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# Connecting Statement:
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[लूक 17:20] (../17 / 20.एमडी) मध्ये सुरू झालेल्या या कथेतील भागाचे हे पुढच्या घटना आहे. येशू एकटाच त्याच्या शिष्यांशी बोलत आहे.
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# gathered the twelve to himself
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येशूने बारा शिष्यांना एका ठिकाणी असे स्थान दिले जेथे त्यांना एकटे राहता येईल.
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# See
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शेवटल्या काळासाठी यरुशलेमला जात असताना येशूच्या सेवाकार्यात उल्लेखनीय बदल दिसून येतो.
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# that have been written by the prophets
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हे कर्तरी स्वरूपात सांगितले जाऊ शकते. वैकल्पिक अनुवाद: ""संदेष्ट्यांनी लिहिले आहे"" (पहा: [[rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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# the prophets
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हे जुन्या कारारातील संदेष्ट्यांना संदर्भित करते.
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# Son of Man
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येशू स्वतःला ""मनुष्याचा पुत्र"" असे संबोधतो. वैकल्पिक अनुवाद: ""मी, मनुष्याचा पुत्र"" (पहा: [[rc://*/ta/man/translate/figs-123person]])
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# will be accomplished
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हे कर्तरी स्वरूपात सांगितले जाऊ शकते. वैकल्पिक अनुवाद: ""होईल"" किंवा ""घडेल"" (पहा: [[rc://*/ta/man/translate/figs-activepassive]])
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