादा था।
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ओबेद यिशै के पिता और दाऊद का दादा था।
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