\v 6 बाको इच्छाके जैसो चल्नो ही प्रेम हए। तुमके सुरुसे सुनोभओ आज्ञा जहे हए, कि तुम प्रेम के अनुकरन करऔ।
\v 7 काहेकि भरम् मे डारन बारे बहुत जा संसारमे आएगए हँए। जौन येशु ख्रिष्ट शरीरमे आओ हए कहेके स्विकार ना करत हँए। जहे छलि और ख्रीष्ट बिरोधी हँए।
\v 8 होसियार रहीओ, जौन बातके ताँही तुम काम कर रहे हओ, बा के गुमान नापणए पर पुरो इनाम पान बारो बनओ।
\v 9 ख्रिष्टके सिद्धान्तमे अटल ना रहन बारो, बाक सिमासे बाहिर जान बारो आदमीनके सँग प्रमेश्वर ना हए। पर बक सीद्धान्तमे अटल रहन बारेक सँग पिता और पुत्र दोनो होत हँए।
\v 10 यदी तुमर जौने कोइ जा सिद्धान्त ना लाई हए तव बाके अपन घरमे स्वगत मतकरओ।
\v 11 काहेकि बक अभिबादन करन बारो, बक खराब कामके सँग सह भागी होत हए।
\v 12 मए तुमर ताँही बहुतसी बात लिखन चाहत हऔ। पर कागज और मसीसे लिखन ना चाहत हऔ। पर हमर अनन्त पुरो होबए, कहेके तुमर जौने आएके और आमने सामने बात चित करन ताँही आसा करत हऔं।
\v 13 चुनी भई तुमर बहिनियाँ के लौड़ा लौड़ीया तुमके अभिवादन करत हँए।