\v 5 का परमेश्वर स्वर्गदूतन मैसे कोईके कबहु आइसो कहिहए? "तुम मेरे पुत्र हओ, मए आज तुमर पिता भओं हऔं?" और फिर, “मए ऊनके ताहीं पिता हुइहऔं और बे मिर ताहीं पुत्र हुइहएँ?"
\v 9 तुम धार्मिकतासे प्रेम करत हओ, और अधर्मके घिड़ना करत हओ। जहेमारे, हे परमेश्वर, तुमर परमेश्वर तुमके अनान्दको तेलसे अभिषेक करी हए और सहयोगी बनाइ हए।”
\v 3 तव हम इतनो महान मुक्तिको वास्ता न रखङ्गे तव हम कैसे बचङ्गे? जा मुक्ति सबसे अग्गु प्रभुसे घोषणा करी भई हए, और बाको वचन सुनन बारेनसे हमर ताहिँ पक्को साबित भओ।
\v 4 बहे समयमे परमेश्वर जाके चिन्ह, अचम्मोको काम और बहुत शक्तिशाली कामसे और अपन ईच्छा अनुसार पवित्र आत्माके वरदान देनके द्वारा प्रमाणित करदई।
\v 8 तुम सब बात बाके अधीनमे धरे हओ।“ काहेकी परमेश्वर सब चीज मानवजातीके अधीन धरदए रहओ। बा कोई भी चीज आदमीसे बाहिर रहन न दई। पर आज हम कोई फिर चीज आदमीके अधीनमे रहो न देख्त हएँ।
\v 9 पर, बाके कुछ समयके ताहीं स्वर्गदूतसे कम बनाओभव हम देखे हएँ। बा येशू हए। काहेकी बाको दुःख और मृत्युको कारन येशू ख्रीष्टके महिमा और आदरको मुकुटको पईधाए गओ हए, जहेमारे, अभे परमेश्वरको अनुग्रहसे येशू ख्रीष्ट सबय आदमीके ताहिँ मृत्युको स्वाद चाखी।
\v 10 जा ठीक रहए, कि परमेश्वर जौनके ताहिँ और जौनद्वारा सब चिज अस्तित्वमे अओहए। बा बहुत सन्तानके महिमा लान बाके दुःखसे बिनको मुक्तिके पुरा करन बा एक अगुवा बनाओ गओ।
\v 11 काहेकी पवित्र बनान बारो और पवित्र बनाएके फिर सब एकए परिवार होमए जहेमारे बिनके भईया कहान येशू न शर्मानो।
\v 12 बा कहात हए, "मिर भईयनके जौने तुमरो नाउँ मए घोषणा करङगो; मय सभाके बिचमे तुमर गीत गामङ्गो।"
\v 14 जहेमारे, पहिले परमेश्वरके लउँड़ा लउँड़िया मासु और रगतको एक भाग होनके बजेसे येशू फिर बहे बात बिनसे बाँटी। जहेमारे, येशू मृत्यु सहेके मृत्युके ऊपर होनबारेके या शैतानके नष्ट करदई,
\v 11 जहेमारे हम बा विश्राममे जानके ताहिं प्रयास करएँ, और कोइ फिर उइसी किसिमको अनाज्ञाकारितामे न पडय जैसी बे पड़े रहएँ।
\v 12 काहेकी परमेश्वरको वचन जिन्दा और काम करन बारो हए, और कोइ फिर दुई धारे तरवारसे फिर जद्धा पैनो हए। जा प्राण और आत्मासे बाको जोड़-जोड़मे और हड्डीको गुदीतक भाग-भाग करके वारपार छेदन और ह्रदयको बिचार और इच्छा जाँचन सिक्त हए।
\v 13 परमेश्वरको देखाइमे सृष्टि कोई चीज लुकी न हए। बाके नजरके अग्गु सब चीज सफा और खुल्ला हए, बाके हमके लेखा देन पड़ईगो।
