मैं उन्हे तितर बितर कर दूँगा जैसे के घूमती हूई आंधी पत्तो को तितर बितर कर देती है।
बहुत तेज हवा जो घूमती हुई आती है और सब कुछ ईधर-उधर बिखेर देती है।