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जोड़ने वाला वाक्‍या

जो दूत जकरिया से बात करता है लगाता दर्शन का वर्नण कर रहा है।

यहोवा का यह वचन पहुँचा,

“यहोवा ने अपना‍ वचन कहा”

जरुब्बाबेल ने अपने हाथों से...वही अपने हाथों से उसको तैयार भी करेगा।

जरुब्बाबेल मंदिर के भवन की देखरेख करने वाला है। भवन को उसके हाथो से दर्शाया गया है हालाकि उसके हाथो ने कोई प्‍थर नही रखा है।

नींव डाली है

“बनाने की त्‍यारी”

किस ने छोटी बातों का दिन तुच्छ जाना है?

“छोटी चीजो के दिन"

छोटी बातों का दिन

यह वाक्‍यांश समय की अवधि का शीर्क है यहा हर दिन छोटे छोटे काम किये गये है। एक साथ इनही छोटे काम से मंदिर बना है। बनाने के पूरे समय को एक दिन दर्शाया गया है, हालाकि इसको पूरा करने में कई साल लग गये।

साहुल

एक प्‍थर जो रस्‍सी से जुड़ा होता है। इसका इसतेमाल बन रही ईमारतो की दीवार को परखने के लिऐ कि दीवार सीधी है या टेढी।

यहोवा अपनी इन सातों आँखों

सात दीपक यहोवा की सात आँखो का प्रतीक है

यहोवा की आँखों

“आँखे” शब्‍द प्रमेशवर के देखने को दर्शाता है क्‍योकि आँखो को देखने के लिऐ ईसतेमाल किया जाता है।