\v 7 येशू अपन शारीरिक जीवनमे होत बाके मृत्युसे बचान सिकनबारे बा बड़ो दुखभरो आवाज और आँसुसंग प्रार्थना चढाई रहए, और बाकी आदरके कारनसे बा प्रार्थना और नम्र निवेदन सुनी।
\v 8 बा पुत्र रहए, तहुँ फिर अपन भोगो कष्टसे बा आज्ञापालन करन सिकी।
\v 10 हमर संग येशूके बारेमे कहानके त बहुत हए, पर तुमर सुनन शक्ति बन्द होन के कारनसे जाके बयान करन कररो हए।
\v 11 मलकिसेदेकको दर्जा अनुसार प्रधान पूजारीको पद परमेश्वरद्वारा बा पाई रहए।
\v 12 काहेकी इतनो समय तक ता तुम शिक्षक हुइजाते, पर हबए फिर तुमके कोइ परमेश्वरको वचनको साधारण सिद्धान्त सिखान पड़रहो हए। तुमके कररो खानु नाय, दुध जरुरी हए।
\v 13 काहेकि दुध इकल्लो पीके जीनबारे धार्मिकताको वचनसंग अनुभव न कर सकत हएँ, काहेकी बा अभेतक बालकए हए।
\v 14 पर कररो खानु त परिपक्क आदमीनके ताहिँ हए। काहेकी यिनको परिपक्ताको समझनको तालिमसे बे खराब और अच्छो छुट्यान सिकनबारे होतहएँ।
\v 1 जहेमारे, सुरुमे सिको भओ ख्रीष्टको वचनके छोडके हम परिपक्कता घेन अग्गु बढएँ। परमेश्वरमे विश्वास और मरे कामसे पश्चातापको जग बैठानबारो काम न करएँ।
\v 2 नत बप्तिस्माबारो शिक्षाको जग, हात धरनको काम, मरे आदमिनको पुनरुत्थान, और अनन्त न्यायको जग न बैठामएँ।
\v 3 यदि परमेश्वर अनुमति दे हय तव हम जा भी करङ्गे।
\v 4 काहेकी जौन एक चोटी ज्योति पाएके स्वर्गको वरदान चाखीं रहएँ, जो पवित्र आत्मामे सहभागी भए रहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हए।
\v 5 और जौन परमेश्वरको अच्छो वचनको और आनबारो युगको शक्तिको स्वाद चाखीं रहएँ, बिनके ताहीं जा असम्भव बात हए।
\v 6 पर जो विश्वास छोडके पिच्छु हटे हएँ, बिनके फिर पश्चातापमे लान असम्भव हए। काहेकी बे फिर अपन ताहीं परमेश्वरके पुत्रके क्रूसमे टाँगत् हएँ, और खुल्लमखुल्ला बाको अपमान करतहएँ।
\v 7 काहेकी जमिन अपने उपर जौन बर्सौनीयाँ पानी पितहए, जोमे लगातार पानी पडत हए और जमिनमे काम करन बारेनके ताहिँ मन पड़नबारो अन्न-बाली फरात हए, बा जमिन परमेश्वरसे आशीष पातहए।
\v 8 पर यदि बा काँटो और सिउँडी फराय हए तव, बा बेकामको होतहए, और परमेश्वरको सराप पड़ सक्तहए और अन्तमे बाके जलाओ जयहए।
\v 11 अब अगर लेवीके पूजारी पदको सिद्धता पात हए तव (काहेकी जाके आधारमे आदमीनको व्यवस्था मिलो हए) हारुनको दर्जा अनुसार न हुइके फिर मलकीसेदेकको दर्जाअनुसार दुसरो पूजारी होनके का जरुरत पड़तहए?
