hi_tn/zep/03/08.md

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यहोवा की यह वाणी है,

इसका यह अर्थ है यहोवा ने सत्‍यानिष्ठा से यह कहा है।

मैं नाश करने को उठूँ

"मैं शिकार को नष्ट करने के लिए उठता हूं।"

कि जाति-जाति के और राज्य-राज्य के लोगों को मैं इकट्ठा करूँ, कि उन पर अपने क्रोध की आग पूरी रीति से भड़काऊँ;

इन दोनो वाक्‍यांशो का सामान्‍य रूप में एक ही मतलब है ओर इस बात पर जोर दिया गया है कि यहोवा सारी जातीयों का न्‍याय करेगा।

अपने क्रोध, मेरी जलन की आग

“मेरा बहुत भयंकर क्रोध”

क्योंकि सारी पृथ्वी मेरी जलन की आग से भस्म हो जाएगी।

“इस लिऐ मेरे क्रोध कि आग सारी धरती को नाश देगी”

मेरी जलन की आग से भस्म हो जाएगी

आग को यहा इस तरह बयान किया गया है जैसे कि वह किसी को भी नाश कर सकती है।