Mon Oct 21 2024 17:53:06 GMT+0530 (India Standard Time)
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d097e1f9e0
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a0d40b9b59
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\v 6 \v 8 यह वही है, जो पानी और लहू के द्वारा आया था; अर्थात् यीशु मसीह: वह न केवल पानी के द्वारा, वरन् पानी और लहू दोनों के द्वारा आया था। और यह आत्मा है जो गवाही देता है, क्योंकि आत्मा सत्य है। \p \v 7 और गवाही देनेवाले तीन हैं; \p आत्मा, पानी, और लहू; और तीनों एक ही बात पर सहमत हैं।
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\v 6 यह वही है, जो पानी और लहू के द्वारा आया था; अर्थात् यीशु मसीह: वह न केवल पानी के द्वारा, वरन् पानी और लहू दोनों के द्वारा आया था। और यह आत्मा है जो गवाही देता है, क्योंकि आत्मा सत्य है। \p \v 7 और गवाही देनेवाले तीन हैं; \p \v 8 आत्मा, पानी, और लहू; और तीनों एक ही बात पर सहमत हैं।
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\v 9 जब हम मनुष्यों की गवाही मान लेते हैं, तो परमेश्वर की गवाही तो उससे बढ़कर है; और परमेश्वर की गवाही* यह है, कि उसने अपने पुत्र के विषय में गवाही दी है। \p \v 10 जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिस ने परमेश्वर पर विश्वास नहीं किया, उसने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उसने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है।
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\v 11 और वह गवाही यह है, कि परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है और यह जीवन उसके पुत्र में है। \p \v 12 जिसके पास पुत्र है, उसके पास जीवन है; और जिसके पास परमेश्वर का पुत्र नहीं, उसके पास जीवन भी नहीं है।
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"04-17",
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"04-19",
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"05-01",
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"05-04"
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"05-06",
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"05-09",
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"05-11"
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