\v 20 और जा त बिना कसम भओ न हए। एकघेन, बे और कसमबिना पुजारी भए रहएँ।
\v 21 पर दुसरोघेन, अग्गु पूजारी होनबारे त नेहत्य बिना कसम पूजारीको पद लए रहएँ, पर बा त कसम सहित पूजारी बनोहए, और बाके बारेमे परमेश्वर कहीहए, “परमप्रभु कसम खाईहए, और अपन मन बदली न हए, तुम सबदिनके ताहिं पूजारी हओ।”
\v 26 काहेकी आइसी किसिमको प्रधान पूजारी हमर ताहीं सुहात हए, जो पवित्र, दोषरहित, निष्कलङ्क, पापसे अलग और बादरसे भी फिर ऊँचो भओ हए।
\v 27 और प्रधान पूजारी जैसो पहिले अपन पापके ताहिं और बाके पिच्छु आदमीनके पापके ताहिं बाके सबदिन बलिदान चढ़ानके न पड़ईगो। जब बा अपनएके अर्पण करी, तव बा जा सबदिनके ताहिं एकए चोटीमे पूरा करदई।
\v 28 काहेकी व्यवस्था आदमीनके प्रधान पूजारीको रुपमे नियुक्त करी, जौनसंग कमजोरी होत रहएँ। पर बा व्यवस्था पिच्छु आओ कसमको वचनसे नियुक्त भओ पुत्र हए जो सदाके ताहीं सिद्ध बनाओ गओ हए।
\v 3 काहेकी हरेक प्रधान पूजारी भेटी और बलिदान चढानके नियुक्त करो होतहए। जहेमारे, जा प्रधान पूजारीसंग अर्पण करनबारो कुछ समान चढान जरुरी हए।
\v 4 अब यदि ख्रीष्ट पृथ्वीमे होतो तव, बा सबैको पूजारी न होतो, काहेकी हुवाँ व्यवस्था अनुसार भेटी चढानबारे पूजारी त हईयेहएँ।
\v 5 बे स्वर्गीय बातनको नकल और छाहींको इकल्लो सेवा करतहएँ। जैसी मोशा वासस्थान बनातपेति परमेश्वरद्वारा मोशाके चेतावनी दओ गओ रहए, परमेश्वर कही, “देख, तोके पहाड़मे दिखाओ गओ नमुना अनुसार तय हरेक चीज बनइये।”
\v 6 पर अभे ख्रीष्ट पावभओ सेवाको काम और जद्धा ऊत्तम हए, काहेकी बा मध्यस्थता करो भओ करार बहुत उत्तम हए। जौन करारको जग उत्तम प्रतिज्ञामे स्थापना करो गओ हए।
\v 7 काहेकी, यदि पहिलो करार खोटरहित होतो तव, दुसरो करारको जरुरतय न पड़तो।
\v 8 काहेकी जब परमेश्वर आदमिनको दोष पाई, तव बा कही, “देखओ, परमप्रभु कहात हए, बे दिन अमङ्गे, जब इस्राएलको घरानासंग और यहूदाको घरानासंग मए एक नयाँ करार स्थापना करेहऔं।
\v 9 बे पुर्खानके संग मए बाँधो करार जैसो जा न हुइहए, जब मए बिनके हात पकड़के मिश्रदेशसे डुरियाएके लाओ रहऔं। काहेकी बे मिर करारके पक्के रुपसे न पछयाईं, और परमप्रभु कहात हए, बहेमारे मए बिनको वास्ता न करो।
\v 6 जे चीजनके तयार करके पिच्छु पूजारी लगातार रुपमे बासस्थानको बाहिरी कोनोमे सदा अपन सेबाको काम करन भितर घुसत रहएँ।
\v 7 पर प्रधान पूजारी इकल्लो हरेक वर्षको एक चोटी दुसरो कोनोमे घुसत रहए। बा रगत लईके अपन ताहिं और आदमीनके अन्जानमे करे अपराधके ताहिं बलि चढात हएँ।
\v 8 पवित्र आत्मा दिखत् हए, कि पहिलो पवित्रस्थान रहनतक महा-पवित्रस्थानमे जानके डगर खुली न रहए।
\v 9 हबए समयके ताहिं जा एक नमुना रहए। चढओ भओ भेटी और बलिदान दोनो आराधकको विवेकके परिपक्क न करन सिकी।
\v 10 बे बहुत किसिमको उत्सवको शुद्धिकरन खान और पिन बातसंग इकल्लो सम्बन्धित हएँ। बे सबय शरीरके ताहीं नियम इकल्लो रहए, जौनके नयाँ किसिमसे न बनन तक एक एक करके रखो गओ रहए।
\v 11 ख्रीष्ट आनबारो अच्छी चीजनके प्रधान पूजारी हुइके आओ, बा और जद्धा महान और सिध्द पवित्रस्थानमे प्रवेश करी, जौनआदमीके हातसे बनो न हए, जौन जा बनो संसारको न हए।
