इस सुसमाचार का लेखक यूहन्ना
वैकल्पिक अनुवाद, "हे नारी, देख इस व्यक्ति को अपने पुत्र जैसा स्वीकार कर"।
वैकल्पिक अनुवाद, "इस नारी को अपनी माता स्वरूप ग्रहण कर"।