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अपने-अपने स्वामी

“जिसके वे दास हैं”।

सब बातों में

“हर परिस्थिति में” या “सदैव”

प्रसन्न रखें

इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अपने स्वामी की प्रसन्न रखें” या “अपने स्वामी को सन्तुष्ट रखें”

पूरे विश्वासी निकलें

इसका अनुवाद किया जा सकता है, “अपने स्वामी के स्वामि-भक्त हों” या “प्रकट करें कि वे अपने स्वामी के भरोसेमन्द हैं”।

हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर

“परमेश्वर जो हमारा उद्धार करता है”

शोभा

यहां “शोभा” शब्द का मूल अर्थ है, किसी वस्तु का ऐसा सौंदर्यकरण करना कि वह देखनेवाले को ललचाए”।

सब बातें में

“उनके हर एक काम में”