\v 12 बक्रा और बछ्रानको रगतसे न हुइके बा अपन रगतसे सबएके ताहिं एकए चोटी बा महा-पवित्रस्थान भितर प्रवेश करी और हमर अनन्तको छुटकाराके सुरक्षित करी।
\v 1 काहेकी व्यवस्था अब आनबारो अच्छी बातनको एक छाहीं इकल्लो हए, बे अपनयमे सच्चे चीज त न हएँ। पुजारी वर्षैपिच्छु लगातार रुपमे चढ़ानबारे आइसे बलि परमेश्वरके जौने जान कबहु पुरो न बनान सिकी।
\v 2 नत का बलि चढ़ानबारो काम बन्द न हुइतो? उइसो होतो तव, आराधक एकए चोटीमे सदा के ताहीं शुद्ध हुइते, बिनके और पापको चेतना न हुइतो।
\v 3 पर बे बलिदान हरेक वर्षै पिच्छु पापनको सम्झना करात हएँ।
\v 23 हमर स्वीकार करो आशाके दुईधारमे न हुईके पक्केसे थामे रहएँ, काहेकी प्रतिज्ञा करनबारो परमेश्वर विश्वासयोग्य हए।
\v 24 हम एक दुसरेके प्रेम और अच्छे कामके ताहिं कैसे उत्साहित करएँ बा बात उपर बिचार करएँ।
\v 25 कित्तोनके संगतिमे न जानके बानी होतहए, पर हम एक-दुसरेसंग ईकट्ठा होनके न छोड़एँ। पर प्रभुको दिन जौने आनके कारन जितनो हुईसकए एक दुसरेनके और जद्धा उत्साह देमएँ।
\v 13 जे सबय प्रतिज्ञा न पायके फिर बे सबय दुरसे स्वागत करीं, पृथ्वीमे परदेशी और प्रवासी इकल्लो हएँ कहिबात स्वीकार करतय बे विश्वासमे मरे।
\v 14 काहेकी जौन अइसी बात कहात हएँ बे एक स्वदेश ढुड़रहे हएँ कहि बात सफा होतहए।
\v 15 सचमे बे अपनय निकरके गए देशके ताहीं सोचत रहएँ, बिनके घुमके जान मौका मिलन रहए।
\v 16 पर बे और उत्तम देश औ एक स्वर्गीय देशको इच्छा करतहएँ। जहेमारे, परमेश्वर बिनको परमेश्वर होन न शर्मात हए, काहेकी बा बिनके ताहिं एक सहेर तयार करी हए।
\v 32 और जद्धा मए का कहऔं? यदि मय गिदोन, बाराक, शिमशोन, यिप्ता, दाऊद, शमूएल और अगमवक्तानके बारेमे कैहओं तव, मोके समय न पुगहए।
\v 33 विश्वासद्वारा बे राज कब्जा करीं, न्यायसे काम करीं और प्रतिज्ञानके पाईं, बे बघटनके मुहुँ बन्द कर दईं।
\v 34 बे आगीको ज्वालाके निभाईं, तरवारकी धारसे बचे, रोगनसे अच्छे भए, युद्धमे वीर भए और विदेशीके सेननके भजाईं।
\v 35 बईयर अपने मरेभयनके पुनरुत्थानद्वारा जिन्दा पाइँ। और जद्धा उत्तम पुनरुत्थान जीवन पानके बे छुटकाराके स्वीकार न करीं। जहेमारे, बे सजाय भोगीं।
\v 36 औरनके निन्दा, कोर्रा, बन्धन और कैद जैसे और बात सहीं।
\v 37 बिनके पत्थरसे मारीं। बिनके दुई भाग करनके चिरो गओ। बिनके तरवारसे मारीं। बिनके भेड़ा और बक्राको खाल लगाएके नेगन पडो और बहुत किसिमको दु: ख, क्लेश और अमानवीय बात सहन पडो।
\v 38 जा संसार बिनके ताहिं योग्य न रहए। बे उजाडस्थान, पहाड़, गुफा और जमीनके दरारनमे भटकट फिरे।
\v 6 काहेकी जौनके परमेश्वर प्रेम करतहए बे हरेकके ताडना देतहए, और बाके ग्रहण करनबारो हरेक लउँड़ाके बा दण्ड देतहए।”
\p
\v 7 तुम कष्टके अनुशासन जैसे सहो। परमेश्वर तुमरसंग लउँड़ा कता व्यवहार करत हए। काहेकी दउवा अनुशासन न करो कौन लउँड़ा हुइहए?
\v 8 पर यदि तुम अनुशासन विनाके हओ तव तुम अपन दउवाके खास लउँड़ा न हओ पर व्यभिचारमे जन्मे लउँड़ा हओ।
\v 9 जा से जद्बा हमके अनुशासन करनबारो हमर शारीरिक दउवा अनुशासनकर्ताको रुपमे रहए, जौनके हम आदर करे। जहेमारे, का हम हमर आत्माको पिताके और जद्धा आज्ञा पालन न करन चहिय का?
