# “सुन,
“देखो”।
# तू मेरी पीठ का तो दर्शन पाएगा,
इस का कारण यह है कि परमेश्वर मूसा वहाँ से दूर चल रहा होगा।
# परन्तु मेरे मुख का दर्शन नहीं मिलेगा।”
यह स्पष्ट रुप मे कहा जा सकता है ,कि “केवल तुम मेरे पीठ को ही देख सकोगे मुख को नही देख पाऐगा”।