\v 10 काहेकी एकघेन, हमर दउवा कुछदिन तक हमके अनुशासनमे धरीं जौन आइसो करन बिनके ठीक लागो। पर दुसरो घेन, हम बाको पवित्रताके बाँटन सिकएँ कहिके परमेश्वर हमर भलाईके ताहिं अइसो करत हए।
\v 11 जा समयमे कोइ भी अनुशासन आनन्दको न होत हए, पर दु: खय होतहए, तब भी जो होएसे फिर जाके द्वारा तालिम पाए भएनके ताहिं अन्तमे जाएके जासे धार्मिकताको शान्तिसे भरो ईनाम मिलतहए।
\p
\v 12 जहेमारे, ढिले हात उठाओ, और कमजोर घुटोंके तगडे बनाओ।
\v 13 अपन नेगनबारो डगर सुध बनाओ, कि जो लंगड़ा हए, बाको पाँव न मरकय, पर अच्छो हुइजाए।
\v 14 हरेक संग शान्तिमे बैठन कोशिस करओ, और पवित्रताबिना कोइ भी परमप्रभुके न देख सकत हए।
\v 15 ध्यान देओ, कि कोइ आदमी परमेश्वरको अनुग्रह पानसे बन्चित होन न पडए, और तीतोपनको जर उमरके कोइके फिर दुःख न देबए, और बहुत जनीके दोषी न बनाबए।
\v 16 होसियार रहओ। कोइ फिर एकछाक खानुके ताहिं अपन जलम अधिकार बेचनबारो एसावजैसो अधर्मी न होबए औ यौन अनैतिक न होबए।
\v 17 काहेकि तुमके पता हए, कि पिच्छु जायके बा आशिर्वादको उत्तराधिकार पान इच्छा करी तव बाके न मिलो, काहेकी बा आँशु बहाएके फिर विलाप करी तहुँ फिर पश्चात्ताप करनके मौकासमेत न पाई, हियाँतक कि बा आँसु बहाएके फिर जाके ढुँड़ीरहए।
\p
\v 18 काहेकी तुम जलरहो पहाड, अन्धकार, बादर और छुन न सिकनबारो पहाड़मे न आए हओ।
\v 19 तुम तुरहीको फुँको बड़ो आवाज भव ठाउँमे फिर न आए हओ, न त आइसो आवाज सुनन ठाउँमे आए हौ जौनके सुनके बे और दुसरो शब्द न मस्को जाए कहिके बिन्ति करीं रहएँ।
\v 20 काहेकी "अगर कोइ जनावर बा पहाड़ छुईं कहिसे बाके पत्थरासे मारनय पड़हय" कहिके आज्ञा बे सहन न करपाईं।
\v 21 मोशा कही कि बा हुवांक दिखाई अइसो भयानक रहए, "मए डराएगव और डरसे काँपत हऔं" कही।
\v 22 बाको सट्टामे, तुम त सियोन पहाड़मे आएहौ और जिन्दा परमेश्वरको सहर स्वर्गीय यरुशलेममे, और दसौं हजार स्वर्गदूतके आनन्द-उत्सवमे आएहओ।
\v 23 तुम स्वर्गमे नाउँ दर्ता भए सुरुमे जलमन बारेके सभामे, सबको न्यायकर्ता परमेश्वर ठीन, और सिद्ध पारे भए धर्मी आदमीके आत्मानके ठिन आएहओ।
\v 24 और नयाँ करारके मध्यस्थकर्ता येशूके ठिन और हाबिलको खुनसे और उत्तमसंग बोलनबारो छिड़को रगतमे आएहओ।
\v 7 तुमके परमेश्वरको वचन सुनानबारे तुमर अगुवानके विचार करओ, और बिनको रहनसहनको अन्तके ध्यान देओ, और बिनको विश्वासको देखासिखी करओ।
\v 8 येशू ख्रीष्ट कल, आज और सदामान एक हानी हए।
\v 9 गजम किसिमको और अचम्मो शिक्षा तुमके दुर न लैजाबए। पर खानपिन सम्बन्धित बिधिसे जिनबारेनके जा कुछ सहायता न करत हए, काहेकी अनुग्रहसे बनो भओ हृदय अच्छो होतहए।
\v 20 अब भेडाको महान गयाँरो हमर प्रभु येशूको अनन्त करारको खूनद्वारा मृत्युसे जीवनमे लानबारो शान्तिको परमेश्वर।
\v 21 बाको इच्छा पुरा करन तुम हरेकके सुसज्जित करए। येशू ख्रीष्टद्वारा परमेश्वरके देखाइमे जा बात मन पड़नबारो हए बहे करओ। बाको महिमा सदा होत रहाबए। आमेन।